ये कहानी है श्रीनिका राजवंश और स्वतन्त्र सिंह राठौड़ की । जहां श्रीनिका है , महलों की रानी , एक मासूम , चंचल और आज़ाद पंछी , तो वहीं दूसरी तरफ है । स्वतंत्र , अपने नाम नाम से बिलकुल उल्टा । जिसे सभी को अपने कैद में करने की है , पुरानी आदत । क्या होग... ये कहानी है श्रीनिका राजवंश और स्वतन्त्र सिंह राठौड़ की । जहां श्रीनिका है , महलों की रानी , एक मासूम , चंचल और आज़ाद पंछी , तो वहीं दूसरी तरफ है । स्वतंत्र , अपने नाम नाम से बिलकुल उल्टा । जिसे सभी को अपने कैद में करने की है , पुरानी आदत । क्या होगा ? जब श्री जाने अंजाने में स्वतंत्र की जान बचा कर बन जायेगी , उसके दिल की रानी । जिसे स्वतंत्र कर लेगा खुद में कैद । कैसे बच पाएगी श्री , स्वतंत्र की कैद से । या फिर वो बन जायेगी सिर्फ स्वतंत्र की कैदी । जानने के लिए पढ़ते रहें, love with my cindrella।
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सिंगापुर ।
सुबह 8 बजे ।
एक आलिशान से विला में , जो की दिखने में बहुत ही सुंदर लग रहा था । उस विला के चारों तरफ ढेर सारे बॉडीगार्ड अपने हाथों में गन लिए खड़े थे । ये विला शायद जंगल के बीचों बीच था । जिस वजह से यहां पर दूर दूर तक सिर्फ घने जंगल ही दिखाई दे रहे थे ।
जो की इस विला को थोड़ा सा डरावना बना रहें थे । लेकिन इस विला की खूबसूरती उससे कही जादा थी ।
ये विला 5th floor का था । उसी विला के टॉप फ्लोर पर एक बड़े से प्रिंसेस साइज रूम में । एक प्रिंसेस साइज बेड पर एक लड़की गहरी नींद में सो रही थी । इस वक्त सूरज की किरणे हल्की हल्की सी उसके चेहरे पर आ रही थी । जिनसे वो परेशान हो रही थी । इस वक्त उसके चेहरे पर बेहद ही मासूमियत छाई हुई थी । उसके काले घने बाल पूरे बेड पर अपना कब्जा जमाए हुए थे । बड़ी बड़ी पलके जो अभी बंद थी । पतले होठ , । गोरा रंग । इस वक्त वो किसी अप्सरा जैसी लग रही थी ।
वो अभी भी अपने सपनों की दुनियां में ही खोई हुई थी । की तभी उसके रूम में एक लड़की आती है जो कि इस कि हम उम्र लग रही थी । वह लड़की जब उसे लड़की को सोता हुआ देखते हैं । तो उसके फेस पर एक स्माइल आ जाती है और वह प्यार से उसे देखने लगती है । ऐसे ही लगभग 5 मिनट देखने के बाद वह उसके सर को सलाहकार कहते हैं । श्री उठ जा सुबह के 8:00 बज गए ।
वहीं वो लड़की जो बेड पर सो रही थी । वो जब अपने सिर पर किसी का स्पर्श महसूस करती है । तो उसके फेस पर नींद में ही एक सुकून आ जाता है । वो धीरे धीरे अपनी आंखे खोल कर अपने सामने बैठी लड़की को देखती है । जो एक स्माइल के साथ उसे ही देख रही थी । वो लड़की जो बेड पर लेटी थी । को कोई और नहीं बल्कि श्रीनिका रायचंद थी । वो अपनी मीठी सी आवाज़ में कहती है । good morning रायशा । उसकी बात सुन कर वो लड़की जिसका नाम रायसा कपूर था । वो भी एक स्माइल के साथ कहती है ,, good morning ।
उसके बाद वो उसे उठाते हुए कहती है , श्री उठ जाओ जल्दी से हमें चलना भी है । उसकी बात सुन कर अचानक से श्री को कुछ याद आता है । जिसे याद करते ही , वो बेड पर से कूद कर नीचे उतर जाती है और एक स्माइल के साथ कहती है , sorry रायु। मैं तो भूल ही गई थी । मैं जा रही हूं वॉशरूम , तू प्लीज मेरे कपड़े निकाल दे । इतना कह कर वो बिना रायू की बात सुने वॉशरूम में चली जाती है ।
वही उसकी इस हरकत को देख कर रायसा ना में गर्दन हिला देती है । क्युकी उसे पता था कि श्री ऐसा ही कुछ करेंगी । रायसा और श्रीनिका बचपन के दोस्त हैं । इन दोनों की पढ़ाई भी साथ ही हुई थी । ये दोनों ही एक दूसरे से बहुत प्यार करती हैं । इसी लिए इन दोनों ने ही अपना प्रोफेशन सेम चुना । इन दोनों की ही उम्र 23 साल है । लेकिन इतनी सी उम्र में उन्होंने वो मुकाम हासिल कर लिया है । जो बड़े से बड़े लोग सालों में नहीं हासिल कर सकते थे ।
श्री एक बहुत ही अच्छी न्यूरोलॉजिस्ट है , हम ये भी कह सकते हैं कि वो इंडिया की ही नहीं बल्कि पूरे एशिया की टॉप 5 सर्जनों में से एक है । जिससे एक अपॉइंटमेंट लेने के लिए सब को महीनों लग जाते हैं । लेकिन आज तक किसी ने भी श्री को देखा नहीं है । यहां तक किसी को ये भी नहीं पता है कि Dr S R लड़की हैं या लड़का ।
वहीं रायसा भी इंडिया की टॉप हार्ट स्पेशालिष्ट है । साथ ही ये श्री को भी एस्सिस्ट करती हैं । सिंगापुर में श्री और रायु ने मिलकर खुद के दम पर एक हॉस्पिटल खोला है । जो की सिंगापुर का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है । इस हॉस्पिटल में सभी फैसिलिटीज अवेलेबल हैं ।
रायसा भी दिखने में बहुत ही सुंदर है । उसकी भी बड़ी बड़ी काली गहरी आंखे हैं । लंबे काले बाल जो की उसके कमर तक आ रहे हैं । पतली सी नाक , पतले होठ । गोरा रंग जिसमें उसकी खूबसूरती बहुत ही निखर कर आ रही थी ।
रायु उसके लिए कपड़े निकाल कर वहां से सीधा नीचे चली आती है । लगभग आधे घंटे बाद श्री , रायु नीचे डाइनिंग टेबल पर बैठे थे । वही एक बूढ़े कपल उन दोनों को नाश्ता सर्व कर रहे थे । वो दोनों जब उन दोनों को नाश्ता सर्व कर देते हैं तो रायु कहती है । रामू काका और काकी आप दोनों भी हमारे साथ ही नाश्ता कर लो । उसकी बात सुन कर रामू काका और उनकी पत्नी सुधा भी एक स्माइल के साथ उनके साथ ही नाश्ता करने लगते हैं ।
कुछ ही देर में रायु और श्री दोनों ही अपना नाश्ता कर के विला से बाहर निकल जाते हैं ।
वहीं दूसरी तरफ ।
मुंबई में ।
एक बड़ी सी बिल्डिंग को की 50 माले की होगी । उसके टॉप फ्लोर का माहौल इस वक्त बेहद ही गर्म मालूम पड़ रहा था । वही उसी फ्लोर पर बड़े एक बड़े से केबिन में हेड चेयर पर एक हैंडसम सा लड़का अपनी आंखों में बेहद ही गुस्सा लिए बैठा था । वो अपने सामने खड़े अपने P A को घूर कर देख रहा था । वही उसे ऐसे खुद को देखता पा कर उस लड़के का P A कांपने लगता है । वो अपने लड़खड़ाते हुए शब्दों में बड़ी मुश्किल से बस कहता है , sorry boss । वही उसका इतना कहना ही था कि एक पेपर वेट सीधा उसकी तरफ बढ़ता है । लेकिन वो उसे लगता उससे पहले ही उस लड़के का P A तुरंत ही नीचे झुक जाता है । जिससे वो पेपर वेट सीधा जा कर दीवाल से लगता है ।
जिसे देख कर वो P A एक चैन की सांस लेता है । तभी उसके कानों में उस लड़के की खौफनाक आवाज़ गूंज जाती है । जो कह रहा था । स्वतंत्र सिंह राठौड़ को काम में लापरवाह लोग बिलकुल पसंद नहीं । इस लिए अगर तुम्हारा मन काम कर के भर गया हो , तो तुम जा सकते हो ।