आदर्श अपार्टमेंट...सातवीं मंजिल... एक कमरा जिस मे धुप छन छन की आ रही थी... और एक चार साल का लड़का बेफिक्र से सो रहा था... तभी एक तेईस चौबीस साल की लड़की उस कमरे मे आती है... रिशु बेटा उठो 7 बज गए स्कूल नहीं जाना आपको वो उसके ऊपर से कंब... आदर्श अपार्टमेंट...सातवीं मंजिल... एक कमरा जिस मे धुप छन छन की आ रही थी... और एक चार साल का लड़का बेफिक्र से सो रहा था... तभी एक तेईस चौबीस साल की लड़की उस कमरे मे आती है... रिशु बेटा उठो 7 बज गए स्कूल नहीं जाना आपको वो उसके ऊपर से कंबल हटाते हुए... और कंबल को तह लगाते हुए बोलती है... मम्मा सोने दो ना प्लीज् मम्मा नहीं बेटा लैट हो जाओगे तो जल्दी उठके तैयार हो जाओ.... बच्चा उठ के बैठ जाता है.... गुड मॉर्निंग मम्मा गुड मॉर्निंग.... उसके गालो पर किस करती हुइ बोलती है.... आप तब तक फ्रेश हो जाओ... हम आपकी मासी को जगाने जा रहे है... ओके मम्मा... वो लड़की बगल वाले रूम मे जाती है... एक लड़की के ऊपर से चादर हटा देती है.... कुम्भकर्ण की नानी कितना सोयेगी उठजा... वो लड़की नींद मे हि बोलती है....प्लीज यार सोने दे ना,,, जिया देख हम लेट हो जायेंगे फिर तु प्रिंसपल को तो तु जानती हि हैं,,, फिर देती रहना एक्सउजेस.... उठती हूँ यार.... क्यूँ उस चंट का नाम लेकर डरा रही है.... निधि पांच मिनट सोने दे प्लिज यार ठीक है तु सो हम तो जा रहे हैं.... बाय सुन निधि रुक ना मैं भी चल रही हूँ तेरे साथ.. तुम लोग जल्दी से तैयार हो जाओ.. हम जा रहे हैं नाश्ता बनाने.. तूने नहा लिया... बेड पर लेटे लेटे जिया उससे पूछती है... हां हमने नहा भी लिया.. और मंदिर से भी हो आये.. अब तुम भी जल्दी से तैयार हो जाओ.. रिशु उठ गया... हां उसे भी अभी उठा कर आ रही हूं... अब बातों में समय बर्बाद मत करो.. जाकर जल्दी से तैयार हो जाओ... जो हुकुम मेरी मां.. जिया उठकर अपने कपड़े निकालकर वाशरूम में घुस जाती हैं हा तो अब आते है निधि कोन है,,, जीया कौन है और रिशु कौन है... निधि पाठक रीषभ पाठक जिया चौधरी... और भी कैरेक्टर आपको धीरे-धीरे स्टोरी में पढ़ते हुए मिलेंगे (निधि का एक बेटा है जिसका नाम रीषभ (रिशु )है..4 साल का हैं नर्सरी मैं पढ़ता है और अपने मम्मा का होशियार बेटा, , और हमारी निधि का बस इक ही सपना बेटा पढ़ लिख के पुलिस ऑफिसर बने,, और हमारा रिषभ का बस एक ही सपना है अपने डेड से मिलना और उनसे ढेर सारी चोकलेट लेना और फिर ढेर सारी बाते करना ) निधि नाश्ता बना कर डाइनिंग टेबल पर लगा देती है...और रिशु को तैयार करने के लिए.. उसके कमरे में चली जाती है... रिशु अपने कमरे मे अपने अपने स्कूल ड्रेस के साथ जंग लड़ रहा था... निधि उसके पास जाकर खड़ी हो जाती है.. देखो ना मम्मा रिशु से यह ड्रेस पहना नहीं जा रहा है... लाओ आपको मम्मा तैयार कर देती है... नहीं मम्मा रिशु अब बिग बॉयज हो गया है... अपना कपड़ा खुद चेंज करेगा.. आप तो गर्ल होना... फिर रिशु आपके सामने कपड़े कैसे पहने गा... बेटा अभी आप सिर्फ 4 साल के हुए हो... और अभी आप अपनी मम्मा के सामने बिना कपड़े के खड़े हो...ओह शिट मम्मा आप अपनी आईज क्लोज करो... लेकिन बेबी.. प्लीज़. मम्मा.. निधि अपनी आंख बंद करके खड़ी हो जाती..हैं..रिशु अपने कपड़े निधि को पकड़ा देता है.. अब आप चीटिंग मत करना... आप रिशु को कपड़े पहना सकती हो... निधि उसे अपने बंद आंखों से ही कपड़े पहनाने लग जाती है... और रिशु अभी 4 साल का नहीं है... रिशु अब फॉर ईयर्स सिक्स मंथ का हो गया है... समझी आप.. हां बेटा समझ गई.. अब जल्दी चलो लेट हो रहा है... रिशु अपना स्कूल बैग लेकर.. बाहर हाल में आ जाता है.... निधि उसे नाश्ता करा देती है... निधि अपना पर्स लेने के लिए अपने रूम में चली जाती है.. पर्स लेकर बाहर निकलती है... निधि- चलो बेबी... यस मम्मा जिया हा हा मेरी माँ आ रही हूँ फिर सब स्कूल चले जाते है,, आप बोलोगे की सब क्यों गये तो मैं बता दु,, निधि और जिया उस स्कूल कि taecher है और 1to5th तक पढ़ाती है तीनो ऑटो से उतरकर स्कूल के सामने आते है.... स्कूल के गेट पे जाते है फिर उपर देखते बड़े _बड़े अक्षर में लीखा हूआ रहता हैं,, mothers well school delhi चलो बेटा अंदर चलते है यस मम्मा फ़िर तीनों अंदर चले जाते है गुड मॉर्निंग मैम.... चोकीदार बोलता है गुड मॉर्निंग कैसे हैं काका आप.। निधि बोलती है... बढ़िया बिटिया ..वाच मेन बोलता है... और रिषभ बाबू कैसे हो आप अच्छा हु नाना जी... रिषभ प्यार से बोलता है... चौकीदार उसके सर पर प्यार से हाथ फेर देता है और...फिर.....सब स्कूल के अंदर एंटर करते है... निधि जब स्कूल के अंदर जाती है.... स्कूल के जितने भी टीचर थे... और बड़े क्लास के लड़के.. सभी निधि को देखने लग जाते हैं... निधि की खूबसूरती ही ऐसी थी... लड़कियां भी एक नजर उठा कर जरूर उसे देखती थी.. और लड़कों का तो कहना ही क्या... निधि 5 फुट 2 इंच लंबी दूध जैसी गोरी काले लंबे बाल काली काली आँखें जिनमे काजल लगाने की जरूरत नही है पतली छरहरि काया,, बिल्कुल परी जैसी सुंदर... ऊपर से उसका शांत स्वभाव... किसी को भी उसके बारे में सोचने के लिए मजबूर कर दे.. और हमारा रिषभ बिल्कुल अपनी मम्मा की पड़छाई..मम्मा का बेटा बिल्कुल गोल मटोल क्यूट सा... निधि के पीछे कुछ लफँगे खड़े होकर उसे आवाज दे रहे थे... निधि मुड़कर उन सब की तरफ देखती है... वो लड़के उसके पास आकर खड़े हो जाते हैं... सॉरी सॉरी मेडम नहीं मैम इब कंहा चाल दी हमसे भी बात कर लो.... राहुल हँसते हुए बोलता हैं... दूसरे लड़के गुड मोर्निंग मैडम जी,, गुड मॉर्निंग निधि सिम्पल सा बोलकर फिर निधि जाने लगती है... उसी ग्रुप का एक लड़का आगे आकर निधि को रोकता है.... इतनी भि क्या जल्दी है मैडम जी हमसे थोरा हाइ हैलो करलो,, देखो राहुल हमें लेट हो रहा है,, हमें जाने दो.... निधि जाने लगती है..... तभी राहुल फिर से उसके आगे आ जाता है.... ऐसे कैसे मैडम जी हमने तो अभी ढंग से आपको गुड मॉर्निंग भि विस नही कीया है तो....फिर इतनी जल्दी क्या है फिर वो निधि की तरफ बढ़ने लगता है निधि घबराकर पीछे जाने लगती है....पीछे सरक कर भी वो कं
ऋषभ पाठक(रिशु )
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