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Craving Her Kiss💋Lesbian Love Story(Completed)

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Fictitious Writer| Falak

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कहानी है एक दिया और काया की ♥️ जहाँ दिया के बाप ने उसे एक माफिया क्वीन काया के हाथों बेच दिया है,वही काया बेदर्द और बेरहम लेकिन दिया के जैसे मासूम शिकार उसे बहुत पसंद है... वह दिया को सिर्फ अपनी ज़रूरत पूरा करने के लिए रखती है लेकिन दिया को उससे...

Total Chapters (3)

Page 1 of 1

  • 1. Craving Her Kiss💋Chap_1

    Words: 1317

    Estimated Reading Time: 8 min

    "This is a highly mature and intense lesbian (GL) story, deeply rooted in dark romance. It explores themes of passion, obsession, and forbidden desires, set in a world where love is both dangerous and irresistible."


    दिया एक अँधेरे कमरे में सिमटी हुई बैठी हुई थी,उसके हाथ पीछे रस्सीयो से कसके बंधे हुए थे,,आँखों में पट्टी और मुंह में टेप लगा हुआ था..

    तभी धड़ाक से दरवाजा खुला और हाईहिल की आवाज़ आने लगी..

    “मेडम यही है वह लड़की…!!एक मर्दाना आवाज आई..

    दिया घबरा सी गई..

    “इसके आँखों से काली पट्टी हटाओ..”एक महीन लेकिन गंभीरता से भरी लड़की की आवाज पर किसी ने खींच के उसके आँखों से काली पट्टी हटाई..
    दिया ने हिम्मत जुटा कर सामने नज़रे की…जहाँ कुर्सी पर पैर पर पैर चढ़ाये एक 34 साल की लड़की ब्लैक थ्री पीस सूट में बैठी सिगरेट होंटो में दबाये गहरी सोच में डूबी थी..
    ये कोई और नहीं ब्लैक माफिया क्वीन काया बलराज थी…

    दिया को उसकी स्मेल से समझ आगया था कि वह एक अल्फा लेडी है…

    काया ने सिगरेट उंगलियों के बिच घुमाते हुए कहा..”बताओ अब मैं क्या करूँ तुम्हारा…!?
    क्यूंकि तुम्हारे बाप ने अपने कर्जे चुकाने के लिए तुम्हे बेच दिया है,,फिर भी मेरा 50 करोड़ रहता है..”

    दिया की आँखों से टपटप आंसू बहने लगे..
    वह जानती थी कि उसका बाप काफ़ी कर्ज के समुन्द्र में डूबे थे लेकिन वह ये नहीं जानती थी कि उसका बाप उसे कर्जदारो के हाथों बेच ही डालेगा..

    काया ने सिगरेट वही साइड में फेंक दिया..
    वह घुटने के बल दिया के करीब झुक के बैठ गई.. “तुम एक ओमेगा हो ना..!?

    दिया और ज़्यादा डर के सिसकने लगी..

    “अरे डरो नहीं.. मुझे अनटच ब्यूटी बहुत अट्रैक करती है..”
    काया ने बहुत ही प्यार से उसके आंसू साफ किये..

    “रोने की ज़रूरत नहीं है,, हम इतने बेरहम भी नहीं है लेकिन हाँ पैसो के मामले में मैं बहुत कटटर हूं.. मुझे हर हाल में मेरे पैसे चाहिए..”
    काया ने दिया के होंटो से टेप झटके के साथ खोला तो वह लम्बी लम्बी सांसे लेने लगी..

    “मैंने सुना है मार्किट में ओमेगा गर्ल्स की बहुत रेटिंग है,,तुम्हारा बेदाग कोमल बदन बड़ी उम्र की औरतो को आकर्षित करेगा और ऐसे मैं मुझे मेरे पैसे भी वसूल हो जायेंगे..”काया हँस पड़ी..

    दिया ना में गर्दन हिलाने लगी..

    “प्लीज नहीं.. आप मुझे जाने दीजिये, मैं वादा करती हूं कि आपके पैसे चूका दूंगी.. कोई भी मामूली नौकरी कर..
    काया उसकी बात का मज़ाक़ उड़ाते हुए बोली..”जाने दूँ.. मुझे पागल समझ रखा है क्या लड़की…!!
    बात 50 हज़ार की नहीं 50 करोड़ की है,, और मैं अपने पैसे मरे हुए इंसान के हलक से भी निकलवा लेती हूं,,तुम्हे वही करना पड़ेगा जो मैं कहूंगी..”

    दिया सिर झुका कर खामोश होगई क्यूंकि उसके पास कोई दूसरा रास्ता भी नहीं था..
    उसके सगे बाप ने उसे बेच दिया था और अब वह बस एक गुलाम बनकर रहगई थी..

    काया ने दिया का झुका हुआ सिर देखा तो वह फिर सोच में पड़ गई..
    काया ज़ब से उसके करीब बैठी थी तब से वह बड़ी होरनी हो रही थी,,क्यूंकि दिया बड़ी ही दिलकश लड़की थी,,25 या 26 के लगभग उसकी उम्र थी,बड़ी बड़ी भूरी आँखे और गुदाज़ भराया हुआ बदन..

    “सुनो तुम अगर चाहो तो मेरा कर्जा दूसरे तरह से भी उतार सकती हो लेकिन उसके लिए तुम्हे पहले कपड़े उतारने पड़ेंगे..”काया ने अपने आदमियों की तरफ देखा जो इशारा समझकर चुपके से रूम से बाहर निकल गए..

    दिया चोंकि..
    “क्या मतलब…!?

    काया दिया के गर्दन पर हथेली से सहलाती हुई बोली..”मतलब कि तुम्हे कुछ करने की ज़रूरत नहीं है,,अगर तुम मुझे ख़ुश करदो तो..
    काया ने दिया की तरफ देखा और बात जारी रखते हुए बोली..”सोच लो..अगर मेरी बन कर रहोगी तो फायदे में रहोगी वरना तुम्हे हर रात किसी दूसरे के साथ बितानी पड़ेगी..”

    दिया ने कुछ नहीं कहा क्यूंकि उसके पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था..

    “मैं तुम्हारी सेलेव बनने को तयार हूं..”दिया ने रूँधी हुई आवाज में जवाब दिया..

    “डेट्स माय गर्ल…!!काया ने उसके बट में प्यार से स्लैप किया..
    दिया को बहुत डर लगने लगा..

    काया ने उसके हाथों की रस्सीयो को खोला और सहारा दे कर खड़ा किया..

    दिया ने एक नज़र खूबसूरत बला काया की तरफ देखा जो दूधया गोरी रंगत लिए,नीली आँखे लिए बड़ी खतरनाक लगती थी..

    काया ने दिया को अपनी तरफ देखते हुए पाया तो मुस्कान लिए उसके करीब आई और उसके बालों को मुठियो में भरके पीछे खींच गई..

    काया खतरनाक लहजे में बोली..“आज से अभी से तुम मेरी सेलेव हो..मैं जिस तरह चाहु जैसे चाहु तुम्हे ट्रीट कर सकती हूं पर बेब तुम्हे सहना पड़ेगा और हाँ प्लीज सिसकियाँ ज़रूर निकालना..मुझे वह सारी आवाज़े सुननी है जो तुम एक्सीईटेड होकर निकालोगी..”
    दिया के पसीने छूट गए लेकिन दूसरे ही पल उसकी सांसे रुक गई..
    काया उसके गर्दन पर पीछे से हाथ डाले उसके होंटो पर टूट पड़ी थी..
    दिया खुद को रोक नहीं पाई,,ये उसका पहला किश था..
    काया और दिया के होंट एक दूसरे से मिले तो काया और ज़्यादा जूनूनी अंदाज़ में उसके कमर पर हाथ ले जाके मसलने लगी..
    दिया का चेहरा लाल पड़ गया क्यूंकि सांसे उसकी काया रोकने लगी थी..
    फिर काया अलग होती हुई बोली..”यू आर फकिंग हॉट बेब..”

    फिर बोलकर दुबारा प्यार से उसके होंट को काटने लगी,,दिया ने लम्बी सांस ली तो काया ने मौका पाते ही उसके ज़ुबान को स्मूच किया..
    दिया को कुछ समझ नहीं आया लेकिन अजीब सेन्सशन का अहसास होने लगा..

    काया रुक गई…

    “तुम्हे फ्रेंच किश करनी नहीं आती है..!?

    दिया ने ना में गर्दन हिला दिया..वह तो नार्मल बस किश जानती थी,उसे ज़्यादा कुछ पता तो था नहीं..

    “ओह्ह्ह..कोई बात नहीं मैं सब सीखा दूंगी..”काया ने उसके शर्ट के बटन खोले तो वह झिझक कर पीछे हट गई..

    “क्या हुआ..!?

    दिया कुछ नहीं बोली बस कुछ देर के लिए खामोश होगई..

    काया को फ़्रस्ट्रेशन सी हुई..“हेय,,सिर्फ किश करने से कर्ज नहीं उतरेगा..तुम्हे बहुत कुछ करना होगा..”

    दिया ने कुछ नहीं कहा,,वह अब भी उधेड़बुन में खड़ी थी..
    काया को गुस्सा आने लगा तो वह उसके करीब आई और दिवार से सटा कर उसके गर्दन पर झुकी शिद्दत से होंट रख चूमने लगी..
    दिया के बदन में सिरहन सा दौड़ गया,,वह काया को खुद से दूर धकेलने की कोशिश में लग गई..

    “बेब..शांत रहो और लम्बी लम्बी सांस लो..मुझे गुस्सा मत दिलाओ..”
    दिया की प्लाज़ू खींच के निचे कर गई..

    “एयय…नही..प्लीज ये मत करो..मुझे गंदा लग रहा है,,मैंने कभी किसी के सामने कपड़े नहीं उतारे हैँ..”दिया शर्म से कट गई..

    काया को तो इस लड़की के नखरे ही समझ नहीं आए..

    “मैंने भी कभी किसी के सामने कपड़े नहीं उतारे हैँ लेकिन इतनी मेचयूर हूं कि सेग्स कर सकूं..”काया ने उसे कम्फर्टे जोन में लाने के लिए अपनी टाई उतारी फिर शर्ट भी उतार के कॉन्फिडेंस में खड़ी होगई..

    काया सिर्फ उसके सामने ब्लैक ब्रा पहने खड़ी थी..
    दिया ने आँखे ही मुंद ली तो काया ना चाहते हुए भी मुस्कुरा दी..

    काया ने आराम से उसके पेट पर हाथ फेरा फिर निचे आके उसकी पेंटी भी सरका गई..
    एक वर्जिन ओमेगा की स्मेल से ही वह बेकाबू होगई..
    काया का हाथ जैसे ही निचे तक गया,,वह हैरान रहगई क्यूंकि वह आलरेडी पूरी बहह के गीली हो चुकी थी,,उसकी उंगलियां फिसल के अंदर गई कि दिया चीख पड़ी..

    “अहहहहहहहहहहहहहहह….!!

    “इट्स ओके..ओके बेब…जस्ट रिलैक्स,,रिलैक्स…!!
    काया ने जैसे ही कहा,,दिया उसके गर्दन में बांहे कस गई..

    “कॉमन..बी ा गुड गर्ल…”काया की दो ऊँगली गहराई में चली गई थी..

    “प्लीज बी जेंटल.. इट्स माय फर्स्ट टाइम…”दिया आँखे मुंदे दर्द से कराह गई..

    “सेम पिंच…”काया ने उंगलियों में धीरे धीरे हरकत लाइ..

    “हुननननन…अह्हह्ह्ह्ह स्टॉप..निकालो बाहर..दर्द कर रहा है…स्टॉप इट मैंने कहा रू..क…
    काया ने आगे दिया को बोलने का मौका ही नहीं दिया और उसके होंट को अपने कैद में लेकर चुप करवा गई..
    लेकिन दिया बर्दास्त नहीं कर पाई और लड़खड़ा के उसके बांहो में बेहोश होगई..

    काया ने जल्दी से उसे संभाला और ठंडी सांस ली..
    “इसे तो अभी बहुत कुछ सीखना पड़ेगा..”
    काया ने उसे कपड़े पहनाये और बाज़ूओं में उठाके अपने रूम ले गई और डॉक्टर को कॉल किया..

    𝗖𝗢𝗡𝗧𝗜𝗡𝗨𝗘𝗗...

  • 2. Craving Her Kiss💋Chap_2

    Words: 1571

    Estimated Reading Time: 10 min

    डॉक्टर आए और दिया का चेकअप कर चले गए…वह बस बहुत ज़्यादा थकी हुई थी और बेहद कमज़ोर भी होगई थी..

    काया उसके सिरहाने ही बैठी हुई थी..

    “केसा बाप है,,अपनी बेटी को ही टॉर्चर कर रखता था..नाजाने ये कितने दिनों से भुकी हो…”काया के मन में सवालों का बौछार उठा..

    सुमित जो अभी अभी बास्केटबॉल खेल कर आया था,,वह डर से सिर झुका के बोला..“काया दी,,मुझे लगता है आपको थोड़ा जेंटल होना पड़ेगा,,मतलब की थोड़ा सब्र से काम लीजिये और अगर प्यार से दिया जी को ट्रीट कीजियेगा तो शायद वह समझे..”

    काया को फिलहाल किसी का भाषण नहीं सुनना था..

    काया पलट के बोली…”बेटा सुमित अपनी बड़ी बहन को लेक्चर नहीं देते,,जाओ जाके अपनी पढ़ाई करो..”
    सुमित का मुंह बन गया और वह कमरे से चला गया..
    सुमित के जाते ही काया मुस्कुराने लगी..
    सुमित महज़ 18 साल का था,,वह अपनी उम्र से ज़्यादा समझदार था..वह सुमित की सारी ज़िम्मेदारी खुद पर लिए उसकी देखभाल कर रही थी..

    दिया को ज़ब होश आया तो उसके टेबल के सामने खाने की ट्रे रखी हुई थी…दिया ने ख़ामोशी से खाना खा लिया..
    साइड में ही दवाई भी रखी हुई थी,,दवाई के साथ एक चिट भी लिखा हुआ था..

    “ये दवाई है इसे खा लेना ताकि तुम जल्दी से सही हो जाओ बेब…!!चिट में लिखी हुई बात को पढ़कर दिया इधर उधर देखने लगी लेकिन इतने बड़े कमरे में वह ही अकेली थी..

    निचे गार्डन में बैठी काया अपनी शाम की चाय की चुस्की ले रही थी…

    “हेय मुझे शोर शराबा पसंद नहीं है…इसलिए घर का माहौल शांत रखो…”चाय की पयाली रखती हुई काया अंगड़ाई लेती हुई उठी..

    “यस मेम…!!गार्ड्स ने सल्यूट कर कहा..

    काया ने टिश्यू पेपर से हाथ में लगे खून को साफ किया और हरे भरे घास को कदमों तले रोंदती हुई एम.एल.ए के करीब आई जिसके सिर से खून बहह रहा था,,उसके बदन में सिर्फ ज़ख्मो की नील थी..

    “हेलो मी.शेखर…नाइस टू मिट यु अगेन,,मैं फिज़ूल में किसी को नहीं मारती लेकिन आपने मेरा खून खोला के रख दिया है..मेरी एक बात आपने नहीं सुनी और रचना के साथ ज़ोर ज़बरदस्ती करते रहे..आप जैसे हवस के पुजारी को आखिर तख्त में किसने बिठाया..कैसे एम.एल.ए बन गए,,ओह्ह्ह हाँ याद आया मेरे ही आदमियों ने तो आपको वोट खरीद कर दिया था..और आप हमारा ही एहसान भूल गए,,बड़े एहसान फरामोश निकले..”
    ओये जेन मेरा मूड बहुत अच्छा है इसलिए तू इसे संभाल लेना और हाँ मार कर किसी खाई में फेकने की ज़रूरत नहीं है बल्कि बीचो बिच चौराहे में इसकी लाश को लटका देना..!!
    काया ने गन जेन की तरफ उछाल के दिया और खुद एक लात उसके चेहरे पर जड़ कर आगे बढ़ गई..
    ऊपर खिड़की पर लगे पर्दे से झाँकती हुई दिया की रूह ही काँप गई,,वह जितना ज़्यादा काया को खतरनाक समझती थी वह तो उसकी सोच से भी ज़्यादा भियानक निकली..
    दिया ने अभी अपने आँखों से देखा था एम एल.ए शेखर प्रकाश की क्या लात घुसो से मार मार हालत की थी..

    काया मस्त गुनगुनाते हुए बंगले के अंदर आई..

    “सिक्योरिटी टाइट रखो,,कोई भी ग़लती नहीं होनी चाहिए…”काया की आवाज पर सारे गार्ड्स झुक गए..

    “कुछ मज़ा ही नहीं आरहा है,,अब आजकल जिंदगी बड़ी बोरिंग होगई है..मुझे कुछ नया करना है..सिर्फ यही मार धाड़…!!काया मन ही मन कलस के रहगई तभी उसे याद आया उसकी नन्ही चीड़या तो उसके कैद में ही है..
    काया सीढ़ियां फलांग कर अपने रूम में आई..

    “हेलो बेब…!?
    हाउ आर यु फिलिंग नाउ..!?

    दिया बस हाँ में गर्दन हिला गई..
    “अब काफ़ी बहतर महसूस कर रही हूं..सिर दर्द भी गायब है..”

    “हीहीही तब तो अच्छी बात है..”काया बोलकर खामोश होगई..

    दिया अभी कुछ देर पहले हुए खतरनाक मंजर को याद कर सीहर उठी..

    “तुम्हे नहीं लगता की तुम्हे मुझसे मुस्कुरा के मिलना चाहिए..”काया चलती हुई आई और बेड पर धब से बैठ गई….

    “तुम्हे नहीं लगता कि ज़ब मैं बाहर से थक कर या काम से आउ तो तुम्हे मेरा मुस्कान लिए स्वागत करना चाहिए या फिर छोड़ो तुम मुझसे बात भी नहीं करोगी क्या..!?
    अब ज़ब हमें एक ही साथ एक ही कमरे में रहना है तो कुछ तो बोलो बतयाओ..!!काया ने नज़रे तिरछी की..
    दिया चिढ़ी हुई सी लग रही थी..

    काया ने दिया के उलझें हुए बालों पर हाथ फेरते हुए कहा..”डरने की कोई ज़रूरत नहीं है मैं बेरहम ज़रूर हूं लेकिन अपनी चीज़ो की हिफाज़त करना जानती हूं..
    मेरे करीब आओ…!!

    दिया ख़ामोशी से उसके तरफ खिसक के बैठ गई तो काया ने उसकी पतली सी कमर को धर दबोचा..
    काया के हाथ उसके कमर को बड़े प्यार से सहला रहे थे..

    “कुछ खाया पिया करो वरना हवामहल बन जाओगी..”काया ने उसे कमर से उठाकर अपने गोद में बिठा लिया..
    दिया कुछ नहीं बोली बस नज़रे झुकाये चुपसे बैठी रही..

    “चलो अब मुझे अपने बारे में बताओ…!?

    “में..मेरे बारे में तो आपको सब पता ही है…!!दिया हैरानी से टुकुर टुकुर काया की तरफ देखने लगी तो काया के चेहरे पर एक चमक आगई..
    काया को नहीं पता था पर क्यों उसे ये डरी सहमी खामोश लड़की बड़ी पसंद आई थी..

    “हाँ पता तो है पर ये नहीं पता है कि तुम इतना ज़्यादा घबरा क्यों जाती है…बेब रिलैक्स,,लम्बी सांस लो और टेंशन फ्री रहो..यहाँ तुम्हे कोई रोक टोक नहीं है,,आराम से खाओ पियो और सो जाओ..बस मेरी थोड़ी ज़रूरत का ख्याल रख लेना..”काया बहुत नरमी से पेश आरही थी,,वह खुद भी अपने ऊपर हैरान थी कि आखिर वह अचानक इतने प्यार से कैसे बातें करने लगी..
    दिया का डर थोड़ा दूर हुआ वह हलका सा मुस्कुरा दी..

    “मैं क्या उल जलूल बकवास कर रही हूं,,मुझे बस अपनी सेक्सुअल डिजायर पूरी करनी है नाकि फालतू प्यार मोहब्बत के चक्कर में पड़ना है..”काया को जैसे ही याद आया उसने दिया के गालों को मुठी में दबोच के अपने होंट उसके होंटो से मिला दिए..
    दिया को कोई हैरानगी नहीं हुई क्यूंकि उसे यहाँ बस इसलिए ही रखा गया था ताकि वह काया को ख़ुश कर सके..

    दिया के पतले होंट काया के भरे भरे होंटो से मिल गए थे,,काया डिपली किश किये जा रही थी..
    दिया के हाथ बाज़ू उसके गले में बंध गए थे,,काया उसके होंटो को स्मूच करती हुई बार बार काट रही थी जिससे दिया के बदन में सिरहन सा दौड़ रहा था,,उसकी धड़कने बहुत ही तेज़ रफ्तार से चलने लगी थी…
    ऐसे ही किश करते हुए काया ने उसे बेड पर लेटा दिया और उसके ऊपर आके उसके गर्दन पर बाईट करने लगी..

    हंफ्फ्फ्फफ्फ्फ़…अहहहहहहहहह…अह्ह्ह..अहन्न…
    दिया की हलकी हलकी सिसकियाँ निकलने लगी थी..

    काया उसके मुंह से सिसकियाँ सुन और ज़्यादा जूनून में आगई थी और उसके शर्ट के बटन खोल उसके सीने में किश करने लगी..
    दिया का चेहरा लाल पड़ गया था,,वह खुमारी भरी आँखों से काया को किश करते हुए देख रही थी..

    थोड़े देर बाद काया ने उसके सारे कपड़े निकाल फेंके थे…
    काया उसकी ज़ुबान को स्मूच करती हुई उसके ब्रा से बोबीज़ को मसल रही थी..

    “आर यु कम्फर्टेबल…”काया रुक के दिया को देखने लगी जो शर्म से बस हाँ में गर्दन हिला रही थी..

    काया ने अपनी जींस उतार फ़ेंकी…वह बस अपने वाइट शर्ट में थी..

    “कॉमन अब तुम्हारी बारी…!!

    “मुझे क्या करना है…!?दिया आहिस्ता से बोली तो काया वापिस से उसपे आके उसे किश करने लगी..

    “इट्स ओके…तुम्हे कुछ करने की ज़रूरत नहीं है..धीरे धीरे तुम सिख जाओगी..”
    दिया को कुछ समझ ही नहीं आया..

    काया ने उसके गोरे गोरे कमर को खींच के खुद से सटा लिया..

    “शायद मैं बहुत जल्दी ही बेताब हो रही है,,दिया को तो अब रहना मेरे साथ ही है..”काया सोचने लगी..

    “नो…नो डॉन..डोंट…..मुझे दर्द होता है…प्लीज मत करना…अह्हह्ह्ह्ह….प्लीज स्टो…पप…!!
    काया ने अपना हाथ उसके पेट के निचे जैसे ही किया वह चीख पड़ी..

    “बेब थोड़ा सा दर्द होगा फिर तुम एन्जॉय करोगी..”काया ने समझाया लेकिन दिया घबरा के उठ बैठी..
    काया ने उसके टांगो को पकड़ा और चूमने लगी,,दिया के पैरो की उंगलियां पर होंट रख चूमते हुए वह उसके थाई तक पहुंची..

    काया के तो मुंह में पानी भर आया ज़ब उसने उसके परफेक्ट चब्बी थाई को देखा..
    वह अपने ज़ुबान से सक करती हुई उसके टांगो के बिच आई और दो उंगलियों से उसके पंखुड़ी का मुंह खोलके अपनी ज़ुबान अंदर गाड़ दी..
    दिया उछल पड़ी और तेज़ी से सिसकने लगी..

    “हेय रुको..मुझे..मुझ.. गुदगुदी सी लग रही,,अजीब फील हो रहा है..!!
    दिया को पेट में तितलियाँ उड़ती हुई महसूस हुई और टांगे काँप गई..

    “डोंट वरी तुम्हे दर्द नहीं होगा…बस मुझे थोड़ा सा अपना टेस्ट चख लेने दो,,वैसे तुम बहुत ज़्यादा टेस्टी हो..”काया ने अपना चेहरा उठाकर दिया की आँखों में झांका..
    काया के होंटो में सफ़ेद रंग जैसा कुछ लगा हुआ था..

    “अह्ह्ह्हह नही…रुको गुदगुदी लग रही है,,मैं बर..बर्दास्त नहीं कर….
    बट काया रुकी नहीं और उसके नाजुक हिस्से पर ज़ुबान रगड़ती रही..

    दिया मुंह पर हाथ रख गई क्यूंकि उसका पूरा शरीर अकड़ गया था..
    थोड़े ही देर में वह डिस्चार्ज हुई तो पूरा बेड गिला होगया..
    दिया ने पैरो को समेट लिया…

    “तुम तो बहुत जल्दी कम कर गई…बेब तुम बड़ी हॉट हो…”काया ने उसे कसके सीने से लगा लिया और वापिस से उसके होंटो पर टूट पड़ी..
    काया उसके पीठ को सहला रही थी ताकि वह नार्मल हो जाए…
    रात गहराई तो दिया उसके ऊपर ही थकी हुई सोगई…
    काया उसे बाज़ूओं में भरी थपक थपक कर सुला रही थी..

    काया का दिल उसे बहुत ज़्यादा प्यार करने को कर रहा था लेकिन वह कुछ नहीं कर पाई थी क्यूंकि दिया बहुत जल्दी ही थक जाती थी,,साथ ही साथ वह पता नहीं कब गहरी नींद में सोगई…
    काया ने सब्र किया और दिया का माथा चुम के खुद भी आँखे मुंद कर सोगई..

    Continued…

  • 3. Craving Her Kiss💋Last_Chap

    Words: 1438

    Estimated Reading Time: 9 min

    काया दिया के गोद में सिर रखे लेटी हुई थी..

    काया ने धीरे से कहा..”ना जाने कब ये एक महीना यूँ गुज़र गया,,तुम्हारे साथ बड़ी मीठी मीठी यादें बनी है..”

    दिया कुछ नहीं बोली बस काया के बालों में हाथों को उलझाती रही..

    “दिया मैं सोच रही थी की जो भी हुआ अच्छा हुआ..कम से कम मेरी जिंदगी में तुम तो आगई..”

    दिया के लिए ये सब अल्फाज़ नए थे क्यूंकि वह सिर्फ काया की बिस्तर तक ही साथी थी..

    “हमेशा मेरे साथ रहना प्लीज…मुझे कभी छोड़कर मत जाना…!!दिया की मुस्कान पर काया हाँ में गर्दन हिला गई..

    फिर उसने दिया का चेहरा अपने ऊपर झुका लिया,,दोनों के होंट जुड़ गए और काया उसे चूमने लगी..

    दिया बस ख़ामोशी से उसका साथ देती रही,,वह जानती थी की काया अंदर से बहुत परेशान है,,वह खुद में ही उलझी हुई है...

    “तुम कुछ जवाब क्यों नहीं दे रही हो..!?

    क्या मेरे प्यार में कोई कमी है…!?

    दिया ने ना में गर्दन हिलाते हुए कहा..”क्या तुम मुझसे सचमे प्यार करती हैँ..”

    काया ने तिरछी मुस्कान के साथ कहा..”ये भी भला कोई पूछने की बात है..मुझे तुम्हारी सख्त ज़रूरत है..”

    दिया की आँखे ख़ुशी से बड़ी होगई क्यूंकि पहली बार किसी ने उसे ज़रूरत कहा था वरना वह हमेशा अपने लिए मनहूस या कर्मजली जैसे शब्द ही सुनती थी..

    दिया काया के सीने से लग गई तो काया की मुस्कुराहट गायब होगई..

    “उफ्फ्फ अब मुझे अजीब सा लग रहा है,,मैं ज़्यादा दिन ये ड्रामा नहीं कर सकती...मैं जिस दुन्या में रहती हूं वह बहुत खतरनाक है...मैं अपने साथ साथ दिया को खतरे में नहीं घसीट सकती...!

    काया ने उसके टॉप को खोल कर फेंक दिया और उसके ऊपर चढ़ती हुई उसके बोबीज़ को हाथों में लिए बेदर्दी से मसलने लगी…

    दिया की आँखे अपनेआप ही सुरूर से बंद होती गई…

    काया उसके सीने पर झुकी उसके बोबीज़ को मुंह लिए बाइट करती तो कभी सक करने लगती…

    काया ने उसके निपलस को ज़ोर से होंटो से चूमा तो वह सिसक पड़ी..

    आह..न्नन्नह्ह्ह्हह्ह…इसससस….ननणणनहहहहहह…फ़फ़ननन…

    दिया के मुंह से अजीब आवाज़े निकलने लगी…

    फिर काया झुकती हुई उसके बेली बटन पर ज़ुबान गाड़े चूसने लगी..दूसरी तरफ उसका एक हाथ उसके पेंट के अंदर फिसल के चला गया था..

    दिया ने अपने एक्ससिटेमेंट को रोकने के लिए की आँखे बंद होगई और वह अपने होंटो को चबाने लगी…

    काया ने महसूस किया की दिया आलरेडी बहह कर गीली हो रही है,,काया ने अपनी दो उंगलियां अंदर डाली तो दिया चीख पड़ी…

    “यू लाइक इट…!!काया बोली तो दिया हाँ में गर्दन हिलाने लगी..

    काया अपनी उंगलियां बिना रुके अंदर बाहर कर दबाओ बढ़ाने लगी…

    “यस…यस…कॉमन फ़ास्ट….!!दिया जोश में बेडशीट जकड़े चीखने लगी..

    काया ने अपनी रफ्तार तेज़ की तो दिया कुछ ही देर में कम कर गई..

    फिर दोनों वापिस से किश करने लगी..

    “डु यू लव मी…!?

    दिया उसके गले में बांहे जकड़ती हुई बोली..”यस ओफ़्कौर्से…आई डु…!!

    काया ने फौरन ही कहा..”ओके देन लिव मी…!!

    दिया चौंक गई तो काया उसे आराम से बांहो में उठाती हुई बोली..”दिया मैं तुम्हारे मासूम जज़्बात से खेलना नहीं चाहती…मैं तुमसे प्यार नहीं करती और शायद ही कभी कर पाऊं…!!

    क्यूंकि मेरा दिल मर चूका है,,मेरी दुन्या में सिर्फ खून खराबा है इसलिए प्लीज तुम चली जाओ..!!

    दिया ना में गर्दन हिलाने लगी..”नहीं..मेरा मतलब है कर्जा…तुम्हे पैसा चाहिए था ना..!!

    काया ने उठते हुए कहा..”नहीं अब कुछ नहीं चाहिए…

    मैं मानती हूं मैं बहुत बुरी हूं और मैं सिर्फ तुम्हे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही थी..पर अब नहीं तुम आज़ाद हो,,जहाँ जाना है जा सकती हो..”

    दिया ने काया का हाथ पकड़ लिया..”तो प्लीज मेरा इस्तेमाल करो लेकिन मुझे मत छोड़ो..मुझे आज़ाद मत करो…”

    काया ने उसके माथे पर चुटकी से मारते हुए कहा..”ना बाबा ना मैं नहीं चाहती,,तुम्हारे मन में मेरे लिए कोई हमदर्दी या फिज़ूल फीलिंग्स जागे और अगर जागे भी है तो उन्हें नफ़रत का जहर दे कर मार दो…

    दिया प्यारी सी लड़की है और काया एक खतरनाक माफिया गेंग की लीडर है..”

    दिया के आँखों में आंसू आगये..

    “ऐसा मत कहो..इन कुछ ही महीनो में मुझे तुमसे अटैचमेंट होगई है…मुझे छोड़ो मत वरना मैं मर जाउंगी..”

    काया ने अपने माथे पर हाथ मार लिया..

    “नहीं मैंने ऐसा नहीं सोचा था..प्लीज रोना नहीं,,ओह्ह्ह शिट अब मैं क्या करूँ…!?

    जो सोचा था वैसा कुछ नहीं हुआ..मैं तुम्हे ऐसी हालत में नहीं देखना चाहती बलकी ख़ुश देखना चाहती हूं..”काया चीख पड़ी तो अचानक ही वह दो कदम पीछे हट गई…

    काया ने मुंह फेर कर सीने पर हाथ रख लिया…

    अचानक ही अजीब सा दर्द जगने लगा था..

    “हाँ मैं इस लड़की को ख़ुश देखना चाहती हूं क्यूंकि जानती हूं अगर ये मेरे साथ रही तो सिर्फ इसकी किस्मत में दर्द ही…!!

    काया को इस वक़्त खुद पर गुस्सा आया क्यूंकि उसने सोचा क्या था और हो क्या रहा था..वह खुद को लापरवाह और बेदर्द दिखाना चाहती थी लेकिन अंदर से उसे भी तकलीफ हो रही थी..

    “प्लीज डोंट लिव मी…!!दिया पीछे से काया से लिपटी सुबकने लगी तो काया ने हथियार डाल दिए..

    और जैसी ही वह पलटी उसने दिया को गोद में उठा लिया…

    दिया ने अपने दोनों टांगे उसके कमर के इर्द गिर्द लपेटे रखी थी…

    दोनों के होंट आपस में जुड़ गए और रफली किश करने लगे जैसे ये दोनों की आखिरी मुलाक़ात हो…

    काया दिया को उठाकर वापिस बेड पर ले आई और दोनों की गीली ज़ुबान आपस में रगड़ खाती हुई टकराने लगी…

    फिर काया रुकी और दिया के गर्दन पर ज़ोर से काट लिया…

    “फक….मैं खुद पर क़ाबू नहीं कर पा रही हूं…!!

    दिया ने जल्दी से काया के टॉप उतारते हुए कहा..”रोका किसने है…!?

    आज पूरी तरह से बेकाबू हो जाओ..”

    “दिया…माय लिटिल बेबी सॉरी बट आई ऍम गोइंग टू फक यू वैरी….._____

    काया ने दिया की पेंटी निचे खिसकाई और उसके टांगो के बिच अपना चेहरा छुपाये चुम गई..

    “फक मी हार्ड प्लीज….!!

    काया ने अपने एक हाथ से उसके फुले हुए गुलाबी पंखुड़ी को अलग किया और अपनी ज़ुबान उसकी गहराई में गाड़े सक करने लगी…

    अह्हह्ह्ह्ह इसफ…इससससस…यस्स्स्स क…का…..या….फक मी…प्लीज….मममममममममम………..

    काया उसकी सिसकियाँ सुन और ज़्यादा जूनून में आगई और हलका हलका होंटो से पकड़के खींचने भी लगी,,जिसका नतीजा ये निकला की बड़ी जल्दी ही दिया कम कर गई..

    काया ने ज़ुबान से लिक करते हुए सब साफ कर दिया फिर उसके टांगो को चूमती रही..

    “तुम्हारे बॉडी का एक एक इंच बहुत ही सुन्दर है…लगता है सारी खूबसूरती भगवान ने तुम्हे ही सौंप दी है..”काया के मुंह से ऐसी अजीब तारीफ सुन दिया खिलखिला के हँस दी तो काया भी उसके बगल में लेट गई..

    “पता नहीं कब तक तुम्हारे साथ रह पाऊं लेकिन ज़ब तक ज़िंदा हूं तब तक तुम्हारी रहूंगी..”काया ने दिया को ज़ोर से सीने से भींच लिया..

    काया ने ख़ामोशी से दिया के पीठ पर हाथ फेरने शुरू कर दिए क्यूंकि वह गहरी सोच में डूबी थी..

    काया के कई खतरनाक दुश्मन थे और दिया के साथ रहना मतलब अब उसे पूरी तरह सिक्योरिटी टाइट रखनी होगी…

    रात होगई तो दिया और काया ने साथ में शॉवर लिया…

    दिया ने बड़े प्यार से काया के बालों में शैम्पू किया..

    काया एक बार फिर दिया के स्पर्श से मूड में आगई थी,,उसने दिया का हाथ पकड़के अपने टांगो के करीब कर दिया..

    “अब तू ही कुछ कर क्यूंकि मैं हिट में जा रही हूं..”काया की बात सुन दिया ने सबसे पहले अपने गीले बालों का जुड़ा बांधा,,फिर निचे झुक कर बैठ गई..

    “गुड गर्ल….!!काया ने अपनी टांगे खोली और दिया का चेहरा बीचो बिच दबा लिया…

    “अहह गुड…जस्ट डु इट…कॉमन…जल्दी कर….!!काया के चेहरे पर लालसा के भाव दिखने लगे..

    दिया अपने नाजुक होंटो को उसके पंखुड़ियों से रगड़ने लगी फिर अपनी ज़ुबान से सक करना शुरू किया तो काया ने दिया के बालों को मुठियो में जकड़ लिया क्यूंकि वह पूरी तरह गर्म हो चुकी थी…

    दिया काफ़ी देर तक बैठी सक करती रही लेकिन काया एक बार भी कम नहीं करी..

    काया ने दिया को उठने का इशारा किया..

    “एक्चुअली मेरा स्टैमिना बहुत है,,मैं जल्दी कम नहीं करती हूं..”काया ने शॉवर ऑन कर दिया…

    काया खुद में लगी आग में अब भी जल रही थी इसलिए उसने दिया से चिपकते हुए अपनी बॉडी उसके बॉडी से रगड़नी शुरू की…

    “हहहहहह…नहीं करो….ने मममम….मैं….मैं….”दिया कुछ बोल ही नहीं पाई क्यूंकि दिवार से लगाए काया उसके होंटो पर एक बार फिर टूट पड़ी थी…

    नाजाने कब रगड़ खाने की वजह से दोनों साथ में कम कर गई तो काया को सुकून सा महसूस हुआ..

    फिर शॉवर ले कर दोनों बाथरोब पहने निकली…

    काया ने जल्दी से पास्ता बनाया और दोनों ने जैसे तैसे कर खाया फिर बेड पर जाते ही दोनों सोगई…

    “सॉरी….!!काया नींद में बड़बड़ाई..

    इट्स ओके…पर मैं तुम्हे कभी छोड़कर नहीं जाउंगी लव यु…!!दिया उसके बाज़ू पर सिर रखे बेखबर सोगई…

    दोनों की अजीब कश्ममकश भरी मोहब्बत की शुरुआत होगई थी..

    𝐓𝐡𝐞_𝐄𝐧𝐝.....❣️