आलीशान महल में एक लड़की बेड पर बैठी रो रही थी और उसके सामने बैठा वह आदमी पागलों की तरह हंस रहा था वह लड़की खुद को पीछे करके कहती है मैं तुम्हें कभी माफ नहीं करूंगी तुमने मुझे मेरा सब कुछ ही लिया मेरा प्यार मेरा परिवार सब कुछ और मेरा सब कुछ छीन कर तुम... आलीशान महल में एक लड़की बेड पर बैठी रो रही थी और उसके सामने बैठा वह आदमी पागलों की तरह हंस रहा था वह लड़की खुद को पीछे करके कहती है मैं तुम्हें कभी माफ नहीं करूंगी तुमने मुझे मेरा सब कुछ ही लिया मेरा प्यार मेरा परिवार सब कुछ और मेरा सब कुछ छीन कर तुम्हें ऐसा लगता है कि मैं तुम्हें माफ करके अपना लूंगी तुम एक पति होने का दर्जा दूंगी तो यह कभी नहीं होगा मैं तुम्हें कभी अपना नहीं बनाऊंगी कभी भी नहीं। वह आदमी उसे लड़की के चेहरे को देखते हुए अपनी डरावनी आवाज में कहता है मैं तुमसे कब कहा कि तुम मुझे अपना मैंने कब कहा कि मैं तुमसे प्यार करता हूं मैं तो तुमसे बदला लेना चाहता था तुम्हें अपनी खूबसूरती पर बहुत घमंड था ना बस उसे घमंड को तोड़ना चाहता था तुमने मुझे छोड़कर उसे दो कौड़ी के आदमी से सगाई की थी ना बस वही तुम्हें और उसको तुम दोनों को तुम्हारी औकात दिखाना चाहता था। और आप तुम मेरे पिंजरे में कैद ll
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एक आलीशान महल में एक लड़की बेड पर बैठी रो रही थी और उसके सामने बैठा वह आदमी पागलों की तरह हंस रहा था। वह लड़की खुद को पीछे करके कहती है, "मैं तुम्हें कभी माफ़ नहीं करूंगी। तुमने मुझसे मेरा सब कुछ छीन लिया, मेरा प्यार, मेरा परिवार, सब कुछ। और मेरा सब कुछ छीनकर तुम्हें ऐसा लगता है कि मैं तुम्हें माफ़ करके अपना लूंगी? तुम्हें एक पति होने का दर्जा दूंगी? तो यह कभी नहीं होगा। मैं तुम्हें कभी अपना नहीं बनाऊंगी, कभी भी नहीं।"
वह आदमी उस लड़की के चेहरे को देखते हुए अपनी डरावनी आवाज में कहता है, "मैंने तुमसे कब कहा कि तुम मुझे अपना मानो? मैंने कब कहा कि मैं तुमसे प्यार करता हूँ? मैं तो तुमसे बदला लेना चाहता था। तुम्हें अपनी खूबसूरती पर बहुत घमंड था ना? बस, उस घमंड को तोड़ना चाहता था। तुमने मुझे छोड़कर उस दो कौड़ी के आदमी से सगाई की थी ना? बस वही तुम्हें और उसको, तुम दोनों को तुम्हारी औकात दिखाना चाहता था।"
"और अब तुम मेरे पिंजरे में कैद हो चुकी हो, और इस पिंजरे से तुम्हें कभी आज़ादी नहीं मिलेगी। तुम मरना चाहोगी तो मौत नहीं मिलेगी, जीना चाहोगी तो जिंदगी नहीं मिलेगी। और हाँ, तुम इस घर में मेरी पत्नी नहीं, बल्कि इस घर में मेरी नौकरानी बनकर रहोगी। मैं तुम्हें इतना टॉर्चर करूंगा कि तुम्हें अफ़सोस होगा उस दिन पर जिस दिन तुमने मुझे छोड़ उस दो कौड़ी के लड़के को चुना था। और मेरी एक बात हमेशा याद रखना, मैं तुम्हें ना जीने दूंगा और ना ही मरने दूंगा।"
वह लड़की उस आदमी के सामने अपने हाथ जोड़कर कहती है, "मुझे माफ़ कर दो, मुझसे गलती हो गई। लेकिन मैं तुमसे प्यार नहीं करती थी तो मैं तुमसे कैसे शादी कर लेती? तुम उम्र में मुझसे इतने बड़े थे। मैं मासूम 18 साल की लड़की थी, तुम्हें 35 साल के इंसान से कैसे शादी कर लेती? आप बताइए, मैं आपकी बेटी की उम्र की हूँ और आप मुझसे शादी करना चाहते थे। इसलिए मैंने आपको छोड़कर अपने दोस्त से शादी करने के बारे में सोचा, वरना प्यार तो मैं उससे भी नहीं करती थी।"
वह आदमी उस लड़की के बालों को पकड़ कर अपनी तरफ खींच कर कहता है, "मुझे उस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता। अगर तुम मुझे जाकर मना करती, तो मैं खुद शादी से मना कर देता। लेकिन तुमने पूरे समाज के सामने मुझे ठुकराया था, मेरी बेइज्जती की थी, मेरी इंसल्ट की थी। उसका बदला तो मुझे लेना ही था और ले लिया। अब तुम जियो या मरो, मुझे कोई मतलब नहीं है।"
"मेरी एक बात हमेशा याद रखना कीर्ति, तुम इस घर में एक सजावट का सामान हो।" कीर्ति अपना चेहरा उस आदमी की तरफ करके कहती है, "और मैं तुम्हारे इस पिंजरे में नहीं रहूंगी। यह मेरा आखिरी फैसला है। मैं चाहे मर जाऊं, लेकिन तुम्हारी दुनिया में कभी नहीं रहूंगी।" और जल्दी से भाग कर खिड़की से नीचे कूद जाती है।
जब वह नीचे कूदी थी तो उसके चेहरे पर एक अलग ही चमक, एक अलग ही खुशी थी, क्योंकि वह किसी की कैद में रहने वाली लड़की नहीं थी। वह एक आज़ाद पंछी थी और आज़ाद पंछी आसमान में अच्छा लगता है।
जैसे ही कीर्ति नीचे गिरने के लिए भागी थी वैसे ही वह आदमी उसके पीछे भागा लेकिन तब तक कीर्ति नीचे गिर चुकी थी। वह गुस्से की भावना लिए नीचे देख रहा था, लेकिन तब तक कीर्ति इस दुनिया के हर बंधन से आज़ाद हो चुकी थी।
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एक आलीशान कमरे में एक लड़की चेयर पर बैठी हुई थी और उसके आसपास कुछ लड़कियां उसे तैयार कर रही थी अचानक से वह लड़की हड़बड़ा कर बैठ जाती है और इधर-उधर अपनी नज़रें करती है खुद को कमरे में और दुल्हन के रूप में पाकर वह लड़की हैरानी से चारों तरफ देखती है तो उसे अपने आसपास अनजान लोग दिखाई देते हैं ll
वह लड़की अपने मन में रहती है करती तू तो मर चुकी थी ना फिर तू यहां कैसे आ गई और यह तू कहां है तभी कीर्ति की नजर अपने चेहरे और खुद के वजूद पर जाती है तो वह हैरानी से सामने देखने लगती है और अपने चेहरे को बार-बार छूकर खुद को यकीन दिलाने की कोशिश कर रही थी कि वह खुद है या कोई और वही उसके पास बैठी वह सारी मेकअप आर्टिस्ट उसे पागल समझ रही थी तभी करती खुद को स्ट्रांग बना उन सब की तरफ देखकर कहती है यहां से थोड़ी देर के लिए बाहर जाओ जब मैं बुलाऊं तब आना.....
कीर्ति आईने में खुद को देखकर कहती है करती है तू कहां फंस गई जाकर क्या उसने तुझे पकड़ लिया लेकिन अगर पकड़ लिया था तो तेरी तो शादी हो चुकी थी फिर दोबारा से शादी और यह चेहरा किसका है यह मैं नहीं हूं यह मेरा शरीर नहीं है मैं खूबसूरत थी लेकिन इतनी खूबसूरत नहीं थी जितनी यह लड़की है यह तो आसमान से उतरी हुई किसी अप्सरा की तरह है फिर मैं इसके अंदर कैसे या मैं कोई सपना देख रही हूं.......
कीर्ति कमरे में चारों तरफ देखने की कोशिश कर रही थी तभी उसकी नजर सामने दीवार पर लगी एक पेंटिंग पर जाती है जिसमें दो लड़कियां एक दूसरे के आसपास खड़ी थी फिर वह चारों तरफ देखती है तब जाकर उसे एहसास होता है कि यह तो उसे novel की कहानी है जो वह अपनी शादी के दिन पढ़ रही थी इसका मतलब वह मरकर एक novel में कैद हो गई.....
Kirti आईने में खुद को देखकर कहती है अगर मैं गलत नहीं हूं तो यह वह वक्त है जब उसे नवल की विलेन ने अपनी बहन की जगह खुद उसे हीरो से शादी की थी और वह हीरो उसे इतनी नफरत करने लगा था कि वह तुरंत थी उसे मंडप पर छोड़ हमेशा हमेशा के लिए चला गया था उसके बाद उसकी दर्दनाक मौत हुई थी इन सब में उसका पति उसकी बहन उसका परिवार उसके दोस्त रिश्तेदार सब शामिल थे तब जाकर उसे पता चला था कि यह जल उसके लिए बनाया गया था जिसमें उसने फंस कर खुद की ही जिंदगी पर बात कर ली थी यह सब याद आकर कीर्ति का शरीर कांपने लगता है क्योंकि इस नॉवेल की विलेन की मौत बहुत बुरी तरीके से हुई थी ll
तभी कीर्ति को याद आता है इस लड़की का नाम रूहानी राय है और यह परिवार इसका अपना नहीं है बल्कि यह इसके मां का परिवार है रूहानी के मां पापा बचपन में ही मर गए थे इसीलिए रूहानी के मामा ने उसकी परवरिश की थी और वह लड़की रूहानी के मां की बेटी थी इन लोगों ने रूहानी की प्रॉपर्टी पाने के लिए यह सारा नाटक किया था और इन सब में जाने अनजाने उसका पति भी शामिल था क्योंकि वह रूहानी से नफरत करता था क्योंकि रूहानी ने प्रिया की जगह ली थी l
दुनिया का जाना माना बिजनेसमैन अंडरवर्ल्ड का माफिया किंग और मिस्टीरियस मेन मृत्युंजय शेखावत मृत्युंजय और प्रिया बचपन से ही एक दूसरे के साथ रहे थे और रूहानी हमेशा से हॉस्टल में तब उसे लगता था उसकी फैमिली उसे इंडिपेंडेंस बनाने के लिए खुद से दूर रखती है लेकिन बाद में उसे पता चला अपने मरते वक्त के बोलो उसे हमेशा ही दुनिया की नजरों से छुपा कर रखते थे सुरेश राय की बेटी प्रिया राय थी ना के रूहानी राय ll
कीर्ति आईने में खुद को देखकर कहती है तुम लोगों से जो रूहानी प्यार करती थी वह मर चुकी है अब जो रूहानी तुम्हारे सामने है वह करती है और कीर्ति जैसे को तैसा देने में यकीन रखती है अब तुम देखते जाओ कैसे मृत्युंजय शेखावत के हाथों ही तुम सब लोगों को मौत के घाट उतरवर्ती हूं मैं और तुरंत ही अपना फोन उठा कर उसे अनलॉक करने के लिए सोचती है तभी धीरे-धीरे कृति को रहने की सारी यादें याद आने लगते हैं और प्रीति जल्दी से मृत्युंजय का नंबर देख उसे पर एक मैसेज करती है और और उसे अपने कमरे में आने को कहती है अर्जेंट बात करने के लिए ll
मृत्युंजय शेखावत कीर्ति के कमरे में मौजूद था पहले तो मृत्युंजय की खूबसूरती हैंडसम ने उसको देखकर कीर्ति को जाती है लेकिन जबसे रूहानी का अतीत याद आता है तब कीर्ति खुद को संभाल कर मृत्युंजय की तरफ देखकर कहती है देखिए मिस्टर शेखावत प्रिया दीदी पर शादी से भाग गई वीडियो है वह आपसे नहीं बल्कि किसी और से प्यार करती हैं और उन्होंने मुझे यह दुल्हन बनाकर बैठने के लिए बोला था लेकिन मैं आपको धोखा नहीं देना चाहती थी इसलिए मैंने आपको बुलाकर आपको सब कुछ बता दिया अब आपका फैसला है कि आप क्या चाहते हैं जैसे-जैसे मृत्युंजय वह चैटिंग वह वीडियो सब कुछ देख रहा था उसका चेहरा गुस्से से काला पड़ता जा रहा था ll
मृत्युंजय का रिएक्शन देखा करती मां ही मन मुस्कुरा रही थी क्योंकि वह जानती थी जब प्रिया उसके बॉयफ्रेंड और उसके मामा मामी के साथ क्या होने वाला है लेकिन पड़ता था ऐसा भी कुछ था जो अभी सिर्फ वहां नहीं जानती थी कोई और नहीं मृत्युंजय 2 मिनट शांत रहकर रहने की तरफ देखकर करता है मुझसे शादी करोगी क्योंकि मैं यहां से बिना दुल्हन दिए तो जाऊंगा नहीं और नहीं अपने परिवार की बेइज्जती होते हुए देख सकूं लेकिन आप शादी मृत्युंजय प्रिया की नहीं बल्कि मृत्युंजय और रूहानी की होगी और वह भी पूरी दुनिया के सामने हो मैं उसे लड़की को अपने आसानी से छोड़ने वाला नहीं हूं जिसने मेरी इज्जत को भरे बाजार में काम करने की कोशिश की है ll
अब दुनिया देखेगी मृत्युंजय शेखावत का तांडव और प्रिया और उसकी फैमिली जाने की जब किसी को धोखा देते हैं तो कैसा लगता है ll
क्या करने वाला है मृत्युंजय राय फैमिली के साथ क्या रूहानी ने जो कुछ मृत्युंजय को बताया था वह सच था या कोई मनगढ़ंत कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में....
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मृत्युंजय का रिएक्शन देखा करती मां ही मन मुस्कुरा रही थी क्योंकि वह जानती थी जब प्रिया उसके बॉयफ्रेंड और उसके मामा मामी के साथ क्या होने वाला है लेकिन पड़ता था ऐसा भी कुछ था जो अभी सिर्फ वहां नहीं जानती थी कोई और नहीं मृत्युंजय 2 मिनट शांत रहकर रहने की तरफ देखकर करता है मुझसे शादी करोगी क्योंकि मैं यहां से बिना दुल्हन दिए तो जाऊंगा नहीं और नहीं अपने परिवार की बेइज्जती होते हुए देख सकूं लेकिन आप शादी मृत्युंजय प्रिया की नहीं बल्कि मृत्युंजय और रूहानी की होगी और वह भी पूरी दुनिया के सामने हो मैं उसे लड़की को अपने आसानी से छोड़ने वाला नहीं हूं जिसने मेरी इज्जत को भरे बाजार में काम करने की कोशिश की है ll
अब दुनिया देखेगी मृत्युंजय शेखावत का तांडव और प्रिया और उसकी फैमिली जाने की जब किसी को धोखा देते हैं तो कैसा लगता है ll
मृत्युंजय रूहानी का हाथ पड़कर कमरे से बाहर आता है और सीधा मंडप की तरफ चला जाता है सब लोग हैरानी से रूहानी और मृत्युंजय को देख रहे थे तभी मृत्युंजय के दादाजी अपनी छड़ी को जमीन में पटकते हुए कहते हैं यह क्या कर रहे हो मृत्युंजय तुम्हारी शादी प्रिया से हो रही है तो तुम रूहानी बिटिया के साथ क्या कर रहे हो ll
मृत्युंजय गुस्से और नफरत से रो परिवार की तरफ देखकर कहता है प्रिया इस मंडप में नहीं आएगी दादाजी क्योंकि वह मंडप छोड़कर भाग गई है और एक भागी हुई लड़की से मृत्युंजय शेखावत कभी शादी नहीं करेगा क्योंकि मृत्युंजय शेखावत के लिए अपनी इज्जत मान मर्यादा बहुत कीमती है जो लड़की शादी के मंडप तक मेरा साथ में निभा सकी वह शादी के बाद मेरा क्या ही साथ निभाएगी ll
सारे मेहमान हैरानी से मृत्युंजय और राय फैमिली की तरफ देख रहे थे वहीं राय फैमिली मृत्युंजय की बात सुनकर हैरान परेशान हो चुकी थी क्योंकि उनका प्लान यह नहीं था लेकिन उनका प्लान बर्बाद कैसे हुआ कैसे प्रिया के बारे में मृत्युंजय को पता चला कैसे मृत्युंजय को पता चला कि घूंघट में प्रिया नहीं बल्कि रूहानी है यही सब बातें सोचते हुए उनकी नजर रूहानी पर गई जो अपना सर नीचे झुका कर खड़ी थी वह इन सब का जिम्मेदार रूहानी को ही मानने लगे थे जो सच भी था ll
मृत्युंजय पंडित जी की तरफ देखकर कहता है अगर आपको अपनी जान प्यारी नहीं है तो बैठी रही है अगर प्यारी है तो जल्दी से शादी संपन्न कराया पंडित जी जल्दी-जल्दी से अपने मंत्र पढ़ने लगते हैं अब कोई कुछ नहीं बोलता मृत्युंजय रूहानी को लेकर मंडप पर बैठ जाता है थोड़ी ही देर में मृत्युंजय और रूहानी की शादी हो जाती है जहां रूहानी के दिल में सुकून था वही मृत्युंजय के दिल में नफरत की आज चल रही थी रूहानी आसमान की तरफ अपनी नज़रें करके कहती है मैंने अपनी तकदीर बदल दी महादेव अब यह रूहानी उसे रूहानी की तरह नहीं मारेगी अब कीर्ति अपनी सच्ची मोहब्बत को ऐसे नहीं जाने देगी ll
शादी संपन्न होने के बाद मृत्युंजय मंडप पै से रूहानी को लेकर खड़ा होता है l और अपने दादाजी के पास आकर उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेता है और वहां ने का हाथ कस के पकड़ कर सब की तरफ देखकर कहता है आज से रूहानी मृत्युंजय शेखावत है आज के बाद उसकी राय परिवार से कोई रिश्ता नहीं है शेखावत की थी और उसके साथ ही रहेगी आज के बाद तुम्हारा इस परिवार से कोई रिश्ता नहीं होगा रूहानी की आंखों में आंसू थे लेकिन यह आंसू दुख और दर्द की नहीं बल्कि खुशी के थे जिस बात को कोई समझ नहीं पाया था सबको लग रहा था कि वह मृत्युंजय के फैसले से दुखी है ll
मृत्युंजय तुरंत रूहानी का हाथ पकड़ उसे मंडप से और होटल से बाहर निकल जाता है वहीं मृत्युंजय के पीछे ही पूरा शेखावत परिवार भी चला जाता है शेखावत परिवार के जाने के बाद एक-एक करके सारी मेहमान वहां से निकल जाते हैं l
रॉय परिवार सदमे में खड़ा था वह पूरी तरीके से बर्बाद हो चुके थे क्योंकि मृत्युंजय शेखावत ने उनसे सारे रिश्ते खत्म कर दिए थे थोड़ी देर बाद वहां प्रिया आती है और उसके साथ-साथ रोहन भी रोहन और प्रिया एक साथ खड़े हुए थे तभी प्रिया के पापा उसको खींचकर एक थप्पड़ मारते हैं और कहते हैं तुम्हारे प्लान के चक्कर में हम सब पर बात हो चुके हैं मृत्युंजय को पता चल गया था कि घूंघट में तुम नहीं बल्कि रूहानी थी और रूहानी से शादी करके उसे यहां से लेकर चला गया और हम बर्बाद हो गए उसने हमसे अपने सारे बिजनेस और पर्सनल रिलेशन खत्म कर दिए हैं ll
प्रिया अपने बालों में अपने हाथ घुमाते हुए कहती है आप लोग क्यों टेंशन ले रहे हो और वहां रूहानी किस दिन काम आएगी फिर से उसे अपनी बातों की जाल में फंसा देते है झूठे प्यार में फसाइये और उसे मृत्युंजय शेखावत के खिलाफ खड़ा कर दीजिए फिर देखना मृत्युंजय कैसे रूहानी को अपने घर से मार कर बाहर निकलता है और मुझसे शादी करता है सब लोगों को प्रिया की बात सही लगती है लेकिन अनजान थे वह इस बात से की यह वह रूहानी नहीं थी जिसे वह जानते थे बल्कि यह रूहानी के शरीर में करती थी जो अपनों के साथ बहुत अच्छी और बुरो के साथ बहुत बुरी थी ll
सुनसान रास्ते पर एक साथ 40 से 50 गाड़ियां दौड़े जा रही थी उन्हें सब गाड़ियों के बीच में एक गाड़ी में मृत्युंजय और रूहानी बैठे हुए थे रूहानी पीछे छुटे हुए उसे शहर को देख रही थी वहीं मृत्युंजय की नजरे ना चाहते हुए भी अपने पास बैठी रूहानी पर जा रही थी और वहां से पहले भी मिला था लेकिन उसे रूहानी और इस रूहानी में कुछ तो अंतर था ll
मृत्युंजय की नजरे ना चाहते हुए भी रूहानी से है ही नहीं रही थी ऐसा लग रहा था कि यह रूहानी वह रूहानी है ही नहीं मृत्युंजय जानता था मृत्युंजय अपना सर झटका अपने लैपटॉप में काम करने लगता है 5 घंटे सफर के बाद मृत्युंजय की कार शेखावत मेंशन के आगे आकर रूकती है शेखावत मेंशन में पता चल चुका था इसीलिए बहुत सिंपल तरीके से रूहानी का गृह प्रवेश किया जाता है छोड़ दिया जाता है किसी ने रूहानी से कुछ नहीं कहा था और ना ही मृत्युंजय की डर की वजह से किसी बात का जिक्र किया गया था ll
तभी अचानक रूहानी के पैरों के पास कुछ जाकर गिरता है चार कदम पीछे हट जाती है ऐसा क्या किया है रूहानी के साथ के रूहानी इतना डर गई जाने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड ll
मृत्युंजय की नजरे ना चाहते हुए भी रूहानी से है ही नहीं रही थी ऐसा लग रहा था कि यह रूहानी वह रूहानी है ही नहीं मृत्युंजय जानता था मृत्युंजय अपना सर झटका अपने लैपटॉप में काम करने लगता है 5 घंटे सफर के बाद मृत्युंजय की कार शेखावत मेंशन के आगे आकर रूकती है शेखावत मेंशन में पता चल चुका था इसीलिए बहुत सिंपल तरीके से रूहानी का गृह प्रवेश किया जाता है छोड़ दिया जाता है किसी ने रूहानी से कुछ नहीं कहा था और ना ही मृत्युंजय की डर की वजह से किसी बात का जिक्र किया गया था ll
तभी अचानक रूहानी के पैरों के पास कुछ जाकर गिरता है चार कदम पीछे हट जाती है ऐसा क्या किया है रूहानी के साथ के रूहानी इतना डर गई...
रूहानी जब अपने पैरों के पास पड़ी हुई फोटोस को देखते हैं तो उसकी आंखों में नफरत उतर आती है क्योंकि वह फोटो पर मृत्युंजय और प्रिया के थे की सब देखकर उसे बहुत गुस्सा आ रहा था लेकिन वह अपने गुस्से को अपने अंदर ही सबमिट कर रख लेते हैं ll
ऊपर से तेज आवाज सुनकर घर के सारे मेंबर भी कहीं जाकर खड़े हो जाते हैं जहां रूहानी के पैरों के पास वह फोटोग्राफ्स टूटी हुई पड़ी थी सब लोग एक दूसरे को देखते हैं फिर रूहानी को रूहानी के चेहरे पर कुछ दर्द की लकीरें दिखाई दे रही थी रूहानी ko देखकर सबको बहुत बुरा लगता है ll
अपने कमरे के बाहर पूरी फैमिली मेंबर्स को देखकर मृत्युंजय गुस्से में उनकी तरफ देखा है तभी मृत्युंजय की नजरे रूहानी के ऊपर जाकर ठहर जाती हैं रूहानी को देखा और उसकी आंखों में आंसू देख मृत्युंजय को बहुत बुरा लगता है फिर वह जल्दी से सर्वेंट को बुला उन सारी फोटोस को बाहर दिखा देता है और पूरे कमरे को अच्छे से साफ कर देता है अब कमरे में प्रिया की कोई भी याद मौजूद नहीं थी मृत्युंजय ने हर एक चीज को वहां से बाहर फेंकवा दिया था जो प्रिया की पसंद की थी ll
मृत्युंजय अपनी खतरनाक और ठंडी आवाज में सब की तरफ देखकर कहता है यहां क्या कोई सर्कस लगा हुआ है जो आप सब लोग यहां कर खड़े होकर चाहिए यहां से और अपने-अपने कमरे में आराम कीजिए और हां मैं कल सुबह होते ही वापस अपने मेंशन चला जाऊंगा तो मुझे परेशान करने की कोई जरूरत नहीं है आप लोगों को आप लोगों के कहने से ही शादी कर रहा था ना मैं क्या हुआ भाग गई आपकी पसंद की हुई लड़की मंडप से.....
दादाजी मृत्युंजय की तरफ देखकर कहते हैं भले ही वह लड़की हमारी पसंद की थी लेकिन प्यार तो तुम भी उसे करते थे पसंद तो तुम भी उसे करते थे तो इन सब गलतियों का इल्जाम हमारे ऊपर तो नहीं लगा हो तो अच्छा है तुमने खुद इस बार इंसान को पहचानने में गलती करी है और आप वही गलती तुम दोबारा कर रहे हो रूहानी बहू के सामने इस तरह पेश नहीं आना चाहिए था मृत्युंजय गुस्से में अपने दादाजी की तरफ देखा है लेकिन वह कुछ नहीं कहता कि वह जानता था गलती उसकी भी है ll
मृत्युंजय रूहानी का हाथ पकड़ उसे कमरे के अंदर कर लेता है और बाकी सब के मुंह पर ही कमरे का गेट बंद कर देता है कमरे में आकर मृत्युंजय रूहानी का हाथ छोड़कर कहता है जानता हूं इतनी जल्दी इन सब चीजों की आदत नहीं होगी लेकिन आज मैं तुमसे एक वादा करता हूं प्रिया का मेरी जिंदगी में कोई वजह नहीं है शादी के साथ फेरे और सारे रीति रिवाज निभाते वक्त मैं अपने मन में प्रिया के लिए जो भी फीलिंग थी सबको इस हवन कुंड में जला कर राख कर दिया है इसीलिए मेरी तरफ से कोई परेशानी नहीं है ll
सुहानी मृत्युंजय के हाथ को पकड़ उसे सोफे पर बिठाकर रहती है मैं आज आपसे एक वादा करती हूं मेरा और आपका भले ही रिश्ता समझौते पर जुड़ा हुआ हो लेकिन मैं कभी भी किसी दूसरे आदमी के करीब नहीं जाऊंगी जब तक हमारी यह शादी है तब तक यह रोहणी सिर्फ और सिर्फ अपने पति की है और अगर आपने मुझे धोखा देने की कोशिश की या मुझे पता चला आप किसी भी तरह से प्रिया से रिलेटेड है तो वह दिन हमारे रिश्ते का आखिरी दिन होगा हमेशा याद रखना इस बात को ll
मिस्टर शेखावत मैं सब कुछ बर्दाश्त कर सकती हूं लेकिन रिश्तों में धोखेबाजी और सौदेबाजी नहीं हमारी शादी किन भी हालातो में हुई हो कैसे भी हुई हो लेकिन हमने अग्नि के साथ तेरे लिए हैं सिंधु और मंगलसूत्र की रस्म निभाई है तो मैं इसे अपनी आंखें सांस तक निभाउ जिस दिन आपको लगे कि आप इस रिश्ते को नहीं निभा सकते हैं तो सिर्फ एक बार बोल दीजिएगा पर धोखा कभी मत दीजिएगा क्योंकि मैं गलती तो माफ कर सकती हूं लेकिन धोखा बिल्कुल भी नहीं ll
मृत्युंजय रूहानी की तरफ देखकर कहता है मुझे भी रिश्तों में धोखेबाजी और सौदेबाजी पसंद नहीं है हां शादी से पहले मैं प्रिया से प्यार करता था उसे पसंद करता था लेकिन वह प्यार था या अट्रैक्शन यह मुझे नहीं पता क्योंकि आज तक मेरी जिंदगी में कोई लड़की नहीं आई प्रिया मेरी जिंदगी में आने वाली पहली लड़की थी और तुम मेरी जिंदगी में आने वाली आखिरी लड़की हो तुम्हारे बात मेरी जिंदगी में कोई नहीं आएगा पहले के बाद दूसरी आने की संभावना रहती है लेकिन आखिरी आने के बाद सारी संभावनाएं खत्म हो जाती है ll
मृत्युंजय सोफे पर से उठकर खड़ा होता है और अपने कपड़े निकाल कर वॉशरूम की तरफ जाते हुए कहता है कपड़े चेंज कर लो तुम्हारी जरूरत का सारा सामान रखा है तो यह इतने भारी भरकम कपड़े पहन कर रखने की कोई जरूरत नहीं है 10 मिनट बाद मृत्युंजय अपने कपड़े चेंज करके बाहर आता है तो देखा है कि अभी भी रूहानी ऐसे ही खड़ी थी और वहां की तरफ एक नजर देख बेड पर जाकर लेट जाता है और कहता है अगर तुम्हें पूरी रात ऐसे ही खड़े रहने का मन है तो तुम रह सकती हो लेकिन मुझे बहुत नींद आ रही है इसीलिए मैं लाइट ऑफ कर रहा हूं ll
रूहानी मृत्युंजय की तरफ देखकर कुछ कहती है जिसे सुन मृत्युंजय झटके से बिस्तर पर उठकर बैठ जाता है वही अपनी बात कहने के बाद रूहानी की आंखों में आंसू की धारा बह जाती है ऐसा क्या कहा रूहानी ने मृतुन्जय से किस वजह से थे रूहानी की आंखों में आंसू जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में ll
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रूहानी मृत्युंजय की तरफ देखकर कहती है वह कपड़े मेरे साइज के नहीं बल्कि प्रिया के साइज के हैं और मुझे कोई शौक नहीं है किसी दूसरे के कपड़े पहनने का और जब आपको मुझसे शादी करनी थी तो शादी के बाद आपने यह सब चेंज क्यों नहीं करवाया या आप मुझे यह बताना चाहते हैं कि मैं एक सब्सीट्यूट ब्राइड हूं जिसे अचानक से ही मंडप पर बिठा दिया गया ll
रोहणी की बातें सुन मृत्युंजय अपनी आंखें बंद कर लेता है और कहता है सॉरी ध्यान नहीं रहा था मैं यह भी सब ठीक बताऊं यहां से वह तुरंत ही बटर को कॉल कर अपने कमरे में मौजूद हर एक समान को वहां से बाहर फेंकवा देता है रोहणी यह सब कुछ खड़े होकर देख रही थी उसकी आंखों में एक अजीब सी चमक और और खुशी थी वह डस्टबिन की तरफ देखकर कहती है मैं तुमसे तुम्हारा सब कुछ ना छीन लिया ना प्रिया तो मेरा भी नाम सुहानी सी कहावत नहीं तुमने मुझे मेरा सब कुछ छीना था अब मेरी बारी तुमने तो मुझे मेरी सांसों तक छीन ली थी लेकिन मैं तुम्हारी सांसों को इतनी जल्दी तुमसे जुदा नहीं होने दूंगी तो मैं इस दुनिया में ना रखना दिखाई ना तो मेरा नाम बदल देना ll
और मेरे इस बदले की शुरुआत तुमसे ही होगी क्योंकि मैं मृत्युंजय को तुमसे नफरत करने पर इस कदर मजबूर कर दूंगी कि वह तुम्हारी शक्ल क्या तुम्हारा जिक्र तक से नफरत करेगा अभी तक उसे तुम्हारी सच्चाई आदि पता चली है अभी आदि सच्चाई अभी पता चलेगी तब जाकर उसके दिमाग से बहुत उतरेगा मोहब्बत का और जो मेरा है उसे मुझे कोई नहीं छीन सकता शादी के बाद मृत्युंजय सिर्फ और सिर्फ मेरा है और मैं उसे किसी और के लिए नहीं छोड़ सकती भले ही मुझसे प्यार ना करें लेकिन मेरे साथ इस रिश्ते में बंद करो उसे हमेशा रहना होगा और मुझे फिर अपने बच्चों को भी तो इस दुनिया में लाना है जिसे मैं तुम्हारी वजह से खाया था ll
मृत्युंजय अभी भी सबर के नीचे खड़ा अपनी भावनाओं से लड़ रहा था उसे समझ नहीं आ रहा था कि एक रात में उसकी पूरी दुनिया कैसे बदल गई क्या वह प्रिया को जान नहीं पाया था या ऐसा कुछ था जिसके बारे में वह नहीं जानता था यही सब बातें उसके दिमाग में चल रही थी वही अपने फोन में रूहानी एक वीडियो मृत्युंजय को भेज देती है लेकिन वह वीडियो एक प्राइवेट नंबर और प्राइवेट आईडी से था इसीलिए मृत्युंजय कभी पता नहीं लग सकता था कि वह किसने भेजा लेकिन इस वीडियो को देखने के बाद मृत्युंजय के दिल में जो थोड़ी सी उम्मीद है वह भी खत्म हो जाएगी वह रूहानी मुस्कुराते हुए बेड पर जाकर लेट जाती है क्योंकि उसके साइज के कपड़े नहीं थे इसीलिए उसने कपड़े चेंज किया भी नहीं थे ll
थोड़ी देर बाद मृत्युंजय वॉशरूम से बाहर आता है तभी उसे अपने फोन की लाइट जलती हुई दिखाई देती है यह देखकर तुझे जल्दी से अपना फोन उठा उसे ऑन करता है जिसमें एक नहीं बल्कि क्यों वीडियो थे जिम प्रिया अलग-अलग लड़कों के साथ इंटीमेट हो रही थी और उनके साथ हुकअप कर रही थी बार में डांस कर रही थी ड्रिंक कर रही थी और तो और 5-6 लड़कों के साथ बिना कपड़ों के डांस भी कर रही थी यह सब देख मृत्युंजय के हाथ से फोन छूट कर जमीन पर गिर जाता है उसे समझ ही नहीं आ रहा था उसने जो देखा वह सच था या किसी की साजिश का हिस्सा था लेकिन मृत्युंजय समझ चुका था अब उसे प्रिया की पूरी जन्म कुंडली निकालनी होगी क्या उसकी जान बचाने वाली लड़की प्रिया थी या इसके पीछे भी कुछ और सच्चाई थी ll
मृत्युंजय जल्दी से कमरे से निकाल स्टडी रूम में चला जाता है वहीं मृत्युंजय के कमरे से बाहर जाते ही रूहानी अपनी आंखें खोल डेविल तरीके से मुस्कुराने लगती है और कहती है यह तो शुरुआत है मृत्युंजय अभी तो तुम्हें अपनी प्यारी प्रिया की बहुत सी कर तू तो देखनी है लेकिन तुम कभी भी मुझ तक नहीं पहुंच पाओगे जब तक मैं ना चाहूं.......
स्टडी रूम में मृत्युंजय जल्दी से अपने असिस्टेंट और अपनी टीम को स्टडी रूम में बुलाता है और उन्हें इस वीडियो की सच्चाई पता करने के लिए कहता है थोड़ी देर में मृत्युंजय का असिस्टेंट अरुण मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है सर यह वीडियो असली है इस वीडियो के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है सर हमें इस वीडियो के अलावा भी बहुत सारे वीडियो मिले हैं जो एक गलत साइट पर हैं शायद प्रिया मैडम इन सब में इंवॉल्व है और वह जानबूझकर आपके साथ यह सब कुछ कर रही थी क्योंकि उन्हें आपके पास रहने से पैसा और पावर सब कुछ मिलता सर हमने पता किया है आपको बचाने वाली लड़की प्रिया मैडम नहीं थी बल्कि रूहानी मैडम थी ll
अरुण की बात सुन मृत्युंजय के पैरों तले तो जमीनी खिसक जाती है कि कोई उसे इस तरीके से धोखा दे सकता है उसके बारे में जानते हुए भी इस दो कौड़ी की लड़की ने उसके साथ इतनी बड़ी धोखेबाजी कि अगर यह मंडप से ना भागती तो वह एक ऐसी लड़की के साथ शादी के बंधन में बन जाता जो ना ही जाने कितने ही लोगों के साथ थी अब तो मृत्युंजय को प्रिया के नाम से भी कहना रही थी लाल
मृत्युंजय की आंखों में गुस्से के साथ-साथ नफरत की भावना भी थी क्योंकि वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था कि कोई लड़की उसे इस तरीके से धोखा भी दे सकती है उसे यकीन ही नहीं हो रहा था कि कैसे उसने प्रिया के बारे में कुछ जानकारी नहीं निकल कैसे उसे नहीं पता चला कि जिस लड़की से वह प्यार करता है वह प्रिया नहीं रूहानी है अगर उसकी शादी प्रिया से हो जाती और शादी के बाद सर रूहानी के बारे में पता चलता तो वह किस हक से रूहानी से मिलता है किस हक से उसे अपनी जिंदगी में शामिल करता और आज रूहानी की बातें सुनकर इतना तो समझ चुका है की रूहानी बहुत ही मासूम लड़की है और उसे धोखा देना बहुत बड़ी गलती होती ll
मृत्युंजय और सब की तरफ देखकर कहता है मुझे प्रिया और राय फैमिली की एक-एक जानकारी चाहिए रूहानी के जन्म से लेकर अभी तक की सारी जानकारी कोई भी इनफॉरमेशन छूट भी नहीं चाहिए वरना तुम सबको इस दुनिया से आजाद कर दूंगा मैं मृत्युंजय कितनी खतरनाक और डरावनी आवाज सुनकर सब लोग अंदर से कम चाहते हैं उन्हें प्रिया पर बहुत गुस्सा आ रहा था जो उन्होंने डेविल को जगा दिया अब यह डेविल उन सब की जिंदगी हराम कर देगा और जब तक प्रिया और राय फैमिली से अपना बदला नहीं ले लेगा तब तक वह चैन से नहीं बैठेगा स्टडी रूम के बाहर खड़ी रूहानी सकते में आ चुकी थी उसे भी नहीं पता था कि वह जिस लड़के से प्यार करती है वह मृत्युंजय था जिसे उसने बचाया था वह मृत्युंजय था अब तो उसे और भी ज्यादा खुशी हो रही थी कि चलो बदले के साथ-साथ उसे उसका प्यार भी मिल गया ll
क्या करने वाला है मृत्युंजय प्रिया के साथ क्या मृत्युंजय को पता चलेगा की रूहानी सब जानती है रूहानी कैसे लगी राय फैमिली से अपना बदला जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में......
मृत्युंजय और सब की तरफ देखकर कहता है मुझे प्रिया और राय फैमिली की एक-एक जानकारी चाहिए रूहानी के जन्म से लेकर अभी तक की सारी जानकारी कोई भी इनफॉरमेशन छूट भी नहीं चाहिए वरना तुम सबको इस दुनिया से आजाद कर दूंगा मैं मृत्युंजय कितनी खतरनाक और डरावनी आवाज सुनकर सब लोग अंदर से कम चाहते हैं उन्हें प्रिया पर बहुत गुस्सा आ रहा था जो उन्होंने डेविल को जगा दिया अब यह डेविल उन सब की जिंदगी हराम कर देगा और जब तक प्रिया और राय फैमिली से अपना बदला नहीं ले लेगा तब तक वह चैन से नहीं बैठेगा स्टडी रूम के बाहर खड़ी रूहानी सकते में आ चुकी थी उसे भी नहीं पता था कि वह जिस लड़के से प्यार करती है वह मृत्युंजय था जिसे उसने बचाया था वह मृत्युंजय था अब तो उसे और भी ज्यादा खुशी हो रही थी कि चलो बदले के साथ-साथ उसे उसका प्यार भी मिल गया ll
अगली सुबह
मृत्युंजय जल्द ही ऑफिस के लिए निकल गया था क्योंकि शायद वह रूहानी का सामना नहीं करना चाहता था यह बात कुछ और थी वहीं प्रिया खुश हो रही थी कि उसने जो किया है उसके बाद अब उसे उसका मकसद कामयाब होने में कोई नहीं रोक सकता है रूहानी अपने कमरे में बैठी मृत्युंजय अपने बारे में सोच रही थी उसे तो पता ही नहीं था जिस लड़के को वह अपने दिल ही दिल में मोहब्बत करती है वह कोई और नहीं बल्कि उसका पति ही निकलेगा ll
मृत्युंजय जैसे ही ऑफिस पहुंचता है अरुण पहले से ही मृत्युंजय के ऑफिस में मृत्युंजय की लौटने का इंतजार कर रहा था l मृत्युंजय जैसे ही जाकर अपनी चेयर पर बैठता है वैसे ही अरुण मुझे सब कुछ बताने लगता है अब उनकी पूरी बात सुनने के बाद मृत्युंजय और उनकी तरफ देखकर कहता है तो प्रिया जी की खातेदारी का बंदोबस्त करो और ऐसा बंदोबस्त करना कि उसके जख्म दिखे भी ना और दर्द ऐसा हो तो उसे बर्दाश्त भी ना हो ll
मृत्युंजय की बात सुनकर अब उनके चेहरे पर एक मिस्टीरियस स्माइल आ जाती है वही अचानक से कम ऑफिस में कोई दाखिल होता है l किसी को अपने ऑफिस में बिना इजाजत किया था देख मृत्युंजय का गुस्सा उसके आपे से बाहर हो जाता है वह अपनी टेबल पर रखे एक स्टैंड को उठाकर gate की तरफ फेंक देता है सामने खड़ा लड़का उसे अपने हाथों से कैच कर लेता है और अपनी कठोर और ठंडी आवाज में बोलता है इतना ही गुस्सा आ रहा है तो जिसकी वजह से गुस्सा आ रहा है उसे मार मुझे मार कर तुझे कुछ हासिल नहीं होगा तभी उसके पीछे से किसी के हंसने की आवाज आती है और वह हंसते हुए कहता है तुम किस समझ रहे हो अगस्त्य यह इंसान कभी नहीं बदलने वाला ll
एक साथ दो आवाज आती है शट अप रोहन आईए जानते हैं रोहन और अगस्त के बारे में ll
अगस्त्य राजपूत राजपूत इंडस्ट्रीज का सीईओ और मृत्युंजय का चाइल्डहुड फ्रेंड दोनों ने स्कूल कॉलेज बिजनेस मैनेजमेंट सब कुछ एक साथ किया और दोनों एक दूसरे के हर एक राज से वाकिफ है ऐसा कोई राज नहीं है जो अगस्त को ना पता हो और अगस्त का ऐसा कोई राज नहीं है जो मृत्युंजय को ना पता हो ll
रोहन अवस्थी अवस्थी इंडस्ट्रीज का सीईओ वैसे तो दुनिया से एक खडूस और बेदिल इंसान के नाम से जानती है लेकिन उसके अंदर का बचपन हमेशा ही सिर्फ मृत्युंजय और अगस्त के सामने ही बाहर आता है वरना इस ऑफिस से बाहर निकालने के बाद वह एक अलग ही पर्सनैलिटी बन जाता है रोहन की जिंदगी में कुछ ऐसा हुआ जिसकी वजह से रोहन पूरी तरीके से बदल गया लेकिन आज भी वह अपने दोस्तों के लिए वही रोहन है जो कॉलेज टाइम से हुआ करता था रोहन की दोस्ती मृत्युंजय और अगस्त तिथि उनकी कॉलेज के फर्स्ट ईयर में हुई थी और तभी से तीनों एक साथ है ll
रोहन चेयर पर फसल के बैठ गया और मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है क्या हुआ है क्यों परेशान हो इतना क्या भाभी ने तुम्हें घर से बाहर कर दिया वहीं रोहन की बात सुन मृत्युंजय गुस्से में रोहन को देखा है तो रोहन अच्छे से चेयर पर बैठकर कहता है मजाक कर रहा था यार तुम तो मजाक भी नहीं समझते हो ll
अगस्त रोहन की तरफ देखकर कहता है किसी दिन यह मजाक तेरी जान ले लेकर यह तो मुझे जरूर पता है तू किसी दिन इसके हाथों मरने वाला है वही रोहन अच्छे से बैठकर कहता है तू मेरा दोस्त है या दुश्मन जब देखो तब मनहूस बातें करता रहता है l
पीछे खड़े हुए बोलता है तो खुद ही ऐसी करते हैं कोई ने जान से मार दे लेकिन क्या करें बस के दोस्त हैं इसलिए वह उनसे कुछ नहीं कहते वही और उनकी सारी बातें रोहन के कानों तक आए थे रोहन गुस्से में अरुण की तरफ देखकर कहता है मैं तुझे श्राप देता हूं और उनके बच्चे तेरी शादी ना हो और नहीं तेरे बच्चे हूं वही रोहन की बात सुनकर अरुण एकदम से हड़बड़ा जाता है और कहता है मेरी तो शादी हो चुकी है और मेरा एक बच्चा भी है आप भूल जाते हो वही और उनकी बात सुनकर रोहन का मुंह बन जाता है ll
अगस्त अपनी बाहरी और कठोर आवाज में कहता है दोनों चुप हो जाओ और हम जिस काम से आए हैं वह काम करने दो तभी अगस्त्य mrityunjay की तरफ देखकर कहता है बोल क्या हुआ है और किस लिए तूने हमें यहां बुलाया है अगस्त की बात सुनकर अब रोहन भी सीरियस होकर बैठ जाता है अगस्त अपनी चेयर से उठकर कांच की दीवार के पास जाकर खड़ा हो जाता है और कहता है जिस लड़की को मैं बचपन से ढूंढ रहा था वह कोई और नहीं बल्कि रूहानी है हम लोगों को मिस लीड किया गया और प्रिया हम लोगों की जिंदगी में रूहानी बनकर आ गई ll
मृत्युंजय की बात सुनकर रोहन और अगस्त हैरान रह जाते हैं तभी अगस्त्य अपनी हैरानी को छुपाते हुए कहता है मतलब क्या है तेरा मतलब ही बचपन की मेरी डॉल और कॉलेज टाइम में मेरी जान बचाने वाली वह मिस्टीरियस लड़की कोई और नहीं बल्कि रूहानी है प्रिया ने हम सबसे झूठ बोला था कि मुझे बचाने वाली लड़की प्रिया थी क्योंकि उसे पता चल चुका था कि वह रूहानी है वह हर कीमत पर रूहानी की खुशियां जीना चाहती थी और उसका कुछ और भी मकसद था मेरी जिंदगी में आने का ll
लेकिन उस गलती हो गई शादी के दिन वह मंडप से भाग गई उसे लगा था मैं उसके पीछे पागल हो जाऊंगा और जो वह कहेगी वह मैं करूंगा और अपनी कंपनी के 50% शेयर्स उसके नाम कर दूंगा लेकिन उसके प्लान को ना काम करते हुए मैंने रूहानी से शादी कर ली और इन सब पर भी रूहानी का हाथ था उसी ने मुझे प्रिया की सच्चाई बताई थी लेकिन उसे खुद अभी तक नहीं पता कि जिस लड़की की जान उसने दो बार बचाई वह मैं हूं और मैंने उसके साथ जिस तरीके से बिहेव किया उसकी वजह से अब मैं उससे नज़रें मिलाने के काबिल नहीं रहा हूं ll
रोहन एकदम से चेयर से उछल कर खड़ा हो जाता है और कहता है मैंने तो तुमसे पहले ही कहा था वह मेकअप से पति हुई चुड़ैल किसी भी एंगल से नहीं लगता कि वह किसी की जान भी बचा सकती है लेकिन उसे वक्त तूने मुझे चुप करवा दिया यह बोलकर कि मैं ज्यादा ओवर थिंकिंग कर रहा हूं और देखो मेरी ओवर थिंकिंग आज से साबित हो गई ना वह चुड़ैल तुझे किस एंगल से लगती थी कि वह किसी की जान बचा सकती है और तूने जिस तरीके से रूहानी के बारे में बताया था आई मीन उसे लड़की के बारे में बताया था मुझे प्रिया उसे एंगल में कभी भी फिट बैठी हुई नजर नहीं आई ll
अगस्त्य मृत्युंजय के पास आकर खड़ा हो जाता है और कहता है आगे का क्या प्लान है वह बता तूने हमें यह सब बताने तो या नहीं बुलाया अगस्त की बात सुनकर मृत्युंजय के चेहरे पर एक शातिर मुस्कुराहट आ जाती है और वह रोहन और अगस्त की तरफ देखकर कहता है मैं चाहता हूं कि तुम नील से कहकर उसे ऐसा ड्रग इंजेक्ट करवाओ की जिसकी वजह से होना जी सके ना मार सके उसे हर टाइम किसी की बॉडी की नीड हो और उसे एंटीडोट भी नहीं मिलना चाहिए मैं हर तरीके से उसे पर बर्बाद करना चाहता हूं और फिर मेरी बीवी है ना उसे और बर्बाद करने के लिए ll
अरुण उन तीनों की बातें सुनकर अपने मन में कहता है और लोग इस डेविल से पंगा अब तुम्हारी जिंदगी का क्या होगा प्रिया यह तो अपनी जानता है अब तो सर तुम्हें पूरी तरीके से बर्बाद कर कर ही मानेंगे.....
हेलो दोस्तों आपको यह कहानी पसंद तो आ रही है ना अगर आपको यह कहानी पसंद आ रही है तो ज्यादा से ज्यादा लाइक कीजिए कमेंट कीजिए और हां शेयर करना ना भूलिए....
कौन है नील और क्या करने वाला है मृत्युंजय प्रिया के साथ जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में.....
अगस्त्य मृत्युंजय के पास आकर खड़ा हो जाता है और कहता है आगे का क्या प्लान है वह बता तूने हमें यह सब बताने तो या नहीं बुलाया अगस्त की बात सुनकर मृत्युंजय के चेहरे पर एक शातिर मुस्कुराहट आ जाती है और वह रोहन और अगस्त की तरफ देखकर कहता है मैं चाहता हूं कि तुम नील से कहकर उसे ऐसा ड्रग इंजेक्ट करवाओ की जिसकी वजह से होना जी सके ना मार सके उसे हर टाइम किसी की बॉडी की नीड हो और उसे एंटीडोट भी नहीं मिलना चाहिए मैं हर तरीके से उसे पर बर्बाद करना चाहता हूं और फिर मेरी बीवी है ना उसे और बर्बाद करने के लिए ll
अरुण उन तीनों की बातें सुनकर अपने मन में कहता है और लोग इस डेविल से पंगा अब तुम्हारी जिंदगी का क्या होगा प्रिया यह तो अपनी जानता है अब तो सर तुम्हें पूरी तरीके से बर्बाद कर कर ही मानेंगे.....
अरुण के कानों में अगस्त्य और मृत्युंजय की आवाज सुनाई देती है अगर हमारी बुराई करना हो गया हो तो जो काम बोला है वह कर लो जाकर कहीं उन दोनों की एक साथ आवाज सुनकर अरुण हड़बड़ा कर वहां से भाग जाता है और उनके जाते ही वह दोनों नाम है अपनी गर्दन हिलते हैं तभी रोहन मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है जब तूने यह रायता फैले दिया है तो इस रात को कुछ समेत भी धीरे-धीरे भाभी को अपने प्यार का एहसास दिल जब उन्हें तुझे प्यार हो जाए तब तूने बताना कि तू ही वह इंसान है जिसके बारे में भाभी पता करने की कोशिश कर रहे हैं या भाभी ही वह लड़की है जिससे तू प्यार करता था ll
मृत्युंजय रोहन और अगस्त की तरफ देखकर कहता है वह सब तो ठीक है लेकिन नील कब वापस आ रहा है तुम्हें पता है ना मुझे नील की जरूरत है और कल सुबह तक मुझे नील मेरे सामने चाहिए उसको बोल दो उसकी नाराजगी अपनी जगह है लेकिन उसका कल यहां आना सबसे जरूरी है अगस्त्य मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है और जो तुम्हारी बहन ने उसके साथ किया उसके बाद तुम्हें लगता है कि वह वापस आएगा पहले तुम्हारी बहन ने उससे प्यार का नाटक किया फिर उसे सबके सामने बेइज्जत किया वह तुम्हें अपना दोस्त मानता है इसीलिए अपनी दोस्ती निभाने के लिए उसने कुछ नहीं किया वरना तुम मैं हम सब जानते हैं कि जब उसे गुस्सा आता है तो वह सामने वाले को पर बात करके रख देता है मृत्युंजय रोहन और अगस्त की तरफ देखकर कहता है ll
निधि ने जो किया उसे क्या सजा देनी है या नहीं देनी है यह नील का फैसला होगा इसमें हम और तुम कुछ नहीं कर सकते और मैं नील को उसे दिन भी बोला था आज भी बोल रहा हूं कि इस समय अगर मेरी बहन की गलती है तो वह उसे सजा दे सकता है मैं इन सब में कुछ नहीं बोलूंगा और यह बता चाहत कैसी है चाहत का जिक्र सुनकर अगस्त के चेहरे पर कुछ भाव आकर गुजर जाते हैं फिर वह मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है तुम जानते हो मृत्युंजय मेरी और चाहत की शादी के ना हालातो में हुई थी मैं शादी को अपनाने की कोशिश कर सकता हूं लेकिन उससे पहले मुझे चाहत को जानना और समझना है लेकिन वह लड़की इतनी एडरेबल है कि मैं क्या ही बोलूं तुम उसके साथ रहोगे ना तो इरिटेट हो जाओगे और हमेशा ही उसे दूर भगाने की कोशिश करोगे. .,.
मृत्युंजय कभी-कभी ना मुझे उसकी हरकतें देखकर गुस्सा आता है तो आईए जानते हैं चाहत के बारे में चाहत अगस्त की पत्नी है और चाहत और अगस्त की शादी एक मिस अंडरस्टैंडिंग के कारण हुई थी जिसमें दुल्हन और दूल्हे की अदला-बदली हो गई थी और इसीलिए चाहत बन गई थी अगस्त की पत्नी अगस्त को एक मैच्योर और सेंसिबल पत्नी चाहिए थी लेकिन चाहत इससे उलट एकदम मस्त मौला नटखटी इसीलिए अगस्त चाहत को पसंद नहीं करता हमेशा उसे डाटा रहता है लेकिन अगस्त की डांट से भी चाहत के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ता चाहत की उम्र 22 साल है वह बला की खूबसूरत है ll
अगस्त की बातें सुन मृत्युंजय के चेहरे पर एक मुस्कुराहट आ जाती है अब अगस्त की तरफ देखकर कहता है अभी जो थोड़ी देर पहले ज्ञान तू मुझे दे रहा था ना उसे ज्ञान को तो खुद के पास भी रख ले तभी अगस्त्य मृत्युंजय के दिमाग में एक साथ हिंट आती है क्यों ना वह चाहत को रूहानी से मिलवाए दोनों एक साथ एक दूसरे की तरफ देखकर एक साथ ही बोलते हैं फिर दोनों के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है वही अगस्त जल्दी से चाहत को कॉल करके मृत्युंजय के घर आने के लिए बोल देता है वहीं रोहन उन दोनों को देख रहा था रोहन उन दोनों को देखकर कहता है वैसे तुम दोनों को पता चला वह वापस आ गई है जैसे रोहन यह कहता है अगस्त का मृत्युंजय के चेहरे पर खतरनाक एक्सप्रेशन आ जाते हैं वहीं रोहन के चेहरे पर नफरत की भावना दिखाई देने लगती है ll
वह दोनों रोहन के कंधे पर हाथ रखकर कहते हैं फिक्र मत करो इस बार उसे ऐसी सजा मिलेगी कि वह नहीं यह शहर और ना ही यह तेज छोड़ पाएगी और तुम फ़िक्र मत करना तुम्हारे साथ किए गए हर एक जुर्म का बदला तो हम उसे लेकर रहेंगे तभी रोहन गुस्से में उन दोनों की तरफ देखकर कहता है नहीं इस बार बदला मैं लूंगा जैसे उसने मेरे साथ प्यार का नाटक करके मेरी और मेरे परिवार कीजिंदगी बर्बाद की थी उसी तरह आप मैं उसके साथ नाटक कर कर उसकी और उसके परिवार की जिंदगी पर बात करूंगा अब मैं उसे बताऊंगा कि रोहन स्वास्थ्य कौन है और क्या कर सकता है उसने मुझे हल्के में लिया था पहले में शायद थोड़ा शायद चंपू टाइप था लेकिन इस बार वह मुझे पहचान नहीं पाएगी और उसे ऐसा सबक सिखाऊंगा की जिंदगी में कभी किसी के साथ धोखा करने के बारे में सोचेगी भी नहीं ll
वह दोनों ही रोहन के चेहरे पर आई हुई नफरत को देख रहे थे कहां उनका मासूम नटखट रोहन और कहां ऐसा बन गया था वह उन दोनों के सामने अपनी दुख को छुपाने की कोशिश जरूर करता था लेकिन छुपा नहीं पता था आखिर वह उसके दोस्त थे कैसे अपने दोस्त के गम को ना पहचानते वह दोनों ही उसकी तरफ देखकर कहते हैं अगर तुम यही चाहते हो तो हम तुम्हारे साथ हैं ll
थोड़ी देर में तीनों ही वहां से शेखावत मेंशन के लिए निकल जाते हैं उन दिनों की पहुंचने के 5 मिनट बाद ही वहां साइकिल आकर रूकती है जी पैसे हमारी चाहत मैडम उतार के नीचे आती है चाहत को साइकिल पर देख जहां मृत्युंजय रोहन और अरुण के चेहरे पर मुस्कुराहट थी वही अगस्त्य का चेहरा गुस्से से पागल हो गया था वही चाहत अगस्त पर ध्यान न देते हुए सीधा मृत्युंजय के पास आकर रहती है आप कैसे हो भाई और आपने मुझे याद ही नहीं किया और मैं आज मम्मी से सुना आपने शादी कर ली या शादी में तो बुलाना चाहिए था अब मैं इतना भी खाना नहीं खाती की आप क्या खाना ही कम पड़ जाता है या आपके पैसे खत्म हो जाते ll
मृत्युंजय हाथ रख कहता है शादी बहुत जल्दी में हुई बेटा इसीलिए नहीं बुला पाया फिकर मत करो इसीलिए तो आज तुम्हें यहां बुलाया है तुम्हारी भाभी से मिलवाने और उसके हाथ का टेस्टी टेस्टी खाना खिलाने जैसे ही चाहती है सुनती है वह जल्दी से भाग के अंदर चली जाती है नहीं मृत्युंजय अगस्त की तरफ देखकर कहता है उसके बचने को खोने मत 2 अगस्त बहुत कम लोग होते हैं जो अपने बचपन में जी पाते हैं अगर उसके पास हम सब हैं तो उसे अपना बचपन खोने की जरूरत नहीं है उसके बचपन को इस मासूमियत को उससे दूर मत कर जिस दिन उसकी मासूमियत उससे दूर हो गई ना वह भी इस दुनिया की और लड़कियों की तरह बन जाएगी मतलबी धोखेबाज......
मृत्युंजय की बात सुनकर अगस्त्य चेहरे पर एक अजीब से एक्सप्रेशन आ जाते हैं एक साथ बोलता है मैं इसकी मासूमियत को कभी नहीं जाने दूंगा मुझे इसकी मासूमियत थी तो सबसे ज्यादा पसंद है ll
अपना सर हिला कर आगे निकल जाते हैं जैसी वह हाल में पहुंचते हैं वह देखते हैं की चाहत रूहानी के गले लगे हुए थे और रूहानी हैरानी से चाहत का चेहरा देख रही थी रूहानी जैसे ही चाहत का चेहरा देखती है उसके दिमाग में अपने पिछले जन्म की यादें ताजा हो जाती हैं अगस्त्य ने चाहत को छोड़ दिया था उसके बाद चाहत बिल्कुल एक जिंदा लाश की तरह बन गई थी उसने हंसना मुस्कुराना बोलना सब कुछ छोड़ दिया था बाद में वह इतनी निर्दय बन गई थी कि उसने हर किसी से अपना रिश्ता खत्म कर दिया था लेकिन जब उसे पता चलता है की रूहानी की जान खतरे में है तो रूहानी को बचाने आती है और वहां उसके मुलाकात अगस्त से होती है अगस्त चाहत को पहचान ही नहीं पाया था चाहत में अपने सबसे पसंदीदा बालों को काटकर छोटा कर दिया था वह बिलकुल लड़को की तरह हो गई थी उसके चेहरे पर जीरो एक्सप्रेशन थे ll
जैसे-जैसे रूहानी को पिछली बातें याद आ रही थी वह हनी पहनी करने लगती है वह हनी को इस तरह पैनिक होता दे चाहत जल्दी से वाणी को सोफे पर बिठा उसे पानी पिलाता है रूहानी चाहत को एकदम से अपने गले लगा लेती है और कहती है मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूंगी कुछ भी नहीं और ना ही मैं तुम्हारा और अगस्त का रिश्ता टूटने दूंगी जैसे ही चाहत के कानों में रूहानी की बात जाती है चाहत की आंखों में कुछ आंसू की बुद झिलमिल जाती हैं लेकिन वह अपनी आंसू की बूंद को बाहर नहीं निकलने देती वह अपने दुख अपने दर्द को हमेशा अपनी खुशी के पीछे छुपाने की कोशिश करती थी ll
क्या सच में टूट जाएगा चाहत और अगस्त का रिश्ता कौन है वह लड़की जिसने दिया रोहन को धोखा जानने के लिए
पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में ll
अगर आप लोगों को यह कहानी पसंद आ रही है तू लाइक कीजिए कमेंट कीजिए और हां फॉलो जरूर कीजिए ll
रूहानी को पिछली बातें याद आ रही थी रूहानी पैनिक करने लगती है रूहानी को इस तरह पैनिक होता दे चाहत जल्दी से रूहानी को सोफे पर बिठा उसे पानी पिलाता है रूहानी चाहत को एकदम से अपने गले लगा लेती है और कहती है मैं तुम्हें कुछ नहीं होने दूंगी कुछ भी नहीं और ना ही मैं तुम्हारा और अगस्त का रिश्ता टूटने दूंगी जैसे ही चाहत के कानों में रूहानी की बात जाती है चाहत की आंखों में कुछ आंसू की बुद झिलमिल जाती हैं लेकिन वह अपनी आंसू की बूंद को बाहर नहीं निकलने देती वह अपने दुख अपने दर्द को हमेशा अपनी खुशी के पीछे छुपाने की कोशिश करती थी ll
चाहत रूहानी से दूर हो उसकी तरफ संदेह से देखती है तो रूहानी चाहत के गाल पर हाथ रख कर कहती है तो मैं मुझे मेरी छोटी बहन दिखाई देती है जिससे मैं बहुत पहले को खो दिया था मुझे तो कभी पता ही नहीं चला कि वह मुझसे इतनी नफरत क्यों करने लगी लेकिन आज तुम्हें देखकर मुझे ऐसा लगा जैसे मेरा कोई अपना मेरे पास है बस इसीलिए इस तरह से रिएक्ट करने लग गई l
सब लोग एक-एक करके सोफे पर बैठ जाते हैं वहीं रूहानी जल्दी से सर्वेंट से कह सकते सबके लिए चाय कॉफी मंगवाती है और साथ में स्नेक्स भी तभी रूहानी मृत्युंजय की तरफ देखकर कहती है क्या आप मेरा परिचय कराएंगे सबसे क्योंकि यह सब लोग मेरे लिए अजनबी हैं अब जाकर मृत्युंजय को इस बात का एहसास होता है कि उसने रूहानिका इंट्रोडक्शन तो किसी से कराया ही नहीं ll
मृत्युंजय सबसे भारी-बड़ी से रूहानी से मिल जाता है तभी रूहानी के मुंह से अचानक से निकल जाता है निधि कहां है निधि का जिक्र सुनकर सबकी आंखें हैरानी से बड़ी हो जाती हैं सब लोग हैरानी से रूहानी की तरफ देखते हैं तो रूहानी अचानक से हड़बड़ा जाती है और कहती है वह मैं यहां सर्वेंट के मुंह से निधि का नाम सुना था बस इसीलिए पूछ लिया ll
सब लोग आपस में बातें करने लगते हैं चाहत सबसे ज्यादा खुश थी क्योंकि पहली बार उसे अपनापन और प्यार मिल रहा था अगस्त की फैमिली उससे प्यार करती थी लेकिन अगस्त से हमेशा उसके साथ रूड बिहेव करता था इसलिए चाहत के दिल में हमेशा मायूसी छाई रहती थी वही रूहानी अगस्त की तरफ देखकर कहती है अगस्त भैया मैं चाहती हूं की चाहत थोड़े दिन मेरे साथ रहे मुझे इस पूरे घर में थोड़ा अजीब लगता है अकेलापन महसूस होता है आपको कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ll
अगस्त्य रूहानी की तरफ देखकर कहता है नहीं भाभी आप रख लीजिए चाहत को यहां कुछ दिन मुझे कोई दिक्कत नहीं है ll
चाहत रूहानी की तरफ देखकर कहती है भाभी उन्हें कोई दिक्कत कभी होगी भी नहीं क्योंकि वह खुद मुझसे पीछा छुड़ाना चाहते हैं हमेशा मुझे अपने घर अपने आप से दूर करने की कोशिश करते हैं और आपने तो उनका काम और आसान कर दिया मुझे यहां रखकर ll
सभी को चाहत की बातों में उसका दर्द और उसकी परेशानी समझ आ जाती है अगस्त्य चाहत की बात सुनकर हैरानी से चाहत को देखने लगता है क्योंकि यह पहली बार था जब चाहत ने उसकी किसी बात पर जवाब दिया था वरना वह हमेशा ही अपना सर झुकाकर अगस्त की हर बात सुन लेती थी और कभी किसी बात पर सवाल नहीं उठाती थी इसी बात से अगस्त सबसे ज्यादा चढ़ता था कि यह लड़की कभी अपने लिए स्टैंड क्यों नहीं लेती राज उसके दिल में खुशी भी थी लेकिन थोड़ा दर्द भी था ll
रूहानी चाहत की तरफ देखकर कहती है चलो हम दोनों डिनर की तैयारी करते हैं इन सब लोगों को आपस में बातें करने दीजिए चाहत रूहानी का हाथ पकड़ किचन की तरफ चली जाती है ll
चाहत और रूहानी के जाने के बाद मृत्युंजय अगस्त की तरफ देखकर कहता है देखा तुमने उसे मासूम लड़की की मासूमियत छीन ली है वह सिर्फ दिखावा करती है खुश रहने का पर वह खुश नहीं है और मैं तुम्हें आज आखिरी बार वार्निंग दे रहा हूं अब अगर तुम्हारी वजह से चाहत को कोई तकलीफ हुई तो मैं चाहत को हमेशा हमेशा के लिए अपने पास रखूंगा और तुम दोनों का तलाक करवा कर चाहत के लिए कोई अच्छा लड़का ढूंढ कर उसकी शादी करवा दूंगा क्योंकि मैं चाहत को अपनी बहन माना है और मैं अपनी बहन को दर्द में नहीं देख सकता ll
अगस्त्य गुस्से से मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है सोचना भी मत मृत्युंजय बीवी है वह मेरी और मैं उसे अपने जीते जी तो कभी खुद से अलग नहीं होने दूंगा मैं उसे रूड बिहेव करता हूं क्योंकि वह कभी अपने लिए स्टैंड नहीं लेती भले ही हमारी शादी किन भी हालातो में हुई हो लेकिन उसे खुद के लिए लड़ना सीखना होगा वरना यह दुनिया इतनी भी अच्छी नहीं है कि उसे जैसी मासूम लड़की को यहां जिंदा भी रहने देगी और हम सब का काम तो तुम जानते हो हमारे इतने दुश्मन है कि कब कौन हमें मार देगा हमें खुद नहीं पता कौन हमारा अपना है कौन पराया यह भी हमें नहीं पता हम अपनी परछाई पर भी विश्वास नहीं कर सकते तो किसी इंसान पर तो बहुत बड़ी बात है ll
रोहन उन दोनों की तरफ देखकर कहता है तुम लोग अपनी यह सीरियस बातें करो मैं चला अपनी दोनों भाभियों के पास और उनसे अपनी दोस्ती बढ़ाने जिससे कभी तुम दोनों डेविल अगर मेरे खिलाफ हो तो वह दोनों एंजेल मेरे साथ हूं और तुम दोनों कुछ ना कर सको रोहन की बात सुनकर वह दोनों गुस्से में रोहन को देखते हैं रोहन जल्दी से वहां से किचन की तरफ भाग जाता है और उसके पीछे-पीछे अरुण भी चला जाता है क्योंकि वह जानता था रोहन के चक्कर में वह फंस जाएगा ll
किचन के अंदर रूहानी और चाहत खाना बना रही थी तभी रोहन उनके पास आकर कहता है और मेरी प्यारी प्यारी भाभियों क्या हाल-चाल है आपके रोहन की बात सुनकर वह दोनों मुस्कुरा देती हैं तभी रूहानी रोहन की तरफ देखकर कहती है हम खुश हो जाएंगे रोहन भैया लेकिन उससे पहले आपको सच में खुश होना पड़ेगा यह बनावटी मुस्कान और दिल का दर्द यह सब हमारे आगे नहीं चलेगा क्योंकि हम जानते हैं आप किस मुस्कुराहट के पीछे आपके दिल का दर्द है वही रूहानी की बात सुनकर चाहत अरुण और रोहन तीनों हैरान रह जाते हैं चाहत को उनके साथ एक साल हो गया था लेकिन कभी उसे पता ही नहीं चला कि रोहन कि दर्द में है और रूहानी ने उसकी आंखें देखकर ही पहचान लिया कि रोहन के अंदर कोई दर्द चल रहा है ll
रोहन रूहानी की तरफ देखकर कहता है आपने मेरी आंखें देख कर पहचान लिया कि मुझे किसी बात का दर्द है हां पहचान लिया क्योंकि आपकी आंखों का दर्द मुझे महसूस हो गया क्योंकि जब कोई अपना धोखा देता है ना रोहन तब जिंदगी खुद के ऊपर बोझ लगने लगती है लेकिन हमें अपनी दर्द के बारे में ना सोच कर अपनों की खुशियों के बारे में सोचना चाहिए एक इंसान अगर हमें धोखा दे जाए ना तो हमें उसे भूल कर अपनी जिंदगी को दोबारा मौका देना चाहिए फिर देखना सच्चा प्यार और सच्चा हमसफ़र हमारी जिंदगी में बाहें पसारे हमारा इंतजार करेगा ll
रोहन रूहानी का हाथ पकड़ कर कहता है आपने भाभी सच में आज मुझे एक आईना दिखाया है मैं अपनी दुख और अपने दर्द में भूल ही गया था कि मेरा भी एक परिवार है मेरी वह हालत देख मेरे मम्मी पापा पर क्या पीती होगी वैसे भाभी आपको मेरे बारे में इतना पता कैसे रूहानी रोहन के सर पर हाथ रखकर रहती है क्योंकि मृत्युंजय के सब दोस्तों के बारे में रिसर्च किया मैंने इसलिए मुझे सबके सीक्रेट बताएं जहां तक के तुम्हारे दोस्त मृत्युंजय के भी लेकिन उनसे कहना मत वरना उन्हें लगेगा कि मैं उन्हें स्टॉक कर रही हूं ll
रूहानी अरुण की तरफ देखकर कहती है बॉस के आगे पीछे मत घूमा कीजिए थोड़ा अपनी लाइफ के बारे में भी सोचिए पता चले किसी दिन आपकी बीवी यहां से चली गई ना आपको छोड़कर तो दूसरे मिलेगी भी नहीं वही रूहानी की बात सुनकर और उनके चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है तो रूहानी और उनसे कहती है आप निधि और अपनी बेटी को यहीं बुला लीजिए हम भी मिलेंगे सिर्फ सुना है जाना है लेकिन मिले नहीं है रूहानी की बात सुनना अरुण खुश हो जाता है l
अरुण जल्दी से अपनी वाइफ निधि को फोन करके कहता है कि वह तैयार हो जाए और जल्दी से शेखावत मेंशन आ जाए तभी रूहानी और उनके हाथ से फोन लेकर रहती है निधि आप सिर्फ तैयार हो जाओ अरुण खुद आपको लेने आएंगे ठीक है और हां अपनी बेटी को जरूर अपने साथ लेकर आना वहीं अरुण रूहानी को इतने प्यार से बात करता देख बहुत खुश हो जाता है वरना उसने देखा था मृत्युंजय के आसपास रहने वाली लड़कियां हमेशा ही उसे नौकर कहकर नीचे दिखाने की कोशिश करती थी लेकिन रूहानी उन सबके जैसी नहीं थी यहां तक के प्रिया भी हमेशा मृत्युंजय की करे मौजूदगी में और उनके साथ नौकरों की तरह व्यवहार करती थी और Arun ko नौकरों की तरह ही ट्रीट करती थी ll
अरुण ने कभी भी मृत्युंजय को इस बारे में पता नहीं चलने दिया क्योंकि वह नहीं चाहता था कि प्रिया कोई भी इमोशनल ड्रामा करके मृत्युंजय के आगे अरुण को गलत साबित कर दे इसीलिए वह हमेशा ही प्रिया की बदतमीजियों को बर्दाश्त करता रहता था लेकिन आज रूहानी का व्यवहार देखकर उसे बहुत अच्छा लगा अरुण जल्दी से वहां से अपने घर की तरफ निकल जाता है नहीं मृत्युंजय हैरानी से जाते हुए अरुण को देखता रहता है क्योंकि जाने से पहले उसने उसे बताया ही नहीं था कि वह कहां जा रहा था ll
रोहन रूहानी के पास खड़े होकर कहता है l भाभी मैं आप दोनों की मदद करूं मैं ना पनीर की सब्जी बहुत अच्छी बनाता हूं वही दोनों हैरानी से रोहन की तरफ देखते हैं तो रोहन अपनी कॉलर ऊंचा करके कहता है मेरे अंदर टैलेंट बहुत है भाभी लेकिन मैं कभी खुद पर अभिमान नहीं करता हूं वही रोहन की नौटंकी देखो दोनों अपना पेट पड़कर हंस रही थी वहीं किचन के गेट पर खड़ा अगस्त और मृत्युंजय रोहन को आज पहली बार सच्ची तरह से मुस्कुराते हुए देख रहा था और उसे सच में आज रूहानी पर गर्व हो रहा था कि उसने रोहन को फिर से एक बार अपनी जिंदगी में आगे बढ़ाने के लिए मोटिवेट किया है क्योंकि वह काफी देर से उन सब की बातें सुन रहे थे और उन्हें समझ आ गया था की मृत्युंजय ने रूहानी से शादी करके कोई गलत फैसला नहीं लिया है ll
अभी सब लोग अपनी ही बातों में लगे थे कि बाहर से डोर बेल की आवाज आती है एक सर्वेंट जाकर बाहर का गेट खुलता है तभी कोई आकर जल्दी से मृत्युंजय को गले से लगा लेता है वहीं रूहानी के हाथ से काफी का 🍺 छूट कर जमीन पर बिखर जाता है ll
कौन आया ऐसा जिसे देखकर रूहानी का ऐसा रिएक्शन आया क्या रूहानी और मृत्युंजय के बीच होगी गलतफहमी की शुरुआत या है कुछ और बात ll
अगर आपको यह कहानी पसंद आ रही है तो लाइक और कमेंट करना ना भूलिए मिलते हैं अगले एपिसोड में तब तक के लिए बाय टेक केयर.....
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रोहन रूहानी के पास खड़े होकर कहता है l भाभी मैं आप दोनों की मदद करूं मैं ना पनीर की सब्जी बहुत अच्छी बनाता हूं वही दोनों हैरानी से रोहन की तरफ देखते हैं तो रोहन अपनी कॉलर ऊंचा करके कहता है मेरे अंदर टैलेंट बहुत है भाभी लेकिन मैं कभी खुद पर अभिमान नहीं करता हूं वही रोहन की नौटंकी देखो दोनों अपना पेट पड़कर हंस रही थी वहीं किचन के गेट पर खड़ा अगस्त और मृत्युंजय रोहन को आज पहली बार सच्ची तरह से मुस्कुराते हुए देख रहा था और उसे सच में आज रूहानी पर गर्व हो रहा था कि उसने रोहन को फिर से एक बार अपनी जिंदगी में आगे बढ़ाने के लिए मोटिवेट किया है क्योंकि वह काफी देर से उन सब की बातें सुन रहे थे और उन्हें समझ आ गया था की मृत्युंजय ने रूहानी से शादी करके कोई गलत फैसला नहीं लिया है ll
अभी सब लोग अपनी ही बातों में लगे थे कि बाहर से डोर बेल की आवाज आती है एक सर्वेंट जाकर बाहर का गेट खुलता है तभी कोई आकर जल्दी से मृत्युंजय को गले से लगा लेता है वहीं रूहानी के हाथ से काफी का 🍺 छूट कर जमीन पर बिखर जाता है ll
सब लोग आकर फाड़े प्रिया को देख रहे थे जो मृत्युंजय के गले लगी हुई थी प्रिया को भी पता नहीं था कि यहां सब लोग उसकी हकीकत जानते हैं उसे तो यह लग रहा था की मृत्युंजय जब से नाराज है थोड़े दिन वह नाटक करेगी तो मृत्युंजय उसको माफ कर देगा और फिर वह रूहानी को इस घर से बाहर फेंक देगी ll
मृत्युंजय एक झटके में प्रिया को खुद से दूर कर देता है और मृत्युंजय का झटका इतनी तेज था कि प्रिया जमीन पर जाकर गिरती है उसे लगता है की मृत्यु जो उससे नाराज है इसीलिए इस तरह बीएफ कर रहा है फिर भी वह मासूम बनते हुए मृत्युंजय की तरफ देखकर कहती है प्लीज मृत्युंजय मुझे उठने में मदद करो देखो तुम्हारी गलती की वजह से मैं गिर गई लेकिन मृत्युंजय अपनी जगह से 1 इंच भी नहीं हिलता तभी प्रिया अपने आप उठकर खड़ी हो जाती है और फिर रूहानी की तरफ देखकर कहती है रूही मुझे माफ कर दो मेरी वजह से तुम्हें इतना सफ़र करना पड़ा अब मैं वापस आ गई हूं ना तो अब तुम्हें कोई भी तकलीफ हटाने की जरूरत नहीं है मैं मृत्युंजय और उसके घर को बहुत अच्छे से संभाल लूंगी प्रिया की बात सुन मृत्युंजय की हाथों की मुट्ठी काश जाती है तभी मृत्युंजय के कानों में रूहानी की ठंडी आवाज सुनाई देती है ll
आपको बहुत गलतफहमी है दी आपको हमेशा यह लगता है कि जो आप कहती हो वह सच जो आप करती हो वह सही लेकिन आप भूल रही हैं मृत्युंजय मेरे पति हैं और यह घर मेरा है आपका यहां कुछ नहीं है ll
प्रिया मासूमियत का नाटक करते हुए मृत्युंजय से कहती है देखा मृत्युंजय यह हमेशा मुझे चलती है यह ऐसे ही रिएक्ट करती है बताओ इसकी छोटी सी बात पर इतना एग्रेसिव होकर बोलना कोई जरूरी है क्या प्रिया कैसे नाटक को वहां खड़ा हर आदमी समझ रहा था लेकिन कोई कुछ नहीं कहता तभी रूहानी मृत्युंजय और प्रिया के बीच में आकर खड़ी हो जाती है और कहती है आप यहां आए अच्छा लगा लेकिन मेरे पति से मेरे घर से दूर रहना हमारी शादी किन भी हालत में हुई हो लेकिन वह मेरे पति हैं और मैं अपने पति को किसी के साथ नहीं बन सकती समझी ll
प्रिया आंखों में आंसू लाकर हाथ जोड़कर रूहानी से कहती है रूहानी प्लीज मेरी मृत्युंजय को छोड़ दो उसे तलाक ले लो मैं मृत्युंजय एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं तुम अपनी इज्जत की वजह से तो प्यार करने वालों को अलग तो नहीं कर सकती ना ll
रोहन गुस्से में प्रिया के सामने आकर खड़ा हो जाता है और कहता है वह तो तुम्हें अब अपना प्यार दिखाई दे रहा है उसे वक्त दिखाई नहीं दिया जब तुम मंडप पर मेरे दोस्त को छोड़कर चली गई थी तुम्हें पता है अगर उसे वक्त अभी यह शादी नहीं करती तो मृत्युंजय की इज्जत का जनाजा निकल जाता और मैं तो तुम्हें पहली नजर में ही पहचान गया था कि तुम एक गिरी हुई घटिया लड़की हो लेकिन शायद मेरे दोस्त की आंखों पर कोई पट्टी बंधी हुई थी जो मैं है गई ll
अगस्त गुस्से में प्रिया को घूरते हुए कहता है यह नाटक ना तुम किसी और के सामने करना जाकर तुम्हारे इस नाटक का और तुम्हारी झूठी मासूमियत का हम पर किसी पर असर नहीं होने वाला इसीलिए बटर यही होगा कि निकल जाओ यहां से वरना तुम जानते नहीं हो कि मैं क्या कर सकता हूं अगस्त की धमकी सुनकर प्रिया अंदर तक काम जाती है लेकिन वह जानती थी मृत्युंजय के रहते हुए यह कोई उसके साथ कुछ नहीं कर सकता वही मृत्युंजय खामोशी से सब की बातें सुन रहा था मृत्युंजय की खामोशी रूहानी के दिल में एक डर पैदा कर रही थी उसे अजीब सी फीलिंग आ रही थी बेचैनी हो रही थी लेकिन मृत्युंजय अभी भी एक शब्द नहीं बोला ll
वहीं प्रिया रोहन और अगस्त की तरफ देखकर कहती है मैं मानती हूं तुम दोनों मृत्युंजय से बहुत प्यार करते हो लेकिन तुम लोग तो अपनी अपनी जिंदगी में सेटल होना तुम्हारी वाइफ है तुम्हारी गर्लफ्रेंड है तुम लोग शादी करके अपनी जिंदगी में खुश हो जाओगे लेकिन मैसेंजर तो इस अनचाहे रिश्ते में बंद कर रह जाएगा ना तुम चाहती हो रूहानी की मृत्युंजय से अनचाही शादी को जिंदगी भर इसका बोझ उठाता रहे ll
हम रूहानी को आज से रूही कहेंगे l
रूही प्रिया की तरफ देखकर कहती है तुम्हें मेरी इतनी फिक्र करने की जरूरत नहीं है यह रिश्ता मेरे लिए क्या मायने रखता है यह मुझे तुम्हें बताने की जरूरत नहीं है और जिस दिन मृत्युंजय मुझे कहेंगे ना कि वह यह रिश्ता नहीं निभाना चाहते उसे दिन में बिना किसी सवाल के बिना किसी जवाब की हमेशा के लिए उनकी जिंदगी से दूर चली जाऊंगी लेकिन अभी तो मैं उनकी पत्नी हूं और मैं नहीं चाहती कि तुम मेरे घर में आओ मैं मानती हूं हम दोनों बहने हैं लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि एक बहन दूसरी बहन के घर पर कभी भी अपना मुंह उठा कर चली जाए.....
प्रिया मासूमियत का नाटक करते हुए मृत्युंजय की तरफ देखकर कहती है देखा मृत्युंजय रूही मुझे किस तरीके से बात कर रही है मैं जानती हूं कि तुमने गुस्से में रूही से शादी की थी मैं तो थोड़ी देर बाद आ ही गई थी लेकिन तब तक तुम्हारी शादी हो चुकी थी तुमसे छोड़ दो मृत्युंजय और हम दोनों शादी कर लेंगे अपनी एक नई दुनिया बसाएंगे प्लीज छोड़ दो ऐसे.......
प्रिया के मुंह से बार-बार छोड़ दो वाली बात सुनकर मृत्युंजय का गुस्सा हर हद पार कर चुका था लेकिन वह पता नहीं क्या सोचकर अभी चुपचाप खड़ा हुआ था वही मृत्युंजय की खामोशी रूही को अपने दिल में एक चुभन का एहसास कर रही थी वही मृत्युंजय की खामोशी से रोहन और अगस्त को भी बहुत गुस्सा आ रहा था ll
सभी सबके कानों में एक दिल दहला देने वाली आवाज सुनाई देती है और उसे खतरनाक आवाज को सुनकर सबसे रोंगटे खड़े हो जाते हैं ll
क्या प्रिया होगी अपने इरादे में कामयाब जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में.....
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प्रिया मासूमियत का नाटक करते हुए मृत्युंजय की तरफ देखकर कहती है देखा मृत्युंजय रूही मुझे किस तरीके से बात कर रही है मैं जानती हूं कि तुमने गुस्से में रूही से शादी की थी मैं तो थोड़ी देर बाद आ ही गई थी लेकिन तब तक तुम्हारी शादी हो चुकी थी तुमसे छोड़ दो मृत्युंजय और हम दोनों शादी कर लेंगे अपनी एक नई दुनिया बसाएंगे प्लीज छोड़ दो ऐसे.......
प्रिया के मुंह से बार-बार छोड़ दो वाली बात सुनकर मृत्युंजय का गुस्सा हर हद पार कर चुका था लेकिन वह पता नहीं क्या सोचकर अभी चुपचाप खड़ा हुआ था वही मृत्युंजय की खामोशी रूही को अपने दिल में एक चुभन का एहसास कर रही थी वही मृत्युंजय की खामोशी से रोहन और अगस्त को भी बहुत गुस्सा आ रहा था ll
सभी सबके कानों में एक दिल दहला देने वाली आवाज सुनाई देती है और उसे खतरनाक आवाज को सुनकर सबसे रोंगटे खड़े हो जाते हैं ll
मृत्युंजय तेज से चिल्लाते हुए कहता है तुम लोगों ने मेरे घर को क्या मछली बाजार बना रखा है क्या पागलों की तरह चलाए जा रहे हो जब मैं प्रिया से कोई सवाल जवाब नहीं कर रहा तो तुम लोग होते कौन हो उसे सवाल जवाब करने वाले यह मत बोलो मोहब्बत है वह मेरी और मैं नहीं चाहता कि मेरे सामने कोई उसे इस तरीके से बात करें वही मृत्युंजय के कह गए हर एक लफ्ज़ ने रूहानी के दिल को पूरी तरीके से तोड़ दिया था वहीं अगस्त दिया रोहन और अभी-अभी आया अरुण हैरानी से मृत्युंजय के चेहरे को देख रहे थे लेकिन किसी को कुछ समझ ही नहीं आया था ll
सुहानी मृत्युंजय के सामने आकर खड़ी हो जाती है और कहती है एक बार फिर बोलिए आपने अभी-अभी क्या बोला आप जानते हैं ना यह वही लड़की है जो आपको मंडप में छोड़कर चली गई थी यह वही लड़की है जिसने आपसे झूठ बोला आपको धोखा दिया फिर भी आपको शर्म नहीं आ रही है वह भी अपने दोस्तों के सामने जो आपकी इज्जत करते हैं आपसे प्यार करते हैं उनको आप इस तरीके से इस लड़की के लिए चिल्ला कैसे सकते हैं ll
मृत्युंजय अपने हाथ की मुट्ठी बनाकर रूहानी की तरफ देखकर कहता है और तुम होती कौन हो मेरे और मेरे दोस्तों के बीच बोलने वाली तुम जानती हो ना हमारी शादी की हालातो में हुई थी कुछ ज्यादा खुद को इस घर की मालकिन और मेरी पत्नी समझने की गलती मत करना क्योंकि मैं भले ही तुमसे शादी कर ली थी अपनी इज्जत और नाम सम्मान बढ़ाने के लिए लेकिन मैं तुम्हें पत्नी का दर्जा नहीं दिया है तो आइंदा से बहुत सोच समझ कर बोलना वही मृत्युंजय की हर एक बात रूहानी के दिल को बुरी तरीके से तोड़ रही थी और प्रिया के चेहरे पर कुटिल मुस्कुराहट थी ll
मृत्युंजय के कह गए इतने कड़वे शब्दों को सुनकर रूहानी अपने कदमों को घर के बाहर की तरफ लेने लगती है अभी किसी ने रूहानी की तरफ नहीं देखा था सब लोग हैरानी से और ना समझी से मिलते हैं जय को देख रहे थे वहीं मृत्युंजय प्रिया का हाथ पकड़ उसे खुद के करीब करके कहता है तुम्हें सब की बातों को सुनने की कोई जरूरत नहीं है तुम्हारा जब मन करे तुम इस घर में आ सकती हो यह तुम्हारा ही घर है वही चाहत दो कदम पीछे हटे रहती है मृत्युंजय भाई मुझे तो लगा था आप बहुत अच्छे इंसान हो लेकिन आज आपने एक पराई लड़की के लिए अपनी पत्नी को सबके सामने इतनी कड़वी बातें सुन कर यह जाहिर कर दिया कि आप दोनों दोस्त एक जैसे हो आप दोनों के ही दिल में किसी के लिए कोई इज्जत कोई मोहब्बत नहीं है ll
अब मैं कभी आपके घर नहीं आऊंगी तभी आपको भाई नहीं बोलूंगी क्योंकि आपने आज मेरा दिल मेरा भरोसा दोनों ही तोड़ दिया वहीं अरुण भी हैरानी से मृत्युंजय को देख रहा था रोहन गुस्से और नफरत से प्रिया की तरफ देखकर कहता है आज तूने इस लड़की के लिए भाभी का दिल तो खाया तूने आज इस लड़की के लिए हम लोगों को चिल्लाया याद रखना एक दिन यह लड़की तुझे पूरी तरीके से बर्बाद कर देगी और तुम कुछ नहीं कर पाएगा इतना बोल रोहन मृत्युंजय की तरफ अपनी पीठ करके खड़ा हो जाता है वहीं अगस्त के हैरानी से मृत्युंजय को देख रहा था ll
अगस्त ने एक लफ्ज़ की मृत्युंजय को नहीं बोला था l चारों तरफ देखकर कहती है अभी कहां गई अब जाकर सबका ध्यान रूहानी के ऊपर जाता है वहीं रूहानी को फल में ना देख मृत्युंजय की आंखें बेचैनी से इधर उधर घूम रही थी लेकिन वह अपनी जगह से 1 इंच भी नहीं मिला था वहीं सब लोग रूहानी को हर जगह देख रहे थे तभी गेट के से अंदर आया अरुण सब की तरफ देकर कहता है भाभी चली गई क्योंकि जिस घर में एक पत्नी की इज्जत और सम्मान नहीं होता और पराई औरत के लिए पत्नी को सुनाया जाता है उसे घर में एक औरत कभी नहीं रह सकती जिसकी उसके पति के ही जिंदगी में कोई जगह नहीं है इसलिए मैंने भी नहीं रोका वह चली गई यहां से कहां गई नहीं जानता ll
मृत्युंजय अपने हाथों की मुट्ठी बना लेता है और प्रिया का हाथ पकड़ कर कहता है तुम फ़िक्र मत करो सब नाटक है उसका सबकी अटेंशन पाने के लिए सब कुछ नाटक कर रही है तुम यह बताओ क्या खाओगे मैं तुम्हारे लिए वही बनवा देता हूं प्रिया को लेकर मृत्युंजय सोफे पर बैठ जाता है वहीं आज पहली बार अगस्त को मृत्युंजय पर गुस्सा आ रहा था लेकिन वह जानता था मृत्युंजय यह किसी वजह से प्रिया के साथ इस तरह से व्यवहार कर रहा है वही मृत्युंजय के कहने से एक सर्वेंट जल्दी से प्रिया को स्नेक्स लाकर दे देता है जैसे ही प्रिया को स्नेक्स उठाकर अपने मुंह में रखती है प्रिया का पूरा मुंह चल जाता है वह हैरानी से उसे सर्वेंट को देखते हैं वही स्नेक्स उठाकर मृत्युंजय ने भी खाया लेकिन मृत्युंजय नॉर्मल था इसलिए प्रिय को लगता है कि उसे ही ज्यादा मिर्ची लग रही है ll
मृत्युंजय को बदला ले रहा था प्रिया से जो उसने अभी-अभी रूहानी को बोला था और जो खुद मृत्युंजय ने खुद रूहानी को वह कड़वे शब्द कहे थे वही अरुण अपनी पत्नी को लेकर वहां से चला जाता है अगस्त भी चाहत को अपने साथ लेकर चला जाता है और वहां तो पहले ही वहां से चला गया था सबके जाने के बाद मृत्युंजय गुस्से में आग बबूला हो रहा था लेकिन वह खुद को शांत करके बैठा था वही सबके जाने के बाद प्रिया मृत्युंजय के सीने से लग जाती है और कहती है मुझे नहीं पता था मेरी इतनी बड़ी गलती होने के बाद तुम मुझे माफ कर दोगे ll
मृत्युंजय प्रिया को खुद से दूर करके कहता है काफी रात हो गई है प्रिया अब तुम्हें अपने घर जाना चाहिए और इस वक्त मेंशन में भी कोई नहीं है मैं नहीं चाहता बाहर मीडिया को यह बात पता चले और वह एक बार फिर तुम्हारे और मेरी इज्जत का तमाशा बनाई और तुम फ़िक्र मत करो मैं बहुत जल्द रूहानी से डिवोर्स लेकर तुमसे शादी करूंगा लेकिन उससे पहले तुम्हें मेरी हर एक बात माननी होगी मैं नहीं चाहता बाहर किसी को भी हमारे रिलेशन के बारे में भी पता चल वरना सब लोग मेरी रेपुटेशन और मेरी कंपनी दोनों को बर्बाद कर देंगे और मैं जानता हूं रूहानी यह सब कुछ जानबूझकर कर रही है जैसे वह मेरी रेपुटेशन हो मेरी कंपनी को बर्बाद कर सके ll
वहीं दूसरी तरफ रूहानी शेखावत मेंशन से निकलकर रोड पर चले जा रही थी उसे यकीन नहीं हो रहा था पिछली जिंदगी में उसे इतनी मोहब्बत करने वाला मृत्युंजय आज उसकी नफ़रत कैसे करता है पहले भी उनकी शादी की नहीं हालातो में हुई थी पहले वह उसे गलत समझता था लेकिन बाद में वह उसे बेपनाह मोहब्बत भी तो करने लगा था लेकिन रूहानी नहीं कभी उसकी मोहब्बत को नहीं समझता क्या इस जन्म में रूहानी की किस्मत के साथ-साथ मृत्युंजय की मोहब्बत भी बदल गई यही सब बातें हैं रूहानी के कानों में सुनाई दे रही थी तभी रूहानी के पास एक गाड़ी आकर रूकती है रूहानी जैसी उसे गाड़ी को देखते हैं वह वहीं खड़ी हो जाती है तभी उसे गाड़ी से एक बॉडीगार्ड निकलता है और पीछे का गेट खोल देता है रूहानी जाकर उसे कार में बैठ जाती है ll
तभी ड्राइवर के बगल में बैठा एक लड़का रूहानी की तरफ देखकर कहता है मैडम आपने जो जो बोला था हमने वह सब कुछ कर दिया है और हमने प्रिया की पूरी इनफार्मेशन भी निकाल ली है और आप यह बताइए आप कहां जाना पसंद करेंगे अपने अपार्टमेंट में या अपने मेंशन में पीछे की सीट पर बैठी रूहानी अपनी आंखों को बंद कर मृत्युंजय के कह गए हर एक लफ्ज़ को अपने दिल में उतर रही थी वही वह बिना उसे शख्स की तरफ देख रहती है इस वक्त मुझे शांति चाहिए इसीलिए मैं चाहती हूं कि तुम मुझे अपने मेरे पहाड़ी वाले घर पर छोड़ दो और मैं जानती हूं वहां जाने के लिए मुझे बाय रोड काफी टाइम लगेगा इसीलिए जल्द से जल्द जेट रेडी करने के लिए बोलो मैं अब एक पल भी मुंबई में नहीं रुकना चाहती ll
सामने बैठा इंसान रूहानी का असिस्टेंट प्लस दोस्त निर्भय था निर्भय और रूहानी बचपन से एक दूसरे के दोस्त थे निर्भय एक बहुत बड़ी फैमिली का बेटा था लेकिन उसने रूहानी के साथ रहने के लिए उसके असिस्टेंट की जॉब कर ली थी l
रूहानी अपनी आंखें बंद करें मृत्युंजय के बारे में सोते हुए कहती है आपने बहुत गलत किया मृत्युंजय आपने मेरे विश्वास का मजाक उड़ाया है आपने प्रिया का साथ देकर यह साबित कर दिया के आप अभी भी धोखेबाज से प्यार करते हैं लेकिन मैं पागल थी जो मैंने आपसे शादी की लेकिन अब ऐसा नहीं होगा अब मैं आपसे और आपकी जिंदगी से बहुत दूर चली जाऊंगी आप लोगों को यह लगता है ना की उसे घर से निकलने के बाद आपका घर मेरा ठिकाना है और आपके घर से निकलने के बाद में सड़कों पर करूंगी तो यह आपकी बहुत बड़ी गलतफहमी है रूहानी अपने आप में ही एक आग है और जिस दिन आपको मेरा वजूद पता चल गया ना उसे दिन आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी ll
वहीं दूसरी तरफ प्रिया को घर से भेज देने के बाद मृत्युंजय जल्दी से बाहर निकलता है और चारों तरफ रूहानी को ढूंढने लगता है सारे सीसीटीवी कैमरे चेक करता है रूहानी शेखावत मेंशन से बाहर निकलते हुए तो दिखाई दे रही थी उसके बाद वह कहां गई किसके साथ गई क्या हुआ मृत्युंजय को कुछ भी पता नहीं चल रहा था मृत्युंजय के गलत फैसले ने आज रूहानी को उससे बहुत दूर कर दिया था मृत्युंजय यह सब कुछ सिर्फ प्रिया को सबक सिखाने के लिए कर रहा था वह भी कुत्तिया को वैसा ही दर्द देना चाहता था लेकिन अपने बदले की आग में उसने रूहानी का मासूम दिल तोड़ दिया था और जब एक मासूम दिल जब पत्थर दिल बनता है ना तो देखना दिलचस्प होता है ll
अगस्त रोहन अरुण तीनों ही शेखावत मेंशन वापस आ चुके थे और मृत्युंजय के पास बैठे थे अगस्त मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है अगर तुझे यही सब कुछ करना था तो एक बार हमें या भाभी को बता सकता था ना तो हम प्रिपेयर रहते ना इस चीज के लिए और तुझे क्या लगता है तूने जो बातें भाभी को बोली उसके बाद अगर उनके अंदर थोड़ा सा भी आप सम्मान होगा ना तो वह वापस लौटकर नहीं आएंगे और हां हमें सब में तेरी कोई मदद नहीं कर सकते मृत्युंजय को समझ नहीं आ रहा था कि रूहानी को जमीन निकल गई या आसमान का गया वह अचानक से शेखावत मेंशन से बाहर निकाल कर गायब हो गई थी रात से सुबह और सुबह से फिर रात हो गई थी देखते ही देखते एक हफ्ता बीत गया था लेकिन अभी तक नहीं मृत्युंजय अगस्त के रोहन अरुण नील किसी को भी रूहानी का पता नहीं मिला था वह कहां गई क्यों गई किसके साथ गई इसका जवाब किसी के पास नहीं था ll
नील के आ जाने पर मृत्युंजय ने प्रिया को अपने ऑफिस बुलाकर उसकी एक ऐसा ड्रग्स दिलवा दिया था जिसे धीरे-धीरे प्रिया की बॉडी खत्म हो रही थी उसका फेस अजीब तरीके का हो गया था जैसे बूढ़े इंसानों का हो जाता है उसे इतना दर्द झेलना पड़ रहा था पिछले एक हफ्ते में जिसकी कोई कीमत ही नहीं थी लेकिन मृत्युंजय इन सब में भी प्रिया से एक बार मिलने जरूर जाता था क्योंकि वह उसकी दर्द से तड़पते हुए देखना चाहता था लेकिन उसने फैसला कर लिया था कि वह प्रिया को इतनी आसानी से नहीं मरेगा उसे वही दर्द वही तड़प देगा जो रूहानी ने बर्दाश्त की थी l
देहरादून
70 मंजिला बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर एक ऑफिस के अंदर एक लड़की सीईओ की चेयर पर बैठी हुई थी उसका और इतना खतरनाक था कि उसके सामने खड़ा निर्भय भी डर से कम रहा था और अपनी हर एक डिटेल रूहानी को बताया जा रहा था रूहानी भी बहुत इंटरेस्ट के साथ निर्भय की हर बात सुन रही थी भले ही मृत्युंजय को ना पता हो की रूहानी कहां है लेकिन मृत्युंजय की लाइफ में क्या हो रहा था यह सब बातें रूहानी बहुत अच्छे से जानती और वह यह भी जान चुकी थी कि उसे दिन मृत्युंजय ने जो किया वह क्यों किया और किस लिए किया लेकिन रूहानी इतनी आसानी से मृत्युंजय के सामने जाने वाली नहीं थी क्योंकि वह मृत्युंजय को सजा देना चाहती थी भले ही उसने वह सब कुछ नाटक करने के चक्कर में बोला था लेकिन रूहानी को दर्द तो हुआ था ना वह उसका बदला लेना चाहती थी ll
क्या मृत्युंजय ढूंढ पाएगा रूहानी को क्या रूहानी वापस आएगी मृत्युंजय के पास जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में ll
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अंधेरी रात में एक घर से एक लड़की के चीखने चिल्लाने की आवाज आ रही थी आस पड़ोस के लोग उसे घर के सामने खड़े होकर अंदर देखने की कोशिश कर रहे थे लेकिन अंदर से कुछ दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन किसी के दर्द में चिल्लाने की आवाज है सबके कानों में जा रही थी उसे दर्द भरी आवाज को सुनकर उन अनजान लोगों के आंखों में भी आंसू आ जाते हैं लेकिन उसके ऊपर कर अत्याचार कर रहे लोगों का दिल नहीं पसीजा..
वही घर के अंदर पांच लोग खड़े हुए थे और जमीन में एक लड़की पड़ी हुई थी जिसके पूरे शरीर में से खून की धाराएं बह रही थी ऐसा लग रहा था जैसे वह लड़की जीने की जाने कितनी कोशिश कर रही थी लेकिन फिर भी यह लोग उसे जीने देना नहीं चाहते थे.......
वह लड़की उन सब की तरफ देखकर कहती है तुम सब तो मेरे अपने होना मेरा अपना परिवार जिससे मैं इतना प्यार किया मां बाप को आप मेरे बहन भाई भाभी हो आप मेरी फिर मेरे साथ इतना न्याय क्यों किस गुनाह की सजा दी जा रही है मुझे सजा देने से पहले मेरा गुनाह तो बता दीजिए.......
उसके सामने खड़ी वह पांचो लोग जानवरों की तरह उसे देख रहे थे और फिर उसे लड़की की भाभी उसके करीब आकर उसके बालों को ऊपर करके लगातार उसके चेहरे पर थप्पड़ मारने लगती है और उसे लड़की के मुंह से खून निकलने लगता है उसकी खून की उल्टी होता देख उसे लड़की की भाभी जल्दी से उसे दूर खड़ी हो जाती है तभी वह लड़की उन सब की तरफ देखकर दया भाव से कहती है.....
मेरी गलती तो बता दीजिए आप लोगों ने जो कहा मैंने माना आपने कहा मैंने उसे पत्थर की लकीर माना आपने मुझे मेरी दोस्त को दूर कर दिया मैंने उसे तक नहीं कि आपने उसे मुझसे हमेशा के लिए दूर कर दिया मैंने कुछ नहीं कहा आप बोले कि मेरा पति मुझसे प्यार नहीं करता बल्कि वह मुझे बोझ समझता है मैंने मान लिया तो फिर आप इस आदमी से कंचन की शादी क्यों कर रही है जब वह आदमी इतना ही खराब है तो क्यों आप कंचन की जिंदगी खराब करना चाहती हैं।।
उसे लड़की के सामने खड़ी औरत नफरत से उसे लड़की की तरफ देखकर कहती है क्योंकि जो हमने तुझे बताया वह झूठा था सच तो यह था प्यार करता था वह तुझे इसलिए तुझे शादी की थी उसने लेकिन तू वह शादी नहीं करना चाहती थी इसलिए जबरदस्ती तुझे शादी करके तुझे बचा कर ले गया था यहां से लेकिन तेरी बुरी किस्मत की तू फिर हमारे ही पास आ गई और जानती है वह तो तुझे हर लम्हा बढ़ाने की कोशिश करता था आज भी वह कंचन से शादी करने को सिर्फ इसलिए तैयार हुआ कि हम तुम्हें जिंदा छोड़ दें लेकिन ऐसा तो मुमकिन नहीं है ना लेकिन उससे पहले हम कंचन की शादी उससे कराएंगे उसके बाद तेरी अर्थी उठेगी क्योंकि उसके बाद तेरा वह पति कुछ नहीं कर पाएगा।।
हमने उसे एक एग्रीमेंट सेंड करवाया है कि वह कभी भी कंचन को तलाक नहीं दे सकता और ना ही उसे छोड़कर जा सकता है और 1 साल के अंदर अंदर उसे कंचन के साथ एक बच्चा पैदा करना होगा और तू जानती है बच्चा होने के बाद आदमी कितनी ही नफरत कर ले लेकिन फिर भी अपनी औलाद के लिए वह मेरी बेटी को अपना ही लेगा वह लड़की जैसे-जैसे अपनी मां अपने परिवार की बातें सुन रही थी उसके दिल में दर्द की लहर उठ रही थी।।
तभी वह आदमी उसे लड़की के पास घुटने के बल बैठ जाता है और कहता है नफरत करता हूं मैं तुझे तू मेरी बेटी नहीं है क्योंकि तुझे जन्म हमने नहीं दिया बल्कि तू मेरे जिगरी दोस्त की बेटी है जिसे मैंने किडनैप कर लिया था और मेरा वह दोस्त पागलों की तरह अपनी बेटी को ढूंढ रहा है तू जानती है चल मैं बात ही देता हूं तेरे मरने से पहले तेरी आखिरी इच्छा तो पूरी होनी चाहिए ना तुझे तेरे अस्तित्व के बारे में पता चलना चाहिए ना तो सुन तू मशहूर बिजनेसमैन नमन आहूजा की बेटी है और बिजनेस टायकून करण आहूजा की बहन लेकिन यह सब जान के तू कुछ नहीं कर पाएगी क्योंकि तेरे पास वक्त ही नहीं है जो तू मेरे दोस्त हो यह बता सके कि उसके दोस्त नहीं उसके साथ गद्दारी की थी उसकी बेटी को उससे दूर कर दिया था।।
वह लड़की अपनी आंखों में नफरत बदले की भावना लिए उन सब की तरफ देखकर कहती है मैं लौटकर जरूर आऊंगी अपना बदला लेने अपने मां-बाप को अपना बनाने अपने पति को फिर से हासिल करने और तुम सबको तुम सबके अंजाम तक पहुंचने चाहे उसके लिए मुझे भगवान से लड़ना ही क्यों ना पड़े लेकिन मैं तुम लोगों को इतनी आसानी से किसी की जिंदगी बर्बाद नहीं करने दूंगी अब जब मैं सच्चाई जानती हूं तो मैं सबको तुम दोनों की सच्चाई बताऊंगी अब तुम सब तुम्हारी किए गए हर गुनाह की सजा दिलवाऊंगी l
उसे लड़की की बात है लोग पागलों की तरह हंसने लगते हैं और कहते हैं जब तू यहां से बच कर जाएगी तभी तो तू में हमारे किए की सजा दिलवाएगी हम तो तुझे यहां से जाने ही नहीं देंगे और तुझे पता है आज कंचन और रणवीर की शादी है मेरी बेटी हमेशा हमेशा के लिए रणवीर मित्तल की बीवी बन जाएगी और तुझे नसीब होगी मौत।।
और तभी उसके सामने खड़ी वह लड़की कंचन एक तेजाब की बोतल ले उसे लड़की के ऊपर डालने लगती है और धीरे-धीरे उसे लड़की का शेयर करने लगता है उसकी वह दर्दनाक चीखे पूरे वातावरण में फैल जाती हैं घर के बाहर खड़े वह पड़ोसी उन चीखो से डर कर काप जाते हैं।।
सारे पड़ोसी जल्दी से वह से चले जाते हैं। क्योंकि कोई भी उन लोगों की नजरों में नहीं आना चाहते थे l क्योंकि जो इंसान अपनी बेटी के साथ इतना बुरा कर सकता है तो उन लोगों को कैसे छोड़ सकता है l
उसे लड़की को करने के बाद वह सब वहां से बाहर चले जाते हैं जब बाहर आते हैं तो बाहर कोई भी नहीं था सारे पड़ोसी वहां से जा चुके थे वहीं वह सब अपनी अपनी कर में बैठ वहां से निकल जाते हैं तभी एक तेज बिजली चमक के साथ बारिश होने लगती है बोलो जैसे ही आसमान की तरफ देखते हैं बहुत जोर से बिजली कड़कती है और उसे घर के ऊपर गिर जाती है चंद लम्हों में ही वह घर चलकर राख हो जाता है यह देखकर उन सबके चेहरे पर एक घिनौनी मुस्कुराहट आ जाती है और वह लोग वहां से चले जाते हैं उन्होंने एक बार भी पलट कर पीछे नहीं देखा था।।
क्या यह अंत था या एक नई कहानी की शुरुआत जानने के लिए बढ़ते रहिए मिलते हैं नेक्स्ट एपिसोड में....
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देहरादून
70 मंजिला बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर एक ऑफिस के अंदर एक लड़की सीईओ की चेयर पर बैठी हुई थी उसका और इतना खतरनाक था कि उसके सामने खड़ा निर्भय भी डर से कम रहा था और अपनी हर एक डिटेल रूहानी को बताया जा रहा था रूहानी भी बहुत इंटरेस्ट के साथ निर्भय की हर बात सुन रही थी भले ही मृत्युंजय को ना पता हो की रूहानी कहां है लेकिन मृत्युंजय की लाइफ में क्या हो रहा था यह सब बातें रूहानी बहुत अच्छे से जानती और वह यह भी जान चुकी थी कि उसे दिन मृत्युंजय ने जो किया वह क्यों किया और किस लिए किया लेकिन रूहानी इतनी आसानी से मृत्युंजय के सामने जाने वाली नहीं थी क्योंकि वह मृत्युंजय को सजा देना चाहती थी भले ही उसने वह सब कुछ नाटक करने के चक्कर में बोला था लेकिन रूहानी को दर्द तो हुआ था ना वह उसका बदला लेना चाहती थी ll
मृत्युंजय इस वक्त अपने ऑफिस में बैठा हुआ था और गुस्से में उसकी हालत खराब थी क्योंकि एक हफ्ता हो गया था और उसे अभी तक रहने का कोई पता नहीं चला था वही उसके सामने बैठा अगस्त रोहन और अरुण डर रहे थे यह पहली बार था जब मृत्युंजय के गुस्से से अगस्त भी डर गया था वरना अगस्त तक खुद एक डेविल था ll
मृत्युंजय गुस्से में पेपर बोर्ड को घुमाते हुए कहता है तुम एक बार मेरे सामने आ जाओ बीवी अगर तुम्हें मैंने कैद ना किया ना तो मेरा भी नाम मृत्युंजय शेखावत नहीं तुमने मुझे हल्के में लेने की गलती कर दी है लेकिन मेरी एक बात हमेशा याद रखना चाहे कुछ भी हो जाए तो मैं आना मेरे पास ही है अब तुम्हारे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं रहा है तुम्हारा हर एक रास्ता मृत्युंजय शेखावत की तरफ आता है ll
अगस्त्य मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है शुरू से शुरू करते हैं वह सब कुछ हुआ भाभी शेखावत मेंशन से बाहर निकले उसके बाद वह थोड़ा आगे गई और उसके बाद वह कहां गायब हुई किसी को नहीं पता किसी सीसीटीवी फुटेज में नहीं है किसी कैमरा में कैप्चर नहीं हुई कहीं गई नहीं रेलवे स्टेशन ना बस स्टैंड नहीं एयरपोर्ट तो फिर वह आखिर गई कैसे या फिर उनके पास खुद की गाड़ी थी और अगर खुद की गाड़ी भी थी तो किसी ने किसी सीसीटीवी फुटेज में तो उन्हें कैप्चर होना ही था उनका नंबर हम ट्रेस नहीं कर पा रहे इसका मतलब हम भाभी को जो समझते हैं भाभी वह नहीं है इसमें कुछ और राज है ll
रोहन मृत्युंजय के पास आकर खड़ा हो जाता है और कहता है मुझे भी ऐसा लगता है कि हम रूही भाभी को जो समझ रहे हैं वह वह नहीं है और जो हम उन्हें नहीं जानते वह हैं वरना एक लड़की का अचानक हवा की तरह गायब हो जाना इंपॉसिबल है वह भी एक ऐसी लड़की जिसके पास ना घर है ना ठिकाना ना मां बाप का पता है और ना ही उनके परिवार का ऐसी लड़की का अचानक से गायब होना मिस्टीरियस है ll
तभी नील वहां कर बैठता है और कहता है मैं भी तो जानू कौन है रूही भाभी इसके लिए तुम लोग इतना परेशान हो तभी रोहन से अपने फोन में एक फोटो दिखाता है नील हैरानी से उसे फोटो को देखकर मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है यह रूहानी भाभी है आर यू सर सब लोग हैरानी से नील को देखते हैं तो नील कहता है मैं जानता हूं इन्हें इनका नाम डॉक्टर रूही है और यह इंडिया की ही नहीं बल्कि दुनिया की बेस्ट डॉक्टर है और एक मिस्टीरियस साइंटिस्ट भी मैंने एक सम्मेलन में मिला था वैसे तो यह मास्क लगाए रहती हैं लेकिन इत्तेफाक से उसे दिन हमारी मुलाकात हो गई ll
चारों लोग हैरानी से नील को देख रहे थे नील मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है यही नहीं बल्कि एक बिजनेस वूमेन भी है मेरा एक प्रोजेक्ट इन्हीं के साथ चल रहा है जो मैं अपनी फैमिली के बिजनेस देखता हूं और इस वक्त यह देहरादून में है और यह कोई ऐसी वैसी लेडी नहीं है जिसको कोई भी ट्रेस कर सकता है यह मिस्टीरियस पर्सन है और सुनने में भी आया है कि यह अंडरवर्ल्ड की माफिया क्वीन भी है उनकी शक्ल सूरत पर मत जाना शक्ल से जितनी मासूम है उतनी ही खतरनाक भी है इनका एक डेमो मैं देख चुका हूं अगर तुम चाहो तो तुम्हें भी दिखा सकता हूं
रोहन हैरानी से नील की तरफ देखकर कहता है तू यह कहना चाहता है की रूही भाभी जैसी दिखती है वैसी है नहीं बल्कि एक दुनिया की सबसे बेस्ट डॉक्टर रूही है एक साइंटिस्ट है एक बिजनेस मोबाइल है और माफिया क्वीन भी है इसका मतलब तो यही है कि उनका इस शहर से गायब होना कोई आश्चर्य की बात नहीं है ऐसी हीटर एंड आईडेंटिटीज होती है माफी आज के पास वह जो अचानक गायब हो जाए और किसी को कोई खबर भी ना लगे ll
मृत्युंजय अपनी चेयर से उठकर खड़ा होता है और लास्ट बॉल पर जाकर अपना हाथ रख कहता है इंटरेस्टिंग बीवी मतलब मैं तुम्हें जितना मासूम समझ रहा हूं तुम इतनी मासूम नहीं हो मतलब तुम्हारा मुझसे शादी करने का भी कोई मकसद है वरना तुम किसी के छोड़े हुए इंसान से शादी कैसे कर सकती हो तुम्हारे पास इतना पैसों की कमी है नहीं पावर की तो फिर क्या मकसद है तुम्हारा जो तुमने मुझसे शादी की और क्यों तुम इतने दिन रो परिवार में एक गोद ली हुई बेटी की तरह रही और उनके अत्याचार सहती रही ll
तभी नील एक वीडियो को टीवी से कनेक्ट कर देता है और सब लोग उसे वीडियो को देखते हैं जैसे-जैसे वह वीडियो आगे बढ़ रहा था वैसे-वैसे सपा मुंह हैरानी से खुल जा रहा था जहां मृत्युंजय के चेहरे पर एक मिस्टीरियस स्माइल थी अगस्त के चेहरे पर आश्चर्य था वही रोहन और अरुण हैरानी से उसे वीडियो को देख रहे थे ऐसा लगा था जैसे उन दोनों को कोई गहरा सदमा बैठा है और वह अभी उसे समय से बाहर ही नहीं आए थे कि तभी अचानक से महामृत्युंजय की एक ठंडी आवाज सुनाई देती है अरुण जल्द से जल्द देहरादून जाने का इंतजाम करो मैं भी तो चलूं अपनी बीवी की जन्मभूमि या उसकी कर्म भूमि पर मैं भी तो देखूं कि मेरी बीवी कितनी खतरनाक है ll
मृत्युंजय की आवाज सुनकर चारों लोग अपने सदमे से बाहर आते हैं और अरुण जल्दी से चला जाता है और बाहर आकर गहरी गहरी सांस लेकर कहता है मैं तो समझता था लेडी बॉस एक मासूम लड़की है लेकिन आज पता चला की मासूमियत के पीछे भी एक खतरनाक डेविल क्वीन छुपी हुई है आप मुझे उनके सामने भी अच्छे से बात करनी होगी ll
नील मृत्युंजय के पास आकर कहता है अब हमें प्रिया को एंटीडोट दे देना चाहिए वरना अगर हमने उसे एंटीडोट नहीं दिया तो उसकी जान भी जा सकती है और तुम्हारा बदला अधूरा रह जाएगा और मैं चाहता हूं कि वह भाभी का शिकार है तो उसका शिकार नहीं करने दिया जाए लेकिन उनसे खेलने में मजा तो बहुत आएगा मैं भी उसे लड़की को कभी पसंद नहीं करता था लेकिन तुम मुझसे शादी करना चाहते थे इसीलिए मैंने तुम्हारे फैसले की कदर की थी लेकिन आज पता चल क्यों कितनी गिरी हुई हो घटिया लड़की है और ऐसी लड़की को मैं कभी भी अपनी भाभी ना बनाऊं ll
नील की बातें सुनकर मृत्युंजय नील की तरफ देखकर कहता ठीक है दे दो उसको एंटीडोट और उसके लिए इंतजाम करो किसी का जो उसके साथ रहकर उसकी पाल-पाल की खबर हमें देता रहे और उसके साथ जो चाहे वह करें लेकिन उसे कभी भी हमारे प्लान के बारे में पता ना चले नील हां बोलकर तुरंत ही मृत्युंजय के ऑफिस से बाहर चला जाता है वहीं रोहन और अगस्त अपनी अपनी चेयर से खड़े होकर कहते हैं हम भी तुम्हारे साथ चलेंगे क्योंकि हम भी देखना चाहते हैं उसे मासूम लड़की के पीछे डेविल क्वीन कैसी है और इस वीडियो को देखने के बाद तो हम तो सदमे में ही चले गए और हम भी जानना चाहते हैं एक मासूम सी प्यारी सी लड़की डेविल क्वीन क्यों बन गई और कैसे बन गई ll
अगस्त्य रोहन भी वहां से बाहर चले जाते हैं वहीं अगस्त के मेंशन में अगस्त्य जैसे ही आता है वह देखता है चाहत अपना बैग लेकर बाहर जा रही थी अगस्त्य हैरानी से चाहत की तरफ देखा है तो चाहत अगस्त की तरफ देखकर कहती है मैं शादी को बहुत मौके दिया अगस्त थे बहुत कोशिश की सृष्टि को निभाने की पिछले 1 साल में मैंने अपनी जीत तोड़ कोशिश कर ली लेकिन मैं इस रिश्ते को नहीं निभा पाई इसीलिए मैंने फैसला किया है कि मैं तुम्हें और खुद को इस रिश्ते से आजाद कर दूंगी ll
मैं आपके कमरे में डायवोर्स पेपर्स रखवा दिए हैं आप भी वह पेपर साइन कर देना और हां एल्यूमिनी में मुझे आपसे कुछ नहीं चाहिए इसीलिए आप बेफिक्र रही है और आप अपनी पसंद की लड़की से भी शादी कर सकते हैं अब मैं कभी लौटकर आपकी जिंदगी में वापस नहीं आऊंगी क्योंकि मैं बहुत कोशिश की लेकिन मैं सृष्टि को एक धागे में नहीं बढ़ पाई इसीलिए मैं जा रही हूं यह घर छोड़कर आपको छोड़कर ll
अगस्त्य गुस्से में चाहत का हाथ पकड़ उसे खींचते हुए अपने कमरे की तरफ ले जाने लगता है अगस्त का पूरा परिवार अगस्त को रोकने की कोशिश करता है लेकिन अगस्त्य गुस्से में सब की तरफ देखकर कहता है अगर किसी ने भी हमारे बीच आने की कोशिश की तो वह असली अगस्त से मिलेगा इसीलिए बेटर है कि सब लोग छह हो वहीं रहो और वह चाहत को जबरदस्ती अपनी पीठ पर बोरी की तरह दल अपने कमरे में चला जाता है ll
क्या अगस्त से चाहत को रोक पायेगा क्यों अगस्त चाहत को जबरदस्ती लेकर गया जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में जब तक के लिए ढेर सारे कमेंट करते रहिए और हां कहानी को ज्यादा से ज्यादा शेयर कीजिए ll
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एक अंधेरे कमरे में एक लड़की के रोने की आवाज आ रही थी और जो रोते-रोते बस एक ही बात बोल रही थी नफरत करते हैं हम आपसे बहुत नफरत आपने हमसे हमारा वजूद छीन लिया आपने हमसे हमारा परिवार छीन लिया आपने हमसे हमारा सब कुछ लिया हमारे सपने छीन लिए हमसे हमारी दुनिया छीन ली और आपकी वजह से हमें इस नर्क में आकर दर्द और बेइज्जती सहन करनी पड़ रही है.......
तभी उसे अंधेरे कमरे का गेट खुलता है वहां उसे लड़की को दो आकृति नजर आती हैं उन आकृतियों को देखकर उसे लड़की की आंखें बंद होने लगते हैं फिर उसे कमरे की लाइट जल जाती है जैसे ही वह लड़की अपने सामने नजारे को देखते हैरान रह जाती है उसके मुंह से आवाज ही नहीं निकल रही थी लेकिन वह एक तक अपनी फटी हुई आंखों से सामने खड़े उन दोनों इंसानों को देख रही थी जो उसकी दुनिया में सबसे ज्यादा अजीज थे सबसे ज्यादा जिस पर वह विश्वास करती थी सबसे ज्यादा जिसे वह प्यार करती थी.......
जो दो लोग अभी अंदर आए थे वह थे एक लड़का और एक लड़की लड़की सामने बैठी उसे लड़की की बेस्ट फ्रेंड थी और वह लड़का उसे लड़की का प्यार उसकी मोहब्बत था जिससे वह बचपन से प्यार करती थी जिसके लिए उसने अपने पति तक को छोड़ दिया था जो उससे प्यार करता था नहीं करता था यह तो उसे नहीं पता था लेकिन वह उसे लड़की की care बहुत करता था......
सामने बैठी हुई लड़की हैरानी के मिले-जुले भागों से उन दोनों को देखकर कहती है तुम दोनों या मुझे बचाने आए हो देखो ना उसे डेविल ने मुझे यहां कैद कर दिया है और मुझसे मिलने भी नहीं आता मैं उसे तलाक दे दिया इसलिए वह मुझे इतना टॉर्चर दे रहा है मेरे साथ इतना गंदा व्यवहार कर रहा है तभी सामने खड़ी उसे लड़की की बेस्ट फ्रेंड हंसने लगती है और कहती है तुम कितनी भोली हो ना तुम्हें अभी तक समझ नहीं आया कि तुम्हारे साथ क्या हुआ और किसने किया........
सामने बैठी लड़की धीरे-धीरे दीवार का सहारा लेकर उठने लगती है और अपने धीमे-धीमे कदमों से उन दोनों के पास आकर रहती है तुम कहना क्या चाहती हो मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है सामने खड़ी वह लड़की उसे लड़की को जोर से धक्का मरती है और कहती है यह सब कुछ उसे डेविल ने नहीं बल्कि हमने किया है हम दोनों ही तुमसे बेइंतहा नफरत करते हैं इतनी नफरत जैसे आज तक किसी ने किसी से ना कि हो .........
सामने गिरी हुई लड़की फिर से उठने की कोशिश करती है तो उसके शरीर में असीम दर्द हो रहा था इतना दर्द जो उसकी बर्दाश्त से बाहर था लेकिन उसे दर्द को उसने अपने चेहरे पर नहीं आने दिया था वह वही दीवार के सहारे बैठ जाती है और कहती है जब इतना बता दिया है तो इतना भी बता दो कि क्यों किया तुम दोनों ने यह सब क्योंकि मरने वाली की आखिरी ख्वाहिश तो वैसे भी पूछी जाती है और मैं समझ चुकी हूं कि मुझे यहां लाकर कैद करने वाले भी तुम दोनों हो और आज मुझे यहा मरने भी तुम दोनों आए हो लेकिन मरने से पहले मुझे यह जानने का हक तो है ना कि मेरे साथ यह सब कुछ क्यों हो रहा है और किस लिए हो रहा है..........
सामने खड़े वह दोनों बिना किसी भाव के नफरत से उसे लड़की को देख रहे थे तभी सामने खड़ी वह लड़की रहती है तुमने हम दोनों से हम दोनों का प्यार छीन लिया तुमने हम दोनों से हमारी दुनिया छीन ली इसीलिए हम दोनों ने मिलकर तुमसे तुम्हारा सब कुछ छीन लिया हमने तुम्हारे परिवार को जहर देकर मार डाला जिसे इल्जाम तुम्हारे ऊपर आया अगर तुम यहां से बच भी जाओगी ना तो बाहर पुलिस में कुत्तों की तरह ढूंढ रही है और तुम्हारी वह मौत इस मौत से भी ज्यादा दर्दनाक होगी जब तुम पर इल्जाम लगाए जाएंगे अपने ही परिवार को मार डालने के........
सामने दीवार के सहारे बैठी वह लड़की उन दोनों को देखकर कहती है क्यों किया तुमने आयशा क्या गुनाह था मेरा और तुमने क्यों किया Aman तुम तो दोस्त है मेरे शादी होने वाली थी हमारे प्यार करते थे हम दोनों एक दूसरे से तो इतना बड़ा धोखा क्यों इतनी बड़ी सजा क्यों क्या वजह थी........
सामने खड़ा लड़का अमन कहता है क्योंकि मैं तुमसे प्यार नहीं करता था मैं रिया से प्यार करता था और तुम्हारी वजह से मेरी रहा मुझे छोड़ कर चली गई क्योंकि मेरी शादी तुमसे तय हो गई थी और यह सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पाई और चली गई मुझे छोड़कर कहां गई नहीं पता मैंने उसे ढूंढने की बहुत कोशिश की फिर बाद में मुझे पता चला कि मेरी बर्बादी का सबसे बड़ा जिम्मेदार तो तुम थी तो तुम कैसे चैन से जी सकती हो इसीलिए उसे रात मैंने तुम्हें उसे होटल में फसाया था उसे आदमी के साथ लेकिन तुम्हारी अच्छी किस्मत के जिसके पास भेजा था उसके पास में जाकर तुम इस दुनिया के सबसे बड़े बिजनेस टाइप उनके कमरे में चली गई और उसने तुमसे शादी भी कर ली लेकिन मैं तुम्हें खुश कैसे रहने देता...........
अगर उसे वक्त तुमने मेरी बात सुनी होती तो आज मेरी रेखा मेरे साथ होती मेरा प्यार मेरे साथ होता तो मैं तुम्हारे साथ इतना बड़ा करने के लिए कभी खुद को तैयार नहीं करता वह लड़की अजीब तरीके से मुस्कुरा कर कहती है तो तुमने मुझे कभी बताया भी तो नहीं था कि तुम रेखा से प्यार करते थे या रेखा के साथ तुम्हारी जिंदगी के सपने सच हुए थे तुमने चलो ठीक है इसमें मेरी गलती थी क्योंकि मैं तुमसे प्यार करती थी और अपने प्यार में आंधी होकर मैं तुम्हारी कोई बात नहीं सुनी...........
वह लड़की आयशा की तरफ अपनी नज्में करके कहती है और तुम्हारी नफरत की क्या वजह थी तुम क्यों नफरत करती थी मुझसे मैं तो तुम्हें बचपन से अपनी बहन माना था अपने घर में रख अपने साथ रखा हर कदम पर तुम्हारा साथ दिया अपने भाइयों को छोड़कर अपनी बहन को छोड़कर तुम पर विश्वास किया तुम कहती थी कि तुम्हारे भाई गलत हैं तो मैं मान लेती थी तुमने कहा कि तुम्हारी बहन ने मेरे साथ गलत किया मैंने माना फिर मुझे किस गुना की सजा मिली तुम पर विश्वास करने की तुम्हें अपना मानने की या अपने परिवार पर विश्वास न करने की या उन्हें हर वक्त तुमसे पीछे रखने की........
आयशा गुस्से में उसे लड़की का चेहरा पकड़ कर कहती है मैं तुम्हारी बड़े भाई से प्यार करती हूं मैं तुमसे कितनी बार कहा कि मेरी शादी करवा दो उसे लेकिन तुमने नहीं कर पाए लेकिन मुझे तुमसे......
तभी वह लड़की मुस्कुरा कर कहती है अब तुम्हारा असली चेहरा मेरे आगे है तो इसका मतलब तो यही है कि तुम्हें मेरे भाई से नहीं उसकी प्रॉपर्टी से प्यार था तुम्हें मेरे भाई से नहीं बल्कि तुम्हें राणा परिवार की बहू बना था तुम्हें मेरे भाई की हुकुम रानी सा Banana था इसलिए तुमने यह सब कुछ किया......
आयशा मुस्कुरा कर अपने चेहरे पर तेली स्माइल लाकर कहती है तो क्या गलत था इसमें हर लड़की का सपना होता है पैसा पावर पानी का मेरा भी था इसीलिए तो तुम्हारे करीब आई थी मैंने तुम्हें ऐसा कुछ खास नहीं था जो आयशा तुमसे दोस्ती करती तभी ऐसा मुस्कुरा कर कहती है जानती हो तुम्हारे में उन आदमियों को भेजने वाली मैं थी लेकिन नाम तुम्हारा पति का आया.......
तभी अमन मुस्कुराते हुए उसे लड़की की तरफ देखा है और कहता है तुम्हें पार्टी में बेचने वाला में था लेकिन नाम तुम्हारा पति का आया.......
हंसते हुए कहते हैं तुम्हारे साथ आज तक जो कुछ भी हुआ वह सब हम दोनों ने किया लेकिन तुमने गलत हमेशा अपने पति को समझा अरे तुम्हारा पति तुमसे कहता नहीं था लेकिन वह तुमसे प्यार करता था इसीलिए तुम्हारी हर बदतमीजी को बर्दाश्त किया तुम्हारे हर एग्जाम को कबूल किया तुम्हारी हर एक चीज पर उसने कोई रिएक्ट नहीं किया और इसी बात का हमने फायदा उठाकर तुम्हें उससे अलग कर दिया........
जानती हो आज भी पागलों की तरह तुम्हें ढूंढ रहा है क्योंकि उसे विश्वास नहीं है कि तुम अपने परिवार को खत्म कर सकती हो या तुम किसी और के साथ भाग सकती हो..... और वह तुम्हें पागलों की तरह ढूंढ रहा है और मैं जानती हूं आज नहीं तो कल वह तुम्हें ढूंढ तो जरूर लगा इसलिए उससे पहले तुम्हें मारना जरूरी है......
सामने बैठी लड़की अपनी आंखों में घुसा और नफरत लिए उन दोनों को देखकर कहती है अगर तुमने मुझे मार दिया तो तुम जी जाओगे और आज अगर मैं बच गई तो तुम दोनों को मुझे कोई नहीं बचा पाएगा यहां तक के तुम खुद दोनों एक दूसरे को नहीं बचा पाओगे तो याद रखना मेरी इस बात को तभी वह दोनों अपनी-अपनी गण निकाल कर उसे लड़की के ऊपर तान देते हैं आयशा गुस्से और नफरत से कहती है आज तुम्हारी जिंदगी का आखिरी दिन है......नव्या.....
नव्या सामने बैठी हूं दोनों को देखकर कहती है अगर मैं मर गई तो तुम जी जाओगे और अगर मैं बच गई तो तुम दिल दिल करके मारोगे और ऐसे नहीं ऐसे मारो के की दुनिया तुम्हारी मौत का तमाशा देखेगी और तुम दोनों ही एक दूसरे को मारोगे यह मेरा वादा और वचन है और तुम जानती हो हम राजपूत अपने वचन से कभी पीछे नहीं हटते..... तभी वह दोनों तुरंत ही नव्या पर गोलियां बरसाना शुरू कर देते हैं नव्या की आंखें खुली थी उसकी आंखों में नफरत और बदले की भावना थी उसकी आंखों में मौत का तांडव था वह दोनों उसे देखते हुए वहां से निकल जाते हैं..........
धीरे-धीरे नव्या की आंखें बंद होने लगते हैं और वह एक गहरी नींद में चली जाती है एक ऐसी नींद में जहां उसे सुकून और शांति नहीं मिल रही थी बल्कि उसकी आत्मा तड़प रही थी अपने पति से माफी मांगने के लिए अपने भाइयों अपनी बहन अपने परिवार को बचाने के लिए लेकिन वह तो इस दुनिया से जा चुके थे और आप वह भी इस दुनिया से जा चुकी थी उसके दिल में नफरत बदला सब कुछ था इसीलिए उसकी आत्मा को भी शांति नहीं मिल रही थी..........
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अगस्त्य गुस्से में चाहत का हाथ पकड़ उसे खींचते हुए अपने कमरे की तरफ ले जाने लगता है अगस्त का पूरा परिवार अगस्त को रोकने की कोशिश करता है लेकिन अगस्त्य गुस्से में सब की तरफ देखकर कहता है अगर किसी ने भी हमारे बीच आने की कोशिश की तो वह असली अगस्त से मिलेगा इसीलिए बेटर है कि सब लोग छह हो वहीं रहो और वह चाहत को जबरदस्ती अपनी पीठ पर बोरी की तरह दल अपने कमरे में चला जाता है ll
अगस्त्य गुस्से में चाहत को लाकर अपने कमरे के बेड पर फेंक देता है चाहत के चोट तो नहीं लगती लेकिन वह रोल होकर बैठकर एक किनारे आ जाती है अगस्त्य गुस्से में अपने कमरे के गेट को अंदर से लॉक कर लेता है और धीरे-धीरे चाहत की तरफ अपने कदम बढ़ने लगता है वही चाहत डर की वजह से बेड पर सिकुड़ कर बैठ गई थी क्योंकि उसे इस वक्त अगस्त से बहुत डर लग रहा था अगस्त्य गुस्से में चाहत की छुट्टी को पड़कर ऊपर करता है और कहता है क्या प्रॉब्लम है सब कुछ तो दे रहा हूं तुम्हें हर परिवार और आरामदायक जिंदगी और क्या चाहिए तुम्हें.......
चाहत को अगस्त से डर तो बहुत लग रहा था लेकिन आज पता नहीं चाहत के अंदर इतनी हिम्मत कहां से आ जाती है वह अगस्त के हाथ को झटक देती है और बेड पर से उठकर खड़ी हो जाती है और अगस्त की आंखों में आंखें डाल कर कहती है एक औरत के लिए रुपया पैसा यही सब जरुरी नहीं होता सबसे जरूरी होता है उसके पति का प्यार पति की नजरों में इज्जत और तभी जाकर एक पति पत्नी का रिश्ता आगे बढ़ता है लेकिन हमारे रिश्ते में ऐसा कुछ भी नहीं है ना आप मुझसे प्यार करती हो नहीं मेरे साथ अपनी शादी को निभाना चाहती हो तो क्यों मुझे जबरदस्ती के रिश्ते में बांध के रखा हुआ है आप खुद परेशान होते हो अपने परिवार को करते हो और साथ में मुझे भी करते हो ll
अगस्त्य गुस्से में चाहत के हाथ को जोर से पकड़ लेता है चाहत को दर्द तो बहुत हो रहा था लेकिन वह अपने दर्द को बर्दाश्त करते हुए अगस्त की आंखों में आंखें डालकर रहती है कल आपने एक पिता के सामने उसकी बेटी की बेइज्जती की है मैं सब कुछ बर्दाश्त कर सकती हूं लेकिन अपने पापा की आंखों में आंसू नहीं और कल आपने वही दिए हैं उन्हें क्यों आए थे वह यहां सिर्फ अपनी बेटी का हंसी खुशी और बस्ता हुआ घर देख लेना आपने क्या किया ll
आपने सबके सामने उनकी बेइज्जती की जब वह आपसे बात कर रहे थे तो आपने इग्नोर करके चले गए उनके लाइव में फ्रूट्स को अपने डस्टबिन में फेकवा दिया और यह मत कहना कि आपने यह नहीं किया क्योंकि मैं अपनी आंखों से देखा था और कानों से सुना था अब जाकर अगस्त को कल की सारी बातें याद आती हैं ll
अगस्त्य हैरानी से चाहत की तरफ देखकर कहता है तुम इतनी छोटी बात के लिए इतना बड़ा फैसला ले रही हो चाहत ताली बजा कर अगस्त से अपना हाथ छुड़ाने हुए कहती है बहुत बढ़िया मिस्टर राजपूत एक पिता की बेइज्जती करके उसे पिता को यह एहसास दिल के क्यों होने अपनी बेटी का हाथ आपके हाथ में देकर इस जिंदगी की सबसे बड़ी गलती करी है क्या वह पिता आराम से अपने घर जाकर सो पाया होगा उसके दिल में उसके मन में उसके दिमाग में कितने ख्याल आता रहे होंगे कि वह एक अच्छा पिता नहीं बन पाया वह अपनी बेटी को एक अच्छे हाथों में नहीं दे पाया इससे बड़ा दुख हो दर्द उन्हें इस दुनिया में या इस जिंदगी में मिल ही नहीं सकता था l
आप यह बात नहीं समझेंगे मिस्टर राजपूत क्योंकि आपके कोई बहन नहीं है जिस दिन आप एक बेटी के पिता बनेंगे ना और कोई आपकी आंखों के सामने आपकी बेटी को बेइज्जत करेगा आपके दिए हुए गिफ्ट्स को और आपके दिए हुए सामान को जवाब का दामाद उठाकर फेंक देगा ना तब मैं आपसे पूछूंगी की अब कैसा लग रहा है आपको आपके दिल पर क्या बीत रही है ll
चाहत की बात सुन अगस्त्य गुस्से में चाहत के बालों को पकड़ लेता है और कहता है वह अगस्त राजपूत की बेटी होगी और किसी के माई के लाल में दम नहीं है जो मेरी बेटी को एक आंसू भी दे सके अब जाकर अगस्त को अपनी कही हुई बात का एहसास होता है वह फटी आंखों से चाहत के चेहरे को देखने लगता है चाहत अपने बालों को छुड़ाकर रहती है आपको पता है जब मैं छोटी थी तब सब लोग आसपास के मेरे पापा को सुनते थे ताने देते थे कि उनके बेटे नहीं है क्या एक बेटी कभी एक बेटा बन पाएगी ll
मेरे पापा ने मेरे लिए सबके ताने सुने और आज मेरे ससुराल में आकर उन्होंने अपनी इस बेटी को दर्द दुख जलील होते हुए देखा तो आप सोच भी नहीं सकते हो कि मेरे पापा पर क्या बीत रही होगी मेरे मम्मी पापा ने कभी दूसरा बच्चा नहीं किया क्योंकि वह अपना पूरा टाइम और पूरा प्यार मुझे देना चाहते थे और मैं हमेशा अपने पापा से कहती थी पापा मेरी जब शादी होगी ना तो मुझे मेरा जीवन साथी बिल्कुल आपकी तरह चाहिए और मेरे पापा कहते थे तो तुम्हें मेरी तरह क्यों चाहिए तब मैं उन्हें जवाब देती थी कि जैसे आप मम्मी को इज्जत मान सम्मान और प्यार देते हो मुझे भी ऐसा ही जीवन साथी चाहिए ll
मेरे पापा हमेशा मुझसे कहते थे कि वह मेरे लिए ऐसा ही लड़का देखेंगे लेकिन देखी क्या मिलन मैं आप जिन्होंने उनकी बेटी को कभी भी तो पल सुकून से नहीं जीने दिया और अब मेरा फैसला अटल है कि मुझे आपसे तलाक चाहिए शादी करके देख ली मैंने कुछ नहीं मिलता यह प्यार मोहब्बत के रिश्ते में आप मुझे मेरे मम्मी पापा का बेटा बना है और हां आप जिसे चाहे उससे शादी करने के लिए आजाद है और आज के बाद कभी भी अपना चेहरा मुझे मत दिखाना क्योंकि मैं कुछ भी बर्दाश्त करूंगी लेकिन अब आपको अपनी जिंदगी में मैं कभी बर्दाश्त नहीं करूंगी और अपना हाथ छोड़ चाहत कमरे से बाहर निकल जाती है ll
अगस्त्य हैरानी से और अपनी फटी हुई आंखों से अपने उसे हाथ को देख रहा था जिसे अभी-अभी चाहत झटक कर गई थी उसके कानों में चाहत के कह गए हर एक लव गूंज रहे थे अब जाकर उसे एहसास हुआ कि उसने चाहत के साथ कितना गलत किया है उसके घर में बेटी नहीं थी बहन नहीं थी तो उसे उसे एहसास ही नहीं हुआ एक लड़की की इज्जत क्या होती है वह जब तक अपने कमरे से बाहर आया तब तक चाहा तो उसे छोड़कर जा चुकी थी आज चाहत में पति-पत्नी का रिश्ता नहीं पत्नी क्या फर्ज नहीं बल्कि अपना आत्मसम्मान चुना था अपने पापा की इज्जत को बचाया था और चली गई थी अपने पापा के पास अपना मान सम्मान समेट कर l
अगस्त के थके हर एक कदमों से जब हाल में वापस आता है तो उसका पूरा परिवार उसे गुस्से से देख रहा था लेकिन आज अगस्त किसी की नजरों को अपने ऊपर बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था इसीलिए वह चुपचाप अपने कमरे में चला जाता है अगस्त की जाते ही अगस्त की मां शिवानी जी अपना सर पकड़ कर बैठ जाती हैं और अपने पति अशोक जी की तरफ देखकर कहती है सुनिए जी यह किसकी नजर लग गई मेरे परिवार को किसकी नजर लग गई मेरे बहू बेटे के रिश्ते को देखिए ना सब कुछ बिखर गया ll
अशोक जी शिवानी जी के कंधे पर हाथ रखकर कहते हैं हमने जबरदस्ती शादी करवाई थी उसकी तो शादी का यही अंजाम होना था हमने क्यों नहीं सोचा कि अगस्त उसे लड़की को कभी नहीं भूल सकता उसके बिना जीना तो बहुत दूर की बात है और देखिए ना हमने अपनी लालसा में एक मासूम और भोली भाली लड़की से उसकी मासूमियत छीन ली उससे उसका सब कुछ छीन लिया हम लोगों ने उसे उसका सब कुछ तो छीन लिया हस्ती मुस्कुराती आई वह लड़की आज पत्थर की मूर्ति बनाकर इस घर से गई है मैं तो भगवान से यही दुआ करता हूं शिवानी जी की अगस्त को थोड़ी अकल आ जाए और वह उसे बच्ची को मना कर वापस अपने घर ले आए वरना मैं उसे कभी माफ नहीं करूंगा मैं आज तक उसे कभी कुछ करने से नहीं रोका लेकिन आज आज मुझे उसे पर गुस्सा नहीं आ रहा बल्कि तरस आ रहा है कि उसने उसे घटिया लड़की के लिए चाहत जैसी लड़की को खो दिया ll
वहीं दूसरी तरफ देहरादून में रूही अपने कमरे में बैठी आसमान को देख रही थी तभी उसके पास एक कॉल आता है उसे कॉल की बात सुनकर तू ही रहती है ऐसा करो उन्हें सही सलामत उनके घर पहुंचा दो और हां नजर रखने की वह कोई गलत कदम न उठाए और अगर वह नौकरी वगैरह ढूंढने की कोशिश करती हैं तो उन्हें मेरे पास ले आना क्योंकि मैं चाहती हूं कि वह पिछली बार की तरह खुद को कोई नुकसान न पहुंचा मैंने बहुत कोशिश की उन दोनों का रिश्ता बढ़ाने की लेकिन शायद उनकी किस्मत में यही लिखा था और कॉल कट करके फिर से कल आसमान को देखने लग जाती है अचानक से ही बिन मौसम की बरसात होने लगती है लेकिन रूही के चेहरे पर एक अजीब सी खामोशी थी एक अजीब सा सन्नाटा फसा हुआ था आज उसकी आंखें बिल्कुल खाली थी l
रोहित काफी देर बालकनी में बैठी रहती है और फिर अपने कमरे में आकर अपना लैपटॉप लेकर राजपूत मेंशन की और अगस्त के कमरे की फुटेज देखने लगती है अगस्त के कमरे की फोटो जैसे-जैसे रूही देख रही थी वैसे-वैसे रूही का गुस्सा बढ़ता जा रहा था और फिर वह अपना लैपटॉप बंद करके कहती है चाहत में आज एकदम सही फैसला दिया है जो इंसान हमारे पिता की इज्जत नहीं कर सकता वह इंसान हमारा पति चलाने के लायक बिल्कुल नहीं हो सकता मानती हूं पति को भगवान का दर्जा दिया गया है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह हमारे माता-पिता की बेइज्जती करें और हम उसे रिश्ते को बचाने के लिए अपने माता-पिता से ही दूर हो जाएं अरे हमारे माता-पिता हमें इतने सालों तक हमें अपने खून पसीने से बड़ा करते हैं और फिर हम किसी और के लिए अपने उन्हें मां-बाप को बेइज्जत होता हुआ देखें यह तो कहीं का न्याय नहीं है मैं चाहत के इस फैसले में चाहत के साथ हु l
अगस्त्य काफी देर तक अपने कमरे में बैठा रहता है फिर वह अपने कमरे से निकाल मेंशन के बाहर चला जाता है और वहां से सीधा शेखावत मेंशन पहुंचता है जब वह मैं शेखावत मेंशन पहुंचता है तो देखा है मृत्युंजय अरुण और रोहन डिनर कर रहे थे अगस्त को आया हुआ देखकर मृत्युंजय हैरानी से कहता है तू तो घर गया था ना यहां क्या कर रहा है अगस्त बिना कुछ कहे सोफे पर जाकर बैठ जाता है अगस्त की खामोशी अधिक अलग ही दर्द बयां कर रही थी वही अपना डिनर फिनिश करने की बात वह तीनों भी वही जाकर बैठ जाते हैं अगस्त्य बिना उन तीनों की तरफ देख कहता है चाहत मुझे छोड़ कर चली गई क्योंकि कल मैं उसके पिता की बेइज्जती की थी इसीलिए उसने पति और पिता में से अपने पिता का साथ चुना और चली थी मुझे छोड़कर ll
रोहन अगस्त की तरफ देखकर कहता है अगर बेटियां चाहत भाभी जैसी होती है ना अगस्त के तो मुझे भी अपनी जिंदगी में सिर्फ एक बेटी चाहिए और बेटा अगर तेरे जैसा होना तो बेटा ना होना ही बेहतर होता है आज भाभी ने साबित कर दिया के इस दुनिया में क्यों माता-पिता के लिए बेटी को और बेटी के लिए माता-पिता को उनका पूरक बनाया गया है आज उन्होंने साबित कर दिया कोई प्यार कोई रिश्ता कोई सिंदूर और मंगलसूत्र हमें रोक नहीं सकता हमारे मां-बाप के प्रति हमारा फर्ज निभाने से और आज तूने मुझे बहुत निराश किया है कैसे मैं तो समझता था कि हम 5 में तू सबसे ज्यादा समझदार है लेकिन आज तूने अपनी ना समझी का ऐसा उदाहरण पेश किया है ना कि सच में क्या ही बोलो ll
नील अंदर आते हुए कहता है आप तेरे जैसा मुंह फट इंसान इतनी सीरियस बातें कैसे कर रहा है लेकिन जब वह चारों के सीरियस फेस देखा है तो चुपचाप वहां जाकर बैठ जाता है और मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है मैंने पता किया है फिलहाल में भाभी का एक प्रोजेक्ट है जिसकी कल मीटिंग है अगर यह प्रोजेक्ट तुम्हें मिल जाता है ना मृत्युंजय तो इस प्रोजेक्ट के जरिए तो भाभी से मिल सकते हो और फिर उनकी गलतफहमी दूर कर उन्हें वापस मुंबई ला सकते हो ll
और मुझे एक बात और पता चली मृत्युंजय एक हफ्ते बाद माफिया वर्ल्ड की मीटिंग होने वाली है जिसमें भाभी भी जाने वाली है और तुम जानते हो ना जब माफिया वर्ल्ड की मीटिंग होती है तो वह यह हर एक मेंबर पर जान का खतरा बना रहता है तो भाभी तो माफिया वर्ल्ड की क्वीन है तो उनके ऊपर तो ज्यादा खतरा होगा क्योंकि हम सब जानते हैं छोटे-मोटे माफिया माफिया क्वीन को मार कर हर एक गलत काम करना चाहते हैं जो माफिया क्वीन के आने के बाद बंद हो गए थे तो हमें भाभी की सेफ्टी के लिए कुछ अच्छे इंतजाम करने की जरूरत है नील की बात सुनने के बाद मृत्युंजय नील की तरफ देखकर कहता है मैं वह सब कुछ कर लूंगा लेकिन पहले इस गधे की बातें सुन ले इसने चाहत और चाहत के पिताजी के साथ बदतमीजी की तो भाभी से छोड़ कर चली गई रोहन मृत्युंजय का सेंटेंस पूरा करता है तभी नील हैरानी से अगस्त की तरफ देखकर कहता है तू आज भी उसे घटिया लड़की के चक्कर में मुझे समझ नहीं आता उसे लड़की के दो मुंह को तो देख क्यों नहीं पता ll
क्या अगस्त चाहत को वापस ला पाएगा क्या मृत्युंजय रूही को मनाने में कामयाब होगा कौन है वह लड़की जिसका जिक्र कर रहे थे सब लोग क्या रोल है उसका अगस्त की जिंदगी में जाने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में ll
हेलो माय डियर रीडर्स आपको यह कहानी पसंद तो आ रही है ना अगर आपको यह कहानी पसंद आ रही है तो लाइक कीजिए कमेंट कीजिए और हां शेयर करना ना भूलिए ll
डियर रीडर्स जिसको भी आगे की कहानियों के बारे में अपडेट चाहिए तो वह मुझे मेरे व्हाट्सएप चैनल पर फॉलो कर सकता है वहां आपके सारे कहानियों के लिंक और उनके बारे में जानकारी मिल जाएगी ll
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मृत्युंजय के पास आता है और कहता है मुझे चाहत चाहिए मृत्युंजय किसी भी कीमत पर चाहत चाहिए मैं उसके बिना नहीं जी सकता उसको चाहे हुए अभी कुछ घंटे हुए हैं और मुझे ऐसा लग रहा है कि मुझे सांस लेने में दिक्कत हो रही है मैं उसके बिना नहीं जी पाऊंगा मृत्युंजय अगस्त के कंधे पर हाथ रखकर कहता है यह हमारी गलतियों है अगस्त है कि हमें यह सब बहुत ना पड़ रहा है तुम फ़िक्र मत करो चाहत इसी शहर में है हम कल सुबह जाकर उसे वापस ले आएंगे ll
अगली सुबह अगस्त मृत्युंजय रजत नील और रोहन सब लोग चाहत के घर के बाहर खड़े थे लेकिन वहां तो ताला लगा हुआ था तभी अगस्त से आस पड़ोस के लोगों से चाहत और उसके पापा के बारे में पूछता है तो किसी को कुछ नहीं पता था तभी एक बुजुर्ग आदमी अगस्त के पास आता है और कहता है कल रात अग्रवाल साहब अपनी बेटी को लेकर यह शहर छोड़ कर चले गए.......
अगस्त हैरानी से उनकी तरफ देखकर कहता है लेकिन ऐसा कैसे हो सकता है वह बुजुर्ग आदमी अगस्त की तरफ देखकर कहता है बेटा जी एक पिता अपनी औलाद के लिए कुछ भी कर सकता है मैंने सुना है उनके दामाद ने उनकी बेटी को तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया था बेचारे बदनामी सहन नहीं कर पाए इसीलिए रातों-रात अपनी बेटी को लेकर चले गएअपनी हमेशा से बनाई हुई जमा पूंजी को यही छोड़कर मैं तो उनके दामाद को बद्दुआ देता हूं कि वह कभी खुश ना रहे इसके लिए उन्होंने उसे मासूम सी बच्ची का दिल तोड़ा है वह लड़की कभी उसे लड़के के नसीब में ना आए यह कहे वह बुजुर्ग वहां से चले गए ll
अगस्त्य हैरानी से मृत्युंजय की तरफ देखा है तो मृत्युंजय वापस अपनी गाड़ी की तरफ जाते हुए कहता है यह सब तो तुझे चाहत को टॉर्चर करने से पहले सोचना चाहिए था आज देख तू उसे गली-गली ढूंढ रहा है और वह यह शहर और तुझे छोड़कर बहुत दूर जा चुकी है शायद अब उसके बर्दाश्त करने की क्षमता खत्म हो गई थी इसीलिए उसने तुझसे दूर जाना ही बेहतर समझा अब तेरा प्रायश्चित है कि तू उसे ढूंढ उससे माफी मांग माफ करना ना करना यह उसके हाथ में होगा एक है मृत्युंजय अपनी गाड़ी में बैठ जाता है बाकी सभी अपनी-अपनी गाड़ियों में बैठ वहां से एयरपोर्ट के लिए निकल जाते हैं क्योंकि सबको देहरादून जाना था ll
वहीं दूसरी तरफ रूही के घर पर लोकेश जी और चाहत रूही के सामने बैठे थे रूही उन दोनों की तरफ देखकर कहती है अंकल जी आज से आपकी एक नहीं दो बेटियां हैं मैं आपकी बड़ी बेटी चाहत आपकी छोटी बेटी मैं चाहती हूं चाहत अपनी जिंदगी में सब कुछ पे जो वह पाना चाहती है उसकी पढ़ाई छूट गई शादी के चक्कर में मैं चाहती हूं वह अपनी पढ़ाई कंप्लीट करें और मेरे साथ बिजनेस जॉइन करें हम दोनों एक ही कश्ती के मुसाफिर हैं तुम्हारी मंजिल भी एक ही होनी चाहिए ना ll
लोकेश जी दूल्हे की तरफ देखकर कहते हैं जब तुम खुद को मेरी बेटी मां रही हो तो मुझे भी तो पापा खाने का हक रखती हो ना रूही लोकेश जी की तरफ देखकर कहती है मैं आपके पापा नहीं बाबा कहूंगी आपको पता है मेरा इस दुनिया में कोई नहीं है और जिन्हें अपना माना उन्होंने नहीं मुझे धोखा दिया इसीलिए रिश्तों पर से मेरा विश्वास है गया है यह विश्वास कायम होने में थोड़ा वक्त लगेगा लेकिन मेरी और चाहत की हालत एक जैसे थे इसीलिए मैं चाहत को अपने पास यहां ले आई और आपसे फिर ना करें चाहत को कोई दर्द कोई तकलीफ नहीं होगी ll
चाहत रूही की तरफ देखकर बोलती है दीदी मैं भी आपकी तरह स्ट्रांग बनना चाहती हूं मैं चाहती हूं कि कोई मेरी आंखों में आंसू ना ला पाए कोई मेरे कैरेक्टर पर सवाल ना उठा पाए कोई मुझे एक छोड़ी हुई औरत ना बोल पाए मैं खुद को इतना मजबूत बनाना चाहती हूं कि मेरे सामने लोग नजरे ना उठा पाए मेरे बाबा ने मेरे लिए अपनी पूरी जिंदगी कुर्बान कर दी और आप मेरी यह जिंदगी मेरे बाबा पर कुर्बान है ll
रूही चाहत की तरफ देखकर कहती है इसीलिए मैंने तुम्हारे लिए एक फैसला किया है तुम इंडिया में रहकर नहीं बल्कि बाहर रहकर पढ़ाई करोगी क्योंकि तुम इंडिया में रहोगी तो यहां की खबरों से खुद को परेशान करती रहोगी अगर तुम्हें अपने पापा का नाम रोशन करना है तो तुम्हें खुद को पूरी तरीके से सबसे अलग करके सिर्फ अपनी पढ़ाई और अपने मकसद पर फोकस करना होगा चाहत रूही का हाथ पकड़ रहती है मैं प्रॉमिस करती हूं दी जिस दिन मैं इंडिया वापस लौट कर आऊंगी ना आपको एक नई चाहत मिलेगी जिसे कोई नहीं झुका सकेगा जैसे कोई दाबा न सकेगा इसके आगे नजरे उठाने से पहले वह मर जाना पसंद करेगा ll
लोकेश जी दोनों लड़कियों के सर पर हाथ रखकर कहते हैं मेरी दोनों ही बेटियां किस्मत की मारी है और मैं चाहता हूं मेरी दोनों ही बेटियां मेरा नाम रोशन करें रूही चाहत की तरफ देखकर कहती है जो और अपने लक्ष्य को पाकर ही लौटना मैं तुम्हारे जाने का सारा इंतजाम कर दिया है और जब तक इंडिया वापस मत आना जब तक तुम्हारा मकसद पुराना हो जाए और बाबा का ख्याल मैं रख लूंगी इतना विश्वास तो मुझ पर कर ही सकती हो ll
तभी वहां एक गाड़ी आकर रूकती है और चाहत उसे गाड़ी में बैठ एयरपोर्ट के लिए निकल जाती है वहीं रूही अंदर जाकर लोकेश जी से कहती है बाबा आप घर रह कर बोर हो जाओगे इसलिए मैं चाहती हूं आप मेरी कंपनी में अकाउंटेंट की जॉब कर लीजिए आपका मन भी लगा रहेगा और यह सारी बातें आपके दिमाग से निकल जाएंगे और मुझे भी थोड़ा फ्री महसूस होगा लोकेश जी तुरंत रूही की बात मान जाते हैं क्योंकि वह खुद एक आत्मसम्मानी इंसान थे वह रूही के साथ इस तरह नहीं रहना चाहते थे शायद यह बात रूही ने नोट कर ली थी ll
रूही ऑफिस जा चुकी थी लोकेश जी आज घर पर ही रहकर आराम करने वाले थे तभी रूही के ऑफिस में एक साथ 10 से 15 गाड़ियां आती हैं और सारे सिक्योरिटी को अपना आइडेंटिटी दिखा वह सब लोग रूही के ऑफिस में बढ़ जाते हैं जैसे-जैसे मृत्युंजय और बाकी सब अंदर बढ़ रहे थे वैसे ही वैसे उनके आसपास खड़े अपॉइंटमेंट डर की वजह से कम रहे थे क्योंकि मृत्युंजय शेखावत को कौन नहीं जानता था और उसके साथ तो अगस्त राणा भी था और नीलऔर रोहन स्वास्थ्य भी इसीलिए सब लोग डर रहे थे वहीं रूही अपने ऑफिस में बैठी कम कर रही थी तभी धर्म की आवाज के साथ ऑफिस का गेट खुलता है और वह सब लोग अंदर आ जाते हैं रूही अपनी कुर्सी पर लीन होकर कहती है आपको इतनी भी मैनर्स नहीं है मिस्टर शेखावत की किसी के ऑफिस में आने से पहले नौ किया जाता है परमिशन ली जाती है लो
मृत्युंजय रूही के सामने कुर्सी पर बैठते हुए कहता है किसी के ऑफिस में नहीं अपनी बीवी से मिलने आया हूं और अपनी बीवी से मिलने के लिए मुझे किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है वही रोहन नील अगस्त्य और मृत्युंजय के पीछे खड़े थे वहीं रूही अजीब तरीके से मुस्कुराकर रहती है वैसे आपकी यह बंदरों की टोली बहुत अच्छी है बिल्कुल आपके जैसी अपनी बीवी को छोड़ दुनिया की लड़कियों की परवाह करने वाली है ना वही रूही का टोंट सुनकर अगस्त्य का कर शर्म से झुक जाता है ll
रोहित पूरी तरीके से अपनी चेयर पर ली हो जाती है और कहती है तो बताइए मिस्टर शेखावत कैसे आना हुआ मृत्युंजय रूही की तरफ देखकर कहता है तो अचानक घर से क्यों आई और यह क्या है सब कुछ और तुमने मुझे इस बारे में क्यों नहीं बताया रूही अपनी चेयर से उठ कर ग्लास वॉल की तरफ जाते हुए कहती है क्या फर्क पड़ता है मिस्टर शेखावत मैं घर क्यों छोड़ा आपको सच्चाई क्यों नहीं बताई आपको तो खुश होना चाहिए क्या मैं आपको आपका प्यार आपकी प्रिय देकर आई थी फिर आपको किस बात की शिकायत है मुझसे वैसे भी मैंने फैसला कर लिया है जहां इज्जत और आम सम्मान ना हो ऐसे रिश्ते को निभाना नहीं चाहिए और मैं रूही हूं रूही डरती नहीं है किसी से न झुकती है किसी के आगे ll
मृत्युंजय अपनी उंगलियों के इशारा करता है वह तीनों लोग तुरंत ही रूही की ऑफिस से बाहर चले जाते हैं मृत्युंजय जल्दी से रूही का हाथ पकड़ उसे अपनी बाहों की गिरफ्त में लेकर कहता है मुझे छोड़ने के बारे में सोचना भी मत शहर छोड़ बर्दाश्त किया मिले नहीं आई बर्दाश्त किया कॉल नहीं किया वह भी बर्दाश्त किया अगर मुझे छोड़ने के बारे में सोचा तो एक सोने के पिंजरे में कैद कर दूंगा तुम्हें और वहां से तुम सांस तो ले पाओगी लेकिन कभी आजादी नहीं मिल पाएगी ll
मृत्युंजय की बात सुन रूही जोर-जोर से हंसने लगती है और उसे खुद को छुड़ाकर रहती है और आपको लगता है कि मैं कोई चिड़िया हूं जैसे आप सोने के पिंजरे में कैद कर देंगे मैं रह जाऊंगी मैं एक आज हूं मिस्टर शेखावत और आपको छूने से इंसान चल जाता है याद है ना आपको मैंने आपको एक मौका दिया था आपसे शादी करके लेकिन आपने उसे मौके को गवा दिया और अब मेरा आपसे कोई रिश्ता नहीं और ना ही मैं एक ऐसे इंसान के साथ रिश्ता रखना चाहती हूं जो अपनी बीवी के होते हुए अपनी गर्लफ्रेंड के साथ रहे ll
मृत्युंजय तुरंत ही रूही को दीवार से टिककर उसके ऊपर झुकते हुए कहता है मैं प्रिया के करीब किसी मकसद से था मैं उसे बर्बाद करना चाहता था इसलिए उसके करीब था और तुमने क्या किया सब कुछ जानते पूछते हुए भी मुझे छोड़ कर चली आई जहां तुम अंडरवर्ल्ड की माफिया क्वीन हो तो तुम इंसान के फेस से पहचान लेती कि वह क्या करने की कोशिश कर रहा है और सब कुछ जानते पूछते मुझे छोड़कर आने का फैसला बहुत गलत था तुम्हारा और इसकी सजा तो मैं तुम्हें आज रात हमारे बेड पर दूंगा ll
मृत्युंजय रूही को खुद के और करीब करके उसके होठों पर अपनी गर्म सांस छोड़ते हुए कहता है चाहत को कहां भेजा है तुमने रूही हैरानी से मृत्युंजय की तरफ देखती है तो मृत्युंजय कहता है जानता हूं रूही का अचानक से गायब होना तुम्हारा हाथ था उसमें आप उसका देहरादून से भी चले जाना इसमें भी तुम्हारा हाथ है जान सकता हूं क्यों किया ll
क्या मृत्युंजय को पता है रुकी हुई के बारे में सब कुछ क्या अगस्त से ढूंढ पाएगा चाहत को क्या चाहत माफ करेगी अगस्त को जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में ll
हेलो डियर रीडर्स एक सवाल का जवाब चाहिए क्या चाहत को अगस्त को माफ कर देना चाहिए या चाहत की जिंदगी में किसी और की एंट्री करनी चाहिए जिस चीज पर ज्यादा कमेंट होंगे उसी को फॉलो किया जाएगा आप लोगों से आपकी राय मांग रही हूं चाहत के साथ अगस्त को देखना चाहते हो या चाहत के साथ किसी और को ll
नील और रोहन की हीरोइन का नाम आप लोग मुझे बताइए तभी तो मैं उन दोनों के अपोजिट किसी को एंट्री दूंगी यह फैसला इस बार आप लोगों का होगा कि आप उन दोनों लड़कियों का क्या नाम रखना चाहते हैं ll🔥
मृत्युंजय तुरंत ही रूही को दीवार से टिककर उसके ऊपर झुकते हुए कहता है मैं प्रिया के करीब किसी मकसद से था मैं उसे बर्बाद करना चाहता था इसलिए उसके करीब था और तुमने क्या किया सब कुछ जानते पूछते हुए भी मुझे छोड़ कर चली आई जहां तुम अंडरवर्ल्ड की माफिया क्वीन हो तो तुम इंसान के फेस से पहचान लेती कि वह क्या करने की कोशिश कर रहा है और सब कुछ जानते पूछते मुझे छोड़कर आने का फैसला बहुत गलत था तुम्हारा और इसकी सजा तो मैं तुम्हें आज रात हमारे बेड पर दूंगा ll🔥
मृत्युंजय रूही को खुद के और करीब करके उसके होठों पर अपनी गर्म सांस छोड़ते हुए कहता है चाहत को कहां भेजा है तुमने रूही हैरानी से मृत्युंजय की तरफ देखती है तो मृत्युंजय कहता है जानता हूं रूही का अचानक से गायब होना तुम्हारा हाथ था उसमें आप उसका देहरादून से भी चले जाना इसमें भी तुम्हारा हाथ है जान सकता हूं क्यों किया ll🔥
रूही मृत्युंजय को खुद से दूर करती है और कहती है हां मैं चाहत को इस देश से बाहर भेज दिया क्योंकि मैं चाहती हूं चाहत को स्ट्रांग बनाई कोई अगस्त से आकर से तोड़ करना चला जाए और वापस आने के बाद वह चाहत का फैसला होगा कि वह अगस्त को मौका देगी या नहीं अगस्त तक उसका इंतजार करना होगा और अगस्त उसका इंतजार नहीं कर सकता है तो वह अपनी जिंदगी में आगे बढ़ सकता है ll🔥
मृत्युंजय रूही के करीब जाता है और कहता है और मुझे किस बात की सजा दी जा रही है रूही मृत्युंजय से दूर होकर कहती है आपको प्रिया के करीब जाने की सजा दी जा रही है जाइए उसके पास और आपको शायद पता नहीं है आपकी प्यारी प्रिया कल रात से गायब है कहां है कैसी है किन हालातो में है पता कर लीजिए शायद आपको उसे बताया जाए और आप उसे अपनी जिंदगी में शामिल होने का एक मौका दे दे l🔥
मृत्युंजय रूही का हाथ पकड़ उसे खुद के करीब खींचकर कहता है मेरी जिंदगी में आने वाली पहली और आखिरी लड़की तुम हो और प्रिया कैसे मेरी जिंदगी में शामिल होने की कोशिश कर रही थी वह तो मैं तुम्हें फिर कभी बताऊंगा लेकिन फिलहाल मैं चाहता हूं कि तुम मेरे साथ मेरे घर चलो रूही मृत्युंजय को खुद से दूर करके कह दिया नहीं जब तक मैं अपने गुनहगारों को सजा नहीं दे दूंगी तब तक मैं आपके साथ नहीं जाऊंगी और यह मेरा आखिरी फैसला है मैं आपका नाम से नहीं जानना चाहती मैं खुद का नाम बनाना चाहती हूं खुद को दुनिया के सामने आपके बराबर खड़ा करना चाहती हूं जिससे कोई कल को आकर मुझे यह ना कह दे कि आपका पैसा प्रॉपर्टी ऑफ पावर देखकर मैं आपसे शादी की है ll🔥
मृत्युंजय हार मानते हुए कहता है ठीक है मैं तुम्हें सिर्फ एक हफ्ते का वक्त दे रहा हूं अगर एक हफ्ते में तुम खुद मेरे पास नहीं आई तो मैं जबर्दस्ती तो मैं अपने पास ले आऊंगा और फिर तुम्हारी एक नहीं चलेगी और रही अगस्त को चाहत की बात तो यह उन दोनों का पर्सनल मेटर है यह वह खुद सॉल्व करें तो बेटर है मैं नहीं चाहता इसमें तुम और मैं इंवॉल्व हो ll🔥
रूही मुस्कुराते हुए कहती है मैं तो इस कहानी में इंवॉल्व हो चुकी हूं और आप चाहत को मैं ऐसा बनाऊंगी की अगस्त भी उसके सामने बोलने से 10 बार सोचेगा और अगस्त को सजा तो मिलेगी लेकिन वह सजा क्या होगी यह चाहते करेगी और हां अपने उसे नील को बोल देना ज्यादा मेरे पीछे अपने जासूस लगाने की जरूरत नहीं है वरना नील कहां गायब हो जाएगा किसी को पता नहीं चलेगा ll🔥
थोड़ी देर बाद वह तीनों लोग वापस से रूही के ऑफिस में आ जाते हैं अगस्त से रूही के सामने देखकर कहता हैll 🔥
भाभी आप जानती है चाहत कहां है l🔥
रूही एटीट्यूड से अपनी चेयर पर बैठते हुए कहती है हां जानती हूं की चाहत कहां है लेकिन बताऊंगी नहीं हां इतना बता सकती हूं कि वह ना तो इस शहर में है और ना ही इस देश में ढूंढ सकते हो तो ढूंढ लो अगर तुमने उसे ढूंढ लिया तो आई प्रॉमिस तुम दोनों को मिलने में मैं तुम्हारी मदद करूंगी और अगर तुम मुझसे नहीं ढूंढ पाए तो चाहत जो सजा तुम्हें देगी वह सजा तुम्हें मंजूर करनी होगी ll🔥
रूही ने यह सब इसलिए बोला था क्योंकि वह जानती थी जहां उसने चाहत को भेजा है वहां अगस्त से कभी नहीं पहुंच पाएगा इसलिए उसने अगस्त को खुले में चैलेंज दिया था क्योंकि वह खुद नहीं चाहती थी की चाहत कमजोर पड़कर अगस्त को दूसरा मौका दे वह चाहती थी चाहत खुद से समझ पूछ कर अपने दिल के हालात जानकर ही अगस्त को मौका दे या ना दे या उससे अलग हो जाए वह चाहत के हक फैसले में चाहत के साथ थी l🔥
रोहन रूही के पास आकर कहता है भाभी मैं जानता हूं यह जो कुछ भी हो रहा है वह गलत हो रहा है लेकिन आप और चाहत भाभी ने जो भी फैसला लिया है वह बिल्कुल ठीक है धोखा मैंने भी खाया है धोखा खाने के बाद जीना मरने से भी ज्यादा बड़ा होता है इसीलिए मैं चाहता हूं कि आप दोनों पूरी तरीके से सर हो जाए कि आपको मृत्युंजय और अगस्त के साथ अपनी जिंदगी बितानी है तभी आप इन दोनों को अपनी जिंदगी में आने देना वरना आप इन दोनों से अलग रहकर सिंगल ही अपनी जिंदगी जी सकती हैं और मैं आप दोनों के हर फैसले में आपके साथ हूं ll🔥
नील रूही के सामने आकर कहता है भाभी आई'एम सॉरी मैंने आपके पीछे जासूस लगाए लेकिन मैं जानता हूं आप सब कुछ जानती थी और बिना आपके जाने कोई भी आपके बारे में जानकारी नहीं निकल सकता था इसलिए थैंक यू सो मच तू ही उन चारों की तरफ देखकर कहती है अब तुम लोग जो यहां से मेरी बहुत अर्जेंट मीटिंग है और हां मेरी सेक्रेटरी थोड़ी बहुत देर में आता ही होगी तो तुम लोग जा सकते हो यहां से ll🔥
अभी बाहर से कोई ऑफिस का गेट लॉक करता है और रुही उसे अंदर आने की परमिशन देती है तभी एक खूबसूरत सी मासूम सी लड़की अंदर आती है उसके घने लंबे बाल उसने रेड कलर का सूट पहन रखा था उसके बाद हवा में लहरा रहे थे चेहरे पर भर भर के मासूमियत जैसे ही वह अंदर आती है वैसे ही सामने से आ रहे रोहन से टकरा जाती है और दोनों ही जमीन में गिर जाते हैं रोहन एक झटके से उसे लड़की को खुद के ऊपर से उठाकर साइड में फेंक देता है रोहन इस हरकत की वजह से उसे लड़की के हाथ में चोट लग जाती है लेकिन वह अपने दर्द को बर्दाश्त करते उठकर खड़ी होती है और रूही की तरफ देखकर कहती है मैडम आपकी मीटिंग का टाइम हो गया है चलिए रूही उसकी तरफ देखकर कहती है तो मैं ज्यादा चोट तो नहीं आई ll🔥
वह लड़की रूही की तरफ देखकर कहती है नहीं मैडम हमें बिल्कुल चोट नहीं लगी और हम तो मिडिल क्लास लोग हैं हम लोगों को चोट नहीं लगती और नहीं हम लोगों को दर्द होता है क्योंकि अमीर लोग हम लोगों को अपने पैरों की जूती समझते हैं और उन्हें लगता है कि उनकी की गई हरकतों की वजह से हमें कभी चोट नहीं लगती नहीं कभी दर्द होता है अपनी बात कहे वह लड़की वहां से बाहर चली जाती है उसे लड़की के जाने के बाद रूही रोहन की तरफ देखकर कहती है यह आपने बहुत गलत किया है रोहन भाई वह बहुत मासूम है और मैं उसे बचपन से जानती हूं जिस तरह आपको आपकी मोहब्बत में धोखा दिया था ना उसे बेचारी को तो उसके पति ने धोखा दिया था तो आप सोचो उसका दर्द ज्यादा बड़ा है या आपका ll🔥
रूही की बात सुनकर अब जाकर रोहन को अपनी गलती का एहसास होता है कि उसने एक लड़की के चक्कर में सारी लड़की जात से नफरत कर ली थी उसे बेचारी को चोट लगी थी लेकिन वह फिर भी बिना कुछ कह चली गई रोहन रूही की तरफ देखकर कहता है क्या मैं उसका नाम जान सकता हूं रूही रोहन की तरफ देखकर बोल दिया नहीं क्योंकि आपने जो हरकत उसके साथ की है ना उसे जो दर्द हो जो चोट पहुंची है वह शायद भूल नहीं पाएगी और अगर वह खुद आपको माफ करके अपना नाम बता दे तो मैं उसकी सारी जानकारी आपको दे दूंगी लेकिन उससे पहले उसके बारे में कुछ भी पता करने की कोशिश मत कीजिएगा क्योंकि आपको कुछ नहीं पता चलेगा यह बोल रूही अपना फोन और लैपटॉप उठा वहां से कॉन्फ्रेंस रूम की तरफ चली जाती है और रूही की बात सुन वह चारों भी ऑफिस से निकाल ग्राउंड फ्लोर पर जाकर अपनी अपनी गाड़ियों में बैठ वहां से अपने होटल के लिए निकल जाते हैं ll🔥
कौन है वह लड़की और क्या हुआ उसके साथ जानने के लिए बनी रही है हमारे साथ मिलते हैं अगले एपिसोड में l🔥
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रूही की बात सुनकर अब जाकर रोहन को अपनी गलती का एहसास होता है कि उसने एक लड़की के चक्कर में सारी लड़की जात से नफरत कर ली थी उसे बेचारी को चोट लगी थी लेकिन वह फिर भी बिना कुछ कह चली गई रोहन रूही की तरफ देखकर कहता है क्या मैं उसका नाम जान सकता हूं रूही रोहन की तरफ देखकर बोल दिया नहीं क्योंकि आपने जो हरकत उसके साथ की है ना उसे जो दर्द हो जो चोट पहुंची है वह शायद भूल नहीं पाएगी और अगर वह खुद आपको माफ करके अपना नाम बता दे तो मैं उसकी सारी जानकारी आपको दे दूंगी लेकिन उससे पहले उसके बारे में कुछ भी पता करने की कोशिश मत कीजिएगा क्योंकि आपको कुछ नहीं पता चलेगा यह बोल रूही अपना फोन और लैपटॉप उठा वहां से कॉन्फ्रेंस रूम की तरफ चली जाती है और रूही की बात सुन वह चारों भी ऑफिस से निकाल ग्राउंड फ्लोर पर जाकर अपनी अपनी गाड़ियों में बैठ वहां से अपने होटल के लिए निकल जाते हैं ll🔥
रोहन के दिमाग में इस वक्त सिर्फ और सिर्फ उसे लड़की का ख्याल चल रहा था जिसे थोड़ी देर पहले उसने इतना कुछ सुनाया था रोहन नील की तरफ देखकर कहता है क्या तुम मुझे उसे लड़की की जानकारी बता सकता है ll
नील हैरानी से रोहन की तरफ देखकर कहता है तू जानता है ना भाभी ने मना किया है फिर भी तो वही काम करना चाहता है और अगर तुझे उस लड़की के बारे में जानना है तो तुम भाभी से ही क्यों नहीं पूछ लेता ll
रोहन नील की तरफ देखकर बोलता है जल्दी से गाड़ी भाभी की ऑफिस की तरफ कुमार मैं अभी के अभी जाना चाहता हूं नील हैरानी से रोहन को देख रहा था लेकिन शायद रोहन आज किसी और ही मूड में था इसीलिए नील और रोहन की गाड़ी एक बार फिर रूही के ऑफिस के बाहर आकर रूकती है वही इस वक्त अपनी मीटिंग में बिजी थी कहीं नील और रोहन रूही के ऑफिस में बैठे उसके आने का इंतजार कर रहे थे ll
तकरीबन 2 घंटे बाद रूही अपने ऑफिस में आती है तो देखी है नील और रोहन उसका इंतजार कर रहे थे यह देखकर वह हैरानी से कहती है तुम दोनों यहां क्या कर रहे हो रोहन रूही के पास आकर कहता है भाभी आपने बोला था ना मैं उस लड़की के बारे में कोई जानकारी ना निकालू तो नहीं निकाली कोई जानकारी पर मैं आपसे जानना चाहता हूं कौन है वह लड़की और क्या हुआ उसके साथ में मैं सब कुछ जानना चाहता हूं क्या आप मुझे बात सकती हैं ll
रूही अपनी चेयर पर जाकर बैठ जाती है और रोहन की तरफ देखकर कहती है और तुम्हें उसके बारे में जानकारी क्यों चाहिए यह बता सकते हो ll
रोहन मैं नहीं जानता भाभी की मुझे क्यों उसके बारे में जानना है पर उसके बारे में जानकर और उसकी आंखों में आंसू देखकर मुझे यहां अपने दिल में दर्द हो रहा है उसे औरत के धोखे के बाद मैंने कभी किसी पर भरोसा नहीं किया लेकिन पता नहीं क्यों उसे लड़की के आंसू मुझे अंदर तकलीफ दे रहे हैं तोड़ रहे हैं मुझे ll
रूही मुस्कुराकर रोहन की तरफ देखती है और बोलती है उसका नाम पूर्वी है पूर्वी शर्मा जब वह 18 साल की थी जब उसके चाचा चाची ने उसकी शादी एक शराबी से करती थी लेकिन और वक्त पर वह शराबी मंडप से बाहर गया और उसकी शादी उसी के खास दोस्त कुणाल से कर दी गई शादी के 2 साल तक सबसे ठीक चल कुणाल पूर्वी को बहुत खुश रखता था पर एक दिन पूर्वी ने कुणाल को एक होटल रूम में देखा वह भी अपनी ही बेस्ट फ्रेंड के साथ और जब उसने उन दोनों की बातें सुनी तो वह पूरी तरीके से टूट गई और उसके बाद वह कुणाल को छोड़ यहां आ गई और यहां उसकी मुलाकात मुझे हो गई और उसने बहुत मुश्किल से कुणाल से तलाक लिया था क्योंकि कुणाल उसे तलाक देना ही नहीं जाता था वह से अपने घर में अपनी नौकरानी बनाकर रखना चाहता था और यह सब कुछ कुणाल नहीं बल्कि वह दूसरी औरत चाहती थी और भी ऐसा बहुत कुछ है जो शायद मैं नहीं जानती लेकिन पूर्वी जानती है ll
रोहन को पूर्वी के बारे में सुनकर बहुत दुख होता है ना तो उसके पास मां-बाप थी नहीं कोई और पति भी मिला तो ऐसा जिसने उसे धोखे के सिवा कुछ नहीं दिया वह तुरंत ही रूही के ऑफिस से बाहर निकल जाता है तभी सामने से आ रही पूर्वी से एक बार फिर टकरा जाता है पूर्वी डर की वजह से दूध खड़ी हो जाती है और कहती है आई एम रियली वेरी सॉरी सर मैंने आपको आते हुए नहीं देखा वरना मैं कभी आपसे ना टकराती ll
रोहन पूर्वी की तरफ देखकर कहता है आपकी कोई गलती नहीं थी गलती मेरी थी main हीं सामने देखकर नहीं चल रहा था और जो मैंने दोपहर में आपसे कहा उसके लिए..... आई एम रियली वेरी सॉरी मुझे आपसे इस तरह बात नहीं करनी चाहिए थी बस थोड़े गुस्से में था इसलिए आपसे वह सब कुछ बोल दिया ll
पूर्वी रोहन की तरफ देखकर कहती है कोई बात नहीं कर आदत हो गई है दूसरों की बातें सुनने की और आपने कुछ गलत नहीं किया आपने जो कहा अपने नॉलेज के हिसाब से कहा आपको थोड़ी पता है कि मैं वह जानकर किया या अनजाने में किया यह सब बोल पूर्वी वहां से रूही के ऑफिस में चली जाती है ll
पूर्वी रूही के पास आकर खड़ी हो जाती है और कहती है मैं इशिता मैं आपसे मिलने आई है और होना आपसे बहुत जरूरी काम है वहीं पूर्वी की तरफ देखकर कहते हैं ठीक है इशिता को मेरे ऑफिस में लेकर आओ नील पूर्वी की तरफ देखकर कहता है मैं चलता हूं भाभी फिर आऊंगा रूही ओके बोल देती है और नील वहां से बाहर निकल जाता है नील जैसे ही लिफ्ट के पास पहुंचता है तभी सामने से आ रही है एक लड़की से टकरा जाता है और वह लड़की समय में गिर जाती है नील हैरानी से उसे लड़की को देख रहा था वही वह लड़की भी नील को देख रही थी ll
नील अपना हाथ उसकी तरह बड़ा के कहता है तो मिस इशिता खन्ना को इंडिया आने का वक्त मिल गया इशिता नील का हाथ पकड़ कर खड़ी होती है और कहती है और आते ही तुमसे टकरा भी है मतलब तुम जब भी आसपास होते हो मुझे हमेशा गिरना पढ़ना ही क्यों होता है नील अपने कंधे उसका कर कहता है अब यह तो तुम जानो मुझे क्या पता और वहां से जाने लगता है इशिता नील का हाथ पकड़ कर कहती है नाराज हो मेरी अपने हाथ को रिश्ता से छुड़ाकर कहता है नहीं बहुत खुश हूं ll
इशिता नील की तरफ देखकर बोलती है मैं मानती हूं उसे दिन मुझे तुम्हें छोड़कर नहीं जाना चाहिए था लेकिन नील मैं डर गई थी मैं पापा के खिलाफ नहीं जा सकती थी इशिका से अपना हाथ छुड़ाकर कहता है अपने पापा के खिलाफ नहीं जा सकती थी लेकिन अपने पति को छोड़कर जा सकती थी हमने कोर्ट मैरिज की थी एक दूसरे से मोहब्बत करके ही तो शादी की थी जब तुम्हारे अंदर इतनी हिम्मत नहीं थी कि तुम अपनी फैमिली के सामने अपनी शादी को एक्सेप्ट कर सको तो तुम्हें मुझसे मोहब्बत करके शादी करने की जरूरत नहीं थी तुम्हारे चक्कर में मेरी पूरी जिंदगी स्पॉइल हो गई है क्या करूं मैं उसका ll
इशिता अपने दोनों कान पड़कर नील के सामने खड़ी हो जाती है नील इशिता को इग्नोर कर लिफ्ट में चला जाता है वही इशिता की आंखों में आंसू आ जाते हैं l इशिता जानती थी उससे बहुत बड़ी गलती हुई थी गलती नहीं गुनाह हुआ था l उसने नील का मोहब्बत भरा दिल तोड़ा था शादी करके भी मुकर गई थी वह सबके सामने और इससे बड़ा दर्द किसी के लिए क्या ही हो सकता है लेकिन नील अभी भी इशिता से नफरत नहीं करता था सिर्फ नाराज था ll
इशिता थके हुए कदमों से रूही के ऑफिस की तरह चली जाती है l
लिफ्ट में नील गहरी गहरी सांस ले रहा था उसकी आंखों के सामने कॉलेज टाइम और उसके बाद का टाइम किसी रीड की तरह आंखों के सामने चल रहा था लेकिन वह ना वक्त को बदल सकता था नहीं हालातो को नील गहरी सांस लेकर खुद को शांत करता है और वहां से अपनी गाड़ी में बैठ निकल जाता है क्योंकि रोहन पहले ही गाड़ी में उसका इंतजार कर रहा था रोहन नील की तरफ देखकर कहता है क्या हुआ है तुझे आज तेरी आंखों में आंसू ने बिना रोहन की तरफ देख कहता है वह वापस आ गई है माफी मांग रही है क्या मेरा दर्द इतना काम था कि एक बार माफी मांगने पर उसे माफ कर दें लेकिन अपने सामने देख फिर से कमजोर करने लगा हूं फिर से पिघल रहा हूं ll
रोहन नील के हाथ पैर हाथ रख के कहता है अगर वह तुझसे सच्चा प्यार करती है और इस बार इस रिश्ते को निभाना चाहती है तो तुझे उसे मौका देना चाहिए लेकिन सबक सिखाने के बाद और अगर वह नहीं बदली वह फिर से अपने परिवार के लिए तुझे छोड़कर चली जा सकती है तो सोच लेना 5 सालों की सारी जानकारी हासिल करनी होगी क्या पता इन 5 सालों में बहुत कुछ बदल गया हो ll
क्या नील करेगा इशिता को माफ क्या है इशिता और नील की कहानी जानने के लिए पढ़ते रहिए मिलते हैं अगले एपिसोड में ll
रोहन नील के हाथ पर हाथ रख के कहता है अगर वह तुझसे सच्चा प्यार करती है और इस बार इस रिश्ते को निभाना चाहती है तो तुझे उसे मौका देना चाहिए लेकिन सबक सिखाने के बाद और अगर वह नहीं बदली वह फिर से अपने परिवार के लिए तुझे छोड़कर चली जा सकती है तो सोच लेना 5 सालों की सारी जानकारी हासिल करनी होगी क्या पता इन 5 सालों में बहुत कुछ बदल गया हो ll
नील गहरी सांस लेकर अपनी आंखें बंद कर लेता है और अपनी पुरानी जिंदगी में खो जाता है कितना खूबसूरत था उसका इशिता का रिश्ता सब कुछ इतना अच्छा था नील का पूरा परिवार इशिता को अपनी बहू मानता था लेकिन एक दिन Ishita सब कुछ छोड़ कर चली गई नील को छोड़कर चली गई और आज 5 साल बाद आकर क्या साबित करना चाहती हो माफी मांग कर कि उसे वक्त उसने जो किया वह सही था ll
थोड़ी ही देर में नील और रोहन मृत्युंजय के पास पहुंच जाते हैं नील के चेहरे को देखकर मृत्युंजय रोहन की तरफ देखा है तो रोहन कहता है इशिता वापस आ गई है इसीलिए परेशान है जैसे ही मृत्युंजय यह सुनता है वह अपना सर पकड़ लेता है और कहता है एक बात बताओ यार तुम लोग सब की जिंदगी में मुसीबत एक ही साथ आना क्यों लिखा है यार एक-एक करके आता तो हम सब लोग साथ मिलकर डील कर लेते ll
रोहन मृत्युंजय की तरफ देखकर कहता है कुछ समझ नहीं आ रहा यार जिंदगी जिंदगी ना रह कर सर्कस बन गई है जो सबको नचाए जा रही है जैसे सर्कस में जोकर दर्द से उधर नाचते रहते हैं वैसे ही हम लोग भी नष्ट रहे जिंदगी स्थिर हो ही नहीं रही ऐसा लगता है जैसे जिंदगी ने हमारी ले रखी है और जब तक हमारी पूरी तरीके से फाड़ नहीं देगी तब तक हमें चैन से जिंदा नहीं रहने देगी ll
रूही इशिता पूर्वी तीनों ही लोग रूही के ऑफिस में बैठी हुई थी इशिता रूही की तरफ देखकर कहती है मैं मिला अभी उससे बहुत नफरत करता है मुझे ऐसा लग रहा है जैसे अगर हमें मौका मिला ही था तो थोड़ा और पीछे मिल जाता ना तो हम अपनी गलतियों को सुधार लेते ll
रूही की तरफ देखकर कहती है हम तीनों को जिंदगी ने और महादेव ने दूसरा मौका दिया हमारी गलतियों को सुधारने का वरना हम तो कब के मर चुके थे अब जब भगवान ने दिया है मौका तो उसे जय नहीं करेंगे ll
रूही उन दोनों की तरफ देखकर कहती है हम तीन को नहीं बल्कि हम चार को मौका दिया है महादेव ने और हम चारों ही एक दूसरे के बारे में जानते हैं कि हमें पुनर्जन्म मिला है हम अपनी जिंदगी में मारकर वापस आए हैं और इस बार अपने दुश्मनों को जीतने नहीं देंगे हम चारों ही अलग-अलग थे लेकिन इस बार हम चारों साथ हैं और हम चारों को ही पता है कि हमें दूसरा मौका मिला है और हम इस बार अपने प्यार और परिवार को खुद से दूर नहीं होने देंगे ll
इशिता रूही की तरफ देखकर कहती है नींद मुझे कभी माफ नहीं करेगा रूही बहुत नफरत करता है मुझे मैं उसे इतना बेइज्जत करके जो गई थी शादी की थी हमने फिर भी मैंने उसे पर इल्जाम लगाया कि उसने जबर्दस्ती मुझसे शादी की थी तुम्हें पता है उसे वक्त पुलिस ने उसे बहुत मारा था लेकिन उसने एक बार भी मेरी किसी भी इल्जाम पर मुझे भला बुरा नहीं कहा आज तक उसकी आंखों में देख रही थी ना तो उसकी वह खाली आंखें मेरे दिल में चोट कर रही थी मैंने अपने पापा के इज्जत और मान सम्मान के लिए नील को खो दिया और आज जाकर मुझे पता चला कि जिसको मैं अपना पिता मानती थी वह तो मेरा अपना था ही नहीं वह तो सिर्फ मेरा इस्तेमाल कर रहा था ll
पूर्वी भी कहती है मुझे भी अपनी पिछली जिंदगी की वजह से पता था कि मेरे साथ क्या होने वाला है अगर मुझे मौका नहीं मिला होता तो आज भी मैं इस दलदल में होती सिर्फ दलदल में वह नालायक मुझे पहुंच आता है और अब मैं उससे तलाक देकर अपनी नई जिंदगी शुरू कर चुकी हूं और अब मुझे अपनी जिंदगी में किसी की जरूरत नहीं है मैं खुश हूं अकेले ll
इशिता रूही की तरफ देखकर कहती है लेकिन यह चौथा इंसान कौन है जिसको दोबारा मौका मिला है अपना बदला लेने का अपने दुश्मनों को सजा देने का रूही मुस्कुरा कर कहती है वह भी मेरी दोस्त है चाहत नाम है उसका शादीशुदा है लेकिन उसके पति ने कभी उसे अपना नहीं माना हर वक्त दर्द गुस्सा जलील किया इसलिए छोड़ कर आ गई उसे और अब मैं उसे पेरिस भेज दिया है उसके आगे की स्टडीज के लिए तो ऐसी बंद कर लौट के लोगों से बात करने से पहले हजार बार सोचे ll
इशिता रूही और पूर्वी अपनी बातें कर वहां से अपनी अपनी गाड़ियों में बैठ अपने-अपने घर के लिए निकल जाती है घर तो क्या था उनका घर के नाम पर एक कमरे किराए पर ले रखा था उन दोनों ने लेकिन रूबी रूही वहां जाती है जहां लोकेश थी उसका इंतजार कर रहे थे रूही को नहीं पता की माता-पिता का प्यार कैसा होता है लेकिन लोकेश जी के साथ रहकर उसे यकीन हो गया था कि अगर पिता होता है तो लोकेश जी जैसा होता है रूही पहले हफ्तों हफ्तों घर नहीं आती थी लेकिन अब वह टाइम से शाम को घर आ जाती थी क्योंकि उसे पता था कि घर पर कोई उसका इंतजार कर रहा है ll
रूही जैसे ही अपने घर के एंट्रेंस पर पहुंचती है वह देखी है कि वहां पर मृत्युंजय अगस्त्य रोहन और नील चारों ही हाल में बैठे हुए लोकेश जी से बातें कर रहे थे लोकेश जी अगस्त से बहुत प्यार से बात कर रही थी इसे ही तो इंसान की इंसानियत कहते हैं कि अगस्त ने उनकी बेटी के साथ इतना बुरा व्यवहार किया और वह फिर भी उसके साथ इतने प्यार से पेश आ रहे थे यह उनकी अच्छाई थी और इसी अच्छाई को देखकर अगस्त्य का सर शर्मिंदगी से झुका हुआ था ll
अगस्त्य लोकेश जी के सामने अपने हाथ जोड़कर कहता है मुझे माफ कर दो पापा मुझे बहुत बड़ी गलती हो गई मैंने कभी चाहत को समझने की कोशिश ही नहीं कि मैं हमेशा उसे अपने ऊपर एक बोझ समझता रहा मुझे लगता था कि अगर वह मेरी जिंदगी में नहीं आई होती या उसके साथ वह ट्रेजेडी नहीं हुई होती तो मुझे कभी भी अपने प्यार को छोड़ना नहीं पड़ता लेकिन मुझे नहीं पता था वह प्यार नहीं अट्रैक्शन था जिसने मेरी पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी ll
लोकेश जी अभी कुछ जवाब देते तभी उन्हें बाहर से आई हुई रूही दिखाई देती है रूही को देखकर वोट कर खड़े हो जाते हैं और कहते हैं बेटा बहुत देर हो गई आज आने में रूही उनके गले लगा कर कहती है हां बाबा थोड़ा थक गई थी लोकेश जी जल्दी से सर्वेंट से कहकर रूही के लिए काफी और पानी मंगवाते हैं यह देख मृत्युंजय के चेहरे पर संतुष्टि के भाव आ जाते हैं की रूही उससे अलग थी तो क्या हुआ उसके पास ख्याल रखने के लिए लोकेश जी जैसे बाबा थे ll
अगस्त्य लोकेश जी के सामने अपने हाथ जोड़कर कहता है मुझे माफ कर दो पापा मुझे बहुत बड़ी गलती हो गई मैंने कभी चाहत को समझने की कोशिश ही नहीं कि मैं हमेशा उसे अपने ऊपर एक बोझ समझता रहा मुझे लगता था कि अगर वह मेरी जिंदगी में नहीं आई होती या उसके साथ वह ट्रेजेडी नहीं हुई होती तो मुझे कभी भी अपने प्यार को छोड़ना नहीं पड़ता लेकिन मुझे नहीं पता था वह प्यार नहीं अट्रैक्शन था जिसने मेरी पूरी जिंदगी बर्बाद कर दी ll
लोकेश जी अभी कुछ जवाब देते तभी उन्हें बाहर से आई हुई रूही दिखाई देती है रूही को देखकर वो खड़े हो जाते हैं और कहते हैं बेटा बहुत देर हो गई आज आने में रूही उनके गले लगा कर कहती है हां बाबा थोड़ा थक गई थी लोकेश जी जल्दी से सर्वेंट से कहकर रूही के लिए काफी और पानी मंगवाते हैं यह देख मृत्युंजय के चेहरे पर संतुष्टि के भाव आ जाते हैं की रूही उससे अलग थी तो क्या हुआ उसके पास ख्याल रखने के लिए लोकेश जी जैसे बाबा थे ll
रूही लोकेश जी को गले लगा कर कहती है आज मैं बहुत थक गई हूं बाबा मैं अपने कमरे में जा रही हूं और यहां जो लोग बैठे हैं ना उनको बोलो अपने-अपने घर जाएं और मुझे घर में सिर्फ शांति चाहिए बोल कर रूही अपने कमरे में चली जाती है ll
रूही के जाने के बाद लोकेश जी सब की तरफ देखकर कहते हैं बेटा वह थक गई है इसीलिए ऐसी बातें कर रही थी तुम लोग बैठो मैं सबके लिए डिनर लगवाता हूं मृत्युंजय उठकर खड़ा हो जाता है और कहता है कोई बात नहीं बाबा हम फिर कभी आ जाएंगे थक गई होगी और उठकर सब लोग बाहर चले जाते हैं ll
अगली सुबह
रूही अपने ऑफिस में बैठी अपने ऑफिस का काम कर रही थी तभी उसके पास एक लड़का आकर खड़ा हो जाता है और पीछे से उसे गले लगा लेता है पहले तो रूही डर जाती है लेकिन जब उसे इंसान को पहचान लेती है तो घूम कर उसे गले लगा कर कहती है मैंने तुम्हें बहुत मिस किया हर्षवर्धन कहां थे तुम इतने सालों से अचानक से गायब भी हो गए ll
हर्षवर्धन रूही का दोस्त जब वह स्कूल में थी तब पूरे स्कूल में उसका सिर्फ एक दोस्त हुआ करता था होता हर्षवर्धन हर्षवर्धन की फैमिली वर्ल्ड में सेकंड नंबर की सबसे अमीर फैमिली थी लेकिन हर्षवर्धन को अपने पैसे और रुपए का बिल्कुल भी घमंड नहीं था ll
हर्षवर्धन रूही को अपने गले लगा कर कहता है पहले मुझे यकीन तो करने दे कि तू उन लालची लोगों की दुनिया से बाहर निकल आई है और तो झूठ लोगों की सच्चाई पता चल गई जब तूने कल रात मुझे फोन किया पहले तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि यह तू है रूही लेकिन जब यकीन किया ना तुम मुझसे ज्यादा इस दुनिया में कोई खुश नहीं होगा कि दोस्त चालबाज फैमिली से दूर हो गई ll
रूही तुरंत अपने सेक्रेटरी को को कॉफी और ब्रेकफास्ट मांगती है दोनों बैठकर एक दूसरे से बातें कर रहे थे तभी अचानक ऑफिस का गेट खुलता है और एक साथ चार लोग ऑफिस में इंटर करते हैं सामने के नजारे को देख मृत्युंजय की आंखें गुस्से से लाल हो जाती हैं और वह अपने हाथों की मुट्ठी को कस लेता है ll
हर्षवर्धन हैरानी से रूही की तरफ देखकर कहता है मिस्टर शेखावत यहां क्या कर रहे हैं तुम जानती हो इन्हें रूही हर्षवर्धन का हाथ पकड़ उसे वापस अपने पास बिठा देता है और कहती है बहुत लंबी कहानी है फिर कभी बताऊंगी बस शॉर्ट में इतना सुन लो कि यह इंसान मेरा पति है लेकिन सिर्फ नाम का इससे ज्यादा इनके बारे में मैं कोई बात नहीं करना चाहती और हां तुम्हें मजे की बात बताऊं यह भी प्रिया से प्यार करते थे लेकिन मजबूरी में मुझसे शादी हो गई जैसे हर्षवर्धन यह सुनता है वह हैरानी से रूही की तरफ देखकर कहता है तुम्हें एक बार फिर उसे प्रिया की छोड़ी हुई चीज को अपना लिया ll
हर्षवर्धन की बात सुन मृत्युंजय का गुस्से से बुरा हाल हो जाता है और वह तुरंत ही हर्षवर्धन का कॉलर पकड़ उसे रूही से अलग करके कहता है मैं कोई चीज नहीं हूं जो कोई मुझे छोड़ दे और कोई मुझे अपना दे मैं अपनी मर्जी से रूही से शादी की थी और तुम होते कौन हो मेरी शादी पर कमेंट करने वाले मृत्युंजय को इतने गुस्से में देख रूही जल्दी से मृत्युंजय के हाथ से हर्षवर्धन का कॉलर चुराती है और हर्षवर्धन और मृत्युंजय के बीच में खड़ी हो जाती है और कहती है मिस्टर शेखावत यह मेरा ऑफिस है जनता मैदान नहीं ll
मृत्युंजय रूही का हाथ पकड़ उसे खुद के करीब करके कहता है पति हूं तुम्हारा और अपने पति के सामने किसी पराई लड़के की तरफदारी करना किसी भी पति को पसंद नहीं आता तो दूर रहो इससे रूही मृत्युंजय के हाथ से अपना हाथ छुड़ाकर रहती है नहीं रहूंगी दोस्त है मेरा मेरे हर दुख दर्द का साझेदार है वह कब मैं दुखी थी कब मैं खुश थी कब मुझे किस चीज की जरूरत थी एक हर्षवर्धन ही था जिसे हर वक्त मेरा ख्याल रहता था वरना उसे टाइम आप भी अपनी उसकी प्रिया के आगे पीछे घूमते रहते थे तो प्लीज मुझ पर हक जताने से पहले मेरे लिए कुछ ऐसा करो कि का पाओगे मैं बीवी हूं आपकी और हां मेरे सामने इस प्रिया को गले लगाया था और हमारी शादी को समझौता बताया था आपने शायद आप भूल गए मैं नहीं भूली ll
हर्षवर्धन गुस्से में एक मुक्का सामने की दीवार पर मरता है और तुरंत ही ऑफिस से बाहर निकल जाता है उसके पीछे-पीछे नील रोहन और अगस्त भी चले जाते हैं वह तीनों तो पागलों की तरह खड़े होकर वहां हो रहे अरगुमेंट को सुन रहे थे उन्हें लगा नहीं था की रूही किसी और की साइड लेकर मृत्युंजय को इतना सुना देगी वहीं मृत्युंजय के पीछे चले जाते हैं वहीं रूही गहरी सांस लेकर सोफे पर बैठ जाती है और अब तक जो भी कुछ हुआ वह सब कुछ हर्षवर्धन को बता देती है ll
हर्षवर्धन रूही को अपने सीने से लगाकर कहता है कोई बात नहीं सब ठीक हो जाएगा वैसे तुम जानती नहीं हो तुमने कितना लंबा हाथ मारा है मृत्युंजय शेखावत कोई ऐरा गैरा इंसान नहीं है बल्कि दुनिया का नंबर वन बैचलर है इसके लुक्स पर लड़कियां मरती हैं जान तक देने के लिए तैयार है और हां प्रॉपर्टी के मामले में भी नंबर वन पर आता है बहुत लंबा हाथ मारा है हर्षवर्धन की बात सुनकर रूही मुस्कुराने लगती है और कहती है मैं माफ तो करना चाहती हूं मृत्युंजय को लेकिन मैं उसे सबक सिखाना चाहती हूं कि आपका कभी भी वह मुझे छोड़कर किसी और को अहमियत ना दे ll
हर्षवर्धन रूही के हाथ को अपने हाथ में लेकर कहता है तुम्हें पता है मम्मी पापा ने मेरी इंगेजमेंट फिक्स कर दी है और आज शाम मेरी इंगेजमेंट है तो तुम आना जरूर और हां अगर तुम नहीं आई ना तो मम्मी मुझे बेलन से मारेगी और पापा मुझे अपनी Daulat से बेदखल कर देंगे तो प्लीज जरूर आ जाना और हां मेरी होने वाली बीवी मुझसे ज्यादा तुम्हारे बारे में पूछता है और अगर आज तुम नहीं आई ना तो सच में यह तीनों मेरा भरता बना देंगे हर्षवर्धन के उसे बचकानी बातों को और उसके उसे पप्पी फेस को देखकर रूही के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है और वह खुलकर मुस्कुराने लगती है ll
थोड़ी देर और रुही और हर्षवर्धन एक दूसरे से बात करते हैं फिर शाम को आने का कहे हर्षवर्धन वहां से चला जाता है हर्षवर्धन के जाने की बात हुई अपने ऑफिस का काम करने लगती है वहीं दूसरी तरफ मृत्युंजय रूही क्यों फिर से निकलने के बाद बहुत गुस्से में था और उसने अपने ऑफिस का कबाड़ा बना दिया था तीनों लोग डर की वजह से साइड खड़े हुए थे कोई कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं कर रहा था तभी वहां मृत्युंजय का असिस्टेंट आता है और कहता है सर मैं मिस्टर हर्षवर्धन सिंघानिया की कुंडली निकली है और हां आज पता चला है कि आज शाम उनकी इंगेजमेंट पार्टी है और लेडी बॉस वहां जाने वाली है जैसी मृत्युंजय सुनता है कि हर्षवर्धन की सगाई होने वाली है उसके दिल को कुछ सुकून मिल जाता है और उसका गुस्सा पल भर में गायब हो जाता है ll
वहीं दूसरी तरफ एक लड़की रात की अंधेरे में तेजी से बाइक चला रही थी हवा में उड़ते उसके बाल उसे बाइक की स्पीड का अनुमान लगा रहे थे वह लड़की हवा से बातें करती हुई जंगल के अंधेरे में कहीं खो जाती है ll
रुही और हर्षवर्धन एक दूसरे से बात करते हैं फिर शाम को आने का कहे हर्षवर्धन वहां से चला जाता है हर्षवर्धन के जाने की बात रूही अपने ऑफिस का काम करने लगती है वहीं दूसरी तरफ मृत्युंजय रूही क्यों फिर से निकलने के बाद बहुत गुस्से में था और उसने अपने ऑफिस का कबाड़ा बना दिया था तीनों लोग डर की वजह से साइड खड़े हुए थे कोई कुछ भी बोलने की हिम्मत नहीं कर रहा था तभी वहां मृत्युंजय का असिस्टेंट आता है और कहता है सर मैं मिस्टर हर्षवर्धन सिंघानिया की कुंडली निकली है और हां आज पता चला है कि आज शाम उनकी इंगेजमेंट पार्टी है और लेडी बॉस वहां जाने वाली है जैसी मृत्युंजय सुनता है कि हर्षवर्धन की सगाई होने वाली है उसके दिल को कुछ सुकून मिल जाता है और उसका गुस्सा पल भर में गायब हो जाता है ll
वहीं दूसरी तरफ एक लड़की रात की अंधेरे में तेजी से बाइक चला रही थी हवा में उड़ते उसके बाल उसे बाइक की स्पीड का अनुमान लगा रहे थे वह लड़की हवा से बातें करती हुई जंगल के अंधेरे में कहीं खो जाती है ll
रूही शाम को टाइम से ऑफिस से घर आ जाती है और लोकेश जी से कहती है कि आज उसे इंगेजमेंट पार्टी में जाना है तो वह भी उसके साथ चले लेकिन लोकेश जी कहते हैं बेटा मैं ऐसी पार्टी में जाकर क्या करूंगा तुम जाओ और इंजॉय करो मैं घर में ही ठीक हूं मुझे ज्यादा बाहर आना जाना पसंद नहीं है ll
लोकेश जी के पास आकर बैठ जाती है और कहती है पापा अगर आप घर में बोर हो जाते हो तो आप मेरे साथ ऑफिस चला कीजिए ना आपका अच्छा सा टाइम पास हो जाया करेगा और आपको कितना अकेलापन भी नहीं लगेगा मैं पहले भी आपको बोला था लेकिन आप मेरी कोई बात सुनते ही नहीं है ll
लोकेश जी रूही से कहते हैं ठीक है मैं कल से तुम्हारे साथ ऑफिस चला करूंगा क्योंकि मैं घर पर बहुत अकेलापन महसूस करता हूं बेटा चाहत से तुम्हारी बात हुई कैसी है वह और वहां पर अच्छे से सेटल हो गई ना l
रूही लोकेश जी के गोदी में अपना कर रख के लेट जाती है और कहती है तो वहां अच्छे से सेटल हो गई है उसकी पढ़ाई भी स्टार्ट हो गई है और सेल्फ डिफेंस भी सीख रही है आप परेशान ना हो अब जब वापस लौट कर आएगी ना तो एक नई चाहत बन कर आएगी जिस चाहत पर आपको गर्व होगा प्राउड फील होगा ll
लोकेश जी तू ही के सर को चूम लेते हैं और कहते हैं अब तुम जाकर तैयार हो जाओ नहीं तो मैं देर हो जाएगी ll
रूही जल्दी से उठकर खड़ी होती है और कहती है थैंक यू बाबा आपने मुझे याद दिला दिया वरना मैं तो भूल ही गई थी अब उतरन थी वहां से अपने कमरे की तरफ चली जाती है लेकिन जाते-जाते अपने घर की मेड सीमा से कहती है मेरे लिए काफी मेरे कमरे में पहुंचा देना ll
लोकेश जी वहां से बाहर गार्डन में चले जाते हैं क्योंकि अभी शाम के 6:00 बजे थे इसलिए वह गार्डन में पेड़ पौधों को पानी देने लगते हैं और चाहत के और अपने बारे में सोचने लगते हैं कितनी बदल गई उनकी जिंदगी वह अपनी उसे मेडल का जिंदगी में बहुत खुश थे लेकिन एक दिन सब कुछ बदल गया जब चाहत की शादी अगस्त कैसे हुई तो सब कुछ बदल गया और आज वह एक अनजान शहर में है जहां उनका कोई अपना नहीं है ना कोई रिश्तेदार ना कोई जान पहचान वाला ll
Paris
एक मेंशन के अंदर एक लड़की सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग ले रही थी उसके हाफ हाफ उसके कपड़े पहनने का तरीका और उसके आंखों की वह आज उसे अलग बना रही थी वहीं उसके सामने खड़ा उसका ट्रेलर उसे लड़की के इस मूड को बहुत अच्छे से समझ गया था क्योंकि पिछले एक महीने से उसके साथ यही हो रहा था कमजोरी सी लड़की आज ताकतवर बन चुकी थी एक महीने में ही उसने खुद को पूरी तरीके से बदल लिया था ll
ट्रेनर चाहत की तरफ देखकर कहता है चाहत मेरी तरफ देखो और एक बात हमेशा याद रखना सामने कोई भी हो तो मैं खुद का ध्यान नहीं भटकना है खुद को अपने लक्ष्य के करीब जाने से नहीं रोकता है इन एक महीने में चाहत में हर तरीके की सेल्फ डिफेंस को सीख लिया था और अब वह पहले से ज्यादा मैच्योर हो गई थी उसके चेहरे की वह सीरियसनेस और बिना एक्सप्रेशन का चेहरा अब सबको डरने लगा था इस घर में मौजूद सारे नौकर और बॉडीगार्ड तक चाहत से डरते थे क्योंकि चाहत हंसना मुस्कुराना सब भूल चुकी थी l 🔥
चाहत अपनी एक्सरसाइज करके जैसे ही वहां पड़ी कुर्सी पर बैठी है उसके पास खड़ा लड़का जो उसका ट्रेनर था वह उसके पास आकर बैठ जाता है और कहता है चाहा मुझे एक बात समझ नहीं आती तुम इतना कैसे बदल गए पहले दिन वाली चाहत में और आज की चाहत में जमीन आसमान का अंतर कैसे आ गया ll
चाहत उस लड़के की तरफ देखकर कहती है वरुण जिंदगी ने मुझे बहुत कुछ सिखा दिया है सिखा दिया है की मासूमियत भोलापन प्यार मोहब्बत इस दुनिया में कोई मायने नहीं रखते अगर इस दुनिया में कुछ चीज मायने रखती है तो वह है पावर और पैसा जिसके पास पावर है पैसा है इस दुनिया में राज उसका है यह दिल विल प्यार व्यार सब बकवास की चीज हैं इन सब चीजों से कुछ हासिल नहीं होता लोग कहते थे की शादी एक पवित्र बंधन होता है लेकिन मैंने उस शादी को टूटते देखा है यह सिर्फ कहने की बातें होती है और कुछ नहीं ll
वरुण चाहत के हाथ पैर हाथ रख कर कहता है मैं नहीं जानता के ऐसा तुम्हारी लाइफ में क्या हुआ कि तुम हर रिश्ते से नफरत करने लगे शादी जैसे पवित्र रिश्ते से भी नफरत कर लेंगे लेकिन मेरा मानना है जो होता है अच्छे के लिए होता है अगर तुम्हें धोखा मिला तो अच्छे के लिए मिला कि शायद तुम्हारी जिंदगी कुछ बेहतर डिजर्व करती है अगर तुम्हें धोखा नहीं मिला होता तो तुम कभी भी अपनी पढ़ाई कंप्लीट करने यहां नहीं आती यहां आकर सेल्फ डिफेंस नहीं सकती बिजनेस नहीं करती और एक महीने में मैं तुम्हारी बिजनेस स्किल्स भी अच्छी है तुम बहुत टॉप की बिजनेस वूमेन बनोगी यह मेरा एक्सपीरियंस है ll
चाहत का तभी फोन बजने लगता है चाहत फोन पर शोर है नाम को देखते हैं तो उसके चेहरे पर एक छोटी सी मुस्कुराहट आती है जी मुस्कुराहट को देखकर वरुण के दिल की धड़कन है तेज हो जाती हैं आईए जानते हैं वरुण के बारे में l
वरुण सहगल सहगल इंडस्ट्रीज का सीईओ और रूही का बहुत अच्छा दोस्त रूही और वरुण की दोस्ती अनाथ आश्रम में हुई थी क्योंकि वरुण अनाथ था जहां रूही को किसी और ने अडॉप्ट किया वहीं वरुण को सहगल परिवार ने डॉक्टर किया सहगल परिवार में कोई बच्चा नहीं था इसीलिए वरुण सहगल परिवार का वारिस बन गया सब लोगों ने पर उनको बहुत प्यार मान सम्मान इज्जत सब दी इसीलिए वरुण की उन लोगों को उतना ही मान सम्मान में इज्जत देता हैl
वरुण चाहत के हाथ में पड़े फोन की तरफ देखकर कहता है इस लड़की को चैन नहीं है यहां और हमें 12 घंटे का डिफरेंस है लेकिन यह लड़की अभी तक जाग रही है जैसे ही चाहत फोन उठा कर हेलो रहती है सामने से एक आवाज आती है कैसी हो चाहत कैसा चल रहा है सब कुछ चाहत करती है सब ठीक है दी आप कैसी हो l
रूही मैं बिल्कुल ठीक हूं तुम बताओ तुम कैसी हो और वरुण तुम्हें ज्यादा परेशान तो नहीं करता तभी चाहत के हाथ में से वरुण फोन छीन लेता है और कहता है तुम्हें क्या मैं पागल लगता हूं जो बिना बात में किसी को भी परेशान करता रहूंगा रूही मुस्कुराकर रहती है देख ले अभी भी तू वही कर रहा है बिना किसी बात के चाहत पर से फोन लेकर तुम मुझसे लड़ रहा है जैसे ही वरुण के पास होता है उसका मुंह बन जाता है तभी रूही भरोसे रहती है तुम्हें पता है ना आज हर्षवर्धन की इंगेजमेंट है और तुम नहीं आई वह तुम्हारा इतना अच्छा दोस्त था l
अरुण सीरियस होकर कहता है आना तो मैं भी चाहता था रूही लेकिन मैं चाहत को अकेला नहीं छोड़ सकता था इसलिए नहीं आया और फिर तुम तो होना हर्षवर्धन के साथ तो फिर किसी और चीज की क्या ही जरूरत था लेकिन मैं उसकी शादी में जरूर आऊंगा और अपने साथ तुम्हारी दोस्त चाहत को भी लेकर आऊंगा रूही मुस्कुरा देती है वही चाहत अपनी खाली आंखों से इंडिया के बारे में सोचने लगती है चाहत वरुण से फोन लेकर रहती है दीदी बाबा कैसे हैं वह मुझे याद करते हैं ना लो
रूही चाहत से कहती है पापा बिल्कुल ठीक है अब वह तुम्हें बहुत याद करते हैं तुम एक बार बाबा से बात क्यों नहीं कर लेती वह खुद को अकेला महसूस करते हैं तुम जानती हो नामां के जाने के बाद बाबा ने दूसरी शादी नहीं कि उन्होंने सिर्फ तुम्हारे बारे में सोचा अब तुम्हें भी उनके बारे में सोचना होगा अतीत में जो हुआ उसे भूल जाओ चाहत वह गुजरा हुआ कल था जो गुजर गया अब आज और आने वाले कल को बेहतर बना और इन सब में बाबा को सफल मत करवाओ बस यही कहने के लिए मैंने तुम्हें फोन किया था आज मैंने उनकी आंख में एक तरफ एक निराशा एक खालीपन देखा था ll
थोड़ी देर रूही चाहत और वरुण से बात करती है और कॉल कट कर देती है वही चाहत अपना फोन ले अपने कमरे में चली जाती है चाहत और वरुण एक थी घर में रहते थे यह घर रूही का था लेकिन रूही ने चाहत के साथ वरुण को रहने के लिए बोल दिया था क्योंकि वह नहीं चाहती थी चाहत अकेली रहे और कोई गलत कदम उठाए l
वहीं दूसरी तरफ अगस्त हर मुमकिन कोशिश कर रहा था चाहत तक पहुंचाने की लेकिन वरुण ने चाहत की आइडेंटिटी को ऐसे हाइड कर दिया था रूही के कहने से के अगस्त चाह कर भी पुस्तक नहीं पहुंच पा रहा था क्योंकि वरुण दुनिया का सेकंड नंबर का सबसे बड़ा हैकर था उसकी हैकिंग स्किल इतनी टॉप की थी कि उसे कोई हार नहीं सकता था और एक बार अगर वह किसी चीज को हाइड कर दे तो किसी की ताकत नहीं थी कि उसे चीज को ढूंढ पाए लेकिन दुनिया का नंबर वन हैकर उसके इस काम को आसानी से कर सकता था लेकिन वह तो खुद पर उनके साथ था तो वह पर उनके खिलाफ जाकर क्यों ही यह सब कुछ करता ll
मृत्युंजय गुस्से की आंख में चल रहा था वहीं दूसरी तरफ प्रिया को जैसे ही पता चला कि मृत्युंजय मनाली में है तो वह भी मनाली के लिए निकल गई क्योंकि उसे किसी भी कीमत पर मृत्युंजय को अपनी जिंदगी में दोबारा लाना था और रुही से हमेशा के लिए अलग करना था मृत्युंजय और रुही ने मिलकर उसे इतनी सजा दी सब कुछ किया उसके साथ लेकिन वह लड़की अपनी हरकतों से बड़ी नहीं आ रही थी शायद उससे भी दर्दनाक उसके साथ कुछ होने वाला था इसीलिए तो वह फिर से मौत के मुंह में आ रही थी खुद को करने के लिए ll
क्या प्रिया होगी अपनी चाल में कामयाब क्या अगस्त को पता चलेगा चाहत के बारे में क्या है वरुण के दिल में चाहत के लिए जानते हैं कल......
मृत्युंजय गुस्से की आंग में जल रहा था वहीं दूसरी तरफ प्रिया को जैसे ही पता चला कि मृत्युंजय मनाली में है तो वह भी मनाली के लिए निकल गई क्योंकि उसे किसी भी कीमत पर मृत्युंजय को अपनी जिंदगी में दोबारा लाना था और रुही से हमेशा के लिए अलग करना था मृत्युंजय और रुही ने मिलकर उसे इतनी सजा दी सब कुछ किया उसके साथ लेकिन वह लड़की अपनी हरकतों से बड़ी नहीं आ रही थी शायद उससे भी दर्दनाक उसके साथ कुछ होने वाला था इसीलिए तो वह फिर से मौत के मुंह में आ रही थी खुद को करने के लिए ll
अब आगे......
रूही तैयार होकर हर्षवर्धन की इंगेजमेंट पार्टी में पहुंच जाती है जहां सब की नजरे रूही पथरी हुई थी वहीं इस इंगेजमेंट पार्टी में मृत्युंजय और बाकी सब भी आए हुए थे सब की नजर वह भी पर हिट हुई थी तभी अचानक से कोई आकर मृत्युंजय के गले लग जाता है और मृत्युंजय गुस्से में जैसे उसे खुद से दूर सकता है तो उसकी नजर सामने खड़ी लड़की पर जाती है जो कोई और नहीं बल्कि प्रिया थी ll
मृत्युंजय गुस्से में प्रिया की तरफ देखकर अपने दांत पीसते हुए कहता है कितनी बार बोला है कि पब्लिक प्लेस में मुझे इस तरह काली मत लगाया करो दुनिया की नजरों में शादीशुदा हूं और मैं अपनी इमेज को बिल्कुल भी खराब नहीं करना चाहता इसलिए आगे से इस बात का विशेष ध्यान रखना वरना मैं तुम्हारे साथ क्या करूंगा यह बहुत अच्छे से जानती हो तुम ll
मृत्युंजय की धमकी सुनकर प्रिया डर कर दो कदम दूर हट गई थी फिर उसके दिमाग में कुछ आता है और उसके चेहरे पर एक शातिर मुस्कुराहट आ जाती है और वह वहां से हटकर बार काउंटर पर चली जाती है वहां जाकर वह एक गिलास में वाइन लेकर उसमें ड्रग्स मिला कर बैटर की तरफ इशारा करके कहती हैll
और सामने मृत्युंजय की तरफ इशारा कर देती है वही वह बेटा पहले से डर जाता है लेकिन जैसे ही प्रिया उसे नोटों की गाड़ी देती है उसका सारा डर खत्म हो जाता है और वह वाइन का गिलास भेजा कर मृत्युंजय को दे देता है मृत्युंजय बिना ज्यादा किसी जानकारी के और बिना किसी शक के वाइन के गिलास को लेकर पीना शुरू कर देता है l
मृत्युंजय जैसे-जैसे बयान के भूत भर रहा था वैसे-वैसे प्रिया के चेहरे पर खुशी दिखाई देने लगी थी वहीं प्रिया जब पूरी तरीके से शोर हो जाती है कि मृत्युंजय पूरी तरीके से वाइन को पी लिया है वह मृत्युंजय पर अपनी नजर रखे हुए थे वहीं इंगेजमेंट हो चुकी थी और रुही हर्षवर्धन से मिलकर वापस जाने वाली थी लेकिन तभी उसकी नजर प्रिया पर चली जाती है जो मृत्युंजय को लेकर होटल रूम की तरफ जा रही थी यह देखकर रूही के चेहरे पर गुस्सा आ जाता है और वह भी उनके पीछे-पीछे जाने लगती है लेकिन तभी अचानक मृत्युंजय प्रिया को खुद से दूर धक्का देकर वॉशरूम में चला जाता है ll
प्रिया गुस्से में अपने दांत पीस लेती है लेकिन वह फिर खुद को शांत करने लगती है प्रिया जैसे ही वॉशरूम से बाहर निकलते मृत्युंजय को देती है वह उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाने ही वाली होती है कि तभी सामने से आ रहे एक आदमी से टकरा जाती है और जमीन पर गिर जाती है वह आदमी बिना सॉरी कहे वहां से निकल जाता है प्रिया गुस्से में उठकर खड़ी होती है और जब सामने देखती है तो वहां पर कोई भी नहीं था मृत्युंजय को वहां न देखकर प्रिया गुस्से से वक्त आ जाती है और वह चारों तरफ मृत्युंजय को ढूंढने लगती हैं ll
प्रिया ने पूरा होटल ढूंढ लिया था लेकिन उसे मृत्युंजय कहीं नहीं मिला था प्रिया गुस्से से बौखला चुकी थी तभी वहां अचानक से चार बॉडीगार्ड आ जाते हैं और प्रिया को बेहोश कर अपने साथ वहां से उठा कर ले जाते हैं वहीं होटल रूम के कमरे में रूही मृत्युंजय को लाकर बेड पर लेट देती है और उसके बॉडी टेंपरेचर को देखकर वह समझ जाती है कि प्रिया ने मृत्युंजय को ड्रग्स दिए हैं इसीलिए वह मृत्युंजय को शावर के नीचे खड़ा करके ठंडा पानी का सागर चालू कर देती है वहीं मृत्युंजय पर आप ड्रग्स का नशा हावी होने लगा था ll
वह एक झटके में रूही को खुद के करीब खींच लेता है और बिना वक्त दवाई रूही के फोटो को अपने होठों के कब्जे में ले लेता है वही रूही तो अभी हैरानी से अपनी आंखें खड़े मृत्युंजय के सदन एक्शन को देख रही थी लेकिन धीरे-धीरे रूही की आंखें इस सुकून से बंद हो जाती है वही मृत्युंजय रूही पर हावी होता जा रहा था शायद रूही भी अपनी प्यार के आगे हार मान चुकी थी इसीलिए जो मृत्युंजय कर रहा था उसे करने दे रही थी 20 मिनट बाद जब मृत्युंजय को एहसास होता है की रूही सांस नहीं ले पा रही है तब जाकर और रूही के होठों को रहा करता है और उसकी गर्दन में अपना चेहरा गुस्सा उसकी गले की स्किन को चूसने और काटने लगता है l
मृत्युंजय की ऐसी हरकतें रूही को खुद का कंट्रोल होने पर मजबूर कर रही थी वही की गले की स्किन को काटते काटते मृत्युंजय अपना एक हाथ पीछे ले जाकर रूही की गांव की जीत खोल देता है और वह कम एक झटके में रूही के शरीर से जमीन में फिसल जाता है वही रूही हैरानी से मृत्युंजय को देख रही थी क्योंकि अब रूही अपने इनर वियर में मृत्युंजय के सामने खड़ी थी और रूही को मृत्युंजय से बहुत शर्म आ रही थी लेकिन मृत्युंजय उसे कोई मौका ही नहीं दे रहा था कि वह मृत्युंजय से जरा सी भी दूर हो सके ll
मृत्युंजय रूही को एक झटके में रूही को अपनी बाहों में उठाकर कमरे में लाकर बेड पर पटक देता है l रूही की सांस ऊपर नीचे होने लगी थी लेकिन मृत्युंजय कर दो ड्रग्स का नशा हावी हो चुका था आज वह रूही आपको पूरी तरीके से अपना बनाना चाहता था मृत्युंजय एक झटके में रूही के ऊपर आ जाता है और रूही के बच्चे हुए कपड़ों को भी उसके शरीर से अलग कर देता है और खुद के कपड़ों को तो वह पहले ही निकल चुका था रूही को बहुत शर्म आ रही थी भलाई मृत्युंजय नशे में था लेकिन रूही तो पूरे होशो हवास में थी l
मृत्युंजय रूही के कान में धीरे से सॉरी बोलता है रूही हैरानी से मृत्युंजय की तरफ देखती है तब तक हुई कि एक जोरदार चीख पूरे कमरे में गूंज जाती है क्योंकि मृत्युंजय एक झटके में रूही के अंदर समा चुका था यह मृत्युंजय और रूही का फर्स्ट टाइम था तो दर्द दोनों को हो रहा था लेकिन रूही को दर्द ज्यादा हो रहा था क्योंकि एक तो मृत्युंजय नशे में था तो वह उसके साथ बिल्कुल भी जेंटल नहीं था उसे पूरे कमरे में रूही के तेज चीखने की आवाज आ रही थी और धीरे-धीरे वह चीखने की आवाज है सिसकियों में बदल जाती है ll
बढ़ते वक्त के साथ मृत्युंजय बहुत वाइल्ड हो चुका था धीरे-धीरे रूही की बर्दाश्त की सीमा खत्म हो चुकी थी और वह कब बेहोश हो गई उसे पता ही नहीं चला लेकिन मृत्युंजय फिर भी नहीं रुक सुबह के 6:00 बजे जाकर जब मृत्युंजय सेटिस्फाइड हुआ तब जाकर उसने रूही को छोड़ा और वह ऐसे ही रूही के अंदर ही समय हुए गहरी नींद में चला गया तू ही तो जान रात के किस पहर में बेहोश हो चुकी थी उसे तो कुछ समय पता ही नहीं चल रहा था कि उसके साथ क्या हो रहा है ll
वहीं दूसरी तरफ रूही के भेजे हुए बॉडीगार्ड से प्रिया को वहां से किडनैप करके अपने किंगडम मेंशन में ले आए थे जहां रूही अपने दुश्मनों को टॉर्चर किया करती थी उसे एक कमरे में बंद कर देते हैंl रूही के अगले एक्शन के लिए वह सब लोग तैयार खड़े थे तभी उनमें से एक बॉडीगार्ड का फोन भी करता है जब वह फोन उठाकर देखा है तो रूही द्वारा एक मैसेज भेजा गया था जिसमें लिखा था कि जो वह मृत्युंजय के साथ करना चाहती थी वहां मौजूद सारे बॉडीगार्ड और प्रिया के साथ कर सकते हैं लेकिन वह मरनी नहीं चाहिए और उसकी वीडियो बना दे जिम उसका चेहरा क्लियर आना चाहिए क्योंकि यही सब उसमें पिछले जन्म में रूही के साथ किया था इसलिए रूही इस जन्म में अपने साथ किए गए हर एक गलत काम का बदला लेना चाहती थी l
रूही को वह कल याद आ जाता है जब प्रिया रूही को ऐसे ही अपने बॉडीगार्ड के हवाले करके चली गई थी और उनके सारे बॉडीगार्ड्स ने रूही के साथ हैवानियत की हर एक हद पार करती थी यही सब सोते हुए रूही ने वही सब प्रिया के साथ दोहराने के बारे में सोच लिया था क्योंकि वह जैसे को तैसा करने में यकीन रखती थी ll
अगली सुबह
चारों तरफ प्रिया का वीडियो वायरल हो रहे थे पूरी दुनिया प्रिया को बहुत हिट कमेंट कर रही थी किसी को समझ ही नहीं आ रहा था कि प्रिया जैसी लड़की इतनी गंदी हरकत कैसे कर सकती है वही राय फैमिली खुद साथ में थी उन्हें तो समझ ही नहीं आ रहा था कि उनकी बेटी इतनी गिरी हुई है कि वह कम से कम 10 बॉडीगार्ड के साथ अकेली ही यह सब कुछ कर रही थी सबका शर्म से सर झुक गया था किसी को यकीन ही नहीं आ रहा था वही प्रिया की हालत करने जैसी हो गई थी क्योंकि 10 आदमियों को एक साथ खेलना उसके पास की बात नहीं थी अगर उसे ड्रग्स नहीं दिए गए होते तो शायद अब तक उसकी जान भी चली जाती वहीं उसे पूरे कमरे में चारों तरफ खूनी खून फैला हुआ था क्योंकि उन सारे बॉडीगार्ड्स ने प्रिया के साथ हैवानियत की हर एक इंतहा पर कर दी थी क्योंकि उन्हें पता था कि प्रिया उनकी बॉस को कितना परेशान किया करती थी l
बॉडीगार्ड्स ने प्रिया के साथ हैवानियत थी हर एक इंतहा पर करती थी लेकिन जब वह देखते हैं कि आप कुछ ही पल में प्रिया अपनी जान गवा सकती है तो वह तुरंत एक डॉक्टर को बुला प्रिया का इलाज करने के लिए बोलते हैं वह डॉक्टर भी सर्दी में आ चुका था प्रिया की ऐसी हालत देखकर लेकिन वह सबसे कुछ नहीं कह सकता था उसे पूरे कमरे को साफ कर दिया गया था क्योंकि रूही के आने से पहले वह सब कुछ प्रिया करना चाहते थे कि कहीं रूही उन सबको ही जान से ना मार दे ऐसी हैवानियत के लिए ll
क्या होगा मृत्युंजय का रिएक्शन क्या करेगी रूही प्रिया के साथ क्या रॉयल फैमिली प्रिया को ढूंढ पाएगी जानेंगे कल......
बॉडीगार्ड्स ने प्रिया के साथ हैवानियत थी हर एक इंतहा पर करती थी लेकिन जब वह देखते हैं कि आप कुछ ही पल में प्रिया अपनी जान गवा सकती है तो वह तुरंत एक डॉक्टर को बुला प्रिया का इलाज करने के लिए बोलते हैं वह डॉक्टर भी सर्दी में आ चुका था प्रिया की ऐसी हालत देखकर लेकिन वह सबसे कुछ नहीं कह सकता था उसे पूरे कमरे को साफ कर दिया गया था क्योंकि रूही के आने से पहले वह सब कुछ प्रिया करना चाहते थे कि कहीं रूही उन सबको ही जान से ना मार दे ऐसी हैवानियत के लिए ll
अगली सुबह
उसे होटल रूम में अभी भी मृत्युंजय और रुही सोए हुए थे धीरे-धीरे मृत्युंजय की नींद खुलने लगते हैं वह जैसे उठकर बैठता है उसे अपना सर बहुत भारी लगता है वह भी अपने सर को जकी रहा था कि उसकी नजर खुद के शरीर पर जाती है यह देखकर वह हैरान रह जाता है जैसे वह अपनी साइड में देखा है वहां एक लड़की लेटी हुई थी जिसका चेहरा जिसके बालों से ढका हुआ था यह देखकर मृत्युंजय के पैरों तले जमीन खिसक जाती है l
मृत्युंजय एक झटके में बेड पर से उठकर खड़ा हो जाता है वह चारों तरफ अपनी नज़रें दौड़ आता है तो पूरे कमरे में उनके कपड़े बिखरे पड़े थे यह देख वह अपनी पेंट उठाकर पहन लेता है और गुस्से में इधर-उधर घूमने लगता है उसे कुछ भी याद नहीं आ रहा था और एक तरफ उसका सर दर्द के मारे फटा जा रहा था मृत्युंजय सोफे पर जाकर बैठ जाता है उससे नफरत के मिले-जुले भाग के साथ वह बेड पर लेटी लड़की को देख रहा था और गुस्से के मारे पागल हुआ जा रहा था जब मृत्युंजय से बर्दाश्त नहीं होता तो वह जग में रखा हुआ सारा पानी उसे लड़की के ऊपर फेंक देता है पानी पढ़ते ही रूही की आंख खुल जाती हैं और वह गुस्से में देखकर कहती है तुम्हें तमीज नहीं है यह किस तरीके से उठा रहे हो रूही को अपने सामने देखा और उसकी आवाज सुन मृत्युंजय की जान में जान आई है और वह रूही के पास बैठ जोर-जोर से सांस भरने लगता है l
रूही खैराने से मृत्युंजय के चेहरे को देख रही थी मृत्युंजय एक झटके में उठकर रूही को अपने सीने से लगा लेता है और उसके पूरे चेहरे को चूमने लगता है और बोलता है तुम नहीं जानती बीवी आजअगर तुम मेरे साथ नहीं होती ना यहां तो शायद मैं खुद की जान दे देता क्योंकि मैं इतना बड़ा धोखा बर्दाश्त नहीं कर सकता था और ना ही तुम्हें इतना बड़ा धोखा दे सकता था वही मृत्युंजय की बात सुन रूही को सब कुछ समझ आ जाता है तो मृत्युंजय के पीठ पर अपने हाथ रखकर रहती है कोई बात नहीं जो भी हुआ गलती से हुआ इसमें तुम्हारा कोई कसर नहीं था तुम्हें कल रात को किसी ने ड्रग्स दिए थे ll
मृत्युंजय काफी देर तक रूही को अपने सीने से लगाए रखना है फिर रूही के माथे को चुनकर कहता है तुम्हें दर्द हो रहा है वही रहती है हां दर्द तो हो रहा है लेकिन गरम पानी से ना होगी तो ठीक हो जाऊंगी रूही को इतना शांत व्यवहार करते देखा मृत्युंजय को राहत मिलती है वहीं मृत्युंजय रूही को अपनी बाहों में उठा वॉशरूम में ले जाता है और बाथटब में गर्म पानी भर रूही को उस में बिठा देता है ll
रूही अपनी आंखें बंद किए हुए अपने दर्द को बर्दाश्त कर रही थी लेकिन गरम पानी में बैठते ही उसका दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है वही मृत्युंजय रूही के पास आकर उसे नहलाने लगता है यह देखकर रूही का चेहरा शर्म की वजह से लाल हो जाता है और वह मृत्युंजय को मना करने लगती है लेकिन मृत्युंजय उसकी कोई बात नहीं सुनता और अपना काम करता रहता है यह सब देखकर रूही अपनी आंखें बंद कर लेती है और सोचने लगती है क्या मृत्युंजय को दूसरा मौका देकर उसने सही किया या गलत यही सब सोते हुए उसे एहसास होता है कि मृत्युंजय के हाथ उसके प्राइवेट पार्ट पर चल रहे हैं यह देखकर वह हैरानी से मृत्युंजय की तरफ देखती है वहीं मृत्युंजय की आंखों में अपने लिए डिजायर देख उसके चेहरे पर शर्मीली मुस्कुराहट आ जाती है l
मृत्युंजय रूही की आंखों में देखकर कहता है कल रात हमारे बीच जो हुआ मैं होश में नहीं था लेकिन अब होश में रहकर मैं तुम्हें महसूस करना चाहता हूं मैं जानता हूं कि तुमने मुझे दूसरा मौका दिया है वरना तुम कभी भी खुद को मुझे हाथ नहीं लगाने देती वहीं मृत्युंजय की बात सुन रूही के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है और वह मृत्युंजय के सीने से लग जाती है थोड़ी ही देर में उसे बाथरूम से रूही की सिसकियां की और मृत्युंजय की तेज चलती सांसों की आवाज आने लगती है यह सिलसिला तकरीबन 2 घंटे तक चलता है 2 घंटे बाद मृत्युंजय रूही को अपनी बाहों में उठकर बाहर लाता है और बेड पर लाकर लुटा देता है ll
रूही तो गहरी नींद में जा चुकी थी वहीं मृत्युंजय तुरंत अपने असिस्टेंट को फोन करके अपने और रूही के लिए कपड़े मंगवाता है और तैयार होकर रूही को लेकर उसे होटल से बाहर निकल जाता है क्योंकि वह जानता था अगर किसी को पता चल गया तो यह उनकी इमेज के लिए बहुत खतरनाक साबित होने वाला था इसीलिए वह तुरंत वहां से अपने मेंशन के लिए निकल जाता है वहीं उसने सुबह ही लोकेश जी को इन्फॉर्म कर दिया था की रूही उसके साथ है ll
दूसरी तरफ नील हॉस्पिटल में बैठा हुआ अपनी केस फाइल रेट कर रहा था तभी अचानक से उसके ऑफिस का गेट खुलता है और एक लड़की अंदर आती है नील जैसे ही उसे लड़की को अपने सामने देखा है गुस्से से उसकी तरफ देखकर कहता है क्यों आई हो यहां पर क्या है अब तुम्हारा यहां इशिका नील के पास आकर उसकी गोदी में बैठ जाती है और कहती है पति हो मेरे भले ही किसी को हमारी शादी के बारे में नहीं पता लेकिन तुम और मैं तो जानते हैं ना कि हम दोनों शादीशुदा हैं नील एक झटके में इशिका को खुद से अलग कर देता है इन सब में नील ध्यान नहीं देता और ईशिका को धक्का जोर से लगता है और वह जमीन में गिर जाती है ll
इशिका अपनी आंखों में आंसू भर के रहती है इतनी नफरत करने लगे नील की आज तुमने मुझे खुद से इस तरह दूर कर दिया जब नील इशिका की भारी आवाज महसूस करता है तो वह पलट कर देखता है तो इसका जमीन में पड़ी थी यह देखकर उसके चेहरे पर कुछ भाव आते हैं लेकिन वह जल्दी उन्हें छुपा कर कहता है जब तुम जानती हो कि मैं तुमसे नफरत करता हूं तो चली क्यों नहीं जाती यहां से 5 साल बाद वापस आकर क्या साबित करना चाहती हो कि उसे वक्त तुम सही थी और मैं गलत तो भूल जाओ मैसेज का अब यह नील खन्ना कभी तुम्हारा नहीं होगा क्योंकि मैं अपने दिल में पत्थर रख लिया है और पत्थर इंसान कभी पिघलते नहीं है इसीलिए अपना टाइम वेस्ट करना बंद करो और चली जाओ यहां से ll
इशिका की आंखों में आंसू बह रहे थे एक वक्त था जब नील इशिका की आंखों में आंसू नहीं देख सकता था और आज नील की वजह से इशिका की आंखों में आंसू थे लेकिन नील कुछ नहीं कर सकता था क्योंकि यह सब कुछ इशिका की वजह से हो रहा था अगर वह उसे वक्त एक स्टेप आगे ले लेती तो आज इशिका और नील एक खुशहाल जिंदगी बिता रहे होते लेकिन इशिका के डर की वजह से इशिका ने अपना पति अपना प्यार अपना सब कुछ खो दिया था ll
एक बार फिर ऑफिस का गेट खुलता है एक लड़की अंदर आती है उसके चेहरे पर मासूमियत थी उसने एक पिंक कलर का सलवार सूट पहना था वह इशिका को वहां देख नील की तरफ देखकर कहती है नील यह कौन है यह तुम्हारे पास क्या कर रही है नील मुड़कर उसे लड़की की तरफ देखकर कहता है कुछ नहीं श्रद्धा कोई प्लांट थी किसी काम से आई थी तुम बताओ दो-तीन दिन से कहां गायब थी श्रद्धा आगे जाकर नील को अपने गले से लगा लेती है और उसके गाल पर किस करके कहती है तुमने मुझे मिस किया नील इस तरह मुस्कुरा कर श्रद्धा की तरफ देखकर कहता है बहुत मिस किया तुम्हें इसीलिए तो पूछ रहा हूं नील ने इशिका को पूरी तरीके से इग्नोर कर दिया था वहीं श्रद्धा को नील के इतने करीब देकर इशिका का दिल टूट कर बिखर गया था वह अपने उल्टे पैर लेकर उसे ऑफिस से बाहर निकल जाती है ll
इशिका के वहां से जाते ही नील अपने चेयर पर बैठ जाता है और श्रद्धा उसके सामने वाली चेयर पर श्रद्धा नील की तरफ देखकर कहती है क्योंकि यह तुमने ऐसा प्यार करते हो उसे 5 साल से उसके वापस आने का इंतजार कर रहे थे तुम मुझे यह नाटक करवा कर क्या साबित करना चाहते हो नील श्रद्धा की तरफ देखकर कहता है इस बार उसे प्यार की परीक्षा देनी होगी श्रद्धा अगर वह मेरी खुशी के लिए मुझसे दूर हो जाएगी तो मैं मान लूंगा कि उसके दिल में आज भी मेरे लिए प्यार है और अगर उसने तुम्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की या कुछ भी किया तो मान लेना कि वह कभी नहीं बदल सकती ll
नील जानता था के इशिका उसके लिए बहुत पजेसिव थी वह किसी भी लड़की को कभी नील के करीब नहीं आने देती थी अगर कोई लड़की नील के करीब आने की कोशिश करती तो वह उसे डरा धमका कर मारपीट करके नील से दूर भगा देती थी इसीलिए नींद ने चुपके से अपने दोस्त श्रद्धा को मैसेज करके यहां बुलाया था और उसे यह सब कुछ करने के लिए बोला था श्रद्धा अनिल के कंधे पर हाथ रख के रहती है ऐसा ना हो कि उसके प्यार की परीक्षा लेते-लेते तुम उसे हमेशा के लिए को दो मैंने देखा है तो मैं उसके लिए तड़पते हुए उसकी याद में मरते हुए भूल जाओ सब कुछ माफ कर दो उसे ll