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नफरत वाला प्यार

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Vishal Varshney

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कहते है किस्मत में सभी को मनचाहा प्यार नसीब नहीं होता और जब आपको प्यार किसी और से हो और शादी के बंधन में किसी और के साथ बांध जाए तोह प्यार कब करवट ले ले पता ही नहीं चलता यह कहानी भी कुछ ऐसी ही है मिस्टर विहान कपूर जिस पर न जाने कितनी ही लड़कियां मरती...

Total Chapters (2)

Page 1 of 1

  • 1. नफरत वाला प्यार - Chapter 1

    Words: 774

    Estimated Reading Time: 5 min

    एक सुनसान सड़क पर एक गाड़ी खड़ी हुई थी उस सुनसान सड़क पर केवल भेड़ियों के चीखने की आवाज आ रही थी और सुनसान सड़क पर कोई आता जाता भी नहीं था।

    गाड़ी के अंदर___________________________________

    एक लड़का जो दिखने में हैंडसम एंड उसकी आंखों में इतनी मदहोशी थी जिसमें वोह ज्यादा हॉर्नी और हॉट लग रहा था उसके परफेक्ट एब्स और मस्कुलर टोन बॉडी थी उसने शर्ट नहीं पहनी हुई थी उसकी बीयर्ड काफी ट्रीमड सेट थी उसके थोड़े से लॉन्ग थे उसका नाम विहान कपूर था वोह सिगरेट का कश भरते हुए नाक से धुआं निकालते हुए बोलता है, "बेबी मेरे क्लोज आओ ना और जन्नत की सवारी करो ना बेबी।"

    वोह लड़की जो विहान कपूर के प्यार में पागल थी लेकिन उसे सुनसान सड़क पर काफी डर लग रहा था और ऊपर से भेड़ियों के चीखने की आवाज उसे और डरा रही थी जिसके कारण उसे काफी डर लग रहा था वह हिचकते हुए बोलती है, "बेबी मुझे यहां बहुत अजीब सी फिलिंग आ रही है चलो किसी दूसरी जगह जाके करते है यहां मुझे थोड़ा सेफ फील नहीं हो रहा, बेबी चलो यहां से।"

    लड़की के इतना कहते ही विहान लड़की के होंठो पर किस करने लगता है और फिर लड़की के कमर के नीचे वाले हिस्से को चूमने लगता है और लड़की के हाथ लड़के के बालों पर पहुंच जाते है और फिर लगभग दो घंटे तक अपने कमर के मूव्स स्पीड परफॉर्मेंस देता है और फिर विहान कपूर वहां से गाड़ी लेकर चला जाता है।

    सुबह होने के बाद________________________________

    सुबह सुबह पूरा मोहल्ला कविता की आवाज से ही जग जाता है क्योंकि उनकी चीखने की आवाज ही इतनी तेज है।

    "सुबह के छह बज चुके है लेकिन इन मैडम का कोई अता पता नहीं है कब आएगी और कब खाना बनाएगी।" ,कविता ने चीखते हुए खुद से कहा।

    तभी दरवाजे पर एक लड़की की दस्तक होती है जो दिखने में काफी खूबसूरत इसकी बड़ी बड़ी झील सी आंखे और भरे हुए हल्के से गाल और गुलाबी होंठ जिसे देखकर आप उनकी चेहरे में खो जायें आपको बता दे यह कोई और नहीं बल्कि इस कहानी की हीरोइन जिया तोमर है।

    जैसे ही जिया घर के अंदर आती है तभी कविता जी उसे एक जोरदार थप्पड़ मारती है और चीखते हुए बोलती है, "आ गई कमबख्त इतनी देर क्यों लगी किसी आशिक के साथ पेंच लडाने गई थी क्या सब्जी लेने सच सच बोल वरना एक और लगाऊंगी।"

    कविता के थप्पड़ से जिया की आंखों में आंसू आ जाते है और रोते हुए बोलती है, "चाची जी ऐसा कुछ नहीं है आपको कोई गलतफहमी हुई है।"

    तभी कविता की बेटी वानी वहां आती है और गुस्से में जिया पर चीख़कर बोलती है, "मेरा ब्रेकफास्ट कहां है अगर दस मिनट में हाजिर नहीं हुआ तो तेरी ऐसी पिटाई करूंगी कि तू सोच भी नहीं सकती समझी चल जल्दी बना।"

    वैसे जिया के मां बाप इस दुनिया में जिया को बचपन में ही अलविदा कह गए और फिर इसका लालन पोषण उसके चाचा और चाची ने केवल अपने फायदे के लिए किया था क्योंकि चाचा और चाची जिस घर में रहते है वोह घर जिया के नाम है इसलिए चाचा और चाची जिया का नाम मात्र के लिए उसका ख्याल रखते है जिया की वजह से ही चाचा चाची का घर अच्छे से चल पाता है क्योंकि जिया सिलाई करती है और चाचा बस मुफ्त की रोटियां तोड़ते है।

    जिया, वानी के लिए जल्दी जल्दी नाश्ता बना ही रही थी कि अचानक उसका हाथ जल जाता है और नाश्ता नीचे गिर जाता है। नाश्ता नीचे गिरने की आवाज से कविता और वानी और चाचा कमल तीनों ही वहां आ जाते है और कमल गुस्से में जिया का हाथ पकड़कर घसीटते हुए उसे आंगन में ले आता है और लगातार दो जोरदार थप्पड़ जिया में लगाकर बोलता है, "तेरी आज लापरवाही की वजह से कितने का नुकसान हुआ है पता है आज तुझे पूरे दिन अन्न का एक दाना नसीब नहीं होगा समझी तू, अब यह रोना धोना बंद कर बाजार जा और राशन का सामान लेकर आ और इस बार कोई भी लापरवाही नहीं चाहिए।"

    तभी कविता बोलती है, "चल अपने यह मगरमच्छ के आंसू पौछ और चल फिर से नाश्ता बना और इस बार कोई लापरवाही की तोह तेरा वोह हाल होगा जो तू सोच भी नहीं सकती समझी।"

    जिया नाश्ता बनाकर, राशन का सामान लेने दुकान पर चली जाती है।

    दुकान से राशन का सारा सामान लेकर जिया सड़क पर आ जाती है और जैसे ही वो रोड क्रॉस करती है तभी एक गाड़ी आकर उसे टक्कर मार देती है और उसका सारा सामान सड़क पर बिखर जाता है और जिया को भी चोट आ जाती है।

    To be continued......

  • 2. नफरत वाला प्यार - Chapter 2

    Words: 532

    Estimated Reading Time: 4 min

    अबतक आपने पढ़ा कि जिया राशन का समान लेकर घर लौट रही थी कि उसकी गाड़ी से टक्कर हो जाती है और जिया नीचे गिर जाती है और उसे चोट आ जाती है।

    अब आगे______________________________________

    तभी गाड़ी से गुस्से में विहान उतरता है और गुस्से में जिया पर चिल्लाते हुए बोलता है, "बेवकूफ लड़की, तुम्हारी आंखों की रोशनी कम है क्या जो तुम्हे दिन में दिखाई नहीं देता।"

    जब विहान जिया पर चिल्ला रहा था तब जिया का चेहरा सड़क की ओर था और विहान ने जिया का चेहरा नहीं देखा था जैसे ही घायल जिया, विहान की तरफ रोती हुई आंखों से देखती है और विहान की नजर मासूम जिया पर पड़ती है तोह वह मासूम जिया की हिरनी जैसी आंखों में बस खो ही जाता है जिससे मोती जैसे आंसू बिखर रहे थे तभी जिया, विहान से बोलती है, "आज आपकी वजह से मेरा राशन का सामान सब खराब हो गया आप कृपया करके मेरे राशन के बारह सौ साठ रुपए दे दीजिए।"

    जिया के इतना कहने पर विहान को होश आता है और बोलता है, "मैने सुना नहीं कितने रुपए चाहिए आपको।"

    "बारह सौ साठ रुपए दे दीजिए।" , जिया ने कहा।

    विहान, जिया को दस हजार रुपए की गड्डी देता है और बड़े ही टशन से बोलता है, "बाकी बचे रुपए मेरी टफ से टिप समझ लेना।" जिया इससे पहले कुछ बोलती कि उससे पहले ही विहान पर एक फोन आ जाता है और विहान फोन को पिक करते हुए गाड़ी में बैठकर वहां से चला जाता है।

    जिया भी राशन का सामान लेकर घर पहुंचती है कि जैसे ही घर में घुसती है और किचेन में राशन का का सामान रखने जा ही रही होती है कि वानी, जिया के सामने आ जाती है और गुस्से में चिल्लाकर बोलती है, "बेशर्म लड़की इतनी देर किस आशिक के साथ समय काट कर आ रही हो।"

    वानी की बातों को सुनकर जिया की आंखों में आंसू आ जाते है वोह रोते हुए बोलती है, "ऐसा कुछ नहीं है वानी तुम बेफिजूल में मुझ पर शक कर रही हो।"

    तभी पीछेंस कविता आकर जिया का हाथ मरोड़ते हुए बोलती है, "तोह इतना समय थोड़े ही लगता है राशन लेन में और तुझे यह चोट कैसे आई बोल।"

    जिया बोलती है, "वोह मेरा रास्ते में छोटा सा एक्सीडेंट हो गया था जिसकी वजह से मुझे चोट आ गई।

    इधर विहान अपनी फैंटेसी पूरी करने एक क्लब में जाता है और क्लब में घुसते ही अपनी नई गर्लफ्रेंड लारा से मिलता है और हॉर्नी वॉयस में बोलता है, "बेबी आज तुम बॉम्ब से बढ़कर लग रही हो।"

    लारा विहान के गर्दन पर अपना एक हाथ रख देती है और एक हाथ से विहान के प्राइवेट पार्ट पर रख देती है और विहान बिना देरी किए लारा के होंठो पर किस करना शुरू कर देता है विहान लारा के होठ ऐसे पे रहा था जैसे कोई हॉट चॉकलेट।

    विहान किस करते करते लारा को दीवार में सटा देता है और होंठो पर किस करते करते लारा के चिन व गर्दन पर किस करने लगता है और कुछ देर तक विहान और लारा एक दूसरे में खो ही रहे थे कि पीछे से कोई शख्स आकर विहान की कनपटी पर बंदूक रख देता है।