अभय सिंह रायजादा, जो अपने पैसे के घमंड में हमेशा से डूबा रहता था, अपने परिवार की इज़्ज़त बचाने के लिए उसने एक मामूली लड़की से शादी की। क्योंकि वो गलती से कर बैठा था, उस लड़की के साथ एक *one night stand*। लेकिन उसने कभी उस लड़की को प्यार या इज़्ज़त, क... अभय सिंह रायजादा, जो अपने पैसे के घमंड में हमेशा से डूबा रहता था, अपने परिवार की इज़्ज़त बचाने के लिए उसने एक मामूली लड़की से शादी की। क्योंकि वो गलती से कर बैठा था, उस लड़की के साथ एक *one night stand*। लेकिन उसने कभी उस लड़की को प्यार या इज़्ज़त, कुछ नहीं दिया। लेकिन हद तो तब हो गई, जब अपनी शादी की सालगिरह वाले दिन अभय ने अपनी बीवी की अपने सब अमीर दोस्तों के सामने बेइज़्ज़ती की। जिसे अनाया बर्दाश्त नहीं कर पाई, और उसी दिन उसने अभय से तलाक़ माँग लिया। अभय को लगा वो नाटक कर रही है, उससे और पैसे लेने के लिए। लेकिन जब सचमुच अनाया ने तलाक़ लिया, तब अनाया के रहस्यमयी जीवन से पर्दा हटा। असल में, अनाया एक मामूली और ग़रीब लड़की के वेश में थी; देश के सबसे ताक़तवर परिवार की बेटी और सबसे बड़ी बिलिनेयर, जो सब की बॉस थी। कौन थी अनाया, जो अपनी पहचान छुपाकर रह रही थी अभय के साथ? आख़िर क्यों? जानने के लिए पढ़िए दोस्तों, *बिलिनेयर्स बॉस वाइफी*।
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I Want Divorce...
गोल्डन और रेड कलर की साड़ी में, एक दुबली पतली लेकिन कमाल की ख़ूबसूरत "लड़की आंखों में नमी लिए ,जल्दबाजी में एक कमरे की तरफ बढ़ने लगी थी. उसके चहेरे पर गज़ब की सादगी थी। उस लड़की ने "होटल के कमरे का, जैसे ही "दरवाज़ा खोलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया, अंदर से उसे कुछ "लोगों के हंसने की आवाज़ सुनाई देने लगी थी।
लोग अलग-अलग तरह से एक-दूसरे से मज़ाक से कर रहे थे. साथ ही साथ उसके बारे में भी, उल्टी सीधी बातें कह रहे थे।
बाहर खड़ी हुई लड़की, यानी “अनाया को ये लगा जैसे की सब उसके, बारे में ही उल्टा सीधी बकवास बात बोल रहे हों? उसका ही मज़ाक उड़ा रहे हों? फिलहाल दरवाज़े के हैंडल, पर उसकी पकड़ और ज्यादा मजबूत हो गई थी।
लेकिन उसने खुदको संभाला, और जल्दी ही दरवाज़ा खोलकर अंदर चली गई, उसने देखा एक साथ वहां पर कितने ही सारे, सूट बूट पहने बड़े बड़े "बिजनेसमैन बैठे हुए थे. उन सभी के हाथों में रेड वाईन मौजूद थी।
और उन सबसे हटकर, वहीं पर एक पावरफुल "पर्सनालिटी वाला बंदा बैठा हुआ था. जिसका नाम “अभय रायजादा था।
Well “अनाया ने वहां जाकर बिना किसी की परवाह करते हुए “अभय की ओर देखकर कहा_ “अनाया क्या तुम मेरे साथ, घर चल सकते हो ?
अभय रायजादा, कोई और नहीं बल्कि “अनाया का पति था।
अब जैसे ही अभय, ने “अनाया की बात सुनी- उसने उसकी तरफ आंखें उठाकर, देखना भी जरूरी समझा था. वो केवल अपनी रेड वाईन पर, कॉन्सेंट्रेट करने में बिजी हो गया था. और शराब पीता रहा, उसने एक "अजनबी की तरह अपनी बीवी को, नजरअंदाज कर दिया था।
तब इस तरह से नजरअंदाज होने पर “अनाया काफी दुखी हो गई! लेकिन फिर वो खुदको शांत करते हुए शान्त स्वर में बोली_ अभय आज हमारी शादी की सालगिरह है।
मैं जानती हूं की तुम्हें, शादी की सालगिरह मनाने में कोई इंटरेस्ट नहीं है। मुझे समझ में नहीं आता जब तुम्हें, सालगिरह माननी ही नहीं थी. तो तुम मुझे यहां क्यों लेकर आए? फिलहाल तुम मुझे, घर छोड़ दो मुझे घर जाना है।
“अनाया की बात सुनकर- उसके पति ने ग्लास उठाया, और "शराब का घूंट भर लिया उसकी, आंखें हल्की रोशनी मे भी काफी ज्यादा डार्क हो गई थी. अब एक बार फिर “अनाया के बोलने पर “अभय का पारा चढ़ गया! और वो उसकी और घूरकर झिड़की देते हुए बोला_ जस्ट शटअप.. ये क्या शादी के सालगिरह का तुमने, ड्रामा लगा रखा है। मैं अच्छी तरह से जानता हूं! तुम क्या कहना चाहती हों!
अब जैसे ही अभय ने “अनाया से अपने दोस्तो के सामने, इतनी तेज़ आवाज़ मे डांटकर बात की! तों “अनाया का दिल छलनी सा हो गया।
और तभी अभय, ने बिना “अनाया के दर्द की परवाह करते हुए, अपने "वॉलेट से एक चेक निकाला उस पर कुछ नंबर लिखें, और अपनी पत्नी “अनाया के सामने फेंक दिया! और बेफिक्री से बोला_ मैं अच्छी तरह से जानता हूं की तुम, यहां सिर्फ और सिर्फ "मुझसे पैसे मांगने के लिए आयी हों। ये पैसे लो और यहां से निकल जाओ, उस वक़्त “अभय की आंखों में झुंझलाहट, और नफ़रत साफ दिखाई दे रही थी।
अब उसकी पत्नी “अनाया ने जैसे ये सबकुछ सुना, उसे ऐसा लगा- मानो किसी ने उसकी सांस छीन ली हो!
और फिर “अभय एरोगेंट वॉइस में बोला_ ये पैसे लो, चुपचाप तुम यहां से चली जाओ! और अब मेरा मूड खराब करने की कोशिश मत करना। मैं, अच्छी तरह से जानता हूं की तुम, जैसी "औरतें पैसों के लिए ही ये सब ड्रामा करती है।
अब जैसे ही उसके पति, ने सबके सामने ये बेहूदा बातें की, जितने भी आस-पास आदमी बैठे हुए थे. सब बुरी तरहां से “अनाया पर हंसने लगे थे। आज अंदर ही अंदर “अनाया को काफी ज्यादा बेज्जती, महसूस हो रही थी। उसे ऐसा लगने लगा था- की मर्दों की भरी महफिल में, उसी के अपने "पति ने उसे नंगा कर दिया है।
तभी उसे भीड़ में से एक बिजनेसमैन, जिसका नाम “रुद्र प्रताप था। वो उठा और वो चेक जो, की नीचे गिर गया था. उसे उठाकर “अनाया की तरफ बढ़ाते हुए, उस पर भरपूर नज़र डालते हुए बोला_ ये चेक रखो, और जाओ जाकर पार्टी मनाओ।
अभय बिल्कुल ठीक कह रहा है। तुम जैसी औरतें पैसों, के लिए बड़े-बड़े "अमीर लोगों को फंसा लेती हैं। फिर एनिवर्सरी के नाम पर, या किसी और चीज़ के नाम पर, उनसे "पैसे निकालने का एक भी मौका नहीं छोड़ती हैं। ये बोलकर अब अभय, के दोस्त “रुद्र ने उसी के मुंह पर एक बार फिर वो, चेक फेंक दिया था. जो टेबल पर जा गिरा था।
और अब सब लोग उस पर, पूरी तरहां से हंसने लगे थे. “अनाया को इतना तेज़ गुस्सा आया था. उसने अपने हाथों की, मुट्ठी को कसकर भींच लिया था. उसके नाखून उसके हथेलियां में चुभ गए थे।
अपनी शादी की सालगिरह पर इतने, सारे लोगों के सामने अपने ही "पति के द्वारा इंसल्ट करने पर उसे, ऐसा लगा मानो- की उसकी कोई इज्ज़त, ही नहीं हों! उसकी सारी इज्जत की, धज्जियां उड़ गई हो? अभी “अनाया गुस्से से दांत भींच कर आगे बढ़कर “अभय का गिरेबान पकड़कर, उस से सवाल करना चाहती थी।
लेकिन तभी अचानक वहां पर, एक आवाज़ गूंजती हैं। आई एम सो सॉरी गाइस.. मुझे आने में थोड़ी सी देर हो गई।
एक दम शॉर्ट्स रेड कलर की, शॉर्ट्स पहने हुए एक बड़ी ही खूबसूरत सी "लड़की जिसने पेंसिल स्कर्ट पहनी हुई थी. वो बिना “अनाया की तरफ देखें, अपनी हाई हील से टकटक करती हुई! सीधा आकर “अभय के बराबर में बैठ गई थी।
उसने अपना बैग नीचे रखा और “अभय के कंधे पर सिर रखकर, बड़ी ही मीठी आवाज़ में बोली_ अभय मैं, देर से आने के लिए माफी चाहती हूं। मुझे पूरी उम्मीद है की तुम्हें, बुरा तो नहीं लग रहा होगा! ये बोलकर उसने, “अभय के कंधे को बड़े ही प्यार से छुआ, और उसकी मस्कुलर चैट्स पर अपना हाथ फेरा था।।।
अब सब लोगों से हैरानी से उसे देखने लगे थे. तभी उस लड़की, जिसका नाम “टीना कपूर था उसने उसकी निगाह भी, अपने सामने खड़ी हुई “अनाया पर गई तों, उसे देखकर उसके "चेहरे पर एक जहरीली मुस्कुराहट आ गई थी।
वो “अनाया को बड़े ही तिरस्कार भरी नजरों से देख रही थी. और फिर वापस से “अभय की ओर देखकर, अनजान बनते हुए बोली_ अभय ये तुम्हारी पत्नी, यहां क्या करने के लिए आयी है।
उसकी बात सुनकर “अभय ने उसे कोई जवाब नहीं दिया वो, केवल रेड वाइन पिता रहा! और फिर तभी “टीना की नज़र टेबल पर रखे हुए चेक पर पड़ी, और उस "चेक को देखकर वो अपनी मुस्कुराहट, को दबाती हुई “अनाया की ओर देखकर बोली_ अनाया क्या तुम फिर से यहां पर पैसे, मांगने के लिए आयी हों?
फिलहाल वो उठी और टेबल पर पड़े हुए चेक को बड़े ही घमंड से, उसने “अनाया की तरफ फेंकते हुए उसका मजाक उड़ाया! और उसकी और देखकर बोली_ तुम जैसी गोल्ड डिगर लड़की, मैंने अपनी जिंदगी में आज तक नहीं देखी!
मुझे समझ में नहीं आ रहा, की आखिरकार “अभय ने तुम जैसी पैसों के पीछे भागने वाली लड़की, से शादी कैसे सकता है? अरे मैं पूछती हूं की अगर तुम्हें, पैसों से इतना ही प्यार है। तो तुम मेरे पास से पैसे मांगों, ना “टीना कपूर के पास पैसों की कोई कमी नहीं है।
लेकिन मेरी एक बात कान खोल कर सुन लों, तुम इस तरह से “अभय को परेशान नहीं सकती! क्योंकि मैं, “अभय बिल्कुल भी परेशान नहीं देखना चाहती हूं। और तुम अच्छी तरह से जानती हों, की “अभय को तुम्हारी शक्ल, बिल्कुल भी पसंद नहीं है। तो क्यों उसके आस-पास भटकतीं रहती हों!हूंउउ...
अब “टीना कपूर के इतने कठोर शब्द, अब “अनाया के दिल में चाकू की तरह चुभ गए थे. ये पहली बार नहीं था. जब टीना, ने सब सामने “अनाया की इस तरहां से बेइज्जती की हो!
वो जब भी मिला करती थी. इसी तरह से “अनाया का मजाक उड़ाया करती थी. और उसके बाद एक छोटी सी मुस्कुराहट, देकर इस तरह से जताती थी. मानो की उसे किसी चीज़ से, कोई फर्क ही नहीं पड़ता है।
लेकिन आज उसकी शादी, की "सालगिरह के दिन इस भरी महफिल में, उसकी इज्जत तार तार हो रही थी। अभय के बिजनेसमैन दोस्त, उसे बड़ी अजीब नजरो से घूर रहे थे।
इस वक़्त “अनाया बहुत ज्यादा शर्मिंदगी, महसूस कर रही थी. क्योंकि इस वक़्त उसे “अभय के साथ अपनी शादी, की "सालगिराह की पार्टी एक मज़ाक के अलावा, कुछ नहीं लग रही थी।
वही अभय अभी भी वहां बेपरवाही, से बैठा हुआ था. वो एक राजा की तरह अपने हाथ में, रेड वाइन का गिलास पकड़े हुए था. ऐसा लग रहा था- जो कुछ भी वहां हो रहा हो, उससे उसका कोई लेना देना नहीं है! चाहे उसकी बीवी की कोई, कितनी ही बेइज्जती क्यों ना कर रहा हो! उसे बिल्कुल भी फर्क नहीं पड़ रहा था।
वेल कुछ सोचते हुए- अचानक “अनाया मुस्कुराई, खुशी से नहीं "बल्कि खुदका ही मज़ाक उड़ाते हुए, क्योंकि वो चाहती थी- की “अभय उसकी हेल्प करें उसकी, तरफ से बोलें! भले ही “अभय ने चार सालों में उसे, कितना ही ज्यादा दुख क्यों ना दिया हो।
“अभय उसके साथ ऐसा बिहेवियर करेगा! उसे शादी से पहले इन सब चीजों के, बारे में सबकुछ पता चल गया होता तो, वो कभी भी “अभय से शादी करने का डिसीज़न नहीं लेती।
फिलहाल उसने अपनी आंखों, को छुआ उसकी "दाई आंख की रोशनी काफी ज्यादा कम हो चुकी थी. इसके बारे में किसी को, भी नहीं पता था- की अभय की वज़ह से वो, पहले ही अपनी एक आंख की रोशनी खो चुकी थी. लेकिन इसके बारे में किसी को नहीं पता था।
फिर उसे पास्ट की कुछ बातें, याद आने लगी- की किस तरह से उसने पहली बार खाना बनाना सिखा, और सिर्फ “अभय के लिए कितनी ही बार उसकी उंगलियां कट गई! फिर भी उसने हार नहीं मानी, लेकिन कभी भी “अभय ने उसके हाथ का बनाया, हुआ खाना नहीं खाया।
अपनी शादीशुदा जिंदगी को, सफल करने के लिए उसने क्या कुछ नहीं किया! यहां तक की जब वो उसकी कंपनी में, खाना लेकर गयी तो “अभय ने उस खाने को अपने कर्मचारियों, के सामने ही कूड़ेदान में फेंक दिया।
और साथ ही साथ “अनाया को वार्निंग दी की तुम्हें, क्या लगता है की तुम्हारी इस तरह की हरकतों से मैं, तुमसे इंप्रेस हो जाऊंगा? खबरदार जो तुमने, मेरी चापलूसी करने की कोशिश की तों!
अभय ने कभी भी उसका, साथ नहीं दिया था। जब भी उसे “अभय जरूरत होती थी. तब वो गायब रहता था।
एक बार जब “अनाया को बहुत तेज़ बुखार था. उस वक़्त “अभय अपनी गर्लफ्रेंड “टीना कपूर का जन्मदिन मना रहा था।।
जब एक बार “अनाया एक तूफानी रात में बिजली गिरने की, वज़ह से डर कर "बिस्तर में दुबकी हुई थी. तब वो “टीना कपूर के साथ मूवी, देखने के लिए गया हुआ था. पिछले 4 सालों में “अनाया ने लगभग हर दिन, अकेले ही बिताया था।
अभय ने बार-बार ये साबित कर दिया करता था. की उसने कभी भी “अनाया को प्यार नहीं किया था. यहां तक की थोड़ा सा भी नही,
इतना ही नहीं इतने सालों में, तो किसी "पालतू को जानवर को पालते हैं! तों उससे भी लगाव हो जाता है। लेकिन “अभय को तों उससे इतना सा भी लगाव नहीं था।
अनाया ने सोचा था- की एक ना एक दिन अपने प्यार के बलबूते पर, वो “अभय का दिल जीत ही लेगी! लेकिन इस उम्मीद से उसने, अपना सेल्फ रिस्पेक्ट ही खो दिया था।
उसे इस शादीशुदा जिंदगी, में "बेइज्जती कड़वी बातों अलावा कभी कुछ नहीं मिला था। यहां तक की वो, अपने वजूद को ही भूल गई थी।
लेकिन आज तो कुछ ज्यादा ही हद पार हो गए थी. आज तो सबके सामने यूं, उस पर चेक फेंके जाने से उसे ऐसी फील हो रहा था- मानो की वो कोई बाजारू औरत हों!
फिलहाल इस बार वो ज्यादा सहन, नहीं कर पायी वो थोड़ा सा झुकी 'जमीन पर पड़ा हुआ चेक उठाया! और उसने उसे चेक को, सबके सामने फाड़ दिया! इस वक़्त उसका "दिल काफी ज्यादा टूटा हुआ था. चेक के टुकड़ों की तरहां उसने, अपने आंसू रोके और कमरे से बाहर निकल गई!
होटल के लॉबी तक दौड़ते हुए वो, एक दीवार के सारे झुक गई! और सांस लेने के लिए हाफने लगी, कुछ देर तक खड़े रहने के बाद उसने, अपना फोन निकाला! और “अभय को फोन करके- अभय का नाम पुकारा, और रोने लगी!
लेकिन तभी अभय उसकी आवाज़ सुनकर- तिरछा सा मुस्कुराया, और उसकी इस तरह से रोती हुई, आवाज सुनकर- उसे लगा की शायद चेक फाड़े जाने, के अफसोस में “अनाया रो रही है। जो उसने गुस्से से फाड़ दिया है।
तब “अभय बिना किसी इमोशंस के बोला_ क्या हुआ चेक फाड़े जाने से दुखी हों, या बिना पैसे लिए जाने का अफसोस हो रहा है? इसलिए रो रही हों?
अब जैसे ही “अभय ने उसकी रोनी आवाज़ सुनकर- उसे इस तरह की बात की, अब तो पानी सर से ऊपर जा चुका था।
तभी “अनाया ने अपने आँसुओ को बेदर्दी से पोंछ दिया, और गहरी सांस लेकर "थोड़ी देर रुकने के बाद गंभीरता से बोली_ “अभय मुझे तुमसे तलाक चाहिए! आई वांट डाइवोर्स...✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻
2) Civil Court.
तभी “अनाया ने अपने आँसुओ को बेदर्दी से पोंछ दिया, और गहरी सांस लेकर "थोड़ी देर रुकने के बाद पूरी गंभीरता से बोली_ “अभय मुझे तुमसे तलाक चाहिए! आई वांट डाइवोर्स...
अब आगे--
अब जैसे ही “अनाया ने बिल्कुल सीरियस होकर कहा- की मुझे तुमसे तलाक़ चाहिये, तब “अभय के माथे पर बल पड़ गए! क्योंकि आज तक 4 सालों, में कभी भी “अनाया ने इस तरहां की कोई बात नहीं की थी। और इतने सीरियस अंदाज में।
इसीलिए “अभय बिल्कुल कोल्ड वॉइस में बोला_ आर यू सीरियस? क्या तुम सच कह रही हो?
तभी गहरी लंबी सांस लेते, हुए “अनाया ने जवाब दिया- हां मैं तुमसे तलाक़ लेना चाहती हूं। और एक बात मुझे तलाक़ के बदले में तुमसे, एक भी रुपया नहीं चाहिएं।
अब जैसे ही “अनाया ने ये कहा अभय, पूरी तरह से चौंक गया था. लेकिन अगले ही पल अपने "चेहरे पर एक मक्कारी भरी मुस्कुराहट लाते हुए बोला_ मैं अच्छी तरह से जानता हूं- की मुझसे ज्यादा पैसे, निकलवाने के लिए ये "तुम्हारी कोई नई चाल है। और मैं अच्छी तरह से समझता हूं! की तुम मुझसे तलाक़ लेने, का ड्रामा क्यों कर रही हों?
अगर तुम वाकई मुझसे, तलाक़ लेना चाहती हो ठीक है! हम कल ही 'सिविल कोर्ट चलेगे ठीक है! ये बोलकर “अभय ने बिना अनाया, की कोई जवाब पसुने फोन काट देता हैं।
वही “टीना कपूर जो की उस वक़्त अभय, के बिल्कुल बराबर में बैठी हुई थी. अभय के चेहरे के बिगड़ते हुए एक्सप्रेशंस देखकर बोली_ क्या हुआ “अभय तुम कुछ परेशान लग रहे हों?
टीना की बात सुनकर “अभय ने अपना सिर ना में हिलाया और शराब पीने लगता हैं! क्योंकि उसे इस बात का पूरा यकीन था. “अनाया उससे कभी तलाक़ भी नहीं लेगी। क्योंकि “अभय रायजादा एक करोड़पति आदमी था।
और भला इस तरह से एक मामूली सी लड़की, उसे कैसे छोड़ सकती थी. वो जानता था- की “अनाया का कुछ खास, बैक ग्राउंड भी नहीं था। और जहां तक 4 सालों, में “अभय ने अनाया, के बारे में जाना था. की उसे तो कोई काम, भी करना नहीं आता है। तो भला वो अपनी जिंदगी, जीने के लिए कोई काम करें बिना कैसे रहेंगी?
कहीं ना कहीं “अभय को यही लगा- की जरूर उसका ध्यान अपनी और, आकर्षित करने के लिए “अनाया इस तरहां की नई ट्रिक चल रही है। और उससे तलाक़ लेने का ड्रामा कर रही है। और जरूर देर सवेर वो उससे, पैसों की भीख मांगने के लिए वापस आएगी।
वेल.. अब ढेर सारी ड्रिंक करने के बाद “अभय उसी होटल रूम में सो गया था. और अगले दिन जैसे उसकी आंख खुली, उसके फोन पर लगातार कितने ही सारे “अनाया के मिस्ड कॉल थे।
अब “अभय चौक गया, और कल रात जिस तरहा से “अनाया ने तलाक लेने की बात कही थी. वो सब बातें उसके, दिमाग़ के सामने घूमने लगी थी।
उसकी इतनी सारी कॉल कों आए देखकर, उसे लगा- के जरूर अब “अनाया उससे माफी मांगने के लिए, कॉल कर रही होंगी! क्योकि उसने “अभय को तलाक़, की धमकी दी थी।
इसीलिए बेपरवाही से “अभय ने वापस “अनाया कों कॉल बैक किया, और बेरुखी से बोला_ बोलो क्या कहना चाहती हो तुम?
दूसरी तरफ से “अनाया ने उसे कहा_ मिस्टर “अभय सिंह रायजादा मैं, आपका "सिविल कोर्ट के बाहर इंतजार कर रही हुँ! आप फटाफट से आ जाइये। प्लीज़,
इतना बोलकर “अनाया ने बिना अभय, की कोई बात सुने, तुरंत फोन काट दिया था।
अब “अभय पूरी तरह से चौंक गया! उसे तो लगा था- की “अनाया उससे माफी मांगने के लिए कॉल कर रही होगी! लेकिन ये क्या “अनाया तों उसे अभी कोर्ट के बाहर, आने के लिए कह रही है।
अभय ने जल्दी से अपने असिस्टेंट “माधव को कॉल किया और आर्डर देते हुए बोला- फटाफट से गाड़ी तैयार करों! हमें सिविल कोर्ट चल रहे हैं।
अब अपने बॉस, की इस तरह से कॉल आने पर “माधव हैरान हो गया, क्योंकि वो अच्छी तरह से जानता था- की उसका बॉस अपनी बिवी “अनाया को नापसंद करता है। और उन्हें अपनी "बीवी में कोई इंटरेस्ट नहीं है। और वो उसकी, ओर देखना भी पसंद नहीं करता।
कही ना कहीं “माधव को यकीन था- की ये दोनों अलग ही हो जाएंगे! लेकिन इतनी जल्दी अलग हो जाएंगे? ये उसने सपने में भी नहीं सोचा था. फिल्हाल उसने, जल्द ही गाड़ी तैयार कर दी थी।
वही दूसरी ओर,_
फिलहाल “अभय ने होटल रूम में ही, चेंज किया फ्रेश होने के बाद अच्छे से, ड्रेसिंग की और सीधा “माधव के साथ सिविल कोर्ट, के दरवाज़े के बाहर पहुंच चुका था।
अनाया काफी देर से “अभय का वहां इंतजार कर रही थी.
“अभय सिंह रायजादा एक अमीर आदमी, के रूप में बेहद अट्रैक्टिव और, बहुत ही ज्यादा हैंडसम था। कितना उसका पावरफुल औरा उसकी, पर्सनालिटी कितनी ही सारे लड़कियों को, उसकी और ध्यान आकर्षित करवाती थी।
वो दिखने में कामदेव पुरुष के जैसा था. अब जैसे ही वो वहां आया! और “अनाया के क़रीब जाकर, अपनी कोल्ड आंखों से घूरने लगा और उसकी ओर देखकर नाखुश होकर बोला_ ये तलाक़ का क्या, ड्रामा लगा रखा है तुमने?
चाहती क्या हो तुम?
तब “अनाया ने बिना किसी एक्सप्रेशंस, के उसे जवाब दिया मैं, सिर्फ तुमसे तलाक चाहती हूं।
अनाया ने उसकी आंखों में आंखें, डालते हुए बड़े ही शांत भाव से उत्तर दिया था. इसके आगे उसने “अभय को कुछ नहीं बोला।
अब तो माधव “अनाया की बात सुनकर- पूरी तरह से चौक गया। क्योंकि उसने आज तक “अनाया को जितना जाना था- “अनाया तों हमेशा से ही उसके बॉस, के सामने डरी सहमी सी रहा करती थी। वो कभी भी “अभय कों किसी बात का उल्टा जवाब, नहीं दिया करती थी।
लेकिन ना जाने आज मासूम सी और सीधी साधी “अनाया मे इतनी हिम्मत कहा से आ गई थी? वो एकदम शेरनी, की तरहां “अभय रायजादा के सामने खड़ी हुई थी।
कहीं ना कहीं “माधव अपने मन में आज पहली, बार “अनाया से इंप्रेस हुआ था।
वेल.. अब फिलहाल जैसे ही वो, अंदर गए उन्होंने देखा की "अदालत में लोग पहले से ही उनका, इंतजार कर रहे थे. आखिरकार द फेमस बिजनेसमैन “अभय सिंह रायजादा के तलाक़ का मामला था. तो बहुत जल्दी ही सारी फॉर्मेलिटी, पूरी हो चुकी थी. और जल्दी ही वो लोग इन the लास्ट तक “डाइवोर्स पेपर पर साइन, करने के लिए पहुंच गए।
वहीं “अनाया ने बिना किसी हिचकिचाहट, के सिर्फ एक नज़र उस “डाइवोर्स पेपर पर डाली! और अपने साइन कर दिए थे। और उसके बाद कागज़ “अभय को दे दिए थे।
अब जैसे ही “अनाया ने इतने बोल्ड तरीके से, “अभय के सामने सिग्नेचर कर उसे, कागज दिये “अभय को हैरानी हुई उसे अचानक, कुछ अजीब सा लगा! उसे अचानक ही लगने लगा- की सामने खड़ी हुई औरत, अब उसके लिए "अजनबी हो गई है।
हालांकि आज से पहले “अनाया पूरी तरह से उस, पर ही डिपेंड रहा करती थी. एक-एक रुपए के लिए उसे “अभय सिंह रायजादा से भीख मांगनी पड़ती थी। लेकिन आज “अनाया ने उसे तलाक देने का, साहस कैसे किया? अभी “अभय यही सोच ही रहा था.
तभी “अनाया ने उसकी ओर देखते हुए, बेपरवाही से कहा_ अब आप किस चीज़ का, इंतजार कर रहे हैं मिस्टर रायजादा? तलाक के पेपर पर, साइन कीजिए!
तभी “अभय उसकी ओर देखकर, एरोगेंट वॉइस में बोला_ एक बार फिर सोच लों! अगर मैंने तलाक़ के पेपर पर, साइन कर दिया तों "तुम्हें कुछ भी नहीं मिलेगा। क्योंकि यहां इन पेपरों में ये, बात साफ-साफ मेंशन की गई है।
अभय सिंह रायजादा तुम्हें एक, भी रुपया नहीं देगा! याद रखना तुम्हारे पास जो कुछ भी, प्रॉपर्टी है तुम सब कुछ खो दोगी। क्या तुम्हें यकीन है मिसेज “अनाया सिंह रायजादा की तुम, मुझसे तलाक़ लेना चाहती हो।
तब अनाया ने उसकी ओर, देखकर कहा_ मुझे तुमसे कुछ भी नहीं चाहिए! और मैं 100% sure हूं! इतना बोलकर उसने “अभय की आंखों में ललकारते हुए देखा।
वेल.. अब “अभय अंदर ही अंदर, पूरी तरहां से हैरान हो रहा था. फिलहाल उसने फटाफट से कागज़ों, पर साइन कर दिए थे. और तलाक़ की अर्जी, दाखिल कर दी थी।
और उसके बाद "सिविल कोर्ट के फैमिली जज, ने "उन्हें तीन महीने तक इंतजार करने को कहा था. की अगर उन्हें, कभी भी अपने तलाक़ वाले डिसीज़न पर पछतावा हो तों, कभी भी वो अपनी "अर्जी वापस ले सकते हैं।।
ये सुनकर- अचानक “अनाया बेफिक्री से मुस्कुराते हुए बोली_ मुझे इसका कोई, अफसोस नहीं होगा। अब जैसे ही “अनाया ने बिना किसी भाव के ये कहा!
अब तो “अभय सिंह रायजादा का चेहरा, गुस्से से काला पड़ गया था। अब उसने “अनाया को गुस्से से घूरकर देखा- क्योंकि “अनाया ने आज जो, कुछ भी किया था. वाकई वो “अनाया के इस एक्शन से काफी, परेशान हों चुका था।
क्योंकि “अनाया के हाव-भाव से साफ पता चल रहा था. की वो “अभय छुटकारा पाने के लिए, काफ़ी ज्यादा एक्साईटेड लग रही थी। इस वक़्त “अभय के मन में काफी सारी, मिक्सड फीलींगस थीं।
तभी “माधव के चेहरे पर अब पसीना आना शुरू हो गया था. क्योंकी उसने “अभय के चेहरे को देख लिया था. “अभय का चेहरा इस वक़्त, काफी ज्यादा ख़तरनाक लग रहा था।
माधव ने घबराहट से मन में सोचा- अनाया मैडम खुद तो बॉस, की जिंदगी से हमेशा के लिए दूर जा रही है। लेकिन क्या ये ज़रूरी है? “बॉस को इस तरह से उल्टे-सीधे जवाब देकर “बॉस भड़काने की,? खुद तो मैडम बॉस की जिंदगी से चली जाएगी!
लेकिन “बॉस के चेहरे को देखकर लग रहा है! की वो हमें नहीं छोड़ेंगे, और उनका गुस्सा हमें झेलना पड़ेगा। कही ना कही “अभय को देख कर माधव, को बहुत ज्यादा डर लग रहा था।
फिलहाल “अभय ने तभी जज से कहा_ मुझे पूरी उम्मीद है की 3 महीने बाद भी मुझे, इससे छुटकारा पाने का मौका नहीं मिलेगा।
और ये मुझसे, तलाक़ लेने से मना कर देगी।
अब जैसे ही “अभय ने ये इतने कॉन्फिडेंस, से ये सब कहा! तों “अनाया सारकास्टिक स्माइल के साथ, उसकी और देखने लगी थी।
क्योंकि अभी भी “अभय सिंह राठौड़ को यही लग रहा था. की 3 महीने तक “अनाया गिड़गिड़ाकर उसके पास आएगी। और वापस से उसे, अपनी पत्नी बनाने के लिए कहेंगी।
फिलहाल वो सब सिविल कोर्ट, से बाहर निकल गए! और तब “अनाया ने बिना किसी इमोशंस के “अभय की ओर देखकर कहा_ ओके मिस्टर रायजादा.. आपसे तीन महीने के बाद मुलाकात होगी! अभी “अनाया उसे कुछ और, कहना चाहती थी.
लेकिन “अभय ने उसे कुछ भी कहने का, मौका नहीं दिया! और सीधा जाकर अपनी "लग्जरी कार में जाकर बैठ गया। और दरवाजा जोरों से पटक कर बंद कर दिया।
और जल्दी ही “माधव ने गाड़ी चला दी थी. जो की “अनाया के ठीक बराबर में से तेज़ी से निकल गई।
Well “अभय जाने के बाद अनाया, ने अपना सिर ना में हिलाया और कड़वाहट से मन में बोली_ क्या ये वाकई “अभय सिंह रायजादा था. वो ये बात अच्छी तरह से जानती थी। ये बिल्कुल भी मैंनेरस् वाला, आदमी नहीं था। तलाक के बाद भी “अनाया साथ बुरा बर्ताव कर रहा था।
well कुछ देर वही खड़े रहने के, बाद “अनाया ने अपना फोन निकाला, और "किसी को फोन पर बोला- मेरा तलाक़ हो गया है। मुझे लेने के लिए "सिविल कोर्ट आ जाओ.
अब जैसे ही “अनाया ने ये कॉल कट किया उसके, चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कुराहट थी।
तभी 10 मिनट भी नहीं हुए थे. की एक लाल रंग की चमचमाती हुई स्पोर्ट्स कार वहां, आकर रुकी गई।✍🏻✍🏻✍🏻❤
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कुछ देर वही खड़े रहने के, बाद “अनाया ने अपना फोन निकाला, और "किसी को फोन पर बोला- मेरा “डाइवोर्स हो गया है। मुझे लेने के लिए "सिविल कोर्ट आ जाओ.
अब जैसे ही “अनाया ने ये कॉल कट किया उसके, चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कुराहट थी।
अब आगे--
अभी 10 मिनट भी नहीं हुए थे. की एक लाल रंग की चमचमाती हुई स्पोर्ट्स कार वहां, आकर रुकी गई। और उसमें से कोई और नहीं बल्कि “अनाया की सबसे अच्छी दोस्त “इशिका कपूर बाहर निकलती हैं। और “इशिका दनदनाते हुए आकर उसने सबसे पहले “अनाया की ओर देखकर हड़बड़ाहट में कहा_ क्या सच में तुम्हारा “डाइवोर्स हो गया है?
जैसे ही सीधे-सीधे इशिका ने, ये पुछा तभी “अनाया ने उसकी ओर देखकर हां में, सिर हिलाया और दरवाज़ा खोला और कार के अंदर बैठ गई!
तब अचानक इशिका, खुशी से कूदते हुए बिना दरवाज़ा खोले खिड़की से ही कार के अंदर कूद गई। और चहकते हुए बोली_ what a ग्रेट न्यूज़.. और वैसे भी उस घटिया इंसान से, शादी करने से पहले तुम बहुत "अच्छी खासी कामयाब और पावरफुल लड़की, हुआ करती थी।
और अब तुम खुदको देखों, तुमने खुदको खो दिया है। एकदम नौकरानी जैसी लग रही हो! फिलहाल फाइनली तुम, इस रिश्ते से आज़ाद हो गई! और अब वापस से "अपनी कंपनी को संभालने का तुम्हारा, समय आ गया है। ये कहते हुए इशिका, ने एक्साइटमेंट में बैठे-बैठे ही कार के अंदर से “अनाया को गले से लगा लिया था।
उसके चेहरे से खुशी साफ टपक रही थी. और वो खुद के इमोशंस कंट्रोल करते हुए बोली_ तुम जानती हों मुझे, तुम्हारी बहुत याद आ रही थी. फिलहाल “अनाया ने अपने होंठ काटे वो कुछ बोली नहीं! क्योंकि उसके लिए ये सिचुएशन बहुत मुश्किल थी।
वेल.. उस वक़्त वो काफी ज्यादा बुरे मूड में थी. फिलहाल “इशिका ने आगे बढ़कर उसे, बड़ा सा हग दिया और बोली_ चलो इन आंसुओं को रोकने की कोई जरूरत नहीं है।
फिलहाल अनाया, ने कुछ देर तक “इशिका की ओर देखा और फिर, अपना चेहरा “इशिका की बाहों में छुपाकर रखा, और फिर अपनी "आंखों से आंसुओं को पोंछते हुए अजीब तरह से, मुस्कुराई और बोली_ तुमने कई सालों तक, कंपनी चलाने में मेरी मदद की है।
लेकिन मुझे अब इस बात का डर है की, पता नहीं है मैं सही से सब कुछ, मैनेज कर पाऊंगी या नहीं?
तभी “इशिका मुस्कुराते हुए उसकी, ओर देखकर कॉन्फिडेंस से बोली_ शायद तुम भूल रही हो की? तुम अपने इस काम की फील्ड में "सुपरस्टार हों! और मुझे पूरी उम्मीद है की- तुम्हारी, वापसी इस पूरी दुनिया, को हिला कर रख देंगी।
ऐसे बोलते हुए इशिका , ने “अनाया के सर पर एक टपली मारी, और क्योंकि उसे ये "कायर और टूटी हुई सी “अनाया बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रही थी।
Well तभी इशिका, उसकी ओर देखकर हौसला देते हुए बोली_ उसे पागल आदमी ने तुम्हें, अंधा कर दिया है। और तुम भूल गई की तुम, कितनी ज्यादा टैलेंटेड हुआ करती थी. तुम्हारे लिए खुदको वापस पाना बहुत आसान है! तुम असानी से खुदको साबित कर सकती हो।
इस बात पर तुम कभी भी शक मत करना, तुम अच्छी तरह से सारी, चीजें मैनेज कर सकती हों मुझे तुम पर पूरा का पूरा भरोसा है। ये बोलकर इशिका ने “अनाया को इनकरेज किया।
वेल अब इशिका, के इस तरह से कहने पर “अनाया को अपने पुराने दिन याद आ गए थे. जब उसने अपना खुद का काम शुरू किया था। हालांकि स्टार्टिंग में वो सब काम, थका देने वाला था. लेकिन वो काफी ज्यादा खुश और एक्साइड थी.
हालांकि अब उसकी शादी की, असफलता ने उसके "अस्तित्व को काफी ज्यादा बड़ा झटका दिया था. जिस से वो खुदको फिर से, हासिल नहीं कर पायी! फिलहाल अपनी मानसिक स्थिति, एक बार फिर से परफेक्टली ठीक करने के लिए, कुछ टाइम की जरूरत थी।
तब “अनाया ने इशिका की, ओर देखकर स्लो वॉइस में कहा_ इसके बारे में हम बाद में बात करेंगे! अभी फिलहाल मुझे सिर्फ रेस्ट की जरूरत है। ये बोलकर वो, गाड़ी की सीट से टेक लगाकर आंखें बंद करके लेट गई थी।
इशिका ने भी उसे ज्यादा परेशान, नहीं किया और कार जल्दी ही उसने अपने "बंगले की तरफ घुमा दी थी।।।
वेल बंगले को एक नज़र देखने के बाद “अनाया ने इशिका, की ओर देखा और बोली_ मुझे कल एक बार रायजादा विला जाना होगा! वहां से मुझे अपना कुछ, जरूरी सामान लेकर आना है।
अब जैसे ही आनाया ने ये बताया! इशिक़ा चौक गई और ऐतराज़, जताते हुए बोली_ तुझे क्या जरूरत है? किसी और सामान की तुम, चाहों तो एक से बढ़कर एक समान अपने लिए खरीद सकती हो? तो तुम्हें वहां जाने की कोई जरूरत ही किया है?
यार मैं तो कहती हूं उस ह*** आदमी का चेहरा वापस से मत देख, इस वक़्त “इशिका काफी ज्यादा चिढ़ी हुई थी. उसे “अभय से काफी ज्यादा नफ़रत सी महसूस हो रही थी।
हालांकि “अभय सिंह रायजादा ऐसा था. की कोई बार एक बार उसे देखे तों, अपना "दिल उस पर हार जाए लेकिन “इशिका को इस वक़्त अभय, पर काफी ज्यादा गुस्सा था।
तभी अनाया ने मुस्कुरा कर “इशिका की ओर देखा था, और बोली_ मैं वो सामान जरूर लेकर आऊंगी।
और डोंट वरी.. वो इंसान से अब मेरा और फायदा नहीं उठा सकता है! ये बोलकर “अनाया बंगले के अंदर चली गई थी. और अपने शानदार कमरे में जाकर, पूरी तरह से बेड पर फैल गई थी।
आज उससे अपने आस-पास का माहौल, हर चीज़ काफी ज्यादा "कंफर्टेबल और अपनी सी लग रही थी. उसे ऐसा लगने लगा था मानो- कि वो पूरी तरह से आज़ाद हो गई हों! और कब एक गहरी नींद में, सो गई उसे एहसास नहीं रहा।
नेक्स्ट मॉर्निंग,_
वो अगले दिन “अनाया सीधा अपना सामान लेने के लिए रायजादा विला, में चली गई थी। “अनाया विला के बाहर ही खड़ी रही अंदर नहीं गई! “अनाया सीधा अभय, के असिस्टेंट “माधव को कॉल किया और माधव से, साफ-साफ कहा- की उसका एक जरूरी समान उसके, कमरे में रखा हुआ है। तो वो बैग उसे लाकर बाहर दे!
माधव पहले तो “अनाया की कॉल से काफी हद तक हैरान हो चुका था. और फिर अंदर ही अंदर कूढ़ कर रह गया वो, सोचने लगा- मिसेज रायजादा खुद तो हमेशा के लिए, हमारे “बॉस की जिंदगी से जा रही है! लेकिन जाते-जाते मेरे लिए मुसीबतें बढ़ा रही है।
क्योंकि जब से यानी डिवोर्स, के बाद से “माधव अभय के साथ था. अभय के चेहरे के बदलते हुए एक्सप्रेशन, और "बिहेवियर देखकर वो काफी हैरान हो रहा था।
फिलहाल “माधव को पता था. की इस वक़्त उसका “बॉस कहीं गया हुआ है। और सुबह का समय है तो इसलिए, फटाफट से वो "रायजादा विला में पहुंच चुका था'।
एक नौकर के थ्रू उसने सामान मंगवा लिया था. और “अनाया के आने का इंतजार करने लगा था. बस मन में यही दुआ कर रहा था- उसका “बॉस अभय सिंह रायजादा, वहाँ ना आ जाए वरना उसकी खैर नहीं थी।
वेल विला मे पहुंच कर “अनाया ने फोन करके नौकर से अपना, समान बहार लाने को कहा! और नोकर के बाहर आने के इंतिज़ार करने लगी!लेकिन ठीक उसी वक़्त “अभय सिंह रायजादा की लग्जरी कार, वहाँ आकर रुकी।
और “अभय सिंह रायजादा बिना किसी एक्सप्रेशन के उस कार से उतरा, उसकी नज़र सीधा “अनाया के चेहरे पर पड़ी हालांकि “अनाया ने एक रात बाहर गुजारी थी. लेकिन फिर भी “अभय पर इसका कुछ खास फर्क नहीं पड़ा था।
अनाया को इतनी सुबह विला, के बाहर देखकर उसे लगने लगा- की शायद “अनाया अब वापस आ गई हैं, और उसका ये "डिवोर्स लेने का भुत अब उतर गया है'।
वेल तभी “अभय सिंह रायजादा ने अनाया, की ओर देखते हुए एरोगेंट वॉइस में कहा_ तमाशा खत्म करो और अंदर चलो।
अब अनाया को तुरंत इसका, मतलब समझ में आ गया उसने सोचा की- अब उसे इस “आदमी की कोई बात या ऑर्डर नहीं सुनने ज़रूरत नहीं है! फिलहाल अनाया, ने “अभय सिंह की ओर घूरते हुऐ कहा_ मिस्टर रायजादा मुझे लगता है की आपकी, याददाश्त खराब हो चुकी है! क्या आपको याद नहीं, कल ही हमारा “डाइवोर्स हुआ है।
अब अनाया, की बात सुनकर “अभय ने अपनी भौहें सिकुड़ते हुए पूछा_ ओंह तों मिस “अनाया क्या सच में आप मूझसे दुर होकर, मेरी "जिंदगी से जाना चाहती है'।
अभी जैसे ही अभय ने “अनाया को घूरते हुऎ सख्त लहजे में ये कहा! तों “अनाया के कुछ बोलने से पहले ही, अचानक तभी एक "धमाके की आवाज़ उन्हे सुनाई दिया।
तभी “अभय और अनाया ने पीछे मुड़कर देखा की, वहां एक बहुत बड़ा बैनर लगा हुआ था. जिस पर लिखा हुआ था.
अनाया, तुम्हें “डाइवोर्स की बधाई हों!
बैनर के नीचे कुछ अलग तरह के, और word थे. जिन पर अलग-अलग शब्द लिखे हुऎ थे।
जैसे "हैप्पी डिवोर्स, ये देखकर “अनाया की आँखें हैरत से बड़ी हो गई थी। सब कुछ इतनी अचानक से हुआ की अनाया, पुरी तरहां से शोक्ड हो गई थी। अभी इससे पहले की वो, कुछ सोचती समझ पाती! तभी अचानक उसे अपने सामने, गुलाबों का एक बहुत बड़ा बुके देखा?
तब अनाया ने उसकी ओर देखने के लिए, अपना सर उठाया तो “अनाया के सामने घुटनों के बल एक मॉडल जैसा, खूूबसूरत हैंडसम “आदमी घुटनों के बल बैठा हुआ था।
और उसने “अनाया की ओर प्यार भरी नजरों से देखकर कहा_ क्या मेरा अभी "कोई चांस है?
अब जैसे ही उस आदमी, ने ये कहा “अनाया पूरी तरह से शॉकड थी. क्योंकि वो हैंडसम और मॉडल देखने वाला “आदमी अनाया के सामने घुटनों के बल बैठा हुआ था।
और वो उम्मीद भरी नजरों से देखकर बोला_ मैं मरते दम तक तुम्हारा, साथ नहीं छोडूंगा! मैं कसम खाता हूं! जब तक मेरे शरीर में जान है! मेरे दिल पर सिर्फ, तुम्हारा नाम ही लिखा रहेगा।
अभी जैसे उस मॉडल टाइप “आदमी ने घुटनों के बल बैठकर “अनाया के सामने ये सब शब्द कहें, तों अब “अनाया तो बेहोश होने के लिए तैयार थी. साथ ही साथ उसे, अब थोड़ी-थोड़ी हंसी भी आ रही थी।
वहीं अभय सिंह रायजादा, ने जैसे ही ये सब कुछ देखा और सुना, उसका चेहरा पुरी तरह से डार्क हो गया था। क्योंकी जिस तरह से वो “आदमी कह रहा था. की वो मरते दम तक “अनाया का साथ नहीं छोड़ेगा! तो “अभय को लगा जरुर वो आदमी, उसका मजाक उड़ा रहा है।
लेकिन तभी “अभय अनाया, की ओर गहरी नजरों से घूरता हुआ सीधा अपने विला, के अंदर चला गया था'। क्योंकी कहीं ना कहीं “अभय को यही लग रहा था. जरुर इस तरहां की बातें, सुनाकर “अनाया उसे अपने सामने झुकाना चहती है।
अनाया हैरानी से “अभय को जाते हुए देख रही थी। इसलिए वो अंदर चला गया।
वेल उसके जाने के बाद “अनाया ने घूरकर उस मॉडल टाइप “आदमी की ओर देखा,
और उसे बिना कुछ कहे वो, भी अब "रायजादा विला के अंदर चली गई, और जैसे ही वह वहाँ गई!
माधव की नजर अनाया, पर पड़ी और साथ ही साथ उसने अपने बॉस, के एक्सप्रेशन को नोटिस किया! माधव थोड़ा हैरान हो गया की वो, अब इन दोनों के बीच क्या बोले?
तभी माधव ने अपने बॉस, के पीछे “अनाया को आता हुआ देखकर “माधव बोला_ ओ मिसेज़ रायजादा, आप यहां पर आइए ना प्लीज़ मैं, अभी आपका समान "उसने इतना ही बोला था. की?
अब “अभय के चेहरे पर एक छोटी सी मुस्कुराहट आ गई, क्योंकि उसे यही लगा था- की जरूर अब “अनाया उसके पास वापस आएगी, और जो कुछ भी उसने "ड्रामा किया उसके लिए उससे माफी मांगेगी।
और शायद अब तक जो, बेकार की एक्टिंग कर रही थी. वो ज्यादा नहीं करेंगी. और साथ ही साथ उसने सोचा- कि इस बार वो “अनाया को अच्छा खासा झाड़ देगा! कि उसे इस तरह की हरक़त दुबारा नहीं करना चाहिए, वरना वो हमेशा सिर्फ और सिर्फ उससे नफ़रत करेगा।
उसे कभी “प्यार नहीं करेगा...
वेल अभय ने खुश होकर मन में “अनाया के खरी खोटी सुनाने का प्लेन बना लिया था। उसे और बेइज्जत करने के बाद, अपनी "बात मनवाने का प्लेन भी बना लिया था!
वेल तभी अभय, रुका और मुड़कर वो “अनाया को झाड़ना चाहता था. लेकिन तभी “अनाया की आवाज़ उसके कानों में सुनाई दी!
उसने सॉफ्ट टोन में “माधव को थैंक यू बोला! और उसके पास से, अपना छोटा सा एक बैग ले लिया। और सीधा “अभय के पास से गुज़रने लगी और फिर “अनाया जाते-जाते थोड़ा सा आगे गई, कुछ सोचते हुए रुकी।
और पलटकर और फिर “माधव की ओर देखकर बोली_ एक और बात मिस्टर “माधव तुम अपने बाॅस मिस्टर रायजादा, से कह देना की मैं यहां सिर्फ और सिर्फ अपना, बैग लेने के लिए वापस आयी थी।
जहां तक मेरे कमरे में बाकी की चीजों का सवाल है! उनका चाहे आप लोग कुछ भी सकते हैं! और यही बात आप मिस्टर रायजादा को, भी कह देना की मैं, अब उन्हे कभी भी परेशान नहीं करूँगी।
क्योंकि अब हम “तलाकशुदा है।
और एक और बात मैंने उन्हें, एक कार्ड भेजा है। और जब उनकी अगली "शादी होंगी तों मेरी तरफ से उन्हें, ये कार्ड को वो अपनी शादी का तोहफ़ा समझे, इतना बोलकर- उसने जल्दी ही एक कार्ड “माधव को थमा दिया था।
माधव अब चोर नजरो से “अभय की और देखने लगा! इस वक़्त अभय, के चहरे का रंग उड़ा हुआ था! माधव ने “अनाया को एक नज़र देखने के बाद, कांपते हाथो से वो कार्ड जो “अनाया ने दिया था. उसे “अभय के हाथो मे सोंप दिया।
और “अभय ने अब जैसे ही उस कार्ड को देखा, तो वो पूरी तरह से चौंक गया था।✍🏻
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4️⃣
माधव ने “अनाया को एक नज़र देखने के बाद, कांपते हाथो से वो कार्ड जो “अनाया ने दिया था. उसे “अभय के हाथो मे सोंप दिया।
अब आगे--
“अभय ने अब जैसे ही उसे कार्ड को देखा तो वो पूरी तरह से चौंक गया था. क्योंकि ये वही कार्ड था. जिसे “अभय सिंह रायजादा ने अपनी, शादी के समय “अनाया कों दिया था. अभय उस कार्ड को, हाथों मे थामे सोच रहा था- की क्या इसने आज तक इस कार्ड का use नही किया, लेकिन क्यो? “अभय अब उस कार्ड की, ओर गौर से देख रहा था।
Well..फिलहाल उसने देखा की सब नौकरों की निगाहें, उस वक़्त उसके चेहरे पर है। इसीलिए उसने अपने गुस्से को, दबाया और फटाफट से "उस कार्ड के डॉक्युमेंट पर साइन कर दिया.
अनाया चुपचाप ये सब देखती रही! और ये चेक करने के बाद की “अभय ने उस कार्ड को लेने वाले, डॉक्युमेंट्स पर साइन कर दिये हैं। वो वापस मुड़ी और चली गई,
और जैसे ही वो बाहर पहुंची वो, सीधा उस हैंडसम से लड़के के पास से जाकर बोली_ चलो चलते हैं।
जो अभी तक वही उसके इंतजार में, खड़ा हुआ था. जिसने थोड़ी देर पहले, घुटनों के बल बैठकर उसे प्रपोज किया था। तभी उस मॉडल दिखने वाले “लडके ने उसके लिए दरवाज़ा खोला, और बोला_ ठीक है चलो.. और दोनों फिर कार में बैठ गए! कार में बैठने के बाद अब “अनाया के फेस के एक्सप्रेशन बिगड़ गये!
और वो उस मॉडल दिखनेवाले “लडके के बालों को, नोचते हुऐ बोली_ “आहान के बच्चे क*** ये क्या हरकत की तूने? जरुर उस “इशिका ने तुम्हें, इस तरह की हरकत करने का "आईडिया दिया होगा! तभी तुमने इतना बड़ा शो ऑफ, किया यहां पर... हैं ना?
(आहान “इशिका की तरह अनाया, का बहुत अच्छा दोस्त है। ) कहीं ना कहीं “अनाया को पता लग गया था- की आहान के साथ, मिलकर “इशिका ने ही ये सारा प्लान बनाया होगा!
तभी अनाया की बात सुनकर- आहान ने मुंह बनाते हुए अजीब तरीके से, अपने गालो को छुआ और फिर “अनाया की ओर देखकर, अपने दांत चमका दिये और एक्सप्लेन करते हुए बोला_ अरे इशिका और मैं, तो बस "तुम्हें एक सरप्राइज देना चाहते थे। यार,
तब “अनाया अपनी आंखें सिकुड़कर, घूरते हुए बोली_ ये एक सरप्राइज कम, और ड्रामा ज्यादा लग रहा था।
अब जैसे ही “अनाया ने ये कहा! “आहान ओबेरॉय अजीब ढंग से मुस्कुरा दिया था. और जल्दी ही 100 की स्पीड से कार चला कर वो “इशिका के बंगले में जा पहुंचा था। और अब वहाँ जाकर “आहान फटाफट से सारी बातें इशिका को, मुस्कुराते हुए सुनाने लगा था.
तब इशिक़ा “अनाया की और देखते हुए बोली_ तुमने उसे जो वो कार्ड उसकी, नेक्स्ट शादी के "तोहफे के रूप मे एडवांस गिफ्ट दिया है। वो काफी मजेदार था. पक्का अब “अभय तुमसे नाराज़ हो गया होगा।
फिलहाल “इशिका अपनी उंगलियां चटकाए, और सोफे पर उछल पड़ी और बोली_ मेरे दिमाग़ में एक नया आइडिया आया है! तुम तो अच्छी तरह से जानती हों, ये जो “आहान है। ये कितना बड़ा ड्रामेबाज है। ये ज्यादा काम का तो नहीं, लेकिन फिर भी एक "हैंडसम बंदा है।
अब जैसे ही “इशिका ने आहान के मुंह, पर ही उसकी बुराई की! आहान घूर कर उसकी ओर देखने लगा था. लेकिन अगले ही पल उसकी बात को, उसने मज़ाक में उड़ा दिया था. क्योंकि उन लोगों के बीच इस तरह की छेड़खानी चलती रहती थी।
तभी “इशिका आगे बोली..... मेरे दिमाग़ में एक आईडिया है। मैं उस आदमी को (अभय) नीचा दिखाना चाहती हूं! उसने तुम्हारी, काफी ज्यादा बेइज्जती की है। और मैं उसे अब छोड़ना नहीं चाहती! मैं उसे उसकी गलतियों का, एहसास कराना चाहती हूं।
की “अभय ने तुझे खोकर अपनी जिंदगी की, कितनी बड़ी गलती की है। और मैं उसे, एहसास करा कर ही रहूंगी। वो जितना घमंडी हैं ना, उसका “अभय रायजादा का वो घमंड उतार कर रहूंगी। ...
“इशिका की बात सुनकर- तब अचानक “अनाया अपनी आंखों को, जोर से बंद करते हुए बोली_ बंद करो उसके बारे में करना! मैंने “अभय को उसका बैंक कार्ड वापस दे दिया है। और इसके अलावा मै, उसे कुछ भी नहीं देना चाहती।
अगर तुम इसी तरहां से “अभय खिलाफ प्लान बनाती रहोगी तों उसे, यही लगेगा की मैं "शायद उसकी जिंदगी में, वापस आना चाहती हूं।
इसीलिए मैं, इस तरह की हरकतें कर रही हूं।
प्लीज़ अगले तीन महिनों तक, तुम इस तरहां की कोई भी हरकत मत करों! क्योंकि मैं, अब उसके साथ नहीं रहना चाहती हूं। अब मैंने मूव ऑन, करने का फैसला ले चुकी हूं।
बस एक बार हमारा तलाक़ हो जाए!
वेल.. इशिका को कहीं ना कहीं उसकी, बात पर यकीन भी हो गया था. की वाकई अब “अनाया उस से तलाक़ लेना चाहती हैं। फिलहाल वो चिढ़ते हुए कहने लगी- चलो ठीक है। “अभय लकी है जो वो, बच गया वरना तू, तों "अच्छी तरह से जानती है की मैं, उसका क्या हाल करती..
और तभी कुछ याद आते ही “इशिका तुरंत हड़बड़ाकर बोली_ अरे वैसे भी, अब “गुनगुन को लेकर आने का समय हो गया है ना..
अब जैसे ही अचानक “इशिका ने ये पूछा! और ये नाम सुनते ही “अनाया के चेहरे पर, एक बड़ी खूबसूरत मुस्कुराहट आ गई थी. उसका चेहरा खिलने लगा था. और उसने अपनी चमकती आंखों से, सर हिलाया और बोली_ हां, आज दोपहर 4:00 बजे,
अब जैसे ही “अनाया ने ये बताया “इशिका ने मुस्कुरा कर उसे, गले से लगा लिया था. और जल्दी ही वो दोनों, अब कहीं और नहीं बल्कि "शहर के फेमस हॉस्टल के सामने खड़ी हुई थी।
और “गुनगुन के आने का इंतजार कर रही थी.
और जल्दी ही गुलाबी रंग की, एक बड़ी ही ख़ूबसूरत सिर्फ "फ्रॉक पहने हुए अपनी पीठ पर, एक छोटा सा "बैग टांग कर एक बड़ी प्यारी, “लड़की बाहर आयी! उसकी बड़ी-बड़ी चमकती आंखें उसे सबसे अलग, और ख़ूबसूरत बना रही थी.
अब जैसे ही वो वहां आयी. और “अनाया की नज़र उस बड़ी प्यारी, मासूम सी “लड़की पर पड़ी अचानक “अनाया की आंखें चमक उठी! उस “लड़की का नाम कुछ और नहीं, बल्कि “गुनगुन था।
और वही “गुनगुन ने जैसे ही अनाया, को देखा- वो दौड़कर उसके, पास भागी और “अनाया को गले से लगाकर बोली_ आई मिस यू मम्मा,
जी हां, वो छोटी प्यारी सी मासूम सी बच्ची, कोई और नहीं बल्कि “गुनगुन अनाया की और अभय, की बेटी थी।
अनाया ने जल्दी से “गुनगुन को गले से लगाया और उसके गालों को चूम लिया था.
गुनगुन के पिता “अभय रायजादा थे।
असल में अनाया, ने “अभय के साथ शादी से, एक दिन पहले फिजिकल रिलेशन बनाया था. फिर उसी एक बार के रिलेशनशिप, से “अनाया प्रेग्नेंट हो गई थी।
वरना अभय ने तो हमेशा से ही “अनाया के प्रति बड़ा ही, कोल्ड बिहेव रखा था. कभी भी उसे मान सम्मान, प्यार इज्जत कुछ नहीं दिया! हमेशा उसे नीची नजरों से देखा था. उसने शुरु से “अनाया को पैसों के पीछे, भागने वाली लड़की समझा था।
लेकिन “अभय रायजादा पिता बहुत अच्छा था. अपनी बेटी के लिए वो, जान छिड़कता था. इतना ही नहीं “गुनगुन को अच्छी शिक्षा, दिलाने के लिए उसने सबसे बड़े "किंडरगार्डन (बच्चों के लिए बेस्ट स्कूल with sport activity) में उसे भेजा था. जहां पर केवल सबसे अमीर परिवार के, बच्चों को ही प्रवेश दिया जाता था।
वेल अब जैसे ही इशिका, ने दोनों मां बेटी का मिलन देखा, तब वो चहकते हुए बोली_ अरे अरे दोनों मां बेटी, बातें बाद में भी कर सकती हों! चलो फटाफट से पहले डिनर पर चलते हैं।
फिर जल्दी ही इशिका, ने “गुनगुन को अपनी गोदी में ले लिया था. ताकि “अनाया गाड़ी चला सके! क्योंकि “इशिका चाहती थी. की “अनाया अपनी पुरानी जिंदगी में, वापस लौट आए!
और एक बार फिर से वही बिंदास होकर, और सब चीजों को अच्छी तरह से, बिना डरे फेस करने वाली “अनाया बन जाए!
वेल.. जल्दी ही “अनाया ने गाड़ी चलाना स्टार्ट कर दिया था. और वो सब वहां से निकल गए।
और उनके जाने के केवल कुछ ही मिनट के, बाद “अभय की कार वहां पहुंच चुकी थी. “अभय हमेशा से एक वक्रहोलिक पर्सन था. जो की हमेशा से ही, अपने काम में बिजी रहता था. वही कार में बैठे-बैठे ही “अभय ने घुरकर अपने असिस्टेंट माधव, की ओर देखा था।
और “माधव जल्दी समझ गया- की उसका “बॉस क्या कहना चाहता है! फटाफट से वो बाहर निकला! और जहां अभय की बेटी “गुनगुन पढ़ती थी. वहां जाकर उसने तहकीकात की तो उसे, पता चला की वहां उस वक़्त “अभय बेटी मौजूद नहीं हैं। अब जैसे ही “माधव ने ये सुना वो, चौक गया था. और घबराते हुए अकेला वापस आया।
अब “अभय उसे घूर कर देखने लगा था. एक पल को “माधव थोड़ा सा घबरा गया! और डरते हुए अपने मन में बोला- ये “बॉस हमेशा मुझे खा जाने वाली नजरों से क्यों देखते है?
वेल... तभी उसकी आंखों का मतलब, समझकर “माधव हकलाते हुए बोला_ “बॉस मैडम यहां पर आयी थी. और वो “गुनगुन मेडम को अपने साथ ले गई है।
अब जैसे ही “अभय ने ये सुना, उसने अपना सर उठाया, उसका चेहरा काफी ज्यादा डार्क हो गया था. और तभी अपने “बॉस के काले पढ़ते चेहरे को देखकर अंदर ही अंदर “माधव काफी डर गया था..
लेकिन फिर खुदको शांत करके “अभय को फुसलाकर बोला_ “बॉस मुझे तों लगता है की मैडम, आपको असल में 'तलाक नहीं देना चाहती है। इसलिए तो वह “गुनगुन को अपने साथ ले गई हैं। ताकि बच्चों के थ्रू, आपसी सुलह कर सकें!
हालांकि “माधव ने पूरी कोशिश की थी. अपने शब्दों से वो अपने “बॉस के गुस्से को थोड़ा शांत कर दे!
लेकिन फिर भी “अभय को उसकी बात, कुछ खास पसंद नहीं आयी थी. और उसने सोचा- की वो औरत चाहे, कितनी ही बेकार की "चाल क्यों ना चले मेरी "बेटी को मोहरा क्यों ने बनाये, जब आखिर मे तो उसे मेरे पास ही वापस आना है। तो सीधे तरीके से, भी तो आ सकती है।
जिस तरह से अब तक उसके, साथ रहती हुई आयी है। हालांकि “अभय ने आज तक के 4 सालों में उसे, ज्यादा इंपोर्टेंस नहीं दी थी।
लेकिन ना जाने क्यों आजकल अभय, को “अनाया का बर्ताव बिल्कुल भी समझ में नहीं आ रहा था.
वेल.. वो खीजकर अब वापस अपने, विला की और रवाना हो चुका था. और गाड़ी में बैठने के थोड़ी देर बाद “टीना कपूर ने उसे, लगातार कितने ही कॉल किए थे. लेकिन अब “अभय का मूड पूरी तरह से स्पॉइल हो चुका था। उसने उसकी एक भी कॉल, का जवाब नहीं दिया!
वही “माधव अपने बॉस को गाड़ी के साइड मिरर में से देख रहा था. और मन मे प्रे, कर रहा था- कि बस उसका “बॉस अपना गुस्सा उसके, ऊपर ना उतारे! वेल.. जल्दी ही उसने गाड़ी रायजादा विला, के सामने रोक दी थी।
और अभय ने सीधा अपने आपको, अंदर जाकर कमरे में बंद कर लिया था. उसके दिल की हालत काफी अजीब हो रखी थी. जिसे वो समझ नहीं पा रहा था,,
कुछ दिनों बाद,_
Well.. अब धीरे-धीरे आधा महीना, यानी के 15 दिन बीत चुके थे।
लेकिन एक बार भी “अनाया ने पीछे मुड़कर अभय, की और नहीं देखा था. अब तो “अभय का गुस्सा बढ़ता जा रहा था. अनाया के कॉल के इंतजार में उसने, अपने घर के करीब-करीब सारे फोन गुस्से से तोड़ दिए थे..
वही “अनाया ने अपना ज्यादा से ज्यादा समय अपनी पुरानी जिंदगी से, उभरने में गुज़ारा था. और अपनी बेटी के साथ, क्वालिटी टाइम स्पेंड किया था.
धीरे-धीरे “इशिका ने एक बार फिर से, पुरानी “अनाया को जगाना शुरू कर दिया था. ताकि “अनाया एक बार फिर से, अपने पैरों पर खड़ी हो सकें! और अपने आप को साबित कर सके! इसीलिए “इशिका ने अनाया के past से, उभरने मे पूरी तरह से हेल्प की थी.
वेल वहीं दूसरी ओर,_
गुनगुन को, सुलाने के बाद “अनाया इशिका के साथ बातचीत करने के लिए, लिविंग रूम में चली गई थी. और वो वहां बैठकर एक-दूसरे से बातें कर रही थी.
तब अनाया, “इशिका से गम्भीरता से बोली_ तुम नहीं जानती की, इस तरह से वापस आने पर "मुझे काफी ज्यादा अच्छा लग रहा है। फाइनली ये मेरा घर है। और यहां मौजूद सभी लोगों, को मेरी परवाह है।
वेल.. अभी वो दोनों आपस में बातें कर रही थी. की तभी “अनाया की नज़र टीवी पर गयी, और टीवी पर उसे एक जानी पहचानी, आवाज़ सुनाई देती है।
ये आवाज़ किसी और कि नहीं, बल्कि “टीना कपूर की थी. जिसका एक लाइव इंटरव्यू वहां चल रहा था. टीना अपने पत्रकारों के सवालों का, जवाब दे रही थी. तब एक पत्रकार ने उससे पूछा_ तों मिस “टीना कपूर क्या आपको आपका, मिस्टर राइट मिल गया है? अब जैसे ही “टीना से ये सवाल किया गया.
अनाया घूरकर टी.वी “टीना की ओर देखने लगी थी. हालांकि “टीना ने सीधे-सीधे तरीके से उस रिपोर्टर्स के सवाल का, कोई जवाब नहीं दिया था. लेकिन उसके चेहरे पर, एक मुस्कुराहट थी. जो की उसके एक्सप्रेशंस से उसका, जवाब जता रही थी.
तभी टीवी पर “इशिका ने जैसे ही टीना, को देखा वो उसे घुरकर तमतमाते हुए बोली_ तुमने देखा ये कितने, बड़े घोटाले में फंस गई थी. लेकिन फिर भी देखो किस तरह से, झूठ बोलकर ये अपने परिवार की, मान मर्यादा को बचा रही है।
ये कितनी बेशरम और बदतमीज औरत है। कहीं न कही “टीना को देखकर इशिका, को बहुत गुस्सा आ रहा था. क्योंकि उसे टीना, और “अभय के बारे में सारी चीज पता थी.
तब “इशिका आगे बोली_ वो तुम्हारा एक्स हस्बैंड “अभय रायजादा मुझे तो पूरी उम्मीद है की वो, अंधा होगा जो इस चीटर "लड़की को अपने लिए लॉटरी मानता है ..
तभी तो उस बेवकूफ रायजादा ने तुम्हारे, बजाय इस “टीना को चुना ये बोलकर “इशिका ने गुस्से से गिलास को मैज पर पटक दिया था.✍🏻✍🏻
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5️⃣
तब “इशिका तिलमिलाकर बोली_ वो तुम्हारा एक्स हस्बैंड “अभय रायजादा मुझे तो पूरी उम्मीद है की वो, अंधा होगा जो इस चीटर "लड़की को अपने लिए लॉटरी मानता है ..
तभी तो उस बेवकूफ रायजादा ने तुम्हारे, बजाय इस “टीना को चुना ये बोलकर “इशिका ने गुस्से से गिलास को मैज पर पटक दिया था.
अब आगे--
तभी अनाया ने “इशिका की बात सुनकर, हल्की सी मुस्कुराहट के साथ कहा_ शायद तुम भूल, रही हो “इशिका प्यार लोगों को अंधा बना देता है। और अभय “टीना कपूर से बेहद प्यार करता है।
इसीलिए 4 साल पहले उसके, द्वारा किए गए "विश्वासघात की भी उसने परवाह नहीं की!
तब अनाया ने “इशिका की ओर देखते हुए, कड़वाहट भरी मुस्कराहट से कहा_ उसने कभी भी “टीना को धोखा नहीं दिया! और ना ही उसने कभी उसे धोखा देकर मेरे, साथ फिजिकल रिलेशन बनाएं।
शायद वो कभी भी “अनाया से प्यार नहीं करता था.
तभी इशिका निराशा से बोली_ भले ही तुम दोनों तलाकशुदा हो! लेकिन मैं, फिर भी नहीं चाहतीं की वो, छिपकली “टीना और तेरा वो हॉरिबल एक्स पति “अभय एक-दूसरे साथ रहे! और तू देखना मैं, उन दोनों को एक साथ नहीं रहने दूंगी। हम्म्,
तब “अनाया ने को तों उन दोनों को, साथ देखकर कोई परेशानी नहीं थी. उसने “इशिका ओर देखा और, बेपरवाह अंदाज में उसे शांत कराते हुए बोली_ मुझे किसी की कोई परवाह नहीं है।
बस मैं चाहती हूं की मेरी “गुनगुन खुश रहें। मुझे समझ में नहीं आ रहा है? की मैं “गुनगुन को तलाक़ के बारे में कैसे बतलाऊं? ये बोलते हुए “अनाया का दिल थोड़ा-सा डूब गया.
अचानक उसके फोन पर स्क्रीन, पर जैसे उसने “अभय का नंबर फ्लैश होते हुए देखा “अनाया की हैरानी का कोई ठिकाना नहीं था. तो “अनाया अब फोन की ओर गौर से देखते हुए बोली_ आख़िर ये इंसान इतनी रात को, मुझे फोन क्यों कर रहा है? फिलहाल “अनाया ने फोन उठाया!
दूसरी तरफ से उसे “अभय की शांत और घमण्ड भरी आवाज सुनाई दी थीं. उधर से “अभय ने उसे कहा_ मैं तुम्हारे घर के पास वाले कैफे में हूं। मैं तुमसे मिलना चाहता हूं, तुम अभी "मुझसे मिलने के लिए आ जाओ।
अब “अनाया हैरान हो गई, और वो बेझिझक बिना डरे बोली_ इस वक़्त काफी टाइम हो चुका है! और आपको किस बारे में मुझसे, बात करनी है?
तब दूसरी तरफ से “अभय बड़े ही कोल्ड वॉइस में कहा_ मुझे तुमसे तलाक़ के बारे में, कुछ बात डिस्कस करनी है।
वेल.. इतना सुनने के बाद “अनाया ने फोन रख दिया था. तब उसने ने एक नजर “इशिका की ओर देखा!
इशिका आँखो ही आंखों में उससे, इशारों में ये बात जानना चाहती थी. की आख़िर तेरे "करोड़पति ने तुम्हें क्या कहा है?
लेकिन फिलहाल “अनाया ने उसे बड़े ही शांति से जवाब दिया, वो मुझसे मिलना चाहता है?
तब “इशिका नाराज़गी से बोली_ आखिर अब उस ह*** को अब तुझसे, क्या काम हो सकता है?
तब अनाया ने शांति से जवाब दिया- वो पास वाले कैफे में है मैं, जाकर उससे मिलकर आती हूं।
तब “इशिका अपनी जगह से उठते हुए बोली_ ठीक है! मैं भी तुम्हारे साथ चलती हूं। लेकिन “अनाया ने उसे मना कर दिया, और इत्मीनान से बोली_ मैं ही जाती हूं! तूं, यहां “गुनगुन का ख्याल रख।
फिलहाल और “अनाया वहाँ से चली गई थी. और “इशिका मन में कुढ़ते हुए सोचने लगी- इतनी आसानी से तो मैं, उस “अभय रायजादा को नहीं छोड़ूंगी। हुंहहह
फिलहाल जल्दी ही “अनाया पास वाले केफे मे मौजूद थी. और जल्दी उसकी नज़र, एकदम सूटबूट पहने हुए “अभय पर पड़ती हैं। आज “अभय ने ब्लैक कलर का सूट और, ब्लैक शर्ट पहनी हुई थी. जिसमे वो बेहद हैंडसम दिखाई दे रहा था।
वेल... अभय को कुछ सेकंड देखने के बाद “अनाया सीधा उसके सामने वाली सीट पर, जाकर बैठ गई थी. 6 साल एक साथ रहने के बावजूद ऐसा पहली बार था. की “अभय ने सामने से उसे फोन किया था।
वरना आज तक इस से पहले “अभय ने उस से कभी भी, फोन बात करने की कोशिश नहीं की थी. आज तलाक़ होने के बाद, पहली बार उसने उसे बुलाया था।
वेल जल्दी ही “अभय ने अनाया की, ओर देखा और सर्द लहज़े में बोला_ तुम “गुनगुन को मेरे पास कब लेकर आओगी?
अब अनाया हैरान हो चुकी थी. लेकिन तब तक वेटर “अनाया की पसंद की कॉफी, सर्व करके जा चुका था.. अब “अनाया ने कॉफी अपने हाथ में उठाई, एक सिप लेते हुए शांति से जवाब दिया “गुनगुन मेरे साथ रहना पसंद करती है।
अब जैसे ही “अनाया ने बड़ी बिना झिझके जवाब दिया, अब तो “अभय का पारा बढ़ चुका था. और वो घुरकर “अनाया की ओर देखकर बोला_ मेरे सब्र का इम्तिहान मत लों समझी तुम,
“गुनगुन को मेरे पास वापस लाओ। और जो मैने तलाक़ की अर्जी दी है। उस पर मैं, एक बार फिर सोच सकता हूं।
तुम, अभी भी "मेरी पत्नी बन सकती हों!
याद रखना वरना तुम्हारे, पास कुछ भी नहीं बचेगा! समझी तुम, और तुमने जो अपना ये "ड्रामा लगा रखा है इसे अब खत्म करों।
ये सब कहते हुए “अभय बड़ा ही खूंखार, डरावना सा लग रहा था। इतना ही नहीं उसकी आंखें, गुस्से से एकदम लाल हो गई थी।
हालांकि इस वक़्त “अभय गुस्से से तिलमिला रहा था. लेकिन अब “अनाया अपनी हंसी रोक नहीं सकीं! कहीं ना कहीं उसे अभी भी यही लग रहा था- की अब तक “अभय को इस बात का यकीन नहीं हुआ, की “अनाया उससे तलाक ले चुकी हूं।
और “अभय अभी इस बात पर अड़ा हुआ है। की “अनाया सिर्फ और सिर्फ उसे तलाक़, लेने का ड्रामा कर रही हूं। व्हाट अ जोक, हम्म्
वेल.. उसने अपनी टांग पर टांग रखकर, फुल एटीट्यूड के साथ बैठे हुए “अभय की ओर देखकर तीखें स्वर में कहा_ ओह रियली तुमसे ये बात, किसने कह दिया? की मैं, अभी भी तुम्हारी पत्नी बनना चाहती हूं। हम्म्,
अब “अभय एक पल के लिए अनाया के, इस तरहां के हाव-भाव देखकर, और उसका इतना नॉर्मल बर्ताव देखकर बौखला गया था.
उसे तो लगा था- की शायद “अनाया उसके सामने रोएगी गिड़गिड़ाएगी! क्योंकि एक तों उसे, कुछ काम करना भी नहीं आता है। उसकी एजुकेशन भी कुछ ज्यादा खास नहीं है। तों भला ये, अपनी जिंदगी कैसे जी पाएगी?
उसकी फैमिली बैकग्राउंड, भी कुछ खास नहीं है! उसकी "फैमिली में भी उसका कोई नहीं है। तों अपनी दोस्त, के साथ वो कब तक रहेगी? तो कहीं ना कहीं उसे तो लग रहा था- की वो उसकी जिंदगी में, एक बार फिर वापस आ जाएगी।
वेल.. फिर “अभय ने एक बार और कोशिश की थी. और खुद को नॉर्मल करते हुए बोला_ भले ही हम तलाक़ ले लेंगे! लेकिन याद रखना “गुनगुन की कस्टडी तुम्हें, कभी भी नहीं मिलेगी।
अब तो जैसे ही अभय ने जैसे ही ये बोला! “अनाया का चेहरा एकदम ही डार्क हो गया था. और वो घूरकर “अभय की ओर देखकर बौखला गई और लाउड वॉइस में बोली_ तुम पागल हो गए हो “गुनगुन मेरी बेटी है। और उसकी कस्टडी पूरी तरह से मेरी है।
अब जैसे ही उसने ये कहा_ अब तों “अभय को गुस्सा बढ़ चुका था. और अचानक उसने “अनाया की कलाई को कसकर पकड़ लिया, और उसे ऊपर से लेकर नीचे तक घूरने लगा! “अभय की आंखों में गुस्सा और नफरत का, मिला-जुला भाव साफ दिखाई दे रहा था।
और तब वो उसकी ओर घमंड भरी नजरों से देखकर बोला_ तुम्हे क्या लगता है की मैं, अपनी बेटी को इतनी आसानी से, तुम्हे ले जाने दूंगा! हम्म्... अगर तुम में वाकई हिम्मत है तो मेरी बेटी को, मुझसे छीन कर दिखाओ।
अभी “अनाया उसे कुछ जवाब देना चाहती थी . तभी उसे एक शार्प आवाज़ सुनाई देती हैं! अब जैसे ही “अनाया और अभय, दोनो ने उस आवाज़ की दिशा में देखा दोनो हैरान हो गए थे!
क्योंकि वहाँ पर “टीना कपूर मौजूद थी. जो वहां पर अपने असिस्टेंट, के साथ आयी थी.
अब “अभय ने जैसे ही टीना का, चेहरा देखा तों उसने तुरंत “अनाया की कलाई को झट से छोड़ दिया।
वेल... अब वहां जाकर जल्दी ही “टीना की नजर अनाया, पर पड़ी और वो “अनाया की ओर आंखें मटकाते हुए देखकर बोली_ हाय “अनाया क्या अपने एक्स-हस्बैंड के साथ चुपके से कॉफी पीना तुम्हारी हॉबी है?
“टीना ने कुछ इस तरह से मज़ाक में, ताना देते हुए कहा था. की “अनाया को बुरा लगे। और कहीं ना कहीं “टीना की नज़र अनाया की, लाल कलाई पर पड़ी थी. जो अभी थोड़ी देर पहले “अभय ने पकड़ी थी।
तब अनाया ने अपने होंठ दबाते हुए, शरारती लहज़े में कहा_ मुझे कॉफी पीने के लिए अपने साथी, चुनने के बारे में किसी को "कोई भी जवाब देने की कोई जरूरत नहीं है। समझी तुम,
जैसे ही सीधे तरीके से “अनाया ने उसके मुंह पर, उसकी बेइज्जती की! अब तो “टीना ने अपने होंठ काटे और उसने देखा- की “अभय ने भी उसकी कैसे बात का, कोई जवाब नहीं दे रहा है।
तब वो जल्दी से “अभय के पास आ गई! और उसके गले मे बाहों डालकर बोली_ वो एक्चुअली “अभय मैं जल्दी जल्दी में यहां आ गई हूं। और मुझे कुछ खाने का टाइम नहीं मिला! और मैंने सुना है की पास में एक बड़ा ही शानदार रेस्टोरेंट है। तो क्यों ना हम वहां पर, एक साथ डिनर करें! क्या तुम चलोगे मेरे साथ?
इस वक़्त “टीना बड़े ही प्यार से अभय से, बात कर रही थी.
वहीं “अनाया को उनकी प्यार भरी बातों में किसी तरह की कोई दिलचस्पी नहीं थी।
वेल.. अब जल्दी ही “अभय से बात करने के बाद टीना ने “अनाया की ओर देखा और अभय के, कंधे पर झुकते हुए बोली_ अच्छा “अनाया भले ही तुम दोनों का, तलाक हो गया हों। लेकिन हम अभी भी दोस्त है। राइट तों क्यों ना हम एक साथ, डिनर करें? तुम चल रही हो हमारे साथ डिनर पर?
कहीं ना कहीं “अनाया ने देख लिया था- की “टीना किस तरह से उसे, नीचे दिखाना चाहती है। और उसे इस बात का, एहसास कराना चाहती है की उसने उससे उसका, पति को छीन लिया है।
लेकिन फिलहाल उसे इन सब बातों से, कोई फर्क नहीं पड़ता! इसलिए उसने किसी तरह का, कोई रिएक्शन नहीं दिया। और शांति और बेपरवाही से जवाब दिया- उसकी कोई जरूरत नहीं है। और मुझे अपने एक्स-हस्बैंड से, दोस्ती करने की कोई जरूरत नहीं है।
अब जैसे ही “अनाया ने ये कहा, अभय उसे ठंडी नजरों से देखने लगा था. लेकिन तभी “टीना जल्दी से बोली_ लेकिन हम अभी भी नंबर, एक्सचेंज कर सकते हैं। एक दूसरे से बात कर सकते हैं।
लेकिन इससे पहले की “अनाया कोई जवाब देती “टीना की असिस्टेंट मारिया बातों, के बीच में कुदते हुए बोली_ अरे हां, हां, “अनाया मैडम आप चाहे तो “टीना मैडम का नंबर ले सकती है।
और आप जानती है “टीना मैडम की जान पहचान कई फेमस लोगों से, और ऊंची ऊंची "हस्तियों से है तो हों सकता है की वो, आपके "लायक किसी को आपसे मिलवा सकें! और तलाक के बाद भी आपकी जिंदगी में, कोई ना कोई अच्छा इंसान आ सकें।
अब जैसे ही टीना की असिस्टेंट, ने तकरीबन “अनाया का मज़ाक उड़ाते हुए इस तरह की ताना दिया तो “अनाया को उस पर बहुत तेज़ गुस्सा आया।
लेकिन इससे पहले की “अनाया उसे कोई जवाब देती पाती! तभी एक मर्दाना आवाज़ वहां गुंजी, और वो सख्त लहज़े में बोला- आपको “अनाया की जिंदगी में, इंटरेस्ट लेने की कोई जरूरत नहीं है। उसके लिए क्या अच्छा है! क्या बुरा है ये हम देख लेंगे।
अब जैसे ही ये आवाज़ आयी! सभी ने पलट कर पीछे की तरफ देखा✍🏻✍🏻✍🏻
6️⃣
इससे पहले की “अनाया उसे कोई जवाब देती पाती! तभी एक मर्दाना आवाज़ वहां गुंजी, और वो सख्त लहज़े में बोला- आपको “अनाया की जिंदगी में, इंटरेस्ट लेने की कोई जरूरत नहीं है। उसके लिए क्या अच्छा है! क्या बुरा है ये हम देख लेंगे।
अब जैसे ही ये आवाज़ आयी! सभी ने पलट कर पीछे की तरफ देखा
अब आगे--
पीछे कोई और नहीं बल्कि, सूट बूट पहने हुए “ईशान कपूर खड़ा हुआ था. उसकी इतनी आमदनी थी- की उसकी कंपनी के मंथली प्रॉफिट से, कम से कम 20 से ज्यादा विजन मीडिया खरीदे जा सकते हैं। क्योंकि विजन मीडिया “टीना कपूर का प्रेजेंट वर्क हाउस था.
और इसीलिए “ईशान ने वहां जाकर सीधे तरीके से टीना कपूर, का पूरी तरह से मजाक उड़ाया था.
अब “टीना कपूर ने जैसे ही अपने, सामने “ईशान कपूर को देखा तों वो, पूरी तरह से चौंक गई थी. और वो, थोड़ा हकलाते हुए बोली_ मिस्टर “ईशान कपूर, कहीं ना कहीं उसे काफी ज्यादा हैरानी हो रही थी. की “ईशान अचानक यहां कैसे आ सकता है?
तभी “अभय जो की काफी देर से चुप था. अचानक ही उसका, चेहरा डार्क हो गया था. उसकी नजर सीधा “ईशान कपूर के हाथ पर टिकी हुई थी. जो कि इस वक़्त “अनाया के कंधे पर रखा हुआ था।
तो अब “अभय को कहीं ना कहीं ये, समझ में आ चुका था. की “अनाया वाकई उससे अब, तलाक़ चाहती है। और शायद उसका, कारण “ईशान कपूर हो सकता है।
तभी “ईशान ने बड़े ही धीरे स्वर में अनाया, से पूछा- “अनाया क्या हम यहां से चले?
तब “अनाया ने अपना सर हाँ, में हिलाया और बोली_ ठीक है जल्दी ही “ईशान कपूर ने अनाया के लिए, कुर्सी खींची! और “अनाया बिना किसी ओर को, देखे फटाफट “ईशान के साथ बाहर चली गई।
अब सब लोग हैरानी से उन्हे, जाते हुए देख रहे थे. तभी “टीना की असिस्टेंट मारिया बोली_ अरे क्या ये वही “ईशान कपूर है। जो की बहुत बड़ा फिल्म स्टार है। अरे पिछले साल जिस फिल्म में, इसने एक्टिंग की थी. उसकी वज़ह से स्टार "मीडिया को काफी ज्यादा भारी मुनाफा हुआ था।
और वो काफी ज्यादा बड़ी हिट मूवी बनी थी. और इतना ही नहीं मैंने सुना है! की ये इस पूरे "शहर का दूसरे सबसे बड़े जो, बिजनेसमैन है वो इन्हीं का परिवार है।
हालांकि “ईशान अभय के जितना शक्तिशाली नहीं था. लेकिन उससे कम भी नहीं था'।
वेल... तलाक के ठीक बाद “अनाया को इतना अमीर आदमी मिल जाएगा? कहीं ना कहीं ये सोचते, हुए “टीना को बहुत ही ज्यादा जेलसी महसूस हुई थी. और उसने अपनी उंगलियों को कसकर बंद कर लिया था।
अनाया ने 6 साल पहले की, अपनी शादी तोड़ दी थी. लेकिन अब उसे इतना अमीर आदमी, भी मिल गया! कहीं ना कहीं ये सोचते हुए “टीना को काफी ज्यादा जेलस फिल कर रही थी।
अब वही दूसरी ओर,_
वेल.. जैसे ही थोड़ा सा “अनाया उन लोगों की नजरों से, दूर निकल गई तों “अनाया ने तुरंत ईशान, के हाथ को झटक दिया था. उसे थोड़ा धक्का दिया, और नाराज़ होते हुए बोली_ क्या तुम्हें फिर से “इशिका ने भेजा है, ना
अब अब जैसे ही वहां, पहुंच कर “अनाया ने उसकी ओर देखकर ये सवाल किया?
ईशान हल्का मुस्कुराते हुए, बोला_ नहीं उसने मुझे नहीं भेजा! मैं खुद अपनी मर्जी से यहां आया हूं। और मैं, कोई मज़ाक नहीं कर रहा हूं! मैंने तुम्हें पहले भी कहा था. अगर तुम तैयार होतों "हम अभी भी शादी कर सकते हैं।
अब “अनाया ने अपनी आंखें, घूमाते हुए उसे जवाब दिया_ अब तुम ज्यादा ड्रामेबाजी मत करो मैं, अच्छी तरह से जानती हूं कि तुम कितनी "अच्छी एक्टिंग करते हों! समझे तुम,
अब “अनाया की बात सुनकर- “ईशान ने अपना मुंह बना लिया था. और उसे कन्वेंस करते हुए बोला_ अरे यार मैं सच कह रहा हूं! मैं, कोई एक्टिंग नहीं कर रहा हूं। तुम मेरी बात का यकीन क्यों नहीं करती हों?
तब “अनाया ने उसके चेहरे पर, एक पंच किया और झल्लाते हुए बोली_ शटअप और ये बताओ मुझे “इशिका कहां है? मैं जा रही है उससे मिलने के लिए! ये बोलकर अनाया, जल्दी ही “इशिका से मिलने के लिए चली निकल गई,
और पीछे से “ईशान खीझ कर रह गया था.
वेल... जल्दी ही अनाया “इशिका के सामने मौजूद थी. और शांत स्वर में बोली_ उस “ईशान पर नज़र रखना फिर से वो, कोई उल्टी सीधी हरकत ना करे! अब जैसे ही अनाया ने ये बोला! “इशिका लड़खड़ाती जुबान में बोली_ अब काफी देर हो चुकी है।
अब “इशिका ने जैसे ही ये बताया! “अनाया हैरान हो गयी और कन्फ्यूजन से बोली_ क्या मतलब? क्या कहना चाहती हो तुम?
तभी उसने फोन पर नोटिफिकेशन देखा- की “अभय द्वारा उसकी कलाई पकड़ने की, और “ईशान द्वारा उसके कंधे पर हाथ रखने की, तस्वीर किसी ने अपलोड कर दी है।
हालांकि उन तस्वीरों में “अनाया का चेहरा धुंधला कर दिया था. फिर भी इस मामले पर, इंटरनेट पर तूफान मचा दिया था. और 20 मिनट के कम समय में, ही से 3 लाख से ज्यादा बार देखा गया था.
अब तो “अनाया ने थोड़ा सा घबराते हुए हड़बड़ा कर कहा_ ये “ईशान कितना बेवकूफ हैं। एक दिन ये मुझे बड़ी मुसीबत में डाल देगा..
तब “इशिका ने उसका हाथ थामकर, पलकें झपकाते हुए कहा_ तुम अच्छी तरह से जानती हो कि हमारी टीम कितनी ज्यादा कैपेबल है वो सारे मामले कों संभाल लेगी! सो डॉन'टी वरी.. तुम्हारे पास एक बड़ी अच्छी टीम है। वो इस तरह के इंटरनेट के सारी अफ़वाह को हैंडल कर लेंगी!
फिलहाल तुम आराम करों! और वैसे भी तुम अभी तलाकशुदा हो तो इसीलिए, ये टाइम बिल्कुल बेस्ट है। अपने "करियर के लिए अच्छे से खुदको समर्पित करों। और वैसे भी जिस काम में तुम, सबसे ज्यादा बेस्ट हो फिर से, उसे शुरू क्यों नहीं करती हों? हर कोई तुम्हें, याद कर रहा है।
अब जैसे ही इशिका ने, बातों ही बातों में “अनाया को एक बार फिर से उसे, उसका काम करने की सलाह दी।
अब “अनाया ने शांत तो होकर कुछ पल सोचा, और अगले ही पल उसकी आंखों में चमक आ गई थी. और वो “इशिका की ओर देखकर बोली_ मैं सबकुछ करने के लिए तैयार हूं। लेकिन मैं “गुनगुन को हमेशा अपने, पास रखना चाहती हूं।
तब “इशिका ने उसको गले से लगाते हुए कहा_ तुम बिल्कुल फिक्र मत करों! मुझे पूरी उम्मीद है कि एक बार फिर तुम, खुदको साबित कर सकती हो।
वेल.. ठीक आधे घंटे के बाद अनाया, अपनी बेटी “गुनगुन को लेकर फ्यूचर स्टार मीडिया जा पहुंची थी. यहां पर आज “अनाया थोड़ी सी घबराई हुई थी. उसके चेहरे पर चिंता के लकीरें, साफ दिखाई दे रही थी।
इशिका ने जैसे ही “अनाया की तरफ देखा उसने उसके हाथ को, पड़कर थपथपाते हुई और बोली_ तुम्हें फिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है। मैंने तुम्हारी यूज़ की सारी चीज़, यहां पर प्रोवाइड कर दी है। और मुझे पूरी उम्मीद है की तुम, सबकुछ एक बार फिर से इज़ीली मैनेज कर लोगी।
तब “अनाया ने उसकी बात सुनकर, उसे एक हल्की सी मुस्कुराहट दी थी. तभी इशिका चहकते हुए बोली_ तुम जानती हों? अगर लोगों को ये पता चल गया की, मिस एंजेल वापस आ गई है! तो मुझे पूरी उम्मीद है! सब लोग काफी ज्यादा एक्साइड होंगें।
वेल अभी वो दोनों आपस में, बात कर ही रही थी. कि तभी “गुनगुन अचानक अनाया के, पैरों से चिपक गई! और धीरे से बोली- "मम्मी मम्मी मैं, भी आपका मेकअप यूज़ करना चाहती हुँ।
अब जैसे “गुनगुन ने टिमटिमाती हुई आंखों, से “अनाया को देखकर ये कहा_ और फिर “अनाया मुस्कुरा देती हैं।
और तभी इशिक़ा “गुनगुन के कंधों को पकड़कर चंचलता से बोली_ अच्छा अच्छा बेटा ठीक है। थोड़ी देर में मासी तुम्हारा, मेकअप कर देंगी ओके चैंप.. ये बोलकर “इशिका ने गुनगुन का प्यार से, सर सहलाने लगी।
तभी अचानक “गुनगुन मासूमियत से सवाल पूछती हैं! मम्मा, क्या हम वीडियो बनाने जा रहे हैं?
तभी अनाया ने, एक प्यारा सा किस्स “गुनगुन के गाल पर करते हुए कहा_ हम वीडियो नहीं बना रहे बल्कि हम, एक लाइव स्ट्रीम करने जा रहे हैं।
अब जैसे ही “अनाया ने ये कहा! “गुनगुन उछल पड़ी थी और क्युटली बोली_ वावो मम्मा इसमें तों बहुत मज़ा आएगा।
तभी इशिका ने, अपनी असिस्टेंट से “गुनगुन का मेकअप करवाया! और कुछ कपड़े पहनने के लिए कहा_ और जबकि “अनाया ने खुद अपना मेकअप करना शुरू कर दिया था. जिसमे वो शुरु से परफेक्ट थी!
और ठीक 20 मिनट के बाद “अनाया एक बड़ी ही ख़ूबसूरत एकदम मॉडल लड़की, बनकर वहां सबके सामने मौजूद थी. उसका ये लुक उसकी सादगी वाले लुक से, काफी ज्यादा डिफरेंट और अलग था।
इतना ही नहीं उसका मेकअप उसका, लुक इतना ज्यादा सेक्सी था. कि “इशिका भी उसे पहचान नहीं पायी, थोड़ी देर के बाद “इशिका ने अनाया को देखकर, सीटी बजा दी थी। और आह भरते हुए बोली_ यार काश मैं "लड़का होती तो पक्का मैं, तुमसे ही शादी करती।
तू कितनी हॉट है यार, ये बोलकर “इशिका ने बड़े ही लड़कों स्टाइल में, थोड़ा आगे बढ़कर “अनाया के गालों को चूम लिया था।
अनाया घुरकर उसे देखने लगी और इरीटेट होकर बोली_ जस्ट शटअप ये क्या हरकत है यार तेरी, सो डिस्गस्टिंग...
और “इशिका मैं देख रही हु! तू, दिन ब दिन कितने ज्यादा डिस्गस्टिंग होते जा रही है। हां, कहीं ऐसा तो नहीं की, तेरा लड़कियों में इंटरेस्ट है? वैसे भी काफी समय से मैंने, तुम्हें किसी "बॉयफ्रेंड के साथ भी नहीं देखा है।
अब जैसे ही अनाया, ने “इशिका को, चिढ़ाते हुए ये कहा, “इशिका तुरंत मुँह बनाकर बोली_ ओह्ह् जस्ट शटअप.. और मैंने सिर्फ तुम्हें, कंप्लीमेंट दिया है। ठीक है अब चल फटाफट से ये बोलकर वो, जल्दी ही उसे उसे लाइव स्ट्रीम पर ले आयी थी. जहां पर उसने उसकी पूरी तैयारी कर ली थी.
वेल.. अभी स्टार्टिंग में जैसे ही लाइव स्ट्रीम शुरू हुई, काफी कम व्युर्स उसे मिले थे. लेकिन जैसे-जैसे अब “अनाया ने अपना रियल एंजेल, वाला रूप अपनाया. तब धीरे धीरे हालांकि कई सालों से, वो अपने काम से दूर थी.
लेकिन फिर भी आज वापस लौटने पर, उसमें इतनी सी भी घबराहट नहीं हो रही थी. और उसने सीधा-सीधा लाइव स्ट्रीम पर, जाकर बोलना शुरू किया था।
हेलो दोस्तों मैं, आपकी फ्रेंड “एंजेल एक बार फिर से आपके सामने आ गई हूँ। और तब वहां जाकर उसने, आगे कहना शुरू कर दिया था. मुझे नहीं पता था. की मै 6 सालों तक क्यों गायब रही।
लेकिन फिलहाल मैं, आपको अपनी स्टोरी बता देती हूं। क्योंकि मैं, आप लोगों से कुछ भी नहीं छुपाना चाहती हूं।
आप लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि मैंने, कभी भी आप लोगों से झूठ नहीं बोला है। ये बोलकर “अनाया ने अपनी शादी के बारे में, बातें करते हुए “गुनगुन से सभी का इंट्रोडक्शन करवाया था.
और लाइव स्ट्रीम चैनल की, गतिविधि उनकी उम्मीदों से कहीं ज्यादा अधिक थी. धीरे-धीरे काफी सारे व्यूज आने लगे थे. और जल्दी ही संख्या, लाखों के पार कर गई थी. और अब सब लोगों में एक, अलग तरह की होड शुरू हो गई थी.
क्या ये सचमुच “एंजेल है? 6 साल पहले से, अलग दिख रही है! कहीं ये हमें धोखा तो नहीं दे रही है।
क्योंकि “एंजेल अपने समय की एक बड़ी ही, खूबसूरत और फेमस ब्लॉगर थी. बहुत ही ज्यादा ख़ूबसूरत ब्लॉगर थी.
और उसके लिए अपना मेकअप, बदलना सामान्य बात थी. ताकि वो अलग दिखें और फिर, तभी उसके दर्शकों ने उसे बोलना शुरू कर दिया था.
क्या सचमुच “एंजेल वापस आ गई है?
चैनल पर तुरंत ही विस्फोट हो गया था. इतना ही नहीं “एंजेल का जो मेकअप किया गया था. वो काफी सारी लड़कियों के लिए, एकदम ट्रेडिंग में चल चुका था.
कुछ ही मिनट के अंदर अंदर पूरे के पूरे चैनल, पर गिफ्ट की बहार आ गई थी।
वेल तभी “अनाया ने चुपचाप स्क्रीन बंद करते हुए कहा मैं, बस आपसे भी "लोगों से बात करना चाहती थी. मुझे किसी भी गिफ्ट की कोई, जरूरत नहीं है। वैसे भी “अभय से शादी करने से पहले वो, इंटरनेट पर सबसे ज्यादा फेमस ब्लॉगर थी।
हालांकि रायजादा परिवार में, ब्लॉगिंग को नीची नजरों से देखा जाता हैं। उन्हे ये काम काफी ज्यादा चीप लगा, हालांकि इसके के बारे में “अभय रायजादा को तो दूर-दूर तक, कुछ भी नहीं पता था।
जिसकी वज़ह से “अनाया को अपना ब्लॉगिंग छोड़ना पड़ा था।
लेकिन वो “अभय से प्यार करने लगी थी. इसीलिए उसने “अभय के प्यार के लिए सबकुछ छोड़ दिया था. लेकिन अब बस बहुत हो चुका था. अब उसे, केवल खुद से प्यार करना था.
वहीं दूसरी ओर,_
वेल.. “अभय को सुबह-सुबह दोस्तों से कहीं सारे वेल विशेस, के कॉल आए थे. और और हर कोई फोन पर, यही कह रहा था- की बड़ी अफसोस की बात है! की तुम्हारा और तुम्हारी, पत्नी “अनाया का डिवोर्स हो गया है।
वैसे “अनाया काफी अच्छी लड़की थी.
फोन पर अपने दोस्तों की, पछतावे भरी आवाज सुनकर- अभय को बहुत गुस्सा आ गया था. और वो तेज़ आवाज में बोला_ कितनी अच्छी लड़की थी. वो हां, सिर्फ एक घमंडी और एक लालची औरत थी. और उससे तलाक़ लेने की, सहानुभूति की मुझे कोई जरूरत नहीं है।
उसके अलावा कहीं ना कहीं उसके, दिमाग़ में वो सीन आ गया था. जब “ईशान कपूर ने उसके सामने अनाया, का बचाव किया था! फिर कुछ सोचकर वो झल्ला उठा था. वो सोच रहा था- की क्या अब “ईशान कपूर और अनाया, एक साथ होंगे ये सोचते ही “अभय को काफी तेज़ गुस्सा आ गया था.✍🏻✍🏻✍🏻 दोस्तो लाइक शेयर कमेंट करे।
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जब “ईशान कपूर ने उसके सामने अनाया, का बचाव किया था! फिर कुछ सोचकर वो, झल्ला उठा था. वो सोच रहा था- की क्या अब “ईशान कपूर और अनाया, एक साथ होंगे ये सोचते ही “अभय को काफी तेज़ गुस्सा आ गया था.
अब आगे--
और उसने अपना खाना बीच में, अधूरा छोड़ दिया. और ड्राइवर से उसे, ले जाने के लिए कहा! इस वक़्त उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था. की आखिर उसे इतना ज्यादा गुस्सा क्यों आ रहा था? फिलहाल उसने, ड्राइवर से बोला- की वो उसे नाइट क्लब में लेकर चले.
वेल जल्दी ही वो क्लब में मौजूद था. अपने प्राइवेट कमरे में बैठा हुआ था. उसके चेहरे के भाव कुछ अजीब से थे. वो शराब पी रहा था.
की तभी एक आदमी जो, की “अभय का दोस्त विकास था. वो वहां आया और “अभय की ओर देखकर बेझिझक बोला_ अभय ये देखो तुम्हारी बीवी, सॉरी तुम्हारी एक्स वाइफ,
उसने अपने फोन पर जो की “ईशान और अनाया को, लेकर एक आर्टिकल छपा था उसको दिखाया!
अब जैसे ही अभय ने हेडलाइंस को देखा, उसका
चेहरा और भी काला पड़ गया! फिर वो, खुदको शांत करते हुए अनजान बनकर बोला_ ये सिर्फ और सिर्फ मेरी एक्स वाइफ, है। अब वो किसी के भी साथ हो, मुझे इससे कोई लेना देना नहीं है।
लेकिन तभी उसका दोस्त बोला_ लेकिन चाहे कुछ भी हों, हम सभी जानते हैं! की कई सालों से तुम्हारे, साथ कितनी ज्यादा विनर्म थी.
और मैं जानता हूं की उसने, तुमसे "शादी करने के लिए जरूर कुछ ना कुछ, घटिया तरीके अपनाये होंगे! लेकिन इससे आखिरकार तुम्हे, भी तो लाभ हुआ।
कही न कही विकास का, मतलब “अनाया के साथ अभय के, फिजिकल रिलेशनशिप्स से था.
फिलहाल उसके शब्दों ने “अभय को सारी चीज याद दिला दी थी. जो अनाया ने उसके लिए किया था. किस तरह से “अनाया उसके लिए कुकिंग किया करती थी. उसकी पसंद के लिए "उसकी हर एक ज़रुरत के समान को संभाल कर रखती थी।
फिलहाल “अभय पीछे झुका और उसने एक गहरी सांस ली, और वो सोचने लगा था. वाकई काफी ज्यादा स्टुपिड लड़की थी. जिसे बिना किसी फैमिली बैकग्राउंड के, उससे "तलाक मांगने की हिम्मत की, या फिर वो शुरू से ही “ईशान के साथ थी.
ये सोचकर अभय का चेहरा, और भी ज्यादा डार्क हो गया था. इस वक़्त वो काफी ज्यादा ख़तरनाक दिखाई दे रहा था.
तभी उसने अपने दोस्त की, ओर देखकर कहा_ मैंने उसके जैसी कई सारी औरतों को देखा है। वो सिर्फ आगे बढ़ने के लिए पीछे हट रही है। ताकि बाद में कोर्ट रूम में उसे, ज्यादा मुआवज़ा मांग सकें!
तभी उसका दोस्त “अभय के परेशान और ख़तरनाक चेहरे को, देखकर फटाक से बोला_ तुम फिक्र मत करों वो, 6 महीना के अंदर अंदर "तुम्हारे साथ फिर से रहने की भीख मांगेगी। बस तुम अपना दिल, नरम मत बनने देना।
ये सुनकर, कहीं ना कहीं “अभय को थोड़ा बैटर महसूस हुआ! लेकिन कुछ देर बाद वो, फिर से नाराज़ हो गया! वो कभी भी अब “अनाया पर भरोसा नहीं कर सकता था.
क्योंकि उसे ऐसा लग रहा था- की “अनाया काफी ज्यादा चालाक होने के साथ-साथ, एक नंबर की धोखेबाज औरत है।
तभी अचानक विकास, ने अभय से मुस्कुराते हुए कहा_ अच्छा तुम्हें पता है? “एंजेल वापस आ गई है।
अब जैसे ही उसने अभय को, एक लाइव स्ट्रीम का चैनल लिंक भेजा! और तब वो उसकी ओर देखकर बोला_ अभय हो सकता है की "ब्यूटी इंडस्ट्री में कदम रखने का, हमारा प्लान कामयाब हो जाए!
अभय हमेशा से ही ब्यूटी इंडस्ट्री में, जाना चाहता था. लेकिन उसके पास कोई तरीका नहीं था. ना उसे कोई मौका मिल रहा था.
अब जैसे ही उसने ये सुना की एंजेल, वापस आ गई तों उसकी बात सुनकर- वो थोड़ा सा एक्साइड हो गया था
लेकिन तभी अचानक विकास, ने अपनी आँखे सिकुड़ कर हैरानी से “अभय से पूछा_ यार तुम्हें, ऐसा नहीं लगता की ये “एंजेल तुम्हारी एक्स वाइफ जैसी दिखती है।
अब जैसे ही विकास ने, फोन उठाते हुए “अभय को स्क्रीन पर एंजेल को, दिखाया तों "उसकी आंखें हैरानी से चोडी हो गई थी.
लेकिन अगले ही पल उसने, देखा कि "स्क्रीन पर लाइव स्ट्रीमिंग कर रही हैं। औरत तों काफी सुंदर और आकर्षक थी. जो की “अनाया के जैसी ही दिख रही थीं.
हालांकि “अभय की याद में अनाया, हमेशा से काफी ज्यादा सादगी से रहा करती थी. वो कभी भी इस लड़की की जितनी, खूबसूरत नहीं थी. इसके अलावा “अनाया तो सिर्फ और सिर्फ एक हाउसवाइफ थी। त अचानक से वो, इतने फेमस ब्लॉगर कैसे बन सकती है?
और उसे मेकअप की इतनी, नॉलेज कैसे हो सकती है? जबकि अनाया ने तों, कभी मेकअप अप्लाई ही नही किया था।
तब अभय ने विकास को, उसका फोन वापस देते हुए कहा_ ये “अनाया नहीं है। वो नहीं हो सकती है! ये बोलकर “अभय एक बार फिर अपनी ड्रिंक करने लगा था.
वही दूसरी ओर,_
जैसे ही लाइव स्ट्रीम खत्म होने वाली थी. ठीक उसी वक़्त “इशिका अनाया के पास पहुंची वो, काफी गुस्से में दिख रही थी
वेल.. जल्दी अनाया ने एक नज़र “इशिका की ओर देखा, तभी उसने नोटिस किया “टीना कपूर का पेज़ शो हो रहा था.
उसमें एक बड़ी ही "हैपिली फोटोस थी. जिसमें उनका हाथ, किसी और के हाथ में था. “अनाया उस आदमी का चेहरा तो नहीं देख सकी! लेकिन उसने उसके मिडिल फिंगर पर, एक तिल देखा जो की पूरी तरह से “अभय का था।
कैप्शन में लिखा था- कि वसंत आ गया है "सगाई के लिए ये, बिल्कुल सही वक़्त है।
अब जैसे ही “अनाया ने उस पर नज़र डाली वो, हल्का सा मुस्कुराई और “इशिका की ओर देखकर बोली_ वो आदमी मेरे लिए अब, सिर्फ और सिर्फ अजनबी है। चाहे वो सगाई करें? शादी करें मुझे इससे, कोई लेना देना नहीं है।
उसके बाद बिना, टीना की कोई पोस्ट देखें! वो तुरंत वहां से वापस मुड़ गयी।
तभी “इशिका झल्लाते हुए बोलती है_ लेकिन ये सिर्फ तेरे लिए कहना आसान है! लेकिन मैं, सिर्फ इस बात से नाराज हूं की उस वक़्त “अभय को मुसीबत से बाहर निकालने के लिए तुम, आगे नहीं आती तों? शायद उस वक़्त रायजादा, परिवार अपनी प्रतिष्ठा इज्जत खो देता।
और फिर “इशिका खुदके इमोशंस को नॉर्मल करते हुए बोली_ अब मैं तुम्हें, सिर्फ ये बताना चाहती हूं। की तुमने जो "डिसीजन लिया वो बेस्ट था। तुमने जो भी अपनी लाइफ में झेला वो, सब तुमने खुद ही अपने लिए पैदा किया था.
तभी अनाया, बेपरवाही से बोली_ मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। और मैं, बहुत पहले ही इस बात को "स्वीकार कर चुकी हूं।
अभी “अनाया आगे कुछ और कहने वाली थी. की अचानक अनाया का, फोन बज उठा!
दूसरी तरफ से उस "शख्स ने बोला_ हेलो “अनाया तुम अपनी बेटी गुनगुन को, लेकर कब आ रही हों? मैं, पहले से ही आइसलैंड पर मौजूद हूं।
तब “अनाया को याद आया की आज तों उसने, अपनी बेटी “गुनगुन को आईस स्केटिंग पर, लेकर जाने के लिए कहा था.
फिलहाल उसने फटाफट से अपना, बाकी का सारा काम “इशिका को सौंप दिया और गुनगुन को, उससे मिलने के लिए ले गई!
उस स्केटिंग मास्टर का नाम “राहुल ओबेरॉय था. जो पिछले कुछ सालों से, एक फिगर स्टेटस के रूप में मशहूर हुआ था.
अनाया उसे, काफी लंबे समय से जानती थी. वो दोनों एक-दूसरे के, काफी करीब थे. जब वो और “गुनगुन वहां पहुंचे तब उन्होंने देखा राहुल, अभी भी स्केटिंग गैर पहने हुए "रेलिंग के सहारे झुका हुआ है।
अपने दुबले पतले शरीर, और "लंबी टांगों के साथ वो काफी ज्यादा अच्छा दिख रहा था. उसका तराशा हुआ चेहरा, अच्छा खासा शानदार था. और उसकी सीधी नाक, माथे पर गिरते हुए "बालों के कुछ लट मे वो बेहद हैंडसम लग रहा था.
अब “अनाया को देखकर राहुल के, चेहरे पर अपने आप ही मुस्कुराहट आ गई थी. वो “अनाया का नाम पुकारता है।
लेकिन तभी “गुनगुन राहुल की ओर देखकर चहकते हुए बोली_ आप बहुत हैंडसम है राहुल अंकल..
अपने परिवार को छोड़ने के, बाद “गुनगुन काफी हद तक फ्रैंक हो गई थी। वरना वो काफी ज्यादा रुल को, फॉलो करने वाली बच्ची थी. वो किसी से ज्यादा बातें, नहीं किया करती थी।
अब जैसे ही राहुल, ने “गुनगुन की बात सुनी- वो मुस्कुरा कर उसकी, तरफ आ गया और "उसे एक प्यारा सा ब्रेसलेट गिफ्ट किया।
जिसे देखकर “गुनगुन खुश हो गई, तुरंत ही वो उसके साथ खेलने लगी! “अनाया भी मुस्कुरा कर अपनी बेटी को निहार रही थी।
वेल.. गुनगुन के थोड़ी दूर खेलने जाने पर, तब राहुल “अनाया की ओर देखकर सिरियसनेस से बोला_ अनाया जो कुछ हुआ है। मैंने उसके बारे में सुना है। बस मैं तुमसे, इतना जानना चाहता हूं! क्या "तुम ठीक हों?
राहुल ने “अनाया की और काफी चिंतित दृष्टि से देखा, तों “अनाया ने अपने कंधे उचका दिए, और बेफिक्री से कहा_ ये सब मेरे पास्ट की बात है। अब मैं जो कुछ कर रही हुं! मैं उसमे अब बहुत खुश हूं।
भले ही अनाया ने ये बात, स्पष्ट और शांत रूप से कही थी. लेकिन फिर भी “राहुल काफी ज्यादा समझदार था. वो समझ सकता था. की “अनाया अपनी पिछले शादी के, दुख से अभी पूरी तरह से उभर नहीं पायी है।
लेकिन उसने चतुराई से, इस पर अधिक जोर नहीं दिया, फिलहाल “राहुल कुछ सोचकर मुस्कुराता हुआ बोला_ अच्छा तो क्या हम अब “गुनगुन को आइस स्केटिंग सिखा दें?
तब “अनाया जल्दी से सहमति जताते हुए बोली_ हां, हां, जरूर फिलहाल वो भी इस "शादी वाले टॉपिक को चेंज करना चाहती थी।
वेल.. अब ये सुनकर- की उसकी "माँ और राहुल, उसे स्केटिंग सिखाने वाले हैं। “गुनगुन काफी ज्यादा खुश हो गई, और "ताली बजाकर घूमने लगी थी.
अब जल्दी ही राहुल ने उसे, चेंज करवाया और उसको रिंग पर ले गया! और थोड़ी सी प्रैक्टिस के बाद “गुनगुन ने स्केटिंग करना शुरू कर दिया था.
उस वक़्त अनाया भी, अपने बेटी के चेहरे के "खुशी देखकर काफी खुश नज़र आ रही थी. और थोड़ी ही देर में “राहुल के इंस्ट्रक्शन के साथ वो, स्केटिंग करने में कामयाब रही!
और फिर एक तरफ “अनाया ने दूसरी तरफ राहुल ने, तेज़ी से “गुनगुन का दूसरी तरफ हाथ पकड़ लिया था. और तीनों ने एक साथ स्केटिंग की, और उस वक़्त काफी ज्यादा अच्छे लग रहे थे।
और भी जितने भी लोग, उस वक़्त वहां मौजूद थे. सभी उन लोगों को देख रहे थे. एक बड़ा ही हैंडसम से लड़का, साथ ही साथ एक सुंदर "लड़की और एक प्यारा सा बच्चा, सब की "निगाहें उस वक़्त उन्ही पर टिकी हुई थी।
वेल . थोड़ी देर तक इस तरह से उस ख़ूबसूरत से "एटमॉस्फेयर में घूमने के बाद, “अनाया का दिल काफी ज्यादा खुश हो गया था. और अब “अनाया ने पूरी तरह से बर्फ पर झूमकर, डांस करना शुरू किया .
उसका फिगर बेहद आकर्षक, और खूबसूरत लग रहा था. और इतना ही नहीं वो, नाचने में काफी ज्यादा हुनरमंद भी थी. और वो उस वक़्त काफी ज्यादा आकर्षक, और सेक्सी लग रही थी।
वहीं “राहुल हैरानी से अब उसकी और देखने लगा था. वो कभी उसके ख़ूबसूरत से "होठों को देख रहा था. तो कभी उसकी बड़ी ही, खूबसूरत सी कमर को देख रहा था.
वेल... उस वक़्त वहां पर कोई और भी मौजूद था. वो कोई और नही बल्कि टीना, और “अभय थे। और टीना अभय के साथ कुछ, क्वालिटी टाइम गुज़ारने के लिए "बर्फ़ीली वादियों मे आयी थी।
तब टीना कपूर ने, उन तीनों की ओर देखा और अभय की, ओर देखकर इशारें से बोली_ तुमने देखा कितना, अच्छा खुशहाल परिवार है।
वही “अभय ने ऊपर की ओर देखा, वहां पर उसने “गुनगुन साथ ही साथ अनाया, और “राहुल को साथ में देखा! लेकिन क्योंकि अनाया, और “गुनगुन ने हेलमेट पहना हुआ था. इसीलिए वो उन्हें ठीक से, पहचान नहीं पाया था।
वहीं सब लोगों की तरह “अभय को भी वो परिवार, काफी ज्यादा अच्छा लगा।
अब जैसे ही गाना फिनिश हुआ, और “अनाया ने अपना हेलमेट उतार दिया, और खुशी से चिल्लाने लगी! मुस्कुराते हुए कहा_ वाकई मज़ा आ गया ये, सबकुछ बहुत ज्यादा अच्छा था.
अब जैसे ही अभय ने “अनाया के चेहरे की ओर देखा तों उसकी, हैरानी काफी ज्यादा बढ़ चुकी थी. क्योंकि उसके सामने उसकी, एक्स बीबी खड़ी हुई थी. उसे इस बात का बिल्कुल भी, अंदाजा नहीं था. की अनाया इतनी ख़ूबसूरत सी, स्केटिंग कर सकती है।
उसे तों हमेशा यही लगता था- की “अनाया की जिंदगी पूरी तरह से बोरिंग है। और उसे कुछ भी करना नहीं आता है।
वही अब गुनगुन ने भी, अपना "हेलमेट उतार दिया और चहकती हुई आवाज़ में बोली_ वावो मम्मा, ये तो बहुत मज़ेदार था. मुझे बहोत मज़ा आया! और मम्मा, क्या ये “राहुल अंकल मेरे डैडी, बन सकते हैं?
अब जैसे ही “गुनगुन ने मासूमियत से ये पूछा! और उसके शब्द सुनकर- अब तो “अभय का चेहरा तुरंत काला पड़ गया! हालांकि उसने कुछ नहीं कहा,
लेकिन वही टीना कपूर को, अचानक अपने चारों तरफ "बर्फीले तनाव का एहसास हो रहा था. जिससे उसका दिल, धड़कना बंद हो गया।
और अब टीना ने अनाया को, देखकर “अभय के चेंज होते एक्सप्रेशन को, देखकर और चिढ़ उठी थी. और नाखुश होकर बोली_ देखा “अभय तुमने पहले तो तुम्हारी, एक्स बीवी "ईशान कपूर के साथ थी. और देखो इतनी जल्दी उसने, दूसरा लड़का भी फंसा लिया है। ये कितनी तेज़ "लड़की निकली अच्छा हुआ तुम्हारा, पीछा इससे छूट गया।
वेल तभी अनाया ने “राहुल की ओर देखकर कहा_ अच्छा राहुल क्या तुम, थोड़ी देर के लिए “गुनगुन पर ध्यान दे सकते हो प्लीज़..
एक्चुअली मुझे वॉशरूम, यूज़ करना है। अब अनाया ने जल्दी से बात पलटते हुए कहा, जैसे ही राहुल को ये कहा।
तब राहुल ने मुस्कुरा कर कहा_ अरे इसमें कहने की क्या बात है। मैं, बिल्कुल ध्यान रखूंगा “गुनगुन का,
हालांकि अभी तक अनाया की, नजरे “अभय पर नहीं पड़ी थी। जल्दी ही वो वॉशरूम में अंदर चली गई थी.
और "वॉशरूम से जैसे वो, बाहर निकलने को हुई! अचानक से उसके पीछे से, दरवाज़ा बंद हो गया था.✍🏻
तब राहुल ने मुस्कुरा कर कहा_ अरे इसमें कहने की क्या बात है। मैं, बिल्कुल ध्यान रखूंगा “गुनगुन का,
हालांकि अभी तक अनाया की, नजरे “अभय पर नहीं पड़ी थी। जल्दी ही वो वॉशरूम में अंदर चली गई थी.
अब आगे--
और वॉशरूम से जैसे वो, बाहर निकलने को हुई! अचानक से उसके पीछे से, दरवाज़ा बंद हो गया था. अब “अनाया हैरान हो गई और चौककर जैसे उसने, पलटकर देखा- की “अभय घुरकर उसे ही देख रहा था. इस वक़्त उसकी निगाहों में, गुस्सा ही भरा हुआ था।
वो उसे घूरकर देखते हुए सख्त आवाज़ में बोला_ तुम क्या खुदको रोक नहीं सकती हों? तुम्हारा अभी-अभी "तलाक़ हुआ है। और तुम इतनी जल्दी किसी और "गैर आदमी के साथ संबंध बना सकती हों?
अब जैसे ही अभय ने बड़े ही ज़हरीले, शब्दों में ये सारी बातें कहीं- अब तो “अनाया का दिमाग़ पूरी तरह से हिल गया था. वो किलसकर “अभय को घूर रही थी. उसे सबसे पहले तों हैरानी हुई, की आखिर “अभय यहां कर क्या रहा है?
तभी अभय की नज़र “अनाया के ख़ूबसूरत से चेहरे पर पड़ी, फिर उसे याद आया- की किस तरह से वो, बर्फ पर फिसल रही थी. किस तरह से वो, दूसरे आदमी यानी राहुल, के साथ हंसी खुशी बातें कर रही थी.
तभी “अभय ने अनजाने में अपने हाथों की मुट्ठियों को, कसकर भींच लिया था. और वो उसकी ओर देखकर "एरोगेंट वॉइस में बोला_ तुम किसी दूसरे आदमी के साथ, इतनी खुलकर कैसे मुस्कुरा सकती हों? हां,
अब अनाया जो की वहां पर “अभय को देखकर पहले से ही शॉक्ड में थी. वो खुदके जज़्बातों पर संयम रखते हुए, मज़ाक़िया अंदाज में बोली_ मिस्टर रायजादा, लगता है की आप "मुझमें कुछ जरूरत से ज्यादा, दिलचस्पी ले रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दूं! हम दोनों अब "तलाकशुदा है। इसीलिए मैं, किसके साथ अपना समय बिता रही हूं! किसके साथ में हंस रही हूं! बोल रही हूं! इससे आपको कोई, लेना देना नहीं होना चाहिए! राइट,
तभी “अभय गुस्से से तमतमाते हुए बोला_ जस्ट शटअप.. अपनी फालतू की बकवास बंद करों! मुझे इससे कोई फर्क, नहीं पड़ता "तुम किसके साथ घूम रही हों। किसके साथ हंस रही हों, या फिर कितने "आदमियों के साथ सो रही हों!
लेकिन याद रखना, इन सब में तुम मेरी "बेटी को नहीं घसीट सकती हों।
अब जैसे ही “अभय ने एकदम कोल्ड लहजे में, ये बात बोली! अब “अनाया पूरी तरह से गुस्से से भर उठी थी. और वो बरसते हुए बोली_ आपकी बेटी मिस्टर रायजादा... क्या आपको ये पता है? “गुनगुन का जन्म सुबह हुआ, या “गुनगुन का जन्म शाम मे हुआ था? या दोपहर में हुआ था? या फिर जिस दिन वो, पैदा हुई थी? उस दिन "आसमान में बादल छाए हुए थे? या "धूप थी?
जब वो इस दुनिया में, आयी तों क्या हुआ था? हां, क्या जानते हैं? आप अपनी "बेटी के बारे में?
अब जैसे ही “अनाया ने उससे इस तरह से सवाल किया? “अभय पूरी तरह से चुप हो गया था. वो उसे कोई जवाब नहीं दे पाया!
क्योंकि शायद “अनाया से शादी के बाद उसने, अपने जीवन का "अधिक समय सिर्फ अपने ऑफिस में ही बिताया था. या फिर “टीना के साथ और उससे ज्यादा समय वो, बिजनेस ट्रिप में बिताया करता था। और जब तक वो घर लौटा, तब तक “अनाया बच्ची को जन्म दे चुकी थी.
ये कड़वाहट महसूस करते हुए “अनाया ने अपना सर नीचे कर लिया। तब उसे याद आया की- अपनी नवजात बेटी, के लिए उसे "सीरियस मैटर वाले नोटिस पर, हस्ताक्षर करना पड़ा था. जबकि उस वक़्त वो, खुद काफी ज्यादा सीरियस थी. उसने अकेली ने ही, अपनी बेटी को जन्म दिया था. उस वक़्त उसके, आस-पास कोई नहीं था। और डॉक्टर जिस वक़्त उससे पेपर, साइन करवा रहे थे. उस वक़्त वो खुद बीमार थी।
वेल.. फिलहाल उसने अपनी कड़वाहट दूर करते हुए “अभय की ओर देखा और मुस्कुराई, और बेरुखी से बोली_ निश्चित रहिए मिस्टर रायजादा, “गुनगुन मेरी आंखों का तारा है। मैं उसे, अपने जैसा नहीं बनाऊंगी। और मैं पूरी कोशिश करुंगी कि वो, हमेशा रिस्पेक्टफुली जीवन जिये।
ऐसा कहकर वो “अभय के पास से गुज़र गई, और बाहर चली गई।
वहीं अभय बिना “टीना को कुछ बताये वहाँ से निकल चुका था. और उसी रात वो, अपने दोस्त “रुद्र के घर गया।
रुद्र का शुरू से ही रायजादा, परिवार मे काफी ज्यादा आना जाना था. और “रुद्र की बहन ने अभी-अभी एक बेटी, को जन्म दिया है।
वहां पर “अभय सोफे पर लेटा हुआ था. और देख रहा था. की विकास का साला, किस तरह से अपने महंगे सूट की "परवाह किए बिना अपनी भांजी का, डायपर बदल रहा था. तभी उसे अपनी बेटी, की यानी “गुनगुन की याद आ गई, क्योंकि उसने तो कभी "उसके कभी डायपर भी नहीं बदले थे.
अनाया की उससे शादी करने की कोशिश से उसके, अंदर ही अंदर केवल गुस्सा भर गया था. और जब उसे ये, पता चला की “अनाया मां बनने वाली हैं! तो उसे सिर्फ और सिर्फ गुस्सा ही आया था. जिसके बाद वो अपने काम पर "अधिक टाइम बिताने लगा था।
तभी उसने बड़ी ही धीमी आवाज में “रुद्र से पूछा_ अच्छा “रुद्र क्या मैं एक बुरा पिता हूं? तभी “रुद्र जो की उस वक़्त बियर पी रहा था. उसने पीना बंद किया और उसकी, और देखा और बिना एक्सप्रेशन के बोला_ तुम तो कभी एक "अच्छे पति भी नहीं थे।
अब “अभय कुछ देर रुका फिर, गुस्से से बोला मैंने कभी "उसका पति बनने की भीख नहीं मांगी!
तब रुद्र ने अपना सर हिलाया, और बोला ये सच है की तुमने उसका, पति बनने की भीख नहीं मांगी! लेकिन क्या मुसीबत में, एक-दूसरे की मदद नहीं करनी चाहिए? भले ही वो, अजनबी ही क्यों ना हों।
डिलीवरी के दौरान “अनाया का बहुत ज्यादा खून बह रहा था. इतना ही नहीं तुम्हारी, बेटी “गुनगुन भी गंभीर रूप से बीमार थी. वो दोनों अपनी जिंदगी, के लिए लड़ रहे थे।
जब मैंने उसे देखा वो, अपनी बच्ची को पकड़े हुए थी. एकदम पीली और बेजान-सी थी। फिर भी लगातार डॉक्टर से, अपने "बच्चे को बचाने के लिए उसका खून, इस्तेमाल करने की "भीख मांग रही थी।
डॉक्टरों ने मना कर दिया! फिर वो इतनी ज्यादा गुस्से से भरी उठीं, की उसने अपना ही "सर घायल कर लिया था.
अब जैसे ही “अभय ने ये सुना- वो शौक से हैरान हो गया था. और शॉक्ड होकर बोला_ सच में, क्या तुम सच कह रहे हों?
तब रुद्र हां में सिर हिलाते हुए बोला_ हां जो मैं, कह रहा हूं, सच कह रहा हूं। “गुनगुन को उस वक़्त ब्लड, संक्रमण हो गया था. जिसकी वज़ह से उसे, काफी ज्यादा ब्लड की जरूरत थी।
और तुम जानते हो उसका, ब्लड ग्रुप काफी ज्यादा रेयर था. जो कि अस्पताल में नहीं था. इसीलिए “अनाया काफी ज्यादा उदास हो गई थी. इसलिए उसने, खुदको जख्मी कर लिया था.
फिर अचानक “अभय को याद आया- की एक दिन “अनाया ने उसे कितनी ही बार फोन किया था. उसे समय उसने ये, समझकर फोन टाल दिया दिया की जरूर वो कुछ ना कुछ पैसे, मांगने के लिए फोन कर रही होंगी।
अब जैसे ही “अभय ने दिमाग पर जोर डाला तो उसे लगा की शायद वो, कॉल उसे “गुनगुन के जन्म के बाद की गई होगी।
इसीलिए जब उसने, उससे पूछा- की क्या वो जानता है की “गुनगुन के जन्म के समय वो, किन-किन परेशानियों से गुजरी थी? शायद इसीलिए वो ये, बताने की कोशिश कर रही थी. अचानक “अभय का दिल दर्द से धड़कने लगा था.
और वो, बाहर की ओर भागा.
दूसरी ओर,_
वहीं अनाया ने “गुनगुन के लिए जो लंबी छुट्टी ले ली थी. वो अब खत्म हा गयी थी. क्योंकि उसे चिंता थी. की तलाक से उस बच्ची को, मेंटली रूप से नुकसान होगा।
Well... आज किंडरगार्डन में उसका, पहला दिन था. तब “गुनगुन ने अनाया से चहकते हुए बोला_ "मम्मा में चलती हुँ। आप अपना ख्याल रखना..
तब “अनाया ने अपनी बेटी को प्यार भरी मुस्कान के साथ देखा, जब तक “गुनगुन उसकी आंखों के सामने से, अंदर नहीं चली गई! तब तक वो वहीं खड़ी रही।
और तभी जैसे ही वहां से, जाने के लिए मुड़ी सड़क के किनारे उसे “अभय दिखाई दिया.
अभय कभी भी “गुनगुन को देखने के लिए उसके, हॉस्टल में नहीं आया था. अब उसे वहां देखकर “अनाया को हैरानी हुई वो तुरंत अभय, के पास गई और बोली_ मिस्टर रायजादा आप यहाँ? क्या आपको कुछ चाहिए?
अब अभय की नज़र धीरे-धीरे उसके, चेहरे पर गई ये पहली बार था. जब “अभय उसे इतने ध्यान से देख रहा था। अनाया का चेहरा छोटा, एकदम गोल और बड़ा ही "प्यारा और ख़ूबसूरत था।
“अनाया वास्तव में बड़ी ही, ख़ूबसूरत औरत थी.
वो बहुत, पतली सी थी.
तभी अभय ने उसकी, ओर देखकर सीरियस टोंन मे पूछा_ क्या कभी भी “गुनगुन के जन्म के दौरान तुम्हें, अत्यधिक रक्तस्राव हुआ था? और तुमने इसके बारे में मुझे क्यों नहीं बताया?
अब जैसे ही “अनाया ने ये सुना, वो हैरान हो गई! और उसने आश्चर्य से अपनी भौंहे उठाई उसे, इस बात की उम्मीद नहीं थी. की “अभय उससे इस बात के बारे में बात करेगा।
फिलहाल उसने अपना चेहरा, सपाट किया और उसकी और देखकर बोली_ जब मुझे तुम्हारी जरूरत थी. तब तुम वहां नहीं थे. और अब इस बारे में बात करने से क्या फायदा? अपना सिर नीचे करके वो धीरे से, हंसी और अपनी "आंखों में उदासी छुपाने लगी।
अब “अभय एक पल के लिए चुप हो, गया फिर उसने अपनी "जेब से चेक निकालकर उसे थमा दिया और बोला_ उन सब सब चीजों के लिए मैं, तुम्हें मुआवजा देना चाहता हूं।
ये लो अब तो “अनाया ने जैसे ही चेक पर नज़र डाली, उसमें लगी कितनी ही सारी "जीरो को देखा तों वो पूरी तरह से चौंक गई!
उसे लगा था- की “अभय को जब इस घटना के बारे में पता चलेगा तो वो, शायद अपने बच्चे के खातिर उससे माफी मांगेगा! लेकिन पैसे से उसने जवाब दिया. अनाया को लगा उसे उसके, बारे में कोई भरम नहीं पालना चाहिए था।
वेल अनाया ने चेक पर नज़र डाली अभय, ने देखा की “अनाया के मुंह के कोने पर धीरे-धीरे मुस्कुराहट आ गई है। अब “अभय ने सोचा- की शायद “अनाया को इन पैसे से संतुष्ट होना चाहिए!
लेकिन अगले ही पल “अनाया ने उसकी और देखकर बोली_ मिस्टर रायजादा, इसकी कोई जरूरत नहीं है। उस चेक को उसने “अभय मुंह पर फेंक दिया था।
और बोली_ चलो अतीत में जो कुछ भी हुआ, उसमें मेरी ही गलती है। आप मेरी गलती मानते हैं इसके, अलावा मैंने आपके 6 साल, बर्बाद किये है। उसका क्या मुआवजा होगा?
अब मैंने जो आपको 6 सालों, तक "परेशान किया तों आप इसको आपकी, परेशानियों के रूप में आपको लौटाया हुआ मुआवजा मान ले, ok अब से हिसाब बराबर ठीक है।
अब उसके जवाब ने “अभय को चौंका दिया उसने हमेशा सोचा था. की उसके परिवार के साथ उसका, जुड़ना वो सिर्फ और सिर्फ "उसके पैसों के लिए है।
अब उसका इस तरह का, जवाब सुनकर- अभय का चेहरा काला पड़ गया, और बोला- तुम्हे इस तरह नही सोचना चाहिए! की ये तुम्हारी मेरे लिए लिए कोई दयालुता है।
अगर तुम दिखावा करोगी तों तुम्हें, ऐसा मौका फिर नहीं मिलेगा। तुम्हें इस तरह से उदारता का दिखावा, करने की कोई जरूरत नहीं है।
अभी मौका है तुम मुझसे पैसे, लेकर अपने जिंदगी अच्छे से काट सकती हो..
तभी “अनाया अपने चेहरे पर डार्क एक्सप्रेशन लाते हुए बोली_ आप निश्चित रहिये! मिस्टर रायजादा मैं, आपके "बिना भी अपने आप ही कामयाब हो जाऊंगी।
और मुझे पूरी उम्मीद है की मैं, "आपको कभी परेशान नहीं करूंगी। “अनाया ने उसे मुस्कुराते हुए देखा, फटाफट से अपनी टैक्सी बुलाई! और वहां से चली गई।
अब जैसे ही “अनाया टैक्सी से चली गयी। तब “अभय के चेहरे पर एक घमंड भरी मुस्कुराहट थी. और वो उसका मज़ाक उड़ाते हुए बोला_ मैं भी देखता हूं कब तक तुम, मुझसे के पैसे नहीं लेती हों!
वहीं दूसरी ओर,_
जैसे ही इशिक़ा को इस बात के बारे में, पता चला की “अभय ने इस तरह से अनाया को, पैसे देने के के बारे में सोचा! तों उसने उसे खूब सारा कोसा था. और वो झल्लाते हुए बोली- वो “अभय अपने आपको समझता क्या है? उसे लगता है कि मानो की पूरी दुनिया में, केवल वही एक पैसे वाला आदमी है।
और तब वो “अनाया की ओर देखकर बोली_ मुझे लगता है “अनाया तुम्हें ना अब फ्यूचर स्टार मीडिया की जो, नीलामी होने वाली है। तुम्हे उसमें भाग लेना चाहिए!
और मिस्टर रायजादा, का ड्रीम है। फ्यूचर स्टार मीडिया और, फिर मिस्टर “अभय की ये गलतफहमी दूर करनी चाहिए, की "उन्होंने कितने बड़ी गलती की है।
इशिका को उस वक़्त काफी, ज्यादा गुस्सा आ रहा था इसीलिए उसने अब “अनाया को एक नीलामी में, भाग लेने के लिए कह दिया था.
और उसके लिए कपड़े भी मंगवा लिए थे. और साथ ही साथ एक हैंडसम से लड़के को, भी उसके साथ खड़ा कर दिया था. यानी के हैंडसम से एक बॉयफ्रेंड, अनाया के लिए हायर कर दिया था।
जिससे वह नीलामी में “अनाया का बॉयफ्रेंड होने की अच्छी, तरह से एक्टिंग कर सकें।
अब अनाया हैरान हो गई, और “इशिका की ओर देखकर बोली थी
बॉयफ्रेंड?
लेकिन मुझे नहीं लगता की मुझे, किसी बॉयफ्रेंड की जरूरत है। लेकिन तभी ✍🏻✍🏻✍🏻
9️⃣
अब अनाया हैरान हो गई, और “इशिका की ओर देखकर बोली!
बॉयफ्रेंड?
लेकिन मुझे नहीं लगता की मुझे, किसी बॉयफ्रेंड की जरूरत है।
अब आगे--
तब “इशिका बोली_ तुम मेरी बात का यकीन करों जों कुछ मैं, करना चाहती हुं- की मुझे वो करने दो मैं बस उसे “अभय को उसकी सही जगह दिखाना चाहती हुं।
अब इशिका की, बात सुनकर “अनाया उसे मना तो करना चाहती थी. लेकिन “इशिका काफी जिद्दी थी. इसीलिए “अनाया को ही हार माननी पड़!
और लेकिन जब उसने ये देखा, की उसने उसका "बॉयफ्रेंड बनने के लिए किसी और को नहीं, बल्कि “राहुल को कहा गया है! तों वो, पूरी तरह से हैरान हो चुकी थी।
सफेद शर्ट और गहरे नीले रंग, के ब्लेजर में वो
“राहुल बड़ा ही हैंडसम और एकदम राजकुमार, जैसा लग रहा था. “राहुल जल्दी से अनाया को देखा तों, फटाफट से उसे बड़ा ही ख़ूबसूरत सा "रेड रोज़ का बुके गिफ्ट किया।
अब “अनाया हल्का से मुस्कुराई और उसके, हाथों से बुके ले लिया! और “राहुल कों हेलो बोला! अब अनाया को राहुल, के साथ काफी ज्यादा अनकंफर्टेबल लग रहा था।
फिलहाल जैसे ही राहुल, ने ये बताया_ की वो उसके "बॉयफ्रेंड बनने की एक्टिंग करने के लिए आया है! तों उसे ज्यादा ऑकवर्ड, होने की कोई जरूरत नहीं है।
तब जाकर “अनाया ने राहत के सांस ली!
वहीं दूसरी ओर निलामी हाॅल में,_
अभय और “टीना कपूर मिडिया से घिरे हुए थे. और वो दोनों भी उस वक़्त, वहाँ नीलामी में मौजूद थे. “अभय और टीना ने जैसे ही वहां पर पहले से मौजूद अनाया, और “राहुल को एक साथ देखा दोनों ही चौंक गए।
टीना अनाया को वहा देखकर, काफी ज्यादा चिढ़ गयी थीं. क्योंकि वो “राहुल के साथ खड़ी हुई थी. जो काफी हैंडसम था।
well.. “अनाया को बेइज्जत करने के इरादे से टीना, जानबूझकर “राहुल के पास रुकी और बनावटी, स्माइल करते हुए बोली_ मिस्टर "ओबेरॉय क्या आप हमें इनसे नहीं मिलवाएंगे?एक्चुअली हमने आप दोनों, को "आईसलैंड पर परफेक्ट फेमिली, की "टीम बनाकर स्केटिंग करते हुए देखा है।
जानबूझकर टीना “अभय के सामने अनाया को, कैरक्टरलेस साबित करना चाहती थी।
राहुल हल्की स्माइल, करते हुए बोला_ ये मेरी गर्लफ्रेंड है। “राहुल बिल्कुल उसी तरह से बोला! जिस तरह से “इशिका ने उसे समझाया था. राहुल की मुस्कान हमेशा की, तरह बड़ी ही प्यारी थी. अब जैसे ही “राहुल ने य कहा की अनाया, मेरी गर्लफ्रेंड है।
“टीना पूरी तरहां से बौखला गई थी.
और बोली_ गर्लफ्रेंड? क्या वाकई,
तब “राहुल मुस्कुराते हुए बेझिझक बोला_ जी हां बिल्कुल...
क्योंकि सिर्फ फेमस स्केटर, होने के बावजूद “राहुल की फेमस और फैन फॉलोइंग, काफी ज्यादा थी. पिछले 3 सालों में उसके, अट्रैक्टिव लुक और शानदार प्रदर्शन ने "दुनिया भर में उसके, कई लाखों में फैन बना दिए थे।
Well.. जो मीडिया इस वक़्त “अभय और टीना को, घेरकर चल रही थी. अब जैसे ही उन्होंने “राहुल ओबेरॉय की बात सुनी- तो उन सभी ने अभय और “टीना को छोड़कर सीधे-सीधे तरीके से राहुल, और “अनाया को घेर लिया था।
और उन पर सवालों की, बौछार कर दी थी.
और बोले_ की मैं मिस्टर ओबरॉय, क्या आप बता सकते हैं? की आप दोनों की मुलाकात कैसे हुई? और क्या आपको, इस बात की टेंशन तो नहीं है? की आपके फैन आपके रिश्ते, के "पब्लिक होने के बाद किस तरह का रिएक्ट करेंगे?
और अभी तो आप, केवल 24 साल के हैं। इतनी जल्दी आपने, अपनी गर्लफ्रेंड बना ली!
वेल... तभी “राहुल ने मुस्कुराते हुए बेपरवाही से कहा_ अरे मैं 24 साल का हूं! प्लीज़ आप इस तरह से हमें, डराइये मत हां..... उसने बड़े ही आराम से शांति से, सभी "मीडिया के सवालों का जवाब दिया था
और “अनाया को अपने काफी करीब कर लिया था. वहीं “अनाया ने भी अब अपने चेहरे को राहुल की, बाजू में छुपा लिया था. क्योंकि वो नहीं चाहती थी. की ज्यादा लोगों की उस पर नज़र पड़े!
लेकिन तभी जाने अनजाने में उसकी, नजर सीधा “अभय की नज़रों से टकरा गई थी. “अभय कुछ ही दूरी पर खड़ा हुआ था. चुपचाप ये सब देख रहा था. उसकी आंखें ऐसी थी मानो- की कितना ही बड़ा समुद्र लिए वहां खड़ा हुआ था।
Well... आराम से सारे सवालों के जवाब देने के बाद “राहुल फटाफट से नीलामी, वाली जगह पर चला गया था.
तब जाकर “अनाया ने राहत की सांस ली थी.
और फिर “राहुल से माफी मांगते हुए बोली_ आई एम सो सॉरी राहुल, तुम्हें बेकार में "मेरी वजह से इतने सारे सवालों का जवाब देना पड़ा! और ये सबकुछ उस “इशिका की बच्ची की वजह से हुआ है। प्लीज़ मुझे माफ कर देना।
तब “राहुल हंसकर बोला_ तुम्हे इन सबमे पड़ने की कोई जरूरत नहीं है। और मुझे इन सब चीजों से, कोई फर्क नहीं पड़ता! मैं सब सारी बातें साफ करवा दूंगा।
फिर भी “अनाया को काफी ज्यादा बुरा लग रहा था. की बेचारा “राहुल तो निर्दोष है। बेकार में उसे मीडिया के, सवालों के जवाब देने पड़ रहे हैं।
तब “राहुल ने एक छोटी सी मुस्कुराहट, देते हुए दबी हुई आवाज़ में कहा_ वैसे “अनाया मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड, बनकर बहुत खुश हूं। हालाँकि मुझे पता है की मैं, इसके लायक नहीं हूं।
तब जैसे ही उसने, बड़े ही "रोमांटिक लहजे में ये कहा! “अनाया बोल पड़ी- अरे नहीं तुम कैसी बात कर रहे हो? तुम तो बहुत ही ज्यादा कैपेबल, हो यार! तुम वाकई बहुत अच्छे हों तुम्हें, तों कोई भी "लड़की मिल सकती है।
अनाया को “राहुल की आंखों में उसका, काफी ज्यादा ईमानदारी और उदासी की "झलक नहीं दिखी तब “राहुल कुछ पल सोचते हुए बोलता है_ हम्म् हो सकता है।
वही “अभय उनसे कुछ कदम पीछे था. अनजाने में उनका का पीछा करने लगा था. भले ही उनके रास्ते अलग-अलग थे।
अब उनकी बातें सुनकर- उसने इस बात का अंदाजा तो लगा लिया कि ये “अनाया नहीं थी. जिसने उस "नौजवान को फसाया था. बल्कि वो नौजवान भी उसके, लिए फीलिंग रखता था.
अभय को लगता था- की शायद “राहुल को अनाया ने फसाया होगा? लेकिन अब “अनाया की इस तरह की बात सुनने के बाद उसे हैरानी हुई, लेकिन फिर भी अचानक ना जाने क्यो? उसका चेहरा जलन से भर गया था।
वहीं अनाया अब “राहुल को देखते हुए बोली_ अच्छा चले हमे अब अंदर जाना चाहिए? और जैसे ही वो अंदर जाने लगी उसे, ऐसा लगा मानो- की वो किसी की निगाहों के घेरे में है।।
और जैसे ही “अनाया मुड़ी उसने देखा की काफी देर से “अभय बिना हिले डुले वहीं खड़ा हुआ उसकी, और ही घूर रहा है।
वो पूरी तरह से चौंक गई थी.
लेकिन तब “अभय तुरंत घिन्न भरी नजरों से देखकर बोला_ तलाक़ के तुरंत बाद किसी दूसरे आदमी, के साथ अफेयर कर लिया? शायद तुम जानती हों। की तुम्हे आगे की जिंदगी, कैसे जिनी और गुज़ारनी है।
यहाँ “अभय का सीधा सीधा मतलब अनाया, का रखेल बनने से था।
We'll अनाया उसकी बात सुनकर, पूरी तरह से हैरान हो गई थी ,हालांकि “अनाया ने उसे जवाब देना चाहती थी. लेकिन फिलहाल वो, अपना मूड खराब नही करना चाहती थी. तो “अभय को पूरी तरह से इग्नोर करके वो राहुल, के साथ चली गयी।
अब अनाया के यूं इग्नोर करके, जाने पर वहीं “अभय का चेहरा गुस्से और जलन के मारे पूरी तरह से लाल हो गया था। उसे इस वक़्त काफी ज्यादा, जलन महसूस हो रही थी. लेकिन वो क़ुबूल नही कर पा रहा था।
वहीं अंदर जाते ही “राहुल अपनी एक कॉल अटेंड, करने के लिए थोड़ा दूर चला गया।
लेकिन “अनाया नीलामी की चीजों को गौर से देखने लगी थी।।।
तभी उसे पीछे से किसी की, आवाज आती हैं। कोई उसे ताने देते हुए, बोल रहा था- किसी "अमीर आदमी को पाने के लिए तुम, कितनी बेताब हो! जो यहां इस, नीलामी में आ गई हों।
अब जैसे ही ये आवाज वहां गुंजी अनाया पूरी तरह से चौंक गई थी. जैसे ही अनाया ने ऊपर की और अपना सर उठाकर देखा
तो उसने देखा की अभय की, बहन “आकांशा रायजादा और उसकी माँ “शिला रायजादा वहां मौजूद थी. उनकी आंखों मे “अनाया के लिए एक तरफ से ज़हर भरा हुआ था।
क्योंकि उन्होंने हमेशा से ही सोचा था- कि “अनाया अभय के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं थी. और अब जब “अभय और अनाया का तलाक हो चुका था. तो वो दोनों और भी ज्यादा नफरत से “अनाया को देखने लगी थी।
अनाया की ex नंद “आकांशा रायजादा ने जब अनाया को, देखा तो वो उसे चिढ़ते हुए बोली_ ऐसे कैसे तुम्हें, किसी ने अंदर आने दिया है? क्या ये लोग गेस्ट की, स्केनिंग नहीं करते है?
तब उसकी मां “शिला अपनी बेटी को चुप कराती हैं। क्योंकी इस तरह से सबके सामने रायजादा, परिवार की "बेटी तेज़ आवाज में किसी को कुछ, नहीं बोल सकती थी. सबकी नजरो मे वो लोग, काफी ऊँचे खानदान से थे. उनकी मान मर्यादा काफी ऊँची थी.
तब अनाया ने एक नज़र “आकांशा रायजादा की तरफ देखा। असल में तो “अनाया अब अपने एक्स, परिवार पर कोई ध्यान नहीं देना चाहती थी।
अब उसका इन "कम मानसिकता वाले, लोगों से कोई लेना-देना नहीं था.
लेकिन फिर भी आकांशा को, उस वक़्त “अनाया को वहां देखकर काफी, ज्यादा गुस्सा आ रहा था. वो इस तरह से “अनाया की उस नीलामी में, मौजूदगी बर्दाश्त नहीं कर रही थी।
तभी वो आगे बढ़ी और बेरहमी से “अनाया के हाथों से उसने नीलाम, होने वाली चीजों की लिस्ट को छीन लिया। और उसे जमीन पर फेंक दिया, और “अनाया की ओर देखकर भड़कते हुए बोली_ बेशर्म कहीं की तुम, क्या समझती है! की तुम फ्यूचर स्टार मीडिया, का हिस्सा बनोगी। हां,
क्योंकि इशिका ने, एक बार तुम्हारे लिए "स्टैंड क्या लिया तुम खुदको, काफी ऊँचा समझने लगी हो, ( Future Star Media सभी अमीर लोगो की, ड्रीम कंपनी है। सभी लोग उसके "साथ जुड़ना चाहते है )।।।।
लेकिन बस बहोत हो गया तुम्हारा ड्रामा, अब तुम यहां नहीं रह सकती हों! तुम इस सीट पर से, अभी और इसी वक़्त उठों।
अब जैसे ही “आकांशा ने वहां जाकर अनाया, पर हमला करते हुए “अनाया को उस जगह पर से उठने के लिए कहा!
अब “अनाया उसे घूरते हुए बोलतीं हैं_ अगर मैं यहां से नहीं उठीं तों तुम, क्या कर लोगी?
तब “आकांशा बड़े ही घमंड के साथ बोली_ अगर तुम यहां से नहीं उठी तो मैं, अभी सिक्योरिटी वालों को यहां बुलाऊंगी। और उन्हें बोलेगी की तुम, यहां बिना किसी इनविटेशन के "चुपके से अंदर आ गई हो! और सिक्योरिटी वाले तुम्हें, यहां से उठाकर बाहर फेंक देंगे।।।
अब “अनाया उसकी इस तरह की बात सुनकर, अंदर-अंदर थोड़ा सा हंस पड़ी! और कहीं ना कहीं उसे ये लगा की शायद उसे, अब अपनी पुरानी "नंद से थोड़ी देर खेल लेना चाहिए।
तब “अनाया ने उसकी ओर देखकर, बेपरवाही से कहा_ अच्छा तो ठीक है! अब तुम ही मुझे बता दो कि मैं, फिर कहां बैठ सकती हूं ।।।।
अब “अनाया की बात सुनकर- आकांशा बहुत खुश थी. और उसने उसे आखिरी "सेट की ओर इशारा करते हुए कहा, वहां देख रही हो? सामने जो 68 साल, के मिस्टर "मनोज मेहता बैठे हुए हैं! तुम वहां जाकर, उनके बराबर में बैठो!
मुझे पूरी उम्मीद है! मिस्टर "मनोज मेहता तुम्हें, जरूर नोटिस करेंगे! और क्या पता वो, अच्छे मूड में होतो हो सकता है की? वो तुम्हें अपनी रखेल, भी बना सकते है।✍🏻✍🏻
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अब “अनाया की बात सुनकर- आकांशा बहुत खुश थी. और उसने उसे आखिरी "सेट की ओर इशारा करते हुए कहा, वहां देख रही हो? सामने जो 68 साल, के मिस्टर "मनोज मेहता बैठे हुए हैं! तुम वहां जाकर, उनके बराबर में बैठो!
अब आगे--
मुझे पूरी उम्मीद है! मिस्टर “मनोज मेहता तुम्हें, जरूर नोटिस करेंगे! और क्या पता वो, अच्छे मूड में होतो हो सकता है की? वो तुम्हें अपनी रखेल, भी बना सकते है।
आकांशा ने बड़ी ही, बेशर्मी से ये बोला था.
मिस्टर “मनोज मेहता एक बहुत ही बड़ा कैरक्टरलेस, आदमी था. उसे कई सारी "औरतें अपने पास रखने के लिए जाना जाता था. और साथ ही साथ उसके, बारे में एक खबर भी छपी थी की फिलहाल वो एचआईवी से, संक्रमित भी हो गया था.
“आकांशा का इरादा ना केवल “अनाया को इंसल्ट करना था. बल्कि उसे मरवाने का भी था.
Well.. उस सीट को देखकर “अनाया ने कोई झल्लाहट नहीं दिखाई! वो धीरे से खड़ी हो गई जैसे ही अनाया उठी!
“आकांशा जो “अनाया और बेइज्जत करना चाहती थी. अचानक चौक गई, जब “अनाया ने उसे ये बोला_ उस सीट पर तुम, जाकर क्यों नहीं बैठ जाती? अब जैसे ही अनाया, ने उठकर “आकांशा को सीधे-सीधे तरीके से ये कहा!
अब तो आकांशा का, पारा बहुत ज्यादा बढ़ चुका था. और वो “अनाया को घूरते हुए बोली_ तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, ये बकवास करने की? मैं वहां जाकर बैठू, मैं तुम्हें मार डालूंगी।
कहीं ना कहीं “आकांशा ऐसी बेकार की बात बर्दाश्त नहीं कर सकीं! और ये बात उसकी इगो पर, लग गयी और उसने “अनाया को थप्पड़ मारने के लिए अपना, हाथ उठा दिया।
लेकिन तभी अनाया, ने "उसका हाथ बीच में पकड़ लिया और “आकांशा की ओर देखकर धमकाते हुए बोली_ मिस रायजादा, यहां पूरी जगह पर सी.सी.टीवी कैमरे की निगरानी में है। और अगर तुमने, यहां इस तरह की "कोई बेहूदा हरकत करने की कोशिश की, तो मैं यहां की "फुटेज मीडिया में दे दूंगी।
जैसे ही “अनाया ने बड़े ही शांत स्वभाव, में “आकांशा को ये धमकाया तो, आकांशा का गुस्से के मारे बुरा हाल हो गया था।
तभी आकांशा उसकी ओर देखकर, तिलमिला कर बोली_ अब बस तुम इंतजार करों! अब देखो मैं तुम्हें, किस तरह से मिस्टर “मनोज मेहता की बगल में बैठने के लिए मजबूर करती हूं। हुंह,
तब क्योंकि “आकांशा अनाया पर हाथ नहीं उठा पायी, तों वो केवल “अनाया को धमकी देकर वहां से चली गई। लेकिन थोड़ी ही देर बाद “आकांशा एक आदमी के साथ वहां वापस आयी।
वो आदमी “राहुल ओबेरॉय का, एजेंट “सुमित था. तब आकांशा “सुमित की ओर देखकर बोली_ मिस्टर “सुमित क्या आपने देखा ये लड़की, बिना किसी इनविटेशन के यहां आ गई है। और इतना ही नहीं ये मिस्टर “राहुल ओबेरॉय की बगल में बैठने की भी हिम्मत कर रही है।।।।
अब आकांशा जिसने सीधे तरीके से “सुमित से की शिकायत की, और गुस्से से “राहुल ओबेरॉय के नाम की जिस सीट थी. वहाँ इशारा करने लगी थी।
क्योंकि वहां पर जितनी भी सीट थी. सभी लोगों के नाम वहां पर लिखे हुए थे. इसीलिए उसने “राहुल ओबेरॉय के नाम टैग की ओर, इशारा किया अब “सुमित भी पूरी तरह से चौंक गया था।
क्योंकि वाकई अनाया तों, उसके बॉस “राहुल ओबेरॉय की सीट पर ही बैठी हुई थी. और उसे “अनाया के बारे में कुछ पता भी नहीं था. तों इसीलिए वो “अनाया को देखते हुए बोला_ देखिए मैडम, अगर आपके पास यहां का इनविटेशन नहीं है? तों प्लीज़ आप यहां से चली जाइए!
अब “अनाया उसकी ओर देखकर धीमें स्वर में बोली_ माफ कीजिएगा मुझे नहीं पता, अभी अनाया ने इतना ही बोला था?
तभी आकांशा के चेहरे पर, एक घमंडवाली मुस्कान देखकर “अनाया ने शांति से अपनी बात कंप्लीट की और कहा_ लेकिन मैं “राहुल ओबेरॉय की दोस्त हुं। और उसी ने मुझे यहां बैठने के लिए कहा था ।।।
तब अनाया की बात सुनकर, “आकांशा ने मज़ाक उड़ाकर हंसते हुए कहा_ क्या तुम्हें नहीं पता, मिस्टर “राहुल ओबेरॉय की अब एक गर्लफ्रेंड है! और ये सीट उसी के लिए है।
उससे आगे उसे कुछ भी, बताने की कोशिश नहीं की और वो केवल इतना ही बोली थी,
तभी “अनाया उसकी बात काट कर बोली_ मैने कहा ना ये सीट मेरी है।
अब अनाया का, इतना कंफिडेंस देखकर “सुमित चोंक गया “अनाया का इतना सेल्फ कॉन्फिडेंस देखकर “सुमित को समझ में नहीं आ रहा था. की इस मामले को वो, कैसे सुलझाए? इसीलिए उसने सीधा “राहुल ओबेरॉय को वहां बुलाने का फैसला कर लिया था।
और जल्दी ही “राहुल वहां आ गया था।
तब राहुल को, वहाँ आया देख “आकांशा ने जानबूझकर अपनी आवाज़ ऊंची करके “राहुल की ओर देखकर कहा_, राहुल ये लड़की बेशर्मी से, तुम्हारी गर्लफ्रेंड की सीट पर बैठी है! इसे यहां से जाने के लिए बोलो!
वो जानबूझकर तेज़ बोल रही थी. ताकि ज्यादा लोग इस तमाशा को देखें. और “अनाया का अच्छा खासा मजाक उड़ाए!
और तभी आकांशा, तेज़ आवाज में बोली_ सिक्योरिटी जल्दी से यहां आओ! और उस घटिया लड़की को, यहां से बाहर निकालो।
अब राहुल तुरंत “अनाया के सामने खड़ा होकर नाराज़गी, ज़ाहिर करते हुए बोला_ मेरे मेहमान को बाहर निकलने वाली तुम होती कौन हों?
अब जैसे ही “राहुल ने रुडली आकांशा को, जवाब दिया! क्योंकि हमेशा से ही “राहुल काफी शांत और मुस्कुराता रहता था. लेकिन आज उसका चेहरा एकदम ही सख्त हो गया था.
अब जैसे ही राहुल के मुंह से “आकांशा ने मेहमान सुना तो वो, पूरी तरह से शाक्ड हो गई थी. और उसका चेहरा हैरानी से भर गया। और वो कन्फ्यूजन से बोली_ ये कैसे हो सकता है? ये कैसे हो सकता है? क्योंकि “आकांशा जानती थी. कि ये सीट “राहुल ओबेरॉय की गर्लफ्रेंड के लिए रखी है।
तों क्या इसका मतलब “अनाया उसकी गर्लफ्रेंड थी. अब तो कहीं ना कहीं “आकांशा पूरी तरह से गुस्से से कांपने लगी थी. और लगभग वो बेहोश होने वाली थी।
अब आकांशा को एक साइड में, करके “राहुल ने एक नज़र अनाया, की तरफ देखा और फिर उसके पास बैठ गया था. और उससे पूछा_ क्या तुम डरी नहीं थी,
तब “अनाया बेबाकी से बोली_ मैं भला किसी से क्यों डरूंगी। हां, और वैसे भी मुझे कोई परेशानी नहीं हुई! अब क्योंकि थोड़ा सा वहां, पर इस तरह का हंगामा हो गया था. और सभी का "ध्यान इस वक़्त उस हंगामा पर था।
तब इवेंट ऑर्गेनाइजर वहां आए और “आकांशा की ओर गुस्से भरी नजरों से, देखते हुए मामले को शांत करने की कोशिश करने लगे थे।।
तभी अचानक “अनाया ने इवेंट ऑर्गेनाइजर की ओर देखा और बोली_ आप प्लीज़ मेरा एक काम कीजिए कृपया, करके इन मैडम को मिस्टर “मनोज मेहता के बगल वाली सीट दे दीजिए!
हालांकि इवेंट ऑर्गेनाइजर को “अनाया की पहचान के बारे में ज्यादा कुछ नहीं पता था. लेकिन फिर भी इशिका ने, उन इवेंट मैनेजर को पहले ही “अनाया की सारी बातें मानने के लिए कह दिया था।।।
तब इवेंट मैनेजर ने झुककर “अनाया का अभिवादन किया और उसने तुरंत “अनाया द्वारा बताई गई, कुर्सी जो कि “मनोज मेहता की कुर्सी थी. उसके ठीक बगल में “आकांशा के लिए सीट रख दी थी।
अब अपनी सीट के बग़ल में मनोज मेहता को, बैठा हुआ देखकर “आकांशा का गुस्से के मारे बुरा हाल हो चुका था. वो बेकाबू हो उठी! और अनाया की ओर घूरते हुए मन में बुदबुदाई_ तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई? उसने काफी गुस्से भरी आवाज में “अनाया की और देखा था।
और “अनाया को मन में कोसते हुए सोच रही थी- आखिरकार इस औरत ने, ऐसा कौन सा जादू किया जो “इशिका कपूर और साथ ही “राहुल ओबेरॉय उसे डिफेंड कर रहे थे।।
वेल तभी थोड़ी देर बाद शिला रायजादा, जो की अपनी एक अमीर दोस्त से बात करने मे बिज़ी थी. वो वहाँ आती है। और अपनी बेटी, को गुस्से में देखकर नाराज़गी से पूछतीं हैं_ की आखिरकार यहां पर हो क्या रहा है?
तब “आकांशा जो कि गुस्से से फट रही थी. उसने अपनी मां को, सारी बातें बता दी थी.
तब सारी बात सुनने के बाद शिला जी, समझदारी से काम लेते हुए बोली_ की "फ्यूचर स्टार मीडिया के सामने उनकी, शक्ति काफी कम है! तो इसीलिए उन्हें अब इस बात को ज्यादा बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
अगर “अनाया को फ्यूचर स्टार मीडिया का सपोर्ट मिल रहा है। तो फिलहाल के लिए हमें, चुप हो जाना चाहिए।
और किसी अच्छे मौके की तलाश में रहना चाहिए! ताकि हम बाद में “अनाया को अच्छा खासा सबक सिखा सकें!
लेकिन हम अब इस तरह से "फ्यूचर स्टार मीडिया के लोगों से दुश्मनी, मोल नहीं ले सकते हैं। शीला जो काफी ज्यादा राजनीति वाली औरत थी. सिचुएशन को समझते हुए वो, अपनी बेटी के "गुस्से को शांत करने की कोशिश कर रही थी।
तब आकांशा ने अपनी मां, से कहा_ मॉम चलो चले यहां से मे अब कुछ, भी सुनने के मूड मे नही हूँ! ये कहते हुए उसने अपनी मां को, खींचकर वहाँ दूर कर दिया।
अब “अनाया ने भी इस घटना को, अनदेखा कर दिया और अपने काम पर वापस चली गई, उसने उन लोगों को ज्यादा भाव नहीं दिया।।
कुछ ही देर में अभय, और साथ ही साथ “टीना भी अपनी सीट पर आ गए थे. और वो सीट उनके ठीक बराबर वाली ही थी।
Well अब “अनाया को देखते हुए अचानक किसी की आवाज आयी। एक लड़की मुस्कुराते हुए कह रही थी. अरे ये तो “अनाया है ना? शायद किसी ने “अनाया को पहचान लिया था. और बुदबुदाते हुए बोली_ क्या उसने मिस्टर “अभय सिंह रायजादा से शादी नहीं की थी।
6 साल पहले जब “अभय को प्रेस ने और साथ-साथ टीना, कों धोखा देते हुए पकड़ लिया था. उस वक़्त “अनाया ने मीडिया के सामने आकर रायजादा, परिवार की इज्जत बचाई थी।
Well.. अब नीलामी मे इस तरह से पुरानी बातों का जिक्र होने पर “अनाया तुरंत अपनी कुर्सी से उठ खड़ी हुई, और एक्सप्लिनेशन देते हुए बोली_ की वो अब “अभय से नॉर्मल तरीके से अलग हो गयी है। और मिस “टीना कपूर उनकी गर्लफ्रेंड है। जिनकी अब “अभय सिंह रायजादा से शादी होने वाली है।
अनाया ने जान बुझ कर सारी बातें, क्लियर कर दी थी. और साथ ही साथ “अभय और उसके परिवार को बेकार की, अटकलें से बचा लिया था।
वह अब जब अनाया के, आसपास के लोगों ने उसे पहचान लिया और अभय, और “टीना साथ ही साथ “राहुल के बीच राहुल को लेकर सब लोग, अब वापस हवा में गपशप कर रहे थे।
तब “अनाया तुरंत बोली_ आप लोगों का चिंता करने के लिए धन्यवाद...
लेकिन अब हम "तलाकशुदा है।
क्योंकि राहुल की गर्लफ्रेंड के रूप में, प्रजेंट होकर वो ये नहीं चाहती थी. की कोई ये सोचे की “राहुल किसी शादीशुदा महिला के चक्कर में है। वो “राहुल की इमेज़ भी खराब नहीं करना चाहती थी।
इसीलिए “अनाया ने वहां पर खड़े होकर साफ़ साफ़ शब्दों में बोला_ की वो अब तलाकशुदा है। तो कोई इस बारे में, कोई ज्यादा बात ना करें।
वही अभय जो की बिना किसी इमोशंस के, हैरान होकर “अनाया को इस तरह से सफाई देते हुए देख रहा था. वो काफी ज्यादा दुखी नज़र आ रहा था।
उसकी नजरो में “अनाया की तलाक वाली बात के बाद उसने जल्दी ही, किसी दूसरे "आदमी को अपनी तरफ अट्रैक्ट कर लिया था।
लेकिन अब “अनाया ने अपनी बात क्लीयर करने के बाद किसी, तरहां की कोई बात की परवाह नहीं की! और नीलामी शुरू होते ही वो “राहुल के साथ नीलामी की चीजों पर चर्चा करने के लिए बैठ गई।
जल्दी ही नीलामी शुरू हो गई!
तभी टीना जो की काफी देर से, ये सारा ड्रामा देख रही थी. उसने अब फटाफट से “अभय की बाजू को कसकर पकड़ लिया था.
और बोली- अभय सुनो ना मुझे, वह हीरा चाहिए “टीना ने फुसफुसाते हुए जब इवेंट ऑर्गेनाइजेशन, ने स्टॉपर आइटम का "शो किया तब वहां पर एक बेस्ट नाइजीरिया गुलाबी “हीरा था।
जिस पर अनाया की नज़र थी. “हीरा मांगते समय टीना ने “अनाया की ओर देखा ।।
उसके चेहरे पर अग्रेसिव इमोशंस आ गए, कहीं ना कहीं “टीना ने देख लिया था. की शायद अनाया को भी उस गुलाबी हीरे, में दिलचस्पी है।
इसलिए तो वो उसे, इतने ध्यान से देख रही थी. तो इसीलिए उसने भी फटाफट से अब “अभय से उस हीरे की डिमांड कर कर दी थी।✍🏻।।
दोस्तों स्टोरी पर व्यूज बहुत ज्यादा कम है जिसकी वजह से मैं daily चैप्टर नहीं दे पा रही हूं जैसे ही व्यूज वगैरा बढ़ाते हैं मैं आप लोगों को डेली चैप्टर प्रोवाइड करने की पूरी पूरी कोशिश करूंगी मुझे पूरी उम्मीद तब तक आप मेरे साथ बनाए रखेंगे।।।।
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“टीना ने देख लिया था. की शायद अनाया को भी उस गुलाबी “डायमंड, में दिलचस्पी है।
अब आगे--
इसलिए तो वो उसे, इतने ध्यान से देख रही थी. तो इसीलिए उसने भी फटाफट से, अब “अभय से उस “डायमंड की डिमांड कर कर दी थी. कहीं ना कहीं टीना “अनाया को इस बात का, एहसास करवाना चाहती थी. की उसके पति को तो उसने, छीन ही लिया है। साथ ही साथ में उस से, वो “डायमंड भी छीन लेंगी।।।।
वेल... जल्दी ही उस “डायमंड की नीलामी, की बोली स्टार्ट हो चुकी थी, और स्टार्टिंग सीधा-सीधा 50 लाख, से शुरू हुई थी. टीना ने बिना “अनाया को मौका दिये तुरंत 60 लाख, बोल दिया था।
जैसे-जैसे बोलिया बढ़ती गई, नीलामी एंक्कर अनाउंस करता रहा, इसी “डायमंड की शुरुआती कीमत पहले से, ही काफी ज्यादा थी।
जिस से केवल टीना, और “अनाया प्रतिस्पर्धा में रह गए थे. और जिस तरह से वे दोनों, बढ़ चढ़कर बोली लग रही थी. सब लोग हैरानी से उन दोनों, की ओर ही देख रहे थे।
कीमत जल्दी ही 20 करोड़, तक बढ़ गई थी. तभी “अनाया के फोन पर एक मैसेज आया, जिसे देखकर वो चोंक गई थी.
वो मैसेज किसी और का नहीं, बल्कि “अभय का था. उसने सोचा की- अभय के पास उसका ये "नया नंबर कहां से आया? “अनाया को काफी हैरानी हुई, मैसेज “अभय ने ये लिखा था- की वो अपने आपको, इतना अधिक इंपॉर्टेंस ना दे!
अभय ने बड़े ही कोल्ड एक्सप्रेशंस में वो, मैसेज टाइप किया था. कहीं ना कहीं “अभय को लगता था. की “अनाया पास “डायमंड को अपने पास रखने के लिए, तिजोरी तक नहीं थी।
और उसने ये मान लिया था. की “अनाया जो यहां कंपटीशन सिर्फ, जलन के मारे कर रही है।
खैर “अनाया ने सोचा कोई जो कुछ भी, सोचे लेकिन उससे उसको, कोई फर्क नहीं पड़ता है।
कि जल्दी ही उसने, एक ऊँची बोली लगाई गई थी 40 करोड़, तभी नीलामी कर्ता बोला_ बहुत खूब ,
उस “डायमंड को आसमान पर ले जाने वाली बोली ने, सनसनी फैला दी! जिससे वहां मौजूद हर कोई दंग रह गया।।।।
वहीं टीना जो अभी तक दिल, खोलकर बोली लगा रही थी. धीरे-धीरे अपना पैडल ( बोली लगाने वाला मार्क) उसने उसे नीचे कर लिया। उसके चेहरे पर जलन, और निराशा का भाव था।।
क्योंकि 40 करोड़ की बोली, किसी और ने नहीं बल्कि “अनाया ने हीं लगाई थी.
वेल तभी “अभय ने टीना का पैडल अपने, हाथो लिया और शांति से कहा 45 करोड़, उसकी इस बोली से "वहाँ मौजूद सभी लोगों में एक बार फिर, उत्साह की हलचल बन गई थी।।।
40 करोड़ तक की बोली, पहले से ही काफी ऊँची थी. और अब “अभय की बोली ने उसके उत्साह को, और ज्यादा बढ़ा दिया! अब “अनाया अभय की बोली पर सोचने लगी।
तो अनाया ने मन में सोचा- क्या “अभय इसीलिए आगे आया क्योंकि उसे, लगा की वो उस "लड़की को को चैलेंज दे रही है! जिससे वो "प्यार करता था. इसीलिए वो “टीना की हेल्प करने के लिए आगे आ गया था।
ऐसा लगता था. की अपने सच्चे प्यार, यानी अपनी लवर को परेशानी से बचा रहा था. फिर उसने पीछे हटने की, जरूरत महसूस नहीं की।।
और बिना किसी हिचकीचाहट के उसने, फिर से बोली लगाई 50 करोड़,
अब बोली पांच-पांच की बढ़ोतरी के साथ बढ़ने लगी थी. और जल्दी ही यह नंबर 90 करोड़, तक पहुंच गया था. “डायमंड की इतनी कीमत भी नहीं थी. जितनी कि उसकी बोली लग चुकी थी।
तभी अचानक “टीना ने खड़ी होकर अच्छी बनते हुए “अनाया से रिक्वेस्ट की क्या हम, आपस में बातचीत कर सकते हैं।
तभी अनाया हैरान हो गई, तब “टीना जल्दी से अनाया के पास आयी और झिझकते हुए बोली_ मुझे ये “डायमंड बहुत पसंद है। और इसे मैं, अपनी शादी में पहनना चाहती हूं। तो प्लीज़ तुम इसे मुझे, लेने दो और बोली लगाना बंद करो! उसकी रिक्वेस्ट दिल से, निकली हुई लग रही थी।
अब “अनाया ने अपने होंठ दबाए वो जानती थी. की “टीना जान बूझकर अब उसे, पीछे हटने के लिए कह रही है।
साथ-साथ उसने बात ही ऐसी कर दी थी. की अगर “अनाया ने अब टीना की बात सुनने, के बाद भी बोली लगाना बंद नहीं किया तो, सब लोगों सबको यही लगेगा! कि शायद “अनाया ये नहीं चाहती कि टीना, की शादी उसके एक्स हसबैंड “अभय से हो। क्योंकि टीना वो “डायमंड शादी में पहनना चाहती थी।
तब अनाया ने वो अपना पैडल नीचे रख दिया था. ऐसा लग रहा था मानो की वो हार, मानने के लिए तैयार थी।
तभी इवेंट ऑर्गेनाइजर की, आवाज वहां आयी. 90 करोड़, एक 90, करोड़ दो, लेकिन इससे पहले की वो तीसरी बार ये, वाली बात बोलता! और नीलामी को खत्म करता, ठीक उसी वक़्त एक आवाज वहां गुंजती हैं।
100 करोड़, अब जैसे ही ये आवाज़ वहां आयी! सब लोग पूरी तरह से चौंक गए थे. ये आवाज़ किसी और कि नहीं, बल्कि “राहुल ओबेरॉय की थी जिसने ये बोली लगाई थी।।
अब अब सभी लोगों का, ध्यान “राहुल की और गया! तभी “राहुल ने खड़े होकर कहा और मिस आप, इस “डायमंड को अपनी शादी में पहनना चाहती है! और मैं भी शादी, करने का प्लेन बना रहा हूं।
मेरी जो गर्लफ्रेंड है! वो इसे बहुत पसंद करती है। इसीलिए मुझे उसके, लिए यही “डायमंड लेना ही होगा।।।।।
इस बार अभय ने “राहुल की बोली का कोई विरोध नहीं किया, और उसने अपनी उदास नज़रों से सिर्फ “अनाया को देखा। और फिर “अभय ने टीना का हाथ पकड़ा, और बिना कुछ कहे वहां से चला गया।
अब “डायमंड पूरी तरह से राहुल का हो चुका था. और राहुल ने वो “डायमंड लेकर अनाया को दे दिया! और खिलखिला कर बोला_ ये तुम्हारे लिए अनाया,
अब “अनाया उसकी ओर देखकर शर्मिंदगी से बोली- ये तुमने मेरे लिए खरीदा है?
तब राहुल “अनाया की आंखों में देखकर, गंभीरता से बोला- हां, सिर्फ तुम्हारे लिए!
तब अनाया अटकते हुए बोली_ क्या तुम पागल हो गए हों? क्यों 100 करोड़, खर्च कर रहे हो? क्योंकि “अनाया जानती थी. की “राहुल की ये लगभग सारी बचत थी।
ये “डायमंड इस कीमत के लायक नहीं है। तुम्हें, ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है।
अब जैसे ही “अनाया ने ये कहा- “राहुल को एकदम से ही अपना दिल, टूटा हुआ सा महसूस हुआ! और वो डीप वॉइस में बोला_ “डायमंड भले ही इतनी कीमत का ना हो! लेकिन “तुम तो होना!
अब जैसे ही राहुल ने ये कहा, अब “अनाया काफी हद तक परेशान हो गई थी. उसे समझ में नहीं आया कि वो, अब “राहुल को क्या बोले? क्योंकि “राहुल की आंखों में कुछ अलग सा था!
वेल नीलामी के बाहर “टीना अपनी ड्रेस को संभालने में थोड़ी अकंफर्टेबल हो गई थी. उसने आज लॉन्ग गाउन पहना था. अपनी ड्रेस संभालती हुई वो “अभय के पास पहुंची।
और उसकी ओर देखकर बनावटी मुस्कान लाते हुए बोली- अभय वो तो बस एक “डायमंड था. अगर उसे मैं नहीं ले सकी! तो कोई बात नहीं इस समय वह “अभय को संतावना देना चाहती थी।
तभी अभय ने बड़े ही कोल्ड वॉइस, में कहा- मैंने तुम्हारे लिए बोली नहीं लगाई थी।
क्योंकि उसे याद आया था. की एक बार “अनाया ने कहा था की उसे “डायमंड पसंद है। हालांकि उनका तलाक हो चुका था. फिर भी वो “अनाया को शर्मीन्दा नहीं करना चाहता था।
अभय ने उसे अपने अगेंस्ट बोली लगाने की परमिशन दे दी! ताकि व लास्ट में वो “डायमंड खरीद कर उसे मुआवजे के, रूप में उपहार में दे सके।
क्योंकि अनाया ने “अभय से तलाक़ के बदले कोई मुआवजा नही लिया था।
हालांकि इसका नतीजा उसकी, उम्मीद से अलग निकला कोई दूसरा आदमी “अनाया के लिए बहुत ज्यादा पैसा खर्च, करने के लिए तैयार था।
जिसकी तुलना में उसे अपना काम, काफी ज्यादा कम लग रहा था. ये महसूस करते हुए अचानक उसकी चेस्ट में उसे, ऐसा लगा मानो- की कोई पत्थर सा जम गया हो।
वही अभय के मुँह से ये, सुनने के बाद की वो ये “डायमंड अनाया के लिए खरीदना चाहता था. तों अब “टीना का चेहरा पुरा डार्क पड़ गया था. और वो अपने दांत मिसमीसाकर रह गयी थी।
वही दूसरी ओर,_
अनाया ने वो “डायमंड क़ुबूल कर लिया लेकिन, इशिका के थ्रू.. उसने अपने अकाउंट में 100 करोड़ “राहुल को देने की व्यवस्था कर दी।
जिसे उसने उसे, रात वापस कर दिया ।
तभी अनाया “इशिका से बोली_ अगर तुम नहीं होती तो मुझे, नहीं पता की मैं आज कहां होती! अगर तुम हिसाब किताब, करने पर आ रही थी. तो मे फ्यूचर स्टार्ट मीडिया, में और नहीं रह सकती।
अनाया बस उसका कर्ज चुकाना चाहती थी. फिर भी ये बहुत मुश्किल, साबित हुआ! हालांकि नीलामी में कोई पत्रकार मौजूद नहीं था. फिर भी राहुल, और “अनाया के लिए की गई! इतनी ऊँची खरीदारी की खबर चारों, तरफ तेजी से फैल गई थी।
अब टीना को पूरा दिन कितने ही, सारे मैसेज आने और कॉल आने शुरू हो गए थे. और हर कोई कह रहा था. लानत है “अनाया पर वो तो बस एक कूड़ा है! जिसे जिसे रायजादा, परिवार ने छोड़ दिया है! लेकिन समझ में नहीं आ रहा? कि वो “राहुल अब उस पर इतना सारा पैसा, कैसे खर्च कर सकता है?
ये सोचकर की राहुल उस “अनाया को एक आदर्श और अच्छी, औरत पर बहुत सारा धन खर्च कर रहा है। उसके अंदर काफी ज्यादा जलन महसूस हुई।
और टीना ने सुना था- की किस तरह से “अनाया ने कल “आकांशा को इंसल्ट किया है। उसमें इतनी हिम्मत शायद राहुल, की वजह से ही आयी है।
कहीं ना कहीं “टीना का अब हैरानी और गुस्से के मारे बुरा हाल था. और वो सोच रही थी. क्या “राहुल को पता है की अनाया का, एक बच्चा भी है।आखिरकार वो, अच्छी झूठ बोलने वाली है! उसने उसे अनगिनत बार झूठ बोला होगा।
मिसेज रायजादा, ने हैरानी से कहा- क्या वो “गुनगुन के बारे में जानता है? तब “आकांशा ने कहा की उसे उसे इस बात, के बारे में पहले से ही पता है। और इस बात की परवाह किए बिना “राहुल ने उसे स्वीकार कर लिया है।
अब तो दोनों मां बेटी, काफी ज्यादा निराश हो गई थी। क्योंकि “आकांशा को यह लग रहा था. अनाया की तुलना में वो, काफी ज्यादा अच्छी थी।
जितना “आकांशा अनाया के बारे में सोच रही थी इतनी उसकी कड़वाहट बढ़ती जा रही थी. और तब वो अपनी मां से बोली_ अनाया तलाक के बाद भी हमें, परेशान कर रही है हमें भी अब उससे बदला लेना चाहिए!
कहीं न कही “आकांशा की आंखों में अनाया, लिए गुस्सा और नफ़रत और प्रतिशोध की भावना साफ झलक रही थी।
तब उसकी मां बोली_ अब हमारे लिए “अनाया मर चुकी है और वो हमारे परिवार को, छोड़कर चली गई है। और हमें उसे अब अपने दिमाग़ से, भी निकाल देना चाहिए! और अपने परिवार में उसे कभी भी, वापस नहीं आने देना चाहिए।
सिर्फ इसी बात का, ध्यान रखना चाहिए! और उस से तो मुझे अभी एक आखिरी, हिसाब पुरा करना है।
वही दूसरी ओर,_
गुनगुन की छुट्टी खत्म हो चुकी थी, इसलिए अनाया उसको छोड़ने के लिए उसके हॉस्टल गयी, लेकिन फिर वह दोनों आस-पास के और दूसरे बेस्ट हॉस्टल देखने चले गए!
क्योंकि गुनगुन ने “अनाया से बोला- मॉम ये वाला हॉस्टल मुझे, बिल्कुल पसंद नही है। यहाँ के टीचर भी काफी बोरिंग है। प्लीज़ मुझे किसी न्यू हॉस्टल मे डाल दो ना.. जहा इंट्रेस्टिंग टीचर एंड स्टूडेंट हो “गुनगुन ने ये कहते हुए अपना पप्पी सा, फेस बना लिया था,।
तब अनाया “गुनगुन की सारी शरारते समझ रही थी. वो जानती थी की- ये “राहुल की कंपनी का असर है। जिसकी वजह से “गुनगुन काफी ज्यादा naughty हो गयी है।
Well.. अब “गुनगुन के इस तरह से मासूम सा फेस बना कर बोलने पर “अनाया ने भी उसी के अंदाज मे जवाब दिया था और बोली_ अगर मेरी गुनगुन को ये हॉस्टल पसंद नही है! तो “अनाया मम्मा को भी ये पसंद नहीं है।
अभय का पसंद किया हुआ स्कूल पसंद नही, तब “गुनगुन खुशी से अनाया के गले से लग गयी थी।
Well तब अनाया ने इस बात का, अवसर उठाते हुए सोचा की उसे, अब अपनी "बेटी को अलग से स्कूल में डालना चाहिए।
Well.. पिछली रात को नीलामी की, बात चारो ओर आग तरफ फेल गई थी. तब इसी वज़ह सी इशिका , अभय के इस तरह से “टीना के लिए अनाया से ज्यादा बोली लगाने की बात पर भड़क उठी थी।
और वो बोली_ अभय की जिंदगी का सिर्फ एक ही मकसद है। तुम्हें निचा दिखाना ये तो ्शुक्र है की “राहुल ने उसे पहचान लिया।
और तुम्हारी इज्जत को उसने, बचा लिया और सबको इस बात के बारे में दिखाया की तुम, कितनी ज्यादा अट्रैक्टिव हो,। और तुम्हे डायवोर्स के बाद भी अच्छा, और हैंडसम बन्दा मिल सकता है।
अब राहुल का जिक्र आने पर “अनाया कुछ सोच में पड़ गई और बोली_ और वो “डायमंड जिसे उसने 100 करोड़, में खरीदा अब उसे ऐसा महसूस हो रहा था. जैसे उसके पास एक जलती हुई मिशाल हो? क्योंकि “राहुल को उसका एक भी पैसा नहीं चाहिए था।
लेकिन अनाया भी उसका, फायदा नहीं उठाना चाहती थी। इससे पहले की “अनाया कुछ सोच पाती तभी उसका फोन बज उठा!
अब “अनाया चोंक गयी की आखिर इतनी रात को उसे फोन कौन करेगा? फिल्हाल उसने फोन जल्दी ही कानों पर लगा लिया था,
दूसरी तरफ से उसे एक सख्त आवाज सुनाई दी! 11:30 बजे मून लाइट कैफे में समय पर पहुंच जाना!✍🏻✍🏻
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अरमान अब पूरी तरह से आस्था की सिचुएशन देख रहा था। लेकिन वह चाहता था कि आस्था खुद आगे बढ़कर उससे मदद माँगे। इसीलिए अरमान ने ऐसा दिखाया मानो उसे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा हो।
---यह रहा आपका टेक्स्ट, जिसे मैंने बिना शब्द घटाए साफ़ और सही प्रवाह में सुधार दिया है:
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जल्दी ही अरमान ने कड़क आवाज़ में जितने भी नौकर वहाँ मौजूद थे, उन सबको इंस्ट्रक्शन दी—
"अच्छी तरह से यहाँ की साफ़-सफ़ाई कर दी जाए, और उसके बाद ही कोई यहाँ से जाएगा।"
फिलहाल अब अरमान आगे बढ़ा और बाहर की ओर जाने लगा।
वहीं आस्था, अरमान को मदद के लिए रोकने के बारे में सोचती ही रह गई थी, लेकिन तब तक अरमान रघुवंशी मेंशन से बाहर निकलने लगा।
तब आस्था ने हिम्मत की, अंश को गोद में उठाया और एक हाथ से अपनी साड़ी संभालते हुए सीधा बाहर जाने लगी। लेकिन अचानक उसका सिर ज़ोरों से चकरा गया और वह खुद को संभाल ही नहीं पाई। आस्था पूरी तरह से अंश को लेकर गिरने को तैयार थी, लेकिन तभी अरमान ने तुरंत आगे बढ़कर उसे अपनी बाहों में थाम लिया।
आस्था की आँखें बार-बार खुल और बंद हो रही थीं।
अब अरमान पूरी तरह से हैरान था— “ये लड़की पागल है क्या? ये इतनी ज़िद्दी क्यों है? ये मुझसे मदद माँग क्यों नहीं सकती थी?”
फिलहाल अरमान ने आगे बढ़कर आस्था को अंश समेत अपनी गोद में उठा लिया। आस्था और अंश को उठाना उसके लिए कोई बड़ी बात नहीं थी। अरमान बॉडीबिल्डर था और जब से आस्था गई थी, तब से उसने खुद को और भी मज़बूत बना लिया था। वह आराम से तीन-चार लड़कियों को एक साथ उठा सकता था।
फिलहाल आस्था और अंश को लेकर वह जल्दी ही सीढ़ियाँ चढ़ता हुआ उनके कमरे में ले आया।
दादाजी मन ही मन आस्था और अरमान को देख रहे थे और सोचने लगे—
"शायद आस्था का करीब होना अरमान के मन की फीलिंग्स को एक बार फिर बदल रहा है। भले ही दुश्मन कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन प्यार करने वालों को कभी अलग नहीं कर सकते। भले किसी ने मेरे बेटे का सुकून छीन लिया हो, लेकिन उसके सुकून की वजह यही आस्था और उसका अंश है। बहुत जल्द, बहुत जल्द वह अपना सुकून वापस हासिल कर लेगा।"
यह सोचकर दादाजी मुस्कुरा उठे।
वहीं अरमान ने आस्था और अंश को सावधानी से उनके कमरे में लिटा दिया। और जैसे ही वह वहाँ से जाने लगा, आस्था ने नींद की हालत में अरमान का हाथ थाम लिया।
अरमान की नज़रें एक बार फिर आस्था पर लौटीं और उसकी कमर पर जाकर ठहर गईं। आस्था की खुली हुई कमर उसे पूरी तरह अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। उसका दिल चाह रहा था कि वह झुककर आस्था की कमर को चूम ले।
लेकिन तभी अचानक अरमान ने खुद को झटका—
"ये मुझे क्या हो गया है? मैं किसी लड़की के बारे में ऐसे कैसे सोच सकता हूँ? वैसे भी इस लड़की से मेरा कोई लेना-देना नहीं। ये तो यही चाहती है कि अरमान सिंघानिया इसके सामने झुके, इसकी ओर आकर्षित हो और इस घर की महारानी बने। लेकिन ऐसा कभी नहीं होगा। किसी भी औरत को मैं अपनी ज़िंदगी में शामिल नहीं करूँगा।"
इसी सोच के साथ अरमान उठ खड़ा हुआ और वापस अपने कमरे में आ गया।
लेकिन आस्था की कमर, उसे गोद में उठाना, और फिर आकाश, सुमित, ध्रुव का अपनी पार्टनर्स को उठाकर ले जाना— ये सारी बातें अरमान की आँखों के सामने बार-बार घूम रही थीं।
उसे काफी अजीब लगने लगा।
तभी अरमान सोचने लगा—
"कुछ तो है… ये लड़कियाँ इस मेंशन से ज़्यादा जुड़ी हुई क्यों लगती हैं? ऐसा क्या है, जो ये सब मुझसे छुपा रहे हैं? मुझे खुद इसका पता लगाना होगा।"
वह जानता था कि आकाश और सुमित तो लड़कियों से हमेशा दूरी बनाए रखते थे।
तो फिर अचानक ये लड़कियाँ उनकी ज़िंदगी में इतनी करीब कैसे आ सकती थीं?
और तभी अरमान के ज़ेहन में राधिका की यादें तैरने लगीं।
राधिका वही लड़की थी, जिसकी जान अरमान ने बचाई थी जब सुमित उसे मारना चाहता था। लेकिन अपने गुस्से और अंधेपन की वजह से अरमान उसे ठीक से याद नहीं कर पा रहा था।
अब राधिका के बारे में सोचकर अरमान के सामने पूरी तस्वीर साफ़ हो रही थी।
"अगर यह वही लड़की है जिसकी जान मैंने बचाई थी, तो यह सुमित की ज़िंदगी में कैसे आ सकती है? सुमित तो सबसे ज़्यादा नफ़रत करता है उस तरह की लड़कियों से।"
अरमान अब अपनी ही सोच में उलझ गया।
"डॉ. रश्मि तो हमेशा से आकाश को पसंद करती थी। लेकिन आकाश ने कभी उसकी तरफ़ देखा तक नहीं। और मैं तो बचपन से रश्मि के दिल की बात जानता हूँ। तो आज आकाश अचानक रश्मि को इतना करीब कैसे आने दे रहा है? और रश्मि जैसी खुद्दार लड़की इस तरह से इस मेंशन में कैसे रह सकती है?"
अरमान को अब लगने लगा कि सब उससे कोई बड़ा राज़ छुपा रहे हैं।
और उसने मन ही मन ठान लिया—
"बहुत जल्द मैं सबका सच सामने लाऊँगा। लेकिन सबसे पहले, इस लड़की को… जो मुझे सबसे ज़्यादा इरिटेट कर रही है।"
यह रहा आपका टेक्स्ट, जिसे मैंने सही प्रवाह और व्याकरण सुधार के साथ बिना शब्द घटाए एडिट किया है:
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सबसे पहले मुझे इस लड़की को यहाँ से निकालकर बाहर फेंकना होगा, क्योंकि जब तक यह लड़की यहाँ से नहीं जाएगी, मुझे कुछ भी सोचने-समझने का मौका नहीं मिलेगा। मुझे इस लड़की को हर हाल में यहाँ से निकलना होगा, क्योंकि इस लड़की के करीब आने पर मुझे अजीब सा एहसास हो रहा है। यह कैसा एहसास है, मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूँ। मुझे इस तरह से इस लड़की के करीब नहीं जाना चाहिए। मुझे कुछ न कुछ करके इस लड़की से दूरी बनानी होगी, क्योंकि मेरे दिल की हालत पहली बार इतनी उलझन में थी।
अरमान खुद से ही एक जंग लड़ रहा था। और अचानक कब उसे नींद आ गई, उसे एहसास नहीं हुआ।
वहीं दूसरी ओर, अगली सुबह वसुंधरा के चेहरे पर एक अलग ही तरह का तेज़ था। ऐसा लग रहा था कि जैसे जो प्लान वह सोच रही थी, उसने उसे सीधे अमल में ला दिया हो। फिलहाल, वसुंधरा सोचने लगी कि केवल तीन दिन और… तीन दिन और उसे घर में नौकरानी बनकर रहना होगा। उसके बाद इस घर का पूरा नक्शा बदल जाएगा, और मुझे पूरी उम्मीद है कि जो मैं चाहती हूँ, वह मैं करके रहूँगी।
फिलहाल वसुंधरा की यह उल्टे-सीधे बातें वीर, जो अपनी मां से मिलने वहाँ आ रहा था, सुन चुका था और बोला—
"यह आप क्या कह रही हैं? क्या आपको लगता है कि हम केवल तीन दिन तक इस मेंशन में काम करेंगे?"
तब वसुंधरा बोली—
"तुझे अपने मां पर भरोसा नहीं है? तू देख, मैं तीन दिनों के अंदर ऐसा कर दूँगी कि ये सब लोग हमें बाद में नौकर नहीं मान पाएंगे।"
वसुंधरा की यह बातें वीर को थोड़ी अजीब लगीं, लेकिन फिलहाल उसने कुछ नहीं कहा। वह खुद अपनी मेहनत से कुछ न कुछ करना चाहता था। क्योंकि जिस तरह से नानी मां उसे संभाल रही थी, वह अभी भी उसे हैरान कर रही थी। उसने सोचा कि सबसे पहले नानी मां को यहाँ से हटाना चाहिए, क्योंकि जब तक वह यहाँ रहेंगी, उनके प्लान पूरे नहीं होंगे। कहीं न कहीं वसुंधरा अलग ही तरह की चाल चली रही थी।
इतनी जल्दी भला कैसे सुधार कर पाएँ, लेकिन अभी तो उसे एक और चुनौती का सामना करना था, जिसके बाद उसकी जिंदगी पूरी तरह बदलने वाली थी।
फिलहाल अगली सुबह सभी लोग सोकर उठे। लेकिन अरमान सिंघानिया केवल एक-दो घंटे की नींद लेकर ही उठ चुका था।
वहीं आस्था अभी भी थकी हुई सो रही थी, और अंश जल्दी उठकर आस्था के पास खेलने लग गया।
अरमान ने सोचा कि उसे एक बार जाकर देखना चाहिए कि यह लड़की क्या कर रही है। यह सोचकर वह बिना किसी झिझक के आस्था के कमरे में चला गया। वहाँ जाकर उसने देखा कि अंश पहले ही उठ चुका है, लेकिन आस्था अभी भी पूरी तरह से सो रही थी।
"अगर मैं इसे उठाने की कोशिश करूँ, तो शायद ये असंभव होगा," अरमान ने सोचा।
लेकिन तभी अंश ने अपने पिता की गोद में पहुँचकर जोर-जोर से किलकारी मारनी शुरू कर दी और अपने नन्हे हाथों से अरमान के चेहरे को छूना शुरू कर दिया।
अंश का स्पर्श अरमान को अलग ही लेवल का सुकून दे रहा था। वह सोच रहा था—
"यह क्या है? यह कैसा लग रहा है? मुझे इतना सुकून क्यों मिल रहा है? और ऊपर से जब यह लड़की मेरे सामने आती है, मेरे दिल की हालत इतनी अजीब क्यों हो जाती है?"
अरमान अपने आप में ही खुद से जंग लड़ रहा था। लेकिन वह भला इस तरह की मामूली लड़की को अपने घर पर अपने दिल और दिमाग पर हावी कैसे होने दे सकता था।
इसीलिए उसने गहरी सांस ली और फटाफट आस्था को उठाने की कोशिश की। आस्था अभी तक वही रात वाली साड़ी पहने थी, जिसमें सुबह की धूप की किरणें खिड़की से आकर उसकी कोरी कमर पर पड़ रही थीं।
यह देखकर अरमान और ज्यादा पहचान गया और अचानक उसका शरीर खुद-ब-खुद सख्त सा महसूस होने लगा। उसकी हालत काफी खराब थी। उसने जल्दी से अंश को सुरक्षित पास रखे झूले पर लेटाया और फटाफट कमरे से बाहर निकल गया।
अरमान के जाने के बाद, आस्था टूटकर बैठ गई। क्योंकि उसने देखा था कि अरमान उसे गोद में ले गया। मौका देखकर उसने तुरंत अपनी कमर का पल्लू थोड़ा हटा दिया, जिसकी वजह से अरमान उसकी साफ़ कमर देख चुका था।
तब आस्था मुस्कुराते हुए बोली—
"मिस्टर सिंघानिया, और कितना मुझसे दूर रहेंगे? जितना आप मेरे करीब आने के लिए तड़प रहे हैं, मैं भी यकीन जानिए, मिस्टर सिंघानिया, मैं भी आपके करीब आने के लिए उतना ही तड़प रही हूँ।"
कहीं न कहीं आस्था की बातों में रोमांस और आकर्षण की झलक साफ़ दिखाई दे रही थी।
--ठीक है, मैंने आपके टेक्स्ट को स्पष्ट, सुगठित और पढ़ने में आसान बनाने के लिए सुधार दिया है, बिना शब्द घटाए:
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रोमांस की झलक साफ़ दिखाई दे रही थी। फिलहाल आस्था जल्दी खड़ी हुई और फटाफट अंश को गोद में लेकर उसे दुलार करने लगी। उसने बोला, “पहले बच्चा, थोड़ा सा वेट करो मामा, अभी आई।”
आस्था जल्दी वॉशरूम में घुसी, क्योंकि अरमान ने अंश को पूरी तरह से सेफ तरीके से झूले में लिटा दिया था। अंश बाद ही किलकारी मारते हुए अकेले खेलने लगा, खिलौनों के साथ खुश होकर मुस्कुराता रहा।
फिलहाल आस्था जल्दी नहा कर कपड़े बदलकर बाहर आ गई। जैसे ही वह नीचे आई, उसने देखा कि सभी लोग उठ चुके थे और वहां बैठे थे। अचानक आस्था ने महसूस किया कि सभी लोग अपना मुंह लटकाए बैठे हैं।
आस्था थोड़ी सोच में पड़ गई और जल्दी से उनके पास जाकर बोली, “क्या हुआ? आप सब इतने मायूस क्यों लग रहे हैं?”
तभी आकाश, सुमित, ध्रुव और आहान चारों ने एक साथ कहा, “कल रात जागरण में हमारी बीवी हमारे कंधे पर सो गए थे।”
यह बात अरमान को पसंद नहीं आई थी, और इसलिए उसने हमसे बात करने का डिसीजन लिया था। वे सब घबराए हुए थे। आस्था के पास उछलते हुए आहान बोला,
“आज तो भाभी, प्लीज कुछ करो ना! आपको पता है, मैं तो सिर्फ भक्ति के मोड में था। मेरे कोई और इरादे नहीं थे। हमने रात में कोई रोमांस नहीं किया, बस आराम से सो गए थे। हमें क्या पता कि अरमान भाई की नजर में आ जाएंगे। प्लीज भाभी, कोई ना कोई रास्ता निकालो, हमें बचा लो, प्लीज, प्लीज, प्लीज!”
आस्था ने गहरी सांस ली और उन्हें शांत करते हुए कहा,
“पहले आप लोग चुप हो जाइए और सोने दीजिए। अब हमें सोचना होगा कि क्या करना है।”
चूंकि वह भी काफी नींद में थी, इसलिए अभी पूरी तरह से समझ नहीं पा रही थी कि आखिर क्या हुआ। फिर उसने कहा,
“लेकिन आप चिंता मत कीजिए। सबसे पहले जाकर अरमान जी से मिल लीजिए।”
इस पर आहान बोला, “भाभी, आप क्या कह रही हैं? अगर हम जाकर अरमान भाई से मिलेंगे, तो वह हमारे सर पर बम फोड़ देंगे!”
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अरमान ने ऐसा दिखाया मानो उसे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा हो।
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अरमान सिंघानिया इतना भी बेवकूफ नहीं है।"
मुझे पता चल चुका है कि जो वायरस मुझे दिया गया है, अगर हम सिंघानिया इतना भी बेवकूफ नहीं है कि वह इस तरह से अपनी जान को रिस्क में डालेगा। अरमान सिंघानिया को अपना अच्छा बुरा अच्छी तरह से पता है, दादाजी, और मैं कह दिया ना, भले ही यह बच्चा मेरा हो और मैं इसे अपनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं, लेकिन इस लड़की से मेरा कोई लेना-देना नहीं है।” और एक और बात, आपने इस घर में कुछ नौकर रखे हुए हैं ना?” अब जैसे अरमान ने डायरेक्टली वंसिका के बारे में बात की, अब तो अभिमान जी के भी कान खड़े हो गए थे। अभिमान जी की तो हिम्मत नहीं हो रही थी कि अरमान के सामने आकर कुछ बोल सके, पूछ सके। वह तो सिर्फ यह सारा तमाशा अपनी आंखों से देख रहे थे। वही आप दादाजी पूरी तरह से चौंक गए और बोले थे, “अच्छा, तूने नौकर कह रहा है? अच्छा, तो भूल रहा है कि आज तूने अपनी उसे नौकर मां को गले से लगाया था? अब तो उन्हें नौकर कैसे कह सकता है? हां, आखिरकार चल क्या रहा है तेरे दिमाग में?” तब अरमान अचानक से जोरों से हंसने लगा था। अब अरमान का इस तरह से हंसना कहीं ना कहीं सभी लोगों को पूरी तरह से हैरानी से भर चुका था। नॉर्मली लोग हंसते तो दूसरे वालों को भी हंसी आ जाती है, लेकिन अरमान का हंसना तो दूसरों लोगों को पूरी तरह से रुला देने के लिए काफी था। फिलहाल अरमान को हंसते हुए देखकर सब लोग पूरी हद तक हैरानी से भर चुके थे। तभी अरमान ने तुरंत एक गार्ड को इशारा किया। वही अरमान तुरंत ही अपने गार्ड को इशारा करके बोला था, “वह गार्ड जल्दी ही वसुंधरा और वीर को वहां ले आए थे।” वही वसुंधरा आप मुस्कुराते हुए अरमान के सामने और बोली, “तेरे मेरे बेटे, तुम उठ गए? तुम कैसे हो? तुम्हारी तबीयत अब कैसी है?” जैसी वसुंधरा ने शहद से डूबी आवाज में यह कहा, अचानक से अरमान ने अपना हाथ आगे की ओर बढ़ा दिया था। वसुंधरा को छोड़ते हुए बोला, “तुम दोनों बाप-मां बेटे का ड्रामा अगर खत्म हो गया हो तो, अपना बुरे बिस्तर बांध दो और निकलो यहां से और सिंघानिया मेंशन के आसपास भी मत पता करना।” अब जैसी अरमान ने कोल्ड वॉइस में कहा, तो वसुंधरा और वीर दोनों एक दूसरे को देखने लगे थे। यहां पर नाटक करेंगे, ड्रामा करेगी, लेकिन अरमान अचानक से सारी बातें बोल देगा तो वह हैरानी से भर चुकी थी। तभी वसुंधरा भी थोड़ा गुस्से से बोलती है, “कैसी बातें कर रहे हो तुम? हम भला कहां जाएंगे? अब हम यहीं रहेंगे, यही हमारा घर है।” अब यह सुनकर अरमान मुस्कुराते हुए बोला था, “अगर अपनी जान प्यारी है तो अभी और इसी वक्त निकल जाओ यहां से।” बंदूक के नए निकालकर वसुंधरा के माथे पर लगती बंदूक की नली, जैसे ही अरमान ने वसुंधरा को यह कहा, अब यह देखकर तो वसुंधरा पूरी तरह से याद आने से भर गई थी।
वही वीर थोड़ा सा तेश में आकर बोला था, “मिस्टर अरमान सिंघानिया, तुम इस तरह से मेरी मां पर हमला नहीं कर सकते हो। मेरी एक बात कान खोल कर सुन लो, मगर मेरी मां का बाल बांका हुआ तो मैं तुम्हें नहीं छोडूंगा।” आज वीर के मुंह में इस तरह की जुबान देख कर सभी लोगों के मुंह हैरानी के मारे खुले के खुला रह गए थे। वहीं यहां से तो उसको कुछ भी सोचने समझने की इसकी सिचुएशन में नहीं थी। वह केवल खाली-खाली आंखों से अरमान सिंघानिया की तरफ फिर देख जा रही थी। फिलहाल अभिमान की तुरंत आ गया। वीर की ओर देखते हुए बोले, “यह क्या बकवास कर रहे हो तुम? बहुत तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई इस तरह से अरमान से बात करने की?” तभी वीर अचानक यह पूरी तरह से अपना रंग पलते हुए बोला था, “हे डैडी, कम ऑन! एक तो आपने मुझे इस घर का बेटा बनाने की जगह घर का नौकर बना दिया, और ऊपर से आप मुझे यह उम्मीद रख रहे हैं कि मैं अपने बड़े भैया से भैया जी भैया जी का कर बात करूं ना! वे और वैसे भी अब टाइम पूरी तरह से बदल चुका है, अब हमारा इस घर से जाने का कोई इरादा नहीं गया करके घर से अब कोई जाएगा तो आप लोग जाएंगे।” अब जैसे वीर ने कहा, नानी मां और बाकी सब की तो आंखें हैरानी से फटी की फटी रह गई थीं। “तुरंत आगे जा रहे हो तुम और हो क्या रहा यहां पर?” और वह तुरंत वसुंधरा को बकवास किया जा रहा है तेरा बेटा। तभी वह सुन रहा है अपनी नकली आंसुओं को पूछते हुये तुरंत ही अरमान के गोल-गोल चक्कर लगाते हुए उसके बाद बोली थी, “तुम लोगों को क्या लगता है, हां? तुम लोग मुझे नौकर बना कर रखोगे? वसुंधरा को तुम लोगों ने यह सोच भी कैसे लिया कि तुम इस तरह से मुझे अपनी उंगलियों के विचारों पर नचा सकते हो? मेरा नाम वसुंधरा है, क्या तुम यह बात भूल गए हो?” वही नानी मां के लिए कहना काफी ज्यादा मुश्किल हो चुका था। वह तुरंत वसुंधरा के सामने आकर बोले थे, “अरे, कितनी घटिया औरत, बदल रही है यह क्या बोलने की कोशिश कर रही है? उतरी हिम्मत कैसी हो मेरे दिमाग जिसे इस तरह से बात करने की।” कहीं ना कहीं नानी मां इस वक्त सुंदर का रंग रूप देखकर आस्था के दुख को भूल चुकी थी। इस तरह से अरमान के बारे में अरमान को बोलना चाहती हूं। नानी मां को कुछ खास पसंद नहीं आया था। फिलहाल तुरंत ही वसुंधरा अपनी आंखें दिखाते हुए बोली थी, “यह बुढ़िया तू चुप कर। जब देखो बीच में कचर कचर करती रहती है, हां? क्या कुछ नहीं किया तूने मेरे साथ? एक तो तूने मुझे उसे रौनक का नौकर बना कर रख दिया, अगर वह प्रेग्नेंट है, वह मां बनने वाली है, उसे हर थोड़ी देर में खाना चाहिए होता है, तो तुझे क्या उसके लिए खाना बनाने के लिए मैं ही दिखती हूं, हां? जब देखो कुछ ना कुछ काम हर कोई मुझे कराया जा रहा है, कराया जा रहा है, किसी ने इस बात का भी तरस नहीं किया कि मैं भी अब धीरे-धीरे मोटी हो रही हूं। तुम लोग ऐसा सोच भी कर सकते हो? सबको और फिर मैं इस अरमान सिंघानिया की मां हूं, उसके बाद भी तुम लोगों ने मुझ पर हम नहीं किया और मुझे घर का सारा काम करवाया, इतना ही नहीं, उसे रघुवंशी मेंशन को भी मुझे साफ करवाया! तुम लोग ऐसा कैसे कर सकते हो मेरे साथ? तुम लोगों को क्या लगा, हां? मैं इसी तरह से जिंदगी भर तुम लोगों की गुलामी करते रहूंगी, तुम लोगों की नौकरी करते रहूंगी? ऐसा नहीं होगा, मेरा नाम वसुंधरा है। वसुंधरा ने कभी भी इस तरह से रहना तो सीख ही नहीं है, और एक और बात कान खोल कर सुन लो, अब मैं तुम लोगों को यहां 1 मिनट के लिए भी बर्दाश्त नहीं कर सकती हूं, तो सबके सब अपना सामान उठाओ और निकलो यहां से, क्योंकि अब यह सिंघानिया मेंशन मेरा हो चुका है, क्योंकि अरमान सिंघानिया ने खुद से मेरे नाम पर किया है।” अब जैसे ही वसुंधरा ने गोल-गोल घूमते हुए सबको आंख दिखाकर इस तरह की बातें की, सबका मुंह पूरी तरह से हैरानी से खुला का खुला रह गया था। वही ध्रुव, आहान तो एक दूसरे की ओर देखने लगे थे। हम तो समझ ही नहीं आया कि वसुंधरा इस बीच क्या बोल रही है? कहां तो वह लोग अभी इस वक्त आस्था को संभालना चाहते थे और जो आज सिचुएशन इतना सारा ड्रामा हुआ था, उसे फेस करना चाहते थे, लेकिन यहां यहां तो आप सब चीज बदली बदली नजर आ रही थी। वसुंधरा ने घर से जाने के लिए कह रही थी, तो यह बात वालों को कैसे बर्दाश्त कर सकते थे? आकाश, सुमित, ध्रुव वहां तुरंत आ गए और बोले थे, “यह क्या बकवास कर जा रही है आप? ऐसा भला कैसे हो सकता है? ऐसा कभी भी नहीं हो सकता है, अरमान कभी भी साइज ज्यादा तुम्हारा नाम नहीं कर सकता है।” तभी अचानक वसुंधरा ने वीर को इशारा किया। अभी ने जल्दी ही सियाही कलर में लिपटे हुए कुछ कागजात सबके सामने लहर दिए थे। वह कागज देखकर तो सब काम हो, सब का दिमाग फटने के लिए तैयार था, क्योंकि उसे पर साफ-साफ अरमान सिंघानिया के दस्तक थे। यह सब देखकर तो अभिमान की पूरी तरह से आप बाबूलाल होटल को फेंक कर वसुंधरा के पास आगे गए, उसके बालों को खींचते हुए व्रत, “इतनी घटिया निकलेगी, मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। अरे, तुझ पर तरस खाकर हमने तुझे यहां रहने की इजाजत दी थी, और सिर्फ और सिर्फ इसलिए क्योंकि तूने बताया था कि वीर हमारा बेटा है, लेकिन तूने, तूने तो घटियापन की पूरी की पूरी हर एक बार फिर से पार कर दी। तो ऐसा कैसे कर सकती है? आज मैं तो जिंदा नहीं छोडूंगा।” यह बोलकर अब जल्दी ही अभिमान वसुंधरा का गला दबाने लगा था, लेकिन वीर तुरंत आकर अपनी मां को बचाने की कोशिश करने लगा था और दादाजी भी अब थोड़ा सा आगे बढ़कर अभिमान को रोकने लगे थे, क्योंकि यार वसुंधरा की आंखें पूरी तरह से बाहर निकलने को तैयार थीं। वही सभी लड़कियां अब तुरंत आगे हनुमान जी को रोकने लगी थीं, क्योंकि इस तरह से वसुंधरा की वहां पर जान चले जाना किसी बिल्ली हाथ से ठीक नहीं रहता। तो सभी उसे बचाने की कोशिश कर रही थी, तभी वसुंधरा ने जोरों से अभिमान के हाथों को झांकते हुए कहा था, “अरे अभियान, तुम्हें क्या लगता है? मैं पूरी जिंदगी इसी तरह से नौकर बनकर गुजार दूं? अगर मैं यह चाल बाजी नहीं करती, इस तरह से जायदाद अपने नाम नहीं करवाती, तो पूरी जिंदगी तुम सब लोग मुझे अपना नौकर बना कर रखते! और मुझे यह गवारा नहीं था, समझे तुम लोग?” और इसीलिए मैंने कुछ ऐसे ड्रग्स का इस्तेमाल किया, जो मैंने अरमान इसीलिए मैंने एक ऐसी चाल चली जिसके बाद अरमान से गाने ने खुद अपनी जमीन से भी जमीन जायदाद मेरे नाम कर दी। अब यह सुनकर वीर भी अब अपना कॉलर ऊंचा करते हुए बोला था, “मैं कब से आपसे कहने की कोशिश कर रहा था कि मुझे ₹300000 की जरूरत है, लेकिन आपने ₹3 लाख तो दूर के बाद, इस घर का मुझे एक रामू काका बना कर रख दिया है, उसके बाद भी आप लोग मुझसे उम्मीद कर रहे थे कि मैं सुधर जाऊं, हां? क्या आप लोगों को दिखाई नहीं दे रहा था कि इस तरह का तेज हमारे साथ घर में हो रहा था?” अब अभिमान की पूरी तरह से शक पक्का से गए थे, नहीं नहीं, उन्हें ऐसा लगने लगा था मानो कि उनके शरीर में जा रही ना बची हो। अगर इससे सिंघानिया मेंशन वसुंधरा के नाम हो जाएगा, तो इसका मतलब साफ था कि उन्हें अब इस घर से जाना ही होगा। इस घर से जाने का उनका समय आ चुका था। फिलहाल तभी दादाजी अरमान की ओर देखकर बोले थे, “अरमान, यह क्या बकवास कर रही है यह औरत? आखिरकार तूने सभी जमीन ज्यादा किसके नाम क्यों कर दी? बोल जवाब दे।” यह सुनकर अरमान ने कोई जवाब नहीं दिया, उल्टा जाकर वह अपनी किंग चेयर पर आराम से बैठ गया था। वही नानी मां तो तुरंत ही दादाजी की ओर देखकर बोली थी, “देख भाई साहब, अब हमें नहीं पता कि अब हम जो करने जा रहे हैं, वह ठीक करने जा रहे हैं या गलत करने जा रहे हैं। लेकिन आज इस औरत को तो हम मार मार कर मना कर देंगे, देखिएगा आज ना हमने इसे पीपल के पेड़ की चुड़ैल बना दिया तो हमारा नाम भी शारदा देवी नहीं।” शारदा देवी यह बोलकर नानी मां, जो की काफी हद तक तेज में आ गई थी, देर ना करते हुए उसने वसुंधरा के दो जोरदार धुलाई करनी शुरू कर दी थी। लेकिन वसुंधरा तुरंत फॉर्म में आ गई थी, वही अरमान, वही अरमान के जैसा ड्रामा देख पाना काफी ज्यादा मुश्किल हो चुका था और वह तुरंत ही अपना हाथ बढ़ाकर अभिमान जी को रोकते हुए बोलना, “बस कीजिए! सब ड्रामा बहुत हो चुका है। अरमान सिंघानिया के घर में किसी को भी ऊंची आवाज में बात करने की या फिर किसी तरह का कोई ड्रामा क्रिएट करने की इजाजत नहीं है, पर रही बातें जमीन जायदाद की। तुम वसुंधरा राय चंद, तुम्हारी जानकारी के लिए बता दो कि यह जमीन जायदाद मेरे नाम पर तो कभी थी ही नहीं, तो मेरे सिग्नेचर करने या ना करने से कोई फर्क नहीं पड़ता।” अब जैसे यह अचानक से अरमान ने इस तरह से बम फोड़ा।
यहाँ आपके दिए गए टेक्स्ट को वाक्यविन्यास, विरामचिन्ह और पठनीयता के अनुसार सुधारा गया है — शब्दों की संख्या घटाए बिना अर्थ और फ्लो को स्पष्ट रखने की कोशिश की है:
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मैं ही, नानी मां को मोनालिसा को इस तरह मारते हुए देखकर, रौनक भी थोड़ी चौंक गई थी और जाकर नानी मां की मदद करने लगी। वहीं मनुष्य का और राधिका भी पीछे से मदद करने लगी। उन्होंने जाकर तुरंत मोनालिसा की हालत और भी बदतर कर दी, और सब ने उसे बड़ी बुरी तरह से मारना-पीटना शुरू कर दिया।
वहीं अब नानी मां, मोनालिसा की कुटाई करने के बाद, अरमान की ओर देखकर बोलीं, "दामाद जी, इसे हमने तो अच्छा सा सबक सिखा दिया है। अब आप इसे गोली मार कर, इसके गंदे खून से अपने हाथ रंग दीजिए।"
अब जैसे ही भाव में नानी मां ने सबके सामने अरमान को 'दामाद जी' कह दिया, अरमान ने नानी मां की ओर देखा। वहीं सब लोग हैरानी से नानी मां को देखने लगे। नानी मां को जैसे ही एहसास हुआ कि उसने सबके सामने अरमान को 'दामाद जी' बोल दिया है, वह पूरी तरह डर गईं। कहीं अरमान एक बार फिर से उठाकर उन्हें बाहर न फेंक दे! वह भाव में आकर 'सुदामा जी' बोल बैठीं।
फिलहाल अरमान ने अपने गार्डों को इशारा किया और मोनालिसा के चेहरे की पूरी धुलाई-गुड़ाई करने के बाद उन लोगों को वहां से भेज दिया।
अरमान सीधे अपने किंग चेयर पर बैठ गया। बंदूक अभी भी हाथ में थी। वहीं नानी मां को लगने लगा कि शायद उसने मोनालिसा को सबक सिखा दिया था और 'दामाद जी' कहना मोनालिसा को कितना बुरा लगा होगा।
तभी नानी मां तुरंत हाथ जोड़कर अरमान के सामने खड़ी हो गईं और बोलीं, "हमें माफ कर दीजिए। हम बूढ़े हो गए हैं, हमारी जुबान इसलिए फिसल गई। हम आपके दामाद जी को परेशान नहीं करना चाहते। आप हमें माफ कर दीजिए।"
नानी मां की यह बात सुनकर अरमान ने कोल्ड लुक दिया और नानी मां की बातों का कोई जवाब नहीं दिया।
वहीं दादाजी तुरंत ही अरमान के पास आए और बोले, "बेटा, यह क्या कर रहा है? इसमें इतना गुस्सा करने की क्या जरूरत थी? और जिस तरह से तूने वसुंधरा को गले लगाया और अचानक हंसने लगा, उल्टी-सीधी बातें करने लगा — यह देखकर गांव वाले सोच रहे हैं कि तेरे ऊपर कोई पिशाच भूत का साया है। इसलिए इस तरह की हरकत कर बैठा। अब परेशान मत हो, इसे जाने दे।"
अब यह सुनकर अरमान पूरी तरह शांत रहा। वह बिना किसी एक्सप्रेशन के सबको देख रहा था।
फिलहाल तभी अचानक अरमान का लैपटॉप, जो उसने मोनालिसा से लिया था, नोटिफिकेशन आने लगा। देर न करते हुए अरमान ने इसे ओपन किया, तो उसकी आँखें और भी सर्द हो गईं। उसने अपनी आँखें बंद की और फिर बंदूक से अपने सर पर टाइप करना शुरू कर दिया। यह सब देखकर सब लोग हैरान और डर गए; "आखिरकार अरमान क्या करने वाला है?" सब यही सोच रहे थे।
आस्था थोड़ी हिम्मत करके अरमान के सामने आई और बोली, "मिस्टर सिंघानिया, आप क्या सोच रहे हैं? प्लीज़ जवाब दीजिए।"
तभी अरमान गहरी नजरों से आस्था को देखने लगा। लगातार लगभग 10 मिनट तक उसने आस्था के खूबसूरत चेहरे को घूरा। जल्दी ही अंश की रोने की आवाज़ उसके कानों में आई, जो अभिमान जी की गोद में था। तब अरमान ने अंश की ओर देखा।
फिलहाल उसे अपने दिल में कुछ अजीब सा एहसास हुआ। उसने तेज आवाज़ में कहा, "डॉक्टर रश्मि!" डॉक्टर रश्मि पूरी तरह हैरान हो गए। उन्होंने तुरंत अध्यक्ष के सामने पूछा, "क्या हुआ? अरमान, क्या तुम कुछ कहना चाहते हो?"
रश्मि ने आकाश की ओर देखा, और आकाश उसके पास आया। तब अरमान बोला, "क्या तुम दोनों ने शादी कर ली है?"
जैसे ही अरमान ने यह कहा, रश्मि और आकाश ही नहीं, पूरे घर वालों के चेहरे भी सन्न रह गए। "अचानक अरमान ने शादी की बात कैसे बता दी?" सब यही सोचने लगे।
तब आकाश, जो अरमान को अच्छी तरह जानता था, तुरंत बोला, "हाँ, हमने शादी कर ली।" क्योंकि अगर अरमान ने यह बात कही है, तो बिना किसी सबूत के यह नहीं बोली होगी। यह बात सुमित और ध्रुवाहन अच्छी तरह से जानते थे।
अब यह सुनकर आकाश ने राहत की सांस ली और स्थिति संभाली।
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तब अरमान ने एक बार फिर अपने सर पर हाथ फेरा। उसे सुमित और राधिका की ओर देखकर बोला, “क्या तुम दोनों ने भी शादी कर ली है?” सुमित ने भी बिना किसी इमोशन के कहा, “हां, मेरी भी शादी हो चुकी है और यह राधिका है, मेरी पत्नी।” अब यह सुनकर तो अरमान ने उसे कुछ नहीं कहा और उसके बाद उसकी नजर सीधा ध्रुव, वंशिका और फिर आह्वान और रौनक पर गई थी और उन लोगों की ओर देखते हुए बोला, “क्या यह तुम्हारी बीवी है?” और आह्वान भी अब थोड़ा सा कांपते हुए होठों से बोला, “हां भैया, यह रौनक है, मेरी बीवी और यह मेरे बच्चे भी पैदा करने वाली है, मैं बाप बनने वाला हूं, भैया! मैं बाप बनने वाला हूं!” जो कि अपने इमोशंस पर कंट्रोल नहीं कर पाया, जल्दी ही उसने अरमान को पूरी बात बताते हुए यह सब कहा। अरमान पूरी हद तक हैरानी से भर चुका था। और तभी वंशिका अरमान के पास आई और उसके और देख कब हुई थी। “हम जानते हैं, अरमान भैया, कि आपके लिए सारी बातें बिल्कुल अजनबी लग रही होंगी, बिल्कुल लग रही होंगी। क्योंकि आपकी यादों के साथ छेड़छाड़ की गई है। आपके जिस वक्त हम आपकी जिंदगी में आए थे, उस वक्त की आपकी यादें पूरी तरह से हटा दी गई हैं, लेकिन आपको अपने दिमाग पर बिल्कुल भी जोर नहीं डालना है। आपको अपना पूरी तरह से ध्यान रखना होगा कि किसी ने जानबूझकर आपके साथ ऐसी हरकत की है।” और इतना ही नहीं, अभी तक अभी सब लोग इस बात से बच रहे थे कि आस्था के बारे में अरमान को बताएं या ना बताएं। लेकिन दादाजी तुरंत ही अरमान को देखकर बोलते, “बेटा, अगर तूने इन सब की शादी के बारे में पता लगा लिया है तो, क्या तूने अपने बारे में भी कुछ पता लगाया है?” अब जैसे ही दादाजी ने आस्था से रिलेटेड यह सवाल किया, अब तो आस्था की सांसें पूरी तरह से थम सी गई थीं और वह अरमान की और बेतहाशा देखते रही थी। उसका दिल तो कर रहा था कि उसका पति उसे बोल दे कि, “मैं जान चुका हूं कि आस्था मेरी बीवी है” और उसे जाकर गले से लगा ले, आस्था के दिल की मुराद पूरी हो जाए। लेकिन वह केवल अपने ख्यालों में यह बात सोच सकती थी, क्योंकि अरमान ने अभी तक ऐसा कोई साइन नहीं किया था कि वह आस्था को जानता है और प्यार करता है। तब आस्था ने दादाजी की बात सुनकर बोला, “हां दादा जी, मैं पता लगा चुका हूं कि यह लड़की, मेरी यह लड़की आस्था, अरमान सिंघानिया है, और इसकी शादी मुझसे कब कर दीजिए, कर दी गई? इसके बारे में मुझे कुछ भी याद नहीं है।” दादाजी, जैसे ही अरमान ने सख्त आवाज में यह कहा था, तो सांस एकदम से थम सी गई थी। क्योंकि अरमान ने भले ही आस्था को अपनी बीवी कहा था, लेकिन उसने बड़े ही नफरत से उसकी आवाज में बैठी हुई थी। उसकी आवाज को देखकर सब पता चल रहा था कि वह उसे कितनी ज्यादा नफरत कर रहा है। वही अरमान तुरंत उठ खड़ा हुआ और सीधा जाकर अभिमान जी की गोद से उसने अंश को अपनी गोद में ले लिया था और उसके चेहरे को देखकर बोला, “मुझे नहीं पता कि मुझे यह बच्चा कब हुआ और किन परिस्थितियों में हुआ। इस लड़की ने मुझे बहलाया, फुसलाया है या जबरदस्ती मेरे साथ इंटिमेट हुई है, इसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता, लेकिन मैं एक बात अच्छी तरह से बता सकता हूं कि मेरी जिंदगी में कभी किसी लड़की की कोई जगह नहीं है। और अगर इसने मेरे बच्चे को पैदा किया है तो, जरूर इसी ने मुझे बहलाया फुसलाया होगा, क्योंकि मैं इन जैसी लड़कियों को अच्छी तरह से जानता हूं। इस तरह से किसी अमीर के घर में घुस आती हैं और उसके साथ किसी न किसी बहाने से फिजिकल रिलेशन बनाकर बच्चे पैदा कर लेती हैं ताकि उसे घर में हमेशा हमेशा के लिए रह पाए। लेकिन अरमान सिंघानिया ना तो पागल है और नहीं बेवकूफ है। मैं आकाश, सुमित, ध्रुवाहन से यह नहीं कह रहा हूं कि वह अपनी अपनी बीवी को छोड़ दे, लेकिन मैं इस तरह से इस तरह की गोल्ड अगर लड़की को कभी भी एक्सेप्ट नहीं कर सकता हूं।” यह बोलकर अरमान, जैसे-जैसे अरमान की सारी बातें बोले जा रहा था, आपको ऐसा लगने लगा था मानो कि उसके शरीर में जाने ना बची हो। उसके पर पूरी तरह से ठंडा पड़ गए थे और वह तुरंत ही जमीन पर बैठी चली गई थी। और पूरी तरह से, 88 पूरी तरह से जमीन में थक चुकी थी। आशा को अपने पति के मुंह से इस तरह की बातें सुनने से पहले उसे ऐसा लग रहा था कि धरती फट गई और हो उसमें समा जाए। क्योंकि आस्था सब कुछ बर्दाश्त कर सकती थी, लेकिन अपनी मोहब्बत, अपने प्यार के मुंह से इस तरह की बातें भला वह कैसे बर्दाश्त कर सकती थी? आशा के लिए सॉरी बातें बहुत ही ज्यादा तकलीफ से भरी थीं। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि सिचुएशन में वह करें तो करें क्या। वही नानी मां भी अरमान के मुंह से इस तरह की बातें सुनकर अंदर ही अंदर गुस्से से भर उठी थीं और तुरंत उंगली दिखाते हुए अरमान को बोली, “बस की ये दामाद जी, आप इस तरह से हमारी नरमी का ताजा फायदा नहीं उठाना उठा सकते हैं। अगर आप हमें गोली ही मारना चाहते थे, तो आप एक कम कीजिए, आप हमारी गोली मारकर अपनी इच्छा भी पूरी कर लीजिए, लेकिन हमारी बोरी के बारे में हम इस तरह की घटिया बातें बिल्कुल भी नहीं सुनेंगे। हमारी बोरी ऐसी नहीं है, और भले ही आपकी यादें चली गई हों और शायद आप ही हैं जो हमारी गोरी को बेतहाशा चाहते थे, अरे हमारी गोरी के बिना तो आप अपनी तक पीने नहीं जाते थे! इतना प्यार करते थे आप हमारी गोरी से, अब आपकी यादें किसी ने छीन ली हैं, तो इसमें हम क्या कर सकते हैं? इसके लिए आप हमारी गोरी को कसूरवार नहीं ठहरा सकते, समझे आप!” अब जैसे नई मां एकदम तेज आवाज में यह बोला, और मां तुरंत ही उठकर नानी मां के करीब चला गया और अचानक अपनी गर्दन तिरछी करके, उसकी नानी मां की और अपनी देख कर अपने होठों पर हाथ रख कर बोला था, “उसे शांत हो जाओ, ओल्ड लेडी, शांत हो जाओ। अरमान सिंह बखनियों को ऊंची आवाज बिल्कुल पसंद नहीं है।” और मां ने जैसे ही सर्द वॉइस में यह कहा, नानी मां को तो ऐसा लगने लगा मानो क्योंकि पूरी रीड की हड्डी में सर हम दौड़ गई हो और किसी ने उनके शरीर से आत्मा को निकाल कर बाहर खड़ा कर दिया हो। उनके टांगे अपने आप ही कांपने लगे थे। वही आस्था जिसे इस वक्त रश्मि, वंशिका साथ ही साथ राधिका, रौनक संभाल रहे थे।
अगर चाहें तो मैं इसे और भी स्क्रिप्ट-फॉर्मेट में बदल सकता हूँ, ताकि पढ़ने में डायलॉग और एक्सप्रेशन ज्यादा स्पष्ट और ड्रामाटिक लगे।
क्या मैं ऐसा कर दूँ?यहाँ आपके दिए गए टेक्स्ट को वाक्यविन्यास, विरामचिन्ह और पठनीयता के अनुसार सुधारा गया है — शब्दों की संख्या घटाए बिना अर्थ और भाव बनाए रखने की कोशिश की है:
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क्योंकि आस्था को ऐसा लग रहा था मानो कि उसका पूरा शरीर एकदम बर्फ में जम सा गया हो।
माही, दादाजी पर रास्ता को इस तरह तड़पता हुआ देखकर, पूरी तरह से आँखों में आंसू भरकर अरमान के सामने जाकर खड़े हो गए थे और उसकी ओर देखकर बोले, "एक काम कर — अगर तुम्हें गोली मारनी है ना तो मुझे मारो, क्योंकि मैंने नहीं तेरी शादी इस बच्चे से करवाई थी और इसकी ज़िंदगी खराब हुई है।"
"लेकिन इस बीच मैंने इतना प्यार कर लिया था कि तुम्हें इसकी आँखों में इतना सब दर्द दिखाई देता था और अब तुम्हें इससे नफरत हो रही है? अब तुम्हें यह लड़की बेगुनाह लग रही है? तो क्या तुम जान भी नहीं रहे कि कहीं न कहीं इस वक्त मैं पूरी तरह गुस्से से भर गया हूँ?"
और फिर उन्होंने कहा, "अगर तुम्हें यह बात पता चल चुकी है कि वह तुम्हारी बीवी है और वह तुम्हारा बच्चा है, तो फिर तू इस तरह की हरकत क्यों कर रहा है? ऐसी उल्टी-सीधी बातें क्यों बोल रहा है? इसी तरह अपने बीवी-बच्चों को अपना क्यों नहीं रखता?"
तभी अरमान ने दादाजी की ओर देखकर बोला, "दादाजी, आप चाहते हैं कि मैं अपने दिमाग पर जोर डालकर यह याद करने की कोशिश करूँ कि मैंने इस लड़की से कब शादी की और साथ ही यह भी कि इस लड़की के साथ मेरा बच्चा कब पैदा हुआ? आप यह चाहते हैं कि मैं ऐसे-ऐसे बातें अपने दिमाग पर जोर देकर याद करूँ ताकि मेरा ब्रेन पूरी तरह डैमेज हो जाए?"
"अरमान सिंघानिया इतना भी बेवकूफ नहीं है।"
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तब आस्था ने एक नजर अरमान की ओर बेफिक्री से देखी, फिर चिंता से देखा और तत्काल तांत्रिक की ओर देखकर बोली, "देखिए, आप प्लीज़ मेरे पति को जल्दी-जल्दी ठीक कर दीजिए।"
वही अरमान जो की आस्था के मुंह से निकले हुए शब्द अच्छी तरह से सुन चुका था और आस्था की आवाज को अच्छी तरह से पहचान चुका था, उसके माथे पर सिलवटें उभर आई थीं। अरमान के दिल की हालत बहुत ही ज्यादा अजीब सी थी। फिलहाल उसने किसी से कुछ नहीं कहा था, वह बस केवल सावधानी से चुप रह कर उन सब की बातें सुन रहा था। तभी वह तांत्रिक बोली, “देखी मिसेज अरमान सिंघानिया, आप मेरी बात ध्यान से सुनिए। बस थोड़ा सा हमें वक्त और लगेगा, उसके बाद हम आपको सारी बातें बताने के लिए नीचे ही आ रहे हैं, तब तक आप नीचे जाइए, ठीक है?” यह बोलकर उन्होंने आस्था को कन्वेंस करने की कोशिश की और जल्दी ही उसे नीचे भेज दिया था। वहीं आस्था एक नज़र अरमान की और देखते हुए तुरंत नीचे चली गई थी। वहीं अरमान के कानों में अभी भी आस्था की आवाज ही गूंज रही थी कि, “आप हमारे पति को कब तक ठीक कर देंगे?” यह सुनकर कहीं ना कहीं अरमान का दिमाग जोरों से चल रहा था और उसे एक-एक करके सारी बातें याद आने लगी थीं कि किस तरह से सब लोग अंश के और आकर्षित हो रहे थे और अंश को प्यार कर रहे थे और अरमान क्यों अंश का रोना बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। इस वक्त अरमान के दिल की हालत काफी ज्यादा अजीब हो चुकी थी, लेकिन अरमान सिंघानिया कोई आम इंसान नहीं था। वह अपनी फीलिंग्स पर कंट्रोल करना अच्छी तरह से जानता था। उसे ध्रुव की बात भी अच्छी तरह से याद थी कि अगर उसने ज्यादा सोचने की कोशिश की तो उसके दिमाग में काफी ज्यादा खराबी हो सकती है, इतना ही नहीं, उसका ब्रेन हेमरेज तक हो सकता है। लेकिन फिलहाल अरमान बड़े ही सावधानी से सारी बातें पता लगाना चाहता था, इसीलिए उसने केवल आंखें बंद करके बेहोश होने का नाटक किया और आस्था के वहां से जाने के बाद तभी मोनालिसा उठी और एक बार और अरमान की ओर देखते हुए बोली, “अब हमें ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए। वैसे भी इसका इंजेक्शन का असर खत्म होने वाला होगा। इससे पहले कि यह शेर उठे, हमें यहां से निकलना होगा, वरना हो सकता है कि हमारे लिए कोई मुसीबतें खड़ी हो जाएं। इक काम करो, तुम लोग आगे जाओ और यह जो कठमांडल है, इसमें थोड़ा सा ना इस तरह का थोड़ा सा धुआं निकालो और उसको लगाओ, क्योंकि अब हमें यहां से निकलने का लास्ट जो हमारा प्रक्रिया है, वह शुरू करना है।” मोनालिसा जल्दी ही अपने चेलों को अपना प्लान समझा दिया था और लास्ट में थोड़ा सा धुंआ डालकर पूरे घर में कुछ मंत्रों का उच्चारण करते हुए जल्दी ही अरमान के कमरे से बाहर निकल गए थे। वहीं नानी मां जो कि सब पूरी तरह से श्रद्धा में डूब चुकी थी, मोनालिसा के आते ही उसके सामने हाथ जोड़कर खड़ी हो गई बोली थी, “अब तांत्रिक ओझा जी, अब बता दो हमारे दामाद जी कैसे हैं? क्या उनके अंदर के पिशाच को अपने बोतल में कैद कर लिया है?” तभी मोनालिसा एक अपना अभिनय यानी कि अपना नाटक कंटिन्यू करते हुए, कुछ मंत्रों का उच्चारण करते थे मानो कि उसे साफ़ सुन गया। वहीं आहान नानी मां को इस तरह के कानों में कानाफूसी करते हुए बोला था, “यार देखा तूने इस वजह में तो कितनी पावर है, तो हमारी माता को चुप कर दिया। मानना पड़ेगा, कुछ तो बात है इसमें! मुझे लगता है कि आज तापमान भाई के सारे भूत ही खत्म हो जाएंगे और हमारे प्यारे अरमान भाई हम एक बार फिर से वापस मिल जाएंगे।” कहीं ना कहीं सभी की आंखों में एक उम्मीद से नजर आ रही थी कि शायद भगवान तो पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। ठीक थोड़ी देर बाद मोनालिसा ने ज्यादा देर ना करते हुए अपना आखिरी मित्रों का उच्चारण किया और उसके बाद नानी मां की ओर देखकर बोली, “आप लोग फिकर मत कीजिए, यह जब हमारे पास थे, देख रहे हैं, इनमें हमने अरमान सिंघानिया के अंदर जो भी पिशाच की आत्महत्या उसको कैद कर लिया है। और अब जब अरमान सिंघानिया उठाएंगे तो पूरी तरह से स्वस्थ होंगे और उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी।” अब यह सुनकर कहीं ना कहीं आस्था और बाकी सब को सुनने में काफी ज्यादा अच्छा लग रहा था और एक दिल का बहुत अच्छा नजर आ रहा था, क्योंकि अरमान ने जिस तरह की हरकत की थी, यह अभी तक उसके दिमाग से निकल नहीं रहा था। इसलिए समझ वाला सीन। लेकिन आस्था को फिलहाल अरमान सिंघानिया को ठीक करना था। फिलहाल अब जल्दी मोनालिसा ने अपने चले चपातों को की ओर इशारा किया कि अब हमें ज्यादा देरी आने रुकना चाहिए, फटाफट से हमें यहां से निकाल लेना चाहिए, तो कहीं वह उन लोगों का घंटा फोड़ ना हो जाए। कि अरमान सिंह गाने का फोन, लैपटॉप, काश जो भी उन्होंने कमरे से मिला था, सब कुछ उन्होंने अपने साथ मिले हुए थैले में भर लिया था और जिसमें वह अरमान सिंह का बहुत पिशाच के नाटक कर रहे थे कि वह उन्होंने कैद कर लिया है। फिलहाल अभी सारी चीज देखने के बाद मोनालिसा तुरंत बोल पड़ी थी, “देखिए, अब हमारे जाने का समय आ गया, क्योंकि पिशाच के साथ हमेशा ज्यादा देर यहां नहीं रख सकते हैं वरना पिशाच एक बार फिर से अपना उसे शरीर को ढूंढने का, जी शरीर में उसका पहले से निवास था। तो हमें जल्द से जल्द यहां से जाना चाहिए।” तभी आहान तुरंत बोला था, “चले जाइए और आपकी जो पेमेंट है, वह मैं आपको ऑनलाइन ट्रांसफर कर दूंगा।” “पेमेंट की कोई जरूरत नहीं है, बस तुम्हारा भाई एक बार ठीक हो जाए, वही हमारा सबसे बड़ी पेमेंट होगी।” मोनालिसा कैसे वाली बात है तो सभी लोगों का दिल जीत लिया था कि चलो हो सकता है कि यह अच्छी कोई तांत्रिक हो, क्योंकि अगर इस तरह से कोई भी पेमेंट वगैरह लेता है, तो उसको अच्छा नहीं माना जाता, लेकिन अब हम मोनालिसा की यह बात सुनकर कहीं ना कहीं सभी के चेहरे पर सेटिस्फेक्शन भरी मुस्कराहट थे।
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फिलहाल अब धीरे-धीरे वक्त गुजर रहा था और मोनालिसा ने अपने इशारे किए; जल्दी ही वे लोग धूम-धड़ाका करते हुए वहां से बाहर निकलने लगे। लेकिन इससे पहले कि वे बाहर निकल पाते, तभी एक जानदार आवाज़ वहां पहुँची — "रुको!" अब यह आवाज़ सुनकर सब लोग उस दिशा में मुड़े क्योंकि पीछे कोई और नहीं खड़ा था। वहाँ आकर जो दिखा, देखने पर सबकी हैरानी और बढ़ गई। वहीं मोनालिसा ने अभी तक पलटकर नहीं देखा था, लेकिन अब अरमान की आवाज़ उसके कानों में पड़ी तो काफी हद तक उसकी टाँगें खुद-ब-खुद जड़-सी हो गईं। मन में एक अजीब सा अहसास उठने लगा — कुछ न कुछ अब गलत होने वाला है।
फिलहाल अरमान को वहां देखकर सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए। रौनक तो तुरंत अरमान के पास गई और बोली, "आप ठीक हैं न?" सभी को यह लग रहा था कि शायद अरमान का कोई साथ चला गया होगा, तो हो सकता है कि अब अरमान नॉर्मल होकर ठीक हो जाए। लेकिन अरमान कोल्ड लोक (टोन) में आह्वान की तरह बोला; आह्वान तुरंत खड़ा हो गया। ध्रुव के कान में एक बार फिर कुछ खनकते हुए बोला, "अरमान भाई को देखकर तो सब पता चल रहा है कि अभी भी उनके अंदर कितने सारे जज्बात मौजूद हैं।" किस तरह से देखा — उसने नाचते हुए कहा, "चुप हो जा, फिलहाल सोने दे और समझने दे कि आखिरकार अरमान भाई किस तरह रिएक्ट कर रहे हैं।" अब यह सुनकर सब लोग हैरान होकर उसे देखने लगे।
नानी मां खुद को रोक नहीं पाईं; वे धर्मन के सामने जाकर बोलीं, "अरे बिटवा, अब आप ठीक हैं न?" जानबूझकर नानी मां ने अभी अरमान को 'दामादजी' नहीं कहा था क्योंकि उन्हें अभी लगता था कि अरमान की यादें नहीं हैं। पर कहीं न कहीं उन्हें उम्मीद थी कि शायद अरमान नानी मां को पहचान ले और कहे, "हाँ नानी, मैं बिल्कुल ठीक हूँ।" तब अरमान ने नानी मां की ओर शारदा (धीमी) आँखों से देखते हुए कहा, "ओld लेडी, मैं ठीक हूँ या नहीं — मुझे लगता है कि इससे तुम्हें कोई लेना-देना नहीं है। चुपचाप खड़े रहिए।" अरमान की इतनी बदतमीजी भरी बात सुनकर नानी मां तुरंत चौंक गईं और पीछे हटकर खड़ी हो गईं।
फिलहाल आस्था भी धीरे-धीरे शांत हुई क्योंकि उसे देखकर अब स्पष्ट हो गया था कि अरमान की यादें अभी तक वापस नहीं आई हैं और उसके अंदर भूत-प्रेत है या नहीं — इसका कुछ पता नहीं चल पाया था। लेकिन तभी मोनालिसा ने दूसरी तरफ मुंह करके खड़े-खड़े कहा, "देखिए, अब हम पीछे मुड़कर नहीं देख सकते; यह अशुभ होता है और पिशाच आज़ाद भी हो सकता है। इसलिए हमें चलना होगा।" यह कहकर मोनालिसा ने आगे कदम बढ़ा दिए।
तभी अरमान सिंघानिया की एक बार फिर कड़क आवाज़ गूँजी — "रुको!" यह आवाज़ सुनते ही कई लोग आगे बढ़े और तुरंत ही मोनालिसा को चारों तरफ से घेर लिया। अब यह देखकर मोनालिसा के चेहरे पर पसीना टप-टप बहने लगा; वह तुरंत ही काँपने लगी और अरमान को देखने लगी। वहीं अरमान तेज कदमों से आया, सीधा मोनालिसा के सामने खड़ा हुआ और अपनी बंदूक निकालकर उसके माथे के बीचोबीच लगा दी। यह देखकर मोनालिसा के माथे से पसीना और भी तेज़ होकर बहने लगा। बाकी सब लोग पूरी तरह हैरान-निराश हो गए — "क्यों? आखिर यहां क्या हो रहा है?" सब यही सोच रहे थे।
ध्रुव, जो काफी देर तक शांतिपूर्वक सब कुछ अपनी आँखों से देख रहा था, बोला, "तुम इस तरह किसी की जान नहीं ले सकते — यह बेगुनाह है।" वह आगे भी जोड़ता गया, "मैं जानता हूँ कि इस तरह की बातों पर यकीन नहीं होता, पर यह सिर्फ एक छोटी सी पूजा थी जो लोगों ने हमें दूर करने के लिए करवाई थी।" वह कहता हुआ आकाश की ओर देखता रहा, और आकाश कुछ पीछे हटकर खड़ा हो गया क्योंकि अरमान की आँखों में कुछ ऐसा था कि ज़्यादा देर तक कोई भी उसकी आँखों में देख नहीं पा रहा था।
आस्था, जिसे दिल थामकर अरमान को देखना मुश्किल हो रहा था, खुद को रोक नहीं पाई; वह अरमान के पास गई और बोली, "मिस्टर सिंघानिया, आप क्या कर रहे हैं? आप इन्हें छोड़ दीजिए — इनकी कोई गलती नहीं है। उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया। आप इस तरह उनकी जान नहीं ले सकते।"
लेकिन तब तक मोनालिसा पूरा डर के मारे कराह रही थी; वह ज्यादा देर अरमान के गुस्से को सहन नहीं कर पा रही थी। इसलिए देर न करते हुए वह बिनती करने लगी, "प्लीज़ प्लीज़ मुझे माफ कर दीजिए। मैं आपका सामान नहीं लूटना चाहती थी — मैं अभी आपका सारा सामान वापस कर दूँगी। पर मुझे जाने दीजिए, प्लीज़, प्लीज़, प्लीज़..."
यह बोलते हुए उसने जो चीजें अरमान के सामने रखी थीं — फोन, लैपटॉप और बाकी का सामान — तुरंत ही निकालकर अरमान के सामने रख दीं। यह देखकर सब लोगों ने अपने मुंह पर हाथ रख लिया; तब सबको समझ में आ गया कि अरमान ने मोनालिसा के कंधे पर और उसके सर पर बंदूक क्यों रखी है।यह देखकर तो नानी मां, जो की मोनालिसा पर कुछ ज्यादा भरोसा कर बैठी थी, पूरी तरह से बौखला गई और देर ना करते हुए खींचाव कर जोरदार मुक्का उसके मुंह पर मारते हुए बोलीं, “अरे, तू हमारे दामाद जी के अंदर का पिशाच निकालने के लिए बाहर आई थी, लेकिन हमें तो लगता है कि तुझसे बड़ी पिशाच पूरी दुनिया में कोई हो ही नहीं सकती है। तू पैसों के लिए इतना गिर गई कि तूने इतनी बड़ी घटिया हरकत कर दी! तू ऐसा कैसे कर सकती है?” यह बोलकर अब नानी मां ने जितना हो सकता था, उतने बुरी तरीके से बालों को नोचना शुरु कर दिया था।
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