Novel Cover Image

The Devil's Obsession

User Avatar

Sona

Comments

0

Views

377

Ratings

8

Read Now

Description

एक खुबसूरत प्यारी सी लड़की चाहत शर्मा की जिसका सामना एक ऐसी सच्चाई से होता है कि उसकी पुरी जिंदगी बदल जाती है एक काली रात के बाद क्या चाहत की जिंदगी में कभी सवेरा आयेगा या चाहत की जिंदगी सिमट के रह जायेगी उसके लाइफ के सबसे बड़े डेविल रिद्धांश सिंह रा...

Characters

Character Image

Chahat Sharma

Heroine

Character Image

Riddhansh Singh Rathore

Hero

Total Chapters (34)

Page 1 of 2

  • 1. The Devil's Obsession - Chapter 1

    Words: 1026

    Estimated Reading Time: 7 min

    एक क्लब में लड़की रोती हुई बोली_

    "प्लीज़ मुझे छोड़ दो मैं यहां यह सब करने नहीं आयी हुं, तभी एक मैनेजर आया और उस लड़की को तमाचा जड़ते हुए कहा_

    "ब्युटी यहां तुम आयी अपनी मर्ज़ी से थीं लेकिन अब यही तुम्हारी दुनिया है आज के बाद तुम इन्हीं गलियों की रानी कहलाओगी जितनी जल्दी तुम इस सच को एक्सेप्ट कर लोगी तुम्हारे लिये उतना ही अच्छा होगा।

    लड़की रोती हुई ज़मीन पर बैठ गयी और हाथ जोड़कर बोली_

    "मैं यहां जाॅब के लिए आयी थी मैं नहीं जानती यहां क्या होता है। तभी मैनेजर ने उस लड़की के बाल पकड़कर कहा_

    "आइ डोंट केयर तुम यहां क्यों आयी हो।मुझे सिर्फ़ पैसों से मतलब है और तुम्हें देखने के बाद लोग आज पैसों की बारिश कर देंगे मैनेजर की बात सुन कर ‌वो‌ ‌लडकी मैनेजर को धक्का देकर भागने लगी लेकिन तभी दो लड़कियो ने आकर उस लड़की को इंजेक्शन लगा दिया ।

    थोड़ी देर बाद लड़की नशे की हालत में स्टेज़ पर खड़ी लोगों को देख रही थी, उस क्लब में आये मर्द भी उस लड़की को गंदी नज़रों से देख रहे थे और उसके साथ रात गुजारने की बोली लगा रहे थे। तभी एक आदमी बोला_ "दस लाख रूपये!

    Introduction

    एक बला कि खुबसूरती लिये मासुम सी लड़की! उसके आंखे खुन की तरह लाल जिनमें से काजल के साथ आंसु बह रहे थे काजल के काले आंसु लड़की के गोरे चेहरे पर सुख गये थे! लड़की थोड़ी हंसी और दर्द भरीं आवाज़ में बोलीं _

    "मैं हुं चाहत शर्मा मेरी जिंदगी बहुत खुबसूरत और खुशहाल है और आज‌ फाइनली मेरा सपना पुरा होने वाला है मेरा प्यार देवांश कनाडा से पढ़ाई करके आज वापस आ रहा है अब बस मैं और वो शादी कर लेंगे! लेकिन क्या यह मेरा सच है या एक ख्वाब है ? जिसे मैं सच समझने की भुल कर रही हुं!

    चाहत की आम जिंदगी

    मनाली की सड़कों पर एक लड़की साइकिलिंग करती हुई जल्द ही कहीं पहुंचने की कोशिश कर रही थी! कुछ ही देर में चाहत उस जगह पर पहुंच गयी थी, भैया मैंने गिफ्ट पैकिंग करने का आर्डर दिया था आपने अभी तक पार्सल मेरे घर नहीं भेजा! दीदी दस मिनट वेट करो मैं लेकर आता हूं चाहत आंखें मटकाती हुई बोली_

    "आज मेरा देवांश इंडिया आ रहा है मैं चाहती हूं उसकी हर चीज़ पहली जैसी हो जैसा वो छोड़कर गया था!

    "हां यह लो दीदी आपका सामान पैक कर दिया है,

    "थैंक्यू भैया!

    ~

    बर्फीली पहाड़ियों से गुज़रते हुए बस एक स्टाॅप पर आकर रूकी! बस कंडक्टर

    "ओह भाई उतरो बस स्टैंड आ गया है, करीब चौबीस साल का एक लड़का बस से नीचे उतरा और आस पास देखने लगा! फिर ट्राली लेकर आगे रास्ते की तरफ चल दिया उसकी नजरें शाय़द कोई दुसरी सवारी को ढुंढ रही थी लेकिन कुछ ना मिलने पर देवांश पैदल ही चलने लगा!

    चलते हुए देवांश एक छोटे से कैफे के पास रुक गया वहां चाहत कस्टमर को चाय कॉफी सर्व कर रही थी! दरअसल कैफ़े देवांश के पापा का था और उनके एबसेंस में चाहत ही कैफ़े की देखभाल करती है।

    "सरप्राइज! देवांश को देखकर चाहत दौड़कर देवांश के गले लग गयी! "आइ मिस यू देवांश!

    "आइ मिस यू टू स्वीटहार्ट! "कम अंकल आंटी कब से तुम्हारे आने का वेट कर रहे हैं! देवांश चाहत के साथ अपने घर पहुंचा गया!

    देवांश के पापा कामराज खाना खा रहे थे और मां सरिता उन्हें गर्म गर्म पराठे सर्व कर रही थी! "इतने में चाहत खिलखिलाती हुई बोली_

    "अंकल आंटी देवांश आ गया! देवांश की आने की न्युज सुनकर देवांश की मां सरिता पराठे छोड़कर देवांश को देखने बाहर चली गयी! बाहर देवांश अपने जुते उतारकर अंदर आया सरिता रोती हुई अपने बेटे के माथे को छुकर देखने लगी

    "कितने साल बाद तुझे देख रही हुं! देवांश आइ रोल करते हुए बोला_

    "मां मेरे बाल मत बिगाड़ो! और वैसे भी मैं कनाडा पढ़ाई करने गया था, लेकिन आपकी होने वाली बहु को आपके पास छोड़कर गया था! फिर इतना सेंटी होने क्यों हो रही हो! लेकिन हां शादी के बाद मैं अपनी बीवी को अपने साथ ले जाऊंगा। शादी की बात सुन कर चाहत सरमा गई और कैफ़े के अंदर चली गई! सरिता_

    " देवांश पहले तुम हाथ मुंह धो लो मैं नाश्ता लगाती हुं फिर साथ में बैठकर बातें करेंगे!

    कुछ देर बाद देवांश चाहत के साथ कैफ़े में बैठ गया!

    "तुम्हें कनाडा में कोई लड़की पसंद नहीं आयी? देवांश_

    "ऐसा नहीं है पसंद आयी थी लेकिन कोई तुम्हारी जैसी नहीं लगी! क्योंकि मेरी चाहत सबसे प्यारी और सबसे खूबसूरत है! उनके सामने मैं तुम्हे लेकर चला गया तब वो‌‌ सब भी तुम्हारी दिवानी हो जायेगी जैसे मैं दिवाना हो गया हुं! देवांश की बातें सुन चाहत मुस्कुराने लगी!

    रात को चाहत अपने कमरे में कनाडा की लाइफस्टाइल सर्च कर रही थी! चाहत वहां के कपड़े देख कर बोली_

    "क्या देवांश को भी ऐसे कपड़े पसंद होंगे? मैं इतनी छोटी ड्रेस पहनकर कैसे रहुंगी! मुझे अभी से शर्म आ रही है, चाहत कुसन से फेस छिपाकर सरमाने लगी! देवांश अपने कमरे में लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था ! फिर उसके चेहरे पर मुस्कान खिल गई और लैपटॉप साइड में रखकर बेड पर लेट गया!

    सुबह चाहत नहा धोकर सरिता के साथ आरती कर रही थी! घंटी और शंख की आवाज़ सुनकर देवांश मुस्कुराते हुए बोला_

    "अब लग रहा है कि मैं अपने घर पर आ गया हुं! देवांश भी तैयार होकर नीचे आया, चाहत सबके लिये चाय बना रही थी देवांश को आता देख चाहत देवांश के लिए भी चाय लेकर आयी!

    चाय पीकर देवांश बाहर घुमने निकल रहा था तभी पंडित जी घर आ गये पंडित जी को देखकर देवांश अपने पापा कामदेव के पास आकर बैठ गया! सरिता बोली

    "आइये पंडित जी हम अभी आपका ही इंतजार कर रहे थे, पंडित जी बोले_

    "भाई साहब शादी का के दो मुहुर्त सबसे शुभ है एक पांच दिन बाद और दुसरा चार महीने बाद! इतने में देवांश बोला

    "पांच दिन बाद में ही शादी कर लेते हैं! चार महीने क्यों वेट करें! सरिता बोली_

    "ओहो जनाब बीवी लाने के लिए बेसब्र हो रहे हैं! चाहत किचन से छुपकर देवांश और सरिता की बातें सुनकर शरमा रही थी, कामदेव सीरियस टोन में बोले


    ~

    To Be Continued...

  • 2. The Devil's Obsession - Chapter 2

    Words: 1099

    Estimated Reading Time: 7 min

    "एक काम करते हैं पांच दिन बाद ही शादी फाइनल कर देते हैं! क्योंकि उसके बाद देवांश भी वापस कनाडा चला जायेगा और अपने साथ अपनी चाहत को भी ले जायेगा! चाहत शादी की बात सुनकर खुशी से झूम रही थी

    "फाइनली मेरे सपनों का राजकुमार मेरा पति बन जायेगा आइ एम सो एक्साइटेड! थैंक्यू भगवान जी! चाहत शाम को मंदिर प्रसाद चढाने चली गयी! प्रशाद चढ़ाकर चाहत मंदिर से नीचे आकर रही थी तभी एक औरत ने अचानक चाहत को पकड़ लिया और बोली

    सब दिखावा है! सब झूठ है, सब ख़त्म हो जायेगा तुम बहुत रोयेगी लेकिन कोई तेरी मदद करने नहीं आयेगा! औरत हंसती हुई चाहत के बगल से नाचते हुए निकल गयी! उस औरत की बातों से चाहत का दिल जोरों से धड़कने लगा जैसे उस औरत की हर एक बात सच हो!

    तभी देवांश चाहत के कंधे पर हाथ रखकर बोला_

    "स्वीटहार्ट इतना क्यों परेशान हो रही हो वो औरत पागल है तुम देख नहीं रही हो कैसी हरकतें कर रही हैं! चाहत का पुरा चेहरा सफ़ेद पड़ गया था उस औरत की बातें चाहत को परेशान कर रही थी! देवांश चाहत को परेशान देख कर बोला_

    "मैं पहले ही एक बात बता दुं कनाडा जाकर मैं जैसे कपड़े पहनने को बोलुंगा तुम वैसी ही तैयार होगी! देवांश चाहत को ड्रेस दिखाने लगा वो सारी ड्रेसेज काफ़ी ज़्यादा बोल्ड थी चाहत देवांश को देख कर शर्म से लाल हो गई! तुम्हें ऐसे कपड़े पसंद है? देवांश_

    "स्वीटहार्ट मैं वहां तुम्हें यहीं पहनाऊंगा और शायद कुछ पहनने ही ना दुं! देवांश की बेशर्मी भरी बातें सुनकर चाहत ने मुस्कुरा कर अपना सिर झुका लिया।

    मंदिर से देवांश चाहत को लेकर बाइक से घुमने निकल गया। ठंड की वज़ह से देवांश और चाहत दोनों ही कांप रहे थे! देवांश ने चाहत को शरारती अंदाज में कहा_

    "वैसे अच्छा है कि बाइक में तुम मेरे साथ हो?

    " क्यों ऐसा क्यों कहा तुमने! चाहत सवालिया लहजे में देवांश से बोली! देवांश बोला_

    "तुम्हारी गर्मी से मेरे अंदर एक आर जल रही है जो इस ठंड के मौसम में मुझे आराम दे रही है! बाइक एक बंपर को पार करती हुई आगे बढ़ गयी जिससे चाहत देवांश से चिपक गयी देवांश देखा तुमसे कितनी गर्मी मिल रही है मुझे! चाहत देवांश के कंधे पर मारती हुई बोली_

    "तुम कितने बेशर्म हो गये हो! देवांश_

    "स्वीटहार्ट तुम्हें इतने में ही शर्म आ रही है अभी तो असली बेशर्मी बाकी है जिसके बाद तुम्हारे अंदर से शर्म नाम की हर चीज मिट जायेगी!

    देवांश शरारती मुस्कान मुस्कुराने लगा और चाहत ने शर्म से देवांश के पीठ से अपना फेस कवर कर लिया। चाहत देवांश के साथ घर वापस आयी!

    दुसरे दिन से चाहत और देवांश की शादी की रस्में शुरू हो गयीं! देवांश और चाहत की हल्दी सेरेमनी की रस्में चल रही थी जिनमें चाहत के सारे फ्रेंड्स और देवांश के भी सारे दोस्त शामिल हुए थें! हल्दी की रस्म में देवांश बोला_

    "यार मेरी होने वाली बीवी कितनी बोरिंग है ना नाच ना‌ गाना ऐसी सुखी सुखी हल्दी कोई करता है क्या? चाहत एटीट्यूड से खड़ी हुई और घर के अंदर चली गयी! देवांश और उसके दोस्त चाहत को हैरानी से देख रहे थे! तभी म्युजिक शुरू हुआ!

    इतना मेकअप लगाके कब तक रस्ता देखुं सजना मैं पगली नहीं जो दो साल बिताऊं ओह तेरे बिना तेरे संग क़दम भरके मैं तारों तक साथ चलुंगी कुछ तारे तुम भी इस बार मेरी तु मांग सजाना सबकी बारातें आयी डोली तु भी लाना दुल्हन बनाके हमको राजा जी ले जाना!

    देवांश भी चाहत के साथ डांस कर रहा था! डांस के बाद रात के वक्त सरिता कुछ पुजा कर रही थी जिसके बाद सरिता बोली_

    "देवांश और चाहत अब से तुम दोनों एक-दूसरे से शादी के बाद ही मिलोगे! देवांश चाहत को आइज़ ब्लींक करके चला गया! चाहत देवांश की बदमाशी देख कर अपने कमरे में चली गई।

    देवांश अपने कमरे में बैठा हुआ था और उसके लैपटॉप पर एक मेल आया मेल पढ़कर देवांश परेशान हो गया! सुबह देवांश कामदेव के कमरे में चला गया कामदेव नहा धोकर पेपर पढ़ रहे थे!

    "पापा मुझे आपसे कुछ कहना है! कामदेव_

    "अगर चाहत से मिलने की परमिशन लेनी है तो अपनी मां से बात करो! देवांश परेशान होकर बोला_

    "वोह बात नहीं है पापा मुझे आपसे अपने काम के बारे में बात करनी है! कामदेव सीरियस एक्सप्रेसन से देवांश की तरफ देखने लगे_

    "मुझे ऑफर लेटर मिल गया है और मेरी ज्वानिंग परसों से ही है मुझे कल कनाडा वापस जाना होगा। कामदेव देवांश की तरफ देखने लगे सरिता भी देवांश के पास आयी। कुछ समय सोचने के बाद कामदेव बोले_

    "हम एक काम करते हैं कल दोनों की शादी कर देते हैं और कल के कल ही दोनों कनाडा के लिए निकल जायेंगे! देवांश खुश हो गया फिर बोला_

    "चाहत तुम अपनी पैकिंग कर लो शादी के तुरंत बाद ही हम एयरपोर्ट के लिए निकल जायेंगे! सरिता अपने पति कामदेव से बोली_

    "पता नहीं क्यों मेरा दिल बहुत घबड़ा रहा है हमारे बच्चों पर कोई मुसीबत तो नहीं आयेगी ना! कामदेव_

    "कैसी बेकार कि बातें कर रही हो! तुम्हारा बेटा वहां चाहत का पुरा ध्यान रखेगा! सरिता_

    "लेकिन चाहत कभी मनाली से बाहर नहीं गयी है और अब सीधे कनाडा जा रही है! सरिता की आंखों में आसूं आ गये थे! कामदेव सीरियस टोन में बोले_

    "तुम फ़िक्र मत करो मुझे देवांश पर पुरा यकीन है कि देवांश चाहत का पुरा ख्याल रखेगा! इतने में कुछ गिरने की आवाज़ आयी!

    ~

    कुछ गिरने की आवाज़ सुनकर सरिता पीछे देखने लगी एक बिल्ली छलांग लगाकर भाग रही थी और टेबल पर फैमिली फोटोग्राफ्स पर पानी‌ से भरा ग्लास गिरा हुआ था सरिता ने बड़े शौक से देवांश और चाहत की एक खुबसूरत सी फ़ोटो बनवायी थी! जो पानी गिरने से पुरी तरह खराब हो गयी थी! सरिता गौर से फ़ोटो देख रही थी! लेकिन अपने पति के डर से उसने अपनी मन की बात मन में ही दबा ली!

    सुबह

    चाहत तैयार होने के साथ साथ सामान भी पैक कर रही थी! क्योंकि देवांश और चाहत की रात की ही फ्लाइट भी है!चाहत जोड़ा पहने बैठी हुई है और मेकअप आर्टिस्ट चाहत की ब्राइडल मेकअप कर रही थी, सुर्ख लाल जोडे में चाहत बहुत खुबसूरत लग रही थी। देवांश चाहत का मंडप में इंतजार कर रहा था!

    आज चाहत बहुत खुबसूरत लग रही थी देवांश मुस्कुराते हुए चाहत की तरफ अपना हाथ आगे बढाया चाहत भी मुस्कुरा कर देवांश का हाथ थाम लिया! दोनों की वरमाला की रस्म चल रही थी और चाहत की हंसी पुरे घर में गुंज रही थी देखते ही देखते चाहत और देवांश के फेरे होने लगे और दोनों की शादी हो गयी!


    ~

    To Be Continued...

  • 3. The Devil's Obsession - Chapter 3

    Words: 1037

    Estimated Reading Time: 7 min

    सुबह

    चाहत तैयार होने के साथ साथ सामान भी पैक कर रही थी! क्योंकि देवांश और चाहत की रात की ही फ्लाइट भी है!चाहत जोड़ा पहने बैठी हुई है और मेकअप आर्टिस्ट चाहत की ब्राइडल मेकअप कर रही थी, सुर्ख लाल जोडे में चाहत बहुत खुबसूरत लग रही थी। देवांश चाहत का मंडप में इंतजार कर रहा था!

    आज चाहत बहुत खुबसूरत लग रही थी देवांश मुस्कुराते हुए चाहत की तरफ अपना हाथ आगे बढाया चाहत भी मुस्कुरा कर देवांश का हाथ थाम लिया! दोनों की वरमाला की रस्म चल रही थी और चाहत की हंसी पुरे घर में गुंज रही थी देखते ही देखते चाहत और देवांश के फेरे होने लगे और दोनों की शादी हो गयी!

    रात की फ्लाइट थी इसलिए चाहत शादी का जोड़ा बदलकर एक सुट पहने बाहर आयी! देवांश चाहत का बैग एक टैक्सी में रख रहा था! देवांश और चाहत कामदेव और सरिता का आशीर्वाद लेकर एयरपोर्ट के लिए मनाली से निकल गये!

    चाहत फ्लाइट में बैठी खिड़की से बाहर देख रही थी देवांश मुस्कुराते हुए बोला_

    "स्वीटहार्ट आज से हम-दोनों की नयी जिंदगी की शुरुआत होती है! चाहत देवांश से बोली_

    "मां बहुत उदास थी मुझे मां को उदास देख कर अच्छा नहीं लगा देवांश बोला_

    "ऑफिस से लिव मिलने के बाद हम-दोनों कुछ दिन के लिए मनाली आ जायेंगे! चाहत मुस्कुरा‌कर दोबारा बाहर देखने लगी!

    देवांश चाहत को देख रहा था और फिर कहा_

    "स्वीटहार्ट हम कनाडा पहुंच गये हैं! चाहत हड़बड़ाते हुए उठ गयी और बाहर देखने लगी! कनाडा देखते ही चाहत के चेहरे पर मुस्कान आ गयी! देवांश लगेज लेकर एयरपोर्ट से बाहर निकला और एक कार में बैठ गया चाहत भी कनाडा के रास्ते बिल्डिंग एक्साइटेड होकर देख रही थी क्योंकि अब तक यह सब उसने सिर्फ़ फ़ोन में ही देखा था।

    तभी अचानक कुछ लोगों ने चाहत और देवांश की कार को घेर लिया! उनके हाथों में बंदूक देख कर चाहत डर से उन सबको देखने लगी देवांश उन लोगों से बात करने लगा लेकिन वो लोग देवांश से हाथापाई करने लगे! और अचानक वहां पुलिस आ गयी और सबको पकड़कर पुलिस स्टेशन लेकर चली गई! एक ऑफिसर बोला_

    "सर यह सब रास्ते में मारपीट कर रहे थे, इसलिए मैंने इन‌सबको पकड़ लिया और यहां ले आया देवांश बोला_ "सर इन लोगों ने मारपीट शुरू की थी हम तो इन्हें जानते भी नहीं थें! चाहत बोली_

    "यस ऑफिसर

    "देयर इज नो फाॅल्ट ऑफ माय हंसबैड इन ऑल दिस, देज़ पिपल स्टारटेड द फाइट deliberately.

    ऑफिसर चाहत की तरफ देखने लगे!

    " हम्मम न्युली मैरेड कपल! ओके! पचास हजार रूपए फाइन भरो और अपने हंसबैड को ले जाओ! देवांश बोला_

    "चाहत मेरे फ़ोन में समर का नंबर है उसे फ़ोन करो और यहां बुलाओ!

    समर देवांश का फ्रेंड है और दोनों एक ही कंपनी में काम करते थे! चाहत ने तुरंत समर का नंबर डायल कर दिया! एक लड़का जिसने देवांश के साथ लड़ाई की थी उसने फाइन भर दी और चाहत और उसके सामान को देखते हुए चला गया! समर भी अपनी कार से तुरंत उतर कर पुलिस स्टेशन पहुंचा चाहत समय को देख कर बोली_

    "आप समर है?

    समर_ "आप देवांश की वाइफ है! "हां!

    "ओके एक मिनट मैं फाइन भरकर आता हूं! समर ने फाइन भर दिया और ऑफिसर देवांश को बाहर लेकर आये देवांश को सही सलामत देखकर चाहत की रोने लगी! देवांश चाहत को शांत करते हुए कहा_

    "इट्स ओके यहां यह सब काॅमन है धीरे-धीरे तुम्हें भी इन सबकी आदत हो जायेगी! देवांश लगेज लेकर पुलिस स्टेशन से निकलने लगा लेकिन तभी एक पाउच देवांश के बैग से गिरा पाउच देखकर पुलिस ने देवांश पर बंदूक तान दी! पुलिस को बंदुक ताने देखकर चाहत सन्न होकर उस पाउच देखने लगी समर बोला ड्रग्स!

    देवांश तेरे पास ड्रग्स कैसे आये! देवांश चाहत की तरफ देखने लगा पुलिस दोबारा पकड़कर देवांश को अंदर ले गयी देवांश को ले जाता देख चाहत देवांश का हाथ पकड़ कर रोने लगी लेकिन पुलिस ने खींचातानी की वजह से चाहत का हाथ देवांश के हाथों से छुट गया! चाहत रोती हुई चिल्लाई _

    "देवांश! प्लीज़ ऑफिसर मेरे पति ने कुछ नहीं किया है उन्हें छोड़ दिजिये मैं आपके पैर पड़ती हुं प्लीज़ ऑफिसर! समर अवाक होकर चाहत को देखता रह गया! फिर जब समर से नहीं रहा गया तब उसने कहा_

    "चाहत उठो यहां कि पुलिस तुम्हारी कोई बात नहीं मानेगी यह ड्रग का मामला है और अभी इतनी जल्दी बेल नहीं मिलेगी हमें लाॅयर से बात करनी होगी! मैं अभी काॅल करता हूं! समर किसी को फोन‌ करने लगा, बहुत देर तक समर किसी से बात करता रहा फिर बोला_

    "कोई हमारी हेल्प करने को तैयार नहीं है ड्रग्स के मैटर में कोई हाथ देना नहीं चाहता देवांश इतनी आसानी से नहीं छुटेगा इसके लिये हमें किसी बड़े पाॅवरफुल आदमी की जरूरत है, चाहत_

    " ड्रग के केस में कौन हमारी मदद करेगा समर कुछ सोचकर बोला_

    "एक इंसान है जो हमारी मदद कर सकता है उसके एक फ़ोन पर ऑफिसर देवांश को छोड देंगे! लेकिन उससे मिलना इतना आसान नहीं है! हमें उसके ऑफिस चलना होगा! चाहत आंसु पोंछते हुए बोली_

    "मैं भी चलुंगी! समर एक नज़र चाहत को देखकर बोला_

    "तुम्हें अपने कपड़े बदलने होंगे कोई मार्डन ड्रेस पहनो जहां हम जा रहे हैं वहां यह सब कपड़े अलाउड नहीं हैं!

    चाहत तुरंत बैग खोलकर देखने लगी मार्डन कपड़ों के नाम पर फिलहाल के लिए उसके पास जींस और टी-शर्ट थी! चाहत ने तुरंत जींस और टी-शर्ट पहन ली और समर के साथ चली गयी!

    समर चाहत के साथ एक क्लब में पहुंचा वहां अंदर जाकर समय बोला मुझे दानिस से मिलना है? बाॅडीगाड्स समर के साथ चाहत को देखकर इविल स्माइल करने लगे! समर चाहत को लेकर क्लब के अंदर दाखिल हुआ।

    ~

    चाहत क्लब देख रही थी क्लब में लड़के लड़कियां पार्टी कर रहे हैं कोई इधर नशे में चूर है कोई ऊधर नशे में बड़बड़ा रहा है! समर इधर-उधर देख रहा था तभी उसे चार लड़कियों के बीच‌ दानिश दिखाई दिया समर चाहत को लेकर दानिश के पास पहुंचा।

    "हैलो दानिश सर हमें आपकी मदद की जरूरत है दरअसल मेरा एक फ्रेंड किसी के साजिश का शिकार हो गया है और पुलिस ने उसे पकड़ लिया है ,‌दानिश चाहत को ऊपर से नीचे तक देखने लगा और शैतानी मुस्कान मुस्कुराते हुए समर की तरफ देखने लगा!


    ~

    To Be Continued...

  • 4. The Devil's Obsession - Chapter 4

    Words: 1065

    Estimated Reading Time: 7 min

    चाहत क्लब देख रही थी क्लब में लड़के लड़कियां पार्टी कर रहे हैं कोई इधर नशे में चूर है कोई ऊधर नशे में बड़बड़ा रहा है! समर इधर-उधर देख रहा था तभी उसे चार लड़कियों के बीच‌ दानिश दिखाई दिया समर चाहत को लेकर दानिश के पास पहुंचा।

    "हैलो दानिश सर हमें आपकी मदद की जरूरत है दरअसल मेरा एक फ्रेंड किसी के साजिश का शिकार हो गया है और पुलिस ने उसे पकड़ लिया है ,‌दानिश चाहत को ऊपर से नीचे तक देखने लगा और शैतानी मुस्कान मुस्कुराते हुए समर की तरफ देखने लगा! मैटर क्या है साफ साफ बताओ! समर मेरी दोस्त की अभी नयी नयी शादी हुई थी और कुछ लड़कों ने मेरे दोस्त और उसकी वाइफ को घेर लिया इतने में पुलिस आ गयी और मेरे दोस्त को भी उन लड़कों के साथ पकड़ कर ले गयी मैं जब पुलिस स्टेशन से अपने दोस्त और उसकी वाइफ को लेकर निकल रहा था तब पता नहीं कहां से मेरे दोस्त के बैग से एक ड्रग का पाउच ऑफिसर ने पकड़ लिया! प्लीज़ अब आप ही हमारी मदद कर सकते हैं दानिश चाहत को स्कैन करते हुए बोला_

    "क्या यह तुम्हारी उसी दोस्त की वाइफ है? समर

    " हां इसका नाम चाहत है! चाहत यू मिन डिजायर राइट! दानिश के देखने की तरीके से चाहत सहम गई दानिश डेविल स्माइल कर के बोला_

    "इतनी नशीली चीज़ के होते हुए तुम्हारे दोस्त को नशा करने की क्या जरूरत थी! दानिश समर के कंधे पर हाथ रखकर कहा- "एम साॅरी ब्रो मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकता! इतने में चाहत बोली_

    "सर प्लीज़ ऐसा मत बोलिए हमें आपकी हेल्प की शख्त ज़रुरत है, कोई हमारी मदद करने को तैयार नहीं है अब आप ही हमें इस मुसीबत से निकाल सकते हैं मैं आपके सामने हाथ जोड़ती हुं प्लीज़ हमारी हेल्प किजिये! दानिश एक नज़र समर को देख कर मुस्कराया और कहा_

    "ओके बट ओनली वन कंडीशन! मैं तुम्हारी मदद तभी करूंगा जब तुम मेरी मदद करोगी! चाहत सहम कर एक बार समर की तरफ देख दोबारा दानिश को देखने लगी! मेरा एक फ़ोन काॅल और तुम्हारा पति जेल से बाहर आ जायेगा लेकिन उसके लिये तुम्हें किंग की निड फुलफिल करनी पड़ेगी! चाहत बोली_

    "एम साॅरी सर मैं कुछ समझी नहीं कैसी नीड? दानिश समर की तरफ देखने लगा

    "क्या समर कहां से लाये हो इसे तुम्हें नीड का मतलब नहीं समझ आया! चाहत की आंखों से आसूं बहने लगे! दानिश ने सर्द आवाज़ में कहा-

    "समर इसे यहां से ले जाओ मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकता! चाहत हाथ जोड़कर रोने लगी! दानिश बोला_

    "तुम्हारे पास दो ही चाॅयस है या पति को भुल जाओ या आज रात के लिए भुल जाओ कि तुम शादीशुदा हो! चाहत थोड़ी देर खड़ी सोचती रही फिर धीमी आवाज़ में बोली_ "मुझे मंजूर है! समर भी चाहत को देखने लगा! समर ने हिचकिचाते हुए कहा_

    "चाहत आग यू स्योर! चाहत ने अपनी आंखें बंद कर ली! दानिश ने शैतानी हंसी हंसते हुए आवाज़ लगाई जुलिया इसे किंग के कमरे में छोड़ आओ! एक बिकनी पहनी लड़की आयी और चाहत को ले जाने लगी चाहत समर से बोली आप देवांश को बचा लिजियेगा! समर भी इंमोशनल हो गया था और तेज़ क़दमों से क्लब से बाहर निकल गया!

    चाहत अपने हाथों की मेहंदी देख रही थी अभी तक मेंहदी का रंग वैसे का वैसा ही था फिर चाहत अपने हाथों की भरी भरी चुडिंया देखने लगी! क्लब से कुछ दुर पर एक बहुत बड़ा पैलेस था जुलिया एक कार से चाहत को लेकर पैलेस पहुंची! वहां दो बाॅडीगाड्स खड़े थे जुलिया बोली_

    "किंग के लिए सरप्राइज है! बाडीगाड्स चाहत को ऊपर से नीचे देखकर अंदर जाने का इशारा किया! जुलिया चाहत के साथ लिफ्ट के अंदर चली गई लिफ्ट टाॅप फ्लोर पर जाकर रूकी वहां एक ही कमरा था! जिस पर किंग का सिंबल बना हुआ था! जुलिया ने डोर नाॅक किया और माइक में बोली_ "किंग आपके लिये सरप्राइज है! एक लड़के ने दरवाज़ा खोला जो नशे में धुत था, जुलिया किंग आपका सरप्राइज! रिद्धांश चाहत को ऊपर से नीचे तक देखने लगा और अपने हाथों से जुलिया को जाने का इशारा किया! चाहत के हाथ पैर कांप रहे थे रिद्धांश क्रुयेल स्माइल करने लगा फिर चाहत को कंधे पर उठा लिया और कमरे में लेकर चला गया! रिद्धांश के इस एक्शन से चाहत की सांसे अटक गई और वो कमरे को और रिद्धांश को देख कर पीछे हटने लगी! रिद्धांश पलक झपकते ही चाहत के सामने पहुंच गया चाहत डरी सहमी सी खड़ी हुई रिद्धांश को देख रही थी अचानक रिद्धांश ने चाहत के होंठों को कैप्चर कर लिया!

    चाहत रिद्धांश को खुद से दूर करने के लिए उसके सीने पर मारने लगी रिद्धांश चाहत के होंठों को छोड़कर उसके हाथों की मेहंदी और चुड़ियों को देखने लगा और फिर उसके चेहरे पर एक शैतानी मुस्कान आ गयी! माय ब्राइड इतना कह रिद्धांश चाहत को किस करते हुए बेड पर लिटा दिया,

    "अपने कपड़े उतारो! चाहत धीरे धीरे अपनी टाॅप उतारने लगी लेकिन रिद्धांश की बेसब्री इतनी ज्यादा बढ़ गयी थी कि उसने एक झटके में चाहत के कपड़े उसकी बाॅडी से अलग कर दिये! और उसे पागलों की तरह किस करने लगा चाहत की आंखे बंद थी और उसके आंसु काजल के साथ बह रहे थे! रिद्धांश नीचे बढ़ने लगा तब ना चाहते हुए भी चाहत के हाथ रिद्धांश के कंधे पर आ गये! चाहत के नाखून रिद्धांश के पीठ पर निशान बना रहे थे! चाहत चिखने और रोने लगी! रिद्धांश पुरी तरह नशे में डुबा हुआ था इसलिए उसे अभी कुछ समझ नहीं आया। चाहत के हाथों को रिद्धांश ने अपने हाथों से इंटरवांइड कर रखा था और दोनों के हाथ कंटीन्यु बेड पर पुश हो रहे थे। अब तक चाहत की सारी चुडिया टुट गयी थी!

    सुबह के पांच बजे चाहत का चेहरा दर्द से भरा हुआ था सुबह बेड से उठते हुए चाहत अपने कपड़े ढुंढने लगी और कपड़े बदलकर बाहर निकलने के लिये दरवाजा खोलने लगी मगर दरवाजा ओपन नहीं हुआ काफ़ी देर तक चाहत दरवाजे के इधर उधर देखती रही,

    "यह दरवाजा क्यों नहीं खुल रहा है! मुझे बाहर निकलना है तभी अचानक एक रिमोट पर चाहत का हाथ लग गया और दरवाजा खुल गया दरवाजा खुलते ही चाहत कमरे से बाहर निकल गयी और लिफ्ट से नीचे उतर गयी! समर गेट पर खड़ा था चाहत ने समर को देख कर अपना सिर नीचे झुका लिया और कार में बैठकर समर के घर लौट आयी!


    ~

    To Be Continued...

  • 5. The Devil's Obsession - Chapter 5

    Words: 1044

    Estimated Reading Time: 7 min

    "यह दरवाजा क्यों नहीं खुल रहा है! मुझे बाहर निकलना है तभी अचानक एक रिमोट पर चाहत का हाथ लग गया और दरवाजा खुल गया दरवाजा खुलते ही चाहत कमरे से बाहर निकल गयी और लिफ्ट से नीचे उतर गयी! समर गेट पर खड़ा था चाहत ने समर को देख कर अपना सिर नीचे झुका लिया और कार में बैठकर समर के घर लौट आयी!

    ~
    चाहत के जाने के बाद रिद्धांश की नींद खुलने लगी एक लड़की आयी

    " हैलो किंग कल की रात कैसी गुजरी? रिद्धांश_

    "आइ डोंट नो! कुछ समझ नहीं आया

    "यह न्यु ड्रग पाॅवरफुल है मार्केट में लॉन्च कर दो! ओके किंग! जेरी रिद्धांश की सिगरेट जलाने लगी! जेरी बेड देखकर बोली_

    "कल रात दानिश ने फ्रेश पिस भेजी थी! जेरी ने रिद्धांश को बेडसीट देखने का इशारा किया रिद्धांश की नज़र भी बेड पर गयी रिद्धांश बेड पर टुटी हुईं चुड़ियों को हाथ में उठाकर देखने लगा

    "क्या कल कोई इंडियन गर्ल आयी थी? जेरी

    "यस किंग काफ़ी खुबसूरत थी! मुझे लगा आप खुश होंगे! रिद्धांश अभी भी उन चुड़ियों को देख रहा था उसे हल्की-हल्की धुंधली सी यादें याद आयी जब रिद्धांश चाहत की मेंहदी और चुड़ियों को देख रहा था! रिद्धांश बोला_

    "दानिश को मेरे कमरे में भेजो! ओके किंग! जेरी चली गई और तभी दानिश अंदर आया

    "किंग आपने मुझे बुलाया? रिद्धांश कल तुमने किस स्लट को भेजा था? दानिश_

    " किंग वो कोई स्लट नहीं थी!

    एक्चुअली उसके पति को पुलिस ने ड्रग केस में गिरफ्तार कर लिया था और समर उसे मेरे पास हेल्प के लिए लेकर आया था पर जब मैंने उस लड़की को देखा तब मुझे वो हद से ज्यादा खुबसूरत लगी इसीलिए मैंने सोचा क्यों ना उसकी एक रात आपको गिफ्ट कर दुं इसीलिए मैंने उसके सामने शर्त रखी या पति को जेल में रहने दो या एक रात के लिए भुल जाओ की तुम्हारी अभी नयी नयी शादी हुई थी! दैट सीट!

    रिद्धांश के एक्सप्रेशन सख़्त हो गये थे, उस लड़के का क्या हुआ तुमने उसे छुड़वाया! दानिश_

    "यस किंग सुबह उस लड़की के जाते ही मैंने ऑफिसर को उसके पति को छोड़ने के लिए कह दिया! रिद्धांश सिगरेट पीते हुए लगातार अपना बेड देख रहा था फिर बोला_

    "उस लड़की का नाम क्या था? दानिश नाम नाम डिजायर नहीं चाहत याह किंग चाहत उसका नाम चाहत था! रिद्धांश टुटे हुए चुड़ी के टुकड़े को हाथ में लेकर बोला_ " चाहत !

    दुसरी तरफ समर चाहत को अपने घर लेकर आया _

    "चाहत तुम फ्रेश हो जाओ मैं देवांश को लेकर आता हुं! चाहत_

    "समर भैया प्लीज़ कल रात वाली बात आप प्लीज देवांश को मत बताइयेगा! मैं आपसे हाथ जोड़कर रिक्वेस्ट कर रही हुं! समर बोला_

    "इसकी कोई जरूरत नहीं है तुम जाओ नहा लो मैं देवांश को लेकर आता हूं!

    बाथरूम में चाहत खड़ी होकर आइने में खुद को देख रही थी, उसके शरीर पर बाइट हिकीज नाखुन के अनगिनत निशान बने गये थे, चाहत के आंखो के आंसु सुख गये थे इसलिए चाहत ने शावर ऑन किया और नहाकर बाहर आयी! चाहत ने एक लांग सुट पहन लिया ताकि देवांश को उसके शरीर के ज़ख्म ना दिख जायें!

    समर देवांश को लेकर आया देवांश को अपने सामने सही सलामत देख कर चाहत दौड़ते हुए देवांश के गले लग गयी! चाहत के गले लगते ही देवांश भी चाहत को गले लगा लिया, चाहत भरी आंखों से देवांश को देख रही थी! तभी देवांश का फ़ोन बजा

    "हैलो वाॅट इज दिस देवांश आज ऑफिस का पहला दिन है और तुम अभी तक आये नहीं हो! देवांश_

    "एम साॅरी सर मैं थोड़ी देर में ऑफिस पहुंचता हुं! चाहत ऑफिस का नाम सुनते ही देवांश और समर के लिए नाश्ता बनाने लगी देवांश फ्रेश होने बाथरूम गया तब तक चाहत देवांश के लिए कपड़े निकालने लगी ! तभी पीछे से देवांश ने चाहत को पीछे से पकड़ लिया, चाहत की आंखे बंद हो गयी लेकिन फिर प्यारी सी मुस्कान के साथ चाहत देवांश की तरफ देखने लगी और बोली_

    "मैंने आपके कपड़े निकाल दिए है नाश्ता भी रेडी है आप नीचे आ जाइये देवांश चाहत के गले पर नोज फिराते हुए बोला_

    "आज रात हमारी सुहागरात है! चाहत सुन्न होकर देवांश के चेहरे को देख रही थी फिर हल्का सा मुस्कुरा दी। देवांश भी नाश्ता करके ऑफिस चला गया!

    दो दिन बाद देवांश चाहत को लेकर कनाडा घुमाने ले गया! देवांश ने वहां कुछ नये कपड़े चाहत के लिए खरीदे, देवांश के साथ चाहत कनाडा घुम रही थी और देवांश और अपनी फ़ोटो क्लिक कर मनाली में सरिता और कामदेव को भेज दिया, कामदेव की फ़ोन पर नोटिफिकेशन आया फोटो देखकर कामदेव के चेहरे पर मुस्कान आ गई

    "सरिता देखो तुम बेकार की चिंता कर रही थी देखो चाहत देवांश के साथ कितनी खुश हैं। सरिता भी देवांश और चाहत को देख कर मुस्कराने लगी!

    "भगवान का लाख-लाख शुक्र है दोनों खुश हैं भगवान करे इनकी खुशियों को किसी की बुरी नज़र ना‌ लगे!

    देवांश और चाहत रोड क्रासिंग पर खड़े थे, उसी क्रासिंग पर रिद्धांश की कार भी ट्रैफिक मे खड़ी थी तभी दानिश की नज़र चाहत पर पड़ी जो देवांश के साथ हंस हंसकर बातें कर रही थीं! दानिश बोला_

    "किंग यू वांटेड टू सी चाहत, सी वाॅज चाहत! रिद्धांश दानिश के बताये गये डायरेक्शन में देखने लगा! लहराते हल्के कर्ली ब्राउन हेयर, मांग में सिंदूर, गले में मंगलसूत्र माथे पर छोटी सी बिंदी होंठों पर लिपस्टिक और गालों पर पड़ते डिंपल!

    देवांश चाहत को कुछ बता रहा था! रिद्धांश एकटक चाहत को देख रहा था!

    तभी ट्राफिक सिग्नल खुल गया और देवांश और चाहत रोड क्रॉस करके चले गये! रिद्धांश की नज़र देवांश और चाहत के इंटरवांइड हाथों पर थी! जिनको रिद्धांश अपनी डार्क नजरों से देख रहा था!

    "आइ वांट दैट गर्ल अगेन नाउ! हाऊ डू यू डू इट सी इज योर लुकआउट! दानिश बोला_

    "किंग मैं उसे दोबारा कैसे बुलाऊंगा वो लड़की उस वक्त मजबूर थी इसीलिए मैंने उस मौके का फ़ायदा उठाया था! दोबारा के लिए वो नहीं मानेगी! रिद्धांश गहरी आवाज़ में बोला_

    "तुम्हें पता है तुम किसे ना कह रहे हो! दानिश रिद्धांश की सर्द आवाज सुन‌कर डर गया_

    "नो किंग एम साॅरी मैं अपनी पुरी कोशिश करूंगा! दानिश समर को फ़ोन करने लगा समर आफिस में बैठा काम कर रहा था, दानिश का नाम देखकर समर की हालत खराब हो गयी समर ने डरते हुए फ़ोन उठाया_


    ~

    To Be Continued...

  • 6. The Devil's Obsession - Chapter 6

    Words: 1098

    Estimated Reading Time: 7 min

    "किंग मैं उसे दोबारा कैसे बुलाऊंगा वो लड़की उस वक्त मजबूर थी इसीलिए मैंने उस मौके का फ़ायदा उठाया था! दोबारा के लिए वो नहीं मानेगी! रिद्धांश गहरी आवाज़ में बोला_

    "तुम्हें पता है तुम किसे ना कह रहे हो! दानिश रिद्धांश की सर्द आवाज सुन‌कर डर गया_

    "नो किंग एम साॅरी मैं अपनी पुरी कोशिश करूंगा! दानिश समर को फ़ोन करने लगा समर आफिस में बैठा काम कर रहा था, दानिश का नाम देखकर समर की हालत खराब हो गयी समर ने डरते हुए फ़ोन उठाया_

    "हैलो यस दानिश सर आज आपने कैसे फ़ोन किया? दानिश

    "क्यों मैं फ़ोन नहीं कर सकता! समर_

    "अरे नहीं दानिश सर ऐसी कोई बात नहीं है आप कभी यूं ही फ़ोन नहीं करते हैं दानिश

    "हममम! किंग को तुम्हारे दोस्त की बीवी चाहिए आज रात को! अब तुम यह कैसे करोगे देख लो! समर के चेहरे पर परेशानी झलकने लगी, कुछ सोचते हुए समर बोला

    "दानिश सर एक सामान भेज दिजियेगा! दानिश समर की बात सुनकर डेविल मुस्कान मुस्कुराने लगा।

    ~

    रात के वक्त देवांश को ऑफिस बुला लिया गया था, आज रात ऑफिस में बाॅयज पार्टी रखी गयी थी, समर तैयार हो रहा था देवांश बोला_

    "समर तु बाॅस को बहाना बना देना आज रात मैं अपनी वाइफ के साथ स्पेंड करना चाहता हूं! समर_

    "पागल है क्या अभी नयी नयी जाॅब लगी है और तु पार्टी में जाने से मना कर रहा है श, चाहत अब तुम्हीं समझाओं इसे! चाहत _

    "हां देवांश समर भैया अगर इतना बोल रहें हैं तो आप उनके साथ चले जाइये मेरी फ़िक्र मत किजिए मैं घर लाॅक कर लुंगी किसी को अंदर नहीं आने दुंगी!

    समर और देवांश जाने लगे! और चाहत ने डोर लॉक कर लिया, समर और देवांश के जाने के बाद चाहत की नज़र सामने रखे स्मुदी पर पड़ी स्मुथी देखकर चाहत उसे बड़े मज़े लेकर पी गयी! आधे घंटे बीत ही थे कि समर के घर का दरवाजा खुला और फिर बंद हो गया एक लड़का अपनी नशीली ब्राऊन आंखो से इधर-उधर देखते हुए अंदर बढ़ने लगा, चाहत कमरे में बेड और पिल्लों सही कर रही थी तभी रिद्धांश देवांश और चाहत के कमरे के अंदर आया! चाहत की नज़र जैसे ही रिद्धांश पर पड़ी तो चाहत डर कर पीछे हट गई और बोली_

    "तुम यहां कैसे आये और क्यों आये हो?

    "रिद्धांश चाहत को ऊपर से नीचे अच्छी तरह से देख रहा था ऑफ वाइट कलर की ट्रांसपेरेंट सुट वाइट इनर वेयर एक प्लाजो पहने चाहत रिद्धांश को डरी हुई सी देख रही थी! रिद्धांश चाहत के करीब गया चाहत की बाॅडी से वही खुशबू आ‌ रही थी जो उस रात रिद्धांश की बाॅडी से आ रही थी! रिद्धांश चाहत के बालों को स्मेल कर रहा था चाहत ने डर से अपनी आंखे बंद कर लीं_

    "सर प्लीज़ मुझे डर लग रहा है आप जाइये यहां से! मैंने जानबूझकर कुछ भी नहीं किया उस रात के लिए एम सॉरी लेकिन मैं मजबुर थी! चाहत रिद्धांश से दुर जाते हुए बोली_

    "एम साॅरी सर लेकिन जैसा आप समझ रहे हैं मैं वैसी लड़की नहीं हुं प्लीज़ मेरी जिंदगी बर्बाद मत किजिए! मैं आपके सामने हाथ जोड़ती हुं!

    रिद्धांश एक्सप्रेशनलेश होकर चाहत को देख रहा था रिद्धांश चाहत में इस कदर खोया हुआ था कि उसे चाहत के सिवा ना कुछ सुनाई दे रहा था और ना ही दिखाई दे रहा है।‌

    रिद्धांश चाहत के करीब आया और उसके चेहरे को अपने हाथों से छुने लगा रिद्धांश के हाथ चाहत के चेहरे से होते हुए उसके होंठों पर ठहर गये! रिद्धांश चाहत को किस करने आगे बढ़ा लेकिन चाहत ने रिद्धांश को धक्का दे दिया, और वहां से भागने की कोशिश करने लगी मगर तभी स्मुथी ने अपना काम करना शुरू कर दिया, चाहत धीरे धीरे नशे की आगोश में जाने लगी थी, अब उसे सामने रिद्धांश नहीं बल्कि देवांश नज़र आ रहा था, देवांश को देख कर चाहत मुस्कुराने लगी और बोली_

    "देवांश आप आ गये आपको पता है मैं कितना डर गयी थी! आप प्लीज मुझे छोड़कर कहीं मत जाइए मैं आपके बिना नहीं रह सकती आइ लव यू देवांश!

    रिद्धांश इंमोशनलेश होकर चाहत की बातें सुन रहा था, चाहत रिद्धांश को देवांश समझकर किस करने लगी! चाहत के किस करते ही रिद्धांश चाहत की चाहत में खोने लगा चाहत रिद्धांश के होंठों को कंटीन्यु किस कर रही थी! रिद्धांश भी चाहत के किस को रिस्पांस कर रहा था रिद्धांश बोला_

    "स्टील माय टर्न बेबी! इतना कह रिद्धांश चाहत के लिप्स को डीप किस करने लगा चाहत रिद्धांश के लिप्स को बाइट करते हुए बोली_

    "लेट्स ट्राय फ्रेंच किस माय डियर हबी! इतना कह चाहत रिद्धांश को फ़्रेंच किस करने लगी! चाहत रिद्धांश की शर्ट उतारने लगी और साथ ही उसके नेक और चेस्ट पर किस करती जा रही थी! चाहत ने रिद्धांश की बैल्ट उतारी और अपनी कुर्ती खोल दी रिद्धांश चाहत को देखकर जैसे पागल ही हो गया था, रिद्धांश के हाथ चाहत के शरीर पर चल रहे थे और चाहत रिद्धांश को पागल कर रही थी! रिद्धांश की नज़र चाहत से हट ही नहीं रही थी वो तो बस उसके प्यार को हासिल करने में बिज़ी था!

    कुछ देर बाद दोनों के कपड़े ज़मीन पर थे! और रिद्धांश चाहत पर अपनी आग बरसा रहा था ! चाहत की सिसकियां लेने से रिद्धांश चाहत को किस करने लगा स्पीड बढ़ने लगी लेकिन अब चाहत की सिसकियों की आवाज़ कोई नहीं सुन सकता था क्योंकि रिद्धांश चाहत के होंठो से अपनी प्यास बुझा रहा था! और अब चाहत की सिसकियां उसके गले तक ही रह जाती थी वक्त बितते के साथ चाहत थक कर गहरी नींद में जाने लगी और रिद्धांश के सीने में छुपकर सो गयी! रिद्धांश चाहत के माथे पर हाथ फेर रहा था, रिद्धांश का चेहरा इतना गहरा और शांत था जैसे कोई तुफ़ान आने की पहले की शांति!

    समर और देवांश पार्टी करके ऑफिस के ही एक रुम में सोये हुये थें! रिद्धांश बेड से उठा और जुलिया‌ से कहा

    "क्लियर दिस ऑल मेस! मैं नहीं चाहता कि इसके पति को ज़रा भी शक हो! जुलिया कमरे को पहले जैसा क्लीन करके चली गयी रिद्धांश सोयी हुई चाहत को देख कर बोला_

    "यू आर माय डिजायर ओनली माइन! एंड नाउ नो वन कैन चेंज दिस ट्रुथ, नाॅट इवेन यूं! माय स्वीट डिजायर!

    रिद्धांश के पास अब तक जितनी भी लड़कियां आयी थी रिद्धांश किसी को भी बाइट करने की इजाजत नहीं देता था और ना कोई हिकीज देना अलाउड था! उन लड़कियों को जो करना है वो सिर्फ रिद्धांश तय करता था! लेकिन आज चाहत ने उसके होंठों को बाइट कर लिया था साथ ही रिद्धांश के बाॅडी पर नेल्स बाइट और हीकिज के अनगिनत निशान बना दिये थे!


    ~

    To Be Continued...

  • 7. The Devil's Obsession - Chapter 7

    Words: 1057

    Estimated Reading Time: 7 min

    रिद्धांश के पास अब तक जितनी भी लड़कियां आयी थी रिद्धांश किसी को भी बाइट करने की इजाजत नहीं देता था और ना कोई हिकीज देना अलाउड था! उन लड़कियों को जो करना है वो सिर्फ रिद्धांश तय करता था! लेकिन आज चाहत ने उसके होंठों को बाइट कर लिया था साथ ही रिद्धांश के बाॅडी पर नेल्स बाइट और हीकिज के अनगिनत निशान बना दिये थे!

    रिद्धांश अपनी शर्ट पहन‌ रहा था और कंटीन्युअस अपनी बाॅडी पर बाइट के निशान को देख रहा था!आज पहली बार उसके चेहरे पर एक क़ातिल मुस्कान तैर रही थी! रिद्धांश अपनी कार में बैठकर चला गया!

    देवांश और समर भी घर वापस आ गये! समर ने देखा सबकुछ पहले जैसा था देवांश अपने कमरे में चला गया चाहत भी कुर्ती पहनकर सो रही थी! देवांश मुस्कुराते हुए चाहत के बगल में लेट गया चाहत देवांश को देख कर उसकी बाहों में सिमट कर सो गयी फिर अचानक कल रात वाली घटना याद आते ही चाहत की आंखें डर से बड़ी हो गयी!

    ~

    चाहत की नींद खुलने लगी तब उसने देखा उसके बगल मे देवांश गहरी नींद में सो रहा है, देवांश को अपने बगल में लेटा देख कर चाहत के चेहरे पर मुस्कान खिल गई लेकिन फिर अचानक उसकी मुस्कान मानो कहीं गायब सी हो गयी क्योंकि उसे कल रात की घटना याद आयी! और वो बाथरूम चली गई बाथरूम में अपनी कुर्ती उतारकर चाहत ख़ुद को आइने में देखने लगी,

    आज फिर उसके बाॅडी पर वैसे ही निशान बने हुए थे! अपने बदन पर दोबारा वही बाइट और हीकिज के निशान देख कर चाहत के पैरो तले ज़मीन निकल गई, चाहत सिर पर हाथ रख दीवार से चिपक कर खड़ी हो गयी

    "यह कैसे हो सकता है इसका मतलब कल रात फिर वो यहां आया था और मेरे साथ.! इतना सोच कर चाहत रोने लगी!

    _चाहत तुम बाथरूम में हो क्या? देवांश की आवाज़ सुनकर चाहत बोली_

    "हां एक मिनट मैं आ रही हुं! चाहत ने तुरंत खुद को क्लीन किया और बाहर आ गयी! देवांश बोला_

    "कैन यू इमैजिन मुझे कंपनी कुछ दिनों के लिए रसिया भेज रही है अभी बाॅस का काॅल आया था कंपनी मुझे रसिया भेज रही है बट फिलहाल मुझे वहां अकेले जाना होगा! चाहत बोली_

    "ऐसे कैसे मैं यहां आपके बग़ैर कैसे रहुंगी! बस कुछ दिन की बात है उसके बाद तुम्हें भी मैं अपने साथ रसिया ले जाऊंगा! चाहत आंसु पोंछते हुए बोली_

    "एक काम करते हैं मैं कुछ दिनों के लिए मनाली चली जाती हुं मुझे मां पापा की बहुत याद आ रही है! देवांश चाहत के चेहरे को हाथ में भर कर बोला_

    "आर यू ओके?

    अगर कोई बात है तो तुम मुझे बताओ हम वापस मनाली चली चलेंगे

    "देखो चाहत मैं जानता हूं कि तुम्हें इन सब की और अकेले रहने की आदत नहीं है अगर ऐसा कुछ है तो हम इंडिया वापस चले जायेंगे मैं तुम्हारे साथ उस छोटे टाउन में भी खुश रह लुंगा!

    देवांश की बातों को सुनकर चाहत समझ गयी कि देवांश यह सब उसकी खुशी के लिए बोल रहा है इसीलिए उसने कहा_

    "नहीं ऐसा कुछ नहीं है आप यहां नहीं रहेंगे इसीलिए मैं ऐसा बोल रही थी, वैसे मुझे कोई प्राॅब्लम नही है मैं यहां भी आराम से रह लुंगी! देवांश बोला_

    "आर यू स्योर!

    "याह आइ एम डैम स्योर! देवांश चाहत के फोरहेड पर किस करके ऑफिस चला गया! चाहत_

    "नो वे मुझे ख़ुद को स्ट्रांग बनाना होगा मैं अपने डर की वजह से देवांश की लाइफ नहीं बर्बाद होने दुंगी! अब मैं खुद ही उसका सामना करूंगी!

    चाहत को देवांश ने एक नये फ्लैट में शिफ्ट कर दिया था, जाने से पहले देवांश चाहत को मार्केट माॅल जगह सबकुछ दिखा दिया और समझा दिया ताकि देवांश के रसिया जाने के बाद चाहत को किसी भी तरीके से दिक्कत ना हो! दो दिन बाद देवांश रसिया चला गया!

    चाहत मार्केट से फ्रुट्स खरीद कर आगे बढ़ रही थी, उसके पीछे ब्लैक हुडी पहने एक लड़का धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा था, चाहत मार्केट घुमते हुई अपने फ्लैट के रस्ते चलने लगी लेकिन एक सुनसान रास्ते से जाते वक्त वो लड़का और उसके साथ कुछ और लड़कों ने चाहत को घेर लिया!

    " हु आ यू एंड वाॅय आर यू चेजि़ग मी?

    "हे ब्युटीफुल गिव मी वाॅट एवर मनी एंड ज्वैलरी यू हैव और आइ विल किल यूं! उन गुंडों को देख कर चाहत की सांसे अटक गयी एक लड़के ने चाहत के हाथों से सोने की रिंग निकालने लगा दुसरा पर्स छीनने लगा

    चाहत चिल्लाते हुए बोली_

    "समबडी हेल्प मी! प्लीज़ छोड़ो!

    चाहत हाथ पैर पटकने लगी तभी अचानक एक गोली एक गुंडे के सिर के बीचोंबीच लगी और वो चाहत के पैरों पर गिर गया लड़के के मरते ही चाहत और बुरी तरह घबड़ा गयी सामने से रिद्धांश और उसके आदमी उन सभी लड़कों को मौत की नींद सुलाते हुये चाहत की तरफ बढ़ रहे थें!

    चाहत रिद्धांश को अपने करीब आते देख कर अपना सामान लेकर भागने लगी! रिद्धांश भी तेज़ क़दमों से चाहत के पीछे चलने लगा!

    चाहत ने फ्लैट के अंदर खुद को बंद कर लिया और तेज़ सांसे लेने लगी अभी चाहत आंखें बंद किये दरवाज़े पर खड़ी ही थी कि उसे अपने चेहरे पर किसी की गर्म सांसे महसूस हुई! गर्म सांसों को महसूस करते ही चाहत आंख खोल कर देखने लगी सामने रिद्धांश की शार्प आंखे चाहत की आंखों में देख रहीं थीं चाहत भी सलाइवा गटकते हुए बोली_

    तततुम!

    चाहत डरी सहमी रिद्धांश की आंखो में देख रही थी रिद्धांश को देख चाहत के होंठ हाथ पैर कांपने लगे! रिद्धांश गौर से चाहत के मासुम चेहरे को देख रहा था,

    "डिजायर! योर आइज इज वेरी ब्युटीफुल! मैंने आज तक तुम्हारे जैसी मासुम लड़की नहीं देखी! मुझे तुम कितनी खुबसूरत लगती हो मैं तुम्हें बता नहीं सकता! मैं तुम्हें अपना बनाना चाहता हूं हमेशा के लिए! तुम मेरे साथ चलो मैं वादा करता हूं मैं तुम्हारे पति से ज्यादा खुश रखुंगा तुम्हें किसी चीज़ की कभी कोई कमी नहीं होने दुंगा! चाहत बोली_

    "रियली तुम मुझे मेरी खुशी दोगेे? रिद्धांश

    "यस माय लव! "ठीक है मेरी जिंदगी से दुर चले जाओ इसमें ही मेरी खुशी है चाहत सख्त आवाज में बोली_

    मेरी हर खुशी मेरे पति देवांश से जुड़ी है और उसके साथ रहने से ही मुझे खुशी मिलती है उसके सिवा दुनिया की कोई चीज़ मुझे खुशी नहीं दे सकती है! समझे तुम! चाहत रिद्धांश के कोट पकड़ कर बोली_

    ~

    To Be Continued...

  • 8. The Devil's Obsession - Chapter 8

    Words: 1056

    Estimated Reading Time: 7 min

    मेरी हर खुशी मेरे पति देवांश से जुड़ी है और उसके साथ रहने से ही मुझे खुशी मिलती है उसके सिवा दुनिया की कोई चीज़ मुझे खुशी नहीं दे सकती है! समझे तुम! चाहत रिद्धांश के कोट पकड़ कर बोली_

    "उस रात मैं बहुत मजबुर थी इस अनजान शहर में मैं किसी को नहीं जानती थी मुझे दुसरा कोई रास्ता नहीं सुझ रहा था ऊपर से तुम्हारे आदमी ने मेरी इज्जत और मेरे पति मे से किसी एक को चुनने के लिए बोला_

    "इसीलिए मैंने अपने पति के लिए अपनी इज्जत बेची थी लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि मैं कोई बिकाऊ सामान हुं जिसे तुम जब चाहो युज करो और अपनी नीड सेटिस्फाई करो!

    मुझे छुने का हक मैंने अपने पति को छोड़कर किसी को भी नहीं दिया है समझे तुम! चाहत सिसक कर रोती हुई बोली_

    "तुम्हारे साथ गुजारी उस रात के बाद मुझे खुद से घिन्न आती है मैं अपने पति से नजरें नहीं मिला पा रही हुं। कैसे मैं ख़ुद को संभाल रही हुं यह सिर्फ मैं जानती हूं! तुम जैसे हो तुम्हें तुम्हारी टाइप की बहुत सारी लड़कियां मिल जायेंगी लेकिन मैं इस शहर में किसी की स्लट बनने के लिए नहीं आयी हुं।

    रिद्धांश चुपचाप चाहत की बातें सुन रहा था चाहत गिड़गिड़ाती हुई बोली_

    "तुम प्लीज़ हमारी जिंदगी से दुर चले जाओ! मैं तुम्हें और उस रात को याद भी नहीं करना चाहती चले जाओ! चाहत अभी रिद्धांश को जाने के लिए बोल ही रही थी कि तभी!

    ~

    चाहत रिद्धांश से बोली_

    "मुझे तुम्हारे साथ कोई रिश्ता नहीं रखना मेरी दुनिया में तुम्हारे लिए कोई जगह नहीं है क्योंकि मेरा दिल मेरी आत्मा मेरा सबकुछ सिर्फ़ मेरे पति का है,

    रिद्धांश चाहत की तरफ डार्क आंखो से देख कर बोला_

    "अगर मैं ही तुम्हारा पति बन जाऊं फिर तुम भी मेरी और तुम्हारा सबकुछ भी मेरा!

    चाहत रिद्धांश की बातों को सुनकर दंग रह गयी,

    "तुम कोई साइको पागल हो! मैं अपने पति को छोड़कर तुम्हारे पास कभी नहीं आऊंगी! रिद्धांश डेविल स्माइल करने लगा और कहा_

    "इस दुनिया मे सबकुछ बिकता है डिजायर! बस खरीदने वाले की औकात होनी चाहिए! तुम मेरी हो और तुम्हें मेरे पास ही आना होगा तुम्हारी सुहागरात मेरे साथ गुजरी है और अब आने वाली हर‌ रात भी मेरे साथ ही गुज़रेगी! तुम्हें पाने के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूं!

    रिद्धांश चाहत से दुर होते हुए अपनी शर्ट के बटन खोलने लगा चाहत रिद्धांश को बटन खोलता देख कर बोली_

    "यह तुम क्या कर रहे हो! रिद्धांश शैतानी मुस्कान मुस्कुराने लगा और अपनी शर्ट उतार दी

    " तुम्हें पता है डिजायर आज तक किसी लड़की की इतनी हिम्मत नहीं हुई कि वो किंग के होंठों को छु ले और तुमने तो मेरे होंठों को बाइट कर लिया चाहत रिद्धांश के होंठों की तरफ देखने लगी रिद्धांश के होंठों पर अभी भी बाइट नज़र आ रहे थे! चाहत कांपती आवाज़ में पुछी_

    "ययह मैंने कब किया? रिद्धांश_

    "परसों ही तुमने मुझे अपना प्यार शो किया है और अब तुम्हारा प्यार पाने के बाद मुझे और कोई लड़की अच्छी नहीं लग रही है! चाहत हड़बडाई सी आवाज़ में बोली_

    "नो नो ऐसा नहीं हो सकता मैं तुम्हारे साथ यह सब नहीं कर सकती चाहत का रंग उड़ा देख रिद्धांश के चेहरे पर इविल स्माइल आ गई

    "यस डिजायर परसों रात जिस तरीके से तुमने मुझसे प्यार किया है ना वैसा प्यार मुझसे आजतक किसी ने नहीं किया इतना पैसेनेट प्यार! मैं इमैजिन भी नहीं कर सकता था तुम्हारी बाॅडी की खुशबु आज भी मुझे अपनी बाॅडी में महसूस हो रही है! यू डोंट ट्रस्ट मी राइट? आइ विल शो यू! रिद्धांश अपनी शर्ट उतारकर साइड में रख दी चाहत रिद्धांश के तरफ बढ़कर उसके बाॅडी पर बाइट नाखुन हिकीज के निशान देख रही थी!

    "यह मैंने कब किया मैंने तुम्हारे साथ यह सब नोनो! चाहत कहकर रोने लगी!

    "हेई डिजायर डोंट क्राॅय बेबी! आइ एम योर हंसबैड एंड वाॅय बी असेम्ड ऑफ लविंग योर हंसबैड?

    "नो यू आर नाॅट माय हंसबैड एंड आइ एम नॉट योर वाइफ! माय हंसबैड नेम इज देवांश शर्मा एंड आइ एम हिज वाइफ नाॅट योर! तुम मेरे कोई नहीं हो और ना ही तुम्हारे लिये मेरी जिंदगी में कोई जगह है!

    चाहत की बातों से अब रिद्धांश का चेहरा गुस्से से कांप रहा था और अचानक चाहत का चेहरा रिद्धांश ने अपने हाथों में जकड़ लिया_

    "डिजायर मेरी एक बात कान खोलकर सुन लो तुम मेरी हो और अगर तुमने मेरे अलावा किसी और को खुद के ज़रा भी करीब आने दिया तो उस इंसान को मैं जीने नहीं दुंगा! मुझे पता है कि तुम अपने उस सोकाॅल्ड हंसबैड से बहुत प्यार करती हो।

    लेकिन मुझे तुमसे रुहानियत वाला प्यार हो गया है और तुम्हें पाने के लिए मैं किसी भी हद को पार कर जाऊंगा।

    रिद्धांश सिंह राठौड़ को अगर कोई चीज़ पसंद आ जातीं हैं फिर वो किसी की भी क्यों ना ‌हो उसे रिद्धांश सिंह राठौड़ का होना ही पड़ता है! अब तुम्हें इस सच्चाई को एक्सेप्ट करना ही होगा नहीं तो तकलीफ़ तुम्हें ही होगी! मेरी नजर अब हर वक्त तुम पर रहेगी!

    तुम चाह कर भी अब मुझसे दुर नहीं जा सकती और ऐसी कोशिश भी मत करना

    वैसे तुम्हारा पति रसिया में और तुम्हारी फैमिली मनाली में राइट?

    चाहत रिद्धांश की धमकी भरी बातें सुन रही थी,

    रिद्धांश गुस्से भरी आवाज में बोला_

    "सोचो अगर मैं उन दोनों को जान से मार दूंगा, फिर तुम क्या करोगी किसके पास जाओगी!

    " जरा सोचो डिजायर तुम्हारे एक ग़लत फैसले से तुम्हारे पति और उसकी फैमिली की जान चली जायेगी। चाहत सहमी हुई सी बोली_

    "तुम ऐसा नहीं कर सकते!

    ईविल स्माइल करते हुए

    " रिद्धांश सिंह राठौड़ कुछ भी कर सकता है बिकाॅज आइ एम किंग और किंग कुछ भी कर सकता है! कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़‌ सकता!

    अगर मेरे आदमियों में इतनी पावर है कि दानिश के काॅल पर ऑफिसर ने तुम्हारे पति को छोड़ दिया तब तुम खुद ही अंदाजा लगा लो कि अगर मैं अपनी पर आया तब मैं क्या क्या कर सकता हूं।

    चाहत ने तुरंत अपना मंगलसूत्र पकड़ लिया! रिद्धांश चाहत के गले के मंगलसूत्र को देख कर बोला_

    "इसे उतारने को समय आ रहा है बहुत जल्द इस मंगलसूत्र की जगह मेरे नाम का मंगलसूत्र तुम्हारे गले में होगा।

    रिद्धांश इतना कहकर चाहत के फ्लैट से चला गया! रिद्धांश के जाते ही चाहत जमीन में बैठ कर रोने लगी!


    ~

    To Be Continued...

  • 9. The Devil's Obsession - Chapter 9

    Words: 1065

    Estimated Reading Time: 7 min

    "इसे उतारने को समय आ रहा है बहुत जल्द इस मंगलसूत्र की जगह मेरे नाम का मंगलसूत्र तुम्हारे गले में होगा।

    रिद्धांश इतना कहकर चाहत के फ्लैट से चला गया! रिद्धांश के जाते ही चाहत जमीन में बैठ कर रोने लगी!

    रिद्धांश के जाने के बाद चाहत को देवांश का फ़ोन आया,

    "स्वीटहार्ट कैसी हो? आइ मिस यू यार! आज मुझे तुम्हारी बहुत याद आ रही है, चाहत पहले ही टुटी हारी हुई थी देवांश की प्यारी बातें सुन कर चाहत बोली_

    "मुझे भी आपकी बहुत याद आ रही है देवांश आइ लव यू एंड आइ रियली मिसिंग यू मचमच मोर! देवांश_

    "हे स्वीटहार्ट काॅम डाऊन मैं तुम्हें लेने बहुत जल्दी आ रहा हूं मैं भी तुमसे दुर नहीं रह सकता हूं!

    "मैं आपका इंतजार करूंगी देवांश!

    "ओके स्वीटहार्ट मैं बाद में काॅल करता हूं ओके! लव यू मिस मी! चाहत फ़ोन पकड़ रोने लगी! चाहत_

    "इस पागल रिद्धांश से मैं बहुत दुर चली जाऊंगी! मैं देवांश के आते ही उन्हें सारी सच्चाई बता दुंगी फिर हम इंडिया वापस चले जायेंगे!

    "हां यही करूंगी इंडिया में जाॅब की कमी नहीं है अगर मुझे और देवांश को एकसाथ रहना है तो मुझे और देवांश को यहां से चले जाना होगा! वैसे भी वो रिद्धांश राठौड़ कोई सनकी इंसान है मेरे जाने के बाद वो ख़ुद ही मुझे भुल जायेगा हां हां यही सही है!

    चाहत आंसु पोंछ कर खड़ी हो गई और खाना बनाने लगी! रात को चाहत किचन से खाना बनाकर टेबल पर लगा रही थी, तभी दरवाजे पर किसी ने नाॅक किया चाहत _

    "इतनी रात को कौन हो सकता है! चाहत डोर बोली_

    " कौन है? बाहर से कोई आवाज़ नहीं आई लेकिन दोबारा नाॅक की आवाज़ आयी!

    ~

    किसी को दरवाजे के पीछे ना देख कर चाहत का दिल जोरों से धड़कने लगा, भूऊऊ! अचानक सामने देवांश आकर खड़ा हो गया देवांश को देख कर चाहत खुशी से झूम उठी और देवांश के गले लग गयी,

    "आप बहुत गंदे इंसान हो मुझे डराया क्यों? अभी मेरी जान निकल जाती! देवांश चाहत के कमर पकड़ कर किस करते हुए बोला_

    "तुम्हारी याद आ गयी और मैं तुम्हारे बिना रह नहीं पाया इसीलिए आज तुमसे मिलने चला आया दो दिन‌ बाद मैं फिर चला जाऊंगा! चाहत देवांश के साथ डिनर करने लगी! देवांश कपड़े बदल कर बेड पर चाहत का इंतजार कर रहा था, चाहत देवांश की आंखों में प्यार देख कर उसके करीब आयी और देवांश को किस करने लगी! देवांश भी चाहत को रिस्पांस करने लगा!

    चाहत देवांश की शर्ट की बटन खोल कर उसके चेस्ट को किस कर रही थी, देवांश आंखे बंद किये चाहत को महसूस कर रहा था, चाहत के एक्सप्रेशन अचानक सख्त हो गये और चाहत मन में बोली_

    "आज मैं भी देखती हूं मुझे मेरे पति से प्यार करने कौन रोकता है आज मुझे देवांश की होने से कोई नहीं रोक सकता!

    चाहत ने आंखे बंद कर ली और देवांश के इयर और नेक पर किस करने लगी देवांश ने भी अपनी शर्ट उतार दी और दोनों एक-दूसरे से लिपट गये देवांश चाहत के ऊपर था, चाहत ने देवांश की आग को हवा दे दी थी अब देवांश चाहत के ऊपरी भाग को बेतहाशा किस करने लगा,

    अभी कुछ ही मिनट बीते होंगे कि उसी समय देवांश के लैपटॉप पर वीडियो काॅल आया! दुसरी तरफ समर था समर का एक्सीडेंट हो गया था और उसे लोगों ने हाॅस्पिटल में एडमिट कर दिया लेकिन जान पहचान के नाम पर यहां सिर्फ देवांश ही था इसीलिए पुलिस ने देवांश को फ़ोन किया देवांश तुरंत कपड़े पहनने लगा! देवांश को कपड़े पहनता देख चाहत बोली_

    "क्या हुआ देवांश इतनी रात को आप कहां जा रहे हैं! देवांश बोला_

    "स्वीटहार्ट मैं हाॅस्पिटल जा रहा हूं समर का एक्सीडेंट हो गया है और मेरे सिवा उसका यहां कोई नहीं है इसीलिए मुझे उसके पास जाना होगा एम साॅरी मैं तुमसे बाद में मिलता हुं ।

    देवांश हड़बड़ाते हुए फ्लैट से चला गया! चाहत ब्लैंकेट लपेटें देवांश को देखती रह गयी फिर वैसे ही बेड पर लेट गई तभी चाहत का फ़ोन बजा दुसरी तरफ से एक गुस्से में तीखी आवाज आयी_

    "मैंने तुम्हें समझाया था डिजायर मेरे सिवा किसी के करीब मत जाना लेकिन तुमने मेरी बात नहीं सुनी! तुम्हारा पति मैं हुं और तुम मुझे छोड़कर देवांश के साथ नाइट स्पेंड कर रही हो? चाहत बोली_

    "माइंड योर लैंग्वेज मिस्टर! देवांश मेरे पति है और अपने पति के साथ मैं जो चाहूं वो कर सकती हूं मुझे कोई नहीं रोक सकता और ना ही मैं अपने पति को रोकुंगी! उनका मुझ पर पुरा हक है और मैं एक रात क्या पुरी जिंदगी उनके साथ ही बिताऊंगी समझे तुम! चलो अब फ़ोन रखो!

    चाहत की ऐसी बेरुखी भरी बातें सुनकर रिद्धांश गुस्से से पागल हो गया और कुछ देर में चाहत के सामने पहुंच गया ।

    चाहत अभी भी ब्लैंकेट में वैसे ही लेटी हुई थी, आधी नींद में चाहत करवटें बदलते हुये पिल्लो को लेने की कोशिश कर रही थी!

    रिद्धांश सर्द नजरों से चाहत को देख रहा था! और फिर अपनी शर्ट उतारकर चाहत के बगल में लेट गया बगल में लेटते ही चाहत को लगा की देवांश आ गया है और उसने रिद्धांश को अपनी बाहों में भर लिया! कमरे की लाइट बिल्कुल डीम थी इसकी वज़ह से चाहत को समझ नहीं आया कि कमरे में देवांश नहीं बल्कि रिद्धांश‌‌ हैं,‌ चाहत ने हल्की सी आंखे खोली और बोली_

    "आप आ गये आपकी वजह से ही मैंने कपड़े नहीं पहने हैं, रिद्धांश चाहत को किस करने लगा चाहत भी रिद्धांश के ऊपर आ गयी और पैसेन के साथ रिद्धांश को किस करने लगी,‌

    चाहत नीचे बढ़ने लगी चाहत को नीचे जाता देख कर रिद्धांश के एक्सप्रेशन और डार्क हो गये चाहत बोली_

    "हाऊ आर यू फिलिंग! रिद्धांश बोला_

    "दिस फिलिंग इज मोर क्रेजी दैन आई थोट! आइ कैन फिल योर लव डिजायर! चाहत रिद्धांश को देवांश समझकर उसके प्यार में खोई हुई थी! मगर जैसे ही चाहत ने डिजायर सुनी! तब चाहत चौंक कर उठ गयी और लाइट जलाने की कोशिश की मगर रिद्धांश ने लाइटर जलाई और आग की लौ में अपना चेहरा दिखाया रिद्धांश को देख चाहत डर से ख़ुद को कवर करती हुईं उठने लगी लेकिन रिद्धांश ने चाहत की कलाईयों पर अपने हाथ कस लिये और चाहत को दोबारा बेड पर खींच कर उसके ऊपर आ गया

    "तुम देवांश के साथ यह सब करने वाली थी आइ कांट इमैजिन! मेरे होते हुए तुम्हारे ख्वाब कोई दुसरा कैसे पुरे कर सकता है?


    ~

    To Be Continued...

  • 10. The Devil's Obsession - Chapter 10

    Words: 1012

    Estimated Reading Time: 7 min

    चाहत बोली_

    "तुम यह क्या कर रहे हो मेरा हाथ छोड़ो! रिद्धांश_

    "नो डिजायर ऑसर माय क्वैशचन क्या तुम देवांश के साथ यह करना चाहती थी! चाहत बोली_

    "हां देवांश मेरे पति हैं और मेरी मर्जी है कि मैं उनसे कैसे प्यार करूं! रिद्धांश

    "नो नो बेबी आइ एम योर हंसबैड और अब तुम हमेशा यह सब मेरे साथ करोगी!

    "रिद्धांश चाहत के गले पर अपनी गर्म सांसें छोड़ते हुए कहा_ "माय डिजायर

    " देयर इज अ लाॅट ऑफ हीट इन योर बाॅडी,‌ विच ऑनली आइ कैन काल्म एंड नो वन एल्स!

    चाहत उठने की दोबारा कोशिश करने लगी लेकिन रिद्धांश ने चाहत की कलाईयों को बेड पर लगा दिया और कहा_

    "समर का एक्सीडेंट तुम्हारे लिए एक वार्निंग थी लेकिन अगर तुमने अब भी मेरी बात नहीं मानी तो अगला एक्सीडेंट किसका होगा तुम जानती हो ना! चाहत की आंखे डर से बड़ी हो गयी! रिद्धांस बोला_

    "यस गुड मैं तुम्हारे आंखों में डर देखना चाहता हूं आगे से तुम उस देवांश के करीब बिल्कुल नहीं जाओगी।

    रिद्धांश चाहत को हल्के हल्के किस कर रहा था चाहत भी कुछ मिनटों के लिए भुल गयी कि वो रिद्धांश के साथ यह सब कर रही है चाहत रिद्धांश के उन एहसासों में खोने लगी थी और तेज़ सांसे लेने लगी थी रिद्धांश चाहत को पागल कर देने वाला प्यार कर रहा था ।

    चाहत भी रिद्धांश को पागलों कि तरह किस करने लगी रिद्धांश के एक्सप्रेशन सख़्त हो गये थे, लेकिन फिर भी रिद्धांश चाहत को प्यार करना बंद नहीं कर रहा था! चाहत और रिद्धांश जिस कंडीशन में थे दोनों के लिए ही एक दूसरे को छोड़ना बेहद मुश्किल हो गया था चाहत सिसकियां ले रही थी रिद्धांश डार्क एक्सप्रेशन से चाहत के फेस को देख रहा था!

    स्पीड के साथ चाहत रिद्धांश को किस करने लगी! फिर थोड़ी देर बाद रिद्धांश ने ख़ुद पर से अपना कंट्रोल छोड़ दिया और बगल में लेट गया! चाहत की आंखों में आसूं थे! चाहत मन ही मन में बोली_

    "आज मैं ख़ुद को कंट्रोल नहीं कर सकी मैं सचमुच किसी स्लट से कम नहीं हुं! रिद्धांश चाहत को खोये हुये देख कर बोला_

    "मैं इससे भी बढ़कर तुम्हें प्यार दे सकता हूं लेकिन तुम्हें उस देवांश को छोड़कर मेरे साथ चलना होगा!

    चाहत भी खोये हुये अंदाज में बोली_

    "ना ही मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए और ना ही कुछ और! चाहत दर्द से हंसी फिर बोली_

    "सचमुच आज मैं किसी स्लट से कम नहीं लग रही हुं जो अपने पति को छोड़कर किसी पराये मर्द के साथ एक बेड पर हुं! आखिर में तुमने मुझे स्लट बना ही दिया। चाहत की बातों को सुनकर रिद्धांश के एक्सप्रेशन बेहद ख़तरनाक और गुस्से वाले हो गये और वो झट से दोबारा चाहत के ऊपर आकर बोला_

    ~

    रिद्धांश चाहत के ऊपर आकर बोला_ "तुमने खुद को स्लट कहा_

    "हाऊ डेयर यु डिजायर तुम्हारी हिम्मत भी कैसे हुई खुद को स्लट कहने की? अभी तक अपने पति को छोड़कर तुमने किसी भी मर्द के साथ रात नहीं बिताई है और तुम्हारा पति मैं हुं मेरे छुने के बाद अब तुम्हें कोई नहीं छु सकता किंग की बीवी पर नज़र डालने वाले को सबसे पहले रिद्धांश राठौड़ का सामना करना पड़ेगा और अभी तक इतनी हिम्मत किसी की भी नहीं है जो किंग का मुकाबला कर सके!

    रिद्धांश चाहत की कलाई छोड़कर उसके हाथों को इंटरवांइड करके बोला_

    "यह हाथ पहली रात भी मेरे हाथों से इंटरवांइड थे और अब जिंदगी भर भी सिर्फ मेरे हाथों से ही इंटरवांइड होंगे और किसी के साथ नहीं! समझी डिजायर! रिद्धांश‌ दोबारा चाहत के गले को किस करने लगा।

    चाहत आंसुओं से भरी आंखो से सीलिंग को देख रही थी। रिद्धांश थोड़ी देर बाद खड़ा हुआ, अपने कपड़े पहनते हुये चाहत को देख रहा था चाहत ब्लैंकेट लपेटें कहीं और ही देख रही थी! रिद्धांश चाहत के करीब आकर बैठ गया और उसके बाल कान के पीछे करते हुए कहा_

    "डिजायर तुम सैड क्यों हो! किंग की वाइफ पर यह उदासी अच्छी नहीं लगती! चाहत सारकेस्टिक लहजे में बोली_

    "मैं जिसकी क्वीन हुं उसे यह पता भी नहीं है कि उसकी क्वीन किसी गैर मर्द के साथ सो रही है!

    चाहत के मुंह से इतना सुनते ही रिद्धाश ने चाहत के जबड़े पकड़ कर कहा_

    "दोबारा अगर ऐसी बकवास की तो मैं तुम्हारी उस देवांश की जान ले लुंगा! चाहत बोली_

    "तुमने अगर देवांश के साथ कुछ भी किया मैं भी जिंदा नहीं रहुंगी मैं भी अपनी जान दे दुंगी! रिद्धांश चाहत का जबड़ा छोड़कर हंसने लगा तुम मुझे धमकी दे रही हो! चाहत गुस्से से बोली_

    "क्यों मैं ख़ुद की जान नहीं ले सकती तुम देखना चाहते हो? रिद्धांश चाहत की आंखों में गुस्सा और सनक देख रहा था! रिद्धांश चाहत के होंठों को सहलाते हुए कहा_

    "तुम मुझे छोड़कर नहीं जा सकती डिजायर! चाहो फिर भी मैं तुम्हें खुद से दूर नहीं जाने दुंगा! अगर यकीन ना हो तो आजमा कर देख लेना!

    चाहत ने अपना चेहरा दुसरी तरफ घुमा लिया! तभी एक नाॅक की आवाज़ आयी गेट नाॅक की आवाज़ सुन कर चाहत डर गयी और ब्लैंकेट लपेटें अपने कपड़े खोजने लगी रिद्धांश बोला_

    "जस्ट रिलैक्स तुम वाॅसरुम में कपड़े पहनो मैं देखता हुं, चाहत बोली_

    "बिल्कुल नहीं कही देवांश हुये तो मैं उनसे नज़र भी नहीं मिला पाऊंगी रिद्धांश ईविल स्माइल करते हुए डोर ओपन किया बाहर रिद्धांश का असिस्टेंट दानिश खड़ा था

    "किंग साॅरी टू डिस्टर्ब यू बट आपकी एक अर्जेंट मीटिंग आ गयी है इसीलिए हमें अभी निकलना पड़ेगा!

    चाहत छुपकर कमरे से देख रही थी! रिद्धांश दोबारा चाहत के कमरे में आया चाहत रिद्धांश को अंदर आता देख बाथरूम में चली गई।

    चाहत आधे घंटे बाद बाथरूम से फ्रेश होकर निकली उसने अपने कमरे में झांका और फिर चैन की सांस लेकर कमरे में आयी चाहत मिरर के सामने खड़े होकर मंगलसूत्र पहन रही थी तभी पीछे से रिद्धांश चाहत को मंगलसूत्र पहनाने लगा यह देखकर चाहत ने रिद्धांश को दुर धक्का दे दिया फिर बोली_

    "यह कोई पेंडेंट या लाॅकेट नहीं हैं जो तुम मुझे पहना रहे हो यह एक लड़की की जिंदगी है और इसे पहनाने का हक सिर्फ़ देवांश को है तुम्हें या किसी और को नहीं!


    ~

    To Be Continued...

  • 11. The Devil's Obsession - Chapter 11

    Words: 1038

    Estimated Reading Time: 7 min

    चाहत आधे घंटे बाद बाथरूम से फ्रेश होकर निकली उसने अपने कमरे में झांका और फिर चैन की सांस लेकर कमरे में आयी चाहत मिरर के सामने खड़े होकर मंगलसूत्र पहन रही थी तभी पीछे से रिद्धांश चाहत को मंगलसूत्र पहनाने लगा यह देखकर चाहत ने रिद्धांश को दुर धक्का दे दिया फिर बोली_

    "यह कोई पेंडेंट या लाॅकेट नहीं हैं जो तुम मुझे पहना रहे हो यह एक लड़की की जिंदगी है और इसे पहनाने का हक सिर्फ़ देवांश को है तुम्हें या किसी और को नहीं!

    रिद्धांश मुट्ठी बंद बंद कर चाहत को सर्द नजरों से देख रहा था आइंदा से मेरे मंगलसूत्र को छुने की हिम्मत भी मत करना! चाहत सिंदुर लगाने के लिए मुड़ी और सिंदूर लगाने लगी! रिद्धांश चाहत को डार्क नजरों से देख रहा था! सिंदुर लगाकर चाहत मुड़ी तब रिद्धांश वहां पर नहीं था।

    रिद्धांश के जाने के बाद चाहत बेड पर बैठ गयी और फोन पर देवांश की फोटो देखने लगी! सुबह से रात हो गयी लेकिन देवांश अभी तक नहीं आया! चाहत परेशान होकर देवांश को फ़ोन कर रही थी मगर देवांश का नंबर इंगेज आ रहा था!

    दुसरी ओर रिद्धांश अपनी कार में बैठा मीटिंग से लौट रहा था रिद्धांश का चेहरा एक्सप्रेशनलेश था

    "दानिश आज कोई ऐसी लड़की को बुलाओ जिसे देखकर मैं सबकुछ भुल जाऊं! दानिश_

    "ओके बाॅस आपके पास पहुंच जायेगी!

    रात को आठ बजे रिद्धांश शराब पी रहा था चाहत की बातें उसके दिमाग़ में चल रही थी आज चाहत ने जैसा बिहेव रिद्धांश के साथ किया था उससे रिद्धांश बहुत नाराज़‌ हो गया था रिद्धांश_

    "डिजायर तुमसे खुबसूरत लड़कियां हर रात मेरे बेड पर रहती हैं और आज भी रहेगी,‌ मैं अब कभी लौटकर तुम्हारे पास नहीं आऊंगा तुम बहुत बदतमीज हो और बदतमीज लड़कियां मुझे बिल्कुल पसंद नहीं है!

    थोड़ी देर बाद एक खुबसूरत हाॅट ड्रेस पहनी हुई लड़की रिद्धांश के गेट पर खड़ी थी, कमरे में आते ही लड़की रिद्धांश किस करने लगा अभी दो मिनट ही गुज़रे थे, लेकिन रिद्धांश उस लड़की के ऊपर से हट गया और सिगरेट जलाने लगा!

    "ब्लुटूथ ऑन कर दानिश इस लड़की को यहां से ले जाओ आइ डोंट लाइक हर! कोई और है! दानिश ने दुसरी लड़की भेजी फिर तीसरी चौथी रिद्धांश ने सबको अपने कमरे से निकाल दिया!

    " वाॅय डिड यू कम टू मी डिजायर? नाॅओ यू आर इन माॅय हार्ट एंड माइंड! वाॅट सुड आइ डू टू फोरगेट यू? आन्सर मी डैमिट! आहहहहहह! रिद्धांश जोर से चिल्लाया!

    रिद्धांश की चिल्लाने की आवाज़ सुनकर दानिश दौड़कर रिद्धांश के पास आया

    " वाॅट हैपेंड बाॅस वाॅय आर यू साऊटिंग! रिद्धांश चिखते हुए बोला_

    "दानिश यू स्कराऊडल तुमने क्यों उस चाहत को मेरे पास भेजा था? वाॅय आंसर मी!

    "सीज़ स्टक इन माई माइंड एंड हार्ट! एवरीथिंग हैपेंड बिकॅाज ऑफ यू!

    "बाॅस एम साॅरी आगे से मैं उसे कभी आपके पास नहीं भेजुंगा आप प्लीज शांत हो जाइये!

    रिद्धांश_

    "मुझे दस मिनट के अंदर डिजायर की उस रात की फुटेज चाहिए मैं उसे देखना चाहता हूं!

    "ओके बाॅस!

    रिद्धांश टीवी स्क्रीन में चाहत की उस रात वाली फुटेज़ देख रहा था! चाहत कांपती हुई रिद्धांश के कमरे के बाहर खड़ी थी और नशें में रिद्धांश उसे अपने कमरे में ले गया! रिद्धांश रिवांड कर के बार बार चाहत को देख रहा था! रात भर रिद्धांश चाहत की फुटेज़ देखता रहा।

    सुबह चाहत के फ्लैट का डोलबेल बजा चाहत ने डेस्परेटली होकर दरवाजा खोला बाहर देवांश खड़ा था ! चाहत_

    "देवांश आप आ गये कहां थें आप? ना जाने मैंने आपको कितने काॅल और मैसेज किये लेकिन आपने काॅलबैक तक नहीं किया। आखिर बात क्या हुई?

    ~

    देवांश फ्लैट के अंदर आया और बैठ गया! देवांश को परेशान देखकर चाहत के भी चेहरे पर सिकन आ गयी

    "देवांश क्या हुआ है आप इतने ज़्यादा परेशान क्यों हैं? देवांश_

    "सब खत्म हो गया चाहत! चाहत डरते हुए बोली_

    "आप यह क्या कह रहे हैं? मैं कुछ समझी नहीं! देवांश_

    "द कंपनी हैज फायर्ड मी फ्रोम माई जाॅब! हमें यह घर भी खाली करना पड़ेगा! चाहत देवांश की आंखों में आसूं देख कर बोली_

    "मैं जानती हूं आप ‌बहुत दुखी हैं पर कोई बात नहीं हम इंडिया वापस चलतें हैं और वहां नये सिरे से अपनी जिंदगी की शुरुआत करेंगे आप देखियेगा धीरे-धीरे सब कुछ ठीक हो जायेगा! देवांश झल्लाते हुए बोला_

    "जस्ट स्टाॅप दिस नाॅनसेंस मुझे इंडिया नहीं जाना और मैं हरगिज़ इंडिया लौटकर नहीं जाना चाहता मैं वहां जाकर अपनी लाइफ बर्बाद नहीं करना चाहता! चाहत बोली_

    "यह आप कैसी बातें कर रहे हैं देवांश? मां पापा इंडिया में है,‌ हम अपनी फैमिली के साथ रहेंगे ऐसे में हमारी जिंदगी बर्बाद कैसे हो जायेगी , बल्कि यह तो खुशी की बात होगी मां पापा भी खुश रहेंगे अगर हम उनके साथ रहेंगे!

    देवांश चाहत को गुस्से से देखने लगा चाहत देवांश के गुस्से को देखकर डर गयी

    "चाहत मैं देख रहा हूं तुम्हें इंडिया की बहुत याद आ रही है एक काम करता हूं मैं तुम्हें भी मां पापा के पास ही छोड़ देता हूं तुम आराम से मां पापा का ख्याल रखना! मेरी फ़िक्र करने कि जरुरत नहीं है ओके! देवांश गुस्से से कमरे में चला गया! चाहत _

    "अब मैं आपको कैसे बताऊं कि मैं क्यों यहां से चले जाना चाहती हुं! तभी देवांश को शोफिया का काॅल आया हेई देवांश_

    "देयर इज एन ओपनिंग इन अ कंपनी, बट द कंपनी हैज अ कंडीशन दे नीड अ सिंगल इंम्पलाई! सैलरी काफ़ी ज़्यादा अच्छी है, लेकिन तुम्हारी तो शादी हो गयी है ना? देवांश कुछ सोचने लगा फिर बोला_

    "नहीं मेरी शादी नहीं हुई है! बिकाॅज मैनै अभी तक कोर्ट मैरिज नहीं किया है और बिना कोर्ट मैरिज के मेरी शादी की कोई वैल्यू नहीं है यु नो दैट! सोफिया _

    "ओके मैं कंपनी को तुम्हारी रिज्यूमे फोरवर्ड कर देती हूं!

    "थैंक्यू सोफिया यू आर माई ट्रुरु फ्रैंड! चाहत देवांश की बातें सुन रही थी और देवांश की बातें सुनकर चाहत की आंखों में उतर आये थें?

    "मेरी और देवांश की शादी की कोई वैल्यू नहीं है! हमने कोर्ट में मैरिज रजिस्ट्रर्ड नहीं करवाया है! चाहत परेशानी से कमरे में टहल रही थी तभी दोबारा देवांश को काॅल आया! "सोफिया_

    " हेई देवांश योर रिज्यूमे इज सलेक्टेड! तुम्हें कंपनी की तरफ से बहुत जल्दी काॅल आ जायेगा और उसके बाद शाय़द तुम्हें न्युजीलैंड जाना पड़े! देवांश खुश हो जाता है,


    ~

    To Be Continued...

  • 12. The Devil's Obsession - Chapter 12

    Words: 1056

    Estimated Reading Time: 7 min

    "मेरी और देवांश की शादी की कोई वैल्यू नहीं है! हमने कोर्ट में मैरिज रजिस्ट्रर्ड नहीं करवाया है! चाहत परेशानी से कमरे में टहल रही थी तभी दोबारा देवांश को काॅल आया! "सोफिया_

    " हेई देवांश योर रिज्यूमे इज सलेक्टेड! तुम्हें कंपनी की तरफ से बहुत जल्दी काॅल आ जायेगा और उसके बाद शाय़द तुम्हें न्युजीलैंड जाना पड़े! देवांश खुश हो जाता है,

    "चाहत कैन यू इमैजिन मुझे दोबारा नौकरी मिल गई है लेकिन तुम्हें अपनी सच्चाई छुपानी होगी मैं नहीं चाहता कि कंपनी को यह बात पता चले कि मेरी शादी हो गई है और तुम मेरी बीवी हो! वैसे मेरे पास एक और रास्ता है अगर तुम मां पापा के साथ इंडिया जाना चाहती हो तो तुम जा सकती हो!

    देवांश की बातों से चाहत का दिल कितने टुकड़ों में टुट गया उसे ख़ुद भी इसका अंदाजा नहीं था,‌

    दुसरी सुबह देवांश के घर एक लड़की और एक लड़का इंनपेक्शन के लिए आये हुये थे, देवांश को यह बात मालूम हो गयी थी तब देवांश का चाहत को फ़ोन आया_

    "स्वीटहार्ट आज हम शापिंग मॉल चलते हैं तुम रोटेरियन माॅल में मेरा वेट करो मैं एक घंटे में वहां पहुंचता हुं,

    देवांश को खुश और नार्मल होते देख चाहत भी खुश हो गयी और माॅल में देवांश के आने का वेट करने लगी। एक से दो तीन घंटे हो गये लेकिन देवांश माॅल नहीं आया!

    चाहत गुस्से से फ्लैट वापस चली आयी मगर जैसे ही वो फ्लैट में दाख़िल होने लगी तो देवांश की बातें सुन कर चाहत के कदम रुक गये। फ्लैट में सोफिया और फ्रैंकी आये हुये थे! सोफिया_

    "देवांश तुम्हें इतनी जल्दी क्या थी शादी करने की? इतनी कम उम्र में कौन इंसान शादी करता है, और शादी करनी भी थी तो किसी अमीर बाप की बेटी से कर लेते एटलिस्ट तुम्हें पैसों के लिए सोचना नहीं पड़ता! फ्रेंकी

    "याह मैन सी इज राइट आइ मिन अभी तुम्हारे लाइफ इंन्जाय करने के दिन थे ये शादी वादी करके तुमने अपनी लाइफ बर्बाद कर ली है! देवांश_

    "क्या करता यार मेरी गर्लफ्रेंड अनाथ है और मेरे मां-बाप को भी चाहत बहुत पसंद थी इसीलिए मुझे मजबुरी में जल्दी शादी करना पड़ा,

    मैं भी शादी करना नहीं चाहता था अगर मुझे पता होता कि शादी करते ही मेरे साथ ऐसा कुछ हो जायेगा तो मैं कभी शादी ही नहीं करता! वो तो मेरी वाइफ बहुत खुबसूरत और भोली भाली है इसीलिए मैं भी शादी के लिए मान गया पर अब लगता है कि शाय़द मुझसे ग़लती हो गई है।

    खैर चाहत मुझ पर कोई क्लेम नहीं कर सकतीं हैं क्योंकि हमारी शादी रजिस्टर ही नहीं है और कोर्ट के मुताबिक हम-दोनों आज भी सिंगल हैं और मैं अपनी मर्ज़ी से कुछ भी कर सकता हूं! कोई मुझे कुछ नहीं कर सकता!

    देवांश की सारी बातें सुन कर चाहत के हाथ पैर सुन्न पड़ गये,

    "देवांश के लिए मैं बोझ हुं जो उसके कामयाबी के रस्ते में आ रही है उसे मुझसे शादी करने पर रिग्रेट फिल होता है। चाहत जोरों से दरवाज़ा पिटने लगी।

    डोरबेल सुन कर देवांश ने बीयर पीते हुए डोर ओपन किया तो सामने चाहत खड़ी थी चाहत को सामने खड़ा देख कर देवांश के भी हाथ पैर ठंडे पड़ गये।

    चाहत आंसु से भरी लाल आंखो से देवांश को देख रही थी! देवांश चाहत को देख कर सोफिया और फ्रेकीं से कहा_

    "आइ जस्ट कंमिग इन टेन मिनट्स! देवांश_

    "चाहत डोंट बी अपसेट यह सब कहना ज़रुरी था जिससे उन्हें लगे कि मैं मुसीबत में घिरा हुआ हुं, तुम प्लीज़ इन सारी बातों को दिमाग़ से निकाल दो! चाहत देवांश का झुठ सुन कर आश्चर्य से देख रही थी, चाहत_

    "रियली देवांश मुझे आपकी बातों से कहीं से भी ऐसा नहीं लगा कि आप मजबुरी में यह सब कह रहे थे! और कितना झूठ बोलेंगे देवांश! साफ साफ क्यों नहीं कहते कि आपके लिए मैं बोझ बन गयी हुं जिसे आप दुर होना चाहते हैं इसीलिए तरह तरह के बहाने बना रहे हैं,

    देवांश अपने कमर पर हाथ रखे चाहत को देख रहा था, देवांश बोला_

    " जस्ट स्टाॅप इट आइ थिंक यू आर राइट मेरे लिए तुम बोझ बनती जा रही हो!

    ~

    मेरे लिए तुम बोझ बनती जा रही हो, मैं शादी करना नहीं चाहता था मां पापा को मेरे और तुम्हारी शादी की जल्दी थी, देवांश दोबारा बोला_

    "अरे अभी मैंंने लाइफ स्टाइल बनाना शुरू किया था और उसी वक्त सबने मेरे सिर्फ पर तुम्हें मढ़ दिया है, देवांश एक गहरी सांस लेकर बोला_

    "लुक चाहत अगर तुम्हें मेरे साथ रहना है तो इन सब बातों को इग्नोर करना होगा वरना तुम आज़ाद हो ज़हां जी करे तुम जा सकती हो! मैं तुम्हें नहीं रोकुंगा। प्लीज़ मुझे परेशान करना छोड़ दो और यह रोना धोना बंद करो हर बात में रोना यह सब मेरे साथ नहीं चलेगा समझ गयी !

    "नाओ यू डिसाइड की तुम्हें क्या करना है तुम मेरे साथ नहीं रह सकती इससे बेहतर है तुम या तो इडिया लौट जाओ या कहीं और ख़ुद का बंदोबस्त कर लो आज से ही मैं तुम्हें आजाद करता हूं तुम चली जाओ मेरी जिंदगी से मै हाथ जोड़कर तुमसे आज़ादी मांगता हूं। अपना सामान लो और चली जाओ।

    चाहत देवांश को सदमे से खड़ी देखती रह गयी और देवांश फ्लैट में वापस जाकर डोर बंद कर लिया! चाहत सदमे से कनाडा के रास्तों पर चली जा रही थी! एक पार्क के टेबल पर चाहत बैठी रो रही थी! चाहत मुड़कर शहर को देखकर बोली_

    "इस अनजान शहर में अब कौन मेरी मदद करेगा, मैं किससे हेल्प मांगु! चाहत एक रेस्टोरेंट में गयी और वहां के मैनेजर से बात करके मायुस हो कर बाहर आयी, यू हीं शाम तक चाहत नौकरी की तलाश में भटकती रही लेकिन कही भी उसे नौकरी नहीं मिली!

    चाहत भुखे प्यासे रात तक घुमती रही, चाहत ने देखा एक क्लासिफाइड एक जाॅब ओपनिंग की बोर्ड लगी हुई है, जिसमें एक क्लब है और वहां एक डांसर की जरूरत है, एकोमोडेशन और खाना पीना फ्री साथ में हैं!

    चाहत आंसु पोंछ कर उस क्लब में चली गयी! चाहत खुबसूरत थी इसीलिए क्लब के मैनेजर ने उसे हाॅयर कर लिया! चाहत को एक रूम में ले जाया गया जहां काफ़ी सारी खुबसूरत लड़कियां छोटे कपड़े पहने डांस करने के लिए जा रही थी! मैनेजर चाहत को कमरा दिखाकर बोला

    "सुनो यह रहा तुम्हारा कमरा जाओ जाकर तैयार हो जाओ और डांस परफॉर्मेंस के लिए जब बुलाया जाये तब आ जाना!

    ~

    To Be Continued...

  • 13. The Devil's Obsession - Chapter 13

    Words: 1004

    Estimated Reading Time: 7 min

    चाहत आंसु पोंछ कर उस क्लब में चली गयी! चाहत खुबसूरत थी इसीलिए क्लब के मैनेजर ने उसे हाॅयर कर लिया! चाहत को एक रूम में ले जाया गया जहां काफ़ी सारी खुबसूरत लड़कियां छोटे कपड़े पहने डांस करने के लिए जा रही थी! मैनेजर चाहत को कमरा दिखाकर बोला

    "सुनो यह रहा तुम्हारा कमरा जाओ जाकर तैयार हो जाओ और डांस परफॉर्मेंस के लिए जब बुलाया जाये तब आ जाना!

    चाहत ने हामी भर दी कमरा बहुत छोटा और थोड़ा कन्जसटड था! इसीलिए चाहत ने अपना सामान अनपैक नहीं किया बल्कि एक साइड में लगेज रखकर काॅस्टयूम देखने लगी!

    "यह कपड़े बहुत ज़्यादा ही छोटे है मैं इसे कैसे पहन सकती हुं? चाहत दाये बाये के कमरों में देखने लगी एक लड़की उसी की तरह कपड़े पहने सामने से आ रही थी

    "एक्सक्यूज मी! वो ‌लडकी _

    "यस बोलो! क्या हुआ? चाहत_

    "क्या इससे थोड़े लंबे कपड़े नहीं मिलेंगे यह बहुत ज़्यादा छोटे हैं, वो लड़की चाहत की बातों को सुनकर हंसने लगी!

    तुम्हें क्या यहां कीर्तन करने के लिए रखा गया है जो तुम्हें बड़े कपड़े मिलेंगे यह क्लब है यहां जो दिखता है वही बिकता है, वो लड़की चाहत को देख कर बोली_

    "लगता है तुम यहां पर नयी हो इसीलिए यहां के तौर-तरीकों से वाक़िफ नहीं हो! तुम यह कपड़े पहनकर तैयार हो जाओ तुम देखना सारे मर्द तुम्हें देख कर पागल हो जायेंगे और आज से ही तुम्हारी कमाईं चार गुना हो जायेगी, चाहत डरते हुये बोली_

    "आपके कहने का क्या मतलब है वो लड़की बेशर्मी से हंसते हुए बोली_

    "पहले तुम तैयार हो जाओ बाकी बातें अपने आप समझ जाओगी!

    उस लड़की को बुला लिया गया और वो मुस्कुराते हुए चली गयी चाहत की डर से सांसे बढ़ गयी तभी मैनेजर दोबारा आया

    "अरे तुम अभी तक तैयार नहीं हुई हो जल्दी करो! अगली बारी तुम्हारी ही है, आज का कस्टमर बहुत खास इंसान है! कस्टमर? मैनेजर

    "हां कस्टमर तुम्हें सिर्फ डांस के लिए नहीं रखा गया है कस्टमर को सेटीस्फाई करने का काम भी तुम्हारा है! चाहत सैटीस्फाई?

    " यू मीन यह जगह! मैनेजर इविल स्माइल करने लगा

    "यस तुम सही सोच रही हो! यहां तुम हर रात की दुल्हन हो! जिसके पास हर रात के नया आदमी आयेगा! यह सुनते ही चाहत के पैरो तले जमीन निकल गयी! चाहत_

    " एम साॅरी लेकिन मैं यह सब काम नहीं कर सकती मुझे यह नौकरी नहीं करनी मैनेजर और उसके बाउंसर्स ने चाहत को घेर लिया_

    "ऐसे कैसे तुम शाय़द भुल रहीं हो तुम्हारा पासपोर्ट हमारे पास जमा हैं अब तुम कहीं भाग नहीं सकती हो और वैसे भी लड़कियां यहां आती अपनी मर्जी से है लेकिन जाती है हमारी मर्जी से मैनेजर चाहत को लस्ट भरी नजरों से देख कर बोला_

    "तुम्हें देख कर लगता है आज बाहर आये हुये कस्टमर पागल हो जायेंगे।चलो तैयार हो जाओ! अब यही तुम्हारी दुनिया है! रेशमा शीना इस लड़की को तैयार करके बाहर लेकर आओ!

    चाहत चिल्लाने लगी लेकिन तभी शीना और रेशमा ने एक परफ्यूम चाहत पर छिड़क दिया, चाहत नशे में झुम रही थी शीना और रेशमा चाहत को तैयार कर रही थी थोड़ी देर बाद चाहत को तैयार करके स्टेज़ पर छोड़ दिया गया ।

    चाहत नशीली आंखों से वहां खड़े लोगों को देख रही थी। चाहत को देखकर वहां के लड़के लस्ट भरी नजरों से चाहत की बोली लगाने लगे!

    वहां बैठा एक शख्श चाहत को इविल आइज़ से देख रहा था! फिर बोला दस लाख वन‌ नाइट! सारे लोग शांत हो गये मैनेजर की आंखे बड़ी हो गई दस‌लाख रूपये!

    कस्टमर के चेहरे पर शैतानी मुस्कुराहट तैर गयी। मैनेजर के आदमी चाहत को उस आदमी के सामने ले गये, दुष्यंत अरोड़ा शहर का नामी बिजनेसमैन था साथ ही खुबसूरत लड़कियों का शौक़ीन इंसान था!

    चाहत को देख कर दुष्यंत चाहत के चेहरे और लिप्स पर हाथ फेरने लगा लेकिन चाहत ने दुष्यंत के हाथों पर अपने दांत गड़ा दिए और भागने की कोशिश करने लगी चाहत को ऐसा करता देख दुष्यंत गुस्से से चाहत के पीछे दौडा और उसे गोद में पकड़ लिया

    " दुष्यंत अपने जबड़े को घिस कर बोला_

    "ब्युटीफुल गर्ल मैंने तुम्हें खरीदा है और बिना‌ अपनी प्यास बुझाये मैं तुम्हें कैसे जाने दुंगा! इतना कह दुष्यंत चाहत को अपने कंधे पर उठाकर कमरे में ले गया चाहत बोली_

    "मेरे पास मत आना देखो मैं उस टाइप की लड़की नहीं हुं! मैं यहां जाॅब के लिये आयी थी यह सब मैं नहीं करूंगी दुष्यंत शैतानों की तरह हंसने लगा_

    "तुम क्यों आयी हो क्या करने आयी हो इससे मुझे कोई लेना देना नहीं है मेरा मकसद सिर्फ़ तुम्हारी खुबसूरती को पाना है इतना कहते हुए दुष्यंत चाहत के गले और क्लीवेज पर किस करने लगा।

    ~

    दुष्यंत चाहत को बर्बाद करने पर तुला था तभी अचानक दुष्यन्त के कमरे का दरवाजा टुट कर गिरा दरवाजा टुटने की आवाज़ सुनकर दुष्यंत चाहत को छोड़ कर खड़ा हो गया।

    चाहत भी एक बेडसीट लपेट कर एक साइड में खड़ी हो गयी तभी जुतों की आवाज़ आयी और चार पांच आदमी दुष्यंत के कमरे में घुस आये।

    उनके बीच तेज़ क़दमों से रिद्धांश चला आ रहा था रिद्धांश को देख कर चाहत घबड़ा गयी दुसरी ओर रिद्धांश के चेहरे के एक्सप्रेशन बहुत ज्यादा डरावने लग रहे थे आज रिद्धांश अपनी जानलेवा नजरों से दुष्यंत को देख रहा था,‌ दुष्यंत _

    " रिद्धांश सिंह राठौड़ आज यहां क्या कर रहा है? रिद्धांश_

    "डिजायर जाकर कार में बैठो! जेसिका रिद्धांश के पीछे से आयी और चाहत को ले जाने लगी लेकिन दुष्यंत ने चाहत की बेडशीट पकड़ ली! और कहा_

    "ऐसे कैसे मैं इसे छोड़ दुं मैंने इसे खरीदा है आज रात मैं इसकी खुबसूरती का लुत्फ उठाऊंगा तुम चाहो तो इसे कल ‌आकर ले जाना लेकिन आज रात यह मेरी प्यास बुझायेगी इतना‌ बोलते ही दुष्यंत ने चाहत की लपेटी हुई बेडशीट पर जोर दिया और चाहत दुष्यंत के तरफ खींची चली गयी साथ‌ ही बेडशीट चाहत की बाॅडी पर से हट गया!

    बेडशीट हटते ही रिद्धांश चाहत को उन छोटे कपड़ों में देख कर रिद्धांश का चेहरे के एक्सप्रेशन गहरे डार्क हो गये,‌ दुष्यंत रिद्धांश के चेहरे को देख कर बोला_


    ~

    To Be Continued...

  • 14. The Devil's Obsession - Chapter 14

    Words: 1026

    Estimated Reading Time: 7 min

    "ऐसे कैसे मैं इसे छोड़ दुं मैंने इसे खरीदा है आज रात मैं इसकी खुबसूरती का लुत्फ उठाऊंगा तुम चाहो तो इसे कल ‌आकर ले जाना लेकिन आज रात यह मेरी प्यास बुझायेगी इतना‌ बोलते ही दुष्यंत ने चाहत की लपेटी हुई बेडशीट पर जोर दिया और चाहत दुष्यंत के तरफ खींची चली गयी साथ‌ ही बेडशीट चाहत की बाॅडी पर से हट गया!

    बेडशीट हटते ही रिद्धांश चाहत को उन छोटे कपड़ों में देख कर रिद्धांश का चेहरे के एक्सप्रेशन गहरे डार्क हो गये,‌ दुष्यंत रिद्धांश के चेहरे को देख कर बोला_

    " पुरे दस लाख रुपए में मैंने इसे खरीदा है, बहुत दिनों के बाद ऐसी खुबसूरती हाथ लगी है! दुष्यंत चाहत के‌ चेहरे और हाथों को सहलाने लगा,‌ रिद्धांश की मुट्ठियां कस गई रिद्धांश‌ अपनी सर्द आवाज़ में बोला_

    "कौन से क्लब से तुम इसे लेकर आये हो?

    " सन साइन क्लब!

    रिद्धांश ने अपने आदमियों की तरफ देखा रिद्धांश‌ का इशारा पाते ही सारे आदमी वहां से सन साइन क्लब पहुंच गये! रिद्धांश चाहत को देख कर अपने तरफ आने का इशारा किया चाहत डरती हुईं रिद्धांश की तरफ बढ़ने लगी लेकिन तभी दुष्यंत ने चाहत को पकड़ लिया और बोला_

    "रिद्धांश राठौड़ अगर तुम्हें यह इतनी ही पसंद आ ‌गयी है तो एक काम करते हैं दोनों साथ में इस खुबसूरती का मज़ा लेते हैं, क्यों कैसा लगा मेरा प्लान!

    रिद्धांश‌ डेविल स्माइल करने लगा वैसे आइडिया बुरा नहीं था अगर यह मेरी डिजायर ना‌ होती तो? लेकिन अफ़सोस तुमने इस बार ग़लत लड़की पर हाथ रख दिया है।

    "सी इज माइन ओन्ली माइन!

    "एंड अदर मैन विल लुक एट हिम विथ अ डर्टी लुक एंड आइ कांट बियर टू टच इट!

    अगर अभी के अभी तुमने डिजायर को नहीं छोड़ा तो फिर तुम्हें यह दुनिया छोड़कर जाना ‌होगा।

    नाओ यू डिसाइड तुम क्या चाहते हो? जिंदा रहना चाहते हो या मरना चाहते हो? दोनों ही सुरत में मैं डिजायर को यहां से लेकर जाऊंगा!

    रिद्धांश की इविल आइज देख कर दुष्यंत ने चाहत पर ‌‌से अपना हाथ हटा‌ लिया चाहत दौड़ कर रिद्धांश के पीछे छिप गयी रिद्धांश ने अपना कोर्ट निकाला और चाहत को अपने कोर्ट से कवर कर दिया!

    रिद्धांश ने चाहत को गोद में उठाया और अपनी कार में बिठाकर उसी क्लब में लेकर आया जहां से चाहत की बोली लगाई गयी थी!

    क्लब देखकर चाहत डर से रिद्धांश को देखने लगी! इस वक्त रिद्धांश का चेहरा गुस्से से लाल था उसने चाहत का हाथ पकड़ा और क्लब के अंदर दाखिल हुआ सारे लड़के चाहत को देख कर मुस्करा‌ कर हुटिंग करने लगे,

    रिद्धांश सबको सर्द नजरों से देखते हुए आगे बढ़ा और एक सोफे पर बैठ कर सिगरेट जलाने लगा रिद्धांश के क्लब में घुसते ही किंग के सारे आदमियों ने क्लब को घेर लिया, किंग के आते ही क्लब के ज्यादातर आदमी क्लब से भाग गये।

    क्लब का मैनेजर और मालिक रिद्धांश के आने की खबर सुनकर दौड़ते हुए आये! दोनों डर से रिद्धांश को देख रहे थे चाहत भी रिद्धांश को देख रही थी रिद्धांश जेसिका डिजायर का सारा सामान कमरे में लेकर आओ! तभी चाहत ‌बोली_

    "मेरा पासपोर्ट भी इन लोगों ने रख लिया है रिद्धांश नज़र उठाकर मैनेजर को देखने लगा रिद्धांश की डार्क नज़र पड़ते ही मैनेजर दौड़कर अपने कमरे में गया और चाहत का पासपोर्ट और बाक़ी सामान लाकर रिद्धांश के सामने रख दिया!

    "जेसिका डिजायर का सारा सामान मेरे पैलेस में रखवा दो! जेसिका चाहत का सामान लेकर चली गयी!

    "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई डिजायर की क़ीमत लगाने की? मैनेजर डरते हुए आगे आया_

    "साॅरी किंग हमें मालूम नहीं था कि यह आपकी स्लट है! स्लट शब्द सुनते ही रिद्धांश उठ कर खड़ा हुआ और मैनेजर को गोली मार दी,

    गोली लगते ही क्लब के मालिक के हाथ पैर फुल ‌गये! मालिक रिद्धांश के पैर पकड़ कर‌बोला_

    "मुझे माफ़ कर दिजिए किंग मैं नहीं जानता था कि यह लेडी आपके साथ हैं, अगर इन्होने यह बात हमें पहले ही बता दी होती तो हम इन्हें कभी यहां नहीं रखते क्लब का मालिक_

    "मैम एम साॅरी आपको मेरे मैनेजर की वजह से परेशानी उठानी पड़ी मुझे माफ़ कर दिजिये आगे से ऐसी ग़लती कभी नहीं होगी! आप जा सकती है आपको कोई कुछ नहीं कहेगा! पर प्लीज़ किंग से कहिये हमे जिंदा छोड दें!

    मालिक को गिड़गिड़ाते हुए देख चाहत की आंखें हैरानी से फैल गयी और चाहत सोचने लगी_

    "क्या सचमुच यह रिद्धांश इतना खतरनाक है? कि यहां का मालिक भी इससे इतना डर रहा है!

    रिद्धांश तिरछा मुस्कुराया और अपने आदमियों को एक नज़र देखा रिद्धांश के सारे आदमी बंदुक लेकर पुरे क्लब पर अंधाधुंध फायरिंग करने लगे रिद्धांश ने एक चाकु निकाला और मालिक के पेट में मारकर बोला_

    "सी इज नाॅट माई स्लट सी इज माय वाइफ! "नाओ मे बी ऑफ्टर डेथ योर सोल विल ऑल्सो रिमेंबर माय वर्ड्स!

    रिद्धांश क्लब के मालिक को चाकु मारता रहा और रिद्धांश के आदमियों ने पल‌भर में उस क्लब को श्मशान में बदल दिया! रिद्धांश चाहत का हाथ पकड़ कर क्लब से बाहर निकला और रिद्धांश के आदमियों ने उस क्लब को जला दिया!

    चाहत डरी सहमी नजरों से जलते हुए क्लब को देख रही थी और फिर अपने सामने बैठे रिद्धांश को देखकर बोली_

    "तुम इंसान हो या शैतान हो? रिद्धांश इविल स्माइल करते हुए बोला_

    "आइ एम योर डेविल! चाहत रिद्धांश को देख रही थी और रिद्धांश चाहत को देख रहा था!

    रिद्धांश चाहत को ऊपर से नीचे तक देखने लगा और फिर उसकी नज़र उसके गले पर पड़ी जिसमें आज मंगलसूत्र नहीं था यह देखकर रिद्धांश शैतानों की तरह हंसने लगा!

    ~

    रिद्धांश इविल स्माइल करते हुए बोला_

    "क्या हुआ डिजायर तुम्हारा मंगलसूत्र नज़र नहीं आ रहा है?

    चाहत अपने गले को छु कर देखने लगी अचानक चाहत का चेहरा इंमोशन से भर आया और वो अपने आंसु को कंट्रोल करते हुए सलाइवा गटक कर दुसरी तरफ देखने लगी! रिद्धांश तिरछा मुस्कुरा रहा था_

    "डू यू रिमेंबर डिजायर आइ वाॅज टोल्ड यू! पैसे से सब-कुछ बिकता है! तुम्हारा प्यार भी बिकाऊ निकला आखिर पैसों के लिए में उसने तुम्हें छोड़ ही दिया!

    चाहत के पास कुछ कहने के लिए शब्द नहीं बचे थे! इसलिए उसने चुप रहना ही ठीक समझा! रिद्धांश चाहत का उतरा हुआ और दर्द भरी आंखे देख रहा था,


    ~

    To Be Continued...

  • 15. The Devil's Obsession - Chapter 15

    Words: 1012

    Estimated Reading Time: 7 min

    रिद्धांश इविल स्माइल करते हुए बोला_

    "क्या हुआ डिजायर तुम्हारा मंगलसूत्र नज़र नहीं आ रहा है?

    चाहत अपने गले को छु कर देखने लगी अचानक चाहत का चेहरा इंमोशन से भर आया और वो अपने आंसु को कंट्रोल करते हुए सलाइवा गटक कर दुसरी तरफ देखने लगी! रिद्धांश तिरछा मुस्कुरा रहा था_

    "डू यू रिमेंबर डिजायर आइ वाॅज टोल्ड यू! पैसे से सब-कुछ बिकता है! तुम्हारा प्यार भी बिकाऊ निकला आखिर पैसों के लिए में उसने तुम्हें छोड़ ही दिया!

    चाहत के पास कुछ कहने के लिए शब्द नहीं बचे थे! इसलिए उसने चुप रहना ही ठीक समझा! रिद्धांश चाहत का उतरा हुआ और दर्द भरी आंखे देख रहा था,

    सडेनली रिद्धांश ने अपने होंठ चाहत के होंठों पर रख दिये चाहत रिद्धांश के सीने पर हाथ रख उसे धक्का देने लगी लेकिन रिद्धांश ने चाहत के दोनों हाथों को अपने हाथों से इंटरवांइड कर लिया! और उसे अपने लैप कर बिठा लिया चाहत की सांसे फुलने लगी तब रिद्धांश ने चाहत को छोड़ दिया, चाहत तेज़ सांसे लेने लगी! और गुस्से से रिद्धांश को देख कर बोली_

    "तुम्हें सिर्फ़ मौका चाहिए मुझसे चिपकने का! रिद्धांश टेढ़ी मुस्कान से चाहत को देख कर कहा_

    "डिजायर तुम ख़ुद को खुद किस्मत समझो कि रिद्धांश सिंह राठौड़ तुम्हारा है, और तुम्हारे करीब आने के लिए मुझे किसी बहाने या मौके की जरूरत नहीं है क्योंकि तुम मेरी हो रिद्धांश सिंह राठौड़ की वाइफ हो! चाहत दांत पिसते हुए रिद्धांश को देख कर बोली_

    "आइ एम नॉट योर वाइफ! रिद्धांश ने फ़ोन अपने कान मे लगाया _

    "दानिश पेपर्स रेडी करवाओ! डिजायर मिसेज रिद्धांश चाहत सिंह राठौड़ बनने के लिए कुछ ज़्यादा ही डेस्परेट हैं, रिद्धांश की कार पैलेस में इंटर कर गयी! रिद्धांश ने चाहत को गोद में उठाना चाहा तब चाहत बोली_

    "इट्स ओके मेरे पैर सही सलामत है मैं अपने पैरों पर चल सकती हुं हर बार मैं तुम्हें एडवांटेज उठाने नहीं दुंगी।

    रिद्धांश टेढ़ी स्माइल करते हुए चाहत को आगे चलने का इशारा किया, चाहत पैलेस की तरफ बढ़ने लगी ।

    चाहत को ज्यादा हाइ हील्स पहनने की आदत नहीं थी इस वज़ह से चाहत लड़खड़ाते हुए ज़मीन पर गिरने ही वाली थी कि तभी रिद्धांश के मजबूत हाथों ने चाहत को थाम लिया और उसे गोद में उठा लिया।

    चाहत नाक फुलाते हुए रिद्धांश को देख रही थी लेकिन रिद्धांश का चेहरा सर्द था और वो स्ट्रेट अपने फ्लोर के लिफ्ट की ओर चला गया। अपने फ्लोर पर आते ही रिद्धांश ने अपना कमरा ओपन किया और चाहत को सोफे पर बिठा दिया चाहत सोफे पर बैठ कर रिद्धांश को देख रही थी, रिद्धांश ने जेसिका को बुलाया_

    "जेसिका डिजायर के लिए इंडियन वेयर और कुछ वेस्टर्न वेयर लेकर आओ मगर ध्यान रहे वो ज़्यादा भड़कीले और हद से ज़्यादा छोटे ना हों! चाहत रिद्धांश की बातें सुन कर उसे शाॅक्ड होकर देख रही थी, रिद्धांश_

    "अपनी हील्स तुम खुद उतारोगी या मैं उतारूं? चाहत _

    "हील्स देखते हुए बोली_

    "नो नो मैं ख़ुद उतार लुंगी! तुम्हें इतनी तकलीफ़ उठाने की जरूरत नहीं है! चाहत सैंडल उतारने लगी! कुछ ही देर में काफ़ी सारे कपड़े रिद्धांश के कमरे में आ गये! रिद्धांश बोला_

    "डिजायर तुम्हारे कपड़े आ गये हैं! अपने कपड़े बदल लो इन कपड़ों में तुम्हें देख कर मुझे इरीटेशन हो रही है! इससे पहले की मैं इन कपड़ों को फ़ाड़ दुं जाकर दुसरी ड्रेस पहनो!

    रिद्धांश की बातों से चाहत डर गयी और तुरंत कपड़े देखने लगी उन कपड़ों में से एक सलवार-कमीज लेकर चाहत कपड़े बदलकर बाहर आ गयी,‌ रिद्धांश चाहत को ऊपर से नीचे देखकर मुस्कुराने लगा।

    रिद्धांश ने चाहत को बैठने का इशारा किया चाहत रिद्धांश से दुर होकर बैठ गयी!

    "मिसेज राठौड़ को भुख लगी है उनके लिए डिनर लेकर आओ तुम लोगों के पास दस मिनट का समय है! रिद्धांश का आर्डर सुन कर सर्वेंट बटलर सभी चाहत के लिए डिनर तैयार कर के दस मिनट के अंदर रिद्धांश के कमरे के बाहर खड़े हो गये! चाहत रिद्धांश के कमरे के कैमरे में सर्वेंट को खड़ा देख कर चौंक गयी!

    रिद्धांश ने रिमोट से डोर ओपन किया और उनमें से तीन सर्वेंट ने पलक झपकते ही काफ़ी सारी डिसेज टेबल ‌‌पर सजा दिये! चाहत कभी खाने को और कभी रिद्धांश को देख रही थी! फिर बोली_

    "तुम्हें मैं राक्षस नज़र आ रही हुं जो इतना सारा खाना मंगाया है,‌ रिद्धांश_

    "डिजायर यह तुम्हारे अकेले के लिए नहीं है तुम मुझे भी अपने हाथों से आज खाना खिलाओगी! चाहत

    "एक्सक्यूज मी मैं तुम्हें क्यों खिलाऊंगी तुम्हारे हाथ सही सलामत है ना! रिद्धांश ने चाहत को अपने हाथ दिखाते हुए कहा_

    "मेरे हाथ खुन से सने हुए हैं खुन देखकर चाहत थोड़ी शांत हो गयी और चुपचाप प्लेट में खाना निकालकर रिद्धांश को खिलाने लगी रिद्धांश खाना खाते हुए चाहत के मासुमियत भरी आंखों में देख रहा था! खाना खाने के बाद चाहत बोली_

    "यह इतना सारा खाना अब वेस्ट हो जायेगा इससे तो अच्छा मैं खुद ही खाना बना लेती कितना खाना वेस्ट हो जायेगा चाहत को अफसोस करते देख रिद्धांश बटलर और सर्वेंट की तरफ देखने लगा और सारे सर्वेंट और बटलर खाना और प्लेट समेट कर ले गये!

    चाहत को नींद आ रही थी और वो सोने के लिए जगह देख रही थी रिद्धांश‌ बोला_

    "डिजायर बेड पर सो जाओ मैं आज तुम्हें परेशान नहीं करूंगा,

    चाहत रिद्धांश के बेड को देख ही रही थी कि तभी रिद्धांश ने चाहत को गोद में उठाया और बेड पर लिटाकर ब्लैंकेट से कवर कर दिया!

    चाहत रिद्धांश को शांकिंग एक्सप्रेशन से देखती रह गयी और रिद्धांश बेडरूम से निकल कर डाइनिंग एरिया में चला गया! रिद्धांश के जाते ही चाहत बेड पर लेट गयी और फिर कब उसे नींद आ गयी उसे पता ही नहीं चला!

    कुछ देर बाद

    देवांश के फ्लैट के बाहर चाहत खड़ी हुई थी फिर बडी हिम्मत करके उसने देवांश के फ्लैट का बेल बजाया फ्लैट का गेट ओपन था,

    फ्लैट का गेट खुला देख कर चाहत कमरे में चली गयी! कमरे के और अंदर जाते ही चाहत की आंखों के सामने देवांश सोफिया के साथ बेड पर नाइट स्पेंड कर रहा था! देवांश के साथ सोफिया को देख कर चाहत रोती हुई बाहर निकल गयी!


    ~

    To Be Continued...

  • 16. The Devil's Obsession - Chapter 16

    Words: 1038

    Estimated Reading Time: 7 min

    कुछ देर बाद

    देवांश के फ्लैट के बाहर चाहत खड़ी हुई थी फिर बडी हिम्मत करके उसने देवांश के फ्लैट का बेल बजाया फ्लैट का गेट ओपन था,

    फ्लैट का गेट खुला देख कर चाहत कमरे में चली गयी! कमरे के और अंदर जाते ही चाहत की आंखों के सामने देवांश सोफिया के साथ बेड पर नाइट स्पेंड कर रहा था! देवांश के साथ सोफिया को देख कर चाहत रोती हुई बाहर निकल गयी!

    ~

    ऐसा डरावना सपना देखकर चाहत उठकर बैठ कर रोती हुई बोली_

    "देवांश तुम मेरे साथ ऐसा नहीं कर सकते! नो नो!

    फिर चाहत की नज़र कमरे पर गयी और फिर उसे अपने बगल में रिद्धांश दिखा जो उसे ही देख रहा था! चाहत ने एक गहरी सांस ली और फिर पानी पीने लगी!

    रिद्धांश को अपने बगल में देख कर अब चाहत की पुरी नींद उड़ गई, रिद्धांश

    "डिजायर बेड पर लेट जाओ! आइ कैन सी योर फेस! सो डोंट डिस्टर्ब मी! लेट मी कॅानस्ट्रेट इन योर फेस!

    चाहत रिद्धांश की बातों पर बुरी तरह चिढ गयी और दुसरी करवट लेकर लेट गयी रिद्धांश की बात ना मानने पर रिद्धांश चाहत के ऊपर आ गया! और दोबारा उसका फेस देखने लगा! चाहत बोली_

    "मिस्टर डेविल आप मेरे ऊपर से हटिये! रिद्धांश बोला_

    "तुमने मेरी बात ना मानने की कसम खा रखी है! चाहत

    "हां! क्योंकि मैं चाहती हूं कि आप परेशान होकर खुद ही मुझे खुद से दूर कर दें! रिद्धांश‌ सीरियस एक्सप्रेसन टोन में बोला _

    "वैसे ही जैसे तुम्हारे देवांश ने तुम्हें अपनी जिंदगी से निकाल दिया है!

    देवांश का नाम सुनकर चाहत की आंखों में आसूं आ गये और साइड कोनो से आंसु बहने लगे! रिद्धांश चाहत के आंसु साफ करने लगा_

    "डिजायर तुम्हारी हंसी के साथ साथ तुम्हारे आंसु भी मेरे लिए बहुत कीमती है इन्हें किसी ऐसे इंसान के लिए वेस्ट मत करो जिनको तुम्हारे आंसु से कोई फर्क नहीं पड़ता है! चाहत रिद्धांश को गौर से देख रही थी फिर बोली_

    "तुम्हें मेरे आंसु से क्यों फ़र्क पड़ता है! रिद्धांश ने मिस्टीरियस स्माइल दी फिर बोला_

    "डिजायर क्योंकि मैं चाहता हूं कि तुम हमेशा खुश रहो और हंसती मुस्कुराती रहो! तुम्हारे इन खुबसूरत आंखों में आंसु अच्छे नहीं लगते हैं। रिद्धांश फिर‌ सीरियस टोन में बोला_

    "मैं चाहता हूं इनमें सिर्फ़ मैं रहुं और आंसु खुशी के हो या गम के उनकी वज़ह सिर्फ मैं बनुं! कुछ मिनटों के लिए रिद्धांश की बातों‌ में चाहत खो गयी और रिद्धांश की डार्क आंखो में देखने लगी!

    रिद्धांश चाहत को ऐसे देखता देख कर मुस्करा दिया और उसके खुबसूरत होंठों लाइटली किस करने लगा। रिद्धांश की किस में चाहत भी मेल्ट होने लगी और उसने भी अपनी आंखे बंद कर ली रिद्धांश काफी देर तक चाहत के होंठों को डीप किस करता रहा और फिर किस ब्रेक करके कहा_

    "डिजायर नाओ यू कैन स्लीप नाओ क्लोज़ योर आइज! चाहत ने अपनी आंखें बंद कर ली और सचमुच उसे नींद आ गयी!

    सुबह चाहत की नींद खुली तब रिद्धांश कमरे में नहीं था! चाहत उठकर इधर उधर देखने लगी तभी कमरे का गेट ओपन हुआ गेट ओपन होता देख कर चाहत दोबारा आंखें बंद करके लेट गयी! रिद्धांश चाहत को देख कर मुस्करा दिया_

    "डिजायर मैं जानता हूं कि तुम्हारी नींद खुल गई है,‌ यह ड्रामा करने की जरूरत नहीं है जाओ जाकर फ्रेश हो जाओ वरना मेरे साथ फ्रेश होने के लिए तैयार रहना! रिद्धांश की बातें सुनकर चाहत तुरंत उठकर बैठिगयी और कपड़े लेकर वाॅसरुम में चली गई!

    थोड़ी देर बाद चाहत नहाकर बाहर आयी उसके गीले बालों से पानी टपक रहा था और उससे चाहत की कुर्ती गीली हो रही थी! रिद्धांश चाहत को देखकर कहा_

    "डिजायर सीट हियर चाहत रिद्धांश को देखने लगी _

    "मैं चाहता हूं डिजायर तुम्हारी यह खुबसूरत आंखे सिर्फ़ मुझे देखें लेकिन फिलहाल ख़ुद को मिरर में देखो! चाहत रिद्धांश की बात मानकर आइने में खुद को देखने लगी उसकी कुर्ती भीगी हुई थी और रिद्धांश चाहत के बालों को हेयर ड्रायर से सुखा कर उन्हें कांब कर रहा था!

    चाहत ऐसा कंसर्न देवांश से एक्सपेक्ट करती थी लेकिन सामने खड़े इंसान को देखकर चाहत थोड़ी एम्बैरेस फील करने लगी! चाहत बोली _

    "एम साॅरी लेकिन मेरे लिए आपको यह सब करने की जरूरत नहीं है, मैं यह सब ख़ुद कर लुंगी! चाहत को शरमाते हुए देख कर रिद्धांश चाहत से बोला_

    "डिजायर मैं अपनी वाइफ को परेशान भी करना चाहता हूं और उससे परेशान भी होना चाहता हूं। इसलिए मेरे काम में दखलअंदाजी बिल्कुल मत करना! वाइफ सुनकर चाहत के चेहरे पर दोबारा मायुसी छा गयी!

    तभी रिद्धांश के कमरे के बाहर से दानिश ने कैमरे की तरफ फाइल और लाॅयर को दिखाया रिद्धांश चाहत को बेडरूम में छोड़कर डाइनिंग एरिया के सोफे पर बैठ गया और डोर ओपन किया! एक लाॅयर रिद्धांश के सामने आकर खड़ा हो गया _

    "गुड मार्निंग किंग आपने जो पेपर्स रेडी करने को कहा था वो मैंने रेडी करवा लिये हैं, रिद्धांश पेपर देख कर ईविल स्माइल करने लगा

    "गुड वर्क यू विल गेट योर रिवार्ड! रिद्धांश पेपर्स लेकर चाहत के सामने रखा पेपर्स को देखकर चाहत रिद्धांश की तरफ सवालिया नज़रों से देखने लगी रिद्धांश चाहत को देख कर कहा_

    "मैं धोखे की शादी नहीं करूंगा डिजायर!

    "आइ वांट टू बी लीगली योर्स एंड आइ ऑल्सो वांट यू टू बिकम माई वाइफ! चाहत रिद्धांश को नाराज़गी से देख कर बोली_

    "मिस्टर डेविल मैं जानती हूं कि देवांश ने मुझे छोड़ दिया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं आपसे शादी कर लुंगी! शादी के पवित्र बंधन है कोई खेल नहीं है कि जब मन किया शादी कर ली और फिर मन भर गया तो रिश्ते को तोड़ दिया! आप मुझे जानते ही कितना हैं, जो आप मुझसे शादी करना चाहते हैं, रिद्धांश सर्द नज़र और सख्त लहजे में बोला_

    तुम और देवांश बचपन से साथ थे राइट? चाहत रिद्धांश की बात सुन कर खड़ी हो गयी_

    "हां लेकिन आपको कैसे पता रिद्धांश

    " डज नाॅट मैटर ! देवांश बचपन से तुम्हें जानता था मगर फिर भी एक बार भी देवांश तुम्हें और तुम्हारी फिलिंग को नहीं समझा! मैं तुम्हें बचपन से नहीं जानता लेकिन इतना ज़रूर जानता हूं कि आइ रियली लाइक यू और मैं तुम्हें समझता हूं और हमेशा तुम्हें अपनी बनाकर रखना चाहता हूं, मैं तुम्हें वो देना चाहता हूं जो तुम डिजर्व करती हो! रिद्धांश


    ~

    To Be Continued...

  • 17. The Devil's Obsession - Chapter 17

    Words: 1035

    Estimated Reading Time: 7 min

    " डज नाॅट मैटर ! देवांश बचपन से तुम्हें जानता था मगर फिर भी एक बार भी देवांश तुम्हें और तुम्हारी फिलिंग को नहीं समझा! मैं तुम्हें बचपन से नहीं जानता लेकिन इतना ज़रूर जानता हूं कि आइ रियली लाइक यू और मैं तुम्हें समझता हूं और हमेशा तुम्हें अपनी बनाकर रखना चाहता हूं, मैं तुम्हें वो देना चाहता हूं जो तुम डिजर्व करती हो! रिद्धांश

    "मैं तुम्हें कुछ बातें अभी ही क्लीयर कर देता हूं डिजायर! तुम शादी करोगी तब मेरी वाइफ बनकर इस कमरे में रहोगी और अगर मुझसे शादी नहीं करोगी फिर भी तुम्हें मेरे साथ इसी कमरे में रहना होगा दोनों ही सुरतों में तुम मेरे साथ ही रहोगी!

    " नाओ यू डिसाइड कि तुम्हें इज्जत से मिसेज राठौड़ बनकर रहना है या मेरी सबमिसिव बनकर रहना चाहती हो! रिद्धांश फिर बोला_

    " एक बात और दोनों ही तरीकों में एक मेज़र डिफरेंसेज है वाइफ बनने पर हम-दोनों का एक दूसरे का बराबरी का हक होगा मगर सबमिसिव बनकर तुम सिर्फ़ मेरी गुलाम रहोगी,

    बिकाॅज तब तुम्हें सिर्फ़ मैं आर्डर दे सकता हूं और तुम्हें मेरे आर्डर फाॅलो करने पड़ेंगे तुम मुझपर हक नहीं जता सकती और ना ही मेरा दिया गया आर्डर मानने से इंकार कर सकती हो!

    तुम्हारे पास सिर्फ़ एक घंटे है इतना कह रिद्धांश ने पेपर्स और पेन चाहत के सामने रख दिया और चला गया! चाहत उन पेपर्स को देख रही थी ।

    ~

    रिद्धांश के जाने के बाद सुहाना पेपर्स को देखकर बालकनी में चलीं गईं एक घंटे बाद रिद्धांश लौट कर आया! और पेपर्स देखने लगा! पेपर्स साइन ना‌ देखकर रिद्धांश चाहत को सर्द एक्सप्रेशन से देखने लगा चाहत बोली_

    "मुझ पर गुस्सा करके कोई फ़ायदा नहीं है मिस्टर राठौड़ आपको जो चाहिए वो आपको मिल जायेगा और रही मेरी बात तो मुझे मिसेज राठौड़ नहीं बनना है मैं जो हुं उसमें ही खुश‌ हुं आपको सेटीसफाई करने के लिए मुझे मिसेज राठौड़ बनने की जरूरत नहीं है आप मुझे सबमिसिव ही बनाकर रखिये इसी बहाने मुझे अपनी औकात याद रहेगी!

    रिद्धांश गुस्से में अपना गला टेढा करके कुछ देर चाहत को देखता रहा। फिर बोला_

    "डिजायर अभी तक तुमने पेपर्स पढ़ें नहीं है यहां सबमिसिव और वाइफ के काॅलम बने हुए थे। चाहत रिद्धांश को देखते हुए डाक्यूमेंट्स को पढ़ने लगी फिर पेपर्स लेकर साइन करके बोली_

    "आज से मैं आपकी सबमिसिव हुई और गुलाम भी! " कहिए मैं आपकी कौन सी जरूरत को पुरा करूं? रिद्धांश के चेहरे पर कोई एक्सप्रेसन नही थे वो बस गुस्से से चाहत के ज़िद और एटीट्यूड को देख रहा था

    फिर थोड़ी देर बाद रिद्धांश चाहत के नज़दीक आया और उसका हाथ मरोड़ते हुए बोला_

    "डिजायर तुम मेरे दिल पर राज़ करती हो इसीलिए मैंने तुम्हें अपने सिर का ताज बनाना चाहा था मगर तुम मेरी जुतों के नीचे रहना चाहती हो तो यही सही!

    इतना कहकर रिद्धांश पेपर्स लेकर चला गया। रिद्धांश पेपर्स लेकर अपने बार में बैठा हुआ था उसके सामने चाहत के साइन किये गये पेपर्स थे रिद्धांश जब जब सबमिसिव वाले काॅलम को देख रहा था!

    उसका गुस्सा बढ़ता जा रहा था तभी दानिश रिद्धांश के पास दौड़ता हुआ आया क्या हुआ किंग! रिद्धांश ने दानिश को सबमिसिव वाली काॅलम दिखाईं और कहा

    "तुम्हें पता है ना इस काॅलम का क्या करना है! दानिश बोला_

    "यस किंग हो जायेगा! दानिश उस पेपर्स को ले गया रिद्धांश के चेहरे पर शैतानी मुस्कान तैर रही थी _

    "माय इनोसेंट डिजायर अब से तुम मेरी वाइफ हो मगर मैं तुम्हें यह बात कभी नहीं बताऊंगा तुम्हें मेरी सबमिसिव बनकर रहना है ना तो ठीक है ।

    अब से तुम मेरी सबमिसिव बनकर रहोगी आइ प्रोमिस मैं तुम्हें अपने प्यार में इस कदर पागल कर दुंगा कि तुम खुद मुझसे शादी करने की भीख मांगोगी।

    तुम्हें देवांश के पहनाये उस मंगलसूत्र से बहुत प्यार है ना मगर एक दिन ऐसा आयेगा कि जब तुम खुद देवांश का दिया मंगलसूत्र छोड़कर मेरे नाम का मंगलसूत्र पहनना चाहोगी! रिद्धांश का चेहरा जितना सर्द था उससे ज्यादा सर्द उससे बोलने का लहजा था!

    रिद्धांश अपने कमरे में आया चाहत बालकनी के एक कोने में दीवार से टेक लगाये दोनों पैर को अपने सीने से चिपकाकर बैठी थी! जैसे सुहाग की सेज पर दुल्हन बैठी हो! रिद्धांश चाहत को सीरियस मुड में देख रहा था! फिर चाहत के सामने खड़ा हो गया चाहत रिद्धांश के जुतों को देखकर खड़ी हो गई! चाहत के आंखों में आसूं थे मगर रिद्धांश को देख कर उसने अपने आंसु पोंछ लिये! चाहत बोली_

    "जी सर बताइये मैं क्या कर सकती हूं आपके लिये? रिद्धांश के चेहरे पर टेढ़ी मुस्कान आ गयी और वो चाहत को गोद में उठा कर बेड पर ले आया,

    चाहत रिद्धांश के चेहरे को नहीं देख रही थी मगर रिद्धांश की नज़र एक पल के लिए भी चाहत से नहीं हटी! बेड पर बैठते ही चाहत की हार्टबीट तेज़ हो गई थी ।चाहत डर से अपनी मुट्ठियां कस रही थी! रिद्धांश चाहत के हर एक एक्सप्रेशन और हर एक मुवमेट को बड़े ध्यान से देख रहा था! रिद्धांश दो क़दम पीछे हुआ और लाइट ऑफ कर दी कमरे में अंधेरा देखकर चाहत डर गयी!

    "सर यह आपने लाइट्स क्यों ऑफ कर दी है, रिद्धांश ने कोई जवाब ‌नही दिया! चाहत बेड पर थी रिद्धांश चाहत को देख पा रहा था मगर चाहत रिद्धांश को अंधेरे में नहीं देख पायी!

    "सर आप है प्लीज़ जवाब दिजिए चाहत उठकर लाइट्स ढुढने लगी मगर तभी रिद्धांश की आवाज़ आयी

    "जस्ट सिट क्वाइटली वेयर यू आर एंड डोंट बोदर मी! चाहत धीरे से बोली_

    "ये पक्का साइको है! रिद्धांश ने चाहत को बड़बड़ाते सुन लिया और फिर हल्का सा मुस्कुराया चाहत अभी भी डर से कांप रही थी!

    तभी एक टार्च की रौशनी चाहत के चेहरे पर पड़ी रोशनी पड़ते ही चाहत ने तुरंत आंखे मिचकर एक हाथ से अपने चेहरे को छुपा लिया! फिर धीरे से रोशनी की तरफ देखा!

    रिद्धांश को धुंधला सा याद आया जब एक बच्ची यू हीं एक पिलर से किसी को छिपकर देख रही थी! आज चाहत भी रिद्धांश को उसी तरह से देख रही थी, रिद्धांश के एक्सप्रेशन सख़्त हो गये फिर वो टार्च की रोशनी चाहत के चेहरे से होते हुए गले और फिर उसके नीचे पड़ी रिद्धांश बोला_

    "टेक ऑफ योर क्लोथ्स! चाहत रिद्धांश की बात मानकर अपनी कुर्ती उतारने लगी!


    ~

    To Be Continued...

  • 18. The Devil's Obsession - Chapter 18

    Words: 1011

    Estimated Reading Time: 7 min

    रिद्धांश को धुंधला सा याद आया जब एक बच्ची यू हीं एक पिलर से किसी को छिपकर देख रही थी! आज चाहत भी रिद्धांश को उसी तरह से देख रही थी, रिद्धांश के एक्सप्रेशन सख़्त हो गये फिर वो टार्च की रोशनी चाहत के चेहरे से होते हुए गले और फिर उसके नीचे पड़ी रिद्धांश बोला_

    "टेक ऑफ योर क्लोथ्स! चाहत रिद्धांश की बात मानकर अपनी कुर्ती उतारने लगी!

    रिद्धांश सीरियस एक्सप्रेसन से चाहत के इनर वेयर को देख रहा था। फिर टार्च चाहत के पेट पर आकर रुकी रिद्धांश चाहत के नेवल देखने लगा नेवल देखते ही रिद्धांश का गला सुखने लगा,

    " टर्न बैक आइ वांट टू लुक बैक टू! चाहत को अब रिद्धांश के पागलपन पर गुस्सा आने लगा था मगर फिर वो पीछे मुड़कर बैठ गयी, रिद्धांश चाहत के लंबे घने बालों को देख रहा था!

    उसके खुबसूरत बाल साइन कर रहे थें! रिद्धांश फिर चाहत के सोल्डर से उसके बैक इनर वेयर के स्ट्राइप्स को देखने लगा रिद्धांश के अंदर क्या चल रहा था यह कोई नहीं जानता था! रिद्धांश की नज़र चाहत के बैक पर एक तिल को देखकर रूक गयी और फिर उसने टार्च बंद कर दिया अंधेरा देखकर चाहत दोबारा खड़ी हो गई और बोली_

    "देखिये सर मुझे अंधेरे से डर लगता है आप प्लीज़ अपना यह पागलपन बंद किजिए ।

    इतना कह कर चाहत आगे बढ़ने लगी मगर उसका पैर नाइट स्टैंड टेबल से टकरा गया और डर से चाहत के मुंह से चीख निकल गई लेकिन तभी एक हाथ ने उसे स़म्हाल लिया और डर से चाहत रिद्धांश के गले लग गयी ।

    उसकी पुरी बाॅडी कांप रही थी रिद्धांश चाहत की बाॅडी को कांपता देख मुस्कुरा रहा था! दो सेकेंड तक चाहत रिद्धांश से यूं ही लिपटीं रही और फिर अचानक ही उससे दुर हो गयी!

    ~

    चाहत के दुर होते ही रिद्धांश के एक्सप्रेशन दोबारा से सख्त हो गये! रिद्धांश बोला_

    "हग मी टाइट अगेन एंड डोंट ट्राय टू गो अवे फ्रोम मी बिकाॅज इट्स नाॅट फोर यूं!

    चाहत रिद्धांश की क़रीब गयी और डरते हुए उसे अपने गले से लगा लिया चाहत के गले लगते ही रिद्धांश ने अपनी आंखें बंद कर ली और चाहत को टाइटली हग कर लिया! चाहत रिद्धांश के गले लगी हुई खड़ी रही फिर रिद्धांश बोला_

    "बैठो मैं तुम्हारे इन खुबसूरत बालों को संवारना चाहता हुं! रिद्धांश की इन साइको वाली हरकतों से चाहत गुस्से से लाल हो रही थी! मगर वो चाहकर भी कुछ नहीं कह सकती थी!

    चाहत को गुस्से से नाक मुंह फुलाते देख रिद्धांश के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान तैर गयी जिसे रिद्धांश ने तुरंत कवर कर लिया!

    रिद्धांश बहुत ज्यादा गोरा नहीं था बल्कि हल्का सा सांवला था मगर फिर भी अपनी गहरी आंखो की वज़ह से रिद्धांश सबसे अट्रैक्टिव पर्सनेलिटी था, क्लीन सेव सेट किये हुये हेयर अट्रैक्टिव बाॅडी और चेहरे पर डेविल स्माइल! चाहत रिद्धांश के इन हरकतों को देखकर मन में बोली_

    "यह पक्का कोई पागल है ऐसी हरकतें कौन करता है!‌ हे भगवान मैं कहां फंस गयी हुं! मेरी किस्मत ही ख़राब है! चाहत रिद्धांश की हरकतों से तंग आ गयी थी, रिद्धांश चाहत के बालों को कांब कर रहा था और फिर उसके सोल्डर को किस कर‌ लिया! रिद्धांश के किस करते ही चाहत सिहर गयी, और उठकर खड़ी हो गयी रिद्धांश चाहत को डार्क एक्सप्रेशन से देख कर बोला_ "टर्न बैक नाओ! चाहत दोबारा मुड गयी और आइने की तरफ देखने लगी, चाहत अभी सिर्फ़ ब्लैक इनर वेयर में थी! रिद्धांश आइने में चाहत को देख रहा था चाहत भी रिद्धांश को देख कर अपनी नज़रे झुका ली उसे ख़ुद की कंडीशन पर बहुत शर्म आ रही थी! इसीलिए चाहत अपने हाथो को फोल्ड करने लगी तभी रिद्धांश बोला_

    "नो डोंट डु दिस आइ एम वांचिग दिस! मुझे तुम्हारी यह इनर वेयर मुझे बहुत अट्रैक्ट कर रही है! रिद्धांश की बातों से चाहत को अंदर से घबराहट होने लगी और उसकी सांसें तेज़ होने लगी,‌ रिद्धांश दोबारा चाहत के सोल्डर को किस करने लगा और एक‌हाथ से चाहत की आर्म्स पर हल्के हल्के सहलाने लगा!

    चाहत की फीलिंग बढ़ने लगी जिनको छुपाने के लिए चाहत ने तुरंत अपनी आंखे बंद कर ली! रिद्धांश शैतानी मुस्कान मुस्कुरा रहा था फिर सीरियस टोन में बोला_

    "डिजायर क्या कुछ हो रहा है? चाहत आंखें बंद किए हुए बोली_

    "नहीं मुझे कुछ नहीं हो रहा है, रिद्धांश चाहत के और करीब आया और चाहत के बालो को साइड करके उसकी पीठ पर अपने होंठ फिराने लगा! चाहत रिद्धांश के इस बिहेवियर से कांप गयी, और बोली_

    "मिस्टर राठौड़ यह आप क्या कर रहें हैं? रिद्धांश सीरियस टोन में बोला_

    "वही कर रहा हूं डिजायर जो मैं करना चाहता हूं। मैं तुमसे प्यार कर रहा हूं डिजायर! चाहत इसे प्यार करना नहीं बल्कि सिड्यूस करना कहते हैं! रिद्धांश दोबारा पीठ पर होंठ फिराते हुए बोला_

    "क्या तुम सिड्यूस हो रही हो डिजायर! चाहत ने रिद्धांश की बातों का कोई जवाब नहीं दिया। रिद्धांश चाहत के चेहरे के एक्सप्रेशन नोट कर रहा था, रिद्धांश ने एक झटके से चाहत को अपनी तरफ पलट लिया और उसके होंठों पर‌ अपने होठ रख दिया रिद्धांश चाहत को किस नहीं कर रहा था बस उसके सांसों की गर्मी को महसूस कर रहा था! चाहत की बाॅडी में हलचल मचने लगी थी मगर उसका दिल रिद्धांश को महसूस करने की गवाही नहीं दे रहा था, रिद्धांश हस्की वायस में बोला_

    "डिजायर कुछ हो रहा है? चाहत_

    "नो मुझे कुछ नहीं हो रहा है! रिद्धांश चाहत के और करीब आया और उसकी नोज को अपने नोज से टच करने लगा_

    "अब भी नहीं?!

    चाहत बेचैन होने लगी थी अब उसके लिए ख़ुद को कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था चाहत रिद्धांश को धक्का दे कर वाॅसरुम के अंदर चली गई और खुद को लाॅक कर लिया! चाहत के जाते ही रिद्धांश के चेहरे इविल स्माइल आ गई! फिर रिद्धांश सीरियस और शांत टोन में बोला_

    "कब तक मुझसे भागोगी डिजायर आज नहीं तो कल तुम्हें मैं अपनी लत लगा दुंगा। फिर मेरे बिना तुम एक पल‌ नहीं रह सकोगी हर वक्त सिर्फ तुम्हारी बाॅडी और तुम्हारी रुह मुझे चाहेगी! रिद्धांश डार्क एक्सप्रेशन के साथ सख्त लहजे में बोला_


    ~

    To Be Continued...

  • 19. The Devil's Obsession - Chapter 19

    Words: 1068

    Estimated Reading Time: 7 min

    चाहत बेचैन होने लगी थी अब उसके लिए ख़ुद को कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा था चाहत रिद्धांश को धक्का दे कर वाॅसरुम के अंदर चली गई और खुद को लाॅक कर लिया! चाहत के जाते ही रिद्धांश के चेहरे इविल स्माइल आ गई! फिर रिद्धांश सीरियस और शांत टोन में बोला_

    "कब तक मुझसे भागोगी डिजायर आज नहीं तो कल तुम्हें मैं अपनी लत लगा दुंगा। फिर मेरे बिना तुम एक पल‌ नहीं रह सकोगी हर वक्त सिर्फ तुम्हारी बाॅडी और तुम्हारी रुह मुझे चाहेगी! रिद्धांश डार्क एक्सप्रेशन के साथ सख्त लहजे में बोला_

    "तुम्हारे अंदर की आग को मेरे सिवा और कोई नहीं बुझा सकता कभी भी नहीं! सिर्फ आग ही आग की तपन बर्दाश्त कर सकता है! दुसरा कोई भी आग के करीब आयेगा तो वो जल कर राख हो जायेगा! डिजायर माय स्वीट इनोसेंट वाइफ! चाहत वाॅसरुम में लंबी लंबी सांसे लेने लगी और फिर शाॅवर ऑन करके खड़ी हो गयी! चाहत को ध्यान भी नहीं रहा कि वो कपड़े लाना भुल गयी है! अपनी सांसो को काबु करने के बाद चाहत का ध्यान कपड़ों पर गया "ओह सिट मैं तो अंदर कपड़े लाना ही भुल गयी, सुहाना टाॅवेल लपेटे झांक कर बाहर देखने लगी! कमरे से कोई नहीं था ओह थैंक गॉड यहां चिपकु नहीं है! चाहत वाॅसरुम से बाहर आयी और कपड़ों के सेक्शन की तरफ बढ़ने लगी!

    अभी चाहत कपड़े देख ही रही थी! कि अपनी पीठ पर गर्म सांसें महसूस कर चाहत पीछे हट गयी सामने पाकेट में हाथ डाले रिद्धांश खड़ा था! रिद्धांश को देख कर चाहत की पकड़ अपने टाॅवल पर कस गयी!

    "आप यहां? रिद्धांश चाहत को ऊपर से नीचे तक देख रहा था! तुम टाॅवल लपेटे भी खुबसूरत लग रही हो! चाहत खिसियानी मुस्कान मुस्कुराकर बोली_

    "अच्छा! आपको कब मैं अच्छी नहीं लगती हुं यह भी बता दिजिये! रिद्धांश चाहत के गले और काॅलरबोन को किस करते हुए बोला_

    "जब तुम मेरी जगह उस देवांश के बारे में सोचती हो तब तुम मुझे बिल्कुल अच्छी नहीं लगती हो! रिद्धांश चाहत के बालो को मुट्ठी में भरा और ऊपर उठाते हुए उसके गले और नेक को डेस्परेटली किस करने लगा!

    चाहत खुद को कंट्रोल कर रही थी! मगर अचानक रिद्धांश ने चाहत को अपनी गोद में उठा लिया और उसे लेकर बेड पर चला गया! चाहत सलाइवा गटकते हुए रिद्धांश को देख रही थी रिद्धांश सिडेक्टिव तरीके से बोला_

    "क्या हुआ डिजायर मेरी जगह अगर देवांश होता तो तुम खुशी खुशी उसके साथ इस मोमेंट को जीती मगर मैं तुम्हें सचमुच प्यार करता हुं पर मुझसे प्यार करने में तुम्हें डर लग रहा है! वाॅय डिजायर!

    ~

    चाहत रिद्धांश के चेहरे को देख रही थी जिसका चेहरा भले ही सर्द था मगर उसकी आंखों में इमोशंस थे! चाहत एक पल‌ के लिए रिद्धांश की आंखों में खो गयी, रिद्धांश धीरे-धीरे चाहत की होंठों की तरफ बढ़ने लगा चाहत ने अपनी आंखें बंद कर ली रिद्धांश स्मुथली चाहत को किस कर रहा था

    "मेरे अंदर जो आग है डिजायर वही आग तुम्हारे अंदर भी है हमारे जैसा दुसरा कोई नहीं है वी मेड फोर इच अदर माय लव! रिद्धांश ने किस करने के बाद चाहत के नोज को अपनी नोज से जोड़ लिया!

    चाहत और रिद्धांश की सांसे एक दूसरे से टकरा रही थी ना ही चाहत की तेज़ सांसे धीमी हो रही थी और ना ही रिद्धांश की आग धीमी हो रही थी! दोनों बस एक दूसरे की सांसों को महसूस कर रहे थे!

    थोड़ी देर बाद रिद्धांश चाहत से दुर हो गया और अपना कोर्ट लेकर कमरे से बाहर चला गया! चाहत को लगा रिद्धांश अभी कुछ करेगा लेकिन रिद्धांश ने कुछ नहीं किया। रिद्धांश कमरे से चला गया मगर चाहत की सांसे अभी भी तेज़ थी,

    "यह क्या हो गया था मुझे मैं मिस्टर राठौड़ के बारे में सोच रही हूं! चाहत तुरंत बेड पर से उठी और कपड़े पहनने लगी!

    दुसरी तरफ रिद्धांश कमरे से निकल कर एक शिप‌ पर चला गया! वो शिप रिद्धांश का ही थी जिसमें वो कभी कभार ही जाया करता था, दानिश आज रिद्धांश के साथ ही था! "हां क्या हुआ!

    "बाॅस देवांश का सारा डेटा मिल‌ गया है दानिश कांपते हाथों से रिद्धांश की तरफ डेटा बढ़ा दिया! रिद्धांश दानिश के कांपते हाथों को देख कर मुस्कराया

    "ओह जैसा मैंने सोचा था आखिर वही सच हुआ! रिद्धांश ने एक लुक फाइल देख कर साइड में फ़ेंक दिया! रिद्धांश का चेहरा दोबारा सर्द हो गया

    " क्या डिजायर की इन सब में कोई इनवोल्वमेंट है? दानिश _

    "नो बॉस! रिद्धांश दोबारा समुंदर में देखने लगा!

    रिद्धांश पिछले एक महीने से एक कमरे में बंद थी! सिर्फ बालकनी से बाहर देखती रहती थी, अभी भी चाहत बालकनी से बाहर देख रही थी तभी कमरे का गेट खुला और रिद्धांश अंदर आया

    "डिजायर आइ हैव सरप्राइज टू यू! चाहत मुड़कर रिद्धांश के हाथों में एक इन्वेलप को देख रही थी, रिद्धांश_

    " वाओ डिजायर यु आर अ रियली स्मार्ट गर्ल! रिद्धांश ने चाहत की तरफ इन्वेलप बढ़ाई चाहत एक बार इनवेल्प को देख रही थी और फिर रिद्धांश की तरफ!

    रिद्धांश ने इविल लुक देकर चाहत की तरफ इन्वेल्प उछाल दिया इन्वेल्प उछालते ही देवांश और सोफिया की फोटोज निकली जिसमें दोनों एक चर्च के बाहर कैथलिक रीति-रिवाज से शादी कर चुके हैं! चाहत रूआंसी आवाज़ में बोली_

    "यह सच नहीं है नो मेरा देवांश मुझे धोखा नहीं दे सकता? नो नो! यह सब झुठ है चाहत डेस्परेटली सारी फोटोज़ कोइ बारी बारी से देखने लगी और फिर रिद्धांश का कोट पकड़ कर बोली_

    "रिद्धांश प्लीज़ एक बार कह दो यह सब झुठ है! चाहत उम्मीद के साथ रिद्धांश की तरफ देख रही थी! रिद्धांश एक्सप्रेशनलेश होकर बोला_

    "रिद्धांश राठौड़ झुठी उम्मीद नहीं देता! एक गहरी सांस लेकर रिद्धांश दोबारा बोला_

    "और वैसे यह दो साल पहले की फोटो है और जहां तक मैं जानता हूं तुम्हारी और देवांश की शादी अभी कुछ महीने पहले ही हुई है राइट? चाहत बदहवास सी बोल रही थी _

    "नहीं यह सच नहीं है देवांश मुझसे बहुत प्यार करता है! वो कभी मुझे इतना बड़ा धोखा नहीं देगा बचपन से लेकर आज तक मैंने सिर्फ उसे चाहा था और वो भी सिर्फ़ मुझसे ही प्यार करता था! रिद्धांश डार्क एक्सप्रेशन और सख्त लहजे में बोला_

    "देवांश की रियल वाइफ सोफिया है, दो साल पहले देवांश सोफिया ने मिलकर ड्रग स्मगलिंग का काम शुरू किया था मगर ड्रग पुलिस के हाथ लग गया और देवांश खुद को बचाने के लिए इंडिया भाग गया! और सोफिया को यहां अकेले छोड़ दिया ।


    ~

    To Be Continued...

  • 20. The Devil's Obsession - Chapter 20

    Words: 1040

    Estimated Reading Time: 7 min

    "नहीं यह सच नहीं है देवांश मुझसे बहुत प्यार करता है! वो कभी मुझे इतना बड़ा धोखा नहीं देगा बचपन से लेकर आज तक मैंने सिर्फ उसे चाहा था और वो भी सिर्फ़ मुझसे ही प्यार करता था! रिद्धांश डार्क एक्सप्रेशन और सख्त लहजे में बोला_

    "देवांश की रियल वाइफ सोफिया है, दो साल पहले देवांश सोफिया ने मिलकर ड्रग स्मगलिंग का काम शुरू किया था मगर ड्रग पुलिस के हाथ लग गया और देवांश खुद को बचाने के लिए इंडिया भाग गया! और सोफिया को यहां अकेले छोड़ दिया ।

    मगर सोफिया पुलिस से बचने के लिए मेरी ओरग्नाइजेशन के लिए काम करने लगी थी इसीलिए मेरे आदमियों ने उसे बचा लिया।

    यह देवांश और सोफिया का प्लान था कि पहले किसी कम उम्र की लड़की को यहां लाया जाये और फिर उसकी बोली लगाई जाये। रिद्धांश सीरियस टोन में बोला _

    "बट योर बैड लक डिजायर तुम्हारी खुबसूरती देखकर देवांश के दिमाग में यह आइडिया आया फिर उसने तुमसे शादी की और यहां अपने साथ ले आया ताकि अच्छे कीमत में तुम्हारा सौदा करके दोनों मियां बीवी अपना लाॅस कवर कर सके!

    " मगर इस बार देवांश का बैड लक कि वो पकड़ा गया जिन लड़कों की देवांश से झड़प हुई थी उन्होंने देवांश के बैग में ड्रग की पैकेट रख दी! और देवांश ड्रग केस मे जेल चला गया!

    चाहत जमीन पर बैठ गयी और बोली_

    "इतना बड़ा धोखा! लेकिन क्यों? रिद्धांश_

    "मनी बेब्स इट्स ऑल अबाउट मनी! रिद्धांश चाहत के पास जमीन पर झुक कर बोला_

    "देवांश ने जो कुछ भी किया हो! मगर उसके दोस्त समर ने जाने अनजाने में तुम्हें मेरे करीब भेज दिया! रिद्धांश सीरियस टोन में बोला_

    "तुम इस गिल्ट में जी रही थी कि तुम अपने पति को धोखा दे रही हो? लेकिन तुम्हारा पति सबसे बड़ा धोखेबाज़ निकला!अब ना ही तुम्हारी शादी की कोई वैल्यू है और ना उस मंगलसूत्र की!

    पहली बीवी से डिवोर्स लिये बिना कोई दुसरी शादी कैसे कर सकता है इसलिए उसने तुमसे हिंदुस्तानी रीति रिवाजों के साथ शादी की जिससे तुम कभी उस पर क्लेम ना कर सको और वो आसानी से तुम्हें अपना लाॅस कवर करने के लिए यूज कर सके!

    रिद्धांश चाहत के एक्सप्रेशन देखकर बोला_

    "कनाडा आने के पहले ही दिन तुम्हारी की तय हो गयी और जानबुझकर नहीं मगर अनजाने में तुमने देवांश और सोफिया की मदद कर दी! मेरे साथ एक रात बिताकर जिसके बाद दोनों मियां बीवी आज़ाद हो गये।

    चाहत देवांश के धोखे को याद करके रोने लगी

    "डिजायर डोंट क्राॅय स्वीटहार्ट और एक बात जानकर तुम्हें हैरानी होगी

    "देवांश नोश एवरीथिंग अबाउट अस! चाहत हैरानी से रिद्धांश को देखने लगी! रिद्धांश इविल स्माइल करते हुए बोला_

    "हमारी दुसरी रात याद है जब मैं तुम्हारे पास आया था और नशें में तुमने मुझसे बिखर कर प्यार किया था! वो प्लान भी देवांश का ही था समर देवांश सोफिया ने मिलकर तुम्हारे उस रात के बदले अपना सारा कर्ज़ा दानिश से माफ करवाया था! चाहत के चेहरे की रंग उड़ गया था, चाहत उस रात की सारी घटना को याद करने लगी! रिद्धांश फिर बोला_

    "अब तक मैं जितनी बार भी तुमसे मिला था उन सबके पैसे देवांश और सोफिया को मेरे आदमियों ने दिये हैं। बट लास्ट टाइम जब तुमने मुझसे बदतमीजी की थी तब मैंने तुम्हें छोड़ देने का फैसला किया था, इसीलिए मैंने अपने आदमियों से सोफिया देवांश से भी सारे कनेक्सन खत्म करने का आर्डर दे दिया था,

    रिद्धांश चाहत के मासुम चेहरे पर नज़र घुमाते हुए बोला_

    " मगर मैं नहीं जानता था कि तुम मेरी रुह मे उतर गयी हो और जब तुम मेरे पास नहीं थी तो मैं पागल होने लगा था। इसीलिए मैं तुमसे मिलने देवांश के घर पहुंचा जहां मुझे पता चला कि उस देवांश ने तुम्हें अपने जिंदगी और घर दोनों से बाहर निकाल फेंका है तो यह सुनकर ही मैं गुस्से से पागल हो गया था रिद्धाश ने बंदूक निकाल कर चाहत को दिखाते हुए कहा_

    "देवांश और सोफिया को देखकर जी चाहा कि अभी के अभी इस बंदुक की सारी गोलियां उनके सीने में उतार दुं। लेकिन फिर मैंने सोचा कि नहीं पहले मुझे अपनी डिजायर को ढुढना होगा इसीलिए मैं और मेरे आदमी तुम्हें ढुढने लगे और देखो! तुम मुझे मिली भी कहां एक ऐसी जगह जहां मैं तुम्हें सपने में भी इमैजिन नहीं कर सकता था ।

    उसके बाद जो कुछ भी हुआ है वो मुझे तुम्हें बताने की जरूरत नहीं है! रिद्धांश चाहत के बालों को कान के पीछे करके बोला मेरी वज़ह से ही आजतक तुम्हें छुने की हिम्मत देवांश ने नहीं की! क्योंकि उसे पैसों की जरूरत है तुम्हारी नहीं! और पैसे मेरे पास हैं मगर मेरा प्यार उसके पास था जो मैंने तुम्हारे धोखेबाज़ पति से खरीद लिया।

    "नाओ यू आर सोल्ड! देवांश ने भले तुम्हें पैसों के लिए बेचा मगर मैंने अपनी वाइफ को बचाया है, यह बिल्कुल वैसा ही जैसे कोई किडनैपर ने तुम्हें किडनैप कर लिया था और मैंने तुम्हारे बदले उसे पैसे दिये। दैट सिट!

    ~

    तुम जिसे अपना पति मानती थी उसने ख़ुद तुम्हें मुझे सौंप दिया है! चाहत रिद्धांश की तरफ देखने लगी! चाहत हिम्मत करके बोली_

    "आपने मेरी बोली कितने की लगाई! चाहत का सवाल रिद्धांश के दिल को चुभ रहे थे लेकिन हमेशा की तरह उसके चेहरे पर कोई इंमोशन नहीं थे! सिर्फ उसकी आंखें बोलती थीं! जिसे पढ़ना सबके बस की बात नहीं थी। पचास करोड़ रुपए इन इंडियन करेंसी! चाहत ख़ुद पर हंसते हुए बोली_

    "वाओ मुझे नहीं मालूम था कि मैं इतनी महंगी हुं! रिद्धांश की माथे की नशें तन गयी थी, चाहत बोली_

    "आइ मिन सही है ना एक अनाथ लड़की को उसका पति पचास करोड़ जैसी बड़ी रकम में बेच रहा है और दुसरा इंसान उसे खरीद रहा है मै बिकाऊ सामान ही तो हुं कहां रही मैं इंसान? एक स्टफ बन के रह गयी हुं या कहे किसी की स्लट बनकर रह रही हुं । चाहत की ऐसी बेहुदा बातें सुन कर रिद्धांश ने चाहत की गर्दन पकड़ ली

    "क्या कहा तुमने डिजायर!" स्लट?

    जब पहली रात तुम्हें मेरे पास भेजा गया था उस रात तक ही तुम मेरे लिए एक स्लट थी मगर उस रात के बाद से आने वाली हर रात मैंने तुम्हें अपनी वाइफ मानकर गुजारा है! तुम्हें क्या लगता है अगर मैं तुम्हें नहीं खरीदता तो तुम बच जाती?


    ~

    To Be Continued...