आरव सिंग रायजादा देश का मशहूर businessman ओर रायजादा industries का CEO हाइट 6'2 इंच गोरा रंग, भूरी आँखें, मस्क्यूलर body , हल्की दाढ़ी, पतले होंठ, दिखने में बिल्कुल हीरो। अगर एक बार कोई लड़की आरव को देख ले तो उसकी दिवानी हो जाए। आरव बहुत गुस्सा वाला,... आरव सिंग रायजादा देश का मशहूर businessman ओर रायजादा industries का CEO हाइट 6'2 इंच गोरा रंग, भूरी आँखें, मस्क्यूलर body , हल्की दाढ़ी, पतले होंठ, दिखने में बिल्कुल हीरो। अगर एक बार कोई लड़की आरव को देख ले तो उसकी दिवानी हो जाए। आरव बहुत गुस्सा वाला,ओर खतरनाक आदमी है। वही दूसरी तरफ हमारी प्यारी हिरोइन इनायत मिश्रा एक चुलबुली सी लड़की सबके साथ प्यार से रहने वाली ओर लोग की मदद करने वाली ओर गलत के खिलाफ हमेशा खड़ी रहने वाली। क्या होगा जब दो अलग अलग स्वभाव के लोग आपस में मिलेगे। क्या इन दोनो को कभी एक दूसरे से प्यार होगा क्या मोड लाए गई इनकी जिंदगी।
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आरव सिंग रायजादा देश का मशहूर businessman ओर रायजादा industries का CEO हाइट 6'2 इंच, गोरा रंग, भूरी आँखें, मस्क्यूलर body, हल्की दाढ़ी पतले होंठ, दिखने में बिल्कुल हीरो है। अगर एक बार कोई लड़की आरव को देख ले तो उसकी दिवानी हो जाए। आरव दिखने में बिल्कुल शांत लगता है लेकिन इसका गुस्सा बहुत खतरनाक है बिल्कुल भगवान शिव की तरह। आरव लड़कियों को अपने आस पास भटकन तक नहीं देता है। आरव सिंग रायजादा business industry का किंग होने के साथ साथ एक माफिया या यू कहे कि अंडरवर्ड ka King है। जिससे अंडरवर्ल्ड की दुनिया में सब लोग डरते हैं। आरव का बिजनेस कई बड़े शहरों ओर देशों में फैला हुआ है। दिल्ली रायजादा हवेली दिखने में किसी राजा के महल से कम नहीं है। अब मिलते है आरव के परिवार से आरव के परिवार में उसकी दादी देवकी जी जिनसे अआरव बहुत प्यार करता है और उनकी सारी बात मानता हैं। इनके अलावा घर मे आरव की मां वसुधा जी पापा आनंद सिंग रायजादा, चाचा रणवीर सिंग रायजादा, चाची कांता जी,ओर आरव की छोटी बहन आरवी, रणवीर जी के दो जुड़वा बच्चे हैं। लक्ष्य ओर समीर ये दोनों भाई हसमुख ओर मजाकिया स्वभाव के हैं। ये दोनों आरव से डरते हैं लेकिन आरव से प्यार भी बहुत करते हैं। इन तीन भाइयों की लाड़ली है इनकी बहन आरवी। आरवी से ये तीनों भाई बहुत प्यार करते है। आरव अपनी दादी का लाडला है। सुबह का वक्त आरव black पेंट, white shart ओर ब्लैक कोट पहने बिल्कुल हीरो लग रहा था। वो सीढ़ियां से नीचे हॉल मे आ रहा था। तभी दादी की आवाज आती है आरव पहले इधर आओ ओर नाश्ता करो। फिर ऑफिस जाना अपने काम में इतने भी मगन मत हो जाओ कि खाना पीना ही छोड़ दो। आरव अपनी दादी के बोलने पर डाइनिंग एरिया कि तरफ आता है ओर चेयर पर बैठे कर नाश्ता करने लगता है। आरव नाश्ता कर रहा होता हैं तभी आरव की मां बोलती है। आरव बेटा अब तो तुम शादी कर लो।25 साल के हो चुके हो। अब तो तुम्हारे शादी की उमर भी हो गई हैं। अगर तुम अब शादी नहीं करो जी तो कद करोगे, शादी की बात सुनते ही आरव के हाथ खाना खाते होय रोक जाते है। आरव एक शांत लेकिन कड़क आवाज में कहता है मॉम मैने आप से कितनी बार कहा है।की मुझे शादी करने में कोई इंट्रेस्ट नहीं है। में अभी अपने काम ओर बिजनेस में ध्यान देना चाहता हूं। तो आप मुझे बार बार शादी के लिए मत खा कीजिए। तभी दादी जी की गुस्से से भरी आवाज आती है आरव बस बहुत हुआ तुम्हारा हमने सोचा कि कभी तो तुम शादी के लिए मान जाओ पर नहीं तुमने तो बस अपनी चलानी है। हमें कुछ नहीं पता अब तुम्हे शादी करनी ही होगी चाहे तुम्हारी मर्जी हो या न हो। इतना बोला देवकी जी चुप हो जाती हैं लेकिन अपनी दादी की ये बात सुन कर आरव की आँखें गुस्सा से लाल हो जाती है। जिस देख वहां पर बैठे सभी लोगों आरव के गुस्सा का अंदाज लगा चुके थे। आरव ने नाश्ता बीच में छोड़ कर वहां से चला गया।वो अभी अपनी कार में बैठा ही था तभी उसके असिस्टेंट रवी का call आया। आरव ने रवि का call उढ़ाया तो दूसरी तरफ़ से रवि बोला बॉस mr. गुप्ता के साथ आपकी मीटिंग आज दोपहर 2 बजे है। आरव ने रवि की बात सुन बस hmm कहा ओर call कट कर दिया। रवि आरव का सबसे वफादार आदमी था जो आरव के सारे काम देखता था फिर चाहे वो कंपनी के हो या अंडरवर्ल्ड के रवि ओर आरव के भाइयों के अलावा ये बात कोई नहीं जानता था कि आरव अंडरवर्ल्ड का बेताज बादशाह है। दूसरी तरफ हमारी प्यारी हिरोइन इनायत मिश्रा उम्र 20 साल, बिल्कुल गोरा रंग, बड़ी बड़ी काली आँखें, गुलाबी होंठ, कमरे तक आते लंबे काले घने बाल, 5'3इंच हाइट , पतली कमर, दिखने में किसी आसमान से उतरी अप्सरा लगती हैं। अशोक मिश्रा अपनी बेटी इनायत को आवाज लगते हैं। इनायत, बेटा इनायत जल्दी नीचे आओ वरना तुम कॉलेज के लिए लेट हो जाओगी इनायत, तभी इनायत pink अनारकली सूट पहने हुए सीढ़ियां से नीचे आती है और अपने पापा के गले लग बोलती हैं good morning papa, और अपने छोटे भाई ईशान के सर पर चपत मार कर बोलती हैं good morning chhote।to ईशान बोलता है क्या h दीदी हर वक्त मुझे मरती रहती हैं आप।तभी इनायत बोली चुप कर जा ईशान ओर मुझे शान्ति से नाश्ता करने दे वरना में कॉलेज के लिए लेट हो जाएगी। तभी इनायत की मां आशिका जी बोलती हैं इनायत इतनी बड़ी हो गई है लेकिन तुम्हारी हरकते बिल्कुल बच्चों जैसी है। पता नहीं तुम कब बड़ी होगी ओर एक तुम्हारे पापा के प्यार ने तुम्हे बिगड़ रखा है।तभी अशोक जी बोले क्यों बच्ची पर गुस्सा हो रही है आप वो इतना ही बोले कि पीछे से इनायत की बेस्ट फ्रेंड राशि की आवाज आई बिल्कुल सही बोला आंटी आप ने ये बिल्कुल बच्चों जैसी है। राशि की आवाज सुन सब ने उसकी तरफ देखा और उसकी बात पर मुस्कुरा देत हैं इनायत ओर राशि स्कूल टाइम से साथ थी ओर अब कॉलेज में भी दोनो साथ में पढ़ती थीं। इनायत or राशि दोनो मिडिल क्लास फैमिली से थीं। इनायत के पापा एक टीचर थे । अशोक जी अपनी बेटी इनायत से बहुत प्यार करते थे वो इनायत की हर ख्वाइश पूरी करते थे। इनायत के लिए उसके पापा उसकी पूरी दुनिया थे।राशि के आते ही आशिका जी कहती हैं। आओ राशि तुम भी नाश्ता कर लो देखो मैने आज आलू के परांठे बनाए है।तो राशि बोली अरे वहा आंटी क्या बात है आपके हाथ के आलो के परांठे कितने टेस्टी होते है मेरे तो फेवरेट है। वैसे तो में नाश्ता करके आई थी पर अब जब आप ने आलू के परांठे का नाम ले ही लिया है तो में जरूर नाश्ता करना ही होगा। राशि की बात सुन सब एक बार फिर मुस्कुरा देते है।
आगे क्या हुआ जानने के लिए मेरे साथ बने रहिए।😊
ये कहानी बहुत दिलचस्ब है।❤️
welcome to My story ☺️
अब आगे
राशि की बात सुन सब मुस्कुरा देत है। तभी इनायत राशि को चिढ़ाते हुए बोलती हैं । भूखंड लड़की इतना खायेगी तो मोटी हो जाएगी फिर तुझसे कोई शादी नहीं करेगा। इतना बोल इनायत जोर से हंसने लगती है ha ha ha.. ओर बाकी सब भी इनायत की बात पर हंस देते है।
तो राशि अपना मुंह बना लेती है।
इनायत की बात सुन आशिका जी बोलती है। चुप कर इनु क्यों राशी को परेशान कर रही है
तुम तो कुछ खाती है नही और वो बेचारी खाना खा रही है तो तू उसे चिड़ा रही हो।
राशि बेटा इसकी बातों पर ध्यान मत देना आओ तुम नाश्ता कर लो। तब इनायत बोलती हैं क्या मम्मी आप हर बार इस राशि की बच्ची की साइड लेते हो आप मेरी मम्मी हो या इसकी ha..
इनायत की बात सुन एक बार सब फिर मुस्कुरा देते है। फिर सब लोग नाश्ता करते हैइनायत और राशि दोनो नाश्ता कर कॉलेज चली जाती हैं। और अशोक जी अपने काम पर ईशान अपने स्कूल बस का वेट करता है।
और जब बस आ जाती है तो वो अपने स्कूल चला जाता है। ईशान इस बार 12th class में था।
अब घर पर सिर्फ आशिका जी थी जो घर के काम में लग जाती है।
दूसरी तरफ इश वक्त आरव अपने ऑफिस पहुंच जाता हैं और वो अभी अपने केबिन में बैठा आज mr गुप्ता के साथ होने वाली मीटिंग की डिटेल चेक कर रहा था। और उसके सामने रवि अपना सर नीचे किए खड़ा हुआ था।
रवि बोला बॉस मीटिंग hotel ब्लू स्टार में हैं। ओर में. गुप्ता के साथ मीटिंग होने के बाद आपकी एक impordent मीटिंग अंडरवर्ड के जाने माने डॉन के साथ है।
वो इटली से आए हैं। उसके पास कुछ खाश किस्म की gan है जो बहुत बढ़िया हैं उसी की डील वो आप के साथ करना चाहता है। रवि की बात सुन आरव बोलता है।
ये मीटिंग दिन में नहीं आज रात में रखो आज रात 9 बजे ये मीटिंग फिक्सि करो।
आरव की बात सुन रवि बोला पर बॉस मीटिंग तो रवि इतना ही बोला था कि उसे अहसास होता है कि आरव अपनी उन खतरनाक आंखों से उसे ही घूर रहा है। ये महसूस करते ही रवि के आगे के शब्द उसके गले में ही अटक जाते है।
तब आरव बोला तुम जो कहा जा रहा है वो करो समझे वरना अपनी जॉब से हाथ धो बैठोगे।
आरव की बात सुन रवि yes बॉस बोल कर बाहर चला जाता है कुछ देर बाद रवि वापस अंदर आता है और बोलता है बॉस काम हो गया। रवि की बात सुन आरव बोलता है good रवि अब तुम 2 बजे वाली मीटिंग की तैयारी करो। रवि okay बोल मीटिंग की तैयारी में लग जाता हैं।
दूसरी तरफ रायजादा हवेली में देवकी जी ने किसी को call किया ओर कहा हैलो में देवकी सींग रायजादा बोल
रही हो। तो दूसरी तरफ से आवाज आई अरे आप की आवाज से ही पहचान गई थी मैं आप को
बोलिए आज इतने साल बाद कैसे याद किया आप ने मुझे उस औरत की बात सुन देवली जी बोलती है तुम मेरे पोते आरव को तो जानती ही हो बस उसी की शादी के बारे में बात करने के लिए तुम्हे फोन किया है क्योंकि हम जानते है कि एक तुम ही हो जो हमारे पोते के लिए अच्छी लड़की तुम ही ढूंढ सकती हो।
एक बात याद रखना लड़की संस्कारी, सुंदर ओर पढ़ी लिखी होनी चाहिए। देवकी जी की बात सुन वो औरत बोली आपने जो काम diya है वो हो जाएगा।
एक लड़की है मेरी नजर में मैं उसके माता पिता से बात कर उसकी फोटो लेकर कल तक हवेली आती हु। इतना बोल वो औरत फोन रख देती हैं।
उस की बात सुन दाढ़ी के चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती है। तभी कांता जी बोलती है
मां जी आप को लगता है कि आरव शादी के लिए मानेगा वो हर बार की तरह इस बार भी मना कर देगा कांता जी की बात पर हामी भरते हुए आरवी कहती हैं हा दादी भाई का शादी के लिए हा कहना embosibal है।
उन दोनों की बात सुन देवकी जी बोलती है तुम सब फिक्र मत करो आरव को मैं अपने आप मना लुंगी इस बार वो शादी के लिए मना nhi कर पाएगा।
दादी जी की बात सुन सब अपना सर हा में हिला देते है।
दूसरी तरफ
इनायत ओर राशि की आज की कॉलेज की सारी क्लास हो चुकी थी। तो दोनो अपनी क्लास लेने के बाद अब कॉलेज से बाहर आ रही थी।
इनायत राशि से बोली यार आज की सारी क्लास कितनी अच्छे से गई है मुझे तो बहुत मजा आया।
राशि बोली क्या यार इनु पढ़ाई मे और टीचर्स के इन लेक्चर में क्या मजा आता हैं तुझे।
मुझे तो नींद आने लग जाती हैं मन करता हैं यही पर सो जाओ राशि की बात सुन इनायत खिलखिला कर हँसने लगती है। वो बोलती हैं तेरा कुछ नहीं हो सकता मेरी जान।
फिर वो दोनो कॉलेज से बहार आकर राशि की स्कूटी से अपने घर की तरफ चली जाती है।
रास्ते मे दोनो दोस्त स्कूटी पर बाते करती हुई जा ही रही होती हैं। की तभी एक black BMW car तेज रफ्तार से उन दोनों के पास से गुजरती हैं।
जिससे वहां पड़ा कीचड़ उस कार की तेज रफ्तार के कारण उछाल कर राशि और इनायत पर आकर गिरता है और उन दोनों के कपड़ों ओर चेहरे पर कीचड़ लग जाता है। जिसे देख इनायत और राशि को बहुत गुस्सा आता हैं। अचानक हुए इस हादसे से राशि का बैलेंस बिगड़ता है और स्कूटी नीचे गिर जाती हैं।
इनायत जल्दी से खड़ी होती हैं और अपने पास पड़ा पथर उठा कर उस कार के पिछली साइड जोर से फेंक कर मारती है। जिससे उस कार के पिछले शीशे ओर डिगी पर स्क्रेच आ जाती हैं ये आवाज सुन कार का ड्राइवर कार रोकता हैं।
और बाहर निकल कर देखता है कि कार का क्या हाल हुआ है।
क्या इनायत को ये पथर फेकना पड़े गा महंगा ओर कौन है उस कार के अंदर....
जाने ge अगले चैप्टर में।
welcome to My story 🙂
आरव और इनायत की पहली मुलाकात
अब आगे।
कार पर इतना बड़ा स्क्रेच देख उस ड्राइवर को थोडा डर लगता है और पथर फेंकने वाले पर गुस्सा भी बहुत आता हैं।
वो इधर उधर देखता है
तभी इनायत जल्दी ही राशि को नीचे से उठा कर खड़ा करती है और आकर उस ड्राइवर के सामने खड़ी हो जाती हैंऔर बोलती हैं।
अंधे हो क्या दिखाई नहीं देता तुम्हे जो तुम ये कीचड़ हम पर उछल कर जा रहे थे क्या तुम्हें कार को धीरे ड्राइव नहीं कर सकते। जब कार चलानी नही आती तो चलाते क्यों हो।
इनायत की बात सुन ड्राइवर बोलता है। गलती तुम्हारी है इसमें मेरी कोई गलती नहीं है।ओर कीचड़ ही तो है साफ हो जाएगा
इसमें इतना क्यों ड्रामा कर रही हो।
ओर तुम ने ये कार पर पथर क्यों मारा है।
क्या तुम्हे दिखता नहीं तुमने इतनी महंगी कार को खराब कर दिया है।
ड्राइवर की बात सुन इनायत को बहुत गुस्सा आता है और वो बोलती हैं।
क्या कहा तुम ने एक तो गलती तुम्हारी तुम ने हम दोनो पर कीचड़ उछला ऊपर से अपनी गलती मानकर sorry bolne ki जगह तुम ये बोल रहे हो की गलती हमारी है।
और क्या कहा तुम ने महंगी गाड़ी, इसका क्या मतलब है
Ooo अगर तुम्हारे पास महंगी कार है तो तुम किसी पर भी अपनी गाड़ी चढ़ा कर चले जाओगे हा।
तुमने क्या सोचा हम पर कीचड़ उछाल कर तुम ऐसे ही चले जाओगे।
बिलकुल नहीं
तुम्हें हम से माफ़ी मांगनी ही होगी। तुम्हारी वजह से हमारी जान जाते जाते बची हैं।
तभी कार के अंदर बैठा आदमी बाहर के सौर सुन कर कार से बाहर आता है उस आदमी ने ब्लैक बिज़नस सूट पहन रखा था वो आदमी काफी handsam था।
उस आदमी के कार से उतरते ही वहां खड़ी भीड़ में जितनी भी लड़कियों थी वो उस आदमी को घूर कर अपनी लस्ट भरी नजरों से उसे देखने लगी।
एक बार को तो इनायत भी उस लड़के के हैंडसम चेहरे में खो गई।
पर अगले पल ही वो वापस अपने होश में आ गई।
वो लड़का कोई ओर नहीं बल्कि आरव ही था।
राशि भी उसे देख पहचान गई कि ये आरव सिंग रायजादा है।
क्योंकि दो दिन पहले ही राशि ने आरव का लाइव इंटरव्यू देखा था जो सिर्फ 4 या 5 मिनट का ही था।
लेकिन इनायत आरव को नहीं जानती थी क्योंकि आरव सोशल मीडिया पर कभी भी नहीं आता था।
तभी आरव कार से भार आ कर खड़ा हो गया उसने अपनी आंखों पर चश्मा लगा रखा था।
ओर रवि भी वहां आ गया था। आरव ने पहले अपनी कार को देखा और कार पर स्क्रैच देख कर आरव को बहुत तेज गुस्सा आ रहा था।
आरव ने खुद के गुस्सा को कंट्रोल किया रवि आरव के गुस्सा समझ गया था वो इनायत को कुछ कहता उससे पहले ही आरव बोला।
हेलो मिस.
तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी कार पर पथर मारने की हा तुम्हे पता भी है ये कार कितनी महंगी हैं।
अगर पैसे ही मांगने थे तो ऐसे ही मांग लेती इतना daram करने की क्या जरूरत थी इतना बोल आरव ने रवि को इशारा किया तो रवि ने पेसो की दो गढ़ी निकाल कर इनायत के हाथ में दे दी।
आरव बोला अब बंद करो अपना ये सो कोर्ड ड्रामा मैं अच्छी तरह जनता हो तुम जैसी लड़कियों को ये सब तुम पेसो के लिए करती हो ये पैसे लो ओर जाओ यहां से इन पैसे मे बहुत जोड़ी कपड़े आ जाएंगे।
आरव इतना बोल पीछे मूड कर कार में बैठें ने ही वाला था कि तभी इनायत ने उसका कॉलर पकड़ उसे अपनी तरफ घुमाया और आरव के गाल पर एक जोरदार थप्पड़ मार दिया।
जिससे आरव का चेहरा एक तरफ छुक गया और गुस्से से उसकी आँखें एक दम लाल हो गईं और उसके माथे ओर हाथों की नसे तन गई।
वहां खड़े सभी लोग ये नजारा देख कर चौक गए । अब सब लोगों को डर लग रहा था कि अब इस लड़की के साथ क्या होगा क्योंकि उसने आरव सिंग रायजादा को थप्पड़ मारा है।
तभी रोशनी आगे आई और इनायत को पीछे करते हुए बोली ये क्या कर रही हैं तू इनु पागल हो गई हैं क्या। इतने में एक गुस्से भरी आवाज आई How dare you तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे थप्पड़ मारने की ये आवाज आरव कि थी आरव कुछ ओर बोली पाता उससे पहले ही इनायत राशि को पीछे करते हुए बोलती है तू डर सकती है इन अमीर लोगों से मैं नहीं डरती इतना बोल इनायत फिर आरव कि तरफ घूमी और उसकी बात बीच में काट कर बोली हेलो mr तुम जो कोई भी हो मैं नहीं डरती तुम से इतना बोल इनायत ने वो पैसे आरव के हाथ में वापस रख दिये और फिर बेली और तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई हम पर गलत इल्जाम लगाने की।
मैं जरूर एक मिडिल क्लास फैमिली से हो पर तुम्हारे इन पेसो की मुझे कोई जरूरत नहीं है समझे।
हमें कुछ कहने से पहले तुम खुद को देख लो अमीर बाप की बिगड़ी हुई औलाद हो तुम समझे।
तुम अमीर हो तुम्हारे पास महंगी गाड़ी है, पैसे है तो क्या तुमने इस सड़क को अपनी paroparti समझ रखा है। इनायत की बाते सुन आरव का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा था।तभी एक बार फिर आरव के कानों में इनायत की आवाज आई और क्या कहा तुम ने की हम ये सब पैसे के लिये कर रहे है तो एक बात सुनो मेरी तुम्हारे ये पैसे तुम्हे मुबारक हो और हो सके तो इन पैसे से तुम ये सुख लेना कि दूसरों कि इज्जत कैसे की जाती हैं।
उसके चुप होते ही राशि ने देर न करते हुए इनायत का हाथ पकड़ा और उसे जबरदस्ती खींचते हुए अपनी स्कूटी की तरफ ले गई आरव कुछ बोलता उससे पहले ही रवि आरव से बोला बॉस मीटिंग का टाइम हो गया है। रवि की बात सुन आरव ने अपने गुस्सा के जैसे तैसे कंट्रोल किया और वापस कार में बैठे गया।
क्या आरव थप्पड़ का बदला लेगा इनायत से क्या इनायत की जिंदगी में अब आरव की एंट्री होगी या नहीं
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इनायत के लिये आय आरव का रिश्ता
अब आगे।
आरव कि कार ब्लू स्टार होटल की तरफ चल पड़ती है।
लेकिन कार में एक अलग सी शांति थी।
कार का माहौल आरव के गुस्से के कारण खतरनाक हो रहा था।
रवि को तो आरव से डर लग रहा था।
रवि अपने मन में सोच रहा था पता नहीं अब मेरे ये डेविल बॉस उस लडकी के साथ क्या करे।
लाइफ में पहली बार किसी ने बॉस को थप्पड़ मारा है।
रवि ये अच्छे से जनता था कि आरव अब अपना गुस्सा उस पर या ऑफिस के स्टॉफ पर उतारे ने वाला है।
1 घंटे बाद
आरव की कार एक आलीशान होटल के सामने आकर रुकती हैं।
रवि जल्दी से बाहर आता है और कार का दरवाजा खोलता है। उसके बाद आरव कार से नीचे उतर कर उस होटल के अंदर चला जाता है।
वैसे तो आरव जहां भी जाता उसके बॉडीगार्ड उसके साथ ही होते थे लेकिन आज आरव बिना बॉडीगार्ड के ही आया था।
दूसरी तरफ
राशि इनायत से बोलती है
इनायत तेरा दिमाग खराब हो गया है क्या तुझे पता भी है तूने क्या कांड किया है।
इनायत गुस्से से बोलती है एक अमीर बाप के बिगड़े हुए बेटे को उसके सही जगह दिखाई है।
ओर तू क्या कब से मुझे सुनाए जा रही हैं।
गलती उस की थी हमारी नहीं।
इनायत की बात सुन राशि अपना सर पीत लेती हैं और बोलती हैं
तुझे पट भी है वो लड़का कौन है जिसे तूने सब के समाने थप्पड़ मारा है।
इनायत बोली नहीं मैं नहीं जानती उसे ओर मुझे जानना भी नहीं है कि वो कौन था।
राशि बोली पागल लड़की तूने जिसे थप्पड़ मारा है ना वो कोई छोटा मोटा आदमी भी है बल्कि देश का टॉप बिजनेसमैन आरव सिंग रायजादा है।
ओर वो कितना खतरनाक है ये बात तो सब जानते है। अब पता नहीं वो तेरे साथ क्या करे गा।
जहां तक मुझे पता है वो इस थप्पड़ का बदला तुझसे जरूर लेगा।
राशि की बात सुन इनायत चौक जाती हैं
अब उसे थोड़ा सा डर भी लगता हैं लेकिन वो सोचती है जो होगा देखा जाए गा।
मैने जो किया वो बिल्कुल सही किया।
ऐसे ही बातें करते हुए इनायत का घर आ जाता है।
इनायत राशि को byy बोल कर अपने घर के अंदर चली जाती है। ओर राशि अपने घर की तरफ चली जाती हैं।
इनायत घर के अंदर आकर देखती हैं कि ईशान स्कूल से आ गया है और नाश्ता कर रहा हैं।
और इनायत की मां किचेन में कुछ काम कर रही हैं।
इनायत बोली मम्मी मैं आ गई और m अभी चेंज कर के आती हो तब तक आप मेरे लिए चाय बना दीजिए।
इनायत की आवाज सुन आशिका जी बोलती हैं ठीक है इनु पर आज इतना लेट कैसे हो गया घर आने में हमेशा तो जल्दी आ जाती हैं। इनायत अपने कमरे की तरफ जाते हुए बेली वो सब मैं आप को बाद में बता दूंगी अभी मैं चेंज कर के आती हूं।
इतना बोली इनायत अपने कमरे में चली जाती हैं।
शाम का वक्त।
अशोक जी घर पर आते है तो आशिका जी उन्हें देख कर बोलती हैं। आप फ्रेश हो जाइए तब तक मैं आप के लिए चाय बनाती हूं।
और मुझे आप से एक जरुरी बात भी करनी है।
अशोक जी बोले अरे हमारी धर्मपत्नी जी इतनी भी क्या जरूरी बात है जो आप हमें जल्दी चेंज करने को बोल रही है।
आशिका जी बोली मैने आप से कहा ना आप आप चेंज कर के आइए।
हम चाय पीते हुए बात करते है।
अशोक जी ने हा कहा ओर अपने रूम में चले गए ओर आशिका जी चाय बनाने के लिए किचेन में चली गई।
इनायत इस वक्त अपने रूम में बैठी पढ़ाई कर रही थी क्योंकि जल्द ही उसके कॉलेज के exam होने वाले थे।
और ईशान अपने दोस्तों के साथ बाहर खेलने गया था।
अशोक जी आकर आंगन में लगे सोफे पर बैठे जाते है।तो आशिका जी चाय लेकर आती हैं। और अशोक जी को चाय का कप देते हुए बोलती हैं। सुनिए आज सुधा काकी आई थी हमारी इनु के लिए रिश्ता लेकर।
रिश्ते की बात सुन अशोक को जी बोले तुमने मना कर दिया ना अभी मैं इनु की शादी नहीं करना चाहता।
अभी तो उसकी पढ़ाई भी पूरी नहीं हुई है। अभी तो मेरी राजकुमारी सिर्फ 20 साल की है।
अशोक जी की बात सुन आशिका जी बोलती हैं मैं मना करने वाली थी पर मैने मना किया नहीं है।
आप एक बार शांति से मेरी बात सुनिए उसके बाद कुछ बोलिए गा। अपनी पत्नी की बात सुन अशोक जी हा में अपना सर हिलाते हैं।तो आशिका जी आगे बोलती हैं। आप को पता है। हमारी बेटी के लिए रिश्ता कोई ऐसे वैसे घर से नहीं बल्कि इस शहर क्या देश के सबसे अमीर परिवार रायजादा परिवार से आया है।
देवकी सिंग रायजादा के पौते ओर आनंद सींग रायजादा के बेटे का रिश्ता आया है।
पहले में भी माना करने वाली थीं पर जब मुझे पता चला कि रिश्ता कहा से आया है तो में मना नहीं कर पाई और इतना ही नहीं सुधा काकी बोल रही थी वो लोग कुछ भी नहीं लेंगे और मैने इनु के पढ़ाई की भी बात की थी तो सुधा काकी ने कहा कि वो लोग इनायत की पढ़ाई से कोई एतराज नहीं है।
बल्कि उसकी पढ़ाई में उसे ओर स्पोर्ट करे गए।
अब आप ही बताइए कि हमारी बेटी के लिए इतने बड़े घर से रिश्ता आए गा। तो मैं मना कैसे करती।
सुधा काकी इनायत की फोटो लेकर गए हैं। वो बोल रही थीं कि अगर आप को भी ये रिश्ता अच्छा लगे तो m उन्हें फोन कर दूं। उसके बाद वो रायजादा हवेली जाकर बात करे गई अब आप बताइए m सुधा काकी से क्या कहूं। आप को कोई एतराज तो नहीं है ना इस रिश्ते से।
देखिए मैं जानती हूं कि आप अभी हमारी बेटी की शादी नहीं करना चाहते हैं। लेकिन इतने अच्छे रिश्ते बार बार नहीं आते है।
हम उन से बात करे गए अगर उन्हें ये रिश्ता मंजूर होगा तो हम शादी 1 या 2 साल रुक कर करा देंगे।
क्या इनायत इस रिश्ते के लिए हा कह देगी।
आप लोगो को क्या लगता हैं।
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आरव के लिए आया रिश्ता।
अब आगे।
आशिका जी ने कहा ओर इतने टाइम में इनु की पढ़ाई भी कंपलीट हो जाए गई।
तो अशोक जी कुछ सोचते हुए बोले। ठीक है तुम हा कह दो मैने भी सुना है कि आनन्द सिंह रायजादा एक बहुत अच्छे इंसान है।
ओर उनका सारा बिजनेस उनके बेटे ने ही संभाल रखा हैं।
ओर इनायत की फिकर आप मत कीजिए। मेरी इनु को इस रिश्ते के लिए में मना लूंगा। आशिका जी बोली आप को कैसे पता मैं क्या सोच रही हूं।
तो अशोक जी मुस्कुरात हुए बोले 26 साल से आप के साथ रहते क्या हम आप को इतना भी नहीं जानते होगे।
अशोक जी की बात सुन आशिका जी शर्मा कर मुस्कुरा देती हैं।
और थोड़ी दिन आपस में बाते करने के बाद आशिका जी सुधा काकी को फोन कर रिश्ते के लिए हा बोल देती हैं।
सुधा काकी उनकी हा सुन कर खुश होकर बोलती हैं में अभी देवकी जी से बात करती हु। इतना बोल कर सुधा काकी फोन रख देती हैं।
ओर उसी समय देवकी जी को फोन लगा देती हैं।
रायजादा हवेली
जब देवकी जी देखती हैं कि सुधा का फोन आ रहा है। तो वो फोन उठती है और ओर कहती हैं हा सुधा बोलो तो दूसरी तरफ से सुधा जी बोलती हैं।
देवकी जी मैने लड़की वालो से बात की है वो राजी है ये रिश्ता करने के लिए। मैं कल सुबह लड़की की फोटो लेकर हवेली आती हूं।
देवकी जी सुधा काकी की बार सुन खुश होकर हा बोलती हैं और फोन रख देती हैं।
तभी देवकी जी के कमरे में वसुधा जी आती हैं ओर बोलती हैं क्या बात हैं मां जी आप बहुत खुश लग रही है।
देवकी जी बोली खुश होने की ही बात है बड़ी बहु तुम सुनो ही तो तुम भी खुश हो जाओगी।
हमारे आरव के लिए एक बहुत अच्छी लड़की का रिश्ता आया है। कल सुबह सुधा उस लड़की की फोटो लेकर आ रही है।
अगर लड़की हम सब को पसंद आती हैं तो दो या तीन दिन में हम लोग रिश्ता लेकर लड़की वालो के घर जाएंगे।
ये बात सुन वसुधा जी खुश होकर बोलती है ये तो बहुत अच्छी बात है मां जी पर आपको लगता हैं आरव माने गा शादी के लिए। देवकी जी बोली तुम फिकर मत करो इस बार तो आरव की शादी होकर ही रहे गई।
कुछ देर यू ही बाते करने के बाद वसुधा जी देवकी जी को सुला कर अपने कमरे में चली जाती है।
तभी रूम में आते ही सामने बेड पर बैठे आनंद जी बोलते है क्या बात है आज तो हमारी वाइफ बहुत खुश नजर आ रही हैं।
तभी वसुधा जी आनंद जी के गले लग बोलती हैं।
आप को पता है हमारे आरव के लिए एक बहुत अच्छी लड़की का रिश्ता आया है।
कल सुबह सुधा काकी उस लड़की की फोटो लेकर घर आ रही है।
ये बात सुन आनंद जी वसुधा जी को गले लगाए ही बोलते है।
ये तो बहुत खुशी की बात हैं।
कुछ देर बाते करने के बाद वो लोग सो जाते है।
आरव आज घर नहीं आया था।
क्योंकि आज रात उस की मीटिंग इटली के डॉन के लिए थी।
रात के 10 बजे
आरव एक vip रूम में बैठा था। ओर उस के सामने एक 35 40 साल का एक आदमी बैठा था।
वो बोलता है हेलो ASR आप से मिल कर खुशी हुई तो आरव उसकी बात पर बस एक टेढ़ी मुस्कान दे देता है।
आरव किसी राजा की तरह बैठा था।
आरव बोलो सोच लो ये डील करने से पहले क्योंकि अगर तुम्हार माल खराब निकला तो मुझसे तुम्हे कोई नहीं बचा सके गा।
आरव की बात सुन वो आदमी मतलब mr अयर बोलो asr मुझे अपनी जान बहुत प्यारी है और में आप के साथ धोखा कर के अपनी जिंदगी बर्बाद थोड़ी करो गा आप फिक्र मत कीजिए माल एक नंबर है आप को शिकायत का कोइ मौका नहीं मिले गा।
उस आदमी की बात सुन आरव बोला तो ठीक है ये ढील पकी और ये बोल वो दोनो अपने ड्रिंक के ग़लश उठाकर चेस कर पीते हैं और कुछ ओर जरूरी बात करने के बाद मीटिंग खत्म हो जाती हैं रात के करीब 1 बजे तक ये मीटिंग हो रही थी।
इस लिए आरव घर ना जाकर उस होटल के ही एक vip रूम में रुक जाता है।
आरव अपने कमरे में आता है और नहाने चला जाता है वो नहाकर बाहर आता है और जैसे ही आइने में खुद को देखता है तो अपना चेहरा देखते ही उसे इनायत का वो थप्पड़ मारना याद आ जाता हैं और गुस्से से उसकी आँखें लाल हो जाती है।
आरव बोलता है तुमने गलती कर दी मुझ पर हाथ उठा कर इसकी सजा तुम्हे जरूर मिले गई तुम्हे नहीं पता तुमने आरव सिंग रायजादा को थप्पड़ मार कर अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती की है अब तुम्हे मुझसे कोई नहीं बचा सकता इतना बोल आरव एक जोरदार मौका दीवार पर दे मारता है जिससे उसके हाथ में थोड़ी चोट लग जाती है वो उस चोट की परवा किए बिना बेड पर जाकर लेट जाता है। और कुछ देर बाद आरव को नीद आ जाती हैं।
अगली सुबह
रायजादा हवेली में सब लोग नाश्ता करने के बाद हॉल में आकर बैठ जाते है ओर आपस में बाते करने लगते है।
उन लोगों को बैठ कुछ देर हुई ही थी कि तभी दरवाजे से सुधा काकी आती हुई दिखती है।तो कांता जी बोलती हैं लो आ गई सुधा काकी।
सुधा काकी अंदर आकर देवकी जी को प्रणाम करते हैं।
देवकी जी बोलती है आओ सुधा बैठो देवकी जी के कहने पर सुधा काकी वहां लगे एक छोटे सोफे पर बैठ जाती है। तभी एक नौकर पानी लेकर आता है और काकी को दे देता है सुधा काकी पानी पीकर बोलती है। देवकी जी मैं ले आई आपके पोते के लिए रिश्ता इतना बोल सुधा काकी अपने थेल में से इनायत की एक फोटो निकलती हैं ओर देवकी की के सामने रख देती हैं।
क्या आरव शादी के लिए माने गा।
welcome to my story 🙂
आरव ने की शादी के लिए हा।
अब आगे
देवकी जी उस फोटो को लेकर देखने लगती हैं। सुधा जी बोली देवकी जी ये है इनायत बहुत ख़ूबसूरत बच्ची हैं। इसके पिता का नाम अशोक मिश्रा है और वो एक शिक्षक हैं।
ओर अभी इनायत कॉलेज की पढाई कर रही हैं। इतना बोल सुधा काकी चुप हो जाती हैं।
दादी जी इनायत की फोटो देखती हैं तो देखती रह जाती हैं। ओर देखे भी क्यों न हमारी इनायत है ही इतनी खूबसूरत।
तभी बारी बारी से सब लोग इनायत की फोटों देखते है ओर इंयत सब को पसंद आती हैं।
लास्ट में लक्ष्य, आरवी ओर सुमित इनायत कि फ़ोटो देखते हैं।
ओर तीनों एक साथ जोर से बोलते हैं अरे हमारी होने वाली भाभी तो कितनी खूबसूरत है। बिल्कुल किसी एंजेल की तरह उन तीनों की बात सुन सब मुस्कुरा देते है।
तो कांता जी बोली अगर इस बच्ची की तस्वीर इतनी सुंदर है तो असल में देखने में ये कितनी खूबसूरत होगी।
फिर देवकी जी बोली ये बच्ची इनायत हमारे आरव के लिए बिल्कुल सही है। तभी सुमित बोला आरव भाई ओर इनायत की जोड़ी बहुत अच्छी लगेगी।
देवकी जी सुमित की बात पर हामी भरी और सुधा काकी से बोली सुधा तुम एक काम करो तुम अशोक जी को फोन करो और उन्हें कहो कि हमे उनकी बेटी पसंद है।
हम लोग 2 दिन बाद रविवार को उनके घर रिश्ते पका करने के लिये जायेंगे।
देवकी जी कि बात सुन सुधा काली हा कहती हैं और उन सब को प्रणाम कर वहां से चली जाती हैं।
सुधा काकी अपने घर आकर आशिका जी को फोन करती है ओर बोलती हैं मुबारक हो आशिका रायजादा परिवार को इनायत पसंद आ गई है और दो दिन बात रविवार की वो रिश्ता पका करने तुम्हार घर आ रहे हैं।
सुधा काकी की बात सुन आशिका जी खुश होकर बोलते हैं ये तो बहुत अच्छी बात है काकी आप फिक्र मत करो हम पूरी तैयारी कर लेगे उन लोगों के स्वागत की इतना बोल आशिका जी फोन रख देती हैं और तुरंत ही अशेक जी को फोन कर ये बात उन्हें बता देती हैं।
दूसरी तरफ शाम का समय
आरव रायजादा हवेली में एंटर करता है। ओर वो अपने रूम की तरफ जाने लगता है तभी देवकी जी आरव को देख आरव को आवाज लगती है आरव मेरी पास आऊ जरा।
आरव अपनी दादी की बात सुन रुक जाता है ओर सोफे की तरफ आकर अपनी दादी के पास बैठ बोलता है हा दादी बोलिए क्या बात है।
देवकी जी आरव को देख कर बोलती हैं आरव हमने तुम्हारे लिए एक लड़की को पसंद किया है।
और दो दिन बाद तुम्हारा रिश्ता पका करने हम लड़की वालो के घर जा रहे है।
रिश्ते की बात सन आरव का चेहरा शख्स हो जाता है।
आरव अपनी दादी से कुच बोल पता उससे पहले ही दादी जी बोली आरव तुम्हे हमारी कसम अगर तुमने इस रिश्ते के लिए मना किया तो हमारा मरा मुंह देखो गए।
अपनी दादी की बात सुन आरव को बहुत गुस्सा आता है और देवकी जी की बात सुन वहां बैठे सब लोग चौंक जाते है।
तभी आरव बोलो खबरदार दादी अगर आगे से आप ऐसा कुछ बोली तो मैं आप से कभी बात नहीं करो गा।
ओर हा ठीक है मैं तैयार हो शादी करने के लिए लेकिन मेरी एक शर्त है मैं शादी तभी करो गा जब ये लड़की मुझे पसंद आए गई।
तभी लक्ष्य बोलो भाई भाभी की फोटो देख आप शादी के लिए मना कर ही नहीं पाऊं गए।
ओर एक बार में ही हा बोल दोगे।
आरव लक्ष्य की बात सुन उसे गुस्से से घूर कर देखता है और बोलता है कौन सी भाभी अभी तक मेरी शादी नहीं हुई है उस लड़की के साथ जो तुम उसे भाभी बोल रहे हो।
आरव ही डांट सुनने के बाद लक्ष्य एक दम चुप हो जाता हैं। तभी सुमित लक्ष्य के कान के पास आकर धीरे से बोलता है चुप कर जा साले वरना भाई आज तुझे यही उल्टा लटका देगे। क्यों तू शेर के मुंह में हाथ डाल रहा है अगर अपनी जान प्यारी है तो चुप चाप खड़ा रह ओर कुछ मत बोल सुमित की बात सुन लक्ष्य बस मुंह बना कर रह जाता हैं।
देवकी जी बोली ठीक है आरव हमे तुम्हारी शर्त मंजूर है। ये लो लड़की की फ़ोटो ओर इसका नाम इनायत है।
ओर अभी ये कॉलेज में पढ़ रही है।
अपनी दादी की बात सुन आरव बिना मन के वो फोटो लेता है और अपने रूम में चला जाता है।
ओर बाकी सब अपने काम में लग जाते है। आरव रूम में आकर उस फोटो को गुस्से से मेज पर रखता है और बाथरूम में चला जाता है कुछ देर बाद आरव नहाकर बाहर आता है इस वक्त उसने सिर्फ लोवर पहन रखा था । आरव ने ऊपर की बॉडी पर कुछ नहीं था जिससे उसकी मस्कुलर बॉडी साफ दिख रही थी उसे देख पता चल रहा था कि आरव जिम में कितनी मेहनत करता है और ऊपर से उसकी चेस्ट पर कुछ पानी की बूंदे थी जिस कारण आरव ओर बहुत हॉट लग रहा था। फिर आरव क्लोजेट में चला गया और टीशर्ट पहन कर वापस आ कर सोफे पर बैठ गया। उसने उस फोटो को पूरी तरह इग्नोर कर दिया था।
कुछ देर बाद एक नौकर आया और आरव के रूम का दरवाजा नॉक किया और बोला साहब दादी जी आप को डिनर के लिए नीचे बुला रही हैं आरव ने जवाब देते हुए कहा तुम जाओ में आता हो अपने नौकर को वापस भेज दिया।
आरव सोफे से उठा ओर रूम से बाहर जाने लगा तभी वो फोटो मेज से नीचे गिर गई। आरव ने उसे देखा और उठा कर मेज पर वापस रखने लगा। लेकिन पता नहीं तभी आरव के दिमाग़ में क्या आया। आरव ने उस फोटो को कवर सी निकाल कर देखा और जैसे ही आरव ने उन फोटो की लड़की का चेहरा देखा उसकी आँखें गुस्से से लाल हो गई। और हाथों की मुठ्ठी कस गई। क्योंकि आरव के सामने इनायत की फोटो थी।
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अब आगे।
फोटो को देख कर आरव का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
क्योंकि इनायत के चेहरा देखते ही आरव को याद आ जाता है की यह वहीं लड़की है जिसने सबके सामने आरव को थप्पड़ मारा था।
कुछ दर यू ही उस फोटो को देखने के बाद अचानक ही आरव के फेस पर एक खतरनाक मुस्कान तेर जाती हैं।
आरव उस फोटो को देखते हुए बोला क्या बात है। शिकार तो खुद चल कर शिकारी के पास आ रहा है।
मैं तो तुम्हे खोजकर निकलने वाला था और फिर तुम्हे मुझे थप्पड़ मारने की सजा देने वाला था।
पर तुम तो खुद मेरे पास आ रही हो वो भी हमेशा हमेशा के लिए।
अब मजा आए गा। इतना बोल आरव जोर ज़ोर से हसने लगता है अगर इस वक्त आरव को कोई ऐसे हंसता देख लेता तो पका बेहोश हो जाता क्योंकि आरव हंसते हुए लग ही इतना खतरनाक रहा था।
फिर अचानक ही आरव हंसना बंद कर देता है और अपना फोन निकाल रवि को कॉल करता है दूसरी तरफ जब रवि आरव का फोन देखता है तो एक सेकेंड में कॉल पिक कर लेता है रवि के फोन उठते ही आरव बोला रवि तुम्हे एक फोटो भेज रहा हो मुझे उसके बारे में सब कुछ जानना है। दूसरी तरफ आरव की बात सुन रवि yes बॉस कल सुबह तक आप का काम हो जाए गा। इसके बाद आरव फोन कट कर देता है।
आरव इनायत की फोटो को देखते हुए बोलो वैसे खूबसूरत तो तुम बहुत हो। पर तुम्हारी ये खूबसूरती मुझे नहीं पिघला सकती।
तुमने मुझे थप्पड़ मार कर गलती कि है ना उसकी सजा अब तुम जिंदगी भर भुगतो गई।
इतना बोल आरव फोटो को वापस रख देता है और डिनर करने के लिए नीचे चला जाता है।
डाइनिंग टेबल पर सब लोग आरव का ही वेट कर रहे थे। आरव के आने के बाद सब लोग डिनर करते हैं और अपने अपने कमरे में सोने के लिए चले जाते है।
किसी ने भी आरव से इनायत कैसी लगी यह नहीं पूछा वो सब आरव को कुछ वक्त देना चाहते थे। अब ये बात कल सुबह ही होनी थी।
दूसरी तरफ।
इनायत अपने कमरे में चेन से सो रही थी। पर उस बेचारी को क्या पता कि अब उसकी जिंदगी में कितना बड़ा तूफान आने वाला है।
ऐसे ही ये रात भी निकल जाती हैं।
अगली सुबह।
8 बजे इनायत कॉलेज के लिए रेडी होकर नीचे आती हैं आज इनायत ने ब्लैक जींस ओर व्हाइट टॉप पहन रखा था।
ओर अपने लम्बे बालों की हाई पोनी टेल बना रखी थी।
इनायत बिल्कुल किसी बॉर्बी डोल की तरह लग रही थी।
बिना मेकअप के भी उसका चेहरा बहुत खूबसूरत लग रहा था इनायत के होंठ नैचुरल गुलाबी थे जिस कारण उसे कभी लिपस्टिक लगाने की जरूरत नहीं पड़ती थी।
इनायत नीचे आकर अपने पापा को good morning विस करती है तभी इशान भी अपने कैमरे से बाहर आ जाता हैं।
ईशान आज घर के कपड़ों में ही था तो इनायत ने उसे देखते हुए पूछा क्यों ईशान आज तुझे स्कूल नहीं जाना जो अभी तक तैयार नहीं हुआ तू।
अपनी दीदी की बात सुन ईशान बोला दीदी आज स्कूल की छूटी है इसलिए मैं तैयार नहीं हुआ। इनायत बोली अरे वहा क्या बात है बेटा आज तो तू सारा दिन मस्ती करे गा।
तभी अशोक जी डाइनिंग टेबल पर आकर बैठते हुए बोले इनु बेटा मुझे ओर तुम्हारी मम्मी को तुम से एक बहुत जरूरी बात करनी है।
इनायत चेयर पर बैठते हुए बोली जी पापा बताइए क्या बात करनी है आप को ओर मम्मी को मुझ से तभी किचेन से आशिका जी आती हैं ओर इनायत के बगल में आकर बैठ जाती है और अपने पति को कुछ इशारा करती हैं।
इनु बेटा मेरी बात ध्यान से सुनो तुम्हारे लिए एक रिश्ता आया है। और वो लोग तुम्हे देखने ओर रिश्ता पका करने 2 दिन बाद आने वाले हैं।
ओर दो दिन बाद तो रविवार भी है तो तुम भी घर पर ही रहो गई।
अपने पाप की बात सुन इनायत हैरान रह जाती हैं और अपनी जगह पर खड़ी होते हुए बोली पापा आप ये कैसी बाते कर रहे है।
मुझे अभी कोई शादी नहीं करनी अभी तक तो मेरी पढ़ाई भी पूरी नहीं हुई। आप दोनो ऐसा कैसे कर सकते है क्या अब आप दोनो को मेरा इस घर में रहना अच्छा नहीं लग रहा।
जो आप दोनों मेरी शादी करना चाहते हैं।
इनायत की बात सुन आशिका जी ओर अशोक जी बोलते हैं ये क्या बोल रही हो तुम इनु ऐसा कुछ नहीं है तुम तो हमारी राजकुमारी हो।
पहले हमारी पूरी बात तो सुन लो उसके बाद जो तुम कहो गई वही होगा।
अपनी मम्मी की बात सुन इनायत वापस बैठे जाती है और आशिका जी की बात सुनने लगती है आशिका जी आगे बोलती हैं इनु मेरी बच्ची हम लोग भी तेरी शादी अभी नहीं करना चाहते है लेकिन ये रिश्ता बहुत अच्छे घर से आया है। ओर हम कहा कह रहे है कि तेरी शादी अभी करेंगे।
तेरी शादी हम 1 या 2 साल बाद करेंगे लेकिन तेरा रिश्ता करने में क्या हर्ज है।
वो तो एक ना एक दिन करना ही है तो अभी क्यों नहीं।
अशोक जी आगे बोलते हुए कहते है इनु तुम एक बार मेरे कहने पर उस लड़के से मिल लो।
अगर तुम्हे लड़का पसंद नहीं आता तो हम ये रिश्ता नहीं करेंगे।
ओर तुम अपनी पढ़ाई की फिक्र मत करो उन लोगों को तुम्हारे पड़ने से कोई एतराज नहीं है।
ओर तुम चाहो तो job भी कर सकती हो। अपने पापा की बात सुन इनायत बोली वो सब तो ठीक है पापा पर मुझे अभी शादी नहीं करनी है।
अशोक जी बोले मेरी राजकुमारी तुम पर कोई दबाव नहीं है ये शादी करने का अगर तुम्हे लड़का पसंद नहीं आता है तो हम लोग उन्हें ना कह देंगे।
पर एक बार तू उस लड़के से मिल तो ले।
इनायत बोली ठीक है पापा मैं आप के कहने पर उस लड़के से ओर उसके परिवार वालों से मिल लूंगी।
लेकिन अगर लड़का पसन्द आया तो ही मैं शादी के लिए हा कहूंगी। ओर शादी भी 2 साल रुक के करो गई।
अपनी बेटी की बात सुन अशोक जी ओर आशिका जी मुस्कुराकर हा कह देते है। तभी ईशान बोल वहा क्या बात है अब तो दीदी का रिश्ता हो जाएगा। और वो हंसने लगता हैं उसकी बात सुन इनायत उसे गुस्से से घूरती है तो ईशान चुप हो जाता हैं अपने बच्चों की ये हरकते देख आशिका जी ओर अशोक जी हंसने लगते है।
welcome to my story 🙂
अब आगे।
सारी बातें करने के बाद वो चारों नाश्ता करते हैं और नाश्ता कार इनायत कॉलेज के लिए निकल जाती हैं।
रायजादा हवेली।
सब लोग हॉल में बैठे बाते कर रहे थे तभी आरव ऑफिस के लिए रेडी होकर नीचे आता है। ओर हॉल में आकर एक किंग साइज सोफे पर आकर किसी राजा की तरह अपने एक पैर पर दूसरा पैर रख कर बैठ जाता है।
ओर रौबदार आवाज में बोलता है दादी, मोम, डैड, चाचा, चाची मुझे ये लड़की पसंद है। ओर में इनायत से शादी करने के लिए तैयार हू।
आरव की बात सुन सब लोगो को अपने कानो पर यकीन नहीं होता की जो आरव कह रहा है वो सच है वो सब तो ये सोच रहे थे कि आरव ने शादी के लिए हा कह दी। ओर उसे लड़की पसंद आ गई उन सब को तो लगा था कि आरव ये बोले गा कि उसे लड़की पसंद नहीं है पर यह पर तो सब उल्टा हो गया। सब लोग आरव को हैरानी से देख रहे थे। उन सब को देख आरव बोला आप सब मुझे ऐसे क्यों देख रहे है। आप लोग ही तो चाहते थे ना की मैं शादी कर लू। इसमें इतने हैरान होने वाली कौन सी बात है।
आरव की ये बात सुन सुमित लक्ष्य के कान के पास जाकर धीरे से बोला आरव भाई ने आठवें अजूबे की बात की है और हमें कह रहे है कि हम हैरान क्यों हो गए।
सुमित की बात सुन लक्ष्य हा में सर हिला देता है।
तभी दादी जी बोलती है आरव तुम ये सब बाते छोड़ो अब जब तुम ने शादी के लिए हा कह दी है तो हम सब कल दो दिन बाद रविवार को अशोक जी के घर तुम्हारा रिश्ता पका करने जाए गए।
और हा तुम्हें भी हमारे साथ आना होगा। आरव दादी जी की बात सुन हा बोलता है ओर उठ कर अपने ऑफिस चला जाता हैं।
रायजादा इंडस्ट्री।
आरव जब अपने केबिन में जाता है तो रवि वहा पहले से ही खड़ा हुआ था।
आरव के केबिन में आते ही रवि उसे good morning wish करता है और बोलता है बॉस आप ने जो काम दिया था वो हो गया।
आपने जिस लड़की के बारे में इन्फोर्मेशन निकालने को कहा था उसका नाम इनायत मिश्रा है। miss इनायत एक मिडल क्लास फैमिली से है।
इनके घर में इनके पापा अशोक मिश्रा, इनकी मम्मी आशिका मिश्रा ओर इनका एक छोटा भाई ईशान मिश्रा है। बस ये चार मेंबर ही है घर में।
अशोक मिश्रा एक टीचर है। ओर इनका भाई अभी 12th class में है।
miss इनायत abhi 3 ईयर में है और ये कॉमर्स की स्टूडेंट है।
और इनकी एक बेस्ट फ्रैंड है जो बचपन से इनके साथ है।
तभी आरव बोलो ये सब तो ठीक है पर इनायत का कोई ब्वॉयफ्रेंड है या ये किसी के साथ रिलेशनशिप में है ।
आरव की बात सुन रवि तुरंत बोला नहीं बॉस ऐसा कुछ नहीं है।miss इनायत की लाइफ में कोई लड़का नहीं है। ओर वो अभी तक सिंगल है।
उनके कॉलेज के कई लड़कों ने इन्हें प्रपोज किया है पर इनायत ने हर बार मना कर दिया इससे ये बात पता चली है की इन्हें इन सब मे कोई दिलचस्बी नहीं है।
ये अपनी स्टडी पे ज्यादा ध्यान देती हैं। रवि के इतना बताने के बाद आरव बोला ओके अब तुम जाऊं। उसके जाने के बाद आरव अपनी कॉफी पीते हुए सोचता है।
इतना तो मुझे पता चल चुका है कि इस लड़की को पैसे में कोई दिलचस्बी नहीं है।
बढ़िया है अब इनायत से शादी कर के मेरा तो फायदा ही फायदा है।
इनायत से शादी करने के बाद दादी ओर मॉम भी खुश हो जाए गई। और मैं इनायत को उस थप्पड़ मारने की सजा जिंदगी भर दूंगा। ताकि उसे याद रहे कि उसने किसे थप्पड़ मारा था।
ये सब सोचते हुए आरव के होठों पर एक डेविल स्माइल आ जाती हैं। ओर आरव अपने डेविल अंदाज में बोलता है वेट एंड वॉच बेबी अब जिंदगी भर तुम मेरी कैद में रहो गई।
दूसरी तरफ इनायत का कॉलेज इनायत ओर राशि कॉलेज के कैंटीन में बैठे थी इनायत कुछ सोच रही थीं कि तभी राशि उसके कंधे को हिलाते हुए बोली इनु कहा खोई हुई है आज सुबह से देख रही हो तो कुछ परेशान लग रही है क्यो बात है।
इनायत बोली यार राशि 2 दिन बाद मुझे देखने लड़के वाले आ रहे हैं इनायत का इतना बोलना ही था कि राशि जोर से बोलती है क्या व इतना तेज बोली थी कि सारे लड़के लड़कियां उन्हें ही देखने लग गए थे। इनायत राशि के हाथ पकड़ती है और उसे वापस बैठते हुए बोले चिला क्या रही है सब को बताएं गई क्या। राशि बीच में ही बोलती हैं तो चुप कर इनु पहले मुझे ये बता की दो दिन बाद तुझे लड़के वाले देखने आ रहे हैं और तू मुझे आज बता रहा है यह तो सही बात नहीं है इनायत बोली यार मुझे खुद आज सुबह पता चला है तुझे कैसे पहले बता देती। और हा तु एक काम करना तू भी मेरे घर आ जाना ओके।
इनायत की बात पर राशि बोली हा जरूर मेरी जान को लड़के वाले देखने आ रहे हैं और मैं ना आऊ ऐसा कैसे हो सकता है में जरूर आऊ गई।
कुछ देर यू ही बाते करने के बाद वो दोनो अपने क्लास में चली जाती है इनायत राशि को सब कुछ बता देती हैं।
दो दिन बाद।
रायजादा हवेली।
आज सब लोग बहुत खुश थे क्योंकि आज वो लोग आरव का रिश्ता पका करने इनायत के घर जा रहे थे सब लोग अच्छी तरह से तैयार हो गए थे और आरव के आने का वेट कर रहे थे।
तभी आरव ब्लैक बिजनेस सूट पहने नीचे आया आरव को देख दादी जी बोली आरव बेटा आज फिर तूने ये काले कपड़े पहन लिए हम कोई बिजनेस मीटिंग में नहीं जा रहे है लड़की देखने जा रहे है।
अपनी दादी की बात सुन आरव बोला दादी उनके घर जाने के बाद। मुझे एक इंपॉर्टेंट मीटिंग में जाना है और वैसे भी कपड़ों से कोई फर्क नहीं पड़ता। तभी आनंद जी बोले अच्छा ठीक है। पर अब जल्दी चलो। लड़की वाले हमारा इंतजार कर रहे होगे और वैसे भी काफी लेट हो गया आनंद जी की बात सुन सब लोग बाहर की तरफ चले जाते है और अपनी अपनी कार में जाकर बैठे जाते है।
दूसरी तरफ।
इनायत के घर पर सब लोग रायजादा परिवार के स्वागत की तैयारी में लगे हुए थे।
ओर इनायत अपने कमरे में राशि के साथ थी राशि उसे तैयार कर रही थीं।
इनायत ने एक पिंक कलर की साड़ी पहनी थी और अपने बालों को खुला रखा था। और चेहरे पर हल्का मेकअप किया था इनायत इस पिंक साड़ी में बला की खूबसूरत लग रही थीं।
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अब आगे।
इनायत को देख राशि बोली हाय मेरी जान कितनी खूबसूरत लग रही है। तुझे देख कर मेरा ये हाल है तो सोचो उस लड़के का क्या हाल लोग मेरा होने वाले जीजा जी तो तुझे देखते ही रह जायेगे।
राशि की बात सुन इनायत शर्मा जाती है क्या यार राशि ये कैसी बाते कर रही हैं।
मैं तो सही बोल रही हूं इनु तू सच में बहुत खूबसूरत लग रही है।
इस बात पर दोनों सहेलियों मुस्कुरा देती हैं।
कुछ देर बाद ही मिश्रा हाउस के सामने 10 से 12 काली कार आकर रुकती हैं। उन कार में से पहले तो काले कपड़े पहने 15 से 20 बॉडीगार्ड उतरते हैं। इन सब ने सेम कपड़े पहनने थे इन्हें देख ऐसा लग रहा था जैसे ये इनकी ड्रेस हो ओर उस पर एक लोगों लगा हुआ था ASR का इसका मतलब साफ था कि यह सब आरव के गार्ड्स है उनमें से एक गार्ड ने आकर सबसे बीच वाली कार का दरवाजा खोला तो उसमें से आरव बाहर आया और दूसरी कार में से देवकी जी, वसुधा जी, आनंद जी , रणवीर जी,कांता जी, लक्ष्य, सुमित और आरवी बाहर आए।
वहां के आस पास के घरों में से औरते निकल कर उन सब को देख रही थी ओर आपस में खुसर पसर कर रही थी।
कार के रुकने की आवाज सुन अशोक जी ओर आशिका जी अपने घर से बाहर आए ओर उन लोगों का स्वागत करने लगे।
कुछ ही देर में सब लोग घर के अन्दर आ गए।
ओर हॉल में सोफे पर जाकर बैठ गए। अशोक जी भी उन सब के पास बैठ गए।
तभी अशोक जी बोले जी नमस्कार आप लोगो को यहां आने में कोई तकलीफ तो नहीं हुई ना।
देवकी जी जवाब देते हुए बोली नहीं नहीं हम लोगों को कोई दिक्कत नही हुई। देवकी जी की बात पर अशोक जी मुस्कुरा देते है। तभी देवकी आरव की तरह इशारा करते हुए बोली अशोक जी ये है हमारा पोता आरव अशोक जी आरव की तरफ देखते हैं। आरव उठता हैं और अशोक जी के पैर छू लेता है अशोक जी आरव को कंधे पर हाथ रख उठते हुए बोलते हैं हमेशा खुश रहो। आरव वापस जाकर सोफे पर बैठे जाता है। आरव बैठे हुए ककिसी राजा की तरह लग रहा था।
तभी आशिका जी सब के लिए पानी लेकर आते है और सब को पानी देती हैं आशिका जी को देख अशोक जी बोले ये है मेरी पत्नी आशिका, ओर फिर ईशान की तरफ इशार करते हुए ओर ये मेरा बेटा ईशान है।
अशोक जी की बात सुन वसुधा जी ओर कांता जी आशिका जी के गले मिलती हैं।
तभी देवकी जी बोली ये हमारे बड़े बेटे आनंद है और ये हमारी बड़ी बहु वसुधा है। ओर ये इनके बच्चे आरव ओर आरवी हैं।
और ये हमारा छोटा बेटा रणवीर है और ये हमारी छोटी बहू कांता है। ओर ये दोनो सुमित ओर लक्ष्य है रणवीर के जुड़वां बेटे।।
देवकी जी के इतना बताने के बाद सुमित ओर लक्ष्य जाकर आशिका जी ओर अशोक जी के पैर छू लेते है।
उनके पैर छुने पर आशिका जी ओर आरव जी बोले हमेशा खुश रहो बेटा।
तभी वसुधा जी बोली हम सब लोग तो आपस में मिल लिए पर इनायत कहा है जिसे हम देखने आए है।
तभी आशिका जी बोली जी मैं अभी इनायत को बुलाती हूं तब तक आप लोग चाय पीजिए।
इतना बोल आशिक जी इनायत को लेने ऊपर उसके कमरे में जाती हैं। इनायत राशि जल्दी करो वो लोग आ गए ओर इनायत को नीचे बुला रहे हैं।
तभी राशि बोली जी आंटी आप चलिए मैं इनायत को लेकर आती हूं। राशि की बात सुन आशिका जी नीचे चली जाती हैं और राशि इनायत को एक बार फ़िर ध्यान से देखने के बाद की कही कोई कमी तो नहीं है फिर इनायत को लेकर नीचे चली जाती हैं।
इनायत नीचे आती उससे पहले ही आरव का फोन बजा तो आरव एक्सूमी बोल कर बाहर चला जाता है आरव के जाते ही इनायत नीचे आ जाती हैं। इनायत ने अपनी नजरे छूका रखी थी इनायत को देखते ही सब इनायत की खूबसूरती में खो जाते है। तभी देवकी जी उठी और इनायत को अपने पास बोल कर अपने पास ही बैठा लिया और अपनी आंख से काजल निकाल इनायत के कान के पीछे लग दिया और बोली किसी की नजर ना लगे मेरी बच्ची को।
तभी आनंद जी बोले बेटा आप किस की पढ़ाई कर रही है।
इनायत ने जवाब दिया अंकल में कॉमर्स की स्टूडेंट हो ओर अभी 3ईयर में हो।
आनंद जी बोले ये तो बहुत अच्छी बात है बेटा अब सब लोग धीरे धीरे इनायत से बाते करने लगे। तभी रणवीर जी बोले अशोक जी हमारी बातें तो होती रहे गई। अगर आप बुरा ना माने तो मेरा कहना ये है कि शादी तो इनायत ओर आरव को करनी है तो कुछ देर दोनो बच्चों को अकेले बात करेने के लिए भेज देते हैं।
ये बात सुन तो इनायत के दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं।
तभी अशोक जी बोले क्यों नहीं आप की बात बिल्कुल सही है इनायत बेटा तुम आरव को अपने कमरे में लेकर जाओ और कुछ देर बाते करो तभी कांता जी बोली पर आरव है कहा।
कांता जी की बात सुन आरवी बोली भाई बाहर है फोन पे किसी से बात कर रहे है।
देवकी जी बोली लक्ष्य जाऊं अपने भाई को बुला कर लेकर आओ।
लक्ष्य अपनी दादी की बात सुन आरव को बुलाने बाहर चला जाता है तभी आशिका जी राशि को अपने साथ किचेन में ले जाती हैं अभी तक राशि ओर इनायत ने आरव को नहीं देखा था।
लक्ष्य बाहर जाकर आरव से बोला भाई दादी आप को बुला रही है
लक्ष्य की बात सुन आरव फोन कट करता है और अंदर चला जाता हैं।
जब आरव अंदर जाता है तो इनायत की पीठ आरव की तरफ थी और वो अपने कमरे में जाने के लिए सीडीओ की तरफ जा रही थी।
तभी आरव को देख दादी बोली आरव बेटा जाओ इनायत के साथ कुछ देर अकेले में बात कर लो।
अपनी दादी की बात सुन आरव इनायत की तरफ अपने कदम बढ़ा देता है।
welcome to my story ☺️
आरव की धमकी
अब आगे।
आरव इनायत के पीछे सीढ़ियों पर जाता उससे पहले उसे अशोक जी की आवाज सुनाई दी जो देवकी जी से कुछ बोल रहे थे।
अशोक जी ने कहा देवकी जी अगर आरव और इनायत एक दूसरे को पसंद कर लेते है तो हम लोग ये रिश्ता पका कर लेगे लेकिन।
अशोक जी की बात सुन देवकी जी बोली लेकिन क्या अशोक जी।
अशोक जी बोल लेकिन हम इनायत की शादी अभी नहीं करेंगे।
तभी आनंद जी बोले अशोक जी आप कहना क्या चाहते है हमे खुल कर बताइए। इनायत आप की बेटी है और आप जो बोले गए हम उस बात बात का मान रखे गए।
आनंद जी की बात सुन अशोक जी बोले आनंद जी मैं ये कहना चाहता हूं कि हम लोग रिश्ता पका कर लेगे पर शादी 2 साल बाद करेंगे ओर इतने में इनायत की ग्रेजुएशन भी कंप्लीट हो जाए गई।
अशोक जी की पूरी बात सुन सब लोग कुछ देर शांत रहते है और फिर देवकी जी बोली ठीक है अशोक जी अगर आप यही चाहते है तो ऐसा ही होगा।
हम एक बार बच्चो से भी बात कर लेगे।
देवकी जी की बात सुन अशोक जी रहता की सास लेते है और मुस्कुरा कर उन लोगों के साथ इधर उधर की बातों में लग जाते हैं।
सीडीओ पर खड़े आरव ने भी ये सारी बातें सुन ली थीं।
ओर आरव बस हल्की सी डेविल स्माइल करता है और ऊपर इनायत के कमरे में चला जाता है।
अब आरव के दिमाग में क्या चल रहा था ये तो आरव ही जाने।
ऊपर 2 रूम थे पहला रूम ईशान का था ओर दूसरा इनायत का।
आरव दूसरे रूम के अंदर देखता है जहां इनायत खिड़की के पास खड़ी थी।
इनायत को देख आरव के चेहरे पर एक डेविल स्माइल आ जाती हैं।
आरव इनायत के रूम में जाती हैं और दरवाजा बंद कर देता हैं।
दरवाजे के बंद होने की आवाज सुन इनायत पीछे मुड़ती है।
अपने सामने आरव को देख इनायत के मुंह से चीख निकलती उससे पहले ही आरव ने आगे आकर इनायत के मुंह पर अपना हाथ रख दिया जैसे उसे पहले ही पता हो कि इनायत चीखने वाली हैं।
इस वक्त आरव का एक हाथ इनायत की कमर पर ओर दूसरा हाथ उसके मुंह पर था और इनायत के दोनों हाथ आरव की चेस्ट पर थे।
पहले तो आरव इनायत को देख उसकी खूबसूरती में खो जाता है।
लेकिन तभी उसे इनायत के हिलने से वो अपने सेस में वापस आता हैं।
आरव इनायत को देखते हुए बोला मैं तुम्हारे मुंह से अपना हाथ हटा रहा हूं। पर तुम चिलाना मत। आरव की बात सुन इनायत हा में अपना सिर हिला देती हैं।
तभी आरव अपना हाथ हटा लेता है। उसके हाथ हटाते ही इनायत आरव को खुद से दूर थका देती हैं और गहरी सास लेने लगती हैं।
उसके बाद वो आरव को देख बोलती है तुम यहां क्या कर रहे हो। और एक मिनट तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे कमरे में आने की हा।
इनायत की बात का जवाब देते हुए आरव बड़े attitude में बोलो तुम्हारे घर वालो ने ही मुझे तुम्हारे कमरे में भेजा है इतना बोल आरव वहां रखी एक चेयर पर जाकर बिल्कुल किसी राजा की तरह बैठ जाता है।
आरव की बात सुन इनायत बोली तुम कैसी बकवास बात कर रहे हो। ऐश कैसे हो सकता है।
इनायत की बात सुन आरव बोला क्यों नहीं हो सकता।
तभी इनायत गुस्से से बोली मतलब तुम वो लड़के हो जिसका रिश्ता मेरे लिये आया है।
इनायत की बात पार आरव बस हल्का सा मुस्कुरा देता है।
आरव की मुस्कान देख इनायत समझ जाती है कि आरव ही वो लड़का है।
तभी इनायत बोली कभी नहीं तुम जैसे लड़के से शादी करने से अच्छा है कि ममैं जिंदगी बहर शादी ना करो।
ऐसा कभी नहीं होगा ममैं तुम से शादी कभी नहीं करोगी मैं अभी नीचे जाकर इस रिश्ते के लिए मना कर दूंगी।
तुमने सोच भी कैसे लिया कि मैं तुम से शादी करोगी।
इतना बोल इनायत कमरे से बाहर जाने लगी तभी आरव बोला ना ना ना ऐसा करने की सोचना भी मत।
आरव की बार सुन इनायत रुक जाती हैं। तभी आरव एक बार फिर बोला miss इनायत मिश्रा तुम चाहूं या ना चाहूं तुम्हे शादी तो मुझ से करनी ही होगी।
और गलती से भी गलती करके इस रिश्ते के लिए अगर तुमने मना किया तो उसके बाद तुम्हारी फैमिली ओर तुम्हारी बेस्ट फ्रेंड के साथ जो भी होगा उसकी जिम्मेदार तुम होगी आरव की बात सुन इनायत हैरान रह जाती हैं।
इनायत आरव से बोली तुम कहना क्या चहते हो। ओर तुम्हे ऐसा क्यों लगता है कि मैं तुम्हारी बात मान कर शादी के लिए हा कह दूंगी।
इनायत की बात सुन आरव हंसने लगा और बोला अगर तुम्हे अपने परिवार की जान प्यारी है तो तुम सदी के लिये मना नहीं करो गई।
ओर मेरी इस बात को मजाक मत समझना अगर तुमने शादी के लिये मना किया तो मैं तुम्हारे परिवार वालों के साथ कुछ भी कर सकता हूं।
आरव की बात सुन इनायत को अब डर लगने लगा लेकिन वो फिर भी वो हिम्मत करके बोली ओर मैं तुम्हारी बात का यकीन क्यों करो।
तभी आरव बोला miss इनायत सोचो तुम्हारी मॉम बाजार सामान खरीदना जाए और वापस घर ना लौटे तो। ओर तुम्हारा भाई अगर स्कूल से वापस घर ही ना लौटे तो। अगर तुम्हारे पापा की नौकरी चली जाए ओर बच्चों के पेपर लीक करना का इल्ज़ाम लगा कर उन्हें जेल हो जाए फिर।
अब सोच लो तुम अगर तुमने मुझ से शादी करना के लिए मना किया तो मैं ये सब कुछ कर सकता हूं ओर तुम्हारा परिवार बर्बाद हो जाएगा।
आरव की बात सुन इनायत के आंखों में आंसू बह जाते है और वो रोते हुए हाथ जोड़ कर बोलती है।
तुम ये सब उस थप्पड़ का बदला लेने के लिए कर रहे हो ना मैं तुम से माफी मांगती हूं i am sorry मुझ से गलती हो गई मुझे तुम्हे थप्पड़ नहीं मारना चाहिए था।
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इनायत ने की शादी के लिए हा।
अब आगे।
इनायत आरव से माफी मांगते हुए रोए जा रही थी।
तभी आरव उसके पास आया और उसके आंसू को अपनी उंगली पर लेते हुए बोला इन आंसुओं को सम्भल कर रखो क्योंकि मुझसे शादी होने के बाद जिंदगी बहर तुम्हे रोना ही है।
ओर हा अब ये माफी मांगने से कुछ नहीं होगा। क्योंकि आरव सिंग रायजादा की डिक्शनरी में माफी नाम की कोई चीज नहीं है।
मैं गलती की सिर्फ सजा देता हूं माफी नहीं।
miss इनायत मिश्रा तुम्हे मुझे थप्पड़ मारने से पहले सोचना था तुमने बहुत बड़ी गलती की थी मुझे थप्पड़ मार कर अब इसकी सजा तुम जिंदगी बहर भुगतो गई।
आरव की बात सुन इनायत ओर ज्यादा रोते हुए ओर गिड़गिड़ा कर बोलती है please mr रायजादा आप ऐसा मत कीजिए। मैं आप से माफी मांगा रही हूं ना।
तभी आरव इनायत की बात को इग्नोर करते हुए बोला इनायत मिश्रा तुम्हारे पास बस एक ओपन है और वो ये की तुम मुझ से शादी कर लो।
वरना उसके बाद जो तुम्हारे परिवार के साथ होगा उसका दोष मुझे मत देना। क्योंकि अगर तुमने ना किया तो मुझे तो सिर्फ एक कॉल करनी है और तुम्हारा सारा परिवार बर्बाद हो जाएगा। अब तुम सोच लो। इतना बोल आरव ने अपनी पॉकेट से अपना फोन निकाल लिया और अपनी कोट की पॉकेट में से गन निकाल कर मेज पर रख दी।
इनायत ने जब गन देखी तो उसकी सांसे अटक गई और उसकी सीटीपीटी गुल हो गई।
अब इनायत को पूरा यकीन हो गया था कि आरव जो बोल रहा है वो सब कर भी सकता है।
कुछ देर सोचने के बाद इनायत आरव से बोली ठीक है तुम जो बोलोगे मैं वही करुंगी।
अगर तुम चाहते हों की मै इस शादी के लिए हा बोलो तो ठीक है।
इनायत की ये बात सुन आरव के होठों पर एक डेविल स्माइल आ जाती है।
आरव बोला good girl तुमने बिल्कुल सही डिसीजन लिया है। अब मेरी बात ध्यान से सुनो मैं नीचे जाकर जो कुछ भी कहो गा तुम्हे उस बात में अपनी सहमति जातनी है।
और हा कोई चालाकी करने की सोचना भी मत वरना तुम्हे पता है ना क्या होगा।
आरव की बात सुन इनायत बोली नहीं मैं ऐसा वैसा कुछ भी करने की नहीं सोचो गई। मैं वही करूंगी जो तुम बोलोगे।
आरव इनायत की बार सुन हंसते हुए बोला यकीन मानो मेरा इनायत मिश्रा अगर तुम इस तरह ही मेरी बातें मानती रही तो मैं तुम्हारी फैमिली को कोई नुकसान नही पहुंचा उगा।
अब नीचे चलते है बहुत देर हो गई ऊपर आए हुए ओर वैसे भी घर वाले नीचे तुम्हारी हा सुनने के लिए वेट कर रहे होगे।
ओर हा नीचे आने से पहले अपना चेहरा ठीक करके आना। ओर मेरी एक बात याद रखना इस रूम में हमारे बीच जो बाते हुई है वो किसी को पता नहीं चलनी चाहिए। अब जल्दी नीचे आ जाना।
इतना बोल आरव इनायत को देखे बिना ही रूम से बाहर चला गया।
आरव के जाती ही इनायत अपने घुटनों के बल नीचे बैठ गई और जोर जोर से रोने लगी इनायत की आंखों से लागतार आशु बहे जा रहे थे।
वो खुद से ही बोली चाहे कुछ भी हो जाए लेकिन मैं अपने पापा, मम्मी और भाई को कुछ नहीं होने दूंगी। अगर उनको बचाने के लिए मुझे इस घमंडी ओर बतमीज इंसान से शादी करनी पड़ती हैं तो मैं वो भी करो गई लेकिन ये एक ऐसी शादी होगी जिसमें प्यार ओर अपनापन नहीं होगा। इस शादी में सिर्फ ओर सिर्फ नफरत होगी। ये शादी एक जबरदस्ती की शादी है।
इतना बोल इनायत खड़ी होती हैं ओर अपने आंसू पूछ कर वॉशरूम में चली जाती हैं इनायत अपना चेहरा साफ करती है और नीचे चली जाती हैं।
दूसरी तरफ जब आरव नीचे आता है तो आरवी उसे देख सबसे बोली भाई आ गए।
सब ने आरव की तरफ देखा आरव को देख अशोक जी बोले बेटा इनायत कहा है। अशोक जी को जवाब देते हुए आरव बोला वो थोड़ी देर में आ रहीं हैं इतना बोल आरव सोफे पर जाकर बैठ जाता हैं। कुछ देर बाद इनायत भी नीचे आ जाती हैं इनायत को देख ईशान बोला लो दीदी भी आ गई।
इनायत आकर अपने पापा ओर मम्मी के पास बैठे जाती हैं।
राशि अपने घर वापस चली गई थी क्योंकि उसे कुछ जरूरत काम आ जाती है इसलिए राशि ने अभी तक आरव को नहीं देखा था।
जब इनायत ओर आरव दोनो नीचे आ जाते है तो देवकी जी बोली अशोक जी अब बच्चों से उनका डिसीजन पूछ लेते है।
देवकी जी की बात पर अशोक जी हामी भरते हैं।
तभी देवकी जी आरव को देखती है तो आरव बोला मुझे इनायत पसंद है। उसकी हा सुन सब लोग खुश हो जाते हआरव के हा कहने के बाद अब सब लोग इनायत के जवाब का इंतजार कर रहे थे। तभी अशोक जी इनायत से बोले इनायत बेटा क्या तुम्हें आरव पसंद है।
अपने पापा की बात सुन इनायत बिना मन के हा में अपना सर हिला देती हैं।
अब सब लोग इनायत का जवाब समझ गए थे। सब लोग इनायत की हा सुनने के बाद बहुत खुश होते है। और एक दूसरे को बधाई देने लगते है और मिठाई खिलने लगते है। तभी आनंद जी अशोक जी के गले लग बोले बधाई हो संबंधी जी आनंद की की बात पर अशोक जी भी उन्हें गले लगा बधाई देते है। ओर फिर सब मिलकर आरव ओर इनायत को बधाई देते हैं और मिठाई खिलाते है।
एक दूसरे के गले लगने ओर मिठाई खिलने के बाद सब लोग बैठे जाती है। उसके बाद वसुधा जी इनायत को सगुण के रूप में 5100 रुपए देती हैं और उसकी सर पर हाथ फेर बोलती हैं हमेशा खुश रहो मेरी बच्ची इतना बोल वो अपनी जगह जाकर बैठ जाती हैं।
फिर आशिका जी एक बार ओर सब के लिए चाय ले आती हैं। ओर सब लोग चाय पीने लगते है। चाय पीने के बाद देवकी जी बोली ठीक है संबंधी जी अब हम सब चलते है।
welcome to my story 😊
अब आगे।
अपनी दादी की बात सुन आरव बोला एक मिनट रुकिए दादी आरव की बात सुन सब आरव को देखने लगते है। तभी आरव बोला दादी अब जब मुझे ओर इनायत को ये रिश्ता मंजूर है तो आप शादी की डेट फिक्स कर लीजिए।
आरव की बात सुन देवकी जी बोली आरव हम तो तुम्हे बताना ही भूल गए। अशोक जी ने कहा है कि वो इनायत ओर तुम्हारी शादी 2 साल बाद करेंगे।
देवकी जी की बात सुन इनायत के चेहरे पर एक मुस्कान आ जाती हैं। उसका दिल जैसे हल्का हो गया था लेकिन अगले ही पल आरव की बात सुन इनायत की वो मुस्कान जैसे एक सेकेंड में गायब हो जाती है।
आरव अपनी दादी से बोला लेकिन दादी मैं ओर इनायत जल्दी ही शादी करना चाहते है। और इनायत को भी कोई प्रोब्लम नहीं है अभी शादी करने में। जब मैं ओर इनायत दोनो राजी है तो दो साल तक क्यों वेट करना।
आरव की बात सुन सब लोग हैरान रह गए।
तभी अशोक जी पर आरव बेटा इनायत भी यही चाहती थी कि दो साल बाद शादी हो।
अशोक जी की बात सुन आरव बोला अंकल मैने खुद इनायत से पूछा है ओर उसे अभी शादी करने में कोई प्रोबलम नहीं है।
आरव की बात सुन अशोक जी इनायत की तरह देखते है ओर बोलते है। इनायत क्या आरव जो बोल रहे है वो सही है। क्या तुम इतनी जल्दी शादी करने के लिए तैयार हो।
अपने पापा की बात सुन इनायत आरव की तरफ देखती हैं। जो इनायत को ही देख रहा था। आरव इनायत को कुछ इशारा करता है।
तभी इनायत अपने पापा से बोली जी पापा ये जो बोल रहे हैं वो सही हैं। जब मैं और mr रायजादा एक दूसरे को पसंद कर लिया है तो शादी के लिए 2 साल वेट क्यों करना।
अपनी बेटी की बात सुन आशिका जी ओर अशोक जी हैरान भी होते है और खुश भी।
तभी देवकी जी बोली अशोक जी तो क्या हम शादी की तारीख निकलवा लें।
देवकी जी की बात सुन अशोक जी बोले देवकी जी अब जब दोनो बच्चे राजी है ओर वो यही चाहते हैं तो यही सही आप शादी का महुरत निकलवा लीजिए।
तभी देवकी जी बोली रणवीर जाओ और जल्दी जाकर महा पंडित जी को लेकर आओ।
अपनी मां की बात सुन रणवीर जी हा बोलते है। ओर महा पंडित जी को लेने चले जाते है।
कुछ समय बाद
रणवीर जी महा पंडित जी को लेकर घर आ जाते है।
देवकी जी महा पंडित जी को प्रणाम करती हैं और इनायत ओर आरव की शादी का महुरत निकलने के लिए बोलती है।
महा पंडितजी कुछ देर अपनी उंगलियों पर कुछ गिनते हैं और उसके बाद बोलते है।
देखिए देवकी जी आज से ठीक सात दिन बाद का महुरत बहुत शुभ है ऐसा महुरत कई सालों में एक बार आता है।
पंडितजी की बात सुन अशोक जी बोले ये तो बहुत कम दिन हैं इनमें शादी की तैयारी कैसे होगी पड़तीजी क्या कोई ओर महुरत नहीं है। अशोक जी की बात सुन पड़तीजी बोले इसके बाद 7 या 8 महीने शादी का कोई बड़ा ओर शुभ महुरत नहीं है।
पंडितजी की बात सुन अशोक जी बोले पर इतने कम समय में शादी की तैयारी कैसे होगी अशोक जी की बात सुन आनंद जी बोले अशोक जी अगर आप इस महुरत में इनायत की शादी करने के लिए तैयार हैं तो आप फिकर मत कीजिए।
शादी की सारी तैयारी हम लोग कर लेगे आप उसकी चिंता मत कीजिए।
आनंद जी की बात सुन अशोक जी बोले अगर ये बात है तो ठीक है। पर मैं एक बार इनायत से पूछना चाहता हूं।
क्या उसे ये मंजूर है।
अपने पापा की बात पर इनायत हा बोल देती हैं ओर कहती हैं कि उसे एक हफ्ते बाद शादी करने मे कोई आपत्ति नहीं है।
इनायत की हा सुन सब लोग एक हफ्ते बाद की तारीख तय कर देते है।
उसके बाद वसुधा जी बोले तो आज हम इनायत का तिलक कर देते है। उनकी इस बात पर सब सहमति जताते हैं। उसके बाद इनायत ओर आरव को एक साथ बैठा देते हैं और वसुधा जी इनायत को लाल चुनी उसके सर पर रख देती हैं और उसके माथे में कुमकुम का तिलक कर रुपए ओर नारियल का सगुण दे देती हैं।
उसके बाद आशिका जी भी आरव के माथे में कुमकुम का तिलक करती है और आरव को भी रुपए ओर नारियल सगुण में देती हैं।
इसके बाद आनंद जी अशोक जी से बोले अशोक जी आप लोग कल सुबह 9 बजे तैयार रहिए गा। हमारा ड्राइवर आप को लेने आयेगा और जहां शादी होनी है वहां पहुंचा देगा। आनंद जी की बात पर अशोक जी हा बोलते हैं।
तभी देवकी जी बोली तो कल शाम को आरव ओर इनायत की सगाई होगी।
देवकी जी की बात पर सब लोग सहमति जाते है। सब लोग खुश थे पर इनायत के मन में क्या चल रहा था ये कोई नहीं जानता था।
उस बेचारी को तो आरव ने मजबूर किया था ये शादी करने के लिए ओर वो ये बात किसी को बता भी नहीं सकती थी।
तभी देवकी जी एक बार फिर बोलती है।
तो संबंधी जी ठीक है अब हमें जाने की इजाजत दीजिए। घर जाकर सगाई की तैयारी भी करनी है।
बहुत कम समय है हमारे पास।
सब बाते करने के बाद वो लोग इनायत के परिवार से विदा ले कर रायजादा हवेली के लिए निकल जाती हैं।
सबके जाने के बाद इनायत बिना किसी से कुछ बात किए अपने कमरे में चली जाती हैं।
और अपना कमरा अंदर से बंद कर लेती हैं उसके बाद वो बेड पर लेट कर रोने लगती है वो सोचती हैं कि आज से पहले उसकी जिंदगी कितनी अच्छी थी पर एक दिन में सब कुछ बदल गया था।
इनायत सोच रही थी कि काश वो उस दिन आरव को थप्पड़ ना मारती तो आज ऐसा कुछ नहीं होता। लेकिन अब वो कर भी क्या सकती थी।
क्योंकि अब उसकी लाइफ में वहीं होना था जो उसकी किस्मत में लिखा था।
welcome to my story ☺️
जब आगे।
इनायत रात में डिनर के टाइम ही अपने कमरे से बाहर आती हैं।
इनायत का सारा परिवार बैठा खाना खा रहा था तभी आशिका जी बोली इनु तुम अपना सामान पैक कर लेना कल हमे जल्दी ही जाना होगा।
अपनी मम्मी की बात पर इनायत हा में सिर हिला देती है।
तभी अशोक जी इनायत के सिर पर हाथ रख बोलते है इनु तुम खुश तो हो ना ये शादी करके।अपने पापा की बात सुन इनौत थोड़ी सी घबरा जाती है।
लेकिन अगले ही पल खुद को सम्भल कर होठों पर एक मुस्कान लाकर बोलती है।
पापा आप फिक्र मत कीजिए मैं खुश हो। और मुझे अभी शादी करने में भी कोई प्रोब्लम नहीं है।
इनायत की बात सुन आशिका जी अशोक जी से बोली जी आप फिक्र क्यों करते है हमारी इनु को बहुत अच्छा परिवार मिला है।
वो लोग इनायत को अपनी बेटी की तरह रखेंगे।
तो अशोक जो बोले अरे फिक्र कैसे ना करो एक बार हो मैं।
तभी आशिका जी बोली हा आपका फिक्र करना सही बात है। पर अब आप सब जल्दी खाना खा लीजिए ओर चलकर सो जाइए कल सुबह जल्दी उठाना है।
उनकी बात सुन सब अपना खाना खाने लगते है और खाना खाकर अपने कमरे में जाकर सो जाते है।
इनायत की आंखों में नींद दूर तक नहीं थी वो तो आज जो कुछ भी हुआ उसके बारे मे सोच रही थी। ओर ना जाने रात के किस वक्त ये सब सोचते हुए इनायत को नीद आ गई।
अगली सुबह।
मिश्रा हाउस में सब लोग तैयार खड़े थे। इनायत अभी अपने कमरे में थी। तभी आशिका जी ईशान से बोली ईशान बेटा जाओ जाकर अपना दीदी को बुलाकर लाओ।
9 बजने में सिर्फ 10 मिनट बचे हैं।
अपना मम्मी की बात सुन ईशान इनायत का बुलाने जाता है। ईशान जाकर इनायत के कमरे का दरवाजा नोक करता है और बोलता है दीदी जल्दी नीचे आऊ मामी आप को बुला रही हैं। तभी इनायत दरवाजा खुलती है और बोली तुम चलो मैं आ रही हो।
इनायत के इतना बोलते ही ईशान नीचे चला जाता है। ओर कुछ देर बाद इनायत भी नीचे आ जाती हैं।
इनायत के नीचे आने के थोड़ी देर बाद ही घर के बाहर दो कार आकर रुकती है।
ओर दो से दिन आदमी घर में आते है। ओर उनमें से एक आदमी अशोक जी से बोला हमें आनंद सर ने भेजा है आप लोगों को लेने के लिए उस आदि की बात सुन अशोक जी ओर बाकी सब घर से बाहर आते है। वो तीनों आदमी उन लोगों का सामन लेकर आते है ओर कार में रख देते है।
एक कार में इनायत ओर ईशान बैठते हैं और दूसरी में अशोक जी ओर आशिका जी बैठ जाते हैं।
उनके बैठते ही कार चल पड़ती है। लगभग 1 घंटे बाद कार एक होटल के सामने आकर रुकती हैं। कार के रुकते ही वहां खड़ा गार्ड आकर मेन गेट खोलता है और कार अंदर चली जाती है।
दरवाजे के अंदर आते ही दोनो तरफ बहुत खूबसूरत गार्डन था। ओर बीच में सड़क बनी हुई थीं।
कार आगे जाकर रुकती है और फिर अशोक जी आशिका जी इनायत ओर ईशान कार से बाहर आते है। वो सब तो होटल की खूबसूरती देख रहे थे। ये होटल देखने में काफी लग्जरियस लग रहा था।
तभी वहां आनंद जी,वसुधा जी, रणवीर, कांता, देवकी जी, वो सब। लोग इनायत के परिवार का स्वागत करते हैं।
ओर एक दूसरे से मिलते है। तभी अशोक जी आनंद जी से बोले अरे संबंधी जी इतना महंगा होटल बुक करने की क्या जरूरत थी।
तभी आनंद जी जवाब देते हुए बोले अरे ये होटल आरव का ही है और उसी ने कहा था कि शादी के सारे फागसन यही होगे।
उसके बाद सब लोग चाय पीते है।
फिर देवकी जी अपने नौकर को बुलाकर बोलती है। रामू जाओ मेहमानों को उनका रूम दिखा दो।
ओर इनका सामना भी रूम में रखवा दो।
ओर हा आप सब लोग मेरी बात सुनिए अभी जाकर आप सब आराम कर लीजिए। उसके बाद सगाई की थोड़ी बहुत तैयारी करनी है और सगाई शाम को 8 बजे का महुरत है तो सब लोग तैयार हो जाना।
ओर आरवी तुम जाओ अपनी भाभी को उनके रूम में ले जाऊं और इनायत को कुछ भी चाहिए तो तुम उसकी पास ही रहना।
देवकी जी की बात मान सब अपने कमरों में चले जाते है। ओर रणवीर जी ओर आनंद जी सगाई की तैयारी देखने लगते है।
वही आरवी इनायत के पास आती हैं।
ओर बोलती हैं आइए भाभी में आप को आपके रूम में छोड़ देती हूं। और अगर आप को कुछ भी चाहिए तो मुझे बता देना। आरवी कि बात सुन इनायत हा बोल देती हैं।
लेकिन तभी आरवी एक दम से बोली sorry भाभी में तो आपको अपने बारे में बताया ही नहीं मैं आरवी आपकी होने वाली प्यारी सी नन्द ओर आरव भाई की छोटी बहन। ओर हा शादी के बाद आप मेरी टीम में रहना हम दोनो मिलकर खूब मस्ती करेंगे।
आरवी की बात सुन इनायत मुस्कुराने लगती हैं और बोलती हैं ओके done में तुम्हारी टीम में ही रहो गई।
वैसे एक बात बोलो तुम बहुत प्यारी हो आरवी। इनायत की बात सुन आरवी इनायत को गले लगाते हुए बोली ओर आप भी बहुत प्यारी है भाभी। फिर वो दोनो हस देती हैं उसके बाद आरवी इनायत को उसका रूम मे छोड़ खुद अपने कमरे में चली जाती हैं।
आरव अपने ऑफिस गया हुआ था। वो आज शाम तक आने वाला था। क्यूंकि अब वो 6 या 7 दिन ऑफिस नहीं जा सकता था। इसलिए आज वो अपनी सारी मीटिंग अटेंड कर के आने वाले एक हफ्ते का सारा काम कंप्लीट कर रहा था।
सुमित ओर लक्ष्य कुछ जरूरी सामान लाने बाहर गए हुए थे।
ओर नीचे हॉल में सगाई की तैयारी चल रही थी।
इनायत का कमरा इनायत बेड पर बैठी थी और राशि से कॉल पर बात कर रही थी। राशि इनायत से बोली यार इनु ये क्या बात हुई। तूने लड़के को पसंद भी कर लिया ओर आज तुम्हारी एंगेजमेंट है और तुम मुझे अब बता रही है।
welcome to my story 😊
आरव और इनायत की एंगेजमेट पार्टी।
अब आगे।
इनायत राशि से फोन पर बात कर रही थी । उसने राशि को अपनी शादी के बारे में बता दिया था।
ओर राशि ये बात जान कर इनायत से थोड़ी सी नाराज थी वो इनायत से बोली यार इनु ये क्या बात हुई तूने लड़के का पसंद भी कर लिया ओर एक हफ्ते बाद तेरी शादी है।
ओर आज रात को तेरी एंगेजमेट है। ओर तू मुझे अब बता रही है। यह बात तू मुझे कल नहीं बता सकती थी। ऊपर से मुझे ये भा नहीं पता की तेरी एग्जामेट है कहा।
राशि की बात सुन इनायत बोली अरे मेरी जान मेरी बात तो सुन अच्छा मैं मानती हूं कि मेरी गलती है मुझे तुझे कल ही बता देना चाहिए था। पर यार ये सब कुछ इतना जल्दी हुआ कि मुझे टाइम ही नहीं मिला तुझे बताने का और मे तुझे अपनी लोकेशन भेज रही हु तो तू शाम तक आ जाना ओके। इनायत की बात सुन राशि बोलती है ठीक है तू जल्दी लोकेशन भेज ओर वैसे भी मुझे अभी तैयार भी होना है। ओके byyy मैं वहां आकर तुझसे ओर मेरी होने वाले जीजू से मिलु गई। राशि की बात सुन इनायत उसे byy बोल कॉल कट कर देती हैं।
तभी इनायत के रूम का door नॉक हुआ। इनायत उठी और उसने जाकर दरवाजा खोला तो सामने वसुधा जी ओर कांता जी खड़ी थी।
उन्हें देख इनायत बोली आइए आंटी अंदर आइए। इनायत की बात सुन कांता जी ओर वसुधा जी अंदर आती हैं। उन दोनो के हाथ में 2 बड़े बड़े थाल थे। वसुधा जी उन थाल को बेड पर रखते हुए बोली इनायत ये तुम्हारी सगाई का लहंगा ओर ज्वैलरी है आज तुम्हे यही पहनना है। वसुधा जी की बात सुन इनायत बोली ठीक है आंटी जी मैं तैयार हो जाऊ गईं।
तभी कांता जी बोली इनायत तुम जल्दी जाकर फ्रेस हो जाओ थोड़ी देर में मेकअप आर्टिस्ट तुम तैयार करने के लिए आती होगी। और आरवी भी तुम्हारे पास आ जाएगी हम अभी चलते है।
कांता जी की बात सुन इनायत हा में अपना सिर हिला देती हैं।
उसके बाद वो दोनो वहां से चली जाती है।
उनके जाने के बढ़ इनायत वॉशरूम में चली जाती हैं कुछ देर बाद इनायत वॉशरूम से बाहर आती हैं। इनायत अभी बाहर आई थी कि तब तक मेकअप आर्टिस्ट भी आ जाती है।
ओर आरवी भी वही थी। तभी आरवी बोली भाभी ये आप की मेकअप आर्टिस्ट है। जब तक आप का मेकअप होता हैं। मैं भी तैयार हो जाती हूं।
आरवी की बात पर इनायत बोली ठीक है आरवी तुम तैयार हो जाओ आरवी तुम भी मेरे कमरे में ही तैयार हों जाओ।
तभी आरवी बोली ठीक है भाभी जब तक आप का मेकअप शुरू होता हैं मैं अपनी ड्रेस लेकर आती हूं।
इतना बोल आरवी अपने रूम में चली जाती हैं।
ओर मेकअप आर्टिस्ट इनायत को तैयार करने लगती है लगभग एक घंटे बाद इनायत तैयार हो जाती हैं।
इनायत ने वाइन कलर का लहंगा पहना था और डायमंड का नेकलेस ओर इयरिंग्स पहने थे।
इनायत के बाल खुले थे लेकिन उसकी बाल कर्ली किए हुए थे और लाइट मेकप में इनायत बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी ऊपर से उस लहंगे में इनायत की पतली कमर साफ दिख रही थी जिसे इनायत ओर भी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी।
वही आरवी इनायत को देख बोली भाभी your look is so beautiful सच में आज तो सब लोगो की नजर आप पर ही रहने वाली है। आज तो आप सब पर कहर ढाए गई भाभी।
आरवी की बात सुन इनायत शर्मा कर मुस्कुराने लगती हैं।
इस सब के बीच इनायत आरव को भूल ही गई थी।
तभी पीछे से आवाज आई अरे इनु मेरी जान क्या लोग रही है तू मैं सच बोल रही हूं अगर मैं लड़का होती तो तुझे लेकर भाग जाती। ये आवाज सुन आरवी ओर इनायत दरवाजे की तरफ देखते हैं तो वहां पर राशि खड़ी थी राशि की बात सुन आरवी ओर इनायत हंसने लगते हैं। तभी राशि आकर इनायत को गले लगा लेती हैं।
दोनों सहेलियों एक दूसरे से मिलती हैं। वो तीनों तैयार होकर बाते कर ही रही थीं। की तभी आरवी के पास वसुधा जी का कॉल आता है और वो आरवी ओर राशि को नीचे बुला लेती हैं।
अपनी मम्मी से बात करने के बाद वो दोनो नीचे चली जाती हैं।
नीचे हॉल में गेस्ट आना शुरू हो गए थे। अशोक जी, आनंद जी ओर रणवीर जी गेस्ट का welcome कर रहे थे।
कुछ देर में सभी गेस्ट आ गए थे। कुछ देर बाद आरव तैयार होकर नीचे आया आरव ने वाइन कॉलर का टैक्सीको पहना था। आरव बहुत ज्यादा हैंडसम और डेसिंग लग रहा था।
एंगेजमेंट में आई सारी लड़कियां सिर्फ आरव को ही देख रही थीं।
लेकिन आरव ने एक बार भी किसी लड़की की तरह नहीं देखा।
आरव नीचे आया ओर मेहमानों से मिलने लगा सब लोग आरव को बधाई दे रहे थे।
अभी सब लोग अपने में ही बिजी थे कि तभी हॉल की सारी लाइट्स बंद हो गई तभी सब लोग इधर उधर देखने लगे।
तभी एक फोकस लाइट सीडीओ पर जाकर रोकी तो सब लोगो की नजर सीढ़ियों की तरफ चली गई।
सीढ़ियों पर उस फोकस लाइट के बीच में इनायत खड़ी थी।
सब लोगों की नजर इनायत पर टिक गई।
उस हाल में जितने भी लड़के थे वो तो जैसे इनायत की खूबसूरती में खो गए थे।
वही कुछ लड़कियां इनायत की खूबसूरती से जल रही थीं। तो कुछ इनायत की तारीफ कर रही थी।
सब मेहमानों में बस एक ही बात चल रही थी कि ये लड़की है। कौन ?
वही इतने लोगों की नजर खुद पर महसूस कर इनायत को uncomfortable लगने लगा।
लेकिन फिर भी वो हिम्मत करके सीढ़ियों से नीचे आने लगी उस फ़ोकस लाइट से तो जैसे इनायत के खूबसूरती में चार चांद लगा दिए थे। इस पार्टी में अगर सबसे खूबसूरत कोई था तो वो थी इनायत ।
कुछ टाइम के लिए तो आरव भी इनायत की खूबसूरती में खो सा गया था।
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अब आगे।
तभी आरव अचानक इनायत से अपनी नजरे हटा कर हॉल में चारों तरफ अपनी नजर दौड़ता है। आरव देखता है कि पार्टी में आए सब लड़कों की नजर इनायत पर ही टिकी हुई थी।
उनमें से कुछ अच्छी नजरे थी तो कोई बुरी नजरो से इनायत को घूर रहा था।
ये देख आरव का चेहरा सख्त हो जाता हैं।
ओर वो अपने कदम इनायत की तरफ बढ़ा देता हैं।
इनायत के पास जाकर आरव अपना हाथ इनायत की तरफ बढ़ता है।
आरव की ये हरकत देख घर वालों को छोड़ बाकी सब हैरान रह जाते है। क्योंकि सबको पता था आरव लड़कियों से दूर रहता है।
वहीं जब इनायत ने आरव को ऐसा करते देखा तो वो कभी आरव का हाथ देखती कभी आरव को देखती।
इनायत की ये हरकत देख आरव धीरे से बोला ऐसे पागल की तरह क्या देख रही हो मुझे। अपना हाथ दो मुझे आरव की बात सुन इनायत एक दम से झुंझला जाती है और जल्दी से अपना हाथ आरव के हाथ में रख देती हैं।
आरव भी इनायत का हाथ पकड़ लेता है और उसे सीढ़ियों से नीचे ले आता हैं। नीचे आते ही आरव अपना दूसरा हाथ इनायत की खुली कमर पर रख देता है।
इनायत अचानक अपनी कमर पर आरव का हाथ महसूस कर हड़बड़ा जाती हैं और आरव से दूर होने लगती हैं लेकिन उससे पहले ही आरव इनायत को ओर मजबूती से पकड़ लेता है और इनायत से बोला चुप चाप खड़ी रहो। आरव की बात सुन इनायत सही से खड़ी हो जाती हैं।
उसके बाद आरव अपनी आंखों से घूर कर सब लोगों को देखता है जैसे कहना चाहता हो ये मेरी है। ओर मुझे अपनी चीजों पर किसी की नजर बर्दाश्त नहीं है।
आरव के ऐसे देखने से ओर इनायत के इतने पास खड़े हाने से सब को समझ आ जाता है कि ये आरव की फयोनसे है। आरव की घूरती हुई निगाहों को देख कर सब लड़के अपनी नजरे इनायत से हटा लेते है। और इधर उधर देखने लगते है। सब को पता था अगर उन्होंने अपनी नजरे इनायत से नहीं हटाई तो वो लोग कुछ भी देखने के लिए जिंदा नहीं बचेंगे। क्योंकि सब को पता था आरव अपनी चीजों के लिए कितना पोजेसिव है।
आरव ने जब सब लोगों को नजरे इनायत से हटाते हुए देखा तो उसके होठों पर एक हल्की सी डेविल स्माइल आ गई। आरव के इस रियेक्सन से साफ पता चल रहा था कि लड़कों का इनायत को यूं घूर कर देखना बिल्कुल पसंद नहीं आया था।
तभी देवकी जी आरव ओर इनायत के पास आई और उन्हें स्टेज पर जाने के लिए बोला तो आरव इनायत का हाथ पकड़े ही स्टेज पर चला गया। वही राशि तो आरव को इनायत के साथ देख शौक में चली गई थी। लेकिन उसने किसी से कुछ नहीं बोला। आरव और इनायत के स्टेज पर आते ही आरवी ओर राशि एग्जमेट ring लेकर उनके पास आ गई। तभी देवकी जी बोली चलो बच्चों अब तुम एक दूसरे को ring पहनाऊं।
देवकी जी की बात सुन पहले राशि इनायत को रिंग देती है। इनायत रिंग लेती हैं। ओर आरव को पहना देती हैं। इनायत के रिंग पहनते ही सब लोग तालियां बजाने लगते है। उसके बाद आरवी आगे आकर आरव को रिंग देती है। तो आरव वो रिंग लेता है और इनायत का हाथ पकड़ उसकी उंगली में रिंग पहना देता है। एक बार फिर हॉल में तालियों की आवाज गोज जाती हैं।
लेकिन सभी लड़कियां अब इनायत से ओर ज्यादा जल रही थीं।
क्योंकि आरव जितना हेंडसम ओर अमीर लड़के से उसकी शादी हो रही थी। अब उन लड़कियों का आरव से शादी करने का सपना टूट चुका था। ओर वो इसका जिम्मेदार इनायत को मान रही थी।
सगाई होने के बाद सब मेहमान एक एक कर इनायत ओर आरव को बधाई देते हैं। तभी आरव इनायत को छोड़ दूसरी ओर कुछ लोगों के पास चला जाता हैं और उनके साथ बिजनेस की बाते करने लगता हैं। तभी 27 या 28 साल का लड़का इनायत के पास आता है। इनायत इस वक्त अकेली खड़ी थी।
वो लड़का इनायत के पास आता है और बोलता है हे ब्यूटीफुल मेरा नाम अमित शाही है। ओर तुम्हारा।
अमित को देख कर एक बार तो इनायत घबरा जाती हैं लेकिन फिर खुद को नॉर्मल कर बोलती हैं हाय मेरा नाम इनायत है।
तभी अमित बोला तुम्हारी तरह तुम्हारा नाम भी बहुत अच्छा है
खैर आरव के साथ एजेजमेट के लिए congratulations
अमित की बात सुन इनायत बोली थैंक्यू।
तभी अमित बोला इनायत अगर तुम बुरा ना मानो तो एक बात बोलूं। इनायत ने जवाब दिया जी बोलिए। तभी अमित बोला मैं सच कह रहा हूं। अगर तुम मुझे पहले मिली होती ना तो में 100 परसेंट तुम से ही शादी करता। पर खैर मेरी खराब किस्मत लेकिन क्या तुम मेरे साथ डांस करना पसंद करो गई।
वही अमित की ये सारी बातें उनके पीछे खड़ा आरव सुन रहा था। ओर अमित की शादी वाली ओर डांस वाली बात सुन आरव को गुस्सा आ रहा था।
उसने देखा कि अमित ने अपना एक हाथ इनायत के आगे किया हुआ था। आरव चाहता तो उनके पास जाकर अमित को इनायत से दूर कर देता पर वो देखना चाहता था कि इनायत अमित को क्या जवाब देगी। वही अमित की बात सुन इनायत पहले तो हैरान होती हैं। लेकिन फिर अमित से बोलती हैं।
sorry mr शाही पर मुझे डांस करना पसंद नहीं है। ओर अभी मुझे एक जरूरी काम याद आया है। तो मुझे जाना होगा। अगर आप को डांस करना है तो यहां ओर भी बहुत सारी लड़कियां है आप उन से जाकर पूछ लीजिए। इतना बोल इनायत बिना अमित की बात सुने वही से चली गई। और अमित अपने उस खाली हाथ को देखता रह गया।
वही आरव ने जब इनायत की बात सुनी तो उसके होठों पर एक तिरछी स्माइल आ गई। ओर वो वापस मेहमानों के साथ बात करने लगा।
कुछ समय बाद सब गेस्ट डिनर करके धीरे धीरे वहां से जाने लगे।12 बजे तक सब मेहमान चले गए थे।
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अब आगे।
सब मेहमानों के जाने के लोग अब सिर्फ घर के लोग ही रह गए थे। ओर आशिका जी ने राशि को भी यही रोक लिया था क्योंकि काफी लेट हो चुका था।
वैसे एंगेजमेट पार्टी में डांस हुआ था लेकिन आरव ओर इनायत ने डांस करने से साफ मना कर दिया था। इसलिए किसी ने भी उन्हें ज्यादा फोर्स नहीं किया।
सभी मेहमानों के जाने के बाद देवकी जी सब से बोली सुनो अब सब लोग अपने कमरों में जाओ और जाकर सो जाओ कल आरव ओर इनायत की हल्दी की रस्म है। तो कल सुबह जल्दी उठना है। दादी जी की बात सुन सब अपने अपने कमरों में चले गए। तभी देवकी जी आरव से बोली आरव बेटा हमारी बात सुनो।
तो आरव बोला जी दादी बोलिए क्या बात है । तभी देवजी जी बोली कल सुबह हम तुम्हे जो कपड़े भिजवाए गए। वही पहने कर आना ओर हम तुम्हारी कोई बात नहीं सुने गए।
अपनी दादी की बात सुन आरव बोला अच्छा ठीक है दादी आप जो कपड़े देगी मैं वो पहन लूंगा अब तो आप खुश हैं।
आरव की बात सुन देवकी जी बोली हा हम बहुत खुश हैं। ओर अब तुम भी जाओ अपने कमरे में जाकर आराम करो। अपनी दादी की बात सुन आरव अपने कैमरे में चला जाता है।
इनायत के रूम में इस वक्त इनायत वॉशरूम में थी।
राशि उसके कमरे में बेड पर बैठी थी। आज राशि इनायत के कमरे में ही सोने वाली थी। तभी इनायत वॉशरूम से बाहर आती है। इनायत को देख राशि खड़ी होती हैं। ओर इनायत का हाथ पकड़ उसे भी अपने साथ बेड़ पर बैठा लेती है।
ओर इनायत को घूर कर देखने लगती हैं।
तभी इनायत राशि से बोली ऐसे क्यों घूर कर देख रही हैं। मेरे चेहरे पर कुछ लगा है क्या।
इनायत की बात सुन राशि बोली इनु मुझे सच सच बता तू आरव सिंग रायजादा से शादी कर रही हैं। उस लड़के से जिसे तूने सब के सामने थप्पड़ मारा था। ओर आरव सिंग रायजादा तुझसे शादी करने के लिये मान गया इतना ही नहीं तूने भी उससे शादी करने के लिए हा कह दी। कही ऐसा तो नहीं है ना कि आरव तुझसे बदला लेने के लिए शादी कर रहा है और उसने तुझे मजबूर किया हो अगर ऐसा है तो तू मुझे बता मैं अभी जाकर सब को बता दूंगी ओर तेरी शादी उससे नहीं होने दूंगी।
राशि की बात सुन इनायत बोली अरे मेरी मां चुप हो जा तूने तो सवालों की लाइन लगा दी। पहले मुझे कुछ बोलने तो दे तभी मैं तुझे कुछ बताओ गई।
इनायत की बात सुन राशि चुप हो जाती हैं। तभी इनायत बोली राशि जैसा तुम सोच रही हो ऐसा कुछ नहीं है। ओर मैं अपनी मर्जी से ये शादी कर रही हूं।
तुझे पता है जब mr रायजादा मुझे देखने आए थे तो हम दोनो को ही एक दूसरे के बारे में पता नहीं था। लेकिन जब हम मिले तो हम दोनों ने मिल कर सारी बात को शॉट आउट कर लिया। उन्होंने मुझे कहा कि उस दिन उन्हें हम से उस तरीके से बात नहीं करनी चाहिए थी। ओर मैने भी उस थप्पड़ के लिए sorry बोल दिया।
ओर रही शादी की बात तो उनकी दादी चाहती है कि वो अब शादी कर ले। ओर उनकी दादी ने मुझे उनके लिए पसंद किया। ओर mr रायजादा को भी मुझ से शादी करने में कोई दिक्कत नहीं है और जब इस शादी से हमारे घर वाले ओर हम दोनों खुश हैं तो ये शादी करने में क्या प्रोबलम हैं।
इनायत की बात सुन राशि बोली इनु तू सच बोल रही हैं ना क्योंकि मैंने जितना आरव के बारे में सुना है उस हिसाब से तो वो तुझे सजा दिए बिना कैसे रह सकता था। इनु आरव ने सच में तुम्हारे साथ कोई जबरदस्ती तो हा नहीं बुलवाई ना। राशि की बात सुन इनायत एक प्यारी सी मुस्कान के साथ बोली अरे मेरी जान मैं सच बोल रही हो। ये शादी मेरी मर्जी से हो रही है। तू टेंशन मत ले। इतना बोल इनायत राशि को गले लगा लेती हैं और मन में बोलती हैं। sorry राशि पर मैं तुझे सच बता कर तेरी जान खतरे में नहीं डाल सकती ओर mr रायजादा इंसान नहीं राक्षस है वो कुछ भी कर सकता है।i Am really sorry राशि की मैने तुझ से सच छुपाया है।
तभी राशि बोलि अगर तेरी बात सच है तो ठीक है। मुझे खुशी है कि तेरी शादी आरव जैसे हैंडसम लड़के से हो रही है। अब तू देखना मैं तेरी शादी में नाच नाच कर तूफान मचा दुगी ओर इतनी मस्ती करो गई कि सब देखते रह जाए गए। वैसे इनु तू लकी तो है कि तेरी शादी आरव सिंग रायजादा से हो रही है जिस लड़के के पीछे शहर की सारी लड़कियां पागल हैं ओर वो किसी को भाव तक नहीं देता वो आरव सिंग रायजादा अब सिर्फ तेरा होगा। इनु मैं सच में तेरे लिये बहुत खुश हो। अच्छा चल अब सो जाते है कल सुबह जल्दी उठना है। ओर तेरी हल्दी की तैयारी भी करनी है।
मैं तो चली सोने ओर तू भी सो जा इतना बोल राशि बेड पर लेट जाती है और सो जाती हैं वहीं इनायत भी सो गई लेकिन पता नहीं क्यों उसे नीद ही नहीं आ रही थी। तो इनायत उठी और राशि की तरफ देखा राशि सो चुकी थी। इनायत धीरे से खड़ी हुई और बिना शोर किए कमरे से बाहर चली गई। इनायत नीचे आई ओर बाहर गार्डन में चली गई। ओर गार्डन में घूमने लगी कुछ देर घूम कर इनायत गार्डन में लगे मेज पर जाकर बैठ गई। और आसमान में चांद को देखने लगी। गार्डन में हल्की ठंडी हवा चल रही थी। कुछ देर चांद को देखने के बाद इनायत ने अपना सिर पीछे मेज से लगा लिया और अपनी आँखें बंद कर हवा को महसूस करने लगी। इनायत को अब कुछ शांति महसूस हो रही थी। वरना अंदर तो उसका दम घुटने लगा था।
हैप्पी छोटी दीपावली my friends ☺️