Novel Cover Image

"Her journey of Rebirth'

User Avatar

zoe Hunter

Comments

6

Views

720

Ratings

5

Read Now

Description

एलिशा मलिक ने अपनी जिंदगी में सबसे बड़ा दर्द तब सहा जब उसकी ही सौतेली बहन तनुजा और मंगेतर अर्जुन ने उसे मौत के घाट उतार दिया। प्यार में अंधी एलिशा को नहीं पता था कि उसकी बहन ने उसके खिलाफ एक गहरी साजिश रची थी, जहाँ उसकी ज़िंदगी का हर सुख छीन लिया गया...

Total Chapters (4)

Page 1 of 1

  • 1. "Her journey of Rebirth' - Chapter 1

    Words: 1256

    Estimated Reading Time: 8 min

    उपनगरों में एक झोपड़ी के अंदर, सफ़ेद वर्दी में कई डॉक्टर जमीन पर एक विकृत लड़की का इलाज कर रहे थे। उसके सड़ते शरीर के चारों ओर मक्खियाँ और कीड़े-मकोड़े खुलेआम घूम रहे थे।

    दो साल से ज़्यादा दर्द के बाद, एलिशा मलिक की नसें लंबे समय से सुन्न हो गई थीं।

    एक मोटी मेडुलरी बायोप्सी सुई ने दया के बिना उसकी नसों को छेद दिया था।

    एलिशा ने अपने निचले होंठ को कस कर काटा और उसके शरीर से खून को एक दिशा में बहने दिया था, जब तक कि उसका शरीर ठंडा न हो गया।

    खून लेने के बाद, डॉक्टर उदासीनता से चले गए।


    "तनुजा, हमारी शादी की रात... तुम मुझे इस बुरी जगह पर क्यों लायी हो?"

    अर्जुन ने फर्श पर पड़ी बदबूदार महिला पर एक घृणित नज़र डाली। घर में भयानक बदबू आ रही थी।

    आवाज़ सुनकर एलिशा का दिल काँप उठा और उसकी खून से लथपथ आँखें उस आदमी को घूर रही थीं, जिसे वो बरसों से प्यार करती थी!

    एलिशा आखिरी उम्मीद के साथ उसकी ओर रेंगती रही।

    लेकिन अर्जुन ने बेरहमी से उसके पेट में लात मारी, जिससे एलिशा दीवार से टकरा गई और तुरंत एक कौर खून निकल गया।

    अर्जुन ने घृणा से मुँह फेर लिया।
    "Slutty, बेशर्म bitch! तुम क्या चाहती हो? अगर तनुजा को थैलेसीमिया नहीं होता और उसे और तुम्हारा रेयर ब्लड का इस्तेमाल उसके जीवन को लंबा करने में नहीं किया जाता, तो मैं तुम्हारे धोखे के लिए तुम्हें मार देता।"

    धोखा?

    तनुजा पूरे दिल से अर्जुन से प्यार करती है। वो उसे कैसे धोखा दे सकती है?

    एलिशा उसे कहना चाहती थी कि यह सो कॉल्ड विश्वासघात, धोखा, तनुजा ने सेट अप किया था।

    एक महंगी और गॉर्जियस वेडिंग ड्रेस में तनुजा धीरे-धीरे एलिशा के सामने बैठ गई।

    उसके नाखूनों को लाल रंग की नेल पॉलिश से रंगा हुआ था, और उसने एलिशा की ठुड्डी को कसकर पकड़ा और एक चमकदार मुस्कान बिखेर दी।
    "बहन, देखो मेरे ऊपर ड्रेस कितनी गॉर्जियस और चमकदार है। और मेरे सोने के गहने देखो। तुम्हें पता है? अर्जुन ने मेरे लिए उन पर 10 करोड़ खर्च किए।"

    "तुम..." एलिशा इतनी गुस्से में थी कि उसने अचानक से कुछ और कौर खून बहा दिया।

    "ओह, मैं लगभग भूल गई थी, अब तुम अंधी हो। तुम नहीं देख सकती इसलिए मैं तुम्हें सब क्लियर कर देती हूँ... क्या तुम्हें याद है जब तुम मलिक परिवार में आई थी... तो तुमने अपनी वर्जिनिटी खो दी थी और तुम्हारे नेकेड फ़ोटो एक्सपोज़ हो गए थे। यह सब मेरा आईडिया था।

    तुम्हें मलिक परिवार से निकाल कर ही मैं सबकी आँखों का तारा बन सकती हूँ। अब मैं परिवार का heir हूँ, उस फ़्यूचर को एन्जॉय कर रही हूँ जो असल में तुम्हारा था!"

    तनुजा ने एलिशा की ओर देखा, जो शालीनता और दंभ से भरी हुई थी।

    एलिशा गरज रही थी; उसका धुँधला चेहरा भयानक रूप से पीला था, और उसका शरीर हिंसक रूप से काँप रहा था।

    उसका भयानक चेहरा भूत से अलग नहीं दिख रहा था। तभी, अर्जुन ने पूछा, "तनुजा, तुम ऐसे लोगों को कैसे पनिश करना चाहती हो?"

    तनुजा ने एक नेक मुस्कान बिखेरते हुए कहा, "मैं उसकी हड्डियों को टुकड़ों में तोड़ते देखना चाहती हूँ और फिर शार्क को खिलाने के लिए उसे समुन्द्र में फेंकते हुए देखना चाहती हूँ।"

    "यह पूरी तरह से तुम पर डिपेंड है।" अर्जुन ने तनुजा की ओर एक डॉटिंग एक्सप्रेशन के साथ देखा।

    तनुजा ने अपनी उंगलियाँ काटते हुए ऑर्डर दिया, "कोई इस लड़की की हड्डियों को तोड़ने के लिए आगे आओ और फिर पानी में फेंक कर इसे मछलियों को खिला दो।"

    अचानक, तनुजा की मुस्कान एक सेकंड के लिए रुक गई, और फिर वो सार्कैस्टिक टोन में जारी रही, "शायद बहन का मांस खाने के बाद, वे मछलियाँ सुंदर और मज़बूत हो जाएँगी। कम से कम यह तो अच्छी बात है।"

    एलिशा की असिस्टेंट, कामिनी, हाथ में आयरन बार लिए उसके सामने आ गई।

    उसकी मुस्कान नागिन सी थी।
    "मिस एलिशा, आई होप कि आप दर्द को एन्जॉय करेंगी।"

    इसके साथ ही उसके चेहरे के एक्सप्रेशन तेज़ी से बदल गए और वह शातिर और जहरीली हो गई। उसने आयरन बार से एलिशा की हड्डियों पर वार किया। पल भर में हर तरफ़ खून के छींटे पड़े। दर्द चुभने वाला और दिल तोड़ने वाला था।

    एलिशा दहशत में चिल्लाई और चकमा देने की पूरी कोशिश की, लेकिन उसके पास कोई ताकत नहीं थी।

    उसके चेहरे पर सदमा और उदासी छा गई, और उसकी आइब्रो नफ़रत से लदी हुई थीं।

    अर्जुन कितना बेरहम है!

    तनुजा कितनी ईविल है!

    अगर उसे फिर से जीवन मिलता है, तो वो इन जानवरों को अपने हाथों से मार देगी!

    किसी ने यह नहीं देखा कि एलिशा का खून उसकी गर्दन के साथ नीचे... उसके गले में जड़े ताबीज़ में रिस गया, और एक चाँदी की चमक टिमटिमा रही थी।


    एक आलीशान होटल सुइट के अंदर, एलिशा की आँखें खुलीं और घंटों पहले की यादें उसके पास वापस आ गईं।

    कल रात उसने वाइन पी थी, जिसे तनुजा ने उसे दी थी और उसके लिए एक रूम की भी अरेंजमेंट की थी, वो जाग गई। इसने एलिशा को हैरान कर दिया कि वो उस रात वापस आ गई थी जब उसने छह साल पहले अपनी वर्जिनिटी खो दी थी।

    तनुजा ने अकेले उसे कमरे में छोड़ दिया था... जब उसे एहसास हुआ था कि उसने एक अजनबी आदमी के साथ रात बितायी थी तो वो तुरंत वहाँ से भाग गई थी।

    एलिशा ने कवर उठाया और बाथरूम में चली गई, जहाँ मिरर ने उसके सुंदर चेहरे को रिफ्लेक्ट किया।

    उसने मुड़कर शॉवर खोला... गर्म पानी ने उसके चेहरे के मेकअप को धो दिया, जिससे उसकी सुंदर फ़ीचर दिखाई दिए।

    अपने पिछले जीवन में, वो उस डिगस्टिंग कपल से अंधी हो गई थी।

    सौभाग्य से, उसका पुनर्जन्म हुआ है!

    "तनुजा मलिक! अर्जुन मेहता!"

    एलिशा की शानदार आँखों में ठंडक की लहर दौड़ गई और उसने अपना सिर थोड़ा ऊँचा रखा।

    "मैं तुम्हें हर चीज का भुगतान करूँगी जो तुमने मुझे थोड़ा-थोड़ा करके दिया था!"

    फिर, एलिशा ने बाथरोब पहना और बाथरूम से बाहर निकल गई।

    जैसे ही वो बाथरूम से बाहर निकली, उसने कमरे का दरवाज़ा खुला सुना। सूट पैंट में लिपटे लंबे पैरों वाला एक आदमी धीरे-धीरे उसकी ओर बढ़ा।

    एलिशा की आँखें ऊपर की ओर उठीं, और जब उसने उस आदमी का सुंदर चेहरा देखा, तो वो जम गई।

    आदमी ने अपना बैग सोफ़े पर रखा और हल्के टोन में कहा, "अच्छी तरह से नींद आयी?"

    एलिशा चुप रही और उसे गौर से देखने लगी।

    "पिछली रात के लिए आई एम सॉरी, लेकिन तुम्हें जितने पैसे चाहिए मैं तुम्हें दे सकता हूँ।"

    वो एक बेनेफ़ैक्टर की तरह लग रहा था जो एक ब्रॉथेल में एक रात के पैसे खर्च करके आया है।

    एलिशा के चेहरे के एक्सप्रेशन ठंडे हो गए। वो इसे अपना अपमान समझ रही थी।

    उसने अंदर से उपहास किया, फिर सार्कैस्टिक ढंग से कहा, "क्या होगा अगर मैं चाहती हूँ कि तुम मेरी जिम्मेदारी लो?" वो एक सेकंड के लिए रुकी, फिर सख्ती से जारी रही, "आखिर कल रात तुमने मेरे साथ जो किया वो रेप माना जा सकता है, और मैं विक्टिम हूँ। लेकिन अगर हम सगाई कर लेते हैं, तो यह एक दूसरी कहानी बन जाएगी।"

    अशेर रैना ने लड़की को एक नज़र दी, फिर एक हल्की-सी हँसी आने दी।
    "आखिर क्या अशेर रैना करेगा सगाई के लिए हाँ और आखिर क्यूँ एलिशा ने दिया है अंजान इंसान को शादी का ऑफर? जाने के लिए पढ़िये अगला पार्ट...!"

  • 2. "Her journey of Rebirth' - Chapter 2

    Words: 1270

    Estimated Reading Time: 8 min

    तुम वही थी जो कल रात मेरे कमरे में घुसी और मुझ पर कूद पड़ी। "टेक्नीकली कहूँ तो मैं विक्टिम हूँ।"

    "शट अप!" एलीशा ने लाल हो चुके चेहरे से उसकी ओर देखा। हालाँकि उसे कल रात नशा दिया गया था, उसकी यादों ने उसे बताया कि उसने ही पहल की थी।

    अशेर ने अपनी आँखें मूँद लीं, और उसके शरीर से एक ठंडक का कंपन निकल रहा था।

    देखते ही देखते एलीशा दंग रह गई। जब उसने सोचा कि वह आदमी उस पर हमला करने जा रहा है, तभी दरवाजे पर दस्तक हुई।

    उस आदमी ने उसे ठिठुरते हुए देखा और दरवाजा खोलने के लिए मुड़ा।

    जैसे ही ठंडा, बर्फीला खिंचाव गायब हुआ, एलीशा का कठोर शरीर शिथिल हो गया, और उसके अंग शिथिल हो गए। वह इतने डरावने आदमी से पहले कभी नहीं मिली थी।

    जिसने दरवाजा खटखटाया वह सूट पहने एक आदमी था। एलीशा को पता नहीं था कि उसने क्या कहा, लेकिन उसने देखा कि अशेर ने उसे मुड़कर देखा और फिर दरवाजा बंद कर दिया। उसने कहा, "मैं काम पर जा रहा हूँ।"

    उसने अपनी ठुड्डी को लिविंग रूम में सोफे पर बैग की ओर इशारा करते हुए कहा, "यही वो कपड़े हैं जो मैंने तुम्हारे लिए खरीदे हैं।"

    "ये रहा मेरा बिज़नेस कार्ड। मैं तुम्हें इसके बारे में सोचने के लिए तीन दिन का समय दूँगा। जब तुम तैयार हों तो मुझे कॉल कर देना!" उसने अपनी पतली उँगलियों से कार्ड को पिन करते हुए महिला को थमा दिया।

    उस आदमी के जाने के बाद, एलीशा ने गोल्ड ट्रिम कार्ड उठाया और लापरवाही से उसे देखा। "अशेर रैना।"

    उसने उस आदमी का नाम धीरे से पढ़ा और किसी तरह महसूस किया कि यह जाना-पहचाना लग रहा है।

    उसकी आँखों में अचानक एक चाँदी की चमक चमक उठी।

    पिछले जन्म में तनुजा द्वारा एलीशा को बहुत बार गलत ठहराया गया था। अंत में उसके दादा-दादी ने सहन नहीं किया।

    वृद्ध दम्पत्ति एलीशा से इतने नाराज़ थे कि उन्हें शक था कि वह मलिक परिवार की संतान नहीं है और उस पर फिर से पेटेरनिटी टेस्ट के लिए अस्पताल जाने के लिए दबाव डाला।

    पेटेरनिटी टेस्ट के बाद, वह निराश होकर अस्पताल के एक शांत कोने में बैठ गई। उसी समय, उसने एक बातचीत सुनी।

    बातचीत में जिस नाम का जिक्र किया गया, उसका नाम अशेर रैना था, जिसे मौत के घाट उतार दिया गया था।

    गोल्डन सिटी के अस्पताल भी उसकी मौत के कारणों का पता नहीं लगा सके।

    एलीशा की आँखें सदमे से फैल गईं।

    क्या यह अशेर वही आदमी है जिसने उसके साथ रात बिताई थी?

    अशेर के दिमाग में, अशेर कैपिटल सिटी के टॉप परिवार से है और उसे मिस्टर रैना कहा जाता है।

    उसके ग्रैंडफादर जानी-पहचानी हस्ती हैं, और वह खुद वर्ल्ड लेवल पर सफल बिज़नेसमैन है और तरह-तरह की इंडस्ट्रीज़ में शामिल है।

    एलीशा ने अपनी आँखें बंद कर लीं और पिछले जन्म में अस्पताल में सुनी गई बातचीत को याद करने की पूरी कोशिश की।

    हालाँकि, जब तक उसने अपनी आँखें बंद कीं, उसकी पिछली दुखद मौत की तस्वीरें उसके दिमाग में खून के धुंध के बादल की तरह कौंध गईं।

    वह अपने शरीर को खट्टे गाढ़े और खूनी सूप की बाल्टी की तरह फटते हुए देख सकती थी।

    उसकी आँखें खुल गईं, उसकी साँसें असमान थीं, और उसके हाथों ने उसकी छाती को कसकर ढँक दिया।

    उसकी क्लियर, चमकीली आँखों में उदासी छा गई थी, और डार्क होस्टिलिटी उसके शरीर में छा गई थी।

    सुपरहैवी होस्टिलिटी मान का पता चला।

    "होस्ट टेस्टिंग।"

    "सिस्टम बाइंडिंग।"

    "बाइंडिंग सफल रही।"

    बधाई हो.. होस्ट को चाओटिक कॉन्टिनेंट गॉड ऑफ़ सिस्टम के साथ बॉन्ड किया है। आज से, आप चाओटिक कॉन्टिनेंट गॉड ऑफ़ मेडिसिन सिस्टम के 1001वें सक्सेसर हैं। होस्ट को आपके शरीर के भीतर होस्टिलिटी से मरने से रोकने के लिए। आपको इस नश्वर दुनिया में साधारण लोगों की मदद करने, होस्टिलिटी को दूर करने के लिए ट्रेडिशनल मेडिसिन और हेवन-अर्थ फॉर्मूला की हैंडबुक दी गई है।

    एलीशा के भीतर की होस्टिलिटी एक सेकंड के लिए रुक गई। जैसे ही मैकेनिकल साउंड गिरी, एक जेड ताबीज की इमेज अचानक उसके दिमाग में आ गई।

    उसने अविश्वसनीय रूप से अपनी आँखें चौड़ी कीं, जल्दी से अपनी गर्दन पर जेड ताबीज को छुआ, फिर पाया कि वह जेड ताबीज जो उसने बचपन से पहना था वह गायब हो गया है।

    इनफार्मेशन की एक विशाल धारा ने उसके सिर को भर दिया।

    एन्सिएंट मार्शल स्पेल, रहस्यमय एक्यूपंक्चर, कल्टीवेशन तकनीक, आदि लगातार उसके सिर में डाले जा रहे थे।

    "क्या मैं सपना देख रही हूँ? यह एक सपना होना चाहिए।" एलीशा बुदबुदाई। आँखें बंद करते ही वह चौंक गई।

    हैंडबुक ऑफ़ ट्रेडिशनल मेडिसिन और हेवन-अर्थ फॉर्मूला स्पष्ट रूप से उसके दिमाग में थे।

    "यह सपना बहुत रियल है।" अगर उसका पुनर्जन्म वास्तव में हुआ होता, तो कुछ भी फैंटास्टिक हो सकता था। एलीशा ने खुद को ऐसा बताया।

    उसने इमॉर्टेलिटी कल्टीवेशन फॉर्मूला खोला और उस पर मेथड के अकॉर्डिंग प्रैक्टिस की।

    वह बस इसे आजमाना चाहती थी।

    आधे घंटे बाद, उसने झटके से अपनी आँखें खोलीं। वह अपने निचले पेट में महसूस कर सकती थी कि एक गर्म धारा निकली और उसके अंगों और हड्डियों में तैर गई।

    यह जहाँ भी गुज़री, एक तेज दर्द का कारण बनी।

    अगले ही पल एलीशा के दिमाग में एक मैसेज आया।

    नाम: एलीशा मलिक

    स्टेटस: उसके शरीर में नशीली दवाएँ हैं, दाहिने कंधे में चोट है।

    रीज़न: दाहिना कंधा भागने की वजह से दीवार से टकराया। चोट का इलाज करें या नहीं?

    यह सुनकर एलीशा जम गई और अवचेतन रूप से चोटों को ठीक करने के लिए तैयार हो गई। फिर, जेड ताबीज तेज़ी से घूमा, और एक चाँदी की चमक एलीशा के शरीर में एंटर कर गई।

    "पॉप पॉप!"

    फिर, एलीशा के शरीर में अबनॉर्मल चेंजेज़ होने लगे। उसके शरीर में एक गर्म धारा बही, और उसके दाहिने कंधे की हड्डियाँ टूट गईं।

    एलीशा को लगा कि उसकी सारी सेल्स उसके पूरे शरीर में दौड़ रही हैं। वह काँप उठी, फिर उसके दाहिने कंधे का दर्द गायब हो गया, और उसकी नींद और आलस्य चला गया। वह पूरी तरह से तरोताजा थी।

    उसी समय, जेड ताबीज पर चाँदी की रोशनी बहुत मंद हो गई।

    एलीशा ने अपना कंधा हिलाया और अविश्वास में खुद से कहा, "यह क्या चमत्कार है!"

    एलीशा एक्साइटेड हो गई। यह पहले से ही एक आशीर्वाद था कि उसका पुनर्जन्म हुआ। उसने ऐसे तोहफ़े की कभी उम्मीद नहीं की थी।

    उसने अपने उबलते सिर को शांत करने के लिए एक गहरी साँस ली और बिज़नेस कार्ड अपने हाथ में रख लिया।

    अगर उसमें एबिलिटी है तो उसे अशेर की जान बचाने में कोई आपत्ति नहीं थी।

    एलीशा ने खुद को संभाला, जल्दी से अपने कपड़े बदले, मिनरल वाटर की एक बोतल खोली और कमरे से बाहर निकलते हुए उसे पी लिया।

    वह लिफ्ट से बाहर निकली और अनएक्सपेक्टेडली तनुजा को होटल की लॉबी में देखा।

    तनुजा भी एलीशा को देखकर चौंक गई। "कल रात तुम कहाँ थी? मैंने तुम्हारे लिए जो कमरा तैयार किया था, उसे तुमने क्यों छोड़ दिया?"

    तनुजा ने कल रात एलीशा को एफ़्रोड़िसिअस वाइन का एक गिलास पीने के लिए कहा था, उसे एक होटल का कमरा दिलवाया, और उसके शरीर पर कब्ज़ा करने और उसकी नग्न तस्वीरें लेने के लिए एक आदमी की अरेंजमेंट की। हालाँकि, एलीशा बिना किसी निशान के अचानक गायब हो गई।

    "आखिर अशेर रैना को है कौन सी बीमारी जिसके कारण हो गई थी उसकी मौत और अचानक कैसे एलीशा पहुँच गई अशेर रैना के बिस्तर पर? जाने के लिए पढ़िये अगला पार्ट..!"

  • 3. "Her journey of Rebirth' - Chapter 3

    Words: 1248

    Estimated Reading Time: 8 min

    एलीशा ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "अगर मैं नहीं जाती, तो उस आदमी द्वारा मेरा बलात्कार किया जाता, जिसे तुमने अरेंज किया था और मेरी नग्न फोटोज ली जातीं.. क्या मैं सही हूँ?"

    "मुझे नहीं पता कि तुम किस बारे में बात कर रही हो।" तनुजा अचानक एलीशा के पास गई और फुसफुसाई, "लेकिन मुझे पता है कि जिस आदमी से तुम प्यार करती हो वह सच में मुझसे प्यार करता है..."

    इतना कहने के साथ ही तनुजा के चेहरे के भाव अचानक बदल गए, और वह अपनी आँखों में एक कोमल, असहाय नज़र लिए एलीशा के बाजू तक पहुँची।

    "एलीशा, कल रात मेरी गलती थी।"

    "छूना नहीं मुझे!" एलीशा को उसके स्पर्श से घृणा हुई और उसने तनुजा को रुकने के लिए अपना हाथ बढ़ाया।

    हालाँकि, तनुजा अचानक चहलपहल करने लगी और फिर फर्श पर लड़खड़ाकर गिर पड़ी।

    "आउच...दर्द हो रहा है।"

    "एलीशा, तुम क्या कर रही हो?"

    इस समय एलीशा के पीछे एक उदास आदमी की आवाज़ सुनाई दी।

    एलीशा ने एक मजबूत, सुंदर आदमी को देखने के लिए अपना सिर घुमाया। बाथरूम की दिशा से आते हुए, वह आदमी अपनी आँखों में उसे घृणा से घूरने लगा। फिर, उसने एलीशा को एक तरफ़ धक्का दे दिया।

    एलीशा ने दो कदम ठोकर खाई और खुद को संभाला।

    जिस व्यक्ति ने उसे धक्का दिया था, वह पिछले जन्म में उसका मंगेतर अर्जुन था।

    एलीशा मूल रूप से एक अमीर परिवार की बेटी थी। उसके जन्म के कुछ समय पहले ही, वह अपने दुश्मनों के बदले की कार्रवाई का शिकार हो गई थी।

    अठारह साल से वह लापता थी। तनुजा ने उसकी जगह ले ली और एलीशा की सारी संपत्ति का आनंद उठाया।

    एलीशा की खोज मलिक परिवार ने तब की थी जब वह अठारह वर्ष की थी। उसी वर्ष, उसे अर्जुन से पहली नजर में प्यार हो गया था।

    उसने बाद में अर्जुन से शादी करने का फैसला किया क्योंकि वह उसे चाहती थी, लेकिन अर्जुन ने उस धन और संपर्क का फायदा उठाया जो एलीशा की माँ ने उसे छोड़कर गया था।

    हालाँकि, अर्जुन शुरू से ही तनुजा से प्यार करता था और उसने केवल एलीशा से सगाई की ताकि वह एलीशा का इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए कर सके।

    सफल होने के बाद, उसने न केवल एलीशा को छोड़ा बल्कि उसे बेरहमी से मार भी डाला।

    एलीशा ने अपने सामने के दृश्य को ठंडी आँखों से देखा और महसूस किया कि वह पिछले जन्म में कितनी मूर्ख थी।

    "अर्जुन, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।"

    अर्जुन की आँखों में पीड़ा छा गई थी। उसने तनुजा को उठाने में मदद की और उसे अपनी बाहों में पकड़ लिया।

    फिर उसने एलीशा से ठंडेपन से कहा, "मैं जानता था कि तुम अनपढ़ और असभ्य हो, लेकिन तुमसे इतनी बेरहम होने की उम्मीद नहीं थी।"

    एलीशा ने अर्जुन के उदास चेहरे को देखने के लिए अपना सिर उठाया, और उसकी आँखों में घृणा भरी हुई थी।

    अगर यह अतीत होता तो उसका दिल टूट जाता। हालाँकि, इस समय उसे घृणा और उदासीनता महसूस हुई।

    उसने मिनरल वाटर की बोतल खोली, एक घूंट लिया और अर्जुन की ओर ठंडेपन से देखा। "मैं बेरहम हूँ? लेकिन तुम्हें क्या लगता है कि तुम कौन हो? तुम्हें मुझे न्याय करने का क्या अधिकार है?"

    "तुम..." अर्जुन ने एलीशा की ओर ऐसे चौंक कर देखा जैसे उसके सामने कोई भूत खड़ा हो।

    एलीशा आमतौर पर उसकी बात मानती थी, चाहे वह उसे कितना भी डाँटे।

    वह उसे खुश करने के लिए अपना अभिमान गिरा देती थी और उसके लिए कभी इतनी ठंडी नहीं होती थी।

    तनुजा ने धीरे से अर्जुन की आस्तीन खींचते हुए कहा, "अर्जुन, यह सब मेरी गलती है। मैं अपना संतुलन खो बैठी और गिर गई। प्लीज़ दीदी को दोष मत दो।"

    एलीशा की जमी हुई, चुभती हुई निगाह ने तनुजा पर जमकर निशाना साधा।

    "बेशक यह सब तुम्हारी गलती थी!"

    "तुमने जानबूझकर मुझे फंसाया है!"

    तनुजा की जकड़न को देखते हुए, अर्जुन ने उसे अपने पीछे खींच लिया और एलीशा की ओर देखा।

    "एलीशा, यह स्पष्ट है कि तुमने तनुजा को गिराया है।"

    एलीशा ने घृणा से भरे भाव से उस आदमी की ओर देखा और कहा, "तुम मेरे मंगेतर हो, और तनुजा मेरी सौतेली बहन और तुम्हारी होने वाली साली है। तुम दोनों को कैसे हिम्मत हुई एक-दूसरे के साथ संबंध बनाने और मेरे सामने प्यार दिखाने की?"

    तनुजा का चेहरा पीला पड़ गया। उसे शोबिज में एक मजबूत मुकाम मिला था। अगर उसके साथ कोई कांड होता, तो कुछ लोग उसे दबाने का मौका जरूर लेते, और फिर वह मुश्किल में पड़ जाती।

    नहीं, वह बिल्कुल ऐसा नहीं होने दे सकती थी।

    "दीदी, आपको इतनी आक्रामक क्यों हो रही हैं.. हम परिवार हैं और महिमा और शर्म दोनों साझा करते हैं। अगर मेरे साथ कुछ बुरा होगा, लोग आप पर भी हँसेंगे। और पापा आप पर गुस्सा करेंगे।" तनुजा ने अर्थपूर्ण लहजे में कहा।

    तनुजा को पता नहीं था कि एलीशा ने क्या अनुभव किया था, इसलिए यह उसकी समझ से बाहर था कि बाद वाली काफी हद तक अलग थी।

    इसलिए, उसे सतीश मलिक के नाम पर एलीशा को धमकाना पड़ा।

    यह पहली बार नहीं था जब तनुजा ने एलीशा को धमकाने के लिए इस तरीके का इस्तेमाल किया था।

    हालाँकि, यह देखते हुए कि सतीश तनुजा के प्रति कितना पक्षपाती था, भले ही एलीशा उसके सामने आँसू बहाए, सतीश एलीशा का पक्ष कभी नहीं लेता था।

    एलीशा ने धीरे-धीरे अपनी बर्फीली-सी ठंडी निगाहें तनुजा पर टिका दीं। यह देख तनुजा का दिल कस गया।

    "अगर दीदी आप मुझे नहीं देखना चाहती हैं, हम जा रहे हैं।"

    इसके साथ, तनुजा ने अर्जुन की आस्तीन खींची और जाने के लिए मुड़ी। तभी उनके पीछे एलीशा की स्पष्ट, ठंडी आवाज़ सुनाई दी।

    "रुको!"

    वे दोनों अपनी जगह पर रुक गए और एलीशा को मिनरल वाटर की बोतल के साथ चलते हुए देखा।

    "चलो हमारे बीच जो कुछ भी है उसे एक तरफ़ रख दें। मैं जिस चीज से सबसे ज्यादा नफ़रत करती हूँ वह है झूठा आरोप लगाया जाना और लेबल लगाया जाना, लेकिन आज, तुमने मेरे साथ दोनों किया।"

    एलीशा तनुजा के सामने खड़ी होकर अपने से कई सेंटीमीटर छोटी महिला को नीचे देख रही थी। उसका ठंडा चेहरा भावहीन था।

    किसी तरह तनुजा का दिल शंकाओं से भर गया।

    "दीदी...आह!"

    इससे पहले कि तनुजा अपनी बात कह पाती, एलीशा ने मिनरल वाटर की बोतल उसके सिर पर उड़ेल दी। जैसे ही पानी तनुजा के सावधानी से तैयार बालों पर गिरा, उसने उसके नाजुक मेकअप को बर्बाद कर दिया और उसके कपड़ों पर दाग लगा दिया। तनुजा जम गई और बेवकूफ़ की तरह उसी स्थान पर खड़ी हो गई।

    तनुजा की आँखें अविश्वास से चौड़ी हो गईं और इसमें कुछ सेकंड लगे। उसके लिए एक चीख के साथ प्रतिक्रिया करने के लिए।

    "आह!"

    अर्जुन अपने झटके से बाहर निकला और अपनी बाहों को तनुजा के चारों ओर लपेट लिया, उसके चेहरे पर उदास भाव के साथ एलीशा को घूर रहा था। वह आदमी इतना गुस्से में था कि ऐसा लग रहा था कि वह बस एलीशा को मारना चाहता है।

    "एलीशा! तुम बहुत हद पार कर रही हो! देहाती लड़की!"

    धमाके की आवाज़ हुई।

    एलीशा ने अर्जुन के जवाब के बदले में खाली बोतल को कूड़ेदान में फेंक दिया।

  • 4. "Her journey of Rebirth' - Chapter 4

    Words: 1620

    Estimated Reading Time: 10 min

    एलीशा गर्व से खड़ी रही और धीरे-धीरे बोली, "मैं एक सीधी-सादी लड़की हूँ और झूठा आरोप स्वीकार नहीं कर सकती। लेकिन मैं अपने गुस्से से निपटने या अपना बचाव करने में चतुर नहीं हूँ। इसलिए, मैंने तुम्हारी इच्छा पूरी करने का फैसला किया; तुम्हें डराने-धमकाने की कार्रवाई करके।"

    अर्जुन स्तब्ध रह गया। अचानक, उसने तनुजा को देखा, जो उसकी बाहों में रो रही थी, उसकी आँखों में शक के निशान थे।

    "अर्जुन, प्लीज मुझे जल्दी से यहाँ से ले चलो। अगर मलिक के लोग दीदी द्वारा मुझे धमकाने की तस्वीर कैप्चर कर लेते हैं, तो मलिक परिवार शहर में मज़ाक बन जाएगा।"

    अर्जुन की आँखों में झिझक तुरंत संकट में बदल गई। "तनुजा, तुम बहुत दयालु हो, इसलिए तुम्हें धमकाया जा रहा है।"

    एलीशा घृणा और हँसी से उन्हें देख रही थी। "क्या तुम्हें दोनों को सार्वजनिक स्थान पर स्नेह प्रदर्शित करना चाहिए? क्या तुम्हें दूसरों की निंदा से डर नहीं है?"

    अर्जुन ने एलीशा पर एक बर्फीली नज़र डाली और फिर तनुजा को वहाँ से ले जाने के लिए उठा लिया।

    तनुजा को जानबूझकर शर्मिंदा करने के बाद, एलीशा का मूड हल्का हो गया। उसने एक टैक्सी ली; टैक्सी का ड्राइवर एक अधेड़ उम्र का आदमी था।

    टैक्सी में बैठने के बाद, एलीशा ने तुरंत ड्राइवर के चारों ओर तैरती हुई काली आभा देखी।

    उसी वक्त एलीशा के दिमाग में एक संदेश आया:

    नाम: अजय शुक्ला
    स्थिति: अंदर बुरी आत्माएँ। मौत का खतरा मँडरा रहा है।

    अजय एक नेकदिल, बातूनी आदमी था। एलीशा के बैठने के बाद, वह उससे खुशी-खुशी बातें करने लगा।

    हालाँकि एलीशा ने उसे ज़्यादा जवाब नहीं दिया, लेकिन वह खुद से बात करके खुश था।

    एलीशा को उसके शब्दों से पता चला कि आदमी की एक बेटी है, जो एलीशा की उम्र की है और कॉलेज में तीसरे वर्ष में है। साथ ही उसकी पत्नी का भी बुरा हाल था। पूरा परिवार उस आदमी पर निर्भर था।

    शांति से सुनते हुए, एलीशा ने अचानक उस आदमी को दयालुता से याद दिलाया। "सर, आपका माथा काला है, और आपकी कुंडलिनी कमज़ोर है। मेरा सुझाव है कि आप मदद के लिए किसी अनुभवी गुरु के पास जाएँ!"

    एलीशा के शब्दों पर कोई भी खुश नहीं होगा; आदमी ने कुछ असंतुष्ट स्वर में जवाब दिया, "मिस, मैं अच्छी सेहत में हूँ। मुझे इस तरह शाप मत..."

    इससे पहले कि वह अपना वाक्य पूरा कर पाता, उसने देखा कि एलीशा पीछे की सीट से उछली, उसके हाथ से स्टीयरिंग व्हील पकड़ा, और उसके बाएँ पैर को, जो गैस पेडल पर था, अपने बाएँ घुटने से लात मारी।

    तब एलीशा ने स्टीयरिंग व्हील को बाईं ओर घुमाया, और बायाँ टायर जमीन पर कसकर दबा दिया। कार की रफ़्तार सीधे उछलकर २०० किलोमीटर प्रति घंटा हो गई।

    टैक्सी का पूरा वज़न दो बाएँ पहियों पर स्थानांतरित किया गया था। दाहिनी ओर के दो टायर धीरे-धीरे उठे।

    एक तेज तीर की तरह, दो लाख की वोक्सवैगन कार ने आगे की चार कारों को काट दिया।

    "तुम पागल हो!" ड्राइवर आतंक में चिल्लाया, उसका चेहरा काला पड़ गया।

    "बूम!"

    जिस पल उनकी कार विपरीत दिशा की ओर जा गिरी, लकड़ी से भरा एक बड़ा ट्रक ढलान के दूसरी ओर से निकला, एक के बाद एक पाँच कारों को टक्कर मार दी।

    सभी दिशाओं में चीख-पुकार मच गई और हर तरफ़ खून बह गया।

    एलीशा ने राहत की साँस ली और सीधे बैठ गई। ड्राइवर पूरी तरह नरम हो गया और कार का दरवाज़ा खोल दिया। थोड़ी ही दूर जमीन पर खून पड़ा देखकर उसका शरीर डर के मारे काँपने लगा।

    कई महिलाएँ दहशत में चिल्ला रही थीं। एक दर्जन घायल लोग जमीन पर गिर पड़े। उनमें से कुछ ने होश खो दिया।

    ट्रैफ़िक लाइट के इंतज़ार में ड्राइवर की टैक्सी बाईं ओर तीसरी कार के ठीक बगल में रुक गयी थी।

    अगर एलीशा ने फुर्ती से प्रतिक्रिया नहीं की होती, तो जो ट्रक तेज़ी से आगे बढ़ा, वह कुछ ही सेकंड में टैक्सी ड्राइवर को मार सकता था।

    वह इस समय खून के एक कुंड में पड़ा हो सकता था।

    "यश, यश?"

    इसी दौरान एक करुण चीख ने सबका ध्यान खींच लिया।

    एक काली बेंटले एक किनारे पर पड़ी थी, और एक आदमी उसमें से रेंगता हुआ निकला, उसके माथे से खून टपक रहा था जिससे उसका सुंदर चेहरा ढँक रहा था।

    लेकिन अपने दर्द के बावजूद, वह कार की पिछली सीट पर घबराहट में चिल्लाया। यह उसका भाई था जो कार में दबा हुआ था।

    यश का निचला शरीर कार द्वारा दबाया गया था, जिसे देख युवा सुंदर आदमी का चेहरा राख हो गया था, और उसने निराशा में चिल्लाते हुए बेंटले को धक्का देने की सख्त कोशिश की, "कोई मदद करे। प्लीज कार उठाएँ। जिसने भी मेरी मदद की मैं उसे पाँच करोड़ दूँगा...प्लीज!"

    शब्दों को सुनने के बाद, टैक्सी ड्राइवर तुरंत सामान्य हो गया और मदद के लिए दौड़ा। उनमें से एक दर्जन आदमियों ने कार को उठाने की कोशिश की।

    एलीशा भी मदद करना चाहती थी। हालाँकि, उसने एक अजीब छोटे लड़के को देखा, जो १०-११ साल का लग रहा था, जो एक साफ़ काले सूट में था और जिसकी हेयरस्टाइल कूल थी।

    दृश्य अराजक था, और एलीशा चिंतित थी कि बच्चे को चोट लग जाएगी।

    "बच्चे, इधर-उधर मत भागो।"

    एलीशा ने बच्चे का हाथ पकड़ने के लिए हाथ बढ़ाया। इस समय, बच्चे के पास कोई आदमी खड़ा था, लेकिन जब उस आदमी ने पाँच करोड़ के इनाम के बारे में सुना तो वह तुरंत काली बेंटले की ओर दौड़ा। जाहिर है, आदमी पैसों के लिए मदद करना चाहता था।

    यह देखकर कि वह लड़के को धक्का देने ही वाला था, एलीशा को अपने सीने में जकड़न महसूस हुई और यह देखकर चौंक गई कि आदमी सीधे लड़के के बीच से गुज़रा।

    हालाँकि, लड़का स्थिर रहा और दूर से घूरता रहा जैसे कुछ हुआ ही न हो।

    एलीशा जम गई।

    ज़्यादा दूर नहीं, एक काले मेबैक का पिछला दरवाज़ा अचानक खुल गया। एक शख्स कार से बाहर निकला।

    "सर, आप कहाँ जा रहे हैं?" ड्राइवर की सीट से एक लंबा, हट्टा-कट्टा आदमी कार से बाहर निकला।

    वह अशेर का सहायक, गौरव था।

    अशेर एलीशा को पकड़ने के लिए बढ़ा, जो लगभग नीचे गिरने वाली थी, और धीमी आवाज़ में डाँटा, "तुम क्या कर रही हो? क्या तुमने नहीं देखा कि कोई तुम्हारे पास आ रहा था?"

    अशेर द्वारा खींचे जाने पर एलीशा उसके सीने से टकरा गई। उसी पल चंदन की खुशबू ने उसे लपेट लिया।

    उसने अशेर के सुंदर, शांत चेहरे को देखने के लिए अपना सिर उठा लिया, और लड़के को देखने के लिए मुड़ी, और देखा कि कई लोग बच्चे के आगे-पीछे हो गए थे। वह आदमी सीधे लड़के के अंदर से गुज़रा, फिर छोटा लड़का क्यों नहीं गिरा?

    "क्या तुमने उस लड़के को देखा?" अशेर का हाथ पकड़ते ही एलीशा बुदबुदाई।

    अशेर ने आँख सिकोड़ी। "कौन सा लड़का?"

    अचानक एलीशा के दिमाग में एक यांत्रिक आवाज़ आई:

    नाम: यश कपूर
    स्थिति: आंतरिक अंग टूट गए, पैर टूट गए, बड़े पैमाने पर आंतरिक रक्तस्राव हुआ, आत्मा शरीर से बाहर निकल गई।
    कारण: एक भयानक कार दुर्घटना।

    लड़के के घावों को पूरी तरह ठीक करने के लिए एलीशा की कुंडलिनी अपर्याप्त थी। उसके बाद उसे बताया गया कि उसे बचाने के लिए ताई-ची पुनर्जीवित एक्यूपंक्चर उपलब्ध है।

    एलीशा का चेहरा पीला पड़ गया। उसने अपने पिछले जीवन में कभी भी औषध विज्ञान का अध्ययन नहीं किया था और इस तरह एक्यूपंक्चर के बारे में कुछ नहीं जानती थी।

    उसके पास कुंडलिनी ज़्यादा नहीं थी, और महिला ने आज सुबह इसका इस्तेमाल अपने शरीर की मरम्मत के लिए किया था। उसकी कुंडलिनी की केवल दो डिग्री ही बची थी, और ताई-ची जेड ताबीज़ बहुत मंद थी।

    लेकिन चूँकि एलीशा ने यश को बचाने का फैसला किया था, इसलिए वह इतनी कम उम्र में उसे मरते हुए नहीं देख पाएगी।

    उसने यश की कलाई पर हाथ रखा। हालाँकि एलीशा का सुंदर छोटा चेहरा ठंडा और भावहीन था, लेकिन वह अंदर ही अंदर चिल्ला रही थी कि लड़के को बचाने की शक्ति के लिए प्रार्थना करूँ।

    उसके दिमाग में जेड ताबीज़ पागलपन से घूमने लगा, और जेड ताबीज़ की ऊर्जा की केवल दो शेष डिग्री नीचे उस जगह पर प्रवाहित हुई जहाँ एलीशा ने यश को छुआ और सीधे यश के शरीर में प्रवेश किया।

    एलीशा और यश के बीच एक चाँदी की चमक चमकी; हालाँकि चमक ने कुछ ही पल लिए, अशेर ने इसे गौर से देखा।

    उसका माथा सिकुड़ गया और उसकी काली आँखें यश से एलीशा की ओर चली गईं।

    उसने एलीशा को गौर से देखा। उसकी आँखें एक विचारशील नज़र से चमक उठीं। उसकी लंबी काली भौहें थोड़ी मुड़ी हुई थीं।

    जिस पल कुंडलिनी की चाँदी की चमक यश के शरीर में विलीन हो गई, उसका धूसर चेहरा लाल और नम हो गया।

    एलीशा के दिमाग में ताई-ची जेड ताबीज़ पूरी तरह से काला पड़ गया, उसका चेहरा भी थोड़ा पीला पड़ गया, और उसके माथे से पसीने की एक पतली परत उभर आई।

    उसे चक्कर आने लगे, जो कि कुंडलिनी के अधिकांश उपयोग का परिणाम था।

    एलीशा ने पलकें झपकाईं और खुद को संभाला। झट से, उसने यश की आत्मा को खींच लिया और उसे वापस उसके शरीर में धकेल दिया।

    एलीशा की हरकतों के साथ यश की आत्मा धीरे-धीरे उसके शरीर में आ गई। आत्मा के अंग धीरे-धीरे शरीर के साथ जुड़ गए, फिर भी आत्मा का सिर शरीर के ऊपर मँडराता रहा।

    एलीशा ने जितना भी दबाव डाला, यश की आत्मा उसके शरीर के अंदर सीधी नहीं बैठ रही थी।

    "अंदर आओ!"

    एलीशा जल्दी में थी, और उसकी पतली हथेली ने यश की आत्मा को उसके सिर पर जोर से थप्पड़ मारा।

    क्या एलीशा यश की आत्मा को उसके शरीर में वापस ला पाएगी? क्या वह ज़िंदा हो पाएगा? जानने के लिए पढ़िए अगला भाग!