Novel Cover Image

दर्द का आलम

User Avatar

Kuchha

Comments

8

Views

2262

Ratings

8

Read Now

Description

मुंबई का सबसे बड़ा बिजनेस मेन उर्फ़ माफिया अबीर राजवंश जो मुंबई के साथ साथ और भी कई देशों पर राज करता है । जिसका मुकाबला करने की हिम्मत किसी में नहीं है ।अबीर एक क्रूएल इंसान है । जिसे किसी से फरक नही पढ़ता । तभी अचानक उसकी जिंदगी में एक मासूम सी लड़...

Total Chapters (8)

Page 1 of 1

  • 1. दर्द का आलम - Chapter 1

    Words: 1438

    Estimated Reading Time: 9 min

    Mumbai एक खाली बेसमेंट जहा एक लड़की बुरी हालत में कैद थी। ओर उसके हाथ रस्सी से बंधे हुए थे । वो अपने आपको छुड़ाने की कोशिश में लगी हुई थी । वही 4 लोग जो वहा उस लड़की पर नजर रख रहे थे । उनमें से एक बोला ज्यादा न छटपटा कोई फायदा नही है। यहां से नही निकल पाएगी । तभी दूसरा आदमी बोला भाई चल चाय पीने बाहर चलते है । अभी आ जायेंगे थोड़ी देर में। दूसरा आदमी बोला हां चल भाई । कहकर वो चारो वहा से निकाल गए । उस लड़की ने उनके जाते ही फिर से अपनी कोशिश शुरू कर दी । लगी मशक्कत के बाद आखिर वो लड़की रस्सी से अपने हाथ खुलने कामयाब हो गई । वो लंगड़ाते हुए वहा से खड़ी हुई और मोका देख कर बाहर की तरफ निकल गई ।"" वो लड़की लंगड़ाते हुए मुंबई के बाहरी इलाके में सुनसान सड़क पर भाग रही थी । उसके पैर में चोट लगी थी और उसकी पूरी बॉडी पर चोटों के निशान थे वो लगातार बिना रुके बस भागने में लगी हुई थी । उसने इस वक्त ankle length gown पहना हुआ था जो साइड से थोड़ा फटा हुआ था । " वो भागते भागते अचानक एक पेड़ के पीछे छुप गई । वो हांफ रही थी और बहुत जोर जोर से गहरी सांस ले रही थी । उसकी आंखो में आंसू थे और उसकी नीली आंखे बहुत लाल थी  उसके होंठ फटे हुए थे और सुख चुके थे उसके चेहरे पर थकान साफ दिख रही थी ।  कुछ पल रुकने के बाद उसने फिर से भागना शुरू कर दिया । भागते भागते वो कब जंगल ने enter हो गई उसे पता ही नही चला। थोड़ी देर बाद उसने अपने कदम रोक और एक नजर चारो तरफ घुमाई उसने देखा की वो जंगल में आ गई है फिर उसने सामने देखा और सामने देखा सामने एक नदी थी  । नदी को देखते ही उस लड़की की आंखों में चमक आ गई थी और उसने मुंह से धीरे से निकला " प प पानी " और वो तेजी से नदी की तरफ बढ़ गई । नदी के पास पहुंचने के बाद और धीरे से नीचे बैठी और उसने अपने हाथ पानी में डाल दिए और अपने हाथो से पानी पीने लगी । उसने थोड़ा सा ही पानी पिया था की वो वही नदी के किनारे  अचानक से बेहोश हो गई ।  out of Mumbai (पुरानी फैक्ट्री) एक बड़ी सी  फैक्ट्री जो जल कर धुआं धुआं हो रही थी " उसके आसपास के कुछ लोग इस फैक्ट्री में लगी आग को बुझाने में लगे हुए थे " लेकिन आग को उन धधकती लपटों पर कोई असर नहीं हो रहा था । आग बढ़ती ही जा रही रही थी " । वही उस फैक्ट्री से कुछ दूरी पर एक कार खड़ी थी " और उसके बोनट पर अबीर लेटा हुआ था और सिगरेट के काश लेते हुए ये नजारा देख रहा था !  अबीर उन आग की लपटों को देखते हुए खुद से बोला " बिलकुल इन्ही आग की लपटों की तरह है " अबीर राजवंश का गुस्सा" ,, मुझे नंबर वन पर रहने की आदत है " और कोई मुझे सेकंड करने की कोशिश करेगा तो उसकी बर्बादी बिलकुल इसी तरह होगी । अबीर के गुस्से की लपट उसे इस कदर लपेटेगी  की सामने वाला उसमे उलझ कर रह जायेगा पर बच नही पाएगा । कहते हुए अबीर के फेस पर एक इविल इस्माईल आ गई थी । वो बोनट से उतरा और गाड़ी में बैठ कर वहा से निकल गया। अबीर राजवंश। उमर 25 साल, 6.2 हाइट, गेहुंआ रंग, मस्कुलर बॉडी, बेहद हैंडसम, रॉयल एटीट्यूड वाला सख्त मिज़ाज लड़का। अबीर दिखने में जितना हैंडसम था, उतना ही गुस्सैल मिज़ाज भी था। एक दम बेरहम टाइप का था। लेकिन मुंबई से लेकर कई देशो में वो टॉप बिजनेसमैन था। अलग-अलग देशों में उसके बिजनेस की ब्रांच थी। अबीर राजवंश एक जानी मानी हस्ती थी। जिसके साथ हर कोई बिजनेस करना चाहता था। लेकिन इन सब से अलग एसा कोई गलत काम नही था, जो अबीर ने ना किया हो। हर तरह के गैरकानूनी कामों में उसका एक अहम रोल था।  पर ये बात ज्यादा तर किसी को पता नही थी। बस कुछ खास लोगो को ही पता थी । अबीर राजवंश गुनाहों का बादशाह था ।  अबीर राजवंश के क्रुएल बनने के पीछे उसका गुजरा हुआ कल था । एक भयानक अतीत जिसने अबीर से उसका सब छीन कर उसे अकेला कर दिया था। ओर वही कुछ पुरानी यादें जो उसे हर पल बैचेन रखती थी। या ये कहो की दिन ब दिन अबीर राजवंश को और ज्यादा खतरनाक बना रही थी ।  ( राजवंश इंडस्ट्रीज ) अबीर अपनी कंपनी पहुंचा और सीधे टॉप फ्लोर पर बने अपने केबिन में गया ।" अबीर अपनी चेयर पर बैठा और अपनी नजरे अपने लैपटॉप पर गढ़ा ली। वो बहुत ही सीरियस होकर अपने लैपटॉप में कुछ देख रहा था तभी उसके केबिन का गेट किसी ने नॉक किया । अबीर लैपटॉप से अपनी नजरे हटाए बिना ही बोला " कमिंग "  अबीर के इतना कहते ही केबिन का गेट खुला और 3 लोगो की तेज़ आवाज़ पुरे कैबिन में गूंज गई " happy birthday too you " happy birthday too you "  कहते हुए एक लड़के ने एक केक अबीर की टेबल पर रख दिया ।। अबीर उन तीनो को बस चुपचाप देख रहा था " " उसके सामने उसके कॉलेज के दोस्त  आदिल " हर्ष " और प्रिया खड़े थे !   अबीर उन तीनो को एक तक देख रहा था और फिर अचानक से अपनी चेयर से खड़ा हुआ और ग्लास विंडो के सामने जाकर खड़ा हो गया और सामने देखते हुए बोला " तुम लोगो को पता है ना में अपना बर्थ डे नही मनाता! फिर ये सब क्यू करते हो तुम लोग !  तभी आदिल झट से आगे बड़ा और अबीर के सामने जाकर खड़ा हो गया और बोला " भाई तुझे क्या लगता है तू माना करेगा और हम मान जायेंगे । तभी प्रिय बीच में ही बोली " अबीर तुम्हे आज तो पार्टी देनी ही पड़ेगी और इस बार हम कोई बहाना नही सुनने वाले ! कहते हुए प्रिया हस दी!   हर्ष बोला " so dude" बताओ आज कौनसे क्लब ले जा रहे हो ! बड़ा मजा आने वाला है आज तो कहते हुए हर्ष में अपना एक हाथ ऊपर किया और प्रिया के हाथ से ताली बजा दी ।   अबीर अपने अपनी पीठ ग्लास विंडो की तरफ की ओर प्रिया और हर्ष को देखते हुए बोला " मुझे ये सब पसंद नही है " तुम लोगो को पार्टी करनी है तो कार्लो बिल में पे करूंगा । बट मुझे ये सब पसंद नही है ।  तभी आदिल बोला " सो तू आज भी वही जाने वाला है ।  अबीर बोला " हां " क्युकी वही मेरा सुकून है ।और हर बार की तरफ आज भी में वही जाऊंगा ।  हर्ष बोला " ठीक है दोस्त " अगर तुम वहा जाने वाले हो तो इस बार हम भी तुम्हारे साथ चलेंगे एंड वही एंजॉय करेंगे । Yoooooo "  अबीर कुछ बोल पाता इससे पहले ही आदिल बोला " तू हमे बिलकुल माना नही कर सकता क्युकी अगर तुमने मना किया भी ना तो भी हम लोग नही मानने वाले  । कहते हुए आदिल हर्ष और प्रिया तीनों एक साथ हस दिए ।  पर अबीर के फेस पर ना कोई स्माइल थी ना कोई खुशी " वो बस शांत था । और ये बात आदिल बखूबी जानता था ।  आदिल और अबीर दोनो काफी क्लोज थे । एक आदिल ही था जिसे अबीर अपना मानता था । जो बिना कहे अबीर का हाल उसके चेहरे से जान लेता था ।  आदिल बोला " चल ब्रो अब तुम अपना काम करो हम बाहर वैट कर रहे है । इतना कहकर आदिल प्रिया और हाथ तीनों kabin से बाहर निकल गए ।  उनके जाते ही अबीर का फेस एक दम सीरियस हो गया और वो वापस ग्लास विंडो से बाहर देखने लगा । उसके दिमाग में कुछ यादें घूम रही थी । जिसमे एक लड़की थी जो चिल्ला चिल्ला कर कह रही थी । अबीर बचाओ अबीर  " अबीर बचाओ अबीर "  जेसे जेसे यादें बढ़ती जा रही थी वैसे वैसे ही अबीर पसीने से भीग रहा था। तभी अचानक उसका फोन बजा और वो उन यादो से बाहर आया ।  अबीर ने अपने आप को शांत किया और अपने फोन को रिसीव किया।  अबीर शांति से कॉल पर किसी की बाते सुन रहा था । अबीर ने बिना कुछ बोले कॉल कट किया और एक मैसेज टाईप किया । ओर वापस से ग्लास वॉल से बाहर देखने लगा । ओर फिर उन्हीं यादों में खो गया । " ""

  • 2. दर्द का आलम - Chapter 2

    Words: 1275

    Estimated Reading Time: 8 min

    अबीर अपने ऑफिस से बाहर आया । जहां हर्ष प्रिया और आदिल पहले से ही कार के पास उसका वैट कर रहे थे ।  अबीर के आते ही सभी गाड़ी में बैठे और वहा से निकाल गाये ।  इस वक्त अबीर कार ड्राइव कर रहा था उसका ध्यान एक तक सामने था ।। वही पैसेंजर सीट पर आदिल बैठा हुआ था जो कभी सामने देखता तो कभी अबीर के चेहरे को । वो अबीर के चेहरे के भाव समझ रहा था । आदिल अच्छी तरफ से वाकिफ था की उसका दोस्त अपने अतीत की यादों से जूझ रहा है। "  शहर की भीड़ भाड़ से दूर जंगल में अबीर ने एक कॉटेज बनवा रखा था ।वो हमेशा अपने birthday पर उसी कॉटेज पर जाता था। उस cottage se थोड़ा आगे एक नदी थी । अबीर को जब भी कोई स्ट्रेस होता यार वो बोर हो रहा होता है तब वो यही आता था । यहां उसे सुकून मिलता था। सभी कॉटेज पहुंच चुके थे । कॉटेज पहुंचकर कर अबीर बार एरिया की तरफ बढ़ गया। उसने अपने लिए ड्रिंक बनाई और बालकनी की तरफ जाते हुए बोला," guys तुम यहां पार्टी कर सकते हो लेकिन  ज्यादा ड्रिंक कोई नही करेगा हमे यहां से सिटी भी जाना है । " बोलकर वो बाल्कनी में चला गया । आदिल हर्ष से बोला," तुम सबके लिए ड्रिंक लेकर आओ में म्यूजिक on  करता हू।" हर्ष हा में सिर हिलाते हुए बार की तरफ बढ़ गया ।थोड़ी देर बाद हर्ष सबके लिए ड्रिंक लेकर आया तब तक आदिल ने भी म्यूजिक ऑन कर दिया था ।सभी लोग अपनी ड्रिंक एन्जॉय करते हुए डांस कर रहे थे । करीब आधे घंटे बाद सब लोग थक चुके थे  और थक कर सोफे पर बैठ गए थे हर्ष ने म्यूजिक भी बंद कर दिया था। अबीर अंदर आया और बोला so the party is over । कहकर अबीर भी वही काउच पर बैठ गया । तभी प्रिया का फोन बजा प्रिया ने कॉल रिसीव ही किया था की कॉल cut गया।प्रिया बोली यार एक तो यह नेटवर्क प्रोब्लम बहुत है।  हर्ष बोला नेटवर्क तो वीक होंगे ही जंगल जो है । हर्ष की बात सुनकर प्रिया उठकर बाहर की तरफ जाने लगी जाते हुए प्रिया बोल रही थी की डैड ने call किया था देखती हु अगर नेटवर्क आ जाए तो बात हो जाए कही ।प्रिया के हाथ में mobile था और उसने अपना हाथ उपर की तरफ कर रखा था ।  नेटवर्क ढूंढते ढूंढते प्रिया कॉटेज से थोड़ा आगे नदी की तरफ आ गई थी । तभी अचानक प्रिया जोर से चिल्लाई ।" प्रिया के चिल्लाने की आवाज सुनकर सभी लोग कॉटेज से बाहर आ गए ।  और उन्होंने हैरानी से प्रिया को देखा जो बहुत डरी हुई थी और कांप रही थी। अबीर जल्दी से प्रिया के पास गया और बोला" what happened priya ?  क्या हुआ तुम चिल्लाई क्यू ? हर्ष प्रिया के कंधे पर हाथ रख कर बोला " तुम इतनी डरी हुई क्यू हो क्या हुआ है प्रिया ?  प्रिया ने डरते हुए अपने एक हाथ से एक तरफ इशारा किया और कांपती हुई आवाज में बोली" that girl.... प्रिया के इतना करते ही सब ने उसके इशारे को फॉलो किया ।वहा नदी के पास एक लड़की बेहोश पड़ी हुए थी उसकी हालत बहुत खराब थी। उस लड़की को देख कर सबकी आंखे हैरानी से बड़ी हो गई थी । सबलोग उस लड़की के पास गए और उसे देखने लगे .....  उस लड़की का चेहरे पर उसके बाल आ रहे थे इस वजह से उसका चेहरा कवर हो रहा था जो दिखाई नही दे रहा था। अबीर बोला" कोन है ये लड़की और इसकी इसी हालत किसने की हैं  और ये यहां इस तरह से .... कैसे ? इतना कहते उसे अबीर आगे बढ़ा और घुटनों के बल उस लड़की के पास बैठ गया और उसके चेहरे पर आए बालो को हटाया । अबीर ने जेसे उसका चेहरा देखा अबीर अपनी जगह पर फ्रीज हो गया। उसे अपनी आंखो पर यकीन नही हो रहा था । तभी आदिल बोला " आयना " ये आयना है । ये यहां ऐसे कैसे पर ?  तभी अबीर बोला "आयना " इतना कहकर अबीर ने उस लड़की को अपने सीने से लगा लिया । ओर खुद से बड़बड़ाने लगा " तुम्हारी इसी हालत आयना " पता नही मेरी आंखो को यकीन नही हो रहा की तुम मेरे सामने हो ।  हर्ष बोला" यार इन सब सवालों के जवाब तो बस यही लड़की दे सकती है  I think हमे इस हॉस्पिटल लेकर चलना चाहिए इसकी हालत बहुत खराब है  कितनी चोट लगी है इसे  ।.... अबीर बोला " तुम ठीक कह रहे हो..it needs treatment . इतना कहकर अबीर ने आयना को गोद में उठा लिया, और कार की तरफ बढ़ गया । सभी लोग कार के पास आ चुके थे । अबीर उस लड़की को गोद में लिए ही पीछे बैठ गया । ओर आदिल को  कार ड्राइव करने के लिए बोला। हर्ष भी पैसेंजर सीट पर बैठ गया । प्रिया अभी भी बहुत डरी हुई थी और वो अबीर के साथ पीछे बैठ गई। आदिल ने गाड़ी स्टार्ट की ओर जल्दी से वहा से शहर के लिए निकल गए । करीब एक घंटे बाद वो लोग सिटी में एंटर हुए । और थोड़ी ही देर बाद वो लोग हॉस्पिटल पहुंच गए थे। हॉस्पिटल पहुंचने के बाद " अबीर उस लड़की को गोद में लिए हुए ही हॉस्पिटल में एंटर हो गया । अबीर राजवंश की गोद में किसी लड़की को देख कर सभी लोग हैरानी से उसे देख रहे थे।" अब तक डॉक्टर्स की भी लाइन लग चुकी थी " एक नर्स जल्दी से एक स्ट्रेचर लेकर आई " अबीर ने उस लड़की को स्ट्रेचर पर लिटाया और डॉक्टर्स को इशारा किया । डॉक्टर्स जल्दी से उस लड़की को वहा से ले गए और उसका treatment start कर दिया। अब तक आदिल प्रिया और हर्ष भी वहा पहुंच चुके थे । अबीर बोला " i think प्रिया तुम्हे घर जाना चाहिए । तुम्हे रेस्ट करने की जरूरत है। तभी हर्ष बोला अबीर ठीक कह रहा है प्रिया सच में तुम्हे आराम की जरूरत है । तुम बहुत डर गई थी ।  आदिल बोला हर्ष तुम प्रिया को लेकर घर जाओ में और अबीर यही रुकते है । आदिल की बात सुनकर हर्ष ने हां में सिर हिलाया और प्रिया को लेकर वहा से निकाल गया ।  तभी अचानक अबीर ने वॉल पर एक जोर से पंच मारा । अब अबीर का गुस्सा बाहर आ रहा था जो उसने इतनी देर से दबाया हुआ था । अबीर को ऐसा करता देख आदिल ने उसे रोका और बोला भाई ये क्या कर रहा है । आयना ठीक हो जाएगी । अगर तू जानता है ना वो कभी तुझे दर्द में नही देख सकती फिर तुझे इस देखेगी तो उसे बहुत हार्ट होगा ।  अबीर बोला " मुझे बस आयना की ऐसी हालत के  वजह जननी है । "कितना ढूंढा उसे वो कही नही मिली । ओर आज अचानक इस इस हाल में वो .. वो में उसे ऐसे नही देख पा रहा हु।  आदिल बोला " अबीर शांत हो जाओ । में समझता हू तुम्हारी हालत तुम्हारा दर्द । पर अब वो मिल गई है ना।  तो सारे सवालों के जवाब मिल जायेंगे । Tu बस शांति से बैठ । कहकर आदिल ने अबीर को पास की बेंच पर बिठा दिया । ओर उसे शांत करने लगा । "लौट कर आ रहा है कोई पुराना भयावह  अतीत , जो शायद बदल दे सबके जिंदगी , या छीन ले किसी से किसी को जिंदगी "  " " खुलेगा कोई राज जो करेगा एक नई जंग का आगाज  उठेगी कुछ लोगो की आवाज , या बंद हो जाएगी किसी को आवाज " " 👉........♥️.........👈

  • 3. दर्द का आलम - Chapter 3

    Words: 1218

    Estimated Reading Time: 8 min

    रीडर्स आप सभी एप्प अपडेट करे तब जाकर मुझे व्यू मिलेंगे अबीर और आदिल दोनों ही बेसब्री से  डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे ।  तभी कुछ ही देर में डॉक्टर वहा आए ।  अबीर बोला " डॉक्टर  " how is she now "  क्या वो ठीक है अब ?  डॉक्टर ने एक गहरी सांस ली ! " डॉक्टर अबीर को देखते हुए बोले " वो अब खतरे से  बाहर है"....सुबह तक  उसे होश आ जायेगा फिर आप उनसे मिल सकते है। ..पर उसकी ये हालत हुए केसे ? I mean उसे बहुत टॉर्चर किया गया.."उसकी body par बहुत सारे जलने के निशान है.."someone has burnt it with a cigarette. और खाना पीना भी उसे बिलकुल ना के बराबर दिया गया हैं." सिर्फ इतना की वो जिंदा रह सकें । बहुत बुरी तरीके से उसे मरा पीटा गया है..उसके हाथो और पैरो पर जो ज़ख्म हे उसे देख कर साफ़ पता चल रहा हे की उसे बांध कर रखा गया है "वेल उसे होश आने के बाद आप उनसे मिल सकते है इतना कहकर डॉक्टर वहा से चला जाता है। डाक्टर की बात सुनकर अबीर और आदिल दोनों shockd थे ..उन्हें समझ नही आ रहा था की आयना के साथ ऐसा करने की हिम्मत किसने की है  वही दूसरी तरफ.. एक बेसमेंट में एक आदमी खडा था  वहा बिलकुल अंधेरा था बस एक yellow light जल रही थी और उसकी आंखें गुस्से में लाल थी ..वही उसके सामने करीब 8/10 आदमी खड़े थे और वो उन्हें गुस्से से घूर रहा tha.."wo आदमी चिल्लाते हुए बोला" .. इतनी बड़ी गलती केसे हों सकती है तुम लोगो से ? एक मामूली सी लडकी को संभाल नहीं पाए तुम सब मिलके। ..मुझे वो लड़की चाहिए हर हाल में हर कीमत पर चाहिए और अगर ऐसा नहीं हुआ".. तो में तुम सबको बहुत बुरी मौत दूंगा .. इतना कहकर उसने एक आदमी को शूट कर दिया  ..." जिसे देख कर बाकी सब डर से कांपने लगे थे.उनको डरा हुआ देख कर उस आदमी के फेस पर भयानक इस्माइल आ गई थी।.. वही एक औरत की आवाज आई ,"इतना गुस्सा करने की जरूरत नहीं हैं "रंजीत".. आखिर वो जायेगी कहा आज नही तो कल हम उसे ढूंढ ही लेंगे। रंजीत बोला.. ऑफ कोर्स  "माया"... और उसके बाद उसे उसके भागने की बहुत ही दर्दनाक सज़ा मिलेगी..। इतना कहकर उन दोनों के face पर इस्माइल आ गईं जो बहुत डरावनी थी ... तभी अचानक से रंजित का फोन बजा "उसने कॉल उठाया और बोला "yes आशीष any information ? दूसरी तरफ से आशीष बोला" बॉस वो लडकी हॉस्पिटल में है , और ख़ास बात ये हैं की उसे इस शहर के सबसे बड़े बिजनेस मेन अबीर राजवंश ने एडमिट करवाया है .. इतना सुनकर रंजित ने कॉल कट कर दिया। कॉल काटने के बाद रंजित बोला " अबीर राजवंश " है उस लड़की के साथ " वो इतनी आसानी से मौका नहीं देगा । किसी को उस लड़की तक पहुंचने का । वो खुद वहा है । मतलब सोच समझ कर कुछ करना पड़ेगा । हर बार हम उसकी नजरो में धूल नही झोंक सकते । इंसान एक बार चुकता है बार बार नही ।  तभी माया बोली " बहुत खतरनाक खिलाड़ी है " अबीर राजवंश " एक चिंगारी है जिसे कोई छू ले तो वो उसे पूरा जला देता है । उससे मुकाबला करना इतना आसान नहीं है । रंजित बोला " में भी रंजित हूं। उस लड़की को वापस पा कर रहूंगा  । मेरा जुनून है वो । उसे में कभी जाने नही दूंगा । कहते हुए रंजित के फेस पर एक एविल स्माइल आ गई थी। हॉस्पिटल .... अबीर वही बेंच पर बैठा हुआ था उसने अपना सिर वॉल से टिकाया हुआ था " ओर आंखे बंद कर कुछ यादों में डूबा हुआ था ।उसे कुछ याद आ रहा था "इस वक्त उसके जहन में कुछ धुंधली यादें घूम रही थी।  एक 6 साल का बच्चा जो बड़े नटखट लहजे में सोफे पर बैठा हुआ चारो तरफ अपनी नजरे घुमा रहा था तभी उसकी नज़र एक जगह जाकर रुक गई । एक औरत जो उसके पास उसकी साइड में सोफे  बैठी हुई थी और गुस्से में उसे घूर रही थी । अबीर बोला मां आप मुझे इस क्यू घूर रही हो ?  सेजल थोड़े सख्त लहजे में बोली " अबीर बहुत परेशान कर लिया अब मुझे " चलो अब चुपचाप खाना खाओ । वरना में तुमसे रूठ जाऊंगी ।कहते हुए सेजल ने मुंह बना कर दूसरी तरफ चेहरा घुमा लिया । तभी किसी के जोर से हसने की आवाज आई " उस हसीं को सुनकर सेजल और अबीर दोनो ही हैरानी से सामने देखने लगे ! उनके सामने एक आदमी हाथ में  पिज्जा बॉक्स लेकर खड़ा था । ओर हंसे जा रहा था । तभी अबीर जोर से बोला डैड "  आप मेरे लिए पिज्जा ले आए ? कहते हुए अबीर अपनी जगह से उठा ओर तेज कदमों से चलकर अपने डैड को हग कर लिया।   तभी सेजल अपनी जगह से खड़ी हुई और बोली " मदन तुम बिगाड़ रहे हो अबीर को । मदन बोला " स्वीट हार्ट " में कहा बिगाड़ रहा हु में तो अपने बेटे को प्यार कर रहा हु। कहते हुए मदन ने अबीर के माथे पर किस कर लिया।  अबीर ने झट से वो पिज्जा बॉक्स लिया और जल्दी से सोफे पर बैठ कर पिज्जा निकल कर खाने लगा । अबीर को पिज्जा खाते हुए देख मदन और सेजल हल्का हल्का मुस्कुरा रहे थे ।  सेजल बोली " कितना नटखट है " और तुम मदन उसे खाना खिलाने की जगह बाहर का पिज्जा खिला रहे हो । बाहर का खाना अच्छा नही होता है । मदन बोला " darling" कभी कभी ही तो खाता है वो ! वरना रोज तो तुम्हारे हाथ का खाना ही खाता है । कहते हुए मदन ने सेजल का सर चूम लिया ।  सेजल बोली " चलो अब तुम फ्रेश हो आओ में तुम्हारे लिए खाना लगाती हु । सेजल की बात सुन मदन ने हां में सिर हिलाया और अपने रूम की तरफ बढ़ गया ।  मदन थोड़ी देर बाद वापस आया और डाइनिंग एरिया की तरफ बढ़ गया ।। जहां सेजल उसका वैट कर रही थी।  दोनो ने थोड़ी देर में अपना खाना खतम किया। मदन बोला  " में एक कॉल करके आता हूं! "इतना बोल कर मदन बाहर गार्डन एरिया की तरफ चला गया । वहा जाकर उसने किसी को कॉल किया "और ऑन कॉल बोला " हां हां सब परफेक्ट है उसे मुझ पर कोई शक नही है  " हम कल ही उसका खेल खत्म कर देंगे । मुझे बस तुम्हारा साथ चाहिए हमेशा बाकी और कोई नही चाहिए   । बस तुम आज रात को 12 बजे मेरे घर पहुंच जाना । बाकी सब में देख लूंगा" इतना कहकर मदन ने कॉल कट किया और फिर बिना आस पास देखे ही वापस अंदर चला गया ।  वही अबीर ने मदन की बाते सुन ली थी और वो शॉक्ड था उसे समझ नही आ रहा था की आखिर उसके डैड किस बारे में बात कर रहे थे और किससे कर रहे थे । अबीर थोड़ा सहम सा गया था । वो भाग कर सीधे अपने रूम में गया और खुद को ब्लैंकेट से कवर करके सो गया। हालंकि उसे नींद नही आ रही थी वही सब बाते उसके दिमाग में चल रही थी। " " की आखिर क्या होगा 12 बजे आज रात  ? " " " 

  • 4. दर्द का आलम - Chapter 4

    Words: 1181

    Estimated Reading Time: 8 min

    रीडर्स आप सभी एप्प अपडेट करे तब जाकर मुझे व्यू मिलेंगे अब आगे " अबीर डरा सहमा अपने बिस्तर पर था तभी सेजल उसके रूम में आई  तो उसने अबीर को ऐसे सोता देखा तो वो हैरान हो गई " की आज शैतान अबीर इतनी शांति से क्यू सो गया । उसने ब्लैंकेट हटा कर अबीर को देखा " अबीर की आंखे बंद थी। अबीर का मासूम सा चेहरा देख सेजल के फेस पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई।  सेजल ने उसके सिर पर हाथ फेरा और खुद से बोली " शायद थक कर सो गया है ।" सेजल ने रूम की लाइट्स ऑफ की और रूम से बाहर निकाल गई । सेजल जेसे ही अपने रूम में आई मदन उसे कही नही दिखा ।"" सेजल खुद से बोली "ये भी न आधी आधी रातों तक इन्हें कॉल करना होता है कहते हुए सेजल ने अपना सिर हिला दिया।और बेड पर जाकर लेट गई । 12 बज गए थे ।अबीर अपने कमरे से बाहर आया और इधर उधर अपनी सहमी नजरो से देखता हुआ आगे बढ़ रहा था ! तभी उसकी नजर मदन पर गई जो जल्दबाजी में आगे बढ़ते हुए अपने रूम की तरफ जा रहा था ।।उसे देखते ही अबीर एक पिलर के पीछे छिप गया " मदन के साथ एक और शख्स था जिसने फुल लेंथ ब्लैक कॉट पहना हुआ था फेस पर भी मास्क था " उस शख्स को देख कर अबीर की आंखे हैरानी से बड़ी हो गई थी। मदन और वो शख्स सीधे सेजल के कमरे में गए और जातें ही मदन से सेजल को सोता हुआ देखा । मदन आगे बड़ा और पिलो उठाकर सेजल के मुंह पर रख दिया  "" जेसे ही सेजल को अपने फेस पर कुछ महसूस हुआ एकदम से उसकी आंख खुल गई उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी  वही अबीर छुप कर ये सब देख रहा था उसके चेहरे पर इस वक्त कोई भाव नही थे ना ही उसके सामने जो हो रहा है इस पर इसे यकीन हो पा रहा था। सेजल सांस ना आने की वजह से छटपटा रही थी तभी अचानक उसने मदन को एक जोर की लात मारी जिससे मदन दूर जाकर गिरा । मदन के गिरते ही सेजल झट से उठ खड़ी हुई और लंबी गहरी सांसे ले रही थी उसने झट से दरवाजे की तरफ भागना चाहा पर इतने में ही उस शख्स में पीछे से सेजल को चाकू मार दिया वो चाकू उसे इसके बाजू पर लगा  जिससे सेजल की एक जोर की दर्दनाक चीख पूरे घर में गूंज गई और वो लड़खड़ा गई ।मदन अपनी जगह से उठा ओर उसने उस शख्स के हाथ से चाकू छीन लिया और बोला रुक जाओ अभी ये क्यू किया तुमही पता है ना अभी हमे इससे प्रॉपर्टी अपने नेम करना करना है।"" ये सुनकर  वो नकाबपोश शख्स रुक गया। ओर उसने मदन को एक इशारा किया जिसे समझ कर मदन आगे बड़ा और उसने कस कर सेजल के बाल पीछे से पकड़ लिए जिससे सेजल चीखी  और अपनी दर्द भरी आवाज में बोली " क्या कर रहे मदन क्यू ऐसा कर रहे हो ?  मदन बोला " मुझे तुझमें कोई दिलचस्पी नहीं है ! ना ही मुझे तुझे प्यार है में अब तक तुम्हारे साथ सिर्फ तुम्हारी प्रॉपर्टी के लिए था ! अबीर चुपचाप ये सब देख रहा था उसकी उसे इस वक्त कुछ महसूस नही हो रहा था।  सेजल बोली " जानती हु तुझे मुझसे कोई प्यार नही है। शुरू से सब जानती हु " " पर फिर भी में ये रिश्ता निभा रही थीं सिर्फ अपने बेटे के लिए ताकि उसे मां बाप दोनो का प्यार मिल सके । उसे उसकी कॉम्पलेट फैमिली मिले पर मुझे तुम पर भरोसा नहीं था । इसलिए मैने पहले ही अपनी सारी प्रॉपर्टी अबीर के नाम कर दी थी " अब जब तो वो 21 का नही हो जाता कोई उससे प्रॉपर्टी अपने नाम नही करा सकता ।  ये बात सुनकर मदन और उस नकाब पोश शक्श की आंखे गुस्से से लाल हो गई । तभी मदन ने सेजल को खींच कर एक थप्पड़ जड़ दिया जिससे सेजल धड़ाम से फर्श पर जा गिरी । " फिर मदन सेजल के चेहरे के पास आकर घुटनो के बल बैठा और और जोर से कस कर सेजल के जबड़े को पकड़ लिया और दांत पीसते हुए बोला " बहुत चालक हो!  कोई बात नही अगर प्रॉपर्टी मेरे नाम नही हुई तो  । पर तुम्हे जीने का हक नहीं है अब  क्या करोगी जीकर कहते हुए मदन अपनी जगह से खड़ा हुआ और उस नकाब पोश शक्श को एक इशारा किया । इशारा समझ ते ही us shaksh ने एक झटके से खंजर सेजल के पेट में घुसा दिया जिससे पूरे मेंशन में सेजल की दर्द भरी छींक गूंज गई । अबीर अपनी मां को अपनी आंखो से सामने मारता हुआ देख रहा था वो एक दम चुप था  उसकी आंखो के सामने उसका ही बाप उसकी मां को किसी अनजान शख्स के साथ मिलकर मार रहा था ! " " तभी अबीर की नजर किसी चीज पर पड़ी और उसकी आंखे हैरानी से बड़ी हो गई थी।  सेजल जो अधमरी हालत में नीचे पड़ी हुई थी अपनी अटकती हुई आवाज में बोली " अबीर तुम दोनो को कभी छोड़ेगा नही " वो अपनी मोम का बदला तुम दोनो से जरूर लेगा ।सेजल अभी बोल ही रही थी की मदन ने एक दम से उसके ऊपर एक रोड से वार कर दिया  जिससे सेजल की सांसे थम सी गई थी " मदन बोला " मार जायेगी तड़प तड़प कर चलो में तुम्हे बाहर तक छोड़ देता हु " मदन की बात सुन वो शख्स  रूम से बाहर को और आया " साथ ही मदन भी बाहर निकल गया रूम से " उन दोनों के बाहर जाते ही अबीर  धीरे धीरे अपने नन्हे कदमों से सेजल के पास आया " सेजल अपनी अधखुली आंखों से उसे देख रही थी " !" उसकी आंखों से लगातार आंसु बह रहे थे " अबीर सेजल के पास बैठा और अपनी मां को गौर से देखने लगा " सेजल ने थोड़ी सी बोलने की हिम्मत की " वो बोली " अबीर मेरे बच्चे " मदन और उस शख्स को छोड़ना मत " अपनी मां का बदला जरूर लेना बेटे ! मदन ने मुझे धोखा दिया है " मेरे साथ शादी पैसे के लिए की ओर उसका अफेयर उसकी पर्सनल असिस्टेंट माया के साथ चल रहा है माया के लिए मुझे धोखा दिया बेटा  !  अबीर चुपचाप सेजल की बाते सुन रहा था l सेजल बोली अबीर बेटा में नही होंगी तुम्हारे साथ अब इसलिए तुम खुद को एक पावरफुल मेन बनाना खुद को एसा बनाना की कोई तुम्हारे सामने टिक न पाए बेटा ये दुनिया बहुत बुरी हैं अच्छे लोगो को चैन से जीने नही देती सेजल बोल ही रही थी की अचानक से उसकी सांसे रुक गई और उसकी आंखे बन्द हो गई । सेजल अपना दम तोड चुकी थी । अबीर ने जब ये महसूस किया की उसकी मां नही रही तो उसकी आंख से एक कतरा आंसु का बाह गया ओर इसी के साथ वो होश में आ गया और उसके मुंह से निकला मां ! " "

  • 5. दर्द का आलम - Chapter 5

    Words: 1083

    Estimated Reading Time: 7 min

    फ्लैश बैक एंड  अबीर अपनी पुरानी यादों से बाहर आया और उसने खुद को हॉस्पिटल में पाया " अबीर ने इधर उधर देखा ओर एक गहरी सांस ली ! इस वक्त उसके माथे पर पसीना था "  अबीर को इस देख आदिल बोला chill ब्रो tu फिर अपने अतीत में खो गया " !  अबीर अपने माथे का पसीना साफ करते हुए बोला " अतीत कभी किसी का पीछा नही छोड़ता इंसान के मरने के बाद भी उसका अतीत जिंदा रहता है। "   आदिल बोला " ब्रो सुबह होने वाली है " के कॉफी लेकर आता हूं" कहकर आदिल वहां से उठ कर चला गया ! " " अबीर अपनी जगह से उठा ओर आयना के वार्ड का गेट खोला और धीमे कदमों से आयना के पास जाकर बैठ गया " वो आयना को बड़े गौर से देख रहा था " अबीर ने आयना का है अपने हाथो में लिया और चूम कर अपने गालों से लगा लिया " आयना की आंखे बंद थी" उसे होश नही आया था " अबीर आयना को देख ते हुए बोला" जिसने भी तुम्हारा ये हाल किया है ना में उसे मौत से भी बद्तर सजा दूंगा आयना ! Asi मौत दूंगा की उसकी सात पुश्ते भी कांप उठेंगी । बस एक बार तुम ठीक हो जाओ होश में आ जाओ में वादा करता हु में अब कभी तुम्हे खुद से दूर नही होने दुंगा " i promise ! अबीर आयना के पास ही बैठा हुआ था " तभी आदिल वहा कॉफी लेकर आया और अबीर को आयना के साथ ऐसे बैठा हुआ देख उसके फेस पर हल्की प्यारी स्माइल आ गई । आदिल बोला अबीर कॉफी पी लो " और आयना को रेस्ट करने दो ! अबीर ने धीरे से आयना का हाथ छोड़ा ओर आयना के सिर पर हल्की सी किस करके वार्ड से बाहर आ गया । अबीर और आदिल दोनों ही वार्ड के बाहर बेंच पर बैठे काफ़ी पी रहे थे।    सुबह हो गई थी डॉक्टर आयना का चैक अप करने आए "  पूरा चैक अप करने के बाद डॉक्टर अबीर से बोले अब ये ठीक है अब इन्हें कभी भी होश आ जाएगा । " " कहकर डॉक्टर दूसरे वार्ड मे चला गया!  आदिल अबीर से बोला " अबीर i think हमे हॉस्पिटल की सिक्योर्टी हाई कर देनी चाहिए coz आयना के साथ जिसने भी ये सब किया है वो दुबारा भी उस पर अटैक कर सकते हैं।"" अबीर और आदिल ने हॉस्पिटल की सिक्योर्टी को बढ़ाने का फैसला किया। उन्होंने आयना के वार्ड के बाहर गार्ड तैनात किए और सीसीटीवी कैमरे लगवाए। अबीर आयना के साथ हर पल बिताने लगा, उसकी देखभाल करने लगा। आयना की आंखें धीरे-धीरे खुलीं। उसने अबीर को अपने पास बैठा देखा और मुस्कराई। अबीर की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। आयना ने अबीर का हाथ पकड़ लिया और कहा, । अबीर मुझे प्लीज अपने साथ ले चलो मुझे वहा वापस नही जाना है प्लीज अबीर ! मुझे तुमसे दूर नही होना है मुझे तुम्हारे साथ रहना है  "मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकती।" इस वक्त आयना बहुत डरी हुई थी । अबीर उसे सभलने की कोशिश कर रहा था। अबीर ने आयना को गले लगाया और कहा, "मैं तुम्हें कभी नहीं छोड़ूंगा।" ओर में तुम्हे कभी खुद से दूर नही होने दुंगा में तुम्हे लेकर कोई रिस्क नहीं ले सकता अब ! अब तुम मेरे साथ रहोगी हमेशा ! आदिल ने कहा, "अब हमें पता लगाना होगा कि आयना पर हमला किसने किया था।"  अबीर ने कहा, "मैं उसे ढूंढ निकालूंगा और उसे सजा दूंगा और मौत से भी बद्तर सजा दूंगा ।" आयना ने कहा, "मुझे उसका चेहरा याद है अबीर में पहचानती हु उसे वो मुझे पाना चाहता है मेने उसकी बाते नही मानी तो उसने मुझे टॉर्चर करना शुरू कर दिया कहते हुए आयना की आंखो में आंसू आ है थे " आयना बोली मुझे वहा नही जाना है अबीर वो बहुत टॉर्चर करते है । अबीर ने कहा, "तुम्हारी सुरक्षा मेरी जिम्मेदारी है। मैं उसे ढूंढ निकालूंगा और उसे सजा दूंगा।" ओर अब दुनिया की कोई भी ताकत तुम्हे मुझसे दूर नही कर सकती है ।  आदिल बोला " अबीर आयना को इस वक्त आराम की जरूरत है उसे आराम करने चाहिए न की अपने दिमाग पर ज्यादा जोर डालना है । टेंशन नही लेनी है अभी उसे ।सो आयना तुम आराम करो में डॉक्टर से पूछता हु की कब तक डिस्चार्ज करेंगे । " "  आयना ने धीरे से अपनी आंखें बंद कर लीं और अबीर के कंधे पर अपना सिर रख दिया। अबीर ने उसे गले लगाया और कहा, "मैं तुम्हारे साथ हूँ, में तुम्हे सेफ रखूंगा ।" तुम रिलैक्स हो जाओ। तभी डॉक्टर अंदर आया और आयना को देख कर बोला " आप ठीक है ?  आयना बोली " yas डॉक्टर में ठीक हु !  आदिल ने डॉक्टर से पूछा, "आयना को कब तक डिस्चार्ज करेंगे?" डॉक्टर ने कहा, "हम उसे एक-दो दिन में डिस्चार्ज कर देंगे। लेकिन उसे अभी आराम की जरूरत है, कोई टेंशन नहीं लेनी है।" अबीर ने कहा, "मैं आयना के साथ ही रहूंगा, मैं उसे कोई टेंशन नहीं आने दूंगा।" आदिल ने कहा, "ठीक है, मैं तुम दोनो के  लिए कुछ खाने को  लेकर आता हूँ।"कहकर आदिल वार्ड से बाहर चला गया । " डॉक्टर भी आयना को रेस्ट करने की बोल का बाहर निकाल गया वार्ड से ।  अब वार्ड में आयना और अबीर ही थे बस अबीर ने आयना को गले लगाया हुआ था ! ओर आयना ने भी अबीर को कस कर पकड़ा हुआ था । थोड़ी ही देर में आदिल  खाना लेकर आया और बोला चलो अब दोनो खाना खा लो ! अबीर ने आदिल से खाना लिया और आयना को खिलाने लगा  आयना ने थोड़ा सा खाया। ओर बोली अब बस मेरा हो गया मुझे और नही खाना है । कहते हुए आयना ने बच्चों जैसा मुंह बना लिया था । उसकी इस हरकत पर अबीर और आदिल के फेस पर हल्की सी स्माइल आ गई थी अबीर ने उसे पानी पिलाया और कहा, "तुम आराम करो, मैं तुम्हारे साथ हूँ।" "  अबीर की बात सुनकर आयना ने हा में सर हिला दिया !  आयना ने धीरे से अपनी आंखें बंद कर लीं और सो गई। अबीर ने उसे गले लगाया और कहा, " जब तक मैं तुम्हारे साथ हु तुम्हे किसी चीन को टेंशन लेने की जरूरत नही है में साथ हु तुम्हारे । तुम बेफिक्र रहो। इसके बाद, अबीर ने आदिल को आयना को दर्द देने वाले इंसान का पता करने को कहा और आयना के सर पर हाथ फेरने लगा । " "  🙂🙂🙂

  • 6. दर्द का आलम - Chapter 6

    Words: 1318

    Estimated Reading Time: 8 min

    ( 2 दिन बाद ) आयना को अबीर हॉस्पिटल से घर ले आया था " वो घर पर ही आयना की देखभाल करता था "  इस वक्त आयना अबीर के रूम में सो रही थी और अबीर इस वक्त स्टडी रूम में अपने लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था ! तभी वहा आदिल आया और अबीर के पास बैठ गया और बोला " अबीर आयना अब ठीक है " अब तुम्हे आयना से पूछना चाहिए की उसके साथ ये सब किसने किया ? ओर तू ने भी नही बताया आज तक की आयना और तुम अलग कैसे हुए " आयना तो तुम्हारे साथ थी ना ? फिर वो कैसे तुझे अलग हुई ? " " अबीर ने कहा, "2 साल पहले आयना और मैं एक पार्टी में गए थे। वहां हमारे बीच कुछ गलतफहमी हुई और हम अलग हो गए। लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह इतनी दूर चली जाएगी।" आदिल ने कहा, "तुमने कोशिश नहीं की उसे समझाने की?" अबीर ने कहा, "मैंने कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी।  ओर। पहले ही में उसे इतना दर्द दे चुका था इसलिए में उसे और ज्यादा हर्ट नही कर ना चाहता था  फिर मैंने सोचा कि शायद यही सही है। लेकिन अब मैं समझता हूँ कि मैंने गलती की।" आदिल ने कहा, "अब तुम्हें आयना से बात करनी चाहिए और सच जानना  चाहिए।" ओर तुम दोनो के बीच जो भी गलत फहमी है उसे दूर करो !  अबीर ने कहा, "हाँ, मैं जल्द ही आयना से बात करूंगा और सच तक पहुंच जाऊंगा उसके बाद वही होगा जो अबीर राजवंश चाहता है । कहते हुए अबीर के फेस पर कोई भाव नही थे । आदिल ने कहा, "और आयना के साथ हुए हमले के बारे में भी पूछना मत भूलना।" अबीर ने कहा, "बिल्कुल, मैं आयना से सब कुछ पूछूंगा और सच्चाई जानूंगा।" इसके बाद, आदिल चला गया और अबीर अपने लैपटॉप पर काम करने लगा। लेकिन उसके दिमाग में आयना और उनके बीच हुई गलतफहमी के बारे में सोचता रहा।  अबीर खुद से बोला " काश 2 साल पहले वो सब नही हुआ होता तो आयना मुझसे कभी दूर ही नही हुई होती । कहते हुए अबीर ने अपनी आंखे बंद की ओर कुछ पल बाद वहा से उठ कर सीधे अपने रूम में गया  ! रूम में जाते ही अबीर की नजर आयना पर पड़ी जो अभी भी गहरी नींद में सो रही थी ! अबीर आयना के पास गया और उसकी एक साइड में बेड पर बैठ गया और आयना को बड़े प्यार से देखने लगा। " " देखते ही देखते उसके जहन  में फिर से कुछ अतीत की धुंधली यादें घूमने लगीं । ( फ्लैशबैक ) मुंबई एक बहुत ही खूबसूरत विला जिसके आगे बड़ा सा गार्डन और बीच में एक फाउंटेन था और उसमें एक शानदार स्विमिंग पूल भी था और चारो तरफ गार्ड्स खड़े थे। उसी विला एक रूम में एक लड़की बेड पर बहुत बुरी हालत में पड़ी हुई थी। उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था और उसके ऊपर एक आदमी था। जिसने उस लड़की के दोनो हाथ उसकी कलाई से कस कर पकड़े हुए थे। लड़की ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी। लेकिन वो आदमी उसे छोड़ने का नाम नही ले रहा था। वो लड़की बार बार खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी। वो उस आदमी से मिन्नते कर रही थी की वो उसे छोड़ दे। पर उस आदमी पर उस लड़की कि बातों का कोई असर नहीं हो रहा था।  करीब डेढ़ घंटे बाद उस आदमी ने उस लड़की को छोड़ा और उसे ब्लैंकेट से कवर करके बेड से उठा कर वॉशरूम चला गया । वो लड़की बेड पर ही अधमरी हालत में पड़ी हुई थी। उसकी पूरी बॉडी पर काटने के निशान थे। होंठो के साइड से हल्का सा ब्लड निकल रहा था और उसका पूरा चेहरा आंसुओ से भीगा हुआ था और रोने की वजह से  एक दम लाल हो चुका था। अब उसमे रोने की भी हिम्मत नहीं बची थी। वो बस पड़े-पड़े सिसकियां ले रही थी। इस वक्त वो हिलने-डुलने की हालत में बिलकुल नहीं थी। थोड़ी देर बाद वो आदमी वॉशरूम से बाहर आया। इस वक्त उसकी बॉडी पर एक टॉवेल के अलावा कुछ नही था।  वो सीधा बालकनी में गया और किसी को कॉल किया और ऑन कॉल बोला, "मैं कल ऑफिस आ रहा हूं।'' दूसरी तरफ से आवाज़ आई, "मिस्टर कपूर हमारे साथ ये डील नहीं करना चाहते हैं, वो ये डील कैंसिल करना चाहते हैं।'' " ये सुनकर वो आदमी सर्द लहजे में बोला, "अबीर राजवंश को बिलकुल पसंद नहीं है कि कोई उसके साथ डील करे और बाद में उसे कैंसल करदे। ये कोई खेल नहीं है। कल कपूर को ऑफिस बुलाओ और उसके साथ मेरी एक मीटिंग फिक्स करो।'' इतना कहकर अबीर ने कॉल कट कर दिया । अबीर बालकनी से अंदर रूम में गया और वो सीधा बेड पर उस लड़की के पास गया। बेड पर बैठ कर उसने उस लड़की के सिर पर हाथ फेरा और बोला, आयना बेबी, तुम पहले ही मेरी बात मान लेती तो मुझे ये सब करने की जरूरत नहीं पढ़ती और तुम्हे ये सब सहने की।''  आयना आंखे बंद किए हुए ही अबीर की बात सुन रही थी पर उसने कुछ नहीं बोला , वो चुप ही रही । आयना मेहरा । उमर 21 साल, दूध जैसा गौरा रंग, अट्रैक्टिव पर्सनेलिटी, पतले होंठ, लंबी सुराही जैसी गर्दन, आयना एक दम परफेक्ट लड़की है।  उसमे कहीं से भी कोई भी नुक्स नहीं है। आयना एक आर्टिस्ट है।  अबीर ने आयना के ऊपर से ब्लैंकेट हटाया और उसे गोद में उठाकर वॉशरूम में ले गया। उसने उसे बाथ टब में बिठाया और हल्का गरम पानी भरना स्टार्ट कर दिया। जिससे आयना को काफी आराम मिल रहा था। दर्श ने धीरे-धीरे उसकी बॉडी को। क्लीन करना स्टार्ट कर दिया था। थोड़ी देर बाद उसने आयना को खड़ा किया और बाथटब से बाहर निकला और उसे एक बाथरोब पहना। दिया फिर उसे गोद में उठाकर वापस रूम पर लाया। आयना उसे नफरत भरी नज़रों से देख रही थी और सोच रही थी की कैसा जानवर इंसान है ये।  अबीर ने आयना को एक नी लेंथ ड्रेस पहनाई और खुद उसने ने एक टी-शर्ट और लोवर पहन लिया और आयना को लेकर रूम से बाहर आ गया । उसने आयना को बेड पर बिठाया और बोला, ''मैं अभी आता हूं।'' इतना कहकर अबीर रूम से बाहर चला गया।  थोड़ी देर बाद अबीर खाना लेकर रूम में आया। उसने खाना टेबल पर रखा ओर आयना से बोला "चलो खाना खा लो।"  आयना बेहद गुस्से में चिल्ला कर बोली, "मुझे कुछ नही खाना है और बंद करो अपना ये ड्रामा, ये दिखावा , तुम क्या हो ये मुझे अच्छे से पता है , मेरी जिंदगी बर्बाद की है तुमने। जबरदस्ती की है मेरे साथ। मुझे यह नहीं रहना है मुझे यह से जाने दो।'' तभी बीच में ही अबीर सर्द लहजे में बोला, ''अब अगर तुम्हारे मुंह से एक और शब्द निकला ना तो मैं वो करूंगा जो तुमने कभी सोचा भी नही होगा।  रही बात तुम्हारे यहां से जाने की तो इस बात को तो तुम भूल ही जाओ कि तुम यहां से बिना मेरी इजाज़त के कहीं नही जा सकती।  तुम कहीं नही जाओगी समझी।'' इतना कहकर उसने आयना का हाथ पकड़ कर उसे सोफे पर बिठा दिया और जबरदस्ती उसे खाना खिलाने लगा। " " लगभग उसने आयना को सारा खाना खिला दिया था और वो प्लेट्स लेकर वापस रूम से बाहर चला गया। आयना वही सोफे पर बैठी बैठी सोचने लगी, ''सबकुछ कितना अच्छा था मेरी लाइफ में एक साल पहले तक। इस एक साल से में बस कैद होके रह गई हूं। जिंदगी बर्बाद कर दी मेरी इस अबीर ने । सबकुछ छीन लिया मुझसे । सोचते हुए उसकी आंखों से एक कतरा आंसू का बह गया।'' तभी अबीर वापस अंदर आया और उसने आयना को देखा, जिसकी आंखों में आंसू थे। आखिर क्या हुआ था 1 साल पहले जानने के लिए रीड करते रहिए व्हिस्पर of माफिया "" 

  • 7. दर्द का आलम - Chapter 7

    Words: 0

    Estimated Reading Time: 0 min

    आयना के आंसुओं को देख कर अबीर के फेस पर एक इविल इस्माइल आ गई। दर्श आशना के करीब गया और उससे  बेहद सर्द लहजे में बोला,  ''पिछले एक साल से तुम्हे इन आंसुओ की आदत हो गई होगी और अभी तो पूरी जिंदगी तुम्हे आंसू बहाने हैं और पूरी जिंदगी दर्द सहना है। तुम्हारी जिंदगी मेरे कंट्रोल में है और हमेशा मेरे ही कंट्रोल में रहेगी।'' ''तुमने मुझसे मेरी सबसे अजीज चीज छीनी है । मेरा कोई अपना छीना है और जो तुमने मुझसे छीना है उसकी कीमत तुम पूरी जिंदगी चुकाओगी। तुम्हारी जिंदगी नरक बना दूंगा मैं।" इतना कहकर अचानक से अबीर ने आयना को एक ज़ोर का धक्का दिया और बोला, "तुम्हारे इन so called आंसुओ से मुझे कोई फर्क नहीं पढ़ता।  तो ये आंसू बहाने बंद करो।''   अबीर के अचानक धक्का देने की वजह से आयना सीधे फर्श पर जा गिरी और उसके हाथ में चोट लग गई। पर उस चोट के दर्द का कोई रिएक्ट नही किया वो बस आंखो में आंसू लिए अबीर को देख रही थी।" अबीर बोला,  "मुझे कुछ important काम है तो मैं बाहर जा रहा हूं। कुछ घंटों में वापस आ जाऊंगा। तुम यहां से भागने की कोशिश करना तो दूर अपने दिमाग में यह ख्याल भी मत लाना। मेरी नजर हमेशा तुम पर रहती है।  इतना कहकर अबीर ने coffee table पर रखा अपना फोन उठाया और रूम से बाहर निकल गया। अबीर के जाने के बाद आयना फर्श पर ही अपने आप को खुद में समेट कर जोर जोर से रोने लगी " थोड़ी देर रोने के बाद वो खुद से ही बोली " क्या जिंदगी थी मेरी ओर क्या जिंदगी हो गई है अब मेरी "  ,,, अगर एक साल पहले वो सब न हुआ होता " काश एक साल पहले में उस शादी में ना गई होती तो शायद मेरी जिंदगी आज कुछ और होती " और में अपनी फैमिली के साथ होती ।  आयना एक बार फिर जोर जोर से रोने लगी। " दूसरी तरफ..... अबीर अपने ऑफिस की बिल्डिंग के सबसे उपर यानी की छत पर एक रॉयल सोफे पर बैठा हुआ था । उसका एक पैर दूसरे पर पर था और उसके एक हाथ में सिगरेट थी और दूसरा हाथ उसके सिर के पीछे था , इस वक्त वो किसी राजा से कम नहीं लग रहा था।  उसके सामने एक और चेयर थी जिस पर एक आदमी बैठा हुआ था । और उनके आस पास कई सारे लोग हाथो में गन लिए कुछ दूरी पर खड़े थे जिनमे से कुछ आदमी अबीर के थे तो कुछ लोग उस आदमी के थे । Guy's ye jo admi abeer ke samne baitha hai iska name  " दानिश कपूर ( डैनी ) "  है  दानिश कपूर भी एक सक्सेसफुल बिजनेस मैन है । और साथ ही वो भी कई गैर कानूनी काम करता है । दानिश ने कई साल पहले इंडिया छोड़ कर अपना बिजनेस रशिया में शिफ्ट कर लिया था । और साथ ही दानिश कपूर ने अपनी एक और पहचान बनाई वो भी ( डैनी ) के नाम से । दानिश ने अपना बिजनेस भले ही रशिया में शिफ्ट कर लिया हो लेकिन उसने पूरी तरह से इंडिया छोड़ा नही था । इंडिया में भी उसके बिजनेस की ब्रांच थी और साथ ही कई और देशों में भी । अबीर बोला " तो दानिश कपूर उर्फ़ डैनी को आख़िर इंडिया आना ही पड़ गया ना। मैने बोला था ना डैनी की में जो चाहु वो कर सकता हु । पर शायद तुमने मुझे हल्के में ले लिया । तुम्हे क्या लगा की तुम अबीर राजवंश के साथ डील करोगे और अपनी मर्जी से उसे कैंसल भी कर दोगे । यह इंडिया है डैनी , यह अबीर राजवंश का राज चलता है।  डैनी अबीर को बुरी तरह घूर रहा था । डैनी बोला " ये तुम ठीक नही कर रहे हो अबीर " तुम्हारे पास इंडिया है " तो तुम रशिया में क्यू अपनी टांग घुसा रहे हो " वहा मेरा राज चलता है तो तुम रशिया से दूर रहो । वरना बहुत भरी पड़ेगा तुम्हे । डैनी की बात सुनकर अबीर ने अपनी सिगरेट नीचे फेंकी और एक पर से मसलते हुए बोला " सस्ती चीजे मुझे पसंद भी नहीं है डैनी " और रही बात रशिया की " तो जो चाहे करलो रशिया को में नही छोड़ने वाला " । इतना कहकर अबीर वहा से चला गया ।  डैनी बस उसे जाते हुए घूर रहा था। ओर खुद से बोला " मैं तुम्हें छोडूंगा नही अबीर राजवंश । Just wait and watch . डैनी ने अपना फोन निकाला और किसी को कॉल किया " कॉल पिक होते ही डैनी बोला" मुझे अबीर राजवंश की पल पल की खबर चाहिए में उसे छोडूंगा नही । नजर बनाए रखो उस पर और उसका सारा बायोडेटा निकाल कर दो मुझे आज रात तक । वरना तुम्हारी खैर नहीं । कहकर डैनी ने अपना फोन कट कर दिया और वहा से निकल गया।  अबीर इस वक्त अपने केबिन में था । और वो ग्लास वॉल के सामने खड़ा सिगरेट के कश लेते हुए कुछ सोच रहा था तभी अचानक से उसका फोन बजा अबीर ने अपनी जेब से फोन निकाला और कॉल रिसीव किया और बिना किसी भाव के बोला " क्यों कॉल किया है " मदन राजवंश को केसे आज अबीर राजवंश की याद आ गई। मदन बोला " अबीर बाप हूं में तुम्हारा में तुम्हे याद नहीं करूंगा तो कोन करेगा । सेजल के जाने के बाद से तो तुम बिलकुल ही बादल गए हो इतना सुनते ही अबीर का चेहरा एक दम सर्द हो गया और उसने अपने हाथो की मुट्ठियां कस ली। लेकिन वो शांत रहा उसने अपने मुंह से कुछ नही बोला । मदन बोला " क्या सेजल ही तुम्हे प्यार करती थी क्या में नही करता ! इकलौती औलाद हो तुम मेरी । इतना सुनते ही अबीर बोला " रियली " मदन राजवंश क्या में तुम्हारी इकलौती औलाद था । भूलो मत मेरी एक बहन भी थी " जिसका मुझे सालो से पता तक नहीं था । उसे मुझसे दूर रखा गया। वो कितनी मासूम सी थी उसे न मां का प्यार मिला ठीक से न बाप का न भाई का । हर चीज से उसे दूर रखा गया और आप कहते है की में आपकी इकलौती औलाद हूं!  मदन बोला " ओह कम ऑन अबीर आखिर कब तक उस एक बात के लिए मुझसे नाराज़ रहोगे ! और जिसकी तुम बात कर रहे हो वो इस दुनिया में है भी नही । मदन बोल ही रहा था की बिना कुछ बोले अबीर ने कॉल कर कर दिया ।

  • 8. दर्द का आलम - Chapter 8

    Words: 1051

    Estimated Reading Time: 7 min

    अबीर का विला..."


    अबीर अपने विला में आया और सीधे अपने रुम में गया । रुम में पहुंच कर उसकी नज़रे आयना पर पड़ी जो इस वक्त बेड से टिक कर नीचे बैठी थी। और से बालकनी की तरफ देखे रही थी 
    अबीर ने कुछ पल आयना को देखा " फिर उसके पास जाकर पंजों के बल बैठ गया। अबीर की प्रेजेंस फील करके आयना ने अबीर की तरफ़ देखा "
    अबीर बीना किसी भाव के बोला " जाओ मेरे लिए coffee बना कर लाओ " 
    आयना बीना कुछ बोले वहा से खड़ी हुई और रुम से बाहर निकल गई। अबीर भी अपनी जगह से उठा ओर अपने फ़ोन में कुछ करते हुऐ बालकनी में चला गया। ...... आयना किचन में पहुंची तो सभी सर्वेंट एक साइड हो कर खडे हो गए और सबने गर्दन झुका रखी थीं।
    आयना ने एक नज़र सभी सर्वेंट को देखा ओर कॉफी बनाने लगीं। थोडी देर बाद आयना कॉफी लेकर रुम में गई ,, तो उसने देखा की अबीर किसी से कॉल पर बात कर रहा है। आयना कॉफी का मग लेकर अबीर के सामने खड़ी हो गईं ,, अबीर ने आयना को एक नज़र देखा ओर वापस कॉल पर बात करने में लग गया।
    थोडी देर बाद उसने अपनी कॉल खतम की ओर आयना के हाथ से काफी मग ले लिया  ।,,, उसने कॉफी का एक सिप लिया ओर  चिल्लाते हुए आयना से बोला " ये ठंडी कॉफी लेकर आई हो तुम मेरे लिए  ? 
    आयना अबीर  के चिल्लाने से डर गईं और डरते हुए बोली " में गर्म कॉफी लाई थी वो आप फोन पर बात कर रहे थे तो...पर कॉफी अभी भी गरम ही है 
    आयना की बात सुनकर अबीर अपनी भौहें उसकाते हुऐ बोला " रियली " तो मतलब में झूठ बोला रहा हु । चलो कॉफी गर्म हैं या ठंडी इसका एक टेस्ट कर लेते हैं। ..... अबीर की बात सुनकर आयना हैरानी से उसकी तरफ देख रही थी..
    अबीर ने बिना एक पल गवाए आयना का हाथ पकड़ा ओर सारी कॉफी आयना के हाथ पर गिरा दी.. जिससे आयना की एक  जोर दार चीख निकल गई। कॉफी ज्यादा गर्म तो नही थी पर आयना का हाथ पूरी से लाल हो गया था ,, उसकी आंखो में आंसू आ गए थे और वो रोते हुए अपने हाथ को देख रही थी। 
    आयना को देख कर अबीर बीना किसी भाव के बोला " ओह कॉफी तो सच में गर्म थी.. " और ये मुझे तुम्हरा हाथ देख कर पता चल गया। बट अब क्या ही हो सकता हैं। 
    आयना आंसू भरी नजरो से कभी आपने हाथ को देखती तो कभी अबीर को.. आयना की ऐसी हालत देख कर अबीर के फेस पर इविल इस्माइल आ गई थी। 
    अबीर ने एकदम से आयना को कसकर उसके कंधो से पकड़ा ओर एक झटके से दीवार से लगा दिया और बोला " you know what.. तुम्हे दर्द में देख कर मुझे सुकून मिलता है " जितना तुम दर्द में रहती हो ना उतना ज्यादा मेरे दिल को सुकून मिलता है । 
    जो तुमने मुझसे छीना है " उसके बदले तुम्हे हर रोज दर्द देना तो बनता है ना। 
    आयना सुबकते हुए बोली " मैने कुछ नही किया है प्लीज मुझे जाने दो ।
    तभी अबीर आयना पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए बोला " जो किया है " तुमने ही किया है " और मैने अपनी आंखो से तुम्हे देखा था " ।
    लेकिन तुम्हारी हिम्मत तो देखो " मेरे ही सामने झूठ बोल रही हो । ...wow great ho tum तो " ..पर में तुम्हारी एक भी नही सुनने वाला " मैने जो us दिन अपनी आंखो से देखा है वो केसे झुटला सकती हो तुम। इतना कहकर अबीर ने आयना को छोड़ दिया और रूम से बाहर निकल कर विला में ही बने बार एरिया में चला गया।
     आयना वही बाल्कनी में ही दीवार से टिक कर बैठ गई ..उसकी आंखे आंसुओ से भरी हुई थी ।
    पिछले एक साल से आयना अबीर की कैद में थी और अबीर जैसे मर्जी आए वैसे ही आयना को टॉर्चर करता था । एक साल से आयना उस विला से बाहर नहीं गई थी । "

    बालकनी में बैठी आयना ,, रोने की वजह से उसका  पूरा चेहरा लाल हो गया था ,, और उसने एक हाथ से अपने उस हाथ को पकड़ा हुआ था जिस पर अबीर  ने कॉफी गिराई थी। और बस एक तक सामने से देख रही थी ।

    अबीर अपने विला के बार में था और darink कर रहा था " उसकी आंखो के सामने एक साल पहले की कुछ धुंधली यादें चल रही थी " 

    जिसमे एक लड़की अबीर के पीछे pillow लेकर भाग रही थी" पर अबीर उसे चिड़ते हुए आगे भाग रहा था ,,भागते भागते अबीर हस्ते हुए बोला " तुम मुझे कभी नही पकड़ पाओगी  " ताशु " .. चाहे कितनी कोशिश कार्लो । वो लड़की मुंह बनाते हुए बोली " तुम बहुत बुरे हो " ...

    अबीर बोला " में ज्यादा बुरा नही बस थोड़ा सा ही हु.."इतना कहकर अबीर फिर से उस लड़की को चिढ़ा कर भागने लगा । वो लड़की ने अबीर की इस हरकत पर अपना सिर हिला दिया और हल्का सा मुस्कुरा दी और फिर से अबीर के पीछे भागने लगी कुछ देर यूंही दोनो इधर उधर भागने के बाद थक गए थे लेकिन ताशु जानती थी की अबीर उसके हाथ नही आने वाला इसलिए ताशू ने एक पल रुक कर कुछ सोचा और फिर अबीर को पकड़ने की कोशिश में लग गई । तभी अचानक से उस लड़की का पैर टेबल से टकरा गया और वो गिर कर वही फर्श पर बैठ गई ताशु को चोट लगते देख  अबीर के मुंह से जोर से निकला "ताशु..............

    इसके साथ ही अबीर होश में आया " उसका गुस्सा अब और बढ़ गया था " अबीर ने गुस्से में एक जोरदार पंच वही टेबल पर मारा ! और वो और ज्यादा ड्रिंक करने लगा  " 

    That's it guys... 
    ,,,,,,, 
    आखिर ऐसा क्या किया था आयना ने ,,जो अबीर उसे इतना दर्द दे रहा है ?
    एसा क्या हुआ था एक साल पहले जो आयना अबीर की कैद में आ गई ? 

    और कोन है ये ताशू जिसके साथ अबीर इतना खुश दिखाई दे रहा था ?

    कोन है ताशु जिसे चोट लगते देख अबीर एक दम हैरान परेशान हो गया था ?

    आगे की कहानी जानने के लिए स्टोरी पढ़ते रहना दोस्तो । "