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दर्द का आलम

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Kuchha

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मुंबई का सबसे बड़ा बिजनेस मेन उर्फ़ माफिया अबीर राजवंश जो मुंबई के साथ साथ और भी कई देशों पर राज करता है । जिसका मुकाबला करने की हिम्मत किसी में नहीं है ।अबीर एक क्रूएल इंसान है । जिसे किसी से फरक नही पढ़ता । तभी अचानक उसकी जिंदगी में एक मासूम सी लड़...

Total Chapters (3)

Page 1 of 1

  • 1. दर्द का आलम - Chapter 1

    Words: 1438

    Estimated Reading Time: 9 min

    Mumbai एक खाली बेसमेंट जहा एक लड़की बुरी हालत में कैद थी। ओर उसके हाथ रस्सी से बंधे हुए थे । वो अपने आपको छुड़ाने की कोशिश में लगी हुई थी । वही 4 लोग जो वहा उस लड़की पर नजर रख रहे थे । उनमें से एक बोला ज्यादा न छटपटा कोई फायदा नही है। यहां से नही निकल पाएगी । तभी दूसरा आदमी बोला भाई चल चाय पीने बाहर चलते है । अभी आ जायेंगे थोड़ी देर में। दूसरा आदमी बोला हां चल भाई । कहकर वो चारो वहा से निकाल गए । उस लड़की ने उनके जाते ही फिर से अपनी कोशिश शुरू कर दी । लगी मशक्कत के बाद आखिर वो लड़की रस्सी से अपने हाथ खुलने कामयाब हो गई । वो लंगड़ाते हुए वहा से खड़ी हुई और मोका देख कर बाहर की तरफ निकल गई ।"" वो लड़की लंगड़ाते हुए मुंबई के बाहरी इलाके में सुनसान सड़क पर भाग रही थी । उसके पैर में चोट लगी थी और उसकी पूरी बॉडी पर चोटों के निशान थे वो लगातार बिना रुके बस भागने में लगी हुई थी । उसने इस वक्त ankle length gown पहना हुआ था जो साइड से थोड़ा फटा हुआ था । " वो भागते भागते अचानक एक पेड़ के पीछे छुप गई । वो हांफ रही थी और बहुत जोर जोर से गहरी सांस ले रही थी । उसकी आंखो में आंसू थे और उसकी नीली आंखे बहुत लाल थी  उसके होंठ फटे हुए थे और सुख चुके थे उसके चेहरे पर थकान साफ दिख रही थी ।  कुछ पल रुकने के बाद उसने फिर से भागना शुरू कर दिया । भागते भागते वो कब जंगल ने enter हो गई उसे पता ही नही चला। थोड़ी देर बाद उसने अपने कदम रोक और एक नजर चारो तरफ घुमाई उसने देखा की वो जंगल में आ गई है फिर उसने सामने देखा और सामने देखा सामने एक नदी थी  । नदी को देखते ही उस लड़की की आंखों में चमक आ गई थी और उसने मुंह से धीरे से निकला " प प पानी " और वो तेजी से नदी की तरफ बढ़ गई । नदी के पास पहुंचने के बाद और धीरे से नीचे बैठी और उसने अपने हाथ पानी में डाल दिए और अपने हाथो से पानी पीने लगी । उसने थोड़ा सा ही पानी पिया था की वो वही नदी के किनारे  अचानक से बेहोश हो गई ।  out of Mumbai (पुरानी फैक्ट्री) एक बड़ी सी  फैक्ट्री जो जल कर धुआं धुआं हो रही थी " उसके आसपास के कुछ लोग इस फैक्ट्री में लगी आग को बुझाने में लगे हुए थे " लेकिन आग को उन धधकती लपटों पर कोई असर नहीं हो रहा था । आग बढ़ती ही जा रही रही थी " । वही उस फैक्ट्री से कुछ दूरी पर एक कार खड़ी थी " और उसके बोनट पर अबीर लेटा हुआ था और सिगरेट के काश लेते हुए ये नजारा देख रहा था !  अबीर उन आग की लपटों को देखते हुए खुद से बोला " बिलकुल इन्ही आग की लपटों की तरह है " अबीर राजवंश का गुस्सा" ,, मुझे नंबर वन पर रहने की आदत है " और कोई मुझे सेकंड करने की कोशिश करेगा तो उसकी बर्बादी बिलकुल इसी तरह होगी । अबीर के गुस्से की लपट उसे इस कदर लपेटेगी  की सामने वाला उसमे उलझ कर रह जायेगा पर बच नही पाएगा । कहते हुए अबीर के फेस पर एक इविल इस्माईल आ गई थी । वो बोनट से उतरा और गाड़ी में बैठ कर वहा से निकल गया। अबीर राजवंश। उमर 25 साल, 6.2 हाइट, गेहुंआ रंग, मस्कुलर बॉडी, बेहद हैंडसम, रॉयल एटीट्यूड वाला सख्त मिज़ाज लड़का। अबीर दिखने में जितना हैंडसम था, उतना ही गुस्सैल मिज़ाज भी था। एक दम बेरहम टाइप का था। लेकिन मुंबई से लेकर कई देशो में वो टॉप बिजनेसमैन था। अलग-अलग देशों में उसके बिजनेस की ब्रांच थी। अबीर राजवंश एक जानी मानी हस्ती थी। जिसके साथ हर कोई बिजनेस करना चाहता था। लेकिन इन सब से अलग एसा कोई गलत काम नही था, जो अबीर ने ना किया हो। हर तरह के गैरकानूनी कामों में उसका एक अहम रोल था।  पर ये बात ज्यादा तर किसी को पता नही थी। बस कुछ खास लोगो को ही पता थी । अबीर राजवंश गुनाहों का बादशाह था ।  अबीर राजवंश के क्रुएल बनने के पीछे उसका गुजरा हुआ कल था । एक भयानक अतीत जिसने अबीर से उसका सब छीन कर उसे अकेला कर दिया था। ओर वही कुछ पुरानी यादें जो उसे हर पल बैचेन रखती थी। या ये कहो की दिन ब दिन अबीर राजवंश को और ज्यादा खतरनाक बना रही थी ।  ( राजवंश इंडस्ट्रीज ) अबीर अपनी कंपनी पहुंचा और सीधे टॉप फ्लोर पर बने अपने केबिन में गया ।" अबीर अपनी चेयर पर बैठा और अपनी नजरे अपने लैपटॉप पर गढ़ा ली। वो बहुत ही सीरियस होकर अपने लैपटॉप में कुछ देख रहा था तभी उसके केबिन का गेट किसी ने नॉक किया । अबीर लैपटॉप से अपनी नजरे हटाए बिना ही बोला " कमिंग "  अबीर के इतना कहते ही केबिन का गेट खुला और 3 लोगो की तेज़ आवाज़ पुरे कैबिन में गूंज गई " happy birthday too you " happy birthday too you "  कहते हुए एक लड़के ने एक केक अबीर की टेबल पर रख दिया ।। अबीर उन तीनो को बस चुपचाप देख रहा था " " उसके सामने उसके कॉलेज के दोस्त  आदिल " हर्ष " और प्रिया खड़े थे !   अबीर उन तीनो को एक तक देख रहा था और फिर अचानक से अपनी चेयर से खड़ा हुआ और ग्लास विंडो के सामने जाकर खड़ा हो गया और सामने देखते हुए बोला " तुम लोगो को पता है ना में अपना बर्थ डे नही मनाता! फिर ये सब क्यू करते हो तुम लोग !  तभी आदिल झट से आगे बड़ा और अबीर के सामने जाकर खड़ा हो गया और बोला " भाई तुझे क्या लगता है तू माना करेगा और हम मान जायेंगे । तभी प्रिय बीच में ही बोली " अबीर तुम्हे आज तो पार्टी देनी ही पड़ेगी और इस बार हम कोई बहाना नही सुनने वाले ! कहते हुए प्रिया हस दी!   हर्ष बोला " so dude" बताओ आज कौनसे क्लब ले जा रहे हो ! बड़ा मजा आने वाला है आज तो कहते हुए हर्ष में अपना एक हाथ ऊपर किया और प्रिया के हाथ से ताली बजा दी ।   अबीर अपने अपनी पीठ ग्लास विंडो की तरफ की ओर प्रिया और हर्ष को देखते हुए बोला " मुझे ये सब पसंद नही है " तुम लोगो को पार्टी करनी है तो कार्लो बिल में पे करूंगा । बट मुझे ये सब पसंद नही है ।  तभी आदिल बोला " सो तू आज भी वही जाने वाला है ।  अबीर बोला " हां " क्युकी वही मेरा सुकून है ।और हर बार की तरफ आज भी में वही जाऊंगा ।  हर्ष बोला " ठीक है दोस्त " अगर तुम वहा जाने वाले हो तो इस बार हम भी तुम्हारे साथ चलेंगे एंड वही एंजॉय करेंगे । Yoooooo "  अबीर कुछ बोल पाता इससे पहले ही आदिल बोला " तू हमे बिलकुल माना नही कर सकता क्युकी अगर तुमने मना किया भी ना तो भी हम लोग नही मानने वाले  । कहते हुए आदिल हर्ष और प्रिया तीनों एक साथ हस दिए ।  पर अबीर के फेस पर ना कोई स्माइल थी ना कोई खुशी " वो बस शांत था । और ये बात आदिल बखूबी जानता था ।  आदिल और अबीर दोनो काफी क्लोज थे । एक आदिल ही था जिसे अबीर अपना मानता था । जो बिना कहे अबीर का हाल उसके चेहरे से जान लेता था ।  आदिल बोला " चल ब्रो अब तुम अपना काम करो हम बाहर वैट कर रहे है । इतना कहकर आदिल प्रिया और हाथ तीनों kabin से बाहर निकल गए ।  उनके जाते ही अबीर का फेस एक दम सीरियस हो गया और वो वापस ग्लास विंडो से बाहर देखने लगा । उसके दिमाग में कुछ यादें घूम रही थी । जिसमे एक लड़की थी जो चिल्ला चिल्ला कर कह रही थी । अबीर बचाओ अबीर  " अबीर बचाओ अबीर "  जेसे जेसे यादें बढ़ती जा रही थी वैसे वैसे ही अबीर पसीने से भीग रहा था। तभी अचानक उसका फोन बजा और वो उन यादो से बाहर आया ।  अबीर ने अपने आप को शांत किया और अपने फोन को रिसीव किया।  अबीर शांति से कॉल पर किसी की बाते सुन रहा था । अबीर ने बिना कुछ बोले कॉल कट किया और एक मैसेज टाईप किया । ओर वापस से ग्लास वॉल से बाहर देखने लगा । ओर फिर उन्हीं यादों में खो गया । " ""

  • 2. दर्द का आलम - Chapter 2

    Words: 1275

    Estimated Reading Time: 8 min

    अबीर अपने ऑफिस से बाहर आया । जहां हर्ष प्रिया और आदिल पहले से ही कार के पास उसका वैट कर रहे थे ।  अबीर के आते ही सभी गाड़ी में बैठे और वहा से निकाल गाये ।  इस वक्त अबीर कार ड्राइव कर रहा था उसका ध्यान एक तक सामने था ।। वही पैसेंजर सीट पर आदिल बैठा हुआ था जो कभी सामने देखता तो कभी अबीर के चेहरे को । वो अबीर के चेहरे के भाव समझ रहा था । आदिल अच्छी तरफ से वाकिफ था की उसका दोस्त अपने अतीत की यादों से जूझ रहा है। "  शहर की भीड़ भाड़ से दूर जंगल में अबीर ने एक कॉटेज बनवा रखा था ।वो हमेशा अपने birthday पर उसी कॉटेज पर जाता था। उस cottage se थोड़ा आगे एक नदी थी । अबीर को जब भी कोई स्ट्रेस होता यार वो बोर हो रहा होता है तब वो यही आता था । यहां उसे सुकून मिलता था। सभी कॉटेज पहुंच चुके थे । कॉटेज पहुंचकर कर अबीर बार एरिया की तरफ बढ़ गया। उसने अपने लिए ड्रिंक बनाई और बालकनी की तरफ जाते हुए बोला," guys तुम यहां पार्टी कर सकते हो लेकिन  ज्यादा ड्रिंक कोई नही करेगा हमे यहां से सिटी भी जाना है । " बोलकर वो बाल्कनी में चला गया । आदिल हर्ष से बोला," तुम सबके लिए ड्रिंक लेकर आओ में म्यूजिक on  करता हू।" हर्ष हा में सिर हिलाते हुए बार की तरफ बढ़ गया ।थोड़ी देर बाद हर्ष सबके लिए ड्रिंक लेकर आया तब तक आदिल ने भी म्यूजिक ऑन कर दिया था ।सभी लोग अपनी ड्रिंक एन्जॉय करते हुए डांस कर रहे थे । करीब आधे घंटे बाद सब लोग थक चुके थे  और थक कर सोफे पर बैठ गए थे हर्ष ने म्यूजिक भी बंद कर दिया था। अबीर अंदर आया और बोला so the party is over । कहकर अबीर भी वही काउच पर बैठ गया । तभी प्रिया का फोन बजा प्रिया ने कॉल रिसीव ही किया था की कॉल cut गया।प्रिया बोली यार एक तो यह नेटवर्क प्रोब्लम बहुत है।  हर्ष बोला नेटवर्क तो वीक होंगे ही जंगल जो है । हर्ष की बात सुनकर प्रिया उठकर बाहर की तरफ जाने लगी जाते हुए प्रिया बोल रही थी की डैड ने call किया था देखती हु अगर नेटवर्क आ जाए तो बात हो जाए कही ।प्रिया के हाथ में mobile था और उसने अपना हाथ उपर की तरफ कर रखा था ।  नेटवर्क ढूंढते ढूंढते प्रिया कॉटेज से थोड़ा आगे नदी की तरफ आ गई थी । तभी अचानक प्रिया जोर से चिल्लाई ।" प्रिया के चिल्लाने की आवाज सुनकर सभी लोग कॉटेज से बाहर आ गए ।  और उन्होंने हैरानी से प्रिया को देखा जो बहुत डरी हुई थी और कांप रही थी। अबीर जल्दी से प्रिया के पास गया और बोला" what happened priya ?  क्या हुआ तुम चिल्लाई क्यू ? हर्ष प्रिया के कंधे पर हाथ रख कर बोला " तुम इतनी डरी हुई क्यू हो क्या हुआ है प्रिया ?  प्रिया ने डरते हुए अपने एक हाथ से एक तरफ इशारा किया और कांपती हुई आवाज में बोली" that girl.... प्रिया के इतना करते ही सब ने उसके इशारे को फॉलो किया ।वहा नदी के पास एक लड़की बेहोश पड़ी हुए थी उसकी हालत बहुत खराब थी। उस लड़की को देख कर सबकी आंखे हैरानी से बड़ी हो गई थी । सबलोग उस लड़की के पास गए और उसे देखने लगे .....  उस लड़की का चेहरे पर उसके बाल आ रहे थे इस वजह से उसका चेहरा कवर हो रहा था जो दिखाई नही दे रहा था। अबीर बोला" कोन है ये लड़की और इसकी इसी हालत किसने की हैं  और ये यहां इस तरह से .... कैसे ? इतना कहते उसे अबीर आगे बढ़ा और घुटनों के बल उस लड़की के पास बैठ गया और उसके चेहरे पर आए बालो को हटाया । अबीर ने जेसे उसका चेहरा देखा अबीर अपनी जगह पर फ्रीज हो गया। उसे अपनी आंखो पर यकीन नही हो रहा था । तभी आदिल बोला " आयना " ये आयना है । ये यहां ऐसे कैसे पर ?  तभी अबीर बोला "आयना " इतना कहकर अबीर ने उस लड़की को अपने सीने से लगा लिया । ओर खुद से बड़बड़ाने लगा " तुम्हारी इसी हालत आयना " पता नही मेरी आंखो को यकीन नही हो रहा की तुम मेरे सामने हो ।  हर्ष बोला" यार इन सब सवालों के जवाब तो बस यही लड़की दे सकती है  I think हमे इस हॉस्पिटल लेकर चलना चाहिए इसकी हालत बहुत खराब है  कितनी चोट लगी है इसे  ।.... अबीर बोला " तुम ठीक कह रहे हो..it needs treatment . इतना कहकर अबीर ने आयना को गोद में उठा लिया, और कार की तरफ बढ़ गया । सभी लोग कार के पास आ चुके थे । अबीर उस लड़की को गोद में लिए ही पीछे बैठ गया । ओर आदिल को  कार ड्राइव करने के लिए बोला। हर्ष भी पैसेंजर सीट पर बैठ गया । प्रिया अभी भी बहुत डरी हुई थी और वो अबीर के साथ पीछे बैठ गई। आदिल ने गाड़ी स्टार्ट की ओर जल्दी से वहा से शहर के लिए निकल गए । करीब एक घंटे बाद वो लोग सिटी में एंटर हुए । और थोड़ी ही देर बाद वो लोग हॉस्पिटल पहुंच गए थे। हॉस्पिटल पहुंचने के बाद " अबीर उस लड़की को गोद में लिए हुए ही हॉस्पिटल में एंटर हो गया । अबीर राजवंश की गोद में किसी लड़की को देख कर सभी लोग हैरानी से उसे देख रहे थे।" अब तक डॉक्टर्स की भी लाइन लग चुकी थी " एक नर्स जल्दी से एक स्ट्रेचर लेकर आई " अबीर ने उस लड़की को स्ट्रेचर पर लिटाया और डॉक्टर्स को इशारा किया । डॉक्टर्स जल्दी से उस लड़की को वहा से ले गए और उसका treatment start कर दिया। अब तक आदिल प्रिया और हर्ष भी वहा पहुंच चुके थे । अबीर बोला " i think प्रिया तुम्हे घर जाना चाहिए । तुम्हे रेस्ट करने की जरूरत है। तभी हर्ष बोला अबीर ठीक कह रहा है प्रिया सच में तुम्हे आराम की जरूरत है । तुम बहुत डर गई थी ।  आदिल बोला हर्ष तुम प्रिया को लेकर घर जाओ में और अबीर यही रुकते है । आदिल की बात सुनकर हर्ष ने हां में सिर हिलाया और प्रिया को लेकर वहा से निकाल गया ।  तभी अचानक अबीर ने वॉल पर एक जोर से पंच मारा । अब अबीर का गुस्सा बाहर आ रहा था जो उसने इतनी देर से दबाया हुआ था । अबीर को ऐसा करता देख आदिल ने उसे रोका और बोला भाई ये क्या कर रहा है । आयना ठीक हो जाएगी । अगर तू जानता है ना वो कभी तुझे दर्द में नही देख सकती फिर तुझे इस देखेगी तो उसे बहुत हार्ट होगा ।  अबीर बोला " मुझे बस आयना की ऐसी हालत के  वजह जननी है । "कितना ढूंढा उसे वो कही नही मिली । ओर आज अचानक इस इस हाल में वो .. वो में उसे ऐसे नही देख पा रहा हु।  आदिल बोला " अबीर शांत हो जाओ । में समझता हू तुम्हारी हालत तुम्हारा दर्द । पर अब वो मिल गई है ना।  तो सारे सवालों के जवाब मिल जायेंगे । Tu बस शांति से बैठ । कहकर आदिल ने अबीर को पास की बेंच पर बिठा दिया । ओर उसे शांत करने लगा । "लौट कर आ रहा है कोई पुराना भयावह  अतीत , जो शायद बदल दे सबके जिंदगी , या छीन ले किसी से किसी को जिंदगी "  " " खुलेगा कोई राज जो करेगा एक नई जंग का आगाज  उठेगी कुछ लोगो की आवाज , या बंद हो जाएगी किसी को आवाज " " 👉........♥️.........👈

  • 3. दर्द का आलम - Chapter 3

    Words: 1207

    Estimated Reading Time: 8 min

    अबीर और आदिल दोनों ही बेसब्री से  डॉक्टर का इंतजार कर रहे थे ।  तभी कुछ ही देर में डॉक्टर वहा आए ।  अबीर बोला " डॉक्टर  " how is she now "  क्या वो ठीक है अब ?  डॉक्टर ने एक गहरी सांस ली ! " डॉक्टर अबीर को देखते हुए बोले " वो अब खतरे से  बाहर है"....सुबह तक  उसे होश आ जायेगा फिर आप उनसे मिल सकते है। ..पर उसकी ये हालत हुए केसे ? I mean उसे बहुत टॉर्चर किया गया.."उसकी body par बहुत सारे जलने के निशान है.."someone has burnt it with a cigarette. और खाना पीना भी उसे बिलकुल ना के बराबर दिया गया हैं." सिर्फ इतना की वो जिंदा रह सकें । बहुत बुरी तरीके से उसे मरा पीटा गया है..उसके हाथो और पैरो पर जो ज़ख्म हे उसे देख कर साफ़ पता चल रहा हे की उसे बांध कर रखा गया है "वेल उसे होश आने के बाद आप उनसे मिल सकते है इतना कहकर डॉक्टर वहा से चला जाता है। डाक्टर की बात सुनकर अबीर और आदिल दोनों shockd थे ..उन्हें समझ नही आ रहा था की आयना के साथ ऐसा करने की हिम्मत किसने की है  वही दूसरी तरफ.. एक बेसमेंट में एक आदमी खडा था  वहा बिलकुल अंधेरा था बस एक yellow light जल रही थी और उसकी आंखें गुस्से में लाल थी ..वही उसके सामने करीब 8/10 आदमी खड़े थे और वो उन्हें गुस्से से घूर रहा tha.."wo आदमी चिल्लाते हुए बोला" .. इतनी बड़ी गलती केसे हों सकती है तुम लोगो से ? एक मामूली सी लडकी को संभाल नहीं पाए तुम सब मिलके। ..मुझे वो लड़की चाहिए हर हाल में हर कीमत पर चाहिए और अगर ऐसा नहीं हुआ".. तो में तुम सबको बहुत बुरी मौत दूंगा .. इतना कहकर उसने एक आदमी को शूट कर दिया  ..." जिसे देख कर बाकी सब डर से कांपने लगे थे.उनको डरा हुआ देख कर उस आदमी के फेस पर भयानक इस्माइल आ गई थी।.. वही एक औरत की आवाज आई ,"इतना गुस्सा करने की जरूरत नहीं हैं "रंजीत".. आखिर वो जायेगी कहा आज नही तो कल हम उसे ढूंढ ही लेंगे। रंजीत बोला.. ऑफ कोर्स  "माया"... और उसके बाद उसे उसके भागने की बहुत ही दर्दनाक सज़ा मिलेगी..। इतना कहकर उन दोनों के face पर इस्माइल आ गईं जो बहुत डरावनी थी ... तभी अचानक से रंजित का फोन बजा "उसने कॉल उठाया और बोला "yes आशीष any information ? दूसरी तरफ से आशीष बोला" बॉस वो लडकी हॉस्पिटल में है , और ख़ास बात ये हैं की उसे इस शहर के सबसे बड़े बिजनेस मेन अबीर राजवंश ने एडमिट करवाया है .. इतना सुनकर रंजित ने कॉल कट कर दिया। कॉल काटने के बाद रंजित बोला " अबीर राजवंश " है उस लड़की के साथ " वो इतनी आसानी से मौका नहीं देगा । किसी को उस लड़की तक पहुंचने का । वो खुद वहा है । मतलब सोच समझ कर कुछ करना पड़ेगा । हर बार हम उसकी नजरो में धूल नही झोंक सकते । इंसान एक बार चुकता है बार बार नही ।  तभी माया बोली " बहुत खतरनाक खिलाड़ी है " अबीर राजवंश " एक चिंगारी है जिसे कोई छू ले तो वो उसे पूरा जला देता है । उससे मुकाबला करना इतना आसान नहीं है । रंजित बोला " में भी रंजित हूं। उस लड़की को वापस पा कर रहूंगा  । मेरा जुनून है वो । उसे में कभी जाने नही दूंगा । कहते हुए रंजित के फेस पर एक एविल स्माइल आ गई थी। हॉस्पिटल .... अबीर वही बेंच पर बैठा हुआ था उसने अपना सिर वॉल से टिकाया हुआ था " ओर आंखे बंद कर कुछ यादों में डूबा हुआ था ।उसे कुछ याद आ रहा था "इस वक्त उसके जहन में कुछ धुंधली यादें घूम रही थी।  एक 6 साल का बच्चा जो बड़े नटखट लहजे में सोफे पर बैठा हुआ चारो तरफ अपनी नजरे घुमा रहा था तभी उसकी नज़र एक जगह जाकर रुक गई । एक औरत जो उसके पास उसकी साइड में सोफे  बैठी हुई थी और गुस्से में उसे घूर रही थी । अबीर बोला मां आप मुझे इस क्यू घूर रही हो ?  सेजल थोड़े सख्त लहजे में बोली " अबीर बहुत परेशान कर लिया अब मुझे " चलो अब चुपचाप खाना खाओ । वरना में तुमसे रूठ जाऊंगी ।कहते हुए सेजल ने मुंह बना कर दूसरी तरफ चेहरा घुमा लिया । तभी किसी के जोर से हसने की आवाज आई " उस हसीं को सुनकर सेजल और अबीर दोनो ही हैरानी से सामने देखने लगे ! उनके सामने एक आदमी हाथ में  पिज्जा बॉक्स लेकर खड़ा था । ओर हंसे जा रहा था । तभी अबीर जोर से बोला डैड "  आप मेरे लिए पिज्जा ले आए ? कहते हुए अबीर अपनी जगह से उठा ओर तेज कदमों से चलकर अपने डैड को हग कर लिया।   तभी सेजल अपनी जगह से खड़ी हुई और बोली " मदन तुम बिगाड़ रहे हो अबीर को । मदन बोला " स्वीट हार्ट " में कहा बिगाड़ रहा हु में तो अपने बेटे को प्यार कर रहा हु। कहते हुए मदन ने अबीर के माथे पर किस कर लिया।  अबीर ने झट से वो पिज्जा बॉक्स लिया और जल्दी से सोफे पर बैठ कर पिज्जा निकल कर खाने लगा । अबीर को पिज्जा खाते हुए देख मदन और सेजल हल्का हल्का मुस्कुरा रहे थे ।  सेजल बोली " कितना नटखट है " और तुम मदन उसे खाना खिलाने की जगह बाहर का पिज्जा खिला रहे हो । बाहर का खाना अच्छा नही होता है । मदन बोला " darling" कभी कभी ही तो खाता है वो ! वरना रोज तो तुम्हारे हाथ का खाना ही खाता है । कहते हुए मदन ने सेजल का सर चूम लिया ।  सेजल बोली " चलो अब तुम फ्रेश हो आओ में तुम्हारे लिए खाना लगाती हु । सेजल की बात सुन मदन ने हां में सिर हिलाया और अपने रूम की तरफ बढ़ गया ।  मदन थोड़ी देर बाद वापस आया और डाइनिंग एरिया की तरफ बढ़ गया ।। जहां सेजल उसका वैट कर रही थी।  दोनो ने थोड़ी देर में अपना खाना खतम किया। मदन बोला  " में एक कॉल करके आता हूं! "इतना बोल कर मदन बाहर गार्डन एरिया की तरफ चला गया । वहा जाकर उसने किसी को कॉल किया "और ऑन कॉल बोला " हां हां सब परफेक्ट है उसे मुझ पर कोई शक नही है  " हम कल ही उसका खेल खत्म कर देंगे । मुझे बस तुम्हारा साथ चाहिए हमेशा बाकी और कोई नही चाहिए   । बस तुम आज रात को 12 बजे मेरे घर पहुंच जाना । बाकी सब में देख लूंगा" इतना कहकर मदन ने कॉल कट किया और फिर बिना आस पास देखे ही वापस अंदर चला गया ।  वही अबीर ने मदन की बाते सुन ली थी और वो शॉक्ड था उसे समझ नही आ रहा था की आखिर उसके डैड किस बारे में बात कर रहे थे और किससे कर रहे थे । अबीर थोड़ा सहम सा गया था । वो भाग कर सीधे अपने रूम में गया और खुद को ब्लैंकेट से कवर करके सो गया। हालंकि उसे नींद नही आ रही थी वही सब बाते उसके दिमाग में चल रही थी। " " की आखिर क्या होगा 12 बजे आज रात  ? " " "