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My Mafia Boyfriend

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Princess Aastha

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ये कहानी है अंश और वान्या की। वान्या जो एक साधारण सी लड़की है और अपना ब्यूटी पार्लर चलाती है। वहीं दूसरी तरफ है अंश ओबेरॉय, जो खतरनाक माफिया डॉन है। उसे पहली नजर में वान्या से प्यार हो जाता है पर वो उससे अपनी पहचान छुपाकर रखता है लेकिन उसे नहीं पता क...

Total Chapters (8)

Page 1 of 1

  • 1. My Mafia Boyfriend - Chapter 1

    Words: 0

    Estimated Reading Time: 0 min

    दिल्ली शहर वान्या एक 20 साल की लड़की है। वो अपना पार्लर चलाती थी,रात को बहुत तेज बारिश हो रही थी। वान्या अपनी बेस्ट फ्रेंड कविता को कॉल लगाकर बोलती है कि उसे आने में देर हो जाएगा। वो फिर बाहर का मौसम देखती है और घड़ी की तरफ देखती है। घड़ी में रात के 9:00 बज रहे थे। वान्या-"अचानक से इतनी तेज बारिश कैसे होने लगी, सुबह से तो मौसम ठीक था, मुझे पहले ही घर चले जाना चाहिए था पर आज पार्लर में कितने सारे आर्डर आए हुए थे,एक लड़की के हाथ में मेहंदी लगाना था फिर एक दुल्हन भी तो आई थी तैयार होने के लिए, इन्हीं सब में टाइम लग गया पर इतनी बारिश में घर कैसे जाऊंगी पर यहा रूक भी तो नहीं सकती, जितना रोकूंगी उतना लेट होगा एक काम करती हूं छाता लेकर निकलती हूं अगर कोई टैक्सी मिल जाएगा ,तो टैक्सी से चली जाऊंगी।" ये सोचकर वान्या अपना पार्लर बंद करती है और छाता लेकर बाहर आती है तभी उसे अपने पार्लर के बाहर सीढ़ियों पर एक आदमी जख्मी हालत में दिखाई देता है,वो आदमी बुरी तरह दर्द में कराह रहा था। वान्या पहले तो उस आदमी को देखकर थोड़ा घबरा जाती है फिर वो कुछ सोचते हुये बोलती है -"नहीं घबराने से कुछ नहीं होगा ,मुझे इस आदमी की मदद करनी चाहिए।" वो फिर उस आदमी के पास आकर उसके कंधे पर हाथ रखकर बोलती है-" आप ठीक तो है ना?" आदमी अपने बाजू को अपने हाथ से पकड़ा हुआ था, उसके बाजू में से खून निकल रहा था। वो आदमी वान्या से बोलता है-"मुझे एक कॉल करना है प्लीज, मेरे पीछे कुछ लोग पढ़े हुए हैं।" वान्या ये सुनकर उसे अपना मोबाइल दे देती है। वो आदमी मोबाइल में किसी से बात करता है। बात करने के बाद वो वान्या को उसका मोबाइल भी दे देता है। वान्या फिर उस आदमी को सहारा देकर उठाती है और उसे अपने पार्लर के अंदर ले जाती है तभी अचानक से सारी लाइट चली जाती है। वान्या ये देखकर गुस्से में बोलती है-" बस इसकी ही कमी थी।" वो फिर उस आदमी से बोलती है-" आप यही रुकिए मैं फर्स्ट एड बॉक्स लेकर आती हूं।" इतना बोलकर वान्या अपने मोबाइल का फ्लैशलाइट ऑन करके फर्स्ट एड बॉक्स लाने चली जाती है। थोड़ी देर के बाद वान्या फर्स्ट एड बॉक्स लेकर उस आदमी के पास आती है पर वो आदमी वहा नहीं था। वान्या ये देखकर हैरानी से बोलती है-"ये कहां चला गया ?" तभी उसे वहां एक नोट दिखता है। वान्या उस नोट को उठाकर पढ़ने लगती है, उस नोट में लिखा हुआ था-" थैंक यू परी मेरी मदद करने के लिए तुम्हारा शुक्रिया, आज भी इस मतलबी दुनिया में तुम्हारे जैसे लोग होते हैं,ये देखकर मुझे बहुत खुशी हुई, अभी मुझे जाना पड़ेगा पर हम दोबारा जरूर मिलेंगे।" वान्या उस नोट को फिर अपने पास रख लेती है और वापस पार्लर बंद करके अपने घर के लिए निकल जाती है। थोड़ी देर में वान्या अपने घर पहुंचती है,कविता उसी का इंतजार कर रही थी और बार-बार अपने घड़ी की तरफ देख रही थी। रात के 12:00 बज चुके थे। वान्या टैक्सी वाले को पैसे देकर घर के अंदर आती है और दरवाजा बंद कर देती है। कविता गुस्से में उससे बोलती है-" टाइम देख वान्या रात के 12:00 बज गए हैं, इतनी लेट कोई घर आता है क्या ,मेरी हालत खराब हो गई थी चिंता कर करके ,कहां थी तू?" वान्या कविता को सॉरी बोलकर उस घायल आदमी के बारे में बता देती है। कविता-" देख किसी की मदद मत किया कर, तुझे याद है ना तुने पहले भी ऐसे ही किसी की मदद की थी और उसके बाद क्या हुआ था।" वान्या उसकी बात सुनकर अपने पास्ट के बारे में सोचने लगती है। कविता-" चल अब ज्यादा मत सोच और कपड़े बदल ले ,पूरी गीली हो चुकी है,मैं तेरे लिए खाना लगाती हूं।" इतना बोलकर कविता वहां से चली जाती है। वान्या भी अपने कमरे में चली जाती है और अपने अतीत के बारे में सोचने लगती है। आखिर क्या अतीत है वान्या का? और कौन था वो अनजान आदमी? ये जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी ये नयी कहानी माय माफिया बॉयफ्रेंड।

  • 2. My Mafia Boyfriend - Chapter 2

    Words: 676

    Estimated Reading Time: 5 min

    अगली सुबह वान्या तैयार होकर अपने पार्लर के लिए निकल जाती है। दिन भर काम करने के बाद वो शाम को घर आती है तो देखती है की कविता तैयार हो रही थी। वान्या उसे देखकर उससे पूछती है-" तू कहां जा रही है?" कविता-" मैं नहीं हम दोनों जा रहे हैं।" वान्या-" पर कहां?" कविता-" पार्टी में।" वान्या-" किसकी पार्टी?" कविता -"अरे यहां होटल ग्रैंड में वीआईपी लोगों की पार्टी हो रही है और तुझे पता है मुझे भी 2 पास मिले हैं, मैं तो ये मौका अपने हाथ से जाने नहीं दे सकती,तू भी जल्दी से तैयार हो जा। वीआईपी लोगों की पार्टी देखना नामुमकिन होता है और जब पास मिल ही गए हैं,तो ये मौका हमें हाथ से नहीं जाने देना चाहिए।" वान्या-"ठीक है मैं आती हूं तैयार होकर।" थोड़ी देर के बाद वान्या तैयार होकर आती है ,उसने बहुत ही खूबसूरत सेक्सी सा ड्रेस पहना हुआ था जिसमें उसकी खूबसूरती निखर कर आ रही थी। कविता उसे ऊपर से नीचे देते हुए मुस्कुराकर बोलती है -"ओ माय गॉड वान्या तू तो बहुत खूबसूरत लग रही है, देखना आज पार्टी में किसी न किसी अमीर लड़के का दिल तुझ पर आने वाला है, पार्टी में सबकी निगाहें तेरे ऊपर ही होगी।" वान्या कविता की बात सुनकर हंस देती है। दोनों फिर पार्टी के लिए निकल जाती है। थोड़ी ही देर में दोनों पार्टी हॉल के अंदर पहुंचती है। वो जगह सच में बहुत ही बड़ा और खूबसूरत था। वहां चारों तरफ बड़े-बड़े वीआईपी लोग एक्ट्रेस और ऐक्टर मौजूद थे और सभी एक दूसरे से  मुस्कुराकर मिल रहे थे। वान्या सबको हैरानी से देखी जा रही थी। कविता वान्या के कंधे पर हाथ रखकर बोलती है-" तो मैडम कैसा लग रहा है यहां आकर?" वान्या-" मुस्कुराकर उससे बोलती है -"थैंक्स यार जिनको मैं टीवी पर देखती थी ,आज उन्हें अपने सामने देखकर बहुत खुशी हो रही है।" कविता फीर एक वेटर से दो ड्रिंक का गिलास मंगवाती है और एक उसे दे देती है और दूसरा खुद पीने लगती है तभी एक लड़का कविता के पास आकर उससे बोलता है-" हेलो मिस क्या आप मेरे साथ डांस करना पसंद करेंगी?" कविता उस लड़के को ऊपर से नीचे देखती है। वो लड़का दिखने में बहुत हैंडसम था। कविता फिर वान्या के कान में धीरे से बोलती है-" मेरी रात को रंगीन हो गई, तू अपनी ड्रिंक इंजॉय कर ,मैं आती हूं डांस करके।" इतना बोलकर वो मुस्कुराते हुए उस लड़के के साथ डांस करने चली जाती है। वान्या को अब अकेले बहुत ही अजीब लग रहा था। वो अपने चारों तरफ देखने लगती है ,उसे बहुत अकेलापन महसूस हो रहा है, वो अपने ही ख्यालों में खोई हुई थी तभी गलती से वो एक लड़की से टकरा जाती है। उस लड़की के ड्रेस पर पूरा ड्रिंक गिर जाता है। वान्या उस लड़की से माफी मांगते हुए बोलती है-" सॉरी मेरा ध्यान कहीं और था, मैं आपकी ड्रेस साफ कर देती हूं।" वो लड़की वान्या को ऊपर से नीचे देखते हुए बोलती है -"तुम हो कौन और इतनी बड़ी पार्टी में आई कैसे, तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी ये महंगी ड्रेस खराब करने की ,तुम दो कौड़ी की लड़की ,तुम्हें अंदर घुसने किसने दिया, मैं अभी सिक्योरिटी को बुलाती हूं।" उसका इतना ही बोलना था तभी पीछे से एक लड़के की आवाज आती है-" मलिका माइंड योर लैंग्वेज, ये मेरी पार्टी है अंश ओबरॉय की, मेरी पार्टी में कौन आयेगा और कौन नहीं वो मैं डिसाइड करुंगा तुम नहीं और मुझे नहीं लगता कि मैंने तुम्हें इनवाइट किया था, तुम मेरे गेस्ट से इस तरीके से बात नहीं कर सकती।" मलिका और वान्या उस लड़के की तरफ देखती है। वो लड़का दिखने में बहुत ही हैंडसम था पर उसके चेहरे पर एक अलग ही रौब था। मलिका जो अभी थोड़ी देर पहले वान्या के ऊपर चिल्ला रही थी। उस लड़के को देखकर अब उसके होठों पर अचानक से मुस्कुराहट आ जाती है। वही वान्या भी उस लड़के को एक टक तक देखने लगती है। कौन था ये लड़का ये जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी ये नई कहानी माई माफिया बॉयफ्रेंड। 🙏 हर हर महादेव 🙏

  • 3. My Mafia Boyfriend - Chapter 3

    Words: 737

    Estimated Reading Time: 5 min

    मलिका और वान्या उस लड़के की तरफ देखती है। वो लड़का दिखने में बहुत ही हैंडसम था पर उसके चेहरे पर एक अलग ही रौब था। मलिका जो अभी थोड़ी देर पहले वान्या के ऊपर चिल्ला रही थी। उस लड़के को देखकर अब उसके होठों पर अचानक से मुस्कुराहट आ जाती है। वही वान्या भी उस लड़के को एक टक देखने लगती है। मलिका उस लड़के से बोलती है-"अंश मुझे इनविटेशन की क्या जरूरत है, मैं तो तुम्हारी गर्लफ्रेंड हू ना।" अंश मलिका को गुस्से में जवाब देता है-" क्या कहा गर्लफ्रेंड,, तुम दिन में भी सपने देखने लगी, मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और मैंने तुम्हें यहां इनवाइट भी नहीं किया था, निकलो मेरे पार्टी से बाहर।" इतना बोलकर वो गार्ड को आवाज लगाता है। गार्ड मलिका को जबरदस्ती वहां से खींचते हुए ले जाते हैं। अंश वान्या के पास आकर उससे बोलता है-"आई एम सॉरी उसकी तरफ से।" वान्या-" नहीं उसकी कोई जरूरत नहीं है गलती मेरी थी, आपको उसे इस तरह से बाहर नहीं निकालना चाहिए था।" वंश वान्या के पास आकर उससे बोलता है-" उसे छोड़ो और तुम बताओ तुम कौन हो क्योकी ये पार्टी मेरी है और मैंने तुम्हें पहचाना नहीं, एक्टर हो या सिंगर?" वान्या-"ना ही मैं एक्टर हूं और ना हीं सिंगर मैं एक आम लड़की हूं,सच बोलूं तो मेरी दोस्त कविता मुझे यहां लाई है, उसे आपके पार्टी के फ्री पासेस मिले थे और फिर हम दोनों यहां इस पार्टी में आ गये अगर आपको बुरा लगा तो आई एम सॉरी, हम अभी यहां से चले जाएंगे।" इतना बोलकर वो जाने लगती है तभी अंश मुस्कुराकर उसका हाथ पकड़ लेता है और उसे अपने करीब खींचकर उसकी कमर पर अपना हाथ डालकर बोलता है-" मैंने तुमसे जाने बोला क्या नहीं ना ,तो फिर क्यों जा रही हो और वैसे भी तुम कोई आम लड़की नहीं हो सकती ,कितनी खूबसूरत हो और सच्ची भी, तुमने कितनी आसानी से अपनी बात बोल दी अगर तुम्हारी जगह कोई और होता तो झूठ बोलता, मुझे बहुत अच्छा लगा तुम मेरी पार्टी में आई तो।" वान्य उसकी बात सुनकर मुस्कुरा देती है। अंश उससे आगे बोलता है-" यहां बहुत शोर है,चलो मै तुम्हे एक खास जगह ले चलता हूं अगर तुम्हें कोई प्रॉब्लम ना हो तो।" वान्या-"नहीं नहीं मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है।" अंश फिर उसे छत पर ले जाता है। छत से पूरा शहर दिख रहा था। वान्या मुस्कुराकर बोलती है-"ये तो बहुत खूबसूरत जगह है।" वंश-"थैंक गॉड तुम्हें अच्छा तो लगा और तुम्हारे होठों पर मुस्कुराहट आयी वरना उस मलिका ने तो तुम्हारा और मेरा हम दोनों का मूड ऑफ कर दिया था, वैसे ये मेरी फेवरेट जगह है और एक बात बताऊ तुम पहली लड़की हो जिसके साथ में यहां आया हूं वैसे मैं ये जगह किसी के साथ शेयर नहीं करता।" वान्या-" तो फिर आप मुझे यहां क्यों लाये?" वंश-" क्योंकि मेरे दिल ने कहा और मैं अपने दिल की सारी बात मानता हूं ,अच्छा बताओ क्या खाओगी?" वान्या-" कुछ भी?" अंश उसकी बात सुनकर हसते हुये बोलता है -"यहां कुछ भी नाम की कोई डिश नहीं मिलती।" वान्या ये सुनकर हसने लगती है। अंश फिर वेटर को कॉल करता है और थोड़ी देर में वेटर खाना टेबल पर रखकर चला जाता है। दोनों फिर खाना खाने लगते हैं। अंश फिर शैंपेन मंगवाता है। वान्या ये देखकर उसे मना करते हुए बोलती है-" मैं नहीं पीती।" अंश-"अरे एक ग्लास से कुछ नहीं होता है, थोड़ा सा पी लो।" वान्या उसकी बात सुनकर एक गिलास शैंपेन पी लेती है, अंश उसे मुस्कुराकर देख रहा था। अंश भी अपना ड्रिंक एंजॉय कर रहा था। वान्या एक और गिलास पी लेती है। अंश ये देखकर उसे मना करते हुए बोलता है -"ज्यादा मत पियो, चढ़ जाएगी।" वान्या-" नहीं कुछ नहीं होता मुझे इसका टेस्ट अब अच्छा लग रहा है ,मैं और पीना चाहती हूं।" इतना बोलकर वो एक गिलास और पी लेती है। वो अंश की बात मान ही नहीं रही थी। थोड़ी देर में वान्या के सर पर नशा चढ़ने लगता है। वान्या अंश की बाहों से आकर लग जाती है। अंश भी अब थोड़ा नशे में आ चुका था। वान्या उसके चेहरे पर अपनी उंगलियां घुमाने लगती है और फिर अंश के चेहरे को अपने हाथ में थामकर उसके चेहरे पर किस करने लगती है। अंश ये देखकर उसे अपनी गोद में उठा लेता है और नीचे अपने वीआईपी कमरे में ले जाता है। थोड़ी ही देर में दोनों एक दूसरे में पूरी तरह से डूब जाते हैं। 🙏हर हर महादेव🙏

  • 4. My Mafia Boyfriend - Chapter 4

    Words: 640

    Estimated Reading Time: 4 min

    अगली सुबह वान्या की सुबह नींद खुलती है। वो अंगड़ाई लेते हुए उठकर बैठ जाती है तभी उसकी नजर अपने बगल में सो रहे हैं हैंडसम से अंश पड़ती है। वान्या उसे देखकर खुद को देखती है। वो जल्दी से फिर खुद को चादर में ढककर रात की घटना याद करते हुए अपना सर पकड़कर बोलती है-" ओ नो मुझसे इतनी बड़ी गलती कैसे हो गई,मैं कल रात इसके साथ कैसे गुजार सकती हूं ,मुझे इसके उठने के पहले यहां से निकलना पड़ेगा।" इतना बोलकर वान्या जल्दी से अपने कपड़े पहनती है और एक नजर अंश को देखकर तुरंत कमरे से बाहर चली जाती है। वान्या के जाने के बाद अंश की भी नींद खुलती है। वो मुस्कुराते हुए अपना हाथ दूसरी तरफ रखता है पर उसके बेड पर वान्या नहीं थी। अंश ये देखकर तुरंत उठकर बैठ जाता है और कमरे में चारों तरफ देखने लगता है पर उसे कमरे में कहीं भी वान्या नहीं दिखती। अंश ये देखकर गुस्से में चिल्लाता है, उसकी आवाज सुनकर तुरंत उसके गार्ड जो कमरे के बाहर खड़े थे भागकर कमरे के अंदर आते हैं। अंश उन सब पर चिल्लाते हुए बोलता है-" जो लड़की कल रात मेरे साथ इस कमरे में थी वो कहां गई?" गार्ड उसकी बात सुनकर एक दूसरे की तरफ देखने लगते हैं। अंश गुस्से में अपना गन निकालकर उनकी तरफ पॉइंट करते हुए बोलता है -"तुम लोगों को सुनाई दे रहा है या नहीं, मैंने पूछा जो लड़की कल मेरे साथ इस कमरे में थी वो कहां है, तुम लोग की ड्यूटी है कि तुम लोग मेरे हर आर्डर को फॉलो करो, तुम सब कमरे के बाहर ही थे ना?" दोनों गार्ड ये सुनकर जल्दी से अपना सर हा मे हिलाते हैं। अंश ये देखकर गुस्से मे गोली उन दोनों के पैर पर मार देता है। दोनों गार्ड अपना पैर पकड़कर दर्द में चिल्लाने लगते हैं। अंश फिर अपने दांत पीसते हुए बोलता है-" अगर कमरे के बाहर थे, तो वो लड़की कमरे से बाहर गई कैसे, मैंने तो उस लड़की का नाम भी नहीं पूछा था,मुझे वो लड़की किसी भी हालत में चाहिए, जाओ यहां से दोनों वरना इस बार गोली पैरों में नहीं सीने में मारूंगा।" दोनों गार्ड्स लड़खड़ाते हुए वहां से चले जाते हैं। अंश अपना सर पकड़कर बैड पर बैठ जाता है। यहां वान्या अपने घर आती है। वो धीरे से घर का दरवाजा खोलकर घर के अंदर अपने कमरे की तरफ जाने लगती है तभी कविता की गुस्से भरी आवाज आती है -"कहां थी तू कल रात, मैंने तुझे पार्टी में कितना खोजा, तू इतनी लापरवाह कैसे हो सकती है, और तेरा फोन कहां है वान्या, तु मुझे एक कॉल नहीं कर सकती थी, तुझे मालूम है मेरे दिमाग में कितने बुरे बुरे ख्याल आ रहे थे ,कहां थी तू रात भर?" वान्या कविता की तरफ पलटकर देखती है और उससे माफी मांगते हुए बोलती है-" सॉरी यार कल रात में बिलकुल भी होश में नहीं थी, मैं तुझे कॉल करना भूल गई।" कविता-"होश में नहीं थी से तेरा क्या मतलब है, तू थी कहां रात भर ,तुझे मालूम है मैं अभी पुलिस स्टेशन जाने वाली थी तेरे गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाने।" वान्या कविता से नजर चुराते हुये बोलती है-"वो मैं एक लड़के के साथ थी।" कविता-" क्या कौन सा लड़का, कोई एक्टर था या सुपरहिट सिंगर?" वान्या-" वो कोई अंश ओबरोए था, मैं उसके साथ ही थी रात भर।" वान्या फिर उसे रात वाली सारी घटना बता देती है। कविता ये सुनकर परेशान होते हुए बोलती है -"क्या तू अंश ओबरॉय के साथ थी रात भर?" वान्या-"हां उसके ही साथ थी,तू क्या अंश ओबरोए को जानती है ,कौन है वो? कविता-"वो मैं तुझे अभी नहीं बता सकती पर मेरी बात  ध्यान से सुन, तू उस अंश ओबरोए से दूर रहेगी।" वान्या-" ठीक है मैं पार्लर जा रही हूं, मुझे लेट हो रहा है।" इतना बोलकर वो रेडी होने चली जाती है।

  • 5. My Mafia Boyfriend - Chapter 5

    Words: 580

    Estimated Reading Time: 4 min

    वान्या अपने पार्लर के लिए निकल जाती है। वही अंश अपने मेंशन के हॉल के सोफे पर बैठा हुआ था और पार्टी में आए गेस्ट का वीडियो देख रहा था तभी उसे पार्टी में वान्या दिखाई देती है। अंश ये देखकर गार्ड को आवाज लगाता है। गार्ड उसकी आवाज सुनकर तुरंत उसके सामने आ जाते हैं। अंश गार्ड से बोलता है-" जितने भी गेस्ट आए थे पार्टी मे मुझे सारे गेस्ट के नामों की लिस्ट चाहिए।" गार्ड थोड़ी देर के बाद अंश के सामने गेस्ट लिस्ट रख देता है। अंश गेस्ट का नाम पढ़ने लगता है पर उसमें वान्या का नाम कहीं नहीं था। अंश को फिर वान्या की बात याद आती है कि उसने बताया था की उसे फ्री पासेस मिले थे इसलिए वो पार्टी में आई थी। अंश ये सोचकर अपना सर पकड़ लेता कि अब वो वान्या को कहां खोजेगा? थोड़ी देर बाद अंश अपनी जगह से खड़ा होता है और वहां से चला जाता है। यहा वान्या अपने पार्लर में थी और एक दुल्हन को तैयार कर रही थी तभी उसके पार्लर का गेट खुलता है और दो गार्ड अंदर आते हैं। वान्या लेडीज पार्लर में गार्ड को देखकर नाराजगी से बोलती है -"तुम दोनों कौन हो और ऐसे कैसे अंदर घुस आए,ये लेडीज पार्लर है दिख नहीं रहा है क्या, बिना मेरे इजाजत के ऐसे कैसे अंदर घुस सकते हो?" उसका अभी इतना हीं बोलना था तभी अंश भी पार्लर के अंदर आता है,वहां पार्लर में जितनी भी लड़कियां थी सभी अंश को देखकर अपनी जगह से खड़ी हो जाती है। अंश उन लड़कियों से बोलता है-"जाओ सब यहां से।" लड़कियां चुपचाप वहां से चली जाती है। वान्या अंश को अपने सामने देखकर हैरान हो रही थी ,अंश भी उसे देखने लगता है। वान्या अंश से बोलती है -"तुम क्या मेरा पीछा कर रहे हो क्या?" अंश-"ये पार्लर तुम्हारा है ?" वान्या-"हां मेरा है।" अंश-" मतलब उस दिन जब मैं जख्मी था ,तो वो तुम थी जिसने मेरी मदद की थी?" वान्या-" क्या वो लड़के तुम थे?" अंश के होठों पर मुस्कुराहट आ जाती है। अंश उसके कमर पर अपना हाथ डालकर उसे अपने बेहद करीब करके बोलता है -"कितनी छोटी है ना दुनिया, मैं तो और यहां उस दिन वाली लड़की को थैंक्स बोलने आया था पर मुझे क्या पता था कि कल मुझे जो पार्टी में मिली थी वो लड़की और जिसने मेरी मदद की थी वो दोनों एक ही होगी।" वान्या उसका हाथ अपने कमर से हटाकर बोलती है-" देखो कल जो भी हुआ,वो मैं नशे में थी, कल रात के बात को भूल जाओ।" अंश-"ऐसे कैसे भूल जाऊं, पहली बार कोई लड़की मेरे इतने करीब आई है और परी अब मैं तुम्हें खुद से दूर जाने दो नहीं दूंगा।" वान्या उसकी बात सुनकर गुस्से में बोलती हो-" मेरा नाम परी नहीं वान्या है।" अंश-" बहुत खूबसूरत नाम है पर आज से मैं तुम्हें अपनी परी बुलाऊंगा, तुम्हें मालूम है जब मैं छोटा था तो मेरी दादी मुझे एक परी की कहानी सुनाती थी और ये बोलती थी कि मुझे एक दिन मेरी परी जरूर मिलेगी और तुम्हें देखता हूं ना, तो मुझे हमेशा दादी की याद आती है, मुझे लगता है कि मुझे मेरी परी मिल गई ,अब मैं अपनी इस परी को तो खुद से दूर जाने नहीं दूंगा ,तो बोलो क्या तुम मेरे साथ डेट पर चलोगी, मैं तुम्हें और करीब से जानना चाहता हूं परी।" वान्या क्या अंश के साथ डेट पर जाने के लिए मानेगी? ये जानने के लिए पढ़ते रहिए माय माफिया बॉयफ्रेंड। 🙏हर हर महादेव🙏

  • 6. My Mafia Boyfriend - Chapter 6

    Words: 622

    Estimated Reading Time: 4 min

    अंश वान्या से बोलता है-" क्या तुम मेरे साथ डेट पर चलोगी?" वान्या उसकी ये बात सुनकर उसे मना करते हुए बोलती है-" नहीं मैं तुम्हारे साथ डेट पर नहीं जा सकती।" अंश-" क्यों नहीं जा सकती मेरे साथ डेट पर, प्रॉब्लम क्या है, मैं तुम्हें पसंद करने लगा हूं।" वान्या-"वो मुझे काम है इसलिए मैं नहीं जा सकती हूं।" अंश-" क्या काम है बताओ मुझे,,तुम्हारे जितने काम है मैं मिनटों में खत्म करवा दूंगा पर मैं तुम्हारे साथ डेट पर जाकर रहूंगा, मैं आज शाम को तुम्हारे घर आऊंगा तुम्हें पिक करने के लिए और इस बार भाग मत जाना जैसे आज सुबह रूम से भाग गई थी ,समझी।" वान्या उसकी बात सुनकर धीरे से अपना सर हिला देती है। अंश-"चलो मैं तुम्हें तुम्हारे घर छोड़ देता हूं इसी बहाने मुझे तुम्हारा एड्रेस भी मिल जाएग।" वान्या-" ठीक है फिर चलिए चलते हैं।" वान्या अंश के साथ बाहर आती है। दोनों फिर कार में बैठ जाते हैं। ड्राइवर कार चलाने लगता है। वान्या उसे अपना एड्रेस बता देती है। अंश उसका हाथ पकड़कर प्यार से बोलता है-" तुम्हें पता है वान्या तुम मेरी जिंदगी में पहली और आखिरी लड़की हो, तुम्हारे अलावा अंश ओबरोए की जिंदगी में ना ही कोई लड़की आई है और ना ही अब कोई लड़की आएगी, क्या तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनोगी?" वान्या अंश की ये बात सुनकर अपना हाथ उसके हाथ से हटाकर बोलती है -"आपको नहीं लगता मिस्टर ओबरोए कि आप कुछ ज्यादा ही फास्ट है ,मतलब हम कल ही तो मिले और आज आप मुझसे गर्लफ्रेंड बनने के लिए बोल रहे हैं।" अंश उसकी बात सुनकर फीका मुस्कुराते हुए बोलता है -"जो बोल रहा हूं दिल से बोल रहा हूं ,मैंने तुम्हें अपनी गर्लफ्रेंड मान लिया है और अब मेरे अलावा तुम्हारी जिंदगी में किसी लड़के को आने नहीं दूंगा और ना ही तुम किसी को अपनी जिंदगी में मेरे अलावा लाने के बारे में सोचना वरना उसका वो आखरी दिन होगा।" वान्या उसकी ये बात सुनकर घबरा जाती है। वो फिर सोचते हुए बोलती है -"मुझे थोड़ा समय चाहिए।" अंश-"तुम्हें जितना समय चाहिए तुम समय ले सकती हो पर आजसे तुम सिर्फ मेरी हो अंश ओबरोए की।" वान्या उसकी बात का कोई जवाब नहीं देती तभी एक तेज धमाका होता है और अंश की कार रुक जाती है। अंश गुस्से मे अपनी गन निकाल लेता है। वान्या उनके हाथ में गन देखकर बहुत ही बुरी तरह डर जाती है। अंश की कार के आगे पीछे उसके बॉडीगार्ड की जो कार जा रही थी,वो दोनों कार एक बलास्ट के साथ उड़ जाती है। वान्या डर से अपने कानों पर अपना हाथ रख लेती हैं। अंश वान्या को अपने सीने से लगाकर बोलता है-" वान्या डरने की जरूरत नहीं है, मैं हूं ना तुम्हारे साथ।" वान्या नजर उठाकर उसकी तरफ देखकर बोलती है -"अंश ये सब कौन है और ये सब क्या हो रहा है?" अंश उसके माथे पर प्यार से किस करके बोलता है -"चिंता मत करो कुछ नहीं होगा ,मैं आता हूं।" ये बोलकर अंश कार के बाहर जाने लगता है पर वान्या उसका हाथ पकड़कर उसे रोकते हुए बोलती है-"नहीं मुझे छोड़कर मत जाओ।" अंश-"जाना पड़ेगा अगर मैं नहीं गया,तो वो लोग यहां तक आ जाएंगे।" इतना बोलकर अंश वान्या को कार के अंदर लॉक करता है और कार से निकलकर आगे की तरफ बढ़ जाता है। उसके कार के बाहर निकलते ही फिर से फायरिंग होने लगती है वान्या डर से सीट के नीचे छिप जाती है। बाहर से गोलियों की आवाज लगातार आ रही थी। कुछ देर के बाद आवाज आनी बंद हो जाती है और सन्नाटा छा जाता है। वान्या सर उठाकर धीरे से बाहर की तरफ देखती है तभी अंश के पीछे खड़ा एक आदमी अंश पर गोली चला देता है। ये देखकर वान्या की चीख निकल पड़ती है-"अंश।"

  • 7. My Mafia Boyfriend - Chapter 7

    Words: 678

    Estimated Reading Time: 5 min

    बाहर से गोलियों की आवाज लगातार आ रही थी। कुछ देर के बाद आवाज आनी बंद हो जाती है और सन्नाटा छा जाता है। वान्या सर उठाकर धीरे से बाहर की तरफ देखती है तभी अंश के पीछे खड़ा एक आदमी अंश पर गोली चला देता है। ये देखकर वान्या की चीख निकल पड़ती है-"अंश।" वान्या की आवाज सुनकर अंश पीछे की तरफ पलटकर उसकी तरफ देखता है,उसके पलटते ही गोली उसे छूकर गुजरती है अगर वान्या ने सही समय पर अंश को आवाज ना दिया होता,तो अभी गोली अंश को लग सकती थी। अंश फिर से गोलिया चलाने लगता है ,उसके होठों पर हल्की मुस्कुराहट थी क्योंकि आज वान्या ने उसकी जान बचा ली थी तभी अंश के एक दुश्मन की नजर वान्या पर जाती है, जो कार के अंदर लॉक थी और सब कुछ देख रही थी। वो ये देखकर तुरंत गाड़ी की तरफ आता है और गाड़ी के दरवाजे पर फायरिंग करता है जिससे कार का लॉक टूट जाता है। वान्या उस आदमी को अचानक से देखकर बहुत ही बुरी तरह डर जाती है। वो आदमी वान्या का हाथ पकड़कर उसे जबरदस्ती कार से बाहर निकालता है। वान्या उससे हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगती है,ये देखकर वो आदमी खींचकर एक तमाचा वान्या के गाल पर मार देता है,उसके थप्पड़ मारने से वान्या के गालों पर उस आदमी के उंगलियों का छाप बन जाता है। वो आदमी गुस्से में वान्या के सर पर बंदूक रखते हुए बोलता है-" अंश ओबरॉय बहुत गोलियां चला लिया तूने ,अब अपना ये गन फेक दे वरना इस लड़की को गोली मार दूंगा।" वान्या डर से अंश की तरफ देख रही थी। अंश गुस्से में अपना गन फेंक देता है। वो आदमी हंसते हुए बोलता है-" चल अब घुटने पर बैठ जा।" अंश-" पहले लड़की को छोड़।" आदमी -"मैंने कहा घुटने पर बैठ अगर तूने मेरी बात नहीं मानी ,तो अभी मैं गोली चला दूंगा।" अंश वान्या की तरफ देखता है। वान्या बहुत ज्यादा डरी हुई थी। अंश घुटने पर बैठ जाता है, उसके सामने ही गन पड़ी हुई थी। अंश फिर उस आदमी के आँखो की तरफ देखने लगता है। वो आदमी मुस्कुराते हुये बोलता है -"अंश ओबरोए देख,, ले आया ना मैं तुझे घुटने पर, बहुत अकड़ है ना तुझमें ,आज मैं तेरी सारी अकड़ निकालूंगा लेकिन सबसे पहले इस लड़की को मारूंगा।" इतना बोलकर वो आदमी जैसे ही वान्या की तरफ देखता है तभी अंश गन उठाकर उसके हाथ पर फायरिंग कर देता है,गोली लगते ही उस आदमी के हाथ से गन छूट जाता है। वो वान्या को जोर से धक्का देता है, वान्या सामने की तरफ जाकर गिरती है जिससे वान्या के सर पर हल्की चोट लगती है और सर से खून निकलने लगता है। अंश ये देखकर भागते हुए वान्या के पास जाता है और घबराकर उससे पूछता है-" वान्या तुम ठीक हो ना।" वान्या उसे कोई जवाब नही देती, डर के कारण उसके मुंह से आवाज नहीं निकल रही थी। अंश की नजर फिर वान्या के सर और गालों पर पड़ती है। वान्या के सर से खून निकल रहा था और गालों पर भी थप्पड़ के निशान थे। अंश ये देखकर गुस्से में उस आदमी की तरफ देखता है। उस आदमी के होठों पर हल्की मुस्कुराहट थी। अंश फिर बचे हुये सारे लोगों पर गोली चलाने लगता है। वान्या फिर से डर से अपनी आंखें बंद कर लेती है, आखरी में वो आदमी बचता है जिसने वान्या को थप्पड़ मारा था। अंश गुस्से में उस आदमी से बोलता है -"तूने बहुत बड़ी गलती कर दी इसे थप्पड़ मारने की,इसे छूने की, इससे मैं बहुत प्यार करता हूं और अब तू इस दुनिया में नहीं रह सकता ,तेरा अंतिम समय आ चुका है।" इतना बोलकर अंश उस आदमी के सीने पर अपने गन की बची हुई सारी गोलियां उतार देता है। उस आदमी की चींख निकल पड़ती है। उस आदमी की चीखें सुनकर वान्या डर से बेहोश हो जाती है। अंश ये देखकर तुरंत उसे अपनी बाहों में थाम लेता है और जल्दी से उसे कार के अंदर लेटाकर खुद ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता है और कार स्टार्ट करके वहां से निकल जाता है।

  • 8. My Mafia Boyfriend - Chapter 8

    Words: 629

    Estimated Reading Time: 4 min

    वान्या डर से बेहोश हो जाती है। अंश ये देखकर तुरंत उसे अपनी बाहों में थाम लेता है और जल्दी से उसे कार के अंदर लेटाकर खुद ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता है और कार स्टार्ट करके वहां से निकल जाता है। अंश की कार थोड़ी देर के बाद एक बड़े से मेंशन के दरवाजे पर आकर रूकती है। नौकर जल्दी से आकर कार का गेट खोलता है, अंश कार से उतरकर वान्या को अपनी गोद में उठा लेता है और तुरंत अपने कमरे की तरफ लेकर जाता है। वो चिल्लाते हुए बोलता है -"जल्दी से डॉक्टर को कॉल करो।" नौकर सर झुकाकर वहां से चला जाता है। सारे नौकर अंश को देख रहे थे और उसकी गोद में बेहोश वान्या को भी। अंश पहली बार किसी लड़की को अपने घर लाया था वरना अंश तो कभी किसी लड़की से बात तक नहीं करता था। थोड़ी देर के बाद डॉक्टर की पूरी टीम अंश के कमरे में मौजूद थी। अंश वान्या के बगल में ही बैठा हुआ था और उसके बालों को सहला रहा था। उसकी नजर वान्या के चेहरे पर ही था। वही डॉक्टर भी हैरानी से वान्या को देख रहे थे। अंश गुस्से में सारे डॉक्टर की तरफ घूरकर देखते हुए बोलता है-" खड़े-खड़े मेरा मुंह क्या देख रहे हो, देखो इसे क्या हुआ है,ये बेहोश हो गई है और मुझे ये सही सलामत चाहिए अगर इसे होश नहीं आया ना, तो तुम लोग कल का सूरज नहीं देख पाओगे।" अंश की ये धमकी सुनकर सारे डॉक्टर डर से कांप जाते हैं तभी एक लेडी डॉक्टर वान्या के पास आती है और उसके सर के जख्म पर मरहम लगाने लगती है और फिर वान्या को इंजेक्शन लगाती है। अंश ये देखकर अपनी आंखें बंद कर लेता है। अंश को देखकर ऐसा लग रहा था जैसे दर्द उसे हो रहा हो। डॉक्टर फिर अंश से बोलती है-" सर मैडम बिल्कुल ठीक है, डर की वजह से बेहोश हो गई है ,अभी थोड़ी देर में होश आ जाएगा, चिंता की कोई बात नहीं है पर ध्यान रखिएगा इनके सामने ये सारी बातें मत दोहराइएगा वरना ये फिर से डर जाएंगी।" इतना बोलकर सारे डॉक्टर वहां से चले जाते हैं। अंश फिर वान्या के सर में अपना हाथ फेरते हुये बोलता है -"मैं हूं ना तुम्हारे साथ, बिल्कुल भी डरने की जरूरत नहीं है तुम्हें, मैं कभी भी कुछ नहीं होने दूंगा, मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूंगा।" 2 घंटे के बाद अंश किसी से कॉल पर बात कर रहा था। वान्या उसके बेड पर लेटी हुई थी तभी वान्या धीरे-धीरे अपनी आंख खोलने लगती है। अंश उसे देखकर तुरंत कॉल काट देता है और वान्या से बोलता है-" थैंक गोड तुम्हें होश आ गया, पता मैं कितना डर गया था जब तुम बेहोश हो गई थी तो।" वान्या अंश को देखकर डर से पीछे की तरफ खिसकने लगती है, उसे वही सारी घटना याद आने लगती है जब अंश ने उस आदमी को गोली मारा था। अंश ये देखकर उसका हाथ पकड़कर उसे अपने करीब करते हुए बोलता है-" वान्या क्या हुआ,तुम मुझसे डर क्यों रही हो, मुझसे दूर क्यों जा रही हो?" वान्या ये देखकर उसे गुस्से में धक्का देकर बोलती है -"दूर रहो तुम मुझसे और अपने ये खून भरे हाथ भी मुझसे दूर रखो।" अंश उसकी ये बात सुनकर उसे अपनी बाहों में भरते हुये बोलता है-"वान्या शांत हो जाओ।" वान्या फिर से उसके सीने पर मारने लगती है और उसे छोड़ देने के लिए बोल रही थी। पर अंश उसे अपनी बाहों में भरा हुआ था। कुछ देर के बाद वान्या थककर रुक जाती है। अंश उसकी आंखों में देखकर बोलता है -"अगर उन्हें गोली नहीं मारता तो वो तुम्हें मार देते, इतनी सी बात समझ में नहीं आती है तुम्हारे।" वान्या उससे कुछ नहीं बोलती। अंश उसे फिर से अपनी बाहों में भर लेता है।