अरिहान सिंघानिया जो है एक डेविल और है एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन और करता है एशिया पर अपना राज इस डेविल को सभी लोग डरते है किसी की इतनी हिम्मत नही की कोई इसे कुछ भी कहे पर ऐसे खूंखार डेविल को हो जाता है एक मासूम चुलबुली लड़की से पहली ही नजर में प्यार इस ड... अरिहान सिंघानिया जो है एक डेविल और है एक बहुत बड़ा बिजनेसमैन और करता है एशिया पर अपना राज इस डेविल को सभी लोग डरते है किसी की इतनी हिम्मत नही की कोई इसे कुछ भी कहे पर ऐसे खूंखार डेविल को हो जाता है एक मासूम चुलबुली लड़की से पहली ही नजर में प्यार इस डेविल का प्यार धीरे धीरे बन जाता है उसका जुनून और करना चाहता है उससे शादी दूसरी तरफ एक मासूम चुलबुली लड़की मिडिल क्लास होने से उसे बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है पर फिर भी वो खुशी से जी रही है अपनी जिंदगी पर इन सब से अनजान की उसके जिंदगी में आने वाला है एक तूफान पर क्या ये तूफान लायेगा जिंदगी में खुशियां या कर देगा उसे बरबाद?? जानने के लिए पढ़ते रहिए "जुनून - ए - मोहब्बत"।
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सिमला,,
सिमला एक ऐसी जगह है जहां पर हर किसी का जाने का मन होता है हर किसी का ख्वाइश होता है हो भी क्यों न वो बहुत ही खूबसूरत सहर जो है सिमला में बहुत सारे टूरिस्ट प्लेस है जहां पर हमेशा लोगों का आना जाना लगा रहता है और वहां का खाना ओह माय गॉड सोचने पर ही मुंह में पानी आ जा रहा है तो चलिए इसे देरी न करते हुए सुरु करते है हमारा ये स्टोरी क्यों की ये स्टोरी भी यहीं से सुरु होती है हमारी हीरोइन जो रहती है।
सनशाइन कैफे,,
साम के वक्त कैफे पर एक लड़की अपनी दोस्त के साथ बैठी हुई थी और बातें कर रही थी दिखने में वो 18 साल की लग रही थी पर वो बिलकुल एक प्यारी सी एंजेल की तरह उसकी प्यारी सी कली आंखें जिनमे उसने काजल लगाया हुआ था माथे के बीच एक छोटा सा बिंदी होंठो पर हल्की सी लाल लिपस्टिक कमर तक लहराते हुए लंबे बाल और कानो पर एक छोटी सी झुमके प्लाजो सलवार सूट में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी।
पर वो बहुत चुलबुली थी उसका बचपना अभी तक नही गया था कैफे पर बैठे सारे लड़के तो उसे देख पागल से हो रहे थे,,पर उस लड़की वो उस सब चीज से कोई फर्क नही पड़ रहा था वो अपने में ही गुम हो कर अपनी दोस्त के साथ बात करने में बिजी थी पर तभी उनके टेबल पर एक लड़का आता है और बोलता है__" हेलो, क्या मैं आपसे थोड़ी देर बात कर सकती हूं",, तभी दोनो लड़की की नजर उस लड़के पर जाता है तो दूसरी लड़की जो उसकी दोस्त थी पूजा उसने उस लड़के को देखते हुए बोला__" हां बोलो",, तो वो लड़का बोला__" सॉरी मिस पर में आपसे नही इनसे बात करना चाहता हूं"।
ये सुनते ही पूजा की आंखें छोटी हो जाती है और वो उस लड़के को घूर कर देखती है तो अलिश जो अपनी काफी पी रही थी उसने एक नजर भी उस लड़के को नही देखा तभी वहां पर और दो तीन लड़के आ जाते है और आलिश को अपनी गंदी नजर से देखने लगते है। और वो लड़के उनके पास बैठे हुए बोले__" उफ्फ ये तुम्हारी खुबसूरती देख कर तो तुम हमें मार ही डालोगे जानेमन",, तो दूसरा लड़का बोला__" एक बार तुम,"",, वो आगे कुछ बोलता तभी अलिश गुस्से से उन्हें देख कर वो गरम काफी उस लड़के के चेहरे पर फेक कर बोली__" अपनी सकल देखी है क्या तुमने चमगढ़ कहीं के अगली बार अगर तुम मेरे सामने दिखे ना तो पिट पिट कर तुम्हारी ऐसी हालत करूंगी की तुम चलने लाया भी नही रहोगे समझे",, ये बोल अलिश और पूजा वहां से चले जाते है तो वो लड़का गुस्से से आग बबूला हुए बोलता है__" बहुत गलत किया ये तुमने बहुत गलत किया इसका हिसाब तो तुम्हे देना पड़ेगा जस्ट वेट एंड वॉच",, ये बोल वो लड़का भी वहां से चला जाता है।
अलिश और पूजा वहां से निकलने के बाद अपने गाड़ी के तरफ जाते है तो अलिश गुस्से से बड़बड़ाते हुए आगे चल रही थी तो वहीं पूजा एक जगह पर रुक गई और उसे देखती है तो जब अलिश को महसूस होता है की पूजा उसके साथ नही जा रही है तो वो पीछे मुड़ कर देखती है जहां पूजा अपनी गाड़ी के पास खड़ी हो के उसे देख रही थी,, ये देख अलिश उसके पास जाति है और बोलती है__" तुमने मुझे आवाज क्यों नही दिया",,
तो पूजा उसके सार पर चपत लगाते हुए बोली__" तुम अपने आप में इतना बिजी जो थी अब चल चुप चाप बैठ जा मैं तुझे घर छोड़ देती हूं",, तो अलिश अपने सार को सहला कर बोली__" मैने तुम्हे कितना बार कहा है की मेरी सार पर ऐसे मत किया करो",, पूजा गाड़ी पर बैठते हुए बोली__" ठीक है मेरी मां अब जल्दी बैठा जा तुझे घर छोड़ कर मुझे भी आज जल्दी घर जाना है लेट हो गई तो मेरी चिकन तंदूरी बनने में एक मिनिट भी नही लगेगा",, अलिश के बैठने के बाद वो लोग वहां से तुरंत निकल जाते है।
अलिश अपने घर पोहांच पूजा को बाय बोल घर के अंदर चली जाति है और वो अपने कमरे में चली जाति है पर तभी वो देखती है की उसका बाड़ा भाई अर्जुन उसका लैपटॉप लिए बैठा था और उसमे कुछ कर रहा था ये देख उसकी आंखें छोटी हो जाती है और वो उसके पास जा कर अपना लपटों छीन लेती है और कहती है___" भाई आप मेरे लैपटॉप में क्या कर रहे थे वो भी बिना मेरे परमिशन के",, ये बोल वो अर्जुन को घूर कर देखती है तो अर्जुन भी उसे ही घूर कर देखता है और बोला__"तुमने बताया क्यों नही की तुमने जॉब के लिए अप्लाई किया है वो भी बिना घरवालों से पूछे",,
ये सुन अलिश थोड़ा हड़बड़ा जाति है और खुद को डिफेंड करते हुए बोलती है__" हां तो क्या हो गया आप भी तो सबसे झूठ बोलकर अपने दोस्तों से ट्रिप पर गए थे और तो और आप",, ये बोलते बोलते वो चुप हो गई ये बात सुन अर्जुन उसके तरफ शॉक्ड हो कर देखता है उसके आंखों के सामने कुछ मंजर घूमने लगते है जिसे याद कर वो उड़ा हो जाता है उसके आंखों में आसूं आ जाते है उसकी आंखों में एक दर्द नजर आता है जिसे देख अलिश खुद से कहती है__" ओह नो लिशु ये तूने क्या कर दिया खुद को बचाते बचाते तूने भाई की पास्ट याद दिला दी जो आज तक सबसे छुपता आया है अब की करूं",, अर्जुन कुछ नही कहता और अपने कमरे के तरफ चला जाता है और खुद को कमरे में बंद कर लेता है जिसे देख अलिश उदास हो जाती है वो अपना लैपटॉप टेबल पर रख अपना कपड़े लेकर वो वहां से चेंज करने चली जाति है।
अर्जुन कमरे में खुद को बंद कर अपने बेड के कोनो पर बैठ उस याद में को गया जो वो याद करना ही नही चाहता था वो खुद से बोला__" नहीं नहीं ऐसा नहीं होगा मैं मैं मुझे ये सब भूलना होगा और लाइफ में आगे बढ़ना होगा पर पर क्या वो आगे बढ़ पाई होगी मैंने तुम्हारे साथ बहुत गलत किया पर सच्ची मैंने ये जान बुझ कर नही किया"। ये सब बोलते हुए उसके आंखों में आसूं आ गए थे।
अलिश आनंद जो दिखने में बहुत खूबसूरत है लड़के उसे देख पागल से हो जाते है पर उसे ज्यादा इस सब से फरक नही पड़ता वो बस अपना सपना पूरा करना चाहती है जो गोल्डन ईगल कंपनी में काम करना है और अपने कमाई से वो अपने परिवार के लिए एक घर खरीद सके और इसलिए वो अब अपनी पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान देने में लगी हुई है।
अर्जुन आनंद दिखने में ये भी हैंडसम है चार्मिंग है मस्कुलर बॉडी ये एक यूनिवर्सिटी में अपनी mbbs की पढ़ाई पूरी कर रहा है इनका सपना है को ये एक डॉक्टर बने इसलिए वो अपनी पढ़ाई पर फोकस कर रहे है।
पूजा बैसवाल जो अलिश की बेस्ट फ्रेंड है और उसी के साथ पढ़ाई कर रही है दिखने में ये भी बहुत खूबसूरत है लड़के उसे देखकर पसंद करने लगते है पर इनकी पर्सनेलिटी थोड़ी दबंग वाली है जिससे लड़के इसके आस पास भी आने से डरते है और ये अलिश को हर एक फैसले में उसकी साथ होती है।
दूसरी तरफ,,
मुंबई के बड़े से बिल्डिंग पर जहां लिखा हुआ था गोल्डन ईगल कंपनी जो पूरे दुनिया में फैला हुआ था वोही उस ऑफिस के सबसे टॉप फ्लोर के केबिन में सोफे पर बैठा एक लड़का सामने हो रहे तमाशे को देख रहा था और अपने मन में बोला__" ओह गॉड अब क्या होगा बेचारे रितेश का",, तभी उसे किसी का रौबदार आवाज आती है__" तुम्हे पता है ना वो पेपर्स मेरे लिए कितने इंपोर्टेंट है और तुमने उसे घूम कर दिया तुम इतने कैरलेस कैसे हो सकते हो",,
तभी उसका सेक्रेटरी जिसका नाम रितेश था उसने बोला__" बॉस वो..वो गलती से हो गया मैंने सही से रखे थे पर पता नही कैसे वो पेपर्स मेरे टेबल से गायब हो गया",, तो वो इंसान चुप चाप बैठे रितेश को घूर रहा था जिससे रितेश का डर से पसीना छूटने लगा क्यों की सब जानते थे कि उनका बॉस को अगर किसी भी चीज में गलती नजर आई तो वो हफ्ते महीने तक उनको ओवर टाइम करने बोलते है वोही उनकी पनिशमेंट होती थी।
"आज से तुम एक महीने तक फ्रांस के ब्रांच में काम संभालोगे got it",, ये सुनते ही रितेश की हवा टाइट हो गई और वो बोला__" आर",, उसने इतना ही बोला था की उसके बॉस ने उससे कहा __" भूलो मात की मैं अभी तुम्हारा बॉस हूं",, तो रितेश ने सोफे पर बैठे लड़के को देखा जो उसका मजे लेते हुए उसे देख रहा था। फिर उसने येस बॉस बोल कर केबिन से निकल गया , तभी सोफे पर बैठा लड़का बोला जिसका नाम दक्ष ओबेरॉय था उसने कहा__"अरिहान तुम",,
तभी चेयर पर बैठा लड़का उसे घूर कर देखा और बोला__" जस्ट लीव",, तो दक्ष कुछ नही बोला और वहां से चला गया क्यों की उसे पता था की उसका दोस्त अब बहुत गुस्से में है और वो कुछ भी कर सकता है। उसने जैसे ही केबिन से बाहर आया केबिन से चीजें तोड़ने की आवाज आने लगी जिसे सुन दक्ष बोला__" ओह गॉड ये आज सब पर इतना गुस्सा क्यों हो रहा है काश हमारा पुराना अरिहन वापस आ पता आई विश की तुम्हारे जिंदगी में एक ऐसी लड़की आए जो तुम्हे संभाल सके" ये बोल वो वहां से चला गया।
यही केबिन के अंदर वो लड़का जिसका नाम अरिहान सिंघानिया था जो गोल्डन ईगल कंपनी का एक लौता ceo जो उसने अपने मेहनत से अपना कंपनी खड़ा किया है और उसको उचायियों तक ले के गया है सब बड़ी बड़ी कंपनी थी सब उसके आगे झुकते है कंपनी से लेकर मिनिस्टर तक उसके आगे झुकते है दिखने में वो हैंडसम तो बहुत था सिक्स पैक्स abs मस्कुलर बॉडी पर जितना वो हैंडसम चार्मिंग था उतना ही वो खतरनाक और खूंखार भी था उसके गुस्से से सब डरते थे उसकी देखने भर से सब की हालत खराब हो जाति थी।
केबिन में अरिहान गुस्से से सब चीज़ें तोड़ फोड़ कर रहा था उसके लिए वो पेपर्स बहुत जरूरी थे उसने अपने फोन से किसी को कॉल करते हुए कुछ इंस्ट्रक्शन दिए और बिना सुने उसने कॉल काट दिया फिर उसने अपने ऑफिस में बनाए हुए कमरे में गया और वहां पर उसने ड्रिंक करने लगा।
दूसरी तरफ सिमला में,,
अब तक रात हो चुकी थी सब डिनर करने के लिए बैठे थे सिवाए अर्जुन के दीक्षा आनंद अलिश और अर्जुन की मां उन्होंने कहा__" ये अर्जुन को क्या हुआ वो अपने कमरे से निकल ही रहा है डिनर के लिए भी उसने मना कर दिया",, तो अलिश के पिता रिदय आनंद बोले__" कोई बात नही शायद वो पढ़ाई कर रहा होगा उसका एग्जाम भी पास आ रहा है ना इसलिए तुम चिंता मत करो वो बाद में खा लेगा",, तो दीक्षा जी बोली__" हां ठीक है, तो मैं ये कह रही थी की अर्जुन के लिए हम बाइक खरीद देते है क्यों की उसे कॉलेज जाने में अब दिकाय भी होती है",, तो रिदय जी बोले__" हां ठीक है उसे पूछ लेना की उसे कैसी गाड़ी पसंद है तुम्हे तो पता है तुम्हारे बेटे के बारे में",, तो दीक्षा जी बोली__" हां हां पूछ लूंगी पर आपको तो मेरे बेटे पर कुछ न कुछ कहना ही होता है",, तभी अलिश बोली__" मोम डैड मुझे आप दोनो से बात करनी है",, तो दीक्षा जी बोली__"हां बोलो क्या बात करनी है"।
तो अलिश बोली__" मुझे मुंबई जाना है मैं वहां के गोल्डन ईगल कंपनी में जॉब करना चाहती हूं",, ये सुन दीक्षा जी और रिदय जी एक दूसरे को देखने लगे और रिदय जी उसे मना करते हुए बोले__" अलिश तुम वहां नही जा सकती वो इतना बड़ा कंपनी है और अगर तुमसे कोई गलती हो गई तो बाद में हमें पता नही क्या करना होगा",, तो दीक्षा जी बोली__" हां अलिश तुम्हारे डैड सही केह रहे है और तुम वहां कहां रहोगी"।
उनकी ये बात सुन अलिश बोली__" पर मोम डैड ये मेरा सपना है को मैं वहां काम करूं",, तो रिदय जी साफ मना करते हुए गुस्से में बोले__" अलिश हूं दोनो ने केह दिया ना की तुम मुंबई नही जाओगी तो बस नही जाओगी",, तो अलिश बहुत हर्ट हो जाति है और वो भी गुस्से से चिलाते हुए बोलती है__" आप दोनो बहुत बुरे हो आपको मेरी फिकर ही नही है आपको बस आपका बेटे के बारे में सोचना है उनको जो जरूरत होती है आप उसे सब ला कर देते है पर मेरी लिए क्यों नही उनका सपना था डॉक्टर बनना तो अपने उन्हें बड़े से कॉलेज में एडमिशन करवाया ताकि वो अपना सपना पूरा कर सके तो फिर आप मेरे सपने को पूरा क्यों नही कर रहे",, तो दीक्षा जी गुस्से से बोली__" अलिश ये तुम क्या बोल रही हो",, तो अलिश बोली__" जो बोल रही हूं सही बोल रही हूं मोम मैं बचपन से देखते आ रही हूं की आप दोनो हमेशा भाई और मेरे में इतना फर्क क्यों करते है"
तभी वहां पर एक चटक की आवाज आती है जो रिदय ने अलिश को मारा था और उसने बोला__" खबरदार अगर तुमने और एक लफ्ज़ भी कहा तो तुम अब इतनी बड़ी भी नही हुई की तुम अपने मोम डैड से इस लहजे में बात करो निकल जाओ मेरे घर से मुझे ऐसी बेटी की जरूरत नही जो अपने मोम डैड की इजात ही न करे",, ये बोल वो अपने कमरे में चले गए और दीक्षा जी अलिश को कुछ बोलने ही वाली थी की अलिश रोते हुए बोली__" you know mom मुझे आप दोनो ने बहुत हर्ट किया है आप दोनो ने मेरी तकलीफ कभी नही समझी और नही कभी आप समझ पाओगे",,
ये बोल वो अपने रूम में चली गई इधर दीक्षा जी वहीं खड़ी रही उनके आंखों में आसूं थे थोड़ी देर बाद जब अर्जुन नीचे आया तो उसने दीक्षा जी को सोफे पर बैठा देख कर उनके पास जा कर कुछ बोलने को था की उसने अपनी मां को यूं रोता देख घुटनों के बल बैठ कर बोला__" मोम.. मोम क्या हुआ आपको आप ऐसे रो क्यों रही है कुछ हुआ है क्या",, तो दीक्षा ने अर्जुन को जो कुछ भी हुआ सब बता दिया तो अर्जुन बोला__" मोम डोंट वरी आप चिंता मत कीजिए वो सुबह तक ठीक हो जाएगी और सब कुछ भूल भी गई होगी",, तो दीक्षा जी बोली__" पर वो",, तो अर्जुन बोला__" आप फिकर मत करो मैं उससे बात करूंगा ओके आप जाओ सो जाओ और टेंशन नही लेना ओके आपका बेटा है ना वो सब ठीक कर देगा"। उसके बाद अर्जुन अपने मां को उनके कमरे में छोड़ वो भी अपने कमरे में चाला गया।
कोन था वो लड़का और क्या करेगा वो??
ऐसा कोन से पेपर थे जो घूम होने पर फूटा अरिहान का गुस्सा??
और क्या अलिश जा पाएगी मुंबई अपने सपनों को पूरा करने??
जानने के लिए पढ़ते रहिए ""जुनून - ए - मोहब्बत"।
आनंद निवास,
सुबह के 8 बजे सब डाइनिंग टेबल पर बैठे ब्रेकफास्ट कर रहे थे दीक्षा जी बार बार अलिश के रूम के तरफ देख रही थी तो रिदय जी बोले__" तुम उसकी फिकर मत करो जब उसका गुस्सा शांत हो जायेगा तो वो आ जायेगी",, दीक्षा जी बोली__" कैसे फिकर ना करूं उसने पहले कभी ऐसा बिहेव नही किया है",, तो रिदय जी बोले__ " वो बस मुंबई जाने का बहाना है और कुछ नही",, तो अर्जुन बोला__" पर डैड मोम सही केह रही है अलिश ने कभी ऐसा बिहेव नही किया है मैं उसे अच्छे से जानता हूं वो शायद परेशान है किसी बात पर",, रिदय जी डाइनिंग टेबल से उठते हुए बोले__" ठीक है अगर तुम केह रहे हो तो वैसे ही हुआ होगा पर इसका ये मतलब नही है की वो अपने से बड़ों की इज्जत ही न करे समझा देना अपनी बहन को पहले वो अपने से बड़ों की इज्जत से बात करे फिर सपने देखे"।
ये बोल वो भी ऑफिस जाने के लिए चले गए अर्जुन ने और कुछ नही कहा दीक्षा जी को बहुत बेचैन हो रहा था तो अर्जुन अपनी मोम से बोला__" मोम मैं अलिश के कमरे में देख कर आता हूं आप फिकर मत करो",, तो दीक्षा जी हां में सर हिला दी अर्जुन वहां से सीधा अलिश के कमरे में चाला गया और दीक्षा जी किचन में बाकी का काम करने लगी। इधर अर्जुन कई दफा अलिश के कमरे का दरवाजा नोक किया पर अंदर से कोई जवाब नही आया अर्जुन ने धीरे से दरवाजा खोल कर रूम के अंदर आ कर देखा पर रूम में कोई भी मौजूद नही था उसने वाशरूम भी चेक किया पर वहां भी कोई नही था। अलिश को रूम में ना देख कर वो परेशान हो गया फिर उसके दिमाग में कुछ आया जिससे वो अलमीरा देखने लगा जहां से कपड़े गायब थे और साथ में लगेज भी। ये देख कर अर्जुन का पैरों तले जमीन किशक गया उसने कभी सोचा ही नहीं था की उसकी बहन घर छोड़ कर चली जायेगी वो भी अकेले,, अर्जुन जल्दी से रूम के बाहर आया तभी उसकी मोम किचन से बाहर आते हुए अपने रूम में जा रही थी तो उन्होंने अर्जुन को इतना परेशान देख बोली__" अर्जुन क्या हुआ तुम इतने परेशान क्यों हो कुछ हुआ क्या बेटा",, तो अर्जुन आंखों में आसूं लिए हकलाते हुए बोला__" मोम..मोम अलिश घर छोड़ कर चली उसका लगेज और कपड़े नही है वो चली गई मोम वो हम सबको छोड़ कर चली गई",, अर्जुन का बात सुन दीक्षा जी को भरोसा ही नही हुआ की अलिश ऐसा कदम उठा सकती है।
वो धाम से नीचे बैठ गई और रोते हुए बोली__" मेरी..मेरी बेटी मु..मुझे छोड़ कर चली गई हमें छोड़ कर चली गई.. आर..अर्जुन शायद तुम्हे गलत फेमी हुआ हुआ है वो हमें ऐसे छोड़ कर नही जा सकती",, अर्जुन ने जब अपनी मोम को ऐसा देखा तो वो उनके पास दौड़ कर गया और उन्हें संभालने लगा वोही रिदय जी जो ऑफिस के लिए निकल रहे थे उन्होंने जब ये सुना की अलिश सच में घर छोड़ कर चली गई है तो उन्हें भी भरोसा नही हुआ। दीक्षा जी बस रोए जा रही थी दीक्षा जी ने जब अपने पति को वहां खड़ा देखा तो वो उठ कर उनके पास गई और उन्हें गले लगाते हुए बोली__" वो हमें छोड़ कर चली गई कहां गई होगी कैसी होगी वो",, अर्जुन ने जब अपने डैड को देखा तो वो बस स्टेच्यू की तरह खड़े अपने मोम डैड को ऐसे देख उसे बहुत बुरा लग रहा था फिर उसने कहा__" मोम डैड आप फिकर मत कीजिए मैं अलिश को ढूंढ कर आप लोगों के पास लाऊंगा उसे कुछ नही होगा आप जायदा स्ट्रेस मत लीजिए प्लीज"।
ये बोल वो उन्हें कमरे पर छोड़ कर अलिश को ढूंढने के लिए निकल गया उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था की वो क्या करे,, वोही दूसरी तरफ एक लड़की रेलवे स्टेशन पर खड़ी और उसके साथ उसकी दोस्त खड़ी हो के उसे समझा रही थी__" लिसा देख एक बार फिर सोच ले तू सच में जा रही एक अंकल आंटी और अर्जुन भाई के बारे में सोच तेरे बिना वो कैसे रहेंगे यार",, अलिश के आंखों में आंसू थे उसने अपने आंसू पोंछ कर बोली__" उन्हें मेरी कोई फिकर नही है पूजा वो बस अपने बेटे से प्यार करते है मुझसे नही अगर करते तो वो मुझे घर से जाने के लिए नही कहते",, तो पूजा उसे समझाते हुए बोली__" लिसा देख उन्होंने बस गुस्से से केह दिया इसका मतलब थोड़ी ना है की तू सच में चली जाए",, तभी स्टेशन पर मुंबई ट्रेन की अनाउंसमेंट हुई तो अलिश पूजा से बोली__"मैं बस यहां से जाना चाहती हूं"।
तो पूजा उसे गले लगाते हुए बोली__" ठीक है अगर तेरा यही इच्छा है तो मैं तेरे साथ हूं वहां पोहंच कर कॉल कर देना ठीक है आई मिस यू लिसा",, ये बोलते वक्त पूजा के आंखों में आंसू थे अलिश ने भी उसे काश कर गले लगाते हुए बोली__" आई मिस यू टू",, ये बोल दोनो अलग होते है और आलिश ट्रेन में चढ़ कर मुंबई के लिए निकल जाति है उसके आंखों से आंसू थे जिसे देख उसके पास में बैठी एक बूढ़ी औरत और और उसकी बहू देख कर अलिश से बोली__" क्या हुआ बेटा क्या तुम पहली बार अपने दोस्त से दूर जा रही हो ",, जिसे सुन अलिश हां में अपना सार हिला देती है जिसे वो बूढ़ी औरत जिसका नाम सावित्री था और उनकी बहू का नाम सिमरन था। सावित्री जी बोली__" रो मात बेटा सब ठीक हो जायेगा वैसे भी तुम दूर जा रही हो तो क्या हुआ आज कल तो फोन का जमाना है तो तुम एक दूसरे से कॉन्टैक्ट में तो रहोगे ना तो रोना बंद करो तुम्हारे चेहरे पर ये बिलकुल भी अच्छा नहीं लगता है",, तो आलिश मुंह बनाते हुए बोली__" क्या दादी मां आप भी ना"।
उसने जब बोला तो सावित्री जी और सिमरन के कानो में तो मिश्री सी एक प्यारी आवाज पड़ी जिसे सुन उनके चेहरे पर अपने आप एक स्माइल आ जाति है,, तो सिमरन बोली__" बेटा तुम कहां जा रही हो",, तो अलिश बोली__" मुंबई"। तो सावित्री जी खुश होते हुए बोली__" अरे वाह हम भी तो मुंबई जा रहे है ये तो अच्छी बात है हमें तुम्हारा कंपनी भी मिल जायेगा वरना मेरे पोते के वजह से तो कोई हमारे पास आता भी नही है",, तो अलिश उनसे बोली__" ऐसा क्यों दादी मां"। सिमरन और सावित्री जी उदास होते हुए बोली__" क्यों की वो अपने घरवालों के लिए बहुत प्रोटेक्टिव है उसके बिना परमिशन और बॉडीगार्ड के तो हम कहीं जा भी नही सकते बड़ी मुस्कील से हमने हम दोनो ने छुप कर कहीं अकेले गए थे हमने पूरा इंतजाम भी कर लिया था पर पता नही मेरे पोते को कैसे पता चल गया और उसने अपने बॉडीगार्ड भेज कर हमें वापस बुलवा लिया",, ये सुन सुन कर अलिश बोली__" वैसे दादी मां आप बहुत क्यूट हो"।
तो सिमरन जी बोली__" हां कर लो अपनी दादी की तारीफ अपनी आंटी को तो भूल ही गई तुम",, ये सुन कर अलिश बोली__" आप तो और भी क्यूट हो आंटी मन कर रहा है आपको काश के गले लगा लूं",, ये बोल अलिश हंस देती है तो सिमरन तो देरी किस बात की आ जाओ ये बोल सिमरन जी के उसे गले लगा लिए सिमरन जी के गले लगाने से अलिश को अपना पान फील होता है जिससे उसके आंखों से आंसू बेह जाते है। ये देख दादी मां बोली__" क्या हुआ बच्ची तुम रो क्यों रही हो",, तो अलिश सिमरन जी से अलग हो कर अपना आंसू पोंछ कर बोली__" कुछ नही दादी मां",, तो सावित्री जी बोली__" तुम भले ही खुद से झूठ बोल सकती हो पर मेरे से नही देख बता सकती हूं की तुम बहुत उदास और परेशान हो तुम्हारी आंखों में दर्द है चलो बताओ क्या बात है",, तो अलिश बोली__" कोई बात नही है दादी मां",, सिमरन जी बोली__" ठीक है नही बताना है तो मात बताओ पर एक बात जरूर याद रखना मुस्किले जितनी भी आए पर कभी भी हर मत मानना खुद पर और भगवान जी पर भरोसा रखना",, तो अलिश हां में अपना सार हिला देती है ऐसे ही बातें करते हुए वक्त बीत गया।
मुंबई स्टेशन,,
इस वक्त हर जगह एक ही यूनिफॉर्म में कई सारे आदमी फहले हुए थे उन्हें देख कर जैसे लग रहा था की वो किसी के बॉडीगार्ड है और बाहर कई सारे कार्स आ कर रुकी और एक लड़का बड़े ही एटीट्यूड के साथ बाहर निकल उसने गॉगल्स लगाए और अंदर चला गया,, उसके पीछे उसके बॉडीगार्ड चल रहे थे वो स्टेशन के अंदर जा कर खड़ा हो गया और ट्रेन का आने का वेट करने लगा आधे घंटे बाद ट्रेन अपनी मंजिल पर पोहांच चुकी थी इधर सब गार्ड्स अपने अपने पोजिशन पर खड़े हो गए,, वोही दूसरी तरफ ट्रेन जब रुकी तो सावित्री जी और सिमरन जी का हालत खरप हो रहा था क्यों की उन्हे पता था की उनका बेटा और पोता बहुत गुस्से में होगा उसने सक्त हिदायत दी थी की उनके परमिशन के बिना कोई भी कहीं नहीं जायेगा,, सिमरन जी डरते हुए बोली__" मम्मी जी मुझे बहुत डर लग रहा है",, तो सावित्री जी बोली__" डर तो मुझे भी लग रहा है पर गलती भी तो हमारी ही है चलो देखते है क्या होता है जो होगा देख लेंगे"
उनकी बातें सुन अलिश हंस देती है तीनो ट्रेन से उतर कर जाने लगे पर तभी सिमरन जी और सावित्री जी सामने खड़े इंसान को देख डर से कांपने लगी,, उन्हे ऐसे देख अलिश बोली__" आंटी दादी मां आप दोनो इतने कांप क्यों रहे हो आप दोनो ठीक तो हो न आपकी तबियत ठीक है ना",, अलिश की बात सुन सावित्री जी और सिमरन जी बोली__" थोड़ी देर पहले ठीक तो थे पर अभी हमारी तबियत जरूर बिगड़ने वाली है",,
अलिश उनकी बात सुन कन्फ्यूज हो गई तो उसे देख सावित्री जी बोली__" सामने देखोगी तब पता चलेगा बेटा की हम ऐसे क्यों कांप रहे है",, तो वोही सावित्री जी का पिता जो और कोई नही अरिहान है उसने देखा की एक लड़की जब से उसकी मॉम और दादी से बात कर रही है जिसे देख वो उनकी तरफ बढ़ने लगा ,, वो अलिश जब पीछे मुड़ कर अरिहान को देखने लगी तो उसकी आंखें बड़ी बड़ी हो गई।
उसने हकलाते हुए बोली__" आ.. आरिहान सिंघानिया जो अपने डेविलनेस और उसका क्रूरता के लिए जाना जाता है क्या ये वोही अरिहान सिंघानिया है",, तो सिमरन जी बोली__" हां ये वोही अरिहान सिंघानिया है जो अब तुम्हारी आंटी और दादी को गुस्से से घूर घूर कर मार देगा",, उनकी बातें सुन न जाने क्यों अलिश को जोरों की हंसी आई और वो हंसने लगी जिसे सुन सावित्री जी और सिमरन जी की आंखें बड़ी बड़ी हो गई और वो अलिश को शॉक्ड हो के देख रहे थे। अरिहान जो अब तक उनके पास आ चुका था उसने भी उन दोनो की बात सुन ली थी और वो उन्हे घूर कर देख रहा था,, तभी सावित्री जी अलिश को चुप रहने का इशारा किया जिसे देख अलिश चुप हो गई।
तभी वहां पर कई सारे हटे कटे गुंडे आ गए और फायरिंग करने लगे ये देख अलिश खबर गई जिसे देख दादी मां ने उसका हाथ पकड़ लिया सारे बॉडीगार्ड्स उनको घेर कर खड़े हो गए अरिहान के बॉडीगार्ड्स उन लोगों पर भरी पड़ रहे थे जल्दी ही उन्होंने उन्हे घायल कर दिया बॉडीगार्ड्स उन्हे बाहर ले जाने लगे पर तभी एक गुंडा जो कही छुप कर बैठा था वो अचानक से उनके सामने आ गया और सावित्री जी के ऊपर अपनी बंदूक से फायर कर दिया जिसे सब घबरा गए और उनके मुंह से चीख निकल गई,, अरिहान चिलाया__" दादी",, सिमरन जी__" मां",, तभी सब की आंखें एक दम से शॉक्ड हो गई और दादी चिला पड़ी__" अलिश",, क्योंकि जो गोली दादी के ऊपर चली थी वो गोली अलिश ने अपने ऊपर ले लिया जल्द ही बॉडीगार्ड्स उस आदमी को पकड़ लिए और उसे अपने आड़े पर ले गए।
सावित्री जी और सिमरन बहुत घबराई हुई थी सिमरन जी ने अलिश को पकड़ते हुए अरिहान को चिला कर बोली__" अरिहान जल्दी से एंबुलेंस बुलाओ इसे कुछ नही होना चाहिए",, अरिहान जल्दी से अलिश को अपनी गोदी में उठा कर कार में बैठ गया सिमरन और सावित्री जी भी बैठ गई। पता नही क्यों पर अरिहान का दिल जोरों से धड़ाक रहा था उसका दिल बहुत बेचैन था।
जल्द ही वो लोग हॉस्पिटल पोहांच गए अरिहान ने रास्ते में ही अपने असिस्टेंट को कॉल कर के हॉस्पिटल में OT रेडी करने के लिए बोल दिया था,, अरिहान ने अलिश को अपने गोदी में उठा कर हॉस्पिटल के अंदर गया डॉक्टर अलिश को OT में ले गए,, इधर सिमरन जी और सावित्री जी रो रही थी जिसे देख अरिहान अपने सक्त आवाज में बोला__" आप दोनो घर जाइए में यहां संभाल लूंगा",, अरिहान का बात सुन सावित्री जी वहां से जाने का नाम ही नही ले रही क्यों की काम वक्त में ही अलिश ने उनके दिल पर अपनी जगह बना ली थी और उनकी जान बचाने के लिए उसने वो गोली अपने ऊपर ले ली अगर उसे कुछ हो गया तो वो उसके घर वालों को क्या जवाब देंगी ये सब सोच वो बस रोए जा रही थी।
अरिहान ने बड़ी मुश्किल से उन्हे घर भेज दिया वो बस एक तक OT के तरफ देख रहा था वो अपने दिल पर हाथ रख कर अपने मन में बोला__" आज ये इतना तेज क्यों धड़ाक रहा है कंट्रोल यौर सेल्फ अरिहान" ,, ये बोलकर वो किसी को कॉल कर बोला__" कुछ पता चला",, दूसरी तरफ से कुछ बोला गया जिसे सुन उसकी आंखें गुस्से से उसकी हाथो की नशे उभरने लगी उसकी आंखें लाल हो गई और वो अपना फोन काट कर बोला__" छोड़ूंगा नही तुम्हे मेरी फैमिली के ऊपर हमले करने से पहले सोचना चाहिए था तुम्हे की तुम किसकी फैमिली को नुकसान पोहंचा रहे हो अगर उसे कुछ भी हुआ तो छोड़ूंगा नही तुम्हे अब मेरी बारी बस देखते जाओ तुम्हे अगर बर्दबाद नही कर दिया तो मेरा नाम भी अरिहान सिंघानिया नही",, ये बोल वो थोड़ी दूर जले स्मोक करने लगा।
क्या अलिश बच पाएगी??
क्या हो गया है अरिहान को पहली नजर में अलिश से प्यार??
कोन थे वो लोग और क्यों किया सिंघानिया परिवार पर हमला??
आगे जानने के लिए पढ़े रहिए "जुनून ए मोहब्बत"।
अरिहान स्मोक करते हुए एक टक OT की रेड लाईट को देखे जा रहा था दूसरी तरफ OT के अंदर अलिश बेजान सी लेटी हुई थी गोली उसके हाथ पर लगी थी डॉक्टर उसकी ऑपरेशन कर रहे थे और उन्हें डर भी था की अगर थोड़ी सी भी गलती हुई तो डेविल अरिहान सिंघानिया उन्हें छोड़ेगा नही क्योंकि उसकी क्रूरता से सब वाकिफ थे,,
कुछ घंटे बाद डॉक्टर बाहर आए और अरिहान के पास सर झुका कर खड़े हो गया अरिहान उन्हें बोलने का इशारा किया तो डॉक्टर संजय शर्मा बोले__" हमने गोली निकल दी है जायदा खून बहने से वो अब बेहोश है सुबह उसे होश आ जायेगा",, ये बोल वो डॉक्टर निर्मला को बोलने का इशारा किया तो अरिहान उन्हें ऐसे देख कोल्ड वॉइस में उन्हे घूरते हुए बोला__" जो बोलना है जल्दी बोलो",,
तो डॉक्टर निर्मला बोली__" उस लड़की के बॉडी पर मरने के निशान है और कुछ पुराने घाव भी और कुछ ताजा घाव भी है ऐसे लग रहा है जैसे उसे टॉर्चर किया जाता हो",, डॉक्टर्स की बातें सुन अरिहान ने अपनी आंखें बंद कर दी और फिर बोला__" और कुछ",, तो डॉक्टर निर्मला बोली__" हां उसकी हाथो पर कुछ निशान है जिसे देख कर लगता है वो इन इंजेक्शन के है इसलिए हमने उसकी ब्लड ले ली है और रिपोर्ट कल तक आ जायेगी।
अरिहान अपनी आंखें खोल उन्हे देख कर कहता है__" इसके बारे में किसी को कुछ पता नही चलना चाहिए और मुझसे पूछे बगैर किसी को इससे मिलने मात देना जब तक में न कहूं",,डॉक्टर्स जी सर बोल कर वहां से चले जाते है अरिहान किसी को अलिश की फोटो सेंड करता है जो उसने स्टेशन पर उसका फोटो खींचा था और वो किसी को कॉल कर के बोला__" मुझे इस लड़की की सारी इन्फोर्मेशन चाहिए साम तक",, तो दूसरी तरफ से आवाज आई__" ओके आधे घंटे में तुम्हे इन्फोर्मेशन सेंड कर दूंगा",, ये सुन अरिहान फोन काट कर अलिश के वार्ड के तरफ चला गया।
वार्ड के अंदर जाते ही उसकी नजर अलिश पर गई जो बेजान सी लेटी हुई थी चारों तरफ मशीन लगे हुए थे अरिहान उसके पास गया और उसके पास बैठते हुए उसका हाथ पकड़ लेता है और अलिश को ऐसे ही देखता रहता है थोड़ी देर बाद उसके फोन पर नोटिफिकेशन आया जिससे वो अपने पॉकेट से फोन निकल कर देखा तो वहां पर अलिश की सारी इन्फोर्मेशन थी जैसे जैसे वो पढ़ता गया उसकी आंखें गुस्से से लाल होता जा रहा था,,
अरिहान फोन पॉकेट में रख कर अलिश को देख कर बोला__" जिसने भी तुम्हारी ये हालत की है वो इससे भी कई गुना ज्यादा तड़पेगा इससे भी जायदा दर्द उसे होगा उसे ऐसी मौत दूंगा की मरने के बाद उसकी आत्मा तड़पती रहे",, ये सब बोलते वक्त उसके आंखें गुस्से से लाल हो गई थी कोई भी देखता तो डर जाता।
दूसरी तरफ,,
सिंघानिया मेंशन में सभी लोग हंसी खुशी बातें कर रहे थे पर तभी सिमरन जी का दूसरा बेटा आयंश जो सबका लाडला था उसने जब अपनी मां और दादी को देखा तो शॉक्ड हो के खड़ा हो गया,, और बोला__" मां दादी",, तो सभी लोग आयांश के बोलने पर उनकी नजर भी उस तरफ चली गई सब शॉक्ड हो गए और उनके पास आते हुए काशवी जी बोली__" मां ये खून कैसा है कुछ हुआ था क्या",, तो सावित्री जी के आंखों में आसूं आ गए,,निशांत जी ने अपनी मां को सोफे पर बैठते हुए पूछा__" मां ये अपने अपनी कैसी हालत बना ली है और ये खून भाभी आप बताइए की क्या हुआ है",,
तो सिमरन जी बोली__" निशांत जब मैं और मां जी सिमला से वापस लौट रहे थे तो वहां पर हमें एक लड़की मिली जो बहुत प्यारी लड़की थी वो भी सिमला की ही है आज पहली बार ही मुंबई आई थी पर जब हम स्टेशन पोहांच कर घर आने वाले थे तो हम पर हमले हुए",, ये सुन निशांत और कशवी परेशान हो गए और काशवी बोली__" आप दोनो ठीक तो है न",, तो ईहित सिंघानिया जो सावित्री जी के पति है उन्होंने गुस्से से बोला__" किसकी इतनी हिम्मत की उसने हमारी पत्नी और बहु पर हमले करवाए हम उसे जिंदा नहीं छोड़ेंगे",,
तो सावित्री जी रोते हुए__" हम तो ठीक है पर वो बच्ची..वो बच्ची हमारी जान बचाने के लिए अपनी जान दांव पर लगा दी",, ये बोल कर रोने लगी तो सिमरन जी ने उन्हे सब कुछ बता दिया ईहित जी बोले__" क्या अरिहान अभी हॉस्पिटल में है,,
तभी धाम की आवाज आई और काशी जो किचन से पानी लेकर आ रही थी की नजर जब अयांश पर गया तो उसने चीखते हुए बोली__"आयु भाई",, उसकी चीख सुन कर सब आयंश के तरफ देखने लगे जिसके आंखों में आसूं बेह रहे थे और उसके सामने कुछ यादें घूमने लगी जो वो याद करना नही चाहता था और एक टक सावित्री जी और सिमरन जी के सारी में लगे खून को देख रहा था,, काशी दौड़ कर आयांश के पास जा कर उसे पकड़ कर बोली__" आयु भाई जस्ट रिलैक्स कुछ नही हुआ है सब ठीक है",, सब आयंश को ऐसे देख परेशान हो गए थे क्यों की सिंघानिया परिवार के हर सदस्य को पता था की आयंश को खून देख कर डर लगने लगता है।
सिमरन जी उसके पास आने लगती है पर आयंश उनसे दूर जाते हुए बोला__," नही..नही ये सब मेरी वजह से हुआ है ये मेरी वजह से हुआ है",, ये देख सिमरन जी वही पर रुक जाते है उनके आंखों में आसूं थे निशांत जी आयंश को गले लगाते हुए बोले__शांत हो जा मेरे बच्चे कुछ नही हुआ है",, आयंश धीरे धीरे शांत हो जाता है और काशी उसे उसके कमरे में छोड़ने चली जाती है। सिमरन जी रोते हुए जमीन पर बैठ जाति है काशवी उनके पास आती है और बोली__" दीदी फिकर मत कीजिए देखना एक न एक दिन हमारा आयांश बिलकुल ठीक हो जायेगा सब ठीक हो जायेगा",, तो सिमरन जी उसे गले लगाते हुए रोने लगी ईहित दादा जी बोले__" रचना(मेड) जाओ सावित्री जी को रूम में ले जाओ.. कशवी बहू तुम भी बड़ी बहू को उनके कमरे में ले जाओ"।
वोही लिविंग रूम में सिर्फ निशांत जी और ईहित दादा जी सोफे पर बैठे हुए थे ईहित दादा जी फोन पर अरिहान से बात कर रहे थे उनके चेहरे के हाव भाव पल पल में बिगड़ रहे थे उन्होंने बात करने के बाद फोन रख दिया और निशांत जी से बोले__" पता करो की कोन है वो इंसान जिसने हमारे परिवार के औरतों पर हमले करवाए और उन्हें बचाते वक्त एक मासूम लड़की की जान जाने वाली थी अरिहान तो ढूंढ लेगा उन्हें पर वो हमें बिन बताए उन्हे सजा देगा इसलिए तुम उसे ढूंढो मुझे जानना है उस इंसान के बारे",, दूसरी तरफ आयंश के कमरे में बैठा हुआ था उसे ऐसे देख काशी बोली__" आयु भाई प्लीज आप ऐसे सेड मत रहा करो",, तो आयांश बोला__" मुझे अभी अकेले रहना है"। ये बोल वो सोफे से उठ कर अपने स्टडी रूम में चला गया और लैपटॉप पर कुछ देखने लगा,, काशी भी जानती थी की वो जितना भी उसे बात करने की कोशिश करे वो बात अभी बात नहीं करेगा इसलिए वो भी अपने रूम में चली गई।
वोही आयांश अपने लैपटॉप पर देखते हुए बोला__" ब्रोकन एंजेल आज आप आई क्यू नही आज मुझे आपकी जरूरत है प्लीज आ जाइए ना" ये बोल वो बार बार पेज को रिफ्रेश करने लगा फिर उसे जब कुछ भी अपडेट नही मिला तो वो उदास हो गया,, ये एक वेबसाइट है जहां पर एक पॉपुलर लड़की थी जो अपने प्यारी सी बातों से धीरे धीरे सब के दिलो में अपनी जगह बना रही है पर आज तक उसे किसी ने नहीं देखा है वो लोगों को अपनी हर एक बात बताती थी और सबसे अच्छे से बात करती थी और अगर उन्हें कुछ प्रोब्लम हुई तो वो उसके पास आते थे और ब्रोकन एंजेल उन्हे सॉल्यूशन देती थी जिसे लोग बहुत इंप्रेस हो जाते थे और आयांश भी ब्रोकन एंजेल की वेबसाइट पढ़ता था और उसे बातें करता था।
अब तक तो रात हो चुकी थी आज किसी का भी खाने का मन नहीं था पर काशवी ने सर से के कर सबके कमरे में खाना पोहंचा दिया था,, दूसरी तरफ हॉस्पिटल वीआईपी वार्ड में आलिश अभी भी बेहोश लेटी हुई थी और अरिहान सोफे पर बैठा अपने लैपटॉप पर काम कर रहा था तभी उसे आवाज आई और वो उस तरफ देखने लगा तो अलिश बेहोसी के हालत में भी बोल रही थी__" नही..नही मुझे मत मारो मैने कुछ नही किया मुझे मत मारो मुझे जाने दो",, ये सुन अरिहान तुरंत उसके पास चला गया और उसके पास बैठते हुए उसका सार सहला कर बोला__" शांत हो जाओ तुम safe हो कुछ नही हुआ है शांत हो जाओ जस्ट रिलैक्स" धीरे धीरे अलिश शांत हो गई ये देख अरिहान वहां से उठ कर जाने को हुआ पर उसने देखा की अलिश कश के उसका हाथ पकड़ी हुई थी ये देख वो उसके पास ही लेट गया और वो भी अपनी आंखें बंद कर सो गया उसे पता भी नही चला।
अगली सुबह 9 बजे,,
अलिश धीरे धीरे अपनी आंखें खोलती है और खुद को किसी अनजान जगह पर देख कर डर जाति है वो घबरा कर इधर उधर देखने लगती है पर तभी उसकी नज़र पास में लेते हुए अरिहान पर जाता है जो नींद में था अरिहान को अपने पास सोए हुए देख वो डर जाति है और चिला उठती है उसकी आवाज सुन अरिहान झट से उठ कर उसका मुंह बंद कर देता है और बोलता है__" एक दम चुप अगर एक शब्द भी कहा तो देख लेना तुम्हे में अपने हाथों से यहां से नीचे फेक दूंगा",, अलिश को चुप देख अरिहान अपने हाथ हटा देता है पर तभी अलिश रोने लगती है जिसकी आवाज सुन अरिहान उसे देखता है और बोलता__" अब क्या हुआ रो क्यों रही हो" तो अलिश रोते हुए बोली__" अपने मुझे डांटा" ये बोल वो और जोर से रोने लगी तो अरिहान बोला__" पहली बात मैने कब तुम्हे डांटा जरा मुझे भी तो बताओ मैं में सुनू तुम्हारी बात और दूसरी अगर रोना बंद नही किया तो देख लेना",, तभी वार्ड का दरवाजा खुला और अरिहान के परिवार अंदर आ गए।
वोही सबने अलिश को यूं रोता देख उसकी चिंता होने लगी की कहीं अरिहान उसे कुछ बुरा भला केह तो नही दिया जिसे सिमरन जी अलिश के पास आ कर उसे गले लगाते हुए बोली__" लिसू बच्चा क्या हुआ तू रो क्यों रही है हाथों में दर्द हो रहा है क्या",, इतना ही कहना था की अलिश का रोना और जोरों से आने लगी जिससे सब परेशान हो गए और अब अरिहान के तरफ देखने लगे। तो सावित्री जी उसके पास जा कर बोली__" लिसु बेटा क्या बात है" तो अलिश सावित्री जी से गले लगाते हुए रोते हुए बोली__" ये बहुत बुरे है" तो ईहित दादा जी अलिश से बड़े प्यार से बोले__" बेटा क्या बात है आप ऐसे रो क्यों रही है क्या अरिहान ने आपको कुछ कहा आप बताइए हम आपकी जरूर मादात करेंगे",,
ये सुन अलिश उनकी तरफ देखा तो सावित्री जी बोली__" लीसू बच्चा ये है मेरे पति और अरिहान के दादाजी अब बताओ तुम ऐसे क्यों रो रही हो" तो अलिश बोली__" जब में उठी तो देखा की ये मेरे साथ बेड पर सोए है तो मैं उनको अपने पास देख कर डर गई थी और चिला उठी तो उन्होंने मुझे धमकी दी की अगर मेने कुछ भी कहा तो ये मुझे यहां से नीचे फेक देंगे" ये बोल वो रोने को हुई थी उसकी बात सुन सब अरिहान को देखने लगे जो अलिश को ही देखे जा रहा था तभी वहां पर हंसने की आवाज आई।
जिसे सुन कर सबकी नजर उस तरफ गई जहां पर आयांश ऐसे हंस रहा था जैसे अलिश ने कोई चुटकुला सुनाई हो आयांश को ऐसा हंसता देख सबके चेहरे पर स्माइल आ गई तो सिमरन जी बोली__" लीसु बेटा वो बस तुम्हे डरा रहा था और तुम डर गई" तो आलिश ने सबको देखा फिर अरिहान को पर वो कुछ नही बोली बस उसे घूर कर रह गई,, सावित्री जी बोली__" अच्छा तुम मुझसे सिमरन और अरिहान से तो मिल ली अब बाकी सब से मिलो" ये बोलकर वो सबसे मिलवा कर बोली__" तुम अब कैसी हो बेटा" तो अलिश स्माइल करते हुए बोली__" बिलकुल ठीक हूं और मैं यहां से जाना चाहती हूं मुझे यहां नही रहना है" ये बोल वो रोनी सी सकल बना लेती है। अरिहान अब वहां से उठ बाहर जाते हुए बोला__" मैं डॉक्टर से मिल कर आता हूं" ये बोल वो चला गया,, सावित्री जी के आंखों में आंसू थे और वो बोली__" सॉरी बेटा आज तुम्हारी ये हालत मेरी वजह से हुई मेरी वजह से तुम आज हॉस्पिटल में हो मेरी जन बचाने के चक्कर में मेरी हिस्से की गोली तुम्हे लग गई" ये बोल वो रोने लगी
ईहित दादा जी अलिश से बोले__" अलिश बेटा तुमने हमारे ऊपर बहुत बड़ा एहसान किया है तुम्हे जितना शुक्रिया करूं उतना कम है तुमने मेरी पत्नी को बच्चा कर एक नई जिंदगी दी है मैं तुम्हारा ये एहसान जिंदगी भर नही भूलूंगा"।तो अलिश बोली__" दादा जी दादी मां आप ऐसे मत बोलिए प्लीज आप भी तो मेरी अपनी दादी मां जैसी है और आप ये समझ लीजिए की मैने अपनी दादी मां की जन बचाई है अब सब रोना बंद करो प्लीज मुझे बिल्कुल अच्छा नही लग रहा है",, थोड़ी देर सब अलिश से घुल मिल गए थे आयांश और काशी भी उसके बहुत अच्छे दोस्त बन गए थे वो बहुत खुश थी।
उसके बाद सब घर चले गए सिवाए काशी और आयांश के वो तीनो बातें कर ही रहे थे की तभी अरिहान वार्ड में आया और अलिश की तरफ देख कर बोला__" आज से तुम सिंघानिया मेंशन में रहोगी वही पर तुम्हारा इलाज चलेगा",, तो आलिश हिचकिचाते हुए बोली__" पर मैं वहां कैसे" तभी अरिहान सक्त आवाज में बोला__" तुम सिंघानिया मेंशन में ही रहोगी ये मेरा फैसला है जल्दी जा कर चेंज करो काशी तुम्हारी हेल्प करेगी हम अभी निकल रहे है" ये बोल वो वहा से चला गया तो अलिश रोनी सी सकल बना देती है जिसे देख आयांश और काशी हंस देते है और काशी उसके गाल को पकड़ते हुए बोली__" लिसू तुम तो बहुत ही क्यूट हो",, अलिश बोली__" सच्ची " तो काशी बोली__" हां अब चलो वरना भाई को गुस्सा आ जायेगा भाई को बिलकुल भी लेट होना पसंद नही है" तो अलिश मुंह बनाते हुए बोली__" साडू अकडू इंसान" उसकी बात सुन काशी और आयांश ठहाका लगा कर हंस देते है।
कोन है जो करता है अलिश को टोचर क्या अरिहान उसका पता लगा पाएगा??
कैसी यादें है जो आयांश याद तक नहीं करना चाहता क्या अतीत है उसका??
क्या अरिहान को हो गया है अलिश से प्यार??
और क्या होगा जब अलिश को पता चलेगा कि द डेविल एशिया का राजा अरिहान सिंघानिया करता है उसे प्यार??
आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए "जुनून - ए - मोहब्बत" सिर्फ पॉकेट नॉवेल पर
अगर आपको मेरी नॉवेल पसंद आ रही है तो उसे लाइक कॉमेंट्स शेयर और रिव्यू करें और प्लीज मेरी नॉवेल पर कमेंट कर के बताइए की आपको ये स्टोरी कैसी लग रही है। और अगर मेरी नॉवेल में आपको कुछ डाउट हो तो आप मुझसे इंस्टाग्राम पर कॉन्टैक्ट कर सकते है।
सब रेडी हो चुका था वो सब वार्ड से निकल ही रहे थे की तभी अलिश की नजर सामने की और गई अलिश की आंखों में डर साफ देखा जा सकता था वो अपनी जगह पर जम सी गई थी आयांश और काशी जो अलिश के साथ चल रहे थे उसे ऐसे रुका देख वो उसके तरफ देखने लगे और काशी बोली__" लीसू क्या हुआ तुम ऐसे रुक क्यों गई",, तो अरिहान जो आगे आगे चल रहा था वो रुक गया और पीछे मुड़ कर देखने लगा अलिश को ऐसे रुक देख वो उसके पास गया और बोला__" क्या हुआ तुम्हे तुम ठीक हो",, तो अलिश हां में सार हिला देती है अरिहान उसका हाथ पकड़े आगे बढ़ने लगा तभी अलिश ने अरिहान के बाजू को काश कर पकड़ लिया और अपनी सर नीचे कर धीरे धीरे चल रही थी।
अरिहान उसे देखता है और एक झटके में उसे अपनी बाहों में उठा लेता है और आगे बढ़ने लगता है तभी अलिश बोलती है__" ये आप क्या कर रहे है छोड़िए मुझे सब लोग देख रहे है" तो अरिहान आगे देखते हुए बोला__" अगर तुम इसी तरह कछुए की तरह चलोगी तो पता नहीं हम घर कब पोहंचेंगे इसलिए मुझे तुम्हे ऐसे उठाना पड़ा" तो अलिश बोली__" क्या आप भूल गए की कछुआ जितना धीरे चलता है पर वो फर्स्ट जरूर होता है क्या अपने स्टोरी नही सुनी" तो अरिहान बोला__"नही" उसका जवाब सुन अलिश का मुंह ही बन जाता है
और वो एक तक अरिहान को ही देखती रहती है जिससे अरिहान बोला__" ऐसे मुझ पर डोरे डालना बंद करो वरना मेरे हैंडसम चेहरे को देख कर तुम्हे प्यार हो जायेगा" उसके ऐसे बोलने से अलिश के गाल लाल हो गए और वो अपना फेस उसके सीने में छुपा लेती है जिसे देख अरिहान के होंठो पर अनदेखी स्माइल आ जाति है ये सब देख आयांश और काशी तो हाके बाके उन्हे ही देख रहे थे उन्हें तो यकीन ही नहीं हो रहा था की उनका भाई किसी लड़की को अपनी बाहों में उठाया हुआ है और उसे इस तरह बात कर रहा है।
चारो निकल कर जैसे ही बाहर आने लगे सब पेपर राजी उन्हे घेर कर खड़े हो गए और सवाल करने लगे__" मिस्टर सिंघानिया आपके परिवार के ऊपर किसी ने हमले करवाए उसके बारे में क्या कहना चाहते है आप??",, दूसरे ने पूछा__" मिस्टर सिंघानिया हमने सुना है कि आपके परिवार को बचाते वक्त किसी ने अपनी जान से खेल कर आपकी परिवार की जान बचाई कहां वो और क्या आप उसे जानते है कोन है वो हमें बताइए??,,
पहले वाले पपेरराजी की नजर अलिश पर गई जो उससे लिपटी हुई थी ये देख उसने पूछा__" मिस्टर सिंघानिया अपने जिसे अपनी बाहों में उठाया है क्या ये आपकी गर्लफ्रेंड है या आपकी पत्नी को है ये",, तो तीसरे ने बोला__" मिस्टर सिंघानिया हमें बताइए कोन है ये लड़की इसका साथ आपका क्या संबंध है हमें बताइए" मीडिया के ऐसे सवाल सुन अलिश थोड़ी घबरा गई और अरिहान को काश कर पकड़ ली उसके आंखों से आंसू बह रहे थे जो अरिहान महसूस कर सब को अपनी तीखी नजरों से घूर कर देखा है तो सब उसके घूरने से डर जाते है।
अरिहान के बॉडीगार्ड उन्हे दूर करते है और सब जा कर अपनी अपनी कार्स में बैठ कर वहां से निकल जाते है तो ये न्यूज़ आग की तरह फहल गई,, दूसरी तरफ सिंघानिया मेंशन में सब सोफे पर बैठे हुए थे और टीवी देख रहे थे सबकी चेहरे के भाव पल पल में बदल रहे थे तो सावित्री जी गुस्से बोली__" ये मीडिया वालों को कुछ काम नही है क्या जब देखी मेरे पोते के पीछे ऐसे पड़े होते है जैसे उसने उनके कुछ कीमती चीज चीन ली हो",, काशवी बोली__" मां हम अरिहान का तो समझ सकते है की उसे इन सबका आदत है उसे कोई फरक नही पड़ेगा पर अलिश को इन सब की आदत नही है" ईहित दादा जी बोल__" छोटी बहु सही कह रही है अलिश बेटा को इन सबका आदत नही है उसे अपने लिए ऐसे सुन बिलकुल अच्छा नही लगेगा"
तभी सावित्री दादी बोली__" मैंने तो सोचा था मैं अपने पोते की शादी अलिश से करवाऊंगी वो बहुत अच्छी लड़की है साफ दिल की लड़की है पर अब मुझे नही लगता की ये सब सुनने के बाद अलिश मेरे पोते के साथ शादी होगी" ये बोल वो अपनी मासूम सकल बना लेती है उनकी बात सुन सब शॉक्ड हो के उन्हे ही देख रहे थे वोही निशांत जी जो अभी चाय की सीप ली थी उन्होंने कांशते हुए अपनी मां की तरफ देख कर बोले__" ये आप क्या बोल रही है आप जानते हो ना"।
तो सावित्री जी बोली__" हां पर मुझे वो लड़की अपने पोते के लिए बहुत अच्छी लगी" तो ईहित दादा जी बोले__" पर सावित्री अलिश बहुत छोटी है" सावित्री जी बोली__" हां तो मैं थोड़ी ना अभी ही मेरे पोते की शादी करवा रही हूं हां अलिश अरिहान से छोटी है तो क्या हुआ सिंघानिया परिवार की बहू बनने के लायक है मेरे पोते को अच्छे से हैंडल कर सकती है" सिमरन बोली__" पर मां इस बारे में अगर अरिहान को पता चला और गुस्सा हो गया तो या अलिश ने माना कर दिया तो" तो सावित्री दादी मुस्कुराते हुए बोली__" तुम चिंता मत करो बहु उसका भी इलाज है मेरे पास" उनकी बातें सुन सब उनके तरफ देखने लगे जिसे देख सावित्री जी बोली__" मुझे ऐसे क्यूं देख रहे मैं क्या जोकर लग रही हूं या मैं इतनी बूढ़ी होने के बाद भी इतनी खूबसूरत हूं ये देख कर जलन के मारे मुझे घूर रहे हो" ये बोल वो सब को आंखें छोटी कर के देखने लगी।
तो वही अरिहान की गाड़ी में अलिश बैठे रोए जा रही थी अरिहान कब से उसे चुप कराए जा रहा था पर वो चुप नही हो रही थी इसलिए अरिहान झट से उसे अपनी गोदी में बैठा कर अपनी होंठ को उसके होंठ से जोड़ लेता है जिससे अलिश जम जाती है और उसे खुद से दूर करने लगी,, थोड़ी देर बाद अलिश को जब सांस लेने में दिकात हुआ तो वो उसे अलग हुआ और अलिश को देखने लगा अलिश बस अरिहान को घूरे जा रही थी पर कुछ बोल नहीं रही थी और वो अपनी नजर फेर लेती है आधे घंटे बाद वो लोग मेंशन पोहंछ जाते है और सब अपनी कार से बाहर निकल कर अंदर जाने लगते है तो तभी सावित्री दादी उन्हे वही दरवाजे पर रोक उनकी आरती करती है और उनकी नजर उतर उन्हे अंदर आने का इशारा करती है।
थोड़ी देर बाद सब लिविंग एरिया में बैठे बातें कर रहे थे अलिश सब के साथ घुल मिल गई थी उसे वहा सबके साथ अच्छा लग रहा था वोही आयंश तो कब से अरिहान का माला जप रहा था उसने बोला__" वैसे तुम्हे पता है अलिश तुम वो पहली लड़की हो जो भाई के इतने करीब हो वरना तुम्हे तो पता ही होगा भाई तो किसी लड़के को भी अपने पास भटकने नही देते जिन्हे वो जानते ना हो है न भाई" ये बोल वो जब अपने भाई के तरफ देखता है को उसे ही कब से घूरे जा रहा था अरिहान को अपने तरफ देख डरते हुए नकली हंसी हंसते हुए कहता है__" हिहिही my brother is best brother मैं बहुत थक गया हूं तो अब मैं चलता हूं बाय" ये बोल वो ऐसे गायब हुआ की सब ये देख हंस पड़े हुए अलिश के हाथों में भी बहुत दर्द हो रहा था जो उसके चेहरे पर साफ पता चल रहा था जिसे देख अरिहान अपनी जगह से उठा और उसे उठा कर सीढ़ियों से अलिश के कमरे की तरफ जाने लगा।
जिसे देख बाकी घरवाले मुंह खोले उन्हे देख रहे थे निशांत जी बोले__" क्या मैं जो देख रहा हूं वो सपना तो नहीं है" तो काशवी बोली__" क्या ये हमारा अरिहान है" दादा जी भी हाके बाके उन्हे ही देख रहे थे तो काशी बोली__" आप सब को पता है भाई ने हॉस्पिटल में भी अलिश को गोदी में लिया था और तो और वो अलिश के साथ फ्लैट भी कर रहे थे" ये सुन सब घर वाले काशी के तरफ देखते है जिसे काशी अपना सार हां में हिला देती है,,
सावित्री जी बोली__" मैने कहा था अलिश मेरे अरिहान के लिए सही है उसने उसे एक ही दिन में उसे चेंज कर दिया" सिमरन बोली__" सही कहा आपने मम्मी जी अरिहान जो लड़कियों को अपने पास तक नहीं आने देता था आज वो खुद किसी लड़की के पास गया है वो धीरे धीरे बदल रहा है मां" तो दादा जी गहरी सांस लेते हुए बोले_" ठीक है मैं अरिहान से बात करूंगा" ऐसे ही 2 हफ्ते बीत गए इस बीच अरिहान और अलिश आमने सामने नहीं आए थे अरिहान मीटिंग्स के सिलसिले में आउट ऑफ कंट्री गया हुआ था पर वो अलिश का हर खबर रखता था।
रात के 1 बजे,,
बहुत सारी गाडियां आ कर रुकी और कर से अरिहान निकला और सीधे अपने रूम के तरफ गया तो वोही अलिश, काशी, और आयंश किचन से अपने हाथों में बॉल्स पकड़े बाहर रहे थे तो उनकी नजर अरिहान पर गई आयंश मुंह बनाते हुए बोला__" भाई आ गए अब क्या करें हमारा तो प्लान ही फेल हो जायेगा" काशी रोनी सूरत बनाते हुए बोली__" अगर भाई को पता चला तो हमें बहुत डांटेंगे" तो आयंश बोला__" तो हम भाई जो साथ ले कर चलेंगे पर बात ये है की भाई साथ चलने के लिए मानेंगे की नही" तभी आयंश और काशी के दिमाग में एक आइडिया आता है जिसे देख दोनो एक दूसरे को देख स्माइल करते है।
काशी और आयंश की नजर अलिश पर जाती है जो डाइनिंग टेबल पर बैठे नूडल्स खा रही थी काशी अलिश को पुचकारते हुए बोली__" लिसू माय स्वीट फ्रेंड माय फ्यूचर भाभी" उसकी ये बात सुन अलिश काशी को घूर देखती है और बोलती है__" मैने कितनी बार कहा है तुम्हे की मुझे भाभी मात बुलाया करो और ये भी बताया है की हमारे बीच ऐसा कुछ नही है" तो आयंश बोला__" ओहो तुम भी ना तुम जितनी लाख कोशिश कर लो भाई से शादी न करने की पर भाई तुमसे ही शादी करेंगे देख लेना" अलिश मुंह फुलाए हुए बोली__" क्यों" काशी बोली__" तुम्हे बाद में पता चल जायेगा पर अब तुम मेरी बात ध्यान से सुनो तुम्हे भाई को हमारे साथ जाने के लिए माना न है"
तो अलिश जो नूडल्स खा रही थी वो कांसते हुए बोली__" ये ये तुम क्या बोल रही हो मैं उस साडू के पास जाऊंगी बिल्कुल नही मैं नही जाने वाली" ये बोल वो वहा से उठ कर जाने लगी तो काशी उसे पकड़ते हुए बोली__" लिसु बेबी शायद तुम भूल रही हो की इन दो हफ्ते में जो तुमने कांड किए किए है ना वो मैं भाई को बता दूंगी फिर भाई जाने की वो तुम्हे क्या पनिशमेंट देंगे"।
तो अलिश उसे पप्पी फेस बनाते हुए बोली__ " जाना जरूरी है" तो आयंश और काशी अपना सार हां में हिला देते है जिसे देख अलिश का मुंह बन जाता है और वो बोलती है__" ठीक है मैं कल सुबह बात करूंगी" ये सुन काशी बोली__" बिल्कुल नही तुम्हे अभी जाना है अभी मतलब अभी अगर तुम नही गई न तो सोच लो मैं सुबह तुम्हारे उठने के पहले ही भाई को बता दूंगी" तो आयंश काशी का साथ देते हुए अलिश को बोला__" हां और तुम्हे पता है ये न बहुत बढ़ा चढ़ा कर बताती है की सब इसके बातों पर विश्वास कर लेते है"
तो काशी आयंश को घूर कर देखती है तो आयंश तो अलिश के तरफ इशारा करता है तो अलिश बोली__" ठीक मैं अभी जाति हूं पर अगर उन्होंने मुझे डांटा तो" आयंश बोला__" don't worry मैं हूं ना" आयांश की बात सुन अलिश बोली__" पक्का न" तो दोनो हां में अपना सार हिला दिया।
अलिश धीरे धीरे अरिहान के रूम की ओर बढ़ गई
अलिश धीरे धीरे अरिहान के रूम की ओर बढ़ गई वो खुद से ही बातें करते हुए जा रही थी__" कहां फंसा दिया इन दोनो ने अब मैं क्या करूं अगर गई तो भी फांसी और नही गई तो भी फांसी हे भगवान क्या करूं मैं आप मेरे साथ ऐसा क्यों करते है"
ये सब बड़बड़ाते हुए वो अरिहान के कमरे के पास पोहंच गई और धीरे से नोक करती है
दूसरी तरफ किचन में काशी और आयंश हंस हंस के लोट पोट हो रहे थे काशी बोली__" ओह माय गॉड आयु भाई अलिश को तो कोई भी बेवकूफ बना सकता है अब उसे कोन बताए की बड़े भाई तो उसका पल पल का खबर रखते है"
वोही आयंश बोलता है__" अगर उसे पता चला की हमने उसे बेवकूफ बनाया है तो" काशी उसे देखते हुए बोली__" तब हमारी खेर नही खबरदार अगर अपने उसे ये बताया तो" ऐसे ही दोनो भाई बहन की नोक झोंक थोड़ी देर चली उसके बाद दोनो अपने अपने कमरे चले गए।
वोही दूसरी तरफ सिमला में,,
अर्जुन पूजा को कॉल कर के अलिश के बारे में पूछा पर पूजा ने उसे झूठ बोलते हुए बोली की वो उसके पास नही आई है और नही उसने कुछ भी उसे बताया है पूजा अलिश की बेस्ट फ्रेंड है वो हमेशा से उसके सपोर्ट में रहती थी और जब जब उसे उसकी जरूरत पड़ी वो हमेशा उसके पास थी,, यही अर्जुन अपने कमरे में बैठा हुआ था और उसकी और अलिश की फोटो को देखते हुए बोला__" अलिश कहां चली गई हो तुम प्लीज अपने परिवार के पास वापस आ जाओ अपने भाई के पास आ जाओ" ये बोल वो रोने लगा था तभी उसके फोन रिंग हुआ उसने जल्दी से कॉल उठा कर वो अपने दोस्त से बोला__"अजय मुझे तेरे से हेल्प चाहिए थी"
तो दूसरी तरफ से आवाज आई__" हां अर्जुन बोल ना क्या हेल्प चाहिए" तो अर्जुन बोला__" छोटी घर छोड़ कर चली गई है यार उसका कुछ पता नहीं चल रहा है वो कहां गई मैंने उसे है जगह ढूंढा पर वो कहीं नहीं मिली" अर्जुन की बात सुन अजय शॉक्ड हो कर बोला__" छोटी घर छोड़ कर चली गई पर क्यूं" अर्जुन ने उसे सारी बातें बता दी तो अजय बोला__" तू टेंशन मात ले मैं उसका पता लगाता हूं" ये बोल वो कॉल रख कर अलिश को ढूंढने लगा उसने है पुलिस स्टेशन में अलिश की फोटो भेज कर ये खबर दी की वो जहां कहीं भी दिखे तो उसे कॉन्टैक्ट करे।
दूसरे कमरे में,,
रिदय जी फोन पर किसी से बात कर रहे थे वो बहुत डरे हुए परेशान लग रहे थे दूसरी तरफ से कुछ बोला गया और कॉल काट दिया गया जिसे सुन रिदय जी गुस्से से फोन को जमीन पर फेकते हुए बोले__" ऐसा नहीं हो सकता मैं ऐसे नही होने दूंगा" तभी रूम पर दीक्षा जी आई और बोली__" क्या हुआ आप इतने गुस्से में क्यों है" तो रिदय जी बोले__" कुछ नही वो मुझे कुछ दिन बाहर जाना है मैं जिस कंपनी की प्रोजेक्ट संभाल रहा था उस कंपनी वालों ने कहा है की 2 महीने तक उन्हे वो कंप्लीट चाहिए और इसलिए मुझे कल ही शहर से बाहर जाना है" दीक्षा जी बोली__" आप फिकर मत कीजिए सब ठीक हो जायेगा"
किस बात से रिदाय इतना परेशान है??
क्या अर्जुन ढूंढ पाएगा अपनी बहन को??
क्या अलिश शादी के लिए तयार होगी??
हॉस्पिटल में ऐसा क्या देख कर अलिश घबरा गई थी??
क्या होगा अगर अलिश को पता चलेगा की काशी और आयंश ने बनाया है उसे बेवकूफ??
कैसा रिएक्शन होगा अरिहान का जब देखेगा अलिश को अपने कमरे में??
आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए "जुनून - ए - मोहब्बत" ❤️
अरिहान के कमरे में,,
दरवाजा नोक करने के बाद भी अरिहान ने जब दरवाजा नही खोला तो अलिश खुद से बोली__" ये इतनी जल्दी सो गए क्या या फिर बीसी होंगे क्या मैं अंदर जा कर देखूं या यही से चली जाऊं अगर नही गई तो काशी मेरी भांडा फोड़ देगी अगर चली गई तो ये घूरना सुरु कर देंगे मान तो करता है इनकी आंखें निकाल कर गोटी खेलू पर ऐसे कर भी तो नहीं सकती"
अलिश दरवाजा का हैंडल पकड़ते हुए बोली__" चल अलिश आगे बढ़ अगर ऐसे ही डरती रही तो ये तुझे और डराएंगे so be a brave girl" ये बोल वो दरवाजा खोल पहले अपना सार अंदर करती है फिर वो खुद अंदर चली जाती है अंदर जाने के बाद वो चारों और अपनी नजर घुमा कर देखती हैं पर कमरे में कोई नही होता ये देख वो अपना सार खुजाते हुए बोली__" अरे ये तो अभी कमरे में आए थे इतनी जल्दी कहां गायब हो गए कहीं वो कोई भूत तो नही है ना"
तभी पीछे से अरिहान ने सक्त आवाज में बोला__" क्या कहा तुमने" अलिश जो खुद में ही बातें करने में घूम थी उसने जब अरिहान की ऐसी आवाज सुन उसकी आंखें तो आंखें बड़ी बड़ी हो गई और वो पीछे पलटते हुए जैसे ही कुछ बोलने वाली थी उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई और वो अपनी मुंह फेर कर खड़ी हो जाति है और बोली__" ये ये आप कैसे ऐसे बिना कपड़े के मेरे सामने आ सकते है आपको शर्म नही आती लड़कियों के सामने ऐसे शर्टलेस घूमना आपको अच्छा लगता है क्या"
तो अरिहान कुछ नही बोला और जा कर सोफे पर बैठते हुए अपने लैपटॉप पर काम करते हुए बोला__" तुम मेरे कमरे में की कर रही हो" तो अलिश घबराते हुए बोली__" वो वो मैं आ मुझे आप" अरिहान बिना देखे अपने लैपटॉप पर काम करते हुए बोला__" वो मैं वो क्या बोलो" अलिश झट से बोली__" काशी आयंश और मुझे कल क्लब जाना था इसलिए मैं ये पूछने आई थी की क्या आप भी हमारे साथ चलेंगे" ये बोल वो चुप सार झुकाए खड़ी रहती है।
अरिहान जो लैपटॉप पर अपना काम कर रहा था ये सुन वो आलिश के तरफ देखता है जो एक अच्छी बच्ची की तरह अपन सर झुकाए खड़ी थी और अरिहान का बोलने का इंतजार कर रही थी अरिहान सोफे से उठ कर उसके पास आता है और बोलता है__" क्या बोला तुमने फिर से बोलो" तो अलिश झट से बोली__" कुछ नही मैं तो बस ऐसे ही पूछने आई थी अगर आपको नही जाना तो कोई बात नही हम तीनो चले जायेंगे मैं आपको फोर्स नही करूंगी ओके बाय गुड नाईट"
ये बोल जैसे ही वो जाने के लिए मुड़ी अरिहान ने उसे पकड़ लिया और उसके कान के पास जा कर बोला__" वैसे तुमने जो मेरे गैर मौजूदगी में क्या क्या किया उसके लिए ये पनिशमेंट है की तुम मेरे बिना कहीं नहीं जाएगी समझ में मेरी बात" ये सुनकर तो अलिश को शॉक्ड लग गया की अरिहान तो यहां था नही तो उसके हार एक करतूत के बारे में उसे कैसे पता चला कहीं इन्होंने ये बोल वो पिछे पलट कर अरिहान को घूरते हुए बोली__" क्या अपने मेरे पीछे जासूस छोड़ रखा है "
उसकी बात सुन अरिहां कुछ नही बोला और उसे ही बस एक तक देखने लगा जिसे देख अलिश बोली__" आप मुझे ऐसे क्यों देखते रहते है जैसे मौका मिले तो कच्चा ही चबा जायेंगे" तो अरिहान बोला__" मान तो मेरा यही कर रहा है पर क्या करूं अभी हमारी शादी नही हुई है ना" शादी शब्द सुन अलि अपने आंखें मिटकते हुए बोली__" क्या क्या कहा अपने"।
अरिहान उसके कान के पास जा कर बोला__" वोही जो तुमने सुना बस शादी हो जाने दो उसके बाद" ये बोल वो अपनी बात अधूरी छोड़ देता है जिसे सुन अलिश की आंखें बड़ी बड़ी हो गई और वो वहां से नो दो ग्यारह हो गई जिसे देख कर अरिहान उसे बस देखता रहा उसने खुद से बोला__" ये क्या था"।
दूसरी तरफ
अलिश के कमरे में
अलिश खुद को कमरे बंद कर गहरी गहरी सांस लेते हुए बोली__" ये ये नहीं हो सकता ये नहीं हो सकता" ये बोल वो पैनिक हो जाति है और एक कोने में जा के बैठ जाती है और उस रात को याद करने लगती है।
फ्लैशबैक,,
1 साल पहले आनंद निवास में वो पूजा से वीडियो कॉल पर बात करते हुए अपनी ड्रेस सिलेक्ट कर रही थी तभी अलिश बोली__" अच्छा बेबस मैं कोन सी वाली पेहनु ये ब्लैक वाली या ब्लू वाली" दूसरी तरफ से पूजा अपना फोन स्टैंड पर रख कर चिप्स खाते हुए बोली__" मुझे तो दोनो अच्छी लगी पर तू ब्लैक ड्रेस ही पेहेन तू उसमे एक दम खयामत लगेगी"
तो अलिश के आंखों में चमक आ गई और वो बोली__" सच्ची फिर तो मैं यही पहनूंगी" पूजा उसे चिढ़ाते हुए बोली__" वैसे कोन आ रहा है घर पर जो तू इतनी साज धज रही है" अलिश अपनी आई रोल करते हुए बोली__" बेबस तू फिर सुरु हो गई वो डैड के कोई गेस्ट आ रहे है आउट ऑफ कंट्री से इसलिए डैड ने कहा है की हम बाहर डिनर करने जायेंगे" तो पूजा बोली__" ओह that's great तो तू कब घर वापस आयेगी" अलिश मुंह बनाते हुए बोली__" डोंट नो अच्छा चल अब मैं रखती हूं ठीक है बाद में तुम्हे कॉल करूंगी" ये बोल दोनो एक दूसरे को बाय बोल कॉल डिस्कनेक्ट कर देते है।
थोड़ी देर बाद अलिश रेडी हो के आ जाति है वो ब्लैक और गोल्डन कलर का अनारकली पहनी हुई थी उसने बालों को खुला छोड़ हुआ था आंखों में काजल वो होंठो पर लिप बालम कानो में गोल्डन झुमके उसमे वो बहुत ही ब्यूटीफुल दिख रही थी तभी उसके दरवाजा पर नोक होता है वो जैसे ही दरवाजा खोलती है वो सामने खड़े इंसान को देख कर डर जाति है वो उस इंसान को देख कांप रही थी वो धीरे से हकलाते हुए बोली__" तू तुम तुम मेरे कमरे के बाहर क्या कर रहे हो और तुम यहां कैसे आए"
तो सामने एक लड़का खड़ा था उसने अपने अलिश को ऊपर से नीचे तक देखता है और और बोला__" ओह माय गॉड तुम तो इस ड्रेस में लाजवाब लग रही हो मन तो कर रहा मैं तुम्हें" ये बोल वो चुप हो जाता है और अलिश की तरफ बढ़ने लगता है पर तभी अलिश की मां दीक्षा उन्हे आवाज लगती ही जिसे सुन अलिश उसे ढाका दे कर वहां से चली जाती है नीचे आने के बाद वो सब के साथ बाहर निकल जाती है और जा कर कर में बैठने को होती है पर उसके डैड उसे बोलते है__"अलिश तुम कारण के साथ आ जाओ हम सब बड़े एक ही कार से जा रहे है और कारण भी बहुत साल बाद इंडिया आया है तो तुम उसे सिमला घुमा लाओ"
ये सुनते ही अलिश कुछ बोलने वाली होती है पर रिदय जी उसे घूर कर देखते है जिसे अलिश थोड़ा डर जाति है और कुछ नही नही बोलती वही कारण भी उनकी बात सुन डेविल स्माइल करता है और बोला__" अलिश चलो कार में बैठो हमें जल्दी निकलना है वैसे भी हमें रेस्टुरेंट पोहांचने में बहुत लेट हो जायेगा घूमते घूमते है ना" तो अलिश कुछ नही बोलती और बैठ जाती है" सब वहां से निकल जाते है।
थोड़ी देर बाद कारण अपनी कार कहीं और ले जाता है जिसे देख वो डर जाति है और बोली__" ये तुम तुम कहां ले कर जा रहे हो बताओ तुम कहा ले कर जा रहे हो मुझे" तो कारण उसके तरफ देखते हुए बोला__" जस्ट रिलैक्स स्वीटहार्ट मेरे दोस्तों ने मेरे इंडिया आने की खुशी में एक पार्टी रखी है तो हम वहीं जा रहे है" थोड़ी देर बाद दोनो होटल पहुंच जाते है।
होटेल मून,,
दोनो अंदर जाते है तो कारण के दोस्त सब उसे मिलने लगे तभी एक लड़के का नजर अलिश पर जाता है और वो उसे अजीब नज़रों से देखता जिसे अलिश थोड़ा अनकंफर्टेबल हो जाति है कारण सब से अलिश को मिलवाता है सब लड़कों की नजर अलिश पर थी लड़कियां भी उसकी खूबसूरती देख कर जल जाती थी तो एक लड़की खुद से बोली__"वेलकम टू दि हेल अलिश अब कैसे बचोगी तुम बहुत घमंड है ना तुम्हे अपनी इस खूबसूरती पर तो चलो अब मैं तुम्हे तुम्हारी ये खूबसूरती ही छीन लेती हूं देखती हूं अब बचाने आता है तुम्हे कोई भी नही तुम्हारी दोस्त भी नही" ये बोल वो वेटर को कुछ बोल कारण के तरफ थम्स अप का साइन देती है जिसे देख कारण उसे आई विंक करता है।
ये है सान्या खुराना कारण की दोस्त ये लोग बहुत रहीस परिवार से होते है सान्या अलिश को बिलकुल भी पसंद नहीं करती वो उसकी खूबसूरती से बहुत जलती है सान्या भी खूबसूरत थी पर अलिश से कम।
थोड़ी देर बाद एक वेटर ट्राय में जिस ले कर आता है और बोला__ मैम जूस , तो अलिश स्माइल करते हुए वो जूस ले लेती है और पीने लगती है पर उसे उसका टेस्ट कुछ ठीक नहीं लगता पर वो उसे पी लेती है। तभी वहां पर उसे उसकी क्लासमेट स्वीटी मिली जिसे वो बातें करने लगी पर तभी उसे चक्कर से आने लगे ये देख कारण स्माइल करते हुए अलिश के पास जाता है और बोली__क्या हुआ अलिश क्या बात है तुम ठीक हो , तो अलिश नही में अपना सार हिला कर बोली__ मेरा मेरा सर घूम रहा है।
तो कारण उसे बोला__ अच्छा ठीक है तुम रूम में चल कर आराम करो , ये बोल वो स्वीटी के तरफ देख कर बोला__ एक्सक्यूज मि क्या तुम इसे इस रूम में ले जाओ इसे आराम की जरूरत है मैं चला जाता पर मुझे कुछ काम है तो तुम इसे रूम में ले जाओ मैं बस पांच मिनट में आ जाऊंगा, तो स्वीटी हां बोल अलिश को अपने साथ रूम की और ले गई।
उसे लिफ्ट से होटल रूम के तरफ जाता देख कारण वो मन में बोला__ अब कहां बच कर जाएगी जानेमन , तो सान्या उसके पास आ के बोली__ आज तो डबल खुशी की बात हो गई एक हमेशा के लिए तुम इंडिया आ गए और दूसरा आज मेरी बदला पूरा होने वाला है।
तो कारण बोला__ ठीक अब मैं चलता हूं मेरी होने वाली दुल्हन मेरी इंतजार कर रही होगी , ये बोल वो उसे डेविल स्माइल कर आई विंक करता है तो सान्या उसे बोलती है __ गुड लक कारण, ये बोल वो अपने दोस्तों के साथ बातें करने लगती है दूसरी तरफ अलिश की हालत खराब हो रही उसे बहुत गर्मी लग रही थी।
अलिश खुद से बात करते हुए बोली__ ये मुझे क्या हो रहा है मुझे मुझे इतना गर्मी क्यों लग रही है , ये बोल वो वहां से उठने की कोशिश करती है और वो जैसे तैसे कर के वो उठ कर बाथरूम की और जाने लगती है पर तभी वो किसी ठंडे और भरी चीज से टकरा जाती है जिसे वो पकड़ लेती है।
वोही उसके सामने खड़े इंसान जो अभी अभी ठंडे पानी से शावर ले कर बाहर आया था उसकी हालत भी कुछ ठीक नहीं थी पर वो खुद को कंट्रोल करने की पूरी कोशिश कर रहा था पर अलिश उससे और जायदा चिपक जा रही थी जिसे उस इंसान सब्र टूट गया और वो अलिश को पकड़ कर किस करना स्टार्ट कर दिया जिसे अलिश घबरा गई और
उसे खुद से दूर करने लगी पर वो इंसान उसे बेड की तरफ ले गया और उसके चेहरे को गौर से देखने लगा फिर उसने उसके कपड़े को उसके बदन से अलग कर दिया अलिश धीरे धीरे अपना होश खो रही थी उस इंसान ने उसे देखा और बोला__ चांद सा चेहरा देखने की इजाजत दे दो हमें,
तुम्हें अपना बनाने की इजाजत दे दो हमें,
हम इश्क करना चाहते हैं तुमसे,
इश्क करने की इजाजत दे दो हमें।
ये बोल वो उसके तरफ देखता है तो अलिश जो अब होश खो चुकी थी वो आगे बढ़ कर उस इंसान को किस करने लगती है जिसे महसूस कर वो इंसान और बेकाबू हो जाता है और दोनो इस अनजान सी मुलाकात की पहली रात में एक दूसरे में को जाते है।
फ्लैशबैक एंड,,
ये सब याद करते ही अलिश के आंखों से आंसू बह निकले और वो रोने लगी वोही अरिहान अलिश के कमरे में आया और पूरे कमरे को देखने लगा तो उसकी नजर कोने में बैठी अलिश नजर आई उसे ऐसे देख वो दौड़ कर उसके पास गया और उसे गले लगाते हुए बोला__ कुछ नही हुआ है सब ठीक है सब ठीक है लंबी लंबी सांस लो रिलैक्स हो जाओ, अलिश अरिहान को काश कर गले लगा लेती है।
अरिहान अलिश को उठा कर बेड में सुला देता है अलिश अब भी उसे गले लगाए हुए थी ये देख अरिहान उसके पास ही लेट जाता है धीरे धीरे अलिश नींद में चली जाती है पर अरिहान जो अब तक जाग रहा था वो सेलिंग को घूरते हुए कुछ याद करते हुए मान में बोला__ I'm sorry स्वीटहार्ट मेने तुम्हे परेशान कर दिया जो भी जितना भी कोशिश कर ले तुम्हारा अतीत छुपाने का मैं सच जन कर रहूंगा ,
ये सब बोलते वक्त वो बस एक तक सेलिंग को घूर रहा था।
दूसरी तरफ,
दिल्ली एयरपोर्ट पर रिदय जी प्लेन पर बैठे बहुत टेंशन में थे और उनके पास में बैठे एक आदमी ने बोला__ वो बहुत गुस्से में है अब हम क्या करेंगे अगर उन्हे हम वो लाकर नही दिए तो वो हमें जिंदा नही छोड़ेंगे,, तो रिदय जी गुस्से से बोले__ पता नही कहां चली गई वो लड़की अगर वो नही मिली तो बरबाद हो जाऊंगा मैं बस वो मुझे मिल जाए उसे मैं ऐसे सबक सिखाऊंगा की जिंदगी भर याद रखेगी, ये सब बोलते वक्त उसके आंखों में गुस्से से लाल हो गया।
पर हम उसे ढूंढेंगे कैसे उसका कुछ पता नही चल पा रहा है हमने उसके पीछे अपने आदमी भी छोड़ दिए थे पर वो बच कर कैसे निकल गई हमारे आदमी भी उसे नही ढूंढ पा रहे है, ये बोल वो आदमी परेशान हो गया तो रिदय जी बोले__ उसकी फिकर तुम मत करो उसे कैसे बाहर लाना है मुझे अच्छी तरह से पता है हर तोते की जन किसी न किसी चीज पर तो बस्ती ही है अगर उसकी चीज को अपने पास कैद कर लिया जाए तो, ये बोल वो उस आदमी को देख मुस्कुरा देता है।
जिसे देख वो आदमी मुस्कुरा कर किसी को कॉल कर बोलता है__ उठा लो उस तोते की जान को देखता है कब तक वो हमसे छुप कर बैठती है। ये बोल वो कॉल काट कर देता है और थोड़ी बाद उनकी प्लेन ऊपर आसमान पर उड़ कही खो सी जाती है।
क्या अरिहान करना चाहता है अलिश से शादी??
क्या अलिश भूल पाएगी अपना ये काला अतीत??
और क्या है रिदय का सच??
और किसकी बात कर रहे थे वो??
किसे कैद करने वाला है रिदय??
आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए "जुनून - ए मोहब्बत"।
अगली सुबह,
हमेशा की तरह अरिहान का नींद खुल चुका था आलिश सुकून से सो रही थी अरिहान उसे एक तक देखते हुए उसके गाल को सहला रहा था जिसे अलिश की नींद में खलल पड़ रहा था जिसे वो अपनी नींद में ही अरिहान से लिपट कर उसे देखती है ये देख अरिहान के चेहरे पर मुस्कान आ गया और वो बोला__"देख कर तुझे मैं अक्सर खो जाया करता हूँ
तेरी आंखों में देख कर मैं तेरा हो जाया करता हूँ"
अलिश अरिहान की बातें सुन मुस्कुरा देती है और फिर से सो जाती है ये देख अरिहान उसके माथे पर किस कर के अलिश को अच्छे से सुला कर अपने रूम की तरफ चला जाता है और डेली रूटीन के हिसाब से वो अपनी जिम के तरफ चला जाता है।
जिम में वो अपने कानो में ब्लूटूथ को कनेक्ट कर बोला__ क्या उनके बारे में कुछ पता चला , तो उसका दूसरे तरफ से वो इंसान बोला__ हां यार मुझे जायदा कुछ पता नही चल पाया पर एक बात मैने पता लगाया है और ये बात बहुत ही स्ट्रेंज है मुझे तो कुछ भी समझ नही आ रहा है इसका पास्ट इतना मिस्टीरियस है की कुछ भी पता लगाना बहुत मुश्किल हो रहा है"
अरिहान बोला__ बोलो क्या बात है ,तो दूसरे साइड पर ओहजास उसे पूरी बात बता दी जिसे सुन अरिहान बोला__ उसे तो हमने मार दिया था फिर वो बच कैसे सकता है , ये बोल वो डम्बल को फेक कर गुस्से से चिलते हुए बोला__ मुझे वो जैसे भी कर के मेरे सामने चाहिए उसकी वजह से मैने अपने डैड को खोया है, ओहजस उसे शांत करते हुए बोला__ अरिहान देखो शांत हो जाओ अभी तुम्हे दिमाग से काम लेना होगा पहले हमें ये पता लगाना होगा की अलिश का उससे क्या रिश्ता है ,
I don't care मुझे वो चाहिए ,, अरिहान इस वक्त बहुत गुस्से में था जिम का रूम साउंडप्रूफ था इसलिए अंदर का आवाज बाहर तक नहीं जा रहा था ,,
वोही दूसरे तरफ अलिश थोड़ी देर बाद उठती है और अंगड़ाई लेते हुए बोली__ गुड मॉर्निंग मून आज का दिन तुम्हारा अच्छा जाए , ये बोल वो रात की बात याद करते हुए इधर उधर देखते हुए बोली__ क्या वो रात भर यही थे या फिर मेरे सोने के बाद चले गए थे,
वो जायदा न सोचते हुए फ्रेश हो कर नीचे चली गई उसे सीढ़ियों से नीचे उतरता देख सबकी होंठो पर स्माइल आ गई उसने सबको गुड मॉर्निंग विश की उसके बाद उसकी नजर ईहित दादा जी के पास बैठी लड़की पर गई जिसे देख दादा जी बोले__ अलिश बेटा ये है मलिस्का मेरी दोस्त की पोती जो परसू ही इंडिया आई है, तो अलिश उसे हेलो बोलती है तो मलिसका भी उसे हेलो कहती है और दादा जी जी से बोली__ दादा जी ये कोन है , तो सावित्री जी बोली__ मेरे अरिहान की होने वाली बीवी , जिसे सुन मलिस्का जो जूस पी रही थी उसके मुंह से सारा जूस निकल जाता है और दादी के तरफ देखती है और वहीं अलिश ये सुन दादी के तरफ हैरानी से देखती है वो कुछ बोलने को होती है पर काशी उसके हाथों को पकड़ रोक लेती है और उसे शांत रहने का इशारा करती है
और वही मलिस्का अलिश को ऊपर से नीचे तक देख कर बोली__ वाट?? क्या ये अरिहान की बीवी बनेगी पर इसे देख कर मुझे नही लगता की ये लड़की सिंघानिया परिवार की बहु बनने के लायक भी है दी ये तो उसकी गर्लफ्रेंड बनने के लायक भी नहीं है आई मीन कहां अरिहान और कहां ये इसे देख कर भी नही लगता की ये उसके स्टैंडर्ड की है एंड she is so young,
वोही अलिश उसकी बात सुन उदास हो जाति है और उसके आंखों में आंसू आ जाते है जिसे देख आयंश बोला__ भाभी क्या आप मेरे लिए टेस्टी टेस्टी ब्रेकफास्ट बना देंगी प्लीज, तो अलिश उसके मुंह से भाभी सब सुन उसे देखने लगी तो सिमरन जी उसे वहां से जाने का इशारा की जिसे अलिश किचन चली गई
तो वोही सब मलिस्का की बातों को सुन गुस्से से आग उगलने लगे वोही आयंश जो अब तक चुप चाप बैठा अपने फोन पर गेम खेल रहा था जैसे ही उसने ये सुना तो गुस्से से मलिस्का से बोला__ हां सही कहा तुमने सिंघानिया परिवार की बहु अगर कोई बनेंगे तो कोई ऐसी वैसी नहीं, आयंश की बातें सुन सब उसके तरफ गुस्से से देख रहे थे तो वोही मलिस्का बड़े ही स्टाइल से बैठी थी पर जैसे ही उसने आयांश की आगे की बात सुनी उसने गुस्से से उसे देखा,,
आयंश का__ सही कहा तुमने की अलिश मेरी भाई की गर्लफ्रेंड बनने के लायक नही है बल्कि वो उनकी बीवी बनने के लायक है वो ऐसी वैसी नहीं है जो जबरजस्ती सिंघानिया परिवार की बहु बनने की कोशिश करती है और नही वो मेरे भाई के पैसों के वजह से उनके आगे पीछे होती है दूसरों की तरह और अगर स्टैंडर्ड की बात की जाए तो वैसे तो तुम भी सिंघानिया परिवार के साथ खड़े रहने की तुम्हारा औकात नही है पर हमारे साथ बैठ कर खाना तो खाती ही हो ,, तो मलिस्का गुस्से से सोफे से खड़ी हो के आयांश को उंगली दिखा कर बोली__ तुम मुझे ऐसे कैसे बोल सकते हो तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई, तो वोही काशी उसके सामने आते हुए बोली__ जैसे तुम्हारी हिम्मत हुई सिंघानिया परिवार की बहु की इंसल्ट करना,,
मलिस्का बोली__ मैं तो बस आप सबकी भलाई के लिए ही बोल रही थी पर शायद तुम लोगों ने गलत समझ लिया आप सबको पता है ना मैं आप सबकी कितनी फिकर करती हूं , सावित्री जी उसे ताने मरते हुए बोली__ हमें सब पता है की कोन हमारी फिकर करता है और कोन पैसों के लिए कुछ भी कर सकता है।
तो मलिस्का बोली__ मुझे ऐसा नहीं बोलना चाहिए था और इसके लिए मैं अलिश से भी माफी मांगूंगी मैं अभी आई , ये बोल वो किचन की और चली गई
किचन में जाकर वो अलिश से बोली__ आईएम सो सॉरी अलिश मुझे ऐसा नहीं बोलना चाहिए था , तो अलिश उसे बोली__ कोई बात नही इट्स ओके,,
मलिस्का अलिश को अपनी बातों में उलझा कर वो कुछ ऐसा करना चाहती थी की वो अलिश को हार्ट कर सके तो उसने वहां पर एक तेल का बॉटल देखा जो अलिश उसे यूज करने वाली थी इसलिए उसने वहां रखे जग के पानी को बॉटल के अंदर डाल दिया और वो वहां से चली गई
वोही लिविंग रूम में सब बैठ के बातें कर रहे थे इस वक्त मलिस्का के वजह से सबका मूड खराब हो चुका था तो तभी अरिहान जो ऑफिस जाने के लिए नीचे उतरा तो मलिस्का खुश हो गई और उसके सामने जा कर खड़ी हो गई और जैसे ही कुछ बोलने वाली थी तभी किचन से अलिश की चिलाने की आवाज आई और ये सुन सब वहां से किचन चले गए अरिहान भी दौड़ कर गया उसकी तो सांसे ही रुक गए थी।
सबने जब किचन में आ कर देखा तो सबकी आंखें बड़ी बड़ी हो गई थी और वो सब बहुत परेशान हो गए थे वोही अरिहान ने जब देखा की अलिश के हाथ जल गए है तो वो उसके पास आ कर फिकर और गुस्से से बोला__ तुम ठीक तो हो ये सब कैसे हुआ। तो अलिश वहां जो भी हुआ सब उसे बता देती है और रोने लगी जिसे देख अरिहान का गुस्सा अब चेहरे पर देखने लगा उसने जोर से चीखते हुए उनकी मेड रचना को बुलाया और बोला__ तेल की डीबी में ये पानी कहां से आया , ये सुन रचना बोली__ अरिहान बाबा ये आप क्या बोल रहे है मैने तो अभी थोड़ी देर पहले ही नई डीबी पर तेल डाला है , तो अरिहान गुस्से से बोला__ तो ये सब अपने आप हुआ,
तो सावित्री जी बोली__ बेटा पहले अलिश के हाथों में दावा लगा दो वरना उसकी हाथो मे निशान पड़ जायेगा , तो अरिहान अलिश को डाइनिंग टेबल पर बैठा दिया और काशी से मेडी किट ले के उसकी हाथों में मलहम लगाते हुए उसे बोला__ क्या तुम एक बार चेक नही कर सकती थी दिमाग है की नही तुम्मे अगर जायदा कुछ हो जाता तो क्या तुम अपना खयाल नहीं रख सकती थी , तो अलिश रोते हुए बोली__ आप मुझे डांट क्यों रहे है अब मुझे थोड़ी ना पता था की ऐसा कुछ होगा जब देखो आप मुझे डांटते रहते हो गंदे साडू , ये बोल वो उसे मुंह फेर कर बैठ गई।
ये देख अरिहान उसे घूर कर देखता है पर कुछ कहता नही लेकिन वोही मलिस्का गुस्से से बस अलिश को घूर जा रही थी और ये सब काशवी जी सब नोटिस कर रही थी उन्होंने उसे घूरते हुए मन में बोली__ हो ना हो अलिश का हाथ जलने के पीछे इसी चुड़ैल का ही हाथ है बस मुझे पता चल जाए की यही चुड़ैल इसके पीछे है तो फिर मैं डायन को उल्टा लटका दूंगी, ये बोल वो उसे घूरती रही
वोही दूसरी तरफ शिमला में,,
अर्जुन हर तरीके से अलिश को ढूंढने की कोशिश कर रहा था पर वो हर बार की तरह फेल हो जाता था वो अपने दोस्त का घर गया हुआ था अर्जुन बोला__ पता नही यार वो कहां चली गई है मुझे लगा नही था की वो ऐसे भी कर सकती है मुझे लगा की वो सुबह सब कुछ भूल चुकी होगी पर वो उसने घर छोड़ने का फैसला ले लिया , उसकी बात सुन अजय बोला__ तू फिकर मत कर यार सब ठीक हो जायेगा...अर्जुन छोटी का कुछ भी पता नही लग पा रहा है पता नहीं कैसे हम उसका मोबाइल लोकेशन भी ट्रैक नही कर पा रहे है बस उसका लास्ट लोकेशन मुंबई स्टेशन का दिखा रहा है उसके बाद क्या हुआ पता नही हम उसका लोकेशन ट्रेस नही कर पा रहे है।
अजय की बात सुन अर्जुन उसे देखते हुए बोला__ क्या कहा तूने मुंबई स्टेशन अलिश ने तो मुंबई का कंपनी में ही जॉब के लिए अप्लाई की थी कही ऐसा तो नहीं की वो मुंबई में है , वो पूजा जो अभी घर के अंदर ही आ रही थी तभी उसने उनकी ये बात सुन उसकी आंखें बड़ी बड़ी हो गई और वो अलिश को कॉल करने लगी पर तभी किसी ने आ कर उसके मुंह में रुमाल रख कर उसे बेहोश कर वेन में बैठा कर ले गए।
पूजा और कोई नही अजय बैसवाल की बहन है तो वही अजय बोला__तो तुम्हे मुंबई के लिए निकलना चाहिए मैं वहां के पुलिस इंस्पेक्टर से बात करता हूं, अर्जुन हां बोल वहां से चला गया।
दूसरे तरफ वेन में एक आदमी किसी को मैसेज कर बोला__ काम हो गया बॉस अब आगे क्या करना है , तो दूसरे तरफ से मैसेज आया ठीक है मेरा आने का इंतजार करना ,
अर्जुन अब मुंबई के लिए निकल चुका था उसने मन में बोला__ मैं आ रहा हूं छोटी मैं तुमसे जल्दी मिलूंगा
दूसरी तरफ मुंबई,,
अलिश जब अपना फोन देखी तो उसमे पूजा के तीन चार मिस्ड कॉल थे जिसे देख वो उसे कॉल बैक करती है पर उसका कॉल नही लग रहा था उसने खुद से बोला__ ये कॉल क्यों नही लग रहा है शायद बिजी होगी वो देखेगी तो खुद कॉल कर लेगी
और वो इधर उधर घूमते हुए कुछ सोच रही थी तभी उसका दरवाजा खुला और एक इंसान अंदर आते हुए उसके पास जा कर बोला__ क्या सोच रही हो, अचानक अरिहान की आवाज सुन अलिश डर जाति है और वो बोलती है__ आप तो मुझे डरा दिए ऐसे को किसी को डराता है भला, तो अरिहान बोला__ मैं डराता हूं , उसका जवाब सुन अलिश मुंह बना देती है, जिसे अरिहान बोला__ अब तुम्हारा हांथ कैसा है अभी दर्द हो रहा है , तो अलिश ना में सर हिलती है फिर अरिहान उसे गले लगाते हुए उसके माथे को किस करते हुए बोला__ तो चलो बताओ क्या सोच रही थी तुम ।
तो अलिश कुछ नही बोल रही थी तो अरिहान फिर से बोला__ अगर तुम कुछ नही बोली तो देख लेना फिर मैं तुम्हे किस कर लूंगा, तो अलिश अपनी आंखें बड़ी बड़ी करते हुए बोली__ नही , उसकी बात सुन अरिहान उसे बोलने का इशारा करता है तो अलिश अपना सार झुका कर बोली__ वो वो मैने आपकी कंपनी में जॉब के लिए अप्लाई किया था तो मुझे आपकी पर्सनल सेक्रेटरी का जॉब के लिए अप्वाइंट किया गया है , उसकी बात सुन अरिहान स्माइल करते हुए बोला__ तो इसके लिए इतना सोचने वाली कौनसी बात है ,
अलिश बोली__ मुझे अपनी मेहनत से काम करना था मैं तो बस थोड़ी दिन ही ऑफिस गई थी और मुझे डायरेक्ट आपकी पर्सनल सेक्रेटरी के लिए चुना गया ऐसे में सब कोई मेरे बारे में क्या सोचेंगे ऊपर से ये बात पुरे ऑफिस को पता लग चुकी है, ये बोल वो गाल फूला देती है।
क्या लगता है क्यों मलिस्का करती है अलिश से नफरत??
क्या अर्जुन मुंबई आ कर ढूंढ पाएगा अलिश को??
कोन है वो लोग जो पूजा का किडनैप किया??
और क्या अरिहान ने ही किया है अलिश को अपनी पर्सनल सेक्रेटरी के लिए अप्वाइंट??
जानने के लिए आगे पढ़ते रहिए "जूनून ए मोहब्बत"।
शिमला रात के 3 बजे,
एक बड़े से बंगले में चारों तरफ बॉडीगार्ड्स लगे हुए थे और उसी बंगले के एक रूम में एक लड़की धीरे धीरे अपनी आंखें खोलती है और इधर उधर देखती है पर उसे समझ नही आ रहा था की वो कहां पर है वो उठने की कोशिश करती है पर उठ नही पाती वो खुद को देखती है तो पाती है की उसके हांथ और पैर दोनो बंधे हुए है उसे अब तक समझ आ चुका था की उसका किडनैप हो चुका है ये और कोई नही पूजा ही थी जो किडनैप हो जाने के बाद वो लोग इसे यहां पर कैद कर के रखे थे।
खुद से बोली__ इन लोगों ने मुझे यहां पर किडनैप कर के क्यों रखे मैने इनका क्या बिगाड़ा है। ये बोल वो चिलाने लगी__ कोई है क्या कोई मेरा बात सुन रहा है कोई मुझे यहां से बाहर निकालो। तो तभी वहां पर एक आदमी आ कर कहता है __ आखिर कर तुम उठ ही गई हमें लगा था की तुम तो निकल ली,,
पूजा गुस्से से बोली__ तुमलोगों ने मुझे किडनैप क्यों किया मैं तो तुम्हे जानती भी नही हूं कोन हो तुम लोग तुम्हारा मुझसे क्या दुश्मनी है मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है,, तो तो आदमी जिसका नाम मुन्ना था उसने बोला__ अरे रे कितना बोलती हो तुम अब मैं तुम्हारा कोनसा सवाल का जवाब दूं बोलो,, ये बोलकर वो उसके पास बैठ के झुकते हुए उसके चेहरे को चुने लगा।
जिसे पूजा गुस्से से उसको देखने लगी तो ये देख मुन्ना बोला__ तुम तो गुस्से में भी कयामत लगती हो..ये बोल वो पूजा को गंदी नज़रों से देखने लगा जिसे पूजा महसूस कर सकती थी मुन्ना उसे ले जा कर बेड पर पटक देता है जिसे पूजा समझ जाति है और गुस्से से चीखते हुए बोली__ छोड़ो मुझे,मुझे छूने की कोशिश भी मत करना वरना तुम्हारी ऐसी हालत करूंगी मार मार की तुम सोच भी नही सकते,, तो मुन्ना बोला__ मार तो तब पाओगी न जब तुम उस लायक रहोगी।
ये बोल वो उसके तरफ बढ़ने लगा पर वो छू भी पता उसे पहले ही उसके ऊपर कोई भरी चीज आ गिरी जिसे वो दूर जा गिरा और उसके मुंह से चीख निकल गई ये सुन पूजा सामने की तरफ देख उसकी आंखें बड़ी बड़ी हो जाती है और वो अपनी मन में सोचती है__ क्या क्या ये वोही है या फिर मैं सपना देख रही हूं नही नही ये मेरा सपना ही है ऐसे कैसे मेरा सपनो का राजा यहां मेरे सामने आ सकता है।
ये बोल वो एक तक सामने की और देख रही थी तभी उसे मुन्ना की चीखने की आवाज सुनाई देती है जिसे सुन पूजा होश में आती है और मुन्ना को देखती है जो इस वक्त एक हैंडसम लड़का उसे बुरी तरीके से पिट रहा था।
तभी वहां उस रूम में बहुत सारे गार्ड्स आ गए और मुन्ना को पकड़ लिए उस लड़के ने मुन्ना की कॉलर पकड़ कर बोला__ बहुत शोक है न तुम्हे चल आज मैं तुम्हे बताता हूं की एक लड़की के ऊपर बुरी नजर डालने का अंजाम क्या होता है,,
ये बोल उसने गार्ड्स से बोला__ इसे हेल मेंशन में ले जाओ और ऐसे तड़पाओ की इसकी रूह कांप जाए और दुबारा किसी लड़की को ऐसी नजर से देखने की हिम्मत भी न करे।
आधे बॉडीगार्ड्स मुन्ना को ले कर चले गए और आधे यही रुक गए वो लड़का पूजा के पास आ कर उसे अपनी कोट पहना कर बोला__ क्या तुम ठीक हो,, तो पूजा बस हां में सर हिला देती है तो वो लड़का बोला__ तुम्हारा घर कहां है मुझे बताओ मैं तुम्हे ड्रॉप कर दूंगा,,
उसकी बात सुन पूजा बोली__ नही उसकी कोई जरूरत नहीं है मैं चली जाऊंगी आपका बहुत बहुत शुक्रिया मेरी हेल्प करने के लिए,, ये बोल वो जाने वाली थी पर उसका पैर में बहुत तेज दर्द उठता है जिसे वो वोही आंख बंद कर पैर पकड़ कर बैठ जाती है।
तभी उसे महसूस होता है की वो हवा में है ये सोच वो अपनी आंखें खोलती है और उसकी नजर सामने दो नीली आंखों से जा टकराती है जो इस वक्त उसे ही देख रही थी। वो लड़का उसे देख कुछ नही बोलता और सामने की और बढ़ गया पर पूजा तो शर्म से मारे जा रही थी और उसे भरोसा नहीं हो रहा था की उसके जैसा लड़का जो लड़कियों को नजर भी नही देखता वो आज उसे की गोद में लिए हुए है।
दूसरी तरफ थाईलैंड में,
एक बंगले के एक बड़े से रूम के अंदर जिसके 50 या 60 लोग मौजूद थे इस वक्त सब कोई सीरियस हो के बैठे थे जैसे लग रहा था वहां पर कोई मीटिंग चल रही हो सबके चेहरे पर इस वक्त बहुत परेशान दिख रहा था तो कभी डर दिख रहा था।
तभी हेड कुर्सी पर बैठे उस बूढ़े आदमी ने बोला__ वो ऐसा कैसे कर सकता है उसकी इतनी हिम्मत की इतने सालों से वो हमें बेवकूफ बना रहा है और हमें इसकी खबर तक नहीं,, तो वही बैठे एक और आदमी ने गुस्से से कहा__ मिस्टर त्रिवेदी अब हमें क्या करना चाहिए क्या हमें उन्हे ढूंढना चाहिए हमें बहुत फिकर हो रही है उस धोखेबाज ने ये बहुत गलत किया है इतने साल उस गदर ने हमारी इनफॉर्मेशन उस जमीन को पोहंचते रहा और हमें खबर तक नहीं।
मिस्टर त्रिवेदी जो बूढ़े आदमी थे उन्होंने बोला__ राहुल शांत हो जाओ हम उन्हें ढूंढ निकलेंगे पर उससे पहले हमें वो गदर अपने पास चाहिए क्यों की हो न हो उस गदर को जरूर पता होगा की वो कहां है।
राहुल बोला__ पर हम उसे ढूंढेंगे कहां वो तो इंडिया में है ही नही,, ये सुन मिस्टर त्रिवेदी गुस्से से कांपने लगे तो राहुल बोला__ मिस्टर त्रिवेदी आप शांत हो जाइए हम सब है हम उसे ढूंढेंगे,, ये बात सुन सबने हां में सर हिला देते है।
इंडिया, मुंबई में
अलिश अपने रूम में थी वो पूजा को कॉल लगा रही थी पर उसका कॉल नही लग रहा था वो परेशान हो कर बोली, " इसे क्या हुआ अब इसका कॉल क्यों नही लग रहा है"।
तभी अलिश के कमरे के दरवाजे पर नोक होता है और काशवी जी आवाज लगा कर बोली," अलिश क्या मैं अंदर आ सकती हूं"। तो अलिश दरवाजा खोलते हुए बोली," हां आंटी आइए ना"। काशवी अंदर आते हुए बोली," क्या कर रही हो तुम कहीं अकेले बोर तो नही हो रही हो न"। तो अलिश उदास होते हुए बोली, " बोर तो हो रही हूं आंटी पर क्या करूं आपका खडूस"।
ये बोलते बोलते वो रुक गई और नकली हंसी हंसते हुए बोली," मेरा मतलब है मिस्टर सिंघानिया ने मुझे बाहर जाने से मना किया है न तो मैं बाहर जा भी नही सकती अब मैं रूम में बैठे बैठे बोर हो रही हो"। ये बोल वो हंस देती है तो काशवी जी भी अलिश की बात सुन हंस देती है और बोली, " तो बेटा जी आपको हमारा बेटा खडूस लगता है"।
तो अलिश मना करते हुए बोली, " नही आंटी वो तो मैं"। काशवी बेड पर बैठते हुए बोली, "अरिहान ऐसा नहीं है वो बाहर से सक्त मिजाज का है लेकिन अंदर से वो दिल का बहुत अच्छा है"।
अलिश कुछ नही बोली काशवी जी अलिश का हाथ को देख बोली, " और बेटा मैं तो तुमसे पूछना ही भूल गई तुम्हारा हाथ कैसा है अभी"। तो अलिश हाथ देख कर बोली," अभी ठीक है आंटी बस थोड़ी सी जलन होती है जब पानी में भीग जाता है"।
तो काशवी जी बोली, " अच्छा अलिश बेटा मुझे सब ठीक से बताओ किचन में हुआ क्या था"। तो अलिश बोली, " मैं किचेन में सबके लिए ब्रेकफास्ट बना रही थी तभी मलिश्का आई हुई थी मुझसे माफी मांगने के लिए फिर वो चली गई फिर जब में कढ़ाई में तेल डाली तो गरम तेल मेरे हाथों में आ गिरा"। काशवी कुछ सोच कर बोली," क्या जब तुम मलिष्का से बात कर रही थी तब तुम्हे कुछ अजीब लगा था"।
तो अलिश बोली," नही"। काशवी अलिश का हाथ पकड़ कर बोली," अच्छे से याद करो बेटा और बताओ मुझे"। तो अलिश याद करते हुए बोली," हां आंटी याद आया मैं जग में पानी रखी थी पर जब मैं बाकी समान लेने गई हुई थी सेल्फ के तरफ और जब मैं आई तो जग में पानी नही था"।
तो काशवी की आंखें गुस्से से लाल हो गई और वो बोली," इसका मतलब ये सब उसने जन बुझ कर किया"। अलिश को बात समझ में नहीं आ रही थी काशवी जी इतना सवाल जवाब क्यों कर रही है पर तभी उसके दिमाग में घंटी बाजी और वो काशवी जी के तरफ देख कर बोली, " मतलब ये सब मलिष्का ने जन बुझ कर किया मुझे हार्ट करने के लिए"।
तो काशवी बोली," हां बेटा मुझे पहले से ही डाउट था उस पर "। अलिश काशवी जी से बोली, " आंटी प्लीज आप ये बात किसी को मत बताना"।
तो काशवी अलीश के तरफ देख कर बोली," पर क्यों बेटा मलिष्का ने ये ठीक नही किया है ये हमें घरवालों को बताना चाहिए"।
अलिश मना करते हुए बोली, "नही आंटी आप इसके बारे में किसी को नही बताएंगी प्लीज"। तो काशवी जी हर मानते हुए बोली, " ठीक है ठीक है नही बताऊंगी पर बेटा तुम उस चुड़ैल से दूर ही रहना"। अलिश हां में सार हिला देती है थोड़ी देर बात कर काशवी जी वहां से चली जाति है।
अलिश पूजा को कॉल करती है पर फिर भी उसका फोन ऑफ बता रहा था अलिश परेशान हो जाति है और बोली, " अभी तक फोन ऑफ है ऐसा तो कभी नही हुआ है की वो ऐसे फोन ऑफ कर दे"।
दूसरी तरफ सिमला में,
पूजा और वो लड़का कार में बैठे थे पूजा चुप चाप बैठी हुई थी वो लड़का पूजा के तरफ देख बोलता है," क्या नाम है तुम्हारा ?"। तो पूजा धीरे से बोली, "पूजा"। वो लड़का पूजा से सवाल करते हुए बोला, " तो तुम इनके हाथ कैसे लगी"।
पूजा भी सोचते हुए बोली, " में अपने घर के बाहर खड़ी हुई थी अपने दोस्त को कॉल लगा रही थी तभी ये गुंडे आए और मुझे किडनैप कर लिया मेरी तो किसी से दुश्मनी भी नही है फिर कोई ऐसा क्यों करेगा"।
तो लड़का कुछ बोलने वाला था तभी पूजा बोली, " पर आप कोन है और वहां कैसे पोहांचे "।
वो लड़का पूजा के तरफ झुक कर मुस्कुरा कर बोला, " बड़ी जल्दी है मेरे बारे में जानने की कहीं आपको मुझसे प्यार तो नही हो गया"।
तो पूजा हकलाते हुए बोली," ये..ये आप क्या बोल रहे है मैं तो बस पूछ रही थी इसका..इसका मतलब थोड़ी ना है की मुझे आपसे प्यार हो जायेगा हर किसी को थोड़ी ना लव फर्स्ट साइट होता है"।
वो लड़का बोला, " हर किसी को होता तो नही है पर कुछ लोगों हो तो गया है"। तो पूजा उसे घूर कर देखती है तो वो लड़का मुस्कुरा देता है।
वो लड़का पूजा को घूरता पा कर बोला," ठीक है बताता हूं घूर क्यों रही हो"। थोड़ा रुक कर वो लड़का बोला, " मेरा नाम दक्ष ओबेरॉय है और मैं ओबेरॉय ग्रुप ऑफ इंडस्ट्री का CEO हूं "।
तो पूजा शॉक्ड होने का नाटक करते हुए बोली," क्या आप मजाक कर रहे है न"। तो दक्ष हंसते हुए बोला," मुझे तो लगता है तुम मजाक कर रही हो"। पूजा कन्फ्यूज होते हुए बोली," मतलब "। दक्ष पूजा के तरफ देख कर बोला," मतलब ये की तुम्हे अब तक मेरे बारे में पता नही था"।
तभी पूजा बोली," रुको रुको गाड़ी यही रोको मेरा घर आ गया"। तो दक्ष ड्राइवर को गाड़ी रुकने के लिए कहता है वो आस पास देखता है तो वो एक पुलिस ऑफिसर लोगों का क्वार्टर था जहां सिर्फ पुलिस वाले और उनके फैमिली वाले रहते है"।
दक्ष ये देख पूजा से बोला," तुम यहां रहती हो"। तो पूजा हां में सार हिला देती है। दक्ष को कुछ डाउट होता है और वो बोला, " तुम अपने घर से गायब हो गई यह सोसाइटी तो पुलिस वालों से भर्ती है फिर भी मतलब मानना पड़ेगा उन लोगों को मतलब ये सब फुल प्लानिंग के साथ हुआ था"। पूजा दक्ष के तरफ देख बोली, " आपका कहने का मतलब क्या है मुझे किडनैप करने के लिए उन गुंडों ने फुल प्लानिंग किया था"।
दक्ष हां में सार हिला देता है और बोला," हां देख कर तो यही लग रहा है तुम्ही सोचो यहां हाई सिक्योरिटी रहती है चारों तरफ कैमरा है किसकी इतनी हिम्मत होगी यहां आने की वो भी किसी का किडनैप करने और तुम तो अपने घर से किडनैप हुई हो सोसायटी के के बाहर होती तो कुछ और बात होती"।
तो पूजा सोच में पड़ जाति है की उसका तो कोई दुश्मन नही है तो फिर उसे किडनैप करने के लिए कोई इतना प्लानिंग क्यों करेगा।
क्या काशवी जी बताएंगी घरवालों को मलिश्का का सच?
कोन है पूजा का दुश्मन?
किसने करवाया था किडनैप?
क्या पूजा दक्ष को पहले से जानती है?
क्या दक्ष करेगा पूजा का हेल्प?
जानने के लिए पढ़ते रहिए " जुनून ए मोहब्बत"।
रात का वक्त,
सब डिनर कर के सो चुके थे तकरीबन 12 बजे अलिश के कमरे में कोई आता है अलिश जो अभी अभी ही सोई हुई थी वो पांव की आहट सुन कर एक दम से डर जाति है तभी उसे महसूस होता है की कोई आ के उसके बगल में लेट जाता है। अलिश अचानक से उठ जाति है और लाइट ऑन कर के चिलाने वाली थी पर तभी आवाज आई, " आप प्लीज चिलाना मात मैं हूं"।
अलिश गहरी सांस छोड़ते हुए बोली, " काशी तुमने मुझे डर दिया"। काशी दांत दिखाते हुए बोली, " सॉरी वो आयु के साथ झगड़ा हो गया तो उसने मेरी रूम लॉक कर दिया तो मुझे समझ नही आया की मैं कहां सोने जाऊं तभी मुझे आप याद आ गई इसलिए मैं आपके पास आ गई सॉरी मैं आपको डिस्टर्ब कर दी"।
अलिश बेड पर सोते हुए बोली, " कोई बात नही मैं अभी अभी ही लेटी थी"। काशी भी लेटते हुए बोली," वैसे मैं आपसे एक सवाल पूछूं" , अलिश की हामी भरते ही काशी बोली, " आपको अरिहान भैया कैसे लगते है"।
काशी की बात सुन अलिश का दिल जोरों से धड़कने लगा अलिश हकलाते हुए बोली, " कैसे लगते है मतलब जैसे..जैसे बाकियों को लगते है वैसे"। काशी अलिश के तरफ पलट कर बोली," पर आपकी बातों से तो लग नही रहा है"।
अलिश ब्लैंकेट पूरे सरिर में लपेट कर बोली," तुम जायदा ही सोच रही हो मुझे नींद आ रही है मैं सो रही हूं तुम भी सो जाओ"। काशी अलिश की बात सुन मुस्कुरा देती है और अपने मन में बोली, " आप भले ही अभी ये इनकार कर रही है पर मुझे पता है आप अरिहान भाई से प्यार करने लगी है"।
अलिश और काशी एक ही रूम में सो गए।
अगली सुबह,
अलिश सुबह जल्दी उठ गई वो घड़ी देखने के लिए जैसे ही साइड टेबल की तरफ देखती है उसकी नजर एक पेपर पर जाति है वो देख कर अलिश बोली," ये क्या है ये तो यहां नही था"। फिर वो पेपर उठा कर देखने लगती है तो उसमे कुछ लिखा हुआ था,"
तुम्हें देखा है उस अंदाज़ में...
जिसमें कोई और कभी तुम्हें देख नहीं पाएगा।
छूना तो दूर की बात है,
पर तुझे महसूस किया है उस हद तक,
जहाँ सांसें भी तेरा नाम लेने लगती हैं।
पता नहीं क्या रिश्ता है,
पर तेरे पास आकर सब कुछ खोने का डर और तुझे पाने की चाह एक साथ जाग जाती है।"
ये पढ़ कर वो कन्फ्यूज हो जाति है और बोली," ये किसने लिखा है" फिर उसे अरिहान का खयाल आता है जिसे सोच कर वो मुस्कुरा देती है और फ्रेश होने चले जाति है।
वही काशी जो लेटी हुई थी अलिश के जाने के बाद वो मुड़ती है और बोली," देख कर तो लगता है तीर सही जगह पर लगा है" ये बोल वो फिर से से जाति है।
अलिश फ्रेश हो कर आती है और रेडी हो कर नीचे चली जाती है। नीचे दादी और बाकी सब आरती कर रहे थे तभी अलिश भी वहां आती है अलिश भी आरती करती है दादी सबको प्रसाद देती है और बोली," अलिश बेटा तुम कही जा रही हो"।
अलिश दादी से बोली, " जान दादी वो मैं घर पर बोर हो रही थी इसलिए मैं आज से ऑफिस ज्वाइन कर रही हूं"। अलिश की बात सुन सब एक दूसरे को देखते है फिर दादी बोली, " पर तुम्हारी तबियत खराप हो गई थी ना अगर अरिहान को पता चला तो तुम जानती ही हो न बेटा उसने तुम्हे आराम करने के लिए कहा है"।
अलिश सेड होते हुए बोली, " पर दादी अब मैं बिल्कुल ठीक हूं और मैं घर में बोर भी हो रही हूं रूम में बैठे बैठे इसलिए सोच रही हूं आज ऑफिस ज्वाइन कर लूं"।
दादी मुस्कुरा कर बोली, " ठीक है मैं उस नालायक से बात करूंगी पर अब तुम ब्रेकफास्ट कर लो चलो" सिमरन बोली, " हां चलो तुम ब्रेकफास्ट कर लो"।
दूसरी तरफ जंगल के खंडार में बहुत सारे बॉडीगार्ड थे और किसी को ढूंढ रहे थे जीत बोला, "बॉस मुझे लगता है वो यहां से भाग गया"। अरिहान चारों तरफ नजर फिरते हुए बोला, "वो जा कहां सकता है उसे कैसे पता चला की हम उसे उस तक पोहांच चुके है कोई तो है जो उसे हमारे बारे में बता रहा है"।