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एक लड़की परेशान-सी एक कमरे में इधर-उधर टहल रही थी। उसने लाल रंग का शादी का लहंगा पहन रखा था, जिसमें वह बला की खूबसूरत लग रही थी। वह कमरा पूरी तरीके से फूलों से सजा हुआ था और बीच में एक किंग साइज बेड पड़ा हुआ था।
तभी दरवाजा खुला और एक बहुत ही हैंडसम आदमी अंदर आया। उसने भी शेरवानी पहनी हुई थी। उसकी हाइट 6 फुट थी, डैशिंग बॉडी, ब्लैक हेयर, हैज़ल ग्रीन आइस, जिनमें डूब जाने का मन करता था।
तो यह था हमारी कहानी के हीरो, मिस्टर आरव खन्ना, जिन्होंने अपनी मां के कहने पर अपर्णा से शादी कर ली थी। आरव की उम्र 27 साल थी।
आरव गुस्से में अपर्णा के पास आया और उसकी बाजुओं को जोर से पकड़ते हुए कहा, "तुम्हें क्या लगता है, तुमने मेरी मां को अपने ड्रामे में फंसा कर मुझसे शादी कर ली और मैं तुम्हें एक्सेप्ट कर लूंगा? ऐसा कभी नहीं होगा। मुझे पता है तुम सिर्फ एक गोल्ड डिगर लड़की हो। वैसे भी मैं किसी और से प्यार करता हूं और यह शादी सिर्फ 6 महीनों के कॉन्ट्रैक्ट पर हुई है। तो तुम सिर्फ 6 महीने मेरे साथ रहोगी और कोई अपने ख्वाब मत सजाना मेरे साथ, समझी? वरना मैं तुम्हारा वह हाल करूंगा जिससे तुम्हारी रूह कांप जाएगी।"
इतना कहकर आरव ने उसे छोड़ दिया।
अपर्णा भी गुस्से से उसकी तरफ देखते हुए बोली, "तो आपको क्या लगता है, मिस्टर आरव, कि मैंने आपसे शादी खुशी से की है? मुझे शादी करने का कोई शौक नहीं है और वह भी आप जैसे घटिया इंसान से। आपकी मां ने तो बस मेरी जान बचाई थी और बदले में कीमत के रूप में मुझे ही मांग लिया। मुझे आपसे शादी करने के लिए मजबूर किया। और हां, आपको क्या लगता है, क्या आपकी इन बातों से मैं डर जाऊंगी? तो यह बिल्कुल भी मत सोचना।"
इतना कहकर अपर्णा स्माइल करते हुए अपने कपड़े चेंज करने के लिए चली गई।
उधर आरव बालकनी में बैठकर उसके बारे में सोच रहा था। पहली बार ऐसा था कि किसी ने आरव खन्ना के बारे में ऐसा बोलने की हिम्मत की थी।
जब अपर्णा कपड़े चेंज करके आई तब आरव को रूम में न पाकर वह बहुत खुश हुई। वह आराम से जाकर बेड पर सो गई।
जब आरव कमरे में आया तब अपर्णा को अपने बेड पर सोते देख उसे बहुत गुस्सा आया। उसने उसे जगाते हुए कहा, "यह मेरा बेड है, तुम इस पर ऐसे नहीं सो सकती।"
अपर्णा जागते हुए गुस्से में उससे बोली, "क्या आप पागल हो गए हैं जो ऐसा कर रहे हैं? आप काउच पर भी तो सो सकते थे।"
यह सुनकर आरव को बहुत गुस्सा आ गया। वह लगभग चिल्लाते हुए बोला, "तुम पागल हो गई हो क्या? यह मेरा घर है और तुम मेरे रूम में मेरे बेड पर सो रही हो।"
अपर्णा ने हंसते हुए कहा, "आप शायद भूल रहे हैं, मिस्टर आरव खन्ना, कि हमारी शादी हुई है। अब से हम दोनों हस्बैंड वाइफ हैं, हां भले ही यह मैरिज केवल 6 महीनों के लिए हुई हो।"
यह सुनकर आरव गुस्से में चिल्लाया, "बस अब बहुत हो गया, तुम कुछ ज्यादा ही बोल रही हो।"
और वह अपर्णा को मारने के लिए जैसे ही अपना हाथ उठा लेता है, लेकिन अपर्णा उसका हाथ रोक लेती है और गुस्से में बोली, "बस, मिस्टर आरव, आपने मुझसे कॉन्ट्रैक्ट मैरिज की है इसका मतलब यह नहीं कि आप जो कहेंगे मैं वह करूंगी। और आइंदा से ऐसी गलती दोबारा मत कीजिएगा वरना दोबारा हाथ उठाने के लायक नहीं बचेंगे।"
इतना कहकर अपर्णा ने उसका हाथ झटक कर दूर कर दिया और फिर दोबारा से सो गई और आरव भी गुस्से में जाकर काउच पर सो गया।
अगली सुबह
सुबह के 7:00 बज रहे थे,
तभी बाथरूम का दरवाजा खुला और अपर्णा अपने बाल सुखाते हुए बाहर आई। उसने एक रेड कलर की साड़ी पहन रखी थी जो कि उस पर बहुत ही सुंदर लग रही थी। अपने बाल सुखाकर ड्रेसिंग के सामने तैयार होने लगी। उसने चूड़ी पहनी, तो उसकी चूड़ियां बहुत आवाज करने लगीं, जिसकी वजह से आरव की नींद खुल गई। वह सामने देखता है तो अपर्णा को देखता है। वह उसे बहुत ही सुंदर लग रही थी जैसे कि कोई अप्सरा। फिर वह अपने दिल को समझाता है कि वह सिर्फ एक गोल्ड डिगर लड़की है। उसने उससे सिर्फ पैसों के लिए शादी की है।
यह सोचता हुआ आरव उठा और नहाने चला गया। अपर्णा भी तैयार होकर नीचे आ गई और रसोई में मदद करने लगी। आरव तैयार होकर नीचे आकर डाइनिंग टेबल पर बैठ गया। तभी अपर्णा उसके पास आकर उसे खीर सर्व करती है जो उसने खुद बनाई थी।
तभी उसकी मां जानकी खन्ना वहां आईं और उससे बोली, "बेटा, खीर कैसी बनी है?"
आरव उसे खाते हुए बोला, "मां, यह खीर बहुत ही अच्छी बनी है।"
तभी जानकी जी ने कहा, "अच्छी कैसे नहीं होगी, यह तो मेरी बहू अपर्णा ने जो बनाई है।"
इतना सुनकर आरव खीर की कटोरी वहीं छोड़कर खड़ा हो गया और अपनी मां से बोला, "मां, मुझे ऑफिस के लिए देर हो रही है। मैं जा रहा हूं।" फिर वह जानकी जी के पैर छूता है और ऑफिस के लिए निकल जाता है। लेकिन अपर्णा समझ गई थी कि आरव ने खीर क्यों नहीं खाई।
जानकी जी ने अपर्णा से कहा, "चलो बेटा, हम भी नाश्ता कर लेते हैं।"
अपर्णा ने भी "हाँ, मां जी" कहकर नाश्ता सर्व किया और दोनों लोग साथ में बैठकर नाश्ता करने लगी।
आरव के परिवार में सिर्फ उसकी मां और एक बहन थी और उसकी बहन ज्यादातर हॉस्टल में रहती थी क्योंकि अपने पापा की डेथ के बाद से उसकी बहन जल्दी घर नहीं आती थी क्योंकि वह अपने पापा से बहुत ही ज्यादा प्यार करती थी और घर आने के बाद वह काफी डिस्टर्ब रहती थी इसलिए उसकी मां और भाई भी उसे घर आने के लिए नहीं बोलते थे वह सिर्फ छुट्टियों पर ही घर आई थी।
आरव जब 15 साल का था, तब उस के पिता का एक्सीडेंट हो गया था। उसके बाद उसी ने उनका बिजनेस संभाला और साथ ही अपनी पढ़ाई भी पूरी की। पढ़ाई के बाद वह बिजनेस पर और भी ज्यादा ध्यान देने लगा और उसे इंडिया की नंबर वन कंपनी बनाया।
इसके अलावा आरव की एक गर्लफ्रेंड भी थी जिसका नाम रिद्धिमा था। वह एक डॉक्टर बनना चाहती थी, जिसकी वजह से वह अभी इंडिया से बाहर थी और अपनी मेडिकल की पढ़ाई कंप्लीट कर रही थी जिसमें आरव ने भी उसकी बहुत हेल्प की थी।
अभी कुछ दिनों पहले अपर्णा का एक भयानक एक्सीडेंट होते-होते बचा था और आरव की मां ने ही उसकी जान बचाई थी, इसीलिए उसकी मां ने जबरदस्ती उसकी शादी अपर्णा से करवा दी थी।
6 महीने बाद रिद्धिमा वापस इंडिया आ रही थी, इसीलिए आरव ने अपर्णा से 6 महीने के कॉन्ट्रैक्ट मैरिज की। रिद्धिमा के आने के बाद वह अपर्णा को छोड़ देगा।
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Hello my sweeties 🥰
I hope आपको मेरी स्टोरी अच्छी लगी होगी। बताइए कैसा लगा पहला एपिसोड और मिलते हैं अगले चैप्टर के साथ जल्द ही। आगे क्या होगा जानने के लिए बने रहिए मेरी इस नई स्टोरी Our Unwanted Marriage के साथ!