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दहशत - किस्सा खौफ का 😈☠️

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kanchan singla

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यहां पढ़ेंगे आप हॉरर लघुकथाएं जो आपको दहशत के खौफ से भर देंगी। कहीं सन्नाटो का शोर और चीखती रातें कहीं कहर भरी बारिशें आपको हॉरर भरे रोमांचक सफर से जोड़ने को लालियत है। चलो देर किस बात की फिर शुरू करते हैं "दहशत किस्सा खौफ का" भूतिया लघु कथाओं के संग...

Total Chapters (1)

Page 1 of 1

  • 1. चेतावनी 😈☠️ - Chapter 1

    Words: 628

    Estimated Reading Time: 4 min

    एक व्यक्ति रात के समय कहीं जा रहा था। एक जगह आने पर उसके सामने दो रास्ते आए जिनमें से एक रास्ता लंबा था और दूसरा बेहद छोटा था। उसने छोटे रास्ते को चुना। उसने जैसे ही उस रास्ते पर जाने के लिए अपनी गाड़ी को घुमाया तभी एक आदमी उसके पास आकर बोला "अरे! भाई  इस रास्ते से मत जाओ। शाम के वक्त यहां से कोई नहीं जाता। यह एक भूतिया रास्ता है। कुछ साल पहले  एक बस का एक्सिडेंट हुआ था इस रास्ते पर। तब से आज तक जो भी इस सड़क से रात के वक्त गुजरता है उसका भी ऐसे एक्सिडेंट होता है।"

    कार सवार व्यक्ति ने हंसते हुए कहा... हे! ब्रो! यह सब मैं नहीं मानता। यह एक अंधविश्वास है। भूत प्रेत कुछ नहीं होता। मैं इसी रास्ते से ही जाऊंगा। पता नहीं क्यों लोग आज भी अंधविश्वास में ही जी रहे हैं। भला अब रास्ते भी हॉन्टेड होने लगे। इंसानी दुनियां में इंसानों से अधिक हॉन्टेड कोई है क्या ? बेवकूफ आदमी।

    उसने, उस आदमी की बात को अनसुना कर दिया था। वह आराम से मस्त गाड़ी में गाने बजाते हुए आगे बढ़ रहा था। अचानक कुछ दूरी पर जाते ही सामने से उसे एक बस तेज गति के साथ अपनी तरफ आते हुए दिखाई देती है। वह उस बस को देखकर घबराहट में अपनी गाडी को साइड लगाने की कोशिश करता है लेकिन गाड़ी नहीं चलती। गाड़ी स्टार्ट ना होने पर वह आदमी घबरा गया था। सामने से आती बस कुछ ही सेकेंड्स में उसकी गाड़ी को कुचल सकती थी। उसे अब उस व्यक्ति की चेतावनी याद आती है "इस रास्ते से मत जाओ"।

    कार सवार व्यक्ति गाड़ी से बाहर निकल कर एक साइड होने के लिए भागता है। तभी सामने से तेज गति से आती हुई बस उसकी गाड़ी से टकरा जाती है। जिससे उसकी गाड़ी चकनाचूर हो चुकी थी। वह स्वयं को देखता है जो सही समय पर गाड़ी से बाहर निकल आया था। अभी वह यह सोच ही रहा था कि वह सही सलामत है तभी वह सामने का मंजर देख दहशत से भर जाता है और आंखे फाड़ कर देखता है उस बस में से जगह जगह से कटे, कहीं से जले हुए लोग बाहर निकल रहे थे। अभी वह उन्हें हैरानी से देख रहा था कि उसे बस में दबे कुचले लोगो कि कान के परदे फाड़ देने वाली चीखें सुनाई देने लगी थी। वह आदमी उन चीखों को सुनकर अपने दोनों कानो को अपने हाथो से बन्द कर लेता है।

    चीखें इतनी भयानक थी कि उसके कान के परदे फटने वाले थे। कुछ देर बाद अचानक ही चीखों का शोर बंद हो गया। शोर बंद होने पर उसने अपनी आंखें खोल कर देखा। एक बार फिर सामने का मंजर देखकर उसकी आंखे दहशत से भर चुकी थी। वह व्यक्ति वहां से भागने की कोशिश करता है पर भाग नहीं पाता। वह सारी आत्माएं उसकी तरफ ही बढ़ रही थी। उन्हें अपने पास देखकर उसने डर से अपनी आंखे दोबारा बंद कर ली। आंखे बंद करने से पहले उसकी नज़र उस उन डरावनी आत्माओं की भीड़ में उस चेतावनी देने वाले व्यक्ति पर पड़ती है। वह कुछ कर पाता इससे पहले ही वह सारी आत्माएं अब उसे उसी बस में खींच कर ले जा चुकी थी। एक जोरदार चीख के साथ उसका अंत हो चुका था।

    उसकी चीखों के साथ ही वहां ठहाकों की तेज आवाज गूंजी। यह वही चेतावनी देने वाला व्यक्ति था। उसने हंसते हुए कहना शुरू किया "कहा था ना मैंने इस रास्ते से मत जाओ, अब भुगतो तुम मूर्ख इंसान, रास्ते छोटे मंजिल तक पहुंचने के लिए नहीं बल्कि मंजिल से भटकने के लिए बने होते हैं। जैसा हमारे साथ हुआ था कभी और आज इसके साथ। छोटे रास्ते मौत के रास्ते भी हो सकते हैं।"

    चेतावनी कभी भी हलके में ना ले।😈👿