ये कहानी अंश राठौड़ और अनामिका सिंह की ! अंश एशिया का सबसे पावरफुल बिजनेसमैन होने के साथ-साथ अंडरवर्ल्ड किंग भी है ! जिसके लिए किसी को जान से मार देना मामूली सी बात है लेकिन उसका दिल आ चुका है एक मासूम सी लड़की अनामिका सिंह पर ! और अपने जुनून के चलते... ये कहानी अंश राठौड़ और अनामिका सिंह की ! अंश एशिया का सबसे पावरफुल बिजनेसमैन होने के साथ-साथ अंडरवर्ल्ड किंग भी है ! जिसके लिए किसी को जान से मार देना मामूली सी बात है लेकिन उसका दिल आ चुका है एक मासूम सी लड़की अनामिका सिंह पर ! और अपने जुनून के चलते हुए उसने अनामिका को अपनी दुनिया में कैद कर लिया ! वहीं दूसरी तरफ विवान्श है जो लेना चाहता है परी से बदला और बदला लेने के चक्कर में कर लेता है परी से शादी ? तो क्या होगा अब परी और अनामिका की जिंदगी में ? क्या अनामिका अंश की कैद से बाहर आ पाएगी और क्यों करता है विवाश परी से नफरत ?
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राठौर मेंशन। राठौर मेंशन को आज दुल्हन की तरह सजाया गया था, पूरा राठौर मेंशन रंग बिरंगी लाइट से जगमगा रहा था और सजाया भी क्यों न जाए, आज हजारों कंपनियों और अंडरवर्ल्ड किंग "अंश राठौर" की शादी जो हुई थी। अंश राठौर एशिया का पावरफुल बिजनेसमैन के साथ-साथ अंडरवर्ल्ड किंग भी था। पूरी एशिया उसके नाम से कांप उठती थी, लोग उसका नाम सुनकर कांपते थे।। तो चलिये मिल लेते हैं अपनी कहानी के किरदारों से। अंश राठौर , उम्र 25 साल रंग फेयर और मस्कुलर बॉडी, जो जिम में पसीना बहा कर बनाई हुई थी। अंश की हाइट 6 पॉइंट 6 इंच थी, जिस चीज पर अंश का दिल आ जाए उसे किसी भी कीमत पर अपना बना लेता है, यह एशिया के पावरफुल बिजनेसमैन के साथ-साथ अंडरवर्ल्ड किंग भी है। "अनामिका", उम्र 21 साल देखने में बिल्कुल परी की तरह, काली बड़ी-बड़ी आंखें पतले गुलाबी होंठ, कमर तक आते लंबे घने काले बाल, यहां अपनी पढ़ाई एशिया के सावित्री देवी कॉलेज से कर रही है, ।। "मिस्टी," उम्र 20 साल यह अनामिका की बेस्ट फ्रेंड है, इनकी हाइट 5 पॉइंट 2 गोरा रंग नीली गहरी आंखें और होठों के ऊपर काला तिल, मिष्टी भी अनामिका के साथ उसी की क्लास में है। "अबीर राठौर ", अंश राठौर के छोटे भाई, उम्र 22 साल हाइट 6 पॉइंट 2, गोरा रंग नीली आंखें, और पतले गुलाबी होंठ और मस्कुलर बॉडी, दिखने में यह किसी राजकुमार से कम नहीं है, यहां मुंबई में अपने बड़े से बंगले में रहते हैं, और इनकी खुद की बहुत सारी कंपनियां है, इनकी भी आदत अपने भाई की तरह है, जिस चीज पर इनका दिल आ जाए उसे अपना किसी भी कीमत पर बनाने का जुनून सर पर सवार रहता है। "विवांश", अनामिका का बड़ा भाई उम्र 24 साल हाइट 6 पॉइंट 1 इंच गोरा रंग भूरी आँखें और इनकी आंख के नीचे काला तिल मस्कुलर बॉडी और बॉडी पर सिक्स पैक्स बने हुए हैं इनका एक मकसद अपनी बहन का बदला लेना, इनकी खुद की कंपनी है जिनका नाम इन्होंने अपनी बहन के नाम पर रखा है। "परी", नाम की तरह है बिल्कुल क्यूट सी परी यहां अंश अबीर की बहन है दोनों इन्हें अपनी जान से भी ज्यादा चाहते हैं, यहां अनामिका के कॉलेज में ग्रेजुएट कर रही है, उम्र 20 साल गोरा रंग काली काली आंखें, और पतले गुलाबी होंठ, दिखने में यहां बहुत क्यूट और भोली सी है। "आदित्य शर्मा", अनामिका के बॉयफ्रेंड, दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते हैं, और दोनों एक ही क्लास में पढ़ते हैं, उम्र 21 साल हाइट ६ पॉइंट १ इंच गोरा रंग काली गहरी आखें और आंखों में अनामिका को पाने का जुनून, लेकिन आदित्य उससे नही उसके जिस्म और प्रॉपर्टी से प्यार करता है। बाकी के किरदारों के बारे में आपको बाद में पता चलेगा। एक शानदार डीलक्स कमरे में चारों और कैंडल जल रही थी, कमरे के किंग साइज बेड पर एक लड़की दुल्हन का जोड़ा पहने बैठी थी, उसकी आंखें जो रोने की वजह से लाल हो गई थी, उसे देख कर लग रहा था कि आज उसकी शादी हुई है। तभी उस रूम का दरवाजा खोल कर एक लड़का अंदर आता है, उस लड़के ने थ्री पीस सूट पहना हुआ था उस लड़के की उम्र 25 साल थी उस लड़के का रंग फेयर और बॉडी मस्कुलर थी, देखने में वह लड़का किसी हीरो से कम नहीं लग रहा था। उस लड़के के आते ही वो लड़की बुरी तरह कांपने लगती है, और उसका चेहरा डर से पीला पड़ जाता है। उसे डरता देखकर वो लड़का शैतानों की तरह हंसने लगता है और फिर गुस्से में अपने कदम बेड की तरफ बढ़ाने लगता है, जितना वह लड़का उस लड़की के करीब जा रहा था, उतना ही वो लड़की उस लड़के से दूर जाने की कोशिश कर रही थी। लड़का उस लड़की के करीब आकर उसकी ओढ़नी को उसके सिर से उतार कर फेंक देता है। "तेरी हिम्मत कैसे हुई मुझसे दूर जाने की तू सिर्फ मेरी है, अंश राठौर की" वो उसके बालों को बेरहमी से खींचते हुए गुस्से में अपने दांत पीसते हुए बोला। उसकी आंखों में उस लड़की को पाने का जुनून इस कदर सवार था, कि उसे सही गलत में भी फर्क नजर नहीं आ रहा था। वह लड़की कोई और नहीं बल्कि अनामिका थी, अनामिका खुद को छुपाने की नाकाम सी कोशिश करते हुए उसे बोलती है "मैंने कितनी बार कहा है मैं तुमसे प्यार नहीं करती, मैं सिर्फ आदित्य से प्यार करती हूं, और उसी से करती रहूंगी" अनामिका के मुंह से आदित्य का नाम सुनकर अंश का गुस्सा फट पड़ता है, और वह अनामिका को उसके बाजू से पकड़ कर उठाता है और उसके गालों पर जोर का थप्पड़ मार देता है, जिससे कि अनामिका बेड पर गिर जाती है और उसकी आंखों से आंसू बहने लगते हैं और वह नम आंखों से अंश की तरफ देखती है। अंश अपना एक पैर बेड पर रखकर और एक हाथ से उसकी गर्दन को पकड़कर थोड़ा ऊपर उठा कर बोला "इतने दिनों से तुझे प्यार से समझा रहा हूं तुझे समझ नहीं आता, तू सिर्फ मेरी है अंश राठौर की, और दोबारा तेरे मुंह से उस आदित्य या फिर किसी और लड़के का नाम सुन लिया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा और यह बात अपने छोटे से दिमाग में अच्छे से बिठा लो क्योंकि अंश राठौर अपनी गलती सुधारने का दोबारा मौका नहीं देता" उसकी बातों में उसका एटीट्यूड और गुस्सा साफ नजर आ रहा था। उसका गुस्सा देखकर अनामिका डर जाती है, और उसकी आंखें अपने आप ही नीचे हो जाती है। अंश एक झटके से उसे पलट कर उसकी ब्लाउज की डोरी को खोल कर उसकी गोरी पीठ पर किस करने लगता है, अनामिका उसकी छुअन से अंदर तक सिहर उठती है, अनामिका अपनी पूरी ताकत लगा कर खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन डीलडोल के आगे नाजुक से अनामिका का कोई जोर नहीं था।। आखिर क्यों अनामिका अंश से प्यार नहीं करती थी ? और कौन है ये आदित्य , और उसने अनामिका को क्यों नहीं बचाया ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। अब तक आपने पढ़ा,, अंश अपना एक पैर बेड पर रखकर और एक हाथ से उसकी गर्दन को पकड़कर थोड़ा ऊपर उठाता है,, इतने दिनों से तुझे प्यार से समझा रहा हूं तुझे समझ नहीं आता, तू सिर्फ मेरी है अंश राठौर की,, और दोबारा तेरे मुंह से उस आदित्य या फिर किसी और लड़के का नाम सुन लिया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा और यह बात अपने छोटे से दिमाग में अच्छे से बिठा लो क्योंकि अंश राठौर अपनी गलती सुधारने का दोबारा मौका नहीं देता,, उसकी बातों में उसका एटीट्यूड और गुस्सा साफ नजर आ रहा था। उसका गुस्सा देखकर अनामिका डर जाती है,, और उसकी आंखें अपने आप ही नीचे हो जाती है। अंश एक झटके से उसे पलट कर उसकी ब्लाउज की डोरी को खोल कर उसकी गोरी पीठ पर किस करने लगता है,, अनामिका उसकी छु अन से अंदर तक सिहर उठती है ,, अनामिका अपनी पूरी ताकत लगा कर खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी,, लेकिन डीलडोल के आगे नाजुक से अनामिका का कोई जोर नहीं था।। अब आगे,,, अंश एक झटके से उसे पलट कर उसकी ब्लाउज की डोरी को खोल कर उसकी गोरी पीठ पर किस करने लगता है,, अनामिका उसकी छुअन से अंदर तक सिहर उठती है ,, अनामिका अपनी पूरी ताकत लगा कर खुद को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी,, लेकिन डीलडोल के आगे नाजुक सी अनामिका का कोई जोर नहीं था। पीठ पर किस करने के बाद अंश अनामिका को सीधा करता है,, और उसके होठों अपने होठ रख कर उसे पेसनेट किस करने लगता है,, अनामिका अपने हाथों से लगातार उसे मारे जा रही थी,, लेकिन इन सब का अंश पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। 10 मिनट बाद जब अंश को महसूस होता है की अनामिका को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो उसके होठों को छोड़कर उसके चेहरे गर्दन और कॉलर बोन पर किस करने लगता है,, अनामिका जोर-जोर से सांसे ले रही थी और अंश को घिन भरी नजरो से देखने लगती है। अंश उसके ब्लाउज को फाड़कर फेंक देता है, अनामिका शर्म से अपने दोनों हाथों से अपनी सीने को ढक लेती है, जिसे देख कर अंश मुस्कुरा देता है। अंश उसकी खूबसूरत जिस्म को देखकर पागल हो रहा था और वो झटके से उसके बाकी बचे कपड़ो को उसके बदन से अलग कर देता है। अनामिका खुद को बचाने की ना काम कोशिश करते हुए अंश से बोली " मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है प्लीज ऐसा मत करो " अनामिका की आंखों में शर्म गुस्सा के साथ रिक्वेस्ट भी नजर आ रही थी। अनामिका की बातें सुनकर अंश अपने कपड़े उतारने लगता है, जिसे देखकर अनामिका बुरी तरह घबरा जाती है " प ,,,,,,, प्लीज " उसके मुंह से सिर्फ इतना ही निकला,, क्योंकि उसके होठ अंश की गिरफ्त में थे। अंश फिर से अनामिका को किस करने लगता है,, और उसने उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से जकड़ा हुआ था। अनामिका की आंखों से फिर से आंसू बहने लगे, अंश उसकी पूरी बॉडी पर किस के साथ बाइट भी कर रहा था और अचानक से वो अनामिका के अंदर समा जाता है, जिससे की अनामिका की दर्द भरी चीख निकल जाती है,, जिसे सुनकर अंश डेविल स्माइल करता है। अनामिका के लिए यहां सब पहली बार था उसे अपने निचले शरीर में बहुत ज्यादा दर्द महसूस हो रहा था। अब उसमे इतनी भी ताकत नहीं बची थी की वो खुद को ब्लैंकेट से कवर कर सके। रात के २ बज रहे थे,, अंश अनामिका को ब्लैंकेट से कवर करके बाथरूम में चला जाता है। अनामिका उसे नम आंखों से जाते हुए देख रही थी। धीरे-धीरे उसकी पलकें भारी होने लगी और वह नींद के आगोश में चली गई। कुछ देर बाद अंश साबर लेकर बाथरूम से बाहर निकला, उसने ट्राउजर और टीशर्ट पहन रखी थी उसने एक नजर बेड पर सोती हुई अनामिका को देखा " तुम सिर्फ मेरी हो और किसी की नहीं अनामिका तुम मेरी मोहब्बत नहीं मेरा जुनून हो अंश राठौर का जुनून हो तुम्हें मेरे अलावा कोई और देखे यहां मुझे हरगिज़ पसंद नहीं " इतना बोल कर वो अनामिका को अपनी बाहों में भर कर बेड पर लेट जाता है। अगली सुबह। सुबह के 9:00 बज रहे थे , अनामिका ने धीरे से अपनी आंखें खोली, और उठकर देखा , तो रूम में कोई नहीं था,, यह देख कर अनामिका गहरी सांस लेती है, "मुझे कैसे भी करके इस पागल के चंगुल से निकलना होगा" अनामिका अभी सोच ही रही थी कि तभी उसे किसी के हंसने की आवाज आती है अनामिका चौक कर दूसरी तरफ देखती है तो अंश सोफे पर बैठा उसे देख कर हंस रहा था। उसे देख कर अनामिका को रात की याद आ जाती है,, और बह अपनी पलकें झुका लेती है उसमें इतनी हिम्मत नहीं थी कि वह दोबारा से वह सब झेल सके और ब्लैंकेट को कसकर पकड़ लेती है। अंश सोफे से उठ कर उसके पास आता है "तुम मेरी कैद से आजाद होने का सोच रही हो तो यहां तुम्हारी सबसे बड़ी गलतफहमी है क्योंकि अंश राठौर के कैद से निकलना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है" उसकी बातों में उसका एटीट्यूड साफ नजर आ रहा था। और जाकर अनामिका को अपनी गोद में उठा लेता है,, अनामिका उसे हैरान भरी नजरों से देख रही थी,, अंश अनामिका को बाथरूम में ले जाकर साबर के नीचे खड़ा कर देता है और उसके ब्लैंकेट को उसकी बॉडी से अलग कर देता है,, अनामिका को उस पर गुस्सा भी आ रहा था उसके सामने शर्म भी,, अनामिका अपने दोनों हाथ उसकी चेस्ट पर रखकर उसे खुद से दूर करने की कोशिश करती है,,। अंश उस की नाकाम कोशिश को देखकर मुस्कुरा देता है और उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से पकड़ कर पीछे की तरफ कर देता है और उसके होठों पर अपने होंठ रख कर उसे रफली किस करने लगता है।
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। अब तक आपने पढ़ा,, अंश सोफे से उठ कर उसके पास आता है "तुम मेरी कैद से आजाद होने का सोच रही हो तो यहां तुम्हारी सबसे बड़ी गलतफहमी है क्योंकि अंश राठौर के कैद से निकलना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है" उसकी बातों में उसका एटीट्यूड साफ नजर आ रहा था। और जाकर अनामिका को अपनी गोद में उठा लेता है,, अनामिका उसे हैरान भरी नजरों से देख रही थी,, अंश अनामिका को बाथरूम में ले जाकर साबर ऑन करके उस के नीचे खड़ा कर देता है,, दोनों पर साबर का ठंडा ठंडा पानी गिरने लगता है,, अंश उसके ब्लैंकेट को उसकी बॉडी से अलग कर देता है,, अनामिका को उस पर गुस्सा भी आ रहा था उसके सामने शर्म भी,, अनामिका अपने दोनों हाथ उसकी चेस्ट पर रखकर उसे खुद से दूर करने की कोशिश करती है,,, अंश उस की नाकाम कोशिश को देखकर मुस्कुरा देता है और उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से पकड़ कर पीछे की तरफ कर देता है और उसके होठों पर अपने होंठ रख कर उसे रफली किस करने लगता है। अब आगे,, अंश उस की नाकाम कोशिश को देखकर मुस्कुरा देता है और उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से पकड़ कर पीछे की तरफ कर देता है और उसके होठों पर अपने होंठ रख कर उसे रफली किस करने लगता है,, किस करते करते वो उसके निचले ओथ को काट लेता है,, जिससे कि अनामिका की चीख निकल जाती है,, और उसके लिप्स से खून निकलने लगता है। अंश उसके लिप्स को छोड़कर उसके उसे पलट देता है,, जिससे कि अनामिका की पीठ अंश के चेस्ट से लग जाती है,, अंश उसकी पीठ पर किस करने लगता है और साथ ही उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से पकड़ कर दूसरे हाथ को उसकी पूरी बॉडी पर फेरने लगता है,, अनामिका पहले से ही बहुत कमजोर थी,, और अब उसमें इतनी भी ताकत नहीं बची थी कि वह अंश से लड़ सके,, और उसकी आंखों से लगातार आंसू बहने लगे थे,, अंश उसकी पूरी बॉडी पर किस करने के साथ-साथ बाइट भी कर रहा था,, उसे देख कर लग रहा था जैसे वह अपना गुस्सा अनामिका पर उतार रहा हो। जब हम किसी से सच्ची मोहब्बत करते हैं तो हमें उसकी खुशी से खुशी होती है और उसके दुख से दुख हम उसे हर हाल में खुश देखना चाहते हैं वह खुशी चाहे हमारे साथ हो या किसी और के साथ हमारे लिए सिर्फ उसकी खुशी मायने रखती है ,, और जब वही मोहब्बत जुनून में बदल जाती है तो हमें सही गलत में कोई अंतर नजर नहीं आता,, हम उस इंसान को किसी भी कीमत पर अपना बनाना चाहते हैं चाहे उसकी मर्जी हो या ना हो हम उसे अपने जुनून के चलते हर्ट करते हैं, उसे टॉर्चर करते हैं ताकि वह हमें छोड़कर ना जाए,, लेकिन इसे मोहब्बत नहीं पागलपन कहते हैं एक जुनून कहते हैं कुछ घंटों बाद अंश अनामिका को बाथरोव पहनाकर और खुद भी पहन कर अनामिका को अपनी गोद में उठा लेता है,, और बाथरूम से बाहर रूम में लाकर ड्रेसिंग टेबल की चेयर पर बिठा देता है,, और हेयर ड्रायर उठाकर खुद ही उसके बालों को सुखाने लगता है। अनामिका उसे अपनी केयर करता देख कर हैरान हो जाती है "क्या यह वही अंश था जो रात को उसके साथ हैवानों की तरह बिहेव कर रहा था।" बाल सुखा कर अंश हेयर ड्रायर को वापस रख कर कॉबोर्ड से उसके लिए पिंक कलर की लॉन्ग फ्रॉक निकाल कर बेड पर रखकर चेंजिंग रूम में चला जाता है। अनामिका उसे जाते हुए देखकर राहत की सांस लेती है और एक नजर फ्रॉक को देखकर मुंह बनाते हुए बोलती है " मिस्टर साइको तुम मुझे ज्यादा दिन तक अपनी गिरफ्त में नहीं रख सकते में एक दिन तुमसे बहुत दूर चली जाऊंगी " लेकिन उसने अभी तक अपने कपड़ों को चेंज नहीं किया था,, । अंश चेंजिंग रूम से बाहर निकलता है,, उसने ब्लैक कलर का 3 पीस सूट पहन रखा था जिसमें वह बहुत ज्यादा हैंडसम लग रहा था,, अंश बेड पर रखी फ्रॉक को देखकर गुस्सा हो जाता है और गुस्से में अनामिका के पास जाकर उसे बाजू से उठाते हुए बोलता है " तुम्हारी इतनी हिम्मत कि तुम मेरी बातों को इग्नोर करो चुपचाप जाकर अपने कपड़े पहनो" और फिर थोड़ा उसके करीब आकर उसके चेहरे पर अपनी सांसे छोड़ते हुए उसके कान में बोलता है " वरना मुझे कोई प्रॉब्लम नहीं है तुम्हें कपड़े पहनाने में " और बेशर्मी से मुस्कुराने लगता है। अनामिका उसकी बात सुनकर बुरी तरह घबरा जाती है और हक लाते हुए उससे बोलती है " म,,,,,, म,,,,,,,,, मैं पहन रही हूं,, इतना बोलकर वह जाने लगती है तभी अंश उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है,, अनामिका उसे सवालिया नजरों से देखने लगती है। "बेबी गर्ल बहुत देर हो गई है यहां तुम्हें पहले करना चाहिए था " इतना बोल कर अंश उसके बाथरोव की डोरी खोल कर उसके वाथरोव को उतार कर उसे कपड़े पहनाने लगता है,, अनामिका कसकर अपनी आंखें बंद कर लेती है,, और उससे छुटने की एक बार फिर से नाकाम कोशिश करने लगती है। थोड़ी देर बाद अंश अनामिका को कपड़े पहना कर उसके होठों पर हल्की सी किस करके उससे दूर हो जाता है ,, और उसे वार्निंग देते हुए बोलता है " कमरे के बाहर कदम रखने की गलती भी मत करना वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा जब तक मैं ना आ जाऊ तुम इस कमरे से बाहर कदम भी नहीं रखोगी " इतना बोल कर अंश खुद को मिरर में एक नजर देखकर रूम से बाहर चला जाता है।। उसके जाने के बाद अनामिका खुद से बोलती है " नहीं मिस्टर साइको तुम मुझे इस तरह अपने कमरे में कैद नहीं कर सकते,, मैं बहुत जल्द यहां से भाग जाऊंगी। क्या अनामिका अपने कोशिश में कामयाब हो पायेगी ? या फिर से अंश के चंगुल मे फास जाएगी ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें। थोड़ी देर बाद अंश अनामिका को कपड़े पहना कर उसके होठों पर हल्की सी किस करके उससे दूर हो जाता है ,, और उसे वार्निंग देते हुए बोलता है " कमरे के बाहर कदम रखने की गलती भी मत करना वरना मुझसे बुरा कोई नहीं होगा जब तक मैं ना आ जाऊ तुम इस कमरे से बाहर कदम भी नहीं रखोगी " इतना बोल कर अंश खुद को मिरर में एक नजर देखकर रूम से बाहर चला जाता है।। उसके जाने के बाद अनामिका खुद से बोलती है " नहीं मिस्टर साइको तुम मुझे इस तरह अपने कमरे में कैद नहीं कर सकते,, मैं बहुत जल्द यहां से भाग जाऊंगी। अनामिका अभी सोच ही रही थी, तभी उसके रूम को खोल कर एक मेड अपने हाथ में खाने की प्लेट लेकर काउच पर रखते हुए बोलती है " मैडम खाना खा लीजिए " । मेड की बात सुनकर अनामिका गुस्से में बेड से उठते हुए बोलती है " मुझे नहीं खाना और प्लीज तुम मुझे मैडम कहना बंद करो मैं तुम्हारी कोई मैडम मैडम नहीं हूं " इतना बोल कर अनामिका गुस्से में खाने की प्लेट उठाकर जमीन पर फेंक देती है। उसको ऐसा करते देख कर मेड डर से कांपने लगती है, उसे यहां सोच कर ही डर लग रहा था पता नहीं अब अंश अनामिका के साथ क्या करेगा,, और वह जल्दी से जमीन पर गिरा खाना उठाकर रूम से बाहर रूम को लॉक करके चली जाती है,, यह अंश का ऑर्डर था की अनामिका रूम से कहीं बाहर ना जाए। अनामिका गुस्से में बाहर रखी हर चीज को तोड़ने लगती है,, क्योंकि जब भी अनामिका को गुस्सा आता था वह यही सब करती थी इसके लिए उसे अपनी फैमिली से डांट भी पड़ती थी,, लेकिन हर बार उसका बड़ा भाई उसे बचा लेता था,,। ____________________________________________ दूसरी तरफ ।। A.S industry.. के टॉप फ्लोर पर एक आदमी अपने ऑफिस में बैठा सामने खड़े इंसान को घूर रहा था,,। "वह तो तुम्हारे साथ रहती है ना फिर तुम्हें कैसे नहीं पता कि वह कहां गई" वो आदमी उसे घूरते हुए बोलता है वह कोई और नहीं विवांश अनामिका का बड़ा भाई था,, और उसके सामने खड़ा कोई और नहीं बल्कि आदित्य था जो विवांश को अनामिका के बारे में बताने आया था। विवांश का गुस्सा देखकर आदित्य डर से कांपने लगता है" मुझे सच में नहीं पता की अनामिका कहां गई मैं खुद उसे लेकर परेशान हूं" और फिर कुछ सोचते हुए विवान्श से बोलता है"हो सकता है उसे अंश राठौर ने किडनैप कर लिया हो " । उसकी बात सुनकर विवांश का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है और वह अपनी चेयर से उठ कर आदित्य के पास आता है,, उसे अपने पास आता देखकर आदित्य और भी ज्यादा डर जाता है,, और उसके माथे पर पसीना आने लगता है,, क्योंकि उसे पता था की अगर विवांश को पता चल गया की अनामिका उसकी लापरवाही की वजह से किडनैप हुई है,, तो विवांश उसे जिंदा नहीं छोड़ेगा,, क्योंकि विवांश सबसे ज्यादा दुनिया में अगर किसी से प्यार करता था तो वह उसकी छोटी बहन अनामिका थी। विवांश आदित्य का कॉलर पकड़ लेता है और गुस्से में अपने दांत पीसते हुए आदित्य से बोलता है " चुपचाप बता मेरी बहन कहां है वरना मैं तुझे अभी के अभी जिंदा गाड़ दूंगा और मैं यह भी भूल जाऊंगा कि तू वही है जिससे मेरी बहन खुद से भी ज्यादा प्यार करती है" और उसके चेहरे पर एक जोरदार पंच मार देता है। जिससे आदित्य के किनारे का होठ फट जाता है और उसके होटो से खून निकलने लगता है,, आदित्य अपना खून अंगूठे से पूछते हुए विमान से बोलता है " भाई मुझे सच में नहीं पता " लेकिन अंदर ही अंदर उसे बहुत गुस्सा आ रहा था, लेकिन वह जानता था कि गुस्सा करने से कुछ नहीं होगा,, क्योंकि वह विवांश का कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता। उसकी बात सुनकर विवांश उसके कॉलर को छोड़ देता है और उससे पूछता है " कौन है अंश राठौर " । खुद को साफ बचता देखकर आदित्य मन ही मन भगवान का धन्यवाद करता है और तोते की तरह एक ही सांस में अंश राठौर के बारे में विवान को कुछ बता देता है। "गेट आउट" शिवांश आदित्य से गुस्से में बोलता है, और चेयर पर बैठकर लैंडलाइन से किसी को कॉल करके कुछ बोलता है,,। आदित्य अभी भी वहीं खड़ा विवांश को देख रहा था और समझने की कोशिश कर रहा था कि आखिर अनामिका का भाई अब क्या करेगा। आदित्य को वहीं खड़े देखकर विवांश एक सर्द नजर उस पर डालता है " तू अभी गया नहीं तेरे लिए कुछ स्पेशल करना होगा चुपचाप निकल वरना अभी तेरा यही राम नाम सत्य कर दूंगा " । उसकी बात सुनकर आदित्य घबरा जाता है और जल्दी से उसके ऑफिस से निकल जाता है बाहर आकर आदित्य गुस्से में अपने दांत पीसते हुए खुद से बोलता है " एक बार अनामिका की मुझसे शादी हो जाने दो फिर तुझे बताता हूं तुम भाई बहन को खून के आंसू ना रुलाए तो मेरा नाम भी आदित्य शर्मा नहीं" और गुस्से में वहां से चला जाता है। विवांश के केबिन में उसका असिस्टेंड विकास खड़ा कांप रहा था,, " 1 दिन के अंदर मुझे अंश राठौर की पूरी जन्मकुंडली चाहिए कौन है क्या करता है और उसकी फैमिली में कौन-कौन है " विवांश गुस्से में अपने असिस्टेंट विकास को घूरते हुए बोलता है। उसकी बात सुनकर विकास और भी ज्यादा डर जाता है और डरते हुए विवांश से बोलता है " बॉस उसके बारे में जानना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है आज तक उसके बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता यहां तक की मीडिया में आज तक जितने भी लोगों ने उसके बारे में जानने की कोशिश की,, उन लोगों को जान से मार दिया गया " इतना बोल कर विकास अपना सर झुका लेता है।
अब तक आपने पढ़ा,, विवांश के केबिन में उसका असिस्टेंड विकास खड़ा कांप रहा था,, " 1 दिन के अंदर मुझे अंश राठौर की पूरी जन्मकुंडली चाहिए कौन है क्या करता है और उसकी फैमिली में कौन-कौन है " विवांश गुस्से में अपने असिस्टेंट विकास को घूरते हुए बोलता है। उसकी बात सुनकर विकास और भी ज्यादा डर जाता है और डरते हुए विवाश से बोलता है " बॉस उसके बारे में जानना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन है आज तक उसके बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता यहां तक की मीडिया में आज तक जितने भी लोगों ने उसके बारे में जानने की कोशिश की,, उन लोगों को जान से मार दिया गया " इतना बोल कर विकास अपना सर झुका लेता है। और दूसरी तरफ अनामिका ने रूम की सारी एक्सपेंसिव तोड़ दी थी,, और पूरे रूम को तहस नहस कर दिया था,, जब अनामिका का गुस्सा थोड़ा शांत हुआ तो वह बेड पर जाकर लेट गई और A.R विला से भागने का प्लान सोचने लगी,, । तभी उसके कानों में गुस्से से भरी आवाज सुनाई दी जिसे सुनकर अनामिका जल्दी से बेड से उतर गई,, और सामने खड़े शख्स को देखने लगी जिसका चेहरा गुस्से से लाल था। अंश गुस्से में अनामिका के पास आता है उसके दोनों कंधों को पकड़ते हुए गुस्से में अपने दांत पीशते हुए अनामिका से बोलता है "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यह सब करने की और तुम्हें क्या लगता है अगर तुम खाना नहीं खाओगी तो मैं तुम्हें यहां से जाने दूंगा " उसकी आवाज इतनी भयानक थी जिसे सुनकर अनामिका डर से कांपने लगती है,, और उसके मुंह से एक शब्द भी नहीं निकलता,, हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह अंश की आंखों में देख सके। "एक बात अपने छोटे से दिमाग में अच्छे से बिठा लो तुम यहां से कहीं नहीं भाग सकती और यहां अपनी बचकानी हरकतें करना बंद कर दो क्योंकि मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला " अंश अपनी उंगली से उसकी चीन को ऊपर करते हुए उसकी आंखों में देखते हुए बोलता है अनामिका जब अंश की आंखों में देखती है तो डर जाती है क्योंकि उसे उसकी आंखों में उसे पाने का जुनून दिखाई दे रहा था। सावित्री देवी कॉलेज। एक लड़की बेंच पर बैठी फोन पर बात कर रही थी " आप हमसे मिलने क्यों नहीं आए " वो लड़की शिकायत करते हुए बोलती है। "एम सॉरी मैं कुछ काम में फस गया था अगली बार पक्का आऊंगा" फोन के दूसरी तरफ से आवाज आती हैं। "आपको अपने काम के सिवा कुछ दिखाई देता है एक हम हैं जो रोज आपके आने का वेट करते हैं और आप हैं जिन्हें अपने काम से फुर्सत ही नहीं है हमारे लिए " वो लड़की बच्चों की तरह पाउट बनाते हुए बोलती है। "ओके बाबा एम सॉरी पक्का में अगले हफ्ते आऊंगा प्लीज माफ कर दो" वो लड़का उसे मनाते हुए बोलता है। लड़के की बात सुनकर वो मुस्कुरा देती है जिसमें वह बहुत ज्यादा प्यारी लग रही थी " ओके पर अगर आप अगले हफ्ते नहीं आए तो हम आपसे कभी बात नहीं करेंगे " वो लड़की उसे धमकी देती हुई बोलती है। "मैं पक्का आऊंगा ओके बाय " इतना बोल कर फोन कट जाता है तभी उसके पीछे से आवाज आती है " परी " आवाज सुनकर परी पीछे पलटती है,, गोरा रंग कमर तक आते लंबे घने बाल काली काली बड़ी बड़ी आंखें और पतले गुलाबी होंठ परी अपने नाम की तरह बिल्कुल परी लग रही थी। वो लड़की आकर परी के गले लग जाती है वो लड़की भी दिखने में कम सुंदर नहीं थी,, गोरा बदन काले घने लंबे बाल और नीली बड़ी-बड़ी आंखें और पतले होठ और होठों के ऊपर काला तिल,, परी भीं लड़की को अपने गले से लगा लेती है। "क्या हुआ मिस्टी ?" परी उस लड़की से पूछती है वह कोई और नहीं अनामिका की फ्रेंड मिस्टी थी। "परी अनामिका का कुछ पता नहीं चल रहा " मिस्टी घबराते हुए परी से बोलती है। मिस्टी की बात सुनकर परी परेशान हो जाती है " क्या पता अनामिका आदित्य के साथ गई हो तू टेंशन मत ले क्योंकि जब से अनामिका कॉलेज नहीं आई तब से आदित्य भी गायब है और तुने ही तो कहा था की वह दोनों बहुत जल्द इंगेजमेंट करने वाले हैं तो क्या पता शॉपिंग के लिए गए हो " परी मिस्टी को समझाते हुए बोलती है। "शायद तू सही बोल रही है मैं उसे कॉल करके पूछ लूंगी और साथ में डाटूंगी भी " मिस्टी परी से थोड़ा दूर होते हुए बोलती है। "ओके बाबा और हम भी उसे डाटेंगे " परी मुस्कुराते हुए मिस्टी से बोलती है और दोनों सहेलियां कैंटीन में लंच करने चली जाती हैं। A.R villa... थोड़ी देर बाद अनामिका हिम्मत करके अंश का हाथ झटकते हुए गुस्से में बोलती है " मैं तुम्हारी कोई नौकर नहीं हूं जो तुम्हारे इशारों पर नाचूंगी मैं अनामिका सिंह हू तुम मुझे ऐसे डरा नहीं सकते और ना ही अपनी कैद में रख सकते हो " । अनामिका की बचकानी बात सुनकर अंश हंसने लगता है लेकिन उसकी हंसी भी बहुत खतरनाक लग रही थी जिससे अनामिका को डर लग रहा था लेकिन वह अपने चेहरे पर अपने डर को जाहिर नहीं होने दे रही थी। अंश झटके में अनामिका को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है,, जिससे अनामिका अपना बैलेंस नहीं बना पाती और उसकी चेस्ट से लग जाती है,, अनामिका के दोनों हाथ अंश की चेस्ट पर थे। और वही अंश अपने एक हाथ से उसकी कमर को पकड़े हुआ था और दूसरे हाथ से उसकी फ्रॉक की जिप खोल रहा था।।
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। अब तक आपने पढ़ा,,। अनामिका की बचकानी बात सुनकर अंश हंसने लगता है लेकिन उसकी हंसी भी बहुत खतरनाक लग रही थी जिससे अनामिका को डर लग रहा था लेकिन वह अपने चेहरे पर अपने डर को जाहिर नहीं होने दे रही थी। अंश झटके में अनामिका को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है,, जिससे अनामिका अपना बैलेंस नहीं बना पाती और उसकी चेस्ट से लग जाती है,, अनामिका के दोनों हाथ अंश की चेस्ट पर थे। और वही अंश अपने एक हाथ से उसकी कमर को पकड़े हुआ था और दूसरे हाथ से उसकी फ्रॉक की जिप खोल रहा था।। अनामिका उसकी हरकत को नोटिस कर रही थी,, वो उसको खुद से दूर करने की कोशिश करते हुए बोली " मैने कितनी बार कहा है मैं तुमसे प्यार नहीं करती, इसलिए मुझसे दूर रहा करो " अंश चुपचाप अनामिका की बातें सुन रहा थ, और अंदर ही अंदर उसके गुस्से का ज्वालामुखी फूट रहा था। और उसके हाथ अनामिका की पीठ पर कसते जा रहे थे, जिसे अनामिका भी नोटिस कर रही थी लेकिन फिर भी वह अपनी बात को आगे कंटिन्यू करते हुए बोली " तुम ने भले ही मुझसे जबरदस्ती शादी कर ली हो लेकिन मेरे दिल में अपने लिए कभी जगह नहीं बना पाओगे क्योंकि मैं आदित्य से प्यार करती हूं", इतना बोल कर अनामिका चुप हो जाती है। उसके चुप होते ही अंश का गुस्सा फूट पड़ता है ,, अंश उसकी कमर को छोड़कर उसके दोनों जबरो को जोर से दबाते हुए बोलता है "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे सामने किसी गैर मर्द का नाम लेने की दोबारा अगर तुम्हारे मुंह से उस आदित्य या किसी और लड़के का नाम सुना तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा " इतना बोल कर अंश अनामिका को झटके से छोड़ देता है। जिससे अनामिका गिरते-गिरते बचती है "ज्यादा से ज्यादा क्या करोगे मार दोगे मुझे तो मार दो मैं मौत से डरती नहीं हूं और अच्छा ही रहेगा कम से कम तुम्हारी हैवानियत का शिकार तो नहीं होना पड़ेगा " अनामिका कॉन्फिडेंट होकर कहती है,, आज उसकी आंखों में अलग ही चमक थी। अंश उसकी बात सुनकर मुस्कुराता है,, और अनामिका के पास जाकर उसके कान में बोलता है " मार दूं तुझे नहीं तेरे लिए मैं किसी को मार सकता हूं लेकिन तुझे नहीं पता है क्यों ,, अनामिका कंफ्यूज हो कर उसे देखती है,, अंश उसे कंफ्यूज देखकर मुस्कुरा देता है और उसकी आंखों में देखते हुए धीमी मगर सनक भरी आवाज में बोलता है " तुम्हारे पास रहने से इस दिल को सुकून है अनामिका तू मेरी मोहब्बत नहीं जुनून है " उसकी आवाज सुनकर अनामिका अंदर तक कांप जाती है,, क्योंकि उसकी आवाज में अलग ही सनक सुनाई दे रही थी। अनामिका कुछ बोल पाती उससे पहले ही अंश उसके फ्रॉक की जिप बंद करके उसका हाथ मजबूती से पकड़ लेता है,, अनामिका को कुछ भी समझ में नहीं आया कि अंश उसके साथ क्या करना चाहता है,, वो अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी,, । अंश उसे खींचते हुए हॉल में ले आया जहां 2 लोग रस्सियों से बंधे हुए थे,, और उनके जिस्म पर चोटों के निशान थे,, और वो दोनों डर से कांप रहे थे लेकिन मुंह में पट्टी बंदी होने की वजह से वह लोग बोल नहीं पा रहे थे,, अनामिका उन दोनों को देखकर चौक जाती है,, और फिर अंश की तरफ देखती है जो मुस्कुरा रहा था। "बेबी डॉल पता है तुम्हें यह लोग कौन है और यहां क्या कर रहे हैं " अंश आराम से सोफे पर किसी राजा की तरह एक पैर पर दूसरा पैर रखकर बैठ जाता है,, उसके पास उसका असिस्टेंट जॉनी जो कि एक बॉडीबिल्डर था उसके सामने नजरे जुकाये खड़ा था। किसी को अनामिका को देखने तक की परमिशन नहीं थी शिवाय अंश के ,, अंश सोफे से उठकर अनामिका के पास जाता है जो उन दोनों को देख रही थी,, यह देख कर अंश का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है,, और वो अनामिका के कंधे को जोर से दबाते हुए बोलता है " तुम्हें मेरे अलावा किसी और को देखने की परमिशन नहीं है "। अनामिका गुस्से में उसका हाथ अपने कंधे से झटक देती है " और गुस्से से उसकी तरफ देखती है। अंश उसे गुस्से में देख कर मुस्कुरा देता है ,, और फिर अपने असिस्टेंट रोनी से बेल्ट और गन मांगता है,, रोनी तुरंत उसके हाथ में बेल्ट गन रख देता है,, । अंश बेल्ट को अनामिका की तरफ बढ़ाता है की अनामिका डर से कांपने लगती है,, उसे कांपता देख कर अंश मुस्कुरा देता है " बेबी यह तुम्हारे लिए नहीं है बल्कि इन लोगों के लिए है,, अब जल्दी से अपने हाथों से इन दोनों को ऐसा मारो कि कोई दोबारा अंश राठौर के खिलाफ जाने की कोशिश ना करें " अंश उसके हाथ में बेल्ट रखते हुए बोलता है। "नहीं मुझसे ऐसा नहीं होगा " अनामिका बेल्ट को जमीन पर फेंकते हुए बोलती है,,। उसे मना करता देखकर अंश को गुस्सा आ जाता है " बेबी गर्ल तुम इन दोनों को मारो वरना मैं इन दोनों को जान से मार दूंगा "अंश उन दोनों पर गन पॉइंट करते हुए बोलता है। "प्लीज ऐसा मत करो जो तुम कहोगे मैं वैसा ही करूंगी पर प्लीज मुझसे यह मत कहो " अनामिका की आंखों से आंसू बहने लगते हैं। अंश उसके पास आकर उसके आंसुओं को साफ करते हुए उसके होठों पर होंठ रख कर उसे पैशनेटली किस करने लगता है,, अनामिका उसे इस बार कुछ नहीं कहती और जो वो कर रहा था वो उसे करने देती है,, उसकी आंखों से लगातार आशु बहते जा रहे थे। अनामिका को जब सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगती है तो अंश उसके होठों को छोड़ देता है, "तुम मेरे अलावा किसी और के लिए अपने आंसुओं को वेस्ट करो मैं यहां हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकता " अंश उसकी आंखों में देखते हुए उसे धमकी देता है। अनामिका कुछ बोल पाती उससे पहले ही उसे गन चलने की आवाज आती है,, अंश ने उन दोनों को गोली मार दी थी,, अनामिका आवाज सुनकर पलट कर देखती है तो फर्श पर खून पड़ा हुआ था,, यहां देख कर अनामिका अंश की बाहों में झूल जाती है। कौन थे ये दो लोग ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें। अब तक आपने पढ़ा, अनामिका को जब सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगती है तो अंश उसके होठों को छोड़ देता है, तुम मेरे अलावा किसी और के लिए अपने आंसुओं को वेस्ट करो मैं यहां हरगिज बर्दाश्त नहीं कर सकता " अंश उसकी आंखों में देखते हुए उसे धमकी देता है। अनामिका कुछ बोल पाती उससे पहले ही उसे गन चलने की आवाज आती है, अंश ने उन दोनों को गोली मार दी थी, अनामिका आवाज सुनकर पलट कर देखती है तो फर्श पर खून पड़ा हुआ था, यहां देख कर अनामिका अंश की बाहों में झूल जाती है। अब आगे, अनामिका बेहोश हो कर अंश के सीने पर गिर जाती है, उसे बेहोश देखकर अंश उसके गाल को पकड़ थप थप आता है और उसे होश में लाने की कोशिश करने लगता है, लेकिन अनामिका को होश नहीं आ रहा था, यह देख कर अंश तुरंत अनामिका को गोद में उठाकर रूम में जाने लगता है, और साथ ही रॉनी को डॉक्टर लाने के लिए बोल देता है। पूरे 2 दिन हो गए थे लेकिन अनामिका का कहीं कुछ भी पता नहीं चल रहा था, आदित्य जब कॉलेज में आया तो सबसे पहले मिष्टी ने उससे अनामिका के बारे में पूछा, " तू अकेले आया है अनामिका नहीं आई तेरे साथ "? मिस्टी का सवाल सुनकर आदित्य घबरा जाता है लेकिन उसने अपने डर को अपने चेहरे पर जाहिर नहीं होने दिया और कॉन्फिडेंट होकर मिस्टी से बोला " अनामिका एक्चुअली जब हम दोनों इंगेजमेंट की शॉपिंग करने गए थे, तभी वहां पर उसका भाई आ गया और उसे अपने साथ ले गया, शायद वह इंगेजमेंट से खुश नहीं थी " आदित्य मिस्टी से झूठ बोल देता है,। लेकिन मिस्टी को आदित्य की बात पर भरोसा नहीं हुआ और उसने दोबारा उससे पूछा, "लेकिन उसका भाई तो राजी था तुम दोनों के रिश्ते को लेकर फिर उसे इंगेजमेंट से क्यों प्रॉब्लम होने लगी " । "एक अनामिका का भाई कम था उसकी फ्रेंड भी सीआईडी बन रही है क्या जवाब दू " कुछ सोच आदित्य मन ही मन अनामिका के भाई विवांश और मिस्टी को कोसता है , और फिर कुछ बहाना बनाते हुए मिस्टी से बोलता है ," अनामिका के भाई को हमारे रिश्ते से कोई प्रॉब्लम तो नहीं थी, लेकिन उसका भाई इतनी जल्दी उसकी इंगेजमेंट नहीं कराना चाहता इसीलिए वो अनामिका को अपने साथ कुछ महीनों के लिए ले गया और उनके आने के बाद हम दोनों इंगेजमेंट कर लेंगे " । लेकिन मिस्टी को अभी भी आदित्य की बातों पर यकीन नहीं हो रहा था, उसकी एक वजह यहां थी क्योंकि मिस्टी को कभी भी आदित्य पसंद नहीं था,और वह कभी नहीं चाहती थी की अनामिका का रिश्ता आदित्य के साथ हो, लेकिन अनामिका आदित्य से प्यार करती थी, इसीलिए सिर्फ अनामिका के खातिर मिस्टी आदित्य से अच्छे से बिहेव करती थी,वार्ना मिस्टी को हमेशा ही आदित्य बुरा लगता था। ओके बोल कर मिस्टी वहा से निकल जाती है। उसके जाने के बाद आदित्य गुस्से में अपने हाथ को दीवाल पर जोर से मारता है " जल्दी से अनामिका को ढूंढना होगा वरना उसका पागल भाई और उसकी पागल फ्रेंड मेरा सर खा जाएगी , एक बार मुझे अनामिका मिल जाए फिर इन लोगों को बताऊंगा कि आदित्य शर्मा क्या चीज है " आदित्य गुस्से में खुद से बोलता है। दूसरी तरफ फीमेल डॉक्टर अनामिका का चेकअप कर रहे थे, और अंश वहीं खड़ा अनामिका को देख रहा था, चेकअप करने के बाद फीमेल डॉक्टर अंश से पूछती है " आप इनके कौन है। "मैं कौन हूं यह मुझे बताने की जरूरत नहीं है इतना बता मेरी बीवी कैसी है और वो बेहोश क्यों हो गई " अंश की आवाज में अलग ही रोब था जिसे सुनकर फीमेल डॉक्टर भी डर जाती है और फिर हक लाते हुए बोलती है , " व,,,, व,,,,, आ ,,, आपकी वाइफ बिल्कुल ठीक है बस कमजोरी की वजह से बेहोश हो गई थी, शायद उन्होंने 2 दिन से खाना नहीं खाया है," अंश डॉक्टर की बात को ध्यान से सुन रहा था, । डॉक्टर आगे कुछ बोल पाती तभी अंश गुस्से से डॉक्टर को घूरते हुए बोलता है " मेरी बीवी का अच्छे से चेकअप किया ना मेरी वाइफ को कोई और प्रॉब्लम तो नहीं है " । डॉक्टर उसकी बात सुनकर और भी ज्यादा डर जाती है लेकिन फिर भी हिम्मत करके बोलती है" न,,, न,,,, नहीं लेकिन आपकी वाइफ का रेप हुआ है, और यह पुलिस केस है इसलिए प्लीज मुझे पुलिस को इन्फॉर्म करने दे " इतना बोल कर डॉक्टर पर्स से अपना फोन निकालती है और जैसे ही डायल करने लगती है, तभी उसके कानों में अंश की आवाज पड़ती है और उसके हाथ से फोन छूटकर नीचे गिर जाता है। "आज अपनी फैमिली को बता कर तो आई हो की वापस घर आओगी भी या नहीं " अंश शैतानियत से मुस्कुराते हुए बोलता है, । जिसे सुनकर फीमेल डॉक्टर की हिम्मत डर में बदल जाती है "प्लीज मुझे माफ कर दीजिए मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगी " फीमेल डॉक्टर हाथ जोड़ते हुए बोलती है। अंश उसे इस हालत में देखकर मुस्कुरा देता है और जाकर सोफे पर किसी राजा की तरह बैठ जाता है, "गुड अब चुपचाप निकलो और खबरदार होशियारी करने की कोशिश मत करना बरना अंश राठौर कभी अपनी बात से मुकरता नहीं " । फीमेल डॉक्टर उसका नाम सुनकर और भी ज्यादा कांपने लगती है क्योंकि उसने सिर्फ अंश राठौर का नाम सुना था उसे कभी देखा नहीं था और ना ही उसे यह पता था की आज उसका सामना अंश राठौर से होने वाला है वरना वो कभी उसके सामने नहीं आती, फीमेल डॉक्टर जल्दी से अपना सामान उठाकर रूम से बाहर निकल जाती है और बाहर आकर राहत की सांस लेती है, और जल्दी से अपने घर के लिए निकल जाती है। अंश अनामिका को देखता है जो बेड पर बेहोश लेटी हुई थी, "हमारे बीच आने वाले कांटे को जड़ से उखाड़ फेकुगा चाहे कोई भी हो तेरे पास रहने से इस दिल को सुकून है अनामिका तू मेरी मोहब्बत नहीं मेरा जुनून है।" क्या वो डॉक्टर चुप रहेगी ? या कुछ हेल्प करेगी अनामिका की ?
अंश अनामिका को देखता है जो बेड पर बेहोश लेटी हुई थी, हमारे बीच आने वाले कांटे को जड़ से उखाड़ फेकुगा चाहे कोई भी हो तेरे पास रहने से इस दिल को सुकून है अनामिका तू मेरी मोहब्बत नहीं मेरा जुनून है। अब आगे,, कुछ घंटों बाद अनामिका को होश जाता है और वह धीरे धीरे अपनी आंखें खोलती है और उठ कर बैठ जाती है, तभी उसकी आंखों के सामने वही सीन घूमने लगता है जब अंश ने उन दोनों आदमी के गोली मारी थी, अनामिका के माथे पर पसीना आने लगता है,। तभी अनामिका के कानो में शांत मगर गहरी आवाज सुनाई देती है " how do you feel now "?. आवाज सुनकर अनामिका और भी ज्यादा डर से कांपने लगती है, वो अपना सर घुमा कर देखती है तो अंश सोफे पर बैठा उसे ही देख रहा था, यह देख कर अनामिका अपनी नजरे झुका लेती है और उसे कोई जवाब नहीं देती, । यह देख कर अंश को गुस्सा आ जाता है " तुम्हे सुनाई नहीं देता मैंने जो पूछा उसका जवाब दो " अंश सोफे से उठ कर बेड की तरफ अपने कदम बढ़ाते हुए बोलता है, ।। "ब,,,, ब,,,, बैटर " अनामिका हक लाते हुए बोलती है। उसका जवाब सुनकर अंश मुस्कुराते हुए बोलता है " गुड " और उसके करीब जाकर उसके होठों पर होठ रख देता है, अनामिका की आंखें हैरानी से बड़ी हो जाती है, और वह खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगती है। यहां देख कर अंश को गुस्सा आ जाता है और वह उसके निचले होठ पर वाइट कर लेता है, जिससे अनामिका की आंखों में दर्द से आंसू आ जाते हैं, लेकिन अंश को इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था, । करीब 20 मिनट बाद जब अनामिका को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है , तब जाकर अंश उसके होठों को छोड़ता है, लेकिन वह अनामिका से दूर नहीं होता, । छूटते ही अनामिका जोर-जोर से सांसे लेने लगती है और अंश को नफरत भरी निगाहों से देखने लगती है, । लेकिन अंश को इन सब से कोई फर्क नहीं पड़ता और वह अनामिका को कमर से पकड़ कर अपने करीब कर लेता है और एक हाथ से उसकी फ्रॉक की जिप खोलने लगता है, अनामिका चाह कर भी खुद को उससे छुड़ा नहीं पा रही थी, अंश फ्रॉक की जिप खोलकर उसकी खुली पीठ पर अपने हाथ फेरने लगता है, अनामिका की पूरी बॉडी में सिरहन सी दौड़ जाती है , और वह कसकर अपनी आंखें बंद कर लेती हैं , उसे देख कर अंश मुस्कुरा देता है, तभी अंश का फोन रिंग करने लगता है, फोन की रिंगटोन सुनकर अनामिका अपनी आंखें खोल देती है और वही अंश पॉकेट से फोन निकालकर अनामिका से बोलता है " wait 2 minutes i come now " और कॉल पिक करने बाहर चला जाता है, "काम हो गया " अंश पूछता है।। "यस बॉस " फोन की दूसरी तरफ से आवाज आती है। "गुड कल उसे काली पहाड़ी वाले ब्लैक मेंशन मैं ले आना " अंश मुस्कुराते हुए उससे बोलता है, और फोन कट कर देता है, और डेविल स्माइल करते हुए "कल से तुम्हारे जिंदगी के उल्टे दिन शुरू आदित्य शर्मा " और फोन पॉकेट में रख कर वापस रूम में चला जाता है।। रूम में वो आ कर देखता है तो अनामिका कहीं नहीं थी यह देखकर अंश को बहुत गुस्सा आता है " How dare her to ignore my words, इसे तो मैं बताता हूं " इतना बोलकर अंश वॉशरूम के डोर के पास जाकर नोक करता है " मुझे पता है तुम अंदर हो चुपचाप बाहर निकल आओ वरना तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा।" अनामिका जो वॉशरूम के एक कोने में डरी सहमी खड़ी थी जब अंश की गुस्से से भरी आवाज सुनती है तो और भी ज्यादा डर जाती है, और अपनी फ्रॉक को कसकर अपने हाथ से पकड़ लेती है, तभी उसे दरवाजा खुलने की आवाज आती है, अनामिका नजरें उठाकर सामने देखती है तो अंश उसे गुस्से से घूर रहा था,। अंश उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाते हुए " तुम्हें क्या लगता है तुम अपनी बचकानी हरकतें करके मुझ से बच सकती हो तो ऐसा कभी नहीं होने वाला और यह बात अपने दिमाग से जितनी जल्दी निकाल दोगी इतना अच्छा होगा तुम्हारे लिए " इतना बोल कर अंश अनामिका के दोनों हाथों को अपने एक हाथ में मजबूती से पकड़ लेता है और झटके से उसकी ड्रेस को उसके जिस्म से अलग कर देता है।। अनामिका चाह कर भी खुद को उससे बचा नहीं पा रही थी, अंश की ताकत के आगे उसकी ताकत कुछ भी नहीं थी और उसने 2 दिन से खाना भी नहीं खाया था इसीलिए वह बहुत ज्यादा कमजोर हो गई थी उसमें हिम्मत नहीं बची थी कि वह अंश से लड़ सके, अनामिका कसकर अपनी दोनों आंखें बंद कर लेती है। अंश शावर ऑन कर देता है साबर का ठंडा ठंडा पानी दोनो के जिस्म को भिगो रहा था, अंश अनामिका को पलट देता है और उसकी खुली पीठ पर पागलों की तरह किस करने लगता है, पीठ पर किस करने के बाद वो उसका चेहरा अपनी तरफ करता है और उसके होठों पर अपने होठ रख उसे किस करने लगता है और साथ ही अपने हाथ उसकी पूरी बॉडी पर फेरने लगता है,, लगभग 20 मिनट बाद अंश अनामिका के होठों छोड़ता है, और उसके गले और कॉलरबोन पर किस करने लगता है, अचानक से अनामिका की आह निकल जाती है क्योंकि अंश न सिर्फ उसे किस कर रहा था बल्कि किस के साथ उसे बाइट भी कर रहे था, अचानक अंश शावर बंद करके अनामिका को अपनी बाहों में उठा लेता है, गिरने के डर से अनामिका अपनी आंखें खोल देती है, और अंश के गले में बाहो का घेरा डाल लेती है, जिसे देखकर अंश मुस्कुरा देता है।। क्या होने वाला है अनामिका के साथ ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। अंश शावर ऑन कर देता है साबर का ठंडा ठंडा पानी दोनो के जिस्म को भिगो रहा था, अंश अनामिका को पलट देता है और उसकी खुली पीठ पर पागलों की तरह किस करने लगता है, पीठ पर किस करने के बाद वो उसका चेहरा अपनी तरफ करता है और उसके होठों पर अपने होठ रख उसे किस करने लगता है और साथ ही अपने हाथ उसकी पूरी बॉडी पर फेरने लगता है,, लगभग 20 मिनट बाद अंश अनामिका के होठों छोड़ता है, और उसके गले और कॉलरबोन पर किस करने लगता है, अचानक से अनामिका की आह निकल जाती है क्योंकि अंश न सिर्फ उसे किस कर रहा था बल्कि किस के साथ उसे बाइट भी कर रहे था, अचानक अंश शावर बंद करके अनामिका को अपनी बाहों में उठा लेता है, गिरने के डर से अनामिका अपनी आंखें खोल देती है, और अंश के गले में बाहो का घेरा डाल लेती है, जिसे देखकर अंश मुस्कुरा देता है।। अंश अनामिका को बेड पर लाकर लिटा देता है , अनामिका नम आखों से उसकी तरफ देख रही थी ,, अंश अपने कपड़े उतार रहा था, यह देखकर अनामिका को और भी ज्यादा डर लग रहा था, अंश अपने कपड़े उतार कर उसकी तरफ आने लगता है , अनामिका डर से खुद को ब्लैंकेट से कवर कर लेती है, और पीछे की तरफ खिसकने लगती हैं,। अंश अनामिका की हरकत देखकर तेहरा मुस्कुराता है और बेड पर बैठकर अनामिका को एक टक देखने लगता है , अनामिका उसके इस तरह देखने से अनकंफरटेबल हो जाती है, और अपनी नजर नीची कर लेती है अंश उसे देखकर मुस्कुरा देता है, और उसके ऊपर आकर उसके दोनों हाथों को अपने एक हाथ से उसके सिर के ऊपर लॉक कर देता है , और उसके होठों पर किस करने लगता है, अनामिका कसकर अपनी आंखें बंद कर लेती है, लगभग 20 मिनट बाद वो उसके होठों को छोड़ता है, और उसकी बॉडी पर हर जगह किस करने लगता है, अंश पागलों की तरह उसकी पूरी बॉडी को किस और वाइट कर रहा था, कुछ ही घंटे में अनामिका की सिसकियां पूरे रूम में गूंजने लगी , रूम का टंपरेचर बढ़ता जा रहा था, अंश रुकने का नाम नहीं ले रहा था, वही अनामिका उसके नीचे जिंदा लाश की तरह पड़ी हुई थी, । रात के २ बजे । रात के 2:00 बजे अनामिका ने भूख के कारण अपनी आंखें खोली, उसने 2 दिन से कुछ भी नहीं खाया था, अनामिका ने उठने की कोशिश की तो उसे अपनी कमर पर कुछ भारी सा महसूस हुआ अनामिका ने बगल में देखा तो अंश उसकी कमर को कसकर पकड़े हुए चैन की नींद सो रहा था, अनामिका ने उसका हाथ अपनी कमर से हटाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रही क्यूंकि अंश उसकी कमर को कस के पकड़े हुए था, अनामिका का मन कर रहा था की वो अंश का सर फोड़ डाले या उसे जान से मार डाले , अनामिका फिर से उसके हाथ को हटाने की कोशिश करने लगती है , अंश नींद में कसमसाने लगता है, उसे जगता देख कर अनामिका झट से अपनी आंखें बंद कर लेती है, लेकिन जब उसे महसूस होता है की अंश गहरी नींद में सो रहा है तो वह अपनी आंखें खोल कर फिर से उसके हाथ को हटाने लगती है और इस बार वो कामयाब हो जाती है, अनामिका धीरे से उठती है और कोबोर्ड के पास जाकर उसमें से जो उसे मिलता है वो उसे जल्दी से पहन कर दरवाजे की तरफ जाने लगती है, अनामिका डोर खोलने की कोशिश करती है लेकिन डोर अंदर से पासवर्ड से लॉक था अनामिका को पासवर्ड नहीं पता था फिर भी वह अपने अंदाजे से अलग-अलग पासवर्ड डालकर डोर खोलने की ट्राई करने लगती है, लेकिन डोर नहीं खुलता, अनामिका का मन जोर-जोर से रोने का कर रहा था, । तभी अचानक से रूम की लाइट ऑन हो जाती है, अनामिका घबराकर बेड की तरफ देखती है तो अंश गुस्से में बेड पर बैठा उसे घूर रहा था, अनामिका की जान हलक में अटक जाती है अंश बेड से उठ कर उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाने लगता है " तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई यहां से भागने की " और उसके दोनों बाजुओं को पकड़कर दीवाल से सटा देता है, अनामिका डर से कांप रही थी । " तुमने सोच भी कैसे लिया " अंशु गुस्से में अपने दांत पीते हुए बोलता, और उसका हाथ पकड़ कर उसे बेड पर फेंक देता है, और खुद लाइट ऑफ करके अपनी जगह आकर लेट जाता है, अनामिका नम आंखों से उसकी तरफ देखने लगती है, वो उससे कहना चाहती थी लेकिन डर के मारे उससे कुछ बोल नहीं पा रही थी। "क्या हुआ तुम्हें नींद नहीं आ रही अगर तुम्हें नींद नहीं आ रही तो हम कुछ और कर सकते हैं" अंश उसकी तरफ देखकर बेशर्मी से मुस्कुराते हुए बोलता है। अनामिका उसकी बात का मतलब समझ गई थी, और वो डर से अपनी आंखें बंद कर लेती है, अंश उसे देखकर मुस्कुरा देता है और अचानक से उसके ऊपर आकर उसे किस करने लगता है, अनामिका अपनी आंखें खोल देती है, और बड़ी हिम्मत करके अंश से बोलती है " म,,,,, म,,,,,, मुझे भूख लगी है " । अंश जो अनामिका के गाल पर किस कर रहा था वो अचानक से रुक जाता है और अनामिका के ऊपर से उठ कर लाइट ऑन करके दरवाजा खोलकर बाहर चला जाता है, । अनामिका उसे जाते देख कर राहत की सांस लेती है, और बेड से उठ कर बैठ जाती है तभी उस की नजर दरवाजे पर जाती है " शायद door खुला ही " अनामिका खुद से बोलती है और बेड से उठ कर दरवाजे की तरफ जाती है लेकिन डोर बाहर से लॉक था, अनामिका गुस्से में अपने पैर पटक कर वापस बेड पर बैठ जाती है। कुछ देर बाद door खुलने की आवाज आती है, अनामिका डोर की तरफ देखती है तो कुछ सर्वेंट उसके लिए खाने की प्लेट लेकर आए थे और प्लेट टेबल पर रख कर डोर लॉक करके वहां से चले जाते हैं। "अच्छा हुआ वह हैवान नहीं आया अब जल्दी से खाना खाकर सो जाती हूं " अनामिका खुद से बोलती है और बेड से उठ कर सोफे पर बैठ कर खाने पर टूट पड़ती है, अनामिका अभी खाना खा ही रही थी तभी उसे दोबारा गेट खुलने की आवाज आती है अनामिका को लगा की सर्वेंट होगा इसीलिए उसने उस पर ध्यान नहीं दिया और चुपचाप अपना खाना खाने लगी? तभी उसके कानों में गुस्से से भरी आवाज सुनाई दी " तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे इग्नोर करने की " अनामिका ने अपना सर उठा कर देखा तो अंश उसे गुस्से से घूर रहा था , अनामिका का खाना उसके गले में अटक जाता है और वह खास ने लगती है, अनामिका जल्दी से पानी का गिलास उठा कर पानी पीती हैं, और सामने देखती है तो अंश नहीं था यहां देख कर वो राहत कि सांस लेती है , तभी उसे महसूस होता है कि कोई उसके बगल में बैठा है, अनामिका चेहरा घुमा कर बगल में देखती है तो अंश उसके करीब उसे intense नजरों से देख रहा था, " यह इंसान नहीं भूत है जो कहीं भी कभी भी टपक पड़ता है " अनामिका अंश को देखते हुए मन में सोचती है, तभी उसकी नजर खुद पर जाती है तो उसके गाल शर्म से लाल हो जाते हैं, अनामिका ने जल्दबाजी में अंश की व्हाइट ट्रांसपेरेंट शर्ट पहनी हुई थी, जिससे उसका फिगर साफ दिखाई दे रहा था, । अनामिका जल्दी से वहां से उठना चाहती थी, लेकिन अंश उसके हाथ को पकड़ लेता है और उसके कान में " remove the shirt" कैसे बचेगी अनामिका अंश की हैवानियत से ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। तभी उसके कानों में गुस्से से भरी आवाज सुनाई दी " तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे इग्नोर करने की " अनामिका ने अपना सर उठा कर देखा तो अंश उसे गुस्से से घूर रहा था ,, अनामिका का खाना उसके गले में अटक जाता है और वह खास ने लगती है,, अनामिका जल्दी से पानी का गिलास उठा कर पानी पीती हैं,, और सामने देखती है तो अंश नहीं था यहां देख कर वो राहत कि सांस लेती है ,, तभी उसे महसूस होता है कि कोई उसके बगल में बैठा है,, अनामिका चेहरा घुमा कर बगल में देखती है तो अंश उसके करीब उसे intense नजरों से देख रहा था,, " यह इंसान नहीं भूत है जो कहीं भी कभी भी टपक पड़ता है " अनामिका अंश को देखते हुए मन में सोचती है,, तभी उसकी नजर खुद पर जाती है तो उसके गाल शर्म से लाल हो जाते हैं,, अनामिका ने जल्दबाजी में अंश की व्हाइट ट्रांसपेरेंट शर्ट पहनी हुई थी,, जिससे उसका फिगर साफ दिखाई दे रहा था,, । अनामिका जल्दी से वहां से उठना चाहती थी,, लेकिन अंश उसके हाथ को पकड़ लेता है और उसके कान में कहता है " remove the shirt" अंश की बात सुनकर अनामिका डरी नजरो से उसकी तरफ देखने लगती है और अंश से बहुत हिम्मत करके बोलती है " मुझे बहुत नींद आ रही है " और अपना हाथ छुराने लगती है। अंश को उसकी बात पर गुस्सा आ जाता है और वह अपने हाथ से उसके दोनों गालों को जोर से दबाता है,, और दांत दवाते हुए गुस्से में बोलता है " मुझे डिस्टर्ब करके तुम चैन से सोने जा रही हो तुमने सोच भी कैसे लिया " ? अनामिका उसके हाथ को अपने मुंह से हटा कर झटक देती है और गुस्से में सोफे से उठते ही बोलती है " मैंने कहा ना मुझे नींद आ रही है " इतना बोल कर वह वहां से जाने लगती है तभी उसे अंश की हंसने की आवाज सुनाई देती है,, अंश कुछ हंसता है और फिर सोफे से उठकर अनामिका के पास उसके चारों तरफ चक्कर लगाते हुए " तेरी इतनी हिम्मत कि तू मुझसे ऊंची आवाज में बात करें हा " बोलकर उसके दोनों हाथों को पकड़ कर उसकी पीठ से लगा देता है । अनामिका की दर्द की वजह से आखों से आंसू निकलने लगते हैं , लेकिन अंश को उसके आंसुओं से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था और वो वैसे ही गुस्से में आगे बोलता है " तुम्हें पनिशमेंट मिलेगी और तुम्हारी पनिशमेंट यह है की तुम रात को सोओगी नहीं ,, बल्कि पूरी रात शावर के नीचे खड़ी रहोगी और जब तक मैं ना कहू ना तुम बाहर निकलोगी और ना ही शावर बंद करोगी ""। अनामिका उसकी बात सुनकर डर से कांपने लगती है अंश उसे देख कर तेहरा मुस्कुरा देता है और उसका हाथ पकड़ कर उसे खींचते हुए बाथरूम में ले जाकर शावर खोलकर उसके नीचे खड़ा कर देता है,, अनामिका ठंड से कांपने लगती है क्योंकि शावर का पानी बिल्कुल बर्फ की तरह ठंडा था,, अनामिका बहुत रिक्वेस्ट करती है लेकिन अंश उसकी एक नहीं सुनता और बॉस रूम से बाहर आकर वॉशरूम के दरवाजे को बाहर से लॉक कर के लाइट बंद करके बेड पर आंखें बंद करके लेट जाता है।। कुछ ही घंटों में अनामिका बेहोश होकर जमीन पर गिर जाती है,, ।। सुबह का वक्त ।। सुबह के वक्त अंश अपनी आंखें खोलकर बेड पर देखता है तो अनामिका बेड पर नहीं थी,, अचानक से अंश को याद आता है कि उसने रात को अनामिका को बाथरूम में बंद किया था,, याद आते ही अंश बेड से उठ कर जल्दी से वॉशरूम का दरवाजा खोल कर अंदर जाकर देखता है तो अनामिका जमीन पर बेहोश पड़ी हुई थी और शाबर अभी भी चल रहा था,, अंश जल्दी से शावर को बंद करके अनामिका को अपनी बाहों में उठा कर वॉशरूम से बाहर आकर रूम में बेड पर लिटा देता है और उसके गाल को थप थप आता है " अनामिका अपनी आंखें खोलो तुम्हें कुछ नहीं हो सकता " अंश घबराते हुए बोलता है ,, और उसके माथे को टच करके देखता है अनामिका का पूरा बदन भट्टी की तरह तप रहा था ,, अंश जल्दी से टेबल लैंप से फोन को उठा कर अपने असिस्टेंट को कॉल करके राठौर मेंशन में डॉक्टर लाने के लिए बोल देता है,, और उसके बाद अनामिका के गीले कपड़े चेंज करके उसे दूसरे कपड़े पहना कर अच्छे से ब्लैंकेट से कबर कर देता है,,, कुछ ही देर बाद एक फीमेल डॉक्टर अनामिका का चेकअप कर रही थी ,, और चेकअप करके जल्दी से इंजेक्शन और मेडिसिन देकर अंश से बोलती है " ये बिल्कुल ठीक है कुछ ही घंटों बाद इन्हें होश आ जायेगा " अंश "ठीक है तुम जा सकती हो" और अपने कदम बेड की तरफ बढ़ा देता है,, अंश अनामिका के पास आकर बेड पर बैठ जाता है अनामिका बेड पर बेहोश लेती हुई थी और उसका चेहरा मुरझाया हुआ था,, अंश अनामिका के एक हाथ को अपने हाथ में लेते हुए बोलता है " तुम क्यों नहीं समझती मेरी बात तुम जानती हो ना मुझे पसंद नहीं कोई मुझसे ऊंची आवाज में बात करें तो क्यों करती हो क्यों मुझे गुस्सा दिलाती हो अनामिका मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूं और मुझे बिल्कुल पसंद नहीं जब तुम अपने मुंह से किसी और लड़के का नाम लेती है,, 1 घंटे बाद।। अनामिका को धीरे धीरे होश आने लगता है,, और वो धीरे से अपनी आंखें खोलती है तो उसकी आंखों के सामने रात का मंजर आ जाता है और वह एक बार फिर से डर से कांपने लगती है,, थोड़ी देर बाद अनामिका बेड से उठने की कोशिश करने लगती है तभी उसे गेट खुलने की आवाज आती है,,,।। कौन आया था अब ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें। अब तक आपने पढ़ा, अनामिका को धीरे धीरे होश आने लगता है, और वो धीरे से अपनी आंखें खोलती है तो उसकी आंखों के सामने रात का मंजर आ जाता है और वह एक बार फिर से डर से कांपने लगती है, थोड़ी देर बाद अनामिका बेड से उठने की कोशिश करने लगती है तभी उसे गेट खुलने की आवाज आती है,,।। अनामिका गेट की तरफ देखती है , तो हाथों में ट्रॉली लिए अंश रूम के अंदर आ रहा था , यहां देख कर अनामिका अपना मुंह फेर लेती है , । "तुम ठीक हो " अंश खाने की प्लेट टेबल पर रखते हुए बोलता है। अनामिका तुरंत अपना सर हां में हिला देती है, अंश अनामिका को देखकर मुस्कुराता है, और बेड के पास आकर अनामिका को अपनी बाहों में उठा लेता है , अनामिका अंश की इस हरकत पर शॉक्ड होकर उसे देखती है लेकिन बोलती कुछ नहीं। अंश अनामिका को चेयर पर बैठा कर खुद भी अपनी चेयर पर बैठ जाता है और खाने की प्लेट से एक वाइट लेकर अनामिका के मुंह की तरफ बढ़ाता है , अनामिका 1 सेकंड उसके हाथ को देखती है और अपना चेहरा दूसरी तरफ घुमा लेती है, । जिससे अंश को गुस्सा आ जाता है और वह गुस्से में उसके दोनों गालों को पकड़कर जबरदस्ती उसके मुंह में वाइट डाल देता है, अनामिका चेयर से उठने लगती है, तभी अंश उसके हाथों को पकड़कर वापस चेयर पर बिठाकर उसे जबरदस्ती खाना खिलाने लगता है। दूसरी तरफ परी अपने हॉस्टल के रूम में बेड पर पेट के बल लेटी हुई थी और गुस्से में अपने फोन में एक लड़के की फोटो को घूर रही थी "आज आपने हमें फोन भी नहीं किया हम आपसे बहुत नाराज है " परी ने पाउट बनाते हुए खुद से कहा, । "क्या हुआ मैडम आज इतने गुस्से में क्यों हो " मिस्टी ने बॉस रूम से निकलते हुए कहा। मिस्टी की बात सुनकर परी उठ जाती है और शिकायत करते हुए मिष्टी से बोलती है " देखना अभी तक उन्होंने हमें ना ही कॉल की और ना ही कोई मैसेज अभी तक उन्होंने परी राठौर को जाना नहीं अगर वह कॉल भी करेंगे तब भी हम उनसे कोई बात नहीं करेंगे " । मिस्टी परी की बात सुनकर जोर-जोर से हंसने लगती है " ha, ha,रहने दे तेरे बस की बात नहीं अभी उसकी कॉल आएगी और तू तुरंत उठा लेगी " । मिस्टी को हंसता देखकर परी चिढ़ जाती है " देख लेना हम उनसे बात नहीं करेंगे " तभी परी के फोन की रिंगटोन बजती है, परी फोन उठाकर देखती है तो उसके फोन की स्क्रीन पर माय लव शो हो रहा था, परी जल्दी से फोन पिक करने चलती है, तभी मिस्टी उसे चिढ़ाते हुए बोलती है " अभी तू कुछ मिनट पहले क्या कह रही थी बात नहीं करूंगी और ना ही कॉल पिक करूंगी " बोलकर हंसने लगती है। "हम तुझे बाद में देख लेंगे पहले इनसे तो बात कर ले " परी मिष्टी से बोलती है, और बेड से उठकर हॉस्टल के बाहर बने गार्डन में बैंच पर जाकर बैठ जाती है और फोन पिक कर लेती है। दूसरी तरफ से दिल को सुकून देने वाली आवाज उसके कानो में पड़ती है " परी "। परी सिर्फ hmm करती है। लड़का , "क्या हुआ तुम मुझसे नाराज हो"। परी ," हम कौन होते हैं आप से नाराज होने वाले। परी की बात सुनकर लड़का हल्का मुस्कुराते हुए बोलता है " परी मैं बिजी था इसीलिए तुम्हें कॉल नहीं कर पाया और ना ही तुम्हारी कॉल उठा पाया।" परी पाउट बनाते हुए उस लड़के से शिकायत भरे लहजे में बोलती है " आपके पास सबके लिए टाइम है लेकिन अपनी परी के लिए नहीं हम आपकी कॉल का इंतजार करते रहते हैं कब आप हमें कॉल करेंगे और हम कब आपसे बात करेंगे, लेकिन आपके पास तो हमारे लिए थोड़ा सा भी वक्त नहीं है "। लड़का,। "एम सॉरी यार अब मैं तुम्हें पूरा टाइम दूंगा और एक सरप्राइस था तुम्हारे लिए " । परी ," हमें कोई सरप्राइज नहीं चाहिए हमें सिर्फ आप चाहिए हम आपको देखना चाहते हैं आपको महसूस करना चाहते हैं आप को छूना चाहते हैं कितना वक्त हो गया आपसे मिले हुए ।" दूसरी तरफ से कोई जवाब नहीं आता परी फोन को कान से हटाकर स्क्रीन देखती है तो फोन कट हो गया था , " आपने बिना जवाब दिए हमारा फोन काटा अब तो हम आपसे कभी बातें नहीं करेंगे " परी गुस्से में फोन को देखते हुए बोलती है। "अगर तुम्हारे सामने आ जाऊं फिर भी मुझसे बात नहीं करोगी " परी आवाज सुनकर सर को पीछे घुमा कर देखती है तो हैंडसम सा लड़का आंखों पर ग्लास लगाए मुस्कुराते हुए परी को देख रहा था । अंश अनामिका को खाना खिला कर बालकनी में चला गया, अनामिका भी अंश के पीछे जाने लगी तभी उसके कानों में अंश की आवाज पड़ी जो फोन पर किसी से बात कर रहा था। अनामिका वही छुपकर उसकी बातें सुनने लगी , अंश ने जैसे ही फोन कट किया अनामिका जल्दी से बेड पर आकर लेट गई, अंश थोड़ी देर रुक कर रूम में आया और फोन रख कर सीधा वॉशरूम में चला गया।। उसके जाने के बाद अनामिका बैठ गई और माथे पर अपना हाथ रखे कुछ सोचने लगी, उसने चारों तरफ अपनी नजरे दौड़ाई और कुछ देख कर उसकी आंखों में चमक आ गई।। परी ने अपने सामने उस लड़के को देखा तो उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई और वो जल्दी से बैंच से उठ दौड़ते हुए उसके पास गई और उस लड़के को गले लगा लिया, लड़के ने भी कसकर परी को अपनी बाहों में भर लिया। थोड़ी देर बाद परी और लड़का एक दूसरे से अलग हुए, "विवांश आपने हमें बताया क्यों नहीं कि आज आप हमसे मिलने आ रहे हैं " परी ने शिकायत करते हुए कहा। परी की बात सुनकर विवांश ने अपनी आंखों से सनग्लासेस हटाए यहां कोई और नहीं अनामिका का भाई विवांश था, गोरा रंग भूरी आंखें आंखों के नीचे काला तिल जो विवांश को और भी ज्यादा हैंडसम और अट्रैक्टिव बना रहा था, । क्या होगा जब पता चलेगा विवांश को परी का सच कि वो अंश राठौर की बहन है? जिसे वह कब से ढूंढ रहा था और अब आगे क्या करेगी कैसे निकलेगी अंश राठौर की कैद से ? और अनामिका उसने ऐसा क्या देख लिया जिसकी उसकी आंखों में चमक आ गई,? जानने के लिए पढ़ते रहिए, ।।
अनामिका बेड पर परेशान अपने माथे पर हाथ रखे खुद से ही बोल रही थी " मतलब अंश ने आदित्य को किडनैप कर लिया और वो उसी से मिलने जा रहा है, मुझे कैसे भी करके अंश को आदित्य से मिलने से रोकना होगा और अगर आदित्य ने अंश के सामने अपना मुंह खोल दिया तो बहुत प्रॉब्लम हो जाएगी नहीं मुझे कैसे भी करके अंश को आदित्य के पास जाने से रोकना होगा "" बरना बहुत बड़ी प्रॉब्लम हो जाएगी " कुछ सोच अनामिका कुछ सोच तुझे कैसे भी करके अंश से पहले आदित्य के पास पहुंचना होगा " ।। दूसरी तरफ विवांश परी को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है जिससे परी के हाथ विवांश की चेस्ट पर आ जाते हैं, परी मुस्कुराते हुए विवांश की आंखों में देख रही थी। विवांश , "अगर पहले से ही बता देता तो तुम्हारे होठों पर इतनी प्यारी सी स्माइल कैसे देख पाता ?" "आप बातें बहुत अच्छी करते हैं लेकिन हम आपकी बातों में आने वाले नहीं हम आपसे बहुत नाराज हैं " परी पाउट बनाते हुए विवांश से बोलती है। "आप हमसे नाराज हैं " विवांश का चेहरा देखते हुए बोलता है। परी , "hmm " विवांश, "तो ठीक है में तुमसे मिलने आया था अब तुम मुझसे नाराज हो तो मैं जा रहा हूं " विवांश परी की कमर छोड़कर झूठ मुठ वहा से जाने लगता है। विवांश को जाता देख कर परी जल्दी से भागकर विवांश को पीछे से हग कर लेती है। विवांश के कदम वहीं रुक जाते हैं वो मुस्कुराते हुए पीछे पलट कर परी के चेहरे को देखता है जिसकी आंखों में आंसू थे " विवांश परी के आंसू को अपने अंगूठे से साफ करते हुए " मैं तुम्हारी आंखों में आंसू नहीं देख सकता, मुझे दर्द होता है तुम्हारे आंसुओं से "। विवांश की बात सुनकर परी उसकी आंखों में देखती है " और हम भी आपसे दूर रहने का नहीं सोच सकते अगर हमारी लाइफ में कोई सबसे ज्यादा मायने रखते हैं तो वो आप और अंश भाई हम आपसे और अपने भाई से बहुत प्यार करते हैं हम आप दोनों के बिना नहीं जी सकते " परी नम आंखों से विभाग से बोलती है। "और मैं भी तुम्हारे बिना नहीं जी सकता परी " विवांश परी के चेहरे को अपने हाथों में भरते हुए बोलता है , तभी अचानक से विवांश को याद आता है की परी ने अभी अंश का नाम लिया था। "कौन भाई " विवांश कंफर्म करते हुए परी से पूछता है। "अंश भाई " परी मुस्कुराते हुए बोलती है। अनामिका यहां सब सोच ही रही थी तभी कुछ देख कर उसकी आंखों में चमक आ जाती है, थोड़ी देर बाद अंश बाथरोव पहनकर बॉथरूम से बाहर निकलता है तो कुछ देख कर चौक जाता है। "अंश यह नाम तो सुना लग रहा है " विवांश मन ही मन सोचता है और याद करने की कोशिश करता है की उसने यह नाम कहां सुना था तभी उसे याद आता है, ( अंश राठौर ने अनामिका को किडनैप करके उससे जबरदस्ती शादी कर ली है " ) यह नाम उसने आदित्य के मुंह से सुना था, इसका मतलब अंश राठौर की बहन परी है , नहीं हो सकता है की परी के भाई का नाम भी अंश हो " विवान्ंश मन ही मन खुद को तसल्ली देता है, । "ओ मिस्टर कहां खो गए " परी विवांश के चेहरे के सामने चुटकी बजाते हुए बोलती है। परी की बात सुनकर विवांश अपने सेंस में आता है और कंफर्म करते हुए परी से पूछता है ? विवांश , "तुम्हारा सरनेम क्या है " । परी , "परी राठौर "। पूरे रूम को फूलों और मोमबत्ती से अच्छे से डेकोरेट किया गया था, लेकिन रूम में अनामिका कहीं नहीं थी, अंश यहां देख कर एक पल को चौक जाता है, तभी उसके कानों में पायल की आवाज पड़ती है , अंश पायल की आवाज सुनकर आवाज की दिशा में जाता है तो यहां आवाज बालकनी में बने स्विमिंग पूल से आ रही थी, अंश स्विमिंग पूल के पास जा कर देखता है तो उसके होश उड़ जाते हैं। परी का सरनेम जानकर विवांश के दिल को धक्का सा लगता है, और उसके हाथ अपने आप ही परी के चेहरे से हटकर नीचे गिर जाते हैं, उसे ऐसा लगता है जैसे उसका शरीर बेजान हो गया हो उसके शरीर में जान ही ना बची हो। परी विवांश को ऐसे देख कर घबरा जाती है और उसके कंधे को पकड़ते हुए विवांश से पूछती है " अचानक से क्या हुआ आपको ? परी की आवाज सुनकर विवांश अपने होश में आता है और परी से बोलता है " मुझे कुछ जरूरी काम है मुझे तुरंत निकलना होगा " और बिना उसकी तरफ देखे वहां से निकल जाता है। विवांश का ऐसा बिहेवियर देखकर परी की आंखों में आंसू आ जाते हैं और वो वापस बेंच पर बैठ जाती है। अंश डोर स्लाइड करके बालकनी में जाता है , वहा भी रोज पेटल जमीन पर पड़ी हुई थी, अंश स्विमिंग पूल के पास आता है तो वहां का माहौल भी बहुत रोमांटिक था लेकिन यह सब देख कर भी अंश के चेहरे पर कोई भाव नहीं था। तभी अंश को अपने पीछे किसी की प्रेजेंस फील होती है, अंश पीछे मुड़कर देखता है तो रेड क्लर की थ्री पीस नाइटी पहने बालों को खुला छोड़े होठों पर रेड कलर की लिपस्टिक लगाए अनामिका अपने एक हाथ में रिमोट और दूसरे हाथ में वाइन की बोतल पकड़े अंश को देख रही थी,। अंश अनामिका को इंटेसिटी से देखते हुए " यह सब क्या है ।"? अनामिका अंश के करीब आते हुए उसके चेहरे पर sensually उंगली फेरते हुए " तुम मुझसे हमेशा कहते थे कि तुम मुझसे प्यार करते हो आज मुझे रिलाइज हुआ शायद मैं भी तुमसे प्यार करती हूं लेकिन कभी कह नहीं पाई " और उसके गले में अपनी दोनों बाहें डाल लेती है ", आई लव यू मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं मेरी लाइफ में तुम्हारे अलावा कोई नहीं है अंश आई रियली लव यू।"
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़े,, तभी अंश को अपने पीछे किसी की प्रेजेंस फील होती है,, अंश पीछे मुड़कर देखता है तो रेड क्लर की थ्री पीस नाइटी पहने बालों को खुला छोड़े होठों पर रेड कलर की लिपस्टिक लगाए अनामिका अपने एक हाथ में रिमोट और दूसरे हाथ में वाइन की बोतल पकड़े अंश को देख रही थी,,। अंश अनामिका को इंटेसिटी से देखते हुए " यह सब क्या है । अनामिका अंश के करीब आते हुए उसके चेहरे पर sensually उंगली फेरते हुए " तुम मुझसे हमेशा कहते थे कि तुम मुझसे प्यार करते हो आज मुझे रिलाइज हुआ शायद मैं भी तुमसे प्यार करती हूं लेकिन कभी कह नहीं पाई" और उसके गले में अपनी दोनों बाहें डाल लेती है"आई लव यू मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं मेरी लाइफ में तुम्हारे अलावा कोई नहीं है अंश आई रियली लव यू।" अनामिका की बात सुनकर भी अंश के चेहरे पर कोई भाव नहीं आते " जो लड़की कल तक मुझसे इतनी नफरत करती कि मेरी शक्ल भी देखना नहीं चाहती थी,, और आज वही लड़की मेरे सामने अपने प्यार का इजहार कर रही है didn't understand anything " अंश की बातें सुनकर अनामिका को गुस्सा आ रहा था अनामिका खुद को शांत करते हुए मन ही मन खुद से कहती है " calm down अनामिका गुस्सा करने से तेरा बना बनाया प्लान फेल हो जाएगा" अनामिका खुद से बोल ही रही थी तभी अंश अनामिका की आंखों के सामने चुटकी बजाते हुए " what happened what are you thinking about your plan " बोलकर टेढ़ा मुस्कुराने लगता है। अनामिका अंश की बात सुनकर अपने सेंस में आती है " प,,,,,, प,,,,,,,,,,, प्लान कौन सा प्लान " अनामिका हडबढ़ाते हुए बोलती है। "तुम्हारे माथे पर इतना पसीना क्यों आ रहा है This happens in two conditions, one when the person is scared or nervous and the other when the person is hiding something" अंश की बात सुनकर अनामिका अंश से थोड़ा दूर हट कर अपने पसीने को पोछने लगती है,, " म,,,,,, में तुमसे क्या छुपाओगी कुछ भी नहीं " अनामिका जल्दी से बोलती है और मन ही मन खुद से कहती है " रिलैक्स अनामिका रिलैक्स अंश तुझे अपनी बातों में फसा रहा है तुझे उसकी बातों में नहीं फसना है और जैसा सोचा है वैसा करना है" अनामिका मन ही मन फैसला करती है,, और कॉन्फिडेंट होकर अंश के करीब आकर वाइन की बोतल को अपने ऊपर डाल कर जमीन पर फेक,, कर रिमोट का बटन दबाकर रिमोट पानी में फेंक देती है,, और गाना गाने लगती है। ज़रा ज़रा बहकता है, महकता है आज तो मेरा तन-बदन मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में है मेरी कसम, तुझको सनम दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे। अंश अनामिका को मुस्कुराते हुए ऊपर से नीचे तक देखने लगता है,, अनामिका की पूरी नाइटी भीग गई थी,, जिसमे अनामिका और भी ज्यादा हॉट एंड सेक्सी लग रही थी,, अंश अनामिका के करीब आकर अपने एक हाथ से उसकी कमर को पकड़कर उसके होठों पर अपने होंठ रख देता है,, और उसका दूसरा हाथ अनामिका के सीने पर चल रहा था,, अनामिका के दोनों हाथ अंश की पीठ पर थे । मैं प्यासी हूँ मुझे भर ले अपनी बाहों में है मेरी कसम, तुझको सनम दूर कहीं ना जा ये दूरी कहती है पास मेरे आजा रे। थोड़ी देर बाद अंश अनामिका के होठों को छोड़ता है,, और अनामिका को पलट कर उसकी पीठ पर किस करने लगता है,, अनामिका अपनी आंखें बंद कर लेती है।। यूँ ही बरस-बरस काली घटा बरसे हम यार भीग जाएँ इस चाहत की बारिश में मेरी खुली-खुली लटों को सुलझाए तू अपनी उँगलियों से मैं तो हूँ इसी ख्वाहिश में। अनामिका अंश के कान में कुछ कहकर,, पूल के किनारे पर के बल लेट जाती है,, और आंखों के इशारों से अंश को अपने करीब आने के लिए बोलती है,, अंश अनामिका को देखकर डेविल स्माइल करता है,, और अनामिका के पास आकर, लेट जाता है , और अनामिका के हाथ से अपना हाथ इंटरविड कर लेता है। सर्दी की रातों में हम सोये रहें एक चादर में हम दोनों तन्हाँ हो ना कोई भी रहे इस घर में ज़रा ज़रा बहकता है... अंश अनामिका की पीठ पर किस करने लगता है,, अनामिका आंखें बंद किए गहरी सांस ले रही थी,,। अंश अनामिका को अपनी तरफ पलटता है ,, अनामिका अंश को देखती है,, सांस लेने की वजह से अनामिका का सीना ऊपर नीचे हो रहा था,, अंश की नजर अनामिका के सीने पर थी ,, अंश झुक कर अनामिका के क्लीवेज पर किस करता है, अनामिका झटके से उठ जाती है। तड़पाएँ मुझे तेरी सभी बातें एक बार ऐ दीवाने झूठा ही सही, प्यार तो कर मैं भूली नहीं हसीं मुलाकातें बैचेन कर के मुझको। अंश अनामिका की बॉडी पर किस करने लगता है ।अनामिका कसकर अपनी आखें बंद कर लेती है ,, थोड़ी देर बाद अंश अनामिका अपनी बाहों में उठाकर अंदर रूम में ले जाने लगता है ,, अनामिका मुस्कुराते हुए अंश को देख रही थी,, । मुझसे यूँ ना फेर नज़र रूठेगा ना मुझसे मेरे साथिया ये वादा कर तेरे बिना मुश्किल है जीना मेरा मेरे दिलबर ज़रा ज़रा बहकता है... अंश अनामिका को जमीन पर खड़ा करके उसे देखकर मुस्कुराता है,, और अनामिका का srug उसकी बॉडी से अलग करने लगता है,, अनामिका अंश की कंधे को पकड़ लेती है,, और उसकी पूरी बॉडी पर अपने हाथ फेरने लगता है,, और अनामिका को गोद में उठा कर बेड पर लिटा कर अपने कपड़े उतारने लगता है,, । अनामिका अंश को देख कर शातिर तरीके से मुस्कुराती है,, अंश अनामिका के ऊपर आकर उसके जिस्म से कपड़े फाड़ कर जमीन पर फेंक देता है,, और अनामिका के होठों पर अपने होंठ रख देता है,, होठों पर किस करने के बाद अंश अनामिका की गर्दन पर किस करने लगता है,, गर्दन से होते हुए वो पूरी बॉडी पर किस करने लगता है,, और साथ ही उसके हाथ अनामिका की चेस्ट को सहला रहे थे,, वही अनामिका के दोनों हाथ अंश के बालो में उलझे हुए थे। कुछ ही देर में अनामिका की सिसकियां रूम में गूंजने लगती है।। कैसा लगा आज का चैप्टर बताना ना भूलें। आखिर क्यों किया अनामिका ने ये सब ? क्या वजह थी ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें। सुबह का वक्त , धीरे धीरे अनामिका की आंखें खुलने लगती है, अनामिका अपने बगल में देखती है तो अंश उसे कसकर पकड़े गहरी नींद में सो रहा था अनामिका अंश को सोते हुए देखकर खुद से कहती है " सोते हुए कितना भोला और मासूम लगता है लेकिन कौन जानता है इस मासूम और भोले चेहरे के पीछे कितने राज दफन है और उन राजो का पर्दाफाश मैं करूंगी " बोलकर बेड से उठ कर वॉशरूम में चली जाती है। थोड़ी देर बाद अनामिका शावर लेकर बॉथरूम से निकलती है, और ड्रेसिंग टेबल के मिरर के सामने जाकर खड़ी हो जाती है और नफरत से अंश को एक नजर देखते हुए " मैं तुमसे नफरत करती हूं पिछले 10 सालों से मैं तुमसे नफरत करती हूं " बोलकर चेंजिंग रूम में चली जाती है। थोड़ी देर बाद अनामिका चेंज रूम से निकलकर मिरर मैं खुद को देखती है अनामिका ने ब्लू कलर की टी शर्ट और वाइट शॉर्ट्स पहने हुए थे, अंश अभी भी गहरी नींद में सो रहा था। "मुझे अंश के उठने से पहले इसका फोन ढूंढना होगा " बोलकर अनामिका अंश का फोन ढूंढने लगती है , थोड़ी देर बाद अनामिका को अंश का फोन ड्रॉवर में मिल जाता है, अनामिका फोन निकालकर फोन को ऑन करती है , तो चिढ़ जाती है, क्योंकि अंश के फोन पर पासवर्ड लगा हुआ था। अनामिका अलग-अलग पासवर्ड डालकर फोन खोलने की ट्राई करने लगती है, लेकिन उसकी हर कोशिश नाकाम हो जाती है, अनामिका खुद से बड़े बढ़ाते हुए कहती है " इसका पासवर्ड क्या हो सकता है बर्थ डेट या फिर इसका नाम या फिर कोई ऐसी डेट जो अंश के लिए मायने रखती है, क्या हो सकता है " तभी अनामिका को कुछ याद आता है और वो पासवर्ड टाइप करती है, फोन तुरंत अनलॉक हो जाता है," यह डेट तो रागिनी दी के मर्डर की डेट है इसे अंश ने अपना पासवर्ड क्यों बनाया है " अनामिका के मन में हजारों सवाल चल रहे थे लेकिन उनका एक भी जवाब अनामिका के पास नहीं था। फोन अनलॉक हो जाने के बाद अनामिका आदित्य का नंबर डायल करके उसे कॉल करती है दो रिंग जाने के बाद आदित्य कॉल पिक कर लेता है " हेलो कौन " आदित्य पूछता है। "ह,,, ह,,,, हेलो आदित्य तुम ठीक तो हो " अनामिका घबराते हुए आदित्य से पूछती है। आदित्य "हां मैं बिल्कुल ठीक हूं मुझे क्या हुआ तुम ठीक हो और तुमने मुझे किस नंबर से कॉल की है " । अनामिका " मैंने अंश के फोन से तुम्हें कॉल की है तुम प्लीज यहां से चले जाओ अंश बहुत खतरनाक है वो तुम्हें मार देगा, और मैं तुम्हें खोना नहीं चाहती " अनामिका नम आंखों से बोलती है। आदित्य " रिलैक्स अनामिका क्या हुआ है और तुम इतनी घबराई क्यों हो " आदित्य घबराते हुए अनामिका से पूछता है। अनामिका आदित्य को सब कुछ एक ही सांस में बता देती है । पूरी बात सुनने के बाद आदित्य अनामिका से बोलता है " अनामिका घबराओ मत हो सकता है अंश का प्लान हो तुम्हें पकड़ने के लिए इसलिए शांत हो जाओ और अपने मिशन पर फोकस करो " आदित्य अनामिका को समझाते हुए बोलता है। आदित्य की बात सुनकर अनामिका को हिम्मत मिलती है " तुम सही कह रहे हो मैं कमजोर नहीं पड सकती मुझे अंश राठौर से बदला लेना है लेकिन तुम अपना ख्याल रखना अंश मेरे सहारे तुम तक पहुंच सकता है इसीलिए बी केयरफुल "। आदित्य , " तुम मेरी चिंता मत करो लेकिन तुम्हारे बारे में तुम्हारे भाई को पता चल गया है और वह तुम्हें ढूंढने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है" ।। अनामिका , "भाई को पता चल गया पर कैसे "। आदित्य अनामिका को सब कुछ बता देता है। पूरी बात सुनने के बाद अनामिका आदित्य से बोलती है " तुम भाई की फिक्र मत करो मैं भाई को अपने तरीके से समझा दूंगी अच्छा अब मैं फोन रखती हूं आई लव यू " । आदित्य शातिर तरीके से मुस्कुराते हुए " आई लव यू टू मेरी जान और बहुत जल्द तुम मेरे पास होगी ।" अनामिका आदित्य की बात सुन कर मुस्कुरा देती है और फोन कट करके नंबर डिलीट कर देती है और वापस फोन को लॉक करके उसी जगह रख देती है। अनामिका एक नजर अंश को देखती है जो अभी भी सो रहा था उसे देख कर अनामिका मुस्कुराती है " आज तुम 12:00 बजे से पहले नहीं उठोगे , बोलकर काउच पर बैठ जाती है, " अगर अंश ने आदित्य को किडनैप नहीं किया तो उसने ऐसा क्यों कहा कुछ समझ में नहीं आ रहा आखिर अंश के मन में क्या चल रहा है , अनामिका के दिमाग में यही सब चल रहा था,। तभी अनामिका के कानों में शांत मगर गहरी आवाज सुनाई देती है, "मुझे समझना इतना आसान नहीं है मुझे समझने के लिए अगर तुम सात जन्म भी लोगी तब भी कम पड़ेंगे स्वीटहार्ट " । अनामिका आवाज सुनकर हड़बड़ा जाती है और बेड की तरफ देखती है तो उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो जाती हैं अंश बेड पर बैठा हुआ अनामिका को घूर रहा था। "ये इतनी जल्दी कैसे उठ गया अभी तो 24 घंटे भी नहीं हुए " अनामिका अंश को जागता देखकर मन ही मन खुद से बोल रही थी। अंश अनामिका को देख मुस्कुराकर अपने कपड़े पहन कर वॉशरूम में चला जाता है। उसके जाने के बाद अनामिका गहरी सांस लेती है " कहीं इसने मेरी बात तो नहीं सुनी नहीं उस टाइम अंश सो रहा था उसने मेरी बात नहीं सुनी होगी " अनामिका खुद में ही बड बड़ाए जा रही थी। दूसरी तरफ।। वाइट कलर के खूबसूरत से मेंशन में एक लड़का हॉल की फर्श पर पेट के बल लेटा हुआ था धीरे धीरे उस लड़के की आंख खुलने लगती है, लड़का उठ कर बैठ जाता है, और दोनों हाथों से अपने सर को कसकर पकड़ लेता है उस लड़के की आंखें रोने की वजह से लाल और सूजी हुई थी, यह लड़का कोई और नहीं विवांश था । क्या सच में अंश ने कुछ नहीं सुना था ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। वाइट कलर के खूबसूरत से मेंशन में एक लड़का हॉल की फर्श पर पेट के बल लेटा हुआ था धीरे धीरे उस लड़के की आंख खुलने लगती है, लड़का उठ कर बैठ जाता है, और दोनों हाथों से अपने सर को कसकर पकड़ लेता है उस लड़के की आंखें रोने की वजह से लाल और सूजी हुई थी, यह लड़का कोई और नहीं विवानश था , । तभी सोफे पर रखा हुआ विवांश का फोन रिंग करता है, विवांश एक नजर फोन को देखकर अपने रूम में चला जाता है। दूसरी तरफ परी हॉस्टल रूम में बेचैनी से टहल रही थी वो कल रात से विवांश को कॉल कर रही थी लेकिन विवांश था कि ना उसकी कॉल का जवाब दे रहा था और ना ही उसे कोई मैसेज कर रहा था। "कहीं विवांश हमसे नाराज तो नहीं है ?क्या हुआ है क्यों ऐसे कर रहे हैं? " परी के दिमाग में यही सब चल रहा था, । थोड़ी देर बाद विवांश अपने रूम से निकलकर हाल में आकर सोफे से अपने फोन को उठाकर चेक करता है तो परी की 50 से भी ज्यादा मिस कॉल पड़ी हुई थी, । विवांश कल रात से इसी बारे में सोच रहा था, और उसने अपना फैसला ले लिया, । विवांश खुद को संभालते हुए परी को कॉल करता है तुरंत परी फोन पिक कर लेती है। परी घबराते हुए " मेरी कॉल क्यों नहीं उठा रहे आप हमसे नाराज हैं क्या ?" विवांश हल्का मुस्कुराते हुए " मैं ठीक हूं जरूरी काम था इसलिए जाना पड़ा मुझे तुमसे इंपॉर्टेंट बात करनी है ।" परी " हां बोलिए।" "फोन पर नहीं मैं कल मिलकर तुमसे बात करना चाहता हूं अच्छा अभी मैं रखता हूं मुझे मीटिंग में जाना है " बोलकर बिना परी की बात सुने फोन काट देता है। अनामिका सोफे पर बैठी हुई थी उसके मन में हजारों सवाल चल रहे थे लेकिन उनका जवाब सिर्फ अंश के पास था । अनामिका काउच पर बैठी सोच ही रही थी तभी उसके कानों में अंश की आवाज पड़ती है। अंश " इधर आओ।" अंश की आवाज सुनकर अनामिका अपने होश में आती है और सवालिया नजरों से अंश की तरफ देखने लगती है, । "तुम्हें सुनाई नहीं देता इधर आओ " अंश गुस्से में अपने बालों को हेयर ड्रायर से सुखाते हुए अनामिका से बोलता है। अनामिका काउच से उठ कर धीरे धीरे अपने कदम अंश की तरफ बढ़ाती है, अंश के पास पहुंचकर अनामिका उसकी तरफ देखने लगती है। "कुछ पूछना चाहती हो "? अंश खुद को मिरर में देखते हुए अनामिका से बोलता है। अनामिका " आपने मुझसे शादी क्यों की " ? "क्योंकि मैं तुमसे प्यार करता हूं " अंश तुरंत जवाब देता है। अनामिका " हमें ऐसा नहीं लगता मुझसे शादी करने की वजह कुछ और है ना हम आपको जानते थे ना आप हमें फिर एक मुलाकात के बाद आपने मुझसे शादी क्यों की " अनामिका अंश की आंखों में देखते हुए बोलती है। अंश अनामिका को देखकर मुस्कुराते हुए " स्वीटहार्ट तुम्हारे होंठ कुछ और बोल रहे हैं और तुम्हारी आंखें कुछ और कुछ राज है तुम्हारी आंखों में जो तुम छुपा रही हो तुम्हारे होंठ बोल रहे हैं कि तुम मुझे नहीं जानती और तुम्हारी आंखें बोल रही हैं कि तुम मुझे बहुत सालों से जानती हो " अनामिका अंश की बात सुनकर हड़बड़ा जाती है " न,,, न,,,, मैं तुम्हें पहले से नहीं जानती थी, " "स्वीटहार्ट जितना जरूरी है मेरे बारे में जानना उतना जान चुकी है तो बेहतर रहेगा चुप रहो और अगर अपनी लिमिट क्रॉस करोगी तो नुकसान तुम्हारा ही होगा " अंश अनामिका के गालों को अपने हाथों से थपथपाते हुए बोलता है और ड्रेसिंग टेबल पर हेयर ड्रायर रखकर चेंजिंग रूम में चला जाता है। अंश के जाने के बाद अनामिका अपने सर को पकड़कर बेड पर बैठ जाती है " आखिर अंश ने मुझसे शादी क्यों की क्या वह मेरे बारे में सब जानता है ? या फिर जो उसने कहा ? क्या हो रहा है कैसे पता लगाऊं ," फिर अनामिका खुद को समझाते हुए " चाहे कोई भी वजह हो अंश की मुझसे शादी करने की लेकिन मुझे अपने मिशन पर फोकस करना चाहिए, और मेरा मिशन है अंश राठौर को सलाखों के पीछे पहुंचाना उसके हर गुनाह की उसे सजा देना " अनामिका मन ही मन फैसला करती है। थोड़ी देर बाद अंश चेंजिंग रूम से बाहर निकलता है , और फोन करके किसी को अंदर बुलाता है, थोड़ी देर बाद रूम का दरवाजा खोल कर मेड हाथों में खाने की ट्रॉली लिए अंदर आती हैं, और खाना कॉफी टेबल पर पर रखकर वहां से चली जाती हैं। अंश अनामिका को देखकर मुस्कुराते हुए चेयर पर बैठ जाता है , और अनामिका को भी खाने के लिए बुलाता है, अनामिका चुपचाप बेड से उठ कर अपनी चेयर पर बैठ जाती है, और खाना खाने लगती है। दोनों चुपचाप अपना ब्रेकफास्ट कर रहे थे, जहा अंश का मन शांत था, वही अनामिका के मन में हजारों सवाल एक साथ चल रहे थे। ब्रेकफास्ट करने के बाद अंश अपनी चेयर से उठ कर खड़ा हो जाता है, उसके खड़े होने के बाद अनामिका भी खड़ी हो जाती है, । अंश अनामिका को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है, अचानक से खींचने पर अनामिका का बैलेंस बिगड़ जाता है और वो अंश के सीने पर गिर जाती है, उसके सीने पर गिरते ही अंश के अंदर की फीलिंग्स फिर जाग जाती है और वो अनामिका के होठों पर होठ रखकर उसे किस करने लगता है, अनामिका अंश को कंधों से पकड़ कर खुद से दूर करने की कोशिश करने लगती है।। आखिर आगे क्या करेगा विवांश, ? और अंश ने अनामिका से शादी क्यों की, ? जो उसने बताया वही रीज़न था या कुछ और ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। दोनों चुपचाप अपना ब्रेकफास्ट कर रहे थे, जहा अंश का मन शांत था, वही अनामिका के मन में हजारों सवाल एक साथ चल रहे थे। ब्रेकफास्ट करने के बाद अंश अपनी चेयर से उठ कर खड़ा हो जाता है, उसके खड़े होने के बाद अनामिका भी खड़ी हो जाती है, । अंश अनामिका को कमर से पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है, अचानक से खींचने पर अनामिका का बैलेंस बिगड़ जाता है और वो अंश के सीने पर गिर जाती है, अंश अनामिका के होठों पर होठ रखकर उसे किस करने लगता है, अनामिका अंश को कंधों से पकड़ कर खुद से दूर करने की कोशिश करने लगती है।। अनामिका जितना अंश से दूर जाने की कोशिश कर रही थी उतनी ही पकड़ अंश की अनामिका पर कसती जा रही थी, जब अनामिका को सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगती है तो अंश उसके होठों को छोड़कर उसके गले पर किस करने लगता है। अनामिका जोर-जोर से सांसे ले रही थी, और नफरत भरी नजरो से अंश को देख रही थी। अंश को जब अनामिका की नजरें खुद पर महसूस होती हैं तो वह अनामिका के गले को छोड़कर तेहरा मुस्कुराते हुए " स्वीटहार्ट तुम मुझे ऐसे क्यों देख रही हो कल तुम ही ने तो मुझसे अपने प्यार का इजहार किया था ।" अंश की बात सुनकर अनामिका अपनी नजरें नीचे कर लेती है, अंश अपनी उंगली से अनामिका की चिन को ऊपर करके उसकी आंखों में देखने लगता है, अनामिका भी अंश की आंखों में देखने लगती है। कुछ देर तक दोनों एक दूसरे की आंखों में ऐसे ही देखते रहते हैं, दोनों का ध्यान तब टूटता है जब अंश का फोन वाइब्रेट करता है, दोनों अपनी नजरे एक दूसरे से हटा लेते हैं, अंश अनामिका के होठों पर हल्की किस करके रूम से बाहर चला जाता है।। दूसरी तरफ विवांश अनामिका की फोटो को देखते हुए नम आंखों से "मैंने अपनी एक बहन को तो खो दिया खो दिया लेकिन मैं तुझे खुद से दूर नहीं जाने दूंगा, तुझे ढूंढने के लिए मुझे कुछ भी करना पड़े मैं करूंगा, भले ही मुझे अपने प्यार का सैक्रिफाइस करना पड़े, तेरे लिए तेरा भाई किसी भी हद तक जाने को तैयार है " और फिर गुस्से में चिल्लाते हुए " अंश राठौर तड़पने के लिए तैयार हो जा जिस तरह आज में अपनी बहन के लिए तड़प रहा हूं कुछ दिनों बाद तुम भी तड़पोगे बहुत प्यार करते हो ना अपनी बहन से अब तुम्हें पता चलेगा जब अपनी बहन मुसीबत में होती है तो कैसा लगता है " यह सब बोलते हुए विवांश की आंखों में गुस्से और बदले की आग जल रही थी। A.R इंड्रस्टी । अंश अपने केबिन में बैठा लैपटॉप पर काम कर रहा था, और उसके सामने खड़ा उसका असिस्टेंट आंग्रे सवालिया नजरों से अंश को देख रहा था वो अंश से कुछ पूछना चाहता था लेकिन उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी अंश से कुछ पूछने की। अंश लैपटॉप के कीबोर्ड पर अपनी अंगुलियां चलाते हुए " कुछ पूछना है"? अंश की बात सुनकर आंग्रे घबरा जाता है " ज,,, जी , " । "पूछो " अंश आंग्रे की तरफ देखते हुए पूछता है। आंग्रे हिम्मत करके अंश से पूछता है " बॉस मैं बहुत सालों से आपके साथ काम कर रहा हूं लेकिन मुझे यह समझ नहीं आया की आपने आखिर अनामिका मैडम से शादी क्यों की क्योंकि जहां तक मुझे पता है ना ही आप उनसे प्यार करते हैं और ना ही उनसे आपकी कोई दुश्मनी है फिर आपने उनसे शादी क्यों की ?" आंग्रे की बात सुनकर अंश तेहरा मुस्कुराता है " आंग्रे अंश राठौर को समझना इतना आसान नहीं है और रही बात शादी की तो एक खास वजह थी उससे शादी करने की ।" आंग्रे " खास वजह "। अंश आंग्रे को देखकर घूरते हुए " कुछ सवालों के जवाब देने का सही वक्त होता है वक्त आने दो पता चल जायेगा पता चला परी की क्या खबर है " अंश आंग्रे से पूछता है। आंग्रे , " बॉस परी mam के एक महीने बाद एग्जाम है "। "ओके " बोलकर अंश अपना काम करने लगता है, आंग्रे एक नजर अंश को देखकर उसके केबिन से बाहर चला जाता है। दूसरी तरफ अनामिका रूम में अपने बेड पर बैठी प्लान के बारे में सोच रही थी " मुझे कैसे भी करके अंश के खिलाफ सबूत इकठ्ठे करने होंगे इसके लिए अंश का भरोसा जीतना बहुत जरूरी है ताकि मैं इस रूम से बाहर निकल सकू और अपने प्लान को अंजाम दे सकूं लेकिन इस सबसे पहले मुझे भाई से बात करनी होगी ताकि वो मेरे बारे में टेंशन ना ले और मैं अपने प्लान को अंजाम दे सकूं" रात का वक्त । अनामिका बेड पर बैठी थी, तभी रूम का दरवाजा खोल कर एक मेड अंदर आकर अनामिका से बोलती है " मैडम आपको अंश सर ने डिनर के लिए नीचे बुलाया है।" "व्हाट " अनामिका चौकते हुए मेड से पूछती है, अनामिका इसीलिए चौकी थी, क्योंकि खुद अंश ने उसे रूम से बाहर निकलने के लिए साफ मना किया था, और साथ में धमकी भी दी थी, तो " अचानक अंश को क्या हुआ " अनामिका के दिमाग में यही सब चल रहा था। मेड की आवाज सुनकर अनामिका अपने सेंस में आती है " मैं अभी आती हूं " । "यस मैडम " बोलकर मेड वहां से चली जाती है, । अनामिका अपने माथे पर हाथ रखते हुए बेड पर बैठ जाती है " आखिर अंश के दिमाग में क्या चल रहा है कहीं यह उसका प्लान तो नहीं मुझे फसाने के लिए या फिर ऐसा हो की अंश को मेरे बारे में पता ही ना हो क्या है क्या नहीं कुछ समझ में नहीं आ रहा आखिर अंश करना क्या चाहता है ।"? दूसरी तरफ अंश डाइनिंग टेबल पर अपनी चेयर पर बैठा हुआ मन में कहता है " मैं क्या करना चाहता हूं क्या नही यह जानना तुम्हारे बस की बात नहीं है ।।" आखिर विवांश आगे कौन सा कदम बढ़ाएगा अपनी बहन को बचाने के लिए, ? अनामिका कौन सा बदला लेना चाहती है अंश से, ? रागिनी कौन है और क्यों अंश के फोन में उसकी मर्डर डेट का पासवर्ड बना हुआ है, ? क्या अंश रागिनी को जानता है , ? और क्या चल रहा है अंश के दिमाग में क्या अंश अनामिका की सच्चाई जानता है ? और क्यों की अंश ने अनामिका से शादी ???
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें।। मेड की आवाज सुनकर अनामिका अपने सेंस में आती है " मैं अभी आती हूं " । "यस मैडम " बोलकर मेड वहां से चली जाती है, । अनामिका अपने माथे पर हाथ रखते हुए बेड पर बैठ जाती है " आखिर अंश के दिमाग में क्या चल रहा है कहीं यह उसका प्लान तो नहीं मुझे फसाने के लिए या फिर ऐसा हो की अंश को मेरे बारे में पता ही ना हो क्या है क्या नहीं कुछ समझ में नहीं आ रहा आखिर अंश करना क्या चाहता है । दूसरी तरफ अंश डाइनिंग टेबल पर अपनी चेयर पर बैठा हुआ मन में कहता है " मैं क्या करना चाहता हूं क्या नही यह जानना तुम्हारे बस की बात नहीं है ।। थोड़ी देर बाद अनामिका फ्रेश होकर नीचे हॉल में डाइनिंग टेबल के पास आकर खड़ी हो जाती है। अंश अनामिका को देखकर तेहरा मुस्कुराते हुए " आ गई चलो बैठो आज साथ में डाइनिंग टेबल पर डिनर करते हैं " बोलकर अनामिका के लिए दूसरी चेयर पीछे कर देता है, और उसे बैठने का इशारा करता है। अनामिका उसे हैरान हैरान नजरों से देख रही थी और समझने की कोशिश कर रही थी कि आखिर अंश क्या करना चाहता है और क्या चल रहा है उसके दिमाग में वो अभी इसी ख्याल में खोई हुई थी तभी उसके कानों में अंश की आवाज पड़ती है। "sit on the chair ,, अंश ने गुस्से में कहा। अनामिका जल्दी से चेयर पर बैठ जाती है, अंश खुद ही अनामिका को खाना सर्व करता है और खुद भी अपनी प्लेट में डाल कर खाने लगता है, उन दोनों के सिवाय वहां पर कोई नहीं था, । अनामिका कभी अंश को देखती तो कभी अपनी प्लेट को जिसमें अंश ने उसे खाना परोसा था, अंश ने जब देखा की अनामिका खाना नही खा रही है तो अनामिका पर चिल्लाते हुए बोला " मैंने तुम्हें यहां खाने के लिए बुलाया है खाने को घूरने के लिए नही सो काइंडली ईट योर फूड " बोलकर उसकी प्लेट से खाने का वाइट लेकर उसके मुंह की तरफ बढ़ाया लेकिन जब उसने देखा की अनामिका अपना मुंह नहीं खोल रही है तो उसका गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया और उसने जबरदस्ती उसके मुंह को खोलकर उसे बाइट खिला दिया ।। अनामिका वाइट को खाते हुए मन में " राक्षस है राक्षस ही रहेगा कभी इंसान नहीं बन सकता जो इंसान किसी का मर्डर करने से ना डरे तो उससे उम्मीद भी क्या की जा सकती हू ", बोलकर अपना डिनर करने लगी। थोड़ी देर बाद अनामिका अपना डिनर करके बिना अंश को देखें अपने रूम में चली गई , अनामिका रूम में आकर बेचैनी से टहलते हुए " मुझे कैसे भी करके भाई से बात करनी होगी उन्हें समझाना होगा " अनामिका खुद में ही बड़ा-बड़ाए जा रही थी तभी अचानक से कोई झटके से उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लेता है, अचानक की गई इस हरकत पर अनामिका का चेहरा गुस्से से लाल हो जाता है लेकिन वो कुछ बोल पाती इससे पहले ही अंश गुस्से में अपने दांत पीसते हुए कहता है " तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे इग्नोर करने को।" अंश का गुस्सा देखकर अनामिका का गुस्सा पल भर में गायब हो जाता है " मुझे नीद आने लगी थी इसलिए रूम में आ गई " बोलकर अंश से अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी। अंश उसकी बात सुनकर तेहरा मुस्कुराता है " तुम्हे नींद कुछ ज्यादा नहीं आने लगी है अगर ऐसा रहा तो अपने प्लान को अंजाम कैसे दोगी "। अंश के मुंह से प्लान की बात सुनकर अनामिका के चेहरे का रंग उड़ जाता है " प,,,, प,,, प्लान कैसा प्लान मेरा कोई प्लान नहीं है " बोलकर इधर उधर देखने लगी। "सच बताना कोई प्लान नहीं है " अंश उसके चेहरे को पकड़कर उसकी आखों में देखते हुए पूछता है। "नहीं " अनामिका उसकी आखों में देखते हुए बोलती है। अनामिका की हड बड़ाहट देखकर अंश मुस्कुराते हुए धीरे से अपना मुंह उसके कान के पास ले जाकर " सच में तुम्हारा फ्यूचर को लेकर कोई प्लान नहीं है " बोल कर अनामिका के कान को हल्के से चूम लेता है। अनामिका को अंश की गर्म सांसे अपने चेहरे पर महसूस हो रही थी लेकिन जब अनामिका ने अंश के फ्यूचर प्लान की बात सुनी तो उसने राहत की सांस ली " thank god अंश मेरे फ्यूचर प्लान की बात कर रहा है मुझे तो लगा उसे मेरे बारे में सब कुछ पता चल गया।" अंश अनामिका की नेक पर किस करने लगा अनामिका उससे खुद को छुड़ाने की कोशिश करने लगी यह देख अंश रुक गया तेहरा मुस्कुराते हुए " तुमने तो कहा था तुम मुझसे प्यार करती हो तो प्रूफ दो की तुम मुझसे प्यार करती हो।" अनामिका अंश की बात सुनकर चौक गई , और हैरानी से अंश की तरफ देखने लगी । अनामिका को हैरान देखकर अंश मुस्कुराते हुए बोला "ऐसे क्या देख रही हो पहले मुझे देखा नहीं और रही बात मुझे प्रूफ देने की तो तुम मुझे सिड्यूस करो जैसे उस दिन किया था तभी मैं मानूगा कि तुम उस दिन सच बोल रही थी।" "व्हाट नॉनसेंस मैं ऐसा कुछ भी नहीं करने वाली " अनामिका अंश पर भड़कते हुए बोली । "इसका मतलब तुम झूठ बोल रही थी कि तुम मुझसे प्यार करती हो ?" आखिर विवांश आगे कौन सा कदम बढ़ाएगा अपनी बहन को बचाने के लिए, ? अनामिका कौन सा बदला लेना चाहती है अंश से, ? रागिनी कौन है और क्यों अंश के फोन में उसकी मर्डर डेट का पासवर्ड बना हुआ है,? क्या अंश रागिनी को जानता है , और क्या चल रहा है अंश के दिमाग में क्या अंश अनामिका की सच्चाई जानता है ? और क्यों की अंश ने अनामिका से शादी ?? बाय बाय मिलते हैं नेक्स्ट चैप्टर में।।
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें। अनामिका अंश की बात सुनकर चौक गई , और हैरानी से अंश की तरफ देखने लगी । अनामिका को हैरान देखकर अंश मुस्कुराते हुए बोला "ऐसे क्या देख रही हो पहले मुझे देखा नहीं और रही बात मुझे प्रूफ देने की तो तुम मुझे सिड्यूस करो जैसे उस दिन किया था तभी मैं मानूगा कि तुम उस दिन सच बोल रही थी। "व्हाट नॉनसेंस मैं ऐसा कुछ भी नहीं करने वाली " अनामिका अंश पर भड़कते हुए बोली । "इसका मतलब तुम झूठ बोल रही थी कि तुम मुझसे प्यार करती हो ?" अंश अनामिका की आखों में देखते हुए बोलता है, अनामिका को समझ नहीं आ रहा था की वो क्या ज़बाब दे उसकी एक गलती उसके पूरे प्लान को बिगाड़ सकती थी। "मेरा वो मतलब नहीं था " थोड़ी देर बाद सोचने के बाद अनामिका अंश से कहती हैं। "तो ठीक है so wear it soon " अंश बेड से रेड कलर का पैकेट उठाकर अनामिका के हाथो मे देते हुए बोलता है। अनामिका के पास उसकी बात मानने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं था, अनामिका पैकेट लेकर वॉशरूम में चली गई। अंश अनामिका को जाते देख कर तेहरा मुस्कुराता है और वाइन की बोतल उठाकर सोफे पर बैठ कर पीने लगता है, अंश को देख कर लग रहा था की उसके दिमाग में कुछ चल रहा है, । दूसरी तरफ परी स्टडी टेबल पर बैठी स्टडी कर रही थी, लेकिन परी का मन स्टडी में नहीं लग रहा था बल्कि उसके दिमाग में विवांश की कहीं बातें घूम रही थी " आखिर विवांश मुझसे कौन सी जरूरी बात करना चाहते हैं " । तभी मिष्टी उसके पास आकर उसके कंधे पर हाथ रखते हुए उससे पूछती है "क्या हुआ तू ठीक है कब से देख रही हूं कुछ परेशान सी लग रही है।" परी पलट कर मिस्टी को देखती है " पता नहीं कुछ दिनों से विवांश को क्या हुआ ?" मिस्टी कंफ्यूज हो कर " क्या हुआ उसने तुझसे कुछ कहा ?" "जो भी उन दोनों के बीच हुआ सब कुछ मिस्टी को बता दिया मुझे समझ नहीं आ रहा कि आखिर विवांश ऐसे बिहेवियर क्यों कर रहे हैं " परी परेशान होते हुए मिष्टी से बोलती है। परी की बात सुनकर मिस्टी एक गहरी सांस छोड़ते हुए बोलती है " देख परी रिलेशनशिप मैं अक्सर ऐसा होता है इसीलिए टेंशन मत ले और रही बात कॉल ना उठाने की तो तूने खुद मुझे बताया था कि विवांश कितना बिजी रहता है इसीलिए भूल गया होगा और रही बात इंपॉर्टेंट बात की तो वह कुछ करना चाहता हूं या फिर अपने रिलेशन के लिए कोई फैसला किया होगा इसीलिए परेशान मत हो सब ठीक होगा " मिस्टी परी को तसल्ली देते हुए बोलती है। मिस्टी की बातें परी की समझ में आ जाती है और वह स्माइल करते हुए चेयर से उठ कर मिस्टी को गले लगाते हुए बोलती है " थैंक यू थैंक यू सो मच तू नहीं जानती तूने मेरी कितनी बड़ी प्रॉब्लम सॉल्व कर दी है। "वेलकम अब खाना खा ले तू है 2 दिन से ठीक से खाना भी नहीं खाया " मिष्टी भी परी को गले लगाते हुए बोलती है। "थैंक यू मेरा इतना ख्याल रखने के लिए पता नही जब मैं यहां से चली जाऊंगी तो तेरी तरह मेरा कौन ख्याल रखेगा " परी हल्का सा उदास होते हुए बोलती है। "क्यों मेरे बाद तेरा विवांश है ना तेरा ख्याल रखने के लिए " मिस्टी परी को छेड़ते हुए बोलती है । मिस्टी की बात सुनकर परी के चेहरे पर स्माइल आ जाती है और साथ में उसके गाल हल्के से गुलाबी हो जाते हैं,। "हाय हाय अभी से मैडम शर्मा रही है तो शादी के बाद क्या करेगी " मिस्टी परी के गुलाबी गालों को खींचते हुए बोलती है, । "अब प्लीज मजाक बंद कर " परी शर्माते हुए मिस्टी से बोलती है, । "ओके अभी तो छोड़ रही हूं शादी के बाद नहीं छोडूंगी जाकर खाना खा ले " बोलकर मिस्टी अपने बेड पर लेट जाती है। परी भी रूम से निकलकर खाना खाने चली जाती है।। A.R villa अंश सोफे पर बैठा ड्रिंक कर रहा था, तभी उसकी नजर वॉशरूम के गेट पर खड़ी लड़की पर जाती है, अनामिका को देखकर अंश एक टक उसे देखने लगता है, महरूम कलर का पतली स्ट्रैप का गाउन पहने अनामिका अपनी नजरे नीचे किए वॉशरूम के गेट के पास खड़ी थी। थोड़ी देर देखने के बाद अंश सोफे से उठकर अनामिका के पास आने लगता है, अनामिका को देखकर अंश को उस दिन की याद आने लगती है जब अनामिका ने उससे अपने प्यार का इजहार किया था उस दिन अनामिका की आंखों में कॉन्फिडेंस था लेकिन आज अनामिका की आंखों में एक डर था । अंश अनामिका के पास आकर अपने हाथ को अनामिका के पीछे ले जाकर उसके बालों को जिसका उसने जुड़ा बनाया था खोल देता है, अनामिका के काले घने लंबे बाल उसके पीठ पर लहराने लगे, अंश अनामिका के गुलाबी होंठ पर अंगूठा फेरते हुए " तुम्ही मेरी चाहत हो, तुम्ही मेरी धड़कन, तुम्ही मेरा इश्क और , तुम्ही मेरा जुनून हो , अंश की शायरी सुनकर अनामिका उसकी तरफ देखती है, अंश अनामिका का एक हाथ पकड़ कर रूम में ले आता है, और म्यूजिक सिस्टम ऑन करके अनामिका के पास आकर उसके चारो तरफ चक्कर लगाने लगता है, अनामिका को बहुत अनकंफरटेबल फील होता है और वह जैसे ही वहां से जाने लगती है तभी अंश उसका हाथ पकड़ लेता है, और झटके से उसे अपनी तरफ खींच लेता है, अनामिका खुद को संभाल नहीं पाती और अंश की चेस्ट से लग जाती है, अंश अनामिका का चेहरा अपनी तरफ लाकर उसके होठों पर अपने होठ रख देता है, और अपने हाथों को अनामिका की पीठ पर फैरने लगता है, अनामिका कसकर अपनी आंखें बंद कर लेती है। भीगे होंठ तेरे, प्यासा दिल मेरा, लगे अब्र सा , मुझे तन तेरा , जम के बरसा दे, मुझपर घटाएं, तू ही मेरी प्यास तू ही मेरा जाम, लगभग 10 मिनट बाद अंश उसके होठों को छोड़ता है और उसे पलट कर अनामिका के बालों को आगे करके उसकी पीठ पर किस करने लगता है, और उसके दोनों हाथ अनामिका की चेस्ट पर इधर उधर चल रहे थे, अनामिका अपने आखें झटके से खोल देती है, अंश के किस करने से अनामिका सिहर उठती है, और कस कर अपनी दोनों हाथ की मुठिया भींच लेती है। कभी मेरे साथ कई रात गुजार, तुझे सुबह तक मैं करूं प्यार, वो ओ ओहो वो ओ ओहो वो ओ ओहो वो ओ ओहो अंश अनामिका को पलट कर उसके गले और कॉलर बोन पर किस करने लगता है, सांसे आंच तेरी, तन आग तेरा, छीने नींद मेरी, लुटे चैन मेरा, काला जादू करे, लंबे बाल तेरे, आंखें झील तेरी, डोरे लाल तेरे, किस करने के बाद अंश अनामिका को पलट कर उसके दोनों हाथों को पकड़कर उसे अपने कंधे पर उठा लेता है , और घूमने लगता है, कभी मेरे साथ कोई रात गुजार, तुझे सुबह तक मैं करूं प्यार, वो ओ ओहो, वो ओ ओहो, वो ओ ओहो, ए,,,,,,,, वो ओ ओहो,, वो ओ ओहो,, वो ओ ओहो,, वो ओ ओहो,, अंश अनामिका को नीचे उतारता है, और उसकी आंखों में देखने लगता है, अनामिका भी अंश की आखों में देखने लगती है, आखें कह रही, जो ना हम कहे, उसे सुन ले तू, जो ना लव कहे तू ना सोए आज, मैं ना सोऊ आज, तुझे देखू आज, तुझ में खोऊ आज, अंश अनामिका के चेहरे को चूमने लगता है, और उसे अपनी गोद में उठाकर बेड की तरफ जाने लगता है, अनामिका अंश के चेहरे की तरफ देख रही थी , अंश भी अनामिका को ही देख रहा था,। आखिर कब तक अंश ऐसे ही उसकी मज़बूरी का फैयदा उठएगा ?
इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें। अनामिका अंश की बात सुनकर चौक गई ,, और हैरानी से अंश की तरफ देखने लगी । अनामिका को हैरान देखकर अंश मुस्कुराते हुए बोला "ऐसे क्या देख रही हो पहले मुझे देखा नहीं और रही बात मुझे प्रूफ देने की तो तुम मुझे सिड्यूस करो जैसे उस दिन किया था तभी मैं मानूगा कि तुम उस दिन सच बोल रही थी। "व्हाट नॉनसेंस मैं ऐसा कुछ भी नहीं करने वाली " अनामिका अंश पर भड़कते हुए बोली । इसका मतलब तुम झूठ बोल रही थी कि तुम मुझसे प्यार करती हो ? अंश अनामिका की आखों में देखते हुए बोलता है,, अनामिका को समझ नहीं आ रहा था की वो क्या ज़बाब दे उसकी एक गलती उसके पूरे प्लान को बिगाड़ सकती थी। "मेरा वो मतलब नहीं था " थोड़ी देर बाद सोचने के बाद अनामिका अंश से कहती हैं। "तो ठीक है so wear it soon " अंश बेड से रेड कलर का पैकेट उठाकर अनामिका के हाथो मे देते हुए बोलता है। अनामिका के पास उसकी बात मानने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं था,, अनामिका पैकेट लेकर वॉशरूम में चली गई। अंश अनामिका को जाते देख कर तेहरा मुस्कुराता है और वाइन की बोतल उठाकर सोफे पर बैठ कर पीने लगता है,, अंश को देख कर लग रहा था की उसके दिमाग में कुछ चल रहा है,, । दूसरी तरफ परी स्टडी टेबल पर बैठी स्टडी कर रही थी,, लेकिन परी का मन स्टडी में नहीं लग रहा था बल्कि उसके दिमाग में विवांश की कहीं बातें घूम रही थी " आखिर विवांश मुझसे कौन सी जरूरी बात करना चाहते हैं " । तभी मिष्टी उसके पास आकर उसके कंधे पर हाथ रखते हुए उससे पूछती है "क्या हुआ तू ठीक है कब से देख रही हूं कुछ परेशान सी लग रही है। परी पलट कर मिस्टी को देखती है " पता नहीं कुछ दिनों से विवांश को क्या हुआ ? मिस्टी कंफ्यूज हो कर " क्या हुआ उसने तुझसे कुछ कहा ? 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इस चैप्टर को समझने के लिए पिछला चैप्टर जरूर पढ़ें। अंश अनामिका को नीचे उतारता है, और उसकी आंखों में देखने लगता है, अनामिका भी अंश की आखों में देखने लगती है, "आखें कह रही, जो ना हम कहे,उसे सुन ले तू, जो ना लव कहे तू ना सोए आज, मैं ना सोऊ आज,तुझे देखू आज, तुझ में खोऊ आज " अंश अनामिका के चेहरे को चूमने लगता है, और उसे अपनी गोद में उठाकर बेड की तरफ जाने लगता है, अनामिका अंश के चेहरे की तरफ देख रही थी , अंश भी अनामिका को ही देख रहा था,। अंश अनामिका को बेड पर लिटाकर खुद उसके ऊपर लेट जाता है अंश फिर अनामिका के पूरे चेहरे पर किस करता है फिर गर्दन पर किस करते हुए अंश अनामिका की नाइटी की जिप खोल देता है। अंश अनामिका की नाइटी उतारकर फर्श पर फेक देता है और अपने भी कपड़े उतार देता है कुछ ही देर में अनामिका की सिसकियां पूरे रूम में गूंजने लगती है। अगली सुबह, अनामिका धीरे से अपनी आंखें खोलती है और बेड पर उठ कर बैठ जाती है अनामिका को कल रात का सब कुछ याद आने लगता है, अनामिका अपने बगल में देखती है तो अंश की आंखें बंद थी "इसका मतलब अंश अभी तक नहीं उठा " अनामिका मन ही मन सोचती है, और बेड से उठ कर अंश का फोन ढूंढने लगती है , लेकिन अनामिका को अंश का फोन कहीं नहीं दिखाई देता तभी उसकी नजर ड्रॉर पर पड़ती है , अनामिका एक नजर अंश को देखकर धीरे से ड्रॉर खोलती है , तो कुछ देखकर शॉक्ड रह जाती है।। दूसरी तरफ विवांश अपने रूम में अपने फोन पर परी की फोटो देख रहा था " आज से तुम्हारी जिंदगी के बुरे दिन शुरू हो गए परी राठौर जितना दर्द मुझे मिला उससे कई गुना ज्यादा दर्द तुम्हें मिलेगा और तुम्हारा भाई भी तुम्हें बचा नहीं पाएगा अब तुम्हें मुझसे कोई नहीं बचा सकता कोई भी नहीं तुम तड़पोगी मौत मागोगी लेकिन मौत भी तुम्हें नसीब नहीं होगी " विवांश गुस्से में परी की फोटो देखते हुए बोलता है , आज उसकी आंखों में परी के लिए प्यार नहीं बल्कि हद से ज्यादा नफरत थी, । इसके बाद विवांश किसी को कॉल करता है , विवांश ऑन कॉल " जो बोला था हो गया " । फोन के दूसरी तरफ से आवाज आती है " यस बॉस " । "गुड " विवांश तिरछा मुस्कुराकर कहता है और 1 सेकंड रुक कर उससे पूछता है " अनामिका का कुछ पता चला " । "नहीं बॉस हमने मैडम को ढूंढने की बहुत कोशिश की लेकिन हमें मैडम कहीं भी नहीं मिली यहां तक की मैं गार्ड के साथ मैडम को ढूंढने के लिए ए आर विला भी गया लेकिन वहा की सिक्योरिटी ने हमें अंदर नहीं जाने दिया " दूसरी तरफ से कार्तिक बोलता है। कार्तिक की बात सुनकर विवांश के चेहरे पर हल्की सी मायूसी आ जाती है, " कोई बात नहीं " बोलकर विवांश फोन कट करके बेड पर फेंक देता है और साइड टेबल से अनामिका की फोटो उठाकर फोटो पर हाथ फेरने लगता है यह फोटो अनामिका के बचपन की थी जब वह 8 साल की छोटी सी बच्ची थी, इस फोटो में अनामिका ने ग्रीन कलर की शॉर्ट फ्रॉक पहन रखी थी और अपनी बालों की दो चोटियां बनाई थी। " गुड़िया माफ कर देना अपने भाई को जो अपने रहते हुए अपनी बहन को बचाना सका लेकिन तू चिंता मत कर बहुत जल्द तू मेरे पास होगी अपने भाई के पास आई मिस यू गुड़िया " विवाश नम आंखों से अनामिका की फोटो पर हाथ फेरते हुए बोलता है। अनामिका को ड्रॉर मैं एक लॉकेट दिखाई देता है, अनामिका लॉकेट निकाल कर देखती है तो शॉक्ड रह जाती है " यहां तो रागिनी दी का लॉकेट है लेकिन अंश के पास कैसे आया इसका मतलब आदित्य सही कह रहा था अंश ने ही रागिनी दी का मर्डर किया है " अनामिका लॉकेट को देखते हुए मन ही मन खुद से कहती है। तभी अनामिका को आभास होता है शायद अंश उठने वाला है अनामिका जल्दी से लॉकेट ड्रॉर मैं रख देती है और जल्दी से वॉशरूम में चली जाती है। अनामिका के तुरंत जाने के बाद अंश उठ कर बैठ जाता है और डेविल स्माइल करते हुए " वाइफि तुम जितना खुद को समझदार समझती हो उतनी हो नहीं क्योंकि अंश राठौर हमेशा तुमसे 10 कदम आगे चलता है अब देखता हूं क्या करती हो " बोलकर बेड से उठ कर अपनी पेंट पहनकर बालकनी में जाकर खड़ा हो जाता है। थोड़ी देर बाद अनामिका बॉथरूम से निकलकर रूम में आती है, तभी उसकी नजर शर्टलेस अंश पर जाती है जो बालकनी में खड़ा था अनामिका को सिर्फ अंश की पीठ दिखाई दे रही थी। "आज से तुम्हारे जिंदगी के उल्टे दिन शुरू जितना बुरा तुम्हें लोगों के साथ करना था तुमने कर लिया अब तुम्हारे साथ बुरा होगा जितना दर्द तुमने मेरी दी को मारकर मुझे और मेरी फैमिली को दिया है उससे कई गुना ज्यादा दर्द मैं तुम्हें दूंगी बर्बाद कर दूंगी तुम्हें तुम्हारा नामोनिशान इस दुनिया से मिटा दूंगी ताकि कभी भी भविष्य में तुम्हारे जैसा राक्षस इस दुनिया में ना आए " अनामिका अंश को देखते हुए मन ही मन फैसला करती है। तभी अनामिका के कानों में शांत मगर गहरी आवाज सुनाई देती है, अंश बिना अनामिका को देखें डेविल स्माइल करते हुए बोलता है , "स्वीटहार्ट क्या सोच रही हो मुझे बर्बाद करने के बारे में " । अनामिका हैरानी से उसकी तरफ देखने लगती है " आखिर अंश को पता कैसे चला कि मैं उसके पीछे खड़ी हूं और क्या सोच रही हूं "। अंश पलट कर अनामिका को देखता है और डेविल स्माइल करते हुए " क्या सोच रही हो मुझे पता कैसे चला " अंश अनामिका को कंधे से पकड़ बालकनी के door से सटा देता है और उसके चेहरे पर उंगुलिया फेरने लगता है अनामिका अपना मुंह दूसरी तरफ कर लेती है। अंश अनामिका को देखकर तिरछा मुस्कुराता है और उसके चेहरे को अपने दोनों हाथों से पकड़ कर उसके होठों पर अपने होठ रख देता है।