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His forced wife.......

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Anchal Gupta

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अभय ठाकुर......बनारस का एक मोस्ट पॉपुलर इंसान....जिसके लिए ना तो किसी की फिलिंग्स मैटर करती हैं और ना ही उसके जज्बात.....लेकिन एक दिन मिला वो एक नाजुक सी लड़की.... आर्या कपूर से.....जिसने उसकी बेरंग दुनिया में रंग भर दिए.....और बन गई अभय ठाकुर का जुन...

Total Chapters (19)

Page 1 of 1

  • 1. His forced wife....... - Chapter 1

    Words: 1009

    Estimated Reading Time: 7 min

    ठाकुर फॉर्महाउस सुबह का वक्त एक बड़े से किंग साइज बेड पर एक तकरीबन 28 साल एक लड़का बेड पर पीठ के बल सोया हुआ था.....उस कमरे मे सुबह होने के बाद भी पूरी तरह अंधेरा छाया हुआ था ....... देखने पर ही ऐसा लग रहा था की ये रूम इस फॉर्महाउस का सबसे आलीशान और खूबसूरत रूम होगा ...... उस रूम की दीवारें ब्लू एंड ब्लैक का कलर की थीम की थी और जो इस वक्त काफी अट्रैक्टिव लग रहा था ......और उससे भी दिलकश लग रहा था वो शख्स जो इस वक्त उस कमरे मे मौजूद था........ और खिड़की से आती हुई धूप के कारण इस शख्स का  चेहरा हल्का हल्का दिखाई दे रहा था.....अचानक फोन की रिंग की आई आवाज से उस शख्स की नींद में थोड़ी हलचल हुई ...... पर फोन के लगातार बजने की वजह से उस शख्स की नींद खुल गई ....... और वो शख्स अब काफी गुस्से में उठा और फोन की तरफ देखे बिना ही बोला..... अगर कोई इंपॉर्टेंट बात नही हुई तो तुम अगली सुबह कभी भी नहीं देख पाओगे.....शेरा...… Disturb करने के लिए soory boss पर उस इंसान का पता चल गया है और इस वक्त वो हमारी कैद मे है......उस शख्स की बात सुनकर शेरा ने कहा...... वही शेरा की बात सुनकर वो शख्स तिरछा मुस्कुराया और बोला.....Good job shera ..... I am coming और जब तक मैं ना आऊं तब तक उस इंसान की खातिरदारी में कमी नहीं होनी चाहिए ........ Yes boss......जैसा आप कहें ......और इतना कहकर शेरा ने फोन काट दिया...... और अब बेड पर लेटा हुआ वो शख्स अब उठा तो उसकी पीठ पर बना हुआ वो ईगल का टैटू चमकने लगा ......जो देखने में काफी खतरनाक लग रहा था .....और उतना ही खतरनाक शख्स था .....अभय ठाकुर जी हां ये शख्स था अभय ठाकुर .....लगभग 28 साल का एक इंसान जो खुद अपने आप में ही तबाही था ......हल्का सावला रंग .....ब्राउन आईज .....कसी हुई बॉडी ..... जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि इस शख्स को जिम में पसीना बहाने की आदत होगी...... रात का समय एक अंधेरा कमरा जहा एक शख्स को रस्सियों से कुर्सी पर बांधा गया था ......और वो शख्स अपने आप को छुड़ाने की कोशिश कर रहा था .....क्योंकि उस शख्स को pta था अगर वो यह से नहीं भागा तो उसकी मौत तय है .......पर उसे ये भी पता था अगर वो यहाँ से भाग नहीं पाएगा ..... फिर भी वो शख्स खुद को छुड़ाने की पूरी कोशिश कर रहा था...... तभी अचानक दरवाजा खुला और एक शख्स अंदर आया , और इस शख्स को देखकर कुर्सी पर बैठे हुए उस शख्स की सांस हलक में अटक गई ......और वो आदमी थर थर कांपने लगा क्योंकि दरवाजे पर खड़ा था ..... अभय ठाकुर...... इस वक्त अभय ने ब्लैक शर्ट और डेनिम जींस पहन रखा हुआ था उसके शर्ट के दो बटन खुले होने के कारण उसका कसा हुआ सीना उसकी शर्ट से इस वक्त बाहर झांक रहा था ...... इस वक्त अभय काफी हॉट लग रहा था..... पर सामने बैठे हुए आदमी को अभय के अंदर उसकी मौत नजर आ रही थी .....क्योंकि इस वक्त अभय उसे साक्षात मौत का देवता लग रहा था ..... अभय को देखते ही वह शख्स उसके पैरों में गिरकर गिर गिड़गिड़ाने लगा और बोला ......माफ कर दो बॉस मुझसे गलती हो गई दोबारा वैसे गलती नहीं होगी..... उसकी बात सुनकर अभय तिरछा मुस्कुराया और बोला ...... दोबारा गलती करने के लिए तेरा जिंदा होना भी जरूरी है ...... उसकी बात सुनकर वह आदमी और भी कांपने लगा और रोते हुए बोला माफ कर दो मुझे बस में पैसों के लालच में अंधा हो गया था अब ये गुस्ताखी कभी नहीं होगी ...... बस एक मौका और दे दीजिए प्लीज बॉस प्लीज...... अभय ने उसके बालों को पकड़ कर ऊपर खीचा और बोला तुझे पता है ना की धंधे में गुस्ताखी मुझे पसंद नहीं फिर भी तूने मेरे साथ गद्दारी की अब इस गद्दारी की सजा तो तुझे मिलने चाहिए ना अगले पल अभय ने अपने कमर में खोसी हुई गन निकाली और उसे शख्स के माथे पर पॉइंट कर दी ....... और अगले पल उसे रात के सुनसान अंधेरे में गोलियों की आवाज गूंज गई क्योंकि अभय ने अपने गन की छह की छह गोलियां उसे आदमी के अंदर घुसा दी उसे आदमी के खून के छीटें अभय के चेहरे पर भी आकर गिरे थे ...... और अभय इस वक्त किसी हैवान की तरह लग रहा था ...... अभय ने शेरा को आवाज देकर बुलाया और बोला .....पता है ना आगे क्या करना है...... जी बॉस ......उसकी बात सुनकर शेरा ने अभय को जवाब दिया .....ध्यान रहे आज के बाद यह गुस्ताखी फिर कभी नहीं होनी चाहिए...... जी बॉस मैंने उसे आदमी की लाश को देखकर कहा और बोला इसकी लाश को ऐसी जगह ठिकाने लगाना कि इसकी आत्मा को भी शांति ना मिले आखिर से भी तो पता चलना चाहिए अभय ठाकुर से गद्दारी करने का अंजाम...... इसके बाद अभय वहां से चला गया और शेरा उसे आदमी की लाश को ठिकाने लगाना लगा....... जबकि अभय वहां से निकल कर अपनी कार के पास आया और उसने अपने होंठो के बीच एक सिगरेट फसाइ और उसे जलाते हुए उसके गहरी गहरी कस लेने लगा...... इस वक्त उसके दिमाग में क्या चल रहा था यह पता लगाना बहुत मुश्किल था...... क्योंकि उसके चेहरे पर जो एक्सप्रेशन थे वह बिल्कुल भी पता नहीं चल रहे थे कि वह आगे क्या सोच रहा है कुछ वक्त तक अगर वहीं खड़ा रहा और अपने दिमाग में कुछ सोचता रहा और काफी देर कुछ सोचने के बाद वह अपनी जीप में बैठा और उसके बाद उसकी जीप वहां से काफी तेज रफ्तार में निकल गई ........जो हाइवे के रास्ते से होकर ठाकुर मेंशन के लिए जा रही थी इस वक्त हाईवे का रास्ता पूरी तरह से सुनसान था और अभय इस वक्त उसे हाईवे की तरफ चारों तरफ फैले उस अंधेरे की तरफ देखकर कुछ सोच रहा था मानो वह जो सोच रहा हूं वह काफी खतरनाक हो और इसके लिए वह सोच रहा था उसके लिए भी बहुत शायद खतरनाक होने वाला था.....

  • 2. His forced wife....... - Chapter 2

    Words: 1012

    Estimated Reading Time: 7 min

    रात का समय The moon light club तीन लड़कियों का ग्रुप the moon light club मे इंटर हुआ .....आज ये तीनों लड़किया यहां पार्टी करने के लिए आई थी ..... क्योंकि उनमें से एक लड़की का आज बर्थडे था , जिसने इस वक्त एक पिंक कलर की शॉर्ट ड्रेस पहन रखी थी और वो लड़की दिखने में बेहद खूबसूरत थी...... और सबसे खूबसूरत थी उसे लड़की की वह आंखें जो इस रात के अंधेरे में किसी जुगनू की तरह चमक रही थी..... और ये थी हमारी आर्या , जो की दिखने में बेहद खूबसूरत थी .....बड़ी बड़ी आंखे..... घनी पलके ... तीखी नाक .... गुलाबी होंठ और कमर तक आते लंबे सीधे बाल......आज आर्या अपनी फ्रेंड्स के साथ पहली बार क्लब में आई थी क्योंकि आज उसकी फ्रेंड निकिता का बर्थडे था..... वैसे तो हमेशा ही वो तीनो अपनी बर्थडे पार्टी कही और ही सेलिब्रेट करती थी .....पर निकिता के ब्वॉयफ्रेंड ने उसे आज इस क्लब में बर्थडे पार्टी सेलिब्रेट करने के लिए बुलाया था........ खैर जब वो तीनो इस क्लब में आई तो क्लब में आए लोगो को देखकर हैरान रह गई क्योंकि आज यहां का माहोल ही पूरा अलग था......ऐसा लग रहा था मानो पूरे शहर के लोग आज इस पूरे क्लब में ही चले आए हो...... इतनी भीड़ को देखकर निकिता की फ्रेंड प्रिया ने कहा यार निकिता यहां पर कितनी भीड़ है चलना हम वहां उस क्लब में चलते हैं जहां हम हमेशा अपना बर्थडे सेलिब्रेट करते हैं...... उसकी बात सुनकर आर्या ने भी निकिता से कहां है यार निकिता चलना यहां से चलते हैं तो अपने बॉयफ्रेंड को इस क्लब में फोन करके बुला ले...... हम दोनों की बात सुनकर निकिता ने गुस्से में कहा यार तुम लोगो को आना है तो आओ वरना मैं जा रही हूं दीपक   के पास कितने प्यार से उसने मुझे क्लब में बुलाया था अब तुम लोग हो की इतने नखरे दिखा रही हो....... उसकी बात सुनकर आर्या और प्रिया ने एक दूसरे की तरफ देखा और बोला ठीक है हम तुम्हारे साथ चलते हैं...... क्योंकि निकिता को इस भीड़ में अकेला तो मैं छोड़ सकती थी ....... अब तीनों क्लब के अंदर गए तो वहां निकिता को उसका बॉयफ्रेंड दीपक मिला जो अपने दोस्तों के साथ वहां आज पार्टी करने के लिए आया था उसने निकिता को देखकर  उसे गले लगा कर कहा ..... Happy birthday my love निकिता ने उसे देखकर कहा .....Thank you Deepak...... उनसे मिल यह मेरी फ्रेंड प्रिया और यह आर्या निकिता ने दीपक से अपनी दोनों फ्रेंड्स को इंट्रोड्यूस करवाया....... दीपक की नजर आर्या पर पड़ी तो वह उसे देखकर बेशर्मी से मुस्कुराए और बोला काफी खूबसूरत है...... तुम्हारी दोस्त वही उसकी बात सुनकर आर्या को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा ......पर फिर दीपक ने उसे निकिता से कहा चलो बेबी केक कट करते हैं ...... और फिर वह सब के कट करने के लिए चले गए और आर्य को भी मजबूरन उनके साथ ही जाना पड़ा उसका तो बिल्कुल भी मन नहीं था यहां पर आने का पर निकिता की जबरदस्ती की कारण उसे यहां पर आना पड़ा....... केक कट करने के बाद दीपक ने सबसे डांस करने के लिए कहा ..... दीपक का एक दोस्त राहुल आर्या की तरफ देखकर तिरछा मुस्कुराया और बोला .....dance please ...... Aarya ने उसकी तरफ देखा और मुस्कुरा कर माना कर दिया वैसे भी उसे उन सब से अजीब सी vibes आ रही थी .....आर्या के इस तरह मना करने पर राहुल के दोस्त उसे पर हंसने लगे और राहुल अपने गुस्से का घूंट पीकर रह गया .....क्योंकि दीपक के फ्रेंड्स में राहुल सबसे हैंडसम और इस इंसान था आज तक किसी भी लड़की ने उसे मना नहीं किया था...... वही आर्या ने जब दीपक के फ्रेंड्स को हंसते हुए देखा तो उसे  बहुत अजीब लगा .....उसने तो बस वैसे ही मना कर दिया था क्योंकि उसे डांस तो आता ही नहीं था....... डांस करने के बाद सब लोग ड्रिंक करने लगे थे ..... दीपक ने आर्या को भी ड्रिंक लेने के लिए कहा पर आर्या ने मना कर दिया क्योंकि वह ड्रिंक नहीं करती थी ....... निकिता ने उसकी तरफ देखा और बोली..... क्या यार आर्या आज मेरे बर्थडे के दिन पर भी तो ड्रिंक नहीं कर ले...... उसकी बात सुनकर आर्या ने कहा नहीं यार निकिता तुझे पता है ना अगर चाची को पता चला तो मुझे छोड़ेंगे नहीं ...... कभी राहुल ने उसकी तरफ एक सॉफ्ट ड्रिंक बडाई और बोली तुम जूस तो पी सकती हो ......आर्या उसके हाथ से जूस ले लिया और पीने लगी ...... वही आर्या को जूस पीते हुए देखकर राहुल तिरछा मुस्कुराया और मन ही मन...... बोला कि मुझे डांस के लिए मना किया था ना तुमने अब तुम्हें पता चलेगा कि राहुल सिंघानिया को मना करने का अंजाम क्या होता है...... ड्रिंक करने के बाद सब लोग अब धीरे-धीरे एंजॉय करने लगे थे निकिता की दीपक के साथ बिजी हो गई थी और प्रिया  भी किसी के साथ इंजॉय करने लगी थी ....... आर्या को अचानक सब कुछ धुंधला नजर आने लगा था .....और उसके कदम लडखडाने  लगे थे ....... अब आर्या ने निकिता और प्रिया को ढूंढना शुरू किया पर वह दोनों उसे कहीं नजर ही नहीं आ रही थी ......आर्या ने खुद से ही कहा......  लगता है दोनों कहीं बिजी हैं वैसे भी निकिता तो दीपक के साथ बिजी होगी और ऐसे में उसे डिस्टर्ब करना अच्छा नहीं लगेगा.....ऐसा करती हूं मैं खुद ही वॉशरूम चली जाती हूं ......शायद मुंह धोने के बाद सब कुछ सही दिखाई देने लगेगा...... इतना कहकर आर्या उस वॉशरूम की तरफ जाने लगी उसके पैर लड़खड़ा रहे थे और नशा उस पर हावी होने लगा था ....... वही जब राहुल ने उसे इस तरह वॉशरूम की तरफ जाते हुए देखा तो उसके चेहरे पर बेशर्मी भरी मुस्कराहट आ गई और वह भी आर्या के पीछे-पीछे उस वॉशरूम के अंदर चला गया जहां अभी कुछ देर पहले आर्या गई थीं.......... इधर दूसरी तरफ आर्या खुद को संभालते हुए अपने लड़खड़ाते हुए कदमों से ...... दीवाल के सहारे वॉशरूम की तरफ जा रही थी और अपने होश खोते हुए महसूस करके घबरा रही थीं कि तभी अचानक किसी ने उसका हाथ पकड़ लिया.......

  • 3. His forced wife....... - Chapter 3

    Words: 1009

    Estimated Reading Time: 7 min

    आर्या लड़खड़ाते हुए ......वॉशरूम की तरफ जा रही थी ...... क्योंकि राहुल ने जो ड्रिंक आर्या को पीने के लिए दी थी .....उसमें राहुल ने कुछ नशे की चीज डाली थी और वो चीज उसने उसमे कुछ नशीली गोलियां सबकी नजरों से बचकर डाल दी थी .....और अब धीरे धीरे उन गोलियों का असर आर्या पर होने लगा था ......अभी आर्या वाशरूम तक पहुंच पाती उससे पहले ही किसी ने उसका हाथ पकड़ कर खींच लिया..... वही दूसरी तरफ क्लब का एक प्राइवेट रूम  ..... इस रूम मे कुछ फॉरेनर आदमी बैठे हुए थे ....और यहां ड्रग्स की डील हो रही थी .....और उस कमरे का माहौल काफी डरावना लग रहा था वही दूसरी तरफ एक और इंसान बैठा हुआ था ..... जिसने इस वक्त ब्लैक कलर की शर्ट और एक लेदर की जींस पहन रखी थी .....और उस शख्स का वहा होना ही इस जगह को काफी डरावना बना रहा था तभी उन दोनों फोरन आदमियों ने उन ड्रग्स को उस आदमी की तरफ बढ़ा दिया ...... और उस आदमी ने उस ड्रग्स की पैकेट को अपने एक खास आदमी को पकड़ा दिया....और उसके आदमी ने उस ड्रग्स को ले लिया और पैसों से भरा हुआ एक बैग उन लोगो की तरफ बढ़ा दिया .....और उन पैसों को देखकर उन फोरनरनर आदमियों की आंखे चमक गई .....क्योंकि उस bag मे पूरे 50 करोड़ रुपए थे डील होने के बाद अब उस रूम में एक सर्वेंट ने ड्रिंक सर्व   की ,.......और वहां बैठे हर एक शख्स ने एक-एक ड्रिंक उठा ली , और उसे ड्रिंक को एंजॉय करने लगे ....... अचानक ड्रिंक पीते पीते उन दोनो फोरन आदमियों के मुंह से झाग निकलने लगा..... और वो दोनो तड़पने लगे और उन दोनों को तड़पता हुआ देख सामने बैठा शख्स तिरछा मुस्कुराया.....और बोला अभय ठाकुर से धोखा करने का अंजाम यही होता है..... जी हां..... ये शख्स अभय ठाकुर ही था जो आज इस क्लब में अपनी ड्रग्स की इल्लीगल डील्स के लिए इस क्लब में आया था जहां आज आर्या आई थी...... अब देखते ही देखते वह दोनों फोरन आदमी अपनी जान गवा बैठे थे क्योंकि जिस डील्स के लिए वह लोग यहां आए थे..... और जो वह ड्रग अपने साथ लेकर आए थे वह ड्रग असली नहीं बल्कि नकली था....... अरुण उन्होंने सोचा कि वह अभय ठाकुर को बेवकूफ बना देंगे और सारे पैसे लेकर वापस चले जाएंगे....... पर उन्हें पता नहीं था कि अभय ठाकुर का सोच वहां से शुरू होता है जहां उनकी सोच खत्म होती है...... क्योंकि अभय ठाकुर कोई कच्चा खिलाड़ी नहीं था ....... ब्लैकमेलिंग ....ड्रग स्मेलिंग .....मर्डर और ऐसा कोई काम नहीं था जो अभय ना करता हो......उसका खौफ केवल बनारस के बिजनेस में नहीं बल्कि अंडरवर्ल्ड की दुनिया में भी बहुत था...... अब ने उन दोनों फॉरेन आदमियों की लाश की तरफ देखा और शेरा की तरफ इशारा किया और शेरा ने उसका इशारा समझकर सर हा मे हिला दिया...... उसे पता था कि आगे क्या करना है  .....अभय ने अब सिगरेट जलाई और अपने होठों के बीच फंसा ली .....सिगरेट पीते वक्त अभय एकदम भयानक लुक दे रहा था...... वही दूसरी तरफ आर्या अभी वाशरूम की तरफ जा पाती उससे पहले ही राहुल ने उसका हाथ पकड़ लिया .......और उसकी तरफ देखकर तिरछा मुस्कुराया .....वही आर्या जो इस वक्त नशे में थी पर इसके बावजूद उसे अंदाजा था कि इस वक्त किसी ने बड़ी ही गंदे तरीके से उसकी कलाई को पकड़ रखा है और उसे अजीब तरीके से पकड़ा हुआ है......आज उसके इस तरह उसका हाथ पकड़ने पर डर गई.....और राहुल से अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी....... मेरा हाथ छोड़ो ....... आर्या ने हल्की लड़खड़ाती हुई आवाज में कहां.....राहुल ने उसका हाथ कसकर पकड़ लिया और बोला .....अरे पर मैं तो तुम्हें तुम्हारी फ्रेंड निकिता के पास ले जा रहा था वो तुम्हे  ढूंढ रही थी...... आर्या उसकी बात सुनकर बच्चों की तरह मुस्कुराई और बोली सच्ची तुम मुझे उनके पास ले जा रहे हो...... प्लीज मुझे जल्दी से उनके पास ले चलो ना पता नहीं क्यों मेरा सर घूम रहा है...... राहुल उसकी बात सुनकर मुस्कुराया बोला...…. हां चलो वो दोनों इसी रुम में है...... राहुल ने आर्या की तरफ देखकर कहा तो आर्या की नशीली आंखों में एक चमक आ गई और वो तुरंत राहुल के साथ उस कमरे की तरफ बढ़ गई......और उसके साथ ही राहुल भी आर्या की तरफ देखकर उसके साथ साथ चलने लगा.....लेकिन नशे में होने की वजह से बार बार आर्या इधर उधर चलती जा रही थी जिसे देखकर राहुल बुरी तरह खिंझ गया था और इसके बाद राहुल आर्या को कसकर पकड़ते हुए वहां एक प्राइवेट रूम में लेकर गया..... और उसने आर्या को बेड पर बिठाया और बोला तुम यहीं रुको मैं भी आता हूं...... आर्या ने अपना सर हमें हिलाया और वही बेड पर लेट गई और इधर राहुल अपने दोस्त विनीत को बुलाने के लिए चला गया ताकि जब वह आर्या के साथ कुछ कर सके तो विनीत उसका वीडियो रिकॉर्ड कर सके........ वही दूसरी तरफ ...... अभय का प्राइवेट रूम ....... अभय अभी इस रूम के काउच पर बैठा हुआ था ........ की यह तभी एक लड़की आकर अचानक से अभय की गोद में बैठ गई और अपना सर उसके सीने में छुपा लिया .....वही उस लड़की के अचानक इस तरह अभय के गोद में बैठ जाने की वजह से अभय चौक गया........और उसकी नजरें उस लड़की पर टिक गई जो उसकी बाहों में बिना उसकी मर्जी के बगैर किस तरह खुद चिपक कर बैठी थी........ और यही हाल अभय के पीछे खड़े बॉडीगार्ड्स का भी था वह अपने बॉस के गोद में एक लड़की को बैठा देखकर हैरान हो गए.........हालांकि उन्हें ऐसा कोई अंदाजा नहीं था कि उसके बॉस के गोद में बैठी वो लड़की इस वक्त नशे में थी और वो लड़की इस वक्त अपने होश में नहीं थी.....लेकिन फिर भी उन्हें इस वक्त उस लड़की को अपने बॉस के पास से दूर करना था इसीलिए वो उस लड़की को अपने बॉस की गोद से हटाने के लिए बढ़े और इससे पहले वो अभी वह उसे लड़की को अभय की गोद से हटते उससे पहले उसे लड़की ने अभय को कसकर पकड़ते हुए कहा.....

  • 4. His forced wife....... - Chapter 4

    Words: 1368

    Estimated Reading Time: 9 min

    The moon light club अभय का प्राइवेट रूम एक लड़की के अचानक  इस तरह अभय  के गोद में बैठ जाने से वहां खड़े सभी लोग चौंक गए थे , अभी वह लोग कुछ करते हैं उससे पहले उसे लड़की ने अभय को कसकर पकड़ते हुए कहा , मॉन्स्टर प्लीज मुझे बचा लीजिए , मेरे पीछे वह दो गंदे लड़के पड़े हुए हैं और मुझे परेशान कर रहे हैं...... उसे लड़की की बात सुनकर अभय ने दरवाजे की तरफ देखा जो अभी फिलहाल बंद था...... अभय के बॉडीगार्ड उस लड़की को उसके गोद से हटाने के हुए उससे पहले अभय ने उन्हें हाथ दिखाकर रोक दिया ....... और उसे लड़की से बोला.....कहां है वह दोनो.....?? वहीं अब अभय का सवाल सुनकर आर्या ने अपना छोटा सा अपना सर ऊपर उठा कर देखा .....वहीं अब आर्य का चेहरा देखते ही अब है उसकी तरफ देखा ही रह गया.....छोटा सा खूबसूरत सा चेहरा.... बड़ी-बड़ी आंखें ..... लंबी घनी पलके ..... जिन्हें आर्या बड़ी ही मासूमियत से झपकाए जा रही थी ...... फूले हुए गाल .....और गुलाबी होता जो नशे की वजह से और भी गुलाबी नजर आ रहा थे ......आर्या ने आप उसकी तरह मासूमियत से देखा और बोला .....वह लोग मेरे पीछे ही थे पर मैं इस रूम में चली आई तो वह लोग बाहर ही रह गए...... दरअसल हुआ यह था कि जब राहुल अपने दोस्त विनीत को बुलाने के लिए चला गया तो आर्या उसे रूम से बाहर आई और फिर खुद ही बाहर की तरफ जाने लगी ........की तभी अंदर आते हुए राहुल और विनीत की नजर उसे पर पड़ी और वह दोनों उसे पकड़ने के लिए दौड़ने लगे ........ उन दोनों को अपने पीछे इस तरह दौड़ता हुआ देखकर आर्या डर गई और डर के मारे वह वहां बने प्राइवेट रूम में चली गई जो अभय का ही था ..... और गार्डों ने भी उसे नहीं रोक उन्हें लगा शायद अभय नहीं उसे लड़की को बुलाया पर जब राहुल और विनीत वहां पर आए तो गार्डों ने उन्हें रोक दिया और अंदर नहीं जाने दिया...... अब आर्या की बात सुनकर अभय का चेहरा काला पड़ने लगा.....गुस्से से उसकी मुट्ठियां भींच गई ..... पर तभी आर्या की आवाज सुनकर उसने अपना सर नीचे करके देखा...... तो आर्या ने उसकी तरफ देखकर का मास्टर आप उन दोनों को सबक सिखाना और बहुत मारना.....उन्होंने मुझ जैसी नन्ही सी जान......छोटी बच्ची को बहुत परेशान किया..... इस वक्त आर्या के ऊपर नशा पूरी तरह से हावी हो चुका था और उसके नशे की वजह से उसका पूरा चेहरा भी लाल पड़ चुका था ........अब उसकी तरफ देखकर हल्का सा मुस्कुराया वहीं अभय को इस तरह मुस्कुराता हुआ देखकर वहां खड़े बॉडीगार्ड्स को हार्ट अटैक ही आ गया था......अभय ठाकुर वो  भी कभी मुस्कुरा सकता हैं ........ यह देखकर वह सारे हैरान ही हो गए थे......वहीं उनकी हैरानी और भी बड़ी हो गई जब आर्या ने अभय के होठों पर एक छोटी सी किस कर दी....... और वही आर्या के इस तरह अभय के होठों पर किस करने की वजह से अभय  खुद चौक गया था...... बॉडीगार्ड्स को अब लगा किया वह अब शायद ही लड़की नहीं बच पाएगी ...... क्योंकि उसने अब पिद्दी सी लड़की ने डायरेक्ट अभय ठाकुर के होठों पर ही किस कर दी......पर वही उनकी आंखें फटी की फटी रह गई जब अब मैं इसके विपरित आर्या के दोनों गालों को पकड़ कर खींच दिया..... वही आर्या अभय के द्वारा अपने गालों को खींचने पर चिल्लाई और बोली ......... मत खींचो ना दर्द होता है वही अभी-अभी अंदर आए शेरा ने जब यह नजारा देखा तो उसकी भी आंखें हैरानी के मारे खुली रह गई ........क्योंकि आज पहली बार उसने अभय के करीब किसी लड़की को देखा था वरना कोई भी लड़की अभय के तो इस डरावने चेहरे को देखकर ही डर जाती थी..... पर आर्या को तो मानो कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था वह तो उसके उल्टा उसके गोद में चढ़कर ही बैठी थी...... वहीं अभय उस काउच से उठा और उसने आर्या को अपनी गोद में उठा लिया आर्या ने भी किसी छोटे बच्चों की तरह अपने पर उसकी कमर में लपेट दे और अपना चेहरा उसके सीने में घुसा लिया........ अभय जब बाहर आया तो उसने बाहर राहुल और विनीत को अब की बॉडीगार्ड से लड़ते हुए देखा जो अंदर जाने के लिए गार्ड से हाथ फाई कर रहे थे वहीं राहुल और विनीत ने जब आर्या को किसी अनजान आदमी के साथ इतने करीब देखा तो उनका चेहरा गुस्से से कांपने लगा...... पर तभी अभय की खौफनाक नजरों को अपने ऊपर महसूस करके उन दोनों का गला डर के मारे सूखने लगा और उन्होंने सूखते हुए गले से कहा...... आर्या तुम यहां क्या कर रही हो...... तुम्हें तो निकिता और प्रिया ढूंढ रही है....... हम तुम्हें ही लेने आए थे..... और शायद तुम गलती से इस रूम में चली गई थी चलो हमारे साथ ......वहीं उनकी बात सुनकर आर्या ने अपना सर अभय के गले से निकालकर उन्हें देखा और फिर अपना चेहरा उसके गले में घुसा लिया ...... और बोली........ मॉन्स्टर यही है वह दोनों गंदे लड़के जो मुझे परेशान कर रहे थे और मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहे थे...... वही आर्या की बात सुनकर राहुल और विनीत दोनों की डर के मारे हालत खराब होने लगी .....फिर भी उन्होंने हिम्मत जुटाकर कहा..... आर्या यह तुम कैसी बातें कर रही हो हम तो तुम्हारे दोस्त हैं ना..... और हम तो तुम्हारी मदद करने के लिए आए थे..... उनकी बात सुनकर आर्या ने अपना छोटा सा चेहरा ना में हिलाया और अभय की तरफ आंखों में आंसू लिए बोली...... नहीं यह झूठ बोल रहे हैं यह बहुत गंदे हैं..... इन्होंने मुझे परेशान किया..... सच्ची.....मॉन्स्टर मैं झूठ नहीं बोल रही हूं...... और उसके बाद आर्या ने अपना चेहरा अभय के गर्दन में छुपा लिया और सिसकने लगी....... अभय ने इस तरह आर्या को सिसकता हुआ देखकर अब मैं उसकी पीठ पर हाथ फेर कर उसे शांत किया बोला ...... और शेरा से बोला..... शेरा तुम्हें पता है ना तुम्हें आगे क्या करना है ..... वही उसकी बात सुनकर शेरा ने अपना सर हमें हिलाया और बोला...... जी बॉस...... अभय ने जाते हुए एक गुस्से से जलती हुई नजर राहुल और विनीत पर डाली और फिर आर्या को और भी खुद में समाते हुए वहां से चला गया........ इधर निकिता और प्रिया को जब थोड़ा होश आया तो उन्होंने आर्या को ढूंढना शुरू कर दिया पर उन्हें आर्या कहीं मिली नहीं रही थी अब वह दोनों परेशान हो गई कि आखिर आर्या यहां से जा कहां सकती है ........वह दोनों आप परेशान हो चुकी थी और सोचने लगी कि वह आर्या की चाची को क्या जवाब देंगे कि आर्या कहां है......?? इधर दूसरी तरफ अभय आर्या को गोद में उठाकर क्लब से बाहर आया ....... और उसे लेकर अपनी गाड़ी में बैठ गया.....आर्या अभी भी सिसक रही थी......अभय उसकी सिसकने की आवाज को सुनकर  फ्रस्ट्रेट हो गया था और उसने आर्या का सर अपने सीने से निकालकर उसके चेहरे की तरफ देखा जो रोने से और कुछ नशे की वजह से पूरा लाल पड़ चुका था ...... उसने आर्या को शांत होने के लिए कहा..... शू शू अब चुप हो जाओ पर आर्या का सिसकना अभी भी जारी था ......अब मैं गुस्से में चिल्ला कर कहा चुप..... चुप एकदम चुप वही अभय के इस तरह डाटने से आर्या और ज्यादा सहम गई और जोर-जोर से रोने लगी .....वहीं उसे इस तरह रोता देखकर अब मैं अपना सर पकड़ लिया और गहरी सांस लेकर बोला..... रिलैक्स बच्चा .....अब तुम इतना क्यों रो रही हो ? वही उसकी बात सुनकर आर्या  ने सुबकते  हुए कहा , क्योंकि अपने डांटा......आप भी बहुत गंदे हैं मॉन्स्टर आर्या की बात सुनकर अभय ने उसका चेहरा फिर से अपने सीने से लगा लिया और उसके बालों पर हाथ फेरते हुए बोला ...... I am sorry baccha.....उसकी बात सुनकर आर्या ने कुछ भी नहीं कहा ...... और अपना सर और भी उसके सीने में घुसा लिया ......अभय उसकी  इस .....पर हल्का सा मुस्कुराया  और उसने उसके माथे को चूम लिया .....कुछ देर बाद अभय को अपने सीने पर आर्या की धीमे-धीमे चलती हुई सांस महसूस हुई .....उसने आर्या की तरफ देखा तो वो अब गहरी नींद मे सो चुकी थी ..... अब अभय ने भी अपनी आंख बंद कर ली और अपना सर पीछे सीट से टीका लिया......

  • 5. His forced wife....... - Chapter 5

    Words: 1017

    Estimated Reading Time: 7 min

    रात का वक्त ठाकुर मेंशन अभय की कार ठाकुर मेंशन में आकर रूकी और उसमें से अभय....आर्या को अपने गोद में उठाकर अंदर आया ....अभय आर्या को अपनी गोद में उठा कर कार से बाहर निकला और बिना किसी एक्सप्रेशन के मेंशन के अंदर बढ़ गया….. जहां मेंशन में इस वक्त काफी रात होने की वजह से इस वक्त कोई भी जाग नहीं रहा था और इस वक्त आर्या को इतनी मासूमियत भरी नींद को देखते हुए अभय ने बिना उसे किसी परेशानी के इस वक्त काफी नाजुकता से उठाए हुए उसे अपने कमरे की तरफ लाया और अंदर आकर अभय आर्या को लेकर अपने कमरे में रखे बेड की तरफ बढ़ गया….. क्योंकि आर्या अभय के सीने से लगी हुई कबकी सो चुकी थी ......अभय ने आर्या को अपने कमरे में लाकर बेड पर लिटा दिया .....और उसकी तरफ देखने लगा जो इस वक्त उसके कमरे में सारी चीजों पर तभी आर्या हल्का सा कुनमुनाई क्योंकि शायद आर्या को उस ड्रेस में सोने में दिक्कत हो रही थी क्योंकि वो कपड़े कुछ ज्यादा ही टाईट थे .....अभय ने एक नजर आर्या की तरफ देखा और कमरे से बाहर चला गया और उसने बाहर आकर सर्वेंट क्वार्टर से एक सर्वेंट को बुलाया उस सर्वेंट का नाम मिली था और वो अभय के मेंशन में ही काम करती थी अभय ने मिली की तरफ देखा और उससे कुछ कहा वही अभय की बात सुनकर मिली ने अपना गर्दन हां में हिलाई और वहा से चली गई ....... वही उस सर्वेंट के जाने के बाद अभय ने एक नजर आर्या के कमरे की तरफ देखा और फिर कमरे के अंदर चला गया...... वही दूसरी तरफ निकिता और प्रिया ने आर्या को हर जगह ढूंढा पर आर्या उन्हें मिली ही नही ........ अब दोनो ने एक दूसरे को मायूसी से देखा और बोली yrr पता नहीं आर्या कहा चली गई ........कही उसके साथ कुछ ......की तभी प्रिया ने अचानक निकिता को डांट दिया और बोली...... हो सकता हैं आर्या हमे बिना बताए ही घर के लिए निकल गई हो.....तू हमेशा इतना गलत ही क्यों सोचती रहती हैं हां......पर उसकी बात सुनकर निकिता ने प्रिया की तरफ देखा और उसकी तरफ देखकर कहा ......हां जो तू कह रही है हो सकता हैं वो सच हो....लेकिन उसका पर्स और फोन तो हमारे ही पास है ......और अगर वो घर गई होगी तो उसे घर जाने के लिए कैब की जरूरत भी हुई होगी जबकि उसके पैसे और पर्स दोनों तो यही छूट गए हैं...दरअसल जब रोहन ने आर्या को वो ड्रिंक ऑफर की थी तभी ड्रिंक करते हुए आर्या ने अपना पर्स और फोन वही टेबल पर ही रख दिया था और वही भूल गई थी ...... और अब जब निकिता और प्रिया आर्या को ढूंढते हुए आई तो उनकी नजर आर्या के पर्स और फोन पर पड़ी थी...... अब उन दोनों के चेहरे पर और भी परेशानी झलकने लगी क्योंकि अगर आर्या के पास उसका फोन होता तो कम से कम उन दोनों को इनफॉर्म तो कर ही सकती थी की वो कहा है ....... पर वो तो अपना फोन यही क्लब में ही भूल गई थी ...... अब निकिता और प्रिया क्लब से बाहर आई और अब अपने घर के लिए निकल गई सुबह का वक्त ठाकुर मेंशन मेंशन के सबसे खूबसूरत और आलीशान कमरे के किंग साइज बेड पर एक लड़की सो रही थीं......तभी धीरे धीरे उस लड़की को आंखे फड़फड़ाने लगी और अब उस लड़की की आंखे पूरी तरह से खुल चुकी थीं ...... तभी उस लड़की कि नजर उस कमरे पर पड़ी तो अचानक खुद को किसी अनजान कमरे में देखकर उस लड़की की आंखे हैरानी के मारे बड़ी हो गई .......और वो लड़की अचानक से बेड से उठी तो ...... उस तरह अचानक इस तरह उठने से उस लड़की के सिर मे एक तेज दर्द की लहर उठी पर वो लड़की अपना सिर पकड़ कर बिस्तर पर बैठ गई .....  ये लड़की आर्या थी जो इस वक्त अभय ठाकुर के कमरे में मौजूद थी और उसने अपने सिर पर हाथ रखा हुआ था पर अचानक आर्या की आंखे फटी रह गई जब उसने खुद के कपड़े चेंज हुए महसूस हुए ....मेरे मेरे कपड़े किसने चेंज किए ? आह मेरा सिर इतना क्यों दर्द कर रहा हैं ? तभी दरवाजा खुला और मिली अंदर आई ....उसने मुस्कुराते हुए कहा.....Good morning mam..... वही मिली की आवाज सुनकर आर्या चौंक गई और उसने मिली की तरफ देखा और बोली , आप कौन है ? और मैं इस वक्त कहा हु..... आह्ह्ह मेरा सिर ! तभी मिली ने आर्या की तरफ लेमन वाटर बढ़ाया और बोली..... पहले आप ये ड्रिंक लीजिए मैम आपको बैटर फील होगा मिली की बात सुनकर आर्या ने उसके हाथों से ड्रिंक ले ली क्योंकि उसे सच में इस वक्त उस ड्रिंक की काफी जरूरत थी ......ड्रिंक पीने के बाद आर्या को काफी राहत मिली अब उसने मिली की तरफ सवालिया नजरों से देखा तो मिली उसकी बात समझ गई और बोली , don't worry mam ....... आप इस वक्त ठाकुर मेंशन में है..... मिली की बात सुनकर आर्या चौंक गई और वो सोचने लगी कि वो तो क्लब में निकिता और प्रिया के साथ थी और उसे बस यही तक याद था जब उसने रोहन से ड्रिंक ली थी और ड्रिंक पीने के बाद से ही उसे कुछ भी याद नहीं था.... तभी उसने मिली की तरफ देखा और बोली......मुझे .....I mean....... मैं यहां कैसे आई  ? और मेरे कपड़े किसने चेंज किए ? आर्या का सवाल सुनकर मिली थोड़ा हड़बड़ाई और बोली मुझे नहीं पता मैम , आप यहां कैसे आई ? पर आपके कपड़े मैंने ही चेंज किए थे ......मिली की बात सुनकर आर्या को राहत मिली वरना पता नहीं उसके दिल में कितने बुरे बुरे ख्याल आ रहे थे.....तभी अचानक उसे याद आया कि जब वो उस रात क्लब में थी तो राहुल ने जब उसे वो ड्रिंक पीने के लिए दी थी उसके बाद से ही उसे कुछ याद नहीं था.....और अब जब उसे होश आया तो इस वक्त वो इस अंजान सी जगह थी जहां के बारे में उसे कुछ पता नहीं था और एक तो उसे यहां डर भी लग रहा था पता नहीं कौन उसे यहां लेकर आया....

  • 6. His forced wife....... - Chapter 6

    Words: 1477

    Estimated Reading Time: 9 min

    आर्या इस वक्त अभय के कमरे मे थी...तभी अचानक आर्या की नजर घड़ी पर पड़ी और टाइम देखते ही आर्या की आंखे बड़ी हो गई ....... क्योंकि सुबह के 10 बज चुके थे अब आर्या तुरंत बिस्तर से उठी और उसने जल्दी से खुद के कपड़े को सही किया और तुरंत वहा से चली गई .....मिली ने भी उसे नहीं रोका और आर्या जब बाहर की तरफ आई तो गार्ड्स ने भी उसे नहीं रोका ...... तभी आर्या के सामने एक कैब आकर रूकी और आर्या उसमे बैठकर अपने घर के लिए निकल गई ....... वही दूसरी तरफ ठाकुर मेंशन अभय इस वक्त अपने कमरे की बालकनी में खड़ा था और उसने अपने होठों के बीच एक सिगरेट फसा रखी थी और वो आर्या को जाते हुए काफी गहरी नजरों से देख रहा था ... और वो कल रात से ही इसी कमरे में रुका था पर वो अभी तक आर्या के सामने नहीं गया था .... इस वक्त अभय के दिमाग में क्या चल रहा था ये पता करना मुश्किल था........ वही दूसरी तरफ आर्या की कैब उसके घर के बाहर आकर रूकी और आर्या जल्दी से कैब से उतरी और अंदर जाने के लिए मुड़ गई .....पर तभी आर्या को याद आया की उसने कैब वाले को पैसे नहीं दिए हैं तो वो उसकी तरफ मुड़ी तो हैरान रह गई क्योंकि जिस कैब में बैठकर वह यहां आई थी अब वहां थी ही नहीं ......लेकिन आर्या ने ज्यादा नहीं सोचा और चुपचाप घर के अंदर चली गई .... पर अंदर आते ही उसकी नजर अपनी चाची पर पड़ी जो हॉल में इधर-उधर टहलते हुए उसी का इंतजार कर रही थी , जैसे ही उसकी चाची की नजर आर्या पर पड़ी वह तुरंत आर्या  के पास आई और उसके गालों पर एक थप्पड़ जड़ दिया.... और उसके गालों को उंगली से दबाते हुए बोली ....... आ गई महारानी अपना  मुंह काला करके .... बता कहां थी कल रात ? और किसका बिस्तर गर्म कर रही थी कल तु ? बोल...... वही अपनी चाची की बात सुनकर आर्या की आंखों से आंसू निकलने लगे .... आर्या ने रोते हुए अपनी चाची से कहा चाची वो मैं कल ......अभी आर्य कुछ कहती उससे पहले ही कमरे के अंदर से उसके चाचा मनोज जी बाहर आए...... और अपनी पत्नी की तरफ देखकर बोले.... यह सब तुम क्या अनाप-शनाप बोले जा रही हो रश्मि .....उसने बताया तो था कि वह अपने फ्रेंड के साथ बर्थडे पार्टी के लिए जा रही है ..... अपने चाचा की बात सुनकर आर्या ने उनकी तरफ उम्मीद भरी नजरों से देखा...... तभी अंदर से एक लड़की बाहर आई और बोली.....मॉम आप आर्या को इस तरह से क्यों डांट रही है मैं भी तो अपनी फ्रेंड के साथ पार्टी करने के लिए जाती हूं और मुझे भी तो देर हो जाती है ना.....ये नेहा थी .....रश्मि और मनोज जी की बेटी.... तभी नेहा आगे बोली ..... लेकिन क्या पता आर्या अपनी फ्रेंड के बर्थडे पार्टी का बहाना बनाकर कहीं और ही चली गई हो .....यह बोलते हुए नेहा के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कुराहट थी .....आर्या ने उसकी बात सुनकर उसकी तरफ हैरानी से देखा और बोली ..... यह तुम क्या कह रही हो नेहा तुम जानती हो मैं ऐसी लड़की नहीं हूं...... तभी रश्मि जी आर्या की तरफ देखकर बोली वह तो सब पता चल रहा है कि तू कैसी लड़की है ? अपनी चाची के मुंह से ऐसी बातें सुनकर आर्या की आंखों से आंसू और भी तेजी से बहने लगे ......पर तभी आर्या के चाचा मनोज जी ने आर्या की तरफ देखा और बोले.....जाओ बेटा तुम्हे कॉलेज के लिए देर हो रही होगी ..... उनकी बात सुनकर आर्या ने कहा ....जी चाचा जी ......इतना कहकर आर्या ने एक नजर..... रश्मि जी की तरफ देखा जो अभी भी उसे गुस्से से घूर रही थी .....आर्या के जाने के बाद मनोज जी ने रश्मि और नेहा की तरफ गुस्से से देखा और फिर अंदर की तरफ चले गए......  तभी नेहा ने रश्मि जी के गुस्से को भड़काते हुए कहा .....देखा मॉम इस लड़की के लिए डैड ने आपको सुनाया ...... वही नेहा की बात सुनकर रश्मि जी ने गुस्से से नेहा की तरफ देखा और बोली चुपचाप अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो ज्यादा इधर की बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं समझी...... रश्मि जी की बात सुनकर नेहा वहां से मुंह बनाते हुए चली गई और रश्मि जी अभी भी हाल में कुछ सोचते हुए खड़ी थी....... वही दूसरी तरफ आर्या का कमरा आर्या अपने कमरे में आई और जल्दी से वॉशरूम में घुस गई क्योंकि उसे कॉलेज के लिए लेट हो रहा था ..... वो जल्दी-जल्दी तैयार हुई और घर से कॉलेज के लिए निकल गई ....... कल्याणी गर्ल्स कॉलेज आर्या जल्दी से कॉलेज में आई तो उसकी नजर वहां खड़ी निकिता और प्रिया पर पड़ी जो अभी भी परेशान दिख रही थी.....आर्या जल्दी से उनकी पास गई.....तो निकिता ने उससे परेशान होते हुए पूछा......यार आर्या तू कल रात क्लब से कहां चली गई थी हमने तुझे कितना ढूंढा पर तू हमें मिली ही नहीं ....... अभी आर्या निकिता से कुछ कहती उससे पहले ही सामने से एक लड़के की आवाज आई..... हे गर्ल्स क्या कर रही हो ? ये लड़का विहान राजपूत था......जो इस कॉलेज का मोस्ट हैंडसम लड़का था और साथ ही इस कॉलेज की सभी लड़कियों का क्रश...... पर विहान किसी को भी भाव नहीं देता था ......पर जबसे विहान ने आर्या को देखा था...... वो आर्या से प्यार करने लगा था पर उसने अपनी फिलिंग्स कभी आर्या को बताई नहीं थी ...... पर पूरे कॉलेज को पता था कि विहान राजपूत आर्या से प्यार करता है लड़कियां आर्या से जलती थी ......क्योंकि जब भी विहान आर्या से बात करने की कोशिश करता था आर्या उसे कभी बात करती ही नहीं थी....... क्योंकि विहान आर्या से एक साल सीनियर था और आर्या उसकी रिस्पेक्ट करती थी उसके दिल में विहान के लिए कोई भी फिलिंग्स नहीं थी वह बस उसके लिए उसका सीनियर था...... तभी विहान ने आर्या की तरफ देखा जिसने इस वक्त व्हाइट कलर का प्लाजो सूट पहना हुआ था और सूट में वह काफी खूबसूरत लग रही थी उसके लंबे बाल हवा में लहरा रहे थे ...... विहान ने आर्या की तरफ देखा और बोला ......आज काफी खूबसूरत लग रही हो आर्या.....आर्या ने उसकी तरफ हल्का सा मुस्कुरा कर देखा और बोली थैंक यू सर , तभी निकिता और प्रिया ने कहा...... हम भी यही है विहान सर.....तो थोड़ी सी तारीफ हमारी भी कर लीजिए या फिर बस ये तारीफ आर्या के लिए ही थी....... निकिता और प्रिया की बात सुनकर आर्या ने उन्हें घूर कर देखा और बोली हमें क्लास के लिए लेट हो रही है हम चलते हैं विहान सर...... इसके बाद निकिता प्रिया और आर्य अपनी क्लासेस के लिए निकल गई उनके जाने के बाद विहान ने अपने बालों में हाथ फिर आया और हल्का सा मुस्कुरा कर आर्या की तरफ देखा और बोला ......हर बार मैं तुमसे अपने दिल की फिलिंग्स नहीं बता पाता हूं डोंट नो पता नहीं वह दिन कब आएगा जब मैं तुमसे अपने प्यार का इजहार करूंगा..... तभी विहान के कुछ दोस्त उसके पास आए और फिर भी विहान वहा से चला गया.... पर वही उस कॉलेज में किसी की आंखों में आर्या के लिए नफरत साफ देखी जा सकती थी....... एक लड़की कब से आर्या  की तरफ नफरत से देखे जा रही थी जब विहान आर्या से बात कर रहा था ......ये लड़की और कोई नहीं बल्कि इस कॉलेज के ट्रस्टी की बेटी सारिका ओबेरॉय थी  ....... जो इस कॉलेज की सबसे खूबसूरत और अमीर लड़की थी  वो कॉलेज का हर लड़के की ड्रीम गर्ल थी पर सारिका  विहान को पसंद करती थीं पर विहान  कभी भी सारिका की तरफ देखता ही नही था.......एक बार सारिका ने विहान को प्रपोज भी किया था पर विहान ने यह कहकर मना कर दिया था कि वह उसे जैसी घमंडी लड़की से कभी प्यार नहीं कर सकता है...... और ना ही कभी करेगा....... और आज जब सारिका ने विहान को आर्या से इतनी हंसते हुए बात करते हुए देखा तो उसने आर्या की तरफ नफरत से देखा और वहा से चली गई....... इधर जब आर्या अपने क्लास में आई तो निकिता ने उसे छेड़ते हुए कहा , हम्म्म तो किसी की तारीफ की जा रही थी , उसकी बात सुनकर आर्या  ने उसे देखकर अपना सर नाम ना में हिलाया और बोली...... शट अप निकिता मैं तुमसे कितनी बार कहा है ऐसा कुछ भी नही...... मैं सिर्फ विहान सर की रिस्पेक्ट करती हूं और मेरे लिए  दिल में उनके लिए कोई भी फिलिंग्स नहीं है...... पर मैंने तो किसी के फिलिंग्स के बारे में बात ही नहीं कि निकिता ने उसे टीज करते हुए कहा..... अब आर्या उसकी बात सुनकर कुछ कहती उससे पहले ही क्लास में टीचर आ गए और वह दोनों अपनी जगह पर बैठ गई और क्लासेस अटेंड करने लगी...... और क्लासेस खत्म होने के बाद वह तीनों एक दूसरे से मिलकर अपने-अपने घर के लिए चली गई......

  • 7. His forced wife....... - Chapter 7

    Words: 1883

    Estimated Reading Time: 12 min

    शाम का वक्त आर्या इस वक्त कॉलेज से वापस घर की तरफ आ रही थी.....इस वक्त निकिता और प्रिया भी आर्या के साथ नही थी.....तभी रास्ते में बैठे तीन लड़कों की नजर आर्या पर पड़ी, और आर्या पर नजर पड़ी तो उन तीनो लडको के चेहरे पर बेशर्मी भरी मुस्कराहट आ गई..... और अब उन तीनो लडको ने आर्या का पीछा करना शुरू कर दिया, वही जब आर्या की नजर अपने पीछे आ रहे लडको पर पड़ी तो उसने पहले तो ध्यान नहीं दिया...… पर जब वे लड़के आर्या की तरफ तेजी से बढ़ने लगे तो आर्या को कुछ गलत होने का अंदेशा हुआ और आर्या ने  भी अपने कदम जल्दी जल्दी बढ़ाने शुरू कर दिया..... पर तभी वो लड़के आर्या के एकदम करीब आ गए..... उनमें से एक लड़के ने आर्या का दुपट्टा पीछे से पकड़ लिया.....यह देखकर आर्या का दिल धक्क सा रह गया और उसने उन लड़कों की तरफ देखा और बोली.....प्लीज मुझे जाने दीजिए आप लोग जैसा सोच रहे हैं मैं ऐसी लड़की नहीं हूं....मैं बहुत ही अच्छे घर की हूं प्लीज..... वही आर्या की बात सुनकर अब वह तीनों लड़के हंसने लगे तो आर्या ने उन तीनों लड़कों की तरफ हैरानी से देखा.....उन में से एक लड़का हंसते हुए बोला तो हम कौन सा कह रहे हैं कि तुम किसी शरीफ घर की नहीं अरे हम भी तो शरीफों के ही घर के हैं तो क्यों ना जब तुम शरीफ और हम शरीफ तो हमारी तो जोड़ी ही अच्छी बनेगी..... तभी एक दूसरे लड़के जिसका नाम राजू था उसने कहा और मैडम हमने तो अभी कुछ किया भी नहीं और आप तो पहले ही रोने लगी हम तो आपसे भी कुछ कहने वाले थे...... वैसे आपको एक बात बताऊं शरीफों के घर की लड़कियां इतने शाम गए घर से अकेले बाहर नहीं निकलती हैं...… और तभी तीसरे लड़के ने कहा जिसका नाम मोनू था और हम तो आपसे बस यह पूछ रहे थे कि आपको कोई दिक्कत तो नहीं है और ना आप चाहे तो हम आपको आपके घर तक छोड़ सकते हैं यह कहकर उन तीनों ने आपस में हाई-फाई किया और हंसने लगे....... आर्या ने अपना डर से सूखता हुआ गला तर किया.... और बोली....देखिए अगर आपने मुझे हाथ भी लगाना तो बहुत बुरा होगा अब तक मैं आपसे बहुत प्यार से बात कर रही थी पर आप जानते नहीं है कि..... तभी आर्या की बात सुनकर राजू ने कहा अरे तो हम भी तो आपसे सिर्फ जान पहचान के लिए हैं चलिए आप ही बता दीजिए आप है कौन ? आर्या को उनकी बातें सुनकर डर लगने लगा था और अब वहां से भागने की कोशिश करने लगी..... पर तभी उन तीनों लड़कों ने उसका रास्ता रोक दिया और बोली आप तो बिना बताए ही जा रही हैं आप कौन हैं चलिए कोई बात नहीं अब बिना जान पहचान के ही आपसे थोड़ी बातें हो जाए......उनकी बात सुनकर आर्या ने अब उनकी तरफ गुस्से से देखा और उनमें से एक लड़के को धक्का देखकर वहां से भाग गई....….. आर्या को भागते हुए देखकर तीनों लड़कों का चेहरा गुस्से से कांपने लगा और उन लोगों ने भी आर्या का पीछा करना शुरू कर दिया...... वही दूसरी तरफ ठाकुर मेंशन अभय इस वक्त अपने कमरे से निकल कर बाहर आया और हाल में सोफे पर किसी राजा की तरह जाकर बैठकर और तभी उसके सामने शेरा आया और उसने अभय के सामने एक फाइल बढ़ाई...... तो अभय ने उसे फाइल को खोल कर देखा तो उसके चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ गई.....क्योंकि वह फाइल किसी और कि नहीं बल्कि आर्या की थी जिसमें आर्या की सारी इनफार्मेशन थी जिसे अभय ने कल रात को ही शेरा से निकलवाने के लिए कह रही थी क्योंकि ऐसा तो हो नहीं सकता था कि अभय जिस जगह मीटिंग कर रहा हो.....वहां कोई परिंदा भी बिना अभय के इजाजत के पर मार ले.....और उसे लग रहा था कि आर्या भी जरूर  उसके किसी बिजनेस राइवल के द्वारा भेजी गई कोई लड़की थी जिसे वहां पर उसके किसी राइवल ने जासूसी के लिए भेजा था.... पर उसे फाइल को पढ़ते हुए अभय के एक्सप्रेशन चेंज हो गया और उसने शेरा से कहा..... अब उसे लड़की पर नजर रखने की कोई जरूरत नहीं है अपने टीम को कहो वह वापस आ सकते हैं...... जी हां अभय कल रात से ही आर्या के ऊपर नजर रख वा रहा था क्योंकि उसे किसी के भी ऊपर भरोसा नहीं था कि कब कोई क्या कर सकता है..... इसीलिए कल रात से ही वो आर्या के पास भी नहीं गया था और अब उसने शेरा से अपनी टीम को वापस बुला लेने के लिए कहा और वहां से उठकर बाहर की तरफ चला गया.... अभय ठाकुर मेंशन से बाहर आया और अपनी कार में बैठकर चला गया .......   वही दूसरी तरफ आसमान में काले बादल घिर चुके थे और देखते ही देखते जोरों की बारिश होने लगी थी..... और आर्या अभी भी भाग रही थी और भागते भागते वह काफी दूर तक आ गई थी..... तभी उसकी नजर अपने पीछे आ रहा है उन तीनों लड़कों पर पड़ी जो उसके काफी करीब तक पहुंच चुके थे अब आर्या दोबारा भागने के लिए दौड़ी पर अचानक ही वह किसी से टकरा गई.....और अब आर्या ने नजर उठाकर उसे शख्स की तरफ देखा जिससे वह टकराई थी और वह शख्स और कोई नहीं बल्कि अभय ठाकुर था.... वही अभय ने जैसे ही आर्या की तरफ देखा तो वह हैरान रह गया पर उसे तभी उसकी नजर आर्या के पीछे आ रहे हैं उन तीनों लड़कों पर पड़ी तो उसका चेहरा गुस्से से कांपने लगा...…. तभी आर्या दोबारा अभय  के सीने से लग गई और बोली प्लीज़ प्लीज़ मुझे बचा लीजिए यह लोग मेरे पीछे पड़े हैं......वही आर्या की बात सुनकर अब अभय ने गुस्से से उन तीनों लड़कों की तरफ देखा और आर्या को अपने पीछे कर लिया..... तभी उनमें से एक लड़का राजू बोल चुपचाप लड़की को हमारे हवाले कर दो और यहां से चले जाओ..... पर अगर चाहो तो हमारे इंजॉय करने के बाद तुम भी इस लड़की के साथ इंजॉय कर सकते हो..... वही राजू की बात सुनकर अभय का चेहरा काला पड़ गया था.....पर फिर अचानक वो तिरछा मुस्कुराया और उसने आर्या की कलाई पकड़ी और उसे राजू की तरफ बढ़ा दिया उसकी तरफ देखा और उसकी आंखों में नमी तैर गई और वही उन तीनों लड़कों के चेहरे पर बेशर्मी भरी मुस्कुराहट आ गई और अब वो तीनों बोले...... अब कहां भाग कर जाओगी मैडम ? पर आर्या अभी भी गुस्से से अभय की तरफ देख रही थी, तभी राजू उसकी तरफ बढ़ा और वह जैसे उसने आर्या की कलाई पकड़ना चाहा.....तभी अचानक किसी की हड्डी चटकने की आवाज आई तो आर्या ने अपनी नजर उठाकर सामने देखा तो उसकी आंखें हैरानी के मारे बड़ी हो गई, क्योंकि अभय ने राजू के कलाई को पड़कर मोड़ दिया था जिससे उसकी हाथ की हड्डी टूट गई थी और उसे हड्डी चटकने की आवाज बाहर तक गूंज गई थी...और अगले ही पल अभय ने राजू के पेट पर एक लात मारा और राजू जाकर सड़क के किनारे गिर गया और उसका सर से खून बहने लगा..... अपने दोस्त की ऐसी हालत देखकर उन दोनों लड़कों का चेहरा गुस्से में कांपने लगा और वह भी गुस्से में अभय की तरह बड़े पर अचानक ही अभय ने मोनू के सर पर अपनी बंदूक तान दी जिससे उन दोनों लड़कों के होश उड़ गए और आर्या के भी हो होश गए तभी वो लड़का कांपते हुए अभय की तरफ देखकर बोला...... प्लीज़ प्लीज़ मुझे जाने दो आइंदा में ऐसी गलती कभी नहीं करूंगा ...... अभय ठाकुर किसी को भी दोबारा गलती करने की इजाजत नहीं देता और ऐसा कहते ही अभय ने बंदूक चला दी और गोली फिर मोनू के सर से आर पार हो गई और वह तुरंत नीचे गिर पड़ा...... उसकी ऐसी हालत देखकर वह तीसरा लड़का डर के मारे कांपने लगा और जैसे ही वह तीसरा लड़का वहां से भागने को हुआ तभी अभय ने उसके पैर पर गोली चला दी जिससे वह लड़खड़ा कर गिर गया और अभय उस लड़के के पास गया  और उसने जिस जगह उस लड़के को गोली मारी थी उसी जगह उस लड़के के घाव पर अपने जूतों को मसलते हुए बोला..…… आइंदा अगर किसी लड़की की तरफ उठाकर भी देखा तो अपने इन दोनों दोस्तों की मौत को याद कर लेना...... ऐसा कहते ही अभय ने एक बार और एक गोली उस लड़के के पैर में मार आई जिससे उसे लड़के चिंख उसे पूरे एरिया में गूंज गई और वह लड़का दर्द के मारे बेहोश हो गया......अभय इस वक्त काफी डरावना लग रहा था अब अभय आर्या की तरफ मुड़ा जो अपना सर नीचे करके सिसक रही थी....अचानक ही अभय ने आर्या के गाल पर एक थप्पड़ जड़ दिया..... और बोला जब खुद की हिफाजत नहीं कर सकती तो इतनी रात को अकेले नहीं घूमना चाहिए...... वही आर्या ने अब अपनी नजर उठाकर अभय की तरफ देखा तो उसकी आंखों में भरे आंसू को देखकर पता नहीं क्यों अभय के दिल में एक टींस सी उठी पर फिर उसने आर्या से अपनी नज़रें फेर ली.....और बोला चलो तुम्हें घर ड्रॉप कर देता हूं, वही अभय की बात सुनकर आर्यन इस बार उसकी तरफ देखा और बोली नहीं प्लीज मैं खुद से चले जाऊंगी..... वही आर्या की बात सुनकर अभय ने इस बार व्यंग्य से उसकी तरफ देखा और बोला हां ताकि फिर इन जैसे लोगों से बचाने के लिए तुम्हें फिर से किसी को बुलाना पड़े...... वही उसकी बात सुनकर आर्या कुछ कह ही नहीं पाई और अभय के साथ उसकी गाड़ी में बैठ गई और अभय अपनी कार आगे बढ़ा दी...... घर पहुंचने से पहले ही आर्या ने अभय से कहा थैंक यू मेरी जान बचाने के लिए.....अभय ने आर्या की तरफ देखा पर बोला कुछ नहीं, कवि आर्य ने अचानक ही कहा आप प्लीज गाड़ी यही रोक दीजिए यहां से मैं खुद चली जाऊंगी और आर्या गाड़ी से उतरकर अपने घर के लिए चली गई और  अभय अब आर्या को गहरी नजरों से देखने लगा था और जब तक आर्या अपने घर तक नहीं चली गई तब तक अभय वहीं खड़ा रहा और उसके जाने के बाद अब अभी वहां से चला गया...….. आर्या घर पहुंची तो उसकी चाची हाल में ही खड़ी थी उन्होंने आर्या की तरफ देखा और बोली..... कहां थी अभी तक कॉलेज का टाइम तो 5 बजे तक ही खत्म हो जाती है....रश्मि जी की बात सुनकर आर्या कुछ कहने को हुई पर  उससे पहले ही रश्मि जी ने कहा..... चल ठीक है जाओ अपने कमरे में और उसके बाद आकर हमारे लिए खाना बना जल्दी से..... अपनी चाची की बात सुनकर आर्या अपने कमरे में चली गई और थोड़ी देर बाद अगर किचन में चली गई सबके लिए खाना बनाने के लिए..... वहीं दूसरी तरफ Thakur mention अभय अपने कमरे में आया और बाथरूम में  शॉवर लेने के लिए चला गया, बाथरूम में चावल लेते समय अभय की आंखों के सामने आर्या का मासूम सा चेहरा ही घूम रहा था.....और उसे सोते हुए अब के चेहरे पर एक डेविल स्माइल थी..... अभय ने अचानक कहा......अभय ठाकुर की दुनिया में आने के लिए अभी बहुत मासूम हो....पर कोई बात नहीं जब तुम इस अभय ठाकुर की दुनिया में आ ही गई हो तो....इतना कहकर अभय के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कुराहट आ गई जो किसी बात की ओर इशारा कर रही थी जो कि  शायद आर्या के लिए बिल्कुल भी अच्छी नहीं थी......

  • 8. His forced wife....... - Chapter 8

    Words: 1528

    Estimated Reading Time: 10 min

    अगली सुबह अभय इस वक्त अपने रूम में खड़ा किसी से फोन पर बात कर रहा था तभी अचानक कोई आकर उसके पीठ पर चढ़ गया और अब अभय ने फोन पर कहा, I call you later , और अब अभय पीछे की तरफ मुड़ा तो उसके सामने इस वक्त एक करीब 20 साल की लड़की खड़ी थी, देखने में वो लड़की काफी खूबसूरत थी, गोरा रंग, बडी बडी आंखे , चबी चिक्स , छोटे छोटे होंठ , और कमर तक आते लंबे बाल, अभय ने अब उस लड़की की तरफ मुस्कुराकर देखा तो वो लड़की अब अभय के सीने से लग गई और अभय ने भी उसे मुस्कुराकर सीने से लगा लिया, और उसकी तरफ देखकर बोला, कैसी हो आरू ? वही उसका सवाल सुनकर आरोही मुस्कुराई और बोली, मैं बिल्कुल ठीक हूं भाई , ये है आरोही ठाकुर, अभय ठाकुर की इकलौती बहन और उसके लिए उसकी पूरी दुनिया, अगर किसी ने अभय को कभी मुस्कुराते हुए देखा है तो सिर्फ आरोही ने, और अभय के दिल में किसी के लिए सॉफ्ट कॉर्नर था तो सिर्फ और सिर्फ आरोही के लिए और आरोही के लिए भी इस दुनिया में अभय से बढ़कर कोई नही था अब अभय ने आरोही की तरफ देखा और बोला तुम अकेली आई हो, निर्भय कहां है ? मैं यहां हूं अभय, ये है निर्भय खुराना , अभय के इकलौते और जान से प्यारे दोस्त, हल्का सावला रंग, ब्राउन आंखे ,तीखी नाक,और जिम में पसीना बहा कर बनाई गईं बॉडी,देखने में  काफी हैंडसम और अट्रेक्टिव, अगर आरोही के मामले में अभय खुद के अलावा किसी और पर भरोसा कर सकता है तो वह और सिर्फ और सिर्फ निर्भय ही है, निर्भय को देखकर अगर हल्का सा मुस्कुराया और इन दोनों ने एक दूसरे को गले लगा लिया,वही निर्भय को देखकर आरोही के एक्सप्रेशन चेंज हो गए थे और उसने निर्भय की तरफ देखा भी नहीं था थोड़ी देर बाद, अभय और निर्भय अकेले में कुछ बात करने लगे थे और आरोही अभय के  कमरे से निकलकर अब अपने कमरे में चली गई थी,वही आरोही को जाता हुआ देखकर, निर्भय के चेहरे पर परेशानी झलकने लगी थी, पर तुरंत ही उसने अपने एक्सप्रेशन चेंज किया और अभय से कुछ बातें करने लगा वही दूसरी तरफ आर्या इस वक्त अपने कॉलेज में मौजूद थी, और तभी निकिता प्रिया उसके पास आए और आर्या की तरफ देखकर बोली, अरे हम दोनों में तो डिसाइड कर लिया कि कल होने वाले फंक्शन में हम क्या पहनेंगे पर तूने  डिसाइड भी किया कि  नहीं तू क्या पहनेगी ? वही निकिता की बात सुनकर आर्या ने उन दोनों की तरफ देखा बोली, नहीं यार निकिता कल मैं फंक्शन में नहीं आऊंगी और मैं फंक्शन अटेंड नहीं करूंगी, वही आर्य की बात सुनकर निकिता उससे कुछ कहती उससे पहले ही विहान की आवाज आई, पर क्यों आर्या,तुम कल फंक्शन में क्यों नहीं आओगी ? यह कहते हुए विहान के चेहरे पर परेशानी झलकने लगी थी, वही अपने पीछे विहान को देखकर उन तीनों चौक गई थी पर फिर आर्या ने उससे कहा, विहान सर आप यहां ? वही आर्य का सवाल सुनकर बिहार में उसकी तरफ देखा बोला मुझे पहले तुम यह बताओ फंक्शन क्यों नहीं अटेंड करोगी आखिर तुम्हारा कॉलेज में फर्स्ट ईयर है इस बार और अगर तुम कॉलेज का फंक्शन अटेंड नहीं करोगी तो तुम्हें पता कैसे चलेगा कॉलेज में कैसे फंक्शन होते हैं ? वही विहान की बात सुनकर आर्य जैसे ही उसे कुछ कहना कोई उससे पहले भी हमने उससे कहा मैं कोई बहाना नहीं सुनना चाहता आर्य तुम कल फंक्शन अटेंड जरूर करोगी और यह मेरा तुम्हारा सीनियर होने के नाते आर्डर है और तुम्हें इस मानना ही होगा , पर मैं कल, अभी आर्या विहान से कुछ कह पाती उससे पहले निकिता ने कहा यस में आंसर कल आर्य फंक्शन जरूर अटेंड करेगी यह मेरा प्रॉमिस है आपसे, निकिता की बात सुनकर विहान हल्का सा मुस्कुराया और बोला ओके फिर मैं कल तुम लोगों से फंक्शन में  ही मिलता हूं और इतना कहकर वह वहां से चला गया, वही निकिता की बात सुनकर आर्या ने निकिता की तरफ गुस्से से देखा और बोला तूने विहान सर से क्यों बोला कि कल मैं फंक्शन अटेंड करूंगी यार मेरा मन नहीं है कल फंक्शन अटेंड करने का वही उसकी बात सुनकर निकिता ने उसे तिरछी नजरों से देखा और बोली कहीं ऐसा तो नहीं की तू कल  विहान सर की वजह से फंक्शन अटेंड नहीं करने वाली है वही निकिता की बात सुनकर आर्या ने उसे हैरानी से देखा और बोली मेरे फंक्शन में अटेंड करने से उसमें विहान सर से क्या कनेक्शन है ? वही आर्य की बात सुनकर निकिता ने कहा मुझे तो ऐसा ही लगता है लेकिन अगर तू कल का फंक्शन अटेंड करेगी तो मुझे यह यकीन हो जाएगा कि तेरा और विहान सर के बीच कुछ भी नहीं है , सिंपल उसकी बात सुनकर आर्या  उसकी तरफ गुस्से से देखा बोली ठीक है अगर तुझे यही लगता है कि मेरे फंक्शन अटेंड करने से तुझे यकीन हो जाएगा कि मेरे और  विहान सर  बीच कुछ भी नहीं है तो मैं कल का फंक्शन जरूर अटेंड करूंगी समझी अब इतना कहकर आर्या वहां से अपने घर के लिए चले गई, वही आर्या को जाते हुए देखकर प्रिया ने अब निकिता की तरफ देखा और बोली निकिता तू आर्या से ऐसे कैसे कह सकती है यॉर तुझे तो पता है ना कि हमारी आर्या कैसी हैं ? वही प्रिया की बात सुनकर निकिता ने अब उसकी तरफ मुस्कुराते हुए देखा बोली, हां बाबा मुझे पता है हमारी आर्या कैसी है पर मैंने तो सिर्फ  उसे ऐसे ही बोला था ताकि वो  कल का फंक्शन अटेंड करें क्योंकि मुझे पता है की वो कल का फंक्शन क्यों नहीं अटेंड करना चाहती है, वही उसकी बात सुनकर प्रिया ने अब कन्फ्यूजन से उसकी तरफ देखा और उससे पूछी पर क्यों ? आर्या कल का फंक्शन क्यों नहीं अटेंड करना चाहती है ? मैं प्रिया का सवाल सुनकर अपनी निकिता ने उसकी तरफ मुंह बनाते हुए देखा और बोली क्योंकि उसकी चाची इतनी चुड़ैल जो है, पता नहीं हमारी आर्या अपनी चाची को कैसे झेलती है इतना कहकर दोनो ने ही एक दूसरे की तरफ मायूसी से देखा और फिर वहां से घर के लिए निकल गई वही दूसरी तरफ रात का वक्त ठाकुर मेंशन इस वक्त अभय और निर्भय डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए थे और अभय इस वक्त निर्भय से इलीगल डील्स के बारे में बात कर रहा था और इस वक्त उन दोनों के चेहरे के  एक्सप्रेशन काफी अलग थे , तभी आरोही जाकर डाइनिंग टेबल पर बैठी तो अभय और निर्भय दोनों के एक्सप्रेशन चेंज हो गए और दोनों एक दूसरे से बातें करने लगे मानो वह काफी इंपॉर्टेंट बिजनेस टॉपिक पर बात कर रहे हो, वहीं उन दोनों की तरफ देखकर आरोही ने उन्हें गुस्से से देखा और बोली क्या भाई जब से मैं आई हुई तब से आप अपने  दोस्त से बातें कर रहे हैं मुझसे तो कोई बात भी नहीं करना चाहता  जाइए मुझे कोई बात नहीं करनी, और इतना कहकर आरोही ने अपने को मुंह फुला लिया और अपना चेहरा घुमा कर बैठ गई, तो वही उसे इस तरह से गुस्सा होते देखकर निर्भय ने उससे कहा लगता है किसी को जलन हो रही है, कोई निर्भय की बात सुनकर आरोही ने बिना उसकी तरफ देखकर ही कहा मुझे किसी से भी जलन नहीं होती अभय का तो पता नहीं पर निर्भय को उसकी बातों में बेरूखी साफ नजर आ रही थी पर उसने इस वक्त कुछ कहना ठीक नहीं समझा और चुप हो गया, अब अब है नहीं आरोही का चेहरा अपनी तरफ घुमाया और उससे बातें करने लगा और उससे बातें कर करते वक्त आरोही का चेहरा काफी खिला हुआ लग रहा था मानों जैसे किसी रूठे हुए बच्चे को उसका मनपसंद खिलौना मिल जाता है ठीक इस तरह , थोड़ी देर में ही डिनर खत्म हुआ और अब सभी लोग अपने-अपने रूम में आराम करने के लिए चले गए वही आरोही जब डिनर करके अपने रूम में जा रही थी तो  अचानक किसी ने उसे अपने रूम में खींच लिया और उसे दरवाजे से लगा कर उसकी कमर को पकड़ लिया, वही आरोही जैसे ही डर से चिल्लाने को हुई तुरंत ही उस शख्स ने आरोही की होंठो पर अपना हाथ रखकर उसके मुंह को दबा दिया , और उसकी तरफ देखकर बोला, रिलैक्स आरू, मैं हूं , वही अब आरोही ने जब उस शक्श की तरफ देखा तो उसे शख्स को देखकर उसकी आंखों में  नाराजगी जाहिर होने लगी, क्योंकि  ये शक्श और कोई नहीं बल्कि निर्भय था जिसने इस वक्त आरोही को उसके रूम के दरवाजे से लगा रखा था, आरोही ने अब निर्भय की तरफ देखकर उससे नज़रें फेर ली और उसे इस तरह खुद से नजरे फेरने पर निर्भय को गुस्सा आने लगा और उसने अचानक ही आरोही के बालों में ग्रिप बनाई और उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और उसे किस करने लगा,वही आरोही निर्भय की इस हरकत पर हैरान रह गई थी, पर धीरे धीरे अब उसने भी निर्भय को रिस्पॉन्स देना शुरू कर दिया, वही निर्भय ......आरोही का रिस्पांस पाकर निर्भय उसे और भी शिद्दत से चूमने लगा और कब उनकी ये सॉफ्ट किस, पैशनेट किस में बदल गई उन्हें भी पता नहीं चला......

  • 9. His forced wife....... - Chapter 9

    Words: 1553

    Estimated Reading Time: 10 min

    आरोही इस वक्त निर्भय के कमरे में मौजूद थी और वो एक दूसरे को काफी शिद्दत से किस कर रहे थे तभी अचानक निर्भय ने आरोही के होठों पर हल्का सा बाइट कर लिया जिससे आरोही अचानक होश में आई और उसने तुरंत निर्भय को धक्का दे दिया इस थक के लिए तैयार नहीं था इसलिए वह थोड़ा सा पीछे हो गया और उसमें हैरानी से आरोही की तरफ देखा और जिसकी आंखों में इस वक्त नमी भरी हुई थी....... आरोही ने उसकी तरफ नफरत से देखा और तुरंत वहां से चली गई, आरोही के जाने के बाद निर्भय ने अपने सर पर हाथ रख लिया, और खुद से ही बोला....shit yrr...... how can I do this .... पता नहीं मैने अपना कंट्रोल कैसे को दिया अब तो आरु  मुझसे आर भी नाराज हो जायेगी...... वहीं दूसरी तरफ Thakur industries अभय इस वक्त अपने केबिन में मौजूद था और तभी उसके केबिन में मौजूद था तभी अचानक केबिन का दरवाजा खुला और अभय का असिस्टेंट तरुण अंदर आया और उसमें ग्रीट किया और बोला, सर आज आपको एक कॉलेज की इवेंट में जाना है, उसकी बात सुनकर अभय ने कहा इवेंट का टाइम क्या है ? तो उसकी बात सुनकर तरुण ने कहा सर आपको इवेंट में 1 बजे जाना है उसकी बात सुनकर चेहरा  हां में हिला दिया और उसके बाद तरुण वहां से चला गया , तरुण के जाने के बाद अभय ने अपना चेहरा अपनी चेयर से टीका लिया और अपनी आंखें बंद कर ली और आंखें बंद करते ही उसके सामने आर्या का मासूम सा चेहरा घूम गया और आर्या के बारे में सोच कर अभय के चेहरे पर एक डेविल स्माइल कर गई और उसने कहा , I am coming sweetheart, और यह कहते हुए भी अभय के चेहरे पर डेविल स्माइल बरकरार थी वहीं दूसरी तरह कल्याणी गर्ल्स कॉलेज कुछ ही देर में कॉलेज का इवेंट शुरू होने वाला था और निकिता और प्रिया अब कॉलेज में आ चुकी थी लेकिन आर्या का भी कुछ भी पता नहीं था, वही अब निकिता ने प्रिया की तरफ देखकर कहा, यार प्रिया लगता है आर्या सच में नहीं आने वाली है तभी प्रिया की नजर कॉलेज के एंट्रेंस से आती हुई आर्या पर पड़ी और प्रिया ने आर्या को आता हुआ देखकर कहा, वो देख आ गई हमारी प्यारी आर्या, आर्या ने उन दोनो को देखकर hii कहा और उन दोनो की तरफ बढ गई अभी वो उन दोनों की तरफ बढ़ती उससे पहले ही वह दोनों आर्या की तरफ आ गई, वही निकिता ने अब आर्या की तरफ देखकर कहा वह आर्या आज तू कितनी प्यारी लग रही है, अभी वह तीनों बातें कर रही थी कि, तभी अचानक वहां से गुजर रहे विहान की नजर आर्या पर पड़ी और वह उसकी तरफ देखा ही रहेगा क्योंकि आज आर्या सच में इतनी खूबसूरत लग  रही थी, आज आर्या ने ब्लैक कलर की साड़ी पहन रखी थी, बैकलेस ब्लाउज जो की स्लीवलेस भी था, माथे पर छोटी सी बिंदी, कानों में बड़े-बड़े झुमके, होठों पर न्यूड लिपस्टिक , हाथों में ब्लैक कलर की चूड़ियां और गले में एक पतली सी चैन, बड़ी-बड़ी आंखों में गहरा काजल, कुल मिलाकर आज आर्या सच में काफी खूबसूरत लग रही थी, विहान को इस तरह किसी को एकटक निहारता हुआ देखकर विहान के दोस्त जय ने जब विहान को आर्या को देखते हुए पाया, तो उसने विहान की तरफ देखकर कहां अब उसे ऐसे ही देखता ही रहेगा या फिर उसे अपने दिल की बातें भी उसे बताएगा, तो वही जय की बात सुनकर विहान अब होश में आया और उसने जय की तरफ देखकर कहा, नहीं यार जय, अब और नहीं आज मैं पक्का में आर्या को अपने दिल की फिलिंग्स जरूर बताऊंगा, विहान की बात सुनकर जय ने उसके कंधे को थपथपाया और इसके बाद और इतना कहकर विहान अब आर्या की तरफ बढ गया अभी निकिता ,प्रिया और आर्या एक दूसरे से बात ही कर रही थी तभी विहान उनकी तरफ आया और उसने आर्या की तरफ देखकर बोला, you are looking so beautiful आर्या, वही विहान की बात सुनकर आर्या हल्का सा मुस्कुराई और उसने विहान की तरह देखकर था थैंक यू ,विहान सर आप भी बहुत अच्छे लग रहे हैं, कभी निकिता ने आर्या की तरफ देखकर कहा, ओह हो काफी तारीफे की जा रही है एक दूसरे की, क्या बात है भई, वही निकिता की बात सुनकर अब आर्या ने उसे घूर कर देखा और विहान वहां से बहाना बनाकर चला गया , आर्या निकिता को कुछ कहने को हुई , इवेंट शुरू होने की अनाउंसमेंट हुई और वो लोग उसे तरफ बढ़ गए वहीं दूसरी तरफ कॉलेज के एंट्रेंस गेट पर एक बार आकर रुकी और उसमें से अभय बाहर निकला, अभय ने भी आज एक ब्लैक कलर की शर्ट और पैंट पहन रखी थी  कॉलेज के प्रिंसिपल ने जब अभय की तरफ देखा तो वो उसकी तरफ बढ़ गए और उसे जहां इवेंट होने वाला था उसे तरफ लेकर बढ़ गए, आर्या इस वक्त निकिता और प्रिया के पीछे पीछे चल रही थी तभी अचानक कॉरिडोर से गुजरते हुए आर्या की नजर जब अभय पर पड़ी तो उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई, और ये सोच कर की अभय यहां आया है आर्य को पता नहीं क्यों डर लगने लगा ,पर फिर जब उसने दोबारा उस जगह देखा जहां उसने अभय को देखा था तो उसे अभय अब वहां पर दिखाई नहीं दिया तो आर्या ने अपनी सर पर एक चपत लगाई और फिर अंदर चली गई कुछ ही देर में अभय उस जगह आया जहां पर आज कॉलेज का इवेंट होने वाला था और प्रिंसिपल ने अभय को वहां बैठने के लिए कहा और अभय के बैठने के बाद प्रिंसिपल ने इवेंट के शुरू करने की अनाउंसमेंट कर दी, आप अभय की नजर आर्या पर पड़ी जो इस वक्त निकिता और प्रिया के साथ किसी बात पर खिलखिला कर हंस रही थी, अभय की नजर आर्या पर काफी गहरी हो चुकी थी और अभय की नजर इस वक्त आर्या की साड़ी से झांक रहे नाजुक सी कोरी कमर पर अटकी हुई थी, और उसे देखकर अभय ने अपने होठों को अपने दांतों में दबा लिया, अब धीरे-धीरे इवेंट शुरू हुआ और अब प्रिंसिपल ने अब वहां प्रेजेंट सारे लोगों से कहा , जैसा की आप लोग जानते हैं कि ये इवेंट आज इस कॉलेज के २० साल पूरे होने की खुशी में रखा गया है और आज इस इवेंट के चीफ गेस्ट हमारे बनारस के जाने माने businessman अभय ठाकुर जी है , जैसे ही प्रिंसिपल ने कहा कि आज इस कॉलेज में अभय ठाकुर आया है तो सभी लोगों की नजर अब अभय की तरफ उठ गई पर आर्य अभय की तरफ अच्छी नहीं पाए क्योंकि जैसे ही उसने अभय को देखना चाहा वैसे ही निकिता ने उससे कुछ कहा और आर्या  का ध्यान निकिता पर चला गया अब थोड़ी दे बात सारी परफॉर्मेंस खत्म होने के बाद अंतिम में आर्या ,निकिता और प्रिया के डांस की बारी आई , और इस वक्त तीनों ने अपने चेहरे पर एक घुंघट डाल रखा था जिससे उनके चेहरे तो साफ नजर नहीं आ रहा था, पर अभय की नजर तो बस आर्या पर ही थी और उसने घूंघट में भी आर्या को अच्छी तरह से पहचान लिया था, थोड़ी देर बाद जब उन तीनों का डांस खत्म हुआ तो आर्या जब नीचे उतर रही थी अचानक उसका पैर कारपेट में उलझा और वह जैसे ही गिरने को हुई अचानक किसी ने उसे से कमर से थाम लिया, आर्या ने अब उस शख्स की तरफ देखा तो वहां विहान खड़ा था विहान ने आर्या की तरफ देखकर कहा ,आर यू ओके ? वही विहान का सवाल सुनकर , आर्या ने अपना चेहरा हां में हिला दिया  विहान से थोड़ा दूर होकर खड़ी हो गईं , वही अब ये देखकर अभय का चेहरा गुस्से से कला पड़ने लगा और जैसे ही प्रिंसिपल की नजर अभय के चेहरे पर पड़ी उन्होंने अभय की तरफ घबराते हुए देखा और बोले क्या हुआ मिस्टर ठाकुर ! हमसे कोई गलती हो गई क्या पर अभय ने बिना उनकी तरफ देखें और बिना उनकी बात का कोई जवाब दिए वहां से उठकर चला गया, कुछ देर बाद जब आर्या कॉरिडोर से गुजर रही थी अचानक उसे किसी ने उसे कमर से पड़कर दरवाजे से लगा दिया, और अब आर्या ने उस शख्स की तरफ देखा तो उसे शख्स को देखकर वह हैरान रह गई क्योंकि वहां और कोई नहीं बल्कि अभय खड़ा था जिसकी आंखों में इस वक्त गुस्सा था,  अभय ने अब आर्या के बालों में ग्रिप बनाई और उसका चेहरा अपने चेहरे के करीब करके बोला, हिम्मत कैसे हुई उसकी तुम्हे छूने की ? How dare he ? वही अभय का सवाल सुनकर आर्या कंफ्यूज हो गई थी और उसने कन्फ्यूजन से अभय की तरफ देखा और बोली, आप यहां क्या कर रहे हैं ? कहां वो उससे किस बारे में बात कर रहा था और ये लड़की उससे पूछ रही है कि वो यह क्या कर रहा है ? वहीं अब आर्या का सवाल सुनकर अभय का चेहरा गुस्से कांपने लगा और उसने अचानक आर्या के छोटे छोटे के होठों पर अपने  होंठ रख दिए और उसे गुस्से से किस करने लगा , वही आर्या तो अभय की हरकत पर हैरान रह गई थी, और जब उसे होश आया तो वो अभय को खुद से दूर करने की कोशिश करने लगी पर अभय ने उसे छोड़ा ही नहीं,

  • 10. His forced wife....... - Chapter 10

    Words: 1552

    Estimated Reading Time: 10 min

    आर्या इस वक्त कोरिडोर के दीवार से लगी हुई थीं और अभय उसके होठों को गुस्से से चबाए जा रहा था , वही अब आर्या को सांस लेने में दिक्कत होने लगी तो उसने और भी छटपटाना शुरू कर दिया और अपनी नाजुक सी कलाइयों को अभय की सीने पर मारने लगी , पर अभय ने उसकी कलाइयों को पड़कर उसके सर के ऊपर लगा दिया और उसे और भी गुस्से से उसे किस करने लगा , अब आर्या की आंखों से आंसू बहने लगे और उसने इस बार काफी जोर से अभय को धक्का दिया तो अभय एक झटके में उससे दूर हो गया ,अब आर्या  अभय के सीने से लगकर गहरी गहरी सांसे लेने लगी थी, और अब अभय ने भी उसकी पीठ को सहलाना शुरू कर दिया था, और अब अभय ने दुबारा उसके बालो को पकड़कर उसका चेहरा अपने चेहरे के करीब कर के बोला , आइंदा अगर किसी को अपने करीब आने दिया तो सजा इससे भी बुरी होगी समझी , आर्या हैरानी से अभय की तरफ देखने लगी थी और वो समझने की कोशिश करने लगी की आखिर अभय उससे इस तरह क्यों बात कर रहा है हां माना उस दिन उसने आर्या को उन लड़कों से बचाया था लेकिन इसके अलावा वो तो अभय को जानती तक नहीं थी , अचानक आर्या की दर्द से आह निकल गई क्योंकि इस बार अभय ने उसके बालो को और भी कसकर पकड़कर उसके होंठो पर हल्का सा अपने होंठ रख कर बोला , तुम सिर्फ मेरी हो , और अभय ठाकुर की किसी भी चीज पर किसी की भी नजर अभय ठाकुर को बिलकुल बर्दास्त नहीं , और उस लड़के ने तो तुम्हे छूने की हिम्मत कर दी ,दर्द की वजह से आर्या का  पूरा चेहरा लाल हो गया था , और अब अभय ने आर्या के बालों को एक झटके में छोड़ दिया तो आर्या लड़खड़ा गई और उसने अभय की तरफ देखकर कहां, और आप होते कौन है ? मुझे ये बताने वाले की कौन मुझे हाथ लगा सकता है और कौन नही ? और वैसे भी ना मैं आप को जानती हूं और न ही आपका मुझ पर कोई हक है तो ? तो वही आर्या की बात सुनकर अभय ने इस बार उसे डेविल नजरों से देखा और उसके होंठो पर अपनी उंगली फिरा ते हुए बोला, इतना सब होने के बाद भी तुम्हे लगता है कि तुम मुझे नहीं जानती खैर कुछ वक्त बाद अच्छे से जान जाओगी , और रही बात तुम पर मेरे हक की वो तो मैं तुम्हे अभी बता देता हूं इतना कहकर अभय ने दोबारा उसके होंठो को अपने गिरफ्त में लेकर किस करना शुरू कर दिया और उसकी कमर को जोर से दबा दिया,वही इस बार आर्या ने अभय को कसकर धक्का दिया और आर्या ने इस बार अभय को गुस्से से देखा और उसके गालों पर एक थप्पड़ जड़ दिया और उस थप्पड़ की आवाज उस पूरे कॉरिडोर में गूंज गई थी ,और अभय का चेहरा एक ओर झुक गया था ,अब आर्या ने अभय की तरफ नफरत से देखा और बोली, उस दिन जब आपने मुझे उन लड़कों से बचाया था तो मुझे लगा आप उन लोगों से अलग है ,पर आज आपने भी ये साबित कर दिया की आप भी उन्ही लोगों के जैसे है,जो लडकियों को सिर्फ और सिर्फ इस्तेमाल करने की चीज समझते हैं और उनकी नजरों में किसी की इज्जत की कोई परवाह ही नहीं होती हैं, वही आर्या की बात सुनकर अब अभय का चेहरा गुस्से से कला पड़ने लगा था, वहीं अब आर्या को अभय से डर लगने लगा था, उसने गुस्से में आकर अभय को थप्पड़ तो मार दिया पर अब उसकी डर से हालत खराब हो गई थी, पर अचानक ही अभय ने उसे छोड़ दिया तो आर्या तुरंत वहां से भाग गई, और अभय उसे जाते हुए देख रहा था और इस वक्त उसके दिमाग में क्या चल रहा था यह पता लगाना मुश्किल था, पर जो भी था वह आर्या के लिए अच्छा बिल्कुल भी नहीं था वही आर्या अब भागते हुए कॉरिडोर से बाहर आई और अपने सीने पर हाथ रखकर लंबी लंबी सांस लेने लगी, तभी अचानक किसी ने उसके कंधे पर हाथ रखा तो आर्या चौंक गई और जब उसने उस शक्श की तरफ देखा तो उसके पीछे इस वक्त विहान खड़ा था और जब उसने आर्या की आंखो में आंसू भरे हुए देखे तो उसने आर्या की तरफ देखकर कहां, क्या हुआ आर्या ? तुम रो क्यों रही हो ? विहान का सवाल सुनकर आर्या ने अब बिना उसकी तरफ देखकर कहां, मैं अब चलती हूं विहान सर, मुझे लेट हो रहा है और इतना कहकर आर्या वहां से चली गई और आज फिर विहान उससे अपने दिल की बात भी नहीं कर पाया अब आर्या जब कॉलेज के बाहर आई तो उसे बाहर निकिता और प्रिया दिखी और जब उन्होंने आर्या को बाहर आते हुए देखा तो वो उसकी तरफ बढ़ गई और उसे देखकर बोली, आर्या तू कहां चली गई थी हम कब से तुझे ढूंढ रहे थे , उनकी बात सुनकर आर्या ने जबर्दस्ती मुस्कुराते हुए कहा, पर मैं तो यही थी , चलो अब घर चलते हैं हमे घर जाने के लिए लेट हो रहा है, निकिता और प्रिया को आर्या का बिहेवियर काफी अजीब लगा पर फिर वो दोनों आर्या के साथ ही निकल गई वही दूसरी तरफ मुंबई शहर से दूर एक इलाके में कहीं से कुछ आवाज आ रही थी, शायद वहा कुछ सामान पैक करके ट्रक में लादा जा रहा था और वही थोड़ी ही दूर पर शेरा खड़ा था और वो उन आदमियों को सामान जल्दी जल्दी रखने के इंस्ट्रक्शन  दे रहा था, तभी अचानक एक कार वहां आकर रूकी और उसमें से अभय बाहर निकला और उसे देखकर वहां खड़े सभी लोगों की हालत खराब होने लगी, और अभय को वहां देखकर शेरा भी हैरान रह गया था क्योंकि अभय ऐसी जगह पर कभी नहीं आता था क्योंकि उसके सारे इलीगल डील्स शेरा संभालता था, निर्भय के बाद अगर अभय किसी और पर भरोसा करता था तो वह सिर्फ और सिर्फ तेरा पर और एक तरह से , शेरा अभय के लिए उसका राइट हैंड भी था, और शेरा भी कभी अभय को शिकायत का मौका नहीं देता था और वो अभय के लिए अपनी जान भी दे सकता था, अभय के आने के बाद शेरा अभय के पास आया और उसे ग्रीट करके एक तरफ खड़ा हो गया , वह जानता था कि अगर अभय यहां आया है तो जरूर कोई ना कोई बात तो होगी खैर अब अभय ने जो उन लोगों की तरफ देखा जो सामानों को ट्रक में लाद रहे थे, और अब अभय उन लोगों की तरफ काफी गहरी नजरों से देख रहा था तभी अचानक अभय की नजर वहां खड़े दो लोगों पर और भी गहरी हो चुकी थी और वो दोनो जिनमे से एक का नाम पकिया और दूसरे का नाम बंटी था , और वो लोग ही संदूको में पैक होने वाले माल को चेक कर रहे थे, और जब मॉल को गाड़ियों में लाद दिया जाता है तो यही दोनो उस मॉल उसके करेक्ट लोकेशन पर पहुचाते थे ,जब उन लोगों की नजर अभय पर पड़ी और जब उन्होंने देखा कि अभय उन लोगों की तरफ काफी गहरी नजर से देख रहा है तो उनके माथे से पसीना बहने लगा था, अब अभय उन दोनों की तरफ बढ़ा और जाकर उन दोनों की तरफ खड़ा हो गया और उन दोनों की तरफ देखकर बोला, काम कैसा चल रहा है ? वही अब पकिया और बंटी ने लड़खड़ाती हुई आवाज में कहां, अच्छा चल रहा है बॉस ,वही उनकी बात सुनकर अभय के चेहरे पर एक तिरछी मुस्कुराहट आ गई और वो वहां से चला गया और अभय के जाने के बाद पकिया और बंटी ने अपने माथे की पसीने को पोछा और वहां से दूसरी तरफ चले गए और दूसरी तरफ जाने के बाद भी अब भी अभय उन दोनों की तरफ ही देख रहा था और ये देखकर पकिया ने बंटी से कहा, ये बॉस हमे ऐसे क्यों देख रहे हैं, कहीं उन्हें हम दोनों पर शक तो नही हो गया की हम दोनों उनके आदमी नही है और यहां पर हम उनके, इल्लीगल हथियार को लेकर यहां से गायब हो जाएंगे इसे बेचकर हम दोनों मालामाल हो जाएंगे , जब तक मुझे पता चलेगा कब तक हमें देश को छोड़कर कहीं और निकल जायेंगे ,वही उसकी बात सुनकर इस बार बंटी ने पकिया की तरफ देखकर कहा इतनी तेज से क्यों बोल रहा है अगर किसी ने सुन लिया तो अगर बॉस को पता भी नहीं होगा तो भी उन्हें पता चल जाएगा अब चुपचाप अपना काम कर उसके बाद  बॉस के जाने के बाद हमें यहां से ट्रक लेकर निकलना भी तो है , तो उसकी बात सुनकर बंटी ने अपना सर हा मे हिला दिया और, अब उन दोनों में जल्दी काम करना शुरू कर दिया और सामानों को गाड़ियों में लादना शुरू कर दिया और अब जब सारा सामान गाड़ियों में लाद दिया गया तो वो दोनों अब खुद ट्रक में बैठकर एक दूसरे की तरफ देखकर मुस्कुराई और बोले देखा मैंने कहा था उसे अभय ठाकुर को बिल्कुल भी शक नहीं होगा कि हम इन हथियारों को लेकर यहां से फरार होने वाले है , इतना कहकर वो दोनों अब ट्रक लेकर निकल गए, और उनके जाने के बाद अभय भी वहां से निकल गया

  • 11. His forced wife....... - Chapter 11

    Words: 1114

    Estimated Reading Time: 7 min

    कुछ दूर जाने के बाद अब पकिया और बंटी ने अपनी जीत की खुशी मनानी शुरू कर दी और तभी अचानक पकिया ने ट्रक मे एक जोरदार ब्रेक लगा दिया जिसकी वजह से उन दोनों का सिर डैशबोर्ड से लगा अब बंटी ने पकिया की तरफ देखकर गुस्से में कहा, ये पागल है क्या ? ऐसे ब्रेक कौन लगाता है मेरा तो सिर फूटते फूटते बचा , अब पकिया ने बंटी को सामने देखने का इशारा किया तो सामने देखते ही बनती के होश उड़ गए क्योंकि सामने एक कार खड़ी थी और उस कार को देखकर पकिया और बंटी ने एक दूसरे की तरफ देखा और अब ट्रक से नीचे उतर कर आए और जैसे ही उस गाड़ी की तरफ आए अचानक गाड़ी का दरवाजा खुला और उसमें से अभय बाहर निकला और गाड़ी से टिककर खड़ा हो गया और उसके पीछे ही शेरा भी खड़ा था अब अभय ने अपने होंठो  के बीच एक सिगरेट फंसा ली और उसके गहरे गहरे कस लेने लगा , पकिया और बंटी ने अब अभय की तरफ देखकर कहां, बॉस आप यहां ? उनकी बात सुनकर अभय ने पकिया की  तरफ देखकर कहां, हम्म्म , एक बार ट्रक में रखा सामान चेक कर के आओ , उसकी बात सुनकर अब वो दोनों चौंक गए और अभय की तरफ देखकर बोले , पर बॉस आपके सामने ही तो हमने मॉल को चेक किया था , पर अभय ने पकिया की तरफ देखा तो पकिया अब ट्रक के अंदर जब  पकिया ने उन बॉक्सेस को खोल कर देखा तो उसके होश उड़ गए क्योंकि सामने बॉक्सेस में हथियार की जगह , बच्चो के खेलने वाले खिलौने पड़े थे,ये देखकर अब पकिया ने बंटी की तरफ इशारा किया तो उसके होश भी उन खिलौनों को देखकर फक्ता हो गए , और अब उन दोनों की नजर अभय के चेहरे पर पड़े जिस पर इस वक्त डेविल स्माइल मौजूद थी अब अभय ने उनकी तरफ देखा और बोला तुम्हें क्या नाम तुम अभय ठाकुर की नाक के नीचे से इतना बड़ा काम करोगे और अभय ठाकुर को भनक तक नहीं होगी, अभय ठाकुर तो वह खिलाड़ी है जो उड़ती हुई चिड़िया के भी पर गिन सकता हैं , अब पक्की और बंटी के चेहरे पर डर झलकने लगा और अब वो दोनों अभय के पैरो में गिर गए और गिड़गिड़ाने लगे क्योंकि वो जान गए थे की अभय अब सबकुछ जान चुका है और अब उन लोगों की मौत तय है और अगर अभय ने उन्हें इसी वक्त नहीं मारा तो जब उन उन दोनों को अगर टॉर्चर रूम में ले जाया गया तो उन्हें मौत से भी बत्तर सजा मिलेगी जो उन्हें न जीने देगी और न ही मरने , अभय ने शेरा की तरफ देखा तो अब शेरा आगे आया और उन दोनों को उनके बालो से पकड़ कर खींचते हुए वहां से ले गया और वो लोग अभय से अपनी मौत की भींख मांगने लगे , पर अभय नाम दोनों की तरफ देखा भी नहीं और अब शेरा उन दोनों को वहां से लेकर चला गया इधर दूसरी तरफ आर्या घर पहुंची तो उसकी रश्मि जी हॉल में बैठी हुई थी और उनके साथ ही कुछ औरते भी बैठी थी तभी उनमें से एक औरत ने आर्या की तरफ देखकर कहा , ये तो आर्या है ना आपकी जेठानी की बेटी, उसे औरत की बात सुनकर रश्मि जी मुस्कुराकर बोली , जी , तब उनमें से एक औरत ने कहा , क्या बताऊं रश्मि जी आपकी जितनी बड़ाई की जाए उतनी ही काम है, उनमें से एक और औरत ने कहा और नहीं तो क्या आजकल तो कोई खुद के बच्चों का भी इतना ध्यान नहीं रखना जितना आप आर्या का रखती हैं और पढ़ाई लिखाई और सब कुछ का इतना ध्यान रखते हैं , मैं तो कहती हूं की आर्या को तो आपके किसी भी बात को बिना किसी सवाल के हमेशा मान लेना चाहिए आखिर जो लोग बचपन से ही आर्या की देखभाल और इतनी मदद कर रहे हैं वो लोग तो आर्या लिए हम भगवान समान होने चाहिए , आप सभी औरतें उसे औरत की हमें हां मिलाने लगी और उन सभी औरतों की बात सुनकर रश्मि जी अपनी तारीफ रश्मि जी काफी खुश होने लगी और अब उन्होंने आर्या की तरफ प्यार से देखा और बोली जो आर्य बेटा तुम भी थक गई होगी ना जो तुम भी थोड़ा आराम कर लो तब तक मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने के लिए लाती हूं , आर्य उनकी बात सुनकर फिर का सा मुस्कुराए क्योंकि यह हमेशा का ही होता था जब भी मोहल्ले की एंट्री आर्य के घर पर आती थी तो ऐसे ही रश्मि जी की तारीफ़  किया करती थी और रश्मि जी भी आर्या से ऐसे ही मीठी-मीठी बातें करती थी पर आर्य ही जानती थी कि यह मीठी-मीठी बातें कितनी प्यार भरी और सच्ची थी खैर आर्या ने कुछ कहा नहीं और चुपचाप अपने कमरे में चली गई अपने कमरे में आने के बाद आर्या ने अपना बैग बिस्तर पर फेंका और खुद भी बिस्तर पर उल्टा लेट होकर अपना मुंह पिलो में छुपा कर रोने लगी  , वह उसे वक्त की बात सोच रही थी जब अब है ना उसे कॉरिडोर में खींचा था और जबरदस्ती किस किया था , आर्या को तो अभय के बारे मे कुछ पता भी नहीं था हां उस दिन अभय ने उसकी मदद की थी पर उसे पता नहीं था कि जिस दिन वह क्लब में नशे में थी उसे दिन भी अभय नहीं उसे राहुल और उसके दोस्त विनीत से बचाया था , अभय वैसे तो बनारस का सबसे टॉप बिजनेसमैन था और आए दिन उसकी खबरें न्यूज़पेपर और फोन में आया करते थे, आर्या के पास खुद का फोन नहीं था और अगर उसे कभी नेहा या फिर उसकी चाची का फोन मिलता भी था तो भी उसके पास इतना टाइम नहीं होता था कि वह इतना कुछ देख सके , वैसे तो अभय ठाकुर के बारे में बनारस का बच्चा-बच्चा जानता था पर शायद एक आर्या को ही अभय के बारे में नहीं पता था , उसे वक्त भी कहां मिलता था घर के सारे काम करने के बाद ही रश्मि जी उसे कॉलेज जाने देती थी  और वापस आने के बाद भी सारे गांव उसे ही करना पड़ता है और उसके बाद उसकी पढ़ाई भी तो थी , और आर्या इस वक्त यह सोच रही थी आखिर अब मैं यह क्यों कहा कि वह सिर्फ उसकी  है और वो पागल है आर्या के लिए, जबकि वह तो सिर्फ एक ही बार मिले थे और उस दिन न आर्या ने अभय से कुछ कहा था और ना ही अभय ने Guys please 🥺 पढ़ने के बाद कॉमेंट और लाइक कर दिया करो यॉर, एक पार्ट लिखने में काफी मेहनत लगती है

  • 12. His forced wife....... - Chapter 12

    Words: 1295

    Estimated Reading Time: 8 min

    कब अभय के बारे  में सोचते सोचते आर्या गहरी नींद में चली गई उसे पता भी नही चला वही दूसरी तरफ एक बेसमेंट के अंधेरे कमरे में इस वक्त दो लोगों की चिल्लाने की आवाज आ रही थी और ये दो लोग और कोई नहीं बल्कि पकिया और बंटी ही थे  जिन लोगों को इस वक्त थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया जा रहा था और वो लोग अब उस दर्द को सहते सहते अपनी मौत की भीख मांग रहे थे पर इतनी आसानी से उन्हे मौत भी नसीब मिलने वाली थी, अब शेरा ने उन लोगो के ऊपर खौलता हुआ पानी डाला और वो दोनों अब दर्द से चिल्ला उठे उनकी पूरी खाल निकल चुकी थी और जब उन जगहों पर खुलता हुआ पानी गिरता तो वो दोनों दर्द से बिलबिला उठते , अब अचानक बेसमेंट का डोर खुला और अब अभय अंदर आया और इस वक्त अभय का चेहरा किसी शैतान से कम नहीं लग रहा था अब उसने उन दोनों की तरफ देखा जो अब काफी अधमरी हालत में पहुंच चुके थे शेरा ने उनकी खातिरदारी में कोई कमी नहीं छोड़ी थी , की हालत देखकर अभय में शेरा की तरफ देखा और बोला, well done शेरा, अब अभय पकिया और बंटी की तरफ मुड़ा  और उन दोनों की तरफ डेविल नजरों देखकर मुस्कुराया , अब पकिया और बंटी अभय के पैरों में गिर गए, और उससे  गिड़गिड़ाने लगे और बोल प्लीज बस हमें माफ कर दीजिए हम पैसों के लालच में अंधे हो गए थे और इसलिए हमसे गलती हो गई अब मैं अब उन दोनों की तरफ देखा और बोला गलती और गुनाह दोनों हुआ है तुम लोगों से गलती यह हुई कि तुमने अभय ठाकुर से गद्दारी करने की सोची और और गुनाह यह हुआ कि मेरे सामने ही तुम लोगों ने मुझे चकमा दे दिया , पर अभय ठाकुर की सोच तक पहुंच पाना बहुत मुश्किल है , अब अब मैं अपनी शर्ट की स्लीव्स मोड़ी और अब उन दोनों के गालों पर एक-एक तमाचा जड़ दिया , और अब शेरा की तरफ देखकर बोला, इनका ऐसा हाल करो यह लोग मौत के लिए तरस उठे लेकिन ध्यान रहे अगर यह लोग मौत भी मांगे तो उन्हें मौत भी नसीब नहीं होनी चाहिए , अभय की बात सुनकर शेरा ने अपना सर हां मैं हिलाया और इसके बाद अभय वहां से चला गया और अब वहां पकिया और बंटी की  चिंखे काफी तेज हो चुकी थी, वहीं दूसरी तरफ एक बड़े से आलीशान कमरे के किंग साइज बेड पर इस वक्त एक लड़की सो रही थी और उसे लड़की को देखने पर यह सब पता चल रहा था कि वह लड़की बेहोश है धीरे-धीरे अब उसे लड़की की शरीर में हरकत होने लगी और अब वह लड़की होश में आने लगी थी और वह समय आने के बाद वह लड़की अचानक चिल्लाती हुई उठी , तो खुद को उसे कमरे में देखकर वह हैरान रह गई पहले तुमसे कुछ समझ में नहीं आया पर अचानक कमरे का दरवाजा खुला और निर्भय अंदर आया और अब उसने लड़की की तरफ देखकर कहा , कैसी हो आर्या , आने में कोई दिक्कत तो नहीं हुई ? उसकी बात सुनकर आर्या ने उसकी तरफ गुस्से से देखा और बोली ,  आप कौन हैं ? और यहां कैसे आई? और मैं इस वक्त हूं कहां ? मैं तो फ्लैशबैक आर्या इस वक्त कॉलेज जाने के लिए अपने घर के बाहर टैक्सी का इंतजार कर रही थी तभी अचानक उसके सामने एक कर आकर रुकी और आर्या अभी कुछ समझ में आई उससे पहले ही किसी ने दरवाजा खोलकर उसे अंदर खींच लिया और आर्य भी उसे शख्स की तरफ देख पाती उससे पहले ही उसे शक्श ने आर्या को बेहोश कर दिया , प्रेजेंट में आर्या अभी भी गुस्से से निर्भय की तरफ देख रही थी , तभी अचानक निर्भय ने किसी को अंदर बुलाया तो दो सर्वेंट अपने हाथ में शादी का जोड़ा और श्रृंगार का सामान लेकर खड़ी थी और आर्या इन चीजों को देखकर हैरान रह गई और अब वह बेड से उठकर निर्भय के पास आकर बोली , क्या है यह सब ? शादी का जोड़ा और मेकअप का सामान निर्भय ने आर्या की तरफ देखकर कहा , तो आर्या गुस्से से चिल्लाई , What ? आर्या ने अब निर्भय की तरफ देखा और उसे देखकर बोली देखिए प्लीज मुझे समझ में नहीं आ रहा कि आप क्या बोल रहे हैं , प्लीज मुझे आपसे जाने दीजिए, मैं आपको नहीं जानती और ना ही मैं आपसे कभी मिली हूं इतना कह कर आर्या जैसे ही आगे जाने के लिए उससे पहले ही निर्भय ने उसका रास्ता रोक दिया और खुद उसकी तरफ देखकर बोला, आप कही नही जा सकती , निर्भय की बात सुनकर अब आर्या ने उसके साथ गुस्से से उसकी तरफ देखा और बोली , क्यों नहीं जा सकती ? और मैं भी देखती हूं मुझे यहां से जाने से कौन रोक सकता हैं , तभी अचानक निर्भय ने उसकी तरफ देखकर बोला, सोच लीजिए कही आप के यहां जाने की कीमत किसी और को अपनी जान देकर न चुकानी पड़े , उसकी बात सुनकर अब आर्य के जाते हुए कदम रुक गए और अब उसने निर्भय की तरफ हैरानी से देखा और फिर उसने उसकी तरफ देखकर कहां, क्या मतलब है आपका ? मेरा मतलब जानने के लिए आपको यह चीज पहनकर नीचे आना होगा , निर्भय ने आर्या की तरफ देखकर कहा तो आर्या ने उसकी तरफ मुझे सुबह और बोली अब समझते क्यों नहीं ?  और ये शादी के जोड़े का क्या मतलब है ? उसके लिए तो आपको नीचे हॉल में आना पड़ेगा निर्भय ने आर्या की तरफ मुस्कुराते हुए कहा और फिर वहां से नीचे चला गया और अब आर्या ने उन सर्वेंट की तरफ फ्रस्ट्रेशन से देखा और फिर उनके हाथों से सामान लेकर वॉशरूम में चली गई, और कुछ ही देर में आर्या जल्दी से तैयार होकर नीचे हॉल में आई तो नीचे नजारा देखकर उसके होश उड़ गए क्योंकि नीचे हॉल में एक तरफ शादी का मंडप लगा था और दूसरी तरफ विहान को एक चेयर पर बंद कर रखा गया था और वह इस वक्त बेहोश था , और उसे यहां देखकर आर्या हैरान रह गई और अब उसकी तरफ जाने लगी , तभी अचानक किसी ने आर्या की कलाई को पड़कर एक झटके में अपनी तरफ खींच लिया तो आर्या की पीठ उसे इंसान के सीने से लग गई और उसके कान से अपने होंठ लगाकर बोला , कैसी हो स्वीटहार्ट ? तो उसकी आवाज सुनकर आर्या हैरान रह गई और अब उस शख्स की तरफ मुड़ी तो वहां इस वक्त अभय खड़ा था और अभय को यहां देखकर आर्या हैरान रह गई पर अब अचानक उसे सब कुछ समझ में आने लगा, अभय ने आर्या  को ऊपर से लेकर नीचे तक देखा और उसे देखकर तिरछा मुस्कुराया , इस वक्त आर्या ने रेड कलर का लहंगा पहन रखा था , और उसे लैंग्वेज मैचिंग ज्वैलरी पहन रखी थी और अपने लंबे बालों को उसमें खोला ही छोड़ रखा था, माथे पर छोटी सी बिंदु , कलाइयों तक भरी-भरी चूड़ियां , नाक में बड़ी सी नथ, और होठों पर रेड कलर की लिपस्टिक , वैसे तो आर्या ने इतना कुछ भी काफी जल्दबाजी में पहना था और उसने अपनी लुक्स पर ध्यान भी नहीं दिया था पर फिर भी आर्या इस वक्त काफी खूबसूरत लग रही थी अब आर्या ने अभय की तरफ देखकर उसके चेहरे पर एक थप्पड़ जड़ दिया और अब उसे थप्पड़ की गूंज उसे पूरे मेंशन में गूंज गई और अब अभय का चेहरा गुस्से से तमतमा गया और उसने अगले ही पल....... धमाका , अब आएगा मजा , अगर आप लोगों को भी इस धमाके का इंतजार है तो अब अगर इस पार्ट पर 10 समीक्षा आई तो मैं शाम तक दूसरा पार्ट अपलोड कर दूंगी और तब तक के लिए पढ़ते रहिए......

  • 13. His forced wife....... - Chapter 13

    Words: 1253

    Estimated Reading Time: 8 min

    आर्या ने थप्पड़ मारने के उसने अब अभय के कॉलर को अपने हाथों से पकड़ लिया और बोली, सच में कितने घटिया है ना आप उस दिन भी मैंने आपसे कहा था लेकिन आपको तो जैसे कुछ समझ ही नही आता है ,उसकी बात सुनकर अब अभय का चेहरा गुस्से से तमतमा गया और उसने अचानक ही आर्या के बालों को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा तो उनके होंठ टकराते टकराते बचे और अब अभय ने उसकी तरफ देखकर कहां, अभी बेशर्मी दिखाई कहां है स्वीटहार्ट ? अभी तो बेशर्मी दिखानी बाकी है, इतना कहकर उसने आर्या को एक झटके में छोड़ दिया और अब उसकी कलाई को पड़कर अब आगे जाने लगा और आर्या भी उसकी तरफ खींची हुई चली जा रही थी अब अचानक आर्या ने एक झटके में अभय से अपने हाथ को छुड़ाया और अब उसकी तरफ देखकर बोली,आप मुझे कहां लेकर जा रहे हैं ? और अब आर्या ने विहान की तरफ देखा और बोली, और विहान यहां क्या कर रहे हैं और आपने उन्हें यहां ऐसे क्यों बांध रखा है ? आर्या का सवाल सुनकर अभय ने उसकी तरफ देखकर कहा , एक तो तुम सवाल बहुत करती हो , स्वीटहार्ट ? आर्या ने इस बार गुस्से से उसकी तरफ देखा तो अभय ने उसकी तरफ डेविल नजरों से देखा और बोला, अगर तुम्हे तुम्हारे सवालों के जवाब चाहिए तो तुम्हे मुझसे शादी करनी पड़ेगी, what ? आर्या को तो मानो अभय की बातों का मतलब ही नहीं समझ आया , उसने अभय की तरफ देखकर कहां, आप मजाक कर रहे हैं ना , उसकी बात सुनकर अब अभय हंसने लगा और हंसते हंसते बोला , मैं मजाक नहीं करता स्वीटहार्ट , अब आर्या को उसकी बातों को सुनकर डर लगने लगा था और अब वो जल्दी से विहान की तरफ बढ गई और उसके गालों को थपथपाते हुए बोली, विहान सर प्लीज उठिए , आपको , आपकी ये हालत , इस वक्त विहान बेहोश था और उसके हाथों और पैरो को भी इस वक्त कुर्सी से बांधा गया था,आर्या को उसकी हालत देखकर रोना आ रहा था, उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर अभय उससे चाहता क्या है ? तभी अचानक किसी ने अब आर्या को विहान से दूर ले जाना शुरू कर दिया तो आर्या ने पीछे मुड़कर देखा तो वो अभय था जो आर्या को अब मंडप की तरफ ले जा रहा था उसे अब मंडप की ओर जाते हुए देखकर आर्या हैरान रह गई और आर्या अब खुद को अभय से छुड़ाने कि कोशिश करने लगी पर अभय ने उसे काफी कसकर उसका हाथ पकड़ा हुआ था और अब उसे जबरजस्ती, लगभग धक्का देकर उसने उसे मंडप में बैठाया और खुद भी उसके बगल में बैठ गया, और आर्या अब खुद को उसकी पकड़ से छुड़ाने की कोशिश कर रही थी उधर अब धीरे धीरे विहान को होश आने लगा और अब अचानक उसके सर में काफी तेजी से दर्द हुआ क्योंकि जब अभय के आदमियों ने उसे किडनैप किया था तो उसके सर पर ही वार किया था अब होश में आने के बाद उसे सब कुछ धुंधला दिखाई दे रहा था अब विहान ने अपने सर को झटका तो वो खुद को रस्सियों से बंधा हुआ देखकर चौंक गया और अब उसकी नजर सामने मंडप में बैठी आर्या पर पड़ी जो खुद को अभय की पकड़ से आजाद कराने की नाकाम कोशिश कर रही थी पर अभय की पकड़ आर्या पर काफी मजबूत थी अब अभय ने पंडित जी की तरफ देखा और बोला, जल्दी से शादी की रस्में शुरू करिए , उसकी बात सुनकर अब पंडित जी ने अब जल्दी जल्दी शादी की रस्में शुरू कर दिया वही अब विहान आर्या की तरफ देखकर चिल्लाया , आर्या उसकी आवाज सुनकर जब आर्या ने उसकी तरफ देखा तो उसकी आंखों में एक राहत सी नजर आई और वो अब अभय से अपना हाथ छुड़ाकर अब विहान की तरफ भागी , वही जब अभय की नजर विहान पर पड़ी तो अब उसने अपने गार्ड्स की तरफ देखकर इशारा किया तो उन्होंने अब विहान के सर पर अपनी बंदूक तान दी जिसे देखकर अब आर्या के बढ़ते हुए कदम रुक गए और उसने अब अभय की तरफ देखकर कहां, please विहान को यहां से जाने दीजिए ! उसकी बात सुनकर अब अभय हल्का सा आर्या की तरफ देखकर बोला, च्च च्च ,अपने आशिक को देखकर दर्द हो रहा है, उसकी बात सुनकर अब आर्या ने अभय की तरफ देखकर कहां, खबरदार आपने मेरे और विहान सर के बारे में कुछ गलत कहां तो , उनका और मेरा कोई रिश्ता नहीं है और ना ही मैं उनसे प्यार करती हूं आर्या की बात सुनकर अब अभय ने उसकी तरफ देखकर कहां, तुम प्यार नही करती हो स्वीटहार्ट, पर ये तो तुमसे  प्यार करता है ना उसकी बात सुनकर अब आर्या हैरान रह गई और उसने अब विहान की तरफ देखा तो विहान ने अपना चेहरा झुका लिया और अब आर्या ने अभय की तरफ देखकर कहां, तो क्या हुआ ? अगर वो मुझसे प्यार करते है तो, मैं भी कौन सा आपसे प्यार करती हूं, आर्या की बात सुनकर अब अभय का चेहरा गुस्से से तमतमा उठा और उसने अब आर्या को अब एक झटके में अपनी गोद में उठाया और उसे लेकर मंडप में बढ़ गया और पंडित जी की तरफ देखकर बोला, अब चुपचाप फेरे के मंत्र पड़ेगा पंडित जी की आप सीधे-सीधे फेरे होंगे इतना कहकर अब अभय ने आर्या के साथ फेरे लेने शुरू कर दिए वही विहान ने जब अभय को आर्या के साथ जबरजस्ती फेरे लेते हुए देखा तो उसने अभय की तरफ देखकर कहां, तुम ये गलत कर रहे हों, इस तरह तुम जबरदस्ती आर्या से शादी नहीं कर सकते हो, पर अभय पर तो विहान के किसी भी बात का कोई फर्क नहीं पड़ रहा था और उसने अभी भी फेरे लेना जारी रखा था अब पंडित जी ने का अब आगे तीन फेरे में कन्या अब आगे रहेगी, पंडित जी की बात सुनकर अब आर्या ने अपना चेहरा ना मे हिलाया  और बोली नहीं मैं आपसे शादी नहीं कर सकती , मैं आपसे शादी बिल्कुल नहीं करूंगी , पर वही अब अभय ने आर्या को जबरदस्ती अपने सामने खड़ा किया और फेरे लेने लगा और आर्या भी उसके पीछे खींची हुई चली जा रही थी , कुछ ही देर में फेरे की रस्म पूरी में अब पंडित जी ने अभय को आर्या की मांग में सिंदूर भरने के लिए कहा , तुम आर ने अभय की तरफ देखकर कहां  , देखिए प्लीज आप गलत कर रहे हैं मैं ये शादी नही करना नहीं चाहती हूं, और इस तरह किसी से जबरदस्ती , बिना उसकी मर्जी जाने , किसी की मर्जी के खिलाफ शादी नहीं की जाती है , पर अभय को तो मानो उसकी बात सुनी ही नही दे रही थी और अब उसने अपने हाथ में सिंदूर भरकर आर्या की मांग में भर दिया और उसी वक्त आर्या की आंखो में से एक आंसू का कतरा बह गया और अब अभय ने उसकी गले में मंगलसूत्र भी डाल दिया और अब पंडित जी ने कहा, शादी संपन्न हुई और आज से आप दोनों पति पत्नी हुए , पंडित जी की बात सुनकर अब आर्या तो मानो होश खो बैठी थी अब अभय ने आर्या की तरफ देखा और अचानक उसे खुद से चिपका लिया और अब उसके चेहरे को ऊपर करके उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और उसे किस करने लगा ये देखकर तो मानो विहान का खून ही उबल गया , पर वो चिल्लाने लगा पर अचानक किसी ने उसके सर पर वार किया और विहान बेहोश हो गया......

  • 14. His forced wife....... - Chapter 14

    Words: 1475

    Estimated Reading Time: 9 min

    आर्या इस तरह अभय के किस करने से हैरान रह गई थी और अब उसने अभय को खुद से दूर करने लगी और उसके सीने पर धक्का मारने लगी, अभय ने अब आर्या की दोनो कलाइयों को पड़कर अब पीठ से मोड़कर लगा दिया और जिससे आर्या अब छटपटाने लगी पर कुछ देर बाद उसने आर्या के होंठो को हल्का सा बाइट कर के छोड़ दिया जिससे आर्या के होंठो से खून निकलने लगा आर्या ने गुस्से से अभय को थप्पड़ मरना चाहा पर अभय ने उसकी कलाई को पड़कर उसे आगे घुमा दिया और अब उसके कंधे पर अपनी चिन रख कर उसके कानों के पास अपने होंठ लगाकर बोला, ना स्वीटहार्ट , दो बार ये गलती कर चुकी हो अब तीसरी बार नही आर्या ने अब अभय की तरफ गुस्से से देखकर कहा, अब तो आपने अपने मन की कर ली ना , अब तो प्लीज विहान को छोड़ दीजिए , आर्या की बात सुनकर अभय ने आर्या के बालों को उसके कान के पीछे किया और बोला , डोंट वरी स्वीटहार्ट , तुम्हारे इस आशिक को अब उसके घर पहुंचा दिया जाएगा पर उससे पहले हमें अपने घर तो चलना ही होगा ना, आर्या ने अभय की तरफ हैरानी से देखा और उसकी तरफ देखकर बोली, आपके घर ? पर मुझे आपके साथ आपके घर नहीं जाना, मुझे मेरे घर जाना है उसकी बात सुनकर अब अभय उसकी तरफ देखकर बोला, सोच लो स्वीटहार्ट हम अपने घर नहीं जायेंगे तो , अभय ने विहान की तरफ देखकर कहा, तो वो भी अपने घर नहीं जायेगा अब आर्या ने अभय की तरफ नफरत से देखा और विहान की तरफ देखकर बोली, विहान अब अभय का चेहरा गुस्से में काला पड़ने लगा था जब भी आर्या विहान की तरफ देखती तो मानो अभय की आंखों में गुस्सा छाने लगता अब अभय ने आर्या को अपने कंधे पर टांग लिया और आर्या ने अब उसके कंधे पर मुक्का मरना शुरू कर दिया और बोली, leave me पर अभय पर उन मुक्कों का कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था अभय उसे लेकर अब बाहर चला आया और कार का दरवाजा खोलकर लगभग उसे धक्का देकर अंदर बैठाया और खुद अब ड्राइविंग सीट पर आकर बैठा आर्या अभी भी दरवाजे को खोलने की कोशिश कर रही थीं अब अभय ने उसकी तरफ गुस्से से देखकर कहा, जितना ही मुझसे दूर जाने की कोशिश करोगी उतना ही तुम्हे सिर्फ तुम्हे ही दर्द होगा , उसकी बात सुनकर अब आर्या ने कोशिश करना छोड़ दिया और अब उसने अपना सर खिड़की से टीका लिया और कार से बाहर देखने लगी और अभय ने उसे देखकर अब कार सड़कों पर दौड़ा दी बीच बीच में अभय आर्या की तरफ देख भी लेता पर आर्या ने एक भी बार अभय की तरह मुड़कर नहीं देखा और कुछ ही देर में वो अब ठाकुर मेंशन में पहुंच गए अब अभय कार से बाहर आया और अब उसने आर्या को खींचते हुए बाहर निकाला और उसे लेकर अब मेंशन के अंदर जाने लगा और आर्या पीछे से चिल्लाती ही रह गई मुझे आपके साथ नहीं जाना , सुना आपने मुझे आपके साथ नहीं जाना तब तक अभय उसे मेंशन के दरवाजे पर ला कर खड़ा कर चुका था वही अब आर्या के कदम अब दरवाजे पर रुक गए और अब उसने अंदर की तरफ देखा तो वो हैरान रह गई क्योंकि अंदर इस वक्त आरोही आरती की थाल लिए दरवाजे पर खड़ी थी और उन दोनों की तरफ मुस्कुराते हुए देख रही थी पर उसने जब आर्या की आंखों में आंसू देखे तो उसकी मुस्कुराहट गायब हो गई और उसने अब अभय की तरफ देखकर कहां, भाई , भाभी की आंखो में आंसू क्यों है ? क्या आपने उनसे जबरजस्ती ? आरोही अपनी बात पूरी करती उससे पहले ही अभय ने उसकी तरफ देखकर कहा, ओह हो आरूं, अब शादी के बाद जब विदाई होती है तो हर लड़की की आंखों में आंसू होते हैं , होते हैं ना स्वीटहार्ट ? अभय ने आर्या की तरफ देखकर कहा, तो आर्या ने उसे अब गुस्से से नमी भरी आंखों से देखा तो अब अभय ने आरोही की तरफ देखकर कहां, अब अंदर भी आने दोगी या बाहर ही खड़े रखोगी हमें ? अब आरोही ने जैसे ही उन दोनों की आरती उतारने शुरू की तभी आर्या ने उस थाली को नीचे गिरा दिया और चिल्लाकर बोली , नही मानती मैं इस शादी को तो इन  चीजों को करने का कोई फायदा नही है ,इतना कहकर आर्या अब वहां से अंदर चली गई और उसके जाने के बाद आरोही ने अभय की तरफ देखकर कहां, भाई ये भाभी ऐसा क्यों कह रही हैं उसकी बात सुनकर अभय ने मुस्कुराते हुए कहा, शायद थोड़ी अपसेट है इसलिए लेकिन डोंट वरी चिंता की कोई बात नही है अब तुम जाकर सो जाओ हम कल सुबह बात करेंगे हम्म्म्म , उसकी बात सुनकर आरोही अब कुछ नहीं बोली और चुपचाप अब अंदर चली गई और अब अभय ने गुस्से से अपने कमरे की तरफ देखकर कहां, बहुत गलत किया स्वीटहार्ट ? अब इस गलती की सजा तो मिलनी चाहिए ना इतना कहकर अभय अब गुस्से से अपने कमरे की तरफ बढ गया इधर आर्या अब जब अभय के कमरे में आई तो उस रूम को देखकर हैरान रह गई क्योंकि पूरा रूम इस वक्त किसी वेडिंग नाइट के लिए डेकोरेट किया गया था और आर्या ने उस कमरे से जाने के लिए जैसे ही मुड़ी तो वहां दरवाजे पर इस वक्त अभय खड़ा था और उसने इस वक्त अपने पॉकेट में हाथ डाला हुआ था और आर्या की तरफ देखकर तिरछा मुस्कुरा कर बोला , क्या हुआ स्वीटहार्ट ? कमरा पसंद नहीं आया ? अभय की बात सुनकर आर्या ने कुछ नहीं बोली और अब उसी तरह खड़ी रही तो इस बार अभय ने उसकी बाजू को कसकर पकड़ा और उसे अपने करीब करके बोला , तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी बहन से इस तरह बिहेव करने की ? अभय की बात सुनकर आर्या ने इस बार उसकी तरफ व्यंग्य से देखा और बोली, wow मिस्टर अभय ठाकुर , आपने एक लड़की को किडनैप करके और उसकी मर्जी के बगैर उससे शादी कर ली तो आपको बुरा नही लगा लेकिन यहां मैने आपकी बहन से मिसबिहेव किया तो आपको काफी बुरा लग रहा है हम्मम , मानना पड़ेगा आपको आर्या की बात सुनकर अभय ने आर्या के कलाई को और भी कसकर पकड़ लिया और अपने दांत पीसते हुए कहा, मेरी बहन मेरे लिए सबसे इंपॉर्टेंट है और अगर कोई उसके साथ इस तरह बिहेव करेगा तो सामने वाले का मैं क्या हाल करूंगा ये तुम सोच भी नही सकती स्वीटहार्ट ? इतना कहकर अभय ने अब आर्या को एक झटके में छोड़ा और अब खुद वॉशरूम में चला गया उसके जाने के बाद आर्या नीचे फर्श पर बेड से टिककर बैठ गई और फफक कर रो पड़ी उधर वॉशरूम में आने के बाद अभय इस वक्त शावर के नीचे खड़ा था और उसने गुस्से से एक पंच दीवाल पर मारा और अपना सर दीवाल से टीका लिया थोड़ी देर बाद अभय जब बाहर आया तो इस वक्त उसने सिर्फ लोअर पहन रखा था और अब उसकी नजर आर्या पर पड़ी जो रोते रोते सो चुकी थी अभय अब उसकी तरफ बढ़ा और उसने उसे गोद में उठा लिया और आर्या ने भी अपना छोटा सा चेहरा उसके सीने में छुपा लिया और अब अभय ने उसे बेड पर लिटा दिया और अब उसके चेहरे को ध्यान से देखने लगा, छोटा सा मासूम सा चेहरा, रो रो कर सूज चुकी आंखे , रोने से लाल पड़ चुकी नाक , गुलाबी होंठ , उसके होठों को देखकर अभय को अपना गला सूखता हुआ महसूस हुआ अब आर्या की आंखे अचानक से खुली और वो अभय को इस तरह खुद के ऊपर झुका हुआ देखकर हैरान रह गई और जैसे ही चिल्लाने को हुई अचानक अभय ने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और उसे सॉफ्ट्ली किस करने लगा और उसकी इस हरकत पर पहले तो आर्या हैरान रह गई पर अब उसकी सॉफ्टनेस को महसूस करके आर्या ने भी अब अपने हाथ अभय की गर्दन में फंसा लिया और उसे धीरे धीरे रिस्पॉन्स देने लगी अब धीरे धीरे उसकी तरफ से रिस्पॉन्स पाकर अब अभय उसे और भी तेजी से किस करने लगा और धीरे धीरे उनकी ये सॉफ्ट किस अब स्मूच में बदल चुकी थी करीब 10 मिनट बाद अभय ने आर्या के होंठो को छोड़ा और अब उसके होंठ आर्या की गर्दन पर हरकत करने लगे थे और अब अभय के होंठो को अपनी गर्दन पर महसूस करके आर्या को गुदगुदी सी होने लगी थी अब धीरे धीरे अभय आर्या की कॉलर बोन पर चूमने लगा था और अचानक अभय ने आर्या की कॉलर बोन पर बाइट कर लिया जिससे आर्या होश में आई और उसने तुरंत ही अभय को धक्का दे दिया और उसके धक्का देने से अब अभय होश में आया और बिना आर्या की तरफ देखे ही कमरे से बाहर चला गया

  • 15. His forced wife....... - Chapter 15

    Words: 1009

    Estimated Reading Time: 7 min

    आर्या इस वक्त अभय की बाहों में बेहोश हो चुकी थी और अब अभय ने आर्या की तरफ देखकर बोला, कहा था ना स्वीटहार्ट , अब अभय ठाकुर से दूर जाना तुम्हारा इंपॉसिबल है इतना कहकर अभय ने अब आर्या को अपनी गोद में उठाया और उसे लेकर अपने कार की तरफ बढ़ गया और अब अभय आर्या को अपने गोद में लिए कार की बैक सीट पर बैठा और अब अभय ने पीछे का पार्टीशन ऑन कर दिया और ड्राइवर ने अब गाड़ी ठाकुर मेंशन की तरफ बढ़ा दी अभय इस वक्त आर्या के चेहरे की तरफ देख रहा था जो काफी मुरझाया हुआ लग रहा था अभय ने आर्या के चेहरे को अपने सीने से लगा लिया और फिर अब उसने अपना चेहरा कार की बैक सीट से टीका लिया कुछ देर बाद अभय की कार ठाकुर मेंशन में आकर रूकी और अभय अब आर्या को अपने गोद में उठाए हुए अंदर आया और उसे लेकर अपने कमरे की ओर बढ़ गया और अब उसने आर्या को बेड पर लिटाया और अब खुद वहां से वॉशरूम में चला गया और कुछ देर बाद जब वो बाहर आया तो आर्या ने अभी तक अपनी आंखे नही खोली थी अब अभय आर्या की तरफ आया और उसकी तरफ देखकर आकर उसने अब आर्या के माथे को छुआ तो आर्या इस वक्त बुखार से तप रही थी और अब अभय ने उसकी तरफ देखकर उसके गाल को थपथपाया और उसे होश में लाने की कोशिश करने लगा पर आर्या अपनी आंखे ही नही खोल रही थी आप अभय ने गुस्से से अपने बालों में अपना हाथ फिराया आया और फिर डॉक्टर के पास कॉल किया और बोला अगले 10 मिनट के अंदर मुझे तुम ठाकुर मेंशन में चाहिए उसकी बात सुनकर डॉक्टर हैरान रहोगे और अब जल्दी से ठाकुर मेंशन के लिए निकल गए अब अगले 10 मिनट में डॉक्टर अंदर अभय के कमरे मे आए और अब उन्होंने अभय की तरफ देखा जो सोफे पर बैठा हुआ था और उसने अपने होठों में एक सिगरेट जलाई हुई थी और अब अभय ने अब डॉक्टर की तरफ देखकर कहा , मुझे जल्द से जल्द मेरी वाइफ होश में चाहिए उसकी बात सुनकर अब डॉक्टर में जल्दी-जल्दी आर्या का ट्रीटमेंट करना शुरू कर दिया और अब कुछ देर बाद उन्होंने अभय की तरफ देखकर कहां, वो शायद इन्होंने सुबह से कुछ खाया पिया नहीं है और यह काफी स्ट्रेस में है इस वजह से बेहोश हो गई थी पर मैं इंजेक्शन दे दिया है कुछ देर मैं होश आ जाएगा और यह कुछ दवाइयां है जो होश में आने के बाद आप खिला दीजिएगा  , डॉक्टर की बात सुनकर अब अभय ने आर्य की तरफ देखा जो अभी भी बेहोश की और अब डॉक्टर वहां से बाहर आए और बाहर आकर उन्होंने अपना पसीना साफ किया वह जब तक अभय के सामने थे उन्हें ऐसा लग रहा था मानो किसी भी पल उन पर अभय का गुस्सा फुट पड़ेगा और अब डॉक्टर ने मन ही मन भगवान को याद किया और अब वहां से चले गए और उनके जाने के बाद अभय ने अब आर्या की तरफ देखा और अब उसे देखकर अब नीचे चला गया और उसके जाने के बाद आर्या की आंख खुली तो उसने खुद को जब ठाकुर मेंशन में पाया तो उसके चेहरे पर डर झलकने लगा और तभी दरवाजा खुला और अभय अब अंदर आया और आर्या को होश में आया देखकर उसने आर्या की तरफ देखकर कहां , कैसा लग रहा है स्वीटहार्ट ? उसकी बात सुनकर अब आर्या ने अभय की तरफ देखकर कहां, मैं यहां कैसे आई ? अभय ने अब आर्या की तरफ देखकर कहा तुम बेहोश हो गई थी,खैर कोई बात नहीं चलो अब जल्दी से ये खाना फिनिश करो और फिर तुम्हे मेडिसिन भी लेनी है हम्मम अभय की बात सुनकर अब आर्या ने अभय की तरफ देखकर कहां, आपको गुस्सा नही आ रहा की मैं आपको बिना बताए यहां से चली गई थी ? अभय ने अब आर्या की तरफ देखकर कहां, गुस्सा तो तुम पर बहुत आ रहा है स्वीटहार्ट , पर तुम अभी उस हालत में नहीं हो जो कि तुम मेरा गुस्सा झेल पाओ, चलो अब बातें बहुत हो गई अब जल्दी से इस खाने को फिनिश करो, इतना कह कर अभय ने आर्या के सामने खाने की प्लेट रखी और आर्या को उसे खाने का इशारा किया, लेकिन आर्या ने खाने की तरफ देखा भी नहीं और अब अभय की तरफ देखकर बोली ,मुझे भूख नहीं है तो अब अभय ने उसकी तरफ गुस्से से देखा और उसे एक झटके में अपने गोद में उठा लिया और उसे लेकर आप सोफे पर बैठ गया और अब उसने उसके गालों को अपनी उंगलियों से दबाया और बोला , कहा था ना कि अभी मेरा गुस्सा झेलने की हालत में नहीं हो फिर भी तुम्हे मेरा गुस्सा बढ़ाना ही आता है अब चुपचाप इस खाने को फिनिश करो वरना मुझे और भी तरीके आते हैं खिलाने के लिए अब अभय ने अब खाने का एक निवाला बनाया और आर्या के होंठो के पास बढ़ाया लेकिन आर्या ने अपना मुंह नही खोला तो अब अभय ने आर्या की तरफ गुस्से से देखा और उस निवाले को अपने मुंह में डालकर अब उसने आर्या के होंठो को अपने होंठो में दबा दिया जिससे अभय के मुंह का सारा खाना अब आर्या के मुंह के अंदर चला गया और अब आर्या को उस निवाले को खाना ही पड़ा अब अभय ने आर्या के होंठो को छोड़ा और बोला, अगर चाहो तो मैं ये सारा खाना तुम्हे इसी तरह खिला सकता हूं अभय की बात सुनकर आर्या ने अब उसकी तरफ गुस्से से घूरा और खुद अब खाना खाने लगी तो उसे इस तरह खाता हुआ देखकर अभय के चेहरे पर एक मुस्कुराहट जिसे उसने जल्दी ही हटा ली और आर्या का खाना खत्म होने के बाद अभय ने उसे मेडिसिन दी तो आर्या ने उसकी तरफ देखकर मुंह सिकोड़ा तो अभय ने उसे घूर कर देखा तो अब आर्या को बिना किसी नखरे के उस मेडिसिन को खाना ही पड़ा और अब अभय ने आर्या को बेड पर लिटा दिया

  • 16. His forced wife....... - Chapter 16

    Words: 1162

    Estimated Reading Time: 7 min

    अभय ने आर्या को गोद में उठाए हुए ही लाकर उसे बेड पर लिटाया और अब खुद भी बेड पर आकर उसने आर्या को खुद के करीब करके अपने ऊपर लिटा लिया और उसकी कमर पर अपनी बाहों का घेरा कस लिया और अब आर्या कसमसाने लगी तो अभय ने उसकी तरफ देखकर कहां, सो जाओ स्वीटहार्ट , वरना तुम जिस हालत में हो उस हिसाब से अगर मैने कुछ किया तो शायद तुम ? अभय ने अभी अपनी बात भी पूरी नहीं की कि उससे पहले ही आर्या अब चुपचाप सो चुकी थी और अब अभय ने भी उसके बालों में अपनी उंगलियां चलानी शुरू कर दी थी और कुछ ही देर मे अब अभय को भी नींद आ चुकी थी अगली सुबह आर्या की नींद खुली और उसने खुद को अभय की बाहों में पाया और अब उसकी नजर अभय पर पड़ी जो काफी गहरी नींद में लग रहा था आर्या ने उसकी तरफ देखकर मुंह बनाया और बोली , सोते हुए कितने प्यारे लग रहे है और जब जागे हुए होते है तो किसी मॉन्स्टर की तरह चिल्लाते रहते हैं हुह, इतना कहकर जैसे ही आर्या अब अभय के ऊपर से उठने को हुई तभी अभय ने कमर से पकड़ कर खुद के ऊपर खींच लिया और आर्या अभय के चेहरे के करीब आकर गिरी और अब उसने अभय की तरफ देखा जो जाग रहा था आर्या ने अभय की तरफ देखकर हकलाते हुए कहा, आ आप जाग रहे थे ? अम्म मैं तो बस सो ही रहा था पर जब मेरी स्वीटहार्ट मेरी तारीफ कर रही थी तो मेरी नींद अब अपनी तारीफ सुनकर ही खुल गई और वैसे क्या कह रही थी तुम हम्मम की मैं मॉन्स्टर की तरह लगता हूं हम्मम अभय की बात सुनकर अब आर्या ने उसकी तरफ मुस्कुराते हुए देखा और बोली, वो तो मैं मजाक कर रही थी, पर मैं बिल्कुल भी मजाक के मुड़ में नही हूं और अब उसकी बात सुनकर अब आर्या ने उसकी तरफ काफी मासूमियत से देखा पर अब अभय ने आर्या की कलाइयों को अब अपने हाथों में पकड़ा और अब उसने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और अब आर्या उसके इस तरह किस करने से कसमसा उठी पर अभय ने उसे नही छोड़ा तो कुछ देर बाद आर्या भी शांत हो गई और अब अभय को उसकी मनमानी करने दी कुछ देर बाद अभय ने आर्या को छोड़ा तो आर्या उसे गुस्से से घूर रही थीं और अब उसे इस तरह घूरते हुए देखकर अभय अब तिरक्षा मुस्कुराया और अब उसकी तरफ देखकर बोला, अब इतने गुस्से में क्यों हो स्वीटहार्ट ? ये तो तुम्हे मुझसे उलझने से पहले सोचना चाहिए था, इतना कहकर अब अभय बेड से उठा और अब वॉशरूम में चला गया और उसके जाने के बाद आर्या ने उसकी तरफ देखकर कहां, मॉन्स्टर कही के वही दूसरी तरफ निर्भय इस वक्त आरोही के कमरे में उसके ऊपर झुका हुआ था और आरोही की तरफ काफी प्यार से देख रहा था, तभी आरोही की नींद खुली और अब अचानक वो चिल्लाने को हुई उससे पहले ही निर्भय ने उसके मुंह को अपने हाथों से दबा दिया और अब उससे बोला , सुबह सुबह चिल्ला क्यों रही हो ? आरोही ने अब निर्भय को दूसरी तरफ धक्का दिया तो अब  निर्भय बेड पर आकर गिरा और अब उसने आरोही को भी खुद के ऊपर ही खींच लिया और अब उसके चेहरे पर आए बालों को उसके कान के पीछे किया तो निर्भय के अहसास को पाकर आरोही ने अपनी आंखे बंद कर ली और अब निर्भय ने उसके माथे पर अपने होंठ रख दिए और अब उसकी आंखो पर,जिससे आरोही की पकड़ अब निर्भय पर कस गई और अब निर्भय ने आरोही की नाक को चूम लिया और अब धीरे धीरे उसके होंठो की तरफ बढ़ने लगा पर उससे पहले ही आरोही ने उसे धक्का दिया और अब निर्भय ने जब आरोही की तरफ देखा तो उसके आंखो में आंसू देखकर उसका दिल धक्क् सा रह गया और अब आरोही ने निर्भय की तरफ देखकर कहां, अब क्यों आ रहे हो मेरे पास आपको तो हमेशा से मैं बच्ची ही लगती हूं, और आपने ही तो कहा था ना की आप न मुझसे प्यार करते हैं और न कभी मुझ जैसी लड़की से आप प्यार करोगे तो अब क्यों इतना प्यार आ रहा है हां, अब हमारे बीच ऐसा कुछ भी नहीं है इसीलिए आज के बाद आपको मेरे करीब आने की जरूरत नहीं है इतना कहकर अब आरोही वहां से चली गई और निर्भय बस उसकी तरफ देखता ही रह गया और अब आरोही के कमरे से निकल कर जाने के बाद निर्भय मुस्कुराया और बोलो अब नहीं आरू, अब मैं अभय से हमारे बारे में बात जरूर करूंगा इतना कहकर निर्भय अब मुस्कुराया और वो भी कमरे से बाहर निकल आया आर्या अब नीचे आई और अब हॉल में देखने लगी और तभी उसकी नजर निर्भय पर पड़ी जो अभय के साथ खड़ा था और वो दोनों कुछ बातें कर रहे थे तभी निर्भय की नजर आर्या पर पड़ी जो उसके तरफ ही आ रही थी और अब निर्भय ने अभय की तरफ देखकर कहां, आर्या इस तरफ ही आ रही यॉर अभय अगर उसने मुझे पहचान लिया तो उसकी बात सुनकर अब अभय आर्या की तरफ मुड़ा और आर्या को देखकर बोला , निर्भय ये है तुम्हारी भाभी और स्वीटहार्ट ये है निर्भय मेरा दोस्त अभय की बात सुनकर अब आर्या ने निर्भय की तरफ देखा और बोली, हम्म्म जानती हूं उसकी बात सुनकर अब निर्भय ने आर्या की तरफ देखकर कहां, सॉरी आर्या उस दिन मैंने ही तुम्हे किडनैप किया था और, आर्या ने अब निर्भय की तरफ देखकर कहां, इट्स ओके निर्भय जी अब जो हो चुका है उसे हम बदल नही सकते और न ही अब मुझे उस बारे में कोई बात करनी है तभी आरोही ने अचानक पीछे से आर्या को गले से लगा लिया और बोली, गुड मॉर्निंग भाभी आरोही की आवाज सुनकर अब आर्या मुस्कुराई , और फिर उसने उसके गाल पर हाथ रख कर कहा , गुड मॉर्निंग आरू, अब आरोही ने अभय और निर्भय को भी गुड मॉर्निंग विश किया और अब आरोही ने आर्या की तरफ देखकर कहां, भाभी आज आप मेरे लिए क्या बनाने वाली है ? उसकी बात सुनकर अब अभय ने आरोही की तरफ देखकर कहां, आर्या को किचन में जाने की कोई जरूरत नहीं है और आरू तुम्हे जो भी चाहिए वो तुम शेफ या सर्वेंट से भी कह सकती हो ना बनाने के लिए बच्चे हम्मम, इतना कहकर अब अभय और निर्भय वहां से चले गए अभय की बात सुनकर अब आर्या ने आरोही की तरफ देखा जिसका चेहरा अब थोड़ा उदास हो गया था और उसे इस तरह देखकर अब आर्या ने उसकी तरफ देखकर कहां, तुम क्या खाओगी आरु ? आर्या की बात सुनकर आरोही ने अब खुशी से उसकी तरफ देखा और बोली सच में भाभी आप बनाएंगी मेरे लिए आर्या ने अब उसकी तरफ देखकर अपना सर हां में हिला दिया और अब आरोही उसके साथ किचन में चली गई

  • 17. His forced wife....... - Chapter 17

    Words: 1021

    Estimated Reading Time: 7 min

    आर्या इस वक्त किचन में थी और गाजर का हलवा बना रही थी तभी अचानक किसी ने आर्या की कमर में अपना हाथ रखकर खुद से सटा लिया और आर्या किसी के इस तरह पकड़ने पर डर गई थी और तभी अभय ने आर्या की तरफ देखकर कहां,, मैं हूं स्वीटहार्ट,,अभय की आवाज सुनकर अब आर्या शांत हो गई थी और अब अभय ने आर्या के बालों को उसके पीठ से हटाया और अब उसके कंधे पर अपने होंठ रख दिए तो आर्या चिहुंक गई और अभय की तरफ देखकर बोली,, आ आप क्या कर रहे हैं मॉन्स्टर ? आर्या के मुंह से खुद के लिए मॉन्स्टर सुनकर अभय के चेहरे पर एक छोटी सी स्माइल आ गई और अब उसने उस स्माइल को जल्दी ही हटा लिया और अब आर्या की तरफ गुस्से में देखकर बोला,, तुमने मुझे मॉन्स्टर कहां स्वीट हार्ट ? अब आर्या अभय की बात सुनकर अब अभय की तरफ देखकर बोली,, हां तो मॉन्स्टर जैसी हरकतें करेंगे तो कहूंगी ही ना,, अब अभय ने आर्या की तरफ देखकर कहां,, और ऐसी कौन सी हरकत की है मैने तुम्हारे साथ जरा बताओगी स्वीटहार्ट हम्मम ? आर्या ने अब नमी भरी आंखों से अभय की तरफ देखकर कहां,, क्यों आप नही जानते आपने मेरे साथ जबरजस्ती शादी की है,, मैं तो आपको जानती भी नही हूं,, और ना ही आप मुझसे मिले हैं,, और ना ही हमारे बीच कोई प्यार है जो मैं इस शादी को मान सकू,, और तो और आपने विहान सर को भी बिना किसी गलती के सजा दी तो फिर आप हुए न मॉन्स्टर क्योंकि एक मॉन्स्टर ही होते है जो बिना किसी गलती के सबको पनिश करते हैं ॥ आर्या की बात सुनकर अभय ने आर्या के बालों को पड़कर उसे अपने चेहरे के करीब किया और अब उसकी तरफ देखकर बोला,, हां हूं मैं मॉन्स्टर ,, हां मैंने तुमसे जबरदस्ती शादी की है ,, जानती हो क्यों क्योंकि तुमसे मिलने के बाद मुझे एक अजीब सा सुकून महसूस होने लगा था और उस दिन जब तुमने यहां अभय ने अपने सीने की तरफ पॉइंट करके कहा यहां अपना सर रखा था ना तो पहली बार मेरे दिल की धड़कने बढ़ गई थी,, और पहली बार किसी की मासूमियत ने इस बेदर्द और बेदिल अभय ठाकुर के दिल को महसूस कराया कि उसके सीने में भी एक दिल है और जो किसी के लिए धड़क भी  सकता हैं,, और तुम्हे क्या लगता हैं क्यू की मैंने तुमसे शादी ,, क्योंकि सुकून हो तुम मेरा ,,प्यार का तो पता नही पर इस मॉन्स्टर का ऑब्बेसिसन और पागलपन हो तुम मेरा और तुम्हे इस मॉन्स्टर के साथ ही रहना है चाहे अपनी मर्जी से या बिना तुम्हारी मर्जी के और तुम सिर्फ और सिर्फ अब मेरी हो और सिर्फ और सिर्फ मेरी ही रहोगी समझी इतना कहकर अब अभय वहां से चला गया और अब आर्या अभय की बात सुनकर अब ठगी ही रह गई उसे तो ये पता ही नही था की कभी वो अभय से मिली भी थी और कब वो अभय के लिए इतनी जरूरी हो गई की अभय ने उससे जबरजस्ती शादी कर ली और अभय उसे खुद से उसे कभी दूर नही जाने देगा वही दूसरी तरफ अभय इस वक्त गुस्से में अपने स्टडी रूम में आया और उसने अब गुस्से से वहां रखे टेबल को नीचे गिरा दिया और अब बोला ,, क्यों ? क्यों ? नही समझती तुम स्वीटहार्ट की पागल हो गया है ये अभय ठाकुर अब तुम्हारे लिए और अगर तुम मुझसे दूर जाने का ख्याल भी अपने दिल में लोगी तो तुम्हे भी मेरे पागलपन का शिकार होना पड़ेगा समझी ,, आर्या अभय ठाकुर सिर्फ और सिर्फ अभय की है सिर्फ और सिर्फ अभय की ,, आर्या ने अब सारा खाना तैयार कर लिया था और अब उसे डाइनिंग टेबल पर रखने के लिए उसने सर्वेंट से कहा और खुद अपने कमरे की तरफ बढ़ गई क्योंकि इस वक्त वह पूरी तरह से पसीने से भीगी हुई थी और अब उसने शावर लेने के लिए सोचा और अब वो अपने कमरे में आई और अब वॉशरूम में चली गई और उसके जाने के बात अभय भी कमरे में आया और अब वो भी शॉवर लेने के लिए वॉशरूम के अंदर चला गया और इधर आर्य ने जैसे ही अपने कपड़े उतारने शुरु किए अचानक बाथरूम का दरवाजा खुला और अभय अंदर आया और अभय को अंदर आता हुआ देखकर आर्या तुरंत पीछे की तरफ मुड़ गई और अब अभय की तरफ बिना देखे ही बोली ,, यह क्या कर रहे हैं आप आपको पता नहीं था मैं वॉशरूम के अंदर थी ? अभय ने डेविल स्माइल के साथ आर्या की तरफ देखा और बोला ,, तो क्या हुआ स्वीटहार्ट ? वैसे मैं क्या सोच रहा था अगर हम दोनों साथ में शॉवर ले ले तो ? अब आर्या अभय की तरफ देखकर बोली कितने बेशर्म है ना आप,, आपको बिल्कुल भी शर्म नहीं आती है ना ? ऐसे कैसे आप किसी लड़की के वॉशरूम में घुस सकते हैं आर्या की तरफ देखा और बोला ,, for your kind information sweetheart ,, यह वॉशरूम भी मेरा है और तुम भी मेरी हो तो क्यों ना अब साथ मैं ही आज शावर रोमांस किया जाए हम्मम,, क्या कहती हो ? अभय की बात सुनकर आर्या का मुंह खुला का खुला ही रह गया और वह अभय की तरफ गुस्से से देख कर बोले बिल्कुल भी नहीं मुझे आपके साथ कोई भी रोमांस नहीं करना है आप चुपचाप बाहर जाइए और मेरे शॉवर लेने के बाद आप खुद शावर ले लीजिएगा समझे आप ? अभय ने आर्या की बात पर कोई भी ध्यान नहीं दिया और अब आर्या की तरह बढ़ने लगा , तो आर्या अब पीछे की तरफ खिसकने लगी और खिसकते खिसकते आर्या की पीठ अब वॉशरूम के दीवार से लग गई और अब अभय आर्या के ऊपर झुक कर बोला,, अब कहां जाओगी स्वीटहार्ट ? अब अभय ने आर्या की नाजुक सी कमर में अपना हाथ फसाया और उसे अपनी तरफ खींच लिया तो आर्या अब अभय के सीने से जा टकराई और अब उसने अपना चेहरा उठा कर अभय की तरफ देखा तो अभय भी आर्या की तरह मदहोशी से ही देख रहा था

  • 18. His forced wife....... - Chapter 18

    Words: 1029

    Estimated Reading Time: 7 min

    अभय और आर्या इस वक्त वॉशरूम में थे और शावर का पानी उन दोनों को भीगा रहा था और अब अभय आर्या की तरफ मदहोशी से देख रहा था अब अभय ने आर्या को वॉशरूम की दीवार से लगाया और अब उसने आर्या के भीगे हुए होंठो की तरफ देखा,, और उसके होंठो पर अपना हाथ फिराया तो आर्या ने अब अभय की तरफ देखकर अपने कांपते हुए होंठो से कहा ,, मॉन्स्टर आ,,आप ये आगे के शब्द आर्या के गले में ही रह गए क्योंकि अब अभय ने आर्या के लबों को अपने होंठो में दबा लिया और उसे किस करने लगा अभय का एक हाथ आर्या के चेहरे पर था और एक हाथ आर्या की खुली हुई गोरी और मुलायम कमर पर रखकर वो आर्या के कमर को सहलाए जा रहा था और अब आर्या ने भी अपनी आंखे बंद कर ली और अब आर्या ने अभय के गर्दन में अपनी बाहें डाल ली और अब वो भी अभय की किस का रिस्पांस देने लगी और अब धीरे धीरे उनकी ये किस अब पूरी तरह से स्मूच में बदल चुकी थी और अब वो दोनों एक दूसरे में खोए हुए पूरी तरह से डूब चुके थे वही दूसरी तरफ हॉल में इस वक्त आरोही बैठी हुई थी और तभी किसी ने हॉल का गेट नॉक किया और अब आरोही दरवाजे की तरफ बढ गई और सामने खड़े शक्श को देखकर हैरान रह गई और अब उसने उस लड़की की तरफ देखकर कहां,,कहिए किससे मिलना है आपको ? सामने खड़ी लड़की ने इस वक्त एक रेड कलर की फ्रॉक पहन रखी थी और अब वो लड़की आरोही की तरफ देखकर मुस्कुराई और बोली,, अभय घर पर है क्या ? आरोही ने अब उस लड़की की तरफ देखकर कहा,, हां भाई घर पर है आपको क्या काम है उनसे ? अचानक वो लड़की चहकते हुए अब अंदर आई और अभी अभी आए निर्भय के गले से लग गई और बेचारा निर्भय जो अभी अभी जिम से वर्कआउट करके आया था और पूरी तरह से पसीने से भीगा हुआ था उस लड़की की तरफ देखकर हैरान रह गया और अब उसकी तरफ देखकर बोला,, आराम से तान्या ,, तान्या ने मुस्कुराते हुए निर्भय की तरफ देखकर बोली ,, कैसे हो तुम ? इंडिया आने के बाद तुमने मुझे इन्फॉर्म भी नहीं किया कि तुम इंडिया आ चुके हो वह तो मैं तुम्हारे मैनेजर से बात तो मुझे पता चला कि तुम इंडिया आ गए हो और इस वक्त ठाकुर मेंशन में हो ,, तुम तो छोड़ो अभय ने भी मुझे एक बार नहीं बताया आरोही तान्या की तरफ काफी गुस्से से देख रही थी क्योंकि अभी भी तान्या निर्भय से चिपकी हुई थी और निर्भय के भी हाथ तान्या के कमर पर थे ये देखकर तो आरोही का चेहरा तो दूसरे से लाल होने लगा और अब उसने तान्या को लगभग खींचते हुए निर्भय से दूर किया और उसके सामने खड़े होकर बोली ,, ओह तो तुम्हारा नाम तान्या है और तो और और तुम अभय भाई को भी जानती हो ,, आरोही ने गुस्से से निर्भय की तरफ देखा और बोली और निर्भय को भी जानती हो निर्भय को आरोही का गुस्सा साफ दिख रहा था पर फिर भी उसने आप तान्या की तरफ देखा और बोला ,, come Tanya मैं तुम्हे अभी अभय से मिलवाता हूं वो शायद इस वक्त अपने कमरे में होगा ,, तब तक अगर तुम चाहो तो गेस्ट रूम में रुक सकती हो,,  तान्या ने निर्भय की तरफ देखकर मुस्कुराते हुए कहा,, oo you are so sweet निर्भय ठीक है फिर मैं गेस्ट रूम में रुक जाती हूं थोड़ा फ्रेश हो जाऊंगी तो थोड़ा रिलैक्स फील होगा ,, अब निर्भर ने एक सर्वेंट को बुलाया और तान्या को सर्वेंट के साथ गेस्ट रूम में भेज दिया और खुद भी अपने रूम की तरफ बढ़ गया ,, अब निर्भय के जाने के बाद आरोही भी गुस्से से निर्भय के कमरे की तरफ बढ़ गई अभय और आर्या का कमरा वॉशरूम में इस वक्त वॉशरूम का माहौल काफी मदहोशी भरा हुआ था अभय इस वक्त आर्या की गर्दन को चूम रहा था और अब उसने आर्या की गर्दन की स्किन को अपने होंठो में दबा लिया और उसे सक करने लगा और अब आर्या की सिसकी निकल गई ,, आह्ह्ह्ह ठाकुर साहब और अब अभय के होंठ अब धीरे धीरे आर्या के सीने की तरफ बढ़ने लगे थे और अब आर्या भी पूरी तरह से अभय की छुअन में को चुकी थी अभय ने अब आर्या के चेहरे की तरफ देखा तो आर्या ने भी अपनी आंखे खोल कर अभय की तरफ देखा तो अब वो शर्मा गई और उसने अब अभय की तरफ देखकर अपनी नजरे झुका ली तो अब अभय ने उसे छोड़ा और अब उसने आर्या के माथे को प्यार से चूम लिया और उसकी तरफ देखकर बोला,, अभी तुम इन सब चीजों के लिए बहुत छोटी हो स्वीटहार्ट ,, अभय है यह बात आर्य के सीने की तरफ देखकर गई थी 19 साल की थी इसलिए अभी उसका शरीर इंटिमेसी के लिए तैयार नहीं था और अब अभय ने आर्या को अब छोड़ दिया और अब आर्या वॉशरूम से बाहर चली गई और उसके जाने के बाद अभय अब शावर लेने लगा वही निर्भय के कमरे में निर्भय अपने कमरे में आया और उसने अब अपनी टी शर्ट उतार कर फेंक दिया और अब वॉशरूम की तरफ जाने लगा और तभी आरोही ने निर्भय की कलाई को पकड़ कर अपनी तरफ खींचा और फिर उसकी तरफ देखकर बोली,, काफी अच्छी दोस्ती लग रही थी आपकी तान्या के साथ ,, और जरा बताएंगे की ऐसी और कितनी प्यारी दोस्त हैं आपकी ,, निर्भय को आरोही के चेहरे पर जलन साफ दिख रही थी और अब उसने आरोही की तरफ देखकर कहा ,, क्यों तुम क्या करोगी जानकर कि मेरी और कितनी सारी दोस्त हैं ? और वैसे अब तो हमारे बीच कुछ भी नहीं है तो तुम्हें इससे क्या मतलब होना चाहिए कि नहीं और कितनी सारी फ्रेंड्स है या फिर गर्लफ्रेंडस ? निर्भय की बात सुनकर अब आरोही का चेहरा गुस्से से लाल होने लगा उसने निर्भय को एक झटके में अपनी तरफ खींचा और अगले ही पल उसने ऐसा कुछ किया जिसे देखकर निर्भय की आंखें फटी की फटी रह गई

  • 19. His forced wife....... - Chapter 19

    Words: 1003

    Estimated Reading Time: 7 min

    इस वक्त आरोही निर्भय के कमरे में थी और निर्भय की बात गुस्से से घूर रही थीं और अगले ही पल उसने निर्भय को अपनी तरफ खींचा तो अपने पैरों पर उचक्क कर उसने निर्भय के होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उसे चूमने लगी आरोही की इस हरकत पर निर्भय हल्का सा मुस्कुराया और अब उसने भी आरोही की कमर पर अपने हाथ कस लिए और उसे किस करने लगा और किस करते करते ही निर्भय ने आरोही को खुद के करीब करके अपनी गोद में उठा लिया और आरोही ने भी अपने पैर निर्भय की कमर की चारों तरफ लपेट दिया और अब निर्भय उसे लेकर बेड पर गिर गया और अब वो दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह किस करने लगे थे कुछ देर तक किस करने के बाद अब निर्भय ने आरोही को छोड़ा तो अब आरोही ने तेज तेज सांसे लेने लगी थी और अब निर्भय ने आरोही की तरफ देखकर अब दुबारा उसके होंठो को अपने होंठो में दबा लिया और अब दुबारा उसे चूमने लगा था और आरोही ने भी निर्भय की गर्दन में अपनी कलाइयां फंसा लिया था और अब निर्भय के हाथ धीरे धीरे आरोही की कमर से नीचे और ऊपर तक सरकने लगे थे और अब निर्भय ने अपने हाथ आरोही की टी शर्ट के अंदर डाल दिए और अब उसके पेट को सहलाने लगा था और धीरे धीरे निर्भय के हाथ अब आरोही के सीने की तरफ बढ़ने लगे थे आरोही तो इस वक्त सिर्फ निर्भय में ही डूबी हुई थी और उसे कुछ पता ही नही चला की निर्भय के हाथ इस वक्त उसके सीने पर थे और अब निर्भय ने आरोही के सीने को काफी तेजी से प्रेस कर दिया और जिससे आरोही की दर्द से आह निकल गई और अब उसने निर्भय को खुद से दूर करना चाहा पर निर्भय ने उसकी कलाई को अपने एक हाथ से पकड़कर बेड के किनारे लगा दिया और अपने एक हाथ से उसके सीने को प्रेस करने लगा और अब आरोही को निर्भय के हाथो को अपने नाजुक से सीने पर महसूस करके दर्द होने लगा था कुछ देर तक आरोही को परेशान करने के बाद अब निर्भय ने आरोही को छोड़ा तो आरोही ने अब निर्भय की तरफ गुस्से से देखा और जैसे ही वो अब निर्भय के नीचे से उठने को हुई तभी निर्भय ने उसे पलट दिया और अब आरोही इस वक्त निर्भय के ऊपर थी और अब निर्भय ने उसकी बात देखकर शरारत से कहा,, you are so tasty आरू निर्भय की बात सुनकर अब आरोही का चेहरा शर्म से लाल पड़ गया और अब उसने निर्भय को धक्का दिया और खुद अपने कमरे की तरफ भाग गई और अब उसे इस तरह शर्माता हुआ देखकर निर्भय हंसने लगा था वही दूसरी तरफ आर्या इस वक्त ड्रेसिंग टेबल के पास खड़ी थी और इस वक्त उसने एक प्लाजो सूट पहना हुआ था और वो अब तैयार होकर अभय का वेट करने लगी थी को इस वक्त बालकनी में किसी से फोन पर बात कर रहा था और काफी गुस्से में लग रहा था और अब अभय ने गुस्से से फोन पर शेरा से कुछ कहा और अब रूम में आया और अब उसने अपनी शर्ट पहननी शुरू कर रही तो अब आर्या ने उसके शर्ट की बटन को बंद कर ना शुरू कर दिया और अब अभय ने आर्या की गर्दन में अपना चेहरा छुपा लिया और उसकी बॉडी से आने वाली भीनी भीनी खुशबू को महसूस करने लगा अब आर्या ने अभय की तरफ देखकर डरते हुए कहा,, मान,,मॉन्स्टर आपसे एक बात पूछूं ? तो अभय ने अभी भी उसकी गर्दन में अपना चेहरा छुपाए ही बोला ,, हम्मम तो अब आर्या ने अभय की तरफ देखकर कहां,, मैं आज से कॉलेज ज्वाइन कर लूं वो अगले हफ्ते एग्जाम है ना तो क्या मैं ? आर्या के आगे के वर्ड अब उसके गले में ही अटक गए और अब उसने अभय की तरफ देखा जो अभी उसे एकटक देख रहा था और अब अभय ने मुस्कुराते हुए आर्या की तरफ देखा और अब उसके चेहरे पर आए बालों को उसके कान के पीछे किया,, और अब अभय ने आर्या के माथे को चूमते हुए कहा,, ठीक है मैं आज तुम्हारे साथ तुम्हारे कॉलेज चलूंगा और फिर तुम आज से कॉलेज भी ज्वाइन कर लेना अभय की बात सुनकर अब आर्या खुश हो गई और अब उसने खुशी के मारे अभय के सीने से लग गई और अब उसने उचक कर अभय के गालों को चूम लिया और अब वहां से बाहर चली गई और अभय तो आर्या के इस तरह उसके गालों को चूमने पर हैरान ही रह गया था पर जल्दी ही उसने अपने एक्सप्रेशन चेंज किए और अब वो भी नीचे चला गया आर्या और अभय अब नीचे आए तो तान्या इस वक्त हॉल में ही बैठी थी और अब अभय को देखकर तान्या अब अभय के सीने से लग गई और किसी और को इस तरह अभय को गले लगता हुआ देखकर अब आर्या हैरान रह गई और अब उसने अभय और तान्या की तरफ काफी मायूसी से देखने लगी और अब अभय ने तान्या को खुद से दूर किया और अब उसकी तरफ देखकर बोला,, तुम यहां क्या कर रही हो? तो अब तान्या ने मुंह बनाते हुए अभय की तरफ देखा और बोली,, ओ गॉड अभय कभी तो प्यार से बात कर लिया करो हमेशा ये सड़ी हुई शक्ल बनाकर क्यों घूमते हो ? तान्या की बात सुनकर अब आर्या की हंसी छूट गई और अब उसे इस तरह हंसते हुए देखकर अभय ने उसे घूरा तो अब आर्या ने अपनी हंसी रोक ली और अब तान्या ने अभय की तरफ देखकर कहा,, ये ,, ये कौन है ? तो अब अभय ने तान्या की तरफ देखकर कहा,, मेरी जान मेरी वाइफ आर्या अभय ठाकुर,, अभय की तरफ सुनकर अब आर्या ने अभय की तरफ देखा और उसकी बात सुनकर अब आर्या को पता नहीं क्यों काफी अच्छा लगा और मानो उसके पेट में तितलियां उड़ने लगीं थीं और वही तान्या अभय की बात सुनकर अब हैरान रह गई थी