मिलिए हमारे हीरों से AV सिंघानिया उफ अवीर सिंघानिया सिंघानिया इंडस्ट्री का सीईओ....मीरा ओर साबिर का इकलौता बेटा लुक्स स्मार्टनेस इंटेलिजेंस सब उसे विरासत से ही मिली है लड़कियां तो उसके लिए अपनी जान तक देने को तैयार है लेकिन उसकी जान सिर्फ उसके मॉम डै... मिलिए हमारे हीरों से AV सिंघानिया उफ अवीर सिंघानिया सिंघानिया इंडस्ट्री का सीईओ....मीरा ओर साबिर का इकलौता बेटा लुक्स स्मार्टनेस इंटेलिजेंस सब उसे विरासत से ही मिली है लड़कियां तो उसके लिए अपनी जान तक देने को तैयार है लेकिन उसकी जान सिर्फ उसके मॉम डैड ही थे डर क्या होता है उसने आज तक नहीं जाना लेकिन उसकी आंखों में एक सनक ❤️🔥 जरूर थी जो आज तक कोई नहीं जान पाया आगे का आपको बाद में पता चल जाएगा यह दिखने में किसी बॉलीवुड सेलिब्रिटी से कम नहीं है उम्र 24 साल, 6.8 इंच हाइट ,ब्लैक सिल्की हेयर ,ब्राउन आई, लिप्स एकदम ही पिक, ट्रिम बियर्ड, रंग सांवला जो उसके चेहरे को और ज्यादा आकर्षित बना रहा था उसकी आंखों में एक अजीब सी सनक थी अगर कोई भी उसकी आंखों में देखे तो एक पल के लिए डर ही जाए.......
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यह स्टोरी व इसके नाम character डायलॉग सब मेरे द्वारा स्वयंरचित हैं यह स्टोरी पूरी तरह से मुझे ब्लॉग करती है तो प्लीज कोई भी इसे कॉपीराइट एक्ट 1957 के तहत कॉपी करने की कोशिश ना करें बाकी स्टोरी पर अपना भरपूर प्यार दे..... ❤️🔥 .................. प्रोमो ............... ❤️🔥 मुंबई...... आज सिंघानिया हाउस पूरी तरह से डेकोरेट था न जाने कितने लोग वहां पर आए हुए थे हर तरफ एक अलग ही खुशी का माहौल था और पूरे घर में शोर और मस्ती हो रही थी वही एक रूम के अंदर एक लड़की मिरर के सामने खड़ी होकर रेडी हो रही थी रेड चेरी जैसे लिप्स लाइट मेकअप और सबसे सुंदर उसकी वह स्माइल वोह किसी एंजेल से काम नहीं लग रही थी तभी कोई पीछे से आकर उसे एकदम टाइटली हग कर लेता है ....... मीरा स्माइल करते हुए "हुह साबिर वही जिस लड़के ने उसको हग किया हुआ था उसका नाम साबिर है साबिर अपना फेस मीरा की नेक में रब कर रहा था जिससे मीरा को गुदगुदी हो रही थी समीर उसकी नेक पर किस करते हुए हुह्ह कितनी ब्यूटीफुल लग रही हो तुम्हें अंदाजा भी नहीं है सनशाइन यह सूट पहनना जरूरी था क्या??? मीरा उसे तंग करते हुए😁, नहीं वन पीस भी पहन सकती हूं पहन लूं क्या🤭 यह सुन साबिर मुंह बना कर उसे देखने लगा और बच्चों जैसे बोला ऐसा सोचा भी तो तुम्हें कच्चा खा जाऊंगा और डकार भी नहीं मारूंगा और सब की हड्डियां टूटेगी वोह अलग मीरा हंसते हुए हाय मेरे भोलू राम और मैं आपको घूरने वाली सब लड़कियों की आंखें निकाल लूंगी खुद भी डेली इतने हैंडसम होते जा रहे हो पता है कितनी मुश्किल से नजरे हटाती हूं साबिर यह सुनकर हंसने लग गया और हंसते हुए मीरा को अपनी तरफ टर्न करता है और बिल्कुल अपने पास कर लेता है...... साबिर मुस्कुराकर बोला " हमारा तो पूरा खानदान ही गुंडा है मीरा अपनी बाहों को साबिर के गले में डालकर उसके कान के नजदीक आ गई साबिर एक हाथ से उसकी कमर को पकड़े हुए था समीर ने हल्के से अपने हाथ से मीरा के आंख से काजल लेकर उसके कान के पीछे लगा दिया मीरा ब्लश करते हुए अपनी आइस बंद कर लेती है ☺️..... साबिर प्यार से, किसी की नजर नहीं लगनी चाहिए। मीरा हंसते हुए और आपको भी!! साबिर स्माइल करके मेरी नजर उतारने का एक और तरीका है यह कहकर वह उसके चीक्स पर किस करने लगा मीरा ब्लश करते हुए "अच्छा और वोह क्या है साबिर धीरे-धीरे मीरा के लिप्स के पास आया और उसके लिप्स को किस करने लगा लेकिन इससे पहले वोह आगे बढ़ता तभी उसे एक बच्चे के रोने की आवाज आई वह डरते हुए एकदम पीछे हो गया साबिर डरते हुए ओहो गॉड मीरा उसे ऐसे देखकर जोर-जोर से हंसने लगी मीरा जोर-जोर से हंस रही थी वाह साबिर आप अपने ही बेटे की रोने की आवाज से डर गए साबिर अपने दिल पर हाथ रखकर रब करते हुए खुद को संभाल कर बोला यह रोता नहीं दहाड़ता है मेरा बेटा मुझे पक्का हार्ट अटैक देगा मैं पहले बाप होऊंगा जो अपने बेटे के रोने की आवाज से मर जाऊंगा फिर बच्चों जैसे मुंह बनाकर बोला" क्या खाकर पैदा किया है तुमने इसे🥺 मीरा यह सुनकर मुस्कुराने लगी वह जल्दी से उस बच्चे के पास गई और उसे अपनी गोद में उठा लेती है वह बेबी बॉय बहुत ही क्यूट सा था 5 मंथ का एकदम गोलू मोलू रेड कलर की ड्रेस में एक वह एकदम छोटा साबिर लग रहा था बहुत थी स्मार्ट !! साबिर स्माइल करते हुए दोनों को गले लगा लेता है मीरा प्यार से उसे बच्चे को देखते हुए बोली, आज पंडित जी आ रहे हैं इसका नामकरण करने, जस्ट विश हमारा बच्चे को दुनिया की सारी खुशियां मिले साबिर उन्हें अपने बाहों में कसते हुए "मिलेंगी क्यों नहीं में तुम दोनों की हमेशा प्रोटेक्ट करके रखूंगा और प्यार से मीरा और उसे छोटे से बच्चे के माथे पर एक किस करता है..... साबिर फिर एकदम कोल्ड आवाज में, तुम दोनों मेरी लाइफ हो अपनी जान को में कभी कुछ नहीं होने दूंगा मीरा उसकी चेस्ट पर सर रखकर और हम आपको.... दोनों एक दूसरे के गले लगा कर उस बच्चे को देख रहे थे बेबी यह देखकर एकदम से स्माइल कर देता है जैसे वह सब समझ रहा हो कुछ समय बाद दोनों नीचे आए नामकरण की विधि शुरू हो रही थी यह वही पंडित जी थे जिन्होंने पहले ही जान लिया था कि यह मीरा और साबिर का रिश्ता एक नहीं बल्कि जन्मों जन्मों का है साबिर और मीरा नीचे जाकर उनके पैर छूते हैं पंडित जी "हमेशा खुश रहो साबिर बेबी को पंडित जी की गोद में देता है वह उसे बहुत आराम से पकड़ते हैं बच्चे इतना छोटा था और क्यूट भी फेयर कलर एकदम ब्लैक हेयर शायद स्मार्टनेस उसे साबिर से बहुत अच्छे से मिली थी और इतना छोटे-छोटे हाथ पैरों से वह खुद ही खेल रहा था पंडित जी उसे देखते रहे और अपनी आइस बंद करते हैं उन्होंने पहले ही अंदाजा हो चुका था कि आगे क्या होने वाला है वह थोड़ी देर के लिए बिल्कुल शांत हो गए साबिर उन्हें एकदम शांत देखकर बोला, क्या हुआ आप कुछ बोल क्यों नहीं रहे यह सुनकर पंडित जी एक रहस्यमही हंसी-हंसते हैं और अपनी आंखें खोलते हैं पंडित जी उसे बच्चों को देखते हुए बोले "तुम्हारा बेटा तुमसे दो कदम आगे ही निकलेगा साबिर इसमें कुछ तो ऐसा है जो मैं समझ नहीं पा रहा कुछ ऐसा जो कुछ है जो इसे प्रोटेक्ट कर रहा है तुम्हें लेकर गया प्यार तुम्हारी किस्मत तक इसकी किस्मत लेकर जाएगी इस इसके प्यार तक कोई तो है जो देख रहा है इसकी रहा कर रहा है इसका इंतजार ना रहेगा जुदा एक पल के लिए भी..... जब मिलेंगे जुड़ जाएंगे एक ही बार और यह कहकर पंडित जी अपने बैग से एक चैन निकलते हैं और उसे बेबी की गले में पहना देते हैं साबिर और मीरा दोनों यह देख मुस्कुरा रहे थे वह लॉकेट एक चाबी के शॉप में था उसमें डायमंड लगे हुए थे और बहुत शाइन कर रहा था शायद उस टाइम यह चाबी उसे किस लिए दी गई है किसी ने नहीं सोचा था पर कोई भी चीज ऐसे ही नहीं होती जिंदगी में..... वह छोटा सा बच्चा उस लॉकेट को एकदम टाइटली अपने हाथों में पकड़ लेता है और मुस्कराने लगता  मीरा स्माइल करते हुए बोली,लगता है इसे बहुत पसंद आया कितना टाइटली पड़ा है पंडित जी प्यार से उसके माथे पर हाथ रखते हुए यह मेरी तरफ़ से इसके लिए आशीर्वाद है भगवान से यही प्रार्थना है कि इसे हमेशा प्रोटेक्ट करते रहें पंडित जी की बात सुनकर वहां आए सब लोग स्माइल कर रहे थे ! साबिर एक्साइटेड होकर "तो पंडित जी आपने क्या नाम सोचा है मेरे चैंप के लिए पंडित जी स्माइल करते करते हैं उसके फेस पर एक अलग ही खुशी थी वह प्यार से बोले वही जैसा नाम तुम चाहते हो साबिर "तुम्हारा बेटा अपनी किस्मत खुद लिखने वाला है तुम दोनों के बेटे का नाम होगा...... __________________________ दूसरा दृश्य...... वहीं दूसरी तरफ मुंबई में ही एक और घर पर आज खुशी का माहौल था उनके घर में एक न्यू बेबी गर्ल हुई थी उसका भी आज नामकरण होना था और वही पंडित जी जिन्होंने साबिर और मीरा के बच्चे का नाम रखा था वही उस बच्ची का नाम रखना आने वाले थे एक कपल पंडित जी के पास बैठे हुए थे पंडित जी उसे बच्ची को अपने हाथों में लेकर उसके फेस को देखते हैं यह देखते हुए उनके फेस पर वही रहस्यमही स्माइल आ गई उसने भी रेड कलर की फ्रॉक पहनी हुई थी बड़े-बड़े हेयर फुले हुए गाल वो एकदम परी सी लग रही थी तभी उस बच्ची के डैड बोले.... रुद्र जल्दी में बोला , मैं जैसा चाहता हूं मेरी बेटी बिल्कुल वैसी ही होगी ना फिर सख्त आवाज में जो मैं नहीं कर पाया वह इसे करना ही होगा... उसकी बात सुन सुरभि बहुत ज्यादा परेशान हो गई वह घबराती हुई बोली "कम से कम आज के दिन तो शांत हो जाइए वह कुछ और बोलते तभी पंडित जी बहुत आराम से बोले "तुम चाह कर भी इसे रोक नहीं पाओगे इसे जिसके पास जाना है यह वहां जाकर रहेगी रुद्र और सुरभि एक साथ हैरानगी से बोले, क्या मतलब है आपका ????? पंडित जी कुछ सोचते हुए, टाइम आने पर समझ जाओगे वह अपने बैक से उस छोटी सी बच्ची के लिए एक चैन निकलते हैं वह बच्ची जल्दी से अपने हाथ आगे कर देती है उसे पकड़ने के लिए पंडित जी मुस्कुराते हुए उसके गले में वह लोकेट पहना देते हैं उस लॉकेट का डिजाइन बहुत ही डिफरेंट और यूनिक था वह बटरफ्लाइज शेप में था जिसके ऊपर काफी सारे कलर्स थे और रोज और स्टार भी लगे हुए थे वह बच्ची उसे खोलने की कोशिश करने लगी लेकिन वह खुल नहीं पता उस लॉकेट में के पीछे एक लॉक लगा हुआ था  सुरभि एक्साइटेड होकर, वाॅवव यह कितना ब्यूटीफुल है इस लॉकेट की की ( चाबी)कहां है पंडित जी और इसमें क्या है यह सुन वोह पंडित जी मुस्कुराए और फिर उनसे झूठ बोलते हुए कहते हैं, शायद मुझसे कहीं गिर गई होगी मैं दूसरी की बनवाने दे दूंगा फिर मन ही मन बोले टाइम आने पर इसकी चाबी खुद इसे मिल जाएगी वहीं वो बच्ची उस लॉकेट को अपने मुंह में लेकर उसे खाने का ट्राई कर रही थी उसकी क्यूटनेस साफ दिख रही थी कुछ देर बाद उसे बच्ची ने उस लॉकेट को अपने दिल से लगा के रख लिया यह प्यार ही ऐसी चीज है जो भगवान खुद अपने हाथों से हर किसी के लिए तैयार करते हैं हर किसी के लिए एक ऐसा इंसान बनते हैं भले ही पूरी दुनिया के लिए वह कैसा भी हो लेकिन आपके लिए आपकी पूरी दुनिया होती है वह बेबी गर्ल पंडित जी को जाते हुए देख रही थी पंडित जी एक बार उसकी ओर देखते हैं और हल्के से मुस्कुराते हैं और खुद से ही बोले "कोई शक नहीं है कि भगवान हमें भेजने से पहले हमारा साथ भी भेजते हैं उनके जाने के बाद उस बच्ची की मां उसके पास आकर उस लॉकेट को पलट कर देखती है और उसे देखते हुए चौक गई और सोचते हुए बोली इसका क्या मतलब है उस लॉकेट के पीछे लिखा हुआ था "born to be my sunshine ❤️🔥 _________ कैसा लगा प्रोमो डियर रीडर्स प्लीज जरूर कमेंट करें और मुझे बताएं
23 साल बाद मुंबई में एक बहुत ही सुंदर घर था। घर के दोनों तरफ़ बहुत बड़ा गार्डन था जिसमें हज़ारों रंगों के फूल खिले थे। अंदर से घर इतना ज्यादा सुंदर था कि उसमें से एक अलग ही पॉजिटिव वॉइस आ रही थी। घर के बड़े से हॉल में एक बहुत सुंदर सी लेडी, जिसने बनारसी साड़ी पहनी हुई थी, उसके बाल खुले थे। वह जल्दी से भागते हुए कहीं जा रही थी कि तभी किसी से टकरा गई।
साबिर ने उसको पकड़ते हुए कहा, "अरे बीवी, आराम से! यह एक्सप्रेस ट्रेन की तरह कहाँ जा रही हैं आप?"
यह थे हमारे साबिर और मीरा... मीरा पहले से भी ज्यादा खूबसूरत हो गई थी और हल्की फूल भी गई थी, और साबिर तो वैसे ही स्मार्ट था।
मीरा चिल्लाते हुए बोली, "साबिर जी, आपके बेटे ने फिर से कांड कर दिया!"
यह सुनते ही साबिर का गुस्सा आग बबूला हो गया, क्योंकि उनका लाडला लेकिन खड़ूस बेटा कुछ ऐसा काम करता था कि साबिर का गुस्सा होना आम बात थी। साबिर गुस्से से बोला, "अब यह मत कहना कि उसने फिर किसी की कंपनी ओवरटेक कर ली!"
यह सुनते ही मीरा ने मुँह बना लिया और बोली, "आप तो बहुत खड़ूस हो! तभी तो आपका बेटा भी आपकी ही तरह है। आप पहले की तरह नहीं रहे।"
यह सुनते ही साबिर ने मीरा को कमर से पकड़ कर अपने से चिपका लिया। मीरा अचानक उसके ऐसे खींचने से डर गई और जल्दी से उसके शोल्डर को पकड़ लिया।
साबिर उसके कान में फूँक मारते हुए बोला, "अच्छा तो आप अब भी वैसे ही क्यों शर्माती हैं? अभी तक मेरा एहसास ही आपको कंपकपा देता है।"
मीरा यह सुनकर शर्माते हुए अपना चेहरा साबिर की गर्दन में छुपा लिया। साबिर ने उसका चेहरा ऊपर करते हुए उसके गाल पर किस किया और बोला, "वैसे आप क्या बताने वाली थी?"
मीरा, जो साबिर की बातों में आकर इम्पॉर्टेन्ट बात ही बताना भूल गई थी, बोली, "कब? कौन सी?"
यह सुन साबिर ने एक सार्कैस्टिक हँसी हँसी और बोला, "मेरे किस करने से पहले..."
मीरा उसे धक्का देते हुए बोली, "धत्त! आप भी ना! 🙈"
तभी उन दोनों की नज़र टीवी स्क्रीन पर गई जिस पर बड़ी-बड़ी हेडलाइन्स में लिखा आ रहा था: "मिस्टर साबिर सिंघानिया के बेटे की एक और सक्सेस... मुंबई की एक और टॉप कंपनी ओबेरॉय कोऑपरेटिव को टेकओवर करके अब वह टॉप पर हैं। यह दो महीने में पाँचवीं बार ऐसा हुआ है और अब शायद ही मिस्टर सिंघानिया से कोई आगे निकल सकता है। डॉन्ट नो वह कोई मैजिशियन है या बिज़नेसमैन, इतनी जल्दी मुंबई की इतनी बड़ी कंपनी को टेकओवर करना! यह तो एक ही इंसान कर सकता है, वो है मिस्टर सिंघानिया...(नाम अभी सीक्रेट है)।"
यह देख मीरा और साबिर एक-दूसरे को देखकर स्माइल करते हैं और फिर न्यूज़ देखने लगे। साबिर को खुद पर बहुत ही प्राउड फील हो रहा था। यह उसके फेस से साफ़ दिख रहा था। साबिर सख्त आवाज़ में, पर खुशी से बोला, "इतनी जल्दी सक्सेस तो मुझे भी नहीं मिली आज तक!"
फिर कुछ सोचते हुए बोला, "लेकिन ओबेरॉय को टेकओवर कर लिया कैसे? वह इंसान तो कभी भी अपनी कंपनी हमें देने को तैयार नहीं था।"
मीरा साबिर को सोच में डूबा देख उसके गले लग गई और एटीट्यूड से बोली, "इसमें ओबेरॉय का घाटा, हमारा कुछ नहीं जाता समीर जी... मेरे बच्चे की बस नज़र ही काफी है। वो लोग डर ही गए होंगे।"
समीर यह सुन हँसते हुए उसके सर पर उंगली से टैप करके बोला, "अच्छा बीबी जी, अपने आप को माफ़िया समझने लग गई हैं आप! बट मेरी नज़र पढ़ते ही आपको क्या हो जाता है?"
मीरा यह सुनकर एकदम चुप सी हो गई क्योंकि साबिर इशारा पिछली रात की तरफ़ था। साबिर उसे शर्माते देख फिर हल्का सा मुस्कुराया।
मीरा बात बदलते हुए बोली, "वैसे वो बिलकुल आप पर गया है। कोई नहीं कह सकता कि..."
मीरा अभी कुछ बोलती कि साबिर उसे बीच में ही चुप करा कर बोला, "मेरा बेटा है तो मुझ पर ही जाएगा ना? और आपका यह बेटा मुझसे दो कदम आगे ही है।"
लेकिन यह बोलते हुए उसे काफी अजीब लग रहा था। "इन फैक्ट मुझे भी कभी-कभी डाउट होता है यह बिज़नेस में कोई फ्रॉड तो नहीं कर रहा 🤔"
यह सुन मीरा गुस्से से साबिर के शोल्डर पर मुक्का मारती हुई बोली, "अपने ही बेटे को फ्रॉड बोल रहे हो! यह सब उसकी मेहनत का फल है। अपने ही बेटे से कौन जलूस होता है?"
समीर टेढ़ा मुस्कुराकर बोला, "मेरी अटेंशन मेरा बेटा लेकर जा रहा है। जलूस नहीं हूँ तो क्या हूँ? वैसे कहाँ है आपका यह शहज़ादा?"
"वहीं जहाँ डेली होता है..."
वहीं दूसरी तरफ़, एक बहुत बड़े जिम के अंदर एक दमदार पर्सनालिटी का लड़का वर्कआउट कर रहा था। वह पुशअप कर रहा था। उसने इस वक़्त अपने ऊपर कुछ नहीं पहना था, नीचे सिर्फ़ एक ट्राउज़र था। उसकी वजह से पूरे जिम का वर्कआउट रुका हुआ था क्योंकि हर कोई उसे देखने में जो लीन थी सिक्स पैक्स, मस्कुलर बॉडी, ऊपर से एक क्यूट सी स्माइल के साथ वह अपने वर्कआउट में बिज़ी था। तभी एक लड़की उसके पास आई।
(डियर रीडर्स, यह साबिर के दुश्मन रोहन का बेटा है, रूहान, उम्र 22 साल... रोहन ने इन 23 सालों में साबिर के साथ कुछ गलतफ़हमियों के कारण अनेकों बार लड़ाइयाँ की, बट कुछ समय बाद उसे अपनी गलती रिलाइज़ हुई और उसके बाद उसकी मौत हो गई। यह सब कैसे हुआ, क्यों हुआ, यह आपको फ़्लैशबैक में बताया जाएगा। लेकिन उसका बेटा बिलकुल ही अलग है। आपको स्टोरी में आगे सब पता चलेगा।)
जो लड़की अभी रोहन के पास आई थी, वह है रूहान की पर्सनल असिस्टेंट सना। इसे रूहान के बारे में काफी कुछ पता है...
सना गहरी साँस लेते हुए बोली, "रूहान सर, आपके घर में भी जिम है, फिर आप डेली यहाँ आकर क्यों वर्कआउट करते हो?"
रूहान यह सुनकर हँसते हुए एक नज़र पीछे देखता है जहाँ पर कई लड़कियाँ खड़े होकर सिर्फ़ रूहान को ही देख रही थीं। यह देख रूहान स्टाइल से अपने बालों पर हाथ फेरते हुए बोला, "सना, आपने काउंट किया आज कितनी लड़कियाँ हैं?"
सना मुँह बनाते हुए बोली, "सर, आज 30 थीं जो आपको चेक आउट करके गई हैं...😒"
रूहान हँसते हुए बोला, "नहीं, तुम्हें मिलाकर 35! सुबह से पाँच बार तो तुम ही मुझे घूर चुकी हो।"
यह सुन सना अपनी नज़रें इधर-उधर फेरने लगी। रूहान हँसकर बोला, "बस इसलिए मैं घर पर वर्कआउट नहीं करता। अगर मैं यहाँ नहीं आऊँगा तो इन लड़कियों का क्या होगा? इनका दिन का लकी चार्म तो मैं ही हूँ ना!"
और जल्दी-जल्दी पुशअप करने लगा और सना फिर से काउंट करने लगी... 21... 22... 23... तभी वहाँ पर एक और लड़की आई, जिसे देख रूहान जोश में आकर बोला, "201... 202... 203..."
यह सुन सना हैरानी से रूहान को देखने लगी। बदले में रूहान अपनी एक आँख वीक कर देता है और फिर दोनों एक साथ हँसने लगे...
अब आगे..... सना हंसते हुए, कसम से अगर मैं आपकी पर्सनल असिस्टेंट ना होती और आपकी असलियत नहीं जानती तो कब का आपके प्यार में पढ़ चुकी होती, रूहान यह सुनकर एक प्यारी सी मुस्कुराहट देता है और बोला, अगर डेली मेरी ऐसे ही तारीफ करोगी तो मैं जरूर तुम्हारे प्यार में पड़ जाऊंगा जब सना ने यह सुना तो हल्का सा मुस्कुराई लेकिन तभी रूहान को किसी का कॉल आया वह कॉल पिक करता ही है कि सामने से कुछ बोला गया......... रूहान गुस्से से चिल्लाते हुए😡, व्हाट द हेल तुम्हें पहले बताना चाहिए था ना मैं तुम्हारी जान ले लूंगा अगर कुछ भी गड़बड़ की तो यह अब भाई हैंडल करेंगे फोन रखो स्टूपिड सना रूहान को इतने गुस्से में देख टेंशन में आते हुए क्या हुआ किसका कॉल था रुहान जल्दी से अपनी शर्ट जो सना के हाथ में थी उसे पहना हुआ अपनी कार की की सना के हाथ में रख देता है और बोला यह कार लो और अभी इसी वक्त ऑफिस जाओ रास्ते में कहीं रुकने की जरूरत नहीं है और साबिर अंकल का कॉल आए तो कह देना कि भाई ऑफिस की मीटिंग में बिजी हैं सना घबराते हुए बोली "सर सब ठीक तो है ना ??? रूहान इविल स्माइल करके, एकदम फैन्सटेस्टिक और एक सरकास्टिक स्माइल देता हुआ जिम से बाहर निकल गया सना ऊपर देखते हुए रूहान सर के भाई मतलब av सर😳 अब खैर नहीं उस इंसान की जिससे भी Av सर मिलने जा रहे हैं नॉर्मल मूड में ही लोगों को तीन चार चिपका देते हैं और जिस हिसाब से रुहान सर भागते हुए गए हैं भगवान उस इंसान की आत्मा को शांति दे😮💨 वही एक बड़े से घर के अंदर एक लड़का एक रूम के अंदर जिम कर रहा था वह इस वक्त ट्रेंडमिल पर भाग रहा था पसीने की बंदे उसके शरीर से फिसलती जा रही थी जिससे उसकी बॉडी चमक रही थी साबिर अपने रूम में एक आलीशान सोफे पर बैठा सामने लगी बड़ी सी टीवी स्क्रीन को गौर से देख रहा था तभी उसका ध्यान एक और न्यूज़ एंकर पर जाता है जो कह रही थी ओबेरॉय कोऑपरेटिव के ओनर हुए लापता उनकी कॉर्पोरेट जाने से लगता है कि उनको बहुत गहरा सदमा लगा है लगता है इस बार Av सिंघानिया ने कॉर्पोरेट में धूम मचा रखी है यह न्यूज़ सुनते ही समीर थोड़ा सोच में पड़ गया और मन ही मन भड़कते हुए बोला आज ही यह ओबेरॉय लापता हो गया मेरा यह डेविल बेटा कुछ बोहोत बड़ी गड़बड़ तो नहीं कर रहा है😡....... वहीं दूसरी तरफ एक बड़ा ही आलीशान घर देखने में ही लग रहा था कि वहां पर रहने वाला इंसान काफी ज्यादा रिच है वही उस हवेली के अंदर एक रूम से सिर्फ ट्रेंडमेल पर भागने की आवाज आ रही थी ट्रेडमैल पर एक लड़का भाग रहा था उसकी बॉडी पर पसीने की बूंदे हीरे की तरह चमक रही थी वह पसीने की बूंदे उसके चेहरे पर अलग ही निखार ला रही थी वह रूम इस समय पूरा अंधेरे से डूबा हुआ था उस रूम में सभी चीज एक ही तरीके से डेकोरेट थी ब्लैक एंड व्हाइट कलर में........ सो अब हम आपको हमारे हीरो से मिलवाते हैं सो AV सिंघानिया उफ अवीर सिंघानिया यह मीरा ओर साबिर का इकलौता बेटा लुक्स स्मार्टनेस इंटेलिजेंस सब उसे विरासत से ही मिली है लड़कियां तो उसके लिए अपनी जान तक देने को तैयार है लेकिन उसकी जान सिर्फ उसके मॉम डैड ही थे डर क्या होता है उसने आज तक नहीं जाना लेकिन उसकी आंखों में एक सनक ❤️🔥 जरूर थी जो आज तक कोई नहीं जान पाया आगे का आपको बाद में पता चल जाएगा यह दिखने में किसी बॉलीवुड सेलिब्रिटी से कम नहीं है उम्र 24 साल, 6.8 इंच हाइट ,ब्लैक सिल्की हेयर ,ब्राउन आई, लिप्स एकदम ही पिक, ट्रिम बियर्ड, रंग सांवला जो उसके चेहरे को और ज्यादा आकर्षित बना रहा था उसकी आंखों में एक अजीब सी सनक थी अगर कोई भी उसकी आंखों में देखे तो एक पल के लिए डर ही जाए....... Av का ध्यान इस समय सिर्फ ट्रेडमेल पर था कि तभी उसका फोन बजने लगा लेकिन उसने कॉल नहीं उठाया बल्कि ट्रेडमिल की स्पीड को और ज्यादा बढ़ा दिया लेकिन बार-बार फोन की रिंग बजने से वह इरिटेट हो गया इस समय उसका चेहरा एकदम डार्क हो गया उसने वैसे ही फोन की स्क्रीन को चेक किया उस पर रूहान कॉलिंग लिखा आ रहा था अब ने उसका कॉल पिक किया तभी रूहान गुस्से और जल्दबाजी से बोला ..."भाई वोह ओबेरॉय ज्यादा ही शोर मचा रहा है बोल रहा है कि वह सबको सच बता देगा लेकिन Av कुछ नहीं बोला रूहान अपने माथे पर हाथ मारते हुए "यार Av अगर साबिर अंकल को पता चला ना तो सच में सबकी लग जाएगी अब फोन को उलटे हाथ में पकड़ सीधा अपने वॉशरूम की ओर बढ़ गया उसने उस फोन को साइड में रखा फोन अभी भी ऑन था सामने से रूहान लगातार कुछ न कुछ बोले जा रहा था लेकिन Av ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया रूहान परेशान होकर तू मुझे पागल कर देगा गूंगा क्यों हो जाता है av तू सुन भी रहा है कि नहीं यह सुन अवीर एक टेढ़ी स्माइल करता है और ठंडे पानी का शॉवर ऑन कर देता है पानी की एक-एक बूंद उसके सर से होते हुए उसकी गर्दन पर फिसलते हुए उस लॉकेट को भिगोते हुए नीचे जा रही थी अवीर अपनी आंखें बंद करके एक सख्त को डरावनी आवाज में बोला "सुन रहा हूं रूहान गूगा पैदा नहीं हुआ था इतना बोल वह एक बार फिर चुप हो गयाउसकी ऐसी सख्त आवाज सुन एक पल तो रूहान की भी सांसे अटक गई अब रूहान की कोई आवाज नहीं आई अब शॉवर लेकर बाहर आया उसने अपने कमर पर सिर्फ एक टॉवल लपेट रखा था और दूसरे टॉवल से अपने बाल सूखाते आ रहा था अगर इस समय उसे कोई इस हालत में देखे तो उस टाइम खुद को कंट्रोल ही ना कर पाए लेकिन आज तक उस शैतान ने किसी को भी खुद के करीब आने का मौका नहीं दिया रूहान एक बार फिर चिल्लाते हुए बोला तू आ रहा है कि नहीं तूने साबिर अंकल को बोला था कि तू मीटिंग की तैयारी के लिए गेस्ट हाउस में रुका हुआ है अंकल मुझे जिंदा जला देंगे अगर उन्हें सच पता चला तो अब गहरी आवाज में बोला टेंशन मत ले डैड तुझे मुझसे ज्यादा प्यार करते हैं जलाएंगे नहीं रोहन खुश होकर थैंक गॉड ☺️ ___________________❤️🔥😈
_______________ अब आगे.... Av टेढ़ी हंसी हंसता हुआ सीधा जमीन में गाड़ देंगे रूहान को यह सुन पसीने आने लगे व्हाट द ***पता था मुझे तू जल्दी आ मैं पहुंच रहा हूं वरना मेरी कब्र पक्का खुलेगी Av ने कुछ नहीं कहा और फोन कट कर दिया और अपने रूम की एक बड़ी सी बाथरॉब के सामने खड़ा हो गया उसकी बाथरॉब में दुनिया भर के फॉर्मल सूट थे लेकिन सिर्फ दो ही कलर ब्लैक एंड व्हाइट उसने एक वाइट शर्ट निकाली उसके ऊपर उसने एक वैसा ही ब्लेजर पहने था वह ब्लेजर के बटन बड़े ही स्मूथली बंद करता हुआ टेबल के पास गया वहां साबिर और मीरा की एक बहुत सुंदर से फोटो फेम रखी हुई थी उसने उस फोटो को अपने हाथ में लिया और उस पर हाथ फेरते हुए बिना किसी एक्सप्रेशन के कहा "आप लोगों को कभी यह सच नहीं पता चलेगा डैड आपने मुझे हमेशा प्रोटेक्ट किया लेकिन इस बार मेरी बारी है और उस फ्रेम पर एक किस करते हुए उसे वहीं रख दिया...... उनके बाद वोह उसी टेबल के नीचे ड्राइवर से एक गन निकलता है और उसमें कुछ बुलेट डाल देता है कुछ देर बाद वह घर से बाहर निकल गया ____________________ वहीं दूसरी तरफ....... रूहान इस वक्त जंगलों के पास एक सुनसान इलाका में खड़ा था उसके कुछ दूरी पर एक छोटा सा घर था और वहां से किसी के चिल्लाने की आवाज आ रही थी रोहन उसके चिल्लाने की आवाज सुन जल्दी से उस घर के अंदर गया और सामने बैठे आदमी को एक दो जोरदार थप्पड़ मारते ही गुस्से से चिल्लाया " क्या है बे ओबेरॉय के बच्चे हमसे भाग कर जाएगा कहां🤬। मिस्टर चेतन ओबेरॉय चिल्लाते हुए बोले तेरी इतनी हिम्मत धोखे से तुम लोगों ने मुझसे मेरी कंपनी हड़पी है ओर मुझे यहां बंद कर दिया मैं तुम्हें बर्बाद कर दूंगा रूहान उसे एक कोल्ड लुक देता हुआ, ओह रियली तू तो दूध में नहा कर आया है ना तू हमारी सिंघानिया कंपनी को टेकओवर करना चाहता था तो Av ने तेरा ही दाव तुझ पर चला दिया चेतन गुस्से से भड़कते हुए Av अबीर सिंघानिया उसकी तो🤬 तभी उस घर के अंदर Av दाखिल हो गया उसके आते ही जो चेतन ओबेरॉय इतना चिल्ला रहा था एकदम शांत होकर बैठ गया और Av उसके सामने एक चेयर पर किसी राजा की तरह बैठते हुए बोला "मेरी तारीफ मेरे सामने आराम से करो मिस्टर ओबेरॉय और कोल्ड आवाज में बोला इतनी जोर से मुझे याद करने की कोई खास वजह ???? Av को अपने सामने देख चेतन ओबेरॉय को पसीने आने लगे उसने डरते हुए कहा ,मैं पूरी मीडिया को बता दूंगा तू एक ....... माफिया है तूने धोखे से मेरी कोऑपरेटिव अपने नाम किया है यह सुन Av और रूहान जोर-जोर से हंसने लगे रूहान हंसते हुए,hhh वैसे मिस्टर ओबेरॉय का पासा उलट पड़ गया av बिना किसी भाव के उनकी आंखों में देखते हुए बोला तू मेरे डैड को फंसा सकता है लेकिन मुझे नहीं तूने धोखे से उनसे यही पेपर पर साइन कराए थे ना वह अपनी बेलेजर की जेब से कुछ पेपर निकाल कर उसके मुंह पर फेंक देता है यह देख वह मिस्टर ओबेरॉय बहुत ज्यादा डर गए और बड़बड़ाते हुए बोला तूह तू...तुझे पता था कि मैं धोखे से तेरे बाप की कोऑपरेटिव लेने वाला था अवीर एक टेढ़ी स्माइल करते 😈हुए मेरे रहते हुए कभी नहीं अब तेरी यह कॉर्पोरेट भी मेरी है mr. चेतन ओबेरॉय और अब में तुम्हारी ओबेरॉय कोऑपरेटिव को में मिट्टी में मिला दूंगा और उन पेपर्स को उठाकर एक साइड में जाकर उनको आग लगा देता है यह देख मिस्टर ओबेरॉय में जोर से चिल्लाते हुए बोले "नहीं मैं तुझे बर्बाद कर दूंगा Av यह मैने बड़ी मेहनत से बनाई थी तू इसे नहीं ले सकता अवीर कुछ नहीं बोला और सीधा रूहान के पास आ गया और एक नजर ओबेरॉय को देख रूहान से बोला मीडिया में यह खबर फैला दो कि ओबेरॉय कॉर्पोरेट जाने के दुख में मिस्टर ओबेरॉय को गहरा सदमा लगा ओर उन्होंने अपनी जान खुद ली है... रूहान ने जल्दी से कहा जी भाई ... रूहान मिस्टर ओबेरॉय को देख मुस्कुराते हुए बोला अब ले लेना अपनी कंपनी को😁😏 मिस्टर ओबेरॉय को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा था कि वोह उसका मजाक उड़ा रहा है मिस्टर ओबेरॉय चेयर को कसकर पकड़ते हुए बोला "बड़ा भाई पर प्यार आ रहा है ना अरे इसकी सच्चाई मुझे सब पता है यह तो साबिर का ........av एकदम से खड़ा हो गया उसके पास जाकर उसके बालों को कसकर पकड़ते हुए उसके कान के पास जाकर धीरे से बोला "मुंह से एक शब्द और निकाला तो यही दफन दूंगा जितना जो पता है ना सब तेरे साथ ऊपर पहुंच जाएगा मिस्टर ओबेरॉय ने तिरछी स्माइल करके कहा लेकिन मुझसे पहले तेरी मौत आएगी मुझे सब पता है Av मैं सबको बता दूंगा कि तूने वह अभी कुछ बोलना तभी रूहान बोल पड़ा रूहान "भाई यह क्या बकवास कर रहा है और मैं मीडिया मैने मिडिया को खबर कर दी है अब तक इसके मरने के लड्डू पूरी भी बट चुके होंगे 😅😁 अवीर उसके बाल झटके से छोड़कर वापस जाने लगा मिस्टर ओबेरॉय एक घटिया हंसी हंसते हुए कहा तू कभी किसी से प्यार नहीं कर सकता Av सिंघानिया और ना ही कोई तुझे करेगा तेरे लिए भी कोई नहीं होगा जब सबको पता चलेगा कि👉.... अवीर उसकी बात बीच में ही काटते हुए अपनी शर्ट की स्लिप्स ऊपर की तरफ फोल्ड करता हुआ सख्त ओर गहरी आवाज में बोला "कोई प्यार तब करेगा ना जब मैं उसे करने दूंगा क्योंकि ना मैं किसी को अपने करीब आने दूंगा ना ही कोई आ पएगा और अगर गलती से कोई आया तो उसे वापस जाने की इजाजत नहीं है😈 यह सुन मिस्टर ओबेरॉय अभी उससे कुछ पहले बोलता Av ने अपने पिछली पॉकेट से एक गन निकाली और चला दी मिस्टर ओबेरॉय हैरान हो गए कुछ सेकंड बाद सब एकदम शांत हो गया रूहान डरते हुए अवीर A v बिना उस पर ध्यान दिए बोला चैप्टर क्लोज चले इस वक्त उसकी आंखें गहरी लाल हो गई थी..... ..
अब आगे.... सुरभि जी छवि के रूम के अंदर आई छवि मुस्कुराते हुए ममा....!!! सुरभि प्यार से उसके गाल पर हाथ रखते हुए बेटू तुम्हें इंडिया जाना था ना आपके डैड ने हां बोल दिया है यह सुन छवि कुछ टाइम के लिए तो जम सी गई सुरभि जी उसे हैरान देख मन ही मन अफसोस से सिर हिलाते हुई खुद से बोली मुझे माफ कर देना मेरी प्रिंसेस लेकिन शायद इंडिया जाकर ही तुम अपनी जिंदगी खुलकर जी सको और उसको हिलाते हुए क्या हुआ" बेटू"!!!! नैना भी श्रेया के कंधे को थपथपाते हुए लगता है यह खुशी के मारे मर तो नहीं गई ना यह सुनते ही छवि ने नैना के शोल्डर पर एक चपट लगाई और हल्के गुस्से से बोली शट अप और जल्दी से सुरभि जी के गले लग गई और मुस्कुराते हुए बोली, आई एम सो हैप्पी ममा मुझे आगे की स्टडी वहीं से करनी है जहां कि मैं हूं थैंक यू सो मच मम्मू आई लव यू ....!!! सुरभि जी प्यार से उसके माथे पर किस करते हुए आहिस्ता से बोली अब जल्दी करो बच्चों अभी थोड़ी ही देर में तुम दोनों की फ्लाइट है वोह तुम आज ही जा रही हो यह सुनते ही नैना जल्दी से श्रेया के बाथर्रॉब को खोलकर उसकी ड्रेस बाहर बेड पर फेंकने लगी छवि और सुरभि जी उसकी जल्दबाजी पर हल्के से हंस दिए सुरभि जी छवि को मुस्कुराते देख मन ही मन भगवान से प्रार्थना करते हुए बोली हे भगवान मैं तो अपने बच्चे को यहां नहीं बचा पाए बस आप उसका साथ कभी मत छोड़ना) नैना छवि को मुस्कुराते देख कमर पर दोनों हाथ टिकाकर बोली जल्दी कर अगर तेरे डैड का मूड बदला तो फिर जाने को नहीं मिलेगा वही छवि को इंडिया जाने के नाम से अब अजीब सा फ़िल होने लगा था वह अपने बटरफ्लाईलॉकेट को अपनी फिंगर से टच करते हुए उसको पलट का पड़ती है born to be his sunshine ❤️🔥 ओर खिड़की की तरफ बढ़ गई वह खिड़की के पास खड़े होकर न्यूयॉर्क की सड़कों को देख रही थी उसके चेहरे पर अजीब से भाव दिखने लगे थे उसे अभी भी यह विश्वास नहीं हो रहा था कि उसके डैड इतने ईजली मान कैसे गए _____________________ वही इंडिया में ......... Av सिंघानिया इंडस्ट्री में बैठा लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था तभी रूहान भागते हुए केबिन में आया और अवीर के ऊपर कुछ पेपर फेक देता है इस समय उसका चेहरा गुस्से से सुर्ख लाल था AV ने एक नजर उन पेपर को देखा और वापस से अपने लैपटॉप पर काम करने लगा रूहान गुस्से से चिल्लाते हुए, तू पागल है या हम सबको बना रहा है अवीर रूडली बोला पागल को और इतना पागल बना सकते हैं😏 रूहान चिल्लाते हुए मैं मजाक के मूड में नहीं हूं अवीर तू अपनी मेहनत चैरिटी मे दान क्यों दे रहा है जिसको ओबेरॉय से तूने इतनी मुश्किल से उसकी इंडस्ट्री ली अब उसे चैरिटी में लेने का क्या मतलब है यह सुनते ही Av का चेहरा बेहद कठोर हो चुका था वह गहरी सख्त आवाज में बोला "अगर तूने इस बारे मे मॉम और डैड को कुछ भी बताया तो तुझे भी सीधा उस ओबेरॉय पास पहुंचा दूंगा.....!!!!! रूहान गुस्से से बोलते हुए ओके फिर मार मुझे और एकदम उसके पास जाकर खड़ा हो गया उसने अवीर का हाथ उठाकर अपने गाल पर मारने की कोशिश की पर Av ने अपना हाथ हल्के से उसके गाल पर टच किया और मुस्कुराया यह देखकर रूहान नम आंखों से बोला,भाई...!!!! अवीर वैसे ही अपने लैपटॉप पर काम करते हुए धीमी आवाज में बोला, छोटे जो चीज हमारी है ही नहीं उसे जाने देना चाहिए डैड ने इस इंडस्ट्री में हर चीज़ अपनी मेहनत से खड़ी की है और मैं इसके साथ ऐसा कुछ भी नहीं जोड़ूंगा जो धोखे से कमाया गया हो इसलिए मैंने उस कंपनी का सारा प्रॉफिट चैरिटी में दे दिया रूहान एकटक अवीर को देखता रह गया उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह उसकी तारीफ करें यहां उसे पर गुस्सा हो शायद वह Av को अभी तक समझ नहीं पाया उसकी मन की मनोदशा देखकर अवीर तिरछा मुस्कुराकर एक नजर रूहान को देखकर बोला रूह Av सिंघानिया को Av के अलावा कोई नहीं समझ सकता तभी केबिन का डोर खुला और वहां अवीर के डेड साबिर जी आए उन्हें देखकर अवीर अपनी चेयर से खड़ा हो गया....!!!! रूहान धीरे से अवीर को देखते हुए बोला यह साबिर अंकल कहां से आ गए कहीं इन्होंने कुछ सुन तो नहीं लिया ना उसको यहूँ घबराते देख साबिर ने कंफ्यूज होकर कहा "क्या हुआ चैंप मुझे देखकर तुमको खुशी नहीं हुई Av एक नजर रुहान को देख छोटी सी मुस्कुराहट के साथ नो डैड...... अवीर अभी कुछ बोलता कि उससे पहले ही रूहान जोर-जोर से हंसने लगा और जल्दी से जाकर साबिर को टाइटली हग कर लेता है रूहान साबिर के गालों पर किस करते हुए" अंकल मेरे बेस्ट अंकल आपको देखकर कितनी खुशी हुई मैं बात नहीं सकता मेरी तो बोलते ही बंद हो गई इस AV के चक्कर में आपका प्यारा सा चेहरा ही भूल गया था....... अवीर उसकी नौटंकी देख उसे एक कोल्ड लुक देता है ........!!!!! साबिर ने रूहान के सर हाथ फेर कर नरम आवाज में कहा"तू मेरा सबसे अच्छा बेटू है और फिर एक नजर Av को घूरने लगा रूहान यह सुन मुस्कुराने लगा अवीर रूहान के कान में धीमे से बोला ज्यादा देर से चिपकने की जरूरत नहीं है तेरी शर्ट पर अभी भी खून के धब्बे हैं यह सुनते ही रूहान साबिर से 10 कदम दूर हो गया साबिर को यह देख हंसी आ गई वह हल्के से मुस्कुराता हुआ बोला मैं समझ गया बच्चे तू ज्यादा ही खुश था साबिर ऐसा बहुत कम ही मुस्कुराता था उसको ऐसे मुस्कुराते देख AV के फेस पर भी एक छोटी सी स्माइल आ गई .......!!!! अवीर साबिर का हाथ पकड़ कर उसे अपने चेयर पर बिठाते हुए बैठिए डैड!!! साबिर अपना चेहरा ना में हिलाते हुए नहीं चैंप यह चेयर तुम्हारी है अवीर साबिर की आंखों में देखते हुए हह.. डैड यह बेटा भी तो आपका ही है ना तो यह चेयर भी आपकी है यह सुनते ही साबिर का चेहरा खिल उठा चाहे उन दोनों में कितनी भी तू ताड़क हो जाए पर Av कभी भी साबिर को गलत नहीं बोल सकता......
साबिर ने अवीर और रूहान को गले से लगाते हुए कहा, "आई एम प्राउड ऑफ़ यू माय चैंप्स। तुम दोनों बहुत आगे तक जाओगे।" अवीर ने भी उन्हें गले लगाया और तिरछा मुस्कुराया। केवल वही जानता था कि उसने आज तक जो कुछ हासिल किया है, वह कैसे किया है; लेकिन साबिर और मीरा के सामने वह एक अच्छा बेटा ही बना रहा।
साबिर उस बड़ी, आलीशान सी चेयर पर बैठ गया। पैर पर पैर रखकर उसने सख्त आवाज में कहा, "तुम दोनों रेडी हो ना? आज तुम्हारी मॉम घर में पार्टी रख रही है क्योंकि तुम दोनों ने इतनी बड़ी कंपनी टेकओवर की है। और उन्होंने बहुत सारा डिलीशियस खाना बनाया है।"
रूहान जल्दी से अवीर के पास आते हुए बोला, "वाॅव! खाना? सच्ची अंकल?"
अवीर ने आहिस्ता से कहा, "डैड, रूहान आपके साथ ही चला जाएगा। मुझे अभी ऑफिस में कुछ जरूरी काम है।"
साबिर चेयर पर बैठे-बैठे सख्त आवाज में बोला, "बेटा, मैं आपको बता नहीं रहा, आपको ऑर्डर दे रहा हूँ।" उसकी आवाज काफी तेज थी।
अवीर ने अपनी नज़रें दूसरी तरफ़ करते हुए कहा, "डैड, मैं बाद में आ जाऊँगा ना फिर...?" अवीर बहुत कम ही अपने घर जाता था।
साबिर ने उसे घूर कर कहा, "जल्दी ही घर आ जाना।"
"ओके डैड, मैं इवनिंग तक आ जाऊँगा।"
यह सुनकर साबिर मुस्कुराए और वहाँ से सीधे अपने घर के लिए निकल गए। अवीर ने अपने दिल पर हाथ रखते हुए बेचैनी से कहा, "मुझे इतना अजीब क्यों लग रहा है?"
शाम के समय, मुंबई एयरपोर्ट पर एक प्लेन लैंड हो चुका था। छवि और नैना दोनों ही एयरपोर्ट से बाहर निकलीं। मुंबई में हल्की-हल्की ठंड शुरू हो चुकी थी। छवि ने जैसे ही अपना पहला कदम एयरपोर्ट से बाहर रखा, उसे एक अलग ही एहसास हुआ। उसने एक गहरी साँस ली और मुस्कुराई।
"किया है तुम्हारा इतना इंतज़ार!
अब आ गई हूँ सिर्फ़ तुम्हारे पास!!
हो गया होगा तुम्हारे दिल को भी यह एहसास!!!
के कुछ तो ज़रूर होने वाला है खास!!!!
बहुत रह चुकी हूँ मैं अब अकेली!!
अब रहना है बस तेरे साथ......!!"
लेकिन शायद भगवान ने कुछ अलग ही सोच रखा था। तभी वहाँ से एक चोर भागे जा रहा था, सब लोग उसका पीछा कर रहे थे। छवि कन्फ़्यूज़ होकर सोचने लगी, "यह क्या हो रहा है? सब उसके पीछे क्यों भाग रहे हैं?" तभी एक लेडी वहाँ से भागती हुई ज़ोर से चिल्लाई, "वोह...वोह...मेरा पर्स लेकर भाग रहा है! प्लीज़ कोई पकड़ो उसे!"
यह सुनते ही छवि गुस्से से अपनी गर्दन टेढ़ी-मेढ़ी घुमाते हुए बोली, "हाँ! इस साले की इतनी हिम्मत! सोचा था मुंबई को अपना असली रूप बाद में दिखाऊँगी, लेकिन नहीं! लेकिन इन चोरों को चैन ही नहीं है!"
नैना जल्दी से छवि का हाथ पकड़ते हुए बोली, "तुझे कुछ भी करने की ज़रूरत नहीं है।" लेकिन उससे पहले ही छवि अपना हाथ छुड़ाकर फुल स्पीड में वहाँ से भाग गई।
छवि उस चोर के पीछे चिल्लाते हुए बोली, "हिम्मत है तो मेरे पर्स को चोरी करके दिखा! रुक! आज तुझे बताती हूँ! तुम चोरों ने हम लोगों का जीना हराम कर रखा है!" नैना छवि को ऐसे भागते देख रही थीं। फिर उन सब लोगों को देखकर हैरान हुईं जो छवि को देख रहे थे; वह कभी छवि को देखते तो कभी नैना को।
नैना सिर हिलाते हुए बोली, "यह मेरे साथ नहीं है!"
अवीर और रूहान दोनों अपनी मर्सिडीज़ से घर की तरफ़ जा रहे थे। रूहान काफी सीरियस होकर बैठा था, लेकिन उसके मन में कुछ ख़ुराफ़ाती चल रहा था। "ओह गॉड! इसकी लाइफ़ में भी तो कोई अच्छी लड़की ले आओ भगवान! इसकी ज़िन्दगी तो बिल्कुल रुक चुकी है!" तभी एकदम से कार रुकने की आवाज़ आई। अवीर रूड आवाज़ में ड्राइवर को डाँटते हुए बोला, "क्या हुआ?"
ड्राइवर घबराते हुए बोला, "स...अ...र...सर! आगे बहुत भीड़ है। पता नहीं क्या हुआ है।"
अवीर गुस्से से बड़बड़ाते हुए बोला, "यह सब को आज ही मेरा दिमाग ख़राब करना है! लगता है आज किसी की मौत पक्का है!" और जैसे ही वह गुस्से से गाड़ी से बाहर निकला, वही चोर अवीर की साइड से निकलने को हुआ। सब लोग चोर को पकड़ने के लिए उसके पीछे थे। रूहान भी जल्दी से अवीर की साइड आया। वह सब समझ गया, लेकिन तभी किसी के चिल्लाने की आवाज़ आई।
छवि चिल्लाते हुए बोली, "कितना भगाएगा? रुक जा! सच कह रही हूँ, नहीं तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा!"
जिस तरफ़ से यह आवाज़ आ रही थी, अवीर उस आवाज़ को सुनकर उस तरफ़ मुड़ा। तभी छवि जल्दी से अपनी हील निकालकर उस चोर की तरफ़ फेंकी और तिरछा मुस्कुरा कर बोली, "अब तो गया!" लेकिन छवि का निशाना बहुत ख़राब था; इतना ख़राब कि हील सीधा जाकर अवीर के माथे पर लग गई। यह देख रूहान की तो साँसें ही रुक गईं। वहीं अवीर का चेहरा गुस्से से सुर्ख़ लाल हो गया था। उसे समझ नहीं आया कि अभी उसके साथ क्या हुआ है। कुछ लोग वहीं पर खड़े होकर अवीर को देख रहे थे। रूहान काँपते हुए सोचने लगा, "अब क्या होगा?"
अवीर अभी भी शॉकिंग पोजीशन में खड़ा था। उसे भीड़ की वजह से छवि नहीं दिख पाई। रूहान डरते-डरते अवीर के पास जाकर उसके माथे को टच किया, जहाँ पर रेड मार्क बन चुका था। रूहान के टच से अवीर एकदम से होश में आया और अपने माथे को सहलाते हुए गुस्से से दहाड़ कर बोला, "किसकी हिम्मत हुई यह करने की? आज वह मेरे हाथों से बच नहीं सकता!"
रूहान को अवीर के माथे पर बने निशान को देखकर हँसी भी आ रही थी, लेकिन उसने अपना चेहरा गंभीर करते हुए कहा, "भाई, वो बचेगा नहीं, वो बचेगी! आपको हील लगी है।" यह सुन अवीर गुस्से से अपनी गर्दन पर हाथ फेरते हुए बोला, "जो भी हो, इतनी तेज़ मारा है!" और एक बार फिर अपने माथे को सहलाने लगा।
वही नैना जल्दी से छवि के पास जाकर छवि को पीछे खींचने लगी लेकिन छवि अभी भी जोश जोश में कुछ ना कुछ बोले जा रही थी उसने अभी तक अवीर की तरफ देखा तक नहीं था .....!! छवि अपने लिप्स व्हाइट करते हुए , धत तेरे ही के निशाना चूक गया नैना उसके हाथ पकड़ कर पीछे ले जाते हुए आज ही सारी बेज्जती करवानी है क्या चल यहां से यह सुन छवि उसे घूरते हुए ऐसे कैसे तू अब देख इस चोर को तो पता चले कि किस्से पंगा लिया है नैना और छवि अवीर की कार से काफी पीछे थी और भीड़ उनके आगे नैना ने भीड़ से निकल कर एक नजर Av के चेहरे को देखा जो गुस्से से लाल हो चुका था उसकी आंखें सुर्ख लाल थी , नैना रौंधुदु आवाज में खुद से ही बोली दूसरों के चक्कर में मैं हमेशा फसती हूं 🥺......!!!! नैना की आवाज से साफ पता चल रहा था कि वह अभी रो देगी नैना उसके पास आते हुए चले हाथ से निकलते हैं यह सुन कर छवि ने उसे घूरकर कहा "1 मिनट रुक तो सही दूसरी भी तो मार कर देखूं अगर सही लग गई तो मेरी व्ह्ह्ह वाह होगी वही अवीर अभी उन लोगों की तरफ ही देख रहा था तभी उसने देखा कि एक हिल 👠 भीड़ से निकल कर उसकी तरफ आ रही है वोह जल्दी से एक तरफ हो गया तभी वोह हिल उसके माथे पर फिर लगी ....!!! Av चिल्लाता हुआ अहहाहाहाहाह🤯 व्हाट द हेल 🤬आज मैं सबको एक साथ मार दूंगा और अपनी गन निकाल कर भीड़ की तरफ पॉइंट करके गुस्से से चिल्लाते हुए बोला किसकी हिम्मत हुई मुझे मारने की दा अवीर सिंघानिया 😈 को किसकी🤯🤯!!!!! नैना छवि को खींचते हुए कार के पीछे छुपा लेती है छवि नैनो को देखकर हंसते 😂हुए हैं यह किसको लग गई अब तो मैं गई अवीर अभी भी एक नजर चारों तरफ देख रहा था लेकिन उसको कुछ लोग खड़े ही दिखे और कुछ लोग AV की के हाथ में गन और उसके चेहरे पर बेहिसाब गुस्सा देख खुद ही पीछे हटने लगे...... नैना गाड़ी के पीछे से हल्का सा सर निकाल कर देखने लगी उसने अवीर के हाथ में गन देखी तो उसके छोटे से चेहरे पर पसीने की बूंदे आने लगी वोह डरते हुए छवि के हाथ पर जोर से थप्पड़ मार कर रोते हुए बोली बोला था ना मत पंगा ले 😢.........!!!!! डर तो छवि भी गई थी लेकिन खुद को बहादुर दिखाते हुए नैना से बोली, मम....मैं डरती थोड़ी हूं किसी से..!! कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकता नैना अपने माथे पर हाथ मारते हुए मैं न्यूयॉर्क में ही ठीक थी मेरा दिमाग ही खराब था जो तेरे साथ यहां चली आई और सुबहते हुए अपने आंसू साफ करने लगी ....!!!! रूहान मन ही मन हंसते हुए "व्ह्ह्ह कोई भगवान जी दो बार में बिल्कुल सीधे निशाने लगा रहे है आप शायद यह बस इसका गुस्सा सहने की शक्ति देना...! अवीर उसे देख बेहद रूड आवाज में बोला "ज्यादा हंसने की जरूरत नहीं है नहीं तो यही गोली तेरे भेजे के आर पार होगी 😡...!! जो हिल अवीर को आकर लगी थी अवीर ने उन दोनों को उठाकर कुछ दूरी पर एक लड़का हंस रहा था उसके माथे पर दे मारता है वोह लड़का हिल लगने से एकदम वही गिर गया यह देख रूहान बिल्कुल चुप हो गया क्योंकि वह जानता था अवीर इस समय काफी गुस्से में है वोह लड़का कोई और नहीं वही चोर था अवीर उसके पास जाकर उसको पकड़ के मरने लगा वही छवि नैना को खींचती हुई अवीर की तरफ ले आई वोह दोनों Av से कुछ दूरी पर थी दोनों ने ही अभी तक एक दूसरे का फेस नहीं देखा था Av अभी भी उस लड़के को मुक्के मारे जा रहा था .......!!! नैना ने थोड़ा सा साइड होकर एक बार अवीर को देखते हुए कहा ओहो शीट यह तो वही है यह बोलते हुए उसके पैर बुरी तरह कांप रहे थे मुझे अभी नहीं मरना बट यह मुझे यहां पर क्यों लाई है वही छवि मुस्कुराते हुए बोली, उसकी आवाज हल्की तेज थी "देखा नैना क्या मारा है मैंने कसम से.... मेरी हिल इतनी नुकीली है जहां लगे वहां पर छेद ही हो जाए यह सुन अवीर का हाथ अपने माथे की तरफ चला गया वोह गहरी गहरी सांस लेते हुए अपना गुस्सा कंट्रोल करने लगा लगा....!!!!! नैना अवीर की पीठ को देख डरते हुए छवि यार चुप कर और जल्दी से यहां से निकाल.... देख आगे कितना बड़ा इंसान खड़ा है तू उसके कंधे तक भी नहीं आएगी और वह तुझे ऐसे ही मसल देगा !!  छवि ने उसे घूरते हुए कहा "तू चुप कर अरे मेरे आगे पीछे बहुत है मैं किसी से नहीं डरती घटिया लोग पीछे होते हैं मेरा बस चले तो इसको इतना मारूं इस चोर की सारी हड्डी पसली एक कर दू यह सुन आगे खड़ा अवीर गुस्से से अपनी ग़न को लोड करने लगा Av रूहान को गुस्से से देखते हुए अब मैं बताता हूं की डर किसे कहते हैं और जैसे ही मुड़कर छवि की तरफ जाने लगा रूहान जल्दी से उसको वैसे ही कसकर पकड़ लेता है.......!!!! छवि का चेहरा इस समय नैना की तरफ था नैना को Av और रूहान अच्छे से दिख रहे थे और उनके हाथ में जो गन थी वोह भी रूहान नैना की तरह देखकर एक कोल्ड लुक देता है यह देख नैना डरते हुए मैंने कुछ भी नहीं किया रूहान उसे घूर कर फिर तिरछा मुस्कुराता है वही छवि Av के अपोजिट बढ़ते हुए जोर से चिल्लाते हुए बोली "मुंबई आई एम बैक जीना हराम कर लूंगी सबका😁 फिर नैना को धक्का देते हुए चल नैना और उसे वहां से खींचते हुए अपने साथ ले गई ....!!!!! अवीर भी रूहान को धक्का देखकर जैसे ही छवि के पीछे जाने लगा रूहान उसे जल्दी से ही कार की तरफ पुश करते हुए अंदर बैठ जा भाई वोह बेचारी मासूम सी बच्ची है तेरी आवाज से ही डर जाएगी अगली बार देख लेना..!! AV की गुस्से से हाथों की नसें फूल गई थी गले की नसें भी उभर कर बाहर आ गई वोह से चिल्लाते हुए बोला, दुआ करना अगली बार तुम ना मिलो स्टूपिड गर्ल नहीं तो सीधा तुमको ऊपर पहुंचा दूंगा .....!!!! रूहान डरते हुए हां में सिर दिला देता है comment jarur Karen......
___________________ वही न्यूयॉर्क में....... रुद्राक्ष एक चेयर पर बैठा ड्रिंक पर ड्रिंक किए जा रहा था तभी वोह किसी को कॉल करते हुए स्ट्रिक्ट आवाज में बोला जैसा बोला है सब कर दो उस AV सिंघानिया को लगता है वो कुछ भी करेगा और बच जाएगा हुंह उसे भी तो पता चले रुद्राक्ष खुराना सब देख रहा है और जोर-जोर से हंसने लगा ...!!!! वही मुंबई में रूहान और Av कार में बैठे घर की तरफ जा रहे थे तभी Av को किसी की फोन आया अवीर फोन का लाउडस्पीकर ऑन करके गाड़ी की डेस्क बोर्ड पर रख देता है सामने से किसी इंसान डरी सहमी सी आवाज आई " सअ..सर आई डोंट नो कैसे लेकिन वह रोहित का खून करते हुए आपको किसी ने देख लिया है और उसने पिक भी क्लिक कर ली है मुझे अभी पता चला है कि वह इंसान कल सुबह सारी पिक पुलिस को दे देगा...!!! AV यह सुन कुछ नहीं बोला लेकिन उसका चेहरा एकदम डार्क हो गया वो अपनी गर्दन चटकाने लगा रूहान AV का ऐसा चेहरा देख डर कर गाड़ी की सीट से चिपकते हुए, बहहहई भाई बट पर यह कैसे हो सकता है भाई भाई अगर कुछ हुआ तो 😟🥺...!! Av रूहान को शांत होने का इशारा करते हुए उस इंसान को आगे बोलने के लिए कहता है "सर यह सच में बड़ी प्रॉब्लम हो जाएगी और अगर मीडिया में यह बात फैली तो तो.... अवीर शांत लेकिन एकदम सख्त मर्दानगी आवाज में कहा "उसे जाने दो पुलिस में कल जब पुलिस मुझे अरेस्ट करने आएगी मैं खुद अपने आप को सरेंडर कर दूंगा तब तक यह बात और कहीं नहीं जानी चाहिए और उस इंसान के बोलने से ही पहले Av कॉल कट किया और अपना फोन गाड़ी के पीछे की तरफ फेंक दिया...!!!! रूहान भी चुप था वह डरे चेहरे का साथ AV को देखे जा रहा था तभी AV ने बिना उसकी तरफ देखेंआराम से कहा "कोई सवाल नहीं छोटे !!! करने दो मुझे अरेस्ट और एक शैतानी हंसी हंसते हुए विंडो से बाहर देखने लगा... रूहान समझ गया कि Av के दिमाग में कुछ बहुत भयानक चल रहा है....!!!!... कुछ समय बाद दोनों घर पहुंचे लेकिन शायद छवि का कदम अवीर की लाइफ में पढ़ चुका है अवीर जैसे ही कार से उतरा और सीधा घर की तरफ पढ़ने लगा तो उसने देखा कि उसका जूता पूरा कीचड़ से सन चुका हैं यह देख Av चिढ़ते हुए बोला यह सब उस स्टूपिड लड़की के कारण हुआ है रूहान पीछे मुड़कर भगवान की तरफ डन का इशारा करते हुए" थैंक यू"....... फिर मासिक चेहरा बनाकर Av की तरफ देखते हुए बेचारी कीचड़ तुझे भी भाई के कदमों के नीचे आना था अब तो भाई तुझ पर गोली भी नहीं चला सकते ...!!!! तू तो अमर हो गई 😂😂😂 और जोर जोर से हंसते हुए हवेली के अंदर जाने लगा....!!!! अवीर रूहान को ऐसे देखने लगा जैसे कोई बेवकूफ हो फिर अपना सर ना में हिला कर रूहान की तरफ शूट का इशारा करता है AV रूहान को घूरते हुए ऐसी पागल फैमिली मुझे ही मिली थी क्या ....!!!! av गुस्से से लाल होता हुआ उस कीचड़ से सने पैर से चलने लगा उससे अब गुस्सा आ रहा था " देखूंगा सबको उस लड़की को i kill you stupid girl...!!!!!😡😡😡🤬..... अवीर उसे घूरते हुए जैसे ही घर के अंदर दाखिल हुआ लिविंग एरिया में बैठे साबिर और मीरा उसको यू लंगड़ाते देख हल्का सा मुस्कुरा उठे ....साबिर हल्का सा हंसते हुए हेहहह चैंप जल्दी आने के चक्कर में यह क्या कर लिया तुमने ?? मीरा जी उसके सिल्की बालों के नीचे छुपे माथे को घबराते हुए "अरे अवीर बेटा यह आपके माथे पर रेडनेस कैसे आ गई😟 AV बिना कुछ बोले गुस्से से सीढ़ियां चढ़ता हुआ सीधा अपने रूम की तरफ बढ़ गया ! वही रूहान मीरा जी के साथ डाइनिंग टेबल के और बढ़ते हुए मुस्कुराकर उनसे बातें करने लगा कुछ देर बाद Av भी चेंज करके उनके बीच उनके बैठ गया साबिर जी ने इशारे से रूहान से अवीर के बारे में पूछा.... रूहान हंसते हुए अंकल एक लड़की ने अपनी हिल भाई के सर पर दे मारी 😂यह सुन साबिर और मीरा दोनों शौक हो गए मीरा डरते हुए, क्या हुआ उस लड़की का,,, क्या अवीर ने उसे जाने दिया??? रूहान अपनी हंसी कंट्रोल करते हुए भाई बहुत शांत है ना आंटी 😁!! अवीर बिना कुछ बोले रूहान की प्लेट अपनी तरफ खिसकाकर चुपचाप डिनर करने लगा साबिर जी मुस्कुराकर मीरा जी को देखते हुए मतलब यह तो चमत्कार हो गया कि हमारे चैंप ने उस लड़की को कुछ नहीं किया उनकी आवाज सुन AV की आंखों में गुस्सा साफ दिखाई देने लगा कि तभी साबिर जी बोले मुझे वह लड़की अभी से ही पसंद आ गई जो मेरे बेटे की अक्ल ठिकाने लगाएगी यह सुन अवीर का खाना उसके गले में अटक गया और उसे जोर-जोर से खांसी आने लगी........ " पानी पीते हुए Av मन ही मन उसे लड़की को कोसते हुए " मैं तो उस लड़की को ऊपर पहुंचने वाला हूं सॉरी डैड बट आपका यह सपना में कभी पूरा नहीं होने दूंगा अगर मैंने उस स्टुपिड लड़की को मौत के घाट ना उतरा तो मेरा नाम भी AV सिंघानिया नहीं और टेढ़ा मुस्कुराया !! मीरा "अरे अब बस भी करो आप बहुत हो गया मजाक चलो सब खाना खा लो और कल हम सब मंदिर जा रहे हैं Av इस बार आपको भी चलना है आप हर बार नहीं जाते अवीर बिना किसी भाव के "बट मॉम मुझे इन सब पर विश्वास नहीं है और मेरा जाना जरूरी भी नहीं है रूहान उसे घूर कर तुझे हर काम में एटीट्यूड दिखाना जरुरी है क्या आंटी की बात कभी मान नहीं सकता बस ऑफिस में तेरा हुकुम चलेगा यहां नहीं समझा अवीर सिर्फ उसे घूरता रह गया वहीं दूसरी तरफ.... बहुत ही प्यारा सा घर जिसके बाहर खुराना मेंशन लिखा था छवि अपने रूम की खिड़की के पास खड़े होकर तारों को देखते हुए रो रही थी उसके डैड ने उसे आज एक बार भी कॉल नहीं किया कि वह ठीक से पहुंची भी है कि नहीं ....!!नैना उसके कंधे पर हाथ रखकर "अंकल के बारे में सोच रही है छवि धीरे से गर्दन हिलाते हुए "सही कहते हैं आपको उतना ही प्यार मिलता है जितना आपकी किस्मत में होता है जबरदस्ती किसी से प्यार नहीं करवा सकते डैड भी कभी ना कभी मुझे अपनी बेटी करने लगेंगे और बिना नैना की तरफ देखें सोने चली गई...!!! नैना ऊपर चांद को देखते हुए "कोई तो जरूर होगा जो तुझे इतना प्यार करेगा तुझे प्यार की कमी महसूस नहीं होने देगा तुझे भी प्यार मिलेगा छवि यह कहते हुए उसकी आंखें छलक पड़ी 😢
सिंघानिया मेंशन में, अवीर अपने कमरे में खिड़की के पास खड़ा था। उसने एक इतनी पतली शर्ट पहनी थी कि उसके एब्स साफ़ दिखाई दे रहे थे। उसके सिल्की बाल हवा में उड़कर उसकी आँखों पर आ रहे थे। उसने नीचे गार्डन की तरफ देखा, जहाँ उसके माँ-बाप एक-दूसरे का हाथ पकड़कर टहल रहे थे। यह देख उसके चेहरे पर एक छोटी सी मुस्कान आई, जो बेहद दिलकश लग रही थी। लेकिन पल भर में वह मुस्कान गायब हो गई। उसके मन में ओबेरॉय की बात आने लगी। यह सोचते ही वह बेचैन हो उठा। उसने अभी तक यह बात किसी से शेयर नहीं की थी, लेकिन कहीं न कहीं उसके दिल में वह बात जम चुकी थी। गहरी सोच में खोया हुआ, उसने कहा, "प्यार... शायद मुझे कभी नहीं मिल सकता।" 😒
अगली सुबह, सब लोग मंदिर जाने के लिए निकल चुके थे, सिवाय अवीर को छोड़कर। साबिर, मीरा और रूहान एक कार से गए थे। अवीर को कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट चेक करने थे, इसलिए वह देर से निकलने वाला था। कुछ समय बाद वह अपनी दूसरी कार से निकला। अवीर पीछे बैठा था; उसके लैप पर एक लैपटॉप और दूसरे हाथ में एक आईफोन था। वह फोन पर बात करता हुआ लैपटॉप पर कुछ टाइप करता जा रहा था। उसने ब्लैक शर्ट और ब्लैक पैंट पहनी थी। शर्ट की स्लीव्स फोल्ड थीं। माथे पर बाल बिखरे हुए थे, जो उसके चेहरे को और खूबसूरत बना रहे थे। उसने आज उन्हें सेट नहीं किया था। इस समय कोई उसे इस लुक में देखता, तो नज़र हटाना मुश्किल हो जाता।
ट्रैफिक लाइट रेड थी, तो उसकी कार वहीं रुकी हुई थी। छवि और नैना की कार भी वहीं पर रुकी थी। नैना थकी हुई आवाज़ में बोली, "यार, कितनी दूर है यह मंदिर? इतना तो चल ली हूँ, और कितना चलना पड़ेगा? मैं तो यहीं पर मर जाऊंगी।"
छवि हँसते हुए बोली, "अरे, ऐसे कैसे? आज तो तुझे पूरा मुंबई घुमाऊंगी।" छवि ने एक व्हाइट कलर का सूट पहना हुआ था। बाल खुले थे, कानों में छोटे-छोटे इयररिंग थे। वह इस समय काफी क्यूट लग रही थी। नैना ने स्काई ब्लू कलर का फ्रॉक सूट पहना था। उसने अपने बालों की हाई पोनी बना रखी थी।
कार में बैठा अवीर किसी की हँसने की आवाज़ सुन बेचैन सा होने लगा। उसने अपने दिल पर हाथ रखकर गहरी साँस ली, खुद को शांत करने की कोशिश की। तभी सिग्नल हरा हुआ, ड्राइवर ने कार आगे बढ़ा दी। यह देख अवीर की बेचैनी कम होने लगी। उसने एक नज़र पीछे मुड़कर देखा, तो वहाँ पर कोई नहीं था। अवीर सोचने लगा, "यह क्या था? मुझे अचानक इतनी बेचैनी क्यों होने लगी? कल भी हुई थी, जब वह हिल वाली लड़की मिली थी।" यह सब याद कर उसका चेहरा एक बार फिर गुस्से से भर गया। वह गुस्से से बड़बड़ाता हुआ बोला, "😡 उसे तो मैं छोडूँगा नहीं, एक बार मिले तो! 😡"
कुछ समय बाद वह मंदिर पहुँचा। आज मंदिर को बहुत सुंदर सजाया गया था। नैना और छवि भी इसी मंदिर में पहुँचीं। मंदिर के चारों ओर कुछ आदमी फूलों की लड़ियाँ लगा रहे थे। छवि जल्दी से एक आदमी के पास जाकर बोली, "भैया, मैं आपकी हेल्प कर देती हूँ।"
नैना उसका हाथ खींचते हुए बोली, "फिर से हेल्प? तू मत कर, तू कुछ न कुछ गलत ही करेगी।"
सामने खड़ा आदमी हँसते हुए बोला, "भगवान के काम में मदद करने के लिए किसी को मना नहीं करना चाहिए।" उसने छवि को कुछ गुलाब के फूल देते हुए कहा, "आपको ये फूल वहाँ पर लगाने हैं।" वह मंदिर के पास एक पेड़ की तरफ इशारा करते हुए बोला, "लगा लेंगे ना आप?"
छवि की मानो लॉटरी लग गई। वह जल्दी से वे सभी गुलाब अपने दुपट्टे में भरती हुई खुश होकर बोली, "अरे, बिल्कुल भैया! मदद तो मेरा बचपन से टैलेंट रहा है।" वह लड़का उसका मासूम सा अंदाज देख मुस्कुराता हुआ चला गया। नैना छवि पर चिल्लाते हुए बोली, "पागल औरत! तूने आज तक कभी फूल लगाए भी हैं?"
छवि अपने बालों की लट कान के पीछे करते हुए बोली, "इसमें क्या? आज ट्राई कर लेती हूँ।" और वहाँ से कूदते हुए चली गई। नैना उसे पेड़ की तरफ देखते हुए बोली, "यह कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर कर देगी।"
वहीं ऊपर, माता जी की मूर्ति के सामने साबिर, मीरा और रूहान खड़े थे। अवीर उनसे काफी पीछे था। मीरा अवीर की तरफ देखकर बोली, "हे माता रानी, बस यही चाहूँगी कि मेरे बच्चे को हमेशा खुश रखना। वह हमसे बहुत प्यार करता है और हम भी, लेकिन उसकी ज़िंदगी में एक ऐसे इंसान की कमी है, जो वह प्यार दे, जो हम में से कोई नहीं दे सकता।"
साबिर माता रानी की मूर्ति को ध्यान से देखते हुए बोला, "हे माँ, मेरा चैंप अपने लिए कभी कुछ नहीं मानता। प्लीज़, जिस पर इसका हक़ है, वह इसे दीजिये।" अवीर जो पहले ही मुड़कर बाहर जाने लगा था, तभी मीरा जी की तेज आवाज़ सुनकर वह भागकर उनके पास आया। मीरा जी अपने माथे पर साड़ी का पल्लू ठीक करते हुए बोलीं, "अरे, सब उधर देखिये तो! वहाँ उस पीपल के पेड़ पर कितने सारे रंग-बिरंगे फूल लगाए जा रहे हैं!"
फिर मीरा जी अवीर को पीपल के पेड़ के पास ले जाते हुए बोलीं, "हमने इसकी बहुत मान्यता सुनी है, कि अगर जो सच्चे दिल से मांगो, वह ज़रूर मिलता है। और अगर वहाँ का फूल आकर हमारी झोली में गिरे, तो समझो भगवान ने हमारी सुन ली।" अवीर का इन सब में कोई इंटरेस्ट नहीं था। वह वापस नीचे की तरफ जाने लगा।
मीरा जी जबरदस्ती उसका हाथ पकड़कर बरगद के पेड़ की तरफ ले जाते हुए ममता भरी आवाज़ में बोलीं, "बेटू, जा तो सही! देख तो! क्या पता तुम्हें वह मिल जाए जो तुम चाहते हो।"
अवीर बिना किसी भाव के बोला, "मॉम, आई एम नॉट इंटरेस्टेड।"
रूहान एक्साइटेड होकर बोला, "अरे, अंकल आंटी! आपने पहले क्यों नहीं बताया? मैं तो आज पूरा खज़ाना मांग लूँ!" वह जल्दी से अवीर की साइड से हटकर उस पेड़ की तरफ भागा और पेड़ के चारों ओर परिक्रमा करते हुए कुछ मांगने लगा, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
रूहान बच्चों की तरह जिद करते हुए बोला, "अरे भगवान जी! मुझे सबसे बड़ी कंपनी का सीईओ और तीन-चार गर्लफ्रेंड चाहिए!" और हाथ फैलाकर फूल गिरने का इंतज़ार करने लगा। फूल छोड़ो, उसके ऊपर एक पत्ता भी नहीं गिरा। यह देख अवीर जोर-जोर से हँसने लगा। वह पहली बार ऐसे खुलकर हँस रहा था। उसकी हँसी इतनी आकर्षक थी कि आसपास खड़ी लड़कियाँ और लोग उसकी तरफ ही देखते रह गए। छवि भी वहाँ सीढ़ी लगाकर पेड़ पर अपने दुपट्टे से फूल निकालकर लगाने में लगी हुई थी। उसने अभी तक अवीर की तरफ ध्यान नहीं दिया था।
जैसे ही अवीर ने लोगों को खुद की तरफ देखते पाया, तो उसके चेहरे पर वही कोल्डनेस आ गई। रूहान बच्चों जैसे मुँह बनाते हुए बोला, "हूह! अंकल, अब आपकी बारी! 🥴"
यह सुन साबिर मीरा के पीछे जाकर उसे अपने एक हाथ के घेरे में लेते हुए शरारती अंदाज में बोला, "आपकी आंटी मिल गई! अब हमें कुछ नहीं चाहिए!" और प्यार से उसके माथे को चूम लिया। मीरा जी शर्माते हुए बोलीं, "बस कीजिये! बच्चे हैं यहाँ पर।" उसे शर्माते देख साबिर जी मुस्कुराते हुए उसे कार की तरफ ले जाने लगे। रूहान भी उनके पीछे था।
मीरा जी एक बार फिर अवीर के पास जाकर प्यार से उसके बालों पर हाथ फेरते हुए बोलीं, "एक बार ट्राई तो करके देखो! क्या पता कुछ हो जाए।"
लेकिन अवीर बिना किसी भाव के बोला, "नो, मॉम। आई डोंट वांट टू गो।"
मीरा जी उदासी से अपना चेहरा झुकाकर बोलीं, "जैसे तुम्हारी मर्ज़ी।" और साबिर जी के साथ जाकर सीधा कार में बैठ गई। रूहान भी अवीर को देख मुँह बनाते हुए उनके साथ वहाँ से निकल गया।
अवीर भी अपनी कार की तरफ जाने लगा, लेकिन अचानक उसके मन में न जाने क्या आया, वह खुद को पेड़ के नीचे पाया। उसने पहले ही अपने माथे पर एक व्हाइट रुमाल बाँध लिया था और परिक्रमा करने लगा। छवि उस लकड़ी की सीढ़ी में फँसा अपना दुपट्टा निकालने की कोशिश कर रही थी, लेकिन वह निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था। छवि बच्चों जैसी रोती हुई आवाज़ में बोली, "मुझे सच में यह सब छोड़ना होगा।"
अवीर परिक्रमा करते हुए मन ही मन सोच रहा था, "उस ओबेरॉय ने मुझे ऐसा क्यों कहा कि मुझे मेरा प्यार कभी नहीं मिलेगा? फिर अपने दिल पर हाथ रखकर सोचा, क्या कभी भी किसी को इसकी ज़रूरत नहीं है? क्या मुझे भी हक़ नहीं है?" यह सब सोचते हुए अवीर खुद ही अपनी बात पर हैरान हुआ, क्योंकि उसने पहली बार ऐसा कुछ बोला था।
अवीर सोच रहा था, "एक फेक! शायद इस बार भी मुझे कुछ नहीं मिलेगा।" और जैसे ही उसने आँखें बंद कर अपने हाथ आगे किये, फूलों के साथ छवि भी उसकी बाहों में आ गिरी। अवीर ने झटके से अपनी आँखें खोलीं। अवीर की बाहों में फूल और छवि दोनों थे। छवि का चेहरा इस समय दुपट्टे से छुपा हुआ था। उसने कसकर अपनी आँखें बंद कर रखी थीं। अवीर अपने बाहों में गिरी लड़की और उन फूलों को देख हैरान था। माथे पर व्हाइट रुमाल, ब्लैक शर्ट एंड पैंट, ऊपर से हैरानगी भरा चेहरा। 😁
______________ अब आगे.... इस वक्त Av की बाहों में छवि मौजूद थी जिसने कसकर आंखें बंद की हुई थी अवीर ने जैसे ही एक नजर छवि को देखा तो उसे देखता ही रह गया "छोटा सा गोल चेहरा बड़ी-बड़ी आंखें जो की डर के कारण बंद कर रखी थी पतले पिंक हॉट लंबी नाक जो देखने में बहुत ही प्यारी लग रही थी अवीर की पकड़ इस समय छवि की नाजुक सी कमर पर कसती जा रही थी अपने शरीर पर किसी का मर्दना स्पर्श महसूस कर छवि अंदर तक सिहर उठी जैसे ही छवि ने यह महसूस किया उसने झटके से अपनी आंखें खोली और तभी उसकी आंखें Av की गहरी काली आंखों से जा मिली, माथे पर सफेद रुमाल इस समय वह बहुत ज्यादा डैशिंग लग रहा था छवि की खुद की नजरे AV से नहीं हट पा रही थी उसने कभी भी किसी लड़के को इतना करीब से नहीं देखा था...!!!!  AV ने एक नजर फिर छवि के छोटे से होठों को देखा जो इस समय बाइट कर रही थी तभी कोई लड़का कहते हुए हंस रहा था कि लोग यहां पर एक फूल पाने के लिए तरसते हैं और इसको तो पूरा गार्डन ही मिल गया और साथ में एक परी भी और हंसते हुए वहां से मंदिर की तरफ बढ़ गया, यह सुन AV को अपनी स्थिति का एहसास हुआ उसने छवि को खुद से दूर धक्का दे दिया अचानक धक्का देने से छवि पीछे की ओर लड़खड़ा गई लेकिन खुद को संभालते हुए वोह खड़े हुई उसकी धड़कने बहुत बढ़ चुकी थी Av गुस्से से अपना हाथ झटकते हुए, कितनी हैवी है यह छवि बच्चों की तरह मुंह बनाते हुए हुह् मैं आपको इतनी हेवी लग रही हूं और गुस्से से उसको घूरते हुए "एहसान नहीं किया है आपने और अगर इतना ज्यादा बोले ना तो मैं आपका मुंह तोड़ दूंगी समझे और आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे टच करने की यह सुन AV तीखी हंसी हंसते हुए, बताऊं कैसे हिम्मत हुई और अपने कदम छवि की तरफ बढ़ने लगा ...!!! यह देख छवि डर के मारे दो कदम और पीछे चली गई AV तिरछा मुस्कुराते हुए, अगर मैं तुमको टच नहीं करता तो दोबारा तुम कभी इस जमीन को टच करने के लायक नहीं रहती मिस हैवी😈 छवि उसके हैवी शब्द सुनते ही आग बबूला होकर उस पर चिल्लाई तू ... तुम जानते ही कितना हो मुझे एक हिल मारूंगी ना तो 10 दिन तक बेड से उठ नहीं पाओगे बदतमीज पागल इंसान 😤.....!!!! अभी छवि और कुछ बोलती तभी वहां पर नैना भागते हुए आई और छवि के कान में धीरे से फुसफुसाते हुए बोली चुप हो जा ओर दो-तीन गलियां एक्स्ट्रा खा भी ले छवि उसे गुस्से से देखते हुए "क्यों खा लूं अरे मैं किसी से नहीं डरती अभी इसको बताती हूं कि इसका सामना किस हुआ है और अपने बाजू को ऊपर की तरफ फोल्ड करने लगी नैना आखों में डर लिए "खा ले बहन यें .. यह वही है जिसको तूने उस दिन अपनी हिल मारी थी😥..!!!! "यह सुनते ही छवि के एक्सप्रेशन एकदम से बदल गए वह एकटक AV को ऊपर से नीचे तक गौर से देखने लगी उसको देखते ही छवि की डर से बोलती बंद हो गई अगर इसके हाथ तो छोड़ो उंगली भी मुझे लगी तो जहां अभी गिरी हूं वही पहुंच जाऊंगी AV का ध्यान छवि के चेहरे पर था जिस पर कई भाव आ जा रहे थे छवि Av को देख बच्चों की तरह हंसने लगी "हुह बदतमीज बेवकूफ मैं हूं आप नहीं!!! तभी अवीर के पीछे से रुहान चिल्लाते हुए आया, अरे भाई तुझे हिल वाली लड़की मिल ही गई जिसने उस दिन तेरा सिर फोड़ा था यह सुनते ही नैना और श्रेया दोनों काफी डर गए नैना ने तो रोना स्टार्ट कर दिया और वही अवीर हिल शब्द सुनकर पहले तो थोड़ा शॉकिग हुआ फिर एक इविल स्माइल करता हुआ अपन शर्ट की स्लिप्स ऊपर की फोल्ड करते हुए छवि की तरफ कदम बढ़ाकर हंसते हुए बोला " ओहो तो वोह तुम हो .....😈!! छवि डरते हुए न..नह.. नहीं नहीं लगता है आपको कुछ गलतफहमी हो गई है सर..!! अवीर गुस्से से दहाड़ते हुए "क्या बोल रही थी कि एक हिल मारुंगी तो 10 दिन तक नहीं उठ पाऊंगा तुम्हारी दो हिल खा कर भी सही सलामत खड़ा हूं छवि को यह सुन हल्के से हंसी आ गई लेकिन वह जल्दी ही अपना चेहरा झुका लेती है वही अवीर का गुस्सा उसके हंसने से आउट ऑफ कंट्रोल हो गया और गुस्से से उसको डांटते हुए बोला "बेवकूफ लड़की तुम्हें पता भी है वोह हिल कितनी जोर से लगी थी मुझे अब बताओ तुम्हारा क्या करूं मैं 😡। छवि अभी भी अजीबोगरीब तरह से हंस रही थी उसको अब रोना आ रहा था छवि ऊपर भगवान को देखते हुए आज तो मुझे अपनेडैड से भी प्यार हो गया वोह भी इससे कम डरावने लगते हैं छवि AV के पास आकर उसके कंधे पर लगी मिट्टी को हल्के से साफ करते हुए, सॉरी सर गलती हो गई अवीर अभी भी उसे गुस्से से घूर रहा था ...!!! छवि ने जब देखा कि AV पर उसकी बातों का कोई असर नहीं हुआ तो अपनी हिल अवीर के जूते पर मारकर भाग गई नैना तो यह देख और ज्यादा शौक हो गई और वह भी उसके पीछे भागने लगी .... अवीर अपना पैर पकड़ते हुए आह आउच ओहो गॉड कौन है यह बेवकूफ लड़की आज इसको छोडूंगा नहीं बदतमीज कहीं की ओर जैसे ही छवि को पकड़ने लगा वोह उसे कहीं भी नहीं दिखी रूहान अवीर के कंधे पर हाथ रखते हुए, व्ह्ह्ह क्या भागती है यह लड़की अच्छा हुआ मैं अपना फोन यहां भूल गया वरना तुझे सच्चाई कैसे बताता🤣 अवीर बिना उसकी बात सुने खुद में ही बड़बड़ाता हुआ, आज तो बच गई लेकिन कब तक छुप कर रहोगी मिस हिल जल्दी ही मुलाकात होगी आपसे और तीखा सा हंसा और सीधा जाकर अपनी कार में बैठ गया वही रूहान अपना फोन ढूंढने लगा ......AV को किसी का कॉल आता है और फोन पिक करता है ________________ वहीं दूसरी तरफ.... नैना और छवि वहां से काफी दूर भाग कर आ गए थे श्रेया एक कार से टिककर गहरी सांस लेते हुए "यार उसको बहुत तेज लगी होगी पेन भी हो रहा होगा😟... नैना उसपर चिल्लाते हुए तो किसने बोला था उसको मारने के लिए और मुझे भी फसवा दिया तू सच में पागल ही है छवि उदास होते हुए, हहे मुझे क्यों बोल रही है अगर मैं उसको नहीं मारती तो जैसे वह मुझे देख रहा था तो मेरा बचना नामुमकिन था वह कितना बड़ा सा है और उसी महंगी कार के सीसे पर हाथ रखकर कुछ सोचने लगी यह कार किसी और कि नहीं अवीर की ही थी जो कि कुछ देर पहले ही यहां पर आकर खड़ा हुआ था ...... कार के अंदर Av कॉल पर कुछ बात कर रहा था अनजान आदमी: सर उस इंसान ने वोह पिक्चर पुलिस में दे दी है पुलिस कभी भी आ सकती है हम अब आगे क्या करें अवीर बाहर शीशे पर हाथ रखे खड़ी छवि को गौर से देखते हुए सख्त आवाज में, आने दो तुमको कुछ करने की जरूरत नहीं है बस मीडिया में यह बात नहीं जानी चाहिए शायद यह मेरा आखिरी दिन हो और वोह बिना कुछ सुने कॉल कट कर एक शैतानी हंसी हंसते हुए कुछ सोचने लगा....!!! छवि रास्ते के दोनों तरफ देखती है जब उसे कोई नहीं दिखता तो वापस अपने एटीट्यूड में आती हुई देखा, नैना अगर मैं भागने में एक्सपर्ट हूं अगर अब वोह डेविल दिख गया ना तो उसकी चटनी बना दूंगी मुझसे पंगा मैं न्यू ईयर की डॉन हु डॉन। अवीर कार के अंदर से छवि की आवाज सुन रहा था AV एविल स्माइल करके कार का शीशा नीचे करता है जैसे ही छवि ने कार की बैक सीट पर अवीर को बैठे देखा तो वह चिल्लाते हुए दो कदम पीछे हट गई अवीर अपनी गर्दन पर कट का निशान करके छवि को इशारा करके बोला "तुम तो गई"..... छवि डरते हुए ये देह डेविल कहां से आ गया और फिर फीका सा हंसते हुए "हुंह सॉरी सॉरी सर !!! अवीर उसके सॉरी सुनने से इरिटेट हो चुका था वह कार से जैसे ही उतरने लगा छवि नैना का हाथ पकड़ कर वहां से नौ दो ग्यारह हो गई उसको ऐसे भागते देख AV को हंसी आ गई आज पहली बार उसे किसी को डराने में इतना मजा आया था अवीर हंसते हुए यह लड़की सच में ही पागल है और वापस से अपनी कार में बैठकर वहां से निकल गया!!!! कुछ दूरी पर एक और कार खड़ी थी जिसमें रूहान बैठा था इस वक्त उसके फेस पर एक बहुत बड़ी स्माइल थी _________________ कुछ समय बाद.... दोनों की कारें एक बहुत बड़ी बिल्डिंग की पार्किंग में खड़ी थी Av अपने केबिन में बैठा हुआ था तभी कोई डोर ओपन कर अंदर आया अवीर बिना ऊपर देखें यू डॉन्ट हैव मैनर्स नॉक करके अंदर आना चाहिए...!!! एक दमदार पर्सनालिटी का लड़का अपनी गन निकाल के बोला "पुलिस कभी नोंक करके नहीं आती मिस्टर AV सिंघानिया तेरा खेल खत्म यह सुन अवीर अपनी सीट से झटके से खड़ा हुआ और उसके पास आते हुए तिरछा हंसते हुए" इंस्पेक्टर अबीर सिंघानिया किसी से नहीं डरता !!! उस इंस्पेक्टर का नाम मनन था वह मुंह बिगड़ने हुए "कभी तो डरा कर अवीर कब से तेरे खिलाफ सबूत ढूंढ रहा था आज तो तू गया इतने केस ठोकूंगा ना कभी जेल से बाहर ही नहीं निकल पाएगा यह सुन अवीर कुछ नहीं बोला और अपने दोनों हाथ उसके सामने सरेंडर करने के लिए आगे कर देता है यह देख मनन के चेहरे पर जीत वाली मुस्कुराहट थी😏 _____________ कैसा लगा आज का चैप्टर पिछले चैप्टर पर किसी ने रेटिंग गिराई थी please 🥺 ऐसा मत कीजिए और 20 कमेंट कीजिए तभी न्यू चैप्टर आएगा
_______________ अब आगे.... Av इस समय पूरे रोब के साथ मनन के सामने खड़ा था उसने अपनी शर्ट के ऊपर से तीन बटन खोल रखे थे जिससे उसका चौड़ा सीना साफ नजर आ रहा था दोनों एक दूसरे को गुस्से से घूर रहे थे तभी Av एक हाथ अपनी गर्दन पर फेरते हुए तीखा सा मुस्कुरा कर बोला "अच्छी एक्टिंग है मनी !!.... यह सुनते ही मनन जोर-जोर से हंसते हुए अवीर के गले लग गया , अवीर का चेहरा एक्सप्रेशन लैस था... मनन मुस्कुराते हुए "भाई मैं कब से यह डायलॉग बोलने को बेताब था मिस्टर AV सिंघानिया आप मेरे कब्जे में हैं ... Av जोर से शैतानी हंसी हंसते हुए अपने हाथ फैलाकर मनन को देखकर बोला" वेलकम टू मुंबई मनी ! आखिर तेरी पोस्टिंग मुंबई ही में ही होनी थी ... मनन मल्होत्रा विधु और तारा का इकलौता बेटा विशु मल्होत्रा मीरा का बड़ा भाई था वह भी एक पुलिस इंस्पेक्टर था अपने डैड को पुलिस की वर्दी में देखकर मनन का भी मन एक पुलिस ऑफिसर बनने का हो गया आखिर उसने भी कड़ी मेहनत कर यह वर्दी हासिल की और अपनी पोस्टिंग Av के कहने पर मुंबई में ही कार्रवाई.... [ मनन मल्होत्रा दिखने में एकदम दमदार पर्सनालिटी का शख्स कद काठी AV की तरह ही, रंग हल्का सावला ,घुंघराले बाल जिनको छोटा कट किया हुआ था ब्राउन आइस मस्कुलर बॉडी दिखने में ही वह बहुत स्मार्ट था ]..... मनन अवीर के सामने चेयर पर बैठकर कुछ फोटो उसके हाथ में देता है जिसमें अवीर ओबेरॉय का कत्ल कर रहा था तभी अचानक केबिन में रुहान की एंट्री हुई उसने जैसे ही मनन को देखा तो चिल्लाते हुए उसके गले लग गया " रूहान मुस्कुराते हुए " मनन मेरे भाई कैसा है तू तभी तो सोचो कि भाई को पुलिस की टेंशन क्यों नहीं है तुझे पता था कि यह केस तेरे पास ही आने वाला है, यह सुन मनन जोर से हंसते हुए बोला AV भाई का बॉडीगार्ड हूं 😤 अगर किसी ने भाई को हाथ भी लगाया तो उसका अंजाम बहुत बुरा होगा उसकी आंखों में अलग ही जुनून था भाई के लिए तो मैंने अपनी पोस्टिंग मुंबई में कार्रवाई 😈..! Av उन पिक को अपने हाथ में लेकर गौर से देख रहा था मनन हिचकिचाते हुए "भाई यह सब नकली हैं फोटोशूट की हुई है क्योंकि मैं अच्छे से जानता हूं कि आप कभी कोई सबूत पीछे नहीं छोड़ते यह ओबेरॉय के आदमियों का ही काम होगा Av एक फोटो को उंगलियों में घुमाते हुए एविल स्माइल के साथ बोला "अविर सिंघानिया को समझना इन जैसे चमचों के बस की बात नहीं यह चाहे कितना भी दम लगा ले इनसे एक कदम आगे ही मिलूंगा और उन फोटो को डस्टबिन मैं फेंककर एक माचिस स्टिक से उसमें आग लगा देता है ...! अवीर अपनी लाल आंखों से उन जलती हुई फोटोस को घूरते हुए सनकी अंदाज में बोला "तेरा खेल हमेशा के लिए खत्म करके रहूंगा मिस्टर रुद्राक्ष खुराना मनन ओर रूहान उसकी बात सुन तिरछा मुस्कुराये... अवीर ग्लास विंडो से बाहर आती जाती गाड़ियों को देखते हुए दमदार आवाज में बोला"मनी जो इंसान तुम्हारे पास यह फोटो लेकर आया था अब ये फोटो उस इंसान को दे देना और अपना फोन निकालकर उस डस्टबिन में जलती हुई फोटो को क्लिक करके देता है....! सना जो वहां अवीर को शेड्यूल बताने आई थी मनन को देख वोह सब समझ गई और धीरे से हंसते हुए बोली आज सिंघानिया और मल्होत्रा फैमिली एक साथ अब किसकी मौत आई है अवीर सर? ... रूहान अपने सीने पर हाथ फेरते हुए भाई का तो पता नहीं पर तुम्हारी यह खूबसूरती मेरी जान जरूर ले लेगी सना उसको देख अजीब सा मुंह बनाकर मनन के पास आकर खड़ी हो गई ... रूहान उसे छेड़ते हुए हस रहा था 🫣। मनन मुस्कुराते हुए , हे सोनू कैसी है तू इस गधे को दो चार लगा क्यों नहीं देती सारी फ्लर्टिंग निकल जाएगी सना अवीर की तरफ देखकर धीरे से "अगर मैंने इसको एक भी थप्पड़ मारा तो AV सर मुझे मार देंगे...! AV रूहान को देख तिरछा मुस्कुराते हुए तुमको अलाउ है सना जो चाहो कर सकती हो रूहान हैरानगी से हुह्ह भाई ये आप क्या बोल रहे हैं...!! अवीर की बात सुन उसका चेहरा छोटा सा हो गया सना शरारत से हंसते हुए, सच्ची सर फिर रूहान को देख अभी बताती हूं बड़ी फ्लर्टिंग आती है ना और उसके पीछे दौड़ते हुए मारने लगी मनी तो रुहान के चेहरे को देख जोर जोर से हंस रहा था अचानक मनन अवीर के पास आकर उसके कॉलर के पास से गुलाब की पंखुड़ियां हटाते हुए भाई यह गुलाब की पंखुड़ियां कहां से आ गई AV ने जैसे ही उन फूलों की पंखुड़ियां को देखा तो उसे वह सब याद आ गया वह खूबसूरत सी लड़की जिसने उसको हिल मारी थी अचानक उसका ध्यान अपने पैर की तरफ गया है यह देख उसे गुस्सा सा आने लगा.. रूहान रुक कर हंसते हुए भाई हिल खाने की प्रैक्टिस कर रहे हैं कि अगर जब भी भाभी उन्हें हिल मारेंगे तो कैसे रिएक्ट करेंगे अवीर अपने गर्दन टेढ़े-मेढ़ी करते हुए सख्ती से बोला "मनन अगर तू जिंदा रहना चाहता है तो एक भी क्वेश्चन नहीं यह सुन मनन एकदम चुप हो गया..! रूहान जो हंस रहा था av की नजर पढ़ते ही वह भी एकदम शांत हो गया उसने इशारे मे मनन को बाद में सब बताने का कहा..... सना अवीर को शांत करते हुए "सर आपके वहां जाने का टाइम हो गया है अवीर मनन को देखते हुए तुम दोनों बैठो मैं बाद में मिलता हूं और केबिन से बाहर निकल गया..! दूसरी तरफ ...!! Sk कॉलेज छवि और नैना एक बड़े कॉलेज के सामने खड़ी थी यह कॉलेज बहुत दूर तक फैला था बहुत थी बड़ी-बड़ी बिल्डिंग ऑडिटोरियम लाइब्रेरी पार्किंग एरिया छवि अपना पहला कदम कॉलेज के अंदर रखते हुए भगवान से प्रार्थना करते हुए बोली "पहला दिन है आज भगवान जी कोई भी गलती मत करवाना वह एक छोटे से बच्चे की तरह बोल रही थी, नैना हंसते हुए जैसे तेरी किस्मत है ना एम श्योर कुछ ना कुछ होकर ही रहेगा ... "यार डरा मत नैना कुछ भी हो बस उस मंदिर वाले लड़के का दोबारा चेहरा कभी ना देखना पड़े तीन बार हिल वोह तो मुझे मार ही देगा "नैना मुस्कुरा न्यू यॉर्क रिटर्न टिकट करवा कर रखते हैं छवि यह सुनकर हंसने लगी और अपने बाल झटकते हुए क्लास की और बढ़ गई उन्होंने जैसे ही क्लास में क़दम रखा ज्यादातर रूम लड़कियों से भरा था लड़के थे बट बहुत कम...; नैना हैरानगी से चारों तरफ देखते हुए क्या हम क्लास में ही आए हैं ना तभी एक लड़की की आवाज आई "यार आज तो वही हैंडसम सर आ रहे हैं आज सिर्फ उनको देखने के लिए ही यहां आई हूं साथ वाली लड़की आधा कॉलेज फ्राइडे और सैटरडे को ही आता है ताकि सर की एक झलक देख ले यार वह तो प्राइवेट ट्यूशन भी नहीं देते ... छवि मुंह बिगाड़ते हुई अजीब पागल लोग हैं एक बुड्ढे प्रोफेसर के लिए इतना प्यार और पीछे की तरफ बढ़ गई..... एक लड़का क्लासरूम के दरवाजे के पास चिपक कर खड़ी लड़कियों को देख गुस्से ओर चिढ़न भरी आवाज में बोला"यार इस प्रोफेसर की भी हमसे ज्यादा फैल फॉलोइंग है इतना स्ट्रिक्ट है फिर भी यह लड़कियां उसके लिए पागल है 😡...! छवि लास्ट सीट पर बैठते हुए बड़बड़ाई "मुझे लगा था मैं अकेली पागल हूं बट मुझे बड़े पागल यहां पर बैठे हैं, एक लड़का क्लास में आकर सबको देख सख्त आवाज में बोला"आप सब बैठ जाइए सर अभी आने ही वाले हैं और बाहर के तरफ बढ़ गया सभी अपनी सीट पर जाकर बैठ गए तभी एक लग्जरी कार कॉलेज में इंटर होती है बाहर खड़े लड़की लड़के तो कार से निकलने वाले इंसान के लिए पलके बिछाए बैठे थे....! वोह जैसे ही कर से बाहर निकला लड़कियों की तो सांसे ही थम गई वहीं लड़कों उसको देखकर ही बुरा हाल था व्हाइट शर्ट जिसके तीन बटन खुले थे ब्लैक ब्लेजर ब्लैक जींस एक हाथ में महंगी वॉच, आंखों पर ब्लैक गॉगल्स, ब्रांडेड शूज .... वोह बिना किसी की तरफ देखे सीधे क्लास की तरफ बढ़ गया इस समय उसका एक हाथ पैंट की पॉकेट में थे वोह रोब से चलता हुआ क्लास की तरफ बढ़ गया उसके साथ दो टीचर और भी थे  B.A क्लासरूम.. छवि "ओ गॉड कॉलेज का पहला दिन पहले लेक्चर अपना आशीर्वाद दीजिए भगवान जी ताकि बस एक बार डैड को प्राउड फील करवा दूं उसके बाद जान भी ले लोगे ना तो उफ़ तक नहीं करूंगी और जैसे ही आंखों को खोलकर सामने देखती है टीचर्स के साथ अवीर को देख उसकी आंखें फटी की फटी रह गई ....! अवीर अपनी रौबदार आवाज में बोला, गुड मॉर्निंग एवरीवन.....!! गुड मॉर्निंग सरर.....
अवीर को क्लासरूम में देखते ही छवि की साँसें अटक गईं। वह खुद को छिपाने की कोशिश करने लगी, लेकिन तब तक अवीर की नज़रों में आ चुकी थी। अवीर भी उसे वहाँ देखकर काफी शॉक में था। पहले उसे कुछ समझ नहीं आया, लेकिन कुछ सेकंड बाद उसके होठों पर एक एविल स्माइल थी। 😈
छवि ने AV की नज़रें खुद पर पड़ते देख कसकर अपनी आँखें बंद कर लीं और बड़बड़ाई, "यह पक्का मुझसे बदला लेंगे। 😣"
नैना धीरे से हँसते हुए बोली, "अब क्या होगा छवि...?"
अवीर हफ़्ते के 2 दिन, फ़्राइडे और सैटरडे को, स्टूडेंट्स को लेक्चर देने आता था। उसने अपनी स्टडी यहीं से कंप्लीट की थी। वह कॉलेज का टॉपर था। यहाँ के प्रोफ़ेसर्स ने उसे स्टूडेंट्स को लेक्चर देने के लिए काफी रिक्वेस्ट किया था, लेकिन उसे अपने डैड का इतना बड़ा बिज़नेस संभालना था। प्रोफ़ेसर्स के इतनी रिक्वेस्ट करने पर उसने सिर्फ़ दो दिन ही बच्चों को लेक्चर देने के लिए चुना था।
अवीर ने पीयून से न्यू स्टूडेंट्स की फ़ाइल्स मँगवाईं और उन्हें चेक करने लगा। लेकिन उसकी नज़रें बराबर छवि पर थीं। तभी उसके हाथ में छवि की फ़ाइल आई। अवीर ने जैसे ही उसमें छवि की फ़ोटो देखी, तो उसने मन ही मन बोला, "तो इस स्टुपिड गर्ल का नाम छविका खुराना है?" फिर कुछ सोचते हुए मुस्कुराया, "अब आएगा खेल में मज़ा।😈"
AV सभी फ़ाइल्स देखने के बाद धीरे-धीरे चलते हुए छवि की टेबल के पास आया और उसकी बेंच पर जोर से टैप करते हुए बोला, "मिस छविका खुराना, न्यू यॉर्क रिटर्न।" और गहरी नज़रों से उसे देखने लगा। बाकी सब तो उसे देखने में मगन थे। वहीं एक लड़की, प्रिया, छवि को देख गुस्से से आग-बबूला हो गई और बोली, "अवीर सर ने मुझे तो कभी मेरे नाम से नहीं बुलाया!😡 और इस लड़की को पहले दिन ही!😡 देख लूँगी। AV सर सिर्फ़ मेरे हैं, सिर्फ़ मेरे!" उसकी आँखों में गुस्सा साफ़ दिखाई दे रहा था।
छवि अवीर को देख अटकते हुए बोली, "ह...ह...कौ...कौन?" अवीर उसे देखकर एक कोल्ड लुक दिया। नैना छवि के पैर पर हल्के से मारते हुए उसे आँखें दिखाईं। छवि अटकते हुए बोली, "ओह...म...मे... छवि...यस सर।😟" अवीर हल्का सा मुस्कुराकर बोला, "वेलकम टू द एस के कॉलेज। तुम्हें यहाँ बहुत मज़ा आएगा।😈" छवि को उसके कहे गए शब्द तो कुछ ख़ास समझ नहीं आए, लेकिन उसकी स्माइल देख उसकी दिल की धड़कनें ज़रूर बढ़ गईं।
अवीर ने एक नज़र पूरी क्लास को देखकर बोलना शुरू किया। वह एक-एक चीज़ इतने डिटेल्स में बता रहा था कि छवि तो उसे देखते ही रह गई। वह अपनी पलकें झपकना तक भूल चुकी थी। उसके हाथों के मूवमेंट्स, उसकी पर्सनालिटी...ये देख छवि समझ चुकी थी कि यह कोई आम बंदा नहीं है। AV बोलते-बोलते छवि की तरफ़ देखा, जो उसे बहुत ध्यान से देख रही थी। जैसे ही छवि ने देखा कि अवीर की नज़रें उस पर हैं, वह अपना चेहरा झुका लेती है। उसके बाद उसने एक बार भी चेहरा ऊपर नहीं उठाया, पर अवीर की नज़रें खुद पर महसूस ज़रूर कर पा रही थी। AV की आँखों में गहरे भाव थे।
क्लास ख़त्म होने का टाइम हो गया। सभी स्टूडेंट्स बाहर निकल रहे थे। लास्ट में नैना और छवि निकलने लगीं। अवीर छवि को रोकते हुए बोला, "मिस छविका खुराना, 1 सेकंड..."
छवि घबराते हुए बोली, "ज...जी सर..." अवीर पीयून से कहकर कुछ पेपर्स के बंडल्स मँगवाकर छवि के हाथों में रखते हुए बोला, "यह आपका आज का होमवर्क, मिस छवि।" छवि ने जैसे ही इतने सारे बंडल्स देखे, उसका दिमाग़ ख़राब हो गया। वह चिढ़ते हुए बोली, "सर, यह क्या है?" अवीर एक शरारती मुस्कुराहट देते हुए बोला, "यह तो आपको अपनी प्रोफ़ेसर को चेक आउट करने से पहले सोचना चाहिए था, मिस छविका। पनिशमेंट तो बनती है।" छवि अपनी नज़रें झुकते हुए इधर-उधर देखने लगी और धीमे से बोली, "मैंने ऐसा कुछ भी नहीं किया और अपने आप को कोई सेलिब्रिटी मत समझिए सर, आप कहीं से भी कोई टीचर नहीं लगते...😏"
अवीर को उसकी बातों पर जरा भी गुस्सा नहीं आया। वह हल्के से मुस्कुराकर उसके कान के पास अपने गर्म साँसें छोड़ते हुए बोला, "अगर होमवर्क टाइम पर नहीं मिला, तो मेरी नेक्स्ट क्लास में आने की ज़रूरत नहीं है।" और वहाँ से जाने लगा। तभी पीछे मुड़कर दोबारा बोला, "एंड नेक्स्ट टाइम जब किसी को देखो, तो पलकें ज़रूर झपका लेना। ऐसे चेक आउट करना कि सामने वाले को पता ना चले।" और शरारत से मुस्कुराता हुआ चला गया।
छवि का मुँह खुला का खुला रह गया। सबसे ज़्यादा खुद पर हैरानी हुई। उसने उसे पलटकर जवाब क्यों नहीं दिया? नैना हँसते हुए बोली, "ओह, वो तो चले गए। अब क्या दीवार में छेद करेगी?" छवि नैना के शोल्डर पर थप्पड़ मारते हुए चिल्लाई, "दुआ कर कि मैं उसे कभी दोबारा ना मिलूँ!" फिर मन ही मन खुद से बोली, "पता नहीं उन्हें देखकर हार्टबीट क्यों इतनी बढ़ गई? इतना अजीब सा क्यों लग रहा था...?"
नैना उसका ध्यान भटकाते हुए बोली, "चल, अब शाम को डिनर के लिए वहाँ जाना है।" छवि अपने माथे पर हाथ रखते हुए बोली, "हाँ, मैं तो भूल ही गई। चल, जल्दी..."
कॉलेज ख़त्म होने के बाद अवीर सीधा अपने ऑफ़िस के लिए निकल गया। वह अपने केबिन में बैठा कुछ इम्पॉर्टेंट फ़ाइल्स चेक कर रहा था, तभी उसकी मॉम का कॉल आया।
"अवीर: यस मॉम!!!"
मीरा एक्साइटेड होकर बोली, "बच्चा, आज घर पर गेस्ट आ रहे हैं। जल्दी आ जाना।"
अवीर अपने काम में मगन होकर बोला, "मैं वहाँ आकर क्या करूँगा?"
"गेस्ट का वेलकम।😁"
अवीर चिढ़कर बोला, "मॉम!🤨"
मीरा हल्के गुस्से से बोली, "जल्दी घर आओ। तुम्हारा ऑफ़िस कोई डूब नहीं जाएगा। चुपचाप आ जाना, वरना तुम्हारी मॉम को जानते ही हो।" और फ़ोन कट कर दिया। अवीर अपनी मम्मी की ऐसी धमकी सुनकर मुस्कुराने लगा।
तभी रूहान उसके कंधे पर टैप करते हुए बोला, "क्या हुआ? आज बड़े ही अच्छे मूड में लग रहा है।"
AV कुछ सोचते हुए बोला, "कुछ नहीं, बस आज कॉलेज में काफ़ी मज़ा आया। सोच रहा हूँ 2 दिन की जगह डेली की क्लास लूँ।😉"
वहीं दूसरी ओर छवि AV को खुद से दूर रखने का सोच रही थी। वहीं AV के दिमाग़ में कुछ अलग ही ख़ुराफ़ाती चल रहा था। वह उसके और करीब जाने के बारे में सोच रहा था। रूहान अवीर को देख हैरान हो गया। अवीर अपना ब्लेज़र उठाते हुए केबिन से बाहर निकल गया।
शाम के समय...
सिंघानिया हाउस
मीरा घर पर ही थी, तभी डोर बेल बजी। साबिर और मीरा जैसे ही डोर के पास गए, दरवाज़े पर छवि और नैना खड़ी थीं। उन्हें देख मीरा खुलकर मुस्कुराई। दोनों ने उनके पैर छुए। मीरा उन्हें अपने गले से लगाते हुए बोली, "कब से तुम दोनों का इंतज़ार कर रही हूँ। हमेशा खुश रहो बच्चों..."
छवि मुस्कुराते हुए बोली, "आपने हमें यहाँ बुलाया, उसके लिए थैंक यू आंटी।"
साबिर बोला, "इसमें थैंक यू क्या, बेटा? तुम भी हमारे बच्चों जैसे ही हो।" छवि ने जैसे ही साबिर के मुँह से "बच्चा" सुना, तो उसके फ़ेस पर एक प्यारी सी मुस्कुराहट आ गई, क्योंकि उसे तो अपनी मॉम के अलावा आज तक किसी ने भी प्यार नहीं किया था। दिल की बात उसने शायद ही कभी नैना के साथ शेयर की हो। छवि बाहर से जितनी भी मुस्कुराती थी, लेकिन अंदर से उतनी ही टूट चुकी थी।
मीरा दोनों को घर के अंदर बुलाती है। छवि ने जैसे ही घर के अंदर कदम रखा, उसका दिल अजीब से अंदाज़ में धड़का। वह गहरी साँस लेते हुए सोची, "यह कैसा एहसास है? ऐसा क्यों लग रहा है जैसे मैं यह सब जानती हूँ? मेरा दिल यह क्यों इतना धड़क रहा है?"
मीरा बोली, "तुम दोनों यहाँ बैठो, मैं तुम्हारे लिए काफ़ी लेकर आती हूँ।"
छवि जल्दी से उन्हें रोकते हुए बोली, "नहीं-नहीं, मैं भी आपकी हेल्प करूँगी।"
नैना छवि को घूरते हुए बोली, "हेल्प? और तू? जितने प्यार से आंटी ने घर के अंदर बुलाया है, उसने ज़्यादा धक्के मारकर निकाल देंगे।😏"
मीरा मुस्कुराते हुए बोली, "श्योर, आओ।" छवि मुस्कुराते हुए उनके साथ किचन में चली गई। नैना हैरान होकर सोची, "इसे हेल्प के लिए कोई मना क्यों नहीं करता?😒" छवि किचन में मीरा जी की हेल्प कर रही थी। मीरा छवि के साथ बहुत ही फ़्रेंडली बातें कर रही थी। तभी साबिर की आवाज़ आई, "मीरा, मेरी फ़ाइल्स कहाँ रखी हैं?"
मीरा हँसते हुए बोली, "साबिर जी, आँखें खोलकर देखिए..."
छवि मुस्कुराते हुए बोली, "आंटी, आप जाइए, मैं देख लूँगी..." लेकिन मीरा प्यार से उसके दोनों हाथ पकड़ते हुए बोली, "आपने बोला ना कि हम आपके बच्चे जैसे हैं, काफ़ी तो मैं बना ही दूँगी। आप अंकल के पास जाइए।" मीरा प्यार से उसके गाल को छूते हुए बोली, "ठीक है बेटा।" और बाहर चली गई।
कुछ देर बाद
अवीर की कार घर के बाहर आकर रुकी। उसने इस समय कान में एयरफ़ोन लगा रखे थे, लेकिन घर पहुँचते ही उसे कुछ अजीब सा फील हुआ। उसने अपने एयरफ़ोन उतारे और इधर-उधर देखा और अपने दिल पर हाथ रखते हुए सोचा, "मैं रोज़ घर आता हूँ, बट आज तक ऐसा कभी फील नहीं हुआ।" और जैसे ही उसने अपने कदम घर के अंदर बढ़ाने लगे, उसकी हार्टबीट बढ़ती गई।
रूहान बोला, "क्या हुआ भाई? क्या सोच रहे हो?"
अवीर इधर-उधर देखते हुए फिर जल्दी से एक्सप्रेशन चेंज कर वापस अपने कोल्ड लुक में आ गया और बोला, "कुछ नहीं।" और मीरा को आवाज़ देते हुए किचन की तरफ़ बढ़ने लगा।
छवि कॉफ़ी बनाकर ट्रे में रख रही थी। अवीर किचन के अंदर आकर तेज आवाज़ में बोलते हुए बोला, "मॉम, मेरी कॉफ़ी कहाँ है? सुबह से कॉफ़ी नहीं पी। जल्दी दीजिए!" छवि आवाज़ सुनते हुए हैरानी से पीछे मुड़ी। जैसे ही वह पीछे मुड़ी, वह अवीर से टकरा गई। उसके हाथ में पड़ी कॉफ़ी का गिलास अवीर के ब्लेज़र पर गिर गया। कॉफ़ी गर्म थी। छवि आँखें बंद करके धीरे से बोली, "हे भगवान!🤦"
अवीर छवि को देखकर चिल्लाया, "हे तुम...स्टुपिड लड़की! यहाँ तुम मेरे घर पर क्या कर रही हो?" उसके इतना तेज चिल्लाने से छवि बहुत डर गई और उसके ब्लेज़र से कॉफ़ी साफ़ करते हुए बोली, "सॉरी-सॉरी, मैं तो बस मदद कर रही थी। मैंने यह जान-बूझकर नहीं किया।🥺"
काफी समय तक उनके साथ हँसी-मज़ाक करने के बाद, दोनों थकी-हारी अपने-अपने घर आ गईं और सोने के लिए अपने कमरों की ओर बढ़ गईं। नैना कुछ सोचती हुई...
छवि: "हूँह..."
नैना: "तुझे अकेले जॉब करने की ज़रूरत नहीं, मैं भी तेरे साथ करूँगी। माना हम बचपन से फ़्रेंड हैं, पर हर बार तू ही मुश्किल क्यों ले? मैं भी करूँगी।" छवि मुस्कुराते हुए नैना का हाथ अपने हाथ में पकड़ कर प्यार से समझाती हुई बोली, "नैना, तू हर बार हर काम में मेरे साथ रही है, चाहे वो अच्छा हो या बुरा। इस बार मुझे करने दे, तू बस अपनी स्टडी पर ध्यान देगी।"
नैना: "लेकिन..."
छवि उसे घूरते हुए बोली, "मेरी फैमिली की जगह सिर्फ़ तू मेरे साथ है। तू ही मेरी फैमिली है। प्लीज़ मुझे ये काम अकेले करने दे।" नैना कुछ बोल नहीं पाई। छवि मुस्कुराते हुए उसे सोने के लिए भेज देती है।
नैना को उसके कमरे की ओर भेजकर, छवि गहरी साँस लेती हुई बोली, "तुझे कभी कोई तकलीफ नहीं होने दूँगी नैना।" और खुद भी सोने चली गई। अपने बेड पर गिरते ही, छवि मुस्कुराते हुए बड़बड़ाई, "कितना सुकून है यहाँ पर!" और पूरे दिन में जो कुछ भी हुआ, वह सब याद करने लगी। कुछ देर बाद वह गहरी नींद में सो गई।
उसने सपने में देखा कि अवीर ने उसे कमर से कसकर पकड़ रखा था। वह उसे गुस्से से देख रहा था और धीरे-धीरे अपना चेहरा उसकी ओर बढ़ाने लगा। जैसे ही उनके होंठ आपस में मिलते, छवि झटके से उठ बैठी और तेज़-तेज़ साँस लेने लगी। उसकी हार्टबीट बहुत तेज़ थी। छवि डर के मारे काँपती हुई बोली, "मैं भूल कैसे गई? मुझे तो असाइनमेंट भी कंप्लीट करना है!"
वह स्टडी टेबल पर जाकर उन पेपर्स को देखने लगी और सुस्त सी आवाज़ में बोली, "पूरी रात भी लगा लूँ, ये तो तब भी कंप्लीट नहीं होगा। 🥺 I hate you अवीर सर।" और उसे कोसते हुए काम करने लगी।
अवीर अपने कमरे में लेटा हुआ था और उस लॉकेट को देखकर मुस्कुरा रहा था। रूहान: "क्या हुआ भाई? क्या सोच रहा है?" अवीर उस लॉकेट को देख मुस्कुराता हुआ बोला, "कुछ नहीं, बस कल क्लास में बहुत मज़ा आने वाला है।" और अपने ख्यालों में खोया, ना जाने कब सो गया।
अगली सुबह...
छवि पूरी रात जागकर असाइनमेंट बनाती रही और सुबह क्लास में पूरे एटीट्यूड के साथ बैठी थी। छवि मन ही मन मुस्कुराते हुए सोच रही थी, "मिस्टर अवीर, तुम्हें मेरी स्पीड का पता नहीं है। बस जल्दी आ जाओ, कहाँ रह गए..." तभी क्लास में एक टीचर इंटर करते हैं, लेकिन वह कोई और थे। छवि कन्फ़्यूज़ होकर बोली, "ये कौन है? अवीर सर कहाँ हैं?"
नैना हैरान होकर बोली, "कोई तुझे नहीं पता? अवीर सर सिर्फ़ २ दिन ही लेक्चर लेते हैं। आज उनका लेक्चर नहीं है, नेक्स्ट वीक है।" ये सुनते ही छवि के चेहरे पर अनेक भाव आकर चले गए। उसे समझ नहीं आया, वह हँसे या रोए। वह सुर्ख लाल आँखों से कभी नैना को देखती, कभी सामने खड़े टीचर को, फिर अपने पेपर के बंडल को...
नैना धीरे से हँसते हुए बोली, "अवीर सर, तुझे बुद्धू बन गए!" छवि गुस्से से अपने बाल नोचते हुए बोली, "😡 मैंने पूरी रात जागकर काम किया, सोई भी नहीं! फिर चिल्लाते हुए बोली, "मैं आपको छोड़ूँगी नहीं अवीर सर! 😠"
अवीर अपने केबिन में बैठा था। उसके चेहरे पर छोटी सी मुस्कुराहट थी। वह मन ही मन बोला, "आई एम डैम श्योर उसने सब असाइनमेंट बना लिए होंगे, लेकिन मैं भी तुमसे दो कदम आगे हूँ, मिस स्टुपिड। काश कि तुम्हारा वो चेहरा देख पाता, कितनी क्यूट लग रही होगी!" फिर उसे ध्यान आया उसने क्या बोल दिया। अवीर खुद ही बड़बड़ाया, "मैंने उसको क्यूट बोला!"
रूहान को अवीर में आए बदलाव काफ़ी अच्छे लग रहे थे, बट वह कुछ कन्फ़्यूज़ भी था। रूहान उसे छेड़ते हुए बोला, "वैसे भाई, हँसते हुए एकदम हीरो लगता है!" अवीर अपना चेहरा सख्त बनाते हुए बोला, "ज़्यादा बकवास की, ऑफ़िस से फ़ायर कर दूँगा।" रूहान हँसकर उसे चिढ़ाते हुए बोला, "भाई, आपकी यही अदा पर लड़कियाँ मारती हैं! हायययय! 😉" अवीर उसकी बचकानी सी बात पर सिर हिलाता रह गया।
दोपहर का वक़्त...
छवि अवीर को कोसते हुए कॉलेज के बाहर निकली। नैना भी उसकी बड़बड़ाहट पर मुस्कुराती हुई उसके पीछे आती हुई बोली, "यार छवि, अब बस भी कर! कितना कोसेंगी उनको? 🤦" छवि बच्चों जैसे रूठते हुए बोली, "वोह बहुत हैं! वह शातिर इंसान है, घटिया, वाहियात, अकड़ू, गुंडा कहीं का! 😡🥺" वह ऑफ़िस पहुँचने तक न जाने कितनी बार उसे इन नामों से पुकार चुकी थी।
नैना उसे प्यार से बोली, "ये छोड़, देख तेरा ऑफ़िस आ गया। बेस्ट ऑफ़ लक! अपना ध्यान रखना!" छवि: "मैं तो एकदम सही हूँ, ख्याल तो अवीर खुराना को रखना पड़ेगा।" नैना उसे समझाकर टैक्सी से घर की ओर चली गई। इधर, छवि ने जैसे ही ऑफ़िस में कदम रखा, सभी की नज़रें उसी पर आकर टिक गईं। वह लग ही इतनी क्यूट रही थी।
छवि रिसेप्शन पर जाकर पूछती है, "हेलो मैम, मुझे मिस्टर अवीर सिंघानिया से मिलना है। उनका केबिन किधर है?" सना एक नज़र उसे ऊपर से नीचे देखते हुए बोली, "यहाँ से फ़ोर्थ फ़्लोर पर सेकंड रूम है।" छवि उसे थैंक्स बोलकर वहाँ से चली गई। एक इंसान ऑफ़िस से कुछ दूरी पर खड़ा तिरछा मुस्कुरा रहा था। तभी वह गुस्से में बोला, "अब तेरा खेल कल ख़त्म! तूने मेरी बेइज़्ज़ती की थी ना, मुझे थप्पड़ मारा था! बहुत गुर्ूर है ना अपने आप पर? अब देख तू! 🤬"
इधर छवि लिफ़्ट से 4th फ़्लोर पर गई। उसे काफी डर लग रहा था, पर न जाने क्यों उसे अवीर को भी देखने की जल्दी थी। वह अपने फ़िंगर से अपने लॉकेट को दबा रही थी। जब वह नर्वस होती है तो यही काम उसे आता है। वह कभी अपने लिप्स बाइट करती है। जैसे ही उसने फ़ोर्थ फ़्लोर देखा, तो वहाँ पर सारे ही रूम एक जैसे थे। उसे अब समझ ही नहीं आया कहाँ जाए। वह एक रूम के पास रुक गई। वहाँ बड़े-बड़े अक्षरों में "मिस्टर अवीर सिंघानिया" लिखा था। नीचे छोटे लेटर में भी लिखा था, "नोट फ़ॉर आउटसाइडर: स्ट्रिक्टली वार्निंग।" पर उसने इन पर ध्यान नहीं दिया और गहरी साँस लेकर रूम के अंदर चली गई।
अवीर अपने केबिन में था, लेकिन तभी उसे बेचैनी सी होने लगी। उसने जल्दी घर पर कॉल किया, "हेलो मॉम, डैड, आप सब ठीक तो हैं ना?" मीरा मुस्कुराते हुए बोली, "हाँ बेटू, मैं और तुम्हारे डैड अभी कुछ फ़ाइलें चेक कर रहे हैं, लेकिन तुमने एकदम से ऐसा क्यों पूछा?" अवीर रिलैक्स फ़ील करते हुए बोला, "कुछ नहीं मॉम, बस आपकी आवाज़ सुननी थी। वोह मुझे काम है, मैं फ़ोन रखता हूँ।" और जल्दी से फ़ोन कट कर देता है। फिर गहरी साँस लेते हुए बोला, "शायद मेरा वहम होगा..."
अवीर अपना सर झटकते हुए बोला, "तू बहुत सोच रहा है अवीर! काम पर फ़ोकस कर!" और दोबारा कंप्यूटर में कुछ मेल चेक करने लगा।
दूसरी तरफ़...
छवि जैसे ही उस रूम के अंदर जाती है, उसे रूम में बहुत सारी फ़ाइलें दिखीं जिन पर "इम्पॉर्टेंट" लिखा था। छवि इधर-उधर देखकर रूम को चेक करते हुए बड़बड़ाई, "यहाँ तो कुछ नहीं है, सिर्फ़ कबाड़ ही भरा लगता है! गलत जगह आ गई तू छवि!" और जैसे ही डोर ओपन करने लगी, पर डोर तो लॉक था।
छवि तेज़ आवाज़ से डोर को पीटते हुए चिल्लाई, "ये खुल क्यों नहीं रहा?" तभी उसे किसी के कदमों की आहट सुनाई दी। उसने जैसे ही पीछे मुड़कर देखा, तो हैरान रह गई।
नीचे पार्किंग एरिया के पिलर के पास एक परछाई दिखाई दे रही थी, जिसका चेहरा अंधेरे के कारण साफ़ दिखाई नहीं दे रहा था। वह धीरे-धीरे कुछ गिनती करने लगा, "फ़ाइव... फ़ोर... थ्री... टू... वन... बूम!" और जोर-जोर से शैतानी हँसी हँसने लगा। एक धमाके की आवाज़ से पूरे ऑफ़िस में अफ़रा-तफ़री का माहौल हो गया और चिल्लाने की आवाज़ें आने लगीं। अवीर और रूहान, जो अपने-अपने केबिन में बैठे काम कर रहे थे, चिल्लाने की आवाज़ सुनकर बाहर आकर देखते हैं, तो हैरान हो जाते हैं। सब लोग इधर-उधर भाग रहे थे, कोई नीचे गिरा हुआ था। हर तरह की अफ़रा-तफ़री थी!
ये देख अवीर का चेहरा काला पड़ गया। वह चिल्लाते हुए बोला, "ये यहाँ क्या हो रहा है?" एक एम्प्लॉयी हड़बड़ाते हुए बोला, "सर, वह फ़ोर्थ फ़्लोर पर आग लग गई है, जहाँ आपकी इम्पॉर्टेंट फ़ाइलें रखी थीं, और आग तेज़ी से बाकी रूम्स की तरफ़ फैलती जा रही है।" रूहान हैरान होकर बोला, "बट लेकिन फ़ायर अलार्म, वोह क्यों नहीं बजे हैं?"
अवीर तेज़ी से सबको बाहर निकालते हुए रूहान से बोला, "अभी ये सोचने का टाइम नहीं! सबको लेकर जल्दी से यहाँ से निकलो! किसी को कुछ होना नहीं चाहिए।"
रूहान और अवीर सबको वहाँ से सेफ़ली निकालने में मदद करने लगे। वह सबको सेफ़्टी ऑफ़िस के बाहर ले आए और फ़ायर ब्रिगेड को कॉल करते हैं। जैसे-जैसे आग बढ़ती जा रही थी, वैसे-वैसे अवीर का दिल और ज़्यादा बेचैन होता जा रहा था। अवीर अपने सीने को मसलते हुए बोला, "ये मुझे क्या हो रहा है? इतनी घबराहट क्यों हो रही है? 😵💫" फिर चिल्लाते हुए बोला, "सब आ गए ना? कोई अंदर रह तो नहीं गया ना...?"
तभी रिसेप्शनिस्ट लड़की, रोशनी ने घबराते हुए बोला, "सर, आज आपसे मिलने एक लड़की आई थी, वोह यहाँ नहीं है।" अवीर हैरानी से बोला, "मुझसे मिलने? मुझसे मिलने तो कोई नहीं आया।" रोशनी इधर-उधर देखते हुए बोली, "क्या नाम था... हाँ, छवि का! वही आई थी सर, वो... वो यहाँ नज़र नहीं आ रही..."
छवि का नाम सुन अवीर वहीं जम गया। उसकी आँखें हैरानी से खुली रह गईं। वह बिना अपनी परवाह किए वापस ऑफ़िस के अंदर भागा।
पीछे से रूहान उसे रोकने की कोशिश कर रहा था, "पागल मत बन!" लेकिन तब तक अवीर अंदर जा चुका था। वह हर फ़्लोर में चेक करते जा रहा था। वह फ़ोर्थ फ़्लोर पर पहुँचा, जहाँ पर आग लगी हुई थी। अवीर गुस्से और घबराहट से कुछ रूम्स की तरफ़ बढ़ते हुए बोला, "छवि, कहाँ हो तुम? तुमको सच में तबाही करने को नहीं बोला था! 🤦😡🥺"
_____________ अब आगे..... छवि ने जैसे ही पीछे मुड़कर देखा तो शॉक हो गई और लड़खड़ाते हुए दो कदम पीछे हो गई रूम के कॉर्नर में लगे कार्टेन से आग की लपटे निकल रही थी और आग तेजी से बढ़ती हुई बुक्शेल्फ की तरफ जा रही थी छवि हैरानगी और डर से लड़खड़ाती आवाज में बोली य... यह क्या है आग 😱और जल्दी से दोबारा डोर खोलने की कोशिश करने लगी वोह बहुत ज्यादा डर चुकी थी ... वोह फिर अटकती आवाज में बोली "प्लीज कोई है दरवाजा खोलो उस रूम में सिर्फ डॉक्यूमेंट ही डॉक्यूमेंट भरे थे इसलिए आग तेजी से हर तरफ बढ़ती जा रही थी कुछ ही देर में वो रूम धुएं से भर गया.... वहीं दूसरी तरफ....... अवीर थर्ड फ्लोर की तरफ गया जहां से आग फैलनी शुरू हुई थी उसने देखा कि कुछ रूम तो पूरी तरह से जलकर बर्बाद हो गए हैं अवीर उस तरफ जा भी नहीं पा रहा था अवीर घबराई आवाज में छवि का नाम पुकारते हुए हर रूम को चेक करने लगा लेकिन उसे छवि कहीं नहीं मिली वोह परेशानी भरी आवाज में बोला "कहां हो छवि 😮💨.... इधर छवि ने रूम के हर कोने को देखा कि वहां कोई खिड़की वगैरह हो लेकिन वहां ऐसा कुछ नहीं था छवि का दम घुटने लगा था उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी चेहरा लाल पड़ गया था वो लगातार खांसे जा रही थी और चिल्ला चिल्ला कर रोए जा रही थी काफी देर रोने और चिल्लाने से उसकी आवाज बैठने लगी वह आग से बचने के लिए दूसरे डोर के पास जाकर चिपक के खड़ी हो गई और डर से कांपती आवाज में बोली "भगवान जी यह क्या हो रहा है मैं इतनी जल्दी नहीं मरना चाहती वह जिस तरफ खड़ी थी अचानक उस तरफ से एक बुक शेल्फ गिरने लगी जिसे देखकर वह डर के मारे अपने कान बंद कर लेती है और जोर से रोते हुए चिल्लाई "कोई है प्लीज दरवाजा खोलो😭...... अवीर सर 🥺!! इधर अवीर जो सीढ़ियों से भागता हुआ उसी फ्लोर की तरफ आ रहा था उसने जैसे ही छवि के चिल्लाने की आवाज सुनी वह भागता हुआ इस दरवाजे के सामने अपने हाथ रख जल्दबाजी से छवि आर यू इंसाइड ????...! छवि जिसने डर के कारण अपने कान और आंखें बंद की हुई थी अवीर की आवाज सुनते ही वह जल्दी से दरवाजे के छोटे से छेद से बाहर की तरफ देखने लगी और रोती हुई बोली "अवीर सर आप यहां क्या कर रहे है.... अवीर उसकी ऐसे बचकानी पास सुनकर उसे गुस्से से देखते हुए बोला सर्कस का खेल देखने आया हूं ! छवि रोते हुए चेहरे पर हल्की सी स्माइल लिए आप मुझसे मजाक कर रहे हैं ना अवीर उसे घुरकर तो शुरू किसने किया है अफ़कोर्स तुम्हारे लिए आया हूं और छविका को एक और हटने का बोल जोर जोर से दरवाजे को धक्के मरने लगा दो धक्कों में ही दरवाजा खुल गया उसने जल्दी से दरवाजे के अंदर जाकर देखा वहां पर हर कोने में आग की लपटे निकल रही थी और छवि दरवाजे के पास खुद को आग से बचाने के लिए चिपकर खड़ी थी उसका छोटा सा चेहरा लगातार रोने की वजह से लाल हो चुका था और सांसे बहुत तेज चल रही थी उसकी हालत बहुत खराब थी लेकिन अवीर को देख उसने राहत की सांस ली और जैसे ही गिरने लगी अवीर ने जल्दी से उसके पास पहुंचकर उसको कंधे से पकड़ वही नीचे बिठा दिया....! अवीर ने छवि के गालों को थपथपाते हुए कहा छवि गेट अप लेकिन छवि ने आंखें नहीं खोली जिसे देख अवीर का दिल बुरी तरीके से धड़कने लगा उसके हाथ कांपने लगे थे अवीर ने छवि को कसकर अपने चेस्ट से लगा लिया उसने उसको इतना टाइट गले लगा रखा था कि वह अगर उसने उसे 1 मिनट के लिए भी अकेला छोड़ा तो वह उससे दूर हो जाएगी  छवि ने जैसे ही अवीर के शरीर की गर्माहट महसूस थी वो उसके गले लगकर फफक फफक कर रो पड़ी और अटकते हुए बोली "स..सर य..येह सब कैसे, क्या है फिर लड़खड़ाती आवाज में, डोर की तरफ देखते हुए यह डोर भी नहीं खुल रहा था यहां पर कोई विंडो भी नहीं है मुझे लगा कि मैं वोह अभी इसके आगे बोलती तभी अवीर उसके होठों पर अपनी उंगली रखकर श्श... बच्चा मैं आ गया हूं ना कुछ नहीं होगा तुम्हें !!  उसने अपने बोले हुए शब्दों पर गौर नहीं किया कि उसने क्या बोला है छवि ने जैसे ही यह सुना तो उसको कसकर गले लगा लिया AV उसको आराम से खड़ा करता है उसने एक नजर पूरे रूम को देखा उसकी अब तक की सारी मेहनत सारे डॉक्यूमेंट सब जलकर राख हो रहे थे लेकिन उन्हें इन डॉक्युमेंट से ज्यादा इस वक्त छवि की चिंता थी छवि ने अवीर के चेहरे की तरफ देखा जहां परेशानी के भाव थे....! अवीर ने अपना ब्लेजर निकाला और छवि को पहना दिया ताकि आग की हल्की सी आंच भी उस पर ना पड़े... छवि धीरे से, अवीर... अवीर गौर से उसकी आंखों में देखते हुए " तुम्हें कुछ भी नहीं होगा और उसने अपने एक हाथ से छवि को कवर किया और दरवाजे की तरफ लेकर बढ़ने लगा लेकिन तभी एक बुक्शेल्फ उनके ऊपर गिरने लगी AV को ध्यान नहीं था लेकिन छवि यह देख लेती है और जोर से चिल्लाई अविररर.......... अवीर के ऊपर जैसे ही वह शेल्फ गिरती छवि जल्दी से उसको अपनी तरफ खींचकर अपने गले लगा लिया और खुद उस तरफ पलट गई ताकि अगर वह शेल्फ गिरे तो पहले छवि को लगे...! छवि ने एक सेकंड के लिए भी अपने बारे में नहीं सोचा कि अगर उसके ऊपर वह शेल्फ गिरती तो उसका क्या होता लेकिन तभी उसे महसूस हुआ कि वह शेल्फ अभी तक नहीं गिरी वह जैसे ही अवीर की गर्दन से अपना सर बाहर निकाल कर ऊपर की ओर देखती है तो हैरान हो जाती है अवीर ने एक हाथ से उस शेल्फ को पकड़ा हुआ था और दूसरे हाथ से छवि को अभी भी कवर कर रखा था इस समय उसके हाथ की नसें उभर कर दिखाई दे रही थी उसने न जाने कितने ताकत से उसे पकड़ रखा था उसने अपना हॉट दबाते हुए तेज आवाज में कहा "छविका जल्दी से यहां से निकालो अभी इसी वक्त....! छवि डरकर वैसे ही उसके गले लगे हुए उसकी आंखों में देखते हुए "और आप ???..... अवीर सख्त और गुस्से भरी आवाज में, जितना बोला है उतना करो छवि खुद को बचाओ मैं इससे ज्यादा देर संभाल नहीं सकता यहां से निकालो इसी वक्त 😡...... छवि अवीर के गाल पर अपना हाथ रखते हुए ना मैं सर हिला कर आपको ऐसे छोड़कर बिल्कुल नहीं मैं आपको छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगी सर और अवीर की हेल्प करने के लिए खुद भी उस शेल्फ को धक्के मारने लगी...! अवीर चिल्लाते हुए, छवि पागल मत बनो जाओ यहां से प्लीज छवि भी उसकी तरफ देखकर गुस्से से बोली ऐसे अकेले जाकर बचने से अच्छा होगा कि आपके साथ ही मर जाऊं लेकिन आपको छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगी कहीं नहीं भगवान भी मुझे कभी माफ नहीं करेंगे...! इस समय दोनों को ही अंदाजा नहीं था कि वह क्या क्या बोले जा रहे हैं उन्होंने देखा कि आग उस शेल्फ की तरफ बढ़ रही है उन्होंने काफी मशक्कत के बाद उस शेल्फ को दूसरी तरफ गिरा दिया अवीर जल्दी से छवि का हाथ पकड़ कर उसे बाहर की तरफ खींच कर ले आया पूरा फ्लोर खाली था रूहान ने सबको सेफ्टी उनके घर तक पहुंचा दिया अवीर जल्दी से उसे लेकर नीचे की तरफ बढ़ने लगा वह नीचे जाकर सबसे नीचे वाले फ्लोर पर छवि को छोड़कर एक तरफ बैठ गया और गहरी गहरी सांसे लेने लगा उसकी हालत खराब होने लगी छवि कुछ बोलने वाली थी लेकिन उसकी हालत देख वह काफी घबरा गई अवीर को आग और धुएं की वजह से खांसी आ रही थी पहले तो छवि को लगा कि शायद धुएं की वजह से उसे ऐसा हुआ है लेकिन अवीर की हालत लगातार खराब होने से वह बहुत ज्यादा घबराने लगी वह जल्दी से उसके गाल पर हाथ रखते हुए "अवीर सर क्या हुआ आपको ओर जल्दी से जाकर पानी लेकर आई और उसे पानी पिलाने लगी लेकिन अवीर की हालत बिगड़ती ही जा रही थी.....!! अवीर गहरी सांस लेते हुए "मेरी मेडिसिन...!! उसकी आंखें बिल्कुल लाल हो चुकी थी बहुत कम लोगों को पता था कि अवीर ब्रेथ प्रॉब्लम है वह जब भी ज्यादा टेंशन ले लेता है या उसे कहीं से भी धुएं की गंध महसूस होती है तो उसे सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगती थी और वह बेहोश सा होने लगता था लेकिन उसके बारे में बस मीरा साबिर रूहान को ही पता था....... अवीर कुछ बोल नहीं पता बस गहरी गहरी सांस ले रहा था छवि जल्दी से उसके सीने पर हाथ रखकर रब करने लगी और रोते हुए बोली अवीर सर रुहान कोई है अवीर सर को क्या हुआ मुझे तो मेडिसिन का भी नहीं पता है .... तभी रूहान अंदर आया वो अवीर की हालत देख टेंशन लेते हुए "भाई .......😰 अवीर भाई सांस लेने का कोशिश कीजिए कूल डाउन भाई और वह जल्दी से वही नीचे के केबिन के अंदर गया और ड्राआर से कुछ मेडिसिन लेकर आता है और उसे जल्दी से लेने को बोला......(मीरा ने अवीर के लिए हर फ्लोर पर मेडिसिन रखवा रखी थी कि उसे कभी भी कोई प्रॉब्लम ना हो....... AV ने मेडिसिन ली और कुछ देर बाद उसे रिलैक्स फील होने लगा वह अपने दोनों हाथ अपने चेहरे पर रख कर बैठा था उसे शांत देख रूहान गुस्से से चिल्लाते हुए " अवीर भाई क्या जरूरत थी वहां जाने की आपको पता है ना आपको ब्रेथ प्रॉब्लम है आपको कुछ भी हो सकता था कभी तो खुद बारे में भी सोचिए.....😡 छवि ने जैसे ही रूहान के मुंह से सुना तो उसने डर के कारण अवीर की शर्ट को बहुत टाइटली पकड़ लिया आज उसकी वजह से अवीर ने अपनी जान को खतरे में डाला उसने जैसे ही अवीर के हाथ को पकड़ा उसने देखा की अवीर के हाथ में खून बह रहा है वह यह देख पेनिक होने लगी और जल्दी से बोली "अ? अवीर सर आपके हाथ पर चोट लगी है लेकिन लेकिन अवीर ने गुस्से से अपना हाथ झटका ओर चिल्लाते हुए बोला "जस्ट शट अप छवि अब अगर तुम्हारे मुंह से एक वर्ड भी निकला ना तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा वह इतनी तेज चिल्लाया कि एक समय के लिए तो छवि भी डर से कांप उठी
अवीर बेहद गुस्से से छवि पर चिल्लाया, "जस्ट शट अप छवि! अगर तुम्हारे मुँह से एक वर्ल्ड भी निकला तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा!" उसने इतने तेज और गुस्से भरे स्वर में कहा कि कुछ सेकेंड के लिए छवि काँप उठी। अवीर चिल्लाते हुए आगे बोला, "तुम्हें क्या लगा जो तुमने अंदर बहादुरी दिखाई? मैं उसके लिए खुश होऊँगा?!"
छवि ने अपनी नज़रें झुकाते हुए कहा, "सॉरी सर!!!"
अवीर ने गुस्से से छवि के दोनों कंधों पर अपनी पकड़ कसते हुए गुस्से से दहाड़कर कहा, "जब मैं बोल रहा था, वहाँ से गई क्यों नहीं तुम? तुम्हें पता है ना, तुम्हारी जान भी जा सकती थी! तुम्हें कुछ हो जाता, तुम्हें अंदाज़ा भी है?" इतना तेज चिल्लाने और इतना कसकर पकड़ने से छवि के कंधों में दर्द होने लगा, जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकी और उसकी आँखों से आँसू बहने लगे। लेकिन उसने नज़र उठाकर अवीर की तरफ नहीं देखा; उसकी नज़रें अपने कंधों पर ही रहीं, जहाँ अवीर के हाथ थे।
छवि ने लड़खड़ाती आवाज में कहा, "स...सर, जितना भी गुस्सा करना है कर लीजिए, बट प्लीज पहले इस पर बैंडेज लगवाइए।" उसने अवीर का हाथ अपने कंधे से हटाकर पकड़ लिया। अवीर गुस्से से अपना चोट लगा हाथ छवि के हाथ से झटकने लगा, लेकिन छवि ने उसे कसकर पकड़ लिया और अपनी गर्दन झुकाते हुए धीरे से बोली, "बाद में गुस्सा कर लीजिएगा, मैं कहीं नहीं जाऊँगी।" और उसने जल्दी से अपने पॉकेट से एक रुमाल निकालकर उसके हाथ पर बाँधना शुरू कर दिया। उसकी आँखों से निकलते आँसू अवीर के हाथ पर गिर रहे थे। वहीँ, उसके गिरते आँसू देखकर अवीर के दिल में एक ख़ौफ़ उठा। वह जैसे ही उसके आँसू पोछने के लिए हाथ उठाने लगा, लेकिन कुछ सोचकर रुक गया और रूडली बोला, "तुम्हें बहुत शौक है ना हेल्प करने का???"
छवि ने झटके से गर्दन उठाकर अवीर की तरफ देखा। यह देख अवीर ने उसे एक कोल्ड लुक देते हुए कहा, "तो मेरी एक हेल्प करोगी!!" छवि खुशी से जल्दी से अपना सर हिलाते हुए बोली, "यस सर!!!"
अवीर गुस्से से चिल्लाया, "तो प्लीज मेरी कोई भी हेल्प मत करना! मुझसे 10 कदम दूर रहना! जब से आई हो, मुझे दो पल की शांति नहीं मिली! खबरदार, अगर दोबारा मेरे आस-पास भी आने का सोचा तो यह अपनी मनहूस शक्ल यहां से लेकर निकलो! स्टे अवे फ्रॉम मी, मिस छविका खुराना!" छवि शॉक होकर अवीर को देख रही थी। उसे समझ नहीं आया कि कैसे रिएक्ट करे। अवीर अपनी सूर्ख लाल आँखों से उसे घूरते हुए बोला, "जब भी मिलती हो, मुझे ही नुकसान पहुँचता है! तो दोबारा मुझे अपना चेहरा मत दिखाना फिर!" और बाहर की तरफ़ बढ़ते हुए रूड टोन में बोला, "रुहान, इसको सेफ्टी से इसके घर छोड़ आओ!" और दरवाज़े से बाहर निकल गया।
छवि को उसकी बातें अंदर तक चीर गईं। वह वहीं जम चुकी थी। वह जाते हुए अवीर की पीठ को देखते हुए, आँसू साफ़ करने लगी। रुहान दोनों को देख रहा था, लेकिन वह जानता था कि इस सिचुएशन में उसका कुछ भी बोलना सही नहीं होगा। वह छवि के पास आकर नर्म आवाज़ में बोला, "छवि..." लेकिन छवि तो बचपन से अपने एक्सप्रेशन छुपाने में माहिर थी। अपने दर्द को अपनी मुस्कराहट के पीछे छुपाकर बोली, "रुहान जी, अवीर सर बहुत गुस्से में गए हैं। प्लीज आप उनके साथ जाओ। म...मैं अकेले घर चली जाऊँगी।"
रुहान छवि को मुस्कुराते देख हैरान हो गया क्योंकि अवीर ने उसे इतना कुछ सुनाया फिर भी वह अवीर के बारे में ही सोच रही है। रुहान बेहद नरमी से बोला, "छवि, भाई खुद चले जाएँगे। इतनी रात को मैं तुम्हें अकेले नहीं जाने दे सकता।" छवि ने उसे काफी बार मना किया, लेकिन रुहान के बार-बार जिद करने पर वह उसके साथ घर चली गई। उसने अभी भी अवीर के पहनाए हुए ब्लेज़र को कसकर अपने शरीर से लपेट रखा था।
वहीं दूसरी तरफ़...
मून बार...
एक आदमी बार के एक VIP रूम में बैठा, ड्रिंक पर ड्रिंक किए जा रहा था। उसके आस-पास बोतलें बिखरी हुई थीं। उसने सामने रखी एक और ड्रिंक की बोतल को मुँह से लगाते हुए कहा, "यह हरमजादा बच कैसे गया?" गुस्से से चिल्लाते हुए उसने बोतल को वहीं पटक दिया, जिससे वह टुकड़े-टुकड़े हो गई। उस आदमी ने अपने दोनों हाथों से अपने सर को पकड़ रखा था। उसने भारी आवाज़ में एक बार फिर कहा, "तूने मुझे थप्पड़ मारा था ना, अभी सिंघानिया? सिर्फ़ उन नकली फोटो के लिए... अभी तो सिर्फ़ आग लगवाई है, आगे आगे देख तेरा क्या होता है! लेकिन वह लड़की... वह वहाँ पर कैसे चली गई? रूम तो तेरे लिए लॉक करवाया था... साले, देख लूँगा तुझे!" और वैसे ही गुस्से में एक नंबर डायल करने लगा।
कुछ देर बाद दूसरी तरफ़ से एक भारी आवाज़ आई, "क्या हुआ इस बार? कोई अच्छी खबर है या हर बार की तरह बुरी खबर ही लाए हो...?" कॉल करने वाले आदमी ने रुद्राक्ष से कहा, "सर, वह इस बार फिर बच गया!"
रुद्राक्ष गुस्से से बड़बड़ाते हुए बोला, "यह लड़का अपनी किस्मत बहुत अच्छे से लिखवा कर लाया है! लेकिन मुझे, मिस्टर रुद्राक्ष खुराना को, हराना इतना भी आसान नहीं! मैं भी बिज़नेस टाइकून हूँ और हमेशा रहूँगा!"
सामने वाले इंसान ने रुद्राक्ष को बताया, "सर, अगर मैंने आपको बताया कि वह किसकी वजह से बचा है तो यह सुनकर आपको जरा भी अच्छा नहीं लगेगा। वह आपकी बेटी छवि..." इससे पहले कि वह कुछ और बोल पाता, रुद्राक्ष बीच में उसकी बात काटते हुए बेहद गुस्से से चिल्लाया, "यह लड़की पैदा ही इसलिए हुई है! यह लड़की आग में जलकर मर भी जाती तो मुझे परवाह नहीं! लेकिन मैं उस अवीर को बिज़नेस और अपनी ज़िन्दगी में बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकता!" और गुस्से से फ़ोन पटक दिया।
मुंबई में...
सिंघानिया मेंशन...
अवीर इस समय जिम एरिया में था। वह गुस्से में लगातार ट्रेडमिल पर भाग रहा था। रुहान, जो छवि को उसके घर पर छोड़कर सीधा अवीर के रूम की तरफ़ बढ़ रहा था, अचानक उसे जिम एरिया से कुछ आवाज़ सुनाई दी। वह जल्दी से भागते हुए अंदर गया। उसने देखा अवीर पसीने से लटपट ट्रेडमिल पर भाग रहा है; उसका चेहरा लाल था। रुहान घबराते हुए उसके पास आकर बोला, "एवी भाई, आपको साँस लेने में दोबारा से दिक्कत हो जाएगी! नीचे उतारिए, प्लीज! ऐसा मत करिए!" लेकिन अवीर ने उसे इग्नोर करते हुए ट्रेडमिल की स्पीड और बढ़ा दी।
रुहान गुस्से से बोला, "मैं मीरा आंटी को आपकी बातें बता दूँगा कि आपकी तबियत कैसे ख़राब हुई थी!" यह सुन अवीर ने रुहान को एक डेंजर लुक दिया, जिसे देख रुहान डरकर दो कदम पीछे हो गया। ट्रेडमिल से उतरकर वह सीधे विंडो के पास जाकर खड़ा हो गया। उसने विंडो के डोर को बहुत कसकर पकड़ रखा था। उसने खिड़की के डोर की तरफ़ देखते हुए, बिना किसी भाव के पूछा, "वो लड़की सेफली अपने घर पहुँच गई?" रुहान जल्दी से बोला, "हाँ, उसको आपकी चिंता हो रही थी। वैसे इसमें उसकी भी गलती नहीं है, और आप भी जानते हैं भाई, आपने उसके साथ ऐसा क्यों किया? क्यों उसे इतना चिल्लाया?"
लेकिन अवीर ने कुछ नहीं कहा। रुहान उसके पास जाकर बोला, "कुछ तो बोलो भाई! आप उस पर सिर्फ इसलिए चिल्लाए क्योंकि वह आपको वहाँ पर अकेला छोड़कर नहीं आई?" अवीर बिना किसी भाव से बोला, "तो और क्या करता? अगर उसे कुछ हो जाता तो मैं क्या करता?" रुहान अवीर की बात सुनकर शॉक हो गया।
अभी इसमें देख रुहान शांत सा होकर कुछ सोच रहा था। उसे यह समझने में देर नहीं लगी कि उसके दिमाग में क्या फालतू की बातें चल रही हैं। उसने रूडली कहा, "अपने इस छोटे से दिमाग को वहीं रोक ले, वरना अच्छा नहीं होगा! मैं यह सिर्फ़ डैड की रेपुटेशन बचाने के लिए कर रहा हूँ। डैड ने ही उस लड़की को सिंघानिया कंपनी में भेजा। इस हिसाब से उसकी रिस्पॉन्सिबिलिटी मेरी हुई। अगर उसे कुछ हो जाता तो मैं डैड को क्या जवाब देता?" यह सुनते ही रुहान को एहसास हुआ कि अवीर बिल्कुल सही बोल रहा है।
रुहान गर्दन हिलाते हुए बोला, "लेकिन भाई, अंकल ने तो आज तक न जाने कितने लोगों को आपके पास भेजा, आपने उन्हें तो कभी पलट के देखा नहीं, फिर इस बार क्यों?" अवीर रुहान की बात का मतलब समझ उसे घूरते हुए बोला, "तो तुझे क्या लगता है? मैं उसे प्यार कर बैठा हूँ? कान खोलकर सुन ले! मुझे उस लड़की से प्यार कभी नहीं होगा, क्योंकि मुझे ये प्यार चाहिए ही नहीं! और वैसे भी, जो लड़की खुद को नहीं संभाल सकती, वह मुझे क्या संभालेगी? आज उसे सिर्फ़ डैड की वजह से बचाया था! और खबरदार, अगर उस लड़की का नाम कभी भी मेरे नाम के साथ जोड़ा तो..."
रुहान के मन में जो उम्मीद की किरण जागी थी, वह वहीं बिखर गई। उसने अवीर की आँखों में गौर से देखा, लेकिन अवीर ने अपना चेहरा सख्त बना लिया। रुहान मन ही मन बड़बड़ाते हुए बोला, "शायद मैंने ही गलत सोच लिया था।" फिर उसे देखते हुए बोला, "आप आराम करो, मैं बाद में आता हूँ।" और रूम से बाहर चला गया। अवीर के जिस हाथ में रुमाल बाँधा हुआ था, उसने उसी हाथ को काँच की खिड़की पर मार दिया, जिससे काँच टूटकर बिखर गया और उसके हाथ से दोबारा खून बहने लगा। उसके हाथ का घाव पहले से ज़्यादा गहरा हो चुका था। अवीर गहरी साँस लेता हुआ, अपना चेहरा झुकाते हुए, लड़खड़ाती आवाज़ में बोला, "मैं जानता हूँ छवि की कोई गलती नहीं है। वह सब मेरे लिए प्लान था। मेरी वजह से अगर उसे वहाँ कुछ हो जाता तो मैं खुद को कभी माफ़ नहीं कर पाता।" उसने छवि के बाँधे हुए रुमाल को देखा और गहरी साँस लेते हुए अपनी आँखें बंद कर ली।
दूसरी तरफ़...
छवि अपने रूम के सोफ़े पर बैठे-बैठे ना जाने कब सो गई, लेकिन तभी उसे ऐसा लगा जैसे अवीर उसके बेहद करीब बैठा है और दर्द भरी नज़रों से छवि को देख रहा है। छवि झटके से उठी और नज़रें घुमाकर पूरे रूम को देखने लगी। उसकी आँखों से आँसू बहने लगे थे, जिसे उसने बेरहमी से साफ़ किया और जल्दी से उठकर घर से बाहर निकलने लगी, लेकिन तभी वापस वहीं बैठ गई और रोते हुए बोली, "मैं किस हक़ से जाऊँ उनके पास? मेरी वजह से सर को कितनी तकलीफ़ हुई, कितना दर्द हो रहा होगा उनको! आई एम सॉरी अवीर सर!!!"
नैना, जो छवि को डिनर के लिए बुलाने आई थी, उसने देखा कि छवि सोफ़े के कोने में अपना सर पैरों में छुपाकर रो रही है। वह उसके पास जाकर, बिना कुछ बोले, उसे अपने गले से लगाकर उसकी पीठ को सहलाते हुए प्यार से बोली, "तू जानती है ना कि तू रोने वालों में से नहीं है..." छवि ने रोते हुए उसे कसकर गले लगा लिया और रोते हुए हिचकियाँ लेते हुए बोली, "उन्होंने मुझे इतना डाँटा, कहा कि मैं उनको अपनी शक्ल न दिखाऊँ! लेकिन देख लेना, मैं भी पूरे इंटरेस्ट के साथ बदला लूँगी!"
सिंघानिया मेंशन...
अवीर अपने बेड पर बैठा हुआ था। उसकी आँखों में नींद का कतरा भी नहीं था। अवीर आँखों में दर्द लिए, गहरी साँस लेते हुए बोला, "जब भी कोई मेरे पास आया है... उसके साथ ऐसा क्यों होता है?" तभी उसे ओबेरोय की बात याद आई, जब ओबेरोय उसकी सच्चाई रुहान को बताने वाला था और अवीर ने उसे शूट कर दिया था।
अवीर धड़कते दिल के साथ बोला, "नहीं... नहीं! इस बार नहीं! मैं छवि को खुद के करीब नहीं आने दूँगा।" और चेहरे पर बेहिसाब दर्द लिए, जल्दी से अपने असिस्टेंट को कॉल करके बोला, "हेलो रणदीप..."
रणदीप: जी... जी सर!!
अवीर रूड आवाज़ में बोला, "मेरी पीए की जॉब के लिए एक हफ़्ते पहले जो कैंडिडेट आई थी, उसे सेलेक्ट कर लो।"
रणदीप कंफ्यूज़ होकर बोला, "लेकिन सर, वह तो आपने रिजेक्ट कर दी थी! और अब तो मिस छविका को अपनी पीए की पोस्ट दी है ना...?"
अवीर सख्ती से बोला, "जितना बोला है उतना करो! जो रिजेक्ट की थी वही लड़की कल मुझे मेरे ऑफिस में चाहिए!" और बिना उसकी बात सुने फ़ोन काट दिया और हल्के से मुस्कुराते हुए बोला, "तुम ऑफिस में तो होगी छवि, लेकिन सिर्फ़ नाम की पीए बनोगी..."
अब आगे..... मीरा जी अपने रूम की विंडो के पास खड़ी होकर बड़े गौर से एक बुक पढ़ रही थी तभी साबिर पीछे से आकर उसको गले लगाता हुआ उसके कंधे पर किसेस 🫦 करते हुए उसके कान में मदहोशी भरी आवाज में बोला "इतनी गौर से क्या पढ़ रही है सनशाइन ?!! मीरा मुस्कुराते हुए उस बुक का फ्रंट पेज उसे दिखती है साबिर उस खाली पेज को देखकर मुंह बनाते हुए इस पर तो कोई नाम नहीं लिखा😒... मीरा हंसते हुए घूमकर साबिर के नजदीक हो गई और उसके गाल पर किस करके जल्दी से पीछे होकर मुस्कुराने लगी उसकी इतना छोटू सा किस करने से साबिर नाराजगी से उसकी तरफ देखते हुए बोला "सनशाइन" मीरा मुस्कुराते हुए सॉरी फिर उस बुक को वापस देखकर मॉम से बहुत जिद करके इसके कुछ पेज लिए हैं फिर उदास सा चेहरा बनाते हुए लेकिन अभी तक इसका टाइटल डिसाइड नहीं हुआ साबिर हल्का सा मुस्कुराते हुए "वैसे तो मैं भी उनका बड़ा वाला फैन हूं अच्छा है उन्होंने अभी तक लिखना नहीं छोड़ा वैसे कहां तक पहुंची है कहानी ??? मीरा अपने गाल को सबीर के गाल से रगड़ते हुए स्टोरी तो अभी शुरू होगी इतनी जल्दी भी क्या है आपको जानने की माय डियर हब्बी...... साबिर उसकी कमर के चारों ओर अपनी बाहों का घेरा कसते हुए "वैसे जब हम मिले थे तो तुम कितनी शांत सी थी और मैं थोड़ा सा अकडू और हमको ऐसे ही प्यार हुआ पर एम 100% श्योर अवीर कुछ धमाका करेगा ...! मीरा खिलखिलाकर हंसते हुए उसकी बाहों में सिमटी हुए आपका ही बेटा है उसको हर चीज धमाके के साथ ही चाहिए साबिर मुंह बिगाड़ के पता नहीं क्या खाकर पैदा किया है तुमने 😒..... मीरा उसे छेड़ते हुए आपके गाल ही खाए थे बड़े यम्मी थे 🤭🫣उसकी ऐसे ही बातें सुनकर कुछ पल के लिए तो साबिर भी हैरान हो गया लेकिन अगले ही पल वह हंसते हुए उसके माथे पर किस करके उसको अपने और करीब कर लेता है.... अगली सुबह...... सिंघानिया इंडस्ट्री छवि जल्दी से रेडी होकर टाइम से पहले ही ऑफिस पहुंच गई वह एंट्रेंस पर खड़ी खुद में बड़बड़ाए जा रही थी "में आ तो गई हूं लेकिन कहीं ऐसा ना हो कि सर मुझे ऑफिस से धक्के मारकर बाहर निकाल दे फिर हंसकर खुद को दिलासा देते हुए नहीं मैं इतनी जल्दी हार नहीं मानूंगी..!! सना जो उसके बाजू से निकलकर ऑफिस के अंदर आ रही थी जैसे ही उसकी बात सुनी वह हंसते हुए वहीं रुक गई और उससे हाथ मिलाते हुए बोली तुम तो सच में बहुत क्यूट हो यार हेलो आई एम सना रूहान सर की pA... छवि मुस्कुराते हुए हाय मैं छविका खुराना AV सर की न्यू PA...! सना मुस्कुराते हुए "वैसे तो आज तक कोई भी ज्यादा टाइम तक टिक नहीं पाया लेकिन तुम्हें देखकर लगता है शायद तुम टिक सकती हो बेस्ट ऑफ लक डियर छवि कुछ बोलती कि तभी पूरे ऑफिस में एकदम शांति सी फैलने लगी सना भी जल्दी से आगे बढ़ गई छवि सना को इतनी जल्दी आगे बढ़ता देख उसके पीछे कुछ कदम चली फिर अचानक रुककर सबको देखते हुए बोली "यह एकदम से मातम का माहौल क्यों हो गया और जैसे ही मुड़कर पीछे देखा तो वहीं खो गई अवीर मैनेजर के साथ चलता हुआ आ रहा था उसने अपने बैंडेज लगे हाथ से फोन को पकड़ा हुआ था और लगातार किसी से बातें करते हुए आगे बढ़ रहा था आंखों पर ब्लैक गॉगल्स दूसरे हाथ में रोलेक्स की महंगी वॉच जो दूर से ही अपने महंगे होने की गवाही दे रही थी व्हाइट शर्ट ब्लैक पेंट पर ब्लैक ब्लेजर में वह एकदम परफेक्ट सीईओ लग रहा था लेकिन उसकी नेक में जो टाई थी वह शायद सही से नहीं बंधी थी...! छवि उसे देखकर खोए हुए अंदाज में बोली यह तो ऐसे ही बड़े स्मार्ट लग रहे हैं जैसे ही उसने देखा कि अवीर उसके पास आ रहा है तो जल्दी से अपनी नज़रें इधर से उधर घूमाने लगी तभी अवीर उसे इग्नोर करके आगे निकल गया जो देख छवि को जरा भी अच्छा नहीं लगा वह चुपचाप जाकर अपनी सीट पर बैठ गई और वेट करने लगी कि कब अवीर उसे अपने केबिन में बुलाए या कुछ काम दे लेकिन सुबह से शाम हो चली थी अवीर ने उसे एक बार भी अपने केबिन नहीं बुलाया ......!! शाम के समय...... छवि गुस्से से उबलते हुए बड़बड़ाई "मुझे क्या यहां सबके चेहरे देखने के लिए बुलाया है बहुत हो गया और गुस्से से उठकर अवीर के केबिन की तरफ बढ़ गई वह जैसे ही डोर नोंक करने लगी की अंदर से आई आवाजों ने उसका ध्यान अपनी और खींचा यह एक लड़की की आवाज थी जो बहुत ही सेक्सी आवाज में अवीर को बोल रही थी " अवीर लेट मी हेल्प यू तुम्हें बटर लगेगा सारी टेंशन सब दूर कर दूंगी उसका ऐसा बोलना छवि को जरा भी पसंद नहीं आया वह अपने हाथों की मुट्ठी बना कर अंदर देखने की कोशिश करने लगी लेकिन वह लड़की अवीर के सामने थी उसने अपने दोनों हाथ अवीर की गर्दन के चारों ओर लपेट रखे थे और हर बढ़ते सेकंड के साथ उसके करीब होती जा रही थी...! यह देख छवि की आंखें और बड़ी हो चली वह उसे गुस्से से घूरते हुए बोली" मत जा उनके करीब अवीर सर तुझे बालों से पकड़कर बाहर निकाल देंगे जान प्यारी है तो हट जा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ बल्कि अवीर ने अपने हाथ उस लड़की की कमर पर टिका लिए और उसे अपने करीब खींच लिया छवि ने देखा कि अवीर ने उस लड़की को अपने करीब खींच लिया है उसका मन रोने का करने लगा वह नम आंखों से अपना चेहरा दूसरी तरफ घूम कर खड़ी हो गई...! उसी समय अवीर ने तिरछी नजरों से डोर को देखा की डोर के पास कोई खड़ा है शायद वह पहचान चुका था कि यह छवि है.... लड़की अवीर के कान में धीरे से फूक मारते हुए बोली AV आई प्रॉमिस यू विल एंजॉय इट जस्ट गिव मी ए वन चांस बेबी कब से वेट कर रही थी मैं कि तुम्हारे कुछ काम आ सकूं छवि वहां से जाना चाहती थी लेकिन उसके कदम उसका साथ नहीं दे रहे थे वह भी अवीर का जवाब जानना चाहती थी छवि गुस्से से मन ही मन चिल्लाई "यह AV सर को ऐसी ही घटिया लड़कियां ही पसंद आएंगी....! अवीर ने उस लड़की की कमर पर अपनी पकड़ और मजबूत कर ली इतना टाइटली पकड़ने से उस लड़की को अपने कमर पर दर्द महसूस हुआ वह दर्द से तड़पते हुए "अवीर क्या कर रहे हो...... अवीर उसे घूरते हुए मैंने बोला "मैंने तुम्हें यह सब करने को बोला है क्या प्रिया?? प्रिया दर्द से तड़पते हुए न..नहीं!!! अवीर बेहद रूड आवाज में बोला "तुम्हें मैंने मेरी PA के जॉब पर किस काम के लिए पता है ना। प्रिया दर्द से तड़पकर उसके हाथ अपनी कमर से हटाते हुए अवीर मुझे दर्द हो रहा है छोड़ो ...AV उसकी कमर पर पकड़ मजबूत करते हुए अगर आगे से इस टेबल को क्रॉस भी किया ना तुमने, तो अभी तो सिर्फ कमर पकड़ी है नेक्स्ट टाइम जो इंजॉय कि तुम बात कर रही हो ना ऐसा इंजॉय करवाऊंगा की कभी भूल नहीं पाओगी और झटके से उसे पीछे धकेल दिया ।........ प्रिया जल्दी से पीछे हट गई अवीर छवि को सुनाने के लिए तेज आवाज में बोला "तो मिस पिए मेरी ब्लू फाइल लाकर दीजिए मुझे..... छवि ने जैसे ही pA शब्द सुना वह कंफ्यूज हो गई और खुद को देखते हुए बोली " अगर ये PA है तो मैं क्या हूं मुझे क्या पागल समझा है इन्होंने और गुस्से से बिना नोंक किए केबिन के अंदर चली गई ....जैसे ही उसने अवीर के समाने खड़ी प्रिया को देखा तो कुछ समय के लिए वही जम गई...! छवि हैरानगी से "प्रिया तूम..तुम यहां?? प्रिया उसके सामने खुद को ठीक करने का नाटक करते हुए "हां मैं !!अवीर सर को कोई हॉट सी PA चाहिए थी तुम्हारी तरह लो क्लास स्टूपिड सी नहीं..!! छवि तो पहले ही उसे अवीर के साथ देखकर गुस्से में थी वो चिढ़कर बोली "तो जाकर आग में बैठ जा हॉट PA 😡.... अवीर जो प्रिया से इरिटेट हो चुका था छवि द्वारा ऐसा कहना उसके चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कुराहट ले आया जिसने जिसको उसने पल भर में छुपा लिया और रूड आवाज में बोला "मिस प्रिया 10 मिनट बाद आप मेरे साथ एक मीटिंग पर चल रही है यह सुनकर प्रिया का मन तो खुशी से उड़ने का करने लगा वो छवि को देख तिरछा हंसते हुए यस सर और बाहर की तरफ चली गई ...!!! वहीं अवीर उसे इग्नोर करके अपने काम में लग गया छवि को उसका यूं इग्नोर करना जरा भी पसंद नहीं आया छवि ने गुस्से से चिल्लाते हुए कहा "आप मुझे इग्नोर नहीं कर सकते मिस्टर अवीर सिंघानिया😡 अगर वो pA है तो मुझे यहां क्यों रख रखा ??? अवीर बेहद आराम से "क्योंकि आप सिर्फ असिस्टेंट नहीं है और यह बोलते हुए वो चेयर से उठकर छवि की तरफ अपने कदम बढ़ाने लगा छवि डर के मारे पीछे होते होते दीवार से टकरा गई ...! अवीर उसके पास बेहद पास जाकर उसके कान में धीमी सी आवाज से बोला "आप तो बहुत ज्यादा पर्सनल हो 😏 छवि को कुछ समझ नहीं आया वह कंफ्यूज होते हुए मन में बोली"वेरी पर्सनल लगता है सर मुझे कोई अच्छा काम ही सौंपेंगे😅 अवीर उसके चेहरे के भाव समझते हुए तिरछी मुस्कुराहट देता हुआ "तुम्हें बहुत जल्दी पता चलेगा ...! अवीर छवि को गहरी नज़रों से देखते हुए मन ही मन शैतानी हंसी हंसते हुए मिस छविका तुम्हारे दिमाग में क्या चल रहा है वो मैं अच्छे से जानता हूं ऐसा काम दूंगा ना कि तुम खुद ही ये ऑफिस छोड़ कर चली जाओगी........ वही छवि अवीर के ऐसे देखने से अनकंफरटेबल होते हुए तो "तो सर मुझे क्या काम करना होगा ............  अवीर उसके बेबी पिंक लिप्स को देखते हुए अभी कुछ बोलता तभी उसे किसी का कॉल आया अवीर सख्त आवाज में "यस ओके ओन्ली 15 मिनिट्स पहुंच जाऊंगा और कॉल रखकर जैसे ही जाने लगा लेकिन उसकी नजर अपने टाई पर गई और जैसे ही उसे सही करने लगा उसका हाथ फिर से पेन होने लगा क्योंकि उसने उसी हाथ से प्रिया की कमर को इतना कस के पड़ा था पर उसने शो नहीं किया और उसे दोबारा से बांधने लगा छवि को उसे ऐसे दर्द में देखा नहीं गया वह जल्दी से उसके पास जाकर बोली " क्या मैं हेल्प कर दूं??? अवीर उसको गुस्से से डांटते हुए "अब क्या गला घोट कर मरोगी चुपचाप एक तरफ खड़ी रहो यह देख छवि का मुंह बन गया और वह एक तरफ जाकर खड़ी हो गई अवीर कुछ देर अपनी टाई बांधने की कोशिश करता रहा लेकिन उससे नहीं बंधी जिससे इरिटेट होकर वह अपनी गर्दन पर हाथ फेरने लगा...... छवि बिना कुछ सोचे समझे उसके सामने आकर खड़ी हो गई और हल्के से मुस्कुराते हुए उसकी टाई बंधने लगी अवीर उसको देखकर अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लेता है छवि उसको टाई बांधने के लिए उसके करीब चली गई... अवीर तिरछी नजरों से छवि को देखते हुए मन ही मन गुस्से से खुद को डपटते हुए बोला आज तो घर से कुछ और ही सोच कर आया था लेकिन यहां तो कुछ और ही हो रहा है ... छवि ने उसकी गर्दन के अराउंड अपना हाथ घुमाया और उसकी कॉलर सही की लेकिन जब वह ऐसा कर रही थी तो उसकी धड़क बुलेट ट्रेन की तरह चल रही थी उस अवीर के जिस्म की खुशबू उसके अंदर अलग अहसास पैदा कर रही थी... जिस कारण वह सिहर रही थी छवि ने जल्दी करने के चक्कर में अपने बाल उसके ब्लेजर में फंसा लिए जिसका उसको कोई अंदाजा नहीं था उधर अवीर छवि की धड़क को साफ सुन रहा था जिसको सुनने से उसकी काफी सुकून मिल रहा था छवि जल्दी से टाई बांधकर पीछे हटते हुए बोली हो गया और वहां से जाने लगे तभी उसे अपने बालों में तेज दर्द महसूस हुआ बहुत जोर से चिल्लाई अहह्ह्ह😖 और जैसे ही पलट कर देखा उसके बाल अवीर के शर्ट के बटन में फंस गए थे छवि दर्द से तड़पते हुए अह्ह सर निकलिये इनको...; अवीर उसकी तरफ देखकर गुस्से से बोला कभी तो कुछ ढंग का कर लिया करो गड़बड़ के सिवा तुमसे काम नहीं होता छवि दर्द से अपने बाल खींचने लगी यह देख अवीर जोर से चिल्लाया "अगर मेरी शर्ट का एक भी बटन टूटा तो तुम गई काम से.... छवि दर्द से चिल्लाते हुए अगर मेरे बाल टूटे तो फिर मैं आपको बताऊंगी😤 और वैसे ही एक दूसरे को घूरने लगे....... छवि गुस्से से जैसे ही अपने बालों को झटक कर निकलने लगी.. बालों के साथ शर्ट का बटन भी टूट कर नीचे गिर गया ......दोनों ने हैरानी से पहले गिरे हुए बटन को देखा फिर एक दूसरे को.... छवि डर से पीछे हटते हुए सॉरी सर... अवीर चिल्लाते हुए छवि और जैसे ही उसकी तरफ क़दम बढाने लगा छवि तेजी से केबिन से बाहर भागते हुए सॉरी सर में कल से काम कैटिन्यू करूंगी ओके हैव ए नाइस डे..... वही केबिन के अंदर अवीर के चेहरे पर धीमी सी मुस्कुराहट थी वह उस गिरे हुए बटन को उठाकर देख मुस्कुराते हुए यह लड़की मुझे इतना परेशान करती है क्या करूं इसका 🤦 ओर दुबारा लैपटॉप पर कुछ काम करने लगा तभी उसे कुछ याद आया उसने सना को कॉल किया और कहा "सना रूहान को मेरे केबिन में भेजो सुबह से दिख नहीं..... सना "सर रूहान सर तो आज ऑफिस ही नहीं आए और बिना कुछ बोले कॉल रख देती है अवीर कुछ सोचते हुए वो ऑफिस नहीं आया ऐसे कैसे🤔 तभी उसकी नजर अपने टेबल पर रख छोटे से कैलेंडर पर गई जिसे देखकर उसकी सांसे एकदम से तेज हो चली वह अपने माथे को पकड़ते हुए बोला " मैं यह कैसे भूल गया"🤦
अवीर ने कैलेंडर पर लिखी तारीख देखकर वहीं धम से बैठ गया। उसकी आँखों के सामने एक फिल्म सी चलने लगी। उसे आज का दिन याद आ गया। उसके माथे पर पसीने के कुछ बूँदें दिखाई देने लगीं। वह हड़बड़ी में केबिन से बाहर निकल गया।
प्रिया ने उसे ऐसे जाते हुए आवाज़ दी, "अवीर सर, कहाँ जा रहे हैं? हमें मीटिंग के लिए भी जाना है।" लेकिन तब तक अवीर जा चुका था। छवि भी अवीर के ऐसे जाने से कुछ हैरान थी।
AV अपनी कार लेकर सीधा क्लब गया। जैसे ही वह क्लब के अंदर गया, पूरा क्लब रंग-बिरंगी लाइटों से जगमगा रहा था। हर तरफ़ लोग अपने में ही मस्त थे। AV ने एक नज़र पूरे बार को देखा। उसे रूहान एक कोने में बैठा दिखा, जिसके पास बहुत से ड्रिंक के खाली गिलास पड़े थे। अवीर जल्दी से उसके पास जाकर खड़ा हो गया। रूहान को अपने पास किसी के खड़े होने का एहसास हुआ। वह हल्के से मुस्कुराया और सिर उठाकर बोला, "भाई!!" उसकी आँखें लाल थीं।
अवीर बेहद नरम आवाज़ में उसके बालों को सहलाते हुए बोला, "बस रूह, आज बहुत हो गया। चलो अब घर चलते हैं।" रूहान ने ना में गर्दन हिलाई और अवीर को भी अपने साथ बिठाकर उसके हाथ में एक गिलास देते हुए बोला, "भाई, आज डैड का बर्थडे है। इतना तो बनता ही है ना, वरना डैड को बुरा लगेगा।" अवीर गौर से रूहान के चेहरे को देखकर प्यार से उसके चेहरे पर हाथ फेरा। (आपको बता दें, आज ही रोहन, रूहान के डैड का जन्मदिन था और आज के दिन ही उनकी मृत्यु हुई थी। इस दिन रूहान पूरा दिन क्लब में बैठा ड्रिंक करता था और अपने डैड को याद करके रोता था।)
इस समय अवीर के मन में बहुत उथल-पुथल मची हुई थी। रूहान ने जैसे ही अवीर को खोया देखा, तो जल्दी से उसके गले लग गया और नम आवाज़ में बोला, "नहीं भाई, मैं सेड नहीं हूँ, बल्कि डैड तो बहुत खुश होंगे कि उन्होंने मुझे आपके पास छोड़कर गए थे। आप तो मुझे सबसे ज़्यादा प्यार करते हैं ना, आप तो मेरे लिए मेरे डैड से भी ज़्यादा बढ़कर हो।" अवीर ने भी उसे कसकर गले लगा लिया और प्यार से उसका सर सहलाने लगा और बोला, "चलो घर चलते हैं!!!"
रूहान मुँह बनाते हुए बोला, "नहीं, मैं अभी नहीं आऊँगा। मुझे कुछ टाइम अकेला रहना है। बट आई प्रॉमिस भाई, मैं टाइम से पहले घर आ जाऊँगा।" और दोबारा ड्रिंक करने लगा। वह ज़बरदस्ती अवीर को भी ड्रिंक पिलाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन AV ने ना में सिर हिलाकर उसे मना कर दिया और उससे गिलास लेकर वहीं रख दिया। रूहान फ़ीका सा मुस्कुराकर बोला, "क्या हुआ? कभी तो पी लीजिए। नहीं होगा नशा।" अवीर उसे एक एरोगेंट लुक देते हुए बोला, "मुझे तो नहीं होगा।" फिर उस गिलास को घूरते हुए बोला, "लेकिन कहीं इस अल्कोहल 😏 को मेरा नशा ना हो जाए, जो इसके लिए अच्छा नहीं होगा।" और तिरछा मुस्कुरा दिया। 😏
रोहन उसकी बात पर जोर-जोर से हँसने लगा। "AV भाई, आप तो सच में सबसे अलग ही हो! 😂 मैं ड्राइवर के साथ आया हूँ और उनके साथ चला जाऊँगा। तो आप बेफ़िक्र होकर जाइए।"
अवीर: "श्योर ना!!"
रूहान मुस्कुराकर बोला, "यस, मैं कोई छवि नहीं हूँ 😁 जो हर जगह गिरता-पड़ता जाऊँ। आप टेंशन मत लो।" अवीर ने छवि का नाम सुनकर ना में सिर हिलाया और बाहर की ओर चला गया। अपनी कार में बैठकर गहरी साँस लेने लगा। अवीर नम आँखों से बोला, "मैं नहीं भूल सकता, कभी नहीं। मॉम-डैड को लगता है कि वे मुझे कभी कोई तकलीफ नहीं होने देंगे। उन्होंने मुझे हर चीज़ से बचाकर रखा।" लेकिन यह बोलते हुए उसकी आवाज़ लड़खड़ाने लगी। वह कार की सीट से चिपककर काँपते हुए बोला, "मॉम-डैड और रूहान, यह बात किसी को भी पता नहीं चलनी चाहिए कि मेरे साथ क्या हुआ था, कभी नहीं।" और कार को फ़ुल स्पीड में लेकर निकल गया। वह घर ना जाकर ऑफ़िस गया, क्योंकि कुछ समय के लिए वह अकेला रहना चाहता था।
वह जैसे ही अपने केबिन की तरफ़ बढ़ने लगा, अचानक किसी से टकरा गया। जैसे ही वह लड़की गिरती, अवीर ने उसे कमर से पकड़कर अपनी तरफ़ खींच लिया। छवि जोर से उसके सीने से टकराई और चिल्लाते हुए अपने माथे को सहलाने लगी। 😫
अवीर ने जैसे ही यह आवाज़ सुनी, वह समझ गया कि उसने ऑफ़िस में आकर सबसे बड़ी गलती कर दी। उसने छवि के बालों में अपनी पतली उंगलियाँ फँसाईं और दूसरे हाथ से उसकी पतली कमर को पकड़ रखा था। वह उसे घूरते हुए बोला, "तुम यहाँ क्या कर रही हो?"
छवि, लिप्स बाइट करते हुए बोली, "वो... आपने तो कोई काम दिया नहीं, तो सोचा खुद ही कोई फ़ाइल्स लगा लूँ।" अचानक छवि ने अवीर की लाल आँखें देखीं, जिन्हें देखकर वह बेचैन हो गई और उसके थोड़ा और करीब आकर गौर से उसकी आँखों में देखते हुए बोली, "क्या आपने ड्रिंक की है?" और उसकी आँखों के नीचे आई नमी को अपने अंगूठे से पोछ दिया। आज तक अवीर ने कभी किसी लड़की को खुद को टच नहीं करने दिया, लेकिन वह छवि को रोक नहीं पा रहा था। उसका स्पर्श महसूस कर अवीर ने अपनी आँखें कसकर बंद कर लीं और गहरी साँस ली।
छवि ने धीरे से पूछा, "क्या आपने ड्रिंक की है?" यह सुन अवीर ने झटके से छवि को खुद से दूर किया और सख्ती से बोला, "तुमसे मतलब?" और वहाँ से जाने लगा। छवि नज़रें झुकाते हुए बोली, "ड्रिंक करना अच्छी बात नहीं है सर।" अवीर उसकी तरफ़ मुड़कर उसे घूरते हुए बोला, "अच्छा? मुझे तो पता ही नहीं था! 😡" छवि मुँह बनाकर खड़ी हो गई।
अवीर वहाँ से जाने लगा, लेकिन कुछ सोचकर रुक गया। फिर अपने बालों में हाथ फेरते हुए बोला, "मैं बस कुछ काम से क्लब गया था। मैंने ड्रिंक नहीं की और ना ही मैंने कभी पहले पी है।" छवि यह सुनकर मुस्कुराई। ☺️ अवीर अपने केबिन की तरफ़ बढ़ने लगा। यह देख छवि भी उसके पीछे-पीछे चलने लगी। अवीर छवि को अपने पीछे आता देख परेशानी भरी आवाज़ में बोला, "अब क्या चाहिए? पीछे क्यों आ रही हो? 🤦" छवि नर्वस होते हुए बोली, "अरे, इतने बड़े ऑफ़िस में आपको अकेला कैसे छोड़ दूँ? अकेला लड़का खुली तिजोरी जैसा होता है। कुछ हो गया तो मैं साबिर अंकल को क्या जवाब दूँगी? 😒"
अवीर गुस्से से छवि को घूर रहा था। उसका बस चलता तो वह अभी छवि की गर्दन दबा देता। वह गुस्से से उसके माथे पर हल्के से चपत लगाते हुए बोला, "क्या बोलती रहती हो बेवकूफ़ लड़की! 😡 खबरदार जो मेरे पास आई!" तो वह बड़बड़ाता हुआ अपने केबिन की तरफ़ बढ़ गया। वहीं छवि उसे ऐसे परेशान करते हुए हँस रही थी और बोली, "यह तो अभी शुरुआत है, मुझसे गुस्सा होना था ना आपको!" फिर खुद ही बोली, "ऐसा लगा जैसे इनको आज अपनी फैमिली की सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी।" और मुस्कुराती हुई कैब लेकर घर चली गई।
अगले दिन.....
अवीर अपने केबिन में बैठा कुछ फ़ाइल्स देख रहा था। तभी रूहान उसके केबिन में आया और डेस्क पर कुछ पेपर रखकर खुशी से बोला, "देखो भाई, कॉलेज में फ़्रेशर पार्टी है और डांस कॉम्पिटिशन भी। आप तो जा रहे होंगे ना? 😁"
अवीर, जो सुबह से ही ना जाने किस बात पर गुस्से में था, उसने सख्त आवाज़ में कहा, "यह प्रिया इसे अपने साथ लेकर नहीं गई? क्या पता नहीं क्या सोचकर मेरे पास आई थी? बेवकूफ़ लड़की! मैं इसका पार्टनर बनूँगा? ऐसे बकवास काम के लिए मेरे पास टाइम नहीं है।" और गुस्से से उन पेपरों को डस्टबिन में फेंक दिया।
कॉलेज में......
आज पूरा कॉलेज लड़के-लड़कियों से भरा था। नैना इतने सारे लोगों को देखकर हैरानी से बोली, "यहाँ क्या हो रहा है?" उन्होंने देखा कि नोटिस बोर्ड के पास बहुत बच्चे इकट्ठे हैं। वह जल्दी से छवि का हाथ पकड़कर उसे उस तरफ़ ले गई। जैसे ही उन्होंने नोटिस बोर्ड पर फ़्रेशर पार्टी का नोटिस देखा, तो खुशी से चिल्लाई, "वाह! फ़्रेशर पार्टी है! इसलिए यहाँ इतनी डेकोरेशन चल रही है।"
नैना खुशी से उछलते हुए बोली, "वाह! कितना मज़ा आएगा ना! १ मिनट, यहाँ लिखा है डांस कॉम्पिटिशन भी है, जिसमें आप चाहे किसी को भी अपना पार्टिसिपेंट बना सकते हैं। टीचर, फैमिली, फ़्रेंड, कोई भी! 🎉🎉🎉"
छवि मुस्कुराते हुए बोली, "तुझे तो पता ही है मुझे डांस कितना अच्छा आता है। तो मैंने सोच लिया, यह डांस कॉम्पिटिशन तो मैं ही जीतूँगी।" नैना उसे ऊपर से नीचे तक देखते हुए जोर-जोर से हँसने लगी। "ओहो महारानी! तुझे डांस का A भी आता है? तुझे पता है जब तू नाचती है तो ऐसा लगता है लंगड़े को पागलपन का दौरा पड़ गया हो! 😂 और तुझे कॉम्पिटिशन भी जीतना है! 😂😂😂😂"
छवि नैना के मुँह से अपनी इतनी बेइज़्ज़ती सुनकर गुस्से से लाल हो गई। वह मुँह ऐंठते हुए बोली, "नैना! मैं इतना बुरा भी डांस नहीं करती!" नैना हँसते हुए वहीं नीचे बैठ गई और बोली, "बुरा नहीं तो बहुत बुरा करती है। प्लीज़ छवि, अभी कॉलेज स्टार्ट हुआ है, अपनी बेइज़्ज़ती मत करवाना।" छवि उदास होते हुए बोली, "ऐसे कैसे? बस कोई पार्टनर मिल जाए, देखना फिर मैं भी अच्छा डांस करूँगी।" तभी उसके दिमाग में कुछ आया और वह खुशी से चिल्लाई, "मिल गया पार्टनर!!!!"
नैना उसे उछलते देखकर बोली, "मतलब अब यह पार्टनर की भी बेइज़्ज़ती करवाएगी तू? मत कर दो, अच्छा है।" और अपना पार्टनर ढूँढने के लिए ऑडिटोरियम की ओर बढ़ गई। वहीं छवि वहाँ से निकलकर सीधा ऑफ़िस आ गई। वह आज बहुत खुश थी।
सना जो किसी न्यू एम्प्लॉयी को कुछ सिखा रही थी, छवि को इतना खुश देखकर बोली, "क्या बात है छवि जी? बड़ी खुश दिख रही हो! 😁" छवि खुशी से सना को कॉलेज में होने वाली फ़्रेशर पार्टी के बारे में बताने लगी। सना भी एक्साइटेड होकर बोली, "वाह! तो तुम्हें डांस आता है ना? तुम अच्छा डांस करना..." छवि पूरे जोश के साथ बोली, "अरे बिल्कुल! तुम्हें पता है जब मैं डांस करती हूँ ना तो सब देखते रह जाते हैं!" उसकी ऐसी बातें सुनकर सना भी उसे इम्प्रेस हो गई। उसने भी सोचा शायद छवि को बहुत अच्छा डांस आता है।
कबीर, जो अभी अपने केबिन से बाहर आया था, छवि की बातें सुन वहीं पर खड़ा हो गया। वह मन ही मन हँसते हुए बोला, "कितना फ़ेंकती है यह लड़की!" और वहाँ से जाने लगा। तभी छवि झटके से उसके सामने आकर खड़ी हो गई और बोली, "१ मिनट!" उसके अचानक सामने आने से अवीर वहीं रुक गया और उसे घूरते हुए बोला, "व्हाट?"
छवि अवीर को इग्नोर करते हुए बोली, "अरे आपको नहीं, इनको!" और रूहान के पास आकर खड़ी हो गई। अवीर सिर्फ़ दाँत पीसते रह गया। रूहान कन्फ़्यूज होकर बोला, "क्या? मुझे? क्या हुआ छवि? कोई काम है?" छवि बहुत प्यार से बोली, "रूहान, आपकी हेल्प मिल सकती है..."
रूहान ने मुस्कुराकर कहा, "छवि, यू आर लाइक माय सिस्टर। बोलो क्या हेल्प चाहिए?" छवि नर्वस होकर बोली, "वो कॉलेज में २ दिन बाद फ़्रेशर पार्टी है, तो क्या आप मेरे डांस पार्टनर बनोगे?" रूहान खुशी से चिल्लाते हुए बोला, "अरे ज़रूर! मुझे तो बचपन से ही डांस का शौक रहा है। मुझे तो सब 'रूहान द डांसर' के नाम से बुलाते थे। हम दोनों ही जीतेंगे! क्यों भाई?" अवीर छवि को घूरते हुए, एक एविल स्माइल के साथ बोला, "क्यों नहीं? रूहान ज़रूर जीतोगे। इनफ़ैक्ट, जो सेकंड आता है उसे भी विनर ही कहते हैं।" छवि और रूहान कन्फ़्यूज होकर बोले, "मतलब?"
अवीर खतरनाक हँसी हँसते हुए बोला, "क्योंकि फ़र्स्ट तो मैं और प्रिया ही आयेंगे।" और छवि को एक एरोगेंट लुक देते हुए बाहर चला गया। वहीं छवि का मुँह खुला का खुला रह गया। उसके कानों में एक ही आवाज़ गूंजने लगी, "मैं और प्रिया ही जीतेंगे!" 🥺
छवि हैरानी से 😳 "यह उस डायन के साथ डांस करेंगे? मुझे लगा था सर को यह सब नहीं पसंद।" उसकी काफी हर्ट हुआ। वो नम आँखों से अवीर को कोसते हुए चली गई।
कुछ समय बाद, अवीर अपनी केबिन में था। उसने अपने दोनों हाथ टेबल पर रखकर गुस्से भरी आवाज में कहा, "ओह शीट! मैंने डांस के लिए हाँ क्यों कर दिया? वो भी उस चिपकू लड़की के साथ।" 😮💨 फिर गहरी साँस लेकर बोला, "लेकिन अब बोल तो दिया है, तो यह डांस कंपटीशन मुझे ही जितना पड़ेगा। पर तुम तो बिल्कुल नहीं जीतोगी, मिस छवि।" और हल्का सा हँस दिया।
छवि जो अपने टेबल से अपना सारा सामान पैक कर रही थी, वहीं उसके पास खड़ा रूहान एक्साइटेड होकर बोला, "तो तुम रेडी हो ना छवि? हमें प्रैक्टिस जल्दी से शुरू करनी चाहिए ताकि हम दोनों ही जीत सकें।"
छवि मुस्कुराते हुए बोली, "सिर्फ़ 1 मिनट रुहान, अभी चलते हैं।" तभी एक प्यून आकर छवि के सामने एक फाइल रखते हुए बोला, "मैम, यह फाइल अवीर सर ने आपको देने के लिए कही है। बोला है अर्जेंट है, तो आपको इससे शाम तक कंप्लीट करके देना ही होगा।"
छवि हैरानी से बोली, "फाइल?" फिर रूहान को देखते हुए बोली, "रुहान, कोई नहीं, आप चलो। मैं जल्दी से यह फाइल कंप्लीट करके आती हूँ।" और जल्दी से अपनी सीट पर बैठकर काम करने लगी। तभी प्यून ने उसके पास आकर 5 फाइल और रख दीं। छवि हैरानगी और गुस्से से बोली, "यह यहाँ क्यों रख रहे हो?" लेकिन प्यून ने कुछ नहीं कहा और 6 फाइल लाकर उसकी टेबल पर रखकर मुस्कुराते हुए बोला, "मैम, यह सब भी पूरी करनी है। बेस्ट ऑफ़ लक 😁"
छवि तो हैरान थी। वह गुस्से से उस प्यून पर चिल्लाई, "ओ गॉड! तुम्हारे अवीर सर का दिमाग खराब है क्या? यह सारा काम आज ही करवाएँगे? 😡" तभी अचानक प्रिया वहाँ पर आकर खड़ी हो गई और एटीट्यूड से बालों को झटकते हुए बोली, "यू इडियट! तुम तो पूरी कामचोर हो। काम कुछ करना नहीं और मुफ्त के पैसे चाहिए सबको। 😏 देखो मैं कितना काम करती हूँ।"
छवि प्रिया को देखकर तंज भरी हँसी हँसते हुए बोली, "अच्छा तो मैं तुम्हारी तरह जाकर अवीर सर की गोद में बैठ जाऊँ? या सबके साथ फ़्लर्ट करती चलूँ? या अपने चेहरे पर ढेर सारा मेकअप पोत कर आऊँ? आई मीन, यही तुम्हारा हार्ड वर्क है ना? 😂"
प्रिया ने जैसे ही उसके मुँह से अपनी इंसल्ट सुनी, तो गुस्से से उसकी उंगली दिखाते हुए बोली, "ए! तुम देखो, ज़्यादा अपने आप को होशियार समझने की ज़रूरत नहीं है। तुम जानती नहीं हो, तुम्हें 2 मिनट में तुम्हारी औकात दिखा सकती हूँ। तुम जैसी बहुत बेशर्म लड़कियाँ देखी हैं मैंने। तुम तो वैसे भी अवीर सर के पीछे पड़ी हो, लेकिन वह तुम जैसी गवार को कोई भाव ही नहीं देते।" प्रिया इतनी बदतमीजी से बात कर रही थी कि छवि का गुस्सा भी आउट ऑफ़ कंट्रोल हो गया। उसने गुस्से से प्रिया का हाथ पकड़कर मोड़ के उसकी कमर के पीछे लगा दिया और धीरे से उसके कान में सख्त और रहस्यमयी आवाज से बोली, "तुम मुझे जानती नहीं। 😒 प्रिया, स्टे अवे फ्रॉम मी। सर मुझे कुछ बोल सकते हैं, इसका मतलब यह नहीं कि मैंने सबको यह हक़ दे दिया है। तुम्हें जरा सा भी अंदाज़ा नहीं है कि आखिर में रियल छवि खुराना क्या है। 😏"
इस समय प्रिया को छवि के अंदर अवीर की झलक दिखाई दे रही थी। वो जल्दी से अपना हाथ उसके हाथ से छुड़ाकर चार कदम पीछे हटी। फिर उसे देखकर गुस्से से घूरते हुए बोली, "कॉम्पिटिशन तो कल हम ही जीतेंगे, तब तुम्हारा गुरुर टूटेगा।" और उसे गुस्से से देखते हुए चली गई। छवि गहरी साँस लेकर अपनी चेयर पर बैठी। फिर हल्के से मुस्कुराते हुए बोली, "चलो, अवीर सर ने कुछ तो सीखा। मैंने वेरी वेरी पर्सनल असिस्टेंट को कामवाली बाई बना दिया।😩" फिर क्यूट सा फ़ेस बनाकर बोली, "आपको छोड़ेंगे नहीं...अवीर!!"
वही न्यूयॉर्क...
सुरभि जी रुद्राक्ष के पास आकर दर्द भरी आवाज में बोली, "आपको अंदाज़ा भी है आप क्या कर रहे हैं?"
रुद्राक्ष बहुत ही रूड आवाज में बोला, "मुझे तुमसे जानने की ज़रूरत नहीं है, सुरभि।"
सुरभि उनके आगे हाथ जोड़ते हुए बोली, "छवि को वहाँ भेजने के पीछे आपका क्या मक़सद है? प्लीज़, उस बच्ची को इन सब में मत फँकिए। 🥺"
रुद्राक्ष जोर से हँसते हुए बोला, "कम ऑन, जान! अभी तो मैंने कुछ किया भी नहीं, अभी से तुम हाथ जोड़ रही हो। सही टाइम आने दो, तब अच्छे से यह करना।" और मुस्कुराने लगा।
मुंबई में...
अगले दिन (सिंघानिया इंडस्ट्रीज़), अवीर केबिन में बैठा काम करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन उसका मन काम में बिल्कुल भी नहीं था। वह खुद से बोला, "रुहान ने कहा था कि वो छवि के साथ प्रैक्टिस करने जा रहा है, लेकिन मुझे क्या? किसी के ही साथ जाएँ?" और अपना ध्यान फिर से काम में लगाने की कोशिश करने लगा। वह कभी अपने बालों में उंगलियाँ चलाता, कभी गर्दन पर हाथ फेरता। काफ़ी देर ऐसे करने से वह इरिटेट हो गया और केबिन से बाहर चला गया।
वहीँ छवि और रूहान इस समय कंपनी के टॉप फ़्लोर के एक रूम में प्रैक्टिस कर रहे थे। जो भी लिफ़्ट से टॉप फ़्लोर पर जा रहा था, वह मन ही मन बुदबुदाया, "मैं सिर्फ़ चेक करने जा रहा हूँ, और कुछ नहीं।" वह खुद को तसल्ली देने के लिए यह सब बोल रहा था। लेकिन उसकी आँखें छवि को देखने के लिए बेचैन थीं। वह दरवाज़े के पास जाकर खड़ा हो गया। वह दरवाज़े के छोटे से ग्लास हॉल से अंदर देखने लगा।
रुहान छवि के पास आते हुए बोला, "तुम रेडी हो ना!!"
छवि मुस्कुराकर बोली, "बिल्कुल! तुम बस देखो अब..." रुहान म्यूज़िक प्ले करके छवि के क़रीब जाकर उसकी कमर पर हाथ रखने लगा। यह देख अवीर के फ़ेस पर डार्क एक्सप्रेशन आने लगे। उसने डोर के हैंडल को बहुत कस के पकड़ रखा था। वैसे तो वह जानता था कि रूहान छवि को बहन जैसे मानता है, लेकिन वह अपने दिल के हाथों मजबूर था। वह वहाँ से वापस जाने लगा...
तभी रुक गया और हल्का सा हँस पड़ा क्योंकि रूहान जैसे ही उसकी कमर पर हाथ रखने वाला था, उससे पहले ही छवि ने अपने डांस मूव स्टार्ट कर दिए। उसने अपनी कोहनी पीछे की जो कि रुहान के पेट में जा लगी, जिससे रुहान के पेट में काफ़ी दर्द होने लगा।
रुहान दर्द से अपना पेट पकड़ते हुए बोला, "अह्ह! यह क्या कर दिया तुमने छवि? 😫"
छवि जल्दी से उसके पास आकर बोली, "रुहान भाई, आप ठीक तो हैं ना?"
रुहान दर्द से अपना पेट पकड़ते हुए बोला, "क्या यार! इतनी जोर से कोई मारता है क्या?"
छवि डरते हुए बोली, "मैंने नहीं मारा। वह गलती से लग गया।" रुहान को उसका ऐसे डरना अच्छा नहीं लगा। वह मज़ाक करते हुए बोला, "पास नहीं आना था तो बता देती।" फिर हल्का सा मुस्कुराते हुए बोला, "चलो, यह छोड़ो। नेक्स्ट स्टेप करते हैं। अच्छा सुनो, मैं जैसे ही तुम्हारा हाथ पकड़कर तुम्हें अपनी तरफ़ घुमाऊँगा, तुम मेरे पास आ जाना।"
छवि जोश से मुस्कुराते हुए बोली, "डन! चलो करते हैं।" और जैसे ही उसका हाथ पकड़कर उसे अपनी तरफ़ घुमाने लगा, छवि एक राउंड की जगह दो बार घूम गई, जिससे वह रुहान से टकरा गई। रुहान तो एकदम शॉक हो गया।
छवि हड़बड़ाते हुए बोली, "सॉरी! सॉरी! गलती हो गई।"
अवीर वहीं खड़ा मुस्कुराते हुए बोला, "ए भगवान! मेरा भाई तो आज गया। यह तो 15 मिनट में ही रो देगा। 😂" फिर दरवाज़े के अंदर आते हुए रुहान को छेड़ते हुए बोला, "रुह! कितना पीटकर मानेगा?" रुहान जो छवि के साथ डांस प्रैक्टिस करके परेशान हो रहा था, वह मुँह बनाते हुए बोला, "भाई, देखो बार-बार यह गड़बड़ कर रही है।" अवीर वहीं एक चेयर पर बैठकर उन दोनों को डांस करते देखने लगा। छवि जब भी अवीर को देखती, तो कोई ना कोई डांस स्टेप गलत कर देती, जिस कारण अवीर के चेहरे पर हल्की सी हँसी आ जाती, जिससे अवीर हँस देता।
प्रिया जो अवीर को काफ़ी देर से ढूँढ रही थी, वह उसे ढूँढते हुए फ़र्स्ट फ़्लोर पर आई। उसने जैसे ही अवीर के हँसने की आवाज सुनी, तो चिड़ते हुए बोली, "पता नहीं इस घटिया लड़की ने मेरे AV पर क्या जादू कर दिया है। इसके पास जाते ही वह हँसने लगते हैं। बहुत हो गया तुम्हारा! कल देखना क्या करती हूँ।!!!"
अवीर थोड़ी देर उन दोनों को साथ देखने के बाद नीचे चला गया। रुहान भी काफ़ी थक चुका था, इसलिए वह भी नीचे अपने केबिन में चला गया। वहीँ छवि उदासी से वहीं नीचे बैठकर बोली, "मेरे डांसिंग स्किल इतनी बुरी भी नहीं हैं।" फिर उदासी से अपना सिर हिलाते हुए बोली, "मैं एक बार रुहान भाई को देखकर आती हूँ। उनको ज़्यादा तो नहीं लगी..." लेकिन उनको एक बार देखकर आती हूँ। वह जैसे ही लिफ़्ट से जाने लगी, उसने देखा लिफ़्ट अभी बिज़ी है, तो वह सीढ़ियों से नीचे उतरने लगी। जैसे ही वह फ़िफ़्थ फ़्लोर की सीढ़ियाँ उतर रही थी, तभी अचानक किसी ने जोर से उसको धक्का दिया, जिससे उसकी एक जोरदार चीख निकल गई।
 __अब आगे...... छवि जैसे ही सीडीओ से गिरने लगी उसने खुद को संभालने के लिए रेलिंग को कसकर पकड़ लिया लेकिन अचानक धक्का लगने से उसके पैर में मोच आ गई वोह एक तेज़ चीख के साथ वहीं पर धम से बैठ गई चिल्लाने की आवाज सुन वहां पर बहुत से एम्पलाइज इकट्ठा होने लगे .... छवि का चेहरा दर्द के कारण लाल हो चुका था ......एक एंप्लॉय छवि की मदद करने के लिए आई उसने छवि को उठने में मदद की लेकिन छवि दर्द से तड़पते हुए बोली "नहीं मुझसे नहीं होगा 🥺......!!! अवीर जो रूहान के केबिन की तरफ जा रहा था अचानक इतने सारी भीड़ को देख वहीं रुक गया और तेज आवाज में बोला "यह सब क्या हो रहा है अवीर के ऐसे चिल्लाने से सब एकदम साइड हो गए तभी अवीर की नजर जैसे ही सीढ़ियों पर बैठी छवि पर गई वोह जल्दी से उसके पास जाकर बोला "क्या हुआ तुम्हें ??? लेकिन छवि कुछ नहीं बोली वोह लड़की दोबारा छवि को उठाने में मदद करती है लेकिन छवि से उठा नहीं गया वह अपने पैर की तरफ देखते हुए दर्द से बोली "नहीं हो रहा है उसके चेहरे पर दर्द साफ दिखाई दे रहा था यह देख अवीर से रहा नहीं गया उसने गुस्से भरी आवाज में मा खड़े सारे एम्पलाइज को घूरते हुए कहा "तुम सब अगर 2 मिनट में यहां से गायब नहीं हुए तो सबको फायर कर दूंगा फिर छवि की मदद करने वाली लड़की देखते हुए तुम जल्दी से डॉक्टर को कॉल करो ....! अवीर के इतनी तेज चिल्लाने से सब लोग वहां से रफू चक्कर हो गए अवीर छवि के पास जाकर बिना कुछ बोले उसको अपनी बाहों में उठा लिया अचानक ऐसे उठाने से ल छवि डरते हुए अवीर की शर्ट को कसके पकड़ लिया और धीरे से बोली "सर ".........अवीर उसे गुस्से से देखते हुए एक काम भी ठीक से नहीं कर सकती वहां रुहान को इतना मारा और यहां खुद का पैर तुड़वाने पर तुली हो तुम सच में पूरी आफत हो...... छवि दर्द से अपनी आंखें बंद कर लेती है फिर छोटा सा चेहरा बनाकर पहले ही इतना दर्द हो रहा है आप तो गुस्सा मत कीजिए मैं डांस कैसे करूंगी अवीर उसे ध्यान से देखते हुए यह तो समझ गया कि छवि सच में डांस के लिए पागल है ........ वह बिना कुछ बोले उसे सीधा अपने केबिन मैं ले गया और आराम से काउच पर बिठाकर खुद उसके सामने घुटनों के बल बैठ गया और उसके पैर को उठाकर जैसे ही हिल उतरने लगा छवि जल्दी से अपना पैर पीछे खींचते हु अवीर आप यह क्या कर रहे हैं अवीर अपने होठों पर अपनी पतली सी उंगली रखकर उसे शांत रहने का इशारा करता है जिसे देख छवि बिल्कुल चुप हो गई अब उसकी हिल उतार के साइड में रख देता है और उसके पैर पर जहां मोच आई थी जैसे ही वहां टच करने लगा उसकी इतनी सॉफ्ट स्किन को टच कर उसकी धड़कने बढ़ गई उसने खुद को कंट्रोल कर जैसे ही मोच वाली जगह पर छुआ छवि जोर से चिल्लाई😫🥺 अवीर सर बहुत दर्द हो रहा है लगता है मेरी टांग टूट गई है यह आपका ऑफिस मनहूस है अवीर उसे घूरते हुए "चुप यह सिर्फ़ हल्की सी मोच है ....... छवि दर्द से रोते हुए "जब से आई हूं इस ऑफिस में मेरे साथ कुछ ना कुछ बुरा ही हो रहा है मैं इस ऑफिस में रजिस्ट्रेशन दे दूंगी मुझे नहीं करनी यह जॉब अवीर को उसका ऐसा बोलना जरा भी पसंद नहीं आया उसके चेहरे पर अजीब से भाव आने लगे उसकी पकड़ उसके पैर पर कसने लगी छवि दर्द से चिल्लाते हुए जैसे ही उठी लेकिन वही फिर कोच पर गिर गई उसका पैर फिर से दर्द हो रहा था..... अवीर गुस्से से चिल्लाता हुआ "किसने बोला ऐसे उठकर जाने को खबरदार अगर उठी तो एक लगाऊंगा सारी अकल ठिकाने आ जाएगी छवि बेबस होकर " वोह मुझे लगा.. अवीर उसे डांटते हुए "चुप सनशाइन 😤........सनशाइन सुनते ही छवि शांत हो गई वहीं अवीर भी सोच में पड़ गया कि यह उसने क्या बोल दिया उसने बचपन से ही साबिर को मीरा के लिए सनशाइन बोलते हुए सुना था तो उसको लगा शायद गलती से उसके मुंह से निकल गया...... छवि धीरे से, सनशाइन क्या??? अवीर बात पलटते हुए नथिंग फिर उसपर गुस्सा करते हुए "रूहान के साथ थोड़ा ढंग से बिहेव क्या करो ओर उससे दूरी भी मेंटेन रखो 😒 छवि चिढ़ते हुए आप मुझसे जेलस हो ना 😏.... अवीर तंज भरी हंसी हंसते हुए, जेलस वो भी तुमसे रुहान की जो हालात की है ना तुमने उसके बाद तुमसे जेलस तो दूर तुम्हारे आसपास भी कोई नहीं आएगा 😂 छवि कुछ बोलती तभी उसे एकदम से चटक की आवाज सुनाई दी उसने अवीर के दोनों कंधों पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली तभी उसे अपने पैर में दर्द महसूस होना बंद हो गया अवीर धीरे से उसके पैर को छोड़कर उसकी आंखों को रब करने लगा..... छवि हैरान होकर उसे देख रही थी और धीमे से बोली " अवीर "....... अवीर उसका हैरानी भरा चेहरा देखकर मुस्कुराते हुए बोला "दर्द चला गया ना ....अब उसे समझ आया कि उसने छवि का ध्यान भटकने के लिए यह सब किया था वह झटके से खड़ी हुई और खुशी से चिल्लाई यह मैं सही हो गई अब मैं डांस कर दूंगी अवीर उसको ऐसी हरकतें करते देख हल्के से मुस्कुराया और सीधा जाकर अपनी चेयर पर बैठ गया और उसे गौर से देखते हुए बोला "वैसे तुम वहां से गिरी कैसे???? छवि अपनी नज़रें इधर-उधर घूमाते हुए" ... व्ह्ह् वो कुछ नहीं बस मेरा पैर फिसल गया था उसकी नज़रें इधर-उधर घूमती देख अवीर समझ गया कि छवि झूठ बोल रही है तभी केबिन में रुहान दाखिल हुआ और छवि को देख हंसते हुए बोला "यह क्या छवि मेरा दुख देखा नहीं गया कि तुम खुद ही अपनी टांग तुड़वाने पर आ गई.......😂 छवि उसको गुस्से से मारते हुए "शट अप कुछ भी... चलो अभी भी हमें प्रैक्टिस करनी है और रुहान को लेकर केबिन से बाहर जाने लगी लेकिन फिर पीछे मुड़कर मुस्कुराते हुए बोली "थैंक यू मिस्टर अवीर सिंघानिया एंड बेस्ट ऑफ लक कल के लिए .... अवीर अपने बालों में हाथ फेरते हुए थैंक्स बोलने की जरूरत नहीं " में अगर यह सब नहीं करता तो तुम्हें कंपटीशन में हरते हुए कैसे देखता छवि उसे देखते हुए कुछ सोच कर गहराई से मुस्कुराते हुए बाहर आ गई... छवि अपने टेबल पर बैठी थी उसके दिमाग में एक ही शब्द गूंज रहा था "सनशाइन " वोह कुछ सोचते हुए बोली यह सनशाइन यह कहीं तो देखा है ... कुछ देर बाद सना घबराई हुई छवि के पास आई और डरते हुए बोली "क्या तुमने अवीर सर को सब कुछ सच बता दिया छवि उसे देख मुंह बिचकाते हुए "अपने ही मुझे धक्का मारा था ना 😤.....सना जल्दी से छवि को गले लगाते हुए "आई एम रियली सॉरी यार मैं बिना देखे वहां से चली आ रही थी तो गलती से धक्का लग गया मैं डर गई थी सच्ची मैंने यह सब जानबूझ कर नहीं किया.... छवि प्यार से उसके गाल पर हाथ रखते हुए "आई नो सना मैने तुम्हें देख लिया था डोंट वरी मैंने कुछ गलत नहीं सोचा आई ट्रस्ट यू ......सना हैरान होकर छवि को देख रही थी फिर मुस्कुराते हुए बोली "थैंक यू वेरी मच छवि तुम सच में बहुत अच्छी हो........ अगले दिन...... अवीर का रूम.... अवीर अपने बेड पर बैठा लैपटॉप पर तेजी से कुछ टाइप कर रहा था तभी रुहान उसके रूम में आता हुआ अवीर भाई रेडी हो ना अवीर बिना उसपर ध्यान दिए "क्यों कहां जाना है??? रूहान उसे देख मुंह बनाते हुए "सीरियसली भाई आज फ्रेशर पार्टी है और एंबुलेंस को मेरे लिए कॉल आप ही करेंगे भूल गए क्या ?? अवीर रूहान की बात का मतलब जैसे ही समझाते हुए हंसकर "यू आर राइट!!! कुछ देर बाद अवीर अपने रूम में रेडी हो रहा था ..... व्हाइट शर्ट ब्लैक पैंटउसके ऊपर ब्लैक ब्लेजर शर्ट के ऊपर के दो बटन खुले थे जिससे उसका चौड़ा सीना साफ नजर आ रहा था और उसके महंगे परफ्यूम की खुशबू पूरे रूम में गूंज रही थी उसकी शर्ट उसके शरीर से इस कदर चिपकी थी कि अगर अवीर ब्लेजर को उतार देता तो उसकी शर्ट के पर भी उसके मस्कुलर बॉडी साफ दिखाई देती.... वह अपने बालों को जेल से सेट कर रहा था कि तभी मीरा उसके रूम में बिना नॉक किया आई और उसे देख बलाई लेते हुए बोली "ओहो किसकी जान लेने का इरादा है बच्चे ??? अवीर मुस्कुराते हुए "मॉम आप भी ना मीरा हंसते हुए आए हाय मेरा बच्चा हंसते हुए कितना क्यूट लगता है मुझे खुशी हुई कि तुम भी अब हंसने लगे हो और प्यार से उसके कान के पीछे एक छोटा सा काला टीका लगा देते हैं अवीर मुस्कुराते हुए उनके गले लगकर "मॉम आपके होते हुए मुझे किसी की नजर नहीं लग सकती मीरा उसके बालों को सहलाते हुए वैसे आज किसके साथ डांस करने वाले हो चलो??? वैसे तो कोई भी हो लेकिन इतना अच्छा डांस करना कि सब देखते रह जाएं....... अवीर एटीट्यूट भारी टोन से "डोंट नो वरी मॉम आपका बेटा आग लगा देगा...... मीरा जी "अच्छा बेटा मैं जाती हूं और जैसे ही रूम से बाहर निकलने लगी अवीर उन्हें रोकते हुए धीरे से बोला "मॉम डैड आपको सनशाइन क्यों बुलाते हैं??? यह सुन मीरा के चेहरे पर बहुत बड़ी मुस्कुराहट आ गई वह हल्के से हंसते हुए बोली "क्या सच में जानना है तुम्हें..... अवीर अपने बालों में हाथ फेरते हुए "नहीं वह बस ऐसे ही...... मीरा जी शर्मीली मुस्कान देते हुए"जब तुम्हें कोई ऐसी मिलेगी ना इसके लिए तुम्हारे मुंह से खुद ही ऐसा वर्ल्ड निकलेगा तो तुम खुद ही समझ जाओगे.... और उसे कंफ्यूजन में डालकर चली गई अवीर मीरा की कई बातों का मतलब समझने की कोशिश कर रहा था बट उसे कुछ समझ नहीं आया तभी उसे प्रिया का मैसेज आया "विल मीट यू इन कॉलेज इन 20 मिनट्स डॉन्ट बी लेट अवीर की नजर जैसे ही उस मैसेज पर पड़े उसने गुस्से से अपना फोन बेड पर पटक दिया और बेहद गुस्से से बोला "अवीर सिंघानिया अपनी मर्जी का मालिक है वह तुम जैसीओ के आर्डर नहीं मानता मानता फॉर एवरी स्माइल करता हुआ अपने बेड पर लेट गया" मुझे ऑर्डर देने की गलती की है ना तुमने प्रिया😏 नाऊ वेट फॉर एट लिस्ट वन हॉर्स 😈। कुछ देर बाद...... रूहान भागते हुए अवीर के रूम में आया और घबराई आवाज में बोला "अवीर उसे ऐसे घबराया हुआ देख "क्या हुआ सब ठीक तो है ना??? रूहान अपना सिर दीवार पर फोड़ते हुए " भाई मुझे अभी-अभी पता चला कि जज इस डांस कंपटीशन में पार्टिसिपेट नहीं कर सकते 🥺 अवीर आराम से "सो व्हाट तू क्यों टेंशन ले रहा है रूहान बेबसी भरी आवाज में "इस डांस कंपटीशन का जज मैं ही हूं अवीर यह सुन हैरान हो गया उसने हैरानी से कहा "व्हाट द हेल 🤬.......??
रोहन ने उदासी से चेहरा हिलाते हुए कहा, "हाँ भाई, कंपटीशन का जज मैं ही हूँ।"
अवीर गुस्से से उसे डाँटते हुए बोला, "तो अब मैं क्या करूँ? उसको कौन समझाएगा? वह लड़की तुम्हारी जान ले लेगी।"
रूहान कुछ सोचते हुए बोला, "भाई, मैं कॉलेज ही नहीं जाता हूँ।"
अवीर ने हल्के से उसके गाल पर थप्पड़ लगाते हुए कहा, "यही बकवास बाकी रह गई है। चलो कॉलेज चलते हैं, वहीं सोचेंगे कि आगे क्या करना है।"
वहीं दूसरी तरफ, समीरा का रूम था। साबिर बेड पर बैठा था। उसके चेहरे पर कुछ शिकन थीं। वह अपने हाथ में लिए पेपर को गौर से देख रहा था। तभी वह गुस्से से बोला, "यह छवि, उस रुद्राक्ष खुराना की बेटी है। अगर यह बात अवीर को पता चली तो..."
तभी मीरा रूम के अंदर दाखिल हुई। उसने साबिर को इतनी टेंशन में देखकर पूछा, "क्या हुआ जी? आप इतनी टेंशन में क्यों हैं?"
साबिर उसे कुछ भी बताकर टेंशन नहीं देना चाहता था। उसने हल्का सा मुस्कुराकर कहा, "कुछ भी नहीं, बस थोड़ा सा ऑफिस वर्क देख रहा था।"
मीरा मुस्कुराते हुए बोली, "ओके, पर अब इसे समेटिए और रेडी हो जाइए। हमें भी कॉलेज जाना है ना, गेस्ट के रूप में।"
साबिर मुस्कुराकर बोला, "हाँ, बस अभी रेडी हो गया, सनशाइन।" लेकिन उसके मन में बहुत बेचैनी हो रही थी। उसने खुद से कहा, "पता नहीं मुझे इतना अजीब क्यों लग रहा है। भगवान, मेरे बच्चे के साथ इस बार कुछ गलत मत करना। मैं इस लड़की को अपने ऑफिस में नहीं रहने दे सकता।"
दूसरी तरफ, एक अच्छा बड़ा सा घर था। घर के बाहर "मिश्रा हाउस" लिखा था। प्रिया अपने रूम में रेडी हो रही थी। वह आईने के सामने अपने बाल सुखाते हुए बोली, "इस बार मैं और अवीर ऐसा डांस करेंगे कि सब देखते ही रह जाएँगे, और मैं इसी बहाने अवीर के और करीब आ जाऊँगी। लेकिन उस छवि को तो अवीर के पास बिल्कुल भी नहीं आने दूँगी।"
वहीं उसकी खिड़की के पास छुपी सना उसकी जासूसी करते हुए बोली, "है भगवान! यह क्या बोल रही है? उसे दिन मेरे कारण छवि को इतनी चोट लगी, लेकिन फिर भी उसने सर को नहीं बताया। इसलिए मैं उसके लिए इतना तो कर ही सकती हूँ। इतना तो मुझे पता है कि यह प्रिया छवि के लिए कुछ बुरा ही करेगी।" और वह अपने पर्स से कुछ निकालने लगी।
कुछ टाइम बाद, अवीर की गाड़ी जैसे ही कॉलेज के अंदर इंटर हुई, हर कोई उसे देखने के लिए बेकाबू सा हो गया। वह जैसे ही गाड़ी से बाहर निकला, लड़कियाँ तो उसकी पर्सनैलिटी ही देखते रह गईं। वहीं अवीर रूहान के साथ बढ़ गया। उसने किसी पर कोई ध्यान नहीं दिया। उसकी नज़रें तो सिर्फ छवि को ही ढूँढ रही थीं। वह जैसे ही पार्टी एरिया में पहुँचे, तभी नैना ने पीछे से आकर रूहान के सर पर अपना पर्स मारा।
रूहान ने अपना सर पकड़ते हुए कहा, "अह्ह! यह क्या किया?"
नैना गुस्से से चिल्लाई, "तुम पागल इंसान! अब मेरी छवि किसके साथ डांस करेगी?"
रूहान डरते हुए बोला, "सॉरी, मुझे नहीं पता। लेकिन तुम किसके साथ कर रही हो?"
तभी पीछे से मुस्कुराता हुआ मनन आगे आया। अवीर हैरानी से बोला, "मनन!"
मनन ने दांत दिखाते हुए कहा, "सरप्राइज गाइस! मैंने भी सोचा क्यों ना मैं भी अपनी कुछ डांस स्किल करके दिखाऊँ।"
रूहान जल्दी से उसके गले लगाते हुए बोला, "तुम दोनों कब मिले?"
मनन ने एक नज़र नैना को देखकर मुस्कुराते हुए कहा, "मॉल में शॉपिंग करते टाइम मुझे पता चला कि यह और इसकी फ्रेंड अवीर भाई की ही स्टूडेंट हैं, तो मैंने सोचा क्यों ना उनकी हेल्प कर दूँ।"
नैना उन दोनों को घूरते हुए बोली, "लेकिन अब यह तो बताओ कि छवि को क्या बोलना है?"
वहीं अवीर, बिना किसी की बात पर गौर किए, अपनी नज़रें हर तरफ घुमाकर देख रहा था। तभी उसे छवि दिखाई दी। व्हाइट कलर का लॉन्ग फ्रॉक, जो बैकलेस था, उसे हॉट सेक्सी लुक दे रहा था। गले में एक बहुत ही सुंदर बटरफ्लाई पेंडेंट, जो इस वक्त इंद्रधनुष की तरह चमक रहा था; एक हाथ में महंगी वॉच; रेड लिप्स; बड़ी-बड़ी आँखें, जो इस वक्त काजल से सनी थीं; बालों को उसने कर्ल किया हुआ था। वह इस वक्त क़यामत ढा रही थी।
अवीर तो उसे देखा ही रह गया। तभी अचानक उसने अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लिया और मन ही मन खुद को डाँटते हुए बोला, "मुझे उसको ऐसे एकटक नहीं देखना चाहिए। उसको मेरी नज़र भी लग सकती है।" लेकिन इस वक्त उसका दिल उसके कंट्रोल से बाहर था, और उससे रहा ही नहीं गया। वह फिर उसकी तरफ़ देखने लगा। तब तक छवि उनके पास आ चुकी थी।
रूहान ने अपना बड़ा सा खुला मुँह बंद करते हुए कहा, "वाह! छवि यार, क्या लग रही है! बिलीव नहीं होता। अगर मैं तुम्हें अपनी सिस्टर नहीं मानता तो कसम से तुम्हें आज ही सबके सामने प्रपोज कर देता।"
छवि हँसते हुए हल्के से उसके कंधे पर मुक्का मारते हुए बोली, "..."
छवि ने एक नज़र अवीर को देखा, जो कि उसे अपनी तरफ़ देखता पाकर नज़रअंदाज़ कर रहा था। छवि प्यार भरी नज़रों से उसे देखने लगी कि कब अवीर उसकी तारीफ़ करे, लेकिन वह कुछ भी नहीं बोला और अपना चेहरा दूसरी तरफ़ घुमा लिया।
छवि उदासी से अपना चेहरा झुकाते हुए, नम आँखों से मन ही मन बुदबुदाई, "लगता है मैं इतनी भी सुंदर नहीं लग रही। प्रिया सही कहती है, सर को मेरे जैसे लड़कियाँ पसंद ही नहीं हैं।"
वहीं अवीर, जिसकी धड़कनें हद से ज़्यादा बढ़ चुकी थीं, वह बड़ी मुश्किल से खुद को कंट्रोल करके खड़ा था। उसका मन उसे खुद में समेटने का कर रहा था। वो मन ही मन बोला, "कोई इतना खूबसूरत कैसे हो सकता है? यह बुद्धू सी लड़की सच में खूबसूरत और क्यूट है!"
रूहान छवि के सामने अपने कान पकड़ते हुए बोला, "छवि, आई एम रियली सॉरी, बट एक छोटी सी प्रॉब्लम हो गई।"
छवि डरते हुए बोली, "क्या हुआ? सब ठीक तो है ना?"
रूहान जल्दी से अपने दोनों गालों को हाथ से ढकते हुए बोला, "मारना मत। वह एक्चुअली..." और उसने छवि को अपने जज होने के बारे में बताया। पहले तो छवि उसे बहुत गुस्से से देख रही थी, जिसे देखकर रूहान और बाकी सब ने अपनी आँखें बंद कर लीं। उन्हें लगा शायद रूहान पक्का पिटेगा। तभी छवि जोर से हँसते हुए बोली, "कौन सा डांस?"
सब उसे हैरान होकर देख रहे थे। रूहान छवि को हिलाते हुए बोला, "यह कंपटीशन वाला डांस तुम भूल गई क्या?" लेकिन तभी छवि और जोर-जोर से हँसने लगी। अवीर उसे ऐसे हँसते देख गुस्से में बड़बड़ाया, "अरे यह पागल लड़की इतना हँस क्यों रही है?"
छवि अवीर को गुस्से से देखते हुए बोली, "मैंने सब सुन लिया जो अभी आपने बोला।" यह सुनकर अवीर दूसरी तरफ़ देखते हुए हल्का सा मुस्कुराया।
छवि बाकी सब को देख हँसते हुए बोली, "डांस तो मैं तब करती ना जब मैं उसमें नाम लिखवाती।"
नैना हैरानगी से बोली, "इसका मतलब...?"
छवि फीकी सी स्माइल के साथ बोली, "मैंने रूहान के साथ पार्टिसिपेट करते वक़्त ही सोच लिया था कि तुम सही रहती हो नैना। यह डांस मेरे बस की बात नहीं है। मैं खुद की बेइज़्ज़ती करवा सकती हूँ, लेकिन रूहान की नहीं। इसलिए मैंने पहले ही अपना नाम हटवा लिया।" सब लोग हैरान थे, और सबसे ज़्यादा हैरानगी और गुस्सा अवीर के चेहरे पर था।
अवीर छवि को घूरते हुए बोला, "यू इडियट!"
छवि अजीब सा हँसकर बोली, "ह्ह्ह! मैं इसको तारीफ़ समझूँ?"
रूहान मुस्कुराते हुए बोला, "ओहो गॉड! छवि, तुम सच में कमाल हो! आई लव यू यार! हम ख़ामख़ा इतनी टेंशन ले रहे थे।" और उसने जल्दी से छवि के गले लग गया।
छवि मुस्कुराते हुए बोली, "कोई बात नहीं!"
अवीर छवि को घूरते हुए बोला, "तुम्हारी वजह से मुझे उस प्रिया के साथ डांस करना पड़ेगा। आज तुम गई! तुम्हें डांस के बाद बताता हूँ।"
छवि मुँह ऐंठते हुए बोली, "अब हराकर दिखाइए। मुझे छवि खुराना को कोई नहीं हरा सकता। और आपको ही शौक था ना उस छिपकली के साथ ज़्यादा चिपकने का, तो कीजिए यह डांस!"
उनकी लड़ाई बढ़ते देख मनन जल्दी से बीच में बोला, "तो इट्स टाइम टू पार्टी गाइज़! अभी तो पार्टी शुरू हुई है, अभी तो धमाके होने बाकी हैं। सो लेट्स मूव टू द डांस फ्लोर!" और एक-एक करके डांस फ्लोर की तरफ़ बढ़ने लगे। रूहान भी अवीर को रिक्वेस्ट करते हुए बोला, "भाई, चलिए ना! यह कंपटीशन गया भाड़ में! हम तो एन्जॉय करते हैं। बहुत टाइम बाद ऐसे मौका मिला है।" लेकिन अवीर उसे घूरते हुए जाकर एक चेयर पर मुँह फुलाकर बैठ गया और गुस्से से बोला, "मुझे नहीं जाना।"
रूहान बोला, "लेकिन..."
अवीर ने उसे गुस्से से आँखें दिखाते हुए कहा, "मैंने बोला ना मुझे नहीं जाना!" और एक वेटर से कोल्ड ड्रिंक लेकर पीने लगा। वह कभी-कभी डांस फ्लोर की तरफ़ देख लेता। सब डांस फ्लोर पर डांस कर रहे थे। अवीर छवि को फ्लोर पर देखकर दाँत पीसते हुए बोला, "मेरा ही दिमाग ख़राब था जो इस पागल लड़की की बातों में आकर मैंने डांस के लिए हाँ कर दी। कहाँ फँसा दिया यार! अब मैं क्या करूँ?" वहीं छवि जो डांस कर रही थी, लेकिन उसकी नज़रें बार-बार अवीर से ही टकरा रही थीं।
छवि ने हल्के से कहा, "मैं इनको उस प्रिया के साथ अमेजिंग नहीं कर सकती। मुझे इतना बुरा क्यों लग रहा है?" तभी अवीर की नज़र छवि पर गई। उसे देखकर छवि जल्दी से अपना चेहरा दूसरी तरफ़ घुमा लेती है। अवीर खुद को डाँटते हुए बोला, "नहीं, AV! नज़र हटा! उसको ऐसे मत देख।" और अपना दिमाग शांत करने के लिए वो कोल्ड ड्रिंक के बड़े-बड़े घूँट लेने लगा। वह गहरी और मदहोशी भरी आवाज़ में सभी को देखते हुए बोला, "किसी ने सही ही कहा है, एक लड़की इंसान का दिल और दिमाग दोनों ही ख़राब कर सकती है। यह लड़की तो कुछ ज़्यादा ही!"
अचानक उसकी नज़र एक लड़के पर पड़ी जो काफ़ी देर से छवि के पीछे डांस कर रहा था। उसकी नज़र छवि की बैक पर थी। उसकी आँखों में हवस साफ़ दिखाई दे रही थी। तभी वह लड़का छवि की कमर को जैसे ही छूने लगा, अवीर जल्दी से भागता हुआ स्टेज पर चढ़ गया और गुस्से से उस लड़के का हाथ पकड़कर बोला, "हाथ पीछे हटा!"
लड़का, बिना अवीर पर ध्यान दिए, अपनी दाढ़ी खुजलाते हुए बोला, "क्यों? तेरी क्या लगती है? तू पीछे हट!"
छवि ने जैसे ही इतनी तेज आवाज़ सुनी, वह जल्दी से पीछे मुड़ी तो हैरान हो गई। अवीर ने उस लड़के का हाथ इतना टाइटली पकड़ रखा था कि उस लड़के की सारी नशे साफ़ दिखाई दे रही थीं। छवि जल्दी से बीच में आते हुए बोली, "अवीर सर, इसे जाने दीजिए ना! छोड़िए इसको!"
अवीर, बिना छवि पर ध्यान दिए, उस लड़के के कान में बहुत ही डेंजरस आवाज़ में बोला, "मेरी कुछ भी लगे, लेकिन तेरी बहन लगती है।" और जोर से उसे धक्का देकर छोड़ देता है। वह लड़का अवीर को घूरते हुए नीचे उतर गया।
छवि अवीर को इतने गुस्से में देख, उसका मूड सही करते हुए बोली, "अवीर सर, क्यों? उस बेचारे को कितना डरा दिया आपने!"
अवीर उसे गुस्से से देखते हुए बोला, "वह और बेचारा, और तुम पागल लड़की! तुम पूरी फट्टू हो!"
छवि अपनी आँखें बड़ी करते हुए बोली, "क्या? मैं फट्टू? ऐसा बिल्कुल भी मत बोलिए!"
अवीर बोला, "अच्छा? क्या कर लोगी तुम? सच में फट्टू हो! फट्टू! कंपटीशन से अपना नाम हटा लिया!"
तुमने... अब छवि को समझ आया कि अवीर इतने गुस्से में क्यों है। वो हल्के से हँसते हुए बोली, "वह तो मैंने इसलिए करवाया था ताकि मैं आपको जीत सकूँ! इसमें मैं फट्टू नहीं हूँ। मैं आपको दिखा दूँगी कि मैं आपसे कहीं बेहतर हूँ।"
अवीर उसके पास आते हुए बोला, "अच्छा? और वह कैसे दिखाओगी?"
तभी होस्ट की आवाज़ आई, जो डीजे के सामने खड़ी, बहुत ही एक्साइटेड होकर बोल रही थी।
"तो एवरीवन, लेट्स बिगिन अवर पार्टी! तो रेडी हो जाइए सब शाम के पहले गेम के लिए! कौन-कौन रेडी है? आ जाइए जल्दी!"
छवि बिना सोचे-समझे, हँसते हुए होस्ट के पास चली गई और अवीर को देखते हुए बोली, "मैं अब दिखाऊंगी कि मैं भी आपसे बेहतर हूँ।"
अवीर उसे घूरते हुए उसके पास जाकर खड़ा हो गया और उसे देखते हुए बोला, "मैं भी देखता हूँ तुम मुझसे कितनी बेहतर हो।"
दोनों एक साथ बोले, "हम करेंगे पार्टिसिपेट।"
गेम को होस्ट करने वाली लड़की अवीर को देख मुस्कुराते हुए बोली, "वह लगता है आप बहुत ज़्यादा एक्साइटेड हैं। वैसे यह गेम भी बहुत अच्छा है।" उसने कुछ और लोगों को भी गेम में शामिल होने के लिए स्टेज पर बुलाया और उनको समझाते हुए बोली, "यह गेम एक कपल गेम होगा। इसमें आप सबको एक साथ टीमवर्क जैसा काम करना होगा। इसमें जो टीम सबसे ज़्यादा मिर्ची खाएगी वो गेम जीतेगी।" यह सुनकर छवि और अवीर दोनों के ही होश उड़ गए। अवीर अपना माथा सहलाते हुए बोला, "गलत जगह आ गया।" वहीं छवि अवीर की तरफ़ देख मन ही मन चिल्लाई, "यह क्या है? यह होस्ट पागल है क्या? कुछ और रखती, गुलाब जामुन रख लेती!"
स्टेज के नीचे खड़े रूहान, नैना, मनन, छवि के उतरे चेहरे को देखकर जोर-जोर से हँस रहे थे। अवीर ने देखा, पहले वही लड़का आया जो छवि को गंदी नज़रों से देख रहा था। वह एक लड़की के साथ आगे आया। उसका ध्यान अभी भी छवि की ओर ही था। यह देख अवीर छवि के आगे जाकर उसे कवर कर लेता है। छवि उसके पीछे पूरी तरह छुप गई। वह लड़का अवीर को देखते हुए बोला, "मैं बताता हूँ कौन है असली शेर!" अवीर रिलैक्स होकर बोला, "मैं तुझे इस गेम के बाद बताऊँगा कौन है असली शेर!" और दोनों एक-दूसरे को घूरने लगे।
"तभी वह होस्ट बोली, "लेट्स स्टार्ट! सब एक्साइटेड हैं ना? 3... 2... 1..." होस्ट के बोलते ही वह लड़का जल्दी-जल्दी मिर्ची खाने लगा। छवि अवीर के साइड होते हुए उसे देख गन्दा सा मुँह बनाकर बोली, "यह मिर्ची तो ऐसे खा रहा है जैसे गुलाब जामुन हो! कितना हरामखोर है! छी!" फिर उसने अवीर को देखा, जो एक बारी में दो से तीन मिर्च खा रहा था। उसकी आँखें लाल होने लगी थीं। यह देख छवि को बेचैनी होने लगी। वह जल्दी से उसका हाथ पकड़कर बोली, "यह क्या कर रहे हैं? मत खाइए इसे!"
अवीर ने उसे तेज आवाज़ में कहा, "छवि, हाथ छोड़ो!"
छवि बेचैनी से बोली, "आप भूल गए? आपको ब्रीदिंग प्रॉब्लम है। इतना तीखा आपको अलाउ नहीं होगा। आपकी तबीयत ख़राब हो जाएगी। आप यह नहीं खा सकते।"
अवीर ने उसे आँखें दिखाकर कहा, "मुझे कुछ नहीं होगा। लेकिन मैं इस लड़के को जीतने नहीं दे सकता।"
छवि उसको डाँटते हुए बोली, "नहीं, अवीर! मैं आपको यह बिल्कुल भी नहीं खाने दूँगी!" और जल्दी से उसके हाथ से मिर्ची का बॉउल लेकर खुद खाने लगी। वह थोड़ी मिर्ची खाकर "छी छी!" की आवाज़ करने लगी। उसकी आँखों से आँसू निकल रहे थे। अवीर टेंशन लेते हुए बोला, "यह बहुत तीखी है! तुम मत खाओ!"
छवि, बिना उसकी आँखों में देखे, बोली, "मेरी वजह से ही आप यहाँ आए ना? आई एम सॉरी! लेकिन मैं आपको यह नहीं खाने दे सकती।" और जैसे ही बची हुई मिर्ची खाने लगी, अवीर गुस्से से वह बॉउल उसके हाथ से छीनकर दूर फेंक देता है और बिना किसी एक्सप्रेशन के, तेज और सख्त आवाज़ में बोला, "द गेम इज़ ओवर!" और गुस्से से चलता हुआ नीचे उतर गया।