अक्षित सिंह रायज़ादा—एक नाम जो सत्ता, रुतबे और घमंड का दूसरा नाम है। उसे अपनी शानो-शौकत से इश्क़ है और मिडिल क्लास से नफरत। दूसरी तरफ़ है आन्वी—एक साधारण, मगर दिल से मजबूत लड़की, जिसकी मासूमियत में भी एक अलग ठहराव है। एक अनचाही मुलाकात, एक मजबूरी में... अक्षित सिंह रायज़ादा—एक नाम जो सत्ता, रुतबे और घमंड का दूसरा नाम है। उसे अपनी शानो-शौकत से इश्क़ है और मिडिल क्लास से नफरत। दूसरी तरफ़ है आन्वी—एक साधारण, मगर दिल से मजबूत लड़की, जिसकी मासूमियत में भी एक अलग ठहराव है। एक अनचाही मुलाकात, एक मजबूरी में बंधी शादी, और दो दिल जो बिल्कुल जुदा हैं। अक्षित उसे सिर्फ़ एक ज़िम्मेदारी समझता है, जबकि आन्वी उस रिश्ते को टूटने नहीं देती। जब नफरत और तकरार की चादर में प्यार करवटें लेने लगे, तब शुरू होती है एक ऐसी कहानी… जो रुतबे से नहीं, दिल से जी जाती है। अक्षित सिंह रायज़ादा—एक नाम जो सत्ता, रुतबे और घमंड का दूसरा नाम है। उसे अपनी शानो-शौकत से इश्क़ है और मिडिल क्लास से नफरत। दूसरी तरफ़ है आन्वी—एक साधारण, मगर दिल से मजबूत लड़की, जिसकी मासूमियत में भी एक अलग ठहराव है। एक अनचाही मुलाकात, एक मजबूरी में बंधी शादी, और दो दिल जो बिल्कुल जुदा हैं। अक्षित उसे सिर्फ़ एक ज़िम्मेदारी समझता है, जबकि आन्वी उस रिश्ते को टूटने नहीं देती। जब नफरत और तकरार की चादर में प्यार करवटें लेने लगे, तब शुरू होती है एक ऐसी कहानी… जो रुतबे से नहीं, दिल से जी जाती है।
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तो मेरे प्यारे पाठको, चलिए! एक बार फिर लें चलती हूँ आपको एक नए सफर में! जहां उसूलो की टकरार होगी बेबाकी से!जो हर बंदीसों को तोड़कर रख देगी!
यह कहानी मात्र मनोरंजन के लिए है तो इसे किसी से भी जोड़ने की आवश्यकता नहीं है! बस पढ़िए और आनंद उठाइये!!
तो ज्यादा ना पकाते हुए अपने गन्नू साहब के. नाम पर शुरू करते है एक नया सफर.. ❤️❤️
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥
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अक्षित सिंह रायज़ादा -
" यह इस कहानी के नायक है, उम्र 27 साल, 6" हाईट , गेरुआ रंग, परफेक्ट बॉडी, जो किसी हीरो से कम नहीं है! यह एक सीईओ है! जिन्होंने अपने दम पर कई कम्पनीया खोली है! इनका हमेशा से एक ही सपना है की खुद को पूरी दुनिया में नंबर 1 पर रखे! वही यह हर चीज में परफेक्ट है! इनकी डिक्शनरी में गलती करने वालो की कोई जगह नहीं है! गुस्सा तो मानों इनके नाक पर सवार रहता है! और इनके इसी गुस्से के कारण ना जाने इन्होने कितने ही असिस्टेंट बदल दिए थे! इनके पीछे लड़कियां मधुमखियो की तरह मंडराती है, लेकिन मज़ाल है इन्होने कभी उन्हें एक नज़र भी देखा हो! वैसे इनकी एक नज़र ही काफ़ी है उन लड़कियों के शरीर से प्राण खींचने के लिए! जहां वो लड़कियां इसके पीछे पागल थी! वहीं हमारा यह अकड़ू हीरो अपनें काम के प्रति पागल था! जिन्हे काम के प्रति थोड़ी भी लापरवाही पसंद नहीं थी! हर तरह से परफेक्ट हमारे हीरो को बस एक ही सक्स से नफ़रत है! और वो है इनकी खुद की माँ! "

आन्वी त्रिपाठी -
"यह इस कहानी की नायिका है! उम्र 20 साल, 5'4" हाईट, दूध सा गोरा रंग! लम्बे काले बाल, गुड़िया जैसी खूबसूरत आँखे, पतले गुलाबी होंठ! देखने में इतनी प्यारी और खूबसूरत की आसमान में मौजूद चाँद भी शर्मा जाये! लेकिन जितनी खूबसूरत, उतनी ही ज्यादा शरारती! सायद ही इसके मोहल्ले का कोई कांच होगा, जो इसने मोहल्ले के बच्चे के साथ मिलकर तोड़ा ना हो ! इसने बस 12वी तक पढ़ाई की! क्योंकि 12वी पास करना भी इसे पत्थर तोड़ने जैसा लग रहा था! वहीं हर चीज में लापरवाह, मानों गलती करना तो यह अपनी किस्मत में लिखवाकर लायी है! जैसी भी है! लेकिन है अपने पापा की लाडली! उनकी प्रिंसेस! जिसकी हर गलती माफ है..!!"
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(रायज़ादा फैमिली.....)
अनुपमा सिंह रायज़ादा - दादी जी
अनुपम सिंह रायज़ादा -दादा जी
कामिनी सिंह रायज़ादा - माँ, जो हमेशा फैशन में चूर रहती है! और इंसानों को तो बस पैसो से तोलती है! इनके हिसाब से जिनकी जेब नोटों से भारी होते है! वही अच्छे होते है!
कार्तिक सिंह रायज़ादा -पापा
आदित्य सिंह रायज़ादा - बड़ा भाई, 30 साल, 6", गेरुआ रंग, बिजनेसमैन
आलिया सिंह रायज़ादा - भाभी, 27 साल, 5'6", गोरा रंग, स्वीट, डॉक्टर
अर्णव सिंह रायज़ादा - छोटा भाई, 26 साल, 6", गोरा रंग, मज़ाकिया
अलका सिंह रायज़ादा - चाची
अशोक सिंह रायज़ादा -चाचा
अंशुमन सिंह रायज़ादा - 27 साल, 6", गोरा रंग, दिल का अच्छा लेकिन कभी जल्दी हँसता नहीं! यह हमारे हीरो से बस 1 महीना छोटे है इसीलिए उसी के नक्से कदम पर चलते है!
पुरे रायज़ादा खानदान में कई पीढ़ियों से किसी बेटी का जन्म नहीं हुआ! जिस कारण इस परिवार में बहुओं को काफ़ी मान सम्मान मिलता है!
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(त्रिपाठी परिवार...)
विजय त्रिपाठी - " यह हीरोइन के पिता है, साथ ही रायज़ादा खानदान के पुराने और भरोसेमंद ड्राइवर भी! जिनपर रायज़ादा खानदान आँख बंद कर भरोसा करते है!"
अंजना त्रिपाठी -" यह हमारी चुलबुली सी हीरोइन की माँ है! जो पेसे से एक दर्ज़ी है! यह घर में ही कपड़े सिलने का काम करती है!"
अनिकेत त्रिपाठी -" यह हमारी हीरोइन के छोटे भाई है जो हरदम उसे परेशान करते है! उम्र 18 साल, 5'9", पढ़ने में काफ़ी होसियार, गोरा रंग! हमेशा से टॉपर रहा है! और इसी चीज को लेकर अपनी बहन को चिढ़ाते रहता है!"
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तो कैसा लगा परिवार का इंट्रो! और हमारे प्यारे सॉरी अकड़ू हीरो और चुलबुली हीरोइन! यह novel बाकि सभी novel से हटकर होने वाला है! जहां एक अमीर घराने का राजकुमार है तो वहीं दूसरी तरह है एक आम से परिवार की प्यारी सी लड़की! अब देखना यह है की इनके बीच का रिश्ता कैसे पनपता है! और एक आम सी 12वी पास लड़की बड़े घर की बहु कैसे बनती है!
बहुत सारे ड्रामे हंगामे के साथ होने वाला है यह novel! तो इसे सपोर्ट करना मत भूलयेगा!