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His Dark Possession

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कहते हैं हर किसी को वो सब नही मिलता जो उन्हें चाहिए, किस्मत उन्हें ही मिलाती है जो एक दूसरे के लिए बने होते हैं..... नायरा शर्मा एक 23 साल की मासूम सी लड़की जिसको सपने देखना, उन्हें जीना बेहद पसंद था। जिसको प्यार पे सबसे ज्यादा भरोसा था और उसे इंतजार...

Total Chapters (11)

Page 1 of 1

  • 1. His Dark Possession - Chapter 1

    Words: 2110

    Estimated Reading Time: 13 min

    देहरादून, उत्तराखंड सुबह का समय, हर तरफ सूरज की लाल पीली रौशनी बिखरी हुई थी , हर तरफ सुकून से भरा अहसास था , उत्तराखंड की हवाएं, वादियाँ ही ऐसी हैं कि किसी का भी मन मोह ले , चारो तरफ पंछियों के चहकने की आवाजें आ रही थीं। फूलों की प्यारी सी खुशबू से हवा महक रही थी। इन हवाओं में भी प्यार की महक है और इन वादियों में भी प्यार का अहसास है, इन्ही वादियों में छुपी एक प्यार की दास्तान.. .. .. एक घर जो ना तो ज्यादा बड़ा था और ना तो बहुत छोटा । उस घर के अंदर, एक कमरे में, एक लड़की बेड पर आराम से सो रही थी। लड़की दिखने में किसी अप्सरा से कम नहीं थी , काले लम्बे बाल जो कमर तक लहरा रहे थे, हरी खूबसूरत आंखें जो इस वक्त बंद थीं, दूध सी गोरी रंगत और बेदाग चेहरा, पतली छोटी सी नाक और गुलाब से मुलायम होंठ, हाइट 5 फीट 3 इंच, उम्र 22 साल , जितनी खूबसूरत ये दिखने में है उससे कई ज्यादा बड़ा इसका दिल है, जिसमें सबके लिए अच्छाई है , जो सपने में भी किसी का बुरा नहीं सोच सकती है , ये हमारी स्टोरी की हीरोइन नायरा है। इसी घर के बाहर एक छोटा सा लेकिन खूबसूरत गार्डन था, उसमें रंगबिरंगी फूल खिले हुए थे , ये गार्डन नायरा की जिद की वजह से बनाया गया था, क्योंकि नायरा को पेड़-पौधे, फूल और नैचरल चीजे बहुत पसंद हैं। उस गार्डन में एक आदमी, जिनकी उम्र लगभग 50 साल की होगी वो पौधों को पानी दे रहे थे, साथ ही साथ उनकी पत्नी, जो कि इस वक्त रसोई में नाश्ता बना रही थी, उसे बोल रहे थे "अरे! जाओ, नायरा को उठाओ, आज उसको इंटरव्यू देने जाना है, पहले ही दिन लेट होगी ये लड़की।" उनकी बात सुन वो औरत, जिनकी उम्र लगभग 45 साल की थी और जो उस आदमी की पत्नी थी, वो बोली, "आप और आपकी लाडली बेटी दोनों एक जैसी हैं। आप भी पहले दिन शॉप की ओपनिंग में ही लेट हो गए थे और आज आपकी लाडली बेटी भी वही करेगी।" इतना कहकर वो औरत, जो कि नायरा की मां रचना शर्मा थी, वो किचन से निकल गई। रचना जी , जब नायरा के कमरे में आई , तो देखा कि नायरा अभी तक सो रही है। इसी बीच नायरा सपने में लगी थी , वो एक खूबसूरत सा सपना देख रही थी, सपने में वो एक लड़के के साथ बहुत ही खूबसूरत माहौल में घूम रही थी, और उसने उस लड़के का हाथ थामा हुआ था , वो लड़का प्यार से नायरा को देख रहा था और उसे कुछ कहने ही वाला था कि तभी रचना जी ने नायरा को जोर से आवाज लगाई, "नायरा, बेटा उठ जा, आज इंटरव्यू है तेरा, और तू अब तक सो रही है, 9 बज रहे हैं, उठ जा।" ये सुनते ही नायरा, जो आराम से सपनो में गुम थी, वह एकदम से हड़बड़ा के उठकर बैठ गई और अपनी मां से बोली, "क्या, 9 बज रहे हैं और आप मुझे अब उठा रही हैं, मां पक्का, आज तो मैं लेट हो ही जाऊंगी और खुशी भी आती ही होगी, अब मुझे कैसे भी 1 घंटे के अंदर रेडी होना होगा।" फिर वो जल्दी से वॉशरूम में जाते जाते अपनी मां से पूछती है, "आज तो कान्हा जी की आरती भी हो गई होगी?" इसपे , रचना जी बोली, "हाँ, सब हो गया है, बस तू तैयार हो जा, खुशी आती ही होगी, मैंने नाश्ता रेडी किया है, जल्दी से चलके नाश्ता कर लेना।" इतना कहकर रचना जी कमरे से बाहर चली गई। नायरा भी जल्दी से बाथरूम में गई, शॉवर के नीचे खड़ी हो गई और अपनी आंखें बंद कर ली, आंखें बंद करते ही उसके सामने कुछ धुंधली सी तस्वीरें आने लगीं। एक लड़का, एक लड़की के साथ बेंच पर बैठा हुआ था। दोनों शायद स्कूल में थे। लड़का वैसे ही हाथ थामे हुए उस लड़की से बोलता है, "जान, शायद आज लास्ट डे है, कल से हो सकता है में स्कूल नहीं आऊंगा।" लड़की ये सुनती ही थोड़ा उदास होकर बोलती है, " हां, पर फिर भी मुझसे मिलने तो आओगे ना आप?" लड़का प्यार से बोलता है, "क्यों नहीं, स्कूल आकर तुमसे डेली मिलूंगा, ओके, नाउ डोन्ट बी सैड।" लड़की ये सुन खुश होते हुए बोली, "अगर ऐसा है तो मैं बिल्कुल sad नहीं हूँ। बस, आप आ जाना मिलने और मुझे क्या चाहिए।" इस पर लड़के के चेहरे पर मुस्कान आ गई और वो उस लड़की को देखते हुए बोला, "तुम्हे देख लू, उससे ज्यादा मुझे भी कुछ नहीं चाहिए ,बस, सारी ज़िन्दगी तुम मेरी रहना। क्योंकि तुम हमेशा से मेरी ही हो और हमेशा मेरी ही रहोगी , तुम पर हमेशा हक मेरा ही होगा।।" इससे ज्यादा कुछ याद आता उससे पहले, नायरा को अपने सिर में जोर का दर्द महसूस हुआ और एक झटके में उसने अपनी आंखें खोली और जोर जोर से सांसे लेने लगी। गहरी-गहरी सांसें लेकर वो खुद से बोली, "कौन है वो लड़का? क्यों बार-बार मुझे ये सब दिखता है? क्यों उसकी आवाज सुनाई देती है? कभी सपने में, तो कभी ऐसे ही आंख बंद करके, आखिर मुझे ये कैसी धुंधली तस्वीरें दिखाई देती हैं , मैं तो किसी को नहीं जानती, तो क्यों हर बार मुझे बेचैनी महसूस होती है? हो सकता है शायद मैं ही कुछ ज्यादा सोच रही हूँ।" फिर वो खुद को समझाते हुए बोली, "छोड़, नायरा, ये सब और तैयार हो वरना दिन भर सोचती ही रह जाएगी और तो कुछ नहीं होगा" कुछ समय बाद, नायरा shower लेकर रेडी हो गई। आज उसने एक red color का अनारकली सूट पहना था। बालों को खुला छोड़ा था, आंखों में काजल और lips पर lip balm , इतने में ही वो हद से ज्यादा सुंदर दिख रही थी। उसका चेहरा ही ऐसा था कि ज्यादा किसी मेकअप की उसको कभी जरूरत ही नहीं आई, और नायरा को पसंद भी नहीं था ज्यादा मेकअप। एक नजर खुद को देखने के बाद नायरा बाहर आई और बाहर आकर सबसे पहले मंदिर में कान्हा जी के दर्शन किए और पूजा की, फिर जाकर dining table पर बैठ गई। बैठते ही नायरा के पापा निनाद जी बोले, "नायरा बेटा, सब तैयारी तो हो गई है ना?" उसपर नायरा उनको बोली, "जी पापा, सब हो गया है , After all, मेरी favorite कंपनी है ये। बस अब इंटरव्यू अच्छे से हो जाए और मेरी internship यही से हो।" इस पर निनाद जी बोले, "बिलकुल, जैसे तूने CA जैसी हार्ड एग्जाम को फर्स्ट attempt में ही clear किया है, वैसे ही ये भी हो जाएगा।" इससे आगे कोई कुछ बोल पाता उससे पहले दरवाजे पर नायरा की ही उम्र की एक लड़की आई और बोली, "बिलकुल सही कहा अंकल आपने , हमारी नायरा किसी से कम थोड़ी ना है, देखना बहुत अच्छे से इंटरव्यू crack कर लेगी ये और select भी हो जाएगी।" आवाज को सुनके सबने दरवाजे की तरफ देखा, जहाँ पर yellow पटियाला सूट पहनी एक लड़की खड़ी थी। ये है खुशी, नायरा की दोस्त। दिखने में ये भी खूबसूरत है, पर नायरा से कम । ये नायरा के साथ कुछ सालों से है जो नायरा का बहुत ध्यान रखती है और दोनों दोस्त एक दूसरे की जान हैं। निनाद जी बोले, "खुशी बेटा, आओ तुम भी हमारे साथ नाश्ता कर लो।" खुशी बोली, "नहीं, अंकल, फिर कभी ,आज तो करके आई हूँ।" नायरा बोली, "पापा, वैसे आज मेरे साथ कोई और भी है जो इंटरव्यू देगी।" निनाद जी बोले, "खुशी बेटा, तुम भी उसी कंपनी में इंटरव्यू दोगी?" इसपर रचना जी बोली, "मुझे तो पहले से ही पता था कि दोनों दोस्त साथ में ही होंगी, जहाँ भी हो, दोनों ही बहुत अच्छे से इंटरव्यू देंगी। दोनों को भी मेरी तरफ से all the very best।" निनाद जी बोले, "मेरी तरफ से भी all the best। कन्हैया करे दोनों बच्चों का इंटरव्यू अच्छा हो।" उसके बाद नायरा ने अपना नाश्ता फिनिश किया और फिर दोनों ने , नायरा और खुशी ने निनाद जी और रचना जी का आशीर्वाद लिया और आंगन में आ गए, जहाँ नायरा की scooty रखी हुई थी। नायरा ने स्कूटी को देखा और बोली, "बस, मेरी टुनटुन, आज कुछ गड़बड़ मत करना और हमें समय से पहुंचा देना।" खुशी ने उसको देखा तो बोली, "तेरी टुनटुन को ऐसे बोल मत, वरना तो ये पक्का गड़बड़ करेगी।" ऐसा बोलके दोनों मुस्कराए और फिर नायरा ने scooty निकाली और एक नजर garden में डाली और अपनी मंजिल की तरफ उसकी गाड़ी ने रफ्तार पकड़ली। उसके जाने के बाद निनाद जी भी अपनी स्कूटर से दुकान के लिए निकल गए। निनाद जी की एक medical shop थी और रचना जी एक housewife थी। उनके दो बच्चे, एक नायरा और दूसरा उसका छोटा भाई, जो कि 20 साल का था और अभी अभी IIT रोरकी के लिए select हुआ था और दो दिन पहले ही कॉलेज चला गया था। देहरादून की सड़कों पर इस वक्त ज्यादा भीड़ नहीं थी, तो नायरा को भी आसानी हुई जल्दी पहुंचने में, पर बोलते हैं ना, होनी को कोई नहीं रोक सकता है। नायरा और खुशी मस्ती में बातें करते हुए जा रहे थे कि suddenly scooty का हैंडल turn हो गया और उनकी स्कूटी टकराई साइड से जा रही चमचमाती हुई BMW car से। नायरा और खुशी धड़ाम की आवाज से नीचे गिरे, हालांकि हेलमेट की वजह से चोट नहीं आई। दोनों को भी समझ नहीं आया क्या हुआ, पर जब समझा तो नायरा एकदम से उठी, तो उसके पैरों में मोच आ गई जिस वजह से दर्द हुआ, पर फिर भी वो उठी और उस कार का ड्राइवर जो बाहर आया था, उससे बोली, "सॉरी अंकल, हमारी वजह से आपको problem हुई। तो उसपर वो ड्राइवर बोला, "नहीं बेटा, हमें कोई प्रॉब्लम नहीं हुई हम तो बस आपको देखने आए थे। आप दोनों ठीक हैं, बेटा? तो उसपर नायरा कुछ बोलती, उससे पहले खुशी थोड़े गुस्से में बोली, "आप देख के नहीं चला सकते इतनी महंगी कार जब चलानी नहीं आती तो लेके क्यों घूमते हो? नायरा खुशी को चुप कराते हुए बोली, "खुशी, शांत हो जा, गलती मेरी थी मुझे ध्यान देना चाहिए था।" इसपर खुशी कुछ बोलती, उससे पहले ही कार के अंदर बैठा शख्स, जो कबसे इनकी बातें सुन रहा था, वो अपने ड्राइवर से एरोगेंट और थोड़ी गुस्से भरी आवाज में बोला, "हो गई पूछताछ तो चलो जल्दी, इन सड़कछाप लोगों के साथ मुलाकात करने जितना वक्त नहीं है मेरे पास।" इसपर खुशी कुछ बोलती, उससे पहले वो कार वहाँ से जा चुकी थी। नायरा तो उस शख्स की आवाज से ही सहम गई थी। जाति भी क्यों ना आज तक उसने सिर्फ़ अपनी बुआ की नफरत और गुस्सा देखा था। और इसकी वजह आपको बाद में पता चल जाएगी , बुआ को छोड़ बाकी तो घर में सब उससे प्यार ही करते थे। खैर खुशी जाती हुई कार को देख बोली, "कभी मिलें ना तो इसको बताऊंगी कौन सड़कछाप है और कौन नहीं।" नायरा बोली, "चल, ये सब तो होता रहता है, हमे late हो जाएगा।" इतना बोलके दोनों वापस से scooty पर बैठ कर निकल गई। नायरा की गाड़ी एक बड़े 20 मंजिला बिल्डिंग के आगे आकर रुकी, जिसपर बड़े ही खूबसूरत अक्षरों में "Singhania Industries" लिखा हुआ था। नायरा बहुत ही ध्यान से सब देख रही थी, after all जब से उसकी CA intermediate की एग्जाम हुई थी, तबसे ही वो इस कंपनी में जॉब करना चाहती थी। और आज उसी सपने की तरफ एक पहला कदम बढ़ाना था। नायरा अपने ख्यालों में गुम थी, कि उसको खुशी की आवाज आई जो बोल रही थी, “ अगर देखना हो गया तो अंदर चलें।" नायरा ने खुश होकर कहा, "हा हा, चलो देर किस बात की।" और फिर दोनों दोस्त अंदर आई और reception पर जो लड़की थी, उससे नायरा ने प्यार से पूछा, "गुड मॉर्निंग New candidates का इंटरव्यू कहाँ पे होने वाला है? तो उस लड़की ने उन्हें 3rd floor पे जाने को कहा, जहाँ पर उनका इंटरव्यू होने वाला था। नायरा ने उसको "thank you" बोला। फिर नायरा और खुशी लिफ्ट से 3rd floor पे आ गई, जहाँ पर पहले से बहुत से candidates बैठे हुए थे। उनको देखकर नायरा थोड़ा उदास आवाज में बोली, "खुशी यार, क्या लगता है हमारा हो तो जायेगा ना।" खुशी उसको cheer up करते हुए बोली, "क्यों नहीं होगा, जरूर होगा, मेरा नहीं हुआ तो भी मेरी जान तेरा जरूर होगा। इसपर नायरा बोली, "क्यों तेरा क्यों नहीं होगा देखना, हम दोनों का क्लियर होगा और हम दोनों भी select होंगे।" इतना बोलकर दोनों डेस्क पर बैठ गई। To be continued ✍🏻 कैसा रहेगा इनका इंटरव्यू ? क्या हो जायेगी ये दोनो select? कोन था वो शख्स जिसकी आवाज सुनके नायरा सहम गई? कोन सी धुंदली तस्वीरे नायरा को दिखी? कोन थे वो लड़का और लड़की??

  • 2. His Dark Possession - Chapter 2

    Words: 1205

    Estimated Reading Time: 8 min

    चैप्टर 2 - आखिर धड़कन इस दिल के पास आ ही गई अब तक आपने पढ़ा , खुशी उसको cheer up करते हुए बोली, " क्यू नही होगा जरूर होगा मेरा नही हुआ तो भी मेरी जान तेरा जरूर होगा.. इसपर naira बोली क्यू तेरा क्यू नही होगा देखना हम दोनो का क्लियर होगा and हम दोनो भी select होंगे ... इतना बोलके दोनो डेस्क पे बैठ गए..  अब आगे , Singhania industries में ,  Naira बैठी ही थी की उसको किसी का फोन आया , फोन पर फ्लैश हो रहे नाम को देखकर नायरा के चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई जो खुशी ने भी देख ली थी ..  खुशी बोली ," उठा ले नही तो ये पागल इंसान और पागल हो जायेगा and वैसे भी हम उसको बिना बताए ही आ गए हैं तो चिढ़ा हुआ तो होगा ही ..  Naira ने उसको एक smile दी एंड फोन उठाके कान पे लगाया ही था की सामने से एक लड़के ki गुस्से भरी आवाज आई ," तुम दोनो naira और खुशी की बच्ची तुम्हे तो मे छोडूंगा नही.. बिना बताए ही गए तुम दोनों एक बार फोन करके बोला भी नही .. मुझे तो पता भी नही किस कंपनी की वाट लगाने गई हो तुम दोनो" उसकी बात सुनके नायरा थोडा गुस्से में बोली , " कार्तिक के बच्चे थोड़ा शांत नही रह सकता तू ?? फिर थोडा अकड़ते हुए बोली And for your kind information we are not here to destroy this company infact we are here to give them more and more profit" ( ये है कार्तिक तिवारी.. नायरा और खुशी का दोस्त.. जो दिल ही दिल में नायरा को पसंद करता है )  खुशी भी उसकी बात सुनके बोली, " हा और अब तू फोन कट कर नही तो आने के बाद तेरी ही वाट लगायेंगे पहले और बाद में घर जायेंगे  नायरा भी हस दी और बोली हा अब रख फोन and हमे फोकस करने दे कभी भी हमारा नंबर आ सकता है। इतना बोलके उसने फोन रखा एंड खुशी के साथ अपनी बारी आने का वेट करने लगी ... वही दूसरी तरफ 20th floor पे बने एक आलीशान केबिन में  जो की president का cabin था,  Glass wall के आगे खडा एक शख्स हाथ में पकड़ी हुई सिगरेट के कश ले रहा था , वो किसी गहरी सोच में था और सामने देख रहा था जहा से पूरे देहरादून का नजारा देखा जा सकता था...  तभी उस cabin का door नॉक होता है ..  वो शख्स अपनी ठंडी आवाज में बोला, " come in " उसकी आवाज सुनके एक और शख्स अंदर आते हुए बड़े ही respectful manner मे बोला , " good morning sir इस आवाज को सुनके वो शख्स ने सिर्फ hmm इतना ही कहा इसके बाद वो दूसरा शख्स बोला, " वीरांश sir ये आज के candidates की file है  , जो interview देने आए है , इसमें सबके नाम है, आप एक बार चेक कर लीजिए। ( ये है विरांश सिंघानिया , singhania industries ka owner, age 26 years , आंखे brown जिसमे एक बार कोई देखले तो देखता ही रह जाए , height 6 feet 1 inch , 6 pack abs , गोरा चमकता रंग, हल्की beards, पतले गुलाबी सख्त होठ, कई लड़कियों के दिलो में राज करते है ये , उपर से asia's मोस्ट हैंडसम बैचलर का अवॉर्ड भी इनको मिला है .. इनका business पूरे दुनिया में फैला है हर कंट्री में इनकी कंपनी की ब्रांच है ... मोस्ट successful business man का अवॉर्ड इनको हर साल मिलता हैं )  विरांश उस दूसरे शख्स से जो कि उसका personal assistant था उसको बोला ," मानव , ये इंटरव्यू एंड all that तो समर हैंडल कर रहा था ना तो मुझे क्यू दिखाना उसको ही दिखाओ , after all उसको भी तो समझ आना चाहिए कि काम कैसे होता है ऑफिस का " मानव बोला , " समर सर ने ही कहा है आपको एक बार दिखाने को , ये उन candidates के नाम है , जो आज इंटरव्यू देने वाले है, प्लीज आप एक बार देख लीजिए। इतना बोलके मानव ने वो फाइल विरांश के आगे की, और विरांश एक नजर डालते हुए उस फाइल को देख रहा था की अचानक उसकी नजर एक लड़की के नाम पर गई.. .. .. तो उसने अपने assistant मानव से पूछा , " मानव, who is this girl? Give me information about her  ये सुनके ही मानव को जैसे सदमा सा लगा क्योंकि उसका खडूस बॉस पहली बार किसी लड़की की बारे में जानना चाहता था ये किसी झटके से कम नहीं था उसके लिए, इसलिए वो वैसे ही बूत बना खडा रहा ।।  पर तभी विरांश कि ठंडी आवाज उसके कान में पड़ी जो बोल रहा था, " मैने कुछ कहा तुमसे.. तुम सुन भी रहे हो या नहीं ? मानव बोला," जी जी सर, सुन रहा हूं।।  ये कहके उसने फाइल अपने हाथ में ली और बोला , " सर ये नायरा शर्मा है .. CA की इंटर्नशिप करने आई है.. समर सर भी CA ही हैं तो वो इसका interview लेंगे और अगर ये सिलेक्ट हुई तो फिर उन्ही के अंडर ये काम करेगी...  ये सुनके विरांश की भोवे आपस में जुड गई और वो मानव से थोड़ा गुस्से भरी आवाज में बोला , " बिलकुल नहीं ये समर के अंडर काम नहीं करेगी.. एक काम करो .. इसको मेरे पास भेज दो.. में ही इसका interview लूंगा और वो मेरे ही अंडर काम करेगी।। ये सुनके तो मानव 440 वोल्ट का झटका ही लगा , कि उसका बॉस जो लड़कियों को अपने आस पास भी बर्दाश्त नही कर सकता है वो किसी लडकी को अपने साथ काम करने के लिए बोल रहा है।।  उसको आज भी याद था वो दिन जब एक लड़की personal assistant के तौर पे जॉब करने आई थी और विरांश को इंप्रेस करने की कोशिश कर रही थी तो उसने कितनी insult करके उसको कंपनी से निकाला था और बिचारी को किसी दूसरी कंपनी में जॉब भी नहीं मिली विरांश का नाम ही ऐसा था जो उसकी कंपनी से निकाल दिया जाता उसको कही और काम नही मिलता।  मानव अपने ख्यालों में ही था की विरांश की फिर से उसको आवाज आई जो बोल रहा था , " लगता है तुम्हे अपने जॉब की जरूरत नही रही.. तभी मुझे ignore करने की हिम्मत कर रहे हो "  उसकी ऐसी आवाज सुनके मानव अंदर तक कांप गया और जल्दी जल्दी में बोला ," नही नही सर आप को ignore वो भी मे.. नही नही ऐसा कुछ नही हैं.. में अभी जाके उस लड़की को बोलता हु... फिर वो अपने मन में बोला , " वैसे भी इस शैतान को कोई पागल ही होगा जो इग्नोर करेगा.. मौत थोडी बुलानी है अपनी .. इतना बोलके मानव वहा से ऐसे गायब हुआ जैसे कुछ देर पहले वहा था ही नही .. उसके जाने के बाद विरांश अपने chair पे पीछे सिर टिका के बैठ गया और अपनी आंखे बंद करके बोला, " आखिर कार इस दिल के पास उसकी धडकन आ ही गई और अब इस धड़कन को अपने अंदर कैद कैसे करना है वो ये दिल बहुत अच्छे से जानता है .. इतना बोलके वो जोर जोर से हंसने लगा पर उसकी हसी इतनी खतरनाक थी की कोई सुने तो डर ही जाए। To be continued ✍🏻

  • 3. His Dark Possession - Chapter 3

    Words: 1067

    Estimated Reading Time: 7 min

    अब आगे , विरांश ने मानव को नायरा को बुलाने भेजा तो मानव वहा से निकल के वो सीधा 3rd floor पे आ गया जहा पर new candidates का interview हो रहा था । वहा आके, मानव नायरा को ढूंढने लगा और आखिर कार नायरा मिल ही गई तो वो सीधा उसके पास चला गया। मानव ने नायरा से कहा, "Hi, excuse me Miss क्या आप ही नायरा शर्मा है ? इसपर नायरा अपनी प्यारी आवाज में बोली , " जी में ही हु पर आप कोन ? मानव बोला , " में यहां के president का assistant हु... और आपको president sir ने अपने केबिन में बुलाया है  नायरा कुछ बोलती उससे पहले ही खुशी बिच मे बोली "क्यू बुलाया है उन्होंने और वैसे भी हमारा interview हो गया है... अब हमे चलना चाहिए...  मानव बोला , " जी नहीं, आप जा सकती है पर ये नही.. इनको स्पेशली बुलाया है विरांश सर ने ।। विरांश नाम सुनके नायरा को एक अजीब सी बेचैनी होने लगी जैसे उसने ये नाम कही सुना हो, उसने खुदसे कहा" ऐसा क्यों लग रहा है की मैने ये काम कही सुना है " खैर , वो अपने दिमाग के ख्यालों को झटक के मानव से बोली , " ठीक है में चलती हु आपके साथ" फिर वो खुशी से थोड़ा डरते हुए बोली , " देख एक बार चल के देखते है की आखिर president सर को मुझसे क्या काम आ गया .. फिर अपने मन में बोली ( मैने तो कोई गड़बड़ नहीं की फिर मुझे क्यू बुलाया? )  इतना कहकर नायरा और खुशी चल ही रही थी कि मानव उसको बोला, " अरे अरे!! आप कहा सिर्फ नायरा जी को बोला गया है आपको नही ...  खुशी थोडा चिढ़ते हुए बोली, " में अपनी दोस्त को अकेला नही छोडूंगी। में भी उसके साथ ही रहूंगी। ये सुनके मानव अपने मन में बोला ( बात तो ऐसे कर रही है जैसे इसकी दोस्त को जंग पे जाना हो , जाने दे मुझे क्या मेरे शैतान बॉस खुद देख लेंगे ) इतना बोलके मानव ,खुशी और नायरा को लेके 20th floor पे आ गया । उधर विरांश अपने laptop में काम कर रहा था वो बहोत ही professional लग रहा था.. पर औरा हमेशा की तरह कोल्ड .. तभी उसके door पे किसीने नॉक किया । विरांश ने कहा, " come in "  उसकी permission मिलते ही मानव नायरा को लेके अंदर आया। नायरा विरांश को देखते हुए सिर झुका के बोली , " good morning sir .. पता नहीं क्यू पर विरांश से नायरा को एक अलग सा डर लग रहा था.... उसकी आवाज सुन, विरांश ने एक नजर नायरा को देखा तो देखता ही रह गया.. लाल अनारकली सूट जिसमे उसका गोरा रंग चमक रहा था उस में नायरा एकदम परी जैसी लग रही थी उसकी वो हरी आंखों.. काली गहरी पलके जो इस वक्त झुकी हुई थी.. उसके वो थोड़े चब्बी गाल .. काले सिल्की बाल जो बार बार उसकी आंखो पे आ रहे थे जिसको नायरा अपने नाजुक सी उंगलियों से दूर कर रही थी । उसके बाद विरांश की नजर उसको होठों पे ठहर गई .. बिलकुल नाजुक गुलाबी होंठ जो बिल्कुल गुलाब की पंखुड़ियों की तरह लग रहे थे ... विरांश उसको देखने में इतना खो गया की आस पास का उसको होश ही नहीं था ..  विरांश की नजरों की तपिश नायरा को अपने ऊपर महसूस हो रही थी.. जिससे वो सहम रही थी .. की तभी खुशी अंदर आई और नायरा के साइड में आके खडी हो गई.. उसने सामने एक नजर विरांश को देखा तो वो नायरा के कान में बोली .. अरे पागल ऐसे क्या नजरे झुकाए खड़ी है, एक बार नजर उठा कर देख तो सही कितना हैंडसम बॉस है ये ब्लैक रंग तो कितना अच्छा लग रहा है उनको ... नायरा भी उसके कान में बोली," हा वो सब तो ठीक है पर ये सर मुझे इतना ताड क्यू रहे है .. बहोत uncomfortable फील हो रहा है मुझे.. मुझे तो डेविल ही लग रहे है .. खुशी बोली , " डेविल है but handsome Devil हैं ... फिर वो नायरा को थोड़ा छेड़ते हुए बोली , " And I think उनका दिल आ गया है तेरे पे ...  Naira ने उसे घुरके देखा, पर कुछ बोल पाती उससे पहले ही खुशी एकदम से विरांश से बोली , " good morning sir .. I am Khushi agarwal.. i am seeking a job in finance department... ( गुड मॉर्निंग सर मेरा नाम खुशी अग्रवाल है, में फाइनेंस डिपार्टमेंट में जॉब ढूंढ रही हु) उसकी आवाज से विरांश होश मे आया और मानव को देखते हुए बोला , " मैने इनको अकेले  को बोला था .. Then...  मानव " मैने कहा था सर पर ये मानी नही" ये सुन, विरांश खुशी को देखते हुए बोला ,"you can go  खुशी नायरा से बोली, "में नीचे waiting एरिया में हु तु वही पे आ जाना ओके नायरा बोली , " हा ok wait कर में आती हु... उसके बाद नायरा को bye बोलके खुशी cabin से बहार चली.. लेकिन मानव अभी भी वही खडा था तो विरांश ने उसको देख के अपनी एक eyebrow raise की तो मानव एकदम सकपका गया और केबिन से चला गया । अब वहा पे सिर्फ नायरा और विरांश ही बचे थे.. नायरा दिल ही दिल में बहोत घबरा रही थी , वो अपनी उंगलियों को आपस में जोड़ रही थी... विरांश उसकी हर एक चीज notice कर रहा था... उसकी दिल की घबराहट भी विरांश को समझ रही थी.. उसकी हालत देख के विरांश के चेहरे पर एक devil smile आई...  वो अपनी chair से उठ गया और नायरा के तरफ अपने कदम बढ़ाने लगा.. उसको अपनी तरफ आता देख के नायरा के दिल की धड़कने तेज रफ्तार से चल रही थी..  विरांश उसके ठीक सामने आके खडा हुआ और बोला, " so miss naira ?? Tell me something about yourself...  नायरा वैसे ही सर झुकाए बोली सी , " s sir i am Naira Sharma.. I am a CA student recently I have cleared my CA intermediate exam with AIR 3 and now I am here for articleship ... And I will be very happy if I get a chance to work in your company उसकी आवाज सुनके विरांश कही खो सा गया था वो वैसे ही खोए हुए ही नायरा के एकदम करीब आके खड़ा हुआ और अपनी दिलकश आवाज में बोला , " really would you be happy ??  To be continued ✍🏻

  • 4. His Dark Possession - Chapter 4

    Words: 1118

    Estimated Reading Time: 7 min

    विरांश नायरा के एकदम करीब आके अपनी दिलकश आवाज में बोला , " really would you be happy ??  उसकी ऐसी आवाज सुनके नायरा के धडकने 200 की स्पीड से चलने लगी थी .. बहोत तेजी से धडक रहा था उसका दिल .. लेकिन पलके अभी भी झुकी हुई ही थी..  वो बहोत ही अटकते हुए बोली , " y y yes si sir विरांश को उसकी हालत बहोत अच्छे से महसूस हो रही थी.. वो नायरा में कही खो गया था.. उसकी झुकी पलके देखके वो फिरसे बेहद दिलकश आवाज में बोला , " एक बार अपनी नजरे तो उठाओ .. देखो मुझे नायरा ने भी खोए हुए ही धीरे से अपनी पलके उठाई तो उसकी नजरे विरांश की नजरों से जा मिली ... एक पल के लिए तो दोनो भी एक दूसरे की आंखों में खो गए थे ... विरांश की वो भूरी आंखे उसमे नायरा भी मजबूर हो गई देखने के लिए ... दोनो के भी दिल की धड़कने तेज चल रही थी.. नायरा की हरी आंखो में विरांश इस कदर खो गया की उसको किसी का होश ही नहीं था वो अपनी नशीली आंखों से उसको बिना पलके झपकाये देख रहा था.. नायरा से जब उसकी नशीली नजरे बर्दाश्त नही हुई तो उसने फिर से अपनी नजरे झुकाली... दिल की धड़कने अभी भी तेज ही चल रही थी...  विरांश उसको कुछ बोलता उससे पहले ही बाहर से किसीने डोर नॉक किया तो दोनो भी होश में आए नायरा विरांश से दूर हो कर खडी हो गई.. पर विरांश को उसका दूर जाना अच्छा नही लगा जो उसकी आंखों से ही समझ रहा था... वो बेहद कोल्ड voice में बोला , " come in " तो मानव अंदर आया और बोला "सर आपकी meeting का टाइम हो गया है.. विरांश अपनी सर्द आंखो से उसको घूर रहा था तो मानव को भी घबराहट हो रही थी उसको ऐसे लगा जैसे वो कुछ गलत वक्त पे आ गया है...  विरांश ने उसको अपनी आंखो से ही बाहर का रास्ता दिखाया तो मानव बिचारा वैसे ही चला गया उसके पास कोई और ऑप्शन नहीं था  उसके जाने के बाद नायरा भी विरांश से बोली, " सर में अभी चलती हु .. मेरा interview भी हो गया and समर सर ने कहा है कि कल मेल आ जायेगा सेलेक्ट हुई हु या नही .. तो मै अभी चलती हु  उसपे विरांश बेहद इंटेंसली उसको देखते हुए बोला, " तुम किसी और के साथ काम नही करोगी ... तुम सिर्फ मेरे साथ , मेरे पास रहोगी and कल से join करना select हो गई हो तुम " Naira थोडा झिझकते हुए बोली, " but sir मैने तो सुना था कि समर सर के साथ ही काम करना है विरांश ने कहा , " कहा सुना है तुमने ? नायरा बोली , " वो समर सर CA है तो मुझे उनके ही अंडर internship करनी चाहिए .. इसपर विरांश उसके पास आया और उसके कान के पास जाके बेहद इंटेंस आवाज में बोला , " क्यू मेरे साथ कुछ problem है ... क्या मेरे बारे मे नही जानती तुम ?  उसके इतने पास आने पर तो नायरा का दिल बुलेट ट्रेन की स्पीड से तेज़ दौड़ रहा था .. उसकी आवाज से ही नायरा अंदर तक कांप रही थी फिर नायरा हकलाते हुए बोली , " s sir ना नही क कोई प्रोब्लम न नही ह हैं... विरांश वैसे ही उसके कान के पास रहे ही बोला , " good और फिर नायरा के earlobe को हल्का सा चूम के उससे थोड़ा दूर हुआ  उसके इस action पे तो नायरा का दिल एकदम धक्क से रह गया .. उसको समझ ही नही आया की अभी अभी क्या हुआ...  विरांश तब तक अपनी chair पे जाके बैठ गया था वो नायरा से बोला , " अगर तुम चाहती हो तो आज से ही join कर सकती हो" उसकी आवाज से नायरा होश में आई और बोली, " न नही सर.. मे कल से ही join करूंगी ... इतना बोलके उसने विरांश से जाने की परमिशन मांगी तो विरांश ने दे दी उसके बाद नायरा इतनी तेजी से वहा से निकली की सीधा ग्राउंड फ्लोर पे ही रुकी.. उसका दिल अभी भी तेज ही धडक रहा था...  उसके जाने के बाद विरांश कुछ देर वैसे ही chair पे बैठे उसके बारे में सोच रहा था फिर उसने किसी को call किया और कहा,  " उसके बारे में हर छोटी से छोटी detail चाहिए मुझे... 1 घंटे के अंदर अंदर सब मुझे मिल जाना चाहिए.. इतना कहके उसने call कट किया और वापस laptop open किया तो लैपटॉप में किसी की तस्वीरे चल रही थी... जिसको देख कर विरांश के चेहरे पर एक डेविल smile आ गई ...  वो खुद से ही बोला , तितली चाहे जितना भी उडले पर अब उसकी खूबसूरती को मेरा होना होगा.. रास्ते में जितने भी पंछी आए उनको .... इतना कहकर उसने वो line अधूरी छोडी और खतरनाक तरीके से हसने लगा .. पूरे केबिन में उसकी हसने की खतरनाक आवाज गुंज रही थी...  समर बिना नॉक अंदर आया तो सुनके वो भी डर गया और मन में बोला ( ये ऐसे क्यू हस रहे है? )  समर को देख के विरांश अपनी एक आयब्रो रेज करके बोला , " इतनी हिम्मत की बिना नॉक किये अंदर आये " एक पल को तो समर डर गया फिर डर को छुपाते हुए मायूस होते हुए बोला , " क्या भाई .. अब आपके छोटे से cute भाई को भी permission लगेगी ??  ( ये है समर सिंघानिया.. विरांश का छोटा भाई जो उससे 1 साल छोटा हैं.. दिखने में ये भी बहोत हैंडसम है .. 5 feet 11 inch की हाइट.. गोरा रंग.. चुलबुला नेचर.. सबके साथ बात करना.. मस्त रहना इनको बहुत पसंद ... अपने भाई में और पूरे परिवार में ही इसकी जान बस्ती है .. ये विरांश से पूरा opposite है )  उसकी नौटंकी देख के विरांश बोला , " बकवास बंद करो और क्या काम है वो बोलो And this is last time इसके बाद अगर कभी ऐसे आए तो केबिन से ही नहीं कंपनी से ही निकाल दूंगा..  उसके गुस्से भरी आवाज पे समर बोला , " अच्छा अच्छा भाई... नही आउंगा अब अपने इतने cute भाई पे गुस्सा तो मत करो ... उसके बाद वो बोला " वो भाई आपको मीटिंग के लिए जाना तो होगा ही तो बस इसके लिए बुलाने आया हु ...  विरांश एक्सप्रेशनलेस फेस के साथ बोला ,  " hmm , चलो " उसके बाद विरांश और समर मीटिंग के लिए चले गए ....  To be continued ✍🏻 क्यू हो रही थी नायरा को बेचैनी ? किसको कॉल किया था विरांश ने ? किसकी information चाहिए उसको ? किसकी तस्वीरे देख रहा था विरांश? ऐसे सारे सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़ते रहिए " His Dark Possession

  • 5. His Dark Possession - Chapter 5

    Words: 1099

    Estimated Reading Time: 7 min

    अब आगे ,  विरांश और समर मीटिंग में आए तो समर headchair के बगल वाली चेयर पे बैठ गया... विरांश को देखते ही मीटिंग रूम में सब खडे होके उसको ग्रिट करने लगे .. विरांश ने एक नजर सब पे डाली और अपनी chair पे बैठ गया... उसके बैठते ही सब बैठ गए..  विरांश ने सबको देखते हुए कहा , " 2 दिन बाद जो project होने वाला था उसकी important information किसीने पहले ही लीक की है ... एंड वो जो कोई भी है मेरी ही कंपनी का है .. and may be यहां present है..  उसकी इतनी थंडी आवाज सुनकर वहां मौजूद सभी लोगों के माथे पर डर से पसीना आने लगा.. हर किसी के दिल में एक ही सवाल था कि वो कोन हो सकता है जिसने इतनी बडी गलती कर दी... समर तो कभी अपने भाई को तो कभी सामने बैठे लोगो को देखता ... उसने 1 मंथ पहले ही जॉइन किया था तो उसके लिए ये सब नया था .. विरांश ने सबको देखते हुए बोला, " में बस 10 तक गिनूंगा.. जो भी हो खुदसे सामने आ जाओ शायद सजा कम मिले ..  इतना कहकर विरांश ने counting start कर दी.. पर 10 गिनने तक भी किसी का मुंह नही खुला था .. ये देख कर विरांश एकदम खतरनाक आवाज मे बोला , " देखो यार मेरा माथा मत ठनकाओ.. चुपचाप आ जा गुप्ता सामने ..  अपना नाम सुनके तो गुप्ता जी के पैरो तले की जमीन खिसक गई.. वो लड़खड़ाते हुए खड़े हुए और अपने हाथों को जोड़ते हुए घबराई हुई आवाज में बोले , " मु मुझे माफ कर दीजिए सर... वो मुझे भी किसीने धमकाया था इसीलिए डर के मारे मैने य ये सब किया ..  ओह!!! तो किसी और की धमकी से डरके तुम मेरा डर भूल गए ?? ..  विरांश गुप्ता को देखते हुए बोला। फिर अपनी नजर मानव पे डालते हुए वो बोला , " इसे मुझसे ज्यादा किसी और से डर लग रहा था , Strange ना मानव " बोलते हुए विरांश इस वक्त एकदम खतरनाक लग रहा था। मानव भी डरते हुए बोला, " y yes sir ..  फिर विरांश गुप्ता जी को देखते हुए बोला, " बोलो गुप्ता तो क्या सजा दू तुम्हे " गुप्ता उसके पैरों में गिरते हुए बोला , " सर प्लीज मुझे एक बार माफ कर दीजिए... आगे से ऐसा कभी नहीं होगा बस एक मौका दे दीजिए " विरांश उसको evil smile के साथ बोला, " माफ करू इतना तो बड़ा दिल है नही मेरा ... माफी नाम का वर्ड ही मेरी डिक्शनरी मे नही है .. फिर वो बेहद गुस्से में बोला , " गलती की है तो सिर्फ सजा मिलती है मेरे पास, माफी नही.. इतना कहके विरांश ने अपने कमर के पास रखी गन निकाली और गुप्ता के हाथों पे गोली मार दी .... गोली की आवाज से ही वहा मौजूद लोगों के दिल दहल गए.. अपने भाई का ये रूप तो समर पहली बार ही देख रहा था तो वो भी डर गया.. मानव को इसकी आदत थी तो उसको ज्यादा फर्क नहीं पड़ा उसने कुछ react नही किया ..  Guards "विरांश जोर से बोला तो बाहर खड़े उसके guards अंदर आ गए.. विरांश ने मानव को देखा तो मानव समझ गया और guards के पास जाके धीरे से बोला " इसको hell villa लेके जाओ और बॉस के आने तक इसकी अच्छे से खातिरदारी करो .. मानव का ऑर्डर मिलते ही guards ने गुप्ता को उठाया और वहा से hell villa ले गए जो विरांश के पैरों के पास जमीन पर अपने हाथों के दर्द से कराह रहे थे  .. गुप्ता के जाने के बाद विरांश ने अपना hand wash किया और मीटिंग में वापस आके बोला , " कचरा साफ हो गया है.. now properly meeting start करो  और फिर सबने हामी भरते हुए मीटिंग स्टार्ट हुई ...  वही दुसरी तरफ... खुशी और नायरा वापस से घर लौट आई थी.. खुशी पूरे रास्ते में नायरा को tease करती रही पर नायरा शांत ही थी.. घर आने के बाद नायरा ने फ्रेश होकर पहले खाना खाया और फिर अपनी मां से सारी चीजे शेयर की जो भी कुछ ऑफिस में हुआ था सिवाय विरांश वाली बात को छोड के ....  रूम में आने के बाद भी नायरा विरांश के बारे में जो भी उसने किया या जो भी उसने कहा वो सब सोच रही थी .. वो जब भी उसके बारे में सोचती उसका दिल बहोत धडकने लगता था .. विरांश के बारे में सोचते हुए ही वो सो गई Singhania industries me , विरांश और समर मीटिंग से लौट के अपने केबिन में वापस आए ।। समर विरांश के ही केबिन में आया और बोला, " भाई क्या में थोडी देर के लिए घर जाके आराम करू?? बहुत थक गया हूं... सुबह सुबह इतने सारे लोगो का interview लिया.. उसके बाद आपके साथ मीटिंग में आया और ........ और इससे ज्यादा मुझे कुछ सुनना नही हैं "  उसकी बात को बीच में काट ते हुए विरांश बोला  तभी समर मू लटका के बोला , " क्या वीर भाई .. please please please जाने दो ना .. please please विरांश कुछ बोलता उससे पहले ही टेबल पर रखा उसका फोन बजने लगा तो उसने फोन की तरफ देखा जहा उसकी दादी सुमित्रा जी का call आ रहा था उसने फोन उठाया और कहा , " नमस्ते दादी  दूसरी ओर से उसकी दादी सुमित्रा जी ने कहा ,  " कैसा है बेटा, 1 महीना हो गया तू घर ही नही आया ?? क्या तुझे अपने परीवार की .. अपनी दादी की किसीकी याद नही आती.. भुल ही गया है तू तो सबको  विरांश बोला , " दादी calm down सिर्फ 1 मंथ ही तो हुआ है ना एंड आपको तो पता है मुझे फार्म हाउस में रहना कितना अच्छा लगता है.. वहा का atmosphere मुझे पसंद है .. सो please आप ऐसी बाते मत कीजिए ... में आज आ जाऊंगा घर दादी जी बोली ," आ जाऊंगा नही अभी आ रहा है तू मेरी बात हो गई है समर से उसने कहा था मुझे की अब ज्यादा काम नही है तो उसके साथ तू भी अभी आजा  घर मुझे अभी मिलना है तुझसे और इससे ज्यादा में कुछ नही सुनूंगी तो विरांश ने हार मानते हुए कहा , " ठीक है दादी.. आ रहा हु बस थोडी देर में दादी जी ने एक्साइटमेंट भरी आवाज में कहा, " हा हा जल्दी आजा ... उनके फोन रखते ही समर ने पूछा , " क्या कहा दादी ने घर बुलाया है हमें," विरांश ने कहा "तो क्या चले," समर ने पूछा तो विरांश बोला hmm चलते हैं बस एक important mail भेजना है उसके बाद चलते हैं

  • 6. His Dark Possession - Chapter 6

    Words: 1035

    Estimated Reading Time: 7 min

    Mail भेजने के बाद दोनों अपनी अपनी bmw car me बैठके सिंघनिया मेंशन  के लिए निकल गए थोडी देर में ही उनकी car एक पैलेस जैसे दिखने वाले घर के आगे रुकी .... 30 एकड़ की जमीन मे सफेद संगमरवर से बना महल जो चमक रहा था.... पैलेस के इर्द गिर्द हर जगह guards मौजूद थे।। जो पैलेस को प्रोटेक्ट कर रहे थे.. हर तरफ़ हरियाली और बीच में मार्बल टाइल्स का बना हुआ रास्ता... रास्ते के दोनों तरफ खुबसूरत सा गार्डन जिनमे रंगबिरंगी फूल.. अलग अलग फलों के पेड़ लगे हुए थे... जो पैलेस की शोभा बढ़ा रहे थे... गार्डन में लगा हुआ बड़ा सा fountain... पैलेस के बैक साइड में लगे हुए झूले... और चाय नाश्ते के लिए लगा हुआ टीन शेड ... Overall पैलेस बहोत ही ज्यादा सुंदर था... गेट से अंदर आके कार पार्किंग एरिया की तरफ बढ़ गई .. ड्राइवर ने उतर के कार का गेट खोला तो विरांश बहार आया और अंदर की तरफ चला गया.. दोनो घर के अंदर आए तो हॉल में ही उनकी दादी जी सुमित्रा जी , रेवा जी और अर्णव जी बैठे हुए थे... ( रेवा अर्णव सिंघानिया.. age  45 years लेकिन अभी भी दिखने में काफी यंग and beautiful है.. अर्णव सिंघानिया age 49 years ये भी एज से कम ही दिखते है.. रेवा और अर्णव के 3 बच्चे.. बड़ा बेटा विरांश सिंघानिया , छोटा बेटा समर सिंघानिया और सबसे छोटी बेटी आन्या सिंघानिया )  हॉल में आके समर तो दादी की गोद में सिर रखकर सोफे पे लेट गया.. तो विरांश को उसकी मां रेवा जी ने अपने पास बुलाया और उससे शिकायते करने लगी .. अपनी मां की शिकायते सुनके विरांश उनको प्यार से समझा रहा था... तो वही इन सबको देखते हुए अर्णव जी अपनी चाय को एंजॉय कर रहे थे ... ( विरांश के डेविल रूप के बारे में और उसके under world के कामों के बारे में सिवाय अर्णव जी के और कोई नहीं जानता था.. पर अर्णव जी को भी बहोत कम ही पता था) समर ने पूछा  " ये आन्या कहा गई .. सुबह भी नहीं दिखी और अब भी नहीं... तो अर्णव जी बोले , " वो तो अपने कमरे में हैं... उसके फाइनल ईयर की exam है तो बस उसी की preparation में लगी हुई है ...  विरांश ने थोडी देर सबसे बात की और फिर फ्रेश होने का बोलके वो अपने कमरे में चला गया ..  3rd floor पे विरांश का कमरा था जहा आने की परमिशन किसी को नहीं थी.. बस रेवा जी आके किसी नोकर के हाथो साफ सफाई करवाती.. इस floor पे विरांश का रूम .. उसका स्टडी रूम .. एक gym.. और रूम से attached साइड एरिया में एक स्विमिंग पुल था 3rd floor विरांश के रूम में,  विरांश ने अपने कमरे में कदम रखा और लाइट ऑन की तो देखा हर तरफ एक लड़की की तस्वीरें लगी हुई थी जिसको देख के विरांश के चेहरे पर एक दिलकश smile आ गई... वो एक तस्वीर के पास गया और अपनी नशीली आंखों से देखते हुए बोला , " तुझे पाने की हसरत हमेशा से थी ... एक वक्त था जब तू सिर्फ मेरी ख्वाइश थी सिर्फ मेरी... तेरी इन आंखो में दुनिया बस्ती थी मेरी .. और अब जब जिंदगी ने दुबारा आजमाया मेरी चाहत को... अब सिर्फ ख्वाइश नही तू जुनून है मेरा .. तुझे पाना जिद हैं मेरी ..  ये सब बोलते हुए वो किसी पागल से कम नहीं लग रहा था... फिर उसने सिटी बजाते हुए एक धुन बजाई जिसकी आवाज बेहद खतरनाक थी .. खैर , इन सबके बाद वो washroom मे जाके shower के नीचे खडा हुआ, उसकी उस हॉट बॉडी पे गिरती वो पानी की बूंदे और हॉट लग रही थी.. उसने अपने आंख बंद की  तो उसको नायरा की ही याद आ रही थी.. उसकी आंखे.. उसके होठ.. उसकी वो झुकी नजरे सब याद करके ठंडे पानी के निचे भी वो बेचैन हो रहा था... वो इतनी ही बेचैनी से बोला " बस मेरी जान... कुछ देर और and उसके बाद तुम हमेशा हमेशा के लिए मेरी " फिर कोई ऐरा गैरा आके तुम्हे मुझसे अलग नही कर सकता... फिर बेहद जुनून से बोला "कोई नही मतलब कोई भी नही "  कुछ देर बाद वो वाशरूम से बाहर आया और एक सिंपल shirt and trouser पहन कर निचे dining area में चला गया... वहा उसकी फैमिली ऑलरेडी मौजूद थी .. आन्या भी नीचे आ गई थी.. अपने भाई को देखके वो जल्दी से उछलते हुए अपने भाई के गले लगके बोली " क्या भाई आपको तो मेरी याद ही नहीं आती ... मुझे मिले भी नहीं आप कितने दिनों से मैने आपको कितना सारा मिस किया पता है आपको "  ( आन्या सिंघानिया... Age 21 years BBA final year मे है... बहोत ही चुलबुली टाइप्स की लडकी बिल्कुल अपने भाई समर की तरह .. दिखने में खुबसुरत और दिल से उतनी ही प्यारी वैसे तो सिंघानिया फैमिली में सबके ही दिल अच्छे हैं सिवाय विरांश के ) विरांश उसको संभालते हुए बोला, " behave आन्या... You are not a child anymore.. उछल कूद बंद करो अपनी .. थोडा बड़े लोगो जैसा behave करो । दादी बोली " अरे वो इतने प्यार से बोल रही है और तू है की डांट रहा है उसको। आन्या मुंह फुलाके बोली , " भाई तो मुझसे प्यार ही नही करते .. मेरी भाभी आयेंगी ना तो में उनसे ही इनकी शिकायते करूंगी अब। विरांश ने कहा " डांट नही रहा दादी .. प्यार से ही समझा रहा हु एंड आन्या तुम्हारे लिए एक surprise है जो exams के बाद तुम्हे मिल जायेगा । आन्या खुश होके बोली " क्या मतलब भाई मेरे लिए भाभी ला रहे हो ?????   विरांश ने कहा " लुक आन्या , जो भी होगा पता चल जाएगा... And now no more discussion.. Focus on meal only... आन्या और समर एक साथ बोले " हूं ह खडूस.. पर इसकी आवाज विरांश को नहि गई।  इसके बाद सबने चुपचाप अपना डिनर किया .. क्योंकि सबको पता था विरांश को खाते वक्त बात करना पसंद नहीं था.. हालाकी आन्या और समर के लिए थोडी देर भी शांत रहना मुश्किल था लेकिन विरांश के आगे वो ज्यादा बोलते नही थे .. डिनर के बाद विरांश अपनी कार में बैठके कही निकल गया.. To be continued ✍🏻

  • 7. His Dark Possession - Chapter 7

    Words: 1061

    Estimated Reading Time: 7 min

    अपने परिवार के साथ डिनर के बाद विरांश अपनी कार में बैठके कही निकल गया.. ड्राइवर ने जंगल के बीच बने हुए एक विला के आगे car रोकी और विरांश के लिए गेट खोला तो विरांश उसमे से बहार आया ..  ये वही hell villa है जहा विरांश के underworld से रिलेटेड काम होते थे और गुनहेगारो को सजा मिलती थी.. विला जंगल में बना हुआ था और आसपास पूरे पेड़ पौधे थे और side में एक तालाब भी था इसलिए ये विला बहोत खुबसूरत लगता था.....  विरांश विला के बेसमेंट में गया .. जहा अलग अलग सेल्स थे जिनमे लोगों टॉर्चर करने के साथ सजा दी जाती थी... उसके जाते ही एक शेर उसके पास आया और उसके पैरो के पास बैठ के दहाड़ ने लग गया  .. शेर के मुंह को खून लगा हुआ था जिससे साफ पता चल रहा था की उसने अभी अभी किसी इंसान को खाया है । विरांश उसको देख के बोला,  " बेबी मैने कितनी बार कहा है खाने के बाद मुंह साफ करते है और तुम ऐसे ही घूम रहे थे.. ऐसे में तो पापा नाराज हो जायेंगे ना। उसकी बात पे वो शेर दहाड़ रहा था जैसे उसकी बाते समझ रहा हो ... विरांश  जोर से चिल्लाया, " टाइगर टाइगर भागता हुआ आया और बोला, " ज जी बॉस विरांश बोला" मेरे बेबी के मुंह को लगा खून अबतक साफ क्यू नही हुआ ?  टाइगर बोला, " बॉस अभी अभी उसने गुप्ता की बॉडी को खाया है.. पर में अभी साफ कर देता हु  विरांश बोला , " गुड .. फिर अपने मन में बोला "अब पता चला ही होगा गुप्ता.. विरांश सिंघानिया को धोखा देने का अंजाम क्या होता है।  टाइगर ने उस शेर का मुंह साफ किया और वो विरांश के पास थोडी देर बैठके वापस अपनी जगह पर जाके बैठ गया..  विरांश वहा से निकल कर विला के हॉल में आया और सोफे पे बैठते हुए किसीको कॉल किया , " क्या खबर है रॉकी.. मेरा शिप माल लेके कब तक आ रहा है?  सामने से रॉकी बोला ," बस 2 दिन बाद आने वाला है किंग । विरांश " याद रहें रॉकी .. मैने business तो 20 की age से संभाला था पर underworld में में 15 की age से हु .. और 18 तक में underworld का किंग बना था ... इसलिए कोई गडबड मुझे नही चाहिए और रास्ते में कोई आया तो उड़ा दो वही पे । रॉकी " कोई गड़बड़ नही होगी किंग । उसके इतना बोलने के बाद विरांश ने फोन रखा और सामने glass table पे रखी हुई वाइन की बोतल उठा ली और वैसे ही मुंह को लगाई लेकिन उसका भी नशा उसको नही हो रहा था... क्योंकि दिल में तो किसी और का ही नशा था .. विरांश ने वो वाइन की बोतल पूरी पिली और फिर उठके विला में बने बार section में चला गया.. वहा पे भी उसने 2 - 4 बॉटल खाली कर ही दी .. अब धीरे धीरे उसको नशा भी हो रहा था लेकिन फिर वो सनकी की तरह उस शराब की बॉटल को हाथ में पकड़ के बोला " तुझ में भी वो नशा नहीं है जो उसकी आंखो में है .. इतना दम तो तुझ मे नही है कि में अपने होश खो बैठु.. पर पता नहि उसमे ऐसा क्या नशा है जो हर बार होश खो ही देता हु। कहते हुए वो उस शराब की बॉटल को घूरे जा रहा था , उसे उस शराब में नायरा की खूबसूरत आंखे दिख रही थी। खैर, तभी विरांश के फोन पर एक मेल आया जिसको देख कर विरांश के होठों पे डेविल स्माइल आ गई और वो खुद से बोला " आ रहा हूं मेरी जान  शर्मा निवास में ,  नायरा अपना डिनर करके रूम में आई और बाथरूम में जाके ब्रश किया और उसके बाद night dress पहन ली फिर वो बालकनी में चली गई और चांद को देखने लगी ( नायरा की हमेशा से आदत है सोने से पहले ब्रश करना और थोडी देर चांद को देखना क्योंकि उसको बहोत पसंद था चांद को देखना) चांद को देखते हुए ही उसको लग रहा था जैसे कोई और भी उसको देख रहा हो पर उसने इधर उधर अपनी नजरे घुमाई पर उसको कोई नहीं दिखा तो अब उसने इस बात पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया  वो वैसे ही थोडी देर चांद को निहारती रही और रूम में वापस आई तो अचानक से रूम की लाइट बंद हो गई ... नायरा बहोत डर गई क्योंकि उसको अंधेरे से बहोत डर लगता था वो चिल्लाती उससे पहले ही , किसीने उसके मुंह पे हाथ रख दिया और उसको पास की ही दीवार से लगा दिया... नायरा को तो समझ ही नही आया क्या हुआ पर उसकी धड़कने बेहद बड़ी हुई थी ... उस शांति में भी उसकी धड़कनों का शोर सुनाई दे रहा था ..  उस शख्स ने उसके मू पे रखा हाथ हटाया तो नायरा ने डरते हुए कहा ," क क कोन कोन है लेकिन सामने से कोई जवाब नही आया पर नायरा को किसी की गर्म सांसे अपने चेहरे पर फील हो रही थी जिससे वो सिहर रही थी... नायरा ने उसको दूर करने के लिए जैसे ही हाथ चलाया उस शख्स ने उसके दोनो हाथ अपने हाथों से मिलाए और दीवार पर लगा दिए और उसके कान के पास जाके बेहद इंटेंस आवाज में बोला " तू नशा है मेरा "  इस आवाज को सुनते ही नायरा जैसे झटका सा लगा.. एक पल में उसको लगा जैसे उसने ये आवाज कही सुनि हुई है पर कहा ये समझ नही रहा था। कुछ समझ आता उससे पहले ही उस शख्स ने नायरा के कान के sensitive पार्ट को किस किया और उससे दूर हो गया नायरा पहले तो हैरान हुई पर कुछ कर पाती उससे पहले ही लाइट्स आ गई... नायरा ने पूरे कमरे में ढूंढा पर उसको कही से भी कोई नही दिखा .. उसका दिल बहुत शोर कर रहा था ...  वो बाहर जाके देखना चाहती थी पर अब उसको डर लगने लगा था इसलिए वो कमरे से बाहर नहीं गई .. lights on रखके ही बेड पे आ गई.. साइड टेबल पे रखा पानी ग्लास में डाल कर पूरा पी लिया और अपने टेडी बीयर को अपने पास रखा और उसको जकड़ कर आंखे बंद कर लेट गई पर नींद उसकी आंखो से बहोत दूर थी ...  Singhania मेंशन में,  To be continued ✍🏻 please do like and comment ❤️

  • 8. His Dark Possession - Chapter 8

    Words: 1699

    Estimated Reading Time: 11 min

    सिंघानिया मेंशन में , आन्या नीचे आई तो देखा .. विरांश घर का मेन डोर खोलके अंदर आ रहा था .. वो अपने मन में बोली " रात के 12 बज रहे है और ये वीर भाई इतनी रात को कहा से आ रहे हैं ।।।। आन्या विरांश के पास आके बोली " क्या बात है वीर भाई इतनी रात को आप कहा से आ रहे हो ??? कहीं आप मेरी भाभी से तो मिलने नही गए थे ?? अगर ऐसा है तो प्लीज सबसे पहले मुझे बताइए ना वीर भाई..  उसकी नौटंकी देख कर विरांश थोड़ा बोरियत भरे लहजे में बोला " टाइम क्या हो रहा है आन्या बोली " 12 बज रहे है। विरांश " तो तू अभी तक जग क्यू रही है... कही तू तो किसी लड़के से बात नहीं कर रही थी ना आन्या " अरे नहि नहि भाई... ये क्या बोल रहे हो.. में किसी लड़के से बात नहीं कर रही थी । विरांश अपनी भौवे चढ़ाके बोला " तो फिर क्या कर रही थी तू ?? आन्या बोली , " पानी पीने आई थी .. ये क्या हो ही गया अब जा ही रही थी.. इतना बोलके आन्या जल्दी जल्दी वहा से खिसक गई और सीधा अपने कमरे मे आ गई..  आन्या " ये भाई भी ना आज वाट ही लगा देते मेरी .. पता नहि कैसे कैसे सवाल कर रहें थे.. फिर थोड़ा सोचते हुए उसने कहा " 1 min. में क्यू डर गई.. में तो सच में ही पानी पीने गई थी .. बाहर से तो वीर भाई आ रहे थे .. और सवाल भी मैने उनसे पूछा था ..  फिर चिढ़ते हुए " ये वीर भाई भी ना हमेशा की तरह आज भी मुझे बेवकूफ बनाया और में बन भी गई .. ohh God how mad I am  फिर तकिए में मुंह छुपाके आन्या सो गई। विरांश का कमरा ,  विरांश अपने रूम मे आया और मिरर के आगे आके खडा हो गया.. अपने होठों पे उंगली फेरते हुए बोला, " पता है मुझे मेरे इन होठों को शिकायत होती है कि क्यू में इनको उसके कानो को छूके ही दूर हो जाता हूं... लेकिन ज्यादा दिनों तक ये शिकायते नही रहेगी.. जहा इतना सबर किया है वहा थोडा और सही... बहोत जल्द इनकी भी प्यास बुझ जायेगी.. इतना बोलके उसने एक डेविल स्माइल की। ओर उन तस्वीरों को देखने लगा जो उसके कमरे में लगी थी... थोडी देर उन तस्वीरों को देखने के बाद वो बेड पे आके लेट गया पर नींद उसकी आंखो से कोसो दूर थी ...  विरांश ने अपनी नाइट टेबल पे रखी एक फ्रेम उठाई और उसको देख के बोला , " ये एक ही तस्वीर थी तुम्हारी मेरे पास लेकिन देखो अब कैसे पूरे कमरे में तुम ही छा गई हो..  फिर शिकायत भरे लहजे में बोला " मेरे ही रूम में मेरी एक ही तस्वीर है लेकिन तुम्हारी इतनी सारी तस्वीरे ये तो गलत बात है ना ..  फिर खुदको समझाते हुए पागलों के लहजे में बोला " वैसे तुम्हे भी तो शिकायत होगी की तुम अकेली ही हो इन तस्वीरों में पर कोई ना बहोत जल्द तुम्हारी इन तस्वीरों के साथ में अपनी भी तस्वीर जोड दूंगा .. फिर बेहद जुनून से बोला " शादी करके तुम्हें हमेशा के लिए अपना बनाके " फिर वो बेड से उठा और बालकनी में जाके सिगरेट जलाके उसका लंबा कश लेके धुवा उपर की ओर छोड़ा और बोला " पहले भी कुछ लोगों ने तुम्हें मुझसे दूर किया था पर अब बिलकुल नहीं .. अब जो भी बीच में आएगा वो सीधा जान से जायेगा"  विरांश पूरी रात बालकनी में बैठके सिगरेट पीता रहा .. उसके दिमाग में कुछ गहरा चल रहा था और ऐसे ही ये रात जागते हुए ही बीत गई....  सुबह के 5 बजे विरांश कमरे में आया और चेंज कर के अपने फ्लोर पे बने जिम में चला गया...  अगली सुबह , शर्मा निवास  नायरा सपने में अपने प्रिंस के साथ हसीन पल बिता रही थी कि तभी उसका alarm बजा और वो  हड़बड़ा के उठ गई और alarm को घूर के देखते हुए बोली " थोड़ा देर से नहि बज सकते थे तुम ... कितना हसीं पल चल रहा था.. वो अपने दिल की बात मुझे कहने ही वाला था की बीच में ही तुम बज गए .. फिर उसने टाइम देखा तो सुबह के 6 बज रहे थे.. वो बेड से उठी और washroom चली गई थोड़ी देर में रेडी हो के बाहर आई उसने आज येलो कलर का फ्रॉक सूट पहना था... कमाल लग रही थी वो उसमे.. अपने गीले बालों को उसने खुला ही छोडा और दुपट्टा ओढके बाहर मंदिर में चली गई ... कान्हा जी की पूजा की और आरती की घर में पूजा करने के बाद वो अपनी मां रचना जी को बताके पास के ही मंदिर में चली गई...  ये कान्हा जी का भव्य मंदिर था और सुबह सुबह लोग दर्शन के लिए भी आते थे ... नायरा मंदिर में आई ... राधा रानी और कान्हा जी के दर्शन लिए तभी पंडित जी उसको देख कर प्यार से बोले " नायरा बिटिया कल क्यू नही आई... जानती हो ना तुम्हारे बिना आरती में कितनी दिक्कत होती है हमें.. कल हमनें ही आरती गाई... वही थोडी दूर बैठी एक बूढ़ी औरत पंडित जी और नायरा को देखते हुए बोली " कल को बिटिया को कोई आके हमसे दूर ले गया तो तब क्या करेगा... नायरा आदर पूर्व बोली " ऐसा क्यों बोल रही है आप माई... मुझे क्यू कोई दूर ले जायेगा। बूढ़ी औरत बोली " दुनिया पल में बदल जाती है बिटिया... किसका भाग्य कब बदले कोन जानता है... क्या पता तेरा आज से ही बदले .. और तेरी लकीरें तो बहोत पहले से किसी से जुड़ी हुई है... वही आके तुझे सबसे चुरा के अपने पास छुपा के रखेगा ...  इतना बोलके वो बूढ़ी औरत दुसरी ओर चली गई... लेकिन उस औरत की बात सुनके नायरा थोडी उदास हो गई फिर पंडित जी आके उसको तसल्ली देते हुए बोले " बिटिया दिल छोटा मत कर हो सकता है ये बूढ़ी माई तेरी शादी की बात कर रही होगी ... नायरा भी फीकी मुस्कान के साथ बोली " आप सही कह रहे हो शायद यही होगा..  फिर इतना कहकर पंडित जी और नायरा आरती करने आ गए.. नायरा ने आरती गानी शुरू की .... राधे राधे रटते जाओ, राधे राधे रटते जाओ, कान्हा को रिझाओ... आओ रे थाल सजाओ, कान्हा की आरती गाओ मुरलीधर के पद पंकज मे शिश नमाओ मंजीरे झांझ बजाओ, कान्हा की आरती ..गाओ  मंजीरे झांझ बजाओ, कान्हा की आरती गाओ ।।1।। हे गोविंद मुरारी , तुझ पे सब कुछ बलिहारी अपनी कृपा राखो भक्तो पर गिरिधारी....  सब मंत्र मुग्ध होके उसकी आवाज में खो गए थे वही एक औरत कबसे उसको प्यार से निहार रही थी... उस औरत को भी उसकी आवाज से सुकून मिल रहा था  ... नायरा ने आगे की आरती गाई..... तुम्हीं ममता के सागर .... पिता से पालनहारी तुम्ही बंधु.. सखा तुम ही ... ओ नंदकिशोर..... हा तपती धूप में कान्हा तू है तरुवर की छाया  खिंचा आए हर एक पंथी तेरी ही ओर...  प्रेम के दो आंसू कान्हा के चरणों में चढ़ाओ...  श्रद्धा का भोग लगाओ ... कान्हा की आरती गाओ .. ।। 2।।  सड़क पर एक लड़का जॉगिंग कर रहा था वो नायरा की आवाज सुनकर रुका और ध्यान से उस आवाज को सुनने लगा .. अनजाने में ही वो लड़का उस आवाज की दिशा में चला आया ... इधर नायरा ने अपनी आरती जारी रखी   राधे राधे रटते जाओ, कान्हा को रिझाओ... आओ रे थाल सजाओ, कान्हा की आरती गाओ मुरलीधर के पद पंकज मे शिश नमाओ मंजीरे झांझ बजाओ, कान्हा की आरती गाओ...  बोल बांके बिहारी लाल की ... जय ...आरती खत्म होते ही पंडित जी बोले । नायरा जल्दी से कान्हा जी के सामने माथा टिकाते हुए बोली , " हे कान्हा, आज ऑफिस का पहला दिन है उपर से उस डेंजर डॉन के साथ काम करना है... पता नहीं मेरा क्या होगा.. please आप सब संभाल लेना..  इतना बोलके वो वहा से निकल गई... सीढीया उतर के जाने ही लगी थी कि वो औरत जो कबसे उसको देख रही थी वो जल्दी से उसके पास आई और बोली " अरे बेटा.. रुको नायरा ने आवाज़ सुनकर पीछे मुड़कर देखा तो पाया एक औरत जो दिखने में काफी सुंदर थी वो उसको बुला रही थी वो बोली " जी बोलिए आंटी वो औरत बोली" क्या नाम है बेटा तुम्हारा? नायरा ने कहा "  नायरा शर्मा...  वो औरत बोली " बेटा आवाज बहोत अच्छी है तुम्हारी.. और तुम खुद भी काफी सुंदर हो  नायरा प्यार से मुस्कुरा के  बोली " शुक्रिया आंटी तभी उस औरत का एक बॉडीगार्ड आके बोला मैडम घर से फोन आया था आपको बुलाया है.. औरत ने नायरा से कहा " चलो बेटा में तुम्हे छोड़ देती हू घर तक " तो नायरा बोली " नही आंटी थैंक्यू पूछने के लिए लेकिन मेरा घर पास में ही है तो। में चली जाऊंगी औरत ने प्यार से नायरा के सिर पे हाथ फेरा और bye कह कर वहा से चली गई  नायरा ने खुद से कहा " कितनी प्यारी आंटी थी " इतना कहने के बाद नायरा भी वहा से चली गई ... वो लडका जो बेख्याली में चल के आ रहा था ..  वो मंदिर में आया और पंडित जी के आगे आके बोला " एक लड़की यहां पर आरती कर रही थी ... उसकी आवाज आ रही थी अभी.. कहा है वो ?  वो.. वो तो अभी चली गई " पंडित जी बोले वो लडका बोला " क्या आपको कुछ पता है उसके बारे में  पंडित जी बोले" नहीं बेटा .. वो बस आती है और आरती करके चली जाती हैं... इससे ज्यादा मैने कभी कुछ पूछा नही  Ohk " उस लडके ने कहा और निचे आके इधर उधर नायरा को ढूंढने लगा लड़किया उसको ही देख रही थी.. देखे भी क्यू ना वो था ही इतना हैंडसम.. gym में बनाई गई बॉडी पे पसीने की बूंदे बहोत की तरह चमक रही थी... लड़किया भले ही उसको देख रही थी लेकिन वो जिसको ढूंढ रहा था वो उसको मिली नही .. वो लड़का खुद से बोला "  जा कहा सकती है ये लड़की इतनी जल्दी ... फिर थोड़ा रुक के बोला "  लेकिन जहा भी जाए ढूंढ के तो में रहूंगा ही ...  To be continued ✍🏻

  • 9. His Dark Possession - Chapter 9

    Words: 1116

    Estimated Reading Time: 7 min

    मन्दिर से निकलके नायरा घर जा ही रही थी कि रास्ते में कार्तिक मिल गया.. कार्तिक नायरा के गले लगके बोला " नहाने में थोडी देर हो गई वरना तेरी आरती आज मुझे पक्का सुनने को मिलती .. नायरा ने मुस्कुराके कहा " कल आजा और कल कोई नया बहाना बनाना... कार्तिक बोला " क्या अरे सच कह रहा हु में.. सच में नहा रहा था नायरा " हफ्ते से नहाया नही था क्या .. जो इतना समय लगा नहाने में?  कार्तिक थोडा बेशर्मी से बोला" हफ्ते से तो नही पर हा .. 2 दिन से नहाया नही  नायरा मू सिकुड़ते हुऐ बोली " छी!!! दूर रह मेरे से... गधा कही का ..  इतना कहकर नायरा वहा से भाग गई .. कार्तिक पिछे दौड़ा लेकिन तब तक वो निकल गई थी... नायरा भागते हुए घर में आई तो गार्डन में ही निनाद जी मिल गए .. निनाद जी " अरे तूफान लडकी सुबह सुबह कहा से भाग कर आ रही है.. नायरा " पूछे मत पापा रास्ते में कार्तिक मिला था.. कह रहा था दो दिन से नहि नहाया उससे ही बच के आई निनाद जी हस्ते हुए बोले " तुम और तुम्हारे दोस्त.. पता नहीं कब बड़े होंगे .. बच्चे के बच्चे ही रहोगे नायरा " पापा please मां को मत बताना वरना कार्तिक को घर में ही नही आने देगी वो  निनाद जी " हा नहि बताऊंगा .. जा अब तैयार हो जा ऑफिस जाना है ना नायरा गहरी सांस छोड़ते हुए बोली " हा जाना तो है!! इतना बोलके नायरा रूम में तैयार होने चली गई ...... नायरा रूम में तैयार होने चली गई , तो उसके फोन पर एक नोटिफिकेशन आया शायद उनके ग्रुप में से किसी का मैसेज था ... नायरा ने ओपन किया तो देखा खुशी ने कुछ भेजा है .. वो एक कपल की बहोत प्यारी पिक्चर थी और नीचे कैप्शन में शायरी भी लिखी हुई थी... नायरा के फेस पर वो पढ़ते हुए बहोत प्यारी स्माइल थी पर धीरे धीरे उसके expression चेंज हो रहे थे जैसे उसकी आंखो के आगे कोई सीन चल रहा था..  जिसमे एक लड़का उस लड़की से बोल रहा था " तुम सिर्फ मेरे नाम हो उम्र भर.. मेरी जान तुम सिर्फ मेरी हो .. सिर्फ मेरी " उसके कानो मे बार बार यही आवाज गूंज रही थी...  उसने अपने कानो पे अपने दोनो हाथ रखे और जोर से चिल्लाई " बस"  उसकी ऐसी आवाज सुनकर रचना जी और निनाद जी घबरा गए और भागते हुए उसके कमरे में आ गए... उन्होंने देखा कि नायरा बेड पर बैठे हुए जोर जोर से सांसे ले रही थी .. उसका पुरा फेस पसीने से भीगा हुआ था.. उसकी हालत देख के वो दोनो भी घबरा गए  रचना जी उसके पास आई और उसको गले से लगा कर बोली " बस बस मेरा बच्चा.. शांत हो जा.. देख मां पापा यही है ना कुछ नही हुआ सब ठीक है  निनाद जी ने देखा जब नायरा थोडा शांत हुई तो उन्होंने अपनी बेटी को पानी पिलाया ।।। नायरा शांत हुई और उन दोनो को देखने लगी.. उसके मां पापा ने कुछ नहीं पुछा की उसको क्या हुआ जैसे उनको पता हो की उसको क्या हो रहा था..  नायरा ने अपने मां पापा को देखा और पुछा " आखिर ये सब क्या याद आता है मुझे.. क्यू में इतनी बेचैन हो जाती हु " उसके सवाल को सुन कर भी उसके मां पापा ने उससे कुछ नहीं कहा .. बस इतना कहा कि अगर तबियत ठीक न हो तो आज उसको ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है.. घर पर रह के आराम करे.. इतना बोलके वो दोनो वहा से चले गए..  थोडी देर बाद, नायरा रेडी हो कर बाहर आई तो रचना जी बोली " आराम करना था ना.. क्या जरूरत है ऑफिस जाने की ?  नायरा बोली " नहि मां कोई जरूरत नहीं है आराम की इतना भी कुछ नही हुआ है में ठीक हु अभी  निनाद जी बोले " अच्छा ठीक है आओ नाश्ता कर लो तब तक खुशी भी आ जायेगी तब चली जाना  नायरा " नही पापा में ऑफिस में ही खा लूंगी कुछ .. अभी भूख नहीं है .. में खुद ही खुशी के घर चली जाऊंगी.. वहा से हम दोनों चले जायेंगे... इतना बोलके बिना उनकी बात सुने ही नायरा चली गई ..  उसके जाने बाद निनाद जी रचना जी से बोले " चाहे कुछ भी हो उसको पता नहीं चल ना चहिए सच क्या है... रचना जी उदास हो कर बोली" कब तक हम उससे ये सब छुपाते रहेंगे ? और पता नहीं कब तक मेरी बच्ची को ये सब सहना पड़ेगा  निनाद जी" बस धीरे धीरे वो सब भूल जायेगी .. कुछ यादें ऐसी होती है जेहन में की थोडा वक्त लगता है पर एक दिन सब ठीक हो जाएगा.. रचना जी " भगवान करे जल्द सब ठीक हो जाए ... निनाद जी " पता नहीं कोन था वो लड़का ? जो मेरी बेटी की जिंदगी के साथ खेल गया।। इस पर रचना जी बोली " उसने खेला या हम खेल रहे है?? निनाद जी" हम बस अपनी बेटी को बचाना चाहते हैं.. ओर कुछ नही.. और अब तुम ज्यादा मत सोचो मैंने कहा ना सब ठीक होगा .. इस पर रचना जी ने हामी भरी और किचन में चली गई।। वही सिंघानिया इंडस्ट्रीज में..... खुशी और नायरा पहुंच गए थे... खुशी तो रास्ते में कुछ न कुछ बात करती ही रही पर नायरा पूरे रास्ते भर में शांत ही थी...  आखिर कार खुशी ने पूछ ही लिया " क्या हुआ है नायरा मै कब से देख रही हूं तू इतनी शांत शांत सी क्यू है? नायरा खुशी को ज्यादा परेशान नही करना चाहती थी इसलिए वो बोली " नही यार पहला दिन है ना काम का इसलिए बस थोडी सी नर्वस हु और कुछ नहीं... खुशी " अरे तो इसमें नर्वस होने जैसा क्या है... मेरा भी तो पहला दिन है पर देख में कितनी relax हु.. तो तू भी हो जा ok now take a deep breath and relax  नायरा खुशी के सामने वैसा ही करती है जैसा वो बोल रही थी .. फिर दोनो दोस्त एक साथ ऑफिस के अंदर जाते है .. जैसे ही दोनो अंदर आते हैं सारे male employee की नजर नायरा पे ठहर जाती है.. और ये देख female employee उससे जल भी रही थी ... क्योंकि नायरा हमेशा की तरह बहोत प्यारी लग रही थी.. वो हद से ज्यादा गोरी थी इसलिए उसपे हर एक रंग खूब जचता और ऊपर से दुनिया भर की मासुमियत उसको और ज्यादा खुबसुरत बनाती थी !! सबकी नजरे नायरा पे पाके खुशी उसको एक साइड में ले जाती है और नजर का टीका लगाते हुए बोली " hayee मेरी दोस्त को किसी की नजर न लगे ... To be continued ✍🏻 please like and comment ❤️

  • 10. His Dark Possession - Chapter 10

    Words: 1367

    Estimated Reading Time: 9 min

    अब आगे, खुशी ने नायरा को नजर का टीका लगाया तो नायरा ने कहा " क्यू लगेगी किसी की नजर ?  खुशी" देखा नही तूने कैसे यहां का स्टाफ तुझे घूर रहा था और लड़किया वो तो जल रही थी इसलिए उनमें से किसी भी नजर लग सकती है ... बोलके ये सेफ्टी प्रिकॉशन नायरा उसकी बात पर हस देती है.. दोनो वहा से चले जाते हैं। खुशी और नायरा 3rd floor पे आते हैं तो उनको समर मिल गया जो अपने केबिन में जा ही रहा था .. लेकिन नायरा को देख कर रुक जाता है और नायरा को देखने लगता है.. वो नायरा के पास आके बोला " hii Miss Naira !!you are looking beautiful !! वैसे आप मेरे साथ काम करने वाली है ना ?  नायरा " thank you sir ✨ and काम वो actually मुझे विरांश सर ने कहा था उनके साथ काम करना है समर " अच्छा उनके साथ करना है.. फिर अपने मन में" ये भाई भी ना पता नहीं कब क्या करते रहते है.. लड़किया तो आस पास भी सहन नहीं होती उन्हे फिर नायरा ही क्यों ? कहीं कुछ चल तो नही रहा उनके दिल में  नायरा " सर क्या हुआ??  समर " umm नही नही कुछ नही  नायरा" hnn वैसे तो मुझे CA के अंडर ही training लेनी चाहिए लेकिन पता नहीं विरांश सर ने अपने साथ क्यू बोला  समर " वेल मिस नायरा लगता है आपको पता नहीं है.. चलिए में ही बता देता हु की विरांश भाई भी CA , CS and उनका MBA भी हुआ है.. और मैने अपनी इंटर्नशिप उनके ही अंडर कंप्लीट की है ... नायरा को ये सुनके झटका ही लगा की विरांश एक CA है.. उसके shocking expressions समर भी नोटिस करता है .. वो बोलता है " क्या हुआ कहा खो गई ..  नायरा के कुछ कहने से पहले ही मानव वहा आ जाता है क्योंकि विरांश अपने केबिन में बैठा यहां की फुटेज live देख रहा था और नायरा को समर के साथ इतना अच्छे से बात करते देख जल भी रहा था इसलिए उसने मानव को भेजा था की नायरा को जल्दी से उसके केबिन में बुलाए।  मानव भागता हुआ आ गया पर कुछ बोलता उससे पहले ही खुशी बिच में बोलती है " आपको प्यारे बॉस ने बुलाया होगा नायरा को राइट??  मानव बोलता है " हा सिर्फ नायरा जी को ..तुम्हें कोई problem? या फिर दूबारा साथ चलना है..  खुशी " नही इस बार नही आऊंगी.. पिछली बार भरोसा नहीं था मुझे... फिर नायरा के कान में" वैसे इसको देख के कोन ही भरोसा करेगा इस पर... चमकादड़ कही का ... नायरा खुशी को आंख दिखाती हैं और शांत रहने का बोलती है पर मानव ने उसकी बात सुन ली थी वो बोला " o hello कोन चमकादड़.. तुम होगी चिंपांजी.. में तो यहां के बॉस का असिटेंट हु समझी .. खुशी " में चिंपांजी तो तुम बिना सिंग वाले गेंडे..  मानव " में गेंडा तो तुम लोमडी दो सिंगो वाली  खुशी इतराते हुए " लोमडी को एक सिंग भी नहीं होता .. बड़ा आया दो सिंगों की बात करने वाला .. पता नहीं इसे किसने असिस्टेंट बनाया मानव " तो बिना सिंग वाला गेंडा भी नही होता .. पता नहीं कौनसे स्कूल में पढ़ी थी ये .. उनका झगडा देख के समर जोर से बोला " बस करो तुम दोनो .. और मानव तू .. क्यू आया था यहां नायरा को बुलाने न खुद ही झगड़ा करने लग गया तेरा बॉस सब देख रहा होगा .. मानव को जैसे ही विरांश का ख्याल आया तो वो समर से बोला , "तू कैसा दोस्त है समर .. पहले नही बता सकता था .. पता नहीं सर कितना गुस्सा करेंगे अब .. फिर नायरा को देख के "में चलता हु आप जल्दी से आ जाना नायरा जी .. इतना बोलके वो वहा से चला जाता है ... नायरा ने खुशी को भी अपने डेस्क पर भेज दिया था .. अब वहा पे सिर्फ नायरा और समर ही बचे थे... तो समर बोलता है" वैसे मेरा भी केबिन 19 th floor पे है तो चलो साथ में ही चलते है में भी वही जा रहा हु...  नायरा को भी ये सही लगता है तो वो दोनो लिफ्ट से अपने अपने फ्लोर पे चले जाते है ..समर अपने केबिन में चला गया था और नायरा भी विरांश के केबिन के आगे आके रुकती हैं क्योंकि अंदर जाने में उसको  डर लग रहा था...  विरांश को पता था नायरा बाहर ही खड़ी है फिर भी वो कुछ नही बोलता और अपना काम करता रहता है.. तभी उसके कानों में एक प्यारी सी आवाज आती है " may I come in sir ✨ विरांश ने उस प्यारी आवाज को सुनके अपनी आंखे बंद की , उस आवाज को सुन उसके दिल में बेइंतेहा सुकून उतर आया.... फिर थोड़ी देर बाद आंखे खोलके उसने कम इन बोला... तो नायरा डरते हुए अंदर आ गई और बिना कुछ बोले वैसे ही खड़ी रहती है... बहोत देर तक जब विरांश की आवाज नहीं आती तो वो नजर उठाके विरांश को देखती है जिसका चेहरा हमेशा की तरह एक्सप्रेशन लेस था.. उसको देखते हुए वो मन में बोली  " हैंडसम तो है ये पर चेहरे पर एक छोटी मुस्कान भी नहीं रहती हमेशा सख़्त भाव होते है "   विरांश को जब ये फील होता है की नायरा उसे ही देख रही है तो वो भी  सिर उठाके नायरा को देखता है तो बस देखता ही रह जाता है क्योंकि येलो फ्रॉक सूट में नायरा किसी परी जैसी लग रही थी ... विरांश वैसे ही बैठा इंटेंस नजरो से उसको देख रहा था और वही नायरा उसकी आंखें नीचे झुकी हुई थी ... क्योंकी विरांश के देखने से उसको बहोत अजीब सा लग रहा था । फिर भी वो हिम्मत कर के बोली " स सर !! इतना ही बोलना था की विरांश उठ कर उसके पास आया और बोला " ये mehta की फाइल है .. इसका account बनाओ और फाइल वापस लाके मुझे दो .. बाहर मानव है वो तुम्हें तुम्हारा केबिन दिखा देगा ...  विरांश के कहने भर का था की नायरा वहा से खिसक ही रही थी कि विरांश फिर से बोला " अगर फाइल में जरा सी भी गड़बड़ हुई तो punishment के लिए रेडी रहना.. नायरा " प पनिशमेंट ? विरांश " येस पनिशमेंट एंड वो क्या होगी वो तुम्हें पता चल जाएगा now you can go विरांश ने जान बूझ के वो फाइल उसको दी थी क्यूंकि उसको पता था किसी भी न्यू कमर के लिए ये फाइल क्रिएट करना इतना आसान नहीं था...  नायरा बाहर आई की उसको मानव मिल गया वो उसके पास आके बोला " चलिए नायरा जी आपको आपका केबिन दिखा देता हु ..  नायरा संजीदगी से बोली " आप मुझे नायरा भी बोल सकते है ये नायरा जी की कोई जरूरत नहीं है। फिर मानव को याद आया की कैसे उसने कल गलती से नायरा बोला था तो विरांश ने उसको पनिशमेंट के तौर पर पूरे ऑफिस का चक्कर लगवाया था और इसलिए अब वो ये रिस्क तो नही ले सकता था चाहे जो भी हो ... उसने नायरा से ज्यादा कुछ नही कहा और उसका केबिन दिखा के वो चला गया क्योंकि विरांश ने उसको नायरा से ज्यादा बाते करने से भी मना किया था.. नायरा केबिन में आई और चेयर पे बैठ गई और फिर फाइल खोल के देखा तो उसको अहसास हुआ कि ये तो वाकई मुश्किल है तो वो खुद से बोली " ये तो सच में मुश्किल है इसलिए उस शैतान ने मुझे जान बूझके ये फाइल दी.. पता नहीं गलत हुआ तो क्या सजा देगा लेकिन में भी कहा हार मानने वाली हु.... फिर उसने एक गहरी सांस ली और काम करना शुरू कर दिया...  इधर विरांश अपने लैपटॉप में नायरा को ही देख रहा था वो खुद्से बोला " शैतान not bad.. अब शैतान कहा ही है तो तुम्हें दिखाना भी पड़ेगा कि शैतान की सजा कैसी होती है.. इतना कहकर वो शैतानों की तरह हसने लगा.. फिर रुक के लैपटॉप में नायरा को देखते हुए बोला" जल्दी आना मेरी जान तुम्हारा शैतान तुम्हारा इंतजार कर रहा है... थोड़ी देर नायरा को देखने के बाद वो भी अपने काम पे लग जाता है ...  to be continued.... Please do like and comment ☺️ Byee.. take care ❤️❤️❤️❤️❤️✨✨✨✨

  • 11. His Dark Possession - Chapter 11

    Words: 1454

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    अब तक आपने पढा... विरांश अपने लैपटॉप में नायरा को ही देख रहा था वो खुद्से बोला " शैतान not bad.. अब शैतान कहा ही है तो तुम्हें दिखाना भी पड़ेगा कि शैतान की सजा कैसी होती है.. इतना कहकर वो शैतानों की तरह हसने लगा.. फिर रुक के लैपटॉप में नायरा को देखते हुए बोला" जल्दी आना मेरी जान तुम्हारा शैतान तुम्हारा इंतजार कर रहा है... थोड़ी देर नायरा को देखने के बाद वो भी अपने काम पे लग जाता है ...  अब आगे.. नायरा को काम करते करते बहोत टाइम हो गया था पर उसकी फाइल उससे solve नही हो रही थी... इतने में ही खुशी उसके पास आई और बोली " चल कुछ खाले लंच टाईम हो गया है और आंटी का फ़ोन आया था कि तूने सुबह भी कुछ खाया नही था फिर मुझसे झूठ क्यों बोला तूने ??  नायरा को समझ आ गया था कि खुशी इस बात से नाराज़ हैं तो वो उसको मनाते हुए बोली " अरे भूख नहीं थी मुझे और तुझे बोलती तो तू जबरदस्ती खिला देती इसलिए नही बताया बस और कुछ नहीं खुशी " जबरदस्ती खिलाया नही तो तेरा सिर दर्द करने लगता है.. तुझे पता है ना ज्यादा देर तक भुखा रहना तेरी सेहत के लिए ठीक नहीं है फिर भी तू क्यू लापरवाही करती है?? नायरा बेफिक्री से बोली" लापरवाही नही यार बस मूड नहीं था कुछ खाने का इसलिए चाय पीके आ गई .. अच्छा तो अब तेरा मूड हो ना हो चल खाना खाने " खुशी ने नायरा की बात पे चिढ़ते हुए कहा। ठीक है चल वैसे भी भूख तो लगी ही है मुझे " नायरा ने कहा और खुशी के साथ चली गई... सिंघानिया मैंशन में... रेवा जी घर आने के बाद सीधा दादी के कमरे में चली गई थी और अब तक वही थी .. दादी जी की तबियत ठीक नहीं थी तो वो आराम कर रही थी.. थोड़ी देर बाद उन्होंने आंखे खोली तो देखा रेवा जी वही पे है तो वो बोली " रेवा जाओ जाकर आराम करो कुछ नहीं हुआ है मुझे .. तुम्हे पता है ना समर कैसा है.. छोटी छोटी बातों पर चिंता करने लग जाता है...ऐसे ही बुलाया उसने तुम्हें मंदिर से.. इतना कुछ नहीं हुआ था मुझे .. रेवा जी " कोई छोटी बात नहीं है ये आप अपना खयाल क्यू नही रखती मां.. मैंने सुबह ध्यान नहीं दिया तो आपने टैबलेट क्यू नही ली?? वो तो अच्छा हुआ समर ने आके वक्त पर दवाई दी वरना  वरना कुछ नहीं होता " रेवा जी की बात बिच में कटते हुए दादी जी उनको समझाते हुए बोली.. फिर बात को पलटते हुए कहा" क्या हुआ आज आई थी क्या वो लडकी? ओर बात की तुमने उससे?  रेवा जी " अरे हा ये तो में आपको बताना ही भूल गईं मां .. उसका नाम नायरा शर्मा है.. बहोत प्यारी और मासूम बच्ची है.. ..  दादी " अच्छा तो क्या लगता है तुम्हे विर के लिए वो कैसी रहेगी ?  रेवा जी " पता नहीं मां ... वीर कैसा है आपको पता है ना .. वो इतनी मासूम सी बच्ची क्या हमारे वीर को संभाल लेगी ... ऊपर से उसका गुस्सा तो भगवान ही जाने कब कम होगा  दादी जी " बात तो सही कह रही हो रेवा बेटा .. भगवान की मर्जी वही जाने .. पर एक बार वीर से बात कर लेती तो नही मां अभी कहा थोड़े दिन पहले ही बड़ी दीदी ने उसको एक लडकी दिखाई थी तो उसने कैसे react किया था पता है ना आपको इसलिए अभी नही कुछ दिन शांत ही रहते हैं फिर कर लेंगे बात ... इतना कहकर वो दोनो आपस में बातें करने लग जाते हैं... वही दुसरी तरफ.. एक आलीशान बंगले में.. एक अंधेरे कमरे में एक लड़का बैठा हुआ था .. अंधेरे में भी उसके सीने पर बना महाकाल का टैटू चमक रहा था... उसके एक हाथ में एक लड़की की तस्वीर थी और दूसरे हाथ से खून बह रहा था ... वो उस तस्वीर को देखते हुए बोला " तुम भले ही मुझे भूल गईं लेकिन में तुम्हें आज तक नहीं भुला पाया ... कितनी अजीब बात है ना जिसको मैंने दुनियां भर में ढूंढा वो यहां मिली .. ओर अब मिली हो तुम्हें जाने नही दूंगा में बटरफ्लाई.. तभी बाहर से उसका दोस्त कमरे में आया और बोला " अनीश ये घर एक भूत बंगला कम था जो अब इस रूम को भी वैसा ही बना दिया तूने.. इतना बोलके वो लाइट ऑन कर देता है और देखता है कि वो लड़का जिसका नाम अनीश था वो हाथ में किसी लड़की की तस्वीर लेके बैठा था ... तो वो दूसरा लड़का जिसका नाम राघव था वो बोलता है " अनीश ये वही है ना जिसके पिछे स्कूल के सभी लड़के दीवाने हुआ करते थे.. अनीश थोडा घमंड से बोलता है " हा राघव ये वही है  जिसके पिछे स्कूल के सभी लड़के दीवाने हुआ करते थे .. पर ये मेरे पीछे दीवानी थी राघव " then तब तो तू इसको एक नजर देखता भी नही था और अब फोटो लेके क्यू बैठा है .. और ये फोटो तुझे मिली कहा से ? अपने दोस्त की बात सुनके अनीश थोडा गुस्सा करते हुए बोला " देखता नही था यही तो गलती थी मेरी... अगर एक बार देख लिया होता तो शायद आज ये मेरी होती ...  राघव " रहने दे उसके उस दोस्त क्या नाम था उसका... थोड़ा सोचते हुए राघव ने कहा " हा वीर उस वीर के रहते मुश्किल था bro .. वो बंदा बड़ा सनकी टाइप्स का था .. उसके मारपीट के चर्चे पूरे स्कूल में मशहूर थे.. ऊपर से किसी की कुछ बोलने की हिम्मत नही थी उसके आगे ... वो इस लडकी के लिए कितना पजेसिव था ये बात सबको पता थी सिवाय इस लडकी के ... अनीश अपनी भौवे चढ़ाते हुए " वो तब खतरनाक था तो क्या अब में कम हु ?? राघव "  तेरी तो बात ही नही करते तू तो संकियो से भी बड़ा सनकी है.. ओर तेरे हाथ में से ये किसका खून बह रहा है अनीश " था एक साला... बिच में आ रहा था तो टपका दिया..  राघव सिर हिला देता है और बोलता है तेरा कुछ नहीं हो सकता.. इतना कहकर वो दोनो सिगरेट पीने लगते है... सिंघानिया इंडस्ट्रीज में... नायरा को काम करते करते शाम हो चुकी थी और खुशी लंच टाईम के बाद ही चली गई थी क्योंकी उसकी दादी की तबियत ठीक नहीं थी और उनको हॉस्पिटल ले जाना था .. नायरा टाइम देखती है तो शाम के 6 बज रहे थे और ऑफिस hours भी खतम होने को थे पर उसका काम नही हुआ था ... वो थक हार के फिर से स्टार्ट कर देती है लेकिन उसके सिर में दर्द हो रहा था.. इसलिए वो फ्रस्टेशन से उस फाइल को उठाती है और विरांश के केबिन में चली जाती है... विरांश अपना काम कर रहा था तभी उसके केबिन का डोर नॉक होता है तो विरांश कोल्ड voice में " कम इन " बोलता है नायरा गहरी सांस लेकर अंदर जाति है तो उसको देखके विरांश कहता है " क्या हुआ नायरा... काम हुआ की नही ... नायरा ने सिर झुकाते हुए कहा " सर मैने पूरा ट्राय किया लेकिन मुझसे बना नही ..please आप ही देख लीजिए... उसकी बात सुनके विरांश expressionless फेस के साथ बोला " मेरे पास आओ" नायरा" सर विरांश फिर से उसी सख्त एक्सप्रेशन के साथ बोला " फाइल लेके मेरे पास आओ  नायरा थोड़ा झिझकते हुए उसके पास चली जाती है ,पर जैसे ही वो उसके पास जाती है विरांश उसका हाथ पकड़ता है  नायरा " स सर ये रही फाइल ओर please मेरा हाथ छोड़िए ...  विरांश जो अब तक expressionless फेस के साथ बैठा हुआ था अब वो नायरा को बड़े ही नशे से देखने लगता है और नायरा को खींच के अपने गोद में बिठा लेता है .. फिर तो नायरा के दिल के क्या ही कहने 200 की स्पीड से भी तेज रफ्तार से धड़कने लगता है... वो उसकी गोद में छटपटाते हुए बोली " सर ये क्या कर रहे हैं आप छोड़िए मुझे... नायरा के बार बार कहने पर भी विरांश उसको नही छोड़ता.. और नायरा के कुछ सोच समझने से पहले उसके बालो को पिछे से पकड़ के उसका चेहरा अपने चेहरे के पास लाता है और बिना वक्त गवाए उसके होठों पे अपने होंठ रख देता है .. और बेहद जुनून से उसे किस करने लगता है... नायरा बुत बनी वैसी ही बैठी रहती है.. जैसे उसमे सोचने समझने की ताकत ही न बची हो .... To be continued.... कोन है ये आहिर ?? किस लड़की की बात कर रहा था वो ? जानने के लिए पढ़ते रहिए " His Dark Possession" कोई भी डाउट हो तो comment करके पूछ लेना guys.... ok bye and take care ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️