मानव देशमुख इंडिया का एक नामचीन बड़ा बिजनेस टायकून, जो है हर एक लड़की की ख्वाइश ओर हसीन चाहत ,लेकिन मानव ने जिस दिल से प्यार की ख्वाइश ओर चाहत किसी से करी थीं, उसी को प्यार करने की मानव को मिली बुरी सजा? या फिर हुआ मानव के साथ ऐसा धोखा ,जिस से मानव... मानव देशमुख इंडिया का एक नामचीन बड़ा बिजनेस टायकून, जो है हर एक लड़की की ख्वाइश ओर हसीन चाहत ,लेकिन मानव ने जिस दिल से प्यार की ख्वाइश ओर चाहत किसी से करी थीं, उसी को प्यार करने की मानव को मिली बुरी सजा? या फिर हुआ मानव के साथ ऐसा धोखा ,जिस से मानव की गुलज़ार जिंदगी तबाह होने के साथ उस की जान चली गई। लेकिन दिया किस्मत ने एक ओर मोका। मानव की मिली एक नई जिंदगी ओर एक नई पहचान जिस से मानव अपने साथ हुए धोखे का हिसाब ले कर रहेगा पर कैसे ?. सभी सवालों के जवाब पाने के लिए पढ़े एक दिलचस्प भरी कहानी ! "Rebirth MR. Queen"
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""ॐ शिव जी ""❤️
दोस्तो मेरी लिखी हुई एक अनोखी Romantic कहानी जिस में मजेदार किरदार के साथ हॉट डार्क सिजलिंग रोमांस पढ़ने को मिलेगा। इसलिए जिसे हॉट डार्क रोमांस में पढ़ने में प्रॉब्लम है , या बुरा लगे तो उसे इस कहानी को पढ़ने की जरूरत नहीं है।
चलिए शुरू करें एक मजेदार सफ़र सिर्फ आप के साथ!!!?!
Story Name -- "Rebirth Mr. QUEEN " __________________________________
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
मुंबई शहर
एक बहुत बड़ी बिल्डिंग जिस के टॉप फ्लोर के बड़े से केबिन में एक 28 साल का हैंडसम और हॉट सा आदमी जो ओर कोई नहीं इंडिया का No - 1 टाइकून बिजनेस मैन मानव देशमुख था जिसे ज्यादा तर लोग MD के नाम से जानते थे।जिस पर लड़किया उस के नाम ओर हॉट लुक पर मरती ओर उस के लिए उन का दिल धड़कता था ।
पर उन लड़कियों को छोड़ कर मानव का दिल सिर्फ एक इंसान के लिए अब धड़क रहा था जिसे वो अभी थ्री सूट पहने हुए अपनी मास्टर चेयर पर बैठते बॉस बन कर अपने सामने खड़े हुए एक 23 साल के लड़के को देख कर मुस्कुरा रहा था।
जो उसी की तरह हैंडसम पर मासूम सा लग रहा था ।
जो मानव की कंपनी का एक एम्प्लॉय था उस का नाम करण था। जिस ने कुछ ही महीने पहले उस के ऑफिस को ज्वाइन किया था। साथ ही मानव का दिल को भी चुरा लिया था।
करण के लुक्स और उस के काम से, मानव इतना इंप्रेस हो चुका था कि वह उसे पसंद करने लगा था। इसलिए मानव और करण के लिए कुछ भी कर सकता था।
वही करण अभी किसी डील के बारे में मानव को बता रहा था। जो शायद कर्ण की बात न सुन कर उस के बस चलते हुए होठों को निहार रहा था जिसे देख कर मानव का गला सुख रहा था
ओर तभी वो अपनी जगह से उठ कर करण के पास आ कर खड़ा हो जाता है और उस के शोल्डर पर हाथ रख कर मुस्कुरा कर उस की आंखो में देख कर बोलता है।
"वेल डेन कर्ण! तुम बहुत काबिलियत होने के साथ हार्डवर्किंग हो! "
"थैंक यू सर!" कर्ण ने भी उस की आंखो में देख कर कहा ओर फिर उसे फ़ाइल देते हुए वहां पर जाने लगा था कि तभी मानव उस का हाथ पकड़ कर उसे रोक देता है।
ओर फिर कर्ण के हाथ में एक expensive रॉयल वॉच पहनाते हुए कहता है।
"ऑफिस के बाद हम दोनों डिनर पर चलेंगे! बहुत दिनों से मैने तुम्हारे साथ अकेले टाइम स्पेंड नहीं किया हे। जहां पर हम दोनों के इलावा ओर कोई नहीं होंगा क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए सप्राइज हे।"
वही कर्ण जो वॉच को हैरानी से अपनी चमकती हुई आंखों से ही देख रहा था तभी
मानव की बात सुन उसे देख कर मुस्कुरा कर हां में सर हिला कर वहां से चला जाता है।
जिस के बाद मानव भी मुस्कुरा कर अपनी जगह पर आ कर बैठ जाता है और फिर खुद से कहता है।
" जब तक कर्ण मेरे साथ हे, ओर हमारा प्यार साथ हे, मुझे कोई फर्क नहीं पढ़ता है। दुनिया मेरे बारे में क्या सोचती हैं और क्या कहती है। मुझे बस मेरा कर्ण चाहिए जो मुझे प्यार करता है और जिसे मैं प्यार करता हूं। मैं जल्द ही कर्ण के साथ यहां से दूर चला जाऊंगा। जहां पर हम दोनो के इलावा कोई नहीं होंगा!"
मानव अपने सपने के बारे मे सोच ही रहा था कि उस फोन रिंग हुआ और वह अपना फोन देखता है तो उस की मां किरण जी का फोन आ रहा था।
जिसे देख कर वो कॉल पिक कर लेता है।
"मानव मुझे कुछ नहीं सुनना है, राधिका तुम से मिलने आ रही है और तुम्हे उस से मिलना है। मैं चाहती हूं तुम ओर राधिका शादी कर लो!"
"मॉम आप क्या बोल रही हैं! आप फिर से जिद क्यों कर रही हैं। राधिका बस मेरी अच्छी दोस्त हैं और कुछ भी नहीं। मुझे राधिका से क्या किसी भी लड़की से शादी नहीं करनी है। आप मुझे फोर्स मत करिए और आप ने क्यों राधिका से शादी की बात करी।" मानव ने इरीटेट होते हुए कहा।
जिस की बात सुन कर किरण जी फोन पर गुस्सा करते हुए बोली!
" मानव आखिर तुम्हारी क्या प्रोब्लम हे बेटा तुम शादी क्यों नहीं करना चाहते हो। राधिका तुम्हारी बचपन की दोस्त हैं और एक अच्छी लड़की होने के साथ एक डॉक्टर! तुम्हारे लिए राधिका से अच्छा ओर कोई नहीं हो सकता है।"
"मॉम प्लीज मुझे इस बारे में बात नहीं करनी है। मुझे किसी से भी शादी नहीं करनी हे।" कहते हुए मानव ने कॉल कट कर दिया क्योंकि उस की मॉम उसे उस की दोस्त राधिका से शादी करने के लिए फोर्स कर रही थी और मानव राधिका से क्या दुनिया में किसी भी लड़की से शादी नही करना चाहता था क्योंकि वह करण को प्यार करता था।
हां मानव को करण पसंद था यानी कि एक लड़का। जो बात वो अपनी मॉम को नहीं बता सकता था।
मानव अपनी मॉम की बात सुन कर परेशान हो रहा था
की वह कैसे अपनी मॉम को अपने बारे में बताये की उसे शादी नहीं करनी है क्योंकि वह बस कर्ण के साथ रहना चाहता है और उस के साथ अपनी लाइफ स्पेंड करने के बारे में सोच चुका है।
तभी उस के केबिन में एक लड़की रेड कलर की लॉन्ग ड्रेस पहने हुए आती है और आ कर मानव के पास खड़ी हो कर उस के माथे ओर हाथ की प्लस को अपने हाथों से फील करते हुए बोली!
" अरे तुम तो बिल्कुल ठीक हो! फिर आंटी ने क्यों कहा कि तुम्हारी तबियत खराब है।
पता है तुम्हारे लिए मे हॉस्पिटल में अपने कितने पेशेंट को छोड़ कर आई हूं। लगता है तुम अपनी दोस्त का डॉक्टर के नाम पर पूरा फायदा उठा रहे हो।"
"राधिका प्लीज स्टॉप इट यार! " देव ने अपनी कोल्ड भरी आवाज में कहा।
जिसे सुन कर वो लड़की यानि राधिका मानव से सीरियस होते हुए कहती है।
"मानव I know मैं बस तुम्हारी अच्छी दोस्त हूं। ओर तुम मुझे उस नजर से पसंद नहीं करते हो। मैं इस बात से अग्रि करती हूं। मुझे तुम से कोई कंप्लेंट नहीं है क्योंकि मैं भी तुम्हे बस अपना दोस्त समझती हूं।
ओर अगर तुम मुझ से शादी नही करना चाहते हो तो कोई बात नही मुझे न तो बुरा लगेगा और न ही हर्ट होंगा तो चिल करो मैं आंटी से खुद मना कर दूंगी कि मुझे उन का बेटा द मानव देशमुख पसंद नहीं है।"
मानव उसे कहता है।
"I am sorry राधिका पर मै सच में तुम से क्या किसी से भी शादी नहीं करना चाहता हूं जस्ट because..."
"शायद तुम किसी और से प्यार करते हो राइट!"
राधिका ने उस की बात पूरी करते हुए उसे देख कर कहा।
जो उस की बात सुन कर गहरी सांस लेते हुए हां में सर हिला देता है।
जिसे देख कर राधिका हैरानी से कहती हैं।
"Omg क्या सच में मानव देशमुख किसी से प्यार करता है। अरे मेरे दोस्त को प्यार हो गया है मुझे इस बात की कोई खबर नहीं है। अच्छा कौन है वो लकी गर्ल!"
राधिका ने अब excited होते हुए पूछा!
जिस की बात सुन कर मानव ने उसे गहरी सांस लेते हुए कहता है।
" वो कोई लड़की नहीं है!"
"क्या!" राधिका ने कन्फ्यूज्ड हो कर कहा!
जिस पर मानव उसे कहता है।
"राधिका मुझे कर्ण से प्यार है। मेरी , true फीलिंग and Love इस दुनिया में किसी लड़के के लिए हे।
I don't know ,how बट ये सच है कि मै मुझे कर्ण से प्यार हो गया है। तुम एक डॉक्टर होने के साथ मेरी अच्छी दोस्त हो। हॉप की तुम मेरी बात समझ रही हो कि मैं तुम्हे क्या कह रहा हूं। "
वही राधिका जो मानव की बात सुन कर बर्फ की तरह ठंडी हो गई थी और हैरानी से अपने दोस्त को देख रही थीं उसे विश्वाश नहीं हो रहा था उस ने अभी जो कुछ भी अपने कानो से सुना वो सच है!
"क्या हुआ? कहीं तुम्हे ऐसा लग रहा है कि तुम ने गलत आदमी से दोस्ती करी हुई है!" मानव ने उसे पानी का गिलास देते हुए कहा।
जो उस की बात सुन कर रिएक्ट करते हुए पानी पीते हुए उसे देख कर बोली.
" शट अप मानव! क्या बोल रहे हो तुम! मेरे मन में एक बार भी तुम्हारे लिए कोई गलत सोच तक नहीं आई। बस तुम ने आज मुझे थोड़ा शॉक्ड कर दिया है।
,but जो भी है मैं तुम्हारी ओर तुम्हारे प्यार की रिस्पेक्ट करती हूं। क्योंकि प्यार सिर्फ दिल देखता है न कि किसी की बॉडी चाहे वह लड़की की हो या लड़के की!
अच्छा ये सब छोड़ो और मुझे भी मिलवाओ अपने कर्ण से जिस ने सभी लड़कियों के दिल तोड़ दिए हैं। आखिर मैं भी देखना चाहती हूं तुम्हारे कर्ण को जिस के नाम सुन कर ही तुम्हारे होठ पर स्माइल आ गई।" राधिका ने मानव के चेहरे की स्माइल देखते हुए कहा जो कर्ण का नाम सुन कर ही उस के बारे में सोच कर मुस्करा रहा था।
रात के समय
मानव ने इस वक्त कर्ण का हाथ पकड़ हुआ था जिस की आंखो में पट्टी बंधी हुई थी। मानव करण के मासूम चेहरे पर इरिटेशन को देख रहा था जो कब से मानव को उस की आंखो से पट्टी हटाने के लिए बोल रहा था।
"सर! प्लीज अब मेरी आंखों...."
तभी कर्ण ने मानव से फिर कहा ही कि जिस की बात को रोक कर उस के होठों पर अपनि उंगली रख कर के कहता है!
" पहले फील कर के बताओ कि तुम्हे इस वक्त क्या सुनाई दे रहा है, अगर तुम सही जवाब दोगे तो मैं तुम्हारे आंखों से ये पट्टी हटा दूंगा!"
वही ये सुन कर करण शांत हो कर अपने आस पास की आवाज सुनने की कोशिश करता है तो उसे हवा के साथ चल रही समुद्र की लहरों का धीमा शोर सा सुनाई देता है जिसे सुन कर कर्ण मानव को बता देता है कि उसे समुद्र की लहरों की आवाज सुनाई दे रही है।।।
वही उस का जवाब सून कर मानव उस की आंखो से पट्टी हटा देता है और करण अब जैसे ही अपनी आंखे खोलता है वह अपने सामने बड़े से समुद्र को देखता ही है और खुद को इस वक्त बड़े से शिप में देख कर हैरान हो जाता है।
क्योंकि वहां पर उन दोनो के इलावा ओर कोई भी नही था मानव उस के साथ बीच समुद्र में उसे शिप में ले कर खड़ा हुआ था जहां पर मानव ने कर्ण के लिए उस शिप को अच्छे से डेकोरेट किया हुआ था। जहां पर मानव ने शिप में I love U लिखा हुआ था। जिसे देख कर करण मानव से बोला
"सर ये सब!"
"My love! Only For you... ! " मानव ने बहुत प्यार से उस की आंखो में देख कर कहा।
जिसे सुन कर करण स्माइल करते हुए कहता है।
"आप सच में मुझे इतना जायदा प्यार करते हैं ! मुझे विश्वास नहीं हो रहा है बेबी"
"फिर मैं क्या करूं कि तुम्हे विश्वास हो जाए कि मैं तुम्हे प्यार करता हूं my love!"मानव ने उस के गाल को अपने हाथ के अंगूठे से सहलाते हुए पूछा।
जिस से करण मुस्कुरा कर मानव को हग कर लेता है।
जिसे मानव उसे अपनी बाहों में भरने के लिए करण के पीठ पर हाथ रख ही रहा था कि तभी कर्ण उस से दूर हो कर उस के चेहरे को अपने हाथों में भरकर कहता है।
"मेरे लिए मर जाओ न बेबी! फिर मुझे विश्वास हो जाएंगा do you love me! My manav beby!!" कहते हुए करण के चेहरे पर डेविल स्माइल थी।
वही ये देख कर मानव कुछ भी रिएक्ट कर पाता तभी
करण अपने हाथों से एक खंजर मानव के सीने के अंदर पूरी तरह से घोंप देता है।
ओर ये देख कर मानव की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है।
to be continue
आगे की कहानी जानने के लिए नेस्ट चैप्टर पर मिलते है।
कहानी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!
thank you..
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
Ab Aage---
मानव हैरानी से करण को देख रहा था जो उसे देख कर डेविल स्माइल करते हुए मानव के सीने पर फिर खंजर चुबाते हुए कहता है।
"Oh! क्या हुआ बेबी। लेकिन अभी तुम ने तो कहा कि तुम मेरे लिए कुछ भी कर सकते हो। तो बस मैं तो अपने मानव बेबी का टेस्ट ले रहा हूं। की तुम मुझे प्यार करते हो या नहीं।
ओर मेरे लिए खुद की जान दे सकते हो ।" ये कह कर करण इस बार बड़ी बेहरमी से खंजर को अब मानव के पेट में मार देता है और उसे छोड़ देता है।
वही मानव जिस की आंखे मे अपनी दर्द से जायदा उसे करण को देख रहा था जिस का असली चेहरा आज उस के सामने आया था।
इसलिए वह नम आंखों से उसे दर्द भरी आवाज में कहता है।
"क्यों किया तुम ने मेरे साथ ऐसा!. तुम मुझे प्यार करते थे न!"
उस की बात सुन कर करण चिढ़ते हुए कहता है।
"बकवास बंद करो अपनी! मुझे तुम से कोई प्यार नहीं था क्योंकि मैं सिर्फ पैसे ओर लड़कियों से जायदा प्यार करता हूं। ओर अभी तक तुम्हारे साथ सिर्फ पैसे के लिए था। तुम्हे क्या लगा था कि मैं तुम्हारी तरह हूं।
छी!!! मैं तुम्हारी तरह बिलकुल भी नहीं हूं।
पता है जब तुम मुझे देखते थे मुझे हाथ लगाते थे मुझे कितना गंदा लगता था। मुझे तो तुम से घिन आती है।
अगर पैसे की बात नहीं होती तो मैं तुम्हे उस दिन ही जान से मार देता जब तुम ने मुझ से अपने हाथ से छूते थे।
बट कोई बात नहीं बेबी आज मेरा इंतजार खत्म हुआ। फाइनली आज तुम्हारा चेप्टर खत्म हुआ क्योंकि जो मुझे तुम से चाहिए था वो मुझे मिल चुका है!"
"मतलब?" मानव ने उसे देख कर दर्द भरी आवाज में पूछा!
"मनी बेबी! ओर वो भी तुम्हारा ! पता है तुम मुझ पर इतना जायदा ट्रस्ट करते हो कि बिना फाइल को न पढ़ कर मेरी बात मान कर साइन कर देते थे और आज भी तुम ने वही किया। बेबी आज से तुम्हारी जितनी भी प्रॉपटी ओर तुम्हारा बिजनेस मेरा हो चुका है।
Thank U beby मुझे इतना प्यार करने के लिए तुम मुझे अपना सब कुछ दे कर अब अपनी जान भी मुझे दे कर जा रहे हो। खेर इस जन्म में तो मै तुम्हें मिलने से रहा। अगर तुम्हे मैं चाहिए तो अगली बार पैसे के साथ एक खुबसूरत लड़की बन कर जन्म लेना। "
ये कह कर्ण मानव को देख कर जोर जोर से हंसने लगा था वही मानव की सांसे कभी भी रूक ने वाली थी। ओर वो कर्ण को रोते हुए देख रहा था क्युकी उस ने इस दुनिया में कर्ण से बहुत जायदा प्यार किया था उस पर खुद से जायदा विश्वाश करने लगा था। उस ने कभी भी नही सोचा था कि
कर्ण उसे धोखा देगा। ये सब सोचते हुए कर्ण की बंद आंखे बंद हो रही थी कि तभी रात के अंधेरे में लाइट की हल्की हल्की रोशनी में उसे किसी की लड़की परछाई दिखाई दी जो हिल्स पहन कर उसी की तरफ मटकते हुए आ रही थी जिस का चहरा देखने की मानव कोशिश कर रहा था लेकिन उस की आंखे बंद हो रही थी।
तभी वह लड़की मानव को देख कर जल्दी से कर्ण को हग करते हुए बोली!
"अच्छा हुआ! आखिर तुम ने इसे मार दिया। मुझे बहुत जायदा नफरत है इस आदमी से? इस आदमी की वजह से मैं दिन रात नफरत मे जी रही थी! आज मैं सकून से सांस ले रही हूं! अब पूरी देशमुख अंपायर की प्रोपोटी मेरी होंगी।"
मानव भले ही उस लड़की को नहीं देखा पा रहा था लेकिन उस लड़की की आवाज अच्छे से पहचान चुका था कि वह ओर कोई नहीं बल्कि उस की छोटी बहन रूबी हे! जो उस की सौतेली बहन थी लेकिन मानव ने उसे हमेशा सगे भाई की तरह प्यार करता था।
पर आज मानव को उस के प्यार के साथ उस की बहन ने उसे जान से मार दिया और वो पैसे के लिए!
ये सोच कर ही मानव अपनी आखिरी सांस भगवान को कोसते हुए खुद से मन में कहता है
"क्या मैने सच्चा प्यार किया इसलिए मुझे आप ने ये सजा दी!"ये कहते हुए उस की दिल की धड़कन रुक जाती है।
रूबी और कर्ण मानव को देखते हैं जो अब मर चुका था जिसे देख कर उन के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है।
लेकिन तभी कर्ण रूबी से कहता है।
""हमारा प्लान कामयाब हो गया है लेकिन प्रोब्लम ये है कि अब इस मानव की लाश को कहां ठिकाने लगाए!"
वही ये सुन कर रूबी उसे बोली!
"यही समुद्र में फेंक दो। किसी को कुछ पता नहीं चलेगा!"
वही ये सुन कर्ण रूबी की बात मान जाता है और अब दोनो मिल कर मानव की लाश को समुद्र के पानी में फेंक देते हैं।
रूबी अब खुश होते हुए कर्ण को हग कर लेती हैं और अब दोनो मानव की लाश को पानी के अंदर डूबते हुए देख कर मुस्करा रहे थे!
कुछ दिनों बाद
वही दूसरी तरफ..
एक सरकारी हॉस्पिटल में
हॉस्पिटल में एक 19 साल की लड़की बेड पर लेटी हुई थी लेकिन वह जोर से चीखते हुए अपनी आंखे खोल कर बैठ जाती है। ओर जोर जोर तेज़ हांफने लगी।
उस का पूरा चेहरा पसीने से भीगा हुआ था।
तभी रूम में डॉक्टर आ कर उस लड़की को देख कर कहती है!
" अच्छा हुआ तुम्हें होश आ गया क्योंकि हम ने तो उम्मीद छोड़ दी थी। क्या तुम अब अच्छा महसूस कर रही हो।"
वही डॉक्टर की बात सुन कर वो लड़की खुद को हॉस्पिटल में देख कर हैरान हो जाति हैं। तभी डॉक्टर उसे कहती है।
"Are you ok! मिस आशी! "
वही ये सुन ले वो लड़की यानि जिस का नाम
आशी था वो डॉक्टर को घूर कर कहती हैं।
"Are you crazy ? मेरा नाम मिस्टर मानव देशमुख है!"
वही ये सुन कर डॉक्टर उस लड़की को कुछ देर देख कर सीरियस होते हुए कहती है।
" calm down मिस आशी। लगता हे तुम्हारे इतने बड़े एक्सीडेंट होने से तुम्हारे दिमाग मे असर हुआ हे! मैं तुम्हे बता दूं कि तुम्हारा हार्ट का बहुत ऑपरेशनभी हुआ है इसलिए तुम थोड़ी देर रेस्ट करो मैं अभी अपने सीनियर डॉक्टर को ले कर आती हूं! "
वही आशी डॉक्टर को जाते हुए देख कर खुद से कहती हैं।
" लगता हे इस डॉक्टर का दिमाग खराब हो गया हे!"
ये कह आशी डॉक्टर की बात इग्नोर कर के रूम में अटैक वाशरूम में आ जाती है और वाशबेसिन के पास खड़ी होती कर टेप ऑन करते हुए अपने हाथो से अपने चेहरे पर पानी मारती है।
तभी उस की नजर एक दम से सामने लगे हुए मिरर
जाति है। जहां पर उसे लंबे बालों वाली एक छोटी हाइट वाली लड़की दिखाई देती है।
जिसे देख कर आशी हैरान हो जाति है और एक पैर पर उछल कर मिरर के सामने से साइड में दीवार पर पीट लगा कर चिपक कर खड़ी हो जाती है।
और तभी खुद से हैरानी से कहती है।
"अरे यार ये कैसा हॉस्पिटल हे। जहां पर कोई भी बेशर्म लड़की किसी भी इज्जतदार लड़के के वाशरूम में घुस
गई हे। क्या चली गई!"
ये देखने के लिए आशी धीरे से अपना चेहरा आगे करते हुए मिरर में देखती है तो उसे फिर से उसे वही लड़की दिखाई देती है।
जिसे देख कर आशी अब गुस्सा करते हुए मिरर के पास खड़ी हो कर अपने हाथ की उंगलि को दिखा कर सामने पॉइंट करते हुए बोली ही रही थी कि।
" तुम..."
तभी आशी का ध्यान अपनी आवाज पर गया जो बिल्कुल पतली थी जिस से आशी अपने मुंह से कुछ कह मिरर में देख कर बोलने लगी।
जहां पर अब उसे मिरर में यकीन हुआ कि उस के सामने कोई और लड़की नहीं है बल्कि वह खुद हे।
जिस से आशी अपना सर पकड़ कर खुद वही नीचे फर्श पर बैठ जाति है।
""ओह गॉड ! ये क्या हो रहा है मेरे साथ?
मुझे ये मिरर में कौन लड़की बार बार दिखाई क्यों दे रही है और मेरी आवाज लड़की की तरह कैसे हो गई।
यार मैं तो मर गया था तो अब मैं जिंदा कैसे हो गया?
क्या वो सब एक बुरा सपना था जो अब खत्म हो गया है। या मैं अभी खुद सपना देख रहा हूं।
but one second मुझे मिरर में मेरा फेस क्यों नहीं दिखाई दे रहा है। आखिर ये सब हो क्या रहा है मेरे साथ! मैं क्या पागल हो गया हूं। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है।""
कहते हुए आशी अपने दिमाग में जोर डालने लगी कि उसे कुछ समझ में आ जाए लेकिन जितना वो सोच रही थी उसे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था इसलिए उसे सोच सोच कर सर पर तेज दर्द हो रहा था।
जिस से आशी अपना सर छोड़ कर फिर से मिरर के सामने खड़ी हो जाती हैं और खुद को देखती है।
उस के लंबे घने सिल्की बाल कमर तक लहरा रहे थे। बड़ी बड़ी भूरी रंग की आंखे और छोटी सी नाक और पतले कोमल से होठ वाला मासूम गोल चेहरा सच में खूबसूरत से तराश कर बना हुआ था। जिसे देख कर आशी अपने बालो ओर चेहरे को छूते हुए खुद को देख कर पूछते हैं!
""क्या मैं मानव हूं या आशी !""
to be continue
आगे की कहानी जानने के लिए नेस्ट चैप्टर पर मिलते है।
कहानी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!
thank you
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
आशी अपना सर छोड़ कर फिर से मिरर के सामने खड़ी हो जाती हैं और खुद को देखती है।
उस के लंबे घने सिल्की बाल कमर तक लहरा रहे थे। बड़ी बड़ी भूरी रंग की आंखे और छोटी सी नाक और पतले कोमल से होठ वाला मासूम गोल चेहरा सच में खूबसूरत से तराश कर बना हुआ था। जिसे देख कर आशी अपने बालो ओर चेहरे को छूते हुए खुद को देख कर पूछते हैं!
""क्या मैं मानव हूं या आशी !""
ये कह आशी कुछ देर सोच कर मिरर में खुद को घूर कर देख कर अपने चेहरे के बेहद सख्त एक्सप्रेशन बनाते हुए नफरत से बोली!
"आशी ही अब मानव के बदले का इंतकाम लेंगी।
कर्ण और रूबी तुम ने जो भी मेरे साथ किया है न उस का हिसाब मे तुम दोनो से लेकर कर रहूंगा
तुम दोनो ने मेरे दिल ओर मेरी फीलिंग का मजाक बना कर मुझे बहुत हर्ट किया है। तुम दोनो ने आज तक सिर्फ मानव देशमुख का प्यार देखा उस का गुस्सा ओर नफरत नहीं!"
कहते हुए आशी की आंखो में बेहिसाब गुस्सा छा गया था तभी उस की आंखे नम हो चुकी थी और वो अपने हाथ से अपनी आंखों से आंसू को साफ करते हुए बोली!
"भगवान आप ने मुझे एक मौका दिया है उन लोगों को सबक सिखाने का! जो मैं लेकर रहूंगा। Thank you God Give me a New Life!"
आशी जो कि असल में मानव ही थी जिसे सच में एक नई जिंदगी तो अब मिली ही थी उस के साथ एक नहीं पहचान भी जिस से मानव ने सोच लिया था कि वह अपने साथ किए हुए धोखे का हिसाब ले कर रहेगा।
जिसकी बस पहचान अब आशी नाम की लड़की की थी ।
कुछ देर बाद।
आशी अपने रूम के बेड पर बैठी हुई थी कि तभी एक 24 साल की लड़की आशी के पास आ कर आशी को हग कर लेती हैं।
जिसे से आशी हैरान हो जाति है और उस अंजान लड़की को खुद से दूर करने ही वाली थी कि तभी वो लड़की आशी की फिक्र करते हुए उसे देख कर कहती है।
" अच्छा हुआ तुम्हे होश आ गया। पता है मै कितना डर गई थी। जब डॉक्टर ने कहा कि तुम्हारा बचना मुश्किल है। क्योंकि तुम्हारे एक्सीडेंट होने से तुम्हारा हार्ट डैमेज हो गया था
लेकिन वो तो तुम्हे मौके पर किसी का हार्ट तुम्हारे लिए मिल गया और तुम्हारा ऑपरेशन कामयाब हुआ!"
वही आशी उस लड़की की बात बड़े ध्यान से सुन रही थी क्योंकि उसे इस बारे मे कुछ नहीं पता था और न ही वो उस लड़की को जानती थीं। क्योंकि वह तो मानव थी न।
(लेकिन मानव जिसे मे अब आशी ही कहूंगी क्योंकि मानव की नई पहचान अब आशी की बन चुकी है। पर आशी के रूप में भी असली मानव तो उसी के अंदर है।)
आशी को उस लड़की से बात से कन्फर्म हो गया था कि उस का नाम आशी है और उस का एक्सीडेंट होने के साथ उस का हार्ट ट्रांसप्लांट भी हुआ है और वो लड़की आशी को अच्छे से जानती है और उस का कोई रिश्ता है आशी की साथ!
जिस से आशी उस लड़की से अब थोड़ा भूलने का ड्रामा करते हुए कहती हैं।
"I am sorry आप कौन हैं? मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है!" कहते हुए आशी ने अपना सर पकड़ लिया।
जिसे देख कर वो लड़की हैरान हो गई थी लेकिन तभी वह आशी से कहती हैं।।
" आशी तुम मुझे नहीं पहचान रही हो मैं तुम्हारी बड़ी बहन हूं। कनिका! , तुम ठीक हो मुझे तुम्हारी फिक्र हो रही है। तुम आराम अभी आराम करो,मैं अभी डॉक्टर को ले कर आती हूं।"
वही कुछ देर बाद...
डॉक्टर आशी को चेक करते हुए कनिका से कहते हैं।
"She is fine , बट एक्सीडेंट की वजह से इन की टेंपरेरी मेमरी लॉस हो सकता है क्योंकि इन के दिमाग में कोई गहरी चोट नहीं लगी है। कुछ दिनों में ये ठीक हो जाएगी!"
दो दिन बाद आप अपनी बहन को यहां से ले कर घर जा सकती है!
वही ये सुन कर कनिका राहत की सांस लेती है और आशी को देखती है जो कनिका को देख कर हल्की सी ओकवर्ड होते हुए मुश्किलों से स्माइल कर रही थी।
जिसे देख कर कनिका उस के गाल पर हाथ रख कर प्यार से कहती हैं।
"फिक्र मत करो! तुम्हे सब कुछ याद आ जाएगा।"
आशी इस वक्त कनिका की आंखो में अपने लिए प्यार ओर फिक्र देख सकती थी जिसे देख कर आशी के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और वो हां में सर हिला देती है।
दो दिन बाद..
एक मंजिला छोटा सा मकान के घर के सामने एक टैक्सी आ रुकती है।
जिस के अंदर से आशी कनिका के साथ बाहर निकल कर आती है।
आशी छोटे से घर को देखती हैं जो छोटा था लेकिन आस पास खिले हुए फूलों ओर घर बेहद खूबसूरत लग रहा था। आशी ने स्कूल टाइम में छोटे बच्चों की ड्राइंग मे ऐसे छोटे से घर को देखा था। लेकिन आज सच में देख कर आशी हैरान हो गई थी कि सच में फूलों से घिरा हुआ घर भी होता है।
कनिका आशी को देखते हुए कहती है।
"आशी ये हमारा घर है जहां पर सिर्फ़ हम दोनों एक साथ रहते है। क्योंकि तुम्हे याद नहीं है लेकिन मम्मी पापा हमें छोड़ कर बहुत साल पहले जा चुके हैं।
तब से हम दोनो एक दूसरे के लिए हे!"
कहते हुए कनिका की आंखो में नमी आ गई थी जिसे आशी देख रही थी उसे समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या कहे लेकिन तभी कनिका उस का हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ घर के अंदर ले कर आ जाती है।
ओर उसे उस के एक छोटे से रूम में छोड़ कर आशी के लिए खाना बनाने चली जाती है।
ओर वही आशी उस छोटे से रूम को देख रही थी जहां की दीवारों पर पिंक कलर किया हुआ था। ओर पूरे रूम मे जगह जगह टेडी बियर तो कही लड़कियों का सामान ओर आशी की कुछ फोटो रखी हुई थी।
ये रूम देखने से ही किसी लड़की के रूम की तरह लग रहा था।
जिसे देख कर आशी का मुंह बन जाता है क्योंकि उसे ये सब बिल्कुल भी पसंद नहीं था था क्योंकि इस से पहले तो आशी अपनी लाइफ मानव बन कर जी रही थी।
जिसे पिंक कलर नहीं बस वाइट या ब्लैक कलर जायदा पसंद था एवन मानव के रूम मे उस के फेवरेट कलर से क्लासिक स्टाइल में डेकोरेट किया हुआ था।
जहां पर सब कुछ अच्छे से अरेंज ओर साफ सुथरा रहता था लेकिन आशी का रूम उस के पूरे ओपिजट था क्योंकि पूरा रूम भरा हुआ था।
जिसे देख कर आशी गहरी सांस लेते हुए अपना सर न
मे हिला कर खुद से कहती है!
"मैं इस तरह से तो इस रूम मे नहीं रह पाऊंगा!"
ये कह कर उस की नजर रूम में रखी हुई अलमारी पर जाति है !
जिसे देख कर आशी अपने कदम अलमारी की तरह बड़ा लेती हैं और अलमारी खोल कर उस की नजर
वहां पर टंगे हुए कपड़े पर जाति है।
जिसे आशी निकाल कर देखती है जो उसे old fashion के से सूट लग रहे थे।
जिसे देख आशी खुद से कहती हैं!
" शीट यार!! इस लड़की के अंदर क्या fashion की भी एक परसेंट सेंस नहीं है क्या।
ये क्या है? कैसे अजीब से कपड़े हे!
its very cheap!!
कोई ऐसे कपड़े कैसे पहन सकता है, और मैं तो ये सब बिल्कुल भी नहीं पहनने वाला!"
ये कह आशी अलमारी में रखे हुए कपड़े पर अब खामियां निकालते हुए उन्हें रिजेक्ट कर के अलमारी में बाहर बहुत ही बेहरमी से फेंक ने लगी।
तभी कनिका उसके रूम में आती है और आशी को ऐसे कपड़े फेंकते हुए उस पर गुस्सा करते हुए बोली!
"आशी ये सब क्या है। तुम अपने कपड़े क्यों फेंक रही
हो। ये सभी तो तुम्हारे फेवरेट थे न!"
वही ये सुन कर आशी कनिका की तरफ देख कर एक दम से मानव वाले एटीट्यूड से कहती हैं।
" क्या कहा मेरे फेवरेट, You don't know but मेरी चॉइस मेरे कपड़े के मामले में बेस्ट रहतीं हैं और मैं ऐसे चीप कपड़े तो बिल्कुल भी नहीं पहनता क्या इन्हें देखता तक नहीं हूं।
ये सब मेरे पहनने के लायक नहीं है। इसलिए मेरे पर्सनल डिजाइनर से मेरे लिए कपड़े ले कर आओ। जो मेरे पहनने के लायक हो!"
वही कनिका अपनी बहन आशी को हैरानी से देख रही थीं लेकिन तभी आशी के गाल पर अपने हाथ से एक थप्पड़ लगा देती है जिस से आशी अपने गाल पर हाथ रख कर आशी को हैरानी भरी से नजरों से देख कर कहती है।
" तुम ने मुझ पर हाथ उठाया?"
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आगे की कहानी जानने के लिए नेस्ट चैप्टर पर मिलते है।
कहानी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!
thank you
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
वही कनिका अपनी बहन आशी को हैरानी से देख रही थीं लेकिन तभी आशी के गाल पर अपने हाथ से एक थप्पड़ लगा देती है जिस से आशी अपने गाल पर हाथ रख कर आशी को हैरानी भरी से नजरों से देख कर कहती है।
" तुम ने मुझ पर हाथ उठाया?"
"अगर तूने अपनी हरकते बंद नहीं करी तो दो थप्पड़ और लगा दूंगी, यादाश्त गई है या तू सच में पागल हो गई है। परेशान कर दिया है तूने मुझे!
ओर क्या बोल रही थी डिजाइनर कपड़े चाहिए। तो मेडम खुद चली जा राजू दर्जी के पास, क्युकी तेरे असली डिजाइनर वही है। बड़ी आईं डिजाइनर कपड़े पहनने वाली! अब खड़े खड़े मुंह क्या देख रही है।। अपने कपड़े को उठा ओर फ्रेश हो कर बाहर आ जा! मैने डिनर रेडी कर लिया है!"
गुस्से में कहते हुए कनिका उस के रूम से निकल गई और वही आशी अपने गाल पर हाथ रख कर खड़ी हुई थी लेकिन तभी इरिटेट होते हुए सभी कपड़ों को अपने हाथों से उठा कर अलमारी के अंदर रख देती है लेकिन तभी उस उस की नजर अलमारी में रखी हुई एक डायरी पर गई। जिस पर स्टार का बड़ा सा स्टीकर बना हुआ था।
जिसे आशी छू ही रही थी कि तभी रूम के बाहर से कनिका की चिल्लाने की आवाज सुनाई दी जो उसे डिनर के लिए बुला रही थी।
जिसे सुन कर आशी अब अलमारी बन्द कर के जल्दी से बाहर निकल जाती है।
वही अब आशी डिनर कर चुकी थी और अभी कनिका किचन में काम कर रही थी और वही आशी जो पूरे घर को देख ही रही थी कि तभी उस की नजर टीवी पर गई जो ऑन था। तभी सोफे पर बैठ कर आशी चेनल बदलने लगी क्योंकि उसे कुछ भी पसंद नहीं आ रहा था क्युकी सभी पर इंडियन सास बहु वाले टिपिकल वाले ड्रामे चल रहे थे।
जिसे देख कर आशी मुंह बना देती है और फिर से चैनल चेंज कर देती है तभी उस की नजर टीवी स्क्रीन पर पर गढ़ जाती है।
क्युकी टीवी पर किसी न्यूज़ चैनल पर मानव ओर उस के बिजनेस के बारे में बताया जा रहा था कि मानव ने अपने सारे बिजनेस को अपनी छोटी बहन रूबी के नाम पर कर दिया है और खुद कुछ सालों के लिए किसी को बिना बताए कही चला गया है।
जिसे सुन कर आशी हैरान हो गई थी। क्युकी अभी तक किसी को पता नहीं था कि मानव मर चुका है।
जिस से आशी खुद से मन में गुस्से से कहती हैं।
ये सब कुछ कर्ण और रूबी ने किया होंगा क्योंकि अगर मै मरा होता तो मेरी सारी प्रापोटी ट्रस्ट मे चली जाएगी!"
तभी टीवी पर दिखाया जाता है कि कर्ण उस की कंपनी का new CEO बन गया है क्योंकि रूबी ओर कर्ण ने कोर्ट मैरिज कर ली है। ओर अब जल्द ही कर्ण
मानव के पूरे बिजनेस अंपायर का खुद टेक ओवर करने वाला है।
वही ये सब देख कर अब आशी के हाथ की पकड़ रिमोट पर कस जाती है।
क्युकी मानव ने अपना बिजनेस अंपायर खुद के बलबूते पर अपनी मेहनत से खड़ा किया हुआ था और आज कोई ओर उस पर राज करने वाला है।
अब टीवी पर चल रही कर्ण और रूबी की तस्वीर को आशी घूर रही थीं तभी कनिका किचन से बाहर आ कर आशी को न्यूज चैनल देख कर हंसते हुए बोली!
"अरे क्या बात है जो लड़की 24 घंटे बस टीवी पर सीरियल देखती रहती थी आज बड़े ध्यान से न्यूज़ चैनल देख रही हो। चलों अच्छी बात है यादाश्त जाने के बाद तुम्हे थोड़ी अक्ल तो आई कि तुम्हारे सीरियल से अच्छे न्यूज़ चैनल हैं।"
"दी क्या आप के पास लैपटॉप हे?" आशी ने सीरियस होते हुए पूछा।
जिस की बात सुन कर कनिका थोड़ी सी हैरानी से बोली!
"हां हे पर तुम्हे...."
"ओके मुझे अपना लैपटॉप दीजिए मुझे कुछ काम हे।"आशी ने उस की बात को बीच में काट कर कहा!
वही कनिका को अब लगाता है कि आशी को कोई new मूवी देखनी होगी इसलिए वो उसे अपना लैपटॉप दे देती हैं और उसे कहती हैं!
"जायदा देर तक मूवी मत देखना अपनी मेडिसिन खा कर सो जाना, कल कोर्ट में मुझे एक इंपोर्ट कैस के लिए जाना है। तो मै सुबह तुम्हारे उठने से पहले चली जाएंगी! ओके गुड नाइट,!" प्यार से कह कर कनिका अपने रूम में चली गई थी।
कनिका एक मामूली लॉयर थी तो कुछ छोटे मोटे केस लड़ती रहती थीं लेकिन उस मे भी अपनी जान लगा देती थीं।
वही आशी अपने रूम में लैपटॉप की स्क्रीन को देख कर उसे अपने हाथों से बंद करते हुए डेविल स्माइल करते हुए बोली!
"तुम् लोगों को क्या लगा था कि कोई भी मेरा बिजनेस एम्पायर संभाल सकता है। जिस बात के लिए तुम दोनो खुश हो रहे हो न कि मानव देशमुख का बिजनेस ओर पैसा तुम्हारा हो गया है। कल तक तुम दोनो ही इसी बात का गिल्ट होने वाला है!"
ये कह आशी मुस्कुरा देती है और तभी लैपटॉप को टेबल पर रख कर अपने बेड पे सोने के लिए जा रही थी लेकिन तभी रुक कर अलमारी के पास जा कर उसे खोल कर वही पर रखी हुई डायरी को लेकर बिस्तर पर आ जाती है और डायरी को खोल कर जैसे ही फर्स्ट पेज देखती है उस में लिखा हुआ था।
"My Journey..."
जिस से आशी समझ जाती है कि ये एक पर्सनल डायरी है।
वही आशी अब खुद से कहती हैं।
"मानव किसी को पर्सनल डायरी पढ़ना तो बेड मैनर्स होता है! तुझे ऐसे किसी भी लड़की की पर्सनल डायरी रीड नहीं करनी चाहिए"
लेकिन तभी आशी फाइल को देखती है तो उसे उसे पढ़ने की इच्छा होने लगती है और खुद को नहीं पाती है इसलिए बोली!
"कुछ गलत बात नहीं है वैसे भी जिस ने लिखा है वो तो मैं मेरा मतलब उस की ही बॉडी हे।
तो मै तो पढ़ ही सकता हूं। ये कह आशी मुस्करा कर कहती है।
" सॉरी आशी बट मैं तुम्हारी सीक्रेट डायरी रीड कर रहा हूं!"
ये कह आशी फाइल को पढ़ने लगी जिस से उसे पता चलता है कि आशी अपनी जिंदगी के हर एक खास पल को अपनी जुबानी से डायरी में लिखती थीं।
वही अब इतना कुछ पढ़ते हुए आशी को समझ चुकी थी कि पहले वाली आशी का बिहेवियर इस आशी से बिल्कुल अलग है। पहले वाली आशी बहुत कम बात करती थी और कुछ जायदा ही डरपोक थी।
जिस के बारे में जान कर आशी खुद से कहती हैं।
"अरे यार ये लड़की तो डरपोक निकली!"
ये कह आशी आगे के पेज़ पलटने लगी तभी उस की आंखे हैरानी से बड़ी बड़ी हो गई।
क्युकी उस डायरी के कुछ पन्नो पर ये लिखा हुआ था..
कि .....
" मेरे बॉस का नाम अर्जुन ओबेरॉय है! लेकिन मैं उन्हें बहुत जायदा पसंद करती हूं। जब भी उन्हें देखती हूं तो मेरे दिल को धड़कन तेज हो जाती है। पता नहीं पर कैसे ,जब मैंने पहली बार उन्हें देखा था तभी उन्हें अपना दिल दे बैठी, दिन रात में अपने बॉस के बारे में सोचती रहती हूं। शायद अब उन के लिए पूरी पागल हो चुकी हूं!
पर मेरे बॉस मुझे देखते तक नहीं है। लेकिन मैं चाहती हूं वो मुझे देखे,
आज अर्जुन सर ने सभी एम्प्लाय के लिए एक पार्टी रखी हुई थी मै भी ऑफिस की पार्टी में गई थी। पार्टी में मेरे बॉस सब से अलग लग रहे थे। सभी लड़कियां उन्हें देख रही थी और मुझे उन लड़कियों को देख कर गुस्सा आ रहा था। क्युकी अर्जुन सर सिर्फ मेरे हे और मेरे इलावा उन्हें कोई ओर नहीं देख सकता है। तभी मैने उन सभी लड़कियों को ये दिखाने के लिए की अर्जुन सर मेरे हे। इसलिए अर्जुन सर के पास जा कर उन्हें पार्टी में I love U बोल कर प्रोपोज कर दिया! "
वही ये पढ़ कर आशी खुद से सोचते हुए कहती है।
"ये लड़की पूरी पागल है क्या,
अर्जुन राठौर नाम सुना सा लग रहा है क्या ये वही अर्जुन राठौर तो नहीं हैं जो शायद मेरा सब से बड़ा अराइवल हे।
ओर इस स्टूपिड आशी ने इसे प्यार तो किया और प्रोपोज भी कर दिया। दिमाग नहीं है क्या इस लड़की के अंदर, पता नहीं आगे क्या किया होंगा अर्जुन ने !"
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कहानी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!
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ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
वही ये पढ़ कर आशी खुद से सोचते हुए कहती है।
"ये लड़की पूरी पागल है क्या,
अर्जुन राठौर नाम सुना सा लग रहा है क्या ये वही अर्जुन राठौर तो नहीं हैं जो शायद मेरा सब से बड़ा अराइवल हे।
ओर इस स्टूपिड आशी ने इसे प्यार तो किया और प्रोपोज भी कर दिया। दिमाग नहीं है क्या इस लड़की के अंदर, पता नहीं आगे क्या किया होंगा अर्जुन ने !"
ये कह कर आशी अगला पन्ना पलट कर पढ़ने लगी!
" मैने जैसे ही अर्जुन सर को I love U कहा! तभी अर्जुन सर मेरा हाथ पकड़ कर मुझे पार्टी के बीच से कहीं दूर ले कर आ गए। मेरा चेहरा तो पूरा शर्म से लाल हो गया था। क्युकी पहली बार अर्जुन सर ने मेरा हाथ पकड़ा हुआ था जिस से मेरा ध्यान नहीं गया, की की मैं कब पार्टी के बीच से सब से अलग अर्जुन सर के साथ अकेली खड़ी हुई हूं!
लेकिन तभी मुझे होश आया जब अर्जुन सर ने मुझे गुस्सा करते हुए कहा कि वो मुझे प्यार नहीं करते हैं और आज के बाद मैं उन से दूर रहूं!
अर्जुन सर की नफरत और गुस्सा देख कर मेरा दिल टूट गया। मैं सर से बहुत प्यार करती थी और सर को ये नजर नहीं आया और मुझे खुद से दूर रहने के लिए कहा।
मैं अर्जुन सर के बिना नहीं रह सकती हूं। अगर अर्जुन सर मेरे नहीं हो सकते हैं। तो मुझे जीना नहीं है।"
"अरे आगे क्या हुआ? इस लड़की ने आगे कुछ क्यों नहीं लिखा?" कहते हुए आशी डायरी के आगे के पन्ने पलट कर टटोलने लगी। लेकिन आगे के सभी पन्ने कोरे कागज पर साफ थे।
वही डायरी पर लिखी हुई लास्ट लाइन पढ़ कर आशी परेशान हो गई थी क्युकी उस मे लिखा हुआ था। की उसे जीना नहीं है।
आशी अब खुद से दुखी मन से कहती हैं।
"क्या इस लड़की ने सुसाइड करने की कोशिश करी थी क्योंकि उस के बॉस ने रिजेक्ट कर दिया! मतलब वो मर गई और मैं उस की बॉडी के अंदर आ गया।
ओह शीट, मुझे आशी की बॉडी मे अपनी लाइफ मिली हे।"
ये कह कर आशि को सब कुछ क्लियर हो गया था क्योंकि डायरी पर लिखी हुई लास्ट डेट मानव की डेथ डेट सेम थी!
आशी किच देर बैठ कर पहले वाली आशी के बारे में सोच ने लगी जिस ने उस की तरह किसी को प्यार किया था लेकिन बस फर्क ये था कि उस ने खुद अपनी जान दी थी और मानव की जान ली गई थी।
लेकिन तभी वह कुछ सोच कर कहती है।
"Dont वरी आशी! तुम्हारी वजह से मुझे मेरी लाइफ मिली है, जिस ने तुम्हारा दिल तोडा है, जिस के लिए तुम ने अपनी जान दे दी, अब वह तुम्हारे प्यार को रिजेक्ट कर ने के रिग्रेट करेगा, मेरा प्रोमिस हे तुम्हे!"
सुबह का समय..
आशी बेड पर एक लंबी अंगड़ाई लेते हुए उठ जाती है और अपने रूम से बाहर आ जाती है।
तभी वो देखती है कि वो घर में अकेली है जिससे उसे याद आता है कि कनिका ने उसे कहा था कि वह उस के उठने से पहले अपने काम के लिए चली जाएगी!
वही आशी फ्रेश हो कर अब उसे न चाहते हुए आशी के कपड़े पहनने पड़ते हैं।
इसलिए अभी उस ने फूल सिलिव प्रिंटेड सूट सलवार पहन लिया था।
ओर अपने बालो लंबे बालों को खुला छोड़ा हुआ था।
कुछ देर बाद आशी एक बैंक के अंदर आ जाती है और मैनेजर के पास जा कर कहती है।
"Code - F5001"
वही ये सुन कर मैनेजर हैरानी भरी नजरों से आशी को देखता है क्योंकि जो कोड आशी ने बताया ये कोड
VIP Code एक बैंक अकाउंट था। जिस मे सब से जायदा अमाउंट उनका इसी एक्सपेंसिव VIP Code में ही था।
पर अभी तक मैनेजर या किसी को पता नहीं था कि ये VIP अकाउंट किस का है , और उस की असली आइडेंटी क्या है,
क्योंकि जिस कस्टमर ने ये अकाउंट उन के बैंक में खुलवाया था उस मे उस कस्टमर की कोई भी जानकारी उन के पास नहीं थी। सिवाय सिर्फ एक कोड के नाम से।
मैनेजर हैरानी से आशी को देखता है जिस के कपड़े को देख कर नहीं सकता था कि वो उनकी सब से एक्सपेंसिव ओर VIP कस्टमर हे लेकिन जो कोड आशी ने उन्हें बताया था उस से वो आशी से सवाल नही कर सकते थे।
इसलिए आशी को देख कर बड़ी रिस्पेक्ट के साथ कहते हैं।
"चलिए मेरे साथ!"
कुछ देर बाद
आशी मैनेजर के साथ एक बड़े से रूम में थी जहां पर बहुत सारे लॉकर बने हुए थे।
मैनेजर आशी को एक लॉकर के पास लाते हुए कहता है।
"ये आप का लॉकर है मेम! ओर बाकी अमाउंट आप के बैंक अकाउंट मे हे।"
"ठीक है। बस मुझे मेरा क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड कर दीजिए!"
आशी की बात सुन कर मैनेजर अपना सर हिला कर वहां से चला जाता है।
वही आशी लॉकर पर बने हुए कुछ बटन पर पासवर्ड डाल कर लॉकर खोल देती है।
जिस के अंदर काफी पैसे ओर गोल्ड के बिस्कुट थे।
जिसे देख कर आशी राहत की सांस लेती हुई बोली।
" थैंक गौड! मैने इस के बारे मे किसी को कभी कुछ भी नहीं बताया। वरना वो दोनो इसे भी छोड़ते।
पता नहीं पर क्यों मैंने अपने आधे पैसे यह पर सैफ रखे हुए थे।
शायद इसलिए क्युकी आशी को आज इस की जरूरत पड़ने वाली थी।"
ये कह कर आशी सारे पैसे ओर गोल्ड के बिस्कुट अपने पर्स पर डाल कर वहां से बाहर आ जाती है जहां पर पहले से मैनेजर उस का क्रेडिट कार्ड अपने हाथ में ले कर अपने कुछ स्टाफ के साथ खड़ा हुआ था।
आखिर वो उनकी VIP कस्टमर थी जिसे वो VIP ट्रीटमेंट दे कर खुश रखना चाहते थे इसलिए कोई भी कमी नहीं छोड़ना चाहते थे।
"मेम आप का क्रेडिट कार्ड!" मैनेजर उसे देते हुए कहा।
आशी अपना क्रेडिट कार्ड लेते हुए वहां से जाने लगती है कि तभी बैंक मैनेजर उसे रोकते हुए बोला!
"मेम आप थक गई होंगी! थोड़ा रेस्ट कर के कॉफी पी लीजिए!"
"No thanks मुझे जरूरी काम हे!" आशी ने बैंक मैनेजर को जवाब देते हुए उसे इग्नोर किया और वहां से जाने लगी!
"सर आप क्या इन्हीं मेडम की बात कर रहे थे! ये हमारी VIP कस्टमर हे?" एक स्टाफ ने बैंक मैनेजर से पूछा!
जिस का जवाब देते हुए बैंक मैनेजर अपने चेहरे पर आए पसीने को रूमाल से साफ करते हुए कहता है।
"VIP कस्टमर के साथ इस बैंक की ऑनर भी!"
वही ये सुन कर सभी स्टाफ की आंखे फटी की फटी रह गई थी क्युकी उन्हें हैरानी हो रही थी कि अभी एक 19 साल की मामूली सी लड़की जो कुछ देर पहले बैंक में आई थी वह उनकी VIP कस्टमर के साथ उन के बैंक की ऑनर भी हैं।
वही दूसरी तरफ..
कर्ण और रूबी जो इस वक्त बेड पे एक साथ इंटिमेट हो रहे थे। कर्ण रूबी को किस करते हुए उस के जिस्म को अपने हाथों से सहला रहा था।
तभी रूबी कर्ण के करीब होते हुए कर्ण के होठों पर किस करते हुए बोली!
" मुझे तुम्हे फील करना हे! अब ओर जायदा खुद पर कंट्रोल नहीं कर सकती हूं। प्लीज़ बेबी, do it!"
वही ये सुन कर कर्ण रूबी के ब्रेस्ट को मसलते हुए डेविल स्माइल कर देता है और तभी रूबी को अपनी गोद में बिठा कर उस के पेरो को अपनी कमर पर लपेट देता है और रूबी के अंदर एंटर हो जाता है। जिसे मेहसूस करते हुए रूबी मुस्कुराते हुए सिसकिया ले रही थी।
तभी कुछ देर इंटिमेट होने के बाद दोनों बेड पर ही थे। ओर मजे से ड्रिंक के ग्लास को चेयर्स करते हुए पीने लगे!
""so बेबी आगे क्या प्लान है?"
कर्ण ने रूबी से पूछा!
जिसे सुन कर रूबी ड्रिंक का गिलास पूरा गटक कर कर्ण के होठों पर किस करते हुए बोली!
""प्लान वही है बेब जो हम ने सोचा हुआ है। तुम जल्दी से कंपनी के CEO बन जाओगे और उस के बाद उस मानव की मां का हम तमाम करेंगे।"
""you know what तुम बहुत ज्यादा dangerous हो!"
कर्ण ने उसे देख कर कहा।
जिसे सुन कर रूबी डेविल स्माइल कर ने लगी
शाम के समय..
कनिका थकी हारी जैसे ही घर के अंदर आती है तो आमने सोफे पर बैठी हुई आशी और अपने घर को देख कर हैरान हो जाति है लेकिन तभी कनिका आशी को बुरी तरह से घूरते हुए बोली!
"ये सब क्या है?" क्या हाल बना कर रखा हुआ है तुम ने घर का ओर खुद का?""
to be continue
आगे की कहानी जानने के लिए नेस्ट चैप्टर पर मिलते है।
कहानी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!
thank you
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
शाम के समय..
कनिका थकी हारी जैसे ही घर के अंदर आती है तो आमने सोफे पर बैठी हुई आशी और अपने घर को देख कर हैरान हो जाति है लेकिन तभी कनिका आशी को बुरी तरह से घूरते हुए बोली!
"ये सब क्या है?" क्या हाल बना कर रखा हुआ है तुम ने घर का ओर खुद का?"
वही आशी जिस ने अपने लंबे बालों को थोड़ा सा काट कर उन्हें थोड़ा छोटा कर अच्छा सा हेयर स्टाइल बनाया हुआ था और इस वक्त एक उस ने लूज सी टी शर्ट में पहनी हुई थी जो उस के घुटने तक थी। आशी
ने ऊपर ऊपर खर्चा कर के खुद को चेंज कर के अपने आप को एक दम हॉट लड़की बना दिया था। साथ ही घर में पूरना समान हटा कर new समान रख दिया था।
जिसे TV की जगह एक बड़ी से LED स्क्रीन थी, और इसी तरह सोफा, टेबल, ओर घर के कुछ फर्नीचर , सब कुछ नया और काफी एक्सपेंसिव लग रहा था
जो उस ने अपने पैसे से लिया था। लेकिन इस बात पर गोर न कर के की वो कनिका से क्या कहेगी।
जो उस से इस बारे मे अब पूछने वाली थी!
"आशी! ये तुम ने घर में कैसे कपड़े पहने हुए है और तुम्हारे बालों को क्या हुआ। ओर ये सब कहां से आया!" कनिका ने आशी और घर के सामन को देखते हुए गुस्सा करते हुए कहा।
वही आशी उसे देख कर खुद से कहती हैं।
"यार ये लड़की तो ऐसे सवाल कर रही है जैसे मैने कोई चोरी कर ली हो!"
"मै तुम से कुछ पूछ रही हूं।" कनिका ने उसे घूरते हुए कहा।
जिस से आशी अनजान बनते हुए बोली!
"क्या हुआ? आप कितना गुस्सा क्यों कर रही हो! दी मेरे पास कुछ पैसे पड़े हुए थे तो बस मैने!"
"मुझे से झूठ मत बोलो! मुझे अच्छे से पता है तुम्हारे पास इतने पैसे नहीं हो सकते हैं कि तुम ये सब खरीद कर खर्चा करो! तो सच सच बताओ, क्या तुम ने कोई गलत काम किया है। तुम्हारे पास इतने सारे पैसे कहां से आए!"
कनिका ने शक भरी नजरो से देख कर कहा।
" अब क्या कहूं! मैं तो फस गया। इस घर को अपने घर की तरह लाइफ स्टाइल देने के चक्कर मे!" आशी ने मन में परेशान होते हुए कहा तभी अपने ऊपर कनिका की शक भरी नजर को महसूस करते हुए आशी जल्दी से सोच कर कनिका से कहती हैं।
" अरे दी! मुझे सुबह ही याद आया था कि मैं जॉब
इतनी बड़ी कंपनी में पार्ट टाइम की जॉब करती थी।
ओर ये सब मेरी सैलरी के पैसे है। वहां पर मेरी सैलरी 20000 हजार हे जिस के साथ मुझे मेरे अच्छे काम के लिए दुगने पैसे मिलते है। मैने कोई गलत काम नहीं किया है, अगर आप को मेरी बात पर विश्वास नहीं हो रहा है तो रोकिए मैं आप को कुछ दिखाती हूं।"
ये कह कर आशी अपने रूम मे गई और जल्दी से वापिस आ कर कनिका के हाथ में एक आई कार्ड देते हुए कहती है।
"ये देखिए मेरा एम्प्लॉय आई कार्ड। क्या आप को मेरी बात पर अब विश्वाश नहीं है।"
वही कनिका हैरान से एम्प्लॉय आई कार्ड को देखने लगी जिस पर राठौर कंपनी का नाम था।
वही आशी चेन की सांस लेती हुई हुई खुद से कहती हैं।
"अच्छा हुआ मैंने आशी की डायरी पढ़ ली। जिससे मुझे पता चल गया था कि आशी अर्जुन की कंपनी में पार्ट टाइम की जॉब करती थी और ये बात उस कनिका को पता नहीं है। "
"तुम पार्ट टाइम की जॉब कर रही थी लेकिन क्यों? आशी तुम्हे इस वक्त अपनी स्टडी में ध्यान देना चाहिए। क्या तुम्हे पैसे की जरूरत थी जो तुम ये जॉब कर रही थी।" कनिका ने उसे पूछा क्योंकि उसे पता नहीं था कि उस की बहन पार्ट टाइम की जॉब करती थीं।
वही आशी ने जॉब पैसे के लिए नहीं सिर्फ अर्जुन के लिए करी थीं जो बात उस ने किसी को नहीं बताई थी लेकिन डायरी में सब कुछ पढ़ कर हमारी इस आशी को पता चल गया था जिस ने इस बात का फायदा उठा लिया और अब वह कनिका के शक के घेरे से बच
चुकी थी।
इसलिए आशी कनिका की बात सुन कर उसे झूठ बोल देती है कि उस ने सिर्फ कॉलेज में अपनी दोस्त के साथ ये जॉब कर ली थी। क्युकी कॉलेज के बाद आशी फ्री रहती थी।
वही कनिका उस की बात पर यकीन कर लेती है लेकिन तभी आशी की बात सुन कर उसे खुशहोते हुए कहती है।
"क्या तुम्हे सब याद आ गया है!"
वही ये सुन कर आशी जल्दी से थोड़ा सा ड्रामा करते हुए बोली!
"जायदा तो नहीं बस धीरे धीरे सब कुछ याद आ रहा है। !"
वही ये सुन कर कनिका खुश हो जाति हैं कि फाइनली उस की बहन ठीक हो रही है।
रात के समय
आशी बेड पे बैठ कर चीड़ कर खुद से कहती हैं।
"मुझे कॉलेज छोड़े! कितने साल हो चुके हैं। ओर अब कल मुझे कॉलेज जाना होगा। ओह शीट मानव। लगता है तुझे उन बच्चों के साथ पढ़ कर अपना टाइम वेस्ट करना होगा!"
कनिका जिस ने आशी से कहा कि अब उसे धीरे धीरे सब याद आ रहा है तो उसे अब अपना कॉलेज फिर से ज्वाइन कर लेना चाहिए। क्युकी पिछले एक महीने से उस की क्लॉसेस काफी मिस हुई है।
वही आशी चिड़ी हुई थी लेकिन कनिका की वजह से उसे जाना ही होगा!
सुबह का समय...
कनिका जल्दी जल्दी मे ब्रेकफास्ट टेबल पर लगा रही थी और आशी को आवाज दे रही थी कि वह जल्दी से तैयार हो बाहर आ कर ब्रेकफास्ट कर ले क्योंकि वह कॉलेज के लिए लेट हो सकती है।
कनीका को खुद भी अपने काम पर जाना था इसलिए वह खुश भी तैयार थी और अभी उस ने सिंपल सा हाफ सीलीव वाली पीच कलर की कुर्ती के साथ वाइट कलर का पेंट प्लाजो पहना हुआ था और बालों को क्लचर कर के अपने एक हाथ में सिंपल सी वॉच पहनी हुई थी।
कनिका टेबल पर बैठ कर आशी का वैट कर रही थी। तभी आशी को हैरानी से देख कनिका की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है।
अपने पहले वाले पुराने कपड़े न पहन कर उस के सामने टाइट जींस और क्रॉप टॉप पहन कर अपने हाथ में जैकेट और अपना बेग ले कर टेबल पर बैठ जाति है।
वही अब खुद को देखते हुए आशी नजर उठा कर कनिका को देख कर अपने कपड़े के लिए कहती है।
"क्या हुआ? आप ऐसे क्यों देख रही हो। क्या मैं इन कपड़ों में अजीब लग रही हूं। एक्चुअली मैने ये पहली बार पहने हे। क्या अच्छे नहीं लग रहे हे। मैं चेंज कर के आती हूं!"
आशी जिस ने कल अपने लिए बहुत सारे कपड़े लिए थे जो सारे मॉर्डन थे। आशी ने खुद भी पहली बार लड़की के कपड़े पहने थे तो वह खुद भी थोड़ी सी uncomfortable हो रही थी। इसलिए अब उठ कर जाने लगती है कि तभी कनिका उस का हाथ रोक कर उसे रोक देती है और मुस्करा कर कहती है।
"कोई जरूरत नही है! तुम पर अच्छे लग रहे हे।"
कुछ देर में कनिका अपनी स्कूटी पर थी जिस के पीछे आशी बैठी हुई थी।
तभी कनिका स्कूटी एक बड़े से कॉलेज के बाहर खड़ी एक लड़की के सामने रोकती है।
वही आशी कॉलेज को देख कर स्कूटी से नीचे उतर रही थी कि वही खड़ी लड़की खुश होते हुए आशी को हग कर लेती हैं और खुश होते हुए कहती है।
"मैने तुम्हे बहुत ज्यादा मिस किया!"
" छोड़ो मुझे! अजीब लड़की हो! " आशी ने उसे खुद से दूर करते हुए कहा।
जिस से वह लड़की आशी को हैरानी से देख कर तभी कनिका से कहती हैं।
"कनिका दी! सच में इस आशी का एंटीना तो सच में हिल गया है। ये मुझे भी भूल गई। बेचारी मेरी दोस्त। "
ये कह कर वो लड़की आशी को बेचारी बन कर देखने लगी।
"जूही! तुम्हारी दोस्त के दिमाग में थोड़ा असर हुआ है लेकिन फिर मत करो ये जल्दी ठीक हो जाएगी।"
ये कह कर कनिका आशी से कहती हैं।
"आशी! जूही तुम्हारी बेस्ट फ्रेंड है। इसलिए तुम इस से अच्छे बात करो! अच्छा अपना ध्यान रखना मे चलती हूं!"
आशी से कह कर कनिका उसे जूही के साथ छोड़ कर अपनी स्कूटी से चली जाती है।
वही वो लड़की यानि जूही आशी को अब जा कर बड़े
ध्यान से देखती है जो पहले से बिल्कुल अलग लग रही थी। क्युकी कहां पहले उस की दोस्त सूट सलवार ओर दुपट्टे में लिपटी होती थी।
ओर आज टाइट जींस और क्रॉप टॉप के साथ जैकेट पहने हुए काफी हद तक हॉट लग रही थी। उसके बालों का हेयर स्टाइल भी उसे ओर भी अट्रैक्ट कर रहा था।
जूही उपर से नीचे तक आशी को बड़ी बड़ी आंखों से उल्लू की तरह ताड़ी जा रही थी कि तभी उसे देख कर
आशी उसे घूरते हुए बोली।
"पागल लड़की क्या देख रही हो!"
"तुम्हारी पतली कमर मुझ से भी ज्यादा गोरी ओर हॉट लगती हैं यार सच में सेक्सी हे!" जूही ने अपने हाथ से उस की शो ऑफ कमर पर रखते हुए कहा जो क्रॉप टॉप की वजह से साफ नजर आ रही थी।
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आगे की कहानी जानने के लिए नेस्ट चैप्टर पर मिलते है।
कहानी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!
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ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
जूही आशी को अब जा कर बड़े ध्यान से देखती है जो अब पहले से बिल्कुल अलग लग रही थी। क्युकी कहां पहले उस की दोस्त सूट सलवार ओर दुपट्टे में लिपटी होती थी।
ओर आज टाइट जींस और क्रॉप टॉप के साथ जैकेट पहने हुए काफी हद तक हॉट लग रही थी। उसके बालों का हेयर स्टाइल भी उसे ओर भी अट्रैक्ट कर रहा था।
जूही उपर से नीचे तक आशी को बड़ी बड़ी आंखों से उल्लू की तरह ताड़ी जा रही थी कि तभी उसे देख कर
आशी उसे घूरते हुए बोली।
"पागल लड़की क्या देख रही हो!"
"तुम्हारी पतली कमर मुझ से भी ज्यादा गोरी ओर हॉट लगती हैं यार सच में सेक्सी हे!" जूही ने अपने हाथ से उस की शो ऑफ कमर पर रखते हुए कहा जो क्रॉप टॉप की वजह से साफ नजर आ रही थी।
जूही की हरकत पर आशी जल्दी से उस का हाथ हटा कर नाराज होते हुए कहती है।
"बतमीज़ लड़की! क्या कर रही हो!"
"इतना रिएक्ट क्यों कर रही हैं यार! मैने सच कहा तेरी कमर सच में हॉट लग रही है! इतनी की मैं एक लड़की हो कर अपनी नज़र नहीं हटा पा रही हूं! तो सोच अंदर जा कर कॉलेज के लड़कों क्या होने वाला है।" कहते हुए जूही हंसने लगी।
जिसे खुद पर हंसते हुए देख कर आशी चिढ़ते हुए कहती हैं।
"दांत फाड़ना बंद करो समझी वरना मेरा दिमाग खराब हुआ तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होंगा। "
ये कह आशी वहां से अंदर चली जाती है।
जिसे जाते हुए देख कर जूही भी उस के पीछे आते हुए बोली!
"अरे यार गुस्सा क्यों कर रही हो! सॉरी!"
कुछ ही देर में आशी जूही के साथ क्लासरूम मे बैठी हुई थी।
जहां पर सभी आशी को हैरानी से देख रहे थे।
वही आशी को अब ये देख कर थोड़ा सा अजीब लगता है लेकिन तभी सभी को इग्नोर कर देती हैं और खुद से इरिटेट होते हुए कहती है।
"ये सब मेरे लिए सच में एक झंझट है। पहले जब मैं मानव था तब मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था , लेकिन जब आशी बन गया हूं थोड़ा अजीब लगता है। सब अ।जीब सी नजरों से घूरते रहते है मुझे "
तभी एक हैंडसम सा लड़का क्लासरूम मे इंटर होता है। जिस से सभी की नजर उस लड़के पर जाति है खास कर लड़कियों की क्योंकि वह ओर कोई नहीं उन के कॉलेज का सब से पॉपुलर ओर हॉट बॉय
रौनक का था।
सभी लड़कियो के साथ जूही भी रौनक को देख कर आशी से कहती हैं!
"आशी सच सच बता क्या तुझे रौनक हॉट नहीं लगता हे!"
वही ये सुन आशी कन्फ्यूज्ड हो कर जूही को देखती हैं
कि वह किस के बारे में बात कर रही है?
और उसे कुछ पूछ पाती तभी जूही को याद आता है कि आशी को कहां रौनक याद है।
इसलिए जल्दी से कहती हैं!
"सॉरी यार! मैं भूल गई थी लेकिन कोई बात नही मैं हूं ना तुझे सब कुछ बता दूंगी!"
ये कह कर जूही आशी को रौनक की तरफ इशारा करते हुए देख कर कहती है।
" ये रौनक है। हमारे कॉलेज का सब से हॉट और हंक
जिस के लिए सारी लड़किया पागल है! इवन मैं भी आखिर रोहन मेरा क्रश है। पता है अभी तक रौनक
की कोई गर्लफैंड नहीं है। इसलिए सभी लड़किया रौनक के पलके बिछा कर बैठी हुई है। सिर्फ तुझे छोड़ कर क्योंकि!"
"क्युकी क्या?" आशी ने उसे टोकते हुए बीच में पूछ लिया।
"क्युकी मेडम आप को तो अर्जुन राठौर का नशा चढ़ा हुआ है न, जिस के तुम उस के ऑफिस तक पहुंच गई। मांना कि तेरा अर्जुन हॉट है लेकिन मेरा रौनक भी कम नहीं है। " जूही ने कहा।
वही ये सुन कर आशी मुंह बना कर खुद से मन में कहती हैं।
"पागल लड़की! मुझे न तो उस अर्जुन पर इंटरेस्ट है और न ही तेरे इस रौनक पर!"
वही जूही आशी और भी बाते रही थी तभी क्लास में उन की प्रोफेसर आ जाती है जिस से सभी स्टूडेंट के साथ जूही भी अपना मुंह बंद कर देती है।
ओर जूही को चुप देख कर आशी चेन की सांस लेती है क्योंकि वह पिछले 10 मिनट से बोली जा रही थी।
प्रोफेसर सभी की अटेंडस लेने के बाद अपना टॉपिक पढ़ाना शुरू कर देती है।
वही सब से लास्ट वाली सीट पर रौनक अपने दोस्त के साथ बैठा हुआ था। जिस का दोस्त प्रोफेसर पर न ध्यान दें कर
बगल वाली रॉ में जूही के साथ बैठी हुई आशि को ताड़े जा रहा था क्युकी आज पूरी क्लास में New आशी सेंटर ऑफ अट्रैक्शन जो बनी हुई थी अपने न्यू लुक और मॉडल लुक के साथ! जो पहले एक ओल्ड फैशन की तरह कॉलेज में दिखाई देती है।
रौनक जिस ने अभी तक आशी को नोट क्या उस की तरफ देखने कि कोशिश नहीं करी थी क्योंकि उसे न तो लड़कियों में इंटरेस्ट था और न ही आशी ने!
हालांकि उस का दोस्त उसे आशी के बारे मे बता रहा था कि वह आज कितनी जायदा खूबसूरत और हॉट लग रही थी। जिस पर रौनक कोई भी रिएक्ट नहीं कर रहा था चुप चाप अपनी बुक्स को पकड़े हुए आराम से रीड कर रहा था।
वही प्रोफेसर अपना टॉपिक को बताते हुए अपनी आंखो से घूरते हुए जूही और आशी को क्लास में खड़ा कर देती है। क्युकी उन्होंने जूही को देख लिया था जो आशी के साथ बात करने की कोशिश कर रही थी जिस के साथ
आशी बेवजह उनकी नजर में आ गई थी।
"जूही और आशी तुम दोनो मेरी क्लास मुझे ओर पूरी क्लास को डिस्टर्ब कर रहे हैं! "
"I am sorry मेम! नेक्स्ट टाइम से ऐसी गलती नहीं होंगी!" जूही ने माफी मांगते हुए कहा।
लेकिन आशी ने सॉरी बोलने की कोशिश तक नहीं करी।
जिसे देख कर प्रोफेसर आशी को घूरते हुए बोली।
"तुम्हे नहीं लगता है कि तुम्हे भी सॉरी कहना चाहिए!"
"नहीं! गलती इस की थी, और इस ने सॉरी बोल दिया है। तो आप से किस बात के लिए मैं सोरी कहूं। ओर क्यों?" आशी ने एक दम से मुंह पर जवाब दिया।
जिसे सुन कर प्रोफेसर के साथ सभी स्टूडेंट हेरानी से आशी को देखने लगे।
इस से पहले उन्होंने आशी के मुंह से कभी भी ऐसा जवाब नहीं सुना था। जो लड़की गलती न होने पर भी सॉरी बोल ती थी आज सॉरी न कह कर जवाब दे रही है।
उसे देख कर जूही आंखे फाड़ कर अपनी दोस्त को देखती है। ओर वही प्रोफेसर गुस्से में आशी को घूरते हुए देख कर कुछ कहती तभी क्लास की बेल सुनाई देती है।
क्युकी अब प्रोफेसर की क्लास ओवर हो चुकी थी और वो आशी को घूरते हुए वहां से चली जाती है।
"आशी! तू तो सच में फायर गन हो गई है। मुझे तो बिलीव नहीं हो रहा है। तूने उस प्रोफेसर के सामने अपना मुंह खोला! तुझ मे सच में हिम्मत आ गई है।
मैं तो बहुत खुश हूं तेरे इस रूप को देख कर! अच्छा हुआ तेरी यादाश्त चली गई! क्युकी तू पहले सच में बोरिंग थी। लेकिन अब तो काफी इंटरस्टिंग हो चुकी है। " जूही ने, एक्साइटमेंट से कहा!
"मुझे भूख लगी है?" आशी ने उसे देख कर कहा।
"तो चलो केंटिन चलते हैं! " जूही ने उसे कहा ओर उसे लेकर क्लास से बाहर चली गई।
जिन्हें जाते हुए रौनक देख रहा था। खास कर आशी को। तभी वो खुद से कहता है।
"क्या ये वही लड़की हैं?"
"तुझे भी शॉक्ड लगा।" उस के दोस्त राज ने उसे देख कर कहा।
जिसे सुन कर रौनक उसे देख कर बोलता है।
"क्या मतलब!"
"मतलब यही कि तूने आज पहली बार आशी की तरफ उसे नोट करते हुए देखा हे। क्या बात है कही तेरा दिल तो नहीं आ गया आशी पर!".
"स्टॉप इट ऐसा कुछ भी नहीं? मुझे उस लड़की मे न तो पहले इंटरेस्ट था और न ही अब! तो आपना मुंह बंद कर!" रौनक ने उसे कहा।।
"कोई बात नहीं! लेकिन मुझे अब आशी में इंटरेस्ट आने लगा है।"कहते हुए राज स्माइल कर हुए वहां से चला गया ।
वही अब कैंटीन में बैठ कर आशी सेनविच खा रही थी। तभी जूही अपनी कोलड्रिंक पीते हुए कहती है।
"आशी मुझे पता है तू अर्जुन को सच में लाइक करती है लेकिन फिर भी अर्जुन की कंपनी में जाना चाहती है भूल गई है क्या उस ने तुझे रिजेक्ट किया था।"
वही ये सुन कर आशी खाते हुए रूक जाती है और गुस्से अपने मन में में कहती हैं।
"तभी तो जाना चाहती हूं कि उस ने क्या गलती करी ! उसे भी सबक सिखना जरूरी हे!" ये कहते हुए उसे याद आने लगा कि आशी ने अर्जुन की वजह से सुसाइड करने की कोशिश करी थी जिस से उसे गुस्सा आ रहा था।
वही आशी के चेहरे को देख कर जूही को थोड़ा अजीब लगता है क्योंकि आशी के चेहरे पर गुस्सा नजर आ रहा था। तभी जूही कुछ कहती तभी कोई उन के टेबल पर आ कर बैठ जाता है।
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" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
वही आशी के चेहरे को देख कर जूही को थोड़ा अजीब लगता है क्योंकि आशी के चेहरे पर गुस्सा नजर आ रहा था। तभी जूही कुछ कहती तभी कोई उन के टेबल पर आ कर बैठ जाता है।
"हेलो गर्ल्स! मेरा नाम राज है!" राज ने आशी और जूही को देख मुस्कुरा कर कहा।
वही आशी राज को कन्फ्यूज भरी नजर से देख रही थी और वही जूही खुशी से राज से कहती हैं!
"तुम रोहन को बेस्ट फ्रेंड हो न! हाय मेरा नाम जूही हे और मेरी दोस्त का नाम आशी!"
"मुझे पता है!" राज ने मीठी मुस्कान के साथ आशी को देखते हुए कहा।
"ये मुझे इस तरह से देख कर मुस्करा क्यों रहा है?"
आशी ने अपने मन में राज को देख कर खुद से कहा।
"अच्छा ये बताओ तुम यहां पर अकेला क्या कर रहे हो। तुम्हारा दोस्त रोहन कहां है। कही नजर नहीं आ रहा है!" जूही ने कैंटीन में अपनी नजर इधर उधर घुमा कर राज से कहा।
वही ये सुन कर राज कुछ बोल पाता तभी वहां पर रोहन आ गया और
राज को देख कर बोलता है।
"चलो मेरे साथ फालतू लोगों के साथ बैठ कर यहां पर टाइम पास मत करो!"
ये कह कर रोहन राज को अपने साथ लेकर जाने लगा और वही रोहन के मुंह से "फालतू लोगों"
मतलब खुद को समझ कर आशी को चेहरा गुस्से में भर जाता है और वो पीछे से रोहन को जाते हुए देख कर दांत पीसते हुए कहती है!
" तुम ने मुझे फालतू कहा!"
वही आशी की आवाज सुन कर रोहन रुक जाता है और पलट कर आशी की तरफ देखने लगा।
जो अब उस के ठीक सामने आ कर उसे कहती है।
" तुम ने मुझे फालतू कैसे कहा!"
वही रोहन आशी को ऊपर से नीचे तक करीब से देखता है और फिर उसे बिना इंटरेस्ट के साथ कहता है!
"देखो मुझे तुम्हे मे इंटरेस्ट नहीं है तो प्लीज!"
ये कह रोहन जाने लगता है लेकिन तभी आशी उस का हाथ पकड़ कर उसे कहती है!
" आखिर तुम्हारी बात का मतलब क्या है मुझे तुम्हे इंटरेस्ट है!"
वही रोहन आशी से अपना हाथ झटकते हुए गुस्से में कहता है!
" डांट टच मि! दूर रहो मुझ से!"
वही ये सुन कर आशी उसे घूरते हुए बोली।
"Excuse me ! आखिर तुम्हारी प्रोब्लम क्या है। खुद को रणवीर कपूर या विक्की कौशल समझते हो।
जो मै तुम्हे टच करने के लिए मरी जा रही हूं।
आगे से मुझे फालतू कहा न तो तुम्हरा चेहरा जो थोड़ा सा अच्छा है उसे पूरा ख़राब कर दूंगी। Useless !"
ये कह कर आशी वहां से चली जाती है जिसे जाते हुए देख कर रोहन के हाथो की मुट्ठी कस गई थी।
कुछ देर बाद
वही अब कॉलेज खत्म हो गया था और आशी जूही ने के साथ कॉलेज से अभी एक बहुत बड़ी बिल्डिंग के बाहर खड़े हुए थे।
"infinite Group Industry"
ये नाम उस बहुत बड़ी बिल्डिंग के बड़े से बोर्ड पर चमकते हुए शब्दों में लिखा हुआ था
जिसे देख कर जूही न में सर हिला कर गहरी सांस लेते हुए बोली!
" मुझे नहीं पता था तुम अर्जुन के प्यार में सच में इतनी पागल हो कि रिजेक्ट होने के बाद भी फिर से उसी के ऑफिस पहुंच गई!"
infinite Group Industry जो पूरे एशिया में सबसे टॉप कंपनी में से एक मानी जाती थी जो अर्जुन राठौर की थी।
उस की कंपनी की ब्रांच पूरे एशिया में फैली हुई थी।
वही आशी जूही की बात सुन कर कोई जवाब नहीं देती है क्योंकि वह यहां पर एक मक्कसत से आई थी।
आशी और जूही जो अर्जुन की कंपनी में पहले से पार्ट टाइमर की जॉब करती थी।
ओर अब फिर से आशी उसे कंटिन्यू कर रही थी। दोनो कम्पनी के अंदर आ जाते हैं।
जहां पर दोनों अपने काउंटर पर आ कर बैठ जाते हैं।
जूही पहले भी यहां आशी के लिए आई थीं और अभी भी आशी के लिए आई थी। आखिर वो उस की बेस्ट फ्रेंड थी जिस के कदम कदम पर वह उस के साथ रहती थी।
आशी अपने काउंटर पर बैठ कर अपने एम्प्लॉय आईडी अपने कार्ड से लॉगिन करती है और अपना वर्क डाटा चेक करती है। कि आखिर पहले आशी की परफोर्मस कैसी थी।
आशी डाटा देख कर हैरान हो जाति है क्युकी अब तक पहले वाली आशी ने अपना काम किया था उस में उस की परफोर्मेंस जीरो थी।
जिसे देख कर आशी खुद से कहती हैं।
"कितना खराब रिकॉर्ड है? ओर ये लड़की कैसे सोच सकती थी कि उस का बॉस उस से इंप्रेस हो सकता है।
सही मे आशी यहां पर काम करने नहीं, सिर्फ उस अर्जुन के लिए आई थी। "
वही अब आशी जो कम पेंडिंग था उसे आशी जल्दी से पूरा कर देती है। जिसे देख कर जूही हैरानी से देख कर उसे कहती हैं!
" आशी तुम ने एक महीना का पेंडिंग वर्क एक घंटे में खत्म कैसे कर लिया। ओर वो भी बिना किसी सीनियर की हेल्प से!"
वही ये सुन कर आशी स्माइल कर देत है।
क्युकी वो असल में बिजनेस टायकून मानव देशमुख था। जिस का दिमाग कंप्यूटर से भी जायदा तेज़ चलता था। ओर अभी जो काम उस ने खत्म किया था वह तो उस के लिए नर्सी क्लास के होमवर्क की तरह था। क्योंकि इस से पहले तो उस ने कितने बड़े प्रोजेक्ट को खत्म कर के अपने नाम किया था। तभी तो वह इतना बड़ा बिजनेस मेन बन पाया था।
" मेरा हो गया है! मैं ब्रेक ले रही हूं।" कह कर आशी
वहां से उठ कर चली जाती है।
उसे आजाते हुए देख कर जूही खुद से सोचते हुए कहती है।
" याददाश्त जाने के बाद आशी कितनी जायदा बदल गई। इसे देख कर कोई नहीं कह सकता है कि ये वही स्टूपिड ओर डरी सहमी वाली लड़की है।
पर जो भी है मुझे अच्छा लगा मेरी दोस्त में जो भी चेंज आया है।"
वही आशी ऑफिस में अर्जुन के केबिन को डूंड रही थी क्युकी वह एक बार अर्जुन को देखना चाहती थी
ओर उस के बारे में पता करना चाहती थी।
कि अर्जुन मे ऐसा क्या था कि आशी अर्जुन को खुद से भी ज्यादा प्यार करती थी कि उस ने अपनी जान ही दे दी।
आशी इस वक्त अर्जुन को डूंड ने के लिए मार्केटिंग फ्लोर पर आ चुकी थी।
जहां पर कंपनी का एक रेगुलर एम्प्लॉय काम करते थे और उस फ्लोर पर पार्ट टाइमर एम्प्लॉय का आना मना था।
क्युकी अर्जुन ने ये रूल्स बनाए हुए थे। ओर अपने सभी एम्प्लॉय को अपनि जगह पर काम करने के लिए कहा था।
वही उस फ्लोर के मैनेजर की नजर
आशी पर गई और वह आशी के पास जा कर उस के गले में पहने हुए आई कार्ड को देख कर उसे कहता है।
" तुम यहां क्या कर रही हो, पता नहीं हे तुम इस फ्लोर पर नहीं आ सकती हो। जा कर अपने फ्लोर पर अपना काम करो! अगर अर्जुन सर ने तुम्हे यहां पर देख लिया तो वो तुम गुस्सा तो होंगे अलग ओर तुम्हे जॉब से बाहर कर देंगे! "
"सॉरी ! पर क्या मुझे आप बता सकते हैं कि अर्जुन सर का केबिन कहां है। मुझे उन से बात करनी है। प्लीज़ सर बहुत ज्यादा इंपोर्ट हे!" आशी ने रिक्वेस्ट करते हुए मैनेजर से कहा
फ्लोर मैनेजर अच्छा आदमी था इसलिए आशी को देख कर
उस पर गुस्सा भी नहीं किया था बल्कि उसे नॉर्मल बिहेव के साथ
आशी को बस जाने के लिए कहा था।
इसलिए अब आशी के रिक्वेस्ट करने पर फ्लोर मैनेजर उसे
अर्जुन का केबिन बता देता है।
जो कि सब से टॉप फ्लोर पर था।
आशी भी अब टॉप फ्लोर पर पहुंच जाती है और इस वक्त अर्जुन के केबिन के बाहर खड़ी हुई थी।
आशी बिना भाव के साथ केबिन नॉक करते हुए अंदर चली जाती है।
आशी जैसे ही अंदर आती है तो उस की नजर एक 28 साल के हट्टे कट्टे लंबे कद ओर फिट मसल वाले इंसान पर जाति है। जो ब्लैक कलर के थ्री पिस सूट पहने हुए था। जिसे इस वक्त आशी को उस की बेक नजर आ रही थी। क्युकी वो आदमी आशी की तरफ पीठ फेर कर खड़ा हुआ सामने बड़ी सी बनी हुई ग्लास की दीवार से बाहर की तरफ देख कर फोन पर किसी से बात कर रहा था। जिस से आशी को उन का चेहरा नज़र नहीं आ रहा था।
आशी उस की तरफ अपने कदम बढ़ा लेती है और फिर उस के पीछे थोड़ी सी दूरी पर खड़ी हो कर उसे कुछ कहती तभी वो आदमी भी आशी की तरफ अपना चेहरा घुमा कर पूरा पलट जाता है।
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ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
वो आदमी आशी की तरफ पीठ फेर कर खड़ा हुआ सामने बड़ी सी बनी हुई ग्लास की दीवार से बाहर की तरफ देख कर फोन पर किसी से बात कर रहा था। जिस से आशी को उन का चेहरा नज़र नहीं आ रहा था।
आशी उस की तरफ अपने कदम बढ़ा लेती है और फिर उस के पीछे थोड़ी सी दूरी पर खड़ी हो कर उसे कुछ कहती तभी वो आदमी भी आशी की तरफ अपना चेहरा घुमा कर पूरा पलट जाता है।
Hight 6f 4inch , जिम से बनी हुई फूल एंड परफेक्ट मस्कुलर बॉडी,
ब्लू आईज ओर पतले होठ और जॉलाइन परफेक्ट वी शेप फेस गोरा रंग ब्लैक कलर के थ्री सूट में अर्जुन राठौर किसी हॉलीवुड के हीरो से भी जायदा हॉट और हैंडसम लगता था।
अर्जुन राठौर जैसी शोहरत और पॉवर , सब के लिए एक ख्वाब जैसा था क्योंकि अर्जुन राठौर जितना अपनी शोहरत और अमीरी, पॉवर के साथ जाना जाता था उतना ही अपने लुक्स और एरोगेंट रुड नेचर से भी फ़ेमस था। फिर भी लड़किया उस के लिए दीवानी रहती थी।
आशी जिस ने पहले जब वो खुद मानव देशमुख था तो उस ने अर्जुन के बारे में थोड़ा बहुत कुछ सुना था लेकिन कभी भी उस का अर्जुन से सामना नहीं हुआ था।
इस वक्त पहली बार अर्जुन को देख कर आशी हर लड़की की तरह पहली नजर में अर्जुन के लुक्स को देख कर हिप्नोटाइज हो गई थी। अर्जुन के गोरे चेहरे ओर चमकती हुई नीली आंखों को एक टक देखी जा रही थी।
"तुम!!!! " अर्जुन ने आशी से कहा जो उसे जनता था।
"तुम यहां पर क्या कर रही हो मैंने कहा था ना मुझ से दूर रहना ! लेकिन तुम फिर से यहां पर आ गई।
मैने तुम्हारी हरकत पर तुम्हारे साथ अभी तक कुछ नहीं किया है इसलिए
अगर चाहती हो कि मै तुम्हारा कुछ नहीं बिगाडूं तो मेरे सामने दोबारा मत आना ओर मेरी कंपनी में आने की कोशिश भी मत करना!"
वही आशी जो अर्जुन की बात सुन कर सेंस में आ गई थी और अब अर्जुन की बात सुन कर उसे गुस्सा आ रहा था क्युकी अर्जुन किस तरह से उसे धमकी दे रहा था।
पर तभी आशी जल्दी से अपने चेहरे के एक्सप्रेशन बदल कर रोते हुए अर्जुन के सामने कहती है!
"I am sorry सर! I know मेरी गलती हे और मैं इस लिए आप से माफ़ी मांगने आई थी।
क्योंकि मुझे समझ में आ गया है कि मैं आप के काबिल नहीं हूं।
आप कहां कितनी बड़ी कंपनी के बॉस ओर मै एक मामूली सी लड़की। जिस ने गलती से आप को प्यार करने की जरूरत करी।
मैं आज के बाद ऐसी कोई भी हरकत नहीं करूंगी जिससे आप को मेरी वजह से अच्छा नहीं लगे! अब मैं आप को बस अपने बॉस की नजर से देखती हूं। तो प्लीज मुझे माफ कर दीजिए और मुझे जॉब से मत निकालिए। मैं आप की कंपनी में जॉब करना चाहती हूं। प्लीज सर मैं सच बोल रही हूं। मैं अब अपनी लाइफ में आगे बढ़ चुकी हूं! आप मुझे एक चांस दे दीजिए!"
आशी की बात सुन, अर्जुन उसे देखता है और फिर गहरी सांस लेते हुए कहता है!
" Ok! But याद रखना कि यहां पर अपने काम से मतलब रखना। ओर फिर से पहले की तरह हरकते मत करना क्योंकि ये मैं तुम्हे पहला ओर लास्ट चांस इसलिए दे रहा हूं क्योंकि तुम ने खुद के लिए मौका मांगा है!"
"अरे वाह! बड़ी जल्दी माफ कर दिया। चलो जो भी है। मेरे लिए तो अच्छा ही है। क्युकी अर्जुन राठौर को इंप्रेस कर के, उसे आशी के प्यार में दीवाना कर के, बाद मे उसे रिजेक्ट करना ही मेरा मक्कसत है।"
आशी ने अपने असली इरादों के साथ मन में खुद से कहा। क्युकी आशी ये ही करना चाहती है कि अर्जुन खुद उस के प्यार में पढ़ जाए और जिस दिन अर्जुन को सच में उस से अपने प्यार का एहसास करेगा उसी दिन आशी उसे रिजेक्ट कर देंगी। ओर तब अर्जुन को भी पता चलेगा कि दिल टूटने का दर्द आखिर क्या होता है।
आशी ये सब सोच कर खुद मे ही मुस्करा रही थी कि तभी उसी की नजर अर्जुन पर गई जो उसे सवालिया नजरों से घूर रहा।
"I am sorry एंड थैंक यूं सर!!" कहते हुए आशी ने वहां से निकलने की सोची और जल्दी से अर्जुन के केबिन से बाहर आ गई।
वही अर्जुन अब आशी को सीरियसा न लेते हुए अपने काम पर लग चुका था।
रात के समय
आशी के घर में
वाशरूम के अंदर आशी मिरर के सामने ब्रश करते सोचते हुए बोली!
"अर्जुन राठौर देखने में हैंडसम लग रहा था।
क्या मस्त हाइट और फिट बॉडी हे। लगता है मुझ से भी जायदा वो जिम करता होंगा तभी तो उस की बॉडी इतनी परफेक्ट हैं। अगर आज मेरी बॉडी मेरे पास होती तो मैं भी खुद पर मेहनत कर के अपने आप को ग्रो अप कर लेता। " आशी ने अपने सॉफ्ट और पतले डोले शोले को मिरर में देखते हुए कहा।
लेकिन तभी वो अपना दिमाग झटकते हुए बोली!
" अभी ये सब सोच ने से जायदा मेरे लिए ये सोचना जरूरी है कि मुझे ऐसा क्या करना चाहिए जिस से वह अर्जुन मुझ से प्यार करने लगे।"
कहते हुए आशी अपना दिमाग चलाने लगी लेकिन उस के दिमाग में कोई आईडिया नहीं आ रहा था जिस से वह इरिटेट होते हुए कहती है।
" क्या करूं अब सोच तो लिया है कि अर्जुन को मुझ से प्यार करने के लिए मजबूर करना हे लेकिन कैसे करना है ये समझ में बिल्कुल भी नहीं आ रहा है।
आज तक मैने किसी को इंप्रेस करने के बारे मे इतना सोचा ही नहीं था। जब मानव था तब उस कर्ण ने खुद मुझे इंप्रेस किया था। ओर वो भी मेरा ध्यान रख कर!"
इरिटेट होते हुए आशी ka ध्यान खुद की बात पर गया।
" अगर मै भी अर्जुन के सामने एक अच्छी ओर एम्प्लॉय बन जाऊं तो क्या वह मेरी तरफ अट्रैक्ट हो जाएगा। हां वैसे ये आइडिया बुरा भी नहीं है।
मुझे बस अर्जुन के सामने अपने काम पर ध्यान देना चाहिए ताकि अर्जुन मुझे नोट करे कि मैं बदल गई हूं।
At लिस्ट वो मेरे बारे में सोच सकता है।
लेकिन अगर मै बस एक अच्छी एम्प्लॉय बन कर काम करूंगी तो वह मेरे बारे में सोचेगा लेकिन मुझे प्यार नहीं करेगा। मुझे उसे अट्रैक्ट करना होगा तो इन सब से भी जायदा कुछ नहीं होने वाला है।"
वही अब आशी वाशरूम से भी आ कर बेड पे बैठ जाति है और अभी भी सोच रही थी तभी उस की नजर अपने फोन पर गई।
जिसे देख कर उस की आंखे चमक गई और वो जल्दी से फोन को हाथ में पकड़ कर फोन पर गूगल पर सर्च करने लगी!
"How can a girl attract a boy towards her?"
(एक लड़की किसी लड़के को अपनी ओर कैसे आकर्षित कर सकती है?)
1 -अपने आप को हर वक्त जायदा सुंदर और ग्लोइंग शो करे!
2-थोड़े नखरे कर के
3-चेहरे पर मेकअप कर के
4-आंखों से शरारत कर के
5-थोड़ा उन के सामने शर्मा कर
6-सेक्सी और हॉट ड्रेसेस पहनिए ताकि इस से कोई भी आप को देख कर सिड्यूज हो जाए।
इस तरह के ओर भी एग्जांपल पढ़ कर आशी अपना सर खुजा कर बोली!
"क्या ये सब कर के वो अर्जुन राठौर मुझ से सिड्यूज हो सकता है।
लेकिन इस में जो कुछ भी लिखा है ये सिर्फ एक लड़की कर सकती है। मैं यह सब कैसे कर पाऊंगा। मेरे लिए ये सब बहुत मुश्किल है। क्युकी मैं तो खुद एक लड़का हूं।
अब क्या करूं!
idea मिल गया है लेकिन ये सब करना मेरी बस की नहीं है।
किसी लड़की की तरह किसी लड़के को सिड्यूस करना।
लगता है पहले ये सब करने के लिए मुझे किसी से ट्रेनिंग लेनी होगी क्योंकि मुझे यह सब बहुत ही स्मार्टली करना है मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता हूं। पर कौन होगा जो मेरी मदद करेगा। क्युकी यहां पर कोई भी मेरा अपना नहीं है!"
ये सोच कर आशी थोड़ी सी मायूस हो रही थी कि तभी उसे कुछ याद आया और वह जल्दी से कहती हैं।
" वह हे मेरे पास! बस एक बार मुझे मिलना होगा क्योंकि उस के पास मेरी प्रोब्लम का सोल्यूशन है!""
To Be Continue ----
आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मेरे साथ इस कहानी में बनने के लिए मुझे फॉलो करना!"
Thank you ❤️❤️❤️
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
किसी लड़की की तरह किसी लड़के को सिड्यूस करना।
लगता है पहले ये सब करने के लिए मुझे किसी से ट्रेनिंग लेनी होगी क्योंकि मुझे यह सब बहुत ही स्मार्टली करना है मैं कोई रिस्क नहीं लेना चाहता हूं। पर कौन होगा जो मेरी मदद करेगा। क्युकी यहां पर कोई भी मेरा अपना नहीं है!"
ये सोच कर आशी थोड़ी सी मायूस हो रही थी कि तभी उसे कुछ याद आया और वह जल्दी से कहती हैं।
" वह हे मेरे पास! बस एक बार मुझे मिलना होगा क्योंकि उस के पास मेरी प्रोब्लम का सोल्यूशन है!"
Next Day...
हॉस्पिटल में...
इस वक्त आशी हॉस्पिटल पहुंची हुई थी और सामने बैठी हुई फीमेल डॉक्टर को बड़े ध्यान से देख रही थी। जो उस की रिपोर्ट को देख कर आशी को उस की हेल्थ के बारे मे बता रही थी।
"मिस आशी! आप की सारी रिपोर्ट नॉर्मल हैं। आप कोई कोई फीवर नहीं है। So don't worry!
आज कल आप की एज की लड़कियां खुद के लिए ओवर प्रोटेक्टिव होती हैं!" डॉक्टर ने आशी से कहा!
"I know doctor, मै बिल्कुल ठीक हूं।" आशी ने कहा।
जिस से डॉक्टर आशी को सवालिया नजरों से देख कर कहती है।
" मतलब मैं समझी नहीं?"
"मतलब ये है कि मुझे तुम्हारी हेल्प की जरूरत है राधिका! एक तुम ही हो जो मेरा साथ दे सकती हो। मेरा बदला लेने के लिए भी!" सीरियस होते हुए आशी ने राधिका से कहा जो ओर कोई नहीं मानव की ही बचपन की दोस्त थी।
राधिका आशी को हैरानी ओर कन्फ्यूजन से देखती है कि 19 साल की लड़की कितना नॉर्मल होते हुए उस से बात कर रही थी और कौन सी मदद मांग रही थी।
लेकिन तभी राधिका हंसते हुए कहती है।
" अच्छा बोलो क्या मदद चाहिए तुम्हे मुझ से!"
"मुझे कर्ण मेहरा और रूबी देशमुख को उन के किए की सजा देनी है वे दोनों मेरे कातिल हैं। जब तक मैं उन दोनो को पूरा बर्बाद कर के जान से मार नहीं दूंगा मुझे सकून नहीं मिलेगा" आशी ने बेहद नफरत भरी आवाज से कहा।
जिस की बात सुन कर राधिका उसे हैरानी से देख कर कहती है
" तुम ठीक हो! क्या बोल रही हो, ओर तुम रूबी ओर कर्ण को कैसे जानती हो। मुझे लगता हे तुम्हे एक अच्छे साइक्रिस्ट की जरूरत हे। तुम्हे पता भी नहीं हे तुम क्या बोल रही हो!"
"स्टॉप इट राधिका यहां पर मै तुम से सीरियस बात करने आया हूं। ओर तुम मुझे पागल समझ कर साइक्रिस्ट के पास जाने की एडवाइज दे रही हो।
तुम्हे अच्छे से पता है तुम जब मेरी बात को सीरियस नहीं लेती है तो मैं कितना ज्यादा इरिटेट होता हूं तो प्लीज़ मुझे इरिटेट करना बंद करो!"
आशी के बात करने का पूरा लहज़ा इस वक्त मानव की तरह लग रहा जिसे देख कर राधिका हैरान हो गई थी कि वह मानव की तरह उस से बात कैसे कर रही है।
"आखिर तुम कोन हो! ओर तुम मेरे दोस्त कि तरह मुझ से बात करते हुए ऐसे इरिटेट क्यों हो रही हो।"
"स्टूपिड राधिका!
मैं तुम्हारे दोस्त की तरह बात नहीं कर रहा हूं एक्चुअल मैं ही तुम्हारा दोस्त हूं। मानव देशमुख!"
आशी ने मानव के अंदाज में एटीट्यूड लुक के साथ कहा।
जिसे देख कर राधिका गुस्से में कहती हैं।
"हे लिटिल गर्ल! तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है क्या? क्या बोल रही हो। तुम मानव हो मेरे दोस्त मानव देशमुख! देखो अपने आप को, तुम लड़की हो न की लड़का जो आज कल मानव देशमुख बनने ओर दिखने की कोशिश करता है। माना मानव मेरा दोस्त है और वह नामचीन बड़ा बिजनेस है। लेकिन इस का मतलब ये बिलकुल भी नहीं है कि तुम एक लड़की बन कर खुद को ही मानव देशमुख समझ लो!
ओर मुझे लगता है कि तुम्हे नहीं बल्कि मुझे तुम्हारे पेरेंट्स से बात करनी चाहिए क्योंकि उन की बेटी पागल हो गई है या फिर कोई वहम मे जी रही है!"
राधिका जिसे लग रहा था कि आशी को सच में कोई दिमागी प्रोब्लम है इसलिए वो आशी को बोल रही थी कि उसे उस के पेरेंट्स से बात करनि चाहिए इसलिए
आशी को रिपोर्ट पर दिए हुए रिफरेंस रिलेटिव नंबर पर कॉल कर रही थी जो कि कनिका का था।
जिसे कनिका पिक कर लेती हैं!
"हेलो में सिटी हॉस्पिटल से डॉक्टर राधिका बात कर रही हूं। मुझे बताना है कि आ....!!!!!"
"तुम सच में अभी भी बिना सोचे कुछ भी कैसे सोच लेती हो। ओह गॉड मुझे तो समझ में नहीं आता है कि तुम डॉक्टर भी कैसे बन गई। तुम्हे हर वक्त जल्दबाजी क्यों रहती है।"
आशी ने राधिका के हाथ से जल्दी से फोन छीन कर कॉल को कट कर के कहा।
"देखो तुम!" राधिका ने कहा था कि आशी उस की बात बीच में काट कर के बोली!
" राधिका मैं सच बोल रहा हूं यार! मैं ही मानव हूं तुम मुझे पहचान क्यों नहीं रही हो। हम दोनों एक दूसरे को बचपन से जानते हैं। तुझे मेरे सारे सीक्रेट पता है।
ये भी की मैन तुम्हे ये बताया था कि मैं तुझ से शादी क्यों नहीं करना चाहता था क्योंकि मैं....!"
"क्युकी मानव कर्ण से प्यार करता है। ओर ये बात मुझे पता है।" राधिका ने आशी की बात को पूरी करते हुए कहा।
वही ये सुन कर आशी दर्द भरी आवाज में कहती है!
" पर तुझे ये बात पता नहीं है कि मेरे प्यार ने मुझे मेरी बहन के साथ धोखा दिया। मेरे प्यार का मजाक बनाया।
मैने कर्ण से सच्चे दिल से प्यार किया था लेकिन उस इंसान ने मेरे पैसे ओर बिजनेस के लिए मेरे साथ बस प्यार करने का नाटक किया! ओर जब उसे सब मिल गया मुझे जान से मार दिया!"
वही ये सुन कर राधिका शॉक्ड हो गई लेकिन तभी उसे कहती है।
" जान से मार दिया, किसे मार दिया!"
"मुझे राधिका! मानव देशमुख को! को अब तुम्हारे सामने आशी बन कर खड़ा है!" आशी ने जवाब दिया!
"नहीं तुम झूठ बोल रही हो क्योंकि मानव मरा नहीं है वो जिंदा हैं। बस कुछ सालों के लिए वर्ड टूर पर अकेला गया है। ये बात सभी को पता है। मुझे तुम्हारी बात पर विश्वाश नहीं हो रहा है।"
राधिका ने मना करते हुए कहा क्युकी उसे नहीं पता था कि मानव मर गया है क्योंकि रूबी ओर कर्ण ने ऐसा खेल खेला था कि राधिका के साथ पूरी दुनिया को ऐसा लगता था कि मानव अपना सब कुछ छोड़ कर वर्ड टूर के लिए चला गया है।
""तुम्हे भी लगता है कि मानव देशमुख किसी को कुछ भी न बता कर, अपना बिजनेस किसी और को दे कर सब से अलग हो कर कही जा सकता है। ओर वो भी तब जब मैने तुम्हे अपना सीक्रेट बताया था कि मुझे प्यार हो गया है।""
आशी ने कहा।
वही ये सुन कर राधिका को भी याद आता है कि मानव ने जब उसे बताया था कि उसे कर्ण से प्यार हे। मानव उस समय कितना खुश था। लेकिन तभी एक हफ्ते बाद अचानक से मीडिया से उसे पता चला कि मानव ने अपना बिजनेस रूबी के नाम कर दिया है और एक लेटर छोड़ कर चला गया है जिसके बारे मे जायदा बात इसलिए नहीं बताई थी क्युकी वह पर्सनल ओर फैमिली के लिए था।
तब राधिका ने मानव से कॉन्टेक्ट करने की कोशिश भी करी थी कि वह अचानक से कहां चला गया है लेकिन राधिका का कॉन्टैक्ट नहीं हो पा रहा था कही न कही उसे भी सब कुछ अजीब लगा था लेकिन बाद में वह अपने काम में बिजी हो गई थी कि जायदा सोच ही नहीं पाई।
लेकिन अब अचानक से आशी खुद को मानव बोल कर
राधिका को हैरान कर चुकी थीं ।
क्युकी अब तक आशी की बाते ओर बाते करने का तरीका बिलकुल मानव की तरह था।।
बस फर्क ये था कि आशी एक लड़की थी।
"अगर मानव मर भी गया है तुम मानव कैसे हो सकती हो। मुझे कुछ समझ मे नहीं आ रहा हे। क्युकी सब कुछ बहुत ही अजीब ओर कन्फ्यूज्ड है। " राधिका ने परेशान होते हुए पूछा।
""राधिका। अच्छा एक बात बताओ तुम्हे बचपन से मुझ पर क्रश था न, लेकिन तुम जानती थी कि तुम मेरी नजरों में ,।मेरा मतलब है कि मानव तुम्हे बस दोस्त की नजर से देखता था।
इसलिए तुम ने कभी भी मुझे खुद आ कर प्रोपोज नहीं किया क्योंकि तुम मानव की दोस्ती भी नहीं खोना चाहती थीं। मैं सच बोल रहा हूं मैं मानव हूं।
जिसे एक महीने पहले कर्ण ने रूबी के साथ मिल कर सच में जान से मार दिया था ।
ओर मुझे भी पता नहीं है कि मैं इस लड़की की बॉडी में कैसे जिंदा हो गया हूं। बट मुझे पता है कि किस्मत ने मुझे मौका दिया है अपने गुनेगार को सजा देने के लिए! ओर इस में मुझे तुम्हारी मदद चाहिए राधिका!"
To Be Continue ----
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ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
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इसलिए तुम ने कभी भी मुझे खुद आ कर प्रोपोज नहीं किया क्योंकि तुम मानव की दोस्ती भी नहीं खोना चाहती थीं। मैं सच बोल रहा हूं मैं मानव हूं।
जिसे एक महीने पहले कर्ण ने रूबी के साथ मिल कर सच में जान से मार दिया था ।
ओर मुझे भी पता नहीं है कि मैं इस लड़की की बॉडी में कैसे जिंदा हो गया हूं। बट मुझे पता है कि किस्मत ने मुझे मौका दिया है अपने गुनेगार को सजा देने के लिए! ओर इस में मुझे तुम्हारी मदद चाहिए राधिका!"
"तुम पागल हो, या फिर मुझे पागल बना रही हो। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा है। जो तुम बोल रही हो, वो कभी भी पोसिबल कैसे हो सकता हे ये इंपोसिबल हे।
तुम कैसे एक लड़की!!! ओह शीट... " राधिका ने अपने बालो को नोचते हुए परेशान होते हुए कहा!
"राधिका प्लीज ट्राई टू अंडरस्टैंड! Its Me, your बेस्टफ्रेंड!! प्लीज राधिका। एक तुम ही हो मेरे पास,
मुझे मेरी दोस्त का साथ चाहिए जो कभी भी मुझे न कहती थी।" आशी ने राधिका के चेहरे को अपने छोटे हाथों में भरकर प्यार से राधिका के माथे पर किस करते हुए कहा।
जिस से राधिका की आंखे नम हो चुकी थी क्युकी अब राधिका को आशी की बात पर विश्वाश हो गया था कि वह मानव हे।
सब कुछ किसी की भी सोच से परे था लेकिन आशी ने राधिका से अब तक जो भी सीक्रेट मानव ओर उस के बारे में शेयर करे थे वह सिर्फ मानव ओर राधिका जानते थे।
राधिका आशी के गले लग कर रो रही थी जिसे देख कर आशी इरिटेट हो रही थी जिस से वह राधिका को खुद से दूर कर के इरिटेट होते हुए कहती है।
"यार तुम हर लड़की की तरह रोती क्यों रहती हो।
अब रोना बंद करो! आज भी तुम्हारी हरकते पहली जैसी हे। तुम बिल्कुल भी नहीं बदली!"
"तुम भी तो बिल्कुल नहीं बदले हो! अभी भी मुझ से इरिटेट हो रहे हो!" राधिका ने रोते हुए
मुस्करा कर कहा!
वही ये सुन कर आशी राधिका को घूरती है लेकिन तभी मुस्करा कर राधिका के सर पे हाथ फेर देती है।
जो कि मानव की आदत थी जिसे देख कर राधिका भी मुस्करा देती है।
आशी के साथ अब तक जो कुछ भी हुआ था उस ने सब कुछ राधिका को बता दिया था जिस से उसे मानव के लिए बुरा लग रहा था। ओर हंसी भी आ रही थी।
क्योंकि आशी उसे बताया था जब से वह लड़की बनी हुई है उस के लिए इस बॉडी में रहना बहुत uncomfortable हे।
"Don't worry maanv मै तुम्हारे साथ हूं और हम दोनों कर्ण और रूबी को मिल कर सजा देंगे!"
राधिका ने कहा।
"मुझे कर्ण और रूबी के साथ आशी के गुनहगार को भी सजा देनी है। इसलिए मुझे तुम्हारी मदद चाहिए!"
उस की बात सुन कर आशी ने कहा। ओर ये कह कर
आशी उसे अर्जुन के बारे में भी बता देती है। की अर्जुन ने आशी का प्यार रिजेक्ट किया जिस से पहले वाली आशी ने अपनी जान दे दी!
"मैं चाहता हूं तुम मुझे सिखाओ! इनफेक्ट मुझे ट्रेनिंग दो की मै कैसे उस अर्जुन को अपने प्यार मे फसा सकता हूं। ताकि उस अर्जुन को भी रिलाइज़ हो किसी सच्चे प्यार को ठुकराने का दर्द क्या होता है।"
आशी ने कहा।
"तो तुम उस अर्जुन को पटाना चाहती हो इसलिए मेरे पास आए हो।" राधिका ने कहा।
" नहीं अर्जुन के साथ! उस कर्ण को भी एक लड़की के लिए पागल करना है। क्युकी पहले मुझे कर्ण और रूबी के बीच आशी को लाना होगा!" ये कह कर आशी डेविल स्माइल करने लगी क्योंकि उस ने ओर कुछ भी सोचा था।
"एक बात बताओ! तुम्हे ऐसा क्यों लगता है कि मैं तुम्हे सब कुछ सिखा सकती हूं! जो तुम मेरे पास आए!" राधिका ने उसे से पूछा!
"क्युकी बेब you are कॉलेज टाइम क्वीन ब्यूटी!
भूल गई तुम्हारे पीछे सभी लड़के पागल रहते थे। बस अब तुम भी मुझे अपनी गर्ल ब्यूटी का सीक्रेट सिखा दो।
Then I will killed एवरीवन!!!!" आशी ने उसे देख अपनी एक आइज़ विंक करते हुए कहा।
जिसे देख कर राधिका कुछ कहती तभी आशी अपना कॉलेज बैग कंधे पर टांग कर हाथ पर पहनी हुई वॉच को देख कहती है!.
" मुझे अच्छा अब मैं चलता हूं शाम से हम शुरू करेंगे!"
"कहां जा रहे हो!" राधिका ने पूछा!
"कॉलेज! वो क्या हे न मुझे अब फिर से new लाइफ के साथ फिर से कॉलेज लाइफ भी मिली हे!" आशी ने जवाब दिया। ओर वहां से निकल गई!
वही राधिका हैरानी से उसे जाते हुए देखती रह जाती है।
वही दूसरी तरफ..
कॉलेज में..
आशी कॉलेज पहुंच जाती है और तभी जूही उस का हाथ पकड़ कर उसे प्ले ग्राउंड की तरफ ले कर आ जाती है।
"तुम मुझे यहां पर मुझे क्यों ले कर आई हो!"आस पास की भरी हुई भीड़ को देख कर आशी ने पूछा।
जवाब देते हुए जूही ने कहा!
"आज रोहन का बास्केट मैच है। तुझे दिखाई नहीं दे रहा है कि यहां पर सभी लड़कियां रोहन का मैच देखने आई हैं और हम भी!"
"हम नहीं सिर्फ तुम!" आशी ने मुंह बना कर कहा।
जिसे देख कर जूही कुछ कहती तभी प्ले ग्राउंड के बीच रोहन अपनी टीम के साथ आ गया जिस से जूही का ध्यान रोहन के ऊपर चला गया। लेकिन वही रोहन को देख कर आशी मुंह बना कर अपनी नज़र फेर लेती है।
रोहन के प्ले ग्राउंड आने पर सभी लड़कियों की नजरें सिर्फ रोहन पर गई जो उसे देख कर मुस्कुरा रही थी कोई कुछ जायदा एक्साइटेड हो रही थी तो कोई रोहन के लिए हूंटिंग कर रही थी।
राज जो कि रोहन की टीम में था और रोहन अपनी टीम का कैप्टन था जो इस वक्त सभी को अच्छा खेलने के लिए मोटिवेट कर रहा था।
लेकिन तभी रोहन की नजरें राज पर जाति है जिस का ध्यान उस की बात पर नहीं थी। जिसे रोहन सभी प्लेयर को अपनी जगह लेने को कह कर राज से कहता है!
"तेरा ध्यान कहां पर है!"
"कसम से ब्रो मुझे लगता है कि मुझे आशी love in first साइड हो गया है यार। कमाल की लड़की हे।
मेरी तो नज़र ही नहीं हट रही है उस पर!!!"
वही ये सुन कर रोहन की नजरें आशी पर जाति है जो सभी लड़कियों के बीच जूही के साथ खड़ी हुई स्टार की तरह शाइन कर रही थी। क्योंकि आशी का खूबसूरत मासूम चेहरा अब से अलग ओर खूबसूरत था जिसे कभी रोहन ने नोट नहीं किया था।
रोहन की नजरें भी आशी पर कुछ पल के लिए ठहर
जाती हैं लेकिन जल्दी से वो अपना दिमाग झटकते हुए कहता है।
"रोहन तुम कब से इस लूजर की तरफ अट्रैक्ट होने लगा। इस वक्त अपने मैच पर ध्यान देना चाहिए!"
ये कह रोहन राज को डांट कर अब मैच को जितने के लिए फोकस करने के लिए कहता है।
आशी यहां से जाना चाहती थी लेकिन जूही ने जबरदस्ती उसे अपने साथ बिठा कर रखा हुआ था। तभी प्ले ग्राउंड पर मैच शुरू हो गया था। जिस से
आशी का ध्यान मैच पर जाता है। जिसे वह काफी इंटरस्ट के साथ देखने लगी।
क्युकी सामने का मैच में दोनों टीमें टक्कर बराबर की थी।
जहां रोहन ओर उस की टीम बेक टू बैक गोल कर रही थी तो वही ओपिजिट भी मौका पाते हुए गोल करने से पीछे नहीं हट रही थी।
लेकिन फिर भी मैच अच्छे ओर एक हाई स्कोर का रिकॉर्ड बना कर रोहन जीत जाता है।
जिस से पूरे प्ले ग्राउंड में तालिया की तेज गूंज सुनाई दी।
रोहन को देख कर अब जूही आशी से कहती है।
"रोहन मैच जीत गया हे। चल हम दोनो उसे कांग्रेचुलेशन बोल कर आते हे।"
""तुम्हे जाना है तो तुम जाओ ! मुझे नहीं जाना!" आशी ने बहुत ही रुड होते हुए कह!
जिसे देख कर जूही उसे देख कर न में सर हिला कर सभी लड़कियों की तरह रोहन के पास उसे विश करने जाने लगती है।
रोहन इस वक्त लड़कियों से घिरा हुआ था क्योंकि सभी रोहन को विश कर रही थी उस से हैंड शेक कर रही थी।
रोहन ऐसे खुद से चिपकते हुए सभी लड़कियों को देख कर
इरिटेट हो रहा था।
लेकिन वह अभी कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि उस के कोच ने उसे सभी लड़कियों से मिलने के लिए कहा था। ताकि रोहन की पॉपुलरिटी बनी रही।
रोहन के पास जूही भी आ जाती है जिसे देख कर रोहन की नजर आशी पर जाति है जो वही दूर खड़ी हुई उसे घूर रही थी।
वही जूही अपना हाथ बढ़ाते हुए रोहन से कुछ कहती तभी रोहन उसका हाथ साइड में करते हुए लड़कियों के बीच से आशी की तरफ भागने लगा।
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ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
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रोहन ऐसे खुद से चिपकते हुए सभी लड़कियों को देख कर
इरिटेट हो रहा था।
लेकिन वह अभी कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि उस के कोच ने उसे सभी लड़कियों से मिलने के लिए कहा था। ताकि रोहन की पॉपुलरिटी बनी रही।
रोहन के पास जूही भी आ जाती है जिसे देख कर रोहन की नजर आशी पर जाति है जो वही दूर खड़ी हुई उसे घूर रही थी।
वही जूही अपना हाथ बढ़ाते हुए रोहन से कुछ कहती तभी रोहन उसका हाथ साइड में करते हुए लड़कियों के बीच से आशी की तरफ भागने लगा।
रोहन को ऐसे देख कर किसी को कुछ समझ में नहीं आता है तभी जूही भी रोहन को देखने के लिए पीछे पलट जाती है।
तभी वह जल्दी से भाग कर आशी के पास आ जाती है जो इस वक्त रोहन की बाहों में बेहोश थी।
पहले जब जूही रोहन के पास आई थी तभी रोहन की नजर आशी पर गई जो अपने सर पर हाथ रख इधर उधर हिल रही थी जिसे देख कर रोहन समझ गया था कि आही को चक्कर आ रहे है। जैसे ही आशी बेहोश होते हुए गिरने वाली थी कि सही समय पर पहुंच कर रोहन ने उसे अपनी बाहों में थाम लिया।
"इसे क्या हुआ!? जूही ने आशी को देख कर रोहन से पूछा!
"इडियट! दिखाई नहीं दे रहा है तुम्हारी दोस्त बेहोश हो गई है।" रोहन ने उसे घूर कर कहा। ओर आशी को अपनी बाहों में लेकर मेडिकल रूम में आ गया !
ओर उसे बेड पे लिटा देता है।
रूम मे डॉक्टर को देखने लगा जो शायद अभी वहां पर कोई भी नहीं था!
"तुम डॉक्टर को बुला कर लाओ मैं यही रहता हूं!"
रोहन ने जूही से कहा जो खुद उस के पीछे यहां पर आई थी।
वही जूही को इस वक्त आशी की फिक्र हो रही थी इसलिए जल्दी से रोहन की बात सुन कर वहां से डाक्टर को बुलाने के लिए चली जाती है।
वही रोहन आशी के चेहरे को देख रहा था जो आज से पहले पता नही पर क्यों उसे आशी का खूबसूरत सा मासूम चेहरा पर इतना गोर नहीं किया।
जितना अब वह कर रहा है बल्कि आशी की तरफ अट्रैक्ट हो रहा था।
रोहन आशी के चेहरे को एक टक देख कर एक दम से अपनी नज़र फेर कर खुद पर गुस्सा करते हुए कहता है।
" व्हाट द हेल this! मैं क्यों इसे ऐसे देख रहा हूं बल्कि मुझे इस लड़की पर जरा भी दिलचस्पी नहीं थी। ओर अब मैं इसे देख कर अपनी नज़र नहीं हटा रहा हूं। आखिर मेरे साथ क्या हो रहा है।"
तभी वहां पर जूही डॉक्टर को ले कर आ गई।
डॉक्टर आशी को चेक करने लगी।
"शी इज फाइन! लगता है थोड़ा स्ट्रेस की वजह से ये बेहोश हो गई है। "
"स्ट्रेस?" रोहन ने कन्फ्यूज हो कर कहा।
"हां डॉक्टर आप सही बोल रही है। मेरी दोस्त आज कल बहुत परेशान है। बेचारी सब कुछ भूल गई है इसलिए स्ट्रेस में रहती है!" जूही ने सेड होते हुए डॉक्टर की तरफ देख कर कहा।
वही डॉक्टर वहां से दूसरे रूम की तरफ चली गई।
जिस के जाने के बाद रोहन जूही की तरफ देख कर हैरानी से बोला!
"क्या कहा तुम ने तुम्हारी दोस्त सब कुछ भूल गई! पर कैसे?"
"हम्ममम! भूल गई क्युकी एक महीने पहले आशी का एक्सीडेंट हुआ था जिससे आशी को कुछ भी याद नहीं है। एक्सीडेंट होने से आशी का हार्ट डैमेज हो गया था पर उसे डोनर मिल गया था इसलिए आशी का हार्ट ट्रांसप्लांट भी हुआ था।
उस की बाद पिछले एक महीने से आशी कोमा में थी।
कुछ दिन पहले ही आशी को होश आया था लेकिन पता चला कि मेरी दोस्त की यादाश्त चली गई और वह सब के साथ मुझे भी भूल गई। अपनी बेस्ट फ्रेंड को भी! " कहते हुए जूही को ऐसा दुख हो रहा था जैसे आशी उसे भूली नहीं हो बल्कि जूही का दिल तोड़ दिया हो!"
वही अब आशी के बारे में सब कुछ जान कर रोहन सच में शॉक्ड मे था इसलिए हैरानी से अभी भी बेड पर लेटी हुई आशी को देख रहा था लेकिन तभी देखता है कि आशी को होश आ रहा है जिस से रोहन वहां से बिना कुछ कहे चला जाता है।
जिसे अब जाते हुए देख कर जूही कुछ कहती तभी उस की नजर होश में आ रही आशी पर गई।
जिसे के पास आकर जूही आशी को सहारा देते हुए बेड पे बिठा कर बोली!
" तुम ठीक तो हो।"
"हम्ममम! पर मैं यहां पर क्या कर रही हूं मैं तो वहां पर मैच!!!" कहते हुए आशी याद करने की कोशिश कर ने लगी। लेकिन उसे कुछ याद नहीं था।
"तुम बेहोश हो गई हो थी! रोहन और मैं तुम्हे यहां पर ले कर आए हैं। डॉक्टर ने तुम्हे कुछ देर के लिए रेस्ट करने के लिए कहा!" जूही ने उसे कहा।
"क्या मैं बेहोश हो गई थी।" आशी ने हैरानी से कहा।
"देखो आशी! मुझे पता है तुम अपनी जिंदगी के बारे में सब कुछ याद कर ने की कोशिश कर रही हो। लेकिन इस के लिए प्लीज स्ट्रेस मत लो। धीरे धीरे तुम्हे सब कुछ याद आ जाएगा। मैं भी ओर हमारी दोस्ती भी। " जूही ने उम्मीद भरी नजरों से आशी की तरफ देख कर कहा।
वही उस की बेफकूफी दोस्ती वाले प्यार को देख कर
आशी मुस्करा दिया अपना सर हिला देती है।
वही दूसरी तरफ..
प्रैक्टिस रूम मे..
रोहन इस वक्त प्रैक्टिस रूम मे था जहां पर रोहन हमेशा से अकेला प्रैक्टिस करता था।
इस वक्त रोहन हाथ में बास्केट बाल को ले कर कंटिन्यू मूव करते हुए बास्केट में गोल कर रहा था। इस वक्त उस के दिमाग ओर कानो में आशी का बदला हुआ रूप ओर एटीट्यूड के साथ जूही की बात चल रही थी।
कंटिन्यू बास्केट खेलते हुए रोहन के चेहरे पर पसीना बहने लगा तभी रोहन बास्केट से भी ऊंचा जंप कर के
बास्केट के अंदर बोल डाल कर जोर से गोल कर के वही बास्केट के नीचे फर्श पर आराम से लेट कर अपनी आंखे बंद कर देता है। लेकिन तभी एक दम से उठ कर बैठ जाता है।
"रोहन उस स्टूपिड लड़की की यादाश्त चलो गई है जिस से उस का बिहेवियर चेंज हो गया है और उसे देख ही से मैं डिस्टर्ब हो रहा हूं।
राइट!!! बस ये ही एक प्रॉब्लम है। ओर कुछ भी नहीं।
अब बस मुझे आशी को उस की यादाश्त लाने में हेल्प करनी होगी ताकि वह पहले की तरह स्टूपिड हो जाए और मेरा ध्यान उस से हट जाए!"
वही दूसरी तरफ
कर्ण और रूबी इस वक्त मानव की कंपनी में थे जो अब कर्ण और रूबी की हो चुकी थी।
इस वक्त रूबी ओर कर्ण दोनो मीटिंग रूम में मानव के कुछ शेयर होल्डर के साथ मीटिंग कर रहे थे।
"मिस्टर कर्ण भाटिया! हमारी सारी डील मिस्टर मानव देशमुख के साथ हुई थी। लेकिन अब उनकी कंपनी ओर सारी डील को आप दोनो हैंडल कर रहे है। "एक शेयर होल्डर ने कर्ण से कहा जो एक लड़की थी।
वही कर्ण का ध्यान उस लड़की की बात से जायदा उस लड़की की खूबसूरत जिस्म पर था। लेकिन तभी रूबी जो उसे घूर रही थी वह उस लड़की को देखते हुए कर्ण का हाथ पकड़ कर उसे एटीट्यूड दिखा कर कहती हैं!
"मिस आलिया! आप सही बोल रही हैं। अब मैं ओर मेरे फियोंसी कर्ण भाटिया देशमुख अंपायर ओर बिजनेस को संभाल रहे हैं।"
"l know ... बट मिस रूबी हम ने मानव देशमुख के साथ ही ये डील फाइनल करी थीं लेकिन अब वह नहीं है इसलिए मैं अब अपनी सारी डील कैंसिल कर रही हूं। क्योंकि मुझे
आप दोनो पर ट्रस्ट नहीं हैं। ओर मुझे जिन पर ट्रस्ट नहीं होता है मैं उन के साथ काम करना पसंद नहीं करती हूं।""
आलिया ने रूबी के एटीट्यूड को देख कर कहा और वहां से उठ कर चली गई.
वही रूबी हैरान हो गई और वही कर्ण रूबी को देख कर गुस्सा करते हुए कहता है!
"आज फिर तुम्हारी वजह से इतनी इंपोर्टेड शेयर होल्डर ने हमारा साथ देने से मना कर दिया!"
""अच्छा तुम्हे ये बुरा लग रहा है या फिर इस बात पर गुस्सा आ रहा है कि तुम उसे ओर देख नहीं पाए! कर्ण मेरे सामने स्मार्ट बनने की कोशिश मत करो। मुझे अच्छे से पता है तुम आलिया को किस तरह से देख रहे थे! इसलिए बोल रही हूं मुझे चीट करने की कोशिश मत करना!"
To Be Continue ----
आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मेरे साथ इस कहानी में बनने के लिए मुझे फॉलो करना!"
Thank you ❤️❤️
"
।
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen'
Ab Aage---
वही रूबी हैरान हो गई और वही कर्ण रूबी को देख कर गुस्सा करते हुए कहता है!
"आज फिर तुम्हारी वजह से इतनी इंपोर्टेड शेयर होल्डर ने हमारा साथ देने से मना कर दिया!"
""अच्छा तुम्हे ये बुरा लग रहा है या फिर इस बात पर गुस्सा आ रहा है कि तुम उसे ओर देख नहीं पाए! कर्ण मेरे सामने स्मार्ट बनने की कोशिश मत करो। मुझे अच्छे से पता है तुम आलिया को किस तरह से देख रहे थे! इसलिए बोल रही हूं मुझे चीट करने की कोशिश मत करना!"
रूबी ने गुस्से में कर्ण से कहा क्युकी उस ने कर्ण को देख लिया था कि वह कैसे आलिया को देख रहा था।
वही रूबी की बात सुन कर कर्ण रूबी को चेहरे को अपने हाथों से भर कर प्यार से कहता है!
"बेबी तुम्हे पता है ना! कि मैं सिर्फ तुम्हरा हूं। मैं तुम्हे खुद से भी जायदा प्यार करता हूं तो तुम्हे क्यों चीट करूंगा! I love you बेबी!"
"तुम सच बोल रहे हों न! कभी भी मुझे चीट नहीं करोगे!" रूबी ने कन्फर्म करते हुए पूछा!...
"हम्ममम!" कर्ण उस के होठों पर लाइट किस करते हुए जवाब दिया!"
जिस से मुस्कुरा कर रूबी कर्ण को कस कर हग कर लेती हैं और खुश होते हुए I love U बोल देती है।
वही कर्ण रूबी को हग करते हुए मुंह बना कर खुद से कहता है!
"अरे यार ये लड़की तो सच में बहुत ही शकी निकली। अगर इतने बड़े बिजनेस ओर पैसे की बात नहीं होती है इसे मैं अच्छे से सबक सिखा देता है। हर वक्त मुझ
पर ऑर्डर चलाती रहती है!
वही दूसरी तरफ...
कॉलेज खत्म होते हुए आशी जल्दी से जूही को घर जाने का बहाना बोल कर कॉलेज से निकल जाती है।
ओर जल्दी से राधिका के फ्लेट पर पहुंच जाती है।
" हम्ममम! बाकी तो सब कुछ ठीक है तुम्हारा लेकिन..." राधिका ने आशी की पूरी बॉडी को स्कैन करते हुए कहा।
जिस का लेकिन सुन कर आशी उस पूछती है!
" लेकिन क्या! "
"लेकिन ये की हे कि चलो मेरे साथ!"
ये कह राधिका अभी का हाथ पकड़ कर उसे मिरर के सामने खड़ा कर देती है।
" अब तुम मुझे यहां पर क्यों ले कर आई हो!"
मिरर के सामने खुद को देख कर आशी ने पूछा!
"मानव मेरा मतलब है आशी तुम अब मानव नहीं बस
आशी हो जो कि एक लड़की है!" राधिका ने कहा।
"आखिर तुम कहना क्या चाहती हो! मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा हे!" आशी ने इरिटेट होते हुए कहा क्युकी राधिका मिरर के सामने खड़ा कर के उसे लड़की की स्किल्स न सिखा कर उस का टाइम वेस्ट कर रही थी!
आशी का ऐसे इरिटेट देख कर राधिका गहरी सांस लेते हुए आशी से कहती हैं!
" तुम मिरर के सामने खुद को देखो और अपनी बॉडी को भी!"
वही ये सुन कर आशी मिरर में खुद को देख कर कुछ कहती लेकिन तभी वह खुद के उपर गौर करती है कि वह उस का गोरा चहरा तीखे नैन अक्ष खूबसूरत है।
जिसे देख कर आशी अपनी बॉडी को भी देखती है उस की बॉडी किसी मॉडल से कम नहीं है।
जिसे देख कर आशी स्माइल करते हुए खुद पर घमंड करते हुए राधिका से कहती हैं!
"मुझे पता है कि मै खूबसूरत होने के साथ बहुत हॉट हूं! ये बात मुझे जानने की जरूरत नहीं है। तुम्हे जो काम करने के लिए कहा है मुझे वो सिखाओ!"
"मानव! तुम पहले से कम दिमाग के थे या अब लड़की बन कर हो गए हो!". राधिका ने उसे घूर कर कहा।
"What u mean हां!! तुम्हारे कहने का मतलब क्या है कि मै तुम्हे पागल लगता हूं!" आशी ने अपनी एक आई ब्रो उठा कर पूछा!
"मेरा मतलब यह था कि मैंने तुम्हे खुद की खूबसूरती को देखने के लिए मिरर में देखने के लिए नहीं कहा था! " राधिका ने चिड़िते हुए कहा।
"तो फिर!" आशी ने पूछा!
"ये देखने के लिए कहा था कि पहले तुम खुद को accept करो कि तुम अब एक लड़की हो। जिसे मानव बन कर नहीं आशी बन कर सब को सबक सिखाना है। इसलिए तुम्हे लड़कियों की तरह बिहेव करना है न कि मानव की तरह! तुम जिस तरीके से रुड होते हुए बात कर रहे हो ऐसा लगता है कि भले ही तुम लड़की बन गई लेकिन लड़की के अंदर छुपा हुआ आदमी बाहर आ जाता है यानि कि असली मानव! इसलिए अब तुम जब भी किसी से बात करो तो हल्का सा मुस्कुरा कर थोड़ा सा शर्मा कर ओर थोड़ा सा नखरे के साथ! जैसे सभी लड़की करती है।"
राधिका ने अब उस पर कुछ कमियों के साथ बताते हुए कहा।
जिसे सुन कर आशी उसे घूर कर कुछ कहती तभी राधिका उसे देख कर कहती है।
" ओर ये तुम मानव की तरह खड़ूस फेस बना नहीं रह सकती हो इसलिए चलो मेरी तरह स्माइल करो!"
वही अब आशी न चाहते हुए उस की बात मान कर मिरर में देख कर राधिका की तरह स्माइल करती है।
ओर अब ऐसे ही राधिका आशी को कुछ न कुछ बता रही थी जिसे आशी अच्छे से फॉलो कर रही थी।
राधिका आशी का हाथ पकड़ उसे अपने साथ चलाते हुए बोली!
एक पैर आगे रखे और दूसरे को ऐसे रखो!
तुम गलत कर रहे हो।
हां ऐसे! परफेक्ट!! अच्छा अब मैं तुम्हारा हाथ छोड़ रही हूं तुम खुद ट्राई करो!"
ये कह कर राधिका आशी का हाथ छोड़ देती है।
वही आशी जिस ने अपने पेरो पर इस वक्त हाई हिल्स पहनी हुई थी और वो उसे पहन कर चलना सीख रही थीं।
आशी डगमगा कदमों के साथ हाई हिल्स मे चलने लगी। जिसे देख कर राधिका उसे टोकती हुई सीधी चलने के लिए कहती हैं।
जिस से आशी सीधी चलने की कोशिश करते हुए अब सही तरीके से किसी मॉडल की तरह हाई हिल्स पहन केट वॉक करते हुए चल रही थी जिसे देख कर राधिका खुश हो जाती है लेकिन तभी कुछ कहती आशी डगमगा कर नीचे गिर जाती है। ओर अपनी कमर पर हाथ रख कर
राधिका को गुस्से में कहती हैं!
" ये सब मुझ से नहीं होंगा! पहले जबरदस्ती की फेक स्माइल, ओर फिर मेकअप ओर अब ये हाई हिल्स!
मुझे ये सब बिल्कुल भी पसंद नहीं है।"
"अच्छा! तो फिर क्यों कहा कि तुम्हे मेरी हेल्प चाहिए!
देखो मानव अगर तुम किसी भी मर्द को अपनी तरफ अट्रैक्ट करना चाहते हो तो पहले तुम्हे एक लड़की की तरह बनाना होगा ताकि तुम्हरा काम आसान हो जाए!
अच्छा चलो ये वाली प्रेक्टिस हम कल ओर करेंगे। अब ये पहन कर आओ!"
ये कह राधिका आशी के हाथ में एक ड्रेस दे देती है।
वही आशी हाई हिल्स को अपने पेरो से निकाल कर उस के पास हाथ से ड्रेस ले कर रूम में घुस जाती है।
कुछ ही देर में..
राधिका पानी पी रही थी तभी आशी उस के ठीक पीछे
खड़े होते हुए आवाज देती है जिस से राधिका पीछे पलट जाती है लेकिन तभी जो पानी उस के मुंह में था वह आशी को मिनी हॉट स्कर्ट में देख कर पूरा बाहर आ जाता है और सीधा आशी के मुंह पर गिर जाता हैं।
"Are you made? क्या किया तुम ने!" आशी ने गुस्से में चिला कर राधिका से कहा।
"I am sorry बट तुम्हें इस तरह से देख कर गलती से हो गया क्योंकि तुम सच में बहुत हॉट लग रहे हो।"
राधिका ने उसे देख कर कहा।
आशी उसे गुस्से में घूरती है लेकिन तभी चमकती हुई आंखों
से अपने चेहरे को साफ करते हुए खुशी से बोली!
" मतलब मुझे देख कर कोई भी लड़का सिड्यूस हो सकता है!"
"हां क्यों नहीं!! सच में तुम्हारे बूब्स बड़े हो चुके हैं! पहले तो ये तुम्हारे (चेस्ट) लड़कों की तरह हॉट थे लेकिन अब लड़कियों की तरह सेक्सी हो गए।" राधिका ने उस के ब्रेस्ट की तरफ इशारा करते हुए कहा।
जिसे सुन कर आशी हैरानी से उसे देख कर कहती है।
" तुम कितनी गंदी लड़की हो! अब मुझे तुम्हारी नज़रे ठीक नहीं लग रही है!"
वही ये सुन राधिका हंसते हुए बोली!
"हे हे हे! मैं तो मजाक कर रही थी। लेकिन सच में मानव अब तुम्हारे पास बहुत कुछ है जिस से तुम किसी को भी दीवाना कर सकते हो।"
"मैं ड्रेस चेंज कर रहा हूं!" आशी चिढ़ते हुए वहां से चली गई।
शाम के समय..
आशी कनिका के साथ खाना खा रही है तभी कनिका
आशी से कहती हैं!
"आशी मुझे तुम्हे कुछ बताना है!"
"हां दी कहिए!" आशी ने कहा!
वो मुझे दो तीन महीने के लिए एक केस के सिलसिले में शहर से दूर जाना होगा! पर मुझे तुम्हारी फिक्र हो रही है कि तुम घर पर अकेली कैसे रहूंगी इसलिए सोच रही हूं। जाना छोड़ देती हूं!"
कनिका ने अपनी बात कहीं जिसे सुन कर आशी खुश हो जाति है क्योंकि कनिका की वजह से उसे कॉलेज जाना पड़ रहा था जो कि उसे पसंद नहीं था और फिर उसे अर्जुन ओर कर्ण और रूबी को सबक सिखाना था जिस के लिए उस राधिका से ट्रेनिंग लेनी पड़ी रही थी।
इसलिए आशी सोचती है कि अगर कनिका यहां पर नहीं होंगी तो वह सब कुछ कर सकती है।
इसलिए जल्दी से कनिका से मना करते हुए बोली!
"दी मुझे अच्छा नहीं लग रहा है कि आप मेरी वजह से
जाने से मना कर रहे हैं। आप को जाना चाहिए।
मुझे पता है आप कितनी जायदा मेहनत करती हैं और इस केस में भी आप अपनी मेहनत कर रही है तो आप इसे बीच मे कैसे छोड़ सकती हैं।
ओर मै कोई छोटी बच्ची नहीं हूं। मैं अपना ध्यान रख सकती हूं। इसलिए आप को जाना होगा। फैसला हो गया है।"
"लेकिन तुम्हे मैं इस तरह..! कनिका ने कहा था कि तभी आशी उस की बात काट कर बोली
"मैने कहा ना आप को मेरी फिक्र कर ने की जरूरत नहीं है। क्युकी मैं अकेली नहीं रहूंगी मैं अपनी दोस्त के घर चली जाऊंगी!"
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"दी मुझे अच्छा नहीं लग रहा है कि आप मेरी वजह से
जाने से मना कर रहे हैं। आप को जाना चाहिए।
मुझे पता है आप कितनी जायदा मेहनत करती हैं और इस केस में भी आप अपनी मेहनत कर रही है तो आप इसे बीच मे कैसे छोड़ सकती हैं।
ओर मै कोई छोटी बच्ची नहीं हूं। मैं अपना ध्यान रख सकती हूं। इसलिए आप को जाना होगा। फैसला हो गया है।"
"लेकिन तुम्हे मैं इस तरह..! कनिका ने कहा था कि तभी आशी उस की बात काट कर बोली
"मैने कहा ना आप को मेरी फिक्र कर ने की जरूरत नहीं है। क्युकी मैं अकेली नहीं रहूंगी मैं अपनी दोस्त के घर चली जाऊंगी!"
अगली सुबह!!!
ऑटो पर बैठी हुई आशी मुंह बना कर कॉलेज की तरफ जा रही थी। क्युकी उसे कनिका के जाने के बाद भी कॉलेज राधिका की वजह से जाना पड़ रहा था क्युकी राधिका ने उसे कहा था कि उसे पूरा एक नॉर्मल लड़की की तरह रहना होगा। इसलिए उसे सब कुछ करना होगा।
आशी फोन पर कुछ वीडियो को बड़े ध्यान से देख रही थी जो कि उसे राधिका ने भेजे थे। लेकिन तभी रिक्शा वाला एक दम से अपने ऑटो पर ब्रेक लगा देता है।
जिस से आशी का फोन उस के हाथ से नीचे गिर जाता है।
आशी जल्दी से अपना फोन उठा कर गुस्सा करते हुए
ऑटो ड्राइवर से बोली!
" You इडियट अंधे हो गए हो। ये कैसे अपनी कार चला रहे हो।"
"सॉरी मेडम! लेकिन आगे देखिए!" ऑटो ड्राइवर ने
आशी से कहा।
उस की बात सुन कर आशी देखती है तो रास्ते के बीच मे एक कार बुरी कंडीशन में खड़ी हुई थी जिस के कार के शीशे को तोड़ा गया हुआ था और उस कार के अंदर कोई आदमी बेटा हुआ था।
वही ये सब देख कर आशी की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती हैं और वो ऑटो से उतर रही थी कि तभी
ड्राइवर उसे रोकते हुए बोला!
"मेडम आप कहां जा रही है। मेरी बात मानिए रुक जाइए! ये पुलिस केस हे! आप को इन सब नहीं पढ़ना चाहिए! वैसे मुझे तो देख कर ही लग रहा है ये काम किसी गैंग का हो हे!"
उस की बात सुन कर आशी गुस्सा करते हुए बोली
"दिमाग खराब हो गया है तुम्हारा! तुम्हे दिखाई नहीं दे रहा है अंदर कार में एक आदमी हे। उसे हेल्प की जरूरत है और तुम यहां पर उस की हेल्प करने की बजाय मुझे भी जाने से मना कर रहे हो।
अगर ये आदमी मर गया न तो मैं तुम्हारे खिलाफ पुलिस कंपलेंट करूंगी क्योंकि तुम्हारी वजह से इस की जान जाएगी!"
" मेडम आप क्या बोल रही हैं। मैने कुछ भी नहीं किया है!" ड्राइवर ने डरते हुए कहा।
"इसलिए जो मै बोल रही हूं वह काम करो!"
कहते हुए अब आशी ने अपने साथ उस ड्राइवर को भी
उतरा और कार के पास जाने लगती है।
कार के पास आ कर आशी कार के अंदर बैठे हुए अर्जुन को देखती है तो उस की आंखे हैरानी से बड़ी बड़ी हो जाती है। क्योंकि अर्जुन के सर पर काफी चोट ओर तेज़ खून बह रहा था।
अर्जुन अभी होश में था लेकिन उस के सर में तेज दर्द हो रहा था! जिस वजह से वह अपनी कार में बैठा हुआ था। वो आशी को देख कर कुछ कहता तभी
आशी सेंस में आती है और जल्दी से ऑटो ड्राइवर की मदद से अर्जुन को कार से बाहर निकाल कर
ऑटो पर अपना सहरा दे कर बिठा देती है।
ओर ऑटो ड्राइवर को जल्दी से हॉस्पिटल चलने के लिए कहती है!
कुछ देर बाद __
OT रूम के अंदर
डॉक्टर्स अर्जुन का ऑपरेशन कर रहे थे क्योंकि उसके सर पर काफी चोट आई थी।
वही आशी OT के रूम के बाहर खड़ी हुई थी। उस के साथ अभी भी वो ऑटो ड्राइवर भी था।
क्योंकि उसे डर था कहीं आशी अभी भी उस के खिलाफ पुलिस कंपलेंट न कर दे क्योंकि आशी ने उसे अच्छी से धमकी जो थी!
कुछ समय बाद
आशी के फोन बार बार जूही का कॉल आ रहा था क्युकी वो अभी तक कॉलेज नहीं पहुंची थी।
आशी जूही को फोन को इग्नोर कर के अब अपना फोन ही साइलेंट कर दिया तभी कुछ डॉक्टर्स OT रूम के बाहर आ जाते हैं।
जिस में से आशी के पास आ कर राधिका अपने चेहरे से मास्क उतार कर खड़ी हो जाती है।
क्युकी आशी अर्जुन को उस हॉस्पिटल में ले कर आई थी जहां पर राधिका के डॉक्टर थी!
"क्या वो ठीक है।" आशी ने राधिका से पूछा ।
"हां पेशेंट अब ठीक है। पर काफी बल्ड लॉस हो चुका है इसलिए दो बॉटल ब्लड चढ़ाया हे। पेशेंट शाम तक होश आ जाएगा।" राधिका ने कहा!
"थैंक यू! मेरी हेल्प करने की!" आशी ने राहत की सांस लेते हुए कहा।
राधिका मुस्करा कर बोली!
"मैं तुम्हारी दोस्त हूं तो तुम्हे थैंक यूं बोलने की जरूरत नहीं है! वैसे क्या तुम पेशेंट को जानती हो!"
उस की बात सुन कर आशी जवाब दे रही थी कि तभी उस की नजर ड्राइवर पर जाति है जो वही खड़ा उन दोनो की बात सुन रहा था।
जिसे देख कर आशी उसे जाने के लिए कहती हैं!
वही अब ऑटो ड्राइवर वहां से जल्दी से चला जाता है।
वही आशी भी राधिका के केबिन में आ कर बैठ गई थीं आशी ने राधिका को अर्जन के बारे में बता दिया था।
उस की बात सुन कर राधिका खुश होते हुए कहती है।
" मतलब तुम ने अर्जुन की जान बचाई है तो अब तुम से इंप्रेस हो सकता है। "
"मैने उस की हेल्प इसलिए नहीं करी थी ताकि मैं उसे इंप्रेस कर सकूं। मैने उस की हेल्प इसलिए करी हे क्योंकि उस की जिंदगी बच सकती थी और मैने बचा ली।" आशी ने सेड होते हुए कहा। क्युकी उसे याद आ रहा था कि जब वह मर रहा था तो कोई भी उस के पास नहीं था जो उसे बचा सकता था।
आशी की बात सुन कर राधिका उस का मूड ठीक करते हुए बोली!
" अच्छा ये सब छोड़ो! ओर तुम मेरी बात सुनो!
अब तुम ने जिस तरह से भी अर्जुन की हेल्प करी है।
वह तुम्हारा कर्जदार बन गया है जिस का तुम्हे फायदा उठाना चाहिए। "
"मतलब क्या है तुम्हारा ?" आशी ने पूछा!
"मतलब कुछ नहीं वह अर्जुन समझ गया है। अब तुम कुछ दिनो तक अर्जुन का ध्यान रखना!" राधिका ने उसे देख कर कहा।
वही दूसरी तरफ..
कॉलेज में..
रोहन जो पूरे कॉलेज में आशी को डूंड रहा था क्युकी वह उसे सुबह से कही नहीं नज़र नहीं आई थी।
जिस से अब उस की नजर जूही पर गई जो कैंटीन में बैठ कर अकेले समोसा खा रही थी।
रोहन उस के पास आ कर एक दम से बैठ गया और वही जूही रोहन को देख कर एक दम से हैरान हो गई थी लेकिन तभी ब्लश करने लगी।
वही कैंटीन में बैठी हुई लड़किया जूही को देख कर जल भून रही थी आखिर रोहन पहली बार किसी लड़की के साथ कैंटीन में बैठा हुआ था।
वही सब लड़कियों के जलते हुए चेहरे को देख कर जूही को बड़ा मज़ा आता है। लेकिन रोहन को देख कर उस के दिल की धड़कन तेज हो गई थी।
"जूही! यही नाम है न तुम्हारा!" रोहन ने पूछा।
"यस सीनियर! आप को मेरा नाम भी पता है।" जूही ने खुशी से चमकती हुई आंखों से देख कर कहा।
"हम्ममम!" रोहन ने जवाब दिया।
"आप समोसा खा सकते हैं!" जूही ने उसे ऑफर करते हुए कहा।
रोहन मना करते हुए बोला!
" No थैंक्स! तुम खा लो!"
वही ये सुन जूही मुस्कुरा कर रोहन को आराम से निहारते हुए रोहन के बारे में सोच कर सपने सजाने लगी।
लेकिन तभी रोहन उसे सेंस में लाते हुए बोला!
" आज तुम्हारी दोस्त कहीं नजर नहीं आ रही है। कल अचानक से बेहोश हो गई थी!"
"आशी आज कॉलेज नहीं आई!" जूही ने जवाब दिया!
"क्या हुआ उस की तबीयत ठीक है!" रोहन ने पूछा!
"नहीं ऐसा कुछ नहीं है वह अब ठीक है सीनियर।
क्योंकि सुबह ही मेरी बात हुई थी जब वह कॉलेज के लिए निकल रही थी लेकिन कॉलेज नहीं आई। मुझे फिक्र हो रही थी इसलिए मैने कॉल भी किया लेकिन मेरा कॉल पिक नहीं कर रही है!" बेचारी जूही ने सब कुछ रोहन को सच सच बता दिया ये बिना सोचे कि रोहन क्यू आशी के बारे में पूछ रहा है।
वही उस की बात सुन कर रोहन को थोड़ा अजीब लगता है लेकिन तभी वह अपना फोन देते हुए उसे कहता है!
" वो तुम्हारी कॉल नही पिक कर रही है न! ये लो मेरे फोन से कर लो और पूछो वो कहां हैं? कॉलेज क्यों नहीं आई। क्युकी तुम उस का वैट कर रही थी न!"
वही अब रोहन की बात सुन कर जूही अपना दिमाग न लगा कर रोहन के फोन से जल्दी से आशी को कॉल मिला देती हैं। जिसे आशी कॉल पिक कर लेती है।
जूही आशी से बात करते हुए उस के बारे में पूछने लगी और तभी कॉल कट कर के रोहन के फोन से
आशी का नबर डिलीट करते हुए रोहन को फोन देते हुए कहती है!
"थैंक यू! आशी ने कहा कि वह आज कॉलेज नहीं आएगी। इसलिए मुझे आशी के पास जाना होगा!"
ये कह जाने लगती है।
वही रोहन अपने फोन को चेक करता है तो देखता है
आशी का नबर जूही ने डिलीट कर दिया है जिसे देख कर रोहन जूही को देख कर खुद से कहता है।
" इडियट लड़की! नंबर क्यों डिलीट कर दिया!"
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Thank you ❤️❤️
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
Ab Aage....
जूही आशी से बात करते हुए उस के बारे में पूछने लगी और तभी कॉल कट कर के रोहन के फोन से
आशी का नबर डिलीट करते हुए रोहन को फोन देते हुए कहती है!
"थैंक यू! आशी ने कहा कि वह आज कॉलेज नहीं आएगी। इसलिए मुझे आशी के पास जाना होगा!"
ये कह जाने लगती है।
वही रोहन अपने फोन को चेक करता है तो देखता है
आशी का नबर जूही ने डिलीट कर दिया है जिसे देख कर रोहन जूही को देख कर खुद से कहता है।
" इडियट लड़की! नंबर क्यों डिलीट कर दिया!"
रात के समय.
हॉस्पिटल में
हॉस्पिटल के एक रूम में अर्जुन इस वक्त बेड पे बेहोशी हालत में लेटा हुआ था। वही उस की बगल में बैठी हुई आशी अर्जुन को देख कर मुंह बना रही थी।
"पहली बार मुझे लाइफ में किसी के लिए इस हॉस्पिटल में रहना पड़ रहा है और ऊपर से किसी का ध्यान भी रखना पड़ रहा है।
हूंहह.. अगर आशी की बात नहीं होती तो तो मानव देशमुख का इस अर्जुन से कोई मतलब नहीं होता। लेकिन मुझे आशी की वजह से एक new लाइफ मिली है इसलिए मुझे ये करना होगा!"कहते हुए आशी ने गहरी सांस ली!
तभी कुछ देर बाद..
आशी को अब नीद आ रही थी इसलिए वह झपकी ले रही थी और तभी सच में आशी की आंख लग जाती है और वह नीद में अर्जुन के बगल में अपना चेहरा रख कर सो जाती है।
वही अर्जुन जिसे अब होश आ रहा था इसलिए जैसे ही अपनी आंखे खोलता है तो उस की नजर आशी के चेहरे पर जाति है जो उस के शोल्डर पर अपना चेहरा रख कर सो हुई थी। जिस की गर्म सांसे अर्जुन के गले को छू रही थी। ओर इस वक्त अर्जुन आशी के चेहरे को बेहद करीब से देख पा रहा था। यूं कहे कि आशी को देख कर खो सा गया था। जिस से उस के होठों पर स्माइल आ गई थी।
सुबह का समय..
अर्जुन जो आशी के चेहरे को देख कर स्माइल कर रहा था और उस के बालो को उस के चेहरे से हटा कर धीरे से कहता है!
"Thank you! मेरी हेल्प करने के लिए! अगर तुम सही समय पर मुझे हॉस्पिटल ले कर नहीं आती तो मेरा बहुत बड़ा नुकसान हो जाता है क्योंकि मुझे लाइफ में आज सब से बड़ा प्रॉफिट हुआ है।"
अर्जुन जिसे अच्छे से याद था कि आशी ही उसे हॉस्पिटल ले कर आई थी। लेकिन अर्जुन के थैंक यूं कहने से पता चल रहा था कि उस की दोहरी बात का मतलब कुछ और ही था!
वही आशी की नीद अब टूटने लगी थी इसलिए उस की बन्द आंखे की पलके हिल रही थीं जिसे देख कर अर्जुन एक दम से अपनी आंखे बंद कर देता है और सोने का नाटक करने लगा!
वही आशी जैसे ही अपनी आंखे खोलती हैं तो खुद को इस वक्त पूरी तरह अर्जुन के साथ बेड पर बहुत करीब देख कर सच में शॉक्ड हो जाती है क्योंकि
इस वक्त आशी के हाथ अर्जुन के सीने पर लिपटे हुए थे और आशी पूरी तरह अर्जुन को पकड़ कर सोई हुई थी।
जिस से अब आशी एक नज़र अर्जुन को देखती है जिस की आंखे बंद थी इसलिए आशी धीरे से अपना हाथ अर्जुन से हटा कर उस से अलग हो कर बेड पे से उठ कर खड़ी हो जाती है।
ओर खुद से घबराते हुए धीरे से कहती हैं!
"ओह शीट क्या हो रहा है मेरे साथ! मैं तो स्टूल पर बैठी हुई थी तो मैं बेड पे इस अर्जुन के पास कैसे पहुंच गई!"
ये कह कर तभी आशी घूरते हुए अर्जुन को देख कर शक करते हुए बोली!
"कही इस ने तो मुझे रात को बेड पर सुलाया!"
ये कह कर कुछ सोचने लगी।
ओर वही अर्जुन जो आशी की बात अच्छे से सुन रहा था और मन ही में मुस्करा रहा था। क्योंकि रात को सच में अर्जुन ने आशी को बेड पर अपने साथ सुलाया
था।
वही आशी अब अपने सर पर मार कर अर्जुन को देख कर कहती है!
"लगता है मैं खुद ही नीद में इस के पास पहुंच गई होंगी। पर अच्छा हुआ मेरी नीद इस से पहले खुल गई वरना मेरे बारे में गलत सोच लेता। " ये कह कर आशी नॉर्मल हो गई थी।
कुछ देर बाद.
राधिका जो एक नर्स के साथ अर्जुन के रूम में आशी के पास आती है।
जिसे देख कर आशी राधिका से पूछती है। कि अर्जुन को अभी तक होश क्यों नहीं आया।
राधिका कुछ जवाब दे पाती तभी अर्जुन जो अभी तक बेहोश में रहने का नाटक कर रहा था। वो अपनी आंखे खोल देता है।
जिसे देख कर राधिका आशी की बात पर जवाब न दें कर अर्जुन के पास आ कर मुस्करा कर कहती है!
"गुड मॉर्निंग सर! अब आप कैसा महसूस कर रहे हैं!"
"Good डॉक्टर! बट मैं यहां पर क्या कर रहा हूं!" अर्जुन ने अपनी रुड भरी आवाज में अनजान बनते हुए कहा।
जिसे देख कर राधिका उसे कुछ कहती तभी आशी
अर्जुन से कहती हैं।
" सर आप को याद नहीं है क्या? कल आप का कोई एक्सीडेंट हुआ था और मैं आप को यहां पर ले कर आई हूं!"
वही ये सुन कर अर्जुन आशी को एक नजर देख कर राधिका से बोलता है!
"थैंक यू डॉक्टर! मुझे डिस्चार्ज कब तक मिलेगा!"
वही खुद को इस तरह से इग्नोर देख कर आशी को अर्जुन पर गुस्सा आ रहा था। क्योंकि उस की जान आशी ने बचाई थी उसे हॉस्पिटल में ला कर ओर अर्जुन राधिका को थैंक यू बोल रहा है!
"सच में मैन आज तक ऐसा आदमी कभी भी नही देखा है। ओर आशी को इस आदमी से प्यार था जिसे प्यार तो छोड़ो उस इंसान की भी कदर नहीं है जिस ने इस की लाइफ बचाई!" आशी ने मन में गुस्से में कहा।
"सोरी सर बट अभी आप को एक दो दिन के लिए रेस्ट करना होगा। तो अभी आप को कोई डिस्चार्ज नहीं मिल सकता है। आप को दो दिन के लिए ओर हॉस्पिटल में एडमिट होना होगा!" राधिका ने मना करते हुए कहा।
"What! No डॉक्टर मुझे बहुत काम हे इसलिए मुझे रेस्ट की जरूरत नहीं है और अब मैं बिल्कुल ठी...."
अर्जुन ने इतना ही कहा कि उस के सर पे दर्द होने लगा।
जिसे देख कर राधिका अर्जुन से कहती हैं!
" सर आप के सिर पर बहुत गहरी चोट लगी हैं। प्लीज मेरी बात मानिए ओर थोड़ा रेस्ट करिए। ओर जायदा स्ट्रेस मत करिए क्योंकि इस से आप के दिमाग में भी असर हो सकता है!"
वही ये सुन कर अर्जुन अपना सर हिला कर हां बोल देता है।
जिसे देख कर आशी मुंह बना रही थी। ओर अब अर्जुन को वही छोड़ कर राधिका के पीछे रूम से जाने लगी थी क्योंकि उसे अब यहां पर रह कर खुद को इंसल्ट फील नहीं कराना था जो अर्जुन उसे पूरा इग्नोर
कर के कर चुका था!
इसलिए अब रूम से बाहर जा रही थी कि तभी उस के कानो में अर्जुन की सर्द आवाज़ सुनाई दी!
"तुम अब कहां जा रही हो! मैने तुम्हे जाने के लिए नहीं कहा!"
वही ये सुन कर आशी एक दम से अर्जुन की तरफ पलट कर देखती है जो उसे अपनी आंखों से देख रहा था।
"अब ऐसे देख कर मुझे सिड्यूस्ड करने के बारे मे सोच रही हो क्या? " अर्जुन ने उसे घूर कर कहा!
"क्या! मैं क्यों ऐसा सोचूंगी!" आशी ने हैरानी से जवाब देते हुए कहा!
"सच सच बताओ! तुम्हारे दिमाग में कही ये सब तो नहीं चल रहा है कि तुम ने मेरी हेल्प करी है इसलिए अब तुम मुझे इंप्रेस कर सकती हो। ओर इसी तरह तुम मेरे करीब आना चाहती हो!" अर्जुन ने उसे घूरते हुए कहा!
वही ये सुन कर आशी शॉक्ड मे उसे देख कर मन में कहती हैं!
" इसे मेरे प्लान के बारे में कैसे पता चला! मैं इसे सच में इंप्रेस करना चाहती हूं।"
"मेरी बात अपने दिमाग में अच्छे से बिठा लो अगर तुम ने कोई भी ऐसी हरकत करी जो मुझे अच्छी न लगे तो तुम जानती नहीं हो अर्जुन राठौर सिर्फ एक बार माफ करता है दूसरी बार बिल्कुल नहीं!. मैंने तुम्हे माफ किया है न, ये तुम्हारे लिए एक लास्ट मौका है। इसलिए I warn you....."
अर्जुन ने एक वार्निंग से कहा जिस की कुछ बात आशी को सही से समझ में नहीं आ रही थी लेकिन तभी अपना सर हिला कर उसे कहती हैं।
" जी सर मे समझ गई हूं! पर मैंने पहले भी आप को बता दिया था कि अब मेरे दिल में कुछ भी वैसा नहीं है। आप मेरे बॉस हे। ओर कुछ भी नहीं! ओर मैंने जो गलती पहले नादानी में करी थी वह मैं दोबारा नहीं करूंगी!"
वही ये सुन कर अर्जुन कुछ देर खामोश रहता है लेकिन तभी उसे कहता है!
" अच्छी बात है तुम्हे सब समझ में आ गया है। तो तुम्हे अब कोई प्रोब्लम नही होगी! अब जाओ मेरे लिए कॉफी ले कर आओ!"
"क्या कॉफी?" आशी ने हैरानि से कहा।
वही ये सुन कर अर्जुन उसे घूर कर देखता है जिस से आशी जल्दी से कॉफी लेने चली जाती है।
"कमाल हे ! मुझे ये अर्जुन राठौर समझ में नहीं आ रहा है। सच में बहुत अजीब है! थैंक यू नहीं बोल सकता है लेकिन मुझे घूर कर देख कर डरा देता है और पहली बार मुझे डर भी लग रहा है। क्या हो रहा है मेरे साथ! वो मुझ पर ऑर्डर चला रहा है और मेरे पास उस की बात मानने के इलावा कोई दूसरा ऑप्शन भी नहीं है।" आशी खुद से बड़बड़ाते हुए चलते हुए कहा!
वही दूसरी तरफ
अर्जुन के रूम में..
"सर ! आशी अपनी बहन कनिका के साथ उन के घर में रहती हैं। उस की बड़ी बहन एक लॉयर है और आज कल कुछ टाइम के लिए शहर से बाहर गई है।
ओर आशी कॉलेज में लास्ट ईयर में अपनी दोस्त जूही के साथ पढ़ रही हैं। ओर सब से इंपोर्ट बात सर ये पता चली है कि एक डेढ़ महीने पहले आशी का एक्सीडेंट हुआ था। जिस से मुझे वहां के डॉक्टर्स से पता चला है कि एक्सीडेंट की वजह से आशी के दिमाग में असर हुआ है। इसलिए वो जब कोमा से होश में आई थी तो बहुत अजीब बिहेव कर रही थी। लेकिन उस डॉक्टर्स ने कहा कि वह जल्द ठीक हो जाएगी!"
फोन पर एक आदमी ने अर्जुन को आशी की इन्फॉर्मेशन देते हुए कहा!
To Be Continue ----
आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मेरे साथ इस कहानी में बनने के लिए मुझे फॉलो करना!"
Thank you ❤️❤️
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
Ab Aage....
डेढ़ महीने पहले आशी का एक्सीडेंट हुआ था। जिस से मुझे वहां के डॉक्टर्स से पता चला है कि एक्सीडेंट की वजह से आशी के दिमाग में असर हुआ है। इसलिए वो जब कोमा से होश में आई थी तो बहुत अजीब बिहेव कर रही थी। लेकिन उस डॉक्टर्स ने कहा कि वह जल्द ठीक हो जाएगी!"
फोन पर एक आदमी ने अर्जुन को आशी की इन्फॉर्मेशन देते हुए कहा!
वही कॉल कट कर ने के बाद अर्जुन को आशी के बारे मे उस की यादाश्त के बारे में भी पता चला जिस से अर्जुन कुछ सोच रहा था कि तभी आशी कॉफी ले कर रूम में आ गई!
जिसे अब अर्जुन ध्यान से ऊपर से नीचे तक देखता है।
जिस ने ब्लैक जींस के साथ रेड कलर का टॉप पहना हुआ था। जिस में उस का पतला दुबला सा फिगर परफेक्ट लग रहा था।
"सच में इस लड़की के दिमाग में गहरा असर हुआ है इसलिए तो पहले कहां ऐसी लगती थी!" अर्जुन ने मन में सोचते हुए कहा!
क्योंकि पहले तो आशी को उस ने सूट सलवार पहने हुए देखा था जिस का दुप्पटा उस की हाइट से बड़ा रहता था।
"सर! आप की कॉफी!" आशी ने उसे कॉफी देते हुए कहा।
अर्जुन उस के हाथ से कॉफी ले कर पीने लगा और आशी को देख कर बोला!
" तुम मेरी एम्प्लॉय हो इसलिए मैं चाहता हूं कि तुम मेरे साथ हॉस्पिटल में रह कर मेरा ऑफिस का काम कर सको!"
"ठीक है सर! " आशी ने कहा।
जिसे सुन कर अर्जुन खुद सेमन मे कहता है!
"लेकिन अभी भी ये लड़की एक मौका नहीं छोड़ती है मेरे साथ रहने के लिए! तभी तो एक बार में आराम से मान गई! मुझे नहीं लगता हे कि इस की याददाश्त गई हुई हे! क्या ये कोई नाटक कर रही हे! लेकिन क्यों?"
"अरे क्या मुसीबत है अब मुझे सच में इस के साथ हॉस्पिटल में इस रहना होगा! इस राधिका ने मुझे सच में फंसा दिया! इस अर्जुन को बस प्यार के जाल में फंसाना था न कि इस के साथ हॉस्पिटल में रह कर खुद भी मरीज़ बनाना था!" आशी ने खुद से मन में गुस्सा करते हुए कहा!
यूं ही हॉस्पिटल में आशी के साथ अर्जुन के दो दिन बीत गए जहां पर अर्जुन ने आशी को सच में अपना ऑफिस का काम करवाया था।
आज अर्जुन को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज मिल रहा था इसलिए वह अब हॉस्पिटल से अपने ऑफिस के लिए तैयार हो रहा था!
उसी रूम के अंदर अर्जुन थ्री सूट पहने हुए अपने हाथ में घड़ी पहन कर आशी को देखता है जो अपने फोन पर राधिका से चैटिंग कर रही थी।
अर्जुन आशी के सामने आ कर उस के हाथ से एक दम से फोन ले कर उस के हाथ में एक चेक दे कर कहता है!
"ये तुम्हारी टिप है, क्योंकि तुम ने मेरे लिए काम किया! अगर कम पढ़े तो शाम को ऑफिस में आ कर बता देना!" ये कह अर्जुन उस का फोन दे कर वहां से अपने गार्ड्स के साथ चला जाता है।
जिस के बाद आशी गुस्से में गहरी सांस लेते हुए बोली!
"अर्जुन राठौर! तुम्हारा ये घमंड अगर मैंने तोड़ा नहीं न तो मेरा नाम भी मानव... मतलब अब आशि नहीं!"
ये कह आशी भी गुस्से में वहां से चली जाती है।
कॉलेज में
रोहन अपनी बाइक को पार्क कर के कॉलेज के अंदर जा रहा था कि तभी उस की नजर आशी पर गई जो खुद से बड़बड़ाती हुई कॉलेज की तरफ आ रही थी।
जिसे देख कर रोहन हल्का सा मुस्कुरा देता है और तभी एक दम से आशी का रास्ता रोक कर खड़ा हो गया।
जिसे देख कर आशी उसे अपनी आंखो को छोटी छोटी करते हुए बोली!
" तुम ने मेरा रास्ता क्यों रोका है! हटो यहां से?"
"लिसन! मुझे तुम्हे सॉरी कहना है! "रोहन ने कहा!
"सॉरी!" आशी ने अपनी एक आई ब्रो उठा कर पूछा!
"हां सॉरी क्युकी मुझे कोई आइडिया नहीं था कि तुम्हारी मेमरी लॉस हो गई है और मैने तुम्हे तब परेशान किया!" रेहान ने माफी मांगते हुए बोला!
"तुम्हे किस ने बताया कि मेरी मेमरी लॉस हुई है?"
आशी ने हैरानी से पूछा!
तुम्हारी बेस्ट फ्रेंड जूही ने उस ने मुझे तुम्हारे बारे में सब कुछ बता दिया! देखो मुझे पता है तुम इस वक्त काफी परेशान हो क्योंकि तुम्हे कुछ भी याद नहीं है। पर तुम फिक्र मत करो मैं तुम्हारी हेल्प करूंगा!"
रोहन ने कहा!
"इस जूही का मुझे कुछ करना होगा वरना ये लड़की मेरे बारे में बता कर मेरा प्लान एक दिन जरूर खराब कर देगी!" आशी ने मन में चिढ़ते हुए कहा!
"तुम क्या हेल्प करोगे और क्यों?"आशी ने उसे देख कर कहा!
"आशी मैं तुम्हारी हेल्प करना चाहता हूं और तुम प्लीज रीजन मत पूछो! क्योंकि मैं भी नहीं जानता हूं!"
रोहन ने उसे देख कर कहा!
"पहली बात तो मुझे तुम्हारी कोई मदद नहीं चाहिए और दूसरी बात ये है कि अभी अभी तुम जो बकवास कर रहे हो न मेरे सर के उपर से गई है।"
ये कह कर आशी रोहन के साइड से निकल कर जा रही थी कि तभी उस का पैर स्लिप हो गया और वह गिरने लगी थी जिसे आशी एक दम से रोहन अपने मजबूत हाथों में थाम लेता है।
जिस से आशी हैरानी से रोहन को देख रही थी जो उसे देख कर मुस्करा रहा था।
"ये मुझे देख कर ऐसी स्माइल क्यों कर रहा है।
कितना अजीब लग रहा है।" आशी ने रेहान को स्माइल को देख कर मन में सोच कर कहा!
वही क्लास खत्म होने के बाद आशी जूही को डांटती हे कि उस ने क्यों उस की मेमरी लॉस के बारे मे रोहन से कहा!
"आशी सॉरी! मुझे नहीं पता था तुम गुस्सा हो जाऊंगी तो मैं रोहन को नहीं बताती! I am sorry! आज के बाद रोहन से क्या ओर किसी को भी तुम्हारे बारे मे कुछ नहीं बताऊंगी!"
जूही ने रोते हुए कहा!
जिसे रोते हुए देख कर आशी को अच्छा नहीं लगता है इसलिए वह उसे माफ करते हुए बोली!
"अच्छा ठीक है और ये रोना बंद करो!"
वही जूही रोना बंद कर के मुस्करा कर आशी को हग करते हुए बोली!
"मेरी दोस्त आज भी मुझे प्यार करती है और आज भी मुझे रोते हुए नहीं देख सकती है!"
वही ये सुन कर आशी मुस्करा कर अपने मन में कहती हैं!
"भगवान ने मुझे ही इस जूही के नाम पर एक ऐसा नमूना दे दिया है जो मुझे अच्छा लगता है!"
वही अब आशी को राधिका की कॉल आती है जिसे देख कर आशी जूही को कैंटीन में जाने के लिए कहती हैं और खुद खाली जगह आ कर राधिका का कॉल अटेंड करते हुए गुस्से में बोली!
" तुम्हारी वजह से उस अर्जुन ने मुझे बहुत जायदा इरिटेट किया है! जैसा तुम ने कहा था कि मैं उस के साथ रह कर उसे पटा सकती हूं तो राधिका ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। पता है उस ने मुझे ऑफिस का काम करवाया है। मुझे उस अर्जुन को जल्दी से अपने प्यार मे फसाना हे।"
"यार तुम पागल हो गई हो। ओर तुम्हे क्या लगता है कि अर्जुन एक दिन में ही तुम्हे देख कर प्यार हो जाएगा। देखो थोड़ा सब्र करो। मुझे लगता है....!"
आगे राधिका कुछ कहती तभी आशी उसे बोली!
"क्या लगता है तुम्हे की वह अर्जुन मुझ से प्यार नहीं कर सकता है। या फिर मुझ मे कोई कमी है, बोलो! तुम खुद कहती हो कि मै खूबसूरत और हॉट लड़की हूं। ओर हर मर्द को मुझ जैसी लड़की से प्यार हो सकता है तो उस अर्जुन को क्यों नहीं हो रहा है। आखिर उस की प्रॉब्लम क्या है!"
"प्रोब्लम ये हे की तुम अर्जुन को प्यार करने लगी इसलिए तुम्हे गुस्सा आ रहा हे कि वह तुम से इंप्रेस नहीं हो रहा हे!"
राधिका ने एक दम से कहा।
जिसे सुन कर आशी गुस्से में बोली!
"क्या बकवास कर रही हो तुम! मुझे उस से कोई प्यार नहीं हे!"
""पर मुझे ऐसा नहीं लगता है , क्युकी तुम कुछ जायदा ही उस के लिए डेस्परेट हो रहे हो! वैसे अर्जुन राठौर देखने में तुम्हारे उस मक्कार घटिया बॉयफ्रेंड से सो गुना बैटर है। इसलिए मेरी बात मानो अपनी लाइफ में अर्जुन से आशी का बदला छोड़ कर सेटल हो जा।" राधिका ने कहा!
जिसे सुन कर आशी मुंह बना कर कहती है!
"मुझे उस से कोई प्यार नहीं है बस मैं ये आशी के लिए कर रही हूं। जिस दिन अर्जुन को सच्चे प्यार का एहसास हुआ उसी दिन मुझे इस अर्जुन से कोई मतलब नही है।"
""ठीक है पता हे मुझे !" राधिका ने कहा।
""अहह " आशी ने अपने पेट पर हाथ रख कर हल्का सा सिसकते हुए कहा!
""क्या हुआ?" राधिका ने फिक्र करते हुए पूछा!
""I don't know but मुझे मेरे पेट पर बहुत ज्यादा दर्द हो रहा है।" आशी ने दर्द भरी आवाज में कहा।
जिसे सुन कर राधिका उसे कुछ सोचते हुए बोली!
" क्या तुम्हे गर्ल्स प्रोब्लम तो नहीं हुई है मेरा मतलब है कि कहीं तुम्हे पीरियड तो नहीं आ गए!"
"क्या? पीरियड!!" आशी ने हैरानी से कहा!
To Be Continue ----
आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मेरे साथ इस कहानी में बनने के लिए मुझे फॉलो करना!"
Thank you ❤️❤️
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen''
Ab Aage-
सोफे पे आशी अपने पेट पर हॉट बेग को पकड़ कर बैठी हुई थी। जिस के पास आ कर राधिका गिलास में हॉट चॉकलेट मिल्क देते हुए कहती है!
" इसे पियो तुम्हे अच्छा फील होगा!"
आशी एक नज़र चॉकलेट को देख कर राधिका से चिढ़ते हुए कहती है!
"तुम्हे पता है ना, I hate chocolate ..
फिर भी तुम मुझे पीने के लिए बोल रही हो! मुझे दर्द हो रहा हे। तो इस हॉट चॉकलेट को मुझ से दूर करो मुझे इसे देख कर गुस्सा आ रहा हे!"
"देखो मानव अब तुम मुझे गुस्सा दिला रहे हो! तुम पहले भी मेरी बात को इंपोटेंट नहीं देते थे और आज भी मेरी बात को सुन कर भी नही मान रहे हो! तुम्हे पीरियड में सब कुछ सहना होगा! Acording
हॉट चॉकलेट मिल्क को भी! क्योंकि इस के पीने के बाद तुम्हारा दर्द ओर ओर मूड अच्छा हो जायेगा समझे। तो फालतू में नखरे करना बंद करो और चुपचाप पिलो!" राधिका ने नाराज होते हुए कहा।
जिस की बात सुन कर आशी उस के हाथ से गिलास ले कर गंदा सा मुंह बना कर हॉट चॉकलेट मिल्क जबरदस्ती पीने लगी!
जिसे पीते हुए देख कर राधिका को हंसी भी आ रही थी क्युकी मानव को चॉकलेट पसंद नहीं थी लेकिन आज वो उसे चॉकलेट मिल्क पीना पड़ रहा था!
दरसअल आशी (मानव) को पहली बार पीरियड आए थे जिस से उसे पेट में बहुत दर्द हो रहा था। ओर उस के इस दर्द को राधिका अच्छे से रिलेट कर सकती थी इसलिए अभी उस की केयर कर रही थी लेकिन आशी
पीरियड ओर दर्द की वजह से इरिटेट हो रहा था।पर राधिका उसे कैसे भी कर के हैंडल करने की कोशिश कर रही थी!
चॉकलेट मिल्क पीने के बाद आशी राधिका को देखती है जो उसे बड़े ध्यान से देख रही थी जिसे देख कर आशी उसे बोली!
" क्या हुआ तुम मुझे क्यों देख रही हो!"
"कुछ नहीं! बस मैं तुम्हे देख कर ये सोच रही हूं कि तुम्हारे साथ क्या हो गया है! तुम्हे भी हर लड़की की तरह पीरियड में दर्द हो रहा हे! वैसे अब पता चल गया न कि ये दर्द कैसा होता हे!" राधिका ने हंसते हुए कहा!
"राधिका मेरा मजाक बनाना बंद करो! पहले से ही मेरा मूड खराब हो रहा है। ओर ऊपर से मेरे पेट में दर्द हो रहा है! ओर तुम यहां पर मुझे देख कर बकवास कर रही हो!" आशी ने कहा!
" अरे सॉरी! अच्छा तुम रेस्ट करो! मैं तुम्हारे लिए कुछ अच्छा सा बना कर लाती हूं।" कहते हुए राधिका वहां से किचन की तरफ चली गई!
वही आशी आंखों में हल्की से नमी लाते हुए अपने पेट को पकड़ कर दर्द से कहती हैं!
"सच में आज मुझे पता चला कि लड़कियां कितनी स्ट्रॉन्ग होती हैं! इतने दर्द हर मंथ सह लेती हैं। मेरी तो पहली बार मे ही बैंड बज गई! ओह शीट मतलब मुझे भी ये दर्द हर मंथ होंगा " कहते हुए आशी का चेहरा शॉक्ड था लेकिन तभी रोते हुए किचन की तरफ देख कर बच्चे की तरह बोली!
"राधिका!"
अगले दिन...
आशी के period चल रहे थे जिस वजह से आशी न तो तीन दिन से कॉलेज गई थी और न ही अर्जुन के ऑफिस! आशी तीन दिन से राधिका के फ्लेट में आराम फरमा रही थी।
ओर आज भी आशी का कही भी जाने का मूड नहीं था इसलिए राधिका के हॉस्पिटल जाने के बाद आशी रूम में सोने के लिए दोबारा जाने लगी को तभी दरवाजे की डोर बेल बजी!
जिसे सुन कर आशी को लगता है शायद राधिका किसी वजह से वापिस आई होंगी और वो बिना कुछ समझे दरवाजा जा कर खोल देती है और अपने मुंह से कुछ कहने वाली थी कि तभी तभी दरवाजे पर ठीक सामने खड़े हुए अर्जुन को देख कर शॉक्ड हो गई जो खुद उसे बड़ी हैरानी से देख रहा था!
to be continue
आगे का चैप्टर सच में interesting होने वाला है!
तब तक आप इंतजार करिए और comment karke jarur batana kesa laga aaj ka chapter!
thank you
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen''
Ab Aage-
"तुम.. मेरा मतलब है आप यहां पर?"
आशी ने अर्जुन से हैरानी से कहा!
"Exactly! तुम यहां पर ओर इस तरह से क्या कर रही हो?"
अर्जुन ने उस की बात पर आशी को ऊपर से नीचे तक देखते हुए कहा जो इस वक्त सिर्फ एक लूज टी शर्ट और छोटी सी शॉर्ट पहन कर उस के सामने खड़ी हुई थी। जिस से आशी की पतली पतली गोरी टांगें हॉट लग गई थीं! लेकिन आशी ने टी शर्ट के अंदर से ब्रा नही पहनी थी जिस से उस की लूज टी शर्ट में उसकी ब्रेस्ट की शेप दिख रही थी।
आशी को पहले कुछ समझ में नहीं आता लेकिन तभी अर्जुन की नजर को अपने सीने पर तेज़ महसूस करते हुए वो सर झुका कर अपने आप को देखती है तो जल्दी से एक दम से अर्जुन के मुंह पर दरवाजा बंद कर के दरवाजे से चिपक कर पीठ लगा कर खड़ी हो जाती है और खुद से कहती हैं!
" ये क्या था, जिंदगी पहली बार ही मैने खुद ही अपनी बेइज्जती कराई है! ओह शीट! It's very Imbressing! me अब मैं क्या करूं!"
तभी आशी के कानो में डोर बेल आवाज सुनाई दी जिस से आशी घबरा जाती है!
वही अर्जुन दरवाजे पर बाहर खड़ा हुआ अब काफी देर डोर बेल बजा रहा था कि तभी एक बार से दरवाजा खुल जाता है जहां आशी ने अब टी शर्ट अंदर ब्रा पहन लि थी।
और अपने चेहरे पर हल्की मुस्कान लाते हुए अर्जुन को देख कर कहती है!
" गुड मॉर्निंग सर! आप यहां पर? प्लीज अंदर आइए। आप बाहर क्या कर रहे हे!"
अर्जुन को आशी काबिहेव थोड़ा सा अजीब लगता है लेकिन तभी वो उसे बात को इग्नोर कर के घर के अंदर आ जाता है जहां अर्जुन पूरे घर पर नजर घुमा कर आशी को देखता है जो उसे देख कर अभी भी मुस्कुरा रही थी लेकिन मन ही मन में उसे खुद पर गुस्सा आ रहा था।
"तुम डॉक्टर राधिका के घर में क्या कर रही हो! क्योंकि जितना मुझे पता है कि ये डॉक्टर राधिका का घर है!"
वही ये सुन कर आशी को अब कूच समझ में नहीं आ रहा था कि वह इस बात का अर्जुन को क्या जवाब दे!
इसलिए सोचने लगी।
आशी को चुप देख कर अर्जुन उसे शक करते हुए कहता है!
"तुम्हे जवाब देने में वक्त क्यों लग रहा है। क्या तुम कुछ छुपा रही हों?"
" नहीं नहीं!! ऐसा कुछ भी नहीं है। भला मैं क्या छुपाउगी!! आप को गलत फहमी हो रही हैं सर! मै बहुत ही डिसेंट लड़की हूं! मेरा यकीन करिए!"
आशी ने जल्दी से थोड़ी सी सफाई देते हुए कहा!
उस की सफाई को देखते हुए अर्जुन ने कहा!
"ओह अगर ऐसा है तो तुम यहां पर क्या कर रही हो, डॉक्टर राधिका के घर में तुम ऐसे रह रही हों जैसे तुम यही पर रहती हो!"
"हां मैं यही रहती हूं! मतलब कुछ दिनों के लिए रह रही हूं! वो मेरी बड़ी बहन कुछ समय के लिए शहर से बाहर गई हुई थी! मैं अपने घर में अकेली नहीं रह सकती थी इसलिए डॉक्टर राधिका के साथ कुछ समय के रहने के लिए आई हूं। जब तक मेरी बहन वापिस नहीं आ जाती।
वो क्या है न.. हॉस्पिटल में मेरी डॉक्टर राधिका के साथ अच्छी जान पहचान हो गई थी।"
आशी ने उसे बताया!
"इतनी जान पहचान हो गई तुम्हारी की तुम उस के घर में रह रही हो!" अर्जुन ने पूछा!
"यार ये तो पूरा CID कि तरह सवाल कर रहा है! अब क्या अपनी पूरी स्टोरी इसे सुना दूं क्या?" आशी ने चिढ़ते को मन से कहा!
लेकिन तभी अर्जुन को जवाब देते हुए कहती है!
वो Actually जान पहचान नहीं हम अच्छे दोस्त बन गए थे। ओर जब डॉक्टर आशी को पता चला कि मैं घर में अकेली हूं तो उन्होंने मुझे अपने साथ रहने के लिए कहा! इसलिए मैं यहां पर रह रही हूं!"
वही ये सुन कर अर्जुन कुछ कह पाता तभी आशी उसे पूछती है!
"पर सर आप यहां पर क्या कर रहे हैं?"
"मुझे डॉक्टर राधिका से मिलना था इसलिए उन के घर में आया हूं। लेकिन वो तो मुझे कही दिखाई नहीं दे रही है?" अर्जुन ने जवाब दिया!
"वो राधिका हॉस्पिटल चली गई!" आशी ने मानव की टोन में नॉर्मल होते हुए कहा!
अर्जुन उसे देखने लगा जिसे महसूस करते हुए आशी को ध्यान आया कि उस ने राधिका का नाम बहुत इजीली ले लिया है जो आशी नहीं बोल सकती है क्योंकि राधिका आशी से उम्र में पांच साल बड़ी थी और उसे राधिका को रिस्पेक्ट के साथ अर्जुन के सामने डॉक्टर राधिका कहना चाहिए।
इसलिए जल्दी से अपनी गलती को सही करते हुए आशी ने कहा!
"मेरा मतलब था कि डॉक्टर राधिका बिजी रहती हैं इसलिए जल्दी ही हॉस्पिटल चली गई है! अगर आप को उन से जरूरी बात करनी है तो आप हॉस्पिटल में जा कर उन से बात कर सकते हैं।"
"कोई बात नहीं मैं यही पर उन के आने तक वैट कर लूंगा!"कहते हुए अर्जुन खुद ही सोफे पर आराम से बैठ गया जिस से आशी हैरानी से उसे देख कर कुछ कहती तभी अर्जुन उसे अपने लिए काफी बनाने के लिए कहता है!
जिस से आशी चिढ़ते हुए किचन की तरफ चली जाती है।
वही उसे जाते हुए देख कर अर्जुन के होठों पर इविल स्माइल थी जिसे आशी देख नहीं सकी!
वही अब आशी अर्जुन को कॉफी देते हुए कहती है!
"सर डॉक्टर राधिका बहुत ज्यादा बिजी रहती हैं इसलिए पता नहीं कब तक आएगी! आप तब तक उन का वैट कैसे कर सकते हैं! " आशी ने अर्जुन को घर से भागने की इरादे से ही कहा क्युकी आशी इस वक्त अकेला रहना चाहती थी।
इस वक्त वह बस आराम करना चाहती थी लेकिन अर्जुन की वजह से वह डिस्टर्ब हो रही थी!
आशी की बात सुन कर अर्जुन ने उसे देख कर बोलता है!
"मैने कहा ना मै वैट कर सकता हूं। मुझे कोई प्रोब्लम नहीं है! अच्छा तुम बताओ तुम अपने कॉलेज के बाद ऑफिस आती भी हो या नहीं? अगर तुम्हे नहीं आना है तो मत आओ! तुम अभी ही मुझे अपना रेजिनेशन लैटर भिजवा देना मैं साइन कर दूंगा!"
"क्या?" आशी ने हैरानी से कहा!
लेकिन तभी अर्जुन से कहती हैं!
"सर आप मुझे अपनी कंपनी से बाहर निकलना चाहते है! लेकिन मैने तो इस बार कोई गलती नहीं करी है। आप के बारे में सोचना बंद कर दिया। बस अपनी जॉब कर रही हूं! मेरी तबियत कुछ दिनो से ठीक नहीं थी। इसलिए ऑफिस नहीं आ पाई थी लेकिन मैने अपने TL से बात कर ली थी उस ने मुझे छुट्टी दे दी!"
आशि ने कहा!
उस की बात सुन कर अर्जुन उसे कुछ नहीं कहता है लेकिन तभी आशी का फोन जो टेबल पर ही पढ़ा हुआ था वह रिंग होने लगा!
जिस से अर्जुन की नजर फोन पर शो हो रहे अननोन
नंबर पर जाति है!
आशी जल्दी से फोन पिक कर लेती है!
"Rohan तुम!!! तुम्हे मेरा नंबर किस ने दिया!" आशी ने हैरानी से फोन पर रोहोन की आवाज सुन कर कहा!
वही आशी के मुंह से किसी लड़के का नाम सुन कर अर्जुन ने अपने हाथों की मुट्ठी कस ली।
कुछ देर तक आशी रोहन से बात कर के जैसे ही कॉल कट कर के अर्जुन को देखती है जो उसे बुरी तरह से घूर रहा था जिसे देख कर आशी को थोड़ा अजीब सा लगता है।
"ये रोहन कौन है? ओर वो तुम्हे कॉल क्यों कर रहा थे!" अर्जुन ने गुस्से में कहा।
अर्जुन की बात ओर गुस्से को देख कर आशी समझ नहीं पा रही थी कि अर्जुन क्यों रोहन के बारे में पूछ रहा है!
"मैने तुम से पूछा रोहन कौन हैं?"
अर्जुन ने एक बार फिर से पूछा!
"कॉलेज में मेरे साथ पढ़ता है! लेकिन आप गुस्सा क्यों हो रहे हैं!" आशी ने जवाब देते हुए पूछा!
वही अब अर्जुन आशी के करीब आ कर खड़ा हो गया जिस से आशी अर्जुन से दूर जाने के लिए एक कदम पीछे ले पाती तभी अर्जुन आशी की कमर पर हाथ रख कर उसे अपने करीब खींच लेता है।
जिस से आशी हैरानी से अर्जुन को अपनी बड़ी बड़ी आंखों को ओर भी बढ़ा करते हुए देखने लगी!
"क्या तुम उसे पसंद करती हो या वो तुम्हे पसंद करता है?"
अर्जुन ने आशी की पतली सी कमर पर अपने दोनो हाथों को मजबूत करते हुए कहा जिस से आशी के मुंह से हल्की सी आह भरी आवाज निकली। ओर वो दर्द भरी आवाज में बोली!
"सर आप भी कर रहे हैं! छोड़िए मुझे दर्द हो रहा है!"
मैने जो सवाल किया है पहले उस का जवाब दो!
"क्या तुम उसे अब पसंद करती हो?"
"आखिर आप को क्यों जानना हे कि मैं उसे पसंद करती हूं या नहीं! प्लीज छोड़िए मुझे दर्द हो रहा है!"
आशी ने अर्जुन के सख्त हाथों को अपनी कमर से हटाने की कोशिश करते हुए कहा। जो कि उस की कोशिश अर्जुन के सामने नाकाम थी!
"Don't you dare me? आशी मुझे इतना मजबूर मत करना की मै तुम्हे हर्ट कर दूं इसलिए मेरी बात का जवाब दो!" अर्जुन ने बेहद सर्द भरी आवाज में एक धमकी भरी आवाज में कहा।
जिसे सुन कर आशी की पूरी बॉडी में डर की सरसराहट दौड़ पड़ी!
"मैं उसे पसंद नहीं करती हूं प्लीज छोड़िए मुझे!"आशी ने डरते हुए हिम्मत के साथ जवान देते हुए कहा।
जिसे सुन कर अर्जुन एक दम से उस की कमर पर हाथ हटा देता है और वही आशी को अपनी कमर पर दर्द हो रहा था। जिस से उस की आंखे नम हो चुकी थी!
जिसे देख कर अर्जुन खुद के गुस्से पर काबू करते हुए कहता है!
" ये क्या किया मैने! मुझे खुद पर ओर अपने गुस्से पर कंट्रोल करना चाहिए। आशी कैसे किसी और को पसंद कर सकती हैं जब की ये तो हमेशा से मुझे पसंद करती हैं। "
"तुम्हारा रूम कहां है?" अर्जुन ने उस से पूछा!
"क्यों? आप को अब ये क्यों जानना हे।"आशी ने घबरा कर पूछा क्योंकि उसे अर्जुन की हरकत ने थोड़ा सा डरा दिया था!
उस की बात सुन कर अर्जुन आशी को घूरने लगा जिस से आशी उसे डर से अपना रूम में ले कर आ जाती है और वही अर्जुन आशी को बेड पे बिठा कर रूम मे बने हुए ड्रॉ को खोल कर देखने लगा!
"ये आदमी सच में पागल हो गया है। आखिर इस के दिमाग क्या चल रहा है। ये ऐसे मेरे रूम क्या छान बीन कर रहा है? इसे मैनर्स नहीं है क्या?"
आशी ने मन में ही अर्जुन को कोसते हुए कहा।
तभी अर्जुन आशी के पास आकर उसे कहता है!
"अपना टॉप थोड़ा उपर करो!"
"क्या?" आशी ने अर्जुन की बात सुन कर कहा!
लेकिन तभी उस की नजर अर्जुन के हाथ में पकड़ी हुई ओइनमेंट पर जाति है।
जो अर्जुन उस के ऊपर अपलाई करने वाला था।
जिसे देख कर आशी मना करते हुए एक दम से उस के हाथ से ओइनमेंट लेते हुए जल्दी से बोली !
"कोई बात नहीं मैं खुद से कर सकती हूं। वैसे भी मैं ठीक हूं। आप को परेशान होने की जरूरत नहीं है?"
अर्जुन आशी की बात सुन कर वापिस से आशी के हाथ से ओइनमेंट क्रीम अपने हाथ में ले कर उसे डांट कर कहता है!
"मैने तुम से पूछा नहीं है कहा है कि आप ना टॉप ऊपर करो! क्योंकि मुझे तुम्हे मेडिसिन लगानी है! ओर अब तुम ने मेरे सामने कोई बहस करी तो मुझ से बुरा कोई भी नहीं होंगा"
To be continue
Please bade bade comment kare taaki likhne ka man karta rahe..
And Kuch Time k liye regular chapter upload nhi kar sakti hu!!!
Just because mere ghr me Meri sister ki Shadi ki tayari hai...
Thank you
ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
" Rebirth Mr.Queen''
Ab Aage-
आशी मना करते हुए एक दम से उस के हाथ से ओइनमेंट लेते हुए जल्दी से बोली !
"कोई बात नहीं मैं खुद से कर सकती हूं। वैसे भी मैं ठीक हूं। आप को परेशान होने की जरूरत नहीं है?
अर्जुन आशी की बात सुन कर वापिस से आशी के हाथ से ओइनमेंट क्रीम अपने हाथ में ले कर उसे डांट कर कहता है!
"मैने तुम से पूछा नहीं है कहा है कि आप ना टॉप ऊपर करो! क्योंकि मुझे तुम्हे मेडिसिन लगानी है! ओर अब तुम ने मेरे सामने कोई बहस करी तो मुझ से बुरा कोई भी नहीं होंगा"
अर्जुन की डांट सुन कर आशी चुप चाप अपने हाथ से अपना टॉप हल्का सा उठा लेती है।
वही अर्जुन की नजर आशी के गोरे पेट ओर पलती सी कमर पर जाति है जहां पर अर्जुन के हाथो की उंगलियों के लाल गहरे निशान छप चुके थे!
इसलिए अर्जुन अपने हाथ से ओइनमेंट आशी की कमर पर लगाने लगा!
जिस के ठंडे हाथ को महसूस करते हुए आशी की आंखे बंद हो गई थी।
ओइनमेंट लगाते हुए अर्जुन के अपनी उंगलियों को उस की कमर पर सहला रहा था कि तभी आशी अपना टॉप नीचे कर देती है जिस की हरकत से अर्जुन आशी को देखने लगा!
"सर अब मैं ठीक हूं। थैंक यू!" आशी ने कहा!
अर्जुन अपना सर हां में हिला देता है और तभी आशी से कहता है! उसे अपने हाथ वाश करने हे!
जिस से आशी उसे वाशरूम में जाने का इशारा करती है और अर्जुन अपने हाथ को वाश करने के लिए वाशरूम में चला जाता है!
जिस के बाद आशी जल्दी से अपने फोन से राधिका को कॉल कर देती है और उसे अर्जुन के बारे में बता देती है!
"क्या सच में? अर्जुन घर आया है! लेकिन उसे मुझ से क्या काम हो सकता है?" राधिका ने फोन पर पूछा!
"अब मुझे क्या पता होगा! तुम अभी के अभी घर वापिस आओ! मुझे ये इंसान पसन्द नहीं है! पता नहीं इस की बात ओर हरकत मुझे कुछ ठीक नहीं लग रही है!" आशी ने वाशरूम के बंद दरवाजे को घूरते हुए कहा!
राधिका हंसते हुए बोली
" हा ह हा!! मानव पर तुम भूल रहे हो कि तुम्हे उसे पटना हे और तुम उसे पसंद नहीं करते हो!
वैसे मैं खुद ही सोच रही हूं कि अगर तुम आशी का बदला छोड़ कर अर्जुन को मुझे देदो यार! मैं ही उसे पटा लूंगी! अर्जुन दिखने में हॉट लगता हे और मेरे टाइप का भी हे!"
"शट अप राधिका! बकवास बंद करो अपनी। और जल्दी से वापिस आओ!" कहते हुए चीड़ से जल्दी से आशी ने कॉल कट कर दिया कि तभी वाशरूम का दरवाजा खुला और अर्जुन बाथरॉब पहन कर बाहर आया!
जिसे देख कर आशी हैरानी से अर्जुन को देखने लगी!
जो वाशरूम हाथ धोने गया था या शावर लेने! क्योंकि
उस की गीले बालों में पानी टपक रहा था।
"तुम्हारे पास मेरे लिए कोई कपड़े है? Actually तुम्हरा टेप खराब था , मै उसे ठीक कर रहा था बट मेरे कपड़े पूरे गीले हो गए!" अर्जुन ने टावल से गीले बालों को सुखाते हुए कहा!
आशी जो अर्जुन की बात सुन कर होश में आती है और जल्दी से अपनी कबर्ट से एक T शर्ट और लोवर निकाल कर अर्जुन को देते हुए कहती है!
"शायद आप को आ जाएं!"
अर्जुन अब हैरानी से अब उन कपड़ों को देखता है जो
आशी के कबर्ट में थे! पर तभी वो गुस्से में खुद से मन में कहता है!
"इस के पास किसी लड़के के कपड़े क्या कर रहे हैं! क्या ये इस के बॉयफ्रेंड हे? पर इस का कोई बॉयफ्रेंड नहीं है। मुझे सब पता है लेकिन इस के पास ये कपड़े क्या कर रहे हैं? क्या मेरे बाद कोई ओर इस की लाइफ मे आ गया हे! जिस के कपड़े भी इस ने अपने रूम में रखे हुए हे!"
" सर आप चेंज कर लीजिए मैं तब तक आप के लिए कॉफी बना लेती हूं!" कहते हुए आशी रूम से बाहर चली गई जिस के बाद अर्जुन जल्दी से आशी की कबर्ट खोल कर देखता है तो उस की आंखे हैरानी से बड़ी बड़ी हो गई क्युकी उस कबर्ट में लड़कियों से जायदा कपड़े लड़के के थे जो देखने से ही काफी एक्सपेंसिव दिख रहे थे!
जिसे देख कर अर्जुन को सच में बहुत जायदा गुस्सा आ रहा था क्युकी अब उसे लग रहा था आशी जो उसे कहा था कि वह अब अर्जुन के पीछे अपना वक्त जायाँ
नहीं करेगी ओर अपनी लाइफ में आगे बढ़ कर सिर्फ अपने बारे में सोचेगी!
अर्जुन गुस्से में उन कपड़ों को बुरी तरह से घूरते हुए
कबर्ट बंद कर के वाशरूम में चला गया था!
दअरसल कबर्ट पर रखे हुए वो कपड़े मानव के ही थे! क्योंकि मानव ओर राधिका दोनों बचपन के दोस्त थे और ये फ्लेट उन दोनो का था! जहां पर मानव पहले राधिका के साथ कभी कभी रहने आ जाता था इसलिए इस रूम में मानव का हर जरूरत का सामान पहले से था जिसे आशी उसी रूम में रह रही थी। पर अर्जुन का कहां इस बारे में खबर थी उसे तो गलत फहमी हो गई थी!
वही आशी अर्जुन को देखती हैं जो उस के दिए हुए कपड़े पर काफी हैंडसम लग रहा था और आशी की तरफ आ रहा था।
"मुझे इस अर्जुन से जेलसी हो रही है! मेरे कपड़े मे कभी इतना हैंडसम क्यों नहीं लगता था जितना ये अर्जुन लग रहा है!" आशी ने उसे देखते हुए मन में जलन के साथ कहा!
अर्जुन आशी के सामने आ कर खड़ा हो जाता है जिस से आशी अर्जुन को टेबल पर रखी हुई कॉफी की तरफ इशारा करते हुए बोली!
"आप कॉफी पी लीजिए, डॉक्टर राधिका आने वाली है मैने उन्हें कॉल किया था!"
अर्जुन कॉफी पीने से मना करते हुए बोला!
"No thanks! मुझे लगता है मुझे अब चलना चाहिए!"
कहते हुए अर्जुन वहां से जाने लगता ज है।
जिसे आशी ने एक बार भी नहीं रोकती है और ये देख कर अर्जुन के हाथ की मुट्ठी कस गई थी और वह तेज कदमों के साथ वहां से चला जाता है।
अर्जुन के जाने के बाद आशी चेन की सांस लेती हुई सोफे पर आराम से बैठ गई और अर्जुन को कोसने लगी जिस को वजह से उस की नीद खराब हो गई थी।
वही दूसरी तरफ..
वही रूबी जो कब से करण को फोन कर रही थी। जो उस के कॉल का कोई जवाब नहीं दे रहा था जिसे देख कर रूबी को गुस्सा आ रहा था। क्योंकि दो दिन से कर्ण बिजनेस ट्रिप पर लंदन गया हुआ था और कर्ण ने एक बार भी उसे कोई कॉल तक नहीं किया!
जिस से रूबी को अब लगता है कि शायद कर्ण किसी मीटिंग में होंगा क्योंकि फोन पर अब कर्ण का एक मैसेज आया था कि वह थोड़ा बिजी है और बाद में उसे कॉल करेगा।
वही दूसरी तरफ लंदन में..
रात के समय
एक होटल रूम के अंदर कर्ण डेविल स्माइल करते हुए फोन को अब स्विच ऑफ कर देता है।
ओर खुद शर्ट लेस खड़ा अपने सामने खड़ी हुई लड़की को देखता है जो
उस की सामने शॉर्ट ड्रेस नाइटी में थी जिस मे उस की हॉट बॉडी हद से ज्यादा रिवीलिंग हो रही थी। वो लड़की अपने हाथ में ड्रिंक का गिलास कर्ण को देते हुए हंसते हुए कहती है!
"सोचो अगर तुम्हारी मंगेतर को पता चल गया कि तुम यहां पर कोई बिजनेस के काम नहीं कर रहे तो? "
"तो क्या स्वीटहार्ट! शी इज स्टूपिड वूमेन!
वो मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती है क्योंकि तुम जानती नहीं हो वो भी अपने भाई की तरह मेरे प्यार में पागल है। इसलिए तुम्हे फिक्र करने की जरूरत नहीं है!"
कर्ण ने हंसते हुए कहा! ओर ड्रिंक पीने लगा!
जिस से वह लड़की कर्ण के गले में बांहे डाल कर कहती है!
"ओर तुम किस के प्यार में पागल हो!"
कर्ण उस की कमर पर अपने हाथ रख कर उसे अपने आप से पूरा चिपका कर उस की आंखो में देख कर बोलता है!
"फिलहाल अभी तो तुम्हारे प्यार करने लिए मैं पागल हो रहा हूं।"
वही ये सुन कर वो लड़की कर्ण के होठों पर किस करते हुए बोली!
"तो तुम्हे रोका किस ने हे?"
वही ये सुन कर कर्ण उस लड़की को अपनी गोद में उठा कर बेड पर पटक देता है और खुद उस लड़की के ऊपर आते हुए उस के होठ पर अपने होंठ रख कर किस करने लगा!
जिस से वह लड़की उस का साथ देने लगी।
किस करने के बाद कर्ण उस के गले पर अपने होंठ रख देता है और एक झटके से अपने हाथ से उस की नाइटी को पूरा फाड़ कर उस के शरीर से अलग कर फेंक देता है! ओर उस लड़की के जिस्म को गहरी भरी नज़र से एक टक देखने लगा।
जिस से वह लड़की कर्ण को देख कर मुस्कुरा हुई
कर्ण को अपने ऊपर से हटा कर उसे धक्का देते हुए बस्तर में अपने बगल में गिरा देती है और खुद कर्ण के पेट के ऊपर बैठ कर अपने जिस्म पर पहनी हुई ब्रा को भी खोल देती है!
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" Rebirth Mr.Queen''
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कर्ण उस की कमर पर अपने हाथ रख कर उसे अपने आप से पूरा चिपका कर उस की आंखो में देख कर बोलता है!
"फिलहाल अभी तो तुम्हारे प्यार करने लिए मैं पागल हो रहा हूं।"
वही ये सुन कर वो लड़की कर्ण के होठों पर किस करते हुए बोली!
"तो तुम्हे रोका किस ने हे?"
वही ये सुन कर कर्ण उस लड़की को अपनी गोद में उठा कर बेड पर पटक देता है और खुद उस लड़की के ऊपर आते हुए उस के होठ पर अपने होंठ रख कर किस करने लगा!
जिस से वह लड़की उस का साथ देने लगी।
किस करने के बाद कर्ण उस के गले पर अपने होंठ रख देता है और एक झटके से अपने हाथ से उस की नाइटी को पूरा फाड़ कर उस के शरीर से अलग कर फेंक देता है! ओर उस लड़की के जिस्म को गहरी भरी नज़र से एक टक देखने लगी।
जिस से वह लड़की कर्ण को देख कर मुस्कुरा कर
कर्ण को अपने ऊपर ऊपर से हटा कर उसे धक्का देते हुए अपने बगल में गिरा देती है और खुद कर्ण के पेट के ऊपर बैठ कर अपने जिस्म पर पहनी हुई ब्रा को भी खोल देती है!
कर्ण इंटेंस भरी नजरो से उस लड़की के खूबसूरत जिस्म को मुस्कुराते हुए बोला!
" You are hot "
"Really" उस लड़की ने कर्ण के एक हाथ को पकड़ कर अपने उभार पर रख कर पूछा!
"Hmmm" कर्ण ने उस के उभार को अपने हाथ से मसलते हुए कहा।
जिस से वह लड़की के मुंह से आह भरी आवाज निकल गई! तभी कर्ण उस लड़की को पकड़ कर अपने नीचे कर लेता है और उस के एक ब्रेस्ट को सक करते हुए अपने दूसरे हाथ से उस की ब्रेस्ट को मसलने लगा!
जिस से वह लड़की अपने निचले होठों को बाइट करते हुए आह भरी आवाज करते हुए ओर भी एक्साइटेड हो रही थी।
कर्ण किसी भूखे शेर की तरह उस के उभारों को कभी काट रहा था तो सक रहा था। कर्ण ने बुरी तरह से उस के दोनों उभारों को मसलते हुए पूरा लाल कर दिया था जहां पर उस के दांतों के गहरे निशान दिख रहे थे लेकिन कर्ण अभी भी उस के उभारों को मसलते हुए उसे किस कर रहा था।
कर्ण जल्दी से अपनि पेंट निकाल देता है और उस लड़की के जिस्म से बचा हुआ आखिरी कपड़ा उतार कर! उस के
पेट पर अपने होंठ रख कर अपने हाथ को नीचे की तरफ ले जाते हुए उस की सॉफ्टनेस को टच करने लगा। जिस से उस लड़की की आंखे बंद हो गई और वह मचलने लगी!
तभी कर्ण अपने हाथ से रब करते हुए उस लड़की के ब्रेस्ट को अपने मुंह भर कर लेता है। ओर वो लड़की मदहोशी भरी आवाज में कर्ण का नाम लेते हुए उस के बालो को अपने हाथों से सहला रही थी।
कुछ देर बाद वह लड़की कर्ण के चेहरे को अपने हाथों में भरकर कर उसे कहती है!
"Come on fast I can't wait!!!
Please Right now My insied बेबी!!"
वही ये सुन कर कर्ण उस लड़की के पेरो को बीच में आ कर खुद को एडजस्ट करते हुए कहता है!
"तुम्हे पता है तुम बहुत लकी हो। जिसे मुझे महसूस करने का चांस मिला है जस्ट because मुझे हर कोई टॉलरेट नहीं कर सकता है!"
जिस से वह लड़की कर्ण की बात सुन कर कोई जवाब दे पाती उस के मुंह से चीख निकल गई क्योंकि कर्ण एक झटके में उस के अंदर खुद को समा गया जिसे वह लड़की भी महसूस करते हुए रोते हुए कहती है!
'its hearting me प्लीज बाहर आओ!"
वही कर्ण जो अपनी रफ्तार पकड़ चुका था और अब रुकने के लिए तैयार नहीं था इसलिए अपनी रफ़्तार को तेज करते हुए उस की ब्रेस्ट को सहलाते हुए बोला!
" थोड़ी देर में तुम्हे अच्छा लगेगा बेबी! बस थोड़ा सा वेट करो!"
ये कह कर कर्ण रूबी के साथ इंटिमेट होने लगा था जिस से उस लड़की के मुंह से दर्द भरी आवाज निकल रही थीं लेकिन तभी कुछ देर बाद उसे अच्छा लगता है और वो कर्ण के साथ एंजॉय करते हुए मोन करने लगी थी।
अगले दिन.
इंडिया में..
मुंबई में..
आशी कॉलेज पहुंच गई थी जहां रोहन उसे देख कर खुश लग रहा था। जिस से आशी रोहन के पास आकर
उसे घूर कर शक करते हुए बोली!
" तुम मुझे देख कर स्माइल क्यों कर रहे हो!"
वही ये सुन कर रोहन जल्दी से अपनी स्माइल को बन्द कर के मना करते हुए कहता है!
"नहीं तो मै तुम्हे देख कर स्माइल क्यों करूंगा तुम्हे गलत फहमी हुई है!"
"अच्छा तो तुम मुझे क्यों देख रहे थे। " आशी ने अपनी आंखे चढ़ा कर कहा!
जिस से रोहन अपनी नजर इधर उधर करते हुए कुछ कहता तभी जूही उन दोनो के पास आकर कर आशी से रोहन से पहले आशी से बोल पड़ी!
" Wow इस बार कॉलेज में सिंड्रेला वाली स्टोरी का प्ले होने वाला है! ओर intresting बात ये है कि
सिंड्रेला बनने का मौका इस बार मेरी दोस्त आशी को मिला है। ओर वो रोहन के साथ!"
"क्या! मैं सिंड्रेला?" आशी ने चौंकते हुए कहा!
जूही आशी को देखती है जो बहुत जायदा कन्फ्यूज्ड लग रही थी जिसे देख कर जूही अपने सर पर खुद ही हल्की सी चेपट मारते हुए उसे बोली!
" मैं तुम्हे तो बताना भूल गई कि एक हफ्ते बाद कॉलेज में फास्ट होने वाला है।। ओर हम सभी उसी की तैयारी कर रहे हैं! ओर आशी इस बार हम कुछ नया सोच रहे थे फास्ट मे करने के लिए। इसलिए रोहन ने आइडिया दिया कि हमें प्ले करना चाहिए और वो भी सिंड्रेला वाली स्टोरी का!
पर हमें हमारी सिंड्रेला नहीं मिल रही थी हम बहुत सारे ऑडिशन लिए थे। लेकिन उस का कोई फायदा नहीं हुआ! पर तभी मुझे रोहन ने याद दिलाया कि तुम ने एक बार स्कूल में सिंड्रेला प्ले किया था!"
ओर तुम ने खुद ही डिसाइड कर लिया कि मैं...
मैं सिंड्रेला प्ले करूंगी! Are you made!!!.
No way!!! मैं कोई सिंड्रेला विंड्रेला नही करने वाली!" आशी साफ साफ मना करते हुए वहां से चली जाती है।
जूही परेशान होते हुए रोहन से बोली!
" अब हम क्या करेंगे आशी ने तो मना कर दिया।"
रोहन ने उसे कहा "Don't worry ! मैं कुछ सोचता हूं। तुम अभी आशी के पास जाओ। ओर मै तुम्हे प्रोमिस करता हूं कि हमारे प्ले की सिंड्रेला तो आशी ही बनेगी!"
ये उस ने मन में मुस्कुराते हुए खुद से कहा
"ओर मेरी भी!"
जूही भी रोहन की बात मान कर आशी के पास चली गई।
ओर वही रोहन अपने फोन पर एक पुरानी सी फोटो को देखता है जिस मे एक छोटी सी लड़की एक छोटे से लड़के के साथ प्रिंसेस वाली ड्रेस पहने हुए डांस करते हुए क्यूट लग रही थी।
जिसे देख कर रोहन याद करते हुए खुद से कहता है!
"आशी तुम बचपन से मेरी सिंड्रेला थी और रहोगी!
I am sorry अभी तक मैंने तुम्हे इग्नोर किया लेकिन अब ओर नहीं, क्योंकि तुम मेरी हो!!!"
वही रोहन को अपने इश्क का एहसास हो चुका था कि वो आशी को पसंद करता है। इसलिए आशी को अपने प्यार का एहसास करना चाहता था!
वही दूसरी तरफ..
अर्जुन का दिमाग खराब हो रहा था क्युकी वो अभी तक ये बात डाइजेस्ट नहीं कर पा रहा था कि आशी सच में उसे प्यार नहीं करती है। ओर अपनी लाइफ किसी और के साथ आगे बढ़ गई है। जिस के रूम मे उसे किसी लड़के के कपड़े भी थे!
अर्जुन जो अभी अपने केबिन में था लेकिन तभी वह अपने केबिन में बने हुए सीक्रेट डोर से एक मास्टर रूम मे आ गया और मिरर के सामने खड़ा हो कर खुद के चेहरे को घूरते हुए कहता है!
" What rubbish! ऐसा हो नहीं सकता है कि वो मेरे इलावा किसी और के बारे मे सोच भी सकती है!
उस ने खुद मुझे उस पार्टी में कहा था she love me!!
बट उस ने ये भी कहा था कि वह मुझे मे कोई दिलचस्पी नहीं रखेगी। तो क्या सच में उस की लाइफ में कोई ओर आ गया है!
No... वो मेरी हे। I love her!! पहली बार मुझे कोई खुशी मिली है जिसे मैंने दिल से पसंद किया है।
मैं उसे अपने इलावा किसी और का नहीं होने दूंगा!
कभी भी नही। तुम मेरी हो आशी सिर्फ मेरी!... अभी तक मैने तुम्हे ऐसे ही छोड़ दिया बट अब नहीं! जल्द ही तुम मेरी बन जाऊंगी। चाहे मुझे तुम्हे अपना बनाने के लिए कुछ भी करना पढ़े तुम मुझे नहीं भूल सकती हो!"
कहते हुए अर्जुन की इश्क भरी दिवानगी उस की आंखें साफ बयां कर रही थी
वही अब एक तरफ रोहन हे और दूसरी तरफ अर्जुन! दोनो को अपने प्यार का एहसास हो गया है। लेकिन इस के बारे में हमारी आशी कोई खबर ही नहीं है!
कि कहां वो खुद प्यार करने की गलती की सजा मान रही थी। वही अब उस के दो दीवाने उसे अपना बनाने की ख्वाइश ओर हसीन चाहत कर चुके थे।
आखिर रोहन ओर अर्जुन की सच्ची मोहब्बत का असर होगा आशी पर! आखिर रोहन ओर अर्जुन में से किसे मिलेगा अपना प्यार!
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