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लाल हवेली और प्यासी अप्सरा

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prahlad deshmukh

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रोमांटिक हॉरर स्टोरी ..

Total Chapters (7)

Page 1 of 1

  • 1. लाल हवेली और प्यासी अप्सरा - Chapter 1

    Words: 1004

    Estimated Reading Time: 7 min

    स्थान  - बेरलामुडा गाँव ***********                                      दिल्ली शहर के 62 किलोमीटर दूर एक छोटा सा गाँव है जो दूर दूर तक घने जंगलो से घिरा हुआ है वहाँ के रास्ते और सड़को का तो हाल बेहाल था समझ जाओ उस तरफ कुछ विकास भी नही हुआ है ना उस तरफ कोई घोड़ा गाडी चलती है ना वहाँ किसी का आना जाना होता है उन रास्तो के बाद जो गाँव आता है उसे बेरलामुडा गाँव कहते है उस गाँव मे भी अब तक कोई विकास नही हुआ है जैसे वह गाँव ग्रुप से बाहर हो  ।                          वहाँ के लोग पुराने जमाने की तरह खेती किसानी करते है उसी गाँव के 2 किलोमीटर दूर वह लाल हवेली थी कहा जाए तो उसे राजमहल की हवेली भी कह सकते है जो बहुत ही बड़ा था लेकिन अब वह बाहर से किसी खंडहर की तरह दिखता है वह महल लाल रंगो से रंगी हुई थी इसी कारण उसे लाल हवेली भी कहते है सरकार ने वहाँ कब्जा जमाने की भी कोशिश की थी पर वह भूतिया और श्रापित जगह होने के कारण और कई लोगो के गुम हो जाने के कारण सरकार ने उस हवेली से ध्यान हटा दिया गाँव के बड़े बुजुर्गों का कहना है की बरसो साल पहले एक राजा ने कई अप्सराओ को तड़पाकर एक हवेली मे बंद कर दिया था तब से वही अप्सराए हवेली पर कब्जा जमा बैठी  ।                         जब उन्हे भूख और प्यास लगती है तो वह रात के वक्त महल के गार्डन मे आकर  लेट जाती है और लेटे लेटे अपनी सुरीली आवाज मे गाना गाने लगती है उसकी आवाज को सुन कई मर्द महल के तरफ उन्हे देखने चले जाते है और जो भी महल के पास जाता वह अप्सराओ के मधुर गानो को सुनकर उनके वंश मे  हो जाता है ।                           और   मर्द लोग  अपना होश खो बैठते  है । फिर अप्सराए उन्हे बंधक बनाकर  महल के अंदर कैद कर देती है ।  इसी कारण  उस गाँव मे बहुत सारे मर्द अप्सराओ की भेंट चढ़ गए हवेली की बातें जानकर तो बाहर के लोग भी उन्हे देखने आते थे कोई फोटो खींचने तो कोई वीडियो बनाने तो कोई शूटिंग करने यहाँ तक की चोर उचक्के भी खजाने के लालच मे हवेली के अंदर चले जाते बस वहाँ की अप्सराए महल के गेट से बाहर नही आ सकती थी  ।                         इस कारण वह अप्सराए मर्दो पर अपने जादू बिखेर कर बुलाती थी अब तक 100 से ज्यादा लोग भी शिकार बन चुके है अंदर क्या होता है ये किसी को नही पता जो भी हवेली में जाता है वह लौटकर नही आता इसी कारण वहाँ के गाँव वाले अपने जवान बेटों को काम के लिए शहर भेज देते थे अगर वह गाँव वाले उस गाँव को ही छोड़ देते तो उन्हे रहने की जगह ही नही मिलती साथ मे उनके खेत खलीहान को भी हड़प लेते इस कारण वहाँ के लोगो ने अपना गाँव नही छोड़ा ।                              बाहर से आने वाले लोगो को भी गाँव वाले समझाते थे पर उनकी बातो का असर शहर वालो पर नहीं  पड़ता था जब न्यूज़ वालो की टीम उस गाँव मे पहुंची थी तब सरकार की नजर इस घटना पर गई तो उसने हवेली के चारो और कांटे का घेरा बंदी करवा दिया और वहाँ पर एक बड़ा सा बोल्ड / पोस्टर लगा दिया ताकि कोई भी हवेली के अंदर ना जाए वहाँ के बीच रास्ते को भी जाम कर दिया तब से उस तरफ अब ज्यादा लोग नही जाते...... ।                                 उसके 3 साल पहले एक पुरुष उस हवेली से बचकर निकल गया था साथ मे उसने दो लोगो को भी अपने साथ हवेली से बाहर निकाल कर ला लिया था और वह अप्सराए उनको नही रोक पाई क्योकि उनको देर मे भनक लगी थी तब तक 3 लोग महल के गेट से बाहर निकल चुके थे ये कहानी आपको बाद मे पता चलेगी साथ मे ये भी पता चलेगी की हवेली के अंदर क्या होता है । दिल्ली शहर में ******                          एक बड़ा सा दो मंजिला फ्लैट जहाँ चौहान फैमिली रहते थे अजित चौहान जो एक बड़े कम्पनी के मालिक थे कहा जाए तो एक बड़े बिजनेस मैन थे रूबी चौहान उसकी पत्नी का नाम था उन दोनों के एक बेटे और एक बिटिया थी उनमे से सबसे बड़ी थी उनकी बेटी खुशी चौहान जिसका कॉलेज अभी अभी कम्प्लीट हुई थी ।                          खुशी के छोटे भाई का नाम था राज चौहान जो इंजीनियरिंग कॉलेज का स्टूडेंट था वह सब चारो लंच टेबल पर बैठकर भोजन कर रहे थे अजित चौहान रोटी खाते हुए अपनी बेटी खुशी से बोले वैसे खुशी तुम्हारे कॉलेज तो अब खत्म हो चुका है तो मै चाहता हूँ की तुम अब मेरे बिजनेस मे हाथ बटाओ ।                            ये सुनकर राज चौहान अपने मुँह दबा कर हँसने लगा उसको हँसते देख खुशी राज को घूरी फ़िर अपने डैड से बोली क्या डैड आप भी कैसे बातें कर हैं मेरी अभी अभी कॉलेज खत्म हुई है तो मै अब दोस्तों के साथ घूमकर एन्जॉय करता चाहती हूँ जब वक्त आएगा तो मै बता दूंगी खुशी खाना खत्म कर अपने कमरे की तरफ चल दी  ।                         उसकी बात सुनकर उसके डैड कुछ नही बोले वह खड़े होकर अपने घड़ी मे समय देखते हुए बोले अच्छा रूबी मै ऑफिस जा रहा हूँ बाय ये सुन उसकी बीवी ने भी बाय कहा तो अजित चौहान चले गए उसके जाने के बाद राज अपने बैग को पकड़ कर बोला अच्छा मोम मै कॉलेज जा रहा हूँ बाय तो उसके माम ने भी बाय कहा तो राज भी निकल गया अपने कॉलेज के लिए ....                                   राज चौहान जब अपने बाइक से कॉलेज पहुंचा तो उनके चार दोस्त  राज के पास आकर उससे हाथ मिलाकर गले मिलने लगे  राज  के दोस्तों को जब भी छुट्टी मिलती तो वह भूतिया जगहों की तलाश करते ताकि you tube पर वीडियो बनाकर अपलोड कर सके उनको भूर्तिया जगह की जासुसी करना पसंद था जिससे वह लोग थोड़ा बहुत फेमस हो जाते थे तभी उन लोगो की गर्लफ्रेंड भी उनके पास आ गई तो वह सब मिलकर कॉलेज के अंदर अपने क्लास रूम मे चल दिए ...? To Be Continued - ***************

  • 2. लाल हवेली और प्यासी अप्सरा - Chapter 2

    Words: 1252

    Estimated Reading Time: 8 min

    दिल्ली शहर मे *******                                 खुशी अपने कमरे के बेड पर लेटे हुए मोबाइल पर अपने फ्रेंड्स से बातें कर रही थी तभी उसकी माम उसके कमरे में आकर खुशी से बोली खुशी मै बाजार जा रही हूँ सब्जी लेने मेरे आते तक यही रहना तो खुशी भी अपने बेड से उठकर बोली ठीक है माम आप जाइये मै यही हूँ तो उसकी माम चली गई घर से बाहर सब्जी खरीदने  ..                              उसके जाने के बाद खुशी फिर अपने मोबाइल मे बातें करने लग गई और बातें करते हुए वह कमरे से निकलकर सोफे के पास आकर बैठ गई खुशी की तीन सहेली थी रिया ... निशा और प्रीति ..                               उनके तीनो सहेलियों के बॉयफ्रेंड भी थे जिससे वह लोग भी खुशी के फ्रेंड्स बन गए थे खुशी का भी एक बॉयफ्रेंड था विनय कपूर पर कॉलेज के टाइम खुशी विनय को सिर्फ दोस्त मानती थी वह सब एक साथ और एक ही क्लास मे पढ़त्ते थे अब पढ़ाई खत्म हो चुकी है तो खुशी ने भी प्यार करने की ठान ली ।                                    खुशी सभी लोगो के साथ सालो तक पढ़ते आ रही थी और वह क्लास में बैठती तो विनय के साथ ही थी इस कारण उनकी दोस्ती धीरे धीरे प्यार मे बदल गई थी लेकिन खुशी के सामने विनय अपनी एक्टिंग शरीफो वाला ही रखता था क्योकि खुशी ने उससे पढ़ाई खत्म होने के बाद प्यार करने की बात कही थी उसी के प्यार के लिए विनय खुशी की बात मानते हुए आ रहा था विनय खुशी के फ्रेड्स की टोली का नही था बल्कि उनके अलग से दोस्त थे बदमाश गुंडे टाइप जो कॉलेज मे अक्सर लड़कियों पर ताना मारा करते थे विनय कपूर भी एक बड़े बिजनेस मैन का पुत्र है .. खुशी और उनके सभी फ्रेड्स ने मिलकर आज रात नाईट डिस्को क्लब में पार्टी करने का प्लान बना लिया था । रात के वक्त ******                          रात हो जाने के बाद खुशी सज धजकर घुटनो तक के काले ड्रेस पहनकर तैयार हो गई जो उनके पुरी जिस्मों से चिपकी हुई थी खुशी ने अपने माम डैड को झूठ बोल दिया की मै अपनी सहेली के बर्थडे पार्टी मे जा रही हूँ तो उनके माम डैड भी उनकी बात मानकर खुशी को रात मे बाहर जाने से मना नही किये ।                          खुशी की सहेलियाँ पहले से ही गाडी मे खुशी को लेने के लिए उनके घर के पास आ गई थी फिर फोन करके खुशी को घर से बाहर बुलाई तो खुशी भी तैयार होकर घर से बाहर निकल गई वह अपना कार को छोड़ अपनी तीन सहेलियों के साथ ही दो एक्टिवा मे निकल गई दिल्ली शहर के सबसे बड़े बार में जहाँ सब शराब पीकर डिस्को क्लब मे डांस करते है तो दूसरे तरफ पैसो और सट्टे बाजी का भी खेल चलता है ।                              खुशी अपनी सहेली रिया के साथ उनके एक्टिवा मे बैठी हुई थी गाडी को रिया सड़क पर दौड़ा रही थी तो दूसरे एक्टिवा मे निशा और प्रीति बैठे हुए थे उनके गाडी को निशा चला रही थी रिया मिरर मे खुशी का हुलिया देखकर बोली अरे वाह खुशी आज तो बहुत लाजवाब लग रही हो लगता है विनय को खुश करने का तरीका अपना रही हो कॉलेज के टाइम तो तुमने उसे कोई भाव ही नही दिया लेकिन अब तुम्हारे प्यार करने की बारी आ ही गई पर तुम फ़िक्र मत करो देखना तुम्हारी खूबसूरती देखकर तो विनय खुद ही खुश हो जाएगा ।                                   ये सुन खुशी शरमा कर बोली चुप कर ऐसा कुछ नही है तुम बस गाडी चलाने पर ध्यान दो रिया ने जो भी बात कही थी वह बिल्कुल सच थी खुशी विनय को खुश करने के लिए ही हॉट ड्रेस पहनी थी क्योंकि बहुत पहले से ही खुशी को विनय से प्यार हो गया था अब वह उसे नहीं तड़पाना चाहती थी वह यही सोच मे मग्न थी की वह चारो म्यूजिकम बार मे पहुंच गई ।                                जो बाहर से कलर लाइटो से चमक रहा था वहाँ अमीर लड़के लड़कियों का डेरा लगा रहता था खुशी और प्रीति गाडी से नीचे उतर गई तो रिया और निशा ने अपने अपने एक्टिवा को पार्किंग मे ले जाकर खड़ी कर दी फिर वह दोनो खुशी और प्रीति के पास आकर बोले लगता है हमारे बॉयफ्रेंड लोग अंदर चले गए होंगे उनकी जीप पार्किंग मे मौजूद है और साथ मे विनय की कार भी खुशी ने भी विनय के कार को देखा फिर अपनी सहेलियों के साथ म्यूजिकम बार के अंदर चली गई ..... म्यूजिकम बार मे *****                       बार के अंदर भीड़ थी वहाँ सब अमीर घराने की लड़के लड़कियाँ शराब के नशे मे डांस कर रहे थे जोरो शोरो से म्यूजिक चल रही थी और डिस्को लाइटे जल रही थी कोई शराब पीते हुए स्टेज पर डांस कर रही हॉट लड़कियों को देख रहे थे वह म्यूजिकम बार बहुत ही बड़ा था उसके दूसरे तरफ के रूम मे गुप चुप तरीके से सट्टे बाजी का खेल चल रहा था ।                                    जिनके पास लाखो रुपये होते थे उन्हे अंदर जाने दिया जाता था और जिनके पास सिर्फ हजार रुपये होते थे उन्हे गार्ड लोग बाहर कर देते थे अंदर चप्पे चप्पे पर तगड़े गार्ड तैनात थे वहाँ पैसो के साथ साथ हीरा और सोने की भी लेन देन होती थी सट्टे वाले रूम मे जाने से पहले उनकी पूछताछ और सबकी चेकिंग होती थी वह लोग पुलिस वालो को खबर नही लगने देते थे।                          खुशी की सहेलियाँ बार के अंदर आने के बाद अपने अपने बॉयफ्रेंड के पास चली गई जो स्टेज पर डांस कर रहे थे खुशी वही पर खड़ी एक नजर वहाँ के नजारे को देखी तो उसे सब लोगो को नशे मे देख थोड़ी हैरानी तो हुई क्योंकि वह पहली बार इस बार मे आई थी वह अकेली खड़ी यही सोच मे मग्न थी तभी उसकी कमर को पीछे से किसी ने पकड़ लिया तो वह चौक कर तुरंत पीछे पलट कर देखी तो उसके पीछे मुस्कुराता हुआ विनय खड़ा था जो थोड़े शराब के नशे मे चूर था खुशी उसे देखकर बोली बैंक गौड़ विनय तुम मै तो डर हो गई थी ये सुनकर विनय खुशी को पकड़ कर डांस स्टेज पर ले गया और सब लोगो के साथ मिलकर डांस करने लगा  ।                          उसने खुशी को बीच बीच मे शराब भी पिलानी शुरु कर दी थी खुशी तो पहले मना की पर उनकी सहेलियाँ भी ड्रिंक करने लगी थी और विनय भी उसे पिलाने की जिद मे अडा था तो खुशी ना चाहते हुए भी शराब पी गई और नशे में धुत बाकि लड़कियों की तरह डांस करने मे मग्न हो गई ......                             उसी वक्त म्यूजिकम बार के अंदर चार लोग ने एंट्री ली उनमे से तीन लोग काले कोट पेंट पहने आँखों मे काला चश्मा और गोल टोपी लगाए किसी गार्ड की वेशभूषा की तरह दिख रहे थे उनमे से एक पुरुष हाथ में डिक्की पकड़ा था उन तीनों के पास भी काले रंग की गोल टोपी और आँखों मे चश्मा लगाए काले कोट पेन्ट पहने पर उसका कोट बहुत ही लम्बा था जो उनके लेज़र के जूतों तक आ रहे थे कोट के पीछे मे छपा था K.. किंग बादशाह ..                                  उनके एक साथी ने उसके मुँह पर एक सिगरेट दबाया तो दूसरे साथी ने उनके मुँह मे दबी सिगरेट को लाइटर मार कर सुलगाया फिर वह दो ऊँगली मे सिगरेट को फसाकर उसका कस लेकर ऊपर की ओर धुँआ उड़ाया तो वह धुँआ एक नाम मे लिखा कर बदल गई ... कम ब्रेक एक अभिमानी पुरुष का छठा अवतार ....                             👉  R..... O  .....N      👈🏻                                           और   मेरे तीन लफरझंडू साथियों का नाम था सोनू, मोनू .. और बिट्टू ...? To Be Continued - ***************

  • 3. लाल हवेली और प्यासी अप्सरा - Chapter 3

    Words: 1526

    Estimated Reading Time: 10 min

    म्यूजिकम बार मे ... ********                              मै बादशाह जैसे हुलिया में अपने साथियों के साथ म्यूजिकम बार मे पहुंचा फिर सिगरेट का कश लेते हुए वहाँ एक नजर सब लोगो को देखा फिर मेरे नजर एक गार्ड पर पड़ी तो मैं उसके पास चला गया ।                          उसके पास पहुंचकर सिगरेट को हाथ में दबाए हुए उस गार्ड से पूछा ताश का खेल किधर चल रहा है मुझे मालुम था की खेल किस कमरे मे चल रहा है फिर भी मैने गार्ड को पूछा तो वह गार्ड मेरे बात को सुन मुझे ऊपर से नीचे तक देखा फिर मुझसे पैसे के बारे मे पूछे तो मै बिना देखे अपने साथियों से बोला इसे पैसे दिखाओ बै ये बोलकर मै सिगरेट पीने लगा था ।                         मेरे बातो को सुन गार्ड मुझे घुरकर बोला किससे बातें कर रहा है तुम्हारे पीछे तो कोई नही है गार्ड की बात सुन कर मै चौका फिर मै भी पीछे देखा तो गार्ड की बात सच निकली मै मन ही मन में अपने साथियों को बकते हुए कहा सालो ने मेरे अच्छी खासी एक्टिंग की बेज्जती करा दी उधर मेरे लफर झंडू साथी मेरे तरफ से ध्यान हटाकर स्टेज पर डांस कर रही हॉट लड़कियों को देखते हुए अपना पिछवाड़ा मटका कर नाच रहे थे ।                            मै गार्ड को एक मिनट रुकने को कहकर उन तीनों के तरफ चला गया उनकै पास पहुंचकर मैने उन तीनों के सिर पर जोर से एक एक चप्त लगाई तब सालो को होश आया मै उनको डांट कर अपने पीछे आने को कहा तो तीनो अपना सिर सहलाते हुए मेरे पीछे चले गए मै फिर गार्ड के पास आकर बिट्टू से बोला इसको पैसो दिखाओं मेरे बात को सुन वह तीनो तो चौके और डरे सहमे बिट्टू ने डिक्की खोलकर उनमे रखे पाँच पाँच सौ के नोटों की गड्डियों का पैसा गार्ड को दिखा दिए ।                           गार्ड ने एक नजर  पैसो को देखा फिर वह नोट की गड्डी को छूकर देखने लगा तो कुछ मिनट के लिए हम सबकी फट सी गई थी फिर गार्ड ने पैसे को वापिस डिक्की मे रखकर हाँ में सिर हिलाकर हम सबको अपने पीछे आने को कहा फिर दूसरे कमरे की तरफ चला गया तो हम लोगो ने राहत की साँस ली मै तीनो से बोला चलो बे फिर गार्ड के पीछे चला गया तो मेरे पीछे बिट्टू सोनू मोनू भी चले गए हम चारो इसलिए डर रहे थे की कही हमारा प्लान बीच मे ही फैल ना हो जाए वो क्या था ना डिक्की मे जो पाँच पाँच सौ के नोटों की गड्डियाँ थी उसमे से पुरा पैसे नही थे हर एक गड्डी मे ऊपर नीचे पाँच पाँच सौ के नोट चिपका कर उसके बीच मे कोरा कागज़ की गड्डियाँ रख रबड़ को बाँध कर डिक्की मे रख दिए थे ताकि सब सट्टोरियों को चुतिया बनाकर हम पैसा कमा सके वैसे हर नोट ज्यादा बड़े गड्डियों का नही था ।                                  जब गार्ड के साथ हम दूसरे कमरे के पास ही पहुंचे तो दूसरे गार्ड हमे रोक कर हमारे चेकिंग करने  लगे थे हम तीनो की चेकिंग होने के बाद हमे कमरे के अंदर जाने दिया गया जब हम वहाँ पहुंचकर देखे तो सट्टो का  कारोबार चल रहा था ।                         तभी मेरे नजर एक वेटर और एक लड़की पर पड़ी जो मर्दो के टांगो में बैठकर उनका हौसला बढ़ा रही थी ये दोनो भी मेरे ही टीम का हिस्सा थे वह लड़की मुझे देख मेरे पास आकर मुझसे चिपक गई फिर मुझसे बोली ओ मेरे रॉन तुम आ गए ..                      ये सुन मै उसको अपने से अलग करते हुए कहा ओ हो हसीना तुम रोज मेरे पीछे क्यो पड़ी रहती हो ।  देखो अभी पैसो का सवाल है बस तुम हमारे प्लानो पर ध्यान दो अगर हम कामयाब हुए तो मै तेरी इच्छा जरूर पुरीदिया ँगा ।  मै नकली मुस्कान दिखा कर उससे बोला ।                            ये सुनकर वह लड़की  खुश होकर बोली ओह राँ ननन. तुम जरूर कामयाब होंगे  मै पुरी कोशिश करूंगी पैसे जुगाड़ने में .. बिट्टू सोनू और मोनू तो उस लड़की  को प्यार भरी नजरो से देखकर लार टपका रहे थे ।                         देखने मे  वह लड़की भी बहुत  खूबसूरत  थी ।  पर उसके बारे मे बहुत कम लोग जानते थे कि वह  असल मे कौन है ।   उस लड़की ने तीनो को कोई भाव नही दी वह मुझसे अपनी एक ऊँगली टेबल पर बैठे 2 लोगो के तरफ दिखाकर बोली जो तीन पत्ती खेलने मे बिजी थे उन लोगो के पास गड्डियों का बहुत सारा पैसे है रॉन उसकी बात सुन मै भी उनके तरफ देखा फिर हाँ में सिर हिलाकर उनके पास चला गया मेरे पीछे वह तीनो भी आ गए ।                          मै उन दोनौ बिजनेस मैन के पास आकर एक कुर्सी पर बैठ गया फिर बिट्टू टेबल पर डिक्की को खोलकर रख दिया तो दोनो बिजनेस मैन नोटों की गड्डी को देखकर मुझे भी ताश खेलाने के लिए राजी हो गए वह लड़की भी एक बिजनेस मैन के गोद मे आकर बैठ गई जिसके पास लाखो रुपये थे हम तीनो ने नोटों की एक एक गड्डी रखा फिर खेल चालू हो गया                            पत्ती बाँटी गई तो पहले मै अपने पत्ती को देखा तो बुरा सा मुँह बना दिया साला 3 नं का पान 8 नं की चिड़ी और का गुल्ला आया था मै तुरंत पत्ती को पैक करते हुए बोला मेरे आदत है कि मै पहली ही बार मे पत्ती को पैक करता हूँ ये सुन वह दोनो हँस पड़े ये पहली गेम वही पुरुष जीता जिसके ऊपर हसीना बैठी हुई थी ।                               दूसरी बार फिर गेम चालु हुआ पत्ती बाँटी गई तो मै पहले फिर पत्ती को देखा इस बार मेरे मे A 2 3 का रन आया था मै उस हसीना के तरफ देखा तो वह अपने आँखों मे चश्मा लगा ली उसके चश्मे मे साफ उस बिजनेस मैन का पत्ती दिखाई दे रहा था K Q 10 उसका कलर आया था तो मैने अपने पलकें झपका दी फिर वह हसीना ने अपना चश्मा निकाल दिया ।                           तभी वेटर आकर शराब बाँटने लगा वह दूसरे बिजनेस मैन के पास जाकर उसको शराब देते हुए उसका पत्ती देखा जो KK 3 यानी डबल आया था फिर भी उसने पैक नही किया तो वह वेटर मेरे साथियों के कान मे बताकर चला गया तो बिट्टू मे झुक कर मेरे कान मे बताया अब मुझे यही मौका सही लगा पैसा जमाने का ये नही था कि वह दोनो बिजनेस मैन अकेलें थे उनके पीछे उनके गा भी खड़े थे मैने अपने कोट से एक नए चश्मा निकाला फिर उसको अपने आँखों मे पहन कर अपने पत्ती को हाथ मे लेकर देखने लगा ।                             जो चश्मा मै पहना था उसमे पहले से ही 3 पत्ती छपी  हुई थी 3 नंबर का इट 5 नंबर का गुल्ला 2 नबर का पान पर उस बिजनेस मैन का ध्यान तो हसीना के ब्रा के तरफ था उस हसीना ने खुद ही उसका ध्यान मेरे चश्मे कि तरफ करके बोली वो देखो मेरे बॉस उस पुरुष कि पत्ती उसके चश्मे में दिख रहा है लगता है आपका ही बड़ा है ।                           दूसरे बिजनेस मैन कि नजर भी मेरे चश्मे पर चली गई थी जिसे देखकर वह खुश हो गया फिर मैने अपना चश्मा निकाल कर कोट के अंदर रख दिया और बुरा सा मुँह बनाकर एक गड्डी का चाली कर दिया मुझे चाली करते देख वह दोनो थोड़े चौके जरूर फिर हँसते हुए वह दोनो भी चाली करने लग गए ।                         देखते ही देखते पैसों का जमावड़ा हो गया तो दूसरे बिजनेस मैन ने पहले बिजनेस मैन के पत्ती को देखने का फैसला कर लिया पहले बिजनेस मैन की पत्ती कलर आई थी इस कारण दूसरे बिजनेस मैन की पत्ती कोई काम के नहीं आई उसने पत्ती को पैक कर दिया ये वाली चाली पुरी डिक्की के खाली होते तक चली वह बिजनेस मैन तो बड़ा खुश नजर आ रहा था की जीत तो उसी की होगी                             अब हम दोनो के पत्ती दिखाने की बारी आ गई तो वह बिजनेस मैन हँसते हुए अपनी तीनो पत्ती फेक दी फिर पैसो को अपने तरफ करने लगा था तो मै उसको रोक कर बोला रुकिए ज़नाब ये पैसा तेरे पास नही मेरे पास आएगा ये बोल मैने अपने पत्ती फेक दी A 23 ये पत्ती को देख वह दोनो बिजनेस मैन हक्के बक्के रह गए तो मैने अपने साथियों को पैसे समेटने के लिए कह दिया वह तीनो मेरे बात मानकर टेबल पर रखे नोटों की गड्डियों को बैग मे डालने लग गए                                तो उधर वह दोनो बिजनेस मैने खड़े होकर मुझसे बोले ये क्या बेवकूफी है हमने तो तुम्हारे चश्मे मे अलग पत्ती  देखी थी ये सुन मै मुस्कुरा कर बोला अच्छा वो मैने अपने कोट से चश्मा निकाल कर उनको दिखा दिया जो उसमे छपी पत्ती दिख रही थी ये देख वह दोनो की बोलती ही बंद हो गई वह दोनो लालच मे ही बेवकूफ बन गए एक चाली मे पुरा पैसा ही खत्म ।                                     उधर तीनो पैसो को बैग मे पैक कर लिए थे वह दोनो बिजनेस मैन शराब पीते हुए अपने गार्डों को इशारा कर दिया  अब उनके गार्डों की नजर पैसो पर चली गई उनको देख मै भी जान गया की अब ये लोग पैसो को हड़पने की कोशिश करेंगे मै अपने तीनो साथियों को लेकर बाथरूम मे चला गया फिर दरवाजा को बंद कर दिया.....? To Be Continued ***************

  • 4. लाल हवेली और प्यासी अप्सरा - Chapter 4

    Words: 1226

    Estimated Reading Time: 8 min

    म्यूजिकम बॉर मे .... ******                            बिट्टू सोनू और मोनू को लेकर बाथरूम मे घुस गया फिर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया तो बिट्टू मुझसे पूछा क्या हुआ बॉस मै बोला गड़बड़ हो गई बे पैसे तो हम जीत गए पर अब वो साला बिजनेस मैन और उनके गार्ड अपने पैसो को हड़पने की कोशिश करेंगे  ।                            ये सुनकर वह तीनो एक दूसरे की ओर देखे फिर मुझे पूछे की अब क्या करे मै कुछ सोचा फिर बोला तुम लोग एक काम करो जो पैसे हम लौंग लेकर आए थे उसे डिक्की मे पैक कर दो और जो पैसे हम जीते है उसे अलग से बैग मे रख दो जल्दी करो ।                                  मेरे बात को सुन वह तीनो काम पर लग गए नोटों की गड्डियों को पहचानने मे उन्हे ज्यादा परेशानी नही हुई क्योकि हमारे लाए गए नोटों मे गड्डियों का कोरा कागज़ दबा था और जीते हुए नोटों मे पुरा का पुरा गड्डियाँ थी लगभग 5 मिनट मे वह लोग पैसो को अलग कर दिए ।                          तो मै डिक्की को पकड़ कर उन तीनो से बोला अब मेरी बात सुनो मै सबसे पहले बाथरूम से निकलूँगा तो वह सब मेरे पीछे लग जाएंगे फिर तुम लोग चुपके से बैग लेकर यहाँ से बाहर निकल जाना और जीप मे बैठ कुछ दूर पर जाकर मेरे आने का इंतजार करना यहाँ का कोई ठिकाना नही कही पुलिस ना आ जाए इस कारण तुम लोगो को दूर मे ही रहकर मेरा इंतजार करना होगा समझ मे आ गई बात ये सुनकर तीनो ने हाँ में सिर हिला दिया ।                        तो मै चश्मा लगाकर डिक्की को हाथ मे पकड़े बाथरूम से तेज कदमो से बाहर निकल गया और दूसरे तरफ चला गया उन दोनो बिजनेस मैन के गार्ड भी मेरे पीछे लग गए तो उधर बिट्टू सोनू और मोनू बैग को पकड़ कर बाथरूम से बाहर निकल सीधा तेज कदमो से दूसरे रूम से बाहर आ गए फिर म्यूजिकम बार से बाहर निकलकर अपने जीप मे बैठ गए जीप को स्टार्ट कर वह लोग कुछ दूर पहुंचकर मेरे आने का इंतजार करने लगे ।                       इधर दीवार के पास पहुंचकर मै एक कुर्सी पर बैठ गया था मुझे पता था की वह गार्ड लोग यहाँ खुले मे नही लूट सकते क्योकि यहाँ का मालिक यहाँ हंगामा नही होने देना चाहता वह गार्ड लोग मेरे पास आकर चुपके से मुझे चाकू दिखाते हुए बोले अगर तुम्हे जिंदा रहना है तो उस डिक्की को हमे सॉप दो ये सुन और चाकू को देखकर मै डरने की एक्टिंग करते हुए बोला ये क्या मुझे कुछ मत करना तुम लोगो को जो चाहिए ले लो ये सुनकर एक गार्ड डिक्की को खोलकर देखा जिसमे पाँच पाँच सौ की नोटों की गड्डी रखी हुई थी ये देखकर गार्ड ने डिक्की बंद कर दी तो मै खड़ा होकर बोला अब मै जाऊँ गार्ड ने डिक्की को पकड़ कर मुझे जाने को कह दिया तो मै मुस्कुरा कर दूसरे कमरे से बाहर निकल गया ।                                अब मेरे बाहर निकलने का इरादा था पर बीच मे वो हसीना टपक गई और मुझसे बोली रॉन तुम्हारा काम तो हो गया अब मेरा काम भी कर दो .. मैने कहा बोल कितने पैसे चाहिए वह हसीना मुझे घूर कर बोली मेरे पास पैसे की कमी नही है रॉन ..                           तुम जानते हो कि मै तुमसे बहुत प्यार करती हूँ ।  मै यहाँ सिर्फ तुमसे मिलने आई थी । क्योकि मुझे तुम्हारे प्लान के बारे मे पता था ।  हसीना अपना पिस्तौल निकाल कर मेरे चेहरे पर फिराने लगी  जिससे मेरे माथे पर थोड़ी सिकन आ गई ।    मै पिस्तौल को हटा कर बोला  देखो देखो हसीना  हम दोनो एक दूसरे के अच्छे दोस्त है ।  मेरे सामने  ऐसे प्यार की  बातें ना करो  ।                     ये सुनकर  हसीना गुस्सा हो गई   वह मेरे कॉलर को पकड़ कर बोली   मै सिर्फ तुमसे ही प्यार करूँगी  रान   तुम मेरे प्यार को ठुकरा नही सकते   वह अपने पिस्तौल से मेरे चेहरे को अपने तरफ करके बोली  चलो अब तुम्हारा काम हो गया  तो मेरी इच्छा भी पुरी कर दो  ।   कम ऑन  बाथरूम  हसीना मुझे बाथरूम मे आने को बोलकर चली गई ।                          में   अपना माथा पीट कर  शराब खाने के पास चला गया और एक बोतल को पकड़ कर गटा गट शराब पीने लग गया ।                                        दूसरे तरफ खुशी की तीनो सहेलियाँ खुशी को छोड़कर स्टेज पर अपने अपने बॉयफ्रेंडो के साथ   डांस करती हुई मजे ले रही थी इधर विनय नशे मे खुशी को भी नशीली शराब पिलाए जा रहा था ताकि आज सालो से अपने कॉलेज की तड़प को बुझा सके खुशी भी अब नशे मे आ चुकी थी और वहाँ डांस करते हुए लोगो से टच खा रही थी खुशी ने विनय के कानों में i love you कहा फिर उसे बाथरूम मे आने को कह कर वह अकेली ही बाथरूम की तरफ चली गई क्योकि स्टेज पर ख़चा खच भीड़ थी । .                        विनय खुशी की बात को सुनकर मुस्कुरा दिया उसने जल्दी से अपना गिलास खाली किया फिर वह भी बाथरूम की तरफ चला गया  तो मैने भी बोतल को खाली किया फिर मै भी चला गया उस हसीना के जिस्म की आग को बुझाने ।                    इधर जब विनय के बाद मै भी बाथरूम के पास पहुंचा तो हम दोनो सोच मे पड़ गए वहाँ एक बाथरूम नही 6 बाथरूम थे तो वह दोनो लड़की किस बाथरूम मे गई होगी विनय तीसरे बाथरूम के दरवाजे के पास खड़ा था तो मै पाँचवे बाथरूम के दरवाजे के पास                          तभी किसी का एक हाथ निकला और विनय को झटके से बाथरूम के अंदर खींच लिया फिर दरवाजा बंद कर दिया मेरे साथ भी वैसे ही हुआ मुझे भी झटके से किसी ने बाथरूम के अंदर खींच लिया फिर दरवाजा बंद कर दिया उसके बाद लड़कियाँ हमारे होठो पर अपना होंठ मिलाकर झटके से kiss करने लग गई एकदम तेजी से लपा लप लपा लप हमे संभलने क्या कुछ देखने का मौका भी नही दिया जैसे बरसो से प्यासी हो ।                     वह हमारे ऊपर चढ़कर इधर उधर धकेलती हुई kiss करने लगी तो ये देख मै भी फार्म मे आ गया और उसको kiss करते हुए उसके जिस्मो को मसलने लग गया  हम दोनो नशे मे पागलो की तरह एक दूसरे के होठो मे होंठ मिलाकर सुपरफास्ट   kiss  किए जा रहे थे ।                         उधर विनय का  भी किसिंग  सीन चालु हो गया हम चारो मे से किसी को नही पता था की कौन किसके साथ  kiss   रहा है बस सब यही समझ रहे थे की हसीना मेरे साथ और खुशी विनय के साथ  kiss  कर रही है पर असल मे ऐसा बिल्कुल नही हसीना मुझे समझ कर विनय को बाथरूम के अंदर खींच बैठी थी और खुशी विनय को समझ मुझे खींच बैठी                          अब हसीना  विनय के साथ और खुशी मेरे साथ भनक तब लगी जब हसीना के मुँह से निकला ... रा  ननननन और खुशी के मुँह से निकली लव यू... वि ननय उनकी आवाजो को सुन जब हम उनके चेहरों को देखे तो हक्के बक्के रह गए साथ मे खुशी और हसीना भी ।                        खुशी तो पुरी तरह बूत बन गई थी साथ मे मै भी उसकी खूबसूरती को देख समझ नहीं पा रहा था की मै हँसू या रोऊँ खुशी तुरंत मुझे धकेल कर  मुझसे अलग हो गई । उधर विनय गुस्से में हसीना को धकेल कर बाहर निकल गया उसका प्लान ही फेल जो हो गया था . उसके बाद हसीना भी ग़ुस्से मे अपना पैर पटक कर बाहर निकल गई    ....? To Be Continued - ***************

  • 5. लाल हवेली और प्यासी अप्सरा - Chapter 5

    Words: 1075

    Estimated Reading Time: 7 min

    म्यूजिकम बार के अंदर ********                              मै बाथरूम मे शीशे पर अपना चेहरा देखकर खुशी से बोला ओये मैडम ये क्या मेरे चेहरे को चूम चूम कर बिगाड़ दिया है जगह जगह लिपिस्टिक से तुम्हारे होठो के निशान छप गए है और किसी को बिन पूछे बाथरूम मे खींच कर ऐसी हरकते कौन करता है मैने अपना चेहरा साफ करते हुए पूछा ।                    जब खुशी का रिप्ले नहीं आया तो मै उसकी ओर देखा वह नशे के कारण वही दीवार से सट कर बेहोश हो गई थी तो मै उसके पास आकर उसके गाल को थपथपा कर उठाया पर वह नही उठी तभी मुझे पुलिस के गाडी की लाल बत्ती की आवाज़ सुनाई दी तो मै चौक कर खड़ा हो गया बाँर के अंदर अफरा तफरी मच गई सब पुलिस के गाडी के सायरन की आवाज़ सुन बाहर  निकल कर भागने लगे थे ।                              तभी मेरे मोबाइल की घंटी बजने लगी मैने मोबाइल को निकाल कर फोन उठाया फोन बिट्टू का था वह मुझसे पूछा हेल्लो बॉस आप कहा हो पुलिस आ गई है ...                         ये सुन मै बोला मै आ रहा हूँ पर तुम लोग ये बताओ की अभी तुम सब कहाँ पर रुके हुए हो बिट्टू बोला यही पास के यात्री प्रतिक्षालय के पास है बॉस आप जल्दी आ जाइये ये सुनकर मै बोला ठीक है और फोन को काँट कर जेब मे रख लिया ।                   अब मै यहाँ से भागने को हुआ पर मेरा ध्यान जब बेहोश खुशी पर पड़ी तो मेरे कदम ही वही पर रुक गए मै सोच मे पड़ गया की इसका क्या करूँ जब कुछ समझ नही आया तो मै खुशी को अपने कंधो से उठाकर बाथरूम से बाहर निकल गया                         इस म्यूजिकम बॉर मे दूसरा रास्ता भी था जिसको पुलिस से बचने के लिए बनाया गया था ये बात यहाँ के मालिक तथा यहाँ काम करने वाले लोगो को पता था हसीना ने भी इस बारे मे मुझे बताया था मै उसी ओर भाग रहा था देखा तो दरवाजा खुला हुआ था ।                      मतलब बाकि लोग इसी दरवाजे से निकले हैं मै भी खुशी को लेकर भागते हुए उसी दरवाजे से बाहर निकल गया फिर पेड़ पौधों और झाडियों के अंदर सम्भल कर चलते हुए अपने साथियों के पास पहुंचा वह तीनो मुझे अपने कंधो पर किसी लड़की को उठाकर लाते देख चौके फिर सोनू बोल पड़ा ये क्या बॉस आप हसीना को भी उठा कर ला लिए  ।                          मै बोला भाड़ में जाए हसीना बिट्टू ड्राइविंग सीट पर बैठा था तो सोनू और मोनू जीप के पीछे तरफ मै आगे की सीट पर खुशी को बिठाया फिर मै भी उसको पकड़ कर बैठ गया वह तीनो खुशी का चेहरा देख चौक कर बोले ये लड़की कौन है बॉस और इसे क्या हुआ मै गुस्से मे बोला तुम सबकी भाभी और ये शराब के नशे मे बेहोश है अब चुपचाप गाडी चलाओ मेरा दिमाग मत खाओ मेरे गुस्से को देख बिट्टू ने जीप को स्टार्ट करके सड़क पर दौड़ा दी मैने खुशी को होश मे लाना ठीक नही समझा और सीधा उसे अपने घर ले गया ... MY HOME एक छोटा सा घर मे ********                            रात हो चुकी थी ठंड का मौसम था हम सब जीप मे घर पहुंचे मै खुशी को उठाकर अपने कमरे में ले गया फिर बिस्तर पर लेटा कर चादर को ओढा  दिया फिर मै बाथरूम मे चला गया कपड़े बदलने कुछ देर बाद मै बाथरूम से कपड़े बदल कर आया फिर जमहाई लेते हुए सोचने लगा की अब मै कहाँ सोऊँ बिस्तर में भी थोड़ा सा जगह था पर मै सोने के लिए हिचकिचा रहा था क्योंकि इस लड़की को देखकर मुझे कुछ अलग सा फिलिंग आती है ।                             मै कमरे से बाहर निकल गया अपने लफर झंडू साथियों के साथ सोने उनके कमरे में जाकर देखा तो तीनो ठरकी बिना जूता चप्पल निकाले चारपाई पर गद्दा बिछा कर और चादर ओढ़ कर टेढ़े मेढे सो गए थे थोड़ा सा भी जगह नही मिला सोने के लिए तो मै गुस्से मे घर से बाहर निकल गया जैसे ही मै बाहर निकला मुझे जोरदार ठंडक का एहसास हुआ तो मै झटके से फिर घर के अंदर घुस गया और दरवाजा लगा कर अपने कमरे में चला गया ।                     वहाँ आकर मैने फिर खुशी को देखा जो अब ठेढ़े होकर सोई हुई थी उसके गोरी जांघो को देख मै थोड़ा सकपकाया फिर उसको सीधा करके बिस्तर पर लेटाया और आधे बची जगह मे मै सो गया जैसे ही मै एकदम पास से लेटे हुए खुशी के चेहरे को देखा तो मेरा दिल जोरो से धड़क उठा धक धक धक ... उसकी क्यूट चेहरे को देखकर तो मेरा नजर हटने का नाम ही नही ले रहा था मुझे ऐसा लगने लगा जैसे मेरा दिल उसके दिल को खींचने की कोशिश कर रहा है उसके गुलाबी होठो को देखकर मन करने लगा था की अभिच उसके होठो में अपना होंठ मिलाकर kiss कर दूँ और उसको पकड़ कर अपने बाहो मे लगा लूं उसकी मादक जिस्म की खुशबु से मै सिहर उठा था मुझे अब उसके तरफ और देखा नही गया मै झट से दूसरे तरफ पलटकर अपना चेहरा करके सो गया ।                           मुझे सोये सिर्फ आधे घंटे ही हुए थे कि खुशी नशे और नींद मे मेरे पिछवाड़े पर जोर जोर से लात मारकर मुझे बिस्तर से नीचे गिरा देती थी ऐसे ही मैं 3 बार उसकी लात खाकर बार बार उठकर बिस्तर पर सोता रहा और वह मुझे लात मारती रही इधर मेरे कमर भी दर्द देने लग गया तो मै उससे तंग आकर तकिये को पकड़ बिस्तर के नीचे ही घुसकर सो गया मै तो मन ही मन मे अपने को कोसने लगा था की मैने इस लड़की को उठाकर ही क्यू लाया बहुत बदमाश लड़की निकली रे बाबा खुद तो सोती है और दुसरो को सोने नही देती मे बड़ी मुश्किल से अपने नींद को पुरी किया                           इधर कुछ घंटो पहले - हसीना और कई लोग पुलिस से बचकर निकल गए थे साथ मे विनय और खुशी के तीनो सहेली तथा उनके बॉयफ्रेंड लोग भी बच निकल गए थे खुशी की सहेलियाँ विनय को खुशी के बारे मे पूछी जा रही थी पर विनय चुप ही खड़ा था उसने पुलिस थाना मे जाकर भी चेक किया पर उसे खुशी नहीं मिली उनकी सहेलियाँ मे रिया बता चुकी थी की आते वक्त खुशी अपना मोबाइल घर मे ही भूल गई थी सब यही सोच बैठे की खुशी पुलिस के डर के कारण घर चली गई होगी ठंड का मौसम होने के कारण सब भी अपने अपने घर चले गए ....? To Be Continued ***************

  • 6. लाल हवेली और प्यासी अप्सरा - Chapter 6

    Words: 1070

    Estimated Reading Time: 7 min

    अगली सुबह  ⛅ ********                              सुरज की किरणों से सुबह हो गई थी मै सुबह सुबह अक्सर ठंड के मौसम मे दौड़ने जाता था ये मेरी आदत थी सुबह के 8 बजे जब खुशी की नींद खुली तो वह उठकर अंगड़ाई लेने लगी जब उसकी नजर घर पर पड़ी तो वह चौक कर झटके के साथ बिस्तर से उतरकर खड़ी हो गई और अपने से बोली ... मै कहाँ पर हूँ वह अपने सिर को दबाए हुए घर से बाहर निकल गई ।                        तभी उसे बिट्टू सोनू और मोनू दिखाई दिए जो पेड़ पौधों और फूलो मे पानी डाल रहे थे मोनू की नजर जब खुशी पर पड़ी तो उसके पास जाकर वह बोला ओ भाभी जी आप उठ गई ।                         खुशी तो पहले से ही सोच मे मग्न थी की वह यहाँ कैसे आई ऊपर से उसे भाभी जी बोलते देख खुशी और भड़क कर जोर से बोली ए मै तेरी भाभी दिखती हूँ क्या और कौन हो तुम लोग कही तुम लोगो ने मुझे किडनैप तो नहीं किया है ।                        उसकी बात सुनकर बिट्टू बोला नही नही हमने आपको किडनैप नही किया है आप हम लोगो को बुरा मत मानिये .. तभी उसी वक्त मै भी दौड़ते हुए घर पहुंचा तो बिट्टू मेरे तरफ ऊँगली दिखाकर खुशी से बोला आपको इसी ने लाया है ये बताकर बिट्टू और मोनू अपने कामो पर लग गए ।                                              तो खुशी मुझे घुरकर बोली कौन हो तुम और तुमने मुझे यहाँ क्यू लाया उसकी बात सुन मै एक्सरसाइज करते हुए बोला जरा आप एक बार अच्छे से याद कीजिये मैम की कल रात आप कहाँ थी ।                         मेरे बात को सुन खुशी याद करती हुई बोली मै कल रात अपने सहेलियों के साथ म्यूजिकम बाँर मे गई थी फिर विनय से मिली उसके बाद मुझे कुछ याद नही मै अपना चेहरा धोकर कपड़े पहना फिर जीप मे बैठकर उसको स्टार्ट किया फिर खुशी से बोला बैठिये इसमे मै आपको आपके घर छोड़ देता हूँ ।                     ये सुन कर खुशी बोली नही जाना मुझे तुम लोगो के साथ मुझे तुम लोगो पर भरोसा नही है ये बोलकर खुशी खुद भाग गई सड़को की तरफ और हम सब एक दूसरे की ओर देखते रह गए मै जीप को बंद करके बोला जाने दे उसे अकेली मेरा क्या मै जीप से उतरकर नहाने चला गया तो वह तीनो एक दूसरे के साथ खूसूर फुसुर की बातें करने लग गए ।                           इधर खुशी सुनसान सड़को पर अकेली चलती जा रही थी जहाँ पर हमारा घर था उसके आस पास ना कोई दुकान थी और ना ही कोई होटल वह जगह पुरा वीरान थी मेरे घर से 3 किलोमीटर दूर ही आबादी वाला नगर शुरु होता था बस रास्ते पर गाडी मोटर चलते रहते थे खुशी चलते चलते थक गई अब उसे लगने लगा था की वह मेरे बात को ठुकरा कर गलती कर दी आस पास के गाडी वालो को भी खुशी लिए माँगती पर उसको देखकर भी कोई भी गाडी नहीं रोक रहे थे ।                          खुशी थक कर और परेशान होकर एक बड़े पत्थर के पास जाकर बैठ गई आधे घंटे गुजर गए तभी उसे एक लाल रंग की जीप इधर ही आती दिखाई दी तो वह खड़ी होकर सड़क के पास पहुंचकर अपने हाथों से जीप को रोकने का इशारा करने लगी पर जीप उसके पास से निकल गई तो खुशी गुस्से मे अपना एक पैर पटक कर जोर से चिल्लाकर चीखी रोको ओओओओ  ..                         उसकी आवाज़ सुन कर जीप बीच मे ही रुक गई तो ये देख खुशी भागती हुई जीप के पास गई फिर मेरे ओर देखी तो चौक कर बोली तुम मै नहाकर तैयार हो गया था और अपने आँखों मे गाँगल लगाए खुशी के तरफ देखकर बोला क्या हुआ मैम आप अभी तक गई नही ।                           ये सुन खुशी अपना हाथ मोड़कर दूसरे तरफ चेहरा कर खड़ी हो गई तो मै हॉर्न बजाकर बोला बैठोगी या मै जाऊं ये सुन खुशी झट से आगे की सीट पर बैठ गई तो एक नजर मै उसकी टांगो को देखा फिर उसके चेहरे के तरफ खुशी मेरे तरफ देखकर बोली मुझे ऐसे क्या देख रहे हो अब चलाओ जल्दी ....                              ये  सुनकर मै बोला अपने घर का पता बताओगी तब तो चलाऊंगा ये सुन खुशी थोड़ा सकपका कर मुझे अपने घर का पता बता दी तो मैने जीप को सड़क पर दौड़ा दिया कुछ मिनट बाद खुशी मेरे ओर देखकर पूछी तुमने मुझे बताया नही की मैं तुम्हारे घर मे कैसे पहुंची ।                         उसकी बात सुनकर मै उसको बताने लगा की कल रात आप बाथरूम के अंदर शराब के नशे मे थी । फिर बिना देखे सोचे समझे मुझे बाथरूम मे खींच कर चूमने और लपा लप kiss करने लग गई थी और कह रही थी लव यु विनय ... ये सुनकर खुशी मुझे बड़ी बड़ी आँखे बनाकर घूरने लगी थी उसको अपने तरफ घूरते देख मै बोला मुझे क्यो घूर रही है मै बिल्कुल सच बोल रहा हूँ ।                             जरा ध्यान से देख मेरे चेहरे को तेरी होठो की लिपस्टिक के निशान अब भी थोड़ा थोड़ा दिख रहा है वो खुशी ने भी देख लिया था तो मै आगे बताने लगा फिर हम दोनो थोड़ी देर तक  kiss किये उसके बाद हमे होश आया तो हम दोनो अलग हो गए फिर तुम नशे मे बेहोश होकर गिर गई थी मैने तुम्हे होश मे लाना चाहा पर उसी वक्त पुलिस के कार की सायरन की आवाज़ सुन बॉर के अंदर भाग दौड़ मच गई मैं अकेला ही वहाँ से भागने का सोचा पर पता नही तुम्हे देखकर मेरे अंदर अलग से फिलिंग आ गई तो मै तुम्हे अपने कंधो से ही उठाकर जीप मे अपने घर ले आया फिर तुम्हे अपने कमरे के बिस्तर पर सुला दिया था  ।                          पर रात भर मै खुद ही तुम्हारे कारण सो नही पाया ये बताकर मै उसके तरफ देखने लगा खुशी की तो साँसे ही अटक गई थी जब वह मेरे मुँह से  kiss  करने की बात सुनी तो वह मुझसे बोली क्या ऐसा सच मे हुआ था मैंने कहा मै कभी झूठ नही बोलता मैम जो हुआ था वह अनजाने में हुआ था मैने जीप को उसके फ्लैट के पास रोक दी फिर उसके चेहरे के पास चुटकी बजाकर उसे होश मे लाकर बोला आपका घर आ गया ये सुन खुशी भी अपने घर की ओर देखी और जीप से नीचे उतर गई तो मै बस उसे जाता देखता रहा जब वह गेट के अंदर चली गई तो मै भी जीप को घुमाकर फिर अपने घर की तरफ चला गया ? To Be Continued - ****************

  • 7. लाल हवेली और प्यासी अप्सरा - Chapter 7

    Words: 1350

    Estimated Reading Time: 9 min

    अजित चौहान
    का 3D फ्लैट में
    ************
                                        खुशी जब अपने घर लौटी तो उसकी माँ और उसकी डैड खुशी को रोक कर पूछे की वह कल रात कहाँ रुकी थी तो खुशी झूठ बोल दी की मै अपनी सहेली के घर थी ।


                     ये सुनकर उसके डैड वापिस अखबार को देखते हुए बोले आज के अखबार मे म्यूजिकम बाँर के बारे मे छपा है जो यही पास मे मौजूद है इसमे कई लोगो के पकड़ाने और पुलिस के छापा मारने की खबर छपी है मै तो कल रात ये सोचकर परेशान था की कही खुशी भी वहाँ ना चली जाए अपने डैड की बात सुन खुशी थोड़ी सकपकाई फिर खुशी की माँम खुशी से बोली जाओ तुम जल्दी नहा कर तैयार हो जाओ तब तक मै नाश्ता तैयार करती हूँ ये सुनकर खुशी चली गई अपने कमरे मे ...


                                  फिर वह बाथरूम में जाकर स्नान की तो उसे थोड़ी रिलेक्स फील हुई वह अपनी सहेलियों को मन ही मन मे डांटी अब तो खुशी ने शराब को हाथ भी नही लगाने का फैसला कर लिया वह जो भी नशे मे की थी उसे वह भूल नही पा रही थी खुर्शी को विनय पर भी गुस्सा आया क्योकि उसी ने उसे शराब पिलाया था उसने मोबाइल मे बात करते हुए विनय को जमकर डांटी जब विनय ने उससे माफ़ी माँगी तो खुशी का गुस्सा शांत हुआ वह अब नीचे चली गई नाश्ता करने ।


    इंजीनियरिंग
    कॉलेज के पास
    **********
                                    इधर मै अपने तीनो साथियों के साथ होटल मे बैठा नाश्ता कर रहा था होटल के पास ही कॉलेज था मेरे तीनो लफर झंडू तो कॉलेज की लड़कियों को ही ताक रहे थे पर मेरे अंदर तो खुशी चौहान का चेहरा घूम रहा था विनय भी किसी लड़की के साथ होटल मे बैठा था मतलब मेरे पीछे उसका तो कई लड़कियों से अफेयर था ।


                             हम लोग तो खाली टाइम दिन भर कॉलेज के गार्डन मे ही रहते थे मै जीप पर लेटा हुआ था तो बिट्टू सोनू और मोनू से बोला यार काश हमारी भी गर्लफ्रेड होती तो यहाँ के प्रेमी जोड़ो को एक साथ देखकर हमे जलन नही होती ।


                           ये सुनकर सोनू बोला मेरा तो मन कर रहा है की अभी उस लड़के का बाल खींच कर उसे दो तमाचा मारकर भगा दूँ और उस लड़की के पास मै बैठ जाऊं और उससे प्यार भरी बातें करूँ ।


                               मोनू तो सबसे ज्यादा बदमाश था वह लड़कियाँ का पिछवाड़ा देखकर बोला आह... क्या बताऊं यारो ये कॉलेज की लड़कियाँ भी इतनी टाइट जींस पहन कर आती है ना जिसको देखकर तो मेरा पेन्ट खुद ही टाइट हो जाता है । मोनू की बात सुन बिट्टू और सोनू मुँह दबाकर हँस पड़े ।


                                    तभी बिट्टू का मोबाइल बज उठा उसने अपना मोबाइल निकाल कर देखा तो कॉल स्क्रीन पर अनजान नंबर था वह कुछ दूर जाकर फोन उठा कर कहता है हेल्लो .. तभी उसे फोन मे किसी लड़की की आवाज़ सुनाई देती है उसकी आवाज़ सुन बिट्टू झटके से  पहचान कर बोला हसीना ..


                                तो  बिट्टू की बात को सुन हसीना बोली अरे वाह रॉन के गधे साथी भी अब होशियार बन गए जो मेरी आवाज़ को झटके से पहचान गए बिट्टू बोला गधे किसको बोली रे सोच समझ कर बात कर हमारे बारे मे और रही तुम्हारी आवाज़ की बात तो तुम्हारी सेक्सी आवाज़ को भला कौन नही पहचान पाएगा चल अब ये बता मेरे पास फोन क्यू किया..


                                      हसीना बोली रॉन इस वक्त क्या कर रहा है वह मेरा फोन भी नही उठा रहा तो मुझे तुम्हारे पास फोन करना पड़ा बिट्टू बोला तेरी तो दिन भर बॉस की ही पड़ी रहती है और हम अपने बॉस के बारे में किसी को नही बताते मैं फोन काँट रहा हूँ तभी हसीना बोल पड़ी अरे नही बिट्टू मै तुमसे कुछ कहना चाहती हूँ जिसे सुनकर तुम लोग खुश हो जाओगे ये सुनकर बिट्टू बोला बोल जल्दी अपुन के पास टाइम नही है हसीना बोली देखो बिट्टू मै तुम तीनो के लिए अच्छी सी लड़की का इंतजाम कर चुकी हूँ मै उन तीनो लड़कियों की फोटो तुम्हारे मोबाइल पर भेज रही हूँ तुम बस रॉन को लेकर मेरी कोठी मे आ जाओं फिर तुम तीनो बिन पैसो के लड़कियों के साथ एन्जाय कर लेना ...


                                   बिट्टू बोला तुम फिर बॉस की बात कर रही हो वह तुम्हारी कोठो मे कभी नही आने वाले उल्टा ही हमे डांट खाने पड़ेंगे हसीना बोली वह जरूर आएगा तुम लोग बस कोशिश करके देखो अगर वह नही मानेगा तो शराब पिलाकर लाओ और हाँ मैने तुम्हारे मोबाइल पर फोटो भेज दी है तुम फोटो को देखकर बता देना ये बोल हसीना ने फोन काँट दिया



                      उसकी बात को सुनकर बिट्टू अपने व्हाट्सअप को चेक किया तो उसी नबर मे फोटो भेजी गई थी जब उसने तीनो फोटो को डाऊनलोड करके देखा तो वह उन लड़कियों को देखता ही रह गया तीनो लड़कियों गोरी और भूरे बालो वाली विदेशी लड़कियाँ थी बिट्टू का तो देखते ही दिल धड़क उठा


                               
                                   हसीना को पता था। की मेरे तीनो साथी कैसी कैसी लड़कियों को पसंद करते है इस कारण साली ने फोटो भेजकर बिट्टू को सोचने पर मजबूर कर दिया लेकिन असलियत मे जिस फोटो को वह भेजी थी वैसी लड़कियाँ उसकी कोठी मे थी ही नही वह तो उन तीनो को लालच देकर मुझे अपनी कोठी मे बुलाना चाहती थी क्योकि मैने म्यूजिकम बाँर मे उनके साथ  रोमांच नही किया था ।


                             बिट्टू को बहुत देर तक खड़ा देख सोनू मोनू भी उसके पास चले गए फिर बिट्टू को झकझोर कर बोले कहाँ खो गया बे बिट्टू होश मे आकर उन दोनो की और देखा फिर बोला मै तो अजीब समस्या मे घिर गया यार तुम दोनो को कैसे बताऊं ।


                            उसकी बात को सुन सोनू मोनू एक दूसरे की ओर देखे फिर सोनू बोला देख यार बिट्टू जो भी बात है हमे सीधा सीधा बता छुपाने की कोशिश मत कर वरना हम बॉस को बता देंगे बिट्टू ये सुनकर उन दोनो को थोड़ा दूर ले गया फिर हसीना की कही गई सारी बातें उन दोनो को बता दी  ।


                                   ये सुनकर वह दोनों हक्के बक्के रह गए मोनू तुरंत बिट्टू का मोबाइल झपट कर विदेशी लड़कियों के फोटो को देखने लगा साथ मे सोनू ने भी झाँक कर देखा तो वह दोनो प्यार भरी नजरो से फोटो को देखते रह गए मोनू लार टपकाते हुए बोला अबे इतनी खूबसूरत लड़की मिल रही है तो इसमे सोचना क्या हसीना को हाँ बोल दे बॉस को हम लोग देख लेंगे ये बहुत अच्छा मौका है बार बार ऐसे मौके नही आते ।


    .                      उसकी बात सुन बिट्टू और सोनू खा जाने वाली नजरो से मोनू को घूरने लगे तो मोनू उन दोनो को अपने तरफ घूरते देख थोड़ा सा सकपका कर चुप हो गया बिट्टू सोनू से पूछा तेरा क्या कहना हे सोनू सोनू तो कुछ सोचा फिर उसने भी हसीना की बात मानने को राजी हो गया तो अब बिट्टू बेचारा क्या करता उसने भी हामी भर दी और हसीना के पास फोन लगाकर उसको कोठी पर पहुंचने की मंजूरी दे दी ..


                             तो उधर हसीना खुश हो गई फिर फोन कट गई अब बिट्टू सोनू और मोनू एक नजर मेरे ओर देखे मैं अब भी जीप पर लेटे हुए खुशी की यादो मे खोए हुए डुबकी लगा रहा था और इधर मेरे तीनो लफर झंडु साथी गहरी सोच मे पड़ गए की अब वह तीनो मुझे हसीना की कोठी मे कैसे लेकर जाए ...?


    To Be Continued -
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    मेरे अन्य स्टोरियाँ जो पुरी हो चुकी है ।   एक्शन कॉमेडी रोमांस   एन्ड रोमांटिक  गानो से  भरपुर  ,  fantasy  adventure   storeys   ....👇👇👇


    ( 1 )  टाइम मशीन  सपनो की  दुनिया की कहानी
    ( 2 )   रहस्यमयी  अँगूठी  सीजन एक व दो
    ( 3 ).   टाइगर मैन
    ( 4 ).   मास्क द  शैतानी मुखौटा
    ( 5 )    लाल हवेली और प्यासी अप्सरा
    ( 6 ).     बाज़ीगर
    ( 7 )    सिर कटे का आंतक 

    ये सभी कहानियाँ आपको प्रतिलिपि एप्प पर मिल जाएगी लेखक का नाम प्रहलाद देशमुख है । लिंक 👇

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