समुन्दर का शिकारी -1 : सम्राट मार्टिन की सल्तनत "समुन्दर मे या तो तुम शिकार हो मेरे दोस्त या फिर शिकारी.. अब तय तुम्हे करना हैं... " A Fatasy, Adventure, Action Story
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समुंदर में एक के बाद एक उठती तेज और विशाल लहरों को चीरता हुआ यह जहाज अटलांटिक महासागर के पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा था.. जहाज के एक छोर पर खड़ा उस जहाज में काम करने वाला एक शख्स अपनी आंखों के परास से दूर उस भयावह समुंदर में उठा रहे एक के बाद एक भयंकर बवंडरो को देख घबरा गया और सीधे अपने कप्तान के कक्ष की तरफ भागा... " कप्तान... हम शायद डेविल्स ट्रायंगल के पास पहुंचने वाले हैं.." कप्तान के कक्ष के बाहर ही वह चीखा और वही खड़ा रहा.. जब कुछ देर बाद अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो वह फिर बोला " यह कैसा ठरकी कप्तान दिया है जब देखो तब शिप में मौजूद लड़कियों के साथ मजे करते रहता है और हमें यहां खड़ा करके रखवाली करवाता है.. साला, ठरकी..." 'क्या हुआ बे.. अपना गला क्यों फाड़ रहा है.. "कप्तान के कक्ष से निकलते हुए एक ऊंचे कद-काठी और मजबूत शरीर वाला आदमी अपने शर्ट की बटन बंद करते हुए बाहर आया "कप्तान आदित्य, मुझे लगता है हम शायद डेविल्स ट्रायंगल के पास पहुंच गए हैं" " पहुंच गए, इतनी जल्दी.. ये कैसे मुमकिन है... अब मुझे क्या देख रहा, चल सामने से हट..." कप्तान ने अपने शर्ट की जेब से नक्शा निकाला और उसे खोल कर सामने मौजूद विशाल समुंदर की तरफ देखने लगा... पर उसके नक्शे की हालत वैसे ही थी जैसे लु में उसके की विशाल समुंदर में उसके जहाज की