Novel Cover Image

REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK

User Avatar

Barshapriyadarshani Singh

Comments

1

Views

547

Ratings

0

Read Now

Description

एक हसीना थी एक दीवाना था। जहाँ दीवाना अपनी हसीना को बेइंतिहा मोहब्बत करता था पर उससे बिपरित हसीना करती थी उस दीवाने से हद से ज्यादा नफरत करती थी। पर आखिर कार दीवाना ने मनाही लिया अपनी हसीना को मजबूर कर दिया खुदसे प्यार करने के लिए। एक इसी कालि रात मे...

Total Chapters (18)

Page 1 of 1

  • 1. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 1

    Words: 1795

    Estimated Reading Time: 11 min

    टैलर , 
    एक हसीना थी एक दीवाना था। जहाँ दीवाना अपनी हसीना को बेइंतिहा मोहब्बत करता था पर उससे बिपरित हसीना करती थी उस दीवाने से हद से ज्यादा नफरत करती थी। पर आखिर कार दीवाना ने मनाही लिया अपनी हसीना को मजबूर कर दिया खुदसे प्यार करने के लिए। एक इसी कालि रात मे समंदर के बीच खुले अस्मा के नीचे दो प्यार करने वाले अपने प्यार को मुकमल कर रहे थे।
    हसीना ने कहा, I Love You Avyan
    दीवाना ने कहा, I hate you to baby I hate you Abhya 
    इतना बोल कर Avyan ने avya को गहरे समन्दर मे फेक दिया। और अपनी गन निकल कार उस पानी में फायर करने लगाहाहा....हाहा... अभ्या खुराना तुमने मेरा प्यार ठुकरा कर उस अव्यन को अपनाया तुम्हे तो से मिलनी ही थी..... फिर बो पीछे मुड़कर बोला कैसा लगा तुम्हे अपनी आँखों के सामने अपने प्यार को मरता देख अभ्यन ... हाहा हाहा....। 
    आज अभ्या और अभ्यन अपने प्यार की एक नई शुरूआत का इंतेजार कर रहे थे। बो दोनों इस रात के लिए सिद्दत से इंतेजार कर रहे थे। तो 
     क्यों मारा दीवाना ने अपनी हसीना को ? Avyan ने जिसे इतनी मोहबत की आखिर क्यों लिया उसने उसकी जान ? कौन है दीवाने के पीछे खड़ा इंसान ? अगर बो अभ्यन है तो अभ्या के साथ कौन था ? है कोई इस के पीछे जो अंधेरे मे है कैद ? जानने के लिए पढ़िये ये स्टोरी , " Reborn Baby Im Back " सिर्फ ,"pocket Novel "पर। 
     
    Lets Go To The Story , 
    Reborn 1
    घने अंधेरे रात में समंदर के लहरों के बीच में एक लग्जरी private शिप। एक रूम में एक बहुत ही खूबसूरत लड़की मिरर के सामने खड़ी थी उसने एक पर्ल वाइट गाउन पहना था जिसमे बो लड़की बो बहुत ही खूबसूरत लग रही थी नीली आँखे बड़ी बड़ी पलके गोरा रंग गुलाबी हॉट बो लड़की स्वर्ग से उतरी हुई कोई परी लग रही थी एक बार देखे तो मोहित हो जाए।
    ये है हसीना अभ्या खुराना एक बोहत खूबसूरत और क्रुएल लड़की। यू कहे तो ब्यूटी विथ ब्रेन। ये एक बहुत ही सुक्सेसफुल बिस्सनेस वुमेन। कम उम्र मे ही बहुत ही कुछ अचीव कर लिया था। इन्हे सबसे ज्यादा नफरत है तो प्यार और अपने पाप से है। मगर एक दीवाने ने अभ्या को प्यार और पापा दोनों से ही प्यार करना सिखा दिया था। बो हम आगे जानेंगे
    अभ्या अपने आपको मिरर मे देख कर मुस्कुराते हुए बोली 
    अभ्या ने कहा, मैंने कभी सोचा नहीं था कि मुझे भी कभी प्यार होगा। कोई मुझे इतना प्यार करेगा कि जिस प्यार से मुझे सबसे ज्यादा नफरत थी। मैं कभी उसे अपना पाऊंगी। पर तुमने मेरी जिंदगी में आकर मुझे बदल दिया। मेरी नफरत को भी प्यार में बदल दिया। आज मैं अपने दिल की बात तुमसे कहने वाली हूं अभ्यन। That आई लव यू।
    अभ्या ने एक बार फिर से अपने आप को मिरर में देखा। रूम से बाहर निकल गई। पूरा प्राइवेट शिप खाली था। अभ्या चलते हुए शिप के टेरिस पर जाने लगी। अभी आज जहां से जा रही थी वहां पर बहुत ही खूबसूरत डेकोरेशन हुआ था। रोज पेटल्स बैलून कंडेल से सारा शिप को सजाया गया था। अभ्या हम मुस्कुराते हुए अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रही थी।
    आज उसके लिए बहुत ही खूबसूरत रात थी। क्यों की बो आज अपने दिल की बात अपने प्यार अपने अभयान से करने वाली थी जिसे अभ्यन् बहुत बेसब्री से इंतजार किया था। अध्या यह सब सोचते हुए टेरिस पर आ गई।और चारो तरफ देखने लगी चारो तरफ अंधेरा था। 
    यहां पर आते ही उसे कुछ अजीब लग रहा था कुछ निगेटिव फिलिंग्स आ रही थी पर। उसका सिक्स सेंस बोल रहा था यहां पर कुछ गलत है पर। अभ्या ने अभ्यन् के लिए प्यार को देख उसने सब कुछ इग्नोर कर दिया। और अभयान की तरफ चलने लगी। जो टेरिस के रेलिंग के पास खड़ा था। और समंदर की लहरों को देख रहा था।
    ऊपर टेरिस् को भी बहुत अच्छी तरह से डेकोरेट किआ गया था अभ्या अभ्यन् के पास आकर पीछे से उस के गले लग गई?
    अभ्या ने कहा, मुझे पता है तुमने इस रात का बहुत ही सिद्दत से इंतजार किया है। तुमने मुझे दीवानों की तरह मुझसे प्यार किया है और बदले में। मुझसे प्यार पाने की उम्मीद भी नहीं की। तुम्हारी इतनी शिद्दत वाली मोहब्बत ने मुझे बदल दिया। मेरे उसूलों को बदल दिया। जिससे मैं नफरत करती थी तुमने मुझे उससे प्यार करना सिखा दिया। I Love you Avyan I love you .. Love
    इतना बोल कर अभ्या चुप हो गई और Avyan के बोलने का इंतेजार करने लगी। मगर Avyan ने कुछ नही बोला नही उसकी और मुड कुछ देर बाद अव्यन अभ्या की तरफ मुड़ कर एक smile के साथ देखा और अपनी बाहें खोल दिया और उसे अपने पास अनेका इशारा किया अभ्या उसके पास जाकर उसके गले लग गई अव्यन ने भी अभ्या को गले लगा लिया अभ्या ने ने कुछ अजीब महसूस किया और जैसे ही बो अभयान से दूर होने बाली थी 
    अभ्यन ने कहा, I hate you अभ्या खुराना। बोल कर अभ्या कुछ समाझ पाती अभ्यन ने उसे गहरे समंदर के अंदर फेक दिया। फिर पागलों की तरह हसने लगा। हा हा हा..... I hate you अभ्या खुराना हाहा....हाहा... अभ्या खुराना तुमने मेरा प्यार ठुकरा कर उस अव्यन को अपनाया तुम्हे तो मौत मिलनी ही थी और बो तुम्हे मिली मेरे हाथों से हाहा हाहा..... फिर बो पीछे मुड़कर बोला कैसा लगा तुम्हे अपनी आँखों के सामने अपने प्यार को मरता देख अभ्यन.... हाहा हाहा....। 
    पीछे कुछ लोग एक लड़के को पकड़े हुए थे। फिर धीरे धीरे उस जगह की रोशनी पड़ी वहाँ पर एक हैंडसम था जो अभी आधी बेहोशी मे था उसकी आँखे लाल हो चुकी थी।
    अभ्यन धीरे धीरे उस लड़के के पास गया और बोला। 
    अभ्यन ने कहा, तुमने बताया नही कैसा लगा तुम्हे अपनी आँखों के सामने अपने प्यार को मरता देख अभ्यन आर्यन हाहा हाहा.... 
    ये तोह बहुत confusing होगया अभ्यन् अपने सामने पड़े लड़के को अभ्यन् आर्यन क्यों बोल रहा है। चलिए स्टोरी में जानते हैं
    लड़का - Who are you ? Why are you did this ? What did you gane ? बो घायल बेहोशी के हाल में पड़े लड़के ने बोला।
    नकली अभ्यन् ने कहा, हा हा .. हाहा में बो हूँ जो तुम दोनों से बेइंतिहा नफरत करता है और ये सब करने की बजह भी नफरत है और मुझे सुकून मिला अभ्या खुराना को अपने हाथों से मारकर और इस सुकून मे चार चाँद तब लगेगा जब मे तुम्हे मारूंगा अपने हाथों से। हाहा हाहा.... क्या हुआ गुस्सा आ रहा है फिर मासूम चेहरा बना कर आ ही रहा होगा है ना पर तुम कुछ कर नही पयोगे क्यों की मैने तुम्हारे बॉडी मे एक ऐसा ड्रग इंजेक् किया है जिससे तुम्हारे पूरे बॉडी को परलाईज कर दिया है और धीरे धीरे तुम्हारे सारे ऑर्गन डैमेज हो जायेंगे। और फिर किसी सनकी pyshco की तरह हसने लगत हैं।
    नीचे फर्श पर पड़े अभ्यन अपनी नफरत भरी आँखों से देख रहा था। क्यों की सामने खड़ा इंसान बिल्कुल उसके जैसा लग रहा था और उसकी आवाज भी पूरी तरह उसके जैसी है। 
    फिर बो नकली अभ्यन् जिसने अभ्या को समंदर में फेका था बो अपने गले से एक चिप निकल कर अपनी रियल वॉइस मे बोला वैसे तुम यही सोच रहे होंगे ना मे कौन हूँ ? यहाँ कैसे आया ? और कैसे तुम्हारे जैसे दिखता हूँ ?
    ये बोलकर उसने बेहोस पड़े अभ्यन् को उठाया और उसे लेकर रेलिंग के पास आकर खड़ा हो गया।फिर अपने चेहरे पर लगा अभ्यन् का मास्क उतार कर बोला। चलो मैं तुम्हारे मरने से पहले तुम्हारे सबलो का जबाब दे देता हूँ।
    में हु तुम्हारे मोहब्बत का अभ्या खुराना का पागल सनकी आशिक मेने उसे दिलो जान से प्यार किया मगर उसने क्या किया मुझे छोड़कर तुम्हे प्यार करने लगी ये तो गलत बात है ना। तो मैने उसे यही समंदर मे फेक दिया और अब तुम भी उसके पास जयोगे तुम्हारी गलती सिर्फ यही थी की तुमने उसे प्यार किया और उसने तुम्हे। और तुम भी इतने बड़े एम्पीयर के बारिस होकर बिना किसी सेकुरिटी के यहाँ समन्दर मे आ गए और मुझे मौका मिल गया तुम दोनों से अपना बदला लेने का। 
    अभ्यन् जो अपनी अध् खुली आँखों से उस इंशान का चेहरा देखने की कोसिस करने लगा मगर ड्रग का अशर उसकी पूरी बॉडी पे हो गया था उसकी आँखे डेमेज हो रही थी। उस नकली अव्यन अभ्यन् को उठा कर समंदर की गहराई ओ मे फेक दिया और बोलने लगा आखिर कार मैने तुम्हे मौत दे ही दी अभ्या खुराना और अभ्यन आर्यन हाहा हाहा.... 
    अभ्यन पानी मे गिरते हुए उसकी सारी बाते सुन पा रहा था मगर बो कुछ कर नही पा रहा था मगर उसने उस इंसान का चेहरा ठीक से देख नही पाया मगर उसके सीने मे बने खंजर के निसान को देख लिया था। 
    अभ्यन् पानी मे गिरा बो पानी में डूब रहा था मगर अपने आप को बचाने की कोसिस भी नही कर पा रहा था उसकी बॉडी पूरी परलाइज हो चुकी थी अब उसकी साँसे धीमी हो रही थी उसकी दिल की धड़कने रुक रही थी मगर उसका दिमाग अभी भी एक्टिव था। बो अपनी और अभ्या की खूबसूरत यादों को याद कर रहा था। बो किसी रील की तरह आ रहा था। 
    बो बस अपनी आखिरी साँसे लेते हुए भगबान से दुआ कर रहा था की मरने से पहले बो बस एक बार अपने प्यार को देखना चाहता है।एक बार उसे बाहों में भरना था। 
    अभ्यन समन्दर की गहराई की और जा रहा था तभी समंदर के नीचे से अभ्या की डेड बॉडी धीरे धीरे उपर की तरफ आ रही थी अभ्यन् ये देख कर अपनी पूरी ताकत लगा कर उसकी और जाने लगा पर बो जा नही पा रहा था उसने मुश्किल से अपनी एक हाथ अभ्या की तरफ बढ़ाया उसकी उंगली और अभ्या की उंगली एक दूसरे से टच हो रही थी अभ्यन ने अभ्या का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ ले आया और बहुत मुश्किल से उसे अपनि बाहों में भर लिया उसके माथे पर अपना हॉट रख कर अपनी आँखे बंद कर लिया।
    खुदसे ही बोला काश मुझे मेरे प्यार को दूसरा मौका मिला होता काश मुझे अपनी जिंदगी बापस मिल पाता काश.... पर मेरी मोहब्बत की सिद्दत की कसम हम जरूर मिलेंगे अपनी अधूरी कहानी पूरी करने के लिए ये कायनात हमे जरूर मिलायेगी।... I Love you Baby I love you Abhya....
    बो दोनों धीरे धीरे समंदर की गहराई यों मे खो गए।
    एक हसीना थी एक दीवाना था और एक सनकी इंसान था जिसने इन दोनों की जिंदगी बर्बाद कर दिया। 
    आगे क्या हुआ स्टोरी मे जानने के लिए रीड कीजिये मेरी स्टोरी , "Reborn Baby Your Aashiq IS back "
    To Be Continue 
    Plz आप लोग इस स्टोरी को like comment , share और review दे देना। Plzz

  • 2. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 2

    Words: 1801

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक
    अभ्यन समन्दर की गहराई की और जा रहा था तभी समंदर के नीचे से अभ्या की डेड बॉडी धीरे धीरे उपर की तरफ आ रही थी अभ्यन् ये देख कर अपनी पूरी ताकत लगा कर उसकी और जाने लगा पर बो जा नही पा रहा था उसने मुश्किल से अपनी एक हाथ अभ्या की तरफ बढ़ाया उसकी उंगली और अभ्या की उंगली एक दूसरे से टच हो रही थी अभ्यन ने अभ्या का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ ले आया और बहुत मुश्किल से उसे अपनि बाहों में भर लिया उसके माथे पर अपना हॉट रख कर अपनी आँखे बंद कर लिया ।
    मुझे घर दे गली दे सेहर दे
    उसी के नाम के। 
    कदम ये चले या रुके
    अब उसी के वास्ते । 
    दिल मुझे दे अगर 
    दर्द दे उसका पर। 
    उस की हो बो हंसी
    गूंजे जो मेरा घर 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
    खुदसे ही बोला  काश मुझे मेरे प्यार को दूसरा मौका मिला होता काश मुझे अपनी जिंदगी बापस मिल पाता  काश.... पर मेरी मोहब्बत की सिद्दत की कसम हम जरूर मिलेंगे अपनी अधूरी कहानी पूरी करने के लिए ये कायनात हमे जरूर मिलायेगी।... I Love you Baby I love you Abhya.... ❤
    बो दोनों धीरे धीरे समंदर की गहराई यों मे खो गए। 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना..........। 
     
     
    अब आगे , 
    एक लड़का पानी के अंदर उंडर वाटर मेडिटेशन कर रहा था। अचानक उसने अपनी आँखे खोल दी । और पानी मे छतापटने लगा । बो पानी के उपर आकर इधर उधर देखने लगा सायद किसी को ढूंढ रहा था रहा था। 
    लड़का - अभ्या ...अभ्या बेबी बो बैचेनी से इधर उधर देख रहा था। तभी किसी ने उसके कंधे को पकड़ कर हिलाने लगा। 
    बो लड़का पीछे घूम कर देखा एक लड़का था जो उसे कुछ बोल रहा था। 
    दूसरा लड़का - अभ्यन अभ्यन क्या हुआ तुझे किसे ढूंढ रहा है। उस लड़के ने बोला।
    पर जो अभ्यन था बो अजीब नज़रों से उस लड़के को देख ने लगा।फिर बो अपने चारों तरफ देखने लगा। बो अभी एक स्विमिंगम पुल मे था जो की एक होटल का लग रहा था। 
    उसको ऐसे अजीब हरकते कर ता देख कर अभ्यन दोस्त आहिर उसे फिर से बोला । 
    आहिर - अभ्यन क्या हुआ तुझे ? तु ठीक तोह हैं ना मेरे भाई ? कहीं अंडर वॉटर मेडिटैसन् से पानी तेरे दिमाग में तो नही चला गया। 
    अभ्यन उसकी बातों को इग्नोर कर के पुल से बाहर आ गया। उसके पीछे पीछे आहिर भी बाहर आ गया।बो दोनों पुल के बाहर खड़े ही थे की एक मोर पंख आकर अभ्यन के चेहरे पर लगा। अभ्यन ने उसे अपने हाथ में लिया। और उसे देखने लगा। 
    आहिर - ये यहाँ कहाँ से आया ? आहिर उस मोर पंख को देख कर बोला। 
    अभ्यन - सायद कोई है जिसने मुझे दूसरा मौका दिया है। बोल असमान की तरफ देखकर मुस्कुराया । 
    आहीर उस का हाथ पकड़ कर  अंदर ले जाते हुए बोला। 
    आहिर - चल थोड़ी देर रेस्ट करले सायद इनती देर पानी में रहने की वजह से तुझे इलूशन हो रहा है। इशिलिए बहकी बहकी बाते कर रहा है। 
    अभ्यन् ने कुछ नही बोला उसके साथ जाने लगा। बो दोनों एक प्रेसिडेंटल सुइट में आ गए  । 
    आहिर - चल तु फ्रेश होकर थोड़ी देर आराम करले साम को कंसर्ट है तेरा। बोल आहिर अपने रूम में चला गया। 
    अभ्यन ने एक बार उसे देख रूम मे आ गया । उस मोर पंख को टेबल पर रख। सीधा वॉशरूम मे चला गया। सवार के नीचे खड़े होकर सवार ऑन कर दिया। सवार का पानी उसके हॉट बॉडी पर गिरने लगा।
    अभ्यन् ने अपनी आँखे बंद कर रखी थी। उसके दिमाग मे कुछ यादें रील की तरह चल रही थी। कैसे बो क्रूज़ पर गए थे कैसे उस अंजान सक्स ने उसकी आँखों के सामने अभ्या को गहरे पानी मे फेक दिया  कैसे उसने अपने लिए अपने प्यार के लिए दूसरा मौका मांगा था । 
    Rebith मेरा ribirth हुआ है। कृष्ण जी ने मुझे एक मौका दिया है। अब इस बार मुझे तुमसे कोई दूर नहीं कर पायेगा कोई नही Baby Im Back.... हाहा.. Baby Im back  for you अभ्या। 
    थोड़ी देर बाद अभ्यन बाहर आया। तो देखा आहिर उसके बेड पर बैठा था । 
    आहिर - तु ठीक है ना। 
    अभ्यन - या im Okk। 
    चल कुछ खा ले और थोड़ी देर रेस्ट करले। बोल बो अभ्यन के रूम से चला गया। अभ्यन ने थोड़ा बहुत कुछ खाकर बेड पर लेट गया। उसे अभी रेस्ट् की सख्त जरूरत थी। बो लेटे लेटे अभ्या के बारे में सोच रहा था क्या जिस तरह से उसका रेबिर्थ हुआ है ? अभ्या क्या भी हुआ है ? कौन था बो जिसने उन दोनों की जान ली थी? ऐसे ही सोच ते सोच ते बो गहरी नींद में चला गया।
     
    साम का बक्त , 
    एक बड़े से स्टेडियम मे लोगो का जमावड़ा लगा था। जबान लड़के , लड़कीया , बच्चों से लेकर बुढो तक सब उस स्टेडियम थे । सबके हाथों मे Marry Me AR, I Love You AR के पोस्टर थे। होठों पर AR का नाम। उस स्टेडियम का माहौल ही कुछ और था। 
     
    उस स्टेडियम के ड्रेसिंग रूम में अभ्यन रेडी हो रहा था। बो पुरा ब्लैक कुल डुड आउटफिट मे था। उस का हेयर स्टाइललिस्ट उस के बाल सेट कर रहा था। तभी बाहर से आहिर आया 
    आहिर - ब्रो दस मिनिट मे कंसर्ट स्टार्ट होगा Are you reddy। 
    अभ्यन - Yaa Bro AR comes on time । 
    आहिर - Okky Then Lets Go । 
    अभ्यन अहीर के साथ स्टेज की तरफ जाने लगा। 
     
    मुंबई , 
    अर्यन पैलेस में सब लोग लिविंग हॉल मे बैठे थे। देविका अर्यन ( अभ्यन् की दादी) अपने छोटे पोते स्वयं से बोले। 
    देविका जी - अरे स्वयं जल्दी से TV ऑन कर ना मेरे अभी का कंसर्ट स्टार्ट हो जायेगा। 
    स्वयं - चिल स्वीटहार्ट अभी भाई का कंसर्ट स्टार्ट होने में पांच मिनिट है। 
    देविका जी - किशन ( सेर्वट ) जल्दी से स्नैक्स लेकर आ। 
    नंदिनी ( अभ्यन् की मोम) - माँ बो आरहा है बो। 
    देविका जी - तुम कुछ मत बोलो बहु मेरा बस चलता तो मे अभ्यन् के साथ चली जाती। 
    रीमा ( अभ्यन् की चाची ) - हाँ, आपको तो बस इशी बात का अफशोस रह गया है ना माँ । 
    देविका जी - अब तुम लोगो मुझे परेसान मत करो मुझे TV देखने दो। 
    दूसरी तरफ 
    स्टेडियम में पूरी तरह सन्नाटा था। सारे स्पोर्ट लाईट स्टेज पर खड़े अभ्यन् पर था जो अपनी गिटार लिए खड़ा था। बो धीरे धीरे गिटार बजाना स्टार्ट कर दिया बैकग्राउंड मे खड़े इंस्ट्रूमेट बजाने लगे। Music
     
    काफिर तोह चलदिया इस सफर के संग 
    काफिर तोह चलदिया इस सफर के संग 
    मंजिलें ना डोर कोई लेके अपना रंग। 
    रहु मैं मलंग मलंग मलंग 
    रहु मैं मलंग मलंग मलंग 
    में मलंग हाए रे....। 
     
    अभ्यन् सोंग गाते हुए स्टेज के आगे की तरफ आ रहा था। पूरी ऑडियान्स उसकी गाना सुनकर गाने की धुन में झूम रहे थे। 
     
    में बिरगि सा जिउँ, ये भटकता मन 
    में बिरगि सा जिउँ, ये भटकता मन 
    अब कहाँ ले जायेगा, ये आवारा पन । 
     
    अभ्यन् अपनी आँखे बंद करके अभ्या को याद करते हुए गाना गा रहा था। 
     रहु मैं मलंग मलंग मलंग
     रहु मैं मलंग मलंग मलंग
    रहु मैं मलंग मलंग मलंग
    में मलंग हाए रे ........ .। 
     
    अर्यन पैलेस में अभ्यन् का पुरा परिबार उसका कंसर्ट को देख रहे थे। देविका जी तो TV में ही अभ्यन् की नजर उतार चुकी थी। 
    देविका जी - हाए मेरा बच्चा कितना प्यार गाता है। 
    नंदिनी जी - अपने बिल्कुल ठीक बोला माँ। 
    हैं नसीबो में सफर तो
    में कहीं भी क्यों रुकु  ( oh oh oh) 
    हैं नसीबो में सफर तो
    में कहीं भी क्यों रुकु  ( oh oh oh) 
    छोड़के आये किनारे , बह सके जितना बहुँ 
    रास्ते थम जाए पर रुक ना जाए हम। 
     
    अभ्यन् ने अपनी आँखे खोल कर दिलकस् मुस्कुराते हुए अपने लिए आई ऑडियान्स को देख रहा था। तभी उसे उस भीड़ मे एक जाना पहचाना चेहरा दिखा जो मुस्कुराते हुए अपनी हाथ ववै करते हुए उसकी तरफ देख रही थी। अभ्यन् के मन मे एक नाम निकला अभ्या। 
     
    रहु मैं मलंग मलंग मलंग ,रहु मैं मलंग मलंग मलंग   ,
    र हु  मैं मलंग मलंग मलंग,में मलंग हाए रे ....। 
     
    अभ्यन् को भीड़ मे अभ्या दिख रही थी तो बिना सोचे समझे स्टेज से कूद गया और ऑडियान्स के बीचों बीच अभ्या की तरफ जाने लगा। सब लोग उसे आता देख पागल हो गए। आहिर , बाकी टीम मेंबर्स परेसान हो गए उसे भीड़ मे जाता देख कर। 
    आहिर - ये भीड़ की तरफ क्यों जा रहा है। बो भी बिना बॉडीगार्डिं के। 
    रिमि जल्दी से अभ्यन् के पास गार्ड्स अरेंज कराओ। फास्ट 
     
    रूबरू खुद से हुआ हूँ , मुझे मे मुझको तु मिला। 
    रूबरू खुद से हुआ हूँ ,मुझे मे मुझको तु मिला। 
    बादलों के इस जहाँ में , अस्मा तुझमे मिला 
    पिघली है अब रात भी है सेहर ये नाम 
    ना खुदा में ना रहा , बन गया तु धरम। 
     
    अभ्यन् जब वहाँ पोहनचा वहाँ पर कोई नही था कोई और लड़की थी। बो मुस्कुराते हुए अपने बाल मे हाथ फिरा और बापस स्टेज की और जाने लगा। 
     
    रहु मैं मलंग मलंग मलंग
     रहु मैं मलंग मलंग मलंग
    रहु मैं मलंग मलंग मलंग
    में मलंग हाए रे ....। 
     
    New York , 
    एक रेसिंग ग्राउंड दुनिया की लक्सयूरि गाड़ी वहाँ पर पार्क थी। वहाँ चारो तरफ यंग लड़के लड़किया एक ही नाम ले रही थी Ak Ak Ak.... 
    और उसे ग्राउंड में ऑडियंस की भीड़ लगी हुई थी। आज यहां पर न रेसिंग कंपटीशन हो रहा था। सब लोग ग्राउंड की ओर देख रहे थे। उनमें से एक ब्लू कलर के रेसिंग कर में एक लड़की थी जो ड्राइविंग कर रही थी। वह बिल्कुल अपना ध्यान गाड़ी चलाने और सामने की ओर था। उसकी स्पीड इतनी ज्यादा थी कि कोई उसे तक पहुंची नहीं पा रहा था। उसके जस्ट साइड के पीछे एक रेड कलर का कर रेसिंग कर रहा था। सब लोग चिल्ला रहे थे।
     
    ऐसे ही थोड़ी देर में। का ब्लू कलर की रेसिंग कार एक जोरदार ब्रेक के साथ क्रॉसिंग लाइन पार करके। और गोल-गोल घूमने लगी। और थोड़ी देर बाद रुक गई।  और रेस जीत गई।तभी उसके ड्राइविंग सीट से। एक लड़की बाहर आई। उसके छोटे-छोटे कंधे तक आते बाल जो नीचे से ब्लू कॉलर मे हाईलाइट हो रखते।  गोरा रंग सुंदर चेहरा। कातिल नैन नक्श। आंखें गहरी नीली कलर की। चेहरे पर एटीट्यूड बड़े ही एलिजेंट तरीके गाड़ी से बाहर आई।और कार से टिग लगाकर खड़ी हो गई। उस का ऑरा बहुत डोमिनाटिंग था। 
     
    सब लोग उसे देख ह्यूटिंग करने लगे AK उर्फ Abhya Khurana... 🩵
     
     
    आगे जानने के लिए  आपको इस स्टोरी के साथ जुड़े रहना हो गा। 
     
    To Be Continue 🩵
     

  • 3. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 3

    Words: 1856

    Estimated Reading Time: 12 min

    अब तक
    New York , 
    एक रेसिंग ग्राउंड दुनिया की लक्सयूरि गाड़ी वहाँ पर पार्क थी। वहाँ चारो तरफ यंग लड़के लड़किया एक ही नाम ले रही थी Ak Ak Ak.... 
    और उसे ग्राउंड में ऑडियंस की भीड़ लगी हुई थी। आज यहां पर न रेसिंग कंपटीशन हो रहा था। सब लोग ग्राउंड की ओर देख रहे थे। उनमें से एक ब्लू कलर के रेसिंग कर में एक लड़की थी । 
     
    ऐसे ही थोड़ी देर में। का ब्लू कलर की रेसिंग कार एक जोरदार ब्रेक के साथ क्रॉसिंग लाइन पार करके। और गोल-गोल घूमने लगी। और थोड़ी देर बाद रुक गई।  और रेस जीत गई।तभी उसके ड्राइविंग सीट से। एक लड़की बाहर आई। उसके छोटे-छोटे कंधे तक आते बाल जो नीचे से ब्लू कॉलर मे हाईलाइट हो रखते।  गोरा रंग सुंदर चेहरा। कातिल नैन नक्श। आंखें गहरी नीली कलर की। चेहरे पर एटीट्यूड बड़े ही एलिजेंट तरीके गाड़ी से बाहर आई।और कार से टिग लगाकर खड़ी हो गई। उस का ऑरा बहुत डोमिनाटिंग था। 
     
    सब लोग उसे देख ह्यूटिंग करने लगे AK उर्फ Abhya Khurana... 🩵
     
    अब आगे ,
     
    तभी पीछे एक रेड कर से एक आदमी बाहर आया। और उसके तरफ देख कर खड़ा हो गया।
    अभ्या -  मैंने तुमसे पहले ही कहा था कि मुझे चैलेंज मत करना। तुमने कर दिया और नतीजा तुम्हारे सामने है । Now the Deal Is Mine,Now Get lost। आदमी गुस्से से कृष्ण की तरफ देखा।फिर बहसे चला गया। 
     
    सब लोग उसे देखकर हुटिंग करने लगे।वह अभ्या कार से टेक लगा कर खड़ी हो गई ।अपनी पॉकेट से सिग्रेट निकल पीने लगी उसी के पास उसके हम उम्र का एक लड़का आया।
    लड़का - अभ्या तूम भी ना। क्या जरूरत थी इतना बड़ा रिस्क लेकर रेसिंग करने की? हो जाना था तो हो जाती deal कैंसिल। इसमें जान खतरे में डालने की क्या जरूरत थी?
     
    अभ्या - अगर हमें जीतना है उसमें तो  मे पार्टिसिपेट करना जरूरी है।  जिंदिगी एक रेस है । रेस जितने के लिए रिस्क जरूरी है। और यही बात बिजनेस में होती है। अगर risk नहीं लिया तो प्रॉफिट कैसे आएगा ? अभ्या बोली।
    तो निल जो की उसके पास खड़ा था। वह बोला
    नील - तो सब बातों में रिस्क लेना जरूरी नहीं होता। अगर तुम्हें कुछ हो जाता तो।
    अभ्या – हो जाता तो हो जाता So what। मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता। रिस्क लेना खतरों से खेलना अभ्या खुराना का शॉक है। और तुम डील के कॉन्टेक्ट्स पर sign लेकर आ जाओ। हमें ऑलरेडी लेट हो चुका है। और मैं यहां अपना और टाइम वेस्ट करना नहीं चाहती।
    वोल बो रेसिंग ग्राउंड से बाहर निकल गई। बाहर एक लग्जरियस कार थी। उसके पास और दो चार कार थी और कुछ बॉडीगार्ड थे।
     
     बो आई तो एक बॉडीगार्ड ने एक लग्जरियस कार की पीछे वाली सीट का डोर खोल। अभ्या जाकर उसमें बैठ गई। और अपना लैपटॉप निकाल कर कुछ काम करने लगी। उसके साथ थोड़ी देर बाद। नील भी आकर ड्राइवर के पास वाले पैसेंजर सीट पर बैठ गया। अभ्या ने उसे बिना देखे बोला। मेंशन लेकर चलो।
     
    ऐसे ही थोड़ी देर कार एक बड़े से मैंशन के सामने रुकी? अभ्या बाहर आई और मेंशन के अंदर चली गई। सब जगह बॉडीगार्ड सर्वेंट कम कर रहे थे। कृष्ण अपने रूम में गई कपड़े चेंज करके वापस उसमें मेंशन के डाइनिंग रूम में चली गई।
    यहां पर एक बुजुर्ग आदमी और एक अधेड़ उम्र  बैठे थे। दोनों आदमी दिखने में बहुत ही ज्यादा हैंडसम थे। यह कोई भी उनको देखकर कह सकता था। तृषा जाकर वहां पर बैठ गई। थोड़ी देर बाद अब नील भी आकर उन सबके साथ बैठ गया। सभी सर्वेंट ने आकर सभी को डिनर सर्व किया।
    तो थोड़ी देर सौम्य खुराना ( अभ्या के मामा) से बोले। Tiger आपको बो डील मिल गई।
    अभ्या –Hmm मिली नहीं मैंने छीन लिया।अपने तरीके से।
    सौम्य – तो आप अपनी ब्रांड का न्यू ब्रांच कहां खोलना चाहेंगे?
    अभ्या – इंडिया। 
    यह सुनकर सब लोग शॉक होकर उसे  देखने लगे। क्योंकि ना इंडिया अभ्या को पसंद था और ना ही वहां के लोग? उसके लिए भी एक बहुत बड़ी वजह थी। वह हम स्टोरी के आगे जाने।
     
    तभी मेंशन का हेड बटलर अपने हाथों में landline फोन लेकर डाइनिंग टेबल पर आया। वह हद बटलर आकर सभी को बोला।
    बटलर - बॉस इंडिया से फोन आया है। बोलो उसने उसे बूढ़े आदमी बलजीत को फोन दे दिया।
    दूसरी तरफ से एक औरत बोली। नमस्ते भाई साहब क्या आप मेरी बात? अभ्या से  करवा सकते हैं। मैंने उसके फोन पर फोन किया था। को फोन नहीं उठा रही है। और यह बात अर्जेंट है।
    बलजीत - बोलिए क्या बात है सपाट ली में बोला? वह सुन रही है। तो दूसरी तरफ औरत बोली।
     
    अभ्या मेरे बच्चे आप बापस आ जाइये। आपके दादाजी को heartattack आ या है। बो आपको बुला रहे है। Please mere बच्चे अपने दादाजी को ही एक बार देखने के लिए आज ये। बो औरत रोते हुए बोली। 
     
    उस औरत ने रोते हुए कल कट र दिया। इधर डैनिंग टेबल पर शांति थी। अभ्या ने ये सब इग्नोर कर के अपने डिनर पर फोकस करने लगी। बाकी तीन लोग उसे ही देख रहे थे। कैसे बो नॉर्मल होकर खाना खरही थी। तोह बो लोग भी अपने खाने पर फोकस करने लगे । 
    डिनर के बाद अभ्या अपने रूम मे जाते हुए। 
    अभ्या - नील कल सुबह जेट रेडी रखना हम मॉर्निंग मे इंडिया केलिए निकल रहे हैं। 
    उसकी बात सुनकर डैनिंग टेबल पर बैठे तीनो आदमी शॉक हो गए। 
     
     
     तो मे आप सभी को अभ्या intro दे देती हु। 
     
    अभ्या खुराना –एक २१ साल की एक यंग बिसनेस women । NewYork मे है। ये एक famous fashion और इलेक्ट्रॉनिक brand है। जैसे phones, tab, eyerbud ect... । एक बहुत ही खूबसूरत लड़की और एक्स्ट्रेम attitude ,power and arrogant है। जिसे सिर्फ दुनिया मे दो चीज से नफरत है। एक प्यार और दूसरा krisha के डेड से। 
     
    ऋषभ रॉय –इंडिया के एक जाने माने विसनेस मैन।इनका विसनेस ट्रांसपोर्ट का और mines का है। ये सबसे ज्यादा प्यार अपनी बेटी अभ्या से करते है। मगर उनकी एक गलती के बजह से krisha उनसे नफरत कर ती है। 
    आस्था खुराना रॉय–अभ्या  मम्मी। अभ्या जब 8 साल की थी तब इनकी death car accident मे हो गई थी। 
    अशोक रॉय–ये ऋषभ जी के पापा है। 
    बानी रॉय–  ऋषभ जी की माँ। 
    राधिका शर्मा–ये ऋषभ जी की बेस्ट फ्रेंड है।जो उनके साथ रॉय मैंशन मे रहती हैं। इनके बारे में हम बाद मे जानेंगे। 
    समीरा रॉय–ये राधिका जी की बेटी है। ये भी इनके साथ रॉय मैंशन मे रहती है। ऋषभ जी ने समीरा को addopt किया था।
    नीति और राजेश रॉय।  ऋषभ जी के छोटे भाई और उनकी बीवी। 
    अभय रॉय आहन रॉय इनके बच्चे है। 
    इंडिया में, 
    एक बड़े से हॉस्पिटल के अंदर एक वर्ड के बाहर एक बुढी औरत फोन को देख कर रो रही थी। तभी किसी ने उनके कंधे पर हाथ रख कर बोल, " माँ  क्या बोला टाइगर ने क्या बो इंडिया आने के लिए मान गयी " । 
    बो बुढी औरत जो की बानी रॉय थी। और बो आदमी उनके छोटे बेटे राजेश थे। 
    बानी जी - उन्हों ने हमस बबात ही नहीं की राजेश सायद ही बो यहाँ आये। 
    राजेश जी - पर माँ मुझे लग रहा है इस बार बो जरूर आयेगी। 
    बानी - तेरी बात सच हो जाए मेरे बच्चे। बस एक बार मरने से पहले उसे एक बार देख लू। 
    राजेश जी - ये आप कैसी बात कर रही है माँ आपको कुछ नही होगा। चलिए पापा को डिस्चार्ज मिल गया है भईया उन्हे लेने गए है। आप थक गई होंगी आपको आराम की जरूरत है। 
     
    दूसरी तरफ, 
    न्यूयुक् में अभ्या अपनी रूम के बालकनी मे बैठी थी। और कॉफी पीते हुए कुछ सोच रही थी। 
    अभ्या - मुझे ऐसा क्यों लगा रहा की ये सब कुछ पहले भी मेरे साथ हो चुका है। मुझे लगता है मैने अपनी मेडिसिन के कुछ ज्यादा ही ओवर डोस ले लिया। 
    फिर बो अपनी रूम मे आई कुछ तब्लेट्स खाकर सोने के लिए बेड पर लेट गयी। 
     
     
    एक लड़की white कॉलर का लैहेंगा चोली पहनी थी पैरो मे पायल बाल खुले हुए। किसी नदी के घाट पर भाग रही थी। उसके पीछे एक लड़का अपनी हाथों में गुलाल का रंग लेकर भाग रहा था। उस लड़के ने उस लड़की का हाथ पकड़ कर अपनी और मोड दिया बो उसका चेहरा देख ने ही बाला था की.....  अभ्यन् wake up its alredy   Lunch time get up my boy। 
     
    बहीं अभ्यन् जो सुबह सुबह मुंबई आ गया था और रूम मे  बेड पर सोया हुआ था। उसने नींद भरी आवाज में बोला।
    अभ्यन - मोम मुझे नही उठ ना मुझे और सोना है। 
    नंदिनी जी - अच्छा आप बहुत हो गया आपका जल्दी नीचे lunch के लिए आ जाइए। सब वेट कर रहे हैं आपका। नंदिनी जी बोली और बाहर चली गई।
    अभ्यन् अर्यन –उम्र 22 साल। एक बहुत ही हैंडसम चॉकलेट ब्वॉय हॉट बंदा है। अभी अपनी बा के सेकंड ईयर में है।और एक फेमस रॉकस्टार है। 
    अभ्यन मम्मी पापा– नंदिनी आर्यन राज आर्यन। राज आर्यन इंडस्ट्री के मालिक हैं। इन्होंने अपना फैमिली बिजनेस जॉइन किया था। यह बहुत ही शांत स्वभाव के इंसान है। और दिमागदार इंसान भी है।
    हीरो के दादा दादी।  । और बलजीत आर्यन । की हाउसवाइफ और बलराज खुराना रे अपना बिजनेस स्टार्ट किया था।
    अभ्यन  की चचा चाची जी। महेश आर्यन। और रीमा आर्यन। इनके दो बच्चे थे। ट्विंस। एक लड़का और एक लड़की दोनों। कृष की उम्र के थे।राहुल और राही।
    अभ्यन के दोस्त – समीर समीर। रोहन राहुल पूजा। यह सब हमारे हीरो के दोस्त हैं।
     
    नंदिनी जी के रूम से बाहर जाने के बाद। अभ्यन् अभी भी अपने बेड पर था। उसने अपनी टेबल से अपना लैपटॉप उठाया और कुछ सर्च करने लगा  । कुछ देर बाद उसने मुस्कुराते हुए  , " तुम्हे अब इंडिया आना ही पड़ेगा अभ्या Baby im desperatly waitting for you My Love...... 🩷
     
    अगली सुबह, 
    एरपोर्ट  पर एक प्राईवेट जेट लैंड हुआ। जिसमे कुछ गार्ड्स निकले बाद मे नील निकला फिर अभ्या अपनी कोट ठीक करते हुए निकली। उसने एक गहरी सांस ली। 
    " एक वक्त था जब उसे इस सेहेर की हवा में एक सुकून था मगर आज उसे इस हवा में एक घुटन महसूस हो रही थी " , बो लोग एरपोर्ट से निकले बाहर पांच से भी ज्यादा लक्सयूरि कार खड़े थे। 
     
    अभ्या और नील एक कार में बैठ गए। और रॉय मैंशन की तरफ चले गए। अभ्या कार के ग्लास के बाहर के सेहेर् को देख रही थी कितना कुछ बदल गया था यहाँ। फिर बो अपनी आँखे बंद करके अपनी पुरानी यादों में खो गई। 
     
    रॉय मैंशन मे अब तक अशोक रॉय डिस्चार्ज होकर घर आ गए थे और अपने कमरे में आराम कर रहे थे। मैंशन के लिविंग हॉल में ऋषभ जी और राजेश जी बैठे हुए थे। राधिका और नीति भी उनके साथ थी। तभी एक बॉडी गार्ड अंदर आया। 
    ऋषभ - क्या हुआ तुम यहाँ। 
    गार्ड - बॉस बाहर कोई आया है। 
    ऋषभ - कौन आया है ? 
    गार्ड - कोई  अभ्या खुराना आई है। 
    अभ्या खुराना नाम सुनकर लिविंग रूम में खड़े हर कोई शॉक हो गया। 
     
    To Be Continue 🩵
     
     
    Plz आप लोग इस स्टोरी को like comment , share और review दे देना। Plzz
     
     
     

  • 4. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 4

    Words: 2068

    Estimated Reading Time: 13 min

     
    अब तक, 
    रॉय मैंशन मे अब तक अशोक रॉय डिस्चार्ज होकर घर आ गए थे और अपने कमरे में आराम कर रहे थे। मैंशन के लिविंग हॉल में ऋषभ जी और राजेश जी बैठे हुए थे। राधिका और नीति भी उनके साथ थी। तभी एक बॉडी गार्ड अंदर आया। 
    ऋषभ - क्या हुआ तुम यहाँ। 
    गार्ड - बॉस बाहर कोई आया है। 
    ऋषभ - कौन आया है ? 
    गार्ड - कोई  अभ्या खुराना आई है। 
    अभ्या खुराना नाम सुनकर लिविंग रूम में खड़े हर कोई शॉक हो गया। 
    अब आगे , 
    ऋषभ - क..क्या नाम बताया । उन्होंने अपनी लड़खड़ती आवाज में बोला। 
    गार्ड - अभ्या खुराना सर। 
    राजेश जी - तो तुम खड़े क्यों हो उसे अंदर आने के लिए बोलो। 
    गार्ड घर से बाहर चला गया। राजेश जी अचानक खुश होकर नीता जी को गले लगाकर। 
    राजेश - नीता तुमने सुना ना हमारी टाइगर आई है। 
    नीता जी - हाँ राज मैने सुना हमारी टाइगर आई है। 
     
    फिर राजेश जी ऋषभ जी के पास जाकर भाई अपने सुना ना हमारी टाइगर आई है। ऋषभ जीने भी उन्हे कस के गले लगा लिया। 
    ऋषभ - राज मेरी बच्ची मेरी प्रिंसेस आई है। 
    दोनों एक दूसरे के गले लगाकर खड़े थे की कार की आवाज आई। लिविंग रूम में मौजूद सभी लोग कार की आवाज से बाहर चले गए। और उनमे से हेड बटलर जाकर अशोक जी और बानी जी को बता ने के लिए चला गया की उनके घर की बारिस उनकी पोती बापस आ गयी है। 
    घर के बाहर चार से पांच कार आकर रुकी। उनमे से बॉडी गार्ड बाहर आये। एक बॉडीगार्ड ने एक गाड़ी का डोर खोला उस में से नील अपनी जैकेट ठीक करते हुए बाहर आया । और बो खुद जाकर एक  गाड़ी का डोर ओपन किया। और खड़ा हो गया 
    उसमे से अभ्या अपने डोमिनाटिंग और बोस्सी औरे के साथ निकली। उसने अभी एक लोंग ब्राउन जैकेट स्किनी सक्रिट ट्यूब हाई नेक टॉप ब्लैक लेदर बूट्स। अपने छोटे बलों को हॉफ पोनी आँखों पर ब्लैक गोगल । हाथों मे बिलिओंस की वॉच । पल के लिए सबकी आँखे उस पर ठेहर गयी और सब अपलक उसकी तरफ देखने लगे। रॉयल, अलीजेंट, हॉट, बॉसी अट्टिटूडे  सब एक साथ उसके अंदर दिख रही थी। 
     
    उसने एक नजर रॉय मैंशन को देखा और डोर की तरफ जाने लगी नील भी उसके पीछे चल रहा था। उसके पीछे उसकी एक सेक्रेटरी रिया और पर्सनल बॉडीगार्ड एलेक्स था।
    उसे इस लुक मे देख कर उसका भाई अभय उस अपने भाई आहन से। 
    अभय - Wow , दी बिल्कुल किसी क्वीन की तरह लग रही है। रॉयल, अलीजेंट, हॉट, बॉसी अट्टिटूडे  सब एक साथ क्या कंबिनेशन है। So Amazing.. 😎
     
    आहन - बो क्वीन लग नही रही हैं बो एक रियल क्वीन है। विसनेस क्वीन ऑफ न्यू यॉर्क। 
    नीति जी जो उनकी बात सुनकर बोली। 
    नीति - बस करो मेरी टाइगर को नज़र मत लगाओ। 
     
    ऋषभ जी अपनी आँखों मे खुशी की चमक लिए अपनी बेटी को देख रहे थे। कितने सालों बाद उन्होंने उसे देखा है। अभ्या उनकी और आरही थी बो उसे अपने गले लगाने के लिए उनकी तरफ बढ़ रहे थे की अभ्या उन्हे पूरी तरह इग्नोर करके आगे बढ़ गयी। 
     
    ऋषभ जी अपनी खाली हाथ को देखते हैं उनकी चेहरे की मुस्कान फीकी हो गयी । आँखे लाल हो गयी उन्होंने अपनी आँखे बंद कर लिया और हाथों की मुठिया बना ली। उन्होंने पलट कर देखा तोह उनके दिल में एक तिस उठी। 
    क्यों की अभ्या ऋषभ जी को इग्नोर करके जाकर राजीब जी के पास खड़ी हो गयी जिन्हीने अभ्या को देखते ही गले लगा लिया था। 
    राजीब जी - टाइगर मेरी बच्ची मैने तुम्हे बहुत मिस किया मेरी बच्ची। अभ्या ने अपनी हाथ उठा कर धीरे से अपनी हाथ उनके बैक पर रख दिया। 
    अभ्या - आप कैसे है हैंडसम्। उसने बिना किसी इंमोसोन्स और एक्सप्रेशन लेस चेहरे के साथ पूछा। 
     राजीब - में हमेशा की तरह हैंडसम हूँ । 
    निती जी - आप हैंडसम् नही बूढ़े हो रहे हो राज। आप किसी है टाइगर। 
    अभ्या - im good what about you । I want to meet old mister roy। 
    नीति जी - चलो टाइगर बो आपका बरसों से इंतेजार कर रहे थे। 
    बोल बो उसे लेकर जाने लगी। बो चोखट के पार जा पाती उस से पहले उसके सामने राधिका आरती का थाल लेकर खड़ी थी। राधिका को देख कर अभ्या ने कुछ नही बोला और उन्हे इग्नोर कर के अंदर चली गई। राधिका की मुस्कान फीकी हो गयी। नीति ने उसे एक बार देखा फिर बो अंदर चली गई। 
     
    घर के बाहर ऋषभ जी अभी भी उस तरफ देख रहे थे जहाँ से अभी अभी अभ्या अंदर गयी थी। तभी राजेश जी ने उनके कंधे पर अपना हाथ रखा। 
    राजेश जी - भाई ! 
    ऋषभ - राज बो मुझ से नफरत करती हैं मेरी बच्ची मुझ से नफरत करती है। 
    राजेश जी - भाई सालों का गुस्सा ऐसे ही ठीक नहीं हो सकता। अभी बो आई है धीरे धीरे उसका गुस्सा ठंडा हो जायेगा आप टेंशन मत लो अब तो बो हमारे सामने है। 
    ऋषभ - तुम ठीक बोल रहे हो अभी बो मेरे सामने है । मे उसे जल्दी मना लूंगा। 
    राजेश जी - चलिए भाई। 
    फिर दोनों मैंशन के अंदर आ गए। फर्स्ट फ्लोर पे दादी दादा जी का रूम था। नीति ने डोर ओपन किया अभ्या  और नील अंदर आ गए। 
    अशोक जी और बानी जी ने डोर की तरफ देखा और अपनी पोती को इतने सालों बाद देख कर दोनों की आँखे नम हो गयी। अभ्या अंदर आई और बनी जी और अशोक जी के पैर छु लिए। 
    बनी जी तोह उसे देखकर रो पड़ी अभ्या ने उन्होंने हौले से गले लगा लिया। बानी जी रोते हुए। 
    बानी जी - आभू मेरी बच्ची इतने साल हो गए तुम्हे देखे हुए। क्या आपको अपनी बूढ़े दादा दादी की याद नहीं आई। 
    अभ्या ने कुछ नहीं बोला बस उन्हे गले लगाए रखा। 
    अशोक जी - स्वीटहार्ट बूढ़े तो आप हुए है हम तो अभी जबान है। 
    अभ्या बानी जी से अलग हुई और उनके पास बेड पर बैठ ते हुए बोली । 
    अभ्या - बो तोह आपको देखकर ही लगा रहा है की आप कितने जवान है ओल्ड मिस्टर रॉय। 
    उसकी ये बात सुनकर अशोक जी सकपका गए। और रूम में खड़े नीति जी और अभय की हसी निकल गयी। 
    अशोक जी - आप हमारा मजाक मत उडाइये। हमारे गले लग जाए मेरी बच्ची तो सायद ये दिल कुछ दिन और बढ़ जायेगी। 
    अभ्या - आप कब से इतने रोमांटिक हो गए ओल्ड मैन। 
    अशोक जी - अरे रोमांटिक तो में पहले से ही था पूछ लो मेरी स्वीटहार्ट से। 
    अभ्या - बो तो लग ही रहा है। अब आपकी तबियत कैसी है। 
    अशोक - मच बेटर। 
    सभी लोग उन दोनों दादा पोती को देख रहे थे। जो बातों बातों में  एक दूसरे को ताना दे रहे थे।ऋषभ जी दरबाजे से खड़े होकर अपनी बेटी को देख रहे थे। सायद ये सब  अपनी आँखों मे बसा लेना चाहते हो। 
     
    दूसरी तरफ, 
    आर्यन मैंशन मे गार्डेन मे दादीजी बैठी थी नंदिनी जी और रीमा जी भी उनके पास बैठी थी। तभी उन्हे अभ्यन् आते हुए दिखा। 
    देविका जी - कहाँ चले रॉकस्टार। 
    अभ्यन् - मौसम बहुत सुहाबना है सेनोरिटा सोचा थोड़ा लोंग ड्रइब  पर चला जाऊँ। 
    देविका जी - ऐसे अकेले अकेले। 
    अभ्यन् - बो मैने पहले सोचा था की आपको अपने साथ लेकर चलूँ फिर मुझे आपकी hubby की याद आ गयी । इशीलीए अकेले जा रहा हूँ। 
    देविका जी - तो किसी को ढूंढ क्यों नही लेते जो तुम्हारे साथ लोंग drive पर जाए। 
    अभ्यन - ढूंढ तो लिआ है पर बो अभी मेरे range से बाहर है। अभ्यन् अभ्या को याद करते हुए बोला। सेनोरिटा अभी मे चलता हु आता हूँ थोड़ी देर में बोल बो अपनी कार लेकर चला गया। 
     
     
     
    तभी उस रूम में नील का फोन रिंग करने लगा। अभ्या जो अशोक जी की मेडिकल रिपोर्स रीड कर रही थी उसकी तरफ देखने लगी । नील सबको एक्यूस करके रूम से बाहर चला गया। उसने  के पास खड़े ऋषभ जी को देख हैलो बोला। ऋषभ जी ने एक smile पास कर दिया। 
    नील बात करके बापस रूम मे आ गया। 
    नील - अभ्या। 
    अभ्या - what ? 
    नील - बो pilot का कॉल था हमे एक घंटे मे निकल ना है। 
    अभ्या - okk। We will leave in an hour। 
    राजेश जी - नील ये तुम क्या बोल रहे हो। 
    नील - कुछ नहीं uncle एक घंटे में हम बापस न्यू यॉर्क के लिए निकलना है। 
    नीति - पर इंतनि जल्दी हमन तो अभी टाइगर के साथ ठिक से बात नही किया अपने हाथों से खाना नही खिलाया है। 
    नील - इसमें मे कुछ नही कर सकता आंटी ये सब अभ्या का प्लान है। 
    बानी जी - क्या ये सच बोल रहा है आभू। 
    अभ्या - he is right। 
    अशोक जी - अब आप कहीं नही जायेंगी। आप हमारे साथ ही रहेंगी। 
    अभ्या - और आपको क्या लगता हैं। मेंआपकी बात मान लुंगी । उसने मज़ाकिया लेहेजे कहा।
    बानी जी - आपके दादाजी ठीक बोल रहे है। अब आप हमारे साथ यहीं रहेंगी । हम मरने से पहले आपके साथ कुछ बक्त बिताना चाहते हैं मेरे बच्ची। 
    अभ्या - अगर आपको मेरे साथ रहना है तो आपको मेरे साथ न्यू यॉर्क जाना पड़ेगा। 
    अशोक जी - हम कहीं नही जायेंगे नाहि आप जायेंगी। अगर आप आज यहाँ से जायेंगी तो कल आपको मेरे मरने की खबर आयेगी। 
    अभ्या - आप मुझे ब्लैकमेल नही कर सकते। उसने गुस्से से ली। 
    उसे गुस्से मे देख कर नीति जी ने अभय और आहन को रूम के बाहर भेज दिया। नील एलेक्स और रिया भी बाहर चले गए। 
    अशोक जी - हम कुछ भी कर सकते हैं। और जिद और गुस्से मे तो हम अपके बाप के बाप है। अभ्या गुस्से में बोली " नील कार निकालो हम अभी एरपोर्ट के लिए जायेंगे " और बो गुस्से रूम के बाहर जाने लगी। 
    " आपको आपकी माँ आस्था की कसम है आप न्यू यॉर्क बापस नही जायेंगी अभ्या ऋषभ रॉय। अभ्या के जाते हुए कदम रुक गए। 
    बहीं अशोक जी की बात सुनकर सब उन्हे से
    शॉक होकर देखने लगे क्यों की उनको जो नही बोलना चाहिए उन्होंने बो बोल दिया। तभी सबको कुछ टूटने की आवाज आई जहाँ पर अभ्या ने गुस्से में एक ग्लास का वाश को अपने हाथों से तोड़ दिया था। उसने गुस्से से पलट कर अशोक जी को देखा 
    अभ्या - आपको ये नहीं करना चाहिए थी मिस्टर अशोक रॉय। इसका भुगतान आपको चुकानी पड़ेगी जो आपको बहुत महंगी पड़ेगी। अपने एक ज्वाला को अपने घर में रहने के लिए बोल रहे हो जो की आपके घर को ही जला देगी।
    बोल बो डोर खोल कर बाहर देखा जहाँ अभी ऋषभ जी खड़े थे उनको एक नजर देख कर सीडियों  से नीचे जाने लगी। राधिका जी जो की नीचे लिविंग रूम में बैठी थी।
    उन्होंने ने अभ्या को गुस्से से नीचे आते हुए देखा उनका ध्यान उसकी हाथों की तरफ देखा जहाँ से खून निकल रहा था बो उसकी तरफ आकर " अभ्या आपको चोट कैसे लगी कितना खून निकल रहा है " , बो जैसे ही उसका हाथ पकड़ ते अभ्या ने उन्हों अपना हाथ दििख दिया। 
    और बाहर चली गयी। उसने गार्ड से कार key ली और ड्रिविंग सीट पर बैठ कर निकल गयी उसकी आँखे पुरा लाल हो गया था । बो पूरी स्पीड से drive कर रही थी उसने लगभग पुरा सिग्नल ही तोड़ दिया था। नील और एलेक्स उसके पीछे आरहे थे। नील यहाँ ट्रैफ़िक् पुलिस को संभाल रहा था तो एलेक्स अपने बॉडी गार्ड को अभ्या के पीछे भेज दिया था। 
     
    अभ्या अपनी कार पूरी स्पीड से चला रही थी ।उसके सामने कुछ पुरानी यादे आरही थी एक औरत कार drive करते हुए रो रही थी उसके साथ पेसेंजर सीट पर एक छोटी लड़की बैठी थी जी की बार बार उस औरत की तरफ देख रही थी। अभ्या अभी भी उसी याद में और उसने कार की स्पीड बढ़ा दी। थी की रास्ते में उसे एक छोटी बच्ची दिखाई दी। इस से पहले गाड़ी उस बच्ची को टक्कर मारती पहले अभ्या ने अपनी गाड़ी दूसरी तरफ मोड ली और डीबाइडर् से टक्कर गई। उसमे से धुँआ निकल ने लगा डोर से खून टप टप जमीन पर गिरने लगा वहाँ पर लोगों की भीड़ लगने लगी। 
    अभ्यन् जो गाड़ी drive कर रहा था उसकी धड़कने अचानक जोर जोर से धड़कने लगा।उसने जोर से गाड़ी का ब्रेक लगाया अभ्या बेबी.... 
     
    To Be Continue 🩵
     
    Plz आप लोग इस स्टोरी को like comment , share और review दे देना। Plzz
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 5. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 5

    Words: 1259

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब तक
    अभ्या अपनी कार पूरी स्पीड से चला रही थी ।उसके सामने कुछ पुरानी यादे आरही थी एक औरत कार drive करते हुए रो रही थी उसके साथ पेसेंजर सीट पर एक छोटी लड़की बैठी थी जी की बार बार उस औरत की तरफ देख रही थी। अभ्या अभी भी उसी याद में और उसने कार की स्पीड बढ़ा दी। थी की रास्ते में उसे एक छोटी बच्ची दिखाई दी। इस से पहले गाड़ी उस बच्ची को टक्कर मारती पहले अभ्या ने अपनी गाड़ी दूसरी तरफ मोड ली और डीबाइडर् से टक्कर गई। उसमे से धुँआ निकल ने लगा डोर से खून टप टप जमीन पर गिरने लगा वहाँ पर लोगों की भीड़ लगने लगी। 
    अभ्यन् जो गाड़ी drive कर रहा था उसकी धड़कने अचानक जोर जोर से धड़कने लगा।उसने जोर से गाड़ी का ब्रेक लगाया अभ्या बेबी.... 
     
    अब आगे, 
     
     
    पवन की धड़कन है बहुत तेज धड़क रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे उसका दिल उसके सीने से बाहर आ जाएगा। उसने कर को थोड़ा साइड में लगाया। गाड़ी की खिड़की खोलकर पानी पीकर अपने आप को रिलैक्स करने लगा।
     
    अभ्यन - यह मेरे साथ क्या हो रहा है मेरा दिल इतनी तेजी से क्यों धड़क रहा है? क्या वहीं पर है पर ऐसा कैसे हो सकता है? वह तो बक्त न्यू यॉर्क है ना।सायद मे ज्यादा सोच रहा हूँ। 
    वह गाड़ी स्टार्ट करके जाने वाला ही था कि बाहर से आ रहे बाइकर से। कुछ बोल रहे थे।
    बाईक् - कितना बड़ा एक्सीडेंट हो गया है। तुमने गाड़ी देखी नहीं हवा के जैसी चल रही थी। अच्छा हुआ उसमें उसे छोटी बच्ची को नहीं उड़ा दिया।
    दूसरा बाइकर - उसे गाड़ी में शायद एक  लड़की है। एक्सपांसिव कार है किसी से खुल ही नहीं रहा है। कोई उसकी मदद भी नहीं कर सकता।
    बाईक् - aston martin है। लगत हैं आबहुत अमीर है। 
    बो दोनो बातें कर रहे थे की। अभ्यन् जिसके मन मे बस लड़की और aston martin घूम रही थी। अभय मन में क्या आया उसे ने जल्दी से एक अपना फोन निकला  और अपने फेस पर मास्क लगाकर उन दोनों की तरफ देख कर बोला। 
    अभ्यन - Excuse me क्या अपने जो कार एसिडेंट हुआ है क्या बो ये है। 
    उन दोनों ने उस फोटो को देखा जहाँ अभ्या उस कार से टैग लगाकर खड़ी थी। 
    बाइक बाला - अरे भाई यही गाड़ी है। उसकी बात सुनकर बो बेचैन हो गया। उसने बोला 
    अभ्यन - एसिडेंट कहाँ पर हुआ है। 
    बाइक बाला- बस थोड़ा  आगे ही। अभ्यन् अपना कार स्टार्ट करके जल्दी से निकल गया । और खुद ही खुद से, " नहीं नहीं ऐसा नहीं हो सकता बो यहाँ है, मगर पिछली बार तो में कॉलेज में मिला था बो भी अगस्त में अभी तो जुलाई फर्स्ट चल रही हैं " ।
    थोड़ी देर बाद अभ्यन् को लोगो की भीड़ दिखाई दी उसने जल्दी से गाड़ी रोकी और भीड़ के अंदर चला गया। बो जैसे जैसे अंदर जा रहा था वैसे वैसे उसकी दिल की धड़कने बढ़ रही थी। उसे बो कार दिखाई थी। जो बुरी तरफ देवीडिर से भिड़ा हुआ था। बो जल्दी से उस गाड़ी के डोर को उनलॉक करने लगा थोड़ी देर बाद कार अन् लक हो गयी। उसने गाड़ी का डोर ओपन किया ।ड्रिविंग सीट पर एक लड़की बैठी थी उसके पूरे चेहरे पर बाल बिखरी हुई थी। अभ्यन् ने उस का चेहरा बिना देखकर पहचान लिया की ये.... उसकी अभ्या है उसकी बेबी। उसने जल्दी से उसे कार से बाहर निकला उसे अपने बाहों में छुपा लिया और जल्दी अपनी कार की तरफ चला गया। 
     
    बहीं दूसरी तरफ , 
    रॉय मैंशन में अभ्या के जाने के बाद रूम मे बनी जी रो रही थी नीति उसे संभाल रही थी। 
    राजेश जी - पापा आपको टाइगर को ऐसा नही बोलना चाहिए था। बो बहुत गुस्से में है। 
    अशोक जी - मैने कुछ गलत नहीं बोला है । क्या तुम्ही अच्छा लगता बो बापस चली जाती। 
    राजेश जी - पर हम और कुछ भी करके रोक लेते उसे ऐसे भाभी की कसम नही देना चाहिए था। 
    अशोक जी - बो हमारा खून है। उसकी जिद और गुस्सा उसे बिरासत में मिली है । 
    बनी जी - राज तुम पता लगाना चाहिए हमारी बच्ची कहाँ पर है बो बहुत गुस्से में है। 
    राजेश जी - में पता लगता हूँ माँ आप थोड़ा आराम कर लीजिए। 
     
    इधर अभ्यन् के कार में , 
    अभ्यन् की कार अभी ऑटो मोड़ में थी। अभ्यन् की गोद में बेहोश अभ्या थी। अभ्यन् ने उस के घायल हाथ पर अपना रुमाल बांध दिया था। बार बार उसके माथे को चूम रहा था उसके आँखों मे आशु दे।
    उसका हु उस मे हूँ , उस से हूँ
    उसका रहने दे। 
    में तो प्यासा हु , है दरिया बो जरिया 
    वो जीने का मेरे। 
     
    बो उस को गले लगाकर उसे महसूस कर रहा था। उसने थोड़ी देर बाद उसे पेसेंजर सीट पर बिठाया। उसका सीट बेल्ट लगा कर कार ड्राइव करने लगा। और बार बार उसकी तरफ देख रहा था। 
    मुझे घर दे गली दे सेहर दे
    उसी के नाम के। 
    कदम ये चले या रुके
    अब उसी के वास्ते । 
     
    पहुँच गया। उसे लेकर डॉक्टर केबिन की तरफ चला गया। डॉक्टर को अभ्यन् का क्लोज फ्रेंड था तो अभ्या का ट्रीटमेंट स्टार्ट हो चुका था। अभ्या को थोड़ी देर बाद नॉर्मल बोर्ड मे शिफ्ट कर दिया था। 
     
    नील और एलेक्स को अब तक पता चल गया था की अभ्या के कार का एसिडेंट हुआ है। अभ्या के वॉच मे ट्रैकर था उसे चेस करते हुए दोनों उस हॉस्पिटल में पहुँच गए थे।
     
    अभ्यन् अभी अभ्या के बोर्ड में अभ्या के  उसके पास बैठा था अभ्या अभी बेहोस थी। उसे ड्रिप लगी थी। अभ्यन् बार बार उसकी हाथो को चूम रहा था ना जाने उस से अपनी दिल की बातें करे जा रहा था मगर उसे सुनने के लिए अभ्या अभी होस में नही थी। 
    अभ्यन् - बेबी मुझे लगा नहीं था हमारी इस तरफ मुलाकात होगी। जिस तरह मरने से पहले हम मिले थे ना तुम होस मे थी ना इस बार की मुलाकात मे होस मे हो । क्या तुम्हे हमारी पिछली लाइफ के बारे में याद है। क्या तुम्हे में याद हूँ Baby हमारा प्यार याद है। 
    दिल मुझे दे अगर 
    दर्द दे उसका पर। 
    उस की हो बो हंसी
    गूंजे जो मेरा घर 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
     
    रॉय मैंशन , 
    स्टडी रूम मे ऋषभ जी  फर्श पर बैठे हुए थे। उनके हाथ मे एक फोटो फ्रेम थी जो की एक बहुत ही खूबसूरत औरत की थी जो हुबहु अभ्या जैसी थी। ऋषभ जी , " आस्था तुम क्यों गयी मुझे छोड़ कर में बिखर गया हूँ तुम्हारे जाने के बाद सब कुछ बिखर गया  , हमारी बेटी हमारी प्यार की निसानी मुझ से नफरत करती है, बो मुझे एक नज़र देखती तक नहीं आस्था " 
    आज मुझे यहाँ अपने दिल की तरफ इशारा करके, यहाँ दर्द हो रहा है। मे उसे सच बताना चाहता की मे तुमसे उस से कितना प्यार करता हूँ मैने कभी तुम्हे और उसे धोका नहीं दिया आस्था। तभी किसी ने उनके कंधे पर हाथ रखा 
    दूसरी तरफ, 
    किसी ने अभ्या के वार्ड का डोर ओपन किया। अभ्यन् जो की अभ्या का हाथ पकड़कर बैठा था उसने डोर की तरफ देखा। 
    डोर पर खड़ा इशान , " तुम कौन हो यहाँ  क्या कर रहे हो " । 
     
    तो कौन आया है अभ्या के वार्ड में? क्या अभ्या को याद है अपनी पिछली यादे? अभ्या क्यों करती है अपने पाप से नफरत? जानने के लिए रीड कीजिए मेरी स्टोरी
     
    To Be Continue 🩷
     

  • 6. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 6

    Words: 1346

    Estimated Reading Time: 9 min

     अब तक, 
    रॉय मैंशन , 
     अब तक,
    स्टडी रूम मे ऋषभ जी  फर्श पर बैठे हुए थे। उनके हाथ मे एक फोटो फ्रेम थी जो की एक बहुत ही खूबसूरत औरत की थी जो हुबहु अभ्या जैसी थी। ऋषभ जी , " आस्था तुम क्यों गयी मुझे छोड़ कर में बिखर गया हूँ तुम्हारे जाने के बाद सब कुछ बिखर गया  , हमारी बेटी हमारी प्यार की निसानी मुझ से नफरत करती है, बो मुझे एक नज़र देखती तक नहीं आस्था " 
    आज मुझे यहाँ अपने दिल की तरफ इशारा करके, यहाँ दर्द हो रहा है। मे उसे सच बताना चाहता की मे तुमसे उस से कितना प्यार करता हूँ मैने कभी तुम्हे और उसे धोका नहीं दिया आस्था। तभी किसी ने उनके कंधे पर हाथ रखा 
    दूसरी तरफ, 
    अभ्यन् अभी भी अभ्या के वार्ड में था । बो बारबार उसके चेहरे को हाथों को छु रहा था। खुदको यकीन दिला रहा था। 
    मुझे घर दे गली दे सेहर दे
    उसी के नाम के। 
    कदम ये चले या रुके
    अब उसी के वास्ते । 
    दिल मुझे दे अगर 
    दर्द दे उसका पर। 
    उस की हो बो हंसी
    गूंजे जो मेरा घर 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
     
    तभी किसी ने अभ्या के वार्ड का डोर ओपन किया। अभ्यन् जो की अभ्या का हाथ पकड़कर बैठा था उसने डोर की तरफ देखा। 
     
    डोर पर खड़ा इशान , " तुम कौन हो यहाँ  क्या कर रहे हो " । 
     
    अब आगे, 
    अभ्यन् ने गेट पर खड़े एलेक्स और नील की तरफ देखने लगा। अभ्यन् नील और एलेक्स को अपनी rebirth पहले से ही जनता है । आखिर बो दोनों अभ्या के क्लोज थे नील अभ्या के लिए कुछ ज्यादा ही प्रोटेक्टिव था। और अभ्यन् के लव लाइफ के सबसे बड़ा रुकबाट। नील को देखते ही अभ्यन् का मुह बन गया। और बो घूर कर उन दोनों की तरफ देखने लगा। 
    नील , "तुमने जबाब नहीं दिया तुम कौन हो और यहाँ क्या कर रहे हो '। अभ्यन् उसको ना पहचान ने की एक्टिंग करते हुए , " में भी तुमसे यही सबाल पूछना चाहता हूँ की तुम कौन हो और यहाँ क्या कर रहे हो। 
     
    नील अभ्या की बेड के पास आकर, " ये मेरी दोस्त है अभ्या खुराना है और में नील शाह ", अब क्या तुम अपने बारे में बताना चाहोगे। अभ्यन्, " हैलो नील में अभ्यन् आर्यन, और में इन्हें हॉस्पिटल लेकर  आया हूँ  ।नील ,क्या ये ठीक है anything serious '। अभ्यन् ने बोला dont worry बो अभी ठीक है। बोल बापस चेयर पर बैठ गया। 
     
    नील, " अब तुम यहाँ से जा सकते हो thank you तुमने अभ्या को सही सलामत हॉस्पिटल पोहँचया। अभ्यन् ," अगर इसके जगह कोई और भी होता तो मे हेल्प करता तो तुम्हे थैंक यू बोलने की जरूरत नही है, और जब तक इसे होस नहीं आ जाता तबतक में यहाँ से नही जाने बाला "।
    अभ्यन् की बात सुनकर नील ने उसे घूर कर देख मगर उसकी बातों को इग्नोर करके जाकर सोफे पर बैठ गया । और बेहोश अभ्या की तरफ देखने लगा। नील ने उसे घूर कर देखा। अभ्यन् , " ऐसे घूर कर देखने से मे यहाँ से चला नहीं जाऊंगा बो जब तक होश मे नहीं अजाति मेरी रेस्पोंसबिलिटी है " । 
     
    नील उसे कुछ बोलता उस से पहले उसका फोन रिंग करने लगा उसने अपने फोन पर फ्लैश हो रहे नाम को देखा जहाँ पर राजेश अंकल शो हो रहा था। उसने कॉल पिक करते हुए बाहर चला गया 
    नील, हैलो अंकल। राजेश जी, " नील तुम्हे टाइगर मिली क्या क्या बो ठीक है " । नील , ' yes अंकल अभ्या मिल गयी है और बो ठीक है ; । आप उसकी टेंशन मत लीजिए। रिजेश जी, ' टेंशन की ही बात है नील टाइगर का गुस्सा तुम भी बहुत अच्छे जानते हो। नील आप डिनर करके सो जाईये अंकल उसका टेंशन मत लीजिए हम कल सुबह आते है रॉय मैंशन इंडिया में रहने के बारे में अभी उसने कुछ बोला नहीं है। नील अभ्या के बर्ड की तरफ देख कर बोला। 
     
    दोनों ने कॉल कट किया एलेक्स को बर्ड के पास रहने को बोल बो डॉक्टर के केबिन की तरफ चला गया बो अभ्या की condition जनना चाहता था। अभ्या के बर्ड मे अभ्यन् अभ्या को देखते देखते उसकी आँख लग गयी और बो गहरी नींद में चला गया। अभ्यन् ने अलरेडी घर पर बाता दिया था की आज रात बो घर नहीं आयेगा। 
    रॉय मैंशन मे राजेश जी ने सब को बता दिया था की अभ्या मिल गयी और नील उसके साथ है। तो सब ने राहत की सांस ली सबके दिल को ठंडक मिल गयी । सबके दिल में डर था जिस गुस्से में अभ्या घर से निकली थी कोई अनहोनी ना हो जाए। 
     
    राजेश जी ने एक बार सबको देखकर स्टडी रूम में चले गए जहाँ ऋषभ जी आस्था जी के फोटो के साथ बात कर रहे थे। उन्हों ने ऋषभ जी के कंधे पर अपना हाथ रखा , भाई। 
    ऋषभ जी, " क्या हुआ राज अभ्या मिली क्या बो घर बापस आ गयी " । राजेश जी , हाँ भाई मैने  नील को कॉल किया था बो अभ्या के साथ है। ऋषभ जी, " क्या बो सच मे बापस चली जायेगी राज, ।
    राजेश जी , मुझे नही लगत बो इस बार जायेगी पापा ने उसे एक ऐसे कसम से बांध दिया है जिसे तोड़ कर बो जा नहीं पायेगी, चलिए डिनर कर लीजिए सब वेट कर रहे आपका। ऋषभ जी ने मना कीया मगर राजेश जी ने उन्हों अभ्या  की कसम दे कर थोड़ा बहुत खिला दिया। फिर सब लोग अपने अपने रूम में सोंने चले गए। 
    अगली सुबह 
    सुबह के चार बजे अभ्या को होश आने लगा अभ्या ने अपनी आँखे खोल कर देखा तो सबसे पहले उसे हॉस्पिटल की वाइट सिलिंग दिखाई दी। उसने अपनी चारो तरफ देखा। तभी उसे नील की आवाज आई, " होस आ गया तुम्हे। अभ्या ने उस तरफ देखा नील उसके बगल बाले चेयर पर बैठ कर फोन देख रहा था। 
     
    अभ्या, " में यहाँ कब आई। नील कुछ घंटे पहले तुम्हारी कार एसिडेंट हुआ था। अभ्या, " Ohh तो तुम ने मुझे अभी तक हॉस्पिटल में क्यों रखा है you know ना I hate हॉस्पिटल। नील, " में तो तुम्हे लेकर चला जाता मगर इस इंसान ने मुझे ले जाने नहीं दिया।
    नील ने सोफे पर सो रहे अभ्यन् को देख कर बोला। नील के बोलने पर अभ्या ने सोफे की तरफ देखा तो जहाँ अभ्याय क्यूट तरीके से सो रहा था । उसे देख कर अभ्या की दिल की धड़कने जोर जोर से धड़कने लगी। अभ्या ने अपना हाथ अपने सीने पर रख दिया।
     
    थोड़ी देर बाद बो होस में आ गयी और नील को देख कर बोली, " डिस्क्चार्ज पेपर रेडी करने को बोल दिया। नील ने उसे एक बार देख कर बर्ड के बाहर चला गया । अभ्या बेड से उठी वॉशरूम मे चली गई थोडो देर बाद बो बाहर आई उसका ध्यान सोफे पर adjust होकर सो रहे अभ्यन् को देखा जो सायद गिरने बाला था। अभ्या जल्दी से उसके पास गयी उसे संभल कर बापस सोफे पर सुला दिया। 
     
    अभ्या जा रही थी की अभ्यन् ने उसके हाथ को पकड़ कर अपने गालों के बीच में रख दिया। और नींद मे कुछ बड़बडाने लगा मगर बो अभ्या सुन नहीं पाई उसकी क्यूट हरकते देखकर अभ्या के फेस पर हल्की smile आ गयी। मगर कुछ सैकिंड बाद उसे महसूस हुआ की बो क्या कर रही है तो उसने अभ्यन् के पकड़ से अपने आपको छुड़ाया। और जाकर रूम के खिड़की के पास खड़ी हो गई। बाहर अभी अभी अंधेरा था एक सुकून था इस रात में। 
     
    नील उस रूम मे आया, " तुम्हारा हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुका है ,। अभ्या ने एक बार सो रहे अभ्यन् की तरफ देखा और रूम से बाहर चली गयी। थोड़ी देर बाद अभ्या निल और एलेक्स कार मे थे और एरपोर्ट की तरफ जा रहे थे। इधर अभ्यन् इस बात से अंजान की उसकी अभ्या उसकी baby एक बार फिर उसको छोड़ कर जा रही है। 
     
    To Be Continue 🩷
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 7. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 7

    Words: 1695

    Estimated Reading Time: 11 min

     अब तक, 
    अभ्या जा रही थी की अभ्यन् ने उसके हाथ को पकड़ कर अपने गालों के बीच में रख दिया। और नींद मे कुछ बड़बडाने लगा मगर बो अभ्या सुन नहीं पाई उसकी क्यूट हरकते देखकर अभ्या के फेस पर हल्की smile आ गयी। मगर कुछ सैकिंड बाद उसे महसूस हुआ की बो क्या कर रही है तो उसने अभ्यन् के पकड़ से अपने आपको छुड़ाया। और जाकर रूम के खिड़की के पास खड़ी हो गई। बाहर अभी अभी अंधेरा था एक सुकून था इस रात में। 
     
    नील उस रूम मे आया, " तुम्हारा हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुका है ,। अभ्या ने एक बार सो रहे अभ्यन् की तरफ देखा और रूम से बाहर चली गयी। थोड़ी देर बाद अभ्या निल और एलेक्स कार मे थे और एरपोर्ट की तरफ जा रहे थे। इधर अभ्यन् इस बात से अंजान की उसकी अभ्या उसकी baby एक बार फिर उसको छोड़ कर जा रही है। 
    अब आगे, 
    नील और अभ्या अभ्या के प्राइवेट जेट मे बेठे चुके थे। एलेक्स और रिया कुछ दिन यहीं रहने वाले थे क्यों की अभ्या का नई ब्रैंड का ऑफिस मुंबई में था। जहाँ  से उस उसकी पूरी इंडिया का मैन् ऑफिस था। अभ्या अभी अप नि आँखे बंद कर के सीट से टेक लगा कर बैठी थी। उसके कानों मे अभी भी दादाजी की बात गूंज रही थी, "आपको आपकी माँ आस्था की कसम है आप न्यू यॉर्क बापस नही जायेंगी अभ्या ऋषभ रॉय " 
     
    तभी नील ने उसे आवाज लगाया, अभ्या तुम्हारे नानाजी का कॉल है। अभ्या ने उस का फोन लिया और दूसरी तरफ की बाते सुनने लगी जैसे जैसे बो अपनी नानाजी की बात सुन रही थी उसके एक्सप्रेशन चेंज हो रहे थे एक साथ ना जाने क्या क्या  एमॉससीओंस थे। नील भी उसे एक टक रोक रहा था। अभ्या ने कॉल कट किया नील की तरफ देख कर stop this jet from taking off । नील ने कुछ नहीं बोला और pilot को मना कर दिया। 
     
    दूसरी तरफ, 
     
    अब सुबह के सात बज रहे थे। धीरे धीरे अभ्यन् की नींद खुलने लगी। उसने अपनी आँखे खोल कर मेडिकल बेड की तरफ देखा जहाँ उस की आँख लगने से पहले अभ्या बेहोश थी मगर आँख खोल ते ही अब बहां पर कोई नहीं था। बेड खाली था ना नील था ना अभ्या थी। बो जल्दी से सोफे से उठा यहाँ बहां देखने लगा पुरा रूम खाली था। उसने जाकर वॉशरूम मे देखा बो खाली था। अभ्यन् को ऐसा लग रहा था की अभ्या एक बार फिर उस से दूर जा चुकी है । 
     
    बो उस रूम से बाहर निकला । पांच मिनिट बाद बो उस  डॉक्टर के केबिन मे था  जिसने अभ्या का ट्रीटमेंट किया था। अभ्यन् उसकी तरफ देख कर बोला , " किस से बता कर तुमने उसे डिस्चार्ज किया, । डॉक्टर, ' अरे यार बो लड़की सिर्फ दिखती इनोसेंट है किसी माफिया से कम नहीं है मैने मना कर दिया तो सीधा गन निकल दिया मजबुरन मुझे उसे डिस्चार्ज देना पड़ा। अभ्यन् ने उसे एक बार देखा मगर बिना कुछ बोले बो उसके केबिन से चला गया। 
     
    एक पहाड़ी जैसे इलाके में जहाँ बहुत बड़ी खाई थी। उसके पास बहुत सी कार खड़े थे। उस खाई के पास एक लड़की खड़ी थी और अपनी एमोसोनलेस चेहरे के साथ गहरी खाई की तरफ देख रही थी। उसकी एक हाथ में मोर पंख और बासुरी की ब्रेसलेट पकडा था। तभी नील उसको पीछे से आवाज देकर बोला, " अभ्या तुमने अभी तक बताया नहीं  तुमने लास्ट मिनिट अपना डिसिटन चेंज क्यों किया। 
    अभ्या खाई की तरफ देख कर , " कहानी में कुछ राज है कुछ किरदार है जो अभी पर्दे के पीछे है नील। अभी उस कहानी की कुछ राज और कुछ किरदार बाहर आया है अभी और भी राज है यहाँ लोगों ने मुखोटे लगा कर किरदार बदला है। उनका असली चेहरा कुछ और है और दिखते कुछ और। 
     
    नील कंफ्यूस होकर उसकी तरफ देख कर बोला, मतलब में कुछ समझा नहीं तुम क्या बोल रही हो। अभ्या , " ये लाइफ एक चेस् की तरफ है और तुम्हारे आस पास जो लोग हैं बो उस चेस् के प्लेयर की तरह धीरे धीरे तुम्हे आगे पता चल जायेगा की इस खेल में मोहरा कौन  , राजा कौन, बजीर कौन और रानी कौन और बो कौन जिसने ये खेल रचा है। नील बोला , " तो मुझे अभी क्या करना है। 
     
    अभ्या आकर अपनी कार के बोनोट पर बैठ कर, " अभी तुम्हारे लिए दो काम है पहला काम रॉय मैंशन कॉल लगाओ और उन लोगों से बोल दो की मेरा कमरा रेडी कराए मुझे पुरा का पुरा फ्लोर चाहिए जिस से मे उन लोगों का चेहरा ज्यादा ना देख पाऊँ। और दूसरा फोन अपने डेड प्रिंसिपल RK Sah को लगाओ और बोलो की तुम और में हमारी डिग्री का लास्ट ईयर उनके कॉलज से कंप्लेट करेंगे अभी के लिए इतना ही करदो will see later। बोल उसने अपनी आँखे बंद कर दिया और बहां की हवा को महसूस करने लगी । 
     
    नील ने उसे देखा और राजेश जी को कॉल लगा दिया। रॉय मैंशन मे सुबह सब लोग लिविंग रूम मे बैठे हुए थे राजेश जी का फोन रिंग करने लगा उन्होंने जल्दी से फोन उठाया। नील , ' Hello Uncle Good Morning '। राजेश जी, ' Good Morning नील । नील उन्हे अभ्या का बहां रुकने के बारे मे उन्हे बता दिया और उसके सरतों के वारे मे भी। दोनों ने कॉल कट कर दिया।
     
    इधर रॉय मैंशन राजेश जी ने अभ्या के यहाँ रुकने बारे में बता दिया और उसके सरतों के बारे में भी बनी जी, " कान्हा जी का लाख लाख शुक्रिया की मेरी बच्ची यहाँ रुकने के लिए मान गयी।  नीति जी , ' हाँ आप बिल्कुल ठीक बोल रही है माँ मेरी बच्ची अब हमारे साथ रहेगी हमारी आँखों के सामने। राजेश जी, ' नीति तुम यहाँ पर बैठ कर टाइम क्यों वेस्ट कर रही हों जाओ अभ्या का रूम रेडी करदो। नीति जी यहाँ से चली गयी घर पर समीरा अभय और आहन नही थे सभी सुबह सुबह अपने कॉलज के लिए निकल गए थे। राजेश जी रिसब जी के ऑफिस के लिए निकल गए । क्यों की बो खुद अपने भाई को ये खुश खबरी देनी थी। 
     
    अभ्यन् इस बक्त अपने वॉशरूम मे मिरर के सामने खड़ा था। और खुद को देख कर बोल ता है , " कुछ तो नया है इस लाइफ में क्यों की पिछली बार हमारी मुलाकात कॉलजे मे हुई थी और लडाई भी मगर इस बार मुलाकात मे तुम्हारी एसिडेंट। जैसे पिछली लाइफ में लास्ट मोममेंट तुम मुझे छोड़ कर जा चुकी थी और मेरी बाहों मे थी । इस बार की मुलाकात मे तुम बेहोश थी। मेने तो अभी तक उस इंसान के बारे में भी कुछ नही जनता हूँ जो बजह है हमारे बिछड़ने की। मुझे इस बार पहले की तरह गलती नही कर नी मुझे सब शुरू से पता करना है कौन है ये इंसान जो ये खेल खेल रहा है। 
     
    नील राजेश जी से बात करके अभ्या के पास आता है , ' मैने बोल दिया है राजेश uncle को क्या अभी हमे यहाँ पर रहना है या रॉय मैंशन जाना है। अभ्या उसकी तरफ बोरिंग नज़रों से देख कर, ' मुझे बहुत भुक् लग रही है और मिसेस आरती शाह ( नील के मोम) के हाथों के बना खाना खाना है तो बहां चले।नील, ' नौटंकी चल चलते हैं शाह हाउस। थोड़ी देर बाद नील कार ड्राईव कर रहा था अभ्या पेसेंजर सीट पर बैठी थी।
    थोडो देर बाद बो लोग शाह हाउस पहुँच गए। नील और अभ्या कार से बाहर आये और उस विला का डोर बेल बजाया। थोड़ी देर बाद एक औरत ने डोर ओपन किया और उन दोनों की तरफ देख कर बोली, " आप दोनों कौन है और यहाँ पर क्या कर रहें है। नील उस औरत की तरफ देख कर बोला, " ये क्या बात हुई मोम बेटा इतने टाइम बाद घर आया है गले लगाने के वजह आप सुना रही हो।
    आरती जी, " तो बेटे को भी याद रखना चाहिए ना की उसकी एक फैमिली है माँ बाप बहन है ये नहीं की हर महीने एक प्रेजेट लगा कर आ जाऊँ क्यों आभू। उन्हों ने अभ्या की तरफ देख कर बोला। अभ्या, " आपके चिपकु बेटे की आदत हो गयी है मुझे परेसान करने की ऑन्टी इसीलिए आता नहीं है मैने तो कितनी बार बोला इंडिया में ही शिफ्ट हो जाए। 
    नील, " अगर में यहाँ छूटी पर आया होता तो मोम मेरी खडूस बॉस मेरी सलैरी काट लेती। आरती जी उन दोनों की तरफ देख कर बोली बस बहुत हो गया अब अंदर आ जायो दोनों बहुत कर लिए तु तु मे मे। फ्रेश हो जायो आज तुम दोनों के लिए अपने हाथों से खाना बनती हूँ।
    नील, ' हाँ इशीलीए तो मेरी खडूस बॉस यहाँ पर आई है। अभ्या एक कमरे की तरफ जाते हुए, " हाँ इसी खाने पर तुम्हारा इंक्रेमेंट और पोज़िटिन बढ़ेगी । नील, तुम ना सिर्फ ऑफिस में मरी बॉस हो बेस्ट फ्रेंड हो। अभ्या, ' तो मैने थोड़ी ऑन्टी से ये बोला था की मेरी खडूस बॉस खाना खाने आई है। नील, तुमसे तो बहस करना मुश्किल है। आरती जी उसके पास आते हुए, " तो मत कारों ना बहस तुम दोनों अभी तक सुधरे नही हो बचपन बाले आभू और नील हो। 
     
    नील आरती जी को गले लगते हुए, " बहस भी मोम इशीलए करता हूँ सायद जो थोड़ा सा बचपना जो उसके दिल में सांस ले रहा है। उसने जगाए रखने के लिए। आरती जी, " सब कुछ धीरे धीरे ठीक हो जायेगा। नील, " सब ठीक नहीं होगा मोम जख्म का इलाज ना करे तो बो दर्द नासूर बन जाता हैं।आरती जी, " सब ठीक होगा अभ्या की जिंदगी मे कोई ऐसा आयेगा की उसे फिर से हँसना सिखा देगा। नील , ' उमीद तो यही है मोम। बोल बो अपने कमरे की तरफ चला गया आरती जी भी किचन मे चली गयी। 
     
    आर्यन कोर्पोरेशन में देव आर्यन अपने केविन मे बैठे हुए थे और फाइल मे कुछ ध्यान से देख रहे थे। तभी किसी ने उनके केबिन का गेट क्नॉक किया। उन्होंने बिना देखे अंदर आने की परमिशन दे दी तभी एक आवाज आई, " Dad I want to join Bissiness ... 😁
     
    To Be Continue 🩷
     
     
     
     
     

  • 8. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 8

    Words: 1676

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक 
    आर्यन कोर्पोरेशन में देव आर्यन अपने केविन मे बैठे हुए थे और फाइल मे कुछ ध्यान से देख रहे थे। तभी किसी ने उनके केबिन का गेट क्नॉक किया। उन्होंने बिना देखे अंदर आने की परमिशन दे दी तभी एक आवाज आई, " Dad I want to join Bussines
    अब आगे, 
    अभ्यन् की आवाज सुनकर देवराज आर्यन ने अपनी फाइल टेबल पर रखा उसकी तरफ देख कर बोले, " आज अचानक तुम्हे क्या हो गया है you want to join the Bussines !
    अभ्यन उनके सामने रखी चेयर पर बैठते हुए बोला , " ऐसी कोई खास बात नहीं है बस मुझे बिजनेस जॉइन करना है अभी ऑफीशियली तरीके से नहीं बट मैं काम सीखना चाहता हूं  आपके साथ।जब मेरी डिग्री पूरी हो जाएगी और में ऑफिस जॉइन करू तब मैं अच्छी तरीके से बिजनेस कर पाऊं।
     
    देवराज जी अभ्यन् की तरफ गोर से देख कर , " तुम्हारे सिंगिंग करियर का क्या होगा? क्या तुम एक साथ स्टडी सिंगिंग और ऑफिस हैंडल कर पाओगे? अभ्यन् भी उनकी तरफ देखकर कंफिडेंट होकर, " डेड यू नो ना सिंगिंग मेरी passion है। उससे मैं छोड़ नहीं सकता और रही स्टडी की बात तो आई कैन मैनेज की।
     
    देवराज अभ्यन् का कंफिडेंस देखकर उसके पास आकर, " ओकक् तुम जब चाहो बिस्सिनेस जॉइन कर सकते हो। अभ्यन् खड़ा होता है और उनको गले लगाकर, " थैंक्स डेड । देवराज जी उस से अलग होकर, " Okk तुम घर चले जायो मेरी एक मीटिंग है मुझे बहार जाना है। अभ्यन्, " Okk डेड then lets go। देवराज जी उसकी तरफ कंफ्यूस होकर, " What do you मिन lets go। 
     
    अभ्यन् उनका हाथ पकड़ कर बाहर लेजाते हुए, " मेरे Lets go का मतलब डेड की मे भी आपके साथ मेट्टिंग मे जाऊंगा। अपने अभी तो बोला जब चाहूँ तब बसनेस जॉइन कर सकता हूँ तो सेनोरिटा केहिती है शुभ काम मे देरी नही करनी चाहिए।
    देव जी उसको देख रहे थे और मन में  सोच रहे थे अव उनका बेटा बिजनेस मे भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलेके चलेगा। इधर अभ्यन् अपने मन में उस सनकी इंसान ( मडरर) के बारे में सोच कर, बो जो कोई भी इंसान है बी बेबी को बहुत अच्छे से जनता था , पर्सनल लाइफ में कोई ऐसा तो नही है जो हमे मार सके तो बो जो कोई भी है प्रॉफेसीओनाल तरीके से जनता है और बहुत पॉवरफुल है । उसे ढुंढ ने के लिए बिजनेस जॉइन करना होगा क्यों की डेड और अभ्या बेबी बिजनेस पर्टनेर थे। दोनों अप ने मन में सब सोच रहे थे और ऑफिस से मेट्टिंग के लिए निकल गए। 
     
    दूसरी तरफ रॉय ऑफिस में राजेश जी ऋषभ जी के केबिन मे चले गए। ऋषभ जी उन्हे देख कर , " तुम यहाँ तुम्हारी तो मेट्टिंग थी ना ? राजेश जी, " भाई गुड न्यूज़ बतानी थी तो सोचा पहले बता दूँ फिर मेट्टिंग के लिए जाऊंगा । ऋषभ जी , " इतने खुश हो मतलब बात बहुत अच्छी है।
     
    राजेश जी, " मेरे लिए तो अच्छी है पर आपके लिए तो सबसे अच्छी गुड न्यूज़ है नील का कॉल आया था टाइगर यहाँ अपना विसनेस स्ट्रांग करना चाहती है तो बो अपनी डिग्री का लास्ट ईयर यहाँ कंप्लेट करेगी हमारे साथ रहेगी भाई। 
     
    ऋषभ जी हैरानी और खुशी भरे भाब से उनकी तरफ देख कर, " राज तुम सच बोल रहे हो ना सच मे प्रिंसेस हमारे साथ रहेगी अब मे हर रोज उसे अपने आँखों से देख पाऊंगा ना। राजेश जी ऋषभ जी को गले लगाकर, ' हाँ भाई अब से प्रिंसेस हमारे साथ रॉय मैंशन मे रहेगी। ऋषभ जी के आँखों से एक अंशु बह गया उन्होंने जल्दी से अपने आप को संभाल और राजेश जी की तरफ देख कर बोले, " राज आज ऑफिस के एम्पोइ को बोनोस् दे दो । राजेश जी उनके केबिन से चले गए। उनके जाते ही उन्होंने टेबल से एक अभ्या का फोटो फ्रेम उठाय और बोले, " अब मे बहुत जल्दी हम दोनों के बीच मे हुई सारी गलतफेमि दुर कर दूंगा प्रिंसेस I Promise डेड अल्वेस् लोवेस् यू आभू । 
     
     
    रात का बक्त, 
    रॉय मैंशन मे सब लोग  लिविंग रूम मे बैठे हुए थे।  अभ्या का वेट कर रहे थे। नीति जी अपने उनको  देख कर बोले ,' राज आप ना अभ्या को कॉल लगाइए पूछिये बो कब तक घर आ रही है मे तो सुबह से उसका इंतेजार कर रही हूँ। बनी जी,' हाँ नीति बहु ठीक बोल रही है  लगा आभू को कॉल।
    राजेश जी ने अभ्या को कॉल लगा या और कनेक् दूसरी तरफ से अभ्याने, " Hello हैंडसॉम 
    राजेश जी , ' टाइगर बच्चा आप कहाँ पर हो क्य आआप रॉय मैंशन नही आयोगों हम डिनर के लिए आपका वेट कर रहे हैं। 
    अभ्या, ' im sorry हैंडसॉम में डिनर शाह हाउस मे कर रही हूँ और मुझे आने मे बहुत लेट हो जायेगा तो आप स्वीटहार्ट और ओल्ड मिस्टर रॉय को बोलिए बो मेरे आने  का वेट मत करे okky bye। 
    राजेश जी कभी अपने फोन को देखते हैं कभी अपने अपने सामने बैठे लोगों को बो बोले , " उसने बोला बो शाह हाउस में डिनर करेगी और उसे रात को आने मे बक्त लगेगा और किसी को उसका इंतेजार करने जरूरत नही है। 
    बानी जी, ' बो शाह हाउस में क्यों है हम यहाँ सुबह से उसका इंतेजार कर रहे थे उसे यहाँ हमारे साथ डिनर करना चाहिए ना। अभय , " क्या यार जबसे मुझे पता चला है दी हमारे साथ रुकने बाली है में आज जल्दी घर आ गया अब मेरा पुरा मूड खराब हो गया । राजेश जी , ' कोई नही कल मिल लेंगे अभ्या दी से। 
    नीति जी, ” हाँ बेटा डेड बिल्कुल ठीक बोल रहे है कल मिल लेना अपनी दी से। 
    ऋषभ जी  , " माँ उसे जो करना है करने दीजिए चलिए हम सब डिनर करते है । पापा और आप को मेडिसिन ही लेनी है। नीति जी, " भईया ठीक बोल रहे है पापा का खाने का बक्त हो गया है। 
    बानी, " हाँ 12साल से उसके ही मन का करने दिया है hmm बोल बो बहां से डैनिंग टेबल की तरफ चले जाते हैं। ऋषभ जी ने एक बार डोर की तरफ देखा बो भी सबके साथ डिनर करने लगे। 
     
     
    शाह हाउस के स्टडी रूम में इस बक्त अमन शाह ( नील के पिता) और अभ्या चेस् खेल रहे थे। और नील गौर से उन दोनों के खेल खेलते हुए देख रहा था। तभी अभ्या ने चेक मेट करके गेम जीत गयी। नील , " मैने बोला था डेड अभ्या को हराना इतना आसान नही है। अमन जी, " मुझे पता है जीत तो अभ्या के खून में है।
     
    अभ्या अपनी जगह से उठ ती है ड्रिंक ग्लास मे शिप लेकर खिड़की के पास जाकर बोली, " इसमें खून का कोई काम नही मिस्टर शाह सब खेल दिमाग का होता है जो सबको कंट्रोल करता है। और अभ्या खुराना अपने दिमाग को अपने कंट्रोल मे रखती है । 
    अमन जी, " पर एक चीज है जो तुम्हारे क्या किसी के भी कंट्रोल मे नही होता और बो है हमारा दिल। कोई तो होगा जो जिसके लिए तुम्हारा दिल धड़के गा दिमाग कंट्रोल मे नही होगा। तुम मे भी इश्क़ होगा प्यार में गिरोगे किसी के। 
     
    अभ्या, "  दिल हो या दिमाग सब कुछ अभ्या खुराना के कंट्रोल मे रहता है।मेरा दिल तो १२साल पहले धड़कना भूल गया है और रही प्यार की तो इस दुनिया में एक यही शब्द है जिसे मे सबसे ज्यादा नफरत करती हूँ। उस रूम मे अति हुई आरती जी ने उसकी ये बात सुन लिया था बो बोली, " नफरत और प्यार मे एक पतली दीबार होती है अभ्या। अभ्या, ' और इस दिबार् को मे कभी गिरने नहीं दूँगी मुझे लेट हो रहा है मुझे अब चलना चाहिए। अभ्या ने एक रेड वाइन का बॉटल उठाते हुए बोली। नील , ' चलो मे तुम्हे छोड़के आता हूँ। अभ्या, ' चिल मे ड्रिवर् के साथ चली जाऊंगी । अभ्या बहां से रॉय मैंशन के लिए निकल गयी। 
     
    दूसरी तरफ एक अंधेरे कमरे के दिबार् पर अभ्या एक बहुत बड़ी फोटो फ्रेम लगी थी। उसके आस पास उसके सभी परिबार बलों कीनील एलेक्स और रिया की भी  । एक आदमी उस कमरे में रखे बेड पर शिर्टलेस पेट के बल सो रहा था उस बेडशीट पर अभ्या की एक तस्बिर प्रिंट था उस आदमी के हाथों मे एक और लड़की की फोटो था बो उस औरत से बात कर रहा था , " देखो में तुम्हारे अमानत को कैसे अपने पास रखा है उसकी हर एक सांस का हिसाब है मेरे पास ।बो बिल्कुल तुम्हारी तरह है मे उसे बिल्कुल सैफ अपने पास रखूँगा कहीं उसे कोई देख ना ले लेकिन उसने एक गलती की उसे बहां नही जाना चाहिए था उसे इंडिया उन लोगों के पास नही जाना चाहिए था गलती की है तो पुनिशमेंट तो मिलेगी ना बोलो ना जान मिलेगी ना उनसे ये बाद बहुत गुस्से मे बोली थी। फिर थोड़ा शांत होकर जान तुम तो डर रही हो मे उसे न बहुत छोटी सी पुनिसमेंट दूंगा। बोल बो किसी सनकी तरह हसने लगत हैं। 
     
    अभ्या की कार एक आगे एक कार आकर रुकती है। थोड़ी देर बाद डोर खोलते हुए style से अभ्यन् गाड़ी से बाहर आया। अभ्या भी अपनी कार से बाहर आ गयी और खड़ी होकर सख्ती से बोली, " Who are you ऐसे बीच रास्ते में गाड़ी कैसे रोक सकते हो। अभ्यन् उसके पास आते हुए बोला, " पहचान तो तुम मुझे अब जयोगि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे बिना बताए हॉस्पिटल से जाने की। अभ्या बोली, " तुम होते कौन हो मुझे ये बताने बाले की मुझे क्या करना चाहिए क्या नही। अभ्यन् उसके बहुत करीब आकर उसको अपने पास खिच कर बोला ,' अभी बता ता हूँ की में तुम्हारा क्या लगत हूँ  बोल अपने हॉट अभ्या के हॉट पर रख दिया और उसे किस करने लगा अभ्या उसकी हरकत देख उसे दूर करने लगी। अभ्यन् ने उसे कसके पकड़ते हुए और passionate होकर किस करने लगा। थोड़ी देर बाद अभ्या भी माधोष् होकर उसे किस बैक करने लगी तभी अभ्या ने उसके लिप्स पर बाइट कर लिया अह्ह्ह्। 
     
     
    To Be Continue 🩷
     
     
     
     
     
     
     

  • 9. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 9

    Words: 1641

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब तके 
    अभ्या की कार एक आगे एक कार आकर रुकती है। थोड़ी देर बाद डोर खोलते हुए style से अभ्यन् गाड़ी से बाहर आया। अभ्या भी अपनी कार से बाहर आ गयी और खड़ी होकर सख्ती से बोली, " Who are you ऐसे बीच रास्ते में गाड़ी कैसे रोक सकते हो। अभ्यन् उसके पास आते हुए बोला, " पहचान तो तुम मुझे अब जयोगि तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे बिना बताए हॉस्पिटल से जाने की। अभ्या बोली, " तुम होते कौन हो मुझे ये बताने बाले की मुझे क्या करना चाहिए क्या नही। अभ्यन् उसके बहुत करीब आकर उसको अपने पास खिच कर बोला ,' अभी बता ता हूँ की में तुम्हारा क्या लगत हूँ  बोल अपने हॉट अभ्या के हॉट पर रख दिया और उसे किस करने लगा अभ्या उसकी हरकत देख उसे दूर करने लगी। अभ्यन् ने उसे कसके पकड़ते हुए और passionate होकर किस करने लगा। थोड़ी देर बाद अभ्या भी माधोष् होकर उसे किस बैक करने लगी तभी अभ्या ने उसके लिप्स पर बाइट कर लिया अह्ह्ह्। 
    अब आगे , 
    अभ्यान एक धड्म की आवाज के साथ बेड के नीचे गिरा । अभ्यान ने टाइम देखा एक बज रहे थे , ” आह मम्मी अभ्या बेबी बस एक बार तुम मील जाओ मुझे सताने का बदला ना लिया तो मेरा नाम अभ्यन आर्यन नही । अब तो नींद भी नहीं आने बाली बो उठा और अपना गिटार उठाकर बालकनी में चला गया ।
     
    मेरे किस्मत की हर एक पन्नो पे 
    मेरे जीते जी बाद मरने के। 
    मेरे हर एक कल, हर लम्हे में , 
    तु लिख दे मेरा उसे , 
    हर कहानी में हर सारे किस्सों मे
    दिल के दुनिया में सारे रिश्तों में । 
    जिंदिगनि के सारे हिस्सों में , 
    तु लिख दे मेरा उसे 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
    ये खुदा ये खुदा ,
    जब बना उसका ही बना । 
     
     
     
     
    वहीं रॉय मैंशन में अभ्या की कार रॉय मैंशन के अंदर आई । एंट्रेंस पर कार पार्क हुई गार्ड आकर बैक डोर ओपन किया । आभ्य अपनी लड़खड़ाती कदमों से बाहर बाहर आई । हुआ यूं था जब अभ्या शाह हाउस से आ रही थी बो मरीन ड्राइव चली गई थी वहां बैठ कर बोहोत सारा वाईन पी गई थी। बो रॉय मैंशन के अंदर जाने लगी उसे के चेहरे को देख कर नही लग रहा था की उसने ड्रिंक करी है। पर उसके कदम जरूर लड़खड़ा रहे थे । उसने डोर बेल बजाई । थोड़ी देर बाद ऋषव जी ने डोर ओपन किया ।ऋषव जी अभी तक सोए नहीं थे बो लिविंग रूम में बैठ कर अभ्या के घर आने का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही उन्होंने डोर बेल की आवाज आई बो डोर खोलने के लिए आ गए ।
     
    अभ्या जिसका चेहरा अभी नीचे था डोर ओपन होने से उसने अपना चेहरा उठाया।ऋषव जी को एक नजर देख कर बो घर के अंदर जाने लगी । नसे की वजह से बो थोड़ा लड़ खड़ा गई । जो ऋषव जी उसके पीछे आ रहे थे उन्होंने उसे संभाल लिया । अभ्या ने जल्दी से खुदको उनसे छुड़ाया । और लिफ्ट की तरफ जाने लगी ।
    ऋषभ जी , ” अभ्या have you had a drink  । अभ्या उनकी बातों को इग्नोर करके जाने लगी उसे खुद को इग्नोर करता देख ऋषभ जी उसके पास जाकर उसका हाथ पकड़ कर बोले , ” तुम मुझे इग्नोर नहीं कर सकती Answer Me अभ्या। अभ्या ने अपना हाथ छुड़ाया और उनकी तरफ देख कर एक बात बोली ," Who are you , you don't have any right to ask me questions ।
    ऋषभ जी , " I'm your father अभ्या। अभ्या ने उनकी तरफ देखा और एक  सरकास्टिक स्माइल के साथ , Unfortunately मिस्टर रॉय आप सिर्फ मेरे बायोलॉजिकल फादर है । इससे ज्यादा नहीं और हां जब तक मैं यहां हूं मुझसे दूर रहा करो आप। बोल बो लिफ्ट की तरफ जाने लगी ऋषभ जी ने उसकी पीठ की तरफ देख कर बोले , ” प्रिंसेस क्या तुम मुझसे इतनी नफरत करने लगी हो । उनकी बात सुनकर अभ्या के कदम रुक गए बो बिना पीछे मुड़कर , " नफरत और प्यार दोनो दिल से किया जाता है और मेरे दिल तो 12 साल पहले ही टूट चुका है जो भी बिखरे टुकड़े है बहा आपको जगह देने की गलती में नही करूंगी you are just like a stranger for me । बोल बो लिफ्ट से अपने रूम में चली गई अपने कपड़े चेंज कर के बेड पर लेट गई नसे में होने की वजह से बो गहरी नींद में सो गई ।
     
    नीचे ऋषभ जी को अभ्या की बात दिल पर किसी खंजर की तरह लग गई । बो अपने धीरे धीरे कदमों से अपने रूम में चले गए और बेड पर लेट गए । बो सोचने लगे उनकी बेटी उन की प्रिंसेस उसे नफरत भी नही करती क्यों की बो दिल से होती है और अभ्या के दिल में बो नफरत के तौर पर भी नही है। उनके आंखो से आशु की धारा बह गई ।
     
    अगली सुबह ,
    अभ्या फोर्थ फ्लोर पर बने अपने पर्सनल जिम में एक्सरसाइज कर रही थी । उसके कानों में ब्लूटूथ था जिस से बो किसी से बात कर रही थी। अभ्या, ” नील बो सामान कब तक आ जायेगा। नील ," अभि आधे घंटे लग जायेंगे । अभ्या," नील you know ना मुझे अपना काम परफेक्ट चाहिए और टाइम पर चाहिए । नील," या i know अभ्या बो टाइम पर हो जायेगा okk bye See you in college । अभ्या ने कॉल कट किया और अपने रूम में फ्रेश होने चली गई और कॉलेज के लिए रेड्डी हो गई । तभी उसका डोर नोक हुआ।
     
    अभ्या ने डोर खोला सामने हेडबेटलर रामू काका खड़े थे । रामू काका," Good Morning Baby मैडम । अभ्या," मॉर्निंग रामू काका आप तो उम्र के साथ और हैंडसम होते जा रहे हो लगता है सबिता काकी के प्यार का कमाल है । रामू काका ," आप इतने साल में भी नही बदली बेबी मैडम । अभ्या," बदल तो हमे अपनों ने दिया by the way आप को क्या काम था। रामू काका ," बेबी मैडम नीचे बड़े सर और बड़ी मैडम ब्रेकफास्ट के लिए आपका इंतजार कर रहे हैं। अभ्या," आप निचे जाइए में आती हूं ।
     
    रामू काका निचे चले गए डाइनिंग टेबल पर सब फैमिली मेंबर बैठे हुए थे वहां पर सिर्फ समीरा नही थी। रामू काका को निचे आते देख अशोक जी बोली ,” आप ने पूछा उनसे किया बो आ रही है ब्रेकफास्ट के लिए । रामू काका ," हां बो निचे आप सब के साथ ब्रेकफास्ट करेगी बो अभी आ रही है। बनी जीसर्वेंट की तरफ देख कर बोली," जाओ और हमारी पोती के लिए अच्छा और उनके पसंदीदा बनाओ। नीति जी ,” मां आप टेंशन मत लीजिए टाइगर के लिए मेने उनका फेवरेट पनीर के पराठे बनाए हैं। तभी उन सबको लिफ्ट से अभ्या आती हुई दिखाई दी अभ्या ने इस वक्त मिनी स्कर्ट क्रोप्टॉप और एक स्कार्ट लेंथ जैकेट पहनी हुई थी बो आज कॉलेज जाने बाली थी तो उसी लुक में रेड्डी हुई थी।
    बो डाइनिंग टेबल के पास आई और राजेश जी के साइड बाली चेयर पर बैठ गई राजेश जी ने उसे देख," Good Morning टाइगर । अभ्या," Good Morning Everyone । नीति जी आई उन्होंने ने उसे ब्रेकफास्ट सर्व किया। अभ्या ब्रेकफास्ट करने लगी अहान और अभय दोनो आंखो की कोने से अभ्या को देख रहे थे। अभ्या बिना उन दोनो की तरफ देख कर," तुम दोनो को कुछ बोल ना है। दोनो भाई सकपका गए और अभ्या की तरफ देखने लगे । अभय ," कुछ नहीं दो हम तो बस ऐसे ही। अभ्या ," कॉलेज कैसा चल रहा है आप दोनो का । अहान , " गुड दी । अभ्या," आगे का प्लान क्या है। अहान ," सोच रहा हूं कहीं पार्ट इंटर्नशिप करलू बोहुत कंपनी में रिज्यूम दिया है। अशोक जी ," तुम्हे अगर इंटरशिप करनी है तो अपनी खुद को कंपनी है कहीं और करने की क्या जरूरत है। अभ्या," जरूरत है मिस्टर ओल्ड रॉय लगता है बढ़ते उमर  के साथ बुद्धि घाट रही है। उसे अपने घर में काम करना और बाहर जाकर काम करने मे फर्क है। राजेश जी ," अभ्या ठीक बोल रही है डैड। अशोक जी मुंह बनाकर बोल ," फाइन तुम्हे जो करना है करो। ब्रेकफास्ट हो गया सब लोग अपने अपने काम के जाने के लिए रेड्डी थे। अभ्या लिविंग रूम के सोफे पर बैठी थी अहान और अभय अपने कॉलेज के लिए निकल रहे थे अभ्या उन दोनों की तरफ् देख कर बोली ," रुको तुम दोनो इधर आयो। दोनो उसके पास आ गए अहान," आपको हमसे कुछ काम था दी। अभ्या ने दो छोटे छोटे बॉक्स निकले उनके सामने टेबल पर रख दिया। अभ्या,"मेरी तरफ से गिफ्ट है तुम दोनो के लिए I hope you like it । अहान और अभय ने अभ्या की तरफ देख फिर गिफ्ट को देख ने लगे। बनी जी बोली ," ले लो तुम्हारी बड़ी बहन ने दिया हैं । दोनो ने गिफ्ट उठाया और अभ्या को देख कर थैंक यू बोले ।
     
    अभ्या," thank you बाद मे बोल लेना पहले गिफ्ट देखलो पसंद ना आए तो बोल देना। बोल बो मैंशन के बाहर चली गई। दोनो ने अपना गिफ्ट खोला उसमे से एक छोटा stylish स्पोर्ट्स बाइक निकला बो सैयद एक छोटा मॉडल था। उसे देख कर दोनो भाई ने एक दूसरे की तरफ देखा फिर दोनो बाहर की तरफ भागे। उन दोनों को ऐसे देख बानी जी नीति जी और अशोक जी घर के बाहर आए। मैंशन के बाहर दो लेटेस्ट स्पोर्ट्स बाइक खड़ी थी जो कि अभ्या ने अपने दोनो छोटे भाइयों के लिए मंगवाई थी । दोनो भाई अपनी अपनी बाइक देख खुशी उसे उछाल उछाल कर डांस कर रहे थे। उन दोनो को ऐसे देख कर बनी जी बोली , " मेरे घर की लक्ष्मी वापस घर आ गई हैं जैसे सारी खुशियां वापस आ गई ।
     
     
    To Be Continue 🩷
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 10. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 10

    Words: 2036

    Estimated Reading Time: 13 min

    अब तक ,
    अभ्या ने दो छोटे छोटे बॉक्स निकले उनके सामने टेबल पर रख दिया। अभ्या,"मेरी तरफ से गिफ्ट है तुम दोनो के लिए I hope you like it । अहान और अभय ने अभ्या की तरफ देख फिर गिफ्ट को देख ने लगे। बनी जी बोली ," ले लो तुम्हारी बड़ी बहन ने दिया हैं । दोनो ने गिफ्ट उठाया और अभ्या को देख कर थैंक यू बोले ।
     
    अभ्या," thank you बाद मे बोल लेना पहले गिफ्ट देखलो पसंद ना आए तो बोल देना। बोल बो मैंशन के बाहर चली गई। दोनो ने अपना गिफ्ट खोला उसमे से एक छोटा stylish स्पोर्ट्स बाइक निकला बो सैयद एक छोटा मॉडल था। उसे देख कर दोनो भाई ने एक दूसरे की तरफ देखा फिर दोनो बाहर की तरफ भागे। उन दोनों को ऐसे देख बानी जी नीति जी और अशोक जी घर के बाहर आए। मैंशन के बाहर दो लेटेस्ट स्पोर्ट्स बाइक खड़ी थी जो कि अभ्या ने अपने दोनो छोटे भाइयों के लिए मंगवाई थी । दोनो भाई अपनी अपनी बाइक देख खुशी उसे उछाल उछाल कर डांस कर रहे थे। उन दोनो को ऐसे देख कर बनी जी बोली , " मेरे घर की लक्ष्मी वापस घर आ गई हैं जैसे सारी खुशियां वापस आ गई ।
    अब आगे , 
    नीति जी ,” हां मां ये बात तो अपने बोहत सही बोला है। अशोक जी बोले,” तुम दोनो कॉलेज जाओ तुम दोनो को लेट नही हो रहा। अहान और अभय दोनो अपने अपने बाइक पर बैठ गए और बाइक स्टार्ट करने वाले ही थे की। अभ्या के गार्ड जो घर में थे बो उन दोनो के आगे खड़े हो गए ।
     
    अभय , ” क्या हुआ अपने हमारा रास्ता क्यों रोका । गार्ड, ’ सॉरी सर पर बॉस ने आपके सेफ्टी के लिए हेलमेट भी दिया हैं और आप बिना हेलमेट के जा रहे थे। गार्ड के फिर उन दोनों को हेलमेट दे दिया। दोनो ने ने हेलमेट पहना और फिर गार्ड की तरफ देख कर । अभय ," क्या अब हम जा सकते है। गार्ड," sure sir have a great day। दोनो ने सबको बाय बोला और अपने कॉलेज की की तरफ चले गए। नीति जी भी अपने एनजीओ की तरफ चले गए। सबके जाते ही दादा जी दादी जी गार्डन के बेंच पर बैठ गए।
     
    अशोक जी,” इतने साल अभ्या हम सबसे दूर रह कर भी उसके संस्कार आस्था और ऋषभ की तरह है। बनी जी उनकी बात सुनकर बोली," आप ने बिल्कुल ठीक बोला अभ्या बिल्कुल आस्था की तरह है। अशोक जी, " अब बस ऋषभ और अभ्या के रस्ते में जो कड़वाहट है बो दूर हो जाए। दोनो का रिश्ता पहले की तरह हो जाए। बानी जी , " आपके मुंह में घी सकर। दोनो ऐसे ही बात करने लगे।
     
    मुंबई यूनिवर्सिटी ( काल्पनिक ) 
    मुंबई यूनिवर्सिटी सभी स्टूडेंट्स का ड्रीम कॉलेज। इस कॉलेज में पढ़ना जाना चाहे अमीर हो या गरीब स्टूडेंट का ख्वाब है। आज मंडे था वीक का पहला डे । यूनिवर्सिटी में कोई स्टूडेंट क्लास कर रहे थे, कैंटीन, गार्डन , ग्राउंड और लाइब्रेरी स्टूडेंट्स से भरी हुई थी। सभी स्टूडेंट्स ग्रुप में बैठे हुए थे खास कर लड़कियां और सबके जबान में बस एक ही बात हो रही थीं और टॉपिक था " अभ्यान आर्यन " एक लड़की बोली ," तुमने अभ्यान की रीसेंट में हुआ कंसर्ट देखा। दूसरी लड़की , " हां देखा ना बाय गॉड कटाई जहर लग रहा था। एक ओर ग्रुप में बात हो रही थी ," या बो कितना हैंडसम है ना such a ग्रीक गॉड। फर्स्ट ईयर की स्टूडेंट्स ," मेने तो ये कॉलेज सिर्फ मेरे क्रश अभ्यान को देखने के लिए ही ज्वाइन किया है।
     
    बो सभी ऐसे ही बात कर रहे हैं थे। तभी वहां पर एक साथ कोई बाइक्स और एक स्पोर्ट कार आकर रूकी। तीनो स्पोर्ट बाइक से तीन लड़कियां और तीन लड़के  लडकों ने अपने अपने हेलमेट निकले बो सब एकसे बढकर एक हैंडसम थे।
     
    बैकग्राउंड म्यूजिक बजने लगा 
    🎶.…...🎵.......🎶 
    कोई ना जाने कीथो आया है तू ,
                                                     सब दे दिलों में हो गई कुकडुकू ।
    इन्ना सोना इन्ना कुल मुंडा इन्ना वंडरफुल ।
    ईनो बेखे जे कुड़ियां तो केंधी ।
    " Oh my God ! Oh my God ! ...."
     
    ये अभ्यान के दोस्त थे रोहन, समीर, राहुल , राही, पूजा और समीरा ( रिषभ जी को बेटी ) थे। सब लोग अब स्पोर्ट्स कार की तरफ़ देखने लगे। उसमे से अभ्यान अपने कुल डूड बनकर बहार निकला और सभी गर्ल्स की तरफ़ देख कर एक स्माइल के साथ फ्लाइंग किस पास किया।
    बैकग्राउंड म्यूजिक बजने लगा 
    🎶.…...🎵.......🎶 
    हां मुंडा सबने सब में सब तो बेस्ट , 
    मुंडा बेटेर दान दी रेस्ट  । 
    ईनो बेखे जे कुड़ियां तो केंधी ।
    " Oh my God ! Oh my God ! ...."
    अभ्यन् अपने दोस्त के पास आ गया। रोहन उसके गले लग गया फिर सभी दोस्तों ने ग्रुप हग कर लिए फिर सभी एक साथ कॉलजे की तरफ चलने लगे। अभ्यन् बीच मे और सभी उसके साइड चलने लगे। 
    ओह्ह सेना छेह बिस्कुट दा, ओह्ह मुंडा छेह फुट दा 
    ओह धीरे धीरे करदा धमाल सा, 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह कुड़ियां ते हो इफेक्ट ओढ़ी चाल दा 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह कुड़ियां ते हो इफेक्ट ओढ़ी चाल दा 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह बंदो मे बंदा पर्फेक्ट बेमिसाल दा। 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा..... 
     
     
    अभ्यन के कुछ फैन गर्ल्स आकर उनके सामने खड़े होकर डांस करने लगे। अभ्यन् और उसके फ्रेंड्स भी उन लोगों को जॉइं कर लिया। 
    कोई ना जाने कीथो आया है तू ,
                                                     सब दे दिलों में हो गई कुकडुकू ।
    तुते होए सब दी मिसाल सुनिये
    तु ते चमके सबके आँखा बीच स्टार सुनिए। 
    हो टू ते लगदे बड़ा टिप ताप बलिए। 
    दिल दौड़े इथे उथे,फिर करदे तितर बितर , हो मुंडा अंगड़ाई जाडो मार दा
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह कुड़ियां ते हो इफेक्ट ओढ़ी चाल दा 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह कुड़ियां ते हो इफेक्ट ओढ़ी चाल दा 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह बंदो मे बंदा पर्फेक्ट बेमिसाल दा। 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा..... 
    सभी गिर्ल्स और बॉयस् डिबिदे हो गए। बीच मे अभ्यन् था एक गिर्ल्स ग्रुप आया जिसमे पूजा रहा समीर भी सामिल थी। बो सभी ऐसे मस्ती कर रहे थे। की यूनिवर्सिटी के गेट से एक लिमिटेड एडिटिन ब्लू बुगति कार कॉलजे के अंदर आई सभी स्टूडेंट्स उसे ही देख रहे थे बो कार थी ही ऐसी की कोई भी उसे देखने से रोक ना पाए। बो कॉलज पार्किंग में पार्क हुआ। सभी स्टूडेंट्स उस कार के ओनेर को देखना चाहते थे। तभी ड्रिविंग सीट का गेट ओपन हुआ अभ्या अपने डोमिनाटिंग ऑरा के साथ बाहर आई। सभी उसे आँखे फाड़ कर देखने लगे खास कर लड़के उसे देख कर ही माधोष् होने लगे । अभ्या अपने इयर् बड़ से बात करते हुए आगे बढ़ रही थी। उसकी वॉकिंग स्टाइल देख कर कोई भी बोल सकता था की बो एक संरज्य जी क्वीन हो । कॉलजे के गार्डेन मे अभी भी सभी मस्ती कर रहे थे। 
     
    Baby baby you can get lucky tonight
    I like the way his looking
    The way his moving now
    I like the way he call himकुकुड़ कमाल दा..... 
    I  like the way his looking
    The way his moving now
    I like the way he call himकुकुड़ कमाल दा..... 
    अब सब नाचते गाते कॉरिडोर मे चल रहे थे। सभी स्टूडेंट्स लाइव अभ्यन् को सुन रहे थे। एक तरीके से बो छोटा सा कंसर्ट कर रहा था। अभ्या भी उसी कॉरिडोर से प्रिंसिपल ऑफिस जा रही थी। सभी स्टूडेंट्स उसे भी मुड़ मुड़ कर देख रहे थे जिस बजह से अभ्या इरिटेट् हो रही थी। उसने अपने चेहरे पर मास्क लगाया होता है। जिस बजह से कोई उसका फेस नही देख रहे थे। 
    है मे क्या करेया क्यु सबनु बुखार बेब्जाजा
    है क्यों एक अनार सो बीमार बेबजह
    ओ ले ले दो दिन दी चांदनी इधर मुंडेया
    तु ते रहने है दिन चार मुंडेय
    तु करले जीनी बिनती 
    होनी ना तेरी गीनती । 
    ओ गब्बर है जी दूजे ठेकेदार दा 
     
     सब लड़किया अभ्यन् को घेर लेती है । अभ्यन् उन सबसे छुटकर बाहर निकलता है। और पीछे कदम लेते हुए उन सब की तरफ देख रही थी। 
     
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह कुड़ियां ते हो इफेक्ट ओढ़ी चाल दा 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह कुड़ियां ते हो इफेक्ट ओढ़ी चाल दा 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा , ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा । 
    ओह बंदो मे बंदा पर्फेक्ट बेमिसाल दा। 
    ओह मुंडा कुकुड़ कमाल दा..... 
     
    अभ्या कॉरिडोर मे अपना फोन देख ते हुए बात कर ते हुए आगे बढ़ रही थी। अभ्यन् की पीठ भी अभ्या की तरफ थी। एक धड़ाम की आवाज के साथ दोनों एक दूसरे के साथ टकरा जाते है धक्के की बजह से अभ्यन् गिर जाता हैं और अभ्या की फोन और फाइल भीर गिर गया। सब लोग उन दोनों की तरफ देख रहे थे। अभ्यन् ने अभ्या को मास्क मे भी पहचान लिया था। उसने देखा अभ्या उसकी तरफ हाथ बढ़रही है  । तो उसने अपना हाथ आगे कर दिया मगर ये क्या हुआ अभ्या उसके हाथ को इग्नोर कर के अपना फोन और फाइल उठा लिया। और सबको इग्नोर कर के आगे बढ़ गयी । 
     
    अभ्यन् ने अपना हाथ को देखा और एक मुस्कुराहट के साथ हुस्की वॉइस मे बोला, ” Miss लगता हैं आपको किसी ने मैंनर्स नही सिखाया। उसकी आवाज सुन अभ्या के बढ़ते कदम रुक गए । बो पीछे मुड़ी रूड वॉइस मे बोली , ” Did you tell me । अभ्यन् उसकी तरफ आते हुए  , " या मिस जिसने अभी अपना फेस मास्क से कवर किया है मेने उसी ब्यूटीफ्यूल लड़की को बोला । अभ्या, ” what do you mean। अभ्यन्  , " you let me down and didn't say sorry । अभ्या , ” Why should I apologize to you? You pushed me, you turned back and you were walking.। अभ्यन्, " उस हिसाब से देख कर तुम भी नही चल रही थी। 
     
    दोनों बात कर रहे थे की रोहन जो अभ्यन् का बेस्ट फ्रेंड था बो बोला, " Bro who is she। रोहन मुड़कर अभ्या की तरफ देख कर बोला  "  आप कौन है पहले आपको कभी कॉलजे मे देखा नही। अभ्यन्, " ब्रो होगी कोई crazy गर्ल । अभ्या बहां से जाने लगी तो अभ्यन् ने उसका कलाई पकड़ लिया। अभ्यन्, " Miss तुमने अभी तक सोर्री नही बोला  । अभ्या उसका हाथ छुड़कर, " Listen don't you dare I'm getting late I don't want to be late because of you  । 
    तभी उनमे से सभी जो अभ्यन् के फैन गिर्ल्स थी बो बोले  , " Listen तुम जो कोई भी हो अभ्यन् को सॉर्री बोलो। तुम्हारे बजह से बो गिर गया। और तुम कितनी रूड हो। क्या तुम अभ्यन् को जानती नही हो। 
    अभ्या सबकी बात सुनकर बोली, " How dare you and you i never apologize any one। अभ्यन् , " Listen, you apologize to me and then you can leave from here.। अभ्या, " Listen you dont know who i am so dont fight with me। अभ्यन उसके  पास जा कर उसके मास्क को बड़े ही चलकी से खोल देता है और flirt करते हुए , "  I dont know you but मुझे कोई प्रॉब्लम नही है की तुम मुझे अपने बारे में बताओ। और मे तुम्हे अपने बारे में बताऊँ। 
     
    अभ्या का मास्क खुलते ही उसका ब्यूटीफ्यूल फेस सबके सामने था। उस का फेस देख कर स्टूडेंट्स हिपोन्तीज़े हो गए थे। अभ्यन् तो जैसे खो गया था। समीर ने अभ्या के ब्यूटी की तारीफ करते हुए , " Wow, she so beautiful and So preety । रोहन, " What a beautiful girl अभ्यन् जाने दे ना उसे परेसान क्यों कर रहा है। अभ्या बोली, " Listien Mister move away and let me go। अभ्यन् उसे फ्लिर्ट करते हुए अभ्या को इरिटेड करते हुए , तुम इतनी beautiful हो की जाने देने का मन नही कर रहा Miss। दोनों अभी बात कर रहे थे की , " WHAT is happening here students " ..... ? 
     
     
     
    To be continue 🩷
     
     

     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 11. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 11

    Words: 1700

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक , 
    अभ्या का मास्क खुलते ही उसका ब्यूटीफ्यूल फेस सबके सामने था। उस का फेस देख कर स्टूडेंट्स हिपोन्तीज़े हो गए थे। अभ्यन् तो जैसे खो गया था। समीर ने अभ्या के ब्यूटी की तारीफ करते हुए , " Wow, she so beautiful and So preety । रोहन, " What a beautiful girl अभ्यन् जाने दे ना उसे परेसान क्यों कर रहा है। अभ्या बोली, " Listien Mister move away and let me go। अभ्यन् उसे फ्लिर्ट करते हुए अभ्या को इरिटेड करते हुए , तुम इतनी beautiful हो की जाने देने का मन नही कर रहा Miss। दोनों अभी बात कर रहे थे की , " WHAT is happening here students " ..... ? 
     
    अब आगे, 
    ईस आवाज को सुन कर सब स्टूडेंट्स डर के पीछे देखने लगते है क्यों की ये आवाज प्रिंसिपल सिर की थी। प्रिंसिपल अमन शाह सबको देख कर फिरसे बोले, " स्टूडेंट्स ये हो क्या रहा है यहाँ कोई तमाश चल रहा है। प्रिंसिपल अमन जो की नील के साथ अभ्या का वेट कर रहे थे क्यों की अभ्या और नील को addmission तभी मिलेगा जब दोनों का यहाँ पर टेस्ट होगा। 
    किसी ने प्रिंसिपल को जबाब नही दिया तो बो थोड़ा गुस्सा करते हुए बोले, " ये क्या तमाशा लगा रखा है आप लोगों ने। बो उन सबकी तरफ आ गए अभ्यन् को देख उन्होंने उस से पूछा, ” अभ्यन् यहाँ क्या हो रहा है। अभ्यन् जिसे पता था की प्रिंसिपल नील के डेड है तो उसने बोला , " Nothing sir बस miss को पहले कभी यूनिवर्सिटी मे देखा नही था ना बस इशिलिए। अभ्यन् के बोल ने पर अभ्या पीछे मुड़ी और अभ्या को देख प्रिंसिपल अमन उसे गले लगाकर बोले
    प्रिंसिपल , " Ohh my little tiger is here ,When did you come we all are waiting for you । अभ्या, " Sorry uncle I was just little stalk on the way now all okky lets go ।
     
    अभ्या को इतने friendly होकर प्रिंसिपल से बात करता देख स्टूडेंट्स हैरान थे। तभी नील भी उनके पास आ जाता हैं और प्रिंसिपल को देख कर बोला , " Dad lets go सब हमारा वेट कर रहे है अभ्या कलेज मे है बो आपके ऑफिस आ जायेगी बोलते हुए रुक गया क्यों की उसके सामने ही अभ्या और प्रिंसिपल अमन खड़े थे। नील अभ्या को देख कर , " अभ्या तुम यहाँ हो चलो हमे लेट हो रहा है। नील को सभी स्टूडेंट्स को अपनी तरफ घूरता हुए देखा नील, " अभ्या डेड यहाँ पर कुछ प्रॉब्लम है क्या। प्रिंसिपल ने सभी स्टूडेंट्स को देख कर बोले , " स्टूडेंट्स why you all are standing here go back to your classes।
    प्रिंसिपल की डाट सुनकर सब लोग चल दिए। प्रिंसिपल अमन और अभ्या आगे उनकी ऑफिस की तरफ चले गए। मगर अभ्या को पता नही क्या हुुआउसने पलट कर देखा तो अभ्यान् उसकी तरफ ही देख रहा था। अभ्यान् ने अभ्या को देख कर अपनी एक दबा दिया और एक फ्लाइंग किस कर दिय अभ्या ने अपना सर घुमा लिया अभ्याय ने smile करते हुए अपने बलों में हाथ फेरा उसकी हसी इतनी दिलकस् थी की कोई भी अपना दिल उसके हाथ में दे दे। 
     
    अभ्यन्, " अभ्या बेबी खुद को रेडी करलो मेरी दिल में सामिल होने के लिए , और मेरी नींद उडानका बदला तो लेके रहूँगा Ohh I cant control my इंमोसोन्स बोल बो अपने दोस्तों के पास कैंटिन मे चला गया।
    यूनिवर्सिटी मे ये वबात हवा की तरफ फैल गया । सबके गोसेप् का टॉपिक अभ्या और नील थे खास कर अभ्या क्यों की उसने पंगा यूनिवर्सिटी के सबसे पॉपुलर बॉय अभ्यन् से पंगा ले लिया था। कैंटिन अभ्यन् और उसके सारे दोस्त बैठे हुए थे और अभ्या और नील के बारे में बात कर रहे थे बस चुप थे तो बस अभ्यन् और समिरा।
    रोहन बोला, " क्या ब्यूटीफ्यूल लड़की है यार मेरा तो दिल आ गया है उस पर। समीर, " तेरे दिल के टुकड़े होने बाले है , बो न्यू यॉर्क के टॉप 20 अमीर billionaires मे आती है ।AK ग्रुप की owner है ।राहुल ,"आपको कैसे पता चला ब्रो की बो AK ग्रुप की ओनेर है। समीर, " बो मेरे डेड की न्यू यॉर्क की विसनेस पर्टनेर है और मेरे डेड उसकी इंडिया वाले पर्टनेर। रहा , " Wow क्या आप लोगों ने उसकी स्पोर्ट कार देखे हो यार आज मुझे गरीब फील हो रहा है । अभ्यन् , " तुम्हे रस्क् नही करना चाहिए राही तुम्हे ये सोचना चाहिए इस एज में उसने पूरी की पूरी कंपनी खड़ी करदी है तो तुम्हे ये सोचना चाहिए  । समीर, " या अभ्यन् इज राइट। राहुल, " सच में ब्रो मे तो फैन हो गया हूँ वैसे बो यहाँ क्या कर रही हैं और उसके साथ वो लड़का ? क्या बो सचमे प्रिंसिपल का बेटा है। पूजा, " वैसे बंदा हॉट तो है क्यों समीरा । पूजा ने समीरा की तरफ देख कर बोला। 
    समीरा जो की अभ्या के बारे में सोच रही थी बो होश मे आये, " क.. क्या कुछ बोला तुमने। रोहन, " Are you okkey समीरा। समीरा मुस्कुराते हुए, " Yaa im okkey I थिंक मुझे थोड़ा फ्रेश एयर चाहिए। बोल बो बहां से चली गई । अभ्यन् ने अपने फोन पर कुछ मैल्स पढ़ रहा था एक मेसेज देख कर बो मुस्कुराया और उठ कर कैंटिन से बाहर चला गया। 
     
    दूसरी तरफ  अभ्या और नील अपने अपने एक्सम्स दे रहे थे । यूनिवर्सिटी सबसे ज्यादा हार्ड और strict प्रोफेसर दोनों का टेस्ट ले रहे थे । नील और अभ्या की प्रॉफेनल की तरह जबाब दे रहे थे। जैसे ये कोई एक्सम्स का विवै नही एक विसनेस मेट्टिंग हो। सभी इंस्ट्रॅक्टिर प्रोफेसर अभ्या और नील से इंप्रेस हो गए थे खासकर अभ्या से थोड़ी देर वाद। उनका एक्स हो गया और अभ्या और नील का एडमिशन भी हो गया।
     
    प्रोफेसर सयुनक्त, " इस मे कोई doubt नही है की तुम एक कामियाब विसनेस वुमेन हो इस एजे मे तुमने क्या मुकाम हासिल किया है। अभ्या, " कामियाबी के लिए ऐज मैटर नही करती काम की तरफ अपना passion और dedication चाहिए। प्रोफेसर चरण नील और अभ्या दोनों की , " यू राइट मिस खुरना एंड We are blessed to have a student likes you.। नील, " This is your nobility sir। प्रिंसिपल, " Welcome both of you to our university.। अभ्या, " Thank you uncle इतने कम बक्त मे हमारा एडमिशन करा दिया। प्रिंसिपल, " हमन कुछ नहीं किया है आप दोनों ने प्रोपर एक्सम्स देकर एडमिशन लिआ है। प्रोफेसर चरण, " या प्रिंसिपल ठीक बोल रहे है । प्रिंसिपल, " सो कल से आप दोनों कॉलज जॉइन कर सकते हैं। 
     
    अभ्या और नील दोनों प्रिंसिपल रूम से बाहर आ गए। नील, " आज का क्या प्लान है। अभ्या, " ऑफिस चलना है सारा विसनेस यहाँ शिफ्ट करना है। अभ्या का फोन रिंग करने लगा उसने अपनी कार की key नील को देकर बोली , " कार को ले आयो मे कॉल attend करके आई। नील, " जो हुकुम मेरे आका बोल नील चाबी लेकर बाहर की तरफ चला गया। 
     
    अभ्या अपने फोन पर बात करते हुए कॉरिडोर से जा रही थी । उसने कॉल कट करके जैसे ही आगे बढ़ी। क्लास रूम से एक हाथ बाहर आकर उसे अंदर खिच लिया। अभ्या जो की इस के लिए तैयार नही थी बो जल्दी से खुदको डिफेंड करती हैं मगर बो किसी के बाहों में लॉक होती है। उसने अपनी गुस्से भरी आँखों से सामने देखा जहाँ। अभ्यन् मुस्कुराते हुए उसे देख था। उसकी मुस्कान देख अभ्या की लाल आँखे शांत होने लगी। अभ्यन् ने अपने एक हाथ से उसके दोनों हाथों को पकड़ ते हुए एक हाथ आगे बढ़ाकर उसके चेहरे से बलों को हटाया ।
     
    उसके छूने से अभ्या होस मे आये और गुस्से से खुदको छुड़ाते हुए अभ्यन् को बोली, " How dare you leave me otherwise you will regreat for this । अभ्यन् भी थोड़े गुस्से भरी अंदाज मे बोला अभ्यन्, " And how dare you तुम मुझे बिना बताए हॉस्पिटल से निकल गयी Miss abhya । पता है कितनी टेंशन हो रही थी मुझे तुम्हारी। अभ्या, " मेरी मर्जी मुझे जो करना है मे बो करूँगी। अभ्यन् , " और अब मे जो करूँगा मेरी मर्जी होगी। अभ्या, " क्या करोगे तुम। अभ्यन् ने उसके फोरहेड मे किस करते हुए, " ये करूँगा।
     
    अभ्या उसके ये करने से पूरी शांत हो गयी  , " तुम्हे अपनी जान प्यारी नही है सायद। अभ्यन् उसके एक गाल पर किस करते हुए, " जान तो तुम मेरी हो और तुम मुझे बहुत प्यारी हो तुम्हे पता है जब मैने तुम्हे पहली बार देखा मुझे Love at first site हो गया है।अभ्या, " दुनिया मे love नही होता सर्फ lust होता है। अभ्यन्, " पर तुम मेरा प्यार हो lust नही।  उसके गर्दन मे बाइट कर लिया जिस पर अभ्या की अहह... निकल गयी। अभ्या, " What are you doing  I said leave me । अभ्यन्, " तुम्हारी punshment है मेरे प्यार को lust बोलने के लिए और मुझे बिना बताये हॉस्पिटल से जाने के लिए।
     
    अभ्यन् के हॉट अभ्या के गर्दन पर फिसल रहे थे बो अभ्या को अपने इतने पास देख कर पुरा खो गया था जिससे उसकी पकड़ अभ्या पर ढीली हो गयी। अभ्या ने मौके का फायदा उठा कर उसे खुदसे धक्का दिया। अभ्यन् भी अपने होश मे आ गया अभ्या ने अपना हाथ उठाकर जैसे ही अभ्यन् को थपड मरने बलि थी उसके हाथ बीच में ही रुक गए अभ्यन् ने उसकी आँखों मे आँख डालकर देख रहा था। अभ्या ने अपने हाथ पीछे खिचा और रूम से निकल गयी। 
     
    बहीं अभ्यन्  अभी भी उस तरफ मुस्कुराते हुए देख रहा था जहाँ से अभी अभी अभ्या गयी थी अभ्यन् , " My shy baby girl हमेशा हमेशा के लिए मेरी बाहों में आने के लिए तयार हो जायो Baby.... Ahhh Im gonna be crazy। 
     
    अभ्या उस रूम से निकल कर यूनिवर्सिटी के बाहर जाने लगी। दूसरी तरफ नील जैसे ही गार्डेन बाले कॉरिडोर से होते हुए जा रहा था की सामने आती हुई लड़की से टक्कर हो गयी और दोनों नीचे जमीन पे गिर पड़े। दोनों के हॉट एक दूसरे से टच हो गए और दोनों की एसिडेंटल किस हो गयी। दोनों अभी एक दूसरे के आँखों में देख रहे थे , 
      " ये क्या हो रहा है यहाँ पर.... "।
     
    To Be Continue 🩷
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 12. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 12

    Words: 2389

    Estimated Reading Time: 15 min

    अब तक, 
     
    अभ्यन्  अभी भी उस तरफ मुस्कुराते हुए देख रहा था जहाँ से अभी अभी अभ्या गयी थी अभ्यन् , " My shy baby girl हमेशा हमेशा के लिए मेरी बाहों में आने के लिए तयार हो जायो Baby.... Ahhh Im gonna be crazy। 
     
    अभ्या उस रूम से निकल कर यूनिवर्सिटी के बाहर जाने लगी। दूसरी तरफ नील जैसे ही गार्डेन बाले कॉरिडोर से होते हुए जा रहा था की सामने आती हुई लड़की से टक्कर हो गयी और दोनों नीचे जमीन पे गिर पड़े। दोनों के हॉट एक दूसरे से टच हो गए और दोनों की एसिडेंटल किस हो गयी। दोनों अभी एक दूसरे के आँखों में देख रहे थे , 
      " ये क्या हो रहा है यहाँ पर.... "।
     
    अब आगे , 
    समीरा और नील जो अभी भी फर्श पर गिरे हुए थे और एक दूसरे के आँखों में खोये हुए थे। बो लड़की कोई और नही समीरा थी जो गार्डेन से बापस अपने क्लास रूम में जा रही थी । दोनो खोये हुए थे की उन्हे किसी की आवाज आई इस आवाज को सुनकर नील हड़बड़ी मे समीरा के उपर से हट गया। और उसके साइड में गिर गया जिस बजह से उसके हाथो में प्रेसर की बजह से लग गयी। नील की एक दर्द से भरी आह... निकल गयी। समीरा जल्दी से खड़ी हुई और उस तरफ देखा जहाँ से आवाज आई थी, बहां पर अभ्या खड़ी हुई थी समीरा अभ्या की नजर बर्दास्त नहीँ कर पायी और नजरे झुका के खड़ी हो गयी। 
     
    अभ्या समीरा को इग्नोर कर के नील के पास आ गयी। नील को उठाया अभ्या, " What happend नील तुम गिर कैसे गए। तुम्हे लगी तो नही। नील खड़ा हो गया अपना राइट हैंड लेफ्ट हैंड से पकड़ कर बोला नील , " या  मे ठीक हूँ अभ्या रिया का कॉल आया था हमे जल्दी ऑफिस जाना चाहिए। समीरा ने अपनी आँखों मे एक आशुँ लेकर अभ्या की तरफ देखा, " गिर तो बह भी गयी थी मगर अभ्या ने उसे इग्नोर कर दिया उसे ये बात अपने दिल पर लग गयी थी।
    बो दोनों थोड़े आगे ही गए थे की रुक गए समीरा सोच रही थी की उसे अभ्यन् की आवाज आई " समीरा तुम यहाँ पर क्यों खड़ी हो । इस आवाज को सुन कर सब बहां देखने लगे जहाँ पर अभ्यन् राहुल, रोहन, समीर, राही और पूजा उनकी तरफ आ रहे थे। समीर , " क्या हुए समीरा तु यहाँ सर झुकाए हुए क्यों खड़ी हो । 
    समीरा, " कुछ नही सामी बो मे गिर गयी थी। पूजा, " गिर गई ऐसे कैसे गिर गई तुम । समीरा, " अरे यार बिना देखे चल रही थी गिर गई । रोहन ," तो चलो क्लास में टाइम हो रहा है। जैसे ही बो जाने बाले थे गिरने की वजह से उसके पैर पर थोड़ी लग गयी जिससे बो चल नही पायी और लडखडा गयी अभ्यन् ने उसे पकड़ लिया। अभ्यन्, " लगत हैं बबहुत जोर से लग गयी है  चलो पहले डिस्पेंचरि चलते बोल उसने समीरा को गोद में उठा लिया  और उसे लेकर जाने लगा । 
     
    अभ्यन् और समीरा इस बक्त अंजान चार जोड़ी गुस्से भरी आँखे उन दोनों की तरफ देख रही थी। ये आँखे किसी और की नही अभ्या और नील की थी। अभ्या ने अपनी लाल आँखों से बहां पर देखा जहाँ से इस बक्त अभ्यन् और समीरा गए थे। बो गुस्से से अपने कार की तरफ चली गई और ड्रिविंग सीट पर बैठ गयी उसके पीछे नील भी आ गया और उसके साथ पेसेंजर सीट पर बैठ गया । 
    नील बोला, " तुम यहाँ बैठ जायो मे drive करता हूँ । अभ्या ने कार से एक स्प्रेय बॉटल निकल कर उसे दिया और बोली अभ्या भी,  " नील तुम बैठे रहो जब देखो किसी कमशिन् कली की तरह चोट लगते रहते हो। अभ्या की बात सुनकर नील का मुह बन गया अभ्या ने अपनी कार स्टार्ट किया स्पोर्ट कार की वजह से आवाज थोड़ी तेज थी। बो अपनी कार पार्किंग से निकाल कर गार्डेन से होते हुए यूनिवर्सिटी की गेट से निकल गयी। सभी स्टूडेंट्स उसे मुड़ मुड़ कर देख रहे थे। क्यों की यूनिवर्सिटी के अंदर ही हाई स्पीड मे कार चला रही थी। 
     
    अभ्यन् और उसके सारे दोस्त भी फर्स्ट फ्लोर से उसे देख रहे थे। राहुल, " ब्रो क्या कार चलती हैं या मानो कोई प्रो ड्राइवर हो। उस कार को देख कर बिखेयाली मे बोला अभ्यन्, " न्यू यॉर्क की नेशनल कार ड्राइव चँपियन है तो प्रो तो होगी ही ।  समीर कुछ सोच कर बोला, " ब्रो तुम्हे कैसे पता चला की बो नेशनल चँपियन है। समीर की बात सुनकर अभ्यन् हड़बडा गया मगर फिर जल्दी से खुदको शांत करके बोला, " बो मैने थोड़ी देर पहले गॉगल किया था। रोहन, " क्या बात है ब्रो The Abhyan Aryan किसी को स्टॉक कर रहा है इंप्रेसिव। 
     
    अभ्यन् ," मे उसे स्टॉक नही कर रहा था मेरे मैनेजर का कॉल आया था RK Groups के साथ एक collabration का औफर आया है तो बस इशिलिए स्टॉक किया। समीर, " ओह्ह ऐसी बात है क्या ..? तुझे RK Group collabration के लिए अपर्रोच किया है । राहुल, " Congratulation bro ये तो बहुत बढ़िया गुड न्यूज़ है। अभ्यन्, " बाद में कॉंग्रैक्स कर लेना अभी मैने पूरी बात नही हुई है। रोहन , " ओह्ह ऐसी बात है क्या । समीर, " कोई ना अगर अभ्यन् का काम हो गया है तो फिर तो Party ही पार्टी । फिर सब दोस्त अभ्यन् के गले लग गए । 
     
    दूसरी तरफ अभ्या कार दोडा रही थी उसके आँखों के सामने बस अभ्यन् का समीरा का अपनी गोद में उठा कर ले जाने का सीन फ्लैश हो रहा था , अभ्या को पता नही क्यों बस गुस्सा आ रहा था उसे बिल्कुल अच्छा नही लग रहा था अभ्यन् और समीरा की करीबी। मगर बो कुछ कर नही सकती थी उसे बहुत jealousy हो रही थी। बहीं नील भी अपने और समीरा की एसिडेंटल किस के बारे में ही सोच रहा था। उसे समीरा का मासूम चेहरा पिंक फ्लैपि लिप्स याद आ रहा था तभी उसके आगे बो सीन आ गया जहाँ समीरा अभ्यन् के बाहों मे थी  उसके हाथो की मुठिया कस गयी। 
     
     
    थोड़ी देर बाद अभ्या अपने ऑफिस के बने एक शान्दर केबिन मे बैठी थी। उसकी सेक्रेटरी एलेक्स और रिया नील तीनो थे । एलेक्स, " Boss एक हफ्ते मे ही सारा विसनेस यहाँ पर सेट हो जायेगा एक साल के लिए। रिया, " बॉस न्यू मोबाइल ब्रैंड के अंबासिडोर के लिए एक न्यू पॉपुलर स्टार को ए मेल कर दिया है  कल कंट्रैट sign और दो दिन बाद मेट्टिंग है आपके साथ। अभ्या, " Okkey उस स्टार का इंफोर्मेशन मुझे सेंड कर देना और कंट्रैट sign से पहले एक बार मेरी उस से मेट्टिंग फिक्स कर देना। और आज online मेट्टिंग arrenge करो मेरी। बो दोनों बहां से चले गए अब उस केबिन मे सिर्फ नील और अभ्या ही थे। 
    अभ्या को देख कर नील बोला नील , " अभ्या तुमने अभी तक इंडिया में रहने की वजह नही बताई है। आखिर कार नानाजी ने ऐसा क्या कहा की तुमने अपना decision चेंज कर लिया।
    अभ्या ने उसकी बात पर अपनी आँखे बंद कर लिया कुछ देर बाद उसने आँखे खोल कर नील की तरफ देखा और अपनी चेयर से उठ गयी एक सिग्रेट निकाल कर ग्लास वॉल से पूरे मुंबई सेहर  की तरफ देख कर बोली , " मम्मा जिंदा है सायद यहाँ इंंडिया मे है । नील शॉक होकर अभ्या की तरफ देख कर बोला नील, " अभ्या क. . . क्या ऑन्ट जिंदा है । अभ्या, " ये sure नही है पर नाना जी के sources बोल रहे है की मम्मा जिंदा है। नील, " तो आगे का क्या प्लान है। 
     
    अभ्या, " मुझे स्पेशल गार्ड्स चाहिए जिस का लिंक लिगेलि और इलीगल दोनों काम करे और इंडिया मे स्पेशल गार्ड्स सिर्फ एक विसनेस मैन own करता है और बो है देवराज आर्यन। नील, " तो अब हमे देवराज आर्यन को अप्रोच करना होगा । अभ्या, " कुछ ऐसा ही तुम मेरी मेट्टिंग फिक्स करयो देवराज आर्यन से फिर देखते हैं क्या करना है। मुझे सब कुछ एक हफ्ते के अंदर अंदर चाहिए नील। नील, " सब कुछ हो जायेगा मे मेरी पूरी ताकत लगा दूंगा आस्था ऑन्टी को ढुंढने मे। येये बोल नील अभ्या के केबिन से बाहर चला गया। 
     
    नील के केबिन से जाने के बाद अभ्या अपने चेयर पर बैठ गई और सिग्रेट ( हनीकरक है) के कस लेट हुए कुछ सोचने लगी तभी उसे अपने और अभ्यन् के बीच क्लास रूम मे हुई मे हुए इंसिडेंट घूमने लगा उसके फेशियल एक्सप्रेशन चेंज होने लगे। अव जहाँ उसके चेहरा बिल्कुल emossionless था अब उस चेहरे पर  सॉफ्ट एक्सप्रेशन थे। अभ्या को अभ्यन् की बात याद आ रही थी , "           । मगर उसके एक्सप्रेशन बिल्कुल चेंज हो गए क्यों की उसे ये भी याद आ गया की कैसे अभ्यन् समीरा को गोद मे उठाकर जा रहा था । अभ्या ने अपनी आँखे खोल सिग्रेट को अस्ट्रे मे बुझाकर बोली
     
    अभ्या , " दुनिया मे प्यार कुछ नही होता है होता है तो सिर्फ मतलब , धोका , फरेब, लस्ट यहाँ जिस के पीछे पैसा है पावर है लोग उसके पीछे भागते हैं। और इशी मतलबी दुनिया मे मेने अपनी मसुमियत और मम्मा को खो दिया । 
     
    रात के नौ बज रहे थे रॉय मैंशन के लिविंग हॉल में सभी लोग बेसब्रिसे मैंशन की डोर की तरफ देख रहे थे । अभय और आहन राजेश जी को अपनी बाइक के बारे में बता रहे थे जो की अभ्या ने गिफ्ट करी थी । समीरा भी बहीं लिविंग रूम में बैठी थी उसके पैर पर गरम पट्टी बंदही हुई थी । नीति जी और राधिका जी किचन मे थी व। ऋषभ जी की नजरे तो बस गेट पर थी बो एक अभ्या के घर आने का वेट कर रहे थे।
     
    तभी सब लोगो को कार रुकने की आवाज आई सब लोग जान चुके थे की अभ्या आ चुकी हैं । थोड़ी देर बाद फुट स्टेप की आवाज आने लगी सब लोग बहां पर देखने लगे अभ्या अपने फोन पर किसी से बात करते हुए अंदर आ रही थी । उसे देखकर कहीं से भी नही लग रहा था की बो थोड़ी सी भी टियर्ड है । बो सब लोगो को इग्नोर कर के लिफ्ट की तरफ जाते हुए रामु काका से बोली , " रामु काका सुजाता काकी के हाथों एक ब्लैक कॉफी रूम मे भेज देना। उसकी बात पूरी होते ही लिफ्ट का डोर बंद हो गया। बहीं सब लोग मुह खोलकर लिफ्ट की तरफ देख रहे थे। फिर सभी बापस सेंस मे आ गए । 
     
    रामु काका अभ्या के लिए ब्लैक कॉफी बनाने चले गए । अभय मुह बना कर बोला,  " अभ्या दी को देख कर लग ही नही रहा है की बो टियार्ड है। बो मॉर्निंग कॉलज जाकर ऑफिस का वर्क करके आई हो और अभी भी फोन पर थी। अशोक जी चिड़ कर बोले व, " ये सब उस कमीने बलदेव की गलती है मेरी मासूम बच्ची को चलता फिरता रोबोर्ट बना दिया है । बो सब काम किसी रिबोर्ट की तरह करती हैं।
     
    बानी जी, " अपने बिल्कुल ठीक बोला मेरी मासूम अभ्या बिल्कुल खो गयी है जिसकी खिलखिलहट से मेरा आंगन मुस्कुराता था। राजेश जी, " कोई बात नही माँ अब बो यहाँ पर है ना हम फिर से कोशीश करेंगे की पुरानी बाली अभ्या हमे मिल जायेगी। 
    नीति जी किचन से अति हुई बोली, " माँ पापा राज बिल्कुल ठीक बोल रहे है और पापा बलदेव uncle ने ही हमारी टाइगर को इतना स्ट्रांग बनाया है कामयाब और इंडेपनेंट बनाया हम ऐसे उन्हे बुरा नही बोल सकते।अशोक जी चिड़कर बोले, " क्या मतलब ऐसी कमियाबी का जिसमे हमारी अभ्या ने उसकी मसुमियत हो दिया । ऋषभ जी जो कबसे उन लोगो की बात सुन रहे थे  बो बोले, " मगर पापा सायद आप भूल रहे है दुनिया मतलबी होती हैं जिस मे मसुमियत की कोई कदर नही है। उनकी बात सुनकर सब चुप हो गए।
     
    अभय बोला, " पर अभ्या दी बिल्कुल बड़े पापा जैसी है उनकी ही बेटी है । ऋषभ जी उसे गुस्से से घूरते हुए , " क्या तुम्हे नही पता था की बो मेरी बेटी है। अभय ऋषभ जी को गुस्से मे देख कर डर गया और अपनी बात सही करते हुए बोला अभय, " अरे बड़े पाप मेरे बोलने का मतलब ये है की अभ्या दी बिल्कुल आपके जैसी है आपके जैसा काम गुस्सा प्यार सब आपकी तरह। ऋषभ जी थोड़े शांत हुए अभय के मुह से ये सुनकर की अभ्या उनके जैसी है । 
     
    सुनीता काकी जो लिफ्ट की तरफ जा रही थी अभ्या को कॉफी देने के लिए। वाणी जी उन्हे रोकते हुए बोली, " सुनीता अभ्या को बोल दीजिए डिनर टाइम हो गया है नीचे हम उन का वेट कर रहे है । सुनीता, " जी बड़ी मैडम। बोल बो लिफ्ट से अभ्या के रूम की तरफ चली गई । अभ्या अपने सोफे पर बैठे कर ऑफिस का काम कर रही थी । उसका गेट क्नॉक हुए, " Come In। सुनीता जी अंदर आई सुनीता जी, " छोटी बेबी आपकी ब्लैक कॉफी। अभ्या कॉफ़ी लेकर पीने लगी सुनीता जी अभी भी यहीं थी , " काकी आपको कुछ और बोलना है। सुनीता जी, " छोटी बेबी नीचे लोग आपका डिनर के लिए वेट कर रहे हैं। अभ्या , " आप जाईये मे थोड़ी देर में आती हूँ। सुनीता जी चली गयी। 
     
     
    बो नीचे लिविंग रूम में आ गयी । सुनीता जी, " बड़ी मैडम मैने छोटी बेबी को बोल दिया है नीचे डिनर के लिए आने के लिए। उपर अभ्या के रूम मे अभ्या जैसे ही नीचे जाने के लिए उठी उसका फोन रिंग करने लगा। फोन unknown नम्बर से था उसने कॉल उठाया, दूसरी तरफ से कुछ बोला गया जिसे सुनकर बोल जल्दी लिफ्ट मे गयी। नीचे लिफ्ट का डोर ओपन होने की आवाज सुनकर बो जल्दी से बाहर आ गयी  और दोड़ते हुए मैंशन के बाहर जाने लगी उसके चेहरे पर डर टेंशन किसी को खो देने का डर था। उसे इस तरह देखकर सब लोग परेशान हो गए उसे इस तरह देख कर राजेश जी और ऋषभ जी भी उसके पीछे चले गए। अभ्या अपनी कार स्टार्ट करते हुए, " नही और मुझ मे इतनी ताकत नही है की मे दुबारा किसी अपने को खो दूँ ! 
     
     तो क्यों है अभ्या परेसान ? 
    कैस अपने को खोने से डर रही हैं अभ्या  ? 
    जानने के लिए रीड कीजिये Rebor - Baby Im Back 
     
     
    To Be Continue 🩷

     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 13. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 13

    Words: 1766

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब तक, 
    सुनीता जी, " बड़ी मैडम मैने छोटी बेबी को बोल दिया है नीचे डिनर के लिए आने के लिए। उपर अभ्या के रूम मे अभ्या जैसे ही नीचे जाने के लिए उठी उसका फोन रिंग करने लगा। फोन unknown नम्बर से था उसने कॉल उठाया, दूसरी तरफ से कुछ बोला गया जिसे सुनकर बोल जल्दी लिफ्ट मे गयी। नीचे लिफ्ट का डोर ओपन होने की आवाज सुनकर बो जल्दी से बाहर आ गयी  और दोड़ते हुए मैंशन के बाहर जाने लगी उसके चेहरे पर डर टेंशन किसी को खो देने का डर था। उसे इस तरह देखकर सब लोग परेशान हो गए उसे इस तरह देख कर राजेश जी और ऋषभ जी भी उसके पीछे चले गए। अभ्या अपनी कार स्टार्ट करते हुए, " नही और मुझ मे इतनी ताकत नही है की मे दुबारा किसी अपने को खो दूँ ! 
     
    अव आगे , 
    अभ्या रास ड्रिविंग कर रही थी। उसने अपने कान मे ब्लूटूथ लगाया हुआ था। और फोन पर किसी को instruction दे रही थी। अभ्या ने देखा ऋषभ जी और राजेश जी अभ्या के कार का पीछा कर रहे थे। उसने इस बात को इग्नोर कर के कार ड्राइव करने लगी । 
     
    ऋषभ जी और राजेश जी जो अभ्या का रॉय मैंशन से पीछा कर रहे थे। कार में राजेश जी ने बोला राजेश जी , " ये टाइगर इतनी हड़बड़ी मे कंहा जा रही है । ऋषभ जी जो कार ड्राइव कर रहे थे , "  होना हो बात बहुत बड़ी है राज मैने उसके आँखों में किसी के खोने का डर देखा है । राजेश जी और कुछ नही बोले । 
     
    अभ्या की कार एक बड़े से फैक्ट्री में एंटर हुई। बो फैक्ट्री आग के लिपटों मे थी बहां कई सारे लोग आग बुझाने की कोसिस कर रहे थे । अभ्या ने अपनी कार रोकी और भगते हुए उस तरफ जाने लगी । क्यों की ये फैक्ट्री अभ्या की थी । ऋषभ जी और राजेश जी की कार भी बहीं पर रुक गयी। 
    दोनों कार से उतरे बो लोग अब तक ये जान गए थे की ये फैक्ट्री अभ्या की है । राजेश जी, " भाई ये फैक्ट्री तो टाइगर की है। ऋषभ जी किसी को कॉल लगा कर बोले, " जल्दी से आग बुझाने के लिए कुछ करना पड़ेगा । 
     
    अभ्या जल्दी से रिया के पास गयी। अभ्या , " How many more people are trapped under । रिया, " मैम लगभग सारे वर्कर्स आ चुके है but । अभ्या , " But क्या रिया। रिया डरते हुए बोली, " मैम नील सर secret स्टोरेज मे गए थे अभी तक बापस नही आये। 
     
    अभ्या आग की तरफ देख कर बोली, " व्हाट मगर गार्ड ने जब मुझे कॉल किया था तो नील उसके साथ था ना। रिया हैरानी से अभ्या की तरफ देख कर बोली, " मैम ये आप क्या बोल रही हैं गार्ड के पास आपका पर्सनल नम्बर कहाँ से आया और नील सर जब प्रोडक्ट की इंस्पेक्शन कर रहे थे बो अकेले गए थे। उनके साथ कोई नही था। 
     
    अभ्या रिया की बात सुनकर शॉक हो गयी जैसे ही उसे कुछ समाज आया बो , " नील ... का नाम चिल्ला कर एक कंबल लेकर आग लगे फैक्ट्री मे घुस गयी। उसे अंदर जाता देख ऋषभ जी जल्दी उसके पास जाने लगे। राजेश जी, " शीट टाइगर अंदर क्यों जा रही हैं ये। रिया जो बहीं पर थी बो बोली, " बो नील सर अंदर है । राजेश जी, " क्या नील अंदर है। राजेश जी को अव अभ्या नील और ऋषभ जी की फिक्र हो रही थी। तो बो भी बहां से अंदर की तरफ चले गए जहाँ अभ्या और ऋषभ जी गए थे । 
     
    अभ्या अंदर आग से बचते हुए secret स्टोरेज की तरफ चली गई। ऋषभ जी भी उसके पीछे पीछे गए हुए थे। आग बढ़ रही थी। 
    अभ्या का दिल बहुत घबरा रहा था क्यों की एक नील ही था जो उसका एक्लोता दोस्त था जबसे उनकी दोस्ती हुई थी दोनों एक दूसरे के साथ थे नील तो अभ्या के लिए अपने फैमिली को छोड़ कर सात समुंदर पर अभ्या के साथ न्यू यॉर्क आ गया था। 
     
    तूजो रूठा तो कौन हँसेगा, तूजो छूटा तो कौन रहेगा 
    तु चुप है तो डर लगता हैं, अपना मुझको अब कौन कहेगा
    तु ही वजह... तेरे बिना बेकर हूँ मे. . . तेरा यार हूँ मे.., तेरा यार हूँ मे। 
     
     
    दूसरी तरफ, 
    आर्यन मैंशन मे सब लोग लिविंग रूम मे बैठे हुए थे। राहुल अभी देवराज जी के पैरों के पास बैठा हुआ था। और उन्हे अभ्या के जैसी कार लेने की डिमांड कर रहा था। राहुल, " बड़े पापा प्लिज़ आप मुझे बो बाली कार दिला दीजिए। देवराज आर्यन जो अपने फोन मे अपने मैल्स चेक कर रहे थे उन्होंने बिना राहुल की तरफ देखकर बोले 
     
    देव जी, " अब तुम्हे न्यू कार की भूत कबसे चढ़ गयी राहुल। रही उनके बगल में बैठकर बोली राही, " कुछ नही बड़े पापा RK Groups की ओनेर अभ्या खुराना उस की कार देख कर ही इस राहुल को उस कार से प्यार हो गया है इशिलिए जिद कर रहा था। 
     
    देव जी राही की बात सुनकर कुछ सोच कर बोले, " RK Groups की ओनेर से तुम कहाँ मिले बो तो न्यू यॉर्क मे है ना । राहुल नीचे से उठ कर टेबल पर बैठ कर बोला , " हमारे कॉलेज मे ! 
     
    देवराज जी, " बो तुम्हारे कॉलेज मे क्या कर रही थी । राही, " ये बात तो पता नही बड़े पापा पर प्रिंसिपल सर का बेटा भी उनके साथ था बो दोनों सायद अब यहीं स्टडी करने बाले है। राहुल देवराज जी की तरफ देख कर बोला, " बड़े पापा अब तो आप मुझे बेसे बाली कार दोगे ना। 
     
    महेश जी ( राहुल के डेड) , " बो तो एक इतनी बड़ी सक्सेस फूल विसनेसवुमेन है तुम क्या हो, पहले मेहनत करो फिर जो चाहिए बो मिल जायेगा। राही अपने डेड की बात सुनकर हस्ते हुए , " डेड कहाँ बो  इतनी बड़ी सक्सेस फूल विसनेसवुमेन कहाँ ये राहुल। 
     
    राही की बात सुनकर राहुल का चेहरा रोने जैसा हो गया। और बो रोनी सूरत बना कर देवराज जी की तरफ देखने लगा। देव जी बोले, " फ्री मे तुम्हे कुछ नही मिलेगा राहुल अगर तुम्हे कार चाहिए तो तुम्हे उसके लिए मेहनत करनी पड़ेगी। 
     
    राहुल, " मुझे क्या करना पड़ेगा बड़े पापा। देव जी , " ज्यादा कुछ  कल ऑफिस मे न्यू इंटर्न जॉइन के लिए इंटरव्यू बो दो इंटरंशिप खतम करो तीन महीने बाद तुम दोनों का बर्थ डे है तो आज ए बर्थ डे गिफ्ट तुम्हे बो कार मिल जायेगी। राहुल ये सुनकर पूरे सदमे में चला गया था। 
    महेश जी, " ये बात भाई ने सही बोला तुम्हे येही करना चाहिए। तभी अभ्यन् लिविंग रूम में आते हुए बोला , " क्या , बाते हो रहा है यहाँ । राही, " कुछ नहीं भाई राहुल को बो अभ्या खुराना बाली कार चाहिए। 
    अभ्यन् ने लिविंग रूम का TV ऑन करके बहीं बैठ गया मगर TV ऑन करते ही रिसेंट न्यूज़ देख कर अभ्यन् के हाथ रुक गए क्यों की न्यूज़ थी , मशहूर बिजनेस कंपनी RK Groups के फैक्ट्री मे लगी आग, सूत्रों से ये पता चला है की RK Groups की ओनेर और वाइस प्रेसिडेंट दोनों अभी तक फैक्ट्री के अंदर फसे हुए हैं। 
    बहां पर फैक्ट्री की कुछ फोटो शो होने लगी जहाँ पर आग लगी थी। अभ्यन् के हाथ बहीं पर रुक गए। सब लोग इस न्यूज़ को देख रहे थे। अभ्यन् जल्दी से खड़ा हुआ और बिना कुछ बोले मैंशन के बाहर चला गया और अपनी कार लेकर बहां से निकल गया। किसी ने ये बात नोटिस नही किया मगर देव जी ने ये नोटिस कर लिया था । 
     
    दूसरी तरफ, 
    फैक्ट्री की आग बुझ्ने लगी थी क्यों की मुंबई सेहर की सभी fire briged और पुलिस बहां पर आ चुके थे। कुछ अभ्या के पॉवर मे तो कुछ ऋषभ जी के कहने पर। अभ्या लगभग secret स्टोरेज पहुँच गयी थी बहां पर आग अभी भी जल रही थी रूम का डोर लॉक था। 
     
    अभ्या ने खड़े होकर पहले यहाँ बहां देखा बहां पर कुछ नही था। अभ्या ने अपने कदम पीछे लिए और एक जोरदार किक से उस डोर को खोल दिया अभ्या जल्दी से अंदर गयी। चारो तरफ धुँआ फैला हुआ था। उसे पहले एक अंजान आदमी नीचे गिरा हुआ मिला उसके सर से खून बह रहा था। सायद बो मर चुका था अभ्या नील का नाम लेते हुए नील को ढूंढ रही थी। 
     
    तूजो रूठा तो कौन हँसेगा, तूजो छूटा तो कौन रहेगा 
    तु चुप है तो डर लगता हैं, अपना मुझको अब कौन कहेगा
    तु ही वजह... तेरे बिना बेकर हूँ मे. . . तेरा यार हूँ मे.., तेरा यार हूँ मे। 
    अभ्या को नील एक टेबल के पास गिरा हुआ मिला  उसे देख कर अभ्या पहले खुश हो गयी और नील को इस तरह देख बो जल्दी से उसकी तरह बढ़ गयी। नील को जगाने लगी, " नील नील wake up नील।
    अभ्या यहाँ बहां देखने लगी उसे कुछ नही दिख रहा था।उसे कुछ नही मिल रहा अभ्या नील को यहाँ से निकाल ने के लिए नील का हाथ पकड़ लिआ मगर नील के पल्स स्लो चल रही थी, अभ्या का दिल घबरा गया  बो पैनिक करने लगी नील को जगने लगी होस मे लाने की कोशिस करने लगी। 
     
     
    आजा लडे फिर खिलौनों के लिए, तु जीते मे हार जाऊँ 
    आजा करे फिर बहीं शरारते ,  तु भागे मे मार खाऊँ 
    मिठी सी वो गली तेरी , सुनेको तयार हूँ मे तेरा यार हूँ मे तेरा यार हूँ मे.... 
     
     
    मगर स्मोक् की बजह से नील पूरी तरह अनकंसिओस् हो गया था। अभ्या नील को अपनी पूरी ताकत लगा कर उठाने लगी।अब स्मोक् की वजह से अभ्या को भी चकर आ रहा था। अब तक राजेश जी उस रूम के बाहर तक आ गए थे मगर अंदर नही आ पा रहे थे। अब अभ्या की हिम्मत जबाब दे रही थी। 
    अभ्या रोते हुए , " नील नील आँखे खोलो नील तुम्हे कुछ नही होगा। नील मे तुम्हे खो नही सकती नील ?  राजेश जी, " अभ्या चलो यहाँ से खतरा है यहाँ पर। अभ्या , " नही मे नील के बगेर नही आयूगी..... ! 
     
    राजेश जी, " टाइगर आप बस थोड़ा सा संभल लो रिस्क टीम आ गयी है आप दोनों को कुछ नही होगा बच्चे पहले  नील अपने नोज कवर कर लो स्मोक् बढ़ रहा है। बो अभी ये बोल रहे थे की एक बड़ा सा सेल्फ जो लकड़ी की थी उसमे आग लग गयी थी बो अभ्या के उपर गिरने लगा ये देख कर राजेश जी जोर से चिलाए, " अभ्या  .....? 
     
    तो क्या होगा अभ्या का ? 
    क्या नील और अभ्या के दोस्ती का सफर बस यहीं तक था? 

     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 14. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 14

    Words: 1153

    Estimated Reading Time: 7 min

    अब तक , 
    अभ्या रोते हुए , " नील नील आँखे खोलो नील तुम्हे कुछ नही होगा। नील मे तुम्हे खो नही सकती नील ?  राजेश जी, " अभ्या चलो यहाँ से खतरा है यहाँ पर। अभ्या , " नही मे नील के बगेर नही आयूगी..... ! 
     
    राजेश जी, " टाइगर आप बस थोड़ा सा संभल लो रिस्क टीम आ गयी है आप दोनों को कुछ नही होगा बच्चे पहले  नील अपने नोज कवर कर लो स्मोक् बढ़ रहा है। बो अभी ये बोल रहे थे की एक बड़ा सा सेल्फ जो लकड़ी की थी उसमे आग लग गयी थी बो अभ्या के उपर गिरने लगा ये देख कर राजेश जी जोर से चिलाए, " अभ्या  .....? 
     
    अब आगे, 
    मगर बो सेल्फ अभ्या के उपर गिरता उससे पहले उसको किसी ने पकडा लिया । अभ्या जिसने कस के अपनी आँखे बंद कर रखी थी दर्द ना होने पर उसने अपनी आँखे खोल कर देखा तो ऋषभ जी थे जिसने उस सेल्फ को पकडा हुआ था।
    ऋषभ जी  एक दूसरे दरबज से इस रूम के अंदर आये थे। और उन्होंने देख लिए था की बो सेल्फ जल्दी ही अभ्या के उपर
    और अभ्या की तरफ देख रहे थे उन्हों ने उस सेल्फ को दूसरी तरफ फेक दिया और अभ्या के पास चले गए। 
     
    उन्होंने अभ्या को डर से गले लगते हुए बोले ऋषभ जी, " प्रिंसेस तुम ठीक होना तुम्हे  कुछ हुआ तो नहीं ना। बोल उसको चारों तरफ चेक करते है। अभ्या बस उन्हे अपनी फिकर करते हुए देख रही थी ।
    उसने कुछ नहीं बोला तभी राजेश जी बोले , " भाई अभ्या नील को लेकर जल्दी बाहर आई ये यहाँ आग बढ़ रही है। 
     
    ऋषभ जी जल्दी से नील को उठाया। अभ्या ने भी नील को एक तरफ से संभाल लिया। बो चारों दूसरे रास्ते से फैक्ट्री के बाहर निकल ने लगे जहाँ पर आग नही था। इस बीच चारो थोड़ा बोहत घायल हो गए थे। 
     
    बो लोग फैक्ट्री के secret रास्ते से बाहर आ गए। जहाँ पहले से ही एक चॉपर एलेक्स और कुछ मेडिकल टीम मौजूद थे। नील को जल्दी फिरस्ट्टेड देकर थोड़ा होश मे लाया गया। 
     
    नील को जल्दी चॉपर मे एयर लिफ्ट करबाया गया। जहाँ पर डॉक्टर उसका ट्रीटमेंट करने लगे थे। नील के जाने के बाद अभ्या को बेहोशी छाने लगी बो बेहोश होकर गिरती इस से पहले ऋषभ जी ने उसे संभल लिया। 
     
    ऋषभ जी चिल्ला कर बोले , " राज , कार निकालों फास्ट। राजेश जी ने कार निकलाने के लिए जाने लगे एलेक्स जल्दी से गाड़ी लेकर आ गया। ऋषभ जी जल्दी से अभ्या को लेकर पीछे की सीट पर बैठ गाए और राजेश जी पैसेंजर सीट पर। एलेक्स कार स्टार्ट करके निकल गया पीछे पीछे अभ्या के बॉडीगर्ड्स भी निकल गए। 
     
     
    ऋषभ जी, " राज समय ( ऋषभ जी के असीसंट) को बोलो यहाँ पर सब संभाले। राजेश जी, " जी भाई। एलेक्स उनकी बात सुनकर बोला, " You don't need to worry sir Riya will take care of everything । 
    राजेश जी, " But still the media will jump on this issue too much.he will help him । एलेक्स ने और कुछ नही बोला। 
     
     रॉय मैंशन मे भी खबर पहुँच चुकी है की अभ्या की फैक्ट्री मे आग लगी है और अभ्या और नील आग में फँसे हुए हैं। बानी जी रोते हुए, " अभी से तो ठीक से खुशीयां आई ही नही थी हमारे घर में और मेरी बच्ची के साथ इतना अबसगुण हो चुका है। 
     
    नीति जी, " माँ आप चुप हो जाईये टाइगर बहुत स्ट्रांग है उसे कुछ नही होगा और राज और भाई गए है ना उसके साथ बो उसे कुछ नही होने देंगे। राधिका जी, " हाँ ऑन्टी अभ्या बहुत स्ट्रांग बच्चा है उसे कुछ नही होगा। 
     
    आहन, " दादी माँ आप रो मत मे डेड को कॉल करता हूँ। बाणी जी, " हाँ, जल्दी करो मुझे बतायों मेरी बच्ची कैसी है। 
    आहन ने राजेश जी को कॉल लगाया कॉल कनेक्ट होते ही राजेश जी, " हेल्लो आहन बोलो। आहन, " डेड दी ठीक है ना और नील भैया आप सब लोग ठीक होना। राजेश जी, " आहन अभ्या और हम सब ठीक है और नील हॉस्पिटल में है उसे कुछ ज्यादा ही चोट आई है but बो सैफ है। और सब लोगों को बोलो की टेंशन ना ले हम सुबह तक घर आ जायेंगे ।
    आहन, " Okk बाय डेड टैक् केअर। राजेश जी, " बाय। फोन रखते ही आहन बोला, " आप सब लोगों ने सुना ना दी ठीक है और बो लोग मॉर्निंग मे घर अजायेंगे। बाणी जी, " शुक्र है बिहारी जी का मेरी बच्ची साहिसालामत है। नीति जी , " माँ पापा चलिए कुछ खा लीजिये दबाई लेनी है आप दोनों को और मे ना नही सुनूँगी। नीति जी ने अशोक जी बाणी जी और तीनो बच्चों को खाने के लिए भेज दिया खाना खिलाकर सोने भेज दिया। 
     
    दूसरी तरफ अभ्या और नील दोनों हॉस्पिटल पोहँच गए थे। दोनों का ट्रीटमेंट स्टार्ट हो गया था। अभ्या बस स्मोक् की बजह से बेहोश थी तो नील भी एक्सएक्स स्मोक् की बजह से icu मे शिफ्ट था बो observasion मे थी।अमन शाह और आरती जी हॉस्पिटल पहुँच गए थे एलेक्स ने उन्हे बता दिया था की नील ओयूटॉफ डेंजर है।
     
    दो घंटे बाद अभ्या और नील ने हॉस्पिटल का पुरा का पुरा फ्लोर ऑन कर लिया था। ऋषभ जी और राजेश जी डॉक्टर की केबिन मे थे। एलेक्स फैक्ट्री के बाकी सब घायल वर्कर को देख रहा था। उस फ्लोर मे बॉडी गार्ड खड़े थे।अभ्या के बोर्ड मे अभ्या अभी भी बेहोश थी । 
     
    तभी बालकनी से एक साया था जिसने मास्क पहना हुआ था बो धीरे धीरे अभ्या के बेड के पास आने लगा अभ्या का चेहरा मुरझाया हुआ था। बो साया धीरे धीरे अभ्या के चेहरे की तरफ झुकने लगा और अपना एक हाथ बढ़ाकर उसके गालों पर आई बलों की लट को कान के पीछे कर दिया धीरे से झुक कर उसके माथे को चूम लिया... तुमने तो मुझे डरा ही दिया था Baby कोई ऐसा करता है भला मेरी जान निकल दी तुमने क्या जरूरत थी तुम्हे आग मे जाने की मे तुम्हे इस बार खो नहीं सकता Baby.. 
    करता नहीं क्यों तु मुझपे यकीं 
    क्यों मेरे दिल की तु सुनता नहीं। 
    Hmm तेरे बगेर कितना तन्हा सा हूँ 
    आलम ये दिल का तु समझे कभी 
    है पता ये तुझे ना जी सकूँगा बिन तेरे 
    फिर भी क्यों मुझे से जुदा ...तु... 
    तु ही है तु ही तो है मेरा जुनून 
    तु ही है तु ही तो है दिल का सुकून। 
    तु ही है जिसके बिना 
     
    बो मास्क मैन अभ्या को देख ही रहा था की। अभ्या जो अब तक बेहोश थी बो उठी और उस मास्क मैन को को नीचे लेटा कर उसके उपर आ गयी। और एक इंजेक्शन को उसके गले पर रख दिया अभ्या, "Who are you किसने भेजा है तुम्हे यहाँ ? 
     
    तो कौन है बो मास्क मैन? 
    किसने भेजा है उसे अभ्या के पास? 
    Thank You For Reading This Chapter 🥰
     
    To Be Continue🩵
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 15. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 15

    Words: 1320

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब तक,  
    बालकनी से एक साया था जिसने मास्क पहना हुआ था बो धीरे धीरे अभ्या के बेड के पास आने लगा अभ्या का चेहरा मुरझाया हुआ था। बो साया धीरे धीरे अभ्या के चेहरे की तरफ झुकने लगा और अपना एक हाथ बढ़ाकर उसके गालों पर आई बलों की लट को कान के पीछे कर दिया धीरे से झुक कर उसके माथे को चूम लिया... तुमने तो मुझे डरा ही दिया था Baby कोई ऐसा करता है भला मेरी जान निकल दी तुमने क्या जरूरत थी तुम्हे आग मे जाने की मे तुम्हे इस बार खो नहीं सकता Baby.. 
    है पता ये तुझे ना जी सकूँगा बिन तेरे 
    फिर भी क्यों मुझे से जुदा ...तु... 
    तु ही है तु ही तो है मेरा जुनून 
    तु ही है तु ही तो है दिल का सुकून। 
    तु ही है जिसके बिना 
     
    बो मास्क मैन अभ्या को देख ही रहा था की। अभ्या जो अब तक बेहोश थी बो उठी और उस मास्क मैन को को नीचे लेटा कर उसके उपर आ गयी। और एक इंजेक्शन को उसके गले पर रख दिया अभ्या, "Who are you किसने भेजा है तुम्हे यहाँ ? 
     
    अब आगे, 
     
     
    बो मास्क मैन जो अभी तक बेहोस अभ्या को देख रहा था। उसके अचानक इस मूव से बो हैरान हो गया। बो कुछ समाझ पाता उससे पहले अभ्या ने उसकी मास्क उतार दिया। अभ्या जिसने उस मास्क मैन का मास्क उतार दिया मगर ,मास्क के पीछे अभ्यन् को  देख कर बो बोली 
     
    अभ्या, " तुम,what are you doing here । अभ्यन् जो अभ्या को देखने के लिए बालकनी से आया था क्यों की उस फ्लोर पर अभ्या के गार्ड्स और ऋषभ जी के गार्ड्स मौजूद थे। 
     
    अभ्यन् अभ्या की बात पर दिलकस् मुस्कुराहट के साथ बोला अभ्यन्, " हाँ, मे बेबी और इसमें पूछने बाली कोनसी बात है यहाँ क्यों आया हूँ ओबस्ली तुमसे मिलने आया हूँ। अभ्या ने अभ्यन् की बात सुनकर अभ्यन् के गले में उस इंजेक्शन पर दबाब बनते हुए बोली
     
    अभ्या, " ना तो मैं तुम्हे जानती हूँ ना ही तुम मुझे तो यहाँ किस रिश्ते से आये हों मेरे साथ गमेस् खेलने की कोशिश मत करना हराना तुम्हे पड़ेगा क्यों की अभ्या खुराना ने हारना नही सिखा है। 
    अभ्यन् गले में इंजेक्शन लगने की वजह से उसकी दर्द से अहह् निकल गयी  अभ्या की बात सुनकर अभ्यन् ने पहले अभ्या के उस हाथ को पकड़ कर खुदसे दूर कर के उसे पलट कर अपने नीचे कर लिए खुद उसके उपर आगया। उसके हाथ पैरों को लॉक कर दिया। 
     
    अभ्यन् अभ्या के उपर अभ्या उसके नीचे छटपटा रही थी। अभ्या ," Leave me i said leave me। अभ्यन ने अपना एक हाथ से उसे पकड कर दूसरे हाथ से उसके लिप्स पर अपनी एक उंगली रख कर,
    अभ्यन् " Shhh Baby तुम्हे छोड़ने के लिए पकडा नहीं है रिश्ता है तुमसे मेरा काफी गहरा रिश्ता है तुमसे मेरा सायद तुम्हे भूल चुकी हो पर में नही भुला और रही गमेस् खलने की तो इश्क़ एक खेल की तरह है और इस खेल में खुद हारने के लिए तैयार हूँ बस  हराने के लिए तुम हो तो सही.. ❤
    तु ही है तु ही तो है मेरा जुनून 
    तु ही है तु ही तो है दिल का सुकून। 
    तु ही है जिसके बिना  
    आ फिर जियें सामे बहीं . .. . चल फिर बहीं बाते करे
    बेचनीयो की फिर शिल्शिले हो... फिर दिल मेरा आहें भरे 
    ज्यादा नही तो थोड़ा सही ..... दे दे मुझे बो जिंदिगी व
    आ मेरे नज़्दिक तु ... ये फास्ले मुझको घेरे 
    अभ्यन् ये बोल कर अभ्या के आँखों मे देख रहा था। अभ्या जो अभ्यन् के पकड़ से छुट्ने की कोशीश कर रही थी जैसे ही उसने अभ्यन् की बात सुनी बो उसे देखने लगी अभ्यन् की आँखों में अभ्या ने बेहिसाब प्यार अभ्या को पाने का जुनून और खुद को तबाह करने की हिम्मत दिख रही थी। अभ्या अभ्यन् की आँखों देख कर डर रही थी क्यों की उस के जिंदिगी मे प्यार की कोई एहमियत नही है नहीं बो किसी से प्यार करना चाहती है। पर फिर भी अभ्यन् की आँखों मे खुद को खोने से रोक नही पा रही थी। 
     
    है पता ये तुझे ना जी सकूँगा बिन तेरे
    फिर भी क्यों मुझे से जुदा ...तु... 
    तु ही है तु ही तो है मेरा जुनून 
    तु ही है तु ही तो है दिल का सुकून। 
    तु ही है जिसके बिना जीना सकूँ 
     
    अभ्यन् ने अभ्या के माथे से अपने होठों को जोड़ते हुए बोला, " में तुम्हे बता रहा हूँ की तुम मेरी हो सिर्फ मेरी हो जनता हूँ की तुम्हे प्यार से नफरत है फिर भी तुम्हारा दिल मेरे लिए धड़केगा तुम्हारी रूह मेरी होग और रही बात जिस्म की चाह मुझे नही है मुझे सिर्फ तुम्हारे जिंदगी में छोटा सा हिस्सा चाहिए बेबी ....। 
     
    अभ्या जो अब तक अभ्यन् की बात सुन रही थी उसे कुछ यादें अपने आँखों के सामने फ्लैश होने लगी एक बार फिर उसका चेहरे पर जो सॉफ्ट एक्सप्रेशन थे बो गायब हो कर फिरसे सख्त एक्सप्रेशन हो गए
     
    अभ्या, " तो तुम मुझे स्टॉक कर रहे हो मुझे क्या पसंद है क्या नही, सायद तुम जिस दिल और प्यार की बात कर रहे हो बो मेरे लिए मायने नही रखती क्यों की जिस दिल की तुम बात कर रहे हो उसे टुटे हुए तो कई साल बीत गए है और प्यार दिल से नहीं जिस्म से होता है । मे तुम्हे इस लिए छोड़ रही थी की तुमने मेरी हेल्प किया था नही तो किसी की इतनी हिम्मत नही है की कोई अभ्या खुराना के पास बिना उसके इजाजत के आ सके। 
     
    अभ्यन् अभ्या के बात सुनकर मुस्कुराया उसके नाक पर किस करके बोला काशक् के साथ बोला
    अभ्यन् , " You known what तुम गुस्से में और ज्यादा क्यूट लगती हो तुम खुद के बारे में भी इतना नही जानती हो जितना में तुम्हारे बारे में जनता हूँ मुझे तुमसे रूहानी मोहबत करना है जिस्मानी नही और तुम्हारे पास आने से तुम मुझे रोक नहीं सकती क्यों की तुम मेरी हो सिर्फ मेरी और मे सिर्फ तुम्हारा। 
     
    अभ्या, " तुम कुछ भी नही हो मेरे और नही मे तुम्हारी हूँ सुना तुमने।
     
    अभ्यन् झुक कर अभ्या के गालों पर होठों को चलतें हुए धीरे धीरे किस करते हुए बोला ," तुम मेरी हो और तुम्हारे दिल में मेरे लिए फीलिंग है ये मे prove कर सकता हूँ, जब से मे यहाँ पर हूँ मेने सिर्फ तुम्हारे हाथ पैर को लॉक किया है तुम्हारे मुह को नहीं अगर तुम्हारे दिल में मेरे लिए कोई फेल्लिंग नही है तुम चिला सकती थी बर्ड के बाहर तुम्हारे बॉडीगएड्स खड़े हैं । तुम्हारे दिल में मेरे फीलिंग है इशिलिए तुम जब भी मेरे आँखों में देख ति हो तो खजाती हो। 
     
    अभ्या जो सचमे अभ्या के एहसासों में खो रही थी उसने बोला, " तुम मुझ पर अपना हक नही जाता सकते मैने ये हक किसी को नही दिया है और नही दूँगी प्यार सिर्फ धोका होता है जो इंशान की जिंदिगी बर्बाद कर देता है। 
     
    अभ्यन् अभ्या के गले पर सॉफ्ट सॉफ्ट किसेस करते हुए बोला अभ्यन्, " प्यार अगर धोख़ा है तो इस खूबसूरत धोका मे बर्बाद होना चाहता हूँ तुम्हारे इश्क़ में फन्ना होना चाहता हूँ अभ्या बेबी I Love You प्यार हो गया है मुझे तुमसे अभ्यन् आर्यन का दिल चुरा लिया है तुमने सिद्दत बाला प्यार है मेरा मरते दम तक रहेगा। 
     
    अभ्यन अभ्या से बात कर रहा था अपने प्यार का इजहार कर रहा था अभ्या ना चाहते हुए भी अभ्यन् के एहसासों में खो कर उसकी बात सुन रही थी अभ्यन् और अभ्या अपने पल को जी रहे थे की उसके रूम का गेट ओपन हुए एक सक्स अंदर आया और अंदर वार्ड का नजारा देख कर बोला, " अभ्या,  तुमने ऐसा क्यों किया ... 
     
    क्या अभ्या देगी अपनी जिंदगी मे अभ्यन् को जगह? 
    कौन था बो सक्स जो अभ्या के बर्ड के अंदर आया? 
    क्या उसने अभ्यन् और अभ्या को देखा एक साथ ?
    Thanks For Reading This chapter 🩵
     
     
    To Be Continue 🩷
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 16. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 16

    Words: 1174

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब तक, 
    अभ्यन् अभ्या के गले पर सॉफ्ट सॉफ्ट किसेस करते हुए बोला अभ्यन्, " प्यार अगर धोख़ा है तो इस खूबसूरत धोका मे बर्बाद होना चाहता हूँ तुम्हारे इश्क़ में फन्ना होना चाहता हूँ अभ्या बेबी I Love You प्यार हो गया है मुझे तुमसे अभ्यन् आर्यन का दिल चुरा लिया है तुमने सिद्दत बाला प्यार है मेरा मरते दम तक रहेगा। 
     
    अभ्यन अभ्या से बात कर रहा था अपने प्यार का इजहार कर रहा था अभ्या ना चाहते हुए भी अभ्यन् के एहसासों में खो कर उसकी बात सुन रही थी अभ्यन् और अभ्या अपने पल को जी रहे थे की उसके रूम का गेट ओपन हुए एक सक्स अंदर आया और अंदर वार्ड का नजारा देख कर बोला, " अभ्या,  तुमने ऐसा क्यों किया ... 
     
    अब आगे, 
     
     
    अभ्या जो की अभी अभ्यन् के एहसासों मे खोई थी इस आवाज को सुन कर अपनी आँखे खोल दिया और आवाज जिस तरफ  से आई उस तरफ देखने लगी । अभ्या डोर के पास खड़े इंसान को देख कर बोली
    अभ्या, " नील तुम यहां? तुम्हे रेस्ट करना चाहिए था।
    बो नील को बोल रही थी की उसे अभ्यन् की याद आई बो तो इस कमरे मे उसके साथ मौजूद था बो कमरे के चारों तरफ देखने लगी उसे उस रूम में अभ्यन् नही मिला। 
    नील जो की अभी अभ्या के बर्ड डोर पर खड़ा था । बो अंदर आकर बोला नील, " हाँ मे और तुम ऐसा कैसे कर सकती हो । 
     
    अभ्या जो की अभी भी अभ्यन् को ढूंढ रही थी उस कमरे में सोच रही थी क्या सच में अभ्यन् उसके साथ था या फिर उसे बेहेम हो रहा था फिर बो एहसास बो तो सच था। अभ्या को इतना खोया हुआ देख कर नील बोला
     
      नील , " अभ्या अभ्या में तुमसे कुछ पूछा है अभ्या । नील के ऐसे बुलाने पर अभ्या की तंद्रा टूटी अभ्या, " तुमने कुछ बोला। नील अभ्या का हाथ पकड़ कर बोला नील, " अभ्या क्या हुआ तुम ठीक तो हो ना। अभ्या, " हाँ, मे ठीक हूँ और तुम यहाँ पर क्यों आये अभी तुम्हे रेस्ट की जरूरत है। नील, " बो मुझे तुम्हे कुछ जरूरी बात करनी थी। बो फैक्ट्री में आग...
     
    अभ्या ने उसे बीच में रुक ते हुए बोली अभ्या, " अभी तुम्हे कुछ भी बोलने की जरूरत नही है मे सब जानती हूँ और आगे क्या करना है ये भी। 
    नील ने अभ्या की बात सुनकर उसकी तरफ देखा और उसे हग कर लिया अभ्या ने भी उसे हग बैक किया। दोनों दोस्त एक दूसरे के गले लगे हुए थे
    तूजो रूठा तो कौन हँसेगा, तूजो छूटा तो कौन रहेगा 
    तु चुप है तो डर लगता हैं, अपना मुझको अब कौन कहेगा
    तु ही वजह... तेरे बिना बेकर हूँ मे. . . तेरा यार हूँ मे.., तेरा यार हूँ मे। 
     
    नील, " अभ्या तुमने तो मुझ पर एक और एहसान कर दिया। अभ्या, " मतलब? । नील, " तुमने एक बार फिर बिना अपनी जान की परबा किए ममुझे बचाने के लिए आग से खेल गयी। 
    आजा लडे फिर खिलौनों के लिए, तु जीते मे हार जाऊँ 
    आजा करे फिर बहीं शरारते ,  तु भागे मे मार खाऊँ 
    मिठी सी वो गली तेरी , सुनेको तयार हूँ मे तेरा यार हूँ मे तेरा यार हूँ मे.... 
     
    अभ्या ने नील को कसके गले लगाकर, अभ्या, " नील तुम जानते हो ना जो मेरे अपने और जिन लोगों पर मै आख बंद करके भरोसा करती हूँ उन गिने चुने लोगो मे सबसे पहले तुम आते हो। और तुम मेरे लाइफ के मोस्ट इंपोर्टेट इंसान हो। नील, " और तुम भी मेरे लाइफ का एक अहम हिस्सा हो लिटिल टाइगर। 
     
    दोनों एक दूसरे के गले लगकर बात कर रहे थे मगर दोनों इस बात से अंजान कोई उन दोनों की बाते और करीबी देख कर जल भून रहा था। ये अभ्यन् था जो नील के आने की आहट से अभ्या के बेड के नीचे छुपा हुआ था। बेड के नीचे अभ्यन् , " ये नील ही मेरे लव लाइफ का सबसे बड़ी रुका बाट है साला क😣ना ।
     
    अभ्यन् बेड के नीचे नील को गाली दे रहा था की दुबारा अभ्या के बर्ड का गेट ओपन हुआ और ऋषभ जी राजेश जी अंदर आए और अभ्या और नील को ऐसे गले लगा देख कर बोले, 
    राजेश जी, " भाई लगत हैं आहम गलत बक्त पर आ गए। 
    उनकी बात सुनकर अभ्या और नील एक दूसरे से अलग हुए उनकी तरफ देखने लगे। ऋषभ जी गोर से उन दोनों की तरफ देखने लगे। दोनों की आँखों में एक दूसरे के लिए दोस्ती प्यार और रेस्पेक्ट थी। 
    ऋषभ जी आगे आकर अभ्या और नील दोनों को देख कर बोले ऋषभ जी, " क्या आप दोनों ठीक हो कोई प्रॉब्लम तो नही है ना । 
    अभ्या ने उनको कोई जबाब नही दिया नील बोला नील, " Yes uncle we both are fine । And thank you for saving me
    ऋषभ जी जो अभ्या के जबाब का इंतेजार कर रहे थे उसके कुछ ना बोलने पर उनका चेहरा उदास हो गया । राजेश जी नील की बात पर बोले राजेश जी, " ये तुम कैसी बात कर रहे हो नील जैसे हमारे लिए टाइगर है वैसे आप हो। ऋषभ जी, " राज ठीक बोल रहा है तुम दोनों हमारे बच्चे हो। 
     
    अभ्या जिसे ऋषभ जी का बहां पर रहना अच्छा नही लग रहा था बो बोली अभ्या , " मुझे रेस्ट करना है। अभ्या की बात सुनकर उन तीनो को समझ आ गया था की अभ्या उन्हे रूम से बाहर जाने के लिए बोल रही है  । 
    राजेश जी ने नील को सहारा देकर उठाया और उसे लेकर बहार जाने लगे ऋषभ जी अभ्या की तरफ देख रहे थे अभ्या ऋषभ जी  का इग्नोर कर के उनकी तरफ मुह फेर के लेट गयी । 
     
    अभ्या का मुह फेरना ऋषभ जी के दिल पर लग गया। आखिर उनकी बेटी थी बो उसकी नाराजगी बो बर्दाश्त नही कर सकते तो यहाँ अभ्या उन्हे नफरत के भी काबिल नहीं मानती। ऋषभ जी उसके बेड के पास गए उन्होंने झुक कर अभ्या के माथे को चूम लिया उनके आँखों की एक बूंद आशु अभ्या के गालों पर गिरा 
    ऋषभ जी, " कुछ बाते कुछ दिखावे झुट होकर सच लगती हैं और सच होकर झुट लगत हैं। हमन  पहले भी बोला था की हम ना तो तब गलत थे ना अब। 
    बोल ऋषभ जी अभ्या के बर्ड के बाहर चले गए। उनके जाते ही अभ्या जो सिर्फ अपनी आँखे बंद करके लेती थी बो उठ कर बैठ गयी और बर्ड के डोर की तरफ देखने लगी फिर अपने गालो पर आशु को साफ करते हुए और बोली अभ्या , " बाते झूट हो सकती हैं पर आँखों देखा झुट नही होती है मिस्टर रॉय। तभी अभ्या को अपने कान पर गर्म साँसे महसूस हुई
     
    , " अभ्या Baby सिक्के के दो पहलू होते है, तुमने सिर्फ एक पहलू देखा है और क्या तुमने कभी दूसरा पहलू देखने की कोसिस किया है। 
     
    ईस आवाज को सुनकर अभ्या पीछे पलट कर बोली, " तुम अभी तक गए नहीं। 
     
    Thank you all for reading this story🩵
     
    Stay connected to know further🩵
     
     To Be Continue🩷
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 17. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 17

    Words: 1308

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब तक, 
    ऋषभ जी अभ्या के बर्ड के बाहर चले गए। उनके जाते ही अभ्या जो सिर्फ अपनी आँखे बंद करके लेती थी बो उठ कर बैठ गयी और बर्ड के डोर की तरफ देखने लगी फिर अपने गालो पर आशु को साफ करते हुए और बोली अभ्या , " बाते झूट हो सकती हैं पर आँखों देखा झुट नही होती है मिस्टर रॉय। तभी अभ्या को अपने कान पर गर्म साँसे महसूस हुई
     
    , " अभ्या Baby सिक्के के दो पहलू होते है, तुमने सिर्फ एक पहलू देखा है और क्या तुमने कभी दूसरा पहलू देखने की कोसिस किया है। 
     
    ईस आवाज को सुनकर अभ्या पीछे पलट कर बोली, " तुम अभी तक गए नहीं। 
     
    अब आगे, 
     
    अभ्या अपने सामने बैठे अभ्यन् को घुरति हुई बोली। अभ्यन् जो की सब लोगो का केबिन से जाने का इंतेजार कर रहा था। जैसे ही सब लोग केबिन से गए बो बेड के नीचे से निकल कर अभ्या के पास बैठ गया। 
    अभ्यन् बड़ी सी smile के साथ बोला अभ्यन्, " Yes बेबी ये मे हूँ और कौन ? अभ्या उसकी बात सुनकर चिढ़कर बोली अभ्या , " तो इसिलाए पूछा की तुम यहाँ क्या कर रहे हो और तुम्हारी बात का मतलब क्या है की मैने सिक्के के दूसरे पहलू को जाना नहीं है।
     
    अभ्या बेड से उठी और बर्ड के बालकनी में आ गयी। अभ्यन् भी उसके पीछे आकर खड़ा हो गया। अभ्या के कंधे पर अपना चेहरा रख दिया अभ्या ने उसे दूर नही हटाया अभ्यन् के पास आने पर उसे सुकून मिलता है जिसे बो कई दिनों से ढूंढ रही थी। अभ्या ने अपने लिए एक सिग्रेट ( हनिकारक है) निकाली। और उसके कस लेने लगी। 
     
    अभ्यन् ने उसे देख अभ्या के चेहरे पर ज़ीरो एक्सप्रेशन थे। और बो सिग्रेट के कस ले रही थी । अभ्यन् ने उसके हाथ से बो सिग्रेट छीना और खुद उसके कस लेने लगा। अभ्या ने उसकी तरफ देखा फिर सामने की तरफ देख कर बोली
     
    अभ्या , " तुमने अभी तक मेरे सवाल का जबाब नहीं दिया । अभ्यन् अभ्या को अपने बाहों में भरते हुए अभ्यन्, " सिक्के के दो पहलू होते हैं और तुम्हारे पास्ट मे जो हुआ बो उसका एक पहलू था और दूसरा पहलू  जो सबसे छुपा हुआ है किसी ने जानने की कोशिश नही की ना तुमने और नहीं तुम्हारे डेड मिस्टर ऋषभ रॉय ने। 
     
    अभ्या जो अभ्यन् की बात सुनकर उसे बालकनी के रेलिंग से सटा दिया और उसके आँखों में आखे डाल कर बोली अभ्या, " तुम हो कौन, मेरे पास्ट मे क्या हुआ क्या हो रहा है सब कुछ तुम्हे कैसे पता। 
     
    अभ्या के सवाल से अभ्यन् ने अभ्या की कमर पकड़ कर अपने आपसे चिपका लिया और उसके हवा मे लहराते छोटे बलों को कान के पीछे करते हुए सरगोशी आवाज में बोला अभ्यन्, " मे तुम्हारा हूँ और तुम सिर्फ मेरी हम और अगर मे कहूँ की तुम्हारा मेरा कनेक्शन बहुत पुराना है जो सायद तुम्हे याद नहीं है मुझे सब याद है। क्या तुम यकन करोगी। 
     
    अभ्या उसे देख कर बोली अभ्या , " नहीं करूँगी ट्रस्ट तो मुझे मेरे परछाई से भी नहीं है बो भी अंधेरे मे साथ छोड़ देती हैं तो तुम बहुत दूर हो फिल्मी डायलॉग बोलना बंद करो। 
    अभ्यन् अभ्या के इयर्लोब् बाइट करते हुए बोला अभ्यन्, " तुम मानों या ना मानों कुछ बहुत गहरा है हम दोनों के बीच और मुझे तुम्हारे बारे में सब पता है बेबी की तुम इंडिया और अपने डेड से इतनी नफरत होने के बाबजूद यहाँ उनके साथ रह रही हो और सायद कुछ है जो तुम बे सबरी से ढूंढ रही हो... Im i right Baby। 
     
    अभ्या अभ्यन् के गले पर अपनी पकड़ बना लिया अभ्या , " और क्या जानते हो मेरे बारे में तुम...? अभ्यन् उसके हाथों को अपनी गर्दन से हटाया उसके चेहरे के करीब अपना चेहरा कर लिआ और दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे अभ्यन्, " तुम जिसे ढूंढ रही हो और जिस सच से तुम और पूरी दुनिया अंजान है उस सच तक जनता हूँ। यहाँ पर हर किसी के चेहरे के पीछे मुखोटा है मुखोटे के पीछे अलग चेहरा।
     
    अभ्यन् उस रूम से बाहर जाने लगा अभ्या ने उसको देखा और बोली अभ्या , " क्या तुम उनसे मिले हो क्या बो तुम्हारे पास है। अभ्यन् के कदम रुक गए अभ्या की बात सुनकर अभ्यन् बिना पीछे मुड़े बोला अभ्यन्, " बो जहाँ है सैफ है और तुम बहुत जल्द उनसे मिलोगी बस मुझे पे भरोसा रखना। अभ्यन् वहाँ से चला गया। 
     
    उसके जाते ही अभ्या असमान की तरफ देख ने लगी। अभ्या खुदसे ही बोली अभ्या , " भरोसा यही तो किसी पे होता नही है पर पता नही क्यों जब से तुमसे मिली हूँ ऐसा लगत हैं तुम मेरे अपने है मेरे बहुत खास पर इतनी आसानी से मे किसी पर भरोसा नहीं कर सकती हूँ। अभ्यन् उसकी ये बाते डोर के पास खड़ा होकर उसकी बाते सुन रहा था फिर बो वहाँ से चला गया। 
     
     
    एक अंधरे कमरे में जिसे देख कर एक पुराना बेसमेंट लगा रहा था। एक आदमी को उस चेयर पर बंधा गया था पूरी तरफ अंधेरा था बस एक रेड लाइट जल रही थी। बो आदमी छट पटा रहा था खुद को छुड़ाने की कोशीश कर रहा था । उसके आँखों पर पट्टी बंधी हुई थी।होठों पर टेप लगा हुआ था। 
     
    तभी वहाँ का एक डोर खुला और रोशनी अंदर आई उसके साथ ही एक अजीब सी आवाज आई बो एक एविल वेसिल की आवाज पुरा रूम भर गया बो आदमी जो खुद को छुड़ा ने की कोशीश कर रहा था उसने कोसिस करना बंद कर दिया । 
     
    उस व्हिसिल् इतना दरबना था की उस रूम में बस उस आदमी की दिल की धड़कन सुनाई दे रही थी। भारी कदमो की आवाज के साथ एक सक्स जो की पूरी तरह काले कपड़ो में कवर था बो उस आदमी के पास आने लगा और बहुत ही खतरनाक ओरा उस रूम मे आने लगा उस आदमी के पीछे एक और काले कपड़े पहना आदमी आया और उसके हाथो मे एक वाइट पेंटिंग बोर्ड था।
     
    उस पहले आदमी ने उस दूसरे आदमी को अपने हाथों से जाने का इशारा किया बो दूसरा आदमी जो सायद बॉडी गार्ड था बो वहाँ से चला गया। 
     
    बो आदमी वीसेल् बजाते हुए उस चेयर मे बंधे हुए आदमी के पास गया और अपने जेब से एक धार दार नाइफ निकला और उस आदमी के हाथों के नशे को काट दिया । खून पानी की तरह बहने लगा। बो आदमी चिलया मगर होठों पर टेप की वजह से आवाज बाहर नही आई और बो काले कपड़ो बाला आदमी किसी सनकी की उस चेयर पर बंधे आदमी को उसे जगह जगह से काट रहा था। 
     
    और उसके खून से उस कैंवास पर कुछ ड्रॉ कर रहा था। उस आदमी की ज्यादा खून बेहने और दर्द की वजह से मौत हो जाती हैं । इतनी दर्दनाक मौत देने के बाबजूद  बो सनकी आदमी रुक नही रहा था बो जुनून और सनकी की तरफ उस ड्रोविंग को बनाने मगन था। उस रूम में चारों तरफ खून था और स्मेल् बी खून की आ रही थी। फाइनल उस काले कपड़े वाले आदमी के हाथ रुक गए और उस पेंटिंग को देख कर बो सनकी आदमी बोलने लगा 
    मेरी जुनून का वजह तुम हो., 
    मेरे पागलपन की वजह तुम हो और
    मेरी सनक की वजह तुम हो... वजह तुम हो हाहा.... हाह
    कैसे कहूँ इश्क़ मे तेरे कितना हु बेताब मे 
    आँखों से आँखे मिलके चुरालु तेरे ख्वाब में
    कैसे कहूँ इश्क़ मे तेरे कितना हु बेताब मे 
    आँखों से आँखे मिलके चुरालु तेरे ख्वाब में
    और उस पेंटिंग को देखने लगा जो की एक लड़की की थी और बो लड़की कोई और नही अभ्या की थी। 
     
     
     
    कौन है ये सनकी आदमी? 
    क्या अभ्या भरोसा करेगी अभ्यन् पर ? 
    क्या यही है इस कहानी का villian? 
     
     
    Thank you all for reading this story🩵
     
    Stay connected to know further🩵
     
     To Be Continue🩷
     
     

     
     
     

  • 18. REBORN BABY YOUR AASHIQ IS BACK - Chapter 18

    Words: 1462

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब तक, 
    उस आदमी की ज्यादा खून बेहने और दर्द की वजह से मौत हो जाती हैं । इतनी दर्दनाक मौत देने के बाबजूद  बो सनकी आदमी रुक नही रहा था बो जुनून और सनकी की तरफ उस ड्रोविंग को बनाने मगन था। उस रूम में चारों तरफ खून था और स्मेल् बी खून की आ रही थी। फाइनल उस काले कपड़े वाले आदमी के हाथ रुक गए और उस पेंटिंग को देख कर बो सनकी आदमी बोलने लगा 
    मेरी जुनून का वजह तुम हो., 
    मेरे पागलपन की वजह तुम हो और
    मेरी सनक की वजह तुम हो... वजह तुम हो हाहा.... हाह
    कैसे कहूँ इश्क़ मे तेरे कितना हु बेताब मे 
    आँखों से आँखे मिलके चुरालु तेरे ख्वाब में
    कैसे कहूँ इश्क़ मे तेरे कितना हु बेताब मे 
    आँखों से आँखे मिलके चुरालु तेरे ख्वाब में
    और उस पेंटिंग को देखने लगा जो की एक लड़की की थी और बो लड़की कोई और नही अभ्या की थी। 
     
    अब आगे, 
     
    बो सनकी आदमी अभ्या की पेंटिंग को अपने हाथों में लिया। और अभ्या के चेहरे पर अपने हाथों से सेहलते हुए और सोंग और वीसेल् बजाते हुए उस अंधेरे बेसमेंट से बहार आया । जैसे जैसे उसके कदमो की आहट से घर की लाइट ऑन होती जा रही थी। बो सनदार लिविंग रूम से होते हुए सिडियों से होते हुए एक रूम में चला गया। 
    कैसे कहूँ इश्क़ मे तेरे कितना हु बेताब मे 
    आँखों से आँखे मिलके चुरालु तेरे ख्वाब में
    कैसे कहूँ इश्क़ मे तेरे कितना हु बेताब मे 
    आँखों से आँखे मिलके चुरालु तेरे ख्वाब में
     
    उस रूम में चारों तरफ अंधेरा था उसके कदमो की आहट से रूम के लाइट ऑन हो गया और बो पुरा रूम रोशनी से चमक ने लगा। उस रूम के दिबरों पर बस एक सक्स की पेंटिंग्स बनी हुई थी और बो पेंटिंग्स अभ्य की थी। कुछ नई और कुछ पुरानी। 
    मेरे साये है साथ मे 
    यारा जिस जगह तुम हो 
    में जो जी रहा हूँ 
    वजह तुम हो वजह तुम हो
    में जो जी रहा हूँ 
    वजह तुम हो वजह तुम हो
    उस सनकी आदमी ने उस ड्र किया हुआ पेंटिंग को एक दिबर पर लगा दिया। और वॉशरूम मे चला गया। मिरर के सामने खड़े होकर अपने हाथो के ग्लोवस् ब्लैक ओवर कोट हैट और अपने बॉडी का शर्ट भी । उसकी मुस्कुलर् चेस्ट मिररमे दिख रही थी। अभी भी फेस पर मास्क था उस मास्क को उतर कर बो आदमी शॉवर के नीचे खड़ा हो गया। 
    ये नासा या है जेहरे 
    इस प्यार को हम क्या नाम दे , इस प्यार को हम क्या नाम दे है 
    ये नासा या है जेहरे
    इस प्यार को हम क्या नाम दे , इस प्यार को हम क्या नाम दे है  । 
     
    अगली सुबह, 
    अभ्या रॉय मैंशन के बैक यार्ड मे हॉर्स रीडिंग कर रही थी। उसके पीछे अभय और अहन भी आये थे । बो अभ्या के साथ टाइम स्पेंड करना चाहते थे। कल रात को ही अभ्या बापस रॉय मैंशन आ चुकी थी। नील अभी भी हॉस्पिटल में था। 
     
    काफी देर हॉर्स रीडिंग करने के बाद। अभ्या घर के अंदर चली गई। बो लिफ्ट में जा रही थी की नीति जी बोली, " टाइगर ब्रेकफास्ट रेडी है आप नीचे आ जाइये। 
     
    अभ्या ने आ
    आअपने पलके झपका कर हम मे जबाब दिया और लिफ्ट से अपने रूम में चली गई। थोड़ी देर बाद सब फैमिली मेंबर डैनिंग टैबेल पर बैठे हुए थे। अभ्या अपने विसनेस् सूट मे तैयार होकर उन सभी के पास आये और अपने चेयर पर बैठे गयी। 
     
    उसके आते ही सर्वांट सब को ब्रेकफास्ट सर्व करने लगे। अशोक जी, " अभ्या आप ऑफिस जा रही है। अभ्या, " ह्म्म्म। बाणी जी, " बच्चे आपकी तबियत खराप् आज मत जाइये ऑफिस। नीति जी , " माँ ठीक बोल रही है टाइगर आपको आज रेस्ट करना चाहिए। 
     
    अभ्या, " मुझे कुछ नही हुआ है और मे बिल्कुल ठीक हूँ और मेरे लिए मेरा एक एक सेकंड imporant है। राजेश जी, " जैसे आपको ठीक लगे टाइगर पर ज्यादा वर्क लोड़ नही लोगी आप। अभ्या ने कुछ नहीं बोला और अपनी ब्रेकफास्ट करने लगी। ऋषभ जी अभ्या को देख रही थी।
     
    अभ्या ने ब्रेकफास्ट खतम करके मैंशन के बाहर चली गई जहाँ पर एलेक्स उसका इंतेजार कर रहा था। अभ्या को आता देख कर एलेक्स ने उसके लिए कार का डोर ओपन किया अभ्या के बैठ ते ही एलेक्स भी पेसेंजर सीट पर बैठ गया। अभ्या की कार स एक एक करके रॉय मैंशन से निकल गयी। 
     
    आर्यन ऑफिस में अभ्यन् अपने केबिन मे बैठा हुआ था और लैपटॉप पर कुछ विसनेस् मैन के बारे में रिसर्च कर रहा था जो अभ्या के साथ कॉलब्रेट किये हुए है। तभी उसके केबिन के बड़े से TV पर रेसेंट न्यूज़ शॉ हो रहा था 
    , " आज की सबसे बड़ी खबर मसहूर विसनेस् मैन माधव अनेजा की सेस्पेसिओस  मौत । डेड बॉडी मिली है उनके ऑफिस की पार्किंग में। 
     
    इस न्यूज़ को देख ते ही अभ्यन् कुछ देर उस न्यूज़ को देखते ही कुछ देर सोच मे पड़ गया। और अचानक अपने चेयर से खड़ा हो गया पानीक करते हुए इधर से उधर चलने लगा और खुद मे खुदसे बड़बड़ान लगा 
     
    अभ्यन् , " नहीं , ये नहीं हो सकता। बो अभ्या के आस पास है। Ohh गॉड मे क्या करूँ कैसे प्रोटेक् करूँ उसे मे एक बार और मे उसे नहीं खो सकता। अभ्यन् केबिन के सोफे पर  सिर पर हाथ रख के बैठे गया । 
     
    अभ्यन् इस लिए परेसान हो गया था क्यों की माधव अनेजा अभ्या का विसनेस् रैवल है। क्यों की अभ्या का न्यू प्रोडक्ट अगर इंडिया में लंच हो जाता हैं तो सबसे ज्यादा नुक्सान माधव अनेजा को होगा। और माधव अनेजा की डेड बॉडी पर जो ब्रुतल् तरीके से काटा गया है ये देख कोई भी बोल सकता है मडरर जो कोई भी है बो नॉर्मल इंसान नही है साइको पैथ है। 
     
     
    अभ्यन् अभी भी ए सब सोच रहा था और इतना खो गया था की उसे पता ही नहीं चला की कब से कोई उसके केबिन को पर क्नॉक कर रहा है। और अभ्यन् के जबाब ना मिलने पर अंदर आ गया उस इंसान ने सोफे पर सिर पकड़े अभ्यन् पर जाती हैं तो बो अभ्यन् के पास जाकर उसके कंधे पर हाथ रखते है। 
     
     
    अभ्यन् को जैसे ही बो टच महसूस होता है बो अपना सर उठा कर सामने देखने लगा उस इंसान को देख कर अभ्यन् ने उस इंसान को टाईटली हग कर लिए और उसके मुह से निकला अभ्यन्, " डेड " । 
     
    ये देव जी थे जो मेट्टिंग अटेंड करने के लिए अभ्यन् को बुलाने आये थे । अभ्यन् के आँखों में बचीनी देख ऐसे गले लगाते । देख उन्होंने कुछ नहीं बोला और अभ्यन् को टिएटली हग करते हुए उसके पीठ को थपथपने लगे। 
     
    अभ्या के ऑफिस के बाहर मीडिया बलों की लंबी कतार थी। अभ्या अभी अपने केबिन मे थी और एक फॉरेन क्लिंड के साथ मेट्टिंग कर रही थी। उसका मेट्टिंग खतम होते ही रिया और एलेक्स उसके केबिन मे आ गए। 
     
     
    अभ्या को उसके विसनेस् रैवल् के ब्रुटेल डेथ के बारे में बता दिया और ऑफिस के सामने मीडिया के तमासे के बारे में। 
     
    अभ्या उन दोनों की तरफ देख कर बोली अभ्या , " मीडिया को ऑफिस के कंफ्रेस रूम में बुलयो इस सब को सोट आउट कारों। मुझे कोई मेस नहीं चाहिए। रिया, " Yes, मेम। 
     
    रिया केबिन से चली गई अब एलेक्स और अभ्या थे। अभ्या एलेक्स की तरफ देख कर बोली अभ्या , " देवराज आर्यन के साथ मेट्टिंग का क्या हुआ ? एलेक्स , " हमन पप्रोपोसल सेंड कर दिया है अभी तक कोई जबाब नहीं आया है। 
     
    अभ्या , " मुझे जल्द से जल्द उनके साथ मेट्टिंग करनी है। एलेक्स , " क्या हम किसी दूसरी इंवेस्टिकटिंग कंपनी को अप्रोच करे मैम। अभ्या उसकी तरफ देखने लगी उसे अभ्यन् की कही बाते याद आने लगी उसने कुछ सोच कर एलेक्स को बोली। 
     
     
    अभ्या , " नहीं, पहले आर्यन का रिप्ले आने दो फिर देखते हैं। पहले तुम ये मीडिया का मैटर sutout करो। एलेक्स , " Yes, मैम बोल बो केबिन से बाहर चला गया। 
     
     
    अभ्या सीट से टैग लगा कर बैठ गयी और कुछ सोचने लगी उसे कल रात के मोमेंट याद आने लगे जब अभ्यन् उसके पास था । कितना सुकून था उस पल में ये सब सोचते सोचते अभ्या ने एक सिग्रेट ( हानिकारक) जला लिया और उसके कस लेते हुए ग्लास वॉल के पास आ गयी और यहाँ से पूरे मुंबई सेहर को देखने लगी। 
     
    अभ्या ये सब सोच ते हुए खुद से बोली । 
     
    अभ्या , " तुम्हारे पास होने पर मुझे सुकून मिल रहा है.. इसे जरूरत बनने पर मजबूर मत करना बरना ना तो मे कभी तुम्हे अपनायूंगी और नाही किसी और का होने दूँगी तकलीफ तुम्हे हीगी अभ्यन् आर्यन। 
     
     
    Thank you all for reading this story🩵
     
    Stay connected to know further🩵
     
     To Be Continue🩷