यह कहानी है, साक्षी सिंह राजपूत कि। जो लंदन में पली बढ़ी थी जिसके पास चाहने वालो की कमी नहीं है। लेकिन साक्षी में तो उसके भाइयों की जान बस्ती थी और साक्षी की भी जान बस अपने भाइयों में ही बस्ती थी। जो उसको हद से भी ज्यादा प्यार करते थे। चोट साक्षी को... यह कहानी है, साक्षी सिंह राजपूत कि। जो लंदन में पली बढ़ी थी जिसके पास चाहने वालो की कमी नहीं है। लेकिन साक्षी में तो उसके भाइयों की जान बस्ती थी और साक्षी की भी जान बस अपने भाइयों में ही बस्ती थी। जो उसको हद से भी ज्यादा प्यार करते थे। चोट साक्षी को लगती थी लेकिन दर्द उसके भाइयों को होता था। एक दिन साक्षी इंडिया घूमने आई और उसकी मुलाकात एक ऐसे इंसान से हुई जिससे मिलने के बाद हमेशा खुश रहने वाली साक्षी एक ड्रग एडिक्टेड बन कर रह गई, जिसे लोग विवान राठौर के नाम से जानते थे। जो एक निर्दई इंसान था जिसे सिर्फ खुद से ही प्यार था जिसके आगे किसी की नही चलती थी, क्या साक्षी कभी पहले जैसे हो पायेगी? आखिर क्या हुआ ऐसा उसके साथ इंडिया में जिससे उसकी लाइफ बदल गई ? जानने के लिए पढ़िए " Journey Of Love "
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लंदन के एक आलीशान बंगला में एक लड़की एक लड़के को अपनी जलती हुई नजरो से देख रही थी ऐसा लग रहा था कि वो उस लड़के को किसी चीज के लिया मना रही है लेकिन वो लड़का उसकी बातो को सुन ही नहीं रहा हो वो लड़का ऐसे दिखा रहा था जैसे वो अपने फ़ोन में बहुत बिजी हों उसके पास सांस लेने का भी समय नहीं है।
लड़के को बार बार इग्नोर करते देख वो लड़की उस लड़के के हाथ से उसके फोन को लेके जोर से सामने दीवाल पर मार देती हैं। उसके ऐसा करने से वो लड़का अपनी आंख बंद कर लेता है जिससे वो लड़का अपने गुस्से को शांत कर सके।
कुछ देर बाद वो लड़का अपनी आंखे खोलता है और अपने सामने खड़ी लड़की को देखता है जो उसे अपनी आंखों से घूर रही थी जैसे कह रही हो ,"मैंने तो पहले ही कहा था मेरी बात सुनिए लेकिन आपने ऐसा नही किया अब मैं क्या कर सकती हूं आप सुन लेते तो मैं ऐसा नहीं करती।"
वो लड़का भी उस लड़की के चहरे को देख समझ जाता है कि इसका क्या मतलब है फिर वो अपनी कठोर आवाज में जवाब देता मैंने भी कह दिया है तुम नही जा रही हों तो नही जा रही हों। मैं और कोई बात नही सुन सकता इस टॉपिक पर
उसकी ऐसी बातें सुन कर वो लड़की भी गुस्से से कहती हैं," पर भाई हमे जाना है तो जाना आप हमारी बात तो सुनिए"
ये लड़की कोई और नहीं इस कहानी की हीरोइन साक्षी सिंह राजपुत हैं जो दिखने में 5 फुट 5 इंच की थी दूध के जैसे गोरी त्वचा जिसके लंबे बाल थे वो भी पूरे ब्राउन रंग के एकदम सिल्की। जिसका मासूम सा चेहरा काली आंखे जिसमे सिर्फ और सिर्फ मशूमियत ही देखी जा सकती थी कुल मिलाकर वो बहुत ही सुंदर थी। और उसके सामने खड़ा लड़का इस कहानी का सेकंड हीरो हैं जो उसका बड़ा भाई भी है शान सिंह राजपुत हैं। जिसकी हाइट 6 फुट गोरा रंग देखने मे वो किसी भी मॉडल को भी मात दे दे एकदम परफेक्ट था।अब कहानी पर आते हैं।
वो लड़की अब रिक्वेस्ट करते हुए अपनी मासूम सी सकल बना कर कहती हैं, उसकी सकल देख कोई भी पिघल जाए एक पल में पर बात यहां उसके भाई की थी जो उसकी ऐसे हरकतों बहुत ही अच्छी तरीके से वाकिफ था जो अपना काम कराने के लिए ऐसा ही करती थी लेकिन इस बार शान ने भी जैसे कसम खा रखी हो उसकी चाल में नही फसेगा ।
साक्षी अपने भाई की बात सुन के एक बार फिर से जिद करते हुए कहती हैं ,"भाई एक बार बस एक बार इंडिया जाने दीजिए मैं जल्दी ही चली आऊंगी भाई प्लीज ना। "
उसकी बातों को सुन के शान उसे समझाते हुए कहता है," साक्षु बच्चा मैं तुम्हे कभी किसी चीज के लिए नही रोकता हु ना अगर मैं कह रहा हूं तो मेरी बात को समझो।"
साक्षी फिर कहती हैं ,"भाई मैं बस एक बार वहा जा जाना चाहती हूं फिर मैं कभी कोई जिद नही करूंगी पक्का। "
उसे फिर से जिद करते देख शान अपनी गुस्से से भरी तेज आवाज में कहता है," एक बार मे तुम्हे कोई भी बात समझ नहीं आती एक बार बोल दिया ना नही जाना है इंडिया तो तुम्हे समझ में नहीं आ रहा है ।अब जाओ अपने रूम में "
साक्षी शान की इतनी तेज आवाज सुन कर के एक पल के लिए वो सहम जाती हैं । वो अपनी आंखों में आशु लिए शान को देखती है फिर जल्दी से अपने रूम कि ओर भाग जाती हैं। कुछ बाद उसे जोर से दरवाजा बंद होने की आवाज आती हैं। जिसे सुन शान होश में आता है जिसके बाद उसे अभी थोड़ी देर पहले साक्षी पर चिलाना याद आता है और साक्षी के आंखों में आशु देख और उसे ऐसे जाते हुए देख कर शान को खुद पर ही गुस्सा आता है और वो सामने रखी टेबल पर जोर से लात मरता है जिससे वो काफी टेबल व्ही पर गिर कर चूर हो जाता है जो कांच से बना हुआ था । उस बड़े से काफी टेबल को तोड़ने के बाद भी जैसे शान को शांति ना मिली हों इसलिए वो वहा पर रखे अलग अलग एंटीक पीस को भी तोड़ने लगता है जो दिखने में बहुत ही सुंदर , आकर्षक और महंगे लग रहे थे जिसका दाम लाखों में हों ।
उसको ऐसे तोड़ फोड़ करते देख सर्वेंट भी डर से काप रहे थे। कुछ देर तोड़ फोड़ करने के बाद शाम एक नजर उपर साक्षी के कमरे कि ओर देखता है फिर वो कुछ सोचते हुए विला से बाहर की ओर निकल जाता है। उसके बाहर जाते ही सर्वेन्ट सामने आते हैं और साफ सफाई में लग जाते है।
साक्षी के रूम में ___
साक्षी अपने रूम में अपने बेड पर गुस्से से लेती थीं उसका चेहरा देखकर लग रहा वो बहुत रोई है उसकी आंखे भी हल्की हल्की सूजी हुई थी। साक्षी कुछ देर पहले हुई बातो के बारे में सोचती हैं फिर अपने मन में कहती हैं ,"भाई देखती हूं मैं भी आप मुझे कैसे नही जाने देते हैं मैं भी जाके रहूंगी इस बार इंडिया। मुझे भी वहा पर घूमना है जब भी मैं वहा पर जाने की बात करती हूं आप मुझे नही जाने देते हैं या फिर मुझे कही और भेज देते हैं बट इस बार नही इस बार तो जाके रहूंगी आप ऐसे नही जाने देंगे तो क्या हुआ मैं भी आपकी ही बहन हु और आपसे भी जिद्दी हु क्युकी आपने ही मुझे ऐसा बनाया है मेरी हर बात को मानकर चाहे वो सही हो या गलत। "
इतना कहने के बाद साक्षी अपने फोन की तरफ देखती है और इंडिया के लिए अपना टिकट बुक करती हैं उसके बाद वो कबड़ से अपना बैग लेके उसमे अपना कपड़ा और अपनी जरूरी चीजे पैक करती हैं उसके बाद वो धीरे से अपने रूम का दरवाजा खोलती हैं फिर बाहर देखती है कि कोई दिख रहा है या नहीं दिख रहा है जब वो चारो ओर देख लेती है उसे कोई भी नही दिखाता है तो वो अपने रूम में जाती है और अपने बैग को अपने साथ लेती है और जल्दी से विला से बाहर निकल जाती है । जब वो विला से बाहर आती है तो विला के गेट पर खड़े बॉडीगार्ड को देखते हैं जो अपने जगह पर खड़े हो कर विला की देख भाल कर रहे थे उन्हे ऐसे देख वो सोच में पड़ जाती हैं ।
जब वो विला से बाहर आती है तो वो देखती है विला के बाहर खड़े बॉडीगार्ड विला की देख भाल कर रहे थे। जिन्हे देख वो सोच में पड़ जाती हैं की अब वो यहां से कैसे एयरपोर्ट पर पहुंचे। क्युकी उसे पता था वो इन लोगो से नही बच सकती है । क्युकी ये जो बॉडीगार्ड है लंदन के सबसे बेस्ट है इन्हे कोई भी हरा नही सकता है और इनकी ट्रेनिंग भी बहुत ही जबर्दस्त हुई है । ये सब बॉडीगार्ड वेल्ट्रेंड बॉडीगार्ड है, इनसे उलझना मतलब अपनी मौत को बुलाना ।
साक्षी वही से खड़े होकर यही सब सोच रही थी कि कैसे वो यहां से निकले ताकि इन्हे उसके वहा से जानें का पता इन लोगो को जरा सा भी न हो । अगर इन्हे पता चला तो वो वहा से नही जा सकती हैं उसके बाद वो अपने भाई को क्या जवाब देगी ये सब वो सोच हो रही थी की उसे एक आईडिया आता है फिर वो अपनी होठों पर एक डेविल स्माइल लाती है और वहा से अपने आस पास में देखती है जहां पर वो अपना बैग छुपा सके ।
तभी उसकी नज़र सामने एक बड़े से शो प्लांट पर जाती जिससे उसकी मुस्कान और भी बड़ी हो जाती हैं। फिर जल्दी से साक्षी अपने बैग को लेके उस पेड़ के पास जाती है और उसे व्ही छुपा देती उस बैग को छुपाने के बाद वो जल्दी से पीछे मुड़ के देखती है कि उसे ऐसा करते हुए किसी ने तो देखा तो नही न जब वो चारो ओर देख लेती हैं कि कोई उसे नही देख रहा है तो वो एक गहरी सांस लेती है उसके बाद वो खुद को नार्मल करती है उसके बाद वो धीमे कदमों से उन बॉडीगार्ड के पास जाती है जैसे ही उन लोगों को किसी के कदमों की आहट आती है वो सब सतर्क हो जाते है और पीछे देखते।
अपने पिछे साक्षी को देख वो सब जल्दी से अपने सर को झुका लेते हैं । जिसे देख कर लग रहा था कि वो उसकी कितनी इज्जत करते हो। उसे वहा देख कर पहले तो वो सब सोच में पड़ जाते ह की विला की प्रिंसेस यहां क्यों आई है लेकिन उन्हें ज्यादा हैरानी नही होती है क्युकी साक्षी हमेशा उनके पास आती थी और कुछ ना कुछ एसा करती थी या कराती थी जिसेसे बाद मे उन सबको शान से बहुत डाट पड़ती थी ।
यही सोच कर सब परेशान थे की आज वो यहां क्यूं आई है । क्युकी वो सब उसे देख अपने मन में यही सोच रहे थे कि अब क्या होगा उनके साथ वो सब साक्षी की बातो को मना नही कर सकते थे क्युकी अगर उन्होंने मना किया तो भी उनका बॉस उन्हे नही छोड़ेगा और कर भी दिया तो भी नही छोड़ेगा। उसका ये रीजन था कि ये लोग साक्षी की बात मान कर मस्ती करते थे तो भी शान इन्हे डटाता और पेनिशमेंट भी देता था अगर नही मानते थे तो साक्षी रोने लगती थी जिसे देख कर शान को बहुत गुस्सा आता था क्योंकि वो उसे रोते हुए बिलकुल भी नहीं देख सकता था।
इसलिए उन्हें और भी ज्यादा कड़क पेनिशमेंट दिया जाता था जिससे उनकी हालत और भी ज्यादा खराब हो जाती थी। सबके दिमाग में यही चल रहा था कि क्या होगा तभी उन सब में से जो हेड बॉडीगार्ड था वो इन सब चीजों को एक साइड में कर के सामने आता है और साक्षी से बहुत ही रिस्पेक्ट के साथ पूछता है मिस आप यहां क्यूं आई है आपको कोई काम है तो आप हमे बता दीजिए हम कर देते हैं उसकी बात सुनकर साक्षी जैसे और भी खुश हो जाती हैं जैसे उसे देख कर लग ही रहा था वो इसी बात का इंतजार ही कर रही है कि कब वो उससे सवाल करेंगे। ।
उस बॉडीगार्ड का सवाल सुन साक्षी अपनी खुशी छुपा कर थोड़ा उदास हो कर उनकी तरफ देखती है और बुझे स्वर में उससे कहती हैं ,'मुझे बहुत बोरिंग लग रहा है मैं अकेले अकेले विला में बैठ कर बहुत बोर हो गई हु तो मुझे अब तुम लोगो के साथ एक गेम खेलना है तो मैं इसलिए तुम लोगो के पास आई हु। "
साक्षी की बात को सुन सभी बॉडीगार्ड डर जाते है उन्हे जिस बात का डर था आखिर में वही हुआ उसकी बात सुनकर वो हेड बॉडीगार्ड भी एक पल को डर जाता है पर वो अपने डर को साइड कर उससे फिर कहता है ,"मिस अंदर बहुत से सर्वेंट है आप उनके साथ भी गेम खेल सकती हैं ।"
कहानी में अब तक आप लोगों ने पढ़ा कि ---
उस बॉडी गार्ड का सवाल सुन साक्षी अपनी खुशी छुपा कर थोड़ा उदास हो कर उनकी तरफ देखती है और उनसे अपने बुझे स्वर में उससे कहती हैं मुझे बहुत बोरिंग लग रहा है मैं अकेले अकेले विला में बैठ कर बहुत बोर हो गई हु मुझे अब तुम लोगो के साथ एक गेम खेलना है तो मैं इसलिए तुम लोगो के पास आई हु साक्षी की बात को सुन कर सभी बॉडी गार्ड डर जाते हैं उन्हें यही लगता है कि जिस बात का डर था आखिर में वही हुआ उसकी बात को सुन कर वो हेड बॉडी गार्ड भी एक पल को डर जाता है पर वो अपने डर को साइड कर उससे फिर कहता है मिस अंदर बहुत से सर्वेंट है आप उनके साथ भी गेम खेल सकती है।
अब आगे ____
उसकी बात को सुन एक पल को उसे लगा उसका प्लान फेल हो गया लेकिन दूसरे ही पल वो उस बॉडी गार्ड को देखते ही बहुत ही दुःखी हो कर कहती हैं तुम्हे तो पता ही होगा ना मुझे वो लोग पसंद नहीं है वो लोग भाई से मेरी बात को तुरंत बता देते हैं फिर भाई का तो पता ही है तुम लोगो को वो कितना गुस्सा करते हैं। साक्षी की बात सुन वो बॉडी गार्ड शान के गुस्से को याद कर डरते हुए अपने मन में ही कहता है उन पर तो बॉस बस गुस्सा ही करते हैं पर हम पर वो जलाद बॉस गुस्सा नही बल्कि ऐसी सजा देते हैं जिसे आप जानती ही नही है बल्कि वो तो हमे हमारे मौत के दर्शन कराते हैं अब आप को क्या बताए इस बारे में मिस 😔 उस बॉडी गार्ड इनते सोच मे गुम देख साक्षी कहती हैं क्या हुआ आप लोग मेरे साथ गेम नही खेलना चाहते है फिर अपनी रोनी सी सूरत बना के उन्हे देखते हुए कहती हैं
मैं जानती हु कोईभी मेरे साथ आप सभी में से गेम नही खेलना चाहता है मुझे सब पता है। उसकी बात को सुन कर वो हेड बॉडी गार्ड कहता है मिस आप क्या कह रही है मैं कुछ भी नही समझ पा रहा हूं । साक्षी हेड बॉडीगॉर्ड की बात सुन कर उसे जवाब देती हैं मैं अकेली हु ना इसीलिए मेरे साथ ऐसा हो रहा है ऐसा कह वो अपने आखों में नकली आंसू ला के रोने का नाटक करती हैं 😭😭😭 ( बिलकुल ऐसे ही ) उसे यू रोते हु देख सभी बॉडी गार्ड डर जाते हैं कि उनका बॉस उन्हे आज जान से मार देगा अगर उन्हे पता चला कि उनकी बहन की आंखों से आशु गिरे हैं वो भी सिर्फ गेम के लिए जो वो उन लोगो के साथ खेलना चाहती थीं। फिर वो बॉडी गार्ड अपने पिछे देखता है सबके चेहरे पर उसे एक डर दिख रहा था जिसे देख वो आगे मुड़ता है फिर जल्दी से कहता है मिस आप शांत हो जाइए हम लोग आपके साथ गेम खलने के लिए तैयार है उसकी बात को सुन सभी बॉडीगार्ड्स थोड़े शांत होते हैं जो डर से अभी तक लाल पीले हो चुके थे
फिर हेड बॉडीगॉर्ड अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहता मिस पहले आप शांत हो जाइए प्लीज ऐसे मत रोइए आपको पता है ना हम सब आपको रोते हुए नही देख सकते हैं । ( फिर अपने मन में कौन उस जल्लाद के गुस्से का दर्साशन करे गा इससे अच्छा है हम सब आपके साथ गेम ही खेल लेते हैं ) साक्षी उन लोगों को अपनी बातो मे आते हुए देख कर एक डेविल 😈 स्माइल 🙂 उसके चेहरे पर आ जाती है जिसे वो जल्दी ही उन सब बॉडी गार्ड्स के नजरो से छुपा लेती है फिर अपने नकली आंसू को जल्दी से साफ कर के खुशी से उछल कर कहती हैं क्या आप लोग मेरे साथ गेम खेलेंगे आप सभी सच कह रहे हैं न साक्षी की बात को सुन वो हेड बॉडी गार्ड जल्दी से अपने सर को हा में हिला देता है फिर आपने मन में आप ने इसके अलावा कोई चारा ही नहीं छोड़ा है हम सब लोगो के पास में उसे ऐसे देख कर वो और भी खुश हो जाती है और उन लोगो को अपने पास आने का इशारा करती हैं
उसके इशारे को समझ कर सभी बॉडी गार्ड एक बार एक दूसरे को देखते बेचारा सा सकल बना कर जैसे मन ही मन कह रहे हो आज तो फिर से गए हम सब लोग काम से गए और सब अपना सर जटक कर साक्षी के पास जा कर के रिस्पेक्ट के साथ अपने सर को नीचे झुका कर खड़े हो जाते हैं उन्हें अपनी बात मानते हुए देख वो कहती ही ठीक है फिर हम सब लोग अब हाइड एंड सीन ( लुक्का छुपी ) खेलेंगे उसकी बात को समझ कर वो सब बॉडी गार्ड्स को ज्यादा हैरानी नही होती है क्युकी वो अकसर ऐसा गेम खेला करती थीं उन लोगों के साथ जब भी वो बोर होती थी इसलिए उन्हें भी उसके इरादो पर कोई सक नही होता है की वो उन लोगों को गेम में फसा कर यहां से भागने के प्लान बना कर आई है साक्षी की बात सुन कर वो सभी बॉडी गार्ड अपना सर हा में हिलाते हैं जैसे कह रहे हो मिस हम लोग तैयार है। आप जाके छिपिए हम आपको खोजते हैं
उन लोगों की बात को समझ कर साक्षी कहती हैं नही ऐसे थोड़ी ना होता है आप लोगो में से कोई एक यहां खड़ा हो कर गेट के बाहर देखेगा तब तक हम लोग छुपेंगे जब हुम सब लोग छुप जाएंगे तो वो आके खोजेगा हम सब को उसकी बात से सब सहमत हो जाते हैं फिर वैसा ही करते हैं एक बॉडीगॉर्ड बाहर गेट के तरफ जाता है और सब लोग छुप जाते है फिर वो उन्हे बारी बारी से खोज देता है ऐसे ही तीन चार बार अलग अलग बॉडीगार्ड्स बाहर खड़े हो कर सबके छुपने का इंतजार करते हैं फिर अंदर आकर छुपे हुए लोगो को खोजते हैं । कुछ देर बाद साक्षी उन सब लोगो से कहती हैं जिसे सुन सभी बॉडीगार्ड्स सोच में पड़ जाते हैं।
आखिर ऐसा क्या कहा होगा साक्षी ने सबसे जो सभी को सोचने के लिए मजबूर कर देता है।
आगे कहानी में क्या होगा जानने के लिए बने रहिए इस कहानी के साथ
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उन लोगों की बात को समझ कर साक्षी कहती है नही ऐसे थोड़ी ना होता है आप लोगो में से कोई एक यहां खड़ा हो कर गेट के बाहर देखेगा तब तक हम लोग छुपेंगे जब हम सब लोग छुप जाएंगे तो वो आके खोजेगा हम सब लोगो को उसकी बात से सब सहमत हो जाते है फिर वो सभी लोग वैसा ही करते हैं एक बॉडी गार्ड बाहर गेट के तरफ जाता है और सब लोग छुप जाते हैं फिर वो उन्हे बारी बारी से खोजने लगता है कुछ समय बाद वो सभी लोगों को खोज लेता है।
ऐसे ही तीन चार बार अलग अलग बॉडी गार्ड् बाहर खड़े हो कर सबके छुपने का इंतजार करते हैं फिर अंदर आकर छुपे हुए लोगो को खोजते हैं। कुछ देर बाद साक्षी उन सब लोगो से कहती है अब आप सब लोग छुपिए मैं खोजूंगी उसके ऐसा कहते ही सभी बॉडी गॉर्ड चौक जाते हैं क्युकी उन्होंने कभी ये एक्सपेक्ट ही नहीं किया था कि उनकी मिस कभी ऐसा भी कर सकती है क्युकी उन्हे जहा तक याद था वो हमेशा छुपती ही थी उसे छुपना ही पसंद था उसे छुपे लोगों को खोजना नही पसंद था अगर वो कभी पहले पकड़ी भी जाती थी तो गेम के रूल के हिजाब से उसे छुपे हुए लोगो को खोजना चाहिए था पर तब वो ऐसा नहीं करती थी।
वो किसी न किसी को बाहर भेज कर खुद छुप जाती थी लेकिन आज ऐसा नहीं था आज वो खुद उनसे छुपने को कह रही थी उन्हे तो विश्वास ही नहीं हो रहा था लेकिन अब उनकी मिस ने कह दिया था तो उन्हे ये करना ही पड़ेगा। साक्षी के इरादो से अनजान वो सब बॉडी गार्ड्स छुपने को तैयार हो जाते हैं इस लिए वो सब बॉडी गॉर्ड एक दूसरे को देख आपस मे कुछ इसरा करते हैं जैसे एक दूसरे के हा में हा मिला रहे हो फिर वो सब लोग साक्षी की तरफ देखते हैं जैसे कह रहे हो मिस आप उस तरफ जाइए तभी न हम सब लोग छुपेंगे
उन्हें ऐसे देख वो भी समझ जाती है कि उनके कहने का क्या मतलब है पर वो सब उसे ऐसे कह नही पा रहे थे उसे क्या करना है लेकिन वो उनके मन की बात को समझते हुए फिर वो भी गेट के बाहर जाती है जिसे देख वो सब बॉडी गार्ड्स अपनी अपनी पोजीशन पर आ जाते है और सभी लोग धीरे धीरे कर के अलग अलग दिशा में छुपने लगते हैं कुछ देर बाद साक्षी गेट के अंदर देखती है तो उसे वहा पर कोई भी बॉडी गार्ड नजर नहीं आ रहा था जिसे देख वो डेविल स्माइल करती है और वह धीरे धीरे कदमों से अंदर आती है
जिससे कि उसके चलने से उसके कदमों कि आवाज किसी को भी ना सुनाई दे फिर वो उसी पेड़ के पास जाती हैं जहा पर वो कुछ देर पहले अपना बैग रखी थी जब वह पेड़ के पास पहुंच जाती है तो वो फिर एक बार इधर उधर देखती की कोई उसे देख तो नहीं रहा है ना जब उसे कन्फर्म हो जाता है कि कोई भी उसे नही देख रहा है तो वो धीरे से अपना बैग उठाती हैं और दबे हुए कदमों से इधर उधर देखते हुए विला के गेट से बाहर निकल जाती हैं।
जैसे ही विला से बाहर निकलती है तो वो हंसते हुए विला की ओर देखती है फिर अपने पॉकेट से एक पर्ची निकाल कर देखती है फिर उसे गेट के पास रखे एक गमले के नीचे रख देती है फिर वो गेट की तरफ मुड़ कर विला को देख कर एक फ्लाइंग किस करती हैं और एक विजई मुस्कान चेहरे पर लाती हैं जैसे वो कह रही हो देखिए भाई मै निकल गई यहां से अब मुझे आप क्या कोई भी नहीं रोक सकता इंडिया जाने से और मुस्कुराते हुए वहा से एयरपोर्ट के लिए निकल जाती है । कुछ समय तक वो सभी बॉडी गार्ड्स अपनी जगह पर छुपे रहते की उनकी मिस उन्हे खोजेगी लेकिन ऐसा नहीं होता है करीब पन्द्रह मिनट और भी बीत जाता है फिर उन्हे कोई नही खोजता है तो वो लोग धीरे धीरे खुद ही बाहर आने लगते हैं
सभी बॉडी गार्ड्स धीरे धीरे आ कर एक जगह पर इकट्ठा हो जाते है पर उन्हे साक्षी कही भी नही दिखती हैं जिसे देख वो सब लोग डरने लगते है कि उनकी मिस कहा गई अभी अभी तो वो उनके साथ गेम खेल रही थी अचानक से वो कहा गायब हो गई कि अब वो उन्हे नजर ही नहीं आ रही हैं साक्षी को वहा न देख उनका हेड बॉडीगार्ड सामने आता है और सभी की तरफ देखते हुए कहता है कि मिस को खोजो वो यही कही छिपी होंगी उसकी बातो को सुन कर फिर वो सभी बॉडी गार्ड्स सभी तरफ साक्षी को खोजने लगते लेकिन वो उन्हे कही भी नही दिख रही थी
जिससे वो सभी और भी परेशान हो जाते हैं उन्हें साक्षी को खोजते खोजते एक घंटा हो चुका था और वो सभी लोग विला का हर एक कोना कोना छान मार चुके थे लेकिन उन्हें उनकी मिस कही भी नही मिली थी ( अब इन लोगो को बताएं जिसे ये इतने देर से खोज रहे हैं वो तो कब का इन्हे बेवकूफ बना कर यहां से भाग गईं हैं पर इसे हमसे क्या हम अपनी स्टोरी पर आते हैं ) जैसे जैसे समय बीतता जा रहा था वैसे वैसे ही उन सभी बॉडी गार्ड्स की धड़कने तेज रफ्तार से बढ़ती जा रही थी ।
लगभग सब जगह खोज लेने के बाद जब उन्हे साक्षी कही नहीं मिलती हैं तो उनमें से हेड बॉडीगॉर्ड आगे आ कर फिर कहता है कि कही मिस बाहर तो नही चली गई हम सब लोगो के बिना ही अगर ऐसा हुआ तो बॉस हम में से किसी को भी आज नही छोड़ेंगे उसकी बात को समझते हुए सभी बॉडी गार्ड्स और भी डर जाते हैं फिर वो सभी लोग अपने डर को छुपाते हुए फिर से एक बार विला के अंदर बाहर साक्षी को खोजते हैं जब उन्हे इतने प्रयास के बाद भी नही मिलती है तो वो सभी फिर से बाहर आते हैं हेड बॉडी गार्ड के पास और अपना सर निरसा से नीचे झुका लेते हैं __
क्या साक्षी सच में इंडिया भाग जायेगी अपने भाई से बच कर के या फिर वो पकड़ी जायेगी । अगर वो इंडिया पहुंच जाएगी तो क्या करेंगी वहा पर और अगर वो पकड़ी जायेगी तो शान उसे क्या पेनिशमेंट देगा
जानने के लिए पड़ते रहिए ये कहानी __
🙏🙏🙏
कहानी अब तक में आपने पढ़ा कि _____
उनमें से हेड बॉडीगॉर्ड आगे आ कर फिर कहता है कि कही मिस बाहर तो नही चली गई हम सब लोगो के बिना ही अगर ऐसा हुआ तो बॉस हम में से किसी को भी आज नही छोड़ेंगे उसकी बात को समझते हुए सभी बॉडी गार्ड्स और भी डर जाते हैं फिर वो सभी लोग अपने डर को छुपाते हुए फिर से एक बार विला के अंदर बाहर साक्षी को खोजते हैं जब उन्हे इतने प्रयास के बाद भी नही मिलती है तो वो सभी फिर से बाहर आते हैं हेड बॉडी गार्ड के पास और अपना सर निरसा से नीचे झुका लेते हैं
आइए जानते हैं अब आगे कहानी में क्या हुआ _
उन बॉडी गार्ड्स को अपने सामने ऐसे सर झुकाए खड़े देख वो हेड बॉडी गार्डस भी डर जाता है और अपनी डरी हुई आवाज में उन सब बॉडीगॉर्डस से पूछता है क्या मिस नही मिली तो वो सभी बॉड्सगार्ड्स जल्दी से अपना सर न में हिला देते हैं उन्हें ऐसे देख वो हेड बॉडी गार्ड कहता है हमे बॉस को बताना चाहिए कि मिस गायब हो गई है हमे पूरे विला में कही भी नही दिख रही है और न ही कही मिल रही है। उसकी बात को सुन कर सभी बॉडी गार्ड्स की दिल की धड़कन और भी तेजी से चलने लगती है जैसे उन्हे पहले ही अंदाजा हो गया की आने वाले तूफान से उन्हे कोई भी नहीं बचा सकता है
फिर वो हेड बॉडी गार्ड ज्लदी से अपना फोन अपनें जेब में से निकालता है और उससे शान को कॉल लगाता है दो तीन रिंग में शान कॉल उठा लेता है और अपनी कठोर आवाज में सिर्फ दो शब्द कहता है क्या हुआ ? उसकी इतनी कठोर आवाज सुन वो हेड बॉडी गार्ड अपनी लड़खड़ाती जुबान से कहता है ब ब बा उसे ऐसे हकलाते हुए सुन कर शान गुस्से से उससे कहता है जब आवाज न निकले तो किसी का टाइम वेस्ट नही करना चाहिए उसकी गुस्से से भरी आवाज सुन वो हेड बॉडी गार्ड फिर डर से भूल जाता है की उसे क्या कहना है जो उसने कॉल किया है
जब कुछ देर शान को कोई आवाज नहीं सुनाई देती हैं तो वो फिर गुस्से से गरजते हुए कहता है क्या तुम्हारी जुबान बंद हो गई है कि तुम्हारी आवाज नही आ रही है अगर एसा है तो मै हमेशा के लिए इसे बंद करा देता हूं उसकी इतनी डरावनी बात सुन कर वो हेड बॉडी गार्ड सहम जाता है फिर जल्दी से अपनी लड़खड़ाती हुई आवाज में कहना शुरू करता है ब ब बा बॉस व व वो म म मि मिस हमे कही भी नही दिख रही है ना विला के अंदर और ना ही विला के बाहर हम उन्हे लगभग दो घंटे से खोज रहे हैं उस हेड बॉडी गार्ड के इतना कहते ही उसे फोन पर टू टू की आवाज आती है फिर वो अपना फोन अपनें कान से हटा कर देखता है तो काल कट गया था ।
दूसरी तरफ इंडिया में ___
एक सौ मंजिला के बने हुए बिल्डिंग के अंदर एक केबिन में एक दम सनाटा पसरा हुआ था और उसी सन्नाटे के बीच में एक लडका एक मिरर से बने दीवाल के सामने खड़ा था जहा से वो बाहर देख रहा था जिससे उसे वहां से पूरी मुंबई सहर दिखाई दे रहा था जिससे उसकी कामयाबी का पता चल रहा था कि वो कितना अमीर हैं । उसकी शान और शौकत ही उस सौ मंजिला बिल्डिंग को ही देख कर कोई भी बता सकता था । केबिन के अंदर जहां वो लडका खड़ा था तभी उस लड़के का फोन बजता है जो उस सन्नाटे को तोड़ते हुए आवाज कर रहा था ।
अपनी फोन की आवाज सुन वो लड़का अपने पॉकेट से अपना फोन निकालता है और उस पर फ्लैस हो रहे नाम को देखता है जिसपर ऋषि नाम शो हो रहा था जिसे देख वो उस काल को उठा लेता है और सिर्फ हम्म कहता है ( उसकी आवाज ही इतनी कठोर थी की एक पल को सामने वाला डर जाए उसकी ऐसी आवाज सुन कर ) तभी उधर से आवाज आती है हमे उस लड़की का पता चल गया है वो इस समय मुम्बई से बाहर भागने की तैयारी में है उसकी लोकेशन हमे मिल गई है हम जल्द ही उसे पकड़ लेंगे एक सास में ऋषि उस लड़के से कह देता है।
ऋषि की आवाज सुन वो लड़का अपने चेहरे पर डेविल स्माइल लाता है और बस जवाब में ओके कह कर फ़ोन कट कर देता है । उसकी ऐसी बात सुन ऋषि कहता है इसे मैंने इतनी अच्छी न्यूज दी है ये बस ओके कह कर फ़ोन रख दिया कमिना आदमी वही दूसरी तरफ उसी केबिन के अंदर वो लडका भी पलटता हैं जिससे उसकी पर्सनालिटी बहुत अच्छे से दिख रहा था (जो ब्लैक सूट पहने खड़ा था। उसकी हाइट छः फिट दो इंच था उसकी काली गहरी आंखे थी जो की बहुत ही आकर्षक लगते थे उसका रंग भी गोरा रंग था कंधे तक लहराते बाल जो की जेल से सेट किए हुए थे जो कि एकदम परफेक्ट थे वो किसी भी बड़े से बड़े मॉडल को मात दे दे उसका लुक ही ऐसा था कुल मिला कर उसकी पर्सनलटी एक दम दमदार थी ) जिससे उसका औरा साफ - साफ पता चल रहा था की वो लडका बहुत पावर फूल है ।
वही दूसरी तरफ लंदन में विला के अंदर सिक्योरिटी रूम में इस टाइम शान अपने सामने सी सी टीवी चेक कर रहा था ।
कुछ समय पहले
शान को जैसे ही साक्षी के गायब होने का पता चला था वो बहुत ही जल्दी से विला में आ गया था । औरा आते ही उसने उन बॉडी गार्ड्स पर चिलाते हुए कहा की तुम सब लोग कहा मर गए थे जो वो ऐसे गायब हो गई की तुम लोगो को पता ही नमें ही चला कैसे नही पता चला कैसे बताओ मुझे उसने चिलाते हुए अपनी कठोर और तेज आवाज में बोला उसकी आंखे गुस्से से लाल थी।
फिर से वो एक बार चिलाते हुए अपनी डरावनी आवाज में उन सभी बॉडी गार्ड्स से बोला क्या तुम सब मर गए थे या फिर उसे जमीन खा गई या आसमान खा गया जवाब दो मुझे। उसकी इतनी डरावनी आवाज सुन सभी बॉडी गार्ड्स डर से काप रहे थे क्युकी उन्हे शान का गुस्सा बहुत अच्छे से देखा था । लेकिन आज उसकी बहन का सवाल था जिसे वो अपनी जान से भी ज्यादा प्यार करता था उसे वो अपनी पलकों पर बैठा कर रखता था अब वो गायब थी तो उसका गुस्सा तो ओर भी खतरनाक साबित हो सकता था
उनके लिए तभी वो हेड बॉडी गार्ड डरते हुए जवाब देता है बॉस वो मिस हम सब लोगो के पास आई और बोली की जैसा जैसा हुआ था वो सब कुछ उसने शान को बता दिया जिसे सुन कर के शान अपनी आंखे बंद करता है और अपनी मुट्ठी कस लेता फिर वो अपनी आंखे खोलता है जिसे देख कर वो हेड बॉडी गार्ड डर जाता है क्युकी शान की आंखों में उसे अपनी मौत दिखाई दे रही थी साफ साफ ।
फिर शान चिलाते हुए कहता है उसने तुम लोगो को छिपने के लिए क्या कहा तुम सब बेवकुफु कि तरह जाके छिप गए इतना कहते ही वो अपने सामने रखा शो पीस उठा के फेकता हैं जो सीधे एक बॉडी गार्ड के सिर पर लगता है
और उसके सर से पानी की तरह खून निकलने लगता है जिसे देख और सभी बॉडी गार्ड्स और भी ज्यादा डर जाते है उसकी ऐसी हालत देख लेकिन कोई भी आवाज नही करता है जिसके बाद एकदम से सनटा फैला हुआ था की एक सुई भी गिरे तो उसकी आवाज सुनी जा सकती थी कुछ देर तक ऐसे ही सनटा बना रहता है तभी उस सनाटे को चीरते हुए शान की एक बार और आवाज आती हैं
सी सी टीवी फोटोज चेक किया जिसके जवाब में वो हेड बॉडी गार्ड कहता है हम अभी वही चेक करने जा रहे थे बॉस तब तक आप भी आ गए इतना कहते ही वो चुप हो जाता क्युकी उसके ये कहते ही की वो अभी उसे चेक करने जा रहे थे वो इतना सुनते ही सी सी टीवी रूम की ओर चल पडा था जिसे देख वो हेड बॉडी गार्ड भी उसके पीछे जानें से पहले उस घायल बॉडी गार्ड को हॉस्पिटल ले जानें का इशारा कर वो भी सी टीवी रूम में शान के पीछे चला गया था
प्रेजेंट टाइम में ___
शान सी सी टीवी फोटोज में देखता है की कैसे साक्षी सभी बॉडी गार्ड्स को बेवकूफ बना कर गेट से बाह गईथीं इस टाइम सी सी टीवी फोटोज में वही दिखा रहा था जब साक्षी गेट के पास रखे गमले के नीचे कुछ रख रही है
उसके बाद वो गेट पर रुक विला की तरफ देख फ्लाईंग किस करती है जिसे देख वो जिसे देख वो कहता है बच्चा ये तुमने बिलकुल भी सही नहीं किया है इसका अंदाजा भी तुम नहीं लगा सकती हो की तुमने ये क्या किया है । उसके बाद वो उस सिक्योरिटी गार्ड सिक्योरिटी गार्ड सिक्योरिटी गार्ड की तरफ देख कर कहता है
जब वो यहां से निकल रहि थी तब तुम्हारा ध्यान कहा था क्या तुम तभी सभी को इन फॉम कर देते तो वो अभी तक मिल चुकी होती या तो वो यहां से निकल ही नही पाई होती उसकी बात सुन और उसकी बातो में गुस्सा मेहसूस कर वो सिक्योर टी गार्ड डरते हुए कहता है वो वो बॉस मेरी थोड़ी देर के लिए आंख बंद हो गई थी इसलिए मुझे नही पता चला की मिस ऐसे भाग जायेंगी । आई एम सॉरी बॉस आगे से ऐसा कभी भी नहीं करूंगा वो मिस ने ऐसा कभी नहीं की तो मुझे लगा नही की वो मिस ऐसा कुछ कर सकती है तो तुम इसलिए सो गए थे शान कहता है । शान की बात सुन वो सिक्वर्टी गार्ड कहता है आई एम सॉरी बॉस __
उसकी बात सुन शान और भी ज्यादा भड़क गया की वो अपनी गलती नहीं मान रहा है सीधे सीधे उसकी बहन को दोष दे रहा है वहीं वो हेड बॉडी गार्ड उसकी बात सुन अपना माथा पीटते हुए अपने मन में कहता है ये क्या कह रहा और इसे पाता नही है ये किसे कह रहा है और क्या कह रहा है बेवकूफ अब तो ये गया उसने इतना ही कहा था की तभी उसे गोली चलने की आवाज आती है
जब वो सामने देखता है तो उसे अपने सामने उसी सिक्वर्टी गार्ड की डेड बॉडी पड़ी हुई थी जिसे शान ने सूट कर दिया था हेड बॉडी गार्ड उसे देख ही रहा था तभी उसे फिर से आवाज आती है इसे साफ़ करो और उस पेपर को लाओ जो बच्चा ने वहा छोड़ा है तुम्हारे पास सिर्फ दो मिनट है । इतना कह शान उस डेड बॉडी को एक लात मार के साइड करते हुए उस रूम से बाहर निकल जाता है।
आगे की कहानी में क्या हुआ जानने के लिए बने रहिए मेरी इस कहानी के साथ
क्या शान खोज लेगा साक्षी को , और कौन है वो लड़का और वो किस लडकी के बारे में बात सुन रहा था और ये ऋषि कौन है और उसका उस लड़के से क्या रिश्ता है जानने के लिए मेरे साथ बने रहिए ।
🙏🙏🙏
अब तक आपने पढ़ा __
हेड बॉडी गार्ड उसकी बात सुन अपना माथा पीटते हुए अपने मन में कहता है ये क्या कह रहा और इसे पाता नही है ये किसे कह रहा है और क्या कह रहा है बेवकूफ अब तो ये गया उसने इतना ही कहा था की तभी उसे गोली चलने की आवाज आती है
जब वो सामने देखता है तो उसे अपने सामने उसी सिक्वर्टी गार्ड की डेड बॉडी पड़ी हुई थी जिसे शान ने सूट कर दिया था हेड बॉडी गार्ड उसे देख ही रहा था तभी उसे फिर से आवाज आती है इसे साफ़ करो और उस पेपर को लाओ जो बच्चा ने वहा छोड़ा है तुम्हारे पास सिर्फ दो मिनट है । इतना कह शान उस डेड बॉडी को एक लात मार के साइड करते हुए उस रूम से बाहर निकल जाता है।
अब आगे __
शान के दिए गए समय के अंदर ही वो हेड बॉडी गार्ड उस पेपर को लेकर आ जाता है और उसे शान के हाथ में थमा देता है फिर अपने मन में कहता है अच्छा हुआ टाइम से आ गया लेके नही तो अगली पारी मौत की मेरी ही थी। शान उस पेपर को खोलता है पढ़ने के लिए तो वो देखता है उस पेपर में कुछ ऐसा लिखा था। डियर बिग ब्रदर आप के मना करने के बावजूद मैं जा रही हु इंडिया मैंने आपको बहुत मानने की कोशिश की लेकिन आप नही माने इसलिए मैं ख़ुद ही जा रही हु। मुझे ये भी पता है जब तक आप इस लेटर को पढ़ रहे होंगे तब तक मै यहां से जा चुकी रहूंगी।
जिसके लिए मैं आपसे माफी भी चाहती हु मुझे माफ कर दी जिए बिग ब्रदर आई एम सॉरी।। लेकिन मुझे ये भी पता है इस वक्त आपको बहुत गुस्सा आ रहा होगा मेरे ऐसे जाने से आप अपने इस गुस्से में किसी भी गार्ड्स को कुछ मत कीजिए गा क्युकी उनकी कोई भी गलती नहीं है उन्हे भी नहीं पता होगा कि मै ऐसा कुछ करूंगी। आप से एक बार बच्चा माफी मांगती हैं। और हा मै ये भी आपसे प्रोमिस करती हूं की मैं अपना ख्याल रखूंगी टाइम से खाना भी खा लूंगी। कोई शरारत भी नही करूंगी और जल्दी ही वापस आ जाऊंगी।
आपकी बच्चा ♥️
उस लेटर को पढ़ कर के शान अपनी आंखे बंद करता है अपने गुस्से को कंट्रोल करने के लिए थोड़ी देर बाद वो अपनी आंखे खोलता है जो की पुरी लाल हो चुकी थी जिसे देख वो बॉडीगार्ड डर के दो कदम पीछे हो जाता है। तभी शान को उसकी आवाज आती हैं साक्ष्य को बुलाओ और प्राइवेट जेट तैयार कराओ हम अभी इण्डिया जायेंगे। तभी हेड बॉडी गार्ड जवाब देता है जी बॉस । इतना कह वो यहां से चला जाता है । उसके जानें के बाद शान अपना फ़ोन निकालता है और एक नंबर डायल करता है कुछ रिंग के बाद ही कॉल उठ जाता है तभी शान केहता हैं बच्चा इण्डिया चली गई है मेरे मना करने के बाद भी तुम यहां का बिजनेस संभालो मैं वहा के लिए निकल रहा हु तभी दुसरी तरफ से कुछ कहा जाता है जिसे सुन वो फोन रख देता है। और वहा से अपने रूम कि तरफ चल देता हैं ।
दुसरी तरफ इंडिया में ___
ऋषि फिर उस लड़के को फोन करता है उधर से जब वो लड़का काल उठा लेता है तो वो उससे कहता है वो लडकी अब हमारे कब्जे में है हमने उसे फ्रॉम हाउस पर लाके रखा है तू भी आ जा ऋषि इतना कहता ही है कि तब तक उसे कॉल कट होने की आवाज आती है जब वो अपना फोन कान से हटा कर देखता है तो काल कट हो गया था जिसे देख ऋषि कहता है विवान राठौर तुम बस एक बार मुझे मिलो तो मैं बताता हूं तुम्हें की ये ऋषि मलोहत्रा क्या चीज है आखिर तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुम मेरी बात को बिना सुने काल कट कर दिया। ( जी हां वो लड़का कोई और नहीं हमारी कहानी aका हीरो विवान राठौर है। और ऋषि मलोहत्रा उसका दोस्त भी है और उसका असिस्टेंट भी है और ये भी कुछ कम नहीं है इनकी भी छबीस साल है। इनकी हाईट भी पांच फुट नौ इंच है इनका भी रंग बहुत गोरा हैं ये भी अपने मां बाप की एकालोते बेटे हैं ) ये तो हुआ इनका परिचय अब आते हैं कहानी पर _____
एक अंधेरे कमरे में एक लडकी को कस कर बांध के रखा गया था। जो बेहोश थी तभी उस कमरे का दरवाजा एक गार्ड खोलता है और उस कमरे का लाइट ऑन कर देता उसके बाद उस कमरे में दो और लडके आते हैं जिन्हे देख वो गार्ड उस आगे वाले लडके को ग्रीड करता है और अपनी दबी हुई आवाज में कहता हैं सर वो लडकी अभी भी बेहोश है । गार्ड की बात सुन वो लड़का अपने पिछे खड़े लडके को कुछ इशारा करता है जिसे देख वो लड़का समझ जाता है और उस गार्ड से कहता है इसे होश में लाओ अभी के अभी उस लड़के की आवाज सुन वो गार्ड कहता है जी ऋषी सर ( जो दो लडके कमरे में आए थे ये कोई और नहीं विवान राठौर और ऋषी महलोत्रा थे )
वो गार्ड उस लडकी के पास जाता है और उसका चेहरा पकड़ कर ऊपर करता है जैसे ही वो ऊपर करता है विवान की भी नजरे उस चहरे पर पड़ती जिससे उस लड़की का चेहरा साफ़ दिख रहा था जिसे देख विवान दिल धड़कने लगता है और उसकी नजर उस लड़की के चहरे पर ही जम जाति है। तभी वो गार्ड अपने हाथ में लिए बोतल के पानी को उस लड़की के चहरे पर फेंकता है जिससे उस लड़की कि आंखे फड़ फढाने लगती है ।
थोड़ी देर बाद वो लड़की अपनी आंखे खोलती हैं तो उसे अपने सामने एक अंजान चेहरा देख वो डर जाती हैं और अपनी हकलताई आवाज में कहती हैं त तू तुम कौन हो उस लड़की को होश में आया देख वो बॉडी गार्ड उसके सामने से हट जाता है और कमरे के बाहर निकल कर गेट के एक साइड में जाके खड़ा हो जाता है।
उसके सामने से हटते ही उस लड़की को अपने सामने दो और लड़के मास्क पहने दिखाई देते हैं। उन्हे देख वो लडकी अपनी आंखे खोलती हैं और बंद करती कई बार करती है और वो ऐसा करते हुए बहुत ही सुंदर और आकर्षक लग रही थी उसे ऐसा करते देख विवान का दिल जैसा धड़कना ही भूल गया था उसका दिल कह रहा हो उससे की उसे वो जल्दी से अपनी बाहों मे भर ले लेकिन उसका दिमाग कह रहा था नही तु बहक रहा है भूल मत वो लडकी तेरी दुश्मन है उसे तुझे सजा देना है न की तुझे उसे ऐसे प्यार से देखना है।
विवान अपने दिल और दिमाग की इस लड़ाई में अपने दिमाग की सुनता है और खुद को नार्मल कर उस लडकी के पास जाता है। उसे अपने पास आता देख वो लडकी अपनी मीठी सी आवाज में कहती हैं आप मुझे यहां क्यूं लेके आए हैं ऐसे किडनैप कर के और आपने मुझे ऐसे क्यूं बांधा है उस लड़की की इतनी प्यारी और मीठी आवाज सुन विवान को जैसे सुकून मिलता है जैसे वो इसी की तलाश में न जाने कब से हो विवान इतना सोच ही रहा था की तभी उसे फिर से उस लड़की कि आवाज अपने कानो में सुनाई देती है जो कह रही थी देखिए आपके ऐसे मेरे हाथ और पैर बधाने से मुझे कितना दर्द हो रहा है इतना कहते ही उस लड़की के आंखों में आशु आ जाते हैं।
उस लड़की की बात सुन न जानें क्यों विवान की नजर उसके हाथो और पैरो पर चली जाति है जहा उसे रस्सी से बंधे होने के निसान साफ साफ दिखाई दे रहे थे। उसे ऐसे देख एक पल विवान का दिल आह भरता है पर अगले ही पल उसका दिमाग कहता है ये तू क्या कर रहा है वो बस तुझे बहका रही है तूझसे बचने के लिए तू भूल मत उसने तेरे बहन के साथ क्या किया है।
अपने दिमाग की बात सुन कर के विवान उस लड़की से पूछता है क्या तुम्हें दर्द हो रहा है विवान की बात सुन वो लडकी जल्दी से अपने सर को दो तीन बार हां में हिलाती है उसे ऐसे देख पीछे खड़ा ऋषी कहता है हाय ये कितनी मासूम है मेरा मन कर रहा है अभी इसे अपनी गर्ल फ्रेंड बना लू और सभी को दिखाऊं मेरे पास इतनी सुन्दर गर्ल फ्रेंड है जिससे सब लोग जले उसकी ऐसी बाते सुन विवान को बहुत ही गुस्सा आ जाता है वो पीछे पलट कर ऋषी को देखता है जिसकी नजरे सिर्फ उस लड़की पर ही टिकी हुई थीं उसे और किसी चीज का होश ही न हो वो उतना खो गया था उस लड़की को देखने में।
( और ये सच भी था जब से वो उसके चेहरे को देखा था तब से वो एक तक उसे ही देख रहा था और जैसे ही वो लडकी अपना सर हिलाती है उसे और देखा नही जाता है और वो बीच में ही बोल पढ़ता है। ) उसे ऐसे उस लड़की को देखता देख विवान को गुस्सा आ जाता है उसे ऐसा लगता है कि जैसे उसकी सबसे कीमती सामान पर ऋषी की नजर हो लेकिन वो उसे किसी को नहीं दे सकता है
इतना सोच उसे और भी ज्यादा गुस्सा आ रहा था इसलिए वो तेजी से ऋषि पर चिलाते हुए कहता है गेट आउट उसकी गुस्से से भरी आवाज सुन ऋषि अपने होश में आता है और उसकी तरफ़ ऐसे देखता है जैसे पूछ रहा हो की तूने कुछ कहा अभी क्या ऋषी की सवालिया नजरो को देख विवान को बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ रहा था लेकिन फिर भी वो इस बार और भी डरावनी आवाज में कहता है आई सेड जस्ट गेट आउट । उसकी इतनी डरावनी आवाज सुन ऋषी उल्टे पांव उस कमरे से निकलने लगता है लेकिन उसकी नजरे अभी भी उसी लडकी पर थी उसकी नजरो को देख विवान अपनी मुट्ठी को भींच लेता है
ऋषी के कमरे से बाहर निकल जानें के बाद विवान उस लड़की कि तरफ मुड़ता है वो जैसे ही मुड़ कर देखता है तो उस लड़की की भी नजरे इस वक्त गेट की तरफ ही थी उसकी नजरो को देख विवान तेजी से उस लड़की की तरफ़ झुकता है और उसका चीन पकड़ कर अपनी तरफ कर लेता है उसके ऐसे करने से उस लड़की की नजर अब जाके विवान की नजरो से मिलती है और उसे खुद को देखते देख विवान का दिल फिर तेजी से धडकने लगता है ।
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अब तक आपने पढ़ा कहानी में_______
ऋषी के कमरे से बाहर निकल जानें के बाद विवान उस लड़की कि तरफ मुड़ता है वो जैसे ही मुड़ कर देखता है तो उस लड़की की भी नजरे इस वक्त गेट की तरफ ही थी उसकी नजरो को देख विवान तेजी से उस लड़की की तरफ़ झुकता है और उसका चीन पकड़ कर अपनी तरफ कर लेता है उसके ऐसे करने से उस लड़की की नजर अब जाके विवान की नजरो से मिलती है और उसे खुद को देखते देख विवान का दिल फिर तेजी से धडकने लगता है ।
अब आगे ____
विवान अपनी धड़कनों को काबू कर उस लड़की से अपनी कठोर आवाज में कहता है तुम कहां भाग रही थी। तभी वो लडकी तुरन्त बोल पड़ती है तुम्हें कैसे पता भाई मै भाग कर आई हु । उस लड़की के इतना कहते ही विवान गुस्से से चिल्लाता है तुम्हारी इतनी हिम्मत कैसे हुई मुझे भाई बोलने की ( विवान जैसे ही उस लड़की के मुंह से भाई सुनता है उसे बहुत ज्यादा ही गुस्सा आने लगता है। वो (विवान) भाई के आगे उस लड़की ने क्या बोला जैसे उसने सुना ही नहीं हो वो बस भाई शब्द सुन कर ही बौखला गया था उसे पता नही क्यों उस लड़की का उसे भाई बोलना पसंद ही नहीं आया है । ) विवान की इतनी तेज आवाज सुन वो लडकी डर जाती और वो अपनी आंखो में नमी लिए उसे देखने लगती हैं और अपनी दबी हुई आवाज में विवान से कहती हैं आप मेरे भाई के उमर के लग रहे थे इसलिए मैने आपको भाई बोल दिया।
उस लड़की का इतना मशुमियत से जवाब देता देख विवान को हसी आ जाती है जिसे वो अपने चहरे पर आने से पहले ही छुपा देता हैं। विवान अपना चेहरा नॉर्मल कर उस लडकी को देखते हुए कहता तो क्या मैं तुम्हारा भाई हु। विवान की बात सुन वो लडकी जल्दी से अपना सर न में हिलाती है जैसे कह रही हो नही आप मेरे भाई नही है। उस लड़की का जवाब जान कर अब विवान के चेहरे पर संतुष्टि के भाव थे।
लेकिन अचानक ही विवान के चेहरे के भाव बदल जाते हैं जैसे उसे कुछ याद आ गया हो । वो ( विवान ) अपनी पकड़ उस लड़की के चहरे पर और कसते हुए कहता है तुम्हें ये नही करना चाहिए था तुम्हें क्या लगा हा तुम ऐसा कर के यहां से भाग जाओगी और किसी को पता भी नहीं चलेगा। विवान की पकड़ उस लड़की के चीन पर इतनी ज्यादा थी की जिससे उस लड़की के चीन पर उसकी उंगलियों के निसान साफ दिखाई दे रहे हैं थे विवान की पकड़ इतनी ज्यादा थी कि वो लडकी उसकी पकड़ को सहन नही कर पा रही थी जिससे उसके आंखो से पानी आने लगता है। जिसे देख कर भी विवान को कोई फर्क नहीं पड़ता है फिर भी वो चिल्लाते हुए कहता है बंद करो अपने ये मगर मच्छ के आशु बहाना समझी तुम इससे लोगो को फर्क पड़ता होगा जो तुम्हें नही जानते होंगे मैं तुम्हें बहुत अच्छी तरह से जानता हूं। तुम जैसी गिरी हुई लडकी को जिन्हे सिर्फ खुद से मतलब होता है। विवान की ऐसी बातों को सुन उस लड़की को भी गुस्सा आ जाता है और वो गुस्से से मगर अपनी दर्द भरी आवाज में कहती हैं तुम हो कौन और तुम होते कौन हो मुझे जज करने वाले। तुम जानते भी हो मै कौन हु और तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे ऐरा गैरा समझने की इतना कह वो अपना चीन उससे छुड़ा लेती हैं।
उस लड़की को जवाब देता देख विवान को गुस्सा और तेज हो जाता है और वो उस लड़की पर चिल्लाते हुए कहता है तुम्हारी इतनी हिम्मत तुमने विवान राठौर के सामने अपनी जुबान चलाई जिसके सामने कोई बोलने की हिम्मत नहीं करता है तुमने उसे जवाब दिया। तुम्हारी इतनी औकात नहीं है की तुम विवान राठौर के सामने खड़ी हो पाओ और तुमने उसे जवाब दिया इसका अंजाम भी तुम्हें पता है तुम जानती भी हो कौन हु मै ?
विवान के ये पूछते ही तुम जानती भी हो कौन हु मै इसके जवाब में वो लङकी जल्दी से कहती हैं नही मैं भी तो नहीं जानती आप कौन हैं क्या आपको भी नही पता है आप कौन हैं जो आप हमसे पूछ रहे हैं की कौन है आप अगर आपको नही पता तो कोई बात नहीं है आपके साथ जो आए थे उनसे पूछ लीजिए कौन है आप उन्हे तो पता होगा ही अगर उन्हे भी नही पता है तो आपके पास सिर्फ एक ही रास्ता है आपको अपनी मम्मा ओर डेडा से पूछना पड़ेगा आप कौन हैं।
इतना कह वो लडकी एक गहरी सांस लेती हैं जैसे उसने कितना बड़ा काम कर दिया हो विवान को ये बता कर।
उस लड़की का बेतुका सा जवाब सुन विवान को बहुत ज्यादा ही चीड़ आने लगती है जैसे उसका मन कर रहा था की वो इस लङकी का क्या करे वो इतने सीरियस टाइम पर मजाक कर रही थी।
विवान उसकी बातो को एक साइड करते हुए उस लड़की से कहता है तुम्हें जो समझना है समझो लेकीन अभी तुम्हें बहुत जल्द ही पता चलेगा कि मै कौन हु और मैं क्या क्या कर सकता हूं।
विवान की बात को सुन कर वो लङकी फिर उससे ( विवान राठौर से ) कहती हैं। तुमने मुझे ऐसे क्यूं बांधा हुआ है और तुम मुझे यहां क्यूं लेके आए हो मै तो तुम्हें जानती भी नहीं हु । तुम कौन हो और मुझे यहां क्यूं लेके आए हो। वो लङकी इतनी मासू मियत से पूछती हैं की कोई भी पिघल जाए और उसके सवाल का जवाब दे दे लेकीन ऐसा और सबके लिए था लेकीन यहां बात विवान राठौर की थी जो एक बहुत ही हार्ट लेस इंसान था जिसे दूसरो की फीलिंग से कोई लेना देना नहीं था उसे बस खुद से और अपनी फैमली से और अपने दोस्तो से मतलब था बाकी दुनिया मर भी जाए तो भी उसे उससे कोई भी मतलब नहीं था ।
उस लड़की को फिर से खुद से (विवान राठौर से) सवाल करते देख विवान के गुस्से का अब कोई सीमा नहीं रहती है इसलित वो ( विवान राठौर ) उस लड़की का चीन छोड़ देता तभी उस कमरे मे एक तेज आवाज आती हैं और उस लड़की का चेहरा एक तरफ झुक जाता है।
( ऐसा इसलिए था क्युकी विवान से कोई सवाल करे उसे पसंद नहीं था उस लड़की ने उससे उसके मना करने के बाद भी सवाल किया था इसलिए उसे और भी ज्यादा भड़क गया था इस लिए उसने बिना सोचे समझे उस लड़की के गाल पर एक थप्पड़ रसीद दिया था मतलब मार दिया था । )
उस लङकी के झुके चेहरे को देख विवान उस लड़की का बाल पकड़ कर उसका चेहरा ऊपर करता है तो देखता है उस लड़की के होठों के किनारे से खून निकल रहा था । ( अब भाई वो था भी इतना हेकड तैकड़ लड़का कोई भी एक तमाचा खाए तो भाई उसे चोट तो लगेगा ही और कहा वो नाजुक सी लङकी अब आप तो समझ ही गए होंगे उसका क्या हाल होगा अब आते है कहानी पर अपने ) उसके गालों पर विवान के उंगलियों के निसान साफ साफ दिखाई दे रहे थे। और उसके आंखो से आशू पानी की तरह बह रहे थे।
जैसे ही वो लडकी विवान को देखती है और भी डर जाती हैं उसका शरीर भी डर से कापने लगता है। उसके आंखो में विवान का डर साफ साफ दिखाई दे रहा था ।
उस लड़की की आंखों को देख कर विवान इविल स्माइल करते हुए उससे कहता है बस यही डर चाहिए मुझे तुम्हारी आंखों में खुद के लिए मुझे। विवान की बात सुन वो लडकी और भी ज्यादा डर जाती हैं जिससे उसका रोना और भी बड़ जाता है। उसे यू रोते देख विवान उस लड़की का चीन एक हाथ से पकड़ कर दबा देता है जिससे उस लड़की कि आवाज न निकले या फिर उसे न सुनाई दे।
विवान उस लड़की को देख कहता है तुम्हें बहुत शौक है न लोगो की लाइफ खराब करने की तुम्हें बहुत मजा आता है न लोगो की फिलिंग के साथ खेलने में अब मैं बताता हु तुम्हें की जब ये सब खुद के साथ ही हो तो कैसा लगता है।
इतना कह वो उस लड़की को छोड़ देता है और उसे अपनी लाल आंखो से देखते हुए रूम से बाहर की ओर निकल जाता है।
जब वो बाहर आता है रूम से तो उसे उस रूम के गेट पर ही ऋषि और बॉडी गार्ड आपस मे बात करते हुए दिखाई देते हैं डोर की आवाज सुन वो दोनो भी विवान की तरफ़ देखते हैं। विवान को बाहर आया देख ऋषि जल्दी से उसके पास जाता है और डोर के पास खड़े होकर अंदर की ओर देखने लगता है उसे यू अंदर देखते हुए देख विवान को और भी गुस्सा आने लगता है जिसका उसे ( विवान राठौर) को खुद भी नहीं पता था की उसे ऐसा क्यू लग रहा है।
वो ऋषि को देखता है जिसका ध्यान अभी भी उस रूम के अंदर ही था उसे अभी भी वही देखते हुऐ देख कर विवान अपनी कठोर आवाज में कहता है अब से तुम यहां कभी भी नहीं आ ओगे । उसकी ( विवान राठौर) आवाज सुन ऋषी जल्दी से होश में आता है और उससे कहता है पर क्यों मैं यहां क्यूं नहीं आ सकता । ऋषी की बात सुन विवान कहता है। तुम यहां नही आ सकते तो नही आ सकते क्युकी ये मैने कहां है ।
अब से तुम इस फ्रॉम हाउस के आस पास भी मुझे कभी नजर नहीं आने चाहिए। इतना कह वो उस बॉडी गार्ड की ओर देख कहता है अगर ये यहां आया तो इसे तुम तुरन्त सूट कर देना ।
इतना कह विवान वहां से चला जाता हैं । अपनें पीछे ऋषी को छोड़ के जो अभी तक ये ही नहीं समझ पाया था आख़िर उसने ऐसा क्या किया है जो उसके साथ ऐसा हुआ है ।
अब आगे पढ़ते हैं क्या हुआ ____
ऋषि अभी अपने सोच में ही गुम था की उसके साथ ये क्या हुआ है। उसे ( ऋषि को ) तो ये भी ध्यान नहीं था की विवान उसे वहीं छोड़ कर के कब का वहां से चला गया है । ऋषि को अभी भी सोच में गुम देख कर वो बॉडी गार्ड उसे ( ऋषि को ) आवाज़ लगाते हुए कहता है
सर बिग बॉस (विवान ) तो चले गए है अब आपको भी चलना चाहिए।
उस बॉडी गार्ड की आवाज़ सुन ऋषी अपने होश में आता है। उसके बाद वो अपने सर को इधर उधर कर के देखता है तो वो ही यहां बचा था। विवान तो चला गया था। वो जल्दी से बॉडी गार्ड को देखते हुऐ उससे कहता है ठीक है मैं भी जा रहा हूं तू यहां पर रह कर उस लडकी पर ध्यान देना
ऋषि की बातो को सुन कर वो बॉडी गार्ड जवाब में अपना सर हा में हिला देता है।
जिसे समझ कर ऋषी भी जल्दी से वहा से बाहर आ जाता है।
जब वो बाहर आता है तो देखता है विवान अपनी लक्जेरि यस कार में बैठा हुआ था और ड्राइवर बाहर खड़ा था । जिसे देख कर वो समझ जाता है की उसका ही इंतजार किया जा रहा था। वो विवान की कार के पास आता है तो ड्राइवर हल्दी से पै सेंजर सीट का डोर खोल देता है जिसे देख ऋषी भी कार में बैठ जाता हैं। उसके कार में बैठते ही ड्राइवर भी जल्दी से आकर ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता हैं। और कार स्टार्ट कर देता है।
कार स्टार्ट होते ही पीछे से एक भारी आवाज़ आती है हॉस्पिटल चलो उस आवाज़ को सुन ड्राइव भी सहम जाता है और सिर्फ दो शब्द में जवाब देता है जी बॉस । उसके बाद उसकी कार हवा से बातें करते हुए हॉस्पिटल के रास्ते को तैय कर ने लगती है।
वही फार्म हाउस के अंदर उसी कमरे में जहा उस लड़की को रखा गया था ।
उस लड़की का चेहरा सूज गया था । विवान के ऐसे थप्पड़ मारने से और उसके होठों के किनारे से जो खून निकला था वो भी अब तक सुख चुके थे। उसे अपने गालों पर दर्द हो रहा था । जिसे मेहसूस कर वो लड़की फिर से रोने लगती हैं। रोते हुए अपने आप से कहना शुरू करती है।
आज तक किसी में इतनी हिम्मत नहीं हुई की वो मुझे आंख उठा के भी देख सके थप्पड़ तो दूर की बात है की कोई मुझे मार सके । मेरी गलती भी अगर होती थीं तब भी किसी ने मुझे नही मारा और तो और किसी ने आज तक मुझसे ऊंची आवाज में बात तक नहीं किया और तुमने ( विवान को ) मुझ पर चिलाया उस पर से हाथ भी उठाया तुमने मुझ पर वो भी बिना वजह के मैं तो तुम्हें जानती भी नहीं हु फिर भी तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुमने मुझे मारा। इतना कह कर वो लड़की और भी जोर से रोने लगती हैं । और रोते हुए ही अपने मन में कहती हैं भाई सच कह रहे थे मुझे यहां आना ही नही चाहिए था न मै यहां भाग के आती नाही तुम सब लोग मुझे ऐसे पकड़ के ला पाते हैं। तुम लोगो को पता नहीं है तुम लोगो ने किसे किड नैप किया है इसके लिए तुम सब पश्चा ताओ गे देख लेना ।
यहां के लोग सच में बहुत बुरे होते हैं , मुझे यहां नही आना चाहिए था ( ये लङकी कोई और नहीं हमारी इस कहानी की हीरोइन साक्षी सिंग राजपूत है जिसे विवान के लोगे ने किडनैप कर लिया था उसे यहां आते ही किसी और को समझ कर उसे , अब अपनी कहानी पर आते है ।) सब घटिया होते हैं । इन लोगो ने मुझे बिना वजह के यहां कैद कर के रखा है इन्हे अभी नही पता की मेरा भाई कौन है ।
इतना सोच कर वो उस समय को कोसने लगती है जब वो इण्डिया आई थी
कुछ समय पहले ____
लदन में __
साक्षी विला से भागने में कामयाब हो गई थी जिसके बाद वो टैक्सी कर के एयर पोर्ट पर आ जाति है ।
उसके बाद वो एयर पोर्ट के अंदर जाति है जिसके बाद अपना बुक किए गए फ्लाइट का वेट करने लगती है। थोड़ी देर बाद उसका नाम अनाउंस होता है। जिसे सून वो बहुत खुश हो जाती है और चहकते हुए अपनी फ्लाइट में जाके अपनी सीट खोज कर बैठ जाति है।
कुछ देर में फ्लाइट अपनी उड़ान भर देती है। एक लम्बे सफ़र के बाद साक्षी की इण्डिया आ जाति है। साक्षी की फ्लाइट मुम्बई एअर पोर्ट पर लैंड करती है । उसके लैंड करते ही साक्षी फ्लाइट से बाहर निकल कर आती है। जब वो ( साक्षी ) बाहर आती है तो बाहर के नजारे को देख वो खुशी से चहकते हुए कहती हैं
फाइन ली मैं इण्डिया आ ही गई ये कहते हुऐ वो आगे की ओर बड़ने लगती है । और अपनें मन में कहती हैं भाई अब तक तो आपको पता भी चल गया होगा कि मै यहां आ गई हु और आपको गुस्सा भी बहुत आ रहा होगा पर आप गुस्सा मत करना भाई प्लीज मैं बहुत जल्दी ही घूम कर आ जाऊंगी आई प्रोमिस और मैं अपना ध्यान भी रखूंगी। इतना कह वो खुशी से आगे बड़ने लगती है।
आख़िर वो खुश क्यों हो न उसका एक सपना जो था इण्डिया घूमने का। वो जब भी अपने दोस्तो से या अपने कॉलेज में इण्डिया का नाम सुनती थी तो उसे भी यहां आने का मन करता था। वो जितना भी यहां के बारे में सुनती थी उसे उतना ही इच्छा होती थी यहां घूमने का और यहां के बारे में जानने के लिए।
इस लिए वो अपने भाई ( शान) से बोलती भी थी। लेकीन शान उसे हर बार कुछ न कुछ बहाना बना कर उसे जाने से मना कर देता था। या तो उसे और भी जगहों पर भेज देता था घूमने के लिए और न चाहते हुए भी साक्षी को शान की बाते माननी पड़ती थी। लेकीन इस बार वो उसकी बातो को नही सुनती है। उसे वो कई बार मनाने की कोशिश करती है की शान उसे इण्डिया जानें दे लेकीन शान भी अपने बातो पर टिका रहता है और उसे नही जानें देता है या फिर कह सकते है
उसे इण्डिया जानें से मना कर देता है। लेकीन इस बार तो जैसे साक्षी ने भी ठान लिया हो की वो इण्डिया जाके ही रहेगी चाहे उसके लिए उसे कुछ भी क्यू न करना पड़े । वो सीधे से उसे नही जानें देगा तो उसे बिना बताए ही जायेगी लेकीन वो इस बार इण्डिया घूमना ही चाहती थी । उसके लिए वो कुछ भी करने को तैयार थी। और वो शान को बिना बताए आ भी जाति है ।
वो (। साक्षी ) ये सब सोचते हुए आगे बड़ ही रही थीं एयर पोर्ट से , जब वो एयर पोर्ट से बाहर निकलने ही वाली थी तभी एक लङकी उससे टकरा जाति है जिसमे सेम उसके जैसा ही कपड़ा पहना हुआ था। उसकी हाईट भी लगभग सेम ही थी। उस लड़की से टकराने के बाद साक्षी का फ़ोन उसके हाथ से गिर जाता है जो लड़की साक्षी से टकराई थी वो बहुत ही जल्दी में थी उसे देख कर लग रहा था जैसे उसके पीछे उसकी मौत खड़ी है जिसे देख वो भाग रही है ।
उस लड़की के टकराने से साक्षी पीछे की तरफ़ मुड़ जाति है अपना फोन उठाने के लिए वो जैसे ही अपना फ़ोन उठाने के लिए झुकने वाली होती है तभी पीछे से आके कोई उसके मुंह पर एक रुमाल लगा देता है जिसके कुछ समय बाद वो बेहोश हो जाति है। उसके बेहोश हो जानें के बाद वो आदमी जिसने उसे ( साक्षी ) को बेहोश किया था कोलोरो फॉम सुंघा कर , वो आदमी उसे अपने कंधे पर उठा लेटा है और अपनें पीछे खड़े आदमी से कहता है इसका समान उठाओ और ऋषि सर को कॉल कर के बता दो की हमने उस लड़की को उठा लिया है। इतना कह कर वो आदमी साक्षी को लेके एयर पोर्ट से बाहर आता है और एक कार में बैठा कर उस कार को वहा से लेके निकल जाता है।
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अब तक आपने पढ़ा कहानी में की _
ऋषि सर को कॉल कर के बता दो की हमने उस लड़की को उठा लिया है। इतना कह कर वो आदमी साक्षी को लेके एयर पोर्ट से बाहर आता है और एक कार में बैठा कर उस कार को वहा से लेके निकल जाता है।
अब आगे _
इसके बाद जब साक्षी को होश आता है तो वो खुद को बंधे हुए पाती हैं।
प्रेजेंट टाइम में ____
साक्षी उस कमरे को देखते हुए कहती हैं ये कौन सी जगह है और मैं यहां क्यूं आई ही मुझे यहां आना ही नही चाहिए था न मैं यहां आती न मेरे साथ ये सब कुछ होता। इतना कह वो फिर से रोने लगती है।
वही मुंबई एयर पोर्ट पर __
अब तक शान भी इंडिया आ गया था वो इस समय मुबई एयर पोर्ट से बाहर निकल कर आया था उसके पीछे बहुत से बॉडी गार्ड भी चल रहे थे। और उन्ही के बीच एक लड़की भी थी ( जो दिखने में बहुत ही खूबसूरत थी, उसने इस समय एक ड्राक ब्लू कलर की जींस और एक व्हाइट क्रॉप टॉप पहना हुआ था और पैरो में एक व्हाइट शूज पहना हुआ था , उसकी हाईट लग भग 5 फुट नौ इंच थी , उसका रंग भी गोरा था, उसकी ब्राउन आंखे थी जिपर उसने एक नजर का चश्मा लगा रखा था, जो उस पर बहुत ही अच्छा लग रहा था, उस लड़की का नाम श्रुति शर्मा था , वो लङकी कोई और नहीं शान की असिस्टेंट थीं । श्रुति बहुत ही शांत स्वभाव की लङकी थी वो अपने काम के प्रति बहुत ही लगाव रखती थी और बहुत मेहनत भी करती थी। और तो और वो शान के बिना कुछ कहे ही उसके फेशियल एक्सप्रेशन देख कर के ही समझ जाति थी की उसे क्या करना है या शान क्या कहना चाहता है । श्रुति की इतनी मेहनत और अपनें काम के प्रति लगन को देख कर के शान ने उसे अपनी असिस्टेंट बनाया था। )
श्रुति भी शान के कदमों से कदम मिला कर चलने की कोशिश कर रही थी जिसके लिए उसे दोडना पर रहा था। क्युकी शान बहुत जल्दी जल्दी चल रहा था लेकीन उड़के लिए ये नॉर्मल था लेकीन श्रुति के लिए नही।
वो लोग जब एयर पोर्ट से बाहर आते हैं तो उनके लिए बाहर पहले से हीनौ से दस कार खड़ी थी उनके जानें के लिए। उन कारों के बीच में एक रोल्स रॉयस कार खड़ी थी।
श्रुति ने शान के यहां पहुंचने से पहले ही सब कुछ सेटल कर दिया था। और यहां पर रुकने के लिए भी उसने होटल में रूम बुक कर दिया था। उसने उसी होटल में रूम बुक किया था ( जिसमे साक्षी ने अपने लिए किया था उस होटल मे रूक कर घूमने के लिए )।
रोल्स रॉयस कार के पास पहुंच कर श्रुति जल्दी से कार का डोर ओपन करती है शान के बैठने के लिए शान के बैठते ही वो भी उसी में बैठ जाती हैं और डोर बंद कर देती है।
और आगे बैठे ड्राइवर को कहती हैं सन साइन होटल चलो ( यह काल्पनिक नाम है। )
श्रुति की बात सुन ड्राइव कार स्टार्ट कर देता है और सभी गाडियां होटल के तरफ चल देती है।
वही दूसरी तरफ ___
कई सारी लग्जरी कारे एक बहुत बड़े से हॉस्पिटल के सामने रुकती हैं। उनमें से कई सारे बॉडी गार्ड्स बाहर निकल कर आते हैं। उन बाहर निकले बॉडी गार्ड्स मे से एक बॉडी गार्ड आगे आ कर बीच वाली कार का गेट खोल ता है उसके गेट खोलते ही एक पैर कार से बाहर निकल कर जमीन पर रखता है फिर दूसरा पैर जमीन पर रख कार से एक शख्स बाहर निकलता है। और दुसरी साइड से भी एक शक्श बाहर निकल कर आता है उसी कार से,
उन दोनो शख्स के बाहर आते ही बॉडी गार्ड्स उन्हे चारो ओर से कवर कर लेते हैं। वो दोनो शख्स कोई और नहीं थे बल्कि वो दोनो शख्स विवान राठौर और ऋषि मलोहत्रा थे। वो दोनो कार से बाहर निकल कर सीधे हॉस्पिटल के अंदर चले जाते हैं।
हॉस्पिटल के अंदर आ कर वो दोनो लिफ्ट के सामने खड़े थे ऋषि जल्दी से आगे बढ़ कर लिफ्ट का बटन प्रेस करता है तो वो लिफ्ट खुल जाति है जिसके बाद विवान लिफ्ट के अंदर चला जाता है और ऋषि भी उसके पिछे पिछे अंदर आकर खड़ा हो जाता है और फिफ्ट फ्लोर पर जानें के लिए फिफ्त फ्लोर का बटन प्रेस करता है। उसके बटन प्रेस करते ही वो लिफ्ट स्टार्ट हो जाती हैं । कुछ ही समय बाद वो लिफ्ट फीफ्ट फ्लोर पर जाके रुक जाति है उसके बाद उसका लिफ्ट खुल जाति है उसमे से विवान और ऋषि बाहर आते हैं।
उस फ्लोर को घेरे हुए बहुत से बॉडी गार्ड्स खड़े थे जैसे यहां कोई बहुत ही खाश इंसान इस हॉस्पिट में एडमिट हो।
उस फ्लोर पर एक दम सनाटा फैला हुआ था इतने लोगो के होने के बावजूद भी, यहां इतना सनाटा पसरा हुआ था की अगर एक सुई भी गिरे तो वह भी आवाज साफ साफ सुनाई दे दे।
विवान और ऋषि जैसे जैसे आगे बढ़ रहे थे उस फ्लोर पर वैसे वैसे ही बॉडी गार्ड्स अपना सर झु काते हुए उन्हे ग्रीड करते जा रहे थे।
कुछ देर चलने के बाद विवान और ऋषि एक वार्ड के सामने आकर खड़ा हो जाते है फिर ऋषि जल्दी से उस वार्ड का डोर ओपेन करता है।
जिसके बाद विवान और ऋषि उस वार्ड के अंदर आ जाते हैं। ये वार्ड एक बी आइ पी वार्ड था। जिसमे सारी फेसिल्टी थी। उस वार्ड के बेड पर एक लङकी हॉस्पिटल गाउन पहने हुए लेटी थी। जिसकी आंखे बंद थी और उसका चेहरा पीला पड़ा हुआ था।
( अगर इन सब बातों को हटा दिया जाए तो , तो वो बेड पर लेटी लङकी बहुत ही खूब सूरत दिखाई दे रही थी, उस लड़की का रंग भी गोरा था,उस लड़की कि हाईट लग भग पांच फुट चार इंच होगी। वो लड़की उम्र में लग भग चौबीस साल कि थी उसकी घनी पलके थी, जो इस समय बंद थी जिसके बावजूद भी बहुत ही आकर्षक लग रही थी।उसके बाल ज्यादा लंबे तो नही लेकीन ज्यादा छोटे भी नही थे उसके बाल मीडियम साइज में थे और बहुत ही सिल्की थे ।
वो लडकी किसी गुड़िया की तरह दिखाई दे रही थी। )उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे उसके अंदर जान ही ना बची हो।
उसी बेड के पास एक और शख्स खडा था जिसने एक व्हाइट कोर्ट डाल रखा था और अपनें गर्दन में स्टेथो स्कोप डाले खडा था।
( उस शक्श की हाईट लग भग पांच फुट दस इंच था। उस शख्स कि उम्र छब्बीस साल थी। वो शख्स भी बहुत ही हैंडसम था लेकीन विवान के मुकाबले थोड़ा कम ही था । उसकी भी पर्सने लिटी बहुत ही अच्छी थी वो भी किसी मॉडल से कम नहीं था। ) उस शक्स के वेष भूषा को ही देख कर ही पता चल रहा था की वो पेशे से एक डॉक्टर है।
उस डॉक्टर को देख कर विवान कहता है शिवान्य अब कैसी है आन्या ? ( आन्या उस लड़की का नाम है जो इस समय हॉस्पिटल वार्ड के बेड पर बेसुध सी पड़ी हुई है । और ये लड़की कोई और नहीं है ये विवान राठौर की बहन आन्या राठौर है। आन्या अपने घर की सबसे छोटी लड़की हैं।
जिसे सब बहुत ही प्यार करते हैं। और विवान तो उस पर अपनी जान देता है । घर में वो सबकी लाडली है। ये लड़की विवान की सगी बहन तो नही है लेकीन विवान इसे सगी बहन से भी ज्यादा मानता है। और विवान के माता पिता भी आन्या को अपनी सगी बेटी से बड़ के मानते हैं।
उसे वो कभी महसूस होने ही नही देते हैं की वो उनकी खुद की बेटी नही है। और उन्हें देख कर कोई भी नही कह सकता है की उनका खून का रिश्ता उससे नही है ।
विवान जब छः साल का था तब वो एक बार ऐसे ही रोड पर टहलने के लिए आया था अपने डेड से गुस्सा होकर तभी उसे एक चार साल की बच्ची रोड पर मिली थी जो अधमरी सी हालत में व्ही रोड के किनारे पड़ी हुई थी । जब विवान की नजर उसपर जाती हैं तो वोह दौड़ कर उसके पास जाता है। और उस बच्ची को गोद मे उठा कर अपने घर लेके आता है। उसे ऐसे किसी लड़की को अपने साथ घर लाता देख विवान की मां जल्दी से उसके पास जाति है जब वो भी उस बच्ची की हालत देखती है तो वो तुरंत डॉक्टर को कॉल कर बुलाती है
तब तक विवान उसे अपने रूम में ले जा कर अपनें बेड पर लिटा देता है। कुछ ही देर में डॉक्टर भी आ जाते है जिसके बाद वो उस बच्ची का इलाज करते हैं। उस बच्ची का इलाज करने के बाद वो डॉक्टर विवान की मां की तरफ देख कहते हैं इसका एक्सीडेंट हो गया है इसकी हालत ठीक नहीं है इसे अभी एडमिट कराना होगा जिसके बाद इसका इलाज हो पाएगा और कुछ टेस्ट भी करने होंगे।
डॉक्टर की बात सुन विवान की मां उस बच्ची को तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट करा देती हैं और उसका इलाज चलता है। उसी दौरान विवान के पिता ये भी पता करते हैं की वो बच्ची किसकी है तब उन्हे पता चलता है की उस बच्ची के साथ ही उसके मॉम डैड का भी एक्सीडेंट हुआ था ।
अब तक आपने पढ़ा कि ____________
डॉक्टर की बात सुन विवान की मां उस बच्ची को तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट करा देती हैं और उसका इलाज चलता है। उसी दौरान विवान के पिता ये भी पता करते हैं की वो बच्ची किसकी है तब उन्हे पता चलता है की उस बच्ची के साथ ही उसके मॉम डैड का भी एक्सीडेंट हुआ था ।
अब आगे ____________
उन्होंने अपनी बच्ची को बचाने के लिए उसे रोड के साइड धक्का दे दिया था। लेकीन उनकी वही पर मौत हो गई थी। जब पुलिस उनकी बॉडी उठा ही रही थी। उसी टाइम ही विवान ने उस बच्ची को रोड के किनारे से उठा लिया था। जब ये बात विवान के पापा ने विवान की मां से बताया तो विवान की मां उस बच्ची को उन्हे उसके ठीक होने के बाद अनाथ आश्रम में छोड़ने को कहा। जिसे विवान ने भी सुन लिया था वो तुरन्त अपने मां डैड को मना कर देता है ऐसा करने से और उस लड़की को अपने पास रखने की जिद करने लगता है। उसकी ऐसी जिद को देखते हुए विवान के मॉम डैड उसे अपने साथ रखने को तैयार हो जाते हैं।
कुछ दिनों के बाद जब वो बच्ची पुरी तरीके से ठीक हो जाति है तो उसेविवान के मॉम डैड और विवान उस बच्ची राठोर पैलेस लेके आ जाते है। उस बच्ची का जैसा ही पहला कदम उस घर में पढ़ता है ठीक तभी विवान के डैड का फ़ोन बजता है वो अपना फोन उठा कर अपने कान के पास लगाते हैं वैसे ही उधर से कुछ कहा जाता है जिसे सुन वो बहुत ही हैरानऔर खुश दोनो ही हो जाते हैं। और फोन रख देते हैं
उन्हे ऐसे देख विवान की मॉम कहती हैं क्या हुआ आप इतने खुश हैं ऐसा क्या मिल गया आपको प्रकाश जी ( विवान के पिता का पूरा नाम मिस्टर प्रकाश राठौर है ) उनकी बात सुन प्रकाश जी कहते हैं आपको क्या पता पिया जी ( विवान की मां का पूरा नाम मिसेज पिया प्रकाश राठौर है ) मुझे वो मिला है जिसकी मैने उम्मीद ही छोड़ दी थी। प्रकाश जी की पहेली नुमा बाते सुन पिया जी उनसे कहती हैं
आप साफ साफ शब्दों में बताएंगे कि आप क्या कहना चाहते हैं। उनकी बातो को सुन प्रकाश जी कहते हैं हमे वो डील मिल गई जिससे हमारे बिज़नेस को और ऊंचा मकाम मिल जायेगा मैने इसके लिए दो सालो से मेहनत की थी लेकीन हमे वो नही मिल रही थी लेकीन देखो इस बच्ची के घर में पहला कदम रखते ही हमे वो मिल गई। उनकी बातो को पिया जी समझ उस बच्ची को देखती है जो अपनी टीम टीमाती आंखो से उन्हे ही देख रही थी बारी बारी से जैसे वो समझने की कोशिश कर रही हो की वो लोग क्या बाते कर रहे हैं लेकिन उसे कुछ भी नही समझ आ रहा था।
आख़िर थी तो वो एक चार साल की बच्ची ही। उस बच्ची को ऐसे देख पिया जी को उस पर और भी प्यार आ रहा था। वो जल्दी से नीचे बैठ कर उस बच्ची के गालों को छूने के लिए जैसे ही हाथ बडाती है वैसे ही कोई उस बच्ची को अपनी बाहों मे खीच लेता है जब वो सामने देखती है तो वो विवान को पाती है जिसने उस बच्ची को अपनी बाहों में ले रखा था उसे ऐसे देख वो कुछ कहती उससे पहले ही विवान अपनी रोबेली आवाज में कहता है
ये बच्ची नही है ये मेरी बहन है और इसका नाम आन्या राठौर है। समझे आप लोग तो अब से बच्ची कहना बंद कीजिए ये मेरी बहन है उसकी बात सुन कर प्रकाश जी और पिया जी पहले एक दूसरे को देखते है फिर हस्ते हुए विवान को देख कहते हैं और आज से और अभी से ये हमारी बेटी आन्या राठौर है। और इस राठौर पैलेस की राजकुमारी। )
अब आते हैं अपनी आगे की कहानी पर ___________
जिसके जवाब में डॉक्टर शिवान्य जवाब देते हैं अब ठीक है इसके बॉडी से मैने जहर निकाल दिया है। अभी थोड़ी देर पहले ही मैंने इसे आई सी यू से निकला कर इस वार्ड में सिफ्ट कराया है। कल तक इसे होश आ जायेगा।
अभी इसे नींद का इंजेक्शन दिया है जिससे इसे आराम मिले और ये रेस्ट कर सके उस जहर की वजह से इसकी बॉडी बहुत वीक हो गई है इतना कहते कहते उस डॉक्टर की आंखों से एक आशु आन्या के हाथ पर गिरता है
जिसे देख विवान अपनी मुट्ठी कस लेता है। वही ऋषि उस डॉक्टर को ऐसे देख जल्दी से उसके पास जाता है और उसे अपने गले से लगाते हुए कहता है अरे यार तू रो क्यों रहा है आन्या अब ठीक है। देख तू रो मत उसे कुछ नहीं होगा। वैसे भी तेरे रहते उसे कुछ हो भी नही सकता है।
( डॉक्टर शिवान्य जिसका पूरा नाम डॉक्टर शिवान्य सिंघानिया है। इनका भी बहुत बड़ा बिज़नेस है। लेकीन इनके माता पिता का सपना था कि उनका बेटा एक बहुत बड़ा और बहुत अच्छा डॉक्टर बने। , जिसे पूरा करने के लिए इन्होंने बहुत कड़ी मेहनत की और आज ये इस मकाम पर पहुंचे है। ये बहुत ही जानें माने सर्जन है इनका नाम इण्डिया में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। ये विश्व के बहुत ही जानें माने सर्जन है। इनसे मिलने के लिए लोगो को बहुत अरसे तक इंतजार करना पड़ता है। इनसे कोई आम व्यक्ति जल्दी ट्रीट मेंट भी नही करा पाता है। ये विवान और ऋषि के बच पन के दोस्त है और साथ ही साथ ये आन्या को अपने दिलो जान से भी चाहते हैं। अब तो आन्या इनकी मंगेतर भी है ।
आन्या की स्टडी के पूरा होने के बाद शादी भी हो जायेगी। इन्हे आन्या बच पन से ही पसंद थी लेकीन विवान आन्या को लेके इतना पोसेविव था बच पन में की वो ऋषि और विवान को उसके पास आने तक नही देता था उसे लगता था की ये लोग उसे उससे दूर कर देंगे लेकीन वो भी क्या करे था तो एक बच्चा ही, लेकीन समय के साथ साथ सब धीरे धीरे बदलता गया।
ये आन्या के पास उन दोनो को आने देने लगा। शिवान्य जैसे जैसे बड़ा होता गया उसकी फीलिंग भी आन्या के लिए बड़ती गईं। जब विवान को पता चला की उसकी बहन को उसका दोस्त पसंद करता है तो उसने शिवान्य को आन्या के आस पास भी जानें नही देता था। बाद में प्रकाश जी और पिया जी के समझाने के बाद की वो उसका दोस्त है और तो और एक अच्छा लड़का भी है।
तो आन्या के लिए उससे अच्छा लड़का हमे नही मिलेगा। अगर आन्या के लिए बाद में भी तो कोई लड़का खोजना पड़ेगा तब क्या करेगा वो तब तो आन्या को उसके साथ जाना पड़ेगा ही अगरवो शिवान्य के साथ रहती है तो हमेशा उसके आंखो के सामने रहेगी। । इनाता समझाने के बाद विवान तैयार हो जाता है
लेकीन फिर वो कहता है लेकीन मेरी एक शर्त है अगर इसे मेरी बहन के साथ रहना है तो ये सादी के बाद यही आके रहेगा मेरी बहन कही नही जायेगी उसकी शर्त जब शिवान्य को पता चलती है तो वो झट से तैयार हो जाता है। प्यार में पड़े आशिक की तरह 😅
उसे यहां या और कही भी रहने से कोई मतलब नहीं था उसे तो बस अपने प्यार से मतलब था की वो उसे मील रहा है बस और उसे कुछ नही चाहिए था। । वैसे भी वो हमेशा ज्यादा तर राठौर पैलेस में ही रहता था क्युकी उसे माता पिता दोनो ही बिज़नेस के चलते ज्यादा टाइम तक बाहर ही रहते थे। इसलिए उसे यहां रहने में कोई दिक्कत ही नही थी ।
विवान के मानने के प्रकाश जी और पिया जी शिवान्य के माता पिता { शिवान्य के पिता का नाम मिस्टर योगेश सिंघानिया और शिवान्य के मम्मी का पूरा नाम मिसेज प्रिया योगेश सिंघानिया है। } से बात कर के उन दोनो की सगाई करा देते हैं। की कही ऐसा न हो विवान का मूड बाद में चेंज हो जाय उसके पहले ही सगाई हो जाएं।
शिवान्य के माता पिता को जब आन्या और शिवान्य के रिश्ते की बात पता चलती है तो वो भी बहुत खुश हों जाते हैं।
पिया जी और प्रकाश जी अपनी बेटी से पूछते है उसे कोई दिक्कत है इस रिश्ते से जिसके जवाब में आन्या बस कहती हैं मुझे कोई प्रोबलम नही है अगर आप लोगो को सही लगाता है तो मुझे भी सही है। उसकी बातो को सुन पिया जी और प्रकाश जी और कुछ नहीं कहते हैं । जिसके बाद दोनो की ही एक दूसरे से सगाई हो जाति है। )
ऋषि की बातो को सुन कर शिवान्य कहता है उसकी ये हालत भी मेरी ही वजह से हुई है।
शिवान्य की ऐसी बातें सुन उस वार्ड में एक कठौर आवाज और सुनाई देती हैं तुम्हारी कोई गलती नहीं है। जिसकी गलती है वो मेरी कैद में है। और उसे उसकी सजा मैं दूंगा जिससे उसकी रूह भी कॉप जायेगी।
और उसे भी समझ आ जायेगा आख़िर उसने विवान राठौर की बहन को जहर दे के जान से मारने की कोशिश की है।
विवान की बात सुन शिवान्य के भी आंखो में खून उतर आता है जिसे देख ऋषि उसे समझाते हुए कहता है भाई देख तू अभी सांत हो जा अभी आन्या को हमारी जरूरत है।
ऋषि की बात सुन शिवान्य अपनी आंखे बंद कर के थोड़ी देर बाद खोलता है जो अब नॉर्मल लग रही थी।
ऋषि शिवान्य को नार्मल देख कहता है अब लग रहा है तू हमरा ही दोस्त है।
ऋषि की ऐसी बातों को सुन कर शिवान्य उसे घूर कर देख ता है। खुद को घूरता हुआ देख कर ऋषि अपने सफेद दातों को दिखाते हुए शिवान्य से कहता है वो तो मैने ऐसे ही कहा था।
तू तो हमारा दोस्त हर तरह से है।
इतना कह कर वो खुद ही हसने लगता है। उसे ऐसे पगलो की तरह हस्ते हुए देख कर शिवान्य कहता है।
तुझे भी इसी हॉस्पिटल के एक वार्ड में भर्ती करा देता हूं तुझे भी डॉक्टर की जरूरत है मुझे लगता है तुझे देख कर।
उसकी ऐसी बातों को सुन अब ऋषि शिवान्य को घूरते हुऐ कहता है तुझे तो
उसने इतना ही कहा था की तभी उस वार्ड में विवान की कठौर आवाज उन दोनो के कानो में पड़ती है जो कह रहा था की
स्टॉप दिस नॉन सेंस।
विवान की आवाज सुन दोनो ही शांत हो जाते है।
अब तक आपने पढ़ा कि __________
ऋषि शिवान्य को घूरते हुऐ कहता है तुझे तो
उसने इतना ही कहा था की तभी उस वार्ड में विवान की कठौर आवाज उन दोनो के कानो में पड़ती है जो कह रहा था की
स्टॉप दिस नॉन सेंस।
अब आगे ___________
विवान की आवाज सुन दोनो ही शांत हो जाते है और किसी आज्ञा कारी बच्चे की तरह उसे देखने लगते हैं।
उनके देखने से ऐसा लग रहा था की वो दोनो विवान की बात सुन कर उसे दिखा रहे हो देखो विवान हम चुप हो गए तुम्हारे कहने से कितना अच्छे हैं हम न।
उन दोनो को देख कर विवान उनके मन की बातो को समझते हुए। उसे घूर कर देखने लगाता है।
और अपनें कठौर लहजे में उन दोनो से कहता है अब तुम लोग जा सकते हो यहां से आज रात मैं यहां ही रूकूंगा ।(उसके लहजे से लग रहा था जैसे वह उनका बॉस हैं और अपनें एम्प लाइज को ऑडर दे रहा हो किसी काम को करने के लिए। )
विवान की बात सुन वो दोनो ऋषि और शिवान्य एक दुसरे को देखते है। और आंखो ही आंखो से कुछ इशारा करते हैं और उस वार्ड से बाहर निकल जाते है।
उन दोनो ( ऋषि और शिवान्य ) के बाहर चले जाने के बाद विवान अपने धीमे कदमों से चल कर आन्या के पास आता है।
विवान आन्या के पास आकर उसके एक हाथ को अपने एक हाथ से पक ड़ता है और अपनें दुसरे हाथ को उसके सर पर रखता है
जिसके बाद वो आन्या के सर को सहलाने लगता है। कुछ देर ऐसे करने के बाद वो ( विवान राठौर) झुक कर आन्या के माथे पर एक लाइट किस करता है। उसकी बाद वो उसके हाथ को भी बेड पर आराम से रख देता है।
विवान आन्या के हाथो को इतने आराम से रखता है जैसे कोई नाजुक सी चीज हो वो अगर उसने ज्यादा जोर लगा दिया तो वो टूट जाएगी।
उसके हाथ को सही करने के बाद वो आन्या के ब्लैंकेट को सही करता है। उसे अच्छे से ओडा कर वो उस वार्ड में एक तरफ लगे सोफे पर जाके बैठ जाता है।
विवान सोफे पर बैठने के बाद अपने सर को उस सोफे के हेड से टिका देता है।
उसके बाद अपनी आंखो को बंद कर देता है।
विवान जैसे ही अपनी आंखे बंद करता है तो उसके आंखो के सामने एक लडक़ी का चेहरा नजर आने लगता है। { वो चहरा किसी और का नही बल्कि साक्षी का ही था। }जिसे देख उसके होठों पर मुस्कान आ जाति है । लेकिन जैसे ही उसे याद आता है कि उसने उसे क्यों अपने फॉम हाउस पर लाके रखा है तो उसकी मुस्कान गायब हो जाती हैं और उसके चहरे पर गुस्सा झलकने लगता हैं। और वो ( विवान) अपनी आंखे जल्दी से खोल देता है।
इस समय उसकी आंखे एक दम लाल हो गई थी। उसकी आंखों को देख लग रहा था जैसे वो किसी का खून कर के ही शांत होंगी।
अगर इस समय विवान को कोई देख ले तो उसे तो उसका चेहरा ही देख कर हार्ट अटैक आ जाए क्युकी विवान का चेहरा इस समय किसी डेविल से कम नही लग रहा था। उस पर से उसकी आंखे और भी डरा वनी लग रही थी। जिसमे कोई भी देखे तो उसे उसमे उसकी मौत ही नज़र आयेगी उसे।
[ वो तो अछा है इस समय उसके अलावा वहा कोई भी नहीं है नही तो उस बेचारे का क्या ही होता उसे तो विवान के रूप में शाक्षत यम देव के दर्शन हो जाते 😅😅 ]
विवान सोफे से उठ कर उस वार्ड के खिड़की के पास जाता है और उधर से बाहर का नजारा देखने लगता है इस समय रात का समय था तो बाहर चारो तरफ़ अंधेरा ही फैला हुआ था। विवान उस अंधेरे को देखते हुए कहता है। तुम जो कोई भी हो तुम भी इस अंधेरे की तरह ही वो तुमने मेरी बहन के लाइफ में कदम क्या रखा तुमने तो उसकी लाइफ में ही अंधेरा करने चली थी एफोस तुम वो कर नही पाई । लेकिन तुम चिंता मत करो मैं तुम्हारे साथ ऐसा बिलकुल भी नही करूंगा।
मैं तुम्हें ऐसी सजा दूंगा की तुम मौत की दुआ मांगो गी अपने लिए लेकिन तुम्हें वो भी नही मिलेगा।
तुम दीन रात तड़पोगी मौत के लिए लेकिन मौत को भी तुमपे तरस नही आएगी। आख़िर तुम्हें भी पता चले तुमने किससे पंगा लिया है। और तुम जिंदगी भर याद रखोगी की तुमने ऐसा क्यू किया।
वही दूसरी तरफ मुंबई के होटल में ___
शान इस समय उसी होटल के अपने बुक किए हुऐ रूम में था उसके सामने श्रुति खड़ी थी जो उसे डरते हुए देख रहि थी वो शान से कुछ कहना चाह रही थी लेकिन हिच किचा रहि थी कहने में __
उसे ऐसे देख शान को अब गुस्सा आने लगता है, और वो श्रुति को गुस्से से घूरते हुए अपनी कठोर आवाज में कहता है क्या तुम मुझे कुछ बता ओगी या ऐसे ही बुत बन के खड़े रहने का मन है।
शान की इतनी डरा वनी आवाज सुन कर के श्रुति डर सेएक पल के लिए काप जाती हैं। श्रुति अपने मन में कहती हैं मुझे शान सर को बताना ही होगा इस बारे में अपने डर को साइड कर के। अगर उन्हें इस बारे में कुछ नहीं बताया तो बहुत ही दिक्कत होगी।
श्रुति को अपने ख्यालों में खोया हुआ देख शान और चीड़ जाता है।
शान को इस समय श्रुति से चीड़ भी हो रही थी और उसे उस पर गुस्सा भी बहुत आ रहा था।
श्रूति अपने ख्यालों में अभी खोई हुई ही थी की उसे एक भारी और सख्त आवाज सुनाई देती है जो कह रहा था की क्या मिस श्रूति आप कल का सूरज देखना पसंद नहीं करेंगी क्या आप ये शान की आवक थी जो उसने श्रूति को उसके ख्यालों से बाहर लाने के लिए कहा था ।
उसका कहना सही साबित भी हुआ उसकी आवाज जैसे ही श्रूति के कानो में पड़ी वैसे ही वो अपने ख्यालों से बहार निकल आई थी।
श्रूति शान के सवालों का जवाब देते हुए कहती है नही सर ऐसा नहीं है।
उसका जवाब सुन शान कहता है तो कैसा है मिस श्रूति क्या आप मुझे बताने का कष्ट करेंगी
श्रूति शान के बातो में छिपी वार्निंग को सम झते हुऐ जल्दी से कहती हैं। वो हकलाते हुऐ शान से कहना शुरू करती है ज ज जी सर वो म मे मैं यह बताने अ आ आई थी आप को क की वो स सा साक्षी मिस अ अभी तक यहां होटल में नही आई है ।
श्रूति इतना कह कर अपना सर झुका लेती हैं।
शान श्रूति की बात को सुन कर उसे अपनी डरा वनी आवाज में कहता है तुमने जो अभी अभी कहा है उसे फिर से और सही से कहो तो __
शान की बात सुन कर श्रूति अपना सर ऊपर करती है और अपनी आंखे बंद कर के एक गहरी सांस लेकर जल्दी से कहना शुरू करती हैं __
शान सर वो मैं यह बताने आई थी आप को की वो साक्षी मिस अभी तक यहां होटल में नही आई है।
शान श्रूति की बात सुन कर उसे आश्चर्य से देखता है जैसे उससे पुछना चाह रहा हो तुम्हारे कहने का क्या मतलब है ?
श्रूति शान को देख समझ जाति है की उसे क्या करना है इस लिए वो फिर से कहती हैं सर हमने पता किया है।
जैसा आपने कहा था की उनके रूम में जाके पता करू की वो क्या कर रही है और उन्हें आपके पास आने के लिए कहूं । मैने ऐसा ही किया था मैं रिसेप सन पर गई और वहा खड़ी लडक़ी से मैने मिस के बारे में पुछा तो मुझे पता चला वो अभी तक यहां आई ही नहीं है। और तो और साक्षी मिस ने इस होटल में जो रूम बुक किया था वो अभी भी ऐसे ही है। वो यहां इस होटल के किसी भी कमरे मे नही है।
न हि मिस के नाम की कोई लडक़ी यहां पर है। उस लडक़ी ने हमें बताया। हमे उस लड़की के बातो पर भरोसा नहीं हु आ इसलिए मैने इस होटल के मैनेजर से पूछा और उससे सी सी टीवी फोटोज चेक करने के लिए भी कहा।
वहां भी चेक करने के बाद भी हमे मिस इस होटल में कहीं भी नज़र नही आई।
श्रूति शान को सब कुछ साफ़ साफ़ बता देती हैं। जो भी उसने किया था साक्षी को खोज ने के लिए।
श्रुति की बातो को सुन शान का दिमाग एक पल के लिए सुन हो जाता है। जैसे उसे यकीन ही न हो श्रूति की बातो पर। वो एक बार कन्फर्म करने के लिए श्रूति की ओर देखता है और कुछ इशारा करता है जिसे समझ कर श्रूति तुरंत कहती हैं सर ये बात सच है ।
शान क्या करेगा जब उसे साक्षी के होटल में न होने का पता चलेगा। क्या श्रूति साक्षी के बारे में पता कर पाएगी की वो होटल में न होकर कहा है। विवान क्या करने का सोच रहा है साक्षी के साथ।
अब तक आपने पढ़ा कि ______
श्रुति की बातो को सुन शान का दिमाग एक पल के लिए सुन हो जाता है। जैसे उसे यकीन ही न हो श्रूति की बातो पर। वो एक बार कन्फर्म करने के लिए श्रूति की ओर देखता है और कुछ इशारा करता है जिसे समझ कर श्रूति तुरंत कहती हैं सर ये बात सच है ।
अब आगे ____________
श्रूति के एस सर कहते ही शान उसकी बातो का मतलब समझ जाता है और जैसे ही उसे समझ आता है कि क्या हुआ है , तो शान वही रखे सोफे पर आश्चर्य से बैठ जाता है। और अपनी घबराई हुई आवाज में कहता हैं बच्चा यहां नही है तो वो कहा हो सकती है। वो तो बहुत पहले ही यहां पहुंच गई होगी ना।
बच्चा तो हमसे पहले ही यहां पर आई थी। उसके बाद हम सब लोग यहां आए थे। उस हिसाब से तो अब तक बच्चा को यहां होना ही चाहिए था।
शान को इतना घब राए हुए देख श्रूति शान को सम झाते हुऐ कहती हैं सर हमे अभी मिस को खोजना होगा। अगर वो इस होटल में नही है तो हो सकता है किसी और होटल में हो हमे उनकी जो इन फॉर मेशन मिली थी उस हिसाब से यही होटल था।।
लेकिन ऐसा भी होगा उस इन फॉर मेशन में होटल का नाम गलत लिखा हो हमारे लोगो से कोई गलती हो गई होगी होटल के नाम को ले कर ।
मुझे लगता है हमे यहां के आस पास की जो भी होटल है। वहा से मिस के बारे में पता करना चाहिए। हो सकता है हमे वो मील जाए।
श्रूति की बातो को सुन कर शान उसे कहता है। ठीक है अगर ऐसा है तो तुम बॉडी गार्ड्स को ऑडर दो और उन्हे जल्द से जल्द बच्चा को खोजने के लिए कहो ।
और हा ऋषिका ( ये भी इस कहानी की एक इंस्टर स्टिंग किरदार है इनके बारे में आगे कहानी में जानेंगे अभी के लिए बस इनके बारे में इतना जान लेते हैं की ये एक बहुत बड़ी हैकर है इनका नाम दुनिया के सबसे बड़े और जानें माने हैकरो में से एक है। ) से बात कर के कहो बच्चा का फ़ोन हैक करे और उसकी लो केशन जल्दी से बताए जिससे उसे खोजने में और आसानी हो जायेगी।
शान की बात सुन कर श्रूति बस शान से कहती हैं जी सर मैं अभी ये काम कर देती हू। तब तक आप आराम कीजिए इतना कह श्रूति शान के रूम से बाहर निकल जाती है। और अपनें लिए बुक किए रूम जा के अपना फोन निका लती है और सबसे पहले ऋषिका नाम से सेव एक नंबर पर कॉल लगा देती है । दो तीन रिंग में ही कॉल उठ जाता है। और उधर से एक मीठी सी आवाज आती है हेलो
जिसे सुन श्रूति कहती हैं मिस साक्षी का नंबर हैक करो और जल्दी से उनकी लोकेशन मुझे भेजो जितना जल्दी हो सके उतना।
श्रूति इतना कह बिना उधर से कोई जवाब सुने फोन कट कर देती है । उसके बाद वो एक बॉडी गार्ड को कॉल करती हैं कुछ ही रिंग में फ़ोन उठ जाता है तो श्रूति उस बॉडी गार्ड को ऑडर देते हुए कहती है अपने लोगो को यहां के आस पास जितने भी होटल है । वहा जाकर उन्हें मिस साक्षी के बारे में पता करने के लिए कहो।
मुझे कल सुबह तक इसका रिजल्ट मिल जाना चाहिए। अगर एसा नही हुआ तो तुम सब लोग जानते ही हो आगे तुम्हारे साथ बॉस क्या करेंगे। बाकी के तुम लोग बहुत ही समझ दार हो ।
श्रूति की बातो को सुन कर वो बॉडी गार्ड तुरंत जवाब देते हुए कहता है जी मैम मैं समझ गया मुझे अब क्या करना है। उसकी बात सुन श्रूति गुड कह कर काल दिस कनेक्ट कर देती है।
दुसरी तरफ हॉस्पिटल में__
विवान अभी तक खिड़की के पास ही खडा था। कुछ देर और वैसे ही खडा रहने के बाद विवान उस खिड़की के पास से हट कर के आन्या के बेड के पास आता है । और उस बेड के पास रखे चेयर पर बैठ जाता है।
विवान आन्या के एक हाथ को अपने हाथो मे ले लेता है और दुसरे हाथ से उसके सर को सहलाने लगता है।
और एक तक उसके चहरे को देखने लगता है जो बहुत ही मुरझाया हुआ लग रहा था।
जिसे देख वो कुछ सोचने लगता है।
{ जहां आन्या के चेहरे पर हमेशा एक मुस्कान सजी रहती थी। वही आज उसके चेहरे पर कुछ नहीं था । उसके चेहरे पर हमेशा जो नूर दिखाई देता था जैसे वो आज कही गायब ही हो गया है । जहां आन्या हमेशा हस्ती मुस्कु राती और वो कभी एक जगह पर नही टिकती थी आज वही आन्या एक जगह पर लेटी हुई थी किसी बेजान समान की तरह, और साथ ही साथ उसके चहरे का नूर भी कहीं गुम हो गया था। }
ऐसे ही विवान आन्या के बारे में सोचते सोचते पुरी रात उसके पास बैठे बैठे गुजार देता है।
अगली सुबह ___
विवान अभी भी आन्या के पास उसी चेयर पर वैसे ही बैठा था जिस पोजिशन में वो रात को आन्या के पास बैठा था __
[ उसे देख ऐसा लग रहा था की वो जैसे पुरी रात भर जागा हो और ये उसके लिए पूरी रात जागना कोई आम बात हो , बल्कि ये उस के लिए उसके बाए हाथ का काम हो। और न ही उसे ऐसे एक ही पोजी शन में बैठे रहने से कोई प्रोबलम हो रही हो। उसे देख ऐसा कुछ नहीं लग रहा था । बल्की ऐसा लग रहा था कि जैसे उसके लिए ऐसे एक ही पोजिशन पर बैठना आम बात हो और ये उसकी आदत हो गई हो। इस समय विवान की आंखों में नींद का नामो निशान भी कहीं नज़र नही आ रहा था।
जैसे ही सुबह सूर्य की पहली किरण आन्या के चेहरे पर पड़ती है तो वो कस मसाने लगती है। उसे यू कस मसाते देख विवान की भौए सिकुड़ जाती हैं । और वो गौर से आन्या के चेहरे को देखने लगता है।
कुछ देर ऐसे ही कस मसाने के बाद आन्या अपनी आंखे धीरे धीरे खोलने लगती है। आन्या जब अपनी आंखे खोलती हैं तो अपने सामने इतना उजाला देख वो फिर से अपनी आंखे बंद कर देती हैं फिर कुछ समय बाद अपनी आंखे धीरे धीरे खोलती हैं तो इस बार वो अपनी आंखे बंद नही करती है बल्की खुली ही रखती है।
विवान आन्या के कस मसाते ही वो चेयर से खडा हो जाता है और आन्या को गौर से देखने लगता है।
आन्या होश में आने के बाद अपनी नजरो को चारो तरफ घुमाती है तो वो अपने पास विवान को खड़े देखती हैं । जिसके बाद आन्या विवान को देखते हुए अपनी मरी हुई आवाज में कहती हैं भाई __
बस यही एक शब्द विवान आन्या के मुंह से सुनने के लिए तरस गया था। और आज वो आन्या के मुंह से पूरे तीन दिनों बाद अपने लिए भाई सुन वो क्या मेहसूस कर रहा था सिर्फ वही जान सकता था।
विवान आन्या की आवाज न सून कितना बैचैन हो गया था वहीं जानता था। उसे जब आन्या की हालत का पता चला था , तब से वो अब तक किस हालात में था बस वहीं जान रहा था और ये बाते वो किसी को बता नही पा रहा था। क्युकी उसे अपनी फिलिंग किसी से शेयर करने ही नहीं आती थीऔर न ही उसके चहरे को कोई देख बता सकता था , की वो खुश हैं या उदास है।
विवान को कही खोए हुए देख आन्या फिर अपनी उसी दबी हुई आवाज में कहती है भाई __
विवान आन्या की आवाज सुन अपने होश में आता है, और उसे देखते हुऐ बस हम कहता है___
जिसे सुन आन्या अपने मरी हुई सी आवाज में कहती हैं मेरी पूरी बॉडी में दर्द हो रहा है भाई इतना कहते ही उसके आंखो से आशू आने लगते है
आन्या के चहरे से उसके दर्द का पता चल रहा था की वो इस समय कितने दर्द में है। आन्या का चहरा देख कोई भी बता सकता था कि उसे इस समय असहनीय दर्द हो रहा था।
आन्या की बात सुन और उसके आंखो में आंसु ओ को देख विवान अपना फोन निकाल तुरंत शिवान्य को कॉल लगा देता और शिवान्य जो उसी वार्ड में आन्या के ही पास आ रहा था विवान का कॉल देख वो तुरन्त उठा लेता है। और जैसे ही वो अपने कान से फोन को लगाता है उसे विवान की गुस्से भरी आवाज आती है कहा मर रहे हो तुम जो अभी तक यहां नही आए हो। एक मिनट के अंदर मुझे तुम मेरे सामने चाहिए इतना कह विवान कॉल कट कर देता है।
वही शिवान्य विवान को गुस्से में देख कहता है कही आन्या को तो कुछ नही हुआ है तभी तो वो इतने गुस्से में ये सोचते हुए वो और भी घब राने लगता है इसी के साथ शिवान्य और भी जल्दी जल्दी आन्या के वार्ड में जानें लगता है ।
आन्या के वार्ड में ___
शिवान्य एक मिनट से पहले ही आन्या के पास पहुंच जाता है , उसे वार्ड में देख विवान बिना किसी भाव के उससे कहता है इसे चेक करो और बताओ इसे क्यों अभी भी दर्द हो रहा पूरी बॉडी में।
उसकी बात सुन कर शिवान्य आन्या की तरफ़ देखता है तो पाता है कि आन्या रो रही थी बहुत ही बुरी तरीके से और विवान उसके सर को सहला रहा था। क्युकी शिवान्य जब वार्ड के अंदर आया तो उसने आते ही विवान की तरफ़ देखता है आन्या की तरफ़ नही जिससे उसे पता नहीं चल पाता है की आन्या को होश आ गया है ।
लेकिन विवान की बात सून कर उसका ध्यान आन्या की ओर जाता है जो दर्द में रो रही थी और उसके गले से आवाज भी नही आ रही थी सिर्फ उसके आंखो से लगा तार आंसू गिर रहे थे जिसे देख शिवान्य भी घबरा जाता है एक पल के लिए , लेकिन वो अपने घब राहट को एक साइड कर के जल्दी से आन्या का चेक अप करने लगता है।
कुछ देर चेक अप करने के बाद शिवान्य साइड टेबल से एक इंजेक्शन उठाता है और उसे आन्या के हाथो में लगा देता है। आन्या को जैसे ही इंजेक्शन लगता है वो अपनी आंखे डर से कस कर बंद कर लेती है। क्यु की उसे इंजेक्शन देख कर हमेशा ही डर लगता था लेकिन वो भागती नही थी न ही चिलाती थी
[ क्युकी एक बार वो जब छोटी थी तब ऐसे ही बीमार हो गईं थीं जब उसे डाक्टर इंजेक्शन लगाने जा रहे थे तो वो भागने और चिलाने लगती है उसे ऐसे करते देख विवान उसे अपने पास बुला कर बैठता है और उससे कहता है अगर तुम्हें जल्दी से ठीक होना है तो तुम्हें ये लगवाना होगा नही तो तुम ठीक नही होगी ।
उसकी बात सुन कर मासूम सी आन्या अपनी बच्चो जैसे आवाज में कहती हैं पल भाई इससे दल होता है न ( उसके कहने का मतलब थाकी पर भाई इससे दर्द होता है न ) उसकी बात को सुन कर विवान उसे समझाते हुए कहता है तुम उसे देखना ही मत जब वो तुम्हें लगे तो अपनी आंखे बंद कर लेना और ये सोचना की तुम्हें किसी मच्छर ने काटा हो या काट रहा हो अगर तुम ऐसा सोचोगी तो तुम्हें दर्द भी नही होगा और तुम ठीक भी हो जाओगी। ]
अब तक आपने पढ़ा कि ___________
आन्या अपनी बच्चो जैसे आवाज में कहती हैं पल भाई इससे दल होता है न ( उसके कहने का मतलब थाकी पर भाई इससे दर्द होता है न ) उसकी बात को सुन कर विवान उसे समझाते हुए कहता है तुम उसे देखना ही मत जब वो तुम्हें लगे तो अपनी आंखे बंद कर लेना और ये सोचना की तुम्हें किसी मच्छर ने काटा हो या काट रहा हो अगर तुम ऐसा सोचोगी तो तुम्हें दर्द भी नही होगा और तुम ठीक भी हो जाओगी। ]
अब आगे _________
तब से आन्या यही सोचा करती थी जब भी उसे इंजेक्शन लगता था । और कुछ देर बाद उसका ध्यान भी वहा से हट जाया करता था।
शिवान्य आन्या को दर्द से राहत के लिए एक इंजेक्शंस दे कर एक और इंजेक्शन उठाता है और आन्या के हाथों में लगा देता उसके ऐसा करते ही आन्या एक बार फिर से अपनी आंखे बंद कर के अपना चहरा दूसरे तरफ मोड़ देती है कुछ देर में शिवान्य आन्या के हाथ से वो इंजेक्शन बहार निकलता है तो उसमें आन्या का खून था। जिसे शिवान्य ने आन्या के ब्लड टेस्ट के लिए निकाले थे।
शिवान्य के इंजेक्शन देने के और उसके ब्लड सैंपल लेने के कुछ देर बाद आन्या अपनी आंखे धीरे से खोलती हैं , और अपनी आशू भरी आंखो से शिवान्य की ओर देखती है ।
जिसे देख शिवान्य को लगता है उसे अभी दर्द हो रहा है जिसे सोच कर ही उसके दिल में भी दर्द हो रहा जो उसकी आंखो में भी साफ साफ देखा जा सकता था।लेकिन शिवान्य अपने इमोशन को कंट्रोल करते हुए उसकी आंखो में देखते हुए कहता है अभी कुछ देर में तुम्हारा ये दर्द ठीक हो जाएगा। फिर तुम्हें दर्द नही होगा।
उसकी बात सुन कर आन्या विवान की ओर देखती है जिसे देख विवान आन्या से इशारों में ही पूछता है क्या हुआ अभी भी कहीं दर्द हो रहा है।
विवान के इशारों को समझ आन्या अपना सर ना में हिला देती है । जिसे देख विवान फिर उससे इशारों में ही पूछता है तो फिर क्या हुआ
जिसके जवाब में आन्या अपनी नजरे विवान से हटाके शिवान्य की ओर कर देती है __
फिर उसे घूरते हुए कहती हैं भाई इस डाक्टर ने मेरा खून निकाल लिया और वो भी पूरा एक इंजेक्शन भर के । इस डाक्टर से कहो मेरा खून वापस करे इतना कह वो फिर से रोने लगती है। लेकिन इस बार उसके आंखो से आशु नही आ रहे थे बस उसकी आवाज आ रही थी। और ऐसे ही रोते हुए कहती हैं
इस डाक्टर ने मेरा एक लीटर खून निकाल लिया भाई अब मेरा खून कम हो जायेगा और मैं वीक हो जाऊंगी मैने कितनी मेहनत से अपना खून बनाया था पर इस डाक्टर ने मेरा खून मुझसे दूर कर दिया। फिर अपने चहरे पर कठौर एक्सप्रेशन लाते हुए कहती हैं भाई अगर इस डाक्टर ने मेरा खून बेच दिया तो ये तो अमीर हो जायेगा लेकिन मेरा क्या होगा मैं तो और भी कमजोर हो जाऊंगी न इतना कह वो फिर से रोने लगती है आवाज करते हुए। आ आ आ 😭😭😭
आन्या को ऐसी हरकते करते हुए और उसकी बे फजूल की बाते सून और उसके फनी एक्सप्रेशन देख शिवन्या के होठों पर एक मुस्कुराहट आ जाति है और तो आन्या को ऐसे शिकायत करते हुए देख विवान के होठों पर भी एक न दिखने वाली मुस्कान आ जाती है और चली भी जाती है
क्युकी उसे वहा पर एक हसने की आवाज उसके कानो में जाति है और जैसे ही आन्या के भी कानो में वो हसने की आवाज जाती है तो वो भी रोना बंद कर देती हैं।
उसके बाद दोनो भाई बहन और साथ में शिवान्य भी गुस्से से उस आवज की दिशा में देखता हैं जहां से हसने की आवाज आई थी। तो पाते हैं ,
वहां पर ऋषि खड़ा था जो आन्या से मिलने आ रहा था लेकिन आन्या की ऐसी बातों को सून कर वो गेट पर ही रुक जाता और अपना पेट पकड़े हसने लगता है
इस बात से अनजान की तीन जोड़ी आंखें उसे अभी घूर कर देख रही है जैसे वो उनका कोई दुश्मन हो। ऋषि को जब अपने ऊपर सबकी जलती हुई नजरे महसूस होती हैं
तो वो सामने देखता है तो पाता है सब उसे ही घूर कर देख रहे थे जिसे देख वो ख़ुद को सही करते हुए खडा हो जाता है और कुछ कदम चल कर शिवान्य के पास आता है और उसे देखते हुए मजाकिया लहजे में कहता है ये डाक्टर तेरी इतनी हिम्मत की तूने आन्या राठौर का खून निकाल लिया ,
वो भी अपने फायदे के लिए इतना कह वो फिर से हसने लगता है। फिर अपनी हसी को कोट्रोल कर कहता है शायद डॉक्टर तुम्हे पता नही है आन्या राठौर को सबसे ज्यादा किसी चीज से प्यार है तो वो भी अपने खून से और तुम उसे ही निकाल ले रहे हो । इतना कह वो वही रखे सोफे पर बैठ कर फिर से हसने लगता है ।
शिवान्य बहुत ही बुरी तरह से ऋषि को घूरता है। जैसे वो उसका खून अपनी आंखो से ही कर देगा। उसे यू पागलों की तरह हस्ते हुए देख तीनो ही उसे इग्नोर कर देते है।
जिसके बाद विवान आन्या को देखते हुए कहता है तुम आराम करो। मैं शाम को तुमसे आके मिलता हु ।
अगर कोइ भी प्रोबलम हो तो शिवान्य को बता देना । इतना कह वो ऋषि की तरफ़ देखता है जो अभी भी हस रहा था । उसे देख विवान चिड़ते हुए कहता है तीस मिनट के अंदर तुम ऑफिस में होने चाहिए इतना कह वो उसे एक डेंजर लुक दे वहा से निकल जाता है । जिसे देख अब आन्या हस्ते हुए उसे देख रहि थी जैसे उसे चिड़ा ते हुऐ कह रहि हो अभी तो आपको बहुत हसी आ रही थी अब क्या हुआ।
जिसे समझ कर ऋषि आन्या को घूरते हुए कहता है तुम्हारा ये जल्लाद भाई पागल हो गया है क्या यहां से ऑफिस का रास्ता दो घंटे का नहीं है मैं वहा इतनी हल्दी कैसे जा सकता हूं।
उसे परेशान होते देख अब शिवान्य के होठों पर मुस्कान आ जाति है और वो उसे वैसे ही बनाए हुए कहता है वैसे ही तुम जा सकते हो जैसे कुछ देर पहले तुम्हारी ये लंबी सी जुबान चल रही थी।
शिवान्य की बाते सून ऋषि उसे घूरते हुए अपना पैर पटकते हुए उस वॉर्ड से निकल जाता है। उसे ऐसे जाते देख आन्या जोर जोर से हसने लगती है । जिसे देख शिवान्य के होठों पर मुस्कान आ जाति है लेकिन तुरंत चली भी जाती है क्यू की आन्या जैसे ही जोर जोर से हंसा शुरू करती है वैसे ही उसे दर्द होना शुरू हो जाता है और दर्द से चीख निकल जाती है ___आह भाई___
उसकी चिख सून कर शिवान्य जल्दी से आन्या की ओर झुकता है और उसे संभालने लगता है कुछ समय में आन्या नॉर्मल हो गई तो शिवान्य झुक कर आन्या के माथे पर एक लाइट किस कर देता है।
फिर अपनी आंखो में नमी लिए उसके हाथो को पकड़ कर कहता है तुमने तो मुझे डरा ही दिया था। तुम्हे पता है अगर तुम्हे कुछ हो जाता तो मेरा क्या होता ।
उसकी बात सुन आन्या मासूमियत से अपना सर न में हिलाते हुए कहती हैं हमे कैसा पता चलता हमे तो कुछ हो जाता तो ।
उसके ऐसे जवाब को सून शिवान्य के आंखो में जहां नमी थी अब उसमें भर पूर प्यार दिखाईं दे रहा था आन्या के लिए और उसके होठों पर एक मुस्कुराहट सज गई थी । उसे ऐसे देख आन्या सवाल करती है आपने नही बताया आपको क्या हो जाता डाक्टर ( डाक्टर शब्द पर थोड़ा जोर देते हुए )
उसके मुंह से अपने लिए डाक्टर सून सिवान्य आन्या को घूरते हुए कहता है तुम्हे मै कब से देख रहा हूं मुझे डाक्टर डाक्टर बोली जा रही हो। मैं डाक्टर हु तब तक जब तक मैं इलाज करता हूं उसके बाद नही समझी तुम।
उसकी बात सुन आन्या मासूमियत से उसकी आंखो मे देखते हुए कहती हैं पर आप तो अभी हमारा इलाज कर रहे हैं न इसलिए तो आपने ये कोट पहन रखी है और ये अपने गले में भी लटका रखा है तो डाक्टर ही हुए न आप तो आपको डाक्टर ही न कहूंगी ऊपर से मेरा खून भी ले लिया ।
उसकी ऐसी बातें सुन शिवान्य कहता है तुम्हारा कुछ नही हो सकता है अगर एसा है तो मैं ये कोट और ये स्टेथोस्कोप भी उतार देता हूं फिर तो नही लगूंगा न डाक्टर। इतना कह वो अपना कोट और स्टेथोस्कोप निकाल कर साइड में रख देता है।
फिर आन्या की तरफ़ देखते हुए कहता है अब मैं डाक्टर नही हु समझी तुम मै तुम्हारा होने वाला हस्पबैंड हु। उसकी बात सुन कर आन्या अपना चहेरा झुका लेती है । और ऐसे ही कहती हैं पर मैं तो ऐसे ही कह रहि थी।
उसकी बातो को सुन शिवान्य कहता है तुम जानती हो न मुझे तुम्हारे मुंह से डाक्टर सुनना बिलकुल भी नहीं पसंद है तुम मुझे सिर्फ़ वही बुलाया करो जो तुम बुलाती हो और जो मुझे सुनना पसंद है ।
उसकी बात सुन कर आन्या अपना सर हा में हिला देती है। जिसे देख शिवान्य कहता है अब तुमने गलती की है तो उसकी सजा भी बनती हैं । और तुम्हारी सजा ये है कि उसने इतना ही कहा था तब तक उसकी बातो को सुन आन्या तपाक से कहती हैं पर मैने तो कुछ भी नहीं किया लेकिन आन्या के शब्द उसके के गले में ही रह जाते है क्योंकि शिवान्य आन्या के होठों पर अपना होठ रख देता है और उसे किस करने लगता है ।
उसने अब तक कैसे अपने इमोशन को संभाले हुए रखा था ये तो वही जनता था लेकिन उससे अब और कंट्रोल नही हुआ और उसने आन्या को किस करना स्टार्ट कर दिया। लेकिन आन्या बस उसके किस को महसूस कर रही थी उसे किस बैक नही कर रही थी क्योंकि उसने आज तक कभी भी उसे खुद आगे बड़ कर किस नही किया था।
शिवान्य इस किस के जरिए अपने बैचने दिल को शांत कर रहा था । जिसे उसने तीन दिन से बैचन किए हुऐ था। कुछ देर बाद शिवान्य आन्या के हालत का ख्याल करते हुए उससे दूर हो जाता है जिससे आन्या लंबी लंबी सांसे लेने लगती है । उसे इस तरह देख शिवान्य कहता है तुम्हे देख कर लग रहा है जैसे मैने नही तुमने मुझे किस किया हो ,
उसकी बात सुन आन्या सरमा कर अपना चेहरा झुका लेती है जिसे देख शिवान्य उसे छेड़ते हुए आगे कहता है जहा तक मुझे याद है तुमने आज तक ख़ुद मुझे कभी किस नही किया है मैं ही हमेशा करता हूं अगर ऐसा ही रहा तो मुझे तो आगे और भी मेहनत करनी होगी। क्युकी सब कुछ तो मुझे ही करना होगा तुम तो न आगे बड़ती हो न ही मेरा साथ देती हो । उसकी बिसर्मी भरी बाते सून आन्या अपनी आंखे बंद करते हुए कहती हैं शिव आप मुझे ऐसे नही चिड़ा सकते हैं।
लेकिन शिवान्य को शिव के आगे कोई और बात ही नहीं सुनाई देती है वो तो आन्या के मुंह से शिव सुन कर ही जम गया था उसे ये सुन कर इतनी खुशी हो रही थी की वो वही जानता था बस
वो आन्या को सरगोसी से देखते हुए कहता है एक बार और बोलो जान जो तुमने अभी कहा उसकी बात सुन कर आन्या फिर से कहती शिव आप मुझे ऐसे नही चिड़ा सकते हैं।
उसकी बात सुन कर शिवान्य फिर उससे कहता है वो सब नही जान सबसे पहले जो कहा बस वही कहो बस
उसकी बातो को समझ कर आन्या बहुत धीरे से कहती शिव शिवान्य कहता है फिर से आन्या फिर से शिव बोलती है ऐसे ही न जानें कितनी बार शिवान्य आन्या के मुंह से अपने लिए शिव सुनता है
( क्युकी उसे आन्या के मुंह से अपने लिए शिव सुनना इतना पसंद था की उसके आगे उसे अपना पूरा नाम ही बेकार लगता था लेकिन वो ये सोच कर खुश हो जाता था की अच्छा हुआ उसका नाम ऐसा है तभी तो आन्या उसे शिव बुलाती है क्युकी बचपन में आन्या शिवान्य का पूरा नाम नही बोल पाती थी इसलिए वो उसे बस शिव ही बुलाती थी और शिवान्य को भी उसके मुंह से शिव सुनना अपने लिए बहुत ही अछा लगता था। )
आन्या बोल कर जब थक जाति है तो कहती हैं मेरे गले में अब दर्द होने लगा है । जिसे सून शिवान्य उसे प्यार से देखते हुए कहता है अच्छा ठीक है अब तुम आराम करो मैं यही सोफे पर बैठा हूं इतना कह वो आन्या के माथे और हाथों पर लाइट किस कर उठ जाता है जिसे देख आन्या भी अपनी आंखें बंद कर लेती है।
वही दूसरी तरफ विवान के फॉम हाउस पर कुछ ऐसा नजारा था ____
विवान हॉस्पिटल से निकल कर सीधे अपने फॉम हाउस पर जाता है , फॉम हाउस पर पहुंच कर वो सीधे उसी रूम में जाता है जहा पर उसने साक्षी को बंद कर के रखा था। जब वो उस रूम के पास पहुंचता है तो गेट पर ही उसे वो बॉडी गार्ड नजर आता है, जिसे उसने वहा पर साक्षी की निगरानी के लिए रखा था। विवान को देख वो बॉडी गार्ड जल्दी से उस रूम का दरवाजा खोल देता है जिसके बाद विवान उस रूम के अंदर चला जाता है। और सामने देखता है तो पाता है की __
साक्षी इस समय नीचे जमीन पर लेटी हुई थी लेकिन उसके हाथ पैर अभी भी बांधे हुए थे पर इस बार वो होश में थी और उसे ही अपनी आंसु भरी आंखों से देख रही थी। वो ऐसा इसलिए था की साक्षी जब दरवाजा खुलने की आवाज सुनती है तो वह भी अपना सर ऊपर कर के उसी तरफ देखती है तो पाती है विवान अन्दर आ रहा था।
विवान जैसे ही साक्षी के थोड़ा पास आता है तो उसकी हालत देख कर उसके दिल में अचानक से एक अनकहा दर्द होता है जिसे वो भी मेहसूस करता है ।।
आख़िर विवान ने साक्षी को किस हालात में देखा जिसे मेहसूस कर उसे भी अपने दिल में दर्द हुआ। और साक्षी की हालत ऐसे कैसे हो गई।
ये सब जानने के लिए पड़ते रहिए मेरी इस कहानी को