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कायल

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Vishal Varshney

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कहते है जिंदगी का एक दरवाजा बंद होता है तोह दूसरा अपने आप खुल जाता है लेकिन ऐसी ही जिंदगी कायल तोमर की है जिसके जिंदगी के चारों दरवाजे बंद है और उसे किसी से प्यार भी होता है तोह कायल न जाने क्यों उसे शादी वाली दिन ही उस लड़के को गोली मार देती है आखिर...

Total Chapters (23)

Page 1 of 2

  • 1. कायल - Chapter 1

    Words: 1843

    Estimated Reading Time: 12 min

    कहते हैं जब भगवान किसी की किस्मत में इतनी खुशियां भर देता है कि उसके चारों ओर खुशियां ही खुशियां होती और किसी की किस्मत दुखों की जंजीरों में जकड़ी होती है ऐसी ही किस्मत थी कायल तोमर की जिसकी किस्मत में खुशियां आने से पहले ही दूर भाग जाती है। आइए मिलते हैं हमारी कायल तोमर से।



    यह कहानी है इंदौर की वैसे इंदौर के लोगो के लोगो की बात ही अलग है जिस तरह भारत का सबसे ज्यादा स्वच्छ शहर इंदौर है उसी प्रकार यहां के लोगो की दिल भी बहुत साफ है।


    सुबह के चार बजने से थोड़ी देर पहले,
    "उठोगी या चप्पल बजाए, अरे उठ जा कल्लो चाय चढ़ा दे, बदन टूटी जाए चाय बना दे" ऐसा कायल की दादी ने कायल को उठाते हुए कहा। वैसे बिना आंख खोले दादी, कायल को चाय बनाने का हुक्म दे देती है।

    कायल बोलती है, "अभी चाय बना रही हूं।" और थोड़ी देर बाद कायल बिना उठे ही अपना हाथ चादर मे से हाथ निकालकर बेड के सिरहाने रखी मेज पर से अपना चश्मा उठाती है और फिर चादर में से अपना चेहरा निकालकर अपना चश्मा पहनती है। वैसे कायल दिखने बिल्कुल सीधी सादा थी मतलब अभी भी वोह दो चोटी बनाती थी और आंखो पर इतना मोटा चश्मा लगाती है और तोह उसके चेहरे का नजरबट्टू उसके दो दांत जो बाहर निकले हुए थे और उसका रंग था सांवला। जिसे देखकर मोहल्ले के बच्चे उसको दंतदेवी कहते थे। दिखने में बिल्कुल साधारण थी कायल।


    कायल बेड से उठकर रसोई में जाकर चाय बनाती है और चाय बनाकर दादी के सिरहाने रखते हुए, बोलती है, "लो डकार लो अपनी चाय, और जे चाय पहली और आखरी चाय समझो।" और घर का काम करने लग जाती है। घर का सारा काम करने के बाद कायल नहा - धोकर तैयार होकर भगवान के सामने हाथ जोड़कर कॉलेज जाने के लिए तैयार हो जाती है। तभी उसकी दादी बोलती है, "कुलेज जाए से पहले हमारी धोती को धो के जइयो, समझी।"


    "धोती धुब गई कब की, और वो कुलेज नही कॉलेज होता है दादी" कायल, दादी को बोलती है। तभी दादी कहती है, "जरा इधर आओ तो सही, हमको तोहे कछु देना है।"
    कायल बोलती है, "क्या देना है।" जब पायल, दादी के पास आती है तोह दादी कायल के सिर पर तेल और चोटी पर तेल लगा देती है, और दादी, कायल से कहती है, "जा तेल से कोई लड़का भी तेरे पास न फड़केगा और न कोई लड़की समझी, और सबको अपना दोस्त बनाना पर किसी की सहेली मत बनाना, समझी।"


    कायल बोलती है, "जी दादी जी और हम पहले ही दिन से अपने मास्टर लोगों के मन में अपनी जगह बनाना शुरू कर देगे।"


    कायल दादी को प्रणाम करके अपने नए कॉलेज के लिए निकल पड़ती है। वैसे कायल पढ़ने में काफ़ी होशियार है इसलिए उसने बड़े कॉलेज में स्कॉलरशिप के बलबूते दाखिला लिया।


    कायल घर से निकलने के लगभग बीस मिनट बाद कॉलेज के main gate पर पहुंचती है। गेट पर कुर्सी बैठे गार्ड ने कायल की एंट्री करवाई। जैसे ही कायल गेट कुछ ही कदम चली होगी। वोह एकदम सहम जाती है वो देखती सब उसे अजीब तरह से देख रहे थे और हंस रहे थे लेकिन कायल बिना डरे वोह अपनी क्लास रूम की और बढ़ने लगती है लेकिन उसे तो अपना क्लास रूम नंबर तो पता था पर क्लास रूम है कहां वो नही पता था। कायल की हिम्मत नही हो रही थी की किसी से वो पूछ सके उसे पता था कि सब उस पर हंसेंगे। फिर वो एक कोने में आकर खड़ी हो जाती है और ऐसे इंसान की देखती जो बिना मजाक उड़ाएं उसको बता दे। तभी उसकी नजर माली पर जाती है। 


    कायल, माली से पूछती है - "काका क्लास 12(D2) किधर है। माली बोलता है - "बिटिया, हमनें कभू कॉलेज के अंदर एक कदम भी न रखिया तो बिटिया, हमे न मालूम।" और कायल बिना कुछ कहे चली जाती है।


    कुछ देर बाद उसकी नजर एक अध्यापक पर पढ़ती है और वो कॉलेज के अंदर की और जा रहे थे।


    "रुकिए सर रुकिए, हमारी मदद करिए।" ऐसा कायल ने अध्यापक को रोकते हुए कहा।" 


    "बोलो, बेटा कैसे मदद करे तुम्हारी।" ऐसा अध्यापक ने कायल से कहा। 


    "सर, क्लासरूम 12(D2) किधर है।" कायल ने अध्यापक से पूछा।


    "फर्स्ट फ्लोर पर सीढ़ी के आगे से लेफ्ट फिर राइट में हैं आपकी क्लास।" अध्यापक ने कायल को समझाते हुए कहा। फिर कायल ने अध्यापक को थैंक्यू कहा।


    उसके बाद, कायल ने कॉलेज की बिल्डिंग 🏫 मे कदम रखा वोह मन ही मन में बहुत खुश थी लेकिन मायूस भी क्योंकि सब उस पर ऐसे हंस रहे थे जैसे उन्होंने कोई जोकर देखा हो लेकिन कायल बिना हिम्मत हारे कॉलेज के फर्स्ट फ्लोर पर उसके बाद जैसे ही अपनी क्लास में एंट्री करती है और देखती है कि क्लास में कोई अध्यापक न होने के कारण सभी एक दूसरे से बाते करने में बिजी है l तभी एक लड़के की नजर कायल पर पड़ती है, और वो हंसते हुए कहता है, "देखो guys, आज हमारे बीच आया एक कार्टून देखो guys कैसा लगा कार्टून।" और सभी हंसने लगते है।
    तभी एक लड़की जिसने हमेशा से टॉपर रही हो, और उसे अपने ऊपर इतना घमड़ था कि वोह सबसे ज्यादा intelligent थी। उसका नाम था कनिका गॉयल उसने कायल का I'd card देखते हुए कायल से कहा, "प्रिंसिपल को क्या तुम पर तरस आ गया था तो तुम इतने बड़े कॉलेज में एडमिशन दे दिया।"


    कायल ने कनिका से बिना डरे कहा, "नही मेरा एडमिशन स्कॉलरशिप के जरिए हुआ है और आप दीजिए मुझे कहां बैठना है।"


    "ओहो ! अकड़ तो कूट कूट के भरी है तुममें लेकिन टिक नहीं पाओगी और और लास्ट बैंच पर क्योंकि यह तुम्हारे टाइप के लोगो के लिए है।" कनिका ने कायल से कहा।
    "थैंक्स, हम जैसे लोग यही डिजर्व करते है।" कायल ने कनिका से कहा।


    कायल ने क्लास के सभी स्टूडेंट्स से कहा, " देखिए मानती हूं मैं दिखने बिल्कुल भी सुंदर नही हूं और न ही मुझे सुंदर बनने में कोई दिलचस्पी है। मुझे दिलचस्पी है अपने पैरो पर खड़े होने की अपने सपनो को पूरा करने की इसलिए आप मुझ पर हंसे मुझे इस पर कोई प्रोब्लम नही लेकिन मेरे साथ कुछ गलत मत करिएगा। ठीक है।" 


    तभी क्लासरूम के दरवाज़े से एक लड़के की एंट्री होती है जिसका नाम रॉमिल हैऔर कायल की तरफ ताली बजाते हुए आगे बढ़ता है, और उसने कायल पर हंसते हुए कहा, "तुम्हारे साथ कोई गलत तो क्या ! तुमसे से बात भी न करे और यह जो तुम्हारे अंदर attitude हैं। यह अपनी चोटियों से बांध के रखो।"


    तभी क्लासरूम से अध्यापिका सरोज सिंह आती है।
    "गुड मॉर्निंग ma'am।" सभी स्टूडेंट्स ने सरोज ma'am से कहा।


    Ma'am ने सभी को बैठने को कहा।

    "बेटा, आप पीछे क्यों बैठे हों। आगे बैठो।" सरोज ma'am ने कायल से कहा।

    कायल आगे आकर तनवी के पास आकर बैठती हैं।
    अचानक तनवी को छींक आना शुरू हो जाता है। "Ma'am, इस कायल के हेयर से काफी गंदी बदबू आ रही है।" तनवी ने कहा।


    सरोज ma'am जब कायल के पास आकर उसके हेयर सूंघती है। "क्या तुम नहा कर नही आई हो। तुम पीछे ही बैठो।" सरोज ma'am ने कायल से कहा।


    "Ma'am, मेरी बॉडी से ऐसी ही बदबू आती है इसलिए मैं पीछे बैठी थी। मुझे माफ करना।" कायल ने कहा।
    जब सरोज ma'am का lecture खत्म होते ही वो वहां से चली जाती है।


    तभी कनिका अपने पर्स से परफ्यूम की पूरी शीशी को कायल पर छिड़क देती है। और कहती है, "तुम्हारी औकात तो नही है परफ्यूम खरीदने की और कल से अच्छे से नहा धोकर आना।"


    कायल कुछ नही कहती है। तभी रॉमिल सभी से कहता है, "इस पर टाइम waste करने से बढ़िया है हम आरव के show में जाए, और आज कॉलेज का फर्स्ट डे है। अब कोई lecture नहीं है।"


    सभी चले जाते है। तभी कायल के पास एक लड़की आती है। जिसका नाम कोमल था वो दिखने में मोटी थी। उसने कायल से कहा - "चलो आरव का शो देखते है। वोह बहुत बहुत अच्छा rap song गाता है वोह भी खुद के।"


    "नही नही हमें घर जाना है, दादी हमारा इंतजार कर रही होगी।" कायल ने कोमल से कहा।


    "अरे, थोड़ी लेट हो जाओगी, तोह क्या होगा। बहुत ही मज़ा आएगा, चलो।" कोमल ने कायल को मनाते हुए कहा।
    कायल कुछ सोचती है। फिर उसने कोमल से कहा, "वैसे तुम्हारा नाम क्या है ?"


    "हमारा नाम कोमल है, अब चले।" कोमल ने कहा। और कायल, कोमल के साथ आरव के शो में चली जाती है।
    जब कायल और कोमल पहुंचती है तो देखती है वहां सभी लड़के और लड़कियां आरव आरव के नारे चिल्ला रहे थे। तभी आरव की एंट्री stage पर होती है। वैसे आरव कपूर दिखने हैंडसम एंड tall लड़का था और उसके बाल थोड़े लंबे और घने थे। वैसे हर कोई आरव को अपना दोस्त बनाना चाहता था तो कोई उससे बात करने के बहाने ढूंढता और खासकर लड़कियां तो अपना बॉयफ्रेंड बनाने के लिए उसको अपनी और attract करने के लिए नए नए हथकंडे आजमाती थी। वैसे आरव ज्यादा भी हैंडसम एंड smart नही था लेकिन कहते है ना 'अमीर पुरखो की सौ पीढ़ी भी अमीर' इसलिए आरव के पापा करोड़पति थे इसलिए आरव मे इतना घमंड था। आरव हर किसी को पैसे की अकड़ दिखाता था लेकिन वो अपने पापा से बहुत नफरत करता था और जो आरव के पापा को पसंद नही, आरव को वही करना सबसे ज्यादा अच्छा लगता था।


    तभी आरव ने स्टेज पर से कहा, "तो guys शुरू करे।" सभी लड़के लड़कियां चिल्लाते है, "शुरू करो।"

    तभी आरव अपना rap song गाने लगा और यह rap song इस प्रकार है :-

     cheat cheat cheat करती थीं बंदी मेरी,

    हर किसी लड़के को cheat cheat cheat करना उसका passion था,

    लड़को को वोह समझती थी money plant,

    इसलिए लड़को को पटाती थी अपने honey plant से,


    तभी कॉलेज प्रिंसिपल आ जाते है और वो आरव का शो बंद करवा देते है। "लगता है आपका मुंह बंद करवाना पड़ेगा।" पैसों के घमंड में चूर आरव ने प्रिंसिपल से कहा।


    "पहले अपने बाप से बात करो। फिर अपनी जीभ हिलाना आरव जी।" प्रिंसिपल ने थोड़े गुस्से में कहा।


    तभी आरव पर उसके पापा का मैसेज आता है। जिसे पढ़ने के बाद वोह फोन को गुस्से में फेंककर चला जाता है। और सभी लड़के लड़कियां वहां से चले जाते है।


    "यह गाने में हनी प्लांट का क्या मतलब था।" कायल ने कोमल से पूछा।


    "अरे वो गाना नही rap song हैं और हमको rap song सुनने से मतलब है उसका मतलब निकालने से नही, ठीक है।" कोमल ने कायल से कहा।


    थोड़ी देर बात करने के बाद कायल अपने घर जा रही होती है तभी एक मास्क लगाए एक औरत आती है वोह कायल को चिट्ठी देते हुए कहती है, "तुम्हे यह काम कल ही करना है बाकी सारी जानकारी इस चिट्ठी में है और अपने मकसद से डगमगाना नही।" और चिट्ठी को चुपचाप अपने बैग में रखकर कायल अपने घर की और जाने पड़ती है।


    आखिर क्या मकसद है कायल का ?

    और मास्क वाली औरत कौन हैं ?

    आखिर उसके कहने पर क्या करने वाली है कायल ?
     
     
     
     
     
     
     
     
     
     

  • 2. कायल - Chapter 2

    Words: 1648

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब तक आपने पढ़ा,

    कायल अपने घर जा रही होती है तभी एक मास्क लगाए एक औरत आती है वोह कायल को चिट्ठी देते हुए कहती है, "तुम्हे यह काम कल ही करना है बाकी सारी जानकारी इस चिट्ठी में है और अपने मकसद से डगमगाना नही।" और चिट्ठी को चुपचाप अपने बैग में रखकर कायल अपने घर की और जाने पड़ती है।

    अब आगे,

    जैसे ही कायल अपने घर पहुंचती है। तभी उसकी दादी कहती है, "क्या तूने बा दुष्ट कू देखो। अब कल तोकू पता लगाने है बा दुष्ट का।"


    "दादी थोड़ा समय तो लागे लेकिन पहले वो काम करना है हमें दियो गया है।" कायल ने दादी से कहा।


    "ठीक हैं मेरी बेटी काम को संभल के कारियो। चल अब हमारे लिए भेलपुरी का सामान तैयार कर दे, ग्राहकों का आने का समय होवे वालो है।" दादी ने कायल से कहा।
    कायल ने सिर हिलाकर अपने कमरे में चली जाती है। वैसे कायल की दादी सुबह इंदौरी पोहे और सब्जी कचौड़ी की दुकान लगाती है और शाम को भेलपूरी का ठेला, इसी से कायल के घर की गुजर बसर होती है।


    रात को जब कायल और कायल की दादी खाना खाने वाले होते है तभी उसकी दादी को कुछ याद आता है दादी, कायल से कहती हैं, "आज वाने खाना नही खाया और चुपचाप है।"


    "कोई बात नही हैं दादी कल वो जी भर के खाना खायेगी।" कायल ने दादी से कहा।

    सुबह होने के बाद,

    जब कायल कॉलेज के लिए घर से निकलने ही वाली होती है कि दादी उसे रोकते हुए कहा, "आज जो काम के लिए जाए रही हो उसे संभल के करियो वरना अब और न झेल सकते हम बार बार का खेला।"


    "चिंता की पोटली को नाली में बहा देयो अब उन लोगों कु चिंता करनी होगी दादी।" कायल ने दादी को समझाते हुए कहा।


    जाते वक्त दादी ने कायल के बालो में बदबू वाला तेल लगाया।


    जब कायल कॉलेज पहुंची तो आज भी सभी उस पर हंस रहे थे जैसे उन्होंने कोई नमूना देख लिया हो लेकिन कायल पूरी हिम्मत और बिना डर के अपने क्लासरूम में जाती है तो सभी लड़के और लड़कियां खड़े कहते है, "वेलकम दंतडायन, आइए और अपनी शीट पर पधारिए।"


    कायल बिना कुछ कहे अपनी शीट पर बैठने ही वाली होती है कि पीछे रिया नाम की लड़की उस पर परफ्यूम की बारिश कर देती है, और रूपयों के घमंड में चूर रिया ने कायल से कहा, "मुझे पता तुम जैसे लोग एक परफ्यूम भी नही ले सकते पर एक बात जो लोग गंदी नाली में पैदा होते उन्ही लोगो मे से ऐसी नालीछाप बदबू आती है इसलिए यह मेरी तरफ से एक costly perfume एकदम free और खत्म हो जाए तो मांग लेना।" कायल रिया से बिना कुछ कहे परफ्यूम की शीशी अपने पास रख लेती है।


    रिया कुछ कहने ही वाली होती है, तभी क्लास में ma'am सरोज बत्रा आ जाती है, तो रिया अपनी सीट 🪑 पर बैठ जाती है।


    सरोज बत्रा के आते ही कायल के हाथ पैर हल्के कांपने लगते है और माथे पर डर की सरबते और पसीने की बूंदे आ जाती है लेकिन कायल अपने आप को मन ही मन में समझाती है कि उसे डरना नहीं है।


    जब ma'am सरोज बत्रा का लेक्चर ख़त्म हो जाता है तोह ma'am क्लास से चली जाती है, तभी कायल भी उनके पीछे पीछे चली जाती है जैसे ही सरोज बत्रा अपने केबिन में पहुंचने ही वाली होती है कि कायल ma'am सरोज बत्रा को पीछे से धक्का देकर उनके ऊपर गिर जाती है और ma'am सरोज का  पर्स 👜 और क्लास रजिस्टर गिर जाता है और कायल चुपके से ma'am सरोज बत्रा के पर्स में चुपचाप एक छोटा सा लिफाफा रख देती है।


    "Sorry sorry sorry ma'am वो मुझे कुछ स्टूडेंट्स परेशान कर रहे थे और मैं डर गई और जल्दी जल्दी मे आपने ऊपर गिर गई।" कायल ma'am से डरते और सहमत शब्दो में कहा।


    तभी वहां और स्टूडेंट आ जाते है जो ma'am को उठाते है और उनका सामान उन्हे देते है। "बेटा, डरकर कुछ हासिल नहीं होगा अगर यहां अपना करियर बनाना है तो यहां तुम्हे बिना डरे बढ़ना होगा, समझे। Ma'am सरोज बत्रा ने कायल से कहा।


    फिर सरोज बत्रा अपने केबिन में चली जाती है और कायल अपने मन ही मन में कहती है चलो आज का काम पूरा हुआ।


    कायल अपने क्लासरूम में आ रही थी कि उसने आरव को क्लासरूम में देखा जैसे ही कायल क्लासरूम में एंट्री करती है तभी आरव, कायल पर हंसने लगता है, और कायल पर हंसते हंसते कहता है, "यह कार्टून भी इस क्लास में पड़ेगी एक दम चिम्पांजी लगती है।" तभी क्लास में sir रोहन कुमार आते है। तो सभी स्टूडेंट्स अपनी सीट पर बैठने लगते है तभी आरव, क्लासरूम से बाहर जाने लगता है।


    "आरव कपूर क्या आपको पढ़ाई में कोई interest नहीं है ? लगता है तुम्हारा यह एडमिशन नाम मात्र का है तुम तो रूपयों को यहां उड़ाने आए हो और रूपए ही तुम्हे exam मे paas करवाएंगे।" रोहन sir ने आरव को रोकते हुए कहा।
    आरव को गुस्सा आ जाता है वो रोहन सिर के कंधे पर हाथ रखकर कहता है, "आज यह हाथ कंधे पर है अगर ऐसी गलती की तो यह हाथ तुम्हारे गाल पर होगा, समझे।" इतना कहकर आरव चला जाता है।


    कायल ने कोमल से धीमे शब्दो से कहा, "रूपयों की अकड़ है तभी इतना उड़ रहा है।" कोमल बिना कुछ कहे कायल को चुप रहने का इशारा करती है।


    जब कायल के सभी लेक्चर खतम हो जाते हैं। तो वह अपने क्लासरूम में से कोमल के साथ निकलती है। "चल आज मेरे साथ थोड़ी देर गार्डन में बैठने चल।" कोमल ने कायल को request करके कहा। कोमल पहले हाथ में पहनी घड़ी में समय देखती है, फिर कोमल से कहती है, "बस 10 मिनट ही बैठेंगे, ठीक है।" कोमल ने कायल को समय की पाबंदी के साथ कहा।


    जैसे ही कायल और कोमल गार्डन में बैठे ही कि कायल की नजर आरव पर गई। आरव अपने दोस्तो के साथ डांस rehersal कर रहा था। और उसके डांस को काफी लड़कियां और लड़के देख रहे थे। 


    "चल चल आरव का डांस देखते है। आज मुझे उसके साथ एक selfie 🤳 मिल जाए तो मैं अपने घर, रिश्तेदारों और अपने फ्रेंडो को दिखाउगी।" कोमल ने कायल से कहा, क्योंकि कोमल भी उन लड़कियों में शामिल थी। जो आरव से बात करने के लिए तरसती थी कि कब उन्हे आरव देखकर उनकी और smile 😊 करे।


    "तुम जाओ मैं यही बैठी हूं और थोड़ा जल्दी आना और selfie 🤳 कभी और दिन लेना अब हम पूरे तीन साल इसी कॉलेज में पढ़ेंगे।" कायल ने कोमल को समझाते हुए कहा।
    थोड़ी देर बाद जब आरव की नजर अचानक कायल पर पड़ी तोह उसने कुछ लड़कियों की तरफ़ इशारा करके उन लड़कियों की सहायता से कायल को उसके पास बुलाया।
    और आरव ने कायल को डांस स्टेज पर खड़ा करके सभी लड़के और लड़कियों से कहा, "guys आप सब बुड्ढे होने वाले हो क्योंकि यह आपके दांत चुरा लेगी इसलिए आप आज से इसे दांत चोर कहेंगे और मैं इस कार्टून के ऊपर rap गाता हूं जो मैंने अभी अभी बनाया है।"


    "जिसे rap का र भी नही आता वोह क्या मेरे ऊपर rap song बनाएगा। जिसके पापा भी नही चाहते कि उनका बेटा rap song गाए क्योंकि बाप अपने बेटे के टैलेंट को शायद सबसे बेहतर जानता हो।" कायल ने आरव को जवाब देते हुए कहा।


    आरव की गुस्से में आंखे लाल हो जाती है क्योंकि आजतक उससे केवल उसके बाप ने ही डांटा है इसलिए वो कायल से कहता है, "जो लोग गंदी नाली में रहना पंसद करते हो अगर उन्हें किसी clean and neat swimming pool में डाल दिया जाए तो वो उस swimming pool को भी गंदा कर देंगे। तुमने कभी अपनी आईने में शक्ल देखी है। एक दम काले लंगूर जैसी दिखती है।"


    कायल बिना डरे पूरी हिम्मत के साथ आरव को जवाब देते कहती है, "मैं आईने अपनी शक्ल रोज देखती हूं और शायद तुमने कभी अपने अंदर झांक कर देखा हो तब शायद तुम पता चले कि तुम क्या हो और मेरा नाम कायल है इसलिए मिस्टर आरव जी कभी भी इंसान को उसकी शक्ल या उसकी शरीर को बनावट के साथ judge नहीं करना चाहिए।"


    आरव ने कहा, "तो कायल जी कल घर से तैयार होकर आना, शायद तुम कल के बाद कॉलेज क्या इस शहर में भी नही दिखाई दोगी, समझी।


    "Okk, मिस्टर आरव कपूर deal 🤝 final।" कायल ने आरव को जवाब देते हुए कहा। इसके बाद कायल अपने घर के लिए निकल पड़ती हैं। 

    वहां खड़े सभी लड़के लड़किया shocked हो जाते है लेकिन किसी ने कायल को कुछ कह न सका क्योंकि हर कोई आरव से डरता था कि गलती से आरव के लिए उल्टा सीधा शब्द निकल गया तोह आरव कही उनका करियर न खराब करवा दे इसलिए सभी शांत थे।

    आरव भी वहां से गुस्से में चला जाता है। 

    थोड़ी देर बाद आरव स्पीड से बाइक से आते हुए कायल को धक्का दे देता है। जिससे कायल जमीन पर गिर जाती है तो आस पास के लोग कायल की मदद करने आते है। आरव भी बाइक से उतरकर कायल को सॉरी कहता है और उसे एक लिफाफा देकर चला जाता है। उसके बाद कायल भी अपने घर चली जाती है।

    घर पहुंचते ही कायल देखती है दादी आंगन में बैठकर रो रही है। कायल भी घबरा जाती है और दादी से पूछती है, "का हुओ दादी काहे रो रही हो।" तभी दादी कायल को एक चिट्ठी दिखाती है और कहती है, "थोड़ी देर पहिले कोई ने जे चिट्ठी पत्थर के संग बांधके फेंकी है। हमे लगते हमे यहु से भी जानो पड़ेगो।"

    कायल दादी से कहती है, "हमकु ना बा दुष्ट कू जानो पड़ेगों दादी, चिंता न करी अब हम सब कुछ बदल देवेगे।"

    आखिर कायल ने ma'am सरोज बत्रा के बैग में क्या रखा था?

    आखिर किसने फेंकी चिट्ठी और उस चिट्ठी में क्या लिखा था ?

    कायल किस दुष्ट के बारे में बात कर रहीं ?
     
     
     
     

  • 3. कायल - Chapter 3

    Words: 891

    Estimated Reading Time: 6 min

    अब तक आपने पढ़ा,

    घर पहुंचते ही कायल देखती है दादी आंगन में बैठकर रो रही है। कायल भी घबरा जाती है और दादी से पूछती है, "का हुओ दादी काहे रो रही हो।" तभी दादी कायल को एक चिट्ठी दिखाती है और कहती है, "थोड़ी देर पहिले कोई ने जे चिट्ठी पत्थर के संग बांधके फेंकी है। हमे लगते हमे यहु से भी जानो पड़ेगो।"

    कायल दादी से कहती है, "हमकु ना बा दुष्ट कू जानो पड़ेगों दादी, चिंता न करी अब हम सब कुछ बदल देवेगे।"

    अब आगे,

    कायल की बात सुनकर दादी थोड़ा सहम जाती है, और कुछ कर्कश आवाज़ में कहती है, "जो गलती तेरे बाप ने करी बा गलती कु दुबारा मत दोहरइयो। अब हमारे पास तुमरो ही सहारा है बिटिया।"

    कायल, दादी को गले लगाते हुए कहती है, "चिंता न कारियो अब हमकू चौकन्ना रहने पडेगो।" इतना कहकर कायल दादी से वोह चिट्ठी ले लेती हैं और अपने कमरे में चली जाती है। 
    कायल अपने फोन से किसी को फोन करती है, कहती हैं, "आगे क्या करना होगा।" उसके बाद कायल कुछ देर तक शांत होके सारी बाते सुनकर फोन को रख देती हैं।


    दूसरे दिन वो कॉलेज पहुंचती है और देखती कि कॉलेज में एंबुलेंस खड़ी है और काफी छात्रों की भीड़ लगी हुई है वह वह जाकर देखती है की सरोज maam  को minor heart attack आया है । यह बाते सुनकर और देखकर कायल के चेहरे पर एक कातिलाना मुस्कराहट आती है और कायल यह सब देखकर क्लास में चली जाती है।


    क्लास में सभी students काफी सहमे और डरे हुए थे और कोमल भी। कायल, कोमल के पास जाकर उससे पूछती है, "कि आज सभी थोड़े से डरे हुए लग रहे है।" 

    "थोड़े, नहीं पूरे डरे हुए हैं आज सब क्यूंकि ragging होगी आज।" कोमल ने कायल से कहा।

    "पर ragging तो गैर हैं इसे नहीं कर सकते।" कायल ने कोमल से कहा।

    "यहां का rule है ragging तो ragging इसमें कॉलेज के teachers भी कुछ नहीं कर सकते।" कोमल ने कायल से कहा।

    कायल कुछ कह पाती कि इतनी देर में class में कुछ लड़के और लड़किया आ जाती हैं। पूरी class में शांति और खौफ का माहौल था।

    Class में ragging शुरू होने ही वाली थी तभी class में आरव की entry होती होती हैं आरव अपने swag में कोई कमी नहीं रखता था। वो अपने swag वाली स्टाइल में बोला, "ragging only miss चम्पू लंगूर यानि कायल की होगी बाकी सभी की ragging कल होगी।"

    कायल बिना डरे कहती हैं, "क्या करना होगा मुझे ragging में ।"

    आरव बोलता हैं, "तुम्हें ground के पांच चक्कर लगाने होगे वोह भी बिना रुके।"

    "क्यूं ?" , कायल ने पूछा।

    क्यूंकि यह इस कॉलेज के ragging rule है जो तुम्हें follow करने होगे।" आरव ने कायल से कहा ।

    "अगर मैं ragging rule न follow करू तो क्या होगा।" कायल ने आरव से कहा।

    यह बात सुनकर आरव गुस्से में कायल के करीब आता हैं जैसे ही आरव कायल के करीब आता हैं उसे छींक आना शुरू हो जाती हैं। तभी आरव कायल से दूर जाकर बोलता है, "इस लड़की का फोन और बैग ले लो और जब तक यह ग्राउंड के दस चक्कर नहीं लगाती तब तक इसका सामान इसे मत देना।"

    आरव के कहते ही कायल से उसका फोन और बैग जबरजस्ती छीन लिया गया।

    आरव फिर से टशन में बोला, "ragging rule follow करने होगे समझी, अब ग्राउंड के दस चक्कर लगाओ।"
    कायल बिना डरे और हिम्मत हारे ग्राउंड में दौड़ना शुरू कर दिया। लगभग एक घंटे तक कायल भागती रही और केवल छह चक्कर लगाए ही होगे कि कायल बेहोश हो गई।

    जब कायल को होश आया जब तक शाम हो चुकी थी। लेकिन ragging gang अभी भी वहां मौजूद थी। फिर क्या कायल ने हिम्मत बिना हारे दौड़ना शुरू किया। जब कायल के पूरे दस चक्कर हो गए तो आरव के पास गई और कहा, "मेरा सामान मुझे देदो मुझे घर जाना है।"


    "सामान चाहिए अच्छा वोह तो नहीं मिलेगा, तुम्हे उसके लिए एक काम करना होगा और वह भी अभी, तुम्हे नाचना होगा और वह भी अभी फिर मेरे सामने गिड़गिड़ाना होगा please मुझे मेरा सामान देदो, ठीक है।" आरव ने हंसते और टशन भरी आवाज़ में कायल से कहा।


    पहले कायल ने डांस किया तो आरव ने हंसते हुए कहा, "देखो देखो काला लंगूर नाच रहा है।" फिर कायल ने थकी हुई कर्कश आवाज़ में कहा, "please मेरा सामान मुझे देदो।"


    और आरव ने कायल का सारा सामान दे दिया। 
    जैसे ही कायल घर पर पहुंची तो उसकी दादी ने कहा, "करमजली कहां से अपने काले मुंह को और काला करके आ रही है।"


    क्यूंकि कायल को घर पहुंचने में रात हो गई थी । इसलिए दादी, कायल को खरी खोटी सुनाती है । कायल, दादी को समझाते हुए कहती हैं, "अभी खेल शुरू हुआ है अभी हमे और खेल खेलना है।"

    दादी, कायल की तरफ देखकर बोलती है, "समाल के रहियो वरना अंजाम तोए मालूम होई।"

    तभी दरवाजे को कोई जोर जोर से खटखटाता है। जब कायल दरवाजा खोलती है और देखती है कि दरवाजे पर तो कोई नहीं है लेकिन उसका पैर अचानक एक box से टकराता है। कायल उस box को उठाकर घर के अंदर ले आती हैं।

    जैसे ही कायल box को खोलती है वो बेहद डर जाती है।
    आखिर box में था क्या ?

    आखिर कायल अपनी दादी से कौन से खेल खेलने की बाते कर रही थी ?
     

  • 4. कायल - Chapter 4

    Words: 1053

    Estimated Reading Time: 7 min

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    तभी दरवाजे को कोई जोर जोर से खटखटाता है। जब कायल दरवाजा खोलती है और देखती है कि दरवाजे पर तो कोई नहीं है लेकिन उसका पैर अचानक एक box से टकराता है। कायल उस box को उठाकर घर के अंदर ले आती हैं।

    जैसे ही कायल box को खोलती है वो बेहद डर जाती है।

    अब आगे,

    क्यूंकि box के अंदर एक बेहद डरावनी गुड़िया रखी थी जिसे लेफ्ट गाल पर ❌ का निशान था। उसके साथ एक चिट्ठी भी रखी थी। जिस पर लिखा था, "बारी बारी सबकी बारी अबकी बारी कायल रानी की बारी।"

    कायल के माथे पर पसीना आ रहा था। उसके हाथ कांप रहे थे जिसे देखकर उसकी दादी ने कहा, "बिटिया अब का हुओं।"

    कायल सहमी आवाज़ में बोलती है, "हम यहां पर सुरक्षित नहीं है, अम्मा हमे पहले ज्यादा चौक्कना रहना पड़ेगा।"
    "ऐसों का हैं जो बॉक्स में, कोई चिंता की बात तो ना हैं।" दादी ने कायल से पूछा।

    कायल ने कहा, "नहीं दादी, कोई बात न हैं।" लेकिन कायल मन ही मन बहुत डरी और सहमी हुई थी।

    अगले दिन जब कायल कॉलेज पहुंचती तो सामने सरोज ma'am को देखकर shocked हो जाती है क्यूंकि वो बिल्कुल ठीक थी। तभी कोमल, कायल के पास आकर बोलती है, "तुम्हे पता है आज क्या है ?"

    "नहीं, वैसे आज क्या है ?" कायल ने कहा।

    "अरे बाबा मैं कितनी बड़ी बुद्धू हूं, तुम्हे कैसे पता होगा क्यूंकि आज मेरा birthday है और आज मेरी तरफ से तेरे लिए एक small पार्टी है, चल कैंटीन चलते है, तुझे जो खाना है वो खा लेना।" कोमल ने कायल से कहा।

    "पहले क्लास फिर पार्टी।" कायल ने कोमल से कहा।
    "ठीक है बाबा।" कोमल ने कहा।

    क्लास लेने के बाद जब कोमल, कायल कैंटीन गए। कैंटीन में कोमल ने ऑर्डर दिया और झट से बर्गर 🍔 और चाऊमीन और केक टेबल पर आ गया। जैसे ही कोमल बर्गर खाने वाली थी तभी कैंटीन में आरव की entry होती है और उसकी नजर कायल पर पड़ती है तो आरव की हंसी छूट पड़ती है वह हंसते हुए कहता है, "अरे अरे देखो लंगूर बर्गर 🍔 खा रहा है वह भी एक भैंस के साथ, देखो यह अद्भुत दृश्य, सब लोग देखो।"


    कोमल अपने वजन को लेकर सभी के सामने शर्म महसूस कर रही थी कि आरव ने उसका मजाक उड़ाया जिसे वह लाइक करती थी लेकिन कायल कहां चुप बैठने वालों में थी, उसने तबाक से हंसते हुए जबाव में कहा, "देखो पर लंगूर ने पहली बार किसी इंसान को लंगूर पर हंसते हुए देखा है।"
    आरव की हंसी शांत हो जाती है, और कहता है, "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे जबाव देने कि कल का सबक भूल गई या और punishment चाहिए।"


    "नहीं punishment तुम दोगे या दिलबाओगे, खैर छोड़ो अब आए हो तो केक खाके ही जाना अब तुम एक भैंस को cake 🎂 काटते हुए भी देख लो।" कोमल ने आरव को ज़बाब देते हुए कहा।


    आरव चुटकी बजाते हुए, कायल से कहता है, "तुम्हारी अकड़ अभी निकलेगी, तुम्हे न जाने किस बात का घमंड है जिस वजह से तुम आरव कपूर के आगे इतना अकड़ रही हो, वैसे भी लंगूर को जंजीरों में बांध के रखना पड़ता है, वैसे ही तुमको काबू में करना आता है मुझे।"


    "तुम यहां के हो कौन, कोई मसीहा हो या कोई भगवान जो तुम चाहोगे वही करना होगा, तुम केवल सजा दे सकते कभी सजा अपने ऊपर नहीं ले सकते हो, तुम एक कायर हो।" कायल ने आरव से कहा।


    "तुम कहना क्या चाहती हो, साफ साफ बोलो और मैं कायर तुम कायर हो कल दस चक्कर भी ठीक से नहीं लगा पाई और मुझे कायर कह रही हो, तुम्हारे पास दिमाग है या वो भी तुम्हारी शक्ल की तरह सडा हुआ है।" आरव ने कायल से कहा।


    कैंटीन में खड़े सभी लोग आरव और कायल की बहसबाजी देख रहे थे। लेकिन आरव और कायल अपनी बहसबाजी में लगे हुए थे। इतने में कायल ने आरव से कहा, "तुम अपने आप को इस कॉलेज का हीरो समझते हो तो क्या तुम ग्राउंड के दस चक्कर लगाओगे वोह भी बिना रुके।"


    "तुम जो कहोगी और मैं वोह करूंगा nothing और तुम अपने आप को कुछ ज्यादा ही oversmart समझती हो क्या कल का बदला आज निकालोगी क्या ?" आरव ने कायल से कहा।


    "वैसे लगता है तुम टास्क हार गए या करने की हिम्मत नहीं है तुमको।" कायल ने आरव को चेताते हुए कहा।


    "नहीं मैं यह हरगिज नहीं करूंगा वैसे तुम इस कॉलेज में एक स्टूडेंट्स हो मैं एक rockstar, तो में यह नहीं करूंगा, समझी तुम।" आरव ने swag वाले स्टाइल में बोला।
    "लगता rockstar मर्द नहीं है, इसलिए एक लंगूर से हार मान गया।" कायल ने हंसते हुए टोंट कसा।

    अब बात आरव के इज्जत पर आ गई और वहां सभी लोग आरव पर हंसते आरव ने जबाव देते हुए बोला, "मर्द हूं इसलिए चैलेंज accept नहीं कर रहा वरना।"

    "वरना क्या करते, ग्राउंड के दस चक्कर लगाते।" कायल ने आरव को उकसाते हुए बोला।

    लेकिन आरव भी जिद्दी था उसने चैलेंज accept किए बिना ही वोह वहां से चला जाता है। सभी लोग हैरान थे कि आरव हर कोई का चैलेंज accept करता था पर आज ऐसा क्यूं नहीं किया।

    और कैंटीन में आरव ने कोमल का मजाक उड़ाया जिसकी वजह से कोमल के चेहरे पर मायूसी के बादल छा जाते है, कायल इस बात को समझ जाती है और कोमल को समझाते हुए कहती है, "हर इंसान में कुछ कमी जरूर होती है किसी में ज्यादा तो किसी में कम, अब दुनिया बहुत तरह के लोग होते हैं जो मजाक बनाते हैं और नहीं भी, पर उनकी बातों से निराश नहीं होना है, हमे उनका डटकर सामना करना होता है इसलिए आज birthday तो नो रोना धोना only birthday celebration होगा।"

    कायल की बातो का असर कोमल के मायूस मन पर पड़ा जिससे उसके चेहरे पर एक मुस्कराहट आई और उसने कायल से कहा, "सच में तू मेरी आज से बल्कि अभी से बेस्ट फ्रेंड फोरेवर हैं।"

    और फिर कोमल ने birthday 🎂 cake कट किया और celebration किया।

    जैसे ही कोमल कॉलेज से निकलती है उसे वोह मास्क वाली औरत मिलती है वह कायल को एक purse 👜 देती है और वहां से चली जाती है।

    आखिर मास्क वाली औरत कौन है ?

    आखिर मास्क वाली औरत ने purse 👜 क्यूं दिया ?

    जानने के लिए पढिए "कायल" only "storymania" पर 
     
     
     

  • 5. कायल - Chapter 5

    Words: 1027

    Estimated Reading Time: 7 min

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    जैसे ही कोमल कॉलेज से निकलती है उसे वोह मास्क वाली औरत मिलती है वह कायल को एक purse 👜 देती है और वहां से चली जाती है।

    अब आगे,

    अगले दिन जब कायल कॉलेज पहुंचती है तो सबसे पहले सरोज ma'am के ऑफिस में चुपचाप तरीके से घुसकर उनके ऑफिस में purse 👜 रख देती है और वहां से निकल आती है लेकिन कायल को ये सब करते देख कोई देख रहा था। 

    जैसे ही क्लास में कायल एंट्री करती है वह देखती है कि ब्लैकबोर्ड पर एक लंगूर और भैंस की फोटो गले लगते हुए बनी है। कायल समझ जाती है लेकिन बिना डरे आगे बढ़ती है और अपनी सीट पर बैठ जाती है। तभी क्लास में कोमल आती है और ब्लैकबोर्ड पर फोटो देखकर मायूस हो जाती है लेकिन कायल को देखकर उसकी मायूसी कुछ देर के लिए दूर हो जाती है और वो कायल के पास आकर बैठ जाती है।
    थोड़ी देर बाद क्लास में आरव की entry होती हैं हमेशा की तरह आरव swag से आता हैं और सभी से कहता है, "आज कोई क्लास नहीं होगी आज सिर्फ मेरी क्लास होगी, और आज ragging होगी कायल तोमर की, और आज से कायल का नाम मिस लंगूर हैं, तोह आइए मिस लंगूर आज आपको तमाशा दिखाना होगा।"


    कायल को गुस्सा आ रहा था लेकिन कायल ने जबाव दिया, "माना में बदसूरत हूं तो इसका मतलब मेरी ragging रोज होगी या कल का बदला आज निकाल रहे हो, मेरा तमाशा बनाकर।"


    "तुम्हे जो समझना है समझो अब तुम्हे इस क्लास का पंखा साफ करना है, वो भी अभी।" आरव ने कायल को ऑर्डर देते हुए कहा।


    "नहीं करूंगी, क्या करोगे।" कायल ने आरव को पलटकर ज़बाब देते हुए कहा।

    "कल का सबक याद है या तुम भूल गई, पंखा साफ करना है तो पंखा साफ करो।" आरव ने कायल से कहा।


    कायल गुस्से में आरव के पास आकर उसके चेहरे पर ink 🔏 फेक के मार देती है और गुस्से में क्लास से बाहर चली जाती है।


    आरव गुस्से में लाल हो जाता है क्यूंकि आजतक उसके बाप के अलावा उसकी insult किसी और ने नहीं की और कायल ने उसकी insult कर दी जिसकी वजह से वह class से निकलकर अपनी कार में बैठकर सीधे घर के लिए निकल जाता है।


    इधर कॉलेज में कायल सरोज ma'am के ऑफिस के बाहर से निकल ही रही थी कि सरोज ma'am के चीखने की आवाज उनके ऑफिस रूम से आती है। कायल उनके ऑफिस रूम में जाती है और देखती है कि सरोज ma'am जमीन पर गिरी पड़ी है। कायल मौके का फायदा उठाकर सरोज ma'am को अपने बैग में से एक जहरीली सुई ma'am को चुभो देती है। जिससे ma'am शरीर बुरी तरह से अकड़ने लगता हैऔर कायल चुपचाप सरोज ma'am के ऑफिस से बाहर चली जाती है लेकिन जैसे कायल पर बाज की तरह नजर गड़ाए बैठा था मतलब कायल पर कोई नजर रख रहा था।


    इधर जब यह बात ragging team को पता चलती है तो ragging team कायल के पास पहुंचती है। Ragging team में एक लड़का कायल के मुंह पर pink colour की इंक फेंक के मारता है और कायल को धक्का देकर नीचे गिरा देता है और ragging team वहां से चली जाती है। यह सब तमाशा कॉलेज के स्टूडेंट्स देख रहे थे लेकिन कायल ने हिम्मत दिखाई और उठकर खड़ी हुई और अपना चेहरा साफ करने कॉलेज के वाशरूम में गई, जैसे ही कायल ने अपना चेहरा साफ किया। उसे किसी ने वाशरूम में lock 🔒 कर दिया।


    इधर आरव गुस्से में कार को ड्राइव करके एक सुनसान घर में जाता है और उस घर के पीछे के गार्डन में जाकर आरव बहुत रोता है।


    इधर कायल कॉलेज के वाशरूम में बंद हो जाती है। कायल काफी कोशिश करती है बार बार दरवाजे खटखटाती है लेकिन ragging team की डर की वजह से कोई दरवाजा नहीं खोलता है।


    इधर आरव के insult की बात मिहिर रॉय को पता चलती है तो वह मन ही मन बहुत खुश होता है क्यूंकि वो आरव से जलता था क्यूंकि आरव पर कॉलेज की सारे लड़के लड़कियां उसके fan थे और मिहिर इतना स्मार्ट होते हुए भी उस पर कोई घास नहीं डालता था इसलिए उसने मौके का फायदा उठाना चाहा और पहुंच गया कायल को बचाने आखिर वह भी ragging team का एक मेंबर था।


    जब मिहिर वाशरूम के दरवाज़े को खोल देता है तो कायल की सांस में सांस आती है वह मिहिर से कहती है, "thanks मेरी मदद करने के लिए।"


    "वैसे thanks मुझे कहना चाहिए, तुमने मेरी बहुत बड़ी हेल्प की हैं।" मिहिर ने कायल से कहा।


    "आपकी मदद मैने कैसे की बल्कि आपने मेरी मदद की है।" कायल ने मिहिर से कहा।


    "खैर, ये सब छोड़ो, मेरा नाम मिहिर है, तुम्हे किसी चीज की जरूरत हो तो मुझे बता देना तुम्हारी प्रॉब्लम solve हो जाएगी।" मिहिर ने कायल से कहा और अपना कार्ड भी दिया जिस पर मिहिर का फोन नम्बर और मिहिर के घर का एड्रेस लिखा था।


    "Thank you, इस help के लिए।" कायल ने मिहिर से कहा। इसके बाद कायल वहां से चली जाती है।


    जब कायल रास्ते से जा रही थी तो मास्क वाली औरत कायल को बुलाती है और कहती है, "तुमने सरोज को मारा क्यूं नहीं, उसे मार देती तो क्या हो जाता।"


    "हमारी शर्त थी कि हम किसी को मारेगे नहीं, वैसे भी मरने से बेहतर तड़पने में होता हैं, अब वह हॉस्पिटल के बेड पर जिंदगी और मौत के बीच खेलती रहेगी।" कायल ने मास्क वाली औरत से कहा।


    "ठीक है, अब मेरा अगला निशाना है, जिसे तुम अच्छी तरह से जानती हो अब तुम्हे उसे उसी जगह पहुंचाना है जहां सरोज को पहुंचाया है।" मास्क वाली औरत ने कायल से कहा।


    "काम हो जाएगा, लेकिन कल रात को धमकी आई है मेरा मतलब मुझे मारने की, यह किसने किया इसका पता लगाओ और मेरे घर की रक्षा की जिम्मेदारी तुम पर है।" कायल ने मास्क वाली औरत से कहा।


    "ठीक है, पर मेरा काम और मेरा शिकार दोनों पिंजड़े में फंस जाने चाहिए।" मास्क वाली औरत ने कायल से कहा। इतना कहकर मास्क वाली औरत चली जाती है।

    कायल का अगला शिकार कौन है ?

    कायल पर कौन नजर रख रहा है ?
     

  • 6. कायल - Chapter 6

    Words: 1013

    Estimated Reading Time: 7 min

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    ठीक है, पर मेरा काम और मेरा शिकार दोनों पिंजड़े में फंस जाने चाहिए।" मास्क वाली औरत ने कायल से कहा। इतना कहकर मास्क वाली औरत चली जाती है।

    अब आगे,

    इधर आरव जब अपने घर पहुंचता है तो उसके चेहरे पर ink लगी होती है। तो आरव की सौतेली मां देखती है और कहती है, "बेटा यह किसने किया।"

    "आपको कोई मतलब, आप अपने काम से काम रखिए, मेरे कामों में अपनी हाथ मत उलझाए, समझे।" आरव ने अकड़ते हुए गुस्से में कहा और वहां से जाने लगा।

    वैसे आरव की सौतेली मां का नाम नलिनी कपूर है जिनसे आरव बेहद नफरत करता है क्यूंकि उसके पापा ने बिना उसकी मर्जी के दूसरी शादी कर ली थी।

    आरव जा ही रहा था कि उसकी सौतेली बहन कनक ने रोकते हुए कहा, "भैया कहा से मुंह काला करवा के आ रहे हो, या शर्म से मुंह काला हो गया है इसलिए सब से छुपाते हुए जा रहे हो।" इतना कहकर कनक आरव पर हँसने लगी।
    यह सब घर के नौकर देख रहे थे लेकिन किसी भी हिम्मत नहीं हो रही थी कि नजर उठाके ऊपर की ओर देख ले क्यूंकि सब आरव से डरते थे।

    कनक के हंसने पर आरव का गुस्सा और भी बढ़ गया उसने गुस्से में हाथ पकड़ लिया और हाथ मरोड़ते हुए कहता है, "छोटी हो छोटी की तरह रहो वरना मुझसे पंगा लोगी तो तुम भी पंखे की तरह घूमती रह जाओगी, समझी आगे से सोच समझकर बोलना।" इतना कहकर आरव जा ही रहा होता है कि उसके पापा आ जाते है और कहते है, "जो खुद एक पंखे की तरह घूमता हो वह और किसी को क्या पंखे की तरह घुमाएगा।"

    वैसे आरव के पिता का नाम देव कपूर है, बहुत ही गुस्से वाले है। आरव को हमेशा जलील करते हैं और आरव भी अपने बाप से इतनी नफरत करता जितनी आप सोच भी नहीं सकते। आरव के पिता सख्त मिजाज के है। घर के सभी लोगो की बोलती उनके सामने बंद हो जाती है।

    इतना सुनते ही आरव अपने कमरे की ओर जा ही रहा होता है कि उसके पापा उसे रोकते हुए कहते है, "आखिर किसने की इतनी हिम्मत की तुम्हारे चेहरे पर ink फेक सके, उसका नाम क्या है।"

    "आप नाम जानकर क्या करेगे, उसे thank you कहेंगे या उसकी तारीफ में एक book छपवाएगे।" आरव ने गुस्से में कहा।

    "मैने सिर्फ नाम पूछा है सिर्फ नाम, तुम्हारी बकबास बातें नहीं सुननी मुझे, उसका नाम क्या है।" देव कपूर ने आरव पर चिल्लाते हुए बोला।

    "कायल तोमर, क्या अब मैं अपने कमरे में जाऊ।" आरव ने फिर से गुस्से में कहा और पूछा।

    "जाओ अपने कमरे में जाओ।" देव कपूर ने गुस्से में कहा।
    और आरव अपने रूम में चला जाता हैं। इधर देव कपूर किसी को फोन करता है और फोन पर कहता है, "कायल तोमर के बारे पूरी जानकारी निकालो और यह काम जल्द से जल्द हो जाना चाहिए ठीक है।" और फोन काटकर रख देता है।

    अब रात के बारह बजे के लगभग कायल के घर का किसी ने दरवाजा खटखटाया। जिससे कायल और उसकी दादी की आंखे खुल जाती है। "अब कौन आन पढ़ो इत्ती रात कू।" कायल की दादी ने कायल से कहा।

    जब कायल दरवाजे के पास आती है और दरवाजा बिना खोले ही पूछती है, "कौन है, नाम बताओ वरना दरवाजा नहीं खुलेगा।"

    लेकिन दरवाजे के दूसरी और से कोई आवाज नहीं आती है और दरवाजा फिर से खटखटाता है।

    कायल डर जाती है लेकिन कायल हिम्मत करके दरवाजा खोल देती है लेकिन वो देखती है दरवाजे पर तो कोई नहीं है पर उसकी नजर जमीन पर रखे box पर पड़ती है। कायल जल्दी से box को उठाकर घर के अंदर ले आती है।

    "कौन था ?" कायल की दादी कायल से पूछती है।

    "कोई नहीं कोई शराबी शराब के नशे में घर भूल गया था, वो था और कोई नहीं।" कायल ने थोड़ी डरते और कपकपाते स्वर में बोला। फिर क्या कायल की दादी बेफ्रिक होके सो जाती है।

    कायल उस box को खोलती है तो देखती है कि box में एक black कलर की doll🪆 रखी है और जिसके चेहरे पर एक व्हाइट color की इंक लगी हुई है और एक चिट्ठी थी जिस पर लिखा था "बदला लेना है मुझे।" कायल मन ही मन डर जाती हैं लेकिन हिम्मत नहीं हारती और मन ही मन ही कहती है "डटकर लड़नी है तुझे लड़ाई।" 

    अगले दिन सुबह होते ही कायल अपने कॉलेज चली जाती है लेकिन उसे रास्ते में मास्क वाली औरत मिलती है और कहती है, "पूरा काम तीन दिन में हो जाना चाहिए, काम थोड़ा कठिन है पर हो जाना चाहिए।"

    "काम हो जाएगा पर मेरे काम का क्या, कल रात फिर धमकी मिली है, जल्द से जल्द इसके बारे में पता लगाओ कि यह कौन कर रहा है।" कायल ने मास्क वाली औरत से कहा। इतना सुनते ही मास्क वाली औरत बिना कुछ कहे चली जाती है।

    कायल कॉलेज गेट के मैंन गेट पर पहुंचती ही कि सभी लोग उस पर हंसने लगते है। कायल कुछ समझती कि आरव आ जाता है, आरव के आते ही भीड़ अपने आप इकट्ठी हो जाती है क्यूंकि सब आरव के fan जो थे।

    आरव, कायल से कहता है, "तुम्हारा रंग काला है इसलिए तुमने मुझ पर black ink फेंकी थी अब मैं तोह ठहरा गोरा इसलिए तुम पर मैं व्हाइट इंक डालूंगा पर ऐसा नहीं करूंगा।" आरव इतना ही कहता कि जब तक दो लड़के कायल पर व्हाइट पेंट की बाल्टी उड़ेल देते है और कायल ऊपर से नीचे तक व्हाइट हो जाती है।

    आरव, कायल से कहता है, "अब तुम एक मूर्ति लग रही हो और तुम यही deserve करती हो और आज के बाद मुझसे पंगा मत लेना, अंजाम इससे भी बुरा होगा समझी।" इतना कहकर आरव वहां से चला जाता है।

    अब कायल क्या करे तभी मिहिर आता है और कायल के ऊपर पानी डालता है जिससे कायल से व्हाइट पेंट लगभग छूट ही जाता है। लेकिन कायल मन ही मन में सोचती है वोह अपने मकसद को अब कैसे अंजाम देगी।

    आखिर किस मकसद के बारे में सोच रही है कायल।

    कैसी लगी स्टोरी comment करके बताए।
     
     
     
     
     
     

  • 7. कायल - Chapter 7

    Words: 1116

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    अब कायल क्या करे तभी मिहिर आता है और कायल के ऊपर पानी डालता है जिससे कायल से व्हाइट पेंट लगभग छूट ही जाता है। लेकिन कायल मन ही मन में सोचती है वोह अपने मकसद को अब कैसे अंजाम देगी।

    अब आगे,

    क्यूंकि कायल पूरी भीग चुकी थी और इस तरह क्लास अटेंड नहीं कर सकती थी तभी मिहिर, कायल से कहता है, "तुम्हे अब घर चले जाना चाहिए कायल क्यूंकि तुम पूरी तरह से भीग चुकी हो।"

    कायल, मिहिर से कहती है, "अभी नहीं मैं धूप में खड़ी हो जाती हूं लगभग एक घंटे में सब ठीक हो जाएगा।"

    "जैसी तुम्हारी मर्जी।" मिहिर इतना कहकर वहां से चला जाता है।

    इधर आरव को जब यह बात पता चलती है कि कायल की मदद मिहिर ने की है उसे और भी गुस्सा आ जाता है और आरव मिहिर के पास गुस्से में जाता हैं और कहता हैं, "तेरी इतनी हिम्मत कैसे हुई और तूने उस लंगूर कायल की मदद की।"

    "हां मैने मदद की तोह तू क्या कर लेगा और कायल लंगूर नहीं बल्कि तू लंगूर है।" मिहिर के इतना बोलते ही आरव, मिहिर की कॉलर पकड़ते हुए और उसे मुक्का दिखाते हुए बोलता है, "लगता है तेरे साथ भी वही करना होगा जो उस मिस लंगूर के साथ किया, तू बहुत गलत कर रहा है मुझसे पंगा लेकर, मैं चाहु तोह तुझे अभी इस कॉलेज से निकलवा सकता हूं, समझा।" आरव इतना कहते है ही मिहिर की कॉलर छोड़ देता है और वहां से जाने लगता है तभी मिहिर पीछे से कहता है, "तो कायल को निकलवा दे इस कॉलेज से, तोह मैं जानू तू असली मर्द है।" 

    आरव का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है, गुस्से में फिर से मिहिर की शर्ट का कॉलर पकड़कर कहता है, "जो मर्द नहीं होते वोह औरों को मर्द नहीं समझते जैसे कि तू।" और आरव, मिहिर को धक्का देकर चला जाता है। मिहिर मन ही मन गुस्से का घूंट पीकर रह जाता हैं आखिर वो आरव से जलता था और आज आरव ने उसकी बेज्जती सब के सामने की।

    इधर कायल के कपड़े सुख जाते है तो वह प्रिंसिपल के ऑफिस जाती है और प्रिंसिपल से अंदर आने को कहती है। प्रिंसिपल अंदर आने को कहते है।

    वैसे कॉलेज के प्रिंसिपल का नाम नरेश गौतम है।


    कायल प्रिंसिपल से आरव की शिकायत करते हुए कहती है, "sir, आरव कपूर ने हमे काफी परेशान किया हुआ है जिसकी वजह से हम क्लास अटेंड नहीं कर पा रहे please मेरी help कीजिए।"

    "बेटा, अभी तुम जाओ, हम आरव को समझा देगे कि तुम्हे वो तंग न करे।" प्रिंसिपल ने कायल को कहा।

    और कायल, प्रिंसिपल के ऑफिस से निकल जाती है। ऑफिस से निकलते वक्त कायल काफी खुश थी। 

    अचानक ऑफिस के बाहर निकलते ही कायल को चक्कर आते है और वह बेहोश हो जाती है और जमीन पर गिर जाती है। वहां प्रिंसिपल के ऑफिस के बाहर भीड़ लग जाती है और प्रिंसिपल भी बाहर आते है और जल्दी जल्दी में स्टूडेंट्स से कहते है, " कोई मेरे ऑफिस में से पानी लाओ।" तभी दो तीन लड़के ऑफिस से पानी लाकर कायल के मुंह पर पानी की बूंदे डालते है जिससे कायल को होश आ जाता है। प्रिंसिपल, कायल से कहते है, "बेटा तुम्हे अब घर चले जाना चाहिए।"

    "ठीक है sir।" इतना कहकर कायल वहां से चली जाती है लेकिन वह मन ही मन बहुत खुश हो रही होती है।
    कॉलेज से निकलते ही कायल सबसे पहले मास्क वाली औरत से मिलती है और कायल कहती है, "तुम्हारा काम हो गया है, मैने प्रिंसिपल के ऑफिस में तुम्हारी दी हुई चिट्ठी रख दी है और किसी को शक भी नहीं होगा मुझ पर।"
    "तुम्हारा काम भी हो जाएगा।" मास्क वाली औरत ने कायल से कहा और वहां से चली गई।

    क्या आपको पता है कायल बेहोश नहीं हुई थी बल्कि उसने नाटक किया था और प्रिंसिपल के ऑफिस आरव की शिकायत करने नहीं बल्कि अपने plan को अंजाम देने गई थी।

    इधर जब एक आरव का फ्रेंड आरव को कायल के बेहोश होने के बारे में बताता है तो आरव अपने फ्रेंड्स से कहता है, "जब आरव किसी की लाइफ में दखल दे तो समझो न उसे रात को नींद आएगी और न ही दिन में चैन।"

    __________________________________________

    अगले दिन


    कायल कॉलेज पहुंचती हैं और फिर क्लास में जाती है तभी वहां आरव आता है और कायल से कहता है, "रात को नींद आई या डर की वजह से सो नहीं पाई।"

    "नींद तोह बड़े सुकून की आई।" कायल ने आरव को ज़बाब देते हुए कहा।

    "पर आज से तुम्हे नींद नहीं आएगी।" आरव ने कायल से कहा।

    "क्यूं, अब ऐसा क्या करने वाले हो।" कायल ने कहा।
    "ऐसा क्यूंकि तुम आज से इस कॉलेज मे नहीं पढ़ोगी, मैं तुम्हे इस क्लास और कॉलेज से निकालता हूं।" आरव ने गुस्से में कहा।

    "तुम कोई इस कॉलेज के प्रिंसिपल हो या मिनिस्टर, जो तुम कहोगे वही होगा और हां एक बात कान खोल के सुन लो मैं इस क्लास और कॉलेज से कही नहीं जाऊंगी, मैं यहां पढ़ने आई हूं और पढ़कर और इस कॉलेज से कुछ बनकर ही निकलूंगी, समझे।" कायल ने आरव से कहा।

    आरव का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उसने गुस्से में कायल का हाथ कसकर पकड़ते हुए बोला, "तुममें इतनी अकड़ कहा से आती है, तुम मेरे सामने कुछ भी नहीं हो, मैं आरव कपूर हूं इस शहर की अमीरों में गिनती होती है और तुम एक लंगूरछाप लड़की जिसे कोई लाइक क्या डिसलाइक भी न करे, तुमने कभी अपनी शक्ल आईने में देखी है क्या एक तरह से दांत वाली काली चुड़ैल लगती हो।"
    "मैं कुछ भी लगू तुम्हे इससे क्या, तुम अमीर हो अमीर ही रहोगे वह भी अपने बाप के दम पर, कभी एक रुपया कमाया है तुमने अपनी बाप की मेहनत का बस रुपयों की धौंस देना सीखा है।" कायल ने गुस्से में कहा।

    इतना सुनते ही आरव कायल की कलाई मरोड़ते हुए कहता है, "तुम्हे मुझसे जलन हो रही है कि एक अमीर बाप का बेटा हूं और तुम एक गरीब घर की बदसूरत लड़की।"

    "हां हूं मैं बदसूरत पर मुझे गर्व है अपनी बदसूरती पर, समझे मेरा हाथ छोड़ो।"कायल ने आरव से कहा।

    तभी प्रिंसिपल क्लास में आते है और आरव से कहते है, "कायल का हाथ छोड़ो वरना तुम्हारा नाम कट जाएगा इस कॉलेज से।"

    आरव का गुस्सा और भी बढ़ जाता है पर न चाहते हुए भी उसे हाथ छोड़ना पड़ता है कायल का। इतना कहकर प्रिंसिपल क्लास से बाहर चले जाते है। और आरव भी क्लास से बाहर चला जाता है।

    कायल मन ही मन सोचती है कि प्रिंसिपल अभी तक ठीक कैसे है?

    आखिर चिट्ठी में ऐसा क्या लिखा था ?

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  • 8. कायल - Chapter 8

    Words: 810

    Estimated Reading Time: 5 min

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    आरव का गुस्सा और भी बढ़ जाता है पर न चाहते हुए भी उसे हाथ छोड़ना पड़ता है कायल का। इतना कहकर प्रिंसिपल क्लास से बाहर चले जाते है। और आरव भी क्लास से बाहर चला जाता है।

    कायल मन ही मन सोचती है कि प्रिंसिपल अभी तक ठीक कैसे है?


    अब आगे,



    आरव जब क्लास से गुस्से में बाहर निकलकर जा रहा होता है तोह तभी वहां उसे मिहिर मिलता है और आरव से बेइज्जती भरे शब्दों में कहता है, "अरे अरे आज आरव जी की घनघोर बेइज्जती हुई है लगता है प्रिंसिपल ने आरव जी अब आप कुछ नहीं कहेंगे अब बेइज्जती के बारे में।"


    आरव गुस्से में तोह था ही और गुस्से में मिहिर की कोलर पकड़ते हुए बोलता है, "औकात में रह वरना तेरे घमंड को ऐसा तोडूंगा कि पूरे कॉलेज में तुझे टूटे घमंड वाला बुलाएंगे समझा।"


    इतना कहकर आरव, मिहिर की कॉलर छोड़कर जा ही रहा होता है कि मिहिर उसे पीछे से टोकता हुआ बोलता है, "जो किसी और का गुरूर नहीं तोड़ सकता वोह मेरा क्या घमंड तोड़ेगा।"


    मिहिर की बातों को सुनकर आरव का गुस्से का पारा और भी तेज हो जाता है और गुस्से में पीछे पलटते हुए बोलता है, "तुझे ज्यादा नशा चढ़ गया है तेरा ये घमंड का नशा में अभी दूर करता है" और इतना कहते ही आरव, मिहिर के गाल पर एक जोरदार थप्पड़ मारता है और बोलता है, "यह थप्पड़ तू अब कभी नहीं भूलेगा समझा।"

    थप्पड़ पड़ते ही मिहिर का नफरत और गुस्से का पारा और भी ज्यादा तेज हो जाता है जिससे मिहिर भी एक जोरदार थप्पड़ मारने की कोशिश करता है लेकिन कॉलेज के प्रिंसिपल आकर मिहिर का हाथ रोक लेते है और तेज आवाज वाले गुस्से में बोलते है, "अगर लड़ने का ज्यादा ही शौक है तोह अपने गुस्से की गर्मी बाहर निकालो यह कॉलेज है कोई तुम्हारे बाप का अखाड़ा नहीं समझे चलो अपनी अपनी क्लास में जाओ।"


    प्रिंसिपल के इतना कहते ही मिहिर और आरव गुस्से में इधर उधर चले जाते है।


    इधर कायल क्लास खत्म होते ही अपने घर को निकल रही होती है कि उसे यानी कायल को चार लड़के जिनके फेस पर मास्क लगा था कायल के हाथ मुंह बांध कर उसे क्लास में जबरदस्ती बंद कर जाता है जिससे कि कायल क्लास में बंद हो जाती है।


    इधर आरव कॉलेज में हुई इंसल्ट से उसका दिमाग खराब हो जाता है और कॉलेज से बाइक लेकर निकल जाता है और रोड के सहारे एक छोटी सी दुकान पर रुककर वहां पर स्मोकिंग करने लगता है तभी वहां से देव कपूर यानी आरव के पिता रुकते है और आरव को स्मोकिंग करते देख उनका गुस्से का पारा और बढ़ जाता है वह तभी कार को रोककर, कार से उतरते है और आरव के पास जाकर बोलते है, "तुम्हे थोड़ी भी शर्म है तुम इतने अमीर होकर एक सड़कछाप दुकान पर घटिया से घटिया सिगरेट को पी रहे हो तुम्हे अपने आप पर शर्म आनी चाहिए ऐसी घटिया हरकत करते हुए।" इतना कहकर देव कपूर वहां से चले जाते है और आरव सिगरेट स्मोक करता रहता है मानो उस पर अपने पिता की हरकतों का कोई प्रभाव पड़ ही न रहा हो।


    इधर कॉलेज भी पूरा बंद हो जाता है और कायल बेचारी अभी भी अपनी क्लास में बंद है और रात हो जाती है लेकिन कायल घर नहीं पहुंचती और कायल की दादी कायल के लिए बहुत परेशान है रात के दस बज चुके और कायल का कुछ पता नहीं है इसलिए कायल की दादी भगवान के सामने हाथ जोड़कर प्रार्थना करके बोलती है, "हे भगवान कृपया कर मेरी बेटी कायल की रक्षा कर उसे जल्दी उसे घर भेज वरना मुझे वह करना पड़ेगा जो शायद मैने सपने में भी नहीं सोचा होगा।"


    इधर जैसे ही आरव रात के ग्यारह बजे अपने घर पहुंचता है तोह आरव के पिता उसका यानी आरव का तालियों के साथ स्वागत करते हुए बोलते है, "आइए आइए कुंवर साहब आपका इस घर में स्वागत है, आप जैसे नालायक बेटे जो पूरे दिन आवारागर्दी करते है और कुछ कह भी दो तोह इनके गुस्सा महान भी बढ़ जाता है ऐसे बेटे जो बेकाम के होते है उनको घर से ही निकाल दिया जाए तोह ही अच्छा है क्योंकि यह तोह टाइम बेस्ट है।"


    इतना सुनकर आरव को गुस्सा आ जाता है और गुस्से में अपने पिता से बोलता है, "डैड जिनके घर शीशे के होते है वो किसी और के घर पत्थर नहीं फेंकते और आप भी अपने कॉलेज के दिन को मत भूलिए जब आप भी सड़कों पर बाइक दौड़ाकर आवारागर्दी करते थे ।"


    अपने सगे बेटे के मुंह से ऐसी बातों को सुनकर देव कपूर के गुस्से का थर्मामीटर टूट जाता है और गुस्से में आरव पर हाथ भी उठाते है लेकिन कोई उनका हाथ रोक लेता है आखिर कौन ?


    किसकी इतनी हिम्मत जो देव कपूर को रोके ?


    अब कायल कैसे बच पाएगी ?

  • 9. कायल - Chapter 9

    Words: 699

    Estimated Reading Time: 5 min

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    अपने सगे बेटे के मुंह से ऐसी बातों को सुनकर देव कपूर के गुस्से का थर्मामीटर टूट जाता है और गुस्से में आरव पर हाथ भी उठाते है लेकिन कोई उनका हाथ रोक लेता है आखिर कौन ?


    अब आगे,


    देव कपूर का हाथ कोई और नहीं बल्कि आरव को सबसे ज्यादा प्यार करने वाली दादी सुनीता कपूर रोकते हुए बोलती है, "तेरी इतनी हिम्मत मेरे इकलौते नाती पर हाथ उठाने की और तूने भी तोह अपनी जवानी पर यह सब किया है तोह इसे क्यों रोकता है और आज के बाद तूने इससे कुछ भी कहा तोह देख लेना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।"


    इतना कहकर आरव की दादी सुनीता कपूर, आरव को वहां से लेकर चली जाती है।"


    इधर कायल की दादी कायल को लेकर काफी ज्यादा परेशान थी और वोह किसी को फोन करती है और फोन पर बोलती है, "बेटा रात के साढ़े ग्यारह बज गए और कायल का कुछ अता पता नहीं है कृपया करके इस बार कायल को बचा लो वरना उसके सारे भेद भ्रम खुल जाएंगे इसलिए मैं तुम्हारे सामने हाथ जोड़ती हूं कृपया करके मेरी बेटी कायल को बचा लो।"


    फोन के दूसरी तरफ से आवाज आती है, "मै अभी कायल के बारे में पता लगाता हूं आखिर कायल है कहां दादी आप चिंता मत करो।" इतना कहकर वोह व्यक्ति फोन को रख देता है।


    फिर दादी अपने घर के बने गुप्त तहखाने में जाती है और जहां पर एक डरावनी लड़की जिसके चेहरा उसके बालों से ढका हुआ था वोह काफी डरी हुई लग रही थीं उससे दादी कहती है, "चिंता मत कर और डर भी मत अब कायल को कुछ नहीं होगा।" इतना कहकर दादी वहां से चली जाती है।


    इधर देव कपूर किसी को फोन करते है और फोन पर कहते है, "तुम्हे उसके साथ वोह करना है जिसने उसने कभी सपने भी नहीं सोचा होगा और जोह भी करना है बहुत ही सावधानी से करना वरना हाल होगा कि तुम्हारे हाल को पता नहीं होगा समझे, अब जल्दी से अपने काम पर लग जाओ।"


    इधर रात के दो बजे कायल के घर का कोई दरवाजा खटखटाता है तोह कायल की दादी डरते डरते दरवाजा खोलती है और देखती है तोह काफी ज्यादा हैरान और परेशान हो जाती है और वोह देखती है कि कायल घायल बेहोशी की अवस्था में दरवाजे के आगे जमीन पर पड़ी थी जिसे देखकर दादी काफी ज्यादा भावुक हो जाती है और कायल को दरवाजे पर ही होश में लाती है और जब कायल को होश आता है तोह अपने आस पास देखती है और बोलती है, "दादी हम यहां कैसे ? हमें तोह कॉलेज के रूम में किसी ने जबरजस्ती बंद कर दिया था।"


    कायल की दादी बोलती है, "तुम चिंता मत करो उस दुष्ट को जरूर सजा मिलेगी अब तू घर चल और कल के बारे में सोच अब तुझे क्या करना है।"


    अगली सुबह होने के बाद,


    सुबह सुबह कायल के फोन पर उस मास्क वाली औरत का फोन आता है और फोन पर दूसरी ओर से मास्क वाली औरत बोलती है, "तुम्हे आज वह काम करना है जो तुम्हारा तीसरा मकसद है जिसे तुम्हे आज हर हालत में पूरा करना है वरना तुम्हारा मकसद कभी पूरा नहीं हो पाएगा।" इतना कहकर वोह फोन को कट कर देती है।"


    इधर आरव कॉलेज में सबसे पहले पहुंच जाता है और अपनी फ्रेंड रोमिल से मिलकर, उससे बोलता है, "रोमिल तुझे आज वो करना है जो कोई सोच नहीं सकता तुझे आज सब कुछ तबाह करना है और ऐसा तबाह करना है जो कोई सोच नहीं सकता है।"


    रोमिल आरव से बोलता है, "तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो मैं जो भी करूंगा ऐसा करूंगा जिसकी किसी को भनक क्या मुझ पर और तुझ पर कोई शक नहीं होगा।"


    तभी वहां पर कनिका आती है और आरव को हग करती है और आरव को न चाहते हुए भी कनिका को हग करना पड़ता है फिर कनिका, आरव से बोलती है, "आरव तुम कायल को ऐसा सबक सिखाना जिससे उस कायल का गुरूर टूट जाए।"


    आरव हंसते हुए बोलता है, "इस बार कायल खुद अपने आप इस कॉलेज को छोड़ेगी वोह भी अपनी मर्जी से।"


    आखिर क्या प्लान बना रहा है आरव ?


    क्या मकसद है कायल का ?

  • 10. कायल - Chapter 10

    Words: 591

    Estimated Reading Time: 4 min

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    आरव हंसते हुए बोलता है, "इस बार कायल खुद अपने आप इस कॉलेज को छोड़ेगी वोह भी अपनी मर्जी से।"

    अब आगे,

    थोड़ी देर बाद, कायल अपने कॉलेज के गेट से एंट्री करती है और वह अपने सामने प्रिंसिपल नरेश गौतम को देखकर हैरान हो जाती है और मन ही मन में बोलती है, "यह अभी तक जिंदा कैसे मुझे कुछ न कुछ करके इसको आज मारना होगा और उसके बाद मुझे अपने अगले मकसद को अंजाम देना होगा।"

    इतना सोचकर कायल आगे बढ़ती है कि कॉलेज के स्टूडेंट उस पर हंस रहे थे और उसे घूरे ही जा रहे थे जैसे कि उसने कोई बड़ा गुनाह किया है लेकिन कायल सबको इग्नोर करती हुई आगे बढ़ती है कि एक लड़की कायल के सामने अचानक आ जाती है और एक जोरदार थप्पड़ मारते हुए बोलती है, "तुझ जैसी लड़कियों को मेरा एक थप्पड़ ही काफी होता है समझी, चल निकल इस कॉलेज से।" इतना कहकर वोह लड़की कायल को धक्का देती है, जिससे कायल थोड़ी डर जाती है।

    तभी आरव आता है और स्वैग स्टाइल में बोलता है, "अरे कायल को इतना नफरत क्यों करते है लोग, वैसे भी यह कायल है ही नफरत के लायक।"

    कायल समझ जाती है कि इसमें आरव का ही प्लान है फिर कायल उठकर बोलती है, "सच मै नफरत के लायक हूं लेकिन मैं कॉलेज से क्यों जाऊं।"

    तभी वोह लड़की बोलती हैं जिसने कायल को थप्पड़ मारा था वोह लड़की बोलती है, "यह कायल इस कॉलेज में नहीं पढ़ेगी और इस कॉलेज में ऐसी लड़कियां नहीं पढ़ेगी और हर रोज नए लड़कों को फांसती है ऐसी लड़कियां इस कॉलेज में पढ़ेगी।"

    तभी कायल उस लड़की पर चीखकर बोलती है, "तुम किस सबूत पर मुझ पर इल्जाम लगा रही हो और मैं कुछ भी करूं तुम होती कौन हो जो मेरे चरित्र पर आरोप लगा रही हो बोलो।"

    तभी आरव उस लड़की की तरफ इशारा करता है और वोह लड़की हिचकिचाते हुए बोलती है, "अरे सबूत कैसा, तुम ऐसा कैसे कह सकती हो तुम तोह एक चरित्रहीन लड़की हो और तुम एक लूजर हो समझी तुम कुछ नहीं कर सकती हो तुम एक बदसूरत हो इसलिए तुम एक कॉलेज में नहीं पढ़ सकती हो समझी तुम।"

    तभी कायल मुस्कराते हुए बोलती है, "जब तुम सबके पास मेरे लिए सबूत हो तभी बोलना और एक बात मै हूं बदसूरत हूं और रहूंगी ठीक है।" इतना कहकर कायल वहां से चली जाती है।

    वहां से कायल के चले जाने पर आरव गुस्से में उस लड़की से बोलता है, "तुम मेरा एक काम भी नहीं कर पाई और आज से तुम मेरी फ्रेंड लिस्ट से बाहर समझी और मुझसे कॉन्टैक्ट करने की कोशिश भी मत करना।" इतना कहकर आरव गुस्से में बाहर चला जाता है।

    इधर कॉलेज का प्रिंसिपल नरेश गौतम जैसे ही अपने ऑफिस में जाता है और अपनी टेबल के नीचे उसकी नजर पड़ती है तोह उसे एक लिफाफा पड़ा हुआ देखता है, और उसे उठाता है और जैसे ही उस लिफाफा को खोलता है तोह हैरान हो जाता है और घबराने लगता है और घबराते घबराते हुए बेहोश हो जाता है।

    जैसे ही कायल अपनी क्लास में एंट्री करती है तभी मिहिर कायल के पास आकर बोलता है, "आज संभलकर रहना आज आरव कुछ ऐसा करने वाला है जिससे तुम यह कॉलेज छोड़कर चली जाओ इसलिए तुम संभलकर रहना।" इतना कहकर मिहिर वहां से यानी क्लास से चला जाता है।

    तभी कायल के पास कोमल आती है और बोलती है, "आज कॉलेज में एक कॉम्पटीशन होगा जिसमें तुम चाहो तो पार्टिसिपेट कर सकती हो और इस कॉम्पटीशन में

    To be Continued......

  • 11. कायल - Chapter 11

    Words: 765

    Estimated Reading Time: 5 min

    अब तक आपने पढ़ा,


    जैसे ही कायल अपनी क्लास में एंट्री करती है तभी मिहिर कायल के पास आकर बोलता है, "आज संभलकर रहना आज आरव कुछ ऐसा करने वाला है जिससे तुम यह कॉलेज छोड़कर चली जाओ इसलिए तुम संभलकर रहना।" इतना कहकर मिहिर वहां से यानी क्लास से चला जाता है।


    अब आगे,


    तभी कायल के पास कोमल आती है और बोलती है, "आज कॉलेज में एक कॉम्पटीशन होगा जिसमें तुम चाहो तो पार्टिसिपेट कर सकती हो और इस कॉम्पटीशन में कनिका भी हिस्सा लेगी तुम चाहो तो उसे हरा सकती हो और उसके गुरूर को तोड़कर चकनाचूर कर सकती हो।"


    कायल, कोमल को कहती है, "आज मैं कंपीटिशन में भाग नहीं ले सकती क्योंकि आज मुझपर जरूरी काम है वैसे भी कनिका का गुरूर एक दिन मै जरूर तोडूंगी लेकिन आज नहीं।" कायल इतना ही कह पाती है कि तभी क्लास के बाहर अफरा तफरी मच जाती है, सभी स्टूडेंट्स प्रिंसिपल के ऑफिस की तरफ भाग रहे होते है।


    जिसे देखकर कोमल, कायल से बोलती है, "चलो चलो देखते है क्या रंग में भंग हो गया चलो चलो।"


    कायल और कोमल भी चल देते है उस भीड़ के साथ और जब कायल और कोमल देखती है वह भीड़ किसी और के सामने नहीं बल्कि प्रिंसिपल के ऑफिस के सामने अटकी पड़ी थी और जैसे ही कायल प्रिंसिपल के ऑफिस की तरफ आगे बढ़ती है और प्रिंसिपल के ऑफिस के बाहर आते ही वोह हैरान हो जाती है और कायल के चेहरे पर पसीने की बूंदे साफ साफ दिख रही थी और कायल के हाथ पैर भी हल्के से कांपने लगते है।


    कायल देखती है कि प्रिंसिपल के रूम में चारों तरफ खून ही खून था और प्रिंसिपल नरेश गौतम भी खून से लथपथ था उसकी कटी हुई गर्दन ऑफिस के पंखे पर लटकी हुई थी और बाकी का शरीर जमीन पर पड़ा हुआ था। जो देखने में काफी भयावह लग रहा था। जिस किसी ने प्रिंसिपल की लाश को देखा मानो उसकी रूह कांप गई। आखिर सब के सब डरे हुए थे और कायल मन ही मन में कहती है, "आखिर यह सब किसने किया मेरा बदला लिया किसने और इस नरेश को कैमरों की निगरानी में किसने मारा, मुझे जल्द से जल्द उसको यह खुशखबरी देनी होगी।"


    कायल इतना सोच ही रही थी कि इतने में पुलिस आ जाती है और पुलिस को देखकर कायल और घबरा जाती है जिससे कायल के माथे पर पसीने की बूंदे तैरने लगती है तभी कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल मोनिका शर्मा भी आ जाती है जिसे देखकर कायल के डर की सरसराहट और भी बढ़ जाती है।


    तभी मोनिका शर्मा, एसीपी सर विक्रांत राठौड़ से कहती है, "सर आपको जल्द से जल्द प्रिंसिपल सर के कत्ल के बारे में पता लगाना होगा आखिर किसने इतनी हिम्मत की, और सोचने की बात है कि इतने कैमरों में आखिर खूनी ने खून कैसे किया।"


    विक्रांत राठौड़ बोलते है, "ma'am आप चिंता मत कीजिए, हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे और इस कोशिश में हम अपनी पूरी कसर नहीं छोड़ेंगे।"


    जब मोनिका शर्मा और विक्रांत राठौड़ आपस में एक दूसरे से बात कर रहे थे तोह कायल मन ही मन में सोचती है, "मैने जो प्रिंसिपल के रूम में चिट्ठी लिखी थी उस चिट्ठी की वजह से में फंस न जाऊ और मुझे रिकॉर्ड रूम में जाकर सारे रिकॉर्ड मिटाने होंगे तभी मैं बच सकती हूं।"


    तभी विक्रांत राठौड़ कॉलेज में अनाउसमेंट करते हुए बोलते है, "जब तक खूनी का पता नहीं चल जाता है जब तक कोई स्टूडेंट्स कॉलेज के बाहर नहीं जा सकता है।"


    इतना सुनते ही कायल और भी घबरा जाती है क्योंकि अब उसके पास कोई चारा नहीं बचा था।


    तभी आरव की स्वैग के साथ एंट्री होती है और वोह बेझिझक एसीपी विक्रांत से बोलता है, "ओह एसपी विक्रांत राठौड़ मुझे इस कॉलेज से जल्दी जाना है तोह मुझे यहां से जाने दो वरना मैं चाहूं तोह तेरी वर्दी अभी उतरवा सकता हूं समझे।"


    विक्रांत राठौड़ कुछ कह पाता कि जब तक एक हवलदार रिकॉर्डिंग को लेकर आ जाता है और हवलदार बोलता है, "सर इन रिकॉर्डिंग में कुछ भी नहीं है अब हमारे पास अब कोई सबूत नहीं है अब हम क्या करेंगे सर ?


    विक्रांत राठौड़ गुस्से में हवलदार को जोरदार थप्पड़ मारता है और कहता है, "तुम एक काम भी ढंग से नहीं कर सकते हो सच में, तुम लोग किसी काम के नहीं हो।" इतना कहकर विक्रांत राठौड़ प्रिंसिपल के रूम में जाकर छानबीन करने लगता है।


    यह सब सुनकर कायल अपने मन ही मन में कहती है, "यह कौन है जो मेरी मदद कर रहा है या अपना बदला ले रहा है।"


    आखिर किसने मारा नरेश गौतम को ?

  • 12. कायल - Chapter 12

    Words: 502

    Estimated Reading Time: 4 min

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    विक्रांत राठौड़ गुस्से में हवलदार को जोरदार थप्पड़ मारता है और कहता है, "तुम एक काम भी ढंग से नहीं कर सकते हो सच में, तुम लोग किसी काम के नहीं हो।" इतना कहकर विक्रांत राठौड़ प्रिंसिपल के रूम में जाकर छानबीन करने लगता है।


    यह सब सुनकर कायल अपने मन ही मन में कहती है, "यह कौन है जो मेरी मदद कर रहा है या अपना बदला ले रहा है।"


    अब आगे,


    कायल यह सब सोच ही रही होती है कि आरव उसके सामने आ जाता है और जोर जोर से चीख चीखकर बोलता है, "देखो देखो खूनी मिल गया है एसपी विक्रांत राठौड़ जल्दी आओ और इस खूनी को पकड़ कर ले जाओ जल्दी जल्दी आओ।"


    आरव की बातों को सुनकर कायल भी काफी घबरा जाती है और आरव की बातों को सुनकर एसपी विक्रांत राठौड़ जो प्रिंसिपल रूम में छानबीन कर रहे थे वो भी बाहर आ जाते है, और पूछते हुए बोलते है, "कौन है खूनी आज उसकी खैर नहीं।"


    आरव स्वैग वाले अंदाज में एसपी विक्रांत राठौड़ से बोलता है, "यह रही प्रिंसिपल को खून चूसने वाली दंतडायन और एसपी राठौड़ इसी कायल तोमर ने खून किया होगा एसपी राठौड़, आप इसको पकड़ लो और ऐसी सजा दो जिससे इसकी रूह कांप जाए।"


    आरव की मजाकिया बातों को सुनकर एसपी विक्रांत राठौड़ को गुस्सा आ जाता है और गुस्से में आरव को एक जोरदार थप्पड़ मार देते है और बोलते है, "अपने गुरूर को अपनी जेब में रखो यह मत भूलो कि मैं विक्रांत राठौड़ हूं जिसके एक दहाड़ से अच्छे अच्छों का अहंकार चकनाचूर हो जाता है तो तू देव कपूर की बिगड़ी हुई औलाद है जिसको चाहूं तोह एक मिनट में हवालात की सैर करा दूं समझा तू।"


    आरव की एक और बार इतनी बुरी तरह से इंसल्ट से आरव के गुस्से का गरम पानी उतना उबल चुका था मानो कि उसका दिमाग फटने ही वाला था लेकिन आरव गुस्से में अपनी आंखों को लाल किए हुए वहां पर खड़ा ही रहा क्योंकि वह कॉलेज के बाहर जा भी नहीं सकता था।


    तभी वाइस प्रिंसिपल मोनिका शर्मा सभी छात्रों को सूचित करते हुए बोलती है, "आज सभी छात्रों को कॉलेज में ही रुकना पड़ेगा सभी के माता पिता को उनके घर पर सूचित कर दिया जाएगा इसलिए जब तक खूनी का पता नहीं चल पाता तब तक सभी छात्र एवं छात्राएं पुलिस की निगरानी में रहेंगे।"


    तभी विक्रांत राठौड़ को जोकि प्रिंसिपल के ऑफिस में जांच पड़ताल कर रहे थे तभी विक्रांत राठौड़ को एक अहम सबूत मिलता है जिसे देखकर वो बोलते है, "मुजरिम अब कब तक भागेगा एक दिन तोह विक्रांत राठौड़ के हाथ आयेगा ही।"


    फिर थोड़ी देर बाद एसपी विक्रांत राठौड़, प्रिंसिपल के ऑफिस से बाहर निकलकर आता है और बोलता है, "सभी छात्र और छात्राएं अपने अपने घर जा सकते है और सभी बेफिक्र रहिए क्योंकि खूनी बहुत जल्द ही पकड़ने वाला है।"


    यह सब सुनकर कायल के रोंगटे खड़े हो जाते है और उसके चेहरे पर पसीने की बूंदे तैरने लगती है।

    To be continued....

  • 13. कायल - Chapter 13

    Words: 955

    Estimated Reading Time: 6 min

    अब तक आपने पढ़ा,


    फिर थोड़ी देर बाद एसपी विक्रांत राठौड़, प्रिंसिपल के ऑफिस से बाहर निकलकर आता है और बोलता है, "सभी छात्र और छात्राएं अपने अपने घर जा सकते है और सभी बेफिक्र रहिए क्योंकि खूनी बहुत जल्द ही पकड़ने वाला है।"


    यह सब सुनकर कायल के रोंगटे खड़े हो जाते है और उसके चेहरे पर पसीने की बूंदे तैरने लगती है।


    अब आगे,


    कायल काफी घबरा जाती है और मन ही मन में कहती है, "कही चिट्ठी का सबूत तोह नहीं मिल गया मुझे कैसे भी करके अपने सारे सबूत मिटाने होंगे इसके लिए मुझे कुछ ऐसा करना होगा जिससे यह विक्रांत राठौड़ जो मेरे रास्ते में रोड़ा बन रहा है उसको सही सबक मिल जाए आखिर मुझे बदला भी लेना है।"


    तभी वाइस प्रिंसिपल मोनिका शर्मा सिक्योरिटी गार्ड को कॉलेज का मुख्य दरवाजा खोलने का इशारा करती है और सिक्योरिटी गार्ड कॉलेज का दरवाजा खोल देते है और सभी छात्र और छात्राएं वहां से जाने लगते है।


    तभी कोमल, कायल के पास आकर बोलती है, "कायल तेरे चेहरे की हवाइयां क्यों उड़ी हुई है, क्या हुआ तेरी तबियत तोह ठीक है ना।"


    कायल हिचकिचाते हुए बोलती है, "नहीं नहीं कुछ ऐसा नहीं है, मैं बिल्कुल ठीक हूं।"


    "अच्छा सब ठीक है तोह हम अब घर चलते है वैसे भी हम बहुत लेट हो गए है हमारे घर वाले हमारा इंतज़ार कर रहे होंगे।" ,कोमल ने कायल से कहा।


    इतना सुनकर कायल और कोमल घर के लिए निकल पड़ते है।

    लेकिन आरव अभी भी वही खड़ा रहता है क्योंकि उस पर जो थप्पड़ पड़ा था जिसकी वजह से उसे गुस्सा आ रहा था तभी मिहिर आता है और आरव पर हंसते हुए बोलता है, "अरे रे बहुत बुरा हुआ, वैसे भी तुमको अब तोह थप्पड़ खाने की आदत पड़ गई होगी वैसे भी तुम हो ही इस लायक।"


    मिहिर के इतना कहने पर भी आरव शांत रहता है जिसे देखकर मिहिर भी उस पर हंसकर वहां से चला जाता है वैसे भी मिहिर को आज बहुत सुकून मिल रहा था जिसकी वजह था विक्रांत राठौड़ का थप्पड़।


    सभी स्टूडेंट्स अपने अपने घर यानि कॉलेज से बाहर चले जाते है लेकिन आरव कॉलेज में ही रहता है जिसे देखकर विक्रांत राठौड़, आरव के पास आता है और बोलता है, "जवानी की गर्मी और गुस्सा दोनों ही मैने देखा है इसलिए अब चुपचाप अपने घर निकल जा वरना तेरे बाप के सामने तुझ पर एक थप्पड़ और पड़ेगा।"


    आरव गुस्से में अपने दांत पीस रहा था लेकिन तभी वहां से चुपचाप निकल जाता है।


    आरव के निकलते ही कॉलेज में मोनिका शर्मा, विक्रांत राठौड़ के पास आती है और बोलती है, "तुमने बिल्कुल सही किया आरव कपूर के साथ इसमें पैसों की इतनी गर्मी है कि इसे कुछ दिखाई ही नहीं देता, इसको तुम्हे एक और जोरदार थप्पड़ मारना था तभी इसको सही सबक मिलता और वैसे भी इस थप्पड़ की गूंज देव कपूर के कानों तक भी पहुंचनी बहुत जरूरी था तभी इसको सबक मिलेगा।"


    विक्रांत राठौड़ बहुत हंसते हुए बोलता है, "सबक तोह देव कपूर को जरूर मिलेगा लेकिन उसके लिए हमें थोड़ा इंतेज़ार करना होगा।"


    इतना सुनते ही मोनिका शर्मा कातिलाना मुस्कराहट के साथ मुस्कराने लगती है।


    इधर कायल रास्ते में उस मास्क वाली औरत से मिलती है और मास्क वाली औरत को कॉलेज में घटित हुई घटना के बारे में सब कुछ बताते हुए बोलती है, "अब तुम्हे मुझे बचाना होगा, मुझे तोह ऐसा लगता है कि कोई और भी हम पर बाज की तरह नजर गड़ाए बैठा है हमें कुछ भी करकर अपने आप को बचाना होगा।"


    मास्क वाली औरत बोलती है, "हमें एक एक कदम और भी ज्यादा सावधानी से रखना होगा और तुम्हे और सावधानी से घर पर रहना होगा, मैं उस शख्स का पता लगाने की कोशिश करूंगी लेकिन ध्यान रहे मेरा सच किसी को नहीं पता चलना चाहिए समझी तुम।" इतना कहकर मास्क वाली औरत वहां से चली जाती है और कायल अपने घर की ओर निकल जाती हैं।


    इधर आरव जैसे ही घर पर पहुंचता है, आरव की सौतेली बहन कनक, आरव को रोकते हुए उस पर हंसते हुए बोलती है, "अरे भाई आज एक और तमाचा खा आए अपने गाल पर आपने तोह पापा की इज्जत का थोड़ा भी ख्याल नहीं है आपने तोह पापा की इज्जत को पूरी तरह से मिट्टी में मिला दिया है सच में आपको अपने ऊपर शर्म आनी चाहिए लेकिन आपको तोह शर्म क्यों आएगी क्योंकि आप तोह बेशर्म हो अपनी मां की तरह।"


    इतना सुनकर आरव का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच जाता है जिससे आरव, कनक का हाथ कसकर पकड़ लेता है जिससे कनक के हाथ में दर्द हो रहा था तभी आरव की सौतेली मां नलिनी कपूर आ जाती है और नलिनी यह सब देखती है तोह बोलतीं है, "शाबाश तुम भी अपनी सारी हरकतों में अपनी मां से चार कदम आगे हो एक तोह गलती करते हो और तुम्हारी गलती कोई बता दे तोह उस पर अपना गुस्सा उतार दो, मेरी बेटी का हाथ छोड़ दो समझे वरना।"


    आरव गुस्से में बोलता है, "वरना क्या करेंगी आप अपने प्यारे पति से सजा दिलवाएंगी या अपने पति से मुझे इस घर से निकलवायेगी, बोलिए।"


    "तुम्हारी इतनी हिम्मत कि अपनी मां से ऐसे बोलोगे थोड़ा तोह लिहाज रखो वरना तुम्हारा वोह हश्र होगा जो तुमने सपने में भी नहीं सोचा होगा।" ,देव कपूर ने कहा।"


    अचानक देव कपूर के आ जाने से आरव जल्दी से कनक का हाथ छोड़ देता है तभी कनक आंखों में नकली आंसू लाकर बोलती है, "पापा देखो आपके पीछे यह मुझ पर क्या क्या जुर्म करते है।"


    देव कपूर गुस्से में आरव पर चिल्लाते हुए बोलते है, "आरव आज तुम्हारी वजह से मेरे हाथ से पचास करोड़ की डील चली गई और तुम्हारी गलतियों की सजा हमेशा पूरे परिवार को भुगतनी पड़ती है केवल तुम्हारी गलतियों की सजा।"


    To be Continued........

  • 14. कायल - Chapter 14

    Words: 757

    Estimated Reading Time: 5 min

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    देव कपूर गुस्से में आरव पर चिल्लाते हुए बोलते है, "आरव आज तुम्हारी वजह से मेरे हाथ से पचास करोड़ की डील चली गई और तुम्हारी गलतियों की सजा हमेशा पूरे परिवार को भुगतनी पड़ती है केवल तुम्हारी गलतियों की सजा।"


    अब आगे,


    तभी नलिनी कपूर अपनी आंखों में नकली आंसू लाकर, देव कपूर से बोलती है, "आप इससे कुछ कहते नहीं केवल बातों के बतासे फोड़ते रहते है कभी तोह इसको सजा दीजिए वरना यह आपके पीछे हमारी नाक में दम कर देगा और गलत आपको हम ही ठहराएंगे, यह सब आपकी लापरवाही का नतीजा है जिसकी वजह से यह अपने रुपयों के नशे में घूमता है।"


    इतना सुनते ही देव कपूर, आरव का हाथ पकड़ते हुए यानि उसको घसीटते हुए उसको स्टोर रूम में ले जाते है और स्टोर रूम में लाकर यह बोलते है, "आज पूरी रात तुम इसी गंदे स्टोर रूम में रहोगे और तुम्हे कोई खाना नहीं मिलेगा।"


    इतना कहकर देव कपूर वहां से चले जाते है और जाते जाते आरव को स्टोर रूम में बंद कर जाते हैं और आरव अपने आप को स्टोर रूम में बंद देखकर अपने ऊपर बहुत गुस्सा करता है और अपने आप से कहता है, "काश मैं कभी भी देव कपूर की औलाद नहीं होता लेकिन मुझे इस जन्म में देव कपूर की औलाद बनना पड़ा लेकिन किसी और जन्म में मुझे ऐसे घर में जन्म नहीं लेना जहां सांस लेने के लिए भी परमिशन की जरूरत पड़ती हो।"


    इधर आरव को स्टोर रूम में बंद देखकर नलिनी, कनक से हंसते हुए बोलती है, "बेटा ऐसे ही इस आरव को इतना जलील करो कि वोह खुद इस घर को छोड़ कर भाग जाए।"


    कनक के चेहरे पर कातिलाना मुस्कान आ जाती है और कातिलाना मुस्कान के साथ बोलती है, "मम्मी वैसे मेरी एक्टिंग कैसी लगी आपको और मैं आपसे वादा करती हूं मैं इस प्रॉपर्टी के लिए जी जान एक कर दूंगी।"


    जहां एक तरफ आरव पर विषादों का पहरा था वहीं कायल पर साजिशों की छाया थी।


    इधर कायल अपने घर में अपनी दादी के संग खाना खाकर जश्न मना रही थी क्योंकि आज प्रिंसिपल की मौत की खुशियां थी लेकिन इन खुशियों के पीछे आखिरकार प्रिंसिपल का क्या राज छिपा हुआ था।


    तभी अचानक डर की दरवाज़े पर दस्तक होती है कोई कायल के घर का मुख्य दरवाजा जोर जोर से पीटता है जिससे कायल और उसकी दादी थोड़ी सहम जाते है जिससे कायल अपनी दादी को हिम्मत देते हुए बोलती है, "दादी आप डरो नहीं मैं दरवाजा खोल कर आती हूं बस आप थोड़ा संयम रखो।"


    कायल हिम्मत की पोटली बांधे खाने पर से उठती हैं और हिम्मत के साथ दरवाजा खोलती है जैसे ही दरवाजा खोलती है तोह वोह हैरान हो जाती है, वोह देखती है कि पर्पल 🟣 कलर का box पड़ा है जैसे ही कायल उस बॉक्स को उठाकर अंदर लाती है और घर का दरवाजा अंदर से लॉक कर देती है।


    तभी कायल की दादी बोलती है, "बेटा क्या है इस बॉक्स में कोई बुरी खबर तोह नहीं।"


    कायल बोलती है, "दादी ऐसा कुछ भी नहीं है, दादी आप उसको खाना खिलाकर आओ।"


    दादी को कुछ शक हो तोह रहा था लेकिन वह शांत रहती है और दादी के जाते ही कायल उस पर्पल बॉक्स को खोलती है और कायल देखती है उस बॉक्स में कुछ ऐसा जिससे कायल रूह भी कांप जाती है उस बॉक्स में एक असली आदमी की आंख थी जिसे देखकर कायल डर जाती है और कायल को एक चिट्ठी मिलती है उस चिट्ठी पर लिखा होता है, "आएगी तेरी बारी मरने की बारी अब कायल की बारी।" 


    इधर विक्रांत राठौड़ अपनी कार से अपने घर जा रहा था कि तभी उसकी कार के सामने एक अंजान औरत आ जाती है जिसने एक सफेद साड़ी पहनी थी जिसमें वोह औरत काफी ज्यादा डरावनी लग रही थी जिसका चेहरा उसके लंबे घने वालों से घिरा हुआ था और विक्रांत राठौड़ अचानक अपनी गाड़ी रोकता है और अपनी गाड़ी से उतरता है और औरत पर चिल्लाते हुए बोलता है, "ऐ औरत तुझे दिखाई नहीं देता तुम पूरी बेवकूफ हो चलो मेरी गाड़ी के सामने से हट जाओ।"


    वोह औरत डरावनी आवाज में बोलती है, "तू मरने वाला है तो बहुत जल्द मरने वाला है।" उस औरत के इतना कहते ही अचानक उस औरत के चारों तरफ सफेद धुआं उठता है जिसकी वजह से वोह औरत अचानक गायब हो जाती है।


    आपको बता दे वोह डरावनी औरत कोई और नहीं बल्कि कायल की दादी थी।


    जैसे ही विक्रांत राठौड़ अपनी गाड़ी की तरफ आता है तोह वोह शॉक्ड हो जाता है


    To be Continued.........

  • 15. कायल - Chapter 15

    Words: 966

    Estimated Reading Time: 6 min

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    वोह औरत डरावनी आवाज में बोलती है, "तू मरने वाला है तो बहुत जल्द मरने वाला है।" उस औरत के इतना कहते ही अचानक उस औरत के चारों तरफ सफेद धुआं उठता है जिसकी वजह से वोह औरत अचानक गायब हो जाती है।


    आपको बता दे वोह डरावनी औरत कोई और नहीं बल्कि कायल की दादी थी।


    जैसे ही विक्रांत राठौड़ अपनी गाड़ी की तरफ आता है तोह वोह शॉक्ड हो जाता है


    अब आगे,


    वोह देखता है कि उसकी कार का गेट खुला हुआ था जोकि उसने लगाया था जैसे ही वह अपनी कार के पास आता है तोह देखता है कि उसकी कार का सब सामान इतर बितर पड़ा हुआ  जिससे वह घबराहट भरी मुस्कान के साथ हंसता हुआ बोलता है, "मुझे कितना भी डरा लो पर मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता और न ही कुछ कर पाएगा और वैसे भी कोई मेरे पास जो सबूत है उस तक नहीं पहुंच पाएगा क्योंकि काल का दूसरा चेहरा हूं मैं।"


    इधर कायल की योजना फेल हो जाती है वह एसपी विक्रांत राठौड़ की कार में से सबूत निकालने में असफल हो जाती है और अपनी दादी से कहते हुए बोलती हैं, "दादी तुम चिंता मत करो इस बार नहीं तोह अगली बार हम उसकी काली करतूते अवश्य सबके सामने जरूर लाएंगे।" इतना कहते ही कायल रोने लगती है।"


    दादी कायल को हिम्मत का हौंसला देते हुए बोलती है, "कायल बेटा थोड़ी तोह हिम्मत कर, थोड़ा तोह हौसला जुटा तुझे बिन पंखों के उड़ना है तू अपनी हिम्मत को इतना मजबूत कर कि वोह पहाड़ों जैसी मुसीबतों में तेरा हौसला हमेशा बुलंद  होना चाहिए।"


    दादी के इतना कहते ही कायल आंखों के आंसू पौछते हुए बोलती है, "इस बार नहीं तोह अगली बार पर मैं हिम्मत नहीं हारूंगी।"


    इधर देव कपूर ने आरव को स्टोर रूम में बंद कर दिया था जिसकी वजह से आरव को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था जिसकी वजह आरव दीवार में पंच 👊 करने लगता है और गुस्से में अपने आप से बोलता है, "इस बार मैं विक्रांत राठौड़ का ऐसा तमाशा बनाऊंगा कि जिससे वोह कभी किसी के तमाचा मारने लायक नहीं रहेगा मै अब सबसे बदला लूंगा चाहे अब कोई भी क्यों न हो, चाहे मुझे इसके लिए कुछ भी क्यों न करना पड़े।"


    इधर देव कपूर गुस्से में किसी को फोन करते है और जब वह व्यक्ति फोन उठा लेता है तोह देव कपूर उससे कहते हुए बोलते है, "मुझे उसका मरा हुआ चेहरा चाहिए उस विक्रांत राठौड़ ने जिस हाथ से मेरे बेटे को मारा उसको उसी हाथ कुछ करने लायक नहीं रहना चाहिए।"


    इतना कहकर देव कपूर फोन को कट कर देते है और तभी वहां नलिनी कपूर आ जाती है और वह देव कपूर से पूछते हुए बोलती है, "आप किस से बात कर रहे थे और किसको धमकी दे रहे थे।"

    नलिनी कपूर के तीखे अंदाज में बोलने के कारण देव कपूर को गुस्सा आ जाता है और वो गुस्से में बोलते है, "तुम अपने काम से काम रखो वरना तुम्हारी जबान कुछ बोलने लायक नहीं रहेगी समझी।"

    देव कपूर के गुस्से के आगे नलिनी कपूर का नख़रीला जादू नहीं चला जिसके चलते नलिनी कपूर गुस्से में कमरे से चली जाती है।

    एक तरफ देव कपूर गुस्से में जल रहा था वहीं दूसरी तरफ अपने बेटे को दुखो की सजा दे रहा था वहीं थोड़ी देर में देव कपूर पर एक फोन आता है फोन पर दूसरी तरफ से एक व्यक्ति फोन पर बोलता है, "अगर अपने बेटे को बचाना चाहता है तोह बोल।"

    देव कपूर गुस्से में बोलता है, "क्या बकबास बाते कर रहे हो मेरा बेटा मेरे घर पर है और यह बकबास बातें करने के लिए मेरे पास एक इंच भी समय नहीं है।"

    फोन के दूसरी तरफ से वह इंसान बोलता है, "तेरा एक बेटा ही घर पर है बाकी का दूसरा तेरा नाजायज बेटा वोह हमारे कब्जे में है, जिसको तूने सबकी नजरों से बचा के रखा है अब वोह हमारे कब्जे में है जल्दी से हमारा एक काम कर और अपने बच्चे को बचा ले।"

    इतना सुनते ही देव कपूर के माथे पर पसीने की बूंदे तैरने लगती है और अपनी आवाज को धीमा करते हुए बोलता है, "तुम्हे यह सब कैसे पता चला, बोलो तुम्हारे लिए क्या काम करना है।"

    दूसरी तरफ से फोन पर आवाज आती है, "तुम्हारा राज मेरे सामने फूल की तरह खिल चुका है और तुम अब कुछ नहीं कर सकते तोह ध्यान से सुनो मेरा काम।" और वह व्यक्ति अपने छुपे हुए मकसद को बताता है, और इतना कहकर फोन को कट कर देता है।

    फोन कटने के बाद देव कपूर अपना फोन गुस्से में तोड़ने ही वाला होता है कि तभी उसकी मां सुनीता कपूर आ जाती है जिससे देव कपूर अपना फोन नहीं तोड़ता है और सुनीता कपूर गुस्से में चीख़कर बोलती है, "क्यों तुमने मेरे लाडले को इस गंदे स्टोर रूम में बंद किया है तुम्हारे अंदर पिता होने की कोई जिम्मेदारी नहीं है बस उसे छोटी छोटी बातों पर डांटना होता है तुम्हे थोड़ा तोह अपना प्यार उसे देना चाहिए, पर तुम तोह उसे इस काबिल ही नहीं समझते।"

    देव कपूर अपनी मां पर चिल्लाते हुए बोलता है, "आपको मेरे और मेरे बेटे के बीच में आने की कोई जरूरत नहीं है आपको जो भी मुझसे कहना है कहिए पर मेरे बेटे के ऊपर मुझे ज्ञान मुझे मत दीजिए समझी आप।" इतना कहकर देव कपूर गुस्से में कमरे से बाहर चला जाता है।

    इधर विक्रांत राठौड़ सबूत को लेकर फोरेंसिक लैब पहुंचता है और तभी फॉरेंसिक लैब की लाइट जलने और बुझने लगती है और लाइट के जलने बुझने से एसपी विक्रांत बिना घबराए स्विच बोर्ड की तरफ आगे बढ़ता है और स्विच की चटकनियों को दबाता है लेकिन चटकनिया सभी ठीक थी फिर भी लाइट जल बुझ रही थी। विक्रांत राठौड़ समझ जाता है कुछ तोह गड़बड़ है।

    To be Continued......

  • 16. कायल - Chapter 16

    Words: 935

    Estimated Reading Time: 6 min

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    इधर विक्रांत राठौड़ सबूत को लेकर फोरेंसिक लैब पहुंचता है और तभी फॉरेंसिक लैब की लाइट जलने और बुझने लगती है और लाइट के जलने बुझने से एसपी विक्रांत बिना घबराए स्विच बोर्ड की तरफ आगे बढ़ता है और स्विच की चटकनियों को दबाता है लेकिन चटकनिया सभी ठीक थी फिर भी लाइट जल बुझ रही थी। विक्रांत राठौड़ समझ जाता है कुछ तोह गड़बड़ है।


    अब आगे,


    तभी विक्रांत राठौड़ के ऊपर कोई काले रंग की चद्दर डाल देता है और जिससे विक्रांत राठौड़ थोड़ा सा भयभीत हो जाता है और चद्दर के अंदर से ही बोलता है, "तुम जो भी हो सामने आओ आखिर तुम हो कौन ?"


    तभी डरावनी आवाज बनाकर कोई औरत बोलती है, "मैं तुम्हारे रक्त पीना चाहती हूं और तुम्हारे मांस के मोमोज बनाकर खाना चाहती हूं।"


    तभी विक्रांत राठौड़ चद्दर को निकालता है और अपनी बंदूक से एक फायर करके बोलता है, "अगर मरने का ज्यादा शौक है तो मेरे सामने आओ, मुझ पर छुप छुपकर हमला क्यो कर रहे हों।"


    तभी एक डरावनी औरत आती है और जिसका मुंह बिल्कुल सफेद था जैसे उसने सफेद पेंट किया हो अपने चेहरे पर, वो औरत डरावनी आवाज में बोलती है, "मारना है मारो मैं भी देखती हूं कि तुम मुझे मार सकते हो कि नहीं।"


    इतना सुनकर विक्रांत राठौड़ उस डरावनी औरत पर गोली चलाता है लेकिन गोली उस औरत के आर पार हो जाती है जिसे देखकर विक्रांत हैरान और परेशान दोनों हो जाता है वह देखता कि वो डरावनी औरत पर बंदूक की गोली का असर बिल्कुल भी नहीं होता है और वह थोड़े कंपकपाते स्वर में बोलता है, "तुम आखिर हो कौन और मुझसे क्या चाहती हो।"


    वोह डरावनी औरत विक्रांत राठौड़ के सामने से अचानक गायब हो जाती है और उस फॉरेंसिक लैब में अचानक अंधेरा हो जाता है और उस अंधेरे में कोई विक्रांत राठौड़ को एक जोर का धक्का दे देता है जिससे विक्रांत राठौड़ गिर जाता है और और उसके हाथ में जो सबूत था वह सबूत हाथ से फिसल जाता है।


    थोड़ी देर बाद, जब कमरे में अपनेआप रोशनी होती है तोह विक्रांत राठौड़ अपने हाथ से फिसल गए सबूत को उस फॉरेंसिक लैब में इधर उधर देखता है लेकिन वह सबूत ऐसे गायब होता है जैसे दाल में से पत्थर, विक्रांत lab के चारों तरफ यहां तक कि lab के कोने कोने में देखता है लेकिन उसे सबूत नहीं मिलता है। 


    तभी विक्रांत राठौड़ lab में होता है तभी कोई बेहोशी की दवा का lab में छुपकर स्प्रे करता है जिससे विक्रांत राठौड़ थोड़ी देर में बेहोश हो जाता है।


    और चार पांच आदमी एसपी विक्रांत राठौड़ को उठा के ले जाते है।


    इधर देव कपूर अपनी कार को खुद चलाकर एक सुनसान जगह पर लाता है और किसी को फोन करता है और फोन पर कहता है, "तुम्हे कितना समय लगेगा तुम्हे अब तक तोह आ जाना चाहिए था।"


    इतना कहकर देव कपूर फोन को कट कर देता है और थोड़ी देर बाद एक नीली रंग की साधारण सी दिखने वाली कार से एक मास्क पहने हुए एक आदमी उतरता है उसके उतरते ही देव कपूर उसे गले लगाता है और भावुक होते हुए बोलता है, "बेटा तुम ठीक तो हो मुझे लगा तुम्हे उन लोगों ने किडनैप कर लिया है।"


    तभी वह मास्क वाला आदमी जोर जोर से हंसने लगता है यह देखकर देव कपूर को बहुत अजीब सा लगता है और वह मास्क वाला आदमी अपना मास्क उतारता है तो मानो देव कपूर को तोह बिजली का झटका सा लग जाता है यानी देव कपूर बुरी तरह से हैरान हो जाते है और कंपकपाते हुए स्वर में बोलते है, "तुम कौन हो तुम मेरे बेटे नहीं कोई बहरूपिया हो बोलो तुम्हे किसने भेजा है।"


    वो मास्क वाला डुप्लीकेट आदमी बोलता है, "अगर अपने बेटे को और बेटे के राज को सुरक्षित रखना चाहते हो तो तुमसे जो बोला जाए वह तुमको करना होगा।"


    देव कपूर को घबराहट के कारण पसीना आ रहा था और वोह अपना पसीना पोछते हुए बोलते है, "मै तुम्हारे सामने हाथ जोड़ता हूं कृपया करके मेरे बेटे को छोड़ दो और तुम्हे इसके बदले जो चाहिए वो में तुम्हे देने को तैयार हूं।"


    वो कहते है कि जिस व्यक्ति की किस्मत अच्छी हो तो उसे सब कुछ मिल जाता है लेकिन किस्मत ही खराब हो तो उसे कुछ नहीं मिलता आर आज देव कपूर की किस्मत मिट्टी के कोयले से लिखी गई थी जिसकी वजह से उनका वक्त खराब चल रहा था।


    तभी देव कपूर बोलते है, "कैसा काम करवाना चाहते हो ? मैं तुम्हारा हर काम करवा दूंगा लेकिन मेरे बेटे को छोड़ दो और मेरे नाजायज बेटे का राज किसी को नहीं पता चलना चाहिए।"


    वह मास्क वाला डुप्लीकेट आदमी बोलता है, "अब मैं तुम्हे जो बोलता हूं तुमको वैसे ही करना है अब एक जगह पर सीधे खड़े हो जाओ।"


    अब देव कपूर के पास कोई दूसरा उपाय नहीं था उस आदमी की बात मानने के अलावा तो देव कपूर सीधे सीधे खड़ा हो जाता है और मास्क वाला डुप्लीकेट आदमी देव कपूर की आंखों पर पट्टी बांध देता है और कार में देव कपूर को बैठाकर एक गुप्त स्थान पर ले जाता है।


    इधर कायल विक्रांत राठौड़ की फॉरेंसिक लैब से चुराकर जल रही होती है कि कायल के पास वह मास्क वाली औरत आती है और कायल से बोलती है, "शाबाश तुमने इस सबूत को चुराने में मेरी बहुत मदद की है अब तुम इसे जलाओ नहीं मैं देखना चाहती हूं कि आखिर किसने और क्यों उस प्रिंसिपल का खून किया इसलिए यह सबूत अब मुझे देदो।"


    इतना सुनकर कायल उस सबूत को उस मास्क वाली औरत को दे देती है।


    To be Continued.......

  • 17. कायल - Chapter 17

    Words: 544

    Estimated Reading Time: 4 min

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    इधर कायल विक्रांत राठौड़ की फॉरेंसिक लैब से चुराकर जला रही होती है कि कायल के पास वह मास्क वाली औरत आती है और कायल से बोलती है, "शाबाश तुमने इस सबूत को चुराने में मेरी बहुत मदद की है अब तुम इसे जलाओ नहीं मैं देखना चाहती हूं कि आखिर किसने और क्यों उस प्रिंसिपल का खून किया इसलिए यह सबूत अब मुझे देदो।"


    इतना सुनकर कायल उस सबूत को उस मास्क वाली औरत को दे देती है।


    अब आगे,

    और मास्क वाली औरत उस सबूत यानी पेन ड्राइव को अपने साथ ले जाती है।

    इधर मास्क वाला आदमी देव कपूर को एक सीक्रेट जगह ले लेता है जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता था तभी वो बहरूपिया आदमी, देव कपूर की आंखों में से पट्टी उठाता है और बोलता है, "तुम्हे यहां इसलिए लाया गया है कि तुमको अब वोह करना है जो तुम सपने में भी नहीं सोच सकते।"

    देव कपूर घबराते स्वर में बोलते है, "ऐसा क्या काम है मुझे बताओ।"

    तभी वहां पर एक औरत आती है जिसका चेहरा काले कलर के मास्क से ढाका हुआ था। तभी वोह औरत बोलती है, "तुम्हे अपने बेटे आरव कपूर को मारना होगा या अपनी प्रॉपर्टी से बेदखल करना होगा और इसके लिए तुम्हारे पास पूरे तीन दिन का वक्त है अच्छे से सोच लो।"

    देव कपूर कुछ बोलते उससे पहले ही वो औरत वहां से चली जाती है और वह बहरूपिया आदमी देव कपूर की आंखों पर काले रंग की पट्टी बांध देता है और गुप्त रास्ते से आकर देव कपूर को उनकी गाड़ी के पास आकर छोड़ देता है।

    रात के लगभग तीन बजे देव कपूर घर पहुंचते है तभी देव कपूर अपने रूम में जा ही रहे थे कि पीछे से अचानक सुनीता कपूर, देव कपूर के कंधे पर हाथ रखती है जिससे देव कपूर एक दम डर जाते है और पीछे पलटकर देखते है और गहरी सांस लेते है।

    तभी सुनीता कपूर चिल्लाते हुए बोलती है, "आरव को अभी के अभी रूम में से निकालो वरना मेरे सब्र का थर्मामीटर टूट जाएगा।"

    देव कपूर बिना कुछ कहे आरव को जिस कमरे में बंद किया था वहां जाता है और कमरे का दरवाजा खोल देता है और वहां से चला जाता है।

    दरवाजा खुलने पर सुनीता कपूर यानी आरव की दादी कमरे के अंदर जाती है और आरव अपने गुटने पेट में देकर यानी सिकुड़कर सो रहा था दादी आरव को जगाती है और आरव जग जाता है और दादी, आरव को उठाकर बोलती है, "बेटे अपने कमरे में जाओ सुबह बात करते है। इतना सुनकर आरव आधी नींद में अपने कमरे में चला जाता है।

    इधर मास्क वाली औरत उस पेन ड्राइव का घर पर ले जा रही थी कि कोई उस पर हमला करके पेन ड्राइव को अपने साथ ले जाता है।

    सुबह होने के बाद________________________________

    सुबह होते ही सुनीता कपूर, आरव के कमरे में नाश्ता लेकर जाती है और शॉक्ड हो जाती है वोह देखती है आरव कमरे में नहीं है वह आरव के बेड पर रखा नोट पढ़ती हैं। जिस पर लिखा था कि वह कॉलेज जा रहा है। तब कही जाकर सुनीता को शांति मिलती है।

    इधर कॉलेज में कायल पहुंचती है और अपनी क्लास में पहुंचती है तोह वह काफी ज्यादा शॉक्ड हो जाती है।

    To be continued......

  • 18. कायल - Chapter 18

    Words: 558

    Estimated Reading Time: 4 min

    अब तक आपने पढ़ा,

    सुबह होने के बाद________________________________

    सुबह होते ही सुनीता कपूर, आरव के कमरे में नाश्ता लेकर जाती है और शॉक्ड हो जाती है वोह देखती है आरव कमरे में नहीं है वह आरव के बेड पर रखा नोट पढ़ती हैं। जिस पर लिखा था कि वह कॉलेज जा रहा है। तब कही जाकर सुनीता को शांति मिलती है।

    इधर कॉलेज में कायल पहुंचती है और अपनी क्लास में पहुंचती है तोह वह काफी ज्यादा शॉक्ड हो जाती है।

    अब आगे,

    कायल देखती है कि आरव बाइक पर बड़े ही टशन से लेता हुआ सिगरेट पी रहा है जैसे ही आरव की नजर कायल पर पड़ती है और आरव बाइक से टशन से उतरता है और सिगरेट पीते हुए कायल के पास आता है और कायल पर सिगरेट का धुआं कायल के मुंह पर छोड़ता है और स्वैग से बोलता है, "मैं तुम्हे तीन दिन की वार्निंग देता हूं, इस कॉलेज से चली जाओ वरना कही तुम्हारे हाथ पैर टूटकर इस कॉलेज में कही बिखर न जाए।"

    कायल कुछ कहती उससे पहले पीछे से मिहिर आ जाता है और पीछे से आते हुए मिहिर बोलता है, "किसके हाथ पैर टूटेंगे यह तोह वक्त का तराजू सब कुछ बताएगा।"

    इतना सुनकर आरव को गुस्सा आ रहा था लेकिन आरव अपने गुस्से को कंट्रोल करके वहां से चला जाता है।

    तभी मोनिका शर्मा सभी स्टूडेंट्स और टीचर्स को मीटिंग हॉल में बुलाती है और सभी स्टूडेंट्स और टीचर्स से बोलती है, "आपके कॉलेज में अभी हाल ही में एक बड़ा इंसिडेंट हुआ है जिसमें आपके कॉलेज के प्रिंसिपल की डेथ हो गई इसलिए अब आपके नए प्रिंसिपल होंगे पार्थ गौतम, सभी स्टूडेंट्स और टीचर्स इनका स्वागत करे।"

    तभी वहां पर एक चालीस साल का हैंडसम हंक आता है जिसका नाम पार्थ गौतम है।

    पार्थ गौतम को देखकर कायल के चेहरे पर एक कातिलाना स्माइल आ जाती है इस कातिलाना स्माइल को देखकर कनिका को थोड़ा अजीब सा लगता है।

    तभी आरव, कायल के पास आता है और धीरे से बोलता है, "ये पार्थ गौतम मेरे पापा का चमचा है और मैं जो चाहूं वह सब इससे करवा सकता हूं"

    कायल गुस्से में नाक फुलाकर, धीरे से बोलती है, "तोह मुझे बाहर करवाओ मैं भी देखती हूं कि कौन मुझे इस कॉलेज से निकलवाता है।"

    तभी कायल और आरव के पास कनिका आती है और बोलती है, "आरव बेबी इस पर टाइम वेस्ट करने से बैटर हम कॉलेज के डार्क रूम में रोमांस करे"

    "ऑफकोर्स बेबी इस पर टाइम वेस्ट करने से बढ़िया हम पर न हैंडल होने वाला रोमांस करे" ,आरव ने कायल को चिढ़ाते हुए कहा।

    डार्क रूम का नाम सुनकर कायल के दिमाग में कुछ खुरापाती पक रहा था।

    आरव और कनिका के जाने के बाद कायल मिहिर के पास जाती है और बोलती है, "क्या तुम मेरा एक काम करोगे"

    "हां बोलो जरूर करूंगा" ,मिहिर ने कहा।

    इधर आरव और कनिका कॉलेज के डार्क रूम में आते है और कनिका खुशी के मारे आरव को टाइट हग कर लेती है उसके बाद कनिका आरव के होंठो पर अपनी उंगलियां चलाते हुए बोलती है, "बेबी आज की स्टडी स्टार्ट करे।"

    आरव थोड़ी सी हॉर्नी वॉयस में बोलता है, "ऑफकोर्स बेबी, हम सीधे मैनकोर्स पर आते है।"

    इतना कहते ही आरव, कनिका के होंठो को अपने होंठो में बांध लेता है और हॉट चॉकलेट के तरह कनिका के लोवर लिप्स को पीने लगता है।

    To be continued......

  • 19. कायल - Chapter 19

    Words: 552

    Estimated Reading Time: 4 min

    अब तक आपने पढ़ा,

    आरव थोड़ी सी हॉर्नी वॉयस में बोलता है, "ऑफकोर्स बेबी, हम सीधे मैनकोर्स पर आते है।"

    इतना कहते ही आरव, कनिका के होंठो को अपने होंठो में बांध लेता है और हॉट चॉकलेट के तरह कनिका के लोवर लिप्स को पीने लगता है।

    अब आगे,

    आरव और कनिका एक दूसरे को किस करने में खो ही रहे थे कि डार्क रूम में किसी की दस्तक होती है और डार्क रूम में एक पैरों की आवाज नहीं काफी ज्यादा पैरों की आवाज आती है और वे सब कॉलेज के स्टूडेंट्स थे।

    जब कॉलेज के बहुत सारे स्टुडेंट्स डार्क रूम में इंटर करते है तोह आरव और कनिका को किस करते पकड़ लेते है कुछ स्टूडेंट्स फौरन ही वीडियो बना लेते है लेकिन आरव और कनिका पर कुछ फर्क नहीं पड़ता वे दोनों में आरव बोलता है, "guys, मुझे आप लोगों की घटिया सोच से कोई फर्क नहीं पड़ता और मुझे आप लोगों के सामने किस करने से कोई कैसा भी डर नहीं लगता है, तुम्हे जो करना है करो, वीडियो स्कैंडल बनाना है तोह बनाओ, मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं"

    इतना कहकर आरव और कनिका सभी के सामने किस करने लगते है और वे लगातार वाइल्डली रफली किस कर रहे थे और स्टूडेंट एक एक करके सभी बाहर चले जाते और दस मिनट में डार्क रूम पूरा रूम खाली हो जाता हैं और आरव और कनिका एक दूसरे को किस करते रहते है।

    तभी कायल आती है और कायल के संग मिहिर आता है और कायल ताली बजाकर बोलती है, "देखो मिहिर, अमीर बाप की बेशर्म औलाद, शर्म की परवरिश तोह इसकी मां ने सिखाई ही नहीं।"

    आरव को अपनी मां के बारे में सुनकर कायल पर बहुत गुस्सा आता है और वोह कायल को मारने के लिए कायल पर हाथ उठाता है लेकिन कायल उसका हाथ पकड़ लेती है और बोलती है, "अपनी मां के बारे में सुनकर बुरा लगा ना तोह इस कॉलेज में मां सरस्वती की पूजा होती है तोह मां सरस्वती जी को कितना बुरा लगेगा"

    आरव, अपना हाथ कायल के हाथ से छुड़ा नहीं पता हैं तोह आरव बोलता है, "शायद तुम्हे पता नहीं कि तुम किस से पंगा ले रही हो। आरव किसी की लाइफ में इंटरफेयर करे तो समझो उसके बिन पानी की मछली के जैसे तड़पने के दिन शुरू हो गए समझी।"

    इतना सुनकर कायल, आरव का हाथ छोड़ देती है और वहां से चली जाती है।

    इधर आरव कपूर के किसिंग सीन की वीडियो कॉलेज में वायरल हो जाती है और यह वीडियो देव कपूर मीटिंग कॉन्फ्रेंस में प्रोजेक्टर पर चल जाती है जिसे देखकर सभी शॉक्ड हो जाते है और देव कपूर के हाथों से सौ करोड़ की डील हाथ से निकल जाती है।

    वैसे यह सब नलिनी कपूर का किया कराया था उसी ने पेन ड्राइव बदल थी जान बूझकर।

    इधर कायल अपने घर जा रही थी कि वह एक खुफिया स्थान पर मास्क वाली औरत से मिलती है जो कायल को एक बॉक्स देकर बोलती है, "तुम्हे ध्यान से इस box का सही इस्तेमाल करना है और कोई हम पर बाज की तरह नजर गड़ाए बैठा है कल किसी ने मुझ पर हमला किया और पेन ड्राइव को ले गया हमें कैसे भी करके प्रिंसिपल का खून किसने किया पता लगाना होगा।"

    इतना सुनकर कायल एक कातिलाना मुस्कान के साथ वहां से चली जाती है।

    To be continued.....

  • 20. कायल - Chapter 20

    Words: 543

    Estimated Reading Time: 4 min

    अब तक आपने पढ़ा,

    वैसे यह सब नलिनी कपूर का किया कराया था उसी ने पेन ड्राइव बदल थी जान बूझकर।

    इधर कायल अपने घर जा रही थी कि वह एक खुफिया स्थान पर मास्क वाली औरत से मिलती है जो कायल को एक बॉक्स देकर बोलती है, "तुम्हे ध्यान से इस box का सही इस्तेमाल करना है और कोई हम पर बाज की तरह नजर गड़ाए बैठा है कल किसी ने मुझ पर हमला किया और पेन ड्राइव को ले गया हमें कैसे भी करके प्रिंसिपल का खून किसने किया पता लगाना होगा।"

    इतना सुनकर कायल एक कातिलाना मुस्कान के साथ वहां से चली जाती है।

    अब आगे,

    इधर जैसे ही आरव घर पहुंचता है तोह वह अपने रूम में चला जाता है और अंदर से रूम का दरवाजा लॉक कर देता है और खिड़कियां भी लॉक कर देता है और ऐसी को ऑन कर देता है।

    फिर बाथरूम में जाकर अपने कपड़ों को अपने शरीर से आजाद कर देता है अब आरव के तन पर कोई कपड़ा नहीं है और शीशे में खुद को देखकर बोलता है, "बह**द कितना हॉट हूं मैं और मेरा मार्कर कितना लॉन्ग और बिग है क्यों न आज इसकी सफाई की जाए।"

    इतना कहकर आरव अपना ट्रिमर निकालता है और प्राइवेट पार्ट्स के बालों को रिमूव करने लगता है थोड़ी देर में आरव ने आगे और पीछे के बाल अच्छी तरह साफ करने के बाद, आरव अपनी बगलों के बाल भी साफ करता है फिर सीने के बाल साफ करता है फिर एब्स पर हल्के हल्के बाल थे उस पर वैक्सिंग करता है।

    आरव बाथटब में लेट जाता है और आरव के बाथरूम में बाथटब के सामने एक बड़ी सी टीवी लगी हुई थी जो इंटरनेट से कनेक्ट थी उस पर आरव अपनी पसंदीदा p**n लगाता है और बात तब जिसमें हल्का हल्का पानी था उसमें लेट जाता हैं फिर सिगरेट स्मोक करता है और नाक से धुआं निकालता है p**n देखते देखते आरव के प्राइवेट पार्ट्स में हलचल होने लगती है।

    आरव एक हाथ से सिगरेट पी रहा था और एक हाथ से अपने प्राइवेट पार्ट्स को हार्डली रब कर रहा था।

    कुछ ही देर में आरव का प्राइवेट पार्ट्स हार्ड हो गया इसके बाद आरव की अपने प्राइवेट पार्ट्स पर पकड़ मजबूत हो गई और आरव अपने प्राइवेट पार्ट्स को जोर जोर से हिलाने लगा।

    तभी गुस्से में आरव के पापा देव कपूर आकर आरव के बारे में पूछते है तोह नलिनी कपूर, आरव के रूम की तरफ इशारा कर देती हैं और इशारे को समझकर देव कपूर आरव के रूम की और बढ़ता है

    देव कपूर के जाने के बाद, कनक अपनी सगी मां नलिनी के पास आकर बोलती है, "मां क्या चाल चली इस बार तोह आरव घर से बाहर।"

    इतना सुनकर नलिनी कपूर कातिलाना स्माइल के साथ मुस्कराने लगती है।

    देव कपूर आरव का दरवाजा खटखटाते है लेकिन आरव का बाथरूम साउंड प्रूफ था और आरव के बाथरूम में p**n की आवाज गूंज रही थी जिससे आरव को कुछ सुनाई नहीं दे रहा था।

    देव कपूर के दरवाजा खटखटाने पर भी आरव दरवाजा नहीं खोलता तोह देव कपूर दूसरी चाभी से आरव का दरवाजा खोल देते है और रूम में आरव को न देखकर वो बाथरूम का दरवाजा तुड़वा देते है जिससे देव कपूर शॉक्ड हो जाते है

    To be continued......