अभय ठाकुर.......बनारस का एक टॉप बिजनेसमैन.....जिसकी दीवानी थीं पूरी दुनिया.....जो करता था सबके दिलों में राज.....एक दिन मुलाकात होती हैं अभय ठाकुर की एक मासूम सी लड़की आर्या से.....जिसे अभय ठाकुर कर लेता है अपनी दुनिया में कैद.....आखिर क्या होगा जब न... अभय ठाकुर.......बनारस का एक टॉप बिजनेसमैन.....जिसकी दीवानी थीं पूरी दुनिया.....जो करता था सबके दिलों में राज.....एक दिन मुलाकात होती हैं अभय ठाकुर की एक मासूम सी लड़की आर्या से.....जिसे अभय ठाकुर कर लेता है अपनी दुनिया में कैद.....आखिर क्या होगा जब नफरत से मोहब्बत टकराएगी और होगा इन दोनों के दिलों में एक दूसरे के लिए बेपनाह मोहब्बत......
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ठाकुर फॉर्महाउस सुबह का वक्त एक बड़े से किंग साइज बेड पर एक तकरीबन 28 साल एक लड़का बेड पर पीठ के बल सोया हुआ था , उस कमरे मे सुबह होने के बाद भी पूरी तरह अंधेरा छाया हुआ था , देखने पर ही ऐसा लग रहा था की ये रूम इस फॉर्महाउस का सबसे आलीशान और खूबसूरत रूम होगा , उस रूम की दीवारें ब्लू एंड ब्लैक का कलर की थीम की थी और जो इस वक्त काफी अट्रैक्टिव लग रहा था , और उससे भी दिलकश लग रहा था वो शख्स जो इस वक्त उस कमरे मे मौजूद था और खिड़की से आती हुई धूप के कारण इस शख्स का चेहरा हल्का हल्का दिखाई दे रहा था , अचानक फोन की रिंग की आई आवाज से उस शख्स की नींद में थोड़ी हलचल हुई , पर फोन के लगातार बजने की वजह से उस शख्स की नींद खुल गई , और वो शख्स अब काफी गुस्से में उठा और फोन की तरफ देखे बिना ही बोला , " अगर कोई इंपॉर्टेंट बात नही हुई तो तुम अगली सुबह कभी भी नहीं देख पाओगे ,शेरा Disturb करने के लिए soory boss पर उस इंसान का पता चल गया है और इस वक्त वो हमारी कैद मे है , उस शख्स की बात सुनकर शेरा ने कहा वही शेरा की बात सुनकर वो शख्स तिरछा मुस्कुराया और बोला , Good job shera , I am coming और जब तक मैं ना आऊं तब तक उस इंसान की खातिरदारी में कमी नहीं होनी चाहिए Yes boss , जैसा आप कहें ,और इतना कहकर शेरा ने फोन काट दिया और अब बेड पर लेटा हुआ वो शख्स अब उठा तो उसकी पीठ पर बना हुआ वो ईगल का टैटू चमकने लगा , जो देखने में काफी खतरनाक लग रहा था , और उतना ही खतरनाक शख्स था , अभय ठाकुर जी हां ये शख्स था अभय ठाकुर , लगभग 28 साल का एक इंसान जो खुद अपने आप में ही तबाही था , हल्का सावला रंग , ब्राउन आईज , कसी हुई बॉडी , जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि इस शख्स को जिम में पसीना बहाने की आदत होगी रात का समय एक अंधेरा कमरा जहा एक शख्स को रस्सियों से कुर्सी पर बांधा गया था , और वो शख्स अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रहा था , क्योंकि उस शख्स को pta था अगर वो यह से नहीं भागा तो उसकी मौत तय है , पर उसे ये भी पता था अगर वो यहाँ से भाग नहीं पाएगा , फिर भी वो शख्स खुद को छुड़ाने की पूरी कोशिश कर रहा था तभी अचानक दरवाजा खुला और एक शख्स अंदर आया , और इस शख्स को देखकर कुर्सी पर बैठे हुए उस शख्स की सांस हलक में अटक गई , और वो आदमी थर थर कांपने लगा क्योंकि दरवाजे पर खड़ा था , अभय ठाकुर , इस वक्त अभय ने ब्लैक शर्ट और डेनिम जींस पहन रखा हुआ था उसके शर्ट के दो बटन खुले होने के कारण उसका कसा हुआ सीना उसकी शर्ट से इस वक्त बाहर झांक रहा था , इस वक्त अभय काफी हॉट लग रहा था पर सामने बैठे हुए आदमी को अभय के अंदर उसकी मौत नजर आ रही थी , क्योंकि इस वक्त अभय उसे साक्षात मौत का देवता लग रहा था , अभय को देखते ही वह शख्स उसके पैरों में गिरकर गिर गिड़गिड़ाने लगा और बोला , माफ कर दो बॉस मुझसे गलती हो गई दोबारा वैसे गलती नहीं होगी उसकी बात सुनकर अभय तिरछा मुस्कुराया और बोला , दोबारा गलती करने के लिए तेरा जिंदा होना भी जरूरी है , उसकी बात सुनकर वह आदमी और भी कांपने लगा और रोते हुए बोला माफ कर दो मुझे बस में पैसों के लालच में अंधा हो गया था अब ये गुस्ताखी कभी नहीं होगी , बस एक मौका और दे दीजिए प्लीज बॉस प्लीज अभय ने उसके बालों को पकड़ कर ऊपर खींचा और बोला तुझे पता है ना की धंधे में गुस्ताखी मुझे पसंद नहीं फिर भी तूने मेरे साथ गद्दारी की अब इस गद्दारी की सजा तो तुझे मिलने चाहिए ना अगले पल अभय ने अपने कमर में खोशी हुई गन निकाली और उसे शख्स के माथे पर पॉइंट कर दी और अगले पल उसे रात के सुनसान अंधेरे में गोलियों की आवाज गूंज गई क्योंकि अभय ने अपने गन की छह की छह गोलियां उसे आदमी के अंदर घुसा दी उसे आदमी के खून के छीटें अभय के चेहरे पर भी आकर गिरे थे , और अभय इस वक्त किसी हैवान की तरह लग रहा था अभय ने शेरा को आवाज देकर बुलाया और बोला , पता है ना आगे क्या करना है जी बॉस , उसकी बात सुनकर शेरा ने अभय को जवाब दिया , ध्यान रहे आज के बाद यह गुस्ताखी फिर कभी नहीं होनी चाहिए , जी बॉस मैंने उसे आदमी की लाश को देखकर कहा और बोला इसकी लाश को ऐसी जगह ठिकाने लगाना कि इसकी आत्मा को भी शांति ना मिले आखिर से भी तो पता चलना चाहिए अभय ठाकुर से गद्दारी करने का अंजाम इसके बाद अभय वहां से चला गया और शेर उसे आदमी की लाश को ठिकाने लगाना लगा ........रात का समय एक अंधेरा कमरा जहा एक शख्स को रस्सियों से कुर्सी पर बांधा गया था , और वो शख्स अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रहा था , क्योंकि उस शख्स को pta था अगर वो यह से नहीं भागा तो उसकी मौत तय है , पर उसे ये भी पता था अगर वो यहाँ से भाग नहीं पाएगा , फिर भी वो शख्स खुद को छुड़ाने की पूरी कोशिश कर रहा था तभी अचानक दरवाजा खुला और एक शख्स अंदर आया , और इस शख्स को देखकर कुर्सी पर बैठे हुए उस शख्स की सांस हलक में अटक गई , और वो आदमी थर थर कांपने लगा क्योंकि दरवाजे पर खड़ा था , अभय ठाकुर , इस वक्त अभय ने ब्लैक शर्ट और डेनिम जींस पहन रखा हुआ था उसके शर्ट के दो बटन खुले होने के कारण उसका कसा हुआ सीना उसकी शर्ट से इस वक्त बाहर झांक रहा था , इस वक्त अभय काफी हॉट लग रहा था पर सामने बैठे हुए आदमी को अभय के अंदर उसकी मौत नजर आ रही थी , क्योंकि इस वक्त अभय उसे साक्षात मौत का देवता लग रहा था , अभय को देखते ही वह शख्स उसके पैरों में गिरकर गिर गिड़गिड़ाने लगा और बोला , माफ कर दो बॉस मुझसे गलती हो गई दोबारा वैसे गलती नहीं होगी उसकी बात सुनकर अभय तिरछा मुस्कुराया और बोला , दोबारा गलती करने के लिए तेरा जिंदा होना भी जरूरी है , उसकी बात सुनकर वह आदमी और भी कांपने लगा और रोते हुए बोला माफ कर दो मुझे बस में पैसों के लालच में अंधा हो गया था अब ये गुस्ताखी कभी नहीं होगी , बस एक मौका और दे दीजिए प्लीज बॉस प्लीज अभय ने उसके बालों को पकड़ कर ऊपर खीचाऔर बोला तुझे पता है ना की धंधे में गुस्ताखी मुझे पसंद नहीं फिर भी तूने मेरे साथ गद्दारी की अब इस गद्दारी की सजा तो तुझे मिलने चाहिए ना अगले पल अभय ने अपने कमर में खोशी हुई गन निकाली और उसे शख्स के माथे पर पॉइंट कर दी और अगले पल उसे रात के सुनसान अंधेरे में गोलियों की आवाज गूंज गई क्योंकि अभय ने अपने गन की छह की छह गोलियां उसे आदमी के अंदर घुसा दी उसे आदमी के खून के छीटें अभय के चेहरे पर भी आकर गिरे थे , और अभय इस वक्त किसी हैवान की तरह लग रहा था अभय ने शेरा को आवाज देकर बुलाया और बोला , पता है ना आगे क्या करना है जी बॉस , उसकी बात सुनकर शेरा ने अभय को जवाब दिया , ध्यान रहे आज के बाद यह गुस्ताखी फिर कभी नहीं होनी चाहिए , जी बॉस मैंने उसे आदमी की लाश को देखकर कहा और बोला इसकी लाश को ऐसी जगह ठिकाने लगाना कि इसकी आत्मा को भी शांति ना मिले आखिर से भी तो पता चलना चाहिए अभय ठाकुर से गद्दारी करने का अंजाम इसके बाद अभय वहां से चला गया और शेरा उस आदमी की लाश को ठिकाने लगाना लगा.......