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आसमानों पे लिखा

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Lovely Khan

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कसीनो क्लब न्यूजीलैंड लड़का "तुम्हें शर्म नहीं आती इस तरह किसी की बीवी होकर गैर मर्दों के साथ घूमते हुए " लड़की "क्यों क्यों होते हुए तुम दूसरी बीवी लाकर पहली बीवी करूं उसकी चीज उसका सब कुछ उसे दे सकते हो तो तुम्हारी पहली बीवी किसी और के साथ"...

Total Chapters (15)

Page 1 of 1

  • 1. आसमानों पे लिखा - Chapter 1

    Words: 705

    Estimated Reading Time: 5 min

    बाहर आता है तो बहुत सारे बॉडीगार्ड बॉडीगार्ड के नजदीक अब वो लड़का जिसका नाम हादी  रजा खान था। जबरदस्ती कर में डालता है और ड्राइवर से बोलता है फास्ट। इतना सुना था की ड्राइवर गाड़ी फॉरेन आगे बढ़ा देता है। अब आगे कaर जैसी आगे बढ़ती है रिदा फॉरेन कर कर के मिरर पर अपने हाथों से करने लगती है और हादी  देखता है तो उसके हाथ पूरे लाल हो चुके थे अभी उसके चेहरे पे बल सारे आगये थे रिदा ने पीछे अपने बालों का    मेसी बन बनाया था वह भी आधा खुल चुका था हादी  सोचने लगता है तीन सालों की शादी में उसने सिर्फ इस लड़की से नफरत की थी उसे लड़की ने उसका प्यार छीन लिया था और खुद उसकी बीवी उसने कभी भी  रिदा को बीवी होने का हक नहीं दिया था। सच ही तो कह रही थी रिदा इसमें कभी उसे बीवी का हक नहीं दिया ना उसे कभी दोस्त ही समझा था उसके रोने और हंसने से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता था बल्कि उसे दर्द देकर उसे खुशी मिलती थी। लेकिन आज आखिर ऐसा क्या हुआ था कि उसका सोचने  का नजरिया बदल गया था आज वह बहुत गौर से देख रहा था और न जाने क्यों उसकी आंखों में  पछतावे के सिवा कुछ नहीं था उसका दिल एक बार तो किया कि रिदा को अपने सीने से लगा ले पर दूसरी पाल उसने अपने ख्याल को झटक कर गुस्से में से पकड़ा उसके चेहरे को अपने चेहरे के पास लाते हुए बोला "बहुत शौक है ना तुम्हें अपनी अपनी इस खूबसूरती से मर्दों को  रिझाने  का " रिदा पलट कर उसको देखतई हैं बोलती है"क्यों तुम्हें आज पता चला है कि मैं खूबसूरत हूं" हादी  की पकड़ उसके बालों के क स जाती है रिदा के होंठ दर्द से फड़फड़ाने लगते है  bolti है तुम मेरे साथ जबरदस्ती नहीं कर सकते रिदा हाउ डेयर यू छोड़ो मुझे दूर रहो मुझसे हादी चुपचाप बस उसके होंठों  को देखता रहता है अचानक से हादी उसके सॉफ्ट लिप्स पर अपने हार्ड लिप्स  रख देता है और बेहद ही जुनून के साथ उसके होठों को चूमने लगता है  हादी की किस ऐसी थी कोई देखा तो यही कहता न जाने कितना हादी के अंदर रिदा को पाने का जुनून है रिदा खुदको छुड़ाने की कोशिश कर रही थी । पर पर हादी को तो जैसे सहरा में पानी मिल गया था रिदा को  छोड़ने को तैयार नहीं था जितना रिदा छुड़ाने की कोशिश कर रही थी उतना ही हादी वाइल्ड हो रहा था। इतना की रिदा सांस न लेने के कारण बेहोश हो गई थी "वेक अप रिदा" हादी कहता है हादी अपने फॉर्म हाउस पहुंच चुका था वो गुस्से में रिदा को कार से निकलते हुए बोलता है अगर किसी की नजर उठी तो सब जान से जाओगे इतना सुनना था कि उस विल पे जहां लगभग 50 गार्ड्स थे सबकी नजरे नीची हो गई थी वही मूरत हैरान था आज तक हादी ने सबसे ज्यादा नफरत जिससे कि उसके लिए इतना पजेसिव हो रहा है तभी  जरा भागते हुए आती है क्या हुआ भाई यह रिदा को क्या हुआ हादी कुछ नहीं कहता बस रिदा को गोद में उठाए अपने रूम की तरफ बढ़ जाता है तभी आशिया रहती है यह क्या कर रहे हो तुम इसे मेरे कमरे में नहीं ला सकते हादी गुस्से से आसिया को देखता है तभी जरा कहती है भाई रीदा का कमरा नीचे है हादी उसे  लेकर उसके कमरे में आता है और चारों तरफ दिखता है तो हैरान हो जाता है यह कैमरा उसके घर के नौकरों से भी बदतर था उसने सच में आज तक कभी यह नहीं देखा था कि रिदा कहा कैसे रहती है उसे लेकर उसके सिंगल छोटे से बेड पर लिटा देता है और खुद सामने पड़ी कुर्सी पर बैठ जाता है वह ध्यान से रिदा  के चेहरे को देखने लगता है रिदा के साथ बिताए सारे वक्त जब उसकी शादी नहीं हुई थी याद अराहे थे कैसे रिदा  के एक इशारे पर हजार नौकर उसके घर में बिक जाया करते थे और आज वह नौकर से बकर हालत में रह रही थी इसके लिए सिर्फ उसके लिए यह सोचकर ही उसे अजीब सी बेचैनी होने लगती है वह मेड  को बुलाता है Continiuing .......

  • 2. आसमानों पे लिखा - Chapter 2

    Words: 969

    Estimated Reading Time: 6 min

    कैसे रिदा  के एक इशारे पर हजार नौकर उसके घर में बिक जाया करते थे
    और आज वह नौकर से बकर हालत में रह रही थी इसके लिए सिर्फ उसके लिए यह सोचकर ही उसे अजीब सी बेचैनी होने लगती है
    वह मेड  को बुलाता है

    अब आगे
    मेड अति है "yes sir "
    Hadi
    "इस रूम में इतनी गर्मी क्यों है "
    मेड चुप हो जाती है ।
    हादी दोबारा पूछता है ।
    "मैने कुछ पूछा तुमसे "
    मेड" sir mam की आदत नहीं है "
    हादी शौक होते हुए "तुमसे किसने कहा मम ने "
    मेड "नो sir बड़ी माम ने "
    व्हाट गुस्से में बोलता है आसिया ऐसा कैसे कर सकती है
    "कबसे बंद है ऐसी "
    मेड "जबसे माम इंडिया से आई है"
    इतना सुन कर हादी पागलों की तरह बेचैन हो जाता है
    यह सब सहती रही रिदा पर वो तो किसी की ज़रा भी तकलीफ बर्दाश्त नहीं करती थी कैसे किया होगा यहबसब बर्दाश्त उसने
    वो पुरानी यादों में खो जाता है


    फ्लैश बैक
    वो अपने पापा के फ्रेंड के घर गया होता है
    बड़े से गेट के अंदर वो आता है कार की कीज गए कीपर को देकर अंदर की तरफ बढ़ जाता है ।
    "Good morning uncle ,"
    Tabhi सामने किंग साइज सोफे पे बैठे mr rahat hayat  बोलते है।
    "Very good morning son ,"
    Rahat "कैसे हो बेटा घेर पर सब कैसा है "
    हादी "सब अच्छा है "
    "रिदा नहीं दिख रही"
    राहत " तुम्हे पता है न उसके नखरे सुबह से जितने भी वार्ड रॉब में थे वो जो न्यू कलेक्शन लाई वो सब ट्राई कर चुकी  पर मजल है जो रेडी हो गई हो"
    हादी हस कर कहता है
    " मैं देखता हूं "

    राहत " तुम्हे उसको हैंडल कर सकते हो माय बॉय हो एंड दो it प्लीज"

    ऊपर सीडीओ पर जाते हुए काफी का बोलता है।
    रिदा  के रूम में हादी जाकर
    "व्हाट हैपेंड रिदु यह सब क्या है "
    वो रूम की हालत देखभकर बोलता है
    रिदा कहती है।
    " देखो न हादू मुझे समझ नहीं अर्ह क्या पहनू"
    हादी बोलता है "can I help you "
    Rida बोलती है।
    " वाई नोट प्लीज "
    तभी मेड काफी लेकर आती है और जैसे ही रिदा पीती है कप फेंकते हुए
    "व्हाट इस this इतनी मीठी तुम्हे पैसे चीज़ें बर्बाद करने के मिलते है क्या  "
    हादी" रिलैक्स रिदु "
    चलो "आओ कॉलेज चले "
    दोनो आते है और कार लेकर कॉलेज के लिए निकल जाते है।
    हादी "मैं तुमसे नाराज़ था "
    रिदा" क्यों "
    हादी" तुम मुझे बताये  बगैर अमेरिका चली गई थी "
    "अब क्या मैं मुंह भी न लटकाऊं "
    रिदा " टोह क्या करती बस प्लान बना चली गई "

    हादी "तुम्हे क्या पता यह क्या क्या होगया "
    रिदा हैरानी से "क्या होगया"
    हादी "प्यार "
    रिदा कार को ब्रेक लगाते हुए " are you serious"
    Hadi "yes am definitely am sure that I am in love "
    रिदा सोचते हुए but I love you Hadi तुम कैसे मेरी जगह किसी ओर से प्यार कर सकते हो
    तभी हादी उसके सामने हाथ फिर की
    "क्या यार तुम्हे टोह जैसे सांप सूंघ गया "
    रिदा होश में आते हुए "नहीं तो "
    हादी "
    "ई वास जस्ट कोडिंग यार कोई होगा तो पहले तुम्हे ही बताऊंगा बिकॉज यू अरे मै हार्टबीट"


    क्लास में जाते है दोनों
    तभी हादी किसी से बात करता है और रिदा क्लास की तरफ बढ़ जाती है
    क्लास में माहम बोलती है " यार आज हादी कहा है लेट है तू आई तो "
    इससे पहले रिदा कुछ कहती महम उसके साथ वाली सीट पे बैठ जाती है
    कुछ ही देर में हादी " can I come in sir"
    Sir" हादी यह तुम्हारे आने का टाइम है "
    हादी सिर वो बाहर फ्रेंड्स
    तभी सिर डांटते हुए" गेट आउट "
    हादी सिर से बोलता है" कैन ई सॉल्व दिस "
    बोर्ड की तरफ इशारा करता है
    सिर "या सिरे"
    हादी 5 मिनट में सॉल्व कर देता है
    सिर" गुड "
    हादी महम के पास आकर उसका बैग दूसरी साइड रख देता है और बोलता है" plz "
    महम सीधा बिन बोले चली जाती है
    ओर हादी आकर रिदा के पास बैठ जाता है
    फ्लैशबैक एंड

    प्रेजेंट टाइम
    वो रिदा को देखता है तो गुस्से में उसकी वार्डरोब की तरफ जाता है जहां गिने चुने कपड़े रखे थे
    हादी की आँखें नाम हो जाती है ऐसे कपड़े टोह कभी रिदाe servent nahi pehente the अगर रिदा ने अलग घेर  ले कर वहां रहना स्टार्ट किया तो गलत क्या किया
    वो सोचते हुए क्या हादी रजा की इतनी औकात नहीं कि दोनो बीवी को आराम अज़ाइश दे सके ?
    वो खुद से ही सवाल करते हुए या खुदा यह मैने क्या कियाkuch bhi tha थी टोह वो मेरे निकाह में अब इस गुनाह का कफ्फारा कैसे करूंगा  खुद से बोलते हुए
    तभी रिदा उठ जाती है और खुदको देखती है
    गुस्से में "मुझे यह क्यों लिए हो हादी रजा "

    हादी "रिदा  कॉलम डाउन"
    "तुम अपने घर में हो और कहा जाना तुम्हे "
    रिदा गुस्से से "क्या अपना घर ?"
    "यह तुम कह रहे हो "
    "जिस घर में मैं किसी कचरे की तरह पड़ी रही जहां मेरे किरदार को नापाक कहा गया जहां मेरी रूह भी चलनी की गई वो घर है "?
    "नहीं हादी रजा खान यह मेरी कब्र है"
    "बताओ कब जनाजा पढ़ा रहे मेरा तुम?"
    हादी चीख कर चुप हो जाओ "रिदा वरना "
    रिदा हस्ते हुए "वरना क्या "?


    "मार दोगे मुझे तो मार दो हादी रजा
    मेरी औलाद टोह मार ही दी है तुमने मुझे भी मार दो "
    मेरा सबसे बड़ा गुनाह तुमसे प्यार करना उससे बड़ा गुनाह तुमसे शादी करना उससे भी बड़ा गुनाह तुम्हारी दूसरी बीवी के आने के बाद भी साथ रहना है "
    हादी चिल्लाते हुए रिदाअआआआआ

    "नहीं हादी raza आज मैं बोलूंगी तुम सुनोगे "

  • 3. आसमानों पे लिखा - Chapter 3

    Words: 955

    Estimated Reading Time: 6 min

    मेरा सबसे बड़ा गुनाह तुमसे प्यार करना उससे बड़ा गुनाह तुमसे शादी करना उससे भी बड़ा गुनाह तुम्हारी दूसरी बीवी के आने के बाद भी साथ रहना है "
    हादी चिल्लाते हुए रिदाअआआआआ

    "नहीं हादी raza आज मैं बोलूंगी तुम सुनोगे "

    अब आगे
    हादी हैरान होते हुए "क्या बकवास कर रही हो "
    "तुम्हारी औलाद ?"
    "जहां तक मुझे याद है हमारे बीच कभी ऐसा कुछ हुआ ही नहीं,  "फिर तुम्हारी औलाद ?"


    इतना कहते हुए हादी की आँखें लाल अंगारा हो गई थी
    रिदा उसे नफरत से देखते हुए तालिया बजाती है और कहती है
    "ओह,"तो हादी रजा मीर को ड्रामे भी आने लगे है "
    हादी
    "मुझे तुमसे तुम्हारे नाम से सबसे छुटकारा चाहिए हादी "
    हादी  " ऐसा क्या हुआ है रिदा, मैं जब यह से इंडिया गया था उसके एक रात पहले तुमने मेरी कितनी खिदमत की थी आखिर ऐसा क्या हुआ है जो तुम इतनी भड़क रही हो "
    तभी दरवाजे से आसिया आती है
    "मैं बताती हूं ,इसका बच्चा मरा नहीं अब भी इसकी नापाक कोख में मौजूद है हादी "
    हादी " क्या मतलब "
    आसिया एक लिफाफा हादी को पकड़ाती है
    हादी उसे पढ़ कर
    रिदा " यह सब क्या है "
    "You are pregnant "
    किसका गंदा खून है यह बोलो वो गुस्से से आग बबूला होते हुए


    रिदा सोचती है जिस रात तुम ड्रग्स के नशे में थे तुम तो नशे में थे पर मेरा क्या आज तुमने भी मुझपर बदचलनी का इल्ज़ाम लगा दिया हादी तो ठीक है
    ऐसे तो तुम मुझे छोड़ोगे नहीं वैसे ही सही


    रिदा
    "क्यों तुम तो यह पूछने से पहले अपने गिरेबान में झांको ,
    हादी रज़ा "तुमने कभी मुझे बीवी समझा ?
    या मुझे वो हक दिया जो आसिया को दिया?
    क्यों मैं औरत नहीं ?
    मुझे नीड नहीं ?
    मेरे जज्बात नहीं ?
    अगर मैं किसी के पास गई तो गलत क्या किया "

    हादी गिर कर घुटनो के बीच बैठ जाता है रोने लगता है ।

    रिदा
    "रोने से कोई फायदा नहीं हादी तुम्हारे गुनाह कम।नहीं होंगे "

    इतना कह कर वो जाने लगती है
    आसिया अपने मन में अच्छा हुआ वक्त पे चौका मारा मैने गई वरना इस बचचे के जरिए ये मेरी जगह ले लेती।


    रिदा भागते हुए गेट क्रॉस कर जाती है ।कॉल करती है "हेलो अहसन आप अजाओगे यहां मुझे टैक्सी नहीं मिल रही please "
    अहसन "अरहा जस्ट वेट फॉर 5 मिनट "
    रिदा कॉल कट करके खुद से बोलती है
    "मैं यह से बहुत दूर चली जाऊंगी
    जहां मुझपे या मेरे बच्चे पे तुम्हारा बुरा साया भी न पड़े हादी रजा खान "



    Hadi
    क्यों तुमने यह किया रिदा क्यों आखिर
    फिर खुदही हस्ते हुए "सही तो बोली रिदा मैने उसे कौनसा हक दिया अगर उसने गुनाह किया तो उसका जिम्मेदार सिर्फ मैं हूं " इतना कह कर फुट फूट कर रोने लगता है


    इधर निदा अपने छोटे से रूम  में लेटी ऊपर सेलिंग को घूर रही थी पुरानी यादों में खो गई थी ।


    Flashback
    उनके निकाह का दिन बेहद खूबसूरत गरारे में बेपनाह खूबसूरती लिए, रिदा किस हसरत के साथ उसने निकाह नाम पे साइन किया था ।आज वो बेहद खुश नजर अराही थी ।उसने जिसे चाहा अल्लाह ने उसे दे दिया था।


    वहीं दूसरी तरफ
    हादी रजाjo paththar  दिल के नाम से भी जाना जाता था आज वो सेहरे के पीछे हजार आंसुओं को छुपाए बेचैन था ।
    मन में सोचते हुए तुम इतनी घटिया निकलेगी सोचा नहीं था रिदा तुमने मुझे पाने के लिए ये सब किया ।

    "लेकिन वादा रहा तुम निकाह तो मुझसे कर रही हो पर शौहर की मोहब्बत तुम्हे कभी नहीं नसीब होगी ।
    तुम उस दिन को कोसोगी जब तुमने मुझसे प्यार किया ,"

    "तुमने जानते हुए कि मैं किसी ओर से मोहब्बत करता हूं वो भी पागलपन की हद्द तक फिर भी मुझसे मेरी मोहब्बत छीनी टोह अब तुम मेरा कहर देखोगी "

    Dono ने निकाह नाम पे साइन किया मुबारक हो का शोर उठा एक के दिल में अरमानों की उम्मीद दूसरे की तमन्नाओं का जनाज़ा।



    कुरान के साए में रुखसत हो कर रिदा हयात चली तो आई खान विला लेकिन उसे पता नहीं कि जिंदगी का यह सफर कितना मुश्किल होने वाला है

    बेहद शानदार ओर खूबसूरत रूम के किंग साइज बेड पे बैठी रिदा आंखों में अरमानों की शम्मा लिए अपनी घनी पलकों को बार बार झपका रही थी मानो उसे यकीन नहीं आराह हो

    तभी हादी अपने कदमों की आहट के साथ आकर सेहरा सोफे पे फेंकता है
    "तुमसे कहा था ना कि मैं आसिया से प्यार करता हूं"
    रिदा
    " हां ओर मैं तुमसे करती हूं हादी मोहब्बत बेपनाह "
    हादी चिल्लाते हुए
    "खबरदार मेरा नाम भी अपने मुंह से लिया तुमने तो"
    रिदा हादी" कैसी बात कर रहे आप "
    हादी
    "तुम से सीधा आप ?"
    "तुम्हे क्या लगता है रिदा हयात तुम इन सब चीजों से मेरे दिल से आसिया की जगह ले लोगी , तो यह तुम्हारी गलतफहमी है "
    रिदा
    "गलत फहमी नहीं यकीन है हादी आपके दिल में हम अपनी जगह बना कर ही रहेंगे"

    हादी
    " वो दिन कभी नहीं आएगा "
    रिदा
    " देखा जाएगा "
    हादी
    "तुम्हारी शक्ल भी देखना अब मुझे गवारा नहीं "
    इतना बोल कर स्टडी रूम में चला जाता है

    रिदा उठती है और यह देख उसे अजीब सा दर्द होता है बट अपने आंसुओं को पूछ कर
    "अगर मैने तुम्हे अपनी मोहब्बत का एहसास न दिलाया हादी तोह मैं भी रिदा हादी राज खान नहीं "

    इधर स्टडी रूम में हादी कुछ सोचते हुए
    "अगर मैने तुम्हे मजबूर न कर दिया ,कि तुम खुद ही मेरी जिंदगी में आसिया को लाओगी अपनी सौतन को तो मेरा नाम भी हादी रजा खान नहीं "
    क्या रंग लाएगी इनकी मोहब्बत किसकी मोहब्बत सच्ची है कौन किसका होगा जानने के लिए पड़ते रहिए

  • 4. आसमानों पे लिखा - Chapter 4

    Words: 1005

    Estimated Reading Time: 7 min

    रात का जाने कौनसा पहर था हादी उठ कर रूम में आता है देखता है
    रिदा बेखबर सो रही होती है तभी उसे उसे देख कर अजीब सी फीलिंग होती है वो आगे बढ़ कर उसके बिखरे बाल समेट देता है और कहता है


    ,"देखो बिना चेंज किए सो गई "


    कुछ ही देर में उसे आसिया का ख्याल आता है और सब याद आता है कैसे इस लड़की ने अपनी जिद्द में आकर उससे उसका प्यार छीना था ।
    वो गुस्से में उसे घूरता हुआ स्टडी की तरफ चला जाता है ।




    अगली सुबह
    रिदा की आंख खुलती है तो वह देखती है कि हादी कमरे में नहीं था वो उदास हो जाती है तभी उसे सामने बालकनी दिखती है ।वो जाकर वह खड़ी हो जाती है बेखबर होकर वो रेलिंग पकड़े चारों तरफ खूबसूरत गार्डन को देखती है ।

    इस बात से बेखबर कि कोई दो लाल आंखों को लिए उसे
    दो लाल आँखें लिए घूर रहा है।
    हादी गुस्से में उसका हाथ पकड़ कर" यह क्या बदतमीजी है तुम्हारी इस तरह बेहयाई से बालकनी में खड़ी हो गई ।
    खुदकी हालात देखी है ।"
    रिदा खुदको देखती है तभी


    हादी

    " बाहर सारे सर्वेंट बॉडीगार्ड्स है और तुम बिना दुप्पटे के बालकनी पे ऐसे क्यों खड़ी हो रिदा बीबी"
    रिदा " sorry " hum age se dhyan rakhenge"

    Hadi कहता है "और एक बात "

    उसके गालों को एक हाथ से पकड़ते हुए
    " तुम अब से मैं भले नहीं मानता पर तुम्हारे नाम के साथ मेरा नाम जुड़ चुका है तो ऐसा कोई कम न करना की बाबा जानी से मुझे कुछ सुनने को मिले

    " वरना मैं तुम्हे ऐसा गायब करूंगा कि हड्डी भी नहीं मिलेगी तुम्हारी "

    "ओर एक बात "
    उसे झटकते हुए

    "खुदको ठीक करो बाबा जानी ब्रेकफास्ट के लिए बुला रहे है " ओर हां उन्हें हम दोनो का कैसा रिलेशनशिप है यह नहीं पता होना चाहिए तो keep smiling rida बीबी"
    इतना कहकर हा वहां से चला जाता है ।



    रिदा जल्दी से बाथरूम में चली जाती है ।

    कुछ देर में रिदा  बाथरूम से बाथरॉब पहनकर   निकाल कर सीधा क्लोजेट में चली जाती है और वहां पर देखती है तो बहुत सारे लेडिस कलेक्शन रखे हुए थे ।
    और वह भी बहुत ही एक्सपेंसिव वह यह सब देखकर कुछ सोच में पड़  जाती है ।
    लेकिन सोचती है मैंने तो कभी इंडियन कपड़े पहने नहीं इन्हें में कैसे ट्राई करूंगी?
    तभी खुदसे ही बोलती है idea सारी बाद में ट्राई करूंगी अभी सूट पहन लेती हूं ।
    अनारकली सूट निकलती है।
    इसका कलर रेड होता है जो बेहद खूबसूरत होता है। इधर जल्दी से कपड़े पहन कर बाहर ड्रेसिंग टेबल  पर आकर कुछ शीशे में देखने लगती है।
    वह बेहद बेपनाह खूबसूरत लग रही थी उसके लंबे घने बाल उसकी आँखें उसकी रंगत  फिर अचानक उदास होते  हुए खुद से कहती है।
    "क्या फायदा चाहे जितना भी तैयार हो लूं जिसके लिए हो रही हूं उसे तो एक नजर मुझे देखने से भी मतलब नहीं है  "।
    तभी नौकर आकर
    " बीबीजी चलिए आपको बड़े सरकार बुला रहे है "
    रिदा जी अरही हूं आप जाए मैं बस आही रही थी।

    वो जल्दी से दुप्पटा सर पे साल कर नीचे आ  जाती है ।

    सबको मॉर्निंग विश करती आकर खड़ी हो जाती है में खान। "  बेटा बैठिए न हमारे साथ" 
    ओर नौकर को इशारा करते है कि रिदा को ब्रेकफेट दे
    रिदा चुप चाप सिर्फ दूध लेती है तभी mrs रजा खान जाती है ।
    बोलती है "अरे बेटा ये क्या कर रही आप "
    रिदा चौकर उनको देखती है
    तभी वो आगे बोलतीं है
    " इस तरह बच्चों की तरह दूध पाएंगी आप तो हमें हमारे पोता पोती कैसे मिलेंगे जल्दी "
    इतना सुनते ही रिदा नजरे नीचे की लेती है और हादी के हाथ से चम्मच ही छूट जाता है ।
    वो रिदा की प्लेट में ब्रेड बटर के साथ आलू के पराठे डालती है ।
    रिदा चुपचाप उसे खाने लगती है ।

    Mr रज़ा खान कहते हे

    " आज रात रिसेप्शन पार्टी है न तो तुम रेडी रहना ओर रिदा बेटी को पालर छोड़ देना "।

    हादी हम्ममम की के ब्रेकफास्ट करने लगता है ।
    उसे गुस्सा बहुत अरह था ।पर वो अपने मोम dad की डिस्ट्रिक्ट नहीं करनाचहटा था ।उसे पता था कि उसके पापा कितने अहद के पक्के है।

    वो बस खुदके गुस्से को कंट्रोल कर रहा था ।

    हादी अपना ब्रेकफास्ट कर लेता है और बाहर जाने लगता है तभी,
    Mr रज़ा बोलते है ।
    " कहां जा रहे हो हादी" आज के दिन तुम्हें रिदा बेटी के साथ होना चाहिए आखिरकार तुम्हारी कल ही रात शादी हुईं है।"

    हादी" सौरी dad मेरी इंपोर्टेंट मीटिंग है so ई आलम गोइंग there एंड प्लीज माइंड मर करना आप सब
    तभी उसकी मोम कहती है

    "बट हादी" रिदा क्या सोचेंगी "
    हादी " कुछ नहीं मॉम मैने अपनी जान को पहले अच्छे से समझा दिया है "
    रिदा ने जैसे यह सुना शौक हो कर हादी को देखती है ।
    हादी उसे डेविल नजरों से घूर कर तिरछी स्माइल के साथ आंख मर कर चला जाता है।

    रात का टाइम रिसेप्शन पार्टी
    रिदा ने  ऑफ वाइट एंड ब्ल्यू कलर का लहंगा पहना था जिसमें वो बेहद खूबसूरत लग रही थी हर किसी की नजरों में बस तारीफ ही थी ।


    सबको हादी का वेट था । तभी हादी आता है सबकी नजर हादी पे जाती है ।
    हादी के साथ एक लड़की जो बहुत ही मामूली या ये कहे काफी मोटी भद्दी थी लड़की अराही थी ।
    यह देख कर mr रज़ा खान गुस्से से लाल हो जाते है ।
    ओर वहीं रिदा की आंखों में दर्द दिखने लगता है ।



    रजा खान हादी से " who is she Hadi and why she is coming in our party"
    Hadi  " chill dad शी इस माय फ्रेंड एंड अलसी रिदा की भी फ्रेंड है पूछ ले आप अपनी बहु से "

    रिदा बात सम्हालते हुए बोलती है " इस पापा " शी इस our फ्रेंड सो plz"

    रजाkhan khamosh ho jate hai or asiya रिदा के पास आती है
    Continue,,,,,,,,,,,,

  • 5. आसमानों पे लिखा - Chapter 5

    Words: 1042

    Estimated Reading Time: 7 min

    रिदा बात सम्हालते हुए बोलती है " इस पापा " शी इस our फ्रेंड सो plz"

    रजाkhan khamosh ho jate hai or asiya रिदा के पास आती है
    Continue,,,,,,,,,,,,

    अब आगे
    आसिया रिदा को देख कर दिल में हो जल रही थी सोचते हुए यह कमबख्त खूबसूरत तो थी आज तो इसको खूबसूरती कहर ढा रही है ।
    कमबख्त मारी मर भी नहीं जाती ।
    जान छूटती इससे
    तभी रिदा उसे ग्रीट करते हुए "किसी हो आप ?"
    आसिया "बहुत बुरी तुम जैसी लड़की ने जो मुझसे मेरा सब छिन लिया "
    रिदा
    "मैने कुछ चीन नहीं तुमसे तुमने खुद जो मेरा था उसपर कब्जा कर रखा था"


    आसिया मुंह बनाते हुए
    " कोई फर्क नहीं भले ही तुमने मेरा हादी खुदके बम किया है पर वो मेरा ही रहेगा उसे मैं तुम्हारा कभी नहीं होने दूंगी "

    रिदा " यह तो वक्त बताएगा "
    तभी वहां mrs raza khan जाती है ।
    है "गर्ल्स क्या कर रही हो come on डांस  करो लेता एंजॉय "

    रिदा श्योर मोम और डांस फ्लोर की तरफ बढ़ जाती है ।

    न चाहते हुए भी हादी को डांस फ्लोर पर जाना ही पड़ता है ।
    तभी अहसन जमाल जो रिदा का कॉलेज फ्रेंड था वो आता है आसिया को डांस ऑफर करता है और डांस फ्लोर पे चला जाता है ।
    तभी म्यूजिक स्टार्ट होता है ।
    तभी  आसिया कहती है "स्टॉप"
    "Mr खान यह मेरा और रिदा हादी तीनों का दोस्त है अच्छा गाता है क्या ओनली म्यूजिक प्ले करेंगे आप"
    Mr रज़ा खान "वाई नोट"
    लाइट्स ऑफ होती है म्यूजिक स्टार्ट ओर स्पॉट लाइट अहसान पर



    हम्ममममम हम्ममममम
    हम्ममम ह्मम्ममममम
    Hooooooooo हूँ-ऊ-ऊ-पूपोओओओओओ

    दिलनशी दिलनशी दिल्नशी दिलनशी
    दिल के जहां में एक आग सी लगी है ,,,,,,,,

    अहसन रिदा की तरफ हाथ बढ़ाते हुए

    मैं हूं तुम हो इश्क है एएईईईए
    इश्क ही है ,,,,,,,,,,,,,,,,,
    दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी ,,,,,,

    रिदा उसका हाथ थम लेती है क्योंकि हादी आसिया के साथ डांस कर रहा था ।

    हो दिल के जहां में एक आग सी लगी है मैं हूं तुम हो इश्क है एएईईईए
    इश्क ही है
    दिलनशी दिल्नशी दिलनशी दिलनशी दिल्नशी दिलनशी दिलनशी,,,,,,,,,


    वो बहुत ही प्यार भरी नजरों से रिदा को देख कर आगे की लाइंस गाता है ।

    बयान करूं मैं कैसे
    तुझको बताऊं कैसे मैं इस दिल की हलचल को ,,,,,,
    माने न कहना मेरा
    यार मनाऊं कैसे
    कैसे संभालूं मैं
    इस दिल पागल,,,,,को

    आसिया बोलती है हादी से" देखो कितनी बेशर्मी से अहसान के साथ डांस कर रही है "।
    ओर वो अहसन तो उसपर मारा जा रा है ।
    हादी
    "ऐसा कुछ नहीं है वो ऐसा लड़का नहीं है ।"
    आसिया
    "तुम्हे क्या पता वो पहले भी रिदा को परपोज कर चऊका है "
    हादी शौक होते हुए क्योंकि
    अहसन उससे रुतबे इज्जत पैसे स्मार्टनेस में कही आगे था ।
    वो एक पल के लिए दोनों की तरफ देखता है तभी आसिया उसका चेहरा अपने तरफ की लेती है।

    अहसन आगे की लाइंस गेट हुए रिदा को ओर करीब कर लेता है ।

    तू मेरा अरमान,,,,,,
    तू मेरी चाहत,,,,,,,
    तू मेरा प्यार है,,,,,,,,,
    इश्क के तूफान में एक आग सी लगी है मैं हूं तुम हो
    इश्क़ है ,,,,,,,,
    तिशनगी है ,,,,,,,,,
    तिशनगी है,,,,,,,,,,
    दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी,,,,,,,,,

    अब अहसन उसके चेहरे को इंटेंस तरीके से छूटे हुए
    तेरे हसीन चेहरे पे ,,,,,,,,,,
    तेरी घनी जुल्फो पे,,,,,,,
    मैं पल पल मरता हूं ,,,,,,,,,
    दीवानगी से ज्यादा ,,,,,,,,
    इस दिल्लगी से ज्यादा ,,,,,,
    इश्क तुझसे करता हूं,,,,,,,,
    अब हादी न चाहते हुए बेचैन हो जाता है क्योंकि लाइट्स ऑफ होने की वजह से सब  देख नहीं परहे थे पर हादी देख लिया tha  ।
    न जाने हादी को क्याhota hai wo jakar rida ko khech kar पास लेट हुए गाता है

    तू मेरी ख्वाहिश ,,,,,,,,
    तू मेरी सांसे,,,,,,,,,,,
    तू मेरा चैन हैउय्ययय्यीयीय
    ज़ज्बों के मकान में एक आग सी लगी है ,,,
    मैं हूं तुम हो इश्क हैइय्यू
    तिशनगी है,,,,,,,,,
    दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी दिल्नशी दिलनशी दिलनशी दिलनशी,,,,,,,,,,,


    ओर जैसे ही सॉन्ग खत्म होता है तालियों को आवाज के साथ सब स्टेज से वापस अजाए है ।
    रिदा आसिया अहसान को छोड़ने गेट पे आती है टोह देखती है हादी और आसिया किस कर रहे होते है वो तड़प जाती है तभी अहसन कहता है ।

    "तुमने एक बार भी मेरे जज्बातों को नहीं समझा रोड बेपनाह मोहब्बत करता था तुमसे मैं करता हूं ओर आखिरी सांस तक तुम्हारा इंतेज़ार करता रहूंगा "

    "रिदा फालतू की बात मत करो अहसन"
    अहसन की आंखों में आंसू अजेय है
    "रिदा क्या कमी थी मुझमें बोलो जो तुमने हादी को मुझे तरजीह दी "
    रिदा सोचती है वाकई हादी से हर तरह से अहसन अच्छा था हादी जमीन टोह अहसन आसमान था ।
    रिदा कहती है।
    "तुमने कहावत नहीं सुनी दिल आया गधे पे तो राजकुमार क्या चीज है "
    अहसन चौक कर उसे देखने लगता है ।
    रिदा अंदर जाने के लिए मुड़ती ही है कि अहसन उसका हाथ पकड़ लेता है ।

    तभी वहां हादी पहुंच जाता है ।
    बोलता है "अहसन कुछ ज्यादा देर नहीं हो गई तुम्हे यहां"
    अहसन "हां मैं बस जा ही रहा था "
    अहसन जाने लगता है रिदा अपने रूम की तरफ बढ़ जाती है ।
    जैसे ही रिदा रूम में आती है।पीछे से दरवाजा तेज से बंद करने की आवाज आती है ।
    रिदा पलट कर देखती है हादी अपनी लाल आंखों से उसे घूर रहा होता है ।
    "रिदा बीबी कहा था ना ऐसा कुछ मत करना कि मेरी इज्जत पे आंच आए "
    रिदा "मैने क्या किया "


    वो उसके गालों को दबाते हुए
    "बहुत शौक है ना तुम्हें अपने इस जिस्म से सबको लुभाने का तो आओ मैं बुझा देता हूं तुम्हारी यह जिस्म की आग आफ्टराल मैं तुम्हारा शौहर जो हूं ,,,,"

    इतना कह कर वो उसके होंठो को देखने लगता है ।
    जो कांपते हुए बहुत dikash लग रहे थे इसमें कोई शक नहीं था कि रिदा बेहद त यूं कहे कि परियों से भी ज्यादा सुंदर थी और वो उसके लायक लगता ही नहीं था किसी भी एंगिल से

    रिदा उससे दूर होती ही है कि हादी उसे खींच कर बिन कुछ कहे उसके होंठो को दबोच लेता है वो किस टोह नहीं थी बस वो अपना गुस्सा उसके होंठो को काट कर निकल रहा था और बेकाबू हो रहा था ।

    कंटिन्यू,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

  • 6. आसमानों पे लिखा - Chapter 6

    Words: 811

    Estimated Reading Time: 5 min

    उसके गालों को दबाते हुए
    "बहुत शौक है ना तुम्हें अपने इस जिस्म से सबको लुभाने का तो आओ मैं बुझा देता हूं तुम्हारी यह जिस्म की आग आफ्टराल मैं तुम्हारा शौहर जो हूं ,,,,"

    इतना कह कर वो उसके होंठो को देखने लगता है ।
    जो कांपते हुए बहुत dikash लग रहे थे इसमें कोई शक नहीं था कि रिदा बेहद त यूं कहे कि परियों से भी ज्यादा सुंदर थी और वो उसके लायक लगता ही नहीं था किसी भी एंगिल से

    रिदा उससे दूर होती ही है कि हादी उसे खींच कर बिन कुछ कहे उसके होंठो को दबोच लेता है वो किस टोह नहीं थी बस वो अपना गुस्सा उसके होंठो को काट कर निकल रहा था और बेकाबू हो रहा था ।
    अब आगे.......

    वो उसे जोर से पटक देता है बेड पे
    "रिदा यह क्या कर रहे हो तुम"
    हादी
    "जो तुम चाहती हो आब"
    "क्या कहा था तुमने उस अहसन से "
    रिदा"कुछ तो नहीं "
    हादी " जब दिल आया गधे पे तो राजकुमार क्या चीज है राइट"
    "तो abse जाकर उससे कर लो शादी क्यों मेरी जिंदगी बल्रबाद कर रही हो "
    रिदा रोते हुए हादी "मैने मजाक में कहा था "
    हादी पर" मैं सच बोल रहा हूं यू गॉट इट "

    वो गुस्से में वहां से उसपर नफरत भरी नजर डाल कर चला जाता है ।
    अगले दिन

    हादी सर्वेंट से "जैसा कहा था वैसा किया था कि नहीं ।"
    "नौकर जी छोटे सरकार कर दिया था "

    हादी तिरछी मुस्कुराहट के साथ
    रूम में आता है देखता है रिदा बाथरूम में उल्टियों पे उल्टियां किए जा रही है ।
    वो गुस्से लेडी dr को कॉल करते हुए" प्लीज कम इन खान  मेंशन "
    तभी mrs रजा खान "बोलती है क्या हुआ बेटा ?"
    हादी" मोम रिदा को वऑमिटिंग हो रही सुबह से चक्कर अरहे "
    Mrs रजा खान खुश होते हुए "क्या स्कॉ मतलब हम दादी जानी बनने वाले है "
    इतना सुनना था कि हादी के चेहरे पे अजीब सी डेविल स्माइल जाती है ।

    रिदा हैरानी से कभी अपनी सास को देखती है कभी हादी को।
    Mrs रज़ा बोलती है" रिदा बेटा आप लेटी रहो आराम करो ऐसी हालत में अपना चलना फिरना ठीक नहीं है "
    रिदा शोक शोक पे शोक प रही थी।

    डॉ अजाति है हादी उन्हें इशारा करता है तभी वो सबसे बोलती है कि "आप सब लोग कुछ देर बाहर जाएं मैं इनका चेकअप कर लूं ।"
    इतना सुनते ही सब बाहर चले जाते है ।

    कुछ ही देर बाद डॉ मेरा राजा से " देखिए आप भी जानती है कि मेरा एक्सपीरियंस कितना है "
    Mrs रजा न समझते हुए सर हिला देती है ।
    डॉ "मेरा तजुर्बा कहता है मर्स रज़ा आपकी बहु कभी मां नहीं बन सकती ।"
    इतना सुनना था कि मिस रज़ा शौक हजार गिर जाती है ।
    मिस रज़ा "डॉ कोई टोह इलाज होगा ।
    कुछ तो"
    डॉ "बहुत दुख है मैं आपकी फैमिली डॉ हूं पर यही सच है "
    "देखिए मैं इसमें कुछ नहीं कर सकती हूं "

    हादी "मोम अगर अपने मेरी बात सुनी होती तो आज  आप सच में पोते की खुशी पाती पर अपने सब बर्बाद होने दिया "

    इतना बोलकर वो चला जाता है और मर्स खान सोच में पड़ जाती है ।
    सच में मेरे खानदान का वारिस नहीं आएगा नहीं नहीं मैं ऐसा नहीं होने दूंगी ।




    हादी रूम में आता है । तो देखता है रिदा उठ चुकी थी ।ओर बेड ठीक कर रही थी उसने सारी को कमर में टिक किया था जिससे उसकी गोरी पिंक पीठ और कमर साफ दिख रहे थे ।
    हादी का गला सुख रहा था ।वाकई रिदा को ऊपर वाले ने बड़ी फुरसत में बनाया था ।






    हादी को कल अहसन और रिदा का करीब होना याद अर्ह था ।"तुमने खुद ही मुझसे शादी की है रिदा बीबी ,अब तुम चाह कर भी अपनी यह खूबसूरती किसी पे लुटा नहीं सकती" न मैं तुम्हारा होऊंगा न तुम्हे किसी का होने दूंगा यही तुम्हारी सज़ा होगी ।"
    सारी जिंदगी तुम्हे औरत बनने का सुख नहीं मिलेगा न कभी तुम मां बनोगी "



    रिदा हादी को यूं देखकर बाथरूम में चली जाती है " हादी तुम सोच भी नहीं सकते मैने तुमसे कितनी मोहब्बत की है, तुम्हारी अगर यही ख्वाहिश है तो यही सही तुम्हे आसिया चाहिए ,तुम्हे आसिया जरूर मिलेगी " वो रिदा ही क्या जो अपनी मोहब्बत की खुशी उसे न दे सके"

    आफ्टर 15 डेज

    "रिदा " हादी उसे बुलाता है ।जो फूलों को टाय कर रही थी ।
    "हां बोलिए" रिदा बोलती है ।



    हादी उसके चेहरे को देखता है ,जहां खूबसूरती आकर खत्म हो जाती थी । उसे आसिया से शादी की इतनी खुशी थी कि वो तो भूल ही गया था ,की रिदा भी है उसकी लाइफ में ,आज अगर उसके क्लाइंट ने बकवास न की होती तो उसका ध्यान भी नहीं जाता उसपर .......




    फ्लैशबैक

    "

  • 7. आसमानों पे लिखा - Chapter 7

    Words: 817

    Estimated Reading Time: 5 min

    हादी को यूं देखकर बाथरूम में चली जाती है " हादी तुम सोच भी नहीं सकते मैने तुमसे कितनी मोहब्बत की है, तुम्हारी अगर यही ख्वाहिश है तो यही सही तुम्हे आसिया चाहिए ,तुम्हे आसिया जरूर मिलेगी " वो रिदा ही क्या जो अपनी मोहब्बत की खुशी उसे न दे सके"

    आफ्टर 15 डेज

    "रिदा " हादी उसे बुलाता है ।जो फूलों को टाय कर रही थी ।
    "हां बोलिए" रिदा बोलती है ।



    हादी उसके चेहरे को देखता है ,जहां खूबसूरती आकर खत्म हो जाती थी । उसे आसिया से शादी की इतनी खुशी थी कि वो तो भूल ही गया था ,की रिदा भी है उसकी लाइफ में ,आज अगर उसके क्लाइंट ने बकवास न की होती तो उसका ध्यान भी नहीं जाता उसपर .......




    फ्लैशबैक

    "Mr खान अगर आप बुरा न माने तो मैं आपको पूरे रशिया की कमांड दे सकता हूं बट मुझे आपसे कुछ चाहिए ।"

    हादी हैरान होते हुए "mr रिचर्ड बोलिए " व्हाट यू वांट"

    "मुझे आपकी घर की एक सर्वेंट चाहिए "रिचर्ड बोलता है ।
    हादी गुस्से में आपको शायद पता नहीं कि मैं औरतों का सौदा नहीं करता "


    mr रिचर्ड " मुझे सौदा नहीं करना mr खान मुझे शादी बनाना है "



    हादी हैरान होते हुए "आप सीरियस हो "
    रिचर्ड "एस mr खान ई वांट टू मेरी विथ दैट गर्ल"
    वो एक तरफ इशारा करता है ।हादी की निगाह उधर जाती है । तोह खो जाता है।

    रिदा के खुले बाल बार बार उसे परेशान कर रहे थे वो लाइट लगवा रही थी ग्रीन कलर की सारी में बेपनाह खूबसूरती लिए कोई भी होता वो बहक जाता ।

    हादी बेचैन हो जाता है आखिर जबरदस्ती ही सही वो उसकी बीवी थी ।
    एक हसबैंड से कोई गैर उसकी बीवी से शादी करने की बात कर रहा ऐसा तो किसी के साथ मामला नहीं हुआ होगा । तभी mr खान आजाते है ।

    "हादी इधर सुनो " हादी उधर जाता है
    mr खान  "हादी तुम्हे अहसास नहीं है कि तुम रिदा पे जुल्म कर रहे हो , खैर यह रहे डायवोर्स पेपर साइन करो ताकि मैं रिदा की दूसरी शादी करवा सकूं "

    हादी गुस्से में " डैड शे इस माय वाइफ " आप ऐसे कैसे बोल सकते हो ।

    हादी हैरान होते हुए "आप सीरियस हो "
    रिचर्ड "एस mr खान ई वांट टू मेरी विथ दैट गर्ल"
    वो एक तरफ इशारा करता है ।हादी की निगाह उधर जाती है । तोह खो जाता है।

    रिदा के खुले बाल बार बार उसे परेशान कर रहे थे वो लाइट लगवा रही थी ग्रीन कलर की सारी में बेपनाह खूबसूरती लिए कोई भी होता वो बहक जाता ।

    हादी बेचैन हो जाता है आखिर जबरदस्ती ही सही वो उसकी बीवी थी ।
    एक हसबैंड से कोई गैर उसकी बीवी से शादी करने की बात कर रहा ऐसा तो किसी के साथ मामला नहीं हुआ होगा । तभी mr खान आजाते है ।

    "हादी इधर सुनो " हादी उधर जाता है
    mr खान  "हादी तुम्हे अहसास नहीं है कि तुम रिदा पे जुल्म कर रहे हो , खैर यह रहे डायवोर्स पेपर साइन करो ताकि मैं रिदा की दूसरी शादी करवा सकूं "

    हादी गुस्से में " डैड शे इस माय वाइफ " आप ऐसे कैसे बोल सकते हो ।


    अब आगे

    Mr raza "ओह रियली शी इस योर वाइफ ?"
    हादी "यस डैड " एंड ए विल नेवर गिव डायवोर्स विथ रिदा "

    Mr raza "बट रिमेंबर दैट अगर उसके साथ नाइंसाफी हुई तो यू नो वेरी वेल व्हाट इ विल दो "

    हादी अपने रूम में चला जाता है ।
    शाम का टाइम हादी की मेहदी आसिया ने ग्रीन लहंगा पहना था । सब कुछ बहुत सुंदर सजा था ।  तभी यार आज संगीत है बट रुखी सुखी कुछ गई बजाओ ।
    तभी लाइट्स ऑफ होती है ।ओर म्यूजिक स्टार्ट होता है।
    इधर न चाहते हुए भी हादी की नजरे ,रिदा को ढूंढ रही थी।


    हजारों मंजिले होंगी हजारों कारवां होंगे निगाहे हमको ढूंढेंगी न जाने हम कहां होंगे.............

    सजन सजन मेरे सजन मेरे सजन तेरी दुल्हन सजाऊंगी तेरी दुल्हन सजाऊंगी ............

    तेरी दुल्हन सजाऊंगी तेरी दुल्हन सजाऊंगी.......
    हूँऊ-ओओओओ वादा दिया तुझे जो भी वादा किया तुझे मैं वो वादा निभाऊंगी मैं वो वादा निभाऊंगी..........



    आसिया देखती है रिदा को तो जल जाती है रिदा वाकई में किसी बल जैसे लग रही थी  पर हादी बाहर जा चुका था ।
    आसिया उससे जलन में भून रही थी।

    तभी हादी आता है रिदा बढ़कर गातेभ्यु


    झिलमिल सितारों की छैया ......
    लूंगी मैं तेरी बलिया.........…..

    वो उसकी बकाए लेती हुई उसकी आंखों में देखती है हादी तड़प कर रह जाता है क्योंकि उसे लगा था रिदा आज उसकी मेहदी संगीत में नहीं आएगी ।

    तभी आसिया गति है ।

    इतना तुझे प्यार दुंगी.....
    यह जिंदगी वार दूंगी..........

    रिदा मुस्कुराती है नजर दिल तड़प के रोता है
    चोट जब लगती है तो दर्द बड़ा होता है............

    हूँऊ-ओओओओ सजन सजन सजन मेरे सजन मेरे सजन
    दर्द सारे उठाऊंगी दर्द सारे उठाऊंगी............

  • 8. आसमानों पे लिखा - Chapter 8

    Words: 789

    Estimated Reading Time: 5 min

    झिलमिल सितारों की छैया ......
    लूंगी मैं तेरी बलिया.........…..

    वो उसकी बकाए लेती हुई उसकी आंखों में देखती है हादी तड़प कर रह जाता है क्योंकि उसे लगा था रिदा आज उसकी मेहदी संगीत में नहीं आएगी ।

    तभी आसिया गति है ।

    इतना तुझे प्यार दुंगी.....
    यह जिंदगी वार दूंगी..........

    रिदा मुस्कुराती है नजर दिल तड़प के रोता है
    चोट जब लगती है तो दर्द बड़ा होता है............

    हूँऊ-ओओओओ सजन सजन सजन मेरे सजन मेरे सजन
    दर्द सारे उठाऊंगी दर्द सारे उठाऊंगी............
    हूँऊ-ओओओओ सजन सजन सजन मेरे सजन मेरे सजन
    तेरी दुल्हन सजाऊंगी तेरी दुल्हन सजाऊंगी............

    हादी को अजीब सा लगता है क्योंकि रिदा की आंखों में दर्द जरा भी नहीं दिख रहा था ।



    माना कि मुश्किल बड़ी है यह इम्तेहान की घड़ी है.....
    पल में बिखर जाऊंगी मैं पल में बिखर जाऊंगी मैं..........

    रिदा अपने आंसुओं को छुपाए हुए गति है ।

    हम हस्ते है तो उन्हें लगता हमे आदत है मुस्कुराने की ...
    पर वो नादान नहीं जानते कि यह टोह अदा है अपना दर्द छुपाने की........


    नजर उठा कर हादी रिदा की तरफ देखता है टोह रिदा घूम जाती है।
    सजन सजन सजन मेरे सजन मेरे सजन....
    मैं यूंही मुस्कुराउंगी मैं यूंही मुस्कुराउंगी......
    हुईउकूकूकूक्कुईओओओ

    सजन सजन सजन मेरे सजन मेरे सजन तेरी दुल्हन सजाऊंगी तेरी दुल्हन सजाऊंगी..........


    बड़ी मुश्किल से रिदा ने अपने आंसुओं को रोक था ।
    अगला दिन निकाह होजाता है और रिदा अपने दर्द की आखिरी हद्द भी पर कर बैठी थी।

    वो आसिया को लेकर रूम में शिफ्ट कर देती है और दूध रख कर जाने लगती है ।
    आसिया। "  रुको रिदा" plz बददुआ मत देना ,देखो आतिश ने शुरू से मुझसे प्यार किया था वो तुम्हारा कभी था ही नही।"

    रिदा "तो मैने उसे कब अपना मन आसिया अगर मानती तो तुम्हे न देती"

    वो इतना कह कर बाहर चली आती है ।
    ओर कमरे में आकर फुट फूट कर रोती है


    जानमाज बिछाए सजदे में उसकी पूरी रात निकल जाती है ।

    सुबह की धूप जब उसके खूबसूरत चेहरे पे पड़ती है टोह वो आंखे खोल कर देखती है ।उसे बहुत दर्द होता है सारी रात रोने की वजह से उसके सर में बहुत दर्द था ।



    सुबह का वक्त हादी रजा खान उठ कर अपने बगल में लेटी आसिया को "रिदा बीबीबाज इतनी देर तक सो रही हो ।कहीं जहन्नम तो नहीं पहुंच गई तुम ?" आसिया पेट के बल लेटी थी उसका चेहरा नहीं दिख रहा था ।
    उठो जो चाय लाओ मेरे लिए रिदा"

    तभी आसिया की आंख खुलती है । हादी पे रखी है क्या तुमने ?"
    पागल हो जो मुझे रिदा बुला रहे हो ?"

    हादी हैरान हो जाता है अब उसकी निगाह आसिया पर फिर खुद्दी और पूरे कमरे में जाती है ।
    न ही उसके बदन पे कोई कपड़ा था न आसिया के बदन पे ओर पूरे कमरे में गुलाब बिखरे थे ।
    हादी जैसे होश में आता है ।
    Am सॉरी जानम मुझे लगा वो रिदा की आदत है न "

    आसिया कुछ नहीं कहती । तभी हादी सुनो मेरे कपड़े निकल कर वाशरूम में रखो मैं एक कॉल करके नहाऊंगा" वो लोअर पहनते हुएं बोलता है।
    आसिया " व्हाट अभी एक रात की शादी हुई नहीं की तुम्हे मैं तुम्हारी नौकर दिखने लगी ?"

    यह सारे कम मैं नहीं करती ।समझे तुम "
    अब जाओ और मेरे लिए भी कोई ड्रेस लेते जाना वाशरूम में ओर हां जल्दी नहा कर आना मैं भी नहा लूंगी ।"

    अभी हादी कुछ बोलने वाला ही था कि तभी दरवाजा नॉक हुआ ।
    आसिया " कौन है इतनी सुबह सुबह बेगैरतों की तरह "

    रिदा " मैं हूं वो हादी की काफी लाई हूं तुम्हारे लिए भी अगर वो टाइम पे नहीं पियेंगे तो उन्हें प्रॉब्लम हो जाती है गले में "

    हादी हैरान था रिदा कि इस हरकत पे उसने उसपे झूठा इल्ज़ाम लगाया कि वह कभी मां नहीं बन सकती ।
    उसको बेइज्जत किया दूसरी शादी कर सौतन के आया ।
    फिर भी इस लड़की के चेहरे पे शिकन नहीं ?" क्या यह मुझसे सच में मोहब्बत करती है ?"

    आसिया ने नाइटी पहन कर डोर खोल दिया था ।
    रिदा रेड सूट में खुले भीगे बालों के साथ हाथ में ट्रे लिए अंदर आई थी ।
    एक पल के लिए आसिया की नजर उसपर ठहर गई थी ।

    उसका बेदाग हुस्न बेपनाह कशिश आसिया का दिल जेलौसी से भर गया था ।

    हादी जो कॉल पे बात करने चला गया था वह वापस आया ।
    रिदा  को देखकर एक पल को बेचैन हो गया था।
    नूर से भरा हुआ चेहरा अपनी बेपनाह कशिश और चमक लिए ।

    रिदा अंदर आई ट्रे रख कर जाने वाली थी कि तभी आसिया "अब ले कर आई हो तो बना भी दो रिदा "
    रिदा कुछ बिन बोले ही काफी बनाने लगी ।

  • 9. आसमानों पे लिखा - Chapter 9

    Words: 698

    Estimated Reading Time: 5 min

    रिदा ने काफी बनाई और आसिया को दी फिर हादी की तरफ बढ़ा दी थी ।
    हादी ने एक नजर उसे देखा "are you ok?"
    रिदा चौक कर आज पहली बार हादी ने शादी के बाद उससे पूछा था कि वो ठीक है या नहीं ।
    रिदा खुदके आंसुओं को कंट्रोल करते हुए " इस आम एब्सुल्टली फाइन "

    उसका अंदाज हादी को बेचैन कर गया था ।


    ""ज़ख्म देते है और फिर गहरा भी कर देते है ।
                 फिर खुदही पूछते है दर्द तो ज्यादा न हुआ।। ""

    रिदा जाने लगती है आसिया सुनो"
    रिदा रुक जाती है ।
    आसिया" मेरा रूम साफ कर देना जबतक मैं आऊं"

    रिदा एक नजर हादी को देखती है फिर कहती है " कि कर दूंगी "

    ओर वहां से चली जाती है ।
    हादी बस उसे जाता देख रहा था ।वह वाशरूम चला गया था ।शावर के नीचे हादी सोच रहा था । जिस लड़की ने कभी खुदसे बिस्तर ठीक नहीं किया ।जिसके एक इशारे पे हजार नौकर खड़े हो जाते थे ।आज वो एक अनाथाश्रम में पालने वाली बदतमीज लड़की का बेडरूम साफ करने के लिए हां कह गई?
    आखिर क्यों रिदा तुम मुझे आजमा रही हो मैं तुम्हे कभी एक्सेप्ट नहीं करूंगा ।


    इधर रिदा सबको ब्रेकफास्ट का कह कर किचेन में आती है तभी कोई उसको पीछे से हग कर लेता है ।

    तुम कब तक यह सब सहने वाली हो जान ।तुम तो महलों की रानी बनने के काबिल हो यूं नौकरानी बनने के नहीं ।


    रिदा गुस्से में पलट कर देखती है । देखे मुनीब आप मेहमान है यहां plz अपनी लिमिट्स मत क्रॉस करे ।


    मेहमान है यहां plz अपनी लिमिट्स मत क्रॉस करे ।


    मैं आपको बहुत खुश रखूंगा रिदा आप उसे छोड़ दे वो आसिया से मोहब्बत करता है आपसे नहीं ।"

    ओर मैं उससे मोहब्बत करती हूं आपसे नहीं "

    बेहतर यही होगा आप यहां से चले जाए ।


    वो वहां से भाग कर अपने रूम में आ जाती है और रोने लगती है ।
    या अल्लाह यह कैसी आजमाइश है मेरी जो खत्म नहीं होती । मुझपर रहम कर दे ।
    कैसे बच्चों खुदको सबसे जब मेरा शौहर ही मुझसे लातालुक है ।

    वहां से भाग कर अपने रूम में आ जाती है और रोने लगती है ।
    या अल्लाह यह कैसी आजमाइश है मेरी जो खत्म नहीं होती । मुझपर रहम कर दे ।
    कैसे बच्चों खुदको सबसे जब मेरा शौहर ही मुझसे लातालुक है ।
    वह भाग कर अपने कमरे में जा रही होती है देखती है हादी के रूम का दूर खुला होता है ।हादी ओर आसिया दोनों एक दूसरे को किस कर रहे होते है ।वो जब यह देखती है तो उसके दिल का दर्द आंखों से बह निकलता है ।
    वो अपने रूम में आकर खुदको आईने के सामने देख कर सोच रही होती है ।
    फ्लैशबैक
    कॉलेज यूनिवर्सिटी
    समीर "रिदा यह बैठी कब तक किताबों में दिल लगाओगी?"
    रिदा जो पूरी तरह से मठ में डूबी थी वो एक नजर उसपर डालती है कितना हैंडसम था समीर कैसे उसके पीछे फिरता था ।
    पर रिदा को तो हादी के सिवा कुछ दिखता ही नहीं था ।
    " समीर कितनी बार  कहां है तुम मुझसे फ्लर्ट मत किया करो"
    रिदा कहती है ।" यार तुमसे ना करूं तो किस करूं तुम्हारे पांव के भी बराबर इस कॉलेज में दूसरी कोई लड़की नहीं है"
    समीर हंसते हुए उसे जवाब देता है।"अच्छा तुम्हें सुबह-सुबह कोई और नहीं मिला जो आ गए मुझे उल्लू बनाने"
    रिदा रहती है।"यार क्या कमी है मेरे में इतना हैंडसम बंदा तुमको नहीं दिखता है क्या रखा है हादी  में जो तुम्हें उसके सिवा कोई और नजर नहीं आता।"
    मेरी जान बसती है उसमें यह क्या कही नहीं है?"रिदा कहती है।
    पर वह तो तुम्हें घास भी नहीं डालता"समीर ने तंज किया था।
    न डाले मुझे फर्क नहीं पड़ता मैं तो उसे घास डालते हूं ना"
    इतना ही काफी है।
    फ्लैशबैक एंड
    वह अभी बीते हुए कल में खोई हुई थी कि तभी दरवाजे पर नौकर आते बीवी आपको नीचे बेगम साहिबा बुला रही है।"
    रिदा "आप चलो हम आ रही है"
    इधर जल्दी-जल्दी अपने आंसुओं को पहुंचकर मुंह धूल कर नीचे पहुंचती है डाइनिंग टेबल पर आशिया और हादी  बैठे होते हैं।

  • 10. आसमानों पे लिखा - Chapter 10

    Words: 848

    Estimated Reading Time: 6 min

    रिदा कहती है ।" यार तुमसे ना करूं तो किस करूं तुम्हारे पांव के भी बराबर इस कॉलेज में दूसरी कोई लड़की नहीं है"
    समीर हंसते हुए उसे जवाब देता है।"अच्छा तुम्हें सुबह-सुबह कोई और नहीं मिला जो आ गए मुझे उल्लू बनाने"
    रिदा रहती है।"यार क्या कमी है मेरे में इतना हैंडसम बंदा तुमको नहीं दिखता है क्या रखा है हादी  में जो तुम्हें उसके सिवा कोई और नजर नहीं आता।"
    मेरी जान बसती है उसमें यह क्या कही नहीं है?"रिदा कहती है।
    पर वह तो तुम्हें घास भी नहीं डालता"समीर ने तंज किया था।
    न डाले मुझे फर्क नहीं पड़ता मैं तो उसे घास डालते हूं ना"
    इतना ही काफी है।
    फ्लैशबैक एंड
    वह अभी बीते हुए कल में खोई हुई थी कि तभी दरवाजे पर नौकर आते बीवी आपको नीचे बेगम साहिबा बुला रही है।"
    रिदा "आप चलो हम आ रही है"
    इधर जल्दी-जल्दी अपने आंसुओं को पहुंचकर मुंह धूल कर नीचे पहुंचती है डाइनिंग टेबल पर आशिया और हादी  बैठे होते हैं।

    हादी की मां"रिदा तुम्हें पता है ना की हादी  को रोज तुम्हारे हाथ का बना नाश्ता करने की आदत है?"
    रिदा हां मी सर हिलाती है।"फिर तुम कहां हो बीवी इतनी देर से तुम्हें तो आप खुद से ही फुर्सत नहीं मिल रही है?"
    रिदा "वह मैं जरा अपने कमरे में थी मेरा सर दर्द हो रहा है"
    सर दर्द हो रहा है या बहाने है तुम्हारे?"
    तभी वहां हादी के डैड आ जाते हैं क्यों अब तो तुम्हारी नई बहू जो तुम्हारी पसंद की है तुम्हारे बेटे की पसंद की है वह आ गई है तो क्यों रिदा ही बनाए नाश्ता?"
    हादी की मां चौक कर उन्हें देखते हैं और फिर बात को संभालते हुए कहती हैं हां हां आशिया बेटा अभी आपका घर है जो हादी के लिए नाश्ता बना लो"
    आशिया कहती है "पर मुझे तो कुछ बनाना आता ही नहीं मैंने कभी काम किया ही नहीं है"
    हादी के पापा " नहीं आता तो सीख लो क्योंकि तुम्हारे शहर को नौकरों के बने हाथ का खाना बिल्कुल पसंद नहीं है रिदा घर के काम नहीं करेगी"
    रिदा बेटा आप जाकर अपने रूम में आराम करो मैं अभी नाश्ता और मेडिसिन भिजवाता हूं"
    तभी हादी की मॉम कहती हैं। क्यों यह बना देगी तो क्या मर जाएगी और वैसे भी यह भी तो हादी की बीवी है।"
    तुम खुद से और अपने बेटे से पूछो तुमने कभी उसको घर की बहू या तुम्हारे बेटे ने उसको अपनी बीवी मन है?"
    हादी के डैड बोलते है। "तुम खुद क्यों नहीं कर लेती वह लड़की थी एक इंसान है समझी आप अगर उसकी तबीयत खराब है तो आपको तरस नहीं आता शर्म नहीं आती आपको"
    हां अब इस उम्र में यही रह गया है" दो बहू के होते हुए मैं नाश्ता बनाऊं"
    रिदा जो काफी देर से यह सब सुन रही थी वह कहतीहै।"आशिया आओ मेरे साथ चलो किचन में मैं तुम्हें बताती हूं कि इन्हें कैसा नाश्ता पसंद है मैं तुम्हें सिखा दूंगी तो तुम उनके लिए नाश्ता बना लेना रोज"
    हादी एक नजर रिदा को देखता है । वह लाल आंखों के साथ थी जन्नत  की कोई परी लग रही थी। न जाने क्यों उसका दिल बेचैन हो गया था।

    "यार मुझे किचन से बहुत इरिटेशन होती है मुझे कुछ भी नहीं आता"आशिया बहाने बनाती है।
    रिदा "कोई बात नहीं आशिया हर कोई पहले पहले ही सिखाता है मुझे भी नहीं आता था मैंने भी सीखा ही है फिर तुम तो उनकी मोहब्बत हो तुम तो उन्हें खुश रखने के लिए बिल्कुल सीखोगी"
    आशिया को ना चाहते हुए भी रिदा के साथ किचन में जाना पड़ता है।
    शादी जो यह देखकर बहुत ही ज्यादा उदास हो गया था। वह अपने मन में कहता है। तुम कुछ भी कर लो रिदा बीबी
    लेकिन मैं तुम्हें अपने दिल में कभी जगह नहीं दूंगा मेरे दिल में ऐसी आती है और रहेगी तुम्हारी यह सारी कोशिश है बेकार जाएगी।
    यहां किचन में रिदा आशिया को बताती है और सोचने लगती है। तुम मुझसे इतनी नफरत करते हो कि तुम्हें गलत सही भी नहीं दिख रहा है तुम्हारी नफरत भारी पड़ रही है।
    मेरी मोहब्बत पे पर मैं भी हार नहीं मानने वाली हादी ।
    वो चुप चाप अपने रूम में जाने लगती है । तभी हादी के डैड " बेटा कहा जा रही हो आप इधर आओ नाश्ता कर लो "
    रिदा " डैड इस डाइनिंग टेबल पे बस हादी के एक बीवी की चेयर है दूसरी की नहीं हमे वैसे भी भूख नहीं है आई नीड सोम रेस्ट"
    रिदा की बात सुनकर वह शर्मिंदा हो जाते ह। और उसे कहते हैं " ठीक है मैं नाश्ता और मेडिसिन रूम में भिजवा देता हूं।"
    रिदा बिन कुछ कहे अपने रूम में चली जाती है।
    हादी की नजरे ना चाहते हुए भी बस उसी की तरफ होती है।
    हादी ऑफिस के लिए निकल रहा होता है कि देखता है रिदा भी तैयार थी फॉर्मल कपड़ों में रिदा ने बालों की पोनीटेल बनाएं थी जो उसकी कमर पे नागिन जैसे बलखा रही थी । उसने ब्लैक सूट पहना था जिसपे ब्लैक हिल उसके गोरे सुंदर पांव को ओर भी खूबसूरत बना रहे थे ।

  • 11. आसमानों पे लिखा - Chapter 11

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