कहते हैं ना जब इश्क हो जाता है तो हमें सही और गलत में कुछ भी फर्क नहीं पता चलता और हम अपने दिल की सुनते जाते हैं और एक के बाद एक गुनाह हमसे होते चले जाते है... लेकिन क्या हो अगर यह गुनाह बन जाए किसी के इश्क का जूनून...ऐसा ही कुछ हुआ हमारी भोली भाली ल... कहते हैं ना जब इश्क हो जाता है तो हमें सही और गलत में कुछ भी फर्क नहीं पता चलता और हम अपने दिल की सुनते जाते हैं और एक के बाद एक गुनाह हमसे होते चले जाते है... लेकिन क्या हो अगर यह गुनाह बन जाए किसी के इश्क का जूनून...ऐसा ही कुछ हुआ हमारी भोली भाली लेकिन खुबसूरत माही के साथ जिसने अपने जज्बातों में बह कर, कर लिया एक ऐसा गुनाह जिससे उसकी जिंदगी हो गई तबाह.. उसी वक्त उसकी मुलाकात हुई एक हैंडसम हंक से जिसने माही को सम्हाला और उसे हो गया माही से बेहद प्यार लेकिन माही ने छुपाया उससे अपनी जिंदगी का सब से बड़ा राज... क्या होगा जब उस लड़के पता चलेगी माही की सच्चाई... क्या होगा इस इश्क में हुए इस sin का अंजाम..?? जानने के लिए पढ़िए मेरी नई स्टोरी "Love Beyond Sin"
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मुंबई के बहुत बड़े होटल रॉयल ब्लू पैलेस के तीसरी मंजिल पर स्थित बॉलरूम में मित्तल ऑटोमोबाइल इंडस्ट्रीज की 25वीं सिल्वर जुबली एनिवर्सरी का जश्न सजा था। यह इंडिया की एक बहुत बड़ी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी थी।
उस पार्टी हॉल में क्रिस्टल मल्टी कलर के झूमर छत से लटक रहे थे, जिनकी रोशनी पूरे कमरे में रंग-बिरंगे इंद्रधनुष की तरह फैल रही थी। दीवारों पर किया गया गोल्डन कलर का पेंट, चमक को और बढ़ा रहा था। रेशमी मेजपोशों से ढकी गोल मेजों पर सफेद ऑर्किड और गुलाब के ताजे फूलों के गुलदस्ते रखे थे। चारों ओर बेहतरीन शैंपेन, वाइन और स्वादिष्ट खाने की खुशबू फैली हुई थी।
वहां का माहौल अमीरों की फुसफुसाहट से गूँज रहा था। बिज़नेसमैन, समाजसेवी और हस्तियाँ अपने सबसे महंगे डिजाइनर कपड़ों में सजी हुई थीं।
उसी बॉलरूम के एक कोने में, खिड़की के पास, जहाँ से समुद्र की लहरें साफ़ दिखाई देती थीं, एक खूबसूरत सुरमई आंखों वाली लड़की अकेली खड़ी थी। वह एक गहरे नीले रंग के लॉन्ग गाउन में बेहद खूबसूरत लग रही थी; गाउन उसके फिगर पर परफेक्टली फिट हो रहा था। ड्रेस में वाइट लेस की आस्तीनें और गहरी नेकलाइन थी। उसके गले में एक डायमंड पेंडेंट, मैचिंग ईयररिंग्स और हाथ में एक डायमंड ब्रेसलेट था। दूसरे हाथ में उसकी काफी विंटेज दिखने वाली गोल्ड वॉच थी।
बॉलरूम की तीव्र रोशनी में उसकी डायमंड ज्वेलरी खूब चमक रही थी। लेकिन उसके चेहरे पर किसी भी प्रकार की चमक नहीं थी; उसका चेहरा उदास लग रहा था।
उसने हाथ में पकड़े शैंपेन के गिलास से धीरे से एक घूंट लिया। उसकी निगाहें सामने बैठे एक कपल पर टिकी हुई थीं। आदमी का चेहरा दूसरी ओर था, लेकिन उसने अपनी साथिन की कमर पकड़ रखी थी और वे दोनों एकदम पास बैठे थे।
उस लड़की ने मन ही मन कड़वाहट से कहा, "यह कोई इतनी बड़ी बात नहीं है। मुझे तो पता ही है, वह हमेशा से ऐसा ही रहा है। पता नहीं फिर भी मैं इतनी उम्मीद क्यों लगा लेती हूँ? लेकिन वह किसी और के साथ यहाँ कैसे आ सकता है, जहाँ मैं पहले से मौजूद हूँ? क्या उसे मेरे बारे में पता भी है? कैसे पता होगा, उसने कभी मुझे जानने की कोशिश ही नहीं की।"
उसकी कड़वाहट अब उसकी आँखों में भी उतर आई थी। उसने एक ही घूंट में शैंपेन का गिलास खाली कर दिया।
उसके सामने बैठी औरत, जो उस आदमी के साथ थी, बेहद खूबसूरत थी। उसने एक छोटी डार्क ब्लू ड्रेस पहनी हुई थी। खड़ी लड़की ने देखा कैसे वह आदमी की ओर झुकी हुई थी, उसका हाथ उसकी जाँघ पर रखा था, और वह उसके कान में कुछ फुसफुसा रही थी।
वह आदमी धीरे से हँसा। उनकी आवाज़ बहुत धीमी थी, लेकिन फिर भी उसके दिल में चुभ गई।
उस लड़की ने अपने आप से पूछा, "अगर मुझे पता होता, तो मैं खुद ही यहाँ नहीं आती। पता नहीं क्यों मैं यहाँ आई? शायद यह सब देखने के लिए..."
उसकी आँखें आँसुओं से भर आई थीं।
उस लड़की ने अपनी नज़रें दूसरी तरफ फेर ली और अपने आप को याद दिलाते हुए कहा, "तुम इससे कहीं ज्यादा मजबूत हो, माही! तुम्हें उसकी ज़रूरत नहीं है। तुम्हें किसी की ज़रूरत नहीं है।"
माही यह सब सोच ही रही थी कि तभी उसके कानों में लोगों की आवाज़ पड़ी। सब लोग बात करते हुए एक तरफ देख रहे थे।
माही ने भी उसी तरफ देखा तो एंट्री गेट के पास काफी भीड़ जमा हो गई थी। माही वहाँ से थोड़ा आगे बढ़ी, तभी उसका गाउन उसकी हील में फँस गया।
माही ने सिर झुकाकर अपने पैरों की तरफ देखते हुए कहा, "लगता है सब कुछ बुरा आज मेरे साथ ही होना है।"
इतना बोलते हुए वह आगे झुककर अपने गाउन को निकालने लगी।
कियान मित्तल, पार्टी का स्पेशल होस्ट, बॉलरूम के दरवाजे पर खड़ा था। उसके आते ही सभी का ध्यान उसकी ओर गया।
कियान मित्तल किसी भी लड़की का ड्रीम बॉय लग रहा था। 6 फीट से ज़्यादा ऊँचा और एकदम परफेक्ट बॉडी शेप, जिस पर उसने डार्क ब्लू कलर का परफेक्ट फिटिंग टक्सीडो सूट व्हाइट शर्ट के साथ पहना था; पार्टी का थीम ब्लू और व्हाइट था।
उस पार्टी में कोई ऐसा नहीं था जिसने कियान की तरफ नहीं देखा हो। उसकी पर्सनालिटी एक मैग्नेट की तरह थी, जो सभी को अपनी ओर खींच रही थी।
उनकी कंपनी के कई एम्प्लॉयी फूलों के गुलदस्ते लेकर उसका स्वागत करने के लिए दरवाजे पर पहुँच गए थे।
"हेलो और वेलकम सर, बस आपका ही इंतज़ार कर रहे थे सब यहाँ पर...", एक लड़की ने कहा।
"यस सर, आपके आने से तो पार्टी की रौनक ही बढ़ गई।" उसके साथ खड़े लड़के ने बोला।
कियान उन दोनों की ओर देखकर हल्का सा मुस्कुराया और फिर पीछे खड़े आदमी को इशारा किया। उसने उन दोनों के हाथ से फूलों का गुलदस्ता ले लिया।
कियान ने मुस्कुराते हुए कहा, "थैंक्स, मेरी ही पार्टी में मुझे वेलकम करने के लिए..."
जैसे ही कियान थोड़ा आगे बढ़ा, उसकी आँखों में एक तेज चमक पड़ी। उसने तुरंत अपने चेहरे के सामने हाथ कर लिया और फिर धीरे से हाथ हटाते हुए उस तरफ देखा। वह चमक सामने थोड़ी दूर पर खड़ी एक लड़की के गले में पड़े डायमंड पेंडेंट की थी, जो आगे झुकी हुई, शायद अपनी सैंडल ठीक कर रही थी। दूर से देखकर कियान को ऐसा ही लगा। फिर ठीक करते हुए वह लड़की सीधी हुई तो कियान की नज़र उस लड़की के खूबसूरत, पर खालीपन से भरे चेहरे पर ठहर गई।
वह लड़की भीड़ से अलग खड़ी थी, अकेली। सबसे बड़ी बात, वह कियान की ओर देख भी नहीं रही थी। उसके कर्ल बाल उसके चेहरे को घेर रहे थे। उसकी आँखें उदास थीं, लेकिन बेहद खूबसूरत।
उस लड़की ने अभी भी कियान की तरफ़ नहीं देखा और यही अंदाज़ कियान को पतंगे की तरह शमाँ की ओर खींच रहा था। उस लड़की में कियान की दिलचस्पी अचानक बढ़ गई।
क्रमशः
अध्याय 2 और बर्दाश्त नहीं कर सकती, मैं!
कियान ने मन में सोचा, "यह लड़की कौन है, जिसने अभी तक मेरी तरफ ध्यान नहीं दिया? या फिर जानबूझकर मुझे अनदेखा कर रही है? जो भी हो, मुझे इसके बारे में जानना है।"
कियान ने दिमाग पर थोड़ा जोर डालते हुए कहा, "मुझे याद नहीं आ रहा, क्या मैंने पहले कभी किसी फंक्शन या पार्टी में इस लड़की को देखा है? या फिर यह पहली बार है? इतना क्यों आकर्षित हो रहा हूँ मैं उसकी तरफ?"
कियान ने भी माही की तरफ एक कदम आगे बढ़ाया। लेकिन वह उस तक पहुँच पाता, उससे पहले ही एक अधेड़ उम्र का आदमी बीच में आ गया। उसने कियान को देखकर कहा, "कियान बेटा! आखिरकार तुम यहाँ हो! लेकिन तुम्हारे पापा कब तक आयेंगे?"
कियान ने पलकें झपकाईं, एक पल के लिए भ्रमित हुआ, फिर देखा कि उसे किसने पुकारा था।
उस आदमी की आवाज़, खुशमिजाज और तेज थी। इस वजह से कियान का ध्यान माही से हटकर उस आदमी पर गया।
माही को भी एहसास हुआ जैसे कोई उसे देख रहा था। उसने इधर-उधर देखा तो वहाँ कई लोग नज़र आए। लेकिन वह समझ नहीं पाई कि उन सब में से किसकी नज़रें सिर्फ़ उस पर टिकी हुई थीं।
कियान ने उस आदमी की बात का जवाब देते हुए कहा, "हैलो अजीत अंकल, आने के लिए धन्यवाद। लेकिन पापा शायद आज की पार्टी में नहीं आ पाएँगे। उनकी तबीयत कुछ ठीक नहीं है। दिल्ली वाली पार्टी तो उन्होंने अटेंड की थी न, तब तो आप उनसे मिले होंगे।"
उस आदमी ने हल्की मुस्कान के साथ अपना सिर हिलाया। तभी कुछ और लोग वहाँ आकर कियान से बातचीत करने लगे।
माही ने फिर से सामने बैठे उस जोड़े की तरफ देखा। वे एक-दूसरे में खोए हुए लग रहे थे। उनकी तरफ देखकर माही ने अपनी आँखें कसकर बंद कीं और उसकी आँखों से एक आँसू उसके गालों पर लुढ़क गया।
माही ने मन में कहा, "बस अब और बर्दाश्त नहीं कर सकती, मैं!"
माही तेज कदमों से चलते हुए पार्टी हॉल के एकदम किनारे आ गई। फिर बालकनी में अकेली जाकर खड़ी हो गई। वहाँ उस वक़्त कोई नहीं था। माही को बस अकेलेपन और सुकून की ज़रूरत थी। वहाँ पार्टी की भीड़ में उसे बहुत घुटन महसूस हो रही थी।
वहीं दूसरी तरफ़,
कियान ने फिर से इधर-उधर देखा तो इस बार माही उसे कहीं नज़र नहीं आई। कई लोग उसे घेर कर खड़े थे। बड़े-बड़े बिज़नेसमैन उससे मिल रहे थे, क्योंकि वह उस वक़्त आकर्षण का केंद्र था।
उसकी कंपनी की मुंबई वाली ब्रांच में काम करने वाले हेड मैनेजर आगे आते हुए बोले, "सर, पार्टी बहुत अच्छी है और 25वीं वर्षगाँठ की बधाई।"
कियान ने विनम्रता से जवाब दिया, "धन्यवाद, मेहता जी!"
एक लड़की, जिसने डार्क ब्लू रंग की जींस और सिल्वर शिमरी टॉप पहना हुआ था, कियान के सामने आई और बोली, "सर! आपको कुछ चाहिए? मैं आपके लिए ले आती हूँ। पार्टी सच में बहुत अच्छी है और मुझे उम्मीद है कि आपकी कंपनी आने वाले सालों तक भी सफल रहेगी।"
कियान ने फिर से जवाब दिया, "बहुत-बहुत धन्यवाद आपके शुभकामनाओं के लिए, लेकिन मुझे कुछ नहीं चाहिए।"
कियान के आसपास बधाइयों और बातों का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा था। लेकिन कियान का अब उन लोगों में से किसी से भी बात करने में मन नहीं लग रहा था। वह लगातार इधर-उधर देख रहा था।
वह उसी लड़की को ढूँढ रहा था जिसने पहली नज़र में ही उसका ध्यान खींचा था, जबकि बाकी सब उसकी एक नज़र को तरस रहे थे।
उसके बगल में बैठे एक समझदार दिखने वाले आदमी ने पूछा, "आप किसी को ढूँढ रहे हैं क्या सर?"
उस आदमी के पूछने पर कियान को समझ आ गया कि वह शायद ज़्यादा स्पष्ट प्रतिक्रिया दे रहा था। इसलिए उसने धीरे से सिर हिलाते हुए कहा, "नहीं, माफ़ करना, मुझे बाथरूम जाना है।"
कियान अपनी जगह से उठा और वहाँ से चलता हुआ किनारे आ गया। वह इधर-उधर देखते हुए माही को ढूँढ रहा था। बाथरूम जाने का बहाना था ताकि किसी को उस पर शक न हो।
वह बाथरूम कॉरिडोर की तरफ़ भी आ गया, लेकिन अभी भी माही नज़र नहीं आई। वह थोड़ा निराश हुआ और उसने मन में कहा, "कहाँ चली गई वो लड़की? पार्टी हॉल में भी कहीं नहीं है और यहाँ इधर-उधर भी नहीं दिख रही। कहीं अपने घर वापस तो नहीं चली गई वो... कुछ पता भी नहीं मुझे उसके बारे में।"
कियान वहाँ से थोड़ा आगे आया। वह बहुत बेमन से बॉलरूम में वापस जाने वाला ही था कि किनारे बनी बालकनी पर उसकी नज़र पड़ी। वहाँ एक लड़की खड़ी थी। उसका चेहरा दूसरी तरफ़ था, लेकिन उसके गाउन को पहचानते ही कियान समझ गया कि यह वही लड़की थी जिसे वह इतनी देर से ढूँढ रहा था। इसलिए उसके कदम खुद-ब-खुद बालकनी की तरफ़ बढ़ गए। वह लड़की एकदम खोई हुई सी खड़ी थी कि उसे पीछे किसी के आकर खड़े होने की आहट तक नहीं लगी।
कियान उसके एकदम नज़दीक नहीं गया और पीछे थोड़ी दूर पर ही रुक गया। बिना पलकें झपकाए एकटक उसे देखने लगा।
वह शायद उसे समझने की कोशिश कर रहा था, लेकिन कियान को कुछ समझ नहीं आ रहा था।
कियान वहीं कुछ देर तक खड़ा रहा। माही को अभी तक कियान के वहाँ होने का एहसास नहीं हुआ था। वह नहीं जानती थी कि कोई काफी देर से उसके पीछे खड़ा उसे निहार रहा है।
जब कियान को लगा कि माही को अभी तक उसके वहाँ होने का एहसास नहीं हुआ है, तो कियान एक कदम आगे बढ़ा और उसने अपनी गहरी आवाज़ में कहा, "ऐसा क्या है वहाँ पर जिसे इतनी देर से तुम देख रही हो? अगर कुछ दिलचस्प है तो मुझे भी बताओ, क्योंकि इस बोरिंग पार्टी से मैं भी बहुत ऊब गया हूँ।"
जैसे ही माही के कानों में उसकी आवाज़ पहुँची, माही जो अपने ही ख्यालों में खोई हुई थी, वह अचानक हड़बड़ा गई। जैसे ही वह पीछे मुड़ी, उसका पैर लड़खड़ा गया।
लेकिन इससे पहले कि वह जमीन पर गिरती, कियान फुर्ती से आगे बढ़ा और उसने अपना हाथ माही की कमर में डाला और उसे गिरने से बचा लिया।
क्रमशः
अध्याय ३: पहला किस
माही, जिसकी आँखों में आँसू थे, कियान के चेहरे की ओर देखने लगी और वहीं देखती रही। कियान बहुत ही सुन्दर लग रहा था। उसने एक हाथ से ही उसकी कमर पकड़कर उसे गिरने से बचाया था; इससे माही को अंदाज़ा हो गया था कि वह कितना मज़बूत है। वह वहीं अपनी जगह पर जम गई, पर कियान की नज़र जैसे ही माही की आँखों पर पड़ी, आँसुओं से भरी आँखें देखकर कियान का दिल भी उदास हो गया।
वह माही की आँखों में आँखें डालकर देखते हुए बोला, "आई एम सॉरी, मैं तुम्हें डराना नहीं चाहता था। पर क्या तुम ठीक हो? और तुम्हारी आँखों में ये आँसू क्यों हैं? किसी ने तुम्हें कुछ कहा है क्या?"
माही ने कियान की बात का कोई जवाब नहीं दिया। वह सीधी खड़ी हुई, अपने आँसुओं को पोंछा और अपनी नज़रें दूसरी ओर घुमा लीं।
कियान ने देखा कि माही जवाब नहीं दे रही है। यह बात उसे थोड़ी खटकने लगी और उसे माही के प्रति और भी सहानुभूति हुई। उसने अपना हाथ माही के गाल पर रखा और उसके चेहरे को अपनी ओर घुमाते हुए कहा, "इतने खूबसूरत चेहरे पर ये उदासी क्यों है?"
माही को कियान के व्यवहार में अपनी चिंता दिखाई दे रही थी, और जिस तरह से कियान उसके चेहरे को देख रहा था...
माही और भी भावुक होने लगी। कियान ने अपने दोनों हाथ उसके गालों पर रखे और उसके आँसू पोंछ ही रहा था कि माही ने अपने हाथ आगे बढ़ाए, उसकी गर्दन में हाथ डाल दिए और उसके होठों पर अपने होठ रखकर उसे किस करने लगी।
माही ने जैसे ही अपने होठ उसके होठों पर रखे, कियान एक पल के लिए स्तब्ध रह गया। उसे बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि वह उसे इस तरह किस करेगी।
कियान के हाथ अभी तक माही के गाल पर थे; एक हाथ माही की कमर पर गया और उसने माही को और करीब खींच लिया। दोनों गहरा किस करने लगे और कियान के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ गई।
वे दोनों एक-दूसरे को बहुत ही भावुकता से किस कर रहे थे। किस करते-करते कियान ने माही को अपनी गोद में उठा लिया।
माही ने अपनी दोनों बाहें उसकी गर्दन के चारों ओर लपेट ली थीं। उसके हाथ कियान के बालों में चले गए और वे दोनों किस करते हुए पास ही बने एक निजी कमरे में चले गए। जैसे ही कियान कमरे में गया, उसने कमरा बंद करने से पहले दरवाज़े पर लगे 'डू नॉट डिस्टर्ब' बोर्ड को पलट दिया और माही को लेकर चुपचाप बेडरूम में चला गया।
माही को इस तरह किस करते देखकर कियान के दिमाग में कई सवाल उठ रहे थे, पर वह एक भी सवाल नहीं पूछ पाया। माही ने जैसे ही उसे किस करना बंद किया...
कियान ने उसकी आँखों में आँखें डालकर देखते हुए कहा, "तुमसे एक बात पूछूँ?"
कियान इससे पहले अपना सवाल पूछ पाता, माही ने उसके होठों पर अपनी उंगली रख दी और ना में सिर हिलाते हुए कहा, "प्लीज, अभी मुझे कुछ मत पूछो। आई रियली नीड यू।"
माही के मुँह से ये बात सुनकर कियान की मुस्कान और भी खिल गई। उसने माही की कमर पर अपने दोनों हाथ रखे और उसके करीब आते हुए, बहुत ही कामुक आवाज़ में बोला, "आई आल्सो वांट यू, डार्लिंग।"
इतना बोलकर कियान ने माही के गाल पर किस किया और धीरे-धीरे उसकी गर्दन पर किस करने लगा।
माही को कियान का ये किस और भी आकर्षित कर रहा था। उसके दोनों हाथ कियान की पीठ पर चले गए और उसने कसकर कियान को अपनी बाहों में भर लिया।
कियान माही की गर्दन पर किस करते-करते उसकी कॉलर बोन पर किस करने लगा। अब तक कियान के हाथ माही की ड्रेस के पीछे लगी ज़िप पर पहुँच गए थे और उसने धीरे से उसकी ड्रेस की ज़िप खोल दी।
माही ने उसे ऐसा करने से नहीं रोका।
बल्कि उसने भी उसके कोट के बटन खोले और उसका कोट उतार दिया।
वे दोनों एक-दूसरे की ओर देख रहे थे। कियान के चेहरे पर एक अलग ही खुशी दिखाई दे रही थी। उसने माही के होठों पर अपने होठ रखे और उसे किस करते-करते बेड के पास ले आया। जैसे ही उसने माही को बेड पर लिटाया...
वह तुरंत उसके ऊपर चढ़ गया और उसने माही के दोनों हाथों को कसकर अपने हाथों में पकड़ लिया।
माही बिना कुछ सोचे-समझे उसे किस कर रही थी कि तभी माही ने अपनी आँखें बंद कीं और उसने कियान के निचले होंठ को काट लिया। कियान ने उसके हाथ छोड़े और माही के हाथ सीधे कियान की शर्ट पर आ गए। उसने शर्ट के बटन खोलना शुरू कर दिए।
कियान ने अपनी शर्ट उतारकर फेंक दी।
माही की नज़र उसकी बॉडी पर गई। कियान की कसी हुई बॉडी और उसके सिक्स पैक एब्स को देखकर माही ने अपने हाथों से उसके एब्स को छुआ। कियान उसकी ओर देखकर मुस्कुराते हुए बोला, "डार्लिंग, डू यू लाइक इट?"
माही ने उसकी बात का कोई जवाब नहीं दिया। वह बेड से उठी और उसके सीने पर किस करने लगी।
जैसे ही माही ने अपने होठ उसके सीने पर लगाए, कियान ने अपनी आँखें बंद कर लीं और उसने माही के बालों को कसकर पकड़ लिया।
माही उसके सीने और एब्स पर किस कर रही थी कि उसकी किस से कियान पूरी तरह से बेकाबू हो गया। उसने बिना कुछ सोचे-समझे माही की ड्रेस एक झटके में उतार दी और उसे बेड पर धक्का दे दिया।
उसके सेक्सी फिगर को देखकर कियान अब खुद को और नहीं रोक पा रहा था। उसने माही की गर्दन पर किस करते-करते उसे कई जगह काट लिया। माही के दोनों हाथ उसकी पीठ पर थे; उसके नाखून जैसे ही कियान की पीठ पर चुभे, कियान ने उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से पकड़ लिया और वह उसकी पूरी बॉडी को बहुत ही कामुक तरीके से छूने लगा।
वे दोनों एक-दूसरे को किस करते-करते पूरी तरह से एक-दूसरे में खो गए और कियान जैसे ही माही को किस करते-करते उसके क्लीवेज पर पहुँचा...
क्रमशः
Chapter - 4 Passionate Romance
कियान जैसे ही माही को किस करते-करते उसके क्लीवेज पर पहुंचा।
माही के मुंह से एक तेज सिसक निकली। उसकी सेक्सी वॉइस को सुनकर कियान उसकी तरफ देख कर मुस्कुराया और उसने माही के कान के पास जाकर अपनी डीप वॉइस में बोला, “ अगर तुम्हें थोड़ा भी अनकंफरटेबल फील हो तो मुझे बता देना, मैं तुरंत रुक जाऊंगा, ओके?”
माही ने जैसे ही कियान के मुंह से यह बात सुनी उसने कियान के होठों पर अपने होठों को रखा और वह उसे किस करने लगी।
उसकी किस को देखकर कियान समझ गया कि जैसे माही उसे परमिशन दे रही है और वह दोनों एक दूसरे को पैशनेट किस करते-करते एक दूसरे में उलझते चले गए,
कियान को माही के करीब आना बहुत ही अच्छा लग रहा था वह जितना ज्यादा माही की करीब जा रहा था उसकी बॉडी में होने वाले चेंज उसे उतनी ही ज्यादा समझ में आ रहे थे।
कियान को बहुत ही ज्यादा गर्मी लगने लगी थी क्योंकि माही थी इतने ज्यादा hot जब उसने माही की ड्रेस को उसकी बॉडी से अलग किया तो उसके फिगर को देखकर कियान का दिल मचल उठा था।
उसने अपने दोनों हाथ माही के पेट पर रखकर उसे की नाभि की चारों ओर अपनी उंगलियों को हल्के से फेरा और वह धीरे-धीरे माही के क्लीवेज की तरफ अपना हाथ बढ़ने लगा।
माही कियान को रोकना भी नहीं चाहती थी, क्योंकि इस टाइम माही जिस सिचुएशन में थी वह अपने सारे दर्द और अपनी टेंशन को भूल जाना चाहती थी और वह जानती थी कि उसकी यह टेंशन इसी तरह से दूर होगी और उसने कियान के हाथों की तरफ देखा। कियान का हाथ माही के ब्रैस्ट पर पहुंच चुका था और वह बहुत ही सॉफ्टली माही के ब्रेस्ट को टच कर रहा था और माही उसकी आंखों में आंखें डाल कर देख रही थी। क्योंकि कियान का हर एक टच माही को उसकी तरफ अट्रेक्ट कर रहा था।
तभी धीरे-धीरे कियान का हाथ माही के पेट और उसकी नाभि को टच करते-करते उसके पैरों के बीच पहुंचा और जैसे ही कियान ने माही के प्राइवेट पार्ट को टच किया।
माही के मुंह से एक तेज आहहह निकाली और उसने कियान की पीठ पर अपने दोनों हाथों को रखा और उसने कियान को खासकर अपनी बाहों में भर लिया।
वो भी माही की तरफ देखकर मुस्कुराया और जैसे ही उसने माही के प्राइवेट पार्ट को टच करना स्टार्ट किया वह माही के कान के पास आकर धीमी आवाज में बोला, "आर यू अलराइट babe..”
माही कुछ नहीं बोली और तभी कियान ने अपने हाथों की हरकत को रोकते हुए कहा, " darling are you comfortable or not।”
जब माही ने महसूस किया कि कियान रुक गया है तो उसने धीरे से अपनी आंखें खुली और बस हां में अपना सिर हिलाया और उसने अपने दोनों हाथ कियान के गाल पर रखते हुए उसे बिल्कुल अपने करीब खींच लिया और वह उसके गाल को चूमते हुए बोला, “ Don't ask me this type of questions please continue and don't stop….”
जैसे ही कियान ने माही की यह बात सुनी वह उसकी तरफ देख कर हल्का सा मुस्कुराया और उसने अपने हाथों को डीटली इनसाइड मूव करना स्टार्ट कर दिया। माही ने जैसे ही कियान के हाथों की हरकत को महसूस किया उसने कियान की कमर पर अपने हाथ को फेरा और कसकर उस की पीठ पर अपने नाखूनों को गड़ा दिया और कियान उसके हाथों की ताकत को महसूस कर रहा था जिस तरह से माही उसकी पीठ पर अपने नाखून गड़ा रही थी।
कियान को हल्का दर्द हो रहा था लेकिन उसने माही को रोका नहीं और उसने अपने हाथ की मिडिल फिंगर को तेजी से मूव करना स्टार्ट कर दिया और माही वही बेड पर ही मचल उठी।
कियान माही के पैरों की तरफ देख रहा था, माही ने अपने एक पैर को दूसरे पैर पर रब करना स्टार्ट किया और माही को ऐसा करते देखकर कियान को अपनी बॉडी में Erection फील हो रहा था और उसने माही के करीब जाकर उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए और वह उसे बड़े ही प्यार से किस करते-करते उसके क्लीवेज और उसकी गर्दन पर किस करने लगा।
थोड़ी ही देर में वह उसकी पूरी बॉडी को बेतहाशा चूम रहा था और जब उसने माही के पैरों के बीच से अपने हाथों को हटाया तो उसका हाथ पूरी तरह से वेट हो चुका था और उसने वहीं पास में रखे हुए टिशू पेपर को उठाकर अपने हाथों को पोंछा।
माही की आंखें अभी भी बंद थी और वह काफी ज्यादा गहरी गहरी सांस ले रही थी, जैसे ही कियान ने अपने हाथ को उसके मेंन पार्ट से अलग किया।
तो माही ने अपनी आंखें खोली और उसने कियान के दोनों खाल पर अपना हाथ रखकर उसकी आंखों में आंखें डाल कर देखते हुए कहा, "you are so good..थैंक यू सो मच।”
कियान ने माही की बात सुनकर मुस्कुराते हुए कहा, "अभी तो मैंने स्टार्ट ही नहीं किया है and यू फील सो गुड..”
माही उसकी तरफ देखकर हल्का सा मुस्कुराई और उसकी मुस्कुराहट कियान के दिल और दिमाग में बैठ गई थी, उसने माही के दोनों हाथों को अपने हाथों में लिया और वह उसे किस करने के लिए उसके बिल्कुल करीब आया और उसने माही के क्लीवेज पर किस करना स्टार्ट किया तो उसने धीरे से अपनी अंडरगारमेंट को उतार कर फेंक दिया और माही ने जैसे ही उसे बिना कपड़ों के देखा, माही की दिल की धड़कनें तेज हो गई क्योंकि कियान पूरी तरह से टर्न ऑन था।
माही उसको देख कर अब थोड़ा घबरा रही थी और उसे इस तरह घबराते देखकर कियान उसके बिल्कुल करीब आकर बड़ी ही प्राउडली बोला, "डोंट वरी तुम्हें डरने की जरूरत नहीं है I will be very gentle..!”
इतना बोलकर वह माही के ऊपर आकर लेट और जैसे ही माही ने उसके मैस्क्युलिन पार्ट को अपने फेमिनिन पार्ट पर टच होते हुए फील किया।
माही की दिल की धड़कनें इतनी ज्यादा बढ़ गई कि वह बेड से उठकर भागना चाहती थी लेकिन कियान ने उसके दोनों हाथों को कसकर पकड़ रखा था और माही के पास और कोई भी ऑप्शन नहीं था उसने कियान की तरफ देखा और वह अपने दोनों पैरों को एक दूसरे के ऊपर चढ़ा कर जोड़ने लगी।
उसे ऐसा करते देखकर कियान ने धीरे से अपनी नाक को उसकी नाक पर रब करते हुए कहा, " व्हाट हैपेंड डार्लिंग अब अगर तुम ऐसा करोगी तो हम आगे का प्रोसेस कैसे कर पाएंगे कम ऑन सेपरेट योर लेग्स।”
कियान की बात सुनकर माही की दिल की धड़कनें और भी ज्यादा तेज हो गई, उसे ऐसा लग रहा था जैसे मानो अगर कियान ने और कुछ बोला तो उसकी जान निकल जाएगी, उसने कियान के होठों के करीब जाकर उसके होठों पर अपने होंठ रख दिए ताकि कियान कुछ बोल ना पाए और माही जिस तरह से उसके होठों को किस कर रही थी कियान ने हल्का सा मुस्कुराया।
To be continued...
Hey buddies 💚🌹agar aap logon Ko story acchi lag rahi hai to please story ko like aur comment kar diya kariye aap logon ki comment dekhkar motivation milta hai aur जल्दी-जल्दी chapter dalne ka bhi man karta hai
Chapter 5 intimacy
माही जिस तरह से उसके होठों को किस कर रही थी कियान ने हल्का सा मुस्कुराया। और उसने माही के हाथ को अपने हाथ से जोड़ा और उसने खुद अपने हाथों से माही के दोनों पैरों को एक दूसरे से सेपरेट किया।
माही कांप रही थी कियान ने इस बात को महसूस किया उसने उसके पैरों को उठाकर अपनी कमर पर क्रॉस करते हुए कहा, "Don't worry this is the safest and comfortable position I hope you can handle it..”
माही ने जैसे ही यह बात सुनी वह कियान की तरफ देखकर हल्का सा मुस्कुराई और उसने अपनी पलके झपका दी, कियान ने माही की तरफ देखा और वह मुस्कुराते हुए उसके बिल्कुल करीब गया।
उसने धीरे से माही के करीब जाकर उसके होठों पर अपने होठों रखे और जैसे ही माही ने कियान को महसूस किया कि वह उसकी काफी ज्यादा नजदीक आ चुका है माही ने अपने हाथों को कियान के हाथों में खास पर पकड़ लिया।
कियान ने जैसे ही माही की बॉडी के अंदर इंटर हुआ माही के मुंह से एक तेज चीख निकली और उसने कियान के कंधे पर अपना हाथ रखकर उसे खुद से दूर पुश करते हुए कहा, "ahhhh… stop it stop it please stop….”
कियान ने जैसे ही माही की यह बात सुनी वह एक पल के लिए रुक गया और उसने माही के चेहरे की तरफ देख कर धीमी आवाज में कहा, “hey relax कुछ नहीं हुआ है..!”
माही की आंखों के कोने से आंसू बह रहे थे और कियान ने जैसे ही उसे इस तरह रोते हुए देखा वह उसके बिल्कुल करीब आकर उसके गाल पर अपने हाथ रख कर बड़े प्यार से उसके गाल को सहलाने लगा और माही अपनी आंखें कस कर बंद कर हुई थी कियान ने उसके गाल पर किस किया और जहां पर माही के आंसू बह रहे थे उसने उसे जगह को किस करते हुए उसके सारे आंसुओं को अपने होठों से पोंछ दिया।
माही कियान की तरफ देखने के लिए अपनी आंखें खोलना चाह रही थी और जैसे ही उसने अपनी आंखें खोलकर कियान को देखा।
उस के चेहरे की Brightness और उसके कंफर्ट करने के तरीके को देखकर माही का दिल बिल्कुल शांत हो गया था और धीरे-धीरे उसका दर्द भी काम हो रहा था।
जैसे ही माही नॉर्मल हुई उसने कियान के हाथों से अपने हाथ को छुड़ाया और वह उसकी पीठ पर अपने हाथ को रब करने लगी।
कियान ने उसकी तरफ देखकर धीमी आवाज से पूछा, “babe are you okay..!”
माही ने धीरे से अपना सिर हिलाया और तभी कियान नीचे की तरफ झुक कर माही के कान के पास आकर बोला, "Can we Continued..!”
माही ने हामी भरी और कियान के गाल पर अपने दोनों हाथों को रखा और वह उसे किस करने लगी और कियान ने धीरे-धीरे माही के और नजदीक जाना शुरू किया और जैसे-जैसे कियान माही के अंदर समा रहा था, माही का पूरा बाद एन वाइब्रेट होने लगा, उसे काफी ज्यादा पैन हो रहा था, उसे इस तरह कांपते देखकर कियान ने माही को कसकर अपनी बाहों में भर लिया और वह माही की गर्दन पर किस करते हुए अपनी स्पीड को बढ़ने लगा।
माही अब काफी ज्यादा रिलैक्स हो गई थी और अब उसे पहले की जितना दर्द भी नहीं हो रहा था लेकिन जिस तरह से कियान धीरे-धीरे अपनी स्पीड को बढ़ा रहा था माही उसे काफी ज्यादा एंजॉय कर रही थी, उसके चेहरे की मुस्कुराहट बढ़ रही थी उसे दर्द हो रहा था लेकिन उस दर्द में भी उसे एक अलग ही सुकून मिल रहा था।
उसने कियान के कान के पास से जाकर धीमी आवाज में कहा, "please do it little bit faster..!”
जैसे ही कियान में यह बात सुनी उसके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कुराहट आई और उसने माही की बात मानकर अपनी स्पीड को और भी ज्यादा बढ़ा दिया।
माही अब कियान के साथ अपने इस प्रेशियस मोमेंट को बहुत ही ज्यादा एंजॉय कर रही थी और उस की दर्द भरी आवाज आप पहले से काफी ज्यादा सेक्सी हो गई थी और वह कियान की तरफ देख रही थी कि और शायद वो अपने पीक प्वाइंट पर पहुंच चुकी थी और माही के मुंह से एक तेज ahhh निकाली और कियान उसकी तरफ देखता ही जा रहा था और जैसे ही कियान ने माही की आहहह को सुना वह और भी ज्यादा एग्रेसिव हो गया।
वह अपने आप पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा था माही की आवाज है उसे पूरे कमरे में गूंज रही थी और कियान ने माही के चेहरे की मुस्कुराहट को देखा वो पूरी तरह से सेटिस्फाइड हो चुकी थी।
कियान में जैसे ही इस बात को फील किया उसने अपनी स्पीड को और भी ज्यादा बढ़ा दिया क्योंकि वो अभी तक रिलीज नहीं हुआ था और ना ही माही जैसा सेटिस्फाइड साउंड उसके मुंह से निकला था।
वह बस काफी तेजी से आहें भर रहा था उन दोनों की सांसे काफी ज्यादा गहरी हो गई थी और माही कियान की फिलिंग्स को समझ रही थी।
कियान इस टाइम पूरा पसीने से तरबतर था और माही काफी पूरा बदन पसीने से भीग कुछ चुका था, वह दोनों एक दूसरे को बेतहाशा किस कर रहे थे और उनके कमरे में उन दोनों की सेक्सी voice गूंज रही थी और आधे घंटे के बाद कियान के मुंह से एक तेज सिसकारी निकाली और कियान के सेटिस्फाइड साउंड को सुनकर माही के चेहरे पर हल्की सी मुस्कुराहट आ गई और उसने जैसे ही कियान की तरह देखा।
कियान काफी ज्यादा रिलैक्स हो गया था और उसने अपना चेहरा माही के क्लीवेज के बीच रखा उसे किस करते-करते वो माही के ऊपर ही लेट गया।
माही ने कियान के माथे को बड़े प्यार से चूमा और उसने कियान को अपनी बाहों में भर लिया। उसकी किस से कियान समझ रहा था कि जैसे उसने अभी उसे जो किस की है वो उसकी thank you kiss है।
वह दोनों ही एक दूसरे से काफी ज्यादा सेटिस्फाइड हो चुके थे और इस टाइम दोनों ही काफी थके हुए थे।
कियान तो माही से अलग ही नहीं होना चाहता था वह उसी तरह माही की बॉडी में अभी तक समाया हुआ था माही ने भी उसे खुद से अलग होने के लिए नहीं कहा, और वह दोनों ऐसे ही एक दूसरे की बाहों में ही लेटे-लेटे गहरी नींद में सो गए।
अगली सुबह, लगभग 10:00 कियान की आंख खुली वह अभी भी बिस्तर पर सिर्फ अपने बॉक्सर में लेटा हुआ था उसके अलावा और उसने कुछ भी नहीं पहना था कंबल ऐसे ही उसकी पीठ पर पड़ा हुआ था।
उसने धीरे से अपनी आंखें खोली और अपना हाथ आगे बढ़कर बिस्तर के दूसरी साइड पर धीरे से टच करने लगा इस तरह से जैसे कि वह कुछ ढूंढ रहा हो या फिर किसी को...
लेकिन उसके हाथ सिर्फ निराशा लगी क्योंकि बिस्तर पर उसे वक्त उसके अलावा वहां और कोई भी नहीं था।
To be continued...
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लव बियॉन्ड सिन : भाग 6
मेरी परफॉर्मेंस में कोई कमी थी क्या?
कियान माही से अलग नहीं होना चाहता था। वह उसी तरह माही की बॉडी में समाया हुआ था। माही ने उसे खुद से अलग होने के लिए नहीं कहा। और वे दोनों एक-दूसरे की बाहों में लेटे-लेटे गहरी नींद में सो गए।
अगली सुबह, लगभग 10:00 बजे कियान की आँख खुली। वह अभी भी बिस्तर पर सिर्फ अपने बॉक्सर में लेटा हुआ था। उसने और कुछ नहीं पहना था। कंबल उसकी पीठ पर पड़ा हुआ था।
उसने धीरे से अपनी आँखें खोलीं और अपना हाथ आगे बढ़ाकर बिस्तर के दूसरी ओर धीरे से छूने लगा, जैसे वह कुछ ढूँढ रहा हो या किसी को...
लेकिन उसके हाथ को सिर्फ़ निराशा ही लगी क्योंकि बिस्तर पर उस वक़्त उसके अलावा कोई नहीं था।
यह समझते ही कियान ने अपनी आँखें मलते हुए धीरे से खोलीं और बिस्तर पर इधर-उधर देखा। लेकिन वह बिल्कुल अकेला था। यह देखकर उसने एक ठंडी साँस छोड़ी और बिस्तर पर ही बैठ गया।
कियान ने अपने आप से कहा, "कहाँ चली गई वो? इतनी सुबह-सुबह बिना बताए? कल रात तो वो यहाँ मेरे साथ थी। क्या यह सब एक सपना था? नहीं... नहीं, यह सब सिर्फ एक सपना नहीं हो सकता। यह हकीकत थी।"
बिस्तर पर खुद को अकेला पाकर कियान की बची-कुछी नींद उड़ गई थी। लेकिन उसने फिर से इधर-उधर देखा, लेकिन कमरे में कोई नहीं था।
उसने काफी निराशा से कहा, "शिट यार! कहाँ चली गई वह? नाम तक नहीं पूछा मैंने। ऐसे ही चली गई। अब उसे कैसे ढूँढूँगा मैं? मुझे तो उसके बारे में कुछ भी नहीं पता है। सिर्फ उसका खूबसूरत चेहरा याद है और उसकी वह मदहोश कर देने वाली आवाज़। सच में, बहुत प्यारी थी। क्यों चली गई वह मुझे छोड़कर? या फिर मेरी परफॉर्मेंस में कोई कमी थी?"
ऐसे ही ना जाने कितने सवाल कियान के मन में आ रहे थे, लेकिन उसके पास ना तो जवाब था और ना ही जवाब देने वाला। इसलिए वह मुँह बनाकर बिस्तर पर लेटा रहा। कुछ देर बाद उसका मोबाइल फोन बज गया। उसका मोबाइल फोन कॉल रिसीव करने या किसी से बात करने का मन नहीं था, लेकिन फिर भी उसने हाथ बढ़ाकर कॉल रिसीव की और स्क्रीन पर देखे बिना ही फोन कान से लगा लिया और बोला, "हाँ, कौन?"
वहीं दूसरी तरफ़ से आवाज़ आई, "हेलो सर, गुड मॉर्निंग। सॉरी टू डिस्टर्ब यू, बट मैंने आपको याद दिलाने के लिए फोन किया है। आज आपके यहाँ शिकागो वाली ब्रांच में एक इम्पॉर्टेन्ट बिज़नेस मीटिंग है।"
कियान का मूड काफी खराब था और उसका कहीं भी जाने का मन नहीं था। इसलिए उसने कहा, "नहीं, मैं नहीं आ रहा आज। यह मीटिंग किसी और दिन शेड्यूल कर दो।"
मैनेजर ने माफ़ी माँगते हुए कहा, "सॉरी सर, बट मैं ऐसा नहीं कर सकता। क्योंकि कल की पार्टी की वजह से हमारी कंपनी के सारे एम्प्लॉयी, इन्वेस्टर, बिज़नेस पार्टनर्स सब आज शहर में हैं। शाम तक सब वापस चले जाएँगे।"
उसकी रिक्वेस्ट सुनकर कियान ने एक गहरी साँस ली और कहा, "अच्छा, ठीक है। मैं आता हूँ। 2:00 बजे तक!"
मैनेजर खुश होते हुए बोला, "इट्स परफेक्टली फाइन सर! मैं 4:00 बजे मीटिंग टाइम फिक्स कर देता हूँ।"
"ओके!" बोलकर कियान ने कॉल डिस्कनेक्ट कर दी और मोबाइल फोन बेड पर फेंक दिया।
फिर अपना सिर पकड़ते हुए वह उठकर बैठ गया और उसने अपने आप से कहा, "क्यों चली गई वो? कहाँ गई होगी वह? उसे कैसे ढूँढूँगा मैं? मेरा किसी भी मीटिंग और काम में मन नहीं लगेगा जब तक वह मुझे नहीं मिल जाती। लेकिन कैसे ढूँढूँ मैं उसे? कैसे पता लगाऊँ उसके बारे में? एक पिक्चर ही क्लिक कर ली होती तो ठीक रहता, लेकिन उस वक़्त तो वो कुछ ज़्यादा जल्दबाज़ी में थी शायद..."
यह सब कुछ सोचते हुए कियान ने एक गहरी साँस ली और फिर वह बेड से उठकर सीधा कमरे से अटैच्ड वॉशरूम में चला गया।
रेडी होने के लिए। क्योंकि पहले ही 12:00 बज चुके थे और 2:00 बजे से पहले उसे ऑफिस भी पहुँचना था। उसने उस लड़की के बारे में सोचते हुए 2 घंटे का समय बिता दिया था और उसे पता भी नहीं चला। वह लड़की उसके दिमाग से निकलने का नाम ही नहीं ले रही थी।
दोपहर के लगभग 2:30 बजे कियान ऑफिस पहुँचा। मैनेजर और सारे एम्प्लॉयी उसका इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन उसने अपने केबिन में सिर्फ़ मैनेजर मुकुल को आने के लिए कहा, क्योंकि मुकुल से ही उसकी फोन पर बात हुई थी।
कियान मीटिंग के लिए मैनेजर से डिस्कस कर रहा था, लेकिन उसके दिमाग में अभी भी वही लड़की चल रही थी। उसका ध्यान सामने बिल्कुल भी नहीं था। वह इधर-उधर देख रहा था!
उसी समय, सामने खिड़की के बाहर एक लड़की पर उसकी नज़र पड़ी। उसे देखते ही कियान एकदम कुर्सी पर सीधा होकर बैठ गया और उसने उसकी तरफ़ ध्यान से देखा।
कियान एकदम से बोला, "अरे, यह तो वही है।"
कियान के इस तरह अचानक बोलने पर मुकुल एकदम चौंक गया। फिर उसने भी उसी तरफ़ देखा जिस तरफ़ कियान देख रहा था, लेकिन उसे वहाँ कोई नहीं दिखा। उसने कियान से पूछा, "क्या हुआ सर? कौन है वहाँ पर?"
मुकुल के सवाल पर कियान ने अपने मन में कहा, "यह क्या हो रहा है? मुझे कुछ ज़्यादा ही सोच रहा हूँ शायद। इसीलिए अब मुझे यहाँ ऑफिस में भी वह लड़की दिख रही है। वह यहाँ कैसे हो सकती है?"
मुकुल अभी भी सवालिया नज़रों से उसकी तरफ़ देख रहा था। तो कियान ने कहा, "नहीं-नहीं, कुछ नहीं। वह बस...ऐसे ही मुझे लगा शायद वहाँ पर कोई जाना-पहचाना था।"
क्रमशः
मुकुल ने धीरे से सिर हिलाकर कहा, "ओके सर! मैं यह सब फाइनल कर देता हूँ और फिर मीटिंग के अरेंजमेंट भी करूँगा।"
मुकुल टेबल पर पड़े पेपर्स इकठ्ठा करने लगा। तभी कियान को एक बात याद आई। उसने मन ही मन सोचा, "लेकिन क्यों नहीं हो सकती है? हो सकता है वह मेरी कंपनी की एम्पलाई हो। कल रात पार्टी में सारे एम्पलाई भी आए थे, हो सकता है वह उनमें से एक हो। हाँ, और इसीलिए मुझे वह बाहर खिड़की के पास अच्छी तरह दिखी। उसका चेहरा मैं कभी नहीं भूल सकता। वह वही थी। मुझे कोई कन्फ्यूज़न नहीं है, और ना ही मैं ज़्यादा सोच रहा हूँ। पक्का, वह यहाँ काम करती होगी। लेकिन क्या सच में मेरी इतनी अच्छी किस्मत है?"
कियान के मन में ये सारी बातें आती ही मुकुल दरवाज़े के पास पहुँच गया। कियान ने उसे रोकते हुए कहा, "रुको एक मिनट मुकुल!"
मुकुल पीछे मुड़कर पूछा, "यस सर!"
कियान के मन में बहुत कुछ चल रहा था, लेकिन उसने एकदम सीरियस चेहरा बनाते हुए कहा, "वह... मैं आज यहाँ पहली बार आया हूँ, और मैं किसी से मिला भी नहीं हूँ। इसलिए तुम एक काम करो, सारे एम्पलाइज़ को इंट्रोडक्शन के लिए मेरे केबिन में भेज दो। मैं एक बार सब से मिलना चाहता हूँ, पर्सनली!"
कियान की बात सुनकर मुकुल चौंक गया। उसने कहा, "सारे एम्पलाई से मिलना है आपको सर?"
कियान कड़क आवाज़ में बोला, "हाँ बिल्कुल! यही तो कहा ना, सब से मिलना है तो मिलना है। कोई प्रॉब्लम है क्या तुम्हें या फिर किसी और को?"
असल में कियान को सारे एम्पलाई से मिलने का कोई शौक नहीं था। वह बस यह कन्फर्म करना चाहता था कि उसने बाहर खिड़की के पास जिस लड़की को देखा था, वह वही लड़की थी जिसने उसके साथ कल रात बिताई थी या नहीं। उसे फिलहाल यही तरीका समझ में आया था।
कियान की आवाज़ सुनकर मुकुल "ओके सर" कहकर बाहर चला गया। कुछ देर बाद चार-पाँच एम्पलाई साथ में उसके कमरे में आकर अपना इंट्रोडक्शन देने लगे। कियान एक-एक करके उन सब से मिला, लेकिन उसकी नज़रें उस लड़की को खोज रही थीं जो अभी तक नहीं आई थी।
फिर एक लड़की आई, ज़्यादा ही मुस्कुराती हुई। वह कियान के सामने खड़ी हो गई। उसने एकदम छोटी सी ब्लैक कलर की स्कर्ट और व्हाइट शर्ट पहनी हुई थी। उसका लुक तो फॉर्मल था, लेकिन कपड़े ऑफिस के हिसाब से थोड़े ज़्यादा फैंसी लग रहे थे। उसने मेकअप भी काफी ज़्यादा किया हुआ था। बालों का मैसी जुड़ा बनाया हुआ था। वह कियान के एकदम नज़दीक आते हुए बोली, "हेलो सर, मैं आपकी पर्सनल असिस्टेंट रूबी हूँ।"
कियान ने उस पर ज़्यादा ध्यान न देते हुए कहा, "ओके, ठीक है!"
बाकी सारे लोग कियान से मिलकर बाहर चले गए, लेकिन रूबी अभी भी वहाँ खड़ी थी। कियान ने कहा, "क्या है? जाओ यहाँ से, मुझे बाकी सब से भी मिलना है।"
कियान ने सीधे उसे जाने के लिए कहा। रूबी का मुँह बन गया, लेकिन बिना कुछ बोले वह चुपचाप चली गई। बेवजह वह पहले ही दिन कियान से डाँट नहीं खाना चाहती थी।
रूबी ने जैसे ही दरवाज़ा खोला, ठीक उसी वक़्त एक लड़की अंदर आई। कियान की नज़र उस पर टिक गई। यह वही लड़की थी जिसे ढूंढने के लिए कियान ने यह सब किया था। वह कोई और नहीं, माही थी। उसकी खूबसूरत सुरमई आँखें और पलकें नीचे झुकी हुई थीं।
उसने हाथ में एक फाइल पकड़ी हुई थी। उसने भी फॉर्मल कपड़े पहने हुए थे, लेकिन वह काफी ज़्यादा एलिगेंट लग रही थी।
जैसे ही कियान ने माही को देखा, उसके चेहरे पर मुस्कराहट आ गई। उसने मन ही मन कहा, "आई गॉट हर! मुझे पता था मेरी आँखें इस तरह धोखा नहीं खा सकतीं। फाइनली यह मुझे मिल ही गई।"
माही जैसे ही केबिन के अंदर आई, उसने धीमी आवाज़ में कहा, "गुड इवनिंग सर, माइसेल्फ माही, मैं फाइनेंस डिपार्टमेंट की..."
जैसे ही माही की नज़र कियान पर पड़ी, वह बोलते-बोलते चुप हो गई। उसने कियान के चेहरे की मुस्कराहट देखी और हाथ की मुट्ठी कसकर बांध ली। उसकी साँसें अटक गईं। वह इतनी ज़्यादा शॉक्ड हो गई थी कि वह आगे कुछ बोल ही नहीं पाई।
कियान माही की आँखों में आँखें डालकर देखने लगा। उसके मन में माही को लेकर काफी एक्साइटमेंट थी।
लेकिन इससे पहले कि वह माही से कुछ बोल पाता, उसके केबिन का दरवाज़ा खुला और मुकुल के साथ एक और एम्पलाई अंदर आ गया। वह माही के बगल में आकर खड़ा हो गया। मुकुल ने अपने साथ वाले एम्पलाई का इंट्रो देना शुरू किया।
तभी माही कियान की तरफ देखकर अपना सिर पकड़ते हुए बोली, "ओ गॉड! यह तो वही लड़का है जो कल रात पार्टी में... मतलब यह इस कंपनी का सीईओ और मेरा बॉस है? मैं तो मर गई!"
माही की साँसें थम गई थीं। उसका दिल तेज़ी से धड़क रहा था। माही ने खुद को कोसते हुए कहा, "ये क्या किया माही तूने? कल रात अपने इमोशंस में बहकर अपने बॉस के साथ ही हुकअप कर लिया। ओ गॉड! प्लीज़ हेल्प मी! यह मेरी लाइफ़ की प्रॉब्लम्स ख़त्म क्यों नहीं होती?"
माही ने अपनी आँखें कसकर बंद कर लीं और मन ही मन बुदबुदाने लगी, "पता नहीं अब यह मेरे साथ क्या करेगा? कहीं मेरी जॉब ना चली जाए?"
यह ख्याल आते ही माही की टेंशन और भी बढ़ गई।
माही ने धीरे से सिर हिलाते हुए कहा, "नहीं, नहीं, ऐसा नहीं होना चाहिए। अगर मेरी जॉब चली गई तो मेरी लाइफ़, जो पहले ही इतनी अनस्टेबल है, और भी ज़्यादा बुरी हालत में हो जाएगी। नहीं, मैं रिस्क नहीं ले सकती। मुझे कुछ ना कुछ तो करना ही होगा। मैं इन्हें सॉरी बोल दूँगी, कल रात जो कुछ भी हुआ, उसको लेकर।"
माही ये सारी बातें अपने मन में दोहरा रही थी। अभी तक उसने कुछ नहीं कहा था।
क्रमशः
8 Sorry nahi kiss चाहिए
वही मुकुल ने जैसे ही उस एम्पलाई का इंट्रोडक्शन कराया।
कियान माही की तरफ देखने लगा जो अपने ही ख्यालों में कोई हुई थी और तभी मुकुल ने माही की तरफ देखते हुए कहा, "और हां सर यह माही है हमारी फाइनेंस डिपार्मेंट को यही संभालती है।”
जैसे ही माही ने मुकुल की आवाज सुनी वह कियान की तरफ देखने लगी और उसने gulp करते हुए कहा, “Hello sir! I.. I am I am…!”
माही हड़बड़ा रही थी और वह अपनी बात बोल नहीं पा रही थी कि तभी कियान ने मुकुल की तरफ देखते हुए कहा, "ओके तुम फाइनेंस डिपार्टमेंट संभालती है ठीक है मुकुल तुम जा सकते हो और माही तुम यही रुको, मुझे तुमसे कुछ बात करनी है।”
मुकुल कियान की बात सुनकर अपने उस एंप्लॉई के साथ उसके केबिन से बाहर चला गया और माही ने जैसे ही कियान के मुंह से यह बात सुनी और वह समझ गई थी कि उसे किस बारे में बात करना थी।
कियान ने जैसे ही मुकुल और उस एंप्लॉई को केबिन से बाहर जाते देखा, वो अपनी चेयर से उठकर खड़ा हुआ और उसने बड़ी ही स्टाइल से अपने कोट के बटन को बंद किया और वह माही की तरफ मुस्कुराते हुए आगे बढ़ने लगा।
माही उसके चेहरे की मुस्कराहट देखकर घबरा रही थी और उसका चेहरा पीला पड़ रहा था।
माही ने कियान को जब इस तरह अपने पास आते हुए देखा तो वह दो कदम पीछे हटते हुए बोली, “आई एम सो सॉरी सर कल हमारे बीच जो कुछ भी हुआ मैं जानती हूं वह ठीक नहीं था, वह एक्चुअली वो सब…!”
माही बोल ही रही थी कि कियान तब तक उसके बिल्कुल सामने आ गया और उसने माही के होठों पर अपनी उंगली रखकर उसे चुप करवाते हुए कहा, "ssshhhhh कुछ एक्सप्लेन करने की जरूरत नहीं है तुम्हें और तुम मुझे सॉरी क्यों बोल रही हो ए डॉन'टी वांट योर अपॉलिजी…और जो कुछ भी हुआ बहुत अच्छा हुआ!"
माही उसकी यह बात सुनकर बिल्कुल ही हैरान हो गई, कियान मुस्कुरा रहा था और उसका हाथ माही के गाल पर गया और वह उसके करीब आने लगा और माही ने उससे दूर हटते हुए कहा, "सर मुझे नहीं पता था कि आप कंपनी के बॉस हैं, अगर मुझे इस बारे में जरा भी आईडिया होता तो मैं वह सब कभी नहीं करती प्लीज प्लीज मुझे माफ कर दीजिए आज के बाद कभी ऐसा कुछ नहीं होगा और प्लीज कल रात जो कुछ भी हुआ उसे एक गलती समझ कर भूल जाइएगा।”
जैसे ही कियान ने माही के मुंह से यह बात सुनी उसने उसके गाल पर अपना हाथ रखा और उसका दूसरा हाथ अब तक माही की कमर पर जा चुका था।
उसने माही की कमर को कस कर पकड़ा और उसे अपने करीब खींचते हुए कहा, "व्हाट यह क्या बोल रही हो तुम कल रात मैंने तुम्हारे साथ जो पल बिताए वह मेरी लाइफ के सबसे खूबसूरत पल थे और तुम चाहती हो कि मैं अपने उन प्रेशियस मोमेंट को भूल जाऊं बिल्कुल नहीं, उन्हें तो मैं अब मरते दम तक नहीं भूल सकता।”
माही ने जैसे ही उसकी यह बात सुनी वह बिल्कुल हैरान हो गई और उसने उस के हाथ को अपनी कमर पर से हटाने की कोशिश करते हुए कहा, "आई एम सॉरी सर आई एम सो सॉरी..!”
माही बोल रही थी कि कियान ने उसके गालों पर अपने अपनी पकड़ को मजबूत किया। वह माही की आंखों में आंखें डाल कर देखने लगा।
उसने धीमी लेकिन अपनी डीप आवाज में कहा, "मुझे सॉरी नहीं तुम्हारा वही स्वीट किस चाहिए।”
माही ने जैसे ही यह बात सुनी, वह हैरानी से उसकी तरफ देखने लगी और उसे कियान की गहरी सांस महसूस हो रही थी, क्योंकि कियान का चेहरा माही के चेहरे की बिल्कुल करीब था।
वह उसकी समुद्र सी गहरी नीली आंखों में खोती जा रही थी और जैसे ही कियान ने यह बात कही वह मुस्कुराता हुआ माही के चेहरे के बिल्कुल करीब आ गया और उसने माही के होठों के पास जाकर बड़े ही प्यार से उसके होठों को अपने होठों से टच किया।
माही उसकी सांसों को महसूस कर रही थी और उसकी सांसों की गर्माहट जैसे ही माही को अपने होठों पर महसूस हुई, माही का दिल तेजी से धड़कने लगा।
उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह किस तरह कियान को अपने करीब आने से रोके?
कियान ने जब देखा कि माही उसे रोक नहीं रही है बल्कि वह उसके होठों की तरफ देख रही है तो कियान के चेहरे पर जो मुस्कुराहट थी वह और भी ज्यादा खिल गई।
उसने माही के होठों पर अपने होंठ रखें और वह उसे बड़े ही प्यार से स्लोली स्लोली किस करने लगा। कियान के इस तरह किस करने से माही पूरी तरह से उसकी बाहों में पिघल चुकी थी और उसके हाथ में जो फाइल थी वह वहीं जमीन पर गिर गई।
कियान ने जब देखा कि माही उसकी किसी को एंजॉय कर रही है तो वह उसे थोड़ा डिप्ली किस करने लगा। जैसे ही माही ने अपने होठों पर कियान की जुबान को फील किया।
माही की दिल की धड़कनें बढ़ गई, उसका पूरा बदन कांपने लगा और उसने अपनी आंखों को कस कर बंद कर लिया ।
कियान उसे किस करते-करते दीवार तक पहुंच गया और उसने माही को दीवार पर पिन किया और उसके होठों को softly bite करने लगा।
कियान जिस तरह से माही को किस कर रहा था उसे देखकर ही यह बात पता चल रही थी कि वह दोनों इस किस को बहुत ही ज्यादा इंजॉय कर रहे हैं।
माही अब अपने आप को और नहीं रोक पाई और उसने अपनी दोनों बाहों को कियान के गले में डाल दिया और कियान का एक हाथ माही की कमर और उसका दूसरा हाथ माही की गर्दन पर था ।
वह उसे उसी तरह पैशनेटली किस करते-करते उसकी गर्दन तक पहुंच गया, माही अपनी आंखें बंद करे हुई थी और जैसे ही कियान ने उसकी गर्दन पर किस करना स्टार्ट किया, माही की दिल की धड़कनें और भी ज्यादा तेज हो गई और तभी उसकी आंखें खुली और उसने कियान के कंधे पर अपना हाथ रखा और वह उसे खुद से दूर करने लगी, लेकिन कियान जो उसे इतना ज्यादा पैशनेटली किस कर रहा था।
To be continued...
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वह उससे दूर नहीं जाना चाहता था। उसने माही की गर्दन पर काट लिया जिससे उसकी गर्दन पर बैंगनी रंग का निशान दिखाई देने लगा।
वह माही के होठों की ओर देखकर उसे फिर से चूमने ही वाला था कि तभी उसके केबिन का दरवाजा किसी ने जोर से खटखटाया। कियान ने दरवाजे के खटखटाने की आवाज़ सुनते ही अपना रोमांटिक मूड एक पल में बदल दिया।
"कौन है जो मुझे इस तरह परेशान कर रहा है?" उसने गुस्से में तेज आवाज़ में चिल्लाया।
केबिन के बाहर से आवाज़ आई, "सर, आपकी मीटिंग का समय हो गया है।"
"पता है मुझे?" कियान ने तेज आवाज़ में चिल्लाया।
कियान को इतने गुस्से में देखकर माही घबरा गई। उसने जमीन पर पड़ी अपनी फाइल उठाई और अपने बाल और कपड़े संवारने लगी।
कियान के केबिन के बाहर रूबी खड़ी थी। उसने धीमी आवाज़ में कहा, "सॉरी सर, लेकिन मैं आपको परेशान नहीं करना चाहती थी। मैं बस बताने आई थी कि आप कृपया मीटिंग रूम में आ जाएँ।"
कियान ने गहरी साँस लेते हुए कहा, "ओके, ठीक है। तुम मीटिंग रूम में जाओ, मैं थोड़ी देर में आता हूँ।"
रूबी उसकी आवाज़ सुनकर तुरंत वहाँ से चली गई। माही ने रूबी को जाते देखा तो कियान की ओर देखे बिना ही जल्दी से केबिन से बाहर निकलने लगी।
कियान ने माही को इस तरह केबिन से बाहर जाते हुए देखा तो पीछे से आवाज़ लगाई, "हे माही, वेट अ मिनट, रुको..!"
लेकिन माही ने उसकी बात नहीं सुनी और वह हड़बड़ाते हुए केबिन से बाहर निकल गई। उसे इस तरह भागते देख कियान मुस्कुराने लगा।
उसने अपने होठों को छूते हुए कहा, "माही, अब तो तुम मुझे भाग नहीं सकती। अब तो मुझे तुम्हारा नाम, तुम्हारा काम और सब कुछ पता है, "now you are mine! अब तो बस तुम देखती जाओ मैं तुम्हें कैसे अपना बनाता हूँ।"
उसके बाद कियान मीटिंग रूम में दाखिल हुआ। उसके चेहरे पर अभी भी पहले की खलल से हुई झुंझलाहट के कुछ निशान थे। वहाँ पहले से ही उसके मैनेजर मुकुल और उसकी पर्सनल असिस्टेंट रूबी बैठे हुए एजेंडा पर चर्चा कर रहे थे। जैसे ही कियान अंदर आया, दोनों ने उसकी ओर देखा और उसके हावभाव में तनाव महसूस किया।
"गुड मॉर्निंग, मिस्टर मेहरा," मुकुल ने कियान का अभिवादन करते हुए एक दस्तावेज़ उसकी ओर सरकाया। रूबी ने एक हल्की मुस्कान दी, लेकिन वह समझ गई थी कि कियान अभी भी खराब मूड में है।
कियान ने बस हल्के से सिर हिलाया और बैठ गया, एक नज़र दीवार पर लगी घड़ी पर डाली। जैसे ही उन्होंने प्रोजेक्ट के विवरण पर बातचीत शुरू की, कियान की सोच बार-बार माही से हुई मुलाक़ात पर लौट जाती थी।
वह लगभग ध्यान नहीं दे रहा था, जब तक कि दस मिनट बाद दरवाज़ा धीरे से खुला और माही अंदर आई। उसका चेहरा थोड़ा लाल था, लेकिन उसने खुद को जल्दी संभाला और टेबल पर एक सीट ले ली।
जैसे ही कियान की नज़र उस पर पड़ी, उसका मूड तुरंत बदल गया। वह खुद को मुस्कुराने से रोक नहीं सका और उसकी नज़र माही से मिलते ही हल्की सी मुस्कान आ गई।
माही, थोड़ी नर्वस होते हुए भी, हल्की सी मुस्कान लौटाने में कामयाब रही। कियान ने अचानक एक नई ऊर्जा अपने अंदर महसूस की, और अब यह मीटिंग इतनी उबाऊ नहीं लग रही थी।
माही के कमरे में होने से कियान को फोकस करना आसान लगा, और उसकी जोश से भरी ऊर्जा दूसरों तक भी पहुँचने लगी। उसने मीटिंग को नए उत्साह के साथ आगे बढ़ाया, उसकी बातें बेहतरीन तरीके से सामने आ रही थीं, और मुकुल और रूबी भी उसकी रफ़्तार के साथ कदम मिलाने लगे।
माही, जो अभी भी पहले की मुलाक़ात का असर महसूस कर रही थी, ने बातचीत में बड़ी समझदारी से अपना योगदान दिया, उसके विचारों को सभी से सराहना मिली।
मीटिंग खत्म हुई, सभी को काम सौंप दिए गए और समय-सीमाएँ निर्धारित कर दी गईं। जैसे ही टीम उठने लगी, कियान माही की ओर एक आखिरी बार देखने से खुद को रोक नहीं पाया। माही ने तुरंत नज़रें फेर लीं, उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगा, लेकिन कियान की मुस्कान उसे इस बात का एहसास दिला रही थी कि उसने माही को बिल्कुल वहीं पाया है जहाँ वह उसे चाहता था।
आज का दिन एक अजीब मोड़ ले चुका था, और कियान यह सोचकर उत्साहित था कि आगे क्या होने वाला है, क्योंकि उसने खुद के लिए कुछ ठान लिया था।
कियान अपने ऑफिस से बाहर निकला और उसके दिल और दिमाग में माही पूरी तरह से छा चुकी थी। उसने तो सोच लिया था कि अब वह यहीं, इसी ब्रांच में ही रुकने वाला है।
कियान ने अपने मन में कहा, "मैंने बिल्कुल भी नहीं सोचा था कि माही मुझे इस तरह यहाँ, इस ब्रांच में मिलेगी। अब जब मुझे मिल गई है तो मैं उसे इतनी आसानी से अपने हाथ से नहीं जाने दूँगा। अब मैं यहीं रुकूँगा। उसके साथ जितना ज़्यादा हो सकेगा उतना समय बिताऊँगा।"
कियान यह सारी बातें सोचकर बहुत शर्मा रहा था। उसने अपने सुरक्षा गार्ड की ओर देखा और उसे कार निकालने के लिए कहा और उसे अपने नए अपार्टमेंट पर चलने के लिए कहा। जैसे ही वह कार में बैठ गया तो उसने तुरंत अपने पिता को कॉल किया। उसके पिता ने जैसे ही कॉल रिसीव की वैसे ही कियान ने कहा, "हेलो डैडी!"
कियान के पिता ने जैसे ही उसकी आवाज़ सुनी उन्होंने उससे पूछा, "बेटा क्या हुआ? तुम्हें वहाँ ऑफिस में सब ठीक लगा?"
कियान के दिमाग में माही का चेहरा घूम रहा था।
उसने उसे सोचते हुए कहा, "हाँ डैड, मुझे काफी चीज़ें समझ में आ गई हैं और अब मैं कुछ दिनों तक यहीं इसी ब्रांच को देखने वाला हूँ। मैं इस ब्रांच को संभाल लूँगा, आप बिल्कुल भी टेंशन मत लीजिये।"
जैसे ही कियान ने यह बात कही उसके पिता ने हामी भरते हुए कहा, "ओके, ठीक है। अगर तुम्हें वहीं शिकागो वाली ब्रांच में रुकना है तो इट्स अप टू यू! मुझे कोई समस्या नहीं है।"
कियान ने कुछ देर और अपने पिता से बात की और उसके बाद उसने कॉल काट दिया। थोड़ी ही देर में कियान सीधे अपने 3 BHK लग्ज़री अपार्टमेंट में पहुँचा जहाँ पर उसके सुरक्षा गार्ड और उसके बाकी के लोगों ने पहले से ही सब कुछ व्यवस्थित कर दिया था।
कियान जैसे ही उस लग्ज़री अपार्टमेंट में पहुँचा उसने सब कुछ देखते हुए कहा, "इम्प्रेसिव! सब कुछ तुम लोगों ने काफी अच्छे से अरेंज किया है। मुझे पसंद आया यह अपार्टमेंट।"
कियान को अपार्टमेंट पसंद आ गया था और वह आराम से वहीं अपार्टमेंट में ही शिफ्ट हो गया।
क्रमशः
10
कितना दूर भगोगी sweetheart.....
अगले दिन सुबह;
कियान ऑफिस पहुंचा। उसकी नज़रें सिर्फ और सिर्फ माही की डेस्क की तरफ थी। माही अपनी डेस्क पर बड़ी ही पैशनेट होकर अपने काम को कर रही थी। कियान अपने केबिन के अंदर बैठा हुआ था और विंडो से बाहर की तरफ माही को ही देखा जा रहा था। उसने देखा कि माही इतनी देर से वही बैठी हुई है। उसने एक बार भी माही को कहीं भी इधर-उधर जाते हुए नहीं देखा। कियान का बड़ा मन कर रहा था कि वह माही से बात करें।
वही माही अपनी टैक्स पर ही बैठी हुई थी। माही ने जैसे ही अपना काम फिनिश किया वह आराम से टेक लगा कर बैठी। तभी उसकी नज़रें सीधे कियान के केबिन की तरफ गई। उसने देखा कि कियान वहीं विंडो के पास खड़ा होकर उसकी तरफ ही देख रहा है। जैसे ही माही की नजरे कियान की नजरों से टकराई वह हड़बड़ा गई और उसने जल्दी से अपना लैपटॉप ओपन किया और दोबारा अपने लैपटॉप में देखने लगी। माही कियान को इग्नोर करना चाह रही थी और उसने बिल्कुल वैसा ही किया। उसने कियान की तरफ से अपनी नज़रें पूरी तरह से हटा ली।
कियान ने माही को ऐसा करते हुए देखा और माही की तरफ देख कर मुस्कुराते हुए अपने मन में कहा, “माही यू आर सो ब्यूटीफुल! पता नहीं मैं तुम्हारी तरफ इतना ज्यादा अट्रैक्ट क्यों हो रहा हूं! मुझे नही पता और मुझे यह फीलिंग बहुत अच्छी लग रही है। मैं तुमसे बात करना चाहता हूं लेकिन कैसे बुलाऊं मैं तुम्हें अपने पास, और मैं तुम्हे बहुत अच्छी तरह से जानता हूं कि तुम मुझे जानबूझकर इग्नोर कर रही हो और मुझे अपनी नज़रें चुरा रही हो लेकिन मैं ऐसा होने नहीं दूंगा।”
कियान यह बात सोचकर माही की तरफ ही देखने लगा और उसने धीमी आवाज में कहा, “लेकिन मैं तुम्हें अपने पास बुलाऊं कैसे।”
कियान यह बात सोच रहा था। तभी उसने अपने टेबल पर रखी हुई एक फाइल की तरफ देखा और उसने उस फाइल को खोलकर देखा और उसमें कुछ गलतियां ढूंढने लगा। जैसे ही उसे कुछ नजर आया उसने तुरंत अपने सामने टेबल पर रखे हुए फोन को उठाया और उसमें से एक नंबर डायल किया। जैसे ही कियान ने वह नंबर डायल किया माही की डेस्क पर रखा हुआ फोन बजा। उसने कॉल पिकअप किया।
दूसरी तरफ से कियान की आवाज आई, “हेलो आई एम कियान स्पीकिंग! मेरे केबिन में आओ।”
जैसे ही माही ने कियान की आवाज सुनी वह जल्दी से उठकर खड़ी हो गई और उसने अपने मन में कहा, ओह गॉड अब मिस्टर कियान मुझे क्यों बुला रहे हैं?“
माही को थोड़ा डर लग रहा था।वह घबराते हुए सीधे कियान के केबिन के अंदर जाने लगी। उसने केबिन के दरवाजे की हैंडल को पकड़ा और एक बार केबिन को नॉक किया। जैसे ही केबिन के नोक होने की आवाज हुई कियान उठकर अपनी चेयर से खड़ा हुआ और तुरंत आकर अपने केबिन का दरवाजा खुद ही खोल दिया।
जैसे ही माही की नजर कियान पर पड़ी वह उसको देखकर वही गेट के बाहर ही रुक गई और उसकी दिल की धड़कन इतनी ज्यादा तेज हो गई थी कि वह समझ नहीं पा रही थी कि वह वियान से क्या कहे। कियान आज उसकी तरफ देखकर मुस्कुरा रहा था। माही उसे इस तरह मुस्कुराते देखकर सकपका गई।
उसने अपनी नज़रें दूसरी तरफ घुमाई और बड़ी ही धीमी आवाज में कहा, “सर आपने मुझे बुलाया।”
कियान दरवाजे से दो कदम पीछे हटते हुए बोला, “यस ऑफकोर्स।”
माही केबिन के अंदर आई और कियान अपनी चेयर पर आकर बैठा। उसके हाथ में जो फाइल थी। माही उसकी फाइल की तरफ देखने लगी।
तभी कियान ने वह फाइल माही की तरफ बढ़ते हुए कहा, “पकड़ो इसे और देखो क्या यह फाइल तुमने मुझे चेक करके दी है। इसमें कितनी सारी मिस्टेक है इन्हें ठीक करो?”
माही ने उसे फाइल को लिया लेकिन माही ने उस फाइल को चेक नहीं किया था। जैसे ही उसने उसे फाइल को देखा वह कुछ बोलने जा ही रही थी।
तभी कियान ने कहा, “तुम यही मेरे सामने बैठकर अभी इसे चेक कर सकती हो।”
इतना बोलकर कियान उसकी तरफ देख कर मुस्कुराने लगा। कियान की आंखों में एक अलग ही चमक नजर आ रही थी जो सिर्फ और सिर्फ माही को देखकर आ रही थी। माही इस बात को फील कर रही थी, लेकिन उसकी बात बिल्कुल भी अच्छी नहीं लग रही थी।
माही ने जैसे ही यह बात सुनी उसने ना में अपना सिर हिलाते हुए कहा, “नो थैंक यू सो मच सर मैं बस अभी इसे ठीक करके लाती हूं।”
इतना बोलकर माही जल्दी से केबिन से बाहर निकल गई।
कियान उसकी तरफ देख कर बोला, “कितना दूर भगोगी तुम मुझसे मैं तुम्हें खुद से दूर तो नहीं जान देने वाला स्वीटहार्ट।”
इतना बोल कर कियान अपनी चेयर पर ही बैठ गया। माही ने जल्दी-जल्दी उस फाइल की मिस्टेक को ठीक किया और वह उसे देने के लिए वापस कियान की केबिन में आई। कियानअपनी चेयर पर बैठा था और माही की तरफ देखकर मुस्कुरा रहा था।
माही ने वह फाइल टेबल पर रखते हुए कहा, “सर मैंने इस फाइल की सारी मिस्टेक ठीक कर दी है आप चेक कर लीजिएगा।”
इतना बोलकर माही जाने लगी। तभी कियान ने कहा, “1 मिनट रुको क्या तुम मेरे लिए कॉफी ला सकती हो?”
माही ने जैसे ही कियान की यह बात सुनी। वह कियान की तरफ हैरानी से देखने लगी।
तभी कियान ने कहा, “आई नो! मैं जानता हूं यह तुम्हारा काम नहीं है बट अगर तुम मुझे अपने हाथों से कॉफी बनाकर पिला दोगी तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा।”
माही ने कियान के चेहरे की तरफ देखा। कियान के चेहरे की मुस्कुराहट माही को बहुत ही ज्यादा ऑकवर्ड फील कर रही थी। माही के दिमाग में जो भी बातें आ रही थी। माही उसके बारे में नहीं सोचना चाहती थी इसलिए उसने जल्दी से हां मैं अपना सिर हिलाया और कियान के लिए कॉफी बनाने सीधे ऑफिस के कैफेटेरिया में चली गई। उसने जल्दी-जल्दी एक कॉफी बनाई। कॉफी लेकर जब वह कियान के केबिन की तरफ आ रही थी।
तभी उसने खुद से कहा, “पता नहीं क्यों मैं यह सब कर रही हूं? मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा बस मुझे इसी बात का डर लग रहा है कहीं ऐसा ना हो के के कहीं मेरी गलतियों की वजह से मुझे जॉब सी निकाल दिया जाए। नहीं नहीं मैं अब दोबारा ऐसी कोई गलती नहीं करूंगी मैं पूरा फोकस अपने काम पर रखूंगी।”
इतना सोचते सोचते वह कॉफी लेकर कियान के केबिन के अंदर गई। कियान उसे देखकर खुश हो गया। माही ने उस कॉफी मग को कियान की टेबल पर रखकर धीमी आवाज में कहां, “सर आपकी कॉफी।”
इतना बोलकर वह केबिन से बाहर जाने लगी। तभी कियान उसे रोकते हुए कहा, “1 मिनट रुको क्या हम थोड़ी देर बात कर सकते हैं?”
माही ने कियान की तरफ देखते हुए कहा, “एम सॉरी सर! बट मेरी डेस्क पर काफी सारा काम पेंडिंग है। उसे कंप्लीट करना है।”
इतना बोलकर वह चुपचाप केबिन से बाहर निकल गई। कियान इस तरह उसे केबिन से बाहर जाते देख कर किया मुस्कुराया।
उसने धीमी आवाज में कहा, “अब मैं तुम्हें फिर से अपने पास बुलाऊंगा स्वीटहार्ट।”
To be continued...
Wish you a very happy holi buddies 💚 🌹 🫰
बॉडी की स्मेल....
कियान ने वही कॉफी मग उठाया और चुपचाप अपनी कॉफी पीने लगा। उसने जैसे ही कॉफी की एक घूँट ली, वह अपनी कॉफी मग की ओर देखकर मुस्कुराते हुए बोला, “क्या बात है, यहाँ की कॉफ़ी की तो बात ही अलग है?”
इतना बोलकर वह मुस्कुराया। तभी उसने दूसरा घूँट लेते हुए कहा, “कॉफ़ी की बात अलग है या फिर तुम्हारे हाथों का जादू।”
इतना बोलकर वह मुस्कुराने लगा। तभी उसने फिर से माही को बुलाया और माही चुपचाप आई और बड़ी ही प्रोफेश्नल तरीके से अपना काम करके केबिन से बाहर निकल गई। उसे जाते देखकर कियान सोचने लगा कि अब वह उसे क्या बहाना करके बुलाएगा?
माही को इस तरह बार-बार कियान के केबिन में जाते देखकर रूबी चिढ़ते हुए बोली, “कियान सर की असिस्टेंट मैं हूँ और यह माही बार-बार उनके केबिन में क्यों जा रही है?”
रूबी को माही से बड़ी ही चिढ़ हो रही थी। जैसे ही इस बार माही निकली, रूबी कियान के केबिन की तरफ़ देखते हुए बोली, “अब अगर कियान सर ने इसे बुलाया तो इसकी जगह पर मैं जाऊँगी। इसे तो मैं अब अंदर नहीं जाने दूँगी।”
इतना सोचकर रूबी वहीं पर रुक गई और माही की तरफ़ ही देखने लगी। माही काफी ज़्यादा थक गई थी। कियान ने फिर से माही को बुलाया। माही जैसे ही अपनी चेयर से उठकर खड़ी हुई, रूबी उसके सामने आते हुए बोली, “कियान सर ने तुम्हें बुलाया है ना? तुम यहीं रुको, मैं अभी देखकर आती हूँ।”
माही उसकी यह बात सुनकर कुछ बोलने जा ही रही थी कि रूबी उसकी बात सुनने के लिए रुकी ही नहीं और वह सीधे कियान के केबिन के अंदर चली गई। उसने केबिन का दरवाज़ा खटखटाया। कियान को ऐसा लग रहा था कि माही आई होगी, उसने तुरंत कमरूम बोला।
जैसे ही रूबी अंदर गई, कियान की नज़र रूबी पर गई। उसने रूबी को देखकर गुस्से से उसे घूरते हुए कहा, “तुम यहाँ क्या कर रही हो? मैंने तो माही को बुलाया था?”
रूबी ने बड़े ही प्यार से कहा, “वह एक्चुअली सर, आपकी असिस्टेंट मैं हूँ। शायद आपको कोई गलतफ़हमी हो गई है, इसलिए बार-बार माही को बुला रहे हैं। मैं हूँ आपकी असिस्टेंट। आपको क्या काम है, बताइए, मैं आपके सारे काम करूँगी।”
रूबी के मुँह से यह सारी बातें सुनकर कियान को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा था। वह अपने हाथों की मुट्ठी बांधते हुए बोला, “मुझे बहुत अच्छी तरह से पता है तुम मेरी असिस्टेंट हो और मुझे कोई गलतफ़हमी नहीं हुई है। सच बताऊँ तो तुम्हारा काम मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं आया, इसलिए मैं माही को बुला रहा था।”
इतना बोलकर उसने अपना फ़ोन उठाया और तुरंत उसने माही को कॉल किया। उसने उसे तुरंत अपने ऑफिस में आने के लिए कहा। माही जल्दी से केबिन के अंदर पहुँची। कियान ने माही की तरफ़ देखते हुए कहा, “मैंने तुम्हें बुलाया था, तुमने इसे क्यों भेजा?”
माही रूबी की तरफ़ देख रही थी, लेकिन वह कुछ बोली नहीं। तभी कियान ने रूबी की तरफ़ देखते हुए कहा, “तुम्हें पता है तुमने कितना गलत काम किया था और तुम्हारे वह सारे गलत काम को इतनी देर से माही ठीक कर रही है। तुम्हें समझ में भी आ रहा है? तुमने कितना टाइम वेस्ट किया है मेरा।”
रूबी वहीं चुपचाप खड़ी थी और कियान की डाँट सुनकर उसने तुरंत अपना सर नीचे झुका लिया। माही ने रूबी की तरफ़ देखा। माही ने जब देखा कि रूबी इतनी ज़्यादा अपसेट हो गई है तो उसे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा।
उसने धीमी आवाज़ में कहा, “इट्स ओके सर, मैं रूबी की हेल्प कर दूँगी। आप प्लीज़ मुझे थोड़ा टाइम दीजिये, मैं बाकी के भी सारे काम को देख लूँगी।”
जैसे ही कियान ने माही के मुँह से यह बात सुनी, वह माही को घूरते हुए देखकर बोला, “बहुत शौक है ना तुम्हें सबकी हेल्प करने का? तो फिर ठीक है, यह और यह वाली फ़ाइल भी लेकर जाओ और इसे अभी मुझे १ घंटे में कंप्लीट करके दो।”
माही ने जैसे ही यह बात सुनी, उसने जल्दी से उन दोनों फ़ाइलों को उठाया और उन्हें लेकर वह सीधे अपनी डेस्क पर आकर बैठ गई। उसने एक गहरी साँस लेते हुए कहा, “पता नहीं किस चीज़ की दुश्मनी निकाल रहे हैं सर, मुझे कहीं उस वन नाइट स्टैंड…”
माही के दिमाग में जैसे ही यह बात आई, माही ने तुरंत ना में अपना सिर हिलाया। वह अपने गाल को थपथपाते हुए बोली, “नहीं, यह मैं क्या सोच रही हूँ? और अगर किसी ने यह बात सुन ली तो बहुत गलत होगा। मुझे इस बारे में नहीं सोचना है। मुझे बस जल्दी से अपने काम पर फ़ोकस करना है।”
माही तुरंत अपने काम में लग गई और उसने थोड़ी ही देर में वह दोनों फ़ाइलें कंप्लीट की और कियान के केबिन में उसे देने के लिए आ गई। कियान ने अपने सामने रखी चार-पाँच फ़ाइलों को माही की तरफ़ बढ़ाते हुए कहा, “लो, इन्हें भी अभी कंप्लीट करना है तुम्हें। आज इसे कंप्लीट किए बिना तुम घर नहीं जा सकती।”
माही ने जैसे ही कियान की यह बात सुनी, उसने घड़ी की तरफ़ देखा, 4:30 बज रहे थे। उसका वर्किंग टाइम 5:00 बजे तक था। जैसे ही उसने इन सारी फ़ाइलों को देखा, उसने कहा, “लेकिन सर, यह फ़ाइलें, इन्हें करने में तो काफी टाइम लगेगा।”
कियान उसे घूरते हुए देखने लगा। तभी माही बोलते-बोलते चुप हो गई। उसने तुरंत उन फ़ाइलों को उठाया और वह उन्हें लाकर अपनी डेस्क पर पटकते हुए बोली, “एक तो पहले ही मुझे सर ने इतना ज़्यादा थका दिया और उसके बाद अब इतना सारा और काम! ओ गॉड! क्या करूँ मैं? सर, मुझे हेडेक भी हो रहा है।”
इतना बोलकर उसने अपना सर पकड़ा। कियान वहीं अपने केबिन की खिड़की से उसकी तरफ़ देख रहा था। देखते-देखते 5:00 बज गए और एक-एक करके ऑफिस के सभी लोग वहाँ से जाने लगे। कियान अभी भी ऑफिस में ही बैठा था। माही जो पहले ही काफी ज़्यादा थक चुकी थी, वह अपना काम करते-करते ही वहीं डेस्क पर सिर झुकाकर लेट गई, क्योंकि माही के सर में बहुत तेज दर्द हो रहा था।
जैसे ही वह सिर झुकाकर लेटी, उसकी आँख लग गई। कियान जो अभी भी उसकी तरफ़ ही देख रहा था, वह उसे देखकर मुस्कुराया और वह अपने केबिन से बाहर निकल कर आ ही रहा था कि तभी उसकी नज़र पड़ी कि ऑफिस में कुछ लोग हैं जो अभी भी अपना काम फ़िनिश कर रहे हैं। तो कियान ने कुछ देर और रुकने के लिए सोचा और जब उसने देखा कि ऑफिस के बाकी के बचे हुए सभी लोग ऑफिस से जा चुके हैं, तो वह अपने केबिन से बाहर निकला और सीधे माही की डेस्क के पास आकर खड़ा हो गया।
वह माही को बड़ी प्यार भरी नज़रों से देख रहा था। माही सिर झुकाकर लेटी हुई थी। इस टाइम पर वह काफी ज़्यादा गहरी नींद में सो चुकी थी। उसके बाल उसके चेहरे पर बिखरे हुए थे। उसने माही के बिल्कुल करीब आकर उसके बालों को बड़े प्यार से उसके कान के पीछे किया। वह सीधे माही के बिल्कुल नज़दीक आ गया। जैसे ही वह माही के करीब आया, उसे माही की बॉडी की स्मेल महसूस हुई। उसके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कुराहट आ गई।
उसने जैसे ही उस स्मेल को फील किया, उसके चेहरे की मुस्कुराहट बढ़ गई क्योंकि माही बिल्कुल वैसे ही स्मेल कर रही थी जैसा कि उस रात जब वह दोनों एक साथ थे। तब भी वह वैसे ही स्मेल कर रही थी। उसकी आज की स्मेल और उस दिन की स्मेल में कोई भी फर्क नहीं था। जैसे ही कियान ने उसकी स्मेल को फील किया, तो कियान काफी ज़्यादा खुश हो गया। उसने बड़े प्यार से माही के पास जाकर उसके गाल को चूमा और उसे अपनी गोद में उठा लिया। माही जो गहरी नींद में सो रही थी, उसकी आँख नहीं खुली और वह माही को लेकर सीधे अपने केबिन के अंदर चला गया।
क्रमशः...
ऑफिस के सभी लोग जा चुके थे। ऑफिस में बिल्कुल अंधेरा छा गया था। केवल कियान के केबिन की लाइट जल रही थी। कियान ने माही को काउच पर लिटाया और खिड़की के पास जाकर पर्दे गिरा दिए। वह जानता था कि अब ऑफिस में कोई नहीं है, जो उसे परेशान कर सके। वह माही के बिल्कुल पास गया, उसके चेहरे के बेहद करीब। उसने बड़े प्यार से उसके गाल को सहलाते हुए माही के कान के पास अपना मुँह ले गया।
"कितनी प्यारी हो तुम," उसने धीमी आवाज़ में कहा, "तुम्हें देखकर ऐसा लगता है कि तुम्हें निहारता ही रहूँ।"
इतना कहकर उसने माही के माथे पर किस किया, फिर धीरे से उसकी दोनों आँखों पर किस किया। इसके बाद वह माही के होठों को अपने हाथों से छूने लगा। जैसे ही उसने माही के करीब जाकर अपने होठ उसके होठों पर रखे, माही की आँखें खुल गईं। खुद को कियान की बाहों में पाकर वह हड़बड़ा गई और उसने कियान के दोनों कंधों पर हाथ रखा।
"सर, यह क्या कर रहे हैं आप?" उसने कहा, कियान को खुद से दूर धकेलते हुए।
कियान, जो अभी तक उसके होठों को प्यार से चूम रहा था, माही की तरफ़ देखकर मुस्कुराया। "उठ गई तुम! सॉरी, आज मैंने तुम्हें बहुत परेशान किया है ना? काफी थक गई होगी तुम।"
माही विहान की तरफ़ देख रही थी, आँखें फटी हुई थीं। जैसे ही विहान ने अपना हाथ उसके चेहरे के करीब बढ़ाया, माही झट से उठ खड़ी हुई। उसने सिर हिलाते हुए कहा, "आई एम सॉरी सर! बट शायद मैंने अभी अपना काम कंप्लीट नहीं किया है, मैं अभी..."
वह अभी बोल ही रही थी कि कियान उठकर खड़ा हो गया। उसने माही के होठों पर अपनी उंगली रखते हुए कहा, "कोई ज़रूरत नहीं है तुम्हें कुछ काम कंप्लीट करने की। तुम पहले ही बहुत थक गई हो, बैठो यहाँ पर।"
इतना कहकर उसने माही को वहीं बैठाया और उसके चेहरे के क़रीब आते हुए बोला, "तुम्हें पता है, तुम सोते हुए कितनी प्यारी लग रही थीं? मैं तुम्हें उठना नहीं चाहता था, लेकिन तुम्हारे शरीर की खुशबू ने मुझे तुम्हें चूमने पर मजबूर कर दिया।"
इतना कहते हुए वह माही के करीब जाने लगा। माही पीछे की तरफ़ खिसकी और वह काउच पर लड़खड़ा कर गिर गई।
तभी कियान उसके ऊपर आते हुए बोला, "क्या हुआ? अब तुम इस तरह से व्यवहार क्यों कर रही हो? मैंने कहा ना तुमसे, तुम बिलकुल रिलैक्स हो जाओ। तुम्हें किसी भी चीज़ की टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं है। मैं तुम्हारे साथ हूँ।"
इतना कहकर कियान का हाथ माही की गर्दन पर गया। जैसे ही माही ने उसके हाथों की गरमाहट महसूस की, वह अपनी जगह पर रुक गई। माही अब अपनी जगह से हिल नहीं रही थी। कियान उसके बिल्कुल करीब गया और उसने उसकी गर्दन पर प्यार से किस किया। जैसे ही माही ने उसकी चुम्बन को महसूस किया, उसका पूरा बदन कांपने लगा और उसका दिल तेज़ी से धड़कने लगा।
उसके दिल की धड़कनों की आवाज़ कियान को भी महसूस हो रही थी। कियान ने उसकी कमर में अपना हाथ डाला और उसे अपने करीब खींच लिया। माही उसकी चुम्बन को महसूस कर अच्छा लग रहा था। लेकिन जैसे ही कियान ने अपने होठ उसकी गर्दन पर लगाए, और धीरे-धीरे उसकी पूरी गर्दन को चूमने लगा...
"सर, यह क्या कर रहे हैं आप?" माही ने उसे खुद से दूर करते हुए कहा।
कियान माही की बात सुनकर मुस्कुराया। "तुम्हें नहीं पता मैं क्या कर रहा हूँ? कैसे बताऊँ तुम्हें? सुबह से मैं तुम्हारे करीब आने की कोशिश कर रहा था, लेकिन कोई मौका नहीं मिल रहा था। अब प्लीज़ मुझे मत रोको।"
यह सारी बातें कियान ने बड़ी ही कामुक आवाज़ में कहीं और माही उसकी आवाज़ सुनकर मदहोश होने लगी थी। कियान के हाथ, जो अभी तक माही की कमर पर थे, उसके टॉप के अंदर चले गए। वह उसकी पूरी बॉडी को अपने हाथ से महसूस करने लगा। माही, जो अभी तक उसे रोकने की कोशिश कर रही थी, पूरी तरह से अपना नियंत्रण खो चुकी थी।
वह पूरी तरह से कियान की बाहों में समा गई। जैसे ही कियान ने उसे अपनी बाहों में लिया, उसका दिल और भी ज़्यादा तेज़ी से धड़कने लगा। जिस तरह से कियान माही को स्पर्श कर रहा था और उसे अपना प्यार जता रहा था, वह सब कुछ माही को एक अलग ही सुकून दे रहा था। कियान के स्पर्श से माही पूरी तरह से उसकी बाहों में पिघल गई थी।
उसने कियान की तरफ़ देखा और उसके हैंडसम चेहरे को देखकर उसके हाथ अपने आप कियान की गर्दन पर चले गए। जैसे ही कियान ने उसके हाथ को अपनी गर्दन पर महसूस किया, उसके चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ गई। उसकी मुस्कान को देखकर माही उसके चेहरे की तरफ़ देखती ही रह गई। पहले तो माही की नज़रें सिर्फ़ और सिर्फ़ उसकी आँखों पर टिकी थीं, लेकिन जैसे ही माही की नज़र कियान के होठों पर गई...
माही ने अपने होठों को दबाया और निचले होंठ को काटते हुए कियान की आँखों में आँखें डालकर देखने लगी। कियान को अब कुछ भी कहने की ज़रूरत नहीं थी। वह जानता था कि माही को उसका स्पर्श पसंद आ रहा है, इसीलिए वह उसे नहीं रोक रही है।
अब कियान माही के क़रीब गया और उसके होठों पर अपने होठ रख दिए। माही पूरी तरह से भूल गई कि वह इस समय अपने बॉस के केबिन में है। उसने कुछ नहीं सोचा और चुपचाप कियान के होठों पर अपने होठ रखकर उसे चूमने लगी। जिस तरह से वह कियान को चूम रही थी, कियान को समझ आ रहा था कि वह अब उसे कुछ भी करने से नहीं रोकेगी।
जैसे ही कियान ने उसे इस तरह चूमते हुए देखा, उसके हाथ सीधे माही के टॉप के अंदर गए। उसने एक झटके में उसके टॉप को उतार कर फेंक दिया और वह भी माही को कामुकता से चूमने लगा। माही के हाथ कियान के बालों में थे और वह उसके बालों से खेलती जा रही थी।
तभी कियान उसे चूमते-चूमते उसकी गर्दन पर चूमने लगा। उसकी गर्दन से होते हुए जैसे ही वह माही के क्लीवेज पर पहुँचा...
माही के मुँह से एक तेज सीसकी निकली। उसकी सीसकी सुनकर कियान के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ गई। कियान ने उसके क्लीवेज पर काटा और माही ने अपनी आँखें कसकर बंद कर लीं।
क्रमशः
13
बॉडी टच...
कियान के हाथ उसकी पीठ पर थे और उसने माही की ब्रा के हुक खोल दिए। माही ने जैसे ही उसके हाथों को अपनी पीठ पर महसूस किया, उसके हाथ, जो अभी तक उसके बालों में फँसे हुए थे, उसने अपने हाथ उसके बालों से हटाए और उसकी शर्ट के बटन खोलने लगी। कियान ने एक झटके में अपना कोट उतारकर फेंक दिया और जैसे ही माही ने उसकी शर्ट के सारे बटन खोले, कियान ने अपनी शर्ट भी उतारकर फेंक दी।
माही की आँखों के सामने कियान की बॉडी थी। जैसे ही उसने उसकी बॉडी देखी, वह अपने आप को रोक नहीं पाई और उसने अपने पूरे हाथ से कियान की बॉडी और उसके सिक्स पैक एब्स को छूना शुरू कर दिया। माही कियान की बॉडी की ओर आकर्षित होती जा रही थी और जैसे-जैसे वह उसकी बॉडी को छू रही थी, कियान भी उसकी गर्दन पर बाइट किस करता जा रहा था।
वह दोनों देखते ही देखते एक-दूसरे में इस तरह उलझ गए कि उन दोनों को पता ही नहीं चला कि कब उन्होंने अपने कपड़े उतारकर केबिन में इधर-उधर फेंक दिए। माही बिना कपड़ों के थी और वह कियान के चेस्ट और एब्स पर किस करती जा रही थी। वहीं कियान के हाथ माही की पूरी बॉडी को छूते हुए उसके क्लीवेज पर आ गए और उसने बड़े ही प्यार से और बहुत ही सॉफ्टली माही के ब्रेस्ट को दबाया और वह उसके होठों पर पैशनेटली किस करने लगा।
वह दोनों एक-दूसरे के लिप्स को काट रहे थे। वहीं माही उसे किस करते-करते इतनी ज्यादा खो गई कि उसने अपने हाथों के नाखूनों को उसकी पीठ पर गड़ा दिया, लेकिन कियान को इस समय किसी भी चीज़ का जैसे मानो होश ही नहीं था। वह चुपचाप, बिना कुछ बोले, बस माही को प्यार करता जा रहा था।
तभी उसके हाथ माही के क्लीवेज से होते हुए उसकी पेट की ओर आए और उसने माही की नाभि को छुआ। माही ने अपनी आँखें कसकर बंद कर लीं। तभी उसका हाथ माही के प्राइवेट पार्ट पर गया और उसने महसूस किया कि माही अब तक पूरी तरह से टर्न ऑन हो चुकी थी।
उसने माही की ओर देखकर मुस्कुराते हुए कहा,
"डार्लिंग, यू आर टोटली वेट, दैट्स मीन यू लाइक इट, राइट।"
माही ने जैसे ही उसकी यह बात सुनी, उसने कियान को किस करना बंद कर दिया और वह उसके चेहरे की ओर देखने लगी। उसके चेहरे की लाली और उसकी शर्म बता रही थी कि वह उसकी बात का कोई जवाब नहीं दे सकती है। कियान ने भी उससे और कोई सवाल नहीं किया और वह चुपचाप उसे किस करते-करते उसके प्राइवेट पार्ट को एक्सप्लोर करने लगा।
माही उसके हाथों को महसूस कर रही थी। जैसे-जैसे उसके हाथ माही के प्राइवेट पार्ट पर जा रहे थे, माही के मुँह से एक अलग ही सेंशुअल आवाज़ निकल रही थी। माही की उस आवाज़ को सुनकर कियान भी एक्साइटेड होने लगा। उसे किस करते-करते वह भी पूरी तरह से टर्न ऑन हो गया। उसने माही के ऊपर जाकर उसके होठों पर अपने होंठ रखे और वह माही को बड़े प्यार से किस करने लगा। जब वह माही के ऊपर पूरी तरह से लेटा, तो उसे अपनी बॉडी में हो रहे इरेक्शन को माही महसूस कर पा रही थी और माही को उससे बड़ी ही शर्म आ रही थी। वह महसूस कर रही थी कि कियान जिस तरह से उसकी ओर आकर्षित हो रहा है और उसकी बॉडी में जितना इरेक्शन हो रहा था, उसे महसूस करके माही ने अपने मन में कहा, "अब तो मैं और रोक भी नहीं सकती, क्योंकि अब वो रुकने वाले नहीं हैं।" उसने माही की कमर को कसकर पकड़ लिया।
माही उसकी ओर ही देख रही थी, कि तभी माही को अपनी फैमिली पार्ट पर कियान का मैस्क्युलिन पार्ट महसूस हुआ और वह अपनी नज़रें दूसरी ओर घुमा रही थी और वह कियान की आँखों में नहीं देख पा रही थी। उसकी आँखों में शर्म और हया साफ़ नज़र आ रही थी और कियान उसे देखकर मुस्कुराने लगा।
कियान ने अपने हाथ को माही के प्राइवेट पार्ट से हटाया और उसने टिशू पेपर उठाकर अपने हाथों को पोंछा। उसे ऐसा करते देख माही की नज़रें शर्म से और भी ज्यादा झुक गईं और कियान उसकी ओर देखकर बड़े प्यार से मुस्कुराया। उसने अपने दोनों हाथ माही के पैरों पर रखे और उसने बड़े ही प्यार से माही के दोनों पैरों को सेपरेट किया और उसके पैरों को अपनी कमर के चारों तरफ़ क्रॉस कर लिया। माही कियान को ऐसा करते हुए देख रही थी, लेकिन वह कुछ बोल ही नहीं पाई और ना ही उसने कियान को ऐसा कुछ करने से रोका।
कियान माही की तरफ़ देखकर मुस्कुराया और उसने उसके दोनों हाथों को अपने हाथों में पकड़ा और उसके हाथों की उंगलियों को अपनी उंगलियों में फँसा लिया। माही कियान की बॉडी से निकलती गर्मी को महसूस कर रही थी। इस मोमेंट पर अब वह दोनों एक-दूसरे को रोक नहीं सकते थे, क्योंकि जिस तरह से कियान का मैस्क्युलिन पार्ट माही को स्पर्श कर रहा था, माही उससे बहुत ही ज्यादा प्रभावित हो रही थी। माही अपने दोनों पैरों को वहीं एक-दूसरे पर रगड़ने लगी। माही को ऐसा करते देखकर कियान उसके होठों के बिल्कुल नज़दीक गया और उसने माही को जैसे ही किस करना शुरू किया, वह दोनों एक-दूसरे को किस करने लगे। तभी कियान माही के ऊपर आया और उसने माही के कान के पास जाकर धीमी आवाज़ में कहा,
"मे आई, बिकॉज़ आई कैन नॉट कंट्रोल माइसेल्फ।"
माही ने धीरे से अपने सर को हिला दिया और वह कुछ भी नहीं बोली। कियान उसकी बात सुनकर मुस्कुराया और जैसे ही कियान माही के अंदर प्रवेश हुआ, उसने देखा कि माही के मुँह से तेज सिसकी निकली और माही ने उसके हाथों को कसकर पकड़ लिया। कियान माही की आवाज़ सुनकर एक पल के लिए रुका और उसके होठों को बड़े प्यार से किस करते हुए उसने माही को आश्वस्त किया और थोड़ी ही देर में केबिन पूरी तरह से उन दोनों की सेंशुअल आवाज़ से भर गया।
जिसमें माही की सिसकारियाँ साफ़ सुनाई दे रही थीं और उसकी आवाज़ को सुनकर इतना तो समझ में आ रहा था कि वह इस समय बहुत ही संतुष्ट महसूस कर रही है। उसके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान थी और कियान भी माही की ओर इतना ज्यादा आकर्षित हो चुका था। कियान अब रुकने वाला नहीं था। माही भी उसे किस करने में उसका पूरा साथ दे रही थी।
कियान ने माही को और ज़्यादा पास खींचना शुरू किया और वह माही के साथ इतना ज़्यादा पास हो चुका था कि माही को अब थोड़ा दर्द होने लगा, लेकिन माही ने कियान को रोकने के लिए नहीं कहा क्योंकि माही उस दर्द को भी एन्जॉय कर रही थी। उसने कियान की पीठ पर अपने दोनों हाथ रखे और उसे बिल्कुल अपने करीब खींच लिया।
क्रमशः
14
Both are satisfied
कियान ने माही को देखा कि वो आउट ऑफ कंट्रोल हो चुका था और वह माही के साथ इतना ज्यादा comfortable हो चुका था कि माही को अब थोड़ा दर्द फील हो रहा था लेकिन माही ने कियान को रूकने के लिए नहीं कहा क्योंकि माही अपने उस दर्द को भी एंजॉय कर रही थी उसने कियान की पीठ पर अपने दोनों हाथों को रखा और उसे बिल्कुल अपने करीब खींच लिया।
तकरीबन 20 मिनट के बाद कियान और माही के मुंह से एक तेज चीख निकाली, कियान ने अपनी स्पीड और तेज कर दी और थोड़ी ही देर में कियान के मुंह से एक सेटिस्फाइड आहहह निकाली और उसने अपनी स्पीड कम कर दी और वो वही माही के चेहरे पर आई मुस्कुराहट को देखकर मुस्कुराया। वह दोनों पूरी तरह से सेटिस्फाइड हो चुके थे। माही ने अपनी आंखें कसकर बंद कर ली और कियान उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसके ऊपर ही लेट गया।
माही ने कुछ भी नहीं कहा और वह कुछ देर तक वैसे ही लेटी थी। थोड़ी देर बाद माही ने कियान की तरफ देखकर धीमी आवाज में कहा, “यू आर हैवी।”
जैसे ही माही ने यह बात कही, कियान ने माही की पीठ के नीचे अपने हाथ को रखा और वह ऐसे टर्न हुआ के माही उसके सीने पर आकर लेट गई। उसने अपने दोनों हाथों से माही को अपनी बाहों में भर लिया। माही का सिर कियान के सीने के पास था और वह उसकी दिल की धड़कनों को महसूस कर रही थी। कियान उसके कंधे और उसकी पीठ को बड़े ही हल्के हाथ से रब कर रहा था और वह दोनों जो अभी काफी ज्यादा थक चुके थे। वह दोनों कुछ पल के लिए इस तरह सुकून से एक दूसरे के ऊपर ही लेटे रहे।
कियान माही के चेहरे को अपने हाथ से छू रहा था और उसके बालों को समेट कर वह उसके माथे को चूम रहा था। वह माही पर जितना प्यार लुटा सकता था। उसने उतना प्यार उस पर लुटाया और वह उसे किस करते-करते पूरी तरह से उसको अपनी आगोश में भरना चाहता था और उसने बिल्कुल वैसा ही किया। माही भी उसकी बाहों में बहुत सुकून महसूस कर रही थी। थोड़ी ही देर बाद माही की नजर घड़ी पर गई रात के 10:00 बज गए थे।
माही ने जैसे ही घड़ी को देखा वह वहीं पास में पड़े हुए अपने टॉप को उठाकर पहनते हुए बोली, “सर 10:00 बज गए मुझे घर जाना है।”
इतना बोलकर वह उठी और जल्दी-जल्दी अपने कपड़े पहने लगी। कियान उसे इस तरह कपड़े पहनते देखकर उठा और उसने भी अपने कपड़े पहने और माही जैसे ही निकलने के लिए केबिन से बाहर जाने लगी। तो कियान ने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा, “वेट अ मिनट ।”
माही ने कियान की तरफ देखते हुए कहां, “सॉरी सर मैं नहीं रुक सकती मुझे घर जाना है।”
कियान ने जैसे ही यह बात सुनी उसने अपनी कार की चाबी उठाई और उसने माही का हाथ पकड़ते हुए कहा, “घर जाना है ना तुम्हें तो चलो।”
इतना बोलकर वह माही को लेकर ऑफिस से बाहर निकला और उसने अपनी कार के पास आकर पैसेंजर सीट का गेट खोलते हुए कहा, “बैठो।”
माही उसकी तरफ हैरानी से देखते हुए बोली, “बट सर मैं चली जाऊंगी आप।”
वह बोल ही रही थी, की कियान ने उसके होठों पर अपनी उंगली रखते हुए कहा, “मैंने कहा ना बैठो।”
इतना बोलकर कियान माही की आंखों में आंखें डाल कर देखने लगा और माही चुपचाप कार के अंदर बैठ गई। कियान ड्राइविंग सीट पर आकर बैठा और उसने कार स्टार्ट किया और सीधे उसने कार को अपने अपार्टमेंट की तरफ मोड़ लिया।
माही ने उसे इस तरह कार को दूसरी दिशा में मोड़ देखकर उससे पूछा, “सर हम कहां जा रहे हैं, यह रास्ता मेरे घर की तरफ नहीं जाता।”
वह कियान से सवाल पूछ रही थी लेकिन कियान ने उसकी बात का कोई भी जवाब नहीं दिया और थोड़ी ही देर में कियान अपने अपार्टमेंट तक पहुंचा। उसने जैसे ही कार को रोका माही ने उस अपार्टमेंट की बिल्डिंग की तरफ देखते हुए कहां, “सर यहां पर मेरा घर नहीं है।”
कियान ने उसके होठों पर उंगली रखते हुए कहा, “मुझे पता है तुम्हें ये बताने की जरूरत नहीं है और कितना बोलती हो,हर चीज की कितनी टेंशन लेती हो तुम, keep quiet ।”
जैसे ही कियान ने उसे चुप कराया माही हैरानी से उसकी तरफ देखने लगी। कियान कार से उतरा और उसने माही की तरफ आकार गेट खोला और उसका हाथ पकड़ते हुए बोला, “उतरो”
माही चुपचाप कार से उतर गई और कियान उसे लेकर सीधे अपने अपार्टमेंट में पहुंचा। अपार्टमेंट में आते ही उसने अपार्टमेंट को अंदर से लॉक करते हुए कहा, “घर आना था ना तुम्हें लो आ गए हम घर।”
इतना बोलकर वह माही के करीब आया और माही उसके अपार्टमेंट को चारों तरफ से घूमते हुए देख रही थी और तभी उसे अपनी कमर पर कियान का हाथ महसूस हुआ और कियान ने उसे पीछे से आकर हग कर लिया। माही ने उसके हाथ को पकड़ते हुए कहा, “सर मुझे इस टाइम इतनी रात में यहां आपके अपार्टमेंट में नहीं होना चाहिए था यहां अगर किसी ने मुझे आपके साथ देख लिया तो बहुत प्राब्लम हो जाएगी आई थिंक मुझे अपने घर.....।”
माही बोल ही रही थी कियान ने अपने होंठ उस की गर्दन पर रख दिए और उसने माही को अपनी गोद में उठाया और वह उसे लेकर सीधे अपने रूम में चला गया। माही ने जैसे ही देखा की कियान उसे अपनी गोद में उठा रहा है। उसने जल्दी से अपनी बाहें उसकी गर्दन में डाल दी।
कियान उसकी तरफ देखकर मुस्कुराया और वह उसके होठों पर अपने होंठ रख कर उसे किस करते हुए सीधे बेड पर लेकर आया और उसने बड़े ही प्यार से उसे बेड पर लेटा दिया। वह उसे किस करता ही जा रहा था। उन दोनों की किस अभी तक ब्रेक नहीं हुई थी। तभी कियान ने माही की पीठ पर अपना हाथ रखा और उसे बिल्कुल अपने करीब खींच लिया और उसे किस करते-करते उसकी पीठ पर अपने हाथों को फेर रहा था।
तभी उसने माही के टॉप को निकालने की कोशिश की और जैसी ही उसने माही के टॉप को निकाला वह उसकी गर्दन पर किस करते हुए उसके क्लीवेज तक बढ़ने लगा। माही चुपचाप बेड पर लेटी थी और उसकी किस को एंजॉय कर रही थी।
तभी माही के दिमाग में एक ख्याल आया और उसने धीमी आवाज में कहा, “क्या मैं जो कर रही हूं यह सही है। क्या मुझे कियान के साथ इस तरह यहां पर होना चाहिए था। एक तरह से देखा जाए तो यह गलत होगा मुझे कियान को रोकना चाहिए।”
इतना सोचकर माही ने कियान के कंधे पर अपने हाथों को रखकर उसे धीरे से पीछे की तरफ पुश करते हुए कहा, “सर प्लीज रुक जाइए।”
To be continued
इतना सोचकर माही ने कियान के कंधे पर हाथ रखकर उसे धीरे से पीछे धकेला और कहा, "सर, प्लीज रुक जाइए।"
कियान तुरंत रुक गया। उसने माही के चेहरे पर हाथ रखा और उसके गाल को सहलाते हुए कहा, "व्हाट हैपेंड, darling? आर यू ऑलराइट?"
माही ने धीरे से सिर हिलाकर ना कहा।
"तो फिर क्या प्रॉब्लम है? तुम मुझे इस तरह से क्यों रोक रही हो? Do you not like my touch?" कियान ने पूछा।
माही ने मन ही मन सोचा, "क्या करूँ? सर को बता दूँ क्या कि मैं शादीशुदा हूँ और इस तरह से मैं उनके साथ रात नहीं बिता सकती?"
तभी कियान ने उसके गाल को सहलाते हुए कहा, "क्या सोचने लगी तुम, माही? क्या प्रॉब्लम है? तुम ठीक हो ना? बताओ मुझे, तुमने मुझे इस तरह से क्यों रोका?"
कियान प्यार से पूछ रहा था। माही उसके चेहरे की तरफ देख रही थी।
उसने मन में सोचा, "अगर मैंने सर को बात बताई तो कहीं सर नाराज़ ना हो जाएँ और अगर उन्होंने गुस्से में आकर मुझे जॉब से निकाल दिया तो मैं क्या करूँगी? नहीं, मुझे लगता है मेरा इस टाइम इस बात को ना बताना ही सही होगा। सही मौका देखकर बता दूँगी।"
माही यह सोच ही रही थी कि उसने मन ही मन कहा, "लेकिन क्या यह बात छुपाना सही होगा? यह भी तो एक तरह से गलत ही होगा। मुझे सर को बताना चाहिए, लेकिन मेरी जॉब रिस्क पर आ जाएगी। क्या करूँ? ओह गॉड, प्लीज़ हेल्प मी..."
माही बहुत कन्फ़्यूज़ हो रही थी। उसने अपने सर पर हाथ रखा और अपने बालों को पीछे किया। उसे इस तरह परेशान होते देखकर कियान सहूलियत से उसके पास गया, उसके माथे को चूमा और कहा, "क्या प्रॉब्लम है? तुम बहुत थक गई हो? बताओ, मैं यहीं पर रुक जाऊँगा। क्या सोच रही हो तुम?"
माही ने कियान की तरफ देखकर धीमी आवाज़ में, थोड़ा झिझकते हुए कहा, "वह... sir, एक्चुअली... वो... मैं कह रही थी... क्या हम प्रोटेक्शन यूज़ कर सकते हैं?"
जैसे ही माही ने यह बात कही, कियान उसकी तरफ देखकर मुस्कुराया और बोला, "बस इतनी सी बात? मुझे लगा तुम किसी दूसरी बात को लेकर परेशान हो रही हो। मैं डर गया था।"
माही ने धीरे से सिर हिलाकर ना कहा, "वह... एक्चुअली सर, अगर हम प्रोटेक्शन यूज़ करेंगे तो यह थोड़ा सेफ होगा और..."
माही बोल ही रही थी कि कियान ने उसके होठों पर उंगली रखकर उसे चुप कराते हुए कहा, "हाँ, बिल्कुल। मैं तुम्हारी बात से एग्री हूँ और मुझे प्रोटेक्शन यूज़ करने में कोई प्रॉब्लम नहीं है। मैं भी किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता।"
इतना बोलकर कियान मुस्कुराया और उसने माही के होठों पर अपने होंठ रख दिए। वह उसे प्यार से किस करने लगा और धीरे-धीरे उसने अपना हाथ माही की पीठ की तरफ़ बढ़ाया और उसके ब्रा के हुक को खोलकर उसकी पूरी पीठ पर हाथ फेरने लगा। उसने जैसे ही उसके अंडरवियर को निकाला, माही वहीं बेड पर सिकुड़ गई। उसे इस तरह सिकुड़ते देखकर कियान मुस्कुराया।
उसने धीरे से अपना हाथ माही के पेट पर रखा और प्यार से उसके पेट को छूता हुआ उसके प्राइवेट पार्ट की तरफ़ बढ़ाया। उसने अपने हाथों से उसके प्राइवेट पार्ट को छुआ। वह उसे किस करता ही जा रहा था। वह उसकी गर्दन पर हल्के से काटते हुए उसके क्लीवेज तक पहुँच चुका था। जैसे ही उसने माही के प्राइवेट पार्ट को छुआ, उसे महसूस हुआ कि माही पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी थी। उसके चेहरे पर मुस्कराहट आ गई। कियान अचानक माही के ऊपर चढ़ गया और उसने माही के गाल पर किस किया।
माही उसके चेहरे की तरफ़ देखने लगी। वह काफी हैंडसम लग रहा था। तभी उसने अपना हाथ बढ़ाया, बेड के बगल में रखे ड्रॉअर को खोला, उसमें से कंडोम का पैकेट निकाला और जल्दी से कंडोम पहन लिया। वह पूरी तरह से तैयार हो चुका था। माही उसके लिंग में हो रहे इरेक्शन को देखकर ही समझ गई थी और जैसे ही उसने कियान को प्रोटेक्शन पहनते हुए देखा, माही ने अपनी आँखें कसकर बंद कर लीं।
कियान उसके दोनों हाथों को अपने हाथों में भरकर उसे किस करते हुए उसके ऊपर आकर लेट गया और उसने प्यार से माही को अपनी बाहों में भर लिया और धीरे से नीचे झुका।
उसी समय माही चीख उठी और उसने अपने नाखून कियान की पीठ पर गड़ा दिए। उसकी चीख सुनकर कियान रुक गया और उसे सहलाने के लिए उसके पूरे चेहरे पर किस करने लगा। माही किस करते-करते कियान के निचले होंठ को काटने लगी।
जैसे ही कियान ने माही के दांतों को अपने होठों पर महसूस किया, वह उसकी तरफ़ देखकर मुस्कुराया और उसने अपनी गति तेज कर दी। माही की चीखें पूरे कमरे में गूंज रही थीं। वह दोनों अपने इस कीमती पल का आनंद ले रहे थे। कियान के साथ इस समय माही को एक अलग ही सुकून मिल रहा था। वह अपनी इस रात का पूरी तरह से आनंद ले रही थी।
थोड़ी देर बाद कियान ने माही के सीने पर अपना सिर रखा और वह उसके सीने पर किस करता हुआ वहीं उसके ऊपर लेट गया। उन दोनों की आवाज़, जो अभी तक पूरे कमरे में भरी हुई थी, धीरे-धीरे कम हो गई और उन दोनों की साँसें इतनी तेज थीं कि पूरे कमरे में उनकी साँसों की आहट सुनाई दे रही थी।
कियान ने माही को कसकर अपनी बाहों में भर लिया और उसने अपने और माही के ऊपर कंबल डाल दिया। वह वहीं बेड पर आराम से लेट गया। वह दोनों पसीने से तर-बतर हो चुके थे। माही ने कियान की कमर में अपना हाथ डाला और उसके सीने पर अपना सिर रखकर अपनी आँखें बंद कर लीं। कियान ने माही के माथे को चूमते हुए कहा, "हे, डार्लिंग, डिड यू एन्जॉय इट?"
माही ने जैसे ही कियान की यह बात सुनी, उसने धीरे से सिर हिलाकर हाँ कहा। वह कियान की तरफ़ नहीं देख पा रही थी क्योंकि माही को काफी शर्म आ रही थी। कियान ने उसके चेहरे की मुस्कराहट देखी और वह माही की कमर पर हाथ रखकर उसकी कमर को सहलाने लगा। उसने प्यार से उसके क्लीवेज को चूमते हुए कहा, "मैं ज़्यादा रफ़ तो नहीं हुआ ना? तुम्हें ज़्यादा दर्द तो नहीं हुआ?"
क्रमशः...
16
Morning romance
माही को कियान का वह टच बहुत ही अच्छा लग रहा था। उसने कियान के सीने पर अपना सर रखा और उसके बदन की गरमाहट को महसूस करके मुस्कुराई और धीरे से उसने ना में सिर हिलाया क्योंकि जिस तरह से कियान उसे अपनी बाहों में भरकर उसे रिलैक्स करने की कोशिश कर रहा था। उसे देखकर माही बहुत ही अच्छा फील कर रही थी। उसका मन ही नहीं कर रहा था कि वह करवट लेकर दूसरी तरफ घूम कर सोए।
वह वही कियान की बाहों में ही सोना चाहती थी। जिस तरह से कियान उसकी बॉडी को धीरे-धीरे टच कर रहा था। और उसकी बॉडी को बड़े प्यार से सहला रहा था उससे माही की बॉडी का पेन बिल्कुल ही कम हो गया थ। वह चुपचाप उसकी बाहों में ही सो गई। कियान ने जैसे ही माही को सोते हुए देखा वह इतना ज्यादा खुश हुआ और उसने माही को अपने और भी ज्यादा करीब कर लिया। उन दोनों की बॉडी पर एक भी कपड़ा नहीं था। वह लोग एक ही ब्लैंकेट के अंदर बड़े ही सुकून के साथ लेटे हुए थे।
थोड़ी ही देर में कियान की भी आंख लग गई।कियान ने जैसे ही अपनी आंखों को बंद किया वैसे ही उसकी आंखों के सामने माही का चेहरा नजर आने लगा और उसके चेहरे पर बड़ी सी मुस्कुराहट आई। उसने माही की कमर को कसकर अपनी दोनों बाहों में जकड़ लिया और वह दोनों ही एक दूसरे की बाहों में बड़े ही सुकून से सो गए।
अगले दिन सुबह;
जब माही की आंख खुली तो उसने देखा उसकी कमर पर किसी का भारी भरकम हाथ है और जैसे ही उसने अपने पेट की तरफ देखा तो वह हाथ कियान था। उसने जैसे ही अपनी नज़रें कियान की तरफ उठाएं माही चौक गई क्योंकि कियान पहले से ही उठा हुआ था।
वह अपने हाथ की कोहनी को बेड पर टिका कर उसे पर अपना सिर रखे हुए था और एकटक बस माही के चेहरे को ही देखा जा रहा था।जिस तरह से वह माही को देख रहा था। माही उसे देखकर चौंक गई थी। तभी कियान ने अपना हाथ आगे बढ़ाया और उसने माही के गाल पर अपना हाथ रखकर बड़े प्यार से उसके माथे को चुमते हुए कहा, “गुड मॉर्निंग डार्लिंग!”
जैसे ही माही ने उसकी बात सुनी, माही ने थोड़ा ऑकवर्ड होते हुए गुड मॉर्निंग कहा और वह अपनी बॉडी की तरफ देखने लगी। उसकी बॉडी पर एक भी कपड़ा नहीं था। उसने जल्दी से अपनी बॉडी को ब्लैंकेट से कवर करना शुरू किया।
उसे ऐसा करते देख कर कियान मुस्कुराने लगा। उसने माही के गाल के पास आकर उसके गाल को चूमा और उसके कान में धीमी आवाज में कहा, “अब इतना क्यों शर्मा रही हो मुझसे डार्लिंग मैंने तो सब कुछ पहले से ही देखा है।”
जैसे ही माही ने उसकी यह बात सुनी वह और भी ज्यादा ऑकवर्ड हो गई। तभी उसने घड़ी की तरफ देखा और उसने तुरंत टॉपिक चेंज करते हुए कहा, “सर ऑफिस जाने का टाइम हो रहा है हम लेट हो जाएंगे।”
इतना बोलकर वह उस ब्लैंकेट को अपने चारों तरफ लपेटकर बेड से उठकर खड़ी होने लगी।
तभी कियान ने उसे पकड़ा और उसे वापस बेड पर लेटाते हुए कहा, “इतनी भी जल्दी क्या है,अभी तो सिर्फ आठ ही बजे हैं?”
इतना बोलकर कियान माही के बिल्कुल करीब आया और उसने माही की गर्दन पर किस करना शुरू कर दिया। माही ने अपना हाथ कियान के बालों में फसाया और वह उसके बाल को बड़े प्यार से सहलाने लगी क्योंकि जिस तरह से कियान माही को किस कर रहा था। माही को बहुत अच्छा लग रहा था।
कियान ने उसे बेड पर गिरा लिया और वह उसके कान के पास आकर बोला, “अब हम इतने अच्छे टाइम पर उठे हैं तो थोड़ा सा मॉर्निंग रोमांस तो बनता है ना डार्लिंग।”
इतना बोलकर कियान माही के ऊपर चढ़ा और उसने माही के पूरे बॉडी को किस करना शुरू कर दिया। माही ने अपने एक पैर को दूसरे पर पर रब किया। उसके हाथ कियान की कमर पर गए और वह उसकी पीठ पर जाकर उसे हग करने लगी। उसने कसकर कियान को अपनी बाहों में भर लिया।
कियान ने जैसे ही उसे ऐसा करते हुए देखा तो कियान ने माही के दोनों पैरों को अपनी कमर पर क्रॉस किया और वह माही के इतना ज्यादा करीब पहुंचा कि माही कियान के मैस्क्युलिन पार्ट को अपने प्राइवेट पार्ट के पास फील करने लगी। कियान बहुत ही स्लोली उसके पैरों के बीच अपने मैस्क्युलिन पार्ट को रब कर रहा था। माही ने जैसे ही उसे ऐसा करते हुए देखा माही की सांसे तेज हो गई और कियान पूरी तरह से टर्न ऑन हो चुका था।
माही ने बिल्कुल भी नहीं सोचा था कि वह इस तरह सुबह-सुबह उसके साथ intimate होने लगेगा लेकिन जैसे ही कियान माही की बॉडी में समाया। उसने माही के दोनों हाथों को कसकर पकड़ लिया और माही की मुंह से एक तेज सिसकी निकाली। माही की वह सिसकी सुनकर कियान और भी ज्यादा एनर्जेटिक हो गया।
माही ने अपने हाथों की उंगलियों को कियान की उंगलियों में फंसाया और वह माही के साथ पूरा पैशनेट हो चुका था। उसने अपने होंठ माही के होठों पर रख दिए और वह दोनों ही अपने इस मॉर्निंग मोमेंट में खो चुके थे। माही भी कियान को किस करने में उसका पूरा साथ दे रही थी और कियान ने माही के दोनों गालों पर किस करते-करते उसकी गर्दन पर किस करना स्टार्ट किया।
माही ने कियान को पूरी तरह से अपनी बाहों में भर लिया और वह दोनों एक दूसरे में पूरी तरह से गुम हो गए। कियान जितना ज्यादा डीप था उससे भी ज्यादा डीप होता चला गया। माही ने अपनी आंखों को बंद कर लिया और कियान के होठों को पैशनेटली किस करने लगी। थोड़ी ही देर में वह दोनों वही थक कर चूर हो गए।
कियान माही के ऊपर ही लेट गया। उन दोनों की सांस काफी तेज चल रही थी। दोनों का चेहरा पसीने से भीग चुका था। माही वहीं पर लेटी थी कि तभी कियान थोड़ी देर बाद माही के चेहरे को चूम कर उसके गाल को अपने हाथों से बड़े प्यार से सहलाने लगा उसने माही के होठों को चूमते हुए कहा, "बेब आर यू आल राइट..?
माही उसकी तरफ देखकर हल्का सा मुस्कुराई।
कियान ने उसे बड़े प्यार से एक पेक किस की और वो बेड से उठा और वह चुपचाप वॉशरूम के अंदर चला गया।
माही अभी भी बेसुध बेड पर पड़ी हुई थी। उसने अपने चेहरे पर आए हुए पसीने को पोछा और बेड पर उठकर बैठी। उसने वहीं पास में पड़ी हुई कियान की शर्ट को उठाया और उसे पहन लिया।
वह बेड से उठकर खड़ी हुई और उसने अपने बालों का जुड़ा करते हुए कहा, “पता नहीं क्यों मुझे सर के साथ इतना ज्यादा सुकून मिलता है। जब भी वह मेरे करीब आते हैं। मुझे किस करते हैं मैं उनकी बाहों में इस तरह से पिघल कैसे जाती हूं। क्यों मैं उन्हें एक बार भी अपने करीब आने से नहीं रुकती। क्या सच में वो इतनी ज्यादा अट्रैक्टिव है?”
To be continued...
agar aap logon Ko story acchi lag rahi hai to please story ko like aur comment kar diya kariye aap logon ki comment dekhkar motivation milta hai aur जल्दी-जल्दी chapter dalne ka bhi man karta hai
मुझे तुम्हारा साइज पता है।
माही यह बात सोच ही रही थी। तभी कियान वॉशरूम से बाहर निकला। जैसे ही वॉशरूम के दरवाज़े की खुलने की आवाज़ हुई, माही बेड से उठकर खड़ी हो गई। उसने वॉशरूम की तरफ़ देखा; कियान वॉशरूम से बाहर निकल कर आ रहा था। माही ने जल्दी-जल्दी बेड के आसपास पड़े अपने कपड़े उठाना शुरू कर दिए। उसने देखा, उसके कपड़े काफी गंदे हो गए थे।
वह उन कपड़ों को देखकर धीमी आवाज़ में बोली, "ओह गॉड! अब मैं इन कपड़ों को पहनकर ऑफ़िस कैसे जाऊँगी? ये तो काफी गंदे हो गए हैं और अब अगर इन्हें धुलकर फैलाऊँगी तो सूख ही नहीं पाएँगे।"
कियान ने जैसे ही यह बात सुनी, वह माही के बिल्कुल करीब आया। उसने माही को बैक हग किया और उसकी गर्दन पर किस करते हुए कहा, "बस इतनी छोटी सी बात! जाओ, तुम जाकर फ्रेश हो जाओ। मैं तुम्हारे लिए कपड़े मँगवा दूँगा।"
माही कियान की बात सुनकर हैरानी से उसकी तरफ़ देखने लगी। वह कुछ बोलने जा ही रही थी,
तभी कियान ने उसके कान में फिर से, बड़ी ही शरारत भरे अंदाज़ में कहा, "तुम टेंशन मत लो, मुझे तुम्हारा साइज़ पता है।"
जैसे ही कियान ने यह बात कही, माही उसके तरफ़ बड़ी ही हैरानी से देखने लगी।
तभी कियान ने कहा, "तुम्हें इतना हैरान होने की ज़रूरत नहीं है। आफ्टर ऑल, अभी थोड़ी देर पहले ही तुम मेरी बाहों में थी और मुझे तुम्हारा फिगर तो अब मरते दम तक याद रहेगा।"
इतना बोलकर उसने माही की तरफ़ देखकर एक wink किया और माही उसकी नज़रें चुराने लगी।
तभी कियान ने उसे रिलैक्स करते हुए, उसकी कमर में अपना हाथ डालकर उसे अपने करीब खींचते हुए कहा, "इतना ऑकवर्ड फील करने की ज़रूरत नहीं है। जाओ, जाकर फ्रेश हो जाओ।"
इतना बोलकर उसने माही का हाथ पकड़ा और उसे वॉशरूम के दरवाज़े के पास ले जाकर वॉशरूम का गेट खोला। माही वॉशरूम के अंदर चली गई और कियान उसकी तरफ़ देखकर मुस्कुराया। उसने अपना मोबाइल फ़ोन उठाया और फ़ोन में कुछ करने लगा।
माही वॉशरूम में जाकर शावर के नीचे खड़ी हुई। जैसे ही उसने अपनी आँखें बंद कीं, उसे कियान का चेहरा और उसकी कही बातें याद आईं और वह उस बात को सुनकर मुस्कुरा दी। उसने जल्दी-जल्दी नहाया और जैसे ही उसने शावर बंद किया, वह इधर-उधर देखने लगी। वहाँ पर एक टॉवल और साथ ही में बाथरोब भी था। माही ने बाथरोब उठाया और बाथरोब पहनकर टॉवल अपने सर पर लपेट लिया।
वह अपने बालों और अपने चेहरे को पोंछते हुए वॉशरूम से बाहर निकली। उसने देखा, कियान पूरी तरह से रेडी हो गया था और बेड पर माही के लिए उसके कपड़े, साथ ही उसके अंडरगारमेंट्स भी रखे हुए थे। कियान वहीं पर चुपचाप बैठा हुआ था। माही जैसे ही अंदर आई, कियान ने उन कपड़ों की तरफ़ इशारा करते हुए कहा, "तुम्हारे कपड़े। जल्दी इन्हें पहनकर बाहर आओ, फिर हम साथ में ब्रेकफ़ास्ट करते हैं।"
माही ने कपड़े उठाए और उसकी नज़र घड़ी की तरफ़ गई। 10:00 बजने वाले थे। उसने ना में अपना सिर हिलाते हुए कहा, "ब्रेकफ़ास्ट का टाइम नहीं है सर, अगर मैं ब्रेकफ़ास्ट करने के लिए रुकी तो लेट हो जाऊँगी और फिर मुझे डाँट पड़ेगी।"
जैसे ही माही ने यह बात कही, कियान मुस्कुराता हुआ उठकर खड़ा हुआ और उसने माही का हाथ पकड़ते हुए कहा, "ऑफ़िस मेरा है और बॉस मैं हूँ, तो फिर तुम्हें डाँटेगा कौन? और वैसे भी, फ़िक्र मत करो, मैं भी ऑफ़िस ही चल रहा हूँ। वैसे भी, अब तो जहाँ तुम जाओगी, वहाँ मैं जाऊँगा।"
माही कियान की यह बात सुनकर कुछ नहीं बोली और उसने चुपचाप उसकी बात को इग्नोर कर दिया। वह अपने कपड़े और अंडरगारमेंट्स उठाकर सीधे चेंजिंग रूम के अंदर गई। उसने जैसे ही अपने कपड़े पहने, वे कपड़े उसे परफेक्टली फिट हो गए। उसने चेंजिंग रूम से बाहर आकर अपने बालों को ठीक किया और वह बिना मेकअप के ही बाहर निकल आई; लेकिन बिना मेकअप के भी वह बहुत ही ज़्यादा प्यारी लग रही थी।
उसने देखा, रूम के बाहर डाइनिंग टेबल पर उन दोनों का ब्रेकफ़ास्ट रखा हुआ है और कियान वहीं पर खड़ा होकर किसी से फ़ोन पर बात कर रहा है। जैसे ही माही अपना बैग और अपना फ़ोन लेकर रूम से बाहर निकली, कियान उसकी तरफ़ देखकर मुस्कुराया और उसने फ़ोन काट दिया। माही वहीं पर रुक गई थी। कियान उसके पास गया।
उसने माही का हाथ पकड़ा और खुद अपनी चेयर पर बैठकर माही को अपनी गोद में बिठा लिया।
माही जैसे ही उसकी गोद में बैठी, वह हैरानी से उसकी तरफ़ देखते हुए बोली, "सर, यह क्या कर रहे हैं आप! मैं उधर चेयर पर बैठ जाऊँगी?"
कियान ने माही की यह बात सुनकर मुस्कुराते हुए कहा, "जब मैं यहाँ पर हूँ, तो फिर तुम्हें चेयर पर बैठने की क्या ज़रूरत है? और वैसे भी, तुम इतनी हल्की हो कि मुझे जरा भी फील नहीं हो रहा। इसलिए बिना किसी हेज़िटेशन के, आराम से बैठी रहो।"
माही उसकी बात सुनकर चुप हो गई। तभी कियान ने अपने हाथ से माही को ब्रेकफ़ास्ट खिलाना शुरू किया। माही उसकी तरफ़ देखकर थोड़ी सी कन्फ़्यूज़ हो रही थी।
तभी कियान ने कहा, "अब मेरा चेहरा ऐसे क्यों देख रही हो? मुँह खोलो और खाओ इसे?"
कियान अपने हाथों से माही को सैंडविच खिला रहा था और माही ने चुपचाप उसके हाथों से सैंडविच खा लिया। एक बाइट लेकर माही रुक गई।
तभी कियान ने सैंडविच को वापस प्लेट में रखते हुए कहा, "डार्लिंग, मुझे भी भूख लगी है। मुझे भी खिलाओ अपने हाथों से।"
माही यह बात सुनकर थोड़ी शॉक हो गई। तभी कियान ने उसके होंठों के पास लगे सॉस को लिक करते हुए कहा, "अगर तुमने मुझे अपने हाथों से ब्रेकफ़ास्ट नहीं कराया, तो मैं आज बिना ब्रेकफ़ास्ट के ऑफ़िस चला जाऊँगा..."
कियान के मुँह से यह बात सुनते ही माही थोड़ा सा ऑकवर्ड फील करने लगी।
उसने धीरे से अपना सिर हिलाते हुए कहा, "नहीं, आप बिना ब्रेकफ़ास्ट किए ऑफ़िस क्यों जाएँगे?"
माही की यह बात सुनकर कियान ने उसकी तरफ़ देखकर मुस्कुराते हुए कहा, "ओके, तो फिर जल्दी से फ़ीड कराओ मुझे।"
कियान ने माही की तरफ़ मुस्कुराते हुए देखा। माही के पास और कोई ऑप्शन नहीं था, इसलिए उसने चुपचाप कियान को अपने हाथों से ब्रेकफ़ास्ट खिलाना शुरू कर दिया। जैसे ही माही ने कियान को खिलाया, वह काफी ज़्यादा खुश हो गया और उसने माही की तरफ़ देखकर मुस्कुराते हुए कहा, "You are so sweet darling you know what, तुम्हारे हाथों से मुझे हर एक चीज़ बहुत ज़्यादा टेस्टी लगती है।"
कियान की यह बात सुनकर माही कुछ भी नहीं बोली और वह चुपचाप उसे ब्रेकफ़ास्ट खिला रही थी। कियान ने माही के बालों को समेटा और माही की गर्दन की तरफ़ देखता जा रहा था। उसे माही बहुत ही ज़्यादा अट्रैक्टिव लग रही थी। जैसे ही वह एक पल के लिए रुका और उसने माही की गर्दन पर अपनी नाक को टच किया, माही की साँसें अटक गईं। वह बड़े ही प्यार से माही की गर्दन को चूमने लगा और माही का पूरा बदन काँपने लगा।
क्रमशः
कियान ने माही के बालों को समेटा और उसकी गर्दन की ओर देखता रहा। उसे माही बहुत ही आकर्षक लग रही थी। जैसे ही वह एक क्षण के लिए रुका और माही की गर्दन पर अपनी नाक रखी, माही की साँसें अटक गईं। वह बड़े प्यार से माही की गर्दन चूमने लगा और माही का पूरा बदन काँपने लगा।
माही ने जैसे ही उसे चूमते हुए महसूस किया, उसने धीमी आवाज़ में कहा, "सर, हमें अभी ऑफिस जाना है और अगर हिक्की के मार्क्स रह गए तो..."
माही बोल ही रही थी कि कियान ने उसके होठों पर अपनी उंगली रखते हुए कहा, "डार्लिंग, मैं तुम्हें सिर्फ़ किस कर रहा हूँ, हिक्की मार्क्स नहीं दे रहा। डोंट वरी, मुझे पता है क्या करना है और क्या नहीं।"
इतना बोलकर कियान माही के गाल पर किस करने लगा। जितनी देर माही नाश्ता कर रही थी, कियान एक पल के लिए भी शांत नहीं बैठा था। कभी उसके हाथ माही की गर्दन को छू रहे थे, तो कभी माही की कमर को, तो कभी उसका हाथ माही की जाँघ पर जा रहा था। माही चुपचाप वहीं बैठी हुई थी और जैसे ही उसने नाश्ता ख़त्म किया, वह जल्दी से कुर्सी से उठकर खड़ी हो गई।
उसे इस तरह उठते देखकर कियान मुस्कुराया। वह माही के एकदम नज़दीक जाकर बड़े प्यार से पूछा, "स्वीटहार्ट, तुम अभी भी मुझसे दूर-दूर क्यों भाग रही हो? और वैसे भी, यहाँ पर हमारे अलावा और कोई नहीं है, तो तुम बेकार की टेंशन लेना बंद कर दो, ओके।"
माही ने हाँ में सिर हिलाया और कियान ने उसके हाथों को अपने हाथों में लिया और उसे लेकर सीधे अपने अपार्टमेंट से बाहर निकला। वे लोग एक ही कार में थे। कियान चुपचाप गाड़ी चला रहा था। तभी उसने कार का म्यूज़िक सिस्टम ऑन कर दिया। वह बड़े ही रोमांटिक और सेक्सी गाने बजाने लगा। माही उसकी प्लेलिस्ट सुनकर थोड़ी सी सकपका गई।
"रात का नशा अभी आँख से गया नहीं
रात का नशा अभी आँख से गया नहीं
तेरा नशीला बदन बाहों ने छोड़ा नहीं
आँखें तो खोली मगर सपना वो तोड़ा नहीं
हाँ वोही वो वोही
साँसों पे रखा हुआ तेरे होठों का सपना अभी है वही
रात का नशा अभी आँख से गया नहीं..."
माही गाने के बोल सुनकर इधर-उधर देखने लगी।
वहीं कियान एक हाथ से गाड़ी चला रहा था और उसका दूसरा हाथ माही की जाँघ पर आ गया और वह हल्के हाथ से उसकी जाँघ सहला रहा था। हालाँकि माही को इस तरह कियान का ध्यान मिल रहा था, उसे बहुत अच्छा लग रहा था, लेकिन माही जानती थी कि वह जो कुछ भी कर रही है, शायद वह ठीक नहीं है। उसके दिमाग में यह ख्याल आया ही था कि तभी कार रुक गई। कार के रुकते ही कियान ने अपना हाथ उसकी जाँघ से हटाया।
माही ने बाहर की ओर देखा तो वे लोग ऑफिस की बिल्डिंग के नीचे रुके हुए थे। जैसे ही माही ने कार को रुकते हुए देखा, वह तुरंत कार से उतरने लगी। उसने कियान की ओर देखते हुए कहा, "सर, पहले मैं जाऊँगी, आप प्लीज़ बाद में..."
माही बोल ही रही थी तभी कियान ने कहा, "हाँ, तुम जाओ, मैं थोड़ी देर रुककर आता हूँ।"
माही जल्दी से कार से उतरी और सबकी नज़रों से बचते-बचाते सीधे लिफ़्ट के अंदर आ गई। जैसे ही वह ऑफिस पहुँची, वह सीधे अपने डेस्क पर आकर बैठ गई। माही के दिमाग में काफी सारी बातें चल रही थीं, जिस वजह से वह काफी परेशान हो गई थी। तभी उसने देखा कि उसकी टेबल पर तीन-चार फाइलें रखी हुई हैं जो उसे पूरी करनी हैं। उसने तुरंत अपना लैपटॉप खोला और वह काम करने लगी।
थोड़ी ही देर बाद कियान सीधे ऑफिस आया और वह सीधे अपने केबिन में आकर बैठ गया। जब वह केबिन के अंदर जाकर बैठा, तो उसने देखा माही अपने काम में व्यस्त थी। वह उसकी ओर देखकर मुस्कुरा रहा था। तभी कियान का मैनेजर केबिन के अंदर आया।
उसने कियान की ओर देखते हुए कहा, "सर, आज हमें बहुत ज़रूरी मीटिंग में जाना है और आप मीटिंग में जाने से पहले, ये कुछ रिकॉर्ड्स हैं, इन्हें चेक कर लीजिये, फिर हम निकलते हैं।"
कियान ने फाइलें उठाईं और उन्हें चेक करने लगा। उसने जैसे ही उन फाइलों को चेक करके रखा, उसकी नज़र बार-बार माही की ओर जा रही थी। वह माही से मिलना चाह रहा था।
उसने माही की ओर देखते हुए कहा, "कैसे बुलाऊँ मैं माही को अपने केबिन में? हाँ, एक काम करता हूँ, इस फाइल में कुछ गलतियाँ निकाल देता हूँ, फिर वह आकर इसे ठीक कर देगी। इसी बहाने थोड़ा समय उसके साथ बिताने को मिल जाएगा।"
कियान इतना सोचकर मुस्कुराया और उसने तुरंत माही को अपने केबिन में बुलाया। माही जैसे ही केबिन के अंदर आई, तो उसने वह फाइल माही के सामने रखते हुए कहा, "बैठो यहाँ और देखो, इसमें कुछ गलतियाँ हैं, इन्हें ठीक कर दो, मुझे एक मीटिंग के लिए निकलना है।"
माही ने जैसे ही फाइल को लिया, वह उसे चेक करते हुए बोली, "बट सर, इसमें तो कोई गलती नहीं है।"
कियान ने माही की यह बात सुनी। वह उसके चेहरे की ओर ही देख रहा था क्योंकि उसे माही का चेहरा देखकर बड़ा ही प्यार आ रहा था। उसने माही से कहा, "दूसरे पेज की तीसरी पंक्ति में कुछ गलती है, ध्यान से देखो।"
जैसे ही कियान ने यह बात कही, तो माही जल्दी से उस गलती को ठीक करने लगी। माही ने कियान के सामने वह फाइल रखते हुए कहा, "हो गया सर।"
इतना बोलकर वह उठकर खड़ी हुई और उसके केबिन से बाहर निकलने ही वाली थी कि तभी कियान ने उसे रोकते हुए कहा, "एक मिनट रुको।"
जैसे ही कियान ने माही को रोका, तो वह रुक गई और कियान अपनी कुर्सी से उठकर खड़ा हुआ और माही के पीछे जाकर उसकी कमर में हाथ डालकर उसे अपने करीब खींचते हुए बोला, "थोड़ी देर और रुको ना, और वैसे भी काम तो तुम सारा दिन ही करती हो। तुम्हें पता है, इतनी देर से मैं तुम्हें अपने पास बुलाने के बहाने ढूँढ रहा था और तुम हो कि बस एक काम करके जा रही हो। क्या तुम्हें मेरे साथ समय बिताना जरा भी अच्छा नहीं लगता?"
माही ने जैसे ही यह बात सुनी, उसने अपने मन में कहा, "हे भगवान! अब मैं क्या जवाब दूँ सर को?"
माही ने थोड़ा टालमटोल करते हुए कहा, "अच्छा लगता है सर, बट अभी मैं अपने वर्किंग आवर्स में हूँ, तो मैं काम को लेकर थोड़ी प्रोफ़ेशनल हूँ और मैं भी अपने काम के बारे में ही सोच रही थी।"
माही बोल ही रही थी तभी कियान माही के बिल्कुल नज़दीक आया। उसने उसकी गर्दन पर किस करते हुए कहा, "काम के बारे में नहीं, तुम बस मेरे बारे में सोचा करो।"
इतना बोलकर वह उसकी गर्दन और उसके कान के लोब को चूमने लगा। कियान की गर्म साँसों को महसूस करके माही ने कसकर अपनी आँखें बंद कर लीं।
क्रमशः
19
इतना बोलकर वह उसकी गर्दन और ईयरलोब को किस करने लगा। कियान की गर्म साँसों को महसूस करके माही ने कसकर अपनी आँखें बंद कर लीं।
तभी कियान के केबिन पर किसी ने दस्तक दी। जैसे ही माही ने दस्तक की आवाज़ सुनी, वह जल्दी से कियान से अलग हुई और पास में रखी फ़ाइल उठा ली। कियान अपनी मेज़ पर टेक लगाकर खड़ा हो गया और दरवाज़े की ओर देखते हुए बोला, "कम इन!"
जैसे ही कियान ने "कम इन" कहा, उसका मैनेजर अंदर आया और कियान की ओर देखते हुए कहा, "सर, मीटिंग का समय हो रहा है।"
कियान ने सिर हिलाते हुए कहा, "हाँ, चलो।"
इतना बोलकर कियान अपने केबिन से बाहर निकल गया। माही भी उसके साथ केबिन से बाहर निकली और चुपचाप अपनी टेबल पर आकर बैठ गई। कियान मीटिंग के लिए जैसे ही बाहर निकला, उसने पलटकर माही की ओर देखा। उसे रुकते देखकर उसके मैनेजर ने पूछा, "क्या हुआ सर? आप क्यों रुके?"
कियान ने सिर हिलाया और बिना कुछ बोले वहाँ से बाहर निकल गया। जैसे ही माही ने कियान को जाते हुए देखा, उसने गहरी साँस ली और जल्दी-जल्दी अपना काम पूरा करने लगी। शाम के पाँच बजे माही ने कियान के केबिन की ओर देखा; वह अभी तक मीटिंग से वापस नहीं आया था।
माही ने अपना सामान समेटते हुए कहा, "बहुत अच्छा समय है, अभी तक सर वापस नहीं आए हैं। अगर वे वापस आ गए तो फिर से कहीं वे मुझे अपने साथ अपने अपार्टमेंट में लेकर न चले जाएँ। मुझे अभी घर चलना चाहिए, क्योंकि अगर मैंने देर की तो फिर से मैं फँस जाऊँगी। और वैसे भी, पिछले दो दिनों से मैं घर नहीं गई हूँ।"
माही के दिमाग में सारी बातें घूम रही थीं। उसने जल्दी-जल्दी अपना सामान अपने बैग में रखकर सीधे ऑफिस से बाहर निकली। उसने टैक्सी ली और सीधे अपने घर पहुँची। जैसे ही माही ने अपने फ्लैट के दरवाज़े को खोलने के लिए हाथ आगे बढ़ाया, उसने देखा कि दरवाज़ा पहले से ही खुला हुआ था।
माही ने खुले हुए दरवाज़े को देखकर धीमी आवाज़ में कहा, "लगता है तन्मय घर पर ही है।"
माही ने यह सोचा और घर के अंदर आई। उसने घर का दरवाज़ा अंदर से बंद किया और वह सीधे अपने कमरे की ओर जा ही रही थी कि तभी ड्राइंग रूम में बैठे तन्मय ने माही की ओर देखा और उठकर खड़ा हो गया। उसने तेज आवाज़ में चिल्लाते हुए कहा, "होश आ गया तुम्हें घर वापस आने का?"
माही जैसे ही उसकी आवाज़ सुनी, वह चलते-चलते रुक गई। वह तन्मय को घूरते हुए देखने लगी।
तन्मय उसके करीब आया और उसकी आँखों में आँखें डालकर देखते हुए कहा, "कहाँ थी तुम दो दिनों से? आजकल तुम्हारे रंग कुछ ज़्यादा ही बदले हुए लग रहे हैं मुझे। कहाँ थी दो दिनों तक कि तुम्हें घर आने तक का होश नहीं था? उस दिन पार्टी से भी तुम अचानक गायब हो गई थीं। आखिर चल क्या रहा है यह सब?"
माही ने जैसे ही तन्मय की ये सारी बातें सुनीं, उसने गुस्से से घूरते हुए कहा, "तुमसे मतलब? मैं कहीं भी रहूँ, तुम कौन होते हो मुझसे सवाल पूछने वाले?"
तन्मय ने माही का हाथ कसकर दबोचते हुए कहा, "भूल गई हो क्या? पति हूँ तुम्हारा, और तुम्हें मेरे सारे सवालों का जवाब देना होगा?"
जैसे ही माही ने यह बात सुनी, वह उसका हाथ अपने हाथ से झटकते हुए बोली, "अच्छा पति हो तुम मेरे? यह बात तुम्हें याद अब आई है? अभी तक तो तुम्हें इस बारे में कुछ भी याद नहीं था। और उस दिन जब पार्टी में तुम उस लड़की—सॉरी, अपनी सो-कॉल्ड गर्लफ्रेंड के साथ घूम रहे थे, तब तुम्हें यह बात याद नहीं आई थी कि तुम्हारी शादी हो गई है और तुम मेरे पति हो। बाहर वालों के सामने तो अभी भी तुम बैचलर जैसा बर्ताव करते हो, तो फिर अब यह घर में बंद कमरे में तुम्हारे अंदर का पति कैसे जाग रहा है? और तुमने आज तक पतियों वाली क्या चीज़ की है मेरे साथ?"
माही की ये सारी बातें सुनकर तन्मय काफी ज़्यादा हैरान हो गया था। उसने माही को घूरते हुए कहा, "मैं जो कुछ भी करूँ, मुझे नहीं लगता तुम्हें उससे कोई भी परेशानी होनी चाहिए, क्योंकि तुम्हें तो वैसे भी मेरी इन सब चीजों से..."
तन्मय अपनी बात पूरी नहीं कर पाया कि तभी माही ने उसकी बात बीच में ही काटते हुए कहा, "हाँ, तो अगर मुझे तुम्हारी किसी चीज़ से परेशानी नहीं है, तो तुम्हें भी मेरी किसी चीज़ से परेशानी नहीं होनी चाहिए। समझे? मैं घर आऊँ या ना आऊँ, तुम्हें उससे क्या?"
तन्मय माही को घूरते हुए देख रहा था। माही ने भी उसे उसी तरह घूरते हुए कहा, "और मेरे दो दिन घर ना आने से कौन सा इतना बड़ा पहाड़ टूट पड़ा? और सोचो तुम, तुम तो महीने में बीस दिन घर नहीं आते हो, तो उस हिसाब से मुझे तुमसे कितने सवाल करने चाहिए? सोचा है तुमने कभी?"
तन्मय ने माही के दोनों कंधों पर हाथ रखा और अपने हाथों को कसकर उसके कंधों पर दबाते हुए बोला, "तुम्हारे मुँह में इतनी जुबान आ गई है कि तुम मुझसे सवाल कर रही हो? इतनी हिम्मत...?"
माही ने अपने कंधों की ओर देखा। तन्मय उसके कंधों को कसकर दबा रहा था, जिससे माही को काफी ज़्यादा दर्द हो रहा था।
माही ने उसके हाथ को झटकते हुए कहा, "मैं तुम्हारे साथ फ़ालतू की बहस करके अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहती हूँ। इसलिए छोड़ो मुझे, और मुझे दोबारा इस तरह से दर्द देने की कोशिश मत करना। जब मैं तुम्हें किसी चीज़ के लिए नहीं टोकती हूँ, तो तुम भी मुझे किसी चीज़ के लिए नहीं टोको, तो ज़्यादा बेहतर होगा।"
इतना बोलकर माही ने तन्मय को घूरते हुए देखा और वहाँ से मुड़कर जाने लगी।
क्रमशः
Chapter 20
तन्मय ने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा, “कहाँ जा रही हो? मेरी बात अभी खत्म नहीं हुई है। मेरी पूरी बात सुनो।”
माही ने तन्मय को गुस्से से घूरा और उसके हाथ को झटकते हुए कहा, “तुम्हारी बात पूरी हुई हो या ना हुई हो, आई रियली डोंट केयर। और मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी है। इसलिए मुझे रोकने की कोशिश मत करो। और वैसे भी, मैं पहले ही ऑफिस में बहुत ज़्यादा थक गई हूँ और अब मैं तुम्हारे साथ अपनी और एनर्जी वेस्ट नहीं कर सकती। तो छोड़ो मेरा हाथ, मुझे चेंज करने जाना है।”
इतना बोलकर माही ने अपना हाथ झटका और सीधे बेडरूम की ओर चली गई। उसने बेडरूम का दरवाज़ा पटककर बंद कर दिया और अपने बेड पर आकर बैठी। उसने अपना सिर पकड़ लिया।
जैसे ही माही ने अपनी आँखें बंद कीं, उसकी आँखों के सामने कियान का चेहरा नज़र आने लगा। वह अपने चेहरे पर हाथ रखकर रोने लगी।
उसने धीमी आवाज़ में रोते हुए कहा, “काश मेरी शादी ना हुई होती! काश मैं कियान सर से थोड़ा पहले मिली होती! काश...”
जैसे ही उसने कियान के चेहरे को अपनी बंद आँखों के सामने देखा, उसने जल्दी से अपनी आँखें खोली और उठकर खड़ी हो गई। उसने अपना मोबाइल फ़ोन चार्जिंग में लगाया और अलमारी से कपड़े निकालकर वॉशरूम की ओर गई। उसने अपने कपड़े बदल लिए। वह कपड़े लेकर वहीं वॉशरूम में खड़ी रही।
कियान ने जो कपड़े उसे मँगवाकर दिए थे, माही ने उन्हें अपने सीने से लगाया और एक गहरी साँस लेते हुए कियान के साथ बिताए अपने उन कीमती पलों को याद करने लगी। उन सबको याद करके माही के चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ गई। वह कियान के साथ गुज़ारी अपनी आखिरी रात को बहुत ज़्यादा मिस कर रही थी। वह कियान से बात करना चाहती थी।
उसका मन बार-बार कियान की ओर ही जा रहा था, लेकिन अभी वह खुद कियान से इस तरह बात नहीं कर सकती थी। इसलिए वह शीशे में अपना चेहरा देखते हुए बोली, “पता नहीं क्यों मुझे कियान सर की इतनी याद आ रही है। मैं क्यों उन्हें इतना मिस कर रही हूँ? क्या वे भी मेरे बारे में सोच रहे होंगे? नहीं-नहीं, मैं भी यह सब क्या सोच रही हूँ? वे भला मेरे बारे में क्यों सोचेंगे?”
माही कियान के बारे में यह बात सोच ही रही थी, वहीं कियान मीटिंग से बाहर निकलकर कार की ओर जा रहा था। उसे कसकर हिचकी आई।
उसने अपनी गर्दन पर हाथ रखते हुए कहा, “मुझे इस समय हिचकी क्यों आ रही है? कौन मुझे याद कर रहा है?”
कियान इतना सोचते हुए अपनी कार में बैठ गया। उसे बार-बार हिचकी आ रही थी। तभी उसके ड्राइवर ने कियान को पानी की बोतल देते हुए कहा, “सर, पानी पी लीजिए। आपकी हिचकी रुक जाएगी।”
कियान ने उसके हाथ से पानी की बोतल ली और पानी पीकर कार में बैठा, तो उसे फिर से हिचकियाँ आने लगीं।
कियान के ड्राइवर ने उसकी ओर देखकर मुस्कुराते हुए कहा, “लगता है सर, आपको कोई बहुत शिद्दत और सच्चे दिल से याद कर रहा है, इसीलिए शायद आपकी हिचकियाँ बंद नहीं हो रही हैं।”
जैसे ही कियान ने ड्राइवर की यह बात सुनी, वह मुस्कुराते हुए बोला, “हाँ, शायद तुम ठीक कह रहे हो।”
इतना बोलकर कियान के दिमाग में सबसे पहले माही का नाम आया और वह माही के बारे में सोचते हुए बोला, “मेरी डार्लिंग ही मुझे याद कर रही होगी। आफ्टर ऑल, कल रात हमारी इतनी ज़्यादा ब्यूटीफुल थी। लेकिन अब तो ऑफिस जाने से कोई फ़ायदा ही नहीं है। वह तो अब तक अपने घर भी चली गई होगी।”
कियान पूरे रास्ते माही के बारे में ही सोच रहा था और उसके बारे में सोचते-सोचते कियान की हिचकियाँ रुक गईं।
जैसे ही वह अपने घर पहुँचा, उसने डिनर किया। जैसे ही वह कमरे में आया और उसने अपने कपड़े बदले, उसकी नज़र माही के कपड़ों पर गई।
ये माही के वही कपड़े थे जो माही वहीं छोड़कर चली गई थी। कियान ने उसके कपड़ों को उठाया और उन्हें अपनी नाक के पास लाकर एक गहरी साँस लेते हुए बोला, “कोई बात नहीं डार्लिंग, तुम नहीं तो तुम्हारी स्मेल ही सही।”
इतना बोलकर कियान मुस्कुराने लगा और वह माही के कपड़ों की ओर देख ही रहा था कि उसने कहा, “वैसे, तुम अगर अभी मेरे साथ नहीं हो तो क्या हुआ? मैं तुमसे बात तो कर सकता हूँ ना!”
इतना बोलकर उसने तुरंत अपना मोबाइल फ़ोन उठाया और माही का नंबर डायल करने लगा।
माही वहीं अपने कमरे में बैठी हुई थी और वह कियान के बारे में ही सोच रही थी। जैसे ही उसका फ़ोन बजा, उसने अपने मोबाइल फ़ोन की ओर देखा। जैसे ही उसने स्क्रीन पर कियान का नाम देखा, उसके चेहरे पर एक बड़ी सी मुस्कान आ गई और वह जल्दी से अपना फ़ोन उठाकर कॉल रिसीव करते हुए बोली, “हेलो..!”
जैसे ही कियान ने माही की आवाज़ सुनी, वह खुश हो गया और उसने उसी तरह मुस्कुराते हुए कहा, “हे स्वीटहार्ट, क्या कर रही हो? मुझे याद कर रही थी?”
माही कियान की इस बात का जवाब तो देना चाहती थी, लेकिन वह ज़्यादा कुछ बोल नहीं पाई और उसने धीरे से ‘हम्मम..!’ कहा।
कियान उसकी यह बात सुनकर मुस्कुराने लगा और तभी उसने अपने मन की बात बताते हुए कहा, “सच बताओ तो मैं भी तुम्हें बहुत मिस कर रहा हूँ। मेरा तो मन कर रहा है कि अभी तुम्हारे पास आ जाऊँ। वैसे तुम मुझे बताओ, तुम्हारा घर कहाँ है? मैं तुमसे अभी मिलने आता हूँ।”
जैसे ही कियान ने यह बात कही, माही ने उसे रोकते हुए कहा, “नहीं-नहीं सर, आपको यहाँ आने की कोई ज़रूरत नहीं है। और वैसे भी, मैं भी थोड़ा काम में बिज़ी थी और मैं कल सुबह जल्दी ऑफिस आ जाऊँगी।”
जैसे ही माही ने बात कही, कियान उसकी बात सुनकर खुश होते हुए बोला, “हाँ, यह ठीक रहेगा। वैसे तुम चाहो तो मैं तुम्हें पिकअप करने आ सकता हूँ।”
माही ने बहाना बनाते हुए कहा, “नहीं, मैं आ जाऊँगी। आपका अपार्टमेंट वैसे भी मेरे घर से काफी दूर है। आपको इधर उल्टा आने की कोई ज़रूरत नहीं है। मैं आ जाऊँगी, डोंट वरी।”
कियान ने माही की यह बात सुनी और वह थोड़ा सोचते हुए बोला, “वैसे एक बात बताऊँ, मैं तुम्हें बहुत मिस कर रहा था। तुम्हें देखने का मन कर रहा है। एक मिनट, वीडियो कॉल करता हूँ, तुम कॉल रिसीव कर लेना।”
जैसे ही माही ने यह बात सुनी, वह कियान को रोकना चाहती थी, लेकिन इससे पहले कि वह उसे रोक पाती, कियान ने तुरंत वीडियो कॉल कर दिया।
कियान की वीडियो कॉल आते देखकर माही झट से उठकर खड़ी हो गई और सोचने लगी कि कियान का कॉल रिसीव करे या नहीं?
क्रमशः