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You Are My Desire

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Priya Mondal

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Description

रुही… 18 साल की एक मासूम लड़की। एक मिडल क्लास परिवार की शान, जिसकी दुनिया उसके माँ-बाप और भाई तक ही सिमटी थी। सपनों में डॉक्टर बनना और अपना अस्पताल खड़ा करना ही उसकी सबसे बड़ी चाहत थी। लेकिन सपनों की इस रोशनी में अचानक अंधेरा उतर आया… जब उसकी मु...

Total Chapters (5)

Page 1 of 1

  • 1. Chapter 1 ( Please slow down.... it's painful.. ahhh )

    Words: 1393

    Estimated Reading Time: 9 min

    Paradise Hotel, Room No. 101 – California, रात 11 बजे

    कमरे में हल्की-सी पीली रोशनी जल रही थी। कपड़े चारों तरफ़ बिखरे पड़े थे।

    बिस्तर पर एक लड़की तड़पते हुए लगभग चिल्ला रही थी –

    "No… No… Please slow down… It’s painful now, I just can’t handle it…"

    वो लगातार आदमी को खुद से हटाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उसकी बातें मानो उसके कानों तक पहुँच ही नहीं रही थीं।

    दोनों पूरी तरह से naked थे। वह आदमी लगातार अपनी speed बढ़ाता जा रहा था।

    लड़की लगभग रोते हुए बोली –

    "Please sir… तीन घंटे हो गए… प्लीज़ अब छोड़ दीजिए, वरना मैं मर जाऊँगी…"

    लेकिन उस आदमी की green eyes में ज़रा भी रहम नहीं था। उसने उसकी आँखों में देखते हुए बेहद ठंडी आवाज़ में कहा –

    "It’s your decision to come closer to me… not mine. Now enjoy this fuc*ing pleasure, baby."

    इसके बाद उसने और भी ज़्यादा forcefully thrust करना शुरू कर दिया। लड़की दर्द से चीखती रही, मानो उसकी जान निकल रही हो।

    करीब आधे घंटे बाद आदमी का phone बजा। उसने कॉल उठाई, दूसरी तरफ़ से कुछ सुनते ही उसकी आँखें गुस्से से लाल हो गईं। वह बस इतना बोला –

    "I’m coming."

    इसके बाद वह तुरंत उसके ऊपर से उठकर सीधे bathroom चला गया fresh होने।

    इधर लड़की में उठने की भी ताक़त नहीं बची थी। फिर भी किसी तरह उठकर अपने कपड़े पहनने लगी और मन ही मन गालियाँ बकते हुए बोली –

    "राक्षस कहीं का… पता नहीं इतनी stamina लाता कहाँ से है… आज तक ऐसा जंगली जानवर नहीं देखा।"

    वह दरवाज़े की ओर बढ़ी ही थी कि पीछे से आदमी की आवाज़ गूँजी –

    "मेरे जैसे जंगली को सहने की ताक़त तुम जैसी दो-पैसों की लड़कियों में होती ही नहीं… और ये बात मैं पहले से जानता था। तुम्हारा payment already account में पहुँच चुका है… Now get lost. I don’t have any interest to see your body again."

    लड़की काँपते हुए बिना पीछे मुड़े बाहर निकल गई।

    आदमी आईने के सामने खड़ा होकर जेल लगाते हुए अपने बाल ठीक करने लगा और बेहद गुस्से में बड़बड़ाया –

    "Bloody idiot… पूरा mood खराब कर दिया।"

    SRK Villa, रात 2 बजे

    कमरे में गहरी खामोशी पसरी हुई थी। बस एक टिमटिमाती dim light जल रही थी, जो लकड़ी की कुर्सी पर बंधे उस आदमी के चेहरे को साफ़ दिखा रही थी। उसके हाथ पीछे की ओर कसकर बंधे थे, और साँसें तेज़-तेज़ चल रही थीं।

    उसके पीछे दो हट्टे-कट्टे bodyguards खड़े थे—काले suits में, बिल्कुल बेजान मूर्तियों की तरह। जैसे उनके कान और आँखें उस कमरे की हर सच्चाई से बंद कर दिए गए हों।

    "Please… Please sir, मुझे मत मारिए…"

    उसकी काँपती हुई आवाज़ अँधेरे को चीरकर गूँजी।

    "ये मेरी पहली और आख़िरी गलती है… प्लीज़, इस बार माफ़ कर दीजिए…"

    अचानक, उस कमरे में ऐसी आवाज़ गूँजी जिसने सबका खून जमा दिया। गहरी, ठंडी और खौफ़नाक—मानो मौत खुद बोल उठी हो। आवाज़ सुनते ही कमरा और अँधेरा हो गया… और हवा अचानक बर्फ़ जैसी ठंडी।

    "Don’t you know… who am I? Hmm?"

    अँधेरे के उस कोने से उसकी आँखें चीते की तरह चमक रही थीं। वो सामने रखी king-size chair पर ऐसे बैठा था जैसे कोई ताजपोश शहंशाह हो—एक ऐसा राजा जिसे सब जानते हैं, पर कोई उसका असली चेहरा देखने की हिम्मत नहीं करता।

    काली pant, काली shirt—जिसकी sleeves मोड़ी हुई थीं। ऊपर के दो बटन खुले, जिससे उसका muscular chest झलक रहा था। उसके चेहरे पर एक half mask, जो उसकी पहचान को रहस्य की दीवारों में छुपाए हुए था।

    बाएँ हाथ में जलती हुई cigarette… जिसकी आधी राख धीरे-धीरे फर्श पर गिर रही थी। धुएँ की लकीरें कमरे के अँधेरे को और रहस्यमयी बना रही थीं।

    उसकी aura इतनी खौफ़नाक थी कि वहाँ मौजूद हर शख़्स का शरीर काँपने लगा। क्योंकि जो लोग उसके सामने थे… वो जानते थे कि ये शख़्स इंसान नहीं, बल्कि वो साया है जो जब चाहे—ज़िंदगी को खेल और मौत को तमाशा बना देता है।

    "सर… उन्होंने मुझे धमकाया था। अगर मैं उनकी बात न मानूँ, तो वो मुझे मार डालेंगे…"

    उसकी काँपती आवाज़ जैसे ही कमरे में गूँजी, माहौल अचानक बदल गया।

    ऐसा लगा जैसे कमरे का तापमान कुछ ही पलों में गिर गया हो।

    खामोशी इतनी गहरी हो गई कि मानो दीवारें भी सुन रही हों।

    धीरे-धीरे, एक शख़्स अपनी कुर्सी से उठा।

    उसके कदमों की आहट भारी थी… हर कदम के साथ डर और भी गहरा होता जा रहा था।

    जैसे ही वह रोशनी के करीब आया, उसकी हरी आँखें (green eyes) तेज़ चमकने लगीं—ऐसा लगता था मानो अंधेरे में किसी शिकारी की आँखें जगमगा उठी हों।

    उसकी 6'2" height और muscular chest वाली बॉडी उसे किसी Greek God की तरह खड़ा कर रही थी।

    वो सीधे उस बंधे हुए आदमी के सामने आकर रुका।

    उसकी आवाज़ ठंडी, लेकिन इतनी भारी कि खून तक जम जाए—

    “How dare you… to cheat the Devil?”

    उस आदमी का शरीर बुरी तरह काँप रहा था।

    “सो… सोरी… सोरी किंग… मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गई… मैं… आआआह्ह्ह!!!”

    वो अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाया कि उसकी चीख पूरे कमरे में गूँज उठी।

    इतनी दर्दनाक कि लगता था जैसे दीवारें भी काँप गई हों।

    अचानक, उसकी आँख से लाल-लाल ख़ून की बूंदें टपकने लगीं।

    ‘किंग’ कहलाने वाला शख़्स मुस्कुराया और जलती हुई cigarette उठाकर उसकी आँख में इतनी देर तक दबाए रखा,

    जब तक कि उसका गला चीखते-चीखते सूख नहीं गया…

    कमरे में सिर्फ़ धुएँ की गंध और मौत की आहट बची थी।

    “King” ने बिना किसी expression के, ठंडी आँखों से उस आदमी की ओर देखा और धीमी आवाज़ में बोला—

    “I hate cheaters… और तूने अपनी छोटी-सी जान बचाने के लिए मेरे empire को नुकसान पहुँचाने की हिम्मत की? जो इंसान मौत के डर से मुझे धोखा दे सकता है… ऐसे गद्दार को मैं अपनी दुनिया में साँस लेने का हक़ भी नहीं देता।”

    उसकी आवाज़ इतनी ठंडी थी कि कमरे का तापमान मानो अचानक गिर गया।

    King ने धीरे से अपना सिर घुमाया और अपने bodyguard को देखा—

    “Kali…”

    काली तुरंत झुक गया—

    “Yes, King.”

    King की आँखों में अजीब-सी चमक उभरी।

    “मेरे जंगली कुत्ते… बहुत भूखे हैं। उन्हें कई दिनों से उनका favourite dinner नहीं मिला। तैयार कर दो उनका dinner… अभी।”

    ये सुनते ही बंधे हुए आदमी की धड़कनें तेज़ हो गईं। उसका पूरा शरीर काँप उठा। उसे लगा जैसे उसकी नसों में खून की जगह बर्फ़ दौड़ रही हो।

    “न… नहीं… ये नहीं हो सकता… प्ल- प्लीज़… King!”

    उसकी काँपती आवाज़ कमरे की दीवारों से टकराकर लौट आई।

    लेकिन वहाँ खड़े bodyguards के चेहरे पर ज़रा-सी भी हैरानी नहीं थी।

    मानो उन्होंने पहले भी कई बार किसी को इसी अंजाम तक जाते देखा हो।

    कमरे में फैली खामोशी अब और गहरी हो गई थी…

    और उस खामोशी में, बंधे हुए आदमी को लगता था जैसे कहीं से दूर से कुत्तों की भूखी गुर्राहट सुनाई दे रही हो।

    King ने जैसे ही सिगरेट का आख़िरी कश लिया, अंदर से आती उस आदमी की चीख़ अचानक थम गई।

    कमरे में अजीब-सी ख़ामोशी छा गई—मानो वहाँ कभी कुछ हुआ ही न हो।

    काली तुरंत gate की तरफ़ बढ़ा और heavy chain खोलकर door खटाक से खोल दिया।

    King अपनी भारी-भरकम personality के साथ धीरे-धीरे आगे बढ़ा और दरवाज़े के बिल्कुल पास जाकर रुक गया।

    अंदर…

    फर्श पर पड़ा था सिर्फ़ खून और कुछ अधखाए टुकड़े, जिनकी हालत देख किसी का भी कलेजा काँप जाए।

    हवा में अब भी ताज़े खून की metallic smell फैली हुई थी।

    King ने ठंडी नज़र से वो सब देखा, और बिना किसी expression के हल्की मुस्कान के साथ बोला—

    “That’s the price of betrayal…”

    उसकी आवाज़ इतनी ठंडी और खतरनाक थी कि वहाँ मौजूद हर शख़्स की रूह काँप गई।

    तभी अचानक अभिनव के फ़ोन पर एक call आया।

    उसने तुरंत फ़ोन रिसीव करके बिना कुछ बोले सीधा King के हाथों में दे दिया।

    King ने जैसे ही कॉल उठाया, दूसरी तरफ़ से किसी आदमी की भारी और हांफती हुई voice सुनाई दी।

    वो आवाज़ कमरे की खामोशी को और गहरी कर रही थी।

    कुछ ही सेकंड सुनने के बाद King का चेहरा धीरे-धीरे बदलने लगा—

    उसके माथे की नसें तन गईं, हरी आँखों में अजीब-सा rage झलकने लगा।

    एक पल को ऐसा लगा जैसे वो अपने ग़ुस्से को दबाने की कोशिश कर रहा हो।

    कौन था कॉल पर ? और ये किंग कौन है ? क्यों इतना करूल हार्टड है किंग ? जानने के लिए पड़ते रहिए “ Baby Girl You Are Mine"

  • 2. You Are My Desire - Chapter 2 ( Ohhh... God.. Yeah"

    Words: 1357

    Estimated Reading Time: 9 min

    अभी-अभी उस कमरे की खामोशी को चीरती हुई एक heavy और husky voice फोन से गूँजी—

    “जितनी जल्दी हो सके… इंडिया वापस आओ।”


    लेकिन किंग की आँखों में ज़रा भी expression नहीं आई। उसने हल्की आवाज में ठंडे लहजे में कहा—

    “I have some important work here.”


    दूसरी तरफ से आवाज़ और भी कठोर हो गई—

    “IT’S MY ORDER, Sidharth!”


    इतना कहते ही कॉल अचानक कट गया।


    कमरे में मौजूद हर शख़्स ने एक-दूसरे की तरफ हैरानी से देखा कि कोई किंग के साथ ऐसे कैसे बात कर सकता है जबकि उनके आंखों में देखने भर से सबकी रूह कांप जाती है। लेकिन किंग बिल्कुल स्थिर बैठा रहा, जैसे सब पहले से जानता हो कि आज उसे इंडिया वापस लौटने का ऑर्डर आने वाला है।


    जी हां ये कोई और नहीं…. ये है _

    SIDHARTH ROY KAPOOR.

    CEO of S&K Group of Industries.


    वो इंसान, जिसकी कंपनी आज ASEAN की Top 10 Companies में No.1 Position पर थी।


    लेकिन सिद्धार्थ रॉय कपूर… इस नाम के पीछे छुपा है एक और dark side।

    एक ऐसा secret जिसे सिर्फ कुछ “marked persons” ही जानते हैं।

    इतना खतरनाक रहस्य… कि उसके बारे में कोई ज़ुबान खोलने की हिम्मत भी नहीं करता।


    सिद्धार्थ कुछ देर तक फोन की screen को घूरता रहा।

    उसकी हरी आँखों में अजीब-सा तूफ़ान था, लेकिन चेहरे पर ज़रा-सी भी expression नहीं।

    सिगरेट के धुएँ के बीच उसकी irritation साफ़ झलक रही थी—

    मानो अंदर ही अंदर वो ग़ुस्से को दबा रहा हो।


    उसने फोन को धीरे से table पर रखा और बेहद ठंडी आवाज़ में कहा—

    “Abhinav…”


    अभिनव तुरंत आगे बढ़ आया।

    बस सिर झुकाकर सुनने लगा।


    सिद्धार्थ ने बेहद authoritative टोन में आदेश दिया—

    “Arrange everything… as fast as possible.”


    अभिनव ने बिना देर किए जवाब दिया—

    “Yes, King. मैं अभी सब arrange करता हूँ।”


    उसकी आवाज़ में ज़रा भी हिचक नहीं थी।

    क्योंकि वो जानता था—

    King कभी भी सवाल पसंद नहीं करता।


    अभिनव तुरंत विला से बाहर निकल गया।

    सिद्धार्थ वहीं से सीधे अपने king-size room की ओर बढ़ा।


    उसके माथे पर कुछ सवाल गहराते जा रहे थे… लेकिन ये सवाल क्या थे, ये कोई नहीं जानता था।

    वो अपने ही ख्यालों में डूबा हुआ था, मानो किसी गहरी पहेली से जूझ रहा हो।


    कमरे का दरवाज़ा बंद होते ही… चारों ओर एक अजीब-सी खामोशी छा गई।

    सिद्धार्थ की आँखों में उस राज़ का बोझ साफ़ झलक रहा था—एक ऐसा राज़,

    जिसे अगर कोई जान ले… तो उसकी ज़िंदगी कभी पहले जैसी न रहे।



    इंदौर, सुबह 9 बजे।



    गिंगजी शहर से थोड़ी दूरी पर बसी एक colony…

    जहाँ ज़्यादातर middle-class families रहती थीं।


    इन्हीं houses में से एक छोटे-से घर में चार लोग अपनी ज़िंदगी जी रहे थे।

    पिता, माँ, बेटा और बेटी…

    बाहर से देखने पर उनका घर किसी भी आम family जैसा ही लगता था—

    सीधी-सादी ज़िंदगी, छोटे-छोटे सपने और एक-दूसरे के साथ हँसी-खुशी के पल।


    पर कौन जानता था कि इसी सादगी के पीछे…

    किस्मत उनके लिए कुछ ऐसा लिख चुकी है,

    जो उनकी दुनिया हमेशा के लिए बदलने वाला था।




    डाइनिंग रूम की खिड़की से आती धूप सीधे टेबल पर बिखरी हुई थी। महेंद्र चौहान आराम से न्यूज़पेपर फैलाकर बैठे थे। तभी किचन से मीना देवी की झुँझलाई हुई आवाज़ गूँजी—


    "बस भी कीजिए! अगर अख़बार पढ़कर ही पेट भरना है तो मैं सुबह का नाश्ता बनाना ही बंद कर दूँगी।"


    मीना देवी की बात सुनते ही महेंद्र जी हड़बड़ा गए। उन्होंने जल्दी से न्यूज़पेपर समेटा और नाश्ते की थाली की ओर हाथ बढ़ा दिया।


    उनकी ये घबराई हरकत देखकर बगल में बैठे ग्यारह साल के रुहान का हँस-हँस कर बुरा हाल हो गया। उसकी खिलखिलाहट पूरे डाइनिंग रूम में गूँज उठी।


    महेंद्र जी का चेहरा और गंभीर हो गया। वो उसे डाँटने ही वाले थे कि अचानक उन्हें कुछ याद आया। भौंहें चढ़ाकर उन्होंने इधर-उधर नज़र दौड़ाई और धीमी लेकिन चिंता भरी आवाज़ में पूछा—


    "अरे... रुही कहाँ है? आज तो उसका रिज़ल्ट आने वाला था, है ना?”


    उसी समय ऊपर से एक प्यारी-सी आवाज़ आई—


    “हाँ पापा… आज ही तो मेरा result आने वाला है।”


    महेंद्र जी ने अख़बार से नज़र हटाकर सीढ़ियों की ओर देखा। वहाँ उनकी बेटी रुही खड़ी थी। उसने हल्का पर्पल सलवार-कुर्ता पहना हुआ था। उसके खुले घुँघराले बाल कंधों पर बिखरे थे और चेहरे पर हल्की-सी मुस्कान थी। गोरी रंगत और चमकती नीली आँखों के साथ वो सुबह की रोशनी जैसी लग रही थी।


    महेंद्र जी ने थोड़ा चिंतित होकर कहा—

    “रुही बेटा… nervousness तो नहीं है न result को लेकर?”


    रुही हँसते हुए बोली—

    “अरे बाबा, आप ही तो कहते हो… मेहनत कभी waste नहीं जाती। तो फिर टेंशन क्यों लूँ?”


    ये सुनकर महेंद्र जी का चेहरा थोड़ा खिल गया।


    रुही सीढ़ियों से धीरे-धीरे उतरकर आई और सीधे महेंद्र जी के पीछे आकर उन्हें हल्के से गले लगा लिया।


    “पापा… आज मैं बहुत खुश हूँ। आज result out होगा और मैं अपने doctor बनने के सपने की ओर एक कदम और बढ़ा दूँगी।”


    महेंद्र जी ने अख़बार एक तरफ़ रखते हुए पीछे मुड़कर बेटी को देखा। उनकी आँखों में गर्व की चमक थी।


    “रुही बेटा,” उन्होंने भावुक होकर कहा,

    “जब तक मैं ज़िंदा हूँ, तुम्हारे हर सपने पूरे करने की ज़िम्मेदारी मेरी है। तुम बस अपना रास्ता ईमानदारी से तय करती रहना।”


    रुही शरारती अंदाज़ में मुस्कुराई—

    “और अगर dream पूरा हो गया तो सबसे पहले आपको ही free treatment मिलेगा बाबा!”


    ये सुनकर डाइनिंग टेबल पर बैठे रूहान ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगे, और मीनादेवी किचन से ही हँसते हुए बोलीं—

    “हाँ, पहले तुम्हारे पापा का पेट का इलाज कर देना… सुबह का नाश्ता तो इन्हें अख़बार से ही पूरा हो जाता है!”


    पूरा घर हँसी से गूँज उठा।



    रुही मीनादेवी और महेंद्र बाबू के पैर छूकर प्रणाम करती है।

    माँ प्यार से उसके सिर पर हाथ फेरते हुए बोलीं,

    “बेटी, तुम हमेशा पढ़ाई में सबसे आगे रही हो… मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार भी तुम अच्छा result लेकर आओगी।”


    रुही हल्की-सी मुस्कान के साथ अपना bag उठाती है और माँ-बाबा को “बाय” कहकर बाहर निकल जाती है।

    उसका भाई रूहान, जिसे महेंद्र बाबू स्कूल छोड़ने जाते हैं, वहीं से महेंद्र बाबू सीधे अपने ऑफिस निकल जाते हैं।


    लेकिन…

    रुही को ये ज़रा भी नहीं पता था कि ये दिन उसकी ज़िंदगी की सबसे बड़ी कहानी की शुरुआत करने वाला है।


    SRK Villa, सुबह 4 बजे


    सिद्धार्थ की नींद अचानक उसके phone call से टूटी। उसने आँखें अभी भी बंद रखते हुए ही call रिसीव किया।


    उधर से अभिनव की आवाज़ आई—

    “Sir, आपका personal jet ready है। हमें एक घंटे के अंदर निकलना होगा।”



    सिद्धार्थ बिना कुछ कहे bathroom में गया और shower on कर दिया।

    ठंडे पानी की धार उसके नंगे जिस्म पर गिर रही थी।

    उसने एक हाथ दीवार पर टिकाया, और गहरी साँसें लेने लगा।


    उसके चेहरे पर बेचैनी साफ़ झलक रही थी।

    हर साँस के साथ उसका शरीर कांप रहा था। उसका एक हाथ दीवार से टिकी हुई थी और एक हाथ उसके लोवर पार्ट पर था जो बहुत जड़ा हार्ड हो चुका था। 


    पानी की बूंदें उसके चेहरे से बह रही थीं, और उसकी आँखें बंद थीं—मानो किसी अपने ही तूफ़ान में डूबा हो। वो खुद में ही grown करने लगा और उसकी handmoves और भी जादा harsh और फास्ट हो गए।

    कुछ देर बाद, उसके होंठों से धीमी, टूटी-फूटी आवाज़ निकली—

    “Ohhh… God… Yeah”


    उसका सिर पीछे की ओर झुक गया… और उस पल उसके चेहरे पर एक अजीब-सी राहत, एक गहरी ख़ामोशी उतर आई।


    वो खुद से ही grown करते हुए और अपने कर्कश आवाज और लाल आंखों से सांस लेते हुए कहता है


     “ who are you? Where are you? कौन हो तुम जो मेरे अंदर की इस सारी आग को बुझा सकते हो ? कौन हो तुम जो मुझे पूरी तरह से सेटिस्फाई कर सकते हो? “


    उसने अपनी आंखें बंद करके एक गहरे आवाज में कहा “ एक बार अगर तुम मुझे मिल गई तो तुम खुद भी नहीं जानती कि में तुम्हारा क्या हाल करूंगा “ इतना कहते ही उसके होठों पर एक डेविल स्माइल तैर गया जो इतना खौफनाक था कि कोई भी डर जाता।


    कौन है वो जिसे सिद्धार्थ चाहता है? क्यों है वो ऐसा ? क्या करेगा वो जब उसे वो लड़की मिलेगी? जानने के लिए पड़ते रहिए “ You Are My Desire ""

  • 3. You Are My Desire - Chapter 3 ( Oh my God..... He is so hot)

    Words: 1381

    Estimated Reading Time: 9 min

    ⏰ सुबह 11 बजे, Ideal International School का रिज़ल्ट बोर्ड भीड़ से घिरा हुआ है।



    Kajal उछलकर चिल्ला पड़ती है –



    Kajal: "Aaaah Ruhi baby! देख… तू फिर से टॉपर बन गई! और सुन, इस बार तो तूने पूरे बोर्ड में भी पहला स्थान हासिल किया है। OMG, देख अपना रिज़ल्ट!"



    (वो रिज़ल्ट बोर्ड पर उंगली रखकर दिखाती है। Ruhi शरमा जाती है, उसकी आँखें चमक उठती हैं। Kajal खुशी से कूदने लगती है।)



    रूही ने अपनी आँखों में चमक लिए कहा –



    “काजल, आज तो मेरा सपना पूरा हो गया! मैंने सोचा था बस pass हो जाऊँ वही काफी है, लेकिन मैं तो पूरे बोर्ड में top कर गई। अब मैं अपने dream college में admission ले पाऊँगी।”



    काजल तुरंत हँसते हुए बोली –



    “अरे वाह मैडम! अब तो तू famous हो गई… autograph देना मत भूलना हमें।”



    रूही ने मजाक में उसके कंधे पर हल्का सा धक्का मारते हुए कहा –



    “अरे पगली! तू तो मेरी best friend है… तुझे autograph क्यों दूँगी?”



    काजल ने फिर हँसते-हँसते अचानक थोड़ा emotional होकर कहा –



    “जानती है रूही, तूने तो पूरे स्कूल का नाम रोशन कर दिया। मुझे तुझ पर बहुत proud है।”



    फिर उसने अपनी आँखें पोंछते हुए शरारत से कहा –



    “और हाँ, आज तो हमारा स्कूल का last day है… रात को हम धूमधाम से party करेंगे। इस बार कोई excuse नहीं चलेगा, समझी?”



    ---



    📱 उसी जोश में Kajal अपना मोबाइल निकालकर Ruhi की मम्मी को कॉल लगा देती है।



    Ruhi अचानक घबरा जाती है।



    Ruhi (फुसफुसाकर): "Pagli! मम्मी को मत बता अभी… please…"



    लेकिन Kajal तो अपनी ही दुनिया में है।



    Kajal (फोन पर, जोश से):



    "Aunty ji… breaking news सुनिए! आपकी बेटी ने आज पूरा स्कूल और बोर्ड दोनों में टॉप कर लिया है। वाह क्या कमाल किया है इसने!"



    (फोन के दूसरी तरफ़ Ruhi की माँ की आवाज़ खुशी से काँपती है।)



    Ruhi की माँ: "सच…? मेरी बेटी टॉपर बन गई?"



    Kajal (शरारती अंदाज़ में हँसते हुए):



    "सच aunty! और सुनिए… आज रात हमने घर पे छोटी-सी पार्टी भी कर ली थी… पूरी रात डांस, मस्ती, धमाल!"



    ---



    😨 ये सुनकर Ruhi की आँखें चौड़ी हो जाती हैं। वो Kajal का हाथ झटक देती है और धीरे से चीख पड़ती है –



    Ruhi (धीरे लेकिन गुस्से से): "Kajal!! तू ये क्या बोल रही है? अब मम्मी पकड़ लेंगी झूठ… मैं गई!"



    फोन के उस पार माँ की आवाज़ अचानक सख़्त हो जाती है।



    Ruhi की माँ: "क्या? घर पर पार्टी? वो भी पूरी रात?"



    Ruhi काँपने लगती है। Kajal हँसी रोकते हुए तुरंत एक्टिंग मोड में आ जाती है।



    Kajal (इमोशनल टोन में):



    "Aunty ji… आज का दिन Ruhi का सपना था। आपने देखा है न, इसने कितनी मेहनत की थी? आज पहली बार ये खुलकर हँसी है, सच में जिया है। अगर थोड़ी-सी मस्ती हमने कर भी ली तो उसमें ग़लती कहाँ है? ये इसकी जीत की रात थी, aunty…"



    फोन पर कुछ पल सन्नाटा छा जाता है। Ruhi साँस रोककर Kajal को देखती है।



    फिर माँ की आवाज़ नरम हो जाती है।



    Ruhi की माँ (धीरे से):



    "ठीक है… लेकिन अगली बार मुझे बताए बिना ऐसा मत करना, समझीं?"



    Ruhi चैन की सांस छोड़ देती है और Kajal उसे आँख मारती है।



    Kajal (Ruhi के कान में फुसफुसाकर):



    "See baby… कहा था न, सब संभाल लूँगी। अब तू बस enjoy कर!"



    दोनों हँस पड़ती हैं और भीड़ में सब उनकी तरफ़ देख मुस्कुरा उठते हैं। और दोनों वहां से सीधा मल चले जाते है नाइट पार्टी के लिए ड्रेस सेलेक्ट करने के लिए।



    Devi Ahilya International Airport, शाम 6 बजे।



    एयरपोर्ट का दरवाज़ा खुला और बाहर निकला एक हैंडसम हंक, इतना डैशिंग कि कोई अपनी नजरें उससे हटा ही नहीं पा रहा था—ना लड़कियाँ, ना लड़के।



    उसका चेहरा बिल्कुल expressionless था, जैसे उसने चारों तरफ की दुनिया को ही अनदेखा कर दिया हो। वह काले bubble jacket में था, स्टाइल और presence इतनी जोरदार कि हर कोई बस उसे देखने को मजबूर था।



    चारों तरफ उसके bodyguards थे, हर exit को cover किया और उसे security दे रहे थे। कोई भी उसके करीब जाने की हिम्मत नहीं कर सकता था।



    उसकी हर चाल में confidence और mystery झलक रही थी—सच में, उसे देख कर पूरा एयरपोर्ट जैसे थम सा गया।



    भीड़ में खड़ी एक लड़की कह रही थी,



    “ओह माय गॉड! कितना हैंडसम और डैशिंग है वह—काले goggles में तो बस देखते ही रह जाओ!”



    तभी दूसरी लड़की ने उसे pinch करते हुए कहा,



    “रिया, हिम्मत मत करना उसे घूरने की! वो Siddharth Kapoor है, S&K Industries का CEO।”



    जैसे ही उस लड़की ने कंपनी का नाम सुना और यह जाना कि ये वही शख्स है जो इतना powerful और influential है, उसका तो सिर चकरा गया।



    मानो उसके सर पर अचानक तूफ़ान टूट गया हो।



    सिद्धार्थ पिछले 7 सालों से abroad मे थे, लेकिन उनकी reputation पूरी दुनिया में फैल चुकी थी।



    किसी को भी उनके family के बारे में सच में पता नहीं था, और कोई जानने की risk भी नहीं लेना चाहता था।



    क्योंकि सभी जानते थे कि Kapoor family हमेशा से full of mystery रही है।



    और सिद्धार्थ? वो कोई simple या easy-going guy नहीं था।



    उसकी presence में ही लोग महसूस कर लेते थे कि उसके साथ deal करना या उलझना आसान नहीं है।



    अभिनव और सिद्धार्थ अपनी SUV में बैठे। Siddharth का driver ने car start किया और वे Kapoor Mansion की तरफ निकल पड़े।



    वहीं दूसरी तरफ, Kajal और Ruhi ने पूरा दिन shopping, foodie trip और और भी बहुत कुछ enjoy किया।



    उन्होंने अपनी night party के लिए कुछ dresses भी खरीदी।



    अब Ruhi Kajal की scooty पर बैठ गई।



    Kajal ने scooty start की और सड़क की तरफ बढ़ गई।



    वे दोनों night party के लिए dress change करने घर की तरफ जा रही थीं।



    सड़क पर हवा की हल्की-हल्की ठंडक उनके चेहरे को छू रही थी और Ruhi थोड़ी excited और nervous लग रही थी।



    Kajal अपनी scooty चला रही थी और Ruhi से बातें कर रही थी, तभी अचानक एक four-wheeler की headlights उनके सामने चमक गई।



    इस अचानक brightness से Kajal का balance बिगड़ गया, उसकी आँखें reflexively बंद हो गईं, और दोनों सड़क पर गिर पड़ीं।



    Sidharth, car के front passenger seat में बैठा हुआ, अपने laptop पर टाइप करना अचानक बंद कर दिया, जैसे उसकी उंगलियाँ पहले रोबोट की तरह चल रही थीं।



    उसने driver की ओर घूरते हुए देखा, उसका expression काला और डरावना था।



    Driver, डर के मारे काँपते हुए और घबराते हुए, हकलाते हुए बोला,



    "S-s-so sorry, sir… वहाँ दो लड़कियाँ सड़क के बीचों-बीच scooty से गिर गई थीं… इसलिए मुझे brakes जोर से लगानी पड़ी।”



    Situation देख, Abhinav तुरंत car से बाहर निकला और लड़कियों की तरफ़ भागा। उसने देखा कि दोनों लड़कियाँ अपनी scooty उठाने की कोशिश कर रही थीं, और headlight जमीन पर टूटकर बिखरी पड़ी थी।



    सड़क पर गिरकर खुद को संभालते हुए, रुही ने डर के मारे पीछे हिचकी ली।



    उसी समय, अभिनव मदद को दौड़ा।



    काजल (गुस्से में, आवाज़ कड़काते हुए): "अरे! तुमने ये क्या किया? ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है क्या? तुम कौन होते हो, साहब? देखो तो सही! हम गिर ही गए, तुम्हारी वजह से!"



    अभिनव (हैरान और घबराते हुए): "मैं… मैम… मैं तो—"



    काजल (बिना रुके, चीखते हुए): "क्या मैं तुम्हें जानती हूँ? नहीं! फिर भी तुम हमारे रास्ते में क्यों खड़े हो गए? ये तुम्हारी वजह से हुआ, समझे? हाँ, हाँ, बिलकुल तुम्हारी!"



    रुही (छोटा सा रोना और हँसी के बीच): "काजू… वो बस मदद करने आए हैं…"



    काजल (अभिनव की ओर ताने मारते हुए): "मदद? मदद करने के लिए किसी को गिरा देते हो तुम? ओह हो! तुम्हारी वजह से मेरी scooty और रुही का बैग गिर गया! अब उठाओ इसे!"



    अभिनव (हाथ फैलाकर, पूरी तरह confused): "मैम… मैं सच में कुछ नहीं कर रहा था… मैं तो—"



    काजल (झुकते हुए नहीं, पूरी गंभीरता से): "कुछ नहीं? तुमने ही ये सब किया है! अब जल्दी से उठाओ इसे और फिर सोचो कि अगली बार ऐसा दोबारा हुआ तो मैं क्या करूँगी!"



    रुही को हँसी रोकते हुए खुद को संभालना मुश्किल हो गया, क्योंकि वो देख रही थी कि एक अजनबी, बिल्कुल शांत और घबराया हुआ, अब काजल की ग़ुस्से की आग में फंस गया है।



    क्या करेगा अब अभिनव? क्या मुलाकात हो जाएगी रूही और सिद्धार्थ की ? क्या होगा आगे ? जानने के लिए पड़ते रहिए " You Are My Desire"

  • 4. You Are My Desire - Chapter 4 ( First Kiss ❤️‍🔥)

    Words: 1061

    Estimated Reading Time: 7 min

    बाहर का शोर सुनकर सिद्धार्थ का irritation हद से ज़्यादा बढ़ गया। उसने झटके से laptop बंद किया और गहरी सांस लेकर कार का दरवाज़ा खोला। अगले ही पल उसकी ऊँची personality भीड़ का ध्यान अपनी तरफ़ खींचने लगी।


    धीरे-धीरे वो उस direction में बढ़ा जहाँ लोग इकट्ठा थे।

    रुही अब भी उसकी तरफ़ पीठ किए खड़ी थी… इसीलिए सिद्धार्थ उसकी आँखें नहीं देख पाया। बस उसकी नर्म-सी silhouette सामने थी।


    सिद्धार्थ बिना सोचे सीधा आगे बढ़ा और एक झटके से रूही का कंधा पकड़कर उसे अपनी तरफ़ घुमा लिया। उसकी आवाज़ ठंडी और गहरी थी—

    “How dare you…”


    लेकिन उसके शब्द वहीं रुक गए।

    जैसे ही उसने पहली बार रूही का चेहरा देखा, सब कुछ freeze हो गया। सामने खड़ी ये लड़की मासूम भी थी और किसी रहस्य की तरह दिल को खींचने वाली भी।


    पर उसकी नज़रें अटक गईं… रूही के heart-shaped pink lips पर।

    हल्के से खुले हुए होंठ ऐसे लग रहे थे जैसे खुद उसे अपनी तरफ़ बुला रहे हों।


    इधर रूही तो एकदम shocked थी—

    “ये इंसान कौन है? और मेरे साथ ऐसा क्यों कर रहा है…?”


    वो कुछ कह पाती, इससे पहले ही सिद्धार्थ ने उसकी कमर कसकर अपनी तरफ़ खींच लिया। अगले ही पल वो सीधा उसके hard और warm chest से टकरा गई।


    उस टकराहट ने जैसे दोनों के बीच जैसे बिजली दौड़ा दी।

    रूही का दिल तो मानो इतनी तेज़ी से धड़कने लगा कि उसे अपनी heartbeat साफ़ सुनाई देने लगी।

    लेकिन सिद्धार्थ… उसके expression कुछ अलग थे। वो जैसे किसी अनकहे जुनून में खो गया था।


    उसने न इधर देखा न उधर बस… अचानक उसने अपने होंठ रूही के होंठों पर रख दिए।

    शुरुआत में वो kiss soft था, लेकिन धीरे-धीरे उसमें raw intensity घुलने लगी।

    अब उसने forcefully उसके lower lip को पकड़कर suck करना शुरू कर दिया… और इधर रूही पूरी ताक़त से उसे push करने लगी।


    वो अपने छोटे-छोटे हाथों से वो बार-बार उसके chest पर मार रही थी, और आँखें बंद करके खुद को छुड़ाने की कोशिश…

    लेकिन सिद्धार्थ ने पकड़ ढीली नहीं की।

    बल्कि उसकी hot breath के साथ उसकी tongue उसके मुँह में enter कर गई… और हर कोना explore करने लगी, जैसे वो उसे पूरी तरह अपना बनाना चाहता हो।


    वो kiss अब सिर्फ़ एक kiss नहीं रहा…

    वो जुनून था, तड़प थी—जैसे सालों से दबा हुआ कोई दर्द अचानक बाहर निकल आया हो।


    करीब कुछ मिनट तक दोनों उसी आग में डूबे रहे।

    पर अब जब रूही की सांसें टूटने लगीं, तो ये देखकर सिद्धार्थ को मजबूरी में उसके होंठ छोड़ने पड़े।


    मौका मिलते ही रूही हाँफती हुई पीछे हट गई।

    उसका चेहरा लाल, होंठ swollen और आँखों में हल्की-सी नमी… उस पल वो पहले से कहीं ज़्यादा beautiful और tempting लग रही थी।


    सिद्धार्थ बस उसे देखता रहा—

    आँखों में हैरानी और दिल में एक अजीब-सी खामोशी।

    जैसे उसने पहली बार ज़िंदगी में किसी को सच में महसूस किया हो।


    सिद्धार्थ जैसे ही फिर से उसके lips का taste लेने के लिए आगे बढ़ा…

    रूही ने अचानक उसे सीधा गाल पर एक जोरदार थप्पड़ मार दिया और गुस्से में बोली—


    “You bastard! शर्म नहीं आती? Public place में किसी लड़की के साथ ऐसा behave करते हो!”


    फिर वो गहरी-गहरी साँसें लेते हुए, गुस्से से उंगली उठाकर बोली—


    “आपका नसीब अच्छा है कि मैं police को call नहीं कर रही… लेकिन ये मत समझना कि मैंने आपको माफ़ कर दिया। Next time अगर हमारी मुलाकात हुई, तो सोच भी नहीं सकते कि मैं आपके साथ क्या करूँगी!”


    उधर, रूही के हाथ से थप्पड़ खाने के बाद सिद्धार्थ का चेहरा एक तरफ़ घूम गया।

    लेकिन उसने अपना सिर उसी तरह झुका कर रखा और उसकी आँखें अब भी बंद थीं।


    सिद्धार्थ ने जो कुछ किया था और फिर रूही का ये strong reaction—ये सब वहीं मौजूद Abhinav, Kajal और बाकी लोग भी देख रहे थे, जो हंगामा सुनकर वहाँ जमा हो गए थे।


    अभिनव ने जैसे ही वो नज़ारा देखा, उसका मुँह खुला का खुला रह गया।

    उसकी आँखों में साफ डर और हैरानी थी।

    मन ही मन उसने बुदबुदाया—


    “हाय भगवान… अब तो गया काम तमाम। ये devil जब इस तरह किसी लड़की पर अटक जाता है… तो फिर उसे कोई नहीं बचा सकता। अब इस लड़की का क्या होगा…”


    रूही गुस्से में काँप रही थी। उसकी आँखों में आँसू और गुस्सा दोनों थे।

    वो सीधी काजल के पास गई और तेज़ आवाज़ में बोली—


    “काजु… चल यहाँ से! इन लोगों के साथ एक पल भी खड़े रहना बर्दाश्त नहीं। चल अभी!”


    काजल ने भी कुछ कहे बिना गुस्से में अभिनव की तरफ़ घूरा।

    उसकी नज़रें जैसे कह रही थीं—“ये सब तुम्हारी वजह से हुआ।”


    फिर उसने स्कूटी स्टार्ट की।

    रूही उसके पीछे बैठी, और दोनों धीरे-धीरे अंधेरे रास्ते पर आगे बढ़ गईं।


    पीछे रह गया सिर्फ़ सन्नाटा…

    सिद्धार्थ वहीं खड़ा था—गाल पर पड़ा थप्पड़ अब भी जल रहा था।

    उसकी आँखें बंद थीं, लेकिन चेहरे पर अजीब-सी खामोशी और अंदर कुछ टूटने की आहट साफ महसूस हो रही थी।


    भीड़ में खड़े लोग फुसफुसाने लगे, पर कोई भी उसकी आँखों में छुपे तूफ़ान को समझ नहीं पाया।

    और अभिनव… बस वहीं खड़ा रह गया, दिल में ये डर लिए कि—

    “ये कहानी अब यहीं नहीं रुकेगी… असली खेल तो अब शुरू होगा।”



    जैसे ही रूही और काजल वहाँ से चली गईं, अभिनव धीरे-धीरे सिद्धार्थ के पास आया और डरते-डरते बोला,

    “S…sir…”


    अभिनव कुछ और बोल पाता, उससे पहले ही सिद्धार्थ ने अपनी dangerous voice में कहा—

    “I want all of her details… within 2 hours.”


    सिर्फ़ उसकी आवाज़ सुनते ही अभिनव के गले से जैसे सांस अटक गई।

    उसने महसूस किया कि अब उस लड़की के साथ कुछ बहुत बड़ा होने वाला है।


    सिद्धार्थ ने अपना चेहरा सीधा किया और आँखें खोलीं—

    वो आँखें खून की तरह लाल थीं।

    अभिनव को सचमुच ऐसा लगा जैसे वो किसी इंसान को नहीं, बल्कि सामने खड़े एक devil को देख रहा हो।


    उसका चेहरा गुस्से से काला पड़ चुका था, लेकिन होंठों पर एक हल्की-सी मुस्कान थी…

    ऐसी मुस्कान जो और भी खतरनाक लग रही थी।


    रूही जिस दिशा में गई थी, उसी ओर देखते हुए सिद्धार्थ ने बस एक वाक्य कहा—


    “We’ll meet again… and very soon, baby girl.”


    लेकिन रूही खुद नहीं जानती थी कि उसने अपनी ज़िंदगी में किस खतरनाक तूफ़ान को बुला लिया है।


    क्या रूही सिद्धार्थ के शिकंजे से बच पाएगी?

    या फिर अब उसका खेल शुरू होने वाला है?

    जानने के लिए पड़ते रहिए “You Are My Desire ” 

  • 5. You Are My Desire - Chapter 5 ( Killer legs, man ...." " Please leave me"..." Baby Girl" 🥵)

    Words: 1413

    Estimated Reading Time: 9 min

    रात के 9 बजे, Blue Heaven Night Club

    चारों तरफ़ loud music की गूंज, डांस फ्लोर पर झूमती भीड़, चमकती लाइट्स और हल्की परफ्यूम की खुशबू हवा में फैली हुई थी।

    DJ के बीट्स पर हर कोई खोया हुआ था, तभी क्लब का main door खुला और सबकी नज़रें जैसे अपने आप उस तरफ़ खिंच गईं।

    दरवाज़े से दो लड़कियाँ अंदर आईं—

    पहली ने पहनी थी blue short bodycon dress, जिसका neckline हल्का सा open था, जो उसके कर्व्स को और भी perfect बना रहा था।

    दूसरी ने पहना था black sleeveless deep-neck top और साथ में black mini skirt, जिसकी length बस उसकी thighs तक थी।

    दोनों की confident walk और हल्की मुस्कान ने पूरे क्लब का माहौल पलभर में बदल दिया।

    उनके अंदर आते ही भीड़ में फुसफुसाहट शुरू हो गई—

    “Bro… just look at them… damn hot!”
    “Oh My God… blue dress वाली तो literally a bomb है!”
    “Black वाली के legs… uff, killer!”
    “Yaar, are they models or what? इतना perfect figure… unbelievable!”



    कुछ लड़के तो drink हाथ में लेकर वहीं रुक गए, जैसे उनकी नज़रें हट ही नहीं पा रही थीं।
    बार काउंटर के पास खड़ी एक लड़की ने अपनी फ्रेंड से धीरे से कहा—

    “अगर वो black top वाली थोड़ी और करीब आई न, तो यहाँ के सारे लड़के flat हो जाएंगे।”



    DJ तक ने माइक पर मज़ाक करते हुए कहा—

    “Looks like Blue Heaven में आज रात heaven सच में उतर आया है!”


    दोनों लड़कियाँ हल्की-सी स्माइल के साथ भीड़ के बीच से आगे बढ़ती रहीं।
    हर कदम के साथ उनकी fragrance और उनकी presence जैसे सबके दिल की धड़कनें तेज़ कर रही थी।
    कोई अपनी drink भूल रहा था, कोई अपने partner को—
    बस एक ही बात सबके दिमाग़ में थी—

    “कौन हैं ये दोनों… और ये इतनी dangerous तरीके से hot कैसे हो सकती हैं?”

    रुही अपनी skirt को हल्के-हल्के नीचे खींचते हुए चेहरा सिकोड़कर बोली,
    “काजु… ये कैसी dress पहना दी तूने? इतनी short… मुझे तो बहुत uncomfortable लग रहा है।”

    काजल ने मज़े से अपनी उंगलियों से बालों को घुमाते हुए माथे पर हाथ रखा और बोली,
    “ओ मेरी backdated dadi amma! ये fashion है… night club में क्या तू दादी की तरह churidar पहन कर आती?”

    वो रुही के और करीब आई, उसकी ठुड्डी उठाकर उसे चारों तरफ़ देखने का इशारा करते हुए कान में धीरे से फुसफुसाई,
    “ज़रा notice कर… सबकी नज़रें हम पर ही हैं। Hot लग रहे हैं हम दोनों, पूरी रात का attention बस हमारा है।”

    रुही शरमा कर हल्की मुस्कान देती है, पर उसकी आँखों में चमक साफ दिख रही थी।
    उसी वक्त पास की टेबल से दो लड़कों की फुसफुसाहट सुनाई दी—
    “Damn… those girls are fire! Look at that black skirt girl… killer legs, man!”
    दूसरा लड़का धीमी आवाज़ में बोला,
    “Blue dress वाली तो… बस कहने लायक नहीं, pure dream girl!”

    काजल ने शरारती अंदाज़ में अपने दाँत दिखाते हुए हँस कर कहा,
    “सुना, baby? पूरा club हमारे पीछे पागल हो रहा है।”
    रुही ने भी हल्की हँसी दबाते हुए उसकी आँखों में देखा और कहा,
    “तू तो मुझे आज पक्का मुसीबत में डलवाएगी।”

    काजल ने अचानक दोनों हाथ ऊपर उठाकर जोश में चिल्लाया,
    “Let’s go baby… let’s set this night on fire! 🎉🔥”

    उसने रुही का हाथ कसकर पकड़ा और दोनों सीधा dance floor की चमचमाती लाइट्स के बीच पहुँच गईं।
    DJ के तेज़ beats पर जैसे ही उनकी कमरें लय में थिरकने लगीं,
    पूरा क्लब उनकी energy और glow से गर्म हो उठा—
    हर आँख बस उन्हीं दो खूबसूरत लड़कियों पर टिकी रह गई।


    क्लब रूम की हल्की–सी धुँधली लाइट्स के बीच, सबकी नज़रें डांस फ्लोर पर घूम रही थीं।
    लेकिन… वहाँ एक शख्स था जो बाकी सबसे अलग था।
    एक कोने में, king size chair पर आराम से बैठा हुआ… हाथ में red wine का ग्लास, और उसकी green eyes किसी शिकारी की तरह बस उसी को देख रही थीं—Ruhi।
    हर घूँट के साथ उसकी निगाहों की गर्माहट और भी गहरी होती जा रही थी… जैसे वो अपनी नज़रों से ही Ruhi को कैद कर रहा हो।


    इधर, डांस फ्लोर पर Ruhi और Kajal काफी देर से लगातार डांस कर रही थीं।
    तेज़ म्यूज़िक, चमकती लाइट्स और चारों तरफ़ लोगों की चीख़ती–चिल्लाती आवाज़ों के बीच Ruhi की साँसें अब तेज़ हो चली थीं।
    उसकी नर्म गर्दन पर पसीने की बूँदें चमक रही थीं, और होठों पर प्यास की हल्की कंपकंपी।


    Ruhi ने Kajal के करीब जाकर उसके कान के पास झुकते हुए कहा—

    "Kaju… मेरी जान सूख रही है… मैं नीचे काउंटर तक जा रही हूँ, कुछ drink लेकर आती हूँ।"

    लेकिन तेज़ म्यूज़िक में Kajal ने कुछ सुना ही नहीं।
    उसने बस हल्के से सिर हिलाया और फिर से डांस में खो गई।

    Ruhi धीरे-धीरे stage से नीचे उतरी।
    उसकी हर स्टेप में एक अजीब-सी नर्मी थी, जैसे उसकी थकान भी किसी अनजानी मोहब्बत में घुल रही हो।
    सीधे काउंटर तक जाकर उसने हल्की-सी मुस्कान के साथ कहा—
    "One soft drink please…"

    काउंटर का वेटर उसकी ओर देखते-देखते जैसे कुछ पलों के लिए भूल ही गया कि ऑर्डर लेना है।
    आखिरकार उसने झटपट soft drink सामने रखा।

    Ruhi ने किसी की ओर देखे बिना ही ग्लास को होंठों तक उठाया और एक ही साँस में पूरा drink खत्म कर दिया।

    और ठीक उसी पल…
    क्लब के उस अँधेरे कोने में बैठे green-eyed stranger के होंठों पर एक खतरनाक devil smile उभरी।
    जैसे ये सब उसी का खेल था।
    जैसे वो इसी पल का… इंतज़ार कर रहा था।

    ड्रिंक ख़त्म करने के बाद Ruhi फिर से stage पर डांस करने लगी।
    लाइट्स की चकाचौंध, तेज़ beats, धड़कनों की आवाज़… सब पहले जैसा था,
    पर उसके अंदर कुछ बदल चुका था।

    आधे घंटे भी नहीं हुए थे कि उसके पूरे जिस्म में अजीब-सी heat फैलने लगी—
    जैसे किसी ने उसकी नसों में आग भर दी हो।
    उसकी साँसें तेज़ होने लगीं, दिल बेकाबू धड़कने लगा।

    Ruhi घबराकर Kajal की तरफ़ बढ़ी, उसके कान में लगभग चिल्लाई,
    “Kaju… mujhe… kuch ajeeb sa feel ho raha hai… mujhe washroom jaana hai!”
    पर Kajal तो अपनी ही दुनिया में डूबी थी—
    हाथ में स्ट्रॉन्ग ड्रिंक, और किसी अजनबी लड़के के साथ
    बेहद wild डांस करते हुए।

    Kajal ने बस गर्दन हिलाई और तेज़ी से कहा,
    “Relax Ruhi… just enjoy the beats baby!”

    Ruhi की आँखों में डर साफ़ दिख रहा था।
    “No… I can’t… I’m not feeling good…”
    बेबस होकर उसने सिर झटका और washroom की ओर निकल पड़ी।

    भीड़ के बीच से गुजरते हुए उसकी हालत बिगड़ती जा रही थी।
    हर क़दम के साथ शरीर का तापमान बढ़ता,
    पैर जैसे भारी होते जा रहे थे।
    दिल में एक अजीब-सी सिहरन दौड़ गई—
    जैसे कोई अदृश्य परछाईं उसके पीछे-पीछे चल रही हो।

    उसने डरते हुए धीरे से बुदबुदाया,
    “Kaun hai…? Kaun follow kar raha hai mujhe…?”

    अचानक—
    एक ठंडी पर ज़हरीली हवा की तरह किसी ने पीछे से उसकी कमर पकड़ ली।
    Ruhi का पूरा शरीर झटका खाकर रुक गया।

    वो वही शख़्स था—
    जिसकी हरी, चमकती आँखें काउंटर से ही उसे हिप्नोटाइज कर रही थीं।
    उसकी पकड़ इतनी सख़्त थी कि Ruhi का दिल मानो गले में अटक गया।

    लड़का धीरे से उसके कान के पास झुका और बेहद धीमे, खतरनाक स्वर में फुसफुसाया,
    “Tumhe pata hai… tumhe dekh kar kitni der se jal raha hoon?
    Tum jaanti ho… tum kitni beautiful lag rahi ho iss light mein?”

    Ruhi ने काँपती आवाज़ में चीखने की कोशिश की,
    “Please… leave me! Don’t touch me… help… koi hai kya yahan?”

    लेकिन उस तेज़ music और भीड़ में उसकी पुकार गुम हो गई।
    लड़के ने उसकी पकड़ और कस दी,
    उसके बालों को धीरे-धीरे सूंघते हुए फुसफुसाया,
    “Shhh… no one can hear you.
    Bas ek minute… sirf ek minute…”

    Ruhi ने पूरी ताकत से हाथ-पाँव मारे,
    “I said leave me… you psycho!”

    और तभी—
    पूरे क्लब का शोर जैसे अचानक थम गया।
    बेस के बीच से एक शैतानी गूंज फटी—

    “LEAVE… MY BABY GIRL.”

    आवाज़ इतनी गहरी, इतनी खतरनाक थी कि
    Ruhi की रीढ़ तक सिहर उठी।
    उस पल हवा तक जम गई,
    लड़के का चेहरा सफ़ेद पड़ गया।

    उसने काँपते हुए डर के साथ इधर-उधर देखा और टूटी आवाज़ में बुदबुदाया,
    “Who… who the hell is that…?”

    Ruhi का दिल ज़ोर से धड़क रहा था।
    उसने महसूस किया…
    इस आवाज़ में सिर्फ़ गुस्सा नहीं,
    बल्कि एक ऐसा हक़ छुपा था जिसे वो समझ नहीं पा रही थी।

    कौन था ये?
    जिसकी एक पुकार ने पूरे क्लब की धड़कनें रोक दीं।
    Ruhi की साँसें अटक गईं—
    खतरा अभी ख़त्म नहीं…
    बल्कि बस शुरू हुआ है।

    जानने के लिए पड़ते रहिए “ You Are My Desire ”