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His Bided Wife

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Author Ayesha

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" छोडो मुझे जाने दो जाने दो प्लीज मुझे जाने दो " ऐसे ही बोलती हुई वो मासूम लड़की के भूरि आँखों से आंसू बाहें जाँ रहे थे और उसके गोर गाल एकदम गुलाबी हो चुके थे रोने कि वज़ह से और वो लगातार अपने हाथ पैर चलाए जाँ रही थी लेकिन वो खुद को छुड़ाना तो दूर उस...

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Bilal khan

Hero

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Zara Ahuja

Heroine

Total Chapters (51)

Page 1 of 3

  • 1. His Bided Wife - Chapter 1

    Words: 1294

    Estimated Reading Time: 8 min

    Bangalore, रात का वक़्त , एक चमचमाती हुई बेहद खूबसूरत बिल्डिंग और उससे भी खूबसूरत उस बिल्डिंग की पार्किंग थी जहा खूबसूरत सी खूबसूरत और मांगी सी मांगी गाड़ियों कि कतार लगी थी , देखने से ही पता चल रहा था की इस बिल्डिंग मे अमीरो और पैसो वालो का मेला लगा हुआ हैं , और उस बिल्डिंग के सामने से गुज़रते लोग उसे मूढ़ मूढ़ के तब तक देखते रहते जब तक वो बिल्डिंग उनकी आँखों से धुंधली नहीं हो जाती , और ऐसे ही कुछ कॉलेज गर्ल्स का ग्रुप जो अभी अभी किसी पार्टी से लौटा था वो सब उसी बिल्डिंग के सामने खड़े उसे गौर से देख रहे थे , वो चार लड़कियों का ग्रुप उस बिल्डिंग को ऊपर से निचे देख ही रहा था की तभी वहा एक चमचमाती हुई लम्बोर्गिनी आयी और जैसे ही उन चारो कि नज़र उस लम्बोर्गिनी पे पढ़ती हैं चारो की चारो अपनी आंखे बड़ी कार्य हुए एक साथ बोली " बाप रे बाप लेटेस्ट एडिशन लेम्बोर्गिनी  " इतना बोल वो चारो अपने मुँह पे हाथ रख लेती हैं और इस वक़्त उन चारो के पैर डगमगा रहे थे क्यूंकि चार की चारो ने ड्रिंक कर रखी थी उन्हीं मे से एक लड़की जिसने एक रेड कलर कि शॉर्ट ड्रेस पहनी हुई थी वो अपने बगल खड़ी अपने दोस्त जिसने डार्क मरून कलर का वन पीस पहना था उसके गले मे हाथ डालते हुए बोली " यार ज़रा चल न चलते हैं अन्दर " इतना बोल वो सामने होटल को देखने लगती हैं तो वो लड़की जिसका नाम ज़रा था वो उसका हाथ अपने कंधे से हटा उसे अपनी ग्रे आईस से घूरते हुए बोली " तुझे मालूम हैं कि तू क्या बोल रही है " फिर लड़खड़ाते हुए उससे दूर खड़ी होके बोली " ध्यान से देख मैं अब वो ज़रा अहूजा नहीं रही जिसकी मम्मा उसके कहने भर से दुनिया की हर खुसी उसके कदमो मे रख देतीं थी " इतना बोलते बोलते उसकी आँखों मे आंसू आ जाते हैं और उसकी बात सून वो तीनों भी उदास हो जाती है और फिर आगे बढ़ वही रेड ड्रेस वाली लड़की उसे शांत कराते हुए बोली " मेरा वो मतलब नही था ज़रा मैं सब जानती हू " इतना बोल वो उसे कंधे से पकड़ के वहीं लगे बेंच पे बिठा देतीं हैं और उसकी बात सून वो लड़की जिसका नाम ज़रा था वो नसे मे चूर अब पुरानी बात भूल चुकी थी फिर अपने नाजुक गुलाबी होंठो को गोल गोल घुमाते हुए बोली " वैसे बात तो तु ठीक कह रही है कि हमें भी अन्दर चलना चाहिए क्यूंकि किसी को क्या मालूम कि हम अमीर हैं या फटीचर " इतना बोल वो खुद पे ही अपना मुँह दबा के हसने लगती हैं और उसकी बात सून वो तीनों भी एक दूसरे के ऊपर लुड़कते हुए हसने लगती है, और फिर क्या चारों कि चारों एक साथ हिलते डुलते लड़खड़ाते होटल कि तरफ चल देतीं हैं, लेकिन उन्हें इस बात का अंदाज़ा नहीं था की कब से रोड पार खड़ी Mercedes-Benz से दो जोड़ी आंखे उन्हें ही देख रही है खास कर उस मरून ड्रेस वाली को, और उस Mercedes-Benz मे एक लड़की बैठी थी जिसका नाम नीता था वो उन चारो को जाते हुए देख के बोली " सीकार करने को हिरणी मिल गई " इतना बोल वो अपना फ़ोन निकाल किसी को कॉल करती हैं और फिर उसे कुछ इंस्ट्रक्शंस दे खुद कार से बाहर आके उसी होटल कि तरफ चल देती हैं, वहीं होटल के अन्दर, उस पूरे होटल का सब से लुक्सुरियस स्वीट जहा रखा एक छोटा सा वाश भी करोड़ कि कीमत मे था, उसी स्वीट के सिटींग एरिया मे एक लड़की बैठी थी जिसने ब्लैक कलर कि कॉकटेल ड्रेस पहनी थी जो उसके थाइस टक आ रही थी और उस ड्रेस का नैक आउल शेप्ड था जिससे उसका ब्रैस्ट पूरी तरह से रिवील हो रहा था , वो कब से वहीं बैठी किसी का वेट कर रही थी लेकिन सायद अब उसे लग रहा था की जिसके लिए वो इतना बन ठन के बैठी हैं वो अब नहीं आने वाला था , यही सोच वो काउच से उठ अपनी नज़र इधर उधर घुमाते हुए उस स्वीट को देखने लगती हैं लेकिन फिर कुछ सोच के एक नजर बंद गेट कि तरफ देखती हैं और फिर अपने कदम स्वीट के अन्दर रूम कि तरफ बढ़ा देतीं हैं, और रूम के सामने पहुंच वो जैसे ही गेट खोलने को होती हैं कि तभी उसके कान मे एक खतरनाक आवाज़ पढ़ती हैं " मिस खत्री are you willing to die " ये आवाज़ सुनते ही वो लड़की जिसका नाम इशानी खत्री था वो जल्दी से हड़बड़ा के पलटती हैं तो सामने एक  6'3 इंच का बेहद हैंडसम आदमी खड़ा था , लाइट ब्राउन स्किन टोन ,स्ट्रैट नोज ,चौड़ा मत्था, हार्ट शेप्ड होंठ, और रेड वायलेट आंखे जो जितनी डरावनी थी उससे कई गुना ज्यादा अट्रैक्टिव , उसकी अचानक आवाज़ सून डर से कांपती हुई इशानी खुद को सम्भालने कि नाकामयाब कोशिश करते हुए बोली " य..... यू are taking me wrong Mister Khan मैं तो बस आपकों ढूंढ रही थी " तो सामने खड़ा आदमी कोई और नहीं माफिया किंग अंडरवर्ल्ड का बेताज बादशाह बिलाल खान था जिसके खौफ से लोगों कि रूह कांप जाती थी , पूरी दुनिया जनती था की बिलाल खान सिर्फ एशिया का रिचेस्ट बिज़नेस मैन ही नहीं बल्कि अंडरवर्ल्ड डॉन भी है लेकिन आज तक न किसी को इसका सबूत मिला नाही किसी के अंदर इतनी हिम्मत हुई को कोई उसके खिलाफ जाने कि कोशिश करे, खैर, अपनी बात पूरी कर इशानी अपने माथे पे आए पसीना पोछने लगती हैं लेकिन बिलाल के खौफ से उसके हाथ काँप रहे थे, और बिलाल जिसने उसकी intention के साथ उसे अच्छे से भांप चुका था वो सिटींग एरिया मे आके काउच पे किसी राजा कि तरह फैल के बैठते हुए बोला " Reason behind following me " इतना बोल वो अपनी तेउरिया सिकोड़ के उसे देखने लगता है तो इशानी जल्दी से अपने हाथ मे ली हुई फाइल उसकी तरफ बढ़ाते हुए बोली " खत्री इंडस्ट्रीज का बिजनेस टाई उप आपके साथ " इतना बोल वो जान बुझ के फाइल बिलाल के हाथ मे पकड़ाने कि बजाय नीचे गिरा देतीं हैं और बिलाल के असिस्टेंट से पहले खुद ही झुक के फाइल्स उठाने लगती हैं , जिससे उसकी ब्रैस्ट एकदम खुल के सामने आ रही थी और उसकी इस हरकत पे अचानक बिलाल किसी शैतान कि तरह जोर जोर से हसने लगता है , और उसे ऐसे सैतानो कि तरह हस्ते देख इशानी और उस असिस्टेंट दोनों कि रूह काँप रही थी , बिलाल हस्ते हस्ते अचानक बिलकुल शांत होक इशानी की तरफ झुकते हुए बोला " Even if you dance naked, it won't make any difference to me " फिर वापस काउच पे किसी शेर कि तरह बैठते हुए बोला " इसलिए विथाउट wasting टाइम गेट लॉस्ट ऑफ़ here राइट नाउ " इतना बोल बिलाल काउच से उठ अपने रूम कि तरफ चला जाता हैं और अपने इतनी बुरी तरह बेइज्जती से इशानी गुस्से मे कांप रही थी , और उसे अब तक एक ही जगह पे खड़े देख बिलाल का असिस्टेंस जिसका नाम रूद्र था वो अपने हाथ पिछे किये हुए ही बहोत politely बोला " मैडम आप अपने पैरो को जहमत देंगी या मैं गार्ड्स को बुलाऊ " इतना बोल वो उसे भौंहे उचका के देखता हैं तो इशानी गुस्से में उसे ऊँगली पॉइंट कर कुछ बोलने को होती हैं लेकिन उससे पहले ही रूद्र उसे गेट कि तरफ इशारा कर देता हैं, और अब इशानी से अपनी और बेज्जती बर्दास्त नहीं हुई जिससे वो तिलमिलाते हुए पैर पटक स्वीट से बहार चली जाती है आज़ के लिये बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे, Bye everyone and take care

  • 2. His Bided Wife - Chapter 2

    Words: 1203

    Estimated Reading Time: 8 min

    इशानी गुस्से मे अपने पैर पटक स्वीट से बाहर आती हैं और अपनी हील टिक टिक करते हुए लिफ्ट कि तरफ जाने को होती हैं कि तभी उसका फ़ोन बजने लगता है जिसकी आवाज़ सून इशानी बैग से होना फ़ोन निकाल के चेक करती हैं तो सामने नीता नाम फ़्लैश हो रहा था, और उसका नाम देखते ही इशानी जल्दी से कॉल रिसीव कर लगभग चिल्लाते हुए बोली " तुम्हारें घटिया प्लान कि वज़ह से उस बिलाल ने मेरी बहोत बेइज्जती कि मन कर रहा है मैं तुम्हारा और उस घटिया खान दोनों का गला दबा के मार डालू" इतना बोल वो वहीं बने वेटिंग एरिया मे चली जाती हैं और उसकी बात सून दूसरी तरफ से नीता उसे शांत कराते हुए बोली " शांत हो जाओ ईशानी शांत पहले मेरी बात गौर से सुनो उसके बाद कुछ बोलना " उसके इतना बोलते ही इशानी एकदम से भड़कते हुए बोली " dont you dare to ओपन योर ब्लडी शिट माउथ " इतना बोल वो गुस्से मे कॉल कट करने को होती हैं कि दूसरे तरफ से नीता जल्दी से उसे रोकते हुए बोली " अगर तुम्हें अपनी कंपनी अपना बिजनेस बचाना हैं तो मेरी बात एक बार सून लो " उसकी बात सून इशानी कि उंगलियां फ़ोन कट करते करते रुक जाती है और फ़ोन वापस कान पे लगाते हुए बोली " मैं तुम्हारी बात सुनने के लिए तय्यार हू लेकिन याद रखना अगर इस बार तुम्हारा प्लान वर्क नहीं किया तो बिलाल को बाद मे लेकिन सब से पहले मैं तुम्हें मार डालूंगी " इतना बोल वो शांत होती हैं और उसके शांत होते ही इशानी बोलना शुरू करती हैं, और उसकी पूरी बात सुनते ही इशानी के चेहरे पे एक एविल स्माइल आ जाती है और वो ठीक हैं बोल कॉल कट कर लिफ्ट कि तरफ जाने कि बजाये वहीं थोड़ा पिछे होके बैठ जाती हैं जिससे गैलरी से जाते लोग उसे तो नहीं लेकिन वो सब को देख पा रही थी कुछ देर बाद, बिलाल का स्वीट , बिलाल वाशरूम से शावर लेके रूम मे आता है और इस वक़्त उसने सिर्फ बाथरोब पहना हुआ था जिससे इस वक़्त vo और भी ज्यादा सेक्सी लग रहा था , बिलाल अपने बाल पोछ टॉवल लॉन्ड्री बास्केट मे फेंक बेड के साइड टेबल से इण्टरकॉम उठाता हैं और फिर डिनर का ओर्डेर देके अपना लैपटॉप उठता हैं, और काउच पे बैठ प्रेजेंटेशन को देखने लगता है, वहीं दूसरी तरफ , वो चारों लड़कियां नसे मे चूर लड़खड़ाते हुए होटल के एंट्रेंस पे पहुँचती हैं तो वहा खड़ा गार्ड् बहोत रेस्पेक्ट से झुक के उनका वेलकम कर्ता हैं, क्यूंकि उसकी भी आदत हो चुकी थी ऐसे अमीर बाप कि बिगड़ी औलादो के झेलते झेलते जो हर रात ओवर ड्रिंक कर के अपने घर ना जाके होटल मे स्टे करते थे , और ये चारो भी उसे ऐसी ही बिगड़ी औलाद लग रही थी जो इतनी रात किसी पार्टी से होके आयी थी, वो चारों ठुमकते हुए मटक मटक के ऐटिटूड मे अन्दर आती हैं और बिना रिसेप्शन कि तरफ देखे ही आगे बढ़ने लगती हैं, कि तभी वो रिसेप्शनिस्ट जल्दी से उन चारो के सामने आते हुए बोली " मैम आज हमारे होटल मे न्यू विज़िटर्स के लिए फ्री हॉस्पिटैलिटी ऑफर चल रहा है " इतना बोल वो उन चारो के फेस एक्सप्रेशन देखने लगती हैं तो ज़रा कुछ सोच के पाउट बनाते हुए बोली " ओ....ओह अच्छा, ठीक है फिर आज हम गरीब भी ...... " वो इतना ही बोल पायी थी की उससे पहले उसकी दोस्त उसका हाथ जोर से दबाते हुए बोली " इसका मतलब हैं कि आज के होटल चार्ज हम गरीबों को दे देंगे " इतना बोल वो ज़रा को अपनी आँख दिखाती हैं तो ज़रा बड़े ही क्यूट तरीके से अपने मुँह पे उंगली रख लेती हैं वहीं बिलाल लैपटॉप साइड मे रख फ़ूड ट्राली से अपने लिए डिनर सर्वे कर वाइन की सिप लेते हुए अपना डिनर एन्जॉय करने लगता है , लेकिन उसने मैन कोर्स फिनिश कर जैसे ही अपने हाथ डेस्सर्ट कि तरफ बढ़ाता हैं उसकी आंखे एकदम से धुंधली हो जाती हैं, उसे सामने अचानक अँधेरा छाने लगता है, और बिलाल अपना सर झटक खुद को होश मे लाने कि कोशिश कर्ता हैं लेकिन उसे होश आने कि जगह उसे अपनी पूरी बॉडी मे आग लगने जैसा महसूस होता हैं, और उसका गला bhi एकदम से उसे सूखता हुआ महसुस होने लगता है जिससे वो जल्दी से वाइन कि बोतल उठा के अपने होंठो से लगा लेता हैं , लेकिन उसकी प्यास ख़तम होने की बजाये और बढ़ती जा रही थी और उसे अपनी बॉडी इतनी ज्यादा हीट होती फील रही थी जैसे अभी उसकी पूरी बॉडी blast हो जाएगी, और इस बेहोसी और तड़प मे बिलाल बहोत कोशिश कर सोचने मे बस इतना सोच पता हैं कि किसी ने उसके ड्रिंक मे कुछ मिला दिया है, लेकिन उसे इस वक़्त हद्द से ज्यादा गर्मी लग रही थी जिससे उसका दिमाग उसके कंट्रोल से बाहर होता जा रहा था , बिलाल गुस्से और गर्मी से पागल काउच से उठ पूरी फ़ूड ट्राली उठा के उलट देता है, जिससे सारा खाना जमीन पे फैल जाता हैं फिर किसी तरह लड़खड़ाते हुए वाशरूम के पास पहुंचता खिंच के एक लात मार वाशरूम का गेट खोलता हैं और सीधे जाके शावर ऑन कर उसके नीचे खड़े हो जाता हैं और शावर का ठंडा ठंडा पानी उसकी हॉट ड्रग्स की वज़ह से एकदम लाल पढ़ चुके मस्कुलर बॉडी पे गिरने लगता हैं लेकिन बिलाल के बॉडी मे लगी आग उस शावर का पानी भी ठंडा नहीं कर पा रहा था जिससे उलझते हुए बिलाल अपने हाथ वाल पे मारने लगता है , लेकिन अचानक शावर का पानी भी बंद हो जाता हैं जिससे बिलाल कि गर्मी से जान निकलने लगती हैं और vo बौखला के  वाशरूम का सारा सामान इधर उधर फेकने लगता हैं लेकिन इन सब से उसकी गर्मी कम होने की बजाये और भी बढ़ती जा रही थी और वो ऐसे ही गर्मी से पागल किसी तरह रूम मे वापस आके इधर उधर देखते हुए पानी ढूंढने लगता है , लेकिन तभी उसकी नज़र बेड पे पढ़ती हैं जहा एक लड़की लेटी थी और उसे देखते ही बिलाल के कदम अपने आप उसी कि तरफ़ बढ़ जाते है , और वो बेड पे आ झुक के उस लड़की को देखता हैं जिसके गुलाबी होंठ कुछ बड़बड़ा रहे थे लेकिन बिलाल को उसके गुलाबी होंठ देख ऐसा लग रहा था जैसे उसकी प्यास सिर्फ यही मिटा सकता हैं , और इतना महसूस करते ही बिलाल किसी भूखे कि तरह उसके होंठो पे झपट्टा मार बेसब्री से उन्हें चूमने लगता है और उस लड़की के हाथ पकड़ अपने पूरी बॉडी पे चलाने लगता है जैसे वो हाथ नहीं कोई मरहम हो, वो लड़की दर्द से छटपटाते हुए उससे छूटने कि कोशिश करने लगती हैं लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ बिलाल के हैवी बॉडी के निचे से वो छूटना तो दूर उसे हिला भी नहीं पायी थी ,लेकिन उसके नेल्स बिलाल कि पूरी पीठ नोच डाले थे, और थोड़ी ही देर में उस पूरे रूम मे दोनों की सिसकियाँ और तेज चलती साँसों कि जंग शुरू हो चुकी थी, Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे, Bye everyone and take care

  • 3. His Bided Wife - Chapter 3

    Words: 1313

    Estimated Reading Time: 8 min

    अगली सुबह, बिलाल कि नींद से आँख खुलती हैं तो वो एक झटके मे उठ के बैठ जाता हैं लेकिन अचानक उसके सर मे एक तेज दर्द उठता हैं जिससे वो अपना सर पकड़ लेता हैं, और सर पकडे हुए ही वो कल रात के बारे मे सोचने लगाता हैं क्यूंकि बिलाल को अब ड्रिंक एफेक्ट नहीं करती थी और अगर ऐसा था तो उसका सर नहीं दर्द करना चाहिए था , लेकिन उसके उलट उसे अपने सर मे इस वक़्त ऐसे लग रहा था जैसे कोई हथोड़ा मार रहा हो ,यही सब सोचते हुए वो बेड पे अपने हाथ रख ठीक से बैठने को होता हैं, कि अचानक उसे अपने हाथ पे कुछ गिला बेहद स्टिकी सा फील होता हैं जिसे महसूस करते ही बिलाल जल्दी से अपना हाथ देखता हैं, तो उसका पूरा हाथ खून से लाल था और इतना देखते ही बिलाल जल्दी से ब्लैंकेट हटा के देखता हैं तो वो पूरी बेड शीट खून से एकदम लाल थी और इतना देखते ही वो जल्दी से खुद को देखता हैं तो उसके बॉडी पे एक भी कपड़े नहीं थे सिवाय उस ब्लैंकेट, इतना सब देख बिलाल को समझने मे देरी नहीं लगती कि कल रात वहा क्या हुआ था और उसने क्या किया था ,लेकिन फ़िलहाल उसे वहा से जितनि जल्दी हो सके निकलना था वर्ना जिस किसी ने उसके साथ इतना साज़िश किया था वो आगे का भी प्लान बनाया होगा , यही सब सोच बिलाल जल्दी से रेडी होके रूद्र को कॉल कर्ता हैं और अपने face पे मास्क लगा के वहा से निकल जाता हैं , डेढ़ साल बाद, सुबह का Waqt, India Banglore, एक बड़ा सा बेहद खूबसूरत बांग्ला जो बहार से बिल्कुल किसी महल कि तरह लग रहा था, उसी बंगले के एक कमरे मे दो आदमी औरत बहोत ही सीरियसली किसी बात को लेके डिस्कशन कर रहे थे, लेकिन उन दोनों की बातों से लग रहा था की दोनों एक दूसरे के ख्याल से बिल्कुल सहमत नहीं थे, वो औरत जो पूरी तरह मेकअप और मेहनत ब्रांड्स की चीजों से लदी थी वो अपना बैग साइड मे फेंकते हुए बोली " देखिये जी आप चाहे जैसे करे लेकिन अरोड़ा इंडस्ट्री और  ये घर दोनों मुझे चाहिए किसी भी कीमत पे " इतना बोल वो सामने बैठे आदमी को देखती हैं जो उसकी इस जिद्द से अब लगभग खिंज चुका था जिससे वो गुस्से मे काउच से उठते हुए बोला "अगर तुम्हारी यही जिद्द हैं तो अपने कान खोल के ये बात भी सुन लो कि फिर इस घर और अरोड़ा इंडस्ट्री दोनों ही को अपने जहन से निकाल दो क्यूंकि तुम्हारी इस जिद्द मे हमें खुटी कौड़ी के अलावा कुछ भी हासिल नहीं होने वाला " इतना बोल वो गुस्से ने अपने सामने खड़ी औरत को देखने लगता है तो वो औरत bhi उसी गुस्से मे उसे देखते हुए बोली " लेकिन क्यु ये सब हमारा नहीं हो सकता हैं ,जबकि इसकी सारी बागडोर आपके हाथ मे हैं " इतना बोल वो उस आदमी के सामने आके खड़ी हो जाती हैं तो वो आदमी थोड़ा स्लो वौइस् मे बोला " क्यूंकि मेरी बहेन ने वसीयत ही ऐसी बनायीं है " फिर अपनी वाइफ के सामने आते हुए बोला " उसने इंडस्ट्री एन जी ओ के नाम की हैं और ये घर अपने बेटी के नाम लेकिन दोनों को किसी भी हालत मे किसी और के नाम ट्रांसफर नहीं किया जा सकता खास कर मेरे to बिल्कुल नहीं, इसलिए हम नाही इस घर को और नाही इंडस्ट्री दोनों को अपने नाम कभी नहीं कर सकते " इतना बोल वो अपनी बीवी को देखता हैं और उसकी बात सून वो औरत टेंशन मे उसे देखते हुए बोली " तो फिर और कोई रास्ता नहीं हैं " इतना बोल वो घबराहट से अपने पति को देखने लगती हैं तो उसका पति एक गहरी साँस लेके बोला " एक रास्ता हैं जिसके जरिये हमें इन सब कि कीमत मिल जाएगी और तो और हमारे सर पे बोझ बनी ये लड़की भी हमारी जिंदगी से हमेशा हमेशा के लिए दफा हो जाएगी " उसके इतना बोलते ही उसकी बीवी लपाक से बोली " लेकिन कैसे कृष्णकांत जी " इतना बोल बो उसे गौर से देखती हैं तो उसका पति यानी के कृष्णकांत अरोड़ा घटिया तरह से मुस्कराते हुए बोला " मुझे अरोड़ा इंडस्ट्री को पूरी तरह तबाह करना पड़ेगा ताकि मेरा प्लान सक्सेसफुल हो सके " इतना बोल वो अपनी बीवी शिवांगी को देखता हैं जो शिवांगी अचानक हाइपर होते हुए बोली " नहीं आप ऐसा कैसे कर सकते हैं ये मेरी सालों कि मेहनत और मेरे पति कि क़ुरबानी हैं " इतना बोल वो कृष्णकांत को देख जोर जोर से हसने लगती हैं और उसके साथ ही कृष्णकांत भी उसी कि तरह हसने लगता है Dubai , Emirates hill , शाम का वक्त, समुन्द्र के किनारे बना एक विला जिसकी खूबसूरती, आस पास के नज़ारे बता रहे थे कि वो किसी आम आदमी का घर to हरगिज़ नहीं था , और उसी विला के स्टडी रूम मे एक मस्कुलर आदमी दरवाजे कि तरफ पीठ कर के खड़ा था और उसके दूसरे हाथ मे वाइन का ग्लास था जिसे वो बार बार अपने होंठो से लगा रहा था, अभी थोड़ी ही देर हुए होंगे कि तभी उस स्टडी रूम का गेट नॉक होता हैं जिसकी आवाज़ सून वो आदमी बिना गेट कि तरफ मुड़े अन्दर आने के परमिशन देता हैं और उसके परमिट करते ही रूद्र अन्दर आते हुए बोला " बॉस मिस्टर फैसल शेख से दो घंटे बाद आपकी  मीटिंग हैं " इतना बोल वो फाइल लाके टेबल पे रख देता हैं aur उसकी बात सून विंडो पे खड़ा बिलाल मूढ़ के इसकी तरफ देखते हुए बोला " हम्म, और कुछ " इतना बोल वो रूद्र को देखता हैं तो रुद्रा अपना सर नीचे कर थोड़ी हिम्मत करते हुए बोला " बॉस हम पिछले छ महीने से यही दुबई मे हैं, और आप उसकी हर बात भी मान रहे हैं जिससे वो दिन पे दिन खुद को टॉप पे ला रहा है " इतना बोल वो चुप होके डरते हुए बिलाल कि तरफ देखता हैं लेकिन बिलाल कुछ बोलने कि बजाए उसे ही देख रहा था उसे शांत देख रूद्र फिर हिम्मत कर के बोलना शुरू कर्ता हैं " तो बॉस ह....... " वो इतना ही बोल पाया था की बिलाल अचानक अपनी  माउसर निकल के उसके सर के just ऊपर शूट कर देता हैं और उसके शूट करते ही रूद्र कि डर से एकदम हालत ख़राब हो जाती है कि उसने जरूर अपनी लिमिट क्रॉस कर दी हैं जिससे बिलाल का गुस्सा उस पे फूट गया, aur रूद्र जल्दी से अपना सर डाउन करते हुए बोला " सॉरी बॉस " इतना बोल वो मूढ़ के हड़बड़ाते हुए बहार जाने को होता हैं कि तभी बिलाल कि आवाज़ उसके कानों मे पढ़ती हैं " तुम्हारें पिछे सांप था रूद्र जिसे वक़्त पे ना कुचलता तो वो तुम्हें डस  लेता " इतना बोल सामने वाल कि तरह देखने लगता है और उसकी बात सून रूद्र भी जल्दी से मूढ़ के देखता हैं तो सच मे एक सांप वाल से चिपका लटक रहा था क्यूंकि बिलाल ने उस सांप के सर पे शूट किया था जिससे उसका सर वाल से चिपका था , बिलाल वाल को एक नज़र देख रूद्र कि तरफ देखते हुए बोला " Get ready, the time has come for us to go to back इंडिया " note for readers : ""guy's jinhone aage tak chapters padh liye hai unke liye ye update hai ki please aap log thoda Patience banaye rakhe dheere dheere saare chapters yaha aa jayenge क्यूंकि novel serial list me lagi hai इसलिये iske saare chapters remove kiye gaye but vo jaldi hi wapas aa jayenge इसलिये everyone please be patience and stay connected soon all chapters will be uploaded, "" Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment aur अपने reviews जरूर शेयर करे, Bye everyone and take care

  • 4. His Bided Wife - Chapter 4

    Words: 1213

    Estimated Reading Time: 8 min

    रात का वक़्त, इंडिया बैंगलोर, अरोड़ा मेंशन, शिवांगी और कृष्णकांत डायनिंग टेबल पे बैठे गुस्से मे स्टैर्स को घूर रहे थे और दोनों का ही मुँह हर बढ़ते पल गुस्से मे लाल पीला हो रहा था , तभी स्टैर्स से दो लड़कियां हस्ते हुए निचे आते हुए दिखाई देतीं हैं जिनहे देख शिवांगी अपने दांत पिसते हुए बोली " ये बदचलन आवारा जरा ने हमारी बेटी को बर्बाद कर के रख दिया हैं उसे हम दुश्मन और वो अपनी नज़र आती हैं " ये जरा का घर है और कृष्णकांत और शिवांगी उसके मामा मामी थे लेकिन सिर्फ नाम के और दूसरी तरफ थी इन दोनों की बेटी रिया जो अपना सब कुछ सिर्फ जरा को मानती थी उसे सबसे ज्यादा अजीज समझती थी यही हाल जरा का भी था , इतना बोल वो कृष्णकांत को देखती हैं तो कृष्णकांत उसका हाथ दबाते हुए बोला " शांत हो जाओ अभी कुछ वक़्त कि बात हैं उसके बाद तो ये मनहूस हमारी बेटी को देखने के लिए तरह जाएगी " इतना बोल बो उसे आँखों से शांत होने का इशारा कर्ता हैं क्यूंकि तब तक जरा और और रिया दोनों डायनिंग टेबल के पास आ चुके थे, जरा चेयर पे आके बैठने लगती हैं तो शिवांगी टेढ़ी नज़र से उसे देखते हुए बोली " खुद तो बर्बाद हो ही अब रिया को भी बर्बाद कर रही हो " इतना बोल वो चम्मच प्लेट मे जोर जोर से खट खटाने लगती हैं तो रिया जिसका दिमाग ख़राब हो गया था शिवांगी कि बात सून वो अपने हाथ कि मुट्ठी कस्ते हुए बोली " वो बर्बाद हैं इसीलिए आप उसके सामने अपनी कैंची जैसी जुबान चला रही है वर्ना अब तक कोई और होती ना उसकी जगह तो आपकों धक्के मार के इस घर से बाहर फेंक देतीं फिर पता चलता कि कौन कामयाब हैं और कौन बर्बाद " इतना बोल वो गुस्से मे शिवांगी को देखती हैं तो जरा उसे डाटते हुए बोली " रिया ये क्या बदतमीजी हैं मम्मी हैं वो तुम्हारी और मेरी मामी भी " इतना बोल वो उसे आंख दिखती हैं तो बदले मे रिया भी उसे आंख दिखाते हुए बोली " तू चुप रह जहा बोलना चाहिए वहां तेरे मुँह से आवाज़ नहीं निकलती कम से कम सब को अपनी औकात तो पता होती वर्ना ज्यादा ही जुबान चलने लगती हैं " इतना बोल वो बारी बारी से कृष्णकांत और शिवांगी को घूरती हैं और उसकी बात सून जरा फिर से उसे कुछ बोलने को होती हैं कि उससे पहले ही रिया उसे हाथ दिखाते हुए बोली " मुझे कुछ नहीं सुनना और वैसे भी मैं डायनिंग टेबल पे डिनर के लिए आयी हू डिबेट करने के लिए नहीं " इतना बोल वो जरा को खाना खाने का इशारा करती है, कुछ देर बाद सब का डिनर हो जाता हैं और शिवांगी कृष्णकांत दोनों उठ के जाने को होते हैं कि उससे पहले जरा उन दोनों को रोकते हुए बोली " मामा जी,दो दिन बाद मैं लंदन चली जाऊँगी हमेशा हमेशा के लिए " इतना बोल वो उन दोनों को बारी बारी देखती हैं जो उसकी बात सून एकदम शॉक हो चुके थे , और उसी शॉक मे कृष्णकांत लगभग चिल्लाते हुए बोला " क्या बकवास कर रही हो तुम , दिमाग तो ठीक हैं लंदन किस लिए जाना है तुम्हें " इतना बोल वो टेंशन से शिवांगी कि तरफ देखता हैं तो जरा एक गहरी साँस लेके बोली " लंदन से मुझे जॉब ऑफर आया है और फिर यहा तो आप हैं सब सँभालने के लिए इसलिए मैं लंदन जा रही हू और यही मेरा अखरी फैसला हैं " इतना बोल वो बिना वहा एक भी पल रुके ऊपर अपने कमरे कि तरफ चली जाती हैं और उसके पिछे पिछे रिया भी शिवांगी और कृष्णकांत को घूरते हुए ऊपर चली जाती है दुबई , रात का वक़्त, नहयान होटल, उसी होटल के एक रूम में एक आदमी फुल थोब मे और उसके साथ एक औरत थी जिसने ब्लैक कलर कि थाइस तक की बैकलेस हॉल्टर बॉडीकॉन ड्रेस पहनी हुई थी दोनों बैठे कब से बिलाल के आने का वेट कर रहे थे लेकिन जब ज्यादा देर होने लगती हैं तो वो लड़की काउच से उठते हुए बोली " और कितना देर वेट करनी पढ़ती डील उसे हमसे करनी होती but we are waiting for him " इतना बोल वो एक और वाइन का ग्लास उठा के गटक लेती हैं, और उसकी बात सून वो आदमी यानी के फैसल शेख उसे शांत करते हुए बोला " कॉम डाउन बेबी आता ही होगा वो " इतना बोल वो उसकी क्लीवेज कि तरफ देखने लगता है जो halter नेक होने की वज़ह से लगभग उसका पूरा चेस्ट रिवील हो रहा था , फैसल उसके चेस्ट कि तरफ देखते हुए उसकी ऒर बढ़ने लगता है लेकिन इससे पहले वो उसके पास पहुंच पता धड़ कि आवाज़ के साथ गेट खोल बिलाल रूम मे इंटर कर्ता हैं, और गेट कि आवाज़ सुनते ही दोनों जल्दी जल्दी पलट के देखते हैं तो सामने बिलाल अपनी डैशिंग पर्सनैलिटी के साथ पॉकेट मे हाथ डाले खड़ा था , और वो लड़की जो फैसल के साथ थी समायरा वो तो बिलाल को देखते ही एक टक उसकी हॉटनेस को ही देख आहे भरने लगती हैं, फैसल जल्दी से बिलाल के पास आते हुए बोला " वेलकम मिस्टर खान हम कब से आपका ही वेट कर रहे थे ' इतना बोल वो बिलाल से हैंड शेक करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाता हैं लेकिन बिलाल उसे और उसके हाथ दोनों को इग्नोर कर काउच पे किसी राजा कि तरह फैल के बैठ जाता हैं, और फैसल किसी तरह अपनी बेइज्जती का कड़वा घूंट पी अपने हाथ को पिछे कर बिलाल के सामने बैठ जाता हैं , और उसके बैठते ही रूद्र फाइल टेबल पे रखते हुए बोला " बॉस डील के लिए रेडी हैं लेकिन डील खान ग्रुप के अकॉर्डिंग होगी " इतना बोल वो फैसल कि तरफ देखता हैं तो फैसल बिलाल कि तरफ देखते हुए बोला " क्या सरकमस्टेन्सेस हैं खान ग्रुप के " उसकी बात सून बिलाल फाइल खोल उसके सामने करते हुए बोला " read it " इतना बोल वो वाइन का ग्लास उठा के ड्रिंक करने लगता है और फैसल जैसे जैसे डील के पेपर्स पढ़ते जा रहा था उसका दिमाग घूमते जा रहा था , जिससे वो एकदम से चिल्लाते हुए फाइल टेबल पे पटक अपनी जगह से खड़े होते हुए बोला " तुम्हारा दिमाग होश मे नही हैं जो मेरे ही कंट्री में खड़े होके मुझे अपना पपेट बनाने के बारे मे सोच रहे हो " इतना बोल वो बिलाल कि तरफ देखता हैं तो बिलाल ग्लास कॉफ़ी टेबल पे रख अपनी गर्दन घुमाते हुए खड़ा होता है और इससे पहले वो कुछ समझ पता बिलाल एक झटके में उसकी गर्दन पकड़ उसे उठा के कॉफ़ी टेबल पे पटक देता हैं, जिससे वो ग्लास सीधे फैसल के कान मे घुस जाता हैं और उसकी एक खौफनाक दर्द से तड़पती हुई चीख उस पूरे रूम मे गूंज जाती है , लेकिन बिलाल इतने मे ही नहीं रुका वो उसकी गर्दन पकडे हुए ही वहा रखी वाइन कि बॉटल उठाता हैं और खिंच के उसके सर पे मार देता हैं Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and please apne reviews ज़रूर share करे, Bye everyone and take care

  • 5. His Bided Wife - Chapter 5

    Words: 1247

    Estimated Reading Time: 8 min

    बिलाल वाइन कि बॉटल उठा के सीधे फैसल के सर पे मार देता हैं जिससे उसका सर तुरंत फट के खून फेंक देता हैं, और ये नजारा देखते ही समायरा कि तो वो हालत थी की काटो तो खून नहीं उसके हाथ पैर थर थर काँप रहे थे बिलाल फैसल कि खून से डूबी आँखों को देखते हुए बोला " Before crossing your limits you had to know who Bilal Khan is , क्यूंकि fir ये गुस्ताखी कभी नहीं करते " इतना बोल बिलाल दूसरी बॉटल उठा के मारने को होता कि तभी दूर खड़ी समायरा जल्दी से उन दोनों के पास आ बिलाल का हाथ पकड़ते हुए बोली " प्लीज फॉरगिव हिम " इतना बोलते हुए वो बिलाल हाथ अपनी खुली बॉडी से टच कराने को होती हैं, कि उससे पहले बिलाल उसे जो से धक्का देता हैं जिससे वो सीधे जाके वाल से लड़ के वहीं बेहोश हो जाती हैं, और रूद्र अपने सामने पड़े दोनों को एक नज़र देख बिलाल कि तरफ देखते हुए बोला " बॉस आई थिंक हमें अब यहा से चलना चाहिए " इतना बोल वो नीचे पढ़ी फाइल उठाने लगता है की तभी उसका फ़ोन रिंग कर्ता जिसकी आवाज़ सून रूद्र जल्दी से फ़ोन निकाल के देखता हैं, लेकिन कॉलर आई डी देखते ही बिना देरी किए जल्दी से कॉल रिसीव कर्ता हैं लेकिन दूसरी तरफ से कुछ कहा जाता हैं जिसे सून रूद्र एकदम से हड़बड़ाते हुए बिलाल के सामने खुद को नॉर्मल दिखाने कि अपनी नाकामयाब कोशिश करते हुए बोला " बॉस जल्दी चलिए वर्ना विला मे तूफान आ जाएगा जिसे सायद आप भी ना सम्भाल पाए " इतना बोल वो अपने ही स्टेटमेंट पे डर जाता हैं कि ये उसकी जुबान कैसे फीसल गई , और उसकी बात सून बिलाल उसे गुस्से मे घूरते हुए बोला "जस्ट शट योर माउथ otherwise यू विल नॉट able to open it अगेन " इतना बोल वो फैसल का बाल पकड़ कॉफ़ी टेबल पे पटक देता हैं और फिर अपने खून से लाल हाथ, हैंकि मे लपेटते हुए रूम से बहार चला जाता हैं इंडिया बैंगलोर, जरा अपने रूम मे आ गेट बंद करने को होती हैं लेकिन उससे पहले रिया अन्दर आके उसे घूरते हुए बोली " ये क्या बार बार तू लंदन जाने कि जिद्द लेके बैठी हैं , एक बार मैंने कह दिया न कि तुझे कहीं नहीं जाना है तो इतनी सी बात तेरे दिमाग मे क्यु नहीं घुसती " इतना बोल वो गुस्से मे उसे देखने लगती हैं तो जरा उसकी तरफ से अपना मुँह घुमा दूसरी तरफ देखते हुए बोली " क्यूंकि मैं नहीं रह सकती हू यहा मेरा दिमाग उन सब से नहीं निकल पा रहा है मुझे हर रात अजीब अजीब से सपने आते हैं तु नहीं समझ रही हैं " फिर रिया कि तरफ मुड़ते हुए बोली " और अब तो मेरा दम घुटता हैं इसलिए प्लीज मुझे यहाँ से जाने दे वर्ना मैं जिंदा नहीं रह पाऊँगी ,प्लीज मुझे जाने दे मेरी जान " इतना बोल वो उसके दोनों हाथ अपने हाथ मे ले लेती हैं तो रिया उसके हाथ सहलाते हुए बोली " अगर तेरी यही जिद्द हैं तो मैं भी तुझे अब प्रेशर नहीं दूंगी , मैं तेरी खुसी चाहती हु और अगर वो यहा से जाने मे तुझे मिलती है तो मैं इसमें भी तैयार हू " इतना बोल वो उसे अपनी आंसू भरी आँखों से देखती हैं तो जरा भी रोते हुए उसे गले लगा लेती हैं, वहीं दूसरी तरफ , कृष्णकांत और शिवांगी दोनों परेशान से अपने कमरे मे बैठे थे फिर शिवांगी बेड से उठ कृष्णकांत के सामने खड़ी होते हुए बोली " अब क्या करेंगे हम वो ज़रा यों यहा से भागने के फिराक मे है " इतना बोल वो अपनी उंगलिया एक दूसरे मे उलझा के कृषंकान्त को देखती हैं तो वो उसके ऊपर खीजते हुए बोला " मैं भी वहीं सोच रहा हु इसलिए बेहतर होगा कि तुम अपना मुँह बंद कर मेरे ऊपर एहसान करो " इतना बोल वो अपना फ़ोन लेके रूम से बहार चला जाता हैं , दुबई , बिलाल विला के अंदर जैसे ही कदम रखता हैं वैसे ही उसके पैर के सामने एक टॉय कार आके टुकड़े टुकड़े मे हो जाती हैं, और इतना देखते ही रूद्र कूद के चार कदम पिछे हो जाता हैं कि कहीं अगले वार मे उसका सर का फ्यूचर भी ना हो जाये उस खिलौने कि तरह, और बिलाल उस टूटी हुई कार को देख अपनी आंख बंद कर एक लंबी साँस लेता हैं फिर आगे बढ़ अपना सर उठा के देखता है , तो एक छोटा सा करीब छह महीने का बच्चा काउच पे बैठा अपने हाथ मे आने वाली हर चीज़ फेंक रहा था , जो दिखने मे बिल्कुल किसी क्यूट टेडी कि तरह लग रहा था गोरे गोरे गाल, एकदम सॉफ्ट सॉफ्ट छोटे छोटे क्यूट क्यूट से हाथ और उनसे भी क्यूट उसकी छोटू छोटू सी उंगलियां और बिल्कुल बिलाल कि तरह रेड वायलेट आंखे , और अभी बिलाल उसे देख ही रहा था की वो बच्चा अपने क्यूट क्यूट हाथो से अपने पास रखा बॉल उठता हैं और खिंच के बिलाल के कि तरफ फेंकता हैं , लेकिन बिलाल उस बॉल के अपने मुँह पे लगने से पहले ही उसे कैच कर लेता हैं और घूर के सामने बैठे बच्चे को देखता हैं तो वो बच्चा भी बिना डरे बड़े ही क्यूट तरीके से उसे घूरन  लगता हैं  , जिससे उसके गोल मटोल गाल एकदम रेड्डिश हो जाते है और उसे खुद को घूरते देख बिलाल वहा फैला टूटे खिलौनों का ढेर , फाटे हुए पेपर्स का कचुमढ़ ,और टूटे हुए वाश के टुकड़े को देखते हुए बोला " ये क्या तूफान लाया हैं आपने हाँ " इतना बोल वो उसे देखता हैं तो रूद्र जो उसके पिछे खड़ा था वो खुद को छुपाते हुए बोला " बॉस ये तो आपको इस छोटे फ़ज़ीहत का स्टॉर्म नाम रखने से पहले सोचना था न " उसके इतना बोलते ही बिलाल उसे घूर के देखता हैं to वो जल्दी से अपने मुँह पे उंगली रखते हुए बोला " सॉरी बॉस ' इतना बोल वो धीरे धीरे खिसकते हुए जाके काउच के पिछे छिप जाता हैं, बिलाल उस बच्चे को वापस देखते हुए बोला " क्यु कर रहे हैं आप ये सब स्टॉर्म हाँ " इतना बोल वो उसे देखता हैं तो वो बच्चा अपने खोड़े खोड़े मुँह खोल बड़े ही क्यूट तरीके से हसने लगता है जैसे कहना चाहता हो बस आप मुझसे परेशान हो गए मेरा मिशन पूरा हो गया, और उसकी हसी देख बिलाल ना चाहते हुए भी मुस्करा देता हैं और फिर आगे बढ़ उसे अपनी गोद मे उठाते हुए बोला " यही टास्क था ना आपका कि मुझे परेशान कर के वापस बुला सको " इतना बोल वो उसके छोटे छोटे बाल ठीक करने लगता है और उसकी बात सून वो बच्चा उसे एक बड़ी सी स्माइल के साथ देखने लगता है जैसे कहना चाहता हो कि एकदम सही पकडा आपने , और उसकी स्माइल देख बिलाल उसे लिए हुए ही अपने रूम कि तरफ़ जाते हुए बोला " रूद्र do the preparations ,tomorrow we are living for India " इतना बोल बो ऊपर अपने रूम मे चला जाता हैं क्या लगता है कौन है ये बच्चा और क्या रिश्ता है इस बच्चे से बिलाल का ? और क्या कामयाब हो पाएंगे शिवांगी और कृष्णकांत अपने नापाक इरादे मे? सभी सवालो के जवाब मिलेंगे आपकों आने वाले चैप्टर्स मे, तब तक के लिए अगर आपकों मेरी नॉवेल अच्छी लगी हो यों प्लीज लिखे कमेंट एंड प्लीज अपने Reviews जरूर शेयर करे Bye everyone and take care

  • 6. His Bided Wife - Chapter 6

    Words: 1183

    Estimated Reading Time: 8 min

    सुबह का वक़्त, इंडिया ,बैंग्लोर, अरोड़ा मेंशन , कृष्णकांत हॉल मे बैठा चाय चाय पी रहा था तभी उसे ऊपर से जरा और रिया दोनों बात करते हुए निचे आते हुए दिखाई देतीं हैं , जिन्हें देख कृष्णकांत कि भौंहे सिकुड़ जाती है और वो उन दोनों के गेट के बाहर कदम रखने से पहले ही टोकते हुए बोला "इतनी सुबह सुबह कहा जा रही हो तुम दोनों  " इतना बोल वो उन दोनों को देखने लगता है तो ज़रा के कुछ बोलने से पहले ही रिया बेहद बेरुखी से बोली " आप से मतलब मिस्टर मतलबी " इतना बोल वो वापस मुड़ ज़रा का हाथ पकड़ जाने को होती हैं कि उससे पहले फिर कृष्णकांत थोड़ा तेज आवाज़ मे बोला " ये क्या तरीका हैं तुम्हारा जब देखो तब बदतमीजी करती रहती हो, कम से कम इतना तो लिहाज करो कि मैं तुम्हारा बाप हू और मुझे पूरा हक़ है ये जानने का कि मेरी बेटी कब कहा जा रही है " इतना बोल वो उसके पास आके खड़ा हो जाता हैं तो रिया सरकास्टिकली हस्ते हुए बोली " इसी बात का तो मुझे सब से ज्यादा दुःख है की आप मेरे बाप हैं लेकिन चिंता मत करिए मैं आपकों अपना कुछ नहीं मानती और नहीं कभी मानूंगी " फिर ज़रा का हाथ छोड़ कृष्णकांत के और पास आते हुए बोली " क्यूंकि आप जैसा मतलबी चालबाज़ आदमी किसी का कुछ भी नहीं ही सकता फिर चाहे वो रिश्ता भाई का हो या बाप का इसीलिए मैंने भी डिसिशन लिया हैं कि ज़रा के जाने के कुछ टाइम बाद मैं भी उसके पास चली जाऊँगी क्यूंकि वो ही मेरी दोस्त भी है और मेरा परिवार भी " इतना बोल वो एक नज़र कृष्णकांत को ऊपर से लेके नीचे तक देख ज़रा का हाथ पकडते हुए बोली " चल ज़रा " और फिर दोनों एक दूसरे के साथ बहार चले जाते है और कृष्णकांत वहीं किसी लानती कि तरह खड़ा रहता हैं  , असल मे आज रिया का प्लान था की वो पूरा दिन ज़रा के साथ स्पेंड करेगी और दोनों मिल के अपनी सारी पुरानी याद ताज़ा कर के ढेर सारी मेमोरीज इकठ्ठा करेंगे क्यूंकि कल ज़रा कि फ्लाइट थी लंदन के लिए इसलिए दोनों बहने आज़ पूरा दिन एक दूसरे के साथ रहना चाहते थे, दुबई , सुबह करीब पांच बजे, बिलाल gym मे पुशअप कर रहा था और उसके सामने रूद्र उबासी लेते हुए खड़ा था ,क्यूंकि बिलाल ने उसे ठीक से सोने भी नहीं दिया था और सुबह सुबह ही बुला लिया था , और अब वो बार बार किसी बन्दर कि तरह अपना मुँह खोल उबासी पे उबासी ले रहा था , बिलाल पुशअप के सिक्सटी राउंड कम्पलीट कर के खड़े होते हुए बोला " इंडिया मे करंट सिचुएशन क्या चल रही है ?" इतना बोल बो टॉवेल उठा के अपनी ब्रॉड सेक्सी चेस्ट पोछने लगता है तो रूद्र अपना हाथ पिछे कर स्ट्रैट खड़े होते हुए बोला " बॉस इंडिया कि प्रेजेंट सिचुएशन भी आपके अकॉर्डिंग हैं और फ्यूचर तो बॉस आपने प्लान ही किया है जिसे कोई नहीं बदल सकता " इतना बोल वो स्माइल करते हुए बिलाल को देखता हैं तो बिलाल अपना ट्रैक सूट का जैकेट पहनते हुए बोला " ह्म्म्म्म, एक और बात ध्यान मे रखना कि जैन के बारे वहा कि हवाओं को भी खबर नहीं लगनी चाहिए वर्ना मैं तुम्हें दुबारा किसी भी हवा लेने लायक नहीं छोडूंगा " इतना बोल वो gym से बाहर चला जाता हैं और उसकी बात सून रूद्र अपना मुँह लटकाते हुए बोला " हद्द हैं यार , हर बार बॉस मुझे ही धमकी दे देते हैं और ये नहीं देखते कि कि वो जैन नाम की मुसीबत इतना खतरनाक हैं कि वो जहा रहे लोग बिना बताये जान जाते है किसी को कुछ बताने कि जरूरत ही नहीं " इतना बोल वो अपनी फूटी किस्मत पे रोते हुए रेडी होने चला जाता हैं क्यूंकि थोड़ी देर मे वो सब दुबई को अलविदा कहने वाले थे बैंगलोर, होटल सहारा , एक बेहद खूबसूरती से सजा रूम जिसे देख ऐसा लग रहा था की ये किसी कपल के लिए डेकोरेटेड हैं, कैंडल और रेड रोजेज से सजा वो रूम बेहद खूबसूरत लग रहा था और उस पूरा रूम गुलाब कि मंद मंद खुसबू से सराबोर था , और उसी रूम मे एक लड़की रेड कलर कि साडी पहने बैठी किसी का बेसब्री से इन्तेज़ार कर रही थी उसकी नज़र गेट पे ही टिकी थी , अभी थोड़ी ही देर हुए होंगे कि रूम का गेट नॉक होता हैं जिसकी आवाज़ सूनते ही वो बेड पे बैठी लड़की जल्दी से गेट के पास आके गेट खोलती हैं तो सामने एक लड़की खड़ी थी जिसने same उसी कि तरह रेड कलर कि साडी पहनी हुई थी , रूम के अन्दर खड़ी लड़की सामने खड़ी लड़की को एक नज़र ऊपर से लेके नीचे तक देखती हैं और फिर खुसी से आगे उसे बढ़ गले लगाते हुए बोली " नीता मेरी जान , आई मिस यू a lot " तो ये इशानी थी जो कब से नीता के आने का वेट कर रही थी , इशानी कि बात सून नीता भी उसे हग बैक करते हुए बोली " आई मिस यू to माय लव " इतना बोल दोनों एक दूसरे से अलग होती हैं और फिर gallery मे इधर उधर देख रूम के अंदर आ जाती है , रूम मे आते ही नीता चारो तरफ देखते हुए बोली " वाओ ब्यूटीफुल " फिर इशानी का हाथ पकड़ उसकी आँखों मे देखते हुए बोली " जस्ट लाइक यू माय बेबी " इतना बोलते हुए उसके करीब आने लगती हैं और कुछ ही पल बाद दोनों के होंठ एक दूसरे मे उलझे एक दूसरे को बेसब्री से चूम रहे थे दोनों किश करते हुए धीरे धीरे बेड कि तरफ बढ़ने लगते है , और उनके बेड कि तरफ हर बढ़ते कदम के साथ उनके कपड़े भी जमीन पे गिरते जा रहे थे और कुछ ही देर मे दोनों जोर जोर से आहे भर रही थी और उस पूरे रूम मे उनकी सिसकियो कि आवाज़ गूंज रही थी , असल मे बात ये थी कि नीता और इशानी दोनों लैस्बियन थी लेकिन ये बात उन दोनों के अलावा कोई नहीं जनता था , बाकी दुनिया की नजरो मे तो दोनों के बॉयफ्रैंड्स थे लेकिन सच्चाई क्या थी ये वहीं दोनों जानती थी , करीब दो घंटे बाद नीता ईशानी के ऊपर से हट के हाफ्ते हुए साइड मे लेट जाती है और फिर उसके साइड होते ही इशानी उसे लेटे हुए ही गले लगाते हुए बोली " thanks you so much , आज तुम्हारी वज़ह से मैं और मेरी कंपनी दोनों इस दुनिया में हैं बल्कि इस दुनिया में नहीं आसमान की उचाई छू रहे हैं वर्ना ना जाने कब ही हमारा अस्तित्व लोगों के लिए गायब हो गया होता " क्या सच में इशानी और नीता लेस्बियन होने का राज़ छुप पायेगा? और क्या जरा लंदन जा पायेगी या फिर कृष्णकांत अपने मक़सद में कामयाब हो जाएगा ?, आज के लिए बस इतना ही मिलते हैं नेक्स्ट एपिसोड मे अगर आप को मेरी नावेल अच्छी लगे तो प्लीज लिखे कमेंट एंड प्लीज अपने reviews जरूर शेयर करे , Bye everyone and take care

  • 7. His Bided Wife - Chapter 7

    Words: 1275

    Estimated Reading Time: 8 min

    सुबह के करीब दस बजे, दुबई , बिलाल विला के हॉल मे खड़ा था और उसके सामने काउच पे वहीं क्यूट सा बच्चा अपनी बड़ी बड़ी चमकती आँखों से टकटकी लगाए अपने सामने देख रहा था , और रूद्र किसी बन्दर कि तरह उसके सामने फुदकते हुए कभी उधर छलांग लगा रहा था तो कभी उधर ये सोच के की क्या पता वो उसका ये अदभुत नृत्य कला देखते हुए सो जाये, लेकिन ऐसा दूर दूर तक कुछ भी नज़र नही आ रहा था क्यूंकि वो क्यूट सा लीटील स्टॉर्म उसे बड़ी ही गंदी नज़र से देख रहा था जैसे कहना चाहता हो कि इस अपनी छी छी डांस दिखाने से पहले तुम चुल्लू भर पानी मे डूब  क्यों नहीं मरे , और ऐसे ही काफी देर तक रूद्र कोशिश कर्ता रहता हैं लेकिन at the एन्ड वो थक के हार मानते हुए बोला " बॉस ये जैन नाम का तूफान मुझसे तो हैंडल नहीं होगा उल्टा ये कब से मुझे हैंडल कर रहा है क्यूंकि मैं कब से इसके सामने सर्कस पे सर्कस कर रहा हु और ये सोने कि बजाय मुझे और आंखे फाड़ फाड़ के घूर रहा है " इतना बोल वो जमीन पे ही उलट जाता हैं और बिलाल उसकी बात सुन फ़ोन पॉकेट मे रखते हुए बोला " no one can control a स्टॉर्म because its uncontrollable " इतना बोल वो जैन को अपने गोद मे उठा लेता हैं और उसके गोद मे उठाते ही जैन एकदम से खुस हो अपने छोटे छोटे क्यूट हाथो से जोर जोर से ताली बजाते हुए खिल खिला के हसने लगता है जिससे वो पूरा हॉल उसकी ताजगी भरी खिलखिलाहट से भर गया था और उसके वो गोर क्यूट चब्बी गाल एकदम लाल किसी टमाटर कि तरह हो गए थे , और फिर बिलाल भी उसके खिलखिलाते चेहरे को देख मुस्कराते हुए बाहर आ कार मे बैठ एयरपोर्ट के लिए निकल जाता हैं क्यूंकि उनकी प्राइवेट jate उनका वही wait कर रही थी और उसकी पूरी सिक्योरिटी दुबई गवर्नमेंट खुद अरेंज्ड की थी क्यूंकि उन्हें भी बिलाल के ताकत का बहोत अच्छे से अंदाजा था और इसीलिए जिस रूट से बिलाल एयरपोर्ट जा रहा था वो पूरा रूट जेड प्लस सिक्योरिटी से secure था और इतना ही नहीं वो पूरा रूट आम जनता के लिए बंद करा दिया गया था रात का वक़्त, इंडिया बैंगलोर, अरोड़ा मेंशन, ज़रा और रिया दोनों ढेर सारी शॉपिंग और मस्ती कर के थकी हारी सी घर आती हैं लेकिन सामने का नजारा देख दोनों की  आंखे हैरानी से बहार निकल जाती है , क्यूंकि अरोड़ा इंडस्ट्री कि सारी फाइल्स सभी पेपर्स और भी जितनी जरुरी चींजे थी सब कि हॉल मे कतार सी लगी थी , कृष्णकांत भी वहीं काउच पे अपना सर पकड़ के बैठा था और उसके सामने उसका असिस्टेंट विमल अपना सर झुकाये खड़ा था , ज़रा ये सब देख शॉपिंग के बैग वहीं गेट पे रखते हुए बोली " मामा जी ये सब क्या है ऑफिस के सारे फाइल्स पेपर्स और ये सारे सामान यहा क्या कर रहे है " इतना बोल वो उन दोनों को बारी देखती हैं तो कृष्णाकांत बहोत ही दुःख के साथ खड़े होते हुए बोला " मुझे माफ़ करना ज़रा बेटा मैं तुम्हारी माँ और अपनी बहेन कि सालों कि मेहनत उसका त्याग उसके बलिदान उसकी कंपनी को चलाने मे असमर्थ साबित हो गया " इतना बोल वो ज़रा के पास आके आपने आंख से मगरमच्छ के आंसू पोछने लगता है तो ज़रा नासमझी से उसे देखते हुए बोली " नहीं संभाल पाए से क्या मतलब हैं, प्लीज जो भी कहना हैं साफ़ साफ़ कहिये ये गोल गोल बातें मुझे नहीं समझ आती आपकी " उसकी बात सून कृष्णकांत मुड़ के सामने पडी फाइल्स को देखते हुए बोला " हमारी कंपनी कई महीने से बहोत बड़े घाटे से गुजर रही थी और हमारे हाथ से लगातार प्रोजेक्ट निकल रहे थे जिससे हमारी कंपनी धीरे धीरे कर्ज के बोझ से दबती जा रही थी , लेकिन इसी बीच हमें एक प्रोजेक्ट मिला जो बहोत बड़ा था जो हमें अपनी कंपनी को बचाने का अखरी रास्ता देखा लेकिन जब हमने उस कंपनी के ऑर्डर्स कम्प्लीट कर दिए तो उसने उन्हें लेने से इंकार कर दिया और जगह जगह कमी निकलने लगे " फिर एक गहरी साँस लेके मुड़ते हुए बोला " बस यही हमारी कंपनी उन लोगों के धोखे से दम तोड़ दि और दो दिन पहले ही हमें bankrupt घोसित  कर दिया गया लेकिन मैंने फ़ी भी हार नहीं मानी , और बहोत कोशिश कि लेकिन कुछ नहीं हुआ सब बर्बाद हो गया और आज सुबह ही मुझे बैंक कि एक और नोटिस मिली जिसमे साफ़ साफ़ लिखा था कि बैंक अपने कर्ज चुकाने के लिए हमारे सारी प्रॉपर्टी कि ऑक्शन कराएगा बल्कि उसने ऑफिस पे तो नोटिस भी लगा दिया " इतना बोलते बोलते कृष्णकांत फिर से रोने लगा था और उसकी पूरी बात सुनते ही रिया थोड़ा तेज आवाज़ मे बोली " ये सब आप सच कह रहे हैं ये हम कैसे मान ले क्यूंकि धोखा तो आपकी नस नस मे खून कि तरह दौड़ रहा है है और हो सकता हैं ये आपकी ही चाल हो " इतना बोल वो उसे भौंहे उचका के देखने लगती हैं और उसकी बात सून कृष्णकांत कि गुस्से मे जबड़े कश जाते हैं ,और वो उसे जवाब देने के लिए मुँह खोलता हैं , लेकिन उससे पहले ज़रा रिया को डाटते हुए बोली " रिया हर वक़्त एक ही बात अच्छी नहीं लगती इसलिए प्लीज अभी तुम रूम मे जाओ " इतना बोल वो उसे वहा से जानते का इशारा करती हैं लेकिन रोया जाना तो दूर हिली भी नहीं थी अपनी जगह से , ज़रा कुछ सोचते हुए कृष्णाकांत कि तरफ देखते हुए बोली " एक बात बताइये मामा जी जब उस कंपनी ने हमारे कंपनी को धोखा दिया और आर्डर रेडी करा के नहीं लिया तो फिर आप लोगों ने उस कंपनी के खिलाफ केस फाइल क्यु नहीं किया " इतना बोल वो विमल को देखती हैं जो उसके सवाल सून के थोड़ा हड़बड़ा गया थे लेकिन उसे बिना बोलने का मौका दिए कृष्णकांत जल्दी से बोला " क्यूंकि वो कंपनी ही पूरी फ्रॉड थी उसका कुछ भी पता नहीं था नाही रजिस्ट्रेशन था नाही वो गवर्नमेंट से एफिलिएटेड थी " उसके इतना बोलते ही ज़रा एकदम से गुस्से मे चिल्लाते हुए बोली " तो फिर आप लोगी ने डील क्यु कि उनसे जब इतना सब जानते थे फिर भी हाँ " इतना बोल वो गुस्से मे दोनों को देखति है तो विमल जल्दी से उसके सामने आते हुए बोला " ज़रा बेबी तब हम कुछ नहीं जानते थे उस कंपनी के बारे मे हमने to अब जाके पता किया जब हमारे साथ उन लोगों ने धोखा किया फिर जाके हमें उनकी सच्चाई पता चली " रिया जो अब तक वहीं खड़ी थी वो अपना हाथ बंधे ज़रा के पास आके कृष्णकांत कि आँखों मे देखते हुए बोली " तू चाहे कुछ भी बोल ज़रा लेकिन मैं अब भी यही कहूँगी कि मुझे इस पुरे मामले से साजिश कि बहोत तेज स्मेल आ रही हैं " इतना बोल वो ज़रा को देखती हैं तो ज़रा अपनी आंख बंद कर खुद को कंट्रोल करते हुए बोली " वो क्या साजिश करेंगे रिया क्यूंकि अगर ये घर नहीं रहा कंपनी नहीं रहो तो घटा सिर्फ मेरा ही नहीं बल्कि इनका भी होगा इसलिए प्लीज तू अब ये अपनी फालतू कि बातें करना बंद कर " फिर एक गहरी साँस लेके कृष्णकांत कि तरफ देखते हुए बोली "अब क्या होगा क्यूंकि बचने और बचाने दोनों का रास्ता तो बहोत पिछे छूट गया " Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे, Bye everyone and take care

  • 8. His Bided Wife - Chapter 8

    Words: 1204

    Estimated Reading Time: 8 min

    रात के करीब बारह बजे , ज़रा हॉल मे चुप चाप बैठी थी फिर कुछ सोच के टेबल पे पड़ी फाइल उठा का देखने लगती हैं और ऐसे ही काफी देर बीत जाते हैं लेकिन ज़रा कि आँखों मे नींद दूर दूर तक नहीं थी , और अभी वो अपना मुँह हाथो मे छुपाये बैठी ही थी की इतने मे पिछे से रिया आते हुए बोली " अब तुम्हारें टेंशन लेने खुद को टार्चर करने से कुछ नहीं होगा ज़रा ,क्यूंकि जिसे जो करना था सब कर के चैन कि नींद सो रहे हैं " इतना बोल वो एक नज़र कृष्णकांत और शिवांगी के कमरे की तरफ देखती हैं और फिर ज़रा के पास आके उसे हग कर लेती हैं, और उसके गले लगाते ही ज़रा एकदम से अचानक रोने लगती हैं क्यूंकि आज रात अखरी वो इस घर मे रह सकती थी जहा से उसकी मम्मा कि यादे जुडी थी , और ये घर उसकी कंपनी ये सब उसकी मम्मा कि आखरी निसानी थी जो सायद कल के बाद वो उसे भी खो देगी, रिया ज़रा कि पीठ सहलाते हुए बोली " मुझे मालूम था की तू सब अपने अन्दर भर के बैठी होगी इसीलिए मैं तेरे पास आयी " इतना बोल बो उसे किसी बच्चे कि तरह चुप कराने लगती हैं लेकिन ज़रा कि रोते रोते सिसकियाँ बन गई थी और वो अब जोर जोर से सुबक रही थी , रिया भी उसके आंसू देख खुद को कंट्रोल नहीं कर पाती और वो खुद भी बच्चो की तरह उसे पकड़ के रोने लगती हैं, करीब आधे घंटे बाद जब ज़रा नहीं शांत होती तो रिया उसे खुद से अलग कर उसके आंसू पोछते हुए बोली " ज़रा मेरी जान शांत हो जा पहले तू " इतना बोल वो अपने अंगूठे से उसके आंसू पोछने लगती हैं और ज़रा कि ब्राउन आइस अब तक एकदम सुर्ख लाल हो चुकी थी और उसके गोर गाल भी आंसुओं से भीग के एकदम लाल हो चुके थे उसकी ऐसी हालत देख रिया उसके गाल पिंच करते हुए बोली " तू एकदम टमाटर लग रही है और तेरा ये लाल फेस देख के मन कर रहा है तुझे खा जाऊ " इतना बोल वो ज़रा को देखती हैं तो ज़रा रोते हुए भी हस देतीं हैं फिर आगे बढ़ उसे गले लगाते हुए बोली " तू हमेशा ऐसे ही मेरे साथ रहना हमेशा मेरे पास फिर चाहे बात जो भी हो क्यूंकि मम्मा के जाने के बाद तू ही मेरी दोस्त भी है और मेरा परिवार भी " इतना बोल वो उससे अलग होके खड़े होते हुए बोली " रिया मेरे पास जितने भी घंटे हैं मैं अपनी मम्मा के साथ उनके एहसासो के बीच गुज़ारना चाहती हू इसलिए मैं मम्मा के कमरे में जा रही हु " इतना बोल वो वहा से चली जाती है और उसे जाते देख रिया अपने मन मे बोली " जानती हू मैं मुझसे बोल के जरूर गई हो कि मम्मा के पास जा रही हु लेकिन तुम वहा रोते हुए सब बुआ माँ से बताओगी " इतना बोल वो एक गहरी साँस लेती हैं और फिर वो खुदखुद भी वहीं काउच पे बैठ जाती है क्यूंकि उसे भी अब इतना कुछ होने के बाद पूरी रात नींद तो नहीं आने वाली थी , दूसरी तरफ , एक आसमान को छूती बेहद खूबसूरत और लाइट से चमचमाती हुई बिल्डिंग जिसके सामने एक बड़ा सा बैनर लगा था " खान ग्रुप ' और उसी बिल्डिंग के सबसे ऊपर वाले फ्लोर पे एक किंग चेयर पे बिलाल अपने पैर पे पैर रख के बहोत ही रौब से बैठा था , और उसके सामने जैन यानी के बिलाल के लिए स्टॉर्म उसका बेटा टेबल पे बैठा अपने छोटे छोटे क्यूट हाथो से mulberry खा रहा था जिससे उसका गोल मटोल चेहरा पूरा एकदम लाल हो गया था और ऐसे ही उसके छोटी छोटी क्यूट उंगलियों का भी हाल था वो भी एकदम रेड हो चुकी थी बाकी उसके वाइट टी शर्ट कि तो हालत ही खराब थी लेकिन वो क्यूट से गोलू मोलू जैन अपने में ही मस्त नामु नामु करते हुए mulberry खा रहा था , बिलाल उसे देखते हुए बोला " कल तुम किसी अपने बहोत खास से मिलने वाले हो लेकिन अफसोस कि तुम उसे जानते तक नहीं " इतना बोल वो उसे अपनी भौंहे उचका के देखता हैं तो बेचारा जैन उसे देख अपने खोड़े क्यूट दांत दिखा देता हैं जैसे वो सब जनता हो , और उसे ऐसे देखते बिलाल भी मुस्करा के उसके बगल रखी वेट नैपकिन उठता हैं और उसके छोटे छोटे हाथ और उसका क्यूट सा गोल मटोल गाल साफ़ कर्ता हैं, फिर उसे अपनी गोद मे उठाते हुए बोला " चलो अब तुम सो जाओ " इतना बोल वो उसे कैबिन के अन्दर बने अपने प्राइवेट रूम मे लेके चला जाता हैं अन्दर आके बिलाल उसे बेड पे लिटा के खड़ा हो जाता हैं और फिर अपनी टाई ढीली कर के वाशरूम मे जाने को होता कि उससे पहले ही उसकी बेड पे नज़र पढ़ती हैं जहा उसका तूफान उठ के बैठ चुका था , और उसे ऐसे देख बिलाल उसके पास आते हुए बोला " स्टॉर्म बैड manner सो जाओ तुम अब " इतना बोल वो फिर उसे लिटा देता हैं लेकिन वो वाशरूम के गेट के पास पहुंचा था की उसे फिर से बेड से आहट आती हैं जिसे देखते ही बिलाल कि आंखे हैरानी से बड़ी हो जाती है और वो फिर वापस आके उसे बेड पे लिटाता हैं लेकिन उसके वाशरूम के गेट पे पास पहुंचने से पहले ही वो फिर उठ के बैठ जाता और ऐसे चार पांच बार , बार बार जैन रिपीट कर्ता रहता हैं जितनी बार बिलाल उसे लिटाता वो उतनी बार उठ के बैठ जाता और खूब जोर जोर से खिल खिला के हस्ता जैसे उसे बिलाल को तंग करने मे मजा आ रहा हो, लेकिन ये बात भी सच थी कि बिलाल पूरी तरह तंग आ चुका था और वो बार बार फिर उसे लिटा के जाता हैं लेकिन फिर जैन उठ के बैठ हिलते डुलते हुए खूब जोर जोर से हस रहा था , और उसे ऐसे खुद को परेशान करते देख बिलाल जैन को अपनी आंखे छोटी कर के देखते हुए बोला " डोंट यू थिंक कि तुम्हारें ये माउस टीथ ज्यादा ही बाहर आ रहे हैं " इतना बोल वो उसे घूरता हैं तो जैन उसकी पूरी बात हसी मे उड़ाते हुए और जोर जोर से हसने लगता है जैसे कहना चाहता हो कि मेरा स्टॉर्म नाम भी तो आपने ही रखा हैं ना डैड, और उसे अपना मजाक उड़ाते देख बिलाल अपनी शर्ट के ऊपर के बटन खोलते हुए बोला " बहोत डेरिंग हो गए हो तुम स्टॉर्म ,बट आई लाइक योर डेरिंग " इतना बोल वो उसे अपने गोद मे उठा के उससे बात करते हुए उसे सुलाने कि कोशिश करने लगता है और थोड़ी ही देर मे जैन सो जाता भी जाता हैं क्यूंकि वो भी बिलाल को परेशान करने मे थक गया था , और फिर बिलाल उसके सर पे अपना हाथ घुमा उसे बेबी क्रिब मे लिटा देता और खुद वाशरूम मे शावर लेने चला जाता हैं Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे , Bye everyone and take care

  • 9. His Bided Wife - Chapter 9

    Words: 1156

    Estimated Reading Time: 7 min

    सुबह का वक़्त, ज़रा रिया के बुलाने पे अपने मम्मा रागिनी अरोड़ा के रूम से बाहर आती हैं इस वक़्त उसकी आंखे लाल और रात भर रोने और ना सो पाने कि वज़ह से एकदम सूज चुकी थी , उसके गाल पे आंसुओ के निसान थे और इस वक़्त उसकी हालत बिल्कुल किसी बेजान गुड़िया कि तरह हो गई जिसकी सांसे तो चल रही थी लेकिन उसकी रूह उससे ही खफा हो गई थी , रिया उसकी ऐसी हालत देख उसका चेहरा अपने हाथो मे भरते हुए बोली " ये तू क्या हालत बना ली हैं अपनी हाँ देख खुद को तू ,क्या थी और क्या बन गई हैं " इतना बोल वो उसे देखने लगती हैं और उसकी बात सून ज़रा एक टक सामने देखते हुए बोली " मैं अब कुछ कहा रह ही गई हू " इतना बोल वो वहा से किसी बेजान मूरत कि तरह आगे बढ़ जाती है और वैसे ही उसी हालत मे हॉल से बाहर जाने लगती हैं तो रिया दौड़ के उसके सामने आते हुए बोली " ज़रा कहा जा रही है तू ऐसी कंडीशन मे , बाहर वो ऑक्शन कि प्रिपरेशन हो रही है " इतना बोल वो उसे अन्दर कि तरफ खींचने लगती हैं लेकिन ज़रा अन्दर आने कि बजाए उसका हाथ छुड़ा के बिना कुछ बोले ग्राउंड कि तरफ चली जाती हैं, और रिया गुस्से मे एक नज़र हॉल मे बैठे कृष्णकांत और शिवांगी पे डाल वो भी जल्दी से भागते हुए ज़रा के पास आ जाती है , और अन्दर शिवांगी जो ऐसे तैयार हुई थी की ऑक्शन उसके घर का नहीं बल्कि वो किसी के ऑक्शन में जा रही हो वो अपने साडी के प्लेट ठीक करते हुए बोली " मैडम कि नौटंकी तो देखो ऐसा लग रहा हैं कि नीलामी सिर्फ इनके घर कि हो हम तो नीलामी कराने वालो मे से हो " इतना बोल वो कृष्णकांत को देखती हैं जो उसे ही गुस्से मे घूर रहा था फिर अपना चस्मा नीचे रख उसी गुस्से मे धीरे से अपने दांत पिसते हुए बोला " अपनी ये कैंचि जैसी जुबान सम्भाल के रखो वर्ना कहीं मुझे ही इन्हे ना काटना पढ़ जाये " इतना बोल वो उससे अपनी नजरे हटा घर के नौकरो को घूरता हैं जो उन्हें ही देख रहे थे दूसरी तरफ , खान ग्रुप, बिलाल शावर लेके जैन को गोद मे लिए वाशरूम से बाहर आता हैं , जैन इस वक़्त बहोत क्यूट लग रहा था उसकी गीली पलकें और गुलाबी गाल नहाने कि वज़ह से बहोत ही ज्यादा क्यूट लग रहे थे और उसी मे उसने छोटू सा क्यूट सा बाथरोब भी पहना था जिससे वो और भी ज्यादा अडोरबल लग रहा था , और बिलाल वो तो ठंडे पानी मे शावर लेने जे बावजूद हद्द से ज्यादा हॉट लग रहा था उसके ब्रॉड मस्कुलर चेस्ट बहोत ही सेक्सी लग रहे थे , बिलाल जैन को गोद मे लिए हुए ही वार्डरॉब से दोनों के कपड़े निकालता हैं और फिर सब से पहले जैन को एक क्यूट सा ब्लैक एंड वाइट मे डंगरी सूट पहनता हैं और फिर खुद भी ब्लैक एंड वाइट के कॉम्बो मे बिजनेस सूट पहन अपने बाल सेट कर्ता हैं उसके बाद जैन को बेड पे खड़ा कर उसे ऊपर से लेके नीचे तक देखते हुए बोला " हम्म लुकिंग क्यूट हैंडसम बॉय बट नॉट मोर देन मी " इतना बोल वो हस्ता हैं तो उसकी बात सून जैन भी हिलते धुलते खूब जोर से खिल खिला के हसने लगता है दूसरी तरफ, अरोड़ा मेंशन के सामने सब आ चुके थे और बैंक के अफसर एक दूसरे को इशारा कर अनाउंसमेंट के लिए कहते हैं तो उन्हीं मे से एक ऑफिसर अपनी ब्लेजर ठीक करते हुए सामने पोडियम पे आ माइक अपने सामने करते हुए बोला " लेडीज एंड जेंटल मैन जैसा कि आप सब को पता हैं कि आज इस बंगले अरोड़ा इंडस्ट्री  और ..." वो इतना ही बोल पाया था की उसक सीनियर उसे अपनी आंखे दिखा देता हैं जिससे वो तुरंत टॉपिक को टर्न करते हुए बोला " बंगले और अरोड़ा इंडस्ट्री की bidding होने वाली है " इतना बोल वो सब की तरफ देख क्लैप कर्ता हैं तो वहा बिडिंग के लिए आए लोग ताली बजाने कि बजाये अपनी भूखी गंदी और बेहद घिनौनी नजरो से ज़रा को देख रहे थे जिसे कुछ होश ही नही था , लेकिन उसके बगल बैठी रिया उन सब कि नजरे ज़रा पे देख अपना चेहरा घुमा के कृष्णकांत और शिवांगी को घूरते हुए अपनी भौंहे उचकाती हैं लेकिन तब तक वो ऑफिसर फिर से बोलना शुरू कर्ता हैं, " और इस bidding कि बेस प्राइस हैं 200 करोड़ " और उसके इतना कहते ही वहा बैठा एक अधेड़ उम्र का आदमी जल्दी से अपना हाथ ऊपर कर ज़रा कि तरफ देखते हुए बिड करने को होता हैं की वो ऑफिसर उसे रोकते हुए बोला " अरे जेंटल मैन अभी रुक जाइये " इतना बोल वो बेशर्मी से हस देता हैं लेकिन अब रिया को पक्का सक हो चुका था की दाल मे कुछ तो काला हैं, और सामने पोडियम पे खड़ा ऑफिसर बोर्ड उठाते हुए बोला " बिडिंग स्टार्ट नाउ " उसके इतना बोलते ही निचे फर्स्ट रौ मे बैठा एक आदमी जल्दी से हाथ उठाते हुए बोला " 250 करोड़ " उसके इतना बोलते ही लास्ट मे बैठा आदमी ज़रा पे अपनी नज़र गड़ाए हुए बोला " 300 करोड़ " और फिर बीच मे बैठा आदमी हाथ उठाते हुए बोला " 500 करोड़ " इतना बोल वो बड़े ही गर्व से ज़रा कि तरफ देखता हैं जैसे अब उसके आगे कोई बोली नहीं लगा पायेगा और यही हुआ भी सब एक दूसरे का मुँह देखते हुए ना मे सर हिलाते लगे थे , और वो घटिया आदमी अपनी तोंद पे हाथ फेरते हुए गिरी हुई हसी के साथ जरा को देख रहा था , वो ऑफिसर लोगों मे शांति देख अपना बिडिंग बोर्ड निकालते हुए बोला " 500 करोड़ वन , 500 करोड़ टू ,500 क......" वो इतना ही बोल पाया था कि पिछे से किसी शेर जैसी दहाड़ती आवाज़ सब के कान ठण्डे कर देतीं हैं " 5000 करोड़ " इसी आवाज़ के साथ उस पूरे गार्डन मे मातम का सन्नाटा पसर जाता हैं और इसी के साथ वहा बैठे आदमी जैसे ही अपना सर घुमा के पिछे देखते हैं सब कि हालत एकदम ख़राब हो जाती है और सब के सब अपनी चेयर से ऐसे खड़े होते हैं जैसे वो चेयर नहीं उनकी मौत कि कुर्सी हो , क्यूंकि सामने कोई और नहीं बिलाल खान खड़ा था अंडरवर्ल्ड कि दुनिया का बेताज बादशाह और बिजनेस का किंग और मौत का दूसरा नाम, और ज़रा जो कब से वहा मूरत बनी बैठी थी वो इतना बड़ा amount और इतना खतरनाक खौफ सून अपना सर घूमा के देखती हैं तो उसकी नज़र सीधे जाके बिलाल कि नजरो से टकरा जाती है जो उसे ही देख रहा था , Aaj ke liye bas itna hi , Yaar aap log rating नहीं दे रहे नाही comment kar rahe please rate करिए , Okay ji byyy

  • 10. His Bided Wife - Chapter 10

    Words: 1118

    Estimated Reading Time: 7 min

    जरा कि नज़र जैसे ही बिलाल से मिलती है उसका दिल न जाने क्यु अनायास ही जोर जोर से धड़कने लगता है उसे न जाने क्यों लेकिन बिलाल का चेहरा जाना पहचाना सा लग रहा था मगर उसके दिमाग मे इस वक़्त इतनी उथल पुथल मची थी कि उसका दिमाग कुछ सोच ही नहीं पा रहा था , लेकिन ये भी सच था की उसकी नज़र बिलाल से हट ही नहीं रही थी, जैसे उसे किसी चीज़ ने जकड़ लिया हो और बिलाल बिना किसी एक्सप्रेशन के उसे वहीं खड़ा नज़र भर देखता हैं और फिर एक सरसरी नज़र वहां बैठे बुद्धो पे डाल सीधे स्टेज कि तरफ चल देता हैं , और रूद्र जैन नाम की मुसीबत को अपने गोद मे बहोत ही सेफ्टी के साथ लिए उसके पिछे पिछे स्टेज कि तरफ चल देता हैं, और वहा बैठे सारे लोग जो अभी तक बिलाल के एंट्री कि खौफ और सदमे से नहीं निकल पाए थे उन्हें उसके साथ एक बच्चा देख और भी ज्यादा शॉक लगता है , क्यूंकि पिछले छः महीने से बिलाल आउट ऑफ़ इंडिया था लेकिन कहा था किसी को नहीं पता क्यूंकि वो बिलाल था जिसके बारे मे लोग क्या उसके खुद के फॅमिली वाले भी उतना ही जानते थे जितना वो उन्हें बताता था खैर, बिलाल वहा बैठे सारे बैंक के ऑफिसर को घूरते हुए चेक साइन कर उनके मुँह पे फेंकते हुए बोला " अपनी जिंदगी कि उलटी गिनती गिनना शुरू कर दो क्यूंकि मौत तुम्हारें बहोत करीब हैं " इतना बोल वो अपने दांत पिसते हुए कृष्णकांत को देखता हैं जिसका डर से बुरा हाल था उसकी पूरी बॉडी बिलाल के खौफ से पसीना पसीना हो चुकी थी और उसके हाथ पैर बुरी तरह काँप रहे थे बिलाल अपनी नज़र उन सब से हटा ज़रा कि तरफ देखते हुए अपने लंबे लंबे कदमो से उसके सामने आके खड़ा हो जाता हैं और उसके अचानक अपने सामने आने से ज़रा एकदम से डर के हड़बड़ाते हुए खड़ी हो जाती है और उसे अपने धड़कते दिल के साथ देखने लगती हैं लेकिन इससे पहले वो कुछ समझ पाती अचानक बिलाल उसकी कलाई पकड लेता हैं जिससे ज़रा एकदम से डर के दो कदम पिछे हो जाती हैं और उसके पास खड़ी रिया का भी सेम रिएक्शन था , ज़रा लगभग गुस्से मे उससे अपना हाथ छुड़ाते हुए बोली "ये आप क्या कर रहे है छोड़िये मुझे " इतना बोल वो रोते हुए उससे अपना हाथ छुड़ाने लगती हैं और रिया जिससे ज़रा का रोना देखा नहीं जा रहा था वो जल्दी से आगे बढ़ बिलाल से उसका हाथ छुड़ाने को होती हैं कि उसके टच से पहले ही बिलाल उसे अपनी गुस्से भरी नज़र से देखता हैं जिससे रिया का हाथ अपने आप पिछे हो जाता हैं, और ज़रा उसे अपना हाथ ना छोड़ते देख रोते हुए बोली " मेरा हाथ छोड़ो तुमने मेरा घर ख़रीदा हैं मुझे नहीं ,छोडो मेरा हाथ " इतना बोल वो अपनी पूरी ताकत से बिलाल के हाथ पे कश के दांत काट लेती हैं जिससे बिलाल अपनी आंख बंद कर लेता हैं और फिर बिना एक पल देरी किए उसे एक झटके मे अपनी गोद मे उठाते हुए बोला " तुम ऐसे ही मानोगी " इतना बोल वो उसे अपनी बहो मे कश लेता हैं और ज़रा उससे बार बार रोते हुए छूटने कि कोशिस कर रही थी लेकिन कोई फायदा नहीं भारी भरकम बिलाल मे ज़रा जैसे कहीं खो सी गई थी, और बिलाल उसे गोद मे लिए जैसे ही अपना कदम आगे बढ़ाता हैं उसे अपने पैर मे कुछ भारी सा लटका हुआ फील होता हैं इतना महसूस करते ही बिलाल अपना सर नीचे कर के देखता हैं तो हैरानी से उसकी बड़ी आंखे बड़ी हो जाती है क्यूंकि नीचे और कुछ नहीं जैन उसका पैर पकड़ के लटका था जैसे वो ज़रा के साथ उसका बेहेवियर बिल्कुल बर्दास्त नहीं कर पा रहा था और उसका पैर पकड़ के स्ट्राइक कर रहा था कि ज़रा को छोडो, उसे ऐसे देख बिलाल गुस्से मे अपनी नज़र उठा के रूद्र कि तरफ देखता हैं to वो अपने मुँह पे हाथ रख के खड़ा था उसे ऐसे देख बिलाल उसे अपनी कड़कड़ाती आवाज़ मे डाटते हुए बोला " मुँह छुपा के खड़े खड़े देख क्या रहे हो उठाओ इसे " उसकी बात सुनते ही रूद्र जल्दी से अपने मुँह से हाथ हटाते हुए बोला " बॉस मैं इस तूफान को छूने कि हिम्मत भी नहीं कर सकता देखिये इसने मुझे नोच नोच के मेरे थोबड़े का नक्सा बदल दिया हैं " इतना बोल वो वापस अपने मुँह पे हाथ रख लेता हैं और उसकी बात सून ज़रा, जो अब तक बिलाल से छूटने कि कोशिश कर रही थी वो उन दोनों के मुँह से तूफान नाम सून के स्ट्रगल करना भी छोड़ दी थी और बिलाल खीजते हुए एक नज़र निचे देखता हैं तो जैन अब भी किसी बन्दर कि तरह उसका पैर पकड़ के लटका था और फिर बिलाल गुस्से मे रूद्र को देखता हैं और फिर बिना दोनों को खुद से अलग किये ऐसे ही पैर मे जैन को टांगे और गोद मे स्ट्रगल करती ज़रा को लिए हुए ही अपनी लम्बोर्गिनी के पास आता है तब तक रूद्र गेट खोल के खड़ा था,बिलाल कार के पास पहुंच सबसे पहले ज़रा को उठा के कार मे धक्का देके जबरदस्ती बिठाता हैं और जल्दी से गेट बंद कर देता हैं फिर अपने पैर में दांत काटने कि कोशिश कर रहे जैन को उठता हैं और दूसरी तरफ का गेट खोलता हैं तो ज़रा जल्दी से खिसक के उस साइड भागने को होती हैं कि उससे पहले ही बिलाल उसे धक्का देके खुद बैठ ड्राइवर को कार आगे लेने का इशारा कर देता हैं, और कार के वहा से निकलते ही ज़रा कार मे तड़फड़ाते हुए बाहर जाने कि कोशिस करने लगती हैं और उसके मुँह से बस यही बात निकल रही थी कि "प्लीज मुझे जाने दो प्लीज " लेकिन बिलाल ने उसकी एक भी नहीं सूनी और तब टक उसकी आंखे रो रो के सूज गई थी और उसके ही जितना रिया भी तड़पते हुए उसके लिए रो रही थी लेकिन जैसे उसका दिमाग ही सुन्न पढ़ गया हो उसे कुछ समझ ही नहीं आया और इससे पहले वो ज़रा को बचाने के लिए कुछ कर पाती ज़रा उससे हमेशा हमेशा के लिए दूर हो गई, यही सब सोचते हुए वो गुस्से मे रट हुए कृष्णकांत के पास आयी और एकदम से उसका गिरेबान पकड़ते हुए बोली " घटिया आदमी ये सा तुम्हारें प्लान का हिस्सा था न जैसे तुमने मेरी बुआ माँ को मारा वैसे आज तूने मेरी बहन को भी मुझसे छीन लिया" Aaj ke liye बस इतना ही, मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे Bye everyone and take care

  • 11. His Bided Wife - Chapter 11

    Words: 1660

    Estimated Reading Time: 10 min

    रिया गुस्से मे रोते हुए कृष्णकांत के पास आती हैं और एकदम से उसका गिरेबान को पकड़ते हुए बोली " घटिया आदमी ये सब तुम्हारी ही साजिश हैं ना ?  तुमने ही प्लान किया है और ये भी तुम्हारी ही प्लान का एक हिस्सा था ना ?, मैं सब जानती हू तुमने ही मेरे माँ बुआ को मारा है और उतने से तुम्हारा पेट नहीं भरा तो तुमने मेरी बहन को भी मुझसे दूर कर दिया घटिया आदमी " इतना बोल वो उसको जोर से धक्का दे देतीं जिससे कृष्णकांत खुद को सम्भाल नहीं पाता और सीधे शिवांगी के ऊपर गिर जाता हैं जिससे दोनों एक साथ नीचे जमीन पे गिर जाते है , और उन दोनों को जमीन पे गिरते हुए देख अपने दांत पिसते हुए बोली " सपने में भी मत सोचना कि मै अब तुम दोनों के साथ एक छत के निचे रहूंगी लेकिन हाँ मैं तुम लोगों को अब चैन से रहने नहीं दूंगी ye मेरा वादा हैं " इतना बोल वो गुस्से मे तेज तेज साँस लेते हुए वहा से चली जाती हैं और वो दोनों अपनी ही बेटी को ही अपना इतना बड़ा दुश्मन बना देख शॉक मे थे , कहा उन्होंने सोचा था की अब ज़रा के जाने के बाद रिया का बेहेवियर उनके प्रति बदल जाएगा लेकिन उसके उलट वो to अब उनकी जान कि दुश्मन बन गई थी , वहीं दूसरी तरफ , कार मे ज़रा रोते हुए बार बार डोर अनलॉक करने कि कोशिस कर रही थी और जब गेट नहीं खुलता तो वो रोते हुए पिछे मूढ़ के देखती इस उम्मीद मे कि अब भी उसे एक मौका मिल जाये यहा से भागने का या फिर बिलाल उसे अभी वापस उसके घर छोड़ो दे, लेकिन ऐसा कुछ नही हुआ काफी देर तक कोशिश करने के बाद जब बिलाल कि ततरफे  कोई रिएक्शन नहीं मिलता तो वो एकदम से शांत होके बैठ जाती है और जोर जोर से सिसकने लगती हैं जिससे उसकी पूरी बॉडी हिल रही थी , और वहीं बिलाल कि गोद मे जकड़ा जैन बार बार उससे अपने हाथ छुड़ाने कि कोशिस कर रहा था जैसे वो ज़रा का रोना बर्दास्त नहीं कर पा रहा हो और वो बार बार अपने हाथ उससे छुड़ाते हुए अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह कर रहा था लेकिन बिलाल के सामने उसकी एक नहीं चल रही थी बिलाल जैन को घूरते हुए बोला " स्टॉर्म कंट्रोल योर इमोशंस एंड एक्शन टू " इतना बोल वो उसे अपनी भौंहे सिकोड़ के ऑब्ज़र्व करने लगता है और उसकी नज़र और बातें जो जैन बहोत अच्छे से समझ चुका था वो अचानक जोर जोर से चिल्लाने लगता है और उसकी आवाज़ इतनी तेज थी कि बिलाल को हद्द से ज्यादा गुस्सा और इरिटेशन दोनों होने लगता हैं और तंग आके बिलाल उसे डाटने के लिए मुँह खोलता हैं लेकिन उससे पहले ही ज़रा गुस्से मे रोते हुए बिलाल के ऊपर चढ़ के उसके लेफ्ट शोल्डर पे जोर जोर से मुक्के मारने लगती है और उसे मारते हुए बस यही बोले जा रही थी की" मुझे तुम्हारे साथ कहीं नहीं जाना, छोडो मुझे ,मुझे वापस अपने घर जाना है , छोडो मुझे " इतना बोलते हुए वो बार बार बिलाल के शोल्डर पे मारे जा रह थी और बिलाल अब उस की डोमिनेटिंग हरकतो से तंग आके, एक झटके मे उसका हाथ पिछे मोड़ एकदम से उसे अपने बिल्कुल पास खिंच उसकी भूरी आंख मे अपनी रेड वायलेट आँखों से घूरते हुए बोला " अब अगर तुम्हारें मुँह से एक भी आवाज़ निकली तो मै तुम्हें दुबारा कुछ बोलने लायक नहीं छोडूंगा इसलिए चुप चाप मेरी बात मान मेरे साथ चलो " इतना बोल वो उसे एक वार्निंग लुक देता हैं और जैन जो उन दोनों को बारी बारी देख रहा था वो धीरे धीरे अपनी मुंडी दोनों के बीच ला ज़रा कि तरफ देखते हुए बड़े ही क्यूट तरीके से मुस्कराता हैं और ज़रा जो इस पुरे उलझन मे पहली बार जैन को देख रही थी , वो ना जाने क्यु लेकिन उसे जैन से एक अनजान सा खिचाव महसूस होता है जिससे vo चाह के भी अपनी नजर उस पे नहीं हटा पा रही थी और ज़रा के अन्दर उसे देखते ही एक बहोत अलग बहोत अजीब सी  उथल पुथल मची थी जिसका मतलब to ज़रा समझती थी लेकिन fir भी नहीं समझना चाहती थी  , और जैन मुस्कराते हुए अपने छोटे छोटे क्यूट हाथो se उसके आंसू पोछने लगता हैं इस Waqt vo बहोत ही क्यूट लग रहा था क्यूंकि उसके पैदा होने से लेके आज से पहले वो किसी भी लड़की से नहीं मिला था पहला रीज़न था कि बिलाल उसे पूरी दुनिया से छिपा के रखा था, और दूसरा रीज़न ये था कि बिलाल ने उसके लिए कोई भी फीमेल केयर टेकर या अपने पूरे विला मे किसी भी फीमेल होम हेल्पर को नहीं रखा था , जैन अपने छोटे छोटी क्यूट हाथ से ज़रा के आंसू पोंछ रहा था और उसके इतने प्यार भरे gesture से ना जाने ज़रा को क्या होता हैं कि वो फिर से जोर जोर से रोने लगती हैं, और उसे ऐसे रोते देख जैन उसके मुरझाये चेहरे को अपने छोटू से हाथ मे भर बेहद प्यार से उसके गाल को चूम लेता हैं इतना देखते ही बिलाल कि आंखे बड़ी हो जाती हैं और वो कुछ कहता या कर्ता जैन ज़रा के दूसरी गाल पे भी किश कर लेता हैं, जिससे ज़रा और ज्यादा इमोशनल होके उसे गले लगा लेती हैं और जोर जोर से रोते हुए उसे अपनी गोद मे ले लेती हैं, और अब तो उसके गले लगाने से जैन अपना निचला होंठ निकाल उसके साथ खुद भी जोर जोर से रोने लगता हैं और अभी तक बिलाल जो उनके इस मिलाप से परेशान था वो अब उनके इस रोने से वो भी एक साथ और ज्यादा परेशान हो चुका था अब तो उसे ऐसा लग रहा था कि अभी तक वो अपने घर मे सिर्फ एक तूफान को झेल रहा था लेकिन अब उसके जिंदगी मे दो दो तूफान आ चुके थे खत्री इंडस्ट्रीज, शाम का वक़्त, इशानी अपनी कैबिन मे मुस्कराते हुए बैठी अपने और नीता के साथ बिताये क्वालिटी मोमेंट के बारे मे सोच रही थी क्यूंकि उसकी लाइफ इतनी स्मूथ चल रही थी की उसे किसी और चीज़ कि टेंशन ही नहीं थी और उसका रिलेशन भी नीता के साथ बहोत अच्छा चल रहा था ,और इन सारी खुसियो का राज बिलाल था और कभी कभी उसके लाइफ मे बिजनेस रिलेटेड थोड़ी प्रॉब्लम आती हैं जिसे वो बिलाल से सोल्व करा लेती थी अब वो बात अलग हैं कि बिलाल उसे अपनी मर्जी या किसी मजबूरी मे कर्ता था लेकिन उसे वो करना पढ़ता था , अभी इशानी अपने रूम मे बैठी मुस्कराते हुए अपने फ़ोन में नीता और अपनी कुछ प्राइवेट पीकस देख रही थी कि तभी उसके कैबिन का गेट खोलता हैं और नीता गुस्से मे अन्दर आके फाइल टेबल पे पटक इशारा उधर घूमने लगती हैं, ईशानी उसे इतने गुस्से मे देख उसके सामने आते हुए बोली " क्या हुआ नीता इतने गुस्से मे क्यु हो " उसकी बात सून नीता गुस्से मे अपना हाथ टेबल पे पटकते हुए बोली " हमारे हाथ से इतनी बड़ी डील चली गई इशानी इतनी मेहनत कि थी मैंने इस प्रोजेक्ट को paane के लिए, रात भर जाग के मैंने उसकी प्रेजेंटेशन को रेडी किया लेकिन उस माज़िद के बच्चे ने मेरे मुँह से ये डील लेके चला गया " उसकी बात सुनते ही इशानी जो थोड़ा टेंशन में थी अचानक हस्ते हुए बोली " क्या नीता तुमने तो मुझे डरा दिया , अरे वो बिलाल खान जब तक मेरे हाथ मे हैं तब तक ये माजिद क्या बिलाल खुद हमें वो डील हैंडओवर करके जाएगा " इतना बोल वो हसने लगती हैं तो उसकी बात सून नीता उसे पकड़ के हिलाते हुए बोली " तुम्हें पता हैं ना कि वो माजिद उस बिलाल का भाई हैं और उसका एक एक एक्शन बिलाल कि तरफ से डायरेक्ट किया जाता हैं " उसकी बात सून इशानी अपना फ़ोन उठाते हुए बोली " तुम देखो तो मैं अभी उस माजिद को तुमसे सॉरी बोलने पे मजबूर नहीं कर दिया तो तुम कहना " इतना बोल वो रूद्र को कॉल डायल कर देतीं हैं लेकिन उसे पता नहीं था कि आज उसे ऐसा झटके मिलेगा का कि उसके दिमाग की नस नस ढीली हो जाएगी, पहली बार बेल्ल बज के कॉल कट हो जाती हैं लेकिन रूद्र कॉल रिसीव नहीं कर्ता ,इशानी एक गहरी साँस लेके उसे फिर कॉल लगाती हैं और इस बार कॉल कट होने से पहले रूद्र कॉल रिसीव कर लेता हैं उसके कॉल रिसीव करते ही इशानी बड़े रौब और अकड़ से बोली " मिस्टर रूद्र कहीं आपके बॉस खुद को कल के न्यूज़ कि हेडलाइन बनाना चाहते हैं क्या जो उनके भाई ने एक बार फिर अपनी टांग हमारे बीच ले आई  " उसकी बात सुनते ही रूद्र जो बिलाल के सामने वाली कार मे बैठा था वो हस्ते हुए बोला " पहले बात तुम्हारी जैसी दो कौड़ी कि लेस्बियन कि इतनी औकात नहीं " उसके मुँह से लेस्बियन सुनते ही इशानी को ऐसा लगता हैं जैसे किसी ने उसके पैरो तले जमीन खिंच ली हो, रूद्र फिर आगे बोला " और दूसरी बात बॉस तो कल क्या हमेशा से न्यूज़ कि हैडलाइन मे थे है और आगे भी रहेंगे लेकिन तुम अपनी फ़िक्र करो कि कहीं कल तुम्हारी और नीता कि कोई प्राइवेट मोमेंट दुनिया के सामने ना आ जाये और फिर तो तुम जानती हो कुत्ते भी तुम्हें महंगे और वैल्युएबल होंगे " फिर उसे वार्निंग देते हुए बोला " आइन्दा बॉस और बॉस के भाई के बारे मे कुछ भी बोलने से पहले चार बार सोचना वर्ना बॉस को तो तुम जानती हो अगली मुलाकात वो तुम्हारी नीता से नहीं सीधे यमराज से करा देंगे " इतना बोल वो कॉल कट कर देता हैं और उसकी बात सून इशानी धड़ाम से अपनी चेयर पे गिर जाती हैं Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे , Bye everyone and take care

  • 12. His Bided Wife - Chapter 12

    Words: 1372

    Estimated Reading Time: 9 min

    करीब दो घंटे बाद, रिया अपने एक दोस्त के फ्लैट मे बैठी रो रही थी और उसकी दोस्त उसे बहोत समझते कि कोशिस कर रही थी लेकिन रिया के आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे, उसकी दोस्त जिसका नाम जानवी था वो रिया के सामने गुठने के बल बैठते हुए बोली " रिया तेरे रोने से तू ज़रा को नहीं ढूंढ पायेगी उसके लिए तुझे अपने खुद के दिमाग को शांत करना पड़ेगा पहले , फिर कहीं जाके तू कुछ सोच पायेगी वर्ना तू यहा रोयेगी और ज़रा वहा और तू तो जानती हैं कि ज़रा के साथ क्या क्या हुआ हैं वो पहले ही अपना बहोत कुछ खो चुकी हैं और एक बार फिर वो ऐसी मुसीबत मे फस चुकी हैं और तू हैं कि उसे बचाने कि बजाय यहा आंसू बहा रही हैं " इतना बोल वो उसका चेहरा अपने हाथ मे भर ऊपर करती हैं तो रिया रोते हुए अपने आंसू पोंछ सिसकियो के बीच बोली " मुझे इस बात का दुख हैं कि कोई कैसे इतना गिर सकता हैं जहान्वी , मुझे तो शर्म आती हैं उन्हें अपना माँ बाप कहते हुए, अरे जैसे मैं थी वैसे ही तो ज़रा भी थी और मेरी ज़रा तो कभी कुछ बोलती भी नहीं थी उन दोनों उनका जैसे मन कर्ता था वो वैसे कंपनी चला रहे थे, उसे नाही कंपनी se मतलब था नाही वहां से होने वाले अर्निंग से इवन उसे तो उसकी जरुरत के भी पैसे नहीं मिलते थे इन लोगों से, वो तो मैं थी जो जबरदस्ती उन लोगों से पैसे लेती थी , वो भी किस कि  कमाई के मेरी माँ बुआ कि मेहनत के पैसे जिससे जायज़ हक़्क़ सिर्फ ज़रा का रहता था और आज देखो वो मेरे सामने से उसे कोई जबरदस्ती लेके चला गया लेकिन मै कुछ नहीं कर पायी जहान्वी कुछ भी नहीं, जबकि मैं जितनी बार मुसीबत मे रही हू उसने ही हर बार मुझे उस मुसीबत से निकाला हैं फिर बात चाहे जहा कि लेकिन मैं ,मैं नाही उस दिन और नाही आज दोनों ही दिन मैं उसे नही बचा पायी " इतना बोल वो जोर जोर से रोने लगती हैं और रोते हुए ही बोली " पता नहीं मेरी ज़रा कहा कैसे और किस हाल मे होगी, मुझे तो कुछ पता भी नहीं " इतना बोल वो fir से अपना मुँह छुपा के रोने लगती हैं और जहान्वी उसे चाहते हुए भी नहीं चुप करा पा रही थी क्यूंकि वो भी चाहती थी की रिया अपना मन हल्का कर ले जो सायद उसके आंसू के बहने के साथ शांत भी हो raha था करीब आधे घंटे बाद जब रिया का मन थोड़ा शांत होता हैं तो वो अपने आंसू पोंछ काउच से उठते हुए बोली " अब चाहे जो हो और चाहे मुझे जो कुछ भी करना पढ़े लेकिन मैं अब अपनी ज़रा को उस आदमी से छुटकारा दिला के रहूंगी " वहीं दूसरी तरफ , बिलाल की कार मे, ज़रा चुप चाप अपना सर कार कि विंडो से लगाए बैठी यही और उसकी गोद मे अब भी जैन था लेकिन वो रोते रोते सो चुका था , ऐसा नहीं था कि बिलाल उसे अपनी गोद मे लेने को कोशिस नहीं कि थी लेकिन जैन ही जो बिलाल के पास नहीं जानते रहा था और जब भी बिलाल उसे अपनी गोद मे लेने कि कोशिश कर्ता तो वो उसे गुस्से मे देखते हुए अपने हाथ पैर चलाने लगता जिससे बिलाल भी अब कोशिस करना छोड़ अपना फ़ोन काम मे लग गया था , और बिलाल अपनी आई पैड पे उंगलियां चला रहा था लेकिन कभी कभी अनायास ही उसकी नज़र ज़रा पे चली जा रही थी लेकिन वो ज़रा के अपने तरफ देखने से पहले ही वापस अपनी नज़र उन दोनों से हटा ले रहा था कुछ ही देर हुए होंगे कि उनकी कार एक बड़े से गेट से होते हुए अन्दर आती हैं जिसे देखते ही ज़रा ठीक स्व बैठ अपनी नज़र इधर उधर कर के देखने लगती हैं, चारो तरफ गार्डन और बिच मे एक बड़ा सा घर बना था जिसके एंट्रेंस के सामने चेयर बड़े और आसमान को छूते पिलर बने थे जो मेंशन को एक यूनिक रॉयल लुक दे रहा था और उन पिलरस के आगे एक बेहद खूबसूरत फाउंटेन बना था जिससे उस मेंशन को एक अलग ही रौनक मिली थी , ज़रा उस पूरे मेंशन को अपनी आंखे फाड़े देखे जा रही थी कि तभी कार एंट्रेंस के सामने आके रुकती हैं और ड्राइवर जल्दी से आके कार का डोर खोलता हैं , तो बिलाल अपना ब्लेजर ठीक करते हुए बाहर आता हैं और दूसरी तरफ आके ज़रा के लिये गेट खोलता हैं तो ज़रा जो गेट से रुक के बैठी थी वो एकदम से उसके गेट खोलने कि वज़ह से नीचे गिरने को होती हैं , कि बिलाल उसके गिरने से पहले झुक के उसे सम्भाल लेता हैं और फिर अपनी गोद मे उठा के बाहर ठीक से खड़ा करते हुए बोला " संभल के हार्टबीट वर्ना नीचे गिर जाओगी " इतना बोल वो उसे देखता हैं तो ज़रा उसे घूरते हुए बोली " मैं कोई आपकी हार्टबीट नहीं हू और दुबारा अगर आपने मुझे ऐसा कुछ भी बोला ना तो मैं आपके दांत तोड़ दूंगी " उसकी बात सून बिलाल कि भौंहे तन जाती हैं और वो एक झटके मे वापस ज़रा को कमर से खिंच खुद से एकदम सटाते हुए बोला " आज तो ऐसा वर्ड बोल दिया लेकिन आइन्दा ऐसा कुछ भी बोलने कि कोशिस कि ना तो ये जो तुम्हारे ज़रा से चेहरे पे ज़रा से गुलाबी होंठ हैं ना इन्हे मैं बहोत ज्यादा खा जाऊंगा " उसकी बात सून ज़रा एकदम से तुनक के गुस्से मे अपनी छोटी सी नाक गुस्से में और लाल करते हुए बोली " मैं कोई चॉकलेट नहीं हू जिसे आप खा जायेंगे मैं उल्टा आपकों कच्चा खा जाऊँगी अगर आपने मुझे छूने कि कोशिश कि तो " उसकी बात सून बिलाल अपनी आई विंक करते हुए बोला " वक़्त आने पे वो भी बता दूंगा माय हार्टबीट कि कौन किसे खायेगा" इतना बोल वो जैसे ही आगे बढ़ उसकी गोद से जैन को लेने को होता हैं  तभी कोई दौड़ते हुए आके उन दोनों को बहोत जोर से टक्कर मार देता हैं जिससे बिलाल थोड़ा लड़खड़ा के ज़रा के ऊपर झुक जाता हैं और उसकी भारी भरकम बॉडी को अपने ऊपर आते देख ज़रा डर के निचे गिरने लगती हैं तो बिलाल जल्दी से उसकी कमर मे हाथ डाल उसे सम्भाल लेता हैं फिर उसे सही से खड़े करते हुए बोला " मुझे ऐसा क्यु लग रहा है कि किसी को अपनी जिंदगी प्यारी नहीं हैं जो मौत के सामने स्टंट कर रहा है " इतना बोल वो आगे बढ़ता है तो जो आदमी उससे टकराया था वो जल्दी से अपना पैर सर पे रख उसके सामने आते हुए बोला " हाय भाई नहीं नहीं अस्सलामुअलैकुम भाई " इतना बोलते हुए वो कभी उसके राइट जाता तो कभी लेफ्ट , और उसकी ऐसी हरकत पे बिलाल एक झटके मे उसकी कॉलर पकड़ उसे हवा मे उठाते हुए बोला " अब तुम हवा मे ठीक रहोगे क्यूंकि जमीन पे तो तुम्हारें पैर टिकते नहीं " तो ये हैं बिलाल का भाई माजिद खान ब्राउन सिल्वेरी हेयर , 5'11 फ़ीट उन्चि हाइट ,गहरी काली आंखे,पतले होंठो कर्व शेप्ड फोरहेड, स्ट्रैट नोज और मस्कुलर बॉडी , बिलाल कि बात सून माजिद अपनी आंख पे हाथ रखते हुए बोला " भाई आपकों पता हैं कि मुझे हाइट से डर लगता हैं लेकिन फिर भी आप मुझे ऐसी सजा दे रहे हैं प्लीज भाई नीचे उतरिये हमें " उसकी हरकत और बात दोनों से बिलाल उसे थोड़ा और ऊपर ले जाके सीधे जमीन पे पटक देता हैं जिससे माजिद कि दर्द से आह निकल जाती हैं और ज़रा जो ये सब होते देख रही थी उसकी आंखे हैरानी से बाहर आ चुकी थी ये सोच के कि इतना बड़ा हट्टा कट्टा आदमी इतने शौक से पीट रहा है , बिलाल माजिद को नीचे गिरा सामने एंट्रेंस को देखते हुए बोला "मैंने तुम्हें अपनी एंट्री के पहले उन सब कि एग्जिट कराने को कहा था to क्या किया तुमने  उसे  या वो भी मैं करूंगा " Aaj ke liye bas itna hi मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे, Bye everyone and take care

  • 13. His Bided Wife - Chapter 13

    Words: 1135

    Estimated Reading Time: 7 min

    बिलाल माजिद को नीचे गिरा सामने एंट्रेंस कि तरफ देखते हुए बोला "मैंने तुम्हें अपनी एंट्री के पहले उन सब कि एग्जिट कराने को कहा था to क्या किया तुमने  उसे  या वो भी मैं करूंगा "   उसकी बात सून माजिद ज़रा को गौर से देखते हुए बोला " वैसे भाई मैंने उन्हें कुछ नहीं कहा क्यूंकि मैं ये शुभ काम आपके हाथो करवाना चाहता था लेकिन पहले ये बताइये की ये बच्चा और ये उसकी माँ कौन है और इससे भी जरूरी बात ये आपके साथ क्या कर रहे हैं " इतना बोल वो बिलाल को देखता हैं तो ज़रा जल्दी से आगे बढ़ माजिद को घूरते हुए बोली " ये इस क्यूट से बच्चे के बाप हैं मैं...." वो इतना ही बोल पाई थी कि बिलाल उसकी बात पूरी करते हुए बोला " और ये इसकी माँ " इतना बोल वो ज़रा को देख आई विंक कर देता हैं और उसकी बात सून माजिद अपनी नाराज़गी दिखाते हुए बोला " भाई ये गलत बात हैं आपने शादी कर ली और मेरा क्यूट सा भतीजा भी आ गया लेकिन आपने मुझे बताया तक नहीं " उसकी बात सून बिलाल अपनी गर्दन इधर उधर करते हुए बोला " मुझे ऐसा क्यु लग रहा हैं तुम्हारी बॉडी मे बहोत दर्द हैं जिसका इलाज तुम मेरे हाथो से करवाना चाहते हो "   उसकी बात सून माजिद जल्दी से उससे दो कदम पिछे होते हुए बोला " नहीं इसकी कोई जरुरत नहीं हैं और नाही मेरे बॉडी मे कोई दर्द हैं " इतना बोल वो मूढ़ के हॉल के अन्दर आते हुए तेज आवाज़ मे बोला " बिलाल भाई इस हेयर विथ हिज वाइफ एंड माय क्यूट भतीजा " इतना बोल वो मुड़ के बिलाल के  सामने आ जैसे ही कुछ बोलने को होता हैं कि उससे पहले उसके पिछे से एक झुण्ड मे शॉक भरी आवाज़ आती हैं " क्या वाइफ और भतीजा " उन सब कि आवाज़ सून ज़रा एकदम बिलाल के पास आ जाती है और माजिद फुर्ती से वापस उस झुण्ड कि तरफ मुड़ते हुए बोला " बड़ी जल्दी आ गए सब मेरे एक्सपेक्टेशंस के जस्ट अपोजिट " इतना बोल वो अपने सामने खड़े झुण्ड मे लोगों को बारी बारी देखने लगता है , जहा दो सेम सेम दिखने वाली लड़कियां खड़ी थी और उनके बगल एक और लड़की खड़ी थी जिसने ऑफ शोल्डर थाइस तक की वन पीस पहनी हुई थी और उसके बगल एक आदमी खड़ा था और उसकी भी गोद मे एक क्यूट सी बेबी थी , लेकिन उसकी नज़र इस वक़्त बिलाल से ज्यादा ज़रा कि गोद मे सो रहे जैन पे थी , अभी सब एक दूसरे को देख ही रहे थे की तभी हॉल से एक करीब पचास साल कि औरत बाहर आते हुए बोली " कोई किसी को भी ऐसे उठा के लाएगा और उसकी इस घर मे एंट्री मिल जाएगी ऐसा कभी इस घर मे नही हुआ हैं " इतना बोलते हुए वो औरत सब के सामने आ ज़रा को घूरने लगती हैं और उसे खुद को घूरते देख ज़रा बिलाल का हाथ कश के पकड़ लेती हैं,  और बिलाल सामने खड़ी औरत यानी अपनी माँ कि बात सून अचानक जोर से किसी शैतान कि तरह हसने लगता है जिससे वहा खड़े सब के हाथ पैर कंपकंपाने लगते हैं उसकी इतनी भयानक हसी सून खासकर ज़रा कि,  और फिर अचानक किसी भयानक तूफान के बाद शांति कि तरह बिलकुल शांत होते हुए बोला " अपना बोरिया बिस्तर पैक कर लीजिये मेरी प्यारी माँ वर्ना आप तो जानती ही हैं मैं कोई भी काम सीधे तरीके से करना बिल्कुल पसंद नहीं कर्ता फिर चाहे बात बिज़नेस कि हो ya फॅमिली " फिर अपने पॉकेट मे हाथ डाल तन के खड़े होते हुए बोला " उम्मीद कर्ता हू कि समझ चुकी होंगी वर्ना यू नाउ वैरी वेल मैं खड़ा जरूर यहा हू लेकिन मेरे वार कि चीख इतनी खूंखार है की आपको दूर दूर से सुनाई देंगी " इतना बोल बिलाल ज़रा का हाथ पकडते हुए बोला " लेटस गो माय हार्टबीट " इतना बोल वो अन्दर चला जाता हैं और फिर माजिद अपनी माँ कि तरफ देखते हुए विसेल बजाते हुए अन्दर जाते है बोला " जोर का झटका जोरो से हय्य लगा हाय लगा " वहीं अन्दर ज़रा हैरानी से अपना से इधर उधर करते हुए बस उस मेंशन कि खूबसूरती को हो देख रही थी महंगे महंगे एंटीक्स जगह बड़ी बड़ी पेंटिंग्स लगी थी , जिसका प्राइस का अंदाज़ा लगाना भी ज़रा के सर के ऊपर जा रहा था ,ज़रा बिलाल से अपना हाथ छुड़ा वही हॉल मे गोल गोल घुमते हुए बोली " इतना बड़ा घर इसमें तो दस अरोड़ा मेंशन आ जायेंगे " उसके बात सून माजिद उसके पास आते हुए बोला " कौन अरोड़ा मेंशन, वो क्या जिसकी बिडिंग आज थी और जहा टक मुझे पता है भाई वहा गए भी थे, क्यु भाई ?" इतना बोल वो काउच पे बैठे बिलाल को देखता हैं तो बिलाल सिगरेट के लंबे लंबे कश लगाते हुए बोला " वो सब तुम्हारें लायक बात नहीं इसलिए इट्स बेटर कि तुम अपने भाभी को उनका रूम दिखाओ " उसकी बात सून माजिद अपना होंठ लटकाते हुए बोला " भाई ये क्या बात हुई आप मुझे बात बात पे मालिक से सीधे नौकर पे पटक देते हैं अरे इतनी बुरी तरह तो कोई बॉस bhi अपने एम्प्लाइज का डिमोशन नहीं कर्ता जितनी बेइज्जती से आप मुझे डेमोटे करते हैं " और उसकी बात सून बिलाल सिगरेट का अखरी कश लगा  सिगरेट ऐश ट्रे मे बुझाता और फिर बिना कुछ बोले अपनी माउसर निकाल कॉफ़ी टेबल पे रख देता हैं  इतना देखते माजिद आगे का मतलब समझ जल्दी से बिलाल को देखते हुए बोला "अरे ये भी कोई पूछने कि बात हैं मैं तो अपने भाई और इस घर का नौकर ही हू और अब तो अपने भाभी का भी " इतना बोल वो ज़रा कि गोद से जैन को लेता हैं और फिर जल्दी से आगे भागते हुए बोला " भाभी आप आइये मैं चल रहा हु " उसकी बात सून ज़रा भी उसके पिछे पिछे जाने को होती हो कि बिलाल उसका हाथ पकड एक झटके मे अपने ऊपर खींचते हुए बोला " हमारी शादी तो कल है लेकिन तुम तो भाभी आज से ही बन गई इसी बात पे चलो तुम कुछ अपने हाथ से बनाके खिलाओ "    उसकी बात सून ज़रा उसकी चेस्ट पे हाथ रख खुद को छुड़ाते हुए बोली " मुझे कोई शादी नहीं करनी आपके साथ aur वैसे भी अभी आप को मैं जानती ही कितना हू" उसके इतना बोलते ही बिलाल उसे वहीं हॉल मे एक झटके मे काउच पे पलट उसके ऊपर आते हुए बोला " मैं जो भी सामने हू औरो कि तरह नहीं सामने कुछ और सच्चाई कुछ और ,यू नो व्हाट आई मीन "       Aaj ke liye bas itna hi ,प्लीज like and comment and please please share your reviews , Bye everyone and take care             

  • 14. His Bided Wife - Chapter 14

    Words: 1438

    Estimated Reading Time: 9 min

    ज़रा उसकी चेस्ट पे हाथ रख खुद को छुड़ाते हुए बोली " मुझे कोई शादी नहीं करनी आपके साथ aur वैसे भी अभी आप को मैं जानती ही कितना हू"   उसके इतना बोलते ही बिलाल उसे वहीं हॉल मे एक झटके मे काउच पे पलट उसके ऊपर आते हुए बोला " मैं जो भी सामने हू औरो कि तरह नहीं सामने कुछ और सच्चाई कुछ और ,यू नो व्हाट आई मीन " फिर उसके गाल पे अपनी ऊँगली फिराते हुए बोला " और तुम्हे ऐसा क्यु लगता है माय हार्टबीट कि मैं तुम्हारी बात मानूंगा एंड डॉन'ट फोरगेट कि तुम मेरी ऑक्शनएड हो " इतना बोल वो उसे ईविल स्माइल के साथ देखता हैं और उसकी बात सून ज़रा एकदम से रुआंसी हो जाती है और उसे ऑक्शन के पहले कि रात याद आ जाती है जब गलती से उसके हाथ कंपनी के ऐसे फाइल लग गए थे , जो कंपनी के हेल्थी कंडीशन को बता रहे थे और उसके बाद उसने अपने कांटेक्ट यानी के कंपनी के कुछ लॉयल और पुराने एम्प्लाइज से पता किया तो उसे कंपनी के बारे में जो पता चला उससे वो अपने आप को दुनिया का सब से बड़ा बेवकूफ समझ रही थी क्यूंकि उसके घर मे ही उसके खिलाफ इतनी साजिश हो गई और वो खुद मे इतना डिस्टर्ब थी की उसे कानों कान खबर तक नहीं लगी या ये कहना ज्यादा बेहतर होगा कि उसने अपनी आंखो पे विश्वास कि पट्टी कुछ इस कदर बाँधी थी कि वो अपने सामने कि भी सच्चाई भी नहीं देख पायी और नतीजा उसका ये हुआ कि आज वो खुद उस विश्वाश का खामियाज़ा ऑक्शनएड होके अदा कर रही थी , यही सब सोचते हुए ज़रा कि आँखों से आंसू बाहें जाते है और वो अपने आंसू पोंछ कुछ बोलने को होती हैं कि उससे पहले उन सब के कान मे माजिद कि चींखती हुई आवाज़ पढ़ती हैं , जिसे सुनते ही ज़रा एक झटके मे बिलाल को अपने ऊपर से धक्का देके उठते हुए ऊपर कि तरफ चली जाती हैं,  और उसके जाते ही बिलाल एक गहरी साँस लेके काउच से उठता हैं और मेंशन से बाहर चला जाता हैं    वहीं दूसरी तरफ ज़रा माजिद कि आवाज़ का पिछे करते करते गैलरी से होते हुए जब Bilal के कमरे के सामने पहुंचती हैं तो उसे एक बार फिर माजिद कि जोर से चिल्लाने कि आवाज़ आती हैं  जिसे सून ज़रा जल्दी से रूम का डोर खोलती हैं तो सामने का सीन देख हैरानी से उसकी चीख निकल जाती है क्यूंकि माजिद जैन के ऊपर झुका हुआ था  और जैन उसके बाल नोचे अपने छोटे छोटे पैर से उसके प्राइवेट पार्ट पे किक पे किक मारे जा रहा था , जिससे माजिद के हर बढ़ते पल चींख और तेज होती जा रही थी क्यूंकि जैन का वार ही इतने सेंसिटिव पार्ट पे था , ज़रा गेट पे ही खड़ी अपने मुँह पे हाथ रखे बड़ी बड़ी आँखों से उसे ही देख रही थी और माजिद कि नज़र जैसे ही उसपे पढ़ती हैं वो जल्दी से अपने हाथ उसकी तरफ हिलाते हुए बोला "हेल्प मी भाभी वार्ना मैं आज कहीं का नहीं बचूंगा " इतना बोल वो उसके छोटे छोटे हाथ अपने बाल से हटाने कि कोशिश करता हैं लेकिन वो छोड़ना तो दूर और काश के पकड़ लेता हैं,  और सामने खड़ी ज़रा जैसे ही माजिद कि बात सुनती हैं वो तुरंत उन दोनों के पास आके जैन कि मुट्ठी ने कशे माजिद के बाल छुड़ाते हुए बोली " छोड़ो बच्चा लग जाएगी तुम्हारें चाचू को " इतना बोल वो किसी तरह उसकी मुट्ठिया खोल माजिद के बाल छुड़ाती हैं और उसके छोड़ते ही माजिद धड़ाम कि आवाज़ के साथ फ्लोर पे गिर जाता हैं , और अपनी दोनों टांग सटा अपने प्राइवेट पार्ट पे हाथ रखते हुए बोला " भाभी क्या खाके आप ने इस आफत कि पुड़िया को पैदा किया था देखिये आज तो इसने मुझे नामर्द बनाने कि कसम खा ली थी " इतना बोल अपने प्राइवेट पार्ट पे हाथ रखे वहीं फ्लोर पे इधर उधर होते हुए लोट रहा था , ज़रा जल्दी से जैन को अपनी गोद मे उठाते हुए बोली " आपको वाशरूम जाना चाहिए " इतना बोल वो जैन को बेड पे लिटा माजिद के पास जाती है और फिर उसे सहारा देके उठा उसे रूम के बाहर छोड़ वापस अन्दर आ जाती है , खान ग्रुप , बिलाल अपनी कार से बाहर आ बिल्डिंग मे इंटर कर्ता हैं और उसके ऑफिस मे कदम रखते ही सारे एम्प्लाइज जो जहा थे सब वहीं खड़े रह गए,  क्यूंकि आज पूरे छः महीने बाद बिलाल उन सब के सामने आ रहा था और बिलाल बिल्डिंग मे इंटर करते ही अपनी एक सरसरी नज़र चारो तरफ डाल अपनी बिजली सी कड़कड़ाती हुई आवाज़ मे बोला " आई थिंक खान ग्रुप के एम्प्लाइज बोर हो चुके है यहा काम कर के जो उन्हें खुद के फायर होने का इतना बेसब्री se इंतज़ार है " इतना बोल वो सब घूरता हैं तो सारे के सारे एम्प्लाइज तीन सौ कि स्पीड से वापस अपने काम मे लग जाते है लेकिन अब भी सब अपनी जगह पे खड़े थे किसी कि भी हिम्मत नहीं हुई कि कोई बैठ जाये फिर भले ही उनकी उंगलियां कीबोर्ड पे चल रही थी , और फिर बीलाल सीधे अपने पर्सनल लिफ्ट कि तरफ आ उसमें इनर कर्ता हैं और सबसे लास्ट यानी अपनी पर्सनल फ्लोर का बटन प्रेस कर देता हैं  कुछ देर बाद,  बिलाल अपने कैबिन मे बैठा कुछ सोच रहा था और उसके हाथ मे माउज़र थी जीसे वो घुमाते हुए ट्रिगर पे उंगली रखता और फिर हटा लेता , और अभी वो सोच ही रहा था कि तभी कोई उसके कैबिन का डोर नोक कर्ता हैं जिसे सून बिलाल अपना सर हेड रेस्ट से टिकाते हुए अन्दर आने कि परमिशन देता हैं,  जिससे बाहर खड़ा रूद्र तुरंत अन्दर आता है और फिर अपने हाथ पिछे कर बिलाल के सामने खड़ा होते हुए बोला " बॉस  आपने जैसा कहा था वैसा हो गया अब आगे क्या करना है " इतना बोल वो बिलाल की तरफ देखता हैं तो बिलाल बिना आंख खोले डोर पे बने टारगेट बोर्ड पे शूट कर देता हैं जो सीधे जाके सेंटर पे लगती हैं,  जिसे देखते रूद्र अपनी आंख बंद करते हुए बोला " अब किसकी मौत आई हैं "   उसकी बात सून बिलाल अपनी आंख खोलते हुए बोला " रूद्र एक माफिया मीटिंग बुलाओ और इस बार कि मीटिंग यही इंडिया मे होगी " इतना बोल वो उसे वहा स्व जाने का इशारा कर्ता हैं तो रूद्र कैबिन मे इधर उधर अपनी नज़र घुमाते हुए बोला " बॉस आफत कि पुड़िया छोटा तूफान कहीं दिखाई नहीं दे रहा " इतना बोल वो बिलाल को देखता तो बिलाल अपने लैपटॉप की तरफ देखते हुए बोला " स्टॉर्म आज मेंशन अपनी मॉम के साथ है "   उसकी बात सून रूद्र हैरानी से बोला " बॉस क्या कह रहे हैं आप अगर उन्होंने उस को कोई नुक्सान पहुचा दिया तो और वैसे भी मुझे कोई भरोसा नहीं उनका पिछली बार कि तरह इस बार भी " इतना बोल वो बिलाल को देखता हैं तो बिलाल लैपटॉप स्क्रीन कि तरफ एक टक देखते हुए बोला " तब कि बात और थी लेकिन अब मुझे पूरा to नहीं लेकिन इतना तो यकीन हैं, कि उससे बेहतर मेरे बेटे को कोई तरबियत नहीं दे सकता और मै नहीं चाहता कि स्टॉर्म कि लाइफ मे किसी चीज़ कि भी कमी हो इसलिए मेरी अपनी हर कोशिस रहेगी कि उसकी लाइफ हर प्लेसर से फुल हो "   इतना बोल वो उसे अपनी फिंगर से जाने का इशारा कर्ता हैं तो रूद्र भी वहा से चला जाता हैं,  वहीं दूसरी तरफ , खत्री इंडस्ट्री,  इशानी ने नीता को रूद्र कि सारी बात बता दी थी और इस वक़्त दोनों टेंशन मे अपना सर पकड़ के बैठी थी , नीता परेशानी से इशानी कि तरफ देखते हुए बोली " मैंने तो पहले ही कहा तुमसे इशानी कि उस बिलाल के हाथ जरूर की ऐसा लगा हैं वार्ना माजिद कभी ऐसा नहीं करता , क्यूंकि उसके हर एक्शन बिलाल की तरफ से डायरेक्ट किया जाते है लेकिन तुन ही मेरी बात नहीं समझी " इतना बोल वो इशानी को देखती हैं तो इशानी अपना सर पकड़ उसकी तरफ देखते हुए बोली "फॉर गॉड शेक नीता तुम अब चुप भी करो पिछले तीन घंटे मे तुम मुझे ये बीसवीं बार बता रही हो aur इससे बेहतर होगा कि तुम इस मुसीबत से निकलने का कोई हल ढूंढो और मुझे खुद भी सोचने दो नाकी mujhe भी mental प्रेशर देके खुद भी लो "     Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे Bye everyone and take care                                       

  • 15. His Bided Wife - Chapter 15

    Words: 1259

    Estimated Reading Time: 8 min

    इशानी अपना सर पकड़ नीता कि तरफ देखते हुए बोली "फॉर गॉड शेक नीता तुम अब चुप भी करो पिछले तीन घंटे मे तुम मुझे ये बीसवीं बार बता रही हो aur इससे बेहतर होगा कि तुम इस मुसीबत से निकलने का कोई हल ढूंढो और मुझे खुद भी सोचने दो नाकी mujhe भी mental प्रेशर देके खुद भी लो " इतना बोल वो वापस अपना सर पकड़ के बैठ जाती है और नीता भी कुछ सोचते हुए अपने फ़ोन मे स्क्रॉल करने लगती हैं , लेकिन अचानक ही उसके चेहरे पे चमक आ जाती है और वो उसी चमक के साथ इशानी कि तरफ देख उसका हाथ पकड़ के हिलाते हुए बोली " इशानी मेरे पास एक आईडिया है और अगर वो काम कर गया तो हम इस पहाड़ बराबर मुस्किल को यु चुटकी में हाल कर लेंगे " इतना बोल वो इशानी कि तरफ उम्मीद से देखती हैं तो इशानी थोड़ा उलझन मे बोली " वो पुराने आईडिया तो नहीं क्यूंकि उसके बारे में गलती से भी मत सोचना वर्ना अभी to हम बस प्रॉब्लम मे हैं और अगर vo तुम्हारा पुराना प्लान हुआ ना to  प्रॉब्लम हम में हो जाएगी और फीर हम निकलना to दूर उसी डल डल मे फसते जायेंगे " इतना बोल वो नीता को देखती हैं तो नीता इर्रिटेट होते हुए बोली " यार तुम हमेशा ना उमीदी वाली बात क्यु करती हो और वैसे भी मेरे आइडियाज आज तक फ्लॉप नहीं हुए मैंने जहा भी कुछ सोचा हैं तो एकदम सटीक पॉइंट पे सोचा हैं, और तुम हो कि तुम्हें हमेषा मुझे गलत ही लगती हू " इतना बोल वो नाराज़ होने की एक्टिंग करती हैं तो इशानी झुंझलाहट मे बोली "नीता अगर तुम्हें अपना आईडिया बताना हैं तो बताओ वर्ना कैबिन का गेट खुला हैं बाहर जा सकती हो तुम क्यूंकि फिलहाल मेरा मूड बहोत ख़राब है इसलिए प्लीज जो बोलना है जल्दी बोलो "   इतना बोल वो उसे देखती हैं तो नीता उसे शांत कराते हुए बोली " शांत हो जाओ मेरी जान और पहले मेरी बात ध्यान से सुनो फिर बोलना " फिर अपना फ़ोन उसकी तरफ करते हुए बोली " देखो इसे पहचानती हो " इतना बोल वो उस को भौंहे उचका के देखती हैं तो इशानी अपने दिमाग पे जोर देते हुए बोली " अगर मैं सही हू तो ये अवंतिका है बिलाल खान की माँ " इतना बोल वो नीता को देखती हैं तो नीता एक्साइटेड होते हुए बोली " बिल्कुल सही पहचाना और अप टू माय आईडिया इसकी और बिलाल कि बिल्कुल नहीं बनती " इतना बोल वो इशानी को देखती हैं तो इशानी कन्फूशन से बोली ' मतलब मैं कुछ समझी नहीं कैसी नहीं बनती और तुम्हे कहा से आईडिया लगा " उसकी बात सून नीता जल्दी से इशानी का लैपटॉप घुमाती हैं और उसमें बिलाल के सारे सोशल मीडिया अकाउंट ओपन करते हुए बोली " देखो बिलाल के किसी भी सोसोशल मीडिया अकाउंट पे कहीं भी उसकी माँ को फोटो तो दूर जिक्र तक नहीं है, और यही सेम कंडीशन अवंतिका के अकाउंट कि भी है यहा भी उसने एक भी पिक बिलाल कि नहीं पोस्ट कि हैं और नाही माजिद कि और इसके उलट बिलाल के काफी सारे पोस्ट मे माजिद हैं लेकिन माजिद के अलावा और कोई नहीं है , और इसके जस्ट अपोजिट अवंतिका और उसके बेटे फ़ैयाज़ का है ये दोनों कई बार एक साथ बहोत सी पार्टीज मे देखे गए हैं लेकिन बिलाल के साथ कभी नहीं " इतना बोल वो इशानी कि तरफ अपनी भौंहे उचकाते हुए बोली " कुछ समझ आया या अभी भी नहीं " उसकी बात सून इशानी अपना सर हिलाते हुए बोली " हाँ समझ यही आया कि बिलाल के रिलेशन उसकी माँ और भाई के साथ बिल्कुल ठीक नहीं हैं और इसका फ़ायदा हम ले सकते हैं इन दोनों का एक दूसरे के खिलाफ इस्तेमाल कर के ,राइट ? " इतना बोल वो नीता को देखती हैं तो नीता तुरंत उसकी तरफ चुटकी bajaate हुए बोली " एक्साक्ट्ली अभी चला तुम्हारें दिमाग का पहिया अब मैं तुम्हें जैसे जैसे बताऊ तुम वैसे वैसे करते जाना देखना एक बार फिर बिलाल तुम्हारें इशारे पे नाचेगा "   उसके इतना बोलते ही दोनों एक दूसरे को देख जोर जोर से हसने लगती हैं    रात का वक़्त ,   ज़रा बिलाल के रूम मे बैठी थी और उसकी गोद मे जैन था जो फीडिंग बॉटल से दुध पिते हुए कभी उसके गाल को छूता तो कभी उसकी आंख , और ज़रा उसकी क्यूट हरकतो पे उसे देखते हुए मुस्करा रही थी और फिर प्यार से उसका हाथ पकडते हुए बोली " i'm सॉरी बच्चा लेकिन मैं आपकी मम्मा बनने लायक नहीं हू इवन मैं किसी कि भी मम्मा बनने लायक नहीं हू, इसलिए मुझे माफ़ करना मैं यहा से आज ही चली जाऊँगी आपसे इस घर से और इस अपने country से bhi " इतना बोलते हुए उसकी आंखे नाम हो चुकी थी और वो धीरे धीरे अपनी घुटी हुई आवाज़ मे सिसकने लगती हैं,  और उसे रोते देख जैन आपने छोटे छोटे हाथ से उसके बहते आंसू पोछने लगता हैं जिससे एक बार फिर ज़रा और ज्यादा इमोशनल हो उसके हाथो को चूम उसे अपने सीने से लगा लेती हैं और काफी देर तक ऐसे ही उसे अपने सीने से लगाए रोते हुए अपने जिंदगी के कुछ बुरे और बेहद डरावने पल के बारे में सोचती रहती हैं फिर किसी तरफ खुद को शांत कर जैन को अपने से अलग कर के देखती हैं तो वो सो चुका था , ज़रा प्यार से उसके छोटे छोटे बाल पिछे करती हैं और बहोत सम्भाल के उसे बेड पे लिटा देतीं हैं,  फिर उसके क्यूट से हाथ को अपने हाथ मे ले उन्हें बहोत ही प्यार से चूमते हुए बोली " बच्चा मैं तुमसे ना चाहते हुए इन कुछ ही घंटे मे बहोत ज्यादा अटैच हो चुकी हू और इसकी वज़ह भी मैं बहोत अच्छे से जानती हू लेकिन वो वजह ही मेरी जिंदगी कि सबसे बड़ी गलती है जिसके लिए मैं खुद को कभी नहीं माफ़ कर पाऊँगी , इसलिए मैं नहीं चाहती कि तुम्हें किसी का सुब्स्टीट्युट बनना पड़े  " इतना बोल वो उसके पूरे चेहरे पे किश कर धीरे से बेड से निचे आ उसे ब्लैंकेट से कवर करती हैं और अपने आंसू पोंछ गेट कि तरफ बढ़ जाती है    और गेट जब पास पहुंचता अचानक उसकी ना चाहते हुए जोर से सिसक निकल जाती है और उसके दिल में एक अजीब सा दर्द महसूस होता हैं,  जैसे किसी ने उसके सीने से दिल निकाल लाउड हहो और इतना महसूस करते ही वो खुद को रोक नहीं पाती और रोते हुए मुड़ के बेड कि तरफ देखती हैं जहा क्यूट सा जैन अपने फेस पे एक मीठी सी मुस्कान लिए सो रहा था , उसे एक अखरी नज़र देख ज़रा किसी तरह खुद को जब्त करती हैं और फिर एक गहरी साँस लेके वापस आगे बढ़ जाती है , ज़रा धीरे धीरे अपने कदम आगे बढ़ाते हुए स्टेयर्स से नीचे आती हैं और फिर अच्छे से अपनी नज़र घुमाते चारो तरफ देखती हैं कि कहीं कोई उसे देख तो नहीं रहा या फिर कोई हॉल मे हैं तो नहीं और जब उसे कन्फर्म हो जाता हैं कि वहा कोई नहीं तब वो धीरे धीरे इधर उधर देखते हुए आगे बढ़ एग्जिट कि तरफ़ पहुच जैसे ही अपने कदम बहार रखने को होती हैं कि अचानक वो किसी पहाड़ जैसे आदमी से जोर से टकरा जाती हैं          Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please please like comment and share करे please,  Please please share your review please guys      Bye everyone and take care                     

  • 16. His Bided Wife - Chapter 16

    Words: 1707

    Estimated Reading Time: 11 min

    ज़रा धीरे धीरे अपने कदम आगे बढ़ाते हुए स्टेयर्स से नीचे आती हैं और फिर अच्छे से अपनी नज़र घुमाते चारो तरफ देखती हैं   कि कहीं कोई उसे देख तो नहीं रहा या फिर कोई हॉल मे हैं तो नहीं और जब उसे कन्फर्म हो जाता हैं   कि वहा कोई नहीं तब वो धीरे धीरे इधर उधर देखते हुए आगे बढ़ एग्जिट कि तरफ़ पहुच जैसे ही अपने कदम बहार रखने को होती हैं कि अचानक वो किसी पहाड़ जैसे आदमी से टकरा के निचे गिरने को होती हैं की उसके गिरने से पहले उसी पहाड़ से आदमी के दो मजबूत हाथ उसे kamar से थाम लेते हैं,  और ज़रा जिसने गिरने कि डर से अपनी आंखे कश के बंद कर ली थी वो धीरे से अपनी आँख खोल सामने देखती हैं तो सामने बिलाल था जिससे वो टकराई थी  और इतना देखते ही उसकी आंखे हैरानी से बड़ी हो जाती है क्यूंकि बिलाल उसे अपनी भौंहे टेढ़ी कर के देख रहा था,    और फिर उसे सीधा खड़ा करते हुए बोला " क्यु कहा भाग रही थी चुपके से " इतना बोल वो उसे देखता हैं तो ज़रा तुनक उसके सामने आते हुए बोली " चुपके से नहीं भाग रही हु बल्कि अभी आपके सामने भाग के दिखाउंगी देखती हू आप क्या कर लेते है और फिर कर भी क्या पाएंगे मैं आपका मुँह तोड़ दूंगी अगर मुझे रोकने कि कोशिश की तो आपने "   इतना बोल वो जैसे ही आगे बढ़ने को होती हैं कि बिलाल एक झटके मे उसे किसी फूल कि तरह वापस खिंच अपने सामने करते हुए बोला "मैंने तुम्हें वार्न किया था ना कि आइन्दा अगर तुम्हारें मुँह से ये वर्ड सून तो अच्छा नहीं होगा " इतना बोल वो उसे अपनी रेड वायलेट आँखों से घुरता हैं तो ज़रा बिना डरे उसे जवाब मे घूरते हुए बोली " क्या करेंगे आप मैं नहीं डरति आपसे और अब तो मैं भी देखती हू कि आप क्या करते है और एक बार नहीं बार बार कहूँगी कि आपका मुँह तो..... "   वो इतना ही बोल पायी थी की बिलाल उसे एकदम से एक झटके मे उसे अपने से सटा उसके होंठो को अपने मुँह मे भर उन्हें शिद्दत से चूमने लगता है , और इसके इस sudden एक्शन से हैरानी से ज़रा कि आंखे बाहर आ चुकी थी और वो एकदम से अपनी जगह पे ही स्तब्ध हो चुकी थी , बिलाल उसके लोअर लिप को सक करते हुए अपने हाथ उसकी पतली कमर पे चला रहा था और ज़रा उसके पैशन से धीरे मदहोश होने लगी थी और उसकी हल्की घुटी घुटी आहे निकलना शुरू हो गयी थी , बिलाल अपनों टंग उसके पूरे मुँह मे घुमाते हुए उसके अन्दर कि मिठास अपने अन्दर उतार रहा था और उसके हाथ लगातार ज़रा की कमर पे नाच रहे थे  जिससे ज़रा को अपनी पूरी बॉडी मे सरसरी सी महसूस होने लगी थी ,करीब पच्चीस मिनट तक बिलाल उसे ऐसे ही अपनी बाहो मे जकड़े चूमे जा रहा था और जब ज़रा को साँस लेने मे दिक्तत होने लगती हैं तो बिलाल उसे एक डीप किश कर के उसके होंठो को छोड़ देता हैं,    और उसके छोड़ते ही ज़रा जल्दी जल्दी लंबी लंबी साँस लेने लगती हैं जिससे उसकी बॉडी तेजी से उप एंड डाउन हो रही थी,  और बिलाल कि नज़र उसके सुर्ख लाल होंठो से जैसे ही नीचे पढ़ती हैं उसके चेहरे पे एक शैतानी मुस्कराहट आ जाती है और वो उसी मुस्कराहट के साथ ज़रा कि आँखों मे देखते हुए बोला " योर साइज डेवलपमेंट इस मोरे थें माय एक्सपेक्टेशन " इतना बोल वो उसे देखते हुए ही आई विंक कर देता हैं तो ज़रा जो अब तक काफी हद तक खुद को सम्भाल चुकी थी  वो उसके शोल्डर पे मरते हुए बोली" आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे किश करने कि हाँ " इतना बोल वो उसे खुद से दूर धकेलने कि कोशिश करने लगती हैं तो बिलाल एक झटके मे उसके हाथ मरोड़ कमर से लगाते हुए बोला " हिम्मत कि बात मत करना वर्ना मैं अपने पे आ गया तो तुम्हारें साथ बहोत कुछ कर सकता हू एंड रही बात कैसे किया तो if यू वांट then मैं एक बार फिर कर के तुम्हे बता सकता हू "   इतना बोल वो उसे देख आई विंक कर देता हैं जिससे ज़रा और भी ज्यादा चिढ़ जाती है और उसी चिढ मे बिलाल को देख गुस्से मे अपने दांत पिसते हुए बोली " अब क्या चाहिए आपकों मुझसे मेरी कंपनी ले ली मेरा घर ले लिया सब तो ले लिया कम से कम मुझे जाने दीजिये और मैं कसम खाती हू कि वापस कभी इंडिया नहीं आउंगी प्लीज मुझे जाने दीजिए " इतना बोलते हुए वो रुआंसी हो जाती है तो बिलाल सरकास्टीक्ली हस्ते हुए बोला " तुमने मुझे कुछ फ्री का नहीं दिया है माय हार्टबीट बिकॉज़ I had पेड फॉर योर कंपनी एंड हाउस बोथ मोरे थान थेयर मार्केट वैल्यू ओनली कॉज ऑफ़ यू " उसके इतना बोलते ही ज़रा रोते हुए अचानक शांत हो उसे कन्फूशन से देखते हुए बोली " मेरे लिए मतलब मैं कुछ samjhi नहीं " इतना बोल वो गौर से बिलाल के फेस एक्सप्रेशन देखने लगती हैं तो बिलाल उसे एक झटके मे अपने कंधे पे उठाते हुए बोला " नॉट सो इजी माय हार्टबीट बस तुम इतना जान लो कि अगर कंपनी वापस चाहिए तो तुम्हें चुप चाप मेरे साथ रहना पड़ेगा वर्ना भूल जाओ कि इस लाइफ मे तुम्हे वो तुम्हारी कंपनी मिलेगी " इतना बोलते हुए वो उसे लेके ऊपर अपने रूम कि तरफ़ चल देता हैं  और ज़रा उसके पीठ पे अपने नाज़ुक मुक्को से मारते हुए बोली " मुझे कुछ नहीं चाहिए बस मुझे यहाँ से जाने दीजिये मुझे नहीं रहना आपके sath " इतना बोलते हुए वो उसकी पीठ पे बार बार मारे जा रही थी तब तक बिलाल अपने रूम के सामने पहुंच चुका था , और ज़रा जब उसे इतना मारने पे भी खुद को छोड़ते नहीं देखती तो अपना सर उठा के पूरी ताकत से उसकी कि गर्दन पे दांत काट लेती हैं,  और उसके इतना करते ही बिलाल गुस्से मे उसे बेड पे पटक देता हैं और उसके उठने से पहले ज़रा के ऊपर आ उसके दोनों हाथ बेड मे प्रेस करते हुए बोला " अब अगर तुम ने कोई भी कोइ bhi उलटी सीधी हरकत कि थेन I स्वेअर यू will regret a lot but then that will meaning less " इतना बोल वो उसके उसके होंठो को देखने लगता है तो ज़रा अपना सर जल्दी से न मे हिलाते हुए बोली " नहीं नहीं मैं अब कुछ नहीं करूंगी पक्का पिंकी प्रॉमिस " इतना बोल वो क्यूट सा फेस बना के बिलाल को देखती हैं तो बिलाल उसकी क्यूटनेस पे मुस्कराते हुए उसके गाल पे चूम उसे छोड़ देता हैं,  और उसके छोड़ते ही ज़रा जल्दी से खिसक के जैन के पास भाग जाती हैं लेकिन बेचारी वहा भी फ्लॉप हुई क्यूंकि उसके जैन के पास आने से पहले ही बिलाल ने उसे अपनी गोद मे उठा क्रिब मे लिटा देता हैं,  इतना देखते ही ज़रा को अब एहसास हो चुका था की अब उसे इसी शैतान के साथ एक ही बेड पे रात बितानी पड़ेगी , और हुआ भी ऐसा ही बिलाल जैन को क्रिब मे लिटा बेड कि दूसरी तरफ आ खुद लेट गया और अगले ही पल ज़रा सी ज़रा पहाड़ से बिलाल कि बाहों मे थी ,   अगली सुबह,  ज़रा अंगड़ाई लेते हुए अपनी आंख खोलती हैं तो इस वक़्त वो पूरी तरफ बिलाल के ऊपर थी और इतना देखते ही वो हड़बड़ा के उसके ऊपर से उठने लगती है लेकिन जैसे ही उसकी नजर उसकी बंद आँखों पे पढ़ती तो उसकी साँस में साँस आती है और वो गौर से उसके हैंडसम फेस को देखने लगती हैं,  जो इस वक़्त बिल्कुल शांत ,इस वक़्त उसका फेस एक दम मेस्सी लुक मे था लेकिन उस मेस्सी मे भी एक अलग ही अट्रैक्शन और चार्म था उसके फेस पे,  ज़रा अपना हाथ बढ़ा उसके पूरे फेस छूते हुए अपने हाथ उसके होंठ पे ला रोक देतीं हैं और कल रात हुई अपनी और बिलाल के किश को याद करने लगती हैं जिसे सोचते ही अचानक ज़रा शर्मा के अपना फेस हाथो मे छुपा लेती हैं  तभी उसे अपने कान मे बिलाल कि आवाज़ सुनाई देतीं हैं " माय हार्टबीट डॉन'ट लुक लाइक थिस otherwise I will लूस माय कंट्रोल " इतना सुनते ही ज़रा अपना हाथ हटा झट से बिलाल कि तरफ़ देखती हैं तो वो एविल स्माइल करते हुए उसे ही देख रहा था    और इतना देखते ही ज़रा जल्दी से उसके ऊपर से उठने को होती हैं कि उससे पहले बिलाल उसे पलट के उसके ऊपर आते हुए बोला " मेरे नींद मे होने का एडवांटेज लेना चाहती थी और अब पकडे जाने पे भाग रही हो" इतना बोल वो उसे भौंहे उचका के देखता है तो ज़रा जैसे ही अपना मुँह खोल कुछ बोलने को होती हैं कि दोनों को क्रिब मे कुछ हलचल महसूस होती हैं  जिसका फायदा उठा ज़रा बिलाल को धक्का दे बेड से उठ क्रिब कि तरफ चली जाती है   और फिर बिलाल भी उसे ज्यादा परेशान नहीं करता और खुद भी बेड से उठ रूम से बाहर निकल जिम कि तरफ चला जाता हैं,  और रूम मे ज़रा प्यार से जैन को अपने गोद मे उठाते हुए बोली " गुड मॉर्निंग माय सनशाइन " इतना बोलते हुए वो उसे क्रिब से बाहर निकाल लेती है और सुबह सुबह उसे अपने सामने देखते ही जैन खुसी से उसे मुस्कराते हुए देखने लगता है , ज़रा जैन को बेड पे लिटा उसका डायपर चेंज करते हुए बोली "अले मेले सनशाइन ने तो शुशु कर दी हैं " इतना बोल वो उसका गिला डायपर डस्टबिन मे डाल देतीं हैं और फिर उसे गोद मे उठा वाशरूम मे उसे बाथ दिलाने चली जाती हैं कुछ देर बाद,  ज़रा पूरी पानी से भीगी जैन को गोद के लिए वाशरूम से बाहर आती हैं और फिर उस बेड पे बिठा खुद को ऊपर से निचे तक देखती हैं और फिर अपना निचला होंठ निकाल जैन कि तरफ देखते हुए बोली " बच्चा आपने तो मम्मा को पूरा भीगा दिया "   Aaj ke liye बस itna hi मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे please please,    aaj ka chapter लंबा hai 🌚   Bye everyone and take care                                      

  • 17. His Bided Wife - Chapter 17

    Words: 1564

    Estimated Reading Time: 10 min

    ज़रा पूरी पानी से भीगी जैन को गोद मे लिए वाशरूम से बाहर आती हैं और फिर उसे बेड पे बिठा खुद को ऊपर से निचे तक देखती हैं और फिर अपना निचला होंठ निकाल जैन कि तरफ देखते हुए बोली " बच्चा आपने तो मम्मा को पूरा भीगा दिया " इतना बोल ज़रा उसे देखती हैं तो जैन खुसी से जोर जोर से अपने छोटे छोटे क्यूट क्यूट से हाथ पैर फेंकते हुए खिल खिला के हसते हुए "मम मम "करने लगता हैं  और ज़रा उसकी खिलखिलाहट देख भूल ही जाती है कि अभी अभी उसने खुद को जैन कि माँ कहा है , बस आगे बढ़ प्यार से उसके दोनों गालो पे किश कर उसके दोनों साइड पिल्लो लगा खड़े होते हुए बोली " मेरे क्यूट से सनशाइन आप यही वेट करो मैं अभी आयी चेंज कर के " इतना बोल वो वहीं बने क्लोसेट को तरफ चली आती हैं लेकिन अन्दर आते ही उसे रेअलाइस होता हैं कि उसके पास तो पहनने के लिए कपड़े ही नहीं हैं,  और इतना सोचते ही ज़रा अपना मुँह लटकाते हुए बोली " शैतान कहीं का मुझे अपने साथ यहा लाया गन्दा आदमी लेकिन मेरे कपड़े वही छोड़ दिया अब बताओ मैं क्या पहनू गन्दा कहीं का छी छी आदमी " इतना बोल वो अपने होंठो को गोल गोल घुमाते हुए सोचने लगती हैं कि तभी कोई पिछे से आके एकदम से उसे अपनी बाहों में भर लेता हैं   और इतना महसूस करते ही ज़रा चौक के जल्दी से अपना सर पिछे घुमा के देखती हैं तो वो बीलाल था जिसे देखते ही उसकी साँस मे साँस आती हैं,  और बिलाल उसे अपने बाहो मे भरे हुए ही अपने होंठ उसके कान के बिल्कुल पास ला बेहद सेडक्टिव वॉइस मे बोला " इंस्टेड ऑफ़ यूसिंग योर टंग इट्स बेटर तो यूज़ योर स्माल ब्रेन अंडरस्टुड " इतना बोल वो सामने बने वार्डरोब का door स्लाइड कर देता हैं और फिर एक नज़र ज़रा को " बिना दिमाग वाली औरत " का एक्सप्रेशन देके वहा से चला जाता हैं    और उसके जाते ही ज़रा आगे बढ़ अपने कपड़े निकालने को होती हैं कि अचानक पिछे मूढ़ कुछ याद करते हुए बोली " एक मिनट अभी इसने मुझे क्या कहा की मेरे पास दिमाग नहीं हैं " फिर अपना सर ना मे हिला खुद को करेक्ट करते हुए बोली " कहा नहीं एक्सप्रेशन दिए जैसे मैं दिमाग से पैदल हू और चलती भी हू तो गधे को स्पीड से " इतना बोल वो अपना मुँह नाक सिकोड़ते हुए अपने हाथ का मुक्का बनाते हुए बोली " इसकी इतनी हिम्मत कि इसने मुझे गन्दा बोला ,मैं इसका बदला लेके रहूंगी फिर चाहे उसके लिए मुझे यही रहना पड़े लेकिन मैं इस गंदे आदमी के सर पे नारियल फोड़ के रहूंगी " इतना बोल वो आगे बढ़ वार्डरोब कि लाइट ऑन कर कपड़ो को देखते हुए पॉउट बना के बोली " कपड़े तो सारे नए दिख रहे चलो जल्दी से रेडी होके बाहर जाती हु वर्ना बहार मेरे तूफान एक्सप्रेस जो मेरा वेट कर रहे हैं कहीं लेट पहुंचने पे सजा ना सुना दे "   इतना बोल वो अपनी ही बात पे हस के अपने लिए एक हाई नेक फुल स्लीव कि ब्राउन टी शर्ट और वाइट जीन्स निकाल के जल्दी से चेंज करती हैं  और फिर अपने से ही मैच जैन के लिए भी एक क्यूट सा ब्राउन वाइट के कॉम्बो में बन्नी ड्रेस निकाल क्लोसेट से बाहर आके देखती हैं  तो सामने बिलाल जैन कि फीडिंग बॉटल बॉइलर से निकाल जैन के लिए चॉकलेट मिल्क रेडी कर रहा था  ,   उसे देखते ही ज़रा जल्दी से आगे बढ़ उसके हाथ से जैन कि फीडिंग बॉटल लेते हुए बोली " एफ्फोर्ट्स करने की कोई ज़रूरत नहीं हैं क्यूंकि मेरा सनशाइन आपके हाथ से दुध नहीं पियेगा " इतना बोल वो बड़े ऐटिटूड से अपने बाल झटक उसे मुँह चिढ़ा के जैन के पास आ जाती हैं और उसकी क्यूटनेस पे बिलाल स्माइल करते हुए क्लोसेट रूम मे चला जाता हैं,  और ज़रा प्यार से जैन को अपनी गोद मे उठाते हुए बोली " पहले मेरा सनशाइन कपड़े पहनेगा फिर अपने छोटू से पेट को भरेगा " इतना बोल ज़रा उसके पेट पे किश कर लेती हैं जिससे जैन को गुदगुदी होने लगती हैं और वो जोर जोर से खिल खिला के हसने लगता हैं कुछ देर बाद,  बिलाल जैन को गोद मे लिए ज़रा का हाथ पकड़ के स्टेयर्स से नीचे आता हैं तो वहा किसी के लगेज का ढेर लगा था  बिलाल लगेज को देख के भी अनदेखा कर डायनिंग टेबल को तरफ आके ज़रा के लिए चेयर खींचता है और खुद भी हेड चेयर पे बैठ जाता है , और फिर जैन को टेबल पे बिठा जैसे ही ज़रा को ब्रेकफास्ट सर्वे करने को होता हैं कि तभी पिछे से किसी की आवाज़ आती हैं,  " बिलाल अपने डिसिशन के बारे मे एक बार और सोच लो वर्ना कही ऐसा ना हो कि फिर तुम्हें सोचने का भी वक़्त ना मिले " ये आवाज़ किसी और कि नहीं बल्कि बिलाल कि माँ अवंतिका कि थी , उसकी बात सून बिलाल सरकास्टिकली हस्ते हुए एक झटके मे अपनी माउसर निकाल अवंतिका के जस्ट कान के साइड मे शूट कर देता हैं जिससे उसके बगल मे रखा फ्लावर वाश वही तुरंत टूट के चकनाचूर हो जाता हैं,  और ज़रा जो आराम से चेयर पे बैठी थी वो डर से हड़बड़ा के अपने चेयर से उठ खड़ी होती हैं और अवंतिका वो तो शॉक मे अपने जगह पे ही खड़ी रह जाती है फिर बिलाल बिना अवंतिका कि तरफ देखे अपनी माउसर पे फूंक मारते हुए बोला " जितना जल्दी हो सके मेरे आर्डर का फॉलो हो जाना चाहिए वर्ना मैं जान लेने से पहले वार्निंग भी नहीं देता " इतना बोल बिलाल अपनी माउसर जैन को दे देता हैं जो ऐसे बैठा था जैसे कुछ हुआ ही न हो और फिर शॉक मे खड़ी ज़रा का हाथ पकड़ एक झटके मे उसे वापस चेयर पे बिठा देता हैं      और पिछे खड़ी अवंतिका खिसियाई हुई सी अपना पैर पटकते हुए मेंशन से बाहर चली जाती है और उसके पिछे पिछे फ़ैयाज़ और उसकी वाइफ कीर्ति भी अपनी बेटी को लेके बाहर चली जाती है और उसकी क्यूट सी लिटिल प्रिंसेस बार बार मूढ़ के बिलाल को ही देखे रही थी लेकिन बिलाल ने अपना सर ही नहीं उठाया जिससे क्यूट लिटिल प्रिंसेस एकदम उदास हो जाती है  कुछ देर बाद बिलाल ब्रेकफास्ट कर के चेयरे से उठता हैं और फिर माजिद को इशारे से मेंशन से बाहर जाने को बोल ज़रा के पास आते हुए बोला " भागने के बारे में सोचना भी मत और दूसरी बात मैं अपने बेटे को यही तुम्हारें पास छोड़ के जा रहा हु इसलिए तुम इसकी केयर करना with full concentration " इतना बोल वो आगे बढ़ उसके फोरहेड पे किश कर लेता हैं और फिर प्यार से जैन का सर सहला मेंशन से बहार चला जाता हैं,  और उसके बाहर जाते ही ज़रा अपना मुँह बनाते हुए बोली "मेला बेटा साडू कहीं का " इतना बोल वो जैसे ही मुड़ती हैं कि अचानक उसके सामने दो बिल्कुल सेम सेम दिखने वाली लडकियां आ जाती है  जिन्हें देख ज़रा हाकपका के दो कदम पिछे हो जाती हैं और उसे ऐसे देख वो दोनों दो कदम और आगे बढ़ लगभग उसके ऊपर चढ़ते हुए बोली " भाभी मिली जुली "   दूसरी तरफ , खान ग्रुप पार्किंग , माजिद सिटी बजाते हुए अपने कार से बाहर आता हैं और अपने हाथ मे कार कि कीस घुमाते हुए जैसे ही आगे बढ़ने को होता हैं कि तभी कोई पिछे से आके अचानक उसके सर पे डंडे से मार देता हैं,  जिससे माजिद की दर्द से जोर कि चीख  निकल जाती है और उसका सर एकदम से चकरा जाता हैं,  लेकिन फिर भी वो किसी तरह खुद को सम्भाल अपना सर पकडे पलट के देखता हैं तो सामने एक लड़की अपने हाथ मे मोटा सा डंडा लिए खड़ी थी लेकिन उसका चेहरा देख के लग रहा था की भले उसने उसे मार दिया हैं मगर इस वक़्त उसकी खुद कि हालत पंचर हो चुकी हैं,  माजिद दर्द से अपना सर पकडे अपने सामने खड़ी लड़की को गुस्से मे देखते हुए बोला " दिमाग घास चरने गया हैं क्या जो फालतू मे मेरे सर पे मारा " इतना बोल वो उस लड़की के पास आने लगता है तो वो लड़की उसकी तरफ डंडे को आगे करते हुए बोली "खबर दार जो मेरे पास आने कि कोशिश की वर्णा मै गोली मार दूंगी " इतना बोल वो पिछे कि तरफ अपने कदम करने लगती हैं और माजिद उसकी बात सून उसे ऊपर से लेके नीचे तक देखते हुए बोला " यानी के तुम सच मे दिमाग से खोखली हो इसीलिए हाथ मे डंडा लेके गोली मारने कि धमकी दे रही हो " इतना बोल वो उसके बिल्कुल पास आने लगता है तो वो लड़की जिसने आज पहली बार डंडा उठाया था वो खुद को हरते देख डंडे को नीचे कर पूरी ताकत से खिंच के माजिद के मेन पॉइंट पे मार देती हैं जिससे माजिद को एक असहनीय दर्द होता हैं और उसकी पूरी body अकड़ जाती हैं Aur vo बेचारा उस असहनीय दर्द से तेज se चिल्ला उठता हैं और अपने प्राइवेट पार्ट पे हाथ रख वहीं जमीन पे दर्द से लोटने लगता है   aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं episode अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे please please  Please share your review guys please  Bye everyone and take                                                       

  • 18. His Bided Wife - Chapter 18

    Words: 1588

    Estimated Reading Time: 10 min

    वो लड़की जिसने आज पहली बार डंडा उठाया था वो खुद को हरते देख डंडे को नीचे कर पूरी ताकत से खिंच के माजिद के मेन पॉइंट पे मार देती हैं   जिससे माजिद को एक असहनीय दर्द होता हैं और उसकी पूरी body अकड़ जाती हैं   Aur vo बेचारा उस असहनीय दर्द से तेज se चिल्ला उठता हैं और अपने प्राइवेट पार्ट पे हाथ रख वहीं जमीन पे दर्द से लोटने लगता है और इतने मे वहा उसकी आवाज़ सून the khan's के बैच लगे गार्ड्स दौड़ते हुए आ जाते हैं और माजिद को जमीन पे गिरा देख जल्दी से उसके पास आ उसे उठाने लगते हैं तो माजिद गुस्से मे उन सब पे चिल्लाते हुए बोला " अरे तुम सब कि अकाल मारी जाए मुझे छोडो उस लड़की को पकड़ो जल्दी " उसके इतना बोलते ही गार्ड्स जिन्होंने माजिद को थोड़ा ऊपर उठा लिया था वो एकदम से उसे वहीं छोड़ देते हैं जिससे धड़ाम कि आवाज़ के साथ माजिद नीचे गिर जाता है,  और एक बार फिर उसकी दर्द भरी चीख निकल जाती है और वो गुस्से में सारे गार्ड्स को गालिया देने लगता है  और सामने खड़ी लड़की जो अब हट्टे कट्टे हाथी जैसे गार्ड्स को अपने पास आते देख रही थी वो जल्दी से डंडे को उन सब पे फेंक वहा से भागने लगती हैं , और भागते भागते जैसे ही एग्जिट पे पहुंचती हैं कि तभी उसके सामने दो भयानक से दिखने वाले गार्ड्स आके उसके सामने खड़े हो जाते हैं,  और उन्हे देखते ही वो लड़की जल्दी से हड़बड़ा के जो उसके मन में आता हैं वहीं बोलते हुए बोली "देखो अगर तुम मे से किसी ने भी मुझे पकड़ने कि कोशिश कि तो मैं अपनी ज़रा से बता दूंगी, और अगर उसे पता चल गया ना तो वो तुम सब कि बिना मिक्सर के चटनी बना देगी काले सांडो " तो ये लड़की कोई और नहीं बल्कि अपनी the पावरफुल झल्ली रिया थी और रिया कि बात सुन दोनों गार्ड्स हैरानी से एक दूसरे का फेस देखते हुए एक साथ बोले " काले सांड " इतना बोल वो दोनों गुस्से मे आगे बढ़ एक झटके मे रिया का हाथ पकड़ उसे हवा मे उठा लेते हैं,  वहीं दूसरी तरफ , Storm Grove Mansion ,  ज़रा आपने सामने दोनों को ऐसे खुद के ऊपर चढ़ते देख दोनो को अपने हाथ दिखा रोकते हुए बोली " अरे ठीक हैं हम मिल जुल लिए लेकिन प्लीज मेरे ऊपर चढ़ो तो मत "   इतना बोल वो जैन के पास आने लगती हैं तो वो दोनों फिर से उसके ऊपर चढ़ते हुए बोली " भाभी मिली जुली " इतना बोल वो दोनों एक दूसरे को देखती है तो ज़रा जो अब उन दोनों के इस मिली जुली कांसेप्ट से तंग आ चुकी थी अपनी भौंहे सिकोड़ते हुए बोली " अरे मैं समझ गई कि तुम दोनों एक दूसरे से मिलती जुलती हो बिल्कुल सेम यही ना लेकिन अभी please मेरे सामने से हटो " उसकी बात सुनते ही वो दोनों अपना सर पीटते है बोली " भाभी हम दोनों का नाम मिली जुली हैं,  फिर उसके बगल खड़ी मिली बोली " भाभी मैं मिली हू और ये जुली " इतना बोल वो अपने बगल खड़ी जुली को देखती हैं तो जुली भी अपना सर हाँ मे हिलाते हुए बोली " जी भाभी " उन दोनों की बात सून ज़रा अपना सर पीट लेती हैं फिर दोनों को डायनिंग टेबल पे बैठने का इशारा करते हुए बोली " अच्छा to ऐसे बताओ लेकिन तुम दोनों तभी अपने भाई मतलब जैन के डैड के सामने क्यु नहीं आए थे ब्रेकफास्ट करने" उसकी बात सुनते ही वो दोनों जल्दी से वापस उसके ऊपर चढ़ते हुए बोली " अरे नहीं नहीं नहीं भाभी ,भाई से हमें बहोत डर लगता है और वो to बहोत खतरनाक हैं , आज तो जो आपने देखा वो कुछ नहीं था वो उससे भी कई गुना ज्यादा खतरनाक हैं " इतना बोल वो दोनों एक दूसरे को एक नज़र देख ज़रा कि तरफ देख अपना सर हिला देतीं हैं, और ज़रा जो उन दोनों कि बात से ज्यादा बार बार अपने ऊपर चढ़ने से परेशान हो चुकी थी वो दोनों के सामने अपना हाथ आगे कर रोकते हुए बोली " ये मुझे तुम्हारें भाई से ज्यादा तो मुझे तुम दोनों के बार बार अपने ऊपर चढ़ने से डर लग रहा हैं इसलिए तुम लोग मेरे ऊपर चढ़ना बंद करो प्लीज "   खान ग्रुप , माजिद गार्ड्स के सहारे बिलाल के कैबिन के सामने पहुंच गेट नॉक करता हैं तो अन्दर से बिलाल उसकी परमिशन अप्प्रोव करता है   जिससे गेट अनलॉक हो जाता हैं और माजिद अपना पैर हवा मे लटकाये गार्ड्स के सहारे अन्दर आता हैं,  और सामने अपने चेयर पे बैठे बीलाल कि नज़र जैसे ही उसपे पढ़ती हैं तो वो उसे ऊपर से लेके निचे तक देखते हुए बोला " What is this new nonsense of yours now ? " उसकी बात सून माजिद किसी रोतुलु बच्चे के तरह रुआंसा होके बोला " भाई इस बार मैंने कोई बेहूदा हरकत नहीं की बल्कि इस बार मेरे साथ बहोत ज्यादा बेहूदा हरकत हो चुकी हैं " इतना बोल वो गार्ड्स के सहारे से अपने पैर पे खड़ा हो जाता हैं और उसकी बात सून बिलाल की भौंहे सिकुड़ जाती है , और माजिद चेयर खिंच के बैठते हुए बोला " भाई पता नहीं कौन एक लड़की पार्किंग मे मेरे पिछे से आयी और उसने मेरे ऊपर पिछे से आगे से पिछे से निचे से सब जगह से अटैक कर दिया मेरे ऊपर और मुझे ऐसी जगह मारा कि भाईईई अह्हह्ह्ह्ह क्या बताऊ "  इतना बोल वो अपने दोनों पैर एक दूसरे के ऊपर चढ़ा लेता हैं और उसके हाथ खुद बा खुद अपने प्राइवेट पार्ट कि तरफ चले जाते है और उसकी हरकत देख बिलाल उसे गुस्से मे घूरते हुए बोला " बेहवे योर सेल्फ माजिद " फिर वापस अपने आई पैड कि तरफ देखते हुए बोला " तो तुम एक लड़की से मार खाके आ गए और अभी ऐसे बता रहे हो जैसे कोई होनोर का प्राइज जीत के आ रहे हो " इतना बोल वो उसे अपने आई पैड से नज़र उठा के देखता हैं तो माजिद कराहते हुए कम्फर्टेबले होके बैठते हुए बोला " भाई वो लड़की कोई सीरियल किलर या मर्डरर नहीं थी बस मुझे ऐसा लग रहा की वो किसी, और का पाप मेरे सर पढ़ गया मतलब मेरे कहने का sense हैं कि vo किसी और का सर फोड़ने आयी थी लेकिन गलती से उसके हत्थे मैं चढ़ गया "   उसकी बात सुनते ही बिलाल अपना सर उठा उसकी तरफ देखते हुए बोला " तुम्हारें पास उस लड़की की कोई पिक्चर या कोई फुटेज हैं " इतना बोल वो माजिद को गौर से देखता हैं तो माजिद बड़े गर्व से अप्प्रेसिएशन के लिए अपना कॉलर ठीक करते हुए बोला " भाई फोटो कि बात छोड़िये पूरी कि पूरी लड़की मैंने आउट हाउस पे भेज दिया हैं " इतना बोल वो अपने फ़ोन मे रिया कि फोटो ओपन कर बिलाल के सामने कर देता हैं  वहीं एक बड़ी सी बिल्डिंग का एक लुक्सुरियस फ्लैट जिसके सामने नीता और इशानी मास्क लगा के खड़ी थी और फिर दोनों कुछ इशारे से बात कर नीता डोर बेल्ल प्रेस कर देतीं हैं  लेकिन काफी देर बीत जाती है दोनों को दूसरी तरफ से कुछ रिस्पांस नहीं मिलता तो इशानी खीजते हुए बोली " यार नीता मुझे लगता हैं कि तुमने गलत एड्रेस ले लिया हैं इसलिए इससे पहले कोई हमें यहा ऐसे देख ले चलो यहा से जल्दी " इतना बोल वो अपना मास्क ठीक करते हुए इधर उधर देखने लगती हैं तो नीता उसका हाथ दबाते हुए बोली " यही यही ये जो तुम्हारी इम्पेशेंट लेवल है न इससे मुझे बहोत चिढ होती हैं " इतना बोल वो एक बार फिर जैसे ही गेट नॉक करने के लिए अपना हाथ आगे करती हैं कि तभी कोई आके गेट खोल देता हैं  और गेट खुलते ही नीता जल्दी से सामने खड़ी औरत को देखते हुए बोली " क्या ये मिसेज खान का फ़्लैट हैं ?" इतना बोल वो सामने खड़ी औरत को देखती हैं तो वो औरत यानी के कीर्ति दोनों को गौर से ऊपर से लेके नीचे तक देखते हुए बोली " हाँ लेकिन तुम दोनों कौन हो "   उसकी बात सून नीता जल्दी से इशानी का हाथ पकड़ के अंदर आते हुए बोली " मैं खत्री इंडस्ट्री से आई हू और ये मेरे साथ इशानी खत्री ,खत्री इंडस्ट्री कि सी इ ओ और मैं इनकी असिस्टेंट "   उसके मुँह से खत्री इंडस्ट्री का नाम सुनते ही कीर्ति को समझने मे देरी नहीं लगती कि vo दोनों वहा किस लिए आए हैं और वो तुरंत गेट बंद कर उन दोनों को वहीं हॉल में डले काउच पे बिठाते हुए बोली " आप दोनों यही बैठो मैं अभी मॉम को इन्फॉर्म करती हू " इतना बोल वो वहा से अन्दर चली जाती है और उसके जाते ही नीता इशानी को घूरते हुए धीमी आवाज़ मे डाटते हुए बोली " देखा मैं सही एड्रेस लेके आयी थी लेकिन तुम्हें हमेशा मुझ पे ही डाउट रहता हैं " इतना बोल वो गुस्से मे सामने देखने लगती हैं और उसे नाराज होते देख इशानी नीता को मानाने के लिए अपना मुँह खोल कुछ कहने को होती हैं कि उससे पहले ही पिछे से अवंतिका कि आवाज़ आती हैं " तुम सब तो मेरी उम्मीद से भी जल्दी अपनी दुश्मनी निभाने के लिए मुझ से दोस्ती करने आ गए "         Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे, please please please guys    Okay ji bye every one and take care                         

  • 19. His Bided Wife - Chapter 19

    Words: 1650

    Estimated Reading Time: 10 min

    अवंतिका कि आवाज़ सुन दोनों अपना सर पिछे घुमा के देखती है तो वो दोनों को देख एक टेढ़ी स्माइल करती हैं  और इशानी जो अवंतिका के करंट सीटुएशन्स से बहोत अच्छे से वाकिफ थी वो जवाब मे उसका भी मजाक उड़ाते हुए बोली " मिसेज खान डॉन'ट फॉरगेट that जितनी जरूरत मुझे आपकी हैं उतनी आपकों हमारी भी इसलिए इट्स बेटर कि हम बजाय एक दूसरे को टौन्टिंग करने के पॉइंट कि बात करे " इतना बोल वो नीता को देखती है तो नीता उसे एक स्माइल पास कर राइट मूव का सिग्नल देतीं है और सामने खड़ी अवंतिका जिसका दिमाग गरम हो चूका था इशानी कि बात सून लेकिन फिलहाल उसका टाइम इतना ख़राब चल रहा था की वो अभी अपना एक और दुश्मन बनाने की हालत में बिलकुल नहीं थी क्यूंकि बिलाल ने उसके सारे कार्ड्स सारे अकॉउंट सब जाम करा दिया था इसीलिए अवंतिका किसी तरह खुद को जब्त कर एक लंबी साँस ले उन दोनों के सामने आ बैठ जाती हैं  वहीं दूसरी तरफ , शाम का Waqt , ज़रा जैन को बेड पे लिटा के उसकी मालिश कर रही थी और जैन " अअअअअ अअअअअ करते हुए मजे से मालिश करा रहा था  लेकिन ज़रा उसके दिमाग मे तो बिलाल का सुबह यू बिना किसी वज़ह किसी पे गोली चलना और फिर उसके अपने ही घर वालो का उससे इतना डरना यही सब वो सोच रही थी कि अचानक उसके नेल्स से जैन के गाल पे लग जाता हैं जिससे ज़रा जो बेहोश मे थी वो हड़बड़ा के जैन कि तरफ देखती हैं लेकिन जैन आँखों मे आंसू होने कि बावजूद मुस्करा रहा था , इतना देखते ही ज़रा को रोना आ जाता और वो जल्दी से जैन को अपने सीने से लगा लेती हैं  और फिर सुबकते हुए बोली " i'm सोर्री बच्चा मुझसे गलती हो गई मेरा ध्यान कहीं और था " इतना बोल वो रोते हुए उसे अपने सीने से लगाए रहती हैं  ज़रा को इस बात पे और ज्यादा रोना आ रहा था कि जैन माँ कि ममता के लिए इतना तरसा था कि ज़रा के हाथ से चोट लगने के बावजूद भी वो मुस्करा रहा था जबकि उसकी आंखो मे दर्द से आंसू आ चुके थे,  ज़रा काफी देर तक उसे यु ही अपने सीने से लगाए सुबकती रहती हैं फिर कुछ देर बाद उसे खुद से अलग कर अपने आंसू पोछती हैं,  और फिर जैन को उसके कपड़े पहना के प्यार से उसे फीडिंग बॉटल से फीड करा उसे अपनी गोद मे लेके सुला देतीं हैं,    वहीं बिलाल एक बैंक्वेट हॉल मे खड़ा अपनी नज़र चारो तरफ घुमाते हुए वहा कि डेकोरेशन देख रहा था और उसके पिछे खड़ा रूद्र टेंशन से चारो तरफ देखते हुए बोला " बॉस ये तैयारी किस लिए चल रही हैं क्यूंकि जहा तक मुझे मालूम हैं आपने अपनी शादी को to पोस्टपोनड कर दिया था क्यूंकि मैम कन्विंस्ड नहीं थी फिर ये सब किस के लिए " इतना बोल वो परेशानी से अपने कमर पे हाथ रख सोचने लगता हैं तो बिलाल डेविल स्माइल करते हुए बोला " शी विल मर्री रूद्र क्यूंकि इसके अलावा और कोई ऑप्सन नहीं हैं उसके पास "  इतना बोल बिलाल अपनी ब्लेजर ठीक करते हुए वहा से एग्जिट कि तरफ चला जाता हैं  और उसे जाते देख रूद्र दौड़ते हुए उसके पिछे आते हुए बोला " बॉस लेकिन कैसे मान जाएँगी मैम अभी तो आप दोनों के बीच कोई लव शव भी नहीं शुरू हुआ हैं " इतना बोलते हुए उसके पीछे आने लगता हैं तो बिलाल जिसे उसकी बात बिल्कुल पसंद नहीं आयी थी वो अपनी माउज़र निकाल रूद्र कि टांग के पास शूट करते हुए बोला " बी इन योर लिमिट otherwise यू विल नॉट अवेलेबल फॉर मैनटैनिंग एनी लिमिट " इतना बोल वो वहा से चला जाता हैं और rudra बेचारा जो उसके शूट करने से कूद के चार कदम पिछे गिरा था वो अपने दोनों हाथ क्रॉस कर के कान पकड़ते हुए बोला " बॉस अब मैं अपनी लव स्टोरी मे इंटरफेर ना करू आपकी तो बहोत दूर कि बात हैं"     वहीं दूसरी तरफ , इशानी नीता अवंतिका और फ़ैयाज़ चारो इस वक़्त अरोड़ा मेंशन के सामने अपनी कार मे बैठे बंगले कि तरफ ही देख रहे थे,  अवंतिका जो इशानी के बगल पैसेंजर सीट पे बैठी थी वो बंगले कि तरफ देखते हुए बोली " आर यू स्योर कि ये वहीं बंगलो हैं जहा से वो लड़की बिलोंग करती हैं " इतना बोल वो इशानी कि तरफ देखती हैं तो इशानी अपना सर हाँ मे हिलाते हुए बोली " हाँ हंड्रेड परसेंट स्योर हू क्यूंकि उस रात के बाद वो लड़की यही आयी थी और मैंने उसके बारे में पता किया था तो उसका नाम ज़रा अरोड़ा पता चला था बाकी हमें अन्दर जाके ही पता चलेगा " इतना बोल वो बँगले कि तरफ देखने लगती हैं तो अवंतिका अपना फ़ोन निकाल दूसरी कार मे बैठे फ़ैयाज़ के पास कॉल लगा उसके फोन पिक करते ही बोली " फ़ैयाज़ सामने बंगले मे जाओ और पता करो ज़रा नाम कि लड़की अन्दर हैं क्या और अगर तुम से काम पूछे तो कहना कि होटल सहारा से हम आए हैं " इतना बोल वो कॉल कट कर देतीं हैं और उसके कॉल कट करते ही इशानी गुस्से मे उसकी तरफ देखते हुए बोली " ये क्या किया तुमने तुम हमारी परेशानी हाल करने आयी हो या उसमें और इजाफा करने " उसकी बात सून अवंतिका हस्ते हुए बोली " अभी जिस खेल मे तुम ने दस्तक दी हैं वहा मैं तुम्हारें पैदा होने से पहले ही बाजी मार रही हू " उसके इतना कहते ही इशानी तुरंत बोली " क्या ख़ाक जीत रही हो अरे तुम्हें क्या लगता हैं वो लड़की होटल सहारा का नाम सून के तुम्हारें पास आएगी कभी नहीं उल्टा भाग जाएगी इस घर से भी और बैंगलोर से भी फिर सब लोग प्रॉपर्टी मे अपना अपना मुँह ले लेना " इतना बोल वो गुस्से मे सामने देखने लगती हैं जहा फ़ैयाज़ कार से बाहर निकल गेट पे खड़े गार्ड् की तरफ आ रहा था , फ़ैयाज़ उस गार्ड के पास पहुंच मुस्कुराते हुए बोला " एक्सक्यूज़ मी अन्दर ज़रा अरोड़ा जी हैं क्या ?" इतना बोल वो अन्दर की तरफ देखने कि कोशिस करता हैं तो   वहा खड़ा गार्ड् उसके सामने आते हुए बोला " ज़रा बेबी तो अब यहा नहीं रहती बल्कि उनके मामा भी यहाँ नहीं रहते क्यूंकि ये बांग्ला ही अब उनका नहीं रहा " उसकी बात सुनते ही फ़ैयाज़ शॉक में लगभग चींखते हुए बोला " व्हाट क्या यहा नहीं रहने से क्या मतलब हैं " फिर अपने इमोशंस कंट्रोल करते हुए बोला " आई मीन यहा नहीं रहते तो कहा गए ये तो उन्हीं लोगों का बांग्लो हैं " इतना बोल वो गार्ड् कि तरफ देखता हैं तो वो गार्ड् उदास होते हुए बोला " नहीं साहब ये बांग्ला उनका था लेकिन अब खान साहब का हैं बिज़नेस किंग मिस्टर बिलाल खान और अब तो हमारी ज़रा बेबी भी उनके साथ चली गई हैं " उसके इतना कहते ही फ़ैयाज़ एक दम से सदमे मे चला जाता हैं कि बिलाल इन सब के किसी चीज़ के सोचने से पहले ही वो अपना प्लान एक्सक्यूट कर चुका हैं,  यही सब सोचते हुए वो अपने काम आगे बढ़ा रहा था कि अचानक उसके दिमाग मे बिलाल के साथ आयी वो मेंशन वाली लड़की घूम जाती हैं,  और इतना सोचते ही फ़ैयाज़ अपना सर पकड़ लेता हैं कि बिलाल कितनी सतिरता से सारे मूव ले रहा हैं कि हर बार वो सब मिल के भी उससे मुँह कि खा रहे हैं    Storm Grove मेन्शन,  रात का वक़्त,  ज़रा हॉल मे काउच पे बैठी जैन के साथ खेल रही थी और जैन भी अपने क्यूट क्यूट से हाथ पैर फेंकते हुए जोर जोर से हस रहा था ,  ज़रा कभी उसके पेट मे गुदगुदी करती तो कभी उसके हाथ पैर मे जिससे जैन खूब जोर जोर से खिल खिला के हस रहा था , और काफी देर ज़रा जैन के साथ मस्ती करती रहती हैं फिर जब जैन कि एनर्जी लो होने लगती हैं तो ज़रा काउच से उठते हुए बोली " मेरे सनशाइन को भुक्कु लगी हैं अब मेला बच्चा नामु नामु करेगा और फिर सोउ सोउ हैं ना सनशाइन " इतना बोल वो उसके गाल चूम लेती हैं और फिर उसे अपनी गोद मे लिए हुएी किचन कि तरफ चल देतीं हैं,  थोड़ी देर में ज़रा किचन से जैन के फीडिंग बॉटल के साथ बाहर आती हैं और फिर उसे गोद मे लेके काउच पे बैठ उसे फीडिंग कराने लगती हैं,  थोड़ी ही देर मे जैन उसकी गोद मे ही सो जाता हैं और उसे लेके वो जैसे ही उठने लगती हैं कि तभी बिलाल अचानक उसके सामने आ उस से जैन को अपनी गोद मे ले लेता हैं , और इतना देखते ही ज़रा तुनक के उसके सामने आते हुए बोली " हिम्मत कैसे हुई आपकी मेरे सनशाइन को मुझसे लेने कि हा " इतना बोल वो आगे बढ़ उसके हाथ से जैन कोेने को होती हैं कि बिलाल अपना हाथ ऊपर करते हुए बोला " मेरे साथ चलो आज हमारा निकाह है " उसकी बात सुनते ही ज़रा गुस्से मे से उसे देखते हुए बोली " मुझे आपकी फालतू बकवाश मे कोई दिलचस्पी नहीं इसलिए चुप चाप सनशाइन कि मुझे दीजिये समझे आप " इतना बोल वो कूद के उसके हाथ से जैन को लेने को होती हैं कि बिलाल अपना हाथ साइड कर देता हैं जिससे ज़रा खुद को सम्भाल नहीं पाती और नीचे गिरने लगती हैं लेकिन उसके नीचे गिरने से पहले ही बिलाल तुरंत अपना एक हाथ नीचे कर उसे कमर से थाम लेता हैं,  और फिर एक झटके मे उसे खिंच के अपने से चिपकाते हुए बोला " अगर अब तुम ने शादी के लिए मन किया तो मैं तुम्हारी बहेन को हमेशा के लिए कैद कर लूँगा "         Aaj ke liye बस इतना ही मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे please please,    Bye everyone and take care                                                 

  • 20. His Bided Wife - Chapter 20

    Words: 1730

    Estimated Reading Time: 11 min

    Bilal एक झटके मे zara को खिंच के अपने से चिपकाते हुए बोला " अगर अब तुम ने शादी के लिए मन किया तो मैं तुम्हारी बहेन को हमेशा के लिए कैद कर लूँगा " इतना बोल वो ज़रा कि आँखों मे देखने लगता है तो ज़रा जो अभी तक गुस्से मे तिलमिलाई थी वो अचानक उसकी बात सून हस्ते हुए बोली " मेरी बहेन " इतना बोल वो अपना पेट पकड़ के जोर जोर हसने लगती हैं जैसे बिलाल ने उसे कोई जोक सुना दिया हो और फिर किसी तरह खुद को शांत करते हुए बोली " अरे मेरी बहेन को आप क्या कोई भी कैद नहीं कर सकता वो मेरी तरह सीधी साधी नहीं हैं " इतना बोल वो फिर जोर जोर से हसने लगती है लेकिन उसके इतना कहते ही अब हसने कि बारी बिलाल कि थी और वो किसी शैतान कि तरह जोर जोर से हसने लगता हैं फिर एकदम से शांत होते हुए बोला " तुम खुद ही देखे लो माय हार्टबीट that हाउ  dangerous योर sister इस " इतना बोल बिलाल अपने पॉकेट से फ़ोन निकालता हैं और फिर एक वीडियो प्ले कर के उसकी तरफ घुमा देता हैं  और ज़रा जैसे ही फ़ोन कि स्क्रीन को देखती हैं उसका दिमाग ही ब्लेंक हो जाता हैं क्यूंकि उसके सामने रिया एक बंद कमरे मे इधर से उधर चक्कर लगा रही थी , और उसे जो भी चीज़ अपने सामने नज़र आती वो उसे उठा के पूरी ताकत से गेट पे मारती लेकिन गेट का तो पता नहीं मगर वो सारे सामान टूट जाते , और इतना सब देख ज़रा के आंख मे आंसू आ जाते हैं और वो उन्हीं अपनी आंसू भरी आँखों से उसे देखते हुए बोली " ये सब आपने मुझे अपने बश मे करने के लिये किया हैं ना ताकि मुझे मजबूर कर सके " उसकी बात सून बिलाल अपना सर ना मे हिलाते हुए बोला "नॉट अट आल माय हार्टबीट बल्कि तुम्हारें बहेन ने मेरी मुस्किल और आसान कर दी " उसकी बात सुनते ही ज़रा गुस्से मे एकदम जंगली बिल्ली बन बिलाल के ऊपर अपने हाथ चलाने लगती हैं लेकिन पहाड़ जैसे बिलाल को उसके मुक्के महसूस ही नहीं जो रहे थे,  इवन उसे ऐसा लग रहा था जैसे कि कोई इसकी बॉडी मसाज कर रहा हो और फिर क्या बिलाल उसे और चिढ़ाते हुए बोला " सो रिलैक्सिंग माय हार्टबीट एंड थैंक्स फॉर योर थिस एफ्फोर्ट्स " इतना बोल वो उसे एविल स्माइल करते हुए देखती हैं तो ज़रा उसकी बात से और ज्यादा चिढ जाती हैं     जिससे गुस्से मे उसके ऊपर हाथ पैर दोनों चलाने लगती हैं और बिलाल पत्थर सा एक जगह खड़ा बस उसे तड़फड़ाते हुए देख रहा था , और ज़रा उसे मारते हुए बस यही बोले जा रही थी कि " गंदे छी छी आदमी मैं नहीं रहूंगी आपके साथ मुझे बिल्कुल नहीं रहना मैं नहीं करूंगी आपसे शादी गंदे छी छी नहीं करना मुझे आपके साथ कोई निकाह " इतनी बोलते हुए वो बिलाल कि चेस्ट पे मारे जा रही थी और बिलाल जो अब उसके जिद्द से ऊब चुका था वो एक झटके मे उसके हाथ पकड़ उसे अपने कंधे पे लाद लेता हैं,  और उसके ऐसा करते ही गुस्से मे और तेज चिल्लाते हुए बिलाल कि पीठ पे जोर जोर से मारने लगती हैं लेकिन बिलाल से छुड़ाना तो दूर vo खुद को एक इंच हिला भी नहीं पा रही थी,  बिलाल उसे अपने कंधे पे लादे और जैन को गोद मे लिए मेंशन से बाहर आता हैं और फिर जैन को माजिद कि गोद मे दे ज़रा को अपने साथ कार मे जबरदस्ती बिठा के वहा से बैंक्वेट हॉल के लिए निकल जाती हैं,    वहीं दूसरी तरफ , अवनतिका इशानी नीता फ़ैयाज़ और कीर्ति पांच के पांचो अपना सर पकड़ के बैठे थे क्यूंकि फ़ैयाज़ ने उन सब को बता दिया था कि उन लोगों के पहुंचने से पहले ही बिलाल उस लड़की तक पहुंच चुका हैं और इतना ही नहीं उसे अपने साथ भी ले गया,  यही सब सोचते हुए पांचो का दिम्माग चकरा रहा था लेकिन उनके पास सोल्युशन नाम कि चीज़ दूर दूर टक नज़र नहीं आ रही थी   इशानी काउच से उठते हुए बोली " मुझे तभी समझ जाना चाहिए था जब उस दिन रूद्र ने मेरी बात मानने से मना कर दिया था लेकिन उस वक़्त मैं खुद मे ही इतना उलझ गई थी कि ये सब सोच ही नहीं पायी जिसका नतीजा आज हमारे सामने हैं,  इतना बोल वो परेशानी से अपना सर पकड़ लेती हैं तो अवंतिका एक गहरी साँस लेते हुए बोली " अभी किसी बात को रिग्रेट करने का कोई मतलब नही हैं बस किसी तरह आगे सिचुएशन को हम अपने कण्ट्रोल मे कैसे ले सकते हैं यही सोचना बेहतर होगा " उसकी बात सून फ़ैयाज़ झुँझलाहाट से अपना हाथ कॉफ़ी टेबल पे पटकते हुए बोला " मॉम कब से यही तो सोच रहे हैं लेकिन हमारे पास रास्ता ही कहा बचा हैं या ये कहना ज्यादा सही होगा कि उसने हमते लिए कोई रास्ता ही कहा छोड़ा हैं, हर जगह हमसे पहले पहुंच हमारी सारे प्लान फ्लॉप कर दे रहा हैं हम कितना भी सोच ले लेकिन इस वक़्त हमें कोई भी रास्ता नहीं नज़र आ रहा "   "एक रास्ता हैं " अवंतिका तुरंत उन सब कि तरफ देखते हुए बोली, और उसके इतना कहते ही नीता उसे गौर से देखते हुए बोली " वो क्या " उसकी बात सून अवंतिका अपनी जगह से खड़े होते हुए बोली " ज़रा कि किडनेपिंग लेकिन उसे मारना नहीं जिन्दा रखना हैं क्यूंकि एक बार अगर वो हमारे कब्जे मे आ गयी तो फिर बिलाल भी वहीं करेगा जो हम चाहेंगे फिर वो चाहे मज़बूरी मे या अपनी मर्जी से " इतना बोल वो सब को बारी बारी देखती हैं तो कीर्ति उसे देखते हुए बोली " मॉम यू नो ना जो आप कह रही वो लगभग ना मुनकिन हैं क्यूंकि वो बिलाल हैं जिसकी नज़र के नीचे से एक पेन भी निकालना मौत के मुँह मे हाथ डालने जैसा हैं और आप पूरी कि पूरी लड़की उसके सामने हटाने को कह रही हैं " इतना बोल वो फ़ैयाज़ को देखती हैं तो वो भी उससे सहमती जताते हुए अपना सर हाँ मे हिला देता हैं        और उन दोनों को ऐसे देख अवंतिका घटिया तरीके से स्माइल करते हुए बोली " मिली जुली " वहीं दूसरी तरफ , आउट हाउस , वही आउट हाउस के अंडर ग्राउंड मे बने एक कमरे में रिया गुस्से में इधर उधर घूम रही थी और अब तक उस पूरे रूम का नक्सा बदल चुका था , क्यूंकि रिया ने उस अच्छे खासे रूम को भंगार खाना बना दिया था यहा तक कि वहा रखे महंगे एंटीक्स कि भी उसने धज्जिया उड़ा दी थी,  और वो सब बर्बाद करने के बाद गुस्से मे रूम मे इधर उधर घूम रही थी लेकिन जब काफी देर हो जाते हैं तो वो थक के वहीं काउच पे बैठते हुए बोली " आई थी मैं ज़रा को बचाने के लिए लेकिन मैं तो यहा उल्टा फस गई और ऐसा फ़सी हू कि किसी को मालुम भी नहीं कि मैं हू कहा " इतना बोल रोनी सी सकल बना लेती हैं और कि तभी उसे गेट खुलने कि आवाज़ आती हैं जिसे सून रिया जल्दी से गेट के सामने आके खड़ी हो जाती हैं,  और उसके वहा खड़े होते ही गेट खुलता है और एक बार फिर माजिद बाहर खड़ा था जिसके हाथ मे बॉक्स था,  और रिया उसे देख के कुछ रियेक्ट करने को होती हैं कि वो उससे पहले अपने हाथ में लिया बॉक्स उस के सामने करते हुए बोला " ये लो उसे पहेन के रेडी हो जाओ " इतना बोल वो उसे देखता हैं तो उसकी बात सून रिया भड़कते हुए बोली " तुम हो कौन जो मैं तुम्हारें बात मनु एक तो मुझे यहा इस वीरान सी जगह पे बंद कर दिया और फिर अभी मेरे ऊपर अपना आर्डर चलना चाहते हो " इतना बोल वो उसे देखती हैं तो माजिद बिना कुछ बोले वो बॉक्स उसके और आगे कर देता हैं जिससे पहले से खुन्नस खायी रिया गुस्से मे तिलमिला के एक बार फिर उसके ऊपर अटैक करने को होती हैं की उससे पहले माजिद गुस्से मे आगे बढ़ उसका हाथ पकड़ते हुए बोला " मैं औरत कि बहोत इज्जत कर्ता हू लेकिन तब तक जब तक वो मेरे साथ भी तमीज से पेश आए वर्ना मैं कितना बुरा हो सकता हू, इसका तुम्हें अंदाजा भी नहीं और दूसरी चीज़ मैं अपने भाभी कि बहोत रेस्पेक्ट कर्ता हू इसलिए भी तुम्हारें साथ सही से पेश आ रहा हु क्यूंकि तुम उनकी बहेन हो " इतना बोल वो उसे एक झटके मे छोड़ उसके हाथ मे वो बॉक्स थमा देता हैं , और खुद उसे साइड कर वहीं काउच पे बैठ जाता हैं और फिर रीया भी आगे कोई तमाश नहीं करती क्यूंकि कहीं ना कहीं उसे भी ये बात बहोत असे समझ आ चुकी थी कि बिलाल और उसके भाई दोनों ही बिल्कुल गलत नहीं थे वर्ना जो हरकत उसने कि थी माजिद के साथ उसपे तो वो बिलाल के पावर के अकॉर्डिंग सोच भी नहीं सकती थी को उसके साथ क्या क्या हो सकता था, लेकिन फिर भी नाही बिलाल ने और नाही माजिद ने दोनों मे से किसी ने उसके साथ कुछ गलत नहीं किया बस उसे एक जगह बंद कर दिया था ,   लेकिन इस दौरान भी उसके जरूरतों का पूरा ख्याल रखा था, वहीं दूसरी तरफ , कीर्ति जल्दी जल्दी रेडी हो रही थी बाहर जाने के लिए लेकिन तभी उसके रूम का गेट खुलता हैं और उसकी बेटी कि नैनी अन्दर आते हुए बोली " मेम साब वो आइना बेबी आपके पास आने के लिए जिद्द कर रही हैं मैंने मना भी किया लेकिन वो बहोत तो रही हैं " इतना बोल वो अपना सर झुका के खाड़ी हो जाती है और उसकी बात सुनते ही कीर्ति गुस्से मे अपना मेकअप ब्रश नीचे रखते हुए बोली "तुम्हें मैंने रखा किस लिये हैं हा ये सुनने के लिए कि वो तुम्हारी बात नहीं सुन रही और मेरे पास आने कि जिद्द कर रही " फिर उसे गेट कि तरफ इशारा करते हुए बोली " जाओ यहा से और उसे शांत कराओ और अगर ना मैंने माने तो दो चार थप्पड़ लगाओ लेकिन मेरे पास मत लेके आना उस मनहूस फालतू को "     Aaj ke liye bas itna hi मिलते हैं next episode me अगर आपको मेरी novel achhi लगे to please like comment and share करे , Bye everyone and take care