यह कहानी है आग और पानी की। कहते हैं ना, जब आग और पानी आपस में टकराते हैं, तो कुछ नया ही तूफान लाते हैं। नूर सूर्यवंशी, एक सेल्फ इंडिपेंडेंट लड़की , दिखने में बेहद क्यूट और मासूम, लेकिन इसके अपोजिट, बेहद गुस्से वाली और सीधे मुँह पर करारा जवाब देने वा... यह कहानी है आग और पानी की। कहते हैं ना, जब आग और पानी आपस में टकराते हैं, तो कुछ नया ही तूफान लाते हैं। नूर सूर्यवंशी, एक सेल्फ इंडिपेंडेंट लड़की , दिखने में बेहद क्यूट और मासूम, लेकिन इसके अपोजिट, बेहद गुस्से वाली और सीधे मुँह पर करारा जवाब देने वालों में है उसे प्यार और दुनिया के दिखावटी रिश्तों में बिल्कुल भी विश्वास नहीं है क्योंकि उसके बचपन में उसकी माँ की डेथ होने के बाद, उसकी सौतेली माँ और उसके पिता ने उसके साथ इतना बुरा बिहेव किया कि उसे देखते-देखते नूर भी उनकी तरह ही बन गई।..
Page 1 of 1
𝐂𝐡𝐚𝐫𝐚𝐜𝐭𝐞𝐫𝐬 𝐢𝐧𝐭𝐫𝐨𝐝𝐮𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧....
यह कहानी है आग और पानी की। कहते हैं ना, जब आग और पानी आपस में टकराते हैं, तो कुछ नया ही तूफान लाते हैं। नूर सूर्यवंशी, एक सेल्फ इंडिपेंडेंट लड़की , दिखने में बेहद क्यूट और मासूम, लेकिन इसके अपोजिट, बेहद गुस्से वाली और सीधे मुँह पर जवाब देने वालों में है उसे प्यार और दिखावटी रिश्तों में बिल्कुल भी विश्वास नहीं है क्योंकि उसके बचपन में उसकी माँ की डेथ होने के बाद, उसकी सौतेली माँ और उसके पिता ने उसके साथ इतना बुरा बिहेव किया कि उसे देखते-देखते नूर भी उनकी तरह ही बन गई।
नूर सूर्यवंशी, 19 साल की एक क्यूट लेकिन बड़बोली लड़की हाइट 5 फीट 1 इंच, ग्रीन आँखें, लंबे सिल्की बाल जो उसकी कमर से भी नीचे तक थे। रंग ना ज्यादा गोरा, ना साँवला, लेकिन चेहरे के नैन नक्श इतने तेज थे कि कोई एक बार देखे तो नज़र हटाना मुश्किल हो जाए। नूर सिर्फ़ अपनी एक दोस्त पर ही सबसे ज़्यादा विश्वास करती थी।
ऋषिका 19 साल की एक प्यारी सी लड़की नूर की बेहद करीबी दोस्त यह बचपन से नूर के साथ है यह हमेशा नूर की मदद के लिए आगे रहती है यह एक कंपनी में फिलहाल जॉब कर रही है उनकी फैमिली में भी कोई नहीं है यह एक अनाथ लड़की है
हाइट 5 फिट 4 इंच ब्राउन आइस कंधे तक कटिंग स्टाइल हेयर हल्का सावला लेकिन चेहरे पर इतना नूर की कोई एक बार देखे तो उसे देखा ही रह जाए यह भी नूर की तरह ही है लेकिन यह हमेशा नूर को सही रहा दिखने में मदद करती हैं
अरमान राठौर आहान के डेड यह एक बहुत ही खुश मिसाल इंसान है इनका अपने बेटे आज के साथ बहुत अच्छा बोर्ड बना हुआ है फिलहाल यह अब घर पर ही रहते हैं और उन्होंने अपनी कंपनी आहान को संभालने को दे दी है जो की आहान में आज के समय में ऊंचाइयों पर पहुंचा दी है उनकी पत्नी की कुछ साल पहले ही डेथ हो चुकी है इन्होंने अहान की भलाई के लिए दूसरी शादी न करने का फैसला किया था क्योंकि यह नहीं चाहते थे कि कोई दूसरी औरत जाकर उनके बेटे के साथ बुरा बिहेव करें या उनकी प्रॉपर्टी को लेकर कभी उनके बेटे के साथ मतभेद करें
अहान राठौर एक बहुत फेमस बिजनेसमैन किसने एशिया की टॉप 10 कंपनियों में अपने पैर पसार रखे हैं दिखने में दमदार पर्सनालिटी का शख्स, 6.7 इंच हाइट, मजबूत कद-काठी। लड़कियाँ उसकी एक झलक पाने के लिए ही पागल रहती हैं, लेकिन उसे इन सब चीजों में कोई दिलचस्पी नहीं है। वह सिर्फ अपने फायदे के बारे में ही दिन-रात सोचता रहता था। यह बेहद सख्त किस्म का बिजनेसमैन था इसे किसी की बात सुनना पसंद नहीं था सिर्फ अपनी बात कहना ही यह सही मानता था। लेकिन अचानक इसकी लाइफ में एक छोटी सी लड़की की एंट्री हुई जो हर पल उसके सवालों का उल्टा ही जवाब देती थी। क्या हर समय खडूस बना रहने वाला अहान राठौर उस छोटी सी लड़की के सामने टिक पाएगा? क्या इसमें उसका फायदा होगा या वह हमेशा के लिए बंध जाएगा एक रिश्ते में? कैसी होगी यह यूनिक लव स्टोरी?
........ प्रोमो ........
एक छोटी हाइट की लड़की ने अपना सिर उठाते हुए, शांति लेकिन तंज भरी आवाज के साथ कहा, "तो कितने पैसों में अपनी बेटी का सौदा पक्का किया?" उस लड़की के शब्दों से गुस्सा होकर मिस्टर सूर्यवंशी दहाड़ते हुए बोले, "जस्ट शट अप! यह मत भूलो, हम तुम्हारे माँ-बाप हैं!" माँ-बाप शब्द सुनते ही उस लड़की का खून खौल उठा। वह जो अब तक अपना गुस्सा कंट्रोल करके खड़ी थी, गुस्से से चिल्लाई, "ऐसे माँ-बाप, जो अपने न्यूज़ चैनल की टीआरपी के लिए अपनी बेटी तक को बेच सकते हैं!"
बाप-बेटी के झगड़े के बीच कदम रखते हुए मिसेज सूर्यवंशी ने कहा, " नूर आप हमेशा हमारे लिए ऐसा ही सोचती हैं। प्लीज, कम से कम यह शादी करके हम पर रहम कीजिए।" मिसेज सूर्यवंशी की बात सुनकर नूर के दिल में दर्द की लहर दौड़ गई, लेकिन उसने अपनी आँखों से एक बूँद भी नहीं टपकने दी। मिस्टर सूर्यवंशी सामने खड़ी लड़की को घिन भरी नज़रों से देखते हुए बोले, "अयान एक बहुत ही अच्छा लड़का है। उसने बिना तुम्हारी फ़ोटो देखे ही शादी के लिए हाँ कर दिया, तुम्हें तो इस बात के लिए उसका आभारी होना चाहिए।"
नूर गुस्से से अपना पैर पटकते हुए बोली, "काहे का जेंटलमैन? ज़रूर आप लोगों के साथ कोई सौदा साइन किया होगा! आखिर आप लोगों के पसंद किए हुए लड़के से इससे ज़्यादा उम्मीद ही क्या की जा सकती है?" बस इतना कहते हुए मिस्टर सूर्यवंशी ने उसके गाल पर थप्पड़ मारने के लिए हाथ उठाया, लेकिन नूर ने गुस्से से उनका हाथ बीच में ही पकड़ लिया और झटकते हुए चिल्लाई, "सोचना भी मत मुझे छूने की, वरना आपकी इसी चैनल पर आपकी इस हरकत को ब्रेकिंग न्यूज़ बना दूँगी! और मैं अपनी बात की पक्की हूँ!"
मिसेज सूर्यवंशी दिखावे के आँसू बहते हुए नूर के सामने आकर खड़ी हो गई और हाथ जोड़ते हुए बोली, "हमारे खातिर यह शादी कर लो।" वह उसे गले लगाने के लिए आगे बढ़ी, लेकिन उसी पल नूर पीछे हट गई। उनके हाथ हवा में ही रुक गए। तंज भरी हँसी के साथ नूर ने कहा, "आपको डील क्रैक करना बहुत शौक है ना? तो चलिए, आज मैं भी आपके साथ एक सौदा करती हूँ।"
नूर की बात से कन्फ़्यूज़ होकर मिस्टर सूर्यवंशी ने पूछा, "तुम्हारे कहने का क्या मतलब है?" नूर ने लाल आँखों से उनको देखते हुए कहा, "छह महीने! छह महीने के इस कॉन्ट्रैक्ट मैरिज के बाद मैं आप लोगों की शक्ल तक नहीं देखना चाहती। मैं आप लोगों से और इस शहर से बहुत दूर चली जाऊँगी, और आप लोग मुझे कभी ढूँढने की कोशिश नहीं करेंगे। तो बोलिए, डील मंज़ूर है?"
नूर की ऐसी बात सुनकर मिस्टर एंड मिसेज़ सूर्यवंशी हैरान हो गए।
वहीं दूसरी तरफ़,
राठौर इंडस्ट्रीज़ में अयान राठौर जो इस वक़्त अपने केबिन में बैठा था, तभी उसके फ़ोन पर एक कॉल आया। सामने से गुस्से से भरी आवाज़ आ रही थी। अयान बहुत ही बेफ़िक्री से बोला, "डैड, यार फ़ॉर गॉड्स सेक, मैं किसी की लाइफ़ नहीं बर्बाद कर रहा हूँ।" सामने से मिस्टर अरमान राठौर की आवाज़ आई, "यह राइट? तुम एक लड़की से छह महीने के लिए शादी करने जा रहे हो, और यू एक्सपेक्ट मी टू बी क्लीन? देखो, मैं तुझे यह गलती करने नहीं दूँगा।"
अयान उनकी बात सुनकर नाराज़गी से बोला, "प्लीज़ यार डैड, इस बार बीच मे मत आओ। वो सूर्यवंशी अगर अपना न्यूज़ चैनल मुझे दे रहा है अपना दामाद बनाने के बदले में, तो मुझे नहीं लगता यह डील करने में कोई बुराई है।" अरमान राठौर बोले, "अयान, एक बार उस लड़की के बारे में तो सोचो! उसकी ज़िंदगी खराब हो जाएगी, बेटे!" अयान मुँह बनाते हुए बोला, "डैड, ऐसा कुछ नहीं है। छह महीने बाद वह अपने रास्ते और मैं अपने रास्ते। थैट्स इट! मुझे उससे मतलब नहीं होगा।"
उसकी बात सुनकर अरमान राठौर जोर से हँसे और बोले, "बेटा, वह तो वक़्त ही बताएगा कि यह छह महीने बाद तेरी ज़िंदगी तुझे किस राह पर लाकर खड़ा करेगी।" अयान उनकी बात सुनता हुआ बोला, "प्लीज़ डैड, अब इस टॉपिक को यहीं बंद कीजिए। अब बात सिर्फ़ इतनी है कि मैं उस सूर्यवंशी की लड़की से शादी कर रहा हूँ, किसी भी कीमत पर।" अरमान राठौर गुस्से से बोले, "तेरा जो मन करे वही कर! हम इस बारे में छह महीने बाद बात करेंगे। हो सकता है तब तक तेरी अक्ल ठिकाने आ जाएगी।" अयान अभी कुछ बोलता उससे पहले ही फ़ोन कट गया। अयान ने गुस्से में अपना हाथ सामने रखी टेबल पर जोर से पटका।
प्लीज रीडर्स कमेंट करना ना भूले!!
स्टोरी स्टार्टिंग......
अब आगे...!!!
आज सूर्यवंशी विला में एक शादी थी जिसमें केवल कुछ करीबी दोस्त और रिश्तेदार शामिल हुए थे। ज़्यादा धूमधाम से शादी नहीं की गई, सिर्फ़ साधारण तरीके से शादी संपन्न हुई। विदाई के समय, अहान और नूर कार में बैठकर राठौर मेंशन की ओर रवाना हुए। शादी के जोड़े में बैठी नूर, काफी बेपरवाह अंदाज़ में अपने कानों में हेडफ़ोन लगाए बैठी थी, जबकि अहान अपने मोबाइल में कुछ ईमेल देखने में व्यस्त था।
दोनों ने ही एक-दूसरे से बात करने की ज़हमत नहीं उठाई। अहान मन ही मन बड़बड़ा रहा था, "कौन सी लड़की अपनी विदाई पर इतनी बेफ़िक्र रहती है? ई गेस दिस गर्ल इज़ एन एक्सेप्शन। कैसे गोइंग टू टॉलरेट हर अंडर वन रूफ़?" वहीं, नूर के मन में भी कुछ ना कुछ चल रहा था। वह चिढ़कर सोच रही थी, " हे भगवान! अगर इस अजीब आदमी ने मुझे छूने की कोशिश की, तो मैं कसम से कह रही हूँ, इसकी उंगलियाँ काट के कुत्तों को खिला दूँगी।" दोनों ही मन ही मन एक-दूसरे को कोसते हुए राठौर विला तक पहुँच गए, ताकि आगे की ज़िंदगी की शुरुआत की जा सके। जब उनकी कार रुकी, तब दोनों होश में आए। दोनों ने ही कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
नूर की आँखें उस वक़्त बंद थीं। अहान ने पूरी हिम्मत जुटाकर नूर के कंधे पर धीरे से हाथ रखा। इस पर नूर ने झट से अपनी आँखें खोलीं और बेहद गुस्से से उसे घूरते हुए बोली, "ये क्या हरकत है?" उसके ऐसे बोलने से अहान भी गुस्से में आ गया। "ढंग से बोलो!" नूर चिढ़ते हुए उसका हाथ झटकते हुए बोली, "अपना हाथ मुझसे दूर रखो, मिस्टर!"
बड़ी मुश्किल से अपने गुस्से पर काबू पाते हुए अहान ने कहा, "घर आ गए हैं, तो अब कार से उतरें।" नूर ने एकदम से बाहर देखा और बिना कार को देखे, जल्दी से कार से उतरकर घर के अंदर बढ़ गई। घर अपने आप में बहुत सुंदर था, जिसने नूर का मन मोह लिया। घर में प्रवेश करते ही अहान ने देखा कि नूर घर को देखकर काफी खुश और उत्साहित है, जिसे देखकर अनजाने में ही उसके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गई। वह उसके पीछे जाकर खड़ा हो गया और धीरे से बोला, "क्या तुम्हें ये सब पसंद आया?" एक पल के लिए नूर अचंभित रह गई, फिर उसने उसे अनदेखा करने का फ़ैसला किया।
नूर से कोई जवाब न पाकर अहान ने एक गहरी साँस ली और शांति से बोला, "बैठो, मुझे कुछ बात करनी है।" उसकी बात मानकर नूर सोफ़े पर जाकर बैठ गई। अहान भी उसके सामने वाले सोफ़े पर जाकर बैठ गया। अहान ने बहुत ही शांति से बातें शुरू कीं, "जैसा कि तुम जानती ही हो कि ये शादी केवल 6 महीने के लिए है, तो अगर इस दौरान तुम्हें कुछ भी चाहिए होगा, तो बेझिझक मुझसे पूछो। और हाँ, इस घर में कुछ नियम हैं, जिनका मैं चाहूँगा कि तुम पालन करो।"
अहान की बातें सुनने के बाद नूर ने गुस्सैल आवाज़ में कहा, "देखिए मिस्टर, इन आने वाले 6 महीनों तक आपको मेरी मौजूदगी का बिल्कुल एहसास भी नहीं होगा। मैं आपकी लाइफ में कोई इंटरफ़ेरेंस नहीं करूँगी, इसलिए आपसे भी यही उम्मीद करूँगी। और आखिरी बात, लेकिन ये फ़ालतू के रूल्स मुझे मानने नहीं हैं।" अहान नूर के इतने बेबाक शब्दों से प्रभावित हो गया, क्योंकि आज तक उसकी लाइफ में किसी ने भी उसे इतनी बेरुखी से बात नहीं की थी। वह अपने गुस्से को अंदर ही अंदर निगलते हुए, मन ही मन बोला ""कि वह अब नूर को कभी भी कोई नियमों के बारे में नहीं बताएगा। वह अपने ख़यालों में खोया ही था कि उसे देखकर नूर चिढ़ गई और बोली, "अगर तुम्हारा ये भाषण ख़त्म हो गया हो, तो क्या मुझे मेरा रूम देखने को मिल सकता है?" अहान शांति से खड़ा हुआ और आगे बढ़ने लगा। उसकी शांति से चलते देख नूर भी उसके पीछे-पीछे चल पड़ी।
एक कमरे के अंदर दाखिल होते हुए अहान ने कहा, "ये आपका कमरा है। यदि किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो और अगर आपको इस कमरे को जैसे भी चेंज करना हो, आप कर सकती हैं।" नूर ने सिर्फ़ अपना सिर हिलाकर हाँ कहा। अहान अभी भी वहीं खड़ा था कि नूर उसकी तरफ़ मुड़कर अपनी भौहें चढ़ाते हुए बोली, "क्या तुम्हारा काम अभी तक पूरा नहीं हुआ?" नूर की सख़्त निगाहों से घबराकर अहान ने कहा, "वैसे, आपका नाम क्या है?" नूर मुस्कुराते हुए बोली, "क्या इससे कोई फ़र्क पड़ता है?" उसका ऐसा जवाब सुन अहान का मुँह खुल गया। वह धीरे से बोला, "लेकिन मेरे लिए आपका नाम जानना ज़रूरी है।"
नूर का अब अहान से लड़ने का मूड नहीं था, इसलिए वह बिना किसी भाव के बोली, "नूर नाम है मेरा, नूर सूर्यवंशी।" उसका नाम सुन अहान हल्के से मुस्कुराया और बोला, "अब आपको नाम ढंग से बोलना सीखना चाहिए। मुझे लगता है अब आपका नाम मिसेज नूर आह्वान राठौर है।" अहान के इस जवाब से नूर अवाक रह गई, लेकिन वह इतनी आसानी से कैसे हार मान सकती थी? उसने मुस्कुराते हुए अहान को देखते हुए जवाब दिया, "सिर्फ़ 6 महीने के लिए, मिस्टर राठौर।" इतना कहकर उसने उसके मुँह पर ही दरवाज़ा बंद कर दिया। जबकि अहान नूर की बातों में खोया हुआ अपने रूम की तरफ़ बढ़ गया।
रूम में प्रवेश करते ही उसका मोबाइल बजने लगा। फ़ोन पर जैसे ही उसने किसी का नाम फ़्लैश होते देखा, तो उसके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ गई। कॉलर आईडी पर "डैड" लिखा आ रहा था। उसने मुस्कुराते हुए कॉल रिसीव की और बोला, "क्या हुआ डैड? आपने तो कहा था कि आप मुझे 6 महीने तक बात नहीं करेंगे, तो अब मेरी याद कैसे आ गई आपको?" उधर से अरमान राठौर जी बोले, "चुप कर बेवकूफ़! मैं तो बस अपनी बहू को देखना चाहता हूँ।" उसके जवाब से अहान चौंककर बोला, "मतलब इतनी रात गए आपने मुझे इस वजह से कॉल किया?"
मिस्टर अरमान राठौर पूरे अट्टिट्यूड से बोले, "और नहीं तो क्या? आप जल्दी से मुझे मेरी बहू से मिलवा दीजिए।" अहान ने कहा, "डैड, आप भी ना! आपको उसे कल मिलवा दूँगा। फ़िलहाल के लिए गुड नाइट।" वह फ़ोन जैसे ही कट करने लगा, सामने से मिस्टर राठौर की सख़्त आवाज़ आई, "कम से कम उसकी फ़ोटो ही दिखा दे।" उसके जवाब पर अहान ने कहा, "ओके, फ़ाइन, मैं कुछ करता हूँ।" वह फ़ोन कट कर नूर के रूम की ओर चल गया। वह नूर के कमरे के पास पहुँचे ही उसने देखा कि दरवाज़ा अभी खुला हुआ है। उसने बाहर से तीन बार खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। जवाब ना आने के कारण अहान कमरे के अंदर चला गया, तो देखा नूर अपने हाथों-पैरों पर लोशन लगाने में व्यस्त थी।
भारी मेकअप और दुल्हन वाले मेकअप से आज़ाद, वह अब बहुत प्यारी सी एंजेल लग रही थी। वह बहुत ही प्यार से उसके छोटे और मासूम से चेहरे को देखने लगा। लोशन लगाने के बाद नूर जैसे ही घूमी, तो देखा अहान उसे ही घूर रहा है। नूर अपनी आँखें बड़ी करते हुए अचंभित सी पड़ गई। वह कुछ देर उसका नाम पुकारती रही, लेकिन वह अपने ख़यालों में ही खोया हुआ था। उसे ध्यान ही नहीं रहा कि नूर का चेहरा हर बढ़ते सेकंड के साथ लाल होता जा रहा है। उसने लोशन की बोतल पकड़कर कसकर अपनी हथेली में दबाया और उसकी ओर बढ़ गई। उसने अपने हाथ में लोशन निकाला और अहान के चेहरे पर लगा दिया। अचानक से नूर के इस हमले से अहान सदमे से बाहर आया और जोर से चिल्लाते हुए बोला, "पागल हो गई हो क्या?" उसके जवाब पर नूर उसे घूरते हुए बोली, "पागल मैं नहीं, तुम हो गए हो, मिस्टर राठौर! पता नहीं कब से घूर रहे हो!"
अहान शर्मिंदगी से बोला, "मैं... मैं घूर नहीं रहा था। वह बस तुम्हारी एक फ़ोटो चाहिए थी।" नूर उसे घूरते हुए बोली, "रात के 1:00 बजे तुम्हें मेरी एक फ़ोटो चाहिए? आर यू आउट ऑफ़ योर माइंड?" अहान बहुत ही प्यार से बोला, "वो मेरे डैड तुम्हें देखना चाहते हैं, इसलिए..." उसकी बात सुन नूर ने गहरी साँस ली, क्योंकि वह अब उससे और लड़ने के मूड में नहीं थी। उसने उसके हाथ से मोबाइल छीना। उसकी इस हरकत से अहान अचंभित होकर देखता रहा। नूर ने कैमरा ऑन किया, फिर अहान को देखते हुए बोली, "क्या तुम भी मेरे साथ सेल्फ़ी में आना चाहते हो?" अहान जल्दी से पीछे हटते हुए बोला, "अरे नहीं!" नूर ने अपनी एक सेल्फ़ी ली और फिर मोबाइल अहान के हाथों में थमा दिया और उसे ढकेलते हुए अपने रूम से बाहर निकाल दिया।
अहान अपने रूम में टॉवल से अपने चेहरे पर लगे लोशन को साफ़ करते हुए बेड पर बैठ गया। उसने वो फ़ोटो राठौर जी को भेजने के बाद उसे डिलीट करने की सोची, लेकिन ऐसा करने से पहले उसके दिल ने उसे रोक दिया।
कैसा लगा दिया रीडर्स न्यू चैप्टर आई होप आपको पसंद आया होगा!!
अब आगे...!!
राठौर मेंशन।
सुबह 7:00 बजे,
आहान सीढ़ियों से नीचे उतर रहा था। वह अपने बिज़नेस सूट में था। वह सीधा डाइनिंग एरिया की ओर बढ़ा। उसने वहाँ केयरटेकर से शांत भाव से पूछा, "नूर कहाँ है?" केयरटेकर ने बहुत रिस्पेक्टिवली, सर झुकाते हुए उत्तर दिया, "सर, नूर मैम तो बहुत पहले ही निकल गई हैं।" यह सुनकर आहान के मन में एक सवाल आया। उसने जल्दी से केयरटेकर को देखते हुए कहा, " मिस जेनी क्या उसने नाश्ता किया?" लेकिन केयरटेकर ने अपना सिर ना में हिला दिया। फिर, चेयर पीछे खींचते हुए उसने कहा, "सर, मैं आपका ब्रेकफ़ास्ट लगा दूँ? दो मिनट में तैयार हो जाएगा।" "ब्रेकफ़ास्ट नहीं किया?" यह बात मन में आते ही आहान का मन खट्टा हो गया। उसने बिना किसी भाव के कहा, "मन नहीं है, बाद में खा लूंगा।" यह कहते हुए वह घर से बाहर निकल गया। वहीं, केयरटेकर उसके अजीब व्यवहार के बारे में सोच रही थी कि शादी के दूसरे दिन ही दोनों कैसे एक-दूसरे से इतने दूर और अनबन में हैं।
कुछ समय बाद,
राठौर इंडस्ट्रीज!
मीटिंग हॉल में,
आहान पिछले पाँच घंटे से लगातार कॉन्फ़्रेंस मीटिंग कर रहा था ताकि वह अपना ध्यान नूर से हटा सके। सारे एम्प्लॉयी, आँखों में डर लिए, गंभीरता से बैठे उसकी हर बात सुन रहे थे। काफी देर तक बैठने के बाद, उसका बेस्ट फ्रेंड, रचित इरिटेट होते हुए बोला, "यार, तुझे देखकर ऐसा लग रहा है मानो तेरी बीवी ने तुझे खाना नहीं दिया, तभी तो हम पर इतना जुल्म कर रहा है!" यह सुनते ही आहान को गुस्सा आ गया। वह गुस्से से चिल्लाया, "अपना मुँह बंद करो, रचित!"
रचित ने उसकी बात को इग्नोर किया उसने देखा की अहान किसी बात से बहुत परेशान है यह देख रचित ने इशारे से सारे एम्प्लॉयीज़ को रूम से बाहर निकलने को कहा। वहीं, आहान को देख मुंह फुलाकर बोला क्या हुआ है तुझे देख तू मुझ पर गुस्सा कर रहा है अहान निराश होकर अपने माथे को अपनी उंगलियों से सहलाते हुए धीमी आवाज में बोला, "मैं ठीक हूँ, यार रचित।"
रचित सोच में पड़ गया, "तो फिर ये तेरे यंग़ एंग्री मैन लुक के पीछे का राज क्या है?" आहान ने उसे इग्नोर करते हुए कहा, "ऐसा कुछ नहीं है।" पर रचित ने उसे नहीं छोड़ा, "जब तक तू मुझे नहीं बताया, तब तक मैं तुझे चैन से नहीं जीने दूँगा। सो, व्हाई डू वेस्ट द टाइम? जल्दी-जल्दी बोल, बात क्या है?" वह बहुत एक्साइटेड होकर उसके पास गया और बोला, "आहान, कभी भी रजत से कुछ नहीं छुपा पाता था, उसने टेबल के कोने को कसकर पकड़ते हुए कहा वह नूर..." रचित कन्फ़्यूज़ होकर बोला, "ये कौन है? कहाँ की है? क्या वो दिखने में हॉट है... ?" इतना सुनते ही आहान ने गुस्से से अपनी आँखें घुमाईं और अपने दाँत पीसते हुए बोला, "नूर... नूर आहान राठौर... मेरी पत्नी!"
रचित को अब अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने गहरी साँस लेते हुए कहा, "ओह! तेरी वाइफ़! तो क्या किया तेरी वाइफ़ ने? आई मीन, क्या किया भाभी जी ने?" "भाभी" शब्द सुनते ही आहान का मन किया कि वह अपना सर दीवार पर पटक दे मारे, लेकिन उसने अपने मन की इच्छाओं पर विराम लगाया क्योंकि वह अभी इस नूर नामक पहेली को सुलझाना चाहता था। उसने कल रात जो भी उन दोनों के बीच बातें हुई थीं, वह सब रचित को बताने का फैसला किया। उसकी सारी बातें सुनने के बाद, रचित ने बेफ़िक्री से कहा, "उसके होने से या ना होने से तुझे क्या फर्क पड़ता है आहान, बिकॉज़ ऐज़ फ़ार ऐज़ आई नो, तेरी नज़र में वो शादी सिर्फ़ छह महीने की ही है। तुझे तो खुश होना चाहिए कि नूर भी यही सोचती है!" रचित से सच्चाई का आईना दिखाकर आहान वहाँ से चला गया। वहीं, रचित कि बात सुन अहान को कहीं न कहीं अपने अन्दर कुछ टूटता हुआ महसूस हुआ कहीं न कहीं, छह महीने की शादी की बात उसे भी अब बुरी लग रही थी, लेकिन उसने फिर भी यह सब इग्नोर करने का फैसला किया।
रात के 12:00 बजे,
दरवाज़े की घंटी बजी। नूर दरवाज़े के बाहर खड़ी, दरवाज़ा खुलने का इंतज़ार कर रही थी। उसे उम्मीद थी कि दरवाज़ा उनकी केयरटेकर खोलेगी, लेकिन केयरटेकर की जगह दरवाज़ा आहान ने खोला। वह बहुत ही नींद भरी आवाज़ में बोला, "तुम इतनी लेट कैसे हो गईं घर आने में?" नूर ने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया और अंदर बढ़ गई। जबकि आहान को भी उसके ऐसे ही जवाब की उम्मीद थी, लेकिन उसने पीछे से कहा, "डिनर रेडी है, आकर खा लो।"
नूर ने कुछ नहीं कहा और डाइनिंग एरिया की ओर बढ़ गई और एक चेयर पर बैठ गई। सामने बैठा आहान उसकी हर हरकत पर नज़र रख रहा था। नूर काफी देर से उसे नोटिस कर रही थी। अचानक उसने पूछा, "क्या तुम्हें भी डिनर करना है?" आहान ने, थोड़ा नर्वस होकर कहा, "तुम खा लो, जो उसे तेरी तरह इग्नोर करके अपना पूरा ध्यान मेगी पर लगने लगी
तभी आहान ने अटकते हुए कहा वव वो ... दरअसल, कल मेरे फ्रेंड घर आ रहे हैं, तुमसे मिलने के लिए। सो..." नूर ने अपना मुँह साफ़ करते हुए कहा, "ठीक है, मैं आ जाऊँगी।" उसका जवाब सुनकर आहान ने राहत की साँस ली। नूर अपना मुँह साफ़ करते हुए खड़ी हुई और जाने लगी। उसने एक नज़र भी आहान को नहीं देखा। यह बात आहान को पसंद नहीं आई। उसने अपना गला साफ़ किया ताकि नूर उसकी तरफ़ देखे।
नूर उसे घूरते हुए बोली, "क्या तुम्हें कुछ कहना है?" बिना कुछ कहे, आहान ने एक चाबियों का गुच्छा उसके हाथ में थमा दिया और बहुत ही धीमी आवाज़ में कहा, "ये घर के डुप्लीकेट चाबियाँ हैं।" अब नूर में से आहान को ऐसा लगा कि वह अभी भी कुछ और कहना चाहता है। उसने आहान को इशारे से पूछा। इशारा पाकर आहान ने अपना बिज़नेस कार्ड उसके हाथ में थमा दिया।
नूर तंज भरी हँसी से बोली, "मुझे लगता है कि मैं आपकी कोई बिज़नेस पार्टनर नहीं हूँ, तो मुझे ये कार्ड क्यों दिया जा रहा है?" आहान ने बहुत प्यार से कहा, "इसमें मेरा फ़ोन नंबर है। किसी भी प्रॉब्लम में हो तो मुझे फ़ोन कर सकती हो।" नूर कंधे उचकाते हुए बोली, "ठीक है," और वहाँ से जाने लगी। उसके ऐसे जाने से आहान जल्दी से बोला, "अरे, तुम्हारा नंबर... !" नूर सब कुछ सुनकर भी अनसुना करके वहाँ से चली गई। आहान अभी भी उसकी इस खामोशी को समझ नहीं पाया।
कमरे में दाखिल होते ही, आहान ने सबसे पहले उसे बिज़नेस कार्ड को कुचलकर डस्टबिन में फेंकने का सोचा, लेकिन इसके बजाय उसने कुछ ऐसा किया जिसकी उसे उम्मीद नहीं थी। उसने उस कार्ड से आहान का नंबर अपने मोबाइल में सेव किया और उसे एक मैसेज भेजा, "गुड नाइट, मिस्टर अजीबोगरीब!"
वहीं दूसरी ओर, नूर का मैसेज देखकर आहान के चेहरे पर बहुत बड़ी मुस्कुराहट थी। शायद उसकी यह 6 महीने की शादी का डिसीजन अब उसे गलत लगने लगा था
क्या लगता है क्या करेगा आह्वान??
अब आगे...!!!
जॉगिंग से लौटकर आने के बाद, आह्वान सीधा सीढ़ियाँ चढ़ता हुआ अपने रूम की तरफ़ बढ़ गया। वह अपने मोबाइल को देखते हुए जा रहा था। उसने यह ध्यान नहीं दिया कि वह अपने रूम की जगह नूर के रूम की तरफ़ जा रहा है। जैसे ही वह रूम के अंदर गया, उसने सिर उठाकर सामने का दृश्य देखा, तो उसकी एक जोरदार चीख निकल गई। उसकी चीख सुनकर, उसके केयर टेकर जेनी उसकी ओर भागती हुई आई और घबराकर बोली, "क्या हुआ सर?"
अहान अपनी आँखें पूरे रूम की तरफ़ घुमाते हुए चिल्लाया, "यहाँ पर अर्थक्वेक आया था क्या? इस रूम का यह हाल किसने किया?" जेनी ने भी अंदर रूम में झांक कर देखा तो वहाँ पर नूर के कपड़े और सारा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। जेनी अपना सिर झुकाकर बोली, "सर, यह तो मिस नूर के कपड़े हैं।" अहान इरिटेट होकर बोला, "अरे, वह तो मुझे भी पता है! लेकिन बाथरूम के बाहर क्या कर रहे थे ये?" जेनी कंफ्यूज होकर बोली, "सर, मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।" अहान ने अपना सिर हिलाते हुए जेनी से कहा, "इन कपड़ों को अभी के अभी यहाँ से इकट्ठा करो और अभी इन्हें धुलवा दो।" यह कहकर वह अपने रूम की तरफ़ बढ़ गया, जबकि जेनी उसे कमरे में बिखरे कपड़ों को घूर रही थी।
शाम 6:00 बजे
नूर का इस समय घर लौटना बहुत ही असामान्य बात थी, क्योंकि वह ज्यादातर 12:00 के करीब ही घर आती थी। लेकिन कल रात की बात मानकर, नूर आज जल्दी घर आ गई थी। जेनी को किचन में खाना बनाते देखा। नूर सीधा अपने कमरे की ओर चली गई। उसने अपना बैग सीधा बेड पर फेंका और अपने कपड़े चेंज करने के लिए बाथरॉब खोलकर देखा, तो जोर से चिल्ला पड़ी। नीचे किचन में काम करती हुई जेनी गुस्से से बड़बड़ाती हुई बोली, "बट ए मैड कपल! जब देखो चिल्लाते ही रहते हैं।" वह अपना काम छोड़कर जल्दी से नूर के रूम की तरफ़ गई। भागने के कारण वह तेज-तेज साँस ले रही थी। वह उसके रूम में जाकर बोली, "क्या हुआ मैडम?"
नूर गुस्से से बाथरॉब की तरफ़ इशारा करते हुए बोली, "मेरे कपड़े कहाँ हैं?" नूर के गुस्से से डरकर, जेनी ने बहुत ही नरमी से कहा, "वह मिस्टर राठौर ने उन्हें धुलवाने को कहा था। बस यही हुआ।" नूर के सिर पर गुस्सा सवार हो गया। वह गुस्से से चिल्लाते हुए बोली, "अब मैं क्या पहनूँ?"
रात 9:00 बजे
अहान के सारे फ्रेंड उसके घर आए। अहान ने दरवाजे पर ही उन्हें शांत रहने को कहा था। जेनी को बुलाकर, अहान ने उसपर सवालों की बौछार कर दी। वह जल्दी-जल्दी पूछने लगा, "डिनर रेडी है ना? डेजर्व में क्या है और सबसे इम्पॉर्टेन्ट, नूर कहाँ है?" जेनी की ओर से कोई जवाब न पाकर, उसने हताश होकर जेनी को देखा, जो एक तरफ़ आँखें बड़ी किए देख रही थी। जैसे ही अहान की नज़र साड़ी पहने नूर पर पड़ी, उसकी तो साँसें ही रुक गईं। वह सच में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी। लेकिन नूर के लिए स्थिति बिलकुल उलट थी। नूर बस आह्वान के चेहरे पर तीन-चार मुक्के मारकर उसके दाँत तोड़ना चाहती थी।
अहान के पास पहुँचते ही नूर उसे कुछ सुनते ही वाली थी, लेकिन तभी रचित ने उसके काम को बीच में रोक दिया। रचित बहुत ही एक्साइटेड होकर बोला, "अच्छा, तो आप हैं अहान की धर्मपत्नी?" "धर्मपत्नी" शब्द से नूर के गुस्से को और भड़का दिया। वो आह्वान को पूरी तरह नज़रअंदाज़ करती हुई, नूर ने उसकी ओर देखकर हल्के से मुस्कुरा दिया। अहान जानता था नूर ऐसी चीज़ों से काफी इरिटेट होती है, इसलिए उसने जल्दी से कहा, "चलो, सब डिनर कर लेते हैं।" सब उसकी बात मानकर डाइनिंग एरिया में चले गए। वहाँ एक अजीब सी खामोशी थी, लेकिन तभी उनका आपस में बोलने का सिलसिला शुरू हुआ।
रोशनी ने बहुत प्यार से पूछा, "नूर, तुम आजकल क्या कर रही हो?" नूर ने थोड़ा झिझकते हुए कहा, "मैं एक स्टूडेंट हूँ, लास्ट ईयर की।" आहान को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उसने जल्दी से अपना सिर उठाया। वह समझ गई कि नूर इतना टाइम खुद को कैसे व्यस्त रखती है। रचित ने शरारत से पूछा, "नूर, तुम्हारी शादीशुदा ज़िंदगी कैसी चल रही है?" इस सवाल पर अहान बुरी तरह खांसने लगा। उधर सभी दोस्तों का ध्यान नूर से हटकर खाते हुए अहान पर चला गया।
रोनित चिंतित होकर बोला, "यार, ज़रा पानी पी ले।" थोड़ा पानी पीकर अहान को राहत महसूस हुई। आहान चिढ़ते हुए बोला, "रचित, कितनी बार बोला है कि खाते वक़्त ऐसी बातें मत किया कर।" लेकिन रचित इतनी आसानी से कैसे चुप रह सकता था? वह सारकास्टिक हँसते हुए बोला, "बात तो मैं कर रहा था अपनी भाभी से, मगर खाना तेरे गले में क्यों अटका?" रचित के ऐसे सवाल पूछने से अहान ने उसे एक नज़र घूर कर देखा, फिर अपना खाना शुरू कर दिया,
जबकि नूर ने किसी से बिना मतलब की कोई बात नहीं की। खाना खाकर सब लोग लिविंग एरिया में बैठे। तभी नूर सबको एक्सक्यूज़ करके किचन में चली गई। उधर आह्वान भी मौका पाकर वहाँ से किचन की ओर चला गया। किचन में दाखिल होते ही उसने देखा कि नूर उसकी ओर पीठ करके पानी पी रही है। अहान ने बहुत शांति से कहा, "नूर, साड़ी पहनना ज़रूरी नहीं था। तुम्हें पता है..." नूर ने अपना छोटा सा वजूद घुमाकर अहान को देखा, फिर हल्के लेकिन गुस्से भरी आवाज़ में बोली, "चुप हो जाओ! यह सब तुम्हारी वजह से ही हो रहा है।" अहान खुद पर लगता है, कंफ़्यूज हो गया। "मेरे कारण? मैंने क्या किया है?" नूर अपने दोनों हाथ बाँधकर उसे घूरते हुए बोली, "तुमने मेरे कपड़े धुलवाने के लिए बाहर क्यों भेजे?" अब अहान को उसकी बात का असली मतलब समझ आया।
वह धीमी आवाज़ में बोला, "लेकिन वह सारे कपड़े गंदे थे।" बेहद गुस्से से, नूर ने तेज आवाज़ में कहा, "लेकिन वो मेरे थे!" अहान जल्दी से बोला, "कूल डाउन! इस बार इतना गुस्सा होने की कौन सी बात है?" बस इस बात से नूर का पूरा चेहरा लाल हो गया। वह उसके शब्दों को रिपीट करते हुए बोली, "व्हाट डू यू मीन बाय 'गुस्सा होने वाली कौन सी बात है'?" अहान डरकर पीछे हटते हुए बोला, "मेरी प्यारी वाइफ, इसमें गुस्सा क्यों हो रही हो?" नूर गुस्से से बोली, "क्या तुम्हें पता भी है इस साड़ी को अपने शरीर पर लपेटना कितना मुश्किल है? मेरा मतलब है, मुझे इस YouTube से सीखने में पूरे 2 घंटे लगे!"
नूर की शिकायतें सुनकर अहान हैरान हो गया। नूर शिकायतें करने में व्यस्त थी, जबकि अहान के मुँह से बस एक ही बात निकली, "क्या तुमने सच में साड़ी पहनना सिखा है?" अहान के चेहरे पर आए भावों को समझते हुए, नूर जल्दी से बोली, "क्या है? मैं जो बात कर रही हूँ, तुम वह समझ क्यों नहीं रहे हो?" अहान हल्के से हँसते हुए बोला, "अरे, ऐसी बात नहीं है, नूर।" नूर उसे घूरते हुए बोली, "फिर क्या है?" यह कहते हुए नूर उसकी तरफ़ बढ़ने लगी, लेकिन साड़ी में उसका पैर फँस गया। अगले ही पल उसकी साड़ी की प्लेट ज़मीन को चूमने लगी। यह देख नूर झुंझला गई। वह चिढ़ते हुए बोली, "भाड़ में गई यह साड़ी!" उसकी इतनी तेज बोलने देख अहान घबराते हुए बोला, "थोड़ा ढंग से भी बोलो!"
नूर बेहद गुस्से से बोली, "अगर तुम्हें मेरी लैंग्वेज से इतनी ही प्रॉब्लम है, तो इयर प्लग लगा लो!" अहान भी उसे घूरते हुए बोला, "मेरे पास एक अच्छा आइडिया है। ऐसा करो, तुम जब मुझसे बात करो तो म्यूट हो जाया करो।" नूर का मन किया कि वह अभी अहान को बुरी तरह पीटे। अहान अपने क़दम उसकी ओर बढ़ाने लगा। नूर यह देख घबराते हुए बोली, "क्या कर रहे हो? मुझसे दूर रहो, मिस्टर अजीबोगरीब! वरना मैं..." उसकी बातों पर ध्यान न देते हुए, अहान ने उसे सख्ती से कहा, "मेरी आँखों में देखो!" आज अहान की आवाज़ में एक अलग रौब था, जो नूर को झुकने पर मजबूर कर गया। जैसे ही दोनों की नज़रें मिलीं, दोनों ही एक-दूसरे में खो गए।
अहान की आँखों में जो भाव और केयर थी, वह नूर अच्छी तरह देख पा रही थी, जबकि नूर आँखों में सिर्फ़ दर्द और अकेलापन ही दिख रहा था, जो अहान को चुभ सा गया। बिना नज़रें हटाए, अहान ने नूर के शरीर पर साड़ी हटानी शुरू कर दी वह उसे बहुत ही ध्यान से साड़ी जाता रहा था। उसके हाथ उसकी छोटे से वजूद को टच भी नहीं हो पा रहे थे। नूर तो उसकी गहरी काली आँखों में डूबी हुई थी। वह यह भी नहीं देख पाई कि अहान क्या कर रहा है। पहली बार वह इतने करीब थे। पहली बार उन्हें महसूस नहीं हो रहा था कि एक छत के नीचे दो अजनबी हैं, बल्कि उससे कहीं ज़्यादा अधिक है। उन्हें अब एक-दूसरे का साथ अच्छा लग रहा था। उनकी साँसें आपस में मिल रही थीं, धड़कनें भी एक-दूसरे से पूरी तरह तालमेल खा रही थीं। बहुत देर बाद अहान ने अपनी पलकें झपकाई और पीछे हट गया और हल्के से, लेकिन गहरी आवाज़ में बोला, "हो गया।"
अपने होश में आकर, नूर ने अहान से पूछा, "क्या हो गया?" कुछ कहने के बजाय, अहान ने उसे साड़ी दिखा दी जो कि उसके हाथ में थी। पहले तो नूर ने बस यूँ ही साड़ी को देखा, लेकिन जब उसे असलियत का पता चला, तो उसने जल्दी से अपने शरीर को देखा। खुद को क्रॉप टॉप और जींस में पाया। वह हैरानगी से बोली, "अरे पागल इंसान! अब मैं बाहर कैसे जाऊँगी? तुम्हारे दोस्त क्या सोचेंगे? तुमने तो मेरे दो घंटे की मेहनत को बर्बाद कर दिया!" अहान ने नूर के होठों पर अपनी तर्जनी उंगली रख दी और उसकी बकबक को शांत कर दिया और बहुत प्यार से कहा, "देखो नूर, ना तो मैं, ना ही मेरे दोस्त तुम्हें जज करेंगे। तुम जो हो, जैसी हो, हमने तुम्हें ऐसे ही स्वीकार किया है। इसलिए तुम्हें हमारे लिए खुद को बदलने की ज़रूरत नहीं है।"
अहान की बात सुनकर नूर ने शांति से अपना सर हटाया। अहान ने भी अपनी उंगली उसके होठों से हटा ली। गहरी साँस लेते हुए, नूर किचन से बाहर आई। अहान भी उसके पीछे ही आ गया। वहीं उनके सारे दोस्त आपस में गपशप करने में व्यस्त थे। उन्होंने जैसे ही नूर को इस लुक में देखा, तो रुक गए। उसे ऐसे देखकर, रचित हैरानगी से बोला, "अरे, अभी तो तुम किचन में संस्कारी बहू बनकर गई थीं और आई हो मॉडर्न बहू बनकर!" यह सुनते ही नूर का चेहरा एक बार फिर लाल होने लगा, जिसे अहान ने नोटिस किया। अहान ने रोशनी और दिव्या को इशारा करके उसे चुप कराने को कहा।
दिव्या प्यार से बोली, "छोड़ ना रचित! देखो नूर कितनी प्यारी लग रही है!" रोशनी मुस्कुराते हुए बोली, "बिल्कुल! यह मॉडर्न कपड़ों में और ज़्यादा सुंदर लगती है।" यह कहते हुए वह नूर का हाथ पकड़कर उसे अपने बीच ले आई और बातें करने लगे। वे सभी लोग मिलकर अँताक्षरी खेलने लगे। नूर भी उनका पूरा साथ दे रही थी। उससे कुछ दूरी पर बैठा अहान सिर्फ़ नूर को घूर रहा था। जब नूर ने सर उठाकर देखा, तो पाया अहान सिर्फ़ उसे घूर रहा है। यह देख उसे अजीब महसूस नहीं हुआ। उसने हल्के से पलकें झपकाकर और होंठों ही होंठो में उसे "थैंक यू" कहा, जिसे समझकर अहान के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कुराहट आ गई।
कैसा लगा चैप्टर आप लोग एक आधा तो कमेंट कर ही दिया कीजिए मुझे पता तो चलेगा आप लोगों को स्टोरी पसंद आ रही है या नहीं 🥰🫶 रेटिंग जरूर दे