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Her kidnapper hubby

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Ishqi

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अबीर आर्या  " मोस्ट हैंडसम बैचलर!  अबीर आर्या  के नाम की ही तरह बहुत तेज झलकता  इनकी पर्सनेलिटी मै भी.. गुस्से से भरा लाल चेहरा 24 ×7 कभी भी दर्शन कर सकते हो! अबीर की लाइफ फैमिली से शुरू होकर फैमिली पर ही खत्म होती है अबीर की फेमिली उसके...

Total Chapters (23)

Page 1 of 2

  • 1. Her kidnapper hubby - Chapter 1

    Words: 1231

    Estimated Reading Time: 8 min

    लगभग 23 - 24 साल का एक डैशिंग पर्सनेलिटी वाला लड़का एक राउंड चेयर पर एक पैर पर दूसरा पैर चढ़ा कर बैठा था... उसके हाथ में सिगरेट थी.. जिसके कश लेटे हुए वो अपनी भूरी आंखो से सामने कोने में दुबक कर बैठी एक लड़की को घुर रहा था... वो लड़की देखने में कॉलेज गर्ल लग रही थी.. उसकी age लगभग 18 या 19 के आस पास थी... उसने शादी का लाल जोड़ा पहना था हैवी ज्वैलरी... जिसमे वो बेहद खूबसूरत लग रही थी वो लड़का एक ठंडे ओरे के साथ बोलता है  " Hello little doll.... ! Welcome to wonderful hell" (ये शब्द बहुत शान्त और हस्की वॉइस मै थे जिससे बहुत डरावने लग रहे थे) इतना बोल कर वो लड़का शैतानों की तरह हंसने लगता है... उसे ऐसे सनकी की तरह हंसते देख सामने बैठी लड़की अपने आप में ही सिमटते जा रही थी... उसकी काली गहरी आंखों में एक खाली पन था... और साथ मै कन्फ्यूजन... वो लड़का अचानक अपनी हसीं रोक कर गुस्से से उस लड़की को घूरते हुए बोलता है...  क्या हुआ डर लग रहा है.. ! अभी तो हमारी शादी को सिर्फ 2 घण्टे हुए हैं.. और तुम अभि से इतनी डर रही हो... ये सब बहुत लंबे वक्त तक झेलना है... Wifey ! ये हैं अबीर आर्या.. जिसने इस वक्त ब्लैक कोट पेंट पहन रखे थे black कोट के नीचे व्हाइट शर्ट जिसके उपर के तीन बटन खुले थे जिससे अबीर का चौड़ा सीना साफ़ झलक रहा था  अबीर की हाइट लगभग 6 फूट 2 इंच थी... और बॉडी भी किसी मॉडल से कम नही थी... गोरा रंग भूरी आंखें परफेक्ट जो लाइन  अबीर सिगरेट फेकते हुए अपनी चेयर से उठ कर चारवी के पास जाता है और अपने एक घुटने के बल बैठ कर चारवी का चेहरा अपने एक हाथ से कस कर पकड़ते हुए जाड़ भींच कर एक एक शब्द पर जोर डालते हुए बोलता है " बहुत मजा आया ना तुम्हें किसी की जिंदगी बर्बाद करके।.. किसी के हंसते खेलते घर मै आग लगा कर अब इस आग की लपटे तुम्हे किस तरह झुलस ती है ये देखती जाओ... इतना बोल कर अबीर गुस्से से चारवी का चेहरा झटक देता है और गुस्से से उस रूम से बाहर आ जाता है  टाइट पकड़ने से चारवी के गाल पर अबीर के उंगलियों के निशान छप गए थे..  उसने डर के मारे अपने घुटनो में अपना छोटा सा चेहरा छुपा लिया वहीं अबीर रूम से निकलते ही अपने बालों मै हाथ फेरता है और साइड मै बने एक मिनी बार मैं चला जाता है अबीर एक वाइन की बॉटल को खोलते हुए अपने होठों से लगा लेता है.... ये अबीर का प्राइवेट मेंशन है.. इस वक्त मेंशन बहुत खूबसूरत  लग रहा था चारो तरफ कलरफुल लाइटिंगहो रखी थी हो भी क्यों ना आज अबीर आर्या की शादी जो थी लेकिन इतनी सजावट के बावजूद भी ये घर सुना सुना लग रहा था चारो तरफ अजीब सी शांति फैली थी जो किसी नए तूफान के आने का संकेत दे रही थी.... अबीर की आंखो के सामने एक खुसूसरत सी लड़की का डर से भरा हुआ रोता हुआ चेहरा आ रहा था... वो लड़की हद से ज्यादा डरी हुई थी.... अबीर उस लड़की को चुप करवाने की कोशिश कर रहा था लेकिन वो लड़की बस रोए जा रही थी..... अबीर अभि अपने ख्यालों मै ही था की उसे कुछ गिरने की आवाज सुनाई दी अबीर ने अपनी पैनी भूरी आंखो को उठा कर बाहर की तरफ देखा तो चारवी अपना भारी भरकम लहंगा अपने दोनों हाथों से उठाए सीढ़ियों से नीचे उतर रही थी पैरो मै चोट लगने की वजह से वो लड़खड़ा रही थी.... वो इधर उधर देखते हुए नीचे उतर रही थी जेसे कुछ ढूंढ रही हो ये देख कर अबीर की आंखें छोटी हो जाती हैं और उसके जबड़े कस जाते हैं वो धीमे कदमों से चारवी के पिछे जाता है चारवी अचानक लहंगे मै उलझने के कारण गिरने वाली थी की अबीर उसकी कलाई पकड़ कर अपनी ओर खींच लेता है जिससे चारवी का छोटा सा चेहरा अबीर के पत्थर जेसे सीने से टकरा जाता है अबीर गुस्से भरी गरजती आवाज मै बोलता है " भागने की कोशिश कर रही थी!" तो चारवी बस एकटक अबीर के चेहरे को देखने लगती है... और फिर नजरे इधर उधर फेरने लगती है अबीर को चारवी की इन हरकतों पर हद से ज्यादा गुस्सा आ रहा था...  वो उसे सीढ़ीयो से खींचते हुए नीचे ले जाता है और एक झटके से हॉल मै छोड़ देता है जिससे चारवी हॉल मै रखे सोफे से टकरा जाती है.... चारवी  खुद को संभालने की कोशिश करती है... तभी उसकी नजर साइड टेबल पर रखे पानी के जग पर जाति है तो वो जल्दी से उठ कर पानी का जग अपने हाथ मै लेती है और जग से ही मुंह लगा कर पानी पीने लगती है अबीर एकटक चारवी की पागल हरकतों को देख रहा था उसे चारवी का एक भी एक्शन समझ नहीं आ रहा था.... तभी अबीर का फोन रिंग करता है अबीर फोन उठा कर अपने कान से लगाता है सामने वाले की बात सुन कर अबीर के चेहरे पर एक कातिल मुस्कान तैर जाती है... सामने वाले की बात सुन कर अबीर कॉल कट कर ते हुए चारवी की तरफ देखते हुए बोलता है चलो little doll तुम्हारे भाई यानी मेरे साले साहेब से मिलने चलते हैं!! उन्हे भी इस शादी का थोड़ा एंजॉयमेंट करवाना तो बनता है चारवी अपनी नजरे नीचे किए खड़ी थी... अबीर उसकी इस इग्नोरेंस से फ्रस्टेड हो चुका था... वो उसकी कलाई पकड़ कर जबरदस्ती उसे खींचते हुए हॉल से बाहर ले जाता है बाहर जाकर अबीर अपनी ब्लैक  रोल्स रॉयस का डोर ओपेन करता है और चारवी को सीट पर धकेलते हुए खुद ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता है और उसकी कार सड़क पर दौड़ने लगती है चारवी कार के सीसे से पिछे छुट रहे पेड़ और घर देख रही थी उसे देख कर कोई नही बता सकता उसके दिल मै क्या चल रहा है वो दुखी है या खुश उसका ये न्यूट्रल मोड अब अबीर को बहुत परेशान कर रहा था थोड़ी देर बाद उनकी कार एक बिल्डिंग के सामने रुकती है जिस पर स्टाइलिश तरीके से "   टॉक्सिक कैसल "     लिखा था अबीर तेज कदमों से नीचे उतरता है और चारवी का हाथ पकड़ कर उस बिल्डिंग के अंदर जाने लगता है आस पास बहुत सारे बॉडीगार्ड्स खड़े थे जो अबीर जेसे जेसे आगे बढ़ रहा था उसे सर झुका कर ग्रीट कर रहे थे अबीर  बिल्डिंग मै बने अंडर ग्राउंड बेसमेंट मै जाता है जहा भी ब्लैक ड्रेस मै बॉडीगार्ड्स खड़े थे चारवी अपनी बड़ी बड़ी आंखो से सब कुछ देख रही थी अबीर एक रूम मै पहुंचता है उस रूम मै तकरीबन 25 साल के एक लड़के को एक पीलर से बांध रखा था उसकी बॉडी पर जख्मों के निशान थे... और उसके कहराने की आवाज उस रूम मै गूंज रहीं l थी अबीर अजीब सी विशल बजाते हुए उसके चारो तरफ चक्कर लगाते हुए बोलता है " साले साहेब.. मजा आ रहा है...  अबीर आर्या की कैद मै!!" ये सुन कर वो लड़का अपनी बंद होती आंखो को जबरदस्ती खोलते हुए अबीर के चेहरे को देखने की कोशिश करता है  तभी उसकी नजर चारवी पर जाति है जो एकटक बस उसे ही देखे जा रही थी आख़िर क्या किया है चारवी और उसके भाई ने?  क्या अबीर कर लेगा अपना रिवेंज कंप्लीट? जानने के लिए पढ़ते रहीए her kidnaper hubby ishqi 🎀

  • 2. Her kidnapper hubby - Chapter 2

    Words: 1123

    Estimated Reading Time: 7 min

    अब तक अबीर  बिल्डिंग मै बने अंडर ग्राउंड बेसमेंट मै जाता है जहा भी ब्लैक ड्रेस मै बॉडीगार्ड्स खड़े थे चारवी अपनी बड़ी बड़ी आंखो से सब कुछ देख रही थी अबीर एक रूम मै पहुंचता है उस रूम मै तकरीबन 25 साल के एक लड़के को एक पीलर से बांध रखा था उसकी बॉडी पर जख्मों के निशान थे... और उसके कहराने की आवाज उस रूम मै गूंज रहीं l थी अबीर अजीब सी विशल बजाते हुए उसके चारो तरफ चक्कर लगाते हुए बोलता है " साले साहेब.. मजा आ रहा है...  अबीर आर्या की कैद मै!!" ये सुन कर वो लड़का अपनी बंद होती आंखो को जबरदस्ती खोलते हुए अबीर के चेहरे को देखने की कोशिश करता है  तभी उसकी नजर चारवी पर जाति है जो एकटक बस उसे ही देखे जा रही थी अब आगे  ये है सक्षम सिंघानिया चारवी का बड़ा भाई! सक्षम चारवी को देखते हुए धीरे से दर्द भरी आवाज मै बोलता है "चारू!!!" जिसे सुन कर चारवी धीमे कदमों से सक्षम की तरफ बढ़ जाती है वहीं सक्षम की हालत चारवी को देख कर और ज्यादा खराब हो रही थी शादी का लाल जोड़ा चोट के निशान.. बिखरे बाल... चारवी की हालत चलने लायक भी नहीं लग रही थी लेकिन उसके चेहरे पर कोई दर्द नही झलक रहा था.... वो बस सक्षम को देखते हुए उसकी तरफ बढ़े जा रही थी  सक्षम ना मै गर्दन हिलाते हुए बोलता है " चारू... तुम... तुम यहां से भाग जाओ.. बेटा..!" जाओ यहां से...!" सक्षम की बात सुनकर चारू जोर जोर से ना मै गर्दन हिलाने लगी और और भी ज्यादा तेज कदमों से सक्षम की तरफ बढ़ने लगीं " इतनी जिद्दी क्यों हो चारू मैने कहा ना जाओ यहां से" तभी उन्हें अबीर की आवाज सुनाई देती है " Wow interesting!! भाई बहन दोनों मै काफी प्यार है!" " अब और भी ज्यादा मजा आयेगा... तुम दोनो को मौत से रूबरू करवाने में!" चारवी तेज कदमों से सक्षम के पास आती है और उसके सीने से लग जाती है जिसके अहसास से एक पल के लिए सक्षम की आंखें सुकून से बंद हो जाती हैं.. लेकिन अगले ही पल वो फिर से चारवी को बोलता है " चारू बेटा ये अच्छी जगह नही है तू जा यहां से!" अबीर चारवी को सक्षम के सीने से लगे देख गुस्से मै अपनी मुठिया कस लेटा है और अगले ही पल चारवी की कलाई पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है जिससे चारवी अबीर के सीने से टकरा जाती है..... अबीर की धड़कने आर्या के टकराने से बढ़ने लगती है... लेकिन अबीर अपने फीलिंग्स को अपने कंट्रोल मै रखना अच्छी तरह से जानता है अबीर चारवी का chhota सा चेहरा अपने एक हाथ से अपने सीने से अलग कर अपनी आंखों के सामने करते हुए दांत पीस कर बोलता है.... " मेरी गुलाम हो तुम समझी! मेरी मर्जी के बगैर किसी ओर के इतने करीब जानें की हिम्मत कैसे हुई तुम्हारी!" चारवी अपनी टिमटिमाती आंखो से अबीर के चेहरे को देखे जा रही थी... अबीर को जब इस बार भी जवाब नहीं मिला तो उसने चारवी का चेहरा और भी ज्यादा कसते हुए कहा " बहुत attitude है ना तुम्हारे अंदर... एक दिन मेरी कैद मै रह कर सारी अकड़ बाहर आ जायेगी चारवी सिंघानिया " इतना बोल कर वो चारवी को अपने से अलग कर देता है सक्षम अपनी दर्द भरी आवाज मै बोलता है.. " अबीर तू चाहे तो मेरी जान ले ले लेकिन उसे छोड़ दे उसकी कोई गलती नही है.. वो अभी इस हालत मै नही है जो तेरी इस नफरत को झेल पाए... उसकी तबियत खराब है प्लीज़ उसे छोड़ दे!" सक्षम को ऐसे गिड़गिड़ाते देख अबीर शैतानों की तरह हंसते हुए कहता है " अपनी बहन को दर्द मै देख कर तकलीफ हो रही है सक्षम सिंघानिया!" सक्षम की आंखो से बस आंसु बहे जा रहे थे सक्षम खुद को संभालते हुए बोलता है " एक दिन तुम खुद पछताओगे अबीर आर्या और उस दिन तुम्हारे पास पछताने के सिवा कुछ नहीं बचेगा अभी भी वक्त है संभल जाओ ! छोड़ दो मेरी बहन को उसने कुछ नहीं किया " अबीर ने गुस्से में कहा " Regret my foot!! " मै तुम्हारी बर्बादी का जशन मनाऊंगा कोई पछतावा नहीं करूंगा"! सिंघानिया मेंशन तकरीबन 48 साल का आदमी और 45 साल की औरत हॉल मै सोफे पर बैठे थे.. ये है प्रेम सिंघानिया और मनुश्री सिंघानिया! चारवी के मम्मी पापा! मनुश्री फिक्र भरे लहजे मै बोलती है " कुछ पता चला सक्षम और चारू का!" वो दोनों एक साथ कहा चले गए!" तो प्रेम सिंघानिया कहते हैं।।। नही मैने सक्षम के सभी दोस्तों से पूछ लिया किसी को कुछ नही पता.... वो दोनों बात कर ही रहे थे की.. सीढ़ियों से एक 50 साल का आदमी आते हुए बोला " मोज मस्ती करने की उम्र है उनकी तुम खामखा उनकी इतनी चिन्ता कर रहें हो" प्रेम ने कहा " नही भईया ऐसी बात नहीं है लेकिन सक्षम हमे बिना बताए कभी भी चारू को कहीं नहीं लेके जाता और वो भी इस हालत मै तो बिल्कुल नही " ये हैं प्रेम सिंघानिया के बड़े भाई रितेश सिंघानिया" रितेश ने कहा " शायद किसी ऐसी जगह हो जहा नेटवर्क इश्यू हो तुम चिन्ता मत करो वो जरूर कॉल करेगा तुम्हें " प्रेम ने smile करते हुए कहा जी भईया" मनुश्री को रितेश कुछ खास पसंद नही थे तो वो वहा से उठ कर किचन की तरफ चली जाती है!" वहीं अबीर वापस अपने प्राइवेट मेंशन मै आ चुका था लेकिन उसे चारवी का उससे बात ना करना बहुत खटक रहा था और वो उसे काफी हर्ट कर चुका था उसके बावजूद अभी तक उसने अपने मुंह से एक भी शब्द बाहर नहीं निकाला था.... वहीं आर्या पैलेस मै एक लड़की अपने रूम की बालकनी मै बेसुध सी बैठी थी उसकी आंखें रोने की वजह से बहुत लाल थी  उसके पास lofi music play हो रहा था ये है अबीर आर्या की छोटी बहन अन्वी आर्या... वहीं घर के हॉल मै एक 45 साल की औरत टीवी के सामने बैठी थी... लेकिन उसका ध्यान टीवी मै ना हो कर कहीं और ही था ये है अबीर की मां सौम्या आर्या  तभी एक लगभग 20 - 21  साल का लड़का घर मै एंटर करता है और सौम्या के पास बैठ ते हुए बोलता है " मम्मी जान क्या हुआ..!"  आपका फैवरेट शो चल रहा है और आपका ध्यान कहीं और ही है सौम्या एक नज़र रिशान को देखती है और फिर रोते हुए उसे हग कर लेती है जिससे रिशान उनकी पीठ पर हाथ रखते हुए बोलता है " मॉम आप ऐसा करोगी तो दीदी को कोन संभालेगा.. प्लीज रोइए मत!" आख़िर क्या हुआ है आर्या फैमिली के साथ? क्या हुआ है अन्वी के साथ! क्या करेगा अब अबीर जानने के लिए पढ़ते रहीए her kidnaper hubby ishqi 🎀

  • 3. Her kidnapper hubby - Chapter 3

    Words: 1069

    Estimated Reading Time: 7 min

    अब तक...........................घर के हॉल मै एक 45 साल की औरत टीवी के सामने बैठी थी... लेकिन उसका ध्यान टीवी मै ना हो कर कहीं और ही था ये है अबीर की मां सौम्या आर्या  तभी एक लगभग 20 - 21  साल का लड़का घर मै एंटर करता है और सौम्या के पास बैठ ते हुए बोलता है " मम्मी जान क्या हुआ..!"  आपका फैवरेट शो चल रहा है और आपका ध्यान कहीं और ही है ⨼΂΂΁΂΂΁΂΂΁⨽ सौम्या एक नज़र रिशान को देखती है और फिर रोते हुए उसे हग कर लेती है जिससे रिशान उनकी पीठ पर हाथ रखते हुए बोलता है " मॉम आप ऐसा करोगी तो दीदी को कोन संभालेगा.. प्लीज रोइए मत!"........…................. अब आगे................. रिशान सौम्य जी को संभाल ही रहा था की... मैन गेट से अबीर घर मै एंटर होता है जिसे देख सौम्या जी अपने आंसु पोंछ लेती हैं और सोफे से उठ ते हुए बोलती है " अबीर... तुम कहा थे 2 दिन से तुम्हें कितने कॉल किए?" ये सुन कर अबीर ने एक नज़र सौम्या जी को देखा फिर शांत आवाज मै बोला " मॉम कुछ इंपोर्टेंट काम था !" रिशान को सब पता था इसलिए वो अबीर के ऐसे बोलने पर कस कर अपनी आंखें बन्द कर लेता है ! अबीर लंबे कदम भरते हुए अपने  रूम मै चला जाता है... अबीर के रुम मै ब्लैक कर्टन लगे थे ग्रे बेड शीट.. ब्लैक कारपेट.. सब कुछ बहुत एथेंटिक लग रहा था.. अबीर के रुम से attached गैलरी मै एक छोटा सा गार्डन भी था जिसमे गिने चुने फुल थे... वो गार्डनिंग एरिया बहुत खूबसूरत लग रहा था  अबीर तेज कदमों से रूम मै एंटर होता है और अपना कोट सोफे पर फेकते हुए बाथरूम मै चला जाता है अबीर बाथरूम मै अपने दोनो हाथ सामने मिरर वॉल पर लगा कर आंखें बंद करके खड़ा था और ठंडा पानी उसकी पूरी बॉडी को भिगो रहा था अबीर अब तक जो कुछ हुआ उसके बारे मै सोच रहा था.... फ्लैश बैक अबीर अपनी ऑफीस मै अपने केबिन मै बैठा था और कुछ फाइल वर्क कर रहा था तभी उसका फोन रिंग हुआ और सामने से अबीर का फ्रेंड मिहिर बोला... " तूने जिसके बारे मै पता करने के लिए कहा था वो आज  सुबह 8 बजे की फ्लाइट से वापस इंडिया आ रहें हैं.. !" ये सुन कर अबीर के चेहरे पर शैतानी मुस्कुराहट आ जाति है और वो मिहिर की आगे की बात सुने बिना कॉल कट कर देता है  मिहिर फोन की तरफ देख कर बोलता है " अजीब इन्सान से दोस्ती कर ली यार कम से कम थैंक्स ही बोल देता.... पता नहीं क्या चल रहा है इसके दिमाग मै"  अबीर अपने पर्सनल सेक्रेटरी राजवीर को कॉल करके बोलता है " राजवीर मेंशन को डेकोरेट करवाओ और शादी की बाकी तैयारियां भी करो आज तुम्हारे बॉस की शादी है !"  राजवीर बस ओके बॉस बोल कर कॉल कट कर देता !  अबीर अपना जैकेट उठाते हुए केबिन से बाहर निकलता है और अपनी ब्लैक रोल्स रॉयस को लेकर एयरपोर्ट के लिए निकल जाता हैं वहीं दुसरी तरफ एअरपोर्ट 8 बजे फ्लाइट टेक ऑफ करती है और सक्षम चारवी का हाथ थामे तेज कदमों से बाहर निकलता है दोनो ने अपनी पीठ पर एक एक बैग लटका रखा था सक्षम के हाथ मै एक ट्रॉली बैग था वो दोनों टैक्सी के लिए बाहर आकर खड़े हो जाते हैं लेकिन उन्हें टैक्सी की जगह अबीर के आदमियों की गाड़ी मिलती है और अबीर के आदमी उन्हे जबरदस्ती उठा कर अबीर के फॉर्महाउस के लिए निकल जाते हैं सक्षम को अलग गाड़ी मै ले जाया जा रहा था और चारवी को अलग.. सक्षम लगातार उनसे सवाल किए जा रहा था " कोन हो tum सब? Meri बहन कहा है? लेकिन कोई भी सक्षम के सवालों का जवाब नहीं दे रहा था.... फ्लैश बैक एंड अबीर लोअर पहन कर बाथ रूम से बाहर आता है   टॉवल से वो अपने मैसी बालों को पोंछ रहा था.... अबीर मिरर के सामने आता है और मिरर मै अपने अक्ष को देखने लगता है उसकी चेस्ट के राइट साइड पर ईगल विंग बना था जो उसकी मस्कुलर चेस्ट के  लगभग आधे हिस्से को कवर कर रहा था.. ।  अबीर अपनी चेस्ट के राइट पार्ट पर अपना हाथ फेरता है जहा गोली लगने का निशान बना था... उसे रब करते हुए अबीर की आंखें गुस्से मै लाल थी... उस जख्म के दर्द से ज्यादा उसकी आंखो मै इस वक्त गुस्सा और दर्द दिख रहा था  अबीर की बैक पर  दहाड़ते शेर का टैटू बना था जो बेहद attractive लग रहा था.... अबीर व्हाइट कलर की v shaped neck की प्लेन t-shirt पहनता है और अपना लैपटॉप उठा कर उस पर ऑफीस वर्क करने लगता है अबीर का वर्क कार डिजाइनिंग इवेंट मैनेजमेंट और डायमंड का है। अबीर की कंपनीज पूरे वर्ल्ड मै है हर ब्रांच मै अबीर एक एक्सपर्ट की तरह काम करता है.... अबीर अपना वर्क कर ही रहा था की अचानक उसकी हैंड वॉच पर इमरजेंसी अलार्म बजने लगता है... अबीर बिना एक पल गवाए लैपटॉप को बंद करके टेबल पर रखता है और तेज कदमों से अपने रूम से निकल कर 2 रूम छोड़ कर नेक्स्ट रूम मै जाता है.. जिसमे 2 नर्स अन्वी के हाथ पैर रब कर रही थी और अन्वी बुरी तरह कांप रही थी उसकी आंखे चढ़ी हुई थी... अबीर तेज कदमों से बेड के पास जाता है और अन्वी के सर पर प्यार से हाथ रखता है.... अनु..! Relax! कुछ नही हुआ है.. । आँखे खोलो मेरी तरफ देखो... ! I am here! तुम्हे कुछ नही करेगा कोई!  ये सब अबीर बेहद तड़प के साथ बोल रहा था लेकिन अन्वी बुरी तरह कांप रही थी उसके होठ फड़फड़ा रहे थे लेकिन वो क्या बुदबुदा रही थी ये किसी के समझ मै नही आ रहा था... अबीर नर्स को हटने को बोलता है और अन्वी को दोनो कंधो से पकड़ते हुए बैठाने की कोशिश करता है और अपने सिने से लगा लेता है अबीर धीरे धीरे अन्वी की बैक रब कर रहा था तो कभी उसके बालो को सहला रहा था थोड़ी देर बाद अन्वी नोर्मल हो जाती है और नींद के आगोश मै चली जाती है  अब जाकर कहीं अबीर के दिल को थोड़ी राहत मिली थी अबीर एक नज़र घुर कर दोनों नर्स को देखता है और बोलता है " Call the doctor" अबीर की लाल हुई आंखो को देख कर नर्स बुरी तरह कांप जाती है और जल्दी से हा मै गर्दन हिलाते हुए बोलती है"""""  ज... जी सर"""

  • 4. Her kidnapper hubby - Chapter 4

    Words: 1188

    Estimated Reading Time: 8 min

    अब तक अबीर बिना एक पल गवाए लैपटॉप को बंद करके टेबल पर रखता है और तेज कदमों से अपने रूम से निकल कर 2 रूम छोड़ कर नेक्स्ट रूम मै जाता है..   जिसमे 2 नर्स अन्वी के हाथ पैर रब कर रही थी और अन्वी बुरी तरह कांप रही थी उसकी आंखे चढ़ी हुई थी... अबीर तेज कदमों से बेड के पास जाता है और अन्वी के सर पर प्यार से हाथ रखता है....   अनु..! Relax! कुछ नही हुआ है.. । आँखे खोलो मेरी तरफ देखो... ! I am here! तुम्हे कुछ नही करेगा कोई!    ये सब अबीर बेहद तड़प के साथ बोल रहा था लेकिन अन्वी बुरी तरह कांप रही थी उसके होठ फड़फड़ा रहे थे लेकिन वो क्या बुदबुदा रही थी ये किसी के समझ मै नही आ रहा था...   अबीर नर्स को हटने को बोलता है और अन्वी को दोनो कंधो से पकड़ते हुए बैठाने की कोशिश करता है और अपने सिने से लगा लेता है अबीर धीरे धीरे अन्वी की बैक रब कर रहा था तो कभी उसके बालो को सहला रहा था थोड़ी देर बाद अन्वी नोर्मल हो जाती है और नींद के आगोश मै चली जाती है    अब जाकर कहीं अबीर के दिल को थोड़ी राहत मिली थी अबीर एक नज़र घुर कर दोनों नर्स को देखता है और बोलता है   " Call the doctor" अबीर की लाल हुई आंखो को देख कर नर्स बुरी तरह कांप जाती है और जल्दी से हा मै गर्दन हिलाते हुए बोलती है"""""  ज... जी सर""" अबीर अब एक टक अन्वी के लाल हुए मासूम चेहरे को देखने लगता है.... अबीर दांत पीसते हुए बोलता है " i promise अनु जिसने भी तुमसे तुम्हारी मासूमियत छीनी है मै उससे उसका सब कुछ छीन लूंगा.. उसकी सांसे तक भी" ये बोलते हुए अबीर का लहजा बेहद खतरनाक था जेसे वो उस इन्सान को जिंदा जला देना चाहता हो... अबीर वहा बैठा ही था की रूम मै रिशान एंटर होते हुए बोलता है " भाई !!" अबीर अन्वी से अपनी नजरे उठा कर rishaan की तरफ देखता है rishaan की आंखे इस वक्त अन्वी की हालत देख कर नम थी... Rishaan धीमे कदमों से अन्वी के बेड के पास आता है और उसके सर पर हाथ फेर ता है फिर अबीर को देख कर बोलता है " मॉम लंच के लिए बुला रही हैं नीचे!" अबीर ठंडे लहजे मै बोलता है अनु की आज की कंडीशन के बारे में मोम से कोई डिस्कशन नही होगा.. तो rushaan अन्वी के चेहरे की तरफ देखते हुए धीरे से अपना सर हा मै हिला देता है  अबीर और rishaan दोनो अन्वी के रुम से निकल कर डाइनिंग एरिया मै चले जाते हैं... डाइनिंग एरिया मै इस वक्त अबीर के पापा अर्जुन आर्या.. अबीर की सबसे छोटी बहन इनाया बैठी थी... ईनाया की एज rishaan के जितनी ही 20 साल है क्योंकि दोनों जुड़वा है... ईनाया rishaan से 7 मिनट छोटी है inaya नेचर से काफी खूसमीजाज और फैस से काफी क्यूट है!  सब लोग बैठ कर लंच करने लगते हैं.... वहीं दुसरी तरफ सक्षम की हालत बद से बदतर होती जा रही थी... सक्षम के दिमाग मै अपने से ज्यादा चारवी की हालत और ख्याल चल रहे थे.... वो चिल्लाते हुए बोलता है " अबीर आर्या!!!!!!!!!!!!!!!!!!" उसकी इस चिलाहट मै उसका दर्द साफ़ झलक रहा था वहीं अबीर जो अभी लंच कर रहा था उसके कानों मै इस वक्त ब्लूटूथ लगे थे जिसमे सक्षम ये चिलाहट सुन कर अबीर के चेहरे पर एक एविल स्माइल आ जाति है..... अबीर सक्षम की इन दर्द भरी आवाज़ों को सुन कर पूरे एंजॉय ment के साथ लंच कर रहा था... वहीं दुसरी तरफ... चारवी अबीर के प्राइवेट मेंशन मै थी.... वो आगे आगे और अबीर के बॉडगार्ड उसके पिछे पिछे!!!! एक बॉडीगॉर्ड ने चिल्लाते हुए कहा.. " मैंने कहा रुक जाओ!!"  लेकिन चारवी ना मै गर्दन हिलाते हुए भागे जा रही थी अचानक दो बॉडी गार्ड उसके सामने आते हैं और उसके दोनों हाथों को पकड़ लेते हैं और अबीर को कॉल करते हैं... अबीर जो बस लंच करके अपने स्टडी रूम मै गया था चारवी के ऐसे बिहेवियर की खबर मिलते ही गुस्से मै लाल पीला हो जाता है और गुस्से से घर से निकल कर अपनी गाडी को फुल स्पीड से दौड़ा कर अपने प्राइवेट मेंशन आ जाता है... अबीर के पहुंचने तक चारवी फिर से बॉडीगॉर्ड के हाथों से छुट चुकी थी क्योंकि वो बॉडीगॉर्ड अबीर की परमिशन के बीना चारवी को harm नही कर सकते थे इसलिए चारवी आसानी से उनके हाथो से छुट कर भाग रही थी... अबीर दरवाजे से चारवी को देख रहा था उसके जबड़े इस वक्त कसे हुए थे....  " What is this nonsense!!" अबीर की तेज आवाज सुन कर वहा खड़ा हर बॉडी गार्ड डर से कांप चुका था.. चारवी का ध्यान भी अब अबीर की तरफ चला गया था... अबीर को देखते हि चारवी भाग कर अबीर के पास जाति है और उसे टाइट हग कर लेती है.... जिससे अबीर की आंखें फटने को तैयार हो चुकी थी... अबीर धड़कने फुल स्पीड से चलने लगी थी चारवी के sudden एक्शन से अबीर बिल्कुल फ्रीज हो चुका था... ना उसके हाथ चारवी को हग कर रहे थे नाही उसे खुद से अलग कर रहे थे... 2 मिनट बाद अबीर होश मै आते हुए चारवी को झटके से खुद से अलग करता है जो किसी गिलहरी की तरह उससे चिपकी हुई थी..  इस तरह झटकने से चारवी फर्श पर जा गिरी लेकिन चारवी जल्दी से उठते ही फिर से अबीर के पास आई और अपने छोटे छोटे हाथों से अबीर का एक हाथ पकड़ कर उसे बाहर की तरफ ले जाने लगी... अबीर कंफ्यूज हो कर चारवी को देख रहा था क्योंकि उसे इतना यकीन था की चारवी बोल सकती है आख़िर उसके बेस्ट फ्रेंड की बहन जो थी वो  अबीर चारवी से पहले कभी मिला नही था लेकिन सक्षम और अबीर कॉलेज मै साथ ही थे...  इसलिए अबीर को चारवी के बारे मै कुछ कुछ बातें पता थी क्योंकि सक्षम अपनी बहन से बहुत प्यारा करता है वो अकसर अबीर को चारवी के बारे मै बताता रहता था.... अबीर अपने ख्यालों मै ही था की चारवी अपने पूरे जोर के साथ उसे खींचते हुए बाहर की तरफ ले जा रही थी... और कार की तरफ इशारा कर रही थी.. अब अबीर को तुरंत ही कुछ समझ आया उसने डेविल स्माइल के साथ कहा " अपने भाई से मिलना है" ये सुन कर चारवी जोर जोर से अपनी गर्दन हा मै हिलाने लगी वहीं दुसरी तरफ.... " In USA..." दो लड़के एक क्लब मै बेठे थे... उन के हाथ मै ड्रिंक के ग्लास थे एक लड़के ने ग्लास से एक सिप लेते हुए कहा " मजा आ गया.... एक तीर से दो निशाने....! और जोर जोर से हंसने लगा" सामने वाले ने कहा " अबीर आर्या और सक्षम सिंघानिया... जिनकी दोस्ती की मिशाले दी जाती थी आज एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं...!" तो सामने वाला बोला " आख़िर दुश्मनी भी तो किससे मोल थी उन् दोनों ने!!!" इतना बोल कर दोनों ही शैतानों की तरह हंसने लगे.....!" क्या अबीर मिलाएगा चारवी को सक्षम से? कोन है अबीर का दुश्मन..? कैसे बचाएगा सक्षम अबीर से चारवी को..? जानने के लिए पढ़ते रहीए her kidnapper hubby

  • 5. Her kidnapper hubby - Chapter 5

    Words: 1168

    Estimated Reading Time: 8 min

    ये सुन कर चारवी जोर जोर से अपनी गर्दन हा मै हिलाने लगी अबीर के चेहरे पर एक शैतानी मुस्कुराहट आ गई.... और वो उसे कार मै बैठा कर कही ले जानें लगता है.... अबीर की गाडी एक जोरदार ब्रेक के साथ टॉक्सिक कैसल के सामने रुकती है और अबीर लंबे कदम भरते हुए एंटर करता है और उसके पिछे चारवी... अबीर चारवी को बेसमेंट मै सक्षम के रुम मै ले जाता है जहा सक्षम इस वक्त घुटनों के बल गिरा हुआ था उसकी अपर बॉडी पर कुछ नही था जिससे उसकी एट पैक एब्स वाली बॉडी रिवील हो रही थी उसके बाल उसकी आंखों को कवर किए हुए थे और जगह जगह चोट लगने से खून रिस रहा था ये देख कर अबीर की आंखो मै अलग सा सुकून आ गया था.. वहीं सक्षम को जब किसी के आने की आहट होती है तो वो सर उठा कर देखने की कोशिश करता है और चारवी को देख कर बोलता है " चारू!!!!! बेटा तुम...!" सक्षम बोल ही रहा था की चारवी जल्दी से आकर उससे लिपट जाती है सक्षम कुछ पल शांत हो जाता है फिर चारवी उससे अलग होते हुए... उसकी आंखों मै देखती है और धीरे से बोलती है... " Happy birthday" ये सुन कर सक्षम की आंखे दर्द और सुकून से बंद हो जाती हैं क्योंकि उसने पूरे 6 महीने बाद अपनी चारू की प्यारी आवाज सुनी थी...!" वहीं अबीर अपने आईब्रो सिकोड़ कर चारवी और सक्षम को घुर रहा था... आख़िर ये लड़की इतनी घमंडी कैसे हो सकती है उसके सामने एक शब्द भी बाहर नही निकाला और अब सक्षम से बात कर रही है.. लेकिन चारवी बर्थडे विश करने के अलावा सक्षम से कोई बात नहीं करती.... क्योंकि चारवी की कंडीशन खुद चारवी की समझ से बाहर थी... और सक्षम उसे इलाज के लिए ही लंदन लेके गया था लेकिन चारवी ने खाना पीना छोड़ दिया था एक तरह से अपनी नाराजगी दिखा ती थी क्योंकि उसे इंडिया मै ही रहना था... और इसी लिऐ सक्षम उसे इंडिया वापस लेकर आया था लेकिन उसे नही पता था उसके साथ यहां आते ही ये सब हो जायेगा उसकी बहन की शादी और उसका बेस्ट फ्रेंड उसका सबसे बडा दुश्मन.. बन जायेगा. अबीर ने गुस्से से चारवी की बाह पकड़ कर जबरदस्ती उसे सक्षम से छुड़वाया और फिर एक दम से खींचते हुए खुद से चिपका लिया और दांत पीसते हुए बोला " बहुत attitude है ना तुम्हारे अंदर..! अबीर आर्या को जानती नही हो ना अभि wifey but you don't worry.. तुम्हारा पति तुम्हे ज्यादा वैट नही कराएगा.. अपनी असलियत और हैवान्नगी दिखाने मै...!" इअबीर ने इतना ही कहा था की सक्षम गुस्से से चिलाते हुए बोला।।। अबीर आर्या!!!!! तुम ऐसा कुछ नही करोगे...! वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा..!" अबीर ने घिन्न भरी नजरो से देखते हुए कहा " ये तो तुम पहले ही साबित कर चुके हो सक्षम सिंघानिया... अपनी बहन पर पर बात आई तो बिन पानी की मछली की तरह तड़प रहे हो... किसी 3और का ख्याल नही आता तुम्हें....!" सक्षम ने आंखे भींची और लगभग रोते हुए बोला " I will kill you अबीर aarya मेरी चारू को कुछ नही करोगे तुम.. कुछ नही करोगे समझे तुम... कुछ नही।।। के... कुछ नही इतना बोलते बोलते ही सक्षम की सांसे फूलने लगी और वो बेहोश होते हुए बेजान सा गिर गया.... अबीर उसे अपनी खाली आंखो से कुछ पल देखता है और फिर चारवी की तरफ नजरे फेरता है जिससे अगले ही पल उसकी आंखे फिर से गुस्से से लाल हो जाति है ..... वो अपने एक हाथ से चारवी के दोनो गालों को कस कर पकड़ते हुए कहता है " दूसरो पर किया कहर जब अपने बदन पर आएगा... तब ही तुम्हे किसी ओर का दर्द समझ आएगा" !!!! आधे घंटे बाद.... चारवी अबीर के घर मै थी ये बात अबीर के अलावा किसी को नही पता था उस फ्लोर पर सिर्फ अन्वी और अबीर का ही रूम था.. बाकी रूम्स खाली थे या किसी और काम के लिए अबीर और अन्वी ही यूज किया करते थे उनके अलावा उस फ्लोर पर कोई नहीं रहता था... अबीर अपनी सीक्रेट लिफ्ट से चारवी को अपने रूम मै लेकर आया था वहीं चारवी मासूम आंखो से देखते हुए अपनी बड़ी बड़ी पलके झपका रही थी... उसके चेहरे पर ना कोइ दर्द था और ना ही कोई डर... अबीर उसे छोड़ कर खुद अपनी ऑफीस मीटिंग अटेंड करने चला गया था.... रात का समय अबीर और अंदर आते हुए चारवी को ढूंढता है फिर कुछ सोच कर बालकनी की तरफ अपने कदम बढ़ा देता है।।। अबीर बाहर जाकर देखता है तो चारवी किसी छोटे बच्चे की तरह खुद मै ही सिमट कर सो रही थी वो सोते हुए बहुत क्यूट लग रही थी उसके खुले बालों की लटे बार बार चेहरे पर आकर उसे परेशान कर रही थी और चारवी कसमसाते हुए उन्हे अपने चेहरे से हटा रही थी अबीर कुछ पल चारवी को देखता है लेकिन अन्वि का चेहरा एक बार फिर उसकी आंखो के सामने घूमता है और वो अपने भारी कदम चारवी की तरफ बढ़ा देता। है. अबीर की आंखे इस वक्त नशे के कारण गुलाबी हो रखी थी.... वो चारवी की तरफ कदम बढ़ाते हुए अपने शर्ट के बटन ओपेन करना शुरू कर देता है..... और शर्ट को एक झटके से खुद की बॉडी से अलग कर फेक देता है और झूले के दोनो तरफ हाथ रख कर कुछ पल चारवी के चेहरे को देखता है  और धीरे धीरे उसकी नजर चारवी के हार्ट शेप लिप्स पर जाति है... वो अपना एक हाथ उठा कर चारवी के चेहरे पर रखता है और फिर सेडेक्टिवल हाथ मूव करते हुए उसकी आईज.. नोज.. लिप्स और चीन टच करता है  जिससे चारवी अपनी पलकों को फड़फड़ाने लगती है... और धिरे धिरे चारवी की पूरी नींद उड़ जाती है ... चारवी एक टक अबीर की आंखो मै देख रही थी और अबीर चारवी की आंखो में...  अबीर आगे बढ़ते हुए चारवी को अपनी गोद मै उठाता है और फिर रूम के अंदर आते हुए उसे बेड पर पटक देता है.. हालांकि बेड बहुत सॉफ्ट था तो चारवी को लगी नहीं थी लवो एक बाउंस करते हुए वापस बेड पर जा गिरी... अबीर पूरी तरह उस पर आते हुए उसका जबड़ा पकड़ कर बोलता है... " तुम इतनी सुकून की नींद कैसे सो सकती हो... निहायती बेशर्म हो... वहा तुम्हारा भाई तड़प रहा है.. और तुम्हें नींद आ रही है... लेकिन सब तुम्हारे तरह नही होते... मै अपनी बहन को तड़पते हुए नही देख सकता जिसकी इकलौती वजह तुम हो.. चारवी सिंघानिया... इतना बोल कर अबीर चारवी के होठों पर टूटू पड़ता है और चारवी झटपटाने लगती हैं.... अबीर... उसके दोनो हाथ अपने एक हाथ से पकड़ कर बेड मै प्रेस करता है.. और harshly ..... चारवी को किस्स करने लगता है...! लगभग 20 मिनट बाद अबीर का गुस्सा थोड़ा शांत होता है तो वो चारवी के होठ छोड़ कर लंबी लंबी सांसे, लेते हुए चारवी के छोटे से चेहरे को देखता है... जो बिल्कुल टमाटर की तरह लाल हो चुका था.. और उसकी सांसे बहुत रुक रुक कर चल रही थी....

  • 6. Her kidnapper hubby - Chapter 6

    Words: 1013

    Estimated Reading Time: 7 min

    अबीर कुछ बोलने के लिए मुह खोलता है की एक बार फिर bip bip की आवाज आने लगती है,।।। और अबीर आंखे सर्द हो जाती हैं क्योंकि उसे पता था अन्वी फिर से पैनिक कर रही होगी.. अबीर ने गुस्से भरी नजरों से चारवी को देखा और फिर उठ कर कपबोर्ड से एक tshirt निकाल कर पहनता है और चारवी का हाथ पकड़ कर बेड पसे उठाते हुए अपने साथ रूम से बाहर ले जाता है  अबीर अपने कदम तेजी से अन्वी के रुम की तरफ बढ़ा देता है... और उसके साथ ही चारवी भी... अबीर झटके से अन्वी के रुम का डोर खोलता है.. वहा डाक्टर और नर्स सब मौजूद थे और अन्वी को नोर्मल करने की कोशिश कर रहे थे.. अबीर... " Get out!!!! अबीर की आवाज इतनी डरावनी थी की डॉक्टर को नर्स पलक झपकते ही वहां से गायब हो चुके थे.. चारवी जिसकी नजरे अभी नीचे देख रही थी... अबीर अचानक ही झटके से उसे अपने आगे करता है जिससे चारवी अन्वी के बेड के पास जाकर गिरती है.... अन्वी अभी भी लंबी लंबी सांसे ले रही थी और अपना सर इधर उधर घुमा रही थी... वहीं चारवी की नजर जैसे ही अन्वी पर जाति है.... उसकी इमोशनलेस आंखो में अचानक ही चमक आ जाति है और कई इमोशंस भी वो जल्दी से लड़खड़ाते हुए खड़ी होती है और अन्वी के चेहरे को अपने हाथों मै भरते हुए लड़खड़ाती जुबान मै बोलती है  " अनु......!" ये सुन कर अबीर की आंखे अचानक ही फैल जाती हैं आख़िर ये लड़की चाहती क्या है और अन्वी को अनु कैसे बुला रही है.... लेकिन उसे इस पर भी बहुत गुस्सा आ रहा था वो अपना कदम चारवी की तरफ बढ़ाता है, की तभी वो देखता है अन्वी नोर्मल हो रही थी अन्वी ने जबरदस्ती आंखे खोलते हुए चारवी को देखा और अचानक ही बोल पड़ी... " चारू!!!!!" ये सुन चारवी फूट फूट कर रोते हुए उसे हग कर लेती है चारवी का सर अभि अन्वी के सीने पर था.. अन्वी धीरे धीरे.. चारू के सर पर हाथ फेर कर बोलती है.. " चारू.... रो... रोना बंद करो... " अबीर आंखे बड़ी बड़ी कीए बस चारवी और अन्वी को देखे जा रहा था.. अन्वी जो इतने दिनो से अपने फैमिली मेंबर्स से बात नहीं कर रहीं थीं आज इस लड़की को चुप करवा रही थी.. जबकि उसकी खुद की हालत  इतनी ज्यादा खराब थी .. अबीर गुस्से मै जाड़ पीसते हुए उन्हे देख रहा था.. चारवी का रोना धीरे धीरे कम हो जाता है... और वो अन्वी से अलग होते हुए... उसे भी कंधे से पकड़ कर बैठा देती है.. अन्वी छोटी सी स्माइल करते हुए चारवी को देख रही थी... अब तो अबीर की आंखे अंगारे उगल रही थी... जिस स्माइल 8के लिऐ वो इतना तड़प रहा था.. उस स्माइल का रीजन भी वहीं लड़की है जिसने अन्वी से उसका सब कुछ छीना है.... लेकिन अबीर को समझ नहीं आ रहा था आख़िर अन्वी इतनी बेवकूफ कैसे हो सकती है वो चारवी से ऐसे बात क्यू कर रही है.. चारवी ने नजरे घुमा कर अबीर की तरफ देखा.. जिसे देख कर लग रहा था वो उसे आँखो से ही जला कर राख कर देगा... " I am sorry" इतना बोल कर चारवी फिर से अन्वी को देखती है और फिर से उसे टाइट हग करते हुए बोलती है... " I miss you so much" तो अन्वी भी बोलती है... " Miss you too jaanu " Jaanu नाम सुन कर अबीर अजीब नजरो से चारवी को देखने लगता है.. क्योंकि इस नाम को अबीर अच्छी तरह से जानता था.. उसकी बहन.. जबसे हॉस्टल मै रहने लगीं थी उसके मुंह पर सुबह शाम यही नाम रहता था jannu ये jannu वो.... !! अबीर ने कभी ये पूछना जरूरी नहीं समझा वो लड़की है या लड़का...  लेकिन इतना पता था वो उसकी बहन का सबसे अच्छा दोस्त हैं... अबीर अन्वी के रुम से निकल कर अपने रूम मै आता है.. और बाथरूम मे जाकर शर्ट लेस हो कर शावर लेने लगता है  उसके दिमाग मै अभी भी अन्वी और चारू की आवाज गूंज रही थी... लेकिन वो हद से ज्यादा कंफ्यूज हो चुका था आख़िर अन्वी चारवी से ऐसे बात कैसे कर सकती है...  जिस इन्सान की वजह से वो इस ट्रोमा से गुजर रही है उसी से इतने प्यार से बात कर रही है  ये सब सोचते हुए अबीर फ्रस्टेट हो चुका था उसने गुस्से मै एक पंच वॉल पर दे मारा...  और आंखे बन्द करके अपने दोनो हाथो से अपने बाल पिछे करते हुए लंबी लंबी सांसे लेने लगा  वो पूरी कोशिश कर रहा था खुद को नोर्मल करने की....  वही अन्वी और चारू एक दूसरे को गले लगाए हुए थी.. अन्वी ने चारू से अलग होते हुए कहा "  समर्थ..??" और अचानक चारू की आंखे डब डबा आई.. और उसने रोते हुए कहा "। वो अबीर सर ने भाई को कैद कर रखा है पता नहीं क्या दुश्मनी है उनकी आपस मै?" ये सुन कर अन्वी के चेहरे पर भी चिन्ता की लकीरें दिखने लगी.. चारू के आंसु बिना उसकी मर्जी के गालों पर आ गए। और उसने सिसकते हुए धीमी आवाज़ में कहा " I am sorry उस दिन वो सब सिर्फ मेरी वजह से हुआ, अगर मैं वहा तुम्हे और भाई को ना मिलवाती तो शायद ये सब नहीं होता I am really sorry" अनवी को चारू का रोना बर्दास्त नही हो रहा था इसलिए उनसे उसे फिर से गले लगाते हुए कहा " जान ऐसे रोते नही है, तुम ने जान बूझ के कुछ नही किया था and i feel good की तूझे उस दिन कुछ नही हुआ तू बिलकुल ठिक है सही सलामत मेरी आंखो के सामने" ये बोलते वक्त अनु का गला भर आया था. उसकी आंखे रोने की कारण सूज चुकी थी यही हाल कुछ चारु का था और मन मै अबीर का डर सता रहा था भले ही वो सही कंडीशन में नहीं थी पर उसे पता था उसके साथ जो जो हुआ कैसे अबीर ने उससे जबरदस्ती शादी की और कुछ देर पहले का वो rude kiss सब कुछ आखिर क्या रंग लायेगी चारवी और अन्वी की दोस्ती? क्या अबीर की गलतफेमी होगी दूर..?

  • 7. Her kidnapper hubby - Chapter 7

    Words: 584

    Estimated Reading Time: 4 min

    वही अबीर अब बाथ ले चूका था उसने इस वक्त एक व्हाइट वी नेक टी शर्ट और ब्लैक टाउजर पहना था उसके मेसी सिल्की हेयर उसके फोर हेड पर बिखरे थे. वो रूम में इधर उधर चक्कर लगा रहा था पहली बार ऐसा हो रहा था की अबीर आर्या को कुछ समझ ना आए और कोइ चीज उसे इस हद तक बैचैन करे अनु फ्रेश होने बॉथरूम मै चली जाती है और चारू अब बैठ कर सोचने लगती है क्या किया जाए क्योंकि हमारी नादान चारू को लग रहा था अबीर अपनी जगह सही है, आख़िर वो सही ही तो कह रहा है की सब उसकी वजह से हुआ है अब कैसे भी कर के चारू को समर्थ की रिहाई चाहिए थी इसलिए वो हिम्मत कर के उठी और उस रूम में जानें लगी जहा से वो आई थी उसने जेसे ही रूम में पहला कदम रखा उसकी नज़र अबीर पर पड़ी जो इधर उधर टहल रहा था उसने धिरे से डोर नोक किया अबीर ने जल्दी से आंखे उठा कर देखा और चारू को देख कर उसकी आंखे छोटी हो गई. चारू ने डर से सूखे अपने होठों पर एक बार जीभ फेरी और फिर धीमी आवाज़ में बोलि " Can we talk" अबीर ने कुछ पल उसे घोड़ा और फिर कहां come in चारु धीमे कदमों से चलकर अंदर आई और अबीर के सामने खड़ी हो गई अबीर वहीं सोफे पर बैठते हुए बोला : बोलो क्या बात करनी है तुम्हें मुझसे अगर तुम ये सोच रही हो कि अनु ने तुम्हें माफ कर दिया है तो मैं भी कर दूंगा  तो यह तुम्हारी सबसे बड़ी गलतफहमी है और इसे जितना जल्दी हो सके अपने छोटे से दिमाग से निकाल दो क्योंकी अब तुम हमेशा मेरी कैद में रहने वाली हो  मेरी बहन ने जो जो झेला है सब तुम भी झेलोगी ये सुन कर चारू की खूबसूरत आंखो में नमी तैर गई और उसने अपनी पलके झुका ते हुए कहा " मै अपनी नही अपने भाई की रिहाई चाहती हू उन्होंने कुछ नही किया है उन्हे छोड़ दो आप, मै तो अब आपको पत्नी हूं आप मुझे यहां रख सकते हैं पर मेरे भइया ने कुछ नही किया है" फिर चारू हाथ जोड़ ते हुए बोलि " मेरी बेवकूफी की सजा मेरे भाई को मत दीजिए" अबीर ने अपने जबड़े कस ते हुए कहा " Are you sure तुम्हारे उस भाई ने कुछ नही किया है" चारू ने हामी भरते हुए कहा " हा उन्होंने कुछ नही किया है" अबीर ने बेदर्दी से मुट्ठी भींचते हुए कहा " ऐसा तुम्हे लगता है की तुम्हारे भाई ने कुछ नहीं किया है क्योंकि वहा तुम तीनों के अलावा कोई नहि था, तो ये क्लियर है मेरी बहन की हालत का जिम्मेदार तुम्हारा भाई है " ये सुन कर चारू की आंखे हैरानी से बड़ी हो गई मतलब अबीर अब तक इतनी बड़ी गलतफेमी में है की अन्वी के साथ जो हुआ वो समर्थ ने किया है! चारू ने अपने आंसु पोंछ ते हुए कहा " ये ये आप क्या कह रहें हैं सर, आपको किसी ने गलत इनफॉर्म किया है ऐसा नहीं था और वहा जो हुआ वो तो अनु को पता है." Just set up! अबीर ने तेज़ आवाज़ में कहा " बहुत हो गई तुम्हारी झूठी बकवास " अबीर ये बोल हो रहा था की अचानक किसी की प्यारी सी आवाज़ आई " अबीर भाई " इस आवाज़ को सुनने के लिए पिछले छ महीने से अबीर के कान तरस गए थे... " क्या है सच, जानने के लिए सुनते रहीए

  • 8. Her kidnapper hubby - Chapter 8

    Words: 510

    Estimated Reading Time: 4 min

    अबीर भाई अचानक अनवी की आवाज आई जिसे सुनकर एक पल के लिए अबीर के चेहरे पर दुनिया जहां की राहत बिखर गई और उसने अपनी भरी नजरों को उठाकर अनवी की तरफ देखा जो आज कितने महीना बाद बिल्कुल पहले वाली अन्वी लग रही थी उसने इस वक्त एक ब्लू क्रॉप टॉप और नीचे एक ब्लैक ट्राउजर पहना था बालों की लूज पोनीटेल बनाई थी जो उसके चेहरे पर जच रही थी चारु ने भी उसे मुड़कर देखा और फिर उसके चेहरे पर एक स्माइल आ गई अन्वी और चारु की नजर मिलते ही चारों की आंखों में पानी आ गया क्योंकि रह रहकर उसे बार-बार समर्थ की वह घायल अवस्था याद आ रही थी जिसमें वह लहू लूहान फर्श पर पड़ा था अबीर ने एक नजर चारू को देखा और फिर अपनी नज़रे अन्वी पर टिका दी अन्वी ने अंदर आकर बेड पर बैठ ते हुए कहा " भाई आपके दोस्त ने कुछ नहीं किया था वो सब हमारी एक नादानी की वजह से हुआ था!" ये सुन कर अबीर आंखे छोटी करते हुए बोलता है " आखिर तुम्हारा मतलब क्या है अनु " अन्वी ने गहरी सांस छोड़ते हुए कहा " यही कि समर्थ को मैंने वहां पर बुलाया था , समर्थ को तो पता भी नहीं था चारु उसे मुझसे मिलवाने के लिए उस खंडर मै लेकर जा रही है, वो उसे ज़बरदस्ती जिद्द कर के लेकर आई थी।" अन्वी ये सब बोलते हुए एक नजर चारू को देखती है जो ये सुन कर उस दिन को याद करते हुए रोने लगी थी अबीर ने चारू को इग्नोर करते हुए अन्वी की बातों को सुनना जारी रखा फ्लैश बैक " चारु तू sure है ना तेरा वो खडूस भाई आयेगा मुझ से मिलने " अन्वी फोन कॉल पर चारु से बोल रही थी चारु ने एक्साइटेड होते हुए जवाब दिया अरे तू चिंता मत कर तू जानती नहीं है अपनी जानू को वह कुछ भी कर सकती है फिर समर्थ भाई क्या चीज है और वैसे भी मैं तो उनके दिल का टुकड़ा हूं वह मेरी बातें कैसे डाल सकते हैं बस थोड़ा सा इमोशनल ब्लैकमेल किया और समर्थ भाई मेरी हर बात मानने को तैयार हो जाएंगे यह सुनकर अन्वी के चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान खिल गई और उसने कॉल कट कर दिया चारु कुछ देर बाद समर्थ के कमरे में थी समर्थ लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था चारु उसके बगल में जाकर बैठते हुए उसके लैपटॉप को टुकुर-टुकुर देखते लगी तो समर्थ ने एक नजर उसे देखते हुए कहा क्या हुआ चारू बेटा यहां क्यों बैठी हो कॉलेज का कोई काम नहीं है तुम्हें या कुछ चाहिए मुझे समर्थ यह सब लैपटॉप की तरफ देखते हुए बोल रहा था चारु ने पाउट बनाते हुए कहा भाई मुझे मेरी दोस्त से मिलना है समर्थ ने एक नजर चारों को देखते हुए कहा तो सुबह मिलना अभी तो शाम हो गई है guyzzz app mai glitch aa gya hai pta nhi kal kaise apne aap 1 chapter do baar publish ho gya Aaj bhi pure din app nahi chla ab jake chla hai

  • 9. Her kidnapper hubby - Chapter 9

    Words: 644

    Estimated Reading Time: 4 min

    चारु ने समर्थ की बाजू पढ़ते हुए कहा नहीं वह मुझे आपके साथ जाना है मुझे अकेले जाने में डर लगता है समर्थ ने माथे पर बाल डालते हुए चारों को एक नजर देखा और फिर फिर से लैपटॉप की तरफ देखते हुए बोला डर वह किस चीज से लगता है मैंने तो सुना था चारु बहुत ब्रेव है चारों ने समर्थ की बाजू किसी बच्चे की तरह हिलाते हुए कहा नहीं भाई मुझे आपकी के साथ जाना है हां चारु ब्रेव है पर इतनी भी ब्रेव नहीं है वह एक्चुअल में ना मेरी फ्रेंड कहीं फस गई है उसे मेरी हेल्प चाहिए और सुबह नहीं अभी उससे मिलना है चारु की फ्रेंड किसी मुसीबत में है यह सुनकर समर्थ थोड़ा परेशान होते हुए बोला कि मुसीबत में है क्या हुआ उसे चारु ने समर्थ की आंखों में देखकर थोड़ा इमोशनल होते हुए का वह ना कहीं से आ रही थी और बीच रास्ते में उसकी कर खराब हो गई और वह इलाका बिल्कुल सुनसान है इसलिए उसे अकेले डर लग रहा है समर्थ ने अपने मन में सोचा अकेली लड़की सुनसान रास्ते पर आखिर कैसे रह सकती है फिर उसने चारों को देखकर कहा पर बेटा वह अकेले क्यों गई थी चारू ने कहा मुझे नहीं पता भाई पर वह मेरी फ्रेंड है मुझे उसके पास जाना है आप चलोगे ना मुझे लेकर तो समर्थ नहीं लैपटॉप बंद करते हुए कहा हां ठीक है चलते हैं तुम उसकी लोकेशन निकालो मैं बस चेंज करके आया यह सुनकर चारों के चेहरे पर मुस्कान खिल गई कुछ देर बाद चारु और समर्थ एक कर में थे और उनकी कर शहर के बाहर वाले रूट पर दौड़ रही थी चारु नर्वस होती हुई बार-बार समर्थ को देख रही थी पता नहीं उसका भाई उसका यह मजाक सुनकर आगे कैसे रिएक्ट करेगा क्योंकि समर्थ अनवी का क्रश था अन्वी समर्थ को बहुत ज्यादा लाइक करती थी पर कभी हिम्मत नहीं कर पाई सामने से कुछ कहने की इसलिए दोनों ने मिल कर यह फालतू सा प्लान बनाया था उन्होंने किराए के गुंडे किए थे जो अब अन्वी को छेड़ने वाले थे और इन सबके बीच उन्होंने प्लान किया था कि समर्थ की एंट्री होगी और वह अन्वी को बचा लेगा और फिर अन्वी समर्थ को अपने प्यार के जाल में फंसा लगी और उसे अपने प्यार का इजहार भी कर देगी पर उन्हें नहीं पता था उनकी छोटी सी नादानी आगे चल कर कितनी बड़ी मुसीबत बनने वाली है । अन्वी कार के पास खड़ी होकर समर्थ और चारों का वेट कर रही थी और बार-बार घड़ी को देख रही थी क्योंकि उसने उनकी राय के गुंडो को जो टाइम दिया था उसे होने में अभी भी 20 मिनट बाकी थे उसे थोड़ी सी चिंता हो रही थी अगर गुंडे समर्थ के आने के बाद आए तो क्या होगा क्योंकि उनका प्लान था समर्थ की एंट्री इस वक्त होनी चाहिए जिस वक्त गुंडे अन्वी को छेड़ने की कोशिश कर रहे होंगे पर कुछ ही देर में उसकी आंखें हैरानी से फैल गई जब वह गुंडे टाइम होने से पहले ही आ गए उसने फोन पर डील की थी तो उसे पता नहीं था कि वह सब लोग कैसे दिखते हैं पर 6 से 7 आदमी उसे अपनी तरफ आते हुए दिख रहे थे और वह सब एक जीप में सवार थे कुछ के हाथ में बीयर की बोतल थी और जीप में लाउड म्यूजिक बज रहा था अन्वी ने अपने मन में कहा यह कैसे बकवास गुंडे हायर कर लिए हैं मैंने इन्हें तो टाइम का नॉलेज भी नहीं है कहा था 20 मिनट लेट आना अभी तो समर्थ आया भी नहीं अभी इतनी जल्दी यह क्या करेंगे अन्वी अजीबोगरीब मुंह बनाते हुए यह सब सो रही थी फिर उसने अपना फोन स्क्रोल करना चालू कर दिया क्या पता चालू से कोई अपडेट दे दे कि वह कहां तक पहुंच गए हैं और कब तक आ जाएंगे

  • 10. Her kidnapper hubby - Chapter 10

    Words: 626

    Estimated Reading Time: 4 min

    अन्वी अभी फोन मै देख ही रही थी कि वो जिप अचानक उसके चारों तरफ गोल गोल घूमने लगी और अन्वी एकदम से घबरा गई " ये ये क्या कर रहे हो तुम लोग, अभी तो वो आया भी नहीं जिससे पीटने के लिए तुम लोगो को मैंने यहां बुलाया था. अन्वी की बात सुनकर उन सब के चेहरे पर मक्कारी भरी मुस्कान खिल गई थी और उन मै से एक ने अन्वी को गन्दी नजर से ऊपर से नीचे तक घूरते हुए कहा " लगता है फुलझड़ी हमारी जगह किसी और का इंतजार कर रही थी पर खूबसूरत लड़कियों को ज्यादा इंतजार नहीं करवाना चाहिए इसलिए हम आ गए ये सब बोलते वक्त उसकी नजर अन्वी की पतली कमर पर थी जो कुर्ती की साईड कट डिप होने के कारण साफ़ साफ़ विजिबल हो रही थी यह सुनते ही अनवी का दिल एकदम से ढक से रह गया और उसने हड़बड़ी में फोन निकाला और जल्दी से चारों का नंबर डायल किया क्योंकि उसके हिसाब से चारु ही अब सबसे नजदीक होगी उसके क्योंकि वह घर से निकल चुकी थी वही कर में जैसे ही चारों का फोन रिंग हुआ चारों ने स्क्रीन पर फ्लैश होते नाम को देखकर अपने मन में कहा थोड़ा सा भी सबर नहीं है अपने सैया जी को देखने का कितनी उतावली हो रही है इतना सोचते हुए चारों ने एक शरारती मुस्कान के साथ अनविका कॉल पिकअप किया तो उधर से अनवी की घबराई हुई आवाज आई चारु तू कहां है प्लीज जल्दी आजा इसमें यहां पर सच के गुंडे आ गए हैं और मुझे बहुत ज्यादा डर लग रहा है चारु को समझ नहीं आया अन्वी यह क्या बोल रही है यह तो उनके प्लेन का हिस्सा नहीं था लेकिन फिर भी उसने कॉल को स्पीकर पर कर दिया और उधर से अनवी की घबराई हुई आवाज आप समर्थ को भी सुनाई देने लगी चारु तू सुन रही है ना प्लीज जल्दी आजा मुझे बहुत ज्यादा डर लग रहा है अनवी की इस घबराई आवाज के साथ पीछे से उन लोगों की मक्कारी भारी हंसी की आवाज भी साफ-साफ सुनाई दे रही थी जिसे समर्थ ने कर की स्पीड को डबल करते हुए कहा यू डॉन'टी वरी हम बहुत जल्दी पहुंच जाएंगे तुम्हारे करीब ही हैं समर्थ अन्वी को शांत करने की कोशिश कर रहा था पर एक्चुअल में डर तो उसे भी बहुत ज्यादा लग रहा था क्योंकि कोई लड़की कितना भी सेल्फ डिफेंस सीख ले पर अगर लड़के एक से ज्यादा हो तो वह उनसे निपट नहीं पाएगी कुछ ही देर बाद एक जोरदार ब्रेक के साथ समर्थ की कर उसे जगह पर जाकर रुकती है और वहां का माहौल देखकर चारों का दिल एकदम से एक दर्द के साथ फट सा जाता है क्योंकि अन्वी सड़क पर पड़ी थी और उसकी कुर्ती उसके जिस्म से अलग हो चुकी थी उसके शरीर पर खरोचों के निशान थे और वह आदमी कुछ शराब पीते हुए उसे देख रहे थे तो कुछ कुछ उसे और नोचने की तैयारी कर रहे थे समर्थ बिल्कुल किसी शैतान की तरह लग रहा था क्योंकि गुस्से से उसकी सारी नसें टांग गई थी वह बाहर निकाला और अपनी स्लीव्स फोल्ड करते हुए उन लड़कों पर टूट पड़ा वह लड़की कुछ तो शराब के नशे में थे इसलिए समर्थ के एक ही पांच से देर हो रहे थे पर समर्थ ने ध्यान नहीं दिया और उनमें से किसी ने अपने और आदमी बुला लिए और अब वह लोग अन्वी को छोड़ चारों की तरफ बढ़ने लगे यह देख चारों का दिल एकदम से कम गया वहीं अन्वी जो अधमरी हालत में थी उसने पालकी फड़फड़ाते हुए चारों की तरफ देखा और फिर धीमे से कहा तू तू भाग जा यहां से जान यह बहुत गंदे लोग हैं समर्थ को भी लेजा यहां से

  • 11. Her kidnapper hubby - Chapter 11

    Words: 553

    Estimated Reading Time: 4 min

    अनवी की इतनी दर्द भरी आवाज सुनकर चारु भी लगाते हुए उसके करीब आते हुए बोली नहीं तू यह सब क्यों बोल रही है कुछ नहीं होगा ऐसा मेरा साथ और तू चिंता मत कर हम तुझे अभी हॉस्पिटल लेकर जाएंगे भाई इधर देखिए प्लीज इसकी हालत खराब हो रही है चारों का हर शब्द अटकता हुआ समर्थ के कानों तक पहुंच रहा था पर समर्थ उन्हें पीटने में लगा था अचानक ही वहां एक और जीप आ गई और उन्होंने  पीछे से समर्थ के सर पर वार कर दिया और एक पल के लिए समर्थ की आंखों के सामने अंधेरा छा गया वहीं चारु जैसे तैसे अन्वी को उठाकर समर्थ की कर में बैठने लगते हैं वह उसे बैठ कर बस कर स्टार्ट करने ही वाली थी कि एक आदमी उसके बाल पढ़ते हुए अपने करीब खींच लेता है और फिर उसके गाल पर एक थप्पड़ झड़ते हुए बोलता है कहां जाने की तैयारी हो रही है तू तो उससे भी ज्यादा खूबसूरत लग रही है तुझे क्या लगता है यह तेरा भाई इतने सारे लोगों से लड़ सकता है चारु ने एक नजर समरथ को देखा जो अब तक लहूलुहान हो चुका था वही समर्थ अब भी पूरी कोशिश कर रहा था उनसे लड़ने की और अचानक ही उसे कुछ याद आया और वह अपने सामने खड़े लड़के के पेट पर एक की झड़ते हुए अपनी कर की तरफ बढ़ गया और कर की बोनट से एक गण निकलते हुए उन लड़कों की तरफ बढ़ गया समर्थ के हाथ में गण देखकर वह लड़की हद से ज्यादा डर गए अब तक उन्होंने चारों के कपड़े भी फाड़ दिए थे चारु का इतना तेज रोना समर्थ से बर्दाश्त नहीं हो रहा था उसकी आंखों से आंसू बहने लगे थे पर फिर भी वह गण लिए उन सब की तरफ बढ़ रहा था और वह लड़के जल्दबाजी में अपनी-अपनी जीप में बैठते हुए वहां से भागने की तैयारी करने लग जाते हैं और उनमें से ही कोई समर्थ की कर लेकर वहां से चला जाता है जबकि अन्वी उसमें थी यह उन्होंने ध्यान नहीं दिया था वही अन्वी अब तक बेहोश हो चुकी थी और कर की बैक सीट पर एक साइड में लुढ़क चुकी थी उन सब के जाने के बाद समर्थ चारों को संभालता है पर उसकी खुद की हालत इतनी खराब थी कि वह चारों को गोद में नहीं उठा पा रहा था इसलिए उसने पुलिस को कॉल किया और इसी के साथ वह भी वहीं बेहोश होगया उसके बाद उन गुंडो ने समर्थ की कर को वही साइड में हाईवे पर छोड़ दिया और सब लोग भाग गए और अबीर जब पहुंचा तो उसे अन्वी समर्थ की कर में मिली थी और उसने यही समझा था कि यह सब कुछ समर्थ ने किया होगा और उसने जैसे ही अनवी की कॉल हिस्ट्री चेक की तो उसे पता चला कि चारु समर्थ को मिलवाने के लिए अन्वी के पास लेकर आ रही थी तो अबीर को लगाइए जरूर उन दोनों भाई बहनों का प्लान था और उन्होंने ही उसकी अनु की ये हालत की है flash back end okay guys suspense is रिवील अब आगे क्या होगा चारु और अबीर की लाइफ मै? क्या कभी चारु और अबीर की शादी टिक पाएगी? उन गुंडों का क्या हुआ? to be continued thank you so much for choosing this novel 🐥 🤗

  • 12. Her kidnapper hubby - Chapter 12

    Words: 525

    Estimated Reading Time: 4 min

    अन्वी के मुंह से सारा सच सुन कर अबीर बिल्कुल हक्का-बक्का रह चुका था उसके पास बोलने के लिए कोई शब्द नहीं थे वही चारु उसे सदमे को याद करके फिर से फूट फूट कर रोने लगी थी ।  अन्वी बेड से उठते हुए चारु के पास आई और फिर , उसे अपनी बाहों में भरते हुए बोली " बस जान  और कितना रोना है तुम्हें , जो होना था सो हो गया,  देखो अब तो मैं भी ठीक हो गई और मुझे यकीन है भाई अब समर्थ को भी छोड़ देंगे तुम रोना बंद करो वरना तुम्हारा सर दर्द करने लगेगा । ये सब अन्वी भर्राए गले से बोल रही थी उसके शब्दो मै झलकता दर्द बयां कर रहा था वो चारु के रोने से कितनी हर्ट हो रही है , पर चारु का रोना कम बिल्कुल नहीं हो रहा था , उसके जहन में जैसे-जैसे उस दिन की यादें ताजा हो रही थी,  उसे यही लग रहा था कि सब उसकी वजह से हुआ है,  अगर वह फालतू सा प्लान ना बनाती!  तो शायद ना अन्वी को कुछ होता ना ही समर्थ को । उसके चक्कर में दो  बेगुनाहों को सजा मिल गई थी अबीर ने अपनी लाल हो चुकी गहरी नजरों से चारु को देखा जो किसी छोटे बच्चे की तरह रो रही थी अबीर के हाथ पांव ठंडे पड़ चुके थे वह अंदर से बिल्कुल हिल गया था ... वो भी चारू को चुप करवाना चाहता था , उसे यकीन दिलाना चाहता था कि , वह समर्थ को छोड़ देगा और आखिर कैसे ना छोड़ता वह उसका भी तो दोस्त है, बस वह अपनी बहन के आगे अपने फ्रेंड को नहीं चुन पाया । और चुनता भी भी कैसे अपनी बहन की ऐसी हालत देख कर किसी भी भाई का खून खौल उठेगा,  पर शायद चारु की जिंदगी बर्बाद करना उसकी सबसे बड़ी भूल थी । उसे यही लगा था कि सब कुछ चारु ने प्लान किया था वही मास्टरमाइंड होगी  इन सब की पर एक्चुअल में चारु तो किसी छोटे से बच्चे की तरह मासूम है ना उसने कुछ किया है और शायद ना ही वह कभी ऐसा कुछ कर सकती है करना तो बहुत दूर की बात है वह ऐसा कुछ सोच भी नहीं सकती । और यह सब उसके चेहरे पर साफ-साफ दिखाई भी देता है पर अबीर को लगा था धोखे देने वालों के चेहरे शायद इतने ही मासूम होते होंगे और  मासूमियत का मुखौटा पहन रखा होगा पर ऐसा नहीं था हमारी चारु सच में बहुत मासूम थी चारु ने सीसकते हुए ही एक नजर अनु को देखा और फिर उससे अलग होते हुए अबीर की तरफ देखते हुए थोड़ा हिचकी चाती हुई आवाज में बोली अब।    अब , अब तो आपको यकीन हो गया होगा ना , भाई ने कुछ नहीं किया है मै आपके आगे हाथ जोड़ती हूं उन्हें छोड़ दीजिए आपको जो सजा देनी है मुझे दीजिए क्योंकि मैं सजा के ही काबिल हूं मुझे पता है जो मैंने किया वह मुझे नहीं करना चाहिए था । ये बोलते वक्त चारू की रो रो के हालत खराब हो रही थी to be continued thank you so much for reading this novel 🐥 🤗

  • 13. Her kidnapper hubby - Chapter 13

    Words: 878

    Estimated Reading Time: 6 min

    मेरी ही वजह से आपकी बहन के साथ वह सब कुछ हुआ पर इसके बारे में एक भाई कभी सपने में भी नहीं सोच सकता अबीर के गले में तेज दर्द हो रहा था जैसे वह इस दर्द के घूंट को पीने की कोशिश कर रहा हो पर उस से पिया नहीं जा रहा था यह सिचुएशन कभी ना कभी हमारी लाइफ में भी आती है जब हमारा दर्द सिर्फ गले में अटक कर रह जाता है ना हम उसे बाहर निकाल पाते हैं और ना ही अंदर रख पाते हैं उस सलाइवा को गटकना बहुत पेन फुल होता है वही हाल अभी अबीर का था वह खुल कर रोना चाहता था, किसी के गले लग कर अपना दर्द दिखाना चाहता था कि वह सच में ना दोस्ती खोना चाहता था ना  किसी की मासूमियत और ना ही अपनी बहन को ऐसे ट्रॉमा में देखना चाहता था सब किस्मत का खेल था जो उसके साथ हो चुका था अब वह क्या करें उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था उसके हाथ पांव कांपने लगे थे वही अन्वी भी अब उम्मीद भरी नजरों से अबीर को देख रही थी कि अब वह क्या करने वाला है क्या वह समर्थ को छोड़ देगा उसे माफी मांगेगा या अभी उसे लगता है कि यह सब कुछ समर्थ और चारों की वजह से हुआ है  उन तीनों के बीच एक अजीब सी शांति पथरी थी जिसे किसी की आवाज में तोड़ा जो की रिशान था परेशान दरवाजे पर खड़ा होकर अबीर को आवाज ही लग रहा था भाई पर आगे के शब्द उसके गले में ही अटक गए जब उसने अन्वी को  देखा वो भी एकदम ठीक अनु. अनु दी आप ठीक हो रिशान ने थोड़ा अटकते हुए कहा अन्वी ने मुड़कर ईशान को देखा और फिर तेज कदमों से चल कर उसके पास गई और गले लगाते हुए बोली हां रिशु मैं ठीक हूं और बाकी सब कैसे हैं रीशान की आंखों में तुरंत पानी आ गया उसने अनु को अपनी बाहों में कसते हुए कहा दी आपको क्या हो गया था आपको पता है मुझे कितना डर लग रहा था अबीर भाई भी बहुत ज्यादा गुस्सा करने लगे थे और मम्मा वह तो और भी ज्यादा रोती थी रोज-रोज रोती है रिशान किसी छोटे बच्चों की तरह अनु के गले लगा कर उसे शिकायतें कर रहा था और अनु, अपनी आंखें मिचे उसकी पीठ को सहलाते हुए उसे चुप करने की कोशिश कर रही थी अब मैं ठीक हो गई हूं ना रिशु मैं सब संभाल लूंगी तुम चलो मम्मा कहां है हम मम्मा से मिल कर आते हैं रीशांन तुरंत अनु से दूर हुआ और दोनों हाथों से अपने गालों पर आए आंसू पूछते हुए अनु का हाथ पकड़ा और फिर एक बड़ी सी स्माइल लिए बोला हां मम्मा अपने रूम मै सो रही है  चलो आप उन्हें ये खुश खबरी देते हैं वो अबीर  को देखने आया था क्योंकि जब वह घर में इंटर हुआ थे वह काफी नशे की हालत में लग रहा था और ऐसे में वह डिनर नहीं करके आया था, इसलिए निशान को चिंता हो रही थी , वह घर का छोटा बेटा होते हुए भी सबका ख्याल रखने की कोशिश कर रहा था क्योंकि उसे पता था कि अभी की सिचुएशन क्या है। पर अब अन्वी को अपने सामने देख कर वह तो सब कुछ भूल चुका था यहां तक की रूम में खड़ी चारु पर भी उसने ध्यान नहीं दिया उन दोनों के जाने के बाद रूम में बस अब चारु और अबीर ही रह गए थे अबीर में हिम्मत नहीं थी कि वह चारू से नजरे मिलाई वही चारु अबीर के करीब आकर अपने दोनों हाथ जोड़ते हुए बोली प्लीज आप मेरी बात मानेंगे ना मेरे भाई को छोड़ दीजिए वह बहुत दर्द में होंगे यह बोलते वक्त चारु की जो  दयनीय हालत थी वह शब्दों में बयां नहीं की जा सकती उसके होंठ कांप पर रहे थे, यहां तक की हाथ भी कांप रहे थे उसकी बॉडी इतनी ज्यादा सेंसिटिव थी कि थोड़ा सा रोने से ही पूरा चेहरा लाल पड़ चुका था वही अबीर की मुट्ठीया कर चुकी थी आज उसके सामने एक मासूम लड़की अपने भाई की जान की भीख मांग रही थी और वह भी उस भाई की जो उसका दोस्त है उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि  ऐसा कोई डिसीजन लेना पड़ेगा उसने दर्द का सलाइवा गटकते हुऐ धीरे से कहा हां तुम चिंता मत करो वह सही सलामत है और अब उसे कोई टॉर्चर नहीं करेगा यह चुनिंदा शब्द भी अबीर बहुत मुश्किल से बोल पाया था उसे खुद पर इतना गुस्सा आ रहा था कि उसका मन कर रहा था वह अपना ही गला घोट ले ताकि उसे इस दर्द से मुक्ति मिल जाए वही अबीर की बात सुन कर चारु का मासूम सा चेहरा खिल उठा और उसके होठों पर एक हल्के से मुस्कुराहट आ गई और वह अमीर का हाथ अपने छोटे-छोटे हाथों में पढ़ते हुए बोली आप आप सच बोल रहे हो आप उन्हें छोड़ दोगे मुझे भी एक बार उनसे मिलना है आप मिलवाओगे ना मुझे उनसे चारु अबीर की बाजू पड़कर हिलाते हुए यह सब बोल रही थी अबीर ने आंखें उठाकर चर्बी के चेहरे को दिखा जिसमें आंसू मुस्कान इमोशन सब कुछ एक साथ था आगे जानने के लिए पढ़ते रहीए " her kidnapper husband""

  • 14. Her kidnapper hubby - Chapter 14

    Words: 725

    Estimated Reading Time: 5 min

    अबीर चारु से अपनी बाजू छुड़ाते हुए बोला हां मैं सुबह तो मैं उसे मिलवाऊंगा अभी तुम रेस्ट करो रात बहुत हो गई है तुम इसी रुम में रेस्ट करो मैं बाहर चला जाता हूं इतना बोल कर अबीर बिना चारो का कोई जवाब सुन तेज कदमों से रूम से बाहर चला गया और चारु बेड पर बैठते हुए समर्थ के बारे में सोचने लगी उसकी आंखों से आंसू झार झार के बह रहे थे आई एम रियली रियली सॉरी भाई आपकी इस बेवकूफ बहन की वजह से आपको इतना दर्द झेलना पड़ रहा है नहीं अबीर रूम से निकलते ही तुरंत घर से भी बाहर निकल गया था और तेजी से चलते हुए एक झटके से अपनी कर का डोर ओपन करता है और फिर कर में बैठते हुए अपनी आंखों की नमी पहुंचता है शायद ही कभी आमिर अपनी जिंदगी में आज से पहले रोया होगा पर आज दिल का दर्द इतना था कि यह आंसू रोक नहीं रुके थे अबीर स्पीड से कर को दौड़ते हुए घर के बाउंड्री एरिया से बाहर निकलता है और कुछ ही पलों में उसकी गाड़ी हवा की रफ्तार से उसके फार्महाउस की तरफ बढ़ रही थी जहां उसने समर्थ को रखा था साथ ही साथ उसका दिल घबरा रहा था वह किस मुंह से समर्थ को देखेगी और उससे क्या रहेगा कि वह बेगुनाह था और उसने एक मिसअंडरस्टैंडिंग की वजह से उसे इतना ज्यादा टॉर्चर किया उसकी मासूम सी बहन से जबरदस्ती शादी कर ली अबीर जितना इन सब के बारे में सोच रहा था उतना ही उसका दिल कचोट रहा था कुछ ही पलों बाद अबीर की कर फार्म हाउस के बाहर थी और फिर वह एक झटका के साथ कर का डोर ओपन करता है और फिर लंबे कदम रखते हुए फार्महाउस के अंदर चला जाता है और कुछ ही देर बाद वह बेसमेंट में था उसके हाथ काम रहे थे बेसमेंट का दरवाजा ओपन करते हुए जहां से समर्थ के कहराने की आवाजें आ रही थी अबीर कापते हाथों से दरवाजा ओपन करता है और दरवाजा ओपन होने की आवाज आते ही समर्थ अपनी भजन पलकों को उठाकर दरवाजे की तरफ देखा है और अबीर के चेहरे को देखते ही उसके चेहरे पर बेतहाशा गुस्सा झलकने लगता है तुम तुम वापस आ गए तुमने क्या किया मेरी चारों के साथ मैं तुम्हें जिंदा नहीं छोडूंगा एक बार मेरे हाथ खोल दो बस समर्थ ने जद पीसते हुए कहा फिर अचानक ही उसकी गुस्से भरी आवाज शुरुआत ही हो गई और उसने इस बार गिड़गिड़ाती हुई आवाज में कहा क्या बिगाड़ा है उस मासूम ने तुम्हारा तुम्हें उसकी हालत देखकर समझ नहीं आता वह बीमार है कैसे पत्थर दिल इंसान बन चुके हो तुम अबीर अगर मेरी बहन को कुछ भी हुआ ना सच बता रहा हूं चाहे मुझे तुम्हारा मर्डर के केस में जेल ही क्यों न जाना पड़े पर मैं तुम्हें जिंदा किसी हाल में नहींछोडूंगा समर्थ ने झट पटा ते  हुए कहा अबीर बिना एक भी शब्द बोले तेज कदमों से समर्थ के पास जाता है और फिर धम्म से घुटनों के बल गिरते हुए उसके हाथ खोलने लग जाता है समर्थ कंफ्यूज होकर उसे देखता है , कि आखिर इतना जल्दी अबीर ने उसकी बातें सुन ली उसका कहा मान लिया पर शायद अबीर के इमोशन लिस्ट चेहरे से वह देख नहीं पा रहा था कि अबीर किस कदर टूटा हुआ है और जैसे ही उसके हाथ री होते हैं वह तुरंत अबीर की कॉलर पढ़ते हुए जबड़े कसकरबोलता है बता कहां है मेरी चारु तूने उसे   तूने उसे कुछ कर तो नहीं दिया है बोल समर्थ का दिल बहुत डर रहा था क्योंकि अबीर ने उसे आजाद किया है कहीं उसकी चारु को तो कुछ नहीं। हो गया अबीर की नज़रें झुकी हुई थी और उसने धीमी आवाज में कहा कुछ नहीं हुआ तुम्हारी चारु को वह बिल्कुल सही सलामत है और अगले ही पल उसे अपने गाल पर एक तेज दर्द का एहसास होता है क्योंकि समर्थ ने कस कर एक मुक्का उसके गाल पर जड़ दिया था और फिर वह बेहद तड़पतेहुए बोला कमीनें मैं तुझे जिंदा नहीं छोडूंगा सिर्फ तेरी वजह से मेरी मासूम बहन की मासूमियत छीन चुकी है तूने उसकी जिंदगी बर्बाद करदी बहुत कहता फिरता था मैं अपनी बहन से बहुत प्यार करता हूं तुझे दूसरों की बहन के ऊपर बिल्कुल दया नहीं आई क्या पता उसे भी कोई प्यार करता हो

  • 15. Her kidnapper hubby - Chapter 15

    Words: 765

    Estimated Reading Time: 5 min

    समर्थ चिल्लाते हुए अबीर पर मुक्के बरसा रहा था। अबीर के नाक और माथे से खून बहने लगा था पर अब तक उसने एक उफ्फ तक नहीं की थी समर्थ उसे जब मार मार के थक गया तो एक दम उसके सीने पर सर रखते हुए जोर से चिल्ला उठा। उसकी चीख सुन कर किसी का भी दिल बैठ जाए वो चीख कुछ पल उस कमरे में गूंजती रही समर्थ ने अबीर की कॉलर पकड़ी और उसकी आंखो में आंखे डाल कर दांत किट किटा ते बोला " कहा है मेरी बहन। क्या किया है तूने उसके साथ। बोल मेरी चारु कहा है!" अबीर की आंखो से एक बूंद आंसु निकल कर समर्थ के हाथ पर गिर गया जिससे समर्थ के चेहरे पर एक व्यंग्य भरी मुस्कान तैर गई " किसे दिखा रहा है ये मगरमच्छ वाले आंसु, इकलौता दोस्त था मेरा कितना बेसब्र था तुझ से मिलने को पर सोचा नहीं था, ये मुलाकात इतनी याद गया गार बन जाएगी जिसे मै मरते दम तक नहीं भूला पाऊंगा। अबीर ने लाल आंखो से समर्थ को देखा और फिर फीकी सी हंसी हंस ते हुए बोला " बस के निकल गया गुस्सा इतना मार कर ही" भले ही अबीर को ये बोलने मै तकलीफ हो रही थी क्योंकि उसका गाल सूज गया था पर फिर भी उसकी आवाज मै डर की बजाय सिर्फ गहराई थी समर्थ ने उसकी आंखों में इस तरह देखते हुए कहा नहीं पर मैं तेरे जितना बे दिल इंसान नहीं हूं और अपने ही दोस्त को मार कर में मेरे को कैसा फील हो रहा है यह मैं तुझे कभी नहीं समझा पाऊंगा और ना ही तू कभी समझ पाएगा क्योंकि ऐसा तो लोग दुश्मन के साथ भी नहीं करते हैं जैसा तुमने मेरे साथ किया है मेरी चारों के साथ कियाहै चारु का जिक्र होते ही अबीर के चेहरे पर बेइंतहा दर्द झलक रहा था वही समर्थ ने भी जैसे ही यह याद किया उसने तुरंत कहा तो उसके बारे में कुछ बोल क्यों नहीं रहा है कहां है वह मुझे मिलना है उसे वह बहुत ज्यादा मासूम है उसे किसी चीज का नॉलेज नहीं है और अभी तो वह इतनी बीमार है वह किसी से बात भी नहीं करतीहै कबीर ने धीमी आवाज में कहा नहीं अब वह ठीक हो गई है वह सब से बात करतीहै समर्थ के चेहरे पर हैरानी आ गई और उसने बेसब्र होते हुए कहा क्या सच में सच में मेरी चारों ठीक हो गई है वह बात कर रही है क्योंकि कल जब वह आई थी तो वह ठीक नहीं थी अबीर ने कहा नहीं अब वह ठीक है और मैं तुझे इस हालत में उसे नहीं मिलता सकता इसलिए आज तेरा ट्रीटमेंट होगा कल तो उससे मिल लेना और तुझे जो भी मुझसे पूछना है जो मुझे सजा देनी है सब दे देना यह सुनकर समर्थ बहुत ज्यादा हैरान था पर फिलहाल उसके दिल में एक उम्मीद थी कि वह अपनी चारु से मिल सकता है next morning समर्थ का ऑलमोस्ट ट्रीटमेंट हो चुका था कहीं-कहीं उसके पत्तियां बनती थी तो कहीं बैंडेज वही अबीर की हालत भी खराब थी तो उसके चेहरे पर भी बैंडेज लगी थी और वह दोनों एक कर में थे समर्थ और अबीर के बीच कोई बात नहीं हो रही थी कार में अजीब सी शांति पसरी थी दोनों के दिल की धड़कनें बड़ी हुई थी जो उसे शांति में शोर करती हुई सुनाई दे रही थी समर्थ के दिल में हलचल थी अपनी बहन को ठीक देखने की तो वही अबीर के दिल में हलचल थी उसे इंसान को देखने के लिए जो बेगुनाह था और उसने उसे सजा दे दी वह भी बिना पूरा सच जाने पर अब अबीर के दिमाग में बहुत कुछ चल रहा था समर्थ थोड़ा ज्यादा इमोशनल था तो वह यह सोच नहीं पा रहा था पर अबीर को सब कुछ समझ आ रहा था यह जानबूझकर किसी ने किया है किसी ने जान बूझकर वह इनफॉरमेशन गलत तरीके से अबीर तक पहुंचाई है और उसका पता अबीर बहुत जल्दी निकल भी लेगा अबीर की car उसके घर के सामने जाकर रुकती है अमीर और समर्थ तेज कदम भरते हुए घर के अंदर इंटर करते हैं समर्थ पहले भी बहुत बार एबीर के घर आ चुका है इसलिए उसे सब पता है अभी कहां रहता है कैसे इस घर के रूल्स हैं कि अबीर के कमरे में सिर्फ अबीर ही जाता है और उसके अलावा अनु तीसरा इंसान सिर्फ समर्थ है जो उसके रूम में एक रात रह चुका है वरना तो वह अपने रूम में किसी को रहने भी नहीं देता है अबीर को अपनी प्राइवेसी बहुत ज्यादा पसंद है

  • 16. Her kidnapper hubby - Chapter 16

    Words: 832

    Estimated Reading Time: 5 min

    समर्थ और अबीर जैसे ही घर के अंदर इंटर करते हैं हाल में अनु और निशान दोनों उसे दिख जाते हैं समर्थ अन्वी को वहां देखकर हैरान हो चुका था क्योंकि वह अब तक अन्वी से इस घर में नहीं मिला था समर्थ को तुरंत उसे दिन की याद आ जाती है वह कल दिन वह कैसे भूल सकता है अपनी लाइफ का उसके कदम वहीं रुक गए उसने तिरछी नजरों से अबीर को देखा जो इमोशनलेस होकर आगे बढ़ रहा था वहीं चारों अब तक सो रही थी क्योंकि सुबह के 6 ही बजे थे रात को बहुत रोने की वजह से उसका सर दर्द कर रहा था जिस वजह से वह बहुत लेट तक नहीं सो पाई थी रिशान ने समर्थ को वहां देखकर एक्साइटमेंट में कहा समर्थ भाई आप यहां और फिर उनके चेहरे पर लगी चोटों को देखकर बोला क्या आप दोनों दंगल लड़के आए हैं जो इतनी चोटे खा रखी है समर्थ ने गहरी सांस छोड़ते हुए कहा ऐसा ही समझ ले हम दंगल ही लड़के आए हैं हमारी जिंदगी का सबसे बड़ा दंगल इतने में इनाया जल्दबाजी में आए निशान भाई आप मुझे कॉलेज छोड़ देंगे। बहुत लेट हो गई है परेशान ने कहा हां क्यों नहीं चल वह दोनों घर से बाहर निकल गए अनु ने सर झुकाते हुए कहा जानू अब तक सो रही है अबीर ने लिफ्ट की तरफ बढ़ते हुए कहा चल तुझे तेरी बहन से मिला देता हूं समर्थ और अबीर दोनों लिफ्ट के जरिए अबीर के रुम तक पहुंच जाते हैं। अबीर अंदर आते ही एक नजर आराम से सोई चारु को देखता है जो बिल्कुल किसी परी की तरह लग रही थी खिड़की से आती हवा से उसके बाल लहरा रहे थे वो सोते वक्त बहुत ज्यादा मासूम लग रही थी समर्थ भी अबीर के पीछे तुरन्त ही रूम में आ जाता है ओर सामने चारु को देख कर उसकी आंखे भर आती हैं। वह तुरंत आगे बढ़कर चारों के पास बैठ जाता है और उसका सर सहलाते हुए बोलता है बेटा । क्या तुम ठीक हो। उसकी आंखों के आंसू अब भी झरने की तरह बह रहे थे जिन्हें वह बीच-बीच में पहुंच रहा था चारु का सर सहलाते हुए । अभी साइड में सर झुकाए खड़ा था वह समर्थ के दर्द को बखूबी समझ सकता था जिस तरह समर्थ रो कर अपनी बहन से अपना दर्द बयां कर रहा था अबीर का दिल कचोट रहा था अपने आप को गालियां दे रहा था वही दूसरी तरफ new york " यार कैसे समर्थ का इलाज करवा सकता है अबीर?" " कही उसे सच पता तो नहीं चल गया?" " अगर ऐसा हुआ ना मोहित तो हम किसी भी हाल में अबीर के हाथों नहीं बच पायेंगे" सुजॉय ने अपने कॉलेज बेस्ट फ्रेंड मोहित से कहा सुजॉय काफी डरा हुआ लग रहा था क्योंकि उन दोनों ने ही अबीर तक बहुत सारी गलत इनफार्मेशन भिजवाई थी जिसके जरिए अबीर को शक हुआ था कि सच में समर्थ ने ही अनवी के साथ जबरदस्ती की है मोहित ने गुस्से से कहा " अब इतनी आगे आकर हम हार नहीं मान सकते सुजॉय, उसने जो हमारे साथ किया था उसके आगे तो ये कुछ भी नहीं " ओर 4तुम उसके दोस्त हो या मेरे जो उसकी वाह वाई कर रहे हो अकल के अंधे इसे वाह करना नहीं बल्कि डरना कहते हैं सुजॉय ने डरते हुए कहा क्योंकि वो बहुत बार समर्थ ओर अबीर से पीट चुका है एक बार ओर पीटने का उसका बिलकुल इरादा नहीं था इस बार तो पता नहीं उसे अबीर और समर्थ दोनों का कोनसा विक्राल रूप देखने को मिल जाए क्योंकि टारगेट पर उन दोनों की ही प्यारी बहनों की जिंदगी जो थी जो उन्हें अपनी जान से भी ज्यादा प्यारी है india आर्य मेंशन समर्थ के आंसु जैसे ही चारु के गाल पर पड़े उसकी आंखे झट से खुल गई क्योंकि उसके दिल में एक अजीब सा खौफ जो बैठ गया था अबीर का वही उसे डरते देख कर समर्थ ने उसके सर को प्यार से सहलाते हुए कहा " डरो मत बेटा ये मै हु तेरा भाई" अबीर ने अपनी आंखे कस कर भींच ली क्योंकि जरूर चारु उसी की वजह से डर रही है उसे पता था चारु ने जैसे ही समर्थ की बात सुनी वो तुरंत हैरानी से बोली " भाई" आप.. आ आप ठीक हो भाई इतना बोलते हुए ही वो सिसक पड़ी और झट से उठ कर बैठते हुए समर्थ से लिपट गई समर्थ ने भी आंखे कस कर भींचते हुए उसे tight हग कर लिया दोनों भाई बहन एक दूसरे के गले लग कर रो रहे थे वही अबीर के फोन पर एक नोटिफिकेशन आया जिसे देख कर अबीर की आंखे गुस्से से लाल हो गई और उसने तुरंत एक मैसेज टाइप करके सामने वाले को भेज दिया और अपने मन में कहा मोहित वाजपेई और सुजॉय खन्ना दोनों अपनी उल्टी गिनती शुरू कर दो because game is starting now you are giving just starting i am giving all taught fight and bombastic ending just wait and watch

  • 17. Her kidnapper hubby - Chapter 17

    Words: 589

    Estimated Reading Time: 4 min

    अबीर उन दोनो भाई बहन को वही छोड़ते हुए तेज कदमों से घर से बाहर चला गया अबीर फुल स्पीड में एक कर ड्राइव कर रहा था और उसके कान पर एक ब्लूटूथ लगा था जिससे सामने वाले ने कहा बस तुझे खन्ना और मोहित वाजपेई दोनों फ्लाइट से करीब 9:00 बजे इंडिया पहुंच जाएंगे अबीर ने एक तिरछी smile करते हुए कहा गीदड़ की जब मौत आती है ना तो वह अपने दुश्मन की तरफ़ ही तेजी से आता है उन्हें भी यमराज का बुलावा आ चुका है इसीलिए तो वह खुद चलकर शेर की गुफा में आ रहे हैं आने दो मैं भी बेसब्री से उनका इंतजार ही कर रहा हूं आर्य मेंशन समर्थ ने चारों को खुद से अलग करते हुए उसके चेहरे को अपने हाथों में भर कर पूछा क्या उस  कमिने ने कुछ किया तुम्हारे साथ चारु ने नामी गार्डन हिलाते हुए कहा नहीं भाई उन्होंने मेरे साथ कुछ नहीं किया पर शायद मैं बहुत कुछ कर दिया है और मैं चाहती हूं मुझे इस गलती की सजा मिले मेरी वजह से अनु की पूरी लाइफ बर्बाद हो चुकी है समर्थ ने हैरानी से पूछा क्या उसे दिन उसके साथ कुछ हुआ था चारु ने रोते हुए हमें सर हिला कर कहा हां भाई और उसे हादसे के बाद से अनु ट्रॉमा में थी मुझे देखने के बाद वह होश में आई है वरना वह किसी से बात तक नहीं कर रही थी इतना बोलते बोलते चारु फिर से रोने लगी थी समर्थ ने उसे चुप करवाते हुए उसका सर सहलाया और प्यार से कहा इसमें तेरी कोई गलती नहीं है बेटा घूमने वह गई थी ना ताकि तुमने उसे वहां भेजा था तुम तो उसकी हेल्प करने जा रही थी उल्टा तुम्हारे साथ खा म खा वो सब हो गया यह सब बोलते हुए समर्थ को वह दिन याद आ रहा था जिस से उस के चेहरे पर दर्द साफ-साफ दिखाई दे रहा था चारों ने रोते हुए ना में गर्दन हिला कर कहा नहीं भाई वह घूमने नहीं गई थी मैंने ही उसे वहां भेजा था यह सुनकर समर्थ के माथे पर बल पड़ गए उसने कंफ्यूज होते हुए कहा क्या बोल रही हो तुम होश में तो हो तुम क्यों भेजोगे उसे उसे जंगल में चारु ने उभकियां भरते हुए कहा क्योंकि...  क्योंकि वह आपसे बहुत प्यार करती है और वह चाहती थी कि आप उसे बचाने जंगल में जाओ और वह आपको प्रपोज कर सके उसने नकली गुंडे बुलवाए थे पता नहीं वह सच्ची के गुंडे वहां कैसे आ गए और वह सब कुछ हो गया और और यह बकवास प्लान मेरा ही था सब मेरी वजह से हुआ है सब मैं बहुत बुरी हूं मैं किसी के लिए अच्छी नहीं हूं मेरी वजह से उसके भाई ने आपको इतना पीटा है आपको इतना दर्द दिया है अब सब किए की सजा मुझे मिलनी चाहिए तो आप अब अबीर और मेरे बीच नहीं आयेंगे उन्हें मुझे जो सजा देनी होगी मुझे मंजूर है ओर फिर चारू ने एक फीकी सी मुस्कान के साथ कहा ओर वैसे भी अब वो मेरे पति हैं ये सुन कर समर्थ जिसे अनु के लिए बुरा लग रहा था और साथ मै हैरानी हो रही थी कि वो लड़की उससे प्यार करती है वो फिर से अबीर के बारे में सोच कार गुस्सा हो गया कितना घटिया इंसान है अबीर उसकी बीमार बहन से जबरदस्ती शादी कर ली उसे बिल्कुल दया नहीं आई उसके ऊपर To be continued thank you so much for reading this novel Follow meeeeeeee.. 💋 💋 💋 💋 💋 💋 💋💋

  • 18. Her kidnapper hubby - Chapter 18

    Words: 750

    Estimated Reading Time: 5 min

    9 बजे मोहित और सुजॉय चेहरे पर एक मास्क लगाए फ्लाइट से उतरते हैं उन दोनों के हाथ में एक-एक सूटकेस था और वह तेज कदम बढ़ाते हुए बाहर की तरफ बढ़ जाते हैं जहां उनके लिए पहले से एक गाड़ी खड़ी थी दोनों ही उसे गाड़ी में बैठ जाते हैं मोहित तुरंत अपना मांस को उतारते हुए गाड़ी की सीट पर अपना सर टेक कर गहरी सांस लेते हुए बोलता है चलो पहुंचे तो गए हम अपने शिकार के पास अब बस एक अच्छे से मौके की तलाश करना है और उसका काम खत्म इतना सोचते सोचते उसके चेहरे पर एक तिरछी मुस्कान बिखेर गई वही सुजॉय की हालत डर से खराब थी उसने डरते हुए कहा और अगर यह गेम हम पर ही उल्टा पड़ गया तो कुछ बचने का प्लान है तुम्हारे पास मोहित उसे इस तरह से डरते हुए देख कर गुस्से में बोलता है इतना ही डरपोक है तो मेरे से हाथ मिलना जरूरी था उसे टाइम तो बड़ी तड़प मच रही थी अबीर और समर्थ को नीचा दिखाने की उन्हें लड़ाने की भूल गया कॉलेज में उन दोनों ने हमें कितना पीटा था हमारी कितनी बेज्जती की थी और जब भगवान हमें मौका दे रहा है उनके साथ यह करने का तो तू डर रहा है सुजॉय ने खुद को शांत करने के लिए एक गहरी सांस छोड़ी और कहा ठीक है अगर तू बोलता है तो मैं मान लेता हूं पर उनका खौफ मेरे दिल से कभी नहीं जा सकता वहीं अब आईआर अपने फार्म हाउस पर था वह सोफे पर किसी राजा की तरह बैठा था और उसके कान में अभी भी ब्लूटूथ लगा था जिसमें से किसी ने कहा बस वह आपकी गाड़ी में बैठ चुके हैं बस कुछ ही देर में आपके सामने होंगे अबीर ने अजीब तरीके से विशल बचाते हुए कहा आई एम डेसपरेटली वेटिंग फॉर them कुछ ही देर बाद मोहित और सुजॉय को एहसास हुआ की गाड़ी वहां नहीं जा रही है जहां वह ले जाना चाहते हैं उन्होंने एक होटल रूम बुक किया था उनकी गाड़ी उसे तरफ जानी चाहिए थी पर यह गलत डायरेक्शन में जा रहीहै मोहित ने कहा अब कल के अंधे किधर लेकर जा रहा है ड्राइवर ने शांति से कहा उधर कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है इसलिए इधर से लेकरजा रहा हूं यह सुनकर मोहित ने फिर से आंखें बंद करते हुए अपना सर पीछे सीट पर टिका दिया पर सुजॉय डर के मारे कंपनी लगा था उसके माथे पर पसीने की बूंदे आ चुके थे उसने डरते हुए कहा जरूर यह उन दोनों का आदमी होगा और यह हमें उसी के पास लेकर जा रहा है मेरी सिक्स सेंस बोल रही है कि यही हो रहा है मोहित ने इरिटेट होते हुए कहा एक तो तू डरता बहुत है हर बात में तुझे वह दोनों ही क्यों नजर आते हैं वह अभी तो रोड हो रहे होंगे उनका दुखी नहीं खत्म हो रहा और वैसे भी उनको कौन खबर देने वाला है कि यह सब हमने क्या है और चलो यह भी पता चल जाए कि यह सब हमने किया है तो उन्हें एड्रेस कौन देने वाला है कि हम कहां रह रहे हैं हम कब आ रहे हैं सो जस्ट चिल सुजॉय ने डरते हुए सीट में लगी पानी की बोतल निकाली और एक ही सांस में पानी पीने लगा ताकि उसके दिल को तसल्ली मिल जाए कुछ ही देर बाद वह गाड़ी एक झटके से अमीर के फार्म हाउस के सामने जाकररुक गई मोहित ने एक उबासी लेते हुए कहा पहुंच गएक्या हम ड्राइवर अपनी सीट से उतरते हुए बोला जी सर आप बिल्कुल सही जगह पर पहुंचे हैं आपकी  आखिरी डेस्टिनेशन यही है उसके ऐसे शब्द सुनकर सुजॉय ने डरते हुए चारों तरफ देखा और फिर थरथराती आवाज मेंबोला " दे देखा मैने कहा था ना" मोहित ने भी कंफ्यूज होते हुए चारों तरफ देखा और सामने आमिर का फार्म हाउस देख कर उसके पैरों तले से एक पल के लिए जमीन खिसक गई थी अगले ही पल उसने अपनी पैंट की जेब में टंगी बंदूक निकाल और उसे ड्राइवर की तरफ पॉइंट कर दी पर अब तक शायद देर हो चुकी थी उसे गाड़ी के चारों तरफ अबीर के बॉडीगार्ड खड़े थे जिनके हाथ में बड़ी-बड़ी राइफल थी जिन्हें देख कर ही सुजॉय की टांगे तक कांपने लगी थी वह मन ही मन हनुमान चालीसा का जाप कर रहा था क्या पता हनुमान जी आकर ही उसे बचा ले अबीर नाम के शैतान से पर शायद आज हनुमान जी भी उसे नहीं बचा पाएंगे

  • 19. Her kidnapper hubby - Chapter 19

    Words: 875

    Estimated Reading Time: 6 min

    अबीर के बॉडी गार्ड ने तुरंत ही उन दोनो को दबोच लिया था और उन्हें लगभग घसीटते हुए अब अबीर के पास लेकर जा रहे थे कबीर के हाथ में एक अजीब सा खंजर था जिसे वह अपने हाथ में घूम रहा था और एक डरावनी विशल बज रहा था मोहित और सुजॉय दोनों झटपटा  रहे थे ताकि वह खुद को छुड़ा पे पर वह बॉडीगार्ड इतनी ज्यादा पावरफुल थे मोहित और सुजॉय उनके हाथों की पकड़ को छुड़ाने में कामयाब नहीं हो रहे थे और अगले ही पल वह दोनों अबीर के कदमों में गिरे थे मोहित ने हिम्मत दीखाते हुए तुरंत अभी के हाथ को पकड़ना चाहा जिसके अगले ही पल उसके चारों उंगलियां उसके हाथ से अलग हो चुकी थी क्योंकि अबीर ने वह खंजर उसके हाथ पैर मार दिया था और मोहित की एक दिल दहला देने वाली चीख पूरे फार्म हाउस में गूंज गई और सुजॉय ने जब यह दर्दनाक मंजर अपनी आंखों के सामने देखा उसके पेट तुरंत गीली हो गई और वह दोनों हाथ जोड़ते हुए बोला यह सब इसका प्लान था आई एम रियली सॉरी मैंने कुछ नहीं किया है प्लीज मेरे साथ ऐसा मत करना मुझे छोड़ दो मैं बेकसूर हूं अभी ने उसे खंजर पर लगे मोहित के खून को अपनी उंगली से झटकते हुए कहा हां हां सुजॉय बाबू तुम तो बहुत ज्यादा बेकसूर हो तुम्हें मैं कैसे कुछ कर सकता हूं और वैसे भी अबीर आर्य बेकसूरों को सजा नहीं देता है यह सुनकर सुजॉय ने मुस्कुराने की कोशिश की पर उसका डर इतना ज्यादा था कि उस से ढंग से स्माइल भी नहीं की जा रही थी और जिसका कारण उसके सामने बैठा हैवान था जिसके लिए रहम नाम का शब्द तो एक्जिस्ट ही नहीं करता है अबीर अगले ही पल उपर की तरफ देखते ही जोरो से हंसने लगा ओर उस खंजर को सुजॉय के चेहरे पर दे मारा जिससे उसके चेहरे पर एक बड़ा सा कट लग गया सुजॉय अबीर के इस सडन एक्शन से एकदम हैरान रह गया और कुछ ही पलों बाद उसे जब दर्द का एहसास हुआ उसकी एक जोरदार चीख निकल गई अबीर के चेहरे पर उसके खून के छींटे लगे थे जिससे वह और ज्यादा खौफनाक लग रहा था मन खड़े बॉडीगार्ड भी अब तक डर से कांप रहे थे उनकी हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह सुजॉय और मोहित की हालत देख पाए अबीर ने वह खंजर साइड में फेंका और दोनों हाथों से उन दोनों की कॉलर पकड़ते हुए जबड़े कस के कहा यह तो बस शुरुआत है तुम दोनों को उन दोनों के सामने सजा मिलेगी जिनकी जिंदगी तुम दोनों की वजह से बर्बाद हो चुकी है इतना बोल कर अबीर ने बॉडी गार्ड के तरफ कुछ इशारा किया और फिर वो बॉडी गार्ड्स आगे आए और उन दोनों को उठा कर बेसमेंट की तरफ ले जाने लगे वहां ले जाकर उन्होंने उन दोनो को एक रोड पर हाथ बांधते हुए उल्टा लटका दिया जिससे वो दोनो दर्द और डर के मारे जोर जोर से चीखने लगे पर  अफसोस उनकी चीखे सुनने वाला वहा कोई मौजूद नहीं था आर्य मेंशन अन्वी अबीर के रूम के बाहर बेसब्री से इधर उधर चक्कर लगा रही थी क्योंकि अंदर जाने की हिम्मत तो उसमें बिल्कुल नहीं थी ओर ना ही समर्थ का सामना करने की वो दरवाजे पर कान लगा कर अंदर की बाते सुन ने की कोशिश भी कर रही थी पर वो नाकामयाब ही हो रही थी वो कुछ सुन पाती उससे पहले ही एक झटके में दरवाजा खुला और अन्वी अंदर की तरफ सामने खड़े इंसान के सीने से टकरा गई अन्वी ने डरते हुए सामने देखा तो सामने confuse expressions के साथ समर्थ खड़ा था समर्थ ने आंखे छोटी करते हुए कहा " यहां खड़ी हो कर क्या सुनने की कोशिश कर रही थी तुम" अन्वी ने अपने डर से सूखते होठों पर जीभ फेरते हुए जबरदस्ती मुस्कुराते हुऐ कहा " मै वो बस जानू को देखने आई थी अब.. वो अब कैसी हालत है उसकी " समर्थ ने शक भरे लहजे में कहा Oh really तुम सिर्फ चारु की हेल्थ के बारे में जानने आई हो अन्वी ने नजरे फेरते हुए कहा और नहीं तो क्या मैं तो बस उसे एक बार देखने आई थी उसे किसी चीज की जरूरत तो नहीं है ना अगर है तो मैं ले आऊंगी समर्थ ने एक नजरे पीछे मुड़ कर देखा चारु बेड पर आराम से लेटी थी समर्थ की बाहों में उसे बहुत सुकून मिला था इसलिए उसे फिर से नींद आ चुकी थी समर्थ ने रूम से बाहर कदम रखे जिससे अन्वी अपनी जगह से अपने आप पीछे खिशक गई ओर समर्थ ने मुड़ते हुए बिना किसी आवाज के वो रूम बंद कर दिया ओर अगले हि पल मुड़ते हुए अन्वी का हाथ पकड़ा और उसे उसके रूम की तरफ ले जाने लगा अन्वी का दिल एकदम से धक धक करने लगा क्या अब समर्थ भी उसे सजा देगा जैसे उसका भाई चारु को दे रहा है या फिर उसे ये पसंद नहीं आया कि वो चारु और उसकी बाते सुनने की कोशिश कर रही थी काफी ख्याल एक दम से उसके दिमाग में घूमने लगे To be continued thank you so much for giving your precious time to this novel Jald milte Hain Tab ke liye tata bye bye

  • 20. Her kidnapper hubby - Chapter 20

    Words: 948

    Estimated Reading Time: 6 min

    समर्थ ने शक भरे लहजे में कहा Oh really तुम सिर्फ चारु की हेल्थ के बारे में जानने आई हो अन्वी ने नजरे फेरते हुए कहा और नहीं तो क्या मैं तो बस उसे एक बार देखने आई थी उसे किसी चीज की जरूरत तो नहीं है ना अगर है तो मैं ले आऊंगी समर्थ ने एक नजरे पीछे मुड़ कर देखा चारु बेड पर आराम से लेटी थी समर्थ की बाहों में उसे बहुत सुकून मिला था इसलिए उसे फिर से नींद आ चुकी थी समर्थ ने रूम से बाहर कदम रखे जिससे अन्वी अपनी जगह से अपने आप पीछे खिशक गई ओर समर्थ ने मुड़ते हुए बिना किसी आवाज के वो रूम बंद कर दिया ओर अगले हि पल मुड़ते हुए अन्वी का हाथ पकड़ा और उसे उसके रूम की तरफ ले जाने लगा अन्वी का दिल एकदम से धक धक करने लगा क्या अब समर्थ भी उसे सजा देगा जैसे उसका भाई चारु को दे रहा है या फिर उसे ये पसंद नहीं आया कि वो चारु और उसकी बाते सुनने की कोशिश कर रही थी काफी ख्याल एक दम से उसके दिमाग में घूमने लगे रूम में ले जाते ही समर्थ ने दरवाजा बंद कर दिया और अन्वी की पीठ दरवाजे से लगाते हुए आंखे छोटी कर के बोला " आज पता चली मुझे पूरी सच्चाई" उसकी ऐसी बात सुन कर अन्वी का दिल जोरो से धड़कने लगा पता नहीं समर्थ को क्या सच पता चला है और क्या नहीं ओर अब ना जाने वो उसे क्या सजा देने वाला है उसके होठ डर के मारे फड़ फडा ने लगे थे माथे पर पसीने की बूंदे झलक आई थी समर्थ ने उसकी बाजुओं पर अपनी पकड़ कस ते हुए कहा चारु तो छोटी है ना समझ है पर तुम तुम तो समझदार थी ना फिर उस दिन वो भद्दा मजाक करने की क्या जरूरत थी उसकी तेज कड़कती आवाज सुन कर अन्वी डर के मारे अंदर तक हिल गई वो में बस वो मै आप अन्वी ने बहुत कोशिश की पर उसके मुंह से हड़ बड़ा ने के अलावा कुछ नहीं निकल रहा था समर्थ ने आंखे छोटी करते हुए उसके ओर करीब झुक ते हुए कहा सच मै बहुत प्यार करती हो मुझ से हम्म अन्वी की आंखो में तुरंत पानी की बुंदे झलक आई ओर वो कांपती आवाज़ में बोली हा पर एक तरफा प्यार हमेशा अधूरा रहता है और शायद पहला प्यार भी पहला प्यार बना ही इसलिए है ताकि वो अधूरा रह कर आपको कुछ सीखा सके पर मै मै अब किसी के प्यार के लायक नहीं बची हु ना एक तरफा के ना दो तरफा के I am just a dirty thing to whole world इतना बोलते बोलते अन्वी बुरी तरह बिलख कर रोने लगी उस पर क्या बीत रही है समर्थ अच्छे से समझ पा रहा था क्योंकि उसने अपनी बहन को तो उस दिन उन दरिंदों से बचा लिया था पर अन्वी को नहीं बचा पाया था जिसका उसके दिल में एक गिल्ट भी था समर्थ ने झट से अन्वी को अपने सीने से लगा लिया वही अबीर जो वापस आ चुका था वो बस अन्वी के रुम का दरवाजा नोक करने ही वाला था कि उसे अन्वी की बाते सुनाई पड़ गई और उसके हाथ हवा मै ही एक जगह रुक गए ओर वो समर्थ के रिप्लाई का इंतजार करने लगा उसे जानना था कि समर्थ उसकी बहन के साथ के साथ बिहेव करता है वही समर्थ अब धीरे-धीरे अन्वी का सर सहलाते हुए उसे चुप करवाने की कोशिश कर रहा था shhh चुप हो जाओ तुम कुछ dirty नहीं हुई हो तुम बिल्कुल pure हो डर्टी वो लोग हैं जिन्होंने तुम्हारे साथ वो घटिया काम किया ओर फिर उसे हल्का सा खुद के अलग करते हुए समर्थ के उसका चेहरा अपने हाथो में भर लिया उसके गालों पर आशुओं की धार बह रही थी ओर बुरी तरह हिचकियां आ रही थी समर्थ ने अगले ही पल अपने तपते होठों को उसके गाल पर रख दिया और उसके आंसुओं को अपने होठों से रोकने लगा जिससे अन्वी एक दम से सिहर उठी और उसके हाथ अपने आप समर्थ की शर्ट पर कस गए और आँखें सुकून से बंद हो गई उसके होठों से अभी सिसकियां निकल रही थी समर्थ ने उसके सर से कर जोड़ते हुए कहा प्यार सिर्फ प्यार होता है पागल पहला या आखिरी नहीं क्योंकि जो छूट जाता है वह आपका सच्चा प्यार नहीं अन्वी ने अपनी आंखें खोली और समर्थ की आंखों में देखते हुए बोले आप यह सब मुझे सिंपैथी देने के लिए बोल रहे हैं तो मत बोलिए क्योंकि मेरे दिल में आज भी आपके लिए फिलिंग्स है और आप मेरी केयर करेंगे तो शायद अपनी औकात भूल जाऊं और एक बार फिर आपको पाने के सपने देखने लग़ जाऊंगी और अगर इस बार यह सपने टूटेंगे तो मैं सिर्फ टूटूंगी नहीं बल्कि खत्म हो जाऊंगी और यह सब मेरी फैमिली के लिए अच्छा नहीं है उन्हें मेरी जरूरत है समरथ को अनवी की बातों पर गुस्सा आ रहा था क्योंकि मुझे सब अपने दिल से बोल रहा था उसे सिंपैथी देने के लिए नहीं अन्वी ने फिर से कुछ बोलने के लिए अपना मुंह खोल पर उसकी बात उसके मुंह में ही रह गई क्योंकि समर्थ ने एक फोर्स के साथ अपने होठों को उसके होठों से छोड़ दिया था अनवी की बस घटी कुटी आवाज से अब आ रही थी वह क्या बोल रही थी यह समझ पाना मुश्किल था समर्थ अच्छे से उसके बालों में हाथ डालते हुए उसे और अपने अंदर खींचने की कोशिश कर रहा था और उनकी कि हर बढ़ते पल के साथ और ज्यादा गहरी होती जा रही थी To be continued thank you so much for reading this novel Follow meeeeeeee 🍁