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अनकही चाहत part-1

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Anshu Jha

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24 साल के निधि जो अपनों से अलग होकर एक बच्चे के साथ रहती है..! कौन है उसके बच्चे का बाप..! और वह बच्चन धीरज सिंह को क्यों डैड बुलाता है..? क्या धीरज सिंह का नाजायज औलाद है वह..? जानने के लिए पढ़िए अनकही चाहत..!

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अनकही चाहत

Archer

Total Chapters (5)

Page 1 of 1

  • 1. अनकही चाहत part-1 - Chapter 1

    Words: 833

    Estimated Reading Time: 5 min

    आदर्श अपार्टमेंट...सातवीं  मंजिल... एक कमरा जिस मे धुप छन छन की आ रही थी... और एक चार साल का लड़का बेफिक्र से सो रहा था... तभी एक तेईस चौबीस साल की लड़की उस कमरे मे आती है... रिशु  बेटा उठो 7 बज गए स्कूल  नहीं जाना आपको  वो उसके ऊपर से कंबल हटाते हुए... और कंबल को  तह लगाते हुए बोलती है... मम्मा सोने दो ना प्लीज्   मम्मा नहीं बेटा लैट हो जाओगे तो जल्दी उठके तैयार हो जाओ....  बच्चा उठ के बैठ जाता है.... गुड मॉर्निंग  मम्मा गुड मॉर्निंग.... उसके गालो पर किस करती हुइ बोलती है.... आप तब तक फ्रेश हो जाओ... हम आपकी मासी को जगाने जा रहे है... ओके मम्मा... वो लड़की बगल वाले रूम मे जाती है... एक लड़की के ऊपर से चादर हटा देती है.... कुम्भकर्ण की नानी कितना सोयेगी उठजा... वो लड़की नींद मे हि बोलती है....प्लीज  यार सोने दे  ना,,, जिया देख हम लेट हो जायेंगे फिर तु प्रिंसपल  को तो तु जानती हि हैं,,, फिर देती रहना एक्सउजेस.... उठती हूँ यार.... क्यूँ उस चंट का नाम लेकर डरा रही है.... निधि  पांच  मिनट  सोने दे प्लिज यार ठीक है तु सो हम  तो जा रहे  हैं.... बाय सुन निधि  रुक ना मैं भी चल रही हूँ तेरे साथ.. तुम लोग जल्दी से तैयार हो जाओ.. हम जा रहे हैं नाश्ता बनाने.. तूने नहा लिया... बेड पर लेटे लेटे जिया उससे पूछती है... हां हमने नहा भी लिया.. और मंदिर से भी हो आये.. अब तुम भी जल्दी से तैयार हो जाओ.. रिशु उठ गया... हां उसे भी अभी उठा कर आ रही हूं... अब बातों में समय बर्बाद मत करो.. जाकर जल्दी से तैयार हो जाओ... जो हुकुम मेरी मां.. जिया उठकर अपने कपड़े निकालकर वाशरूम में घुस जाती हैं निधि नाश्ता बना कर डाइनिंग टेबल पर लगा देती है...और रिशु को तैयार करने के लिए.. उसके कमरे में चली जाती है... रिशु अपने कमरे मे अपने अपने स्कूल ड्रेस के साथ जंग लड़ रहा था... निधि उसके पास जाकर खड़ी हो जाती है.. देखो ना मम्मा रिशु से यह ड्रेस पहना नहीं जा रहा है... लाओ आपको मम्मा तैयार कर देती है... नहीं मम्मा रिशु  अब बिग बॉयज हो गया है... अपना कपड़ा खुद चेंज करेगा.. आप तो गर्ल होना... फिर रिशु आपके सामने कपड़े कैसे पहने गा... बेटा अभी आप सिर्फ 4 साल के हुए हो... और अभी आप अपनी मम्मा के सामने बिना कपड़े के खड़े हो...ओह शिट मम्मा आप अपनी आईज क्लोज करो... लेकिन बेबी.. प्लीज़. मम्मा.. निधि अपनी आंख बंद करके खड़ी हो जाती..हैं..रिशु अपने कपड़े निधि को पकड़ा देता है.. अब आप चीटिंग मत करना... आप रिशु को कपड़े पहना सकती हो... निधि उसे अपने बंद आंखों से ही कपड़े पहनाने लग जाती है... और रिशु अभी 4 साल का नहीं है... रिशु अब फॉर ईयर्स सिक्स मंथ का हो गया है... समझी आप.. हां बेटा समझ गई.. अब जल्दी चलो लेट हो रहा है... रिशु अपना स्कूल बैग लेकर.. बाहर हाल में आ जाता है.... निधि उसे  नाश्ता करा देती है... निधि अपना पर्स लेने के लिए अपने रूम में चली जाती है.. पर्स लेकर बाहर निकलती है... निधि- चलो बेबी... यस मम्मा जिया हा हा मेरी माँ आ रही हूँ सब बाहर निकल जाते है..! तीनो ऑटो से उतरकर स्कूल के सामने आते है.... स्कूल के गेट पे जाते है फिर उपर देखते बड़े _बड़े अक्षर में लीखा हूआ रहता हैं,, मदर्स वेल पब्लिक स्कूल चलो रिशु लेट हो गए यस मम्मा फ़िर तीनों अंदर चले जाते है """गुड  मॉर्निंग  मैम.... चोकीदार बोलता है गुड  मॉर्निंग  कैसे हैं काका आप.। निधि मुस्कुराते हुई बोलती है..! हम बढ़िया बिटिया ..! और रिशु बाबा कैसे हो आप..? में अच्छा हु अंकल ... रिषभ प्यार से बोलता है... चौकीदार उसके सर पर प्यार से हाथ फेर देता है!..सब स्कूल के अंदर चले जाते..! निधि जब स्कूल के अंदर जाती है....! सबकी नजर ठहर जाती है..! ऊपर से उसका शांत स्वभाव... किसी को भी उसके बारे में सोचने के लिए मजबूर कर दे..! और रिषभ बिल्कुल अपनी माँ की पड़छाई था .! .मम्मा का बेटा बिल्कुल गोल मटोल क्यूट सा... निधि के पीछे कुछ लफँगे खड़े होकर उसे आवाज दे रहे थे... निधि मुड़कर उन सब की तरफ देखती है... वो लड़के उसके पास आकर खड़े हो जाते हैं... सॉरी सॉरी मेडम नहीं   मैम  इब कंहा चाल दी हमसे भी बात कर लो.... राहुल हँसते हुए बोलता हैं... दूसरे लड़के गुड मोर्निंग मैडम जी,, गुड  मॉर्निंग   निधि सिम्पल सा बोलकर फिर निधि जाने लगती है... उसी ग्रुप का एक लड़का  आगे आकर निधि को रोकता है.... ""इतनी भी क्या जल्दी है मैडम जी..! हमसे थोरा हाइ हैलो करलो,, ""देखो राहुल हमें लेट हो रहा है,, हमें जाने दो.... निधि जाने लगती है..... तभी राहुल फिर से उसके आगे आ जाता है.... ऐसे कैसे मैडम जी हमने तो अभी  ढंग से आपको  गुड  मॉर्निंग भी विस नही कीया है तो....फिर इतनी जल्दी क्या है ..!वो निधि की तरफ बढ़ने लगता है निधि घबराकर पीछे जाने लगती है....पीछे सरक कर भी वो दिवार से लग जाती है..! हर हर महादेव अंशु झा

  • 2. अनकही चाहत part-1 - Chapter 2

    Words: 986

    Estimated Reading Time: 6 min

    निधि की तरफ बढ़ने लगता है निधि घबराकर पीछे जाने लगती है....पीछे सरक कर भी वो कंहा जाती... क्यूंकि बाकि के लड़के उसके पीछे भी खड़े थे... एक डर उसके अंदर समाने लगता है... तभी उसके कानों में रिशु की आवाज सुनाई देती है... निधि ज़ब सामने देखती हैं... मम्मा मम्मा  बोलते हुए रिशु  निधि के पास आ जाता है... रिशु को देखकड़ निधि को एक उम्मीद की किरण जगती है... रिशु को देखकर वो लड़के भी साइड हो जाते हैं... हा क्या हुआ रिशु निधि पूछती है... देखो ना मम्मा देव ने फिर से  मेरा बेग गिरा दिया ...चलो हम देखते हैं... निधि  रिशु की हाथ पकड़ कर जल्दी से उन लड़को के बिच से निकल कर चली जाती है... कब तक बचेंगी मैडम जी,, दो बार फैल हुआ आपकी चक्कर  मै,, ऐसे नहीं आपको जाने दूंगा...कब तक ये चूजा आपको मुझसे  बचाएगा... राहुल बोलता है...      चल रानी उसी की ग्रुप की एक लड़की... हाँ....एक बात पूछूँ... रानी बोलती है.... हा पूछ... एक क्या दो पूछ,, तु उस निधि मैम  के पीछे क्यों पड़ा हुआ है 4 साल का बेटा है उसका तुझे दिखाई नहीं देता है क्या?... तु नहीं समझेगी रानी वो क्या माल है...मुझे कौन सा उससे शादी करनी है ,,, मुझै तो बस रात रंगीन करनी है,, समझी चल अब क्लास चलते पापा भी पहुँचने वाले होंगे,, फिर ठीक है मै तो सोचती थी तु उससे प्यार तो नही करने लगा है, , हट पागल राहुल खुराना को इतनी जल्दी प्यार नहीं करता है... एक जायेगी और एक आयेगी,, बस ये मैडम जी हाथ नही आ रही हैं पैसा पावर सब दिखा दिया फिर भी हाथ नही आ रही हैं चल जल्दी चल उसका ग्रुप क्लास की और चले जाते अब जिसका बाप स्कूल का प्रिंसपल हो वो प्रेयर मे नहीं जा सकता ना..... रिशु निधि को लेकर प्ले ग्राउंड में जाता है... वंहा पर रिशु की उम्र के बच्चे सब खेल रहे थे... देखो ना मम्मा देव को....रिशु से  बोल रहा था की तेरे तो पापा हि नही है..... और तेरे पापा कभी नहीं आएंगे.. तुझसे मिलने... निधि उस बच्चे की तरफ देखती है... जो सहम कर खड़ा था ..आप बोलो ना मम्मा की मेरे भी पापा है और वो जल्दी मुझसे मिलने आयेंगे... रिशु उम्मीद भरी नजरों से निधि को देखकर बोलता है... फिर उसके छोटे-छोटे आंखों में आंसू टपकने लगते हैं....ये बोलकर रिशु  रोने लगता है..... निधि को भी रिशु की आंखों में आंसू देख.. कलेजा छलनी हो जाता है... वह नीचे बैठकर.. अपने दोनों हाथ से रिशु के आंसू पोछती है ... और रिशु को चुप करवाती है.... आपके पापा जरूर आएंगे आपसे मिलने...और अगर आप इस तरह रोते रहे... तो आपकी आंखें लाल हो जाएगी.. और आपके पापा जब आपकी लाल आंखें देखेंगे.. तो वह हमें डांट आएंगे.. कि हमने आपका ध्यान नहीं रखा।... नो नो मम्मा अब रिशु नहीं रोएगा... रिशु बिल्कुल चुप हो जाता है.. निधि देव की तरफ मुड़कर बोलती है.....देव सॉरी बोलो ऐसे नही बोलते,,देव भी एक बच्चा रहता है... उसका भी मन कोमल रहता है.... इस तरह रिशु को रोता देखकर देव को बुरा लगने लग जाता है.... और वो कान पकड़के के सॉरी बोलने लगता है.... सॉरी  मैम सॉरी ..रिषभ,, और फिर निधि देव के पास बैठती और पूछती है बेटा आपसे किसने बोला की रिषभ के फादर नही है  वो मैम   वो वो .... हा देव बोलो वो जब मे आ रहा था तो,, देव घबराने लगता है....तो क्या बेटा ...निधि उसके गाल पर प्यार से हाथ रखकर पूछती है....राहुल भैया बोले रिशु से झगड़ा करने के लिए और उसे बोलने के लिए की उसके पापा नही है सॉरी मैम कोई नही बेटा आप जाओ क्लास मे हम आ रहे है.... बाय मम्मा बाय आज इस राहुल ने तो हद कर दि इसने हमारे बेटे को अपना टारगेट  बनाया आज तो हम  इसे छोडेंगे नहीं.... गुस्से से प्रिंसपल ऑफिस के तरफ जाने लगती है.... प्रिंसिपल ओफिस मे आई कोमिंग सर ,,,यस कमिंग निधि अंदर जाती है... सर हमें किसी के खिलाफ कंप्लेन करनी है.... किसके खिलाफ.... प्रिंसपल पूछता है.... सर राहुल,,,,, सॉरी  निधि अगर तुम राहुल की कोई शिकायत करने आई हो तो मे बता दु की मे फ्री नही हु ...हा अगर दूसरा काम है तो बोलो,, सर पहले हमारी बात तो सुनिये उसने किया क्या है क्या किया है तुम्हारा रेप किया है नही ना सर र र....निधि जोर से बोलती है....   चिलाओ मत भूलो मत की तुम एक प्राइमरी   टीचर हो और मै  एक प्रिंसिपल हु....  देन  गेट लॉस्ट फ्रॉम  माय  ऑफिस ...और हा ये मत भूलना की राहुल मेरा बेटा है.. इसलिए किसी के सामने अपने मुंह खोलने की कोशिश मत करना... अगर ज्यादा तकलीफ है तो 3 लाख वापिस करो बाहर का रास्ता नापों... निधि रोती हुई बाहर चली जाती है,, ज़ब  देखो मुह उठा के चली आती है.... पियोन ....यस सर कड़क चाय लेके आओ जी सर निधि क्लास मे जाती है क्लास मे सब बच्चे गुड मॉर्निंग  मैम .     गुड मॉर्निंग ....क्लास सब बच्चे बैठ जाते है। ,, आपलोगो ने कल वाला होम वर्क पुरा कर लिया यस मेम  निशा यस  मैम् सारा कॉलेक्ट् कर के ले आओ मे चेक कर लेती हु  निधि अपना आंसू भुला कर.. क्लास  मे बिजी हो जाती है पढ़ाते पढ़ाते लंच टाइम कब हो जाता है निधि को पता नहीं चलता है.... लंच टाइम मैं जब निधि लंच करने के लिए बाहर नहीं आती है... तो जिया उसे लंच करने के लिए बुलाने आती आती...निधि लंच नही करना हा...हा निधि अपने मे खोई रहती है.... कहां खोई हुइ हैं चलना लंच करने के लिए... हां चलो चलते हैं.. निधि अपने कुर्सी पर से उठते हुए बोलती हैं.... दोनों कैंटीन में आकर अपना अपना लंच निकालकर.. खाने के लिए बैठ जाती है.. जिया फोन चलाने के साथ खाना खाने में बिजी हो जाती है.. लेकिन निधि के दिमाग में.. प्रिंस कल की बात घूम रही थी... और वह तीन लाख का कर्जा चुकाने की बात... उसके दिमाग से जा ही नहीं रही थी... हर हर महादेव अंशु झा

  • 3. अनकही चाहत part-1 - Chapter 3

    Words: 947

    Estimated Reading Time: 6 min

    निधि अपने यादों में खो जाती है सोसायटी कंपाउंड मे बच्चो के साथ रिशु खेल रहा था.... और तभी बेहोश होकर निचे गिर जाता है.... पड़ोसी का बच्चा निधि को बोलने आता है की.... आंटी रिशु को देखो क्या हो गया है.... निधि दौड़कर नीची कैंपाउंड जाती है....  और उसे उठाने की कोशिश करती है... उसके ऊपर पानी छिड़ककर... उसे होश में लाने की कोशिश करती है... लेकिन रिशु होश में नहीं आता है....  रिशु की तबियत ज्यादा खराब हो जाती है...निधि उसे हॉस्पिटल लेकर भागती  है.... निधि के पहुंचते ही... डॉक्टर उसे  इमरजेंसी में भर्ती कर लेते हैं.... डॉ निधि को बताता है...कुछ टेस्ट के बाद पता लगता है की रिशु को हार्ड प्रॉब्लम है.... निधि यह सुनकर बूत बनकर खड़ी हो जाती है.. उसके पास रिशु के अलावा क्या था... आज उसकी हालत देखकर... उसके शरीर में जान ही नहीं बचे थे... नर्स को लगता है निधि को डॉक्टर की बात समझ नहीं आई.. इसलिए चुपचाप खड़ी है... मैम आपको डॉक्टर ने बोले हैं... आपके बेटे को हार्ड प्रॉब्लम है... इसका मतलब यह होता है कि आपके बेटे के दिल में छेद हैं... और उसका तुरंत ऑपरेशन करना पड़ेगा... ऑपरेशन का नाम सुनकर निधि अंदर से कांप जाती है... और धम से वहीं पड़े बेंच पर बैठ जाती है... निधि के हालत देखकर... नर्स उसके पास आती है... देखिए मैडम आप खुद को संभालिए... आपके बेटे का जल्दी ऑपरेशन करना पड़ेगा... आप यह लीजिए पेपर साइन कर दीजिए... ऑपरेशन के फीस  पांच लाख रूपये है... आप जल्दी से जमा कर दीजिए... हम उसका ऑपरेशन स्टार्ट कर देंगे.. तुरंत  ऑपरेशन  करना पड़ेगा... बोलकर डॉक्टर और नर्स चले जाते हैं.. निधि अपने आप को संभालती है.. अपने आंसू पोंछकर.. एक बार फिर से पेपर को पढ़ती है.... अपना फोन खोजती है जीया को फोन करने के लिए.. लेकिन हड़बड़ी में वह घर से फोन लाना भूल गई थी.... अब हमें ही घर के लिए निकलना होगा... सबसे बड़ी दुविधा उसके लिए पांच लाख रुपए था... वो एक स्कूल में प्राइमरी टीचर थी.. महीने में उसके 10 से ₹12000 मिलते थे... जिससे अपना रिशु का खर्चा चलाती थी... एक साथ वो  ₹500000 कहां से लाती है... हमें पैसे इकट्ठा करने होंगे... हमें हमारी रिशु की जान बचाने हैं... हम इस तरह से हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठ सकते हैं... निधि उठकर बाहर की तरफ जाने लग जाती है... सामने से आ रही औरत को नहीं देखती है.. और जोर से उसे धक्का लग जाता है... मिसेज खुराना लड़खरा जाती है... निधि जब सामने देखती है... तो वह उनसे माफी मांगने लग जाती है... मिसेज खुराना भी जब सामने देखती है... निधि के परेशान चेहरे को देख कर... उन्हें भी पता चल जाता है.. कि यह लड़की बहुत परेशान है... क्या हुआ बेटा परेशान क्यों लग रही हो... टेंशन मत करो भगवान सब सही कर देंगे... निधि उनको एक नजर देख कर... आगे बढ़ने लगती है... मिसेज़ खुराना भी दूसरी तरफ चली जाती है ..... ऑटो पकड़कर अपनी सोसाइटी के पास उतरती है...और दोड़ के फ्लैट पर  गयी.... फ्लैट का डोर बेल बजाती है... जिया आकर दरवाजा खोलती है..निधि . देखते ही जिया के सवाल चालू हो जाते हैं.... कंहा गई थी तुम और रिशु कहां है...और तुम अपना फोन साथ में क्यों नहीं रखती हो.... जिया हम अभी बहुत परेशान है... क्या हुआ... जिया रिशु हॉस्पिटल में एडमिट है.. क्या... हां जिया.. लेकिन उसे हुआ क्या... निधि सब कुछ जिया को बताती है .. जिया भी सुनकर रिशु के लिए परेशान हो जाती है... जिया बोली मेरे पास अभी 1 लाख  रुपये ही है  मैने कल ही जयराज को पैसे ट्रांसफर की है उसने नया घर लिया है मेरे नाम पर तो कुछ पैसे कम पड़ रहे थे तो,, मैने भेज दिया ,, ठीक है जो तेरे पास पैसे है वही मेरे एकाउंट मे ट्रांस्फर कर दे तेरे बोलने से पहले मैने कर दी है थैंक्यू जिया ... हम बता नहीं सकते तुमने हमारी कितनी बड़ी हार की है... हम अब  हॉस्पिटल जाते है.... रुक मे भी चलती हूँ...और हा थेंक्स बोलने की जरूरत नही,, हैं रिशु मुझे  माशी बोलता हैं,,, ठीक है....  जयराज के भी पास पेसे नही होंगे अभी,, जिया बताती है...कोई  नही चल हॉस्पिटल चलते है वही पे कुछ जुगाड़ करेंगे निधि के आँखो से तो आँसू सुख ही नही रहे थे...,, आज उसे पैसों की अहमियत पता चली थी... कि पैसे ना होने के कारण... लोग कितना परेशान होते हैं... उसकी आंखों से आंसू मोती की तरह निकल रहे थे.. चुप हो जा यार कितना रोयेगी अगर रिशु को पता लगा की तु रो रही थी तो वो मुझै डांटेगा बोलेगा माशी आपसे एक काम सही से नही होता। ... जब रिशु वहां पर नहीं था तब आपने उसकी मम्मा को रुलाया.. वेरी बैड... रिशु की नकल उतारते हुए जिया बोलती है... निधि  रोते,-रोते चेहरे पर भी हल्की मुस्कान आ गयी... दोनों हॉस्पिटल निकल गए... फिर दोनो हॉस्पिटल पहुंची.... और कोड़ीडोर से गुजर रही थी की फिर से निधि मिसेज खुराना से टकरा गयी...निधि और जिया सॉरी बोलकर जाने लगती है... मिसेज़ खुराना उनका उतरा हुआ चेहरा देख लेती है... और निधि को पहचान जाती है... उन्हें पीछे से आवाज़ लगाती गई.... और बोलती आप परेशांन लग रही.... क्या हुआ आप मुझे बताइये मे आपकी हेल्प कर सकती है.... आप कैसे हेल्प करेगी.. दोनों मुड़कर उनकी तरफ देखते हैं .. जिया पूछती है.... देखिये ये हॉस्पिटल मेरे हस्बेंड के देख रेख मे आता है.... इस हॉस्पिटल का ऑनर कोई और है.... लेकिन संभालते मेरे पति हि है.... अगर आपकी कोई परेशानी बड़ी है तो.... मेरे हस्बैंड हॉस्पिटल के ओनर से बात कर लेंगे.... मिसेज खुराना की बात सुनकर.... दोनों के मुरझाए हुए चेहरे पर... एक उम्मीद की किरण नजर आती है... निधि और जिया उनके पास जाते हैं... हर हर महादेव अंशु झा

  • 4. अनकही चाहत part-1 - Chapter 4

    Words: 940

    Estimated Reading Time: 6 min

    निधि उन्हें  पुरी बात बताते है.... मिसेज खुराना,... बोली उनकी सास यही हॉस्पिटल में भर्ती हैं...मे अपने पति से बात करती हूं...वो अपने दोस्त  से बात कर कर देखते हैं....चिंता मत कीजिये और वो अपने पति को फोन लगाती

    हैलो वीरेंदर हैलो,,, हा बहरा नही हो गया हु बोलो

    क्या आप आप अभी कमल भाई साहब से बात कर सकते हो

    क्यों क्या हो गया माँ की  तबियत ज्यादा खराब हो गयी है

    मे हॉस्पिटल आऊं ।।।

    नही मांजी  बिल्कुल ठीक है.... मुझे आपसे किसी और बारे मे बात करना है.... किस बारे मे... Mr  खुराना पूछते हैं....वो एक बच्चा हॉस्पिटल मे एडमिट  है... उस बेचारी के पास पैसा नही है और डॉक्टर ने उससे 5 लाख पैसे मांगे है और उस बेचारी के पास 2 लाख है अभी आप भाई साहब से बात करके देखीये  ना, ... वो तो ये हॉस्पिटल  गरीब और बेशहारा लोगो के लिए बनाया है... ना...

    तो वो उनकी मदद जरूर करेंगे....mr खुराना कुछ बोलने वाले ही होते हैं.... की  उधर से आवाज आती है,  निधि इधर आ ना देख ना सीनियर डॉक्टर तुझे बुला रहे है हा जिया आई... हम आते है... ऑन्टी आप अंकल से बात कीजियेगा,, ठीक है बेटा आप जाओ निधि चली जाती हैं।। हैलो हा हैलो क्या उन दोनों का नाम निधि और जिया है   ।।,

    हाँ  आपको कैसे पता....मिसेज़ खुराना बोलती है...चल छोड़ो मे बात करके देखता हु.... प्रिंसिपल कॉल कट कर देता है....फिर वो सोचता अगर मै इसकी हेल्प करता हु तो फिर इसकी स्कूल मे सैलरी कट कर लूंगा... अपना फायदा का जुगाड़ लगाने लग जाता है

    और फिर वो कमल  सिंह को  कॉल  करता है रिंग जाती है



    हेलो... हा उधर से आवाज आती है हैलो बिरेंद्र हा बोल इतनी रात को क्यु फोन किया है.... Mr सिंह  बोलते हैं...वो कमल हॉस्पिटल के सिलसिले मे बात करनी है हा बोल आंटी जी ठीक है।।,, हा कमल  माँ तो ठीक है....एक केस आया हैं हॉस्पिटल में जिनके पास आधा पैसा भी नही हार्ट प्रोबलम है ऑपेरशन  करना है बच्चा है 2 साल का जिंदगी का सवाल है अगर तुम बोलो तो डॉक्टर को बोलके ऑपरेशन करबता हू।।।

    तो इसमें पूछने वाली कौन सी बात है।।।, वो हॉस्पिटल ही मैने ऐसे जरूरतमंद लोगो के लिए  बनाई है...मे अभी डॉ सहनी को काल करता हु, , बोलकर मिस्टर सिंह फोन रख देते हैं....

    हैलो डॉ सहनी अभी जो एक  बच्चा का केस आया है वो आप हैंडल कर लो  जी सर ... उनके पास पैसे नहीं है... इसलिए जितने पैसे हैं... उतने ही लो उनसे... ठीक है सर... मिस्टर सिंह फोन रख कर.. एक बार बच्चे के लिए  दुआ करते हैं.. और भगवान से बोलते हैं.. कि बच्चे को जल्दी से ठीक कर दे.....



    निधि और जिया दोनों ऑपरेशन  थिएटर के बाहर बेंच पर बैठे हुए थे..

    तभी एक नर्स आकर निधि को बताती है

    मैडम आपके बेबी का ऑपरेशन हो रहा है आप टेंसन मत लो सब ठीक होगा,,, थैंक्यू डॉक्टर और वो दोड़ के आंटी के पास चली जाती है और उन्हे थैंक्स बोलने लगती है....डॉक्टर बताना चाहता था की mr सिंह  के वजह से पॉसिबल हुआ है ।

    लेकिन सीनियर डॉ आये और बोले जल्दी चलो

    ओटी मे  यस सर डॉक्टर्स  चले जाते है....

    कुछ घंटो के बाद ऑपरेशन सफल होता है... रिशु जल्दी ही ठीक हो जाता है...







    क्या हुआ तु लंच क्यु नही कर रही है.... जिया उसे कंधे से हिला कर पूछती है.... निधि हाँआ वो फिर होश मे आती है... और अपनी यादों से बाहर आती है 

    हा मम्मा आप खाना क्यु नही खा रहे हो खाना खाओ न।

    वो बेटा भूख नही है आप खा लो मे बाद हम बाद मे  खा लेंगे  ओके मम्मा फिर वो खाना खाने लगता है

    निधि सोचती है  हे माता रानी हमेशा हमारे साथ ही क्यों ऐसा होता है  जितना हम  इनलोगो से पीछा छुराने  कोशिश करते है... उतना ये हमारे सर पे सवार रहते है



    तभी वहां पर राहुल अपने दोस्तों के साथ टपक पड़ता है हैलो मैडम जी मुझे पता आप हमे ही मिस कर रही थी हम यहाँ बैठ जाये,, इसमें पूछने वाली कौन सी बात है ..... उसकी  ग्रुप की एक लड़की बोलती है....  निधि जब अपने सामने राहुल को देखती है... निधि उठ कर खड़ी हो जाती है

    देखो राहुल हम बहस करना नही चाहते इसलिए  प्लिज  तुम यहाँ से चले जाओ...

    रानी बोली एक बात बताओ तुम जो हमेशा हम हम करती रहती हो खुद को बोलती हो,, या अपने इस चूजे और अपनी ये सो कोल्ड बेस्ट फ्रेंड जिया को साथ लेके बोलती हो हा बताओ....  निधि उसके बातों को इग्नोर कर

    जिया चलो हमे यहा से चलना चाहिए  वेसे भी क्लास का टाइम  हो गया है....

    हा निधि सही बोल रही है चल हम चलते हैं हम तो यहा पढ़ाने आते कोई  टाइम पास करने थोड़ी हि आते है....क्युकी हम बच्चों को पढ़ाएंगे तभी तो वो हर साल आगे के क्लास मे जायेंगे  नही तो कुछ लोगो के देख लो

    तीन साल से एक ही क्लास मे पढ़ रहे है दोनो हंसती हुई चली जाती है

    इसकी तो मे राहुल  गुस्से से उसके पीछे जाने लगता है की तभी संजय उसका हाथ पकड़ लिया(संजय उसी के ग्रुप का एक लड़का) क्या कर रहा है राहुल कैंटीन है ये,, तो क्या हुआ कैंटीन है तु भूल रहा मेरा बाप इस स्कूल का प्रिंसिपल है.... और मुझे नहीं फर्क पड़ता है कि मैं कैंटीन में हूं या क्लास में... मेरा जो मन होता है मैं वही करता  हूं....कोई बात नही राहुल चल हम मैच देखने चलते है...  संजय बात  संभालने की कोशिश करता है...और सब उठके चले जाते है



    इधर निधि का भी स्कूल ख़तम होता वो तीनो भी घर चले जाते है...





      हर हर महादेव

    . अंशु झा

  • 5. अनकही चाहत part-1 - Chapter 5

    Words: 1081

    Estimated Reading Time: 7 min

    तीनों घर पहुँचते है,, रिशु तुम जाकर आराम करो और मासी को परेशान मत करना...! ओके मम्मा..!

    ""और जिया  तुम्  भी आराम कर लो..! निधि पर्स में से कुछ सामान रखने और निकालते हुए बोलते हैं


    ""क्यों तूम कहीं जा रही हो...?
    हाँ हम मेकअप स्टूडियो जा रहे हैं... कोई क्लाइंट  आई  है और बोल रही है वो हमसे ही क्लीनप  करवायेगी,,। तुम रात का खाना का टेंसन मत लेना हम 9 बजे तक आयेंगे और आकर बना देंगे और हा रिशु  उठे तो नाश्ता करा देना ..! ओके बाय निधि बाय बोल कर जाने लगे थे तभी जीया उसे पीछे से आवाज देती है
    "" निधि खाना तो खाले लंच भी तुमने सही से नही किया था,,, हम बाहर ही कुछ खा लेंगे तुम चिंता मत लो।।। निधि  चली जाती है... जिया भी  गेट बंद करके अपने रूम में आ जाते हैं... कुछ देर इधर-उधर का काम करके... अपना फोन निकाल लेती हो
    चल जिया थोड़ा किसी का दिमाग़ खाया जाए,,, जिया जयराज को फोन लगाती है
    फोन की रिंग जाती पर जयराज फोन नही उठाता वो मीटिंग मे बिजी रहता है,, ज़ब जयराज फोन नहीं उठाता है तो जिया खीज जाती हैं।

    दिमाग खाने के लिए फोन तो उठाये यें फोन क्यूँ नही उठा रहा है... अब हम इसे फोन ही नहीं करेंगे...! अब करे यें फोन और करे यें यह बाबू सोना.. तब उतारूंगी मैं इसका जादू टोना... जिया मुंह फुला कर बैठ जाती है... लेकिन फिर वह सोचती है।


    शायद मीटिंग मे बिजी  होगा...तु भी ना जिया वो तेरी तरह स्कूल मे नहीं पढ़ाता है जो 3 बजे के बाद फ्री हो जायेगा। वो तो ऑफिस जाता 9 to 10 जॉब करता है
    कोई नहीं जब फ्री होगा तब कॉल कर लेगा...



    "" बेंगलुरु कॉपरेट एरिया एक बड़ा सा  कांच ऑफिस  12th फ्लोर पर मीटिंग रूम मे ...  कॉन्फ्रेंस  मीटिंग चल रही थी.. मीटिंग वाले रूम में लंबा सा टेबल रखा हुआ था.... टेबल के दाएं बाएं बहुत सारे आदमी बैठे हुए थे.. सामने मेन चेयर पर...! एक 27,28 साल नौजवान बैठा हुआ था...। उसके चेहरे का तेज पर्सनैलिटी बताने के लिए काफ़ी था ।


    ""मिस्टर सिंह आप अपना ओफिस दिल्ली मे क्यों शिफ्ट करना चाहते है आपका बेंगलुरू इतना इन्वेस्टमेंट और काम है आप अपना सारा काम छोड़ के दिल्ली जाना चाहते है    एनी  प्रोबलम   कैन  आई  हेल्प  यू  फॉर  एनिथिंग...  मिस्टर पटेल सीरियस होकर बोलते हैं..

    ""नो  थैंक्स  मिस्टर पटेल बट में किसी की हेल्प लेता नहीं बल्कि करता हूँ। थैंक्स  फॉर  द  कंसर्न ... आपको  बिज़नेस की सारी डिटेल्स  इस फाइल मे मिल जायेगी....! बाकि आपको मेरा असिस्टेंट समझा देगा। कुछ घंटे तक सबके बीच मीटिंग चलती है....! धीरज उठकर खड़ा हो जाता है...! धीरज के खड़ा होते ही... सब खड़े हो जाते है... ।

    ""  अब आप जा सकते है... धीरज और मिस्टर पटेल दोनों हाथ मिला लेते हैं... एंड एव्री बॉडी  बेक टू  द  वर्क...! सबके निकलते ही धीरज मीटिंग रूम से बाहर आ जाता है...  और जयराज  के साथ अपने केबिन की ओर जाने लगता है..


    अपने केबिन में पहुंचकर धीरज...एमडी की कुर्सी पर बैठ जाता है.... और लैपटॉप पर कुछ का टाइप करने लग जाता है...।
    जयराज मीटिंग मे फोन साइलेंट  पे रखना होता है ना वाइब्रेट पर ,,   ।

    ""सॉरी  सर आज के बाद नही होगा गुड ,,, मेरे सेल फोन पे भी कोई कॉल  आया है..... जी सर अंकल  का  कॉल  आया है   ... !जयराज बोलता है        
    क्या सर सर लगा रखा  कॉल  टू  मी  धीरज  ओके.."".  पर सर मे आपको नाम से कैसे बुलाओ आप तो मेरे बॉस है ना
    रुक मे तुझे अभी बॉस गिरी दिखाता हूँ .. ! अच्छा जरा पकड़ के दिखाओ। तुझे क्या लगता हैं मुझे दौड़ना नहीं आता है । धीरज लैपटॉप बंद करते हो बोलता है। हाँ तो पकड़ ना,,! धीरज जयराज के पीछे भागता हैं ....। दोनों पकड़म पकड़ाई खेलते हुए अपने कैबिन से बाहर चले आते  है...""
    कैबिन की बाहर ऑफिस की कलीग्स धीरज को देखने लग जाते है..! उसका आकर्षक और व्यक्तित्व ही ऐसा था। जो किसी कि भी नजर रोक लेता था। औरत हो या मर्द नजर सब की थमती थी

    6 फिट लंबा  कसरती बदन,काले बाल  बिल्कुल सलीके लगे हुए मिला जूला के भूरी भूरी आँखे...  हल्की हल्की दाढ़ी जिसमें उसके लाल होंठ उभर कर देखे थे ...!  ऑफिस की हर लड़की का दिल अटकता था,,. उपर से अमीरी जो हर किसी को अंधा कर देता था। हर आसपास की लड़की दिल हथेली पर लेकर घूमती थी। लेकिन उसके लिए लड़कियां सिर्फ लड़कों का क्रेडिट कार्ड देखने वाली मशीन लगती थी।सबकी नजरे खुद पर पाकड़ एकदम सीरियस हो जाता है।


    ""तभी  उसका फोन बजने लगता है।।... उसके फोन पर डैड नाम शो हो रहा था... वह झट से कॉल रिसीव कर लेता है


    "" हाँ डेड,,,! हेलो धीरज कैसे हो..?

    "" मैं ठीक हूं आप बताइए आप कैसे हैं और मॉम कैसी है....? धीरज अपने केबिन में कुर्सी पर बैठते हैं पूछता है...

    "" में बिल्कुल ठीक हु और तुम्हारी मॉम भी ठीक है। मिस्टर सिंह मुस्कुराते हुए बोलते हैं,,तुम कब आ  रहो हो वापस  .... 2 साल हो गए देखे हुए   तुम्हें   ,, तुम्हारी दादी मां ने.. तो अब आस ही छोड़ दिया है तुम्हें देखने का... मिस्टर सिंह भावुक होकर बोलते हैं...


    ""ओके डैड में आपकी ही बात माँ रहा हूँ। यंहा का ऑफिस मैंने आपके दोस्त मिस्टर पटेल को हैंडोवर कर दिया है ।  और कल शाम की फ्लाइट है मेरी रात तक पहुँच जाऊंगा....!

    "" मिस्टर सिंह यह सुनकर बहुत खुश हो जाते हैं...! सच में..? हम्म..! जल्दी से आ जाओ धीरज हम सब तुम्हारा इंतजार कर रहे हैं।... हां डैड आ रहा हूं।

    ""बाय डैड मे आपको बाद मे कॉल करता हूँ...।

    "इधर "धीरज को व्यस्त देखकर... जयराज भी बाहर निकल जाता है... और अपना फोन निकाल कर मिस कॉल चेक करता हैं... जिया का नंबर देखकर जयराज तुरंत जिया को फोन लगाता है।..... पूरा रिंग जाने के बाद भी जिया कॉल रिसीव नहीं करती है..... जयराज को पता था कि जिया गुस्सा हो गई होगी..। वो उसके हर आदत से वाकिफ था।


    वो फिर जिया को फिर से कॉल .करता हैं...। दो चार रिंग जाने के बाद जिया कॉल रिसीव कर लेती हैं...
    हैलो,,,!   हैलो जिया हैलो ..? हाँ बोलो सुन रही हूँ जब में कॉल  करती हूँ तब तो तुम रीसिव नही करते ... अब जाकर मैं  सो गई तो अब मेरी नींद खराब कर दी बोलो

    ""सॉरी जिया तब मे मीटिंग मे बिजी था इसलिए कॉल   पिक नही कर पाया था।


    अगला भाग जल्दी पाने के लिए आप लोग कमेंट करना होगा। 😑

    हर हर महादेव
    अंशु झा