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Devil I kill you

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ruhi pal

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यह कहानी है रूही और मिहिर की। रूही बेइंतेहा मोहब्बत करती है मिहिर से। लेकिन मिहिर की दिल में है अलीशा, जो इस दुनिया में अब नहीं है। जिसका इल्ज़ाम लगा हुआ है रूही पर, जिससे मिहिर ने कर दिया रुही का जीना हराम। दूसरी तरफ है आर्य जो खुद ही एक राज़ है। एक...

Total Chapters (72)

Page 1 of 4

  • 1. Devil I kill you - Chapter 1

    Words: 1350

    Estimated Reading Time: 9 min

    एक लड़की जो हॉल में इधर से उधर चक्कर लगा रही थी। मेहरून साड़ी और सुहागन का मेकअप किया हुआ था। वाह बहुत ही खुबसूरत लग रही थी। वाह कोई चाँद की तरह चमक रही थी। उसकी ख़ूबसूरती का कोई जवाब नहीं था और उससे ज्यादा उसके होठों पर खिली वह मुस्कान जो उसे बहुत खूबसूरत बना रही थी। उसकी होठों पर साजी मुस्कुराहट बता रही थी कि वह आज बहुत खुश थी। इतना कि वह किसी को बता नहीं सकती थी। वाह हॉल में चक्कर लगाते हुए अपने होठों पर मुस्कुराहट लिए अपने पेट पर हाथ रखते हुए ,'मैं आज तुम्हारे पापा को बताने वाली हूं कि मैं आपके बच्चे की मां बनने वाली हूं। " ये कहते हुए उसके होठों से मुस्कुराहट कम होने का नाम ही नहीं ले रही थी। लेकिन उसे एक अजीब सी बेचनी भी हो रही थी। उसे हल्का सा डर भी लग रहा था। उसे नहीं पता था कि आने वाले वक्त में उसके साथ क्या होगा क्या। आने वाले वक्त पर भी उसके होठों पर इसी तरह मुस्कुराहट होगी। वह नहीं समझ पा रही थी कि उशकी बेचैनी की वजह क्या है। जिसे वह खुद से ही अपनी डर और बेचैनियों को छुपाते हुए 6 महीने हो गए है। क्या मैं 6 महीने में मिहिर के दिल में अपने लिए जगह बना पाइ भी हुन की नहीं और फिर अपने दिल पर हाथ रख नहीं मिहिर मुझे जरूर अपनाएगा। इस बच्चे के लिए और फिर दोबारा अपने बच्चे से बात करते हुए हान मिहिर जरूर अपनाएगा मेरे बच्चों को अब हम खुशी-खुशी रहेंगे मुझे यकीन है। मिहिर मुझे और इस बच्चे को जरूर अपनाएगा। " की तभी उसे हॉर्न की आवाज आती है। जिसे सुन उसके दिल की धड़कनें बढ़ जाती है। और फिर वहां अपने आप अपने बच्चे से बात करते हुए देखा तुम्हारे पापा की उम्र लम्बी होगी।हम उन के बारे में सोच रहे थे और वह आ भी गए याह कहते हुए दोबारा उसके होठों पर मुस्कान एक जाती है की तभी वह देखती है कि मिहिर उसके सामने खड़ा है। जिससे रूही अपनी लंबी कदम ले मिहिर के बिल्कुल नजदीक पाहुच जाती है,;उसके होठों पर अब भी मुस्कुराहट थी। और गालो पर लालिमा उसे इस वक़्त बहुत शर्म और घबराहट हो रही थी। उसे अपने दिल में एक तितलियां सी उड़ाती हुई महसूस हो रही थीं। वह बयान ही नहीं कर पा रही थी कि मिहिर को अपने दिल की बात बताने के लिए कौन से शब्द से शुरुआत करे अपने पलकों को नीचे झुकाए ज़मीन की तरफ देखते हुए हकलाते हुए मिहिर में की तभी उसके गालो पर एक जोर का चांटा पड़ता है। चाता इतनी जोर का था कि रूही ज़मीन पर गिर जाती है और एक पल के लिए उसका कान भी सुन्न हो जाते हैं और उसके होठों से खून बहने लगता है। कुछ देर के लिए तो उसे सुनाई भी नहीं दे रहा था। तभी उसने किसी की गुस्से भरी आवाज सुनाई देती है," तेरी हिम्मत कैसे हुई मेरी अलीशा के साथ ऐसा करने की मेरे साथ रहने के लिए अपनी अपनी चुनौती को जितने के लिए तुम ऐसा करोगी मैं कभी सोच भी नहीं सकता था। तुम एक घटिया औरत थी। हो और सारी जिंदगी रहोगी। तुम्हें तो सिर्फ दूसरे को दर्द देना आता था। तभी तो तुमने मेरी अलीशा की जान ले ली। " याह सब मिहिर रुही को दखते हुए बहुत ही गुस्से में कहता है, वह आज बहुत ही गुस्से में था। उधर रूही अब भी अपने गालो पर अपने हाथ रख अपनी आंखों में आंसू  लिए रोये जा रही थी।उसे तो यकीन नहीं हो रहा था। की मिहिर ने उसे थप्पड़ मारा है। आज तक उसके घर वालों ने उसे उंगली तक नहीं दिखाई थी। लेकिन आज जिंदगी में पहली बार किसी ने उसे थप्पड़ मारा था। मिहिर की बात सुन रूही जमीन से उठ गुस्से से मिहिर की तरफ देख चिखते हुए," क्या बकवास कर रहे हो मिस्टर मिहिर मैं तुम्हारी अलीशा को क्यू मारुंगी?" रूही की बात सुन मिहिर रूही पर बरसते हुए तुम अपनी बकवास बंद करो क्योंकि यह सब तुम्हारे सिवा कोई कर भी नहीं सकता और वैसे मैंने खुद सुना है। की तुमने ही उसे मारा है। मिहिर की बात सुन रूही अपनी आंखें छोटी करते हुए "क्या तुम पागल हो जो तुम्हें समझ नहीं आता की मैं अलीशा को क्यों मारूंगी और तुम्हें किसने कहा की मैंने अलीशा को मारा है।" रूही की बात सुन उसके पास जा उसके बालों को पकड़ो उसके चेहरे को अपने चेहरे के पास ला चिपकाए हुए क्योंकि तुम अलीशा को अपने रास्ते से हटाना चाहती थी। ताकि तुम इस घर में मेरी बीवी बनकर रह सके। ''क्यों तुम्हें याद नहीं कि की तूमने शादी की रात क्या कहा था।'' यह कहानी;है। रूही और मिहिर की रूही जो मिहिर को पहली नजर में ही पसंद आ गया था। जिसे रुही उसे प्रपोज भी कर दिया था। लेकिन मिहिर ने उसे यह कहक्कषर रिजेक्ट किया कि वह उसे नहीं किसी और को पसंद करता है। और कुछ दिन बाद पता नहीं क्या हुआ कि रुही ने ये आप को बाद में पता चलेगा जैसे-जैसे स्टोरी आगे जाएगी। अपने डैड से अपनी और मिहिर के बारे में बात की जिससे उसके डैड ने मिहिर के डैड से रूही और मिहिर की शादी की बात की जिससे मिहिर को ना चाहते हुए भी रूही से शादी करनी पड़ती;है। क्योंकि उसके डैडी ने उसे धमकी दी थी। अगर वह शादी नहीं करेगा तो उसका मरा हुआ मुंह देखेगा और वैसे भी रुही के काफी अमीर थे और उनके स्टेटस के भी थे जिसे उन्होंन रूही और मिहिर की शादी तय करवा दी। मिहिर ने शादी की रात ही उसे अपनी बीवी मानने से इनकार कर देता है। जिससे रुही 6 महीने का टाइम मिहिर से ले लेती है।; की अगर वह 6 महीने के अंदर उसके दिल में जगह बना ली तो ठीक नहीं बना पाए तो उसे डाइवोर्स देकर यहां से चली जाएगी और वैसे भी मिहिर को नहीं पता था। की इस शादी की प्लानिंग किसी और कि नहीं रुही की ही थी। "तुमने ही चैलेंज लिया था। कि मुझे 6 महीने 6 महीने के अंदर तुम मुझे खुद को प्यार करने पर मजबूर कर दोगी।" अपने बालों को छुड़ाते हुए, ''मैंने कहा मुझे छोड़ो मिहिर मैं बार-बार नहीं कहने वाली कि मैंने तुम्हारी अलीशा को नहीं मारा है। सुना तुमने। इसलिए मैं बस अब आखिरी बार कह रही हूं की मैंने तुम्हारी उसे खटिया गिरी हुई मक्कार धोखा देने वाली अलीशा को नहीं मारा है।'' रूही के मुंह से अलीशा के बारे में ऐसे शब्द सुन मिहिर उसकी दूसरी गाल पर भी थप्पड़ मार देता है। और फिर देखते हुए मैं अब तुमसे कोई सवाल नहीं पूछूंगा अब तुमसे सवाल पुलिस पूछेगी याह कह मिहिर पुलिस को कॉल करने लगता है। मिहिर को पुलिस को कॉल करता देख जल्दी से मिहिर के पास जा मिहिर तुम यह क्या कर रहे हो मैं कुछ भी कर सकती हूं। लेकिन मैं किसी का खून नहीं कर सकती यह कहते हुए रूही बहुत रोई जा रही थी। क्योंकि उसे पता था। की मिहिर कैसा इंसान है। जो कहता है। वाह करके भी दिखता है। और इधर मिहिर रूही की एक नहीं सुनता और पुलिस को कॉल कर घर बुला लेता है। और फिर मिहिर फोन कट कर रूही के पास जा अब तुम पूरी जिंदगी जेल में साडो की बहुत शौक है। ना दूसरों को दर्द तकलीफ में देखने का अब तुम उसी दर्द और तकलीफ़ में रहोगी। और इस बार तुम्हारा बाप भी कुछ नहीं कर पाएगा और तुम सिर्फ साडोगी जेल में तुझे मैंने नरक नहीं दिखाया तो मेरा नाम भी मिहिर नहीं "मैं हमेशा तुम्हारा बचपना समाज छोड़ता रहा लेकिन तुमने मेरी अलीशा को मार कर सही नहीं किया जिसकी सजा तुम्हें मिल कर रहेगी।;की तभी रूही मिहिर को कुछ ऐसा कहते है। जिसे सुन मिहिर के होश उड़ जाते है। आज के लिए बस इतना मेरे प्यारे रीडर जो भी यह नॉर्मल पढ़ रहा हो और अगर अच्छा लग रहा हो तो प्लीज मुझे फॉलो जरूर करें और अपना रिस्पांस भी जरूर करें ताकि मुझे भी पता चले कि आप सबको यह नॉवेल अच्छी लग रही है

  • 2. Devil I kill you - Chapter 2

    Words: 2395

    Estimated Reading Time: 15 min

    और इधर रूही को कुछ समझ नहीं आ रहा था,,,,,, कि अब wah क्या करे,,,,क्योंकि ,,,,वाह जो भी बोल रही थी,,,मिहिर को लग रहा था,,,वाह सब झूठ था पुलिस आ जाति है और उसे गिरफ़्तार कर ,,,,,वहां से ले जाने लगती है ,,,,,, और इधर रूह की हालत खराब होती जा रही थी,,,,,उसने जिंदगी में नहीं सोचा था ,,,,,उसे कभी पुलिस स्टेशन जाना पड़ेगा,,,,,,लेकिन आज उसे जेल जाना पड़ रहा था,,, ,, जिसे उसे बहुत डर लग रहा था,,,,,उसे डर से पसीना आ रहा था,,,,,जिसको वह डर की वजह से काप  रही थी,,,,उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था,,,की वाह अब क्या करें,,,,,वाह अपने पापा को फोन भी नहीं कर पा रही थी,,,,क्यूंकि मिहिर उसे करने नहीं दे रहा था लेकिन फिर भी खुद को जेल जाने से बचाने की,,,,,पूरी कोशिश कर रही थी ,,,,वहां जोर जोर से चिल्लाते हुए ,,,,,,बस यहीं कह रही थी,,,,,मैंने अलीशा को नहीं मारा,,,,, ,मेरा यकीन करो ,,,,,,सईद साइद अलीशा ,को किसी और ने मारा ,,,,प्लीज मैंने नहीं मारा मेरा यकीन करो वाह बार-बार एक ही शब्द बोले जा रही थी ,,,,,की मैंने अलीशा को नहीं मारा है,,,,,लेकिन उसकी कोई नहीं सुन रहा था ,,,,, कि तभी रूही कुछ सोच अपना हाथ इंस्पेक्टर से झटकते हुए,,,,,,मिहिर के पास जा,,,,,,मिहिर तूम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते,,,,,तुम मुझे जेल नहीं भेज सकते ,,,,,क्योंकि मैं मां बनने वाली हूं,,,,क्योंकि मैं गर्भवती हूं,,,,, क्या तुम चाहोगे कि तुम्हारा बच्चा भी जेल जाए राही की बात सुन,,मिहिर हेयरान हो जाता है,,,,और फिर अपने मन में ,,,,,क्या रूही प्रेग्नेंट है,,,,,और फिर वह किसी सोच में चला जाता है फ़्लैश बैक  लगभाग आधे घंटे बाद मिहिर अपने स्टडी रूम से कमरे में आता है,,,, तो देखता है ,,,,की रूही बिस्तर पर बैठी,,,,जबरदस्ती अपने कपड़े खोलने की कोशिश कर रही थी,,,,,,,वाह इस वक्त पुरे पसीने से भीगी हुई थी, , और उसकी आंखें भी लाल थी,,,,,, तभी रूही की नजर,,,,,मिहिर पर जाती है,,,,,,,जिससे रूही ,,,,बिस्तर से उठ मिहिर के पास आ,,,, उसे अपनी ड्रेस की ज़िप खोलने को कहती है और वही मिहिर रूही की बात सुन,,,,निशब्द हो जाता है,,,,,,,, और वही रूही अपने कापटे हाथों से,,,,,मिहिर प्लीज ,,,,,मदद करो ,,,,मुझे गर्मी लग रही है ,,,,और फिर,,,,जबरदस्ती अपनी ड्रेस को कंधे से गिराने लगती है,,,,, ,,क्यूंकि उससे बहुत ही बेचैनी हो रही थी,,,,,,जिसके हाथ भी काप रहे थे और वही मिहिर,,,,,रूही को ऐसा करता देख,,,,,,खुद से क्या यह मुझे सिड्यूस करना चाहताी है,,,,जिससे उसे, रूही पर गुस्सा आने लगा था,,,,, की तभी मिहिर को एक चर की आवाज सुनाई देती है ,,,,, जिसे वह अपना सार उठा,,,,रूही को देखता है,,,,,,,तो रोही की ड्रेस फट कर ,,,,उसकी कमर तक आ चुकी थी ,,,,, जिसे रूही का ऊपरला ,,,,,उसका भाग पूरा दृश्य हो रहा था,,,,,इस वक्त रूही ने सिर्फ एक काली ब्रा डाली थी,,,, और रूही अब भी ,,,,,अपनी ड्रेस को कमर से नीचे खींचे जा रही थी,,,,, उसके इस प्रकार करने से,,,,मिहिर को अपना गला सूखता हुआ महसूस हो रहा था ,,,,,जिससे वह झट से,,,,,रूही के पास जा,,,,,,बिस्तर से चादर उठा,,,,,,रूही को चादर ओढ़ाने लगता है और वही रूही ,,,,,मिहिर को बिना कोई मायोका दिए ,,,,उसे, गले से लगा लेती है रूही की इस हरकत से,,,,मिहिर की जैसी सांसें ही अटक गई हो,,,उसे अपने शरीर पर,,,,रूही की कोमल शरीर महसुस हो रहा थथ,,,,,जिससे मिहिर की बोडी  गर्म होती जा रही थी,,,,, जिसे मिहिर रूही को पकड़ ,,,,,जबरदस्ती खुद से ,,,दूर करने लगता है लेकिन रूही ,,,तो जैसे ,,,,मिहिर से चिपक ही गई थी,,,,,,रूही को,,,,,इस वक्त , ,,,,,,जैसे ,,,,कुछ समझ ही नहीं आ रहा था,,,,,,,,की वाह क्या कर राही है ,,,,,उसे सिर्फ और सिर्फ ,,,,,अपनी बेचैनियां दूर करनी थी,,,,, जिसे रूही चिढ़ते हुए,,,,,,मिहिर के होठों पर अपनी होठ रख देती है और वही मिहिर,,,,जो कब से,,,,खुद को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा था,,,,,लेकिन रूही का,,,,,उसे इस तरह किस करने से,,,,,,,उसका सबर का बान्न टुट चुका था ,,,,,जिससे वह रूही का बाल पकड़ा ,,,,,उसे अपने होठों से अलग कर देता है और फिर एक नजर रूही,,,,के चेहरे को देख,,,,,उसके होठों पर अपनी होठों रख,,,,,बड्डे शिद्दत से चूमने लगता है और फिर मिहिर इसी तरह रुही को,,, चूमते हुए,,,,,बिस्तर के तरफ ले जाने लगता है,,,,, और कुछ ही देर में डोनों के कपडे,,,,जमींन पर पड़े थे,,,, और उस कमरे में,,,,,रूही की सिसकियाँ ,,,,और मिहिर की भारी सांसों की आवाज सुनाई देती है फ्लैशबैक ऐड तुम कुछ बोल,,,,,क्यों नहीं रहे ,,,, मैंने कहा मैं 🤰 प्रेग्नेंट हूं रूही की बात सुन,,,,मिहिर शैतानी मुस्कुराते हुए,,,,, तो गर्भपात करा लो,,,,,, क्योंकि मैं धोखे का बच्चा नहीं रखना चाहता,,,,,,इसलिये तुम आज ही गर्भपात कराओगी,,,,  मिहिर की बात सुन ,,,,,रुही दो कदम लड़खड़ा जाती है उसे तो यकीन नहीं हो रहा था,,,,,कि मिहिर ने,,,,उसे ऐसा कुछ कहा है की तभी मिहिर,,,,रूही का हाथ पकड़,,,,,उसे हवेली के बाहर ,,,,,ले जाने लगता है और वही रूही तो जैसे सदमे में चली गई थी,,,,,उसे यकीन नहीं हो रहा था,,,,,,,की मिहिर उसके बच्चे को गिराना चाहता है,,,, जिससे रूही रोते हुए,,,,,,खुद को मिहिर से छोडाने लगती है ,,,,,,मिहिर मुझे जाने दो,,,,,,,देखो तुमने कहा था ना ,,,,,, कि मैं तुम्हें तलाक दे दु ,,,,,,,मैं देने के लिए तैयार हूं,,,,,पर कृपया मेरे बच्चे को छोड़ दो ,,,,,,,,मैं उसे इस दुनिया में लाना चाहती हूं ,,,, रूही की बात सुन ,,,,,मिहिर हंसते हुए,,,,,कभी नहीं,,,,,तुम,,,,,तुम जैसी चालक लड़की की बात,,,,,मैं कभी नहीं सुनूंगा,,,,, ,क्या मुझे पता नहीं ,,,,,कि तुम आगे चलकर,,,,,इसी बच्चे का इस्तमाल कर,,,,,,,दोबारा मेरी जिंदगी में आने की कोशिश करोगी ,,,,,तो मैं ऐसा कभी होना नहीं डूंगा,,,,, इस लिए में,,,,हमारे उस वजह को ,,ही झट से खत्म कर दूंगा,,,,,,,याह कहते हुए ,,,,,मिहिर जबरदस्ती ,,,,रूही को कार में बैठा देता है जिसे अब रूही को कुछ समझ नहीं आता,,,जिसको वह आखिरी कोसिस करते हुए,,,,,,देखो मिहिर मुझ पर,,,,जो भी इल्ज़ाम लगा  है,,,,,,,,मैं वह सब मन्ने को तयार हुन्न,,,,,,,,बस तुम मेरे बच्चे को छोड़ दो ,,,,,, अब मैं वादा करती हूं,,,,,मैं तुमसे बहुत दूर चली जाऊंगी,,,,,,,तुम्हे अपनी शक्ल भी नहीं दिखाऊंगी बस मुझे जाने दो,,,,,,यह कहते हुए,,,,,,रूही जबरदस्ती कार का गेट खोलने लगती है जिसे मिहिर गुस्से से ,,,,रूही की तरफ देखते हुए,,,,,उसके बालों को पकड़,,,,,,रूही के चेहरे को,,,,,,अपने चेहरे के पास ला ,,,,,अपनी दांत पिस्ते हुए ,,,, ,,,तुम्हें क्या लगा ,,,,,,कि तुम इतना बड़ा जुल्म कर ,,,,,यहाँ से बहुत दूर चली जाओगी,,,,,तो कभी नहीं तुमने गुनाह किया है ,,,,,मेरी अलीशा को,,,तुमने मारा है,,,,,,तो उसकी सजा तो तुम्हें भुगतान ही पड़ेगी और फिर रूही के पेट की तरफ देखते हुए,,,,,,मैं यह बच्चा तुमसे छीन लूंगा,,,,,,तब तुम्हें पता चलेगा,,,,,जब कोई अपना दुर ​​जाता है,,,,, तो कैसा लगता है और फिर ,,,,उसके बाद ,,,तुम सारी जिंदगी ,,,,,जेल में सडती रहोगी,,,,,,और वही रूही अपनी आंखों में आंसू  लिए,,,,,,,अपने सर को ना में करते हुए,,,,,, मिहिर तुम्हें मुझे जेल भेजना है,,,,,,भेज दो,,,,,,और फिर अपने हाथों को जोडते हुए,,,,,मिहिर में लाइफ मैं,,,,,पहली बार ,,,,,,किसी के आगे हाथ जोड रही हू,,,,,की प्लीज मेरा गर्भपात मत करवाओ,,, , लेकिन मिहिर उसकी एक नहीं सुनता,,,और फिर,,,,रूही को सीट पर धक्का दे,,,,,,कार ड्राइव करने लगता है और कुछ ही घण्टों में,,,,,,मिहिर की गाड़ी एक अस्पताल के आगे रुकती,,,, है,,,,,,और फिर मिहिर जबरदस्त; ,,,,,रूही का हाथ पकड़ ,,,,अस्पताल के अंदर ले जाने लगता है लेकिन रूही अस्पताल के अंदर नहीं जा रही थी,,,, वहां बाहर से गेट का दरवाजा पकड़ लेती थी,,,,,,ताकी वहां अस्पताल के अंदर ना जा सके जिसे अब मिहिर को गुस्सा आने लगा था,,,,इसलिये मिहिर दोबारा रूही के गालोन पर,,,,,,एक थप्पड़ मार देता है,,,,,,और फिर उसे घसीटे हूए,,,,,,हॉस्पिटल के अंदर ले जाता है और कुछ समय बाद रूही,,,,,अस्पताल में बिस्तर पर लेती हुई थी,,,,,और उसकी आंखों में ,,,लगातार आंसू बह जा रहे,,थे,,, क्योंकि आखिर में इतनी कोशिश करने के बाद भी ,,,,, ,,,उसने अपना बच्चा खो ही दिया,,,,, उसे बहुत रोना आ रहा था,,,,,क्योंकि उसे आज ही पता चला था,,,,,की वाह माँ बनने वाली है,,,,,और आज ही उसका बच्चा उससे छीन लिया गया जिससे रूही बिस्तर पर लेटे हुए ,,,,,अपने पेट पर हाथ रखे ,,,,बस रोये जा रही थी,,,,,की तभी वहां मिहिर आ जाता है,,,,,उसके नजदीक जा,,,,, क्या हुआ रोना आ रहा है,,,,, और फिर रूही की तरफ झुकते हुए,,,,, इन आंसुओं को बचा के रखो ,,,,,आगे जाकर जेल में बहुत काम आने वाले हैं ,,,,,याह कहते हुए ,,,,मिहिर की आंखों में ,,,,,गुस्सा साफ़ देखा जा सकता था तुम्हें दूसरों का खून करने में कोई समस्या नहीं हुई,,,,कोई दुख नहीं हुआ,,,,,ना ,,,,, तो अब पता चला ,,,,,की जब अपनों का खून बहता है ,,,,तो कैसा लगता है ,,,, और वही रूही अब भी उसी तरह शांति से लेती हुई थी,,,,लेकिन मिहीर की बात सुन,,,,,उसकी तरफ घूरते हुए,,,,,,,मिस्टर मिहिर ,,,,,,याह सिर्फ मेरा ही नहीं ,,,तुम्हारा भी बच्चा था,,,,,, जिसकी तुमने जान ले ली,,,,,, ,देखना इसका तुम्हें जिंदगी भर पछतावा होगा,,,,,,,,कि तुमने अपने बच्चे को मारा है,,,,,,,,,,जिसके लिए तुम खून के आंसू रयोगे,,,,,,,,,,,,अगर मैंने तुम्हें,,,,खून के अंशू ना रुलाया ,,,,,तो मेरा नाम भी रूही नहीं,,,,,,, रूही की बात सुन, ,,,मिहिर रूही का मजाक उड़ाते हुए,,,, क्या कहा तुमने,,,,, कि तुम मुझे खून के अंशू रुलायोगी,,,,,, तो सुनो खून के अंशू रयोगी तुम, , ना की माई,,,,,,, और क्या कहा तुमने,,,,कि मैंने अपना बच्चा मार दिया,,,,तो सुनो,,,,,जब मैं तुम्हें ,,,,कभी अपनी बीवी ही नहीं मानता था ,,,,,तो इस बच्चे को ,,,,अपना बच्चा kaise man sakta hun और फ़िर उसे सर से पाँव तक देखते हुए,,,,,,,, तुम खुद को बहुत खुबसूरत समझती हो ना,,,,,,तुम्हें अपनी खुबसुरती पर बहुत नाज़ है ,,,,,,, तभी तो तुमने मुझे, ,,, कितना,,,  आत्मविश्वास से,,, शादी की रात कहा था,,,, क्या कहा था,, क्या कहा था,, और फिर कुछ सोचने का नाटक करते हुए,,,,,,,क्या कहा था तुमने ,,,,,,,,न,,,,,,की तुम 6 महीने के अंदर ,,,,,,,मुझे तुमसे प्यार करने पर मजबूर कर दोंगी,,,,, और एफआईआर वही पर हंसते हुए,,,,तो देखो मेरे दिल में,,,,,तुम्हारे लिए,,,,,,,अब भी कोई जज्बात नहीं है,,,,,,मुझे तो अब भी तुमसे नफ़रत है,, , मिहिर की बात सुन,,,रूही मिहिर की तरफ देखते हुए,,,,,फिर वह सब क्या था,,,,,जो तुम्हारा मेरे करीब आना ,,,,,वाह सब क्या था तुम्हारा मुझे छूना,,,, बोलो रुही की बात सुन,,,,,,मिहिर दूसरी तरफ़ देखते हुए,,,,,वाह सब तुम्हारी ज़रूरत थी,,,,,जो मैं पूरा करता था,,,, मिहिर की बात सुन, ,,,,रूही नफ़रत भरी नज़रों से मिहिर को, देखते हुए,,, वाह सब तुम्हारी ज़रूरत थी,,,,,,या मेरी ,,,मिस्टर मिहिर,,, और घिन भारी नजर से ,,,,मिहिर की तरफ देखते हुए ,,,,,,तुम बहुत ही नीच ,,,और गिरे हुए इंसान हो,,,,,,मुझे खुद शर्म आ रही है ,,,,, ,,,की मैंने तुमसे कभी प्यार किया था,,,, जिसने इतने दिनों से ,,,सिर्फ और सिर्फ मेरा इस्तमाल किया था,,,,,अगर तुम्हें मुझसे प्यार नहीं था,,,तो मेरे करीब क्यों आये थे ,,,,मुझे क्यों छूये थे ,,,,, ,बोलो,,,तुम,,,,तुम्हारी अलीशा से इतना ही सच्चा प्यार था,,,,,,तो फिर मेरे करीब क्यों आये,,, और मिहिर की तरफ देख,,,सरकती मुस्कुराती हुई,,,,,,,,,,क्या पता तुमने ही अलीशा को मारा हो,,,,,,क्यूंकी तुम जैसा घटिया इंसान ,,,,,,कुछ भी कर सकता है ,,,,,, रूही के मुँह से इतना कुछ सुनते ही,,,,,मिहिर गुस्से से,,,,,,रूही के बाल पकड ,,,,खींचते हुए,,,,,,अपनी जुबान संभाल कर बात करो ,,,,रोही, ,,,,, अभी मैंने तुम्हें,,,,तुम्हारी औकात दिखाई नहीं है, ,,,,,,,अगर दिखा दिया होता तो,,,,तुम्हारी जुबान से इतना कुछ ना निकलता,,,,,की मैंने अलीशा को मारा है,,,,,, तुम्हें क्या लगेगा कि तुम यह सब बोलोगे और मैं तुम्हें जेल नहीं भेजूंगा ,,,,,तो ऐसा कभी नहीं होगा,,, तुम सजा मिलकर रहेगी,,,,,,हां कह मिहिर ,,,,तुही का हाथ पकड़ ,, ,,उससे घिसटते हुए,,,,,,,,,अस्पताल से बाहर ले जाने लगता है कुछ देर बाद ,,,,,मिहिर रूही को ,,,,,पुलिस स्टेशन ले,,,,,जा ​​,,,एक कालकोठरी जैसे जेल में ढकेलता देता है,,,,, की तभी वहां एक जेलर आती है,,,,,जिसे देख ,,,,मिहिर इस की अच्छी खातेदारी करना,,,,,, ताकि इसकी मुंह से दर्द और सिर्फ चिखे निकले,,,,,,, इसे ऐसे जन्नत दिखाना ,,,,,की इसकी रूह काप जाए,,,,,,,,,,, तुमने जितनी berahami से मेरी alisha को मारा hoga,,उससे कई गुना berahami भरी जिंदगी mai तुम्हें दूंगा,,,, और फिर जेलर की तरफ देखते हुए,,, इसे जीते जी मौत दिखाना,,,,आखिर इसे भी तो पता चले,,,,की मौत होती क्या है,,,,, और फिर रूही की तरफ देखते हुए,,,,, तुम बड़ी लाड प्यार से,,,,,, पली बड़ी हुई हो ना,,,तो अब जब तुम इस जेल में रहोगी ना,,,,,,तब तुम्हें पता चलेगा ,,,,,दर्द क्या होता है यह सब कह ,,,,,,,मिहिर वहां से जाने लगता है ,,,,की तभी पीछे पलट रूही के बिल्कुल नजदीक जा,,,,,उसकी तरफ झुकते हुए ,,,,,और हन तुम्हें ऐसा लग रहा होगा कि तुम्हारा बाप तुम्हें बच्चा लेगा,,,,,,,तो भूल जाओ,,,,,,, ,क्यूकी, मैं ऐसा होने नहीं दूंगा,,,,, मैं कंगाल कर दूंगा,,,,,,जिस पैसे की दम पर तू और तेरा बाप उड़ता है ना,,,,,,उसे में सड़क पर ला कर रखूंगा ,,,,, मुझे तेरे बाप से,,,,,पुरानी हिसाब चूट्टे जो करने है,,,,,याह कह मिहिर,,,,वहां से जाने लगता है रुद्र के बात सुन्न  रूही काफी हद तक डर चुकी थी ,,,,लेकिन फिर भी उसके अंदर अब भी काफी हिम्मत थी,,,,, जैसे ,,,,,,रूही जमीन से उठते हुए,,,,, देखो मिहिर तुम्हें जो भी शिकायत थी ,,,,,मुझसे थी ,,,,तो हमारे बीच मेरे डैड को मत लाओ,,,,,यी तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा,,,,, रूही की बात सुन,,,,,मिहिर पिचे पलट,,,रूही पर हंसते हुए,,,,,,तुम्हें अब भी हिम्मत है,,,,,मेरे आगे खड़े होने की ,,,,, और फिर अपने कदम आरुषि की तरफ बढ़ाते हुए,,,,,दांत देनी होगी ,,,,,तुम्हारे हिम्मत की,,,,,,और फिर,,,उसे खींचकर थप्पड़ मार देता है ,,,,,,,जिससे रूही दोबारा जमीर पर गिर जाती है ,,,,,, और फिर मिहिर गुस्से से,,,,उसे घूरते हुए,,,,,,,,,,,,,शायद इसी हिम्मत से तुमने मेरे अलीशा,,,,को मारा था ,,,,,,,, तुम्हारी कभी ना हारने की जिद ने,,,,मेरी अलीशा को मार दिया,,,,,,जिससे अब तुम भी मरोगी,,,, हर रोज,,,,, ,वो भी मेरे हाथों से,,,,, और फिर जेलर की तरफ देखते हुए ,,,,,,, गुस्से से चिल्लाते हुए ,,,,,इसे इतना तड़पाओ,,,,,,की इसकी रूह,, काप जाए ,,,,,,,और फिर इसे में ,,,,अपने हाथों से मौत दूंगा,,,,,,याह कह,,,,,,वह वहां से चला जाता है और वही रूही अपने गालो पर हाथ रख ,,,,,मिहिर की तरफ  दिखते हुए,,,,,मिहिर ऐसा मत करो,,,,,,,,वरना तुम्हें जिंदगी भर पछतावा रहे गा,,,की तुमने मुझे बगैर ,,,किसी गलती की सजा दी है,,,,,,,प्लीज़ मिहिर वापस आ जाओ,,,,,,,,,मुझे छोड़ कर मत जाओ,,,,,,,, मैंने सच में कुछ नहीं किया,,,, और फिर रोते रोते बिहोश हो जाती है,,,,,एक दिन बाद मिहिर रूही के सामने खड़ा था,,,,,और फिर उसके सामने एक पेपर फेंकते हुए,,,,इस पर हस्ताक्षर करे,,,,और वहीं रूही,,,,जो अब काफी कमजोर लग रहे थे,,,,,,,,और उसकी आंखें भी,,,,,,काफी हद तक अंदर तक घुस गई थी ,,,, वाह हिम्मत कर,,,,,उस पेपर को उठा,,,,,मिहिर की तरफ़ देखते हुए,,,,,याह किस चीज़ का पेपर है मिहिर रूही की तरफ देखते हुए,,,,,,क्या तुम अंधी हो या फिर अनपढ़ हो,,,,,,जो तुम्हें पता नहीं ,,,,,,,,कि यह किस के पेपर है,,,,, जिसे सुन रूही,,,उस पेपर को खोल कर देखती है,,,,तो उसने बड़े बड़े अक्षरों में,,,,,,,तलाक लिखा हुआ था ,,,,,,,जिसे देख रूही ,,,,,उसे पेपर को देखते हुए,,,,,मैं इस पर साइन नहीं करूंगी रूही की बात सुन,,,,,मिहिर,,,,उसकी तरफ देखते हुए ,,,,, रस्सी जल गई,,,पर बल नहीं जाला,,,,, याह काहे मिहिर,,रूही के बाल ,,पकड़ ,,,,, ,,,उसे खड़ा करते हुए ,,,,,उसकी आँखों में आँखें डाल देखते हुए,,, गुस्से से ,,,,,,क्या तुम्हारी अब भी औकात है,,,,,मेरी बात ना मानने की,,,, आज के लिए बस इतना ,,,,, तो दोस्तों आपको आज का एपिसोड कैसा लगा,,, कृपया कमेंट करके जरूर बताएं,,

  • 3. Devil I kill you - Chapter 3

    Words: 1416

    Estimated Reading Time: 9 min

    और वही रूही अपने गालो पर हाथ रख ,,,,,मिहिर की तरफ ;दिखते हुए,,,,,मिहिर ऐसा मत करो,,,,,,,,वरना तुम्हें जिंदगी भर पछतावा रहे गा,,,की तुमने मुझे बगैर ,,,किसी गलती की सजा दी है,,,,,,,प्लीज़ मिहिर वापस आ जाओ,,,,,,,,,मुझे छोड़ कर मत जाओ,,,,,,,, मैंने सच में कुछ नहीं किया,,,, और फिर रोते रोते बिहोश हो जाती है,,,,,एक दिन बाद मिहिर रूही के सामने खड़ा था,,,,,और फिर उसके सामने एक पेपर फेंकते हुए,,,,इस पर हस्ताक्षर करे,,,, और वहीं रूही,,,,जो अब काफी कमजोर लग रहे थे,,,,,,,,और उसकी आंखें भी,,,,,,काफी हद तक अंदर तक घुस गई थी ,,,, वाह हिम्मत कर,,,,,उस पेपर को उठा,,,,,मिहिर की तरफ़ देखते हुए,,,,,याह किस चीज़ का पेपर है मिहिर रूही की तरफ देखते हुए,,,,,,क्या तुम अंधी हो या फिर अनपढ़ हो,,,,,,जो तुम्हें पता नहीं ,,,,,,,,कि यह किस के पेपर है,,,,, जिसे सुन रूही,,,उस पेपर को खोल कर देखती है,,,,तो उसने बड़े बड़े अक्षरों में,,,,,,,तलाक लिखा हुआ था ,,,,,,,जिसे देख रूही ,,,,,उसे पेपर को देखते हुए,,,,,मैं इस पर साइन नहीं करूंगी रूही की बात सुन,,,,,मिहिर,,,,उसकी तरफ देखते हुए ,,,,, रस्सी जल गई,,,पर बल नहीं जाला,,,,, याह काहे मिहिर,,रूही के बाल ,,पकड़ ,,,,, ,,,उसे खड़ा करते हुए ,,,,,उसकी आँखों में आँखें डाल देखते हुए,,, गुस्से से ,,,,,,क्या तुम्हारी अब भी औकात है,,,,,मेरी बात ना मानने की,,,, 🩵🩵🩵 Aab aage, _________________________ मिहिर के ऐसा करने से ,ू ,,,,,, रुही को बहुत दर्द हो रहा था ,,,,,,जिससे रूही अपने बालों को छुड़ाते हुए ,,,,,बस करो मिहिर ,,,,,, क्या तुम्हारा अब तक मन नहीं भरा,,,,मुझे तकलीफ देकर  रूही की बात सुन मिहीर हंसते हुए ,,,,चू चू की आवाज निकाल ,,,,तुम्हें अब भी दर्द हो रहा है ,,,,तुम्हें दुख रहा है,,, ओ मैंने अपनी प्यारी बीवी को दर्द और तकलीफ दिया और उसके बालों पर अपनी पकड़ और कसते हुए,,,,,अरे यह तो कुछ नहीं है,,,,,अभी तो तुम्हें बहुत कुछ झेलना है ,,,, और फिर गुस्से से अपने दांत पीसते हुए ,,,,अब मैं तुमसे लास्ट बार पूछूंगा ,,,, कि तुम मुझे डिवोर्स दोगी कि नहीं,,,, मिहिर की बात सुन रोही को अपने बच्चों का ख्याल आता है,,,,,जिसका कातिल अभी,,,,,उसके सामने ही था ,,,,और वह कैसे अब तक ,,,,,,इस इंसान के साथ रह सकती थी,,,,,,जो उसके बच्चे का कातिल है,,,,,, जिसे सोच रूही की आंखों में आंसू और गुस्सा दोनों उतर आता है और उसकी आंखें लाल हो जाती है जिससे वह गुस्से से तुम्हें डाइवोर्स चाहिए है ना तो ठीक है मैं तुम्हें डाइवोर्स दूंगी और उसके हाथो से पेपर ले,,,,,,,,,uss per sign karne Lagti Hain vah Itni gusse se sign kar rahi thi ,,,,,,,Jaise vah,,,,,,ab uss paper ko faar hi Degi,,,,,,uska Sara Nafrat Aankhon Se Jhalak raha tha ,,,,,jisse vah jaldi se,,,,,paper per sign kar Kabir,,,,,,ke Hathon Mein pakdate Hue ,,,,,sach mein,,,,,main khuni nahin hun,,,,,,lekin mera iss Waqt ,,,,,,,mann kar raha hai,,,,,ki main Tumhen,,,,,jaan Se Maar du,,, Yah kah wah mihir se Dur Ho Jaati Hai,,,,,, और वही मिहिर,,,,रोही की बात सुन,,,,,मिहिर हंसने लगता है और एक झटके में रोही का गला पकड़ दबाते हुए,,,,क्या तेरी इतनी औकात है,,,,कि तू मुझे maar पाए,,,, और फिर उसी dur झटकते हुए ,,,,अरे तेरी तो औकात,,,,,,मुझे छुने तक कि नहीं है,,,,मारने की,,,तो दुर की बात है अब तो तु,,,,,,पूरी जिंदगी इसी जेल में सरती रहेगी ,,,,,,,की तूने मेरी आलिसा को मारा है ,,,,,,,, अब तू भी तड़पेगी ,,,,,तू भी मारेगी ,,,,,,इसी जेल में ,,,,,,,, तेरा,,,,,वह हाल होगा ,,,,,कि तू कभी जिंदगी में भी ,,,,मेरे सामने नहीं बोल पायेगी और फिर वही पास में खड़ी लेडी कांस्टेबल को देदेख,े , ,,,,ऐसी सजा दे ना,,,,,,कि इसकी रुह ,,काप जाये ,,,,यह कहें ,,,,,वह वहां से चला जाता है मिहिर के जाते ही ,,,,वह लेडी कांस्टेबल,,,,,अपने कदम ,,,,,,रुही की तरफ बढ़ा देती है ,,,,,और उसके बाल को पकड़ ,,,,,उसे खड़ा करते हुए ,,,,,,,अब तो देख,,,,,,मैं तेरा क्या हाल करती हू,,, और फिर उसका सर दीवार पर दे मारती है ,,,,,,,जिससे रुही के सर से ,,,खून बहने लगता है 🩷 एक हफ्ते बाद,,,,,उससे जेल में ,,,,,रुही की डैड,,,,,उससे मिलने आते हैं ,,,,,,और रुही की ऐसी हालत देख है ,,,,,,उनकी खुद की रुह काप जाती है ,,,,,और उनकी आंखों से आंसू आने लगते हैं ,,,, जिससे वह पूछते हुए ,,,,,,अपनी बेटी की तरफ देखते हुए,,,,,,,,रोही देख तूने अपनी क्या हालत बना ली,,,,,,मैंने तुझे कहा था ,,,,नाना,,,, की इस इंसान से शादी मत करना,,,,तुम इससे दूर रहना ,,,,लेकिन तुम् मानी नहीं जिसे सुन रोही अपने डैड को,,,कोई जवाब नहीं देती और वही ,,,,रुही के डैड,,,,,,,रोही को इस तरह देख,,,,उन्हें अपने दिल में बहुत दर्द हो रहा था,,,,,जिससे वह अपनी बेटी को प्यार से देखते हुए ,,,,,,,मैं तुझे छुड़ा लूंगा,,,,इस नर्क से ,,,,,अब तो यहां एक दिन भी और नहीं रुकेगी ,,,,,,मैं कुछ भी करता हूं ,,,,,,लेकिन तुझे इस जेल से रिहा करके ही कर रहूंगा,,,,,,,,यह कह रोही के डैड ,,,,वहां से चले जाते हैं लगभग 5 दिन बाद रोही का घर मिहिर सीधा मेंशन के अंदर आता है,,,,और वह रोही की डैड की तरफ देखते हुए ,,,,,,रोही इस वक्त कहां है ,,,,तुमने सही नहीं किया,,,, रोही को उसे जेल से छुड़ाकर,,,,,  जिससे रुही के डैड,,,वनराज ,,,,,,,,,,बहुत हुआ महिर तुम मेरी बेटी के पीछे नहीं पड़ सकते ,,,,,,आखिर तुम उसे छोड़ क्यों नहीं देते और वही मिहिर ,,,,वनराज की बात सुन ,,,,हंसते हुए ,,,,,,अरे ससुर जी,,,,,,यह कैसी बातें कर रहे हैं ,,,,,,,,क्या आपको सोभा देता है ,,,,,,एक पत्नी को,,,,,उसके पति से अलग करके,,,,, यह कहते हुए मिहिर अपने लाए हुए बॉडीगार्ड्स को ,,,,,उस पूरे मिशन में,,,,रोहि को ढूंढने को कहता है जिससे सभी बॉडीगार्ड अपने बोस की बात सुन,,,,,,रोही को मेंशन में ढूंढने लगते हैं ;और वही वनराज उन बॉडीगार्ड्स को रोकते हुए ,,,,,,तुम ऐसा नहीं कर सकते,,,,,,तुम मेरी बेटी को आजाद क्यों नहीं कर सकते हैं ,,,, तुम्हें जो चाहिए ,,,,,मैं तुम्हें वह सब दूंगा ,,,,,तुम चाहो तो मेरी एक एक पाइ ले सकते हो ,,,,,,मैं अपनी सारी पौप्टी,,,तुम्हारे नाम करने को तैयार हूं ,,,,,,बस तुम मेरी बेटी को छोड़ दो जिसे सुन मिहिर,,,,,अपने कदम ऊपर की तरफ बढ़ाते हुए ,,,,,,,अरे ससुर जी आपको लगता है,,,,,कि मैं आपकी हराम की कमाई लूंगा,,,,,,क्या मुझे पता नहीं है ,,,,,कि आप इस दौलत को पाने के लिए ,,,,,,आपने कितने लोगों का खून बहाया है जिसे सुन वनराज हड़बड़ा जाता है ,,,,,,और फिर मिहिर की तरफ देखते हुए ,,,,,,तुम्हें पैसों से मतलब होनी चाहिए,,,,,,ना की,,,,,,मैंने इसे कैसे कमाया है ,,,,,और कैसे नहीं,,,,,इस बात की वनराज की बात सुन,,,,,मिहिर हास्ते हुए ,,,,,,वह क्या जवाब दिया है ससुर जी ,,,,,,,अब मानना पड़ेगा ,,,,,,,,,,की आपकी बेटी,,,,,बिल्कुल आप पर गई है ,,,,,तो ठीक है ,,,,,,अगर आप इतना ही जिद कर रहे हैं ,,,,,,, तो मुझे भी,,,,कोई प्रॉब्लम नहीं है ,,,,,,आपकी दौलत को लेने में ,,,,,लेकिन मेरी एक शर्त है ,,,,,मैं आपके तरीके ;से ही ,,,,,आपके पैसे लूंगा,,,,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,मिहिर अपने कदम,,,,ऊपर की तरफ बढ़ा देता है और कुछ ही देर में,,,,,मिहिर उस मेंशन की फर्स्ट फ्लोर की छत पर था ,,,,,,और रूही,,,,मिहिर के पैरों में, गिरगिडाते हुए ,,,,,,,प्लीज ;मिहिर,,,,,,तुम्हें जो चाहिए ,,,,,मैं वह करने को तैयार हूं ,,,,,,बस मेरे dad को छोड़ दो,,, और फिर वह अपने डैड की तरफ देखने लगती है ,,,,जो छत की रेलिंग पर खड़े छत से कूदने को तैयार थे जिसे  देख रुही ,,,,,अपने आंखों में आंसू ले ,,,,,,अपने हाथ जोड़ते हुए,,,,,मेरे डैडी को रोक लो ,,,,,प्लीज मिहिर ,,,,,,और फिर उसके पैरों को पकड़,,,,,,,भीख मांगते हुए ,,,,,प्लीज मेरे डैडी को कुदने से रोक लो ,,,,,,और फिर अपना सर उठा मिहिर की तरफ से देखते ;हुए तुम तुम यही चाहते हो ना ,,,,,कि मैं मैं जेल जाऊं,,,,,मैं जाने को तैयार हूं,,,,,,,मैं,,,,,में उन सब से मार भी खा लूगी,,,,,,,,, तुम जैसे चाहोगे,,,, में वैसे,,,,,,, reh lungi,,,,, बस तुम,,,,मेरे डैडी को रोक दो ,,,,,,,प्लीज उन्हें ऐसा करने को मत कहो ,,,,,,मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूं ,,,,,,या कहते हुए रूही की आंखों से लगातार आंसू बहे जा रहे थे,,,,,,आज उसके सामने एक ऐसा मोड़ था,,,,,,,जो वह सपने में भी कभी नहीं सोच सकती थी ,,,आज उसके सामने ,,,,,उसकी डैड की जिंदगी और उसकी जिंदगी ki बोली लग रही थी आज के लिए बस इतना,,,,तो देखते हैं ,,,,,,क्या मिहिर छोड़ देगा रुही के डैडी को ,,,,,,या फिर,,,,, आगे कि,,,,,उनकी जिंदगी जाने के लिए पढ़ते रह और गयेस अगर आपको मेरी कहानी पसंद आ रही है ,,,तो प्लीज इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए ,,ताकि यह ज्यादा लोग ऐसे पढ़ सके ,,,और मैं रोज आप सबको नया अध्याय लिखकर ,,अपडेट कर सकूं और यार इतनी मुश्किल से मैं चैप्टर लिखती हूं थोड़ी कमेंट तो कर दिया करो Arre yrr,,,,apne rating or views bhi nhi dete,, Aap sab ko pata hai kitni mehnat lagti hai,,,, story ko likhne mein मेरे प्यारे रीडर जो भी यह नॉर्मल पढ़ रहा हो और अगर अच्छा लग रहा हो तो प्लीज मुझे फॉलो जरूर करें और अपना रिस्पांस भी जरूर करें ताकि मुझे भी पता चले कि आप सबको यह नॉवेल अच्छी लग रही है 🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵

  • 4. Devil I kill you - Chapter 4

    Words: 1621

    Estimated Reading Time: 10 min

    और कुछ ही देर में,,,,,मिहिर उस मेंशन की फर्स्ट फ्लोर की छत पर था ,,,,,,और रूही,,,,मिहिर के पैरों में, गिरगिडाते हुए ,,,,,,,प्लीज ;मिहिर,,,,,,तुम्हें जो चाहिए ,,,,,मैं वह करने को तैयार हूं ,,,,,,बस मेरे dad को छोड़ दो,,, और फिर वह अपने डैड की तरफ देखने लगती है ,,,,जो छत की रेलिंग पर खड़े छत से कूदने को तैयार थे जिसे रुही ,,,,,अपने  में आंसू ले ,,,,,,अपने हाथ जोड़ते हुए,,,,,मेरे डैडी को रोक लो ,,,,,प्लीज मिहिर ,,,,,,और फिर उसके पैरों को पकड़,,,,,,,भीख मांगते हुए ,,,,,प्लीज मेरे डैडी को कुदने से रोक लो ,,,,,,और फिर अपना सर उठा मिहिर की तरफ से देखते हुए तुम तुम यही चाहते हो ना ,,,,,कि मैं मैं जेल जाऊं,,,,,मैं जाने को तैयार हूं,,,,,,,मैं,,,,,में उन सब से मार भी खा लूगी,,,,,,,,, तुम जैसे चाहोगे,,,, में वैसे,,,,,,, reh lungi,,,,, बस तुम,,,,मेरे डैडी को रोक दो ,,,,,,,प्लीज उन्हें ऐसा करने को मत कहो ,,,,,,मैं तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूं ,,,,,,या कहते हुए रूही की आंखों से लगातार आंसू बहे जा रहे थे,,,,,,आज उसके सामने एक ऐसा मोड़ था,,,,,,,जो वह सपने में भी कभी नहीं सोच सकती थी ,,,,आज उसके सामने ,,,,,उसकी डैड की जिंदगी और उसकी जिंदगी ki बोली लग रही थी  🩷🩷🩷🩷🩷 अब आगे_________________________________________ की तभी मिहिर अपने पैरों को झटक,,,,,,,रूही को दूर कर देता है ,,,,,,जिससे रूही ;मुंह के बल ,,,,,जमीन पर गिरती है और वही मिहिर ,,,,,चेयर से उठ,,,,,,धिरे कदमों से ,,,,,,,रूही के पास,,,,,अपने घुटनों के बल बैठ,,,,रूही को घूरते हुए ,,,,,,चू चू तकलीफ हो रही है ,,,,,,,अपने किसी को इस तरह मौत के मुंह में देखकर ,,,,,,,और फिर अपने दांत पीसते हुए,,,,,,,इसी तरह मुझे भी तकलीफ हुई थी ,,,,,,,आलिसा की मौत की खबर सुनकर, ,,,,,,,, जब तुम्हें रहम नहीं आया ,,,,,,,आलिसा के साथ,,,,,,ऐसा करते हुए,,,,,,,,,,,,,,,,तो मुझे क्यों आएगा,,,,यह कहें ,,,,मिहिर ,,,,,रूही से दूर हो,,,,खड़ा हो जाता है,,,,,,और उसे घिन भरी नजरों से देखने लगता है और वही रूही ,,,,,,मिहिर की बात सुन ,,,,,,एक झटके से मिहिर के पैरों को पकड़,,,,,,,,एक नजर अपने डैड की तरफ देख,,,,,फिर दोबारा मिहिर की तरफ देखते हुए,,,,,,नहीं नहीं मिहिर,,,,,तुम ऐसा नहीं कर सकते ,,,,,मैं सच में ,,,,,,तुम्हें कैसे यकीन कराऊ,,,,,,,,,की मैंने आलिसा को नहीं मारा रूही की बात सुन ,,,,,,मिहिर रुही के पैरों को झटक ने लगता है ,,,,,,लेकिन रुही,,,,,,उसके पैरों पर,,,,,,,,अपनी पकड़ और टाइट कर देती है,,,,,,और बार-बार उसे अपने डैड को छोड़ने को कहती है जिससे अब मिहिर रूही से ,,,,बहुत इरिटेट हो रहा था,,,,,,,जिससे मिहिर रुही के बाजू को पकड़ ,,,,,,,उसे खड़ा करते हुए,,,,,,,,अपने हाथ उसके मुंह पर लेजा दबाते हुए,,,,,,, रो ,,,,,,,और रो ,,,,,गिड़ गिड़ाऊ  तरह गिडगिडाती रहो ,,,,,लेकिन मैं तुम्हें ,,,,,और तुम्हारी जिंदगी को नहीं बचाने वाला तुम भी तडपो,,,,,,जिस तरह मेरी आलिसा और मैं तड़प रहा हूं ,,,,,,,तुम भी किसी,,,,अपने की मौत देखो ,,,,,जैसे मैंने आलिसा को देखा यह कहते हुए ,,,,,,,,मिहिर ,,,,,,एक झटके में ;रूही को छोड़ देता है,,,,,,जिससे रुही,,,,संभाल नहीं पाती और जमीन पर गिर जाती है,,,,,जिससे उसके घुटनों में भी,,,,चोट लग जाती है और वही रूही,,,,,,इस तरह जमीन पर गिरे,,,,,,,एक टक जमीन को घुरते हुए ,,,,,,अपने मन मे ,,,,,,आज मुझे खुद से नफरत हो रही है ,,,,,,,कि मैंने,,,,इस इंसान से ,,,,,क्यों मोहब्बत की ,,,,,,,,जिसने मेरी जिंदगी और मेरे परिवार को,,,,इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया है आखिर में मैंने इसकी जिंदगी क्यों बचाई ,,,,,,,,,जिसने मेरी जिंदगी तबाह कर दिया हैं लेकिन अपने ख्यालों को झटक,,,,,,दोबारा हिम्मत करते हुए,,,,,अपना सर उठा महिर की तरफ देखती है ,,,,,,,,जो किसी राजा की तरह ,,,,,,दोबारा चेयर पर बैठ ,,,,,उसी की तरफ घुरी जा रहा था,,,,,,,या यूं कहें ,,,,,,उसकी बेबसी पर हंस रहा था,,,, उसे इस तरह खुद की तरफ  देख रुही,,,,,,,,,,,अपनी हिम्मत बाटोर,,,,,,खड़े हो,,,,,मिहिर के ;पास जा,,,,,,,अपने दर्द को बर्दाश्त कर ,,,,,,घुटनों पर बैठते हुए, , ,,,,,,,, उसकी आंखों में आंखें डाल देखते हुए,,,,,,,मैंने तुम्हारी आलिसा ;को मारा है ,,,,,,,,toh तुम मुझे सजा दो ,,,,मेरी जान लो,,,,,पर मेरी डैड को बख्श दो उसकी बात सुन मिहिर ताली बजाते हुए,,,,,,अपने फेस पर तंज भारी स्माइली ले,,,,,,अरे वह क्या बात कही है,,,,,,मेरी ex wife ने,,,, और फिर हंसते हुए,,,,,एकदम से रूही के पास चला जाता है,,,,,और उसके जबड़ों को पकड़,,,,,अपने दांत पीसते हुए ,,,,,तो सुनो ,,,,,वह तो मैं तुम्हें दूंगा,,,,,,,वह भी ऐसी सजा,,,,,,जिसे तुम जिंदगी भर,,,,,,याद रखोगे ,,,,,,,,,,तड़पोगी,,,,,तुम दिन और रात,,,,,,तुम्हें भी तकलीफ होगी ,,,,,,,इस तरह,,,,,,जिस तरह मुझे हो रही है यह कह मिहिर,, ,,,एक तरफ रुही का फेस झटक देता है ,,,,,,और फिर वनराज की तरफ देखते हुए,,,,,,,,,,,अरे ससुर जी,,,,,,,क्या आपके कूदने के लिए मुहूर्त निकलवाना पड़ेगा ,,,, मिहिर की बात सुन ,,,,,,वनराज नहीं मिहिर मैं कुद रहा हूं,,,,,लेकिन तुम वादा करो,,,,,,कि मेरे कुदने के बाद,,,,,तुम मेरी बेटी का पीछा छोड़ दोगे वनराज की बात सुन,,,,,,,,मिहिर अपने डेविल स्माइल करते हुए ,,,,सोचुगा ससुर जी ,,,,पहले कुदो तो सही,,,,, जिसे सुन रही जोर-जोर से रोते हुए ,,,,,,,,,प्लीज प्लीज मेरे डैड को छोड़ दो मिहिर ,,,,,,,,तुम जैसा कहोगे मैं वैसा करूंगी ,,,,,,,तुम्हें बदला लेना ,,,,,,,,,मुझसे लो,,,,,,, तुम्हें जान लेनी है ना,,,,,,मेरी जान ले लो,,,,,,,, पर मेरे पापा को छोड़ दो और फिर जल्दी से अपनी जगह से उठ,,,,,,,,,दोबारा मिहिर के पास जा,,,,,,,उसके पैर पकड़ते हुए ,,,,,,अपना सर ऊपर कर ,,,,,,,मिहिर की तरफ देखते हुए ,,,,,तुम्हें जो भी करना है,,,,,मेरे साथ करो,,,,,,,लेकिन मेरे डैड को बकक्ष दो,,,,,,,, देखो ,,,,,,,,देखो मैं तुम्हार ;साथ 6 महीने बताए है,,,,,,,,,उन दिनों का वास्ता ,,,,,,,तुम मेरे डैड को छोड़ दो ,,,,,तुम्हें मुझसे नफरत है ,,,,,,,क्योंकि मैंने अलीशा को मारा है ,,,,,तुम मुझे सजा दो,,,,,,,इन सब में मेरे डैड को बीच में मत लोओ मिहिर जो कब से रुही के रोने धोने से इरिटेट हो चुका था ,,,,,,,लेकिन 6 महीने वाली बात सुन,,,,,,,,मिहिर अपना सर नीचे कर रूही को देखता है ,,,,,,,,,जो उसके पैरों में गिर गिड़गिड़ाते हुए,,,,,,,अपने डैड की जिंदगी की भीख मांग रही थी,,,,,,जिसे देख मिहिर रुही को बालो से पकड़ ,,,,,,उसे ऊपर उठाते हुए अच्छा तु चाहती है,,,,,,,कि मैं तेरे बाप को बख्श दू,,,,,,,जिसके लिए तू,,,,,,उन महीने की कीमत लगा रही है ,,,,,,,, तो ठीक है,,,,,,, अब मैं,सोच रहा हूं,,,,,,क्यों ना तेरे बाप को बकक्ष;दिया जाए,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर रूही को दूसरी तरफ धकेल देता है,,,,,,,,,जिससे रुही,,,,,,दुबारा जमीन पर गिर जाती है,,,,,,,रुही जो पहले से ही काफी जख्मी और कमजोर थी,,,,,,अब दोबारा उसके सर से खून बहने लगा था और वही मिहिर,,,,,किसी राजा की तरह ,,,,,कुर्सी पर बैठ ,,,,,,रूही को ऊपर से नीचे घूमते हुए,,,,,, तो ठीक है ,,,,,,मैं तेरे बाप को बकश्रने;के लिए तैयार हूं,,,,,,,लेकिन तुझे उसके,,,,,बदले,,,,,अभी यहां ,,,,सब के सामने अपने कपड़े उतारे होंगे,,,, और वहीं रुही,,,,,,जो अपना सर नीचे कर,,,,,,बस रोए जा रही थी ,,,,,मिहिर की बात सुन,,,,,,एक झटके में अपना सर ऊपर कर,,,,,,मिहिर की तरफ देखने  लगती है ,,,,,,आज उसे सच में मिहिर से ,,,,घिन आ रही थी,,,,उससे नफरत हो रही थी ,,,, क्योंकि उसे सच में यकीन नहीं हो रहा था, ,,,,,कि मिहिर इस हद तक ,,,,उसे नीचा दिखाने के लिए गिर सकता है और वहीं पास में खड़े सभी गर्ड ,,,,,,,मिहिर के मुंह से,,,,,यह सुन शौक हो जाते हैं ,,,,,क्योंकि,,,,उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि,,,,,,,, कि उनका बोस रुही के साथ,,,,,ऐसा कुछ भी कर सकता है ,,,,, जिसे उन्हें मिहिर पर बहुत गुस्सा आ रहा था ,,,,,,,लेकिन वह कर क्या सकते थे ,,,,आखिर थे तो ,,,,, बॉडीगार्ड्स ,,,,,,,जिससे वह अपना सर नीचे ;झुका लेते हैं और वही वनराज जब मैहर के मुंह से,,,,,ऐसा सुनता है ,,,,तो वह चिखाते हुए,,,,,मिहिर तुम इतना घटिया और गिरी हुई हरकत कर सकते हो ,,,,,मैंने सोचा नहीं था जिसे सुन मिहिर ,,,,,वनराज की तरफ देखते हुए,,,,,,,,अरे ससुर जी अब घटिया लोगों के सामने,,,,,,,घटिया बनना पड़ता है ,,,,,,यह कह मिहिर ,,,,,रुही की तरफ देखते हुए ,,,,,,मेरे पास इतना फालतू टाइम नहीं है,,,,,,,कि मैं तुम्हारा यह घटिया चेहरा देख सकूं ,,,,,,मैंने बस ,,,,तुम्हे, एक मौका दिया है,,,,,अगर तुम्हें अपने बाप की जान बचानी है ,,,तो ,,,,वह करो जो मैं कह रहा हूं ,,,,,,यह कहे उसके फेस पर डेविल स्माइल आ जाती है जिसे सुन रुही,,,,,,,अपने नाम आंखों से खड़े हो जाती है ,,,,,,,और फिर वह ,,,,,,अपने विचारगी ;नजरों से मीहिर की तरफ देखने लगती है ,,,,,,, आज वह खुद को बहुत ही ज्यादा,,,,,,बेबस ;महसूस कर रही थी ,,,,,,क्योंकि आज उसकी इज्जत जो दाव पर लगी थी और वहीं वनराज चिखाते हुए,,,,,नहीं बेटा,,,,,तुम ऐसा कुछ नहीं करोगी ,,,,,तुझे मेरी कसम,,,,,तुझे इस बूढ़े बाप की कसम और फिर वही रुही,,,,,,अपनी आंखों में आंसू लिए,,,,,,,,मैहर की तरफ देखते हुए,,,,,अपनी फ्रॉक की जीप खोलने लगती है और वही मिहिर अपने फेस पर खतरनाक स्माइली,, लिए,,,,,,,,एक तक रूही को देखी जा रहा था और वहीं पास में खड़े सभी कार्ड रोहि को ,,,,,,ऐसा करता देख ,,,,,अपना सा नीचे कर लेते हैं,,,,,,,क्योंकि वह सभी गार्डस,,,,,,,,रुही के साथ 6 महीने रहे थे,,,,,,उन्हें रूही का नेचर बहुत अच्छा लगता था,,,,,,क्योंकि रूही बहुत ही चुलबुली मिजाज की थी कि तभी सभी गार्डस को,,,,मिहिर की आवाज सुनाई देती है,,,,,अगर किसी का भी नज़रे नीचे हुई है ,,,,,तो मैं उसकी आंखें निकाल लूंगा ,,, जिसे सुन सभी गर्डस,,,,अपने चेहरे पर लाचारी लिए ,,,,,अपना सर ऊपर उठा लेते हैं ,,,,,,आज सच में उन गार्डोंस को भी ,,,,,,,रुही पर तरस रहा था ,,,,,लेकिन वह ,,,,,चाहे कर भी,,,,ही के लिए कुछ नहीं कर सकते थे  की तभी मिहिर वनराज की तरफ देखते हुए,,,,,,अरे ससुर जी ,,,,,आपके पास भी तो ऑप्शन है,,,,,,तो अपनी जान बचा लो ,,,,,या फिर अपनी बेटी की ,,,,,इज्जत बचा लो ,,,,,यह दोनों ऑप्शन आपके पास है ,,,,,,,तो देरी किस चीज की ,,,,,,कार्यक्रम शुरू किया जाए और वही रूही जो अपनी फ्रॉक की  स्टाइप ,,,,,,धीरे-धीरे अपने कंधे से उतार रही थी,,,,,,कि तभी एक जोर के,,,,,,,चिख के साथ ,,,,,रोही के dad,,,,,उस छत से कूद जाते हैं,,,,,और वही रूही ;जो अपने डैड को बचाने के लिए ,,,,,,अपने कपड़े उतारने जा रही थी,,,,,यह देख,,,,,,वह भी एक चीख के साथ,,,,,अपने डैड की तरफ भागने लगती है आज के लिए बस इतना,,, ,तो देखते हैं ,,,,,,क्या मिहिर छोड़ देगा रुही ko ,,,,,और क्या हुआ रुही के डैडी को ,,,,,,या फिर,,,,, आगे कि,,,,,उनकी जिंदगी जाने के लिए,,,,पढ़ते रहे मेरे प्यारे रीडर जो भी यह नॉर्मल पढ़ रहा हो और अगर अच्छा लग रहा हो तो प्लीज मुझे फॉलो जरूर करें और अपना रिस्पांस भी जरूर करें ताकि मुझे भी पता चले कि आप सबको यह नॉवेल अच्छी लग रही है

  • 5. Devil I kill you - Chapter 5

    Words: 1761

    Estimated Reading Time: 11 min

    जिसे सुन सभी गर्डस,,,,अपने चेहरे पर लाचारी लिए ,,,,,अपना सर ऊपर उठा लेते हैं ,,,,,,आज सच में उन गार्डोंस को भी ,,,,,,,रुही पर तरस रहा था ,,,,,लेकिन वह ,,,,,चाहे कर भी,,,,ही के लिए कुछ नहीं कर सकते थे की तभी मिहिर वनराज की तरफ देखते हुए,,,,,,अरे ससुर जी ,,,,,आपके पास भी तो ऑप्शन है,,,,,,तो अपनी जान बचा लो ,,,,,या फिर अपनी बेटी की ,,,,,इज्जत बचा लो ,,,,,यह दोनों ऑप्शन आपके पास है ,,,,,,,तो देरी किस चीज की ,,,,,,कार्यक्रम शुरू किया जाए और वही रूही जो अपनी फ्रॉक की  स्टाइल ,,,,,,धीरे-धीरे अपने कंधे से उतार रही थी,,,,,,कि तभी एक जोर से चिख के साथ ,,,,,रोही के dad उस छत से  जाते हैं,,,,,और वही रूही;जो अपने डैड को बचाने के लिए ,,,,,,अपने कपड़े उतारने जा रही थी,,,,,यह देख,,,,,,वह भी एक चीख के साथ,,,,,अपने डैड की तरफ भागने लगती है  🩷🩷🩷🩷🩷🩷 Aab aage______________________ और वही मिहिर  ,,,,,जो शंती से बैठा रुही को देख रहा था,,,,,,  यू आचानक वनराज की आवाज सुनता है ,,,,,,,तो पीछे मुड़कर देखता है तो सच में रूही के डैड,,,,वहां नहीं थे ,,,,,,,,जिसे मिहिर की आंखें छोटी हो जाती है ,,,,,,उसे यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,,कि सच में,,,,रूही के डैड ,,,,,रुही के लिए ,,,,,,,इस तरह उस छत से कुद सकते थे और वही रूही छत से ,,,,,,,,नीचे अपने डैड को ,,,,,जमीन पर गिरा देखती हैं ,,,,,,,,जिसके चारों तरफ ,,,,,खून ही खून फैला हुआ था जिसे देख रुही,,,,,,,जैसे  सी जाती है ,,,,,,,,,उसकी सांसे फुलने लगती है,,,,,,,,,उसे तो जैसे ,,,,,,,अपने सामने कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा था,,,,, शिवाय उसके डैड और खूब सारा खून ke,,,, जिससे अब रुही,,,,,,,अपना पूरा आपा खो चुकी थी ,,,,,,,उसे तो जैसे ना कुछ सुनाई दे रहा था ,,,,,और ना ही कुछ दिखाई दे रहा था ,,,,जिससे वह अपने डैड को  देखते हुए ,,,,,उस रनिंग पर चढ़ जाती है  वही मिहिर ,,,,,रुही को इस तरह रेलिंग पर चढ़ा देख ,,,,,,उसकी आंखें छोटी हो जाती है ,,,,,,,,,जिससे वह अपने  को रुही को पकड़ने को कहता है ,,,,जिससे वह बॉडीगार्ड मिहिर की बात सुन,,,,,,,,एक झटके में रूही को पकड़,,,,,,उसे रेलिंग से नीचे उतरते हैं और वही रुही,, ,,,,,जो उस रलिंग पर खड़े ,,,,,,,अपने डैड को देखे जा रही थी,,,,,,,वह किसी को,,,,,,,खुद को पकड़ता देख ,,,,,,,,,और अपने डैड से दूर जाता देखते हुए,,,,,,,मुझे छोड़ो,,,,,,मुझे अपने डैड के पास जाना है,,,,,,,,,,,छोड़ो मुझे और फिर खुद को छुड़ाने के लिए चटपटाने लगती है और वही बॉडीगार्ड ,,,,,,,रोही को जबरदस्ती पकड़ कर,,,,,,,मिहिर के पीछे ले जाने लगते हैं और कुछ ही देर में,,,,,,,,,मिहीर ,,,,,अपनी कार में बैठ,,,,,,उस मेंशन से,,,,,,,बहुत दूर निकल जाता है ,,,,,,,,और वह एक बार भी पीछे मुड़कर नहीं देखता वही रूही कार की खिड़की से ,,,,,,,अपने मेंशन को देखते हुए ,,,,,बस रोते हुए ,,,,,,बार-बार खुद को छुड़ाते हुए,,,,,,,,,कार से निकलने की कोशिश कर रही थी ,,,,,वह इस वक्त सिर्फ,,,,,अपने डैड को देखना चाहती थी और कुछ ही देर में रूही रोते-रोते बेहोश हो जाती है और वही मिहिर अपनी कार में बैठा,,,,,,,अपना सर पीछे सीट से लगा ,,,,,,,,अपनी आंखें बंद किए हुए था,,,,,,, और वही मिहिर का असिस्टेंट सिद्धार्थ,,,, जो मिरर से कार के बैक साइड बैठे ,,,,,,,मिहिर को देखे जा रहा था ,,,,,,,,,उसे याकिन नहीं हो रहा था ,,,,,,,,कि उसका बोस इतना जालिम है ,,,,,,,,की कैसे उसे,,,,,,,,,बिल्कुल भी रहम नहीं आया ,,,,,,किसी की जान लेते हुए उसे बिल्कुल भी रहम नहीं आया ,,,,,,अपनी बीवी पर ,,,,, , की तभी उसे मिहिर की आवाज आती है,,,,,,,अगर मुझे घूमना हो गया हो ,,,,,,तो बॉडीगार्ड्स को कहो,,,,,,,,,,,,की रूही को उसकी आसली जगह पर पहुंचा दे जिसे सुन सिद्धार्थ कंफ्यूज होते हुए,,,,,,कौन सी असली जगह क्या ,,,,,,,क्या आप रोहि को अपने साथ मेंशन ले जाना,,,,,,, सिद्धार्थ ने इतना ही कहा था कि ,,,,,,,,,उसे मिहिर की उसे भारी आवाज सुनाई देती है ,,,,,,,,,खबरदार जो तुमने इससे आगे कुछ कहा तो,,,,,,तुम्हें क्या लगता है,,,,,,कि मैं उस जैसी घटिया औरत को अपने साथ रखूंगा ,,,,,,कभी नहीं उस जैसी कातिल की ,,,,,,असली जगह ,,,,,सिर्फ और सिर्फ जेल है,,,,,,,,,जहां वह अपनी सजा काटेगी मिहिर की बात सुन सिद्धार्थ,,,,,,,,,,,एक झटके में पीछे मुड़ जाता है और फिर मिहिर की तरफ देखते हुए,,,,,,,,,,लेकिन सर आपने तो रुही के डैड से वा, इतना ही कहा था ,,,,,,,,,कि तभी उसे मिहिर के आवाज आती है जो अपने फेस पर डाक एक्सप्रेशन ले ,,,,,,,,,,,tit for tat और मैंने कब aisa वादा किया था,,,,कि मैं रुhi को छोड़ दूंगा,,,, और वैसे भी उसने भी पता नहीं कितनो के साथ,,,,,,,,,ऐसा किया था,,,,,,,,,,कितनों को वादा कर ,,,,,,,,उन्हें मौत के घाट उतारा था मिहिर की बात सुन,,,,,,,, लेकिन सर रूही की डैड ने अपनी जान दे दी है I don't care,,,,,,,,मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता,,,,,,किसने अपनी जान दी है या नहीं,,,,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर के फेस पर कोई भी एक्सप्रेशन नहीं थे वही सिद्धार्थ एक लंबी सांस ले ,,,,,,,,अपनी नजर मिहीर से हटा ,,,,,,,,आगे देखते हुए अपने मन में ,,,,,,,,ऐसा ना हो कि मिहिर सर,,को,,,,,,,,,,आगे पछताने का भी मौका ना मिले, ,,,, क्योंकि जब हम किसी को दर्द देते हैं ,,,,,,,,तो भगवान् हमे भी दर देता है,,,,,,,,जो हमारे लिए बहुत ही दरद नाक हो सकता है,,,,,, इसलिए हम किसी को दर्द ना दे ,,,,,,तो अच्छा है,,,,, वरना दर्द लेने की भी,,,,हिम्मत होनी चाहिए ,,,,,,,और मुझे मेहर सर को देखकर लगता नहीं है ,,,,,,,,कि उन्हें न दर्द लेने की आदत है,,,,,यह कहते हुए सिद्धार्थ एक लंबी सांस छोड़ना है , ,,,,,,,,,, 7 साल बाद एक केबिन में एक आदमी बैठा  फाइल्स देख रहा था ,,,,,,,,की तभी उसे केबिन का दरवाजा खुलता है ,,,,,,और उसमें से सिद्धार्थ केबिन में  रखता है,,,,, इस वक्त उस केबिन का माहौल बहुत ही खतरनाक लग रहा था, ,,,,,,, क्योंकि इन 7 सालों में मिहिर जितना खतरनाक था,,,,उससे कई गुना और खतरनाक हो गया था,,,,,,,,उसके सामने किसी का भी टिकना आसान नहीं था ,,,,,,,शिवाय सिद्धार्थ के,,,,,,सिर्फ वही था जो  मिहिर को हैंडल कर सकता था,,,,,,,क्योंकि सिद्धार्थ मिहिर का बचपन का दोस्त था क्योंकि सिद्धार्थ ,,,,,,,मिहिर  आयुष,,,,आलिसा ,,,, यह 4 बेस्ट फ्रेंड्स थे,,,, ya यूं कहें कि आलिसा सिर्फ मिहिर की ही बेस्ट फ्रेंड या उसकी लवर थी,,,, और मिहिर सिद्धार्थ को काफी मानता था सिद्धार्थ  डरे एक लंबी सांस ले ,,,,,,,केबिन के अंदर आते हुए,,,,,,,,सीधा उसे आदमी के सामने खड़ा हो ,,,,,,,,,सर 1 महीने बाद वह जेल रहा हो रही है और वही सामने वाला इंसान मिहिर ,,,,,अपने फेस पर खतरनाक एक्सप्रेशन la,,,,,,उस पर नजर रखो मिहिर की बात सुन सिद्धार्थ ,,,,,,,एक नजर मेहर को घूर,,,,,,,मेहर को ओके कह,,,,,,,,,,वहां से चला जाता है,,,,,,,,,और केबिन से बाहर आ,,,,,,,,अपने मन मे ,,,,,,,,,अब मिहिर को रूही से क्या चाहिए, ,,,,, जो सजा देनी थी,,,,,,,,उसे दे तो दी,,,,,,,7 साल हो गए हैं,,,,,,,उसे जेल में रहते हुए ,,,,,,,अब क्या चाहता है ,,,,,,,क्या उसकी बची हुई जिंदगी भी और वहीं दूसरी  जेल में लड़की लहू लुहान जमीन पर लेटी हुई थी,,,,,,उसके हाथों और होंठों और पैरों पर खून बह रहा था ,,,,,,,,वह चारों तरफ से जख्मी हुई पड़ी थी ,,,,,,,और कुछ लड़कियां अब भी उसे पर ,,,,,,,,अपनी लातों से उसे पर वार कर रहे थे की तभी एक लड़की ,,,,,,जो वही बैठ ,,,,,,,,कब से तमाशा  हुए ,,,,,,,उस मार खा रही लड़की की वीडियो बना रही थी ,,,,,,,,,,वह उठते हुए,,,,,,,,,,उन लड़कियों को ,,,,,,,,,,,,उसे लड़की से अलग करते हुए,,,,,,,,,,,अरे बस कर ,,,,,,,,अब उसे कितना मारेगी ,,,,,,,अरे वह मर जाएगी ,,,,,छोड़ दे उसे,,,,,, और वही बाकी सब लड़कियां,,,,,,,में से कोई लड़की पर पडी लड़की को देख हंसते हुए ,,,,,अरे इन 7 साल में यह मरी नहीं ,,,,,,,,तो अब कैसे मर जाएगी ,,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,,,वह लड़की एक बार और ,,,,,,,उस जमीन पर ,,,,,,,पड़ी लड़की को लात मार,,,,,,वहां से चली जाती है उन लड़कियों के जाते ही ,,,,,,,,,,वह लड़की बड़ी मुश्किल से,,,,,,,धीरे-धीरे अपनी आंखें खोल,,,,,,,,चारों तरफ देखती है ,, ,,, जैसे वह कुछ ढूंढने की कोशिश कर रही हो,,,,की तभी उसकी नजर पास में पड़े घड़े पर जाती है,,,, जिससे वह लड़की ,,,,,,, अपने गले को,,,,,अपने सलाइवा से गिला करते हुए ,,,,,,,अपनी पूरी हिम्मत जुटा जमीन से उठने की कोशिश करती है,,,,,,,, लेकिन वह दोबारा जमीन पर गिर जाती है,,,,,,क्योंकि अब उसके शरीर में जान ही नहीं बची थी ,,,,,,,,,खड़े होने की ,,,,,,,लेकिन वह फिर भी अपनी हिम्मत जुटा ,,,,,,,खुद के शरीर को घसीटते हुए,,,,, उस मिट्टी के घड़े के पास जाती है ,,,, और दीवार का सहारा ले खड़ी हो जाती है,,,,,,और उस घड़े में झांक कर देखती हैं ,,,,,,,तो उस घड़े में ना मात्रा में पानी था,,, जिससे वह लड़की अपने हाथ को आगे बढ़ा,,,,,उस घड़े में से,,,,वह थोड़ा बचा पानी निकाल पीने लगते हैं ,,,,,लेकिन उसकी प्यास नहीं बुजती,,,,,,,,जिससे वह दीवार का सहारे से ,,,,,गेट के पास किसी को आवाज लगाते हुए ,,,,,,,प्लीज कोई है मुझे पानी दे दो,,,,,मुझे प्यास लगी है,,,,लेकिन वहां कोई नहीं था ,,,उसकी सुनने के लिए ,,, जिससे वह लड़की अपनी नम आंखें लिए उसी तरह जमीन पर बैठ जाती है,,,,,,,क्योंकि अब उसमें और हिम्मत नहीं थी,,,,,,खड़े होने की ,,,,,,,यह कोई और नहीं रूही ही थी ,,,,,,जो इन 7 सालों से यह सब सह रही थी ,,,,और वहीं दूसरी तरफ वह सब औरत हंसते हुए ,,,, एक लेडी कांस्टेबल के पास जा,,,,,,मैंम हमने आपका काम कर दिया है ,,,,,अब उसमें खड़े होने तक की हिम्मत नहीं है उन सभी औरतों की बात सुन,,,,,वह लेडी कांस्टेबल,,,,, अगर तुम्हारा काम हो गया हो ,,,,,तो,,,,,,अब तुम यहां पर दुबारा नजर मत आना ,,,,,दफा हो जाओ,,,,याहा से,,,,,, और किसी को कानो काना खबर नही होनी चहिये,,,,,,की तुम सब ने,,,उस लड़की का,,,ऐसा हल किया ह कहे  लेडी कांस्टेबल ,,,,,,उस औरत से वीडियो ले,,,,,,,उन सभी औरतों को वहां से जाने को कहती हैं,,,,,,,, की तभी वहां लेडी कांस्टेबल,,,,,,उस फोन को ऑन कर,,,,,,,उसमें बनी सारी वीडियो देखने लगती है ,,,,,,जिसे देखने के बाद वह उस वीडियो को किसी को सेंड कर देती है ,,,,,की तभी उसके अकाउंट में पैसे आ जाते हैं कांस्टेबल अपने अकाउंट में पैसा आया देख अपने मन मे  साल हो गए हैं,,,,,,,रूही तुम्हें इस जेल में रहते हुए , ,,,,, और इन 7 सालों में,,,,,,,मैंने तुमसे बहुत पैसे कमाए हैं,,,, की तभी उसे,,,,,,उस फोन में एक मैसेज आता है,,,,,,,,अब मुझे कोई भी ऐसी वीडियो नहीं आनी चाहिए ,,,,,,,,और तुम दोबारा रूही को हाथ नहीं लगाओगी,,,,,क्योंकि रुही,,,,,अब एक महीने , बाद,,जेल से रिहा हो रही है ,,,,और मैं नहीं चाहता कि अब उसके जिस्म पर एक भी जख्म, ,हो,,,,, क्योंकि अब उसके जिस्म पर जख्म देने वाला ,,,,,उसका बाहर इंतजार कर रहा है और वही फोन के दुसरे साइड वाला लड़का ,,,,,,जोर-जोर से हंसने लगता है ,,,,,इस वक्त,,,वह किसी राक्षस से काम नहीं लग रहा था,,,,,,,और फिर वह हंसते हुए,,,,,,,,,तूने मुझे ठुकराया था ना ,,,,,,,,तो अब देख ,,,,,,,तेरी जिंदगी में कैसे हो गई है ,,,,,,,,तुझे बहुत घमंड था ना,,,,,,,अपनी खूबसूरती का,,,,,,,,,सब मिट्टी में मिल गया ,,,,,,,,,अब तो तु किसी काम की नहीं रही ,,,,,,,यह कह लड़का दोबारा जोर-जोर से हंसने लगता है 🩷🩵🩶🩵🩷🩵 आज के लिए बस इतना और कौन था यह इंसान ,,,,,,,क्या या मिहिर था,,,,,,, और कौन कर रहा है ,,,,,,रूही का बाहर इंतजार ,,,,,,,,क्या अभी रूही की जिंदगी आसान नहीं है ,,,,,,,,आगे क्या होगा जानने के लिए,,,,,,,पढ़ते रहे,,,,,,,, 

  • 6. Devil I kill you - Chapter 6

    Words: 1867

    Estimated Reading Time: 12 min

    वह कांस्टेबल अपने अकाउंट में पैसा आया देख अपने मन मे 7 साल हो गए हैं,,,,,,,रूही तुम्हें इस जेल में रहते हुए , ,,,,, और इन 7 सालों में,,,,,,,मैंने  बहुत पैसे कमाए हैं,,,, की तभी उसे,,,,,,उस फोन में एक मैसेज आता है,,,,,,,,अब मुझे कोई भी ऐसी वीडियो नहीं आनी चाहिए ,,,,,,,,और तुम दोबारा रूही को हाथ नहीं लगाओगी,,,,,क्योंकि रुही,,,,,अब  महीने , बाद,,जेल से रिहा हो रही है ,,,,और मैं नहीं चाहता कि अब उसके जिस्म पर एक भी जख्म, ,हो,,,,, क्योंकि अब उसके जिस्म पर जख्म देने वाला ,,,,,उसका बाहर इंतजार कर रहा है और वही फोन के दुसरे साइड वाला लड़का ,,,,,,जोर-जोर से हंसने लगता है ,,,,,इस वक्त,,,वह किसी राक्षस से काम नहीं लग रहा था,,,,,,,और फिर वह हंसते हुए,,,,,,,,,तूने मुझे ठुकराया था ना ,,,,,,,,तो अब देख  जिंदगी में कैसे हो गई है ,,,,,,,,तुझे बहुत घमंड था ना,,,,,,,अपनी खूबसूरती का,,,,,,,,,सब मिट्टी में मिल गया ,,,,,,,,,अब तो तु किसी काम की नहीं रही ,,,,,,,यह कह लड़का दोबारा जोर-जोर से हंसने लगता है 🩷🩵🩵🩶 अब आगे⬅, _________________________ और वही रूही अब अपनी आंखें धीरे-धीरे खोलती है तो खुद को उसे जेल में बने ,,,,,,,,,एक मेडिकल रूम में पाती है ,,,,,,,तो वह खुद को देखती हैं ,,,,,,,,जो उसके पूरे शरीर पर दवाइयां ,,,,और पट्टी लगी हुई थी जिसे वह उसी तरह लेठे हुए,,,,,ऊपर सीलिंग को देखी जा रही थी,,,,,,इस वक्त उसकी ,,,,,आंखों में शिवाय खालीपन  कुछ नहीं था, ,,,,, वह इस तरह छत की सीलिंग को देखते हुए किसी सच में डूब जाती है 7 साल पहले जब रूही की आंख खुलती है,,,,,,,तो वह अपने,,,सामने चारों तरफ देखती है,,,,,,,,,तो वह इस वक्त जेल में थी ,,,,,,,,जिससे वह जल्दी से उठ बाहर की तरफ जाते हुए,,,,,,,मैं,,,,,,मै,,,,,,,,यहां कैसे आई,,,,,,,,,मुझे अपने डैड से मिलना है,,,, ,,,,,प्लीज मुझे बाहर निकालो,,,,,,वह सलाखों के अन्दर,,,लोहे, को पकड़े हिलाते हुए,,,,,,,,चिखे जा रही थी ,,,,,,,कि मुझे अपने डैड को देखना है,,,,, मुझे अपने डैड से मिलना है,, की तभी उस,,,,, सलाखों का दरवाजा खुलता है ,,,,और उसके अंदर रूही की मां जानवी आती है जिसे देख रुही ,,,,,जल्दी से उनके पास जा ,,,,,,उन्हें गले लगाने को होती है ,,,,,,,कि तभी जानवी रोहि को एक खींच के थप्पड़ लगा देती है,,,,,,,,जिससे रुही सीधा जमीन पर जा गिरती है,,,, अपने मां के हाथों से थप्पड़ खा रुही के गाल सुन हो जाते हैं ,,,,,,,,,और वह इस तरह जमीन पर बैठे अपने कानों पर हाथ रख धीरे से पीछे मोड ,,,,,,,अपने नम आंखों से ,,,,,,,जानवी को देखने लगती है,,,,,,,,,उसे यकीन नहीं हो रहा था, ,,,,,,,कि उसकी मां ने आज उसे थप्पड़ मारा था,,,,,,आज तक उसकी माँ ने,,,,,,कभी उसे डाटा तक नहीं था की ताबी,,,,,,,,,,रुही को अपने कानों में ,,,,,,,अपनी मां के कड़वे शब्द सुनाई देत की ततू अब तक जिंदा ही क्यों है,,,,,,मर क्यों नहीं गइ ,,,और फिर जानवी,,,,,,,गुस्से से रूही के पास जा,,,,,,,,उस पर बरसते हुए ,,,,,,,,तुझे पैदा करके मुझे खुद पर गुस्सा आ रहा है,,,,,,,,,तुझ जैसी खटिया बेटी ,,,,,किसी को ना दे,,,,,तूने मेरा सुहाग मुझे छीन लिया,,,,,,आज वह अस्पताल में अपनी जिंदगी और मौत से लड़ रहे हैं ,,,,,,सिर्फ और सिर्फ तेरी वजह से ,,,,,,,,कर्मजली तू मर क्यों नहीं गई ,,,,,,उनकी जगह काश तू छत से गिर के मर जाती मैंने तुझे पहले ही मना किया था ,,,,,,कि तु उससे शादी मत कर,,,,,,,उससे दूर रह,,,,,,,,,लेकिन तु हमारी नहीं मानी,,,,,,,देख अब क्या हो रहा है,,,,, तेरा तो कुछ नहीं मेरा तो सब कुछ चला गया,,,,,,,तूने हमेशा मेरा प्यार देखा था,,,,,,आज तु मेरा नफरत देखेगी ,,,,,,,,मैं तुझे  बदुआ देती  हूं,,,,,,,,,,,,,कि,,,,,,जैसे मैं आज तड़प रही हूं ,,,,,,,,,,,,तु भी पूरी जिंदगी तड़पेगी ,,,,,,,,तू अपनी मौत की भीख मांगेगी,,,,लेकिन तुझे मौत भी नसीब नहीं होगी,,,,,,  तूने आज अपनी मां को रुलाया है,,,,,,,,उसी तरह तु भी जिंदगी पर रोती रहेगी,,,,,,,,,,,,,,और खबरदार अगर तूने मुझे,,,,,,,,,अपना मनहूस चेहरा,,,,,,,,दोबारा दिखाई तो ,,,,, और हां याद रखना,,,,,,,,,अगर मेरे पति को कुछ हो गया,,,,,,,,तो मैं तुझे भी नहीं छोडूंगी ,,,,,,यह कह जानवी वहां से चली जाती है,,,,,, जानवी की आंखों में,,,,,,,इस वक्त आंसू थे,,,,,, जिससे रूही जमीन पर बैठे अपने आंसु भरे आंखों से ,,,,,,,,अपनी मां को देखी जा रही थी ,,,,,,,,आज उसे अपने शरीर पर नहीं ,,,,,,,,अपने दिल में दर्द होता हुआ महसूस हो रहा था,,,,, उसका तो जैसे सीना फटता जा रहा था ,,,,,,,अपनी मां के ,,,,,शब्दों को सुनकर,,,,,,,, उसे यकीन नहीं हो रहा था,,,,,कि अभी-अभी उसकी मां ने उसे क्या कह कर गई है ,,,,,,,,उसे बदुआ देकर गई है,,,,,,,,जो माँ हमेशा उसे दुआ दिया करती थी ,,,,,,,,आज उसे बद्दुआ देकर गई है ,,,,,,,जैसे सोच-सोच कर उसकी आंखों से ,,,,,,,बेतहाशा आशु बहे  रहे थे,,,,,,,,,,, क्योंकि उसे यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,,,,कि यह सब उसकी मां ने कहा था,,,,,,,,आज उसने आपना सब कुछ खो दिया,,,,,,,क्योंकि ,,,,,,आज उसके पास कोई नहीं था ,,,,,,,जो उसके आंसू देख सके ,,,,,,,या फिर पोछ सके,,,,,,,,,,एक उसकी मां ही बची थी,,,,,,,जो आज वह भी उससे मुंह मोड़ कर चली गई जो उसे कभी खरोच तक नहीं आने देती थी ,,,, आज उसे डाटा नहीं ,,,,,बल्कि,,,, बदुआ देकर चल गई फ्लैशबैक एंड रुही सब सोचते हुए,,,,,,,,,आब भी,,,,,,,,,छत की सिलीगुड़ी,,,,,,,,,,,,को देखी जा रही थी ,,,,,,,,,और उसके आंखों के कोने से आंसू बहे जा रहे थे,,,,,उसके होठों से एक भी आवाज नहीं निकल रही थी ,,,,,,,शिवाय उसकी आंखों से आंसू के, ,,,,,,,, उसे खुद भी नहीं पता,,,,,,,,कि वह अब तक,,,,,,,जी कैसे सकती है शायद यह सब उसके माँ की बथुआ का ही असर था ,,,,,,जो वह,,,,,,अब तक जी रही थी,,,,,,,,की कमबख्त उसे मौत भी नहीं आ रही थी की तभी वहां एक नर्स आ जाती है ,,,,,,,और रोहि की आंखों में आंसू देख,,,,,,,,,क्या हुआ बेटा,,,,,,,,तुम्हें दर्द हो रहा है,,,,,,,,तुम यह सब सहेती ही क्यों हो ,,,,,,,,तुम कंप्लेंट क्यों नहीं करती उनके खिलाफ,,,,,,,, ,,,,लेकिन रोहि तब भी कुछ नहीं बोलता जिसे देख वह नर्स ,,,,,,तुम किस मुरत की बनी हो,,,,,,,,तुम्हें दर्द नहीं होता,,,,,,,,मैं कब से तुम्हें से कुछ पूछ रही हूं,,,,,,,,,,,तुम बात क्यों नहीं कर रही ,,,,,,,,तुम हर हफ्ते ,,,,,,,एक ना,,,,,,,,एक बार,,,,,,,,,,इसी तरह ,,,,,,,,,,जख्मी हालत में यहां पड़ी रहती हो ,,,,,,,,,तुम्हें दर्द नहीं होता लेकिन रोहि तब भी कुछ नहीं बोलती,,,,,,और चुपचाप  पूरी हिम्मत बटोर,,,,,,,,,उस बैड से लंगड़ाते हुए ,,,,,,,,,उस कमरे से चली जाती है और वही वह नर्स ,,,,,,,,रुही को उस कमरे से जाता हुआ देखती रह जाती है ,,,,,,,,उसे यकीन नहीं होता,,,,,,,,,,,,,कि इतनी  जख्मी हालत में भी ,,,,,,,,,,,,वह कैसे चल सकती है,,,,,,,, क्योंकि रुही का पूरा शरीर ,,,,,,जख्म से भरा हुआ था,,,,,,,,,,उसके पूरे शरीर पर पट्टियां बंधी हुई थी,,,,,,,,,,,और उसका शरीर भी बहुत पतला था,,,,,,,,,,,,कि अगर कोई उसे इस तरह देख ले ,,,,,,,,,तो उसे शारीरिक रोगी,,,,,,,,,कहे बगैर खुद को रोक नहीं सकेगा ,,,,,,,,,,आज उसके चाद ,,,,,जैसे चेहरे पर भी ,,,,,,,कयी जख्म और दाग बन चुके थे 🩵🩵🩵🩵🩵 और वही दूसरी तरफ मुंबई में ,,,,,,,,एक लड़की की ,,,,,,,कॉलेज में एंट्री होती है,,,, उसने काली जींस,,,और सफेद क्रॉप टॉप के ऊपर काली जैकेट डाली थी ,,,,,,,और उसने ,,,,,,,,,,बालो को पोनीटेल किया हुआ था ,,,,,,,,जिसमें वह बहुत ही खूबसूरत दिख रही थी,,,, ,, और वाह सीधा कॉलेज के अंदर एंटर हो,,,,,,क्लास के अंदर जाने लगती हैं,,, और वही कुछ लड़के आपस में बात करते हुए,,,,,,,,,,,यार यह आर्या कभी खुश नजर क्यों नहीं आती ,,,,,,,,,,मैंने आज तक इसके होठों पर ,,,,,,,,कभी मुस्कुराहट देखी ही नहीं,,,, अरे देखेंगा कहां से,,,,,,,,,ये एक नंबर की बेरहम है,,,,,,,,किसी को भी सजा देने से पहले,,,,,,,,,एक बार नहीं सोचती,,,,,,,,,,,,,की ये एक लड़की है लडका नहीं,,,,,,,,,,,,, इसलिए सभी लड़के ,,,,,,इससे दूर रहते हैं ,,,,मैं कहूं तो तू भी इससे दूर ही रहना,,,, कभी भी नहीं ,,,,,,,मैं इस खूबसूरत लड़की को अपनी गर्लफ्रेंड बनाकर रखूंगा,,,,,,, लड़कलड़के की बात सुन,,,,,,,,,वह लड़का,,,,,,अपनी आंखें बड़ी कर ,,,,,,,पहले वाले लड़के को घुरते हुए ,,,,,,,आर्य ,,,,,,, और फिर हंसते हुए ,,,,,,,,,,कभी नहीं पटेगी,,,,,कोशिश करके तो देख ले,,,,,, क्योंकि मैं इसे 2 सालों से देख रहा हूं,,,,,,और टू तो आज ही आया है ,,,यहा,,,,,,, लेकिन फिर भी आजमाना चाहता है,,,,,,,,,तो आजमान ले उसकी बात सुन ,,,,,,,,मैं तुझे बता दु,,,,,,,तो मेरे डैड भी,,,,,,,,,,इस कॉलेज के निवेशक हैं ,,,,, तो अब बता,,,,,,क्या आब भी नहीं पटेगी उसकी बात सुनो,,,,,,,,उसका दोस्त उस पर हंसते हुए,,,,,,,,,तु उसे पैसे से तोल रहा है,,, ,,,,,,,तो सुन बहुत ही पहुंची हुई चीज है,,,,,,,,,जिसे तुम पैसों से नहीं तोड़ सकता,,,,,, वाह अपने घर में,,,बहुत ही,,,,,बिगड़ी,,,,,,,,और घमंडन लड़की है,,,,,,,,,,जिसे पूरा कॉलेज जानता है,,,,सिवाए तेरे,,,,क्योंकि तू नवा जो आया है,,,, यह कह, वह,,,,,,वहां से चला जाता है और वही वह लड़का खड़ा विकी क्या चीज हो तुम आर्य,,,,,,,,,कुछ तो बात है ,,तुमने ,,,,,,,तभी तो पूरा कॉलेज तुमसे डरता है और वही क्लास रूम में सभी लड़के आर्य को देख ,,,,,,,निचे देखने लगते हैं, ,,,,,,,,,,,,किसी की भी हिम्मत नहीं हो रही थी,,,,,,,,,आर्य को देखने की ,,,,,,,,,,,,,क्योंकि कुछ महीने पहले एक लड़के ने ऐसी गुस्ताखी की थी ,,,,,,,,,जिसकी हालत,,,,,,आरय पर बहुत ही खराब कर दी थी ,,,,,,,,,, और वही आर्य बिना किसी को देखें अपने सीट पर जाकर बैठ जाती है,,,,,,,,कि तभी वहां एक लड़के की एंट्री होती है,,,,, जो देखने में काफी हैंडसम था,,,,,उसे देख सभी लड़कियां की आंखों मे चमक आ जाती है और वह लड़का,,,,,,,,,एक नजर आर्य को ‍को देख ,,,,,,,,बिना उसे कुछ कहे,,,,,,,वहां से आगे जा ,,,,,,साइना के पास बैठ जाता है,,,,, यह कोई और नहीं अयान था,,,,,आर्या का बचपन का दोस्त,,,, लेकिन अयान आर्य को लगभाग 7 सालो से नहीं बुला रहा था ,,,,,, यहां तक ​​,,,,,वह ठीक ढंग से,,,,,,उसकी तरफ देखता भी नहीं था ,,,,,,,,,उसे आर्य से बहुत चिढ़ होती थी ,,,,,,,,uski in sab harkaton se,,,, दूसरों को बेवजा मारना ,,,,,,,,,,दूसरों की रैगिंग करना,,,,,,,,किसी की ना सुनना ,,,,,,,,,सिर्फ अपनी चालना  ,,,,,,इसलिए उसको ,,,,,,,,,,,,आर्य से नफ़रत होने लगी थी,,,,,,,,,,,,,उसे भी नहीं पता था कि,,,,,,,,,,,,,,उसकी आंखों में आर्य के लिए किस तरह के भाव थे, , , , , , ,,,,, इसलिए वह उसे हमेसा ,,,,,चिड भारी नजरों से दिखता है,,,,,, इसलिए उसे,,,,,इस बेरहेम और बदतमीज बिगडी हुई लड़की से नफ़रत होती थी और वही साइना ,,,,,,,आर्य के बिल्कुल उल्टा ,,,,,,,,,सबकी मदद करने वाली ,,,,,,,,अपने दर्द को भुल ,,,,,,,,,दूसरे के दर्द समझने वाली ,,,,,,,एक सुलझी हुई लड़की थी,,,, उन दोनों लड़कियों में कुछ भी आम नहीं था,,,,, सिवाय एक के,,,, वो भी मुसकान की,,,,क्यूकी ना कभी आर्या के होठों पर मुस्कुराहट थी,,,,,और ना ही कभी साइना के, ,,,,,,,अगर साइना के होठों पर कभी मुसकान आ भी गई,,,,,,,,तो वो भी नकली होती थी,,,, और वही आयान साईना को देख,,,,,हाय साइना,,,, हाय,,,,, बोल साइना,,,,,,,,,बिना अयान की तरफ देखे ,,,,,,,,बलैक बोड की तरफ देखने लगती है,,, और वही आयान यार यह कैसी लड़की है ,,,,इतने महीने बीत गए ,,,,मैं इससे दोस्ती करना चाहता हूं ,,,,,लेकिन,,,,,,,,एक यह है ,,,,,,,,,कि मेरी तरफ देखती भी नहीं है,,,,, आखिर इसकी समस्या क्या है ,,,,,,,,,,आज तो मैं तुमसे ,,,,,,,,दोस्ती करके रहूंगा ,,,,,,,,,,चाहे जो हो जाए,,,,,,,,,,,,,यह कहे अयान भी ब्लैक बोर्ड की तरफ देखने लगता है कुछ देर बाद साइना कैंटीन में जा अपना लंच करने लगती है,,,,, वाह आज अकेला लंच कर रही थी क्योंकि आज उसका कोई दोस्त नहीं आई थी,,,,, कि तभी वहां अयान आता है ,,, और फिर एक चीज़ बरगर और पिज़्ज़ा ऑर्डर कर,,,,,,,,साइना के बगल में बैठ जाता है अपने साथ बैठा देख साइना,,,,,,एक नजर उठा अयान को देख दोबारा अपना लंच करने लगती है और वही आयान खुद को नजर अंदाज होता देख,,,,,,हेलो साइना क्या हम दोस्त बन सकते हैं,,,, अयान की बात सुन साइना ,,,,,,,,एक नजर अयान को देख फिकी स्माइल कर,,,,,,,अपना टिफिन बंद कर ,,,,,,,,,वहां से चली जाती है क्योंकि साइना को,,,,,,,,,,,,,लड़कों को दोस्त बनाना अच्छा नहीं लगता,,,, और वही आयांन ,,,,,साइना को ज्यादा देख,,,,,,उसका मुंह लटक जाता है,,,, आज के लिए बस इतना,,, हेलो guys,,,,आज मेरा पेपर था,,,,isliye मैं कल Mai episode अपलोड नहीं कर पाई थी Guys,,,,आप मेरी स्टोरी पढ़ते हैं,,,,,लेकिन आप मुझे ना rating और ना हीं reviews देते हैं ,,,,,,,शायद आपको यह कहानी अच्छी नहीं लग रही,,,,,,

  • 7. Devil I kill you - Chapter 7

    Words: 1173

    Estimated Reading Time: 8 min

    कुछ देर बाद साइना कैंटीन में जा अपना लंच करने लगती है,,,,, वाह आज अकेला लंच कर रही थी क्योंकि आज उसका कोई दोस्त नहीं आई थी,,,,, कि तभी वहां अयान आता है ,,, और फिर एक चीज़ बरगर और पिज़्ज़ा ऑर्डर कर,,,,,,,,साइना के बगल में बैठ जाता है अपने साथ बैठा देख साइना,,,,,,एक नजर उठा अयान को देख दोबारा अपना लंच करने लगती है और वही आयान खुद को नजर अंदाज होता देख,,,,,,हेलो साइना क्या हम दोस्त बन सकते हैं,,,, अयान की बात सुन साइना ,,,,,,,,एक नजर अयान को देख फिकी स्माइल कर,,,,,,,अपना टिफिन बंद कर ,,,,,,,,,वहां से चली जाती है क्योंकि साइना को,,,,,,,,,,,,,लड़कों को दोस्त बनाना अच्छा नहीं लगता,,,, और वही आयांन ,,,,,साइना को ज्यादा देख,,,,,,उसका मुंह लटक जाता है,,,, 🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵 अब आगे________________________________ एक कमरे में,,,,,,कुर्सी के ऊपर रोशनी थी,,,,जहां पर एक लड़का बैठा हुआ था ,,,,,,,और पूरे कमरे में सिर्फ और सिर्फ अंधेरा था ,,,,,और उस लड़के के पैरों ,,,,,, किसी ने पकड रखा था,,,,,, और उसके पैरों को पकडे हुए ,,,,,,प्लीज मुझे मत सजा दो ,,,,,,मैं सच में कुछ नहीं किया मिहिर,,,,,,मेरा यकीन करो मैं हमेशा सिर्फ और सिर्फ तुमसे प्यार किया है,,,,,,,और किसी से नहीं,,,,,,तुम्हें कैसे यकीन दिला ओ  मैंने अलिशा को नहीं मारा था लेकिन मिहिर,,,,,,,,,उसकी एक नहीं सुनता,,,,,,,,और उसे अपने पैरों से झटक,,,,,,,,,जमीन पर गिरा देता है और वही वह लड़की कोई और नहीं रुही थी ,,,,,,,,,,,जो अपने आंखों में आंसू ले,,,,,,,,बस महिर को देखी जा रही थी,,,,,,,वह इस वक्त,,,,,,,,,अपनी आंखों में ढेर सारी मासूमियत ले मैहर को देखी जा रही थी,,, उसकी मासूमियत से भरी चेहरे को देख,,,,,,,,,मिहिर का दिल बेचैन होता है,,,,,,,,जिससे मिहिर उसके बाल पकड़,,,,,,,,,,उसे उठा उसकी आंखों में,,,,,,,,घुर के देखते हुए,,,,,,,,,तुझे क्या लगता है ,,,,,,,,मैं तेरे इस चुपड़ी चुपड़ी बातो और तेरी खूबसूरत चेहरे से पिघल जाऊंगा,,,,,,,,,तो ऐसे कभी नहीं होगा,,,,,,,,,,,,तुझे जिंदगी भर मेरा गुलाम बनकर रहना होगा ,,,,,,,,तु तड़पती रहेगी और फिर उसे दोबारा जमीन पर पटक देता है ,,,,,और फिर देखते हुए ,,,,,,,मैं तुझे कभी भी चैन से जीने नहीं दूंगा की तभी रुही दोबारा,,,,,,,,,मिहिर के पैर पकड़ते हुए ,,,,,,,,,,प्ली प्लीज मिहिर ,,,,,,,,,,मुझे माफ कर दो और मेरे डैड को भी छोड़ दो अब मिहिर रुही के बार-बार गिरगिराने से,,,,,,,,,अब इरिटेट हो चुका था ,,,,,,,,,,जिससे मिहिर गुस्से से ,,,,,,,,,रुही की तरफ देखते हुए,,,,,,,,,,दफा हो जो सुना नहीं तुमने,,,,,,,,,दफा हो जाओ यहां,,,,,,,,,, और एक चीख के साथ  मिहिर कि आखे खुल जाती है,,,,,,,,तब अपने चारों तरफ देखता है ,,,,,,,,,,तो इस वक्त मिहिर बेड पर था,,,,,,,,,और उसका पूरा फेस पसीने से भीगा हुआ था जिसे मिहिर बेड पर बैठा,,,,,,,,,,,,जल्दी से पानी पिए अपने हाथों से पसीने को पूछते हुए ,,,,,,,तुमने बहुत परेशान किया है रूही ,,,,,,,,,,,,,,,मैं इन 7 सालों से चैन से नहीं सो पाया हूं ,,,,,,,सिर्फ तुम्हारी वजह से बस तुम्हें एक बार जेल से छुटो,,,,,,,,तब मैं तुम्हें एक असली नरक दिखाता हूं तुमने मेरी जिंदगी hell बनाई है  मैं तुम्हारी जिंदगी hell बना दूंगा ,,,,,,,,,जस्ट वेट एंड वॉच ,,,,,,,,,,,,,यहां कह मिहिर बेडशीट हटा बालकनी में जा सिगरेट पीने लगता है क्योंकि   रात इसी तरह ,,,,,उसकी नींद सपनों से टूट जाती  मिहिर काफी बेचैन होता था,,,,,,,,इस भी नहीं पता था,,,,,,,,,,,,,कि यहां बेचैनी उसे क्यों होती थी,,,,,,,,,,जिसे काम करने के लिए  ,,,,,,,,,मिहिर हमेशा बालकनी में जा सीटेट पीने लगता था और Vahi dusri Taraf ,,,,ek Khandar Jaisi ,,,,dikhne wali Jagah per ,,,,Ek Ladki Jisne Apne face ko ,,,ek masks  cover Kiya hua tha,,,, Jise Log dark princes ke naam se Jante the,,,,Or Aaj Tak Kisi Ne,,,, uska face Nahin Dekha Tha ,,, ,or is Waqt,,, uski sirf Aankhen Hi Najar a rahi thi ,,,,vah Apne aadmiyon per chikhate hue,,,, Jise Maine Tumhen dhundhne ko kaha ,,,,,,,,vah Mila Ki Nahin ,,,,Aab Tak,,, Uss Ladki Ki gusse Bhari Awaaz Sunn,,,, Uske Aadmi darte hue ,,,,,humne Pata Laga Liya Hai,,, Ki vah ,,,Ab Jinda Nahin Hai ,,,,ki mam aaj se 5 sal pahle hi,,, Kisi Ne usse jaan Se Maar Diya ,,,, Ladki Apne aadmiyon ke Munh se,,,,,,uss aadami Ke Mar Jaane ki khabar Sunn,,, Khush Hote hue,,,  ab tum mujhe,,,  batane ka kasht Karoge ,,,,ki usse Marne ki jurat Kisne ki,,,, Kyunki usse to Mere Hathon Marna tha,,,, Mam Hamen Jyada Toh Nahin Pata ,,,,lekin usse  Marne wali ek ladki thi,, jiska naam FIR vah sochte Hue,,,, kya,, kya,,,saina,, hann mam,,,,,uska name saina thaa,,, Apne aadmiyon ke Munh se saina Naam Sunn,,,,,,,,,,,,vah ladki chokte hue,,,,,toh  is Waqt vo ladki kahan hai ,, Mam  Insan ko marne ke baad ,,, Kisi Ko Nahin pata ki vah ladki kahan hai ,,,, ki vah ladki jinda bhi hai ,,,yaa nhi , ,,,, FIR vah ladki Apne mann mein sochte huye,,,,  vah ladki bhi,,, uss Janwar ke changul Se Bachkar Khud ko,,, vo itna hi Soch pai,,,,,  Kyunki usse isse Aage sochne ki Himmat ,,na Ki tabhi waha par,,, Uska dusra aadami a jata hai Use Dekh,,,, wah ladki,,,, Kya  ,,,,,kam Hua Ki Nahin,,, Vo dusra admi  Mein darte Hue,,,, mam kam to Ho Gaya,,,, Lekin Ham do Ladkiyon ko Nahin bacha Paye,,,,kyuki vo unn do ladkiyon ko utha legaye,,,, Ladki uski baat sunn,,,,,,,,gussa se Chikhate hue,,, Kyon Nahin bacha Paye,,,, kya,,,tum sab,,,, Ek kam bhi nahin kar sakte ,,, Tum sab dikhte toh saand jaise ho,,,, lekin kaam tum sab ek paise ka nhi kar sakte,,, Kya main Tumhen baith kar khane ka paisa  hun ,,ki kam karne ka,,,,,fir ladki gusse Se ,,,Apne pant se Banduk nikal ,,,usse aadami Ke Sar per Rakh Deti Hai,,,, Ab toh uss aadami ki Dar Ki vajah se,,,  bhi  ho gai ,,,,fir vah admi darte Hue ,,,mam mam,,,,hum unka picha kar rahe thee,,, lekin  pahunchne se pahle hi ,,,,, , ASR ke aadmiyon Ne,,,,,UN do Ladkiyon ko bacha liya,,,, Lekin mam  in Sab Mein Hamari Koi Galti Nahin Thi,,,, Humne Puri koshish ki thi UN donon Ladkiyon ko bachane ki,,,,sach main, mam, Vah ladki Apne aadmiyon ke Munh se ,,,,,UN do ladkiyon ke bachane ki khabar Sunn,,,,,,,,,,thoda Shant Hote hue ,,,,aditya Roy,,,, Tum hamesha mere kaam ke bich Mein Aate Ho,,,,,, lekin Khushi Hai Mujhe ,,,ki vah ladkiyan bach gai,,,,,,chahe vo tumare hi hathon,,,, Mujhe Khushi hui ,,,,,,,,,ki tum isse Shahar Mein wapas aa gaye,,,, lekin bade dino baad ,,,,,,,,,tumse milkar  aaega,,,, yah kah vo ladki uss khandar se bahar nikal Jaati Hai Uske jate hi,,,  Khade aadami ,,,ek rahat ki sans lete hain,,,,,, kyuki vah sab,,,uss ladki ke samne bhut hi jyada dare huye thee, ,,, Kyuki uneh pata tha,,,, ki yah ladki Kitni khiski Hui hai,,,, agar ise kam Sahi or sahi  per Na Mile ,,,,To yah Kuchh Bhi kar deti hai,,,, और वही रात का टाइम था,,,रूही जेल में छत के ऊपर बगैर चादर के लेटे आसमान को देखे जा रही थी,,,,,,इस वक्त रुही की आंखों में सिर्फ और सिर्फ गिल्ट था,,,,,,,वह भी   प्यार करने का उसकी आंखों में अब कोई भी इमोशंस नहीं बचे थे ,,,,,, उसे भी पता नहीं कि वह अब तक जी ही क्यों रही थी,,,,,,,,,,,क्या वजह थी उसके जीने की ,,,,,,,,,,क्योंकि उसके पास जिन  लिए कुछ बचा ही नहीं था,,,,,,सब कुछ बर्बाद हो गया था उसका ,,,,,,, अगर  कुछ  था,,,,,,तो वह थी उसकी माँ,,,,,,,,जो उसे,,,,,,,उसके,,,,,,,बेटी होने का अधिकार छिन चुकी थी,,,,,,,,,लेकिन वह फिर भी जी रही है क्यों उसे नहीं पता , ,

  • 8. Devil I kill you - Chapter 8

    Words: 1247

    Estimated Reading Time: 8 min

    Uske jate hi,,, ;Andar Khade aadami ,,,ek rahat ki sans lete hain,,,,,, kyuki vah sab,,,uss ladki ke samne bhut hi jyada dare huye thee, ,,, Kyuki uneh pata tha,,,, ki yah ladki Kitni khiski Hui hai,,,, agar ise kam Sahi or sahi  per Na Mile ,,,,To yah Kuchh Bhi kar deti hai,,,, और वही रात का टाइम था,,,रूही जेल में छत के ऊपर बगैर चादर के लेटे आसमान को देखे जा रही थी,,,,,,इस वक्त रुही की आंखों में सिर्फ और सिर्फ गिल्ट था,,,,,,,वह भी   प्यार करने का उसकी आंखों में अब कोई भी इमोशंस नहीं बचे थे ,,,,,, उसे भी पता नहीं कि वह अब तक जी ही क्यों रही थी,,,,,,,,,,,क्या वजह थी उसके जीने की ,,,,,,,,,,क्योंकि उसके पास जिन  लिए कुछ बचा ही नहीं था,,,,,,सब कुछ बर्बाद हो गया था उसका ,,,,,,, अगर  कुछ  था,,,,,,तो वह थी उसकी माँ,,,,,,,,जो उसे,,,,,,,उसके,,,,,,,बेटी होने का अधिकार छिन चुकी थी,,,,,,,,,लेकिन वह फिर भी जी रही है क्यों उसे नहीं पता , , ,,, 🩷🩵🩶🩶🩷 Aab aage______________________________ एक महीना बीत चुका था ,,,,,और वह दिन आ गया था,,,,,,,,,रोही के रिहाई ,,,,,,रुहि की आजादी का ,,,,,,,,,,लेकिन एक महीने में रुही के साथ कोई भी जुल्म नहीं हुआ था,,,,,,,,,उसे किसी ने भी नहीं मारा था,,,,  जेल  से निकलते हुए भी उसके होठों पर स्माइल नहीं थी,,,,,,सिवाय दर्द के ,,,,,,जो वहां भी  जाहिर  नहीं होने देती थी  , वह जेल से बाहर निकल ,,,,,,,एक नजर जेल को देखती हैं  ,,,,,,,,जिसे देखते हुए रोही की फेस पर,,,,दर्द भरी स्माइल आ जाती है,,,,,, मुस्कान यहां गवाही दे रही थी, ,,,,,कि उसने यहां,,,,,,आपने 7 साल वेस्ट कर दिये,,,,, उसने अपनी मां के हाथों का बना हुआ खाना,,,,, अपने मोम डैड की साइली,,,,और आपनी सारी खुशियां ,,,,,,,सब कुछ वेस्ट कर दिया,,उसने,,,,,,इन 7 साल में और वह भी बगैर किसी जुर्म के अब,,,,,,तोह yaha ,,,,,इन 7 सालों में उसका कोई नहीं था,,,,,अपना kahene ko,,,,,,,wah अकेली है,,,,,,वह इनते साल इस जेल में थी ,,,,,,,,,, उसने आज तक कोई दोस्त नहीं बनाया था शायद डर की वजह से,,,,,,कि अब उसे भी ,,,,,, कहीं खो ना दे,,,,,,, और वह इन 5 सालो में,,,,,,,, जैसे पत्थर सी बन गयी हो ,,,,,,,या फिर लोगों ने उसे पत्थर बना दिया रोहि जेल से बाहर निकल,,,,,चारों तरफ देखती है,,,,,,,,वह शायद टैक्सी लेने की कोशिश कर रही थी,,,,,,,,लेकिन उसे कोई टैक्सी नहीं नजर आता,,,,,,,जिससे रूही,,,,,,,पैदल ही वहां से चलने लगती है और वहीं दूर खड़ा एक आदमी, ,,,,,,,,,,,,रुही की हर एक हरकत देख रहा था,,,,,,,उसे रूही के लिए बहुत बुरा लग रहा था ,,,,,लेकिन वह कुछ नहीं कर सकता था,,,,,,,,,,रुही को देख,,,,,,,,, उस इंसान की आंखों में ,,,,इस वक्त बहुत सारे इमोशंस थे वह उसे जाता हुआ देखता रहा,,,,,,,,,, यहां इंसान कोई और नहीं सिद्धार्थ था ,,,,,,,,जो कब से रूही को देख रहा था ,,,,,,,वह उसे जाते हुए देख ,,,,,, मन मे ,,,,,,,, मुझे नहीं पता रोहि,,,,,,,ki , तुमने आलिशा को मारा है ,,,,,,या नहीं,, लेकिन मैं तुम्हारी आंखों में देखकर,,,,,,,यह तो जरूर कह सकता हूं,,,,, ,,,,,,,,कि तुम बेकसूर हो,,, लेकिन मेरे कहने से और ना कहने से क्या फर्क पड़ता है,,,,,सब सबुत देखते हैं ,,,,,आंखें नहीं , ,,,,,,,,,,,, क्योंकि मैंने हमेशा तुम्हारी आंखों में ,,,,,,,,सिर्फ और सिर्फ मासूमियत देखी है,,,,,दूसरों के लिए अच्छाई देखी है,,,,,,,लेकिन मिहिर को क्यों नजर नहीं आता,,,,,,तुम्हारी आंखों में यह सब ,,,,,,,वह पागल हो गया था,,,,,,,,आलिशा के प्यार में ,,,,,,,तभी तो उसे,,,,,तुम्हारा प्यार नजर नहीं आया यह सोचते हुए,,,,,,सिद्धार्थ किसी सोच में चला जाता है की सड़क के बीचो-बीच,,,,,,एक लड़की जख्मी हालत पर पड़ी थी,,,,,,,,,उसके आसपास खुन बिखरा था वह लड़की बहुत छोटी थी ,,,,,,की तभी सिद्धार्थ आगे बढ़ उस लड़की को उठाने वाला था,,,,,,,कि उससे पहले ही ,,,,,,एक लड़की वहां आ जाती है ,,,,,,,,और फिर वह छोटी सी बच्ची को अपनी गोद में ले,,,,,,,,,,आसपास खड़े भीड़ पर बरसते हुए ,,,,,,,तुम्हें शर्म नहीं आती इस बच्ची को इसी तरह सड़क पर देख,,,,,,,तमाशा देखते हुए अरे तुम्हें कहां से शर्म आएगी,,, क्योंकि तुम जो तमाशा देखने वालों में से हो ,,,और,,,जब खुद पर बीतेगी ना ,,,,,,तब पता चलेगा ,,,,,,यह कह ,,,,,,,,वह लड़की गुस्से से उन सबको घूमते हुए ,,,,,,,,,उस लड़की को ,,,,,वहां से ले जाने लगती है ,,,,,,,कि तभी जल्दी से सिद्धार्थ भी,,,,,,,,,उसे सम्भालते हुए,,,,,उस लड़की के पीछे चला जाता है यह लड़की कोई और नहीं,,,रूही थी,,,,,,जो उसे लड़की को अस्पताल ले जा,,,,,,,,,,उसका इलाज कराती है,, और यह लड़का कोई और नहीं सिद्धार्थ था ,,,,,जो उस लड़की को बड़ी गौर से,,,,,,,,उसकी मदद करते हुए देख रहा,,,,,,,,,, और वही सिद्धार्थ रुही से ,,,,,,,काफी इंप्रेस हो गया था की एक अनजान लड़की की रूही कितनी केयर करती ,,,,रही है,,,,,,जिससे सिद्धार्थ रूही के पास जा,,,,,,,,,है तुम्हारा नाम क्या है और वह रुही ,,,,,,,, जो डॉक्टर से बात कर पीछे मुरती है ,,,,,,,तो सिद्धार्थ उसके पीछे खड़ा था,,,,,,,जो उस नाम पूछ रहा था,,,,,,, जिसे देख ,,,,,रुही अपनी आंखें छोटी करते हुए ,,,,,,,,,,क्यों आधार कार्ड बनवाना है ,,,,,,,,यह मेरी डिटेल निकलवा कर ,,,,,,,मेरे घर राशन पहुंचना है,,,, उसके बात सुन सिद्धार्थ कंफ्यूज होते हुए ,,,,,,क्या सिद्धार्थ को इतना कंफ्यूज देख ,,,,,,रुही उसकी तरफ घुरते हुए,,,,,,,,क्यों जान ना है,,,,,तुम्हें मेरा नाम रुही के इस तरह देखने से ,,,,,,,सिद्धार्थ काफी हड़बड़ा जाता है ,,,,,मैं mai यह मैं में क्या लगा रखा है,,,,,,,,क्या तुम बकरी हो,,,,  और फिर उसे ऊपर से नीचे देखते हुए,,,,,,ओ सॉरी ,,,तुम तो बकरा होगे,,,,,,, और वही सिद्धार्थ रुही के मुंह से ,,,,,,,खुद के लिए बकरा सुन उसका मुह खुला का खुला रह जाता है ,,,,और वह अपने मन मे यह कैसी लड़की है रूही सिद्धार्थ का मुंह बंद करते हुए ,,,,,,,मुंह बंद कर लो वरना मक्खी घुस जाएगी ,,,,,,जिससे सिद्धथ झट से,,,,,,,अपना मुंह बंद कर लेता है ,,,,,,,,,,,और फिर रुही की तरफ देखते हुए ,,,,,,,नहीं मैं कोई बकरा नहीं हूं उसकी बात सुन रुही हंसते हुए ,,,,,,,अरे मैं मजाक कर रही थी ,,,,,,,अब यह बताओ तुम्हें मेरा नाम क्यों जानना है,,, वह इसलिए कि,,,,,,तुमने अभी,,,,,,,,इस लड़की की जान बचाई थी ,,,,,,है ना,,,,,,,मैं बस ,,,,,,,उसने इतना ही बोला था की तभी रूही दोबारा ,,,,,उसे पर बरसते हुए,,,,,,,,इसका मतलब तुम भी,,,,,,,उन लोगों में से हो ,,,,,,,,,जो वहां खड़े होकर तमाशा देख रहे थे जिससे सिद्धार्थ हार्बरा जाता है ,,,,,,,,,और फिर जल्दी से अपनी बात को सही करते हुए ,,,,,,,,नहीं नहीं मैं  उसी वक्त आया था,,,,,,,जिस वक्त तुम आई थी ,,,,,,,,,उसे लड़की को बचाने,,,,,,,,जिसे सुन रुही अपनी आंखें छोटी करते हुए,,,,,,,ओके और बाय द वे,,, ,,,,, मेरा नाम रुही है रुही नाम सुन ,,,,,,सिद्धार्थ के फेस पर स्माइल आ जाती है यह सब सोचते हुए ,,,,,,,,सिद्धार्थ के फेस पर स्माइल आ जाती है,,,,,,,और फिर सिद्धार्थ,,,,,,अपने मन में ,,,,,,,,जो लड़की दूसरे की जान बचाने के लिए ,,,,,,,पूरी भीड़ से लड सकती है वह आलिशा को कैसे मार सकती है,,,,,,,,लेकिन एम सो सॉरी रुही ,,,,,,,,,,कि मैं तुम्हारे लिए कुछ नहीं कर पाया ,,,,,,,,,,और शायद आगे भी कुछ नहीं कर पाऊंगा ,,,,,और फिर थोड़ा मायूस होते हुए काश रोहि ,,,,,,तुम,,,मिहिर से कभी नहीं मिली होती यहां कह सिद्धार्थ कार स्टार्ट कर,,,,,,वहां से निकल जाता है क्या था सच ,,,,,,,क्या सच में रोहि एक मासूम थी,,,,,,,या उसने सच में आलिशा को मारा था,,,,,,,क्या आप रोहि के जेल से वापस आने के बाद,,,,,,सारे मुश्किलें खत्म हो जाएगी,,,,,,,या फिर कोई नहीं मुसीबत रूही का इंतजार कर रहा है ,,,, जाने के लिए पढ़ते रहे क्या करूं फ्रेंड्स आप सब तो मुझे ना कोई कमेंट करते है,,,,,,,,और, ना कोई review देते हैं ,,,,,,,जिससे मेरा दिल टूट जाता है ,,,,,,और मुझे स्टोरी आगे रखने का दिल भी नहीं करता अरे यार आप मुझे कमेंट नहीं तो,,,,,अच्छे-अच्छे review तो दे सकते हैं na ,,,,,, yaha tak aap,,,,,ना ही आप novel ko शेयर करते हैं ,,,क्योंकि सच में मुझे आप सभी ke कमेंट पढ़ कर,,,,बहुत अच्छा लगता है,,,,,,और फिर आगे स्टोरी लिखने को भी,,,,दिल करता है लेकिन जब मैं आपके कमेंट नहीं देखते ,,,,,तो मुझे बहुत दुख होता है

  • 9. Devil I kill you - Chapter 9

    Words: 1101

    Estimated Reading Time: 7 min

    रुही नाम सुन ,,,,,,सिद्धार्थ के फेस पर स्माइल आ जाती है यह सब सोचते हुए ,,,,,,,,सिद्धार्थ के फेस पर स्माइल आ जाती है,,,,,,,और फिर सिद्धार्थ,,,,,,अपने मन में ,,,,,,,,जो लड़की दूसरे की जान बचाने के लिए ,,,,,,,पूरी भीड़ से लड सकती है वह आलिशा को कैसे मार सकती है,,,,,,,,लेकिन एम सो सॉरी  ,,,,,,,,,,कि मैं तुम्हारे लिए कुछ नहीं कर पाया ,,,,,,,,,,और शायद आगे भी कुछ नहीं कर पाऊंगा ,,,,,और फिर थोड़ा मायूस होते हुए काश रोहि  से कभी नहीं मिली होती यहां कह  कार स्टार्ट कर,,,,,,वहां से निकल जाता है क्या था  ,,,,,,,क्या सच में रोहि एक मासूम थी,,,,,,,या उसने सच में आलिशा को मारा था,,,,,,,क्या आप रोहि के जेल से वापस आने के बाद,,,,,,सारे मुश्किलें खत्म हो जाएगी,,,,,,,या फिर कोई नहीं मुसीबत रूही का इंतजार कर रहा है ,,, ,🩷🩷🩷🩷🩷🩷🩷 Aab aage_________________ और वही कॉलेज में,,,,,,,,कुछ लड़के,,,,,एक लड़की को परेशान कर रहे थे ,,,,,,,,,या यूं कहे,,,,,,तो,,,,वह राइटिंग कर रहे थे,,,,,,कि वह पूरी कॉलेज में सबके सामने,,,,,,,,हम तीनों में से ,,,,,,किसी एक लड़के को किस करेगी जिसे सुन,,,,,,,,वह लड़की साफ मना करते हुए मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगी,,,,,,,,,यह कह वह वहां से जाने लगती है,,,,,,,लेकिन वह तीनों लड़के उसे जाने नहीं देते ,,,,,,,,,जिससे उस लड़की को बहुत डर लगने लगता है की तभी उसकी नजर में ,,,,,,,,गेट से  पर आ रही आर्य पर जाता है,,,,,,,,जिसे देख वह बगैर  के,,,,,उन लड़कों को थोड़ा धक्का दे ,,,,,,,,,वहां से भागते हुए आर्य के पास जाती है और फिर उसे रोकते हुए ,,,,,,प्लीज मेरी मदद करो,,,,,, arya,,,,, देखो मुझे वह लडके परेशान कर रहे हैं,,,,,,क्योंकि उसे लग रहा,,,,,,,की arya उसे,,,,,,बचा सकती है ,,,,क्योंकि उसे पता था ,,,,,,कि पूरा कॉलेज ,,,,उससे डरता था,,,,,,तो यह लड़के भी,,,,उससे डरते ही होंगे और वही वह लड़के जब देखते हैं ,,,,,,,,कि वह लड़की आर्य से हेल्प मांग रही है ,,,,,,,,तो वह एक पल के लिए वहां डर जाते हैं,,,,,,,,,लेकिन तभी उन्हें याद आता है ,,,,,,कि आर्य कभी भी किसी की नहीं सुनती थी,,,, वह सिर्फ खुद की हेल्प करती थी,,,,,,किसी और कि नहीं,,,,  उनके होठों पर डेविल्स समाइल जाती है,,,,,,,,और वह अब भी ,,,,,अपने कमद उसके तरफ बढ़ाने लगते हैं   आर्य बगैर उसे लड़की की तरफ देखे,,,,,,,  बाइक स्टैंड लगा,,,,,,,वहां से जाने लगती है को जाता देखा,,,,,वह लड़की दोड़ते हुए ,,,,,,,,आर्य क्या हुआ,,,प्लीज,,,,आर्य मेरी मदद करो ,,,,,मुझे पता है तुम इन लड़कों को सबक सिखा सकती हो आया उसे लड़की की बात सुन ,,,,अपने दर्द भरी स्माइल करते हुए ,,,,,,,,उस लड़की को ऊपर से नीचे देखती है और फिर अपने कदम आगे बढ़ा,,,,,,,,उस लड़की के हाथों को पकड़ ,,,,,,,,उसे दिखाते हुए ,,,,,क्यों तुम्हारी कलाइयों में ,,,,,,,,सिर्फ चूड़ियां पहनने की ताकत है,,,,,किसी को सबक सीखाने की नहीं और फिर उस पर हंसते हुए,,,,,,,अरे मैं तुम्हारी मदद करूंगी ,,,,,,क्यों तुम कौन हो,,,,,,,क्या मैं तुम्हें जानती हूं,,,,नहीं ना,,,,,,,तो तुम किस हक से मुझसे मदद मांग रही हो आर्य की बात सुन,,,,,,वह लड़की रोने लगती है,,,,,, और उसे रोता देख,,,,, रोने से कुछ नहीं होता,,,,,,,तुम्हें खुद ही कुछ करना चाचाहि,,,,,,,अगर तुमसे कुछ नहीं होता ,,,,,तो तुम्हें मर जाना चाहिए क्योंकि जो इंसान खुद की मदद नहीं कर सकता,,,,,,दूसरे की सहारा लेता है उसे इस दुनिया में रहने क्या मतलब,,,,,तुम तो एक कमजोर लड़की हो,,,,,,,,जो दूसरों का सहारा मांग रही है आर्य की बात सुन,,,,,वह लड़की अपना सर झुका,,,रोने लगती है उसे  झुका रोता देख ,,,,,आर्य  से जाते हुए ,,,,,,,सर झुकाने का नहीं सर उठाने का काम करो ,,,,,,,यह कह,,,,,,आरेया वहां से चली जाती है आर्य उस लड़की से थोड़ा ही दूर हुई होगी,,,,,,,,,कि तभी आर्य के चेहरे पर ,,,,,,,,एक चोर का थप्पड़ पड़ता है,,,,,,,,,,जिससे आर्य का सर,,,,,,एक तरफ झुक जाता है कि  उसे ,,,,,,,,,किसी लड़की की गुस्से भरी आवाज आती है ,,,,,,,,,अगर तुम्हें किसी की मदद नहीं करनी,,,,,,,,,तो तुम्हें उसे इतना सुनने का भी हक नहीं है,,,,,,,,तुम होती कौन हो,,,, किसी कि ,,,उसे नीचा दिखाने की,,,,,,,,,,किसी की निजी  में घुसने की तुम खुद एक लड़की होकर ,,,,,,दूसरी लड़की को ऐसे कैसे बोल सकती हो ,,,,,,तुम्हें शर्म नाम की चीज नहीं है और वही आर्य ,,,,अपना सर ऊपर उठा ,,,,,,,सामने देखती है ,,,,,,,,तो या कोई और नहीं saina होती है ,,,,,,जिसे देख आर्य की आंखें और लाल हो जाती है,,,, इस वक्त आर्य बहुत ही भयानक दिख रही थी ,,,,,,,,,उसे देखकर किसी की भी रूह कांप सकती थी ,,,,,,,,वही आर्य का गुस्से से पूरा शरीर काप रहा था,,,,,,जिससे  गुस्से से साइना को मारने के लिए ,,,,अपना हाथ उठा देती है और वही साइना,,,,,,,आर्य के इस एक्शन से ,,,,एक पल के लिए ,,,,डर जाती है,,,,,,और अपने  बंद,,,,,,,,,,,चेहरे पर हाथ रख लेती है आर्य उसे ऐसा करता देख ,,,,,,उसके हाथ हवा में ही रुक जाते हैं ,,,,,,,,और वह अपने हाथों की मुट्ठी बना,,,,,,,धीरे-धीरे नीचे ले लेती है लेकिन वह अब भी साइना को गुस्से से घुर रही थी और वही साइना,,,,,,,अपने चेहरे पर किसी का हाथ ना पड़ता देख ,,,,,,,अपनी आंखों खोल ,,,,,,सामने देखती है ,,,,,,,,,तो आर्य  भी,,,,,,,,,,उसे घूर रही थी जिसे देख साइना,,,,,,,,एक पल के लिए हड़बड़ा जाती है,,,,,,और अपने मन मे,,,,,,,,,इसका गुस्सा तो ,,,,,,इकदम  तरह है यह सोच ही रही थी,,,,,,,कि तभी उसे,,,,,,,,,,,,आर्य की गुस्से भरी आवाज आती है,,,,,,तुम होती कौन हो यह सवाल उठाने वाली,,,,,,,,,क्या तुम जानती हो,,,,,,,,मैं कौन हूं ,,,,,,,,अगर मैं तुम पर एक हाथ उठा दू,,,,,,, तो अभी तुम्हारे सुंदर चेहरे पर ,,,,मेरे पांचो उंगलियां छाप सकते हैं अगर कुछ कहने का जिगरा है ,,,तो करने का भी जिगरा रखना चाहिए,,,,,यह कहते हुए आर्य,,,,,,,,,सानिया का हाथ पकड़,,,,,,,उससे पलट देती है ,,,,,,,और सामने का नजारा देखने को कहती है जब सानिया अपने सामने देखती है,,,,,,,तो वही लड़की ,,,,,,जो सर झुका भी रो रही थी ,,,,,,,,,आप उल्टा उन तीनों लड़कों को सुना रही थी ,,,,,,,उन तीनों लड़कों में से एक को तो ,,,,,उस लड़की ने थप्पड़ भी मार दिया था की तभी उसे आर्य की आवाज सुनाई देती है ,,,,,,,हाथ अगर  चलाना आता है,,,,,,,,,,,तो दिमाग भी ज्यादा चलाया करो,,,,,,, अगर चला लेती,,,,,,,,तो तुम्हें इस तरह,,,,,,किसी और के सामने ,,,,,,खड़ा ना होना पड़ता,,,,,,,,यह कह आर्य ,,,,बगैर पीछे मुद्दे,,,,वहां से चली जाती है और वहीं साइना सिर्फ,,,,,,,,,arya को जाता हुआ देखती  जाती है ,,,,,,,चीन को उसकी आंखों से,,,,,,,उसकी बातों से,,,,,वह यह तो समझ जाती हैं ,,,,,,कि कुछ तो दर्द & वह सबसे छुपा रही है ,,,,,,,,क्योंकि उसकी बातों से उसका दर्द साफ जाहिर हो रहा था जिससे साइना,,,,,आर्य के बातें सोचने लगती है,,,,,,,,,जिससे साइना अपने मन मे ,,,,,,सही तो कहा आर्य ने ,,,,,,,,जो इंसान खुद की मदद नहीं कर सकता ,,,,,,,,वह दूसरों से मदद की उम्मीद कैसे कर सकता है ,,,,,,,,यह कहते हुए उसकी आंखों में ,,,,,,,दर्द साफ झलक रहा था, ,,,,,,,,यह कैसा दर्द ,,,,,,,,वह आपको आगे पता चलेगा आज के लिए बस इतना क्या इन दोनों का दर्द एक है या कुछ और छुपे हैं राज क्या होगा इस कहानी में कौन इस कहानी का हीरो बनेगा और कौन विलन किसकी कहानी आबाद होगी किसकी बर्बाद कल ke episode mai,,,,, ruhi ka hi seen dalungi  

  • 10. Devil I kill you - Chapter 10

    Words: 1527

    Estimated Reading Time: 10 min

    अगर चला लेती,,,,,,,,तो तुम्हें इस तरह,,,,,,किसी और के सामने ,,,,,,खड़ा ना होना पड़ता,,,,,,,,यह कह आर्य ,,,,बगैर पीछे मुद्दे,,,,वहां से चली जाती है और वहीं साइना सिर्फ,,,,,,,,,arya को जाता हुआ देखती  जाती है ,,,,,,,चीन को उसकी आंखों से,,,,,,,उसकी बातों से,,,,,वह यह तो समझ जाती हैं ,,,,,,कि कुछ तो दर्द  वह सबसे छुपा रही है ,,,,,,,,क्योंकि उसकी बातों से उसका दर्द साफ जाहिर हो रहा था जिससे साइना,,,,,आर्य के बातें सोचने लगती है,,,,,,,,,जिससे साइना अपने मन मे ,,,,,,सही तो कहा आर्य ने ,,,,,,,,जो इंसान खुद की मदद नहीं कर सकता ,,,,,,,,वह दूसरों से मदद की उम्मीद कैसे कर सकता है ,,,,,,,,यह कहते हुए उसकी आंखों में ,,,,,,,दर्द साफ झलक रहा था, ,,,,,,,,यह कैसा दर्द ,,,,,,,,वह आपको आगे पता चलेगा 🩷🩷🩷🩷 अब आगे______________ और वही एक मेंशन के बाहर एक ऑटो  आता है,,,,,,,उसमें से एक लड़की बाहर निकलती है ,,,,,,,यह कोई और नहीं ,,,,,,रूही थी ,,,,,जो उस मेंशन को बड़े गौर से देख रही थी,,,,,इस घर से ,,,,,,,,उसकी कई यादें थी ,,,,,कुछ अच्छी ,,,,तो कुछ बुरी वह जैसे-जैसे मेंशन के अंदर ,,,,,,अपने कदम रख रही थी,,,,,,उसके दिल की धड़कन बढ़ रही थी,,,,,उसके पैर कांप  थे ,,,,,,,कि वह अंदर जाए या ना जाए ,,,,,,उसके चेहरे पर एक घबराहट और बेचैनी साफ नजर आ रही थी,,,,,,किसी को देखने की उसके मन में बस  यही चल रहा था,,,,,,,,क्या वह अब भी,,,,,,,उसे  से मिलन देगी ,,,,,उसे देखने देगी ,,,,,,क्या वह इन ,,,सालों में बदल गई होगी ,,,,,,यह अब भी ,,,,,उससे नफरत ही कर रही होगी,,,,,,,,,यह सोच सोच कर रुही अपने कदम बढ़ाती जा रही थी,,,,,,,, की तभी उसकी नजर  जाती है ,,,,,,,,,जहां पर कुछ साल पहले ,,,,,,,उसके डैड की ,,,,,,,खून से सनी बॉडी पड़ी थी,,,,,,,,,जिसे महसूस कर ,,,,,,,,,,,,,उसकी रूह काप जाती है,,,,,,,,,उसके पैर कांपने लगते हैं,,,,,,,,और वह वहां जा बैठ जाती है ,,,,,,,,,और अपने हाथों से उस जगह को,,,,,,,अपने कापते हाथों से छूने लगती उसे जगह को जगह को छुते हुए ,,,,,,रूही की आंखों में आंसू थे ,,,,,,,जो गालो से होते हुए ,,,,,,,,उस जगह  को भीगो  थे,,,, तू कभी नहीं सुधरेगी ना ,,,,,,, मैं अब मैं तेरे से कभी बात नहीं करूंगी सॉरी maa मैं पक्का ऐसा ,,,,,नहीं करूंगी ,,,,पर प्लीज मुझसे बात करना मत छोड़िए जानवी गुस्से से ,,,,,,,,पहले रुही की तरफ देखते हैं ,,,,,,अब तो बड़ी हो गई है ,,,,,,बच्ची नहीं रह; तुझे कितनी बार कहा है ना टाइम पर घर पर आया कर ,,,,,,लेकिन नहीं,,,,,,,तुझे तो हमेशा अपने दोस्तों के साथ रहना है,,,,,,उनकी मसीहा बना है ,,,,,,अरे हम तो कुछ है ही नहीं ,,,,,,तेरे लिए,,,,,जा ना, ,,,अपने दोस्तों के पास रुही रोई अपनी मां की बात सुन अपने ,,,,,,, और कान पकड़ उठक बैठक करते हुए ,,,,,,,,सॉरी माँ,,,,,,प्लीज इस बार माफ कर दो,, जिसे देख कर जानवी पीछे पलट,,,,,,,,नहीं माफ करूंगी,,,,,,,,,,,,इस बार ,,,,,,,तो पक्का नहीं ,,,,,,, तु हर बार ,,,,यही अपनी   चुपड़ी हरकतें और बातें कर ,,,,,,मुझे फसा देती है,,,,,,इस बार में बिल्कुल नहीं फसूंगी,,,,,,,यहां का वह अब,,,किचन में  करने लगती है और वही रूही जानवी की बात सुन ,,,,,अपना मुंह बना लेती है ,,,,नहीं मारोगे ना ,,,तो ठीक है ,,,,यह कह अपने पैर पटकते हुए,,,रसोई से चली जाती है और वही रुही के डैड,,,,,,,,,,रोहि को इस तरह ,,,,मुंह फुलाया देख  हुआ मेरे लाडो को डैड माँ नाराज हो गई है,,,,,,,,,,,कुछ करो ना,,,,,उसकी बात सुन वनराज ,,,,,,रूही के गालो को खींचते हुए,,,,,,,तो ठीक है चलो तुम्हारी मां को मनाने का मिशन शुरू करते हैं,,,,,,,यह कह बलराज,,,,,अपनी बेटी का हाथ पकड़,,,,वहां से चला जाता है वहीं जानवी,,,,,,,जब किचन से बाहर आती है,,,,,,,तो हाल में पूरी तरह से अंधेरा था ,,,,,की तभी उसके ऊपर एक रोशनी पड़ती है ,,,,,,,,और अचानक से ही लाइट जल जाती है ,,,,,,,,और चारों तरफ गुबारे पड़े थे,,,,,,,और इस वक्त वनराज ने और रूही ने बच्चों वाले कपड़े पहने थे रोहि ने छोटी सी फ्रॉक,,,,,,और उसके डैडी ने,,,,बच्चों वाली जंप सूट पहना था की तभी music start hota  है,,,,,,,,दादी अम्मा ,,,,दादी अम्मा मान जाओ ना ,,,,,छोड़ो भी यह गुस्सा थोड़ा हंस के दिखाओ की तभी music start hota  है,,,,,,,,दादी अम्मा ,,,,दादी अम्मा मान जाओ ना ,,,,,छोड़ो भी यह गुस्सा थोड़ा हंस के दिखाओ और उन दोनों की हरकत देख ,,,,,,,जानवी उनकी तरफ मुंह फुला,,,,,,,,उधर से जाने लगती है,,,,,,,और वही रुही और वनराज,,,,, गाना गाते हुए,,,,,,,,जानवी के पीछे-पीछे,,,,,,,उसे मनाते हुए आ रहे थे की तभी जानवी गुस्से से म्यूजिक बंद कर देती है,,,,,,जिससे रूही को बिल्कुल अच्छा नहीं लगता ,,,,,की तबी रुही को  मां की आवाज आती है ,,,,,,,,क्या मैं तुम दोनों को दादी दिखती हूं ,,,,,,,,दादी वाले गाने लगाए थे ,,,,, जानवी की बात सुन,,,,,,,,दोनों के फेस पर समाइल आ जाती है ,,,,,,,और फिर वह दोनों जानवी के अगल-बगल खड़े हो ,,,,,,,,तो यह बात है,,,,और फिर दोबारा गाना शुरू कर देते हैं छोटी-छोटी बातों पर तुम मुंह ना फुलाया कर,,,,,,छोटी-छोटी बातों पर तुम मुंह ना फुलाया कर करू  तुझे बहुत प्यार,,,,,,,ऐसे ना आजमाया कर,,,,,,करू तुझे बहुत प्यार,,,,,,,ऐसे ना आजमाया कर हाल होगा तेरा जो, ,,,दुर गई तो ,,,,,,,,,,,हाल होगा तेरा जो दुर गई तो सीने से लगाके फोटो,,,,,रोया करेगी ,,, की,मैं,,,अगर खा पी के मर मुर गई तो सीने से लगाके फोटो,,,,,रोया करेगी ,,,, कि मैं ,,,,अगर खा पी के मर मुर गई तो सीने से लगाके फोटो,,,,,रोया करेगी यह गाना सुन वह तिनो हंसने लगते हैं,,, यह सब याद कर ,,,,,,,,रुही के आंखों से,,,,,,,,,,,,लगातार आंसू बहने लगते हैं,,,,,,,,,,क्योंकि यहां पल,,,,,,,,,,अब दोबारा,,,,,उसकी जिंदगी में ,,,,,,,कभी नहीं आएगा ,,,,,,,,क्योंकि उसके डैड,,,,,,,,यह दुनिया छोड़कर चले गए हैं ,,,,,,,अब उसके पास कुछ नहीं है,,,,,,,,,शिवये,,,,,,,उसकी मां की ,,,,,जो  शायद उसे पसंद नहीं करती कुछ मिनट होने के बाद रुही,,,,,,अपने आंसुओं को पोछ,,,,,,अपने कदम मेंशन की तरफ बढ़ा देती है ,,,,,,,,वह अब बस अपनी मां से मिलना चाहती थी ,,,,,उन्हें देखना चाहती थी,,,,की वाह ,,,,,,कैसी है जिसके लिए वह यहां आई थी,,,,,,,,,क्योंकि अब तो उसके पास कोई नहीं था,,,,,सिवाय उसकी मां की,,,,,,,,,जिससे वहां अपने कदम मेंशन के अंदर बढ़ा देती है ,,,,,,,की तभी कुछ गांड रूही को रोक लेते हैं,,,,,,,,और उसे अंदर नहीं जाने देते जिससे रूही उनकी तरफ देखते हुए ,,,,,,,मुझे अंदर जाने दो ,,,,,,मेरी,,,,,,,,,,मुझे अपनी मां से मिलना है ,,,,,,,,यह मेरी मां का घर है ,,,,जानवी शर्मा जिसे सुन वाह गार्ड,,,,,,,यहां कोई जानभी नहीं रहती ,,,,,,और उसे धक्का देते हुए,,,,,,,,,,यहां से जाओ,,,,,,यह किसी जानवी का मेंशन नहीं है,,,,,,,यह हमारे बॉस मिहिर त्रिवेदी का मेंशन सुन  रूही हड़बड़ा जाती है, ,,, और अपने चेहरे पर दर्द भरी मुस्कान ला ,,,,,,,अपने मन में,,,,,,,,, तुमने मुझे सच में पूरी तरह बर्बाद कर दिया ,,,,,,,,, अब  तो तुमने,,,,,,यह घर भी मुझसे छीन लिया,,,,, , और  फिर एक नजर उस मेंशन को देख ,,,,,,,,मैं तुम्हारे साये से भी ,,,,,,,खुद को दूर  रहना चाहती हूँ,,,,,,,यह कहते हुए रोही अपने उल्टे कदम ले,,,,,उस मेंशन से कोसों दूर चली जाती है और कुछ देर बाद रूही ,,,,,,,एक गेट के बाहर खड़ी होती है ,,,,,,,और वह दरवाजा खटखटाती है ,,,,,,,यह घर किसी और का नहीं रूही के पड़ोसन का था जिसे रोहि हमेशा मदद की थी ,,,,,उसे घर में एक लड़की भी रहती है ,,,,,,,,, की ही उम्र की थी रूही की उसे लड़की से ,,,,,,,काफी बनती भी थी ,,,,,,,,यह उसकी सहेली भी थी की तभी वह दरवाजा खुलता है ,,,,,,,,,और उसमें से औरत  बाहर निकलती है,,,,,,,,,जिसे रूही देखने लगती है ,,,,,,,,और वही वह औरत रूही को देख ,,,,,जट से दरवाजा बंद करने लगती है जिसे देख रुही ,,,,,,,झाट से,,,,,,दरवाजे के आगे अपना हाथ रख,,,,,,,उन्हें रोकते हुए,,,,,प्लीज आंटी एक बार मेरी बात तो सुन लीजिए,,, और वह औरत रूही को धक्का देते हुए,,,,,,मैं किसी खूनी की बात नहीं सुन सकती,,,,,,,पता नहीं अब किसका खून करने ,,,,,,,,,यहा, आई है चली जा ,,,,यहां सेह,,,,और यह कह दोबारा दरवाजा बंद करने लगती है की तभी रूही हाथ जोड़ते हुए प्लीज आंटी,,,,,,मैं आपका ज्यादा टाइम नहीं लूंगी,,,,,,बस मुझे यही जानना है ,,,,,,की क्या आप मेरी मां के बारे में,,,,जानती हैं ,,,,,,कि वह इस वक्त कहां होंगे वहां औरत रुही की तरफ देखते हुए ,,,,,,कहां हो सकती है,,,,,,खूनी की मां ,,,,,,,,वह भी तेरी तरह ही ,,,,,किसी का खून कर रही होगी ,,,,,,अरे तू तो ,,,,कितनी गिरी हुई है ,,,,एक लड़के के लिए किसी की जान ले ली,,,,,,,,तभी तो तेरा बाप भी तुझे  छोड़कर चला गया ,,,,,अरे सच,,,,,तू ही नहीं ,,,,,तेरा पूरा खानदान ही गिरा हुआ है की तभी एक लड़की की आवाज आती है ,,,,,,यह क्या कह रही हो मां,,,,,आप ऐसा कैसे कह सकती हैं,,,,,,कि आप अपना वक्त भूल गई है ,,,,,,जब डैड बीमार थे ,,,,,,तब इन्हीं के खानदान ने आपकी मदद की थी,,,,,,,,,, और वह रुही थी ,,,,,,जिसने आपको पैसे दिए थे ,,,,,,डेड की इलाज के लिए,,,,और आप इस गिरा हुआ कह रहे हैं अरे माँ किस पर,,,,,मुसीबत नहीं आती ,,,,,,,,एक वक्त था जब हम पर मुसीबत आई थी,,,,,,,और आज मुसीबत रूही पर आई है,,,,,,तो आप ऐसे ,,,,,मुह मौड रहे हो अगर आपको उसकी मदद नहीं करतो,,,,तो कह दो,,,,,,और वैसे भी वह आपसे चाहती ही क्या है,,,,,,सिर्फ यही ना,,,,,,कि आप उसे बता दो ,,,,कि उसकी मां कहां है ,,,,,अगर नहीं बताना तो ऐसे  उसे बातें तो मत सुनाओ,,,  अपनी बेटी की बात सुन उसकी मां शर्मिंदा हो जाती है ,,,,,,,क्योंकि उसकी बेटी सही तो कह रही थी,,,, जब वह सब मुसीबत में थे,,,,,,,,तब रूही  ही थी,,,,,जिसने उनकी मदद की थी,,,,,,,लेकिन फिर भी वह अपने चेहरे पर घमंड लिए,,,,,,,तो क्या हुआ ,,,,,,,,जो इसने हमारी मदद करती हम कोई खूनी या टेररिस्ट थे नहीं,,,,कि यह हमारी मदद ना करती,,,, लेकिन यह एक खुनी है ,,,,,,,,,और मैं किसी खुनी की मदद नहीं कर ससकती,,,,,,,,यह कह वह ,,,,,वहा से,जाने लगती है क्या कोई रूही की मदद करेगा अब क्या होगा रोहि के साथ,,,, और कहां है रोहि की मां

  • 11. Devil I kill you - Chapter 11

    Words: 1754

    Estimated Reading Time: 11 min

    की तभी एक लड़की की आवाज आती है ,,,,,,यह क्या कह रही हो मां,,,,,आप ऐसा कैसे कह सकती हैं,,,,,,कि आप अपना वक्त भूल गई है ,,,,,,जब डैड बीमार थे ,,,,,,तब इन्हीं के खानदान ने आपकी मदद की थी,,,,,,,,,, और वह रुही थी ,,,,,,जिसने आपको पैसे दिए थे ,,,,,,डेड की इलाज के लिए,,,,और आप इस गिरा हुआ कह रहे हैं अरे माँ किस पर,,,,,मुसीबत नहीं आती ,,,,,,,,एक वक्त था जब हम पर मुसीबत आई थी,,,,,,,और आज मुसीबत रूही पर आई है,,,,,,तो आप ऐसे ,,,,,मुह मौड रहे हो अगर आपको उसकी मदद नहीं करतो,,,,तो कह दो,,,,,,और वैसे भी वह आपसे चाहती ही क्या है,,,,,,सिर्फ यही ना,,,,,,कि आप उसे बता दो ,,,,कि उसकी मां कहां है ,,,,,अगर नहीं बताना तो ऐसे उसे बातें तो मत सुनाओ,, अपनी बेटी की बात सुन उसकी मां शर्मिंदा हो जाती है ,,,,,,,क्योंकि उसकी बेटी सही तो कह रही थी,,,, जब वह सब मुसीबत में थे,,,,,,,,तब ;रुही ही थी,,,,,जिसने उनकी मदद की थी,,,,,,,लेकिन फिर भी वह अपने चेहरे पर घमंड लिए,,,,,,,तो क्या हुआ ,,,,,,,,जो इसने हमारी मदद करती हम कोई खूनी या टेररिस्ट थे नहीं,,,,कि यह हमारी मदद ना करती,,,, लेकिन यह एक खुनी है ,,,,,,,,,और मैं किसी खुनी की मदद नहीं कर ससकती,,,,,,,,यह कह वह ,,,,,वहा से,जाने लगती है 🩷🩷🩷🩷🩷 Aab aage______________________ उसे जाता देखा ,,,,उसे औरत की बेटी ,,,,ठीक है मां आप नहीं मदद कर सकती,,,,,,तो मैं इसकी मदद करूंगी,,,,,,,क्योंकि आप भुल सकते हो कि इसने हमारी मदद की थी ,,,,लेकिन मैं नहीं,,,,यह कहे वह खुद ही रुही के पास जा उसकी मां के बारे में बताने लगते हैं की कैसे तुम्हारी जेल जाने के बाद कुछ गुंडो ने तुम्हारी मां को धक्के मार के घर से निकाल दिया था ,,,,,,,,,उनकी हालत भी बहुत खराब हो गई थी ,,,,,,,कोई भी उन्हें सहारा नहीं दे रहा था ,,,,,,और वह अकेले ही इस मोहल्ले में घूमती थी,,, और आगे बोलते बोलते हैं उसकी जवान लडखडा रही थी ,,,, जिससे वह अपनी लड़खडाती जुबान से,,,,,,,,और तुम्हारी मां के सामने कोई भी आता तो तुम्हारी मां उसे पत्थर से मरती थी मतलब उन्हें एक मेंटल प्रॉब्लम हो गई थी,,,,,,जिससे सब लोगों ने ,मतलब,,,,,,मोहल्ले के सब लोगों ने ,,मिलकर,,,,,,तुम्हारी मां को मेंटल असाइनमेंट में भेज दिया ,,,,,,आई मीन तुम्हारी मां इस वक्त पागल खाने में है जब रहि,,,,,यह सुनती है ,,,,,,,तो उसका दिल जैसे सुन्न सा हो जाता है उसे अपने दिल में इतना दर्द हो रहा था,,,,,,,,,कि उसका दिल कह रह था ,,,,,,कि अभी वह अपने दिल को निकाल कर फेंक दे क्योंकि वह खुद को हारा हुआ देख सकती थी,,,,,,लेकिन अपनी मां को पागल नहीं ,,,,,,जिससे रूही बगैर रुके ,,,,,,वहां से अपने उल्टे कदम ले चली जाती है वह पैदल ही चली जा रही थी ,,,,,,,उसकी आंखों से लगातार आसू बहे जा रहे थे ,,,,,,,वह बस रोते हुए कुछ सोची जा रही थी ;चारों तरफ से फूल ही फूल था रोहि अपनी मम्मी की आंखों में पट्टी बांधे और उन फूलों पर चलते हुए,,,,,,,उसे एक जगह लेकर जाती है की तभी रूही अपनी मां की आंखों से पट्टी खोलते हुए,,,,,,जोर से चिल्लाती है सरप्राइज तो उसकी मां वहां का नजारा देख बहुत खुश होती है उसके सामने उसका पति खड़ा था ,,,,,,,,,जो अपने हाथों में केक लिए हुए था,,,,,,,यह शाम का टाइम था चारों तरफ से लाइटी ही लाइटी थी,, और आसपास पेड़ पौधे थे और उसके थोड़ा दूर एक झरना था यह नजारा देखने में बहुत ही खूबसूरत लग रहा था यहां पर सिर्फ और सिर्फ वही उसकी मॉम डैड थी,,,,,,,  क्योंकि आज उसकी मॉम का बर्थडे था,,,,,,,,और यह सरप्राइज किसी और ने नहीं,,,,,,,रूही ने अपनी मॉम को दिया था ,,,,,,,,,,,जिससे उसकी मां की फेस पर स्माइल आ जाती है ,,,,,,,और वह अपनी नम आंखों से,,,,,अपनी बेटी की तरफ देखते हुए ,,, थैंक यू बेटा जिसे सुन ,,,,,रूही मुंह फूलते हुए ,,,,यह क्या,,,,,,,खुशियों के टाइम पे आंसू ,,,,,,ये पुष्पा,,,,,,,मुझे तेरी यह मोटे-मोटे आंसू अच्छे नहीं लगते,,,,;यह कहते हुए रूही जोर-जोर से हंसने लगती है और अपनी मम्मी के गालों पर किस करते हुए ,,,,लव यू माम्मा और आपको यह सरप्राइज कैसा लगा और वह रुही के गालों पर,,,हाथ रखते हुए जानवी ,,,,,,,,,बहुत अच्छा और फिर रोहि के गालो से हाथ हटा,,,,,,दूसरी तरफ मुंह करते हुए,,, ,लेकिन क्या फायदा,,,,,,,यह तो तुम्हारी तरफ से,,,,आखरी तोहफा है क्यों माम्मा आप ऐसे क्यों कह रहे हो अपनी बेटी की बात सुन,,,,जानवी ,,,,,,अपने अंदर-अंदर मुस्कुराते हुए,,,,,,,,क्योंकि अगर तेरी शादी हो गई,,,,,,तो तु थोड़ी ना मुझे ,,,,,ऐसे सरप्राइज दिया करेगी,,,,,,,,,,तू तो अपने सास को सरप्राइज दिया करेगी उसकी बात सुन रुही,,,,,,,,,अपनी मां को पीछे से गले लगाते हुए ,,,,,ऐसा कभी नहीं होगा मां,,,,,,,,मैं आपको कभी नहीं भूलूंगी ,,,,,,जिंदगी भर मैं आपको ऐसे ही सरप्राइस दूंगी ,,, , ,,,,,जब भी आपको बर्थडे आएगा ,,,,,,,,,,आपको मैं ऐसे ही फुलो पर चल कर लाऊंगी अगर कभी ऐसा हुआ,,,,,,,,तो मैं किसी से शादी ही नहीं करूंगी ,,,,,,उसके बाथ सुन,,,,,,जानवी उसके गालों पर ,,,,,,,,थपकी देते हुए चल बदमाश ,,,,,,,कुछ भी बोलती है ,,,,,शादी नहीं करेंगे की तभी रूही की डैड,,,,,,,अरे तुम मां बेटी तो आपस में एक दूसरे को प्यार लुटा रही हो,,और मेरा क्या होगा ,,,,,,,,,,तुम दोनों तो मुझे भूल ही गई रुही अपने डैड की बात सुन,,,,,,,अपनी डैड की तरफ देखते हुए,,,, ;हां आज मेरा सारा का सारा प्यार ,,,,,,,सिर्फ मम्मी के लिए,,,,,,क्योंकि आज मम्मी का बर्थडे है ,,,,,,,,तो आप भुल जाइए ,,,,,,,और वैसे भी माम्मा आपसे ज्यादा प्यार,,,,,,,मुझसे करती हैं ,,,,,,, रूही की बात सुन ,,,,,तीनों जोर जोर से ,,,हंसने लगते हैं यह बात याद करते हुए,,,,,,,,,रुही के आंखों से ,,,,,,आंसू लगातार गीर रहे थे;वह गातार रोते हुए,,,,,,,अपनी मन में ,,,,,,,,,मुझे माफ कर दो मा,,,,,,मैं आपकी अच्छी बेटी नहीं बन पाई,,,,,, यह कहते हुए उसकी आंखों से आंसू रुकने का ,,,,नाम ही नहीं ले रहे थे 🩷🩷🩷🩷🩷🩷 और वहीं दूसरी तरफ,,,,,,एक लड़की रोते हुए आदित्य छोड़ो मुझे ,,,,दर्द हो रहा है लेकिन वह लड़का उसे लड़की को नहीं छोड़ता,,,,,,, ;और जबरदस्ती घसीटते हुए ,,,,,,,,उसे अपने कमरे में ले जाने लगता है,,, और उसे बेड पर फेंकते हुए,,,,,,,,,मैंने तुम्हें कितनी बार कहा है ,,,,,,,कि लड़कों से दूर रहा करो,,,,,,,,,,लेकिन नहीं,,,,,,,,तुम्हें तो जैसे समझ हीं नहींआता मैंने मैंने कहा था ना,,,,,,,की मैं तुम्हें हाथ नहीं लगाऊंगा ,,,,,,,,,जब तक तुम नहीं चाहती ,,,,,,,बस में यही चाहता था ,,,,,,,,कि तुम कभी किसी लड़की के साथ मुझे नहीं दिखनी चाहिए ,,,,,,,,,,लेकिन तुम तुमने मेरी बात नहीं मानी ,,,,,,,,,लगता है तुम चाहते नहीं थी ,,,,,,,,,कि मैं तुम्हारे साथ अच्छा पेश आओ ,,,,,,,,तभी तो तुमने मेरी बात टाली और फिर अपने शर्ट के बटन खोलते हुए बेड की तरफ आते हुए ;,,,,,,,तुम तुम भूल जाती हो कि एक्चुअली तुम मेरी बीवी हो और तुम्हारा एक पति है ,,,,,,,,, तो कोई बात नहीं,,,,,,,,आज मैं तुम्हें पूरी तरह से याद दिला देता हूं ,,,,,,,,,,कि तुम्हारा एक पति भी है,,,,,,,,,,यह कहते हुए आदित्य,,, ,, उसे लड़की के ऊपर आ जाता है और,,,,,,,,,,उसके होठों पर अपने होठो को रख,,,,,,फोर्सफुली किस करने लगता है और वही वह लड़की रोते हुए ,,,,,,,,,,आदित्य प्लीज,,,,,,मुझे छोड़ो,,, ;तुमने जो देखा ,,,,,,,,,वह सही नहीं था ,,,,,,,वह सिर्फ मेरा क्लासमेट था,,,,,,,,,,,मेरा यकीन करो ,,,,,,,,,,,मेरा उससे कोई नाता नहीं है ,,,,,,,,यह कहते हुए वह लड़की रोये जा रही थी और वही आदित्य उस लड़की की कमर को दबाते हुए,,,,,,,,,,,तुम्हें जितना रोना है,,,,  रोओ,,,,,,,,,,लेकिन मैं आज तुम्हें छोड़ने वाला नहीं हूं,,,,,,,,,,तुम्हें भी तो पता चले,,,,,,,,,मेरी बात ना मानने का,,,,,,,,क्या;नतीजा होता है यह कह अदित्या,,,,,,एक झटके में उस लड़की के,,,,,,,,सारे कपड़े फाड़ कर,,,,,,,,जमीन पर फेंक देता है,,,,,,और दोबारा उसके उपर आ,,उसे ;चुमने लगता है,,,,, और वही वह लड़की ,,,,,,,आदित्य के नीचे दबे,,,,,,,, ,रोते हुए खुद को छुड़ाने की कोशिश किये जा रही थी,,,,,,,, और यह लड़की  कोई और नहीं साइना थी,,,,,,,,,जिसकी शादी कुछ महीने पहले ही,,,,,,आदित्य से हो गई थी,,,,,,,, और आदित्य से पहले ही कहा था,,,,,,,कि जब तक तुम्हारा पूरा कॉलेज कंप्लीट नहीं हो जाता ,,,,,,,,मैं तुम्हें हाथ नहीं लगाऊंगा ,,,,,; बस उसके बदले तुम्हें मेरी बात माननी होगी लेकिन जब उसने ,,,,,साइना को,,,,,,,किसी लड़के के साथ देखा ,,, ; तो उसका दिमाग खराब हो गया ,,,,,,,उसे साइना पर बहुत गुस्सा आने लगा ,,,,, ,,,उसे ऐसा लग रहा था,,,,,,,,,की ;कहीं साइना,,,,,,,,उसे छोड़कर चली ना जाए,,,,,,,,,,वह आप किसी भी हाल में साइना को अपना बनाना चाहता था,,,,,,चाहे प्यार से या फिर गुस्से से जिससे आदित्य बस साइना को किस किये जा रहा था ,, और फिर उसके ऊपर से थोड़ा उठ अपने कपड़े उतारने लगता है और वही साइना,,,,,,,,आदित्य को अपने ऊपर उठता देख,,, , जल्दी से खुद को छुपाने लगती है और आदित्य की तरफ देखते हुए ,,,,,,,,अपने नम ;आंखों से ,,,,,,अदित्य प्लीज,,,,,,,,ऐसा कुछ मत करो ,,,, मुझसे दूर रहो ,,,,,,,,मैं वादा करती हूं,,,,,,,,,अब दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी ,,,,,,,पर प्लीज मेरे साथ ऐसा कुछ मत करो लेकिन आदित्य उसकी एक नहीं सुनता ,,,,,,,,,और दोबारा उसके ऊपर आ,,,,,,,,,,,उसके होठों पर होठ रख,,,,,,,,,,किस करने लगता है और कुछ कुछ ही देर में बगैर किसी मॉर्निंग के ,,,,,डायरेक्टर साइना के अंदर इंटर करता है,,,,,,,,जिससे एक जोरदार चीख,,,,,,,उस कमरे में साइना की सुनाई देती है,,,,,,,,,यह चीख बहुत ही दर्दनाक थी लेकिन आदित्य तब भी नहीं रकता और साइना के अंदर फोर्सफुली मूव करने लगता है और लगभग 3 घंटे की मेहनत के बाद आदित्य एक गहरी सांस ले,,,,,,,,साइना के ऊपर से उठता है ,,,,,,,,तो देखता है कि,,,,,,,,,साइना धीरे-धीरे अपनी आंखें बंद कर रही थी ,,,,,,,उसे अपनी आंखें बंद करता देख फिर से दोबारा उसके ऊपर आ,,,,,,,,,,उसके फेस को देख ,,,,,,साइना के कमर को सहलाते हुए ,,,,,,ओपन योर आइज माय लिटिल विइफे वरना मुझे देरी नहीं लगेगी,,,,,,,,,दोबारा तुम्हारे साथ वह सब करने में,,,  यह कहते हुए,,,,,,,उसके फेस पर डाविल स्माइल थे,,, जिसे साइना ,,,,,,जो अपनी आंखें बंद करने वाली थी ,,,,,,,वह झट से अपनी आंखें खोल ,,,,,,,अपने चेहरे की बिल्कुल नजदीक आदित्य का चेहरा देख ,,,,,,उसे देखने लगती है,,,,,,,,,आदित्य को अपने इतने नजदीक देख,,,,,साइना की आंखों में दोबारा आंसू आ जाते हैं जिसे देख आदित्य झट से ,,,,,,,,नीचे झुक,,,,,,साइना के आंसू पर,,,,,,,अपने होंठ रख देता है ,,,,,,,और उसे लिक कर ,,,,,,,,, दोबारा साइना के फेस को देखते हुए ,,,,,,,,यहां आसूं मैंने दिए है ना माय लिटिल विइफे,,,,,,, तो याद रखना,,,,,,,,अगर तुम आगे ,,,,,नहीं चाहती इस दर्द को साहेना ,,,,,,,,,तो मैं कभी दुबारा,,,,,किसी भी लड़के को,,,,,,,तुम्हारे आसपास ना देखु,,,,,,,,यहां कह आदित्य झट से ,,,,,,,साइना के ऊपर से ,,,,उठ जाता है और बगैर कोई मौका दिए,,,,,साइना को ,,,,,अपने को बाहों ले,,,,,,बाथरूम की तरफ चला जाता है और वहीं दूसरी तरफ, ,,,,,,,,एक लड़की किसी खूंखार शेरनी की तरह ,,,,,,,सामने सोफे पर बैठी थी ,,,,,,,,,,उसके फेस पर मास्क लगा था,,,,,,,,वह देखने में ही किसी डेविल क्वीन से काम नहीं लग रही थी,,,,,,,जिसे देख किसी की भी रुह काप सकती थी की तभी कुछ लोग एक लड़के को जबरदस्ती उस लड़की के सामने खड़ा कर देते हैं,,,,,,,और वही वह लड़का,,,,,,,जो पहले काफी डरा हुआ था,,,,,,,,अपने सामने किसी लड़की को देख उस पर हंसते हुए ,,,,,,,तो तुम मुझे इसके पास लाए हो,,; कौन है या लड़की और क्या होगा इस लड़के का और क्या साइना कभी माफ करेगी अदित्या को,,,,

  • 12. Devil I kill you - Chapter 12

    Words: 947

    Estimated Reading Time: 6 min

    क्या यार अब तो review दे दो yaar,,, algta hai aapko story passand nhi aa rhi,,,,,, agar aa rhi hai toh,, please🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 share bhi kar do,,, ,,,,,kyuki main new writer hunn or meri yee 1st novel hai 🩶🩵🩷 तो याद रखना,,,,,,,,अगर तुम आगे ,,,,,नहीं चाहती इस दर्द को साहेना ,,,,,,,,,तो  mai कभी दुबारा,,,,,किसी भी लड़के को,,,,,,,तुम्हारे आसपास ना देखु,,,,,,,,यहां कह आदित्य झट से ,,,,,,,साइना के ऊपर से ,,,,उठ जाता है और बगैर कोई मौका दिए,,,,,साइना को ,,,,,अपने को बाहों ले,,,,,,बाथरूम की तरफ चला जाता है और वहीं दूसरी तरफ, ,,,,,,,,एक लड़की किसी खूंखार शेरनी की तरह ,,,,,,,सामने सोफे पर बैठी थी ,,,,,,,,,,उसके फेस पर मास्क लगा था,,,,,,,,वह देखने में ही किसी डेविल क्वीन से काम नहीं लग रही थी,,,,,,,जिसे देख किसी की भी रुह काप सकती थी की तभी कुछ लोग एक लड़के को जबरदस्ती उस लड़की के सामने खड़ा कर देते हैं,,,,,,,और वही वह लड़का,,,,,,,जो पहले काफी डरा हुआ था,,,,,,,,अपने सामने किसी लड़की को देख उस पर हंसते हुए ,,,,,,,तो तुम मुझे इसके पास लाए हो,,,,, 🩶🩵🩷 अब आगे_________ और वही,,,,वह लड़का,,,,,अपने पास खड़े उन बॉडीगार्ड्स को देखते हुए,,,,,,तुम्हारी बातों से लग रह लग रहा था,,,,,की , कोई बहुत बड़ा इंसान होगा लेकिन यह तो एक लड़की निकली,,,, और फिर हंसते हुए,,,,,जिसे मैं चुटकियों में मसाल सकता हूं उस लड़के की बात सुन,,,,,, वहां खड़े सभी गार्ड को,,,,,तो जैसे उस लड़के पर हंसी आ रही थी लेकिन वह हंस नहीं सकते थे ,,,,,,क्योंकि उन्हें पता था,,,,,,,,की उनकी एक दांत बाहर दिखे,,,,,,,कि उसके सामने बैठी ,,,,,,, यह डेविल क्वीन ,,,,,,,,उन्हें ऊपर पहुंचने में टाइम नहीं देखीगी,,,,,क्योंकि जैसे उसके सीने में ,,,,कोई दिल ही नहीं है,,,,,,वह किसी को भी मारने से पहले ,,,,,एक बार भी नहीं सोचती थी और वहीं सामने बैठी वह लड़की,,,,,,,अपने सामने खड़े,,,,,उस लड़के की बात सुन,,,,,, उसे ऊपर से नीचे देख ,,,,,घुरते हुए,,,,,,,,,,,अच्छा तुम्हारे पास ,,,,,इतना दम है,,,,,,तो ठीक है ,,,,,मैं यहीं बैठी हूं,,,,,देखती हूं ,,,,,,तू मुझे,,,,,कैसे मसलते हो उस लड़की की बात सुन,,,,,वह लड़का हंसते हुए,,,,,देखा ,,,,,,इसने मुझे देखकर,,,,कितनी आसानी से हार मान ली यह कहते हुए ,,,,,वह लड़का अपने कदम ,,,,,उस लड़की की तरफ बढ़ाते हुए,,,,,क्या तुम इन सब के सामने ही और वही वह लड़की ,,,,,अपने मास्क के अंदर से ही ,,,,,अपने सामने से आ रहे ,,,,,उस लड़के को,,,,गुस्से से घुरी जा रही थी ,,,,,,अभी कोई बाता नहीं सकता था,,,,,,कि उस लड़की को इस वक्त कितना गुस्सा आ रहा था,,, और वही वाह लड़का,,,,,धीरे-धीरे उस;लड़की के पास जा ,,,,,,जैसे अपने हाथ आगे बढ़ने लगता है,,,,,कि तभी उसे एक जोर की लात,,,,,, उसे पड़ती है,,,,,,जिससे वह उड़ते हुए ,,,,,सीधा दीवार से जा टकराता है,,,,,और एक पल के लिए उसकी आंखें बंद हो जाती है,,, और वहीं उस लड़के की जब आंखें खुलती है ,,,,,तो एकदम,,,,के; लिए डर जाता है,,,,,,,क्योंकि वह लड़की,,,,,उसके बिल्कुल नजदीक थी ,,,,और दांत पीसते हुए,,,,,तेरी इतनी हिम्मत ,,,,कि तु मुझे,,,,,,,मुझे दा डेविल क्वीन को छूने की सोचा,,,,और उसके बालों को पकड़ ,,,,,दीवार पर लड़ाते हुए,,,,,तेरे दिमाग में,,,,,ऐसा आया तो आया कैसे ,,,,,और उसे बार-बार दीवान से मारे जाती है,,, और वह लड़का जो अब,,,,अधमारा हालत में पहुंच गया था,,,,,,उसे तो यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,,,कि उसके सामने खड़ी यह लड़की ,,,,,इतनी ब दर्द और जालिम हो सकती है,,, की तभी वह लड़की ,,,,,,उस लड़के से दूर जा,,,,,एक हंटर ला दोबारा उसके पास आ,,,,,,उसे मारने लगती है ,,, उसे लड़के पर हैंडट्रो का वार करते हुए,,,,,,तुझे बहुत शौक है ना,,,,,लड़कियों की जिस्म के साथ खेलने;का,,,,, तो अब देख मैं तेरे साथ क्या खेल खेलती हूं,,,,,यह कह वह लड़की ,,,,उस लड़के के उपर;हंटरो की बरसात कर देती है और वह हंटर उस लड़के के शरीर पर ,,,,,उसकी शर्ट को चीरते हुए जख्म किया जा रहा था,,,,,और वही वह लड़का जो हाथ जोड़ते हुए, ,,,,,राहेम की भीख मांग रहा था वह खुद को छोड़ देने की भीख मांग रहा था ,,,,,,उसे अपने सामने खड़ी इस लड़की से डर लग रहा था,,,,, उसे यकीन नहीं हो रहा था,,,,कि यह लड़की इतनी खतरनाक हो सकती है जो कि,,,,,,उसने पता नहीं ,,,,,कितनी लड़कियों; का शिकार करके ,,,,,उन्हें मौत के घाट उतारा था ,,,,,लेकिन अपने सामने खड़ी इस लड़की से,,,,उसकी रूह; काप गई थी की तभी वह लड़की अपने आसपास खड़े ,,,,,,गाड की तरफ देखते हुए,,,,,,, इस कचरे को उठाओ,,,,,,और उसकी ऐसी हालत करो ,,,,,,कि इससे भी पता चले ,,,,,कि जब कोई इंसान,,,,,,किसी के शरीर को नोचता है,,,,,,,तो कैसा महसूस होता है,,,,, उसे बगैर परमिशन के छुता है तो ,,,,,कैसा महसूस होता है उस लड़की की बात सुन,,,,,,तो जैसे उस लड़के का,,,,, रोगते खड़े हो गए थे उसे यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,कि यह लड़की,,,,,उसके साथ इतना घटिया भी कुछ करवा सकती है,,,,,जिससे वह अपने घुटनों से चलते हुए ,,,,,,,उस लड़की के पैरों पर गिरता है,,,,,और अपने हाथ जोड़,,,,,घुरते हुए,,,,,देखो तुम जो भी हो,,,,,,,पर प्लीज मुझे जाने दो ,,,,,,मैं वादा करता हूं,,,,आपसे ,,,,,,,की अब में किसी भी लकड़ी की तरफ,,,,,आंख उठा कर देखूंगा भी नहीं लेकिन वह लड़की बगैर उस लड़के की पूरी बात सुने,,,,,,,उसे जोर का ,,,,एक कीक मरती है,,,,,,जिससे वह लड़का दुबारा जमीन पर ,,,,,,उससे थोड़ा दूर जा गिरता है,, और फिर वह लड़की , ,,,,अपने बॉडीगार्ड की तरफ देख,,,,,,गुस्से से,, चिखते हुए,,,,,अभी इसी वक्त,,,,, इसे मेरी नजरों से दूर करो और वह बॉडीगार्ड्स उस लड़की; की गुस्से भरी आवाज सुन,,,,,जल्दी से,,,,,उस जख्मी लड़के को पकड घासीटते ह हुए,,,,,,,एक कमरे में ले जाते हैं ,,,,और कुछ ही देर में ,,,,,उस लड़के की ,,,,,चीखने चिलाने की आवाजें आने लगती है 🩵🩵🩵🩵🩵🩵🩵 और वही दो दिन बाद, ,,,,, रूही पागलों की तरह अपनी मां को ढूंढ रही थी,,,,,,क्योंकि उसे नहीं पता,,,,,,कि इस वक्त उसकी मां कहां और किस हालत में होगी,,,,, और अब तु उसे बहुत जोरो की भूख लगी थी,,,,,,,क्योंकि उसके पास जितने भी पैसे थे ,,,,,,उसने इंन दौ दिनों मे,,,,,अपनी मां को ढूंढने में लगा दिए थे Aaj ke liye bas 🩵🩵🩵🩵 Kya kbhi bui ruhi ki mulaqaat uski maa se hogi

  • 13. Devil I kill you - Chapter 13

    Words: 1190

    Estimated Reading Time: 8 min

    और यहां तक की उसका प्राइवेट पार्ट भी कटा हुआ था, , , ,, उसके हॉट फटे हुए थे ,,,,,,उसके चेहरे पर ,,,,,पूरे उंगलियों के निशान बने हुए थे,,,,,और उसकी पूरे शरीर पर नाखून ,,,,,,काटने,,,,खारोचने और हंटरो के निशान बने हुए थे,,,  की तभी वह लड़की उसके पास जा,,,,,,उसे ऊपर से नीचे ,,,,,,घिन भरी नजरों से देखते हुए ,,,,,, आभ पता चला,,,,दर्द क्या होता है ,,,,,यह कह वह ,,,,एक जोर की कीक  उसके नीचे मरती है,,,,,,जिससे साथ ,,,,,,उस लड़के की दरद भरी ची उस कमरे में,,,,,,घुट के रह जाती है की तभी वह लड़की चिखाते हुए ,,,,अपनी बॉडीगार्ड  को ,,,,,,, अपने सामने पड़े ,,,,,,इस आदमी को उठा,,,,,,डस्टबिन में फेकने को कहती है और और उसे आदमी की तरफ देखते हुए,,,,,,और इस आदमी पर तब तक नजर रखना,,,,,,जब तक की कोई जानवर,,,,,इसके शरीर का मास उत्तार खाने ना लगे,,,,,यह कह वह लड़की ,,,,उसी कमरे से  चली जाती है ❤❤❤❤ अब आगे________________ और वहीं दूसरी तरफ saina 2 दिन से कॉलेज नहीं गई थी ,,क्योंकि उसके शरीर में अभी भी,,,,बहुत दर्द हो रहा था ,,,,,और साथ में आदित्य के दिए हुए जख्म थे,,,, जो अब तक उसके भारे नहीं थे और वही आदित्य भी दो दिनों से घर वापस नहीं आया था,,,,,,, और उसे भी नहीं पता कि कारण क्या था आज वह दो दिनों बाद घर वापस आता है,,,,,,तो बस सीधा अपने कमरे में जाता है,,,,,,,और बगैर इधर-उधर देख सीधा वॉशरूम  मे शावर लेने चला जाता है  और लगभग आधे घंटे बाद शावर ले कमरे में आता है ,,,,तो देखता है  ,,,,,,कि साईना सिकुड़ कर,,,,,किसी बच्चे की तरह बेड पर लेटी हुई थी वह बहुत ही क्यूट लग रही थी,,,,,,जिसे देख आदित्य  के फेस पर स्माइल आ जाती है,,,,,,जिससे अदित्य अपने धीरे कदमों से साईना के पास जा,,,,,,,उसे गौर से देखने लगता है,,,,जिससे उसकी नजर साईना के होठों पर जाती है,,,जिसे देखकर अदित्य को वह वाली रात याद आ जाती है,,,,,जिससे आदित्य के फेस पर स्माइल आ जाती है आज से पहले आदित्य के फेस पर ,,,,कभी स्माइल नहीं आई थी ,,,,,वह उसके होठों को बड़ी सिद्दा से देखे जा रहा था जैसे जैसे वह कोई स्टोबरी हो ,,,,,जिसे वहां्दोबारा चखना चाहता हो,,,जिससे आदित्य अपना सलाइवा घटक नीचे झुक ,,,,साईना  के रेट होठों पर अपने होठ रख,,,,,उसे टेस्ट करने लगता है ,,,,,वह बड़े ,,,, सिध्त से साईना के होठों को चूम रहा था ,,,,और धीरे से अपने सख्त हाथों को साईना के बॉडी पर चलाने लगता है वह धीरे-धीरे अपने हाथ को साईना के टॉप के अंदर ले जा,,,,उसकी कमर को सहलाने लगता है उसकी किस वक्त के साथ डिप होती जा रही थी जिससे चीन की सांस उखड़ने लगी थी ,,,,,,उसे नींद में अब सांस लेने में प्रॉब्लम हो रही थी ,,,,जिससे साईना झट से अपनी आंखें खोल देती है,,,,,,और अपने ऊपर अदित्य को देख,,,,,उसकी आंखें बड़ी हो जाती है,,,,,और वह अपने हाथों को झट से अदित्य के सीने पर रख,,,,उसे धक्का दे देती है  और वही आदित्य इस ढक्के के लिए तैयार नहीं था,,,,,जिससे वहां लुढ़क कर बैठ के दूसरे साइड जा गिरता है,,,,,जिससे उसे बहुत गुस्सा आने लगता है,,,,,क्योंकि वह जो काम कर रहा था,,,,,,,उसे सुकून मिल रहा था ,,,,,लेकिन किसी ने उसकी सुकून छीनने की कोशिश की ,,,,,जिससे वह आदित्य को गुस्सा आने लगता है जिससे वह झाट से अपना सर उठा,,,,,साईना की तरफ देखता है,,,,,जो बेड पर बैठी,,,,लंबी, लंबी सांस ले रही थी,,,,,,उसे इस तरह देख के,,,, अदित्य के फेस पर डेविल  स्माइल आ जाती है  जिससे आदित्य साईना को बगैर कोई मौका दिए,,,,,,उसके पैर  पकड़ अपनी तरफ खींच लेता है ,,,,,जिससे साईना अपने पीठ के बल ,,,लेट जाती है,,,, और बगैर वक्त गवाई आदित्य ,,,,,उसके ऊपर आ,,,,,,उसे किस करते हुए,,,,,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे खुद से दूर करने की,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,वह दुबारा उसके होठों को चूमने लगता है और वही साईना  इसके लिए तैयार नहीं थी,,,,,,जिससे वह अपने छोटे-छोटे हाथों से आदित्य को दोबारा धक्का देने लगती है ,,,,,,लेकिन आदित्य उसके दोनों हाथ पकड़,,,,,,उसके सर के ऊपर कर उसे पैशनेट किस करने लगता है,,,,,,,,और दूसरे हाथ से उसके शरीर से उसके कपड़े अलग करने लगता है ,,,,,जिसे महसूस कर,,,,,, साईना के रोंगटे खड़े हो जाते हैं  साईना को बोडी को अपने निचे दबा,,,,,अपने होठों को साइना के,, ईयर लोब के पास ले जा,,, अपने सिड्युसिंग वोईज में,,,फील इट माय लिटिल एंजेल और वहीं साईना आदित्य की बात से शांत हो जाती है,,,,,,लेकिन उसे फिर भी डर लग रहा था ,,,,,,जिससे वह बहुत मजबूती से आदित्य का हाथ पकड़ लेती,,,,,जैसे हो ,,,वह उसे रोकने की कोशिश कर रही हो उसे ऐसा करता देख ,,,,आदित्य साईना को देखते हुए,,,,यह क्या करें माय लिटिल एंजेल ,,,,,,,छोड़ो मेरा हाथ ,,,,,और मुझे  करने दो ,,,,जो मैं कर रहा हूं ,,,,,यह कहते हुए ,,आदित्य,,,,,खुद ही साईना  के हाथ को बढ़ा,,,,,,अपने एक हाथ से साईना के दोनों हाथ पकड़ा लेता है ,,,,,और, अपने दुसरे हाथ से,,,,,,,अदित्य,,,साइना के सारे कपड़े उतार ,,,,,उसके शरीर से अलग कर देता है जिससे साईना डर जाती है,,,,,,,और और खुद को इस तरह,,,, आदित्य के नीचे देखा,,,,,, खुद  ही,,,,, खुद को आदित्य से छोडाने लगते हैं,,,,,,, लेकिन आदित्य  उसे नहीं छोड़ता ,,,,और उसे लगातार किस करने लगता है  आदित्य का ऐसा करता देख,,,,,,सईना रोते हुए ,,,,,,प्लीज आदित्य मेरे साथ दोबारा,,,,वह सब मत करो,,,,,मुझे दर्द हो रहा है साईना की बात सुन आदित्य,,,,,,,,साईना को चुमते हुए,,,,,,,आज तुम्हें बिल्कुल दर्द नहीं होगा ,,,,,,मैं  बहुत ही प्यारा और आराम से करूंगा ,,,,,,तो तो अब जिद्द छोड़ो,,,,,,,और मुझे करने दो ,,,,जो मैं कर रहा हूं आदित्य की बात सुन ,,,,,साईना रोने लगती है ,,,,,और फिर रोते हुए ,,,आदित्य को खुद से दूर करने लगती है,,,,,,,वह बार-बार आदित्य से ,,,,, खुद से छुडाने की कोशिश करते हुए,,,,,प्लीज आदित्य मुझे छोड़ दो मुझे,,,,,,,,आब भी बहुत दर्द है,,,,,मैं और बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगी ,,,,,,यह कहते हुए वह लगातार रोए जा रही थी उसकी बात सुन आदित्य एक पल के लिए रुक जाता है ,,,,,और फिर उसका चेहरा देखता है,,,,,,,,,,,जो आंखें आंसू ओ से भीगा हुआ था ,,,,,,,,,जिससे आदित्य एक गहरी लंबी सांस ले,,,,,अपनी होठों को,,,,,दांतों में दबा लेत ,,,,,,,जैसे वो खुद को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन लेकिन आदित्य को,,,अब बिलकुल कन्ट्रोल नहीं हो रहा था,,, और फिर वह एक तक अपने नीचे लेटी साईना को देखी जा रहा था ,,, जिससे आदित्य नीचे झुक,,,,,बगैर किसी वोोटिंग के,,,,,, उसकी होठों पर अपने होंठ रख बहुत ही वाइल्ड कीस करने लगता है ,,,,,वह किस  से  ज्यादा उसे बाइट कर रहा था लगभग 15 मिनट के बाद ,,,,,,आदित्य साइना के ऊपर से उठ जाता है ,,,,,और फिर बगैर साइना को देखें,,,,,वह उस कमरे से    बाहर निकल जाता है और वहीं साईना आदित्य के कमरे से ,,,,बाहर जाते  देख ,,, ,वह खुद को कम्बल से कबर कर लेती है,,,,और फिर वह जोर-जोर से रोने लगती है  🩵🩵🩵🩵🩵 और वही रूही का भुख से बुरा हाल हो रहा था,,,,,लेकिन उसके पास खाने को कुछ नहीं था ,,,,और ना ही उसके पास पैसे थे ,,,,कि वह कुछ खाने के लिए खरीद ले,,,,,और यहां तक की उसके पास रहने की जगह तक नहीं थी और वह ना ही किसी का सहारा लेना चाहती थी,,,,,,क्योंकि उसे पता था ,,,,,कि उसे साहारे के बदले ,,,,,उसे सिर्फ से जिल्त की जिंदगी मिलेगी  अब उसके पास सिर्फ एक ही ऑप्शन था,,,,,,कोई ना कोई जॉब करने का ,,,,,,, जिससे वह जोब की तलाश में निकल जाती है आज के लिए बस इतना                  

  • 14. Devil I kill you - Chapter 14

    Words: 1528

    Estimated Reading Time: 10 min

    लेकिन लेकिन आदित्य को,,,अब बिलकुल कन्ट्रोल नहीं हो रहा था,,, और फिर वह एक तक अपने नीचे लेटी साईना को देखी जा रहा था ,,, जिससे आदित्य नीचे झुक,,,,,बगैर किसी वोोटिंग के,,,,,, उसकी होठों पर अपने होंठ रख बहुत ही वाइल्ड कीस करने लगता है ,,,,,वह किस  से  ज्यादा उसे बाइट कर रहा था लगभग 15 मिनट के बाद ,,,,,,आदित्य साइना के ऊपर से उठ जाता है ,,,,,और फिर बगैर साइना को देखें,,,,,वह उस कमरे से    बाहर निकल जाता है और वहीं साईना आदित्य के कमरे से ,,,,बाहर जाते  देख ,,, ,वह खुद को कम्बल से कबर कर लेती है,,,,और फिर वह जोर-जोर से रोने लगती है  🩵🩵🩵🩵🩵 अब आगे________" और वही रूही का भुख से बुरा हाल हो रहा था,,,,,लेकिन उसके पास खाने को कुछ नहीं था ,,,,और ना ही उसके पास पैसे थे ,,,,कि वह कुछ खाने के लिए खरीद ले,,,,,और यहां तक की उसके पास रहने की जगह तक नहीं थी और वह ना ही किसी का सहारा लेना चाहती थी,,,,,,क्योंकि उसे पता था ,,,,,कि उसे साहारे के बदले ,,,,,उसे सिर्फ से जिल्त की जिंदगी मिलेगी  अब उसके पास सिर्फ एक ही ऑप्शन था,,,,,,कोई ना कोई जॉब करने का ,,,,,,, जिससे वह जोब की तलाश में निकल जाती है अब   तीन दिन और बीत गए थे ,,,,,,उसने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया था ,,,,,शिवाय पानी  पीने के और उसने तीन दिनों में ऐसी कोई जगह नहीं छोड़ी थी,,,,,,,जहां पर वह ना गई हो जॉब ढूंढने के लिए,,,, आब तो वह काफी थक गई थी,,,,,,क्योंकि उसे कहीं भी जॉब नहीं मिली थी ,,,,,वह जहां भी जाती,,,,सब उसकी क्वालिफिकेशन पूछते,,,,उसे डिग्री मांगते,,,,,जो अब उसके पास नहीं थी ,,,,,क्योंकि मिहीर ने,,,,,,उसके सारे डॉक्यूमेंट जला दिए थे,,,,,,अब तो उसके पास कोई प्रूफ भी नहीं था,,,,कि वह ही रूही है  ,,,,जिससे अब उसे अच्छी जॉब तो मिलने से रही लगभग 3 घंटे बाद रूही एक वेट्रेस की ड्रेस में थी,,,,,क्योंकि उसे यह जो मिल गई थी ,,,,,,वह भी सच्चाई छुप कर ,,,,,,कि वह,,,,अभी-अभी जेल से आई है   🩵🩵🩵🩵🩵 और वही दूसरी तरफ एक होटल में मीटिंग चल रही थी,,,,,,जिसे युग अपने सामने बैठी लड़की की तरफ देखते हुए,,,,,,ठीक है ,,,,मैं तुम्हारे साथ डील करने के लिए तैयार हूं,,,,,,लेकिन मुझे इसमें क्या फायदा और वही सामने बैठी लड़की ,,,,युग की तरफ देखते हुए,,,,,अगर तुम्हारा इसमें कोई फायदा ना होता ना,,,,,तो अब तक तुम मेरे सामने,,,,,बैठे ना होते  उस लड़की की बात सुन ,,,,,,युग के फेस पर स्माइल आ जाती है,,,,,,इसके साथ युग,,,,उस लड़की की तरफ देखते हुए ,,,,,,, तुम इंटेंलिजैंट काफी हो और तुम्हारे नाम के साथ-साथ,,,,,तुम्हारा एटीट्यूड भी काफी इंटरेस्टिंग है,,,,  और वही वह लड़की,,,,,अगर तुम्हारा सारा डाउट क्लियर हो गया हो,,,,,,,,तो क्या हम मध्य बना सकते हैं लड़की की बात सुन ,,,,,, युग,,,,,उसे ऊपर से नीचे देखते हुए ,,,,,नहीं अभी मेरे डाउट क्लियर नहीं है ,,,,,,क्योंकि तुम अपना चेहरा तो दिखा ही नहीं रही,,,,,,क्या पता तुम मुझे धोखा दे जाओ और वही वह लड़की युग की बात सुन,,,,,तुम्हें मुझसे डील करनी है,,,,,,या फिर मेरे चेहरे से  ,,,,,और रही बात धोखा देने की,,, तो दा थे डेविल क्वीन की फितरत में,,,,,किसी को धोखा देना नहीं लिखा है उस लड़की की बात सुन युग,,,,उसकी डिल एक्सेप्ट कर लेता है ,,,, जिससे कुछ ही देर में ,,,,वह लड़की वहां से चली जाती है और वही युग ,,,,,उस लड़की को ज्याता देख,,,,,,,अपने मन मे, ,,,,,कुछ तो बात है तुमने ,,,,,,,और ,,,,,,तुम्हारा नाम में,,,,तभी तो कितने लोग तुमसे डरते हैं ,,,,,,आखिर में तुम हो कौन ,,,,,,तुम्हारा चेहरा तो देखना पड़ेगा ,,,,,,यह सोचते हुए युग के फेस पर स्माइल आ जाती है 🩵🩵🩵🩵🩵🩵 और वहीं दूसरी तरफ मिहिर का ऑफिस,,,,,मिहिर अपने कुर्सी पर सर लगा,,,, आपनी आंखें बंद कर,,,,अब वह कहां है जिसे सामने खड़ा  सिद्धार्थ ,,,,,,सर वह आब रेस्टोरेंट  में ,,,,,एक वेट्रेस की जॉब में है जिसे सुन मिहिर,,,,,मुझे इसी तरह,,,,उसकी पल पल,,भर की ,,,खबर चाहिए,,,,मिहिर की बात सुनते ही सिद्धार्थ ,,,उस ऑफिस रूम से निकल जाता है और वही  मिहिर उसे चेयर से उठ,,,,,आईने के सामने खड़े हो ,,,,,बाहर की दुनिया देखते हुए,,,,,,तुमने मेरा सुकून छीन लिया है ,,,,,,मैं तुम्हारी जिंदगी छीन लूंगा ,,,,,,, अब तुम्हें पल-पल एहसास  होगा ,,,,,दर्द का,,,,, कि दर्द क्या होता है,,,,,,,,क्योंकि मुझे मेरा सुकून चाहिए,,,,,जो शायद तुम्हारी जिंदगी को बर्बाद करने में ही मिलेगा,,,,बर्बादी का असली टाइम तो अब आया है तुम्हारा ,,,,,,यह कहते हुए,,,,मिहिर के फेस पर डेविल स्माइल थि,,,  🩵🩵🩵🩵🩵 और वहीं दूसरी तरफ आज साईना कॉलेज गई थी ,,,,,जिससे वह किसी से बात नहीं कर रही थी ,,,,,,,क्योंकि आदित्य ने उसे किसी से भी बात करने से साफ मना किया था,,,,, जिसके लिए आदित्य ने अपनी बॉडीगार्ड्स भी साईना के पीछे लगाए थे,,,,   इसलिए साईना क्लास में जाकर बैठ जाती हैं,,,,,और वही बाहर उसका बॉडीगार्ड खड़ा,,,,, साईना पर नजर रखा रहा था की तभी वहां पर अयान आ जाता है ,,,,,एक नजर आर्य को देख,,,,,,जो नॉनस्टॉप ब्लैकबोर्ड की तरफ देख रही थी ,,,,,उसे नजर अंदाज कर ,,,,,,,,वह सीधा साईन के पास जा ,,,,,,उसके सामने वाली सीट पर बैठते हुए ,,,,,हेलो साईना,,,,,,लेकिन साईना कोई रिस्पांस नहीं देती,,,,,जिससे आयन ,,,,, आपने मन में,,,,,यार यह कुछ बोलती क्यों नहीं है और ऐसे क्लास ओवर हो जाता है ,,,,,,,,जिस दौरान अयान कई बार साईना को बुलाने की कोशिश करता है,,,,,लेकिन साईना हर बार उसे इग्नोर करती है,,,,  और  फिर लेक्चर खत्म होने के बाद ,,,,,,,, साईना कैंटीन की तरफ चली जाती है ,,,,,,और उसके पीछे-पीछे अयान भी उसे बुलाते हुए,,,,,, साईना मेरी बात सुनो,,,,यह कहते हुए अयान,,,,,,,अपना हाथ साईना की तरफ बढ़ा देता है और वहीं , साईना अयान की आवाज सुन पीछे पलट देखती है तो अयान उसके बिल्कुल सामने खड़ा ,,,,,,उसकी तरफ हाथ बढ़ा रहा था,,,,,जिसे देख साईना डर जाती है और फिर वह अपने आगे पीछे देखती है तो ,,,,,,,उसके सामने बॉडीगार्ड खड़ा था,,,,,,,जिसे देख,,,,,वह धीरे-धीरे पीछे होने लगती है ,,,,,,,क्योंकि उसे डर लग रहा था,,,,,,कि अगर गलती से भी,,,,,,आयान ने उसे छुआ ,,,,,,,तो आदित्य उसका क्या हाल करेगा ,,,,,यह सोच साईना अपने कदम पीछे बढ़ने लगती है और वही अयान साईना को ऐसा करता देख,,,,,उसे देखते हुए ,,,,,,क्या हुआ तुम ऐसा रिएक्ट क्यों कर रही हो ,,,,,जैसे तुमने किसी भूत को देख लिया हे,,,, लो यार,,,,,,मैं इंसान हूं ,,,,कि यह कहते हुए,,,, वह दोबारा अपना हाथ बढ़ाने लगता है ,,,,,जिससे साईना लड़खड़ा जमीन पर गिर जाती है,,,,,,,,जिसे उठाने के लिए अयान,,, साईना को पकड़ते ही वाला था,,,,,,,,कि साईना उसके हाथ को झटकते हुए ,,,,,दूर दूर रहो मुझसे,,,,,,,यह कह  साईना झट से ,,,,जमीन से उठ,,,,वहां से भाग जाती है और वही अयान कॉरिडोर में खड़ा  ,,, साईना को ,,,,वहां से भागता देख ,,,,,अपने मन में,,,,अजीब लड़की है यह कहते हुए आयान पीछे  मुड़ता है ,,,,,,,तो देखता है तो,,,,,,,उसके पीछे आर्य खड़ी थी,,,,,,,जो यह सब नजारा देख रही थी,,,,जिसे देख आयान की आंखें छोटी हो जाती है,,,,,,,और वह आब भी नॉनस्टॉप उसी तरफ देख रही थी,,,,,,जिस तरफ साईना गई थी  जिसे जिसे देख अयान की आंखें छोटी हो जाती है ,,,,,,और फिर अपनी कदम आर्य की तरह बढ़ा देता है ,,,,,,,उसके पास पहुंच अयान ,,,,,आर्य को देखते हुए,,,,,क्या किया तुमने साईना के साथ अयान की बात सुन ,,,,,,आर्य अपनी आंखें छोटी करते हुए ,,,,what do you mean आर्य की बात सुन अयान ,,,,,उसे घुरते हुए,,,,,अगर तुमने कुछ नहीं किया है ,,,,,तो वह तुम्हें देखकर भाग क्यों गयी  और फिर उसे पर भड़कते हुए ,,,,,तुम सुधर क्यों नहीं जाती ,,,,,तुम दूसरों की जिंदगी जहानुम,,,,क्यों बनाती हो,,,, और यहां तुम बंनती क्या जा रही हो ,,,,,खुद को देखा है ,,,,,कभी आईने में ,,,,,,, तुम खुद को समझती क्या हो ,,,,हां ,,,,,,बोलो,,,,,,,तुम बार-बार मेरी जिंदगी में टांग क्यों उड़ाती हो,,,,,,,,,मैंने तुम्हें पहले भी वोरन किया था ना,,,,,कि तुम मुजझे  दूर  रहा करो ,और    तो ,,,,   और,,,,,,मेरे आस-पास रहने वाले लोगों से भी ,,,,,, तो बताओ तुमने साईन के साथ क्या किया ,,,,,जो साईना तुमसे डर कर,,,,यहां से चली गई  और वही आर्य अयान की बात अनसुना कर ,,,,,,,,,वहां से जाने लगती है,,,,,,,जैसे उसे कोई फर्क ही न पड़ा हो ,,,,,,कि अभी-अभी अयान  ने ,,,,,उसे क्या कहा और वही अयान खुद को इस तरह इग्नोर कर ,,,,,,,,आर्य को वहां से जाता थी,,,,,,, अपने कदम आर्य की तरफ बढ़ा देता है और फिर उसकी कलाई पकड़, , ,,,,,, खुद की तरफ खींच,,,,,,,उसके हाथ को मारोड,,,,,,,,उसके पीठ की तरफ लगा ,,,,,, उसे अपने बिल्कुल करीब खींच लेता है,,,,,,,,,और फिर  उसकी आंखों में घुर के देखते हुए,,,,,गुस्से से,,,,तुम खुद को,,,,समझती क्या हो लेकिन आर्य फिर भी कुछ नहीं बोलती,,,,,,जिससे अयान उसकी कलाई पर ,,,,,,अपनी पकड़ और कस देता है ,,,,,,,और फिर उसे खुद इस तरह करते हुए,,,,,,तुम्हें क्या लगा ,,,,,कि तुम मुझे इग्नोर करोगी ,,,,,,तो मैं तुम्हारे आगे पीछे घूमुंगा ,,,,,,,तो ऐसा कभी नहीं होगा ,,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,अयान आया को झटका देता है ,,,,,,,जिससे आर्य लड़खड़ा आयान,,,,   ,से दो कदम पीछे हो जाती है और फिर आयान,,,,धीरे-धीरे अरया के नजदीक जा ,,,,,उसकी आंखों में देखते हुए ,,,,,और हां में आखिरी बार कह रहा हूं ,,,,,,कि तुम साईना से दूर रहा करो यह कह ,,,,,,,आया वहां से चला जाता है और आर्य बस उसे देखते रह जाती है आज के लिए बस इतना हेलो गाइस मुझे माफ करना कि मैं चैप्टर टाइम पर नहीं दे पाई,,,,,पर मैं क्या करूं ,,, एक आप सभी मुझे रिव्यूज दे ही नहीं रहे और ना ही कमेंट्स,,,,,जिसे मुझे बिल्कुल अच्छा नहीं लगता है,,,,,इसलिए प्लीज आप सब अपना अपना रिव्यू मुझे जरूर दें क्योंकि अगर आप मुझे नहीं देंगे ,,,,तो मेरी यह नॉवेल वाले रिजेक्ट कर देंगे,,,,,,,जिससे मुझे ना चाहते हुए भी इस स्टोरी को बंद करना होगा        

  • 15. Devil I kill you - Chapter 15

    Words: 749

    Estimated Reading Time: 5 min

    और वही आदित्य इस ढक्के के लिए तैयार नहीं था,,,,,जिससे वहां लुढ़क कर बैठ के दूसरे साइड जा गिरता है,,,,,जिससे उसे बहुत गुस्सा आने लगता है,,,,,क्योंकि वह जो काम कर रहा था,,,,,,,उसे सुकून मिल रहा था ,,,,,लेकिन किसी ने उसकी सुकून छीनने की कोशिश की ,,,,,जिससे वह आदित्य को गुस्सा आने लगता है जिससे वह झाट से अपना सर उठा,,,,,साईना की तरफ देखता है,,,,,जो बेड पर बैठी,,,,लंबी, लंबी सांस ले रही थी,,,,,,उसे इस तरह देख के,,,, अदित्य के फेस पर डेविल स्माइल आ जाती है 🩵🩵🩵🩵🩵 Aab aage जिससे आदित्य साईना को बगैर कोई मौका दिए,,,,,,उसके पैर पकड़ अपनी तरफ खींच लेता है ,,,,,जिससे साईना अपने पीठ के बल ,,,लेट जाती है,,,, और बगैर वक्त गवाई आदित्य ,,,,,उसके ऊपर आ,,,,,,उसे किस करते हुए,,,,,तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे खुद से दूर करने की,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,वह दुबारा उसके होठों को चूमने लगता है और वही साईन ; इसके लिए तैयार नहीं थी,,,,,,जिससे वह अपने छोटे-छोटे हाथों से आदित्य को दोबारा धक्का देने लगती है ,,,,,,लेकिन आदित्य उसके दोनों हाथ पकड़,,,,,,उसके सर के ऊपर कर उसे पैशनेट किस करने लगता है,,,,,,,,और दूसरे हाथ से उसके शरीर से उसके कपड़े अलग करने लगता है ,,,,,जिसे महसूस कर,,,,,, साईना के रोंगटे खड़े हो जाते हैं साईना को बोडी को अपने निचे दबा,,,,,अपने होठों को साइना के,, ईयर लोब के पास ले जा,,, अपने सिड्युसिंग वोईज में,,,फील इट माय लिटिल एंजेल और वहीं साईना आदित्य की बात से शांत हो जाती है,,,,,,लेकिन उसे फिर भी डर लग रहा था ,,,,,,जिससे वह बहुत मजबूती से आदित्य का हाथ पकड़ लेती,,,,,जैसे हो ,,,वह उसे रोकने की कोशिश कर रही हो उसे ऐसा करता देख ,,,,आदित्य साईना को देखते हुए,,,,यह क्या करें माय लिटिल एंजेल ,,,,,,,छोड़ो मेरा हाथ ,,,,,और मुझे करने दो ,,,,जो मैं कर रहा हूं ,,,,,यह कहते हुए ,,आदित्य,,,,,खुद ही साईना; के हाथ को बढ़ा,,,,,,अपने एक हाथ से साईना के दोनों हाथ पकड़ा लेता है ,,,,,और, अपने दुसरे हाथ से,,,,,,,अदित्य,,,साइना के सारे कपड़े उतार ,,,,,उसके शरीर से अलग कर देता है जिससे साईना डर जाती है,,,,,,,और और खुद को इस तरह,,,, आदित्य के नीचे देखा,,,,,, खुद ही,,,,, खुद को आदित्य से छोडाने लगते हैं,,,,,,, लेकिन आदित्य; उसे नहीं छोड़ता ,,,,और उसे लगातार किस करने लगता है आदित्य का ऐसा करता देख,,,,,,सईना रोते हुए ,,,,,,प्लीज आदित्य मेरे साथ दोबारा,,,,वह सब मत करो,,,,,मुझे दर्द हो रहा है साईना की बात सुन आदित्य,,,,,,,,साईना को चुमते हुए,,,,,,,आज तुम्हें बिल्कुल दर्द नहीं होगा ,,,,,,मैं; बहुत ही प्यारा और आराम से करूंगा ,,,,,,तो तो अब जिद्द छोड़ो,,,,,,,और मुझे करने दो ,,,,जो मैं कर रहा हूं आदित्य की बात सुन ,,,,,साईना रोने लगती है ,,,,,और फिर रोते हुए ,,,आदित्य को खुद से दूर करने लगती है,,,,,,,वह बार-बार आदित्य से ,,,,, खुद से छुडाने की कोशिश करते हुए,,,,,प्लीज आदित्य मुझे छोड़ दो मुझे,,,,,,,,आब भी बहुत दर्द है,,,,,मैं और बर्दाश्त नहीं कर पाऊंगी ,,,,,,यह कहते हुए वह लगातार रोए जा रही थी उसकी बात सुन आदित्य एक पल के लिए रुक जाता है ,,,,,और फिर उसका चेहरा देखता है,,,,,,,,,,,जो आंखें आंसू ओ से भीगा हुआ था ,,,,,,,,,जिससे आदित्य एक गहरी लंबी सांस ले,,,,,अपनी होठों को,,,,,दांतों में दबा लेत ,,,,,,,जैसे वो खुद को कंट्रोल करने की कोशिश कर रहा हूं लेकिन लेकिन आदित्य को,,,अब बिलकुल कन्ट्रोल नहीं हो रहा था,,, और फिर वह एक तक अपने नीचे लेटी साईना को देखी जा रहा था ,,, जिससे आदित्य नीचे झुक,,,,,बगैर किसी वोरनिंग के,,,,,, उसकी होठों पर अपने होंठ रख ,,,बहुत ही वाइल्ड कीस करने लगता है ,,,,,वह किस; से ज्यादा उसे बाइट कर रहा था लगभग 15 मिनट के बाद ,,,,,,आदित्य साइना के ऊपर से उठ जाता है ,,,,,और फिर बगैर साइना को देखें,,,,,वह उस कमरे से बाहर निकल जाता है और वहीं साईना आदित्य के कमरे से ,,,,बाहर जाते देख ,,, ,वह खुद को कम्बल से कबर कर लेती है,,,,और फिर वह जोर-जोर से रोने लगती है 🩵🩵🩵🩵🩵 और वही रूही का भुख से बुरा हाल हो रहा था,,,,,लेकिन उसके पास खाने को कुछ नहीं था ,,,,और ना ही उसके पास पैसे थे ,,,,कि वह कुछ खाने के लिए खरीद ले,,,,,और यहां तक की उसके पास रहने की जगह तक नहीं थी और वह ना ही किसी का सहारा लेना चाहती थी,,,,,,क्योंकि उसे पता था ,,,,,कि उसे साहारे के बदले ,,,,,उसे सिर्फ से जिल्त की जिंदगी मिलेगी अब उसके पास सिर्फ एक ही ऑप्शन था,,,,,,कोई ना कोई जॉब करने का ,,,,,,, जिससे वह जोब की तलाश में निकल जाती है आज के लिए बस इतना अब रूही क्या करेगी और मिहिर से मिलने के बाद उसका क्या हाल होगा क्या मिहिर उसे छोड़ देगा या फिर और भी कुछ करेगा उसे दर्द देने के लिए

  • 16. Devil I kill you - Chapter 16

    Words: 795

    Estimated Reading Time: 5 min

    लेकिन लेकिन आदित्य को,,,अब बिलकुल कन्ट्रोल नहीं हो रहा था,,, और फिर वह एक तक अपने नीचे लेटी साईना को देखी जा रहा था ,,, जिससे आदित्य नीचे झुक,,,,,बगैर किसी वोोटिंग के,,,,,, उसकी होठों पर अपने होंठ रख बहुत ही वाइल्ड कीस करने लगता है ,,,,,वह किस ;ज्यादा उसे बाइट कर रहा था लगभग 15 मिनट के बाद ,,,,,,आदित्य साइना के ऊपर से उठ जाता है ,,,,,और फिर बगैर साइना को देखें,,,,,वह उस कमरे से बाहर निकल जाता है और वहीं साईना आदित्य के कमरे से ,,,,बाहर जाते ;देख ,,, ,वह खुद को कम्बल से कबर कर लेती है,,,,और फिर वह जोर-जोर से रोने लगती है 🩵🩵🩵🩵🩵 अब आगे________" और वही रूही का भुख से बुरा हाल हो रहा था,,,,,लेकिन उसके पास खाने को कुछ नहीं था ,,,,और ना ही उसके पास पैसे थे ,,,,कि वह कुछ खाने के लिए खरीद ले,,,,,और यहां तक की उसके पास रहने की जगह तक नहीं थी और वह ना ही किसी का सहारा लेना चाहती थी,,,,,,क्योंकि उसे पता था ,,,,,कि उसे साहारे के बदले ,,,,,उसे सिर्फ से जिल्त की जिंदगी मिलेगी अब उसके पास सिर्फ एक ही ऑप्शन था,,,,,,कोई ना कोई जॉब करने का ,,,,,,, जिससे वह जोब की तलाश में निकल जाती है तीन दिन और बीत गए थे ,,,,,,उसने तीन दिनों से कुछ नहीं खाया था ,,,,,शिवाय पानी पीने के और उसने तीन दिनों में ऐसी कोई जगह नहीं छोड़ी थी,,,,,,,जहां पर वह ना गई हो जॉब ढूंढने के लिए,,,, आब तो वह काफी थक गई थी,,,,,,क्योंकि उसे कहीं भी जॉब नहीं मिली थी ,,,,,वह जहां भी जाती,,,,सब उसकी क्वालिफिकेशन पूछते,,,,उसे डिग्री मांगते,,,,,जो अब उसके पास नहीं थी ,,,,,क्योंकि मिहीर ने,,,,,,उसके सारे डॉक्यूमेंट जला दिए थे,,,,,,अब तो उसके पास कोई प्रूफ भी नहीं था,,,,कि वह ही रूही है ,,,,जिससे अब उसे अच्छी जॉब तो मिलने से रही लगभग 3 घंटे बाद रूही एक वेट्रेस की ड्रेस में थी,,,,,क्योंकि उसे यह जो मिल गई थी ,,,,,,वह भी सच्चाई छुप कर ,,,,,,कि वह,,,,अभी-अभी जेल से आई है 🩵🩵🩵🩵🩵 और वही दूसरी तरफ एक होटल में मीटिंग चल रही थी,,,,,,जिसे युग अपने सामने बैठी लड़की की तरफ देखते हुए,,,,,,ठीक है ,,,,मैं तुम्हारे साथ डील करने के लिए तैयार हूं,,,,,,लेकिन मुझे इसमें क्या फायदा और वही सामने बैठी लड़की ,,,,युग की तरफ देखते हुए,,,,,अगर तुम्हारा इसमें कोई फायदा ना होता ना,,,,,तो अब तक तुम मेरे सामने,,,,,बैठे ना होते उस लड़की की बात सुन ,,,,,,युग के फेस पर स्माइल आ जाती है,,,,,,इसके साथ युग,,,,उस लड़की की तरफ देखते हुए ,,,,,,, तुम इंटेंलिजैंट काफी हो और तुम्हारे नाम के साथ-साथ,,,,,तुम्हारा एटीट्यूड भी काफी इंटरेस्टिंग है,,,, और वही वह लड़की,,,,,अगर तुम्हारा सारा डाउट क्लियर हो गया हो,,,,,,,,तो क्या हम मध्य बना सकते हैं लड़की की बात सुन ,,,,,, युग,,,,,उसे ऊपर से नीचे देखते हुए ,,,,,नहीं अभी मेरे डाउट क्लियर नहीं है ,,,,,,क्योंकि तुम अपना चेहरा तो दिखा ही नहीं रही,,,,,,क्या पता तुम मुझे धोखा दे जाओ और वही वह लड़की युग की बात सुन,,,,,तुम्हें मुझसे डील करनी है,,,,,,या फिर मेरे चेहरे से; ,,,,,और रही बात धोखा देने की,,, तो दा थे डेविल क्वीन की फितरत में,,,,,किसी को धोखा देना नहीं लिखा है उस लड़की की बात सुन युग,,,,उसकी डिल एक्सेप्ट कर लेता है ,,,, जिससे कुछ ही देर में ,,,,वह लड़की वहां से चली जाती है और वही युग ,,,,,उस लड़की को ज्याता देख,,,,,,,अपने मन मे, ,,,,,कुछ तो बात है तुमने ,,,,,,,और ,,,,,,तुम्हारा नाम में,,,,तभी तो कितने लोग तुमसे डरते हैं ,,,,,,आखिर में तुम हो कौन ,,,,,,तुम्हारा चेहरा तो देखना पड़ेगा ,,,,,,यह सोचते हुए युग के फेस पर स्माइल आ जाती है 🩵🩵🩵🩵🩵🩵 और वहीं दूसरी तरफ मिहिर का ऑफिस,,,,,मिहिर अपने कुर्सी पर सर लगा,,,, आपनी आंखें बंद कर,,,,अब वह कहां है जिसे सामने खड़ा सिद्धार्थ ,,,,,,सर वह आब रेस्टोरेंट में ,,,,,एक वेट्रेस की जॉब में है जिसे सुन मिहिर,,,,,मुझे इसी तरह,,,,उसकी पल पल,,भर की ,,,खबर चाहिए,,,,मिहिर की बात सुनते ही सिद्धार्थ ,,,उस ऑफिस रूम से निकल जाता है और वही मिहिर उसे चेयर से उठ,,,,,आईने के सामने खड़े हो ,,,,,बाहर की दुनिया देखते हुए,,,,,,तुमने मेरा सुकून छीन लिया है ,,,,,,मैं तुम्हारी जिंदगी छीन लूंगा ,,,,,,, अब तुम्हें पल-पल एहसास होगा ,,,,,दर्द का,,,,, कि दर्द क्या होता है,,,,,,,,क्योंकि मुझे मेरा सुकून चाहिए,,,,,जो शायद तुम्हारी जिंदगी को बर्बाद करने में ही मिलेगा,,,,बर्बादी का असली टाइम तो अब आया है तुम्हारा ,,,,,,यह कहते हुए,,,,मिहिर के फेस पर डेविल स्माइल थि,,, 🩵🩵🩵🩵🩵 और वहीं दूसरी तरफ आज साईना कॉलेज गई थी ,,,,,जिससे वह किसी से बात नहीं कर रही थी ,,,,,,,क्योंकि आदित्य ने उसे किसी से भी बात करने से साफ मना किया था,,,,, जिसके लिए आदित्य ने अपनी बॉडीगार्ड्स भी साईना के पीछे लगाए थे,,,, ;इसलिए साईना क्लास में जाकर बैठ जाती हैं,,,,,और वही बाहर उसका बॉडीगार्ड खड़ा,,,,, साईना पर नजर रखा रहा था आज के लिए बस इतना मिहिर और रूही की मुलाकात कैसी है क्या करेगा मेरे दिल के साथ और चीन क्या कभी माफ कर पाएगी आदित्य आज के लिए बस इतना

  • 17. Devil I kill you - Chapter 17

    Words: 677

    Estimated Reading Time: 5 min

    ; और फिर उसकी कलाई पकड़, , ,,,,,, खुद की तरफ खींच,,,,,,,उसके हाथ को मारोड,,,,,,,,उसके पीठ की तरफ लगा ,,,,,, उसे अपने बिल्कुल करीब खींच लेता है,,,,,,,,,और फिर उसकी आंखों में घुर के देखते हुए,,,,,गुस्से से,,,,तुम खुद को,,,,समझती क्या हो लेकिन आर्य फिर भी कुछ नहीं बोलती,,,,,,जिससे अयान उसकी कलाई पर ,,,,,,अपनी पकड़ और कस देता है ,,,,,,,और फिर उसे खुद इस तरह करते हुए,,,,,,तुम्हें क्या लगा ,,,,,कि तुम मुझे इग्नोर करोगी ,,,,,,तो मैं तुम्हारे आगे पीछे घूमुंगा ,,,,,,,तो ऐसा कभी नहीं होगा ,,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,अयान आया को झटका देता है ,,,,,,,जिससे आर्य लड़खड़ा आयान,,,,  ,से दो कदम पीछे हो जाती है और फिर आयान,,,,धीरे-धीरे अरया के नजदीक जा ,,,,,उसकी आंखों में देखते हुए ,,,,,और हां में आखिरी बार कह रहा हूं ,,,,,,कि तुम साईना से दूर रहा करो यह कह ,,,,,,,आया वहां से चला जाता है और आर्य बस उसे देखते रह जाती है 🩵🩵🩵🩵🩵🩵 अब आगे___________________ और वहीं दूसरी तरफ रूही ने ,,,,,,वेट्रेस की साड़ी डाली थी,,,,,वह खूबसूरत तो अब भी बहुत थी,,,,,,,लेकिन काफी कमजोर भी,,,,,,और उसकी आंखों में डार्क सर्कल्स भी थी,,,,,,,,जिसे साफ पता चल रहा था,,,,,,कि वह कई दिनों से ठीक ढंग से सोई भी नहीं होगी ,,,,, और उसने अपनी फेस पर कोई मेकअप नहीं किया हुआ था,, की तभी वहां का,,,रेस्टोरेंट का मैनेजर रुही के पास आता है ,,,,,और उसे पर्सनली ,,,,,टेबल नंबर 3 पर ,,,,,उनके आर्डर किए द्वारा,,,,डिसिज पहुंचने को कहता है,,,,,जिससे रूही भी उसके दिए गए ऑर्डर अनुसार ,,,,,वहां डिशेष ले जाती है ,,,,,,,,लेकिन वह अपना सर झुका के ही ,,,,,,उसे टेबल के पास जाती है ,,,,,,जिससे वह देख नहीं पाती,,,,,,कि उस टेबल पर कौन बैठा है और फिर रोहि,,,,,उस टेबल पर सामान रख ,,,,मुड़कर जाने लगती है ,,,,,कि तभी उसे आवाज आती है,,,,,oh bloody,,,come here जिसे सुन रुही के हाथ पैर कांपने लगते हैं,,,,,क्योंकि रूही को यह आवाज जानी पहचानी लग रही थी,,,,,जिससे रुही के हाथ पैर थरथरा रहे थे,,,,उसे काफी डर लग रहा था,,, जिससे वह डरते हुए, ,,,,,,,,,,बड़ी मुश्किल से पीछे मुड़ती है,,,,, और अपने सामने का नजारा देख ,,,,उसकी आंखें बड़ी हो जाती है,,,,क्योंकि उसका डर सही निकला ,,,,,,,,,, क्योंकि उसके सामने कोई और नहीं,,,,,मिहिर बैठा था,,,,,,जो उसे अपनी जलती हुई आंखों से घुर रहा था,,,,,,,,,जिसे देख रुही सहेम जाती है और वहीं उसी के बगल में बैठा आयुष भी रूही को ,,,,,,,,ऊपर से नीचे घुर रहा था, ,,,,, और फिर उसे उसी तरह करते हुए ,,,, तुम अब तक जिंदा ;हो,,,,,मरी नहीं ,,,,,,,,,,,मुझे तो लगा तुम,,,,,,खैर छोड़ो ,,,,तुम जा कहां रही थी ,,,,,,यह हमे सर्व कौन करेगा जिसे सुन रूही अपने कापते हाथों से,,,,,,उन्हें खुद ही सर्वे करने लगती है वह; सबको उनकी डिसीज,,,,,, सर्वे कर देती है,,,,,लेकिन मिहिर के वक्त,,,रुही के हाथ ,,,,कुछ ज्यादा ही काप रहे थे,,,,,,जिससे थोड़ी dishes मिहिर; के जूते पर जा गिरती है जिसे देख मिहिर गुस्से से रूही का हाथ पकड़ ,,,,,उसे जमीन की तरफ धक्का दे देता है,,,,जिससे रोहि जमीन पर गिरती है,,,,, और फिर मिहिर खींचते हुए You bloody beach,,,You can't see,,,,You have ruined my expensive boot,,,,Where is the storm,,,,You don't even know how to do a single thing,,,, यह कहते हुए मिहिर उस रेस्टोरेंट के मैनेजर को बुलाने लगता है जिसे सुन मैनेजर दौड़ते हुए,,,,,मिहीर के पास आ यस सर क्या हुआ,,,,आपने मुझे बुलाया मिहिर उस मैनेजर को देख ,,,,गुस्से से बोलते हुए,,,,,तुम ऐसे वेट्रस रखते हो,,,,,,अपने रेस्टोरेंट में,,,,,,,,,,,,, जिसे ढंग का डिशेज भी सीर्व करना नहीं आता,,,,,और अपने पैरों की तरफ इशारा करते हुए,,,,,,देखो इसने क्या किया,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर काफी गुस्से में लग रह जिसे देख मैनेजर सॉरी सर ,,,,,,हम अभी साफ करवाते हैं ,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,वह वहां के नौकरों को बुलाने लगता है,,,,,,,जिसे सुन मिहिर उन्हें बुलाने की जरूरत नहीं है जिसे सुन मैनेजर,,,,,जी सर की तभी मिहिर दोबारा चेयर पर बैठते हुए,,,, तिरछी,,,नजरों से रुही की तरफ देखते हुए ,,,,,,,,क्योंकि यह मेरी भूट को साफ करेगी ,,,,,,,जिसने गंदा किया है ,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर,,,,,,बड़े रोब से उस चेयर पर बैठ,,,,,अपने बुट को रोही के आगे कर देता है और वही मैनेजर ,,,,,मिहिर की बात सुन थोड़ा हैरान होते हुए ,,,,,पर सर,,,, ये अव रोही क्या करेगी क्या वह मिहिर की बात मान ,,,, रूही मिहिर के जूते साफ करेगी

  • 18. Devil I kill you - Chapter 18

    Words: 593

    Estimated Reading Time: 4 min

    जिसे ढंग का डिशेज भी सीर्व करना नहीं आता,,,,,और अपने पैरों की तरफ इशारा करते हुए,,,,,,देखो इसने क्या किया,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर काफी गुस्से में लग रह जिसे देख मैनेजर सॉरी सर ,,,,,,हम अभी साफ करवाते हैं ,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,वह वहां के नौकरों को बुलाने लगता है,,,,,,,जिसे सुन मिहिर उन्हें बुलाने की जरूरत नहीं है जिसे सुन मैनेजर,,,,,जी सर की तभी मिहिर दोबारा चेयर पर बैठते हुए,,,, तिरछी,,,नजरों से रुही की तरफ देखते हुए ,,,,,,,,क्योंकि यह मेरी भूट को साफ करेगी ,,,,,,,जिसने गंदा किया है ,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर,,,,,,बड़े रोब से उस चेयर पर बैठ,,,,,अपने बुट को रोही के आगे कर देता है और वही मैनेजर ,,,,,मिहिर की बात सुन थोड़ा हैरान होते हुए ,,,,,पर सर,,,, ये ❤❤❤❤❤ Aab aage मैनेजर आगे कुछ बोल पाता ,,,,,,,उससे पहले ही मिहिर गुस्से भरी नजरों से ,,,,,मनेजर को देखने लगता है ,,,,,,जिससे वह मैनेजर साहेम जाता है ,,,,,,और फिर रूही की तरफ देखते हुए,,,,,जल्दी,,,,,,जल्दी साफ करो,,,,,सुना नहीं तुमने ,,,,,सर ने क्या कहा जिसे सुन रूही वहां से जाने लगती है,,,,,,,की तभी उसे दोबारा मिहिर की आवाज आती है ,,,,,,अपनी साड़ी,,,, अपनी साड़ी से साफ करो जिसे सुन रूही के कदम वहीं रुक जाते हैं,,,,,,,और वही मैनेजर की आंखें बड़ी हो जाती है,,,,,,,,यह सुनकर,,,,, उसे तो यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,,,,कि,,सामने बैठा इंसान,,,,,कितना करोठ है,,,,,,,,इतनी छोटी सी गलती कि,,,,,,,,,,इतनी बड़ी सजा ,,,,,,,और उन्हें रूही के लिए दया आने लगती है जिससे मैनेजर कुछ बोलने को ही होता है,,,,कि तभी मिहिर मैनेजर की तरफ देखते हुए ,,,,,,,लगता है तुम्हें अपना यह रेस्टोरेंट आगे तक नहीं,,,,, ,,,,मिहिर इतना ही कहा था कि,,,,,,मैनेजर डरते हुए ,,,,,,रोहि का हाथ पकड़ ,,,,जबरदस्ती उसे मिहिर के पैरों पर ला बैठता है ,,,,,,और उसकी तरफ घूरते हुए ,,,,,,जल्दी साफ करो रूही ,,,,,,माना मैं तुम्हें इस जोब से निकाल दूंगा और वही रूही भी बगैर देरी किए ,,,,,,,अपने साड़ी के पल्लू से,,,,,वह बुट साफ करने लगती है ,,,,,,क्योंकि उसे इस जॉब की बहुत जरूरत थी,,,,,, क्योंकि उसे यह जोब बहुत ही मुश्किल से मिली थी, ,, क्योंकि उसे इतनी बड़ी बात छुपाई थी,,,,,,,कि उसके ऊपर कोई क्रिमिनल केस नहीं हुआ है,,,, जिससे वह अपनी आंखों में आंसू ले चुपचाप उसका बुट साफ कर देती हैं ,,,,,,, बुट साफ करते हुए,,,,,,रूही को आंसू बहन के,,,,,, उन जूते को भिगो रहे थे ,,,,, जिसे देख,,,,,,,,, मिहिर; के होठों पर स्माइल आ जाती है,,,और फिर रूही उसका बुट साफ कर,,,,,वहां से जाने लगती है की तभी आयुष की आवाज आती है ,,,,,,,,कि तुम जेल से कब वापस आए जिसे सुन रुही फिर से डर जाती है,,,,,जिससे वह पीछे नहीं पलटती ,,,,,,,,लेकिन उसके कदम वहीं रुक जाते हैं,,,,,,,,,और फिर वह तिरछी नजरों से ,,,,,,,मैनेजर की तरफ देखने लगती हैं ,,,,,,जो गुस्से से,,,,,,उसी की तरफ देख रहा था की तभी आयुष आगे बोलता है ,,,,,,,क्या हुआ जानवी,,,,,तुम 7 साल बाद जेल से बाहर आई हो,,,, ;और फिर बड़े गौर से रूही के ,,,,,,,,चेहरे को देखने लगता है,,,,,जो पसीने से पूरा भीग हुआ था,,,,,,,उसे इस तरह देख ,,,,,,,,,,,क्या हुआ, ,,,तुम इतनी डर क्यों रही हो ,,,,,,, और फिर मैनेजर की तरफ देखते हुए,,,,,,और तुम इतना कंफ्यूज क्यों लग रहे हो,,,,,क्या हुआ,,,,, क्या इसने तुम्हें बताया नहीं ,,,,,, की यह 7 साल जेल में रहकर आई है उसकी बात सुन रूही ,,,,,और ज्यादा डर जाती है ,,,उसे तो इतना डर लग रहा था कि ,,,,,,,,उसका दिल कह रहा था ,,,,,, की वह; अभी कोई गंढा खोदेआ; और खुद उसमें कही जा कर,,,,,छुप जाए जिससे वह,,,,,,डरी सहेमी नजरों से,,,,,,,अपने आसपास देखने लगती है ,,,,,,,तो वह रेस्टोरेंट,,,,,,,कई लोगों से भरा हुआ था,,,, जो उसी के बारे में,,,,,,कयी तरह की बातें ,,,,कर रहे थे,,,,,,, अब क्या होगा रूही के साथ उसे रेस्टोरेंट में

  • 19. Devil I kill you - Chapter 19

    Words: 674

    Estimated Reading Time: 5 min

    उसकी बात सुन रूही ,,,,,और ज्यादा डर जाती है ,,,उसे तो इतना डर लग रहा था कि ,,,,,,,,उसका दिल कह रहा था ,,,,,, की वह; अभी कोई गंढा खोदेआ और खुद उसमें कही जा कर,,,,,छुप जाए जिससे वह,,,,,,डरी सहेमी नजरों से; ,,,,,,,अपने आसपास देखने लगती है ,,,,,,,तो वह रेस्टोरेंट,,,,,,,कई लोगों से भरा हुआ था,,,, जो उसी के बारे में,,,,,,कयी तरह की बातें ,,,,कर रहे थे,,,,,,, ❤❤❤❤ Aab aage जिसमें किसी एक लड़के ने कहा,,,,,,,कि मैंने अभी अभी सुना,,,,,की कि यह लड़की 7 साल जेल रह कर आई है,,,,,,; किस वजह से,,,,,,जेल गई थी,,,,,,,,,क्या किया होगा ,,,,इसने,,,,,,,,क्या इसने किसी का खून किया होगा ,,,,, , और वही दूसरा लड़का बोला,,,,,,,यार यह तो मिहिर है ना,,,,,,यह झूठ क्यों बोलेगा ,,,,,,किया होगा इसने,,,,,किसी का खून ,,,,,तभी तो 7 साल जेल में,,, रह कर आई, है और उसमें से कई लोग कहते हैं ,,,,,,की शक्ल से तो नहीं लगता ,,,,,,कि यह खूनी है ,,,,,,, ;और उसी के बगल में बैठा दूसरा आदमी,,,,अबे उसकी शक्ल पर मत जा ,,, क्यों तूने कभी सुना नहीं है,,,,, की खूबसूरत लड़कियां ही ऐसे कारनामे को अंजाम देती है ,,,,,,और ऐसे ही,,,,,और कयी बातें ,,,,रूही के लिए ,,,,,,,उस रेस्टोरेंट में बोले जा रहे थे जिसे सुनकर रूही को पसीने आने लगे थे,,,,,,,,जिससे वह बड़ी हिम्मत जूटा,,,,,,अपना सलाइवा घटकते हुए ,,,,ह,,,एक नजर दोबारा मैनेजर की तरफ देखती है मैनेजर उसी के पास आ,,,,,,गुस्से से ,,,,,,क्या तुम्हारे ऊपर सच में,,,,एक क्रिमिनल चार्ज लगा है जिससे रोहि शांत रहती है,,,,,और वह कुछ नहीं बोलती जिससे मैनेजर भडकते हुए ,,,,,,इसका मतलब तूने,,,,हम सबसे झूठ बोल कर,,, यह जोब ली,,,,,, और फिर गुस्से से,,,,अपने दांत पीसते हुए ,,,,,, गुस्से से ही ,,,,रोहि को घूरते हुए ,,,,,,,अब तो तुम्हारे हाथ से ,,,,,यह नौकरी गई जिसे सुन रोहि झट से,,,,मैनेजर की तरफ देखते हुए,,,,,नहीं मैं,,,,, मैं; रूही से ठीक ढंग से बोल भी नहीं जा रहा था,,,,,,,,, जिससे मैनेजर ,,,,,,,अपने गार्ड को बुला,,,,,रुही को धक्के मार कर,,,,,,,उस रेस्टोरेंट से बाहर फेंकन;को कहता है जिससे रूही गिडगिडाते हुए,,,,,,,प्लीज प्लीज सर,,,,मुझे ,, इस जोब से मत निकालिए,,,,,,मैं मैं ,,,कहां ,,,,,लेकिन मैनेजर उसकी एक नहीं सुनता,,,,,,,, की तभी मिहिर की आवाज आती है,,,,,,स्टॉप यह कह मिहींर,,,,,,,अपने बॉडीगार्ड्स को कुछ इशारा करता है ,,,,,,जिससे वह बॉडीगार्ड ,,,,जबरदस्ती रूही को पकड़ ,,,, मिहिर के सामने ला खड़ा कर देते हैं ,,,,,,और उसे जबरदस्ती जमीन पर ,,,घुटनों के बल बैठा देते है जिससे मिहिर अपनी chair ;से उठ ,,,,,,,,,वहीं पास में पड़े ,,,,डिशेज उठा ,,,,,रोहि के ऊपर फेंकते हुए,,,,,,,, तुम; जितनी घटिया ,,,,उतनी ही घटिया यह चीजे है और फिर उसके बिल्कुल नजदीक जा ,,,,,उसकी तरफ झुक के,,,,,,,,तुम्हें क्या लगा ,,,,,,तुम मुझे छुपोगी ,,,,,,,और मुझे पता भी,, नहीं चलेगा ,, ,,तो यह तुम्हारी गलतफहमी है ,,,,,,क्योंकि मैं तुम्हें अभी चैन से जीने नहीं दूंगा,,,,, जिसे सुन रुही ,,,,,अपना सर ऊपर कर,,,,,एक नजर मिहिर की तरफ देखते हुए,,,,,,,मेरा मेरे पास बचा ही क्या है,,,,,,ह,जो तुम आप भी मेरे पीछे पड़े हो जिसे सून मिहींर,,,,,,,,रूही को ऊपर से नीचे देखते हुए,,,,,अपने डैविल स्माइल से,,,,,,तुम्हारी जिंदगी,,,,तुम्हारी जिंदगी बची है,,,,,ह,,जिसे मैं मौत के दहलीज तक ले जाऊंगा ,,,,,,,लेकिन मरने नहीं दूंगा,,,,,,, और जैसे तुमने मेरी आलिशा को मारा है, ,,,,, उसी तरह,,,,,,मैं भी तुम्हें मारना चाहता हूं ,,,,वह भी हर दिन, , , , ,,,, एक नई दर्द ,,,,और एक नई मौत के साथ,,,,,, यह कहते हुए,,,,,,वह उस रेस्टोरेंट से चला जाता है और उसके साथ ही,,,,,,उसके बॉडीगार्ड असिस्टेंट भी ,,,,उसके पीछे चले जाते हैं ,,,,,,,,, और वहीं दूसरी तरफ sayena,,,,आयन से अपना हाथ छोड़,,,,,,,वहां से भागते हुए ,,,,सीधा वॉशरूम चली जाती है,,,,,,और फिर अपना चेहरा आईने में देखती है,,,,,जो इस वक्त बहुत ही डरा हुआ लग रहा था ,,,,,,उसके पूरे चेहरे पर पसीना था ,,,,,,और वह लंबी-लंबी गहरी गहरी सासे भर रही थी और फिर थोड़ी देर में साइना,,,,खुद को रिलैक्स कर,,,,,,अपना चेहरा धोने लगती है ,,,,,तो फिर अपना चेहरा धोने के बाद,,,,, साइना,,,,,,,एक बार दोबारा आईने में देखती है ,,,,,तो वह किसी सोच में चली जाती है फ्लैशबैक ;किस कदर तक,,,,,मिहिर रुही की जिंदगी बर्बाद कर देगा,,,,,,,क्या सच में रोहि को उसकी मां का श्राप लग गया है,,,,,,,,जिससे रूही को मिहिर से आजादी नहीं मिल रही है ,,,,,,कहां तक जाएगी रूही की जिंदगी आज के लिए बस इतना

  • 20. Devil I kill you - Chapter 20

    Words: 681

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    जिसे सून मिहींर,,,,,,,,रूही को ऊपर से नीचे देखते हुए,,,,,अपने डैविल स्माइल से,,,,,,तुम्हारी जिंदगी,,,,तुम्हारी जिंदगी बची है,,,,,ह,,जिसे मैं मौत के दहलीज तक ले जाऊंगा ,,,,,,,लेकिन मरने नहीं दूंगा,,,,,,, और जैसे तुमने मेरी आलिशा को मारा है, ,,,,, उसी तरह,,,,,,मैं भी तुम्हें मारना चाहता हूं ,,,,वह भी हर दिन, , , , ,,,, एक नई  दर्द ,,,,और एक नई मौत के साथ,,,,,, यह कहते हुए,,,,,,वह उस रेस्टोरेंट से चला जाता है और उसके साथ ही,,,,,,उसके बॉडीगार्ड असिस्टेंट भी ,,,,उसके पीछे चले जाते हैं ,,,,,,,,, और वहीं दूसरी तरफ sayena,,,,आयरन से अपना हाथ छोड़,,,,,,,वहां से भागते हुए ,,,,सीधा वॉशरूम चली जाती है,,,,,,और फिर अपना चेहरा आईने में देखती है,,,,,जो इस वक्त बहुत ही डरा हुआ लग रहा था ,,,,,,उसके पूरे चेहरे पर पसीना था ,,,,,,और वह लंबी-लंबी गहरी गहरी सासे भर रही थी और फिर थोड़ी देर में साइना,,,,खुद को रिलैक्स कर,,,,,,अपना चेहरा धोने लगती है ,,,,,तो फिर अपना चेहरा धोने के बाद,,,,, साइना,,,,,,,एक बार दोबारा आईने में देखती है ,,,,,तो वह किसी सोच में चली जाती है फ्लैशबैक,,,,, एक दिन पहले स्विमिंग पूल में एक लड़की डूब रही थी ,,,,कि तभी दो- लड़के ,,,,उसे लड़की का हाथ पकड़,,,,पानी के ऊपर खींच लेते हैं,,,,,,और उसे ललचाए नजर से ऊपर से नीचे देखने लगते हैं और फिर उस पर कमेंट मारते हुए,,,तो पानी में भीगने के बाद ,,,, ये तो और भी सेक्सी लग रही है ,,,,,सच में क्या फिगर है तेरा ,,,,,यह लड़की कोई और नहीं साइना थी ,,,,,,जो रोते हुए उन लड़कों से अपना हाथ छुरा रही थी लेकिन वह लड़के साईना का हाथ नहीं छोड़ रहे थे ,,,,,और उसे अपने और करीब खीच,,,,,,,उसे छूने लगते हैं और वही साइना रोते हुए ,,,,,,,क्या कर रहे हो ,,,,,छोड़ो मुझे ,,,,कौन हो तुम लोग,,,,,मुझे जाने दो,,,,,,और फिर ,,,,,उस तरफ देखने लगती है ,,,,जहां से थोड़ी देर पहले,,,,आदित्य गया था,,,,,,,उसे यहां पर ,,,वेट करने को छोड़कर इस वक्त साईना ने ,,,,,पिक नेट साड़ी पहनी थी ,,,,जिसमें वह बहुत ही खूबसूरत लग रही थी ,,,,,जिससे वह लड़के,,,,,अपना हाथ साईना की तरफ बढ़ा देते हैं ,,,,,,और वहीं साईना डर की वजह से ,,,,,उसके तो जैसे गले की से आवाज ही नहीं निकली थी ,,,,,,,वह तो सिर्फ रोते हुए ,,,,,,,तुम तुम मुझसे मुझे,,,,,चाहते क क्या क्या हो वह लड़का साईना को छुता,,,,,,,उससे पहले ही आदित्य ,,,,,वहां पहुँच,,,,,,उसका हाथ पकड़ मड़ोड देता है और दूसरे वाली लड़के को एक लात मारा, ,,,,,उसे वाहा से दूर फेक देता है,,,,,,,,,,,और,,,,वहीं साईना,,,,,जो रोते हुए खुद को छुड़ा रही थी ,,,,,,आदित्य को वहां देख ,,,,साईना दौड़ते हुए ,,,,आदित्य के पास जा ,,,,,उसके गले लग जाती है साईना आदित्य को कितनी जोर से गले लगी थी,,,,,,कि जैसे वह उसी के अंदर समा जाएगी,,, या उसे छोड़कर यहाँ से चला जाएगा,,, , और वही आदित्य भी; अपना हाथ आगे बढ़ा ,,,, साईना को अपनी बाहों में कैद कर लेता है,,,,, और वही आदित्य के गले लगाते ही साईना और जोर-जोर से रोने लगती है,,,,,,जिससे आदित्य अपना हाथ ऊपर कर,,,,,,,, साईना कासर सहलाते हुए,,,,,,,,रिलैक्सेशन,,,,,,कुछ नहीं हुआ, ,,, मैं हूं ना ,,,,तुम्हारे साथ ,,,,,,यह कह ,,,,,आदित्य ,,,,उसे अपनी बाहों में छुपा लेता है,,,,,,,और फिर गुस्से से ,,,,,उन दोनों लड़कों को घुरने लगता है इस वक्त आदित्य बहुत ही गुस्से में था,,,,,, उसकी आंखें बिल्कुल लाल थी ,,,,ऐसा लग रहा था ,,,,,,कि आदित्य उन दोनों को,,,, अपनी आंखों से ,,,,, जिदा ही जला देगा ,,,,,, इस वक्त आदित्य बहुत ही खूंखार लग रह रहा था,,,,,कि अगर कोई भी उसे इस वक्त देख ले ,,,,,तो वहां जरूर एक पल के लिए डर जाएगा और वहीं साईना तो जैसे शांत होने का नाम ही नहीं ले रही थी ,,,,आदित्य उसे जितना शांत कराता है,,,,,,,साइना उतनी ही ज्यादा पैनिक हो रही थी,,,,,,और वह बार-बार ही ,आदित्य,,, वह मेरे साथ ,,,वह सब में इस वक्त साईना का हाल ,,,,बहुत ही बुरा हो गया था,,,,,वह तो आदित्य को छोड़ भी नहीं रही थी,,,,,,जिससे आदित्य ,,,,एक नजर अपनी बॉडीगार्ड की तरफ देख कुछ इशारा कर ,,,,,,, उन लड़कों को वहीं छोड़,,,,,,बगैर कुछ किये ,,,,,,, साईना को अपने गोद में,,,,,ले अपनी कार की तरफ चला जाता है अगर आप सबको यह नॉवेल अच्छी लग रही हो तो प्लीज इस एपिसोड को शेर और लाइक और मुझे फॉलो करें ओके बाय एंड गुड नाइट मेरे प्यारे दोस्तों