रूहानी रावत एक फेमस एक्टर, जो अधीर के प्यार मे इतनी पागल थी की उसके लिए अपने पति से लड़ जाती थी। रणधीर रावत R.R इंडस्ट्रीज का सीईओ, जो इंडिया का मोस्ट पावरफुल बिजनैसमैन था। उसके आगे दुनिया झुकती थी और वो रूहानी के प्यार आगे नतमस्तक हो जाता था। रुहानी... रूहानी रावत एक फेमस एक्टर, जो अधीर के प्यार मे इतनी पागल थी की उसके लिए अपने पति से लड़ जाती थी। रणधीर रावत R.R इंडस्ट्रीज का सीईओ, जो इंडिया का मोस्ट पावरफुल बिजनैसमैन था। उसके आगे दुनिया झुकती थी और वो रूहानी के प्यार आगे नतमस्तक हो जाता था। रुहानी अधीर के झुटे प्यार के जाल में फस कर रणधीर से लड़ कर डिवोर्स ले लिया और रणधीर से वो कॉन्ट्रेक्ट लेकर अधीर को दे दिया। अधीर को कॉन्ट्रेक्ट मिलते ही उसने रूहानी को धोखा दिया और उसे मार दिया।इस प्लान में रूहानी के सौतेले भाई बहन ने भी अधीर का साथ दिया था। क्या रूहानी अपना बदला लेने वापस आएगी? कैसी लेगी वो अपनों से ही अपनी मौत का बदला? जानने के लिए पढ़िए "Rebirth To Take Revenge" hai
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रूहानी रावत एक फेमस एक्टर, जो अधीर के प्यार मे इतनी पागल थी की उसके लिए अपने पति से लड़ जाती थी। रणधीर रावत R.R इंडस्ट्रीज का सीईओ, जो इंडिया का मोस्ट पावरफुल बिजनैसमैन था। उसके आगे दुनिया झुकती थी और वो रूहानी के प्यार आगे नतमस्तक हो जाता था। रुहानी अधीर के झुटे प्यार के जाल में फस कर रणधीर से लड़ कर डिवोर्स ले लिया और रणधीर से वो कॉन्ट्रेक्ट लेकर अधीर को दे दिया। अधीर को कॉन्ट्रेक्ट मिलते ही उसने रूहानी को धोखा दिया और उसे मार दिया।इस प्लान में रूहानी के सौतेले भाई बहन ने भी अधीर का साथ दिया था। क्या रूहानी अपना बदला लेने वापस आएगी? कैसी लेगी वो अपनों से ही अपनी मौत का बदला? जानने के लिए पढ़िए "Rebirth To Take Revenge" ये रिवेंज स्टोरी शायद आपको पसंद आए रूहानी आज बहुत खुश थी क्योंकि उसने अपने प्यार अधीर के लिए रणधीर को डिवोर्स देकर अधीर के पास आ गई थी।" रुहानी खुशी से अधीर के गले लगकर कहती है, "अधीर देखो, मेने रणधीर से डिवोर्स ले लिया और वो कॉन्ट्रेक्ट भी जो तुम्हे चाहिए था, देखो।" कहते हुए रूहानी अधीर को एक कॉन्ट्रेक्ट देती है और डिवोर्स पेपर भी। अधीर जल्दी से रुहानी के हाथ से वो कॉन्ट्रेक्ट छीनकर देखने लगता है। यह वही कॉन्ट्रेक्ट था जिस के लिए रणधीर ने एक साल से मेहनत करके हासिल किया था, जिसका मूल्य पूरे हजार करोड़ था। यह कॉन्ट्रेक्ट उसे इंडिया के नंबर 1 बिजनेसमैन बनाने का मौका देता और उसकी कंपनी को उच्चाईयों तक पहुँचाता है, लेकिन रूहानी ने उससे इनकार करते हुए कहा कि यह उसकी जिद्द नहीं कामयाबी थी, जिससे पता चलता है कि रणधीर रूहानी से प्रेम करता है। अधीर कॉन्ट्रेक्ट देखने के बाद, वह जोर जोर से हसने लगता है। उसकी हंसी रूहानी को अजीब लग रही थी, लेकिन वह इस पर ध्यान नहीं दे रही थी और अधीर के गले लग गई। उसकी सांसें तेज हो गईं और एक तेज दर्द महसूस हुआ। रूहानी अधीर से दूर हो गई तो उसके हाथों में एक चाकु था, जिससे उसने रूहानी के पेट में घोंपा था। उसे इस शौक से बाहर निकलने के लिए यह एक झटका लगता है। उसकी छोटी सौतेली बहन यामिनी अधीर के पास जाकर उसे किस करती है दोनों एक दूसरे के सामने। जब रूहानी से बर्दास्त नहीं होता तो वह चिल्लाती है। "तुम दोनों ने मुझे धोखा दिया, क्यों? अधीर, मैंने तुमसे हमेशा प्यार किया, फिर तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया?" तब तक उसका सौतेला भाई कार्तिक आता है और कहता है, "तुम इसके साथ ऐसा कैसे कर सकते हो, जानते नहीं, ये मेरी छोटी बहन है।" कहते हुए उसके पास बैठ जाता है। यामिनी अपने सामने अपने बड़े भाई को देखकर रूहानी को उसकी भाई की तरह देखती है, और अधीर से दूर हो जाती है। रूहानी भी अपने भाई को देखकर इमोशनल हो जाती है और रोते हुए उसके गले लग जाती है, कि उसका भाई भी उसे फिर एक बार चाकु से घायल कर देता है। रूहानी को इस बार फिर धोखा मिला, अपने भाई से, वह जमीन पर गिर जाती है। तभी उसके कान में तीनों की हंसने की आवाज़ आती है। कार्तिक अधीर के गले लगते हुए कहता है, "आखिर कार, अपने रस्ते का सबसे बड़ा काटा हट ही गया। दादा जी को भी इसमें पता नहीं क्या दिखा, जिसने उनकी सारी जायदाद इसके नाम लिख दी।” "दादा तो चलो सठिया गए थे बुढ़ापे में, पर रणधीर रावत को इसमें ऐसा क्या दिखता है जो इसके पीछे इतना पागल है? मेरा भी जादू उस पर नहीं चलता, पर तुमने इसको अच्छा बेवकूफ बनाया। खुद को इसके सामने लाचार दिखाते रहे और इसे लगता है कि रणधीर बहुत बुरा है और तुम्हारे झासे में फँसती गई बेचारी रूहानी पर मुझे एक बात का अफसोस है, ये मेरे लिए बहुत अच्छी डिजाइन्स बनाती थी," यामिनी जोर जोर से हंसते हुए कहती है। रूहानी ये सब सुनकर मुस्कुराकर अपना दम तोड़ देती है। रणधीर को जब रूहानी की मरने की खबर मिलती है, तो वह पूरा टूट जाता है। रूहानी को अपने गोद में लिए बैठा रहता है, किसी को भी रूहानी को छूने नहीं देता। रूहानी की आत्मा ये सब देखकर पश्चाता रही थी कि उसने इतने प्यार करने वाले पति को छोड़ दिया था। रणधीर को हमेशा गलत समझती रही थी पर रणधीर उसे हमेशा प्यार करता आ रहा था। रणधीर की ऐसी हालत रुद्र से देखी नहीं जा रही। रुद्र रणधीर का दोस्त था और साथ में उसका सेक्रेटरी भी था, जो उसे समझाने की कोशिश करता है। "रणधीर, संभाल खुद को। भाभी, अब इस दुनिया में नहीं रही, अब उन्हें आजाद कर दो, उन्हें अपनी दुनिया में जाने दो। नहीं, मैं रूहानी को कहीं जाने नहीं दूंगा," रणधीर ये सब पागलों की तरह कह रहा था और रूहानी को अपने सीने में जकड़ लेता है। उसकी ऐसी हालत उसकी माँ नहीं देख पा रही है और रणधीर को एक थप्पड़ जड़ देती है और उसकी कॉलर पकड़कर कहती है, "जाने दो रणधीर, रुहानी अब नहीं रही, उसकी रूह तो कबका उसकी शरीर को छोड़ चुकी है। अब तुम भी उसे जाने दो और पकड़ो उन कमीनों को जिन्होंने तुम्हारी रूहानी को मारा है।" रणधीर अब रूहानी को जाने देता है। कुछ ही देर में रूद्र मेरी रूहानी की चिता ठंडी होने से पहले मुझे इनके कातिल के बारे में जानना है। रणधीर का ऑर्डर मिलते ही रुद्र रूहानी के कातिलों की तलाश में निकल पड़ता है और कुछ ही घंटों में रुद्र ने रूहानी के कातिल की जानकारी रणधीर के पास ले आता है और बताता है, "बॉस मेम को मारने वाले कोई और नही, अधीर," कार्तिक और यामिनी हैं। "तीनों को ब्लैक पैलेस लेकर आओ।" ब्लैक पैलेस में, कुछ ही देर में तीनों रणधीर के सामने थे। रणधीर उनको घूरते हुए कहता है, "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी रूहानी को मारने की?" तीनों को लगा था कि रुहानी के डिवोर्स लेने के बाद रणधीर को रुहानी से कोई रिश्ता नहीं पड़ेगा, पर रणधीर को अपने सामने देख, तीनों डर से कांप रहे थे और ये सब रुहानी की रूह देखकर खुश हो रही थी। तभी वहां रणधीर उनको मारने जाता है, तो तीनों गिड़गिड़ाते हुए कहते हैं, "मुझे माफ कर दो, प्लीज, मुझे माफ कर दो, रणधीर, हम तुम्हारे सामने अपनी जान की भिख मांगते हैं।" पर रणधीर को किसी पर रहम नहीं आता, वह उन्हें मार डालता है। और खुद से कहता है, "रूहानी, मैं तुम्हारे बिना यहाँ रह कर भी क्या करूंगा?" कहते हुए वह खुद को भी मार देता है। रूहानी की रूह यह देख रो पड़ती है और चिखने चिल्लाने लगती हैं। वह चाहती थी कि उसके कातिलों को सजा मिले, पर रणधीर को तो मरते हुए नहीं देख सकती थी। वह भगवान से गुहार लगाते हुए कहती है, "भगवान जी, सब कुछ सही कर दीजिए ना।" कहती हुए रुहानी की रूह रो पड़ती है और गायब हो जाती है। और जब उसकी आंखें खुलती हैं, तो वह चौंक जाती है। वह इस वक्त अपने सुहागरात की सेज पर थी और खुद को चिकोटी काटती है और खुद से कहती है, "क्या मेरा रिबर्थ हुआ? मैं शादी के पहले रात में कैसे यहाँ आ गई?" वह कुछ सोचती है कि वहां रणधीर आता है और कमरे का दरवाजा बंद कर देता है। जारी है आप सब लोग प्लीज मुझे स्पोर्ट करे और प्यारी सी कमेंट करे