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Unforgettable Devil's Love Her

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KT Girl

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Devils brothers जिन का बदला और मकस्सत होने के साथ उन की मोहब्बत एक लड़की है। ऐसे में Devils brothers जो एक दूसरे को परछाई बन कर रहते है। क्या ऐसे में एक लड़की के इश्क़ मे बन जाएंगे एक दूसरे के जानी दुश्मन?आखिर इस इश्क़ की बाज़ी में कौन देगा किस को मात...

Total Chapters (19)

Page 1 of 1

  • 1. Unforgettable Devil's Love Her - (secret) Chapter 1

    Words: 1434

    Estimated Reading Time: 9 min

    ॐ शिव ❤️ जी दोस्तो मेरी लिखी हुई NOVEL को जरूर रीड करिए। I hope you enjoy it __________________________________ ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।


    "Unforgettable Devil's  Love Her "





    दिल्ली शहर डोबरियाल मेंशन डोबरियाल मेंशन जो काफी बड़ा और बेहद आलीशान मेंशन था ये  दिल्ली शहर का सब  से बड़े बिजनेस मेन शिवांश डोबरियाल ओर उनकी वाइफ सुहाना का खूबसूरत और प्यारा सा आशियाना था। जिसे आज तरह तरह  की लाइटों के साथ बहुत खूबसूरत सजया हुआ था क्युकी इस वक्त  इस बड़े से आलीशान मेंशन में बहुत बड़ी बर्थडे पार्टी चल रही थी इस मेंशन में एक लड़की जिसकी उम्र 24 साल की थी और रेड कलर की बनारसी साड़ी में वो बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी। ये सुहाना डोबरियाल  थी जो इस घर के मालिक  मिस्टर शिवांश  डोबरियाल की वाइफ थी। शिवांश डोबरियाल  जिनकी उम्र अभी 28 साल की थी ! शिवांश का कारोबार बहुत बड़ा ओर जगह फैला हुआ था आज का टाइम में शिवांश डोबरियाल का नाम हर कोई जनता था। वही सुहाना सूरत से जितनी खूबसूरत थी उतनी ही सीरत से भी खूबसूरत थी क्युकी वो हमेशा सब की मदद करती थी और सब के बारे में अच्छा सोचती थी।  लेकिन कहते हैं और जो जितना अच्छा होता  है या फिर कर्म करता है तो भगवान सब से जायदा  दुख उन्ही को ही देता है ! और ऐसा कुछ सुहाना के साथ हुआ था क्युकी सुहाना ओर शिवांश की शादी को पूरे  चार साल हो चुके थे लेकिन अभी तक उनकी किस्मत मे कोई ओलाद नही थी क्युकी सुहाना मां नही बन सकती थी । जिसका दुख सुहाना को बहुत जायदा होता हैं और अपने मे कमी लगती थी कि वो कभी भी मां नही बन सकती थी। बस एक ये ही कमी थी सुहाना मे बाकी वो हर मायने में कम नहीं थी।  लेकिन पर कहते है न भगवान जितना भी दुख दे दे लेकिन तरस खा कर कभी कभार सुख भी झोली में भर ही देते हैं। जैसे मां न बन पाने का दुख सुहाना को  था पर आज वो दुःख ख़त्म हो गया था । क्युकी आज से एक महीने पहले सुहाना ओर शिवांश ने एक 10 साल के  लड़के को एडॉप्ट कर लिया था। और उसे अपना बेटा बना कर अपने घर ले कर आए थे और आज उसी की बर्थडे पार्टी रखी हुई थी जिसमे आज वो अपने बेटे को सब से इंटरड्यूस करवाना चाहते थे। वही अब सुहाना आज बहुत ज्यादा खुश थी क्युकी आज वो अपने बेटे को सभी से मिलना चाहती थी कि उसका दस साल का बहुत प्यारा और इंटेलिजेंट बच्चा है। जिसे पा कर वो और शिवांश जी बहुत ज्यादा खुशनसिब समझते थे। वही अब बर्थडे पार्टी में शिवांश जी पार्टी में खड़े हुए थे तभी  उस के पास एक  उनका बिजनेस पार्टनर आता है और हंसते हुए बोलता है। "शिवांश  जिस के लिए तुमने इतनी ग्रैंड बर्थडे पार्टी रखी हुई है वो अभी तक कहां है मतलब तुम्हरा बेटा अरे मुझे भी मिलवाओ अपने शहजादे से! ऑफिस में तो तुम अपने बेटे के बारे में मुझे बताते रहते हो की वह अपनी उम्र के मुताबिक बहुत ज्यादा समझदार और इंटेलिजेंट है। तो कहां है तुम्हारा स्मार्ट और इंटेलिजेंट सन" "मिस्टर माथुर सुहाना उसे लेने गई है।। तुम फिक्र मत करो जब मेरा बेटा नक्ष तुम्हारे सामने आयगा न तुम खुद भी उस की तारीफ करने से पीछे नहीं हट पाओगे।" शिवांश ज जी ने बेहद गर्व और खुशी के साथ कहा। "Ok मै वैट कर रहा हूं तुम्हारे बेटे का!" मिस्टर माथुर ने जवाब दिया। वही दूसरी तरफ एक रूम में  10 साल का एक लड़का  जिसने वाइट कलर का थ्री सूट पहना हुआ था और जिसमे वो एक रॉयल प्रिंस की तरह बहुत स्मार्ट लग रहा था । ओर अभी मिरर के सामने खड़ा हो कर अपने आप को देख रहा था इस वक्त उसके मासूम चेहरे के भाव काफी सक्त नज़र आ रहे थे उसकी आंखो में गुस्सा और नफरत साफ साफ नजर आ रही थी।   लेकिन तभी वो लड़का अपने हाथ से मिरर को टच करने ही वाला था कि तभी उस के रूम का दरवाजा खुल जाता है जहां से सुहाना जी रूम आती है और वही दरवाजा खुलने की आवाज से ही दस साल का लड़का जल्दी से अपना हाथ पीछे कर देता है ! और अपने चहरे  के भाव को बदल कर अपने चेहरे पर मुस्कान और दुनिया भर की मासूमियत ला कर सुहाना के पास भाग कर आ कर  खुश होते हुए  बोला! "मॉम आप ब्यूटीफुल लग रही हो एक दम परी की तरह।" वही ये सुन कर सुहाना के चहरे पर बहुत बड़ी स्माइल आ जाति है! " थैंक यू  मेरा बच्चा! ओर सच में मुझे आपका compliment  बहुत ज्यादा पसंद आया ! पर आज मेरा नक्ष भी आज बहुत जायदा हैंडसम लग रहा है। हाय किसी की नजर न लगे मेरे बच्चे को।" ये कहकर सुहाना अपनी आंखे से काजल निकाल कर अपने हाथ से नक्ष के कान के पीछे लगा देती हैं। नक्ष को ही सुहाना ओर शिवांश ने एक महीने पहले एडॉप्ट किया था लेकिन अब नक्ष  उन दोनो की जान बन चुका था। दोनो नक्ष को अपने सगे बच्चे से भी जायदा प्यार करते थे। ओर सुहाना तो नक्ष पर अपनी जान छिड़कती थी। क्योंकि नक्ष उस के लिए उस की जिंदगी का एक अनमोल तोहफा था जो उस के लिए बहुत अज़ीज़ था जिसे वो कभी भी खुद से दूर नहीं करना चाहती थीं। "अच्छा चलो ! नीचे सभी पार्टी में तुम्हारा ही वैट कर रहे हैं। पता है ना आज तुम्हारा बर्थडे है और आप को आज बहुत सारे गिफ्ट्स भी मिलेंगे।" सुहाना ने नक्ष से मुस्कुराते हुए कहा ओर नक्ष का हाथ पकड़ कर उसे रूम से बाहर ले जाति है ! वही रूम से बाहर आ नक्ष के एक दम से अपने कदम रोक देता है जिस देख कर सुहाना उसे ऐसे रुकते हुए देख कर कहती हैं ! "क्या हुआ नक्ष तुम चल क्यू नही रहे हो हमे पार्टी में जाना है।" नक्ष अपना हाथ सुहाना से छूटा कर एक दम से क्यूट बॉयस में कहता है! " मॉम आप मेरा यहां पर  बस 1 मिनट वैट करिए न मै अभी अपने रूम से आता हूं।" "पर क्यू हुआ क्या है!" सुहाना जी ने  नक्ष से को देख कर फिक्र से पूछा। "प्लीज मॉम मैने कहा ना मै बस अभी आता हूं , प्लीज बस एक मिनट !" नक्ष ने request करते हुए सुहाना से कहा जिसे सुन पर सुहना जी अब बिना कुछ सवाल किए उसे जाने देती हैं क्युकी उन्हे नक्ष से बहुत जायदा प्यार था शायद इतना की सगी मां भी अपने बेटे न करती हो। ओर सुहाना जी नक्ष को अपना बेटा तो मानती साथ ही अपनी जिंदगी की एक सीढ़ी भी जिसके बिना अब वो चलने के बारे मे सोच भी नहीं सकती थी।   वही दूसरी तरफ नक्ष जैसे ही रूम में अंदर आता है और रूम का डोर बंद कर के फिर से मिरर के सामने खड़ा हो जाता हैं जहां पर वो खुद को देख रहा था। तभी नक्ष ने मुंह बना कर कहा! "मैने मॉम को बोल दिया है कि मै अभी आ जाऊंगा तो इस बर्थडे पार्टी में तुझे जाना होगा क्युकी पार्टी में बहुत जायदा लोग हैं और तुझे अच्छे से पता है मुझे फालतू लोगो से मिलने का शौंक नही है। पर याद रखना नीचे जा कर कोई मस्ती मत करना वर्ना किसी को भी  हम पर शक हो सकता है। ओर हम पकड़े जा सकते हैं।"       ओर ये कह कर नक्ष मिरर के सामने अपनी पीट फेर लेता है तभी एक दम से उसके पीछे से उसी की उम्र का लड़का सामने आता है जिस के  कपड़े के साथ साथ उसका चेहरा भी नक्ष से हुबह मिल रहा था। जो नक्ष से खुश होते हुए बोला। "थैंक यू नक्ष तू अपने छोटे भाई अक्ष के बारे में कितना सोचता है।ओर तू फिक्र मत कर किसी को कुछ पता नहीं चल सकता है हमारा सीक्रेट की हम दोनों ट्विंस ब्रदर  और इस घर में एक बन कर रहते हैं। "      To be continue Please Like And Comment karke jarur batana ki kaisi lagi story Agr pasand aa gyi h tabhi ise aage continue kaungi.  Thank you      

  • 2. Chapte-2. (Twins brothers)

    Words: 1754

    Estimated Reading Time: 11 min

          ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।   अब आगे...     नक्ष और अक्ष दोनो ट्विंस थे जिस वजह से  उन दोनो के चेहरे एक दूसरे की तरह हु ब हू  दिखते थे और दोनो एक जैसे ही लगते थे ओर इन्हें  सच में पहचानना बहूत मुश्किल था कि कोन अक्ष है और कोन नक्ष है। वही नक्ष बड़ा था और वही अक्ष नक्ष से सिर्फ 10  सेकेंड छोटा.... पहले ट्विंस ब्रदर अपनी हैप्पी फैमिली में अपने मॉम डैड के साथ बहुत जायदा खुश थे लेकिन आज से एक साल पहले इनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई थी और दोनो ट्विंस ब्रदर अनाथ हो गए क्युकी किसी अंजान शक्स ने उनके पेरेंट्स को उनकी आंखों के सामने मार दिया था। ओर अब ट्विंस ब्रदर  अपने मरे हुए पेरेंट्स की मौत का बदला उस अनजान शक्स से लेना चाहते थे  जिसे उन्होंने उस अंजान आदमी का हाथ में एक निशान के इलावा और कुछ नहीं देखा था कि क्युकी उस अनजान शक्श ने उस समय  मॉन्स्टर वाले मास्क पहन कर  अपने चेहरे को छुपया हुआ था। बस उस शक्श की पहचान ट्विंस ब्रदर उस हाथ में बने हुए निशान ( एक क्रॉस के टेटू) से डूंड कर उसे जान से मारना चाहते थे। वही अब ट्विंस ब्रदर एक साथ इसी घर में रह रहे थे पर सुहाना ओर शिवांश की नजरों के सामने   उन्ही के घर में उनका एक बेटा बन कर। जो अब इस काम के लिए बहुत ही ज्यादा माहिर हो चुके थे क्युकी पिछले एक साल से वो दुनिया की नजर से बच कर रह रहे थे।  पर क्यों उस का रीजन  आपको स्टोरी में आगे समझ आ ही जाएगा।     फिलहाल अभी अक्ष की बात सुन कर नक्ष उसे देख कर बहुत सीरियस होकर बोला.... "नीचे पार्टी में बहुत सारे लोग हैं और क्या पता वहां पर वो मास्क मेन ( अंजान निशान वाला आदमी) भी हो सकता है। तुम सभी लोगों पर नजर रखना। बस एक बार हम दोनों को पता चल गया कि आखिर उस  मास्क के पीछे किस इंसान का चेहरा हे....!" नक्ष ने इतना ही कहा था कि तभी अक्ष गुस्से भरी नफरत के साथ बोला.... "तड़पा तड़पा कर जान से मार दूंगा उसे मै... जैसे उसने हमारे रियल मॉम डैड को मारा था। हम किसी को भी नही छोड़ेंगे। एक एक से सब से  बदला लेंगे।" ये कह कर अब अक्ष की आंखो में नक्ष से भी ज्यादा गुस्सा आंसु आंसु बह रहे थे ।   वही नक्ष भी उसकी बात पर हामी भरते हुए उसे अपने गले लगा देता है और  अपनी नम आवाज में बोलता है.! "हम दोनों को एक साथ मिल कर हमारे मॉम डैड की मौत का बदला जरूर लेंगे अक्ष। पर तुम जानते हो न हम अभी इतने इतने पॉवर फूल भी नही है।  इसलिए  हम यहां पर आए है। Care full अब कभी भी  हमारी identity किसी के सामने नहीं आनी चाहिए।" तभी दरवाजे खुलने की आवाज आती है जिससे नक्ष  अब जल्दी से मिरर के सामने वाले  मिरर गिलास के पीछे खड़ा हो जाता है। ताकि कोई भी उसे देख न पाए वही अक्ष अपने आंसू को पोंछ कर चेहरे पर मुस्कान ला कर दरवाजे की तरफ देखता है तो वहां पर सुहाना खड़ी हुई थी। उसे देख कर अक्ष जल्दी से बोलता है.. "मॉम... सोरी मै लेट हो गया.चलिए अब पार्टी में चलते हैं मुझे अपने गिफ्ट्स भी लेने हे!" ये कह कर सुहाना का हाथ पकड़ लेता है और वही सुहाना पता नहीं पर अक्ष को अपने सीने से लगा देती है और उसे हग करते हुए प्यार भरी ममता से बोली! "कोई बात नहीं मम्मा आप का इंतजार कर सकती है।"   18 साल बाद.... 18 साल हो चुके थे नक्ष और अक्ष अब बड़े हो चुके थे और सुहाना ओर शिवांश के साथ अपना सीक्रेट छुपा कर रख रहते थे।  इन 18 साल में नक्ष और अक्ष उस अंजान आदमी को अभी भी ढूंढ रहे थे उनकी तलाश आज भी जारी थी। सुबह का वक्त एक फ्लेट में. सुबह के 9 बज रहे थे और इसी फ्लेट के हॉल पर सोफे पे एक लड़की घोड़े बेच कर आराम से सो रही थी। तभी एक दम से जोर जोर से उसकी घड़ी का अलार्म बजने लगा। जिससे वो लड़की किसी मुर्दे की तरह उठ जाति है और घड़ी को देख कर उसे बंद करके टाइम देखती है तो उसकी आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है। "हे भगवान! 9 बज चुके हैं ऐसे कैसे हो सकता है। मैने तो 6 बजे का अलार्म सेट किया था।"  ओर ये कह कर वो लड़की अपनी घड़ी को देख कर कुछ याद करके अपनी आंखे बंद करके जल्दी से बोलती है! " मैग्गी  वो हिटलर तुझे ऐसे ही इडियट  नहीं बोलता हैं! तू सच में इडियट हे। इतना जायदा ड्रिंक पायेगी और फिर अलार्म रखिगी तो ऐसा ही होंगा न! आज तो वो हिटलर मुझे जान से मार देगा! मैं आज भी ऑफिस के लिए लेट हो गई हूं!" मैग्गी जिसकी उम्र 20 साल की थी और मैग्गी जो वैसे तो सुंदर थी लेकिन अपने हुलिए को ऐसा बनाती थी जैसे कोई पागल हो। पर उस हुलिए में भी क्यूट बहुत ज्यादा  लगती थी। उसके बाल हद से जायदा कर्ल थे शायद इसी वजह से उसका नाम भी मैग्गी रखा होंगा। मैग्गी चेहरा गोरा तो था लेकिन अपनी आखों में ग्लास पहन कर और उसके कर्ल बालो की वजह से उसका चहरा जायदा दिखाई भी नही देता था क्युकी वो कभी भी अपने बालो को सही से बेंड क्या उसे कॉम भी सही से नही करती थी। ओर हमेशा लूज कपड़े पहनती थी जैस जींस के साथ हमेशा लूज कमीज  या फिर टॉप या कुर्ता ही पहनती थी। चाहे कलर अच्छा हो या बुरा हो उससे उसे कोई लेना देना नही था।   ओर ये भी कह सकते हैं मैग्गी को फैशन की एक परसेंट भी सेंस नही थी उसके हाथ में जो कपड़ा पहले मिल जाए उसे बिना चूज किए आराम से पहन लेती थी । और पेरो में बस सिंपल सी कोहलापुरी चप्पल पहन कर कभी भी चलते हुए इधर उधर गिर कर उठ जाती थी जो शायद अब उस की आदत हो गई थी।    दिल्ली में सबसे टॉप और  नबर वन फेमस   डोबरियाल कंपनी में मैग्गी को गलती से secretary  की जॉब मिली थी जिसे वो अपना बस बेड लक मानती थी क्युकी वो सिर्फ नाम की ही secretary थी बाकी उसका बॉस उसे अपना सर्वेंट बना कर  अपना सारा काम करवाता था । और सब से जायदा उसे  ही टॉर्चर करता और  अपना गुस्सा भी उस पर चिल्ला कर निकालता  था क्युकी मैग्गी का काम कभी भी सही से नही होता था चाहे फिर वो secretary वाला ही चाहे सर्वेंट वाला.. पर ये बात पक्की है कि मैग्गी को सैलरी मिले या न मिले पर डांट जरूरी मिलती थी। मैग्गी ने ऑफिस आने के बाद कल रात को ही क्लब में जा कर कुछ जायदा ड्रिंक कर ली थी जिसकी वजह था उसका हिटलर बॉस... जिसने उसे बहुत जायदा डांट लगाई हुई थी कि मैग्गी जिस हमेशा की तरह बुरा लगा और वो क्लब में जा कर ड्रिंक पीते हुए अपने मन की भड़ास निकालती थी।   ओर जब ड्रिंक के नशे में मैगी घर पहुंची तो उसने अपनी घड़ी पर अलार्म लगा दिया। अलार्म लागते हुए भी मैग्गी बहुत ज्यादा कन्फ्यूज्ड थी क्युकी उसे नशे में 6 और 9 में समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर 6 कोन सा है और फिर उसने अपने आप को करेक्ट करके 9 को  6 मान कर उस पर अलार्म फिट कर दिया था। जिसका परिणाम ये हुआ कि मैग्गी आज ऑफिस के लिए लेट हो चुकी थी इसलिए बिना मुंह धो कर अपनी चप्पल पहनकर और अपना ऑफिस का झोला को उठा कर सड़क पर बस के पीछे भाग रही थी। ओर बस रोकने के लिए भागते हुए आवाज लगा रही थी। वही बस पर बैठी हुई एक लड़की जो शायद मैगी को जानती थी और उसकी दोस्त भी थी उसने मैग्गी को बस के पीछे भागते हुए देख लिया था और उसने बस मैग्गी के लिए रुकवा दी थी जिससे मैग्गी अभी उसी लड़की के साथ बैठ कर बहुत तेज हांफ रही थी। "मैग्गी आज तू ऑफिस के लिए फिर से लेट हो गई है मुझे तो समझ में नहीं आता है कि तू लाइफ में कब सीरीयस होंगी।" उस लड़की ने मैग्गी अपनी बोटल से पानी देते हुए हंसते हुए कहा। वही मैग्गी पूरी बोतल का पानी पीकर उसे देख कर कहती है.. "थैंक यू.. मीता! बस को  आज फिर से मेरे लिए रूकाने के लिए....पर अब  क्या करूं  आज तो मै फिर भी लेट हो चुकी हूं। आज वो हिटलर फिर से बहुत गुस्सा करेगा!" मीता मैग्गी की दोस्त थी और एक बहुत अच्छी जर्नलिस्ट जो हमेशा सच का साथ देती थी।   वही अब मैग्गी की बात पर मीता हंसते हुए बोली.! "अरे यार.. तूं अपने इतने हैंडसम और हॉट बॉस को हिटलर कैसे बोल सकती है। अपने आप को बहुत लक्की समझ की तू उसे रोज इतने नजदीक से देख सकती हैं। तुझे पता है मै खुद एक रिपोर्टर हूं मुझे अभी तक नक्ष डोबरियाल का एक इंटरव्यू भीं लेने का मोका नसीब नहीं हुआ। काश मै उसे एक बार अपनी आंखों से अपने सामने देख सकती हूं। पता नहीं वो दिन कब मेरी लाइफ में आयेगा।"     मीता की बात सुन कर मैग्गी का फेस ऐसा था जैसे उसने कुछ कड़वी चीज खाली हो और उसे अपने से मुंह से निकालने की कोशिश कर रही थी तभी वो अपने रिएक्शन के हिसाब से कड़वे और सड़ा हुआ फेस  बना कर  कहती हैं... "हैंडसम और हॉट वो भी हिटलर! बिल्कुल भी नहीं है वो हिटलर कही से भी हैंडसम और हॉट नही है। बस हिटलर है जो रोज मुझ मासूम की इंसल्ट और मुझ पर जुल्म कर सकता है। समझी...मुझे तो उसे देख कर गुस्सा ही आता है। अरे कैसे मुझे अपनी काली काली बड़ी आंखों से देख कर डरा देता है। आज तक उस ने हर काम के लिए मुझे डांटा है कभी भी एक शब्द भी निकाल कर मेरी तारीफ तक नहीं करी है बस और उसके मुंह से मेरे लिए बस एक ही वर्ड निकलता है,इडियट!"      To be continue Please Like And Comment     Thank you  

  • 3. Chapter- 3. (Hitler Boss)

    Words: 2197

    Estimated Reading Time: 14 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।    Ab Aage--- अब मीता को मैग्गी की बात सुन कर जितनी हैरानी  हो रही थी और उतनी ही मैगी पर हंसी भी आ रही थी लेकिन वो अभी मैग्गी के सामने हंस नही सकती थी क्युकी फिर उसे नक्ष के बारे मे और जानने का मोका नही मिलता। वही मैग्गी की बात की करे तो अभी भी बस अपने हिटलर बॉस को कोस रही थी। "मीता मै उस की पर्सनल पर्सनल सेक्टिरी हूं पर यार वो मुझे अपनी पर्सनल मेड की तरह ट्रीट करता है। देख अभी मै ऑफिस जाऊंगी न तो उसे गुड मॉर्निंग से पहले उसके सामने मुझे खुद अपने हाथों से  उस हिटलर की  फेवर्ट ब्लैक कॉफी बना कर देने पड़ती हैं।  और ये नही कई बार वो मेरे घर पर आ कर मुझ पर ऑडर चलाता है। मेरी हर चीज से उसे प्रॉब्लम है। ओर अगर  गलती से मैने उसकी बात को मानने से इंकार कर दिया तो वो पनिशमेंट के तौर पर मेरी सैलरी काट देता है।ओर वो भी हर एक मिनट में....  तुझे नही पता है मै कैसे एक साल से उसकी पर्सनल   सेक्टिरी की जॉब नहीं उस का टॉर्चर जॉब कर रहे हों जिस की मुझे आधी सेलरी कर देता है क्योंकि आधी वो खड़ूस हिटलर काट देता है।  पति नहीं कब मेरे पास मेरी पूरी सैलरी आयेगी।" ये सब कहते हुए मैग्गी की आंखो में एक उम्मीद झलक दिख रही थी ! पता नहीं पर जब मैग्गी के पास अपनी पूरी सैलरी होंगी तो  उस दिन उसे कितनी जायदा खुशी होंगी। क्युकी मैग्गी के लिए पैसा बहुत ज्यादा जरूरी था क्युकी उसका लाइफ में ये गोल था कि उसे अमीर बनना है पर उसके पास पैसा होना जरूरी है। मैग्गी एक अनाथ थी ओर उसे रहने के लिए फ्लेट कंपनी की तरफ से मिला था। वही अब मैग्गी की अपने हिटलर बॉस के खिलाफ बाते  तो,  खत्म नहीं हो रही थी लेकिन उस की बस का सफर खत्म जरूर हो गया था क्युकी अब बस उसके स्टॉप पर पहुंच गई थी जिसे देख कर मैग्गी जल्दी से अपना बैग पकड़ कर बस से बाहर निकल  जा रही थी कि तभी पीछे पलट कर बस की खिड़की के पास बैठी हुई मीता के पास आकर कहती हैं! "मीता तू आज अपने आर्टिकल मै उस हिटलर के बारे मे जरूर लिखना की नक्ष डोबरियाल कितना हार्टलेस और डेविल से बहुत ज्यादा बुरा है! पर हां किसी को पता नहीं चल ना चाहिए कि ये उस की सच्चाई के बारे मैने तुम्हे सब कुछ बताया है ! क्युकी अगर उस हिटलर को पता चला तो सब से पहले मुझे ही तुम्हारे न्यूज पेपर के ब्रेकिंग न्यूज़ पर  मेरी फोटो छापेगा जिसमे सब मुझे सब लोग सफेद फूलो की माला के साथ  श्रदांजली देंगे।" वही ये सुन कर मीता उसकी बात सुन कर हंस देती हैं और हां मैं सर हिला देती हैं जिसे देख कर मैग्गी एक गहरी सांस लेती है और हॉप के साथ कहती है। "थैंक यू!" जैसे मीता उसकी बात समझ  गई हो।      वही अब मैग्गी जल्दी से अपनी चप्पल के साथ चट चट  आवाज कर के भाग कर कुछ ही दूर चल कर एक बहुत बड़ी बिल्डिंग के सामने खड़ी हो जाती है। जिस पर Dobriyal Company का नाम बहुत ही डिजाईन के साथ बड़े बड़े शब्दों में लिखा हुआ था। जो की दिल्ली शहर की अब तक की सबसे बड़ी और सबसे फेमस Dobriyal Company थी।   जिसमे 50 से भी जायदा फ्लोर बने हुए थे और यहां पर एक लाख से भी ज्यादा एम्प्लॉय काम करते थे। वही अब इसी Dobriyal कंपनी की बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पे एक बहुत बड़े केबिन के दरवाजे के बाहर मैग्गी खड़ी हुई थी जिस ने अपने हाथ में एक ब्लैक कॉफी मग पकड़ा हुआ था! और चहरे पर घबराहट छाई हुई थी क्युकी आज अंदर जाने से उसे कोन सी डांट या फिर कोन सी नई पैनिशमैंट मिलने वाली है वो खुद भी ये नही जानती थी ! लेकिन मैग्गी इतना तो कन्फर्म थी कि चाहे कुछ भी हो लेकिन इंसल्ट तो हो कर ही रहेंगी। आज मेडम लेट जो हो गई थी। तभी मैग्गी एक बार अपना चेहरा ऊपर करते हुए भगवान से रोते हुए बोली... "प्लीज शिव जी! आज न उस हिटलर को गायब कर दो या फिर उसके गले में दर्द कर दो ताकि वो अपनी कड़वी बाते मुंह से न निकाल पाए।" कहते हुए मैग्गी एक गहरी सांस लेते हुए अपने हाथ में पकड़े हुए कॉफी के मग के साथ हिम्मत करके अंदर चली जाती है। वही इस वक्त केबिन के अंदर ... Dobriyal कंपनी का टॉप फ्लोर का सब से बड़ा केबिन जहां पर पूरा दिल्ली शहर आराम से नजर आता था आस पास सभी वॉल ग्लास की बनाई हुई थी और फर्श एक दम संगमरमर पत्थर की तरह साफ और चमकदार था। पूरे केबिन में सब कुछ वाइट एलिगेंट तरीके से डेकोरेट था। ओर आज पास जितनी भी चीज रखी हुई थी सभी बहुत सलीके से रखी हुई थी। जहां पर अभी खामोशी के साथ बहुत संगीन जैसा माहोल मैग्गी के लिए बना हुआ था। जहां पर उसे मौत को छू कर गुजर वापिस अपनी जिंदगी में लौटना था। जो उस का रोज का एक टास्क था। वही एक मास्टर चेयर पर बेठे हुए आदमी सामने मैग्गी  सर झुका कर खड़ी हुई थी। जिसकी उम्र 28 साल की होंगी  जिसकी परफेक्ट हाइट  ओर उसकी मसल और बॉडी काफी हद से ज्यादा अट्रैक्टिव थी उसके गोरे फेस की पर एक चमक और दो गहरी काली आंखे जो किसी को एक बार देख ले उसी वक्त घायल हो सकता था। ओर अभी उस आदमी  की नजर बिना  मैग्गी पर न हो कर लैपटॉप की स्क्रीन पर गढ़ी हुई थी और हाथो से उंगलियां तेजी से की बोर्ड पर नाच रही थीं थाजिसकी तेज उंगलियां चलने के साथ उसकी आवाज भी बहुत तेज सुनाई दे रही थी जिसका मतलब था कि वो बहुत ज्यादा गुस्से में है। वही मैग्गी उसकी उंगलियां की आवाज सुन कर आंखे बंद कर के मन मे बोलती है,   "लो गई काम से ! ये हिटलर पहले से ही  हिटलर बन कर अपनी राज गद्दी मै बैठा हुआ है। बस मैग्गी अपने आप को कंट्रोल करने की कोशिश करना की तुझे मे बहुत ज्यादा हिम्मत है।" मैग्गी अपने मन में एक गहरी सांस लेते हुए ये सब कह ही रही थी कि   तभी लैपटॉप पर चलने वाली उंगलियां एक दम से रुक गई थीं तभी एक बहुत ही ज्यादा रुड और स्टिक वाइस मैग्गी के कानो में सुनाई दी!   "पता है ना  मेरे आने से पहले तुम इस केबिन में होनी चाहिए? ओर तुम आज भी लेट हो गई हो!"     मैग्गी ने सर उठा कर सामने देखा तो सामने बैठा हुआ आदमी सच में देखने में बहुत जायदा हैंडसम था उसे देख कर एक बार में ही कोई भी लड़की पागल हो जाए लेकिन इस वक्त मैग्गी नही हो रही थी क्युकी उसे इस वक्त उस का बॉस अपनी गहरी और बड़ी बड़ी काली आंखो के साथ बुरी तरह से घूर रहा था। जो और कोई नहीं उसके लिए उसका बॉस हिटलर था जिसका नाम नक्ष Dobriyal था। ओर आप को पता है कि नक्ष कोन है।       "स सर..  वो.. मै... आ अलार्म... गलत !" अपने आप को ऐसे घूरते हुए देख कर मैग्गी के मुंह में शब्द फूटने के लिए बहुत जायदा हकला रहे थे की वह क्या  सही से जवाब दे। तभी उस के मुंह से टूटे फूटे शब्द ही निकल रहे थे।     वही मैग्गी की टूटी फूटी बात सुन कर ही नक्ष जोर से चिल्लाते हुए कहता है..... "इडियट..... हो तुम, पता नहीं तुम्हे इस कंपनी में कैसे जॉब मिल गई। अरे तुम तो इंसान बनने की जॉब भी सही से नही कर सकती हो। आज तक कोई काम तुम सही ढंग से नहीं कर सकती हो और ऑफिस भी लेट आती हो। Rules and Responsibility क्या होती है तुम्हे उन का R भी पता नहीं है। "       वही ये सुन कर मैग्गी को मन ही मन बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था पर क्या करे उस के पास नक्ष की बात सुनने के इलावा कोई ऑप्शन  नही था। बस चुप चाप सुन रही थी क्युकी उसके बॉस का लेक्चर शुरू हो गया था। वही नक्ष  अपनी रुड वॉइस मै बोलता है। " पता नही तुम्हारे इस दिमाग मे क्या भरा हुआ है। कितनी जायदा इडियट हो तुम,तुम्हे ये बात भी पता नहीं है कि तुम एक इडियट हो।" वही ये सुन कर मैग्गी चुपचाप सुन रही थी लेकिन मन ही मन में उसके पास नक्ष की हर एक बात का जवाब उसके पास रेडी था... जिसे वो मन में नक्ष को देते हुए satisfied होते हुए खुद को रिलेक्स कर रही थी।   " हां हूं मैं इडियट क्या करूं आप जैसे हिटलर बॉस की वजह से मुझे इडियट बन कर ही अपना पेट पालना पड़ रहा है। कभी मन करता है कि आप को इस बिल्डिंग से नीचे फेंक कर आप का किस्सा एक बार में खत्म कर दूं।" वही नक्ष अपनी बात ख़त्म कर के मैग्गी को घूर कर देखता है जो उसे देख कर पता नहीं मन ही मन में जवाब दे कर खुद ही satisfied हो रही थी। तभी नक्ष उसे देख कर एक दम से जोर से अपना हाथ टेबल पर पटक कर बोला... "अब वहां पर खड़ी खड़ी क्या तुम मुझे सिड्यूस करने  के बारे मे प्लानिंग कर रही हो।" वही ये सुन कर जल्दी से मैग्गी होश में आती हैं और जल्दी न मै सर हिला देती है और सॉरी बोल देती है। लेकिन उसे अब समझ में नहीं आ रहा था कि उसने कब उसे सिड्यूस  करने की प्लानिंग और वो ऐसा क्यू करेगी और अब जिसके लिए उसे अब खुद से सोरी भी बोलना पढ़ रहा है।     तभी मैग्गी वहां से जाने ही लगती हैं क्युकी शायद जितनी इंस्ल्ट  और गुस्सा नक्ष ने उस के उपर करना था वो शायद खत्म हो गया है और मैग्गी जा ने ही लगी  फिर से नक्ष ने उसे रोक कर कहा... "इडियट  अब कहां जा रही हो।"     वही ये सुन कर मैग्गी उसकी बात सुनकर मन मे बोली... "क्या और कुछ भी रह गया था बोलने के लिए जो हिटलर इतना कुछ कहने के बाद वो मुझे और सुनना चाहता है।" लेकिन तभी वो नक्ष को देख कर जल्दी से स्माइल करते हुए शांत आवाज में बोलती हैं! "बॉस दो घंटे तक आपकी मीटिंग होने वाली है तो उसी की डिटेल्स की फाइल.... मेरे डेस्क मै रखी हुई है उसे लेने जा रही थी।"     वही ये सुन कर नक्ष उसके हाथो में अपनी कॉफी को देखने लग जाता है और अपनी एक आई ब्रो उठा कर बोलता है... "ओर मेरी कॉफी " वही उस की बात सुन मैग्गी जल्दी से नक्ष के पास आकर कॉफी के मग को उसे हुए कहती है! "सॉरी बोस ये आप की ब्लैक कॉफी!" वही उसकी सोरी सुन कर नक्ष अब अपने हाथो में कॉफी को एक नजर देख कर फिर वापिस मैग्गी के हाथो में कॉफी का मग  देते हुए कहता है...  "पहले तुम इसे पी कर टेस्ट करो!" वही ये सुन कर मैग्गी।रोनी सी शक्ल बना कर कहती है। "क्या आप अपनी इस काली कड़वी कॉफी को मुझे पीने के लिए बोल रहे हैं।" वही नक्ष उसे अपनी आंखो से घूरने लग जाता है  जिसे देख कर अब मैग्गी अब बिना कुछ कहे अपने दिल को समझा कर कॉफी का मग मुंह में लगा उस  कॉफी की सिप पी लेती है। जैसे ही मैग्गी ने कॉफी की पेहली सिप ली.. वो उसे इतनी जायदा कड़वी और जहरीली लग रही थी कि अभी उसे अपने मुंह से बाहर फेंक दे। काश वो ऐसा कर पाती क्युकी अभी भी दो गहरी काली आंखे उसे ये ऐसा करने के लिए रोक रही थी। वही मैग्गी ने बहुत मुश्किल से नक्ष के सामने खड़े होकर आधी कॉफी पी ली थी जिसे देख कर अब नक्ष उस के हाथ से कॉफी मग ले कर बोला!   "stop idiot And get out of my cabin!"     वही ये सुन कर मैग्गी तेजी से उस के केबिन से जल्दी से भाग जाती है कि कही फिर से नक्ष उसे न रोक ले। क्योंकि इतनी मुश्किल से उसका टॉर्चर टास्क खत्म हो गया था । अरे जहां पर सांस लेने में दिक्कत हो रही हो वहां कोई कैसे रह सकता है और वापिस आने की बात तो सोचेगा भी क्यू.... वही मैग्गी भी चेन की सांस लेने केबिन से बाहर निकल गई थी।      वही मैग्गी के जाने के बाद नक्ष अपनी मास्टर चेयर से उठ जाता है और वही कॉफी का मग अपने हाथों में लेकर अपने केबिन की  विंडो के पास आकर मग मे बची हुई आधी  और मैग्गी की झूठी कॉफी को सकून और शिद्दत के साथ पीने लगता है। जैसी उसकी ब्लैक कड़वी काफ़ी बहुत ज्यादा मीठी हो।         आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही Follow करना मत भूलना! Thank you

  • 4. Chapter-4.(तुम्हे किस हद तक चाहता हूं।)

    Words: 1462

    Estimated Reading Time: 9 min

     ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।  Ab Aage--- नक्ष इम्तिनान से अपनी कॉफ़ी  पी रहा था । नक्ष ने अपने कानो मे Bluetooth लगाया हुआ था जिसे  नक्ष अपने हाथ से प्रेस कर देता है। तभी उस के कानो में उस के  असिटंट  रौनक कि  आवाज सुनाई दी। "सर! आपने जैसा कहा था मैने वो कर दिया है। उस लड़के के दोनो हाथो की सारी उंगलियां कट चुकी हैं। ओर आज के बाद   क्लब में अब मैग्गी के आस पास कोई लड़का नहीं दिखेगा!" वही ये सुन कर नक्ष Bluetooth को फिर से प्रेस करके कॉल डिसकनेक्ट कर देता है।   ओर मग को देखता है जिसमे मैग्गी  के  स्टोबरी फ्लेवर लिप के बाम की खुशबू उसे महसूस हुई थी जिसे मेहसूस करते हुए नक्ष अपनी पूरी कॉफी पी लेता है और वापिस अपनी मास्टर चेयर पर बैठ कर अपने लैपटॉप को ऑन कर देता है! 💻तभी लैपटॉप की स्क्रीन पर  मैग्गी की बहुत सारी तस्वीर उसके सामने चलने लगी है जिस देख कर नक्ष उन तस्वीरें को स्क्रीन पर के ऊपर हाथ फेरते हुए एक जनून के साथ कशिश भरी आवाज में कहता है! "। I know idiot you hate me बट you don't know की मै तुम्हे किस हद तक चाहता हूं। तुम्हारे लिए क्या फील करता हूं।  तुम्हे लगता है कि मै तुम्हे हमेशा डांटता रहता हूं गुस्सा करता हूं ! ओर तुम्हारी इंसल्ट करता हूं। पर क्या करूं तुम्हारे सामने कमजोर नही होना चाहता हु क्युकी तुम मेरी कमज़ोरी हूं। क्युकी मै अपने बदले में तुम्हे हर्ट नही कर सकता हूं। इसलिए तुम्हे मुझे अपने दुश्मनों की नज़र से बचा कर रखना है मे नही चाहता हूं कि तुम उनकी नजर मै आओ। बस एक बार मैं अपना बदला पूरा कर लूं। उस के बाद तुम सोच भी नहीं सकती हो कि मेरा जनून तुम्हारे लिए कितना है। अभी जितना दूर रहना है रह लो क्योंकि उस के बाद मैं तुम्हे अपने प्यार ओर अपनी बाहों कि कैद से दूर नहीं होने दूंगा! मैने तुम से हद से भी जायदा मोहब्बत करी हे। इसलिए तुम सिर्फ मेरी हो।"  मैग्गी जो एक नॉर्मल लड़की थी उसे अभी तक इस बात से पूरी अनजान थी कि जिस बॉस को हिटलर बोल कर दिन रात उसे कोसती रहती है। उसी का वही बॉस दिन रात उसी के इश्क में डूबा था हे और उसे अपने बनाने का फैसला कर चुका है। नक्ष डोबरियाल मेगी को देख कर उस के प्यार मे बेहंताह पागल हो चुका था। क्योंकि मैग्गी एक ऐसी  लड़की थी जिस की कमियों को देख कर भी नक्ष ने खुद अपने लिए चुना था। पर नक्ष जो मैग्गी के सामने तो उसे बुरी तरह से  डांटता ओर गुस्सा करता  था लेकिन उस की गैर हाजिरी मै  उसी की तस्वीर को देख कर अपने प्यार को जाहिर करता था ओर उसे प्रोटेक्ट करता था। क्योंकि मैग्गी अपनी बेफ़कूफी की वजह से खुद ही मुसीबतों को अपने पास आने के लिए इनवाइट करती थी। क्योंकि मुसीबतों को उस के पास जाने का शौंक नहीं था इसलिए मेडम हर बार कुछ कुछ कर के फंस ही जाती थी। जैसे कि मैग्गी कल रात क्लब में ड्रिंक पी रही थी कि तभी एक लड़के ने उसके पास आने की कोशिश करी थीं जिस के साथ मैग्गी नशे में फ्रेंडली हो ड्रिंक पीते हुए डांस कर रही थी। जो मैग्गी को नशे में देख कर उस का एडवांटेज लेना चाहता था। लेकिन वो लड़का कुछ कर पाता तभी वहां पर नक्ष ने आ कार उस लड़के को उसी समय मैग्गी से दूर कर दिया था। क्युकी नक्ष मैग्गी के ऊपर अपनी नजर बना कर रखता था। इसी वजह से नक्श  पीछे उसी क्लब में आ गया था। मैग्गी को उस लड़के से दूर कर के उस लड़के को अपने गार्ड को सौंप चुका था। ताकि आज के बाद वो लड़का किसी भी लड़की को छू भी न पाए। और कल रात को नक्ष खुद मैग्गी को अपनी गोद में उठा कर उसे उसके फ्लेट तक छोड़ा कर गया था जो वो हमेशा करता था। जब मैग्गी नशे में टून रहती थी। ओर आज तक मैग्गी को कभी इस बाते से पता नहीं चलता था क्युकी मैग्गी  ड्रिंक पी कर पूरी टली रहती थी और जब उसे होश आता था तो उसे कुछ भी याद नहीं रहता था उसे यही लगता था कि वो खुद क्लब से खुद ही अपने  आप चल कर घर आती है।     वही दूसरी तरफ....      मैग्गी नक्ष के केबिन के बाहर एक कॉर्नर पर अपने डेस्क पर गुस्से से बैठी हुई थी क्यूंकि हिटलर ने उसे अपनी जहरीली बातो के साथ पैनिशमेट के तोर पर कड़वी कॉफी को जो पिला दि थी। इस वक्त उसके मुंह से कड़वी कॉफी का टेस्ट जो उसे बहुत बुरा लग रहा था  इसलिए अपने डेस्क के ड्रॉ से एक  स्वीट कैंडी को निकाल कर अपने मुंह में डाल दिया और उसे खाने लगती हैं जिससे उसका मुंह का टेस्ट मीठा हो जाता है। मैग्गी अपने डेस्क पर  बैठ कर नक्ष के केबिन की तरफ गुस्से में घूर ही रही थी। जहां से फिलहाल उसे गिलास की वॉल ही नजर आ रही थी जो अभी अंदर  व्हाइट कार्टन से ढकी हुई थी। जहां से अभी उसे केबिन के अंदर दिखाई देना मुश्किल था।   "समझता क्या है ये खुद को। मुझे बोल रहा था कि मेरे पास दिमाग नही है... दिमाग नही है तो ये तो देखना चाहिए था कि मै कितना हार्ड वार्किंग हूं। इसे मेरा हार्ड  वर्क नजर नहीं आता है।    ओर ऊपर से अपनी गंदी और जहरीली से कड़वी कॉफी मुझे पिला दी। मेरा मुंह का टेस्ट हो खराब कर दिया।  अरे कोई इतनी कड़वी ओर ज़हरीली कॉफी कैसे पी सकता है। मैं भी न  आखिर भूल क्यों जाती हूं । की कोई नही , बस ये हिटलर ही इतनी कड़वी ओर ज़हरीली कॉफी  पी सकता है ताकि इस के बाद अपने मुंह से हमेशा जहर  ही उगल सके। हिटलर!!!!!!" मैग्गी ने वॉल की तरफ गुस्से से भरी नजरों से देखा और अपने लूज स्पेक्स जो नाक की तरफ गिर रहा था उसे  सही करते हुए दांत पीसते हुए टेबल पर हाथ पटक कर कहा   "एक तो मुझसे इतना सारा काम करवा रहा है और मेरी पूरी सैलरी भी काट रहा है।" मैग्गी जो अपने गुस्से के साथ सैलरी  फिक्र करते हुए अपने आप से बड़ बड़ा रही थी और तभी नक्ष के बारे में बात करते हुए बोली.... "इसे पता नही है क्या कि  पूरी सैलरी  कितनी जायदा इंपोटेंट होती है। अरे हां इसे कैसे पता होंगा क्युकी ये तो खुद बॉस है। ये सैलरी लेता नही है सिर्फ काट सकता है। हिटलर कही का। पता नहीं इतना रुड क्यू है और डेविल  भी इसे देख कर तो लगता था कि इसकी ऐसी हरकते रही तो कैसे कोई लड़की इसे पसंद करेगी। हम्मम.... छोड़ो मुझे क्या लेना इस हिटलर से। वैसे भी इसकी तो पहले से एक फियौंसी हैं।  जो पता नहीं क्यू बेबी बोल बोल कर इसके आगे पीछे घूमती है। ओह मैं  क्यों इस हिटलर के बारे में बात कर रही हूं वैसे भी ये किसी को प्यार क्या प्यार से दो शब्द नहीं बोल सकता है।" ये कहते हुए मैग्गी अब अपने काम में लग जाति है कि तभी उसका फोन रिंग हुआ जो किसी अननोन नबर से आ रहा था मैग्गी  अपने काम करते हुए बिना अननोन नबर को देख कर ही कॉल को पिक  कर लेती है। जैसे ही मैग्गी ने हेलो कह पाती  कि तभी फोन के दुसरी तरफ से एक लड़के की रोमांटिक भरी आवाज उसके कानो में सुनाई दी। जिससे मैग्गी की आंखे बड़ी बड़ी हो जाती है क्युकी फोन पर उस लड़के ने ये कहा! "I लव U my माय स्पाइसी  तुम ने मुझे मिस किया न.. I know , तुमने मुझे मुझ से भी ज्यादा मिस किया होंगा। ओर तुम्हे मेरी फिक्र भी हो रही होंगी की मै ठीक हूं या नहीं ... क्युकी दो दिन तक पहले हमारी बात नही जो  हो पाई। पर मै तुम्हे बता दूं कि तुम्हे मेरी फिक्र कर ने की भी कोई जरूरत नही है.. क्युकी तुम्हारा बॉयफ्रेंड बिलकुल ठीक है। अच्छा अब तुम भी जल्दी से मुझे I Love U...   बोलो चश्मिश...!"   वही मैग्गी फोन पर गुस्से से उस लड़के की बात कब से सुनी जा रही थी जो उसे बोलने का मोका तक नहीं दे रहा था।    To be continue Chepter kaisa laga comment karke jarur batana sath me follow karna mat bhulna. .

  • 5. Chapter- 5.(प्लास्टिक सर्जरी करा दूंगा)

    Words: 1738

    Estimated Reading Time: 11 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं। Ab Aage---   "अपनी बकवास बाते बंद करो। ओर तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई  फिर से फोन कर के मुझे परेशान करने की, बेशर्म इंसान!! तुम ने आज तक मुझे जितने भी नबर से कॉल किया है मैने तुम्हारे सभी नबर को ब्लॉक किया है।  लेकिन तुम्हे फिर भी शर्म नहीं आती है तुम फिर से मुंह उठा कर मुझे किसी दूसरे नबर से कॉल कर रहे हो।  मै तुम्हे लास्ट बार बोल रही हूं और इसे तुम मेरी वार्निंग ही समझ लो ! तुम जो कोई भी हो जिस दिन तुम मेरे सामने आ गए न.. मै तुम्हे अपनी चप्पल से पीटोंगी। चाहे मुझे 200 रुपए जायदा दे कर दूसरी ही लेने ने पड़े। मैं एक दिन तुम्हारे ऊपर एसिड फेंक दूंगी । ये तुम रोज मुझे फोन पर जबरदस्ती मेरा बॉयफ्रेंड बन ने का दावा करते हो एसिड फेंक ने के बाद किसी को अपनी सूरत दिखाने के काबिल भी नहीं बचोगे।"     मैग्गी जो कब से उस लड़के के फोन पर बकवास  बाते सुन रही थी तभी उस का गुस्सा जो उसे नक्ष के उपर था वो सैलाब कि तरह उमड़ पड़ा जिससे वो इतना गुस्सा और चिल्लाते हुए बोल रही थी कि उसकी सांसे तेज हो गई और वो हाफने लगी। लेकिन फोन अब तक डिस्कनेक्ट नही हुआ था और  वो लड़का हंसते हुए मैग्गी से बोला "अरे चप्पल या एसिड फेंक ने से मै मुझे कुछ नहीं होने वाला पर हां अगर तुम इस वक्त मुझे एक किस देदे तो शायद मै शर्म से कही मुंह न दिखा पाऊं। वो क्या है ना तुम्हे नही पता है मै बहुत ज्यादा हैंडसम हूं।"   "देखो अपनी ये रोड साइड और  छपरी  लैंग्वेज और ये क्या कहते हैं हां याद आया.. दिल फेंक आशिक की तरह मुझ से  बाते मत किया करो। समझे मुझे ऐसी बाते बिलकुल भी पसंद नहीं है।" मैग्गी ने सभी तरह के एग्जांपल वाले  आशिको के नाम के साथ उस पर भड़कते हुए कहा।   "फिर मै कैसे कहूं!  तुम मुझे सिखा दूं न!  मुझे तुम से कैसी और प्यारी प्यारी बाते करने चाहिए जिस से तुम मुझ पर पूरी फिदा हो जाऊंगी। ताकि मै तुम्हारे साथ हर वक्त रोमांस कर सकू। ओर उस मैं तुम्हे बहुत जायदा मजा आएगा क्योंकि तुम जानती नहीं हो मैं बहुत जायदा मेहनती हूं। प्रोमिस रोमांस करते हुए बिल्कुल भी नहीं थकूगा!" उधर से फोन पर उस लड़के ने और फ्लर्ट करते हुए कहा।     अब जिसे सुनने के बाद मैग्गी को इतना गुस्सा आ रहा था कि वह लड़का अगर उस के सामने होता तो सच में मैगी उस का मुंह नोच लेती। लेकिन यह कुछ सोच कर मैग्गी अपने गुस्से को काबू करते हुए फोन पर थोड़ा सा इमोशनल   ड्रामा करते हुए बोली,! "देखो तुम्हे कोई गलत फहमी हुई है। मै वो लड़की नही हो सकती हूं जिसे कोई लड़का पसंद कर सकता है। तुम्हे मेरे साथ बात करने में मजा आयेगा लेकिन मेरी शक्ल देखोगे न तुम वैसे ही भाग जाऊगे। मै खूबसूरत नही हूं और न ही जायदा सुंदर...तुम्हे मुझ से भी अच्छी लड़की मिल सकती हैं ट्रस्ट मि! तुम बस मेरे साथ अपना टाइम पास कर रहे हो इसलिए बेहतर है कि तुम्हे अपने लिए एक अच्छी सी लड़की को ढूंढना चाहिए।"   ओर ये कह कर मैग्गी होठों पर मुस्कुराहट के साथ मज़े लेते हुए कैंडी खाने लगती है।     "तुम्हे क्या लगता है कि तुम मुझे अपने आप को खुद ही रिजेक्ट कराने की कोशिश  करोगी । ओर मुझ से अपना पीछा ये कह कर छुड़ावा लूंगी कि तुम सुंदर नहीं हो।और मै वो मै कर लूंगा! नो नेवर स्पाइसी!!!"। ये बाते उसने थोड़ा सीरियस टोन में कहा था कि जिससे मैग्गी मुंह बना लेती है क्युकी उसने ये सब जान बूझ कर कहा कि वो लड़का उसे परेशान करना छोड़ दे। वही मैग्गी कुछ कहती तभी       वो लड़का मैग्गी को छेड़ते हुए कहता है। " वैसे कोई बात नही अगर तुम सुंदर नही हो तो मेरे पास उस का भी एक solution  है।" "क्या!" मैग्गी ने हैरानी से पूछा...   उस लड़के ने जवाब दिया "प्लास्टिक सर्जरी! मै तुम्हारे पूरे फेस की पूरी प्लास्टिक सर्जरी करा दूंगा तब तो तुम सुंदर के साथ खूबसूरत भी दिखोंगी। पूरी तरह से अपने मुताबिक तुम्हारे चेहरे को बदल दूंगा।"     "you बास्टर्ड मै सच मै तुम्हारा मर्डर कर दूंगी!   अब तो हद हो गई है प्लास्टिक सर्जरी करवाओगी मेरी। तुम्हारा मुंह मार मार है सुजा कर तुम्हे बदसूरत कर दूंगी। ओर फिर जा कर अपने चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी करा लेना समझे और आज के बाद मुझे फोन कर ने की कोशिश भी मत करना। " गुस्से में भड़कते हुए मैग्गी फोन काट ही रही थी कि तभी वो लड़का बोला! "वैसे क्या बात है, आज मेरी स्पाइसी इतने गुस्से में क्यों है ? लगता है आज फिर से हिटलर ने तुम पर गुस्सा किया। अरे उसकी तो आदत है ! ये तुम क्यू उस के बारे में सोच कर अपने छोटे से दिमाग को खराब मत किया करो। अच्छा अब गुस्सा छोड़ो और मेरे बारे में अच्छे से सोचना की मै तुम्हे कैसे सही से प्रोपोज करूंगा"     वही मैग्गी उस की बात सुनती थोड़ी देर के लिए थोड़ी सी इफेक्ट हो गई थी ! लेकिन तभी मैग्गी  फोन पर चिल्ला कर बोली! "अपनी बकवास बन्द करो और मै तुम्हे ब्लॉक कर रही हुं और इस के बाद तुम ने मुझे फिर से किसी दूसरे से फोन किया न तो मुझ से बुरा कोई नहीं होंगा" ओर ये कह कर मैग्गी कॉल कट कर देती है क्युकी अब उस के अंदर इतनी सेहनशीलता नही थी की वो उस लड़के को और बकवास भी सुन पाए। एक तो  इतना सारा काम उसके सामने पढ़ा हुआ था जो अभी एक एम्प्लॉय उसे नक्ष के कहने बहुत सारी फाइल उसके डेस्क पर छोड़ कर गई थी। जब वो फोन पर बात कर रही थी। मैग्गी अपने सामने फाइल के ढेर को देखती है और अपने फोन को देखती है और फिर खुद से कहती हैं! ." ये हिटलर का टॉर्चर (मतलब अभि डेस्क पर रखी फाइल)   ओर दूसरा ये सर दर्द ( जो अभी फोन पर बात करके उसे हो रहा था)  टॉर्चर को तो मुझे झेलना ही है मजबूरी है लेकिन ये  फालतू का सर दर्द मुझे उसकी कोई जरूरत नही है।पता नहीं कोन है ये सर दर्द! लगता हैं कोई बेरोजगार होंगा तभी तो उस के पास इतना टाइम हे फोन कर के मेरा दिमाग खाने का।"   वही दूसरी तरफ... दिल्ली शहर के एक खूबसूरत विला में जो जंगलों के बीच मे था जहां पर आस पास कोई भी घर या सड़क तक नही दिखाई दे रही थी। इस वक्त ये विला पूरे जंगल से घिरा हुआ था। ओर इसी विला के एक कमरे मे बैठ कर एक लड़का फोन की स्क्रीन पर एंड कॉल को देख कर मुस्कुरा रहा था और खुश होते हुए हंस भी रहा था। तभी वो फोन को अपने सीने से लगा कर दिलकश आवाज में खुद से कहता है,! "मैग्गी.कब तुम मेरी होंगी। तुम्हे नही पता मै सिर्फ़ तुम्हारा ही दीवाना हूं। जब तुम मेरे सामने होती हो तो मै ही जनता हूं कैसे अपनी फीलिंग को कंट्रोल करता हूं।इसलिए तो अपनी फीलिंग तुम्हे फोन पर रोज कहता हूं कि मै तुम्हे कितना चाहता है लेकिन तुम मुझे और मेरे प्यार को ब्लॉक कर देती हो। लेकिन मुझे सिर्फ तुम्हारे ब्लॉक हार्ट को खुद के लिए अनब्लॉक करना हे ताकि वहां पर मै अपनी जगह बुक कर सकूं। एक बार तुम्हे मुझ से प्यार हो गया न तो नक्ष भी कुछ नहीं कर पाएगा!!!"   ये लड़का अक्ष था  नक्ष का  वही ट्विंस भाई जो हुब हूं नक्ष की तरह दिखता था वही काली गहरी आंखे और वही चेहरा वही बॉडी... यहां तक कि दोनो के हेयर स्टाइल भी एक  जैसा था। बस उन दोनो मै थोड़ा डिफरेंस ये था कि नक्ष दिमाग से जायदा सोचता था और उस के अंदर सब्र था। पर वही अक्ष दिमाग से सोचता तो था लेकिन  जायदा डिस्प्रेट हो जाता था। वही नक्ष जितना गुसैल और खतरनाक था तो वही अक्ष बहुत ज्यादा जिदी  जिसे जो चाहिए उसे अपना बना कर हासिल कर लेता था। दोनो के बिहेवियर  और नीयत से ही इन दोनों का पता चल सकता था कि कोन नक्ष है और कोन अक्ष! पर अभी तक दुनिया के सामने ट्विन ब्रदर्स खुद को एक जैसे कि तरह सेम बन कर प्रिटेंड करते थे। जिस से उन की आदत भी एक दूसरे से की तरह होती थी चाहे वो नक्ष का गुस्सा क्यों न हों।   ट्विन ब्रदर्स अभी भी एक साथ रह कर दुनिया की नजर में एक यानी सुहाना ओर शिवांश जी का एक लोता बेटा नक्ष डोबरियाल बन कर रहते थे। अभी तक किसी को ये बात पता नहीं चल पाई थी कि अभी तक  दोनो  उस इंसान को डूंड रहे है जो उनके असली मां बाप के कातिल थे। वही सुहाना ओर शिवांश जो नक्ष के साथ रह रहे थे और उसे प्यार से पाल कर इतना बड़ा कर दिया था और वो इस बात से अभी तक इतने सालो से  अनजान बन रहे थे कि उन का एक बेटा नही है बल्कि दो बेटे हैं।     वही नक्ष जो मैग्गी को पसंद करता था तो वही अक्ष भी मैग्गी के प्यार में  उतना ही पागल था। दोनो भाई का पागलपन जनून बस एक लड़की बन चुकी थीं जो ओर कोई नहीं मैग्गी ही थी ।   अक्ष मैग्गी को फोन किया करता था और उसे फोन पर फ्लर्ट करते हुए इंप्रेस करने के कोशिश करता था  और मैग्गी की साथ नक्ष की बुराई भी करता था कि वह सच में हिटलर है।  क्युकी नक्ष उसे मैग्गी के सामने नही ही जाने देता था और वजह यह है कि मैग्गी का प्यार का  खुम्मार नक्ष के साथ अक्ष पर भी उतना ही छाया हुआ था। जिस बात से नक्ष भी वाकिफ था. To be continue   कहानी पसन्द आ रही है तो भर भर कर कमेंट करके अपना प्यार जाहिर करो. वैसे क्या लगता है twin Brothers  मे से किसे मिलेगी उस की सच्ची मोहब्बत। कोन पहले बना लेगा मैग्गी के दिल में अपने लिए खास जगह!  Thank you                              

  • 6. Chapter -6.(Devils Brothers passionate Love her)

    Words: 1440

    Estimated Reading Time: 9 min

     ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं। "Unforgettable Devil's Love her " Ab Aage रात के समय.... रात के अंधेरे में जंगल के एक सुनसान इलाके पर अभी नक्ष  बिना भाव के  अपने सामने  एक अधेड़ उम्र का आदमी देखे जा रहा था जो पूरी तरह से केरोसिन से भीगा हुआ था क्युकी ये केरोसिन अभी अभी उस आदमी के उपर नक्ष ने ही गिरा कर उसे पूरा भिगा दिया था। अभी वो आदमी अपने दोनो हाथो को जोड़ कर नक्ष के सामने अपनी जान की भीख मांग रहा था कि  वो उसे जाने दे और उस की जान को बख्श दे। वही अब नक्ष उस आदमी की बात सुन कर उसे सर्द भरी आवाज में कहता है.। "मै तुम से सिर्फ एक सवाल पूछूंगा , ओर तुम्हे जाने का मोका भी एक बार ही दूंगा!"   वही वो आदमी जल्दी से नक्ष की बात मान जाता है! "सालो पहले तुमने जिन दो बच्चो को आग में जलाया था। ये सब तुम ने किस के कहने पर किया था नाम बताओ उस का!" नक्ष ने अपने गुस्से में तिमतिमात हुए पुछा! जिसे सुन कर डरते हुए वो आदमी बोला.... "मुझे सच में कुछ नही पता था कि वो आदमी कोन था बस किसी ने मुझे फोन किया था और उन दोनो बच्चों को मारने के लिए कहा था जिस से उस इंसान ने मेरे अकाउंट में 1 करोड़ उसी समय डाल दिए थे। मुझे नही पता है कि वो  कोन है। ओर मै तो तुम्हे भी नहीं जानता हूं। प्लीज मैने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है। अब जाने दो मुझे।" वही नक्ष उस आदमी की बात सुन कर उसे  जाने का इशारा करता है। जिस से वह आदमी नक्ष से कुछ ही दूरी पर तेजी से चल कर पहुंचा ही था कि तभी उस आदमी के सामने एक दम से अक्ष आ कर खड़ा हो कर उस का रास्ता रोक लेता है। अब वो आदमी अक्ष को नक्ष समझ लेता है क्युकी दोनो एक जैसे दिखते थे।जिसे देख कर वो आदमी जल्दी से बोलता है। "तुमने मुझे छोड़ दिया था और जाने के लिए कहा था तो तुम मुझे क्यों जाने नही दे रहे हो।" उस आदमी ने डरते हुए अपनी बात कहा क्युकी अभी अक्ष के चेहरे पर बहुत ज्यादा गुस्सा था जिसे देख कर वो आदमी डर जाता है। लेकिन जैसे ही उस ने अपनी बात ख़त्म करी थीं की तभी ठीक पीछे  खड़े नक्ष की सर्द आवाज़ उस के कानो मे  आवाज सुनाई दी! "जाने के लिए उस ने नही मैने कहा था। " वही ये सुन कर वो आदमी पीछे मुड़ कर देखता है तो हैरान हो जाता है क्युकी अभी उस के सामने एक चेहरे वाले दो इंसान खड़े हुए थे जिन के बीच मे वो अभी खुद खड़ा हुआ था।दोनो के चेहरे इस वक्त किसी बीस्ट से भी ज्यादा डरवाने लग रहे थे। "तुम दोनो ... क्या...  सच में वही हो... मैने तो...!" उस आदमी ने डरते हुए अपने जेहन दो छोटे बच्चे की चेहरे को याद करते हुए अपनी आधी बात ही कह पाया था क्युकी वो आदमी दोनो को अब पहचान गया था  की आखिर अभी उस के सामने कोन है। जिस से उसे अतीत में अपने बुरे काम को याद करते हुए अब नक्ष और अक्ष से बहुत जायदा डर लग रहा था इसलिए वो अब यहां से भाग जाना चाहता था क्योंकि उसे अब अपनी मौत नजर दिखाई दे रही थी। लेकिन वो भाग नही सकता क्युकी इस वक्त वो आदमी ट्विन ब्रदर्स के गिरफ्त में आ चुका था जहां से कोई पंछी का भाग पाना भी नमुमकिन था। वही अन अक्ष  और नक्ष दोनो उस आदमी के इर्द पर घूमने लगे और घूमते हुए एक एक करके  गुस्से में बोलते  है! " अरे महेश अंकल! इस उम्र में भी आप की यादाश्त बहुत तेज हे आखिर आप को अपने बुरे कर्म याद आ चुके हे। कि हम  वही हैं।  हां वही छोटे बच्चे , जिन्हे आपने मारने की कोशिश करी थी। नक्ष और अक्ष! " वही ये सुन कर महेश के डर से पसीने छूट रहे थे क्युकी  दोनो ट्विंस उसे के इर्द गिर्द ऐसे चक्कर काट रहे थे जैसे कोई शिकारी अपने शिकार पर अटैक करने के लिए उस पर झपट ने वाला हो।   डरते मेहश उन दोनो से बोला "मुझे माफ कर दो बेटा,मै उस समय उस इंसान की बात पर आ गया था और मैने तुम्हे मारने के कोशिश करी।प्लीज मुझे छोड़ दो। तुम मुझे जो सजा देना चाहता हो मुझे मंजूर है यहां तक कि मै अपने आप को अरेस्ट करवा लूंगा।   मैं तुम्हारे पापा का दोस्त हूं!प्लीज मुझे माफ कर दो। " "माफ कर दे और वो भी तुम्हे जिस ने अपने दोस्त को धोका दिया और फिर अपने दोस्त के बच्चे को जान से मारने की कोशिश करी!" नक्ष महेश के आस पास  वैसे ही घूमते हुए बोला जिस की आंखो में गुस्सा ओर दर्द भी था। "तुम ने जो भी किया है अब वक्त आ गया है कि तुम हमारी भरपाई कर पाओ। क्योंकि हम अपना कोई भी काम अधूरा नहीं छोड़ते है!" अक्ष ने ये कहते हुए मेहश के उपर अपने पॉकेट से एक लाइटर  निकाला और जला कर महेश के ऊपर फेंक  दिया। वही मेहश जो पहले से ही केरोसीन से पूरी तरह भीग हुआ था जिस से लाइटर आग की चेपट में  पूरी तरह से आ गया था। वही मेहश की दर्द भरी चीखें ट्विंस ब्रदर के कानो में साफ साफ सुनाई दे रही थी जिस से उन्हे बहुत सकून मिल रहा था। वही मेहश आग की तपिश में जल ने लगा था और इधर ट्विंस ब्रदर को उस देख कर उन के दिल में ठडक महसूस हो रही थी। ये तो ट्विंस ब्रदर की दहशत थी और बदले की आग जिस मे अभी  बहुत लोगो को जलना बाकी है। क्योंकि ट्विंस ब्रदर और कोई नहीं डेविल है।   कुछ ही देर बाद. नक्ष और अक्ष दोनो आमने सामने खड़े होकर एक दूसरे को घूर रहे थे। नक्ष गुस्से में अक्ष कहता है! "she is mine...So stay away from meggi आई बात समझ में। आगे से तुम ने फोन कर के मैग्गी के साथ जो भी बकवास करी और उसे परेशान किया था मै तुम्हे उस से और भी ज्यादा दूर रखूंगा!"   "क्यू मै उसे दूर क्यू रहूं , उसे तुम से प्रोब्लम है न कि मुझ से, नक्ष मैग्गी को मै भी प्यार करता हूं। ओर हम दोनो मे इस बारे में अच्छे से डिस्कशन हो चुका है। जो पहले मैग्गी को अपना बना लेगा दूसरा खुद ही पीछे हट जायगा । You know we are brothers.... हमें एक दूसरे से लड़ना नही है... जीतना है। ओर मुझे पता है. मै तुम्हे हरा कर जीत सकता हूं।वो क्युकी मुझे पता है मैग्गी को मै कैसे अपना बना सकता हूं।तुम्हारी तरह नही..रोज उसे डांट कर और उसे इंसल्ट कर के....मुझ से वो खुल कर लड़ सकती है यहां तक कि अपने दिल में भरे गुस्से को भी मुझ से बयां करती हैं। लेकिन तुम्हारे साथ... ऐसा कुछ भी नहीं है! तुम करो जो तुम्हे करना है और मै वही करूंगा जो मै करना चाहता हूं।"   अक्ष और नक्ष twin Brothers जिनका बदला और नफरत के साथ साथ उन का प्यार भी सिर्फ एक लड़की बन चुकी थी और वो भी मैग्गी जिस कोई खबर ही नहीं थी। ट्विंस ब्रदर दोनो को  एक दूसरे के बारे में पता है कि उन्हें मैग्गी से ही प्यार हे इसलिए मैग्गी को अपने प्यार का अहसास करवाना चाहते थे। पर दोनो ने एक दूसरे को खातिर ये भी डिसाइड किया था लास्ट मे मैग्गी जिसे पहले पसंद करेगी तो दूसरा खुद ही पीछे हट जायगा। वैसे ऐसा अभी तक  दोनो ने ये डिसाइड कर के रखा हुआ था लेकिन ऐसा हो सकता है वो तो आगे कहानी में पता चल ही जाएगा। कोन अपना प्यार पा लेगा और कौन अपना प्यार भुला कर पीछे हट जाएगा। या अपने प्यार को पाने के लिए आखिर तक लड़ेगा! ( अगर आप मे से किसी को कोई आईडिया है तो कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताना, देखते हे कौन सही गेस्ट करेगा 😂😂)     To be continue आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना। साथ ही मुझे ( KT GIRL NOVEL QUEEN 👑) को फॉलो करना मत भूलना। So see you soon next chapter ❣️ Thank you                  

  • 7. chepter -7.( बेड पर बहुत ही wild हूं!)

    Words: 2012

    Estimated Reading Time: 13 min

    Ab aage-- "ओके फाइन !  जा रहा हूं मैं आज डोबरियाल मेंशन!वैसे भी बहुत ज्यादा दिन हो चुके है अपनी मॉम के हाथ के बने हुए लज़ीज़ खाने को खाए हुए।" अक्ष ने कार में बैठते हुए नक्ष से कहा क्युकी आज नक्ष डोबरियाल मेंशन नही जाना चाहता था जो क्या वजह थी वो आप को पता चल ही जायगी!. इसलिए अक्ष को अपने बदले डोबरियाल मेंशन जाने दे रहा था। वही अक्ष  कार को स्टार्ट करते हुए नक्ष की ओर देख कर  मुंह बना कर बोलता है.! "तूने आज पक्का हमारी मॉम को अपनी रुडनेस बिहैव से हर्ट कर दिया होंगा। बेचारी कितनी प्यारी है वो , हम उनके असली बच्चे भी नहीं है फिर भी मॉम हम पर अपनी जान छिड़कती है। ओर एक तू जो उन की बात नही सुनता है और उस की वजह से मॉम नाराज हो जाति है ! I am sure उन्होंने अभी तक कुछ खाना भी नही खाया होंगा। मतलब .बेचारे डेड भी भूखे होंगे.... ओह गॉड।बेचारे डेड पहले ही diabetes patient हैं। मॉम को भूखा देख कर उन्होंने ने भी कुछ भी नहीं खाया होंगा सिर्फ इस हिटलर की वजह से!"     अक्ष ने नक्ष को घूरते हुए कहा जो उसे देख कर  इविल स्माइल करते हुए कहता है। " Thank you for your compliment अब तुम्हे जाना चाहिए!  10 मिनट के अंदर मॉम के पास जाओ और उन्हे खुश रखना। मै सुबह होने से पहले पहुंच जाऊंगा।" वही ये सुन कर अक्ष अपनी कार से वहां से निकल जाता है और वही अब नक्ष भी अब अपनी कार में बैठ कर स्माइल करते हुए खुद से कहता है! "अब तुझे पता चलेगा  मेरे छोटे भाई कि मै आज घर क्यू नही जाना चाहता हूं। वैसे आज मेरा मूड बहुत अच्छा है तो मुझे तो इस वक्त अपने मूड को खराब करने के लिए किसी के पास जाना चाहिए। क्युकी मुझे जायदा खुश रहने की आदत नहीं है।" वही दूसरी तरफ.... डोबरियाल मेंशन.. डोबरियाल मेंशन आज भी उतना बड़ा और आलीशान के साथ साथ खूबसूरत लगता था।  वही अक्ष जो नक्ष बन कर डोबरियाल मेंशन में आ जाता है और आते ही उस की नजर सोफे पे बैठी हुई सुहाना पर जाति है जो आंखें मैं नमी के साथ मुंह फूला कर शिवांश जी से शिकायत कर रही थी। "ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है। मेरा नक्ष जब छोटा था तो कैसे हर वक्त इस घर में मेरे साथ ही रहता था लेकिन तुम ने उस के सर पर और दोनो हाथों में अपना सारा बिजनेस दे दिया। देखो आज भी वो घर लेट हो गया है , सिर्फ तुम्हारे बिजनेस के काम से, अभी मेरा बेटा भूखा हो कर तुम्हरा सारा काम कर रहा होंगा। पता नहीं कुछ खाया भी होगा या नहीं।" "अरे सुहाना... प्लीज अब शांत हो जाओ। नक्ष ने कहा है कि वो आ रहा है तो तुम क्यू यहां पर अपने टीवी सीरियल की  फीमेल लीड बन कर रो रही हो। चलो अब मेरे साथ तुम भी खाना खा लो।"   शिवांश जी ने सुहाना का थोड़ा मजाक बना ते हुए कहा। "चुप रहिए आप...यहां मुझे मेरे नक्ष की फिक्र हो रही हैओर आप यहां पर मजाक कर रहे हैं। मुझे कुछ भी नहीं पता जब तक नक्ष मेरे सामने नही आता मै खाना नही खाने वाली। आप को खाना है तो जाईए और खा लीजिए!" सुहाना ने थोड़ा नाराज होते हुए कहा। वही सुहाना को नाराज़ देख कर कर शिवांश जी कुछ भी नहीं कहते है। वही  सुहाना जो अभी नाराज ही बैठी थी कि तभी  कोई उस के सामने घुटने के बल बैठ गया था। जिस से सुहाना अक्ष को देखती हैं जो उस के सामने अपने हाथो से कान पकड़ कर बैठा हुआ उसे देख रहा था।  वही अक्ष को देख कर सुहाना पहले तो खुश हो जाति हैं लेकिन फिर थोड़ा नाराज होकर कहती हैं! "ये किस लिए? कहीं तुम्हे अब ये याद तो नहीं आ गया है है कि तुम्हारी मॉम और डेड इस घर में भी रहते हैं ! या तुम ने सोचा कि उस कंपनी में ही पूरी जिन्दगी भर रहना चाहते हो।" "मॉम! आप क्या बोल रही है। मैने ऐसा कभी भी नहीं सोचा है। प्लीज अब आप मुझ से नाराज मत रहिए।आप जानते है अपने बेटे को! की आप का बेटा आप के लिए सब कुछ छोड़ सकता हे। लेकिन अपनी प्यारी मॉम को नहीं!" अक्ष अभी भी सुहाना के सामने अपने कान पकड़ बैठा हुआ था! जिस के हाथो को सुहाना उस के कानो से हटा कर कहती है। "अच्छा फिर तुम अब जायदा घर से बाहर क्यों रहते हो।?" जिस का जवाब अक्ष ने थोड़ा सीरियस होकर दिया.... "मॉम मै आप और डेड के लिए बहुत कुछ करना चाहता हूं। आज आप ने मुझे इस काबिल बनाया है कि मै सब कुछ कर सकता हूं। आप ने प्यार के साथ मुझे अपना नाम दिया है। ओर मै चाहता हूं मै आप के नाम को ऊंचाई पर ले कर जाऊ। इसलिए मुझे काम करना होगा ना। आप का अहसान हे मुझ पर तो मै आप!"आगे अक्ष के मुंह से कुछ शब्द निकल पाते की.... "चुप!!!! अगर फिर से तुम ने ऐसी बात करी तो मै तुम से बात कभी भी नही करूगी। समझे तुम सिर्फ मेरे बेटे हो। ओर नाम से जायदा मुझे मेरा बेटा प्यारा है।" सुहाना ने अब अक्ष को प्यार से गले लगा कर कहा क्युकी उन्हे बुरा लगा क्योंकि उन्होंने कभी भी नक्ष पर कोई अहसान नही किया है बस एक मां बाप का प्यार था नक्ष के लिए! जो किसी नाम का मोहताज़ नहीं था। सुहाना ही जानती थी कि नक्ष के आने से उसे अपनी जिंदगी में अहम ख़ुशी मिली है।  कुछ देर बाद डाइनिंग टेबल पर सुहाना अक्ष को बिठा कर खाना सर्व कर रही थी कि तभी शिवांश जी हंसते हुए  नख से कहते हैं! "नक्ष बैठा तुम्हारी मां मुझ पर कोई ध्यान नहीं देती है।अरे मै diabetes patient  हूं। तुम्हारे चक्कर में खुद के साथ साथ मुझे भी भूखा मारती है।प्लीज अब तुम जल्दी घर आया करो।वरना तुम्हारी मॉम सच में मै मुझे  एक दिन सच में भूखा मार देगी।" वही ये सुन कर सुहाना शिवांश जी को गुस्से में एक नज़र घूरती है जिस से शिवांश जी अब चुप चाप खाना खाने लगते है। ओर वही ये सब देख कर अक्ष अपने मन में कहता है.! "वैसे हम दोनों भाई बहुत ज्यादा अनलकी होने के साथ लकी भी है। जहां हम से हमारे रियल मॉम डैड दूर हो गए पर वही हमे दुनिया के सब से अच्छे मॉम डैड मिले हैं।" ये कह कर अक्ष खाना खाने लगता है कि तभी एक लड़की  वहां पर आती है और जल्दी से अक्ष के गाल पर किस करके उस के बगल में बैठ जाति है!   जिसे देख कर अक्ष अपनी आंखे कस कर बंद कर के नक्ष के लिए गुस्सा करते हुए अपने मन में बोलता है! " ओह अब समझ में आया मुझे , नक्ष आज घर क्यू नही आना चाहता था आज ये T  बेबी जो आई। नक्ष I will kill u... नक्ष. तुम इस T नाम की मुसीबत को मेरे गले बन्धना चाहते हो।"     अक्ष अब नक्ष के बारे में सोच कर चुप चाप खाना खा रहा था। पर उसे नक्ष के उपर बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था।   वही उस लड़की कि हरकत पर शिवांश जी और सुहाना हंस ने लगे और शिवांश जी बोले! "टिया बेटा  हमे पता है जल्द ही नक्ष के साथ तुम्हारी Engegment  होने ही वाली और जल्द ही शादी बेटा तब तक तो अपना प्यार सब से छुपा कर रखो वरना नजर लग जाएगी।" "क्या सच में अंकल!" टिया ने बहुत हैरानी उन्हे देख ते हुए  कहा। जिसे सुन कर  शिवांश जी  ने जल्दी से हां मैं सर हिला दिया।   "फिर तो आप जल्दी से मेरी ओर नक्ष की Engegment से पहले हमारी शादी ही करवा दीजिए कही किसी ने मेरे नक्ष को मुझ से छीन लिया तो मै क्या करूंगी। मैने तो अभी से ही सारी प्लानिंग की है नक्ष के साथ रहने के लिए की हम दोनों कैसे अपनी लाइफ में खुश रहेंगे।" वही अक्ष जो कब से चुपचाप खाना खा रहा था उसे पहले ही टिया से चीड़ हो रही थी ! क्युकी एक तो उस ने उसे ऐसे किस कर दिया जो उसे बिलकुल भी पसंद नहीं है और अब टिया पता नहीं क्या क्या बकवास कर रही थी जिस से अक्ष जल्दी से अपना खाना खत्म कर के रूम मे चला जाता हैं जिसे देख कर सुहाना मन मे फिक्र के साथ बोलती है! "पता नही नक्ष टिया से प्यार करता भी है या नहीं! मुझे तो फिक्र होती है कही नक्ष टिया का दिल न तोड़ दे।क्या है नक्ष के दिल ! हे भगवान मेरे नक्ष को खुश रखना!"   ये कह कर सुहाना अब प्यार से टिया के पास आ उसे कहती है! "टिया तुम जायदा सोच रही हो।। ऐसा कुछ भी नहीं होंगा!  हम तुम्हारी शादी नक्ष से कराएगे!"   "थैंक यू आंटी! आप बहुत ज्यादा स्वीट हो बस आप भी मुझे टिया नही T कहा करिए। मुझे बहुत अच्छा लगता है।" टिया ने मुस्करा कर कहा। "ओके T अब खुश!" सुहाना ने उस के सर पर हाथ फेरते हुए कहा। टिया uff T... जिसे बस अपना नाम T सुनना जायदा पसंद है। टिया एक खूबसूरत लड़की थी यूं कहें कि उस के मुकाबले और कोई लड़की खूबसुरत नही हो सकती हैं और न ही परफेक्ट ओर सब से जायदा उसे  एक दम सुंदर बन कर रहना जायदा ही पसंद था पर T अपनी चीज़ों के लिए बहुत ही ज्यादा पोजेसिव थी। टिया शिवांश जी के एक दोस्त की बेटी थी जो यूरोप में रहते थे।  शिवांश जी  ने नक्ष के साथ अपने दोस्त की बेटी के साथ शादी करवाने का फैसला किया था। क्युकी T हमेशा से नक्ष को पसंद करती थी जिस से  शिवांश जी ओर सुहाना को लगता था कि टिया नक्ष को  उनकी तरह बहुत प्यार दे सकती है। वही दूसरी तरफ.. एक होटल रूम के अंदर... मीता जो मैग्गी की दोस्त थी और रिपोर्टर का काम करती थीं और अभी एक रूम के अंदर परदे के पीछे खड़ी हो कर रूम में बैठे हुए दो आदमी की बाते बड़े ध्यान से सुन रही थी। ओर फोन पर उन की वीडियो बना रही थी।जो शायद इस वक्त कुछ सीक्रेट इलिगल बाते कर रहे थे तभी उन दोनो में से एक आदमी रूम से चला गया था जिस के साथ दूसरा आदमी आदमी डेविल स्माइल करते हुए पर्दे की तरफ आता है और परदे को हटा कर पर्दे के पीछे खड़ी मीता का हाथ पकड़ कर उसे बाहर निकाल देता है और मीता का फोन ले कर उस में देखता है जिस में मीता ने उस की वीडियो बनाई हुई थी। वही मीता जो अब घबरा जाती है और अपना फोन लेने की कोशिश कर भी पाती तभी वह आदमी मीता को घूर कर कहता है। " It's not good , हर्ष कपूर के खिलाफ सबूत इकट्ठा करने की कोशिश कर रही हो। जानती नही हो कि हर्ष कपूर तुम्हारा क्या हाल कर सकता है। मिस रिपोर्टर!!!!!" वही ये सुन कर मीता आंखे बड़ी बड़ी करते हुए हर्ष को देखने लगी थी। लेकिन अगले पल ही मीता के होठ पर डेविल स्माइल आ जाती है और वह हर्ष के गले में अपनी बाहें लेपेट कर उस की आंखो में देख कर सिड्यूस भरी में कहती है। "तो बताओ न बेबी क्या करोगे तुम मेरे साथ!" वही हर्ष भी मीता कि कमर पर हाथ डाल कर उसे अपने करीब करते हुए कहता है। " You know what तुम जानती हो कि मैं बेड पर तुम्हारा क्या हाल करता हूं। Because मै बेड पर बहुत ही wild हूं!" ये कह कर हर्ष मीता को अपनी बाहों में भर कर बिस्तर पर जोर से पटक देता है जिस से मीता हर्ष को देख कर कातिल भरी मुस्कान के साथ मुस्करा रही थी तभी हर्ष अपनी शर्ट के बटन को खोलते हुए अपनी हॉट बॉडी से अलग कर देता है। ओर मीता के उपर आ कर उस के होठ को बुरी तरह से किस कर ने लगा! To be continue आगे का हॉट और वाइल्ड रोमांस next chapter में मिलेगा!!! Readers कहानी पसन्द आ रही है तो कमेंट बॉक्स पर कहानी को सपोर्ट करते रहिए। Thank you    

  • 8. are you Ready beby enjoy it fun

    Words: 2610

    Estimated Reading Time: 16 min

    Ab Aage---

    मीता हर्ष को किस करते हुए उस के साथ इन्वॉल हो रही थी और उस के हाथ हर्ष के बालो में घूम रहे हैं तो वही हर्ष मीता को जिस्म मे अपने हाथ फिराने लगा और किस करते हुए मीता के गले में चूमने लगा। तभी हर्ष अपने दोनो हाथों से मीता के उभारों को उस के कपड़े के ऊपर से ही धीरे धीरे सहलाने लगा। और उस के क्लीवेज पर किस करने लगा।

    हर्ष के टच से मीता मे मदहोशी छा रही है और वो बस अपनी आंखे बंद कर के अपने मुंह से आह भरी आवाज निकाल कर सिसकी ले रही थीं।

    वही हर्ष मीता की ड्रेस को उस के जिस्म से अलग कर देता है। जिस से मीता उस के सामने ब्लैक कलर की ब्रा में थी। जिस से हर्ष की गहरी नजर उस के उभारों पर ही टिकी हुई थी तभी हर्ष ब्रा के हुक को अपने हाथों से खोल कर एक झटके से उस के जिस्म से अलग कर देता है। ओर मीता पर टूट पड़ा।


    जिस से मीता को दर्द हो रहा था इसलिए वो हर्ष को सिसकी लेते हुए मुश्किल से बोली!

    "आह प्लीज. हम्मम प्लीज स्लो! इट्स हार्टिंग मी ..बेबी.. आह!!!"

    लेकिन वही हर्ष मीता की बात सुन कर कहां रुकने वाला था बल्कि वह बुरी तरह से मीता के उभारों पर बाइट कर रहा था और उसे मसल रहा था।

    हर्ष इतना वाइल्ड हो रहा था कि मीता के उभार लाल हो चुकी थी। कुछ देर यूंही ऐसे ही हर्ष के साथ छेड़खानी करते हुए मीता से अलग हो कर जल्दी से अपने कपड़े भी अलग कर के फर्श पर गिरा देता है।

    ओर मीता के पेरो को अपनी कमर पर लपेट कर मीता को देख कर डेविल स्माइल करते हुए उस की आंखो में देख कर कहता है!

    "Are you Ready beby enjoy it fun"

    वही ये सुन कर मीता उसे कुछ कहती तभी उस की आंखे तेज दर्द से बन्द हो जाती है और मुंह से हल्की सी चीख निकल जाती है क्युकी हर्ष एक झटके में उस के अंदर एंटर हो चुका था।

    हर्ष तेजी से अपनी पकड़ तेज कर रहा था और वही मीता को दर्द हो रहा था। हर्ष मीता को जिस्म के साथ अपनी दिल की हर ख्वाइश को पूरी करते हुए मीता को देख रहा था जो उसे झेल रही थी।

    उस की आंखे में आंसु बह रहे थे और ये देख कर हर्ष मीता मे अपनी मूमेंट बढ़ाते हुए कहता है।

    " You know what! बेबी तुम सच में बहुत जायदा हॉट हो। इसलिए मुझे तुम पसंद हो। तुम्हारे साथ मुझे बहुत जायदा मजा आता है कि इतना एंजॉय मैने अपनी वाइफ के साथ नहीं किया!"

    वही ये सुन मीता के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और वो हर्ष के गले में अपनी बाहें डाल कर उस के होठों पर किस करते हुए बोली!"

    "बेबी मैं तुम्हे बहुत प्यार करती हूं। तुम्हारे लिए मैं सब कुछ कर सकती हूं। तुम्हे मेरे साथ एंजॉय करना अच्छा लगता है मुझे ये बात पता है इसलिए मैं बस तुम्हारी बाहों में रहना चाहती हूं। बस तुम जल्दी से अपनि वाइफ को डाइवर्स दे दो ताकि हम शादी कर सकें!"

    हर्ष जो मैरिड था और अपनी वाइफ को चीट कर के मीता के साथ एक्स्ट्रा अफेयर चल रहा था और हर्ष की शादी के बारे में मीता अच्छे से जानती थी फिर भी हर्ष से प्यार क्या उस के लिए पागल थी।

    वही मीता की बात सुन कर हर्ष रुक जाता है और मीता को देख कर हैरानी से बोला!

    "क्या शादी?"

    वही ये सुन कर मीता उसे देख कर गुस्सा करते हुए बोली!

    "क्या हुआ तुम इतना हैरान क्यों हो रहे हो ?

    क्या तुम मुझे से प्यार नहीं करते हो। हर्ष मैं तुम्हे बहुत प्यार करती हूं तुम्हारे कहने पर मैं तुम्हारा काम कर रही हूं। तो मुझे चीट कर ने के बारे में सोचना भी मत। भूलो मत तुम्हारे सारे काले कारनामें मुझे अच्छे से पता है।"

    वही ये सुन हर्ष मुस्करा कर फिर से अपनी मूमेंट मीता के अंदर बड़ा कर उस के गालों को प्यार से सहलाते हुए बोला!

    "ओह बेबी! तुम मुझ पर शक कर रही हो। मैं तुम्हे बहुत प्यार करता हूं। I love you so मच यार।"

    वही ये सुन मीता उसे कहती हैं।

    " फिर तुम अपनी वाइफ से डाइवर्स कब ले रहे हों? ताकि हम शादी कर सके!"

    वही ये सुन कर हर्ष मन में गुस्सा करते हुए बोलता है।

    ""पागल लड़की मैं तुम्हे पागल नजर आता हूं जो अपनी रिच वाइफ को छोड़ कर तुम से शादी करुंगा। एक बार तुम मेरा काम कर दो! उस के बाद तुम्हरा किस्सा एक बार मे ही खत्म कर दूंगा। क्योंकि तुम्हे मेरे बारे में सब कुछ पता हे।""

    लेकिन तभी हर्ष अपने चेहरे पर मुस्कान लाते हुए मीता को जिस्म के साथ खेलते हुए बोला!

    "Don't worry beby! हम जल्द ही शादी करेंगे।

    पर अभी मे अपनी वाइफ को डाइवर्स नहीं दे सकता हूं क्योंकि ये सब इतना आसान नहीं है तुम जानती हो न रिया कौन हैं। तुम्हारी बॉस हे और तुम्हे पता हे कि वो

    कितनी तेज हे। अगर उसे हमारे बारे मे कुछ पता चला तो मुझे एक पैसा नहीं मिलने वाला। मैने कहा न मै तुम्हे प्यार करता हूं। बस तुम मेरे साथ रहो। क्योंकि मुझे तुम चाहिए!"

    वही ये सुन कर अब मीता थोड़ी सेड हो जाती है क्युकी हर्ष बार ये ही कह कर उसे चुप करा कर डाइवर्स वाली बात टाल देता था।

    अब यूं ही कुछ देर तक हर्ष मीता के साथ बिस्तर पर इंटि -
    मेट हो रहा था।

    जिस के कुछ देर बाद हर्ष सिगरेट पीते हुए कश लेते हुए कुछ सोचते हुए मीता से बोला!

    "तुम्हे पता करने की कोशिश करी अपनी दोस्त मैग्गी से की नक्ष डोबरियाल का कोई राज है या नहीं!"

    उस की बात सुन कर मीता उस के सीने पर हाथ फेरते हुए बोली!

    "बेबी अभी तक तो मैग्गी ने मुझे नक्ष के बारे कुछ भी नहीं बताया है। पर मैं कोशिश कर रही हूं।"

    वही ये सुन हर्ष मीता का हाथ अपने सीने से हटा कर उस पर नाराज़ होते हुए बोला!

    " तुम पिछले एक महीने से कोशिश कर रही हो। नक्ष डोबरियाल की सेक्रेटरी तुम्हारी अच्छी दोस्त हैं और तुम उस के बॉस नक्ष के बारे मे उस से पता नहीं कर पा रही हो कि वह आखिर क्या छुपा रहा है! देखो मीता मेरा ये जानना बहुत जरूरी है इसलिए मुझे कुछ पता नहीं है तुम्हे कुछ भी कर के नक्श का राज पता करना ही होगा!"

    ये कह कर हर्ष बेड पर ले उठ कर अपने कपड़े पहन ने लगा और मीता को भी कपड़े पहनने के लिए कहता है।

    जिस से मीता उस की बात मान कर अपने कपड़े पहन ने लगी।

    ओर तभी हर्ष को कुछ कहने वाली थी कि तभी हर्ष के फोन पर उस की वाइफ का कॉल आ गया जिसे मीता ने देख लिया था और वही हर्ष मीता को इग्नोर कर के बालकनी की तरफ कॉल अटेंड कर ने चला जाता है।

    जिसे जाते हुए देख कर मीता को गुस्सा आता है और वह वहां से चली जाती है।

    वही दूसरी तरफ

    डोबरियाल मेंशन में

    अक्ष  नक्ष के रूम मे आ जाता है और बेड के साथ वाली वॉल पर नक्ष की बहुत बड़ी तस्वीर को देखता है जिस मै नक्ष किंग की तरह एक मास्टर चेयर पर अपने चेहरे पर arogant Mood look के साथ बैठा हुआ था।

    जिस मे नक्ष देखने में काफी हैंडसम और हॉट लग रहा था।

    जिसे देख कर अक्ष उसे देखते हुए चिढ़ते हुए कहता है...

    "तुने चीटिंग करी है! तुझे अच्छे से पता था कि ये T बेबी वाली सर दर्द यहां पर हे तभी तूने मुझे जान बूझ यहां पर भेजा ,मै तुझे छोड़ूंगा नही नक्ष ,तुझे रिपे करना होंगा।"

    कह कर अक्ष नाराज हो गया क्युकी वो नक्ष का सारा खेल समझ चुका था कि नक्ष ने आज जान बूझ कर उसे घर भेजा था और खुद आज घर आने से बच गया था।

    वही अब कुछ सोच कर अक्ष डेविल सी स्माइल करते हुए खुद से कहता है !

    "वैट ! जिस तरह से तूने मुझे यहां पर फसाया है न मैं भी तेरा इंतजाम कर के ही  जरूर जाऊंगा!"

    कह कर अपना फोन निकाल कर कुछ टाइप करने के बाद डेविल स्माइल करने लगता है।

    वही दूसरी तरफ

    मैग्गी जो खुद कुछ देर पहले ही अपने फ्लैट पहुंची हुई थी और उसे बहुत जायदा भूख लगी थी।

    तभी वो फ्रेश हो कर  अपना फेवरट ब्लैक पांडा printed

    वाला पेज़मा के साथ लूज सा टी शर्ट पहन लेती है ।

    वही मैग्गी को बहुत तेज़ भूख लगी थी जिस  वजह से उस ने जल्दी से बस  दो मिनट के अंदर

    जल्दी से मैग्गी बनाई हुई थी ।

    मैग्गी एक बहुत बड़े मैग्गी से बाउल🍜 को ले कर ।

    अपनी बनी हुई गर्मागर्म मैग्गी मजे से सोफै पर बैठ कर खा रही थी और टीवी पर प्यार भरी नजरों से अपने फेवरेट हीरो अयांश कुंद्रा यानि कि AK की मूवी में उसे  देख कर मुस्कुरा रही थी क्युकी (अयांश कुंद्रा)

    AK उसका favourite Hero के साथ उस का एक लोता crush भी था जिसे मैग्गी

    बहुत ज्यादा पसंद करती थी।

    टीवी पर उसी के हीरो AK की मस्त

    मूवी चल रही थी जिस मे उसका हीरो AK का दिल टूट रहा था । मतलब एक इमोशनल सीन चल रहा था जिसे देख कर मैग्गी भी रो रही थी।

    आखिर अपने क्रश को ऐसे दर्द और तकलीफ मै देख कर उसे भी बुरा लग रहा था और रोते हुए वो बाउल🍜 से मैग्गी को मुंह में भरते हुए खा रही थी।

    और तभी उस के डोर  🚪 की डोर बेल 🔔 बजी।

    जिसे सुन कर मैग्गी clock ⏰ देखते हुए दरवाजे के पास बेमन से जाति हुई खुद  सड़ा हुआ मुंह बना कर चिढ़ते हुए कहती हैं!

    "ऑफिस पर कम टॉर्चर होता हैं जो ये यहां पर भी आया है।"

    लेकिन तभी मैग्गी दरवाजा खोल देती

    है और फिर अपने चेहरे पर एक नकली स्माइल के साथ कहती हैं!

    "good evening sir...!"

    "हटो यहां से.!"

    नक्ष ने अपनी रुड वॉइस मै मैग्गी को देखते हुए कहा जो दरवाजे के बीच खड़ी हुई थी। क्युकी नक्ष मैग्गी के घर जो आया था।

    वही मैग्गी भी उस की बात सुन कर अब दुखी मन से हट जाती है क्युकी उसे पता हे की उस का हिटलर बॉस उसे यहां पर भी टॉर्चर करेगा।

    जिस से मैग्गी को कोई भी हैरानी नही हुई क्युकी ये कोई उस के साथ पहली बार नही था जो नक्ष उस के घर में आया था !

    वही मैग्गी गुस्से में अब नक्ष को मन ही नहीं मे कोसने लगी और वही नक्ष घर के अंदर आ कर अपनी नजर से पूरा घर एक्सप्लोर करने लगता है तभी उसकी नजर टेबल पर रखे बाउल  में जाति है जिसमे अभी भी गर्मागर्म मैग्गी बची हुई थी

    जिसे देख कर नक्ष के होटों पर एक स्माइल आ जाति है लेकिन ये स्माइल एक सेकंड से जायदा तक नहीं रहती क्युकी तभी उसकी नज़र टीवी पर जा चुकी गई थी।

    जहां पर टीवी पर चल रही मूवी के हीरो....

    मेरा मतलब है कि मैग्गी का एक लोता क्रश AK  अपनी मूवी टीवी पर एक डायलॉग  मार रहा था ।

    "तुम्हे क्या लगता है कि तुम उसे मुझ से ले सकते हो।

    वो मुझे प्यार करती है। मेरे लिए पागल है। अगर मै उसे एक नजर बोल दूं कि वह तुम्हे छोड़ कर मेरे पास आ जाए तो वह आ जाएगी।, तुम कुछ भी नहीं कर सकते हो।"

    वैसे ये एक डायलॉग था लेकिन इस वक्त नक्ष को ये ऐसा लग रहा था कि वो उसे चैलेंज कर रहा है जिससे उसे गुस्सा आता है और वो जल्दी से जा कर पहले टीवी बन्द कर देता है और मैग्गी को देख कर उसे डांट ते हुए कहता है!

    "तुम्हे मना किया था न तुम इस इस हीरो की. Movie!...."

    कहते हुए नक्ष थोड़ा सा रुक कर खुद सही करते हुए कहता है!

    "आई मीन कोई भी मूवी  तुम नही देख सकती हो।

    लेकिन तुम्हे तो आदत है न मेरी बात न मान कर अपनी मन मानी करने की। अगर तुम मूवी देखती रहोगी तो तुम्हारा ध्यान काम पर नहीं होंगा जिस से मुझे ओर मेरी कंपनी को नुकसान होगा और मैं बिल्कुल भी बरदाश्त नहीं कर सकता हूं कि तुम्हारी वजह से मेरी कंपनी को एक परसेंट भी नुकसान हो समझी तो आज के बाद तुम कोई भी मूवी नहीं देखोगी।"

    वही नक्ष का लैक्चर सून कर मैग्गी  जल्दी से सोरी कहते हुए नक्ष की बात मान कर  अपना सर हां में हिला देती है।

    जिसका रिप्लाई उसे नक्ष की रुड वॉइस मै एक वर्ड मै निकलता है!

    "इडियट!"

    और ये कह कर वही सोफे पे बैठ जाता है जहां पर कुछ देर पहले मैग्गी बेटी हुई थी।

    वही मैग्गी उसे घूरते हुए अपने मन में गाली दे रही थी।

    "कितना रुड हे ये...हिटलर कही का...इसे तो मेरे फेवरेट हीरो से भी प्रोब्लम है। अगर इसे पसंद नहीं है तो क्या मै अपने क्रश को देख तक नहीं सकती हूं। उपर से मेरे घर में आ कर मुझ पर ऑर्डर चला रहा है मन कर रहा है हिटलर का खून कर के जेल चली जाऊं लेकिन मेरी बुरी किस्मत हे। अगर जेल चली गई तो मुझे न तो पैसे मिलेंगे और न ही मेरा आयांश!"

    वही अब मैग्गी की नज़र अपने बाउल  पर जाती है।

    जिसे देख कर वो उसे लेने जा रही थी कि तभी वही बाउल नक्ष ने अपने हाथ में ले लिया और उस मे से मैग्गी को खाने लगता है।

    जिसे देख कर मैग्गी जल्दी से बोली!

    "सर ये तो मेरी झूठी है मै इसे खा......"

    उस ने इतना ही कहा था कि तभी नक्ष उसे अपनी गहरी काली आंखो से देखते हुए बोला!

    "मैने तुम से कुछ पूछा,   नही न... अगर तुम्हे भूख लगी है तो तुम अपने लिए दूसरी बना कर लाओ!"

    "पापी हिटलर! लोगो के सैलरी की साथ उनका खाना भी छीन लेता है। मेरी मैग्गी खा रहा है अभी तो मैने इसे अच्छे से खाया भी नही था।

    कीड़े पड़े इसे..ओर इस के पेट के अंदर!"

    .फिर से मैग्गी उसे अपने मन में कोस रही थी कि  तभी उस के कानो मे नक्ष को आवाज सुनाई दी

    "तुम वही से मुझे देख कर अपने पेट की भूख मिटना चाहती हो।"

    वही ये सुन कर मैग्गी जल्दी से न मै बहुत बार सर हिला देती है और फिर नक्ष को घबराते हुए देख कर जल्दी से  से किचन की तरफ भाग जाति है।

    वही अब नक्ष खाते हुए स्माइल करने लगता है और अपने मन में बोलता है!

    "जब तुम तुम्हे परेशान न करूं मुझे सकून नहीं मिलता है।

    आखिर तुम मेरी जो हो जो मुझे ओर मेरे गुस्से को शांत कर सकती हो। भूल जाओ कि तुम्हारा कभी मुझ से पीछा छूटेगा। क्योंकि मैं तुम्हे कभी खुद से दूर जाने ही नहीं दूंगा। "

    ये कहते हुए नक्ष एक नजर टीवी को देखता है जो अभी बंद था।

    जिसे देख कर वो मैग्गी की क्रश अयांश को याद करते हुए बोलता  है!

    ."ओर अगर तुम सच में मेरे और मैग्गी बीच में आने की कोशिश करी, तो मै तुम्हे नही छोड़ने वाला..क्या चैलेंज कर रहे थे तुम!!!!

    वैट तुम्हे इस का जवाब जरूर मिलेगा!"

    नक्ष जिसे अच्छे से पता था कि मैग्गी को अगर कोई लड़का पसंद है तो वह अयांश कुंद्रा है जो एक एक्टर है। जिस से नक्ष को हमेशा अयांश कुंद्रा से जलेस होता था।

    आखिर वो कैसे बर्दाश्त कर सकता था कि मैग्गी किसी और के बारे में सोच कर स्माइल भी करे और यहां तो अयांश कुंद्रा  यानी AK मैग्गी का पहला क्रश

    बना हुआ था।

    To be continue

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  • 9. Chapter-9 आज लीव चाहिए

    Words: 1387

    Estimated Reading Time: 9 min

    Ab Aage---


    मैग्गी सोफे पर बैठ कर एक साइड में सो चुकी थी जिस ऐसे सोते हुए बस नक्ष निहार रहा था जोखुद उसी के पास बैठा हुआ था।

    नक्ष मैग्गी के ग्लास को उस की आंखो से हटा कर टैबल पर रख देता है और फिर उसके चेहरे पर आगे हुए बिखरे बालो को उस के कानो के पीछे करते हुए प्यार से कहता है!
    "जब इन खूबसूरत आखों मे कोई खराबी ही नही है फिर भी पता नहीं ये लड़की क्यों अपनी खूबसूरत आंखो को छुपा कर रखती है।"

    मैग्गी की आंखो में कि प्रोब्लम नही थी लेकिन फिर भी वो अपनी आखों में ग्लासेस पहनती थीं। क्योंकि उसे ग्लासेस पहनने की आदत हो गई थी जिसे वो छोड़ना नहीं चाहती थी।


    नक्ष मैग्गी को सोफे पर से  अपनी बाहों मे भर कर उठा लेता है और फिर मैग्गी के रूम मे आ कर बेड पे आराम से उसे सुला देता है!
    जहां आ कर मैग्गी ब्लैंकेट के अंदर जैसे ही जाति है तभी नीद में ही ब्लैंकेट मै पूरी तरह गोल मोल हो जाति है जिसे देख नक्ष अपना सर न मे हिला कर हारते हुए कहता है!

    "इडियट!"

    "थैंक यू बॉस But आप भी हिटलर है।"
    मैग्गी ने नीद में बड़बड़ा कर कहा जिसे सुन कर नक्ष उसे थोड़ा सा घूरता है लेकिन तभी स्माइल करते हुए उसे देख कर मुस्करा कर कहता है!
    "ये लड़की सच में इडियट हैं।"

    तभी नक्ष अब मैग्गी को अच्छे से ब्लैंकेट से कवर कर के ऐसे ही मैगी के पास बैठ कर पूरे रूम मे नजर घुमाने लगा जहां पर उस की नजर  एक जगह आ कर रुक जाती है और वो गुस्से में देखने लगा है क्युकी मैग्गी की करूतत उस के सामने आ गई थी।
    क्योंकि मैग्गी के मिरर में AK यानी मैग्गी के क्रश का एक छोटा सा स्टीकर मिरर में लगा हुआ था।


    जिसे देख कर नक्ष मिरर के पास जाकर AK के स्टीकर को मिरर से निकाल देता है और उसे बेहरमी से अपने हाथ से मसलते हुए मार ही देता है।
    और फिर डेविल स्माइल के साथ कहता है.
    "तुम्हारे रूम मे और तुम्हारे दिल में मेरे इलावा और कोई भी नही आयेगा,  क्युकी तुम सिर्फ मेरी हो।"
     

    Next Morning 🌄
    डोबरियाल मेंशन में...
    अक्ष यहां से जा चुका था लेकिन कुछ गड़बड़ कर के जरूर कर के चला गया था जिस का अहसास नक्ष को हो चुका था क्युकी अभी ब्रेकफास्ट टेबल पर बैठ कर T बेबी  उसे देख कर बार बार ब्लश कर रही थी।

     
    वही नक्ष अक्ष के कारनामे से अच्छे से वाकिफ था उसे ये बात पता ही थी कि कल उसने अक्ष को यहां पर इस T बेबी के साथ छोड़ कर गया था तो आज उस का बदला तो जरूर लेंगा।

    बस उस के दिमाग मे ये ही चल रहा था कि आखिर अक्ष क्या कांड कर के गया है। बस नक्ष इसी चीज़ का अंदाजा लगा रहा था।

    वही अब सुहाना जी नक्ष के पास आकर उसे ब्रेड बना कर देते हुए कहती है!

    "कल रात तुमने कहा था कि तुम आज पूरे दिन टिया के साथ!"

    उस ने इतना ही कहा था कि तभी वही पर बैठी हुई टिया ने थोड़ा शरमाते हुए सुहाना को रोक कर कहा! "आंटी ओनली T... Not टिया प्लीज !"

    वही नक्ष टिया की बात को नही सुनता है क्युकी उसे इंटरेस्ट ही नहीं था लेकिन अभी सुहाना जी को देख रहा था क्यूकी अब वही तो उसे अक्ष के कांड बता रही थी जो आज उस के लिए किसी मुसीबत या टॉर्चर से कम नहीं होंगा।

    सुहाना टिया की बात सुन कर टिया को सॉरी बोलते हुए अब नक्ष से कहती हैं!

    "नक्ष कल तुम ने कहा कि तुम आज T को अपने साथ शॉपिंग पर ले जाना चाहते हो और पूरा दिन T के साथ टाइम स्पेंड करने वाले हो।"
     
    वही नक्ष ने जैसे ही ये सुना उसका दिल अपने छोटे भाई अक्ष को मारने का कर रहा था अगर अक्ष सच में नक्ष के सामने होता तो शायद नक्ष सच में अक्ष को जरूर पीट देता।
    लेकिन अभी अपने दिल के जज्बात को रोक कर सीधा सूहाना को अब मना करते हुए कहता है!
    "सोरी मॉम!
    मुझे कल रात को याद नही था पर आज मेरी बहुत जरूरी मीटिंग है तो आज मेरा उसे अटेंड करना बहुत जरूरी है। ओर मैं आज बिल्कुल भी फ्री नहीं हूं। तो किसी और दिन T के साथ चला जाऊंगा!"

    कहते हुए नक्ष ने एक बार भी टिया की तरफ नही देखा था जो उस की बात सुन कर सेड हो गई थी जिसे सुहाना  ने देख लिया था।

    "नही नक्ष आज कोई बहना नही चेलेगा,एक तो कल तुमने खुद कहा था और अब मना कर रहे हो। ये अच्छी बात  नहीं है।
    अगर  अपनी मीटिंग छोड़ कर एक दिन अपनी फियोंसी के साथ करोगे तो
    हमे कोई आसमान फट नहीं जाएगा।
    अरे शादी से पहले एक साथ थोड़ा टाइम स्पेंड कर लो तुम दोनो को अच्छा लगेगा।"
    सुहाना नक्ष को समझाते हुए कहा।

    "बट मॉम... !"
    नक्ष ने कुछ कहने की कोशिश करी थीं की तभी बीच मे ही सुहाना उसकी बात काट कर उसे  सख्त आवाज में कहती हैं।

    " आज मैं तुम्हारी बिल्कुल भी नहीं सुनने वाली हूं।
    मैने कहा है ना कि  तुम आज मेरी बहु को अपने  साथ शॉपिंग करवाने
    ले कर जा रहे हो तो ले कर जा रहे हो अब मुझे कुछ नही सुनना है। "
     
    वही नक्ष को सच में फस्ट्रेशन हो रही थी एक तो उसे T बेबी बिलकुल भी पसंद नहीं थी और ऊपर से उसे जायदा भीड़ वाले जगह उसे पसंद नहीं थी और सुहाना ने उसे ऑर्डर दे दिया था कि वह टिया को मोल ले जाएगा शॉपिंग करवाने।

    "रहने दीजिए न आंटी !  नक्ष बेबी कि इंपॉर्टेट मीटिंग होंगी मै किसी और दिन चली जाऊंगी!"
    वही टिया ने नक्ष की तरफ से कहा जिसे सुन कर नक्ष बिना टिया को देख कर थैंक यूं कहता है। और फिर नक्ष सुहाना को एक्सप्लेन करने लगा कि आज उस की मीटिंग सच में इंपोर्ट है। जिस की बात सुन कर भी सुहाना   उस की बात नहीं मान रही थी!
    और अब उन दोनो का discussion  चल ही रहा था कि टेबल पर रखा हुआ नक्ष   का फोन रिंग हुआ।

    जिस पर इडियट नाम फ्लैश कर रहा था।
    नक्ष अपने फोन को जैसे ही उठाने वाला था कि तभी सुहाना एक दम से नक्ष का फोन ले कर उस की कॉल को पिक करते हुए स्पीकर डाल देती है !
    और नक्ष को घूरते हुए देख कर फोन पर बोलती है
    "मैग्गी आज जितनी भी नक्ष की मीटिंग उसे कैंसल कर दो।"
     
    वही सुहाना की बात सुन कर नक्ष कुछ रिएक्ट कर पाता तभी फोन पर मैग्गी की आवाज सुनाई दी।
    "गुड मॉर्निंग मेम!
    मैने भी बॉस को ये ही बताने की लिए कॉल किया था कि आज सर की जितनी भी मीटिंग थी वो सारी की सारी आज कैंसल हो चुकी है।"

     
    "ये लड़की सच में ईडियेट है यहां पर बचना चाहता हूं और ये मुझे और फसा रही हैं। इसे तो अच्छे से सबक सिखाऊगा।"
    नक्ष ने गुस्से में अपने मन में फोन को घूरते हुए कहा।
     
    मैग्गी की बात सुन कर सुहाना  खुश होती है और फोन काट ही रही थी कि तभी मैग्गी की फिर से आवाज आई।
    "मेम क्या आप बॉस से मेरे लिए बात कर सकती है कि मुझे आज लीव चाहिए वो क्या है न मुझे थोड़ा फीवर हो गया है। मैं आज ऑफिस नहीं आ सकती हूं।"
     
    वही फीवर सुन कर नक्ष को भी मैग्गी की फिक्र हो रही थी लेकिन फिर से कुछ कहने ही वाला था कि तभी सुहाना  ने उस से पहले ही मैग्गी 
    को नक्ष से बिना पूछ कर खुद ही लीव दे दिया और कॉल कट कर दिया था। क्युकी उन्हे भी मैग्गी अच्छी लगती थी।
    वही नक्ष को तो मैग्गी के फीवर सुन कर बेचनी हो रही थी और वो मैग्गी को देखना चाहता था कि शायद मैग्गी को उस की जरूरत होंगी। वो बेचारी इस वक्त अपने रूम मे बेड पे बुखार से तप रही होंगी।
    ये ही सब बाते उस के मन में चल रही थी और ये सोच कर भी परेशान हो रहा था कि कल रात को मैग्गी बिलकुल ठीक थी तो सुबह उसे फीवर कैसे हो गया।

    to be continue


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  • 10. Chapter 10 नक्ष ने पकड़ा मैग्गी का झूठ

    Words: 1679

    Estimated Reading Time: 11 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी मनोरंजन के लिए है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद से पढ़े और पर्सनल न ले। ओर प्लीज कहानी के साथ बने रहे,तो चलिए शुरू करें!!!!!

    Ab Aage----

    वही दूसरी तरफ...

    "ओए मैग्गी तू पागल  है क्या, तूने झूट क्यू कहा कि तुझे फीवर है।" मीता ने मैग्गी में देख कर हैरानी से कहा। मैग्गी जिसे इस वक्त कोई फीवर नही था बल्कि आराम से एक कैफे में बैठ कर आइसक्रीम खा रही थी !

      वही मैग्गी खाते हुए मीता देख कर मुंह बना कर कहती कहती है !
    "चुप कर!   झूट क्यू कहा! अगर नही बोलती तो वो हिटलर मुझे लिव नही देता है और मै आज मै अपने AK की new मूवी नही देख पाती ! वैसे भी उस हिटलर को पता नहीं मुझ से और मेरे AK से  क्या प्रोब्लम है। दुश्मन है मेरे प्यार का ओर मेरा!"

    मैग्गी जिसे आज AK की मूवी के लिए छुट्टी चाहिए थी क्युकी आज उस के क्रश की मूवी रिलीज होने वाली थी जिसे देखने के लिए मैग्गी बहुत ही ज्यादा एक्साइटमेंट थीऔर दो हफ्ते पहले ही मैग्गी ने आज के दिन   नक्ष जो भी शेड्यूल था उसे खुद ही बनया था जिस मे आज के दिन की नक्ष की सभी मीटिंग और कोई भी डील को कैंसल करवा चुकी थी । और वो भी नक्ष से बच कर! और ये  उस ने ऐसा पहली बार नही था मैग्गी  ऐसा कई बार कर चुकी थी! जिस का पता नक्ष को कभी भी नही चलता था।


    मैग्गी ने मूवी की टिकट को पहले से बुक करवा हुई थी। क्युकी AK (अयांश कुंद्रा) बहुत ज्यादा फेमस और बड़ा सुपरस्टार था। जिस की मूवी देखने के लिए सभी लोग पागल होते थे। ओर मूवी की टिकट पहले ही बुक हो जाती थी।    

    "तो तूने मूवी देखने के लिए झूट कहा! अगर तेरे बॉस को पता चल गया तो!" मीता ने हंसते हुए उसे देख कर कहा। "पागल लड़की शुभ शुभ बोल!! क्यू आज के दिन ऐसी अशुभ बाते कर रही है! ओर वैसे भी आज मेरा बोस अपनी T बेबी के साथ बिजी होगा तो कोई चांस ही नहीं है कि उस हिटलर को कुछ पता चले!!  अब जल्दी चल..12 बजे फर्स्ट शो शुरू हो जाएगा और मै AK की एंट्री और उस की मूवी को कोई भी सीन मिस नही कर सकती हूं !"


    ये कह कर मैग्गी मीता का हाथ पकड़ कर एक ऑटो में बैठ कर चली जाती है।     वही दूसरी तरफ. जंगल वाले विला में.. अक्ष रूम में बैठ कर अपने फोन को बार बार देख कर डेविल स्माइल कर रहा था क्युकी अभी उस के फोन पर लगातार नक्ष की कॉल आ रही थी जिसे देख कर वो समझ गया था कि नक्ष को अक्ष के उपर कितना ज्यादा गुस्सा आ रहा होगा और कितनी फास्ट्रेशन हो रही होंगी।जिसे के बारे में सोच कर अब अक्ष को बहुत मजा आ रहा था। तभी फोन को देख कर हंसते हुए बोलता है!

    "कल तेरी वजह से उस T बेबी ने मुझे किस किया था जिस का तुझे उस का रिपे आज उस T बेबी के साथ पूरा दिन स्पेंड कर के करना होंगा और उस के फालतू की बकवास सुननी होगी। लाइक A my नक्ष बेबी her T बेबी!!!"

    डेविल स्माइल कर के कहते हुए अक्ष अपने फोन को फ्लाइड मोड पर डाल देता है! लेकिन फिर अपने ड्रॉ से दूसरा फोन निकालता है और कॉल करने लगता है!  


    "इस ने क्या फिर से मुझे ब्लॉक कर दिया! मैग्गी क्या करू मै तुम्हरा, पर कोई बात नहीं मै भी अक्ष हूं तुम्हे जब तक अपना बना न लू तब तक तो मै तुम्हे नही छोड़ने वाला!"

    अक्ष ये कह कर अब अपने चेहरे पर मास्क पहन कर विला से बाहर आकर अपनी कार में बैठ कर  निकल जाता है।  



    वही दूसरी तरफ...

    राइजिंग🌟 मॉल में.....

    राइजिंग मॉल जो शहर का सब से बड़ा और फेमस मॉल था जो और ये किसी का नही बल्कि शिवांश डोबरियाल  का था। जहां पर हर एक फ्लोर पर फूड प्रोडक्ट और कपड़े से ले कर रेस्टोरेंट,  क्लब होटल्स , सब कुछ बना हुआ था,और यहां तक कि यहां पर मूवी थियेटर भी इसी के अंदर था।

    वही नक्ष जो यहां पर टिया के साथ इसी मॉल में आ गया था और अभी उसे इतनी भीड़ देख कर चीड़ हो रही थी। और उस ने अक्ष को भी कॉल किया था क्युकी उसे उसके उपर गुस्सा आ रहा था लेकिन अक्ष ने उस का कोई फोन पिक नही किया था। जिससे अभी उसे यहां पर टिया के साथ घूमना पढ़ रहा था।

     और उपर से अभी टिया उस का हाथ पकड़ने की कोशिश कर रही थी जिसे वो दूर करने के कोशिश कर रहा था लेकिन टिया उस का हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ जबरदस्ती  मॉल के टॉप फ्लोर पर ले कर आई थी जहां पर  स्टाफ के इलवा और कोई भी नही था। वही नक्ष स्टाफ को टिया को हैंडल करने के लिए बोल देता है और फिर खुद मुश्किल से टिया से दूर रहने के लिए एक कॉल का बहाना बोल कर और अब अपनी जान छुड़ा कर कॉर्नर पर आ कर खड़ा हो जाता है जहां से उसे नीचे बहुत से लोग दिखाई दे रहे थे!

    तभी वो अपने पॉकेट से फोन निकाल कर अपने असिस्टेंट रौनक को फिक्र करते हुए बोलता है!


    "क्या वो ठीक तो हैं, तुम डॉक्टर को ले कर गए थे डॉक्टर ने उस का चेकअप किया... अब तुम बोल क्यू नही रहे हो... मैग्गी ठीक है या नहीं!"


    नक्ष जिसे मैग्गी के फीवर सुन कर मैग्गी की फिक्र हो रही थी। नक्ष खुद मैग्गी को देख ना चाहता था कि उस की तबियत कैसी है लेकिन सुहाना जी ने उसे कही भी जाने से मना कर दिया और टिया के साथ यहां पर भेज दिया था लेकिन नक्ष ने अपने असिस्टेंट रौनक को मैग्गी के फ्लेट उसे देख ने के लिए भेजा था और साथ ही डॉक्टर को भी जो मैग्गी का इलाज कर सके।


    और अभी नक्ष अपने असिस्टेंट रौनक से ये सब फिक्र करते हुए पूछ रहा था कि तभी नक्ष की बात सुनकर उस का रौनक कहता है!


    "सोरी सर...बट मैग्गी अपने फ्लैट पर नही है,मै डॉक्टर को ले कर ही मैग्गी के फ्लेट के बाहर दरवाजे के सामने खड़ा हूं। और सर मैग्गी का डोर बाहर से लॉक है शायद वो कही गई हुई है।

    " वही ये सुन कर नक्ष की आंखे छोटी छोटी हो गई और उसे कहता है!

    "अगर वो वहां नही है तो कहां जा सकती है।"


    "मुझे लगता है शायद वो खुद ही हॉस्पिटल में चली गई हो"
    रौनक ने नक्ष से अपने आइडिया से कहा।    

    "शट अप.. मैग्गी अगर मरने वाली भी होंगी न फिर  हॉस्पिटल नही जा सकती है उसे मै अच्छे से जानता हूं।  क्युकी हॉस्पिटल डॉक्टर ओर मेडिसिन के नाम से उसे इतना डर लगता है।  पता करो वो कहां पर है और मुझे बताओ क्युकी उस लड़की ने मुझ से झूट कहा है।"


    और ये कह कर नक्ष गुस्से में कॉल कट कर देता है। क्योंकि उसे समझ आ गया था कि मैग्गी ने उस से झूठ कहा! तभी गुस्से में वही खड़े हुए नक्ष की नजर नीचे कैफे पर बैठी हुई मैग्गी पर चली जाति है जो मीता के साथ बैठी हुई थी।



    वही  अब मैग्गी का उस के घर मे न होना और फिर आज लिव लेना नक्ष पहले ही समझ चुका था कि मैग्गी ने सब झूठ कहा था और ये झूट पकड़ा भी गया था क्युकी अब नक्ष की गुस्से वाली नजरे इस मैग्गी को घूर रही थी जो इस वक्त मजे से हंस हंस कर बात कर रही थी।


    नक्ष को मैग्गी पर गुस्सा आ रहा था क्युकी उसे मैग्गी की कितनी फिक्र हो रही थी वो बस वही जनता था और मैग्गी उस से झूट बोल कर यहां पर मजे कर रही है।   वही मैग्गी भी  इसी मॉल में  ही मीता के साथ आई थी मूवी देखने के लिए और अभी मूवी के बीच  intermission हुआ था इसलिए  वही नीचे कैफे में बैठ कर मैग्गी मीता के साथ  कोल्ड कॉफी पीते   हुए अभी AK की मूवी के बारे में बात कर रही थी कि अब एंड मै क्या होने वाला है।


    तभी उस का फोन रिंग हुआ जिसे देख कर उस की आंखे बड़ी बड़ी हो गई क्युकी फोन उस के बॉस हिल्टर नक्ष ने किया था।


    "अरे क्या है अब! इस हिटलर को मैने कहा था ना कि मुझे फीवर है।लेकिन इसे तो  फीवर मे भी मुझे परेशान करना है। पता नहीं कब क्या जहर निगलने के लिए कॉल किया किया है!"

    मैग्गी ने अपने फोन को घूरते हुए चिढ़ते हुए कहा।   वही मीता उसकी बात सुन कर हंस रही थी जिसे हंसते हुए देख कर मैग्गी उस के मुंह में हाथ रख देती है और फिर फोन को पिक करते हुए अपने कान मे लगा कर,थोड़ा बीमार का नाटक करते हुए धीमी भरी आवाज से कंपकपाते हुई कहती है! "हेलो बॉस!"   "अभी तुम कहां पर हो।"


    नक्ष ने फोन पर उसे वही ऊपर से देखते हुए पूछा!   वही नक्ष की बात सुन कर मैग्गी पहले हैरान हो गई थी लेकिन फिर अपना ड्रामा जारी करते हुए हल्का सा मुस्कुरा कर बोली!

    "अभी मै कहां हो सकती हूं। मैं अपने रूम मे हूं! मुझे बहुत जायदा फीवर है न तो सो हुई थी लेकिन आप के फोन से मेरी नीद खुल गई।  कुछ बहुत जरूरी काम था!"  


    तभी नक्ष वही ऊपर से खड़ा उसे घूरते हुए सर्द भरी आवाज में कहता है!

    . "हम्मम.. मुझे भी तुम्हारी तरह बीमार होना है ! ताकि मै भी तुम्हारी तरह ही नीद से उठ कर अभी कैफे पर बैठ कर कोल्ड कॉफी पी कर एंजॉय कर सकूं!"


    वही ये सुन कर मैग्गी का हाथ जो पहले मीता के मुंह में था वो एक दम से हट जाता है और साथ ही उस के दूसरे हाथ से फोन छूट जाता है।...  



    To be continue  


    रीडर्स आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!



    Thank you      

  • 11. Unforgettable Devil's Love Her - Chapter 11

    Words: 1095

    Estimated Reading Time: 7 min

    Ab Aage  




    मैग्गी अब नक्ष को बात सुन कर शॉक्ड हो गई थी लेकिन तभी जल्द ही सेंस में आ जाती हैं और जो फोन नीचे गिर गया था उसे दोबारा अपने कान में लगा कर फिर पूरे कैफे में नजर इधर उधर घुमा कर डरते हुए बोली!


    "स..स  सर...मै कैफे में ही हूं....क्या आप इस वक्त सच में यही पर है क्या?"

    मैग्गी ने ये बात बहुत ज्यादा डर और हिम्मत के साथ कही थी और अभी उपर वाले फ्लोर से उसे अच्छे से देख रहा था जो उसे उस की बात पर जवाब देते हुए कहता है!


    "इडियट! अगर मै यहां होता भी नहीं, फिर भी मुझे तुम्हारे बारे मे पता चल जाता की तुम ने मुझ से झूठ बोला!"


    वही ये सुन कर अब मैग्गी 100 नही 200 परसेंट बिलीव हो गया कि उस का हिटलर बॉस को उस के झूट के बारे में अच्छा खासा पता चला चुका है !

    और अब उस के साथ क्या होने वाला है ये तो वो खुद भी नहीं जानती है।तभी मैग्गी डर से अपनी आंखे बंद करके जल्दी जल्दी बोलती है!



    "सोरी सर... नेक्स्ट टाइम से कभी भी आप से झूट नही कहूंगी प्लीज मुझे माफ कर दीजिए। आप चाहे तो मुझे पैनिशमेंट के तौर पर इस मंथ की मेरी पूरी सैलरी काट सकते हैं बस मुझे माफ कर दीजिए! मैं ऐसी गलती दोबारा नहीं करूंगी!"



      मैग्गी की बात सुन कर नक्ष के चेहरे पर मुस्कान आ गई थी क्युकी उपर से नक्ष मैग्गी की सारी हरकते देख रहा था जो उसे सॉरी बोलते हुए बहुत ज्यादा क्यूट लग रही थी।तभी नक्ष उसे से पूछता है कि वो यहां पर क्या कर रही है।  




    वही मैग्गी उसे यहां आने का सच नही बताना चाहती थी क्युकी अगर नक्ष को पता चला कि वह यहां पर मूवी देखने आई है तो नक्ष उसे जान से मार देगा और जायदा गुस्सा होगा वो अलग तो अभी मैग्गी उसे  कोई और बहाना देने ही वाली थी कि तभी मीता ने कहा..



    "मैग्गी क्या कर रही है यार ! जल्दी चल.. intermission खत्म हो गया है , देख तूने ही कहा था ना कि तुझे अपने AK की कोई भी एंट्री मिस नही करनी है और तू अभी भी अपने बॉस से बात कर रही है।"



    वही अब मैग्गी का मन कर रहा था कि मीता जिस जुबान से उसे बोल रही है मैग्गी उस की वही जुबान काट दे। लेकिन अब देर ही गई थी क्युकी अब उस के हिटलर बॉस को मैग्गी का झूठ बोलने का रिजन पता चल गया था कि वह लीव ले कर यहां पर सिर्फ मूवी AK की देखने के लिए आई है।




    तभी बेचारी मासूम कुछ और नक्ष अब फोन पर बोल पाती तभी उस की नजर एक दम से उपर की तरफ अब जा कर नक्ष पर पड़ी जो उसे ही गुस्से में बुरी तरह से घूरे जा रहा था।

    "अभी के अभी निकलो यहां से ,और सीधा अपने घर जाओ! और कल ऑफिस टाइम से पहुंच जाना इडियट!"   नक्ष ने ये बात बहुत गुस्से में बहुत ही सर्द आवाज़ में कही थी क्यूंकि उस ने मीता की बात सुन ली थी कि मैग्गी यहां पर मूवी देखने के लिए आई है।



    और वो भी AK की ,जिस से नक्ष को सब से जायदा जलन होती थी । क्युकी वो मैग्गी का क्रश था और मैग्गी उसे अपनी आंखो से प्यार भरी नजरों से देखती थी जो नक्ष बर्दाश्त नही कर सकता था।


    वही मैग्गी नक्ष की बात सुन कर जल्दी से वहां से भाग जाती हैं जिसे ऐसे भागते हुए देख कर मीता हैरान हो गई थी लेकिन तभी उस की नजर भी नक्ष पर चली गई। वही नक्ष मैग्गी के जाने के बाद कैफे के राइट साइड में घूर कर देखता है जहां पर एक बहुत बड़े पोस्टर में AK (अयांश कुंद्रा) की बहुत बड़ी फोटो थी जिस मे वह शर्ट लेस हो कर हाथो में गिटार ले कर खड़ा हुआ था।


    जिसे घूरते हुए नक्ष ने चिल्ला कर कहा।   "मैनेजर!!! मेरे मॉल में आज से बाद इस इंसान की कोई फोटो पोस्टर मूवी! चाहे ये इंसान खुद भी हो...इस मोल के अंदर कभी दिखाई नहीं देने चाहिए...नो एंट्री कर दो.. और साथ ही बेन भी!!"  




    "क्या..!!" मैनेजर थोड़ा हैरानी से कहा क्युकी नक्ष AK को मॉल में एंट्री देने से मना कर रहा था। और साथ ही बेन करने के लिए भी! पर मैनेजर कुछ समझ में नहीं आ रहा था नक्ष ऐसा क्यू करने के लिए बोल रहा है!


    क्युकी AK आज कल का चमकता हुआ सुपरस्टार था जिस का असल में फेन वो खुद भी था।  


    "तुम्हे सुनाई नहीं दिया मैने क्या कहा!"


    नक्ष ने उसे गुस्से में बुरी तरह से मैनेजर को घूरते हुए कहा।   जिस के गुस्से को देखते हुए मैनेजर जल्दी से सर हिला कर अपने स्टाफ को कह कर, मॉल में जितने भी AK के जितने पोस्टर या फिर स्टेच्यू तक थे उन्हे मोल से हटाने को बोल देता है।



      नक्ष को गुस्सा तो मैग्गी पर जायदा आ रहा था कि उस ने आज AK की मूवी देखने के लिए झूट कहा।  

    वही दूसरी तरफ... अक्ष अपने चेहरे को पूरी तरह से कवर कर के अक्ष मास्क पहन कर मैग्गी के फ्लेट के बाहर खड़ा हुआ था। लेकिन अभी थोड़ा शॉक्ड हो गया था क्युकी मैगी के फ्लेट का दरवाजा लॉक्ड था। तभी अक्ष उस के दरवाजे पर एक लेटर छोड़ कर मुस्कुरा कर चला जाता है।



      वही कुछ ही देर में मैग्गी अपने फ्लैट वापिस आ जाति है अपने दरवाजे पर लेटर को देख कर हैरान हो जाति है और लेटर को अपने हाथों में लेकर अपने डोर को ओपन कर के अंदर चली जाती है और लेटर को वही नीचे फेंक देती है और फिर सोफे पे खुद ही गिर जाती हैं और फिर एक दम से खड़ी हो जाती है और बोलती है.!


    "अब वो हिटलर मेरे साथ क्या करेगा, क्या .मुझे इंसल्ट करेगा या फिर मुझे अपनी कड़वी कॉफी मे जहर मिला कर मुझे पिला देगा... अब तो कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि हिटलर अब मुझ पर किस तरह से गुस्सा निकलेगा। मुझे तो कल होने से ही डर लग रहा है।,
    काश मेरे पास भी इस वक्त टाइम ट्रेवल का कोई मैजिकल गैजेट होता तो मै आज का दिन बदल देती या फिर कल कभी होने ही नहीं देतीलेकिन मै कुछ भी नहीं कर सकती हूं। न तो मेरे पास कोई मैजिकल गैजेट है और न ही अब कुछ मेरे बस में हे। प्लीज भगवान....कल के बारे में सोच ही मुझे डर लग रहा है। प्लीज कल सभाल लेना!"  



    to be continue

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  • 12. I want U my इडियट!

    Words: 1616

    Estimated Reading Time: 10 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।



    Ab Aage-
    डोबरियाल मेंशन में...
    रात के समय....
    नक्ष फोन पर बात करते हुए अपने रूम की तरफ जा रहा था कि तभी एक दम से उसके रूम के दरवाजे के सामने टिया आ गई।
    जिस ने इस वक्त बहुत ज्यादा हॉट सी ब्लैक मनी ड्रेस पहनी हुई थी जिस मे टिया बहुत ही ज्यादा हॉट लग रही थी। और हॉट बन कर नक्ष को देख कर स्माइल कर रही थी।

    वही नक्ष उसे ऐसे सामने देख कर थोड़ा सा कन्फ्यूज्ड हो जाता है!
    नक्ष को कोइ फर्क नहीं पड़ रहा था टिया के हॉट दिखने से, तभी नक्ष फोन कट कर देता है और फिर अपनी रुड वॉइस मै उसे पूछता है!

    "तुम्हे अपने रूम में होना चाहिए , तुम इस वक्त मेरे रूम के बाहर क्या कर रही हो!"
     
    वही टिया नक्ष के थोड़े पास आ कर खड़ी हो जाती है और अपना एक हाथ नक्ष के सीने पर हाथ फेरते हुए सिडेक्टिव वॉयस में स्माइल करते हुए कहती है!

    "नक्ष बेबी!! अब तो हम दोनों की शादी भी होनी वाली है। तो उस से पहले हम एक किस तो कर ही सकते हैं देखो न तुम्हारी होने वाली वाइफ कितनी जायदा खूबसूरत और हॉट हे।
    क्या तुम इस वक्त उस की ये विश पूरी नही करोगे। प्लीज़ बेबी I want Kiss You"

    कहते हुए टिया नक्ष के चेहरे को पकड़ कर किस करने ही लगी थी कि नक्ष एक दम से टिया को खुद से दूर हो कर के है उसे गुस्सा करते हुए कहता है!

    "टिया कितनी बार कहा है तुम्हे, मुझे ये सब बिलकुल भी पसंद नहीं है,।और रही शादी की बात तो अभी शादी के लिए बहुत टाइम हे!
    प्लीज अब जाओ यहां से।
    don't disturb me!"

    ये कह कर नक्ष अपने रूम में चला जाता हैं ओर अपने रूम का दरवाजा बंद कर देता है।
    जिसे बस टिया देखती रह जाति है उसे बिलकुल भी अच्छा नहीं लगा. ओर नाराज़ होते हुए दरवाजे को घूर कर कहती है।

    "नक्ष तुम मुझे प्यार करते हो या नहीं,
    लेकिन मै सिर्फ तुम्हे प्यार करती हूं , तुम बस मेरे हो।। देखती हूं कब तक मुझे खुद से दूर करते रहोगे, एक बार शादी हो जाने दो, उस के बाद देखती हूं कैसे मुझे खुद के करीब आने से रोक नहीं पाओगे। क्युकी तब तक तुम्हे मेरा नशा ही होगा."
     

     टिया जिसे सिर्फ नक्ष से प्यार था और अब नक्ष के साथ अपनी पूरी जिंदगी जीना चाहती थी लेकिन नक्ष के बिहेव से कई बार बहुत ज्यादा हर्ट हो जाति थी क्युकी नक्ष उसे इग्नोर ही करता था और अगर पास रहता था वह भी सिर्फ सुहाना की वजह से लेकिन वो भी बस एक फॉर्मेल्टी की तरह।
    लेकिन टिया ने सोच कर रखा था कि एक बार जब उस की शादी नक्ष से हो जाएगी तब तो नक्ष पर उस के हुस्न का जादू चल जाएगा!
     
    वही दूसरी तरफ..

    नक्ष वाशरूम में शर्टलेस हो कर शावर के नीचे गुस्से में खड़ा हुआ था, शर्टलेस होने से उस की नेक्ड चेस्ट हॉट बॉडी हॉट लग रही थी वही शावर के बेहते हुए पानी में उस की बॉडी हॉट ओर भी जायदा अट्रैक्टिव लग रही थी।

    इस वक्त नक्ष को गुस्सा उसे आ रहा था कि कैसे टिया उसे छू रही थी जिस से उसे इस वक्त बहुत इरिटेशन हो रही थी।
    शावर के नीचे पूरी तरह भीग कर नक्ष अपने गीले बालों को अपने माथे से, सर के ऊपर हाथ फेरते हुए,
    एक जनून के साथ खुद से कहता है।


    "मैग्गी मै सिर्फ तुम्हे चाहता हूं, तुम ही मुझे टच कर सकती हो। तुम्हारे इलावा किसी और का टच मै बर्दाश्त नही कर सकता हूं। पता नहीं कब तुम मेरे करीब आऊंगी मै हर वक्त तुम्हारे लिए तड़प रहा हूं। I want U my इडियट!"
     
     
    नक्ष जिसे टिया का हाथ लगाना बिलकुल भी पसंद नहीं आया था। नक्ष बस चाहता था कि मैग्गी ही उसे हाथ लगाए जिसे वो अपने पास और अपनी बाहों मे छुपा कर रखना चाहता था। नक्ष इस वक्त मैग्गी के तड़प रहा था। जो उस का जनून से जायदा दीवानगी बन चुकी थीं।



     
     वही दूसरी तरफ

    मैग्गी के फ्लेट में....
     
    मैग्गी जो  अभी तक सोई नहीं थी क्युकी उसे कल के बारे मे अभी भी सोच कर परेशान हो रही थी । इसलिए अपने रूम में अपने नाखून को चबा कर इधर उधर घूम कर पर परेशान चक्कर लगा रही थी कि
    कल वह ऐसा क्या करे जिस से कल नक्ष उसे न डांटे या फिर कल वो नक्ष के सामने न जा सके।


    पर इस वक्त इतनी टेंशन में उस के दिमाग ने सोचना भी बंद कर दिया था उसे बस यही डर लग रहा था कि कल शायद वो नही बच सकती है।
     
    अब इसी टेंशन और डर के बीच में कोई उसे डिस्टर्ब कर देता है जिस से उस की नजर अपने फोन पर जाति है जो बेड पे आराम से पड़ा हुआ उसे अपने पास बुला रहा था कि आओ मुझे उटाओ और थोड़ी सी और परेशानी को ओर ले लो!


    मैग्गी अपने फोन को उठा कर देखती है तो फिर से उसे अननॉन नबर से उसे आ रहा था।
    जिसे टेंशन में पिक कर लेती है और अपने कान में रख कर हेलो बोल ही रही थी कि तभी उसके कान में उस के डेली हेडिक की आवाज आई...

    "हेलो GF ! तुम अभी तक सोई नहीं क्या?
    मै आ जाऊं तुम्हे सुलाने
    देखो. हम एक गेम भी खेल सकते हैं, तुम मुझे सोने मत देना और मै तुम्हे सोने नही दूंगा, आऊं क्या तुम्हारे पास हम्ममम!".
     
    "I will kill you, अगर तुम ने ऐसी बाते करने बंद नही करी, मै तुम्हारा मर्डर कर दूंगी!"
    मैग्गी ने अपने चेहरे पर गुस्से वाले एक्सप्रेशन के साथ अक्ष को कहा।
     
    वही अक्ष उस की बात सुन कर स्माइल करता है जो खुद इस वक्त उसी जंगल वाले विला में अपने रूम मे बेड पर लेट कर उस से फोन पर आराम से टेंशन फ्री हो कर बात कर रहा था।
     
    "कोई फायदा नहीं है! क्युकी तुम तो पहले ही मुझे मार चुकी हो। अपनी प्यारी प्यासी चश्मिश आंखो से! हाय मै तो घायल ही हो गया!"
    अक्ष ने फ्लर्ट करते हुए कहा।
     
    जिस से मैग्गी को गुस्सा आता है, उसे कहती हैं।

    ",तुम सच में कितने बुरे हो,
    पता नहीं कौन सी दुनिया के देहायती प्राणी हो,
    सेल्फ रिस्पेक्ट क्या होती है तुम्हे उस से भी फर्क नहीं पड़ता है!.
    तुम रोज़ मुझे फोन करके हैडिक देते हो और मैं तुम्हारी हैडिक वाली बात सुन कर तुम्हे हर बार कह ब्लॉक कर देती हूं। लेकिन तुम इतने ढीट हो,फिर भी मुंह उठा कर मुझे न्यू नबर से कॉल कर ही देते हो। तुम्हे सच में शर्म नहीं आती हैं क्या!"

     
    "हम्मम !!! अगर ऐसे ही पूछ रही हो तो, ना हे और अगर फ्लर्ट कर रही हो तो हां!
     मुझे थोड़ी सी भी शर्म नहीं आती है क्युकी तुम्हारे प्यार ने मुझे बेशर्म बना दिया है।"

    अक्ष अभी भी बाज नहीं आता है और मैग्गी को अपनी बात से छेड़ने लगा।

    "हेडिक हो तुम!
    मेरे लिए आई बात समझ में.
    ओनली हेडिक हेडिक हेडिक.!!!"

    .मैगी ने बार बार  हेडिक शब्द को रिपीट किया..


    "ओके थैंक यू योर complement,
     तुम मुझे अभी हेडिक बोल सकती हो
    बाद मै मुझे अपनि हार्टबीट बोल देना मै वैट कर लूंगा.!"अक्ष ने कहा।


    "तुम हार्टबीट नही , पर मेरे लिए हार्ट अटैक जरूर बन सकते हो मेरे लिए,अब मुझे फोन मत करना!"

    ये कह कर मैग्गी कॉल कट रही थी कि तभी अक्ष ने कहा...

    "वैट क्या तुमने वो लेटर पढ़ कर देखा!"
     
    "क्या ?"मैग्गी ने कहा।


    "मतलब तुम ने अभी तक लेटर नही पढ़ा, ओह बेबी क्या करूं मैं तुम्हारा? अक्ष ने निराश होते हुए कहा ओर तभी आगे उसे कहता है।

    "अरे मैने तुम्हारे लिए एक लेटर छोड़ था क्या तुम ने उसे नही देखा मैने तुम्हारे डोर के पास ही छोड़ा था!
      उस में कुछ ऐसा है जो तुम्हारे लिए बहुत जायदा important है।
    तो पहले उस लेटर को पढ़ कर देखो!"
    अक्ष ने ये बात बहुत सीरियस होकर कही।


    जिस से अब मैग्गी को उस की बात सुन कर याद आता है कि जब वह वापिस आई थी तो उस ने एक लेटर देखा तो लेकिन मैग्गी को लगा वो शायद कोई बिल या कोई नोटिस होंगा जिसे वो अंदर ले कर तो आई थी लेकिन कहां रखा उसे वो याद नही आ रहा था।
    जिस से मैग्गी उस से बात करते हुए रूम से बाहर लिविंग एरिया में आ जाति है और हर कॉर्नर पर और टेबल और ड्रॉ पर देखने लग जाति है। पर उसे लेटर कही नहीं मिलता है..


    पर तभी उसे वो लेटर सोफे के नीचे दिखाई देता है...जिसे देख कर वो उस लेटर को अपने हाथ में पकड़ कर अक्ष से कहती है!

    "मुझे तुम्हरा लेटर मिल गया, क्या तुम्हीं इसी की बात कर रहे हो।"

    "तो मुझे क्या बोल रही हो देखो इस लेटर के अंदर तुम्हारे लिए क्या हैं।"
    अक्ष ने डेविल स्माइल करते हुए पर मैग्गी से कहा।
     
    वही मैग्गी अब अपने हाथ से लेटर को एनवलॉप को खोल देती है और जैसे ही लेटर को देखती है, तो उसकी आंखे हैरानी से बड़ी बड़ी हो जाती है।

    To be continue
    आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना
    साथ ही फॉलो करना मत भूलना!"
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  • 13. Unforgettable Devil's Love Her - अक्ष की पागलपन वाली हरकत

    Words: 1742

    Estimated Reading Time: 11 min

     ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।

    अब आगे____
     
    "So कैसा लगा मेरा कीमती तोहफा !
    अब तुम्हे पता चल गया न मैने अभी तक अपने आप में सेव रखा है सिर्फ तुम्हारे लिए!" फोन पर अक्ष ने उसे कहा।
     


    "You SCUMBAG .....I will kill u.!
    दिमाग खराब तो नही है तुम्हारा, बेशर्मी की भी हद होती है। एक लड़के हो कर तुम एक लड़की को कैसे बात सकते हो। शर्म नहीं आती है तुम्हे!"

    मैग्गी गुस्से में चीख कर अक्ष से कहा क्युकी अभी उस के हाथ में  जो लेटर था वो कोई लेटर नही बल्कि अक्ष की Virginity टेस्ट रिपोर्ट थी!


    जिस मे ये साफ था कि वो अभी तक Virgin है। और आज तक किसी के साथ फिजिकल नही हुआ।और ये देख कर मैग्गी को बहुत ज्यादा गुस्सा आ रहा था क्युकी अब अक्ष कुछ जायदा ही हद से आगे बढ़ रहा था।
     
     
     
    "मै तुम्हे बोल रही हूं तुम जो कोई भी हो , अब अपनी हरकते बंद कर दो! अच्छा नहीं होंगा तुम्हारे साथ।
    सच में तुम पूरे साइको हो।"

    ये कह कर मैग्गी कॉल कट कर देती है !


    "है भगवान कोई ऐसा कैसे कर सकता है।
    मुझे तो देख कर ही शर्म आ रही है और गुस्सा भी!"

    .ये कह कर मैग्गी उस रिपोर्ट को बुरी तरह से फाड़ कर डस्टबीन मे फेंक कर अपने रूम मे चली जाती है और जोर से अपने रूम का दरवाजा बंद कर देती है।क्युकी उसे गुस्सा आ रहा था अक्ष की इस हरकत पर,
    भला कोई कैसा किसी को बता सकता है कि वो किसी के साथ फिजिकल नहीं हुआ है और अभी तक उस के लिए वर्जन हे।



    वही दूसरी तरफ
    अक्ष अभी अपने फोन की स्क्रीन को हैरानी से देखे जा रहा जिसमे कॉल एंड हो चुका था।

    "मैने इसे इतनी important  बताई है, क्या
    इसे समझ में नहीं आ रहा है कि मैने खुद को उस के लिए सौंप दिया है। ओर ये मुझ पर गुस्सा कर रही है और मुझे साइको बोल रही है।
    मैग्गी तुम मेरी हो सिर्फ मेरी!
    तुम्हे सिर्फ मुझ से प्यार करना होंगा। मै तुम्हे अपने इलावा किसी और का नही होने दूंगा! तुम्हे पाने के लिए मे हद से गुजरने के लिए तैयार हूं।
    अगर तुम मेरी नही हुई थी तो मै सब कुछ खत्म कर दूंगा सब कुछ यहां तक कि तुम्हे भी ओर खुद को भी!"

    अक्ष के अंदर मैग्गी को पाने के लिए वो सच में पागल हो गया था। वो खुद भी नहीं जानता था कि उस का
    जनून पागलपन और अब एक जिद बन गई थी !




    अगले दिन __
    डोबरियाल कंपनी के ऑफिस में .


    "हे भगवान!
    क्या करू अभी अंदर जाऊ क्या?
    नही नही मुझे डर लग रहा है?
    अंदर हिटलर है ?
    मुझे उसे डर लग रहा है कि अब वो मेरे साथ क्या करने वाला है।"
    केबिन के बाहर खड़ी हुई हुई मैग्गी अंदर नक्ष के पास जाने के लिए डर रही थी।

    क्युकी नक्ष कल की हरकत पर उस से ज्यादा गुस्सा था। और अभी इस बात पर ही मैग्गी घबरा रही थी कि अंदर जा कर हिटलर कोन सा जहरीला बम  उस के उपर ब्लास्ट करेगा।
    तभी हिम्मत करते हुए मैग्गी डरते हुए केबिन में चली जाती है।

    ओर अंदर जा कर उस की नजर नक्ष पर पढ़ती है जो इस वक्त उसी को ही अपनी नीली आंखों से घूर रहा था मतलब उसी के आने का वैट कर रहा था।


    "लो गई काम से! हिटलर मुझे ही देख रहा है या फिर घूर रहा है।"
    मैग्गी ने मन में डरते हुए कहा लेकिन तभी अपने चेहरे पर हल्की सी स्माइल को जबरदस्ती लाने की कोशिश करते हुए बोली!

    "गुड मॉर्निंग सर!"

    मैग्गी इस वक्त नक्ष के सामने अभी अपने चेहरे पर डर को छुपाने के की कोशिश कर रही थी।
    पर फिर उस के चेहरे पर डर नजर आ रहा था ।
    ओर अब तो उस के पैर भी कांप रहे थे।

     
    "सर आज की मीटिंग आप की 11 बजे तक शुरू हो जाएगी!" मैग्गी ने कांपते हुए होठों से कहा।
     
    वही नक्ष उसे देख रहा था और उस के कांपते हुए पेरो ओर होठों को भी,
    उसे देख कर नक्ष खुद से कहता मन में बोलता है।

    "अगर मुझ से इतना डरती है तो फिर मुझ से झूठ कहने की हिम्मत नहीं करती इडियट!"


    "तुम मुझे बताऊंगी की कल तुम उस मॉल में क्या कर रही थी!" नक्ष ने पेन को अपने हाथों की उंगलियों में गोल गोल घुमाते हुए अपने रुड वॉइस मै मैग्गी को देख कर कहा।

    वैसे उसे पहले ही पता था कि मैग्गी वहां पर किस लिए आई थी
    लेकिन फिर भी मैग्गी के मुंह से सुनना चाहता था कि इस बार वो किस तरह से उस के सामने नया झूट बोलती हैं।
     
    वही ये सुन कर मैग्गी कि सांस ही अटक गई थी ।
    क्युकी उसे अब ये ही बात तो नही बताना चाहती थी कि कल वो वहां पर अपने फेवरेट हीरो AK की मूवी देखने गई थी। जिसे नक्ष ने उसे देख ने के लिए साफ मना किया था।


    मैग्गी अपने स्पेक्स को अपने हाथों से आंखों पर थोड़ा एडजस्ट कर के अब नक्ष के सामने रोनी सूरत भरी आवाज में कहती हैं!

    "I am really sorry sir 
    प्लीज नेक्स्ट टाइम से अब झूठ बोल कर कभी भी ब्रेक नही लूंगी!"
     
    वही नक्ष उस की बात सुन कर अपनी एक आई ब्रो को उचका देता है और खुद से मन में कहता है।

    "कितनी चालक है!
    मैने जो सवाल पूछा उसे इग्नोर करके मुझ से रोते हुए माफी मांग रही है। इडियट!"
     
    ये कह कर नक्ष अपने चेहरे पर गुस्से वाले एक्सप्रेशन और रुड वॉइस मै उसे कहता है!

    "तुम ने अपने कंपनी के बॉस यानी , कि मुझे चीट किया है।
    You know that..I don't like chiter!"

    मैग्गी नक्ष की बात सुन कर उसे बेबस हो कर नक्ष को देखने लगी जो उसे ही घूर रहा था। जिसे उस पर बिल्कुल भी दया नहीं आ रही थी।
     
    "मैग्गी कितना cruel हिटलर है।
    इसे मेरे आंसू का कोई असर नहीं हुआ कि मुझे थोड़ा सा पछतवा हैं। ओर ये फिर भी मुझे सुनाने में बाज नहीं आ रहा है।" मन में सोचते हुए मैग्गी ने गुस्से में कहा।
     
     
    "सोरी सर! मैं अपनी गलती मान रही हूं। प्लीज मुझे माफ कर दीजिए। आगे से कभी भी ऐसा कुछ कभी भी नहीं करूंगी!"
    मैग्गी ने नक्ष से फिर से माफ़ी मांगने की कोशिश करते हुए कहा।

     
    "आज के बाद तुम्हे 2 महीने तक कोई ब्रेक नही मिलेगाओर तुम्हारी सैलरी में से अब 75 परसेंट मै कट कर रहा हूं। और तुम्हे अब हर वक्त मेरे साथ ही रहना है ताकि अगर तुम फिर से मुझ से झूट कहने की कोशिश करोगी तो मैं तुम्हे वही सबक सिखा दूंगा।"


    नक्ष की हर एक एक बात मैग्गी के ऊपर ब्लास्ट
    हो चुकी थी। उस की आंखे बड़ी बड़ी जाती थी क्युकी अब हिलटर ने उस की सजा के तोर पे पहले उसे ब्रेक देने से ही मना कर दिया था।
    और सैलरी जो उसकी आधी ही आती थी उसे उस ने और काट दिया था । भयानक सजा ये थी कि मैग्गी को हर वक्त उसी के साथ रहना होगा जो उस के लिए किसी टॉर्चर से कम नहीं था।
    मैग्गी ये सब सुनकर शायद शॉक्ड मे चली गई !

    वही नक्ष को मैग्गी को देख कर हंसी आ रही थी लेकिन उस ने अपनी हंसी को कंट्रोल कर के अपने मन में उसे देख कर बोलता है।

    "ये लड़की सच में इडियट है।
    इसे पता नहीं है कि मै इसे हर वक्त अपने साथ रहने के लिए इस लिए बोल रहा हूं ताकि इसे हर वक्त अपने आंखो के सामने रख सकूं!"

    तभी नक्ष उठ कर मैग्गी के सामने आ जाता है और मैग्गी के चहरे को करीब से देखने लग जाता है।

    वही मैग्गी अभी भी गहरे सदमे में ही थी उसे खबर ही नहीं थी कि नक्ष उसी के सामने खड़ा हुआ है जो उसे देख रहा है और वो भी करीब से!

    खूबसूरत चेहरा जिस पर मासूमियत के इलावा
    कोई मेकअप भी नहीं था न आंखो मे कोई काजल और न ही होटों पर रंगीन लिपस्टिक!

    सादगी से भरा ये चहरा नक्ष के लिए इस दुनिया में सबसे खास और खूबसूरत था ।जिसे वो अपना बनना चाहता था नक्ष मैग्गी के चेहरे को देख कर इतना खो गया था कि उस के होठ मैग्गी के होठों को छूने जा रहे थे।
    की तभी नक्ष के केबिन में किसी ने नोक किया..

    जिस से नक्ष एक दम से मैग्गी के सामने से दूर हुआ और वही मैग्गी अब जा कर अपनी सेंस में आई लेकिन नक्ष को ऐसे सामने देख कर थोड़ा सा कन्फ्यूज्ड थी।

    तभी वो कुछ बोल पाती तभी नक्ष अपनी नर्वसेस छुपा कर चेहरे पर गुस्सा दिखाते हुए कहता है।

    "मेरे लिए कॉफी ले कर आओ।"

    वही मैग्गी ये सुन कर नक्ष के केबिन से जल्दी से निकल ने लगती है और जैसे ही केबिन का डोर ओपन करती है तो किसी के सीने से उस का चहरा टकरा जाता है।


    वही ये देख कर अब नक्ष की आंखे गुस्से में लाल हो जाति है और वो जल्दी से आता है और मैग्गी का हाथ पकड़ कर उसे अपनी तरफ खींच लेता है। ओर सामने खड़े हुए इंसान को बुरी तरह से खा जाने वाली नजरों से घूर ने लगा।

    वही मैग्गी अपने सामने वाले इंसान को देख कर पहचानने की कोशिश कर रही थी।
    जिस ने  उपर से नीचे तक पूरे ब्लैक कलर के ब्रैंडेड कपड़े पहने हुए थे! सर पर कैप और अपनी आंखो में ब्लैक कलर के सनग्लासेस , और मास्क से अपना चहरा पूरा छुपाया हुआ था।
    मैग्गी को पता नहीं चल रहा था कि अभी ये मास्क मेन कोन है लेकिन फिर भी पता नहीं उसे ऐसा लग रहा था कि उस ने शायद इस इंसान को देखा हुआ है।



     To be continue
    आगे की कहानी जानने के लिए नेस्ट चैप्टर पर मिलते है। कहानी कैसी लगी कमेंट कर के जरूर बताना साथ ही मुझे फॉलो करना मत भूलना!
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  • 14. Unforgettable Devil's Love Her हिटलर ने मुझे मारना चाहता है त

    Words: 970

    Estimated Reading Time: 6 min

     
     
     ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
     
     
    Ab Aage 📖📖📖📖📖
     
     
    नक्ष अपनी चेयर पर बैठ हुआ था और उसका चहरा गुस्से वाला था।
    ओर वह अपनी जेहरीली आंखो से उसी इंसान को बुरी तरह से घूर रहा था जिस से  कुछ देर पहले मैग्गी टकरा हुई थी और अभी वो इंसान नक्ष के सामने बैठा हुआ था।

    जो और कोई नहीं बल्कि AK (अयांश कुंद्रा) था जिस ने अब अपने चेहरे से मास्क निकाल कर अपने फेस को रिविल कर दिया था।

    "सर आप मेरे साथ ऐसा कैसे कर सकते हैं?
    मै आप की कंपनी के ब्रैंड का टॉप फेस हूं ।
    आप की कंपनी मुझे खुद स्पॉन्सर कर रही है।
    तो आप अपने ही मॉल में मुझे कैसे बेन कर सकते हैं।
    आखिर मैने ऐसा क्या किया है जिससे आप हर बार मुझे शर्मिंदा कर देते हैं।
    आप को पता है ना ,
    मेरी कितनी बड़ी इमेज बनी हुई है। और आप ने मुझे बेन कर के मेरी अच्छी खासी इमेज को थोड़ा गिरा दिया है। लोग मुझे मेरी फोटो पर भर भर कमेंट कर रहे हैं कि
    AK को एक मॉल में एंट्री क्या ,
    पूरी तरह से बेन कर दिया है। और वह भी खुद के बॉस ने!"

    अयांश कुंद्रा उम्र 23 साल देखने में बहुत हैंडसम और फिल्म इंडस्ट्री में शाइनिंग स्टार और सभी लोगों का फेवरट एक्टर था जिस मे बच्चो से ले कर बुर्जग तक और ज्यादा तर लड़किया उस पर मरती थी।
    अयांश कुंद्रा का रियल मे बेहवियर थोड़ा चिल्ड्श ओर फ्रैंक था जिस वजह से वो नक्ष से खूल कर आराम से बात कर करता था।
     
    पर नक्ष को अयांश कुंद्रा से बहुत ज्यादा जलन होती थी। क्युकी वो मैग्गी का फेवरट एक्टर के साथ उस का क्रश भी था।

    अभी थोड़ी देर पहले गलती से मैग्गी AK के सीने से टकरा गई थी।
    नक्ष ने अपनी जलेसी में आ कर मैग्गी को AK से दूर किया था और ये ही नही नक्ष ने कल अपने उसी मॉल में अब AK को बेन कर दिया था ।
    इसी वजह से AK आज नक्ष से मिलने आया था क्यूकी AK को डोबरियाल कंपनी ने लॉन्च किया हुआ था। ओर नक्ष उस का बॉस था।
     
    वही नक्ष उस कि बात सुन कर चिड़ते हुए अपनी रुड वॉइस मै उसे बोलता है!

    "अभी तक तुम्हे सिर्फ अपने मॉल में बेन किया है लेकिन अगर तुम फिर से मेरे ऑफिस में बिना मेरी परमिशन के आए तो यहां पर भी तुम्हे बेन कर दूंगा।"
     
    "सर ...आप मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते हैं...अब इस मे मेरी क्या गलती है कि आप की गर्लफ्रेंड मेरी क्रेज़ी फेन है। "

    AK ने थोड़ा मासूमियत के साथ कहा और उसे ये बात पता थी कि नक्ष मैग्गी को पसंद करता है और मैग्गी तो उस की फेन है जिस से कभी कभी AK  जान बूझ कर नक्ष को चिढ़ा भी देता था जैसे अभी भी चिड़ा रहा था कि मैग्गी उसकी क्रेज़ी फेन है।

    "बकवास बंद करो अपनी! वो तुम्हारी कोई फेन नही है!
    और तुम अभी मेरे सामने जिंदा रहना चाहते हो तो मैग्गी का नाम अपने मुंह में क्या दिमाग में भी मत लाना got it!"
     
    "हद है यार कोई इतना कैसे जल सकता है।"
    AK ने बड़ाबते हुए खुद से कहा।

    जो शायद नक्ष ने सुन लिया और जिस से नक्ष उसे घूर कर देख कर कुछ बोल पाता।
    तभी AK  उसे कहता है!
    "ओके मै अब आप की गर्लफ्रेंड से दूर ही रहूंगा पर अब प्लीज आप अपने मॉल से मुझ पर बैन वाला टैग हटा दीजिए मुझे शाम को अपनी एक मूवी प्रोमशन के लिए वहां जाना है।"
     
     
     
    वही दूसरी तरफ...
     
    Canteen  मे 

    मैग्गी इस वक्त कैंटीन में बैठ कर चाय पी रही थी और अभी भी उसी मिस्टीरियस इंसान (AK ) के बारे में सोच रही थी कि वो कोन है। शायद वो उसे जानती हैं या फिर पहचान नही पा रही है।
    "ओह हो... मैग्गी क्या तो भी न क्यू उस इंसान के बारे में इतना सोच रही है। शायद होगा कोई उस हिटलर कोई किलर,
     गुंडा या कोई क्रिमिनल जिसे उस हिटलर ने किसी को मारने की सुपारी के लिए हायर किया होंगा!
    तभी उस ने अपने चेहरे को इतना छुपा कर रखा हुआ था। मगर हिटलर किसे मारना चाहता होंगा!"
     

    (ये देखो मैग्गी की सोच भई कोई इतना गहरा कैसे सोच सकता हैं, कहां उस के सामने उस का फैवर्ट हीरो और क्रश था और वो उसे गुंडा किलर और क्रिमिनल के नाम दे रही थी।
    ऐसे ही नक्ष उसे इडियट नही कहता है क्युकी मैग्गी का दिमाग सीधा नही हमेशा बिना कुछ समझे जंप कर के अपने ही नतीजे में पहुंचता था।
    और अभी तक तो उस ने कुछ जायदा सोचा ही नहीं था थोड़ी देर में देखो वो बोलते हुए कहां तक पहुंची!)

    "मतलब क्या हिटलर ने मुझे मारना चाहता है तभी उस ने उस किलर को बुलाया है ताकि मुझे टपका दे।
    मुझे नही पता था हिटलर मुझे मेरे झूट की वजह से सजा के तोर पे मुझे मारना चाहता है।
    अब मै क्या करूं कैसे अपने आप को प्रोटेक्ट करू।
    मुझे तो लड़ना भी नही आता है।"
    सोचते हुए मैग्गी ने कहा क्योंकि उसे अब ऐसा लग रहा था कि नक्ष मैग्गी को मरना चाहता है।

     To be continue
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  • 15. Unforgettable Devil's Love Her - <br>मुझे भी मेरा बॉयफ्रेंड चाहिए।

    Words: 1113

    Estimated Reading Time: 7 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी मनोरंजन के लिए है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद से पढ़े और पर्सनल न ले। ओर प्लीज कहानी के साथ बने रहे,तो चलिए शुरू करें!!!!!

     

     Ab Aage -----

    रात के समय...
    क्लब में ..

    मैग्गी इस वक्त क्लब में  बैठी हुई थी!
    दअरसल अब उसे लग रहा था कि अब नक्ष का किलर मेन उसे मारने वाला है,
    ओर वो जल्द ही मरने वाली है तो जितना भी उस के पास टाइम बचा है तो क्लब में आ कर अपने बचे हुए वक्त में कुछ एंजॉय करना चाहती थी । 

    मैग्गी इस वक्त बैठ कर ड्रिंक पी रही थी फिलहाल 
    अभी उसे हल्का हल्का नशा हो रहा था।
    जिस वह से मैग्गी अपने फोन से सीधा मीता को फोन करती है।

     

    "मीता... तु न इस दुनिया मे मेरी सब से अच्छी दोस्त हैं। तुने मेरा बहुत साथ दिया है। You are My best friend I miss U so much!!!
    मै तुझे बहुत ज्यादा मिस करने वाली हूं तुम्हे,
    पर तुझे प्रोमिस करना होगा मेरे बाद तू मुझे मिस नही करेगी और न ही मुझे याद कर के रोएगी। क्योंकि मुझे अच्छा नहीं लगेगा।"

    नशे में रोते हुए मैग्गी ने मीता से बोल रही थी या फिर यूं कहें कि एक बार अलविदा वाला मेसेज दे रही थी।

     


    वही मैग्गी की बात सुन कर फोन पर मीता थोड़ी सी कन्फ्यूज्ड हो जाति है और उसे कहती हैं!

    "मैग्गी तुझे क्या हुआ है और क्या तूने ड्रिंक की है।
    और क्या बोल रही है मै तुझे मिस न करूं!
    क्या तू कही जा रही है!
    आज तू इतनी अजीब सी बाते क्यों कर रही है! तू ठीक हे न!"

    उस की बात सुन कर मैग्गी अपने मन में बोली!

    "अब तुझे कैसे बताऊं कि मै मरने वाली हूं
    हिटलर मुझे मारने की सुपारी दे चुका है!
    और ये बात मै किसी को बता भी नही सकती हूं।
    अगर हिटलर को पता चला तो तुम्हे भी मार देगा ।
    जैसे मुझे मारना चाहता है। मै अपनी वजह से अपनी बेस्ट फ्रेंड की जान खतरे में नही डाल सकती हूं!"

     

    "क्या हुआ! अब चुप क्यों हो गई। बता मुझे क्या हुआ है तुझे! तू कुछ जायदा ही सेंटी बात कर रही है!"
    मीता ने उसे होश में लाते हुए कहा।

    जिस से मैग्गी ने जवाब दिया!
    "मुझे क्या होंगा!!
    कुछ भी नहीं हुआ है !!
    बस आज मुझे तेरी याद आ रही है!"
    इस से आगे कुछ कह पाती तभी मीता हंसते हुए बोली...
    "अरे मेरी क्यूटी, 
    मै तेरे फ्लेट के नीचे ही रहती हूं तो डोंट वरी!
    हम दोनों एक दूसरे मिल भी सकते हैं और साथ में रह सकते है अच्छा मुझे एक न्यूज कवर करने जाना है जो मेरे लिए बहुत इंपोर्ट है मै तुझ से थोड़ी देर में बात करती हूं !"
    कहकर मीता कॉल कट कर देती हैं।

     

     


    वही मैग्गी फोन मै मीता के एंड कॉल को देख कर कहती है...
    "I miss u My bestii"

    ये कह कर दुखी मन से रोते हुए मैग्गी ड्रिंक कर ने लगी।

    कुछ ही देर में मैग्गी को नशा हद से ज्यादा हो गया था लेकिन फिर भी वो ड्रिंक पी रही थी वही एक वेटर मैग्गी जो ड्रिंक दे रहा था उसे पीते हुए देख कर बोलता है!
    "मेम आप ने आज भी बहुत जायदा ड्रिंक कर ली है लेकिन फिर भी आप का बॉयफ्रेंड अभी तक नहीं आया है !
    क्या आप का ब्रेकअप हो गया है इसलिए आप ड्रिंक पीते हुए रो भी रही है।"

     
    वही मैग्गी उस की बात सुन कर उस वेटर को देख उसे अपने पास बैठ ने का इशारा करती है!
    जिस से वो वेटर को थोड़ा अजीब लगता है लेकिन फिर भी मैग्गी के कहने पर उस के पास आ कर बैठ जाता है ।
    मैग्गी उस के शोल्डर पर अपना सर रख कर जोर जोर से रोते हुए कहती है!


    "मेरा ब्रेकअप तभी होगा न जब मेरा कोई बॉयफ्रेंड होगा! पता हे क्युकी  मै इतनी अनलकी हूं कि आज तक कोई लड़का मेरा बॉयफ्रेंड क्या,
    मेरा नॉर्मल फ्रेंड तक नहीं बना... क्युकी मैं सुंदर नहीं हूं।
    लेकिन अब मुझे भी मेरा बॉयफ्रेंड चाहिए। यार कोई मेरे लिए ब्वॉयफ्रेंड ले कर आओ। वो मुझे उस हिटलर से प्रोटेक्ट करेगा।"

    अब मैग्गी को ऐसे अपने शोल्डर पर देख कर वो वेटर जितना शॉक्ड मे था उतना डर भी रहा था ।
    क्युकी उसे पता था कि नक्ष मैग्गी के लिए कितना ओवर प्रोटेक्टिव है।
    और अगर इस वक्त नक्ष ने उसे मैग्गी के साथ ऐसे देख लिया तो नक्ष उस का वही शोल्डर तोड़ देगा जहां अभी मैग्गी ने अपना सर रखा हुआ है।

     मैग्गी हमेशा से इसी क्लब में आती थी और जब भी उसे नशा होता था तो नक्ष ही उसे यहां से ले कर जाता था।
    और क्लब में अगर कोई मैग्गी के साथ जायदा बात या फिर क्लोज आने की कोशिश करता था तो नक्ष उन सभी को इतनी बुरी तरह से टॉर्चर करता था ।
    मैग्गी के इलावा इस क्लब ने आने वाला या फिर काम करने वाला हर शख्स को नक्ष के बारे मेपता था। क्युकी उन्हें लगता था कि नक्ष मैग्गी का बॉयफ्रेंड है जिस के आस पास
    या गलती से कोई लड़का मैग्गी के करीब दिख जाए। तो नक्ष उन का हाल पूरा बेहाल कर के उन्हे बर्बाद कर देता था।


     


    अभी वेटर इसी बात से डर रहा था कि नक्ष ने मैग्गी को उस के साथ देख लिया तो अगर नक्ष आज सच में उसे जान से मार देगा।

    वह जल्दी से मैग्गी से दूर हो कर अपनी जगह पर खड़ा हो जाता है और अपने दिल पर हाथ रख कर डरते हुए कहता है!

    "आज ये लड़की मुझे मारना चाहती है क्या? पागल कही की अगर इस का बॉयफ्रेंड ने मुझे देख लिया तो मुझे भी ओर लड़के की तरह धो कर मेरी जान निकाल देता।
    पर ये क्या बोल रही है कि इस का कोई बॉयफ्रेंड नही है!और आज ये इतना अजीब सा बिहेव क्यू कर रही है! मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है अगर इस का कोई बॉयफ्रेंड नहीं हे तो वह लड़का (नक्ष) कोन हे!"
    ये कह कर उस वेटर की सामने गई जहां अब नक्ष मैग्गी को अपनी गोद में उठा कर उसे ही घूर कर देख रहा था।
    जिसे देख कर वह वेटर घबरा जाता है और जल्दी से नक्ष से कहता है!
    "सॉरी सर!
    मैने कुछ भी नहीं किया मै सच बोल रहा हूं। आप मेडम से पूछ लीजिए!"

     

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  • 16. Unforgettable Devil's Love Her - <br>नक्ष की किस

    Words: 1059

    Estimated Reading Time: 7 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी मनोरंजन के लिए है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद से पढ़े और पर्सनल न ले। ओर प्लीज कहानी के साथ बने रहे,तो चलिए शुरू करें!!!!!



    Ab Aage---


      वेटर की जान आज बचते  बचते बची थी ।
    क्योंकि नक्ष को पता चल गया था कि उस वेटर का मैग्गी को ले कर कोई गलत अटेंशन नही था इसलिए उस के हाथ पैर सलामत थे ।
    लेकिन फिर भी उसे जॉब से निकाल दिया था। क्युकी नक्ष ऐसे मैग्गी के करीब,
    तो इस वेटर को नही छोड़ सकता था और वैसे भी सजा कैसी भी हो नक्ष देना भूलता नहीं था आखिर यहां पर बात उस की मैग्गी की थी!
     
    वही नक्ष मैग्गी को अपनी बाहों में उठा कर अपनी कार की तरफ ले आ गया।
    मैग्गी जिसे नशा इतना था कि नशे मे उसे पता नहीं चल रहा था कि नक्ष ने उसे अपनी बाहों में उठाया हुआ है।

    मैग्गी हमेशा की तरह आज भी नशे में नक्ष को बुरा भला बोल कर बडबडा रही थी।
    जिस से नक्ष को कोइ फर्क नहीं पड़ रहा था क्युकी शायद अब आदत भी हो गई थी मैग्गी के मुंह से अपनी बुराई सुनने की।
    नक्ष मैग्गी को ले कर अपनी कार में बैठा कर था अभी भी मैग्गी उस की बाहों में थी।
    मैग्गी नशे भरी हालत में अपनी भारी पलकों को उठा कर नक्ष को देखने की कोशिश कर रही थी।

    वही कार का ड्राइवर कार स्टार्ट कर देता है और नक्ष कार का पार्टिशन ऑन कर देता है। जिस से कार दो हिस्से में बंट चुकी थी।
    वही मैग्गी नक्ष को अपनी आंखो से देख कर नशे मे कहती हैं!
    "तुम ....मुझे हिटलर की तरह बहुत ज्यादा हैंडसम लग रहे हो
    . क्या तुम हैंडसम हिटलर हो।
    तुम्हे पता है वो हिटलर है न.. वो भी बहुत ही हैंडसम है लेकिन मुझे डांटता रहता है।
    तुम तो मुझे नही डांटोगे न!"
     
    वही ये सुन कर नक्ष मैग्गी के गाल खीच कर कहता है.!

    "तुम इतनी इडियट क्यू हो इडियट!
    क्या करूं मै तुम्हारा।
    तुम्हे बहुत ज्यादा प्यार करता हूं।
    इसलिए तुम्हे अपने पास रखना चाहता हूं अपने इलावा तुम्हे किसी और के साथ नही देख सकता हूं। न ही कभी शेयर करूंगा।
    बस कुछ दिनो की बात है फिर मै अपनी इडियट को अपने बाहों मे ऐसे ही रखूंगा।
    फिर तुम मेरा गुस्सा नही बस प्यार देखोगी मै किस तरह से तुम्हारे प्यार में पागल हूं।"
    नक्ष कह कर मैग्गी को देख कर मुस्कुरा रहा था।
     
    वही मैग्गी को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि नक्ष क्या बोल रहा है। क्युकी वह होश में नहीं थी।
    लेकिन खुद को नक्ष की बाहों में मेहफूज
    महसूस करते हुए मैग्गी नशे नक्ष को हग करते हुए अपना चेहरा उस के सीने में पूरा छुपा लेती हैं। जिसे देख कर नक्ष उसे वैसे ही पकड़ कर प्यार से उसके सर पर किस करते हुए कहता है!
    " My लिटल बनी!"
     
    कुछ ही देर..
    नक्ष मैग्गी को ले कर उस के फ्लेट मे आ गया था और मैग्गी को उस के बेड पर सुलाने की कोशिश कर रहा था और खुद भी उसी के साथ लेटा हुआ था
    नक्ष ने मैग्गी को अपने बहुत करीब अपनी बाहों में सुलाया हुआ था।
    लेकिन आज मैग्गी सो नही रही थी क्युकी अभी भी वह नशे मे बडबडा रही थी!
    "हिटलर बहुत ज्यादा बुरा है!
    उस ने मेरे लिए किलर हायर किया है ।
    वो कितना ज्यादा बुरा इंसान हे ।
    पूरे एक साल से उस के ऑफिस मे ईमानदारी से साथ काम करी हूं लेकिन हिटलर इतना जालिम है कि मेरे एक झूट की वजह से मुझे मारना चाहता है।
    मैं मर जाऊंगी हिटलर ने मुझे मार देगा!"
     
    वही ये सब नक्ष भी सुन लेता है जिसे सुन कर नक्ष को
    घूरते हुए देखने लगा। क्योंकि उसे बिलकुल भी आइडिया नहीं था कि मैगी के दिमाग में ये सब कुछ भी चल सकता है।
     
    "किस ने कहा कि मै तुम्हे मरना चाहता हूं!"
     नक्ष ने उसे देख कर गुस्से में कहा।

    मैग्गी रोते हुए नशे में कहती है!
    "मुझे पता है!
    हिटलर मुझे मारना चाहता है मैने आज ऑफिस में एक किलर मेन भी देखा था वो बहुत मिस्टीरियस इंसान था और  मिस्टीरियस इंसान
    किलर मेन हो होता है। मै मर जाऊंगी। हिटलर को मेरा पाप लगेगा!"

    "शट अप!!! बकवास बंद करो अपनी!"
    नक्ष ने थोड़ी तेज आवाज में कहा !


    पर तभी मैग्गी जिसे नशे की वजह से नक्ष के चिल्लाने पर फर्क नही पड़ रहा था इसलिए मैग्गी फिर से बडबडा रही थी।

    जिस से बिना कुछ कहे अब नक्ष मैग्गी चलते हुए होठों को अपने होठों पर पूरा पैक कर ते हुए किस करने लगता है।
    वही मैग्गी नशे में थी उसे तो कोई होश नहीं था।
    वो भी नक्ष की किस का रिस्पोंस दे रही थी। और वो अपने दोनो हाथों को नक्ष के बाल मे घुमाने लगी वही 
    नक्ष मैग्गी के सॉफ्ट लिप्स को अपने हार्ड लिप्स में दबा कर जूसी की तरह चूस रहा था।


    10 मिनट किस करने के बाद नक्ष मैग्गी के होठ को छोड़ कर उस के माथे पर किस करते हुए कहता है!
    "जल्द ही तुम भी मुझे प्यार करने लगोगी।
    मै बहुत तड़प रहा हूं तुम्हारे लिए।
    मुझे तुम्हे पूरी तरह से पाना है पर अभी मुझे थोड़ा वैट करना होगा ।"
    ये कहकर नक्ष मैग्गी के चेहरे को देख कर स्माइल करता है जो अब सो चुकी थी और सोते हुए बहुत मासूम और खूबसूरत लग रही थी ।
    जिसे देख कर नक्ष का मन कर रहा था कि वो मैग्गी को खुद दूर न करे .लेकिन उसे जाना था तो इसलिए अब उठ जाता है और मैग्गी को अच्छे से ब्लैंकेट कवर कर के चला जाता है।
     
    वही दूसरी तरफ...
    एक अधेड़ उम्र का आदमी जो इस वक्त अक्ष के सामने डर से एक कुर्सी पे बैठा हुआ है। और उस के हाथ पैर बंधे हुए थे। उस के हाथ में एक निशान बना हुआ था।वही अक्ष उस के सामने अपने हाथ में एक नाइफ को ले कर उस की तरफ आते हुए कहता है..
    क्या तुम.....
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    आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मेरे साथ इस कहानी में बनने के लिए मुझे फॉलो करना!"

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  • 17. Unforgettable Devil's Love Her - <br>अक्ष का गुस्सा

    Words: 1362

    Estimated Reading Time: 9 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी मनोरंजन के लिए है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद से पढ़े और पर्सनल न ले। ओर प्लीज कहानी के साथ बने रहे,तो चलिए शुरू करें!!!!!


    Ab aage....
    अक्ष उस आदमी को अब बुरी तरह से टॉर्चर कर चुका था क्युकी वो आदमी अक्ष से झूठ बोल रहा था।
     
    दरसअल उस आदमी के हाथ में वही क्रॉस का मार्क था जिस इंसान ने सालो पहले उस के मॉम डैड को मारा था।
    जिस से अब अक्ष उसे पूछ रहा था कि आखिर उस ने क्यों उस के मॉम डैड को मारा।
    लेकिन वो आदमी अक्ष की बात से अनजान था कि वो क्या बोल रहा है। शायद ये वो इंसान नही था।


    क्युकी ये आदमी अक्ष से बोल रहा था कि वह कुछ भी नहीं जनता की अक्ष क्या बोल रहा है।
    और न ही उस ने कुछ किया है।
    लेकिन अक्ष को उस की बात सुनकर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था।
    क्युकी जो वो सुनना चाहता था बस वही बात उस के मुंह से निकालने के लिए लगा था कि ये वही वो इंसान हैं जिसे वो आज तक डूंड रहे थे और वही उनका दुश्मन , उन के मोम डेड का खूनी!
     
    "तुम क्या लगता है कि मै तुम्हारी बात मान कर विश्वाश कर सकता हूं हां !
    तुम्हे छोड़ दूंगा...नहीं कभी भी नही क्युकी मै तुम्हे अब तड़पा तड़पा जान से मार दूंगा...तुम अपना गुनाह एक्सेप्ट करो या न करो...अब तुम चाहे वो इंसान हो यां नही...उस से भी मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है..
    तुम्हारे हाथ में ये निशान ही तुम्हरा सबूत भी है और तुम्हारी गलती भी! you are basterd I will kill you!!"
    ये कह कर अक्ष बेहद गुस्से में उस के उसी मार्क वाले आदमी के हाथ की हथेली में चाकू की नोक को बुरी तरह से चुबा रहा था
    जिस से उस आदमी के हाथ से खून निकलने लगा और वो दर्द से चीख ने लगा।
     
    अक्ष इविल स्माइल करते हुए उसे देख कर बोलता है!
    "दर्द हो रहा है न...
    सोचो अभी तो मैने कुछ जायदा किया भी नहीं!."

    "प्लीज.. मुझे जाने दो!
    मै सच बोल रहा हूं मैने कुछ भी नहीं किया।
    मै कुछ भी नहीं जनता हूं।
    मैने आज तक किसी की जान नही ली है प्लीज बेटा!"

    उस आदमी ने बहुत दर्द के साथ अक्ष से डरते हुए करते हुए कहा जो अब उसी की तरफ अब अपने दोनो ही मे करंट की तारे लेते हुए बड़ रहा था.।

    जिसे देख वो आदमी डर से अपनी आंखे बंद कर देता है क्युकी समझ गया था कि अक्ष अब नही रुकेगा. क्युकी अक्ष इस वक्त एक राक्षस की तरह उसे देख कर रहा था।


    अक्ष अपने हाथ से करंट की तार को लेकर उस आदमी के उपर छोड़ ही रहा था कि तभी एक दम से नक्ष आ कर अक्ष का हाथ रोक देता है।

    जिसे देख कर अक्ष गुस्से में नक्ष को कहता है!
    "नक्ष छोड़ मुझे...ये आदमी वही है...मॉम डैड का कातिल! ये आज जिंदा नहीं बच सकता है!"


    "अक्ष पागल हो गया है!
    ये आदमी वो इंसान नही है..
    अब बस कर तु ऐसे किसी भी बेगुनाह को सजा नही दे सकता है। तुझे समझ मे क्यों नहीं आ रहा हे!"
    नक्ष ने अब उस के हाथ से करंट की तार को दूर फेंकते हुए कहा।
     
    तभी अक्ष गुस्से में उसे देख कर बोलता है 
    "उस से मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है!
    जिस इंसान के हाथ में मार्क होगा वही मेरा दुश्मन होंगा।
    क्युकी मुझे इस निशान से बहुत ज्यादा  नफरत है।  मेरे मॉम डैड....  जिनकी कोई गलती नहीं थी उन्हे इसी मार्क वाले शख्स ने जान से मार दिया।"
     
    "अक्ष वो मॉम डैड सिर्फ तेरे अकेले नही थे बल्की मेरे भी थे।
    हमारे मोम डेड थे। और बदला भी तेरा अकेला का नही है हम दोनो का हे।
    पर हम अपने बदले मे किसी भी बेकसूर को सजा नही देंगे।"
    ये कह कर नक्ष अक्ष का हाथ पकड़ कर उसे वहां से बाहर ले कर आ जाता है।

    वही उस आदमी को नक्ष का असिस्टेंट रोहन अपने साथ ले कर चला जाता हैं।

    रोहन ही एक ऐसा इंसान था जिसे अक्ष और नक्ष की सचाई और बदले के बारे में पता था। जो उन के बचपन का दोस्त भी था!

    अक्ष गुस्से में नक्ष पर चिल्लाते हुए कहता है!

    "तू हर बार मुझे रोकने क्यू आ जाता है।तुझे पता है ना मुझे बदला लेना है और जब तक मुझे वो इंसान नही मिलेगा  मै उन लोगों को सजा दूंगा जिनके ऊपर मुझे शक हो या फिर उन के हाथ में मार्क होगा।"


    अक्ष को सिर्फ अपना बदला लेना था और वो अपने बदले मे ये नही देखना चाहता था कि कोई बेकसूर है या नहीं वो सब को मरना चाहता था।
    लेकिन वही नक्ष जिसे भी बदला लेना  था लेकिन अपने बदले मे किसी भी बेकसूर और मासूम को चोट नहीं पहुंचना चाहता था।
     
    पर अभी कुछ देर पहले अक्ष ये ही कर रहा था जिसे नक्ष ने उसे रोक लिया।
    जिस से अब अक्ष भड़का हुआ था और वही  नक्ष अपने भाई अक्ष को अच्छे से जानता था कि उसे कैसे शांत कर सकते हैं।
    नक्ष उस का गुस्सा देखते हुए अक्ष को हग करते हुए कहता है।
    "अब बस शांत हो जा... वरना मैं तुझे नही संभाल पाऊंगा। और अगर मै तुझे नही संभाल पाऊंगा तो  मुझे कोन संभालेगा।
    भाई..... प्लीज अपने भाई की बात सुन!"

    ये कहकर नक्ष उसे शांत कर रहा था जिस से अक्ष सच में शांत हो जाता है और फिर अक्ष भी उसे हग करते हुए अपनी गलती मानते हुए कहता है।
    " सॉरी भाई आज पता नहीं मुझे क्या हो गया था।
    पता नही मै गुस्से में अपने आप को रोक क्यों नही पाता हूं।"

    वही ये सुन कर नक्ष के चहरे पर मुस्कान आ गई थी और वो अब उस से दूर हो कर उस के बाल को अपने हाथों से थोड़ा खराब करते हुए हंसते हुए कहता है!

    "अब मुझे अच्छे से सोरी बोल!"
     
    "ये क्या कर रहे हो तुम...मेरे बाल... नक्ष मै कोई छोटा बच्चा नहीं हूं।"अक्ष ने चिड़ते हुए कहा।
     
    "पर मेरे लिए तुम अभी छोटे बच्चे हो!"
    ये कह कर नक्ष हंस रहा था।


    "कभी कभी मुझे तुम से जलन होती है कि तुम मुझे सिर्फ एक मिनट स बड़े हो।"
    अक्ष ने नक्ष की कार में बैठ कर मुंह बना कर कहा।

    वही नक्ष  कार में बैठ कर स्टार्ट करते हुए उसे की एट्टीट्यूड में कहता है!
    "बट मुझे बहुत खुशी है कि तुम मुझ से छोटे हो और मेरे भाई हो!"
     
    नक्ष ने आज तक अक्ष को प्यार से अपने साथ रखा हुआ था यहां तक कि कभी कभी अपनी खुशी को छोड़ कर बस अक्ष को खुश रखने की कोशिश करता था।
    ये कहना गलत नही होगा कि नक्ष एक बहुत अच्छा बड़ा भाई तो था साथ में अक्ष की मां भी बन जाता था लेकिन  बस दोनो मे एक चीज के लिए लड़ाई थी जिस मे नक्ष गिव अप करने के लिए कभी भी तैयार नहीं था। सिर्फ मैग्गी के लिए!"
     
    अगली सुबह...

    .डोबरियाल मेंशन में.

    नक्ष अपने ऑफिस निकल ही रहा था कि तभी सुहाना जी उसे रोकते हुए अपने साथ लिविंग एरिया में ले कर आती है जहां पर टिया पहले से ही बैठी हुई थी।

    और वही एक मैगजीन में कुछ ज्वेलरी के डिजाइन देख रही थी। और साथ ही अभी एक आदमी जिस के साथ और भी सटाफ था जो कुछ रिंगस और ज्वेलरी को ले कर खड़े हुए थे।

    वही ये सब देख कर नक्ष ने सुहाना जी को देख कर को कन्फ्यूज्ड होकर बोला...
    "मॉम अब ये सब क्या है। "
     
    वही सुहाना जी उसकी बात सुनते हुए 
    नक्ष  के हाथ में एक रिंग  के बॉक्स को रख कर कहती है ,
    "क्या है मतलब... तुम्हारी और टिया की इंगेजमेंट होने वाली है तो उसी के लिए इंगेजमेंट रिंग तो लेनी होगी न. अच्छा इस रिंग को अपने हाथों में पहन कर देखो!"

     आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मेरे साथ इस कहानी में बनने के लिए मुझे फॉलो करना!"

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  • 18. Unforgettable Devil's Love Her - <br>सुहाना का आखिरी फैसला

    Words: 754

    Estimated Reading Time: 5 min

     ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।


    Ab Aage....

    "मॉम. इतनी जल्दी क्या है इंगेजमेंट कराने की
    आप को पता है ना मुझे अभी ऑफिस का बहुत काम है और मेरे पास इतना टाइम नही है कि मै इंगेजमेंट कर सकूं। तो आप ये इंगेजमेंट  का प्लान ड्रॉप कर दीजिए।"
    नक्ष ने मना करते हुए कहा क्युकी वो तो कभी भी टिया से इंगेजमेंट नही करना चाहता था ।
    ओर अभी सुहाना जी को टालने की कोशिश कर रहा था।
     
    वही सुहाना जी बहुत ज्यादा जिद्दी थी वो नक्ष की बात बिलकुल भी नहीं सुनती है और उसे कहती है!

    "बस हर वक्त काम ओर तुम्हारा बिजी ऑफिस!!
    बहुत हो चुका है अब
     नक्ष हर बार तुम ऑफिस का नाम लेकर किसी न किसी घर के कामों को रोक देते हो या मना कर देते हो और अब तुम अपनी इंगेजमेंट के लिए मना कर रहे हो।
    पता है मेरे सभी  दोस्त मुझे कहती रहती हैं!
    सुहाना तुम कब अपने बेटे की शादी कर रही हो।क्युकी उनके बेटो की शादी क्या उनके बेटो को बच्चे भी हो गए हैं और एक मेरा इतना हैंडसम बेटा अभी तक कुवारा है। पता है मुझे कितना ज्यादा बुरा लगता है। क्युकी सभी को लगता है कि तुम्हे कोई लड़की पसन्द नहीं करती है। पर ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। वो तुम हो जो शादी करने के लिए लड़की से मना कर देते हो। ओर बेचारी टिया को तुम ने वेटिंग लिस्ट में ऐड किया हुआ है!

    पर अब मुझे कुछ भी नहीं सुनना है!
    तुम्हे और टिया को कितना ज्यादा वक्त हो गया है और मुझे लगता है कि मुझे तुम दोनो की इंगेजमेंट कर के तुम्हारी जल्दी से शादी करवानी चाहिए ताकि कोई भी मुझे चार बाते न सुना ने की जरूरत न करे !
    इसलिए चुप चाप वापिस रूम में जाओ क्योंकि तुम आज ऑफिस नहीं जा रहे हो।
    क्युकी आज शाम को तुम्हारी और टिया की इंगेजमेंट  सेरमनी है और तुम मुझे न नहीं कह सकते हो ये मेरा आखिरी फैसला है!"


    जिसे सुन कर नक्ष अपनी आंखे बंद कर देता है क्युकी वो इस दुनिया में सब कुछ बदल सकता है लेकिन सुहाना का फैसला बिलकुल भी नहीं,
    क्युकी वो कभी भी सुहाना को हर्ट नही कर सकता था।
    जिस वजह से नक्ष ने आगे कुछ नहीं कहा और वही साइड में बैठ गया था।
    जिसे देख कर सुहाना जी के चहरे पर मुस्कान आ गई थी और वही टिया जिस ने अपने लिए रिंग तो सेलेक्ट कर दी थी बस अब अपने लिए कोई अच्छी ड्रेस देख रही थी जो उस पर बहुत अच्छी लगे।
    You know na ..
    टिया...   मेरा मतलब है सभी की T बेबी कितनी ज्यादा fashionable or stylish के साथ बहुत चूजी हैं। तो उसे सब बेस्ट और सब से परफेक्ट चाहिए होता हैं।
     
    "देखिए न आंटी यहां पर जितनी भी सारी ड्रेसेस है सारी unfashionables है। लगता है आज मैं अपनी इंगेजमेंट  सेरमनी में बिलकुल भी सुंदर नही लगोगी। क्युकी कोई भी ड्रेस यहां पर अच्छी नहीं हे और न ही मुझे पसंद आ रही हे!"

    टिया ने सारी ड्रेस को रिजेक्ट करते हुए सुहाना से कहा।

    वही ये सुन नक्ष वहां पर बैठा हुआ जो कब से परेशान और फस्टरेट हो रहा था क्युकी उसे ये सब से चीड़ हो रही थी उपर से टिया सभी का दिमाग खराब कर रही थी।
    उसे अभी ऐसा लग रहा था कि वह जल्दी से सुहाना से सब कुछ  कह कर खत्म कर दे की वह टिया से शादी नही करना चाहता है। 
    लेकिन वो मजबूर था।इसलिए वहां से अपने रूम मे वापिस जाने लगता है।

    तभी कोई लड़की उस के सामने तेज़ी से आते हुए नक्ष से टकरा कर गिरने ही वाली थी जिसे सही समय पर जल्दी से नक्ष अपनी बाहों मे थाम लेता है और उसे ही देख ने लगा।
    जिसे ऐसे किसी लड़की के करीब देख कर टिया और सुहाना हैरान हो जाते हैं।
     
    To Be Continue ----
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  • 19. Unforgettable Devil's Love Her - <br>एक दूसरे से जलना और जलाना

    Words: 2233

    Estimated Reading Time: 14 min

    ये एक काल्पनिक कहानी है। जहां की स्थिति, डायलॉग, दृश्य और किरदार सभी हॉट और बोल्ड सीन मनोरंजन के लिए है। क्योंकि ये कहानी जितनी रोमांटिक है उतनी बहुत हॉट होने वाली है। जिस में भरपूर रोमांस ही होंगा आशा है कि आप लोगो उसे एंजॉय कर सकते है। जिस का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना बिल्कुल भी नहीं हे! कृपया कहानी को बस कहानी की आवश्यकता के लिए ही मनोरंजन और आनंद के साथ चाव से पढ़े और पर्सनल न ले। चलिए शुरु करते हैं।
    Ab Aage........
    "तुम हर जगह गिरती पड़ती क्यू रहती है,
    तुम्हारी यही हरकत मुझे पसंद नहीं है।
    अब आंखे फाड़ फाड़ क्या देख रही हो
    , पहले ये बताओ कि तुम ऑफ़िस की जगह यहां पर क्या कर रही हो। और वो भी मेरी परमिशन के बिना।"
    नक्ष ने डांटते हुए मैग्गी हुए कहा
    जो अब उस के सामने रोने की कगार पर पहुंच चुकी थी लेकिन बस उस ने अपने आप को मुश्किल रोक रखा हुआ था। क्योंकि अभी कुछ देर पहले यह पर aa कर वह नक्ष से टकरा जो गई थी। जिसे नक्ष ने अपनी बाहों में थाम कर बचा लिया था।
     
    अब मैग्गी नक्ष की बात सुन कर उसे कुछ भी पाती कि बीच में सुहाना जी उन दोनो के पास आ गई और नक्ष को देख कर गुस्सा करते हुए बोली !

    "नक्ष तुम हर वक्त मैग्गी पर इतना गुस्सा क्यों करते रहते हो,  बेचारी कितनी प्यारी प्यारी अच्छी बच्ची है अगर इस की जगह कोई और लड़की तुम्हारी सेकेट्री होती न तो तुम्हे और तुम्हारी जॉब को छोड़ कर चली गई होती।"
     
    ये कह कर सुहाना जी मैग्गी के पास आ गई थी और मैग्गी से प्यार से मुस्कुरा कर बोली!

    "थैंक यू बेटा !! अच्छा किया तुम मेरे कहने पर इतनी जल्दी आ गई चलो आज मुझे तुम्हारी हेल्प की बहुत जायदा जरूरत है क्योंकि आज तुम्हारे बॉस ओर टिया की इंगेजमेंट होने वाली है। बहुत ज्यादा काम है मुझे!"
     

    "इंगेजमेंट हिटलर की वाउ!!! 😮
    मतलब अब हिटलर से मेरी जान बच जाएगी।
    अच्छा है हिटलर जल्द ही इंगेजमेंट कर के शादी कर लेगा तो इस का ध्यान अपनी टी बेबी की तरफ होंगा और दोनो अपनी शादी शुदा जिंदगी में लवी डवी बन कर बिजी होंगे। ओर इसी बीच में मुझे भी हिटलर का टॉर्चर कम मिले।"

    मैग्गी मन ही मन मै आगे के बारे में इतना कुछ सोचते हुए कहा।

    तभी मैग्गी सुहाना जी की साथ चली गई थी क्युकी उन्होंने ने ही उसे बुलाया था।
    जिस के बारे में नक्ष को भी अब पता चला चुका था नक्ष वही खड़ा हुआ था और अभी उस के मन में वही बात चल रही थी जो सुहाना जी ने उसे कही कि मैग्गी की जगह कोई और लड़की होती तो उस के ऑफिस ओर नक्ष को छोड़ कर चली जाति।
    जिस के बारे मे सोच कर नक्ष खुद ही कहता है!

    "मॉम तभी तो मै चाहता हूं कि मेरी लाइफ में मैग्गी के इलावा और कोई भी लड़की न हो। और न ही मुझे चाहिएमुझे ऑफिस में भी और अपने दिल को भी बस मेरी इडियट चाहिए जो इस वक्त भी मेरी इस बर्बादी मै खुश हो रही है। ओर कभी भी मेरे गुस्से के पीछे अपने लिए कोई फीलिंग देख नही पाती है !

    तभी नक्ष के फोन पर एक notification आता है जिस की आवाज से नक्ष अपनी सेंस में आता है ।
    और notification को देख कर सीधा अपने रूम में चला जाता है।
     


    वही दूसरी तरफ..
    टिया के रूम मे..
    "मेम आप को तो ड्रेस चूस करने की जरूरत नहीं है ।
    आप जो भी ड्रेस पहनती हैं वो ड्रेस आप पर बहुत खूबसूरत लगती है। आप जायदा सोच रही है !"

    मैग्गी ने टी बेबी की तारीफ करते हुए उसे कहा क्युकी वो अब परेशान हो गई थी टिया के नखरे देख कर क्युकी टिया ने मैग्गी को अपने रूम में लाया हुआ था और मैग्गी को अपने लिए ये अच्छी ड्रेस पसंद करने के लिए बोल रही थी लेकिन मैग्गी जो भी ड्रेस के उठाती तो टिया उस मै कोई न कोई कमी निकाल कर उसे रिजेक्ट कर देती।

    वही टी बेबी अब मैग्गी की बात सुनकर उसे कहती हैं!

    "मुझे पता है मैग्गी मै बहुत ज्यादा सुंदर और खूबसूरत हूं!
    लेकिन मुझे ओर जायदा खूबसूरत सिर्फ नक्ष की नजरों के लिए बनना है ताकि आज उस की नजर बस मुझ पर हो। इसलिए तुम नक्ष को अच्छे से जानती हो कि तुम्हारे बॉस कि पसंद और न पसंद क्या है।
    तो जल्दी से कोई ऐसी ड्रेस मेरे लिए स्लेक्ट करो जो नक्ष को पसंद आए। ओर आज ही नक्ष की नजरों में मुझ से प्यार दिख जाए! खुद के लिए!!"

    वही ये सुन कर मैग्गी अपने मन में चिड़ते हुए कहती है 
    "हिटलर को प्यार क्या ,
    थोड़ी सी दया ही आ जाय न तो ये ही बड़ी बात है। और इस टी बेबी को प्यार देखना है
    उस हिटलर की नजर में,
    ज़ो इस दुनिया में imposible है।
    वैसे हिटलर को रेड कलर जायदा पसंद है।"


    ये मन में कहते हुए मैग्गी एक रेड कलर का फिश गाऊन टी को देते हुए कहती है...
    "I think  मेम हिट ...!!"
    मैग्गी अपनी आधी बात पर अपनी जीभ काट लेती है क्युकी उस के मुंह से टिया के सामने नक्ष के लिए हिटलर निकलने वाला था।

    जिसे देख कर टी बेबी हंसते हुए उस के हाथ से खुद ही ड्रेस अपने उपर मिरर के सामने ट्राई करते हुए बोली!
    "परफेक्ट.. तुम्हारे हिटलर बॉस की चॉइस बहुत ज्यादा अच्छी है।"


    वही टिया की बात सुन कर मैग्गी चुप सी हो जाति है और अपना चहरा इधर उधर घुमा कर मन में गुस्सा करते हुए बोली!

    "मैग्गी कंट्रोल किया कर अपने आप में एक बार देख तो लिया कर सामने कोन है।
    हिटलर को ऐसे सब के सामने हिटलर नही बोलना चाहिए।
    अगर हिटलर को पता चला न तू तुझे खुद ही ऑफिस से बाहर फेंक देगा। मुश्किल से तेरी जॉब जाते हुए बची है।"




    "Don't worry !!!.
    मै नक्ष बेबी जितनी बुरी नही हूं।
    तुम नक्ष बेबी को मेरे सामने हिटलर क्या उस को बुराई और चुगली भी कर सकती हो।
    क्युकी तुम सच में बहुत जायदा स्वीट हो।"
    कहते हुए टी बेबी मैग्गी के गाल को अपने हाथों से पकड़ कर प्यार से खींचने लगी जिस से इस हरकत से मैग्गी इरिटेट हो गई थी ।

    और जल्दी से ये कह कर भाग जाती हैं कि उसे सुहाना जी की मदद करनी है।


    वही टी बेबी उसे जाते हुए देख कर खुद से कहती थी!
    "ये मैग्गी भी न...पता नहीं क्यू मुझ से खूल कर बात नहीं करती है और नक्ष बेबी की तरह डरती रहती है।"


    वही दूसरी तरफ
    नक्ष के रूम में
    नक्ष के लैपटॉप के सामने बैठा हुआ था क्युकी लैपटॉप में अक्ष उस के सामने था ।
    मतलब अभी दोनो वीडियो कॉल मे बात कर रहे थे ।

    नक्ष गुस्से में था क्युकी उसे पता चल गया कि अक्ष ने कुछ दिन पहले मैग्गी को अपनी वर्जेंनिटी रिपोर्ट दी थी।
    नक्ष गुस्से में लैपटॉप पर अक्ष को देख कर बोलता है!

    "तुने फिर से वही हरकत करी है मैग्गी के साथ!
    ये क्या हरकत है? अक्ष I can't tolerate...I say to Stop it.मैग्गी ऐसी लड़की नही है!!!"

     
    "मुझे पता है वो कैसी है!
    मैने उसे किस नही किया है !
    बस यही बताया है कि मै अभी भी वर्जन हूं तो क्या बड़ी बात हो गई।
    और तू क्यों इतना रिएक्ट कर रहा है ।
    हमने पहले ही डिसाइड किया है न कि मैग्गी को अपना बनाने के लिए एक दूसरे के रास्ते में नही आयेंगे। और मैने जो भी किया है ।
    ये सबूत है कि मै मैग्गी के लिए कितना ज्यादा लॉयल हूं आज तक किसी भी लड़की की तरफ आंख उठा कर तक नहीं देखा।
    ओर तेरी तरह नही हूं जो किसी और लड़की के साथ शादी करने वाला है।"
    अपनी सफाई देने के बाद अब अक्ष ने नक्ष को तंग और उसे चिढ़ाते हुए जला कर आगे कहने लगा!
     
    " अरे हां congratulations बिग  bro 
    मै तो आज तुम्हे विश करना ही भूल गया।
    अभी ही मुझे पता चला कि तुम्हारी उस टी बेबी के साथ इंगेजमेंट हो रही है।
    वैसे अच्छा ही है अब हम दोनो भाईयो में मैग्गी के लिए कोई  competition नही होने वाला क्युकी तुमने तो बीच मे ही हार मान ली।
    कितने अच्छे भाई हो तुम अपने छोटे भाई के लिए अपने प्यार को छोड़ दिया।
    मन कर रहा है अभी तुम्हे प्यार से हग कर लू और थैंक यू बोलूं !
    मुझे मेरी मैग्गी देने के लिए।
    वैसे अब सोच ही रहा हूं
    कि तेरी शादी मै तेरी घोड़ी के सामने सिटी मार कर मैग्गी का हाथ पकड़ कर कपल डांस करू या फिर तेरी शादी के मंडप पे मैं भी मैग्गी के साथ शादी कर ही लू सोच न मॉम को एक नही बल्कि दो दो बहु मिलेगी। कैसा लगा मेरा मास्टर प्लान!"
     

    उस की बात सुन कर अब नक्ष को सच में जलन क्या गुस्सा आ रहा था !
    नक्ष उसे गुस्से में घूर कर कहता है!
    .जायदा सोचना बंद कर!
    आई बात समझ में
    कोइ जरूरत नहीं है मॉम को दो बहु की
    और मै तुम्हे बता दूं कि मैग्गी तुझ से जायदा मेरे साथ रहती है और अभी भी यही है सोच रहा हूं अभी उसे अपने रूम मे बुला देता हूं!"

    अब नक्ष ने अक्ष को जलाते हुए कहा जिस से सच में अक्ष की शक्ल देखने लायक थी और वो जल भी रहा था और बेबस था क्युकी situation  ऐसी थी कि नक्ष ऐसा कर सकता था।

    वही अक्ष को देख कर नक्ष के चेहरे पर डेविल स्माइल थी!
    अक्ष उस की डेविल स्माइल देखते हुए अपनी उंगली प्वाइंट करते हुए गुस्से में कुछ कहता है कि तभी नक्ष का डोर नोक हुआ।

    वही नक्ष फोन पर देखता है तो मैग्गी उस के रूम के बाहर खड़ी हुई थी और नोक कर रही थी
    जिसे देख कर नक्ष स्माइल करते हुए अक्ष को अपनी फोन स्क्रीन पर मैग्गी को उस के रूम के बाहर खड़ी दिखाते हुए बोला!
    " देख न मुझे उसे बुलाने की,
    कोई जरूरत नहीं पड़ी और वो खुद ही मेरे पास आ गई। मै जा रहा हूं! ओर अभी उसे रूम मे ला कर किस भी कर दूंगा। फिर देखता हूं तू कैसे सिटी मारता हे और शादी करता है!"

    ये कहते हुए नक्ष लैपटॉप पर चल रही अक्ष की कॉल disconnect कर ही रहा था और वही अक्ष उसे गुस्से मे मना करते हुए रोक रहा था..!

    "नक्ष!!
    तू उसे रूम में नही ला सकता है।
    अभी मैग्गी को वापिस भेज दे।। सून मै कुछ बोल रहा हूं ये क्या कर रहा है तू...कॉल कट मत कर..!!"

    . ये सब कहते हुए अक्ष अब अपने लैपटॉप पर देखता है तो नक्ष उस के लैपटॉप से गायब और लैपटॉप कॉल कट चुका था जिस देख कर अक्ष को चेन नही मिलता है और वो उसे अपने फोन से कॉल कर ने लगा।
    पर ये क्या हुआ नक्ष ने उस की इस कॉल को कट कर दिया।

    तभी अक्ष गुस्से से अपने फोन को बेड पे पटक कर अपने बाल को नोच कर बैठ जाता है और चिड़ते हुए कहता है!
    वो मैग्गी के साथ रूम में..  नही नक्ष ऐसा कुछ भी नहीं कर सकता है...No No No.....
    कही वो उसे सच में किस तो नही करेगा....हां कर भी सकता था क्युकी एक बार नशे की हालत में मैग्गी ने उसे खुद ही पकड़ कर किस किया था तो उस के बाद तो नक्ष कोई भरोसा नहीं है।
    , ओर आज बदले में सच में नक्ष ने उसे किस कर लिया तो....
    अगर ऐसा हुआ न तो मै नक्ष को नही छोड़ने वाला!"

    वही अब अक्ष तो ये ही सोच सोच कर परेशान हो रहा था
    जिस से वह सही से सांस भी नहीं ले पा रहा था एक घूंटन हो रही थी। 


    वही दूसरी तरफ
    डोबरियाल मेंशन में.
    .मैग्गी दरवाजे के बाहर खड़ी हुई नक्ष के सामने डरते हुए उसे एक बेग देते हुए कहती है!

    .सर...मेम ने आप को शाम के लिए इसे पहनने के लिए कहा है आप एक बार इसे ट्राई कर लीजिए कि क्या आप इस मे comfortable है।"

    मैग्गी के सामने अपने इमोशनल को छुपा कर नक्ष अपने रुड बिहेवियर पर कायम होते हुए उस के हाथ से बेग ले देता है। लेकिन उसे गुस्सा मैग्गी पर इसलिए आ रहा था कि मैग्गी को उस की ओर टिया की engegment से।
    उसे कोई फर्क नही पड़ रहा था बल्की मैग्गी उस engegment के लिए खुश लग रही थी। ओर engegment को तैयारियां कर रही थी।

    वही नक्ष चाहता था कि मैग्गी को थोड़ा बहुत तो फर्क पड़े। अब नक्ष को क्या पता मैग्गी को कैसे फर्क पड़ता वो तो उस के लिए सिर्फ उसका बॉस था
    जिस के लिए वो काम करती थी।
    और आज भी कर रही थी सारी अरेंजमेंट खुद ही अच्छे से कर रही थी कि ताकि बाद में हिटलर उसे कुछ बुरा न बोल सके।


    नक्ष मैग्गी को घूरते हुए बेग को अपने हाथों में लेलेता हे लेकिन तभी पता नहीं उस के मन मे क्या आता है और वो मैग्गी दरवाजा के पास बाहर खड़ा कर देता है जिससे मैग्गी अभी तक वही खड़ी थी।


    वही नक्ष अपने कपड़े चेंज कर के वापिस दरवाजे पर आ जाता है!
    जिसे देख कर मैग्गी का मुंह पूरा खूल जाता है।
     
     

    To be continue 
     आज का मज़ेदार चैप्टर कैसा लगा कमेंट करके जरूर बताना साथ ही मेरे साथ इस कहानी में बनने के लिए मुझे फॉलो करना!"

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