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Craving Her Nights 🔥Lesbian Love Story(Completed)

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Fictitious Writer| Falak

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Description

कहानी दो मोहब्बत में डूबी हुई लड़कियों की जिन्हे मोहब्बत के आगे कुछ नहीं दिखाई देता है... गोहर जो मिना की बॉस है उससे प्यार कर बैठी और दोनों मोहब्बत में दीवानी होगई,एक दूसरे को पाने का जूनून और चाहत..🔥🔥 वही मिना की दोस्त तमन्ना और झिलमिल अपन...

Total Chapters (7)

Page 1 of 1

  • 1. Craving Her Nights🔥Chap_1

    Words: 795

    Estimated Reading Time: 5 min

    "This is an 18+ story that contains mature themes and intimate content. It is a lesbian (GL) romance, meant for a mature audience only."

    मिना जैसे ही ऑफिस के वाशरूम में गई तो अजीब आवाज़े आती सुन चौंक गई…

    मिना को लेकिन ज़ोर की लगी थी इसलिए वह हिम्मत कर गई तो देखा तमन्ना और झिलमिल बुरी तरह एक दूसरे से लिपटे किश कर रहे हैँ..

    “ये दोनों भी कहीं भी शुरू हो जाते हैँ…!!मिना वाशरूम के दरवाजा लॉक कर चली गई और ज़ब वापिस आई तो उसने चेहरे पर हाथ रख लिया क्यूंकि झिलमिल की स्कर्ट को निचे खिसकाये तमन्ना झुक कर सक कर रही थी..

    “गर्ल्स शेम ऑन यू….!!
    अगर कोई आगया तो…!?
    मिना गुस्से से बोलती हुई चली गई…

    तमन्ना ने मिना को जाते हुए देखा और कहा..”डोंट वरी बेबी कोई नहीं देखेगा…!!

    झिलमिल मदहोश में बोली…”मममम प्लीज लव मी…!!
    तमन्ना मुस्कुराई और वापिस से झिलमिल की तरफ मुड़ी उसके बालों को मुठियो में जकड़े उसके शर्ट के बटन खोल चूमने लगी..

    मिना वापिस से केबिन में आई और फाइल्स लिए बॉस के कमरे की तरफ बढ़ गई…

    “बॉस मय आई कमिंग….मिना बोली तो अंदर से सर्द आवाज आई..

    “यस कम इन….!!

    मिना अंदर चली आई तो सामने होंटो में सिगरेट दबाये बैठी गोहर की हरि आँखे मिना पर टिक गई…
    गोहर सर्द आवाज में बोली…”बोलो क्या कहना है…”

    मिना गड़बड़ा गई और सामने फ़ाइल रख के बोली…”बॉस ये फ़ाइल चेक कर लीजिये,,मैंने अजित सर की मीटिंग्स और बाकि सब अच्छे से प्रेपर कर दिया है..”

    गोहर आँखों से चश्मा उतार कर बोली..”सीट….!!

    मिना घबरा के बैठ गई…
    गोहर उठी और उसके करीब आई और बोली…”ये फ़ाइल मैंने कल मांगी थी वह भी ये काम मिस झिलमिल के अंडर था तो फिर आप बिच में कहाँ से आगई…!!

    मिना का हलक सुख गया और वह बोली..”बॉस झिलमिल की तबियत कुछ खराब होगई तो मुझे इमरजेंसी में सब प्रिपरेशन करनी पड़ी…”

    मिना को खुद पर गुस्सा आगया…

    गोहर अचानक से पूछ बैठी…”तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड है…!?

    “ज..जी न..नहीं….!!मिना घबरा गई अचानक ये सवाल क्यों किया…

    “ओके…फिर पनिशमेंट के लिए तयार हो जाओ क्यूंकि मुझे नहीं पसंद की ऑफिस में धान्दलीबाज़ी हो…”
    मिना ने डर से सिर झुका लिया..

    “सॉरी बॉस…!!

    “इट्स ओके….पर सज़ा तुम दोनों को बराबर की मिलेगी…अपनी दोस्त झिलमिल से कह देना की आज से तुम्हारे सब काम वह करेगी और तुम…
    गोहर उसके करीब झुक गई और उसके बालों को साइड कर गालो को चुम लिया तो मिना चौंक गई और उसके गाल लाल पड़ गए…

    “तुम्हे भी सज़ा मिलेगी…कॉमन स्प्रेड योर लेग्स…!!गोहर उसके गर्दन पर उंगलियां चलाती हुई सीने तक आई फिर उसके पेट को गुदगुदाने लगी….

    “जल्दी करो…तुम्हारी गोरी टांगे को मेरे कंधो पर रखो भी…!!गोहर उसके बालों को पीछे खींच गई और फाॅर्सफुल्ली उसके होंटो को अपनी ज़ुबान से चाटने लगी….
    मिना के पूरी बॉडी में करंट सा दौड़ गया और उसे बहुत अच्छा सा फील होने लगा…

    गोहर मुस्कुराई और अपनी स्कर्ट उतार कर मिना के सामने खड़ी होगई…
    मिना की सांसे ही थम गई और वह गोहर के मोटे मोटे थाई को ललचाई नज़रो से देखने लगी…..
    गोहर ने अपनी रेड पैंटी भी उतार दी और टांगे फैला कर कॉच पर बैठ गई..

    “मिना मेरी जान जल्दी से कुछ करो…अब उंगलियां भी मेरी दर्द करने लगी है,,जबसे तुमको देखा है तब से यही हालत बनी हुई है…!!
    मिना का गला सूखने लगा और वह झुक कर बैठ गई….
    अपने चेहरे को दोनों टांगो के बीच लाके उसने सोंधी सी खुसबू साँसो में उतारी और अपनी ज़ुबान से प्यार किया तो गोहर सीहर उठी और मिना का चेहरा अपने टांगो के बिच कसके दबा लिया तो मिना तेज़ी से अपनी ज़ुबान से लीक करने लगी…
    और गोहर ने मुंह पर हाथ जमा ली ताकि सिसकियाँ बाहर ना निकले…
    गोहर बुरी तरह छटपटाने लगी और कॉच पर गिर कर तेज़ तेज़ सांस लेने लगी..
    मिना नज़रे उठाकर गोहर को देखती और जोश में लीक करने लग जाती…
    गोहर का बदन अकड़ा और सफ़ेद मलाई गहराई से निकल पड़ी….
    तब जाके गोहर शांत हुई…

    ऑफिस ऑवर खतम होगया था और बॉस के परसनल रूम में शॉवर के निचे गोहर खड़ी थी और पीछे से मिना खड़ी अपनी उंगलियों से गोहर को संतुष्ट कर रही थी…
    फिर गोहर पलटी और दोनों के ज़ुबान की मिठास एक दूसरे ने चखी…

    मिना मुस्कुराई और सिसकने लगी क्यूंकि गोहर ने मुठियो में उसके गहराई को भर लिया था और बेदर्दी से तीन उंगलियां अंदर डाल तड़पाने लगी थी…

    “अह्ह्हह्ह्ह्ह बॉस….प्लीज….अहहहहहहहहहहहह….

    गोहर ने तेज़ी से उंगलियां बाहर की और कहा…”बॉस नहीं सिर्फ गोहर समझी…मेरी जान…!!

    “जी….!!मिना झुकी गोहर के बूबीज़ को हाथों में लिए मसलने लगी तो गोहर खिलखिलाती हंसी के साथ हँस पड़ी…
    गोहर फिर मिना को साथ में बाथटब में ले आई और उसके निपलस को दांतो के बिच काटती ही रही…
    मिना की सिसकियाँ बहुत तेज़ी से निकल रही थी..

    Continued…

  • 2. Craving Her Nights🔥 Chap_ 2

    Words: 1033

    Estimated Reading Time: 7 min

    झिलमिल और तमन्ना सोच में गुम बैठी थी ज़ब मिना रूम में शॉवर लिए आई..

    “तुम दोनों की बेवकूफ़ी की वजह से आज मुझे बल्ली का बकरा बनना पड़ा और अब तो तुम्हे बॉस ने ससपेंड कर दिया है..!!

    झिलमिल मिना के करीब आई और बोली..”क्या…हमें ऑफिस से निकाला गया ये हम समझ रहे हैँ पर बॉस ने तेरे साथ क्या किया…!?

    मिना झिझकते हुए बोली..”तुम्हे तो पता ही होगा की बॉस सिंगल है और उन्होंने अभी तक शादी नहीं की….और आज आज मैं भी जज़्बात में बेहह गई यारर…”

    तमन्ना गहरी सोच में डूबी रही और मिना को गौर से देखने लगी जिसके होंट लाल पड़ रहे थे और गर्दन पर भी कई जगह लाल लाल निशान थे…

    “हम्म्म समझ गई क्या उन्होंने तेरे साथ कोई ज़ोर ज़बरदस्ती की…!!तमने के सवाल पर झिलमिल भी घबरा गई..

    मिना शर्मा कर बोली..”ज़ोर ज़बरदस्ती नहीं यारर पर तुझे मैंने पहले भी कहा था ना उनकी नज़र मुझपर कई दिनों से थी,,उन्होंने कई बार इशारो में भी मुझसे अपनी ख्वाहिश पूरी करने को कहा था पर मैं नज़रअंदाज़ कर देती थी पर आज मैं भी बहक गई और उनके साथ….

    मिना बोलते बोलते चुप होगई तो झिलमिल हँस पड़ी..

    “ओह्ह्ह मतलब….तूने अपनी वर्जिनीटी लूज़ कर दी…ओहो चल पार्टी दे…!!

    तमन्ना भी सिर हिला कर बोली..”बेवकूफ़ इसमें बड़ी बात क्या है…मुझे भी पता है कि तू एक लेस्बियन है और इसमें ऐसी कोई शर्म आने वाली बात नहीं है अगर तुझे गोहर मेम पसंद है तो तू उनके साथ आगे रिश्ता कंटिन्यू कर सकती है..!!

    झिलमिल भी हाँ में हाँ मिलाने लगी और बोली..”प्लीज मीनू…प्लीज प्लीज अगर तू गोहर मेम से प्यार कर ले या या उनकी ज़रूरतें पूरी करते रहे तो इसमें हमारा भी फायदा है,,हमें हमारी जॉब वापिस मिल सकती है…”

    मिना खामोश रही और आज पूरे दिन की बातें सुन वह फिर धीरे धीरे खुद में गर्मी महसूस करने लगी..

    गोहर की नशीली हरि आँखे और उसकी उंगलियां पूरे बदन में अजीब सी तपीश पैदा कर रही थी..

    “अह्ह्ह नहीं….प्लीज मिना कण्ट्रोल….!!मिना ने खुद के धड़कते दिल पर हाथ रखा और बेड पर आँखे बंद कर लेट गई…

    झिलमिल उदासी से बैठ गई तो तमन्ना बोली..”डोंट वरी…गोहर मेम इतनी बुरी भी नहीं है,,मुझे उम्मीद है ये सिचुएशनशिप एक मज़बूत रिलेशनशिप में बदलने वाली है…!!

    मिना को अब अपने दिली जज़्बात को और ज़्यादा दबाना नहीं चाहिए…!!

    झिलमिल उठके अपने रूम में चली आई और तमन्ना भी उसके पीछे पीछे उसके रूम में आई और बोली..””सॉरी झील मेरी वजह से तेरी भी जॉब चली गई..”

    झिलमिल नरमी से मुस्कुराई और बोली..”नहीं तेरी कोई ग़लती नहीं है…ग़लती मेरी है जो मैं तुझे ज़बरदस्ती वाशरूम खिंच कर ले गई…!!

    झिलमिल एवरेज हाईट मगर गुदाज़ बदन रखने वाली मासूम और हँसमुख लड़की थी जो मिना की बेहद करीबी दोस्त थी और तमन्ना की गर्लफ्रेंड थी…

    तमन्ना ने उसका प्यार से माथा चुम लिया और कहा..”लव यु एंड डोंट वरी इतनी मैं अमीर तो हूं ही कि तेरा नखरा और खर्चा दोनों उठा सकूं..!!

    तमन्ना ने झिलमिल को गोद में उठा लिया तो झिलमिल उसके सीने से लग गई..

    तमन्ना झिलमिल के कानो में आहिस्ता से बोली..”तब अपने प्यार को वापिस से परवान चढ़ाये…!!

    झिलमिल के गाल शर्म से गुलाबी पड़ गए..

    “न…नहीं…अगर हमने ज़्यादा शोर किया तो मिना उठ जाएगी…”झिलमिल ना में गर्दन हिला गई तो तमन्ना शैतानी से मुस्काई और उसके गर्दन पर ज़ुबान फेरना शुरू किया जिससे झिलमिल आँखे मुंदे बेकरार हो उठी और तेज़ तेज़ सांसे लेने लगी..

    “कोई नहीं आज मैं ऊपर ऊपर ही प्यार कर लेती हूं…!!तमन्ना उसके कानो को दाँत से काट उसके होंटो पर आई और अपने होंटो को रगड़ा तो वह तड़प उठी और उसके हाथ पैर काँप उठे…

    तमन्ना जानबूझकर अपने हाथ को उसके पैंट से टकराती तो वह मचल उठती…

    “प्लीज…तमन्ना कुछ करो…मैं बुरी तरह गीली हो गई हूं…”झिलमिल ने मदहोशी में अपने शर्ट के बटन खोलने शुरू किये…

    तमन्ना उसके पैंट के ऊपर से ही मिडल फिंगर को कपड़े पर रगड़ने लगी…

    “हाहाहाहा…देख कितनी ज़्यादा गीली हो रही है…!!तमन्ना उसके पैंट के कपड़े को गीले होता देख हँस पड़ी और झिलमिल का कंधा पकड़ उसे बेड पर बिठाया और उसकी आँखों में झांका…

    झिलमिल धब से बेड पर गिर गई तो निचे झुक कर तमन्ना बैठी हुई उसका पैंट उतार कर निचे फर्श पर फेंक गई…

    फिर तमन्ना ने अपने पूरे कपड़े उतार कर निचे फेंक दिए और झिलमिल पर चढ़ आई…

    झिलमिल की सांसे ऊपर निचे हो रही थी…तमन्ना ने शिद्दत से अपने होंटो को उसके होंटो पर रख दिया चूमने लगी..

    झिलमिल तमन्ना के बूब्स को हाथों में लिए स्पर्श करती रही…

    तमन्ना अपनी टांगे उसके टांगो से लिपटाये रगड़ती तो झिलमिल उसके होंट छोड़ सिसकने लगती…

    “तमन्ना…प्लीज मत कर…तू ऐसा जानबूझकर क्यों करती है…मुझे तड़पा रही है सिर्फ…!!झिलमिल उसे खुद से दूर जाने की कोशिश में लग गई की तमन्ना ने ज़बरदस्ती उसके छोटे छोटे बूबीज़ को हाथों में पकड़ा और मसलने लगी और मुंह में लिए चूसती रही..

    “आहहहहहह…आहहहहहह ओह्ह्ह्ह गॉड….मत करररररर….जाननननन निकल जाएगी….अहहहहहहहहह…ल…लव यु…..लव यु…..प्लीज नहीं…मैं दो बार कम हो चुकी हूं…….

    ओहहहहहहहहज…मययय….!!

    झिलमिल की सिसकियाँ चीखो में बदल गई ज़ब तमन्ना उसके नावेल में दांतो से बाईट करने लगी..

    फिर वह पेट को उंगलियों से सहलाती रही और ज़ब निचे आई तो देखा झिलमिल बहह रही है…

    तमन्ना के मुंह में पानी भर आया और उसने ज़ुबान से चाट चाट कर साफ किया और लीक करने लगी तो झिलमिल फिर मोन करने लगी और अब की बार उसकी सांसे तेज़ी से बढ़ती रही..

    तमन्ना जल्दी से उसकी पंखुड़ी को सक कर रही और वही दूसरी तरफ ऊँगली डाल तेज़ी से अंदर बाहर कर रही थी…

    एक ज़ोरदार झटके के साथ उसके बॉडी अकड़ी और सफ़ेद मलाई निकल गई…

    झिलमिल तेज़ तेज़ सांसे लेती आँखे मुंद गई और सुकून से करवट बदल गई जहाँ तमन्ना ने उसे पीछे से बांहो में जकड़ लिया और उसके पीठ को चूमती ही रही…

    झिलमिल सोइ नहीं थी बस सुखद अंदाज़ में सांसे ले रही थी..

    तमन्ना अपनी कुर्ती पहने बालों का जुड़ा बना गई और उठके बैठी तो झिलमिल भी उसके गोद में सिर रख लेट गई..

    तमन्ना झिलमिल के बालों में हाथ फेरती रही और झिलमिल उसके प्यार में डूबी महकती रही…

    तभी अचानक तमन्ना ने झटके से उसे उठाया और उसका सिर अपने टांगो के बिच दबा लिया जिसपे दोनों हँस पड़ी…

    Continued…

  • 3. Craving Her Nights🔥Chap_3

    Words: 1498

    Estimated Reading Time: 9 min

    मिना ऑफिस तो आई पर बहुत घबरा रही थी,,उसे झिलमिल और तमन्ना के रेलेटेड भी गोहर से बात करनी थी…

    पर ना जाने क्यों उसे गोहर के सामने जाने से डर और शर्म जैसा महसूस हो रहा था…

    मिना बस ख़ामोशी से बैठी खटखट लैपटॉप की कीबोर्ड पर उंगलियां चलाती रही…

    वह गोहर से नज़रे मिलाने या उसके सामने जाने से बहुत ज़्यादा अंदर ही अंदर घबरा रही थी,,कल जो कुछ भी हुआ वह उसे शर्मिंदा कर रहा था…

    तभी मैनेजर ज्ञान आके बोले…”सब के सब दो मिनट में कॉन्फ्रेंस रूम में एखटा हुए,,बॉस कुछ ज़रूरी अनाउंसमेंट करना चाहती है…!!

    सब धीरे धीरे कॉन्फ्रेंस रूम में आए तो गोहर थ्री पीस सूट ओर महंगी घड़ी और नवाबो वाले ठाट बाट लिए पहली ही वहाँ मौजूद मैनेजर से बातों में लगी थी..

    डार्क न्यूड लिपस्टिक और कॉन्फिडेंस…प्लस हरि आँखे और सर्द चेहरा से वह सब एम्प्लॉय को एक नज़र देख रोलिंग चेयर पर बैठ गई…

    मिना ख़ामोशी से चुपके से एक कोने में बैठी हुई थी…

    “प्रोजेक्ट लादीन में आप लोगों ने….बहुत ही ज़्यादा…..मुझे निराश किया क्यूंकि जितना आप लोगों से एक्सपेक्ट किया था आप लोगों ने उस से भी ज़्यादा अच्छा किया है…..हमारी कंपनी टॉप रैंकिंग पर आगई और इन सब में आप सब का हाथ सो बिग थेंक्स….!!

    सब लोगों ने सुकून का सांस लिया और मुस्कान लिए एक दूसरे की तरफ देखने लगे क्यूंकि कुछ दिनों से वह सब बहुत टेंशन में प्रोजेक्ट लादीन में दिन रात लगे हुए थे…

    मिना भी ख़ुश हुई और नज़रे नीची किये उंगलियां मरोड़ती रही…

    “सो आज रात इसी ख़ुशी में एक पार्टी आर्गेनाइज की गई है,,आप सब इन्वाइटेड है…ज़रूर आना और एन्जॉय करना…!!गोहर की बात सुन सब एम्प्लॉय ने तालियां बजाई और उठके कॉन्फ्रेंस रूम से जाने लगे…

    मिना भी उठी और जाने लगी..

    “चलो अब रात की पार्टी में मिलते हैँ…हाँ…!!मिना उर्वशी से बात करती हुई आगे बढ़ने लगी,,गोहर की तिरछी नज़रे उसपे ही जमी हुई थी…

    “मिस मिना आप दो मिनट रुकिए…आपसे ज़रूरी बात करनी है…!!गोहर की आवाज पर मिना रुक गई…

    बाकि सारे लोग कॉन्फ्रेंस रूम से निकल गए तो मिना और गोहर ही रूम में अकेली रहगई…

    मिना ने गोहर के चेहरे की तरफ देखा जो सर्द भाव लिए खड़ी थी,,वह कल से बहुत अलग लग रही थी…

    “ज़रूर आप मुझसे नाराज होंगी…मैंने कल जो तुम्हारे साथ…

    गोहर की बात काट मिना झट से सिर झुका के बोली…”नो बॉस एक्चुअली ग़लती मेरी ही थी,,मैं जज़्बातों में बहह गई थी…”

    “ग़लती…आई सी…!!गोहर मिना के करीब आ खड़ी हुई और उसके झुके हुए सिर को ऊपर उठाकर कहा…”मैंने अपनी 30 साल की जिंदगी में कल पहली बार इतना खुलके एन्जॉय किया,,मैंने कई लड़कों को डेट करने की कोशिश की पर सब मुझसे डर के भाग जाते थे फिर मुझे समझ आया की नहीं मेरा इंट्रेस्ट लड़कियों में है पर ऐसी कोई लड़की पसंद ही नहीं आई जो दिल को भा सके पर ज़ब कल तुम्हारे साथ वक़्त बिताया तो मुझे लगा की तुम्हारे मामले में कितनी बेबस हूं…एक दम पागल होगई जो सिर्फ तुम्हे सोचे जा रही हूं…!!

    मिना को तो कुछ समझ ही नहीं आया..

    गोहर प्यार से उसके माथे को छूकर बोली…”तुम 25 या 26 की होगी लेकिन तुममें बहुत ही पेशन है और आई लाइक योर रफ़ साइड…!!

    मिना के गाल शर्म से तमतमा उठे…

    “एक्चुअली आई वांट योर थेरेपी….!!गोहर ने उसका हाथ पकड़ अपने सीने पर रख दिया तो मिना गड़बड़ा गई…

    “बॉस पर ये…मैं कैसे….!!??

    मिना सवाल बन गई तो गोहर हँस पड़ी और उसे गोद में उठाकर टेबल पर बिठा दिया…

    मिना का दिल तेज़ी से धड़कने लगा और गोहर को उसके यूँ शर्माने घबराने पर बहुत प्यार आने लगा…

    गोहर उसके गर्दन पर हाथ ले जाके बोली..”सॉरी बेबी पर तुम्हे देख मेरा कण्ट्रोल खुद से हट जाता है…”

    मिना थोड़ा पीछे खिसक गई तो गोहर बोली…”डरो नहीं तुम्हारी तरह मुझे काटने की आदत नहीं है…”

    गोहर ने अपने शर्ट के सामने के दो बटन खोले तो मिना ने वह निशान देखे जो उसने दांतो से बनाये थे..

    “सॉरी…सो सॉरी बॉस…!!मिना ने जल्दी से कहा तो गोहर हंसी और बोली…”यू आर सच ा क्यूटी…”

    फिर गोहर ने बहुत ही आराम से उसके होंटो को छुआ तो मिना की आँखे बंद होगई और वह गोहर के गले में बांहे डाल गई…

    मिना के शर्ट के अंदर गोहर की हाथ पहुंच गए…

    गोहर बहुत ही प्यार से उसके होंटो को स्मूच करती लबों से लबों को टकराती,,दोनों की तेज़ सांसे रूम की फिज़ाओ को महका रही थी..

    “ओके वन मोर टाइम….प्लीज….प्लीज…!!गोहर मिना स्कर्ट को निचे उतार कर बैठ गई..

    मिना के दोनों थाई के बिच खूबसूरत फूली हुई गुलाबी पंखुड़ियों से रस टपक रहा था…

    मिना थोड़ा झिझक रही थी लेकिन गोहर झुक कर आराम से बैठ गई और अपने बालों को जुड़े में बांधा और प्यार से ऊँगली से थाई को सहलाने लगी…

    “बॉस प्लीज जल्दी कीजिये कोई आ जायेगा…!!मिना को डर लगा हुआ था…

    “यहाँ कोई नहीं आएगा डोंट वरी बेब…अच्छे से टांगे फेलाओ यूँ शर्माओ नहीं,,भूल गई कल…..

    गोहर ने उसे चेयर पर बिठाकर उसके एक टांग को अपने कंधे पर रख लिया…

    “अअअअअ…अन्नन्नह्ह्ह…ब…बो ..बॉस…टेक इट इजी…..अह्हह्ह्ह्ह….

    गोहर दो उंगलियां डाले भरपूर तरिके से सफ़ेद गाढ़ी मलाई को निकाल रही थी…

    फिर अपना चेहरा करीब कर अपनी ज़ुबान दोनों साइड से रस पिने लगी…

    “अह्ह्ह्ह….अह्ह्हह्ह्ह्ह…माय…यस….यस सक….सक इट….अह्ह्ह हहहहहहह….उम्मम्मम्म….

    मिना के मुंह से सिसकियाँ तेज़ होगई क्यूंकि गोहर की ज़ुबान तेज़ी से गुदगुदा रही थी…

    मिना ज़्यादा बर्दास्त नहीं कर पाई और थोड़ी ही देर में गोहर के मुंह में ही कम कर गई….

    “युप्प्प….माय हॉट बेबी….!!गोहर रुकी नहीं और तेज़ी से सक करने लगी…

    मिना को लगा था गोहर उसे जाने देगी लेकिन उसे समझ आने लगा की ऐसा उसका कोई इरादा है नहीं बलकी इतनी बेरहमी से उंगलियों को गहराई तक ले जाती की उसकी सांसे ही अटक जाती…

    “बो….बो…प्लीज बॉस होगया….!!

    “मेरा नहीं हुआ….मुझे बचपन से एक बात सिखाया गया है कि अपने खाने को अधूरा नहीं छोड़ते सो मैं कम्पलीट नहीं हुई सो थोड़ा और बर्दास्त करो…!!गोहर ने ज़ुबान सख्त कर अंदर डाली तो मिना का बदन काँप उठा और वह गोहर के बालों को सख्ती से पकड़ गई क्यूंकि सटिस्फीएड वाली फिलिंग प्लस अजीब सा सुरूर पूरे बदन में छा रहा था..

    थोड़ी देर बाद मिना पूरी की पूरी छूट गई इतना की गोहर के शर्ट तक गीली होगई…

    “डेट्स माय गर्ल…!!गोहर होंटो पर ज़ुबान फिराती हुई उठ खड़ी हुई और मिना को बांहो में भर लिया जो बेकाबू सी हुई तेज़ तेज़ सांसे ले रही थी…

    “शशशश…मेरी जान कुछ नहीं…कुछ नहीं हुआ है,,तुम्हारी वर्जिन बॉडी मुझे एक्सेप्ट कर चुकी है…!!गोहर ने मिना के टांगे कांपती हुई देखि तो मुस्कराई..

    “इतनी नाजुक हो…कल तो बहुत जूनून और गर्मी दिखा रही थी…आज क्या हुआ…!?

    गोहर मिना के गर्दन पर बेताबी में होंट रख चुम रही थी…

    गोहर थोड़ी देर बाद वाशरूम से शॉवर लिए निकली…

    गोहर ने मिना की तरफ देखा जो पूरी गीली हुई पड़ी थी..“तुम भी जाओ…!!

    मिना वाशरूम गई और शॉवर के निचे खड़ी खुद में जलती आग को शांत करवाने लगी..

    ये गोहर का परसनल केबीन में बना रूम था..

    “उफ्फ्फ मुझे…मुझे उन्हें रोकना चाहिए था…मैं उनके साथ साथ बहकती ही जारही हूं अगर ऐसा चलता रहा तो…उफ्फ्फ क्या करू मैं…कुछ समझ नहीं आरहा है…!!

    मिना ने खुद को आईने में खुद को बाथरोब पहनते हुए देखा…

    गर्दन और होंट लाल पड़ रहे थे और बदन पूरा जल रहा था…

    मिना का फिगर बहुत गजब था,,लम्बे बाल जीनसे पानी की नन्ही बुंदे टपक रही थी ऊपर से उजला दूधिया रंगत और शर्माने की आदत….वह बहुत हसीन थी बहुत ज़्यादा…

    मिना बालों को आईने के सामने खड़ी ड्राई करती रही ज़ब गोहर मोबाइल में बात कर रही थी..”नो…आज के सब मीटिंग केन्सिल करदो और हाँ नाईट पार्टी में एन्जॉय करना बाय…!!

    फिर गोहर मिना के पास आई पीछे से कमर से पकड़के बोली..”सब पार्टी में एन्जॉय करेंगे क्यों ना हम यही रुक कर एन्जॉय करे..”

    मिना सोच में गुम होगई की क्या बोले तो गोहर उसके बाथरोब की डोरिया खींच के खोल गई,,मिना शर्म से कट के रहगई और गोहर ऊपर से निचे बस उसे ही घूरने लगी फिर करीब आके उसके होंटो को अपनी ज़ुबान से दस्तक देने लगी और बोबीज़ को मसलने लगी…

    मिना झटके में थी लेकिन गोहर पूरे होश ओ हवास में थी…

    मिना भी ज़्यादा देर कण्ट्रोल नहीं कर सकी और गोहर का बाथरोब भी खोल दिया फिर दोनों बुरी तरह एक दूसरे से लिपटी किश करती रही…

    जैसे तैसे कर बेड तक आई और मिना को धक्का देकर वह उसके चेहरे पर आके बैठ गई…

    “फक….फक फक….कॉमन….मिना….कॉमन….!!मिना उसे कमर से पकड़े रही और अपना ज़ुबान निकाल गोहर के अंदर सक करती रही…

    गोहर थोड़ी ही देर में झटके खाने लगी और निचे धब से गिर गई तो मिना जल्दी ही करीब आई और उसके बड़े बड़े बोबीज़ को मुंह में लिए सक करती रही तो कभी दांतो से काटती रही….

    दूसरी तरफ गोहर की तीन उंगलियां फिर मिना के नर्म हिस्से के अंदर पहुंच गई…

    “अह्हह्ह्ह्ह….अहहाह्ह्ह्हह्ह……बॉस….

    “कितनी बार कहूँ कॉल मि गोहर इडियट…!!गोहर तेज़ी से लगी रही और मिना सिसकते ही रही फिर दोनों एक दूसरे से सफ़ेद चादर में लिपटी होंट से होंट मिलाये खेलती रही…

    Continued…

  • 4. Craving Her Nights🔥 Chap_4

    Words: 1296

    Estimated Reading Time: 8 min

    मिना सोच में गुम होगई की क्या बोले तो गोहर उसके बाथरोब की डोरिया खींच के खोल गई,,मिना शर्म से कट के रहगई और गोहर ऊपर से निचे बस उसे ही घूरने लगी फिर करीब आके उसके होंटो को अपनी ज़ुबान से दस्तक देने लगी और बोबीज़ को मसलने लगी…
    मिना झटके में थी लेकिन गोहर पूरे होश ओ हवास में थी…
    मिना भी ज़्यादा देर कण्ट्रोल नहीं कर सकी और गोहर का बाथरोब भी खोल दिया फिर दोनों बुरी तरह एक दूसरे से लिपटी किश करती रही…
    जैसे तैसे कर बेड तक आई और मिना को धक्का देकर वह उसके चेहरे पर आके बैठ गई…

    “फक….फक फक….कॉमन….मिना….कॉमन….!!मिना उसे कमर से पकड़े रही और अपना ज़ुबान निकाल गोहर के अंदर सक करती रही…
    गोहर थोड़ी ही देर में झटके खाने लगी और निचे धब से गिर गई तो मिना जल्दी ही करीब आई और उसके बड़े बड़े बोबीज़ को मुंह में लिए सक करती रही तो कभी दांतो से काटती रही….
    दूसरी तरफ गोहर की तीन उंगलियां फिर मिना के नर्म हिस्से के अंदर पहुंच गई…

    “अह्हह्ह्ह्ह….अहहाह्ह्ह्हह्ह……बॉस….

    “कितनी बार कहूँ कॉल मि गोहर इडियट…!!गोहर तेज़ी से लगी रही और मिना सिसकते ही रही फिर दोनों एक दूसरे से सफ़ेद चादर में लिपटी होंट से होंट मिलाये खेलती रही…

    “प्लीज बॉस अब जाने दीजिये…ऑफिस टाइम होगया है…!!मिना थकान भरी आवाज में उठी और अंगड़ाई लेती हुई कपड़े पहनने लगे…
    कल पूरी रात गोहर ने उसे एक पल के लिए सोने नहीं दिया था..

    “ओके जाओ…!!गोहर उठी और बालों को बांधा और अपने सीने को सफ़ेद चादर से ओढ़े रखा…

    “सॉरी बॉस पर…!!

    “कितनी बार बोलू की बॉस नहीं…गोहर कहो ना…!!गोहर फिर से मूड में आगई..

    “सॉरी…अगेन सॉरी…!!मिना मुस्काई…
    अभी सिर्फ मिना ही अपनी वाइट शर्ट ही पहनी थी ज़ब गोहर ने उसे पीछे से बांहो में जकड़ते हुए कहा…”मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी…”

    मिना शर्मा गई…

    “मैं…मैं तुम्हे यूँही जिंदगी भर प्यार करना चाहती हूं…लव यु सो मच…!!
    तुम मेरे लिए जिंदगी भर काफ़ी हो…पता नहीं था तुम्हे पाकर मैं इतनी ज़्यादा दीवानी हो जाउंगी..”
    गोहर की बातें सुन मिना का दिल तेज़ी से धड़कने लगा…

    मिना को कुछ याद आया तो उसने झट से सिर उठाकर कहा…”गो…गोहर मेरी एक रिक्वेस्ट है…!?

    गोहर की हरि आँखों में दिलनशी मोहब्बत का इकरार उतर आया…

    मिना ने हिम्मत जुटा कर कहा..”प्लीज तमन्ना और झिलमिल की जॉब…मतलब आपने उन दोनों को गुस्से में फायर कर दिया था तो क्या आप उन्हें वापिस से जॉब पर रख सकती हैँ…
    आई प्रॉमिस अब वह दोनों ऐसी कोई लापरवाही नहीं बरतेंगी और हाँ..

    “शशशश…मेरी जान,,तुमने कहा और मैंने सुन लिया…!!गोहर ने उसके होंटो पर ऊँगली रख कर खामोश करवा दिया..

    मिना का सिर वापिस से झुक गया…”शुक्रिया…आपका बहुत शुक्रिया….आपने मेरी बात सुनी…!!

    गोहर मासूम बनती हुई बोली..”ऐसे शुक्रिया से काम नहीं चलेगा बल्कि मैं चाहती हूं की तुम्हारे होंट ये काम करें…”

    मिना समझ गई की गोहर क्या चाहती है…
    मिना एक लम्बी सांस ली और गोहर के चेहरे पर झुकती हुई अपने होंटो को उसके होंटो से होले से मिला दिया…गोहर तो बस इसी इंतेज़ार में थी…
    मिना का स्पर्श होंटो पर महसूस कर उसने मिना के शर्ट के बटन वापिस से खोलने शुरू किये…

    मिना गोहर के कंधे को पकड़े होंटो से होंटो को मिलाये किश कर रही थी,,वही गोहर उसे खुद के करीब करती हुई उस बिस्तर पर लेटा गई..

    “मिना….
    मिना….
    मुझे इजाज़त दो की आज तुम्हारे ज़िस्म का हर हिस्सा मेरे खुसबू से महक जाए…!!

    मिना गोहर के नशे में बहक गई थी…

    “आपकी ही हूं…जो करना है कीजिये…!!

    गोहर ने एक बार गौर से मिना को देखा जिसके सीने में छोटे छोटे बोब्ज़ दमक रहे थे…
    गोहर ने उसके गर्दन पर ज़ुबान फेराना शुरू किया फिर उसके सीने पर आई और मुंह में उसके बोबीज़ को लिए सक करने लगी तो मिना छटपटाने लगी….

    “अंम्म्म्म….उम्मम्मम्म…हम्म्म…गोहर…प्लीज…दो…डोंट….डु….!!
    गोहर ने और भी तेज़ी से सक करना शुरू किया और दांतो से काटने लगी…

    “गोहर…मैं बहुत थकी हुई हूं…कल पूरी रात….

    गोहर भारी साँसो के दरमियाँ बोली…”सच बताना तुम्हे मज़ा नहीं आया…!!

    मिना ने हाँ में गर्दन हिला दिया तो गोहर शरारत से उसके सामने हाथ मारती हुई बोली…”फिर…हाँ बोलो…तुम्हारी चिकनाई भरी गाढ़ी मलाई…मेरी फेवरेट है…!!

    मिना ने ना में गर्दन हिलाया…”दर्द करेगा…इसलिए मत करो…!!

    गोहर उसके नाजुकी हिस्से में हथेली रगड़ती हुई बोली..”तुम मेरी हो…वैसी ही मैं तुम्हारी…!!
    अह्ह्ह्ह देखो कल से मैं खुद दर्द में तड़प रही हूं…तुमने जो मेरे गर्दन और सीने पर काटा है,,पर मैंने बुरा नहीं माना क्यूंकि इतना तो नार्मल है…”

    मिना ने गोहर के सीने में बड़े बड़े दांतो के निशान देखे तो कल की अपनी हरकत याद कर गई…

    दूसरी तरफ तेज़ी से गोहर का हाथ रगड़ खाने की वजह से मिना गीली होगई…

    गोहर ने अपनी दो ऊँगली को थूक से गिला किया और ऊँगली को बेदर्दी से गहराई तक ले गई तो मिना की चीख गूंज गई…

    “अह्ह्ह्हह…अह्हह्ह्ह्ह…हहहह…सलो…आराम…प्लीज अहहहहहहहहहहहहह गोहरररररर….!!मिना की सिसकियाँ काफ़ी तेज़ थी और उतनी ही गोहर की उंगलियों की रफ्तार भी तेज़ थी…

    गोहर ने पूरी तरफ उसकी टांगो को अलग कर अपना चेहरा करीब कर ऊँगली तेज़ी से अंदर बाहर करती थी तभी मिना का बदन अकड़ने लगा तो गोहर रुकी और अपनी ज़ुबान से सक करने लगी…
    वह सक करती हुई उंगलियों का भी इस्तेमाल करती जिससे मिना बहुत ही तेज़ी से कम हो जाती..

    “ओह्ह…अह्ह्ह्हह….प्लीज नहीं….ये पागल…अह्ह्ह्ह मुझे झटके लगते है तो अजीब सुरुर मिलता है…
    गोहर सचमे आप बहुत ज़्यादा बेदर्द हैँ लेकिन जैसी भी हैँ बहुत प्यारी हैँ…!!

    गोहर रुक गई और मिना के होंटो को बुरी तरह चबाने और काटने लगी…

    “यू…यू….!!गोहर उसके गालो को मुठियो में जकड़े खुमारी से बोल रही थी..

    मिना ने कुछ नहीं कहा और प्यार से गोहर के पंखुड़ियों का मुंह खोले अपनी ज़ुबान से चूसने लगी…
    गोहर बहुत ही सुकून से आँखे बंद किये लेटी रही क्यूंकि मिना बहुत ज़्यादा जेंटल थी..
    लेकिन गोहर के सामने ज़्यादा वह टिक नहीं पाई और ज़ब वाशरूम में गई तो गोहर उससे अपना भारी बदन रगड़ती रही और टांगो आपस में मिलाये रगड़ती रही ज़ब तक दोनों छूट ना गई…
    फिर ज़ब नहा कर मिना वापिस ऑफिस गई तो वहाँ गोहर हाईनेक कॉलर पहने मिना को बार बार अपनी हरि आँखों से घूरती और बहाने बहाने से अपने केबीन में बुलाती…
    ज़ब गोहर से और ज़्यादा बर्दास्त नहीं हुआ तो उसने मिना को घसीट कर कोने ले गई और उसका स्कर्ट उतार कर तेज़ तेज़ उंगलियां करने लगी…

    दूसरी तरफ…

    झिलमिल वीडियो गेम खेल रही और तमन्ना झिलमिल को गुस्से में घूर रही थी क्यूंकि वह उसे आधे घंटे से इग्नोर कर सड़ा सा वीडियो गेम खेल रही थी…

    तभी तमन्ना का दिमाग़ सटका और उसने झिलमिल को उठाकर वही ज़मीन पर पटक दिया और उसके सीने को मसलने लगी…

    “तम…मन्ना…प्लीज…बेहेव….क्या कर रही है…!!
    झिलमिल तड़पी तो तमन्ना ने उसके टी.शर्ट को ऊपर किया और दोनों हाथों से बोबीज़ को पकड़े ज़ोर से मसलने लगी…

    “पागल…छोड़……..!!

    तमन्ना ने अपने कपड़े भी उतारे और झिलमिल का पैंट उतार दिया…झिलमिल ब्लैक पैंटी पहने हुए थी…
    तमन्ना ने गुस्से में कहा…”तीन दिन से तुझे बहुत छूट दे रखा है इसलिए मुझे इग्नोर कर रही है…!!
    झिलमिल ना में गर्दन हिला गई…

    तमन्ना ने ड्रवार से सेक्स टॉय को निकाला और झिलमिल की पैंटी उतार कर डुलडो झिलमिल के अंदर डाला तो वह चीख पड़ी..
    तमन्ना ने अंदर बाहर तेज़ी से करना शुरू किया तो झिलमिल आराम से सिसकियाँ लेती रही…

    “तम..तमन्ना तुम्हारी उंगलियां इससे ज़्यादा अच्छा सटिस्फीएड करती हैँ…!!झिलमिल बोली तो तमन्ना ने उसके पीछे हलका सा चाँटा मारा तो वह हँस पड़ी..

    “मैं भला क्यों तुझे इग्नोर करने लगी,,मैं तो बस जॉब की टेंशन में हूं..!!झिलमिल ने मुंह बना लिया..

    “अब्बे तो किसने बोला फालतू की टेंशन ले और मुझे इग्नोर कर…!!तमन्ना ने झिलमिल के गालो को चूमना शुरू किया..
    झिलमिल ने अपनी ज़ुबान तमन्ना के होंटो पर घुमाई तो वह बेकरार हो उठी और तेज़ी से उसकी ज़ुबान को चूसने लगी…
    झिलमिल उसके गले लग गई और प्यार से चिपकी रही…


    Continued…

  • 5. Craving Her Nights🔥 Chap_ 5

    Words: 968

    Estimated Reading Time: 6 min

    मिना थकी हुई ऑफिस आई और कामों में लगी और झिलमिल को कॉल लगाके उसकी जॉब की खुसखबरी सुनाई की तमन्ना और उसकी जॉब अब भी सही सलामत है कल से दोनों ज्वाइन कर सकती है..

    इधर गोहर मिना के नशे में ही डूबी थी,,मिना ही सिर्फ दिमाग़ में घूम रही थी लेकिन उसने लैपटॉप ऑन कर फाइल्स रीड करना जारी रखा…

    मिना थोड़ी देर बाद कॉफ़ी लिए गोहर के केबीन में आई और झुक कर बोली…”थेंक्स गोहर…तमन्ना और झिलमिल की नौकरी दुबारा उन्हें देने के लिए…!!

    गोहर सिर्फ मुस्काई लेकिन उसकी हरि नज़रे मिना के बदन में टिकी थी जो खिलखिला के उसे अपनी तरफ दावत दे रही थी..

    “मिना ऑफिस टाइम के बाद मुझसे मिलना तुमसे प्राइवेट में स्पेशल मीटिंग करनी है…!!गोहर बोल कर उसके गालो को पकड़े चुम गई तो मिना शर्मा गई और बाहर केबीन से बाहर निकल आई…

    दूसरी तरफ ज़ब झिलमिल ने तमन्ना को वापिस से जॉब मिलने को कहा तो वह मुस्करा पड़ी..

    “मैं तो कहती थी कि मिना बॉस को राज़ी कर ही लेगी लेकिन तू ही थी जो डिप्रेशन में चली गई थी..”तमन्ना हंसी…

    झिलमिल बोली…”हाँ यार सही कहा पर चल अब कोई नहीं…अब वापिस से जम कर काम करेंगे…”

    तमन्ना झिलमिल की ख़ुशी देख अंदर तक सुकून में चली गई…

    झिलमिल उसकी बांहो से लिपट गई और तमन्ना का हाथ अपने सीने पर रख बोली…”आज मैं बहुत ख़ुश हूं…इसलिए मैं चाहती हूं तू इस ख़ुशी को और बढ़ा,,मुझे प्यार कर…”

    तमन्ना तीखी मुस्कान के साथ बोली…”सोच ले फिर बाद में पछताना मत…”

    झिलमिल को जैसे कोई डर और चिंता ना हो…उसने अपने बालों को चेहरे से पीछे किया और तमन्ना के होंटो पर अंगूठा रगड़ने लगी,,तमन्ना बस झिलमिल को मीठी नज़रो से घूरती रही…

    तमन्ना ने हलके हलके हाथों से झिलमिल के बोबीज़ को कपड़ो के ऊपर से ही दबाना शुरू किया…

    झिलमिल और तमन्ना के होंट एक दूसरे से जुड़ गए और दोनों पागलों की तरह एक दूसरे को चूमने लगी…

    दोनों को कोई होश ना था बस एक दूसरे में गुम होगई थी…

    तेज़ी से होंट से होंट मिलाये चुमे जा रही थी फिर तमन्ना ने झिलमिल के निचले होंटो को चूसना शुरू कर दिया…

    झिलमिल ने अपनी ज़ुबान बाहर निकाली तो तमन्ना ने अपने ज़ुबान से रगड़ खाते हुए टकराया और साथ ही साथ चूसती भी रही…

    फिर तमन्ना उसके गालो में काट कर झिलमिल से दूर हुई तो वह अजीब नज़रो से देखने लगी…

    तमन्ना ने प्यार से कहा…”सिर्फ ऊपर ही ऊपर…निचे भी तो आने दे मेरी जान…!!

    झिलमिल उसकी बातें समझ अपना हॉफ पेंट उतार कर आराम से खड़ी मटकने लगी…

    वह जानबूझकर कर रही थी ताकि तमन्ना सेडूस हो सके और तमन्ना तो अंदर ही अंदर तड़प तड़प कर मरे ही जा रही थी..

    “बस बस होगया और अपनी अदाओं से जान ना ले…!!तमन्ना ने अपनी कुर्ती भी उतार फ़ेंकी फिर बिस्तर पर आ बैठी…

    झिलमिल की टांगे फैलाई और कमर के निचे तक्या रख दिया ताकि उसे ज़्यादा तकलीफ ना हो…

    झिलमिल ने अपने पैर से तमन्ना के सीने को छुआ तो तमन्ना उसके पैर को पकड़े चूमने लगी और चूमते चूमते वह उसके मोटे मोटे थाई की तरफ आई और ज़ुबान निकाल कर चूसने लगी…

    झिलमिल ने बेडशीट मुठियों में जकड़ ली और सुखद अंदाज़ में आँखे बंद कर ली…

    फिर तमन्ना उसके थाई से होते हुए गुलाबी नाजुकी हिस्से में आई तो झिलमिल ने उसका सिर टांगो के बीचो बिच दबा लिया..

    “अब तो तेरी उंगलियां ही मुझे संतुष्ट करवा सकती है…”झिलमिल बात सुन तमन्ना ने धीरे से अपनी ज़ुबान उसके पंखुड़ियों में गाड़ दी तो वह सिसकने लगी..

    तमन्ना आज बड़े ही प्यार से उसके सॉफ्ट स्पॉट को सक कर रही थी तभी झिलमिल बहह निकली तो उसने दो ऊँगली गहराई में डाली और तेज़ी से अंदर की तरफ दबाओ बढ़ाने लगी…

    “अह्ह्हह्ह्ह्ह…उमममममममम…मममम…अहह….हहहहह…हुननननन……ममम…!!झिलमिल की सिसकियाँ तेज़ी से बढ़ने लगी…

    तमन्ना अपनी ज़ुबान को तेज़ी से चलाने लगी और अब वह उसकी पंखुड़ी को होंटो के बिच दबा कर चूसने भी लगी…

    दूसरी तरफ उसकी खुद भी हालत बिगड़ने लगी और वह खुद भी झटके खा कर कम होगई…

    झिलमिल बहह गई थी इसलिए शांत थी…

    तमन्ना ने प्लाज़ो को उतारा और झिलमिल से बोली…”सिर्फ रगड़ दे ताकि अंदर लगी आग सर्द पड़ जाए…”

    झिलमिल को अच्छा मौका मिला और वह उसे बेड पर लिटाये खुद ऊपर आई और तमन्ना के फुले हुए गुलाबी पंखुड़ी को रगड़ने लगी…

    तमन्ना आँखे बंद कर खुद के अंदर बेचैनी को महसूस कर रही थी…

    वही झिलमिल ने अपने थूक से ऊँगली को गिला किया और तेज़ी से रगड़ने लगी…

    झिलमिल ने महसूस किया कि तमन्ना बहुत ज़्यादा सटीमिना रखती है,,वह बहुत देर में कम हुई…

    फिर झिलमिल उसके सीने से लगी तो तमन्ना ने उसे बांहो में जकड़ लिया और दोनों टांगे एक दूसरे से लिपटाये शरीर रगड़ने लगी…

    इसमें दोनों को मज़ा आने लगा…

    “अह्ह्ह्हह…झिल….हाययययय…..!!तमन्ना की सांसे तेज़ होगई वही झिलमिल का बदन कपकपा उठा…

    ज़ब ज़्यादा झिलमिल से बर्दास्त नहीं हुआ तो तमन्ना के बोब्ज़ को मुंह में लिए सक करने लगी तो कभी काट भी लेती…

    “वाह्ह आज तुझमे बड़ा जोश दिखने को मिला…हमेशा ऐसी ही रहना…!!तमन्ना उठ बैठी तो झिलमिल भी बेडशीट लपेटे उसके होंटो पर वापिस से टूट पड़ी…

    तमन्ना का हाथ भी उसके पेट से फिसल कर गहराइयों तक चला गया…

    झिलमिल किश ब्रेक कर तमन्ना की आँखों में देखने लगी जिसमें शरारत चमक रही थी…

    झिलमिल ने कसके तमन्ना का बाज़ू थाम लिया तो तमन्ना तेज़ी से तीन उंगलियां डाले अंदर बाहर करती रही…

    झिलमिल बुरी तरह मचलने लगी और पूरी ताकत से तमन्ना को रोकना भी चाहा लेकिन कोई फायदा ना हुआ…

    बल्कि वह इतनी तेज़ी से बहह निकली की पूरा बेडशीट गिला होगया…

    झिलमिल ने तमन्ना को कसके गले लगा लिया और बोली…”थेंक्यू…एंड लव यु…मुझे तेरा ये प्यार बहुत अच्छा लगता है…”

    तमन्ना ने उसका माथा चुम लिया क्यूंकि झिलमिल सटिस्फीएड होकर बिस्तर पर उसके साथ लगी लेट कर गुनगुना रही थी…

    Continued…

  • 6. Craving Her Nights 🔥 Chap_ 6

    Words: 1189

    Estimated Reading Time: 8 min

    झिलमिल और तमन्ना ने दूसरे दिन से ही ज्वाइन कर लिया और इस बार दोनों ने पूरे लगन के साथ अपना काम करना जारी रखा…
    वही गोहर मिना की बांहो की आदि होगई थी,, उसे मिना से वह हर कुछ मिला जो उसे इतने सालों मे कभी ना मिला था..

    लेकिन गोहर काम को लेकर बहुत सीरियस रहती थी पर अब मिना को रोज़ ऑफिस मे देख दिल बेकाबू सा हो जाता था…

    मिना आज ज़ब बैठी तमन्ना से प्रेजेंटेशन पर डिसकस कर रही थी तभी गोहर ने ऊँची आवाज मे कहा…”मुझे ये प्रेजेंटेशन बहुत पसंद आया,, मैं तुम दोनों की मेहनत की तारीफ करती हूं और झिलमिल तुम…
    झिलमिल घबरा गई..

    “तुमने खुद मे काफ़ी बहतर प्रोग्रेस किया है…गुड हमेशा यूँही रहना क्यूंकि देखो,, मेरा परसनल एक्सपीरियंस यही कहता है कि अगर तुम स्कूल या कॉलेज या फिर किसी ऑफिस मे क्यों ना हो,, जहाँ पर भी हो पहले वहाँ के कामों मे पूरी तरह फोकस करो तभी कामयाब होगी…”

    झिलमिल मुस्काई…
    “यस बॉस…अब आपको मेरी तरफ से कोई शिकायत नहीं मिलेगी…मैं अपना इस ऑफिस मे अपना बेस्ट करूंगी..”

    “गुड…इम्प्रेसिव…”गोहर की ज़ुबान से तारीफ सुन झिलमिल सिर झुका कर कॉन्फ्रेंस रूम से बाहर निकल गई..
    मिना और तमन्ना दिल से झिलमिल के लिए बहुत ख़ुश थी..

    “हेय तमन्ना और मिना…मुझे अच्छे से प्रेजेंटेशन एक बार और एक्सप्लेन करदो ताकि मैं मी.तनुज से प्रोजेक्ट पर बात आगे बढ़ा सकूं…”

    “यस बॉस…!!तमन्ना और मिना उठके गोहर के करीब जा बैठी…
    तमन्ना एक एक पॉइंट को अच्छे से एक्सप्लेन कर रही थी,, वही मिना कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री से मिलने वाली प्रॉफिट एंड लॉस बता रहीं थी..

    गोहर की नज़र बार बार मिना के हिलते लबों पर अटक जाती,, गोहर के तरफ झुके मिना की खुसबू साँसो मे उतार रही थी..
    तमन्ना हर बात से अनजान बस फाइल्स से प्रेजेंटेशन पढ़ रही थी..

    गोहर ने भी बात करते हुए मिना की तरफ झुक कर उसके कमर के निचे सहला दिया…ये इतने अचानक हुआ कि मिना सीहर उठी और गोहर की हरि आँखों मे देख इंकार कर गई..

    “अभी नहीं गोहर…खुद पे कण्ट्रोल रखो…”

    गोहर की हरि आँखों मे मोहब्बत का तूफान उमड़ने लगा…
    “प्लीज…मीनू…इतने दिन से कामों मे हम बिज़ी हैं,, आज हमें थोड़ा सा वक़्त मिला है..”
    दोनों की आँखों आँखों मे बातें होने लगी…
    गोहर की खूबसूरत हरि आँखे से मिना बस फिलहाल बचना चाहती थी…

    तभी बात करते करते गोहर ने पेन निचे गिरा दी..

    “ऊप्स सॉरी…कोई नहीं मैं उठा देती हूं..”गोहर झुकी और मिना के टांगो मे चुटकी भर गई..

    “आओच…!!!
    मिना चिखी तो तमन्ना उसे अजीब नज़रो से देखने लगी..

    “इज़ एवरीथिंग ओके…!?गोहर जानबूझकर उसके माथे पर अपनी सर्द हथेली रख नाटक करने लगी..

    “नाहहह आई एम टोटली फाइन बॉस..!!मिना ने नाराज़गी से मुंह फुला लिया..

    “आह थेंक्स…तमन्ना अब तुम जाओ बाकि का मैं मिना से समझ लुंगी मतलब वह मुझे सब डिटेल्स दे देगी..”गोहर की बात सुन तमन्ना भी एक बड़ी स्माइल से साथ बाहर चली गई..

    “इतना नखरा…”गोहर मिना के करीब आई और उसे बांहो मे जकड़ गई..

    मिना का मुंह फुला रहा..“सबके सामने नहीं…गोहर मैंने कहा था ना लोग ग़लत सोचते हैँ…”

    “इट्स ओके…सोचने दो यारर…”गोहर उसके बांहो मे समा गई..
    मिना को दो पल सुकून के मिले और सब थकान भी उतरती हुई महसूस हुई..

    “इतने दिन से बस तुम्हे सोच सोच कर गीली हो रही हूं…अब तू ही कुछ कर…!!
    गोहर ने जैसे कहा मिना ने उसे वापिस से अर्मचेयर मे आराम से बिठाया..फिर उसके पैरो से उसके हाईहिल खोलने लगी तो गोहर बोली…”ये क्या कर रही हो,,मैंने तुमसे सचमे प्यार किया है इसलिए…याद रखना तुम मेरे लिए बहुत अहम हो और कभी भी मेरे पैरो से जूते या हिल वगेरा खोलने की ज़रूरत नहीं है…लव यु डम्मी…”

    मिना प्यारी सी मुस्कान लिए गोहर के गोद मे सिर रख गई..

    “लव यु टू…मुझे नहीं पता पर अब हाँ मोहब्बत सी होने लगी है…”मिना की बात पर गोहर का मन भर आया और वह वही झुक कर मिना को कसके सीने से लगा गई…

    “लव यु….यु….मेरी…मेरी मीनू…सिर्फ मेरी…से यू लव मी…जस्ट से…”गोहर अचानक ही बदन मे गर्मी सी महसूस करने लगी और मिना के सीने को ज़ोर पे दबाओ डालने लगी..

    “यस आई…आई लव यु…”मिना भी हाँफने लगी..
    मिना उसकी बिगड़ती हालत समझ कर जल्दी से अपनी शर्ट उतार गई..
    गोहर उसके छोटे गुलाबी बोबीज़ को देख टूट पड़ी…
    मुंह मे बोबीज़ को लिए सक करती रही,,फिर उसके ब्राउन निपलस को दांतो से बाईट करने लगी तो मिना सिसकने लगी..

    “मेय आई कम..इन….!!बाहर से कुणाल की आवाज पर दोनों को होश आया..

    कुणाल गोहर का सेक्रेटरी था इसलिए गोहर ने अपना हुलया सही करते हुए आवाज लगाई…

    “जी कुणाल बोलिए क्या हुआ…!?

    कुणाल ने जल्दी से कहा…”मेम हमें NH 17 वाली रिपोर्ट आज ही जमा करनी है..”

    गोहर का सारा मूड खराब होगया…

    “ओके मैं शाम तक फाइल्स भिजवाती हूं…जाओ अभी तुम..”गोहर ने माथे पर ऊँगली फिराई..

    मिना जल्दी से बोली..”मुझे पता था कि RD कम्पनी आज ही वह फ़ाइल मांगने वाली है इसलिए मैंने आधा काम कर रखा है…बस थोड़ा सा बाकि है…मैं वह भी कम्पलीट कर लुंगी…”

    गोहर ने कुछ भी नहीं कहा और मिना अपना हुलया सही किये…
    फाइल्स पर मगज़मारी करने लगी,,वह जल्दी जल्दी चेक कर डेटा एंट्री कर रही थी…
    गोहर बस कॉफ़ी पी रही थी फिर घूम फिर कर 15 मिनट बाद वह मिना के करीब आ खड़ी हुई..
    और पीछे से ही उसके बैक को अपने कमर से स्टाये आगे पीछे करने लगी…

    फिर ज़ब दिल ना भरा तो उसके ब्राउन स्कर्ट मे हाथ डाल गई…

    “अह्ह्ह बस काम कम्पलीट होगया है…”

    “होगया ना…रहने दो,,दुसरो का इल्जाम खुद पर लेना बंद करो…ये फ़ाइल तो विनाश को करनी थी फिर तुम क्यों कर रही हो…!?
    गोहर उसके नरमी पर उंगलियां फिराने लगी…

    “अब तुम्हे सज़ा मिलेगी,,तुमने मेरा टाइम जो वेस्ट किया है…”
    गोहर वही चेयर मे बैठ गई और मिना को गोद मे बिठा कर उसके स्कर्ट को निचे कर अपनी उंगलियां को बेदर्दी से अंदर बाहर करने लगी..

    “अह्ह्हह्ह्ह्ह फक….माय…माय गोहर….गोह…रररऱ….फक फक फक…इसस यस यस….गो सलौली…!!मिना बुरी तरह तड़पने लगी फिर गोहर के लबों पर आई और दोनों की ज़ुबाने लड़ पड़ी…
    मिना गोहर के ज़ुबान का स्वाद बड़े मज़े मे चख रही थी…फिर गोहर के बड़े बड़े बोबीज़ को मसला तो गोहर काँप उठी…

    फ़ाइल को वही छोड़े छाड़े गोहर मिना को अपने प्राइवेट केबीन मे ले आई जहाँ दोनों के लबों आपस मे जुड़ चुके थे…
    मिना उसके लबों को छोड़ गर्दन पर काटती तो कभी उसके कलरबोर्न पर किश करती…
    फिर गोहर ने भी अपनी पेंट उतार फ़ेंकी…
    मिना ने गोहर को अब भी गिला पाया तो झुक कर अपनी जुबान चलाने लगी..
    गोहर अपने बालों को जकड़े मुंह पर हाथ रख गई क्यूंकि मिना का चेहरा उसके टांगो मे दब गया था और मिना के ज़ुबान का कातिलाना स्पर्श कपकपी महसूस करवा रहा था…

    मिना भी जोश मे दो उंगलियां डाले और तेज़ी से ज़ुबान से लीक कर रही थी…
    गोहर की आँखे बंद होगई और मिना को शाबाशी देने लगी…
    मिना ने ज़ोर से ज़ुबान से रगड़ा तो वह उसके मुंह मे बेहह गई…

    गोहर ने मिना की तरफ देखा और बोली…”चल..कुछ तो तुझे अच्छे से करने आया…”
    मिना हँस पड़ी तो मिना को बेड पर ज़ोर से धक्का दिए गोहर उसपे आई तो मिना की सिसकियाँ चीखो मे बदल गई..

    𝗖𝗢𝗡𝗧𝗜𝗡𝗨𝗘𝗗...

  • 7. Craving Her Nights 🔥Last_Chapt

    Words: 1446

    Estimated Reading Time: 9 min

    गोहर मिना के कंधो को काटती भी और दूसरी तरफ उसकी ऊँगली उसके गहराई मे डूबी हुई थी…
    इतनी तेज़ी से उसकी ऊँगली अंदर बाहर हो रही थी कि मिना की सांसे ही अटक गई..
    मिना को ज़ोरदार झटके लग रहे थे और गोहर बड़ी तेज़ी से अपनी उंगलियों को हरकत मे ला रही थी…

    “उम्म्म्म…अहहहहहहहहहहहहहहहहहहहहह….ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह….हहहहहह…
    हफ हफ…..फ…अंहहहहहह हो…प्लीज…पल…प्लीज….और ते…तेज़…मैं कम…मैं…………._____

    गोहर समझ गई कि वह बिलकुल सही जा रही थी,,वह सेंसिटिव पॉइंट् हिट कर गई थी जिससे वह हद से ज़्यादा सटिस्फीएड हो जाती है…वह रुकी नहीं और उसके होंटो को दांतो तले बेरहमी से चबाने लगी…
    मिना गोहर का बाज़ू जकड़ गई और एक झटके के साथ छूट गई…
    गोहर के हाथ सफ़ेद मलाई से चिपचिपे से होगये लेकिन गोहर को कोई परवाह नहीं थी…
    मिना भी सब भूल भुलाये उसके होंटो से रस निचोड़ने लगी…

    “निचे की भट्टी शांत होगई…!!मिना हँस पड़ी और दोनों टांगे लपेटे बदन को रड़गने लगी…

    फिर सफ़ेद चादर मे लिपटी मिना गोहर से सवाल कर गई…”गोहर..क्या मैं पहली लड़की हूं जिसके साथ तुमने सेग्स किया है या फिर तुम्हारी और भी गर्लफ्रेंडस रह चुकी हैँ…”

    गोहर हँस पड़ी और उसके गालो पर दाँत खा जाने वाले अंदाज़ मे गाड़ दिया…

    “नही…कोई ऐसा आज तक मिला ही नहीं लेकिन अब तुम मिल गई हो ना बस…!!गोहर मिना के पंखुड़ी को हलका हलका सहला रही थी..

    मिना को शर्म आई और वह चादर लपेटे दुसरी तरफ मुंह कर गई तो गोहर उसके कमर के निचे हाथ फेरती हुई बोली…”एक और राउंड करे…”

    मिना ने कोई जवाब नहीं दिया बस उसके हाथों को अपने थाई से हटा गई..

    “नहीं…बिलकुल नहीं…मैं अब शॉवर लेकर घर जाउंगी..”मिना उठी और जाने लगी तो गोहर ने उसके हाथ पकड़ वापिस से खींच लिया..

    “इतनी आसानी से तुझे जाने नहीं दूंगी…”गोहर बैठी हुई थी और मिना घुटने के बल उसके चेहरे पर झुकी थी…
    तभी मिना ने उसके गर्दन मे बांहे डाल दी जैसे वह खुद भी राज़ी हो…
    गोहर के गोद मे मिना समाई बैठी रही और गोहर सुकून मे डूबी रही…

    अँधेरे कमरे मे झिलमिल की चीखे गूंज रही थी…

    “यस…यस यस…फस्ट…फ़ास्ट…प्लीज फ़ास्ट….!!झिलमिल की टांगे तमन्ना के कंधे पर रखी थी और तमन्ना का चेहरा उसके दोनों टांगो के बिच दबा था…

    “शशशश…आज की रात हमारे लिए बहुत खास है इसलिए एन्जॉय…!!
    झिलमिल अपने लबों को दांतो से कुचलती रही…

    झिलमिल से ज़ब बर्दास्त नहीं हुआ तो तमन्ना को अपने टांगो के बिच से हटाने लगी…

    “अह्ह्हह्ह्ह्ह…प्लीज स्टॉप….!!

    तमन्ना रुकी और इसकी रेड पैंटी उतार कर साइड फेंक गई..

    “स्टॉप…!!
    मुझे पता है तू नहीं चाहती कि मैं रोकूं तो झिल बेबी आराम से कम कर जाओ…”
    इतना कहकर तमन्ना ने अपनी उंगलियों को थूक से गिला किया और गहराई मे डाल गई…
    झिलमिल का बदन अकड़ा और वह कम कर गई…

    तमन्ना ने उसे टिश्यू से साफ किया और खुद भी सफ़ेद चादर ओढ़े झिलमिल के बगल आ लेटी..

    झिलमिल लम्बी लम्बी सांस ले रही थी..

    “अहाहा हमारा प्रमोशन होगया है तो आज की रात डिनर डेट मे चले…”

    झिलमिल ना मे गर्दन हिलाने लगी..

    “चलने की हिम्मत तूने मुझमे कहाँ छोड़ी है..!?
    झिलमिल की बात सुन तमन्ना हँस पड़ी..

    झिलमिल का मुंह बन गया..

    “आई थिंक मिना अब गोहर के साथ शिफ्ट हो जाएगी…”झिलमिल ने सोचा..

    तमन्ना ने अपना ब्रा उतारा…

    “हाँ बिलकुल जल्द ही दोनों शादी जो करने वाली हैँ…”

    झिलमिल का फिर मुंह बन गया..

    “हम कब शादी करेंगे…!?

    “तुझे मुझसे शादी करनी है..पफट हहहहहह…हाहाहाहा….!!
    तमन्ना उठके बैठी और मुंह पर हाथ रखे हंसने लगी..

    झिलमिल को बहुत बुरा लगा और वह करवट बदल गई..

    “झिल…झिल मेरी प्यारी प्यारी झिलमिल भूल गई क्या…!?
    हम आलरेडी इंगेजड है..हाँ अगर शादी की जल्दी है तो मम्मी से बात करते हैँ…”तमन्ना की बात सुन झिलमिल का चेहरा ख़ुशी से चमक गया..
    झिलमिल उठी और तमन्ना के होंटो पर होंट रख पैशनटेली किश करने लगी..
    तमन्ना भी उसके पीठ पर हाथ फिराने लगी और वापिस से दोनों बेड पर गिर गए..

    _____

    गोहर थकान से बैठी टीवी ऑन किये न्यूज़ देख रही थी,ज़ब सामने मिना आते हुए बोली..”इट्स ा बेड हैबिट…इतनी थकी हुई हो,,पहले जाओ शॉवर लो फिर आराम करना…”

    “ओके बॉस..”गोहर थके हुए अंदाज़ मे उठके वाशरूम चली गई..

    मिना पता नहीं क्यों गोहर की हरि आँखों मे शरारत देख शर्म से बेकरार हो उठी थी…
    मिना ने भी अपने गाउन की डोरियाँ खोली और वाशरूम का दरवाजा खोल अंदर चली गई…
    जहाँ गोहर पहले से ही खड़ी शावर ले रही थी..
    मिना बच्चों की तरह उत्सुकता मे गई कि पीछे से धप्पा बोलके उसे डराएगी लेकिन अचानक ही उसका पैर स्लीप हुआ तो वह और गोहर दोनों बाथटब मे जा गिरे..

    “अअअअअअअ…अॉच…ज़ोर की लग गई…”मिना कोहनी सहलाने लगी..

    गोहर मिना के बालों मे हाथ फेरती हुई बोली..”मीनू मेरी…जान..तुझे कहीं चोट वगेरा तो नहीं लगी…”
    गोहर मिना के बाज़ू छू छूकर देख रही थी और दूसरी तरफ मिना उसके स्पर्श से पिघलने लगी..
    दोनों के बदन मे एक भी कपड़े नहीं थे ऊपर से इतनी ठंड भी बढ़ी हुई थी..

    मिना ने बढ़ कर गोहर के बोबीज़ को हाथों से सहलाया..

    “मैं इन्हे ज़ब भी देखती हूं ये मुझे हर बार बड़े से दीखते है..!!
    मिना की बात पर गोहर की आँखे रोल होगई और वह बोली..”कोई नहीं कुछ दिनों मे तेरे भी बड़े बड़े हो जायेंगे..”

    “छीछी….
    मिना नाटक करने लगी तो गोहर ने उसे करीब खींचते हुए उसके गर्दन पर चूमने शुरू किया…
    मिना के ऊपर गोहर आगई फिर उसके गर्दन पर पानी की नन्ही नन्ही बुंदे को ज़ुबान से चख गई..

    मिना को पेट मे तितलियाँ उड़ती हुई महसूस हुई..
    “गुदगुदी लग रही है…”

    “नखरे मत कर…!!
    दोनों हँस पड़ी..

    दोनों बाथरोब पहनके बाहर आई और आते ही मिना गोहर के बदन से जोंक की तरह चिपकी चूमने लगी..
    दोनों के होंट अपनी बेताबी और तड़प की अलग ही दास्तां बयान कर रहे थे..
    गोहर भी गर्म होने लगी तो वह हाँफने लगी,,मिना ने ज़ुबान बाहर निकाली तो गोहर की ज़ुबान उससे टकराने लगी…
    दोनों एकदम इस रात के पहर मे बहक गई थी..

    गोहर मिना के दोनों गालों मे हाथ रखे उसके ज़ुबान का रस निचोड़ रही थी…

    अह्ह्ह्हअह्ह्ह्हहाहा……ममम..उम्म्म्म….-----
    मिना कराहने लगी क्यों उसका बाथरोब खुल गया था और गोहर उसके कॉलरबोर्न पर ज़ुबान चला रही थी और उसका दूसरा हाथ छोटे से बोबीज़ को मसल रहा था…

    हहहहहह..अंह्ह्ह्हह्ह…नहंह्नाह्ह्ह्ह….अहंनहहहहहहहहहहह….

    गोहर ने तेज़ सांस ली और मिना को देखा जिसका चेहरा लाल पड़ चूका था..
    गोहर रुक गई…

    “क…क्या…हो..गया…!?
    मिना अचानक ही सकपका गई..

    गोहर मिना का माथा चूम कर बोली..
    “कुछ नहीं बस तुझे मेरी हर बात पर सिर झुकाने की ज़रूरत नहीं है…तेरी खुद की भी मर्जी मेरे लिए ज़रूरी है,,अगर प्यार है तो अपनी पसंद नापसंद बताया कर…खुद पर ज़ोर ज़बरदस्ती करने की कोई ज़रूरत नहीं है…”

    मिना अब भी असमंजस सी हालत मे रही..
    गोहर झुक कर मिना का बाथरोब उठाके उसे पहननाने लगी…

    “तू मुझे सचमे बहुत प्यारी है…बहुत ज़्यादा…
    कभी सोचा नहीं था मैं खुद को इतनी ज़्यादा बेकाबू महसूस करूंगी..मेरा सेल्फ कण्ट्रोल मुझसे हट जायेगा..हाहाहाहा…”
    गोहर बाथरोब की डोरियाँ बांधते हुए हँस पड़ी..

    मिना प्यार से गोहर के गले लग गई..

    “मुझे अब कुछ नहीं चाहिए,,बस तुम्हारा प्यार काफ़ी है..”

    “लव यु मीनू…”गोहर मिना के गाल खींच कर रूम की तरफ बढ़ गई..
    मिना ने दिल पर हाथ रखते हुए आँखों की नमी साफ की..

    गोहर थोड़ी देर बाद ज़ब आई तो वह बहुत ज़्यादा गंभीरता लिए थी..

    “रात होगई है…सो जाना चाहिए..”गोहर ने टाइम की तरफ इशारा किया..

    मिना हाँ मे गर्दन हिला कर जैसे ही आगे रूम की तरफ बढ़ी अचानक ही सारी लाइट्स ऑफ़ होगई..

    “ये..ये अचानक लाइट्स कैसे चली गई…”मिना ने जैसे ही कहा वैसे ही दूसरे पल सारे लाइट्स ऑन होगये..

    मिना ने हैरत भरी ख़ुशी से मुंह पर हाथ रख लिया क्यूंकि पूरा रूम वाइट लिली से सजा था..बेड पर फूलों की लड़ियाँ लटक रही थी..
    वही निचे फर्श पर फूल की पंखुड़ियाँ बिखरी थी..

    “सिर्फ एक रात नहीं बलकी उम्र भर का साथ चाहिए…मिना मेरी बेरंग जिंदगी मे क्या तुम शामिल होना पसंद करोगी..”
    गोहर सामने आती हुई घुटने के बल झुक कर बैठ गई..

    मिना को तो पहले यकीन नहीं आया लेकिन दूसरे ही पल वह रोते हुए गोहर के सीने से लग गई..

    “हाँ….!!सिर्फ इतना ही मिना से बोला गया..
    उसके आँखों से जार ओ कतार आंसू गिरते रहे..

    “तो इसमें रोने की क्या बात है..”गोहर ने प्यार से उसके बालों मे हाथ फेरा..

    “कल मैं सोच रही हूं की हम अपने इंगेजमेंट की ऑफिसियली अनाउंसमेंट कर दें फिर कुछ महीनो मे शादी कर लेंगे..”गोहर ने सब प्लान कर रखा था..

    “मैं बहुत ख़ुश हूं..”मिना ने आंसू साफ कर जोश मे कहा..

    “ख़ुश तो मैं भी बहुत हूं…और अब तो मेरी नियत भी बिगड़ने लगी है..”गोहर ने मिना का धियान भटकाने के खातिर ऐसा कहा..

    “हाहाहाहा…अच्छा ऐसा है क्या…!!मिना अब खुलके हँस पड़ी और दुबारा उसके गर्दन मे बांहे डालती हुई झूलने लगी..

    𝘛𝘩𝘦_𝘌𝘯𝘥...