pakhi apne boyfriend se behad pyar krti thi or ye aag dono trf lgi hui thi vivan bhi use beintihan mohbbt krta tha lekin dono ko ye mohbbat ras nhi aayi vivan ke dad ne pakhi ko rudra se alg kara diya aur pakhi fas gyi cruel monster rud... pakhi apne boyfriend se behad pyar krti thi or ye aag dono trf lgi hui thi vivan bhi use beintihan mohbbt krta tha lekin dono ko ye mohbbat ras nhi aayi vivan ke dad ne pakhi ko rudra se alg kara diya aur pakhi fas gyi cruel monster rudra ke chkkr me rudra bhut arrogant aur cruel tha rudra ke changul se chhutne ke liye pakhi har koshish krti he lekin last me haar mankar khud bhi usse pyar krne lgti he kya pakhi vivan ko bhula payegi kya rudra ko apna payegi janne ke liye jrur padhe monster painful love
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दिल्ली रात का वक़्त..
दिल्ली के एक फाइव स्टार हॉटेल में एक लड़का ओर एक लड़की एक दूसरे से लिपटे हुए है। लड़का लड़की को ऐसे किस कर रहा है जैसे वह सालो से इस दिन का इंतजार कर रहा था।
लड़के के होंठ लड़की के होंठों पर थे, लड़की भी लड़के का पूरा साथ दे रही थी। लड़के के हाथ लड़की की जांघो पर थे और वह किस करते हुए अपने हाथ लड़की की जांघो पर फेर रहा था।
लड़की की सिसकियाँ सुनकर लग रहा था कि उसे भी बहुत मजा आ रहा है। लड़के ने अपना हाथ लड़की की जांघो से होते हुए सीने पर फेरना शुरू कर दिया और वहां धीरे-धीरे किस करने लगा।
दोनों एक दूसरे की बाहों में इस तरह खोए हुए थे कि उन्हें बाकी दुनिया से कोई मतलब नहीं था। लड़का लड़की की होठों को इस तरह चूम रहा था,जैसे उसको इन होठों की बहुत पहले से प्यास है और आज जाकर उसकी प्यास बुझी हो
। लड़की के पूरे बदन पर जगह जगह काटने के निशान थे। लड़के ने लड़की को अपनी गोदी में बिठा लिया और धीरे धीरे उसकी चेस्ट पर किस करने लगा और हाथ को उसकी पीठ पर फेरने लगा। वह धीरे धीरे लड़की की बॉडी से कपड़ों को अलग करता जा रहा था। लड़की अपना मुँह लड़के के कान के पास ले गई और धीरे से बोली "आई रियली लव यू मुझे कभी भी छोड़कर मत जाना , मेरी जिंदगी का पहला और आखिरी प्यार तूम ही हो। "
इस बात पर वह लड़का लड़की की गर्दन पर किस हुए बोला yes sure बेबी, और ये भी कोई बोलने की बातें है मेरी जिंदगी का भी पहला और आखिरी प्यार तुम ही हो। "
इतना कहकर वह लड़का लड़की के पेट पर किस करने लगा। लड़के को अपनी बाहों में भरते हुए वह लड़की फिर से बोली" हम दोनों 8 साल से साथ है लेकिन अब मुझे डर लग रहा है कहीं हमारे घर वाले या कोई भी हमें अलग-अलग कर देंगे तुमसे दूर रहकर जिंदा नहीं रह सकती हूं अगर मुझे इसलिए तुमसे दूर कर दिया तो मैं मर जाऊंगी "।
इतना कहते ही लड़की की आंखों में आंसू आ गए। वह लड़का अपने हाथों से लड़की के आंसू पोछते हुए बोला" मेरी प्यारी जान की आंखों में आंसू आ गये, तुम्हे पता है ना मैं तुम्हारी आंखों में बिल्कुल भी आंसू नहीं देख सकता,और हमें अलग करने वाला इस दुनिया में कोई नहीं है,हम हमेशा साथ रहेंगे इसीलिए इतना नेगेटिव सोचने की जरूरत नहीं है यह सोचो कि हम दोनों हमेशा साथ रहने वाले हैं। "
यह सुनकर लड़की के चेहरे पर थोड़ी सी स्माइल आ गई और उसने लड़के को और कसकर पकड़ लिया। दोनों एक दूसरे की बाहों में चिपके हुए सो गए।
सुबह का वक़्त......
8:00 लड़की की आंख खुली तो उसने देखा कि वह लड़का एकदम चिपक कर सोया हुआ था। वोह बहुत क्यूट लग रहा था और उसे लड़की का मन कर रहा था कि उसकी और देखते ही रहे। धीरे-धीरे लड़की के सिर पर हाथ देना शुरू कर दिया। एक लड़की की भी नींद खुल गई और उसने देखा उसके सामने उसकी प्यारी सी जान खड़ी हुई है तो वह उठकर बोला" गुड मॉर्निंग जान, सुबह तुम्हारा चेहरा देखने से ही मेरी मॉर्निंग गुड हो गई है। "
लड़के के मुँह से यह बात सुनकर लड़की के चेहरे पर प्यारी सी स्माइल आ गई, और वह स्माइल करते हुए बोली आप भी उठ जाइए 8:00 बज गए हैं।
लड़के ने लड़की की बात को इग्नोर कर दिया और उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने ऊपर ले लिया और अपनी बाहों में भरकर उसको किस करने लगा । लड़की ने लड़के को पीछे धकेलते हुए कहा " तुम 24 घंटे रोमांटिक मूड में रहते हो। अब जल्दी से उठो हमें कॉलेज भी तो जाना है" यह मत भूलो किसी को पता नहीं है कि हम यहां पर आए हुए हैं अगर किसी को पता चल जाएगा तो तुम्हें तो पता ही है की कितनी बड़ी मुसीबत हो जाएगी।
इतना बोलकर वह लड़के को पीछे की ओर धकेल देती है और खुद बिस्तर से उठ जाती है। थोड़ी देर बाद लड़के का मोबाइल बजता है जिसकी रिंग सुनकर लड़का बिस्तर से उठता है और मोबाइल उठाता है। मोबाइल की स्क्रीन देखकर लड़के के चेहरे के हाव भाव बदल जाते हैं जिसे देखकर लड़की लड़के से बोली " क्या हुआ किसका फोन है,जिसे देखकर तुम्हारे चेहरे के भाव बदल गए है। "
इस सवाल पर लड़का कुछ नहीं बोला और अपना मोबाइल उठाकर कमरे से बाहर निकल गया। उसकी इस बात पर वह लड़की भी हैरान हो गई । लड़के ने बाहर जाकर कॉल रिसीव किया तो दूसरी तरफ से किसी के चिल्लाने की आवाज आई " फोन उठाने में इतनी देर कैसे हो गई तुम्हें समझ में नहीं आता है कि मुझे देरी बिल्कुल भी पसंद नहीं है और तुमसे जो काम बोला था वह हो गया कि नहीं "।
" हां बस होने ही वाला है मुझे थोड़ा सा वक्त और दीजिए " लड़के जवाब दिया ।
" कितना वक्त चाहिए तुम्हें मैं पहले ही तुम्हें बहुत वक्त दे चुका हूं, अगर 2 दिन के अंदर वह काम नहीं हुआ तो तुम सोच लेना मैं तुम्हारा क्या हश्र करूंगा " दूसरी तरफ से कोई चिल्लाते हुए बोला ।
"आप चिंता मत कीजिए 2 दिन के अंदर आपका काम जरूर हो जाएगा, मुझे बस दो दिन का वक्त चाहिए " लड़के ने घबराते हुए बोला।
इतना ही बोला था की दूसरी तरफ से फोन कट हो गया।
लड़का मासूम सा चेहरा लिए रूम के अंदर आता है, जिससे लड़की हैरानी से पूछती है " विवान क्या हुआ तुम्हें तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो, और तुम्हारे पास किसका फोन आया था और उसने तुमसे ऐसा क्या बोल दिया है जो तुम्हारे चेहरे की हवाइयां उड़ गई है।"
लड़की की इतनी बात सुनकर विवान ने नरम लहजे में कहा " पाखी, मैं तुम्हें कुछ नहीं बता सकता हूं कि किसका फोन आया था लेकिन मैं तुम्हें इतना जरूर बता सकता हूं कि मैं बहुत बड़ी मुसीबत में हूं और तुम ही मुझे इस मुसीबत से बचा सकती हो।
कौन है यह लड़का और लड़की जो होटल में इतनी इंटिमेट हो रहे थे? और लड़के के पास किसका फोन आया जिसकी बात सुनकर वह इतना डर रहा है?
dear readers story bhht romantic he isliye jude rhiye
,
अब तक आपने पढ़ा कि लड़के के मोबाइल पर किसी का फोन आता है और वह घबरा जाता है और अपना फोन लेकर बाहर चला जाता है, जिससे लड़की भी घबरा जाती है कि आखिर ऐसी क्या बात है जिसकी वजह से वह बाहर चला गया है। लड़का फोन रिसीव करता है तो सामने से उसे कोई धमकी दे रहा था कि अगर 2 दिन में मेरा काम नहीं किया तो तुम्हारा क्या हश्र होगा सोच लेना
अब आगे की कहानी पढ़ते हे....
लड़का मासूम सा चेहरा लिए रूम के अंदर आता है, जिससे लड़की हैरानी से पूछती है " विवान क्या हुआ तुम्हें तुम इतनी घबराई हुई क्यों हो, और तुम्हारे पास किसका फोन आया था और उसने तुमसे ऐसा क्या बोल दिया है जो तुम्हारे चेहरे की हवाइयां उड़ गई है।"
लड़की की इतनी बात सुनकर विवान ने नरम लहजे में कहा " पाखी, मैं तुम्हें कुछ नहीं बता सकता हूं कि किसका फोन आया था लेकिन मैं तुम्हें इतना जरूर बता सकता हूं कि मैं बहुत बड़ी मुसीबत में हूं और तुम ही मुझे इस मुसीबत से बचा सकती हो। "
विवान की बात सुनकर पाखी हैरानी से बोली "अगर तुम मुझे बताओगे ही नहीं की क्या प्रॉब्लम है तो मैं तुम्हें प्रॉब्लम सी कैसे बचा पाऊंगी, मुझे तुम्हारी यह बात बिल्कुल भी समझ में नहीं आई है।"
पाखी कि यह बात सुनकर विवान ने उसका हाथ अपने हाथ में लिया और उसके हाथ को चुमते हुए बोला" मैं तुम्हें सब कुछ बता दूंगा लेकिन यह सही वक्त नहीं है अभी फिलहाल तुम मेरे साथ
चलो"…
तुम्हारा दिमाग खराब हो गया है क्या,अगर मुझे कुछ नहीं बताओगे तो मैं तुम्हारे साथ कहीं भी नहीं जाऊंगी, पहले मुझे सच-सच बताओ तुम किस प्रॉब्लम में हो और मुझे कहां लेकर चलेगी बात कर रहे हो " पाखी ने विवान पर चिल्लाते हुए कहा।
पाखी का यह बेहेवियर देखकर विवान की आँखों में आंशू आ जाते हे, और वह डबडबाई आंखों से बोला " मुझे इस दुनिया में सबसे ज्यादा उम्मीद तुमसे ही है कि अगर मुझ पर कोई मुसीबत आएगी तो तुम मेरा साथ हमेशा दूंगी, लेकिन जब तुम ही मेरे साथ ऐसा बिहेवियर करोगी तो मैं बाकी दुनिया से क्या उम्मीद रखूंगा। "
विवान की यह बात सुनकर पाखी इमोशनल हो जाती है और उसकी आंखों में आंसू भर आते हैं,और वह प्यार से विवान को हग कर लेती है और बोलती है " चिंता मत करो तुम मुझे जहां बोलोगे मैं तुम्हारे साथ वहां चलूंगी मैं तुम्हारे लिए कुछ भी करने को तैयार हूं,बस में तुम्हें उदास और परेशान नहीं देख सकती हूं तुम्हें तो पता है ना मैं तुमसे कितना प्यार करती हूं आई रियली लव यू भगवान मेरे लिए दुनिया में सबसे बढ़कर तुम हो । "
इतना कहकर पाखी ने विवान को कसकर पकड़ लिया और धीरे से उसकी गाल पर किस करने लगा। एक क्षण के लिए अपनी सारी परेशानी भूल गए और एक दूसरे में सिमट जाने के लिए excited हो गए।
विवान ने पाखी को अपनी गोद में उठाया और उसे बिस्तर पर पटक दिया और खुद उसके ऊपर आ गया और उसके पेट पर किस करने लगा। पाखी ने विवान को पीछे की ओर धकेलने की कोशिश की लेकिन wahनहीं होने वाला था और उसने अपना हाथ राखी के सीने पर रखा और धीरे-धीरे सहलाने लगा। पाखी ने विवान को पीछे की तरफ धकेला और बोली " रात में तुम्हारा मन नहीं भरा क्या जो फिर से शुरू हो गए छोड़ो मुझे नहाने जाना है। "
पाखी की यह बात सुनकर विवान के चेहरे पर स्माइल आ गई और बोला " तुम क्या अकेले अकेले नहा होगी, मुझे अपने साथ नहाने के लिए नहीं ले चलोगी। "
विवान की यह बात सुनकर पाखी भी मुस्कुराने लगी और मुस्कुराते हुए बोली " बिल्कुल नहीं "।
इतना कहकर पाखी बाथरूम में चली गई, और विवान भी उसके पीछे से बाथरूम में आ गया।
विवान पाखी के करीब आया और अपने हाथों को उसकी जांघों पर चलाने लगा, और उसके सीने पर किस करने लगा। मैं किस करते-करते बाकी की शर्ट उतार दी। के बदन पर अब सिर्फ ना मात्रा के ही कपड़े रह गए थे। वीडियो से अपने होठों को बाकी के होठों के पास ले गया और अपनी जीत से उसकी जीत को अंदर लेने लगा धीरे से उसके पास जाकर बोला तुम इतनी प्यारी ही हो कि तुमसे दूर ही नहीं रहा जाता ऐसे मन करता है कि दिन रात तुम्हारे साथ ऐसे ही चिपका रहूं।
इस बात के उत्तर में पढ़ी उसके गाल पर किस करते हुए बोली "ई अलसो मेड फॉर यू बेबी, पता है ना मैं तुमसे कितना प्यार करती हूं। "
" मैं जानता हूं तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो, बातें मत करो और मुझे अपना काम करने दो" विवान ने पाखी से कहा।
भगवान पाखी की चेस्ट पर बार-बार किसी और वाइट करने लगा बाकी भी उसका पूरा पूरा साथ दे रही थी और उसको भी तमाशा किस किया जा रही थी ऐसे लग रहा था दोनों एक दूसरे के प्यार में पागल हो चुके हैं और इन दोनों को अगर किसी ने अलग कर दिया तो दोनों एक दूसरे के बिना रह भी नहीं पाएंगे।
हमने धीरे से बाथरूम का शावर ऑन कर दिया के पाखी और उसके बदन पर पानी गिरने लगा पाखी के बदन पर पानी की छोटी-छोटी बंदे बहुत ही अट्रैक्टिव लग रही थी। धीरे-धीरे उसके शरीर से पानी की बूंद को पीना शुरू कर दिया। खान का मुंह बाकी की चेस्ट पर था और उसके हाथ उसके पीछे थे जिन्हे वह धीरे-धीरे से प्रेस कर रहा था। पाखी की चेस्ट पर गिरी हुई पानी की बूंदो को अपने मुंह से पिए जा रहा था।
कान पूरी तरह से पढ़ी में खो गया था कि तभी उसे याद आया कि उसे कुछ कुछ काम दो दिन के अंदर निपटाना है और वह अचानक से बाकी को छोड़ देता है।
इस तरह पीछे हटने पर बाकी हैरान हो जाती है और उससे पूछता है क्या हुआ बच्चे तुम्हें तुम पीछे क्यों हट गए क्या तुम्हें मजा नहीं आ रहा है। "
" नहीं बेबी मुझे बहुत मजा आ रहा है लेकिन तुम्हें पता है ना कि मैं थोड़ी सी प्रॉब्लम में हूं इसीलिए मुझे अभी जाना पड़ेगा और तुम भी मेरे साथ ही चलो।"विवान ने पाखी से कहा।
आखिर विवान कहा जाने वाला है और क्या बाकी उसे प्रॉब्लम से बचा पाएगी जानने के लिए पढ़ते रहिए his cruel romance
अब तक आपने पढ़ा कि विवान और पाखी एक दूसरे की बाहों में खोए हुए थे कि तभी विवान को याद आता है कि उसे किसी काम से जाना है जिसके लिए उसे सिर्फ दो दिन का वक्त मिला है विवान पाखी को छोड़ देता है और वहां से जाने की बात करता है अब आगे की कहानी पढ़ते हैं.....
पाखी विवान के साथ जाने को तैयार हो जाती है, लेकिन पाखी को यह पता नहीं था कि विवान उसे कहां ले जाने वाला है।
पाखी ने लाल रंग की ड्रेस पहनी हुई थी,जिसमें वह बहुत खूबसूरत लग रही थी, और उसके होठों पर लगी हुई लाल लिपस्टिक उसकी खूबसूरती में चार चांद लग रही थी। पाखी के लंबे-लंबे काले बाल उसकी खूबसूरती बढ़ा रहे थे। की तैयार होकर जैसे ही विवान के सामने आती है विवान उसे देखकर फ्रीज हो जाता हे और एक्साइटेड होकर बोलता है " तुम क्या मेरी जान लेना चाहती हो, जो इतना सुंदर बनाकर मेरे सामने आ जाती हो। "
विवान की बात सुनकर पाखी के चेहरे पर थोड़ी स्माइल आ जाती है और वह उससे बोलती है " हां मैं तुम्हारी जान ही तो लेना चाहती हूं,मैं तुम्हारी दुश्मन जो ठहरी "।
इतना कहकर पाखी रूम से बाहर जाने लगती है कि तभी विवान उसका हाथ पड़ककर उसे अपनी ओर खींच लेता है, और बोलता है " अब तुम इतनी सुंदर बनके मेरे सामने आ गई हो, तो मैं तुम्हें इस तरह से तो नहीं जाने दे सकता, पहले मुझे तुम्हें खूब सारा प्यार कर लेने दो"।
पाखी विवान से अपना हाथ छुड़ाते हुए बोली " तुम्हारा दिमाग खराब है क्या, तुम्हें पता है ना कि तुम किसी प्रॉब्लम में हो और मुझे तो पता भी नहीं है कि प्रॉब्लम क्या है, और तुम्हें यहां रोमांस सूझ रहा है। "
विवान पाखी को फिर से अपनी ओर खींचता है और बोलता है " प्रॉब्लम चाहे जितनी भी बड़ी हो मेरे लिए सबसे इंपॉर्टेंट तुम हो, तुम ही तो मेरे सामने इतनी सुंदर बनकर आई हो , अब मेरा मुझ पर कंट्रोल नहीं है, मैं कुछ नहीं जानता, अब हम बहुत सारा प्यार करने के बाद ही यहां से जाएंगे । "
इतना कहकर विवान पाखी को अपनी बाहों में भर लेता है और उसे किस करने लगता है। विवान ने पाखी के होंठों को अपने होठों में लिया, और उसके होठों पर वाइट करने लगा। पाखी भी विवान का पूरा-पूरा साथ दे रही थी और दोनों paasoinate किस कर रहे थे। विवान के हाथ पाखी की जांघों पर से होते हुए उसके सीने पर गए और उसे सहलाने लगे । विवान के होंठ पाखी के होठों पर और हाथ उसके सीने पर थे। विवान ने धीरे से पाखी की ड्रेस के पीछे का होप खोल दिया, जिससे उसकी ड्रेस नीचे की ओर खिसकने लगी ।
विवान अपने हाथ धीरे-धीरे पाखी की जांघों से ले जाते हुए उसके पीछे ले गया और उन्हें धीरे-धीरे सहलाने लगा। पाखी विवान की शर्ट के बटन को खोलकर उसके सीने पर किस करने लगी । विवान और पाखी दोनों एक दूसरे में बिल्कुल से खो गए, तभी किसी ने डोर बेल बजाई और दोनों को एकदम से होश आया, कि उन्हे किसी काम से बाहर जाना है।
जल्दी से अपनी ड्रेस को ठीक किया और दरवाजा खोलने के लिए गेट की तरफ जाने लगा। भगवान ने जैसे ही दरवाजा खोला तो देखा कि दरवाजे के बाहर एक बेटर खड़ा हुआ था। वह विवान की तरफ देखते हुए बोला " सर आप लोग चेक आउट करने वाले थे , अभी तक आप लोगों ने चेक आउट नहीं किया है, दूसरे गेस्ट आ गए हैं, आप लोग जल्दी से चेक आउट कर लीजिए जिससे नए गेस्ट को हम लोग जल्दी से जल्दी यह रूम दे पाए। "
यह बात सुनकर विवान बोला " हम अभी चेक आउट ही करने वाले हैं, आप यह चाबी ले जाइए,हम यहां से जा ही रहे हैं। "
इतना कह कर विवान ने चाबी मीटर के हाथ में थमा दी और पाखी को लेकर वहां से जाने लगा।
विवान ने होटल के बाहर गाड़ी पार्क की हुई थी, इसीलिए दोनों गाड़ी के पास पहुंचे। गाड़ी के पास पहुंचकर विवाह ने पाखी के लिए दरवाजा खोल दिया और बाकी भी गाड़ी में बैठ गई।
कार मे बैठते ही पाखी विवान के सिर पर हाथ फेरते हुए बोली " बेबी, तुम दूसरी कार लेने वाले थे, फिर क्या हुआ तुमने अभी तक दूसरी कार नहीं ली, तुम कब तक इस खटारा कार से ही काम चलाते रहोगे, मुझे भी नई कर में घूमना है। "
पाखी के मुँह से यह बात सुनकर विवान को थोड़ा अजीब लगा और वह बोला " बेबी तुम भी मेरे साथ ऐसा करोगी, सब लोग तो मुझे निकम्मा बोलते ही है अब तुम भी मुझसे नई कार की डिमांड कर रही हो, मैं कहां से नई कार लूं, अभी तो मैं कोई जॉब भी नहीं करता हूं, और तुम्हें तो पता ही है डैड ने मेरा खर्चा पानी बंद कर रखा है, जैसे तैसे खर्चा चला पा रहा हूं, ऐसे में नई कर कहां से ले लूं। "
विवान की उदास आवाज सुनकर पाखी को भी बुरा लगता है और वह विवान से बोलती है " सॉरी बेबी मेरा मतलब वह नहीं था मैं सिर्फ यह चाहती हूं कि तुम नई कर खरीद लो क्योंकि मुझे भी अच्छा नहीं लगता तुम्हारे सारे दोस्त कॉलेज नई कार से आते हैं, और तुम इस पुरानी कार से कॉलेज जाते हो, वैसे तुम्हारे लिए ही बोल रही हूं, मैं तुम्हारे साथ इस कार में भी खुश हूं और नई कार में भी खुश रहूंगी, अगर तुम नई कार नहीं भी लोगे, तो भी मैं तुमसे उतना ही प्यार करूंगी । "
इतना कहकर पाखी विवान को हग कर लेती है, विवान के दिमाग में अभी सिर्फ और सिर्फ वही बात चल रही थी कि उसे वह काम 2 दिन में निपटाना है पाखी से बोलता है पाखी अब मैं जल्दी यहां से चलना चाहिए क्योंकि मुझे बहुत देर हो चुकी है और मेरे साथ पास सिर्फ दो दिन का समय है।
पाखी भी विवान के साथ चलने को तैयार हो जाती है।
विवान कार को 100 की स्पीड में चलाने लगता है,, कुछ देर बाद विवान एक बड़े से बंगले के सामने कर को रोक देता है।
To be continue.........
विवान एक बड़े से बँगले के सामने कार को रोक देता है, और पाखी और विवान कार से बाहर आ जाते है। पाखी उस बड़े से बँगले को देखकर विवान से बोली " यह इतना बड़ा बंगला किसका है, और तुम मुझे यहां क्यों लेकर आए हो। "
पाखी के मुँह से यह बात सुनकर विवान कुछ देर के लिए चुप हो गया। विवान को कुछ बोलता हुआ ना देख पाखी ने उससे उसे फिर से पूछा " मैं तुमसे कुछ पूछ रही हूं यह बंगला किसका है और हम यहां किस लिए आए हैं? "
विवान ने अपनी नज़रें झुकते हुए कहा " यह मेरे डैड का बंगला है, और मैं यहां तुम्हें अपने डैड से मिलाने के लिए लाया हूं । "
विवान के मुँह से से यह बात सुनकर पाखी हैरान हो गई क्योंकि विवान ने पाखी को बता कर रखा था कि वह एक क्लास फैमिली से आता है और विवान ने कभी भी उसके सामने ऐसा show off नहीं किया कि उसके डेड का इतना बड़ा बंगला भी हो सकता है।
पाखी ने हैरान होते हुए विवान से पूछा " क्या यह बंगला तुम्हारे डैड का है, तुम मुझसे बोल रहे थे कि तुम एक मिडिल क्लास फैमिली से आते हो फिर तुम्हारे डैड के पास इतना बड़ा बंगला कैसे हो सकता है। "
विवान के पास पाखी के सवालों का कोई जवाब नहीं था, क्योंकि वह अभी तक पाखी से बहुत सारे झूठ बोल चुका था, और अब पाखी से नजरे मिलाने की उसमें हिम्मत नहीं थी।
पाखी के बार-बार पूछने पर विवान ने पाखी पर चिल्लाते हुए कहा " हां नहीं हूं मैं एक मिडिल क्लास फैमिली से, मेरे डैड बहुत अमीर है और मेरे लिए यही बात सबसे ज्यादा बुरी है की मैं उनका बेटा हूँ "
विवान के मुँह से यह बात सुनकर पाखी हैरान हो गयी और विवान से बोली " तुम उनके बेटे इसमें तुम्हारी क्या बदनसीबी है "
विवान कुछ नहीं बोला पर उसकी आँखों मे उसकी उदासी साफ झलक रही थी। विवान ने पाखी की तरफ देखा और बोला " तुम मेरे साथ अंदर चलो तुम्हे सब समझ मे आ जायेगा। "
इतना कहकर विवान पाखी को अपने साथ अंदर ले आता है। इतना बड़ा बांग्ला देखकर पाखी की आँखे चौधियाँ गयी। बँगले के बाहर एक बहुत बड़ा गार्डन बना हुआ था, जिसके चारो ओर सुन्दर सुन्दर फूलों की कयारियां बनी हुई थी। गार्डन मे तरह तरह के रंग बिरंगे फूल लगे हुए थे, गार्डन देखकर लग रहा था इसे बहुत सलीके से सजाया गया है। बँगले के अंदर जाने पर पाखी ने देखा गले के पीछे-पीछे एक बड़ा सा हाल था और उसके चारों तरफ बहुत बड़े-बड़े कमरे बने हुए थे हॉल में एक बहुत बड़ा झूमर टंगा हुआ था और बीच में सोफे डाले हुए थे। बँगले की हर एक चीज बहुत लग्जरियस थी। विवान ने अंदर पहुंचने पर चिल्लाते हुए कहा " मिस्टर सिंघानिया बाहर आ जाइए मैं आपसे मिलने के लिए आ गया हूं। "
विवान को चिल्लाते हुए देखकर पाखी ने उससे कहा " विवान यह कैसे बात कर रहे हो, तुम वह तुम्हारे डैड है, तुम अपने डैड को नाम लेकर बुला रहे हो"।
विवान ने पाखी की बात को इग्नोर कर दिया और फिर से चिल्लाते हुए बोला " मिस्टर सिंघानिया आ जाइये, मैं आ गया हूँ। "
विवान के चिल्लाने की आवाज़ सुनकर सारे नौकर इकठ्ठा हो गए और कुछ देर बाद एक आदमी बाहर आया जिसने नीले कलर का कोट पेंट पहना हुआ था। वह देखने मे ही बहुत अमीर लग रहा था। यह कोई ओर नहीं विवान के डैड मिस्टर सिंघानिया थे, जिनका नाम शहर के बड़े बड़े बिजनेसमैन मे आता है।
मिस्टर सिंघानिया बाहर निकलते ही विवान को देखकर बोले "my son, आ गए तुम, come & hug me "
इतना कहकर मिस्टर सिंघानिया ने विवान को गले लगाने की कोसिस की, लेकिन विवान उन्हें पीछे धकेलते हुए बोला " मैं आपका बेटा नहीं हूँ, आपने मुझे जिस काम के लिए बुलाया है, वह काम कर लीजिये। "
विवान की यह बात सुनकर मिस्टर सिंघानिया ने अपने कदम पीछे की ओर ले लिए और पाखी की तरफ देखते हुए बोले " यह लड़की कौन है। "
"यह वही लड़की है, जिससे मैं प्यार करता हूँ। " विवान ने पाखी का हाथ पकड़ते हुए कहा।
" ओह, तो यह है वो लड़की जिससे तुम प्यार करते हो, लेकिन अफ़सोस आज के बाद तुम दोनों एक दूसरे से कभी नहीं मिल पाओगे। " मिस्टर सिंघानिया ने डेविल स्माइल देते हुए कहा।
मिस्टर सिंघानिया के मुँह से यह बात सुनकर पाखी हैरान हो गयी और हैरानी के साथ बोली " आप मुझे मेरे विवान से अलग करना चाहते हो क्या? "
पाखी के चेहरे पर विवान से बिछड़ने का डर साफ दिखाई दे रहा था। पाखी ने कसकर विवान का हाथ पकड़ लिया। विवान ने भी पाखी का हाथ थाम लिया। दोनों को इस तरह एक दूसरे का हाथ पकडे हुए देखकर मिस्टर सिंघानिया को बहुत गुस्सा आया और वह गुस्से मे बोले " विवान मैंने तुमसे जो बोला था, वो काम जल्दी हो जाना चाहिए। "
मिस्टर सिंघानिया के मुँह से यह बात सुनकर विवान ने पाखी की तरफ देखा ओर उसका हाथ छोड़ दिया और उससे दूर जाने लगा।
विवान को ऐसा करते हुए देख पाखी विवान से बोली " तुम मेरा हाथ छोड़कर कहा जा रहे हो? "
" हमारा साथ बस यही तक था, आज से तुम ओर मैं कभी नहीं मिलेंगे " विवान ने हलकी सी आवाज मे कहा।
" यह क्या बोल रहे हो, तुम्हे पता है मैं तुमसे कितना प्यार करती हूँ " पाखी ने रोते हुए कहा।
विवान ने पाखी की बात को नजरअंदाज किया और बोला "pls, चली जाओ यहां से "
इतना कहकर विवान एक कमरे मे चला गया। पाखी ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह पाखी की एक भी बात सुनने को तैयार नहीं था।
पाखी को रोता हुआ देख मिस्टर सिंघानिया बोले " इस सच को जितनी जल्दी एक्सेप्ट कर लो, उतना ही अच्छा होगा तुम्हारे लिए , अब विवान तुम्हारी ज़िन्दगी मे कभी वापिस नहीं आ सकता। "
इतना कहकर मिस्टर सिंघानिया भी अपने कमरे मे चले गए । पाखी अकेले वहाँ रोते हुए पड़ी थी और बोल रही थी " विवान pls मुझे छोड़कर मत जाओ, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती "
To be continue........
अब तक आपने पढ़ा विवान पाखी को छोड़कर अंदर चला जाता है और पाखी अकेले रोते रह जाती है...
अब आगे की कहानी पढ़ते है
पाखी हॉल मे अकेले रो रही थी, उसे सँभालने वाला कोई नहीं था।पाखी रोते हुए बस एक ही बात बोले जा रही थी " विवान मुझे छोड़कर मत जाओ, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती हूँ। "
पाखी की दर्द भरी आवाज सुनने वाला इतने बड़े बंगले में कोई भी नहीं था। वह बस रोए जा रही थी, कैसे भी करके उसने अपने आप को संभाला और वहां से जाने लगी।
पाखी उस बड़े से बंगले से निकल कर रोड पर चलने लगी। पाखी को विवान के साथ बिताया हुआ हर एक पल याद आ रहा था। अपनी सुध बुध खोए हुए रोड पर चले जा रही थी कि तभी वह अचानक से 100 की स्पीड मे आ रही कार से टकराते हुए बची। पाखी की हालत बहुत खराब हो रही थी और वह बेहोश होकर इस कार के सामने गिर पड़ी । लड़की को बेहोश गिरता हुआ देख कर कर में से एक 5 फुट 9 इंच का आदमी बाहर आया जिसने काला पेंट और वाइट शर्ट पहनी हुई थी, उसके फीचर्स काफी शार्प थी दिखने में एकदम हैंडसम था। आदमी कोई और नहीं बल्कि एशिया की सबसे बड़ी कंपनी का मालिक रूद्र सिन्हा था। जितना अच्छा बिजनेसमैन था उससे भी बड़ा गैंगस्टर था रुद्र के सामने अच्छी -अच्छे डरते थे।
रूद्र की नजर जैसे ही पाखी पर पड़ी। वह उसकी तरफ अट्रैक्ट होने लगा, रूद्र को आज तक कोई भी लड़की पसंद नहीं आई थी लेकिन वह पाखी की तरफ अट्रैक्ट हो रहा था। उसने अपनी कार से पानी की बोतल निकाली और पाखी की आँखों पर पानी के छीटे मारे। कुछ देर बाद पाखी ने अपनी आँखे खोली तो उसकी नजर रूद्र पर पड़ी। पाखी को रूद्र मे भी विवान की झलक दिखाई दे रही थी। पाखी ने रूद्र को विवान समझकर हग कर लिया और बोली " तुम मुझे छोड़कर क्यों चले गए थे, तुम्हें तो पता है मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती, मेरी कितनी बुरी हालत हो रही थी, अब मुझे कभी छोड़कर मत जाना। "
रूद्र को पाखी की आँखों मे उसका दर्द साफ नजर आ रहा था। रूद्र अपने आप को पाखी के पास जाने से रोक नहीं पा रहा था। रूद्र ने पाखी को गोद में उठाया और अपनी कार में बैठा लिया। पाखी इस वक़्त बिलकुल भी होश में नहीं थी। पाखी फिर से बेहोश हो गयी और रूद्र उसे कार में बैठाकर अपने साथ ले जाने लगा। रूद्र ने अपनी कार स्टार्ट की ओर एक क्लब के पास रोक दी। रूद्र वैसे तो एक बिज़नेसमन था, पर उसके काले कारनामो की मीटिंग वह क्लब में किया करता था जिससे किसी को सक ना हो। रूद्र ने कार रोकी ओर पाखी को उठाते हुए बोला " उठो हमें अंदर जाना होगा। "
रूद्र द्वारा उठाये जाने पर पाखी होश में आयी। पाखी को कुछ भी याद नहीं था कि वह कार में कैसे आ गयी। पाखी रूद्र कि तरफ हैरानी से देखकर बोली " आप कौन है, और मैं यहाँ कैसे आ गयी "
पाखी का इनोसेंट फेस देख कर रूद्र के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गयी और वह स्माइल करते हुए बोला " आप सड़क पर बेहोश हो गयी थी, इसलिए मेँ आपको अपने साथ ले आया, आप फ़िक्र मत कीजिये, मैं आपको आपके घर छोड़ दूंगा, फिलहाल मुझे एक मीटिंग मेँ जाना है। "
रूद्र के मुँह से यह बात सुनकर पाखी थोड़ी निफिक्र हो गयी और बोली " अभी आप कहा जा रहे है?
" मैं अभी इस क्लब मेँ जा रहा हूँ, आप चाहे तो आप भी इस क्लब में मेरे साथ आ सकती है। " रूद्र ने पाखी से कहा।
पाखी रूद्र के साथ जाने को तैयार थी, लेकिन वह अपना हुलिया देखकर बोली " मैं ऐसे कपड़ो में क्लब कैसे जा सकती हूँ। "
" मैं आपके लिए ड्रेस का इंतजाम कर देता हूँ, आप मेरे साथ चलिए " रूद्र ने पाखी को बेफिक्र करते हुए कहा।
इतना कहकर रूद्र कार का गेट खोल देता है। पाखी बाहर आने के लिए जैसे ही अपना पैर बाहर रखती है उसका पैर स्लिप हो जाता है और वह रूद्र से जाकर टकरा जाती है। पाखी के होंठ रूद्र के होठो से जाकर मिल जाते है। रूद्र पाखी को गिरने से बचाने के लिए उसकी कमर पकड़ता है, लेकिन उसका हाथ छूट जाता है, और पाखी नीचे गिरने लगती है। पाखी ने खुद को बचाने के लिए रूद्र को पकड़ा, लेकिन दोनों नीचे गिर गए। दोनों के होंठ एक दूसरे से सटे हुए थे और रूद्र का हाथ पाखी की कमर पर था। रूद्र तो जैसे पाखी में बिलकुल ही खो गया था। पाखी ने रूद्र को पीछे की ओर धकेला और बोली " उठिये "
पाखी के मुँह से यह बात सुनकर रूद्र को होश आया और वह जल्दी से उठा ओर बोला " आप चलिए, हम ड्रेस लेने के लिए चलते है। "
इतना कहकर रूद्र पाखी को अपना हाथ देता है, और बोलता है " आपको कही लगा तो नहीं "
पाखी अपना हाथ रूद्र के हाथ में थमाते हुए बोली " नहीं मुझे बिलकुल भी नहीं लगा।"
इतना कहकर पाखी उठ जाती है और विवान उसे अपने साथ एक western clothes शॉप पर ले जाता है। उस शॉप में एक से एक मॉडर्न ड्रेसेस थी। रूद्र पाखी की तरफ देखकर बोला " आपको जो भी ड्रेस पसंद आये, आप वह ले लीजिये। "
पाखी भी हाँ में सर हिला देती है। पाखी की एक ब्लू कलर की ड्रेस पसंद आती है, जो थोड़ी शार्ट थी। जिसे ट्राइ करने के लिए वह ट्रायल रूम में जाती है और ड्रेस ट्राइ करके देखती है। यह ड्रेस थोड़ी छोटी थी। जिसमें पाखी की गोरी लम्बी टांगे दिख रही थी। पाखी उस ड्रेस में थोड़ी uncomfortable दिख रही थी। वह ड्रेस पहनकर रूद्र के सामने आयी। पाखी को इस ड्रेस में देखकर रूद्र एक दम ब्लेंक हो गया।
To be continue..........
आगे की कहानी अगले चैप्टर में पड़ेगे......
Dear रीडर्स आपको यह चैप्टर केसा लगा comment करके जरूर बताये और साथ ही इस चैप्टर में जो भी कमी लगी हो वह भी comment करके जरूर बताये।
अब तक आपने पढ़ा पाखी ने एक ब्लू कलर की ड्रेस खरीदी थी, जिसे ट्राई करने के लिए वह ट्रायल रूम में जाती है। उस ड्रेस में पाखी अपने आप को काफी अनकंफरटेबल महसूस कर रही थी क्योंकि ड्रेस काफी शॉर्ट थी और उसकी लंबी गोरी टांगें अलग से दिखाई दे रही थी, यह ड्रेस पहनकर पाखी रुद्र के सामने आती है, जिसे देखकर रूद्र एकदम ब्लेंक हो जाता है अब आगे की कहानी पढ़ते हैं......
पाखी जैसे ही रूद्र के सामने वह शॉर्ट ड्रेस पहनकर आई। रूद्र की निगाहें पाखी पर एकदम ठहर गई। उसे ब्लू कलर की शॉर्ट ड्रेस में पाखी बहुत ही ब्यूटीफुल लग रही थी शॉर्ट ड्रेस में पाखी की ब्यूटीफुल और लंबी टांगें दिखाई दे रही थी। ड्रेस में स्लीव्स नहीं थी इसीलिए पाखी के शोल्डर भी अलग से शो रहे थे। ड्रेस की नैक काफी डीप थी, जिसमें पाखी के क्लीवेज भी थोड़ी-थोड़ी शो हो रहे थे। रूद्र एक दम से पाखी में खो गया। पाखी ने रूद्र की तरफ देखते हुए कहा " कैसी लग रही है यह ड्रेस?
रूद्र को तो कोई होश नहीं था। वह तो बस पाखी को ही देखे जा रहा था। पाखी ने दोबारा रूद्र से पूछा " कहां खोए हुए हैं आप, मैं आपसे पूछ रही हूं यह ड्रेस कैसी लग रही है"
रूद्र को कुछ होश आया और वह एकदम से बोला " आप इस ड्रेस में बहुत सुंदर लग रही हो "
रूद्र को मीटिंग के लिए देर हो रही थी, इसीलिए वह पाखी से बोला " अब हमें चलना चाहिए। "
पाखी भी हाँ में सर हिला देती है, और दोनों क्लब में पार्टी के लिए चले जाते हैं। रूद्र को अपनी मीटिंग के लिए जाना था, इसलिए वह पाखी को पार्टी में छोड़कर अपनी ख़ुफ़िया मीटिंग में जाने लगता है। रूद्र जैसे ही पाखी को वहाँ छोड़कर जाता है, तभी एक लड़का पाखी के करीब आने की कोशिश करता है और उससे टची होने की कोसिस करता है। रूद्र जैसे ही यह पलट कर देखता है तो उसका गुस्सा सातवे आसमान पर पहुंच जाता है। वह गुस्से में पास रखी शराब की बोतल उठाता है और उस लड़के के सर पर मार देता है, जिससे वह बेहोश हो जाता है लेकिन बोतल का कुछ कांच पाखी के पैर में जाकर लग जाता है। पाखी के पैर से खून निकलने लगता है। के पैर से खून निकलता हुआ देख रूद्र उसे अपनी गोद में उठा लेता है और एक चेयर पर ले जा कर बैठा देता है। पाखी को कुछ समझ नहीं आ रहा था की रोटी यह क्या कर रहा है बाकी ने अपनी आंखें बंद कर ली क्योंकि उसे बहुत दर्द हो रहा था। पाखी को अपने पैर पर कुछ गीला गीला महसूस हुआ, जब उसने अपनी आंख खोली तो देखा रूद्र उसके पैरों पर किस किया जा रहा था।यह देखकर पाखी ने अपने पैर की पीछे खींच लिए और बोली " यह आप क्या कर रहे हो, मेरे पैरों पर किस क्यों कर रहे हो?
एक बात को नजर अंदाज करते हुए रूद्र उसके पैरों पर किस किया जा रहा था। दोबारा से पूछा आप पागल हो गए हो क्या आपका दिमाग खराब है क्या यह क्या कर रहे हो।
पाखी की बात का जवाब देते हुए रूद्र बोला " तुम्हारे पैरों में दर्द हो रहा है ना, मैं तुम्हें दर्द में नहीं देख सकता, इसीलिए अपने होंठो की ठंडक से तुम्हारे दर्द को ठीक कर रहा हूं। "
रूद्र का यह पागलपन देखकर पाखी जल्दी से उठ जाती है, और वहां से जाने लगती है। यह देखकर रूद्र पाखी का हाथ पकड़ कर अपनी ओर खींच कर बोलता है " कहां जा रही हो, तुम्हें कहीं नहीं जाने दूंगा।"
रूद्र की पकड़ इतनी मजबूत थी कि पाखी के हाथ में दर्द होने लगता है, और वह चीखते हुए बोलती है " प्लीज मुझे जाने दीजिए, मुझे दर्द हो रहा है । "
" मैं तुम्हें दर्द में ही तो नहीं देख सकता हूं, तुम्हारा दर्द करने के लिए ही तो मैं तुम्हें अपनी होठों की ठंडक दे रहा था " रूद्र ने डेविल अंदाज में कहा।
रूद्र ने पाखी का हाथ पकड़ा और अपनी साथ क्लब के अंदर क्लब के बेसमेंट में ले जाने लगा।बेसमेंट में एक किंग साइज की चेयर डली थी, और उसके चारों तरफ गार्ड खड़े हुए थे। ऐसा लग रहा था , जैसे यहां कोई खुफिया मीटिंग होने वाली है।
रूद्र के बेसमेंट में पहुंचते ही सभी लोग उसे सलाम करने लगे और उसके पैर छूने लगे। पाखी यह सब देखकर थोड़ी हैरान थी । रूद्र उस किंग साइज चेयर पर जाकर बैठ गया और चिल्लाते हुए बोला " कहां है वह आदमी जिसने रूद्र सिन्हा को धोखा देने की कोशिश की है, उसे मेरे सामने लेकर आओ। "
एक आदमी दबी सी आवाज में बोला " सर हमने उसे बांध कर इस टंकी में बंद कर दिया है, आप परमिशन दें तो हम उसे इस टंकी से बाहर निकाले। "
रूद्र उस आदमी पर चिल्लाते हुए बोला " जल्दी निकालो मेरे पास ज्यादा टाइम नहीं है। "
रूद्र की परमिशन मिलने पर वह आदमी टंकी खोलता है और उसमें से एक आदमी को बाहर निकलता है, जिसके हाथ पैर बंधे हुए थे,और मुँह पर पट्टी बंधी हुई थी । रूद्र की परमिशन पर उसके हाथ पैर और मुँह की पट्टी खोल दी जाती है, और उसे रूद्र के पैरों में डाल दिया जाता है।
वह आदमी रूद्र के सामने हाथ जोड़ते हुए बोलता है " सर प्लीज मुझे एक बार माफ कर दीजिए, दोबारा से मुझे ऐसी गलती नहीं होगी। "
रूद्र अपना पैर उसके हाथ पर रखता है और उसके हाथ को मसलते हुए बोलता है " रुद्र सिन्हा के पास गलती की माफी नहीं होती है, सिर्फ और सिर्फ गलती की सजा मिलती है ताकि दोबारा कोई भी गलती करने की कोशिश ना करें। "
रूद्र को उस आदमी का हाथ मसलते हुए देख पाखी बीच में आ जाती है और रुद्र का पैर उसके हाथ पर से हटाते हुए बोलती हैं " आप इंसान है या जानवर किसी इंसान के साथ आप इतना बुरा बर्ताव कैसे कर सकते हैं। "
पाखी की है बात सुनकर रुद्र के चेहरे पर डेविल स्माइल आती है और स्माइल करते हुए बोलता है " हां मैं इंसान नहीं मैं डेविल हूं डेविल "
To be continue......
रुद्र एक आदमी के हाथ को अपने पैरों से कुचलता है जिसे देखकर पाखी उसके पैरों को दूर हटाते हुए को बचाने की कोशिश करती है और रुद्र से बोलती है किसी इंसान है जिस पर रूद्र जवाब देते हुए कहता है हां मैं इंसान नहीं मैं डेविल हूं डेविल
अब आगे की कहानी पढ़ते हैं ......
रूद्र से यह बात सुनकर पाखी डर जाती है और पीछे हटते हुए बोलती हैं " आप ऐसा क्यों कर रहे हैं शादी में आपका क्या बिगाड़ा है"
" इस आदमी ने रूद्र सिंहा को धोखा देने की जुर्रत की है, रुद्र सिंहा को धोखा देने की सिर्फ और सिर्फ सजा मिलती है, और मेरी डायरी में सिर्फ एक ही सजा है, वह सजा है मौत, और आज इस आदमी को भी मरना होगा ताकि पूरी दुनिया याद रखेगी रुद् सिन्हा को धोखा देने का अंजाम क्या होता है। " रूद्र आक्रोश के साथ कहा ।
रूद्र के मुंह से यह बात सुनकर पाखी डर जाती है, और कांपने लगती है और काँपते हुए पीछे की ओर जाने लगती है। पाखी इस समय अपने आप को आसुरक्षित महसूस कर रही थी, और मन ही मन सोच रही थीकि मैं यह किस इंसान की चंगुल में फंस गई हूं। अब यहां से कैसे बाहर निकलूंगी। पाखी ने चारों तरफ अपनी नजर घुमाई उसे हर तरफ सिर्फ और सिर्फ गन से लदे हुए आदमी दिखाई दे रहे थे।
पाखी कुछ सोच समझ पाती उससे पहले ही बन्दूक से गोली चलने की आवाज के साथ एक जोरदार चीख सुनाई दी। पाखी ने नजर उठा कर देखा तो उसके सामने वह आदमी मरा पड़ा था, और यह गोली किसी और के हाथों से नहीं बल्कि रूद्र सिंह के हाथों से चली थी।
अपनी आंखों के सामने मर्डर होता हुआ देख पाखी डर जाती है और डर के कारण बेहोश हो जाती है, और जमीन पर गिर पड़ती है ।
पाखी को यूं जमीन पर गिरता हुआ देख रूद्र उसके पास आता है और उसे होश लाने की कोशिश करता है। पाखी जब होश में नहीं आती तो रुद्र उसे अपनी गोद में उठकर बाहर ले जाता है, और अपनी कार में बिठाकर अपने साथ अपने घर ले जाता है।
सिन्हा मेंशन.........
सिन्हा मेंशन एक इतना बड़ा बंगला है, जिसे देख कर किसी की भी आंखें चौधिया जाएगी । सिंह ने अपनी दम पर इतना बड़ा मेंशन खड़ा किया है, क्या की नजरों में बस सिर्फ और सिर्फ बिजनेसमैन है लेकिन उसके काले कारनामों के बारे में आज तक उसके घर वालों को भी पता नहीं है। मेंशन में सबसे पहले एक बहुत बड़ा बगीचा है, इसमें तरह-तरह के फूल लगे हुए हैं। मेंशन में अंदर आने पर एक बहुत बड़ा हॉल है, जिसमें एक बहुत बड़ा झूमर टंगा हुआ है और बहुत बड़े-बड़े सोफे डाले हुए हैं। के बीचों-बीच एक टेबल डाली हुई है जिसमें तरह-तरह की ड्राई फ्रूट्स रखे हुए थे।इतने बड़े मेंशन में सिर्फ दो चार नौकर थे और कोई नहीं था। रूद्र का परिवार अपने पुराने घर में रहता था, और रुद्र इतनी बड़ी मेंशन में अकेला रहता था। रूद्र की अपने परिवार में किसी से भी नहीं बनती थी शिवाय अपनी मां के।
रूद्र पाखी को अपनी बाहों में भरकर मेंशन के अंदर लाता है, और इस ले जाकर अपने कमरे में लिटा देता है। रूद्र जैसे ही पाखी को बेड पर लेटाता है, और उसकी तरफ देखता है, तो वह उसकी तरफ अट्रेक्ट होने लगता है, रूद्र पाखी को लेटाकर उसके गाल पर किस कर लेता है। रूद्र जैसे ही उसके गाल पर किस करता है, पाखी तुरंत होश में आ जाती है, और उसे पीछे की तरफ धकेल कर चिल्लाते हुए बोलती है " आपकी हिम्मत कैसे हुई मुझे किस करने की "
रूद्र का गुस्सा तो वैसे सारा संसार जानता था, लेकिन पाखी के सामने वह कुछ भी नहीं बोल रहा था। वह चुपचाप खड़ा उसकी बातें सुन रहा था। पाखी उस पर चिल्लाने जा रही थी।
रूद्र पाखी की तरफ डेविल स्माइल देते हुये बोला "
तुम्हारा गुस्सा शांत हो गया हो तो मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने के लिए भिजवा देता हूं तुमने कुछ नहीं खाया खाना खा लो।"
रूद्र के मुँह से यह बात सुनकर पाखी का गुस्सा और बढ़ जाता है और वह फिर से रुद्र के ऊपर चिल्लाते हुए बोलती है " तुम्हें समझ नहीं आता मुझे खाना नहीं खाना, मुझे यहां से बाहर जाना है प्लीज मुझे यहां से जाने दो "
पाखी की यह बात सुनकर रूद्र सारकास्टिक वे में बोला " तुम्हारे लिए इस दुनिया की हर खुशी हाजिर है लेकिन तुम्हें इस मेंशन से बाहर जाने की परमिशन नहीं है"
इतना कह कर रूद्र पाखी के करीब आया और अपने होठों को उसके होठों पर रख कर किस करने लगा। इस किस में पाखी किसी भी तरह इन्वॉल्व नहीं थी। रूद्र पाखी को इस तरह किस कर रहा था, जैसे किसी प्यासे को कुआं मिल गया हो। रूद्र किस करते हुए अपने हाथों को पाखी की कमर पर ले गया और उसको अपनी तरफ खींचने लगा। पाखी रूद्र को अपने से दूर करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन रुद्र की पकड़ इतनी मजबूत थी कि वह रूद्र को अपने से दूर नहीं करवा रही थी ।
अपने हाथों को बाकी की कमर से ले जाते हुए की थी इस पर ले गया और उस पर अपने हाथ फेरने लगा । रूद्र ने अपने होठों से बाकी के होठों को ऐसे पड़ा हुआ था कि वह कुछ भी नहीं बोल पा रही थी। रूद्र ने कुछ देर बाद खुद से ही पाखी को छोड़ दिया, और डेविल अंदाज में बोला " यह तो सिर्फ ट्रेलर था, अगर आज के बाद तुमने इस मेंशन से बाहर जाने की बात की तो फिल्म मैं तुम्हें बाद में दिखाऊंगा "
इतना कह कर रूद्र कमरे से बाहर चला जाता है और कमरे को बाहर से लॉक कर देता है। आपके कमरे में बैठकर रो रही थी और सोच रही थी मैं किसी मुसीबत में फंस गई है एक तरफ इस विवाह से बिछड़ने का दुख था तो दूसरी तरफ रूद्र से मिलने का गम।
क्या पाखी रुद्र के चंगुल से छूट पाएगी, क्या विवान और पाखी दोबारा कभी मिल पाएंगे।
अब तक आपने पढ़ा पाखी रुद्र से यहाँ से जाने की बात करती है, जिससे रूद्र को गुस्सा आ जाता है और वह अपने होठों को पाखी के होंठों के करीब ले जाता है, और उसको कमर से पकड़ कर अपनी ओर खींच लेता है और उसके लिए तो अभी ट्रेलर था अगर तुमने फिर से जाने की बात की तो पूरी फिल्म में तुम्हें दिखाऊंगा अब आगे की कहानी पढ़ते हैं.......
पाखी अकेले कमरे में बैठी रो रही थी, और सोच रही थी कि यह किस जानवर से पाला पड़ गया। वहीं दूसरी ओर पाखी को विवान की भी याद आ रही थी, क्योंकि विवान ने उसके साथ कभी भी ऐसा बिहेव नहीं किया था। विवान पाखी से बहुत प्यार करता था ,लेकिन विवान ने पाखी को क्यों छोड़ दिया, यह भी उसे समझ नहीं आ रहा था इससे पहले कि वह कुछ पता करती कि विवान ने उसे क्यों छोड़ा है। वह इस जानवर के चंगुल में आकर फस गई।
यह सोचकर पाखी रोए जा रही थी। उसकी आंखों से आंसू लगातार बह रहे थे।
वही दूसरी ओर
सिन्हा इंडस्ट्री में
रूद्र किसी एम्प्लाय पर जोर जोर से चिल्ला रहा था और बोल रहा था " मेरी बात को एक बार में ही समझ जाया करो, मुझे बार बार याद दिलाने की जरूरत ना पड़े। "
वह एम्प्लॉय सहमा हुआ खड़ा था, और कुछ नहीं बोल रहा था। रूद्र गुस्से में मीटिंग रूम में चला गया। मीटिंग रूम में एक किंग साइज चेयर डली हुई थी , और उसके चारो तरफ चेयर डली थी। सब लोग रूद्र का ही इंतजार कर रहे थे ताकि मीटिंग शुरू की जा सके। रूद्र के आते ही लोग खड़े होकर उसे स्टैंडिंग ओवेशन देने लगे। रूद्र गुस्से में था, इसीलिए वह जल्दी से चेयर पर बैठ गया और बोला " जल्दी से मीटिंग स्टार्ट कीजिए, मेरे पास टाइम नहीं है मुझे जल्दी जाना है। "
रूद्र को ऐसे जल्दबाजी में देख उनमे से एक एंप्लॉय उठा और बोला " सर, यह मीटिंग बहुत इंपॉर्टेंट है, इसको जल्दबाजी में नहीं निपटाया जा सकता है, आपको तो पता ही है हमारी कंपनी को कितना लॉस हो गया है,अगर ध्यान नहीं दिया गया तो ऐसे लॉसेस और होते रहेंगे, और हमारी कंपनी लोस में जाती रहेगी। "
उस एम्प्लॉय की बात सुनकर रूद्र मीटिंग में बैठ जाता है, लेकिन रूद्र का सारा ध्यान सिर्फ और सिर्फ पाखी पर था कि पाखी ने खाना खाया होगा कि नहीं। रूद्र को अचानक से ध्यान आता है कि वह तो पाखी को कमरे में बंद करके बाहर से कुंडी लगा कर आया है।पाखी खाना कैसे खायेगी।
रूद्र को यह ध्यान आता है वह मीटिंग को बीच में ही छोड़कर वहां से जाने लगता है उसकी एमप्लीफायर उसे रोकने की कोशिश करती है लेकिन रुद्र के दिमाग में इस समय सिर्फ पाखी ही चल रही थी, किसी की भी नहीं सुनता और तुरंत वहां से निकल जाता है।
रूद्र जैसे ही सिंहा मेंशन में पहुंचता है, और पाखी के रूम की कुंडी खोलकर अंदर जाता है, तो देखा है पाखी आराम से बिस्तर पर सो रही थी। पाखी को जैसे ही रूम में किसी के आने की आहट होती है, वह तुरंत झटपटा कर उठ जाती है। रूद्र को अपने सामने खड़ा हुआ देखकर पाखी डर जाती है , और डर के मारे काँपने लगती है और उसके सामने सुबह का वह आ जाता है जब रूद्र ने उसे जबरदस्ती पकड़ कर किस किया।
रूद्र को अपनी तरफ आता देखकर पर अपने आप को कम्बल से ढक लेती है और कांपती हुई आवाज में बोलती है " मेरे पास आने की कोशिश मत कीजिएगा "
पाखी को यूँ डरा हुआ देख रूद्र के चेहरे पर डेविल स्माइल आ जाती है, और वह पाखी का हाथ पकड़ कर बोलता है " तुम्हारे साथ कुछ भी करने के लिए नहीं आया हूं मैं तो यहां तुम्हें खाना खिलाने के लिए आया हूं। "
रूद्र ने इतना ही कहा था कि तभी एक नौकर खाने की थाली लेकर आ जाता है, और रूद्र के इशारे पर थाली रखकर तुरंत वहां से चला जाता है।
रुद्रपुर की कहां तो पड़कर उसे खाना खाने के लिए बोलता है।
पाखी गुस्से में अपना हाथ छुड़ाकर रूद्र पर चिल्लाते हुए बोली " मुझे खाना नहीं खाना है, मैं आपसे कितनी बार बोल चुकी हूं, मुझे यहां से जाने दीजिए मेरा यहां दम घुट रहा है। "
पाखी ने इतना ही कहा था कि वह रूद्र ने उसे कमर से पकड़ कर अपनी तरफ खींचा, और गोद में उठाकर बिस्तर पर पटक दिया और कुछ उसके ऊपर आ गया और उसको फिर से किस करने लगा। पाखी उसका बिलकुल भी साथ नहीं दे रही थी। रूद्र ने अपने होंठों से पाखी के होंठों को कसकर पकड़ था, और अपने हाथ पर उसकी पूरी बॉडी पर बोल रहा था। रूद्र के हाथ पाखी के चेस्ट पर थे, और वह उसको बेतहासा किस किए जा रहा था। की ने इस वक्त शॉर्ट ड्रेस पहनी हुई थी जिसमें उसकी बोरी और लंबी टांगे साफ-साफ दिखाई दे रही थी। रूद्र ने पाखी को किस करना बंद किया और उसकी गोरी लम्बी टांगो को अपनी गोद में रखकर उस पर किस करने लगा। पाखी ने रूद्र को पीछे की तरफ धकेला और चिल्ला कर बोली " क्या कर रहे हो प्लीज मुझे छोड़ो।"
यह सुनकर रूद्र के चेहरे पर डेविल स्माइल आ गयी और वह पाखी को अपनी बांहो में भर के बोला " तुम खाना खा लोगी तो मैं तुम्हें छोड़ दूंगा नहीं तो तुम्हें आज मेरे साथ बेड शेयर करना पड़ेगा। "
रूद्र के मुंह से बेड शेयर करने की बात सुनकर पाखी की आंखें बड़ी हो जाती है, और वह खाना खाने के लिए तैयार हो जाती है। रूद्र पाखी को अपनी गोद में बैठाता है, और अपने हाथों से एक एक निवाला पाखी को खिलता है। पाखी सिर्फ रूद्र के इस cruel romance से बचने के लिए उसके हाथ से खाना खा लेती है। खाना खिलाने के बाद रूद्र पाखी से बोलता है " तुम ये ड्रेस बहुत दिनों से पहने हुए हो,तुम मेरे साथ शॉपिंग पर चलो। "
रूद्र के मुँह से यह बात सुनकर पाखी के चेहरे पर स्माइल आ जाती है और वह मन ही मन सोचती है की अगर मैं इसके साथ शॉपिंग पर चली गयी तो मुझे वहाँ से भागने का मौका मिल जायेगा, इतना सोचकर पाखी रूद्र के साथ शॉपिंग पर जाने को तैयार हो जाती है।
क्या पाखी रूद्र के साथ शॉपिंग पर जाएगी।
पाखी रूद्र के cruel romance से बच पायेगी।
जानने के लिए पढ़ते रहिये 'his cruel romance
अब तक आपने पढ़ा रूद्र पाखी को अपने साथ शॉपिंग ले जाने की बात करता है और पाखी यह सुनकर खुश हो जाती है, क्योंकि वह सोचती है उसे बाहर जाने का मौका मिलेगा और वह कहां से भागने में कामयाब हो जाएगी। अब आगे की कहानी पढ़ते है.........
रूद्र पाखी से शॉपिंग पर जाने के लिए तैयार होने को बोलता है। पाखी भी उसकी बात मान लेती है और चेंज करने के लिए बाथरुम में चली जाती है। पाखी बाथरूम में जाकर शावर ऑन करती है, और तभी उसे ध्यान आता है कि वह कपड़े तो साथ में लाई भी नहीं है, और उसके पास तो कोई कपड़े भी नहीं है।
पाखी ने शावर ऑन किया और नहाकर गीले कपड़ों में ही रूम में आ गई। बाकी के रूम में आई तो उसने देखा रूद्र बिस्तर पर पर के ऊपर पैर रखकर बैठा हुआ था। पाखी को यूँ गीले कपड़ों में देखकर रूद्र seduce होने लगा। पाखी अपने शरीर पर रूद्र की नजर साफ महसूस कर पा रही थी। पाखी रूद्र के करीब आयी और बोली " मेरे पास पहनने के लिए कपडे नहीं है, मैं क्या पहनू। "
पाखी की यह बात सुनकर रूद्र अपनी शर्ट के बटन खोलने लगा। यह देखकर पाखी थोड़ी स्टरेंज थी। रूद्र ने
अपनी शर्ट उतारी और पाखी के हाथ में थमाते हुए बोला " तुम मेरी यह शर्ट पहन लो, फिर हम शॉपिंग पर चलेंगे तो तुम वहाँ से कपडे खरीद लेना। "
अपने रुद्र के हाथ से में शर्ट ले ली और बाथरूम की तरफ जाने लगी। पाखी को मैं ज्यादा हुआ देख रूद्र ने उसका हाथ पकड़ लिया और अपनी तरफ खींचते हुए बोला " तुम इन गीले कपड़ो में एकदम क़यामत लग रही हो, मैं seduce हो रहा हूँ। "
रूद्र के मुँह से यह बात सुनकर पाखी सिरह उठी, और जल्दी से बाथरूम की तरफ जाने लगी। रूद्र ने उसे फिर से पकड़ा और अपनी तरफ खींचकर अपनी बाहों में भर लिया। पाखी चाहकर भी रूद्र को अपने आप से दूर नहीं कर पा रही थी। रूद्र ने अपने होंठ पाखी के होठों पर रखे और उसे किस करने लगा। पाखी को अपनी पीठ पर रुद्र का हाथ महसूस हो रहा था। पाखी ने अपनी पीठ से रूद्र का हाथ हटाया, और जल्दी से बाथरूम में चली गई। रूद्र भी पाखी के पीछे-पीछे रूम में आ गया और पाखी को हग कर लिया। रूद्र ने पाखी के गीले कपडे उतार दिए। अब पाखी के शरीर पर कम कपडे थे। रूद्र ने अपना हाथ पाखी के पेट पर फेरना शुरू किया और अपने होंठ पाखी के चेस्ट पर रख लिए और किस करने लगा। रूद्र ने पाखी को बाथ टब में लेटा दिया, और उसकी पीठ पर किस करने लगा। पाखी चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रही थी, और चुपचाप अपने साथ यह होने दे रही थी। रूद्रने पाखी को सीधा लेटाया, और उसकी होंठों पर वाइट करने लगा। इनवाइट करने से बाकी के होठों से खून निकलने लगा और बाकी जितने लगी क्योंकि उसे होठों में बहुत दर्द हो रहा था। ठीक क्यों चिल्लाने की आवाज सुनकर रूद्र रुक जाता है और अपने आप को पाखी से दूर कर लेता है, और उससे धीमी सी आवाज में पूछता है " क्या हुआ बेबी तुम्हे लग गया। "
पाखी रूद्र पर चिल्लाते हुए बोली " हाँ, मुझे लग गया और अब मुझसे दूर रहो, तुम इंसान नहीं मॉन्स्टर हो। "
पाखी के मुँह से यह बात सुनकर रूद्र को अपने आप पर बहुत गुस्सा आता है, और वह पाखी से माफी मांगते हुए बोलता है "i am really sorry, मुझे माफ कर दो, दोबारा से ऐसा नहीं होगा। "
पाखी बाथ टब से उठकर बाहर आती है और रूद्र की शर्ट उठा लेती है और उसे पहनकर बेडरूम में वापस आ जाती है और लेट जाती है.।
पाखी के पीछे-पीछे रूद्र भी बाथरुम से बाहर आ जाता है, और पाखी के पास आकर उससे पूछता है " तुम मुझसे नाराज हो क्या, हम तो शॉपिंग करने के लिए जाने वाले थे। "
रूद्र की इस बात पर पाखी चिड़चिड़ाते हुए बोलती है " मैं कहीं नहीं जा रही हूं, मेरे पैर दर्द कर रहे है "
पाखी के मुँह से पैर दर्द की बात सुनकर रूद्र पाखी के पैर को अपनी गोद में रखकर उसके पैर दबाने लगता है। यह देखकर पाखी अपने पैर पीछे की ओर खींचते हुए बोलती है " यह आप क्या कर रहे हो, मेरे पेर क्यों दबा रहे हो, आपको मेरी इतनी ही फिक्र है तो मुझे यहां से जाने दो, मेरी जिंदगी नरक बन गई है।"
पाखी के मुँह से जाने की बात सुनकर रूद्र का पारा हाई हो जाता है, और वह गुस्से में पाखी से बोलता है " मैं तुम्हारे कदमों में सारी दुनिया झुका दूंगा, लेकिन मुझसे दूर जाने की इजाजत तुम्हें नहीं है। "
पाखी को रुद्र की आंखों में पागलपन साफ नजर आ रहा था और वह समझ चुकी थी, कि रूद्र के चगुल से छूटना इतना आसान नहीं है। इसलिए पाखी के मन में एक आइडिया आया और उसने सोचा कि क्यों ना वह रूद्र के साथ प्यार का नाटक करें, और उसे अपने बातों में फंसा कर विश्वास जीत ले और फिर यहां से भाग जाए।
पाखी रूद्र को यह यकीन दिलाना चाहती थी कि वह भी रूद्र से बेइंतहा प्यार करने लगी है, ताकि रुद् पाखी की बातों में आ जाए, और बिल्कुल निफिक्र हो जाए कि पाखी अब भागने की कोशिश नहीं करेगी।
इसलिये पाखी रूद्र के गाल पर किस करते हुए बोली " यदि कोई मेरे कदमों में सारी दुनिया झुक देगा तो मैं उससे दूर क्यों जाना चाहूंगी। "
पाखी के मुँह से यह बात सुनकर रूद्र 1 मिनट के लिए तो फ्रीज हो गया, उसे अपने कानो पर विश्वास नहीं हो रहा था। वह कन्फर्म करने के लिए पाखी से बोला " क्या सच में तुम मुझसे दूर नहीं जाना चाहती हो "
पाखी हल्की सी स्माइल देते हुए बोली " हां मैं तुमसे दूर नहीं जाना चाहती हूं, कोई भी तुमसे दूर क्यों जाना चाहेगा। "
पाखी की यह बात सुनकर रूद्र की खुशी का ठिकाना नहीं रहा, और वह पाखी को बांहो में भरते हुए बोला " अब सारी दुनिया देखेगी कि रूद्र सिन्हा की girlfriend कोन है। "
To be continue...