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"Trapped in his love"

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ये कहानी है लव्या की। लव्या ने सोचा था की उसके सपनो का राजकुमार उसे प्यार करेगा, मान देगा सम्मान देगा, उसकी केयर करेगा। एक दिन लव्या का ये सपना सच भी हुआ, जब युवान उसकी जिंदगी में आया। युवान रॉय कपूर जो की एक बहुत बड़ा businessman था, वो पहली ही नजर...

Total Chapters (93)

Page 1 of 5

  • 1. "Trapped in his love" - Chapter 1

    Words: 1626

    Estimated Reading Time: 10 min

    दिल्ली -  दिलवालों की इसी दिल्ली के एक कॉलेज के कैंपस में कई सारे students का जमावड़ा लगा हुआ था। जिनमें से कोई असाइनमेंट बना रहा था, तो कोई pictures क्लिक करने में लगा हुआ था। इसी कैंपस में एक पेड़ के नीचे घास पर तीन लड़कियाँ बैठी हुई थीं और आपस में बातें कर रही थीं। उनमें से एक लड़की ने येलो मस्टर्ड कलर की कुर्ती पहनी हुई थी, जिसमें मिड कट था और उसकी कमर का हिस्सा ड्रेस के मैचिंग बेल्ट से ढका हुआ था, ब्लू जींस और पैरों में फ्लैट, खूबसूरत सैंडल, आँखों में काजल, कानों में मैचिंग ट्रायंगल शेप के इयरिंग्स और बालों को खुला छोड़ रखा था। कुल मिलाकर सादगी में भी वह लड़की बहुत खूबसूरत लग रही थी। तभी, "ओहो! तो मतलब मैडम को ऐसा पति चाहिए, जो इसके सुबह उठने से पहले ही खुद इसके लिए अपने हाथों से गरमागरम चाय बनाकर पिलाए, इसका बहुत ख्याल रखे, खुद अपने हाथों से इसके आँसू पोंछे, होहो।" उन तीनों लड़कियों में से एक लड़की अपने सामने ही बैठी उसी खूबसूरत लड़की को छेड़ते हुए बोली, "हाँ भई अब हमारी लव्या है ही इतनी प्यारी तो इसके सपनों का राजकुमार भी लाखों में एक होना चाहिए। है ना लव्या?" वहीं बैठी तीसरी लड़की ने भी उसी लड़की यानी कि लव्या की ठुड्डी पकड़ उसे चिढ़ाते हुए कहा। और यह बोलकर वे दोनों लड़कियाँ जोर-जोर से हँसने लगीं। उन दोनों लड़कियों की बात सुन लव्या शर्मा गई और हल्का ब्लश करने लगी। "ओहो। ब्लश किया जा रहा है। वह भी उसके लिए जो अभी तक मिला भी नहीं है। पता नहीं कौन है, कहाँ है, किस दुनिया में है, जैसा इसे चाहिए वैसा कोई पता नहीं इस प्लेनेट पर है भी कि नहीं, कुछ मालूम नहीं पर फिर भी देखो कैसे शर्मा रही है हमारी लव्या। इतना कि ब्लश करके देखो कैसे गाल तक पिंक हो गए मैडम के। हाहाहा।" वह दोनों लड़कियाँ जोर-जोर से हँस रही थीं। तभी लव्या शर्माते हुए बोली, "क्या तुम दोनों भी। ऐसा कुछ नहीं है। मैं कोई ब्लश नहीं कर रही।" "अच्छा जी। हमारे सामने ही ब्लश किया जा रहा है और हमसे ही झूठ भी बोला जा रहा है।" अवनि, जो कि लव्या की फ्रेंड थी, फिर से लव्या को छेड़ते हुए बोली। तो इस बार लव्या ने उसे घूर कर देखना शुरू कर दिया। "अगर तुम लोगों को यहीं सब बकवास करनी है तो मुझे नहीं करनी कोई बात तुम लोगों से। मैं जा रही हूँ।" "ओह तो मैडम को हमारी बातें बकवास लग रही हैं। और खुद जो सारा टाइम अपने प्रिंस चार्मिंग के सपनों में खोई रहती है उसका कुछ नहीं।" इस बार प्रिया ने लव्या को चिढ़ाया। अवनि और प्रिया की बातें सुन अब लव्या बुरी तरह चिढ़ गई और अपना बैग उठा वहाँ से जाने लगी। तभी अवनि और प्रिया उसके पीछे भागते हुए उसे रोकते हुए बोलीं, "अरे लव्या सुन तो। कहाँ जा रही है। हम तो मज़ाक कर रहे थे। लव्या सुन तो। अच्छा बाबा सॉरी अब रुक।" दोनों लड़कियाँ लव्या को रोक उसे दोनों तरफ से उसके गले में हाथ डालते हुए बोलीं। लव्या ने दोनों को घूर कर देखा तो दोनों ने अपने कान पकड़ लिए और मासूम सी शक्ल बना ली। जिसे देख फिर लव्या के चेहरे पर स्माइल आ गई। और तीनों ने एक-दूसरे को साइड हग कर लिया। अब अवनि अलग होते हुए थोड़ी सीरियस होकर बोली, "वैसे लव्या मज़ाक छोड़। सच बता क्या तुझे सच में तेरे प्रिंस चार्मिंग का इंतज़ार है? क्या तुझे सच में लगता है कि इतना चाहने वाला, बेहद प्यार करने वाला कोई शख़्स सच में एक्ज़िस्ट भी करता होगा?" अवनि की बात सुन लव्या ने कुछ सोचा और फिर धीरे-धीरे आगे चलते हुए अपने ख्यालों में ही गुम होते हुए बोली, "ज़रूर करता होगा। कोई तो होगा, कहीं तो होगा वह जो सिर्फ मेरे लिए बना होगा। मेरी मुस्कराहट देख जिसके होंठों पर भी स्माइल आ जाएगी। जो कभी-कभी मेरे लिए खाना भी बना दिया करेगा, जो मेरे साथ मेरे परिवार को भी अपना मानेगा। मेरी भीगी पलकें देख जो खुद मेरे आँसू पोंछ दिया करेगा और कहेगा कि 'लव्या तुम रो नहीं सकती, क्योंकि किसी और की वजह से तुम्हारी आँखों में एक बूँद भी आँसू आए, यह मुझे बर्दाश्त नहीं है।' और अगर कभी मैं ज़्यादा ही रोऊँ तो वह मुझे सीने से लगा बाहों में छुपा लेगा, मुझे दर्द हो तो वह खुद अपना काम छोड़ मेरी चोट पर मरहम लगाएगा। उसकी सुबह की खूबसूरत शुरुआत मुझसे हो, और मेरी सुबह को स्पेशल बनाने के लिए वह मुझे रोज़ सुबह रेड रोज़ के साथ विश करे। मुझे खुश करने के लिए छोटे-छोटे सरप्राइज़ दे। वही होगा मेरा प्रिंस चार्मिंग और जब तक वह मुझे नहीं मिल जाता मैं उसका इंतज़ार करूँगी। और मेरा दिल कहता है कि भगवान ने ज़रूर मेरे नसीब में कुछ तो सोच रखा होगा। किसी ना किसी को लिखा ही होगा तो जब मिलना होगा वह मुझे ज़रूर मिलेगा। तब तक के लिए मैं वेट करूँगी।" लव्या अपनी ही सोच में गुम बोले जा रही थी कि तभी उसे अवनि की आवाज़ आई, "अरे बाप रे। इतना कुछ सोच रखा है अपने प्रिंस चार्मिंग के बारे में।" लव्या अवनि की आवाज़ से अपने होश में आई। उसने पीछे मुड़कर देखा तो अवनि और प्रिया दोनों अपने गालों पर हाथ रखे शॉकिंग नज़रों से लव्या को देख रही थीं। लव्या ने उन्हें ऐसे देख अपना सिर ना में हिलाया और जाने लगी। वहीं अवनि और प्रिया भी उसके पीछे आते हुए बोलीं, "तेरे यकीन पर हमें भी पूरा यकीन है जान। और वैसे भी तू है ही इतनी प्यारी कि तेरे नसीब में कोई बहुत प्यार करने वाला ही लिखा होगा।" "हम भी प्रेयर करेंगे भगवान जी से कि वह हमारी लव्या को जल्द से जल्द उसके बेहद चाहने वाले, उसके प्रिंस चार्मिंग से मिला दे जो हमारी लव्या की ज़िंदगी खुशियों से भर दे।" अपनी फ्रेंड्स की बात सुन लव्या के चेहरे पर स्माइल आ गई। हाँ तो अब जान लेते हैं लव्या के बारे में: "लव्या भारद्वाज," उम्र- 24 साल। ब्राउन आँखें, गोरा रंग, ब्लैक हेयर जो कि लव्या की पीठ पर फैले हुए थे और शाइन कर रहे थे। उसके चेहरे पर एक भोलापन था जो किसी को भी अपनी तरफ़ अट्रैक्ट कर सकता था। लव्या के चेहरे पर हल्की सी स्माइल थी। तभी लव्या के चेहरे पर धूप की रोशनी पड़ी जिससे लव्या हल्का कसमसाई और अपनी आँखें बंद कर ली। कि तभी लव्या के कानों में एक बहुत ही प्यार भरी आवाज़ पड़ी, "गुड मॉर्निंग माय लव।" कहने के साथ ही खिड़कियाँ खुलीं और पर्दों से होती हुई धूप बेड पर सो रही एक प्यारी सी लड़की के चेहरे पर पड़ी। यह आवाज़ जैसे ही उस लड़की को सुनाई दी, उस लड़की का यह खूबसूरत सपना एक झटके में टूट गया और उसकी नींद खुल गई। बेड पर सोई हुई लड़की कोई और नहीं बल्कि लव्या ही थी जो कि नींद में सपना देख रही थी और अभी-अभी उसका यह सपना किसी की प्यार भरी आवाज़ से टूट गया था। जैसे ही लव्या की नींद खुली उसने किसी के जूतों की आहट सुनी। जिसे सुन लव्या जल्दी से उठकर बैठने को हुई कि वह वापस से बेड पर गिर गई और उसकी आँखें मींच गईं। लव्या को गिरता देख एक लड़का, जो अभी-अभी रूम में आया था और उसके हाथ में ट्रॉली को पकड़ रखा था, उसने जल्दी से ट्रॉली को वहीं रोका और बेड के पास आता हुआ बोला, "अरे जान। तुम क्या कर रही हो? इतनी जल्दी में क्यों उठ रही हो? मैं आ ही रहा था ना तुम्हें उठाने।" वह लड़का जल्दी से बेड पर बैठा और हेडरेस्ट से बंधी रस्सी को खोलने लगा। रस्सी खोलते ही लव्या जल्दी से उठी और खुद को सिकोड़कर बैठ गई। इस वक्त उसकी आँखें डर से भरी हुई थीं और इसकी वजह शायद उसके सामने बैठा वह लड़का था। लव्या अपने सामने बैठे लड़के को ठीक से नज़र उठाकर देख भी नहीं पा रही थी, वहीं वह लड़का एकटक लव्या को ही निहारे जा रहा था। उस लड़के ने व्हाइट कलर का थ्री पीस सूट पहना हुआ था, जेल से सेट किए बाल, हाथों में रोलेक्स की घड़ी, अपनी रिंग फिंगर में डायमंड रिंग और पैरों में एक्सपेंसिव शूज़ पहने वह लड़का काफी अट्रैक्टिव पर्सनैलिटी का लग रहा था। यह लड़का कोई और नहीं, युवान था। युवान के बारे में- युवान रॉय कपूर, उम्र लगभग - 28 साल, दिल्ली का सबसे बड़ा बिज़नेसमैन और लव्या का पति। युवान दिखने में काफी हैंडसम था, उसके फेशियल फीचर्स काफी अट्रैक्टिव थे जिससे वह बड़े से बड़े हीरो को मात देता था। युवान कई लड़कियों का क्रश था, न जाने कितनी ही लड़कियों का दिल युवान पर अटका था, लेकिन युवान तो अपना दिल सिर्फ एक लड़की पर हार बैठा था और वह लड़की थी लव्या। सादगी से भरी लव्या भी बहुत खूबसूरत थी। दोनों ही साथ में परफेक्ट कपल लगते थे, मेड फॉर ईच अदर और युवान लव्या से बेहद प्यार भी करता था। युवान लव्या को ही अपनी हसरत भरी नज़रों से देख रहा था तभी उसने लव्या से बिना नज़रें हटाए ही साइड में ट्रॉली से एक रेड रोज़ उठाया और उसे लव्या के सामने करते हुए उसकी आँखों में देखते हुए एक दिलकश आवाज़ में बोला, "गुड मॉर्निंग माय लव। दिस इज़ फॉर यू, ओनली फॉर यू माय लव।" "मेरी जान के लिए मेरी तरफ़ से एक छोटा सा गुलाब, मेरी जान की खूबसूरत सुबह को और स्पेशल बनाने के लिए।" लव्या ने गुलाब नहीं लिया तो युवान बोला, "लो।" जिसे सुन लव्या ने हल्के से नज़र उठाते हुए उसे देखा और अपने काँपते हाथों से वह गुलाब ले लिया। तभी लव्या की सिसकी निकल गई और उसकी आँखों से एक बूँद आँसू लुढ़ककर उसके गालों पर आ गया। done... क्या हुआ लव्या को? जानने के लिए पढ़िये "Trapped in his love". like, comment and share.

  • 2. "Trapped in his love" - Chapter 2

    Words: 1605

    Estimated Reading Time: 10 min

    कहानी अब तक- युवान लव्या को ही अपनी हसरत भरी नजरों से देख रहा था तभी उसने  लव्या से बिना नजरे हटाये ही  side में ट्रोली से एक red rose उठाया और उसे लव्या के सामने करता हुआ उसकी आँखों  में देखते हुए एक दिलकश आवाज़ में बोला-  Good morning my love... This is for you, only for you my love.  मेरी जान के लिए मेरी तरफ से एक छोटा सा  गुलाब ,मेरी जान की खूबसूरत सुबह को और special बनाने के लिए। "  लव्या ने गुलाब नहीं लिया तो युवान बोला-  " लो "। जिसे सुन लव्या ने हल्के से नजर उठाते हुए उसे देखा और अपने कांपते हाथों से वो गुलाब ले लिया । तभी लव्या की सिसकी निकल गयी और उसकी आँखों से एक बूँद आँसू लुढ़ककर उसके गालों पर आ गया।  अब आगे-  जैसे ही लव्या ने गुलाब लिया, उसके हथेली में कांटा चुभ गया, जिससे दर्द से उसकी सिसकी निकल गयी, और उसकी आँखों से एक बूंद आँसू उसके गालों पर आ गया।  जैसे ही युवान ने उसे दर्द में देखा, उसके चेहरे पर फिक्र आ गयी।  " क्या हुआ जान। कहीं दर्द हो रहा है क्या? बोलते हुए उसने फिक्र भरे भाव से लव्या का हाथ अपने हाथ में लिया।  युवान के लव्या की कलाई पकड़ते ही लव्या की वापस से सिसकी निकल गयी और उसकी आँखों में आँसू आ गए।  तभी युवान की नजर उसके हाथ पर गयी। जहाँ उसकी कलाई पर लाल निशान पड़ चुके थे, जो शायद रस्सी से बांधने की वजह से थे और उसका पुरा हाथ भी लाल पड़ चुका था।  " ओहो! जान । तुम्हारा हाथ तो पुरा लाल हो गया है।... बहुत दर्द हो रहा है क्या? युवान लव्या को देखते हुए बोला। तो लव्या ने अपनी आँसू भरी आँखों से हल्का सा सिर उठाकर देखा पर कहा कुछ नहीं।  " एक minute रुको। मैं अभी first aid box लेकर आता हूँ।... उठना नहीं बेड से "hmm." युवान जल्दी से first aid box लेकर आया और जैसे ही ointment लगाने को हुआ लव्या ने अपना हाथ पीछे खींच लिया। युवान ने उसे ऐसा करता देख भौहें सिकोड़कर देखा तो लव्या धीरे से अपने कांपते हुए होंठो से बोली-  " मैं.. मुझे fresh.फ्रेश भी होना है तो पानी में भीग जायेगा। " लव्या की बात सुन युवान ने कुछ पल उसे देखा और फिर ointement रख उसके उपर झुकने लगा।  युवान को ऐसे झुकते देख लव्या की तो साँसें अटक गयी। वो अपनी डरी हुई नज़रो से युवान को देखने लगी। तभी युवान ने धीरे से उसे अपनी गोद में उठा लिया और वॉशरूम में ले जाता हुआ बोला-  " My love तुम्हे tension लेने की कोई  जरूरत नहीं है।.. मैं हूँ ना तुम्हारे लिए।.. "  युवान ने लव्या को brush करवाया और और उसके हाथ और face ,wash करवाके उसे गोद में लिए ही बाहर आया और उसे बेड पर बिठा दिया।  लव्या अपनी गोद में हाथ रख चुपचाप सिर झुकाए बैठी हुई थी। तभी युवान ने " तुम्हारी चाय " पकड़ो।"कहते हुए लव्या को चाय का cup पकड़ा दिया। और उसकी तरफ मुश्कुराकर देखते हुए ब्रेड पर butter लगाने लगा।  लव्या ने अभी चाय पीने के लिए cup उठाया ही था की उसका दूसरा हाथ cup के नीचे लगा जिससे लव्या के मुह से एक आह निकली। और उसके हाथ से चाय का cup छूट गया।  " Lavya  ! संभाल कर।कहते हुए युवान ने जल्दी से cup को संभाला और उसे ट्रोली में रखते हुए लव्या की तरफ देखा जो की उसे ही देख रही थी।  "So.So.Sorry. वो गलती से। " लव्या ने डरते हुए कहा। "It's ok जान.. कोई बात नहीं। तुम्हे तो नहीं लगी कहीं। " युवान लव्या का चेहरा अपने दोनों हाथो में भरते हुए बोला और उसका माथा चूम लिया।  लव्या ने मासूमियत से अपना सिर ना में हिला दिया । उसे ऐसे सिर हिलाता देख युवान के face पर smile आ गयी। युवान ने फिर लव्या को अपने हाथों से breakfast करवाया।  लव्या तो चुपचाप नाश्ता कर रही थी। अच्छे से breakfast करवाने के बाद युवान ने tissue से उसका मुह साफ किया और उसके हाथ पर ointement लगाने लगा।  युवान ने जैसे ही लव्या के हाथ पर ointment लगाया, लव्या ने  "आह " करते हुए अपनी आँखे भींच ली। और उसकी आँखों से झर- झर आँसू बहने लगे।  लव्या को ऐसे रोता हुआ देख युवान उसकी तरफ देख थोड़ी दर्द भरी आवाज़ में बोला- " दर्द हो रहा है ना जान। मुझे भी हो रहा है तुम्हे ऐसे रोता हुआ देखकर पर मैं क्या करू, तुम गलतियाँ करती हो तो मुझे तुम्हे punishment देनी पड़ती है।...  अब देखो तुमने कल गलती की, तो मुझे तुम्हे punishment देनी पड़ी ताकि तुम आइंदा ऐसी गलती ना करो।... मैने तुम्हे कहा था ना की ये ring कभी अपनी ऊँगली से मत उतारना लेकिन तुमने फिर भी उतार कर रख दी। तुम्हे मेरे दिये हुए gift की इतनी भी value नहीं है न, इसलिए मुझे तुम्हे punish करना पड़ा ताकि तुम आगे कभी ये बात ना भूलो की तुम्हारी जिंदगी में मेरी और मेरी दी हुई चीजों की क्या value होनी चाहिए। बोलते हुए युवान की आवाज़ सख्त हो गयी थी। और उसकी आँखों में लव्या के लिए जुनूनियत साफ नजर आ रही थी।  "" ए.. ऐसा . ऐसा नहीं है युवान। मै. मैने रिंग उतारी नहीं थी, वो. वो तो बस bangles पहनते हुए कुछ देर के लिए निकाल कर रखी थी और फिर. फिर मैं पहनना भूल गयी। " लव्या ने रोते हुए ही धीरे से जवाब दिया।  "तो नहीं भूलना चाहिए था ना जान"। युवान ointement लगाता हुआ लव्या की तरफ देख कर बोला।  "अब देखो ना मैने तुम्हे कितने प्यार से वो ring पहनाइ थी और तुम रिंग पहनना ही भूल गयी। ये तो गलत है ना जान, तुम्हे ध्यान रखना चाहिए था ना । भूलना नहीं चाहिए था जान।... तो बस इसलिए ही मैने तुम्हे punishment दी की तुम आगे से कभी इस तरह मेरे दिये हुए gift को इग्नोर ना करो। " "नही करोगी ना।.. बोलो जान फिर से तो नहीं भुलोगी ना"।... युवान ने लव्या की तरफ सर्द नजरों से देखकर पूछा। लव्या ने कुछ नहीं कहा। वो तो बस चुपचाप सिर झुकाए सिसक रही थी। लव्या को कोई जवाब ना देता देख युवान को थोड़ा गुस्सा आ गया। लेकिन उसने अब लव्या पर गुस्सा करना ठीक नहीं समझा। इसलिए अपने गुस्से को control करते हुए फिर से पूछा-  " मैने कुछ पूछा है तुमसे लव्या। Answer me. " ऐसी गलती दुबारा नहीं होगी ना।  इस बार लव्या ने युवान को देख अपना सिर हाँ में हिला दिया  जिसे देख अब युवान ने उसे कुछ नहीं कहा और उसके हाथ में ointement लगाने लगा साथ ही वो उसकी चोट पर फूंक भी मार रहा था। और ये सब वो बहौत प्यार से कर रहा था।  वहीं लव्या को दर्द हो रहा था जिससे उसकी आँखों से आँसू बहे ही जा रहे थे। वो सिर नीचे किये सुबक रही थी।  युवान ने लव्या को इतना रोते देख कुछ पल तो बिना भाव के उसे देखा और फिर झटके से उसकी बाजू पकड़ उसे अपने करीब खींचा और अपने सीने से लगा लिया। वहीं लव्या का रोना अब भी कम नहीं हुआ था, बल्कि उसका रोना और भी बढ़ गया था।  " बस लव्या। बस। अब चुप हो जाओ। और कितना रोओगी। " देखो मैने ointement लगा दी है कुछ देर में ठीक हो जायेगा। Hmmm. अब चुप हो जाओ। युवान लव्या का सिर सहलाता हुआ बोला।  लव्या कुछ देर तो युवान के सीने से लगी सुबकती रही। वहीं युवान भी चुपचाप उसका सिर सेहला रहा था। .. जब कुछ देर बाद लव्या चुप हुई तो युवान ने उसका सिर अपने सीने से निकाला और अपने अंगूठे से उसके आँसू पोंछते हुए उसका माथा चुमकर बोला-  बस अब, और नही रोना। Hmmm. चुप हो जाओ और smile करो।.. तुम्हे पता है ना तुम्हारी मुश्कुराहट देखे बिना मेरा दिन शुरू नहीं होता तो चलो करो smile... Smile. Smile. Smile. युवान ने लव्या की chin पकड़ उसे हँसने के लिए कहा।  तो लव्या ने एक छोटी सी smile कर दी जिसे देख युवान के फेस पर भी smile आ गयी और वो हल्के से लव्या के गालों को चूमते हुए बोला- " That's like my girl. " और उसने हौले से लव्या की दोनों पलकों को चूम लिया।  युवान side table से अपना फोन लेते हुए बोला- " " अच्छा चलो अब मुझे देर हो रही है, तो मैं चलता हूँ office. " और तुम, तुम्हे कोई भी काम करने की जरूरत नहीं है। तुम सिर्फ आराम करोगी। Hmmm. " कहते हुए उसने एक बार फिर लव्या के माथे पर किस किया और वहाँ से जाने लगा।  तभी वो वापस आया और लव्या से बोला-  " लव्या तुम मुझे wish करना तो भूल गयी " । ये सुनते ही लव्या की आँखे फैल गयी। वो जल्दी से- " All the best. Have a great day ". Relax. Relax. कुछ नहीं कह रहा हूँ मैं तुम्हे। And thank you.... युवान ने हल्की smile के साथ कहा। ये सुन लव्या ने चैन की साँस ली तभी युवान फिर बोला- "और हाँ अब मेरे जाने के बाद फिर से रोने मत लग जाना"। बोल युवान बाहर आ गया।  युवान ने बाहर आकर main door को lock किया और गार्ड्स को धमकी देते हुए बोला-  " कोई भी गलती नहीं होनी चाहिए।.. अगर उसे कुछ भी प्रॉब्लम हुई या फिर कोई भी गलती हुई तो तुम्हारी जान लेने में मुझे ज़रा भी वक़्त नहीं लगेगा। समझे। " युवान की धमकी सुन गार्ड्स की हालत खराब हो गयी। और युवान अपनी car में बैठकर office के लिए निकल गया।  Done. अब क्या करेगी लव्या?  क्यों किया युवान ने लव्या को घर में बंद?  Please support this story. Like, comment,  and share.

  • 3. "Trapped in his love" - Chapter 3

    Words: 1998

    Estimated Reading Time: 12 min

    कहानी अब तक-  Relax. Relax. कुछ नहीं कह रहा हूँ मैं तुम्हे। And thank you....  ये सुन लव्या ने चैन की साँस ली तभी युवान फिर बोला- "और हाँ अब मेरे जाने के बाद फिर से रोने मत लग जाना"। बोल युवान बाहर आ गया।  युवान ने बाहर आकर main door को lock किया और गार्ड्स को धमकी देते हुए बोला-  " कोई भी गलती नहीं होनी चाहिए।.. अगर उसे कुछ भी प्रॉब्लम हुई या फिर कोई भी गलती हुई तो तुम्हारी जान लेने में मुझे ज़रा भी वक़्त नहीं लगेगा। समझे। " युवान की धमकी सुन गार्ड्स की हालत खराब हो गयी। और युवान अपनी car में बैठकर office के लिए निकल गया।  अब आगे-  युवान के जाने के बाद लव्या जो अब तक चुप हो गयी थी उसकी आँखों में वापस आँसू आ गए। उसे वो पल याद आ गया जब कल वो कितनी खुश थी पर युवान ने ही उसकी खुशी को आँसुओं में तब्दील कर दिया था।...  Flashback-  " ये युवान भी ना। कुछ बता भी नहीं रहे है। बस कहा की मैने तुम्हारे लिए जो dress भिजवाई है, उसे पहनकर ready रहना "। कमाल है। " लव्या ने bangles पहनते हुए mirror में देखकर खुद से कहा। फिर wall clock की और देखती हुई- " युवान ने सात बजे का बोला था,  फिर अभी तक आये  क्यों नहीं। "  तभी लव्या का फोन बजा। Screen पर युवान का नाम show होता देख लव्या ने पहली ही रिंग में call पिक किया।  " Hello "लव्या ने अपनी soft voice में कहा।  "हाए। तुम्हारी ये प्यारी सी आवाज़, मेरा मन करता है की सुनता ही रहूँ। " उधर से युवान ने दिलकश आवाज़ में कहा तो लव्या के face पर हल्की सी smile आ गयी।  तभी उधर से युवान बोला-  " अच्छा लव्या अभी मन की बात मानने का time नहीं है। ये बताओ तुम ready हो गयी। " मैं wait कर रहा हूँ तुम्हारा बाहर। " "हाँ हाँ मैं बस ready हो ही गयी।.. थोड़ी देर में आ रही हूँ"  "थोड़ी देर नहीं लव्या। अगर तुम ready हो गयी तो जल्दी से बाहर आओ। ".. I have a surprise for you. " बोल युवान ने फोन काट दिया।  युवान की बात सुन लव्या confusion से खुद से ही बड़बड़ाते हुए बोली-  " Surprise मेरे लिए। लेकिन ऐसा कौन सा surprise देने वाले है मुझे युवान "। "  "Anyway मैं जल्दी से जाती हूँ वरना तो युवान गुस्सा करेंगे। उन्हे late होना बिल्कुल पसंद नहीं है। "  बोलती हुई लव्या जल्दी से बाहर जाती है और इसी चक्कर में लव्या की रिंग जो उसने bangles पहनते वक़्त उतार कर रखी थी, वो वहीं dressing table पर रखी रह जाती है।  लव्या जैसे ही बाहर जाती है तो बाहर अंधेरा था।  " ये आज बाहर इतना अंधेरा कैसे है। .. युवान ने तो कहा था की वो बाहर ही है।... युवान, युवान कहाँ है आप। मैं आ गयी हूँ।लव्या युवान को आवाज़ लगाती है।  तभी कोई उसे पीछे से बाहों में भर लेता है। जिससे लव्या एकदम से डर जाती है और जैसे ही पीछे मुड़ने को होती है वैसे ही....  "शशश... मैं हूँ जान"। तुम्हारा युवान।... वरना और किसी में इतनी हिम्मत नहीं जो तुम्हे मेरी जान को हाथ भी लगा दे" ये बात युवान ने बिल्कुल सर्द लहजे में कही थी। जिसे सुन लव्या एक पल के लिए तो सिहर गयी।  "आप.. आप मुझे surprise देने वाले थे ना। कहाँ है surprise. " लव्या ने बात बदलते हुए कहा।  Hmm. Wait. बोल युवान ने लव्या को छोड़ा और लव्या की आँखों पर पट्टी बांधने लगा। जिससे लव्या थोड़ी  हडबडा गयी।  युवान ये ये क्या...  Relax जान। Surprise है ना। "बोल युवान ने लव्या का हाथ पकडा और उसे left side में लेकर जाने लगा। पूरे रास्ते में अंधेरा था जिस वजह से युवान बस उसे अंदाज़े से लेकर जा रहा था।  युवान उसे garden में लेकर आया और उसका हाथ छोड़ दिया।  " हम पहुँच गए क्या? .. कहाँ लेकर आये है आप मुझे युवान अब तो बता दीजिये। " "अभी पता चल जायेगा "। कहते हुए युवान लव्या का blindfold हटा देता है।  लव्या जैसे ही आँखे खोलती है, उसकी आँखे हैरानी से बड़ी हो जाती है।  लव्या इस वक़्त खुले आसमाँ के नीचे garden में खड़ी थी। पूरे garden को fairy lights से सजाया गया था। वहाँ जितने भी plants थे, उन सब में रंग- बिरंगी lights की लडियाँ लगाई हुई थी।  साथ ही जो बड़े पेड़ थे garden में उनको आपस में lights से जोड़ दिया गया था, और उनपर लालटेन लटके हुए थे।  लव्या जहाँ खड़ी थी, वहाँ से कुछ दूरी पर एक गोल table और उसके दोनों तरफ दो chairs रखी हुई थी। और लव्या और dinning table तक का पुरा रास्ता गुलाब की पंखुड़ियों से सजाया गया था और साथ ही रास्ते के दोनों side जगमगाती लालटेन रखी हुई थी।  Garden में decoration lights के अलावा और कोई lights नहीं थी। और इस वक़्त बाहर हल्की- हल्की ठंड भी थी। उपर आसमाँ में चाँद अपनी चाँदनी बिखेर रहा था।  इतने प्यारे मौसम में खुबसूरत decoration के साथ वो नजारा बहुत ही खूबसूरत  लग रहा था। लव्या को तो कुछ होश ही नहीं था। वो तो बस ये नजारा देखने में ही खोयी हुई थी।  वहीं कोई और भी था जिसकी नजरे इन सब पर ना होकर सिर्फ लव्या पर थी। युवान सिर्फ लव्या को ही एकटक प्यार से निहारे जा रहा था जो की एक प्यारी सी smile के साथ चारों तरफ देख रही थी।  लव्या ने इस वक़्त red color की net की सारी पहनी हुई थी, उस पर full sleeves blouse, हाथों में bangles, हल्का makeup, earings, होठों पर crimson red color की लिपस्टिक लगाए लव्या बेहद खूबसूरत और प्यारी लग रही थी।  युवान ने उसे कुछ पल तो देखा और फिर उसे पीछे से अपनी बाहों में भर लिया। और अपनी आँखे बंद कर ली।  " पसंद आया जान " Did you like it? ।  युवान ने आँखे बंद किये ही लव्या से पूछा।  "आप ने इतना कुछ मेरे मेरे लिया किया युवान "। लव्या ने surprisengly पूछा। उसे believe ही नहीं हो रहा था की इतना प्यारा arrangement युवान ने उसके लिए किया था।  तभी युवान ने उसके बालों को पीछे किया और उसके कंधे पर अपना चेहरा टिकाते हुए बोला-  " तुम्हे क्या लगता है किसके लिए किया है मैने ये सब। Of course जान तुम्हारे लिए। मेरी जिंदगी में तुम्हारे अलावा और है ही कौन।... जो भी हो सिर्फ तुम हो इसलिए मैने अपनी जान को surprise देने के लिए ये सब किया। अब बताओ पसंद आया। " " बहुत " लव्या बोली।  ये सुन युवान के होठों पर हल्की सी smile आ गयी और उसने लव्या के कंधे पर kiss कर लिया जिससे लव्या एक पल को सिहर गयी। तभी युवान उसे अपनी बाहों में लिए हुए ही उपर देखने का इशारा किया।  लव्या ने आसमां में देखा तो उसकी आँखे खुली की खुली रह गयी। उपर आसमाँ में एक purple color का heart बना हुआ था जिसमें 'I love you lavya' लिखा हुआ था और ये heart रंग- बिरंगी lights की रोशनी से जगमगा रहा था।  लव्या ने जब ये नजारा देखा तो वो थोड़ी shocked और emotional हो गयी। तभी युवान ने लव्या को अपनी तरफ घुमाया और खुद घुटनों के बल बैठ गया। और अपने coat की pocket से red rose निकाल लव्या के सामने करता हुआ उसकी आँखों में देखकर बोला-  " Lavya, my love! I love you....बहुत प्यार करता हूँ मैं तुमसे लव्या इतना की तुम सोच भी नहीं सकती। ... तुम्हारे लिए मेरे प्यार की कोई हद नहीं है लव्या।...  मैने जिंदगी में कभी किसी को नहीं चाहा पर तुम्हे चाहता हूँ, बेहद चाहता हूँ। सिर्फ तुम्हे और तुमसे ही चाहता हूँ मैं लव्या।.. तुम्हारे अलावा और कुछ नहीं चाहिए मुझे, कुछ भी नहीं।  I love you. बोलते हुए युवान की आँखों में लव्या के लिए सच्चे emotions दिख रहे थे।  वहीं युवान का ये confession सुन लव्या की आँखे खुशी के मारे छलक उठी। इससे पहले भी युवान ने न जाने कितनी ही बार लव्या के सामने अपने प्यार का इज़हार किया था पर फिर भी हर बार लव्या के लिए ये सब कुछ अलग होता था।  लव्या ने  युवान के हाथ से गुलाब ले लिया।युवान खड़ा हुआ और लव्या की आँखों से आँसू साफ करते हुए बोला-  " तुम तो रोने लगी जान।...जबकि तुम्हे तो मेरे i love you का जवाब देना चाहिए था।... क्या तुम मुझसे प्यार नहीं करती? "  "कर. करती हूँ। I love you too yuvaan. " लव्या जल्दी से बोली।  "लव्या I know मैं अपने गुस्से में तुम्हे hurt कर देता हूँ। .. पर ये भी सच है की मैं तुम्हे बहुत चाहता हूँ। और इसलिए मुझे सबकुछ बर्दाश्त है तुम्हारी नाराजगी, तुम्हारा गुस्सा, तुम्हारी नादनियाँ सब कुछ, बस कुछ बर्दाश्त नहीं है तो वो है तुम्हारा मुझे इग्नोर करना। युवान की आवाज़ अब भारी हो गयी थी।  "लव्या मैं ये कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता की तुम किसी के लिए या किसी भी वजह से मुझे भूलो, या मेरी दी हुई चीजों की disrespect करो।.. इसलिए अगर कभी भी तुमने मेरे दायरे से बाहर जाने की कोशिश की ना तो मैं क्या कर जाऊँगा, मैं खुद भी नहीं जानता।... तो ऐसा कुछ करने के बारे में कभी सोचना भी मत लव्या। Hmmm. युवान ने लव्या के फेस को अपने दोनों हाथों में भर उसकी आँखों में गहराई से देखते हुए कहा। इस वक़्त युवान की आँखों में लव्या के लिए एक अलग ही जुनून नजर आ रहा था।  ये देख लव्या एक पल के लिए सहम गयी। वहीं युवान अभी भी उसे ही गौर से देख रहा था जैसे वो अपने जवाब का इंतज़ार कर रहा हो।  जिसे समझ लव्या ने अब अपना सिर हाँ में हिला दिया।.. वहीं युवान की आँखे अब नॉर्मल हो गयी और उसके फेस पर हल्की सी smile आ गयी। उसने लव्या के माथे पर किस कर लिया। फिर उसकी आँखों में देखते हुए ही उसकी दोनों पलकों पर किस कर लिया। .. उसने बारी- बारी से उसके दोनों गालों को चूमा और फिर हल्के से उसके होठों को अपने होठों से छू लिया।  लव्या तो एकदम से उचक गयी और वो blush करने लगी। युवान ने हल्का smile करते हुए लव्या को देखा और अपने फोन में कुछ किया जिससे वहाँ एक soft music play होने लगा। युवान ने लव्या की कमर पर हाथ रखा और उसके हाथ में हाथ लेकर धीरे- धीरे dance करने लगा।  देखा हज़ारों दफ़ा आपको फिर बेक़रारी कैसी है। संभाले संभलता नहीं ये दिल कुछ आप में बात ऐसी है । ( युवान continuosly लव्या की आँखों में देखे जा रहा था)  लेकर इजाज़त अब आप से सांसें ये आती जाती है ढूंढें से मिलते नहीं हैं हम बस आप ही आप बाकी हैं।  ( लव्या को तीन- चार बार गोल- गोल घुमाते हुए उसे पीछे से बाहों में भरकर)  पल भर ना दूरी सहें आप से बेताबियां ये कुछ और हैं हम दूर होके भी पास हैं नजदीकियां ये कुछ और हैं।  देखा हज़ारों दफ़ा आपको फिर बेक़रारी कैसी है  संभाले संभलता नहीं ये दिल ❤। ( अपने सामने कर लव्या का हाथ अपने दिल वाली जगह पर point करते हुए)  कुछ आप में बात ऐसी है आगोश में है जो आपकी ऐसा सुकून और पायें कहाँ आँखें हमें ये रास आ गयी अब हम यहाँ से जायें कहाँ।  देखा हज़ारों दफ़ा आपको फिर बेक़रारी कैसी है संभाले संभलता नहीं ये दिल  कुछ प्यार में बात ऐसी है हम्म.. फिर बेक़रारी कैसी है ।  Dance करते हुए ही युवान ने लव्या की आँखों में देखा और उसकी आँखों में देखते हुए ही लव्या के lips को अपने lips से मिला लिया। और अपनी आँखे बंद कर ली।  युवान लव्या को काफी soft kiss कर रहा था। वहीं लव्या की आँखे बंद थी और उसके हाथ युवान के कॉलर पर कस गए थे। वो तो बस आँखे बंद किये युवान की बाहों में चुपचाप  खड़ी उसे और उसके प्यार को फील कर रही थी।  Done. बाकी का कल।  And guys please support this content. अगर story पसंद आ रही है तो like, comment करो और रिव्यू करो। 

  • 4. "Trapped in his love" - Chapter 4

    Words: 2146

    Estimated Reading Time: 13 min

    कहानी अब तक-  Dance करते हुए ही युवान ने लव्या की आँखों में देखा और उसके चेहरे पर झुकने लगा। लव्या की आँखे अपने आप बंद हो गयी।  युवान  ने भी देखते हुए ही लव्या के lips को अपने lips से मिला लिया। और अपनी आँखे बंद कर ली।  युवान लव्या को काफी soft kiss कर रहा था। वहीं लव्या की आँखे बंद थी और उसके हाथ युवान के कॉलर पर कस गए थे। वो तो बस आँखे बंद किये युवान की बाहों में चुपचाप  खड़ी उसे और उसके प्यार को फील कर रही थी।  अब आगे-  युवान एक मीठी सी किस के बाद लव्या से अलग हुआ और उसे देखने लगा। वहीं लव्या की आँखे अभी भी बंद थी। ये देख युवान हल्का मुश्कुराया और लव्या के गालों पर किस कर लिया।  अपने गालों पर युवान के होठ महसूस होते ही लव्या ने झट से अपनी आँखे खोली तो युवान smile करते हुए उसे ही देख रहा था। " So sweet ". ये sweet तो किसी sweet से भी ज्यादा sweet था। " ये सुन लव्या के गाल शर्म से लाल हो गए। और उसकी नजरे झुक गयी। लव्या तो शर्म के मारे युवान की तरफ देख भी नहीं रही थी।  युवान अपना रूमाल निकाल लव्या के होठों के पास फैली lipstick साफ करते हुए बोला-  " My love इतना भी मत शर्माया करो मेरे सामने।.. तुम्हारा ये शर्माना कहीं मेरी जान ही ना ले ले। " लव्या ने तो अब कसकर अपनी आँखे मींच ली। तभी युवान लव्या के चेहरे के करीब जा अपनी गर्म साँसें छोड़ते हुए बोला-  "  मेरी जान अगर इतना शर्माओगी तो आगे का process कैसे होगा। " अभी तो बहौत कुछ बाकी है। " ये सुनते ही लव्या ने अपनी आँखे खोली तो युवान उसे ही एक टेढी smile के साथ देख रहा था। उसने लव्या की तरफ eye wink कर दी। और दो कदम पीछे हट लव्या को उपर से नीचे तक निहारने लगा। वहीं लव्या तो अब जमीन में ही गड़े जा रही थी।  युवान की नजरे खुद पर फील कर लव्या की धड़कन बढ़ गयी थी। वो खुद को शांत रखने के लिए इधर- उधर देखने लगी। लेकिन युवान ने जब अब भी अपनी नजरे नहीं हटाई तो लव्या  धीरे से अपनी नजरे उठा युवान को देखते हुए बोली-  "भूख, भूख लगी है। .. चलिए dinner करते है"।  लव्या की बात सुन युवान ने मुश्कुराते हुए अपना सिर ना में हिलाया। वो जानता था लव्या ये सब क्यों बोल रही थी।  .. उसने लव्या का हाथ पकडा और उन red petals से सजे रास्ते पर चलते हुए बोला-  "  My love भूख लगी है तो चलो पहले तुम्हे तुम्हारा favorite dinner करवाता हूँ। उसके बाद मुझे फिर अपना favorite dinner करना है।.. फिर लव्या के कान के करीब जा- " समझ रही हो  ना अपने किस favorite dinner की बात कर रहा हूँ मैं "। You know what I mean.... मुझे तो आज वहीं dinner करना है, मेरा पेट तो उसी से भरेगा। " बोलते हुए युवान के face पर एक टेढ़ी मुस्कान थी वहीं लव्या तो बस चुपचाप उसकी double meaning बातें  सुन रही थी। और उसके face पर एक शर्म से भरी प्यारी सी smile थी।  युवान उसे dinning table के पास लेकर गया। Dinning table के चारों तरफ  गोल boundry बनी हुई थी। उस boundry के बाहर आस- पास काफी सारे छोटे- बड़े plants थे। जिन्हे decorate किया हुआ था। Boundry के अंदर काफी space था जिसमें चारों तरफ flower pot रखे हुए थे और side में एक सोफा रखा था।  वो गोल boundary उपर तक थी जिस पर wooden craft किये flowers की design के कई सारे show pieces लटके हुए थे। वो show pieces खिले हुए flowers की design में थे बस, फर्क इतना था की वो सारे असली ना होकर लकड़ी के बने हुए थे।   इन wooden craft flowers में candles लगी हुई थी।  युवान ने जैसे ही side में रखे  remote का एक button press किया जिससे वो सारी candels जल उठी। हल्की हवा चलने की वजह से ये सारे flowers झूमर की तरह हिल रहे थे। इस नजारे ने उस dinner को और भी romantic बना दिया था।  वहीं dianing table को भी काफी खूबसूरती से decorate किया गया था। वहाँ कई dishes रखी हुई थी, जो सारी लव्या की पसंद की थी। युवान ने लव्या की चेयर को पीछे किया और उसे बैठने का इशारा किया।  लव्या के बैठने के बाद युवान भी अपनी चेयर पर बैठ गया और लव्या की plate में खाना serve करने लगा। खाना serve करने के बाद युवान ने अपनी कोहनी टेबल पर रख अपना हाथ गाल पर टिकाते हुए एकटक लव्या को निहारने लगा। वाकई लव्या आज काफी खूबसूरत लग रही थी और candles की रोशनी में उसका चेहरा और भी दमक रहा था। जहाँ युवान लव्या को निहार रहा था वहीं लव्या अपने आस- पास के नजारे को निहार रही थी।  तभी युवान ने लव्या को देखते हुए ही उसका हाथ अपने हाथ में लिया और उसके हाथ को चूम लिया।  लव्या भी उसे ही देख रही थी तभी-  युवान को कुछ फील हुआ। उसने उसके हाथ पर नजर डाली तो लव्या की ऊँगली से रिंग गायब थी। लव्या की ऊँगली में रिंग ना देख युवान ने अपनी आँखे बंद कर ली और उसके दूसरे हाथ की मुट्ठी बन गयी।  " लव्या ring कहाँ है तुम्हारी "। युवान ने शांत आवाज़ में लव्या से पूछा। युवान के मुह से रिंग की बात सुन लव्या युवान को हैरानी से देखने लगी। तभी युवान फिर बोला-  " कुछ पूछा है मैने तुमसे लव्या " वो रिंग जो मैने तुम्हे दी थी, कहाँ है वो। "... युवान ने लव्या की तरफ बिना देखे ही थोड़ी सख्त आवाज़ में पूछा।  लव्या ने युवान से अपना हाथ छुड़ा  ऊँगली देखी तो ring वाकई गायब थी। ये देख लव्या घबरा गयी और युवान की तरफ देखने लगी।  "वो.. वो युवान। " लव्या को याद नही आ रहा था की उसने वो रिंग कहाँ रख दी क्योंकि जहाँ तक उसे याद था उसने वो रिंग अपनी ऊँगली में पहन रखी थी।  " तो मेरे दिये हुए गिफ्ट की तुम्हारी नजरों में कोई value नहीं है "। है ना लव्या"। युवान ने अब अपनी नजर उठा लव्या कि देखते हुए कहा।  युवान की आवाज़ भले ही शांत थी पर उसका लहजा लव्या को डरा रहा था।  "युवान ऐसी ऐसी बात नहीं है"। लव्या ने सफाई देनी चाही।  "तो फिर क्या और कैसा है लव्या। रिंग फैंक दी कहीं उठाकर या आज फिर से पहनना भूल गयी। "  तुम जानती थी ना वो रिंग कितने प्यार से पेहनाइ थी मैने तुम्हे। लेकिन तुम. तुम ने फिर भी उसे सम्भाल कर नहीं रखा। "  युवान लव्या को सर्द नजरों से घूरते हुए बोला। ... युवान की आँखे अब लाल हो चुकी थी। वो काफी गुस्से में आ चुका था। सही कहा था उसने उसे सब कुछ बर्दाश्त था, सिवाय इसके की लव्या उसे या उससे जुड़ी किसी भी चीज के प्रति लापरवाह हो या फिर इग्नोर करें।.. युवान ने लव्या को वो रिंग एक खास मौके पर दी थी लेकिन उससे भी ज्यादा वो रिंग खास थी। और युवान ने उसे पहले ही सख्त हिदायत दी थी की वो इस रिंग को कभी ना उतारे।  वहीं लव्या को डर लग रहा था। तभी युवान चिल्लाते हुए बोला-  " क्यों लव्या क्यों, क्यों करती हो तुम ऐसा।... मैं हर कोशिश करता हूं की तुम पर बिल्कुल गुस्सा ना करूँ लेकिन तुम तुम हो की हर बार कुछ न कुछ करके मुझे गुस्सा दिला ही देती हो। Why lavya.  युवान ने कसकर अपनी आँखे भींच ली और अपनी eyebrow rub करने लगा। कुछ पल बाद उसने अपनी आँखे खोली और लव्या को गुस्से में घूरते हुए बोला-  " अब गलती की है तो punishment तो मिलेगी ना जान। " वहीं लव्या की आँखे punishment का नाम सुनकर डर से भर गयी। उसकी आँखे नम हो गयी।  " So. Sorry yuvaan. Am sorry " आगे से ऐसी गलती नहीं होगी " लेकिन युवान ने लव्या की बात को इग्नोर किया और लव्या के पास जा उसके करीब झुकने लगा। लव्या तो अपनी सहमी हुई नज़रो से युवान को देख रही थी।  युवान ने उसके उपर झुकते हुए ही उसके दोनों हाथों को पकड़ा और उन्हे पीछे की तरफ मोड़ अपनी टाई से बांध दिया।  वहीं लव्या तो बस यहीं कह रही थी। युवान नहीं please, युवान।  युवान ने अब remote उठा एक button press किया जिससे वो सारे wooden craft flowers जो लटक रहे थे वो उल्टे हो गए। जिससे उन में जल रही candels की बत्ती का सिरा नीचे की तरफ हो गया। और उन candels की मोम पिघलकर लव्या के हाथ पर गिरने लगी।  "आह । आह। युवान please नहीं। " हाथ बंधे होने की वजह से लव्या अपना हाथ हिला भी नहीं पा रही थी। मोम गिरने की वजह से लव्या के हाथ में जलन हो रही थी। वो रोते हुए ही युवान से खुद को छोड़ देने को कह रही थी।  "युवान please am sorry. I promise please आगे से ऐसी गलती नहीं होगी। Please खोल दीजिये युवान। बहुत जल रहा है। युवान। " वहीं युवान तो बिना भाव के आँखों में गुस्सा लिए लव्या को रोता हुआ देख रहा था। तभी वो आगे आया और लव्या के पास चेयर पर बैठते हुआ बोला-  " भूख लगी थी ना तुम्हे। लो खाना खाओ "। ये कहते हुए उसने लव्या के मुह की तरफ निवाला बढ़ाया। लेकिन  लव्या रोते, छटपटाते खुद को छोड़ने के लिए कह रही थी।  "युवान माफ कर दीजिये। मुझे सच में बहुत दर्द हो रहा है। "... मैं नहीं उतारुँगी वो रिंग कभी अपने हाथ से। Please छोड़ दीजिये।  पर युवान को तो जैसे लव्या के रोने से कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था। वो दुबारा बिल्कुल सख्त आवाज़ में बोला-  " अगर तुम चाहती हो लव्या की मैं तुम्हारे हाथ खोल दूँ तो पहले खाना खाओ। वरना जितनी देर तुम खाना खाने में लगाओगी, तुम्हारी सज़ा उतनी ही बढ़ती जायेगी "। .. So let's finish the dinner.  युवान की बात सुन लव्या और भी ज्यादा डर गयी और रोते हुए ही युवान के हाथ से निवाला खा लिया। लव्या रोती रही और युवान ने उसे ऐसे ही पुरा खाना खिला दिया। खाना खिलाने के बाद उसने लव्या का मुह साफ किया और  खड़े होते हुए वापस से remote का button press किया जिससे वो झूमर वापस से सीधे हो गए और लव्या के हाथ पर मोम गिरना बंद हो गयी।  युवान ने उसके बाद लव्या के हाथ भी खोल दिये। हाथ खोलते ही लव्या ने अपने दोनों हाथो को खुद से चिपका लिया। उसकी हालत खराब हो चुकी थी।  गर्म मोम गिरने की वजह से लव्या का हाथ पुरा लाल पड़ चुका था। रोने से उसकी आँखे सूझ चुकी थी। और आँखों से आँसू अब भी रुकने का नाम नहीं ले रहे थे।  लव्या को जलन हो रही थी। वो अपने हाथ में फूंक मारने लगी। तभी युवान ने एक गहरी साँस ली और लव्या को अपनी गोद में उठा लिया। और सोफे पर जाकर बैठ गया।  वहीं लव्या युवान से बहुत डर चुकी थी। वो उसकी तरफ देख तक नहीं रही थी, बस सिर नीचे किये अपने हाथ को पकड़े दर्द से सिसक रही थी।  तभी युवान ने उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से पकड़ा। ये देख तो लव्या की साँसें अटक गयी और डर की वजह से उसकी आँखों में झर- झर आँसू बहने लगे।  वो बस अपनी लड़खडाती हुई आवाज़ में इतना ही बोली- " Am, am sorry yu. युवान। मै. मैं  आ आगे से ध्य. ध्यान रखूँगी। " डर और रोने की वजह से उसकी आवाज़ भी नहीं निकल रही थी। तभी युवान ने बिना कुछ बोले उसका सिर अपने सीने से लगा लिया और उसके हाथ पर किस करने लगा।  वहीं लव्या को युवान के ऐसे किस करने से कुछ राहत मिल रही थी। तभी युवान  उसका सिर सेहलाते हुए सिर्फ कुछ शब्द बोला-  " आँखे बंद करो अपनी और सो जाओ " । युवान ने कहा और एक हाथ से लव्या का सिर सेहलाने लगा। साथ ही वो लव्या के दोनों हाथों को अपने होठों से लगा धीरे- धीरे से किस कर रहा था।  लव्या थोड़ी देर तो युवान के सीने से लगी रोती गयी। रोते- रोते वो कब सो गयी उसे भी पता नहीं चला। थोड़ी देर बाद जब युवान ने अपने सीने पर लव्या की गहरी साँसों को महसूस किया तो उसने अपना सिर नीचे कर के देखा तो लव्या सो चुकी थी। लेकिन उसकी चेहरे पर आँसुओं के निशान अभी भी थे।  ये देख युवान ने एक गहरी साँस ली और लव्या के माथे पर किस करते हुए उसे और अच्छे से खुद के आगोश में समेट लिया। और सामने की तरफ देखने लगा।  "मैं तुम्हे खुद से दूर कभी नहीं जाने दूँगा। ना खुद से, ना खुद से जुड़ी किसी भी चीज से।.. चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी क्यों न करना पड़े"।  इस वक़्त उसकी आँखों में एक अलग ही expression थे।  done... wait for next chapter. like, comment and share

  • 5. "Trapped in his love" - Chapter 5

    Words: 1716

    Estimated Reading Time: 11 min

    कहानी अब तक- ये देख युवान ने एक गहरी साँस ली और लव्या के माथे पर किस करते हुए उसे और अच्छे से खुद के आगोश में समेट लिया। और सामने की तरफ देखने लगा।  "मैं तुम्हे खुद से दूर कभी नहीं जाने दूँगा। ना खुद से, ना खुद से जुड़ी किसी भी चीज से।.. चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी क्यों न करना पड़े"।  इस वक़्त उसकी आँखों में एक अलग ही expression थे।  अब आगे- Flashback end.  उसके बाद जब सुबह लव्या उठी तो उसके हाथ bed के headrest से बंधे हुए थे। और जो युवान रात को इतना गुस्से में था, वो सुबह बिल्कुल इससे उलट behave कर रहा था जैसे की उससे ज्यादा प्यार लव्या को इस दुनिया में कोई और कर ही नहीं सकता। यहीं सब सोचते हुए लव्या की आँखों से आँसू बहे जा रहे थे। तभी उसकी नजर वहीं side table पर रखी एक फोटो frame पर गयी जिसमें उसकी और युवान की फोटो थी।  लव्या ने फोटो फ्रेम को हाथ में लिया और उस पर अपना हाथ फेरते हुए बोली-  " समझ ही नहीं आता की मैं अपनी किस्मत पर रोऊँ या हंसु। अपनी किस्मत को दोष दूँ या उस पर नाज करू। " क्योंकि युवान को तो मैं समझ ही नहीं पा रही हूँ।  कभी तो युवान मुझसे इतना प्यार करते है, इतना ख्याल रखते है की मुझे लगता है की मुझसे ज्यादा खुशनसीब इस पूरी दुनिया में कोई नहीं है और अगले ही पल उन्हे किसी छोटी सी बात पर भी इतना गुस्सा आता है की वो मुझे hurt करते है। तब लगता है की मुझसे ज्यादा बदनसीब इस पूरी दुनिया में कोई नहीं है "।  कल भी सिर्फ एक रिंग ना पहनने की वजह से उन्होंने मुझे इतनी बड़ी punishment दी।"बोलते हुए लव्या के face पर एक दर्द भरी smile आ गयी। उसने उस फोटो frame को रखा और वॉशरूम में चली गयी।  वहीं दूसरी तरफ एक luxuries कैबिन जिसमें हर एक चीज बड़ी सलीके से रखी हुई थी। उस कैबिन में किंग size चेयर पर युवान बैठा हुआ था  । जिसके चेहरे पर कोई भाव नही था और उसकी नजरे अपने laptop पर थी और laptop की screen पर अभी लव्या की live footage चल रही थी।  साथ ही युवान के कानों में bluetooth लगा हुआ था जिससे लव्या ने अभी जो कुछ भी कहा था वो सब कुछ युवान ने साफ सुना था। लेकिन लव्या की दर्द भरी बातें सुन भी युवान के भाव नही बदले। वो वैसे ही बिना किसी भाव के बोला-  जब सिर्फ प्यार हो तो वो बेखौफ होता है  और बेखौफ प्यार में ही धोख़ा मिलता है लेकिन अगर उसी प्यार में जुनून हो तो वहाँ प्यार के साथ डर भी होता है और जहाँ डर होता है वहाँ धोख़ा देने की हिम्मत नहीं होती।  "  So लव्या my love तुम चाहे अपनी किस्मत पर नाज करो या अपनी किस्मत पर रोओ लेकिन रहना तुम्हे मेरे साथ ही है। क्योंकि तुम्हे तो खुद से दूर मैं कभी नहीं जाने दूँगा।... तुम्हे प्यार करने का, तुम्हे hurt करने का, रुलाने का, हँसाने का  ,तुम पर हर हक सिर्फ मेरा है सिर्फ मेरा। बोलते हुए उसकी आँखों में एक जुनूनियत थी।  वहीं दूसरी तरफ लव्या इस वक़्त किचन में खड़ी थी और अपनी ही सोच में गुम थी  की तभी उसके घर की doorbel बजी। एक servant ने जाकर door open किया तो बाहर watchman खड़ा था। Watchman ने servant से कुछ कहा और अंदर आया।  उसने अपनी नजरे झुकाए हुए ही आन्या की तरफ फोन पकड़ाया और बिना उसे देखे हुए बोला-  " Ma'am सर का फोन है। वो आपसे बात करना चाहते है शायद आपका फोन लग नहीं रहा था "। Watchman की बात सुन लव्या के चेहरे पर पसीना आ गया। उसने जल्दी से watchman से फोन लिया और अपने कान पर लगाते हुए अपनी प्यारी सी आवाज़ में बोली-  " ह हैलो। " तभी उधर से युवान की सर्द आवाज़ आयी-  " लव्या तुम्हारा फोन कहाँ है। मैने तुमसे कितनी बार कहा है की अपना फोन अपने पास रखा करो।... लेकिन तुम हो की तुम्हे मेरी बात समझ ही नहीं आती है।.. "  युवान की सर्द आवाज़ सुन लव्या घबरा गयी। उसने जल्दी से अपनी सफाई देते हुए कहा-  यू युवान am sorry. वो मैं किचन में थी और फोन शायद रूम में रह गया। मैं मैं अभी देखती हूँ। आप plaese गुस्सा मत कीजिये। " लव्या ने अटकते हुए कहा। युवान की इतनी सर्द आवाज़ सुनकर ही लव्या डर गयी थी।  वहीं युवान ने  लव्या की ऐसी सेहमी सी आवाज़ सुनी तो उसे एक पल के लिए बुरा लगा। उसने एक गहरी साँस ली और अपनी आवाज़ में नर्मी बरतते हुए बोला-  " Relax लव्या। मैं गुस्सा नहीं हूँ बस मैं तुम्हे समझा रहा था की please अपना फोन साथ रखा करो।... मुझे तुमसे बात करनी होती है ना।....  "अच्छा ये बताओ तुम्हारा हाथ कैसा है अब। Is it paining still. "न नहीं अब ठीक है"। लव्या ने धीरे से जवाब दिया।  "Okk then तुम एक काम करो lunch लेकर office आ जाओ। मुझे तुम्हारे साथ lunch करना है"।  वहीं युवान की बात सुन लव्या के face पर फिर से घबराहट आ गयी। उसे अभी भी यहीं लग रहा था की युवान ने उसे कोई सज़ा देने के लिए बुलाया है। वहीं युवान भी लव्या के मन की बात समझ रहा था लेकिन फिलहाल उसने कुछ नहीं कहा। वो लव्या के जवाब का wait कर रहा था लेकिन उधर से जब लव्या का कोई जवाब नहीं आया तो युवान ने फिर से कहा-  " क्या हुआ लव्या..?खाना खिलाने का इरादा नहीं है क्या अपने पति को..!" युवान की बात सुन लव्या सकपका गयी और जल्दी से बोली-  " न नहीं ऐसी बात नही है। मैं आती हूँ "। बोल लव्या ने फोन काट दिया। वहीं लव्या की बात सुन युवान के फेस पर smile आ गयी और उसने अपना सिर headrest से टिका आँखे बंद कर ली।  थोड़ी देर बाद एक कार युवान के ऑफिस की बिल्डिंग के बाहर आकर रुकी। कार से driver बाहर निकला और उसने बैक सीट का डोर ओपन किया तो लव्या बाहर आयी और ऑफिस की तरफ बढ़ गयी।  लव्या सीधा युवान की पर्सनल लिफ्ट से टॉप फ्लोर पर गयी और युवान के कैबिन के बाहर जाकर खड़ी हो गयी। लव्या बाहर खड़ी अपने हाथों को मसल रही थी। उसका दिल काफी घबरा था अंदर जाने के लिए क्योंकि उसे युवान के मूड का कुछ समझ नहीं आता था की कब किस पल, किस बात पर उसे गुस्सा आ जाए और वो उसे फिर कोई पनिशमेंट दे दे।  लव्या बाहर ही खड़ी थी की तभी उसके कानों में एक आवाज़ आयी।  " बाहर ही खड़े रहने का इरादा है या अंदर भी आओगी sweatheart. " ये आवाज़ सुन लव्या चोंक गयी। उसे समझ नहीं आ रहा था की युवान को पता कैसे चला की वो बाहर ही खड़ी है। लव्या इधर- उधर देखने लगी। तभी युवान फिर बोला-  " इधर- उधर देखना बंद करो और अंदर आओ लव्या " । और इसी के साथ डोर अपने आप खुल गया। लव्या ने सामने देखा तो युवान बैठा उसे ही देख रहा था। और उसके फेस पर तीर्छि smile थी।  लव्या ने युवान को ऐसे smile करते देखा तो उसने अपनी नजरे झुका ली। तभी युवान ने उसे अपने पास आने का इशारा किया।  " इधर आओ मेरे पास " युवान की बात सुन लव्या ने अपने कदम बढ़ाये और युवान से थोड़ी दूरी पर जाकर खड़ी हो गयी। ये देख युवान की आँखे छोटी हो गयी। उसने फिर कहा-  " इतनी दूर क्यों खड़ी हो, और पास आओ "। लव्या थोड़ा और पास गयी लेकिन अभी भी उसने युवान से काफी डिस्टेंस मैनटैन् कर रखी थी।  युवान ने उसे आँखे दिखाई तो लव्या ने एक कदम और बढ़ाया तभी युवान ने उसका हाथ पकड़ कर झटके से खींच लिया जिससे लव्या सीधा युवान की गोद में जाकर गिरी और उसके सीने से लग गयी।  वहीं युवान ने उसे अपनी गोद में ठीक से एडजस्ट किया और उसके बाल कान के पीछे करते हुए बोला-  " इतनी देर से बाहर क्यों खड़ी थी..?तुम्हारे ही पति का कैबिन है ये किसी और का नहीं "। बोलते हुए युवान ने लव्या के earlobe पर किस कर लिया। वहीं युवान की बात सुन लव्या ने कुछ नहीं कहा और युवान की गोद से उठने के लिए मस्क्कत करने लगी। युवान ने वापस उसका हाथ पकड़ कर खींचा और उस पर अपनी बाहें कसते हुए बोला-  " हिलना डुलना बंद करो। तुम्हारे ऐसे हिलने से मेरा कंट्रोल लूज़ हो रहा है "। फिर कोई गुस्ताखी हुई तो मुझे ब्लैम मत करना" युवान ने शरारती smile के साथ कहा और लव्या की तरफ देखकर अपनी आँख ब्लिंक कर दी।  वहीं लव्या तो हैरान रह गयी युवान के मुह से ऐसी बात सुनकर। वो अपनी बड़ी- बड़ी आँखों से उसे देखने लगी तो युवान अपनी भौहें उचकाते हुए बोला-  " क्या ऐसे क्या देख रही हो ? मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ। सच में तुम्हारे ऐसे हिलने से मैं अपना कंट्रोल खो दूँगा। " युवान की ऐसी बेशर्मी भरी बाते सुन लव्या के गाल शर्म से लाल हो गए।  कितने बेशर्म है ये..!शर्माते हुए लव्या अब चुपचाप बैठ गयी और उसने अपनी नजरे फेर ली।  लव्या को नजरे फेरते देख युवान की smile आ गयी और उसकी आँखे सर्द हो गयी। उसने लव्या के गालों को कसकर पकडा और उसका चेहरा अपनी तरफ घुमाते हुए सर्द लहजे में बोला-  " तुम्हारी नजरे मुझ पर होनी चाहिए लव्या। Don't you dare to ignore me. मुझसे नजरे फेरने की कोशिस भी मत करना। वरना मुझ से बुरा कोई नहीं होगा "।  युवान को गुस्सा होते देख लव्या वापस से सहम गयी। " Am. Am sorry. मैं तो बस... लव्या इससे आगे कुछ कह ही नहीं पायी। उसकी आँखे भर आयी तो, आँखों से आँसू आने को बेताब था युवान ने जब लव्या को इतना डरा सहमा देखा तो उसने खुद को control किया और एक गहरी साँस भर लव्या को अपने सीने से लगा लिया।  Am sorry. कुछ ज्यादा ही गुस्सा करता हूँ ना तुम पर। पर तुम जानती हो ना मैं तुम्हारे लिए कितना possessive हो। मुझे गुस्सा आता है जब तुम मुझे इग्नोर करती हो। " बस इसलिए मुझे गुस्सा आता है। "बोल युवान ने उसके बिखरे बालों को ठीक किया और और उसका sir अपने सिर से निकालते हुए बोला-  " चलो lunch करते है "।  Done.

  • 6. "Trapped in his love" - Chapter 6

    Words: 1505

    Estimated Reading Time: 10 min

    कहानी अब तक- युवान ने जब लव्या को इतना डरा सहमा देखा तो उसने खुद को कंट्रोल किया और एक गहरी साँस भर लव्या को अपने सीने से लगा लिया।  Am sorry ! कुछ ज्यादा ही गुस्सा करता हूँ ना तुम पर? पर तुम जानती हो ना मैं तुम्हारे लिए कितना possessive हो। मुझे गुस्सा आता है जब तुम मुझे इग्नोर करती हो। " बस इसलिए मुझे गुस्सा आ गया। "बोल युवान ने उसके बिखरे बालों को ठीक किया और और उसका सिर अपने सीने से निकालते हुए बोला-  अब आगे-  " लंच ठंडा हो जायेगा। चलो पहले लंच करते है बाकी बातें बाद में करेंगे "। बोल युवान ने लव्या का हाथ पकड़ा और उसे सोफे पर लेकर बैठ गया। युवान ने एक प्लेट में लंच सर्व किया और लव्या को बड़े प्यार से खिलाने लगा। लव्या को युवान ने पुरा खाना खिलाया और फिर बोला-  " अब तुम मुझे खिलाओ "। "क्या? लव्या एकदम से चोंककर बोली । युवान के होठों पर एक शरारती smile आ गयी। उसने लव्या का हाथ पकड़ गोद में बिठा लिया और अपना चेहरा उसके कान के पास ले जाकर सरगोशी करते हुए बोला- " क्या? तो my love भूख तो मुझे तुम्हारी लगी है । मैं तो तुम्हे खाना चाहता हूँ  पर क्या फायदा, तुम वैसे तो मेरी भूख मिटाने नहीं वाली । इससे अच्छा फिल्हाल के लिए तुम मुझे खाना ही खिला दो।... तुम्हें खाने का प्लान अभी ड्रॉप करते है ,बाद में कंटिन्यू करेंगे "। बोल युवान ने लव्या की तरफ आँख ब्लिंक कर दी।   वहीं ये सुनकर लव्या की आँखे फैल गयी और वो अपनी बड़ी -- बड़ी आँखों से युवान को देखते हुए बोली- " मेरा वो मतलब नहीं था "। युवान ने उसकी हथेली को किस करते हुए कहा- " हम्म मुझे पता है तुम्हारा क्या मतलब था । अब खिलाओ..। " लव्या फिर से युवान को देखने लगी तो-  " लव्या मेरी जान मुझे ऐसे मत देखो। तुम मुझे ऐसे देखती हो तो में खुद पर कंट्रोल नहीं कर पाता हूँ।... इसलिए मुझे ऐसे देखना बंद करो और मुझे अपने हाथों से खाना खिलाओ। "  युवान ने लव्या को टिज करते हुए कहा और उसके गाल को बाइट कर लिया।  " आह! " करते हुए लव्या ने अपनी नजरे झुका ली और जल्दी से निवाला तोड़ युवान की तरफ कर दिया। वो कुछ शर्म और कुछ डर की वजह से युवान की तरफ देख भी नहीं रही थी। वहीं युवान ने लव्या को ऐसे देखा तो अपना सिर झटकते हुए मन में बोला- ""उफ्फ ! ये अपनी मासूमियत और झुकी हुई नजरों से एक दिन पक्का मुझे मार डालेगी "। बोलते हुए उसने अपना सिर ना में हिलाया और लव्या को देखते हुए ही उसके हाथ से खाने लगा।  लव्या को भी युवान की नजरे खुद पर फील हो रही थी लेकिन उसने युवान की तरफ नहीं देखा। वो तो अपनी ही उधेड़बुन में थी । उसे समझ नहीं आ रहा था की वो युवान को कैसे समझे ? युवान एक पल में ही इतना केरिंग था, और अगले ही पल एकदम गुस्से में।  थोड़ी देर बाद लव्या युवान की गोद में चुपचाप बैठी हुई थी और युवान ने उसके कंधो पर अपनी चिन टीका रखी थी। दोनों के बीच खामोशी थी। तभी युवान ने लव्या के हाथों को अपने हाथों में लिया और उसका कंधा चूमता हुआ बोला-  " लव्या my love कुछ तो बोलो। जब से आयी हो, चुप हो। अपनी इस प्यारी सी आवाज़ में कुछ तो कहो। तुम्हारी आवाज़ सुनने के लिए तरस रहा हूँ मैं। " ये सुन लव्या की धड़कन बढ़ गयी। वो क्या बोले उसे खुद कुछ समझ नहीं आ रहा था।  वहीं जब युवान ने देखा की लव्या कुछ नही बोल रही है तो उसने उसका चेहरा अपनी तरफ घुमाया और उसके चेहरे को गौर से देखने लगा।  युवान ने कुछ पल बिना किसी भाव के उसे देखा। इस वक़्त युवान के एक्सप्रेशन देखकर कोई नहीं बता सकता था की उसके दिमाग में चल क्या रहा है। लेकिन उसकी आँखों में कुछ तो था काफी misterious...!  युवान ने कुछ पल उसकी लव्या की आँखों में देखा और फिर उसके करीब झुकने लगा। युवान ने एक हाथ लव्या के सिर के पीछे रखा और दूसरे हाथ से उसकी कमर पकड़ अपने करीब किया और उसके होठों पर अपने होठ रख दिये। और उसे किस करने लगा। लव्या की आँखे इस एहसास से खुद ब खुद बंद हो गयी और उसके हाथ युवान के कॉलर पर कस गए।  युवान लव्या को पहले तो स्मूथली किस कर रहा था लेकिन धीरे- धीरे उसकी किस काफी डीप होते जा रही थी। लगभग दस मिनट बाद जब युवान को लगा की लव्या को साँस लेने में प्रॉब्लम हो रही है तो उसने उसके लिप्स पर एक light किस की और उससे दूर हो गया । वहीं लव्या युवान के दूर होते ही लंबी- लंबी साँस लेने लगी। युवान ने उसे ऐसे देख अपना सिर ना में हिलाया और उसका सिर अपने सीने से टीका लिया और उसके बालों को सेहलाने लगा। थोड़ी देर बाद जब लव्या नॉर्मल हुई तो युवान ने उसके बिखरे बालों को ठीक किया और एक teasing smile के साथ बोला-  " लव्या तुम्हे तो किस के बीच में ठीक से साँस लेना भी नहीं आता "। तुम तो इतना ही टॉलरेट नहीं कर पाती हो तो आगे तो बहुत कुछ बाकी है, कैसे टॉलरेट करोगी"।  लव्या युवान की डबल मीनिंग बातें सुन शर्म से लाल हो गयी। वो युवान के सीने पर मारते हुए बोली-  " कितने बेशर्म है आप। ज़रा सी शर्म भी नहीं आती है आपको "। बोल लव्या ने युवान के सीने में सिर छुपा लिया। वहीं लव्या को इतना शर्माता देख युवान जोर जोर से हँसने लगा। वो जोर- जोर से हँसते हुए ही बोला-  " ये शर्माने का डिपार्टमेंट तुम्हारा है my love, मेरा नहीं। मैं तो बेशर्म ही ठीक हूँ। ( फिर एक आँख ब्लिंक करते हुए) अब तुम तो बेशर्मी करने से रही, तो अगर फिर मैं  भी बेशर्मी नहीं करूँगा तो आगे का काम कैसे होगा।... उसके लिए किसी को तो बेशर्म बनना पड़ेगा ना माय डियर wifey..! अब अगर तुम बेशर्मी कर सकती हो देन टेल मी, मैं शरीफ बनने की पूरी कोशिश करूँगा।... लेकिन तुम्हे देखकर लगता नहीं है की तुम अपनी शराफत छोड़ पाओगी। " बोल युवान हँसने लगा। और लव्या को वापस से किस करने लगा। लव्या तो बस अपनी आँखे बंद किये युवान को फील कर रही थी।  एक मिठी सी किस के बाद युवान लव्या से अलग हुआ और अपने रूमाल से उसके होठों की लिपस्टिक को साफ करते हुए बोला-  "अब तुम यहाँ बैठो। मेरी एक मीटिंग है वो मैं जल्दी से खत्म करके आता हूँ। फिर हम शॉपिंग पर चलेंगे... हम्म..! बोल युवान ने लव्या के माथे को चूमा और अपना कोट लेकर बाहर चला गया। वहीं युवान के जाते ही लव्या की आँखों में शर्म और उसके होठों पर एक प्यारी सी मुस्कान आ गयी। युवान उसे जितना हर्ट करता था, उससे कहीं ज्यादा वो उसे प्यार करता था।  ***" वहीं दूसरी तरफ एक अंधेरे कमरे में जिसमें पुरा अंधेरा था केवल एक छोटी सी रोशनी वहाँ थी। उसी कमरे में एक किंग साइज चेयर पर एक शख़्स बैठा हुआ था,। उस डिम् light में केवल उस शख़्स का चेहरा दिख रहा था। उस शख़्स की नजरे अपने सामने लगे प्रोजेक्टर  पर थी जिसमें दो लोगों की फोटो थी और वो दोनों साथ में काफी खुश लग रहे थे।  उस आदमी की निगाहें एकटक उस फोटो पर थी और उसकी आँखों में कई मिलेजुले भाव थे। वो आदमी उठा और प्रोजेक्टर के पास जा उन दोनों लोगों को गौर से देखने लगा।  " युवान कपूर  तैयार रहना मैं आ रहा हूँ। तुझे बर्बाद करने और तेरी सबसे कीमती चीज को तुझसे छिनने "। बोल वो आदमी पागलों की तरह हंसने लगा। प्रोजेक्टर पर चल रही पिक्चर किसी और की नहीं बल्कि युवान और लव्या की थी जिसमें वो दोनों काफी खुश थे।   तभी उसने एक फोटो फ्रेम को हाथ में लिया और जोर से फर्श पर पटक दिया। जिससे पूरे फर्श पर काँच के टुकड़े फैल गए। लेकिन उस आदमी को कोई फर्क नहीं पड़ा। वो अपने घुटनों के बल बैठा और उस फोटो को हाथ में लेकर उसे बीच से फाड़ दिया। जिससे उस पिक्चर के दो टुकड़े हो गए। ये पिक्चर भी युवान और लव्या की ही थी।  उस आदमी ने अपनी पॉकेट से lighter निकाला और युवान की पिक्चर को जला दिया। इस वक़्त उस शख़्स की आँखों में एक अलग ही नफरत नजर आ रही थी। फिर उस शख़्स ने उस दूसरे टुकड़े पर नजर डाली और लव्या की फोटो को गौर से देखने लगा। उसने पिक्चर में ही लव्या के होठों को चूम लिया और उस पर अपनी उंगलियाँ फेरते हुए बोला-  " बहुत जल्द आ रहा हूँ मैं तुम्हे अपना बनाने "। और थोड़ी देर पहले जो उसकी आँखों में नफरत थी अब एक अलग ही जुनून नजर आ रहा था।  Done.तो कौन है ये अंजान शख़्स?  क्या है इसकी नफरत और जुनून का कारण?  क्या थे युवान की आँखों के misterious भाव?  जानने के लिए पढ़िये" Trapped in his love"

  • 7. "Trapped in his love" - Chapter 7

    Words: 1562

    Estimated Reading Time: 10 min

    कहानी अब तक- उस आदमी ने अपनी पॉकेट से lighter निकाला और युवान की picture को जला दिया। इस वक़्त उस शख़्स की आँखों में एक अलग ही नफरत नजर आ रही थी। फिर उस शख़्स ने उस दूसरे टुकड़े पर नजर डाली और लव्या की फोटो को गौर से देखने लगा। उसने picture में ही लव्या के होठों को चूम लिया और उस पर अपनी उंगलियाँ फेरते हुए बोला-  " बहुत जल्द आ रहा हूँ मैं तुम्हे अपना बनाने "। और थोड़ी देर पहले जो उसकी आँखों में नफरत थी अब एक अलग ही जुनून नजर आ रहा था।  अब आगे- वहीं दूसरी तरफ युवान के जाने के बाद लव्या सोफे पर बैठी हुई काफी बोर हो रही थी। वो इधर- उधर नजरे घुमाकर युवान का कैबिन देखने लगी। युवान का कैबिन वाकई काफी luxurious था। तभी लव्या की नजरे युवान की desk पर रखी फोटो frame पर गयी तो लव्या के होठों पर मुस्कान आ गयी। वो फोटो लव्या की ही थी। वाकई युवान की जिंदगी में लव्या सबसे स्पेशल थी, खुद युवान से भी ज्यादा। कैबिन देखने के बाद लव्या ने वॉल क्लॉक की तरफ देखा और एक गहरी सांस लेते हुए बोली-  " युवान तो मीटिंग में चले गए और उनकी मीटिंग तो काफी लंबी चलेगी। अब मैं क्या करू। एक काम करती ऑफिस घूम लेती हूँ। " सोच लव्या ने अपना फोन उठाया और कैबिन से बाहर निकल गयी।  लव्या इधर- उधर देखते हुए पुरा कैबिन घूम रही थी। उसे घूमते हुए करीब एक घंटा हो गया था की तभी वो किसी से टकरा गयी। पर लव्या गिरती उससे पहले ही उस शख़्स ने उसे अपनी बाहों में संभाल लिया।  " अरे संभलकर " अभी गिर जाती आप" बोल उस शख़्स ने लव्या को देखा। वहीं लव्या तो ऐसे गिरने से एकदम चोंक गयी। वो जल्दी से उठने लगी तो उस शख़्स ने लव्या को सम्भालकर खड़ा किया।  " आप ठीक है . आपको कहीं चोट तो नहीं लगी " बोलते हुए वो शख़्स लव्या को अजीब नजरो से देख रहा था वहीं लव्या काफी awkward फील कर रही थी। उसने एक fake smile के साथ कहा- "थ thanks".तभी वो शख़्स  फिर से बोला-  " Are you sure " लव्या को उसके इस तरह पूछने का मतलब कुछ समझ नहीं आया लेकिन उसने फिर भी कुछ ना कहते हुए हाँ में सिर हिला दिया। और वहाँ से चला गया। वहीं लव्या ने अपना सिर झटका और वहाँ से जाने के लिए पीछे मुड़ी।  जैसे ही लव्या पीछे मुड़ी सामने का नजारा देख उसकी आँखे फैल गयी और उसकी आँखों में एक बार फिर से वहीं डर आ गया। सामने युवान अपनी मुट्ठी बांधे, दाँत भीच और लाल आँखे लिए लव्या को ही घूर रहा था। युवान इतने गुस्से में था की उसकी नसे फूल गयी थी।  वहीं लव्या का तो दिल डर से कांपने लगा था।  " यू युवान मेरी मेरी बात.... लव्या बोलने को हुई की तभी युवान उसके पास आया और उसके हाथ को कसकर पकड़ उसे खींच कर जाने लगा।  वहीं युवान के जाते ही पिलर के पीछे से वो शख़्स बाहर आया और युवान को लव्या को ऐसे गुस्से में ले जाते देख उसके होठों पर एक टेढी मुस्कान आ गयी। उसने अपना फोन निकाला और किसी को मेसेज किया। उसके बाद वो शख़्स वहाँ से चला गया।  वहीं लव्या खुद को छूडाने और युवान को समझाने की कोशिश कर रही थी।  " यूवान प्लीज मेरी बात समझने की कोशिश कीजिए । जैसा आप सोच रहे हैं वैसा कुछ भी नहीं है।...युवान प्लीज मेरी बात तो सुनिए। " पर युवान पर तो इस वक़्त गुस्सा सवार था। उसे लव्या की कोई बात सुनाई नहीं दे रही थी।  युवान लव्या को खींचकर अपनी केबिन में लेकर आया और केबिन में आकर उसने एक बटन प्रेस किया जिससे उसके कैबिन की वॉल दो पार्ट में devide हो गयी और एक और डोर खुला।यह प्राइवेट रूम था जो की युवान के केबिन से अटैच था । युवान लव्या अपने प्राइवेट रूम में लेकर आया और ले जाकर उसे वॉशरूम में शावर के नीचे खड़ा कर दिया।  जैसे ही शॉवर का ठंडा पानी लव्या पर गिरा लव्या काँप गयी। वहीं युवान को तो कोई होश ही नही था। वो इधर- उधर चक्कर लगा अपने गुस्से को शांत करने की कोशिश करने लगा। लेकिन युवान को बार- बार लव्या का उस शख़्स की बाहों में गिरना याद आ रहा था जिससे उसका गुस्सा बढ़ता ही जा रहा था।  युवान ने एक नजर लव्या को देखा जो शॉवर के नीचे खड़ी काँप रही थी। और एक झटके में लव्या की कमर में हाथ डाल उसे अपने करीब किया और दूसरे हाथ से उसके बालों को पकड़ खींचते हुए उसके होठों पर अपने होठ रख दिये और उसे rudely किस करने लगा। युवान उसके होठों को अपने दांतों के बीच चबा रहा था। ऐसे लग रहा था जेसे वो इस किस के बदले लव्या पर अपना गुस्सा निकाल रहा हो।  वहीं लव्या खड़ी बस काँप रही थी। उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे। युवान के wildly किस करने की वजह से लव्या को काफी तकलीफ हो रही थी इसलिए वो अपने हाथों को युवान के सीने पर रख उसे धक्का देने लगी। लेकिन युवान पर उसकी कोशिश का कोई असर नहीं हुआ। उसने लव्या के दोनों हाथों को अपने एक हाथ में पकड़ पीछे की तरफ मोड़ा और उसे और भी करीब कर bite करने लगा।  तभी युवान ने लव्या के मुह में अपनी tongue enter करनी चाही लेकिन लव्या ने अपने दोनों होठों को कसके भींच रखा था । ये देख युवान ने लव्या की कमर पर जोर से प्रेस किया। जिससे लव्या की एक चीख निकल गयी। जैसे ही लव्या ने चीखने के लिए अपना मुह खोला युवान ने मौके का फायदा उठा उसकी साँसों को उलझा दिया। वहीं लव्या छटपटा रही थी लेकिन कुछ देर बाद लव्या ने खुद को युवान की बाहों में ढीला छोड़ दिया। युवान को किस करते हुए काफी देर हो गयी थी अब लव्या की सांस घुट रही थी।  वहीं लव्या तो बस युवान के सहारे खड़ी थी। युवान ने उसे होल्ड किया हुआ था, वरना लव्या अब तक गिर गयी होती।  करीब बीस मिनट तक wildly किस करने के बाद युवान ने लव्या को छोड़ा। लेकिन वो उससे दूर नहीं हुआ था, उसने लव्या की कमर अभी भी होल्ड की हुई थी। वहीं युवान के छोड़ते ही लव्या अपने गले पर हाथ रख लंबी- लंबी सांस लेने लगी। उसे तो यहीं लग रहा था की अगर युवान ने उसे कुछ देर और ना छोड़ा होता तो शायद अब तक वो बेहोश हो गयी होती।  पर युवान का गुस्सा अभी भी शांत नहीं हुआ था। उसके सामने बार- बार लव्या का उस लड़के की बाहों में गिरना घूम रहा था और यहीं सोच- सोच उसका दिमाग खराब हो रहा था।  युवान ने कसकर लव्या को पकडा और उसकी आँसू भरी आँखों में देखते हुए दाँत भींच कर बोला-  " तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई किसी लडके के करीब जाने की।... हाँ। मैने कहा था ना तुम्हे की मुझे तुम्हारा मेरे अलावा किसी भी लड़के से बात करना ज़रा भी बर्दाश्त नहीं है फिर भी तुम्हारी इतनी हिम्मत हो गयी की तुम मेरी बातों को इग्नोर करो..! लगता है तुम्हारे दिल से मेरा डर ख़तम हो गया है।... पर कोई बात नहीं तुम्हे कंट्रोल में करना मुझे अच्छे से आता है।...  लगता है तुम्हारे दिल में मुझे अपना डर वापस पैदा करना पड़ेगा ताकि तुम आइंदा से किसी और की बाहों में जाने से पहले हजार बार सोचोगी "। ....   बहुत शौक है ना तुम्हे किसी और की बाहों में गिरने का, उससे हंसकर बात करने का अब मैं तुम्हे बताता हूँ इसका अंजाम क्या होता है। .... कहकर युवान ने एक स्विच ऑन किया जिससे शॉवर से बर्फ से भी ठंडा पानी गिरने लगा।....  वहीं लव्या जो पहले से ही काँप रही थी, अब खुद में ही सिकुड़ने लगी। लव्या को युवान की बातें अपने दिल में सुई की तरह चुभ रही थी लेकिन फिर भी उसने युवान को अपनी सफाई देते हुए कहा-  " यू युवान pl प्लिज़ मेरी मेरी बात सुनिये।... लव्या ने किसी तरह अपनी काँपती आवाज़ में कहा। पर युवान अभी कुछ भी सुनने के मूड में नहीं था। उसने कसकर लव्या की बाजू पकड़ अपने करीब करते हुए कहा-  "लव्या मेरा दिमाग बहुत बुरी तरह खराब हो रहा है ये सोच सोचकर की तुम्हें उसने छुआ, इसलिए मैं अभी तुम्हारी  कोई बात सुनने के मूड में नहीं हूँ।... तुम्हे सिर्फ सज़ा मिलेगी और तुम्हारी सज़ा ये है की तुम इसी शॉवर के नीचे खड़ी रहोगी जब तक मैं खुद आकर शॉवर बन्द ना कर दूँ।....  और अगर तुमने खुद से कोशिश भी की इस शॉवर को बंद करने की तो तुम देखना मैं क्या करता हूँ। इसलिए कोशिश भी मत करना ऐसा कुछ भी करने की या मेरी बातों के खिलाफ जाने की वरना तुम्हारे लिए बहुत बुरा होगा।... क्योंकि उसके बाद गुस्से में मैं क्या करूँगा मैं खुद भी नहीं जानता। so don't dare. " युवान ने दांत भींचते हुए कहा और लव्या को छोड़ बिना उसे देखे बाहर निकल गया और रूम का डोर लॉक कर दिया।  वहीं लव्या पीछे से रोते हुए युवान से  कहरही थी-  " यू युवान प्लिज़ ऐसा मत कीजिये। प्लिज़ युवान पानी बहुत ठंडा है। युवान मेरी एक बार बात तो सुन लीजिये। युवान... बोल लव्या फूट- फूट कर रोने लगी। लेकिन युवान तो गुस्से में बाहर जा चुका था।  Done.  Like, comment and share. And please story को review.

  • 8. "Trapped in his love" - Chapter 8

    Words: 1915

    Estimated Reading Time: 12 min

    कहानी अब तक- वहीं लव्या पीछे से रोते हुए युवान से  कहरही थी-  " यू युवान please ऐसा मत कीजिये। Please युवान पानी बहुत ठंडा है। युवान मेरी एक बार बात तो सुन लीजिये। युवान... बोल लव्या फूट- फूट कर रोने लगी। लेकिन युवान तो गुस्से में बाहर जा चुका था।  अब आगे- युवान के जाने के बाद लव्या एकदम से लूज पड़ गई और शॉवर के नीचे बैठ गई शावर का बर्फ से भी ठंडा पानी लव्या पर गिर रहा था जिससे वह खुद में ही सिकुड़ते जा रही थी।  वहीं दूसरी तरफ युवान गुस्से से अपने कैबिन में आया। उसका गुस्सा अभी तक शांत नहीं हुआ था। युवान को लव्या पर काफी गुस्सा था पर साथ में खुद पर भी। और उसे खुद पर इस बात के लिए गुस्सा आ रहा था की क्यों वो अपना गुस्सा कंट्रोल नहीं कर पाता। उसने पास ही पड़ा एक वास उठाकर जोर से टेबल पर मारा जिससे उसकी कांच की टेबल पूरी तरह टूट कर चकना चूर हो गयी।  तभी युवान ने एक नजर घडी की तरफ देखा और फिर अपने private रूम की तरफ और खुद से ही बोला-  " गलती कर दी लव्या तुमने मेरी बातों को इग्नोर कर।.... तुम्हारी इस सज़ा के बाद अब आइंदा तुम कभी ऐसी गलती करने की हिम्मत नहीं करोगी। " वॉशरूम के डोर को देखते हुए युवान गुस्से से बोला और फिर एक button प्रेस किया। तभी एक पियोन कैबिन में आया। उसने युवान को ग्रीट किया और-  " येस सर ". तभी उस पिओन की नजर फर्श पर बिखरे काँच पर गयी जिसे देख वो भी समझ गया की युवान काफी गुस्से में है। तभी युवान गुस्से से बोला-  " Clean this in ten minutes. और अगर दस मिनट से एक मिनट भी उपर हुआ तो तुम पूरे ऑफिस की सफाई करोगे। " वहीं युवान की बात सुन तो पियोन की हवाईयां उड़ गयी। वो तो बेचारा बिना वजह ही युवान के गुस्से की चपेट में आ गया था। वहीं युवान ने एक नजर फर्श पर डाली और कैबिन से बाहर निकल गया।  करीब फिफ्टीन मिनट बाद युवान वापस कैबिन में आया तब तक उसका कैबिन वापस पहले की तरह हो चुका था।... युवान चुपचाप अपनी किंग साइज चेयर पर अपना लैपटॉप खोलकर बैठ गया । अब तक उसका गुस्सा काफी हद तक शांत हो चुका था।.... युवान की उंगलियाँ कीबोर्ड पर नाच रही थी। वो अपने काम में पूरी तरह खो चुका था। ऐसे ही लगभग एक घंटे बाद युवान के कैबिन का डोर knock हुआ। युवान ने "कम इन" कहते हुए परमिशन दी तो उसका असिस्टेंट अंदर आया और युवान को ग्रीट करते हुए रिस्पेक्टफुल्लि बोला-  " सर वो मिस्टर खन्ना आ चुके है। और वो मीटिंग रूम मे आपका वेट कर रहे है "। इतना बोल असिस्टेंट खड़ा हो गया और युवान के जवाब का वेट करने लगा।  " तुम चलो मैं आ रहा हूँ "। बोल युवान ने वापस लैपटॉप पर अपनी नजरे गडाली। थोड़ी देर बाद युवान उठा और अपना कोट उठा कैबिन से बाहर निकल गया। युवान भूल चुका था की लव्या अभी भी अंदर वॉशरूम में है।  वहीं दूसरी तरफ लव्या शॉवर के ठीक नीचे बेठी भीग रही थी। ठंड की वजह से वो काँप रही थी और साथ ही उसके आँसू उसकी आँखों से निकलकर पानी के साथ मिल रहे थे। इस वक़्त लव्या ने एक नेट की सारी पहनी हुई थी और उससे खुद को पूरी तरह कवर कर रखा था। धीरे- धीरे उसकी हालत खराब हो रही थी वहीं इन सबसे बेखबर युवान अपनी मीटिंग में busy था।  वहीं लव्या अपनी काँपती आवाज़ में-  " यू युवा युवान प्लिज़ म मत की कीजिये ऐसा। प्लिज़ जल जल्दी आइये। मु मुझसे औ. और बर्दाश्त न. नहीं हो रहा है।.. युवा कहाँ है आ. आप। यू युवान" । लव्या बस अपनी काँपती आवाज़ में युवान को बुला रही थी।   उसकी हालत बहुत खराब हो रही थी। वो अब इससे ज्यादा बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी।अब लव्या बेहोश होने की कगार पर पहुँच चुकी थी। उसकी आँखे धीरे- धीरे बंद हो रही थी ।  वहीं युवान इन सबसे बेखबर अपनी करीब दो घंटे की मीटिंग पूरी कर कैबिन में आया और आते ही वापस किंग साइज चेयर पर बैठ अपना लैपटॉप खोल कर बैठ गया। तभी उसने अपना इंटरकॉम उठाया और अपने असिस्टेंट को कॉल किया।  " One black coffee ".  तभी उसके असिस्टेंट ने युवान की टेबल पर कॉफी रखी और बाहर चला गया। और युवान वापस अपने काम में डूब गया। वो अपने काम में इतना डूब चुका था की वो उसके दिमाग से लव्या का ख्याल पूरी तरह निकल चुका था।.. वो भूल चुका था की उसने लव्या को वॉशरूम में बंद किया है। और इस बात को करीब चार घंटे हो चुके है। तभी मैल्स चेक करते हुए युवान ने अपनी कॉफी उठाई आ और सिप लेने लगा। की तभी अचानक उसकी नजर सोफे के पास वाली टेबल पर गयी जहाँ टिफिन रखा हुआ था।  युवान उसे एक नजर देख वापस अपनी कॉफी पीने लगा तभी उसे कुछ याद आया और उसकी आँखे बड़ी हो गयी।  "शीट. लव्या। मैं ये कैसे भूल गया। बोल युवान वहीं टेबल पर कॉफी छोड़ जल्दी से चेयर से उठा और private रूम की तरफ भागा।  " मैने लव्या को शॉवर के नीचे खड़े रहने के लिए कहा था। और लव्या अभी तक अंदर ही है। डैम इट..! पता नहीं उसकी क्या हालत होगी..?मैं कैसे उसे बाहर निकालना भूल गया "? गुस्से ,फिक्र और हड़बड़ाहट से बोलते हुए युवान जैसे ही वॉशरूम में आया। तो उसकी नजर सामने पड़ी लव्या पर गयी। जो इस वक़्त बेहोश फर्श पर पड़ी थी और शॉवर का पानी अभी भी उसके उपर गिर रहा था। ये देख युवान की आँखे शॉक से बड़ी हो गयी।  " लव्या" चिल्लाते हुए युवान जल्दी से लव्या के पास गया। उसने सबसे पहले शॉवर बंद किया और लव्या का सिर अपनी गोद में रख उसके गालों को थपथपाते हुए उसे उठाने की। कोशिश करने लगा।  " लव्या। लव्या उठो।  आँखे खोलो अपनी "।  लव्या प्लिज़ ओपन यौर आईज  ..! Hey lavya get up please" बोलते हुए युवान लव्या को होश में लाने की कोशिश करने लगा। इस वक़्त युवान को अपना दिल बैठता हुआ सा महसूस हो रहा था।  तभी युवान ने महसूस किया की लव्या की बॉडी ठंडी पड़ चुकी है। ये देख तो जैसे युवान का कलेजा मुह को आ गया।  उसने जल्दी से लव्या को अपनी गोद में उठाया और ले जाकर उसे बेड पर लेटा दिया। युवान ने जल्दी से अपने असिस्टेंट को कॉल किया और उसे ऑर्डर देते हुए बोला-  " सिर्फ टेन मिनट में एक बेस्ट फिमेल डॉक्टर को लेकर मेरे कैबिन में पहुँचो। और याद रहे डॉक्टर सिर्फ फीमेल ही होनी चाहिए। . . .  वरना।।। आगे की बात अधूरी छोड़ युवान ने कॉल disconnect कर दिया। उधर युवान का असिस्टेंट कुछ पल तो बेचारा सदमे में ही था। लेकिन फिर अपना सिर झटकते हुए अपने काम पर लग गया।  वहीं युवान ने लव्या को देखा तो उसके होठ सफेद पड़ चुके थे। और उसकी बॉडी ठंडी पड़ती जा रही थी। युवान ने जल्दी से कपबर्ड में से अपना एक लोवर और टी - शर्ट निकाला और बेड पर बैठते हुए एक नजर लव्या को देख उसने light बंद कर दी और टेबल के पास का एक button प्रेस किया जिससे रूम में चारों तरफ curtains फैल गए और पुरा अंधेरा हो गया। युवान ने एक गहरी साँस ली और धीरे से लव्या को अपने एक हाथ के सपोर्ट से थोड़ा उठाकर बैठाया और उसकी सारी चेंज करने लगा।  सारी चेंज करते हुए युवान को भले ही कुछ दिखाई नहीं दे रहा था लेकिन उसके हाथ बार- बार लव्या की ठंडी बॉडी से टच हो रहे थे जिससे युवान के दिल और बॉडी में एक अलग, अजीब सी हलचल हो रही थी।... लेकिन इस वक़्त लव्या की हालत काफी खराब थी इसलिए युवान ने अपना सिर झटका और जल्दी से लव्या को lower- t- shirt पहना उसे बेड पर लिटा दिया और उसे ब्लैंकेट से कवर कर दिया।  तभी युवान ने लव्या के माथे को छुआ तो एकदम से हैरान रह गया। लव्या का माथा भट्टी की तरह तप रहा था जबकि उसकी बाकी पूरी बॉडी ठंडी पड़ती जा रही थी।  "  ये क्या हो रहा है तुम्हें लव्या। please उठो। Am sorry. लव्या । मैं तुम्हे आगे से ऐसी punishment नहीं दूँगा। Am sorry लव्या " युवान panic करते हुए लव्या के गालों को वापस से थपथपाने लगा और उसके हाथ पैरों को रगड़ने लगा। लेकिन लव्या वैसे ही बेहोश लेटी हुई थी।  तभी गेट पर knock हुआ और युवान के असिस्टेंट की आवाज़ आयी-  " Sir doctor आ चुकी है "। ये सुन युवान जल्दी से बाहर भागा और डॉक्टर को देखते हुए कड़क आवाज़ में-  " मेरी wife  अंदर है। जाकर उसे चेक कीजिये और उसे बिल्कुल। ठीक कीजिये।.... उसे कुछ भी नहीं होना चाहिए। अगर उसे कुछ भी हुआ तो आगे से आप किसी का इलाज करने लायक नहीं रहेगी। Got it. "Attitude भरी tone में order देते हुए युवान ने उस doctor को अंदर जाने का इशारा किया। वहीं वो doctor जो पहले युवान की personlaity से impress हो उसे अपनी हसरत भरी नजरो से निहार रही थी, उसकी ऐसी tone सुन उसे हैरानी से देखने लगी तभी युवान ने उस डॉक्टर को  घूर कर देखा तो वो वहाँ से जल्दी से रूम में चली गयी। वहीं युवान बेशर्बी से अपने कैबिन में चक्कर काटने लगा।  वहीं युवान के assistant को उसे ऐसे देख कोई हैरानी नहीं हुई क्योंकि वो युवान से हर तरह से वाक़िफ़ था। उसे मालूम था की युवान केवल लव्या के लिए ही ऐसे परेशान हो सकता है otherwise तो....  वहीं डॉक्टर थोड़ी देर बाद अपने स्टेथोस्कोप को गले से निकालते हुए बाहर आयी और युवान को देखते हुए professionaly बोली-  " Mister कपूर। मैने आपकी wife को अच्छे से चेक किया है एंड आई थिंक उन्हे ज्यादा ठंड बर्दाश्त नहीं होती है। और शायद वो काफी देर से ठंडे पानी में थी। जिस वजह से उनकी बॉडी ऐसे ठंडी पड़ गयी और उन्हे इतना तेज फीवर आ गया।...  मैने उन्हे इंजेक्शन दे दिया है और मैने कुछ medicines लिखी है वो उन्हे टाइम टू टाइम दे दीजियेगा। बाकी उन्हे 2- 3 घंटे में होश आ जायेगा तब आप उन्हे कुछ light फूड खिला दीजियेगा और उनका ख्याल रखियेगा "। कह डॉक्टर वहाँ से चली गयी। वहीं डॉक्टर के जाते ही युवान ने गुस्से से अपने बालों में हाथ फेरते हुए बोला-  " मुझे पता था i knew it की लव्या ज्यादा ठंड बर्दाश्त नहीं कर सकती फिर भी मैने उसे इतनी ठंड में ठंडे पानी के नीचे खडा कर दिया। Why. Why couldn't I control my anger. Daamit. " दाँत भींच खुद से कहते हुए युवान ने गुस्से से अपनी आँखे बंद की और फिर एक गहरी सांस ले कह खुद को शांत कर लव्या के पास जाकर बैठ गया। और उसका हाथ अपने हाथ में ले उसे देखने लगा।  लव्या  तो पहले ही युवान से डरी- डरी रहती थी,अब तो उसका चेहरा एकदम मुरझा सा गया था। होंठ सफेद पड़ चुके थे, आँखे सूझ चुकी थी और युवान के रुडली किस करने की वजह से उसके होंठ भी कट गए थे। ये देख युवान को और भी बुरा फील हुआ क्योंकि युवान ने लव्या को भले ही आज तक hurt किया था लेकिन ऐसी जबरदस्ती आज उसके साथ पहली बार की थी।  Done.  क्या बदलेगा युवान खुद को?  क्या होगा लव्या का reaction?  कोन था वो आदमी जिससे लव्या टकराई?  कौन है जो लव्या और युवान को अलग करना चाहता है?  जानने के लिए पढ़िये " "Trapped in his love".

  • 9. "Trapped in his love" - Chapter 9

    Words: 1719

    Estimated Reading Time: 11 min

    कहानी अब तक- लव्या  तो पहले ही युवान से डरी- डरी रहती थी,अब तो उसका चेहरा एकदम मुरझा सा गया था। होंठ सफेद पड़ चुके थे, आँखे सूझ चुकी थी और युवान के rudely किस करने की वजह से उसके होंठ भी cut गए थे। ये देख युवान को और भी बुरा फील हुआ क्योंकि युवान ने लव्या को भले ही आज तक hurt किया था लेकिन ऐसी जबरदस्ती आज उसके साथ पहली बार की थी।  अब आगे-  युवान लव्या के सिर पर हाथ फेरते हुए उसके माथे पर ठंडे पानीपूरी की पट्टियां रखने लगा। Injection की वजह से लव्या की body अब ठंडी ना होकर भट्टी की तरह तप रही थी।  कुछ घंटे बाद-  लव्या की आँखे हल्की हल्की फड़फड़ाने लगी। शायद उसे होश आ रहा था। तभी लव्या की आँखे खूली और लव्या अपनी अधखुली आँखों से चारों तरफ देखने लगी। Is वक़्त लव्या अपने घर, अपने बेडरूम में थी। लव्या देख ही रही थी की तभी अचानक ही उसे office में जो कुछ भी हुआ वो याद आ गया। वो सब याद आते ही लव्या झटके से उठने को हुई की उसका सिर चकराने लगा। तभी रूम में युवान आया।  युवान ने जैसे ही लव्या को होश में देखा तो वो जल्दी से बेड के पास आया और-  " लव्या। Thank god. तुम होश में आ गयी। मैं कितनी टेंशन में आ गया था। " बोल लव्या के पास आया। वहीं जैसे ही लव्या ने युवान को अपने पास आते देखा उसके चेहरे पर घबराहट आ गयी और वो जल्दी- जल्दी उठकर बैठने की कोशिश करने लगी।  "लव्या। आराम से। तुम्हे weakness है"। रूको मैं तुम्हारी हेल्प करता हूँ"। बोल युवान ने लव्या को संभालकर बिठाया और उसके पीठ पीछे दो तकिये लगा दिये।  दूसरी तरफ लव्या को तो ये से सब देख और भी घबराहट हो रही थी। उसकी साँसे भी तेज थी। उसके दिमाग में तो बस युवान का गुस्सा और उसकी punishment ही चल रही थी। और डर की वजह से लव्या एकदम सिकुड़कर और अपनी नजरे नीची कर के बैठी हुई थी। लव्या हल्की- हल्की काँप भी रही थी। तभी " तुम्हारा fever उतरा या नहीं " बोल युवान जैसे ही लव्या के माथे को छूने को हुआ की लव्या एकदम से पीछे हो गयी। और उसने अपनी आँखे कसकर बंद कर ली और अपना चेहरा दोनों हाथों से cover कर लिया। उसे लग रहा था की युवान उसे मारने वाला है।  वहीं युवान भी एक पल के लिए तो कुछ समझ ही नहीं पाया। वो confusion में- " क्या हुआ लव्या। मैं तो सिर्फ तुम्हारा fever check कर रहा था।" बोलते बोलते युवान रूक गया। और उसने भी अपनी आँखे बंद कर ली।  " Shit. " गुस्से से युवान ने अपने silky बालों में हाथ फेरा और फिर एक गहरी साँस ले" Listen लव्या। डरो मत... कह जैसे हीलव्या की तरफ अपना हाथ बढ़ाने को हुआ की लव्या एकदम से panic करने लगी।  " यू युवान please  office में जो भी हुआ वो वो सब गलती से, गलती से हुआ था। मैं मैं गलती से टकरा गयी थी। मैं जानबूझकर नहीं गिरी। Please युवान मेरी बात का भरोसा कीजिये। . ... Please मुझे सज़ा मत दीजियेगा। युवान मैं सच कह रही हूँ। अब punish मत करना।..... रोते हुए लव्या डर से खुद में ही सिमटती जा रही थी । युवान लव्या को ऐसे डर से panic करते हुए देख जैसे ही उसके सिर पर हाथ फेरने को हुआ की लव्या पीछे खिसक गयी।  युवान ने जैसे ही देखा की लव्या bed के कोने पर आ गयी है और अब अगर थोड़ा सा भी पीछे खिसकी तो बेड से नीचे गिर जायेगी, उसने लव्या का हाथ पकड़ अपने पास खींचा जिससे लव्या सीधा आकर युवान के सीने से लगी। युवान ने अपनी बाहें लव्या पर कस दी और उसे अपने सीने में भींच लिया।  वहीं लव्या ने कसकर अपनी आँखे बंद कर ली और अपने होठों को भींच लिया। उसकी आँखे से आँसू निकल रहे थे लेकिन आवाज़ नहीं निकल रही थी। लव्या काँप रही थी। तभी युवान ने फील किया की लव्या की body अभी भी काफी गर्म है, उसका fever अभी भी उतरा नहीं था, और ऐसे में लव्या का इतना रोना और panic करना उसकी तबियत और भी खराब कर सकता था। युवान ने कसकर लव्या को अपने सीने में भींच थोड़ा सख्त लेहज़े में बोला-  "  लव्या चुप हो जाओ मैं कुछ नहीं कर रहा हूँ। कोई punishment नही दे रहा हूँ "। लेकिन लव्या के आँसू उसके गालों से होते हुए युवान की shirt को भीगा रहे थे। बेशक लव्या की आवाज़ नहीं निकल रही थी पर युवान उसकी कंपन महसूस कर अच्छे से समझ रहा था की लव्या उससे बहुत डर गयी है। युवान उसके सिर को सहलाने लगा। तभी कुछ देर बाद लव्या कुछ शांत हुई तो युवान ने उसका सिर अपने सीने से बाहर निकाल उसे देखते हुए बोला-  " बस अब। चुप हो जाओ।अब अगर तुम रोई ना तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा। अब अगर तुम्हारी आँख से एक आँसू भी निकला तो तुम्हे punishment जरूर मिलेगी। Hmm. " युवान ने कहा तो  punishment का नाम सुन लव्या ने झट से अपने दोनों हाथों से आँसू पोंछ लिए। लेकिन उसकी हिचकियाँ बंध गयी थी। वहीं युवान ये समझ नहीं रहा था य फिर समझकर भी ignore कर रहा था की ऐसे करने से लव्या के dil में उसके लिए सिर्फ डर बैठ रहा है। वो तो बस कैसे भी करके लव्या को चुप करना चाहता था।  तभी door पर knock हुआ। युवान् ने लव्या को खुद से अलग कर बेड पर बिठाया और " Come in" कहा तो एक servant खाने की ट्रोली लेकर अंदर आया और युवान के सामने रख सिर झुकाकर वापस चला गया।  वहीं लव्या तो नजरे नीची कर बैठी हुई थी। तभी युवान प्यार से बोला-  " चलो कुछ खा लो। तुम्हे भूख लगी होगी। फिर तुम्हे medicines भी लेनी है "। बोल युवन ने स्पून में soup लिया और प्यार से लव्या को पिलाने लगा। वहीं लव्या एक बार तो युवान का हाथ अपने होठों के पास देख थोड़ा सा पीछे हुई लेकिन फिर उसने चुपचाप soup पी लिया। Soup पीते ही लव्या के मुह से दर्द से सिसकी निकल गयी और एक आँसू लुढ़ककर उसके गाल पर आ गया जिसे लव्या ने जल्दी से पोंछ लिया। वहीं युवान ने जैसे ही लव्या की सिसकी की आवाज़ सुनी उसने लव्या की तरफ देखा जिसकी आँखे नम थी। उसकी नजर लव्या के होठों पर पड़ी तो लव्या के होठ बुरी तरह cut गए थे जिसकी वजह से लव्या को जलन हो रही थी। युवान ने कसकर अपनी मुट्ठिया भींच ली। उसकी पकड़ bowl पर कस गयी थी। लेकिन उसने खुद को शान्त रख soup को फूंक मार ठंडा करते हुए लव्या को पिला दिया।  यूँ तो युवान बच्चों की तरह उसका ख्याल रखता था पर गुस्से में वो उसे उतना ही ज्यादा hurt भी करता था जिस वजह से लव्या तो युवान को समझ ही नहीं पा रही थी।  ।लव्या।अपनी ही सोच में गुम थी की तभी Soup पिला युवान जैसे ही लव्या के lips पर ointment लगाने को हुआ की लव्या डर गयी और  अपने होठों पर हाथ रख लिया। और डरते हुए-  " युवान please । मेरे पास मत आइये। Please. डरते हुए उसने अपनी आँखे बंद कर। ली। " ये सब सुन युवान का जबड़ा पीस गया।  " लव्या मुझे ointment लगाने दो । " युवान ने अपने गुस्से को कंट्रोल करते हुए कहा।  " मैं मैं खुद लगा लूंगी। Please युवान " । लव्या ने रोते हुए ही कहा तो युवान ने oinment वहाँ रखी और गुस्से से study रूम में चला गया।  Study रूम में जा युवान ने दीवार पर एक पंच मारा जिससे उसके हाथ में चोट लग गयी पर युवान को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। वो गुस्से से अपने बालों में हाथ फेरते हुए-  " Why. क्यों किया मैने ऐसा? क्यों मैने उसे चोट पहुंचाई। Shit. How could I do this. कैसे मैं उसके साथ ऐसी हरकत कर सकता हूँ। बोल उसने एक punch और मार दिया।  मैने उसे इतना डरा दिया की अब वो मेरे करीब आने से भी डर रह है। ये जानते हुए भी की वो ठंड बर्दाश्त नहीं कर सकती i punished her. क्यों मैं अपने गुस्से पर control नहीं कर पाता क्यों? क्यों मैं उसे इतना hurt करता हूँ। " गुस्से से कहते हुए युवान के दिमाग में वहीं scene चलने लगा जब उसने लव्या को rudely किस किया था और उसे पानी के नीचे खड़े रहने के लिए कहा था।  दरअसल युवान और लव्या की शादी को अभी कुछ ही वक्त हुआ था और उनका रिश्ता अभी पूरी तरह से आगे नहीं बढ़ा था। लव्या एक बहौत ही सीधी, शांत और समझदार लड़की थी। और युवान लव्या को थोड़ा time देना चाहता था अपने साथ comfortable होने के लिए। इसलिए वो रूका हुआ था और उसने हमेशा ही लव्या को इस चीज में काफी comfortable रखा था। वो लव्या को अपने गुस्से में hurt जरूर करता था लेकिन उसने कभी भी लव्या के साथ इस तरह से जबरदस्ती नहीं की थी। पर पता नहीं आज उसे क्या हो गया था और उसने लव्या के साथ इतना wild behave किया था और यहीं वजह थी की लव्या आज इतना ज्यादा panic कर रही थी।  तभी युवान बोला- " वो मुझसे डर रही है। अगर वो मुझसे दूर हो गयी तो। " सोचते हुए ही युवान के सामने कुछ scene चलने लगे और इसी के साथ उसके face expression change हो गए। वो अपनी आँखों में एक जुनूनियत लिए-  " Never. वो मुझसे दूर नहीं जा सकती। कभी नही। मैं उसे खुद से दूर कभी नहीं होने दूँगा। " वो सिर्फ युवान कपूर की है और युवान कपूर की ही रहेगी। लव्या मेरी जान। तुम मुझसे दूर नहीं जा सकती। " बोलते हुए युवान के face पर एक तीर्छि smile आ गयी। और वो study रूम से बाहर निकल गया।  युवन जब अपने रूम में आया तो लव्या बेड पर बैठी खुद में ही खोयी हुई थी। उसने ointment भी नहीं लगाया था। लव्या के दिमाग में युवान की बातें , उसका गुस्सा उसका प्यार यहीं सब चल रहा था। युवान का ये कहना की वो उसे कंट्रोल करना चाहता है , उसके पंख कुतरना अच्छे से जानता है और फिर उसका उसे जबरदस्ती wild kiss करना। ये सब लव्या के दिल में तीर की तरह चुभ रहा था।  Done.  Like, comment and share. 

  • 10. "Trapped in his love" - Chapter 10

    Words: 1778

    Estimated Reading Time: 11 min

    कहानी अब तक- Never. वो मुझसे दूर नहीं जा सकती। कभी नही। मैं उसे खुद से दूर कभी नहीं होने दूँगा। " वो सिर्फ युवान कपूर की है और युवान कपूर की ही रहेगी। लव्या मेरी जान। तुम मुझसे दूर नहीं जा सकती। " बोलते हुए युवान के face पर एक तीर्छि smile आ गयी। और वो study रूम से बाहर निकल गया।  युवन जब अपने रूम में आया तो लव्या बेड पर बैठी खुद में ही खोयी हुई थी। उसने ointment भी नहीं लगाया था। लव्या के दिमाग में युवान की बातें , उसका गुस्सा उसका प्यार यहीं सब चल रहा था। युवान का ये कहना की वो उसे कंट्रोल करना चाहता है , उसके पंख कुतरना अच्छे से जानता है और फिर उसका उसे जबरदस्ती wild kiss करना। ये सब लव्या के दिल में तीर की तरह चुभ रहा था।  अब आगे-  लव्या गुमसुम सी बैठी हुई थी। उसे ऐसे देख युवान को एक पल के लिए बुरा लगा। उसने एक गहरी साँस ली और लव्या के पास गया। वहीं लव्या को जैसे ही युवान की presence अपने सामने फील हुई तो वो एकदम से सीधी होकर बैठ गयी। युवान ने उसे कुछ पल देखा और फिर उसका हाथ कसकर पकड़ते हुए बोला-  " अभी तक नाराज हो। और इतनी नाराज हो की ना ointment लगाया ना लगाने दिया। " लव्या ने युवान की बात सुन कुछ नहीं कहा। तभी युवान फिर बोला-  " Am sorry लव्या। I know मुझे तुम्हारे साथ वो सब कुछ नही करना चाहिए था। पर मैं भी क्या करता उस वक़्त मैं खुद पर control ही नहीं कर पाया।... ( अपने दिल की तरफ  उँगली point कर) यहाँ दर्द हो रहा था, दिल जल रहा था मेरा तुम्हे किसी और की बाहों में देख) । तभी लव्या ने उसकी तरफ देखा तो युवान बोल पड़ा-  " I know की तुम गलती से गिरी थी पर उस वक़्त मैं चाहकर भी खुद को ये नहीं समझा पा रहा था।  लव्या तुम अच्छे से जानती हो कीमुझे तुम पर  मेरे अलावा किसी और की नजरे तक बर्दाश्त नहीं है, फिर छुअन कैसे बर्दाश्त होती। बस इसलिए i lost my control and गुस्से में मैने तुम्हे hurt कर दिया। " बोल युवान गौर से लव्या का face देखने लगा जो अभी भी वैसे ही बैठी थी। शायद युवान की बातें अभी भी लव्या को नॉर्मल नहीं कर पा रही थी।उसकी आँखे अभी भी आँसुओं से भरी हुई थी। ये सब देख युवान ने कसकर अपनी आँखे मींच ली। और अपने दोनों हाथों से लव्या का हाथ पकड़ सेहलाने लगा।  तभी लव्या की नजर युवान के हाथ पर गयी जहाँ punch मारने की वजह से उसके हाथ में चोट लग गयी थी। युवान की चोट देखते ही लव्या अपना सारा गुस्सा, डर सब भूल गयी। वो घबराहट से युवान का हाथ पकड़ते हुए बोली-  " युवान ये ये कैसे हुआ। ये आपके हाथ में चोट कैसे लगी। " "कुछ नही हुआ लव्या। ये छोटी सी चोट है। " युवान बोला।  " ये आपको छोटी सी चोट दिख रही है युवान। कितना लगा है। लाइये मै आपके हाथ की पट्टी कर देती हूँ "। बोल लव्या droor से first aid box निकालने लगी। तभी उसे बीच में ही रोक युवान उसे मना करते हुए बोला-  " नहीं। इन सब की कोई जरूरत नहीं है। और तुम इन सब के बारे में मत सोचो मुझे इन छोटी- मोटी चोटों से कोई फर्क नहीं पड़ता है "। तुम बस अपना ध्यान रखो। " बोल युवान जैसे ही वहाँ से उठने को हुआ की लव्या ने उसका हाथ पकड़ उसे रोक लिया । " ये कोई छोटी चोट नहीं है युवान। सूझ गया है आपका हाथ इसलिए बैठिये यहाँ "। और उसे bed पर बिठाते हुए उसके हाथ की dressing करने लगी।  लव्या के चेहरे पर जो इतनी देर डर और दर्द नजर आ रहा था वो तो अब कहीं गायब हि हो गया था। अब तो उसके चेहरे पर युवान के लिए फिक्र थी। वहीँ युवान लव्या को ही गौर से देख रहा था और ये सब देख उसके फेस पर एक टेढी smile आ गयी। उसने अपनी चोट का बिल्कुल सही use किया था। वो जानता था जब लव्या उसे दर्द में देखेगी तो वो उससे दूर नहीं रह पायेगी। और हुआ भी वहीं।  तभी लव्या dressing करते हुए ही बोली- " कैसे लगी आपको ये चोट युवान "।  युवान जो लव्या को देखने में busy था लव्या की बात सुन उसकी आँखों में देखते हुए बिना expression बोला-  " तुम्हे अपनी जान, अपनी लव्या को दर्द देकर युवान कपूर कैसे बिना सज़ा के रह सकता है। युवान का हर जज्बात उसकी लव्या से जुड़ा है। अगर लव्या खुश होगी तो युवान खुश होगा, और अगर तुम दर्द में होगी तो युवान भी हर्ट जरूर होगा। " बोलते हुए युवान के face पर कोई भाव नहीं थे लेकिन उसकी आँखों में एक अलग ही जुनूनियत थी। वहीं युवान की बात सुन लव्या युवान की तरफ देखती ही रह गयी। युवान का कहा हुआ हर एक word सच्चा था और उसकी कही हर एक बात लव्या के दिल पर लग रही थी। जो अब उसके hurt हुए दिल पर मरहम का काम कर रही थी। लेकिन दूसरी तरफ लव्या को युवान की ये जुनूनियत डरा भी रही थी। लव्या ने फिर एक गहरी साँस ले खुद को कंट्रोल करते हुए कहा-  " आपको please ये सब करने की कोई जरूरत नहीं है। खुद को चोट मत लगाया करिये आप। Please. " "क्यों? युवान बोला तो लव्या ने भी बिना सोचे- समझे कहा- " क्योंकि मुझे अच्छा नहीं लगता आपको दर्द में देख "।  "और क्यों अच्छा नही लगता? क्यों फिक्र होती है तुम्हे मेरी" युवान  लव्या के करीब आता हुआ बोला। तो लव्या एकदम से सकपका गयी। उसे realise हुआ की उसने flow flow में क्या कह दिया था। वो युवान से नजरे चुराने लगी। वहीं युवान फिर बोला-  " बोलो ना my love. जवाब दो क्यों अच्छा नहीं लगता तुम्हे मुझे दर्द में देख। " अब तो लव्या अपना सलाइवा गटकने लगी। उसकी हिम्मत नहीं थी युवान से सामने से अपने दिल की बात कहने की। वो पीछे खिसकते जा रही थी और युवान उसके करीब आता जा रह था। पर युवान उसके उपर झुकता उससे पहले ही लव्या बोल पड़ी-  " Dressing हो गयी "। लव्या की बात सुन युवान जो लव्या में खो गया था, अपने सेंस में आया। और लव्या से थोड़ा दूर हो बेड पर सीधा बैठ गया। उसने लव्या को देखा जो अब ठीक और comfort थी। ये देख युवान के होठों पर एक प्यारी सी smile आ गयी। तभी उसकी नजर side table पर रखी ointment पर गयी। युवान ointment उठाता हुआ बोला-  " मेरे हाथ की पट्टी कर दी तुमने अब मुझे भी अपना पति धर्म निभाने दो "। बोल उसके lips पर हल्के- हल्के ointment rub करने लगा। लव्या की आँखों से आँसू का एक कतरा बह गया। Ointment लगाते हुए ही युवान ने लव्या की आँखों में। देखा- " लव्या please am sorry. माफ कर दो मुझे। मैने तुम्हे फिर से हर्ट कर दिया। But trust me लव्या तुम्हारे लिए मेरे प्यार में कोई खोट नहीं है। I really really love you. बहुत प्यार करता हूं मैं तुमसे और मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकता। Please forgive me. " बोल युवान लव्य की आँखों में देखने लगा। वहीं लव्या भि उसे ही देख रही थी। और उसकी आँखों से आँसू बहकर उसके गालों को भीगो रहे थे। युवान ने लव्या को अपने सीने से लगा लिया और उसे लेकर लेट गया।  थोड़ी देर बाद युवान ने फील किया की लव्या सो चुकी है तो युवान ने लव्या के माथे को चूमा और उसे ब्लैंकेट से cover कर बाहर निकल गया । युवान की sports car एक सुनसान इलाके में बने एक विला के आगे आकर रुकी। वो विला काफी दूर तक फैला हुआ था और उसके चारों और काफी tight security थी । वहीं बाहर युवान का assistant खड़ा था।युवान अंदर की तरफ जाते हुए- " कुछ पता चला।मुह खोला उसने अपना।"  "नहीं sir. वो सिर्फ एक ही बात की रट लगाए हुए है की उसने ये सब गलती से किया है। इसमें किसी का हाथ नहीं है"। Assistant की बात सुन युवान कुछ नहीं बोला।  युवान सीधा अंदर गया और एक अंधेरे कमरे की तरफ अपने कदम बढ़ा दिये।  कमरे के सामने जा युवान ने एक button press किया जिससे वो रूम अपने आप खुल गया और अब तक उस रूम में जो अंधेरा नजर आ रहा था युवान के जाते है वहाँ एक red lights जलने लग गयी जिससे वो रूम और भी डरावना दिखने लगा। उस red light में युवान की नजर सामने रखी एक चेयर पर गयी जहाँ एक आदमी बंधा हुआ था।  युवान ने उसे एक नजर देखा और वहाँ खड़े एक bodyguard को उस आदमी के मु से कपड़ा हटाने का इशारा किया। Bodyguard के कपड़ा हटाते ही वो आदमी गिड़गिदते हुए बोला-  " Sir please मुझे छोड़ दीजिये। मैने कुछ नहीं किया। " तभी युवान की सर्द आवाज़ वहाँ गूंजी- "  वो accident करने के लिए तुम्हे किसने कहा था। " किसने तुम्हे मेरी गाड़ी को overtake करने के लिए कहा था। " सीधे- सीधे बताओ वरना मरने के लिए तैयार रहना। "  युवान की सर्द आवाज़ सुन वो आदमी डर गया। वो युवान से विनती करते हुए बोला-  " Sir please मुझे माफ कर दीजिये। मुझे किसी ने कुछ नहीं कहा। बस मेरी गाड़ी के ब्रेक फ़ैल हो गए थे जिस वजह से गाड़ी overtake हुई थी। मैं सच कह रहा हूँ sir मुझे किसी ने कुछ नहीं कहा। " लेकिन उस आदमी की ऐसी बातें सुन युवान के face expression dark हो गए। वो चेयर से उठा और उस आदमी का गला पकड़ते हुए बोला-  " गलती से किया हो या जाभूझकर I don't care. वैसे भी युवान कपूर गलतियाँ माफ नहीं करता। और बात अगर मेरी जान पर आये तो युवान कपूर की dictionary में माफी की कोई गुंजाइश ही नहीं है। ना किसी और के लिए ना खुद के लिए " जुनून और गुस्से से कहते हुए युवान ने एक bodyguard को कुछ इशारा किया और वहाँ से चला गया।  बाहर आते ही युवान बोला-  " जल्द से जल्द पता करो की ये सब किसने किया है क्योंकि ये सिर्फ एक मोहरा था। असली mastermind कोई और ही है। और जो भी है मुझे वो जल्द से जल्द  अपनी आँखों के सामने चाहिए क्योंकि बात अगर मेरी होती तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन आज खतरा लव्या पर भी था। और लव्या पर एक खरोंच भी मुझे मंजूर नहीं है "। युवान की बात सुन उसके assistant ने हाँ में सिर हिला दिया। वहीं युवान कुछ सोचने लगा।  Done.  कौन था ये आदमी?  किस accident की बात कर रहा था युवान?  पढ़िये "Trapped in his love".

  • 11. "Trapped in his love" - Chapter 11

    Words: 2450

    Estimated Reading Time: 15 min

    कहानी अब तक- बाहर आते ही युवान बोला-  " जल्द से जल्द पता करो की ये सब किसने किया है क्योंकि ये सिर्फ एक मोहरा था। असली mastermind कोई और ही है। और जो भी है मुझे वो जल्द से जल्द  अपनी आँखों के सामने चाहिए क्योंकि बात अगर मेरी होती तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन आज खतरा लव्या पर भी था। और लव्या पर एक खरोंच भी मुझे मंजूर नहीं है "। युवान की बात सुन उसके assistant ने हाँ में सिर हिला दिया। वहीं युवान कुछ सोचने लगा।  अब आगे-  Flashback आज दोपहर को जब युवान लव्या को लेकर घर में आ रहा था। तभी office से कुछ दूरी पर आते ही एक गाड़ी युवान की car का पीछा करने लगी। युवान ने पहले तो इग्नोर किया लेकिन कुछ देर बाद युवान को शक हुआ क्योंकि वो गाड़ी लगातार युवान की car का पीछा कर रही थी। Infact युवान ने अपना शक दूर करने के लिए सीधे ना जाकर turn भी लिया था लेकिन युवान के गाड़ी turn लेते ही वो car भी उसी direction में मुड़ गयी जिससे युवान का शक पक्का हो गया।  तभी वो car अचानक ही zig zag way में चलने लगी जिससे युवान को car चलाने में problem हो रही थी। युवान ने लव्या को देखा जो अभी भी बेहोश थी। ये देख युवान ने कुछ सोचा और अपनी गाड़ी को turn ले दूसरी तरफ मोड़ दिया। क्योंकि उसके लिए अभी लव्या ज्यादा जरूरी थी। लेकिन तभी अचानक थोड़ा आगे जाते ही उस गाड़ी ने युवान की car को overtake किया जिससे युवान balance नही  बना पाया और उसकी car end moment पर ब्रेक लगाने की वजाह से एक झटके के साथ एक पेड़ से टकराई। जिससे लव्या का सिर एकदम से dashboard से टकराने को हुआ की युवान ने उसके सिर के आगे  हाथ लगा दिया। युवान ने सामने देखा तो वो car अब वहाँ नहीं थी। जिसका साफ मतलब था की उस car का वहाँ होना कोई इतेफाक नहीं बल्कि एक सोची- समझी साजिश थी। पर अभी युवान के पास इन सब का वक्त नहीं था। इसलिए उसने अपनी car घर की तरफ मोड़ दी लेकिन रास्ते में युवान ने अपने assistant को car का no. बता उस आदमी को ढूँढने का order दे दिया था जो युवान की car का accident करने वाला था।  यहीं सब सोचते हुए युवान के face expression dark हो गए थे। वो मन ही मन-  " तु जो कोई भी है युवान कपूर को challenge  करना बहुत भारी पड़ेगा तुझे क्योंकि युवान कपूर कभी कोई challenge नहीं हारता है। "बोल युवान अपनी car में बैठा और वहाँ से चला गया। युवान वहाँ सी निकल सीधा घर आया। उसने एक नजर लव्या पर डाली जो सोई हुई थी,और वॉशरूम में फ्रेश होने के लिए चला गया।  थोड़ी देर बाद युवान change कर के आया और लव्या के माथे पर किस कर उसे अपनी बाहों में भर लेट गया।  अगली सुबह-  लव्या ने blue color की साडी और उस पर full sleeves red color का net blouse पहन रखा था जिसका गले वाला पुरा हिस्सा सिर्फ net से cover था। आँखों में काजल, माथे पर stone की बिंदी, कानों में झुमके, होठो पर pink color की lipstick, गले में L❤v का छोटा सा मंगलसूत्र और माथे पर सजा वो सिंदूर लव्या की खूबसूरती में चार चाँद लगा रहा था।  लव्या ने एक नजर खुद को mirror में देखा और जल्दी जल्दी रूम से बाहर निकलते हुए बोली-  " आज तो मैं उठने में late हो गयी। कहीं युवान बिना खाये ही office ना चले गए हो। उन्हे servant के हाथ का खाना पसंद भी तो नहीं है। हेय भगवान मैं भी ना। पता नहीं अलार्म लगाना कैसे भूल गयी।... जल्दी से नीचे  जाकर फटाफट से उनके लिए कुछ बना देती हूँ " खुद से ही बड़बड़ाते हुए लव्या बिना देखे kitchen की तरफ जाने लगी तभी उसके कानों में युवान की आवाज़ पड़ी- " तुम्हे कुछ भी बनाने की जरूरत नहीं है wifey. तुम बस order करो और  ये नाचीज तुम्हारी सेवा में हाजिर है। " कहते हुए युवान जो की dinning table पर नास्ता लगा रहा था लव्या के करीब आ गया और उसके माथे पर किस करता हुआ बोला-  " Good morning my love. " और एक red rose उसकी तरफ बढ़ा दिया। लव्या ने गुलाब लिया और हल्का मुश्कुराते हुए-  "Am sorry मैं उठने में लेट हो गयी। पर आपको ये सब करने की क्या जरूरत थी युवान। मैं बस आ ही रही थी मैं बना देती नाश्ता।" लव्या बोल ही रही थी की युवान ने उसके होठो पर अपनी उंगली रख दी और उसका हाथ पकड़ dinning table की तरफ ले जाता हुआ बोला-  " तुम इन सब की tension छोड़ो। यहाँ बैठो और taste करके बताओ की नास्ता कैसे बना है मस्टरशेफ युवान के हाथ का। " बोल युवान ने लव्या को बैठाया और उसे नास्ता serve कर उसे खाने का इशारा किया। लव्या ने plate में देखा तो सब कुछ लव्या की पसन्द का था। ये देख लव्या के फेस पर एक प्यारी सी smile आ गयी। लव्या ने एक bite लिया और युवान की तरफ देख मुश्कुराते हुए-  " आपने  नाश्ता बहुत tasty बनाया है " । लव्या के मुह से ये सुन युवान इतराते हुए बोला-  " मुझे तो पहले से ही पता था नाश्ता tasty ही बना होगा क्योंकि आज तक दुनिया में ऐसा कोई काम ही नहीं जो युवान कपूर ना कर सके।... फिर एक पल रूक- " लेकिन हाँ इस mastershef का offer सिर्फ तुम्हारे लिए है। बाकी किसी के लिए नहीं " कहते हुए युवान ने लव्या को breakfast खत्म करने का इशारा किया और खुद भी चेयर पर बैठ veg sandwich खाने लगा क्योंकि युवान heavy breakfast नहीं करता था।  तभी खाते हुए ही युवान बोला- " लव्या मेरे पास तुम्हारे लिए एक surprise है "। युवान ने जैसे ही surprise की बात कही लव्या के खाना खाते हाथ रूक गए और उसकी smile गायब हो गयी।  वो अपनी घबराई नजरो से युवान को देखने लगी। क्योंकि युवान के surprise हमेशा ही उसे hurt कर देते थे।  वहीं जब युवान ने लव्या को इतना घबराये हुए देखा तो वो बोला- " Relax लव्या। इतना घबराने की जरूरत नहीं है। वाकई में surprise ही है, कोई punishment नही। And am 100% sure तुम्हे वो surprise काफी पसंद आयेगा। " Just wait फॉर some time.  और हाँ अपना surprise अच्छे से खुलकर enjoy करना। अब मैं चलता हूं office. " बोल युवान ने लव्या के माथे पर किस किया और हल्के से उसके होंठो को चूम कर office के लिए निकल गया।  युवान के जाने के थोड़ी देर बाद ही युवान के विला की bell बजी। एक servant ने door खोला तो लव्या जो की उपर की तरफ जा रही थी, वो रूक गयी और सामने की तरफ देखने लगी। और सामने का नजारा देख उसकी आँखे हैरानी से बड़ी हो गयी और होंठो पर एक बड़ी सी smile आ गयी। क्योंकि सामने दो लड़कियाँ खड़ी थी जिनमें से एक ने jeans और top पहन रखा था और दूसरी ने कुर्ती और jeans पहन रखी थी। ए दोनों लड़कियाँ भी देखने में काफी सुंदर थी।  तभी उनमे से एक लड़की चिल्लाते हुए बोली-  " लव्या मेरी जान। कैसी है तु "। बोल भागते हुए आयी और उसके गले लग गयी। ये देख उस दूसरी लडकी ने अपना सिर ना में हिलाया और लव्या के पास आ उसने भी लव्या को hug कर लिया। लव्या ने भी उन दोनों को hug किया ।  ये  दोनों लड़कियाँ avni और प्रिया थी लव्या की best friend.  लव्या उनसे अलग हुई और मुश्कुराते हुए बोली-  " तुम दोनों यहाँ। अचानक कैसे। फोन भी नहीं किया। " लव्या की बात सुन अवनि आराम से सोफे पर बैठती हुई बोली- " ये सारे सवाल जवाब तु ना अपने पति से पूछना। क्योंकि ये सब उन्ही का plan था तुम्हे surprise देने के लिए।... युवान जीजू ने सुबह early morning हमें call करके नींद से उठाया और कहा की लव्या अपनी दोनों best friend अवनि और प्रिया को काफी miss कर रही है तो हम तुझसे मिलने यहाँ आये।  तभी प्रिया बोली- " बस फिर क्या था हम उठे ready हुए और तुझसे मिलने के लिए यहाँ आ गए। ...  तभी अवनि फिर लव्या को tease करते हुए बोली-  " अब भई तेरे पति का ऑर्डर था तो हमें तो आना ही था। अगर नहीं आते तो युवान जीजू तो हमें घर से उठवा लेते। आखिर तुझसे इतना प्यार जो करते है की तेरी ख्वाहिश पूरी करने के लिए कुछ भी कर सकते है।  और हमें इन bodyguards के हाथों kidnap होने का कोई शौक नहीं है इसलिए हम खुद ही अपने पैरो पर चलकर आ गए।" बोल अवनि और प्रिया ने एक दूसरे को hifi किया और हँसने लग गयी।  वहीं उनकी बात सुन लव्या के face पर मुश्कुराहत् आ गयी। क्योंकि लव्या सच में अवनि और priya को miss कर रही थी। बेशक उसने युवान से इस बारे में कुछ कहा नहीं था लेकिन युवान तो लव्या के बिना कहे ही उसके दिल की बात समझ जाता था। और कल जब उसने लव्या को इतना डरा हुआ और गुमसुम देखा था तो उसे बिल्कुल अच्छा नहीं लगा था इसलिए लव्या को खुश करने व उसका mood ठीक करने के लिए युवान ने अवनि और प्रिया को आज mansion बुला लिया था। यहीं सब सोच- सोच कर लव्या के फेस से smile जा ही नहीं रही थी की तभी वो अवनि और प्रिया के हँसने की आवाज़ सुन अपने सेंस में आयी और सोफे पर बैठती हुई मुह बनाकर बोली-  " अब तुम दोनों हँसना बंद करो। क्योंकि ऐसा कुछ नहीं है। युवान भला तुम दोनों को घर से जबरदस्ती थोड़ी न उठाके यहाँ लाते। "कुछ भी बोलती हो। " लव्या की बात सुन अवनि और प्रिया ने एक दूसरे की तरफ देखा और फिर अपनी भौहें उचकाते हुए बोली-  "अच्छा जी। सच में। क्या gurrante है की तेरे पति हमें हमारे घर से नहीं उठवाते। जब वो तेरे खातिर कॉफी वाले को उसके ही घर से उसके ही function see उठवा सकते है तो फिर हमें क्यों नहीं। हम तो फिर भी वैले है। " बोल अवनि और प्रिया फिर से हँसने लगी क्योंकि उन्हे एक वाकया याद आ गया था।  Flashback-  लव्या और युवान का रिश्ता पक्का होने के बाद  एक दिन युवान लव्या को लेकर कहीं बाहर आया था। लव्या के साथ अवनि और प्रिया भी थी। लव्या  car की front seat पर और अवनि और लव्या back seat पर बैठी थी और युवान car drive कर रहा था।  तभी युवान ने पूछा-  " Coffee date के लिए कहाँ जाना prefer करोगी girls. Any special place." युवान की बात सुन अवनि बोली- " जीजू date तो आपकी और लव्या की है तो आप हम कबाब में हड्डी से  ये क्यों पूछ रहे है। आपको तो लव्या से पूछना चाहिए की उसे कहाँ जाना है। " तभी प्रिया अवनि के सिर पर चपत लगाते हुए बोली-  " अरे पागल तु समझ नहीं रही। वो बहाने से लव्या की ही choice पूछ रहे है। अब direct थोड़े ही पूछेंगे। " अवनि और प्रिया की बात सुन युवान के face पर smile आ गयी। फिर वो बोला- " अरे ऐसे कैसे। मुझे अपनी सालियों की भी choice की फिक्र है। " तो बताइये कहाँ चलना है। " "जीजू आप हमारी छोड़िये। आप तो सिर्फ लव्या से पूछ लीजिये। "  अवनि की बात सुन युवान ने लव्या की तरफ देखा तो लव्या हल्का smile करते हुए बोली-  " कहीं भी चलिए जहाँ आप जाना चाहते है। " तभी अवनि फिर बोली- " अरे ऐसे कैसे कहीं भी चलना है। अब जीजू ने तुझसे तेरी favorite जगह पूछी है तो बता ना। " ये सुन लव्या ने पीछे मुड़ अवनि को घूर कर देखा। तभी युवान mirror में से उन्हे देखते हुए बोला- " अब लव्या तो बताएगी नहीं तो आप लोग ही बता दीजिये अपनी friend की favorite जगह। "  "Pink pearl coffee cafe लव्या का favorite cafe है। ये हमेशा वहीं coffee पीती है"। प्रिया ने कहा तो युवान ने मुश्कुराते हुए अपनी car उसी cafe की direction की तरफ मोड ली।  थोड़ी देर बाद युवान की car pink pearl cafe के सामने आकर रुकी। लेकिन तभी उस cafe का gate lock देख युवान की आँखे सर्द हो गयी। " ये लो ये cafe तो आज बंद है। अब ... लव्या की कॉफी date तो रह गयी। " प्रिया ने कहा तो लव्या बोली-  " कोई बात नहीं। हम फिर कभी आ जायेंगे। चलिए चलते है। "  तभी युवान बोला-  " नही। " Coffee date तो होकर ही रहेगी। और वो भी तुम्हारे favorite cafe में तुम्हारी favorite coffee के साथ।  तुम मेरी होने वाली wife हो और मेरे रहते हुए तुम्हारी कोई भी ख्वाहिश अधूरी नहीं रह सकती।" You girls वेट for some time " बोल युवान ने उन्हे गाड़ी में ही रहने का इशारा किया और खुद car से बाहर आ अपने assistant को call कर उसे कुछ instruction दिये।  तभी लगभग 15 मिनट बाद युवान के पास उसके assistant का call आया। युवान ने call पिक किया तो उधर से उसके assistant की आवाज़ आयी।  "Sir वो actually उस cafe के owner के घर में आज कोई function है। इसलिए आज cafe बंद है। हमने उसे हमारे साथ चलने के लिए भी कहा लेकिन उसने मना कर दिया। " Assistant की बात सुन युवान बिना किसी भाव के बोला- " उठाकर ले आओ उसे लेकिन अगले 10 minute में वो मुझे यहाँ चाहिए " बोल युवान ने फोन disconnect कर दिया। वहीं युवान का order सुन उसके assistant ने bodyguards से कह उस coffee shop के owner को जबरदस्ती उसके घर और उसके function से उठवा लिया और युवान के सामने ले खड़ा कर दिया।  वो आदमी युवान के सामने आते हुए गुस्से से बोला-  " अरे कौन है आप। और क्यों उठवाया है आपने हमें। "  क्योंकि मेरी होने वाली wife को यहीं की कॉफी पसन्द है और मेरे रहते हुए उसकी कोई भी विश अधूरी रहे ये युवान कपूर को मंजूर नहीं है इसलिए चुपचाप  चार cup coffee बनाओ या फिर कल सुबह तक तुम्हारा ये cafe तुम्हारा नहीं रहेगा। " युवान ने बिना किसी expression से उसे धमकी देते हुए कहा।  युवान की धमकी सुन वो आदमी डर गया और उसने फिर चार cup coffee तैयार् की। युवान लव्या अवनि और प्रिया ने वहीं cafe में बैठकर coffee की और तभी ये सब सुन और देख उनकी आँखे हैरानी से फैल गयी थी। उन्हे विश्वास नहीं हो रहा था की युवान लव्या की एक छोटी सी wish के लिए उस आदमी की उसके ही घर से उठवा लेगा। चारों ने कॉफी पी और फिर युवान ने उस coffee shop के हाथ में एक नोटों की गड्डी रखी और अपनी आँखों पर गोगल चढ़ाते हुए cafe से बाहर आ गया।  Done.  like, comment and share

  • 12. "Trapped in his love" - Chapter 12

    Words: 2232

    Estimated Reading Time: 14 min

    कहानी अब तक- युवान की धमकी सुन वो आदमी डर गया और उसने फिर चार cup coffee तैयार् की। युवान लव्या अवनि और प्रिया ने वहीं cafe में बैठकर coffee की और तभी ये सब सुन और देख उनकी आँखे हैरानी से फैल गयी थी। उन्हे विश्वास नहीं हो रहा था की युवान लव्या की एक छोटी सी wish के लिए उस आदमी की उसके ही घर से उठवा लेगा। चारों ने कॉफी पी और फिर युवान ने उस coffee shop के हाथ में एक नोटों की गड्डी रखी और अपनी आँखों पर गोगल चढ़ाते हुए cafe से बाहर आ गया।  अब आगे-  Flashback end.  ये सब याद कर अवनि और प्रिया जोर- जोर से हँसने लगी। अवनि लव्या की तरफ देख भौहें उचकाते हुए- " याद आया madam कुछ। " लव्या ने अवनि की बात पर कुछ कहा  नहीं लेकिन उसके होठों पर एक smile आ गयी थी।  क्योंकि ये सच था बस लव्या के बोलने की देर थी  और युवान उसकी हर एक wish पूरी कर देता था।   अवनि आगे बोली- " देखो देखो याद आते ही कैसे madam के गाल blush करने लग गए। भई लगता है युवान जीजू तो लव्या से कुछ ज्यादा ही प्यार करते है। "  तभी प्रिया भी बोली- "  ये तो हम सब जानते है की युवान जीजू लव्या से बहुत प्यार करते है। आखिर लव्या ने जैसा सोचा था उसे बिल्कुल वैसा ही prince Charming मिला है। "  ये बात सुन लव्या की मुश्कुराहत् गायब हो गयी। एक पल में लव्या के आगे युवान का उस पर गुस्सा करना, उसे hurt करना ये सारे पल घूम गये। लेकिन अगले ही पल उसने अपना सिर झटका और वापस अवनि की बातें सुनने लगी।  तभी फिर अवनि ने कहा- " क्या यार लव्या अब तु क्या बस बातें ही करती रहेगी। वो तो हमारी फोन पर भी हो जाती है। अब मिले है तो फिर कुछ धमाल मचाते है।... "  ये सुन लव्या ने उसे घूर कर देखा क्योंकि लव्या ने तो कुछ बोला ही नहीं था। खुद को ऐसे घूरते देख अवनि इधर- उधर देखने लगी तभी प्रिया बोली-  " लेकिन हम करेंगे क्या?  Umm. Let's watch the movie " अवनि ने कहा।  थोड़ी देर बाद लव्या अवनि और प्रिया sofe पर बैठी थी। और  उनके हाथ में popcorn और colddrinks थी और table पर कई सारे chips के पैकेट पड़े हुए थे।   ये एक mini theatre था  जहाँ तीनो आराम से खाती हुई सामने एक बड़ी सी screen पर movie देख रही थी। वहाँ अभी सिर्फ उस screen की ही रोशनी थी इसके अलावा और कोई light नहीं थी। तीनो एक comedy movie देख रही थी और जोर- जोर से हँस रही थी।  वहीं इन सब को ऐसे मस्ती करते हुए कोई और भी देख रहा था और वो और कोई नहीं हमारा युवान था जो अपने office में बैठे laptop पर लव्या को देख rha था। लव्या को खुश देख उसके face पर भी एक प्यारी सी smile आ गयी।  वो लव्या की picture जूम कर उस पर हाथ फेरते हुए- " Your smile is so precious for me my love . बस तुम्हारी इस खुशी की वजह  सिर्फ मुझसे जुड़ी होनी चाहिए।" फिर वो उठा और वॉशरूम में चला गया।  थोड़ी देर बाद  युवान वॉशरूम से बाहर आया तो उसकी भौहें तन गयी। क्योंकि उसके कैबिन में उसकी चेयर के सामने वाली चेयर पर एक उसी की age का शख़्स बैठा हुआ था और पेपरवेट घुमा रहा था। उसकी back युवान की तरफ थी इसलिए युवान उसका चेहरा नहीं देख पा रहा था लेकिन युवान जानता था की वो कौन है इसलिए उसने react नही किया और चुपचाप आकर अपनी चेयर पर बैठ गया। और laptop खोल काम करने लगा।  उस शख़्स की नजर जैसे ही युवान पर पड़ी तो युवान खुश हो गया लेकिन युवान को कोई reaction ना देता देख उस शख़्स का मुह बन गया। वो चिढ़ते हुए बोला-  " क्या है युवान। मैं यहाँ इतने दिन बाद इतना काम करके आया हूँ और एक तु है की ये भी नहीं की दोस्त थका- हारा आया है तो उससे गले मिले उससे कुछ चाय- coffee पूछ ले। कैसा दोस्त है तु। " पता नहीं क्या खाकर पैदा हुआ था जो सारा दिन बस काम पर काम करता रहता है। "  उस शख़्स की बात सुन युवान ने उसे घूर कर देखा तो उस शख़्स का मुह बन गया। वो मुह बनाते हुए बोला-  क्या है ऐसे आँखे छोटी कर बिल्ली की तरह घूर क्या रहा है खायेगा क्या?  ये बात सुन युवान ने उसे अजीब से expression के साथ देखते हुए कहा-  "What. क्या बकवास है। " मेरे पास खाने के लिए बहुत अच्छी चीजें है specially my wife तो भला मैं तुझ जैसे creature को खाकर खुद का taste गंदा क्यों करूँगा। "  वहीं ये सुन उस शख़्स ने कुछ नहीं कहा। वो युवान की बातों को इग्नोर करता हुआ बोला-  " मुझे तो समझ नहीं आता लव्या तेरे साथ कैसे रहती है? पता नहीं लव्या को तुझमे क्या पसन्द आया जो उसने तुझ जैसे सडू से शादी कर ली। "  "I am very sweet with my wife. मैं उससे बहुत प्यार करता हूँ and she also loves me. So shut your mouth. " युवान ने laptop में नजरे गड़ाये ही बिना किसी expression के साथ कहा।  " वहीं तो मैं सोचूँ तु उसके साथ इतना sweet कैसे रहता है। हमारे साथ तो कभी ऐसा नहीं रहता हममें  क्या कांटे लगे है। "  उस शख़्स की ऐसी बातें सुन अब युवान इरीटेट हो रहा था। -  " तुम क्या मेरी wife हो क्या जो मैं तुम्हारे साथ sweet रहूँ ?idiot !" युवान ने दाँत भींचते हुए इरीटेट होकर कहा। तो उस शख़्स ने युवान की तरफ एक fake smile की और उसके पास जा झट से उसके गले लग गया। गले क्या लगा था वो लगभग युवान से चिपक ही गया था।  ये देख युवान उसे खुद से अलग करते हुए चिढ़कर बोला-  " Don't react like a naive child पार्थ। हटो यहाँ से और ये बताओ अनय कहाँ है। क्या वो तुम्हारे साथ नहीं आया। "  जिससे युवान इरीटेट हो रहा था उस शख़्स का नाम पार्थथा। नील अभी कुछ कहता की  तभी वहाँ पर एक और  आवाज़ गूंजी- " I am here. " दोनों ने आवाज़ सुन door की तरफ देखा तो वहाँ उन्ही की age का एक और शख़्स खड़ा था। उस शख़्स का नाम अनय था। अनय serious expression के साथ चलता हुआ आया और युवान के सामने बैठ गया।  तभी पार्थ  अनय को देखते हुए बोला-  "  भाई  तेरे लिए एक bad news है हमारा दोस्त अब हमारा नहीं रहा। देख उसने अभी तक मुझे चाय coffee भी नही पूछा। "  "What. तुम क्या कोई छोटे बच्चे हो पार्थ जो युवान तुमसे चाय- coffe coffee का पूछेगा या फिर उसके guest हो। अगर तुम्हे कुछ भी खाना पीना है तो तुम खुद order कर लो। "  अनय ने भी पार्थको अजीब एक्सप्रेशन के साथ देखते हुए कहा। तो पार्थ रोनी सी शक्ल बनाते हुए बोला-  " ये लो मेरा एक और दोस्त मुझसे दूर हो गया। अब मैं किसे अपना dost कहूंगा। मैं तो इस जालिम दुनिया में अकेला रह गया। " बोलते हुए पार्थ ने intercome उठाया और अपने लिए कॉफी order करने लगा। पार्थकी बात सुन अनय को कुछ समझ नहीं आया तो उसने युवान को देखते हुए पूछा-  " इसे क्या हुआ। ये ऐसे क्यों react कर रहा है। " कुछ नहीं। तुम उसे छोड़ो और ये बताओ जिस काम के लिए गए थे वो काम हुआ। " युवान ने serious expression के साथ कहा तो अनय ने भी बिल्कुल सख्त लहजे में जवाब दिया-  " हाँ जिस काम के लिए गए थे वो हो चुका है। हमने उस सिंघल को अच्छे से सबक सिखा दिया है और वो project भी अब हमारा है। फिर एक पल रूक- " लेकिन मुझे नहीं लगता की वो शांत बैठेगा। वो जरूर कुछ ना कुछ तो plan  करेगा हमारे खिलाफ आखिर हमने उसके तीन अड्डों को destroy किया है और उससे इतना बड़ा project भी छिना है। इसकी वजह से उसे काफी loss हुआ है। तो वो attack करने की कोशिश तो जरूर करेगा। " अनय ने serious होकर कहा तो उसकी बात सुन युवान भी बिना किसी भाव के paperwet घुमाता हुआ बोला-  "करने दो उसे जो भी plan करना है। क्योंकि ये उसकी last warning थी। अगर इस बार उस सिंघल ने कुछ भी किया तो वो उसकी जिंदगी का आखिरी वार होगा।... क्योंकि आगे युवान रॉय कपूर उसे कुछ करने लायक छोड़ेगा नहीं। इसलिए उसके लिए यहीं बेहतर है की वो अब हमसे पंगा ना ले। " बोलते हुए युवान के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे।  अनय ने पार्थ को देखा जो कॉफी और snacks ठूंस रहा था। ये देख अनय ने ना में सिर हिलाया की तभी अनय की नजरे युवान के हाथ पर गयी।  युवान की चोट देख अनय की smile गायब हो गयी और उसने युवान को घूरते हुए सर्द लहजे में पूछा-  " युवान ये तेरे हाथ को क्या हुआ? चोट कैसे लगी तुझे। " अनय की बात पार्थ ने भी सुनी तो वो भी अपनी कॉफी छोड़ उन दोनों के पास आ गया और युवान के हाथ को देखने लगा।  वहीं युवान ने दोनों को ऐसे देखा तो उसने वापस अपनी नजरे laptop में जमाली और अपनी उंगलियाँ keyboard पर चलाता हुआ बोला- " Nothing. छोटी सी चोट है। कुछ नहीं हुआ है मुझे। और तुम दोनों ये सब छोड़ो और चुपचाप काम पर लग जाओ। "  युवान की लापरवाही भरी बातें सुन अनय का जबड़ा भींच गया। वहीं पार्थ के भी चेहरे पर serious expression आ गए। अनय युवान के हाथ को पकड़ दाँत भींचते हुए बोला-  " Shut up युवान। चुपचाप ये बता की तुझे ये चोट लगी कैसे। किसकी इतनी हिम्मत हो गयी जो... बोलते बोलते ही अनय रूक गया और युवान के चेहरे को गौर से देखने लगा। फिर कुछ सोच वो बोला-  " क्या तूने लव्या को फिर से हर्ट किया युवान। और उसी की सज़ा देने के लिए तूने फिर खुद को चोट पहुंचाई ना। "  ये सुन युवान ने कुछ नहीं कहा। वो वैसे ही काम करते रहा तो इस बार पार्थ ने पहले एक नजर अनय को देखा और फिर चेयर पर बैठ गुस्से से बोला-  " What's wrong with you युवान। तु ऐसा कैसे कर सकता है। लव्या को हर्ट कैसे कर सकता है तु ये जानते हुए भी की लव्या तेरे गुस्से से कितना डरती है। " पार्थ ने गुस्से से कहा। इस वक़्त नील वो थोड़ी देर पहले वाला पार्थ बिल्कुल नहीं लग रहा था जो किसी बच्चे की तरह react कर रहा था। बल्कि उसके चेहरे के भाव बिल्कुल बदले हुए थे।  युवान ने अब भी कुछ नहीं कहा। वो वैसे ही काम करता रहा। तो अनय को गुस्सा आ गया। उसने युवान का laptop पकड़ दूसरी side रखते हुए गुस्से से बोला-  " हम तुझसे कुछ पूछ रहे है युवान। जवाब दे। क्यों हर्ट किया तूने लव्या को।... जब तु उससे बेइंतहा प्यार करता है और वो भी तुझसे इतना प्यार करती है तो क्यों तु हमेशा पहले उसे hurt करता है और फिर उसे हर्ट करने की सज़ा खुद को चोट पहुंचाकर देता है। "   पार्थ और अनय की बात सुन युवान को भी गुस्सा आ गया और वो भी paperwet को उठा सामने फर्श पर फैंकते हुए  उसी गुस्से से चिल्लाते हुए बोला- " हाँ किया मैने उसे hurt और खुद को भी। क्योंकि मैं लव्या से बहुत प्यार करता हूँ। बहुत प्यार जिसकी कोई हद नहीं है और इसलिए मुझे ये हरगिज बर्दाश्त नही है की वो मुझे इग्नोर करे या फिर मेरे अलावा किसी और लड़के से बात करे । " कल का वाकया याद करते हुए- " उस पर सिर्फ मेरा हक है और मेरे अलावा उसे कोई छूए ये मुझे कतई बर्दाश्त नहीं है फिर चाहे वो गलती से ही क्यों ना हो।... कल भी उसने किसी लड़के से बात की थी इसलिए मैने उसे सज़ा दी, उसे hurt किया जो की जरूरी था। और उसे हर्ट कर मुझे हर्ट होता है बस इसलिए मैने खुद को भी सज़ा दी। " युवान गुस्से से बोला और जाकर window के पास खड़ा हो गया।  युवान की बात सुन नील और अनय ने एक दूसरे को देखा और फिर पार्थ बोला-  " युवान तु लव्या को ऐसे कंट्रोल नहीं कर सकता। उसकी खुद की भी कोई private life है। और जिसे तु प्यार कह रहा है वो तेरा सिर्फ प्यार नहीं है बल्कि लव्या को लेकर तेरा जुनून है। लव्या तेरा जुनून है जिसे तु सिर्फ खुद तक रखना चाहता है फिर चाहे तुझे इसके लिए उसे डराना ही क्यों ना पड़े।  पार्थ की बात सुन युवान के भाव नहीं बदले। बल्कि वो एक जुनूनियत के साथ बोला- " अगर वो प्यार के साथ मेरा जुनून है तो जुनून सही, अगर वो डरती है तो डर के साथ ही सही लेकिन उसे ऐसे ही रहना होगा क्योंकि वो सिर्फ मेरी है सिर्फ मेरी और मैं उसको एक persant भी किसी और के साथ नहीं देख सकता।क्योंकि अब उसकी life मुझसे जुड़ चुकी है और अब उस पर सबसे ज्यादा मेरा हक है। उसकी priority सिर्फ मैं हूँ। " बोलते हुए युवान की आँखों में युवान के लिए जुनूनियत साफ नजर आ रही थी।  Done. " कौन है ये सिंघल? "  क्या पार्थ और अनय युवान को समझा पाएंगे या युवान फिर से करेगा लव्या को गुस्से में हर्ट?  पढ़िये " Trapped in his love " and please like, comment और share कीजिये और अपने review दीजिये। 

  • 13. "Trapped in his love" - Chapter 13

    Words: 1958

    Estimated Reading Time: 12 min

    कहानी अब तक- पार्थ की बात सुन युवान के भाव नहीं बदले। बल्कि वो एक जुनूनियत के साथ बोला- " अगर वो प्यार के साथ मेरा जुनून है तो जुनून सही, अगर वो डरती है तो डर के साथ ही सही लेकिन उसे ऐसे ही रहना होगा क्योंकि वो सिर्फ मेरी है सिर्फ मेरी और मैं उसको एक persant भी किसी और के साथ नहीं देख सकता।क्योंकि अब उसकी life मुझसे जुड़ चुकी है और अब उस पर सबसे ज्यादा मेरा हक है। उसकी priority सिर्फ मैं हूँ। " बोलते हुए युवान की आँखों में लव्या  के लिए जुनूनियत साफ नजर आ रही थी।  अब आगे- युवान की बात सुन पार्थ और अनय ने एक दूसरे की तरफ देखा और फिर एक गहरी साँस ले अनय युवान के पास जा उसके कंधे पर हाथ रखते हुए बोला-  " युवान we understand की तु लव्या से बेहद प्यार करता है। और तु उसे किसी और के साथ बर्दाश्त नहीं कर सकता है। और लव्या भी तुझसे उतना ही प्यार करती है। But मेरे भाई तुझे ये समझना होगा की तेरे इस तरह के बर्ताव से, उसे डराकर उसे हर्ट कर के तु लव्या को सिर्फ खुद से दूर ही करेगा।....  फिर एक गहरी सांस ले- " देख युवान तु अच्छे से जानता है की लव्या बाकी लड़कियों जैसी नहीं है। वो बहुत शांत और introvert है yrr। वो पहले ही तेरे साथ खुल नही पायी है और इस पर तु उसे और भी डराकर रखना चाहता है। ऐसे तो वो कभी तुझसे अपने दिल की बात नहीं कह पायेगी। और कहीं ऐसा ना हो युवान की एक दिन उसके दिल में तेरे लिए प्यार खतम होकर सिर्फ डर ही रह जाए। और वो तुझसे सच में दूर हो जाए।  " No. ऐसा कभी नहीं होगा। मैं ऐसा कभी नही होने दूँगा। लव्या मुझसे दूर नहीं जा सकती। " युवान जो अभी तक अनय की बात चुपचाप सुन रहा था, लव्या के उससे दूर होने की बात सुन बौखला गया और चिल्लाते हुए बोला। युवान ने आगे उसी गुस्से से कहा-  " अगर लव्या के जहन में भी कभी मुझसे दूर जाने का ख्याल  आया तो मुझे खुद नहीं पता मैं उसके साथ क्या करूँगा। लव्या पर सिर्फ मेरा हक है वो सिर्फ मेरी है। उसे जो करना है वो करे, चाहे गुस्सा करे, नाराजगी जताये मुझे सब मंजूर है लेकिन  मुझसे दूर होने की, मुझे इग्नोर करने की अगर उसने कोशिश की तो उसे सज़ा जरूर मिलेगी और ऐसी मिलेगी की उसकी रूह काँप जायेगी। " युवान गुस्से सी बोला और अपनी चेयर पर जाकर बैठ गया।  अब अनय को भी गुस्सा आ गया। वो उतनी देर से उसे शांति से समझाने की कोशिश कर रहा था लेकिन युवान था की समझने को ready ही नहीं था। इसलिए अनय भी table पर हाथ मारते हुए गुस्से से चिल्लाते हुए बोला- " सज़ा सज़ा सज़ा। बस युवान। तेरे इसी गुस्से और सज़ा की वजह से वो लड़की तुझसे इतना डरती है। और अगर ऐसा ही रहा ना तो वो सच में तुझसे एक दिन बहुत दूर चली जायेगी। इतनी दूर की तु चाहकर भी उसे वापस नहीं ला पायेगा।... और मुझे एक बात बता क्यों रहेगी वो एक ऐसी लड़के के साथ जो उसे हर्ट करता हो।...  फिर चेयर पर बैठते हुए उंगली point कर- " Look युवान तेरे पास वक़्त है समझने की कोशिश कर। लव्या के प्यार का नाजायज़ फायदा मत उठा। वो लड़की तुझसे बहुत प्यार करती है लेकिन तेरा गुस्सा उसके अंदर सिर्फ डर भर रहा है शायद इसलिए आज तक उसने ना कभी तुझसे कभी नाराजगी जताई, ना ही हक। और तुझे क्या लगता है आज वो तुझसे प्यार करती तेरे इतने हर्ट करने के बावजूद भी तेरे साथ है तेरे पास है लेकिन जिस दिन तेरी सच्चाई उसके सामने आयेगी, तब क्या होगा। तब भी वो क्या तेरे साथ रहेगी। नहीं युवान नहीं, चली जायेगी वो तुझसे दूर। इसलिए कह रहा हूँ उसे गुस्से और डर से नहीं प्यार से treat कर। वो लड़की सिर्फ प्यार desrve करती है और सम्भाल ले अपने रिश्ते को।  वहीं अनय की बात सुन युवान एकदम खामोश हो गया।  युवान जानता था कीअनय का कहा हुआ हर एक word सच था। लव्या उससे प्यार करती थी पर वो उसके गुस्से से बहौत डरती थी और इसलिए ही लव्या युवान के सामने कभी इतना खुल ही नहीं पायी की वो उससे नाराजगी या हक जता सके। हक तो युवान ही उस पर जताता आया था। और फिर लव्या को युवान का सच भी मालूम नहीं था। अगर लव्या को सच पता चलता तो शायद लव्या युवान से सच में पहले ही दूर हो जाती।  वहीं युवान को खामोश देख अब अनय ने पार्थ को देखा तभी पार्थ भी चेयर पर बैठता हुआ बोला-  " अनय बिल्कुल सही कह रहा है युवान। माना की तेरे साथ past में जो कुछ भी हुआ वो सही नहीं हुआ लेकिन इसका मतलब ये नहीं है युवान वो सारी चीजे अब भी हो। हर relationship एक जैसा नहीं होता है इसलिए please अपने past के base पर अपने present को compare मत कर। पास्ट से present को इतना trigger मत कर वरना सच में सब कुछ बिखर जायेगा।....  युवान अब सिर्फ खामोशी से दोनों की बात सुन रहा था। और पार्थ के मुह से past का जिक्र सुन अचानक ही युवान की आँखे गहरी हो गयी। उसकी आँखों में कुछ आकर गुजर गया।....  पूरे कैबिन में सन्नाटा था की तभी उस खामोशी को चीरते हुए युवान का फोन रिंग हुआ। युवान ने screen पर शो होते नाम को देख call पिक किया तो उधर से एक आवाज़ आयी-  " Sir उसका क्या करना है। वो काफी request कर रहा है तो उसे छोड़ दे या फिर अभी और रखना है। "  उधर वाले शख़्स की बात सुन युवान ने कुछ पल सोचा और फिर कड़क आवाज़ में बोला-  " तुम्हे कुछ करने की जरूरत नहीं है। मैं आ रहा हूँ थोड़ी देर में वहाँ "। बोल युवान ने call disconnect कर दिया और चेयर से उठ अपना coat हाथ में लेते हुए बोला-  " I have an urgent work तो मैं जा रहा हूँ। आज का काम तुम दोनों देख लेना। " बोल युवान जाने लगा तो पार्थ उसे रोक अनय को अपने साथ खींचता हुआ बोला-  अबे रूक। कहाँ जा रहा है तु और किसे order देकर जा रहा है।  भाई हम airport से यहाँ तुझसे मिलने आये थे, काम करने नहीं। हम दोनों बहुत थक गए है इसलिए सबसे पहले विला जाकर freshen up होंगे पेट पूजा करेंगे और आज का पुरा दिन rest करेंगे।... आज कोई काम नहीं करने वाले हम। " बोलते हुए पार्थ अनय को अपने साथ खींच लाया। अब तक वो तीनों building से बाहर आ चुके थे।  वहीं युवान ने पार्थ की बात सुन कुछ नहीं कहा लेकिन अनय उसे अजीब expression के साथ देख रहा था। अनय बोला-  " तुम्हारा दिमाग खराब है क्या पार्थ। तुम थक गए really. Flight में पूरे time तुम गधेे घोड़े बेचकर सोये हुए ही थे और तुम्हे अभी और rest करना है। एक no. के आलसी हो तुम। " अनय की बात सुन पार्थ का मुह बन गया और वो अभी कुछ कहने को हुआ की तभी युवान की आवाज़ सुन वो उसकी तरफ देखने लगा।  पार्थ और अनय ने देखा तो पाया की युवान की नजर एक black color की roles royals car पर थी जिसके आगे के हिस्से पर scratch आये हुए थे।  युवान जो की अपनी car में बैठने वाला था तभी उसकी नजर इस car पर पड़ी और इस पर scratch देख वो हैरान रह गया क्योंकि ये car अनय की favorite car थी जिसको वो किसी को हाथ भी नहीं लगाने देता था। युवान हैरान होता हुआ बोला-  " अनय ये तुम्हारी car को क्या हुआ। इस पर ये इतने scratch कैसे आये। क्या रास्ते में आते वक़्त किसी से तुम्हारी हाथापाई हुई थी या फिर किसी ने attack किया था तुम दोनों पर। "  युवान की बात सुन अनय और पार्थ ने एक दूसरे को देखा और फिर पार्थ जोर- जोर से हँसने लगा। पार्थ को ऐसे हँसते हुए देख युवान उसे अजीब expression के साथ देखने लगा वहीं दूसरी तरफ अनय के जबड़े पीस गए। लेकिन पार्थ को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। वो वैसे ही जोर- जोर से हँसता रहा। और हँसते हुए बोला-  " सही guess किया तुमने युवान। इस car पर ये scratches attack करने की वजह से ही आये है। रास्ते में हम पर sorry sorry mister अनय कि car पर किसी ने बहुत ही बेरहमी से attack किया जिसकी वजह से इनकी car की ये हालत हो गयी। " बोल पार्थ फिर से जोर- जोर से हँसने लगा।  पार्थ को हँसते देख अनय अपने दाँत भींचते हुए बोला- " Stop laughing पार्थ otherwise I will break your teeth. लेकिन पार्थ तो अभी भी हँसे जा रहा था तभी युवान गुस्से से बोला- " किसने किया attack. किसकी इतनी हिम्मत हो गयी की युवान कपूर के दोस्तों को हाथ भी लगा दे। Tell me his name. मैं उसे छोडूंगा नहीं। "  युवान का ये बोलना था की पार्थ और भी दांत फाड़कर हँसने लगा। लेकिन तभी युवान को खुद की तरफ घूरते हुए देख उसने अपनी हँसी कंट्रोल की और बोला-  " जंगली बिल्ली ने attack किया है। अब तु क्या उसे जंगल में जानवरो के बीच ढूंढेगा क्या। " What? युवान पार्थ की बात सुन बोला।  हाँ भाई। अनय की इस car पर attack एक जंगली बिल्ली ने किया है। वो actually हम airport से जब आ रहे थे तो रास्ते में हमे एक जंगली बिल्ली मिल गयी थी उसी ने इस car की ये हालत की है। इतना ही नहीं उस जंगली बिल्ली ने तो car के साथ- साथ अनय के handsome face का भी हुलिया बिगाड़ दिया था। सच में भाई बहुत ही जंगली थी वो बिल्ली।  बोल पार्थ फिर हँसने लगा।  वहीं दूसरी तरफ-  एक apartment  के रूम में एक लड़की इस वक़्त बेड पर अपने हाथ फैलाये पसरी हुई थी। उस पूरे रूम में दीवारों पर किसी शख़्स के poster लगे हुए थे यहाँ तक की बेडशीट पर भी उसी शख़्स की फोटो थी। ... उस लड़की के हाथ में भी एक फ्रेम था जिस में same उसी शख़्स जिसके poster walls और bedshit pillow पर थे, उसी शख़्स की picture उस लड़की के हाथ में पकड़े फोटो फ्रेम में थी। और वो लड़की एकटक उस picture को निहारे जा रही थी।  ऐसा लग रहा था जैसे उस लड़की ने उस पूरे रूम और रूम की हर एक चीज में उसी शख़्स को बसा रखा था।  तभी वो लड़की उस शख़्स की picture पर हाथ फेरते हुए बोली-  " Oh युवान। You are so handsome. I love you so much. और वो भी अब से नहीं बल्कि college time से जब मैने college में तुम्हे पहली बार देखा था तभी तुम मेरे दिल में बस गए थे। उस वक़्त पहली ही नजर में तुम्हारे charm ने मुझे तुम्हारा दीवाना बना दिया था। उसी वक़्त मैने सोच लिया था की तुम सिर्फ मेरे बनोगे।  लेकिन पता नहीं तुमने उस लव्या में क्या देखा जो उससे शादी कर ली। I hate her. अगर मुझे पता होता की तुम मेरी absence में किसी और लड़की, उस लव्या से शादी कर लोग, तो उस वक़्त मैं यहाँ से कभी जाती ही नहीं। पर कोई बात नही शादी हो गयी तो क्या हुआ, युवान फिर भी मेरा है।  मैं तुम्हे युवान की जिंदगी से बाहर निकालकर ही रहूंगी। बोलते हुए उस लड़की के चेहरे के भाव बदल चुके थे और उसकी आँखों में लव्या के लिए नफरत साफ दिख रही थी। वो लड़की बोल रही की तभी - Done तो कौन है ये  लड़की? और कैसे जानती है युवान को?  क्या सच्चाई है युवान की जिसे उसने लव्या से छिपाया हुआ है?  क्या हुआ है युवान के past में?  जानने के लिए पढ़िये "Trapped in his love " "

  • 14. "Trapped in his love" - Chapter 14

    Words: 2098

    Estimated Reading Time: 13 min

    कहानी अब तक- तभी वो लड़की उस शख़्स की picture पर हाथ फेरते हुए बोली-  " Oh युवान। You are so handsome. I love you so much. और वो भी अब से नहीं बल्कि college time से जब मैने college में तुम्हे पहली बार देखा था तभी तुम मेरे दिल में बस गए थे। उस वक़्त पहली ही नजर में तुम्हारे charm ने मुझे तुम्हारा दीवाना बना दिया था। उसी वक़्त मैने सोच लिया था की तुम सिर्फ मेरे बनोगे।  लेकिन पता नहीं तुमने उस लव्या में क्या देखा जो उससे शादी कर ली। I hate her. अगर मुझे पता होता की तुम मेरी absence में किसी और लड़की, उस लव्या से शादी कर लोग, तो उस वक़्त मैं यहाँ से कभी जाती ही नहीं। पर कोई बात नही शादी हो गयी तो क्या हुआ, युवान फिर भी मेरा है।  मैं तुम्हे युवान की जिंदगी से बाहर निकालकर ही रहूंगी। बोलते हुए उस लड़की के चेहरे के भाव बदल चुके थे और उसकी आँखों में लव्या के लिए नफरत साफ दिख रही थी। वो लड़की बोल रही की तभी - अब आगे- युवान मेरा था,मेरा है और मेरा ही रहेगा । बोलते हुए उस लड़की की आंखों में लव्य के लिए एक नफरत थी और युवान के लिए उतना ही पागलपन । और वो दीवानों की तरह युवान की फोटो पर हाथ फेरे जा रही थी। की तभी-  तभी उस लड़की के अपार्टमेंट की डोर बेल बजी । उसने एक बार door की तरफ देखा और फिर युवान की फोटो की तरफ देख frustation से बोली-  " अब कौन आ गया। कौन है जो मुझे इस time disturb कर रहा है जब मैं अपने युवान के साथ हूँ। " ... ..Oh युवान baby ये लोग भी ना चैन से मुझे और तुम्हे साथ में time भी spent नहीं करने देते। ... Anyway तुम wait करो मैं अभी आती हूँ। फिर हम वापस से continue करेंगे। Ok. किसी साइको की तरह कहते हुए उस लड़की ने युवान की फोटो को किस किया और फोटो को बेड पर उल्टा रख door खोलने चली गयी।  जैसे ही उस लड़की ने door खोला और गुस्से से -  " क्या है। कौन है जो इस वक़्त मुझे..... बोलते हुए  जैसे ही उस लड़की की नजर सामने खड़े शख़्स पर गयी तो वो रूक गयी। उस लड़की की आँखे छोटी हो गयी अपने सामने खड़े शख़्स को देख। वो door बंद कर बाहर आते हुए-  " तुम। तुम यहाँ क्या कर रहे हो। वो भी इस वक़्त। ... जब मैने कहा था की तुम्हे तुम्हारे पैसे मिल जायेंगे फिर तुम यहाँ क्यों आये हो।... जाओ यहाँ से। उस लड़की ने गुस्से से कहा।  वहीं उस लड़की की बात सुन वो सामने खड़ा शख़्स-  " अरे वाह मैडम। एक तो मैने इतना रिस्क लेकर आपका काम किया और उपर से आप मुझे ही इतना सुना रही है।... Listen वो  कोई मामूली आदमी नहीं है, युवान रॉय कपूर नाम है उसका। अगर उसे गलती से भी भनक लगी ना की हमने उसकी बीवी के खिलाफ कुछ किया है तो छोड़ेगा नहीं वो हमें।  देखा था मैने जान छिड़कता है वो अपनी बीवी पर। अगर उसे पता चल गया ना की मैने fake identity से उसके office में entry लेकर जानबूझकर उसकी बीवी को हाथ लगाया था या उसे गिरने से बचाया था तो मुझे धरती से ही गायब करवा देगा वो।  " इसलिए अब इतना रिस्की काम किया है मैने तो पैसे ही उसी हिसाब से मिलने चाहिए ना मुझे।... और मुझे मेरे पैसे अभी चाहिए इसलिए मैं यहाँ आया हूँ। आप जल्दी से मुझे मेरा इनाम दे दीजिये। " उस शख़्स ने कहा।  वहीं उस शख़्स की बात सुन उस लड़की को गुस्सा आ गया। वो अपने दाँत भींचते हुए-  " एक no. के लालची किस्म के इंसान हो तुम।  पैसे देखे नहीं की नियत डोल गयी तुम्हारी। ... मेरा ही दिमाग खराब था जो मैने तुमसे काम करवाया। .... अब यहीं रुको मैं लेकर आती हूँ पैसे। " बोल वो लड़की अंदर चली गयी।  थोड़ी देर बाद वो लड़की बाहर आयी  और उस शख़्स के हाथ में नोटों की गड्डी रखते हुए बोली-  लो पकड़ो तुम्हारे पैसे। जितना कहा था उससे तीन गुना है। तुमने मेरा काम बिल्कुल prefect किया था इसलिए तुम्हे तुम्हारी औकात से ज्यादा दे रही हूँ। समझे। अब निकलो यहाँ से।  पैसे देख उस शख़्स के होठो पर एक टेढी smile आ गयी। वो उस लड़की को देखते हुए-  " काम मेरा हमेशा ही perfect होता है। और रही बात नियत की तो नीयत तो आपकी भी सही नहीं है मैडम। हम तो फिर भी काम के पैसे लेते है लेकिन आप, आप तो किसी और की अमानत पर अपनी नीयत खराब कर बैठी हो। "  उस शख़्स की बात सुन उस लड़की को गुस्सा आ गया। वो उसे फटकरते हुए-  " Just shut up. अपने काम से काम रखो समझे। " Now get lost. और आइंदा बिना मुझे inform किये यहाँ मत आना। समझे।  उस लड़की की बात सुन अब उस लड़के ने कुछ नहीं कहा। वो जाने लगा तभी वो वापस से पीछे मुडा और उस लड़की के पास आते हुए बोला-  " वैसे एक सलाह है आपके लिए। बचकर रहियेगा। अगर युवान कपूर को आपके इरादो की जरा सी भनक भी लगी तो अंजाम अच्छा नहीं होगा आपके लिए।....  देखा है मैने बहौत  possessive है वो अपनी बीवी को लेकर। आखिर है भी तो वो लड़की बला की खूबसूरत।  उस दिन उस लड़की की कोई गलती भी नहीं थी, मैने उसे जानबूझकर टक्कर मारी थी और उसे गिरने से बचाने का नाटक किया था लेकिन फिर भी वो युवान काफी बौखला गया था। काफी गुस्से में अंदर लेकर गया था अपनी बीवी को। In fact शायद उसने उसे tourcher भी किया था क्योंकि उसके ले जाने के थोड़ी देर बाद वहाँ doctor आयी थी। इसलिए कह रहा हूँ सम्भलकर रहना। " बोल वो शख़्स वहाँ से चला गया।  ये शख़्स और कोई नहीं बल्कि वहीं आदमी था जो उस दिन ऑफिस में लव्या से टकरया था और उसे गिरने से बचाया था।  वहीं उस शख़्स के जाते ही उस लड़की के होठो पर एक evil smile आ गयी। वो सोचते हुए खुद सी है बोली-  " I know very well की मेरा युवान उस लव्या के लिए कितना possessive है। इसी बात का तो मुझे फायदा उठाना है।  युवान लव्य पर किसी की नजरे भी बर्दाश्त नहीं कर सकता। इसलिए तो मैने उस दिन ये plan बनाया था ताकि युवान लव्य को किसी दूसरे आदमी के साथ देखे और फिर अपना सारा गुस्सा उस पर निकाले।....  इससे मैं एक तीर से दो निशाने लगाउँगी। पहला तो युवान जब उस लव्या को tourcher करेगा तो मुझे बहुत सुकून मिलेगा और दूसरा इससे लव्या युवान से खुद दूर हो जायेगी। ... बोल वो लड़की हँसने लगी।  वहीं दूसरी तरफ-  पार्थ जोर-जोर से हंसे जा रहा था और अनय उसे गुस्से से देख रहा था। वही युवान को इरिटेशन हो रही थी । जब युवान से बर्दाश्त नहीं हुआ तो वह अपने दांत भींचते हुए बोला -  "जस्ट शट अप पार्थ। और बताओ मुझे यह सब कैसे हुआ"।  युवान की बातें सुनने अनय ने उसे रोकते हुए कहा -  "क्या युवान तुम भी कहां इसकी बात सुन रहे हो । येकुछ भी बकता है । यह स्क्रैचेज तो बस ऐसे ही ...  अनय अभी अपनी बात पूरी करता कि उससे पहले ही पार्थ बोला-  " अरे ऐसे कैसे तुम्हारी फेवरेट car पर अटैक हुआ है आखिर युवान को भी तो पता चलना चाहिए कि तुम्हारी गाड़ी पर अटैक किसने किया । पार्थ की बात सुन अनय ने उसे गुस्से से देखा पर पार्थ को कोई फर्क नहीं पड़ा और वह युवान को सब कुछ बताने लगा ।  फ्लैशबैक  अनय की car रोड पर दौड़ रही थी । अन्य ड्राइविंग कर रहा था और पार्थ पैसेंजर सीट पर बैठ आराम से कानों में हेडफोन लगाए गाने सुन रहा था ।  वही उसी रोड पर एक लड़की स्कूटी चला रही थी और उसके पीछे दूसरी बैठी हुई थी। दोनों ने हेलमेट पहने हुए थे तभी दूसरी लड़की का पर्स उसके हाथ से छूट कर गिर गया उसने उसे आगे वाली लड़की को स्कूटी रोकने के लिए कहा लेकिन उसने नहीं सुना तभी उसे दूसरी लड़की ने से दोबारा कहा तब उसे लड़की ने स्कूटी रोकी। ... वो दूसरी लड़की स्कूटी से उतर अपने purse लेने चली गई । उस लड़की ने जैसे ही अपना purse उठाया उसकी नजर एक बुढी औरत पर पड़ी जो रोड क्रॉस करने की कोशिश कर रही थी लेकिन साधनों की वजह से कर नहीं पा रही थी इसलिए वह लड़की उसे बूढी औरत को रोड क्रॉस करवाने के लिए चली गई।  वहीं दूसरी तरफ वह लड़की जो स्कूटी चला रही थी उसकी नजर पास में खड़े कॉटन कैंडी वाले ठेले पर गई जिसे देख उस लड़की की आंखों में चमक आ गई। वह खुद से -  " जब तक पीरु purse लाती है मैं कॉटन कैंडी खा लेती हूं। " बोल वह लड़की स्कूटी को वहीं छोड़ कॉटन कैंडी लेने चली थी ।   वहीं इस वक्त अनय जो full speed से car चला रहा था जो उसको पार्थ ने बाजू पकड़ कर हिलाते हुए कहा -  अन्य अनय सुन ना।यह देख कितना अच्छा इंटीरियर है क्यों ना मैं भी अपने रूम का इंटीरियर ऐसा ही करवा लूँ। " बोल वो अनय को हिलाने लगा जिससे अनय अपना बैलेंस नहीं बना पाया और उसके car उस स्कूटी से जाकर टकरा गई। ये देख अनय ने पार्थ को गुस्से से घूरा तो पार्थ ने अपने कान पकड़ लिए।  वहीं जब वो लड़की जो कॉटन candy ले रही थी, उसने अपनी स्कूटी को गिरते हुए देखा तो वो जल्दी से आई और पहले तो अपनी स्कूटी को खड़े किया। तभी उसकी नजर उस car पर गयी जिसने उसकी scooty को टक्कर मारी थी। ये देख उस लड़की का दिमाग खराब हो गया।  वो उस car के पास आयी और उसके शीशे पर जोर- जोर से बजाते हुए बोली-  " O hello mister इस car के अंदर जो कोई भी है चुपचाप बाहर निकलो। "  निकलो बाहर। हिम्मत कैसे हुई मेरी scooty को टक्कर मारने की। " बोलते हुए वो लड़की जोर- जोर से car के शीशे पर मारे जा रही थी।  ये देख पार्थ ने तो जानबूझकर अपने कानों में हेडफोन लगा तेज volume में गाने चला लिए। वहीं अनय उसे गुस्से से घूरने लगा लेकिन साथ ही उस लड़की के बार- बार शीशा बजाने से इरीटेट भी हो रहा था।  उसने एक गहरी साँस ली और अपनी आँखों पर goggle चढ़ाते हुए attitude से driving seat से बाहर निकला।  वहीं जब उस लड़की की नजर उस पर गयी , वो उसके सामने आयी और पहले तो उसे उपर से नीचे तक घूरने लगी।  वहीं अनय उसे देख जैसे ही कुछ बोलने को हुआ उससे पहले ही वो लड़की उस पर गरजते हुए बोली-  " O mister तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी scooty को hit करने की।  हाँ। और सबसे पहले तो तुम अपना ये थोबड़ा दिखाओ। क्या अंधो की तरह चश्मे को आँखों पर चढ़ा रखा है। " फिर एक पल रूक- " एक minute- " कहीं तुम अंधे तो नहीं हो। " अरे अंधे तो भई गाड़ी चला क्यों रहे थे। " वो लड़की अपनी ही धून में बोले जा रही थी।  उस लड़की की बात सुन अनय की भौहें तन गयी। उसने अपना चश्मा हटा दिया। और उस लड़की को घूर कर देखने लगा।   वहीं जैसे ही उस लड़की ने अनय का चेहरा देखा वो वापस से-  " आँखे तो तुम्हारी बिल्कुल ठीक है। फिर अंधे की तरह गाड़ी क्यों चला रहे थे।  अरे सड़क क्या तुम्हारे बाप- दादा की है जो car को हवाई जहाज़ बनाकर उड़ा रहे थे। " या फिर तुम अमीर बाप की वो बिगड़ी हुई औलाद हो। जो राह चलते किसी को भी उड़ा दोगे।  वो लड़की गुस्से से अनय पर गरजते हुए बोली। वहीं अनय ने उसकी बातें सुनी तो वो जोर से बोला-  " What? Have you lost your mind.  अनय की बाते सुन उस लड़की ने अपनी कमर पर दोनों हाथ रखे और उसी लहजे में-  O खरबूजे जैसी शक्ल के mister. अपनी ये english vinglish ना किसी और के पास जाकर झाड़ना।.... अरे होंगे तुम किसी अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलाद, मैं भी अपने बाप i mean अपने पापा की इकलौती औलाद हूँ और शेरनी हूँ।  और ये जो तुमने मेरी scoott को hit किया है ना जिसकी वजह से इस बेचारी को चोट लग गयी इसका हिसाब तो तुम्हे करना ही पड़ेगा।.... आया बड़ा car को उडाने वाला। " अब चलो चुपचाप कान पकड़ sorry बोलो मुझे। "  उस लड़की ने भी attitude से कहा तो अनय की आँखे छोटी हो गयी और वो गुस्से से उस लड़की को घूरने लगा।  Done. Please support this novel. 

  • 15. "Trapped in his love" - Chapter 15

    Words: 2156

    Estimated Reading Time: 13 min

    कहानी अब तक- अनय की बाते सुन उस लड़की ने अपनी कमर पर दोनों हाथ रखे और उसी लहजे में-  और ये जो तुमने मेरी scoott को hit किया है ना जिसकी वजह से इस बेचारी को चोट लग गयी इसका हिसाब तो तुम्हे करना ही पड़ेगा।.... आया बड़ा car को उडाने वाला। " अब चलो चुपचाप कान पकड़ sorry बोलो मुझे। "  उस लड़की ने भी attitude से कहा तो अनय की आँखे छोटी हो गयी और वो गुस्से से उस लड़की को घूरने लगा।  अब आगे- तभी वो लड़की उसी attitude से लड़के को घूरते हुए बोली- " क्या है? ऐसे बिल्ली की तरह आँखे छोटी कर के क्या घूरे जा रहे हो। इससे पहले लड़की नहीं देखी क्या या फिर शायद मुझ जैसी सुंदर, सुशील लड़की नहीं देखी होगी ना तभी तो ऐसे बिल्ले की तरह घूर रहे हो। " अब भगवान ने तुम्हे अच्छी शक्ल नहीं दी तो इसमें तो किसी की कोई गलती नही है। अब इसका मतलब ये तो नहीं है की तुम हर किसी को बेशर्मो की तरह ताड़ते फिरो।... अब ऐसे घूरना बंद करो। चुपचाप कान पकड़ कर sorry बोलो और चलते बनो यहाँ से। " वो लड़की अपनी ही धुन में जमकर अनय को सुनाए जा रही थी।  वहीं उस लड़की की बिना सिर पैर की बातें सुन अनय का पारा high हो रहा था। ये लड़की कितनी देर से उसे सुनाएँ जा रही थी। और sorry वाली बात सुन कर तो उसका जबड़ा पीस गया। वो चिल्लाते हुए गुस्से से बोला-  Just shut up. Shut your mouth. कितना बोलती हो तुम। ... और ये क्या बकवास कर रही हो भला मैं क्यों तुम जैसी पागल को घूर कर देखने लगा। "  अपने लिए पागल सुन तो उस लड़की का दिमाग सटक गया। वो वापस से उस पर बिफरते huer- "  पागल किसको बोला तुमने। मैं तुम्हे पागल नजर आती हूँ। पागल मैं नहीं पगला तुम हो infact तुम पागल ,भागड बिल्ले, गेंडे, अंधे आवारा पागल पशु सब कुछ हो तभी तो सामने खड़ी इतनी बड़ी scooty नहीं दिखी तुम्हे मेरी।.... तुमने उसे टक्कर मार दी। अरे ये तो शुक्र था की मैं scooty पर नहीं थी वरना तुम्हारा तो कुछ नहीं जाता लेकिन मेरा तो स्वर्गवास हो जाता ना। " उस लड़की ने acting करते हुए कहा।  वहीं उस लड़की की बातें सुन अनय ने पहले तो उसे अजीब expression के साथ देखा और मन में-  " लगता है कोई सरफिरी है। किसी पागलखाने से भाग कर आयी हुई लगती है। " बोल अनय ने इधर- उधर देखा तो अब तक उस लड़की की तेज आवाज़ सुन वहाँ काफी लोग इकट्ठा हो चुके थे। और थोड़ी दूर खड़े होकर उन दोनों को ही देख रहे थे। उनमे से कुछ तो ऐसे थे जो इनकी लडाई का video भी बना रहे थे। ये देख अनय गुस्से में उबल रहा था।   एक तो आज पार्थ की वजह से उसे ये सब face करना पड़ रहा था और उपर से ये लड़की अपनी बकबक बंद ही नहीं कर रही थी।  तभी वो लड़की वापस से- " O mister इधर- उधर देखना बंद कऱो। और ए मुह में दही जमाकर क्यों खड़े हो। Say sorry...  What.। मैं sorry बोलूँ और वो भी  तुम जैसी पागल को। भूल जाओ क्योंकि अनय किसी को sorry नहीं बोलता। और वैसे भी गलती तुम्हारी थी। तुमने scooty को बीच में खड़ा किया था।  और रही बात तुम्हारी इस scooty की तो लो। ये पकड़ो। ये पैसे रखो और अपना मुह बंद करो।.... तुम्हारी इस खटारा scooty की repairing में जितना खर्चा आयेगा ना उससे तो कहीं ज्यादा है ये पैसे।... समझी। अब मेरा मुह ताकना बंद करो और हटो मेरे रास्ते से।... पहले ही तुम जैसी पागल की वजह से already मेरा time waste हो चुका है। " बोल अनय ने अपने कोट की पॉकेट से निकाल एक नोटों की गड्डी उस लड़की के हाथ में रखी और वापस अपनी car की तरफ जाने लगा।  वहीं वो लड़की तो अनय को हैरानी से देख रही थी। लेकिन जैसे ही उसकी नजर अपने हाथ में रखी नोटो की गड्डी पर गयी उसका माथा बुरी तरह ठनक गया।  उसने झट से जमीन से एक छोटा पत्थर उठाया और फट से अनय की back पर दे मारा। जैसे ही पत्थर अनय को लगा वो रूक गया। वो पीछे पलटा और उस लड़की की तरफ गुस्से से भौहें चढ़ाकर देखने लगा " जैसे पूछ रहा हो की तुमने मुझे पत्थर क्यों मारा। अब क्या चाहिए तुम्हे?  वहीं वो लड़की अनय के सामने आई और उसने उसका हाथ पकड़ जोर से वो नोटों की गड्डी अनय के हाथ में रखी और गुस्से से बिफरते हुए बोली-  " ऐ mister ये तुम पैसों का रोब किसे दिखा रहे हो। और तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी प्यारी सी scooty को खटारा कहने की।.... अपने इन पैसों का रोब ना जाकर किसी और को दिखाना। चुपचाप sorry बोलो और गलती की भरपाई करो। "  वहीं अब अनय भी गुस्से में आ गया। उसने पहले तो उस लड़की को उपर से नीचे तक घूरा और फिर अपने हाथ सीने पर fold करता हुए attitude से बोला-  " चलो जाओ  नहीं बोलता sorry. अब बताओ क्या कर लोगी। अपनी इस खटारा scooty से मुझे टक्कर मारोगी। बताओ क्या करोगी। अनय ने scooty की तरफ point करते हुए कहा।  तुमने फिर से मेरी scooty को खटारा कहा। अब तुम देखो मैं क्या करती हूँ। हिसाब तो मैं करके ही रहुँगी। " बोल उस लड़की ने इधर- उधर अपनी नजर घुमाई तभी उसकी नजर  पास में पड़े एक लोहे के डंडे पर गयी।  उस लड़की ने आव देखा ना ताव, सीधा जाकर डंडा उठाया और जोर से अनय की car के बोनट पर दे मारा।  उस लड़की ने इतनी जोर से मारा था की अंदर बैठा पार्थ जो सबकुछ देख सुन रहा था वो भी उछल गया।  वहीं अनय भी shocked हो गया उस लड़की का इतना fast move देख। उसे बिल्कुल भी अंदाज़ा नहीं था की उसके सामने खड़ी लड़की ऐसा कुछ कर देगी। वो हैरानी से उसे देखने लगा।  वहीं उस लड़की ने दो- तीन बार बोनट पर मारा और फिर अपने हाथ झाड़ते हुए अनय के सामने आकर खड़ी हो गयी। और उसे ऊँगली point करते हुए बोली-  " अब हुआ हिसाब बराबर। " इतना बोल उसने अनय के हाथ से पैसे छीने और वापस अनय के हाथ में लगभग मारते हुए बोली-  " अब तुम्हारी  इस चमचमाती गाड़ी की हालत तो मैंने खराब कर दी। कबाड़ का डिब्बा बन चुकी है अब ये तो ना तुम एक काम करना अपने इन पैसों से ना अपनी इस खटारा को repair करवा लेना। "  वो लड़की  style से अपने बाल झटकते हुए बोली।  वहीं अनय की आँखे लाल हो गयी उस लड़की की इस हरकत से। वो अनय की favorite car थी और उस लड़की ने उसकी क्या हालात कर दी थी। वो दाँत भींचते हुए बोला-  " How dare you. तुम्हारी इतनी हिम्मत की तुम मेरी car को हाथ भी लगाओ। "  तभी वो लड़की जोर- जोर से हँसने लगी। -  हहहह। O mister तुम ना सच में अंधे हो। अभी - अभी मैने तुम्हारे सामने है तुम्हारी इस car को खराब कर अपनी हिम्मत का example दिया है। और तुम्हे अभी भी शक है। तो ठीक है मैं तुम्हे दूसरा example भी दिखा देती हूँ। " बोल उस लड़की ने अनय के जेल से सेट किये हुए बालों को पकड़ कर हिला दिया। अब उसके बाल किसी चिड़िया के घोसले से कम नहीं लग रहे थे।  अपने बालों की ऐसी हालत देख अनय को उस पर काफी गुस्सा आया। वो जैसे ही उसे पकड़ने को हुआ की पीछे से पार्थ उसे पकड़ते हुए बोला-  " अनय छोड़ उसे। देख युवान का call आ रहा है अभी हमें जल्दी वहाँ पहुंचना होगा। " बोल पार्थ ने उसे कसकर पकड़ लिया। पार्थ को खुद को अनय की ऐसी हालत देख हँसी आ रही थी। जिस अनय के आगे अच्छे अच्छो की पैंट गीली हो जाती थी उसकी हालत आज एक लड़की ने खराब कर दी थी। ...  लेकिन पार्थ ने अपनी हँसी control कर रखी थी क्योंकि वो जानता था की ये सब उसी की वजह से हुआ है। और अब अगर वो हंसा तो अनय उसे छोड़ेगा नहीं।  वहीं अनय  पार्थ से खुद को छूडाने की कोशिश करते हुए बोला-  " पार्थ छोड़ मुझे। इस लड़की की इतनी हिम्मत की मेरी car और बालों को हाथ लगाए। छोडूंगा नहीं इसे तो मैं। छोड़ मुझे। "  वहीं वो लड़की भी attitude से बोली-  " हाँ हाँ लेकर जाओ अपने इस दोस्त को। और समझा देना इसे की दुबारा मुझसे पंगा ना ले। वरना अभी तुम मुझे जानते नहीं हो।... बड़ा आया था मुझे पैसों का रोब दिखाने वाला और मेरी scooty को खटारा कहने वाला।.... मैने इसकी car को ही tin का डिब्बा बना दिया। " बोल वो लड़की हँसने लगी।  वहीं अनय खुद को छूडाने की कोशिश कर रहा था लेकिन पार्थ ने उसे नहीं छोड़ा और car की तरफ ले जाने लगा। वहीं अनय ने जाते हुए पीछे पलट कर उस लड़की को घूर के देखा और उसकी तरफ ऊँगली point कर दी  जैसे कहना चाहता हो की " छोडूंगा नहीं मैं तुम्हे " बोल car में बैठ गया। वहीं उस लड़की ने भी attitude से उसे हाथ हिलाकर निकलने का इशारा किया।  उधर पार्थ भी driving seat पर बैठ गया और चुपचाप driving करने लगा क्योंकि अनय उसे खा जाने वाली नजरों से घूर रहा था।  Flashback end...  पार्थ ने युवान को सब कुछ बताया और जोर - जोर से हँसने लगा। " सच में भाई  जिस अनय के सामने किसी की जुबान नहीं खुलती उस लड़की ने इसे क्या सुनाया है ना और तो और इसके सामने ही इसकी favorite car और बालों का हुलिया भी बिगाड़ दिया। और ये भाई साहब कुछ नहीं कर पाए। " बोलते हुए पार्थ अपना पेट पकड़े जोर- जोर से हँसे जा रहा था वहीं अनय गुस्से से उसे घूर रहा था।  वहीं पार्थ के मुह से ये सब सुन युवान के फेस पर भी smile आ गयी।  तभी अनय ने उसे बाजू से पकड़ा और car कि तरफ घसीटते हुए बोला- " बहुत हो गया। अब दाँत दिखाना बंद करो और चलो यहाँ से। " बोल अनय ने पार्थ को car में बिठाया और वहाँ से चले गए।  वहीं पार्थ के मुह से ये सब सुन युवान को भी लव्या की याद आ गयी। वो अपनी car में बैठा और अपना laptop खोल लव्या को देखने लगा। अवनि और प्रिया लव्य से मिल कर जा चुकी थी इसलिए  इस वक़्त  लव्या अपने रूम में थी और वो काफी खुश भी नजर आ रही थी। ये देख युवान के चेहरे पर भी smile आ गयी। " फिलहाल तो मुझे अपनी लव्या चाहिए। उस काम को कल देखूँगा।"  खुद से कह उसने अपना mobile निकाला और किसी को msg किया और अपनी car start कर घर की तरफ मोड़ दी। लगभग डेढ़ घंटे बाद युवान ने car अपने विला के बाहर रुकी। उसने अपनी car से एक पैकेट निकाला और चाबी अपनी ऊँगली में घुमाते हुए अंदर आ सीधे सीढ़ियों की तरफ बढ़ गया।  अब तक हल्का- हल्का अंधेरा हो चुका था। युवान सीधा रूम में आया तो उसे लव्य कहीं नहीं दिखी। युवान ने इधर- उधर अपनी नजरे घुमाई तो उसकी नजर balcony में खड़ी लव्या पर गयी।  युवान ने अपना ब्लैजर उतार सोफे पर रखा और balcony की तरफ अपने कदम बढ़ा दिये। वहीं balcony में लव्या खुद में ही गुम थी इसलिए उसे युवान के आने का पता ही नहीं चला। युवान ने पैकेट वहीं couch पर रखा और धीरे से जा पीछे से लव्या को hug कर लिया और अपने हाथ उसकी कमर पर लपेट दिये।  युवान के अचानक से hug करने से लव्या एकदम से डर गयी। तभी युवान उसे कसकर पकड़ते हुए-  " श्श्श don't move. " थोड़ी देर ऐसे ही रहो। " बोल युवान ने अपनी आँखे बंद कर ली और अपना चेहरा लव्या के बालों में छुपा उसके बालों की खुशबू लेने लगा। वहीं लव्या भी युवान की आवाज़ सुन अब शांत हो गयी।  थोड़ी देर ऐसे ही खड़े रहने के बाद युवान लव्या से अलग हुआ और उसे खुद की तरफ turn कर उसके माथे पर किस कर लिया। लव्या की आँखे अपने आप बंद हो गयी।  फिर युवान लव्य को उपर से नीचे तक देखने लगा जो green color की साडी में बहुत खूबसूरत लग रही थी। युवान ने उसका हाथ पकड़ा और उसे ले जा सोफे पर बिठा दिया। वो खुद भी उसके बगल में बैठ गया और पैकेट को लव्या के हाथ में दे उसे खोलने का इशारा किया।  लव्या ने जैसे ही वो पैकेट खोला तो उसके face पर एक चमक आ गयी और बहुत प्यारी सी smile भी।  Done.  तो क्या है उस पैकेट मे?  किस काम के लिए जा रहा था युवान?  कौन थी वो लड़की जो अनय से टकराई?  कौन था वो शख़्स जिसने लव्या को गिरने से बचाया?  और कौन थी वो लड़की जो युवान को अपना बता रही थी?  जानने के लिए पढ़िये " Trapped in his love"  And please like, comment and review.  Insta I'd- littlewriter756

  • 16. "Trapped in his love" - Chapter 16

    Words: 2166

    Estimated Reading Time: 13 min

    कहानी अब तक- थोड़ी देर ऐसे ही खड़े रहने के बाद युवान लव्या से अलग हुआ और उसे खुद की तरफ turn कर उसके माथे पर किस कर लिया। लव्या की आँखे अपने आप बंद हो गयी।  फिर युवान लव्य को उपर से नीचे तक देखने लगा जो green color की साडी में बहुत खूबसूरत लग रही थी। युवान ने उसका हाथ पकड़ा और उसे ले जा सोफे पर बिठा दिया। वो खुद भी उसके बगल में बैठ गया और पैकेट को लव्या के हाथ में दे उसे खोलने का इशारा किया।  लव्या ने जैसे ही वो पैकेट खोला तो उसके face पर एक चमक आ गयी और बहुत प्यारी सी smile भी।  अब आगे-  लव्या ने पैकेट देखते हुए ही  धीरे से कहा-  " Ice cream. मेरी फेवरिट। " बोलते हुए लव्या के फेस पर एक excitement थी।  Hmm. Butterscotch. Your favorite फ्लावर। " बोल युवान ने पैकेट से दो icecream निकाली और लव्या के सामने कर दी। और खाने का इशारा किया।  तभी लव्या नासमझी में बोली-  " लेकिन युवान ये तो दोनों butterscotch है और आप को तो butterscotch पसन्द नहीं है। तो फिर आप क्या खायेंगे।....  लव्या की बात सुन युवान के फेस पर हल्की सी smile आ गयी। वो ice cream की डिब्बी खोलते हुए बोला-  " My love मेरे खाने की tension तुम मत लो । वो मैं देख लूँगा की मुझे क्या खाना है ,और कैसे खाना है?तुम  बस अपनी icecream enjoy करो। " और  ये icecream मैं सिर्फ तुम्हारे लिए लेकर आया हूँ। .... क्योंकि मुझे तो icecream नहीं कुछ और ही खाना है जो मुझे इस icecream से  ज्यादा पसन्द है। " बोलते हुए युवान की नजर लव्या के होठो पर थी और वो लव्या के होठो को एक शरारती smile के साथ देख रहा था।  वहीं लव्या ने युवान की बातों और उसकी smile पर ठीक से ध्यान नहीं दिया और वो अपनी आँखे बड़ी- बड़ी करते हुए युवान को देखकर बोली-  " क्या? इसका मतलब आप सिर्फ मेरे लिए icecream लेकर आये है। लेकिन क्यों? आपको butterscotch नहीं पसन्द है तो क्या जरूरत थी दोनों यहीं लाने की। आप अपनी पसन्द का flawer ले आते ना। " अब आप नहीं खायेंगे तो मुझे अच्छा नही लगेगा। " बोलते- बोलते लव्या चुप हो गयी।  वहीं लव्या की बात सुन युवान के होठो की smile गहरी हो गयी। वो उसके सामने से उठा और लव्या के बगल में बैठते हुए उसने लव्या की कमर में हाथ डाल खुद के करीब कर लिया। और बेहद warm voice मे बोला-  " My lovely wife माना की मुझे butterscotch पसन्द नहीं है लेकिन मुझे तुम पसन्द हो। बेहद पसन्द हो। और जब तुम पसन्द हो तो फिर तुम्हारी हर पसन्द मेरी सबसे पसन्दीदा पसन्द है। बोलते हुए युवान लव्या की आँखों में गहराई से देख रहा था। वहीं युवान की ये बात सुन और उसकी intense नजरे खुद पर फील कर लव्या की नजरे झूक गयी। और साथ ही उसकी smile भी बड़ी हो गयी।  लव्या की झूकी नजरो को देख युवान के होठों पर भी हल्की smile आ गयी। तभी उसने एक शरारती smile के साथ कहा-    And second thing my love. तुम्हे किसने कहा की मैं icecream नहीं खाउंगा। मैं icecream खाउंगा और वो भी अपनी फेवरिट।.... लेकिन पहले तुम खाओ। " बोल युवान ने लव्या के सामने icecream  स्पून बढ़ा दिया।  वहीं लव्या तो युवान को देख रही थी। उसने मुह नहीं खोला तो युवान उसके कान के करीब झूक धीरे से बोला-  " My love मुझे बाद में देख लेना। मैं कहीं नहीं जा रहा। लेकिन पहले icecream खालो वरना ये पिघल जायेगी। " बोल युवान उससे दूर हुआ और लव्या को देखने लगा जिसका चेहरा शर्म से लाल हो गया था। उसके टमाटर जैसे गालों को देख युवान का मन तो उन्हे खाने का कर रहा था।  फिर उसने अपना सिर झटका और लव्या को icecream खिलाने लगा। लव्या ने भी इस बार युवान के हाथ से खा लिया। युवान ने उसे आधी icecream खिलायी और फिर लव्या को पकड़ा खुद आराम से पीछे couch से टेक लगाकर बैठ गया और लव्या को भी खुद से चिपका लिया।   युवान के हाथ लव्या की कमर से होते हुए पेट पर थे और उसकी उंगलियाँ लव्या की कमर और पेट पर हरकत कर रही थी। जिससे लव्या की body में सिरहन हो रही थी। लव्या ने धीरे से नजरे घुमा कर युवान को देखा जो सामने एकटक चाँद को देख रहा था। लव्या ने कुछ सोचा और झिझकते हुए icecream ले स्पून युवान की तरफ कर दिया।  जैसे ही युवान की नजरे लव्या के उसकी तरफ बढ़ाये icecream स्पून पर गयी वैसे ही उसके लव्या की कमर पर dance करते हाथ रूक गए और वो सामने से नजरे हटा एकटक उस स्पून को देखने लगा।  ये देख लव्या की आँखों में हल्की घबराहट आ गयी और वो धीरे से अपने हाथ पीछे लेने लगी की तभी-  युवान ने लव्या का हाथ पकड़ लिया ।  " क्या हुआ। मेरे लिए बढ़ाया हाथ वापस पीछे क्यों खींच रही है। "  वो मुझे मुझे लगा की आपको पसन्द नहीं है तो आप नही खाना चाहते। इसलिए..... लव्या ने धीरे से कहा।   युवान ने उसकी बात सुन कुछ नहीं कहा । वो आगे झुका और लव्या की आँखों में देखते हुए icecream खा ली। फिर उसे देखते हुए बोला-  " कहा था ना तुम और तुम्हारी पसन्द दोनों मुझे बेहद पसन्द है तो अब जो चीज  तुम्हे पसन्द है उसे इंकार करने का तो option रखा ही नहीं मैने my love. बोलते हुए युवान एकटक लव्या की आँखों में झांक रहा था। वहीं युवान की बातों और उसका icecream खाना लव्या के होठो पर प्यारी सी smile ले आया। तभी युवान आगे बोला-  " लेकिन ये भी याद रखना my love की तुम्हारी हर पसन्द की पहली और आखिरी हद मुझसे और मुझ तक हो। क्योंकि अगर कभी मुझे नापसंद कर कुछ पसन्द आया तुम्हे तो तुम्हारी हर पसन्द को मिटा दूँगा मैं। फिर चाहे वो कोई पसंदीदा चीज हो या कोई पसंदीदा शख़्स। " बोलते हुए युवान की आँखों के भाव बदल चुके थे।  वहीं लव्या जो अब तक smile कर रही थी, युवान की बात सुन सेहेम गयी। उसने हल्के से सिर उठा युवान को देखा जो अभी भी उसी जुनून के साथ लव्या की आँखों में देख रहा था। ये देख लव्या ने अपनी गर्दन हाँ में हिला दी। जिसे देख अब युवान की आँखे नॉर्मल हो गयी। और उसने उससे नजरे हटा वापस सामने कर ली।  थोड़ी देर बाद लव्या ने अपनी icecream खतम की और जैसे ही उठने लगी, युवान ने वापस उसको कमर से पकड़ कर खुद के करीब कर लिया। वो बिना उसे देखे बोला-  " कहाँ जा रही हो। "  वो icecream लग गयी है इसलिए wash करने जा रही थी। "  लव्या की बात सुन युवान ने उसे देखा। तो  उसकी नजर लव्या के होठो पर गयी जहाँ icecream लगी हुई थी। लव्या के होठो को देख युवान को अपना गला सुखता हुआ महसूस हुआ। और उसके होठो पर शरारती smile आ गयी। उसने लव्या को खींचकर अपने और भी करीब किया और उसके बालों को पीछे करता हुआ बोला-  " Ice cream  remove करने के लिए तुम्हे इतना effort करने की क्या जरूरत है। उसके लिए मैं हूं ना। वैसे भी मैने icecream नहीं खाई है। लेकिन अब मुझे खाने की craving हो रही है।  तो क्यों ना ये काम मैं ही कर लूँ। इससे दो फायदे होंगे। पहला तो मेरी craving मिट जायेगी और दूसरा तुम्हे clean करने के लिए यहाँ से जाना भी नही पड़ेगा। " बोल युवान ने लव्या की तरफ eye wink कर दी। और उसके होठो को गौर से देखने लगा। वहीं लव्या की नजर जब युवान की नजरों पर गयी तो उसकी आँखे बड़ी हो गयी और मुह खुला का खुला रह गया। वो हैरानी से उसे देखने लगी। तभी युवान उसके थोड़ा और करीब हुआ और लव्या के lips के किनारों पर लगी icecream को lick कर लिया।  फिर थोड़ा दूर हो उसने एक बार लव्या को देखा और उसके soft होठो पर अपने हार्ड lips रख दिये। युवान ने जैसे ही अपने होठ रखे, लव्या को युवान का उस दिन का wild किस करना याद आ गया जिससे लव्या एक पल के लिए तो घबरा गयी लेकिन अगले ही पल जब उसने फील किया की युवान उसे smoothly किस कर रहा है तो लव्या की आँखे बंद हो गयी और उसके हाथ युवान की shirt पर कस गए।  वहीं युवान बहुत प्यार से लव्या को किस कर रहा था। उसने किस करते हुए ही लव्या के lips पर लगी सारी icecream को lick कर लिया। लेकिन अब युवान से control नहीं हो रहा था इसलिए वो अब काफी passionatly लव्या के होठो को चूमने लगा। वहीं लव्या के हाथ युवान की shirt पर कसते ही जा रहे थे।  एक deep किस के बाद युवान लव्या से अलग हुआ और लव्या के फेस को गौर से देखने लगा। लव्या का पुरा face लाल हो चुका था। उसकी नजरे झुकी हुई थी। तभी युवान को कुछ सुझा तो वो बोला-  " My love हमेशा मैं ही  तुम्हे किस करता हूँ कभी तो तुम भी मेरा साथ दे दिया करो। ( फिर मुह बनाते हुए) खुद से तो तुम मुझे किस करने से रही। पता नहीं कब वो दिन आयेगा जब तुम मुझे किस करोगी। पता नहीं आयेगा भी की नही। लेकिन at least मेरा साथ तो दे ही सकती हो।  फिर तीरछा मुश्कुराते हुए- " तुम्हे नहीं पता लेकिन जब साथ दोनों तरफ से दिया जाए तो किस करने में और भी मज़ा आता है। " बोल उसने eye wink की तो लव्या आँखे बड़ी कर युवान को देखने लगी। तो युवान उसी teasing smile के साथ बोला-  " क्या ऐसे क्या देख रही हो। चाहो तो try करके देख लो। तुम्हे खुद पता चल जायेगा। "  लव्या ने अभी भी आँखे नहीं झपकई तो युवान फिर बोला-  " Ok तुम्हे trust नहीं है ना मेरी बात पर then let's try. साथ देना तुम मेरा। " बोल युवान ने वापस से अपने होठ लव्या के होठो से जोड़ दिये। वहीं लव्या की आँखे अभी भी फैली हुई थी ये देख कर की युवान कितना चालाक है। वहीं युवान को तो कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था। वो तो लव्या को किस करने में busy था। थोड़ी देर बाद वो अलग हुआ और मुह बनाता हुआ बोला-  " देखा तुमने अभी भी मेरा साथ नहीं दिया। " एक मैं ही हूँ जो तुम्हे किस करने के लिए बेचैन रहता हूँ। अरे कभी तो तुम भी मेरी किस में एन्वोल्व हुआ करो। मेरा तो मन ही नहीं भरता तुम्हे किस करने से, मन करता है तुम्हे पुरा खा जाऊँ। और एक तुम हो। तुम्हारा मन नहीं करता क्या मुझे किस करने का after all इतना handsome पति है तुम्हारा। " लेकिन तुम हो की फिर भी सती सावित्री बनी हुई हो।.... अगर तुम्हारी जगह कोई और होता ना तो ऐसी hotness देख खुद पर control कर ही नहीं पाता।  लव्या ने जैसे ही युवान की बातें सुनी उसका तो मन कर रहा था की अभी धरती फट जाए और वो उसमे समा जाए। उसे कुछ और नहीं सुझा तो वो सीधा युवान के सीने से लग गयी और कसकर उसके सीने में अपना चेहरा छुपा लिया। युवान के चेहरे की smile और भी बड़ी हो गयी। आखिर उसे लव्या की इन्ही अदाओं पर तो प्यार आता था जब वो युवान से बचने के लिए युवान के आगोश में समा जाती थी।  लेकिन युवान का मन तो लव्या को अभी और परेशान करने का हो रहा था। इसलिए वो उसके बालों को सेहलाते हुए बोला-  " जान मुझे तो ये वाली icecream और ये तरीका दोनों ही बहुत पसंद आये। ये icecream तो तुम्हारी वाली से कहीं ज्यादा मीठी थी और मुझे यहीं मीठा पसन्द है। मेरा मन तो अभी भी नहीं भरा infact अब तो मुझे और भी ज्यादा craving हो रह है इस मीठे को चखने की। सोच रहा हूँ एक बार फिर से चख ही लूँ। " बोल युवन ने लव्या को खुद से दूर किया और वापस उसके होठो की तरफ बढ़ने लगा।  वहीं लव्या ने देखा की युवान उसे फिर से किस करने वाला है तो उसने झट से अपने होठो पर हाथ रख लिया। ये देख युवान की भौहें तन गयी। उसने लव्या को घुरकर देखा तो लव्या ने घबराकर अपने हाथ हटा लिए। ये देख अब युवान को हँसी आ गयी। वो जोर- जोर से हँसने लगा।  "You are so cute my love. " बोलते हुए युवान ने अब लव्या को ज्यादा परेशान नहीं किया। उसने लव्या के lips पर peck किया और लव्या के चेहरे को देखने लगा। जो blush कर रही थी और blush करने की वजह से उसके गाल लाल हो गए थे।  ये देख युवान ने पहले उसके दोनों गालों को चूमा और फिर हल्के से bite कर लिया।  जिससे लव्या की हल्के से आह निकल गयी।  Done.  क्या है युवान की सच्चाई?  कोन थी वो लड़की जो अनय से मिली?  जानने के लिए पढ़िये " Trapped in his love "  Well. Wait for next chapter guys. And please support this novel. Like, comment and share. 

  • 17. "Trapped in his love" - Chapter 17

    Words: 2237

    Estimated Reading Time: 14 min

    कहानी अब तक- You are so cute my love. " बोलते हुए युवान ने अब लव्या को ज्यादा परेशान नहीं किया। उसने लव्या के lips पर peck किया और लव्या के चेहरे को देखने लगा। जो blush कर रही थी और blush करने की वजह से उसके गाल लाल हो गए थे।  ये देख युवान ने पहले उसके दोनों गालों को चूमा और फिर हल्के से bite कर लिया।  जिससे लव्या की हल्के से आह निकल गयी।  अब आगे-  लव्या की सिसकी सुन युवान के फेस पर smile आ गयी। फिर उसने tissue paper से लव्या का हाथ और मुह साफ किया और उसे खुद से चिपका लिया और पीछे से बाहों में भर कर बैठ गया।  " Morning Surprise पसन्द आया? " युवान ने लव्या के बालों को अपनी उंगलियों में उलझाते हुए पूछा।  युवान की बात सुन लव्या को उसका अवनि और प्रिया को घर बुलाना याद आ गया। कितना मिस कर रही थी वो उन्हे और युवान ने  बिना कहे उसकी dil की बात समझ ली थी। यहीं सब सोच लव्या खुश थी।  उसने एक प्यारी सी smile के साथ कहा-  "बहुत"। Thanks अवनि और प्रिया को यहाँ बुलाने के लिए। "  तभी युवान ने फिर पूछा- " खुलकर Enjoy किया तुमने "।  क्या जान सकता हूँ क्या क्या किया आज पूरे दिन अपने friends के साथ मिलकर। "  ये सुन लव्या को याद आया की कैसे आज पुरा दिन उसने कितना enjoy किया था। ये सब याद कर वो इतनी excited हो गयी थी की वो भूल ही गयी की वो युवान के साथ बैठी है। वो युवान जिसके सामने कुछ भी बोलने से पहले उसे दस बार सोचना पड़ता है। उसने excitement के साथ ही कहा-  हाँ आज का पुरा दिन मैने बहुत enjoy किया। आपका surprise वाकई बहुत अच्छा था, मुझे बहुत पसन्द आया।... मैं उन दोनों को कितने दिन से miss कर रही थी, और आपने तो मेरे लिए उन्हे घर ही बुला लिया।आपको पता है युवान आज हमने खूब मस्ती की। पहले साथ बैठकर comedy movie देखी, फिर डांस dance किया, बातें की और भी बहुत कुछ ".... जल्दी- जल्दी बोलते बोलते लव्या ने जैसे ही  सिर घुमा युवान की तरफ देखा जो उसे ही देख रहा था वो एकदम से चुप हो गयी। उसकी वो excitment भरी smile गायब हो गयी। और लव्या सामने देखने लगी।  वहीं युवान जो उसे ही सुन रहा था, उसने जैसे ही लव्या को चुप होते देखा तो वो बोला-  " क्या हुआ? चुप क्यों हो गयी? बताओ। "  "बस इतना ही किया"। लव्या ने जवाब दिया। वहीं ये सुन युवान के दिल मे एक टीस सी उठी। वो चाहता था की लव्या उसके सामने खुलकर बोले, बात करे, और बीवीयों की तरह रूठे, demand करे। लेकिन लव्या कभी भी ऐसा कुछ नहीं करती थी। उसे अनय की वो बात याद आ गयी जो उसने आज office में कही थी की उसके डर और गुस्से की वजह से लव्या उसे अपने दिल की बात नहीं बता पाती। युवान खुद भी ये बात समझता था लेकिन वो ना चाहते हुए भी लव्या को हर्ट कर देता था।.... अभी भी युवान लव्या की आवाज़ सुनना चाहता था, उससे बातें करना चाहता था इसलिए उसने ये बात छेड़ी थी वरना तो युवान को लव्या के हर पल की खबर थी की उसने अपनी friends के साथ मिलकर आज पूरे दिन क्या किया था।  खैर अब युवान के पास कहने को कुछ नहीं था। इसलिए उसने भी आगे कुछ नही कहा और लव्या के बालों में अपना चेहरा छुपा उसकी खुशबू लेने लगा।  लव्या से आती भीनी- भीनी खुशबू युवान को attract कर रही थी। उसे पता ही नहीं चला कब उसके हाथो ने लव्या के बालों को कंधे से हटा दूसरी side किये और उसकी गर्दन पर अपनी उंगलियाँ चलाने लगा।  युवान ने कसकर लव्या को कमर से होल्ड किया और उसके कंधे को चूम लिया। ... वहीं युवान के होठ रखते ही लव्या की पूरी body में सिरहन दौड़ गयी। उसके रोंगटे खड़े हो गए। लेकिन युवान नहीं रुका। उसने लव्या के हाथ पर अपना हाथ रखा और नीचे से उपर लाते हुए उसकी बाजू पर अपनी उंगलियाँ चलाने लगा। साथ ही उसके होठ भी लव्या के कंधे पर घूम रहे थे।  युवान अब अपने होठ फिराते हुए उपर की तरफ आया और  फिर लव्या की  नाजुक सी गर्दन पर अपने होठ रख उसकी गर्दन को चूमने लगा। लव्या धीरे से बोली-  " यू युवान ये आप क्या कर रहे है। "  "तुम्हे नहीं पता जान मैं क्या कर रहा हूँ। मैं अपनी प्यारी सी wife को प्यार कर रहा हूँ"। युवान ने लव्या की neck को किस करते हुए ही कहा। तो लव्या आगे कुछ नहीं कह पायी।  लव्या ने अपनी साडी को कसकर मुट्ठियों में भींच लिया। उसकी साँसे भारी हो रही थी। वो ना तो युवान की छुअन को resist कर पा रही थी और ना ही बर्दाश्त कर पा रही थी।  वहीं युवान भी बहक रहा था। वो अब काफी passionatly लव्या की गर्दन को चूमने लगा साथ ही वो उसकी neck को सक भी कर रहा था। जब युवान से और control नहीं हुआ तो उसने कसकर लव्या को bite कर लिया। Bite करने से लव्या की सिसकी निकल गयी और उसने bite वाली जगह पर हाथ रखा।  ये देख युवान ने uskeउसके हाथ को पकड़ कर नीचे किया और वहाँ किस करते हुए पूछा-  " दर्द हो रहा है। " लव्या ने कोई जवाब नहीं दिया तो युवान ने फिर से bite कर लिया। लव्या की फिर से सिसकी निकली-  "Please युवान" लव्या ने सिसकी भरते हुए कहा तो युवान ने फिर पूछा-  " I asked you something जान। क्या दर्द हो रहा है? Tell Tell me. अगर तुमने नहीं बताया तो मुझे यहीं लगेगा की तुम्हे दर्द नहीं हो रहा है। और फिर मैं तुम्हे जी भर कर bite कर सकता हूं।... वैसे भी तुम्हे देखकर मुझे तुम्हे खाने का मन करता है। " I like this sweet. " बोलते हुए युवान के होठ लगातार लव्या की पूरी गर्दन पर चल रहे थे।  वहीं लव्या तो खुद की साँसे ही नहीं संभाल पा रही थी। उसने जैसे- तैसे खुद को संभाला और लड़खडाती जुबां में बोली-  " N नहीं। Don't bite please. मुझे दर्द होता है " । ये सुन युवान के होठ जो उसकी पूरी गर्दन पर चल रहे थे, वो रूका। उसने एक नजर उस जगह को देखा जहाँ उसने bite किया था, वहाँ पर red mark बन गया था। Love bite देख युवान के होठो पर smile आ गयी। उसने उस bite वाली जगह पर अपनी उंगलियों से सेहलाया तो लव्या की आह निकली। जिसे सुन युवान ने फिर उस जगह अपने होठ रख दिये और bite वाली जगह को अपनी tongue से lick करने लगा। " Now it will be fine. "। साथ ही उसके हाथ लव्या के खुले पेट को सेहला रहे थे। वहीं लव्या को भी ये एहसास अच्छा लग रहा था। लेकिन उसके लिए ये सब संभालना मुश्किल हो रहा था। वो युवान को रोकना चाहती थी लेकिन रोक नहीं पा रही थी। उसने धीरे से कहा-  " यू युवान please रूक रूक जाइये। " लेकिन युवान ने तो जैसे उसकी बात सुनी ही नहीं। वो contionuoy अपना काम करता रहा।  ऐसे ही कुछ देर बाद युवान ने वहाँ से अपने होठ हटाये और उसकी गर्दन के दूसरे हिस्से पर रख दिये। वहाँ भी kiss, सक, bite, lick करने के  बाद युवान ने जैसे ही लव्या के पल्लू को उसके कंधे से हटाना चाहा तो लव्या ने उसका हाथ पकड़ लिया। वो युवान के sweet tourcher को अब और बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी, इसलिए उसने उसके हाथ पर हाथ रखा और अपनी उपर नीचे होती साँसों को संभालते हुए बोली-  " युवा युवान dinn dinner का वक़्त हो गया है।.. अब हमे खा खाना खाने चलना चाहिए।.. और और यहाँ ठंड भी हो गयी है। " " बोलते हुए लव्या ने अपनी साडी को कसकर मुट्ठी में भींच रखा था। वहीं ये सब सुन युवान ने कसकर अपनी आँखे बंद कर ली। उसने अपना हाथ लव्या के पल्लू से हटाया और कसकर मुट्ठी बांध ली। क्योंकि युवान out of control हो गया था।  उसने अभी भी कसकर लव्या को पकड़ रखा था और अपनी आँखे बंद किये ही अपना चेहरा उसके बालों में छुपा गहरी साँस लेकर खुद को शांत करने की  कोशिश करने लगा। वो वैसे ही अपना चेहरा छुपाये ही बोला- " Wait for few minutes. Let me relax myself in your arms." बोल कुछ देर ऐसे ही रहने के बाद खुद को शांत कर उसने फिर लव्या के बाल और उसकी साडी को ठीक किया और लव्या का चेहरा देखने लगा जो लाल था।  ये देख युवान के फेस पर हल्की सी smile आ गयी। I वहीं लव्या तो शर्म के मारे अपनी नजरे भी नहीं उठा पा रही थी।। वो अपनी नजरे झुका कर बैठी हुई थी। युवान की ये बात सीधा उसके दिल तक पहुंची थी। और उसके दिल को अंदर तक सुकून दे गयी थी युवान की ये बात। वरना तो लव्या ने युवान को रोक तो दिया था लेकिन उसे घबराहट भी हो रही थी की कहीं युवान को लव्या का रोकना अच्छा ना लगा हो और वो उससे नाराज या गुस्सा ना हो जाए। लेकिन ये बात बोल उसने लव्या को relax कर दिया था।  थोड़ी देर बाद  युवान ने खाना रूम में ही मँगवा लिया था और वो dinner करके वापस balcony में ही बैठा था। उसने लव्या को अपनी गोद में बिठा रखा था। लव्या की back युवान के सीने से लगी हुई थी और उसका सिर भी युवान ने अपने सीने पर रखा हुआ था। उसने दोनों को blanket से cover कर रखा था और लव्या के बालों को सेहला रहा था। चाँद की चमकती हुई रोशनी दोनों के चेहरे पर पड़ रही थी और हल्की- हल्की ठंड माहौल को और भी खुशनुमा बना रही थी।  थोड़ी देर बाद लव्या युवान के सीने पर सिर रखे ही सो गयी। जब युवान को अपने सीने पर उसकी गहरी साँसें फील हुई तो उसने अपना चेहरा झुका लव्या को देखा। वो उसे एकटक देखे जा रहा था और लव्या को देखते हुए उसके आँखों के emotion change हो चुके थे।  वो लव्या को देखते हुए मन ही मन बोला-  " अब और ज्यादा wait नहीं कर सकता मैं। मुझे अब जल्द से जल्द पूरी तरह से अपना  बनाना है तुम्हे। " बोलते हुए उसकी आँखे काफी गहरी थी।  फिर उसने लव्या के माथे को चूमा और उसे अच्छे से खुद के आगोश में समेट लिया।  वहीं दूसरी तरफ-  एक बहुत बड़ा mansion। इस mansion के एक रूम में king size bed पर एक लड़का लेटा हुआ था। और उसने अपने चेहरे को दोनों हाथो से cover कर रखा था। उस लड़के पर दूसरा लड़का झुका हुआ था और गुस्से से घूर रहा था। उसके हाथ में चाकू था। तभी वो दूसरा लड़का दाँत भींचते हुए बोला-  " अपने मुह को बंद रख पार्थ। अब अगर तुमने उस पागल लड़की का नाम भी लिया ना तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा तुम्हारे लिए। " बोल अनय बेड से उठा और उसने चाकू फेंक दिया।  वहीं पार्थ जिसने अपना चेहरा cover कर रखा था और आँखे बंद थी, उसने अपना हाथ हटाया और धीरे से एक आँख खोल कर देखा। जब उसे अनय सोफे के पास जाता दिखा तो वो जल्दी से बेड से उठ गया और बेड के दूसरी तरफ कूड़ता हुआ बोला-  " Come on  भाई वहीं तो मैं तुझसे बोल रहा हूँ की उस लड़की का नाम पता करते है। आखिर पहली बार किसी लड़की ने आपसे इतनी बहस कि है वरना तो सारी लड़कियाँ तुझे देखते ही तुझ पर लट्टू हो जाती है। ये पहली थी जो तेरी बैंड बजा गयी। इसके बारे में जानना तो  बनता है। " है ना। करवाउ क्या पता। " बोल पार्थ अनय को देखने लगा।  वहीं पार्थ की बात सुन अनय जोर से दाँत भींचते हुए चिल्लाया-  " पार्थ। तु चुप कर जा। वरना मेरे हाथ से मर जायेगा तु। उस पागल लड़की का जिक्र भी नहीं सुनना है मुझे। पता नही कोनसे पागलखाने से भाग कर आयी थी। अब अगर वो मिली ना तो उसे छोडूंगा नहीं मैं "।  तभी पार्थ excitement से- " सच भाई "। मैं भी तो तुझे कब से यहीं बोल रहा हूँ की उसे हमेशा के लिए पकड़ अपने पास रख ली मतलब उसे अपनी girlfriend बनाले। " पर तू है की बिगड़ रहा है। " पर चलो कोई बात नहीं। Finally तु माना तो सही। चल मैं बोलता हूँ  अपने आदमियों को उसके बारे में पता लगाने के लिए। " बोल पार्थ अपना फोन निकाल उसमे no. डायल करने की acting करने लगा।  पार्थ। तु तो गया। बहुत जबान चलती है तेरी। तुझे अभी बताता हूँ " बोल पर्थ को मारने के लीये दौड़ा तो पार्थ बेड के उपर चढ़ दूसरी तरफ कुद गया और जोर- जोर से हँसता हुआ बोला-  " वाह भाई वाह। मान गए उस लड़की को। खुद तू सामने से जो किया वो किया, अब तक बैंड बजा रही है वो तेरी। देखो कैसे जिस लड़की का नाम तक नहीं पता, उससे चिढ़ रहा है तु।  She is really different. बोल पार्थ जोर से हँसने लगा।  वहीं अनय को काफी गुस्सा आ रहा था। पार्थ उसे कब से चिढ़ा रहा था। अनय ने दाँत भींच मन ही मन कहा- " वो सरफिरी लड़की एक बार मुझे मिल जाए, छोडूंगा नहीं मैं उसे। अच्छे से सबक सिखाऊंगा। Ediyot कहीं की। उसकी वजह से इस पार्थ के बच्चे को मौका मिल गया मुझे tease करने का। "  Done. Wait for next chapter guys. 

  • 18. "Trapped in his love" - Chapter 18

    Words: 2109

    Estimated Reading Time: 13 min

    कहानी अब तक- वहीं अनय को काफी गुस्सा आ रहा था। पार्थ उसे कब से चिढ़ा रहा था। अनय ने दाँत भींच मन ही मन कहा- " वो सरफिरी लड़की एक बार मुझे मिल जाए, छोडूंगा नहीं मैं उसे। अच्छे से सबक सिखाऊंगा। Ediyot कहीं की। उसकी वजह से इस पार्थ के बच्चे को मौका मिल गया मुझे tease करने का। " अब आगे-  अगली सुबह-  युवान की car एक जगह आकर रुकी। सामने एक police station था। युवान car से बाहर निकला और सीधा अंदर बढ़ गया। अंदर जाते ही युवान सीधा inspector की desk के सामने जाकर खड़ा हो गया और अपना goggle उतार इधर- उधर नजरे घुमाता हुआ कड़क आवाज़ में बोला-  " कहाँ है वो। कहाँ बंद कर रखा है तुमने उसे"।  इंस्पेक्टर जो अपनी नजरे file में घुसाये हुए था, जब उसने किसी की इतनी कड़क आवाज़ सुनी तो झट से अपना सिर उठाकर देखा तो अपने सामने युवान रॉय कपूर को खड़े देख इंस्पेक्टर जल्दी से अपनी चेयर से खड़ा हो गया। और युवान को greet करते हुए बोला-  " Sir आप । आप यहाँ कैसे?  ये सुन युवान ने इंस्पेक्टर को घूर कर देखा तो इंस्पेक्टर हड़बड़ा गया और जल्दी से अपनी बात को correct करता हुआ बोला-  " Sorry sorry sir.  आप जब चाहे यहाँ आ सकते है। आपको कौन रोक सकता है।" मेरे कहने का मतलब  की मुझे पहले से पता होता तो आपको wait नहीं करना पड़ता। " इंस्पेक्टर को खुद समझ नही आ रह था की वो क्या बोल रहा है। युवान के घूर भर देखने से ही उसकी हालत खराब हो गयी थी इसलिए अभी उसे जो समझ आया उसने बोल दिया। वहीं युवान को उस इंस्पेक्टर की बात सुनने में बिल्कुल भी interest नहीं था। इसलिए वो उसे बीच में ही रोक गुस्से से बोला-  " Just shut up. अपना मुह बंद रखो और मुझे सिर्फ ये बताओ की तुमने उसे कोनसे lockup में रखा है। " I want to meet him. "  युवान की डाँट सुन इंस्पेक्टर जल्दी से बोला- " Sorry sir. आइये मैं आपको लेकर चलता हूँ। " बोल उस इंस्पेक्टर ने एक direction की तरफ इशारा कर युवान को अपने साथ आने के लिए कहा तो युवान भी उसके पीछे- पीछे चला गया।  इंस्पेक्टर  युवान को एक सेल के पास  लेकर आया।  ये सेल अंदर की तरफ थी जहाँ  थोड़ी बहुत  रोशनी थी बाकी  पुरा अंधेरा था। और यहाँ पर इस सेल के अंदर सिर्फ एक आदमी को रखा हुआ था। बाकी की सेल में भी कोई नहीं था। इंस्पेक्टर युवान को देखते हुए बोला-  " वो रहा sir। काफी दिनों से छोड़ देने की विनती कर रहा है इसलिए मैने आपको call किया था। " बोल इंस्पेक्टर ने वहाँ खड़े constable को सेल खोलने का इशारा किया।  Constable के सेल खोलते ही युवान अपने कदम बढ़ाते हुए बोला-  " Everyone out from here. और जब तक मैं ऑर्डर ना दूं तब तक यहाँ कोई नहीं आना चाहिए। "  युवान का order सुन इंस्पेक्टर ने सबको वहाँ से जाने के लिए कहा तो वहाँ खड़े दोनों constable वहाँ से चले गए। इंस्पेक्टर भी जाने के लिए मुडा तभी वो रुका और युवान को रोकते हुए हिचकिचाकर बोला-  " Sir  वो मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ "। " ये सुन युवान रुका और पीछे पलट इंस्पेक्टर को ठंडी आँखों से घूरने लगा तो पहले तो इंस्पेक्टर डर गया फिर उसने हिम्मत जुटाते हुए कहा-  " Sir actually हो सके तो इसे release करवा दीजिए क्योंकि आप भी जानते है इसकी कोई गलती नहीं है। और हमने भी आपके orders पर ही इसे कानून के अगेंस्ट यहाँ lockup में बंद कर रखा है जबकि इसने कुछ भी नहीं किया।... अगर ये बात उपर तक पहुंची तो मेरी जॉब भी खतरे में आ जायेगी। Sir आप समझ रहे है ना। Please it's a humble request. " इंस्पेक्टर की बात सुन युवान ने उसे कोई जवाब नही दिया और ना ही उसके चेहरे के भाव बदले। वो वैसे हि इंस्पेक्टर को देखता रहा तो फिर वो इंस्पेक्टर एक गहरी साँस ले वहाँ से चला गया। वहीं युवान ने अब अपने कदम अंदर की तरफ बढ़ा दिये।  सेल के अंदर करीब 28- 29 साल का एक शख़्स अपना चेहरा दोनों हाथो से cover किये हुए बैठा था। उसके posture से साफ पता चल रहा था की वो शख़्स काफी परेशान है। तभी उसके कानों में जूतों की आवाज़ आयी तो उस शख़्स ने सोचा की कोई constable आया है इसलिए उसने अपना चेहरा नहीं उठाया। लेकिन जैसे ही उसे जूतों की आहट अपने करीब आती सुनाई दी तो उस शख़्स ने धीरे से अपना चेहरा उठाया। लेकिन अंधेरे के कारण युवान का चेहरा साफ दिख नहीं रहा था।  तभी युवान उसके एकदम सामने आकर खड़ा हो गया तो युवान पर एक छोटी सी खिड़की से आती धूप की किरण पड़ी जिससे  अब युवान का चेहरा उस आदमी को साफ नजर आने लगा। वहीं युवान की नजरे भी उसी पर टिकी हुई थी और युवान के चेहरे के भाव उस शख़्स को देखते हुए एकदम ठंडे थे। उस शख़्स की हालत ना तो बहुत ज्यादा बुरी थी और ना ही कुछ खास अच्छी। लेकिन जैसे ही उस शख़्स ने अपने सामने युवान को देखा तो वो जल्दी से खड़ा हो गया और युवान के सामने हाथ जोड़ता हुआ बोला-  " युवान please मुझे यहाँ से जाने दो। तुमने मुझे पिछले एक महीने से यहाँ बंद कर रखा है। मुझे उस गुनाह की सज़ा मिल रही है जो मैने किया ही नहीं। मेरे घर पर सब लोग बहुत परेशान होंगे। Please युवान। ... मैं आज के बाद लव्या की तरफ कभी देखूंगा भी नहीं please...... मुझे जाने दो।....  "मेरी लव्या का नाम भी मत लेना अपनी जबान से वरना तेरी जबान काटने में मुझे time नहीं लगेगा सिधार्थ। " वो शख़्स अभी बोल ही रहा था की तभी युवान उसे रोक कड़क आवाज़ में बोला। इस वक़्त उसकी आँखों में गुस्सा भरा था। फिर युवान उसके करीब हुआ और उसकी आँखों में आँखे डाल बेहद जुनूनियत के साथ बोला-  " लव्या मेरी है सिर्फ मेरी। She is my wife और मेरी wife का नाम भी किसी और की जबान पर आये, मुझे ये हरगिज मंजूर नहीं है। तो उसकी तरफ देखने की गलती तो गलती से भी मत कर देना सिधार्थ मल्होत्रा वरना अभी तो सिर्फ यहाँ lockup में बंद हो, उसे देखने के बारे में सोचा भी तो अपनी जान से हाथ धो बैठोगे। और मैं जो कहता हूँ वो करता भी हूँ ये बात तो अब तक तुम्हे समझ में आ ही चुकी होगी।  कहा था मैने तुम्हे, warn किया था की लव्या से खुद दूर हो जाओ, मना कर दो इस rishtey के लिए लेकिन तुम नहीं माने, तुम्हे तो किसी की धमकियों के आगे नहीं झुकना था ना। अंजाम अब तक भुगत रहे हो। " युवान ने dark voice मे कहा तो युवान का ऐसा aura देख सिधार्थ बुरी तरह डर गया क्योंकि अब तक वो युवान के power को अच्छे से जान चुका था।  Flashback-  एक महीने पहले युवान अपने कैबिन में बैठा हुआ था। उसके हाथ में एक file  थी जिसमें एक picture थी जिसे एकटक देखते हुए वो मुश्कुरा रहा था। ये picture किसी और की नहीं बल्कि लव्या की थी और उस फैले file में लव्या की बाकी डिटेल्स भी लिखी हुई थी।  तभी युवान ने किसी को call किया और कड़क आवाज़ में order देते हुए बोला-  " उसके पीछे अपने guards लगा दो। उस पर नजर रखो। मुझे उसकी पूरी information चाहिए। कब जाती है ,कहाँ जाती है, किससे मिलती है i want to know everything about her.और हाँ उसे इस बात के बारे में बिल्कुल भी पता नहीं चलना चाहिए। Order दे युवान ने फोन disconnect कर दिया और उस picture को देखते हुए बोला- "  You are only mine miss lavya. " बोल वो अपना काम करने लगा।  कुछ घंटो बाद  युवान अभी भी काम कर रहा था की तभी उसके कैबिन का door knock हुआ। युवान ने "  Come in " कहा तो उसका assistant अंदर आया और युवान को greet किया। तभी युवान बिना उसकी तरफ देखे हुए ही बोला-  " तुम्हे जो काम करने के लिए दिया था वो हुआ? मुझे उसकी पल- पल की details चाहिए। "  युवान की बात सुन उसका assistant जल्दी से बोला-  " Yes sir मैने Ma'am के पीछे guards लगा दिये है। अब से आपको उनके बारे में सब कुछ पता चल जायेगा। बोल assistant चुप हो गया और फिर एक पल रूक घबराते हुए बोला-  " Sir ma' am से related एक बहुत जरूरी inforamtion है। Assistant के ये कहते हि युवान ने अपना सिर उपर किया और उसे सवालियाँ नजरो से देखने लगा। फिर बोला- " तो खड़े- खड़े मेरा मुह क्या देख रहे हो। जल्दी बताओ। What's the information. "  युवान की कड़क आवाज़ सुन ही assistant कि सिट्टी- पिट्टी गुम हो गयी थी। उसकी हिम्मत ही नहीं हो रही थी आगे की बात बोलने की तो क्योंकि जो बात वो युवान को बताने वाला था उसके बाद तो युवान उसे गुस्से से फटने वाला था। लेकिन फिर भी उसे बताना तो पड़ता ही इसलिए वो हिम्मत करते हुए बोला-  " Sir वो actually ma' am को देखने के लिए आज लड़के वाले आये है। " और वो लड़का...  Just shut up. How dare you.to say that की उसके लिए कोई रिश्ता आया है। लव्या सिर्फ मेरी है और उसकी शादी भी सिर्फ मुझसे होगी।... " युवान एक झटके में अपनी table से सारा सामान फैंकते हुए गुस्से से चिल्लाकर बोला।वहीं उस assistant की तो बेचारे की हालत खराब हो चुकी थी।  तभी कुछ देर बाद युवान बोला- " कौन है वो लड़का? जो कोई भी है, हटाओ उसे मेरे रास्ते से। "  तभी assistant हिचकते हुए बोला- " Sir मैने उसके बारे में पता करवाया है। सिधार्थ मल्होत्रा नाम है उसका। वो लड़का Ma'am के पापा के किसी दोस्त के रिस्तेदार का बेटा है। और london में उसका एक अच्छा build up business है। . . . उसकी family यहीं रहती है और अपने किसी family function में उसने ma'am को देखा था और तभी से उनके रिश्ते की बात चल रही है।.... फिर एक पल रुक उसने युवान को देखा जिसकी मुट्ठी कसती जा रही थी। वो आगे बोला-  " Sir ma'am के परिवार वालों को भी ये रिश्ता पसन्द है। देखना तो सिर्फ formality है, असल में तो वो लोग ma'am से रिश्ता पक्का करने ही आये है। " बोल assistant  चुप हुआ ही था की उसके फोन में notification ring हुआ। उसने जैसे ही notification  के message पर click किया तो उसकी आँखे फैल गयी क्योंकि उसमे लव्या और सिधार्थ की आज की फोटोस्ने थी जो युवान के आदमियों ने अभी- अभी भेजी थी। तुषार ( युवान का assistant) में ये photos खुद युवान को दिखाने की हिम्मत नहीं थी इसलिए उसने फोन युवान के सामने table पर रख दिया।  वहीं युवान ने जैसे ही लव्या का रिश्ता पक्का होने की बात सुनी उसके जबड़े भींच गए, आँखे लाल हो गयी। हाथो की नसे दिखने लगी। तभी उसकी नजर फोन पर गयी। उसने उन photograph को देखा तो उसमे आज की ही photos थी जब लव्या के रिश्ते के लिए सिधार्थ उसके घर आया था। कुछ फोटोस् लव्या की थी जिनमे वो साडी में थी, कुछ फोटोस् में लव्या और सिधार्थ की साथ में फोटोस् थी जिसमें वो दोनों एक साथ बैठे हुए थे और लव्या के हाथ में शगुन का सामान था।.. जिसका साफ मतलब था की लव्या और सिधार्थ का रिश्ता पक्का हो चुका था।  ये देखते ही युवान अपने आपे से बाहर हो गया। उसने उसी पल फोन को जोर से दीवार पर दे मारा और चिल्लाते हुए बोला-  "नहीं। लव्या सिर्फ मेरी है। वो किसी और से सगाई नहीं कर सकती। " चिल्लाते हुए युवान पूरे कैबिन को तेहेस- नेहेस करने लगा।  वहीं तुषार ने तो पहले ही अपनी आँखे बंद कर ली थी। वो मन ही मन-  "  फिर हो गया भस्म मेरा फोन sir के गुस्से की आग में। अब फिर से नया खरीदना पड़ेगा। पता नहीं हमेशा sir के गुस्से की चपेट में मेरा ही फोन क्यों आता है। युवान sir के साथ काम करने के बाद टूटने वाला नहीं नहीं  sir के गुस्से में भस्म होने वाला मेरा ये बीस वां फोन था। " मेरी आधी salary तो नया फोन खरीदने में ही चली जाती है। नया घर कहाँ से खरीदु। बोलते हुए तुषार मन में खुद से ही बड़बड़ाये जा रहा था लेकिन बाहर से कुछ भी बोलने की हिम्मत उसमे नहीं थी। वहीं युवान अब तक अपने पूरे कैबिन का हुलिया बिगाड़ चुका था।  Done.  कौन है ये सिधार्थ?  क्यों बंद है वो वहाँ?  क्या लव्या जानती है इस बारे में?  Wait for next chapter guys.and  Please like, comment share and review. और अपने opinion मुझे comment box में बताइये। 

  • 19. "Trapped in his love" - Chapter 19

    Words: 2023

    Estimated Reading Time: 13 min

    कहानी अब तक- वहीं तुषार ने तो पहले ही अपनी आँखे बंद कर ली थी। वो मन ही मन-  "  फिर हो गया भस्म मेरा फोन sir के गुस्से की आग में। अब फिर से नया खरीदना पड़ेगा। पता नहीं हमेशा sir के गुस्से की चपेट में मेरा ही फोन क्यों आता है। युवान sir के साथ काम करने के बाद टूटने वाला नहीं नहीं  sir के गुस्से में भस्म होने वाला मेरा ये बीस वां फोन था। " मेरी आधी salary तो नया फोन खरीदने में ही चली जाती है। नया घर कहाँ से खरीदु। बोलते हुए तुषार मन में खुद से ही बड़बड़ाये जा रहा था लेकिन बाहर से कुछ भी बोलने की हिम्मत उसमे नहीं थी। वहीं युवान अब तक अपने पूरे कैबिन का हुलिया बिगाड़ चुका था।  अब आगे-  एक घंटे बाद-  युवान का कैबिन युवान का कैबिन  पहले की तरह हो चुका था। इस वक़्त उस कैबिन को देख बिल्कुल भी ऐसे नहीं लग रहा था की जैसे वहाँ अभी थोड़ी देर पहले तूफान आया हो। उस केबिन में अपनी किंग साइज चेयर पर युवान बिना किसी भाव के बैठा हुआ अपनी उंगली में पेन घूम रहा था।  वही युवान के जस्ट सामने एक सूट बूट पहने एक शख्स बैठा हुआ था । उसशख्स के माथे पर शगुन का तिलक लगा हुआ था। यह शख्स कोई और नहीं बल्कि सिद्धार्थ मल्होत्रा ही था जिसका लव्या के साथ रोका हुआ था । सिद्धार्थ लव्या को पसंद करता था। हालांकि लव्या ने इस  रिश्ते के लिए इसलिए हां कहा था क्योंकि एक तो सिद्धार्थ अच्छा लड़का था ,उसे सिद्धार्थ में कोई बुराई नजर नहीं आई। और दूसरा उसके घर वालों को भी पसंद था। सिद्धार्थ कन्ज्यूरिंग नजरों से युवान को देख रहा था क्योंकि युवान पिछले आधे घंटे से उसे अपने सामने बैठा कर घूर रहा था । वही युवान के चेहरे पर कोई भाव नहीं थे लेकिन उसकी आंखों में एक गुस्सा था । युवान को अपने सामने बैठे सिद्धार्थ पर इतना गुस्सा आ रहा था कि उसका मन कर रहा था कि उसे जान से मार दे और यह बात वहां खड़ा उसका असिस्टेंट तुषार अच्छे से समझ रहा था। तभी फिर युवान बोला- " You are सिधार्थ मल्होत्रा right. "  "Yes mister युवान रॉय कपूर। And सच कहूँ तो i am सो lucky. मुझे विश्वास नही हो रहा की आप जैसे इतने बड़े businessman जिससे मिलने के लिए  appointment लेनी पड़ती है,उन्होंने खुद मुझे यहाँ बुलाया है। " पर मुझे ये समझ नहीं आ रहा की आखिर आप जैसे इतने बड़े businessman को मुझसे क्या काम है जिसके लिए आपने मुझे यहाँ बुलाया है। "  सिधार्थ ने अपने मन का सवाल पूछा। वो business world में था इसलिए युवान के बारे में  अच्छे से जानता था आखिर business world world में युवन रॉय कपूर top पर था।  वहीं सिधार्थ की बात सुन भी युवान के चेहरे पर कोई भाव नहीं आये। वो वैसे है बोला-  " काम कुछ नही है। युवान रॉय कपूर को भला तुमसे क्या काम होगा। मैने तुम्हे यहाँ एक advise देने के लिए बुलाया है। "  "Advise कैसी advise. "सिधार्थ ने भौहें सिकोड़ते हुए पूछा?  तभी युवान उसी expressionless चेहरे के साथ-  " आज तुम्हारा रोका हुआ है ना। " कहते हुए उसका फेस भले ही expressionless थे लेकिन उसके दाँत भींचे हुए थे और पेन पर उसकी पकड काफी मजबूत हो चुकी थी।  वहीं युवान का सवाल सुन सिधार्थ को कुछ समझ नहीं आया की आखिर युवान उससे ऐसा सवाल क्यों कर रहा है और उसे कैसे पता की आज उसका रोका हुआ है। इसलिए उसने थोड़ा झिझकते हुए कहा-  " हाँ। आज मेरा रिश्ता पक्का हुआ है लेकिन आप को ये सब कुछ कैसे पता और आप ये सब क्यों पूछ रहे है। "  "खुद से belong करने वाले हर शख़्स के बारे में हर खबर रखता है युवान रॉय कपूर। और यहाँ तो बात फिर मेरी जिंदगी की है तो अपनी जिंदगी के बारे में मुझे ही नहीं पता होगा तो और किसे पता होगा mr. सिधार्थ।  युवान ने सिधार्थ को घूरते हुए कहा।  सिधार्थ को युवान का यूँ घुमा- फिरा कर बात करना कुछ समझ नही आया। इसलिए उसने पूछा-  " आप कहना क्या चाहते है। Clearly कहिये। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है। "  " समझने जैसा कुछ नहीं है। बस ये रिश्ता तोड़ दो। " युवान expressionless फेस के साथ बोला।  वहीं उसकी ये बात सुन सिधार्थ बिल्कुल हैरान रह गया। वो हैरानी के साथ-  " क्या? क्या कहा आपने। I think मैने कुछ गलत सुन लिया। "  सिधार्थ की बात सुन युवान उसे वैसे ही देखता रहा वहीं तुषार उसे अजीब से expression के साथ देखते हुए-  "बेटा तूने कुछ गलत नही सुना बस गलत लड़की को पसन्द कर लिया। अब इससे पहले की युवान sir अपना आपा खो दे, तु जल्दी से sir की बात मान और यहाँ से चलता बन। क्योंकि तुझे देख sir का irriattion level out of control हो रहा है। ' दबी आवाज़ में बोलते हुए तुषार की नजर युवान पर ही थी जिसका चेहरा शांत जरूर था पर अंदर से वो जल रहा था।  युवान फिर बोला- " तुमने बिल्कुल सही सुना है। मैने यहीं कहा की ये रिश्ता तोड़ दो। " युवान ने सिधार्थ को घूरते हुए कहा तो इस बार सिधार्थ  ने भी seriousness के साथ कहा-  " और क्यों तोडू मैं ये रिश्ता? रिश्ता तोड़ने की कोई खास वजह और आपको ऐसा क्यों लगता है mister कपूर की मैं आपके कहने पर अपना रिश्ता तोड़ दूँगा? आखिर आपको क्या प्रॉब्लम है मेरे रिश्ते से। " सिधार्थ की बात सुन युवान casually-  " कोई प्रॉब्लम नहीं है। मुझे तुम्हारे रिश्ते से कोई प्रॉब्लम नहीं है लेकिन जिस लड़की से तुमने रिश्ता जोड़ा है उससे प्रॉब्लम है।... फिर गुस्से से दांत भींचे तेज आवाज़ में- " क्योंकि लव्या सिर्फ मेरी है सिर्फ मेरी। I love her इसलिए तुम्हे समझा रहा हूँ की ये रिश्ता  cancel कर दो वरना मैं जो करूँगा वो तुम afford नहीं कर पाओगे क्योंकि लव्या की शादी तो सिर्फ  मुझसे होगी। " युवान ने सिधार्थ को warn करते हुए कहा। अब तक जो युवान शांति से बात कर रहा था अब उसकी आँखों में गुस्सा भर चुका था।  वहीं युवान की बात सुन सिधार्थ को भी अब गुस्सा आ गया। वो युवान जितना rich और powerful भले ही नहीं था लेकिन इतना कमजोर भी नहीं था की युवान की धमकी से डर जाए। इसलिए वो चेयर से  खड़ा हो गुस्से से बोला-  " Enough mister युवान।  बहुत हुआ आपका। ...आप का रुतबा बहुत बड़ा है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है की आप किसी को धमकायेंगे, डरायेंगे और अपनी बात मानने पर उसे मजबूर करेंगे।....  करते होंगे आप लव्या से प्यार लेकिन मेरा और लव्या का रिश्ता लव्या और दोनों परिवारों की मर्जी से तय हुआ है इसलिए आप इस rishtey के बीच में आने की कोशिश मत कीजिये। बेहतर होगा की आप लव्या से दूर ही रहिये क्योंकि  परसों मेरी और लव्या की engagement है और उसके बाद लव्या officiaaly मेरी हो जायेगी। तो आप के लिए अच्छा यहीं होगा की आप मेरी होने वाली wife से दूर रहे।  क्योंकि किसी के भी कहने से मैं ये रिश्ता नहीं तोड़ूंगा।" गुस्से से बोल सिधार्थ  बिना एक पल भी गंवाये एक नजर युवान और तुषार पर डाल वहाँ से निकल गया।  वहीं युवान एकटक उस तरफ देख रहा था जहाँ से सिधार्थ गया था। सिधार्थ की बात सुन उसकी आँखे लाल हो चुकी थी, जबड़े भींच चुके थे, और वो गुस्से से उबल रहा था। जिस तरह से सिधार्थ बात करके गया था, युवान को बिल्कुल पसन्द नही आया था क्योंकि उसे बिल्कुल मंजूर नहीं था की कोई उसके सामने तेज आवाज़ में बात करे लेकिन अभी युवान को सिधार्थ की tone से ज्यादा उसका इस रिश्ते को तोड़ने से इंकार करना गुस्सा दिला रहा था।  वहीं युवान को इस तरह से देख तुषार जल्दी से हरकत में आया और -  " Sir मैं जाता हूँ अभी उसे पकड कर अपनी गिरफ्त में लेता हूँ। " बोल तुषार सिधार्थ के पीछे जाने को हुआ की युवान  उसे रोकते हुए बोला-  " Stop. तुम्हे कहीं जाने की कोई जरूरत नहीं है। " युवान की बात सुन तुषार रुका और पीछे पलट कर हैरानी से-  " लेकिन sir. वो  तो  साफ मना करके गया है की वो ma'am से रिश्ता नहीं तोड़ेगा।  अब हमारे पास कोई रास्ता नहीं है सिवाय उसे अपनी कैद में लेने का।... मैं अभी जाकर उसे अपनी कैद में लेता हूं फिर आप आराम से ma'am से शादी कर सकते है। " बोलते हुए तुषार जाने को हुआ की युवान गुस्से से बोला-  " तुमने शायद सुना नहीं की मैने क्या कहा। तुम्हे कुछ करने की जरूरत नहीं है। करने दो उसे जो करना है। परसों उसकी engagement है ना मैं भी देखता हूँ कैसे उसकी engagemnent लव्या के साथ होती है।...  बहुत शौक है ना उसे मेरी बातों के खिलाफ जाने का, अब तक उसे मालूम नहीं है युवान रॉय कपूर के बारे में। Now he will know what thing the युवान roy कपूर is and what can he do. " बोलते हुए युवान के expression अभी भी गुस्से वाले थे लेकिन साथ ही उसके होठो पर devil smile थी।  वहीं युवान की smile देख कर तुषार को समझ आ गया था की युवान जरूर कुछ तो करने वाला है। वो मन ही मन-  " जरूर इनके मन में कुछ तो चल रहा है। अब पता नहीं क्या करने वाले है ये sir.  फिर सिधार्थ के बारे में सोचते हुए-  इस सिधार्थ को भी पूरी दुनिया छोड़ कर ma'am ही पसन्द आनी थी क्या? किसी और को पसन्द कर लेता।  और ये सिधार्थ  पागल है क्या? या फिर इसे अपनी जान की परवाह नहीं है जो ma'am के साथ रिश्ता जोडने की गलती करने के बाद अब इतना attitude और दिखाके गया है। " अब पता नही sir इसके साथ क्या करेंगे। " मन ही मन सोचते हुए तुषार भी वहाँ से निकल गया।  वहीं युवान ने फिर कुछ सोच अपना फोन निकाला और एक ना. डायल किया। उधर से पहली ही ring में कल pick हुआ तो युवान अपनी कड़क आवाज़ में कुछ instruction देते हुए बोला- " परसों time से वहाँ पहुँच जाना। और याद रहे कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए। "  Yes sir. " उधर से आवाज़ आई तो युवान ने बिना कुछ बोले call disconnect कर दिया। और पीछे चेयर पर सिर टिका एक तीर्छी smile करते हुए बोला-  " युवान रॉय कपूर को अपनी चीजों पर किसी की नजरे बर्दास्त नहीं है तो यहाँ तो तुमने उसके प्यार, उसकी लव्या के साथ रिश्ता जोड़ने के सपने संजोये है। और वो भी मेरे मना करने के बाद। तो इसकी सज़ा तो तुम्हे जरूर मिलेगी सिधार्थ मल्होत्रा। Just wait and watch.  दो दिन बाद-  आज लव्या और सिधार्थ  की सगाई थी। engagement हॉल को अच्छे से decorate किया गया था। वहाँ लव्या और सिधार्थ और दोनों की family के साथ- साथ बाकी और भी लोग थे। तभी वहाँ engagement ceremony शुरू हुई तो लव्या और सिधार्थ को एक- दूसरे के सामने लाकर खड़ा कर दिया गया।  दोनों ही काफी खूबसूरत लग रहे थे। लव्या ने lavender color का lehnga और सिधार्थ ने भी उसी color का कुर्ता पैजामा और उस पर जैकेट पहनी हुई थी।  लव्या और सिधार्थ के फेस पर एक मुस्कान थी। लव्या अपने आसपास देख रही थी, वहीं सिधार्थ एकटक लव्या को देखे जा रहा था। वहीं कोई और भी था जिसकी नजरे इन दोनों पर काफी गहराई से टिकी हुई थी। और ये और कोई नहीं हमारे युवान बाबू थे जो अपने office में बैठे अपने सामने चल रहे projector में सब कुछ live देख रहे थे। जहाँ लव्या को देख युवान अपनी पलके झपकाना भूल गया था वहीं सिधार्थ को लव्या को देखता पाकर उसे गुस्सा भी आ रहा था।  तभी वहाँ engegement हॉल में ceremony शुरू हुई और सिधार्थ और लव्या के हाथ में एक- एक रिंग देकर एक- दूसरे को पहनाने के लिए कहा गया। ये सुन दोनों ने एक नजर एक दूसरे को देखा की तभी वहाँ एक आवाज़ गूंजी। इस आवाज़ को सुन सब ने आवाज़ वाली direction में देखा तो सब shock रह गए।  Done.  आखिर किसकी थी ये आवाज़?  क्या चल रहा है युवान के दिमाग में?  Wait for next chapter guys एंड support this content. " 

  • 20. "Trapped in his love" - Chapter 20

    Words: 1860

    Estimated Reading Time: 12 min

    कहानी अब तक- तभी वहाँ engegement हॉल में ceremony शुरू हुई और सिधार्थ और लव्या के हाथ में एक- एक रिंग देकर एक- दूसरे को पहनाने के लिए कहा गया। ये सुन दोनों ने एक नजर एक दूसरे को देखा की तभी वहाँ एक आवाज़ गूंजी। इस आवाज़ को सुन सब ने आवाज़ वाली direction में देखा तो सब shock रह गए।  अब आगे-  " रुकिए। ये सगाई नहीं हो सकती है। " वहाँ एक कड़क आवाज़ गूंजी। इस आवाज़ को सुन जैसे ही सब ने main gate की तरफ देखा तो वहाँ इंस्पेक्टर अपने दो constables के साथ खड़ा था। इस वक़्त यहाँ इंस्पेक्टर को देख सब shock रह गए। वहीं दूसरी तरफ युवान जो ये सब कुछ live देख रहा था, उसके फेस पर devil smile आ गयी।  तभी युवान projector की screen को घूरते हुए ही बोला-  " याद रहे इंस्पेक्टर जो भी करना है सिधार्थ के साथ करना है। लव्या का नाम इन सब में कहीं नहीं आना चाहिए। अगर उसके साथ कुछ भी हुआ, कोई भी बदतमीजी हुई, कोई gossip हुई तो तुम्हारी खैर नहीं। समझे। " युवान ने कड़क आवाज़ में कहा तो उधर से इंस्पेक्टर जो bluetooth के जरिये युवान से connect था और उसकी सारी बातें सुन रहा था, अब उसकी धमकी भरा instruction सुन उसने जल्दी से हाँ में सिर हिलाया और -  " Yes sir. आपने जैसा कहा है वैसा ही होगा। Ma'am का नाम इन सब में कहीं नहीं आयेगा। " बोल उसने सिधार्थ की तरफ अपने कदम बढ़ा दिये।  इंस्पेक्टर सिधार्थ के सामने जाकर खड़ा हो गया और उस पर अपनी सरसरी  निगाह डालते हुए-  " Mister सिधार्थ ये सगाई यहीं रोकनी होगी। "  ये सुन सिधार्थ बोला- " लेकिन क्यों इंस्पेक्टर साहेब। सगाई क्यों रोकनी होगी। "  तभी सिधार्थ के पापा भी बीच में बोले- " हाँ इंस्पेक्टर खुल कर बताइये आखिर बात क्या है? हम क्यों ये सगाई नहीं कर सकते है।  क्योंकि आपके बेटे यानी mister सिधार्थ मल्होत्रा को अभी हमारे साथ police station चलना होगा। " इंस्पेक्टर बिना भाव के अपनी भारी आवाज़ में बोला।  वहीं ये सब सुन सब जो अभी तक इंस्पेक्टर को shocking और confusing नजरों से देख रही थे अब सिधार्थ की तरफ देखने लगे। वही लव्या तो बस चुपचाप खड़ी ये सब देख रही थी।  सिधार्थ बोला- " लेकिन क्यों? आखिर मैने ऐसा क्या किया है जिसके लिए आप मुझे अभी इसी वक़्त police station लेकर जाना चाहते है। "  इंस्पेक्टर सिधार्थ को घूरते हुए- " क्योंकि आप पर fraud का case दर्ज हुआ है mister मल्होत्रा। और इसकी पूछताछ के लिए आपको police station चलना ही होगा। "  तभी सिधार्थ तेज आवाज़ में- " अपनी हद में रहिये इंस्पेक्टर। ये क्या बकवास कर रहे है आप। मैने कोई fraud नहीं किया। "  वो सब कुछ तो investigation के बाद ही पता चलेगा लेकिन फिल्हाल हमारे पास complaint भी है और सबुत भी की आपने अपनी ही company में अपने ही partner के साथ धोख़ा किया है। " आपने धोखे से अपने partner के share भी अपने नाम करवा लिए और फिर उन shares को गलत हाथो में बेच दिया। " इंस्पेक्टर सिधार्थ को घूरते हुए तेज आवाज़ में बोला।   वहीं ये सब सुन कुछ पल के लिए तो सिधार्थ shock रह गया। लेकिन अगले है पल वो अपने सेंस में आया और उसने चारों तरफ देखा तो वहाँ खड़े लोग अब सिधार्थ को अजीब नजरों से देख रहे थे और आपस में घुसर- पुसर कर रहे थे। ये देख सिधार्थ गुस्से से बोला-  " आप मुझ पर गलत इलज़ाम लगा रहे है इंस्पेक्टर। भला मैं अपनी ही company में fraud क्यों करूँगा। मैने कोई fraud नहीं किया। "   ये सुन इंस्पेक्टर ने अपने एक constable को इशारा किया तो constable ने अपने फोन में एक recording play की जिसमें सिधार्थ  shares को बेचने से related बात कर रहा था। ये recording सुन सिदार्थ को कुछ समझ नहीं आया। क्योंकि उसने ऐसा कुछ भी नहीं कहा था। तभी इंस्पेक्टर बोला-  " मिल गया सबूत mister मल्होत्रा। " इस recording se ये साफ जाहिर होता है की आपने ही अपने partner और अपनी company को धोख़ा दिया है। अब आप या तो चुपचाप शराफ़त से हमारे साथ चलिए वरना हमें मजबूरन आपको arrest करना पड़ेगा। " बोल इंस्पेक्टर ने constable को इशारा किया तो एक constable ने आगे आकर सिधार्थ का हाथ पकड़ लिया। तो सिधार्थ झटके से अपना हाथ छूडाते हुए बोला-  " इंस्पेक्टर मेरी बात सुनिये। ये सबूत जो भी है ये झूठे है। मुझे फंसाया जा रहा है।  मैने कुछ नहीं किया कोई fraud नही किया। " तभी सिधार्थ के पापा भी बीच में- " हाँ इंस्पेक्टर आपको जरूर कोई गलतफेहमी हुई होगी। हमारा बेटा ऐसा नहीं कर सकता है। "  " लेकिन आपके बेटे से ऐसा किया है। अब आप लोग हटिये हमारे रास्ते से। हमें हमारा काम करने दीजिये। वरना police के काम में दखल देने के इलज़ाम में हमें आप पर भी action लेना होगा। कह इंस्पेक्टर ने constable को सिधार्थ को हथकड़ी पहनाने का इशारा किया।  कांस्टेबल ने सिधार्थ के हाथ में हथकड़ी डाली और उसे खींचते हुए ले जाने लगा। लेकिन सिधार्थ बार- बार यहीं बोला रहा था।  " मैने कुछ नहीं किया। कोई fraud नहीं किया। ये सब झूठ है। किसी न मुझे फँसाने के लिए गलत इलज़ाम लगाया है। मेरा विश्वास कीजिये इंस्पेक्टर। "  लव्या तुम तो मेरा विश्वास करो। मैं सच कह रहा हूँ मैने कुछ नहीं किया। बोलते हुए सिधार्थ लव्या को पीछे मुड़ते हुए देख रहा था। वहीं लव्या भी अपनी नम आँखों से सिधार्थ को ही देख रही थी। उसके हाथ से ring नीचे गिर चुकी थी। और बस वो चुपचाप खड़ी थी।  इंस्पेक्टर ने सिधार्थ को police Jeep में बिठाया और और वहाँ से ले गए। वहीं लव्या सिधार्थ को तब तक देखती रही जब तक सिधार्थ उसकी आँखों से ओझल हो गया। उसे विश्वास नहीं हो रहा था की सिधार्थ ऐसा भी कुछ कर सकता है।  लव्या ने सिधार्थ को इसी लिए तो हाँ कहा था क्योंकि as a person वो उसे अच्छा लगा था वरना तो लव्या को सिधार्थ से कोई प्यार नहीं था।  लव्या कुछ पल तो खड़ी देखती रही, तभी वो अपने sense में आयी। उसने अपने आँसू पोंछे और बाहर जाने के लिए कदम बढ़ा दिये। वहीं लव्या के पीछे- पीछे उसकी family भी निकल गयी। दूसरी तरफ युवान जो ये सब देख रहा था, उसके चेहरे के भाव पल- पल बदल रहे थे। जहाँ सिधार्थ को ले जाता देख उसके चेहरे पर मुश्कुराहत् थी, वहीं लव्या को सिधार्थ के लिए आँसू बहाता देख उसे लव्या पर गुस्सा भी आ रहा था। लेकिन तभी लव्या को जाता देख उसके चेहरे पर smile आ गयी। वो मन ही मन-  " तुम मेरी हो तो तुम्हे किसी और का मैं कैसे होने दे सकता था my love. इसलिए मुझे ये सब करना पड़ा।  Sorry तुम्हे तकलीफ देने के लिए But don't worry सिर्फ कुछ दिन उसके बाद तुम मेरी हो जाओगी फिर मैं किसी को कोई वजह नहीं दूँगा तुम्हे रुलाने की।" खुद से ही कहते हुए युवान ने projector off कर दिया।  दूसरी तरफ police station में-  कुछ घंटो बाद-  सिधार्थ इस वक़्त lockup में बंद था। उसने काफी कोशिश की थी खुद को defend करने की लेकिन पुलिस वालों ने उसकी एक भी बात नहीं सुनी। और उसे cell मे डाल दिया। सिधार्थ इस वक़्त काफी परेशान था । उसे समझ नहीं आ रहा था की आखिर अब वो क्या करे क्योंकि police वाले ना तो उसे किसी से मिलने दे रहे थे ना ही किसी वकील से contact करने।  तभी सिधार्थ को अपने करीब आते जूतों की आहट सुनाई दी। सिधार्थ ने सिर उठाकर देखा तो उसके सामने युवान खड़ा उसे ही एक devil smile लिए देख रहा था।  सिधार्थ उसे देखते हुए- " तुम यहाँ पर ?  युवान तीर्छी smile smile के साथ- " कहा था ना युवान रॉय कपूर  कोरी धमकियाँ नहीं देता। वो जो कहता है वो करके दिखाता है। "  फिर उस सेल cell मे नजर घुमाते हुए- " मुझसे पंगा लेना भारी पड़ गया ना तुम्हे सिधार्थ मल्होत्रा। पहले ही मेरी बात मान कर ये रिश्ता तोड़ देते तो यहाँ आज इस lockup में नहीं होते। " लेकिन नहीं तुम्हे तो काफी शौक चढ़ा था engagement करने का। "  सिधार्थ ने जैसे ही युवन की बात सुनी वो हैरान रह गया। उसे अब समझ आया की ये सब कुछ युवान का किया धरा है । वो unbeliviable नजरों से युवान को देखते हुए-  " इसका मतलब ये सब कुछ तुम तुमने किया है युवान।  तुमने मुझ पर गलत इलज़ाम लगाकर मुझे फंसाया। तुम ऐसा कैसे कर सकते हो। How could you do this? सिधार्थ चिल्लाते हुए बोला।  सिधार्थ को चिल्लाते देख युवान की आँखे सर्द हो गयी। वो अपने दांत भींचते हुए गुस्से से चिल्लाया-  " हाँ हाँ ये सब मैने किया है। तुम्हे मैने arrest करवाया है। मेरे orders पर ही तुम आज यहाँ इस lockup में हो। .... तुम्हे क्या लगा की मैं तुम्हारी बात चुपचाप मान जाऊंगा और लव्या की शादी तुमसे होने दूंगा। ... Never mister सिधार्थ मल्होत्रा। लव्या सिर्फ मेरी है और उसकी शादी सिर्फ मुझसे होगी।... मैं अपनी लव्या को कभी किसी और का नहीं होने दूँगा। " युवान ने जलती हुई निगाहों से सिधार्थ को घूरते हुए बोला।  तो सिधार्थ भी गुस्से से- " तुम्हारा दिमाग खराब है क्या युवान? लव्या कोई चीज नहीं है जो तुम उसे ऐसे हासिल करोगे जीती- जागती इंसान है वो। "।।। तुम ऐसा कर भी कैसे सकते हो। "  युवान भी चीखते हुए बोला-  " कर सकता हूँ मैं ऐसा। बहुत कुछ कर सकता हूँ। लव्या को पाने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं,  हर हद पार कर सकता हूं। समझे तुम।  And I know लव्या कोई चीज नहीं है, but वो मेरी है मेरा प्यार है जिसके लिए मैं अपनी जान दे भी सकता हूँ तो किसी की जान ले भी सकता हूँ।.... तुमने सोच भी कैसे लिया की अपनी लव्या की engagement तुम्हारे साथ होने भी दूँगा उसके साथ जो भी करना है  अच्छा बुरा सिर्फ मैं करूँगा। और अगर किसी ने उसे नजरे उठाकर देखने की हिमाकत भी की, तो छोडूंगा नहीं मैं उसे। क्योंकि उस पर सिर्फ मेरा हक है सिर्फ मेरा। " कहते हुए युवान की आँखे गुस्से से लाल थी और उसकी आँखों में लव्या को लेकर जुनून नजर आ रहा था। यहां तक की सिधार्थ भी युवान की ऐसी जुनूनियत देखकर सहम गया।  फिर युवान ने सिधार्थ को गुस्से से घूरते हुए कहा- " मैने तुम्हे warning दी थी लेकिन तुम नहीं माने। और उसके बावजूद भी तुमने लव्या से engagement करनी चाही तो उसकी सज़ा तो तुम्हे भुगतनी ही पड़ेगी।... बोल युवान ने इंस्पेक्टर को बुलाया और उसे order देते हुए कहा-  " इसे सबसे अंधेरे वाले लॉकर में बंद कर दो। और याद रहे इससे ना तो कोई मिल पाए और ना ही ये किसी को फोन कर पाए। " जब तक मैं ना चाहूँ ये यहाँ इस जेल से बाहर नहीं आना चाहिए। " Order दे युवान ने सिधार्थ को एक नजर गुस्से से देखा और वहाँ से निकल गया। वहीं सिधार्थ उसे पीछे से आवाज़ लगाता रह गया-  " युवान युवान मेरी बात सुनो। " लेकिन युवान वहाँ से जा चुका था।"  Flashback end.  Done. Wait for next chapter guys. Like comment and share.  Read my another novel