ये कहानी है दो ऐसे लोगों की जो है बिल्कुल अलग एक तरफ है अव्यम सिंह शेखावत India ka no1 business man.. जिससे सब बहुत डरते है। अगर उसे गुस्सा आ जाऐ तो वह किसी की नही सुनता है। हमेशा अपने business में लगा रहता है। उसका business ही उसका सब कुछ... ये कहानी है दो ऐसे लोगों की जो है बिल्कुल अलग एक तरफ है अव्यम सिंह शेखावत India ka no1 business man.. जिससे सब बहुत डरते है। अगर उसे गुस्सा आ जाऐ तो वह किसी की नही सुनता है। हमेशा अपने business में लगा रहता है। उसका business ही उसका सब कुछ है। दुसरी तरफ हमारी प्यारी निधी शार्मा बहुत ज्यादा चुलबुली, शैतान, नटखट यह सारे शब्द तो जैसे इस के लिए ही बने हैं। मस्ती के साथ-साथ यह सब की मदद भी करती है। किसी को तकलीफ में नहीं देखा सकती। क्या होगा जब मजबूरी में इन दोनों को करनी पड़ेगी शादी?
Avyam Singh Shekhawat
Hero
Nidhi Sharma
Heroine
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Mumbai
एक घर जहां एक औरत जो लगभग 51-52 की होगी। वहा काफी देर से उसके चिल्लाने की आवाज आ रही थी।(इनका नाम है दिव्या शर्मा हमारी हीरोइन की माँ)
बेटा उठ जा नहीं college के लिए लेट हो जाएगी। उठ जा !
बोलते हुएं वह dinning table पर आ जाती है।
तभी पीछे से एक लड़की आ कर उसे गले लगा कर बोलती है।मम्मी मैं तो कब का उठ गई थी बस आपके चिल्लाने का wait कर रही थी। और इतना बोल कर हंसने😂 लगती है।
उसकी बाते सुन कर दिव्या जी गुस्सा😡 होती है। जैसे ही वह उसे डांटने के लिए उसके पास जाती है। उसका चेहरा देखकर मुस्कुरा उठती है।
आखिर वह हंसते हुए इतनी प्यारी लग रही थी कि वह क्या कोई भी अगर उसका यु मुस्कुराता चेहरा देखकर उसे डांट ही नहीं पाता। उसका वह इनोसेंट फेस देख कर मुस्कुरा उठती है, उसके पास आ कर प्यार से उसके गाल पर मार कर बोलती है हर वक्त शैतानी. "शैतान "
फिर डिनर टेबल के पास जा कर बोलती है। चल आजा चल्दी से नाश्ता कर ले नहीं तो फिर लेट हो जाएगी।
इतना बोल वह उसका नाश्ता निकाल देती है।
जिसे देख वह बोहोत खुश हो जाति है ओर दिव्या जी को गले लगा कर बोलती है।
मा.मा. Thankyou so much मेरा फैवरेट नाश्ता बनने के लिए उनके गाल पर किस कर कर बोलती है।
Thankyou Ma. I love you💞 और फिर अपने फैवरेट आलू की कचौरी खाने लगती है.
वहां क्या जादू है मम्मी आपके हाथों मे.
बोल वह लड़की Dinning table से उठ कर अपने बेडरूम में चली जाति है ओर अपना कॉलेज बैग ले कर नीचे आती है।
अपनी मम्मी के गाल 😘पर किस कर, कर ओर बाय बोल कर जल्दी से चली जाति है ओर जाते जाते अपने साथ एक कचौरी भी ले जाति है.
~
Satya Bharti International College(काल्पनिक नाम)
एक लड़का और एक लड़की खड़े हो कर किसी बारे में बात कर रहे थे.वोह दोनो अपनी बात में इतने बिजी थे की उनेह पता ही नहीं चलता की कोई आ रहा है।
तभी एक लड़की पीछे से आकर उनेह भू: करता।वह लोग डर 😨कर दो कदम पीछे हो जाते है।
लेकिन जल्द ही वह दोनों जन जाते है,की ये किस का कम है। फिर दोनो एक साथ पीछे मुड़कर चितले है निधु!
जी हा ये है हमारी प्यारी निधि जी है (तो जान लेते है इनके बारे मे.यह है हमारी कहानी की हीरोइन निधि शर्मा age 22 साल, दूध सा गोरा रंग, हल्की ब्राउन आखे, हार्ट शेप होठ💋, हाइट 5 फिट 5 इंच ,जल्द ही इसका Master's complete होने वाला है. जिसे डरया ये है इनके 2 best friends
अनुष्का इसकी भी Age 22 साल ही है.यह भी बहुत सुंदर है गोरा रंग, हल्की सिल्वर आंखें, 5 फिट 3 इंच height इनका भी master's complete होने वाला है।
दूसरे है इन दोनो के one'en only male friend
Anshuman - ये भी दिखने में कोई कम नही है। गोरा रंग, काली आंखे, 5 फिट 10 इंच Height, यह भी निधि के साथ master's कर रहा हैं।कॉलेज की कई लड़किया इनसे फ्रेंडशिप करना चाहती है.पर ये किसी को भाव नहीं देते। अब आते है अपनी स्टोरी पर वापस)
अनुष्का बोलती है निधु तू कभी नहीं सुधरेगी ना!
हमेशा हमे डराती रहती है। इतना बोल उसके पीछे भागती है।
यह इनका रोज का था इन 3 में से कोई ना कोई किसी के पीछे भागता ही रहता था।
निधि भागते हुऐ पीछे मूढ़ कर बोलती है. हा तो तुझे नहीं पता क्या निधि शर्मा हो जहा वहा आगे पीछे ध्यान देना चाहिए , नही तो ऐसा ही होता है.बोल हंसने 😄 लगाती है।
वह दोनो भाग रही थी ओर कॉलेज के सभी स्टूडेंट्स उन्हे देख रहे थे।
पकड़ी गयी! निधि को कमर से पकड़ कर अंशुमन बोलता है।
यह तो चिटिंग है निधि पैर पटक कर बोलती है।
नो बेबी जैसे तुमने हमे पीछे से आ कर डराया हमने भी तुझे पीछे से आ कर पकड़ लिया सिंपल। अंशुमान निधि की नोज पर पिंच कर के बोलता है।
चल बोहोत हो गयी मस्ती अब क्लास में चलते है नही तो क्लास मिस हो जाएगी।
इतना बोल अनुष्का निधि का हाथ पकड़कर क्लास की तरफ ले जाति है।
ऐसे ही आज सारी classes complete हो जाति है ओर तीनों एक दूसरे को बाय बोल कर अपने अपने घर के लिए निकल जाते है।
शर्मा मेंशन
निधि जिलाते हुए मैन्शन में आती है।मम्मा कहा हो आप, मम्मा!
अपने कॉलेज बैग को सोफे पर पटक कर वही बैठ जाति है। उसके बैठने पर एक सर्वेंट पानी ला कर उसे देती है।
तब तक दिव्या जी भी आ जाती है ओर सोफे पर बैठ पुछती है. आ गयी ! कैसा था आज का दिन?
बस क्या था फिर हमारी निधि जी, दिव्या जी की गोद में सर रख कर लेट जाति है ।
बताने लगती है अपनी शैतानी के बारे में अपनी मम्मी को।
कुछ देर बाद
दिव्या जी उसे बोलती है जा अब जल्दी से फ्रैश हो जा।मैं तेरे लिए कुछ खाने को बनवाती हु।
उनके बोलते ही निधि जल्दी से अपने बैड रूम की तरफ भागती है.ओर चिला कर बोलती है माँ कुछ अच्छा सा बनाना!
अपने बैड रूम में चली जाति है। फ्रैश हो कर वापस नीचे आ जाती हैं। dinning area में जाति है ओर दिन्निंग टेबल पर बैठ जाति है।ओर अपना नाश्ता करने लती है।
फिर अपने बैड रूम में जा कर रेस्ट करती है फिर अपनी स्टडी।
येसे ही दिन बीत जाता है ओर रात हो जाति है।
करीब 8 बजे शर्मा मैन्शन
शर्मा मैंशन की door Bell 🔔 बजती हैं। निधि भाग कर जाति है ओर दरवाजा खोलती है।
सामने खड़े आदमी के गले लग जाति है और बोलती है.पापा आप आ गऐ! मैं कब से आपका वेट कर रही थी।
फिर कुछ ढूंढने लगती है। उसको ऐसा करते देखा दिवाकर जी ( दिवाकर शर्मा, हमारी निधि के पापा, दिवाकर जी एक रिटायर ऑफिस है, रिटायरमेंट के बाद उन्होंने अपना छोटा सा बिजनेस स्टार्ट किया है, इनकी age 55 के आस पास होगी दिखने में फिट ) मुस्कुरने लगते है।
जब निधि को अपनी चीज़ नहीं मिलती तो वह उदास हो जाती है।
उसको देख कर दिवाकर जी समझ जाते है। अपने ड्राइवर को आवाज लगते है शामू!
उनके बोलते ही शामू काका जल्दी से एक बॉक्स 🎁ला कर निधि के हाथ में रख देते है। जिसे देख निधि खुश हो जाति है। फिर शामु काका को थैंक यू बोल कर अपने पापा का हाथ पकड़कर कर मैन्शन के अंदर आ जाति है।
वही सामने दिव्या जी खड़ी सब देख रही थी।ओर देख मुस्कुरा रही है।
उसके बाद किचन में जाति है और पानी ले कर आती है। सोफे पर बैठे दिवाकर जी को पानी दे कर वही उनके साथ बैठ जाति है।
फिर निधि की तरफ देख कर बोलती है। बस आइस क्रीम🍨 मिल गयी अब पापा से कोई मतलब नही।
ये ना की ऑफिस से आये है पानी पुछ लू या न बैठने को बोला। बस अपनी चीज़ मिल गयी तो बस खुश।
दिव्या जी की बाते सुन निधि अपने पापा के गले लग बोलती है। देखो ना पापा, माँ हमेशा डाटती रहती है।
क्या अब मैं बच्ची आइस क्रीम भी नहीं खा सकती?बोल मासूम सा फेस बना लेती है।
दिवाकर जी निधि के फोरहेड पर किस💋 कर बोलते है दिव्या तुम क्यू मेरी बची को डांटती हो।
खाने दो ना। मैं इसी के लिए तो लता हु। अब ये नहीं खायेगी तो और कौन खायेगा। हमारी एक लोती बिटिया है।
जाओ आप अपने बेड रूम में बैठ कर आराम से खाओ।इतना सुन निधि जल्दी से अपने बेड रूम में भाग जाति है।
उसके जाने के बैड दिव्या जी कहती अपने बिगड़ रखा है इसे।बोल किचन की तरफ चली जाति है। उनके जाने के बाद दिवाकर जी कुछ सोचते है फिर अपने badroom में फ्रैश होने के लिए चले जाते है।
कुछ देर बाद
Dinning table पर
सब बैठ कर डिनर कर रहे थे।
तभी दिवाकर जी निधि से पूछते है बेटा आप आगे क्या करना चाहती है?
अभी तो मैंने कुछ नहीं सोचा पापा.अभी मास्टर'स कंप्लीट हो जाये फिर सोचूंगी।इतना बोल फिर से अपना डिनर करने लगती है.।
दिवाकर जी उसे देख कुछ सोचते है।
दिव्या जी भी दिवाकर जी को देख रही थी .सब अपना अपना डिनर कर अपने कमरे में चले जाते है।
दिवाकर जी के कमरे में
आप क्या सोच रहे है? दिव्या जी ने दिवाकर जी से पूछा.
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To be Continued...
Please support me.🙏 और अगर कोई गलती हो तो मुझे कमेंट में बतायें
दिवाकर जी के कमरे में
आप क्या सोच रहे है? दिव्या जी ने दिवाकर जी से पूछा।
दिव्या जी की आवाज सुन कर दिवाकर जी अपनी सोच से बाहर आते हैं।
दिव्या जी फिर पुछती है कुछ हुआ है क्या कब से देख रही हु आप कुछ सोच रहें है। क्या बात है?
दिवाकर जी दिव्या जी से बोलते हैं। कैसे बताऊं समझ नही आ रहा। वह आज सुभाष आया था ऑफिस में।
Flashback
दिवाकर जी अपने offece में बैठ कर अपना काम कर रहे थे की इतने में उनका door nock होता है। दिवाकर जी अपनी सख्त आवाज में बोलते है come in उनके come in बोलते ही उनकी उम्र के आस पास का एक आदमी अंदर आता है। उसे देख दिवाकर जी खुश हो जाते है। और जल्दी से उसके गले लग कर बोलते है आज इतने वक्त बाद आए।
आओ बैठो। बोला कर उन्हें एक chair पर बैठा देते है। बोलो क्या लोगे सुभाष? ( यह है सुभाष सिंह शेखावत दिवाकर जी के college के best friend वैसे तो यह दोनों college friends है पर इनकी दोस्ती देख कोई कहेगा यह बचपन के दोस्त है। कुछ सालो में ही इन लोगो की दोस्ती इतनी गहरी हो गई जो आज तक कायम है। इनकी उम्र भी 55 के आस पास है। दिखने में फिट। )
दिवाकर जी का सवाल सुन कर सुभाष जी बोलते है मुझे कुछ नहीं चाहिए मैं तो तुझे यहा अपनी marriage anniversary के लिए invet करने के लिए आया हु। तु भूल गया क्या मेरी और माधुरी की शादी को 28 साल हो गए है।बस उसी की पार्टी। तो तुझे और दिव्या को invet करने के लिऐ आया हु।
सुभाष जी की बात सुन दिवाकर जी खुश😃 हो कर बोलते है। मुझे याद है तेरी और माधुरी के marriage anniversary है। मैंने और दिव्या ने तेरे और माधुरी के लिए गिफ्ट 🎁भी ले लिए है। तु फिकर मत कर हम आ जाएंगे। और साथ में तेरी चहेती निधि को भी ले आयेंगे।
दिवाकर जी की बात सुन सुभाष जी बोलते है वह तो है पर मुझे तुझ से कुछ और भी बात करनी थी। पर कैसे करू समझ नही आ रहा है।
बोल क्या बात करनी है। मुझ से बात करने के लिए कब से तुझे सोचना पड़ गया। बोल क्या बोलना है। इतना बोल दिवाकर जी दोनो के लिऐ कॉफी☕ मांगा लेते है।
हा वह तो ठीक है। वह तुझे पता है कल अव्यम भी आ रहा है। और मैं सोच रहा हु अब बिजनेस से पूरी तरह से रित्यमेंट ले लू। अव्यम वैसे भी सब कुछ संभालता ही है। अब ऑफ़ेकली सब उसे ही दे दू।
मैं यह भी सोच रहा था। की अव्यम भी इस साल 27 का हो जायेगा। तो उसकी भी शादी करा दू। बोल सुभाष जी चुप हो जाते है।
सुभाष जी की बात सुन दिवाकर जी खुश हो जाते है और बोलते है। यह तो बहुत अच्छी बता है। तो किसे पसंद किया तुमने अव्यम के लिए। मैं तो कहूंगा एक बार अव्यम से पुछ लो कही उसने तुम्हारी बहु ढूंढ न रखी हो। बोल हसने लगते है।
दिवाकर जी की बात सुन सुभाष जी बोलते है नही ऐसा कुछ नहीं है। उसे अपने बिजनेस से फुर्सत मिले तब न वह कोई ढूंढेगा। मैंने पता किया है उसके बारे में कोई नहीं है। वैसे भी मैंने अपनी बहु चुन ली है। बस उसके हा की देरी है।
दिवाकर जी पूछते है कोन है जो तुम्हारे गुसेल बेटे की बीवी बनेगी? बोल हसने लगते है।
तभी अचानक से सुभाष जी बोलते है। वही जिसे मैंने हमेशा से अपनी बहु बनाने का सपना देखा है। वह है मेरी प्यारी निधि।
सुभाष जी की बात सुन दिवाकर जी की हसी बंद हो जाती है। वह गंभीर हो कर बोलते है। तुम्हे पता है ना सुभाष क्या बोल रहे हो तुम। तुम्हारे कहने का मतलब है की तुम मेरी बेटी निधि की शादी अपने बेटे अव्यम से करना चाहते हो। तुम्हे पता है न यह दोनो ही एक दूसरे से बिल्कुल अलग है। कहा अव्यम और कहा निधि। नही ! मैं इस रिश्ते की लिए हा नही कर सकता। बोल अपनी chair से उठ खड़े होते है।
दिवाकर, दिवाकर एक बार मेरी बात तो सुनो। तुम बिना मेरी पूरी बात सुने ऐसे कैसे बोल सकते हो। एक बार सोचो तो सही। मेरी बात समझने की कोशिश करो। देखो मैं जानता हु। की अव्यम और निधि दोनो बोहत अलग है पर एक बार सोचो तो सही। हां मैं यह भी मानता हु अव्यम को गुस्सा ज्यादा आता है। पर तुम भी जानते हो उसे गुस्सा बेशक ज्यादा आता हो पर वह गुस्से में कभी किसी को हर्ट नही करता है। और मुझे पूरा भरोस हैं। वह निधि को बहुत खुश रखेगा। उसे बहुत प्यार भी करेगा। एक बार सोच कर देखो। सुभाष जी दिवाकर जी को चेयर पर बैठा कर कहते है।
मैं तुम्हारी बात समझ रहा हु सुभाष। और मैं यह नहीं कहता की अव्यम में कोई कमी नही है। बेशक जिससे उसकी शादी हो गी वह खुशकिस्मत होगी। पर निधि ,निधि वह नही हो सकती। तुम्हे पता है ना अव्यम को हर चीज parfect पसंद है। पर निधि वह ऐसी नही है। तुम्हे पता है वह कितनी चंचल है। उसके दिमाग में हर वक्त कोई न कोई शैतानी या मस्ती चलती ही रहती है। वह अव्यम के साथ नही रह पाएगी। तुम बात को समझो सुभाष। बोल दिवाकर जी सुभाष जी की तरफ देखते है।
दिवाकर जी की बात सुन सुभाष जी कहते है मैं सब समझ रहा हु दिवाकर। समझ तुम नही रहे हो। यही तो वजह है की मैंने निधि को चुना है। तुम भी जानते हो मैने कभी भी निधि को अपनी बेटी से कम नही समझा। हमेशा उसे अपनी बेटी माना है और अब मैं उसे अपनी बहु बनना चाहता हु। और मैं यह भी जानता हु की दोनो कैसे है इसलिए तो मैंने दोनो को चुना है एक दूसरे के लिए। तुम भी जानते हो चाहे दोनो कितने भी अलग क्यों न हो।एक दूसरे को अच्छे से संभाल सकते है। इस बात से तुम झुठला नहीं सकते। और वैसे भी तुम भूल रहे हो। मैं अपनी निधि बेटी के जन्म के time ही बोल दिया था की यह बड़ी हो कर मेरी बहु बनेगी। मेरे अव्यम की पत्नी। तुम्हें और दिव्या ने हा भी कहा था। याद करो वह दिन। बोल उन्हे देखते है।.
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सुभाष जी की बात सुन दिवाकर जी सोचने लग जाते है।
जब निधि हुई थी तो सुभाष जी कितने खुश थे। सुभाष जी ने पुरे hospital मे मिठाई बटवाई थी। वह बहुत खुश थे जैसे दिवाकर जी की न उनकी बेटी हुई हो। जब उन्होंने पहली बार निधि को गोद में लिया तो बहुत खुश हुए। निधि का नाम भी सुभाष जी ने ही रखा था। ओर बोलने लगे की बड़ी हो कर यह मेरी बहु बनेगी। उनकी बात सुन कर। दिवाकर जी निधि को अपनी गोद में कर बोलते है अभी तो यह हुई है। तू अभी से इसकी शादी के बारे में सोचने लगा। बोल हसने लगते है।
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To Be Continued...
सुभाष जी की बात सुन दिवाकर जी सोचने लग जाते है।
जब निधि हुई थी तो सुभाष जी कितने खुश थे। सुभाष जी ने पुरे hospital मे मिठाई बटवाई थी। वह बहुत खुश थे जैसे दिवाकर जी की न उनकी बेटी हुई हो। जब उन्होंने पहली बार निधि को गोद में लिया तो बहुत खुश हुए। निधि का नाम भी सुभाष जी ने ही रखा था। ओर बोलने लगे की बड़ी हो कर यह मेरी बहु बनेगी। उनकी बात सुन कर। दिवाकर जी निधि को अपनी गोद में कर बोलते है अभी तो यह हुई है। तू अभी से इसकी शादी के बारे में सोचने लगा। बोल हसने लगते है।
हा तो। मैं कोन सा केह रहा हु । अभी कर दे भी भी तो इसके बड़े होने के बाद का ही बोल रहा हु। जब यह बड़ी हो जाएगी तो मेरे अव्यम की पत्नी बनेगी। Mrs Nidhi Avyam Singh Shekhavat. और तू मना नही कर सकता। इतना बोल निधि को वापस अपनी गोद में ले लेते हैं और खिलने लगते है।
दिवाकर ज्यादा मत सोचो। हा कर दो। सुभाष जी बोलते है।
सुभाष जी की आवाज़ सुन दिवाकर जी अपनी सोच से बाहर आते है।
ठीक है सुभाष मैं तुम्हारी बात मानने को तैयार हु। पर हमे एक बार अव्यम से बात कर लेनी चाहिए। तुम समझ रहे हो ना मैं क्या कहना चाहता हु।
तुम उसकी फिकर मत करो। अव्यम से मैं बात कर लूंगा तुम बस अपना बताओ। तुम तैयार हो ना इस रिश्ते के लिऐ? बाकी का मुझ पर छोड़ दो। सुभाष जी दिवाकर जी से पूछते है।
हा मैं तैयार हु। पर एक बार दिव्या से बात करना चाहता हु और निधि से भी तो बात करनी होगी। दिवाकर जी बोलते है।
दिवाकर जी की बात सुन सुभाष जी खुश हो जाते है। जल्दी से दिवाकर जी को गले लगा कर बोलते है। हा तो कर ले न बात मैं कोन सा माना कर कर हा हु। मुझे पता है दिव्या हा ही बोलेगी। ओर रही बात मेरी निधि बेटी की। तो वह तो है ही इतनी प्यारी है वह तो मान ही जायेगी। आज मैं बहुत खुश हु। तु मुझे मेरी anniversary तक मुझे बता देना। फिर खुश हो कर बोलते है । मैं क्या सोच रहा था की क्यू ना मैं अपनी marriage anniversary की party मे क्यू ना इन दोनो की शादी की अनॉन्समेंट कर दु। क्या बोलता है? बोल उत्सुकता से दिवाकर जी के तरफ देखते है।
उनको इतना खुश देख दिवाकर जी भी खुश हो जाते है।ठीक है मैं दिव्या से बात कर के तुझे बता दूंगा। ओर निधि को भी शादी के लिए मना कर तुझे बता दूंगा।
ठीक है। पर तू न थोड़ा जल्दी करना। तुझे पता है ना मैं ज्यादा wait नही कर पाऊंगा। सुभाष जी बोलते है।
सुभाष तुझे देख कर कोन बोलेगा तु अपने बेटे की शादी के लिऐ इतना खुश है। तेरी खुशी देख कर कही कोई यह न सोच ले की शादी तेरे बेटे ना तेरी हो रही है। बोल दिवाकर जी हसने लगते है।
दिवाकर जी की बात सुन सुभाष जी कहते है हा तो मैं तो खुश हु। बहुत खुश हु सिर्फ़ इसलिए नहीं की मेरे बेटे की शादी है। बल्कि इस लिए की अब मेरी बेटे हमेशा के लिए मेरे घर आ जाएगी। अब मैं चलता हु। वैसे भी पार्टी की बहुत तैयारी करनी है अब तो शादी की अनॉसमेंट भी करनी है। बोल दिवाकर जी के गले मिला कर office से निकल जाते है।
Present
दिवाकर जी की बात सुन कर दिव्या जी बोलती है। अचानक से सुभाष जी शादी बात। और आप का क्या सोचना है इस बारे में?
देखो दिव्या निधि की शादी करनी तो है ही। और तुम भी जानती तो सुभाष शुरू से ही निधि को कितना मानता है। उसने तो उसके जन्म के time ही बोल दिया था। की वह निधि को अपनी बहु बनाएगा। वह हमारी बेटी को कोई तकलीफ नहीं होने देगा। वह उसका खयाल रखेगा और वह सब उसे कितना मानते है चाहे वह सुभाष हो या माधुरी या उनकी famliy।
दिवाकर जी की बात सुन दिव्या जी कहती है वह तो ठीक। मैं भी जानती हु वह हमारी बेटी को वैसे ही खयाल रखेंगे जैसे हम रखते है। उसे वह प्यार भी बहुत मिलेगा पर। अव्यम वह कैसा है आप तो जानते है ना। बचपन से ही वह बहुत ही शांत स्वभाव का है। ओर हमारी निधि उसके बिल्कुल उल्टी है। येसे में दोनो कैसे। आप समझ रहे है ना !
हा दिव्या मैं समझ रहा हु तूम्हारी चिंता को। मैरी भी यही चिंता थी। पर हम इस बात को भी नही झुठला सकते की हमे हमारी निधि के लिए अव्यम से अच्छा जीवन नही मिल सकता। वह हर तरफ से parfect है। ओर रही बात दोनो को अलग स्वभाव की तो वह दोनो वक्त से साथ एक दूसरे को समझ ही जायेंगे। हम अव्यम को बचपन से जानते है वह कैसे है वह निधि को खुश रखेगा। इतनी सी उम्र में उसने business world मे अपना एक अलग हु मुकाम हासिल किया है। लोग उसे business का king कहते है। मेरी तरफ से तो इस रिश्ते के लिए हा है। तुम बताओ तुम क्या चहती हो? दिवाकर जी दिव्या जी से पूछते है।
हा मैं भी जानती हु आप सही कह रहे है। मुझे भी इस रिश्ते से कोई problem नही है। मेरी भी जा है। दिव्या भी खुश हो कर बोलती है। मैं और आप तो तैयार हो गए पर आपकी लाडली को कोन मान्येगा?
तुम उसकी फिकर मत करो मैं उससे बात कर लूंगा। कल संडे है ना तो मैं कल ही उससे बात करेंगे। ठीक है! दिवाकर जी दिव्या जी से कहते है। चलो अभी सो जाते है कल सुबह निधि से भी बात करनी है।
~
अगली सुबह
Sharma mention
दिवाकर जी सोफे पर बैठकर news paper पढ़ रहे साथ ही अपनी चाय भी पी रहे थे। उनके साथ में दिव्या जी भी बैठी थी। दोनो अपनी अपनी चाय का मजा ले रहे थे। की दिवाकर जी दिव्या जी से पूछते है निधि उठ गई?
आपको लगता है संडे को दिन आपकी बेटी इतनी जल्दी उठेगी। सो रही है अभी तक अब जा कर उठाऊंगी उसे। तब उठेगी एसे नही उठेगी। बोल दिव्या जी सीढियों की तरफ देख कर बोलती है।
कोई बात नही सोने दो, वैसे भी आज संडे है तो उसे college थोड़ी जाना है जो जल्दी उठेगी। सोने दो। बोल दिवाकर जी वापस अपना अखबार पढ़ने लगते है।
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To Be Continued...
अगली सुबह
Sharma mention
दिवाकर जी सोफे पर बैठकर news paper पढ़ रहे साथ ही अपनी चाय भी पी रहे थे। उनके साथ में दिव्या जी भी बैठी थी। दोनो अपनी अपनी चाय का मजा ले रहे थे। की दिवाकर जी दिव्या जी से पूछते है निधि उठ गई?
आपको लगता है संडे को दिन आपकी बेटी इतनी जल्दी उठेगी। सो रही है अभी तक अब जा कर उठाऊंगी उसे। तब उठेगी एसे नही उठेगी। बोल दिव्या जी सीढियों की तरफ देख कर बोलती है।
कोई बात नही सोने दो, वैसे भी आज संडे है तो उसे college थोड़ी जाना है जो जल्दी उठेगी। सोने दो। बोल दिवाकर जी वापस अपना अखबार पढ़ने लगते है।
उनकी बात सुन दिव्या जी कहती है यह ये हाल है इसके तो सोचिए ससुराल में क्या करेगी। एक अव्यम है जो सुबह 4 बजे उठाता है और एक यह है। सच बोलूं ना तो मैं सोच रही हु बिचारा अव्याम कैसे संभले गा इसे। बोल अपना सिर हिलती है और kitchen मे चली जाती है।
कुछ देर बाद
Dinning table पर
दिवाकर जी नाश्ता कर रहे थे की तभी पीछे से आ कर कोई उन्हे गले लगा लेता है।
उठ गया मेरा बच्चा! बोल निधि के फॉरहेड पर किस कर लेते है। आ जाओ nasta कर लो।
Good morning पापा बोल वह भी दिवाकर जी के गल पर किस कर लेती है। और बैठ कर नाश्ता करने लगती है।
आज आप घर पर हो ना बच्चा? मुझे आपसे कुछ बात करनी है। दिवाकर जी निधि से पूछते है।
हा पापा मैं आज सारा दिन घर पर ही हु। वैसे आपको क्या बात करनी है। निधि बोलती है।
तभी दिव्या जी बीच में बोलती है अभी nasta कर लो हम बाद में बात करेंगे। सब अपना अपना nasta करने लगते है।
Hall में
निधि बेटा क्या हम आपसे कुछ कहेंगे तो क्या आप हमारी बात मानेगी? दिवाकर जी निधि से पूछते है।
पापा मैंने अपनी कभी कोई बात टाली है क्या। आप बोलिए न अपको क्या बोलना है। बोल निधि दिवाकर जी के गले लग जाती है।
अगले साल आपका masters complete हो जायेगा। ओर आप भी 23 की हो जाएंगी। हम सोच रहे थे की आपकी शादी करा दे। बोल दिवाकर जी निधि की तरफ देखते है।
क्या! नही पापा इतनी भी जल्दी क्या है अपको मुझे खुद से दूर करने की। अभी तो मेरी पढ़ाई भी पूरी नहीं हुई है। नही मैं इतनी जल्दी शादी नही करेंगी। बोल निधि दिवाकर और दिव्या जी की तरफ देखती है।
नही बेटा ऐसा कुछ नही है। हम आपको खुद से दूर नहीं करना चाहते बेटा हम तो बस आपकी शादी करना चाहते है। आप एक बार हमारी पूरी बात सुनो तो। अपको पता है आपके लिए कोन रिश्ता ले कर आया था। और किस का रिश्ता आया है आपके लिए? बोल दिव्या भी निधि की तरफ देखती है।
कोन लाया है रिश्ता? निधि पुछती है।
यह रिश्ता आपके फैवरेट अंकल ले है। वह भी अपने बेटे अव्यम का। दिवाकर जी बोलते है।
क्या? निधि सॉक्ड हो कर बोलती है।
निधि के गल पर हाथ रख दिवाकर जी बोलते है देखो बेटा आप हमारी बात समझने की कोशिश करो। अव्यम अच्छा लड़का है एक बार आप सोचे तो। इस शादी के बारे में। हमे पूरा भरोस है। अव्यम आपको खुश रखेगा। प्लीज बेटा आप मन जाओ।
देखो निधि अगर तुम किसी और को पसंद करती हो तो हमे बता सकती हो। या कोई और बात है तो वह भी बता सकती हो बेटा। आप हमसे शेयर करो आप क्या सोच रहे हो। तुम्हारी मर्जी के बिना हम कोई फैसला नहीं लेंगे। दिव्या जी बोलती है।
दिव्या जी की बात सुन दिवाकर जी भी बोलते है हा बेटा अगर कोई और है तो आप हमे बता सकती है।
नही मम्मा पापा ऐसा कुछ नही है मेरी लाइफ मैं कोई नही है। मैं तो बस बोल निधि चुप हो जाती है।
सब बात कर ही रहे होते है की घर की दूर bell 🔔 बजती है। दिव्या जी जा कर डोर खोलती है। सामने खड़े कपल को देख सॉकड हो जाती है। आप?
इतने में वह कपल खुद ही अंदर आ जाता है। ओर बोलते है इतना क्यू सॉकड हो रही हो दिव्या जैसे हम पहली बार यह आये हो! बोल दोनो खुद ही अंदर आ जाते है।
उन लोगो को देख निधि जल्दी से उनके पास जाती है और गले लग जाती है। आप लोग कितने दिनों बाद आए जाइए मैं आपसे नाराज हु। बोल अपना मुंह फूला लेती है।
उसको ऐसे देख वह औरत उसके गाल पर है रख बोलती है सॉरी बेटा अगली बार से ऐसा नहीं होगा।
चलो माधुरी- सुभाष जी सब बैठ कर बात करते है। दिव्या जी बोलती है। (अब जान लेते है माधुरी जी के बारे में यह है Mrs माधुरी सिंह शेखावत age भी 51 के आस पास है सुंदर चेहरा यह अव्यम की मां है और एक इंपोटेंट बात दिवाकर और सुभाष जी की तरह दिव्या और माधुरी भी friends hai )
सब वही हॉल में बैठ जाते है। बैठते ही सुभाष जी पूछते है तुम लोगो ने निधि से बात की?
सुभास जी का सवाल सुन दिवाकर जी कहते है तु खुद ही बात कर ले।
हा ठीक है मैं खुद अपनी बेटी से पूछा लूंगा। बोल निधि को अपने पास बोलते है। निधि बेटा हमारे पास आओ। देखो बेटा मुझे नहीं पता तुम्हारे मां बाप ने तुम से क्या बात की है पर मैं तुम से सीधा पूछता हु तुम क्या मेरे बेटे से शादी करोगी। मैं वादा करता हु तुम्हें अपनी बेटी बना कर रखूंगा। बोल उसके सर पर हाथ रखते है।
हा बेटा आप तो हमारे लिए हमारी बेटी जैसी ही है। आप तो जानती है हमे आपको बचपन से आपको अपनी बेटी माना है। बस अब हम officaliy आपको अपनी famliy का मेम्बर बनना चाहते है। बाकी आप तो हमारी बेटी है ही।बोलो बेटा आप करोगे ना हमारे बेटे से शादी। माधुरी जी बोलती है।
निधि को अब भी कुछ न बोलते देख। सब एक दूसरे को देखते है।
निधि के गल पर हाथ रख माधुरी जी बोलती है। कोई बात नही बेटा अगर आप यह शादी नही करना चाहती। तो कोई बात नही हम आपको फ़ोर्स नही करेंगे हमारे लिए आपकी मर्जी सब से ऊपर है। आप हमारी बेटी हमें रहेंगी। बोल माधुरी जी निधि के फॉरहेड पर किस करती है।
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To Be Continued...
हा बेटा आप तो हमारे लिए हमारी बेटी जैसी ही है। आप तो जानती है हमे आपको बचपन से आपको अपनी बेटी माना है। बस अब हम officaliy आपको अपनी famliy का मेम्बर बनना चाहते है। बाकी आप तो हमारी बेटी है ही।बोलो बेटा आप करोगे ना हमारे बेटे से शादी। माधुरी जी बोलती है।
निधि को अब भी कुछ न बोलते देख। सब एक दूसरे को देखते है।
निधि के गल पर हाथ रख माधुरी जी बोलती है। कोई बात नही बेटा अगर आप यह शादी नही करना चाहती। तो कोई बात नही हम आपको फ़ोर्स नही करेंगे हमारे लिए आपकी मर्जी सब से ऊपर है। आप हमारी बेटी हमें रहेंगी। बोल माधुरी जी निधि के फॉरहेड पर किस करती है।
अचनाक से निधि बोलती है। मैंने ऐसा कब बोला की मैं यह शादी नही करना चाहती। मैं तो कभी अव्यम जी से मिली ही नहीं ना जानती हु तो बस। इतना बोल निधि चुप हो जाती है।
बस इतनी से बात आप 2 दिन बाद मिल लेना। 2 दिन बाद अव्यम आ रहा है और बोलो क्या problem है?सुभाष जी बोलते है।
नही और कोई बात नही है। निधि बोलती है।
तो फिर आपको इस शादी से कोई problem तो नही है ना बेटा। माधुरी और दिव्या जी एक साथ पुछती है। ओर बोल एक दूसरे को देख हंसने लगती है।
नही। पर एक बात और मैं न शादी के बाद कोई काम वाम नही करेंगी। आपको पता हैं न आंटी मेरे से नही होता काम। कही आप भी तो मम्मा की तरह मुझे काम तो नही सिखा ओगेना? निधि माधुरी जी से पूछते है।
नही बेटा आप क्यू कोई काम करोगे। वह और लोग है ना मैं तो मेरी बेटी को राजकुमारी बना कर रखूंगा। ठीक है। माधुरी जी बोलती है।
तो फिर यह शादी फिक्स ना! सुभाष जी पूछते है।
हा फिक्स। बोल दिवाकर जी सुभाष जी को गले लगा लेते है। दिव्या जी sarvent को मिठाई लाने को बोलती है और सब का मुंह मीठा करती है।
ऐसे शाम हो जाती है और सुभाष जी और माधुरी जी अपने घर के लिए निकल जाते है। जाते हुए दिवाकर जी सुभाष जी से पूछते है तुमने अव्यम से बात की?.
दिवाकर जी की बात सुन कर सुभाष जी बोलते है तुम उसकी फिकर मत करो वह मन जायेगा। तुम तो बस अब शादी की तैयारी करो बस बाकी सब मुझ पर छोड़ दो। बोल कर दोनो अपने घर को चले जाते है।
आ कर दिवाकर और दिव्या दोनो ही निधि से पूछते है बेटा तुम सच में खुश तो हो ना इस रिश्ते से?
उन दोनो की सवाल सुन निधि बोलती है जिस में आप लोग खुश उस में मैं खुश वैसे भी अंकल आंटी मुझे बहुत प्यार करते है। मुझे कोई problem नही है।
ऐसे ही रात हो जाती है और सब dinner कर अपने अपने कमरे में चले जाते है।
2 दिन बाद
Mumbui international airport
प्राइवेट एरिया में। एक प्राइवेट जेट लेंड होता है। उसके लेंड होते ही उसमें से एक आदमी बाहर की तरफ आता है ( 6 फीट 1 इंच हाइट, गोरा रंग, चेहरे पर कोई भाव नहीं, चौड़ी छाती, दिखने में किसी मॉडल को भी फेल कर दे, और उसकी वह गहरी काली आंखें, कोई उन्हें एक बार देख ले तो, उसकी रातों की नींद उड़ जाए। यह है हमारी कहानी के हीरो अव्यम सिंह शेखावत )
अव्यम जल्दी से एयरपोट से निकल कर बाहर आता है तो वह पहले से ही उसकी ब्लैक कार🚘 खड़ी थी। उसके आते ही उसका बॉडीगार्ड जल्दी से डोर खोलता है और अव्यम जल्दी से कार में बैठ जाता है। उसकी गाड़ियों 🚘का काफिला निकल जाता है। अव्यम की कार बीच में थी उसके आगे पीछे 2-2 कार 🚘चल रही थी। जिस में उसके बॉडीगार्ड थे। थोड़ी ही देर में उसका काफिला अपनी मंजिल पर पहुंच जाता है।
Shekhavt mention
जैसे ही अव्यम की कार मैंशन🏘️ के आगे आ कर रुकती है। अव्यम जल्दी से बाहर आता है ओर मैंशन की तरफ बढ़ जाता है।
वह जैसे ही मैंशन के अंदर जाने को होता है उसे माधुरी जी वही रोक देती है वही रुको। बोल आरती की थाली ले कर आती है और उसकी आरती करती है।
उनको आरती करते देख अव्यम अपनी सख्त आवाज में बोलता है mom यह क्या है। आपको पता हैं न मुझे नहीं पसंद यह सब।
मुझे फर्क नही पढ़ता इतने सालो बाद आया है अब क्या मैं अपने बेटे की आरती भी उतारू। तु खड़ रह। बोल माधुरी जी अव्यम की आरती करती है। और घर में लाती है।
घर में आते ही अव्यम अपनी मां के फोरहेड पर किस कर बोलता है Happy marriage anniversary mom । माधुरी जी को wish कर अपने बैडरूम की तरफ जा ही रहा होता है। की सुभाष जी की आवाज आती है अव्यम हमे अपने कुछ बात करनी है। हमारे study room मे आओ। बोल आपने study room की तरफ चले जाते है।
उनके जाते ही अव्यम एक नजर माधुरी जी के तरफ देखता है। फिर वह भी study room की तरफ चला जाता है।
Study room में
सुभाष जी अपनी चेयर पर बैठे हुए थे और अव्यम उनके सामने सोफे पर।
बोलिए क्या बात करनी थी आपको जो आपसे कुछ वक्त का सब्र भी नही हुआ। अव्यम अपनी सख्त आवाज में बोलता है।
अव्यम की बात सुन सुभाष जी चीड़ जाते है। तमीज से बात करो मैं तुम्हारा बाप हु। यह क्या तरीका है अपने बाप से बात करने का और हा आज तुम्हारी mom के साथ मेरी भी marriage anniversary है। मुझे भी wish कर दो। बोल अव्यम को घूरते है।
आपको जो बोलना है। जल्दी बोले मेरे पास ज्यादा time नही है। और रही बात मेरे तरीके की तो आप भी अच्छे से जानते है मैं ऐसे ही बात करता हु। आपको बात करनी है तो करे नही तो मैं चला। बोल अव्यम उठने लगता है।
उसको उठाता देख सुभाष जी जल्दी से कहते है। हा हा ठीक है बैठो। बोल अव्यम को फिर से सोफे पर बैठा कर बोलते है। देखो तुम जानते ही हो आज की पार्टी में मैं तुम्हें अपना सारा बिजनेस officialy शोपने वाला हु। पर मैं यह तब करेगा जब तुम मेरी शर्त मानोगे। बोल सुभाष जी अव्यम की तरफ देखते है।
आप मेरे साथ डील करना चाहते है। अव्यम अपनी सख्त आवाज़ मैं एक आईब्रो🤨 उठा कर पूछता है।
तुम्हे जो समझना है तुम समझ सकते हो। मुझे कोई problem नही है। अगर तुम्हे यह business पुरी तरह से चाहिए तो मेरी बात माननी होगी। बोलो मानोगे मेरी शर्त? सुभाष जी अव्यम से पूछते है।
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उसको उठाता देख सुभाष जी जल्दी से कहते है। हा हा ठीक है बैठो। बोल अव्यम को फिर से सोफे पर बैठा कर बोलते है। देखो तुम जानते ही हो आज की पार्टी में मैं तुम्हें अपना सारा बिजनेस officialy शोपने वाला हु। पर मैं यह तब करेगा जब तुम मेरी शर्त मानोगे। बोल सुभाष जी अव्यम की तरफ देखते है।
आप मेरे साथ डील करना चाहते है। अव्यम अपनी सख्त आवाज़ मैं एक आईब्रो🤨 उठा कर पूछता है।
तुम्हे जो समझना है तुम समझ सकते हो। मुझे कोई problem नही है। अगर तुम्हे यह business पुरी तरह से चाहिए तो मेरी बात माननी होगी। बोलो मानोगे मेरी शर्त? सुभाष जी अव्यम से पूछते है।
वह तो आपकी शर्त पर डिपेंड करता है की वह क्या है। क्या है आपकी शर्त? अव्यम सुभाष जी से पूछता है।
इतने में study room का दरवाजा खुलता है और माधुरी जी एक ट्रे ले कर आती है। एक कप अव्यम को देती है एक सुभाष जी को और एक खुद ले कर बैठ जाती है।
क्या है आपकी शर्त? अव्यम फिर से पूछता है।
ज्यादा कुछ नही बस तुम्हे हमारी पसंद की लड़की से शादी करनी होगी। सुभाष जी बड़े शांत भाव से बोलते है।
ओर आपको ऐसा क्यू लगता है की मैं यह शर्त मानुगा। मैं कोई शादी वादी नही करने वाला यह खयाल आप अपने दिमाग से निकल दे। बोल अव्यम फिर से जाने को होता है की माधुरी जी उसे रोक लेती है।
अव्यम एक बार उससे मिल तो लो निधि बहुत प्यारी बच्ची है। मैं पूरे विश्वास से कह सकती हु की तुम उसे मना नहीं कर पाओगे। बस एक बार मिल लो बेटा अपनी मां के खातिर। बस एक बार। माधुरी जी अव्यम से बोलती है।
हमे तुम्हारी हा या ना की जरूरत नहीं है हमने यह रिश्ता फिक्स कर दिया है। आज शाम की पार्टी में शर्मा फैमिली आ रही है। तो तुम निधि और सब से मिल लेना।वैसे भी आज शाम की पार्टी में हम सब को बता भी देंगे की तुम्हारी शादी निधि शर्मा से होगी।सुभाष जी अपनी सख्त आवाज़ में बोलते है।
सुभाष जी की बात सुन अव्यम study room से चला जाता है।
यह मान तो जायेगा ना शादी के लिए। माधुरी जी सुभाष जी से पूछती है।
तुम उसकी फिकर मत करो। बोल सुभाष जी भी study room से चले जाते है।
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सब के जाने के बाद माधुरी जी भी हॉल में आती है। की तभी डोर बेल बजती है। एक नौकर जा कर दरवाजा खोलता है। उसके दरवाजा बोलते ही एक 19 साल की एक लड़की आती है और माधुरी जी के गले लग कर बोलती है। happy marriage anniversary बडी मां। उसके बाद एक कपल घर में आता है। वह दोनो आते ही माधुरी जी के पैर छूते है। और उन्हे wish करते है।
माधुरी जी दोनो को खुश रहो का आशीर्वाद देती है।शिकयती लहजे में बोलती है अब आ रहे हो तुम सब।
सुरेश जी बोलते है अरे क्या करे भाभी काम की वजह से पहले नही आ पाए। ( यह है सुरेश सिंह शेखावत सुभाष जी के छोटे भाई , उम्र 52 के आस पास होगी इनकी। दिखने में यह काफी हद तक सुभाष जी जैसे दिखते है। यह सुभाष जी के अमेरिका का business संभालते है )
देखिए दीदी आप मुझ से नाराज नहीं हो सकती। मैंने तो कहा था की मुझे जाने दे यह पर यही कह रहे थे सभी साथ ही चलेंगे। अब आप ही बताओ इसमें मेरी क्या गलती? लता जी माधुरी जी से कहती है। ( यह है सुरेश जी की पत्नी लता सिंह शेखावत , उम्र 48 साल होगी। यह माधुरी जी को बिलकुल अपनी बड़ी बहन की तरह मानती है। यह दोनो देवरानी जेठानी कम बहने ज्यादा लगती है और यह अव्यम को भी बहुत मानती है। इनके अपने भी दो बच्चे है। एक लड़का और एक लड़की )
वही तो बड़ी मां मैं तो जाना भी नही चाहती थी। आपने मुझे भेजा। देखिए अब पापा ने आने में कितना टाइम लगा दिया। यह बात आरोही ने शिकयति लहजे में बोली थी माधुरी जी से। जैसे उसे जबरदस्ती भेजा गया हो। बोल सुरेश जी को देखती है। ( यह है आरोही , सुरेश और लता जी के बेटी। वैसे यह शेखावत फैमिली की भी एक लोती बेटी है। इसलिए सब की लाडली भी है। यह 20 साल की है। अभी यह कॉलेज जाती है। दिखें में बहुत cute है, गोरा रंग, नीली आखें, कमर तक के हल्के घुंगले बाल, 5 फिट 3 इंच हाइट, पतले होठ कुल मिला कर बिल्कुल पारी जैसी है )
दोनो मां बेटी के इल्जाम सुन कर सुरेश जी बोलते है। हा बाबा हा मेरी ही गलती है जो मैं आप दोनो मां बेटी को अपने साथ ले कर गया। आगे से में अकेले ही business trip पर जाऊंगा। ठीक है।
हा तो। वैसे भी तो मैं आपके साथ इतने साल अमेरिका में रही हु ना । अब मैं अपना घर छोड़ कर कही नही जाने वाली आपके साथ। इतने साल को मैं बस अपने अव्यम की वजह से आपके साथ अमेरिका में रह रही थी। अब तो वह भी यह रहने वाला है तो अब मैं कही नही जाऊंगी। आपको जहा जाना है आप जा सके है। मैं तो अब कही नही जाऊंगी। बोल लाता जी किचेन की ओर चली जाती है।
उनको किचेन में जाते देख माधुरी जी बोलती है। तुम किचेन में कहा जा रही हो। तोड़ी देर आराम कर लो। अभी तो आई हो सफर कर के।
मुझे आराम की जरूरत नहीं है। अब मैं आ गई हु ना। तो आप जा कर आराम करे। मैं रात की पार्टी की तैयारी देख लूंगी। बोल रात की पार्टी की तैयारी करने लगती है।
आरू बेटा जाओ जा कर फ्रेश हो जाओ। मैं तुम्हारे लिए कुछ खाने को भेजवाती हु। बोल माधुरी जी भी किचेन में चली जाती है।
किचेन में
माधुरी जी को किचेन में देख लाता जी बोलती है। आप भी आ गई दीदी मैं कर लेती ना। आप आराम करे। मैं हु ना।
अरे मैं ठीक हु मै क्या कोई बीमार ही जो तुम मुझे बार बार आराम करने के लिए बोल रही हो। बोल माधुरी जी खुद आरोही के लिए खाना बनाने लगती है।
अच्छा दीदी अव्यम ने शादी के लिए हा कर दी ना। वह शादी ले मान तो गया न। लता जी माधुरी जी से पूछती है।
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किचेन में
माधुरी जी को किचेन में देख लाता जी बोलती है। आप भी आ गई दीदी मैं कर लेती ना। आप आराम करे। मैं हु ना।
अरे मैं ठीक हु मै क्या कोई बीमार ही जो तुम मुझे बार बार आराम करने के लिए बोल रही हो। बोल माधुरी जी खुद आरोही के लिए खाना बनाने लगती है।
अच्छा दीदी अव्यम ने शादी के लिए हा कर दी ना। वह शादी ले मान तो गया न। लता जी माधुरी जी से पूछती है।
पता नही लता। तुम तो जानती हो ना वह कब क्या सोचता है किसी को समझ नही आता। मैंने उसे निधि से एक बार मिलने को बोला तो है। अब बाकी उसका फाइनल डिसीजन तो रात को ही पता चलेगा निधि से मिलने के बाद। माधुरी जी बोलती है।
देखना आप अव्यम निधि से मिलने के बाद शादी के लिए माना ही नही कर पायेगा। वह है ही इतनी प्यारी। देखना वह हा ही बोलेगा। लता जी बोलती है।
ऐसे ही शाम हो जाती है और वह वक्त भी आ जाता है जिसका सबको इंतजार था।
शेखावत मैंशन में
आज शेखावत मैंशन बहुत खुबसूरती से सजाया गया था। क्युकी आज की पार्टी शेखावत मैंशन में रखी गई थी तो आज मैंशन में अलग ही रोनक थी।आखिर आज Mr.& Mrs. शेखावत की 28th marriage anniversary जो थी। पूरे मैंशन में लाइटे लगी हुई थी। गेस्ट का आना भी सुरो हो गया था। आज शेखावत मैंशन की security भी बहुत टाइट थी। कहते है ना पैसे और पॉवर बढ़ती है दुश्मन भी बढ़ते जाते है। हर तरफ गार्ड थे और सब की चेकिंग हो रही थी।
पार्टी में
Mr & Mrs शेखावत सबका वेलकम खुद ही कर रहे थे। पर उन दोनों को तो किसी और का ही इंतजार था।
अव्यम के कमरे में
वॉशरूम का दरवाजा खुलता है और अव्यम अपनी कमर पर टॉवल लपेट कर बाहर आता है। वह इस वक्त बहुत ही हॉट लग रहा था। उसके बालो से अभी भी पानी टपक रहा था। वह एक नजर अपने कमरे को देखता है। वह 3 साल बाद इंडिया आया है ।पर आज भी उसका रूम वैसा ही है। जैसे वह 3 साल पहले था। अव्यम का रूम पूरा black or grey colour के combination का है। कमरे के बीचों बीच एक king size bad hai, ठीक उसके सामने एक डोर है जिसके पीछे अव्यम का study room हैं। और कमरे से attached balcony है जिसके साथ एक और डोर है जो वॉशरूम है। ओर उसके साथ ही एक और डोर है जो wardrobe है। आपने कमरे को देख अव्यम wardrobe की तरफ चला जाता है। थोरी देर बाद अव्यम Black tuxedo suits पहैन कर बाहर आता है ओर dressing table के पास जा कर अपनी rolex watch पहनता है। फिर खुद को mirror में देखता है।
फिर अपने study room मे चला जाता है। जा कर side की एक अलमारी को खोलता है। उसे खोलते ही सामने एक वाइट कलर का लॉकर दिखता है। यह एक password वाला locker था। password दल अव्यम वह locker खोलता है और उसमे से छोटी बच्ची की फोटो निकलता है। उस फोटो को देख अव्यम बोलता है। मैं तुम से वादा किया था की बड़ा हो कर मैं तुम से शादी करूंगा। मैंने सिर्फ तुम्हे चाहा है। बेशक तुम्हे याद न हो और तुम बहुत छोटी थी पर मैं अपना वादा नही भुला हु। शादी तो मैं तुम से ही करूंगा बोल उस फोटो पर किस कर लेता है। फिर उस photo को वापस उसी लॉकर में lock कर देता है और अपनी स्टडी से बाहर आ जाता है।
फिर रूम से बाहर पार्टी के लिए हॉल में आ जाता है।
पार्टी हॉल में
पार्टी में आते ही अव्यम को एक इंपोटेंट call आ जाता है जिसे attend करने के लिए वह बाहर जाने को होता है आचनक वह किसी लड़की से टकरा जाता है।
वह लड़की जैसे ही गिरने को होती है की अव्यम उसे कमर से थम संभाल लेता है। अव्यम एक टक उस लड़की को देखने लगता है। उस लड़की ने गिरने के डर से अपनी आंखे जोर से बंद कर रखी थी।
जैसे ही उसे महसूस होता है वह गिरी नही है वह अपनी आंखे खोलती है। जैसे ही वह अपनी आंखे खोलती है। अव्यम उसकी हल्की brown eyes में खो सा जाता है। वह लड़की भी अव्यम की काली आंखो में खो सी जाती है। जल्द ही दोनो अपने होश में आते है। अव्यम उस लड़की को खड़ा करता है। अव्यम को thankyou बोल वह लड़की जल्दी से भाग जाती है।
अव्यम जाती हुई उस लड़की को देख रहा था। उस जाती हुई लड़की को देख अव्यम सोचता है क्या यह वही है। जिसे मैं ढूंढ़ रहा हु!
जैसे ही वह लड़की पार्टी हॉल में जाती है। माधुरी जी उसे आवाज लगती है निधि बेटा इधर आओ।
(जी हा जिसकी टकर अव्यम से हुई यह हमारी निधि थी)
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जैसे ही माधुरी जी निधि को आवाज लगती है। निधि जल्दी से माधुरी जी के पास जा कर गले लगा कर wish करती है।
जैसे ही निधि माधुरी जी को wish करती है। सुभाष जी बोलते है हमे तो कोई भूल ही गया।
उनके बोलते ही निधि उन्हे भी गले लगा कर wish करती है।
तभी दिवाकर और दिव्या जी भी आ जाते है वह भी आते ही दोनो की wish करते है।
उनके आते ही सुभाष जी शिकायती लहजे में बोलते है। बड़ी जल्दी नही आ गए आप लोग।
Sorry यार तोड़ा से लेट हो गया। दिवाकर जी बोलते है।
हमसे भी मिल लिजिए भाई साहब। दिवाकर जी के पास आते हुए सुरेश जी बोलते है। लता जी भी आ कर दिव्या जी के गले मिलती है।
अव्यम अभी भी निधि को देख ही रहा था की। उसे पीछे से कोई आवाज लगता है अव्यम!
जैसे ही पीछे मूढ़ता है तो उसी की उम्र का एक लड़का खड़ा था। वह लड़का जल्दी से Avyam के पास आकर उसे एक फाईल देता है। यह लो तुमने जिसकी details मगवायी थी आ गई इस में है। बोल फाइल अव्यम को दे देता है।
अव्यम फाईल ले लेता है। घुर के उस लड़के को देखता है और बोलता है अव्यम नही बॉस। बोल साइड में चला जाता है।
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To Be Continued...
अव्यम अभी भी निधि को देख ही रहा था की। उसे पीछे से कोई आवाज लगता है अव्यम!
जैसे ही पीछे मूढ़ता है तो उसी की उम्र का एक लड़का खड़ा था। वह लड़का जल्दी से Avyam के पास आकर उसे एक फाईल देता है। यह लो तुमने जिसकी details मगवायी थी आ गई इस में है। बोल फाइल अव्यम को दे देता है।
अव्यम फाईल ले लेता है। घुर के उस लड़के को देखता है और बोलता है अव्यम नही बॉस। बोल साइड में चला जाता है।
उसको जाता देख वह लड़का मुंह बना कर बोलता है। boss! इसने तो मुझे पुरी तरह से अपना एसिटेंट बना दिया है। अभी बताता हु। बोल अव्यम की तरफ जाता है।
ओह तो तुम हो मेरी Little girl बोल अव्यम उस फाइल को बंद कर देता है।
मैं तुम्हारा आसिटेंटे सिर्फ office मे नही हु। और तुम भूल क्यू जाते हो की मैं तुम्हारा बचपन का friend भी हु। हर जगह अपने ऑडर मत चलाया करो मुझ पर। बोल वह लड़का अव्यम को देखता है।
हो गया तुम्हारा? ओर है मैने नही बोला था तुम्हें अपना एसिटेंट बनने के लिए रोहन। तुम खुद बने हो अपनी मर्जी से। got it बोल अव्यम वह से चला जाता है।
अरे यार कोई इज्जत ही नहीं है मेरी तो। बोल रोहन भी वह से चला जाता है।
( यह है रोहन कपूर, अव्यम के बचपन का दोस्त और एसिटेंट। यह अव्यम के साथ बीच से ही है। इन दोनो ने अपनी पढ़ाई भी साथ ही की थी उसके बाद बाद साथ ही काम करने लगे। अगर बात करे रोहन की तो रोहन भी दिखने में बहुत हैंडसम है। 5 फिट 11 इंच हाईट, गोरा रंग ,भूरी आंखे, एकदम फिट बॉडी, यह भी दिखने में किसी मॉडल से कम नही लगते है। यह स्वभाव में तोड़े चुलबुले है। अव्यम के सारे काम यही करते है। )
अव्यम पार्टी से सीधा अपने study room मे जाता है और वह फाइल भी उसी लॉकर में रख देता है। फिर पार्टी में आ जाता है।
अव्यम के आते ही माधुरी जी उसे आवाज लगती है। अव्यम बेटा यह आओ!
अव्यम के जाते ही माधुरी जी अव्यम को निधि से मिलवाती है। निधि बेटा यह है मेरा बेटा अव्यम।
अव्यम को देख निधि झट से बोलती है आप तो वही होना जिसने मुझे अभी तोड़ी देर पहले गिरने से बचाया था।
निधि के बात सुन सब निधि को देखने लगते है।
आपको कही लगी तो नही न बच्चे। दिवाकर जी निधि से पुछते है
नही पापा इन्होंने मुझे बचा लिया था। बोल निधि अव्यम की तरफ इशारा करती है।
मुझे आप दोनो से कुछ बात करनी है अकेले में। अव्यम सुभाष और माधुरी जी से बोलता है।
फिर study room की तरफ चला जाता है।
साथ ही सुभाष और माधुरी जी उसके पीछे चले जाते है।
Study room मे
अव्यम सोफे पर बैठा हुआ था और सुभाष और माधुरी जी उसके सामने। study room मे बहुत शांति थी।
उस शांति तो तोड़ते हुए सुभाष जी बोलते है बोलो भी अब क्या बात करनी है तुम्हे जो तुम हमे यह ले आए। फिर खुश हो कर क्या तुमने मेरी शर्त मान ली?
हा! मैं तैयार हु इस शादी के लिए। अव्यम बोलता है।
उसकी हा सुन सुभाष जी जल्दी से खड़े हो अव्यम को गले लगा लेते है। तुम्हे पता नही है तुमने आज मुझे क्या दिया है। मेरा सपना पूरा किया है तुमने। thankyou बेटा thankyou।
सुभाष जी से अलग हो कर अव्यम बोलता है। मैं इस शादी के लिए तो तैयार हु पर मेरी भी कुछ शर्ते है ।
क्या शर्ते है? तुम्हारी माधुरी जी पूछती है।
अव्यम बोलता है यह शादी बहुत ही simple तरीके से होगी, ज्यादा गेस्ट नही आयेंगे और सबसे important बात की इस शादी को पब्लिकली नही किया जाएगा। मीडिया को पता नही चलना चाहिए की मेरी शादी हो गई है। आप लोगो को मेरी शर्ते माननी होगी तो ही मैं यह शादी करूंगा।
अव्यम की शर्ते सुन सुभाष जी चीड़ जाते है और बोलते है।
यह क्या बकवास है। तुम कहना चाहते है हम तुम्हारी शादी चोरी चुपके करे है ना!ऐसा बिल्कुल नही होगा मैं तो यह शादी बहुत धूमधाम से करूंगा।
ठीक है तो मैं यह शादी नही करूंगा। बोल अव्यम जाने लगता है।
नही, नही जैसा तुम बोलोगे वैसा ही होगा। यह शादी बिल्कुल वैसे ही होगी जैसे तुम कहोगे। पर हा मैं रस्में सारी करूंगी। तुम उसके लिए माना नही कर सकते। माधुरी जी बोलती है।
ठीक है तो मैं यह शादी करने के लिए तैयार हु। बोल अव्यम सुभाष जी को एक विनिग simle पास करता है।
थोडी देर बाद
सुभाष जी पार्टी में announcement करते है। जैसा की आप सब जानते ही है। शेखावत अंपायर का ceo मेरा बेटा अव्यम है। और सब जानते है उसने अपनी यह जिमेदारी बखूभी निभाई है। उसने शेखावत अंपायर को सिर्फ इंडिया में ही नही बल्कि एशिया में भी no1 बनया है। और मैं चाहता हु वह मेरे इस business को भी ऊंची पर ले कर जाए इसलिए आज मैं अव्यम को शेखावत अंपायर का chairmen बनता हु।
सुभाष जी के announcement करते ही। पार्टी हॉल तालियों से गूंज उठता है।
थोड़ी देर बाद
पार्टी अब खत्म हो गई थी सब मेहमान भी जा चुके थे।
अब बस घर के लोग ही बचे थे। शेखावत famliy और शर्मा famliy।
सब के जाने के बाद सुभाष जी सब को अव्यम और निधि की शादी के बारे में बताते है। और उसकी शर्तो के बारे में भी।
जिसे सुन सब लोग थोड़े मायुस होते है। पर सब खुश भी हो जाते है की अव्यम शादी के लिए मान गया।
अव्यम की शादी के लिए हा सुन कर तो रोहन बिचारा socked हो जाता है। वह तो जैसे सदमे में ही चला गया था।
अव्यम वही बैठ निधि को देख रहा था।
अचानक से निधि बोलती है मुझे कुछ बोलना है.
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जैसे ही सुभाष जी अव्यम की शर्तो के बारे में दिवाकर जी को बताते है। दिवाकर जी बोलते है मुझे कोई problem नही है।
आप इस शादी को सीक्रेट क्यू रखना चाहते हो। भला शादी भी छुपाकर की जाती है क्या। नही मैं तो अपने सारे friends को बुलोंगी। आख़िर मेरी भी शादी है यह अकेले कैसे फैसला कर सकते है। निधि अव्यम के सामने हाथ बंधे खड़े हो कर बोलती है।
उसको इस तरह से Avyam से बात करते देख सब डर जाते है।
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To Be Continued...
जैसे ही सुभाष जी अव्यम की शर्तो के बारे में दिवाकर जी को बताते है। दिवाकर जी बोलते है मुझे कोई problem नही है।
आप इस शादी को सीक्रेट क्यू रखना चाहते हो। भला शादी भी छुपाकर की जाती है क्या। नही मैं तो अपने सारे friends को बुलोंगी। आख़िर मेरी भी शादी है यह अकेले कैसे फैसला कर सकते है। निधि अव्यम के सामने हाथ बंधे खड़े हो कर बोलती है।
उसको इस तरह से Avyam से बात करते देख सब डर जाते है।
क्युकी सब को पता था अव्यम को बिल्कुल नही पसंद कोई उससे ऊंची आवाज में बात करे। निधि अभी बिल्कुल वही कर रही थी। सब को डर था की कही अव्यम निधि को डट ना दे।
रोहन तो निधि के लिए मान ही मान पार्थना कर रहा था। Please भगवान जी इस लिटिल गर्ल को बचा लेना । इस बिचारी को तो पता भी नही यह किस डेविल के सामने बात कर रही है।क्या भगवान जी आप भी ना कहा इस मासूम बच्ची को इस डेविल के साथ फसा दिया। कहा यह डेविल कहा यह प्यारी सी लिटिल गर्ल।
please भगवान जी इस नादान बच्ची को बचा लो। मैं न आपको लड्डू चढूंगा। और हा इस बार मैं खुद नही खाऊंगा पक्का।
रोहन बिचारा इतना डर रहा था की उसका गला सुख जाता है। वह पास में रखा जूस उठा कर पीने लगता है।
अचानक से अव्यम भी खड़ा हो जाता है।
अव्यम के खड़े होते ही निधि दो कदम पीछे हो जाती है।
क्युकी निधि अव्यम के बिल्कुल सामने खड़ी थी जिससे जब अव्यम खड़ा हुआ तो वह दोनो बहुत पास आ गाये।
हा तो क्या कह रही थी तुम लिटिल गर्ल। अव्यम अपनी सॉफ्ट आवाज में निधि से पूछता है।
अव्यम की सॉफ्ट आवाज सुन कर सब socked हो गए।
अव्यम को निधि से इतने softliy बात करते देख तो बिचारे रोहन जो जूस पी रहा था वह उसके मुंह से बाहर आ निकल गया। यही हाल वह बैठे सभी का था।
आज पहली बार उन सब ने अव्यम को किसी से प्यार से बात करते देखा था।
निधि की बाते सुन सब होश में आते है। मैं यह कह रही थी की आप इस शादी को simple तरीके से क्यू करवाना चाहते हो।
फिर अपनी आखों में चमक ला कर कहती है मुझे तो एक grand wedding चाहिए। मुझे अपने फ्रेंड्स को भी बुलाना है। अगर आप सब secret रखोगे तो मैं यह सब कैसे करूंगी। मैंने तो और भी बहुत कुछ सोचा था मैं वह सब कैसे करूंगी। बोल निधि अपना सर नीचे कर लेती है।
उसको ऐसे देख अव्यम उसके चीन को पकड़ कर उसका face ऊपर करता है फिर उसके forehead पर किस कर बोलता है।तुम्हे किसने कहा तुम्हारी wish पुरी नही होगी।
शादी वैसे ही होगी जैसे तुम चाहती हो। तुम मुझे बता देना तुम्हे कैसे शादी चाहिए हम वैसी ही करेंगे। सब कुछ तुम्हारे हिसाब से होगा ok
रही बात शादी को secret रखने की तो मेरे बहुत से दुश्मन है मैं नही चाहता की वह लोगो तुम्हारे बारे में जाने या तुम्हे नुकसान पहुंचाए बस इसलिए।
हा तुम अपने friends को भी बुला सकती हो। बस उन्हे बोल देना वह बाहर किसी को न बताए simple. अब खुश ना? अव्यम निधि से पूछता है।
आज तो सब को socked पर sock लग रहे थे।
पहला अव्यम का किसी से प्यार से बात करना।
उन लोगो ने आज पेहली बार अव्यम को किसी को सफाई देते हुए देखा था। सबसे बड़ा shocked 😲 था निधि को किस करना।
अव्यम कभी भी न खुद किसी को किस करता था न किसी को खुद को करने देता था। वह तो छोटा था तभी किसी को खुद को किस नही करने देता था।
आज वह खुद सामने से किसी को किस कर रहा था। सब आंखे फाड़े उन दोनो को ही देख रहे थे।
सब तो shock😲से बाहर तब आते है। जब अव्यम निधि को घर जाने को बोलता है।
अब तुम घर जाओ कल हम लोग शादी की date फिक्स करने के लिए तुम्हे घर आयेंगे।
तब तक तुम सोचो तुम अपनी पूरी लिस्ट भी बना लेना शादी के लिए ,तुम्हे क्या चाहिए या क्या क्या करना है सब कुछ ok
बोल अव्यम एक बार और निधि के forehead पर किस💋 कर उसे जाने को बोलता है।
उसके बोलते ही दिवाकर जी भी सब से कल मिलने का बोल कर निधि और दिव्या जी को आपने साथ ले कर निकल जाते है।
उनके जाने के बाद अव्यम सब को कल के लिए रेडी रहने को बोलता है। कल सुबह 11 बजे हम शर्मा मैंशन जाएंगे तो आप सब तैयार रहना कोई भी लेट हुआ तो हम उसे छोड़ कर चले जायेंगे।
बोल अव्यम अपने badroom की तरफ चला जाता है।
उसके जाते ही रोहन बोलता है। आरु मुझे चिटी कटना कही मैं सपना तो नहीं देख रहा ना। यह वही अव्यम सिंह शेखावत ही है जो शादी और लड़कियों के नाम से ही दूर भागता है। मुझे तो विश्वास नहीं हो रहा की इसने लिटिल गर्ल से शादी के लिए हा कर दी है और इसे इतनी जल्दी है की कल ही डेट भी fainal करने खुद जा रहा है।
रोहन भाई मैं भी आपसे यही बोलने वाली थी यह हमारे अव्यम भाई ही है ना। कही हमारे भाई change तो नही हो गए न अमेरिका में आरोही बोलती है।
उसकी बात सुन सब घर वाले रोहन की तरफ ऐसे देखते 👀👀है जैसे उससे जवाब मांगा रहे हो की आरोही कही सही तो नही है ना।
उसके खुद को ऐसे देखते देख रोहन झट से कहता है मुझे नहीं पता। जितना मैं जानता हु यह तो अमेरिका में भी वैसा ही रहता था जैसे यह रहता था। अब अचानक इसे क्या हो गया मुझे नहीं पता।
सब बात कर ही रहे थे।
लता जी बोलती है बस भी करो तुम सब मेरा बच्चा कुछ भी करे तुम लोगो को गलत ही लगता है।
मैं तो बहुत खुश😃 हु। वह शादी के लिए तैयार हो गया। चलो अब जल्दी से जा कर सब सो जाओ। कल जल्दी उठना भी है। कितनी सारी तैयारी करनी होगी ना दीदी। सगुण तैयार करना होगा और भी बहुत कुछ करना होगा आखिर कल हमारे अव्यम और निधि की शादी की date जो निकली जाएगी। मैं क्या कह रही हु दीदी हम अभी ही लिस्ट बना लेते है कल कही कुछ छूट न जाए।
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To Be Continued...
लता जी बोलती है बस भी करो तुम सब मेरा बच्चा कुछ भी करे तुम लोगो को गलत ही लगता है।
मैं तो बहुत खुश😃 हु। वह शादी के लिए तैयार हो गया। चलो अब जल्दी से जा कर सब सो जाओ। कल जल्दी उठना भी है। कितनी सारी तैयारी करनी होगी ना दीदी। सगुण तैयार करना होगा और भी बहुत कुछ करना होगा आखिर कल हमारे अव्यम और निधि की शादी की date जो निकली जाएगी। मैं क्या कह रही हु दीदी हम अभी ही लिस्ट बना लेते है कल कही कुछ छूट न जाए।
बस बस आराम से लता। इतनी परेशान क्यों हो रही हो सब हो जाएगा। कल वैसे भी ज्यादा सगुण नही जायेगा। और जो होगा हम लोग सुबह ही मांगा लेंगे। तुम ज्यादा परेशान मत हो। माधुरी जी लता जी से बोलती है।
मैं कैसे न परेशान न हु दीदी हमारे अव्यम की शादी है। मैं तो कोई कमी नही छोडूंगी। आप देखना मैं तो खूब नाचूंगी💃💃। लाता जी बोलती है।
हा मां मैं भी भाई की शादी मैं खूब enjoy करूंगी।
हम तो धमाल मचा देंगे क्यू रोहन भाई। बोल आरु रोहन को हाई फाई देते है।
बिल्कुल मेरे यार की शादी है। मैं तो इस गाने पर नाचूंगा "मेरे यार की शादी है" 🕺🕺बोल नाचने भी लगता है।
उसके साथ साथ अरू भी नाचने लगती है।
सब को इतना खुश देख माधुरी जी सुभाष जी से बोलती है। अभी तो हमारी निधि इस घर में आई भी नही। अभी से इतनी खुशियां आ गई जब वह आएगी तब तो क्या ही होगा। यह घर खुशी से भर उठेगा। बस हमारी खुशियों को किसी की नजर न लगे।
सुभाष जी माधुरी जी को side hug कर के कहते है किसी की नजर नहीं लगेगी हमारी खुशीयों को। तुम फिकर मत करो।
ऐसे ही खुशी खुशी सब सोने चले जाते है।
अगली सुबह
आज शेखावत मैंशन अलग ही चहल पेहेल थी।
सब शर्मा मैंशन जाने की तैयारी कर रहे थे।
सब तैयार थे बस आरू का इंतेजार कर रहे थे क्युकी वही अभी तक नही तैयार हो कर नीचे नही आई थी।
मैने बोला था इस लड़की को जल्दी तैयार होना। लेकिन यह लड़की कभी नही सुधार सकती। इसे सब कुछ लास्ट मूमेंट पर ही करना होता है। आरू अब आ भी जाओ। नही तो हम लोग तुम्हे छोड़ कर चले जायेंगे। लाता जी आरोही को आवाज़ लगती है।
आ जायेगी तुम इतना परेशान क्यों हो रही हो लता। सुरेश जी बोलते है।
क्या आ जायेगी। आपको पता है ना। अव्यम ने खास बोला था कोई भी लेट ना होए। हमे जल्द से जल्द निकलना चाहिए। अगर अव्यम हम से पहले पहुंच गया तो। लाता जी सुरेश जी से बोलती है।
अरे लता तुम फिकर मत करो। हम टाइम से पहुंच जायेंगे। वैसे भी अव्यम हम से पहले नही पहुंच जाएगा। मैने रोहन से बात की थी वह एक important मीटिंग में है। हम उससे पहले ही पहुंच जाएंगे। माधुरी जी लता जी से बोलती है।
अच्छा लाता तुम मुझे यह बताओ वह कब आएगा? क्या अब वह सीधा शादी के दिन आएगा क्या? माधुरी जी लता जी से पूछती है।
मुझे नहीं पता दीदी आप तो जानती ही है। वह कैसा है कही भी जाता है तो अपना फोन बंद कर देता है। वह कहा है? कब आएगा? मुझे कुछ नहीं पता। वैसे भी उसे कोई काम वाम तो करना होता नही है बस friends के साथ trip पर जाने को बोल दो। झट से चला जायेगा। वही किसी business के काम से भेजी तो बहने बनता है। इस बार आप आने दो उसे मैं उसकी शिकायत avyam से करूंगी।और उसे अपने साथ business ज्वाइन करवाने को भी बोलूंगी। अव्यम के साथ रहेगा तो कुछ तो सीखेगा। आने दो इस बार उसे। लता जी माधुरी जी को बोलती है।
Sorry sorry, मुझे तैयार होने मैं टाइम लग गया। चलिए आ गई मैं। बोल अरु सीढ़ियों से नीचे आती है।
बड़ी जल्दी आ गई। चलो अब। लाता जी बोलती है।
सब जा निकल ही होते है की उन्हे किसी की आवाज आती है।
क्या आप सब लोग कही जा रहे है? ओह अब समझा यह सब मेरे लिए।
thankyou बोल वह लड़का शर्मने लगता था।
उसके बोलते ही सब उसकी तरफ देखते है। उसको देख सब खुश हो जाते है। वह लड़का दिखने में कुछ 22 साल का लग रहा था।
उसकी बाते सुन कर लता जी उसके कान पकड़कर बोलती है। बिल्कुल हम लोग तो आपके स्वगत के लिए खड़े है। कब अरव महराज आए और हम लोग उनकी आरती करे । हैं न।
उनकी बात सुन कर वह लड़का जो दिखने में कुछ 22 के आस पास का लग रह था। वह लड़का अपने कान को लता जी से झुड़ने की कोशिश करते हुए बोलता है। मां अब बस भी करो ऐसा स्वगत कोन करता है भला। अगर आपको ऐसे ही स्वगत करना है तो मैं नही करता अपना स्वगत। बोल वह अपने कान छुड़ा लिया है। और अपने लाल हो चुके कान के सहलाने लगता है।
उसकी बाते सुन सब लोग हसने😆 लगते है।
मतलब सिरियली अरव भाई आपको सच में लगा की हम लोग आपके लिए यह खड़े है। बोल अरु हसने 🤭लगती है।
हा तो और किस के लिए खड़े हो आप सब? जिस तरह से आप सब लोग खड़े थे मुझे लगा आप लोग मेरे लिए खड़े हो। ज्यादा हस मत चुहिया बोल अरव अरु के बाल खींचता है। और जल्दी से माधुरी जी के पास जा कर उन्हे गले लगा कर बोलता है। I miss you बड़ी मां।
हा। आप घर पर रहेंगे तो आपको कुछ पता होगा ना। आपको तो अपने घूमने से ही फुरसत नहीं है। सुरेश जी अरव को बोलते है।
( आइए तो जान लेते है अरव के बारे में यह है अरव सिंह शेखावत। उम्र 23 साल, इनका अभी अभी मास्टर complete हुआ है। इसने अपनी स्टडी फॉरन से की है। गोरा रंग, 5 फिट 10 इंच हाईट, एकदम फिट बॉडी दिखने में किसी मॉडल जैसे असल में यह अपनी बॉडी बिल्कुल अपने भाई अव्यम जैसी बनना चाहते है। यह सुरेश और लता जी का बेटा है। यह काफी मजकिए किस्म का इंसान है )
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अरे बस भी करो तुम दोनो। तुम दोनो तो आते ही मेरे बच्चे के पीछे पड़ गए। सुभाष जी बोलते है।
Thankyou बड़े पापा। सुभाष जी के गले लग अरव बोलता है।
अरे अब कोई मुझे बता भी दो आप सब लोग कहा जा रहे थे। क्युकी इतना तो मैं जान गया हु। यह सब मेरे लिए तो बिल्कुल नही है। मुझे भी बताओ। अरव बोलता है।
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To Be Continued...
अरे बस भी करो तुम दोनो। तुम दोनो तो आते ही मेरे बच्चे के पीछे पड़ गए। सुभाष जी बोलते है।
Thankyou बड़े पापा। सुभाष जी के गले लग अरव बोलता है।
अरे अब कोई मुझे बता भी दो आप सब लोग कहा जा रहे थे। क्युकी इतना तो मैं जान गया हु। यह सब मेरे लिए तो बिल्कुल नही है। मुझे भी बताओ। अरव बोलता है।
चलो कम से कम तुम्हारी गलतफेमि दूर तो हुई। लाता जी बोलती है।
बस लता अब कितने तने मरोगे तुम लोग। बेटा जाओ जल्दी से फ्रेश हो कर आ जाओ हम लोगो को शर्मा मेंशन जाना है। अव्यम की शादी की date fainal करने।
जल्दी जाओ और जल्दी से आओ। नही तो हम लोग लेट हो जायेंगे। बाकी बाते रास्ते में कर लेना अब जाओ जल्दी। माधुरी जी अरव से बोलती है।
माधुरी जी की बात सुन तो अरव shock 😲 हो जाता है। भाई शादी कर रहे है? अरव बोलता है।
हा। यह नौटंकी बाद में कर लेना। अब जल्दी से फ्रेश हो कर आ रहे हो या हम लोग तुम्हे छोड़ कर चले जाए। लता जी अरव से बोलती है।
हा मैं अभी गया और अभी आया। आप लोग मुझे छोड़ कर जाना मत। बस अभी गया अभी आया। बोल अरव जल्दी से अपने room के तरफ भागता है।
अभी भाई का यह हाल है। जब यह अव्यम भाई को निधि भाभी के साथ देखेंगे तो क्या होगा इनका। अरु बोलती है।
अरव जल्दी से तैयार हो कर आ जाता है।
उसके आते ही सब शर्मा मेंशन के लिए निकल जाते है।
शर्मा मेंशन में
आज दिवाकर जी घर पर ही थे। वह सब तैयारी करवा रहे थे आखिर करवाते भी क्यू ना आज उनकी बेटी के ससुराल वाले जो आ रहे थे।
दिव्या जी भी सुबह से kitchen मे लगी हुई थी सब के लिए खाने का इंतजाम देख रही थी।
सब लोग तैयारियों में busy थे बस उसे छोड़ कर जिसकी शादी की date आज फिक्स होने वाली थी। वह तो आराम से घोड़े हाथी सब बेच कर सो 😴रही थी। हमारी निधी को अपनी नींद😴 से बड़ा प्यार है।
निधि के कमरे में
दिव्या जी निधि के कमरे का गेट खोलती है।
जैसे ही वह देखती है निधि अभी तक सो रही है। वह अपने सर पर हाथ 🤦रख लेती है। क्या करू मैं इस लड़की का।मैने इसे कल ही बोला था जल्दी उठ जाना। पर इसे देखो अभी तक सो रही है और वह इसके ससुराल वाले तो आने के लिए निकल भी गए होंगे।
एक अव्यम है जो सुबह उठाता है office जाता है और एक यह है इसे तो जैसे होश भी नही है की आज इसके ससुराल वाले आ रहे है इसकी शादी की date fix करने।
हे भगवान मैं क्या करू इसका। बोल दिव्या जी एक लंबी सास ले कर निधि को उठाने के लिए उसके पास जाती है।
निधि बेटा उठ जा। देख 10 बज गए सब आते ही होंगे। निधि उठ जा बेटा। दिव्या जी की काफी देर की कोशिश के बाद आखिर कर निधि उठ ही जाती है।
क्या हुआ मम्मा? मुझे इतनी जल्दी क्यों उठा दिया अभी तो 10 ही बजे रहे है। 2 घंटे बाद उठना मुझे। बोल निधि वापस से लेट 😴जाती है।
तुझे याद दिला दू आज तेरी शादी की date fix होने वाली है। और वह लोग यह के लिए निकल भी गए है।
थोड़ी देर में पहुंच जाएंगे। तु क्या चाहती है वह लोग जब आए तो मैं यह बोलू की आपकी होने वाली बहु अभी तक सो रही है वह 2 घंटे बाद उठेगी। बस बहुत हुए तेरे ड्रामे। उठा जा निधि ! उठ ! दिव्या जी फिर से निधि को उठा कर बैठा देती है।
हा तो बोल देना ना की मैं अभी तक सो रही हु। पर मुझे सोने दो मम्मी। बोल निधि वापस सोने 😴 लगती है।
जी नहीं कोई सोना वोना नही है उठा जल्दी। नही तो मैं बोल दिव्या जी सोचने 🤔 लगती है की क्या बोले। नही तो मैं तुझ पर पानी डाल दूंगी।
बोल दिव्या जी पास की टेबल पर रखा पानी का जग उठा लेती है। जैसे ही दिव्या जी डालने को होती है। निधि उठ जाती है।
उठ गई मां। उठ गई। आप तो मुझे चैन से सोने भी नही देती। देखना मैं न पापा को आपकी complen करूंगी। बोल निधि झट से woshrooom में चली जाती है।
उसके जाने के बाद दिव्या जी एक नजर उसके कमरे को देखती है। निधि का कमरा पूरा barbie style में था। पूरा pink colour का कमरा , बीचों बीच एक queen size bed जिस के headrest पर बहुत सारे pink colour के soft toy लगे हुए थे। bed पर भी pink colour की bedsheet थी जिस पर cartoon बने थे। एक तरफ wardrobe था उसी के साथ woshroom था। कमरे से attached balcony थी वह कुछ plant भी थे। जिसमे निधि के favourite red rose भी था।
जब दिव्या जी निधि के कमरे को देखती है तो उनकी आंखें नम हो जाती है।
वक्त कितनी जल्दी निकल जाता है ना। जैसे कल ही तो मेरी निधि हुई थी। छोटी सी मेरी गोद में खेला करती थी और आज देखो उसकी शादी का वक्त भी आ गया। यही तो रीत है बेटियां इतनी जल्दी बड़ी हो जाती है की पता ही नहीं चलता। बोल दिव्या जी निधि के कपड़े निकालने देती है।
दिव्या जी निधि के लिए एक rose pink colour का फ्रॉक सूट निकल कर बेड कर रख देती है और कमरे से बाहर निकल जाती है।
दिव्या जी के जाने के 20 मिनट बाद निधि वॉशरूम से बाहर आती है और अपने कपड़े ले कर क्लाउजेट में जली जाति है।
करीब 10 मिनट बाद निधि तैयार हो कर बाहर आती है। rose pink colour के फ्रॉक में निधि कमाल की लग रही थी उसके गोरे रंग पर वह colour बहुत जचा रहा था। rose pink colour ka फ्रॉक makeup के नाम पर निधि ने बस अपनी आंखो में काजल, होठों पे pink colour का lipbam लगाया था और कानो में वाइट कलर के झुमके।
करीब 30 मिनट बाद शेखावत famliy की कार शर्मा मेंशन के बाहर आ कर रुकती है।
दिव्या जी और दिवाकर जी उन्हे लेने बाहर तक आते है। सब हॉल में बैठे ही थे।
बाहर से एक बार फिर बहुत सारी कार के रुकने की आवाज आती है।
~
To Be Continued...
सुभाष जी आते ही दिवाकर जी के गले मिलते है।और पूछते है कैसे हो दिवाकर?
उनके गले लगते ही। दिवाकर जी भी उन्हें गले लगा लेते है। और जवाब मैं ठीक हु। तुम बताओ तुम कैसे हो?
अरे मैं तो बहुत खुश हु। अभी आज मेरा सालो का सपना जो पूरा होने जा रहा है। सुभाष जी बोलते है।
चलो बैठ कर बात करते है। दिवाकर जी बोलते है।
दिव्या जी सबके लिए पानी लाने को बोलती है।
अरव को देख दिव्या जी पहचान जाति है। वह लता जी से पूछती है यह तुम्हारा बेटा अरव है ना लता?
बचपन में कितना शैतान था। जब भी आता था बोलता था aunty आप मुझे अपने साथ ले चलो। मां मुझे प्यार नही करती। देखो अब तो कितना बड़ा हो गया है। मैं तो कितने सालो बाद देख रही हु इसे। 10 साल का था जब आखरी बार मैंने इसे देखा था।
आपकी तो पढ़ाई भी complete हो गई होगी ना बेटा? अब आप क्या करते हो business join कर लिया अपने? दिव्या जी अरव से पूछती है।
हा यही है मेरा नालायक बेटा अरव। लाता जी जवाब देती है। और हा इसकी पढ़ाई तो complete हो गई है पर जनाब ने अभी business join नही किया है।
लता जी का जवाब सुन अरव मुंह बना 😏लेता है।
जल्दी से दिव्या जी के पास जा कर बैठ जाता है और बोलता है। हा aunty मै वही अरव हु। और मैं आज भी आपको बोलता हु आप मुझे अपने पास रख लो। मां मुझे आज भी प्यार नही करती देखा न अपने कैसे मेरी बेजती कर रही है। अब आप बताओ अभी तो मेरी study complete हुई है।मुझे थोड़ा टाइम तो मिलना चाहिए enjoy करने के लिए है। बोल मासूम सा चेहरा बना लेता है।
फिर चहक कर बोलता है वैसे आंटी निधि कहा है? मैं तो उससे कितने सालो से नही मिला। अरव बोलता है की उसे अचानक याद आया है की वह लोग तो अव्यम के रिश्ते की बात करने के लिए आए है।
वह सोफे से खड़ा हो कर जीलत्ता है। मतलब भाई की शादी निधि से फिक्स हुई है। मतलब हमारी निधि मेरी भाभी बनेगी। भाई निधि से शादी कर रहे है।
वह चिला ही रह था की। बाहर बहुत सारी कार रुकने की आवाज आती है सब डोर की तरफ देखते है।
सब डोर की तरफ देखते है तो black three piece suit पहनें आंखो पर ब्लैक गोगल लगाए अव्यम आ रहा था। ठीक उसी के पीछे रोहन भी आ रह था।
अव्यम आ कर एक सोफे पर पैर पार पैर चढ़ा कर बैठ जाता है।
अब बिचारे रोहन के लिए तो कोई जगह ही नहीं बचती। वह सब को देखने लग जाता है। जब उसे कोई जगह नही दिखती तो वह अरव के साथ उसी के सोफे पर बैठ जाता है।
अव्यम के वह आते ही शांति छा जाती है।
अव्यम अपनी गंभीर आवाज में पूछता है निधि कहा है? और आप लोग गुरू जी को बोलने वाले थे वह भी नही आए अभी तक?
अव्यम के सवाल सुन दिव्या जी बोलती है। गुरू जी से मेरी बात हुई थी वह अभी थोड़ी देर में आ जाएंगे और निधि अभी अपने कमरे में है मैं उसे ले कर आती हु। बोल दिव्या जी निधि को लेने चली जाती है।
सब शांत बैठे थे पर हमारे अरव कहा शांत रहने वालो में से है। वह झट से अव्यम से पूछता है भाई आप निधि से शादी करने के लिए से मना कैसे गए? आप तो शादी नही करने वाले थे न?
अरव के ऐसे फालतू सवाल सुन सब अपना माथा ही पीट 🤦️लेते है।
अरव के सवाल सुन अव्यम उसे घूर कर देखता है।
उसको अरव को इसे घूरते देख रोहन खुद से बोलता है। क्यू बच्चे शेर के मुंह में हाथ डाल रहा है। बोल अपना सर ना में हिला देता है।
यह जानने में बड़ा इंट्रस्ट आ रहा है तुम्हे की मैं शादी क्यों कर रहा हु। कभी इतना ही इंट्रस्ट business मे भी दिखा लो। तो तुम्हारे लिए ज्यादा अच्छा होगा। अव्यम अपनी सख़्त आवाज में बोलता है।
हा एक और बात वह निधि नही है अब वह तुम्हारी भाभी है। तो उसे भाभी बोलो निधि नही। Understand? अव्यम अरव से बोलता है।
Yes भाई। बोल अरव चुपचाप जा कर अपनी सीट पर बैठ जाता है।
उसके बैठते है रोहन उसके काम में बोलता है छोटे तू क्यू उदास हो रहा है तू तो जनता है ना यह डेविल 👿 है। chill यार।
अरे रोहन भाई आपको किसने बोला मैं भाई के डटने से उदास हु। मैं तो यह सोच कर उदास हो रह हु की मैं निधि को भाभी कैसे बोलूंगा। मतलब वह तो मुझे से एक साल छोटी है। और मेरी बचपन की दोस्त भी है मैं कैसे उसे भाभी बुलुंगा। अरव रोहन से बोलता है।
अच्छा तो यह बात है। कोई ना आदत हो जायेगी तुझे। और अगर नही हुई तो यह डेविल है ना यह तुझे डलवा देगा। बोल रोहन हसने 🤭लगता है।
जल्द ही दिव्या जी निधि को ले कर नीचे आ जाती है।
उसके आते ही अव्यम तो बस एक टक उसे देखते ही रह गया। वह लग ही इतनी सुंदर रही थी। सब बस निधि को ही देख रहे थे।
सुभाष जी निधि को अपने पास बुलाने ही वाले होते है की अव्यम निधि का हाथ पकड़ कर उसे अपने पास ही बैठा लेता है।
उसकी इस हरकत पर सुभाष जी चीड़ जाते है।
निधि को अपने साथ बैठते देख तो अरव बिचारा जो अभी तक निधि की खूबसूरती में खोया हुआ था। वह शॉक्ड 😲 हो जाता है।
जैसे ही निधि बैठती है गुरू जी भी आ जाते है। उनके आते ही दिव्या जी उन्हे बैठती है।
अव्यम और निधि की कुंडली देती है। उनके कुंडली देते ही माधुरी जी बोलती है जल्दी से एक अच्छा सा महुरत निकल दीजिए गुरु जी इन दोनो की शादी का।
उनकी बात सुन गुरू जी मुस्कुरते 🙂 है और फिर कुंडली देखने लगते है।
असल में यह गुरु जी शर्म और शेखवत दोनो ही फैमिली इन गुरु जी को बहुत मानती थी। दोनो फैमली बिना गुरु जी से पूछे कोई शुभ काम नही करती थी। इस लिए निधि और अव्यम की शादी की date निकालने के लिए इन्हे ही बुलाया गया था।
Guro ji कुंडली देख रही थे और सब बड़ी ही बेस्बरी से guro ji को देख रहे थे की वह कोन सी डेट निकालेंगे।
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To Be Continued...
असल में यह गुरु जी शर्म और शेखवत दोनो ही फैमिली इन गुरु जी को बहुत मानती थी। दोनो फैमली बिना गुरु जी से पूछे कोई शुभ काम नही करती थी। इस लिए निधि और अव्यम की शादी की date निकालने के लिए इन्हे ही बुलाया गया था।
Guro ji कुंडली देख रही थे और सब बड़ी ही बेस्बरी से guro ji को देख रहे थे की वह कोन सी डेट निकालेंगे।
थोरी देर बाद गुरु जी दोनो की कुंडली बंद करते है और कहते है। इन दोनो की कुंडली बहुत ही अच्छी है इनकी जोड़ी तो शिव पार्वती की जोड़ी जैसी होगी। यह दोनो सारी उम्र साथ रहेंगे हर दुख, हर दर्द में एक दूसरे का साथ देंगे।मुसीबत के समय एक दूसरे की ढाल बनेगी। अगर कुछ शब्दों में कहूं तो इन दोनो की जोड़ी राम मिली जोड़ी है। यह तो जिस भी दिन विवाह करेंगे वह दिन खुद ब खुद इनके लिए शुभ हो जायेगा पर फिर भी इनके विवाह के दो ही अति शुभ महुरत निकले है।
एक 3 दिन बाद का और एक अगले साल का। अब आप देख ले आपको कोन सा चुनना है।
पर गुरु जी 3 दिन बाद का ज्यादा जल्दी नही हो जायेगा। इतनी सारी तैयारी करनी होगी कैसे होगी। दिव्या जी बोलती है।
और एक साल बाद का ज्यादा लेट। कोई बीच का रास्ता निकालिए न गुरु जी। माधुरी जी बोलती है।
बेटा मैंने तो पहले ही कहा है। आप लोग जब चाहे इनका विवाह करवा सकते है। इनके लिए हर दिन शुभ है। किंतु आति शुभ तो यही दोनो महुरत है बाकी जैसा आप लोग सही समझे।
सब बात कर ही रहे थे की अव्यम निधि से पूछता है। तुम्हे कब करनी है शादी? 3 दिन बाद या अगले साल?
अव्यम का सवाल सुन निधि बोलती है समझ नही आ रहा।
तुम बस इतना बताओ की तुम एक साल बाद शादी करना चाहती हो? अव्यम निधि से पूछता है।
अव्यम का सवाल सुन निधि अपना सर ना में हिला देती है। पर 3 दिन में शादी की सारी तैयारी कैसे होगी कितनी तैयारी करनी होगी ना। निधि अव्यम से बोलती है।
पता नही क्यों पर निधि का मन अव्यम से दूर रहने का नही कर रहा था। उसे अव्यम से एक अलग ही खिंचाव महसूस हो रहा था। जैसे वह avyam को बहुत पहले से जानती हो। बेशक वह avyam से अभी मिली थी पर उसे avyam के साथ रहना अच्छा लगे लगा था। उसे नही पता था यह क्या फीलिंग थी but जो भी है उसे अच्छा लग रहा था avyam के साथ रहना इसलिए वह एक साल का वेट तो नही कर सकती थी।
अव्यम का इस तरह से निधि से पूछना की वह क्या चाहती है। दिवाकर जी को बहुत अच्छा लग रह था। वह खुश थे की अव्यम निधि का कितना खयाल रख रहा है। जो अव्यम सब को अपना फैसल सुनाता है। वह आज किसी से उसकी मर्जी पुछ रहा है। दिवाकर जी यह देख कर बहुत खुश थे।
वही एक और शक्श था जो जिसे अव्यम का निधि की इस तरह से care करना अच्छा लग रहा था। वह थे सुभाष जी वह खुश थे यह देख कर की निधि की वजह से उन्हें अव्यम का सॉफ्ट साइड देखने को मिल रहा था।
तुम उसकी फिकर मत करो। वह सब मैं देख लूंगा। अव्यम निधि के forehead पर किस💋 कर बोलता है।
यह शादी 3 दिन बाद ही होगी। और यह शादी मेरे farm hause 🏡से होगी। अव्यम अपनी तेज आवाज में बोलता है।
अब अव्यम ने अपना फैसला सुना दिया था तो अब तो कुछ बात करने को रही नही गया था।
माधुरी और दिव्या जी गुरु जी से बाकी की रस्मों की डेट भी fainal करवा लेती है।
जिसमे गुरू जी आज ही रोका करने को बोलते है।
Guro ji के बोलने पर आज ही अव्यम और निधि का रोका करने की तैयारी करने लगते है।
सब को रोका करने में ज्यादा problem नही होती क्युकी माधुरी जी तो पहले से ही रोके की तैयारी कर कर आई थी।
थोड़ी ही देर में दोनो का रोक हो जाता है।
रोका करा कर गुरु जी अपने आश्रम के लिए निकल जाते है।
वैसे भी अव्यम और निधि की शादी यह गुरु जी ही करने वाले थे।
उनके जाने के बाद अरु जल्दी से निधि के गले लग कहती है। मैं आज बहुत खुश हु 3 दिन बाद आप मेरी भाभी बन जाओगी। आपको पता है भाभी मैं न आपकी बहुत बड़ी वाली फैन हु। मैंने आपके बारे में अपने कॉलेज में बहुत सुना है। मैं तो तब से ही आपकी फैन हो गई।
Hey nidhi। तुमने मुझे पहचान मैं अरव। तुम्हे याद है हम बचपन में साथ खेला करते थे। अरव निधि से बोलता है।
अरव के निधि बोलते ही अव्यम उसे घूर कर देखता है।
पर अरव को कहा इस बात की खबर वह तो बस निधि से बचपन की बाते करने में लगा था।
वही बैठा रोहन अव्यम को देख रहा था। की कैसे अव्यम अरव को घूर रहा है।
रोहन जल्दी से जा कर अरव को निधि से दूर करता है और उसे अव्यम की तरफ देखें को बोलता है।
अरव जैसे ही avyam की तरफ देखता है। निधि से दूर हो कर बैठ जाता है।
ऐसे ही सब लोग आगे ली तैयारी के बारे में बाते करने लगते है। और वह लोग कल शॉपिंग पर जाने का डीसाइड करते है। जहा सब अपने अपने लिए शादी की शॉपिंग करने वाले थे।
कल मॉल में मिलेंगे बोल अव्यम निधि के forehead पर kiss 💋 कर अपने ऑफिस के लिए निकल जाता है क्युकी उसकी एक impotent मीटिंग थी।
कल मॉल में मिलने का बोल शेखावत भी फैमली अपने घर के लिए निकल जाती है।
~
शेखवात फैमली के जाते ही दिव्या जी दिवाकर जी से बोलती है। सब इतना जल्दी कैसे होगा। वह भी बस 3 दिन में, कितनी सारी तैयारियां करनी होती है। कैसे होगा सब।मुझे तो सोच सोच कर ही चाकर आ रहे है।
दिवाकर जी दिव्या जी को सोफे पर बैठते है और निधि जल्दी से दिव्या जी को पानी ला कर देती है।
लो पानी पियो। अरे तुम क्यों इतना परेशान हो रही हो। सब हो जायेगा। वैसे भी अव्यम ने बोला है ना वह सारी तैयारी करवा लेगा तो तुम इतना टेंशन मत लो। और हम सब लोग भी तो है। सब कर लेंगे। दिवाकर जी दिव्या जी को समझते है।
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To Be Continued...
शेखवात फैमली के जाते ही दिव्या जी दिवाकर जी से बोलती है। सब इतना जल्दी कैसे होगा। वह भी बस 3 दिन में, कितनी सारी तैयारियां करनी होती है। कैसे होगा सब।मुझे तो सोच सोच कर ही चाकर आ रहे है।
दिवाकर जी दिव्या जी को सोफे पर बैठते है और निधि जल्दी से दिव्या जी को पानी ला कर देती है।
लो पानी पियो। अरे तुम क्यों इतना परेशान हो रही हो। सब हो जायेगा। वैसे भी अव्यम ने बोला है ना वह सारी तैयारी करवा लेगा तो तुम इतना टेंशन मत लो। और हम सब लोग भी तो है। सब कर लेंगे। दिवाकर जी दिव्या जी को समझते है।
हा मुझे पता है अव्यम ने बोला है तो वह सब कर लेगा। पर 3 दिन में इतना सब कुछ करना मुश्किल है। दिव्या जी कहती है।
निधि दिव्या जी को गले लगा कर कहती है मम्मा अगर आप इतनी टेंशन ली ना तो मैं यह शादी ही नही करूंगी।
चल पागल लड़की ऐसे नही बोलते। दिव्या जी निधि के सर पे मर कर बोलती है।
अरे अजीब हो आप मैं आपकी भलाई के बारे मैं बोल रही हु और आप हो मुझे ही मर रही हो। देखो ना पापा मम्मा कैसे मुझे मार रही है। बोल निधि दिवाकर जी के पास जा कर बैठ जाती है।
अरे बच्चे ऐसे शादी तोड़ने की बात नही करते अच्छा नहीं माना जाता और आप तो जानती है ना आपकी मम्मा कैसी है। निधि के गल पे हाथ रख दिवाकर जी उसे प्यार से समझते है।
ओह मां आपको लगता है ऐसा होगा don't worry मैं यह शादी नही तोडूंगी। और आप ज्यादा फिकर मत करो अव्यम है ना। उन्होने कहा है की वह सब संभाल लेंगे तो संभाल ही लेंगे। वैसे भी आप लोग ही तो कहते हो ना वह सब कर लेते है तो क्या वह अपनी शादी नही संभाल पाएंगे। आप ज्यादा परेशान मत होइए। निधि दिव्या जी को गले लगा कर बोलती है।
हा यह तो है वह अपनी जिमेदारी हमेशा अच्छे से निभाता है। पर फिर भी बेटा चिंता तो होती है ना। दिव्या जी निधि से बोलती है।
चल तू वह सब छोड़। तु अपनी तैयारी कर ले जा जाकर लिस्ट बना ले तुझे कल क्या क्या लेना है। नही तो तू अपनी चीज़े भी बहुत भूलती है। हमेशा तुझे last moment पर याद आता है। तु तो पहले से ही लिस्ट बना ले। दिव्या जी निधि से बोलती है।
हा तो मैं क्या करू मां मुझे याद ही लास्ट moment पे आता है। पहले मैं चाहे कितना ही याद 🤔 कर लू मुझे याद ही नहीं आता। वैसे आप बोलती हो तो मैं लिस्ट बना लेती हु। पर हा मैं कोई गेरेन्टी नही लेती की मैं कुछ भूलुंगी नही। बोल निधि अपने कमरे में चली जाती है।
निधि के जाते ही दिव्या जी नम आंखों से उसे देखते हुए दिवाकर जी से बोलती है। 3 दिन बाद मेरी बेटी इस घर से चली जायेगी। वह थी तो इस घर में रौनक थी अब वह चली जाएगी तो इस घर की रौनक भी चली जायेगी। बोल दिवाकर जी के गले लग जाती है।
दिव्या जी की बात सुन दिवाकर जी की भी आंखे नम हो जाती है पर वह जल्दी से अपने आंखो की नमी छुपा लेते है। यही तो रीत है ना दिव्या, बेटियो को एक ना एक दिन अपने मां बाप को छोड़ कर जाना ही होता है। तुम भी तो अपने मां बाप को छोड़ कर मेरे पास आई थी। और देखो आज हम दोनो कितने खुश है।
मुझे पूरा भरोसा है अव्यम हमारी निधि को बहुत खुश रखेगा।
चलो अब जल्दी से खुद को ठीक करो नही तो निधि तुम्हे ऐसे रोते हुए देखेगी तो 100 सवाल करेगी। जाओ जा कर उसकी help कर दो उसकी लिस्ट बनने मैं। मैं बाकी की तैयारी देख लेता हु। बोल दिवाकर जी दिव्या जी को खुद से अलग करते है।
हा वह तो हैं। नही तो क्या भरोस यह लड़की क्या ही लिखेगी मैं देखती हु उसे। आप बाकी की तैयारी देख लो। बोल दिव्या जी निधि के कमरे की तरफ चली जाती है।
शेखावत मैंशन में भी सब का यही हाल था सब अपनी अपनी तैयारी में लगे थे।
लग तो ऐसा रहा था की आज रात शर्मा और शेखावत दोनो ही famliy सोने नहीं वाली।
सब कल की ओर शादी की तैयारी में लगे थे।
अगली सुबह
infinity Mall (इनफिनिटी मॉल काल्पनिक नाम)
इनफिनिटी मॉल mumbai का सबसे बड़ा और मंहगा मॉल था। यह की entry फीस ही 10 हजार थी। इस मॉल में सारी चीज़े बार्ंडेड थी। यह मिलने वाली कई ड्रेसेस और कई चीजे तो ऐसी थी जो सिर्फ यही मिलती थी। यह मॉल इंडिया के टॉप फाइव मॉल में टॉप पर आता था। सब आज यही से शॉपिंग करने वाले थे।
शर्म और शेखावत दोनो ही famliy आ गई थी अब बस इंतजार था तो अव्यम का। क्युकी वह सीधा अपने ऑफिस से आने वाला था।
वह लोग अभी आए ही थी के उन लोगो को अव्यम की कार आती हुई दिखती है।
जल्द ही अव्यम भी आ जाता है वह आते ही निधि के पास जाता है और उससे पूछता है। यह क्यू खड़ी हो अंदर क्यू नही गई?
अव्यम का सवाल सुन निधि झट से कहती है मैं तो आपका वेट कर रही थी।
निधि का जवाब सुन सब अरव उसे देखने लगता है। क्युकी वह लोग भी तो अभी ही पहुंचे थे। और निधि बोल रही थी वह अव्यम का wait कर रही थी।
निधि का जवाब सुन अव्यम निधि के forehead पर kiss 💋 कर बोलता है। तो अब चले अब तो मैं आ गया ना। बोल अव्यम निधि का हाथ पकड़ कर उसे मॉल के अंदर ले कर जाने लगता है।
उसके पीछे पीछे बाकी सब लोग भी चल पड़ते है।
अव्यम के आते ही मॉल का मैनेजर भाग कर आता है ओर अव्यम का welcome करता है। जवाब मैं अव्यम अपना सर हिला देता है।
असल मैं अव्यम ज्यादा किसी से बात नही करता था। सब को पता था अव्यम सिंह शेखावत को ज्यादा बोलने वाले लोग पसंद नही खास कर जो उसके सामने ज्यादा बोलते हो।
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To Be Continued...
निधि का जवाब सुन अव्यम निधि के forehead पर kiss 💋 कर बोलता है। तो अब चले अब तो मैं आ गया ना। बोल अव्यम निधि का हाथ पकड़ कर उसे मॉल के अंदर ले कर जाने लगता है।
उसके पीछे पीछे बाकी सब लोग भी चल पड़ते है।
अव्यम के आते ही मॉल का मैनेजर भाग कर आता है ओर अव्यम का welcome करता है। जवाब मैं अव्यम अपना सर हिला देता है।
असल मैं अव्यम ज्यादा किसी से बात नही करता था। सब को पता था अव्यम सिंह शेखावत को ज्यादा बोलने वाले लोग पसंद नही खास कर जो उसके सामने ज्यादा बोलते हो।
मैनेजर अव्यम से पूछता है सर "how can I help you?"
मैनेजर के पूछते ही निधि झट से बोलती है हम देख लेंगे आप अपना काम करो।
निधि का जवाब सुन मैनेजर अव्यम को देखता है।अव्यम भी उसे जाने का इशारा करता है।
मैनेजर के जाने के बाद अरु जल्दी से निधि के पास आती है और कहती है अच्छा हुआ अपने उसे भेज दिया भाभी। यह लोग तो ठीक से शॉपिंग भी नही करने देते नही mam यह ज्यादा महंगा है यह लो। कर के परेशान कर देते है।
बोल अरु अजीब अजीब से मुंह 😏बनती है।
मुझे भी नही पंसद जब यह लोग बीच में बोलते रहते है। यह मॉल तो काफी अच्छा है पर हा यह का स्टाफ काफी डिस्टअप करता है। पता नही कोन है इस मॉल का owner जो अपने स्टाफ को इतना भी नही सिखाता की उन्हे हेल्प करनी होती है शॉपिंग में, खुद नही करनी होती शॉपिंग। मुझे एक बार मिल जाए वह इंसान मुझे उसे बताना है की वह अपना स्टाफ ठीक करे बोल निधि मुंह बना लेती है।
सब shocked 😲 थे की निधि को अब तक यही नहीं पता की यह मॉल किस का है।
अरु निधि से पूछती है भाभी आपको सच में नही पता इस मॉल का owner कोन है?
निधि मासूमियत से अपना सर ना में हिला देती है।
वही खड़ा अव्यम निधि के हर एक एक्सप्रेशन नॉटिस कर रहा था। वह निधि से बोलता है तुम्हे जो भी बोलना है , तुम्हारी इस मॉल को ले कर जो भी कंप्लेन है मुझे बाद में आराम से बता देना अभी हम लोग शॉपिंग करते है।
पर मैं आपको क्यू बताऊंगी। निधि बोलती है।
क्युकी इस मॉल के owner भाई है। अरु और अरव दोनो साथ ही बोलते है।
निधि तो बिल्कुल शॉक्ड 😲 ही तो जाति है। वह तब से अव्यम के सामने ही उसके मॉल की बुराई कर रही थी वह भी उस मॉल की जिसकी तारीफ करते लोग थकते नहीं है। निधि उसकी बुराई कर रही थी।
निधि अपना सर झुका कर एकदम धीमी आवाज में अव्यम को sorry बोलती है।
उसको ऐसे देख अव्यम उसका सर ऊपर कर बोलता है तुम्हे सॉरी बोलने की ज़रूरत नही है। मुझे पता नही था की यह का स्टाफ ऐसा है और नही ही कभी किसी ने मुझे बताया। तो तुमने मुझे बता कर कुछ गलत नही किया है। "so don't say sorry. Ok?" चलो अब शॉपिंग करते है। बोल अव्यम सब को ले कर 2nd floor पर हाला जाता है क्युकी वह लेडी सेक्शन था।
सब लोग अपने लिए कपड़े देख रहे थे।
दिव्या जी, माधुरी जी और लता जी यह तीनों अलग ही शॉपिंग कर रहे थे। यह लोग गेस्ट को देने के लिए शॉपिंग कर रहे थे। वही बाकी सब लोग अलग शॉपिंग कर रहे थे।
अरु ने तो अपने लिए हल्दी और शादी की ड्रेस fainal भी कर ली थी।
निधि अपने लिए शादी में पहने के लिए कपड़े देख रही थी पर उसे कुछ खास पसंद नही आ रहा था। वह कंफ्यूज थी की क्या ले क्या नही।
वही खड़ा अव्यम उसे देख रहा था वह यह भी देख रहा था की निधि को कुछ पसंद नही आ रहा था। उसको इतना कंफ्यूज देख अव्यम निधि के पास जाता है और पूछता है कुछ पसंद नही आ रहा क्या?
नही ऐसा नही है पसंद हो आ रहा है पर वैसे नही है जैसे मुझे चाहिए थे। बोल निधि अपना सर झुका लेती है।
तो तुम्हे किसने बोला की तुम्हे किसने कहा की तुम शादी के function के लिए ड्रेस लो। शादी के ड्रेस तुम्हे functions पर मिल जायेंगे। तुम अपने लिए वैसी ड्रेस देख लो अव्यम निधि से बोलता है।
अव्यम की बात सुन निधि अव्यम की तरफ देखती है। निधि अपनी आखों में चमक लिए अव्यम से पूछती है कोन सी ड्रेस ली है अपने मेरे लिए?
अव्यम के बोलते ही निधि खुश हो जाती है। उसको इतना खुश देख अव्यम भी smile करता है और उसे बोलता है। मैने कहा न तुम्हे तुम्हारी dresses function's पर मिल जायेगी।
निधि बच्चो की तरह जिद करते हुए बोलती है नही मुझे जानना है। बताओ ना अपने कोन सी और कैसी dress ली है मेरे लिए। please बताओ ना।
नही मैने कहा न तुम्हे functions पे जब पहने को मिलेगी तब देख लेना और पहन भी लेना ok अव्यम निधि से बोलता है।
निधि को इस तरह से अव्यम से जिद करते देख दिव्या जी निधि से पूछती है क्या हुआ है? क्यू इस तरह से जिद कर रही हो। कुछ चाहिए क्या तुम्हे?
देखो ना मम्मा अव्यम ने मेरे लिए dresses ली है पर यह है की मुझे ना बता रहे है क्या लिया है ना दिखा रहे है। बोल निधि अपना मुंह फुला लेती है।
उसकी ऐसे बच्चो वाली हरकत देख सब मुस्कुरा देते है।
माधुरी जी बोलती है अव्यम बता दी ना तुमने क्या लिया है इसके लिए। इसे बाकी की चीज़े भी तो रेडी करनी होगी ना jewellery और भी बहुत सी चीज होती है लड़कियों के लिए। बता दो ना।
मैने बोला ना function पर मिलेंगी तो function पर ही मिलेंगी। हा और रही बात jewellery और बाकी की चीज़े तो निधि को कुछ भी सोचने या रेडी करने की ज़रूरत नही है। मैने ड्रेसेस के साथ वह सब भी ready करवा दिए है। अव्यम बोलता है।
अव्यम का जवाब सुन निधि उसे घुर कर देती है और बोलती है। मेरी ही शादी है और मुझे ही नही पता मैं कोन सी dress पहने वाली हु। डेविल कही के निधि मुंह बना के कहती है।
निधि की बाते सब ने सुन ली थी। अव्यम ने भी निधि की बाते सुन ली थी। वह smlie कर रहा था।
बिचरा अरव तो shocked 😳 था। अव्यम का बार बार smile करना उसे shock दे रहा था।
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मैने बोला ना function पर मिलेंगी तो function पर ही मिलेंगी। हा और रही बात jewellery और बाकी की चीज़े तो निधि को कुछ भी सोचने या रेडी करने की ज़रूरत नही है। मैने ड्रेसेस के साथ वह सब भी ready करवा दिए है। अव्यम बोलता है।
अव्यम का जवाब सुन निधि उसे घुर कर देती है और बोलती है। मेरी ही शादी है और मुझे ही नही पता मैं कोन सी dress पहने वाली हु। डेविल कही के निधि मुंह बना के कहती है।
निधि की बाते सब ने सुन ली थी। अव्यम ने भी निधि की बाते सुन ली थी। वह smlie कर रहा था।
बिचरा अरव तो shocked 😳 था। अव्यम का बार बार smile करना उसे shock दे रहा था।
उसको ऐसे shocked देख अरु अरव के पास आ कर उसके कान में कहती है। अब आदत डाल लो भाई, मुझे तो लगता है अब हमे हमेशा ऐसा ही कुछ देखने को मिलने वाला है। बोलकर दूर हो जाती है।
लता जी सब से पूछती है निधि का तो हो गया। तुम दोनो ने अपनी शॉपिंग कर लिया अभी कुछ रह गया है? लता जी अरव और आरोही की तरफ देख कर पूछती है।
अरव और आरोही दोनो एक साथ बोलते है शॉपिंग तो कर ली। पर अब भूख बहुत जोरो की लगी है। बोल दोनो एक दूसरे को देखते है।
उनके बोलते ही निधि भी अपने पेट पर हाथ रख बोलती है। हा मुझे भी जोरो की भूख लग गई है चलिए ना कुछ अच्छा चटपट सा खाते है। बोल निधि अपने होठों पर जीभ फेरती है।
उसको ऐसा करते देख दिव्या जी अपना सर हिला देती है जैसे कह रही हो इसका कुछ नही हो सकता।
सब का bill pay कर, अव्यम सब को फूड area में चलने को बोलता है जो 3rd floor पर था। मॉल की तरह यह जगह भी बहुत ही अच्छी थी।
अव्यम सब के लिए side coner की table book करता है। बैठते ही सब अपना अपना oder देने लगते है।
निधि, अरव, आरोही और रोहन तो अपने लिए भर भर कर फास्ट फूड oder करते है। जल्द ही उन लोगो का ऑडर भी आ जाता है। निधि अरव आरोही और रोहन तो ऐसे खा रहे थे जैसे उन लोगो को यह सब जन्मों के बाद मिला हो।
वही जहा उन सब ने इतना कुछ मगव्या था अव्यम ने तो अपने लिए बस एक black coffee ☕ मगव्यी वह भी बहुत स्टॉन्ग वाली।
उसकी काफी देख निधि अजीब सा मुंह बनती है। फिर अव्यम से पूछती है आप यह कड़वी कॉफी पियोगे?
उसके ऐसे पूछने पर अव्यम बोलता है। " हा क्यू? क्या हुआ तुम्हे कोई problem?"
नही। मुझे बस इतना पूछना था आप यह coffee पी कैसे लेते हो। मतलब यह कितनी कड़वी होती है। बोल अजीब सा मुंह बनती है।
उसका सवाल सुन अव्यम smile 🙂 कर उसे बोलता है। एक बार try कर के देखो पता चल जायेगा मैं कैसे पीता हु और तब तक के लिए मैं तुम्हारा pizza खा कर देखता हु कैसा है? बोल अपनी कॉफी का sip लेता है।
निधि तुरंत बोलती नही बिल्कुल भी नही। मैं नहीं पीती यह कड़वी कॉफी। आपकी कॉफी आपको ही मुबारक हो और आप क्यू मेरा pizza खायेंगे आपको खाना था तो आप अपना मांगा लो आप मेरा pizza क्यू दू मैं आपको यह मेरा है। आप अपने लिए दूसरा मांगा लो। बोल जल्दी जल्दी अपना पिज्जा खाने लगती है। जैसे अव्यम सच में उसका पिज्जा खा लेगा।
उसको ऐसे जल्दी जल्दी खाते देख अवयम smlie करता है और कहता है आराम से खाओ नही खा रह मैं तुम्हारा pizza , आराम से खाओ।
थोड़ी देर बाद सब का खान हो जाता है। शॉपिंग करते करते सब को शाम हो गई थी।
जैसे ही सब मॉल से बाहर निकलते है वह दो कारें 🚘 आती है। एक कार में से दिवाकर जी बाहर आते है तो दूसरी में से सुभाष और सुरेश जी बाहर आते है। वह दोनो सब लोगो के पास जाते है और पूछते है। हो गई सारी शॉपिंग?
दिव्या जी बोलती है हा हो गई है।
दिव्या जी का जवाब सुन दिवाकर जी बोलते है ठीक है फिर घर चलते है कल farm hause 🏡 जाना है तो उसकी तैयारी भी करनी है।
कल आप लोगो को लेने के लिए कारे पहुंच जाएगी। अव्यम दिवाकर जी की तरफ देख कर बोलता है।
अव्यम की बात सुन दिवाकर जी बोलते है ठीक है फिर कल मिलते है farm hause 🏡 पर बोल सुभाष जी के गले मिलते है।
वही अव्यम भी निधि के forehead पर किस 💋 कर बोलता है। कल मिलेंगे और ज्यादा मत सोचो तुम्हारी dress कल तुम्हे मिल जाएगी।
अव्यम की बात सुन निधि उसे देखती है और एक बार और पूछती है क्या ड्रेस ली है अपने?
उसका सवाल सुन अव्यम फिर वही जवाब देता है कल function मे मिल जाएगी। अव्यम का जवाब सुन निधि चीड़ जाति है और दिवाकर जी के पास चली जाती है। निधि सब से मिलती है और दिवाकर जी और दिव्या जी के साथ शर्मा मेंशन के लिए निकल जाती है।
शर्मा मेंशन में
आते ही निधि सोफे पर लगभग लेट ही जाती है और बोलती है आज तो मैं थक गई।
उसको ऐसे देख दिवाकर जी प्यार से उसके सर पर हाथ फेर कहते है ज्यादा थक गई बेटा।
अरे पापा पूछो मत आज तो मैं कितना चली हु। मुझे तो लग रहा था की कही मैं ओर भी पतली ना हो जाओ। निधि दिवाकर जी की गोद में सर रख बोलती है।
हा इतनी शॉपिंग करी है की अपनी शादी की एक ड्रेस पसंद नही आई इसे। सोफे पर बैठते हुए दिव्या जी बोलती है।
हा तो मैं क्या करती! मम्मा मुझे सच में कुछ पसंद ही नही आ रहा था। और वैसे भी अच्छा है ना मैने कुछ पसंद नही किया नही तो जो dress अव्यम ने ली है उसका क्या होता। निधि बोलती है।
क्या मतलब। तुमने शादी के लिए कुछ भी नही लिया है? दिवाकर जी निधि से पूछते है।
हा पापा मुझे कुछ पसंद नही आ रहा था और फिर डेविल ने कहा उन्होंने मेरे लिए पहले ही शादी के functions में पहने के लिए। तो मैंने कुछ नहीं लिया। निधि बोलती है।
निधि की बात सुन दिवाकर जी पूछते है यह डेविल कोन है? वैसे उन्हे अंदाज हो गया था यह नाम किसका हो सकता है पर फिर भी वह पूछते है।
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To Be Continued...
हा पापा मुझे कुछ पसंद नही आ रहा था और फिर डेविल ने कहा उन्होंने मेरे लिए पहले ही शादी के functions में पहने के लिए। तो मैंने कुछ नहीं लिया। निधि बोलती है।
निधि की बात सुन दिवाकर जी पूछते है यह डेविल कोन है? वैसे उन्हे अंदाज हो गया था यह नाम किसका हो सकता है पर फिर भी वह पूछते है।
और कोन अव्यम devil है पूरे के पूरे devil मैंने कितना पूछा बता दो कोन सी ड्रेस ली है। पर मजाल है की उन्होंने एक शब्द भी बताया हो। डेविल कही के। निधि बोलती है।
हा तो क्या problem है उसने बोला है ना शादी पर मिल जायेगी तुझे तेरे ड्रेस तो problem क्या है। क्यू परेशान हो रही है तुझे तो खुश होना चाहिए। उसने तेरी problem slove कर दी नही तो तुझे ड्रेस के मैचिंग की jewellery वागेरा किसी भी चीज के लिए परेशान नहीं होना पढ़ेगा अव्यम ने तेरे लिए सब ले लिया है। और तू है की उसको डेविल बोल रही है दिव्या जी निधि से कहती है।
हा तो वह मुझे एक बार बता भी तो सकते थे न की क्या लिया है बता देते तो क्या बिगाड़ जाता उनका। निधि मुंह बना कर बोलती है।
बेटा वह आपको surprise देना चाहता होगा इसलिए आपको नही बता रहा। छोड़ो तुम वैसे भी हम कल जा रहे है ना तो वह आपको आपके ड्रेस मिल जायेंगे। जाओ अब थोड़ा rest कर लो नही तो कल से आप rest कर नही पाओगे। दिवाकर जी निधि से बोलते है।
ok बोल निधि अपने रूम को तरफ चली जाती है।
उसको जाता देख दिव्या जी कहती है यह बस ऐसे ही खुशी खुशी जाए अपने ससुराल मैं नही चाहती की मेरी बेटी रोती हुई या उदास हो कर अपने ससुराल जाए। बोल दिवाकर जी के गले लग जाती है।
चाहता तो मैं भी यही हु। मैं अपनी बेटी की आखों में आसू नही देख सकता। दिवाकर जी बोलते है। चलो अब तुम भी फ्रेश हो जाओ। कल निकलना भी है तो जाओ rest कर लो। दिवाकर जी दिव्या जी से बोलते है।
अगली सुबह
शर्मा मेंशन में
निधि बेटा चले अब? दिवाकर जी निधि से बोलते है।
नही पापा मैं नही जाऊंगी अगर मैं चली गई तो फिर कभी यह नहीं आ पाऊंगी। बोल निधि दिवाकर जी के गले लग रोने 😭 लगती है।
चल पागल। किसने कहा तू कभी यह नहीं आ पाएगी यह घर तेरा था तेरा है और हमें तेरा रहेगा। तेरी शादी हो रही है मेरे बच्चे और वह भी पास में ही जब मन चाहे तब आ जाना। दिव्या जी निधि को अपने गले लगा कर बोलती है।
असल मैं हुआ यह था की निधि अपनी best friend Anushka को जब अपनी शादी के बारे में बत्ती है और इंवेट करती है तो वह उसे बताती है की शादी के बाद लड़किया पराई हो जाती है। वह अपने मां बाप के साथ नही रह पाती तभी से निधि का रो रो कर बुरा हाल था।
दिव्या और दिवाकर जी के बहुत समझने पर निधि चुप होती है। उसके चुप होने के बाद शर्मा फैमिली अव्यम के farm hause 🏡 के लिए निकल जाती है।
अव्यम के farm hause 🏡 पे
शेखावत फैमली पहले ही अव्यम के farm house मे आ गई थी।
अव्यम का farm house शहर से थोड़ा दूर था। farm house जंगल के बीचों बीच बना था। जंगल में होने की वजह से यह की security काफी अच्छी थी। farm house की दिवारे भी काफी बड़ी और ऊंची थी। बीचों बीच एक बड़ा सा वाइट कलर का बंगलो था और उसके चारो तरफ garden था जहा कई तरह के फूल लगे हुए थे कई तरह के पेड़ भी थे। जंगल में होने के बावजूद भी यह बहुत ही खूबसूरत था और रात को तो इसकी खूबसूरती देखते ही बनती थी। चारो तरफ lighte लगी हुई थी। आज तो farm house को और भी अच्छे से सजाया गया था।
अरु और अरव तो जब से आए थे बस घूम घूम कर farm house को ही देख रहे थे की अव्यम ने कितनी जल्दी और कितनी अच्छी तैयारी करी थी। अरव तो बस आंखे फाड़े 😳देख रहा था। रोहन जो farm house की decorations करवा रहा था। अरव रोहन के पास कर उससे पूछता है रोहन भाई क्या सच में यह अव्यम भाई का farm house है? यह कितना अच्छा है। मुझे नहीं पता था भाई के पास इतना अच्छा farm house भी है।
हा यह अव्यम का ही farm house है। तु बस इसे देख कर इतना shocked हो रहा है यह तो बस एक नमूना है बच्चे अव्यम के पास तो इससे भी अच्छे अच्छे villa और farm house है। और वह भी सिर्फ india मे नही फॉरन में भी अव्यम के बहुत से villa है। शायद ही ऐसी कोई country होगी जहा तेरे भाई की property ना हो। रोहन अरव को बताता है।
मुझे नहीं पता था भाई इतने अमीर है? अरव अपनी आखें बड़ी 😳 कर बोलता है।
वह तेरी सोच से भी ज्यादा है। ऐसे ही नही वह एशिया का no 1 businessmen है। बोल रोहन वापस से अपने काम करने लग जाता है।
बाहर से कार रुकने की आवाज आती है। सब लोग बाहर आते है तो देखते है की शर्मा famliy आ गई है।
निधि कार से उतरती है। निधि तो बस farm house 🏡 देखती ही रह जाती है। निधि farm house को अपनी बड़ी बड़ी आखों को और बड़ा 😳 कर के देख रही थी। निधि कई बार अपनी पलके झपकती है जैसे वह देखना चाहती हो यह कही कोई सपना तो नहीं। जब उसे यकीन हो जाया है की यह सपन नही है तो निधि खुशी के मारे उछल पड़ती है। वह अपनी नजरे इधर उधर करती है तो उसे डोर पर खड़ा अव्यम दिख जाता है। वह जल्दी से जा कर अव्यम के गले लग जाती है।
असल में हुआ यह की जब अव्यम को पता चला की निधि और शर्मा famliy आ गई है तो वह बाहर आता है ओर निधि को इस तरह से farm house को देखते देख वह भी निधि को देखने लगता है।
निधि के गले लगने पर अव्यम होश में आता है वह भी निधि को कस के अपनी बाहों में भर लेता है।
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To Be Continued...
असल में हुआ यह की जब अव्यम को पता चला की निधि और शर्मा famliy आ गई है तो वह बाहर आता है ओर निधि को इस तरह से farm house को देखते देख वह भी निधि को देखने लगता है।
निधि के गले लगने पर अव्यम होश में आता है वह भी निधि को कस के अपनी बाहों में भर लेता है।
आपको कैसे पता मुझे ऐसी ही जगह चाहिए थी? निधि गले लगे हुए ही अव्यम से पूछती है।
उसका सवाल सुन अव्यम निधि से पूछता है। तुम्हे पसंद आया यह farm house 🏡?
पसंद! अरे बहुत बहुत पसंद आया। आप सोच भी नही सकते यह farm house मुझे कितना पसंद आया है। अव्यम से अलग हो निधि बोलती है।
निधि के forehead पर kiss 💋 कर बोलता है मुझे पता था मेरी little girl को यह पसंद आएगा।
चलो निधि बेटा आप तैयार हो जाओ ज्यादा टाइम नही है थोड़ी ही देर में तुम्हारी और अव्यम की engegment होगी। माधुरी जी बोलती निधि बोलती है।
जी आंटी। मैं जाती हु ready होने। पर अभी नहीं मेरी best friend आने वाली है वह आ जाए तो मैं उसके साथ ही ready होने चली जाऊंगी। निधि माधुरी जी से बोलती है।
तुम ready हो जाओ। तुम्हारी friend आयेगी तो उसे तुम्हारे पास भेज देंगे तब तक तुम ready हो जाओ। तुम्हारी dress तुम्हारे कमरे में मैने पहले ही रखवा दी है। अव्यम निधि से बोलता है।
क्या सच्ची मेरी dress पहुंच गई है मेरे कमरे में। अब तो मैं अपनी dress देखने के लिए और ज्यादा exerted हु।आपने शादी की location इतनी अच्छी चुनी है है dress कितनी अच्छी होगी। कोन सा है मेरा कमरा? निधि पुछती है।
जल्द ही सब अपने अपने कमरे में ready के लिए चले जाते है। क्युकी ज्यादा time नही आज ही अव्यम और निधि की engegment और हल्दी दोनो functions आज जी होने वाले थे। engegment के फंक्शन को अंदर हॉल में रखा गया था और हल्दी की रस्म को बाहर Farm house के garden मे। हल्दी की रस्म बाद में होने वाली थी पहले engegment होने वाली थी जिसके लिए सब लोग हाल में थे। हॉल को भी बहुत ही अच्छे से peach and white colour combination मे decorat किया गया था। हॉल के बीचों बीच stage बनाया गया था। stage पर बीच में एक बड़ा सा white colour का sofa रखा गया था जिस पर निधि और अव्यम बैठने वाले थी। sofe के पीछे की wall को फूलों से सजाया गया था। उसी के बीचों बीच AN लिखा गया था। सब आ गए थे बस इंतजार था तो निधि और अव्यम का।
शादी में बाहर के लोग नही थे। बस दोनो family के member ही थे। दिवाकर जी के family मे ज्यादा कोई था ही नही जिसे वह बुलाते। दिवाकर जी के एक भाई है जो इस शादी में आ नही पाए। और सुभाष जी ने ज्यादा किसी को बुलाया ही नही था। उनकी एक बहन थी जिसे उन्होंने बुलाया ही नही था। उसका कारण हमे बाद में पता चलेगा। इसलिए इस शादी में बाहर का कोई था ही नही। बस एक निधि की best friend Anushka के अलावा। अचनाक एक impotent meeting attend करने के लिए Anshuman को भी out of India जाना पड़ा जिसकी वजह से वह भी निधि की शादी में नही आ पाया।
सब लोग wait कर रहे थे कि उन्हें सीढियों से आता हुआ अव्यम दिखता है।
अव्यम ने grey colour का three piece suit पहना हुआ था वैसे तो अव्यम daily भी ऐसे ही कपड़े पहनता था पर आज वह कुछ अलग ही लग रहा था। जल्दी नीचे आता है।
उसके नीचे आते ही सारी lighte off हो जाती है और एक spot lighte सीढियों पे थी जहा निधि खड़ी थी। निधि ने भी grey colour का ball grown पहना था। उसका grown sleeveless था। grwon मे top से ले कर bottam तक diamonds का work किया गया था।वह उस grown मे बहुत ही सुंदर लग रही थी। निधि बिल्कुल किसी परी जैसी लग रही थी।
अव्यम की तो नजरे ही निधि पर से नही हट रही थी अव्यम को पता ही नही चलता की कब निधि उसके साथ आ कर खड़ी हो जाती है।
"वह निधि तुम तो बिल्कुल पारी जैसी लग रही हो" अरव निधि को कॉम्प्लीमेंट देता है। अरव की आवाज सुन अव्यम होश में आता है।
लता जी जल्दी से दोनो की rings 💍 ला कर देती है। अव्यम तो अभी भी बस एक टक निधि को देखे जा रहा था निधि को देखते ही देखते वह निधि को ring💍 पहना देता है। उसके ring 💍पहनते ही सब clap 👏 करते है।
उसके बाद निधि भी धीरे से अव्यम का हाथ पकड़ती है और अव्यम को ring पहना देती है। निधि के रिंग पहनते ही सब फिर से clap 👏 करते है। और उन दोनो को congratulat करते है।
ring ceremony होने के बाद सब लोग photos लेते है।
अव्यम और निधि की ring ceremony हो गई थी। अव्यम और निधि photos click करवा रहे थे। निधि हर एक moment को capture करना चाहती थी इसलिए अव्यम ने best photographers बुलाए थे।
वही खड़ी अनुष्का तो कब से अव्यम और निधि की फोटोज click करी जा रही थी। क्योंकि अंशुमन ने खास अनुष्का को बोला था की उसे हर एक moment की photos click करे ओर उसे भेजे। इसलिए अनुष्का हर एक मूमेंट को अपने phone मे capture कर रही थी।
जल्द ही निधि और अव्यम का couple photoshoot हो जाता है तो सब फैमली के साथ भी उनका photoshoot होता है।
थोडी देर बाद engegment का function खत्म हो जाता है।
उसके बाद सब लोग अपने अपने कमरे में फिर से ready होने के लिऐ चले जाते है। क्युकी कुछ ही देर में हल्दी का function start होने वाला था।
निधि के कमरे में
अब बोल अनुष्का क्या मैने गलत किया अव्यम से शादी के लिए हा कर, कर निधि अनुष्का से पूछती है।
Flashback
सुबह जब अनुष्का farm house 🏡 पहुंची थी।
तो उसे दिव्या जी बाहर ही मिल जाती है जो नौकरो को कुछ समझा रही थी। अनुष्का जा कर दिव्या जी से मिलती है। जाओ बेटा आप भी ready हो जाओ थोड़ी ही देर में engegment है तो तुम भी निधि के साथ ही ready हो जाओ बोल दिव्या जी एक नोकर को अनुष्का को निधि के कमरे तक छोड़ने को बोलती है।
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To Be Continued...
Flashback
सुबह जब अनुष्का farm house 🏡 पहुंची थी।
तो उसे दिव्या जी बाहर ही मिल जाती है जो नौकरो को कुछ समझा रही थी। अनुष्का जा कर दिव्या जी से मिलती है। जाओ बेटा आप भी ready हो जाओ थोड़ी ही देर में engegment है तो तुम भी निधि के साथ ही ready हो जाओ बोल दिव्या जी एक नोकर को अनुष्का को निधि के कमरे तक छोड़ने को बोलती है।
अनुष्का तो बस farm house 🏡 देख रही थी। Business famliy से belong करने की वजह से अनुष्का अंदाजा लग सकती थी की यह farm house कितना महंगा होगा।
जैसे ही वह आगे जाती है तो देखती है अव्यम किसी से phone पर बता कर रहा था। असल में वह बात नही कर रहा था वह किसी पर चिला रहा था। उसे देख ऐसा लग रहा था की जैसे अगर वह इंसान यह होता तो अव्यम तो उसे अपने हाथो से ही मर देता। वह इस वक्त बहुत ही गुस्से में लग रहा था। अनुष्का तो उसे ऐसे देख डर 😨 ही जाति है।
जल्द ही नोकर अनुष्का को निधि के कमरे के पास ले आता है। कमरे में आते ही अनुष्का जल्दी से पानी पीती है।
वह पानी पी ही रही थी की निधि पीछे से आ कर उसे गले लगा लेती है। निधि अनुष्का को अपनी तरफ पलटी है। अनुष्का को देख निधि चोक जाति है। क्या हुआ तुझे तू डरी हुई क्यू लग रही है बैठ बोल निधि अनुष्का को bed पर बिठती है।
क्या हुआ बता ना? निधि एक बार फिर से पूछती है।
निधि तुने सोचा तो है न इस शादी के बारे में मतलब अव्यम जी से शादी के बारे में? अनुष्का निधि से पूछती है।
हा। मैने सोच समझ कर ही हा की है। तुझे हुआ क्या है? निधि अनुष्का से बोलती है।
निधि के पूछने पर अनुष्का उसे सब कुछ बता देती है। अनुष्का की बात सुन निधि तो अपना सर ही पीट 🤦 लेती है। अरे पागल। तु न बेकार में इतना सोच रही है। अव्यम मेरे साथ ऐसे नही है। वह तो मेरा कितना ख्याल रखते है।
इधर आ तु बोल निधि अनुष्का को अपनी dress दिखती है। dress देख तो अनुष्का shocked 😳 हो जाती है। निधि से बोलती है यह तो बिल्कुल वैसी ही dress है। "जैसे मुझे चाहिए थी" अनुष्का की बात को बीच में ही कट कर निधि बोलती है। अनुष्का हा में अपना सर हिला देती है। यह जगह भी बिल्कुल वैसी ही है जैसी तुझे चाहिए थी। तुने अव्यम जी को बता दिया था की तुझे कैसी dress चाहिए और अपनी dream wedding के बारे में? अनुष्का निधि से पूछती है।
नही मैने उन्हे कुछ नही बताया। उन्होंने मुझे बोला था की मैं उन्हे एक list बना कर दे दू मुझे सब कुछ कैसा चाहिए।पर बाद में मैने माना कर दिया था की जैसा आपको ठीक लगे आप करवा लो बोल कर। निधि बोलती है।
पर फिर भी सब कुछ तेरी पसंद का कैसे है? यह सब तो बस तुझे पता था और तुने मुझसे भी प्रॉमिस ले कर बता था की मैं किसी को नहीं बताऊंगी तेरी dream wedding के बारे में। यह तो aunty को भी नही पता है ना।? अनुष्का निधि से पूछती है।
नही मैने इस बारे में किसी को कभी भी नही बता था। क्युकी यह मेरा secret था। पर अव्यम ने पता न होने के बावजोद सब कुछ वैसा ही किया है जैसा मुझे चाहिए था। सब कुछ वह parsonaliy देख रहे है। क्युकी वह कोई कमी नही रखना चाहते। क्या तु अब भी कहेगी की मैने उन्हे चुन के गलत किया? बोल निधि अनुष्का की तरफ देखती है।
जब वह अनुष्का की तरफ देखती है तो अनुष्का उसे अभी भी confuse लगती है। निधि एक गहरी सास ले कर बोलती है। ठीक है तु न अभी जब हम नीचे जायेंगे ना तो तू खुद देख लेना की मैने सही किया या गलत ok? निधि अनुष्का से बोलती है।
देख निधि तु मुझे गलत मत समझना। अनुष्का ने इतना ही बोला था की निधि उसके सर पर मार बोलती है पागल मैं क्यू तुझे गलत समझूंगी। I know तुझे मेरी फिक्र है। और शायद मैं तेरी जगह होती तो मैं भी यही सोचती जो तू सोच रही है। don't worry तु मेरी फिक्र मत कर चल अब जल्दी से तैयार होते है। बोल निधि अपनी dress के पास जाती है और उसे छू कर बोलती है मुझसे और wait नही हो रहा मेरी dream dress पहने का। चल जल्दी तैयार होते है।
flashback end
sorry यार मैंने अव्यम जी को गलत समझा वह सच में तेरे लिए parfect है। पर आज पहली बार मुझे गलत होने में इतनी खुशी मिल रही है। वह तुझसे कितना प्यार करते है वह तो उनकी आंखो में ही दिख रहा था। I'm so happy 😁 nidhi। तुझे अव्यम जी मिले।
फिर हाथ जोड़ 🙏 ऊपर देख कर बोलती है। मैं तो अब बस भगवान जी से यही प्रार्थना करती हु मुझे भी जल्दी से एक अव्यम जी जैसा ही life patner मिल जाए।
"अब तो तुझे कोई शक नही है ना" ? निधि अनुष्का से पूछती है।
अरे बिल्कुल भी नही। अनुष्का चहक कर बोलती है।
चल अब जल्दी से तेरी हल्दी के लिए ready हो जाते। तेरे वह भी तो तेरा इंतजार कर रहे होंगे। अनुष्का अपने कंधे को निधि के कंधे से टकरा कर बोलती है। अनुष्का ने यह बात थोड़े मजाकिया अंदाज में बोली थी।
मुझे न ज्यादा परेशान मत कर समझी। और हा जूते चूर्यी में जितने भी गिफ्ट या पैसे मिले न मुझे उसमे से अपना 50% चाहिए समझी। निधि अनुष्का को ऊंगली दिखा कर बोलती है।
अच्छा जी। ठीक है दिया तुझे। तु भी क्या याद रखेगी क्या दिलदार साली हु मै। थोडी देर बाते कर दोनो ready होने चली जाती है।
बाहर garden मे अभी सब ने yellow colour के dress पहनें थे। garden ka decoration भी yellow ओर white colour का था। हर जगह परदे और flowers लगे हुए थे। garden में कई जगह लाइट भी लगे थे। garden के बीच में दो बड़े बड़े पीतल के बर्तन रखे हुए थे जिसमे निधि और अव्यम बैठने वाले थे। दोनो बर्तन के बीच में परदे भी थे जिसका मतलन यह हल्दी लगते time दोनो एक दूसरे को देख नही सकते।
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बाहर garden मे अभी सब ने yellow colour के dress पहनें थे। garden ka decoration भी yellow ओर white colour का था। हर जगह परदे और flowers लगे हुए थे। garden में कई जगह लाइट भी लगे थे। garden के बीच में दो बड़े बड़े पीतल के बर्तन रखे हुए थे जिसमे निधि और अव्यम बैठने वाले थे। दोनो बर्तन के बीच में परदे भी थे जिसका मतलन यह हल्दी लगते time दोनो एक दूसरे को देख नही सकते।
ऑलमोस्ट सब ने yellow combition के कपड़े ही पहने थे। दिव्या माधुरी और लता जी ने सारी, अरु ने white colour की shirt और yellow colour का लहंगा पहना था। बाकी सभी आदमियों ने कुर्ता पजाम पहना था।
जल्द ही निधि भी आ जाती है। निधि ने white colour का flower printed crop top और yellow colour ka flower printed लहंगा पहना था। उसी से साथ आ रही अनुष्का ने भी yellow colour का लहंगा पहना था उसका पुरा लहंगा yellow colour का था जिस पर जगह जगह स्टोन लगे थे।
आज सब में एक और चीज कॉमन थी। वह थी सारी लेडीज की jewellery सब ने आज flower वाली jewellery पहनी थी। अनुष्का निधि को ला कर उसी पित्तल के बर्तन में बैठा देती है। सब लोग आ गए थे। अब बस अव्यम का आना बाकी था।
निधि अव्यम को ही ढूंढ़ रही थी की उसे सामने से आता हुआ अव्यम दिखता है। अव्यम को देखने में निधि इतनी खोई हुई थी की उसे अरु की आवाज ही नहीं आ रही थी जो उसकी photos ले रही थी।
जब अरु देखती है की निधि उसकी तरफ देख ही नहीं रही है। तो वह निधि की नजरो का पीछा करती है तो वह भी देखती रह जाती है।
yellow का colour कुर्ता उस पर white colour का flower printed कोट ,white पजामा आंखो पे black गोगल लगाए अव्यम आ रहा था। जो भी उसे देखता बस देखता ही रह जाता। सब ने आज पहली बार अव्यम को इस तरह के कपड़े में देखा था। अव्यम हमेशा business सूट ही पहना करता था।
अव्यम आ कर निधि के सामने खड़ा हो जाता है। "अब बस भी करो कितना देखोगी" निधि के पास आ कर अव्यम धीरे से निधि से बोलता है।
उसकी आवाज सुन निधि होश में आती है। और sorry बोल अपनी नजरे इधर उधर करने लगती है। अचनाक ही वह अव्यम को देखती है और बोलती मैं क्यू sorry बोलूं मेरे पास right है आपको देखने का। मैं तो देखूंगी। बोल निधि वापस से अव्यम को देखने लगती है।
उसका जवाब सुन अव्यम smlie करता है और आ कर अपनी जगह पर बैठ जाता है।
अव्यम के बैठते ही माधुरी जी बोलती है चलो अब हल्दी की रस्म पूरी करते है। सबसे पहले हल्दी अव्यम को लगाई जाती है उसके बाद ही निधि को हल्दी लग सकती थी। इस लिए सबसे पहले माधुरी जी अव्यम को हल्दी लगती है। फिर दिव्या जी और एक एक कर सब अव्यम को हल्दी लगते है।
अव्यम को हल्दी लगने के बाद निधि को भी हल्दी लगाई जाती है। निधि को सबसे पहले दिव्या जी हल्दी लगती है। फिर माधुरी जी और बाकी सब भी।
जब अनुष्का निधि को हल्दी लगने आती है तो वह निधि के फेस और हाथ पूरे में हल्दी लगा देती है। उसको ऐसा करते देख अरु भी निधि के पूरे हाथ पे हल्दी लगा देती है।
सब को खुद को इस तरह से हल्दी लगते देख। निधि भी उन दोनो के face पे हल्दी लगा देती है और बोलती है अब सही है। फिर अपनी जगह से उठ भागने लगती है।
फिर क्या था सुरो हो गई हल्दी की होली और इस होली में जल्द ही अरव भी सामिल हो गया। कभी निधि अनुष्का के पीछे तो अरु अरव के पीछे सब एक दूसरे के पीछे भाग रहे थे।
भागते भागते अनुष्का रोहन से टकरा जाती है वह गिरने ही वाली होती है की। रोहन उसे संभाल लेता है। जैसे ही अनुष्का अपनी आंख खोलती है तो वह देखती है की रोहन smile 😊 करते हुए उसे ही देख रहा था।
रोहन को इस तरह से खुद को देखते देख अनुष्का चीड़ जाती है और अनुष्का जल्दी से खड़ी होती है।
वही दूसरी तरफ निधि सब से छुप जाती है।
वह अभी खड़ी ही थी की अव्यम पीछे से आ कर उसे कमर से पकड़ लेता है। उसके पकड़ते ही निधी समझ जाति है की यह अव्यम है वह अपनी आंखे बंद कर लेती है।
सब ने तो तुम्हें हल्दी लगा दी पर मेरा क्या मैंने तो नही लगाई तुम्हे हल्दी। "मुझे भी तुम्हें हल्दी लगानी है वह भी अपने style" मे बोल अव्यम निधि के कान पे किस कर लेता है।
अव्यम के किस करते ही निधि झट से पलट कर अव्यम के गले लग जाती है। और बोलती है मुझे भी आपको हल्दी लगानी है।
निधि के बोलते ही की उसे भी अव्यम को हल्दी लगानी है। अव्यम खुश हो जाता है।
अव्यम निधि को ले कर पीछे की तरफ चला जाता है जहा कोई नही था। अव्यम को किसी का डर नहीं था वह बस नही चाहता था की उसके और निधि के special moment को कोई और देखे।
अव्यम वही पास में रखी हल्दी की कटोरी उठता है। उसके हाथ में कटोरी देख निधि उसे देखती है और पुछती है अपने पहले से ही तैयार कर रखी थी।
उसके पूछने पर अव्यम उसकी कमर में हाथ डाल उसे अपने ओर करीब कर बोलता है। हा बिल्कुल मुझे तुम्हे हल्दी जो लगनी थी। अव्यम निधि के गाल हाथ पेट उसकी पूरी body पे हल्दी लगा देता है। जैसे जैसे अव्यम निधि को हल्दी लगा रहा था निधि की पकड़ आप पर कस्ती जा रही थी।
निधि भी कटोरी से हल्दी ले कर अव्यम के पूरे चेहरे पर हल्दी लगा देती है। निधि अव्यम के face पे हल्दी ऐसे लगती है जैसे वह हल्दी न हो गुलाल हो। वह अव्यम बालो हाथ हर जगह हल्दी लगा देती है फिर उसे देख हसने 🤣 लगती है। अब हुआ हिसाब बराबर बोल अपने कमर पर हाथ रख खड़ी हो जाती है।
अच्छा जी हिसाब बार बार कर रही हो। मैं करू हिसाब बार बार। अव्यम फिर में निधि को कमर से पकड़ अपने पास कर बोलता है।
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