जिद्द और स्वाभिमान के टकराव से पनपी एक प्रेम कहानी!
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रॉयल होटल,मुंबई व्हाइट कलर की एक बड़ी सी गाड़ी मुबंई के सबसे बड़े "रॉल होटल के सामने आकर रूकी!ड्राईवर ने जल्दी से गाड़ी से उतरकर पीछे की खिड़की खोली!उस गाड़ी से 22-23 उम्र की एक लड़की बाहर निकली और सीधे होटल के अंदर चली गई!हर कोई बस उसे ही देखे जा रहा था गौरा रंग,लंबा कद,नशीली आखें जिसने ब्लेक शोर्ट ड्रेस पहनी थी ,जो घुटनों से बहुत ऊपर था,नीचे बड़ी बड़ी हील सैंडिल,होठों पर गहरी लाल लिपस्टिक कर्ली बाल,जिसके हॉट लुक और स्टाइलिश चाल ने सबका ध्यान उसकी ओर खींच लिया पर उसने किसी की ओर नहीं देखा सीधे रिसेप्शन पर जाकर मुस्कुराते बोली-"हाय!" रिसेप्शन टेबल पर खड़ा एक लड़का लेपटॉप पर अपनी अंगुलियां चला रहा था जैसे ही उसने हाय सुना फट से नजरें उठाकर सामने देखा तो वो बस देखते ही रह गया उसकी आखें फटी की फटी सी रह गई उस लड़की को देखकर जो अपना एक हाथ अपने कर्ली बालों में घुमा रही थी और दूजा टेबल पर रखा हुआ था उस लड़की की खूबसूरती और कातिलाना अदा देखकर वो लड़का अपनी पलकें झपकाना ही भूल जाता है! उसे ऐसे अपनी ओर देखते देख वो लड़की उसके सामने चुटकी बजाते बोली-"ओह हेल्लो लिसिन?" तभी उस लड़के ने अपना ध्यान उस पर से हटाया और पलकें झपकाते हुए लड़खड़ाती आवाज में बोला-"ये,ये, येस मैम?" तुम यहां मुझे देखने के लिऐ बैठे हो या फिर अपना काम करने के लिऐ?वो लड़की एटीट्यूड वाले लहजे में बोली! "स,स सॉरी मैम,मैं आपकी क्या हेल्प कर सकता हूं वो लड़का उसकी ओर ही देखते बोला, कमबख्त आखें हट ही न रही थी सामने इतना हसींन चेहरा बोलो तो हसीना जो खड़ी थी! "सबसे पहलें तो अपनी नजरें मुझ पर से हटाओ और मेरी बात पर ध्यान दो ओके एंड नॉऊ टेल मी?"माहिर खन्ना?"उस लड़की ने भौहें ऊपर चढ़ाते हुए कहा! माहिर खन्ना का नाम सुनते ही रिस्पेशन वाला लड़का फट से अपनी नजरों को हटा लेता है जो नजरें थोड़ी देर पहले हट ही न रही थी एक नाम सुनते ही झुक गई और नजरें झुकाते हुए बोला-"सर अभी आए नहीं?" "व्हाट?"वो लड़की बड़ी हैरानी से बोली! "येस मैम"लड़का अपने लेपटॉप की ओर देखते हुए बोलता है! "मुझे यहां पर बुलाकर खुद लेट?"वो लड़की खुद से बड़बड़ाई और फिर उस लड़के से बोली-"एनीवे रूम नंबर?" लड़का बिना उसकी ओर देखते बोला -"सॉरी मैम,सर के आने से पहले आप रूम में नहीं जा सकती है,आप वेटिंग रूम में सर का वेट कर सकती है वहां पर(लेफ्ट साईड इशारा करते)है वेटिंग रूम! "रियली?स्टोप इट एंड जस्ट नॉऊ टेल मी रूम नं,मुझे अपनी बात बार-बार दोहराने की आदत नहीं?सुना गिव मी रूम नंबर"वो लड़की एटीट्यूड लहजे में उस लड़के पर चिल्लाते हुए कहती है! लड़का लेपटॉप पर अपनी अंगुली चलाते फिर मना कर देता है-"सॉरी मैम बट आई कांट?" "व्हाट एंड व्हाई?"उस लड़की ने चौंकते हुए बोला! वो लड़का कुछ कहता तभी पीछे से आवाज आई-"मैं बता देता हूं?" ये सुन वो लड़की पीछे मुड़ी और उसकी ओर देखते कहती है-"माहिर खन्ना?" सामने व्हाइट कोंट पैंट पहने 29 की उम्र का,हल्की दाढी,व्हाईट सूट,ब्लेक चमकदार सूज,हाथ में ब्राडेंड घड़ी,हाईफाई स्टाइल का शख्स पैंट की जेब में हाथों को डालेक्षखड़ा था जैसे ही उस लड़की ने उसे माहिर खन्ना पुकारा तो वो दायें बायें देख हंस दिया-"कहां है माहिर खन्ना?" उसके ऐसे बोलते ही वो लड़की हैरानी से भर गई और फिर सवाल भरी नजरों से उसकी ओर देखते बोली-"हू आर यू?" तभी रिस्पेशन वाले लड़के ने सिर हिलाते उस शख्स को "हेल्लो सर "कहा,तो उस शख्स ने हां में गर्दन हिला दी और लड़का फिर उन पर से ध्यान हटाकर अपने काम पर लग गया। वो शख्स फिर उस लड़की की ओर आया और खुद की ओर इशारा करते हुए बोला-"मैं किस एंगल से आपको माहिर खन्ना लगा?" लड़की-"व्हाट?" "या,क्या मैं आपको माहिर खन्ना लगता हूं?"उस शख्स ने उस लड़की ओर देखते फिर कहा! लड़की-"आप माहिर खन्ना नहीं है तो कौन है और माहिर खन्ना कहां है?" "आईथिक आप माहिर खन्ना को नहीं जानती?राइट?" उस शख्स ने उस लड़की से सवाल किया,तो वो इधर उधर देखते बोली-"हां नहीं जानती बट उसे ही जानने आई हूं?कहां है माहिर खन्ना?और आप कौन है?" "हाय एम अनुज मैनेजर ऑफ माहिर खन्ना उस शख्स ने उस लड़की की ओर अपना हाथ बढ़ाया,ये सुनकर वो लड़की अनुज से हाथ मिलाने के लिऐ हाथ को बढ़ाती है तभी वापस अपना हाथ अपनी तरफ खींचकर बालों में वो अगुलियां घुमाने लगी और एटीट्यूड दिखाते बोली-" समायरा सबसे हाथ नहीं मिलाती,ओके!" अनुज अपना हाथ वापस अपनी तरफ ले लेता है-"मच एटीट्यूड!" "या इट्स मॉय स्पेशलिटी,समायरा डोंट लाइक हैड सेक फॉर एवरीवन,माई टच ओनली फॉर स्पेशल पर्सन,आई होप यू अंडरस्टैंड?"बोलते समायरा मुस्कुरा दी, अनुज उसे ऊपर से नीचे तक देखता है-"ऊफ्फ।" तभी समायरा अनुज से बोली-"यू मैनेजर राइट ,आपने ही मुझसे बात की थी ना?" अनुज -"या बट बात नहीं आपको बुक किया था!" समायरा-"ओके.....कहां है माहिर खन्ना?" अनुज-"बताया ना उसने नहीं आए सर अभी?"(रिस्पेशन वाले लड़के की ओर देखते) समायरा ने गर्दन घुमाकर उस लड़के की ओर देखा जो लेपटॉप पर तेजी से अंगुलिया चला रहा था,"एनीवे रूम नं ऑफ माहिर खन्ना?"समायरा वापस अनुज की ओर देखते बोली! "ये भी उसने बताया ना?नहीं मिल सकता है अभी,जब तक सर आ ना जाए?"अनुज बोला! "व्हाट?आप मुझे मना करेगें?जानते है आप मैं कौन हूं?समायरा एटीट्यूड वाले लहजे से बोली! "मुझे जानना भी नहीं ?बिकोज आप बस माहिर खन्ना को याद रखे,आप उन्हीं के लिए यहां आई है राइट एंड मैं आपको रूम नंबर नहीं दे सकता अभी क्योकि मेरे बॉस को उनके बुक किए गये रूम में उनसे पहले कोई ओर जाए बिल्कुल नहीं पंसद और माहिर खन्ना अभी नहीं आये है?"अनुज साफ साफ शब्दों में कहता है पर समायरा भड़क जाती है-"व्हाट खुद तो वो न आए और मुझे बुला लिया,समायरा कभी भी किसी के लिऐ नहीं रूकती,वेट करना आई डोंट लाइक!" अनुज मुस्कुराते दिया-"आप खुद आई है वो भी पहले, माहिर खन्ना अपने टाइम के बहुत पांबद है टाइम से ही आते है आप चाहे तो जा भी सकती है यहां से,माहिर खन्ना किसी का इंतजार नहीं करता बल्कि पूरी दुनिया उसका इंतजार करती है और आप टाइम देखिए साढे़ नौ का कहा था आपको कि वो आपको नौ बजकर तीस मिनट पर मिलेगें और अभी नौ ही बजे है!" ये सुन समायरा ने अपने हाथ में बंधी अपनी घड़ी की ओर देखा और आहिस्ता गर्दन हिलाते बोली-" या मैं ही जल्दी आ गई थी एनीवे है क्या ये माहिर खन्ना जो खुद इंतजार न करता है और दूसरों को इंतजार करवाता है, पूरी दुनिया उसके लिए रूकती है पर वो नहीं!" अनुज-"वेंटिग रूम में चले,अभी बॉस के आने में टाइम है ,वो भी पूरे तीस मिनट ,तब तक आप माहिर खन्ना के बारें में जान लिजिऐ कुछ,और आपका टाइम भी अच्छे से निकल जाएगा!" समायरा-"व्हाई नॉट ,दट्स गुड आईडिया!" अनुज-"क्या बात है ,अभी तो आप कह रही थी इंतजार करना पंसद नहीं और अभी?" समायरा-"चाह़ूं तो अभी जा सकती हूं, बट माहिर खन्ना से मिलना भी तो है जिस अकोर्डिग आप उनके बारें में बोल रहे है एक बार मिलना तो बनता है!" अनुज-"जब आ ही चुकी हो तो मिलकर ही जाईएगा, बार बार मौका नहींं देखा माहिर खन्ना किसी को भी खुद से मिलने का?" समायरा अपनी आखें मटकाते हुए-"इट्स मीन सोलिड पर्सनैलिटी?" (क्रमशः)
समायरा की बात सुन अनुज तिरछा मुस्कुरा दिया-"कुछ देर रूक जाईए,खुद ही जान लेना और अनुज समायरा को लेकर वेटिंग रूम में चला आया,वेंटिग रूम में आते ही अनुज ने समायरा को सोफे पर बैठने के लिए इशारा किया तो समायरा सोफे पर जाकर बैठ गई,अनुज भी उसके सामने वाले सोफे पर बैठ गया! "क्या लेगी आप?"अनुज ने पूछा! "माहिर खन्ना?"समायरा फट से बोली! अनुज हंस पड़ा-"आप तो मरी जा रही है माहिर खन्ना से मिलने के लिए?" समायरा अपने बालों में अपनी अंगुली घुमाते हुए-"कहा ना इंतजार करना पंसद नहीं ,ना वेट करना मेरी आदत है ना ही मैं किसी को वेट करवाती हूं एनीवेज माहिर खन्ना लाइक स्पेशल वन सो थोड़ा इंतजार तो बनता है ना,अब आप बोलो?" "अपने बारे में?"अनुज तपाक से बोला, "नो आपके बॉस के बारें में जो मुझे वेट करवा रहे है?समारया को?"समायरा ने एटीट्यूड लहजे में कहा! अनुज सोफे पर अपनी बाहें फैलाते हुए-"आप सच में नहीं जानती माहिर खन्ना के बारें में?" समायरा-"जानती तो पूछती क्या?" अनुज-"पूरा मुंबई जानता है,फेस टू फेस ना सही,बट मैगजीन वगेरहा में तो देखा होगा ना?" समायरा -"मैं एक जगह नहीं रहती,कभी कहीं कभी कहीं(अपने दोनों हाथ ऊपर उठाते हुऐ) एंड मेबी देखा होगा बट याद नहींं! " अनुज-"ओके बट आज के बाद आप भूल भी न पाएगी माहिर खन्ना को?" समायरा कुछ बोलती तभी अनुज का फोन रिंग किया, अनुज ने सोफे से खड़े होते अपने कोट से फोन निकाला और समायरा की ओर देखते-"वेट अरजेंट कॉल? और साइड में वेंटिग रूम की खिड़की पर जाकर फोन रसीव कर बात करने लग गया! "इट्स सट्रेंज?जिसके मैनैजर में इतनी ज्यादा होटनेस है तो बॉस कैसा होगा?ये इतना स्टाइलिश बंदा है(मैनेजर की ओर देखते हुए)तो माहिर खन्ना?हम्म,एम वेंटिग,एम रियली वेंटिग फॉर यू ,एंड वेरी एक्साइटेड,समायरा आज तक तुमने किसी के लिए इंतजार न किया आज खुद के एंगेस्ट जाकर तू यहां रूकी है सिर्फ माहिर खन्ना के लिए इट्स रियली स्ट्रेंज"समायरा ने अपने बालों को पीछे की ओर झटकाते खुद से कहा! अनुज को फोंन पर काफी टाइम लग गया,समायरा टेबल पर रखी मैगजीन उठाकर उसके पन्ने पलटने लगी,समायरा इंतजार में थी कि कब मैनेजर अनुज अपने फोन को छोड़े और आकर उसे माहिर खन्ना के बारें में बताएं,,,,तभी अनुज फोन पर बाय कहता है! "बाय" सुन समायरा थैंक्स गॉड कहते मुंह से फूंकती है तभी अपने हाथ पर फोन मारते हुऐ अनुज उसके सामने चला आया-"सो सॉरी बहुत अर्जेट कॉल था अटेंड करना पड़ा!" समायरा-"मेरे दस मिनट वेस्ट कर दिये आपने?" अनुज घड़ी की ओर देखते-"या....नौ बीस हो गये!" समायरा-"ओनली टन मिनट लेफ्ट,बीस तो निकल गई, अब आपका अर्जेट कॉल हो गया हो तो चलिए बताना शुरू किजिऐ माहिर खन्ना के बारें में?" अनुज ये सुनकर हंसने लगा,उसको हंसते देख समायरा सोफे से हैरान होते उठी-"व्हाट हेपन,आप हंस क्यों रहे है!" अनुज अपनी हंसी रोकते हुऐ-"सॉरी,अब मैं क्या बताऊं आपको ,आप खुद ही जाकर मिल लिजिए माहिर खन्ना से?" समायरा-"व्हाट?" अनुज-"या,वो होटल में आ चुके है!" समायरा अपनी घड़ी की ओर देखते-"अभी तक साढ़े नौ तो नहीं हुए?" अनुज-"रूम नंबर 102,साढे नौ आपसे मिलेगें यही बात हुई थी ना तो जाईऐ जब तक आप रूम में पहुंचेगी साढ़े नौ हो चुके होगें,सच में मिलना चाहती है ,जानता चाहती है ना आप माहिर खन्ना के बारे में तो एक मिनट भी लेट नहीं ओके,मुझसे या किसी ओर से माहिर खन्ना के बारें में सिर्फ सुनने को मिलेगा,सामने से खुद मिलकर माहिर खन्ना के बारें में जानने का मौका लाइफ में फिर कभी न मिलेगा सो गो फास्ट?कहते अनुज वेटिंग रूम से उसी वक्त बाहर चला गया! समायरा अनुज की इस बात से बड़ी हैरान हुई वो अनुज को जाते देखते रह गई-"इट्स वेरी कॉम्पलीकेडिड और फिर वो भी वेंटिग रूम से बाहर निकलकर रिस्पेशन पर पहुंची और उस लड़के से पूछा-"रूम नं 102" ये सुन लड़के ने बिना उस लड़की की तरफ देखे ऊपर की ओर इशारा किया-"थर्ड फ्लोर लेफ्ट साइड!" ये सुनते ही समायरा तेजी से चलते हुऐ लिफ्ट की ओर बढ़ती है,लिफ्ट से निकल वो रूम नंबर चेक करते रूम नं 102 के सामने जा पहुंची,वहां पहुंचते ही वो फट से अपनी हैंडवॉच की ओर देखती है और खुश होते खुदसे कहती है -" वाव,अभी भी एक मिनट बाकि है!" उसने जल्दी से डोर नॉक किया,अंदर से दमदार आवाज आई-"कम इन!"ये सुनते ही समायरा ने डोर को हाथ से अंदर की ओर थोड़ा - सा धकेला तो दरवाजा खुला था, उसने अभी थोड़ा सा ही डोर खोला था कि रूम में फैली मंहगे प्रफ्यूम की महक उस तक आ पहुंची,वो मदहोश हो उठी और अपनी आखें बंद कर बोली-"ओएमजी" तभी फिर से वही दमदार आवाज आई-"बाहर रहने का इरादा है या अंदर भी आना है!" आवाज सुन समायरा मन ही मन खुद से बोली-"हाये, जिसकी आवाज इतनी दमदार है वो कैसा होगा,रूम से आ रही प्रफ्यूम की महक उसे अपनी ओर खींचने लगी,बिना एकपल की देरी किये वो कमरे में जा घुसी, बड़ा सा रूम जिसमें सबकुछ व्हाईट व्हाईट और बहुत एक्सपेंसिव था,बड़ा सा सोफा,व्हाईट मंहगे पर्दे,बड़ा सा बैड एवरीथिंग इज वेरी नाईस अब मुबंई का बेस्ट रॉयल होटल सबसे मंहगा होटल उसकी चीजें भी तो शानदार होनी थी,उस रूम में नजरें घुमाते हुए समायरा ने अपनी लेफ्ट साइड नजर घुमाई तो मिर्रर के सामने ब्लेक नाईट गाऊन पहले एक शख्स खड़ा था जोकि हेयर ड्रायर से अपने गीले बाल को सूखा रहा होता है! समायरा की ओर उसकी पीठ होती है,समायरा उसकी ओर बढ़ते"एक्सक्यूज मी"कहती है कि तभी वो शख्स बोल पड़ा-"वहीं रूक जाओ!" ये सुन समायरा के कदम जहां से वहीं पर ही रूक गये, उस शख्स ने हेयर ड्रायर बंद कर टेबल पर रखा और अपने हाथों से अपने बाल सेट करने लगा,समायरा दायें बायें से उसे आयने में देखने की कोशिश करती है पर वो आयने के इतने पास और ठीक सामने खड़ा था कि पीछे खड़ी समायरा को लाख कोशिश के बावजूद भी उसकी झलक नहीं दिखी,समायरा से रूका नहीं जा रहा था वो बेसब्र सी होकर उसे पीछे से ताके जा ही रही थी-"बॉडी शेप और हाइट से तो बड़ा डेसिंग और हॉट लग रहा है पर सामने से तो दिखे?" वो मन ही मन खुद से बड़बड़ाई कि तभी "हाय बेबी "कहते वो शख्स उसकी तरफ मुड़ा,उसको देखते ही समायरा की आखें बड़ी बड़ी हो गई,जो हाल थोड़ी देर पहले उसको देखकर नीचे सबका हो रहा था वहीं अब समायरा का हो रहा था हाल नहीं बेहाल कहे तो ज्यादा सही रहेगा,समायरा की शक्ल को देख ऐसे लग रहा था जैसे आज से पहले उसके साथ ऐसा कभी न हुआ,वो तो पलकें झपकाना ही भूल गयी! "पीछे से क्या ये तो आगे से भी बड़ा हॉट है!"समायरा के होठ तो हिले बट लफ्ज बाहर न निकले,उसके ठीक सामने परफेक्ट बॉडी शेप में,हॉट ,डेसिंग, लुंकिग वेरी हैंडसम ,जिसकी 6.1 फुट हाईट ,गौरा रंग, भूरी गहरी आखें,ब्लेक हल्की दाढी,सुनहरे काले बाल जो उसके माथे पर आ रहे थे,लंबी परफेक्ट नाक,मध्यम आकार के होठ न ज्यादा छोटे ना मोटे,और होठों पर बिखरी किल्लर स्माईल जिसने समायरा की धड़कने पल भर में बेतहाशा बढ़ा दी,चौड़ा सीना जो उसके पहने नाईट गाऊन के बाहर दिख रहा था,ऐसी झलक? देखते ही कोई भी दीवाना हो जाए उसका,हर लड़की मर मिटे उसपें,थोड़ी दूरी पर खड़ा वो शख्स इतना असर डाल रहा है तो उसके पास जाने पर क्या होगा? ये तो उस शख्स की करीबी पाने वाला शख्स ही जाने! तभी वो शख्स समायरा को देखते(ऊपर से नीचे तक) उसके पास चला आया बोला-"हम्म गुड" समायरा मन ही मन-"वाव,कोई इतना हैंडसम कैसे हो सकता है,मेरी तो नजरें ही नहीं हट रही है,सच में इसके जैसा हॉट पीस मैनैं आज तक नहीं देखा?" तभी उस शख्स ने समायरा के सामने चुटकी बजाई जो उसको देखते हुए उसमें खो चुकी थी,समायरा ने अपनी पलक झपकाई-"मा...माहिर खन्ना?" (क्रमशः)
समायरा के मुंह से "माहिर खन्ना"सुन वो शख्स तिरछा मुस्कुरा दिया-"कोई शक?" समायरा मुस्कुराते हुए उसे ऊपर से नीचे तक देखती है -"नेवर!" वो माहिर खन्ना ही था-"या एम(खुद की ओर इशारा कर एटीट्यूड वाले लहजे में)माहिर खन्ना!" ये सुनते ही समायरा अपना हाथ माहिर खन्ना की ओर बढ़ा दिया-"हाय एम समायरा!"कि तभी माहिर खन्ना ने उसकी कमर पर अपनी बाहं डाली और उसको अपनी तरफ खींच लिया,दोनों एक दूजे के बेहद करीब आ गये थे, "नाम में क्या रखा है बेबी तुम्हारा अंदाज ही काफी है!" समायरा उसके चौड़े सीने पर नजर डाल उसकी आखों में देखती है-"रियली?" माहिर"हम्म"कहते उसकी कमर पर अपनी बाहं को और कस लेता है और अपने दूजे हाथ से वो उसके बालों को उसके चेहरे से हटाकर कान के पीछे कर अपने हाथ को उसकी गाल पर ले रख लेता है,समायरा भी अपनी बाहें माहिर खन्ना के गले में डाल लेती है और उसकी गालों को चूम मदहोशी भरे अंदाज में उसे निहारते हुए बोली- "आपके पर्फ्यूम के जैसे आपकी इस किल्लर अदा में भी बड़ी मदहोशी है माहिर खन्ना,एंड आपकी स्माइल उफ्फ,तभी माहिर ने उसे अपने ओर करीब कर लिया और उस पर थोड़ा झुककर उसके कान के पास अपने होठों को ले आया और धीरे से फुसफुसाते हुए बोला- "तो इंतजार किस बात का है बेबी,मुझ पर भी तुम्हारी मदहोशी चढ़ जाने दो!" ये सुनते ही समायरा हंस देती है और अपनी अंगुलियां माहिर के चेहरे पर घुमाने लगी-"रोका किसने है!" माहिर खन्ना-"आई लाइक इट आई रियली लाइक इट!" तभी समायरा ने माहिर खन्ना के पहने नाइट गाऊन के लेसिज खोल दिए और अपने हाथों से उसे उसके कंधे से नीचे गिरा दिया!अब उसके बदन पर सिर्फ शोर्ट पैंट था, समायरा अपने हाथ उसकी बाजू से घुमाते उसके सीने पर ले गई और वो माहिर खन्ना के सीने को अपने होठों से बेतहाशा चूमने लगी,माहिर भी उसके गालों से होते उसकी गर्दन चूमने लगा,दोनों अब एक दूजे के बेहद करीब आ गये इतने की दूरी ना मात्र रह गयी थी, एक दूजे की बाहों में दोनों पूरी तरह सिमटने लगे! "डोर तो बंद किया ही नहीं मैनैं?"समायरा आहें भरते बोली, "वो बंद हो चुका है....."बोलते हुए माहिर समायरा को चूमते बाहों में उठा लेता है! दो घंटे बाद कमरे में अलग ही माहौल बना हुआ था,टेबल पर ब्राडेंड शराब की आधी सी बोतल और दो गिलास जो उसी के पास पड़े थे,देखकर ही लग रहा था कि वो शराब पी ली गई है।वहीं सोफे पर समायरा का ड्रेस पड़ा था और वहीं टेबल के पास फर्श पर उसकी हील,माहिर और समायरा दोनों बैड पर थे बैड की हालत और दोनों को देख पता चल रहा था कि दोनों एक दूजे के कितने करीब आ गये थे इन दो घंटो में,एक दूजे की बाहों में झूल रहे थे तभी माहिर खन्ना ने खुद को समायरा से अलग करना चाहा! पर उसने माहिर पर अपनी बाहें इस कद्र कसी हुई थी कि वो छोड़ना नहीं चाहती थी,माहिर ने जैसे ही उसकी बाहं हटानी चाही तो वो माहिर के ऊपर आ गयी और उसकी गर्दन चुमते नशे में लड़खड़ाती जुबान से बोली -"अ...अभी नहीं!" पर माहिर खन्ना "टाइम अप"कहते उसे एक ही झटके में खुद से अलग कर अपने ऊपर से हटा देता है और खुद ब्लेंककेट से निकल बाथरूम में चला जाता है! समायरा आह भरते चिल्लाई -"टा...टाइम अप इतना जल्दी,क्यूं हो गया.....दर्द से उसका बदन तार तार हो रहा था पर वो मुस्कुराते अगड़ाई भरते आखें बंद किए बैड पर पड़ी आहें भरती रही! पांच मिनट बाद माहिर खन्ना बाथरूम से अपना ब्लेक सूट,बार्डेड सूट से मेंचिग सूज पहने बाहर आया,आयने के सामने आकर वो अपने बालों को जेल लगाकर सेट करता है,हाथ में अपनी स्टाइलिश घड़ी पहनता है,अभी भीसमायरा बैड पर लेटी अपने सर के नीचे हाथ लगाए अधखुली आखों से मुस्कुराते हुए उसे ही देखी जा रही थी,पहले वाली पर्सनैलिटी से भी ज्यादा डेंसिग हॉट वो अपने इस ब्लैक सूट और इस एप्टीट्यूड वाले लुक में नजर आ रहा था,जिसे देख समायरा फिर उसके करीब जाने क़ो मचलने लगी-"क्या बंदा है यार ये(गहरी सांस भरते)मेरी तो जान ही ले लेगा!" तभी माहिर खन्ना मिर्रर के आगे से अपना ब्लेक चश्मा उठाता है और मुड़कर एक नजर समायरा पर डालता है -"गुड बाय बेबी और फिर आखों पर चश्मा चढ़ाकर वो उसी वक्त उस कमरे से चला गया! समायरा उंघते हुए ब्लेंककेट अपने ऊपर करती है और आह भरती बैड से सटकर बैठ जाती है,वो एक हाथ से ब्लेंककेट अपने ऊपर रख दूजे हाथ से अपने बाल पीछे करती है अभी भी माहिर खन्ना में ही खोई हुई थी वो -" उफ क्या टच था क्या फील था,हाय मैं तो मर ही मिटी, वाकई में बड़ा पंचुअल है ये माहिर खन्ना तो एक मिनट भी ऊपर न होने दिया,पूरे दो घंटे न कम न ज्यादा, बट इसके संग बिता एक एक पल हम्म मजा आ गया,दिल कह रहा है ये जो बंदा है जिसे देख धड़कन बढ़ जाती है जिसकी करीबी पाकर सांसे ऊपर नीचे होने लगती है , इसमें ही खोकर इसमें ही डूब जाता है मन-तन,इसकी छुअन की बात ही अलग है,उसके साथ फिर से वो सब हो वो मेरे साथ तमन्ना जाग रही है पर समायरा ये माहिर खन्ना है जो फिर से मौका दे यह कहा नहीं जा सकता है बट आई रियली फील इट आई रियली लाइक इट,आई रियली लव इट!" ______ माहिर खन्ना नीचे होटल के बाहर पहुंचा तो उसकी गाड़ी पहले से ही वहां रेडी थी उसका मैनैजर अनुज गाड़ी के पास खड़ा था,माहिर खन्ना के पास आते ही उसने गाड़ी की चाबी माहिर खन्ना को दे दी,गाड़ी की चाबी लेकर वो गाड़ी की तरफ बढ़ने लगा कि एक पल रूककर उसने अनुज की ओर देखा-"डेबल पेमेंट!" अनुज-"ओके सर!" माहिर खन्ना फिर उसी वक्त अपनी गाड़ी में बैठ वहां से चला गया,माहिर खन्ना की गाड़ी को जाते देख अनुज मुस्कुरा दिया-"लगता है बॉस को काफी खुश कर दिया उस लड़की ने,वैसे,है ही वो बड़ी दिलकश अदा वाली और बॉस को खुश कर दिया इसका लड़की में दम है!" ________ समायरा अपने कपड़े पहन कर अपना हुलिया सही कर नीचे आई तो उसे मैनेजर अनुज तैयार मिला,अनुज को देख समायरा उसके पास आती है! "सो जान लिया माहिर खन्ना को?"अनुज मुस्कुराते हुए बोला! "जान पहचान में क्या रखा है उसका तो बस अंदाज ही काफी है!"कहते समायरा मुस्कुरा दी, अनुज-"ओह हो तो रंग चुकी आप मेरे बॉस के रंग में!" समायरा-"नशा कहो नशा मैनेजर साहब ,ऐसा नशा कि उसकी ऐसी मदहोशी चढी़ है ,भूलना तो दूर अब तो मैं यहीं चाहूं की ये मदहोशी कभी न हटे,डूबी रहूं मैं माहिर खन्ना से मिली इस मदहोशी में ,उससे मिले टच के नशे में,वाकई में क्या बंदा है आपका बॉस,आज तक ऐसा बंदा नहीं देखा मैनैं,ही इज किल्लर!" -"जितनी एक्साइटेड आप मिलने से पहले थी उतनी ही अब है,क्या बात है ,वाह,हां यह सच है माहिर खन्ना को भूलना पॉसीबल नहीं पर अफसोस वो याद नहीं रखते!" बोलते अनुज ने कंधे उचका दिये! समायरा-"रियली,एनीवेज वो भले ही याद ना रखे पर अब उन्हें भूलना आसान नहीं,दिल को टच कर गया उसका नशा और उसकी अदा!" तभी अनुज अपने कोट से एक चेक निकालकर उसको समायरा की ओर बढ़ा देता है-"हर लड़की माहिर खन्ना से मिलने के बाद यही कहती है!" समायरा चेक पकड़ते हुए थोड़ा हैरानी से रियली कहती है और फिर चेक की ओर देखती है-"ये क्या है?" अनुज-"माहिर खन्ना की तरफ से आपके लिऐ!" समायरा-"ये तो बहुत ज्यादा हो गया?" अनुज-"नहीं बस जितना तय हुआ था उससे डबल है, बॉस आपसे खुश हुए और जब माहिर खन्ना खुश हो जाता है तो पेमेंट डबल क्या टिप्रल भी हो जाती है!" समायरा हाथ में चेक हिलाते हुऐ-"इट्स संट्रेज बाई द वे ये माहिर खन्ना जो है इतना हॉट सोलिड पर्सनलिटी वाला कि कोई भी लड़की उस पर फिदा,और तैयार हो जाए खुद से ही माहिर खन्ना के साथ टाइम संपेड करने को,बिना एक पैसा लिये बिल्कुल फ्री एंड बार बार चली आए माहिर खन्ना के पास,फिर ये(चेक की ओर इशारा कर)वो बोल रही थी अनुज हंस पड़ा! समायरा-"मैनैं कोई जॉक्स सुनाया आपको?" अनुज अपनी हंसी रोकते हुए -"सॉरी सॉरी,कंट्रोल नहीं हुआ! समायरा -"अब हो गया कंट्रोल!" अनुज-"या!" समायरा हाथ में पकड़ा चेक हिलाते-"सो व्हाट जो पूछ रही हूं उसका जवाब देगें आप?" अनुज -"सवाल क्या है आपका?" समायरा-"मुझे मेरी बात दोहराने की आदत नहीं!" अनुज-"रियली,बट आज तो आपकी कितनी आदतें टूट गयी है लाईट आप वेट नहीं करती आपने किया!" -"ओनली फॉर माई स्पेशल वन,माहिर खन्ना नॉट फॉर यू,"समायरा एटीट्यूड दिखाते बोली,ये सुन अनुज उसे घूरने लगा......" (क्रमशः)
अनुज को घूरता पाकर समायरा तिरछा मुस्कुरा दी- और हाथ में पकड़े चेक को हिलाते बोली-”एम वेटिंग!” “आपने सवाल ही गलत किया है,जहां माहिर खन्ना होता है वह़ां सिर्फ उसकी मर्जी होती है,न सवाल न जवाब न सही न गलत……”इतना बोल अनुज वहां से चला गया,समायरा बस उसे जाते देखते रह गयी! ______ अगली सुबह आलीशान विला,गाड़ी के होर्न की आवाज सुन गार्ड्स ने फट से बड़ा सा गेट खोला,चमचमाती एक ब्लेक बड़ी सी गाड़ी लॉन में आकर रूकी,गाड़ी से 30-32 उम्र का शख्स बाहर निकला,आकर्षक व्यक्तित्व! वो तेजी से चलता अंदर एक कमरे के दरवाजे पर जा पहुंचा और मुस्कुराते उसने किसी को पुकारा-"साक्षी!" इतना सुनते ही"सार्थक तुम आ गये "कहते एक प्यारी सी लड़की उसके सामने आ खड़ी हुई! "हां साक्षी मैं आ गया!"कहते सार्थक साक्षी के पास चला आया,साक्षी उसके सीने से लग जाती है,सार्थक भी उसे कसकर बाहों में भर लेता है-" मिस किया मेरी जान ने मुझे!" "नहीं किया"कहते साक्षी उससे अलग हो गयी! "सच में!" "हां सच में!"साक्षी ने सार्थक को घूरते हुऐ कहा कि तभी सार्थक उसे अपने करीब खींच लेता है,और उसके होठों पर अपने होंठ रख देता है! तभी किसी शख्स के चिल्लाने की आवाज आई, साक्षी सार्थक से दूर हुई-"माही!" सार्थक आह भर लेता है-"सच कहता हूं साक्षी हमारे प्यार का दुश्मन है तुम्हारा भाई!" "शटअप सार्थक,माही दुश्मन होता ना हमारे प्यार का तो तुम यहां नहीं होते!"बोलते साक्षी बाहर की ओर चल दी, सार्थक पीछे जाते -"साथ है क्योंकि हमारा प्यार सच्चा था,तुम्हारे भाई ने देखा मैं उसकी बहन से कितना प्यार करता हूं!" "सार्थक माही ने प्यार नहीं,मेरी खुशी देखी,तुम अच्छे से जानते हो प्यार व्यार माही को समझ नहीं आता!" "आएगा भी कैसे,प्यार दिल का काम है दिमाग का नहीं और तुम्हारा भाई तो सिर्फ दिमाग से ही काम लेता है, दिल पर तो ताले लगे है साले साहब के,पर सच कहता हूं मैं,जिस दिन माही को प्यार हुआ ना उस दिन समझ आएगा उसे प्यार से दूर रहना कैसा होता है,जब देखो मुझे तुमसे दूर भेज देता है और जब वापस आता हूं,मैं प्यार के कुछ पल अपनी बीवी के साथ बिताना चाहता हूं कि फिर कबाब में हड्डी बन जाता है,रोमांटिक मूड स्पॉइल कर सारे रोमांस का कचरा कर देता है!" "इतनी शिकायतें!" "जिसपर बीते उसी को पता होता है!" "मुझे कहने की जगह माही को बोला करो ना?" "कौन दीवार में सर फोड़े!" "ओह दीवार,सच तो ये है मिस्टर माही के सामने ये सब आईमीन शिकायतें कर सको इतनी हिम्मत नहीं है तुम में और हां प्यार नाम की बदुआ तो ना दो मेरे भाई को, तुफान मच जाना है!" "प्यार में नहीं है फिर भी वो तुफान लाए रखता है प्यार में हुआ तो तुफान नहीं तबाही मच जानी है साक्षी फुल तबाही और मैं बदुआ नहीं दुआ करता हूं माहिर खन्ना को भी प्यार हो!" "जो पॉसिबल ही नहीं वो दुआ करने का क्या फायदा!" "यहां कुछ भी नामुमकिन नहीं!" "सार्थक वो माहिर खन्ना है माहिर खन्ना,प्यार उसके सामने आ खड़ा हो ना तो वो नजरें फैर लेता है!" "वो प्यार ही नहीं जिसपर नजरें ना ठहरे,जिस दिन भी माही का प्यार उसके सामने आया ना उस दिन वो नजरें फैरना तो दूर नजरें हटाना भी भूल जाएगा,सामने होगा प्यार तो उसका दीदार होगा, सामने ना होगा तो उसकी तलाश,अभी वाकिफ नहीं है माही प्यार से,माहिर खन्ना की जिंदगी में उस लड़की को आने तो दो जोकि उसकी जिंदगी ही नहीं उसे भी बदल देगी,देखना फिर प्यार नाम से नफरत करने वाला शख्स प्यार में कैसे दीवाना होता है!" "देखते है बट फिलहाल चलकर वो देखते है जो हो रहा है,माही क्यूं गुस्सा कर रहा है!" "हां तो जा रहे है ना वैसे माही का गुस्सा करना कोई बड़ी बात नहीं है,तुम्हें इतना परेशान नहीं होना चाहिए, साक्षी ये तो रोज का काम है!" "मैं माही के लिए नहीं उसके लिए परेशान हो रही हूं जिसकी शामत आई है,पता नहीं किसपे और क्यों कहर बरसा रहा है माही वो भी सुबह सुबह!" दोनों अपने रूम से निकल,हॉल से गुजर,सिढियों से होते ऊपर पहुंचे तो देखा माहिर खन्ना अपने रूम के बाहर टॉवल में खड़ा,एक सर्वेंट को डांट रहा था उसपर गुस्से से चिल्ला रहा था जो उसके सामने नजरें झुकाए खड़ा था और वहीं पास में जमीन पर ट्रे और कॉफी मग टूटा हुआ पड़ा था! साक्षी सार्थक माहिर के पास चले आए,साक्षी ने सर्वेंट की ओर देखते माहिर से पूछा-"क्या हुआ माही?" "आज के बाद मेरे बैड पर खाने पीने की कोई भी चीज रखी तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा,वो सोने की जगह है खाने पीने की नहीं,इडियट!" माहिर एक बार फिर सर्वेट पर गुर्राया और उसे घूरते अपने रूम में चला गया,दरवाजा भी बंद कर दिया! उसके जाते ही सार्थक सर्वेंट से-"क्या किया?" सर्वेट नजरें झुकाऐ झुकाए ही-"वो मैं माहिर सर के लिए कॉफी लेकर गया था,सर ने टॉवल मांगा तो गलती से मैनैं कॉफी टेबल की जगह बैड पर रख दी,उठा पाता बैड से कॉफी उससे पहले सर ने देख लिया,वो बहुत गुस्सा हो गये फिर मुझको और कॉफी दोनों को रूम से बाहर फैंक दिया!" साक्षी माहिर के रूम के बंद दरवाजे को देखकर सर्वेट से बोली-"जानते हो ना माही को बिल्कुल नहीं पंसद बैड पर कोई भी खाने पीने की चीज,पता होते हुए भी ऐसी लापरवाही,वो कभी पानी का गिलास भी अपने बैड पर नहीं लेता है और तुमने वहां कॉफी रख दी!" सर्वेट-"एम सॉरी मैम,बट मैनैं जानबूझकर नहीं किया!" सार्थक-"वो माहिर खन्ना है माहिर खन्ना,औरों जैसा नहीं है जो बैड पर खाना खा ले चाय पी ले, खाना पीना तो दूर उसे तो बैड के आसपास भी खाने पीने की चीजें मंजूर नहीं,बैड सिर्फ उसके सोने के लिऐ है,आधीरात को पानी भी पीता है तो बैड से खड़ा होकर सोफे पर बैठकर,सो ये बात भूलनी नहीं है जानबूझकर तो क्या आज जो हुआ वो अनजाने में भी फिर ना हो,आगे से ध्यान रखना,फिर नहीं होना चाहिए मतलब नहीं होना चाहिए,नहीं तो अगली बार माहिर खन्ना के हाथों,सिर्फ रूम से नहीं इस घर से भी बाहर फैंंक दिये जाओगे!" सर्वेट-"जी सर,आगे से गलती नहीं होगी!" सार्थक-"होनी भी नहीं चाहिऐ,जाओ और जल्दी ये साफ करवाओ माही के बाहर आने से पहले!" बोल सार्थक ने साक्षी का हाथ पकड़ा और उसे अपने साथ रूम में ले आया-"छोटी सी बात पर साले साहब कितना गुस्सा करते है!" साक्षी बैड पर जाकर बैठ गयी-"हमारे लिए छोटी सी बात होगी सार्थक माही के लिए ये बहुत बड़ी बात है,आजतक ना तो खुद अपने बैड पर उसने कुछ खाया पिया है, ना ही किसी और को खाने पीने दिया,दूसरों को भी देखता है ऐसा करते तो मुंह बनाता है,इस बात पर माही हमेशा से चिढ़ता आया है गुस्सा करते आया है!" सार्थक साक्षी के लिए पानी ले आया-"आदत हो चुकी है उसे,जो नहीं पंसद वो नहीं पंसद,चाहे वो फिर कुछ भी हो,बैड पर खाने पीने की चीजें उसे अच्छी नहीं लगती और डाइनिंग टेबल उसे खाने पीने की चीजों के बिना अच्छा नहीं लगता है,सो तुम रिलेक्स करो,नॉट ए बिग डील,लो आराम से पानी पियो!" साक्षी ने गिलास की ओर देख सार्थक को देखा तो सार्थक हंस दिया-"हमारे यहां बैड पर सब चलता है खाना ,पीना,सोना और....... साक्षी-"और!" सार्थक-"और रात को बताऊंगा!" साक्षी-"कितने बेशर्म हो तुम!" सार्थक-"क्या बेशर्मी की!" साक्षी-"पता है मुझे!" सार्थक-"क्या पता है!" साक्षी कुछ नहीं बोली वो सार्थक के हाथ से पानी लेकर चुपचाप पीने लगी,फिर सार्थक वॉशरूम में चला गया वो भी मुस्कुराते हुऐ!