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Ishq Junoon ❤️

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शुरू आत एक आलीशान कमरे के किंग साइज बेड पर एक लड़की लेटी थी जिसके हाथ और पैर बेड से बंधी हुई थी, वह लड़की छूटने की कोशिश कर रही थी उस लड़की की आंखों से लगातार आंसू बह रहे थे उस लड़की के कपड़े अस्त-व्यस्त थे। वह लड़की देखने में बिल्कुल मासूम सी थी सां...

Total Chapters (31)

Page 1 of 2

  • 1. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 1

    Words: 1323

    Estimated Reading Time: 8 min

    शुरू आत एक आलीशान कमरे के किंग साइज बेड पर एक लड़की लेटी थी जिसके हाथ और पैर बेड से बंधी हुई थी, वह लड़की छूटने की कोशिश कर रही थी उस लड़की की आंखों से लगातार आंसू बह रहे थे उस लड़की के कपड़े अस्त-व्यस्त थे। वह लड़की देखने में बिल्कुल मासूम सी थी सांवला रंग झील जैसी गहरी आंखें जो इस वक्त आंसू भरे हुए थे। तभी वॉशरूम का डोर ओपन होता है और एक लड़का जिसने इस वक्त सिर्फ एक बाथरोब पहना हुआ था। वह उस लड़की के और बहने लगता है यह लड़का देखने में हद से ज्यादा हैंडसम था शार्प फीचर्स गोरा रंग भूरि आंखें यह लड़का देखने में बिल्कुल परफेक्ट था, पर उस लड़के को देखकर वह लड़की और ज्यादा रोने लगती है उस लड़की की आंखों में डर साफ-साफ दिखने लगती है। लड़की रोते हुएखुद को छुड़ाने की कोशिश कर उस लड़के को देख बोली, "आदित्य प्लीज मुझे छोड़ दो मेरे साथ यह मत करो मैं बर्बाद हो जाऊंगी मैं मर जाऊंगी तुम चाहो तो मैं तुम्हारे आंखों से कोसों दूर चली जाऊंगी सबके सामने तुमसे माफी भी मांगूंगी प्लीज मेरी इज्जत मत लूटो कमसे कम मेरे प्यार के खातीर मुझे छोड़ दो। "आदित्य उस लड़की के बातों को इग्नोर करके अपनेबाथरोब को उतार के साइड में फेंक देता है जिसे देख वह लड़की अपनी आंखें झट से बंद कर लेती है और डर से कांपने लगती है और उस लड़की को डरते देख आदित्य के चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाता है और वह झट से उस लड़की के ऊपर आकर उस लड़की के गर्दन पर किस करते हुए कहा, यह सब तुम्हें मुझे सबके सामने थप्पड़ मारने से पहले सोचना चाहिए था स्वीटहार्ट अब तो तुम्हें जिंदगी भर यही सब सहना पड़ेगा।" इतना कहकर आदित्य पागलों की तरह उस लड़कि के नेक पर किस करने लग कृतिका लगातार उससे छूटने की कोशिश कर रही थी और चिल्ला रही थी, "प्लीज मुझे छोड़ दो आदित्य भगवान के लिए मुझे छोड़ दो मैं तो तुमसे प्यार करती थी ना आदित्य तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते प्लीज आदित्य मेरी जिंदगी बर्बाद मत करो। "





    आदित्य उस लड़की के कूर्ती और ब्रा ऊक ही बार में फार के एक टक उसके ब्रेस्ट को देखते हुये कहा, "तुम्हे बर्बाद करना ही मेरा मकसद हैं और यह मैं तुमसे प्यार ही तो कर रहा हूं। "इतना एहकर आदित्य उस लड़की के ब्रैस्ट पर झपट पड़ता है और सक बाइट करने लागता है, "नहीं आदित्य प्लीज एसा मत करो नहीं मुझे जाने दो नहीं आदित्य । "लड़की चिल्ला ही रही थी तभी उसे कोई हिलाते हुए कहा, "कृति क्या हुआ तुझे ? कृति उठ कृति" इस आवाज को सुनकर कृतिका अपनी आंखें खोलती है और गहरी गहरी सांसे लेते हुए अपने पास बैठे लड़के को देखती है, इस वक्त कृतिका पसीने से पूरी भीगी हुई थी अभी भी उसके आंखों में डर साफ-साफ दिख रही थी। वह लड़का कृतिका को पानी देता है कृतिका भी जल्दी से पानी को पी लेती है, पानी पीने के बाद कृतिका अपनी आंखें बंद करके खुद को शांत करने लगती है। वह लड़का कृतिका को देख कहता है, तू फिर से सपने में वही सब देख रही थी ना।







    * कृतिका आंखें खोल बाहर देख "4 साल में सब कुछ कितना बदल गया है ना मुड़ के उस लड़के को देख "हम कितनी देर में पहुंच रहे हैं। "वह लड़का समझ जाता है कृतिका इस बारे में बात नहीं करना चाहती तो वह भी बाहर देखते हुए कहा,' अभी बस 5 मिनट ही लगेंगे हमें। "मिहिर में पहले मंदिर जाना चाहती हूं में अपने पापा को देख तो नहीं पाई पर मंदिर जाकर में उनके नाम से पूजा करना चाहती हूं।" इतना कहते हुए कृतिका अपने आंखों से आंसू पहुंचती है जो उसके गालों पर लुढ़कते आ गए थे। मिहिर ड्राइवर को देख बोला, "पास वाले शिव मंदिर पर चलो। "ड्राइवर कार को मोर के शिव मंदिर में के ओर चल देते हैं। कुछ देर मैं बह शिव मंदिर के सामने पोहूच जाते हैं। कृतिका जल्दी से कार से उतरकर मंदिर के अंदर चली जाती है और अपनी हाथ जोड़कर महादेव के सामने बैठ जाती



    है कृतिका को देख मंदिर का पुरोहित उसे पहचान जाता है और उसके पास आकर कहता है, "कृति बिटिया तुम कहां थे इतने सालों से ? " इस आवाज को सुनकर कृति अपनी आंखें खोलती है और सामने उस पुरोहित को देखते हुए बोली, "वह पुरोहित काकू मैं पढ़ाई करने लंदन गई थी और फिर मुझे वही नौकरी मिल गई तो मैंवही नौकरी करने लगी। "पुरोहित जी बोली, "आज कल के बच्चे अपने मां बाप को भूल कर बस अपने बारे में सोचते हैं मैंने तुम्हें ऐसा नहीं समझा था बेटा तुम भी ऐसे निकले तुम्हारे बाबा अपने अंतिम काल में तुम्हें देख भी नहीं पाई। "कृतिका अपनी आंखें बंद करके गहरी सांसे छोड़ती है और तब तक वहां पर मिहिर पूजा की सामग्री लेकर आ जाता है और उसे पुरोहित को देते हुए कहा "आशिम अंकल के नाम से पूजा करा दीजिए। "पुरोहित सामग्री लेकर अंदर चले जाते हैं वहीं कृतिका एकदम चुप चाप सी बैठकर सामने महादेव की मूर्ति को देख रही थी उसके आंखों में कोई भाव नहीं थी। मिहिर कृतिका के कंधे पर हाथ रख बोली, "कृति मुझे पता है यह टाइम नहीं है यह सब कहने का पर अब तू फिर से मुंबई आ गई है और भगवान ना करें पर अगर फिर से तेरे साथ आदित्य का आमना सामना हो फिर तू क्या करेगी ?" मिहिर के इतना कहते ही कृतिका के चेहरे पर डर दिखने लगती है डर के मारे उसकी पूरी शरीर कांपने लगती है। कृतिका को ऐसे देख मिहिर जल्दी से उसे गले लगा लेता है और उसके सिर को सहलाते हुए कहता है, "शांत हो जा मेरा मतलब वह नहीं था तू चिंता मत कर तू उससे नहीं मिलेगी वह अब बहुत बड़ा आदमी बन गया है एशिया का नंबर वन बिजनेसमैन बन गया है और उसका इंगेजमेंट भी हो गया है तो उसका तुझसे मिलने का चांस है ही नहीं मैंने तो बस ऐसे ही कह दिया तू शांत हो जा डर मत। "





    मिहिर की बातों से कृतिका कुछ शांत होती है कृतिका के शांत होते हीमिहिर उससे अलग होकर उसे देखते हुए अपने मन में कहता है, "क्या थी तू और उस कमीने ने तुझे क्या बना दिया। "इतना कहकर बह एक गहरी सांस छोड़ता हैं और एक टक कृतिका के भाव हिन चहरे को देखने लगती है। एक बड़े से बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर एक हैंडसम सा आदमी अपने पेंट के जेब में अपने दोनों हाथ को डालकर ग्लास वॉल के सामने खड़ा था और एक टक बाहर देख रहा था उसके आंखें बिल्कुल सर्द था। तभी पीछे से एक आदमी आके अपना सिर झुका के कहा, "कल हमें इंडिया वापस जाना होगा आपको आपके दादी ने बुलाया है" बह आदमी पीछे पलट ता है उस आदमी के पीछे पलटते हैं वह आदमी दो कदम पीछे चला जाता है उस आदमी का ओरा ही इतना ठंडा था कि पिछले 3 सालों से इसके साथ रहते हुए भी हर बार बह आदमि इससे डर जाता था "



    कल सुबह 7:00 बजे प्राइवेट जेट तैयार रखना हम इंडिया जाएंगे कल" इतना कहकर वह आदमी फिर से पीछे पलट के वॉल से बाहर देखने लगता है। उस आदमी की बात सुनकर वह आदमी जो उस आदमी का मैनेजर नीरज था वह जल्दी से ओके कहकर वहां से निकल जाता है। नीरज के जाने के बाद वह आदमी ग्लास वॉल पर अपने लेफ्ट हैंड रख देता है और कहता है, "4 साल से मुझ से भाग रहे हो पर भाग के जाओगे कहां ? आना तो तुम्हें मेरे पास ही पड़ेगा चाहे उसके लिए मुझे जो भी करना पड़े ढूंढ तो मैं तुम्हें लूंगा ही चाहे 4 साल लगे या 8 साल तुम्हें पूरी जिंदेगी मैं सुकून से नहीं रहने दूंगा। " इतना कहने केबाद उसके हाथों की मुट्ठी कस जाता है और उसके आंखें भी गुस्से से लाल हो जाता है।



    To be continue



    Crush_Queen

  • 2. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 2

    Words: 1431

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब आगे कुछ देर बाद पुरोहित जी पूजा करके बाहर आते हैं बाहर आकर पुरोहित जी पूजा के सिंदूर को उन दोनों (कृतिका और मिहिर) के फोरहेड पर लगाते हैं कृतिका और मिहिर पुरोहित जी को प्रणाम करके उनसे प्रसाद लेकर मंदिर से निकल जाता है और कार में बैठकर सीधा अपने मंजिल की ओर चल पड़ते हैं 78 मिनट के बाद उनका कार एक छोटे से घर के सामने रुकता है वह घर दिखने में छोटा था पर बहुत खूबसूरत था कृतिका बाहर से ही उस घर को देखती है उसके आंखों से आंसू बह रही थी वह अपनी आंखें बंद करती है तो उसके कान में आवाज आने लगती है "कृति अच्छे से परहायी करना कॉलेज से सिधे घर आना" "कृति सब से पंगा नहीं लेते अपने पापा की बातें मत सुन यह तुझे बिगाड़ देते हैं" "दीदी आप ना खुद ही एक प्रॉब्लम हो हमेशा प्रॉब्लम में फंसते रहते हो इसीलिए मैंने सोचा है अब से मैं आपकी बॉडीगार्ड बन के रहूंगा दीप बॉडीगार्ड और इसके लिए आप मुझे दिन में 3 घंटे अपनी फोन चलाने देंगे" "हाट यहा से बरे आए बॉडीगार्ड मैं खुद खुद को प्रॉटेक्ट कर सकती हूं तेरी कोई जरूरत नहीं है मुझे" यह सब याद करते हुए कृतिका के चेहरे पर स्माइल आ जाती है पर तभी उसके कान में और आवाज आने लगती है जिससे उसकी एक्सप्रेशन बदल जाती हैं चली जा यहा से फिर कभी इस घर के सामने या मेरे सामने मत आना" "तूने ऐसा क्यों किया ? मुझे तो सोचने में भी शर्म आ रही है कि तू मेरी बेटी है छी मैने सोची थी तू अपनी दीदी की तरह नहीं है सही सोची थी तू अपने दीदी की तरह नहीं है तू तो एक गिरी हुई लड़की है छी" "कॉलेज में तुझे पढ़ने भेजा था मैंने तो उसे अपनी मन की करने दिया और तूने.... निकल जा यहां से आज के बाद हमारे लिए तुम मर गई और तेरे लिए हम मर गए? "मम्मी पापा दीदी को प्लीज घर से बाहर मत निकालो दीदी ने कुछ नहीं किया है यह सब जरूर कुछ गलत है दीदीईईई" "इस लड़की ने मुझे कहीं का नहीं छोड़ा मेरा मान सम्मान मुझे बर्बाद कर दिया इस लड़की ने" "तू बेटी नाम के कलंक है तेरी वजह से आज तेरे पापा की यह हालत है निकल जा यहां से ऐसी बेटी की हमें कोई जरूरत नहीं है घीन आती है मुझे तुझसे" यह सब आवाज कृतिका के कान में पड़ते हैं कृतिका अपने कान को पकड़ लेती है और चिल्लाते हुए कहती है "आप लोग मेरा विश्वास कीजिए वह वीडियो गलत है मैंने ऐसा कुछ नहीं किया बह नकली है" इतना कहते हुए कृतिका अपने कान पकड़ वही रास्ते पर बैठ जाती है तो उसके पास खरा मिहिर उसे पकड़ हिलाते हुए कहता है "कृति तू ठीक तो है ना ? कृति क्या हुआ ? कृति आंखें खोल" मिहिर की आवाज सुनते ही कृतिका अपनी आंखें खोलती है और अपने चारों और देखती है तो वह अपने घर के बाहरसड़क पर बैठी है और उसके पास मिहिर बैठा है मिहिर को देखते ही कृतिका मिहिर को हग करके रोते हुए कहती है "मैं घर कैसे जाऊं ? मम्मी मुझसे नफरत करते हैं' मिहिर कृतिका को हग कर "रोना बंद कर और यहां से चल तुझे यहां आने से ज्यादा दर्द हो रही है मुझे पता है" कृतिका मिहिर से अलग होकर उसे देख "मैं यहां से कहां जाऊंगी में इंडिया इसीलिए आई हूं कि मैं अपनी मम्मी और भाई से मिल पाऊं वह मुझे चाहे नफरत करें चाहे मुझे घर से बाहर निकाल दे पर मैं उनसे मिल कर जाऊंगी मैंने अपने पापा को तो खो दिया तो उनके तस्बीर को लास्ट बार देखना चाहती हूं" इतना कहकर कृतिका अपनी आंखों से आंसू पहुंचकर उठ खड़ी होती है और सीधे उस घर के मेन डोर के पास जाकर डोर बेल बजाने लगती है डोर बेल बजाते ही कुछ ही देर में डोर ओपन होता है कृतिका अपने सामने एक 20 साल के लड़के को देखती है उस लड़के को देखते ही कृतिका पहचान जाती है उस लड़के को देखते हुए कृतिका के आंखों में आंसू आ जाते हैं और उस लड़के के भी आंखें नम हो जाता है वह दोनों झट से एक दूसरे को गले लगा लेते हैं वह लड़का रोते हुए कहा "दीदी आप 4 साल से कहां थी ? आपको पता है एक हाफते पहले पापा की डेथ हो गई" कृतिका उस लड़के से अलग होकर उसके सिर को सहलाते हुए "पता है दीप इसलिए मैं आई हूं मैं पापा को तो नहीं देख पायी पर उनके फोटो मुझे देखखना हैं एक बार पापा बस" दीप कृतिका की हाथ पकड़ उसे अंदर ले आता है तभी उनके सामने एकऔरत आकर खड़ी हो जाती है जिन्होंने वाइट साड़ी पहनी हुई थी उनको देखकर ऐसा लग रही थी जैसे वह बहुत रोई हो उनकी आंखों के नीचे डार्क सर्कल्स बन गए थे कृतिका को देखते ही वह गुस्से में बोली यह लड़की यहां पर क्या कर रही है? (दीप को देख) और तू इसे कहां ले जा रहा है? इस लड़की की इस घर में कोई जगह नहीं है " कृतिका आंखों में आंसू लिए "मम्मी" कृतिका के और कुछ कहने से पहले अपनी हाथ दिखा कर "मां मत कहना में तेरी मां नहीं हूं मेरी बस एक बेटा है और वह दीप है निकल जा यहा से अभी के अभी" दीप अपनी मां को समझाते हुए 'मम्मी दीदी बस पापा को देखने आई" अनीता जी गुस्से में तिलमिलाते हुए उनके पास आती है और कृतिका के गाल पर एक सपाट से थप्पड़ लगा देती है जिससे कृतिका की सर चकरा जाती है और बह गिरने ही वाली थी पर मिहिर उसे पकड़ लेता है "अपने बाप को तो खा लिया है अब क्या चाहिए तुझे तेरे वजह से हम कही भी मुंह दिखाने लायक नहीं रहे इन 4 सालों में हमने क्या क्या नहीं सहा जो इंसान कभी किसी के सामने सर नहीं झुकाता था वह बाहर भी निकलते थे ना तो अपना सिर झुका के चलते थे सब उनको देखकर हंसते थे उनके सामने उनकी बुराई करते थे ना जाने क्या गंदी गंदी बातें कहते थे यह सब सुनकर वह कब तक कब तक सहते मैंने तुझे कही थी ना कि अगर तू फिर से वही गलती दोहरायेगी तो तेरे पापा मर जाएंगे पर तूने तूने तो उससे भी गिरे हुए काम की है वैश्य बन गई" अनीता जी के और कुछकहने से पहले मिहिर चिल्लाकर बोला "बस करिए आंटी बहुत हो गई है कृति तो आपकी ही बेटी है ना तो आप अपनी बेटी के बारे में ऐसी गंदी गंदी बातें कैसे कह सकते हैं? आपको पता भी है कृति" मिहिर के और कुछ कहने से पहले कृतिका उसका हाथ पकड़ लेती है और अपनी मां को देख हाथ जोड़कर बोली "मैं यहां से चली जाऊंगी मां प्लीज एक बार के लिए मुझे पापा को देखना है बस एक बार उसके बाद में कभी नहीं आऊंगी प्लीज" अनीता जी गुस्से में अपनी मुंह फेर बोली "नहीं अगर तू उनको देखेगी तो उनके आत्मा को चोट पहुंचेगा उनके आत्मा को मुक्ति नहीं मिलेगा चले जा यहां से" कृतिका अपनी आंखों से आंसू पहुंचकर मुड़कर घर से बाहर आ जाती है तो उसके पीछे पीछे मिहिर और दीप भी आता है कृतिका दीप को देख मिहिर के हाथ से प्रसाद लेती है और दीप को देकर बोली "इसे पापा की तस्वीर के सामने रख देना और मम्मी का ख्याल रखना इतना कहकर कृतिका वहां से जाने लगती है तो दीप कहता है "दी क्या आप फिर से हमें छोड़कर चले जाएंगे ? मैं नहीं मानता दी वह वीडियो सच था मुझे पता है मेरी दी कभी ऐसा नहीं कर सकती" कृतिका पीछे मुड़कर अपने भाई को देखती है और उसे गले लगा लेती है और कहती है "तू मुझ पर भरोसा करती है यह मेरे लिए बहुत है और चिंता मत कर मैं यहां से नहीं जा रही हूं अब मैं यही रहूंगी क्योंकि मैं तुझे और मम्मी को अकेला नहीं छोड़ सकती मैं पास में ही एक घर रेट पर लेकर रह लूंगी बस तू अपना और मम्मी का ख्याल रखना" इतनाकहकर कृतिका दीप से अलग होकर दीप के फोरहेड पर किस करती है और वहां से सीधा अपने कार में जाकर बैठ जाती है मिहिर भी दीप को बाइ कहकर कार में जाकर बैठ जाता है और दीप के आंखों के सामने वह कार आगे चलते हुए अंधेरे में कहीं खो जाता है दीप उदास होकर घर के अंदर जाता है और उस प्रॉशाद को ले जाकर अपने पापा की तस्वीर के सामने रख देता है दीप अपने पापा के तस्वीर को देखने लगता है  To be continue Crush_Queen

  • 3. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 3

    Words: 1514

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे मिहिर कार को अपने घर ले जाने को बोलता है तो ड्राइवर भी कार को मिहिर के घर ले जाते हैं घर जाकर मिहिर कृतिका को उसके रूम पर छोड़कर अपने रूम में चला जाता है मिहिर को लग रहा था अभी कृतिका को अकेले रहना चाहिए कृतिका फ्रेश होकर आती है और सूटकेस से एक वाइट टीशर्ट और ब्लैक शॉर्ट्स पहन अपनी बालों की एक हाई बन बना लेती है कृतिका आंखें बालकनी में बैठ जाती है और अपनी आंखें बंद करके कुछ देर चेयर से टेक लगाकर बेठी रहती है वह कुछ गहरी सोच रही थी फिर अपनी आंखें खोल खुद से बोली "अब मुझे यही रहनी होगी तो कब तक ऐसे अपने पास्ट से भागती रहूंगी डरती रहूंगी मुझे अब अपनी पास्ट को भूलना चाहिए' इतना कहकर कृतिका एक गहरी सांस छोड़ के अपने रूम में आकर लेट जाती है रात के 2:00 बजे अचानक कृतिका के चीखने से मिहिर का नींद खुल जाता है और वह अपने कमरे से निकाल कर भागते हुए कृतिका के कमरे में आता है तो देखता है कृतिका बेड पर लेटी थी और आंखें बंद करके नींद में ही चिल्ला रही थी "नहीं आदित्य छोड़ दो प्लीज छोड़ दो मुझे नहीं आदित्य नहीं" कृतिका को ऐसे करते देख मिहिर जल्दी से उसके पास आता है और कृतिका को पकड़ बीठा लेता है और उसको हगकरके उसके सिर को सहलाते हुए कहा "शांत हो जा शांत हो जा कृति यहां पर आदित्य नहीं है कुछ नहीं होगा तूझे शांत हो जा शांत हो जा" मिहिर के बहुत देर तक शांत करने के बाद कृतिका शांत होती है और वैसे ही मिहिर के बाहों में सो जाती है मिहिर कृतिका को फिर से बेड पर लेटाता है और देखता है तो कृतिका पूरी तरह से पसीने में भीग चुकी थी उसके आंखों के कोने पर आंसू थी जिसे देखकर मिहिर अपनी आंखें बंद कर लेता है कृतिका के सिर को सहलाते हुए "प्लीज कृति पहले की तरह हो जा बहुत दर्द होता है तुझे ऐसे देख कर" इतना कहते हुए मिहिर की आंखों में आंसू आ जाते हैं पर वह अपनी आंखों से आंसू पहुंचकर अपने जेब से फोन निकालता है और किसी को कॉल करके कहता है "हम इंडिया आ गए हैं" उसके बाद सुनकर उधर से कुछ कहता है जिसे सून मिहीर कॉल कट कर देता है और एक बार पीछे पलट के कृतिका को देख रूम से बाहर चला जाता है सुबह का वक्त एक बड़े से वीला के अंदर एक आलीशान कमरे में एक 70 साल की बूढ़ी औरत बैठी थी और उनके पास ही एक 24 25 साल की खूबसूरत लड़की बैठी थी वह दोनों एक दूसरे से बात कर रहे थे तभी वहां पर एक सर्वेट आते हुए कहा "छोटे साहब आ रहे हैं" इतना कहकर वह सर्वेट वहां से चला जाता है और वह दोनों भी ठीक होकर बैठ जाते हैं और एक टक डोर की तरफ देखने लगते हैं डोर से वही आदमी चलते हुए आता है और उनके सामने सोफे पर बैठ जाता है तो बूढ़ी औरतउसको देखते हुए बोली "आदित्य 6 महीने हो गए हैं तुम्हारे और सोनिया की इंगेजमेंट हुआ है पर अब तक इन 6 महीनों में ना तो तुमने सोनिया को कहीं भी डिनर पर ले गई ना तो उसके साथ टाइम स्पेंड किया और ना ही फोन पर उससे बातें किया और अगर वह तुम्हें फोन करती भी है तो तुम उस फोन को काट देते हो, क्यों ? ऐसा तुम क्यों कर रहे हो ?" आदित्य का चेहरा कठोर हो जाता है और वह कठोरता से कहता है "आपको अच्छे से पता है दादी जी मैं ऐसा क्यों कर रहा हूं ?" बूढ़ी औरत "तुम्हें सोनिया के साथ अच्छे से बिहेव करना चाहिए वह तुम्हारी उडवी वाइफ हैं" आदित्य "उडवी वाइफ है अभी तक वाइफ बनी नहीं और अगर आपने मुझे यह सब फालतू बातें कहने के लिए बुलाया है तो मैं चलता हूं मेरे पास फालतू बातों के लिए टाइम नहीं है" इतना कहकर आदित्य उठकर वहां से चला जाता है सोनिया जो आदित्य के आने के बाद से उसे ही एक टक देख रही थी उसकी बातें सुनकर वह उदास हो जाती है बूढ़ी औरत जो आदित्य की दादी मीनाक्षी जी थी वह सोनिया के सिर को सलाते हुए बोली "उदास मत हो सोनिया बेटा मैं जल्दी ही तुम दोनों की शादी की डेट फिक्स कर दूंगी उसके बाद जब तुम दोनों की शादी हो जाएगी तब सब ठीक हो जाएगा" दादी की बात सुनकर सोनिया शर्मा जाती है तो दादी मुस्कुरा देते हैं वही आदित्य वीला से निकल अपने मैनेजर नीरज को देखते कहा "जल्दी ऑफिस चलो" फिर कार के पीछले सीट पर बैठ जाता है और नीरज भी ड्राइविंग सीट पर बैठकरऑफिस की ओर चल देता है कृतिका फ्रेश होकर बाहर आती है तो देखती है उसके सामने काजल राशि रौनक और मिहिर खड़े हैं और चारों उसे देखते हुए मुस्कुरा रहे हैं उन चारों को एक साथ देख कृतिका के चेहरे पर एक छोटी सी स्माइल आ जाती है कृतिका के चेहरे पर छोटी सी स्माइल देखकर राशि मुंह बनाकर कहती है "हम तुझसे यहां पर मिलने आए और तू यह फीकी स्माइल हमें पास कर रही है" "स्माइल कर रही है यही काम थोड़ी है" इतना कहकर मिहिर कृतिका के पास आ जाता है काजल उछलते हुए "आज हम पूरा मुंबई घूमेंगे और इसीलिए हम तुझे तैयार करने आए हैं" कृतिका वहां से जाते हुए "मेरी मन नहीं है कहीं जाने का" सभी किनका की बात सुनकर उसे फोर्स करते हैं और उनके फोर्स करने पर कृतिका मान जाती है और फिर सभी तैयार होकर घूमने के लिए निकल जाता है पूरे दिन वह लोग मुंबई के बहुत जगह घूमते हैं और लास्ट में राशि बोली "1 दिन में मुंबई घूमना इस इंपॉसिबल पर अब हम सनसेट पॉइंट पर जाएंगे सानसेट देखने" सनसेट पॉइंट की नाम सुनते ही कृतिका घबराने लगती है और सभी कृतिका को घबराते देख लेते हैं जिसे देख रौनक बोला "ठीक है कृति हम सनसेट पॉइंट नहीं जाएंगे हम अभी कहीं और" कृतिका खुद को संभाल के "हम सनसेट पॉइंट ही जाएंगे चलो" इतना कहकर कृतिका आगे चलते हुए कार में बैठ जाती है और कृतिका को ऐसे देख बाकी चारों के चेहरे पर स्माइल आ जाती है और वह भी कार में बैठ के सानसेट पॉइंट की ओर जानेलगता है सनसेट पॉइंट में जाते ही सभी कार से उतरते हैं और कृतिका उस जगह को देखकर रुक जाती है उसके कान में एक लड़की और एक लड़के की आवाज सुनाई देती है "तुम्हें यह जगह सानसेट देखना बहुत पसंद है ना हम शादी के बाद ऐसी जगह पर हमारे घर बसाएंगे और वही रहेंगे" "तुमसे स शादी कोन करूगी ? मैं ! मैं तुमसे शादी नहीं करने वाली" 'क्या कहा तुमने ? फिरसे कहो शादी नहीं करने वाले उठाकर ले आऊंगा घर से तुम्हे" "तुम तो बही कर साकते हो गुंडे कहीं के" "मैं गुंडा ?" "और नहीं तो क्या ? गुंडा आदित्य गुंडाहां हां हां हां हां हां" यह आवाज अपने कान में पड़ते ही कृतिका खिलखिला कर हंसने लगती है वही चारों जो सानसेट पॉइंट की और आगे बढ़ रही थी कृतिका की हंसी सुन रुक जाते हैं और पीछे पलट कृतिका को देखने लगते हैं कृतिका को ऐसे हंसते देख उन चारों को अपनी आंखों पर भरोसा नहीं हो रही थी. पर 4 साल बाद कृतिका को ऐसे हंसते देख उनके चेहरे पर भी स्माइल आ गयी थी तभी कृतिका को ऐसा फील होती है जैसे उसे कुछ आंखें देख रहे हो जिसे महसूस कर वह सामने देखती है तो उसके सामने उसके फ्रेंडस थे जो उसे देखते हुए मुस्कुरा रहे थे उनको देख कृतिका एक गहरी सांस छोड़ती है और उदास हो जाती है फिर आगे की ओर जाने लगती है आगे जाते-जाते कृतिका अपने चेहरे को स्काफ से ढक लेती है इस वक्त सिर्फ उसकी गहरी झील जैसी आंखें ही दिख रही थी कृतिका को ऐसा करते देख सभी उदास हो जाते हैं पर फिर अपनेमूड को ठीक करके कृतिका के पीछे पीछे जाने लगते हैं वहीं कुछ दूरी पर आदित्य भी खड़ा था जो खाली आंखों से सामने सूरज को देख रहा था वह सूरज को देखते हुए खूद से कहा "तुम्हें यह जगह पसंद है ना मैंने सोचा था में इस जगह को तबाह कर दूंगा पर मैं नहीं कर पाया, क्यों किया तुमने ऐसा? अगर तुमने वह नहीं किया होता तो आज हम एक साथ होते में तुमसे इतना नफरत नहीं करता (गुस्से में) पर अब तुम्हें अपनी गलती का कीमत चुकाना पड़ेगा पूरी जिंदगी मेरे नफरत को झेलना पड़ेगा तुम्हें मेरे पास वापस आना पड़ेगा कृति" इतना कहते हुए आदित्य के आंखों में एक अलग ही जुनून दिखने लगता है वही कृतिका भी सामने सूरज को देखते हुए कहती है "तुमने मेरे साथ ऐसा क्यों किया आदित्य ? बस अपने ईगो के लिए तुमने मेरी दिल मेरी बॉडी सब कुछ सब कुछ ले लिया मैरी जिंदेगी बर्बाद कर दिया अब मुझे तुमसे सिर्फ नफरत है आई हेट यू आदित्य में अपनी जिंदगी में फिर कभी तुम्हारा सामना नहीं करना चाहती" इतना कहते हुए कृतिका की आंखें नम हो जाती है TO be continue अगले चैप्टर पर बाय बाय टेक केयर

  • 4. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 4

    Words: 1287

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब आगे सनसेट पॉइंट पर बहुत सारे लोग थे और सानसेट देखने के बाद धीरे-धीरे सभी जाने लगते हैं तो राशि सबको देख बोली 'सानसेट तो हो गई अब हम यहां रह कर क्या करेंगे? चलो सब घर चलते हैं फिर "फिर एक सरप्राइज है जो मैं सबको दूंगी मतलब मिहिर तुझे और कृति को इतना कहते हुए काजल आगे बढ़ जाती हैं और काजल के पीछे-पीछे राशि और रौनक भी जाने लगती है कृतिका और मिहिर को कुछ समझ नहीं आती पर वह दोनों कोई सवाल नहीं करते और मिहिर भी उनके पीछे जाने लगता है कृतिका भी जाने ही वाली थी तभी उसकी स्काफ पेड़ में अटक जाती है कृतिका अपने स्काफ को छुराने लगती है और कुछ देर में ही वह स्काफ को छुड़ाकर वहां से जाने लगती है तभी अचानक कृतिका किसी से टकरा जाती है और टकराते ही कृतिका जल्दी से सॉरी कहती है और जैसे ही जाने को होती है उसकी स्काफ नीचे गिर जाती है जिसे उठाने के लिए कृतिका नीचे झुकती है तभी उसे अपने ऊपर किसी की घूरती हुई नजरों की तपिश महसूस होती है जिसे महसूस कर कृतिका अपने चेहरे को ऊपर करके वह जिस से टकराई थी उसे देखती है उस आदमी को देखते ही कृतिका की आंखें डर से बड़ी बड़ी हो जाती है और वह कांपने लगती है फिर अपनेस्टाफ की वहीं छोड़ उल्टे पर वहां से भाग जाती है और जल्दी से कार में बैठकर कहती है "जल्दी चलो जल्दी से जल्दी से चलो जल्दी करो कार स्टार्ट करो जल्दी" रौनक कार स्टार्ट करके वहां से निकल जाता है और कहता है "हम कार कब कार स्टार्ट कर देते तेरे लिए ही वेट कर रहे थे और तू आकर ऐसे जल्दी देने लगी जैसे तू कब से यहां पर हमारी वेट कर के बैठी है" यह बातें रौनक ने कृतिका के चेहरे को देखे बिना ही कहा था पर जब राशि और काजल कृतिका को देखती है तो वह दोनों भी घबरा जाते हैं उनको कुछ समझ नहीं आती कृतिका को आचानक क्या हुआ? काजल पूछता है "कृतिका क्या हुआ ? तुझे अचानक से पसीना क्यों आ रही है ? और तू इतनी डरी हुई क्यों है ?" राशि "कुछ देर पहले तो सब कुछ ठीक था पर अभी क्या हुआ ?" मिहिर पीछे मुड़ के रुमाल देते हुए "कृति की नोज ब्लीडिंग हो रही है पर कृति इतना ज्यादा किससे डर गई ?" उनकी बात सुनकर कृतिका और घबराने लगती है जिसे देख सभी चुप हो जाते हैं काजल और राशि मिलके कृतिका को शांत करने लगती है पर इस बार कृतिका बिल्कुल भी शांत नहीं हो रही थी वह बस जल्दी-जल्दी घर में जाने के लिए कह रही थी घर पहुंचते ही कृतिका जल्दी से कार से उतर के अंदर चली जाती है सब भी उसके पीछे पीछे जाते हैं कृतिका अंदर आते ही कहीं भी नहीं देखती और सीधा अपने कमरे में जाकर अंदर से डोर को लॉक कर लेती है और सूटकेस निकाल बैग पैक करने लगती है और बार-बार एक हीबात कहती है "उसने मुझे देख लिया अब बह मुझे नहीं छोरेगा मुझे जाना होगा नहीं तो मैं फिर से कैद हो जाऊंगी में चली जाउंगी फिर कभी यहां नहीं आऊंगी कभी नहीं आऊंगी" यह सब कहते हुए कृतिका अपने बैग पैक कर रही थी वही बाहर मिहिर राशि काजल और रौनक दौड़ते हुए अंदर आता है तो उनको हॉल में ही दीप मिल जाता है जो ऊपर की ओर देख रहा था उन चारों के अंदर आते हैं दीप उनको देख बोला "क्या हुआ दी को ? दी ऐसे अपने रूम में चली गई। मैं यहां बैठा था मुझे देखा तक नहीं" राशि "पता नहीं भाई क्या हुआ उसे ? सब कुछ ठीक ही थी अचानक ही घबराने लगी पता नहीं कुछ समझ नहीं आ रही है!" "हमें जाकर देखना चाहिए कुछ गड़बड़ ना हो जाए" इतना कहते हुए मिहिर ऊपर की ओर जाने लगता है और उसके पीछे पीछे बाकी सब भी जाने लगता है सब कृतिका के रुम के पास जाके डोर को पीटते हुए मिहिर कहा "कृति क्या हुआ है? ओपन द डोर, तू क्या कर रही है ? क्या हुआ है तुझे अचानक ? कृति" "हां कृति दरवाजा खोल हम बैठ कर बात करते हैं तो हमें बता क्या हुआ ?" रौनक भी कहता हैं पर अंदर से उनको कोई आवाज नहीं आता जिससे सब परेशान हो रहे थे अंदर मिहिर और रौनक की बातें सुनकर कृतिका अपने सूटकेस की चेन को खींचते हुए बोली "मैं किसी की बात नहीं सुनूंगी अब मैं लंदन चली जाऊंगी मैं अभी लंदन चली जाऊंगी" राशि परेशान होकर "एक काम करो डोर को तोड़ दो अंदर ना जाने कृतिका क्या कर रही होगी ?मुझे टेंशन हो रही है" "मैं ट्राई करूं" इतना कहकर दीप उनको देखता है "हां हां तुम ट्राई करो हो सकती है तुम्हारे आवाज सुनकर कृति डोर ओपन कर दे" काजल इतना कहते हुए दीप को डोर के सामने धकेल देती है दीप डोर पर हल्के से नॉक करके कहता है "कृति दी आप ठीक तो है ना ? आप परेशान क्यों है दि ? " दीप की बात सुनकर कृतिका जो अपने सूटकेस को लेकर डोर की तरफ ही आ रही थी वह अचानक रुक जाती है और एकदम से शांत हो जाती है तभी उसके कान में फिर से दीप की आवाज पड़ती है "दी प्लीज डोर ओपन कीजिए क्या हुआ है हमें बताइए ?" कृतिका अपने होश में आती है और एक गहरी सांस छोड़ कर बोली "मैं ठीक हूं दीप मैं फ्रेश होकर आती हूं तुम हॉल में बैठो मतलब सब हॉल में बैठो मैं आ रही हूं" कृतिका की आवाज सुनकर सब एक राहत की सांस लेते हैं "कृति ने तो हमें डरा ही दि थी" इतना कहकर काजल राहत की सांस छोड़ती है रौनक "तो अब जब सब ठीक है तो हमें अपने सरप्राइज की ओर बढ़ना चाहिए" "पहले दि आ जाए फिर हम जाएंगे" इतना कहते हुए दीप वहां से हॉल की ओर जाने लगता है दीप की बात सुनकर तीनों मुस्कुराते हुए सभी उनके पीछे पीछे जाने लगता है तो मिहिर कहता है "तुम लोग किस सरप्राइस की बात कर रहे हो ? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है ! काजल क्या तु मुझे बताएगा ?" काजल मिहिर को देख " अगर मैं सरप्राइस तुझे बता दूं तो सरप्राइस कहां रहेगी थोड़ा वेट कर ले कुछ देर बाद ही तेरे और कृतिका के सामनेधामाका होगी" फिर वह पांचों जाके हॉल में बैठ जाते हैं वही कृतिका खुद को शांत करके खुद से कहती है "नहीं कृति तू यहां से नहीं जा सकती तू अपनी फैमिली को ऐसे छोड़कर ऐसे नहीं जा सकती अगर तू चली जाएगी तो तेरे मां और भाई का क्या होगा ? तेरे भाई के पड़हायी का क्या होगा तुझे यही रहना होगा मेरे साथ जो भी हो पर मैं अपने मम्मा और भाई के साथ कुछ गलत नहीं होने दूंगी" इतना कहकर कृतिका वॉशरूम में चली जाती है और शावर के नीचे खड़ी हो जाती है हॉल में सभी बात कर रहे थे तभी ऊपर से कृतिका चलते हुए आती है कृतिका के आते ही मिहिर को छोड़कर बाकी सब उठ खड़े होते हैं "कृति जल्दी से चल आज हम रात को पार्टी करेंगे पार्टी की ट्रीट में दे रही हूं और इसकी वजह तुम दोनों को वहां जाकर पता चलेगा अब जल्दी चलो" इतना कहकर काजल आगे की ओर जाने लगी तो मिहिर ने कहा "हम जा कहां रहे हैं? पार्टी करने के लिए" "हम स्टार होटल में जा रहे हैं और वह भी काजल हमें ले जा रही है तो जल्दी से चल" इतना कहकर रौनक मिहिर को खींचते हुए उठाता है तब तक कृतिका भी आ गई थी और वह किसी से कुछ भी नहीं कहती और चुपचाप उनके साथ निकल पड़ती है To be conti- nue Crush_Queen

  • 5. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 5

    Words: 1431

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब आगे स्टार होटल स्टार होटल के टॉप फ्लोर पे एक वीआईपी रूम में आदित्य गुस्से में सोफे पर किसी राजा की तरह बैठा था इस वक्त वह बहुत ज्यादा गुस्से में था उसका औरा इतना ज्यादा ठंडा था कि वहां पर जितने भी आदमी थे उन सभी के हालत खराब हो रहा था वह सभी डर से कांप रहे थे आदित्य के सामने 30 आदमी नील डाउन के पोजीशन में अपना सिर झुकाए बैठा था आदित्य उनको गुस्से में घूर रहा था आदित्य के हाथ में वही कृतिका की स्काफ था आदित्य गुस्से में चिल्ला कर कहा "4 साल से 4 साल से तुम लोग कृति को ढूंढ रहे हो पर अब तक तुम को कृति की कोई खबर नहीं मिला" एक आदमी कांपते गले से "हम कोशिश कर रहे हैं जल्दी ही हमें मैडम की खबर" उस आदमी के और कुछ कहने से पहले आदित्य अपने दूसरे हाथ से गाने निकाल उस आदमी के फोरहेड पर गोली कर देता है जिससे वह आदमी वही गिर के मर जाता है उस आदमी को ऐसे गिरते देख बाकी सब की हालत और ज्यादा खराब हो रहा था आदित्य उन सब को घूरते हुए "कृतिका इंडिया में ही है और तुम लोग पूरे वर्ल्ड में उसे ढूंढ चुके हो पर कहीं तुम लोगों को नहीं मिला वह अब तुम लोगों को क्या पनिशमेंट मिलना चाहिए ?" आदित्य की बात सुनकर किसी की हिम्मत ही नहीं हो रहा था कि वह कुछ कहे तभी आदित्य फिर से कहा "अगर तुम लोग बुरी मौत मरना नहीं चाहते तो खुद खुद को गोली मार दो नहीं तो मैं तुम लोगों को इतनी बुरी मौत दूंगा तुम्हारे रूह तक कांप उठेगा" आदित्य की बात सुनकर सभी एक दूसरे को देखते हैं उनको पता था अगर वह खुद को नहीं मारेगा तो आदित्य उनको इतना टॉर्चर करके मारेगा जो मौत से भी बदतर होगा जिससे वह सब रोते हुए एक-दूसरे को ही गोली मार देता है कुछ देर में ही वहां पर बहुत सारे गोलियों की आवाज आता है सारे आदमी वहां पर मरे पड़ा था उनके खून से पूरा फ्लोर रंग चुका था आदित्य सौफे से उठता है और कृतिका के स्काफ को अपने चेहरे पर फेर उसके खुशबू लेते हुए बोला "4 साल बाद मुझे यह खुशबू मिल रहा है" इतना कहकर आदित्य अपने जेब से अपना फोन निकालता है और किसी को कॉल करता है एक रींग में ही कॉल रिसीव हो जाता है आदित्य "वह इंडिया में ही है पता करो कहां है ? अब तक वह कहा थी ? क्या कर रही है ? उसके बारे में हर एक डिटेल्स मुझे चाहिए और मेरे रूम को साफ करो बहुत कचरा जम गया है" इतना कहकर आदित्य कृतिका के स्काफ को देखता है जिसे देखते हुए आदित्य की आंखों में एक अलग ही जुनून दिखता है और वह कहता है "अब तुम्हे मेरे पास वापस आना ही होगा तुम्हारी मर्जी से या मेरा जबरदस्ती" इतना कहते ही आदित्य के चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाता है और वह कृतिका के स्काफ को अपने बेड पर रखकर वॉशरूम में चला जाता है उसी होटेल के ग्राउन फ्लोर पर एक प्राइवेट रूम में काजल अपने फ्रेंड्स को ले आई थी सभी बैठ कर बातें कर रहे थे सभी की नजर बार-बार कृतिका पर जा रही थी क्योंकि वह बहुत ही ज्यादा उदास लग रही थी और डरी हुई भी सबको लग रहा था इंडिया आई है और उसे अपने पास्ट याद आ रही है इसीलिए शायद वह ऐसे डर रही है जिससे सब को बुरा लग रहा था काजल सब का मूड ठीक करते खरी होते हुए 'तो लेडीज एंड जेंटलमैन मेरी बात ध्यान से सुनिए मैं अभी जो आप सब से कहने जा रही हूं उसे सुनकर कोई शौक मत हो जाना" मिहिर मुंह बनाकर "तू पहले बता तो" काजल सबको देख तो "मैंने अपनी लाइफ पार्टनर को ढूंढ लिया है" काजल के इतना कहते ही रौनक राशि और दीप चिल्लाता है उनको पहले से ही पता था बही कृतिका काजल की बात सुनकर खुश तो थी पर वह अपने पास में बैठे मिहिर को देखती है जो शौक में चला गया था उसके आंखें नाम भी हो गया था कृतिका मिहिर के कंधे पर हाथ रखता है तो मिहिर कृतिका को देखता है और खुद को नॉर्मल करके मुस्कुरा देता है "वह पहुंच रहा है मतलब वह हमें ज्वाइन करने वाला है तो आज सब मेरे बॉयफ्रेंड को देखोगे एक्चुअली हम बहुत टाइम से रिलेशन में थे पर मैंने किसी को नहीं बताया और इन तीनों को पता है क्योंकि एक बार इन्होंने मुझे बात करते हुए पकड़ लिया था बट अभी तक इन्होंने उसे नहींदेखा' इतना कहते हुए काजल डोर की तरफ जाती है काजल डोर ओपन करती है तो एक लड़का अंदर आता है और अंदर आते ही वह काजल को हक कर लेता है इस सिन को देख सभी के चेहरे पर स्माइल था सिर्फ मिहिर और कृतिका को छोड़ मिहिर अपने नजरें फेर लेता है और उठके वहां से खिड़की के पास चला जाता है वह लड़का अंदर आता है और सब को देखता है वह काफी हैंडसम था सभी उसे देख मुस्कुराता है काजल "तो यह है मेरी बॉयफ्रेंड रितिक मल्होत्रा इतना कहकर काजल सबके साथ इंटरव्यूज कराता है कृतिका भी मिहिर को समझाके सबके बीच ले आती है और सभी वहां पर हंसी मजाक करने लगते हैं हंसी मजाक करते हुए रितिक अपने जेब से एक पाउडर निकलता है और उसे काजल के ड्रिंक में मिला देता है जिसे कोई भी नहीं देख पाता रितिक उस ड्रींक को काजल को पीने को कहता है और काजल भी मुस्कुराते हुए ले लेती है पर तभी रितिक के फोन में किसी का कॉल आता है तो रितिक फोन लेकर साइड में चला जाता है तभी अचानक कृतिका को खांसी आने लगती है जिसे देख काजल जो उसके पास ही था अपने ड्रिंक को उसे दे देती है और कृतिका भी एक ही सांस में पूरी पी जाती है कुछ देर बाद रितिक बात करके आता है और काजल के हाथ में खाली गिलास देख उसके चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाता है "वाओ बेबी मैं गया और तुमने पूरा गलास खाली कर दिया" इतना कहते हुए रितिक काजल के कमर को पकड़ अपने और उसेखींचता है काजल रितिक से थोड़ी दूर होकर "रितिक बिहेव योर सेल्फ और यह मैंने नहीं कृति ने पीया है वह उसे अचानक खांसी आने लगी थी तो "व्हाट" कांजल की बात सुनकर अचानक ही रितिक चिल्लाया रितिक चिल्लाने से किसी को कुछ समझ नहीं आती और सभी उसे देखने लगते हैं तो रितिक खूद को नर्मल कर "वह अचानक मुझे एक आरजेंट काम आ गया तो मैं चलता हूं बाद में मिलेंगे बाय' इतना कहकर वह गुस्से में वहां से चला जाता है वही दीप उठते हुए कहा "अब मुझे घर जाना चाहिए मम्मी इंतजार कर रही है" "हां चल मैं भी एक काम से जा रहा हूं तो मैं तुझे छोड़ दूंगा" इतना कहकर मिहिर भी उठ जाता है फिर वह दोनों किसी की बात सुने बिना ही रूम से निकल जाते हैं जिसे देख रौनक ने कहा "इसे कौन सा काम आ गया ? ऐसे चला क्यों गया ? और मैं देख रहा था काफी देर से यह बहुत चुपचाप था" राशि "शायद सच में कोई काम आ गया होगा और वह बहुत इंपॉर्टेट होगा इसलिए वह टेंशन में होगा तू ना हर बात पर डिटेक्टिव मत बन" काजल उदास होकर "यार रितिक तो चला गया" "मैं वॉशरूम से आती हूं" कृतिका की बात सुनकर सभी ओके कहते हैं तो कृतिका रूम से निकलते वॉशरूम ढूंढने लगती है और एक स्टाफ से पूछती है "वॉशरूम किधर है ?" "मैम आप सीधा जाके राइट मोर लीजिए वहां पर है वॉशरूम" "थैंक्यू भैया" इतना कहकर कृतिका जाने लगती है कृतिका को बहुत अजीब लग रही थी उसे अंदर से बेचैनी महसूस हो रही थी जो टाइम के साथबरहती ही जा रही थी और उसे धूधली भी दिख रही थी कृतिका राइट साइड ना जाकर सीधे जाकर लिफ्ट के अंदर चली जाती है और पूरे लिस्ट को देखते हुए खुद से कहती है "वॉशरूम है तो वॉशरूम जैसे लग क्यों नहीं रही ?" इतना कहते हुए कृतिका चारों और अपने हाथों से कुछ टटोलने लगती है तभी उसके हाथ टॉप फ्लोर के बटन पर लग जाती है ओर लिफ्ट ऊपर चल देती है जिससे कृतिका घबरा जाती है और दीवार से सट के अपनी सिर झटक चारों और देखती है और एक गहरी सांस छोड़ कर कहती है "मैं तो लिफ्ट में आ गई" इतना सोच कर कृतिका ग्राउन फ्लोर की बटन प्रेस करने लगती है पर कोई काम नहीं हो रही थी जिससे कृतिका परेशान हो जाती है To be continue Crush_Queen❤❤❤

  • 6. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 6

    Words: 1384

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब आगे .आदित्य फोन पर किसी से बात कर रहा था और वह काफी शांत लग रहा था "मुझे उस एक्सीडेंट का सच्चाई जानना है उसे उठा लो और जब तक सच ना बोले जो जो करना है वह सब करो बस वह मरना नहीं चाहिए सच निकलवाओ उसके मुंह से और ध्यान रहे 3 साल बाद हाथ लगा है छुटना नहीं चाहीयें" इतना कहकर आदित्य कॉल काट कर देता है और सिगरेट जलाकर सिगरेट को पीने लगता है सिगरेट को खत्म कर आदित्य रूम में वापस आता है और बेड पर पड़े कृतिका के स्काफ को देखता है उसे अपने हाथ में उठाकर फिर से उसके खुशबू लेने लगता है आदित्य उसके स्काफ का खुशबू ले ही रहा था तभी उसे वॉशरूम से पानी गिरने की आवाज आता है "किसके इतनी हिम्मत कि वह मेरे रूम में आकर मेरा वॉशरूम यूज करें" इतना कहते हुए आदित्य गुस्से में वॉशरूम के अंदर चला जाता है वॉशरूम के अंदर जाते ही अंदर का नजारा देख आदित्य अपनी जगह पर ही ठहर जाता है वह एक टक सामने देख रहा था उसके सामने कृतिका थी जो गहरी गहरी सांसे लेते हुए शावर के नीचे खड़ी थी उसकी पूरी बॉडी और चेहरा लाल पड़ चुकी थी शावर का पानी कृतिका के उपर गिर रहे थे जिसभे उसके कपडे उसके बॉडी से चीपकी हुई थी आदित्य जोकृतिका को ऐसे यहा देखकर हैरान थी अचानक है उसका एक्सप्रेशन बदल जाता है वह गुस्से में कृतिका के पास जाकर उसके बालों को पकड़ के उसके चेहरे को अपने चेहरे के करीब करके कहा "तुमने यह कैसे कपड़े पहने हैं 4 साल में इतनी वॉल्डनेस आ गयी तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई अपनी बॉडी को शो करने की ?" (कृतिका ने इस बक्त एक घुटनों से काफी उपर ताक की आफ सोल्डार ब्लेक ड्रेस पहनी थी जिससे उसकी जांघे और कॉलार बोन काफी अच्छे से दिख रही थी जिससे कृतिका कभी ज्यादा एक्ट्राक्टीव लग रही थी) कृतिका जिसे इस वक्त अपने अंदर काफी ज्यादा गर्मी महसूस हो रही थी जो उससे बर्दाश्त नहीं हो रही थी पर आदित्य के छूते ही उसे राहत सी महसूस होती है कृतिका को आदित्य की कोई भी बात सुनाइ नहीं दे रही थी बह उसको झट से गले लगा लेती है जिससे उसे और ज्यादा राहत मिलने लगती है "प्लीज मेरी मदद करो मुझे मुझे बहुत गर्मी लग रही है बहुत बेचैन हो रही हूं में मेरी मदद करो हेल्प मी" इतना कहते हुए कृतिका आदित्य के गर्दन पर किस करने लगती है आदित्य कृतिका के इस हरकत पर और ज्यादा हैरान हो जाता है आदित्य भी शावर के नीचे आ गया था और बह भी पूरी तरहा से भीग चुका था आदित्य कृतिका को खुद से अलग करके ऊपर से नीचे तक देख अपने मन में कहता है "मतलब कृति रियल में मेरे सामने है यह मेरा सपना नहीं है" इतना समझते ही आदित्य के चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाता है और वह कुछ रिजेक्ट करताउससे पहले कृतिका फिर से उसके पास आ जाती है और आदित्य के टी-शर्ट को एक ही झटके में फाड़ देता है और अर्थ को हक करके उसके गर्दन पर किस करने लगता है आदित्य जो कृतिका को ऐसे अपने सामने देख खुश था और उसकी हरकतों से सिड्यूस हो रहा था अचानक ही उसका दिमाग ठनक जाता है और यह कृतिका को देख कहता है कृति को ड्रग्स किसने दिया ?" इतना कहते ही आदित्य के आंखों में खून उतर आता है उसकी आंखें लाल हो जाता है वह अपने हाथों की मुट्ठी बना लेता है तभी उसके कान में कृतिका की आवाज पड़ता है "प्लीज हेल्प मी" आदित्य कृतिका को देखता है जो अपनी मासूम सी आखों से उसे देख रही थी जिन आंखों में इस वक्त आंसू थी आदित्य कृतिका के चेहरे को पकड़ उसके फोरहेड पर किस करता है और कहता है "मेरे होते हुए तुम्हें कोई और दर्द नहीं दे सकता स्वीटहार्ट यह हक सिर्फ मेरा है" यह कहते हुए आदित्य के आंखों में एक अलग ही जुनून दिख रहा था फिर वह कृतिका को अपने गोद में उठा लेता है और उसे लेकर बेडरूम में आ जाता है कृतिका को बेड पर लिटा कर आदित्य उसके ऊपर आ जाता है और कृतिका के आखों में देखते हुए उसके होठों पर अपना होंठ रख देता है और कृतिका को डीपी किस करने लगता है कृतिका भी आदित्य का पूरा साथ दे रही थी कृतिका के ऊपर ड्रग पूरी तरह से हावी हो चुकी थी उसे इस वक्त कुछ भी समझ नहीं आ रही थी वह क्या कर रही है? कहा है ? उसे बस अपने अदर की बेचैनी कम करनी थीअपने अंदर की गर्मी को कम करनी थी जो आदित्य के पास आने से कम हो रही थी कृतिका को डिप्ली किस करते हुए आदित्य कृतिका के सारे कपड़े उतार देता है और अपने कपड़े भी उतार देता है कपड़े उतारने के बाद आदित्य उठकर कुछ देर कृतिका को बहुत ही प्यार से देखता है आदित्य के उठने से कृतिका फिर से बेचैन होने लगती है और अपने दोनों हाथों को आगे करके आदित्य को अपने पास बुलाती है कृतिका के ऐसा करते ही आदित्य अपने आपे से बाहर हो जाता है और वह कृतिका के ऊपर झपट पड़ता है आदित्य कृतिका के पूरे बॉडी पर अपने निशान छोड़ने लगता है और अपने हाथों को भी कृतिका के बॉडी पर फेरने लगता है उस पूरे रूम में कृतिका कि सिसकीया गूंज रही थी जो आदित्य को और वाइल्ड होने पर मजबूर कर रहा था कुछ देर बाद कृतिका की आंखों में देखते हुए आदित्य कृतिका के अंदर एंटर हो जाता है जिससे कृतिका की चीख निकल जाती है और उसकी आंखों से आंसू बहने लगते कृतिका की ऐसी हालत देख आदित्य कुछ देर के लिए रुक जाता है और कृतिका के बॉडी पार्ट्स को सहलाते हुए उसके नेक पर और लिप्स पर किस करने लगता है कुछ देर बाद कृतिका नार्मल होती है और आदित्य का साथ देने लगती है उस पूरे रूम में आदित्य और कृतिका की सिसकियां गूंज रही थी पूरी रात आदित्य कृतिका के साथ इंटिमेट होता रहा और फिर सुबह 5:00 बजे वह कृतिका को हक करके सो गया सुबह का वक्त 9:00 पीएम कृतिका की नींद खुलती हैवह अंगड़ाई लेती है तो उसे अपने पूरे बॉडी में असहनीय दर्द महसूस होती है सबसे ज्यादा अपने निचले पार्ट में कृतिका अपने सिर पकड़ उठ बैठती है और पूरे रूम को देखती है कृतिका को कुछ समझ नहीं आ रही थी वह इस रूम में कैसे आई तभी उसे रात की हल्का-हल्का कुछ याद आती है जिसे याद करके कृतिका खुद को देखती है तो उसकी हैरानी की कोई सीमा नहीं रहती उसके पूरे बॉडी पर लव बाइट्स के निशान थे और नाखून से खरोचने की भी यह सब देखकर कृतिका की आंखें नम हो गई थी उसके आंखों से आंसू गिरने लगी थी फिर कृतिका डरते हुए अपने साइड में देखती है तो आदित्य इस वक्त सुकून से सो रहा था वह पुरा न्यूड था आदित्य को देखते ही कृतिका बुरी तरह से घबराने लगती है डर के मारे उसे पसीने आने लगते हैं कृतिका जल्दी से बेड से उतर के अपने कपड़े ढूंढती है और अपने कपड़ों को ढूंढ के उसे पहन के रूम से जल्दी से निकल जाती है कृतिका नंगे पैर सड़क पर चले जा रही थी उसके आंखों से आंसू गिर रही थी उसे देखकर ऐसा लग रहा था जैसे वह कोई पागल हो उसके बाल बिखरे हुए थे कपड़े भी अस्त-व्यस्त थी बदहवास सी सड़क पर चलते जा रही थी तभी कृतिका के सामने से एक ट्राक आता है पर कृतिका को कोई होश नही थी कृतिका उस ट्राक से टकराने ही बाली थी पर तभी कोई उसे खीच लेता है कृतिका सीधे उस इंशान के सीने से जा लगती है "कृतिका तुम्हारी ऐसी हालत कैसे हुई ? तुम 4 सालो से कहां गायब हो गयी थी ?" इस आवाज को सूनकर कृतिका अपने चहरे को उपर करके देखती है तो एक हैंडसम सा लड़का जो उसे ही टेंसन में देख रहा था पर कृतिका ज्यादा देर ताक आंखें खोल कर नहीं राख पायी और बेहोश हो गयी कृतिका के बेहोश होते ही बह लड़का कृतिका को अपने गोद में उठा लेता है और अपने कार के पैसेंजर सीट पर बीठाके खूद ड्राइविंग सीट पर बेठ कार स्टार्ट कर कार को यू टार्न लेकर मोरके आगे जाने लगता है  To be continue ❤❤❤ Crush_Queen

  • 7. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 7

    Words: 1606

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे आदित्य का नींद खुलता है आदित्य अपने आंखें बंद करके ही अपने राइट हैंड को पास में रखता है पर अचानक ही उसे वहां खालीपन सा महसूस होता है जिसे आदित्य अपनी आंखें खोल जब अपने पास देखता है तो वह अकेले बेड पर लेटा था अपने बेड में खुद को अकेला पाकर आदित्य झट से उठ बैठता है और पूरे रूम में देखता है तो उसे कोई नहीं दिखता जिसे देख आदित्य गुस्से में अपने ऊपर चादर को लपेट उठ खड़ा होता है और वॉशरूम बालकनी हर जगह ढूंढता है पर उसे कोई नहीं दिखता जिससे गुस्से में आदित्य अपने हाथ को वॉल पर मार कहता हैं "तुमने यह सही नहीं किया कृति तुम मुझसे भागकर कहीं नहीं जा सकती तुम्हें मेरे पास आना होगा और आज तुमने जो किया उसके साजा तुम्हें जरूर दूंगा तैयार रहना पनिशमेंट के लिए" 👿👿 इतना कहते हुए आदित्य के चेहरे पर स्माइल आ जाता है और फिर वह अपने फोन को लेकर किसी को कॉल करता है एक रिंग में ही उधर से कॉल रिसीव कर लिया जाता है कॉल रिसीव होते ही आदित्य कहता है "कल रात कृति स्टार होटल में क्या कर रही थी ? पता करो और उसे किसने ड्रग्स दिया ? 1 घंटे के अंदर सारे इंफॉर्मेशन मेरे पास होना चाहिए और बाकी के जो भी कहा था सब कुछ एक साथ मेरेसामने होना चाहिए 1 घंटे के अंदर अगर 1 घंटे से 1 सेकंड भी लेट हुआ तो समझो तुम्हारे ऊपर की टिकट बुक इतना कहते ही आदित्य कॉल कट कर देता है और फोन को बेड पर फेंक के वॉशरूम में चला जाता है बही उधर आदित्य का असिस्टेंट अपने फोन को देख रहा था उसके चेहरे पर डर साफ-साफ झलक रहा था "यह बॉस भी ना मैं क्या कोई मशीन हूं जो 1 घंटे में सब कुछ मतलब समझता ही नहीं है वह तो बस ऑर्डर देकर बैठ जाते हैं काम तो हमें करना पड़ता है ना (सिर ना में हिलाते हुए) नहीं नहीं मुझे काम पर लग जाना चाहिए नहीं तो मेरा उपर की टिकट बुक" इतना कहकर वो जल्दी से किसी को कॉल करता है और बात करते हुए अपने रूम से निकल जाता है फ्लैशबैक एक बड़े से 5 स्टार होटल को किसी दुल्हन की तरह सजाया गया था वहां पर हर जगह चहल-पहल थी हर किसी के हाथ में ड्रिंक का ग्लास था तो किसी के हाथ में खाने का प्लेट मंडप में एक जोड़े की शादी संपन्न हो गई थी और वह लोग जाकर अपनी जगह पर बैठ गए थे सभी लोग उनको बधाई दे रहे थे वही एक लड़की और एक लड़का टेंशन में हर जगह किसी को ढूंढ रहा था "मिहिर अगर हम ऐसे उसे ढूंढेंगे तो हमें नहीं मिलेगा तू एक काम कर तू उधर जा मैं इधर जाती हूं" लडकी उस लड़के को देखके बोली "ऐसे ही बिन बुलाए मेहमान की तरह इस शादी में आ गये अगर यह पर किसी को पता चला ना तो हमारी हड्डी पसली एक करके हमें बाहर फेंक देगा एक तो हम छुपके आए हैं इनविटेशन कार्ड भी नहीं हैहमारे पास' लडका बरबराते हुए दूसरी साइड जाने लगा तभी उन दोनों के कान में म्यूजिक की आवाज आती है म्यूजिक की आवाज सुनकर दोनों ही आवाज के दिशा में देखते हैं और उनकी आंखें हैरानी से बड़ी बड़ी हो जाती हैं रात यह करम जली रात यह शनक चडी रात बेशर्म बड़ी हैऐऐऐऐऐ आज करेगी मेरे साथ यह कोई खुराफात पीछे ही पड़ी हैऐऐऐऐऐ एक लड़की जिसने एक पिंक कलर की लहंगा पहनी हुई थी वह स्टेज पर डांस कर रही थी उसकी डांस इतनी ब्यूटीफुल थी'कि हर किसी की नजर उस लड़की पर था पर उस लड़की को देख मिहिर और राशि अपने सिर पीट लेती है "यह लड़की ऐसे बाबरी होकर डांस क्यों कर रही है ? मुझे ऐसा क्यों लग रही है कि इसमें जरूर कुछ उल्टा- पुल्टा खा लिया होगा" मिहिर उस लड़की को देक बोली इतना कहते हुए मिहिर राशि के पास आता है तो राशि परेशान होते हुए "तुझे लग रहा है और मैं सीयोर हूं कि जरूर इस लड़की ने कुछ गड़बड़ कर दिया है एक तो इनविटेशन के बिना हम यहां पर आकर टपक पड़े और ऊपर से यह डांस भी कर रही है मतलब आज इसकी ब्रेकअप हुई है और यह ऐसे डांस कर रही है वह भी बिना इनविटेशन के शादी में आकर सीरियसली" फिर दोनों उस लड़की को देखते हैं जो अब स्टेज से नीचे उतर गई थी ऊऊऊ रात यह करम जली रात यह शनक चडी रात बेशर्म बडी हैंऐऐऐऐऐ आज करेगी मेरे साथ यह कोई खुराफात पीछे ही पड़ी हैऐऐऐऐऐ मिहिर के पास आके मिहिर को पूस करती है जिससे मिहिरपीछे रखे कुसर्सी पर बैठ जाता है और वह लड़की मिहिर के चेहरे के पास झुक कर बड़े अदाओं के साथ गाती है होनी तो कोई गलत बाआआआतततत पक्की है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है रजके के आज मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है वह लड़की डांस कर रही थी और फिर उसके साथ कुछ लड़के और लड़कियां भी आ जाती है और डांस करने लगती है सभी उसके डांस को काफी इंजॉय कर रहे थे गलती है मौके की मेरा दोष नहीं है कितने टिकाई है मेरी होश नहीं है एक लड़का जो ड्रिंक कर रहा था उसके हाथ से वो ड्रिंक ले लेता है और उस ड्रिंक को नीचे गिराते हुए होना क्या होना क्या अब 90ml से (पास से जा रहे एक वेटर से ड्रिंक का बोतल ले लेती है और बोतल को घुमाते हुए) लिटरों में पीके भी संतोष नहीं है (राशि के पास जाके रहे राशि को हाथ पकड़ घुमाते हुए) सखी और पिलाने को मरे जा रहे लड़के (तभी 2 लड़के उस लड़की को खींचकर स्टेज पर ले जाता है) कैपेसिटी के मामले में साडे है करके स्टेट से उतर एक लड़के के पास जाती है जो आंखें फाड़े उसे ही देख रहा था उस लड़के के हाथ में ड्रिंक और चेहरे पर माक्स था जिस वजह से वह लड़की उस लड़के का चेहरा नहीं देख पा रही थी पी के भी पी के भी पी के भी जो टीका रहा साथ ले जाऊंगी गिरेबान पकड़ के उस लड़के को देखते हुए उसके कॉलर पकड़ उसे स्टेज में ले जाती है वहीं उस लड़की की हरकतें देख राशि भी मिहिर के पास के चेयार पर बैठ जाती है और अपनी सिर को पकड उसलड़की को देखने लगता है खड़ीये इनायत कल सुबह पक्की है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है रजके के आज मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है उस लड़के को साइड में खड़ा करके खुद स्टेज के बीचो बीचो बीच जाकर डांस करने लगती है तभी वह लड़का भी आ जाता है और डांस करने लगता है जिस बार में पैरों की तेरे धूल परी ना दारू वहां कीप भी आंकड़े को चोरी ना वैसे तो मैं खानों का मैं भी हूं फरिश्ता तो फिर हाउ कम मेरी नजर कभी तुझसे लड़ी ना 'आज यह पहली मुलाकात से छिरी है जो बात दिलचस्प बड़ी हैऐऐऐऐऐ उस लड़की के पास जाकर लड़की के कमर को पकड़ अपने पास खींच साथ यह सारी खुराफात हो जाए लगे हाथ क्या सोच रही हैऐऐऐऐऐ लगता है दोनों की यह रात लक्की है मैंने भी मैंने भी मैंने भी उस लड़की को घुमाके छोड़ता है जिससे घूमते हुए वह लड़की थोड़ी दूर जाकर खड़ी हो जाती है और वह लड़का स्टेज के बीचो बीच उस लड़की को देखते हुए मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है रजके के आज मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है फिर वह लड़की भी मुस्कुराते हुए उस लड़के के साथ आ जाती है और दोनों एक साथ गाते हुए डांस करने लगते हैं और उनके साथ हैं बाकी सारे लोग भी डांस कर रहे थे रजके के आज मैंने पी रखी है मैंने पी रखी है मैंने पी रखी हैऐऐऐऐऐऐऐऐ फिर सभी स्टेज में आ जाते हैं और सब एक साथ डांस करने लगते हैं उसी भीड़ में मिहिर और राशि आकर उसलड़की को खींचते हुए वहां से ले जाती है अचानक उस लड़की के गायब हो जाने से वह लड़का चारों और उस लड़की को ढूंढने लगता है पर उसे वह लड़की कहीं नहीं मिलता तो वह भीड़ से बाहर आता है और चारों और उस लड़की को ढूंढने लगता है तभी उसके पास एक लड़का जिसके चहरे पर भी माक्स था उसने कहा "आदि चल यहां से शादी खत्म हो गया और तू क्या डांस कर रहा था उस लड़की के साथ चल अगर किसी ने हमें पहचान लिया ना तब तो मीडिया में फिर से बवाल मच जाएगा' उस लड़के की बात सुनकर आदित्य उस लड़के को देखता है और कहता है "में जिस लड़की के साथ डांस कर रहा था पार्थ क्या तूने उस लड़की को देखा मतलब मुझे कहीं मिल नहीं रहा वो लड़की" "तुझे अभी लड़की के पड़ी है और वैसे भी उस लड़की को मैंने देखा भी नहीं बस मैंने पीछे से देखा डांस करते हुए मैं तो अपना काम कर रहा था जो तूने मुझे दिया था तो मैं देखता कहां से पर अब हमें यहां ज्यादा देर तक रहना ठीक नहीं होगा चल इतना कहकर पार्थ आदित्य को वहां से खींचते हुए बाहर ले जाता है और आदित्य भी उस लड़के के साथ अपने लिमिटेड एडिशन की BMW कार में बैठकर वहां से निकल जाता है पर आदित्य के दिमाग में वही लड़की घूम रहा था To be continue ❤Crush Queen हेलो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग प्लीज आप अपने  प्यारे प्यारे कमेंट्स और राइटिंग देना ना भूले🤗❤😘

  • 8. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 8

    Words: 1377

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब आगे वही उस लड़की को बाहर लाकर मिहिर और राशी उस लगकी को सूंघने लगती है जिसे देख बह लडकी आजीब मुह बनाकर कहती हैं क्या हुआ ऐसे कुत्ते की तरह मुझे क्यों सूख रहा है जैसे में कोई खाना हूं तुम दोनो की" "हम तुझे इसलीये सूंघ रहे हैं क्योंकी हमें लग रहा हैं तूने जरूर शराव पीया है" मिहिर उसे देख कहता है क्या मैं और शराब तुम दोनों को पाता है ना मुझे शराब नहीं पसंद मुझे जूस और वाटार पसंद है" बह लडकी हंसते हुए कहती है तो राशि गुस्से में कहती है "कृति तू क्या कर रही थी? पागल हो गई है क्या ? ऐसे वहां पर डांस क्यों कर रही थी ?" यह है कृतिका सांवली रंग झील जैसी गहरी नीली आंखें गुलाब की पंखुड़ियों जैसी गुलाबी होंठ कमर तक आते बाल पतली कमर वह लड़की दिखने में उतना ज्यादा एक्सट्रैक्टिव ना होते हुए भी उसकी आंखें ऐसी थी जिसे देख कोई भी उसके पीछे पागल हो जाए जो आंखें उसे भी में भी अलग दिखाती थी "क्या कर रही थी ? बस थोड़ा डांस ही तो कर रही थी और वैसे भी ऐसे बिन बुलाए मेहमान की तरह जाकर डांस करने में मजा ही अलग है" इतना कहकर वह लड़की मुस्कुराने लगती है "यार तुझे कोई सदमा बदमा तो नहीं लग गयी ना अपने ब्रेकअप से मतलब उस राज के तुझे चीट करने से जो तू ऐसे बिहेब कर रही है" "मिहिर ने कंफ्यूज होकर पूछा "पागल बागल है क्या ? वह राज मुझे वैसे ही पसंद नहीं था बस मुझे गुस्सा आ रही है कि उसने मुझे चीट किया और जो भी हुआ है मैं उसके साथ रीलेशन में भी नहीं आती अगर मुझे यह राशि कमीनी कहीं कि मुझे कंफ्यूज ना करती तो बट जो हुआ अच्छे के लिए हुआ और अब मैं अपने पढाई पर ध्यान दे पाऊंगी और इस ब्रेकअप के खुशी में ही मैंने यह डांस किया तो बता कैसा लगी मेरी या डांस" इतना कहते हुए कृतिका उन दोनों को मुस्कुरा कर देखने लगी तो राशि झल्लाते हुए बोली "तेरी डांस बहुत ही घटिया थी और तू क्या उस लड़के से चिपक चिपक कर डांस कर रही थी हमेशा ऐसे में तो तू किसी लड़के को खुद को टच भी नहीं करने देती और डांस करते टाइम ना जाने तुझे क्या हो जाती है कि तुझे किसी चीज का कोई होश नहीं रहती मतलब उसका फेस भी नहीं देख पा रही थी और तू उसके साथ डांस कर रही थी" "ओओ मैंने तो ध्यान ही नहीं दिया वैसे कौन था वह लड़का ? जो भी हो जो हो गया सो हो गया अब घर चलते हैं वैसे भी काफी रात हो गई है और कल मुझे कॉलेज भी तो जाना है" कृतिका की बात सुनकर मिहिर और राशि अपनी सिर हां में हिलाती है तो कृतिका उन दोनों को देख फिर से मुस्कुरा देती है फिर तीनों वहां से कार के पास जाते हैं और कार में बैठकर वहां से निकल जाते है कृतिका के घर के पास में मिहिर कार को रोकता है तो कृतिका रोनू सा चेहरा बनाकर राशि को देख कहती है 'राशि चल ना मेरे साथ प्लीज कुछ ज्यादा ही लेट हो गई ना तो मम्मा डटेगी चल ना तू रहेगी तो कुछ नहीं कहेगी" राशि मुंह बनाकर "खूद जा बहुत देर से हम तुझे कह रहे थे घर चल घर चल पर नहीं तुझे तो डांस करना था' 'मिहिर तू तो चल तू तो मेरा प्यारा सा फ्रेंड है ना बेस्ट फ्रेंड चल ना" इतना कहते हुए कृतिका क्यूट सा फेस बनाती है "देख मेरी अम्मा कार से उतर और तेरी घर सामने है वहां चली जा क्योंकि कल हमें भी कॉलेज जाना है और तेरी और हमारी कॉलेज सेम नहीं है और हमारी कॉलेज काफी दूर भी है तू समझ रही है अब चली जा वैसे भी अटी तुझे खा नहीं जाएंगे और घर से निकाल भी नहीं देंगे" मिहिर की बातें सुनकर कृतिका अपने चेहरे को रोनी सी बानाकर कार से उतर जाती है और उन दोनों को एक बर उम्मीद से देखती है तो राशि कहती है "तू अपनी हरकतों से बाज आ जा नहीं तो किसी दिन तुझे सच में घर से निकाल देंगे आंटी और तब देखना अंकल भी उनका साथ देंगे" इतना कहते ही राशि और मिहिर दोनों हांस देते हैं और कृतिका को अंदर जाने को कहता है तो कृतिका कुछ देर उन दोनों को घूर के देखख रोनू सा चेहरा बनाकर मेन डोर से ना जाके घर की पिछले की ओर जाने लगती है जिसे देख वह दोनों अपना सिर हिला देते हैं और वहां से निकल जाते हैं कृतिका पिछले गेट से अंदर इंटर हो जाती है और डोर को लॉक करके धीरे-धीरे सिडीओ से अपने रूम की ओर जाने लगती है "टाइम हो गई घर आने का और वह भी ऐसे चोरों की तरह तू कभी नहीं सुधरेगी कृति अगर तेरे पापा को तेरे यह सब कांड के बारे में पता चला कि तू कितनी रात रात तक घर आती है तो उनको कितना बुरा लगेगा और वह क्या करेंगे तुझे तो अच्छे से पता है" इस आवाज को सुनकर कृति पीछे पलटती है और अपने चेहरे पर जबरदस्ती की स्माइल लाकर कहती है "मम्मा वह आज मैं एक शादी में गई थी मतलब मुझे पता नहीं थी कि मैं शादी में जा रही हूं मिहिर और राशि इनवाइटेड थी ना तो उन्होंने मुझे अपने साथ में ले कर चली गई तो इसीलिए थोड़ी लेट हो गई" "थोड़ी कृति अभी 11:30 बज रहे हैं और तुम कह रहे हो थोड़ी लेट ठीक है तुम्हारे पापा को बुलाते हैं फिर वह कहंगे" इतना कहकर वह औरत वहां से जाने लगते हैं तो कृतिका जल्दी से नीचे उतर उनके पास जाकर उनको हक कर देती है और कहती है "मम्मा मम्मा प्लीज ऐसा मत करो देखो मैं तो आपकी अच्छी बच्ची हूं ना और अगर आप पापा को कहोगे तो वह मेरी पढ़ाई बंद कर देगी मेरी शादी करा देगी जैसे दी के साथ किया था आपको पता है ना मैं शादी नहीं करना चाहती मैं अपने पैरों पर खड़ी होना चाहती हूं प्लीज मम्मा" कृति की बात सुनकर उसकी मां अपने हाथ को पीछे लेकर उसके गाल पर हाथ रखती है और कहती है "मुझे पता है बेटी इसलिए तो मैं तेरे पापा को कुछ नहीं कहूंगी पर हां मैं यह सब कुछ नहीं कह रही हूं तू इतनी रात तक बाहर है फिर भी मैं किसी को कुछ नहीं कह रही हूं वह इसलिए क्योंकि मुझे पता है मेरी बेटी सही है बस तूअपनी मां को गलत साबित मत कर देना अगर तूने इस बार कुछ किया तो तेरे पापा" "मम्मा आप भी ना मुझे सब कुछ पता है और डोंट वरी में कुछ नहीं कहूंगी में बस अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे रही हूं और थोड़ी मस्ती करती हूं बस और कुछ नहीं अभी आप सो जाइए जाकर बहुत रात हो गई है में भी सो जाती हूं मैं खाना खा कर आई हूं तो मुझे भूख नहीं है सुबह मैं जल्दी उठ जाऊंगी और कॉलेज भी टाइम पर चली जाऊंगी आप बिल्कुल टेंशन मत करना" इतना कहकर कृतिका अपने मम्मी के गाल पर किस कर के अपने रूम में भाग जाती है "कितनी चंचल है यह लड़की इतना कहकर वह भी मुस्कुराते हुए वहां से अपने रूम की ओर चले जाते हैं अपने रूम में आकर कृतिका फ्रेश होती है और एक सिंपल सी टी-शर्ट और प्लाजो पहन के आराम से बैड कर लेट जाती है तो अचानक से उसे उस लड़के का याद आती है "यार उस लड़के ने माक्स क्यों लगा कर रखा था ? अभी तो कोरोना नहीं है फिर जो भी हो उसके बह आंखें बहुत ही नशीली था (सिर झटक) क्या सोचती है तू कृति आज ही तेरा बॉयफ्रेंड ने तुझे चीट किया हैं तुने उसे रंगे हाथ पकड़ा ब्रेकअप कर लिया और तुझे दुख की जगह दूसरे लड़कों की आंखें नशीली लग रही है सेमोन यू कृति और अब अपनी बेशर्मी को बंद करके चुपचाप सो जा क्योंकि कल तुझे जल्दी उठना है" खुद से बातें करके कृतिका अपने फोन पर अलार्म फीस कर देती है और अपनी आंखें बंद कर लेट जाती है कुछ ही देर में कृतिका को नींद आ जाती है To be continue Crush Queen❤😘🤗 हेलो फ्रेंड आप अपने प्यारे-प्यारे कमेंट्स और राइटिंग्स देना ना बोले😍❤😘

  • 9. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 9

    Words: 1632

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे अगली सुबह कृतिका ब्रेकफास्ट करके सभी को बाय करके कॉलेज के लिए निकल गई थी कॉलेज पहुंचकर कृतिका बाहर से कॉलेज को देखती है उसके आंखों में एक अलग ही खुशी दिखाई दे रही थी "फाइनली में अपनी ड्रीम कॉलेज में आ गई" इतना कहते हुए मुस्कुराकर कृतिका कॉलेज के अंदर चली जाती है कृतिका अंदर जाकर अपने क्लास को ढूंढ रही थी तभी उसे पीछे से आवाज आती है "कृतिका तुम यहां ?" इस आवाज को सुनकर कृतिका पीछे पलट कर देखती है तो पीछे 4 लड़कियां थी जिन को देखते ही कृतिका फिर से मुड़ जाती है और जल्दी से आगे चलने लगती है पर वह लड़कीयां आके कृतिका को पकड़ लेता है बह लड़कीयां कृतिका को घर के खड़ा हो जाता है और एक लड़की बोली "तुम इस कॉलेज में क्या कर रहे हो ? घूमने आए हो क्या ?" दूसरी लड़की "घूम ने हीं आएगी ना इसकी तो औकात है नहीं कि यह इस कॉलेज में एडमिशन ले पाए" इतना कहकर वह चारों हंसने लगते हैं तो कृतिका मुस्कुरा कर बोली "तुम चारों कि आई क्यू लेवल इतने लो क्यों हैं? तुम्हें क्या यह नहीं पता इस कॉलेज में पैसे की बिना टैलेंट से भी आया जा सकता है जो टैलेंट तुम लोगों में नहीं है तो तुम लोगों ने अपने बाप के पैसों से यहां आए हो और मेरी टैलेंट बहुतहै इतना कहते ही कृतिका गुह के जाने लगती है तो जनमें से एक लड़की कृतिका की हाथ पकड़ लेती है और उसके हाथ को मोड़ते हुए बोली दो कौड़ी की लड़की तू हमें इंसल्ट कर रहा है? तेरी इतनी कृतिका अपने हाथ छुड़ाकर उस लड़की के हाथ को ही पकड़ लेती है और मोड़ देती है जिससे उस लड़की की चीख निकल जाती है जिसे देखकर कृतिका हंसते हुए बोली "चीख निकल गई इतने में ही मैंने तो हल्का सा बस छुआ है तुम सब दूर रहो मुझसे में तुम अमीरों की तरह मोम से नहीं बनी हूं जो जरा सा छूते ही पिघल जाउ आग हूं में मोम को पिपलना अच्छे से जानती हूँ अगर पीपलना नहीं चाहते तो दूर रहो मुझसे वरना आज जो तुम्हें थोड़ी दर्द हो रही है ना यह दर्द हजार गुना बढ़ जाएगी' इतना कहकर कृतिका उसे सामने की और हक्का देती है और वहां से सीधे अपने क्लास को ढूंढ कर क्लास में चली जाती है क्लास खत्म होने के बाद कृतिका कैंटीन की ओर जाने लगती है तभी उसके कान में एक धुन सुनाई देती है जो बहुत ही प्यारा था और ऐसा लग रहा था जैसे कोई गिटार बजा रहा हो कृतिका उसका पीछा करते हुए गार्डन में चली जाती है तो देखती है एक पेड़ के नीचे एक लड़का अपनी आंखें बंद करके बैठा गिटार बजा रहा था बह काफी हैंडसम था कृतिका बिल्कुल उसके सामने जाकर खड़ी हो जाती है और कुछ देर उसके गिटार बजाना देखती है और सुनती है फिर एकदम से बोल पड़ती है "वाओ तुम काफी अच्छे गिटार बजाते हो क्या तुम यहां पर म्यूजिक टीचर हो ?बट तुम्हारी एज देखने लगती नहीं पर फिर भी अभी के टाइम पर किसी की भी एज देख कर जज नहीं करना चाहिए' किसी लड़की की आवाज सुनकर वह लड़का अपनी आंखें खोलता है और सामने देखता है तो कृतिका मुस्कुराते हुए उससे ही देख रही थी कृतिका को देख कुछ देर तो वह लड़का उसे देखता ही रहता है खुद को ऐसे देखते देख कर कृतिका फिर से बोली तुमने बंद क्यों कर दिया ? अच्छी लग रही थी सुनना गिटार बजाओ में तुम्हें डिस्टर्ब नहीं करूंगी' कृतिका की बात सुनकर वह लड़का कुछ नहीं कहता और उठ कर वहां से चला जाता है उस लड़के के ऐसे जाते देख कृतिका को कुछ समझ नहीं आती और वह मुंह बनाते हुए कैंटीन में चली जाती है कॉलेज से घर आकर लंच करके कृतिका सो जाती है और सोने के बाद उठकर कुछ देर राशि और मिहिर से बात करके बुक लेकर पढ़ाई करती हैं और डिनर करने के बाद फिर से कुछ देर पढ़ के सो जाती है अगले दिन कृतिका जल्दी से कॉलेज चली जाती है सबसे पहले लाइब्रेरी में जाके वहां से कुछ बुक ले लेती है बुक लेने के बाद कृतिका पूरे कॉलेज कैंपस तो घूम घूम कर देखने लगती है और खुद से कहती है "यह कॉलेज है या कोई भूल भुलैया मुझे तो लग रही है मैं जहां जाऊं में खो जाऊंगी" खुद से ही बातें करते हैं कृतिका हर जगह घूम घूम कर देख रही थी तभी उसके कान में किसी के आवाज सुनाई देती है ऐसा लग रहा था जैसे किसी का दम घुट रहा हो और वह जीखने की कोशिश कर रही हो पर चीख नहीं पा रही हो "यहकिसकी आवाज़ है! ऐसी लग रही है जैसे किसी ने किसी का मुंह बंद कर रखी हो मुझे देखना चाहिए इतना कहकर कृतिका आवाज का पीछा करते हुए एक खाली क्लास रूम में चली जाती है जो रूम पूरी तरह से आंधेरा था "अरे यार यहां पर इतना अंधेरा क्यों है ? लाइट ।" इतना कहते हुए कृतिका अपने बैग से फोन निकालती है और लाइट ऑन करके देखती है तो उसे कौन में कोई बंधी हुइ दिखती है कृतिका जल्दी से उसके पास जाती है तो एक लड़की जो कोने में बंधी हुई पड़ी थी कृतिका जल्दी से उसके हाथ पैर को खोलती है तो उसके हाथों और पैरो में निशान बन गयी थी जिसे देख कृतिका को बहुत बूरी लगती हैं फिर उसके उसके मुंह को भी खोल के अपने बेग से पानी की बोतल निकाल उसे पानी पीने को देती है वह लड़की जल्दी से पानी पीकर कृतिका को देख कहती है "थैंक्यू मुझे बचाने के लिए पर अभी जल्दी से तुम यहां से निकल जाओ अगर वह तुम्हें देखेगा तो तुम्हें भी नहीं छोड़ेगा" "वह अगर मुझे देखेगा तो मुदे भी नहीं छोडेगा वह कौन ? और तुम्हें ऐसे इस रूम में किसने बंधा ? कब बंद किया ? क्या आज सुबह ! पर इतने सुबह तुम कॉलेज में क्या कर रहे थे ? तुम्हारी हालत देखकर लग नहीं रही है कि आज सुबह ! क्या कल!" "सवाल मत करो और जल्दी से यहां से जाओ कॉलेज में सभी स्टूडेंट्स और प्रोफेसर का आने का टाइम हो रहा है और वह भी आ जाएगा और अगर उसने यहां तुम्हें देखा मुझे बचाते हुए तो" "अरे तुम बताओ तो वह कौन है ? जरूरवह वहीं होगा ना जिसने तुम्हारी यह हालत की होगी कौन है वह ? बताओ जरा में भी देखती हूं' यह लड़की डरते हुए कांपती आवाज में "वह व यह डेविल बॉय हैं जो कॉलेज मतलब यह कॉल कॉलेज उसी का उसी के डेट का है और उसे जो भी पंगा लेता है' 'पंगा लेता है तुमने उससे क्या पंगा ली थी? और जो भी हो कॉलेज उसका हैड का है तो क्या इसका मतलब जो चाहे वह करेगा ? 'कृतिका ने उस लड़की को ध्यान से देखते हुए पूछा" "मैंने कुछ नहीं कि थी कॉलेज में सभी उससे बहुत डरते हैं और में भी बस कल मेरे हाथ से खाना उसके शर्ट पर गिर गयी थी जो मैंने ध्यान नहीं दिया कि यह डेविल बॉय था और मैंने कुछ बातें सुना दी पर जब मैंने देखा वह डेविल बॉय है तो मैंने उससे माफी मांगी पर उसने मुझे यहां पर कैद कर दिया' 'व्हाट द हेल मतलब कल कॉलेज टाइम से तुम यहां पर हो इसका मतलब तुमने शायद कल से कुछ भी नहीं खायी होगी जल्दी से पहले कैंटीन में चलो कुछ खा लो" इतना कहकर कृतिका उस लड़की को सहारा देकर उठाने लगती है तो वह लड़की बोली 'तुम समझ नहीं रहे हो अगर मैं तुम्हारे साथ कैंटीन में जाऊंगी या फिर मैं तुम्हारे साथ रहूंगी तो डेविल बहुत आसानी से समझ जाएगा कि तुमने ही मुझे बचाया है और फिर वह तुम्हारे पीछे पड़ जाएगा' 'तुम चलो मेरे साथ मैं डरता नहीं हूं किसी डेविल बॉय से मैं कृतिका वर्मा हूं मैंने किसी से डरना नहीं सीखा डर नाम मेरे डिक्शनरी में नहीं है अब तुम और कुछ नहीं कहो और चलो मेरे साथ इतना कहकर कृतिका उस लड़कीउस सहारा देकर उठाती हैं बह लड़की ठीक से चल नहीं पा रही थी उसके पेरो में बहुत दर्द था कृतिका उस लड़की को लेकर कैंटीन में जाती हैं और खुद के और उस लड़की के लिए खाना ऑर्डर कर देती है और वह लड़की भी खाने लगती है खाते हुए कृतिका उस लड़की को देख पूछती है "वैसे तुम्हारी नाम क्या है?" "काजल, और तुम्हारी ?" खाते हुए काजल ने बोली "मेरा नाम कृतिका सब मुझे प्यार से कृति कहते हैं और तुम भी कह सकते हो क्योंकि अब हम फ्रेंड बन गए हैं है ना कृतिका ने मुस्कुराकर जवाब दिया कृतिका की बात सुनकर काजल भी मुस्कुरा देती है और फिर दोनों खाना खाने लगते हैं खाना खाने के बाद कृतिका उस लड़की से कहती है "अभी तुम्हें पहले घर जाकर रेस्ट करना चाहिए क्योंकि तुम्हारी तबीयत शायद ठीक नहीं है और कल से तुम घर पर भी नहीं गए तो तुम्हारे पेरेंट्स परेशान हो रहे होंगे काजल अपनी सिर हां में हिला कर "हां तुमने सही कहा मुझे घर जाना चाहिए थैंक यू सो मच कृति मुझे बचाने के लिए" कृतिका के हाथ को पकड़ कहती है "अरे कोई ना हम फ्रेंड से और फेस में थैंक यू सॉरी नहीं चलती चलो अब तुम घर जाओ" कृतिका के कहने पे काजल वहां से अपने घर की ओर चली जाती है और कृतिका वही बैठ कर अपने मन में कहती है "यह डेविल बॉय इंसान भी है या नहीं मतलब थोड़ा खाना गिड़ने से कोई ऐसा कैसे कर सकता है और वह भी तब जब उस लड़की ने गलती से कर दिया और सॉरी भी कहा घमंडी" इतना कहकर कृतिका वहां सेअपने क्लास में चली जाती है To be continue Crush Queen❤✨☺ हेलो फ्रेंड्स आप अपने प्यारे प्यारे कमेंट्स और सेटिंग्स देना ना भूले☺☺😍😘❤

  • 10. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 10

    Words: 1518

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे वही उसी रूम में बुछ देर बाद एक लड़का आता है और जब वो रूम की लाइट ऑन करता है तो उसे उस रूम में सिर्फ रस्सी और एक फोल्ड मिलता है जिसे देख वह लड़का वहीं पर रस्सी और फोल्ड को छोड़कर क्लास से निकल जाता है ऑडिटोरियम एक लड़का स्टेज पे बैठा गिटार बजा रहा था उस गिटार का धुन इतना मधूर था कि कोई अगर सुने तो वह उसी में खो जाए "वह लड़की वहां पर नहीं है आदि किसी ने उस लड़की को छुड़ा लिया है" इस आवाज को सुनते ही आदित्य गिटार बजाते बजाते रुक जाता है और अपनी आंखें खोल कर उस लड़के को देखते हुए " और यह किसने किया किसने उस लड़की को बचाया" "नहीं पता बस मैंने जब तेरी कह मुताबिक उस रूम में गया तो मैंने देखा वहां पर सिर्फ रस्ती और फोल्ड ही पड़ा है वह लड़की नहीं है" आदित्य अपने गिटार को वही रख तेजी से नीचे उतर आता है और उस लड़के को देख "कौशिक पार्थ को बुला और जल्द से जल्द पता कर वह इंसान है कौन जिसकी इतनी हिम्मत कि वह मेरे शिकार को मेरे ही जेल से आजाद करें" इतना कहकर आदित्य वहां सेनिकल जाता है और कौशिक भी आदित्य के पीछे पीछे चला जाता है वही क्लास खत्म होने के बाद कृतिका कॉलेज कैंपस में ही घूम रही थी तभी उसके कान में फिर से उसी गिटार की धुन सुनाइ देती है जिसे सुनते ही कृतिका जल्दी से गार्डन में जाती है तो देखती है उसी पैर के नीचे वही लड़का बैठा आज भी गिटार बजा रहा है आज कृतिका कोई आवाज नहीं करती और उस लड़के के सामने जाकर अपनी आंखें बंद करके उस गिटार बचाने की धून सुनने लगती है और अपने में ही मुस्कुराने लगती है कुछ देर बाद वो लड़का गिटार बजाना बंद कर देता है और अपनी आंखें खोलता है और अपने सामने कृतिका को ऐसे आंखें बंद करके मुस्कुरा देख उसे कुछ समझ नहीं आता और वह कृतिका को देखने लगता है जब कृतिका के कान में गिटार की आवाज नहीं आती तो वह अपनी आंखें खोल देती है और सामने देखती है तो वह लड़का उसे ही देख रहा था जिसे देख कृतिका मुस्कुराते हुए कहती है "हेलो आज मैं तुम्हें डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थी आई मीन कुछ भी नहीं किया आज मैंने कल मैंने बस थोड़ी बात क्या कर ली तुम तो नाराज होकर चले ही गए इसलिए पर आज तो मैंने तुम्हें डिस्टर्ब नहीं किया तो क्या आज भी तुम नाराज हो कर चले जाओगे ?" कृतिका की बात सुनकर वह लड़का कुछ नहीं कहता और उठ कर वहां से चला जाता है जिसे देख कृतिका झल्लाकर कहती है"इस लड़के का प्रॉब्लम क्या है ? थोडा अच्छा गिटार क्या बजा लेता है थोड़ी तारीफ कर कर दी मैंने यह तो हवा में उड़ने लगा ऐसे इग्नोर करता है इसे तो में देख लूंगी अगली बार तो बातें सुना कर रहूंगी' इतना कहते हुए कृतिका भी वहां से चली जाती है कॉलेज खत्म होने के बाद कृतिका अपने घर आ जाती है और रोज की रूटीन के मुताबीक लंच करके पढ़ाई करने बैठ जाती है एक बड़े से वीला जो गोल्डन और ब्लैक थीम में थी जो दिखने में डरावनी और खूबसूरत दोनों लग रहा था उस विला के अंदर एक आलीशान कमरे में एक लड़का बैठा अपने लैपटॉप में कुछ देख रहा था और उसके आसपास उसके दो फ्रेंड थे यह आदित्य था और उसके आसपास कौशिक और पार्थ था "यह लड़की शायद न्यू है इसीलिए इसे कुछ भी नहीं पता के इसने क्या कर दिया किसे बचाया" लैपटॉप में देखते हुए पार्थ ने कहा "हमें पहले इस लड़की को वॉर्न करना चाहिए क्योंकि यह लड़की न्यू है इसे कुछ भी नहीं पता इसलिए यह कर दिया पर अगर हम उसे एक बार वॉर्न कर देंगे तो वह ऐसा नहीं करेगी" कौशिक ने आदित्य को देखते हुए कहा "जो करना है मैं करूंगा इस बार यह मैटर सिर्फ मेरा है तुम लोग इसके बीच में नहीं आओगे" आदित्य ने वीडियो जूम करके कृतिका को देखते हुए कहा "आदि हमें एक बार उस लड़की को वॉर्न करना चाहिए उस लड़की को कुछ भी नहीं पता है तेरे बारे में" पार्थआदित्य को समझाते हुए बोला "उसे मेरे बारे में पता है अच्छे से नोटिस कर काजल उसे मेरे बारे में बता रही है पर वह लड़की इसे लाइटली ले रही हैं तो इसे बताना होगा ना कि में कौन हूं? और क्या कर सकता हूं ?" आदित्य की बात सुनकर कोई कुछ नहीं कहता तभी वहां पर वही लड़का आता है जिसे कृतिका ने दो बार गार्डन में गिटार बजाते हुए देखा था इसका नाम चिराग था जो आदित्य की सबसे क्लोज फ्रेंड था यहा इससे भी ज्यादा आदित्य किसीका बात माने या ना माने आपने मम्मी और चिराग का बात हामेसा मानछा था चिराग को देखते ही कौशिक झट से लैपटॉप बंद कर देता है और वहां से जाते हुए कहता है "मुझे कुछ काम है तो आदि मैं तेरा लैपटॉप लेकर जा रहा हूं इसमें मेरी कुछ डॉक्यूमेंट है" "रुक मुझे भी कुछ काम है तो मैं भी आ रहा हूं बाय आदि बाय चिराग" पार्थ इतना कहकर कोशिश के साथ चला गया वही उन दोनों के जाने के बाद वह लड़का जिसका नाम चिराग है वह आकर आदित्य के पास बैठ जाता है और कहता है "तू फिर से कुछ प्लान कर रहा है ना किसी को लेकर ?" "प्लेन मैं किसे लेकर का प्लान करूंगा मैं तो उस काजल की बात कर रहा था उसे किसी ने बचा लिया मतलब आजाद कर दिया तो अब मैं सोच रहा हूं कि काजल के साथ साथ उस लड़की को भी सबक सिखाया जाए और मुझे पता भी चल गया है वह लड़की है कौन" इतना कहकर आदित्य चिराग कोदेख मुस्कुराता है तो चिराग कहता है "अंकल तुझे बुला रहा था क्या तू, अभी उनके पास जाना चाहेगा ?" "अभी नहीं मुझे पता है वह क्या कहेगा मैं डैड से कॉल पर बात कर लूंगा डोंट वरी" फिर वह दोनों इधर-उधर के बातें करने लगे बहुत देर तक बातें करने के बाद चिराग उस रूम से निकल जाता है चिराग के जाने के बाद आदित्य आकर बालकनी में खड़ा हो जाता है और आसमान में चांद को देखने लगता है "मैं तो तुम्हें ढूंढ रहा था किसलिए ढूंढ रहा था पता नहीं पर अभी पता है इसलिए क्योंकि अब तुम मेरा अगला शिकार हो" इतना कहते ही आदित्य के चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाता है अगले दिन कृतिका कॉलेज जाते टाइम अपने भाई दीप क को स्कूल में छोड़ता है और कहता है "अच्छे से पढ़ाई करना अगर फिर से मार पीट की ना तो इस बार मैं मम्मी पापा को बता दूंगी इस बार मैं नहीं आऊंगी" दीप कृतिका के गाल खींचते हुए "दी आप मुझे डराने की कोशिश करना बंद करिए क्योंकि मुझे पता है चाहे आसमान और जमीन अपनी जगह बदल ले सांप और नेउले फ्रेंडशिप कर ले पर आप आप कभी ऐसा नहीं करेंगे आप हमेशा मेरी हेल्प ही करेंगे आई नो आप मेरी सबसे क्यूट प्यारी दी हो जो मुझसे बहुत प्यार करती है" इतना कह कर दी प्यार से कृतिका को देखने लगा दीप को ऐसा करते देख कृतिका के चेहरे पर स्माइल आ जाती है पर वह अपने स्माइल को छुपा करनकली गुस्सा करते हुए कहती है "हां हो गया मस्का लगाना अब जल्दी से जाइए अपनी क्लास में नहीं तो आपको अपनी क्लास से निकाल दिया जाएगा फिर मस्का लगाने से भी आपको अंदर एंट्री नहीं मिलेगा" कृतिका की बात सुनकर दीप उसे हक करता है और उसके गाल पर एक किस कर के गेट के अंदर भाग जाता है कृतिका के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है और फिर वह कुछ देर वहां पर खड़ी रह कर अपने कॉलेज के लिए निकल जाती हैं कृतिका कॉलेज पहुंचती हैं और सीधे अपने क्लास की ओर जाने लगती है तभी उसके सामने एक लड़का आ जाता है कृतिका उस लड़के को ऊपर से नीचे तक देखती है फिर उसे इग्नोर कर साइट से जाने लगती है पर वह लड़का उस साइड भी आ जाता है उसे देख कृतिका इरिटेट होते हुए कहती है "क्या है ? प्रॉब्लम क्या है? आप मुझे ऐसे रोक क्यों रहे हैं ?" "आपको डेविल बॉय बुला रहा है मिस कृतिका वर्मा तो आप मेरे साथ चलिए" इतना कहकर वह लड़का आगे आगे चलने लगता है "आप आपके डेविल बॉय को बता दीजिए कि मैं उनके पास नहीं जाऊंगी मेरी क्लास के लिए लेट हो रही है तो मैं अपनी क्लास में जा रही हूं अगर उनको जरूरत है तो वह खुद आकर मुझसे मिलले ओके" इतना कहकर कृतिका अपने क्लास की ओर जाते हूए मन में कहती है "इसे मेरी नाम कैसे पता ! (फिर अपनी सिर झटक) मैं तो भूल ही गईथी बह तो कॉलेज के ओनर का बेटा है तो उसे तो पता होगा ही" इतना कहते हुए कृतिका अपने क्लास में चली जाती है और वह लड़का हैरानी से कृतिका को जाते हुए देखता है और फिर वहां से दौड़ते हुए ऑडिटोरियम की ओर चला जाता है To be continue Crush_Queen हेलो फ्रेंड्स आप अपने प्यारे प्यारे कमेंट्स ओर  राइटिंग देना ना भूले❤☺

  • 11. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 11

    Words: 1702

    Estimated Reading Time: 11 min

    अब आगे कृतिका अपने क्लास में थी उसके पास ही काजल बेठी हुई थी वह दोनों ही प्रोफ़ेसर की लेक्चर को ध्यान से सुन रही थी तभी अचानक से क्लास में तीन लड़के इंटर होता है जिससे सारे स्टूडेंट उठ खड़ा होता है और अपने सिर झुका लेता है साथ में प्रोफ़ेसर भी बस कृतिका को छोड़ कृतिका सामने तिन लड़को को देखती हैं जिनमें से एक कौशिक एक पार्थ और एक आदित्य था आदित्य को दूख कुछ पर तो कृतिका उसे देठती ही रही और आदित्य भी कृतिका को ही दूख रहा था फिर कृतिका होश में आती हैं और आदित्य को घूरने लगती हैं उसे कुछ भी समझ नहीं आ रही थी कृतिका अपने पास खड़े हुए काजल को देख पूछती है "क्या हुआ ऐसे खड़ी क्यों है ? और यह तीन लड़के हैं कौन ?" "सवाल मत कर और तू भी उठ खडी हो और अपनी सिर झुका है रख " काजल धीरे से बोली "ना मैं अपनी सिर झुकाउंगी और ना मैं खड़ी होउंगी कौन है यह लोग ? जो इनके आने से मुझे सिर झुका कर खड़े होना पड़ेगा हां मैं खड़ी हो सकती हूं, पर सिर क्यों झुकाऊं ? क्या यह हमारे प्रोफ़ेसर है? कौन है यह ? और प्रोफेसरखुद भी तो सिर झुकाए खड़े हैं, पर क्यों ?" कृतिका ने चिल्लाकर कहा तो सभी कृतिका को देखने लगे कृतिका अभी भी वही बैठी थी तभी उसके पास आदित्य आता है और कुछ भी बोले बिना कृतिका के -हाथ को पकड़ खींचते हुए उसे क्लास से बाहर ले जाने लगता है "यह क्या बदतमीजी है? कौन हो तुम ? हाथ छोड़ो मेरा मैंने कहा हाथ छोड़ो छोड़ो मेरा हाथ" पर कृतिका की बात आदित्य के कान में ही नहीं जा रहा था वह खींचते हुए कृतिका को क्लास के बाहर ले जाता है "सो अब सर अब आप अपना क्लास स्टार्ट कर सकते हैं" पार्थ जाते हुए कहता है "बाय गर्ल्स" कौशिक सारे गर्ल्स को फ्लाइंग किस देते हुए कहता है तीनों के जाने के बाद प्रोफ़ेसर फिर से क्लास स्टार्ट कर देता है उनको देखकर लग ही नहीं रहा था कि उनके क्लास से एक लड़की को एक लड़के ने अभी जबरदस्ती खींचते हुए क्लास से बाहर ले गया है वही क्लास के सारे स्टूडेंट एक दूसरे को देखते हैं और एक गहरी सांस छोड़कर क्लास पर ध्यान देते हैं पर काजल जो बहुत ज्यादा बेचैन हो रही थी वह बस डोर की तरफ देख रही थी "काजल क्या देख रही है उस लड़की को उठाकर ले गया अच्छी है ना तेरा पीछा छूट गया अब तुझे परेशान नहीं करेगा अब उस लड़की को परेशान करेगा" पीछे से एक लड़के ने धीरे से कहा "ईडियट कृति में हीं मुझे बचायी थी और अब मेरी वजह से ही जेविल बॉय उसे लेगया, पता नहीं उसके साथ क्या करेगा ? मुझे उसे बचाना चाहिए में ऐसा नहीं कर सकती उसके साथ इतना कहते हुए काजल अपने जगह से उठने ही वाली थी "रुक रुक रुक तुझे पता है ना बह लोग किस हद तक जा सकते हैं प्लीज तू मत जा ठीक है मैं कुछ करता हूँ तू इसमें मत पर ओके और अभी यहां पर चुपचाप बैठी रहें उठना मत उस लड़के ने (रौनक) कहा और फिर उठ कर खुद ही क्लास से बाहर चला गया प्रोफ़ेसर बोर्ड पर कुछ लिख रहे थे जिस वजह से उन्होंने ध्यान भी नहीं दिया कि उनके पीछे से रौनक बाहर निकल गया आदित्य कृतिका को खींचते हुए ऑडिटोरियम में ले आता है और पीछे से खींच कर उसे अपने सामने खरा करता है जिससे कृतिका दो-तीन कदम आगे चली जाती है और फिर रुक कर पीछे मुड़ के आदित्य को गुस्से में देखने लगती है आदित्य कृतिका को ऊपर से नीचे तक देखता है जिसने इस वक्त एक अ रिंज कलर की लॉन्ग कुर्ती और जींस पहनी हुई थी कुर्ती के कमर का हिस्सा दोनों साइट से काट लगी हुई थी और नेट से बनी हुई थी जिस वजह से कृतिका की पतली कमर और पेट दिख रही थी और उसकी बैक भी काफी डीप थी जिससे कृतिका के आधे से ज्यादा बैक नजर आ रही थी आदित्य कृतिका के चारों और घूम घूम के कृतिका को ऊपर से नीचे तक देख रहा था आदित्य को ऐसे अपने चारों और घूमते देख कृतिका सहम जाती है फिर गुस्साहोते हुए काती है "क्या है ? ऐसे क्या देख रहे हो ? कभी लड़की नहीं देखी क्या ? मुझे यहां क्यों लाए हो ? तुम्हें क्या लगता है यह कॉलेज तुम्हारे हैड का है तो तुम जो चाहे वह करोगे मुझे औरों की तरह मत समझना और पहली बार यह गलती है इसलिए कुछ नहीं कह रही हूं अगली बार अगर तुमने मुझे छुआ या फिर ऐसी हरकत की तो डेविल बॉय को डरपोक बॉय बनाने में मुझे जरा भी टाइम नहीं लगेगी' इतना कहकर कृति जाने लगती है और अपने मन में कहती है 'पता नहीं खुद को क्या समझता है इसके वजह से मेरी क्लास मिस गई" "तुम्हें कैसे पता में ही डेविल बॉय हूं?" आदित्य ने जाते हुए कृतिका को रोकते हुए पूछा "क्योंकि तुम्हारे क्लास में इंटर होते ही सारे स्टूडेंट अपने सिर झुका के उठ कर खड़ा हो गए और साथ में प्रोफ़ेसर भी पहले मैंने यह नोटिस नहीं किया बट जब मुझे तुम खींच कर ला रहे थे तब मैंने यह बात नोटीस किया और मुझे पता है यह कॉलेज तुम्हारे डैड का है तो यह कोई बच्चा भी समझ जाएगी कि जिसे देखकर सारे स्टूडेंट और प्रोफ़ेसर तक अपना सिर झुका रहा है वह कौन है" आदित्य फिर से कृतिका के पास आ जाता है और कहता है "मैंने जितना सोचा था तुम उससे काफी ज्यादा स्मार्ट निकली" " वह तो मैं बचपन से ही हूं पर मुझे नहीं लगता तुम में थोड़ा भी स्मार्टनेस है अगर होता तो तुम यह सब फालतू के हरकत नहीं करते इतना कहकरकृतिका फिर से मुड़ कर वहां से जाने लगती है जो आदित्य उसका हाथ पकड़ उसे अपनी और खींच लेता है जिससे कृतिका सीधे आदित्य से सीने से लगती है फिर कुछ सेकेंड तो बह दोनों एक दूसरे के आंखों में जैसे खो सा जाता है "तुम मेरे साथ ऐसे बात कर रहे हैं तुम्हें पता भी है मैं तुम्हारे साथ क्या कर सकता हूं ?" इतना कहते हुए आदित्य अपने दूसरे हाथ को कृतिका के कमर पर ले जाता है " मुझे कुछ भी नहीं पता और मुझे जानना भी नहीं है कि तुम क्या कर सकते हो और क्या नहीं मुझे छोड़ो मुझे क्लास में जाना है वैसे ही तुम्हारी वजह से मेरी एक क्लास तो छूट गई' यह सब कहते हुए कृतिका लगातार आदित्य से छूटने की कोशिश कर रही थी 'तुम्हें किसने कहा कि तुम्हें अगर नहीं जानना है तो में तुम्हें छोड़ दूंगा अगर में उतना ही अच्छा होता तो क्या मेरा नाम डेविल बॉय होता" इतना कहकर वो कृतिका को अपने और पास कर लेता है जिससे उन दोनों के बीच हवा गुजरने की भी जगह नहीं बचती 'पहले तो तुम मुझे छोड़ो और मुझे जरा भी नहीं पसंद कोई मुझे मेरी परमिशन के बिना ऐसे टच करें दूर रहकर जो कहना है कहो, तुम मुझे यहां पर क्यों लाये हो ? कृतिका आदित्य से छूटने की कोशिश करते हुए गुस्से में कहती है "अभी मेरा कुछ करने का मन नहीं है और ना कुछ कहने का तो तुम जा सकते हो या फिर में फिर से तुम्हें खींचकर ले जाकर तुम्हारी क्लास में पहुंचा दूआदित्य कृतिका को छोड़ उससे दो कदम दूरी पर खड़ा हो जाता है और उसे देख डेविल स्माइल देते हुए कहता है आदित्य की बात सुनकर गुस्से में कृतिका कुछ देर उसे घूरती है और फिर पैर पटकते हुए वहां से जाने - लगती है और मन में कहती हैं "मुझे ऐसा क्यों लग रही थी जैसे इसके इन आंखो को मैने पहले भी कही देखी हैं' आदित्य कृतिका को जाते देखता रहता है और देखते-देखते वही चेयर पर बैठ जाता है और पास रखे गिटार को लेकर बजाने लगता है गिटार की धुन सुनते ही कृतिका रुक जाती है और पीछे पलट के आदित्य को देखती है जिसके चेहरे पर इस बक्त डेविल स्माइल था और वह उसे ही देख रहा था जिसे देख कृतिका फिर से गुस्से में मुड़ के ऑडिटोरियम से निकल जाती है कृतिका क्लास की और जा ही रही थी तभी फिर से उसके कान में बही गिटार की धून सूनाई देती हैं तो कृतिका भी उसकी पीछा करते हुए गार्डेन में आ जाती हैं "तुम मुझसे बात क्यों नहीं करते हो? क्या तुम बात नहीं कर सकते ?" कृतिका सामने पेर के नीचे बेठे उसी लड़के के पास जाकर बोली बह लड़का गिटार बजाना बंध कर देता है और फिर से उठ कर जाने लगता है तो कृतिका जो पहले से आदित्य की हारकत से गुस्से में थी बह और गुस्सा होकर कहती हैं "तुम्हें क्या लगता हैं? मैं तुमपे लाइन मार रही हूं आगर ऐसा है तो तुम गलत हो मैं इस कॉलेज में न्यू हूं और यहा मेरी एक ही फ्रेंड हैंइसलीये मैं तुमसे फ्रेंडशीप करना चाहती थी पर तुम तो कृतिका के और कुछ कहने से पहले बह लड़का पीछे मुड 'तुम्हारी नाम क्या हैं? और आज तुम इतने गुस्से में क्यू हो ?" "तुम बात कर साकते हो थैंक गोड मुझे लगा तुम गुंगा हो' इतना कहकर कृतिका हंस देती हैं तो बह लड़का जाने लगता है "रूको मेरा नाम कृतिका बर्मा सब प्यार से कृति कहते है क्या तुम मेरी फ्रेंड बनोगे" कृतिका जल्दी से उस लड़के के सामने आकर अपने हाथ आगे कर पूछती है "मेरा नाम चिराग' इतना कहके चिराग आपने हाथ कृतिका से मिलाने ही बाला था 'रूको आगर तुम्हें मेरे साथ फ्रेंडशीप करना हो तो ही हॅडसेक कर सकते हो' कृतिका ने चीराग को रोकते हुए कही कृतिका की बात सुनकर चिराग मुस्कुराते हुए आपने हाथ को आगे कर देता हैं जिसे देख कृतिका भी मुस्कुरा देती हैं फिर कुछ देर बह दोनों बाते करते हैं "ओके तो हम कल मिलते है मुझे क्लास के लिये लेट हो रही हैं बाय' इतना कहकर कृतिका बहा है चली जाती हैं चिराग एक टक जाते हुए कृतिका को देखता है फिर खुद भी मुस्कुराते हुए फिर से पेर के नीचे बेठ गिटार बजाने लगता हैं To be continue Crush Queen❤❤ हेलो फ्रेंड सब अपने प्यारे-प्यारे कमेंट्स और राइटिंग देना ना भूले धन्यवाद

  • 12. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 12

    Words: 1289

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब आगे कृतिका क्लास में जाते ही काजल उससे पूछती है "कृति तू ठीक तो है ना? क्या उसे पता चल गया तूने ही मुझे बचाया है? क्या उसने तेरे साथ कुछ किया ?" कृतिका चेयर पर बैठकर "पहले शांत हो जा और उसने कुछ नहीं किया और अभी हमें अपने क्लास पर ध्यान देना चाहिए और मुझे नोट्स दे उस डेविल के बजह से मैं क्लास भी अटेंड नहीं कर पाई" काजल कृतिका का नोटस दे देती है कुछ देर में ही वहां रौनक आ जाता है और कृतिका को देख एक राहत की सांस लेता है और अपनी जगह पर जाकर बैठ जाता है फिर वह तीनों फिर से क्लास पर ध्यान देते हैं कॉलेज खत्म होने के बाद कृतिका अपने घर की ओर चली जाती हैं रौनक और काजल अपने अपने घर की ओर जाते रौनक की भी अच्छी दोस्ती हो कृतिका के साथ पूरे दिन में आदित्य कृतिका के पास नहीं आया था और कृतिका भी आदित्य की बाद भूल गया था अगले दिन कृतिका कॉलेज आती है और कॉलेज आते ही उसके सामने आदित्य आ जाता है आदित्य को देख कृतिका उसे इग्नोर कर साइड से जाने लगती है तो आदित्यउसकी हाथ पकड़ लेता है आदित्य के हाथ पकड़ते ही कृतिका अपने हाथ को छुड़ाकर आदित्य के गाल पर थप्पड़ मार देती है जिससे वहां जितने भी स्टूडेंट से थे सभी शॉक्ड में चले जाते हैं और एक टक उन दोनों को देखने लगते हैं आदित्य को भी ऐसे कृतिका के थप्पड़ मारने की उम्मीद नहीं था जिससे वह भी कुछ पल के कुछ समझ नहीं पाता और उसका हाथ अपने आप ही अपने गाल पर चला जाता है "तुम्हें मैंने पहले भी बोली थी ना मुझे मत छूना अगली बार मैं सभी की तरह नहीं हूं कि तुम मेरे ऊपर जो चाहे वह कर सकते हो और में तुम्हें कुछ भी ना कहूं मुझे अच्छे से पता है तुम कैसे लड़के हो तुम जैसे लड़के को मैं अच्छे से जानती हूं बत्तामिज" इतना कहकर कृतिका वहां से अपने क्लास में चली जाती है और आदित्य गुस्से में वहां खड़ा जाते हुए कृतिका को देखते ही रह जाता है "तुम सबसे अलग हो ना कृतिका तो अब मैं तुम्हें सबसे अलग ट्रीट करूंगा" इतना कहकर आदित्य गुस्से में सबको घूर कर देखता है तो सभी अपने अपने नजरें झूकाके वहां से चला जाता है और आदित्य भी गुस्से में वहां से ऑडिटोरियम की ओर चला जाता है कृतिका गार्डन की ओर जाती है तो गार्डन में आज भी चिराग बैठा था चिराग को देख कृतिका मुस्कुराते हुए उसके पास जाकर बैठ जाती है और कहती है "हेलो चिराग आज तुम गिटार नहीं बजा ररे ?" "हां नहीं वह थोड़ा परेशान हूं" चिराग चौक ते हुएकृतिका को देखता है और फिर खुद को संभाल कर कहता है "किस लिए हो परेशान? क्या बात है? क्या मैं जान सकत 4 हूं ?" कृतिका ने सवाल किया "एक्चुअली मेरा फ्रेंड आदि को किसी लड़की ने सबके सामने थप्पड़ -मारा" "ओ मतलब तुम उस लड़की से गुस्सा हो क्योंकि उसने तुम्हारी फ्रेंड को थप्पड़ मारा" कृतिका ने समझते हुए कहा "नहीं मुझे तो उस लड़की के लिए टेंशन हो रही है पता नहीं अब आदि उसके साथ क्या करेगा ! मैं यह नहीं कह रहा कि आदित्य बुरा लड़का है वह बहुत ही अच्छा है दिल से उसके जैसा लड़का ना हजारों में क्या इस पूरे वर्ल्ड में बस एक ही है बस अपने पास्ट की वजह से वह ऐसा हो गया" "पास्ट की वजह से ! कैसा पास्ट ? मुझे उसके बारे में जानने में कोई इंटरेस्ट नहीं है पर यह आदि है कौन ? मतलब मैंने यह नहीं सुना कि आज किसी और लड़की ने किसी और लड़के को थप्पड़ मारा" कृतिका ने सवाल पूछा "तुम यहां आने के बाद से डेविल बॉय का नाम सुनी है ?" चिराग ने उल्टा सवाल कर दिया "उसे तो मैं थप्पड़ मार कर आई हूं कितना गंदा लड़का है एक नंबर का क**** " कृतिका ने गुस्से में बोली "व्हाट ? मतलब तुम ही वह लड़की हो" चिराग हैरानी से पूछा "मतलब क्या तुम उस लड़के के बात कर रहे हो वह लड़का तुम्हारा फ्रेंड आदि है ? मतलब क्या है इसका ?" कृतिका भी हैरान होते हुए पूछती हैं "हां वह मेरा ही फ्रेंड है और तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी उसेथप्पड़ मार के अब तुम एक काम करो तुम ना चिराग इतना कह ही रहा था तभी वहां पर प्यून आता है और कृतिका को देखते हुए कहता है "आप ही मिस कृतिका वर्मा है ना ?" "यस में ही कृतिका बर्मा हूं, क्या बात है -बोलिए? कृतिका खड़े होकर बोली "आपको लाइब्रेरी में बुला रहे हैं आपने कल एक बुक लिया था उस वजह से" "लाइब्रेरी में बुला रहे हैं। कल बुक लिया था ! पर आज क्यों ?" कृतिका ने सवाल किया "मुझे नहीं पता मुझे तो बस कहा इसलिए मैंने आपको बताया प्यून के इतना कहते ही कृतिका कहती है "ठीक है ठीक है आप जाइए मैं आती हूं" इतना कहकर कृतिका पीछे मुड़ के चिराग को देख "चिराग मुझे जानी होगी बाय बाद में मिलते हैं" "चलो मैं भी तुम्हारे साथ लाइब्रेरी में चलता हूं मुझे भी कुछ काम है" चिराग भी उठते हुए कहता है फिर दोनों लाइब्रेरी के और चले जाते हैं वही आदित्य इस वक्त कॉलेज के सबसे ऊपरी मंजीरा 11th फ्लोर के एक क्लास रूम में बैठा था उसके चेहरे पर इस वक्त गुस्सा नहीं था बल्कि उसके चेहरे पर इस वक्त डेविल स्माइल था " तुम्हें यह थप्पड़ का बहुत महंगा पढ़ने वाली है तुम्हारी अकड़ यह झील जैसी नीली आंखें यह हिम्मत सब कुछ तोड़ते रहूंगा तुम मेरे सामने सिर झुका कर खड़े रहोगे स्वीटहार्ट अब बस यही देखना है तुम कब तक आते हो मेरे पास आई एम वेटिंग फॉर यू स्वीटहार्ट" इतना कहकर आदित्य जोर जोर से हंसनेलगता है उसके हंसी उस पूरे क्लासरूम में गूंज उठता है वही लाइब्रेरी में जाकर कृतिका सबसे पहले साइड मै बैठ मैडम के पास जाती है और कहती है "हेलो मैम आई एम कृतिका मुझे" "हम मिस कृतिका आप कल -कुछ बुक ले गए थे तो आपको इस पेपर पर साइन करना पड़ेगा प्लीज आप जल्दी से साइन कर दीजिए" सामने बैठे लेडी ने कृतिका की बात पूरी होने से पहले उसे एक पेपर देते हुए कहा "पर मैं यह पेपर तो" "मिस कृतिका प्लीज जल्दी से साइन कर दीजिए और भी बहुत लोग हैं जिनको साइन करना होगा टाइम वेस्ट मत कीजिए" कृतिका की बात सुने बिना वह लेडी कड़क आवाज में बोलती है " मैम मैं एक बार पढ़ तो लू" कृतिका भी उनको देख कहती है "तुम क्यों इसे पढ़ना चाहते हो ? क्या तुम्हें लगली है हम कुछ गलत पेपर पर तुम्हारी साइन ले रहे हैं ?" उस लेडी ने कृतिका को घूरते हुए पूछा "कृति साइन कर दो मैं अभी लाइब्रेरी से आता हूं तब तक तुम साइन करके यही खड़ी रहना" इतना कहकर चिराग वहां से लाइब्रेरी के अंदर चला गया "पहले तो मैम मेरी वह मतलब नहीं थी जो आप समझ रहे हैं और जब आप मुझे पढ़ने नहीं देंगे तो ओके फाइन मैं साइन कर देती हूं" इतना कहकर कृतिका साइन करके दूसरे साइड जगह खड़ी हो जाती है उसकी मूड थोड़ी खराब थी वही कृतिका के साइड में जाते ही वह लेडी किसी को कॉल करता है और कहता है "काम होगया' इतना कहते ही उधर से कॉल कट हो जाता है तो वह लेडी कृतिका को देख अपने मन में कहता है 'सॉरी बेटी बट आई एम हेल्पलेस इतना कहकर वह थोड़ी उदास हो जाते हैं वही कुछ देर बाद चिराग एक बुक को -लेकर आता है और फिर चिराग और कृतिका बातें करते हुए वहां से चले जाते है To be continue ❤❤❤❤ Crush_Queen हेलो फ्रेंड्स आप अपने प्यारे प्यारे कमेंट्स और राइटिंग सी ना भूले☺❤✨

  • 13. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 13

    Words: 1522

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे दूसरे बिल्डिंग के टॉप फ्लोर में एक खाली क्लास रूम में एक लड़का और लड़की एक दूसरे को किस कर रहे थे उस लड़की की हाथ लड़के के गले पर था और लड़के का हाथ उस लड़की के पूरे बॉडी पर घूम रहा था किस करते करते वह लड़का उस लड़की के होठों को छोड़कर उसके नेक और कॉलर बोन को किस करने लगता है जिससे उस लड़की की सिसकियां निकल रही थी पर वो लड़की अपनी आवाज को रोकने की कोशिश कर रही थाथी जिस वजह से उसने अपने होंठों को अपने दांतों से बाइट कर लिया था उस लड़की को ऐसा करते देख वह लड़का कहता है "खुद को कंट्रोल मत करो बेबी यहां पर कोई नहीं सुनने आएगा और तुम्हारी सिसकियां ना सुने तो मुझे जन्नत नहीं दिखता" उस लड़के की बात सुनकर लड़की शर्मा जाती है तो वह लड़का उस लड़की को देख मुस्कुराते हुए फिर से उसके कॉलर बोन और नेक पर किस करते हुए उसकी क्लीवेज की ओर बढ़ने लगता है जिससे उस लड़की की सिसकियां और तेज हो जाती है धीरे-धीरे वो लड़का उस लड़की के पूरे कपड़े उतार देता है फिर उस लड़की को कमर से पकड़ उठाकर बेंच पर बिठा देता है और उस लड़की के पूरे बॉडी पर किस करने लगता हैस्थ में अपने हाथों को उस लड़की के बॉडी पर फ्लो करने लगता है जिस वजह से उस लड़की की सिसंकिया बहुत ज्यादा तेज हो गई थी जो उस पूरे क्लास रूम में गूंज रही थी कुछ देर बाद वो लड़का वैसे ही उस लड़की को देखते हुए उसके अंदर इंटर हो जाता है और वह दोनों इंटिमेट हो जाते हैं जिससे उन दोनों को ही आवाज उस पूरे क्लास रूम में गूंजने लगता है वह इंटिमेट हो ही रहे थे कि तभी उन दोनों को किसी के कदमों की आहट सुनाई देती है जिससे वह दोनों ही चौक कर रुक जाते हैं वह लड़की बहुत ज्यादा घबरा गई थी और उस लड़के से दूर होना चाहती थी पर वह लड़का उस लड़की को अपने पास खींच लेता है और शांत रहने का इशारा करता है कुछ देर बाद कदमों की आहट कम हो जाती है जिससे दोनों ही राहत की सांस लेते हैं और वह लड़की उस लड़के को उससे दूर कर अपने कपड़े पहनने लगती है और कहती है "रौनक तुमने कहा था यहां पर कोई नहीं आता इसलिए मैं यहां पर करने के लिए राजी हो गई थी" "साथी मैं सही कह रहा था यहां पर कोई नहीं आता" रौनक ने साथी को समझाते हुए कहा "पर यह कौन था ? यहा अगर कोई नहीं आता तो ठीक है अब तुम अपने कपड़े पहनो मुझे यहां यह सब सेफ नहीं लगती" साथी की बात सुनकर रौनक भी उदास सा मुंह बनाकर कपड़े पहन लेता है रौनक को उदास देख साथ ही उसके गाल पर हाथ रखकर कहती है "उदास मत हो बेबी यहां पर नहीं हुआ तो क्या हुआ हम अपने रूम में तो कर सकते हैं ना और वहां पर सेफ भी होता है पकड़ेजाने का डर भी नहीं रौनक में तुमसे बहुत प्यार करती हूं बहुत ज्यादा और में नहीं चाहती कि इन सब में हम पकड़े जाएं और फिर हमारे घर वाले जान जाए और हम अलग हो जाए में तुम्हारे साथ जिंदगी भर रहना चाहती हूं इन छोटी-छोटी गलतियों की वजह से में तुम्हें खोना नहीं चाहती तुम समझ रहे हो ना" साथी की बाद सुनकर रौनक के चेहरे पर स्माइल आ जाता है और वह अपना सिर हां में हिला कर दोनों ही क्लास रूम से बाहर निकल जाते हैं कॉलेज खत्म होने के बाद कृतिका और रौनक एक साथ कॉलेज पार्किंग की ओर बढ़ने लगते हैं "काजल की तबीयत अचानक से खराब कैसे हो गई ? मतलब कल तक तो ठीक थी फिर अचानक !" कृतिका ने रौनक को देख पूछा "वह कल शाम को सीढ़ियों से नीचे गिर गई थी वह भी ठीक है" "मुझे उसे देखने जाना चाहिए अभी ठीक तो है ना ?" कृतिका टेंशन में आते हुए बोली "डोंट वरी वह बिल्कुल ठीक है बस उसे डर की वजह से फीबर हो गई वह ठीक हो जाएगी" रौनक ने मुस्कुरा कर कहा "ओके बाय अब मैं चलती हूं कल मिलते हैं" "ओके बाय कल मिलते हैं" कृतिका ने मुस्कुरा कर वोली कृतिका की बात सुनकर रौनक भी मुस्कुराते हुए वहां से अपने कार की ओर चला जाता है और कृतिका भी गेट की ओर मुड़ जाती है पर तभी कोई उसकी हाथ पकड़ लेता है और उसे खींचते हुए कहीं ले जाने लगता है कृतिका जो ढंग से मुड़ भी नहीं पाई थी ऐसे अचानक जाने से वह कुछ समझ नहीं पाती और कुछ देर बाद वह खुद को छुरातेहुए ऊपर देखती है तो बह आदित्य था 'क्या कर रहे हो तुम आदित्य ? छोड़ो मुझे तुम्हारा खा पीकार की कोई काम नहीं है क्या ? जो हमेशा मेरे पीछे घूमते रहते हो फॉलो करो मुझे बिगाड़ा क्या है मैंने तुम्हारा? हाथ छोड़ो मेरा कहां ले जा रहे हो मुझे ?" कृतिका खुद को छुड़ाने की कोशिश करते हुए चिल्ला कर बोली आदित्य उसके बात को अनसुना कर देता है और थोड़ी दूर एक ब्लैक BMW में कृतिका को धकेल देता है और डोर को बंद कर देता है फिर एक डेविल स्माइल पास करके वहां से चला जाता है कृतिका को कुछ समझ नहीं आ रही थी कि क्या हुआ है ? आदित्य स्माइल क्यों कर रहा है ? और उसने उसे ऐसे काम में बंद ही क्यों किया ? "पागल है क्या यह लड़का ? इसने मुझे ऐसे कार में क्यों बंद किया ? (कुछ सोच कृतिका की आंखें बड़ी बड़ी हो जाती है) क्या इस गाड़ी में बम लगा हुआ है ? और यह मुझे बम से उड़ाना चाहता है" इतना कहते ही कृतिका डोर को खोलने की कोशिश करती है पर डोर नहीं खुलता और कृतिका की गुस्सा भी बढ़ती जा रही थी कृतिका अपने बैग से एक नाइफ निकालती है और गुस्से में उस कार को तहस-नहस करने लगती है उस कार के सीट को काटने लगती है सब कुछ तहस-नहस कर देती है कुछ देर बाद अचानक डोर ओपन होती है जैसे ही डोर खुलती है कृतिका जल्दी से कार से बाहर आती है तो उसके सामने चिराग खड़ा था चिराग को देखकर कृतिका के जान में जान आती है और वह झट से चिराग को गले लगा लेती है और कहती है "थैंक यूसो मच मुझे बचाने के लिये उस आदित्य ने मुझे ऐसे यहां पर बंद कर दिया पर मैं भी कोई कम नहीं हूं बैंड बजा दी मैंने इसके कार की अब तो रिपेयर कराते कराते यह भीकारी हो जाएगा" इतना कहकर कृतिका मुस्कुरा देती है "तुमने यह क्या किया है? तुम्हें पता भी है इसे रिप्लाई करने में कितना पैसा लगेगा ?" चिराग ने हैरानी से कार के अंदर झाकते हुए कहा जो अब तक कृतिका की एक भी बातें नहीं सुना था वह बस हैरान था कार की हाल देख "मुझे क्या ? जितना भी पैसा लगे उसका लगेगा ना मेरी थोड़ी और वैसे भी मुझे बंध किया था यह तो होना ही था" कृतिका ने मुंह बनाते हुए कहा चिराग कुछ कहने वाला था पर तभी कृतिका फिर से कहती है "ओके तो मैं भी चलती हूं लेट हो रही है मुझे कल मिलते हैं बाय बाय" इतना कहकर चिराग से बातें सुने बिना कृतिका वहां से चली जाती है और चिराग जाते हुए कृतिका को देखता ही रह जाता है पीछे से चिराग के कंधे पर कोई हाथ रखता है तो चिराग आपने साइड में देखता है जहां पर आदित्य खड़ा था और वह अपने सिर नीचे करके अपने कार को देखते हुए डेविल स्माइल दे रहा था "वैसे मैं ना जितना सोचा था यह तो उससे भी आगे निकली मतलब मेरी कार का यह हालत कर दिया जिसे रिपेयर कराने में जितना पैसा लगेगा अब तो जिंदगी भर मेरे पास रहेगी मेरा स्लेव बनके" इतना कहते ही आदित्य जोर जोर से हंसने लगता है चिराग को ना कृतिका की बात और ना आदित्य के बात कुछ भी समझ नहीं आ रहा था "तू क्या कह रहा है? मुझेसमझ नहीं आ रहा तूने कृतिका को यहां पर बंद क्यों किया था ?" "उससे पहले तू मुझे बता तू आग के गोले को कैसे जानता है ? और इसने तुझ से हंसकर बात किया और वह भी तुझे गले भी लगायी" इतना कहते हुए आदित्य के आंखों में कुछ अलग दिख रहा था पर यह चीज चिराग के नजर में नहीं आता "वह हम दोनों फ्रेंड हैं इसलिए में उसे जानता हूं और मैंने उसे यहां से निकाला इसलिए उसने शायद एक्साइटमेंट में हुए मुझे गले लगा लिया ओके तो तू रुक में दूसरी कार लेकर आता हूं" इतना कहकर चिराग वहां से चला जाता है "फ्रेंड हां, अब समझ आया तुम क्या करना चाहते हो मिस कृतिका वर्मा बट स्वीटहार्ट मेरे होते हुए तुम जो चाहते हो वह कभी नहीं होगा" आदित्य के हाथो की मुठ्ठी बन गया था और उसके चेहरे पर हल्का गुस्सा भी उभर आया था इतना कहते-कहते वहां पर चिराग आ जाता है और फिर वह कार में बैठकर वहां से निकल जाते हैं To be continue❤❤❤❤ Crush Queen 😉👸🏻👸🏻 दोस्तों अपने प्यारे-प्यारे कमेंट्स और राइटिंग देना ना भूले😁

  • 14. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 14

    Words: 1478

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब आगे अगले दिन कृतिका जल्दी से कॉलेज आती है और काजल को कॉल करती है कुछ ही रिंग में काजल उधर से कॉल रिसीव कर लेती है "तेरी तबीयत ठीक नहीं है और तू आज कॉलेज आई है अब जल्दी से बता तू कहां है ?" कृतिका ने जल्दी से पूछा "मैं कैंटीन में बैठी हूं तू भी यही आ जा" उधर से काजल ने जवाब दिया "ठीक है मैं अभी आती हूं" इतना कहकर कृतिका कॉल कट कर देती है कृतिका कैंटीन की ओर जा ही रही थी तभी उसके पास वही काल वाली प्यून आ जाता है और कहता है "मिस कृतिका बर्मा"अरे अंकल आप प्लीज आप ऐसे मुझे मिस कृतिका बर्मा मत कहिए अजीब लगती है आप बस मुझे कृतिका कहीये और अब बताइए क्या बात है ?" कृतिका ने मुस्कुराकर कहां "वह कृतिका बेटा तुम्हें 11th फ्लोर पर राइट साइड मुड़के जो पहला रूम है वहां जाना होगा वह तुम्हें बुला रहे हैं सर" प्यून ने मुस्कुरा कर कहा "11th फ्लोर पर राइट पर रूम वहां पर सर मुझे बुला रहे हैं! कौन से सर ?" कृतिका ने सवाल किया "वह सब तो मुझे नहीं पता बस मुझे जो कहा मैंने तुम्हें वह कह दिया "ठीक है आप जाइए मैं देखती हूं" इतना कहकर कृतिका लिफ्ट में चली जाती है और 11th फ्लोर की बटन प्रेस कर देती है लिफ्ट ऊपर जा ही रही थी तभी कृतिका राशि की कॉल आती है तो कृतिका कॉल रिसीव कर लेती है उधर से राशि कहती है "कृति कुत्ती बदतमीज लड़की थोड़ा भी अक्ल है तुझ में आज तेरी बर्थडे है और हमने कितना प्लान बनाया और तू कॉलेज चली गई हद है यार इतना भी पढ़ाकू नहीं होनी चाहिए"राशि में इसलिए कॉलेज आई क्योंकि आज काजल भी आई है और तुझे मैंने बताया है ना कि काजल की तबीयत बहुत खराब थी तो आज वह कॉलेज आई है शायद किसी इंपॉर्टेंट काम से और उसने मुझे आने को कहा था इसलिए मैं आई हूं और कॉलेज से जाने के बाद रात को हम फ्री है तब हम सेलिब्रेट कर लेंगे" "तुझे पता है ना कल हम लंदन जा रहे हैं फिर भी मै और मिहिर सोच रहे थे हम आज पूरे दिन तेरे साथ एंजॉय करेंगे पर तू" राशि ने उदास होकर बोली "आई एम वेरी सॉरी मेरी जान प्लीज (उदास होकर) मुझे पता है कल तुम दोनों लंदन जा रहे हो मुझे छोड़ मुझे इसके लिए बहुत बुरा लग रही है बचपन से हम तीनों साथ है और ऐसे जा रहे हो (मुस्कुराकर) डोंट वरी आज पूरी रात में तुम दोनों के साथ रहूंगी आई मीन हम तीनों एक साथ रहेंगे और हां दिशा दि को भी बुला लेंगे और साथ में काजल और रौनक को भी और तुम लोगों की अगर उस कॉलेज में कोई फ्रेंड बने हो तो उनको भी बुला लेना हम सब एक साथ में बहुत इंजॉय करेंगे आज पूरी रात नहीं सोएंगे ओके" कृतिका ने राशि को समझाते हुए कहा "ओके तो ठीक है जल्दी से कॉलेज से वापस आ जाना""हां मैं जल्दी ही वापस आने की कोशिश करूंगी ओके बाय और थैंक यू' कृतिका ने खुश होकर बोली "तेरे थैंक्यू तू अपने जेब में रख बाय" इतना कहकर राशि कॉल कट कर देती है और इतने में 11th फ्लोर भी आ जाती है लिफ्ट के रुकते ही कृतिका बाहर आती है और ढूंढते हुए राइट साइड में पहले वाले रूम में जाती हैं कृतिका के अंदर जाते ही उस रूम का डोर बंद हो जाता है और पूरे घर में अंधेरा छा जाता है जिसे देख कृतिका को कुछ समझ नहीं आती और वह घबरा जाती "कौन है ? स सर सर आप हो? यहां अंधेरा क्यों है ? और आपने मुझे बुलाया !" कृतिका इतना कह ही रही थी तभी उसके सामने वॉल एक वीडियो चलने लगती है कृतिका उस वीडियो को देखकर समझ नहीं पाती क्योंकि वह तब की वीडियो है जब कृतिका आदित्य के कार को तहस नहस कर रही थी कृतिका इस वीडियो देखकर कुछ समझ पाती उतने में रूम की लाइट ऑन हो जाती है और कृतिका के सामनेआदित्य था "मतलब तुम मुझे यहां पर झूठ बोल कर लाए हो सीरियसली और यह वीडियो क्यों दिखा रहे हो मुझे ल ? तुम्हारा दिमाग सच में खराब है' कृतिका की बात सुनकर आदित्य को जरा भी गुस्सा नहीं आ रहा था वह मुस्कुराते हुए कृतिका को देखता है और कहता है "स्वीटहार्ट अभी तो में सब समझ आ जाएगा जरा इसे तो पढ़ो यह उस पेपर की कॉपी है जिस पर तुमने साइन किया और यह आज तुम्हारी बर्थडे की गिफ्ट है मेरे तरफ से हैप्पी बर्थडे स्वीटहार्ट देखकर बताओ कैसा लगा तुम्हें मेरा गिफ्ट इतना कहकर आदित्य कृतिका को एक पेपर थमा देता है कृतिका भी गुस्से में आदित्य को घूमते हुए उस पेपर को देखती है और पड़ने लगती है कृतिका उस पेपर को जितना पढ़ रही थी उसके चेहरे पर गुस्सा हैरानी एक साथ दिख रही थी फिर गुस्से में कृतिका उस पेपर को फाड़ देती है और कहती है "यह सब क्या बकवास है ? मैंने ऐसी किसी भी पेपर पर साइन नहीं किया और यह" "और यह तुम्हारी ही साइन है स्वीटहार्ट क्या तुम अपनेखुद के हैंडराइटिंग को पहचान नहीं पा रहे हो और मैंने कहा ना तुमसे यह कॉपी है इससे तुम फार दो जला दो कोई फर्क नहीं पड़ता मेरे पास ऐसी बहुत सारी कॉपीज है चाहो तो मैं तुम्हें और दे सकता हूं फाड़ने और जलाने के लिए "आदित्य तुम क्यों ऐसा कर रहे हो ? क्या चाहते क्या हो तुम ?" कृतिका ने गुस्से में पूछा उसके आंखों में आंसू आ गए थे "मैं क्या चाहता हूं वह सब कुछ उस पेपर में लिखा हुआ था और शायद तुमने सब पढ़ भी लिया तो क्या तुम्हें समझ नहीं आया" आदित्य ने उठकर कृतिका के पास आते हुए कहा "मैं ऐसा कुछ नहीं करूंगी मैं तुम्हारी स्लेव कभी नहीं बनूंगी समझे तुम जो चाहे वह कर लो इतना कहकर कृतिका गुस्से में मुड़कर जाने लगती है "तुम्हारी मर्जी तुम क्या करो ना करो बस कल तुम्हें आकर पुलिस ले जाएंगे उठाकर और तुम्हारी तो कोई प्रॉब्लम नहीं और जब सबको पता चलेगा कृतिका बर्मा जेल में है तो तुम्हारे छोटे भाई को स्कूल में सभी यह बात सुनेंगे के तेरे दीदी तो जेल में है तुम्हारे पापा को भी ऑफिस में सुनाएंगे तुम्हारे मम्मी को भी सुनाएंगे आसपास वाले तुम लोगों की बदनामी होगी और इससेतुम्हें क्या और मुझे भी क्या तुम जो चाहे वह कर सकते हो आदित्य की बात सुनकर कृतिका रुक जाती है कृतिका इस वक्त बहुत लाचार महसूस कर रही थी वह पीछे मुड़ के लाचारी से आदित्य को देखती है "आदित्य तुम ये ठीक नहीं कर रहे क्यों कर रही हो ? बिगाड़ा क्या है मैंने तुम्हारा ?' कृतिका ने रोते होते हुए लाचारी से पूछा "बिगारा क्या है? पहले तो तुमने मुझसे पंगा लिया उस लड़की काजल को बचाया फिर भी मैंने तुम्हें कुछ नहीं किया (गुस्से में दांत पीसते हुए) पर फिर तुमने सबके सामने मुझे थप्पड़ मारा आदित्य कपूर को थप्पड़ मारा और अब तुम देखोगे इस थप्पड़ का अंजाम क्या होता है ? तुम्हारी लाइफ अगर मैंने हेल ना बना दी तो मेरा नाम भी आदित्य कपूर नहीं" इतना कहती हुए आदित्य कृतिका के बिल्कुल पास आ गया था कृतिका रोते हुए आदित्य को देखती है और दो कदम पीछे जाती है तो वह डोर से टकरा जाती है आदित्य कृतिका के पास आकर उसके आजू बाजू अपने दोनों हाथ रखकर कृतिका के आंखों में देखते हुए 'स्वीटहार्ट तुम्हारे पास 1 मिनट का वक्त है अगर तुममेरा स्लेव बनने को तैयार हो तो तुम कह दो वरना कल ही तुम्हें पुलिस अपने साथ ले जाएगा और तुम्हारी केरियर सब कुछ खत्म हो जाएगा तुम्हें जो अच्छा लगे तुम वह करो में तुम्हें जबरदस्ती तो नहीं कर रहा ना बस 12 मंथ की ही तो बात है 12 मंथ तक तुम मेरे स्लैव बनकर काम करोगे मैं जो कहूंगा वह करोगे इसका बेनिफिट भी तो देखो तुम्हें मुझे पैसे नहीं देने पर आरे हां और एक ऑप्शन है अगर तुम मुझे पैसे दे दो जो तुमने मेरे कार के साथ किया उसका तब तुम्हे मेरा स्लेव नहीं बनना परेगा और ना जेल जाना परेगा आदित्य की बात सुनकर कृतिका अपनी आंखें बंद कर लेती है वह इस वक्त खुद को बहुत ज्यादा हेल्पलेस महसूस कर रही थी उसके आंखों से लगातार आंसू बह जा रही थी कृतिका को ऐसे देख आदित्य को एक अलग ही खुशी महसूस हो रहा था वह एक टक कृतिका को देख रहा था "कम ऑन स्वीटहार्ट जल्दी कहो टाइम नहीं है ज्यादा" "मैं तैयार हूं तु तुम तुम्हारे स्लैव बनने के लिए" कृतिका ने बहुत मुश्किल से इतना कहीं कृतिका के इतना कहते ही आदित्य झट से कृतिका गले लगा लेती है पर आदित्य के ऐसा करते ही गुस्से में आदित्य को खूद से दूर कर आदित्य के गाल पर एकथप्पड़ मार देती है To be continue Crush_Queen❤❤❤❤ दोस्तों अपने प्यारे-प्यारे कॉमेंट्स दीजिए

  • 15. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 15

    Words: 1582

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे कृतिका के थप्पड़ पड़ने से आदित्य गुस्से में कृतिका के हाथ को पकड़ उसके पीठ से मोड़ देता है और कृतिका - को खुद से चिपका के उसकी आंखों में देख गुस्से से "क्यों मैंने हग किया तो क्या तुम्हारी बॉडी जल गई ? आग लग गई बॉडी में? कल जब मेरे फ्रेंड चिराग को तुम खुद हग कर रहे थे तब तो कुछ नहीं हुआ" "चिराग मेरी फ्रेंड है और जो भी हो मैं तुम्हें कुछ भी एक्सप्लेन करना जरूरी नहीं समझती और अब छोड़ो मुझे मैंने कहा ना मैं तुम्हारी स्लेब बनने को तैयार हूं तो अब क्यों ?" "तुम मेरा स्लेव बनने को तैयार हो इसका मतलब तुम मेरे स्लेव हो और तुम्हें मुझसे सवाल करने का कोई हक नहीं है और आज के बाद नजर झुका कर बात करना मुझसे और आदित्य नहीं सर कहना और एक इंपॉर्टंट बात मैं तुम्हारे साथ कुछ भी कर सकता हूं तुम मुझे रोक नहीं सकते अगर मैं तुम्हारे साथ सो भी जाऊं तब भीनहीं आदित्य की बात सुनकर कृतिका की मन कर रही थी कि वह आदित्य को कुछ और थप्पड़ मारे पर वो किसी तरह खुद को कंट्रोल करती है वह अब ऐसा नहीं कर सकती थी कृतिका अपनी नजरे आदित्य से हटा लेती है "गुस्सा आ रही है पर क्या करें तुम्हारी इस गुस्से को तुम्हें आज से कंट्रोल करना होगा बस देखो इस 1 साल में तुम्हारे साथ क्या-क्या होता है जस्ट वेट एंड वॉच स्वीटहार्ट" इतना कहकर आदित्य कृतिका को छोड़ देता है और रूम से जाते हुए "तुम्हारे फोन पर में एड्रेस भेज दूंगा 20 मिनट के अंदर तुम उस एड्रेस में होना चाहिए में 30 मिनट में पहुंच रहा हूं अगर तुम 20 मिनट में वहां पर ना पहुंचे तो तुम्हें पनिशमेंट मिलेगा स्वीटहार्ट और हां तुम लिफ्ट का यूज नहीं कर सकते तुम्हें सीढ़ियों से नीचे उतारना होगा फास्ट स्वीटहार्ट तुम्हारे पास बस 20 मिनट का वक्त है" इतना कहकर आदित्य डोर ओपन करके वहां से सीटी बजाते हुएनिकल जाता हैआदित्य के जाने के बाद भी कृतिका वही खड़ी रहती है उसके आंखों से लगातार आसू गिरे जा रही थी तभी अचानक उसकी फोन की रिंग बजती है जिससे कृतिका होश में आती है अपने बैग से फोन निकालकर जब स्क्रीन पर देखती है तो काजल का नाम फ्लैश हो रही थी जिसे देख कर कृतिका खुद को नार्मल करके कॉल रिसीव करती है "कृति यार कहां है तू कब से वेट कर रहे हैं हम तेरे तूने कब बोली थी के तू आ रही है पर अभी भी नहीं आई आधे घंटे हो गए तू कहा है अभी ?" उधर से काजल ने परेशान होते हुए पूछा "काजल में ना आज तुझसे मिल नहीं पाऊंगी कल हम बात करते हैं ठीक है बाय' इतना कहकर कृतिका झट से कॉल को काट कर देती है तभी उसे आदित्य की बातें याद आती है जिसे याद करके कृतिका जल्दी से क्लास रूम से निकल के सीढ़ियों से नीचे उतरने लगती है सीढ़ियों से नीचे उतरते उतरते कृतिका की बहुत बुरी हालत हो गई थी वह बहुत बुरी तरह से हाफ रही थी और पसीने से पूरी तरह से भीगी हुई थी फिर भी वह रुकती नहीं और दौड़ते हुए कॉलेज कैंपस से बाहरनिकल जाती है वही सारे स्टूडेंट उसे देख रहे थे किसी को समझ नहीं आ रहा था कृतिका को हुआ क्या है कॉलेज से बाहर आते ही कृतिका टैक्सी लेती है और आदित्य ने उसके फोन पर जो एड्रेस भेजा था बह एड्रेस बता देती है और कहती है "भैया प्लीज जल्द से जल्द मुझे वहां पहुंचा दीजिए प्लीज भैया बहुत इंपॉर्टेट है' "हां मैडम हम कोशिश करेंगे' इतना कहकर टैक्सी वाला टैक्सी स्टार्ट करके स्पीड में वहां से निकल जाता है टैक्सी में बैठे कृतिका खुद को शांत करते हुए खुद से कहती है "शांत हो जा कृति 12 महीने मतलब 1 साल वह तुझे परेशान करेगा वह यह करना चाहता है ना वह मुझे बूली करना चाहता है मेरी लाइफ को हेल बनाना चाहता है ना तो इन 12 महीनों में मैं उसका लाइफ इतना हेल कर दूंगी कि वह खुद मुझसे पीछा छुराने को दौरेगा अब उसे भी पता चलेगा कृतिका बर्मा क्या चीज है" "मैडम हम पहुंच गए" टैक्सी वाले ने टैक्सी रोकते हुए कहाथैंक्यू भैया' कृतिका जल्दी से टैक्सी से उतर के टैक्सी वाले को पैसे देती है और फिर अपने फोन में एड्रेस देखते हुए घर ढूंढने लगती है और फिर जाकर एक घर के सामने रूकती है और उस घर को देखते ही एक पल को कृतिका डर जाती है "यह इंसान भी है ऐसे ब्लैक और गोल्डन थीम के कौन घर बनाता है भाई लोगों को डराने का मैं भी क्या कह रही हू इसे तो लोगों को डराना धमकाना ही अच्छा लगता है इतना कहते हुए कृतिका बड़े से गेट के पास जाती है तो सिक्योरिटी गार्ड उसे देखते ही गेट ओपन कर देता है जिससे कृतिका को अजीब तो लगती है पर वह कुछ नहीं कहती और जल्दी से अंदर चली जाती है जल्दी से मेन डोर से अंदर जाती है तो सामने ही एक बहुत ही बड़ा सा हॉल था कृतिका उस हॉल को घूर घूर कर देखने लगती है वह घर हद से ज्यादा आलिशान था जो कृतिका ने पहली बार देखी थी कृतिका घूर घूर के पूरे हॉल को देख रही थी "तुम्हें यहा पर 20 मिनट में आना था स्वीटहार्ट और तुम आ रहे हो अभी 45 मिनट में इतना लेट तो अब तुम्हें एक क्या सजा दिया जाए ?"इस आवाज को सुनते ही कृतिका अपने होश में आती है और पीछे मुड़कर देखती है तो आदित्य सोफे पर किसी राजा की तरह बैठा था और उसे ही देख रहा था "मैं कितना अच्छा हूं ना कि मैं तुमसे पूछ रहा हूं तुम्हें क्या पनिशमेंट दिया जाए और तुम पता नहीं मुझे कितना बुरा समझते हो' इतना कहते ही आदित्य के चेहरे पर डेविल स्माइल आ जाता है और वह उठकर कृतिका के पास आने लगता है अच्छा, तुम्हारे जैसे अच्छे इंसान अगर 34 और पैदा हो जाए ना तो दुनिया से अच्छाइया ही खत्म हो जाएगी मेरी बर्थडे के दिन मुझे इतना बड़ा शौक छटका मेरी लाइफ मतलब क्या से क्या कर दिया यार और कह रहा है यह अच्छा इंसान है खुद की झूठी तारीफ करना कैई ईससे सिखे शर्म नहीं आता ऐसे खुद की झूठी तारीफ करते हुए कृतिका अपने मन में ही बरबरा रही थी और तरह-तरह की मुंह बना रही थी और इस वक्त वह बहुत ज्यादा क्यूट लग रही थी अपने मन में आदित्य को कोसते हुए कृतिका इतना भी ध्यान नहीं देती कि आदित्य उसके बहुत करीब आ गया था "मुझे कोसना बंद करो यह राइट तुम्हारे पास नहीं हैतुम मेरा स्लेव हो भूलो मत तुम मेरे परमिशन के बिना कुछ भी नहीं कर सकते आदित्य की बात सुनकर कृतिका उसे देखती है और अचानक आदित्य को आपने इतने पास देख यह दो कदम पीछे चली जाती है जो आदित्य मुस्कुराते हुए कहता है 'तुम तो मुझसे डर रहे हो स्वीटहार्ट डोट करी अभी मेरा तुम्हारे साथ कुछ करने का मन नहीं है बस इतना की में अभी नहाने जा रहा हूं और मेरे आते आते तुम मेरे लिए एक अच्छा सा मेरे पसंदीदा कपड़े सिलोक्ट करके रखो बस इतना ही इतना छोटा काम दिया ना मौने तुम्हें में इतना अच्छा हूं गॉड मेरे जैसे अच्छे इंसान आपने दुनिया में भेजे कैसे सभी मेरा फायदा उठाते हैं यह लड़की भी इतना कहकर आदित्य वहां से सीढ़ियों से होते हुए अपने रूम में चला जाता है 'आया है महापुरुष फायदा उठाता है मेचा फायदा उठा रहा है और कह रहा है मैं इसका फायदा उठा रहा हूं और मैं इसके पसंद जानती तक नहीं हूं जो मैं इसके पसंदीदा कपड़े कैसे सिलेक्ट करो' इतना कहकर कृतिका जल्दी से जहां से आदित्या गया था वहां पर दौड़ते हुए आदित्य के रूम में पहुंच जाती है तो रूम का हालत देख उसकी सिर धून जाती हैयह क्या है? यह किसी इंसान का रूम भी है या फिर कबाड़ खाना इतना कहकर कृतिका एक गहरी सांस लेती है और जल्दी से पूरे रूम को क्लीन करने लगती है कुछ ही देर में कृतिका पूरे रूम को क्लीन कर देती है और फिर एक गहरी सांस लेकर पूरे रूम को देखते हुए "अब लग रही है कि इस रूम में कोई इंसान रह सकता है मतलब हद है बहार तो ऐसे रहता है जैसे ना जाने कितना साफाइ से रहता हो पर घर का तो कबाड़ खाना ही बना कर रखा था" कृतिका के इतना कहते-कहते आदित्य वॉशरूम से बाहर आ जाता है और पूरे रूम को देखते हुए कहता है "नाइस अच्छा काम कर लेते हो तुम मेरे कहने से पहले तुमने मेरे रूम को साफ कर दिया तुम अपने जॉब को अच्छी तरह से निभा रहे हो माय स्वीटहार्ट अब जल्दी से मेरे कपड़े दो" कृतिका जो पूरे रूम को देख रही थी आदित्य की आवाज सुनकर एक गहरी सांस लेती है और पीछे मुड़के आदित्य को देख कुछ कहती पर आदित्य को देखते ही वह अपनी नजर फेर लेती है और अपनी आंखों पर हाथ रखे कहती है "शर्म नाम की चीज नहीं है क्या तुम में? ऐसे नंगू पंगु को क्यों बाहर आ रहे हो ?तुम्हें पता नहीं है मैं यहां पर हूं" "नंगू पंगु ! यह क्या है ?" आदित्य ने कृतिका के सामने आकर पूछा "नंगू पंगु मतलब तुम जैसे खड़े हो अगर तुम्हारा टॉवल खुल जाये ना तो तुम्हारा सारा" इतना कहते कहते कृतिका रुक जाती है और पीछे मुड़के अपनी आंखें खोलती है और फिर जल्दी से क्लोजट रूम में भाग जाती है To be continue❤❤ Crush_Queen

  • 16. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 16

    Words: 1362

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब आगे कृतिका को ऐसे भागते देख आदित्य का हंसी छूट जाता है और वह हंसने लगता है वही कृतिका के कान में जब आदित्य की हंसने की आवाज सुनाई देती है तो वह गुस्से में कहती है "यह लड़का इतना बेशर्म क्यों है ? इसे अपनी इज्जत की भी पढ़ा नहीं" इतना कहते हुए कृतिका आदित्य के लिए एक ब्लैक शर्ट और डेनिम की जींस निकालता है और वही साइड में रख देती है फिर अपनी आंखें बंद करके क्लोजट रूम से बाहर आती है "तुम्हारे कपड़े रखे हुए हैं जाकर पहले उसे पहन लो और अभी मैं कॉलेज जा रही हूं काम हो गया" इतना कहकर कृतिका साइड से होते हुए रूम से बाहरजाने लगती है पर तभी आदित्य उसकी हाथ पकड़ उसके आपने और खिच कृतिका को खुद से चिपका लेता है आदित्य के बॉडी पर अभी भी पानी के बूंदे जमा हुआ था उसके बाल भी भीगे हुए थे जिनसे पानी टपक रहा था ऊपर से आदित्य का सिक्स पैक एप्स गोरा रंग उसे बहुत ही हॉट बना रहा था इस वक्त अगर उसे कोई भी लड़की देखता तो खुद को आदित्य पे कुर्बान कर देती कृतिका आदित्य को खुद से दूर करते हुए गुस्से में कहती है "तुम्हारा प्रॉब्लम क्या है? मतलब परसों से देख रही हूं हमेशा मेरी हाथ पकड़ लेते हो आपने से चिपका लेते हो क्यों ? क्या प्रॉब्लम है तुम्हारा ? मुझे यह सब कुछ जरा भी पसंद नहीं तो जो भी कहना है जो भी करना है दूर से करना और दूर से कहना मैं तुम्हारी सारी बात मानती हूं ना मतलब मानूंगी कृतिका यह सब आंखें बंद करके ही कह रही थी और आदित्य कृतिका को देख रहा था गुस्से की वजह से कृतिका की कान लाल हो गई थी और उसने अपने होठों की पाउट बनाई हुई थी जिससे वह बहुत ज्यादाक्यूट लग रही थी कृतिका की बात सुनकर आदित्य उसके होठों के बिल्कुल पास अपने होठों को ले जाकर "स्वीटहार्ट तुम भूल रहे हो तुम मेरा दासी हो और मैं तुम्हारी मालिक और तुम अपने मालिक से ना तो कोई सवाल कर सकते हो और ना किसी भी चीज के लिए उनको रोक सकते हो आदित्य की सांसे कृतिका की चेहरे पर पड़ रही थी और कृतिका यह भी फील कर पढ़ रही थी कि आदित्य उसके कितने करीब हैं जिससे कृतिका के दिल की धड़कन तेज हो गई थी और वह गहरी गहरी सांस लेने लगी थी पर अभी भी उसने अपनी आंखें नहीं खोली थी "सर प्लीज छ छो छोड़िए मुझे आपने जो कहा मैंने तो वह कर दिया" कृतिका ने बहुत ही मुश्किल से कहा "तुम्हें छोड़ने का तो मेरा मन नहीं है (मन में) अभी मेरा मन क्या कर रहा है मुझे खुद भी समझ नहीं आ रहा मेरा मन कर रहा है कि मैं तुम्हें अपने अंदर समा लूं (जोर से) बट तुम मेरे टाइप के नहीं हो जिसके साथ में ऐसा कुछ भी करू" इतना कहकर आदित्य कृतिका को छोड़ देता है उससे थोड़ी दूरी पर खड़ा होकर कहता हैतुम यहीं खड़े रहोगे यहां से हिलना भी मत इतना कहकर आदित्य वहां से क्लोजेट रूम में चला जाता है आदित्य के जाने के बाद कृतिका एक गहरी सांस लेती है और अपनी आंखें खोल के क्लोजेट की ओर देखते हुए कहती है "मैं तेरी टाइप की होनी भी नहीं चाहती हूं क**** इंसान यार मैने कितनी बार इसे क**** कह चुकी हूं इतनी गालियां देती हूं 3 दिन के अंदर उसने मेरा भेजा खराब कर के रखा है आज मैरी बर्थडे है कोई कहेगा बर्थडे के दिन में इसकी स्लेव बनके घूम रही हूं" कुछ देर बाद आदित्य बाहर आता है तो कृतिका को वहीं खड़ा देखकर कहता है "गुड गर्ल और तुमने मेरे पसंद की कलर चूस किया इससे मैं खुश हुआ और अब जल्दी से इस पूरे घर को साफ कर दो में 1 घंटे के लिए बाहर जा रहा हूं मेरे आने तक यह पूरा घर चमकना चाहिए" इतना कहकर आदित्य रूम से बाहर जाने लगता है "पर मैं 1 घंटे में इतने बड़े घर को कृतिका परेशान होकर इतना कह रही थी किमुझे क्या पता तुम कैसे करोगे बस तुम्हें अपने मालिक का आर्डर मानना होगा 1 घंटे के अंदर साफ होना चाहिए नहीं तो तुम्हें पनिशमेंट मिलेगी और पनिशमेंट में मैं जो करूंगा वह तुम्हें जरा भी पसंद नहीं आएगा सचमें क्योंकि पनिशमेंट में मैं तुम्हें इतना कहकर आदित्य और कुछ नहीं कहता बस डेविल स्माइल पास करके वहां से चला जाता है आदित्य के जाने के बाद कृतिका गुस्से में तिलमिलाए हुए खुद से कहती है "यह लड़का समझता क्या है अपने आपको ? मुझे क्या समझता है? मैं क्या कोई मशीन हो ?" कृतिका इतना कहकर रूम से बाहर जा ही रही थी तभी अचानक उसे कुछ दिखती है और कृतिका की आंखें बड़ी बड़ी हो जाती है और वह फिर से उसी और देखती है तो वहां पर एक बहुत ही बडा सा फोटो फ्रेम था और उस फोटो फ्रेम में आदित्य और उसके साथ एक और लड़का था आदित्य दिखते में बहुत छोटा लग रहा था करिब 15 16 साल का कृतिका उस तस्वीर के पास जाकर उस लड़के को ध्यान से देखते हुए "यह तो पुनीत भैया है पर यह इसके साथ"वहीं 1 घंटे बाद आदित्य वापस आता है और पूरे घर में कृतिका को ढूंढने लगता है पर उसे कृतिका कहीं नहीं मिलता जिससे वह कृतिका को कॉल करता है पर कृतिका उसका कॉल भी रिसीव नहीं कर रही थी "इस लड़की को जरा भी डर नहीं है क्या। कि अगर यह मेरी बात नहीं मानेगी तो मैं इसके साथ क्या करूंगा !" इतना कहते हुए आदित्य फिर से बाहर जाने ही वाला था फिर कुछ सोचकर वह ऊपर अपने कमरे की ओर जाता है कमरे में आते ही आदित्य देखता है कृतिका फ्लोर पर बेहोश पड़ी है कृतिका को ऐसे फ्लोर पर बेहोश पड़े देख आदित्य जल्दी से उसके पास जाता है और कृतिका के चेहरे को थपथपाते हुए "कृतिका उठो कृतिका क्या हुआ तुम्हें ? कृतिका" आदित्य के बुलाने पर भी कृतिका नहीं उठ रही थी जिससे आदित्य जल्दी से पानी लेकर कृतिका के ऊपर पानी के छींटे मारता है पर फिर भी कृतिका नहीं उठती तो आदित्य जल्दी से उसे अपनी गोद में उठा कर बेड पर लिटा देता है और फोन निकाल किसी को कॉलकरता है "जल्द से जल्द ब्लैक पैलेस में पहुंचीये जितनी जल्दी हो सके इतना कहकर आदित्य कॉल कट कर देता है और कृतिका के पास जाकर बैठकर कृतिका को उठाने की कोशिश करने लगता है बहुत कोशिश करने के बाद भी कृतिका नहीं उठ रही थी "अचानक स्वीटहार्ट को हुआ क्या? मैं जब घर से बाहर गया हुआ था तो सब कुछ ठीक था तो अचानक ऐसे बेहोश कैसे हो गई ?" इतना कहकर वह कृतिका के चेहरे को देखने लगता है जो बहुत ही ज्यादा मासूम थी और फिर उसे कृतिका और उसकी पहली मुलाकात याद आ जाता है और बह एक टक कृतिका के चेहरे को देखने लगता है उतने में ही वहां पर एक 35 36 साल की औरत आती है उस औरत को देखते ही आदित्य उसके पास जाता है और कहता है "जल्दी से इसे देखिए यह अचानक बेहोश हो गई"डॉक्टर कृतिका से देखती है और फिर एक बार आदित्य को और फिर जल्दी से कृतिका के पास जाकर कृतिका को चेक करती है आदित्य पास में वहां खड़ा था "डोंट वरी आदि यह ठीक है मैंने इसे इंजेक्सन दे दिया है कुछ ही देर में होश में आ जाएगी और होश में आते ही कुछ हल्का-फुल्का खिला देना और यह दवाई है यह भी खिला देना" आदित्य उनके हाथ से दवाई ले लेता हैं वह औरत आदित्य को ध्यान से देख "वैसे आदि यह लड़की है कौन ? और वह भी सीधा तेरे रूम में "आप जो सोच रहे हैं वैसा कुछ नहीं है तो इतना खुश होने की कोई जरूरत नहीं है आप जाइए और अपने काम कीजिए" आदित्य की बात सुनकर बह औरत मुस्कुरा देती है और उस रूम से जाते हुए कहती है "मैं जो सोच रही हूं बह बात है कि नहीं वह तो समय बताएगा और तेरी आंखें बता रहा है मैं जो सोच रही हूं वही होने वाला है"इतना कहकर वह औरत रूम से बाहर चली जाती है To be continue❤❤🙈 Crush_Queen

  • 17. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 17

    Words: 1652

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे "दीदीईईईईईईई" चीखते हुए कृतिका बेड पर उठ बैठती है आदित्य जो सोफे पर बैठा था कृतिका को चीखते देख वह अपनी आंखें छोटी करके उसे देखते हुए कहता है "यहां तुम्हें कहां अपनी दीदी दिख रही है ?" आदित्य की आवाज सुनकर कृतिका आदित्य को देखती है और खुद को नार्मल करके कुछ याद करते हुए छट से दूसरी साइड बने उस तस्वीर को देखती है और बेड से उतरकर उस तस्वीर के पास जाकर आदित्य को देख बोली "यह तुम्हारे साथ कौन है ? मतलब तुम तुम्हारा कौन हैकृतिका ने पूनीत को दिखाते हुए पूछा कृतिका के सवाल सुन अचानक ही आदित्य जो शांत था वह गुस्सा हो जाता है और कृतिका के पास आकर उसके चीक्स को कस के पकड़ गुस्से में र कहा "अपने हद में रहो मैंने तुम्हें पहले भी कई बार कहा है तुम मेरा स्लेब हो तुम्हें मुझसे सवाल करने का कोई हक नहीं है" इतना कहकर आदित्य कृतिका को पीछे पूस करता है जिससे कृतिका धराम से फ्लोर पर गिर जाती है पर इससे आदित्य को कोई फर्क नहीं पड़ता "जाओ जाकर मेरे लिए ब्लैक कॉफी बना कर लाओ" आदित्य दूसरे साइड देखते हुए कहा "तुम्हारे पनिशमेंट अभी भी बाकी है मैंने तुम्हें कहा था मेरे आते-आते यह पूरा घर चमकना चाहिए पर तुम तो यहां पर बेहोश पड़ी थी और तुमने अपनी काम नहीं किया तो पनिशमेंट तो मिलेगी ही" "मैं कॉफी नहीं बनाऊंगी और ना ही तुम्हारी कोई पनिशमेंट लूंगी तुम मुझे बताओ पूनीत भैया तुम्हारे साथ क्या कर रहे हैं ? तुम पूनीत भैया को कैसे जानते हो ?कौन है पूनीत भैया तुम्हारे ?' कृतिका फ्लोर से उठकर आदित्य के सामने जाकर बोली "मेरे भैया का नाम तुम अपनी जुबान पर लाते भी कैसे हो ? और उनहें भैया कहने का हक सिर्फ मेरा है समझे वह मेरे भैया है" आदित्य ने गुस्से में कृतिका के चिकस को और भी कस के पकड़ ते हुए कहा इस बार आदित्य नें इतना कसके पकड़ा था कि कृतिका की आंखों में दर्द की वजह से आंसू आ गए थे "तु तुम तुम्हारे भैया" कृतिका ने हैरान होते हुए पूछा "मैं तुम्हें कुछ भी बताना जरूरी नहीं समझ रहा हूं और इतना कह दिया है तुम्हारे लिए बहुत है अब जाओ जाकर मेरे लिए ब्लैक कॉफी बना कर लाओ और हां अगली बार से तुम इस रूम में नहीं आओगे" इतना कहकर आदित्य कृतिका को छोड़ रूम से बाहर चला जाता है और कृतिका वही हैरानी से कभी आदित्य को जाते हुए देखती है तो कभी पीछे मुड़कर उस तस्वीर को पूनीत भैया का भाई आदित्य ! हो भी सकता है हम तोपूनीत भैया के बारे में कुछ भी नहीं जानते थे बस इतना जानते थे कि इतना कहते कहते कृतिका रुक जाती है और अपनी आंखों से आंसू पहुंच रूम से बाहर निकल जाती है आदित्य का मूड बहुत ज्यादा खराब हो चुका था जिस वजह से वह टेरेस में आकर बस इधर से उधर टहल रहा था फिर कुछ सोचते हुए उसके चेहरे पर डेविल स्माइल आ जाता है और वह टेरेस पे रखे सोफे पर बैठ जाता है कुछ देर बाद कॉफी लेकर कृतिका आती है और टेबल पर रखती है "यह तरीका होता है कॉफी देने का, तुमने कॉफी टेबल पर क्यों रखी ? मेरे हाथ में दो" आदित्य ने कड़क आवाज में कहा कृतिका एक गहरी सांस छोड़ कॉफी के कप को उठाकर आदित्य के हाथ में देती है तो आदित्य उस कप को ऐसे पकड़ता है जिससे वह गर्म कॉफी पूरा कृतिका के हाथ पर गिर जाती है जिससे कृतिका को अपने हाथ में एक तेज जलन का एहसास होती हैआआआआआआ" चिल्लाते हुए कृतिका दो कदम पीछे चली जाती हैं "क्या स्वीटहार्ट ठीक से कप को पकड़ना भी नहीं आती तुम्हें ? अब मेरा कॉफ़ी तो बर्बाद हो गया अब जाओ फिर से दूसरा कॉफी बना कर लाओ इतना कहते हुए आदित्य कृतिका को घूर रहा था आदित्य की बातें सुनकर कृतिका गुस्से में आदित्य को देखती है और फिर उस कप को लेकर किचन की ओर जाने लगती है "यह लड़का तो सच में डेविल है यह इसके अंदर इंसानियत नाम की चीज ही नहीं है इतनी गरम कॉफी मेरे हाथ में गिरा दिया और ऊपर से मेरी ही गलती कह रहा है और मुझे फिर से कॉफी बनाने को भेज दिया मुझे तो लग ही नहीं रहा है यह पूनीत भैया की भाई है जरूर कुछ गड़बड़ है इसमें मुझे पता करना होगा यह पूनीत भैया की तरह इतने अच्छे इंसान का भाई कभी हो ही नहीं सकता पूनीत भैया कितने अच्छे थे और यह गुस्से में बारबाराते हुए कृतिका कॉफी बना रही थी कृतिका को कॉफी बनाने में बहुत ज्यादा प्रॉब्लम हो रहीथी उसकी लेफ्ट हैंड बुरी तरह से जल रही थी वह हाथ लाल हो चुकी थी कृतिका अपने हाथ को ठंडे पानी से धोती है और तभी उसके दिमाग में कुछ आती है और कृतिका के चेहरे पर डेविल स्माइल आ जाती है "बहुत शौक है ना मुझे परेशान करने का मेरे हाथ का कॉफी खाने का अब ऐसा कॉफी खिलाऊंगी ना कि जिंदगी भर याद रखोगे" इतना कहकर कृतिका मूल के उस कॉफी को देखती है कुछ देर बाद कृतिका फिर से कॉफी लेकर आदित्य के पास जाती है और आदित्य को इस बार बहुत ही प्यार से वह कॉफी देती है कृतिका को इतने प्यार से पेश आते देख आदित्य को कुछ समझ नहीं आता और वह वह कॉफी ले लेता है और जैसे ही पीने वाला था तो वह तिरछी नजर से कृतिका को देखता है जो बहुत ही एक्साइटमेंट में उसे देख रही थी "पहले तुम इस कॉफी को पीयोगे फिर मैं" आदित्य ने कॉफी कप को कृतिका की और बरहाते हुए कहामैं कॉफी नहीं पीती हूं मैं चाय पीती हूं और यह तो मैंने आपके लिए बनाया है ना सर और मालिक का कॉफी दासी कैसे पीए आप पी लीजिये कृतिका ने हकलाते हुए कहा "तुम्हारी मालिक खुद कह रहा है कि तुम इसे पियो तो इसे पियो तुम्हें पीना ही पड़ेगा आदित्य ने सोफे से उठकर कृतिका के बिल्कुल सामने आकर कहा अब कृतिका के पास कोई ऑप्शन नहीं थी वह अपने थूक निगलते हुए कॉफी कप को अपने हाथ में ले लेती है कृतिका की हाथ कांप रही थी वह एक बार आदित्य को देखती है जो एक टक उसे ही देख रहा है जिसे देख कर कृतिका जबरदस्ती मुस्कुराते हुए वह कॉफी का एक सीप ले लेती है और फिर मुस्कुराते हुए उस कॉफी को आदित्य की और बढ़ाते हुए कहती है "तो मैंने पीलिया आपसे पहले तो अब आप पी लीजिए" "अभी मेरा मन नहीं है कॉफी पीने का एक काम करोतुम इसे वेस्ट मत करो और खुद पी जाओ आदित्य ने फिर से सोफा में बैठते हुए कहा कृतिका जिसकी आंखें पूरी तरह से लाल हो गई थी और उसके आंखों में आंसू भी आ गए थे वह खुद को नार्मल दिखाने की कोशिश करते हुए कहती है "पर मैंने इसे आपके लिए बनाया है और मैं तो कॉफी पीती ही नहीं हूं आपको बताया है" "तो क्या तुम चाहते हो कि यह कॉफी वेस्ट हो जाए तुम्हें पता है यह कितना महंगा है यह कहां से आता है कौन से ब्रांड का है और यह कॉपी मैं वेस्ट कर दू चुपचाप पी जाओ इसे अभी मेरे सामने" आदित्य ने कड़क आवाज में कहां "अब तो मेरी चाल मेरे ऊपर ही उल्टी पड़ी रही हैं एक सीप लेते ही मेरी पूरी बदन जल रही है अगर इसे मैं पूरी पियूंगी तब तो मैं मर ही जाऊंगी" कृतिका रोनी सी सूरत बना कर मन में कहती है "मुंह क्या बना रहे हो ? पीयो इसे" आदित्य ने जोर से कहा तो अचानक ही कृतिका चौक गयी और उसके हाथ सेकॉफी का कप गिर गयी और टूट गयी कप टूटते ही कृतिका की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रही और वह एक्साइटेड होते हुए कहती है "कप टूट गई कॉफी गिर गई अब तो मुझ कॉफी पीना नहीं पड़ेगा इतना कहते हुए कृतिका की नजर आदित्य पर जाती है जो उसे घूर रहा है जिसे देख वह झट से मायूस होते हुए कहती है "सो सैड कॉफी तो गिर गई तो मैं इसे कैसे पियूंगी ? तो अब मैं चलती हूं हां शाम होने को है मुझे घर जाना है बाय सर" इतना कहकर कृतिका मुड़ कर जाने लगती है "तुम्हें नहीं लगता कि तुम्हें इस टूटे हुए कप का पे करना चाहिए क्योंकि तुमने इसे तोड़ा है कॉफी तो मैं छोड़ देता हूं पर इस कप का पैसा मुझे चाहिए" जाते हूए कृतिका के कान में यह आवाज पढ़ते ही कृतिका रुक जाती है और पीछे मुड़ के आदित्य को देख जबरदस्ती की स्माइल अपने चेहरे पर लाकर "हां ठीक है मैं दे देती हूं बताइए कितने का है यह कप 100 का या 200 का मैं अभी आपको पैसे दे देती हूं मेरे पास है अभी"100000 अभी दे दो है ना तुम्हारे पास आदित्य ने भी अपने हाथ आगे बढ़ा के कृतिका से कहा "100000 और वह भी इस छोटे से कप मजाक कर रहे हैं सर आप मुझे बता देते में आपके लिए 100 में बाजार से इससे अच्छा कप ला कर देती कृतिका ने हैरानी होते हुए कहा "तुम्हें लगती है मैं तुम्हारी तरह 100 200 की चीजें यूज़ करूंगा यह एक ब्रांडेड कप था मेरे घर में जो भी है सब कुछ ब्रांडेड है और अब 100000 निकालो टाइम नहीं है तुम्हें भी तो घर जाना है ना" "यार मेरे पास तो बस 500 परे है मैं इसे 100000 कहां से दूं 100000 तो मेरे बैंक में भी नहीं होगी अगर 100000 मेरे बैंक में होती तो मैं इसकी दासी थोड़ी बनती एक लाख और छह लाख 700000 हो गए भगवान जी मुझे बचा लो (कुछ सोच) नहीं में पैसे तो नहीं दे सकती पर भाग तो सकती हूं भाग जा कृतिका जान बचा" इतना कहकर कृतिका आदित्य को देख कर मुस्कुराती है और फिर जल्दी से मुड़कर टेरेस से नीचे आकर सीधे गेट के बाहर ही रूकती हैTo be continue❤❤❤❤❤❤❤ Crush_Queen फ्रेंड्स अपने प्यारे प्यारे कमेंट जरुर करना

  • 18. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 18

    Words: 1585

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे बहार आकर कृतिका अपने दिल पर हाथ रख कर खुद से कहती हैं "बच गयी बाहर आ गई अब जो होगी कल देखी जाएगी पहले मैं घर जाऊं वैसे मैं यहां पर ही लेट हो गई हूं और यह तो कॉलेज से इतनी दूर है आज मुझे घर पर झूठ कहनी पड़ेगी और पहली बार मुझे इसके लिए झूठ कहनी पड़ रही हैऔर मेरी बर्थडे सब बर्बाद हो गयी आज की दिन ही खराब है" इतना कहते हुए कृतिका वहां से आगे की ओर जाती है तो उसे एक टैक्सी मिल जाती है कृतिका उसमें बैठकर अपने घर जाने लगती है तभी उसके फोन की रिंग बजती है स्किन पर देखती है तो राशि की कॉल थी जिसे देख कृतिका अपनी सिर पकड़ कर खुद से बोली "यह तो अब मुझे खा ही जाएगी कच्चा" इतना कहकर कृतिका कॉल रिसीव करती है तो उधर से राशि कहती है "सॉरी कृति आज तेरी बर्थडे है और आज ही हम दोनों को लंदन जानी पड़ रही है वह अचानक अर्जेंट कॉल आया के आज ही जाना है कल की फ्लाइट कैंसिल करके फिर आज हमें जानी पड़ रही है प्लीज तू गुस्सा मत होना" राशि की बात सुनकर कृतिका समझ नहीं पाती वह क्या करें वह सोच रही थी राशि उस पर गुस्सा करेगी पर राशि तो उसे ही उल्टा गुस्सा दिला देती है पर कृतिका खुद को शांत कर मुस्कुरा कर कह दिया "कोईबात नहीं तुम दोनों लंदन जाओ और अच्छे से मन लगाकर पढ़ाई करना यहां पर जैसे करते थे ना वहां पर वह सब मत करना ठीक है और टाइम टाइम पर मुझे कॉल करती रहना मैं भी तुम लोगों को कॉल करती रहूंगी और वह बंदर कहां है? उसने आज पूरेदिन में मुझे एक बार भी कॉल नहीं किया और ना बर्थडे विश किया उससे तो मैं बात भी नहीं करूंगी" कृतिका नाराज होते हुए कहती है तो उधर से आवाज आती है "अरे यार मेरा फोन खराब हो गया है और मैंने सोचा है कि मैं लंदन जाकर ही न्यू फोन लूंगा इसीलिए तुझे कॉल नहीं कर पाया और यह चुड़ैल मुझे तुझसे बात भी नहीं करने दे रही है इसीलिए प्लीज नाराज मत रहो ना जान आज तो हम जा रहे हैं तुम्हें छोड़" " हां हां बहुत हुआ अब बंद कर वैसे भी मैं अपने बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड से ज्यादा देर तक नाराज नहीं रह सकती" कृतिका ने मुस्कुरा कर कहा राशि और मिहिर भी उधर से मुस्कुरा देता है फिर कुछ देर उन तीनों ने बात किया और कॉल कट कर दिया क्योंकि राशि और मिहिर की फ्लाइट का टाइम हो रहा था कुछ देर बाद कृतिका घर पहुंच जाती है घर पहुंचते ही कृतिका एक गहरी सांस छोड़ती है और अंदर चली जाती है कृतिका अंदर जाती है तो देखती है उसके पापा और मम्मी सोफे पर बैठे हैं और पास में ही दीप भी बैठा है कृतिका को देख अनीता जी सोफे से उठ जाते हैं और कृतिका के पास आकर उसके गाल को पकड़ परेशानी में "कृति कहां थी तू ? 7:00 बज गए तेरे पापा तो अभी पुलिस स्टेशन जाने वाले थे" "मैं ठीकहूं वह बस आज एक्स्ट्रा क्लास चल रही थी इस वजह से लेट हो गई सॉरी मेरी वजह से आप लोगों को इतना परेशानी हुआ" कृतिका सिर झुका कर कहती है 'कोई बात नहीं बेटा बस अभी अगर कोई ऐसी काम हो इंपॉर्टंट या कुछ भी हो क्लासेस हो जो भी हो हमें बता देना नहीं तो हमें टेंशन होती है ना असीम जी उठकर कृतिका के पास आकर उसके सिर को सहला कर प्यार से कहते हैं "ओके पापा पर आपने मुझे कॉल नहीं किया अगर आप मुझे कॉल कर लेते तो शायद में बता देती में कृतिका इतना ही कह पाई थी कि तभी "आपके पापा की एक एक्सीडेंट हुआ है जिस वजह से उनके फोन टूट गए और आपके मम्मी कि फोन भी किसी तरह शायद टूट गई है आज ही और उनको आपकी नंबर याद भी नहीं थी अगर याद होती तो मैं आपको कॉल कर लेता" इस आवाज को सुनकर कृतिका किचन की और देखती है तो एक हैंडसम सा लड़का अपने हाथ में पानी का गिलास लिए उसे देखते हुए मुस्कुरा रहा था "आप कौन ? मम्मी पापा यह कौन ? कृतिका ने पूछा "मैं वही हूं जिसने अंकल को बचाया है और अभी तक मेरे रहने के लिए कोई घर नहीं है क्योंकि मैं यहां पर न्यू हूं तो मैं आपके इस घर में पेन गेस्ट के तौर पर रह रहा हूं मतलब रहूंगा आज से" उस लड़के ने आकर सौफे पर बैठते हुए कहा "पापा आप ठीक तो है ना ? एक्सेंट? आप अच्छे से देख कर क्यों नहीं चलते ? अगर, आपको कुछ हो जाता तो ? क्या आप ठीक है?" इतने में असीम जी कहते हैं "अभी मैंठीक हूं बेटा और मुझे कुछ भी नहीं हुआ हर्ष बेटा ने मुझे बचा लिया तुम चींता मत करो" "बैंक यू थैंक यू सो मच पापा को बचाने के लिए कृतिका ने पीछे मुड़ हर्ष को देखते हुए कहा "मुझे थैंक्यू नहीं चाहिए और वैसे भी मैंने सुना आज आपकी बर्थडे है तो क्यों ना आपकी बर्थडे सेलिब्रेट किया जाए वैसे भी पूरे दिन बीत गए हैं और साथ में हम फ्रेंडशिप भी कर लेंगे फ्रेंडशिप की बात सुनकर कृतिका अपने पापा को और मम्मी को देखती है तो वह अपना सिर हां में हिला देते हैं जिसे देखकर कृतिका भी मुस्कुरा देती है "हां क्यों नहीं, आप लोग यही रुकीये मैं अभी फ्रेस होके आती हूं" इतना कहकर कृतिका अपने रूम में चली जाती है कुछ देर बाद कृतिका एक रेड कलर की सलवार सूट के साथ रेड लिपस्टिक माथे पर छोटी सी बिंदी अपने बालों को खुला छोड़ दि थी और साथ में बड़े-बड़े ऑक्सिडाइज की झुमके हाथों में रेड कलर की चूड़ियां पहन कर आती है जिसमें वो बहुत ही खूबसूरत लग रही थी हर्ष जिसे पहली नजर में कृतिका को देख एक एवरेज लड़की लग रही थी इस वक्त वह अपनी पलकें नहीं जब का पा रहा था नीचे आकर कृतिका अपने मम्मी पापा को पैर छूकर प्रणाम करती है तो वह दोनों भी उससे आशीर्वाद देते हैं और अनीता जी उसके लिए खीर लाती है जो कृतिका खुशी-खुशी खा लेती है और अपने पास में बैठे दीप को भी खिलाती है प्रदीप केक ले आता है कृतिका केक कट करती है और सभी उसे विश करते हैं और अपने अपने गिफ्ट देते हैं "मेरे पास तो गिफ्ट है ही नहीं मैंकल तुम्हें तुम्हारी गिफ्ट दे दूंगा' हर्ष ने शर्मिंदगी से कहा "कोई बात नहीं तुमने मुझे विश किया हम दोनों फ्रेंड से यही तो बहुत कीमती गिफ्ट है ना वैसे भी फ्रेंडशिप से बडी गिफ्ट कोई हो सकती है क्या?" कृतिका ने मुस्कुरा कर कहा तो हर्ज भी मुस्कुरा दिया कुछ देर बात कृतिका अपने रूम में थी और वह अपने बुक लेकर पढ़ने बैठती है पर पढ़ने बैठते ही उसके चेहरे के सामने बस आदित्य का चेहरा आ रही थी और वह पढ़ने में मन नहीं लगा पा रही थी कृतिका अपने बुक को बंद करके खिड़की के पास चली आती है और खुद से कहती है "क्या किस्मत है मेरी मुझे समझ नहीं आ रही है मैंने कब उस पेपर पर साइन किया मुझे याद ही नहीं आ रही है बस एक बार मैंने लाइब्रेरी (कुछ देर रूक कुछ सोच) क्या वही वह पेपर है मुझे मैम के मना करने के बाद भी वह पढ़ लेना चाहिए था अगर मम्मी पापा को इस बारे में भनक भी लगी तो ना जाने वो दोनों क्या करेंगे क्या करूं मैं 1 दिन मैं ही उसने मेरी हाथ जला दिया कितनी जलन हो रही है हाथ में और पता नहीं 1 साल में क्या हाल करेगा उपर से कॉफी में मिर्ची मैंने उसके लिए डाली थी और उसने मुझे पीला दिया एक सीप पीते ही मेरी जो हाल हुई अगर मैं पूरा पीती तो पक्का मर जाती" कृतिका यह सब कहते हुए कभी आदित्य को तो कभी खुद को कोस रही थी तभी उसके फोन रिंग करती है तो कृतिका कॉल रिसीव करती है "हैप्पी बर्थडे कृति यार मैंने और रौनक में कितना प्लान बनाया था पर तू तू तो आई ही नहीं और इसलिए हम बहुत बूरा लागा पर कोई ना तेरी आजकी बर्थडे हम कल सेलीब्रेट करेंगे' कॉल रिसीव करते ही काजल वहां से कहती है 'थैंक यू सो मच ठीक है कल देखती हूं अगर टाइम मिले तो और मुझे नहीं लगती टाइम मिलेगी मतलब मैं कॉलेज आ भी पाऊंगी' पास से रौनक 'हैप्पी बर्थडे कृति और तू ऐसा क्यों कर रही है? तू कॉलेज क्यों नहीं आएगी? आज भी नहीं आई कल भी मुझे पता नहीं क्यों ऐसा लग रहा है जरूर कोई बात है" रौनक की बात सुनकर कृतिका उदास हो जाती है और फिर वह उन दोनों को सब कुछ बता देती है "यह सब कुछ मेरी वजह से हुआ आई एम सॉरी यार" काजल ने गिल्टी होते हुए कहा "प्लीज काजल इस में तेरी कोई गलती नहीं है तू खुद गिल्टी फील मत कर और जो हुआ सो हुआ अब मुझे ही इस प्रॉब्लम के साथ डील करनी होगी तो मैं कर लूंगी तुम लोग मत सोचो इस बारे में फिर तीनों बहुत देर तक बातें करते हैं और बातें करते करते ही अचानक कृतिका अपने खिड़की से नीचे देखती है तो उसे कोई खड़ा हुआ दिखता है कृतिका फोन को साइट करके ध्यान से देखी हैं तो उसकी आंखें बड़ी बड़ी हो जाती है वह एक टक उस इंसान को देखने लगती है To be continue ❤❤❤❤❤😁😁😁😁😁❤❤❤❤❤ Crush_Queen👸🏻👸🏻👸🏻✨👸🏻❤❤❤👸🏻👸🏻 दोस्तों अपने प्यारे प्यारे कमेंट जरुर देना.... फॉलो और सब्सक्राइब भी जरूर करिएगा🙏❤

  • 19. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 19

    Words: 1511

    Estimated Reading Time: 10 min

    अब आगे कृतिका बड़ी बड़ी आंखें कर के नीचे देख रही थी तभी देखती है नीचे खरा इंसान अपने फोन निकाल किसी को कॉल कर रहा है और तभी कृतिका के फोन में किसी का कॉल आता है तो कृतिका अपने फोन को देखती है जिस पर अभी भी काजल और रौनक लाइन पर था और वही एक नंबर शो हो रहा था जो डेविल के नाम पे सेब था 'काजल रौनक बाय ओके अभी मैं अभी में सोने जा रही हूं तो कल बात करते हैं गुड नाइट' इतना कहकर कृतिका जल्दी से कॉल को काट कर उस कॉल को रिसीव करके गुस्से में बोली "तुम क्या पागल हो गए हो? तुम्हारी मेंटल हेल्थ बिगड़ गई है ? तुम मेरे घर के नीचे क्या कर रहे हो ? और मैं तुमसे क्या पूछ रही हूं कि तुम पागल हो गई हो पर तुम तो पहले से पागल हो मेरे दिमाग से निकल जाती है प्लीज यार पापा मम्मी ने देख लिया तो बवाल हो जाएगी घर पर जाओ यहा से" "चुप चाप अभी के अभी नीचे आओ नहीं तो मैं तुम्हारे घर पर जाकर तुम्हें ले आऊंगा और मैं यह कर सकता हूं अगर किसी ने पूछा तो मैं कह दूंगा तुम मेरा स्लैब हो अब तुम जानो तुम्हारे लिए अच्छा क्या है ?" इतना कहकर आदित्य उधर से कॉल कट कर देता है तो कृतिका कुछ देर नीचेखड़े आदित्य को बुरी तरह से घूरती है 'इसनें तो हाद ही करके रखा है अगर इसे मम्मी पापा में से कोई देख लेगा तब क्या होगा। नहीं मैं चली ही जाती हूं" इतना सोच कर कृतिका जल्दी से अपने रूम से निकल जाती है और चुपचाप पिछले डोर से बाहर आ जाती है बाहर आते ही कृतिका आदित्य के सामने खड़ा होकर उसे खींचते हुए दूसरे साइड ले जाती है "तुम यहां पर क्या !" कृतिका इतना कह ही रही थी कि तभी वह देखती है एक आदमी उसकी और ही चलते हुए आ रही है जिसे देख कृतिका की आंखें बड़ी बड़ी हो जाती है कृतिका फिर से आदित्य को खींचते हुए दो वॉल के बीचो बीच धकेल देती है और खुद भी उसके सामने आकर खरी हो जाती है उन दो वॉल की गैप इतनी कम थी जिस वजह से आदित्य और कृतिका हद से ज्यादा करीब आ गए थे उनकी बॉडी एक दूसरे से टच हो रही थी पर कृतिका की ध्यान इस वक्त इस पर नहीं थी वह बस छुपते छुपाते उस आदमी को देख रही थी जो उनके और ही आ रहा था "अब तो गयी अब मेरी पढ़ाई सब कुछ सब कुछ खतम महादेव बचा लो प्लीज महादेव हेल्प मी अंकल हमें देख ना पाए" कृतिका यह सब अपने मन में कहते हुए अजीब अजीब सा एक्सप्रेशन दे रही थी और उस आदमी को भी देख रही थी जो उसके बहुत करीब आ गया था पर वह आदमी दूसरे गली मुड़ जाता है जिसे देख कृतिका अपने दिल पर हाथ रख कर गहरी सांस लेती है "बच गई" इतना कहकर जैसे ही कृतिका गुस्से में आदित्य की और अपने चेहरे को घूम आती है तो खुदको आदित्य के इतने पास पाकर वह पीछे को हो जाती है पर तभी वह पीछे दीवार से सट जाती है और अभी भी वह दोनों इतने ही करीब थे अब खुद को इस सिचुएशन में देखकर कृतिका को बहुत शर्मिंदगी होती है क्योंकि उसकी वजह से यह हुई थी और वह जल्दी से वहा से जाने के लिए साइड होती ही है पर तभी आदित्य उसे हाथ से पकड़ लेता है और अपने पास खींचता है जिससे अब उन दोनों की बॉडी पूरी तरह से एक दूसरे से टच हो रहे थे वह बिल्कुल पास आ गए थे इतने पास के उन दोनों के बीच से हावा भी ना गुजार पाये जिससे कृतिका की धड़कन तेज हो गई थी और उसकी सांसे भी 'आदि आदित्य क्या कर ररे हो ? अंकल चले गए हैं अब हमें भी यहां से निकलना चाहिए यहां पर सेफ नहीं हैं अगर कोई भी देखेगा तो पापा तक बात पहुंच जाएगी और फिर बहुत हंगामा होगी प्लीज इतना कहकर कृतिका आदित्य से खुद को छुराने की कोशिश करती है पर आदित्य उसे छोड़ने की वजय उसे और कस के पकड़ लेता है और खुद से चिपका कर कृतिका के चेहरे को देखते हुए "तुम्हें नहीं लगती कि तुमने अभी मुझे सिड्यूस किया ऐसे मेरे इतने करीब आके" "मैं मैं मैं मैंने मैंने मैंने कब कब ?" " अभी जो तुम मेरे इतने करीब हो इतने करीब क्या लगती है तुम्हें इसे सिड्यूस क" आदित्य इतना कह ही रहा था तभी कृतिका उसके मुंह पर अपना हाथ रख देती है और अपनी आंखों से उसे चुप रहने का इशारा करती है और फिर से अपने सिर निकाल सामने देखते हुए कहती हैयार यह अब यहा क्या कर रहा है? कृतिका उधर देख ही रही थी तभी अचानक आदित्य जो एकता कृतिका को देख रहा था वह कृतिका के हाथ को अपने मुंह से हटा कर उसके होठों पर अपना होंठ रख देता है और अपनी आंखें बंद करके कृतिका के होठों को सक करने लगता है आदित्य के ऐसा करने से कृतिका एकदम शांत हो गई थी कुछ पल तो वो कुछ कर भी नहीं पाती पर फिर वह आदित्य को खुद से दूर करने की कोशिश करती है लेकिन आदित्य उसे और कस के पकड़ लेता है बह अपने दूसरे हाथ से कृतिका के गर्दन को पकड़ लेता है ताकि कृतिका अपने गर्दन को घुमा ना पाए कृतिका अपनी सारी ताकत लागाकर आदित्य को पूस करता है जिसे आदित्य थोड़ा दूर हो जाता है और कृतिका आदित्य को कुछ कहने वाली थी तभी उसे साइड से आते हुए पार्थ दिखता है जो कब से इधर ही घूम रहा था जिसे देख कृतिका कुछ कह भी नहीं पाती और इसी का फायदा उठाकर आदित्य फिर से अपने होठों को कृतिका के होंठ पर रख देता है और उसे किस करने लगता है "यार इस लड़के को हो क्या गया है? यह आज दोपहर को ही तो कह रहा था कि मैं इसके टाइप का नहीं हूं तो अभी अचानक मुझे किस क्यों कर रहा है ? कमीना मेरा फर्स्ट किस ले लिया जो मैंने अपने बॉयफ्रेंड को नहीं दिया वह इसने ले लिया पर अब तो मैं कुछ कर भी नहीं सकती यह हर्ष जा क्यों नहीं रहा है? यहां से चले जा बेटा हर्ष प्लीज अगर तुम नहीं जाओगे तो मैं इसे भी खुद से दूर नहीं कर सकती" कृतिका वहांपर स्टैचू कि तरह खरी थी वह ना तो आदित्य तो खुद से दूर कर पा रही थी और ना उसे रोक पा रही थी कुछ देर यहां टहलने के बाद हर्ष वहां से चला जाता है हर्ष के जाते ही कृतिका आदित्य को खुद से दूर करती है और वॉलों के बीच से बाहर आती है और गहरी गहरी सांसे लेने लगती है आदित्य भी कृतिका के बाहर आते ही उसके पीछे बाहर आ जाता है और कृतिका को देखते हुए अपने होठों पर उंगली फिराने लगता है "तुम इतने गिरे हुए कैसे हो सकते हो लाइक सीरियसली तुमने मुझे अपना स्लैब बनाया मैंने मान लिया बट तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे किस करने की मुझे यहां पर आना ही नहीं चाहिए था मुझे घर से निकलना ही नहीं चाहिए था कृतिका गुस्से में बरबरा रही थी तभी आदित्य जो अभी भी लाचारी नजरों से कृतिका के सूजे हूए होठों को देख रहा था वह कृतिका को कमर से पकड़ खुद से चिपका लेता है और कृतिका के होठों पर एक सॉफ्ट किस करके कहता है " तुम भूल रहे हो स्वीटहार्ट तुम मेरा स्लैब हो और मैं तुम्हारे साथ कुछ भी कर सकता हूं (कृतिका के कान के पास जाकर धीरे से) कुछ भी और यह तो बस एक छोटा सा किस था" कृतिका को गुस्सा आ रही थी वह आदित्य को खुद से दूर करके उसे थप्पड़ मारने ही वाली थी पर आदित्य उसका हाथ पकड़ लेता है और कृतिका के पीठ पर उसके हाथ को मोड़ के फिर से खुद को चिपका लेता है और कहता है "मैं यहां पर कोई और काम करने आया था बट कोई ना यह हम कल के लिए रखते हैं और तुम भूल रहे हो तुम मुझे सर कहोगे ना किआदित्य ओके याद रहना अगर कल यह गलती हुई तो तुम्हें पनिशमेंट मिलेगा इतना कहकर आदित्य फिर से कृतिका के होठों पर एक सॉफ्ट किस करता है और उसे छोड़कर सीटी बजाते हुए वहां से चला जाता है वही कृतिका गुस्से में आग बबूला होकर वहीं खड़ी थी और एक टक जाते हुए आदित्य को देख रही थी कुछ देर बाद आदित्य उसके आंखों से ओझल हो जाता है पर फिर भी कृतिका वही खड़ी थी कृतिका अपने होठों को बुरी तरह से रब करते हुए खुद से कहती है अब मैं क्या करूं? यह लड़का क्या सच में यह आदित्य ही था जिसने दोपहर को कहा था मैं उसके टाइप की नहीं हूं और अभी" "कृति तुम इतनी रात को यहां पर क्या कर रहे हो ?" पीछे से कोई कृतिका को आवाज देते हुए कहता है To be continue Crush_Queenदोस्तों अपने प्यारे प्यारे कमेंट जरुर देना.... फॉलो और सब्सक्राइब भी जरूर करिएगा🙏❤

  • 20. Ishq Junoon ❤️ - Chapter 20

    Words: 1979

    Estimated Reading Time: 12 min

    अब आगे कृतिका इस आवाज को सुनकर घबरा जाती है पर फिर भी खुद को शांत करके मुस्कुराते हुए पीछे पलट सामने वाले इंसान को देख कहती है 'तुम यहां पर क्या कर रहे हो हर्ष इतनी रात को ?" "मैं तो बस टहलने आया था पहले सोचा कि टेरेस से टहल लेता हूं पर फिर बाहर ही आ गया लेकिन तुम यहां क्या कर रहे हो ? मैंने पहले पूछा था हर्ष ने मुस्कुरा कर कहा 'वह मैं भी यहां पर टहलने ही आई थी ओके तो अब में घर में जाती हूं इतना कहकर कृतिका जाने लगती है "वैसे बुरा ना मानो तो एक बात कहूं?" हर्ष ने पीछे से पूछा "कौ कौन सी बात ? पूछ पूछो बुरा क्यों मानू ?" कृतिका अपने चेहरे पर जबरदस्ती की स्माइल लाकर बोली "तुम्हारे होठों ऐसे सूजे हुए क्यों है? आई मीन ऐसा लग रहा है जैसे इतना कहते-कहते हर्ष रुक जाता है पर कृतिका हर्ष की आधी बात को समझ चुकी थी और उसकी चेहरा शर्म से झुक गई थी और उसे आदित्य का किस करना याद आ जाती हैं जिसे याद कर कृतिका की धड़कने तेज हो जाती हैं पर फिर भी खुद को नार्मल कृतिका मुस्कुरा कर कहती है "यह तो बस मैं हमेशा अपने लिप्स को बाइट करती रहती हूं ना इस वजह से" "ओह अच्छा सॉरी मुझे कुछ और लगा वैसे तुम्हारी बॉयफ्रेंड नहीं है ?" हर्ष ने कृतिका के साथ चलतेहुए कहा "नहीं तुम जिससे बॉयफ्रेंड की बात कर रहे हो वह नहीं है क्योंकि मुझे अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना है इस सब के लिए मेरे पास टाइम नहीं है पर एक बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड है जो मेरे सबसे क्लोज है वह अभी लंदन गए हैं पढ़ाई के लिए आज ही गयी हैं" कृतिका मुस्कुरा कर जवाब देती है " बह दोनों बातें करते करते घर के सामने पहुंच जाते हैं घर के सामने पहुंचते ही कृतिका कहती है "तुम मेन डोर से अंदर जाओ मैं पीछे की डोर से जाऊंगी क्योंकि पापा को पसंद नहीं है मतलब" "मैं समझ सकता हूं तुम जाओ" हर्ष ने मुस्कुरा कर कहा "थैंक्यू" फिर कृतिका मुस्कुराते हुए वहां से पीछे की और चली गई कृतिका जल्दी से पीछे की डोर से अपने रूम में चली गई और रूम में जाकर वह सबसे पहले वॉशरूम में गई और अपने लिप्स को अच्छे से धोया पर फिर भी कृतिका को बार-बार आदित्य के किस करना याद आ रही थी उसके लिप्स बिल्कुल जख्मी हो गई थी कृतिका के बरहमी से रब करने से और अब उसमें दर्द भी होने लगी थी कृतिका शीशे में खुद को देखते हुए "यार मुझे इतनी गंदी फीर आ रही है ना जितना भी धो लू लग रही है कि उसका सलाइवा भी भी इतना कहते हुए कृतिका अपनी आंखें बंद कर लेती है और खुद को शांत करके "मत सोच उसके बारे में मुझे जल्दी से जल्दी कुछ करना होगा ताकि यह मेरा पीछा छोड़ दे ऐसा चलता रहा तो ना जाने यह मेरे साथ क्या-क्या कर देगा (उदास होकर) आभी तक 12 भी नहीं बजें आभी भी मेरी बार्थडे है और इसने लास्ट तक आज की दिन र्तसब खराब कर दिया इतना सोच कर कृतिका वॉशरूम से बाहर आती है और बेड पर बैठकर सोचने लगती है बहुत देर तक कुछ सोचने के बाद कृतिका को वैसे ही बैठे-बैठे नींद आ जाती है सुबह का वक्त 5:00 पीएम कृतिका के फोन रिंग करती है तो कृतिका वैसे ही नींद में साइड से फोन लेकर कॉल रिसीव करती है और अपने कान में लगाकर नींद भरी आवाज में "हेलो कौन ? आभी क्यों कॉल किया?" "स्वीटहार्ट सुबह हो चुका है 5:00 बज रहे हैं और तुम्हें 1 घंटे के अंदर मेरे घर आना है ज्यादा टाइम नहीं है तुम्हारे पास तो जल्दी से उठो तैयार हो जाओ और मेरे घर आ जाओ नहीं तो तुम्हें पनिशमेंट मिलेगा" इतना कहकर उधर से आदित्य कॉल कट कर देता है आदित्य के बाद सुनकर कृतिका की सारी नींद हावा हो गई थी और वह उठ कर बैड पर बैठ गई थी फिर अपने फोन को गुस्से में कुछ देर घूरती है जैसे वह उसकी फोन ना हो करा आदित्य खूद हो फिर एक गहरी सांस लेकर वॉशरूम में चली जाती है कुछ देर बाद कृतिका एक पिंक कलर की कुर्ती और ब्लैक कलर की जींस पहने बाहर आती है और अपने बेग को लेकर रूम से बाहर निकल जाती है नीचे आते ही कृतिका देखती है उसकी मम्मी घर की काम कर रही थी जिसे देख कर कृतिका अपने मम्मी को कहती है "मम्मी मैं को कॉलेज जा रही हूं बाय और शायद आज भी लेट हो जाऊं प्लीज आप लोग टेंशन मत करना वह एक्स्ट्रा क्लासेस चल रही है ना तो इसी वजह से शायद मैं लेट भी हो जाऊं" इतना कहकर के बाहर जाने लगतीहै 'पर कृति इतनी सुबह अभी तो बस 5:30 बज रहे है बेटा" अनीता जी ने कृतिका को रोकते हुए पूछा "वह मुझे लाइब्रेरी में कुछ काम भी है इसीलिए जल्दी से जा रही हूं ओके बाय मम्मा इतना कहकर कृतिका जल्दी से घर से बाहर निकल जाती है 7:30 बजे कृतिका आदित्य के ब्लैक पैलेस के बाहर खड़ी थी फिर गहरी सांस लेकर वह अंदर चली जाती है अंदर जाते ही वह देखती है बहुत सारे सर्वेट अपने अपने काम कर रहे हैं "कल तो मैंने यहां पर 1 भी सर्वेट को नहीं देखा और आज इतने सारे" "एक्सक्यूज मी सर कहां है? कृतिका ने एक सर्वेट से सवाल किया कृतिका को देख सभी सर्वेट उसे अजीब नजरों से देखते हैं फिर भी एक सर्वेट कहता है "सर अभी जिम में है" "जिम कहां है ?" कृतिका ने फिर से सवाल किया "4th फ्लोर पर है 4th फ्लोर पर जाकर लेफ्ट साइड में जाना बही सर हैं" "थैंक यू" इतना कहकर कृतिका सीरींओ की ओर बढ़ जाती है और सीरींओ से दौड़ते हुए 4th फ्लोर की ओर जाने लगती है कृतिका को सीरींओ से जाते देख एक और सर्वेट कहता है "यह है कौन? और लिफ्ट को छोर यह पैदल जा रही है सीरींओ से लिस्ट में क्यों नहीं चल जाती ?" "इससे हमें क्या? जो चाहे वह करें और सर को ढूंढ रही थी मतलब सर ने ही यहा शायद बुलाया होगा" एक दूसरी सर्वेट कहता है और फिर वह सारे अपने अपने काम करने लगते हैं कुछ देर बाद कृतिका हफ्ते हुए 4th फ्लोर पर पहुंच जाती है और लेफ्ट साइड में जिम के सामने जाकर खड़ी हो जाती है और हांफनेलगती है कुछ देर हाफ के खुद को शांत करने के बाद कृतिका जल्दी से अंदर चली जाती है और अंदर का नजारा देखकर वह फिर से अपनी आंखें बंद कर लेती है और दूसरी साइड मुड़ जाती है वही आदित्य जो इस वक्त बस एक ब्लैक कलर के शॉर्ट्स पहने हुए था उसके पूरे बॉडी पसीने से भीगा हुआ था और चमक रहा था वह इस वक्त बहुत ज्यादा सेक्सी लग रहा था आदित्य जिसके हाथ में इस वक्त दो बड़े-बड़े डंबल थे वह उनको नीचे रख देता है और कृतिका की ओर बढ़ते हुए कहता है "तुम्हें मैंने 1 घंटे के अंदर आने को कहा है और अभी तो 7:30 बजे हैं मतलब तुम एक डेढ़ घंटे लेट हो" आदित्य की बात सुनकर कृतिका वैसे ही अपनी आंखें बंद करके कहती है "में 5:00 बजे उठी हूं फिर फ्रेश होना पड़ा मम्मी को बताना पड़ा और मेरे घर से तुम्हारे घर तक दूरी भी तो इतना है ना इतनी जल्दी आउ कैसे ?" आदित्य कृतिका के बिल्कुल पास चला जाता है और कृतिका के होंठों को देखते हुए "तुम्हारे होठों पर इतनी चोट कैसे लगी ? ऐसा लग रहा है जैसे तुमने इसे बुरी तरह से रब किया हो क्या यह तुमने इसलिए किया क्योंकि मैंने तुम्हें किस किया था स्वीटहार्ट ?" आदित्य की बात सुनकर कृतिका समझ जाती है अगर उसने यह कहा कि उसने खुद अपने होठों को रब किया है तो आदित्य जो पहले से गुस्से में है वह और गुस्सा हो जाएगा जो कृतिका के लिए जरा भी अच्छा नहीं है "ऐसी कोई बात नहीं है वह कल तुमने जबरदस्ती से मुझे किस किया था ना एक्चुअली मुझे किस से एलर्जी है और तुमने मुझे किस किया इसलिए मेरे होंठ ऐसे हो गए कृतिका ने झट से जवाब दिया कृतिका की बात सुनकर आदित्य अपनी आंखें छोटी करके उसे घुरता है फिर उससे थोड़ी दूर जाकर कहता है "तो क्या अब यहां पर खड़े रहने का इरादा है टॉवल लाकर मेरी पसीनो का पोछ दो" आदित्य की बात सुनकर कृतिका अपनी आंखें खोल कर साइड में चारों ओर देखते हुए कहती है "टॉवल कहां है?" "ढूंढ लो यह भी मैं कह दूं आदित्य की बात सुनकर कृतिका चारों और टॉवल ढूंढती हैं एक साइड में उसे कवर्ड दिखती है और उसके अंदर टॉवल भी मिल जाती है कृतिका वहां से एक टॉवल और साइड टेबल से एक वाटर बोतल ले आकर अपनी आंखें बंद करके ही आदित्य के पसीने का उसके बॉडी से साफ करने लगती है और बोतल को आदित्य को दे देती है और इस बीच आदित्य एक पानी पीते हुए एक टक रितिका को देख रहा था कृतिका अपनी आंखें बंध कर आदित्य की पसीने पोछ रही रही थी तभी उसे अपने कमर पर आदित्य का हाथ महसूस होती है जिससे कृतिका की सांसे थम जाती है और वह आदित्य से दूर होने की कोशिश करती है पर अब तक देर हो चुकी थी आदित्य झट कृतिका के होठों पर अपना होंठ रख देता है और कृतिका को किस करने लगता है इस वक्त आदित्य की आंखें बंद था वही आदित्य के इस हरकत से कृतिका की आंखें खुल जाती है और वह आदित्य को खुद से दूर करने की कोशिश करती है पर आदित्य उसे नहीं छोड़ता करीब 10 मिनट तक किस करने के बादजब आदित्य को यह एहसास होता है कि कृतिका अब सांस नहीं ले पा रही तो वह कृतिका को छोड़ता है और कृतिका अपने सीने पर हाथ रखते गहरी गहरी सांस लेने लगती है कृतिका की आंखों में आंसू थी और वह रोते हुए आदित्य को देख रही थी "तुम क्यों ऐसे मेरे फायदा उठा रहे हो ? कल रात भी तुमने मुझे जबरदस्ती किस किया था मैं तुम्हारी हर एक बात मानूंगी पर प्लीज ऐसे मुझे जबरदस्ती किस करना टच करना प्लीज बंद कर दो मुझे यह सब पसंद नहीं है" कृतिका रोते हुए आदित्य से यह सब कह रही थी पर आदित्य को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और वह कृतिका के कमर पकड़ फिर से उसे खुद से चिपका लेता है और कृतिका के चेहरे से उसके बालों को कान के पीछे करके "स्वीटहार्ट तुम्हें क्या पसंद है क्या नहीं मैं यह नहीं देखूंगा मुझे जो पसंद है मैं वह करूंगा और इसका राइट मेरे पास है यो संभाल कर रहना कभी मेरा यह मन ना हो कि मैं तुम्हारे साथ रात बिताउ तब तो इतना कहकर आदित्य कृतिका से दूर हो जाता है और कृतिका के एकदम पास से बाहर जाते हुए कहता है "कॉन्ट्रैक्ट पेपर में सब कुछ लिखा था ना तुम्हें क्या-क्या करना है मेरी सारी बात मानना है तो यहा पर खड़ी रहकर रोना बंद करो और अपनी काम करो" इतना कहकर आदित्य वहां से चला जाता है आदित्य के जाने के बाद कृतिका के चेहरे पर एक इविल स्माइल आ जाती है "मैं तुम्हारी सारी बात मानूंगी तुम्हारी सारी काम कर दूंगी उसके लिए तुम्हें जो भुगतना पड़ेगा सर आप सोच भी नहीं सकते मैं अभीआपके साथ क्या करूंगी मैं अभी कृतिका वर्मा हूं इतना कहकर कृतिका अपने बैग से एक पैकेट निकालती है और उससे प्यार से देखते हुए कहती है "अब तू ही मेरी बदला लेगी अच्छे से काम करना और इतना खुजली करवाना इतना खुजली करवाना कि इसे तरपते देख मेरे दिल को सुकून मिल जाए इतना कहकर कृतिका अपनी आंखों से आंसू पहुंचकर उस पैकेट को अपने बैग में रख लेती है और वह भी जिम से बाहर निकल जाती है To be continue🌹🌹 Crush_Queen👸🏻👸🏻❤ दोस्तों अपने प्यारे प्यारे कमेंट जरुर देना.... फॉलो और सब्सक्राइब भी जरूर करिएगा🙏❤