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राब्ता : तेरे इश्क़ का ❣️❣️❣️

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Tina Mose

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" यह कहानी है महाराष्ट्र के मुख्य मंत्री शिवाय गायकवाड़ जो एक आग है अपने दुश्मनों के लिए शादी के दिन उसकी होने वाली दुल्हन ने शादी से भाग गयी उसने उसी दिन कर ली,अपने नौकर के बेटी वाणी राउत से शादी जो है एक 17 साल की मासूम लड़की और वामिका राणा की जो है...

Total Chapters (3)

Page 1 of 1

  • 1. राब्ता : तेरे इश्क़ का ❣️❣️❣️ - Chapter 1

    Words: 1672

    Estimated Reading Time: 11 min

    " यह कहानी है महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिवाय सिंह अग्निवंशी,,,,जिसे शादी के दिन उसकी होने वाली दुल्हन ने शादी से भाग गयी उसने उसी दिन कर ली,,,अपने नौकर के बेटी वाणी राउत से शादी,,,,और वामिका राणा की जो है पूर्व मुख्यमंत्री की पोती,,,,अपने बॉयफ्रेंड के साथ शादी के दिन भाग जाती है,,,,,,आखिर क्यों की उसने वाणी से शादी,,,,,जाने के लिए पढ़े मेरी नई कहानी,,,," राब्ता : तेरे इश्क़ का ❣️❣️❣️


    ______________________________________

    " भाऊ साहब,,,,व,,,,वो वामिका मैडम नही मिल रही है,,,,शादी के मंडप मे दूल्हे के लिबाज मे बैठे  शिव यानी शिवाय सिंह अग्निवंशी से उसके एक आदमी ने कान मे कहा।।।।।लेकिन उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया,,,,वो अभी भी उसी तरह बैठा रहा,,,आस पास लोगो मे काना फुसी शुरु हो गयी थी,,,,,शिव के चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नही था अचानक उसके होंठो पर एक आकर्षक मुस्कान आ गयी।।।।उसने नजरें उठा कर इधर उधर देखा उसकी नज़रो की तपिश से सभी मेहमान चुप हो गए।।।।।

    शिव की नज़रे कोने मे खड़ी एक लड़की पर जा रुकी जो डरी सहमी नज़रो से उसे हि देख रही थी,,,,शिव की नज़रे खुद पर देख वो झेप गयी,,,और जल्दी से वहां से जाने लगी तभी वहाँ एक दमदार आवाज़ से गुज उठी,,,,,वो आवाज़ जितनी डरवानी थी उतनी आकर्षक भी,,,,,,वो डर के मारे जाने लगी कि एक बार फिर आवाज़ के साथ गोली भी चली।।।।।।

    " वाणी 👿👿👿

    " सुनाई नही देता,,,,,लिटिल खरगोश

    " बाबा बचाओ 😣😣😣,,,,,वाणी ने अपने बाबा को इधर उधर ढूंढते हुए कहा।।।।

    " ये क्या खरगोश हमेशा बाबा को ढूंढती रहती हो कभी हमें भी देखो,,,,अब तक शिव उसके पास पहुंच चुका था,,,,और बड़ी सरगोशी से उसके कान में कहा।।।।

    " आप ये क्यों कर रहे हो,,,,,मैं शादी नही कर सकती,,,,,और आप चाहे कितनी भी कोशिश कर लो बाबा मेरी शादी आपसे कभी नही होने देंगे,,,वाणी ने बहुत मासूमियत से कहा,,,,जिससे शिव के होंठ एक बार फिर मुस्कुरा दिए।।।।।

    " और वो शादी के लिए मान गए तो,,,,,शिव ने वैसे ही मुस्कुराते हुए कहा।।।।जिससे वाणी कुछ नही बोल पाई।।।।।

    " चलो,,,,,शिव ने उसे चुप देख उसका हाँथ पकड़ते हुए कहा,,,,,वहां मौजूद मेहमानों को कुछ समझ नही आ रहा था,,,,दुल्हन शादी से भाग गयी है और दूल्हा खुश हो रहा है किसी दूसरी लड़की को साथ है।।।।।

    " प्रियम,,,,,शिव ने अपने असिस्टेंट को आवाज़ दी।।।।प्रियम अपने बॉस के हरकतो से परेशान था उसे समझ नही आ रह था उसका बॉस क्या और क्यों कर रहा था,,,,अभी भी वो ट्रोमा मे था उसकी आवाज़ सुन जल्दी से उसके पास आ गया।।।।।

    " जी भाऊ साहब,,,,,,

    " जल्दी से इसे तैयार कर के लाओ,,,,,शिव ने उसे ऑर्डर दिया,,,, मेहमानों के पास आ गया,,,,प्रियम ने वाणी को देखा।।।।।

    " देखो घबराओं मत मुझे नही पता भाऊ साहब क्या और क्यू कर रहे है लेकिन वो तुम्हे कोई नुकसान नही पहुचाएगे,,,,जो होगा अच्छा हि होगा आओ चलो मेरे साथ चलो,,,,,इतना बोल वो उसे अपने साथ ले गया।।।।

    " हम अच्छे से जानते है आप सभी के मन मे बहुत सारे सवाल होंगे,,,ख़ास कर अशोक जी( पूर्व मुख्यमंत्री वामिका के दादा ) के तो मे आपको इतना बताना चाहता हूँ कि आपकी पोती आज नही आने वाली है वो शादी से भाग चुकी है जी हाँ,,,,,उसने मुझे कल रात से इस बारे मे बात की थी वो अपने कॉलेज मे किसी लड़के से प्यार करती है और ये शादी नही कर सकती,,,,मुझे इससे को एतराज नही है,,,,आपको भी परेशान होने की जरूर नही है वो एक अच्छा लड़का है और ये मैं सब छानबीन के बाद ही बोल रहा हूँ,,,,,बाकि उसे खुद ही दुनिया को देखने दीजिए,,,,,शिव ने एक बार मे सब कुछ बोल दिया,,,उसकी बात से सभी हैरान हो गए थे।।।।।

    " हमें आप से अकेले मे बात करनी है,,,,,अशोक जी ने शिव को दुःखी स्वर से कहा।।।।।

    " आइए,,,,वो अपनी रौबदार आवाज़ मे बोला।।।।और दोनो एक कमरे मे चले गए, ,,लेकिन उनके साथ प्रवीण जी ( वाणी के बाबा भी थे।।।।।

    " शिव अपने जो बाहर कहा क्या वो सच है हमें लग रहा है आप कुछ तो छुपा रहे है,,,,,और अगर यह सब सच है तो,,,वामिका ने जो भी किया है उससे हम दोनो खानदानो की बहुत बदनामी होने वाली है,,,,,अशोक जी ने शर्मिंदगी महसूस हो रही थी।।।।

    " हमें पता था हर कोई हमारे बातो को सच मान लेगा लेकिन एक इंसान से हमारा झूठ छुप नही सकता है,,,,और वो आप होगे आखिर 20 सालो तक महाराष्ट्र को ऐसे तो नही चलाया है,,,,,शिव ने मुस्कुराते हुए कहा।।।।।

    " शिव बेटा आप वाणी से शादी क्यों करना चाहते है,,,,इस बार प्रवीण जी बोले उन्हे भी जाना था आखिर इतना बड़ा आदमी उसके जैसे नौकर के बेटी से शादी क्यों करना चाहेगा।।।।।

    " क्योंकि प्यार है वो हमारा,,,,, 😈😈😈

    " हमारा प्यार कुछ दिनों का नही है जब हमने उन्हे पहले बार देखा था,,,,एक 10 साल की लड़की जो गलती से हमारे कमरे मे आ गयी थी और डर कर रो रही थी,,,,,शिव के होंठो पर एक कातिला मुस्कान थी।।।।।

    " लेकिन मालिक वो अभी 18 साल की है,,,,उसके माँ के जाने के बाद मैंने उसे बहुत नाज़ो से पाला है,,,,,अचानक से उसके ऊपर इतनी बड़ी जिम्मेदारी कैसे कर पाएगी वो,,,,,प्रवीण जी को समझ मे नही आ रहा था वो क्या करे।।।।।।

    " काका उसकी चिंता आप न करे,,,,,शिव ने उन्हे अश्वासन दिया।।।।।

    " दादू हमें एक बार आपसे पूछना था क्या हम ये शादी कर सकते है इससे हमारे खानदानो की इज्जत भी बची रहेगी,,,,और आपको अच्छे से पता होगा अगर अपोजीशन वालो को हमारे खिलाफ़ चाल चलने मौका मिल सकता है,,,,,शिव इस बार गंभीर था।।।।

    " आपको जो सही लेंगे करे,,,,,एक बात बताइए वो कब तक आएगी,,,,अशोक जी ने पूछा,,,,,वो एक ईमानदार मुख्यमंत्री थे,,,,जितने उनके दोस्त और हितेसी थे उतने ही दुश्मन भी उनका परिवार के नाम पर सिर्फ वामिका ही थी जो उन्हे छोड़ कर जा चुकी थी।।।।

    " हमें नही पता वो कब आएगी,,,,,लेकिन वो अपनी आजादी चाहती थी,,,उसे इतनी सिक्योरटी नही चाहिए,,,,,इसलिए वो चली गयी क्योंकि उसकी शादी भी एक ऐसे घर मे हो रही थी।।।।अशोक जी से अब कुछ कहा नही गया इसलिए वो कमरे से चले गये,,,उसके जाते ही वो दोनो भी बहार चले आये उसके अस्सिटेंट से सब कुछ सम्हाल लिया था।।।।वो सब बाहर आये और मेहमानों से बात करने लेंगे,,,,लोगो को भी ज्यादा बाते बनने का मौका नही मिला।।।।।

    कुछ देर बाद वाणी तैयार होकर आ गयी,,,,,वो नवाड़ी साडी , दूध सा गोरा रंग मे केसर गुला हुआ हो,,,,,दुल्हन के रूप में भी उसका मासूम चेहरे की एक अलग रौनक बढ़ा रहा था,,,,,,सभी एकटक उसे देख रहे थे,,,,,लेकिन शिवाय जिसे सभी की नज़रे उसे देखता हुआ महसूस काटे की तरह चुभ रहा था,,,,वो वाणी के पास चला आया अपना हाँथ उसके आगे बढ़ा दिया, ,,,वाणी ने घबरा कर उसे देखा और फिर अशोक जी के पास खड़े अपने बाबा को जैसे पूछ रही हो,,," क्या वो सच मे,,,,,शिव गुस्से से सभी देखा रहा था उसकी गुस्सैल देख सबने होनी आंखे वाणी से हटा ली,,,,शिव उसे लेकर मंडप पर जा बैठा,,,वाणी तो डर से खुद मे ही सिमट रही थी उसे तो शिव से बहुत डर लगता था वो जितना हो सके उससे दूर रहती थी लेकिन आज उसकी शादी उसी इंसान से होने जा रही थी,,,वो भी उसके ही दोस्त के होने वाले पति से,,,उसे बिल्कुल भी अंदाजा नही था कल रात तक वामिका को जिस बात से चिढ़ा रही थी,,,,खुश हो रही थी आज वो सब उसके साथ हो रहा था

    मंडप में मंत्रों का उच्चारण शुरू हो गया। अग्नि के सात फेरे लेने से पहले वाणी की नज़र एक बार फिर अपने बाबा पर गई, उनकी आँखों में मजबूरी और दुख साफ झलक रहा था। वो चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे थे। वाणी का दिल जोर-जोर से धड़क रहा था, उसके हाथ काँप रहे थे लेकिन शिव का मजबूत पकड़ उसे भागने नहीं दे रही थी।

    शिव की आँखों में एक अजीब सी कठोरता थी, जैसे वो इस शादी को केवल एक बदले की तरह निभा रहा हो। हर फेरे के साथ वाणी का डर और भी गहराता जा रहा था। ।

    जैसे-जैसे रस्में पूरी होती गईं, वाणी का चेहरा और ज्यादा फीका पड़ता गया।

    फेरों के बाद शिव ने सिंदूर उठाया, उसकी आँखों में अब भी वही कठोरता थी। वाणी ने घबराकर अपनी आँखें बंद कर लीं। शिव ने बिना कोई नरमी दिखाए उसके मांग में सिंदूर भर दिया और गले में मंगलसूत्र डाल दिया।


    शिव ने वाणी की कलाई पकड़ी और उठ खड़ा हुआ। "चलो," उसने ठंडी आवाज़ में कहा। वाणी ने चुपचाप सिर झुका लिया।



    वाणी ने एक आखिरी बार अपने बाबा को देखा, उनकी आँखों में आँसू थे। उसने अपनी रुलाई को अंदर ही दबा लिया और शिव के पीछे-पीछे चल दी।

    अब उसकी ज़िंदगी एक ऐसे इंसान के साथ शुरू होने जा रही थी, जिससे वो सबसे ज्यादा डरती थी।


    5 साल बाद

    " भाऊ साहब वाणी बेबी कही नही मिल रही,,,एक अधेर उम्र की औरत ने बहुत मुश्किल से फोन पर किसी से कहा उसकी आवाज़ से साफ पता चल रहा था वो कितना डरा हुआ है।।।।

    उधर से कुछ कहा गया जिससे सुन उसने जल्दी से अपने माथे ओर आए पसीने को पोछ लिया,,,इतनी ठंडी मे भी वो पसीने से भीगा हुआ था,,,उसने जल्दी से फोन रखा और सामने खड़ी एक 28 साल की लड़की की ओर देख निराशा से सिर हिला दिया।।।।

    " राकेश मे सच बोल रही हूँ जब मे दूध की बॉटल लेने किचन मे आई थी वो आराम से सो रही थी,,,लेकिन जब वापिस गयी वो नही थी,,,लड़की ने डरी आवाज़ मे कहा।।।।

    " तुम जानती हो ना मैडम के बाद बेबी ही उसके लिए सब  कुछ है फिर भी तुमने इतनी बड़ी गलती कर दी,,,मुझे नही पता भाऊ साहब अब क्या करेंगे,,,,औरत ने कहा।।।।


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