कहते हैं कि इंसान प्यार को नहीं चुनता,प्यार इंसान को चुनता है,और इन दोनों (निखिल और गौरी) को भी प्यार ने ही चुना है,एक जनम से दूसरे जन्म तक इन दोनों के प्यार की ये कहानी कैसे पूरी होती है चलो चलते इस सफर पर, और सुनते हैं ये कहानी "मैं हुं तेरे इश्क म... कहते हैं कि इंसान प्यार को नहीं चुनता,प्यार इंसान को चुनता है,और इन दोनों (निखिल और गौरी) को भी प्यार ने ही चुना है,एक जनम से दूसरे जन्म तक इन दोनों के प्यार की ये कहानी कैसे पूरी होती है चलो चलते इस सफर पर, और सुनते हैं ये कहानी "मैं हुं तेरे इश्क में"
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"हैलो डेड मैं नहीं जाऊंगा,, डेड डेड प्लीज लिशेन टू मी" अरुवीर फोन पर लगभग चिल्लाते हुए बोल रहा था। ""टू टू टू... इस आवाज से पता चला कि फोन कट चुका है। अरुवीर के पिता एक बार फिर अपना आदेश सुनाकर कॉल कट कर चुके थे। अरुवीर ने अपना कॉलेज ग्रेजुएशन इसी साल के एग्जाम देकर अभी हॉस्टल में आया ही था कि उसके पिता ने उसके बनाए हुए प्लान पर पानी फेरकर उसे किसी रिश्तेदार की शादी अटेंड करने का कर लिया है। "क्या हुआ अरु,तुम परेशान लग रहे हो क्या कहा अंकल ने?" उस टेबल पर सामने बैठी शीतल ने पूछा। अरुवीर आज अपने दोस्तों के साथ कॉलेज की कैंटीन ने लास्ट बार पार्टी कर रहा था। "यार डेड ने किसी रिलेटिव की शादी अटेंड करने को कह दिया है,तुम्हें तो पता है मुझे ये सब पसंद नहीं है।" अरुवीर ने कहा। दूसरी लड़की मीनल मुस्कुराते हुए बोली "अब तो तुम्हें शादी अटेंड कर लेनी चाहिए कॉलेज इज ओवर नाउ" "कॉलेज ओवर होने का शादी अटेंड करने से क्या कनेक्शन है?" अरुवीर ने चिढ़कर सवाल किया। "कनेक्शन "