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Rebirth:His Bride Forever

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zoe Hunter

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धोखे और साजिशों में उलझी सिया वर्मा का अंत बेहद दर्दनाक था। उसकी अपनी बहन कियारा और प्रेमी निहार ने उसे बेरहमी से मारकर जंगल में छोड़ दिया। लेकिन कहानी यहाँ खत्म नहीं हुई। किस्मत ने सिया को दूसरा मौका दिया—पुनर्जन्म का। इस बार, सिया सब कुछ याद रखत...

Total Chapters (2)

Page 1 of 1

  • 1. Rebirth:His Bride Forever - Chapter 1

    Words: 673

    Estimated Reading Time: 5 min

    सिया वर्मा का जीवन दर्दनाक अंत के साथ खत्म हो गया। उसे उसकी सगी बहन कियारा और उस इंसान ने धोखा दिया, जिसे वह दिल से प्यार करती थी। उसकी मौत के बाद उसका शरीर घने जंगल में फेंक दिया गया। चिलचिलाती धूप में तीन दिन तक उसका शव पड़ा रहा, जहाँ साँपों, कीड़ों और जंगली जानवरों ने उसे नोच डाला। कुछ ही दिनों में उसका शरीर इस कदर खराब हो गया कि पहचान में नहीं आता था। उसे लगा कि यही उसका अंतिम भाग्य है। हालाँकि, जैसे ही उसकी आत्मा इस दुनिया कोll छोड़ने वाली थी, अंधेरे में एक उजाले की किरण आई। सिया का पति आरव मलिक वहाँ पहुँचा। आरव ने बिना किसी झिझक के उस विकृत शरीर को गोद में उठा लिया, जैसे वह कोई अनमोल खजाना हो, और उसे उसी हवेली में ले आया, जहाँ से सिया भागने की पूरी कोशिश कर रही थी। आरव ने उसे बिस्तर पर लिटाया, उसके बगल में बैठ गया और धीरे-धीरे उसके चेहरे को छुआ। उसकी आँखों में गुस्सा और दर्द था। "तुमने मेरी बात क्यों नहीं मानी, सिया? क्या मैंने तुमसे वादा नहीं लिया था कि मेरे लौटने तक मेरा इंतजार करोगी? तुमने मेरा इंतजार क्यों नहीं किया?" आरव की आँखें गुस्से से लाल थीं। तभी कमरे में टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज़ चलने लगी। "आज दोपहर को, कपूर ग्रुप के एमडी निहार कपूर और वर्मा ग्रुप की उत्तराधिकारी कियारा वर्मा की शादी के दौरान एक भीषण धमाका हुआ। माना जा रहा है कि संदिग्ध मलिक ग्रुप के चेयरमैन आरव मलिक हैं..." टीवी पर न्यूज़ देखकर सिया काँप उठी। उसने देखा कि आरव उसके सड़ते हुए शरीर को चूम रहा था। "आरव..." उसने धीरे से कहा, लेकिन वह उसे सुन नहीं सका। आरव ने उसकी तरफ देखा और फिर पास रखी ज़हर की शीशी उठाकर पूरा पी लिया। सिया ने उसे रोकने के लिए अपना हाथ बढ़ाया, लेकिन उसका हाथ आरव के हाथ में मौजूद शीशी से होकर निकल गया। "नहीं! आरव, प्लीज मत करो!" आरव ने उसके बगल में लेटते हुए खून की खांसी की। उसने सिया को कसकर पकड़ लिया। "अगर अगले जन्म में फिर से मिल सके, तो मैं अपना वादा जरूर पूरा करूँगा। तुम्हें कभी तकलीफ नहीं होने दूँगा। मुझे माफ कर देना, सिया... इस जन्म में मैं नाकाम रहा। अगले जन्म में मैं तुम्हारी पूरी तरह से रक्षा करूँगा। यह मेरा वादा है।" आरव ने धीरे-धीरे अपनी आँखें बंद कर लीं। उसकी आखिरी सांस के साथ एक आँसू उसके गाल पर फिसल गया। सिया दर्द में चिल्लाई, "नहीं! आरव!" लेकिन अब वह उसे रोक नहीं सकती थी। ... "जल्दी करो, मलिक परिवार इंतजार कर रहा है।" "बेचारी लड़की! उसने किस्मत ही खराब पाई है। किसी भी अच्छे घर में शादी कर सकती थी, पर उसकी शादी मलिक परिवार में हो रही है। सुना है, मलिक परिवार का दूल्हा न सिर्फ अपाहिज है बल्कि डरावना भी दिखता है। जिसने भी उससे शादी की, वो पहली ही रात में मर गई।" "यह इस परिवार की नौवीं दुल्हन है। देखते हैं, यह लड़की कितनी देर टिकती है।" "बस चुप करो। हमें पैसे मिलते हैं, तो वही करेंगे जो कहा गया है। जल्दी करो, इसे रात 8 बजे से पहले पहाड़ पर पहुँचाना है।" सिया की आँखें खुलीं, तो उसने खुद को एक लाल पालकी में पाया। चारों तरफ अंधेरा था। चार हट्टे-कट्टे आदमी उसे लेकर पहाड़ पर जा रहे थे। सिया हैरान थी। यह सब बहुत जाना-पहचाना लग रहा था। उसे याद आया, अपने पिछले जन्म में भी उसे इसी तरह पहाड़ पर ले जाया गया था। वह तब भोली और मासूम थी, और गलती से कियारा की जगह आरव से उसकी शादी हो गई थी। पहले तो वह आरव के प्रति नफरत से भर गई थी। उसकी विकृत शक्ल देखकर उसने कई बार उसे तकलीफ दी। लेकिन जैसे ही उसे अपनी पुरानी यादें वापस आईं, उसे समझ आया कि आरव ने हमेशा उसकी रक्षा की थी। यही वजह थी कि इस बार सिया वापस आ चुकी थी। उसने खुद से वादा किया—इस बार सब कुछ अलग होगा। इस बार वह किसी को अपने और आरव के बीच नहीं आने देगी,।

  • 2. Rebirth:His Bride Forever - Chapter 2

    Words: 620

    Estimated Reading Time: 4 min

    आरव मलिक से बचने के लिए, सिया ने अपने मंगेतर निहार कपूर का सहारा लिया। निहार ने वादा किया था कि अगर आरव की सारी ताकत छीन ली जाए, तो वह कभी उसे कैद में नहीं रख पाएगा। उस वक्त सिया ने उस पर विश्वास किया था। आरव को नुकसान पहुँचाने और उसकी पकड़ से आज़ाद होने के लिए सिया ने वो सब किया, जो उसके बस में था। वह निहार के साथ मिलकर चालें चलती रही, यह सोचते हुए कि एक दिन वह आज़ाद हो जाएगी। जिस दिन आरव बिज़नेस ट्रिप पर गया, सिया ने मौका देखा और विला से भागकर निहार के घर शरण ली। लेकिन नियति की कुछ और ही योजना थी। उसने निहार और कियारा की एक गुप्त बातचीत सुन ली। उनकी अंतरंगता ने उसकी आँखें खोल दीं। सच्चाई बेहद कड़वी थी। निहार ने सिया का इस्तेमाल केवल आरव को बर्बाद करने के लिए किया था। वह कभी उससे प्यार नहीं करता था। बल्कि उसकी योजना थी कि आरव को खत्म करने के बाद वह सिया को रास्ते से हटा दे और कियारा के साथ अपनी जिंदगी शुरू करे। "तो यह सब एक धोखा था?" सिया का दिल जैसे टूटकर बिखर गया। उसे एहसास हुआ कि उसकी गलतियों की वजह से आरव की जिंदगी तबाह हो गई थी। वह इंसान, जो उसे हमेशा सबसे ज्यादा प्यार करता था, उसी का दिल उसने तोड़ दिया। आरव ने उसे बचाने की हर कोशिश की थी। "अब से, मेरे अलावा कोई तुम्हें नुकसान नहीं पहुँचा सकता," यह वादा उसने किया था। लेकिन उसने आरव के विश्वास और प्यार को ठुकरा दिया। सिया की आँखें आँसुओं से भर गईं। "आरव, मुझे दूसरा मौका मिला है। इस बार मुझे तुम्हारी रक्षा करने दो।" मलिक मेंशन – पुनर्मिलन "हम पहुँच गए हैं," पालकी उठाने वाले ने कहा। सिया को मलिक मेंशन के प्रवेश द्वार पर खड़ा कर दिया गया। दरवाजा चरमराते हुए खुला। सामने एक अधेड़ उम्र की महिला खड़ी थी। यह सरला थी, जो मलिक मेन्शन का ध्यान रखती थी। उसने सिया को देखा और चौंक गई। पिछली आठ दुल्हनें इस हवेली के नाम से डरकर बेहोश हो गई थीं, मगर सिया की आँखों में केवल दृढ़ता थी। "इसमें थोड़ी हिम्मत है," सरला ने सोचा। " मिसिज मलिक, आप भीतर प्रवेश करें," उसने शांत स्वर में कहा। "ठीक है," सिया ने जवाब दिया और अंदर कदम रखा। सिया का दिल घबराहट से धड़क रहा था। कमरे में पहुँचने पर उसने आरव को नहीं देखा। कमरे में हल्की रोशनी फैली थी। सरला ने सिया को बिस्तर पर बिठाया और समझाना शुरू किया, "अब जब आप मलिक परिवार की बहू बन चुकी हैं, तो आपको कुछ बातें जाननी जरूरी हैं। पहली बात — मिस्टर मलिक एक हादसे में अपने पैरों की ताकत खो चुके हैं। दूसरा— उनका स्वभाव थोड़ा सख्त है, लेकिन दिल से वह बहुत नेक इंसान हैं। तीसरा— हादसे में उनका चेहरा बुरी तरह झुलस गया था, इसलिए वह हमेशा मास्क पहनते हैं। "और हाँ, जब भी वह आपके पास आएँ, तब आपको... उनसे घबराना नहीं चाहिए," सरला ने चेतावनी भरे लहजे में कहा। अचानक, कमरे का दरवाजा खुला। एक लंबा और शक्तिशाली व्यक्ति व्हीलचेयर पर अंदर आया। उसकी आँखें अंधेरे में भी चमक रही थीं। चेहरे पर मास्क था, लेकिन उसकी उपस्थिति इतनी तीव्र थी कि सिया की साँस थम गई। "तो यह मेरी नई दुल्हन है?" आरव की गहरी आवाज कमरे में गूँज उठी। सिया ने अपने होंठ भींच लिए। यही वो पल था, जहाँ से उसकी जिंदगी फिर से शुरू होने वाली थी। "हां, आरव। इस बार मैं तुम्हें धोखा नहीं दूँगी। मैं तुम्हारे साथ हूँ। हमेशा।" उसने अपने मन मै कहा, "क्या आरव सच मै दिखता है उतना भयनाक जितना लोग कह रहे है, या है सरला की डराने की कोशिश जाने के लिए पढ़िये अगला पार्ट....!