कहते हैं कि प्यार सोच समझ कर करना चाहिए। लेकिन क्या वाकई ऐसा होता है? देश का मशहूर बिजनेस मैन अभिमान शेखावत जो बिल्कुल अपने नाम की तरह है अभिमानी, शातिर। किसी को भी अपने आगे झुकाने की ताकत रखने वाला और जिसका प्यार और भावनाओं से दूर दूर तक कोई नाता नह... कहते हैं कि प्यार सोच समझ कर करना चाहिए। लेकिन क्या वाकई ऐसा होता है? देश का मशहूर बिजनेस मैन अभिमान शेखावत जो बिल्कुल अपने नाम की तरह है अभिमानी, शातिर। किसी को भी अपने आगे झुकाने की ताकत रखने वाला और जिसका प्यार और भावनाओं से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है। वहीं दूसरी तरफ शिमला के पहाड़ो में पली नंदिनी ठाकुर, जो स्वाभिमानी है और अपने माता-पिता की आंखों का तारा है। कैसे मिलेंगे अभिमान और नंदिनी? क्या होगा जब नंदिनी को हराने के लिए अभिमान होगा उसकी जिंदगी में दाखिल? हमेशा दिमाग से काम लेने वाला अभिमान क्या हार जाएगा नंदिनी पे अपना दिल या देगा उसके दिल को गहरी चोट? जानने के लिए पढ़िए,"इश्क़नामा : मोहब्बत से मोहब्बत"
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मुंबई शहर: होटल पैराडाइज (काल्पनिक नाम) आज मुंबई के इस फाइव स्टार होटल में शहर के जाने माने बिजनेस मैन वरुण सिंघानिया ने अपना प्रोजेक्ट पूरा होने की खुशी में पार्टी एक रखी थी। पार्टी में शहर के खास गिने चुने बिजनेस मैन और पॉलिटिकल लीडर शामिल थे। पार्टी में हर कोई शख्स हाई सोसाइटी से ताल्लुक रखता था। लोग आकर वरुण सिंघानिया को मुबारकबाद दे रहे थे। इस प्रोजेक्ट की वजह से सिंघानिया constructions को काफी फायदा हुआ था और उनकी कंपनी शहर की टॉप 10 कंपनीज़ में चुकी थी। जहां लोग इस बात के लिए लोग सिंघनिया साहब को मुबारकबाद दे रहे थे। वहीं सिंघानिया साहब की नजरों को इंतजार था किसी खास मेहमान। जी हां यह कोई और नहीं बल्कि यह है हमारे हीरो अभिमान शेखावात। आखिरकार उनका इंतजार क्यों न किया जाए क्योंकि अभिमान के वजह से ही वरुण सिंघानिया को इतना बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला था और उनकी कंपनी को बहुत ज्यादा मुनाफा हुआ था। वरुण सिंघानिया की उम्र 55 साल है। उनका कंस्ट्रक्शन का बिजनेस है जो वो खुद और उनकी बेटी निया सिंघानिया संभालते हैं। अभी कुछ समय पहले ही वरुण सिंघानिया के इस बिजनेस में काफी उतार-चढ़ाव चल रहे थे। उनके शेयर नीचे गिर रहे थे। ऐसे में उन्हें जरूरत थी एक बहुत बड़े प्रोजेक्ट की और वह प्रोजेक्ट उन्हे दिया अभिमान शेखावत ने। वरुण सिंघानिया के साथ कोई और भी था जिसकी निगाहे आज अभिमान को ढूंढ रही थी और वह थी निया सिंघानिया। निया 26 साल की खूबसूरत लड़की है। गोरा रंग, खूबसूरती से कटे सुनहरे बाल, और मॉडल जैसा फिगर रखने वाली निया किसी भी लड़के को पहली नजर में अपना दीवाना बना सकती है। निया सिर्फ खूबसूरती में ही नहीं बल्कि दिमाग में भी बहुत आगे है। अपनी मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी करने के बाद निया ने अपने पापा का बिजनेस ज्वाइन कर लिया। बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए वह काफी महत्वकांक्षी और घमंडी लड़की है। मिस्टर सिंघानिया की इकलौती औलाद होने की वजह से यह काफी जिद्दी और गुस्सैल भी है। कॉलेज के टाइम से ही निया के आस पास बहुत से लड़के मंडराते रहते थे, लेकिन उसकी नजरों में सिर्फ वही भाता था जो उसके स्टैंडर्ड्स के हिसाब हो। दूसरों को अपने आगे पीछे घूमने वाली निया आज खुद किसी के लिए दीवानी बन कर घूम रही थी। इस प्रोजेक्ट के दौरान कुछ एक दो बार ही वो अभिमान से मिली थी, लेकिन जितनी बार उससे मिली उसकी पर्सनैलिटी की मुरीद हो गई थी। शहर के एमएलए श्री विशंभर नाथ, वरुण सिंघानिया के पास आकर कहते हैं, "अरे सिंघानिया साहब ! पार्टी तो अपने जोरों शोरों पर चल रही है, अब तो आप अपनी सक्सेस का केक काटकर सेलिब्रेट करें। आखिर किसका इंतज़ार है? वरुण सिंघानिया: विशंभर जी। बस थोड़ी देर और पार्टी के खास मेहमान आते ही होंगे। विशंभर नाथ: अरे ऐसे कौन से खास मेहमान आपके जरा हमें भी तो बताएं। Mr. सिंघानिया : विशंभर बाबू। उन्हें कौन नहीं पहचानता शेखावत इंडस्ट्रीज के मालिक "अभिमान शेखावत"। अभिमान का नाम सुनते ही विशंभर नाथ हैरान रह गए और मिस्टर सिंघानिया से कहने लगे, "सिंघानिया साहब आपने इतनी बड़ी हस्ती को पार्टी में बुलाया और हमें खबर तक नहीं। इस पर मिस्टर सिंघानिया, "विशंभर बाबू आप तो जानते ही हैं शेखावत साहब को मीडिया में आना पसंद नहीं है इसीलिए इस बारे में मेहमानों को बताया नहीं गया और ना ही पार्टी की कवरेज के लिए मीडिया को बुलाया गया है। विशंभर नाथ जी: यह बात तो आपने बिल्कुल सही कही, मिला हूं मैं शेखावत साहब से एक दो बार लेकिन एक बात कभी समझ नहीं आई कि इतने बड़े बिजनेसमैन होने के बाद भी वे मीडिया के सामने आना पसंद क्यों नहीं करते। खैर अगर वह पार्टी में आ रहे हैं तो बेहतर है उनसे मिलकर हम पार्टी फंड के लिए है भी बात कर लेंगें और फिर धूर्तों की तरह दांत निकाल कर हंसे लगे। मिस्टर सिंघानिया भी विशंभर नाथ की आवाज सुनकर के हल्का सा मुस्कुराए। उनके चेहरे से साफ पता चल रहा था कि उन्हें विशंभर नाथ की बात पसंद नहीं आई। वे विशंभर नाथ को execuse कर दूसरी तरफ आ गए। कुछ समय बाद निया, एक golden कलर का फिश कट बैकलेस गाउन पहने, होठों पर गहरे लाल रंग की लिपस्टिक, बालों का मेसी बन बनाए और हाथ में शैम्पेन का गिलास थामे मिस्टर सिंघानिया के पास आकर कहती है : डैड! ये अभिमान अब तक आया क्यों नहीं... इतनी देर क्यों लगा रहा है। इस पर Mr. सिंघानिया निया को डांटते हुए: निया तमीज से बात करो। यह क्या तुम उनका नाम लेकर बात कर रही हो। उन्हे मिस्टर शेखावत बुलाओ। और वो बहुत बिजी इंसान हैं , उन्होंने हमारी पार्टी का इनविटेशन एक्सेप्ट किया हमारे लिए यही काफी है। इस बात पर निया झेंप जाती है। इतने में ही होटल के मेन गेट पर 5 काले रंग की गाड़ियां आकर रुकती हैं। आगे और पीछे की दोनो range rover गाड़ियों से काले रंग के कपड़े पहने और हाथों में gun लिए बॉडीगार्ड बाहर निकलते हैं। वहीं बीच वाली ब्रैंड न्यू मर्सिडीज कार का दायां दरवाजा खोलकर एक नौजवान बाहर निकलता है जिसने फॉर्मल कपड़े पहन रखे थे। वह जल्दी से कार की बाई तरफ का दरवाजा खोलता है। दरवाजा खुलते ही कार में से निकलते पैर निकलते दिखाई देते हैं जिन पर pure लेदर के ब्लैक शूज पहने हुए थे। हैंड स्टिच्ड थ्री पीस बिजनेस सूट और हाथों में महंगी घड़ी पहने अभिमान शेखावत बड़े style से कार में से बाहर निकलता है और अपने कोर्ट का बटन टक करता है। अभिमान के पहुंचते ही सबकी नजरें उस पर ही ठहर जाती हैं और आखिर ऐसा क्यों ना हो अभिमान की पर्सनैलिटी ही कुछ ऐसी है। 29 साल का अभिमान, जिसके चेहरे का नूर नक्श भगवान ने मानो फुर्सत में बनाया हो। 6 फुट हाइट, परफेक्ट 6 पैक एब्स बॉडी, रौबीला चेहरा, गोरा रंग, क्लीन शेव, परफेक्ट जॉलाइन, लंबी नाक, चौड़ा माथा उस पर सलीके से कटे हुए और सेट किए गए काले घने बाल, धनुषाकार भौहें, गहरी काली आंखें जो इस वक्त ब्लैक शेड्स से ठकीं हुईं थीं। अभिमान जैसे ही अपनी आंखों से चश्मा उतारता है तो वहां खड़ी सभी लड़कियां और औरतें मानो उसकी काली गहरी आंखों से सम्मोहित हो जाती है। क्या कुंवारी और क्या शादीशुदा... सभी लड़कियां अभिमान को देखकर आहें भर रही थीं। तो वही निया का तो हाल और भी बुरा था। वो तो बस ललचाई आंखों से अभिमान को देख रही थी। अगर उसके बस में होता तो वह अभी अभिमान पर टूट पड़ती। ******* जारी है....
अभिमान की गाड़ी से निकलते ही मिस्टर सिंघानिया जल्दी से फूलों का एक बड़ा सा बुके लेकर उन्हें ग्रीट करने के लिए आते हैं, जैसे ही वह फूलों का भूखे अभिमान को देते हैं अभिमान उस बुके को पकड़ने की बजाय साथ खड़े अपने पर्सनल असिस्टेंट गौरव की ओर कर देखता है गौरव जल्दी से उस बुके को अपने हाथ में थाम लेता है और पीछे खड़े बॉडीगार्ड को पास कर देता है। अभिमान का यह एटीट्यूड देखकर निया को बहुत बुरा लगता है। वहीं दूसरी तरफ मिस्टर सिंघानिया खुशी-खुशी अभिमान का वेलकम करते हैं। मिस्टर सिंघानिया, "वेलकम मिस्टर शेखावत !थैंक यू वेरी मच आपने हमारे इनविटेशन एक्सेप्ट किया और यहां आकर इस पार्टी की रौनक बढ़ाई।" अभिमान हल्का सा smirk करते हुए पूरे attitude के साथ, "its ok Mr. Singhania. अब आप के लिए इतना तो कर ही सकता हूं आगे कर आप हमारे दादा जी कितने खास आदमी हैं।" इस बात पर मिस्टर सिंघानिया हल्का सा मुस्कुरा देते हैं और अभिमान को लेकर अंदर पार्टी हॉल की तरफ बढ़ जाते हैं। जहां पर हर कोई अभिमान से मिलना चाहता था और अपने बिजनेस या किसी और काम को लेकर उससे बात करना चाहता था। हालांकि अभिमान को यह पार्टी वगैरह ज्यादा पसंद नहीं थी। लेकिन फिर भी बिजनेस के सिलसिले में उसे अक्सर इस तरह के लोगों से मिलना ही पड़ता था। आइए अब जान लेते हैं अभिमान और शेखावत इंडस्ट्रीज के बारे में। ....…..................................................................... शेखावत इंडस्ट्रीज को अभिमान के दादाजी वीरभद्र शेखावत ने 50 साल पहले एक छोटे पैमाने पर शुरू किया था। उन्होंने real estate से अपना बिज़नेस शुरू किया था। लेकिन आज हर फील्ड में शेखावत इंडस्ट्रीज का बिजनेस फैला हुआ है। चाहे फिल्म इंडस्ट्री हो, टेलीकम्युनिकेशन हो या फिर IT industry हो। आज शेखावत इंडस्ट्रीज सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपना बिजनेस फैलाए हुए हैं। अभिमान के दादाजी अब इस बिजनेस से रिटायर हो चुके हैं, और इस पूरे बिजनेस की बागडोर अब अभिमान के कंधों पर ही है। उसने सिर्फ 23 साल की उम्र में ही शेखावत इंडस्ट्रीज को संभालना शुरू कर दिया था। शेखावत इंडस्ट्रीज में आईटी सर्विसेज और आईटी कंपनीज को जोड़ने का काम भी अभिमान ने ही किया था। अभिमान के परिवार में सिर्फ उसके दादाजी ही हैं, जिनकी वह बात मानता है। अभिमान जब सिर्फ 14 साल का था तभी उसके पापा ने आत्महत्या कर ली थी (ऐसा क्यों हुआ यह आगे की कहानी में clear हो जाएगा) उसकी मां ने उसे छोड़कर उस समय के मशहूर बिजनेसमैन ललित डोबरियाल से शादी कर ली थी। अभिमान अपनी मां से बहुत प्यार करता था। उसने अपनी मां को रोकने की बहुत कोशिश की। लेकिन वह उसे रोता छोड़, ललित डोबरियाल से शादी कर चली गई। उसके बाद तो मानो अभिमान इमोशनलेस इंसान बन गया था। उसे अपने दादाजी के अलावा किसी और इंसान से कोई मतलब नहीं था उसका सिर्फ एक ही अर्थ अपने बिजनेस को आगे ले जाना और खूब पैसा बनाना क्योंकि शायद इन्ही पैसों की वजह से उसकी मां उसे छोड़ कर के चली गई थी। इस बिजनेस वर्ल्ड में रहते हुए अभिमान की मुलाकात कई बार उसकी मां और उसके पति ललित डोबरियाल से हुई। लेकिन अभिमान को अब उनसे कोई लेना देना नहीं था वह तो बस उन्हें पर बर्बाद करना चाहता था और काफ़ी हद तक कर भी चुका था। जबसे अभिमानी शेखावत इंडस्ट्रीज का बिजनेस संभाला था तभी से उसने डोबरियाल के बिजनेस को बर्बाद करना शुरू कर दिया था। जो कॉन्ट्रैक्ट डोबरियाल को मिलते थे उन पर अभिमान ने अपना कब्जा जमाना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही जब से उसने IT industry को अपने बिजनेस में जोड़ा था तब से उसने डोबरियाल को काफी पीछे छोड़ दिया था। अपनी मां से खाए हुए धोखे के कारण अभिमान कभी किसी पर जल्दी भरोसा नहीं करता था। खासकर औरतों पर। ऐसा नहीं था कि वह औरतों से दूर रहता है, लड़कियां तो उसके चार्म की वजह से उसके पीछे पड़ी रहती हैं और वह भी अपनी जरूरत के हिसाब से उनके साथ रिलेशन रखता है। इससे ज्यादा वह किसी के साथ भी इमोशनली कभी अटैच नहीं होता। बिजनेस के अलावा अभिमान का शौक है प्रोग्रामिंग करना और सॉफ्टवेयर बनाना। उसे शुरू से ही कंप्यूटर टेक्नोलॉजी में बहुत इंटरेस्ट था। इसीलिए उसने MIT से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की थी। जब भी वह अपने बिजनेस काम से फ्री होता है तो वह या तो किसी गेमिंग सॉफ्टवेयर के ऊपर या किसी सर्विस सॉफ्टवेयर के ऊपर काम करने शुरु कर देता है। कॉलेज के बाद से अपना एक NewGen Technologies (काल्पनिक नाम) नाम से एक स्टार्टअप शुरू किया था। जो gaming software बनाने का काम करते थे। बिज़नेस की बारीकियां सीखने के लिए उसने University of Cambridge से MBA किया। लेकिन बाद में शेखावत इंडस्ट्रीज को संभालते हुए उसने इस स्टार्टअप को भी शेखावत इंडस्ट्रीज में ही मर्ज कर लिया था। कम उम्र में ही अभिमान ने बिजनेस में अपना बहुत ऊंचा नाम कमा लिया था। इसलिए उसे जलने वालों की भी कोई कमी नहीं थी और ना ही दुश्मनों की। लेकिन अभिमान ऐसे लोगों को अपने दिमाग से मात देना जानता है। इसलिए वो हमेशा चार कदम आगे की सोचता है। ..........................…................................................ पार्टी में आए हुए बिजनेसमैन और नेताओं से मिलने के बाद अभिमान बोरिंग महसूस करने लगता है। वह अपने असिस्टेंट गौरव को कुछ इशारा करते हुए हाथ पार्टी हॉल से बाहर आ जाता है। वही कोई एक ऐसा शख्स भी था जिसकी नजर हर पल अभिमान पर ही थी, वह कोई और नहीं बल्कि निया थी।निया जैसे ही अभिमान को पार्टी से निकलती देखती है तो वो भी उसके पिछे हो लेती हैं। निया बाहर आकर देखती है कि अभिमान हाथों में पकड़े व्हिस्की के गिलास से हल्का हल्का सिप लेते हुए गहरे काले आसमान को देख रहा होता है। माया को अभिमान के करीब जाने यह बिल्कुल सही मौका लगता है मैं धीरे से चलकर अभिमान के बगल में खड़ी हो जाती है। अभिमान जिसे काफी समय पहले ही, किसी का अपने पीछे होने का एहसास हो चुका था, जैसे ही अपने बगल में निया को देखता है। तो हल्का सा smirk करते हुए ना मे अपनी गर्दन हिलाता है। निया हाथ में शैम्पेन का गिलास लिए बड़े ही स्टाइल से अभिमान के बगल में खड़ी उसे निहार रही थी। (कैसी होगी अभिमान और निया की मुलाकात जाने के लिए पढ़िए अगला चैप्टर) ******* जारी है...
अभिमान को जब अपने पिछे किसी के होने का एहसास होता है तो अपना एक हाथ कोट के जेब में रखी gun पर रखता है। लेकिन जैसे अपने बगल में निया को देखता है तो हल्का सा smirk करते हुए ना में गर्दन हिलाता है। ........................................................................... भले ही अभिमान इस वक्त अकेला था लेकिन उसकी security हमेशा चौकन्नी रहती है। और अभिमान खुद भी ऐसे हालात से निपटने के लिए तैयार रहता था। इस से पहले भी उस पर कई हमले होते रहे हैं। इसलिए वो मीडिया से भी खासी दूरी रखता था। उसका चेहरा आज तक सिर्फ उसके साथ काम करने वाले खास employees या बिज़नेसमैन ने ही देखा था। वह मैगजीन या न्यूजपेपर के लिए इंटरव्यू तो देता था लेकिन उन्हें खास हिदायत दी जाती थी कि किसी भी आर्टिकल के लिए अभिमान की फोटो नही लगा सकते हैं। शेखवात इंडस्ट्रीस का बिजनेस फिल्मी दुनिया में फैला हुआ है। इसलिए कभी कभी film industry की top actresses के साथ भी अभिमान के affairs की खबरें आती रहती हैं। लेकिन फिर भी publicly कभी भी किसी एक्ट्रेस के साथ उसकी कोई फोटो नहीं थी। इस पार्टी के लिए भी मिस्टर सिंघानिया को हिदायत दी गई थी कि किन लोगों को पार्टी में बुलाना है और मीडिया को पार्टी से दूर रखना है। अक्सर ऐसे इवेंट्स उसके दादा जी या उसके खास सलाहकार शिवशंकर सिंह ही अटेंड करते थे। अगर अगर कभी उसे publicly कहीं शमिल होना पड़ता था तो वो mask hi पहन कर ही जाता था। ........................................................................... निया को एक नजर देख अभिमान दोबारा आसमान की तरफ देखने लगता है। खुद को ignore होता देख निया को खास अच्छा नहीं लगता लेकिन फिर भी वो इस समय गुस्सा करके अपने हाथ में आया मौका नहीं गवाना चाहती थी। अभिमान को कुछ भी ना कहता चुप देख निया को खुद ही बात शुरू करना सही लगा। निया: "वैसे हैरानी की बात है मिस्टर शेखावत आप इतने मशहूर बिजनेसमैन होने के बावजूद भी लोगों से कतराते फिरते हैं" निया की इस बात पर अभिमान उसे कुछ ना समझ आने वाला लुक देता है। जिसे देख निया भी अपनी बात clear करती है, "मेरा मतलब है कि आप इतनी बड़ी बिजनेस पार्टी छोड़कर यहां बाहर खाली आसमान में तारे गिन रहे हैं। Hahaha यह बात समझ नहीं आई" निया की इस बात पर अभिमान असमान की तरफ देखते हुए पूरे attitude में निया को जवाब देता है,"अंदर जितने भी लोग हैं उन्हें मेरी जरूरत हो सकती है लेकिन मुझे अपने काम के लिए उनमें से किसी की भी जरूरत नहीं है। और मैं ऐसे लोगों के लिए अपना वक्त जाया नहीं करता"। (फिर निया की आंखों में देखते हुए) "रही बात तारे गिनने की तो कभी कभी ये काम भी कर लेना चाहिए। इससे अकेले में सकून मिलता है और फोकस भी बढ़ता है।" अभिमान के इस तरह देखने से कुछ पल के लिए तो निया उसकी आंखों में ही खो जाती है। फिर कुछ देर बाद संभल कर उसके करीब आकर कहती है, " फोकस का तो पता नहीं लेकिन सकून पाने के और भी कई तरीके हैं और शायद उसमें मैं आपकी मदद कर सकती हूं।" ऐसा कहते हुए वह अपने हाथ में पकड़ा हुआ कार्ड अभिमान के सीने पर लगा देती है। अभिमान एक नजर उस कार्ड की तरफ देखता है और फिर दूसरी तरफ मुंह घुमाकर हाथ में पकड़ी व्हिस्की का सिप लेते हुए अपने फोन पर कुछ टाइप करके सेंड कर देता है। निया को अभिमान का बिहेवियर समझ नहीं आता। इस पहले वो कुछ कहती, अभिमान अपने हाथ में पकड़ा गिलास एक तरफ रख वापिस निया की तरफ मुड़ जाता है। अभिमान निया से, "सोच लो कहीं मुझे सकून देने के चक्कर में तुम्हारा चैन और सकून ना छिन जाए। मैं बहुत इमोशनलैस इंसान हूं।" अभिमान का खुद में इंट्रेस्ट देख निया मन ही मन खुश हो जाति है और फिर अभिमान के करीब आकर उसके मैस्कुलर चेस्ट के ऊपर अपनी एक उंगली घुमाते हुए बड़ी ही अदा से मदहोशी भारी आवाज में कहती है, " don't worry. मुझे भी इमोशनलैस मर्द ही पसंद हैं।" निया के इतना कहते ही अभिमान उसके बालों के जुड़े को मुठ्ठी में पकड़ कर उसका चेहरा अपने चेहरे के करीब ले आता है और बिना देरी किए उसके होंठों पे अपने होंठ रख देता है। .................…...................................................... दूसरी तरफ पार्टी में मिस्टर सिंघानिया की नज़रें अब अभिमान को ढूंढ रही थीं। उन्हें अभिमान पार्टी में कहीं भी दिखाई नहीं दे रहा था। ऐसे में उनकी नजर अभिमान के PA गौरव पर पड़ी। गौरव अपने फोन पर कोई मैसेज देख रहा था। मिस्टर सिंघानिया जल्दी से गौरव के पास आकर उस से पूछते हैं: "मिस्टर गौरव! माफ कीजिएगा लेकिन मुझे शेखावत साहब कहीं दिखाई नहीं से रहे"। इस पर गौरव पूरी विनम्रता से मिस्टर सिंघानिया को जवाब देता है, " I am sorry. Mr. Singhania. लेकिन बॉस को एक ज़रूरी काम आ गया था जिसकी वजह से उन्हें आपको बिताए बिना पार्टी से जाना पड़ा l लेकिन उन्होंने मुझे आपको उनकी तरफ से excuse करने के लिए कहा है।" मिस्टर सिंघानिया, " इसमें sorry की क्या बात है.. उन्होंने अपने busy schedule से इतना समय निकाला यही काफी है"। इतना कह कर Mr. Singhania अपने बाकी मेहमानों को अटेंड करने चले जाते हैं। उनके जाते गौरव भी जल्दी से होटल के residential area की तरफ चल पड़ता है। ....…...................................................................... अभिमान के एकदम किस करने से निया चौंक जाती है और इसके हाथ से शैम्पेन का गिलास गिरकर टूट जाता है। लेकिन कुछ समय बाद वो रिलैक्स जो जाती है और अभिमान का साथ देने लगती है। अभिमान पूरी शिद्दत से निया के होंठों के चूम रहा था। निया भी उसके साथ बहक रही थी। तकरीबन 10 मिनट के बाद जब दोनों को सांस लेने में दिक्कत होती है तभी वो एक दूसरे से अलग होते हैं। दोनों की सांसे चढ़ी होती हैं। दोनों इंटेंस नजरों से एक दूसरे को देखते हैं और एक बार फिर दोनों के होंठ एक दूसरे से मिल जाते हैं। निया अभिमान को चूमते हुए होटल के कॉरिडोर में ले आती है जहां दोनों तरफ कमरे होते हैं। दोनों में से कोई भी एक दूसरे को छोड़ने को तैयार नहीं था। दोनों के हाथ एक दूसरे के शरीर पर मचल रहे थे। तभी एक कमरे के आगे आकर निया अपने हाथ में पकड़े कार्ड से रूम खोलती है, इस दौरान भी अभिमान निया के बदन को नहीं छोड़ रहा था। तभी उसके फोन पर एक मैसेज आता है। वो कुछ सेकंड के लिए निया को खुद से दूर करता है और मैसेज पढ़ता है। मैसेज पढ़ते ही उसके होंठों पर हल्की सी मुस्कान आती है। वो वापिस फोन अपनी कोट के जेब में रख कर निया को अपनी बाहों में जकड़ लेता हैं। ............................................................................ जारी है...