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Yea dill tum bin lagta nahi

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my imaginary world

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Description

अपने अतीत के कड़वी यादों से जूझ रहे आर्या के ज़िन्दगी में अचानक दस्तक होती है अर्नब सिंह रायजादा की। जो जाना जाता है ek heartless businessmain ke roop mein. जो है दुनिया कै लिए एक cruel heartless no1 most handsome batchelor businessmain उतना ही अपने...

Characters

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Arnav Singh Rathore

Hero

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Arya

Heroine

Total Chapters (4)

Page 1 of 1

  • 1. Yea dill tum bin lagta nahi - Chapter 1

    Words: 1399

    Estimated Reading Time: 9 min

    राजस्थान , जयपुर

    जहां रात के दस बजे तक चहल-पहल रहती थी वहीं आज सब शांत था उस शांती के तोड़ रही कड़कती बिजली और बारिश ऐसा लग रहा था जैसे आज बारिश नहीं तूफान आया हो जहां सड़कें खाली और हर तरफ एक गेहरी खामोश थी जेसे किसी का दुःख बांट रही हो

    उस सूनसान सड़क पर एक लड़की जो दिखने में 16 17 साल कि लग रही थी वो नंगे पैर सडक भागे जा रही तेज बारिश के वजह से वो पूरी भीग गई थी उसने इस वक्त एक घाघरा चोली पहन रखी थी जो भीगने की वजह से उसकी बड़ी से चिपकी हुई थी उसकी काली गहरी आंखों इस वक्त लाल थे उसके चेरी जैसे होंठ फड़फड़ा रहे थे उसका दूध जैसा गोरा बदन अंधेरे में भी चमक रहा था दिखने वो बिल्कुल किसी राजकुमारी जैसी खुबसूरती थी अचानक उसका पैर एक पथर पर पड़ा जिससे वो संभल नहीं पाई और धम से निचे गिर गई उसके हाथ और सर पर हल्की सी चोट आई पर उसे जैसे कुछ फर्क ही नहीं पड़ा

    उस लड़की ने अपना सिर उठाया और ऊपर आसमान की तरफ देख कर कहा क्यू क्यूं कोई मुझसे प्यार नहीं करता मम्मा-पापा आप क्यू मुझे छोड़कर चले गए मुझे भी अपने साथ लेकर चले जाते इस बेरहम दुनिया में कोई मेरा नहीं है कोई भी नहीं ये बोल वो लड़की वहीं घूंटने के वल बैठ रोने लगी

    दूसरी ओर , जयपुर के एक फेमस क्लब सनसाईन क्लब पर कूछ नो जवान जो दिखने में कॉलेज स्टूडेंट लग रहे वो सब पार्टि कर रहे थे कुछ लोग डांस कर रहे थे तो कुछ लोग बातें पूरे क्लब पर कांच के ग्लास लगे हुए थे जो उस माहौल और खुशनूमा बना रहा था उसी क्लब के एक कोने में दो लड़के बैठ कर अपना ड्रिंक एन्जॉय कर रहे थे

    उनमें से एक लड़का कहता हैयार अर्नब आज हमारा फेयरवेल पार्टी है तो उसने बिना किसी भाव के कहा तो यार कम से कम आज तो आपने इस सडी हुई सकल को थोड़ी देर के लिए छुट्टी दे दे उस शख्स की बात सुन अथर्व उसे घूर कर देखता है तो अरे मैं तो मजाक कर रहा था तू उस एक्सप्रेसनलेस फेस के साथ तो और भी ज्यादा हेंडसम लगता है ही ही ये बोल वो अपना बत्तीसी दिखा देता है

    ये लड़का था अथर्व का एकलौता दोस्त निर्वान राणा राणा फैमिली का एकलौता बेटा

    उनसे थोड़ी दूर कुछ लड़कियों का एक ग्रुप था वो लोग भी अपना ड्रींक एन्जॉय कर रहे थे साथ में हंसी मजाक भी तभी एक लड़की अपने पास खड़ी लड़की से कहती हैं जो उसे को ही देख रही थी

    तानिया बेबी कब तक बस उसे यु दूर से ही देखती रहेगी आज बहुत अच्छा मोका हें बोल दो अपने दिल कि बात वरना पता नहीं कब मोका मिले तो वो लड़की बड़ी ही अदा से कहती हैं राशि शायद तुम ये भुल रहे हो कि में कौन हु मैं वो एकलौती लड़की हूं जिसे अर्नब बात करता

    afterall तूम उसकी उसकी बचपन कि दोस्त जो हो एक ओर लड़की ने कहा तो तानिया होंठ पर एक मुस्कान खिल गई right ओर हमरी फैमली भी फ्रेंड्स है और आंटी तो मुझे बहुत पसंद करती हैं ये बोल मन ही मन सपने देखने लगती है

    अथर्व ओर निर्वान बात कर रहे थे कि तभी अर्नब को अपने कंधे पर किसी का हाथ मेहसूस होता है ये मेहसूस कर अर्नब की आंखें सर्द हो जाती है वो अपनी लाल आंखों से पिछे मुड कर देखती है तो तानिया जो मुस्कुरा कर उसे देख रही थी उसकी ये आंखें देख इसके अन्दर एक सिरहन सी दौड़ गई वो तुरंत अपनी हाथ पिछे खिंच लेती हैं

    फिर वो अपने होंठों पर एक मुस्कान लिए कहती हैं अथर्व आज हम सबकी कॉलेज खत्म हो जाएगा और देखोना बाहर मोसम भी कितना अच्छा हे तो क्यु ना उसकी बात पुरी हो पाती निर्वान बिच में ही कहता है वाह तुम भी वही सोच रही हो जो में सोच रहा हूं मतलब तानिया कन्फ्यूजन में कहती हैं

    मतलब ये कि वो उठा और वहां के DJके पास जाकर उससे एक गिटार मांगता है और आके अर्नब के सामने खड़ा हो जाता है वो अपनी आंखों में उम्मीद लिए बस उसे एक टक देखने लगा वहां पे जितने भी लोग थे ये देख सब उसके आस पास आकर उसे देखने लगते से अर्नब एक नजर निर्वान को देखता है जो अपने आंखों में चमक लिए उसे ही देख रहा था ये देख वो उसके हाथ से गिटार ले लेता है तो जोर से हुटिग करने लगते हैं

    अथर्व वहीं सेंटर पर एक चेयार पर बैठ जाता है और उसके सामने सब लोग भी बैठ जाते हैं तानिया एक नजर निर्बान को देख गुस्से में कहती सबसे पहले उस बेवकूफ का कुछ करना होगा हमेशा मेरे और अर्नब के बिच में आ जाता है

    अथर्व अपने हाथ गिटार पकड़ अपनी आंखें बंद कर देता है तो उसे एक लड़की दिखती है लाल और ग्रीन घाघरा चोली में वो बहुत सुन्दर लग रही थी उसकी आवाज इस के कान में अभी भी गूंज रहा था उसके उसके लम्बे बाल उसके खुबसूरत चेहरे को बार बार ढंक रहे थे जिससे उसकी बैचेनी ओर बढ़ रहा था वो अपने मन में कहता है

    तूम कौन हो कहा हो कुछ नहीं जानता मैं फिर भी तुम्हारी वो आवाज़ आज भी मेरे दिल और दिमाग में जैसे बस गया है क्यू मेरा दिल आज इतना बैचेन हें काश एक बार तुम्हारा चेहरा दिख जाए ये सोच सोच कर ही वो गिटार पर एक प्यारा सा धुन बजता है और एक प्यारा सा गाना गुनगुनाता है गाने के बोल थे

    Nahi jeena tere baaju

    nahi jeena nahi jeena

    nahi jeena tere baaju

    nahi jeena nahi jeena

    main tenu samjhawan ki

    na tere bina lagda jee

    main tenu samjhawan ki

    na tere bina lagda jee

    tu ki jaane pyaar mera

    main karoon intezar tera

    tu dil tuiyon jaan meri

    Jaan meri...........

    main tenu samjhawa ki

    na tere bina lagda jee

    उसकी आवाज सुन सब कुछ देर के लिए सब भुल गए थे वहां जीतने भी कपल्स थे वो एक दूसरे के बाहों में खोए थे और जो लोग एक दूसरे को पसंद करते थे पर अभी तक अपनी feelings confess नहीं किये थे वो लोग एक दूसरे के आंखों में देख रहे बाहर कि हल्की बारिश के बजह से वहां का माहौल और रोमांटिक हो गया था

    mere dil ne chun laiyaa ne

    tere dil diyaan raahan

    tu jo mere naal tu rehta

    turpe meriyaan saaha

    jeena mera hoye

    hun hai tera ki main karaan

    tu kar aitbaar mera

    main karoon intezar tera

    tu dil tui-yon jaan meri

    Jaan meri haye........

    main tenu samjhawan kee

    na tere bina lagda jee

    उसने गाना खत्म ही क्या था बाहर से एक बहुत ही मन मोहक मगर दर्द से भरी आवाज आई बारिश कि बजहसे चारों शान्ति पसरी हुई थी जींस बजह से उसकी आवाज धीरे धीरे सबके कानों में पड़ने लगी वहां का रोमांटिक माहौल एकदम से बदल गया

    अथर्व जो अभी भी किसी कि यादो में खोया वो भी उस आवाज से होश में आया उसने गिटार वहीं साइड में रखा और वहां से उठ कर उस आवाज के दिशा में जाने लगा और उसके पिछे निर्बान भी जाने लगा वो उस आवाज के जीतने करीब जा रहा था वो आवाज़ और साफ सुनाई दे रही थी उस वो आवाज़ इतना मधुर था कि एक पल के लिए उसके आंखें सुकून से बंद हो ये आवाज़ उसने मन में ही बुदबुदाया उसकी आंखों कुछ पल के लिए चमक उठी पर जैसे ही उसने उस आवाज में एक अनकहा दर्द का एहसास हुआ तो उसका दिल अनजान मेही बैचेन हो उठा और उसने अपनी रफ़्तार बढ़ा दी

    वो जैसे ही थोड़ा करीब गया तो उसने देखा ये वही लड़की थी लाल और ग्रीन कलर के घाघरा चोली में उसकी तरफ पीठ कर बैठी थी उसके लम्बे बाल उसके पीठ पर बिखरे हुए थे और वो लड़की कन्हा जी के मुर्ती के सामने बैठ कुछ गुनगुना रही थी

    दुनिया रूठी बाबुल रूठा

    को होना सुनत हमारी

    तेरे प्रीत कारन हु मैं

    सब जग मेरा बैरी

    किस की शरण मैं जाऊ गोरी

    तू ही बता दुखीआ

    मधुर सुना दो तान

    ओ कान्हा अब तो मुरली की

    मधुर सुना दो तान

    और इसी के साथ झट से एक लड़के कि आंखें खुली और वो झट से बेड पर उठ कर बैठ गया

    ___________thanks for reading __________

    please like comment and follow me______💖

  • 2. Yea dill tum bin lagta nahi - Chapter 2

    Words: 1045

    Estimated Reading Time: 7 min

    एक दस साल की लड़की गार्डन में खेल रही थी और उसके पिछे एक प्यारा सा पप्पी वो भी दोड रहा था तभी वहीं बेंच पर बैठी एक 35 साल कि औरत जीसके हाथ में सिलाई का सामना था जैसे बो कुछ बुन रही थी उसने कहा आयु बच्चा बहुत खेल लिया आप थक जाउगी नो मम्मा आयु बहुत स्ट्रांग है उसे कुछ नहीं होगा है ना कोंको उस बच्ची कि बात सुन वो छोटा सा पप्पी वो भी अपने तरीके से हां बोलता है तो वो छोटी बच्ची खिलखिला कर हंसने लगी

    तभी कार आने की आवाज आई तो उस छोटी बच्ची की आंखों में चमक आ गई वो खुश होते हुए बोली ये ये भाई आ गये अब में उनके साथ खेलुगी ये सुन उस पप्पी का मुंह बन जाती है ‌

    वो कार मेनशन में रूका तो उस कार से एक 40 साल का आदमी और एक 17 साल का बच्चा बाहर निकलते हैं उनको देख वो छोटी बच्ची ख़ुश होते हुए चिल्लाती से भाई ये सुन उस लड़के के चेहरे पर मुस्कान आ गया और अपनी सख्त आवाज को जितना नर्म हो सके उतना नर्म आवाज में कहता है धीरे आऊं प्रिंसेस गिर जायेंगी

    वो लड़की दौड रही थी पर अचानक उसका पैर फिसला जाता है और वो गिरने लगती हे तो गिरने की डर से वो अपनी आंखें बंद कर जोर से चिल्लाती है आह भाईईई

    और इसीके साथ एक लड़की की जोर के चीख के साथ उठ कर बैठ गई उसकी आंखें आंसुओं से भरी हुई थी और वो अभी भी कांप रही थी और उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगी वो जल्दी से अपने आप को संभाल कर इधर उधर देखने लगी तभी उसे बेड साइड ड्र पर उसका इनहिलर मिल जाता है वो जल्दी से उप
    उसे अपने मुंह में डाल कर दो तिन बार सीप लेकर खद की सांसो को थोड़ा काबू थोड़ी देर बाद उसने खुद को शांत किया और टाइम देखा तो अभी छे बजे थे वो जल्दी से उठी और बाथरूम की तरफ चली गई 15 मिनट बाद वो एक टावल में लिपटी बाहर आई फिर रेड्डी हो कर निचे चली गई

    वो निचे आकर अपने वेग को सोफे पर रख कर सीधे किचन कि तरफ चली जाती है अभी किचन में एक 22 साल कि लड़की ख़ान बना रही थी उसका पूरा ध्यान ख़ान बनाने पर था तभी आर्या उस लड़की को पिछे से गले लगा कर कहती है Good morning जानु में सुन उस लड़की के के चेहरे पर भी एक स्माइल आ जाती है वो लड़की भी पलट कर उसेके माथे पर किस कर कहती हैं very good morning मेरी जान तु बाहर बैठ में अभी नाश्ता लगाती हु वरना तुझे लेट हो जाएगा ना

    फिर दोनों डाइनिंग टेबल पर बैठ कर नाश्ता करने लगे नाश्ता करने के बाद आर्या अपने काम पर चली गई और बाकी के काम को समेटे कर जानूं भी अपने काम के लिए चली गई

    दुसरी तरफ, एक बंगले के अंदर जिम रुम में एक 26 साल का लड़का लगातार पंचिंग बैग पर मारे जा रहा था उसके आंखों बार बार एक लड़की का धुंधला चेहरा नजर आ रहा था ज कभी उसकी हंसी कि खिलखिलाहट उसके कानों गुंजती तो उसकी वो दर्द भरा आवाज जो उसे अंदर ही अंदर बैचेन कर रहा था वो मारते मारते उस पंचिंग बैग को पकड़ अपना सिर उसके उपर रख जोर जोर से सांसें लेते हुए खुद में बड़बड़ाता है कौन हो तुम कियू तुम्हारी हंसी मुझे सुकून देता और तुम्हारी वो दर्द भरा आवाज मुझे बैचेन कर देता क्यू तुम्हें इस पुरे दुनिया से बचा कर अपने पास रखने का मन करता है क्यू

    वो लड़का अपने ख्यालों में खोया ही था कि पिछ से एक लड़का और एक लड़की चिल्लाते हुए आते भाई क्या आप यहां हो उन दोनों कि आवाज से बो लड़का होश में आता और अपने भारी आवाज में कहता है हां क्या बात है उसकी आवाज पर वो लड़का कहता है वो आपको दादी बड़ी मोम और मोम बुला रहे ठीक है मैं अभी आया फिर बो तिनों बहा से चले जाते हैं


    तो आइए जानते है इनके बारे में ये कोई और नहीं हमारे अथर्व बाबू थे तो मिलते इनके फैमली से

    राजबीर सिंह रायजादा ये घरके मुखीया है उनकी उम्र 85 साल पर अभी तक इनकी फैसले कोई मना करने कि हिम्मत नहीं करता

    सुशीला राजबीर सिंह रायजादा ये 75 साल के है बिल्कुल अपने नाम कि तरहां है और अपने परिवार से बहुत प्यार करते हैं खासकर अपने बड़े पोते से
    इनके सिर्फ दो बेटे हैं

    वडा बेटा अभीनभ सिंह रायजादा ये 55 साल के है और रायजादा कंपनी के चेयरमैन हैं ये स्वभाव से थोड़े सख्त है बाकी अपने परिवार से बहुत प्यार करते हैं ये हमारे हिरो के पापा है

    नैना रायजादा ये 45 साल की है एक हाउसवाइफ है अपने पति और परिवार को हमेशा सम्भालती है ये हमारी हिरो के मां है अथर्व इनके एक लौते बेटे हैं इनके बाद वो कभी मां नहीं बन पाई उन्हें हमेशा से एक बेटी चाहिए था इसलिए वो हमेशा एक अच्छे बहूं की कामना करती ताकि अपनी बेटी के प्यार को अच्छे से पूरा कर सके

    आकाश सिंह रायजादा इनकी उम्र 50 साल है ये अपने भाई के नक्शे कदम पर चलते बिल्कुल राम और लक्ष्मण की तरहां ये अभी रायजादा कंपनी के vice chairman है

    मालिनी आकाश सिंह रायजादा ये 43 साल की है और नैना जी के मिलकर घर संभालती है ये उन्हें बिल्कुल अपनी बड़ी बहन मानती ये पहले एक फेमस डिजाइनर थी पर नैना जी को घर और बच्चों को अकेले सम्भाल था देख उन्होंने वो छोड़ दिया अब इनकी एक बुटीक है जाहां बस कुछ लोग के लिए कपड़े डिजाइन करते हैं ज्यादातर उन लोगों के लिए जो ब्रांडेड कपड़े अफोर्डे नहीं कर सकते पर उनके

    उनके दो बच्चे हैं

    अर्थ सिंह रायजादा ये 24 साल के और अभी अपने भाई के साथ आफिस में काम सिख रहे हैं ये थोड़े मस्त मोला टाइप का है

    अन्वी सिंह रायजादा ये 20 साल की है घर की सबसे छोटी और एक लोती बेटी है इसलिए सब उसे बहुत प्यार करते हैं ये अभी अभी लन्दन से आई है अपने आगे की पढ़ाई यही से करने दिखने में भी बहुत सुंदर है पर इनका गुस्सा हमेशा इनके नाक पर रहता है





    Happy reading 🤗🤗🥰😘❤️❤️❤️💖

  • 3. Yea dill tum bin lagta nahi - Chapter 3

    Words: 1048

    Estimated Reading Time: 7 min

    ‌अथर्व जल्दी से अपने रूम से रेडी हो कर निचे जाता है निचे पहले से ही सब लोग ब्रेकफास्ट टेबल पर बैठ कर उसका ही इन्तजार कर रहे थे नैना जी और मालिनी जी टेबल पर ब्रेकफास्ट लगा रहे थे अथर्व नीचे आकर सबको ग्रीट करता है और दादा जी के लेफ्ट साइड पर बैठे जाता है उसके लेफ्ट साइड पर अन्वी फिर अर्थ बैठे और दूसरे साइड पर दादी जी और उनके दोनों बेटे बैठे नैना जी और मालिनी जी बाद में नाश्ता करते थे क्योंकि वो इसके लिए नौकोरो परेशान नहीं करते थे।

    सब नाश्ता कर ही रहे थे कि दादाजी कि बात सुन कर उसके हाथ रुक जाते हैं और उसके दिल में एक अजीब सी बेचैनी शुरू हो जाती है पर जैसे आगे की बाते सुनता है उसकी हाथ गुस्से से कस जाती है

    कल हम जयपुर जा रहे हैं हमने आपका रिश्ता हमारे दोस्त के पोती के साथ तय किया है और हमें कोई बाहना नहीं चाहिए राजबीर जी ने खाना खाते हुए बिना किसी एक्सप्रेसन के साथ कहा वही उनकी बातो को सुन थोड़े डरे हुए थे क्योंकि अथर्व का क्या रियेक्सन होगा क्योंकि की राजबीर जी के बाद अथर्व ही था जिसमें सब थोड़ा बहुत डरते थे

    उनकी बात सुनकर अथर्व टीसू पेपर से हाथ पोंछा और खड़े हो कर अपनी सख्त आवाज में कहा में नहीं आ सकता कल मेरी इंपोटेंट मीटिंग है इतना बोल वो जल्दी से घर से बाहर निकलने लगा उसके पीछे अर्थ भी एक हाथ में सेंडविच का पिंस और दूसरे हाथ में एक आलू का पराठा पकड़ा और जाने लगा

    अथर्व को जाते देख नैना जी ने कहा नाश्ता तो करके जाऊं बेटा नहीं मेरा पेट भर गया अथर्व ने बिना मुड़े ही जबाब दिया और जाने लगा

    हम तुम्हे कल अपने साथ लेकर जाएंगे क्योंकि हमने मरते वक्त अपने दोस्तों से वादा किया था दादा जी ने कहा तो अथर्व के पेर एक पल के लिए रुक गए पर फिर उसने तेजी से अपने कदम बढ़ाये और मेंशन से निकल गये वो लोग जेसे ही कार के पास पहुंचे ड्राइवर ने पेसेनजर सीट का दरवाजा खोला और एक बॉडीगार्ड ने बेक सीट का दरवाजा खोला दोनों अंदर बैठ गये तो ड्राइवर ने जल्दी से गाड़ी स्टार्ट कर दी

    उनके जाते ही सुशीला जीने कहा राजबीर आफतों जानते हैं कि आपके दोस्त ने आपसे क्या बांदा लिया था फिर भी उनकी बात राजबीर जी थोड़े उदास स्वर में कहा हम जानते हैं पर आपको पता है उस बच्ची ने वो घर छोड़ दिया है हमने बहुत कोशिश कि उस बच्ची को ढूंढने की पर अगर वो बापस आ गई तो तब आप क्या करेंगी उनकी बात को बीच में ही सुशीला जी ने कहा

    तभी राजबीर जी कुछ कहते उससे पहले ही नैना जी बोल पड़ी मुझे नहीं लगता कि वो बच्ची कभी भी लौट कर उनके पास जाएगी बिना किसी गलती के उस बच्ची को क्या नहीं सहना पड़ा कास हम थोड़ा पहले वहां पहुंचते तो आज वो बच्ची हमारे साथ होती उनकी बात सुन सब किसी सोच में खो जाते हैं

    तिन साल पहले राजबीर जी के पास उनके दोस्त का फ़ोन आया उनकी आवाज से ऐसा लग रहा था जैसे वो आखरी सांस ले रहे हैं बी बीर उस शख्स की आवाज राजबीर जी झट से पहेचान गये सिर्फ दो ही शख्स थे जो उन्हें बीर कहके बूला सकते थे

    तोषू तु तु ऐसे क्यूं बात कर रहा है उनकी बात को बीच में काट कर वो शख्स जीसका नाम परितोष था वो गेहरी सांसें लेते हुए बोले अभी इन सबके बारे में बात करने का बिल्कुल भी वक्त नहीं है मुझे तुझसे एक बांदा चाहिए तो बोल क्या तु पूरा करेगा

    ये तु कैसी बातें कर रहा है तु बोल में चाहे कुछ भी क्यु ना करना पड़े में तेयार हु करने केलिए राजबीर जी ने लगभग अपने आप को संभाल ते हुए कहा तभी उधर से आवाज आई तु तु बाद चाहे कुछ भी हो जाए तु मेरी लाडो को हमेशा प्रोटेक्ट करेगा उसे कुछ भी नहीं होने देंगा तु बाद कर उनकी बात सुन राजबीर जी बोले में बांदा करती हु तेरी लाडो को कुछ नहीं होगा में में उसकी शादी मेरे बड़े पोते से करवा दुंगा वो अपनी जान से भी ज्यादा उसकी ख्याल रखेगा

    उनकी बात सुन उधर परितोष जी के चेहरे एक सुकून भरी मुस्कान आ गई वो खुश होते हुए बोले में ज़िन्दगी भर तेरा ये एहसान नहीं भुलूंगा इसी के साथ दुसरी एक दम खामोशी छा जाती है और बस एक बीप की आवाज आती तभी एक लड़की की दर्द भरी आवाज आती है दादासा और इसीके साथ राजबीर जी के हाथो से फोन ज

    छुट कर जमीन पर गिर पड़ी और घूंटने के बल

    वहीं जमीन पर गिर पड़े ये देख सारे घरवाले उन्हें जल्दी से हस्पताल लेकर गये उन्हें एक छोटा सा हार्टअटैक आया जिस वजह से वो तिन दिन तक हस्पताल में ही रहे गये और जब तक वहां पहुंचे सब खत्म हो चुका था और उन्होंने कभी उस लड़की को नहीं देखा था जिस वजह से वो आज तक उसे ढूंढ रहे हैं

    ये सब सोच कर राजबीर जी उदास हो कर बोले बचपन में बस दो तिन बार उस बच्ची को देखा था तब बहुत मासूम और प्यारी थी वो बच्ची और अथर्व जो किसी से बात तक नहीं करता था वो उस मासूम के साथ हंसता था उसके साथ एक निर्मल बच्चा की तरहा खेलता था तभी से हमने सोचा लिया था कि बड़े हो कर इन दोनों की शादी करवाउंगा पर अब लगता है कि भगवान जी को शायद कुछ और ही मंजूर है ये वो भी वहां से चले गए और बाकी सब भी अपने अपने काम पर लग गए

    आर्या एक ओटो से अपने स्टूडियो पहुंचती है वो सीधे अन्दर चली जाती है वो सिर्फ एक घंटे के लिए ही सो करती थी क्योंकि उसे 10 बजे अपने कॉलेज भी जाना होता है

    वो धीरे धीरे चल कर अंदर आ रही थी वहां जीतने भी स्टाफ थे सब उसे घूर घूर कर देख रहे अब तो आर्या को इसकी आदत ही हो गई थी पर वहां पर एक ग्रुप था जो हमेशा आर्या की खूबसूरती से जलते थे आर्या उन सब पर बिना ध्यान दिए अपने काम पर लग जाती वैसे भी वो यहां ज्यादा किसी से घुली मिली नहीं थी

    Thanks for reading 🤗🤗🥰😘❤️

  • 4. Yea dill tum bin lagta nahi - Chapter 4

    Words: 1552

    Estimated Reading Time: 10 min

    आर्या एक कमरे के अन्दर जाती है और फटाफट अपना हेडफोन लगा लेती है और रेडियो अन कर देती फिर अपनी प्यारी सी आवाज में कहती हैं हैलो नमस्ते शश्रीअकाल आदाब हर सुबह की तरह सुबह भी आप की जीवन को नई आशा और नई रंगो से भर दे

    तभी वहां पर एक कल आती है ये सून आर्या एक स्माइल के साथ बोली लिजिए आज की पहली कॉल भी आ गई वो जैसे ही उठाती है उधर एक बुजुर्ग महिला की आवाज आती है अरे बेटा सुबह सुबह तुम्हारी मिठी आवाज सुनने को मिल जाए तो ये दिन बैसे भी खुशहाली से गुजरती है उसकी बात पर आर्या भी मुस्कुराते हुए बोली ये तो आपका आशीर्वाद और प्यार है दादी बस आप ऐसे ही चाये की चुस्की लेते हुए मुस्कुराते रहीए

    उसकी बात सुन लो बुढ़ि औरत मुस्कुराते हुए बोली ऐसे ही हमेशा मुस्कुराती रहो बेटी भगवान करे दुनिया की हर खुशी तुम्हारे कदमो लाने बाला जीवनसाथी मिले उसकी बात पर आर्या भी मुस्कुराते हुए thankyou कहती ऐसे ही दो तीन और कॉल्स आते हैं आर्या सबसे से ऐसे प्यार से बात करती है और उनकी सारी परेशानी या भी सूनती है और उनका solution भी बताती है

    वहीं दूसरी तरफ अथर्व के कार में डर का माहौल था अथरव अभी बहुत गुस्से में लग रहा था उसका गुस्सा देख अर्थ का खाना भी उसके गले से नहीं उतर रहा था वो मन ही मन कहता क्या आज ही के दिन सारे कार्स मेंटेंनेंस के लिए जाना जरूरी था लगता है आज दिन ही खराब है तभी उसे कुछ याद आता है और खुश हो जाता है फिर जल्दी से टाईम देखता है और जल्दी से रेडियो अन कर देता है

    अर्थ को रेडियो अन करता देख अथर्व उस पर गुस्सा निकालने ही वाला था कि रेडियो से किसी खिला-खिला कर हंसने की आवाज आती उस आवाज को सुनते अथर्व का ग़ुस्सा और उसकी बैचेनी पलभर में ही कहीं गायब हो जाती है और वो बिना कुछ कहे एक टक उस रेडियो कि तरफ देखने लगा

    वहीं आर्या इस वक्त एक छोटे बच्चे के साथ बात कर रही थी वो बच्चा बोलता है मिस आयु किया आप मुझसे शादी करोगी वहीं उस बच्चे की बात सून अर्थ जो पानी पी रहा था वो सब ड्राइवर के मुंह पर ही गिरता है जिससे ड्राइवर उसे घुर कर देखता अर्थ सरी यार बच्चे की बात पर हंसी आ गई वहीं अथर्व बड़े ध्यान से उसकी बात सुन रहा था

    उस बच्चे की बात पर आर्या मुस्कुरा कर कहती है अछा तो पहले तो आप अपना नाम बता सकते है मिस्टर फिऊचर हसबेंड वहीं आर्या के मुंह से ये सब सुन कर पता नहीं क्यों अथर्व को अचानक ही बहुत गुस्सा आने लगता है उसने अपने टाई की नट ढीला किया और आंखें बंद कर सिट पर सिर टिका दिया

    वहीं वो बच्चा आर्या की बात सून खुश होते हुए कहा मेरा नाम अंश है और में दस साल का हु अब बताओ क्या तुम मुझसे शादी करोगी उस बच्चे की बात सून आर्या प्यार से कहती हैं बिल्कुल बच्चा पर पहले आप थोड़ा सा बड़े हो जाऊं जिसके लिए आपको रोज धुंध पीना पड़ेगा फिर सारे vegitables or fruitsभी खाने पड़ेंगे

    पर आयु मुझे तो ये सब पसंद नहीं है उस बच्चे ने उदास से भरी आवाज में कहा तो आर्या ने कहा अगर आप ये सब खाएंगे नहीं तो स्ट्रॉन्ग कैसे बनेगी और अगर आप स्ट्रॉन्ग नहीं बने तो मुझे प्रोटेक्ट कैसे करोगे उसकी बात सुन लो बच्चा ख़ुश होते हुए कहा ठीक है आज से में ये सब खाऊंगा और स्ट्रॉन्ग बनुगां उसकी बात पर आर्या खुश होते हुए बोली that's like a good boy I love you Ansh उउम्मा ये सुन बच्चा शर्म गया और जल्दी से I love you too बोल फोन रख दिया ये दैख आर्या फिर से खिलखिलाते हुए हंसने लगी

    वहीं उसकी खिलखिलाहट पुरे कार में गुंज रही थी जिससे अथर्व के फैंस पर भी एक मुस्कान आ गई जिससे वो भी अनजान था और उसके हाथ अनायास सी उसके गाल को सेहला रहे थे जैसे वो किसी उस बच्चे को नहीं उसे मिलीं हों

    वहीं अर्थ और ड्राइवर ये देख पलक झपकाना ही भुल गए थे जिससे उनकी गाड़ी थोड़ी देर के लिए अनबेलेनस हो गया था पर उसने जल्दी ही सम्भाल लिया अथर्व वैसे ही आंखें बंद किए हुए बोला लगता तुम्हें आंखें की जरूरत नहीं है कहो तो उसे उखाड़ कर फेंक दूं स सरी बॉस ड्राइवर डरते हुए कहा

    फिर रेडियो से आवाज आई जिससे कार का माहौल फ़िर से नर्मल हो गया आर्या बोली अब मिलते हे एक छोटे से ब्रेक के बाद तब आप सूनते रहीए मेरा ये फेबरेट गाना ये दिल तुम बिन लगता नहीं हम क्या करें ये गाना गुनगुनाते हुए आर्या ये गाना चला देती है जिससे कार मे ये गाना गुंजने लगता है ड्राइवर अथर्व का ग़ुस्सा याद कर गाना बंद करने ही वाला था कि अथर्व की गुस्से भरी आवाज आती रेहने दो ये सून फिर से वो दोनों एक दूसरे को हेरानी से देखते हैं और कार वो गाना बजने लगा

    Ye dil tum bin kahin lagta

    Nahi ham kya karen

    Ye dil tum bin kahin lagta

    Nahi ham kya karen

    Tasavvur mein koi bastaa

    Nahi ham kya karen

    Tumhi kah do ab ae

    Jaanewafaa ham kya karen

    Lute dil mein diyaa jaltaa

    Nahi ham kya karen

    Tumhi kah do ab ae

    Jaaneadaa ham kya karen

    Ye dil tum bin kahin

    Lagta nahi ham kya kare

    जैसे ही गाना खत्म हुआ फिर से आर्या की आवाज तो अब टाइम आ गया है एक आखरी कल का ये सून अर्थ जल्दी से फोन निकाल कर कॉल लगा देता है और मन ही मन प्रार्थना करता है उसका कॉल लग जाये और तभी उसके फोन और रेडियो से एक प्यारी सी आवाज आई हेल्लो जिससे अर्थ कुछ पल के खामोश हो गया उसे अभी भी विश्वाश नही हो रहा था कि उसका कॉही लगा था

    फिर उसकी आवाज सुन अर्थ होश में आते हुए कहा RJ आयु सच में आपसे बात हो रही है या फिर मेरा ये सपना है अर्थ की बात सुन आर्या मुस्कुराते हुए कहा जी हां मिस्टर हेंडसम आप मुझसे ही बात कर रहे वहीं आर्या और अर्थ की बात सुन अथर्व की आंखें खुल गईं और वो घुर कर अर्थ को देखने लगा जिससे अर्थ और खुश होते हुए कहा आपने तो मुझे देखा ही नहीं फिर आप कैसे कैह सकते हैं कि में हेंडसम हु

    उसकी बात पर आर्या हंसते हुए बोली जब आपकी आवाज ही इतनी प्यारी और cute है तो आप तो होंगे ही हेंडसम है ना मेने सही कहा ना

    उसकी बात सुन अर्थ शर्माते हुए कहा अब आप कहे रहे हैं तो जी में हु उसकी बात सुन आर्या फिर उसे और छेड़ते हुए कहा ओए होए लगता है मिस्टर हेंडसम शर्मा गये ये सून अर्थ के कान और गाल लाल हो गए तभी फिर से आर्या बोली अब तक तो आपके कान और गाल दोनों बिल्कुल टमाटर की तरह लाल हो गए होंगे ये सुन अर्थ शौक होता हुआ बोला आ आप को कैसे पता

    ये सून आर्या बोली जी हमें तो सब पता चल जाता है वैसे मिस्टर हेंडसम आपका नाम क्या है उसकी बात पर अर्थ कुछ कहता उससे पहले ही अथर्व जो कबसे इन दिनों की बाते सुनकर गुस्से से उबल रहा आखिर बो फूट ही पड़ा

    उसने हल्के गुस्से में कहा क्या तुम हर लड़के के साथ ऐसीही प्लॉट करती हो वही उसकी बात सुन जाहां आर्या थोड़ा डर जाती है वहीं अर्थ और ड्राइवर फिर से चोक जाते हैं अर्थ जल्दी से फोन को mute पर रख कहती भाई ये आप किस तरह से बात कर रहे हैं वो आपसे डर जायेगी आज तब कोई भी इनसे इतने कड़क आवाज में बात नहीं करता और तो और वो बहुत छोटी है भाई

    तभी उधर से आवाज आई हैलो मेरी आवाज़ सुनाई दे रही है तो अर्थ जल्दी से un mute कर कहा जी जी बिल्कुल बो मेरे बड़े भाई थे आप बुरा मत मानिएगा वो आज थोड़े गुस्से में है

    कोई बात नहीं वैसे आपके बड़े भाई आज गुस्सा क्यों है आर्या ने पूछा तो अर्थ ने मुंह बनाकर कहा पता नहीं भाई तो हमेशा ही गुस्से में रहते हैं उसकी बात सुन अथर्व उसे घुर कर देखने लगता है

    तभी आर्या हंसते हुए बोली लगता है आज आपके भाई ने खाना नहीं खाया होगा उसकी बात पर अब चौंकने की बारी अथर्व की थी अर्थ जल्दी से बोला आपको कैसे पता उसकी बात पर आर्या बोली मेरी मम्मा कहती थी जब किसी का पेट खाली होता है तो उसका दिमाग भी खाली होता है और दिल बैचेन रहता है तो आप अपने बड़े भाई को कुछ खिला दिजिए देखना उनका गुस्सा छु मंतर हो जायेगा

    उसकी बात पर अर्थ कहता है वो भी मेरे साथ से और आपको सुन रही है तो आप बोल दिजिए उसकी बात पर आर्या बोली तो मिस्टर हेंडसम के बड़े भाई आप please नाश्ता कर लीजिएगा वरना आपकी मोम को आपकी चिंता होगी ना आर्या ये इतने प्यार से कहा कि अथर्व भी पिघल गया वो अपनी नर्म आवाज में बोला मैं आफिस पहुंच कर खा लुंगी गुड आर्या बोली और thanks for calling बोल कर फोन रख दी और वही अथर्व फिर से अपनी आंखें बंद कर ली पर इस वक्त उसके होंठों पर एक हल्की मुस्कान थी जो

    Thanks for reading 🤗🥰😘❤️💖❤️💖