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बेदर्द इश्क

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Kahkasha kassu

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रणवीर और आध्या की दर्द से शुरू हुई इश्क की दास्तां...रणबीर जो आध्या से नफरत करता है और उसे जबरदस्ती शादी करता है सिर्फ उसे दर्द देने के लिए क्या रणबीर अपने नफरत और बदले में इतना अंधा हो जाएगा कि वह एक मासूम का जीना मुश्किल कर देगा जिसकी वजह से रणवीर...

Total Chapters (45)

Page 1 of 3

  • 1. बेदर्द इश्क - Chapter 1

    Words: 1278

    Estimated Reading Time: 8 min

    हमारी कहानी के हीरो :- रणबीर रॉय कपूर...कपूर इंडस्ट्रीज का सीईओ मुंबई का टॉप बिजनेसमैन है। उम्र लगभग 25 साल हाईट 6 फीट 1 इंच जिम में कसरत करके बनाई हुई सिक्स पैक्स एप्स नीली आंखें जिसमें बहुत ही ज्यादा गुस्सा रहता है। गोरा रंग दिखने में बहुत ही हैंडसम है  एरोगेंट और एक नंबर का घमंडी जो उसकी एटीट्यूड से साफ पता चलता है।
     

     
    उनकी फैमिली में इनकी डेड और एक छोटी बहन है। यह अपनी फैमिली से बहुत प्यार करता है। रणवीर का एक दोस्त है। कुणाल शेखावत जो हमेशा रणबीर के साथ ही रहता है। बाकी रणबीर के फैमिली के बारे में आपको आगे पता चलेगा।
     

     
    वहीं दूसरी तरफ है कबीर खन्ना ,,खन्ना इंडस्ट्रीज का ओनर उम्र 25 साल 6 फीट 1इंच लंबी हाइट मस्कुलर चेस्ट बॉडी काली गहरी आंखें दिखने में बहुत ही हैंडसम है। बहुत ही घमंडी और अकडू इंसान है। इसे जो चाहिए वह हासिल करके ही रहता है। बिजनेस वर्ल्ड में इसका नाम दूसरे नंबर पर आता है। यह अपने बिजनेस को नंबर वन पर लाने के लिए कुछ भी कर सकता है।

     
    कबीर का एक दोस्त ध्रुव मित्तल जो हर वक्त कबीर के साथ किसी साये की तरह रहता है।

     
    मुंबई शहर,
     
     
    लाइफ केयर हॉस्पिटल में एक प्राइवेट एरिया में वार्ड के बाहर दो शख्स मौजूद थे। एक 55 साल का आदमी इधर-उधर चक्कर लगा रहा था। और टेबल पर एक 50 साल की औरत बैठी हुई थी। उस औरत ने मुंह बनाते हुए कहा" आज इस लड़की ने हमें कहीं मुंह दिखाने के लायक नहीं छोड़ा पता नहीं कब हमें सुकून से जीने देगी। अरे यह भी अपनी मां के साथ ही मर जाती। तो अच्छा होता कम से कम हमें यह दिन तो देखना नहीं पड़ता।

     

    "नरेश जी ने गुस्से में कहा" सबसे बड़ी गलती मेरी है। मुझे इस लड़की की जिद को मनाना ही नहीं चाहिए था। ना मैं इसे कॉलेज जाने के लिए हां कहता और ना आज यह सब होता।

     
     
    "तभी आशा जी ने गुस्से में कहा" अगर इस लड़की की वजह से मेरी बेटी की शादी में कोई भी गड़बड़ हुई। तो मैं इसे जिंदा नहीं छोडूंगी। आखिर यह लड़की जो चाहती थी। वह कर दिया इसने हमें कहीं का नहीं छोड़ा। तभी डॉक्टर वार्ड के अंदर से बाहर आते हैं।

     
     
    "डॉक्टर ने उस आदमी को देखते हुए कहा" घबराने वाले कोई बात नहीं है। आपकी बेटी अब बिल्कुल ठीक है। ज्यादा ब्लड लॉस नहीं हुआ था। आप लोग उसे सही वक्त पर लेकर आए थे। फिलहाल के लिए वह अभी बेहोश है। थोड़ी देर बाद उन्हें होश आ जाएगा।  तब आप उनसे मिल सकते हैं। इतना कहकर डॉक्टर वहां से चले जाते हैं।

     
     
    "तभी उस औरत ने नफरत से कहा" फिर से बच गई। कम से कम आज तो इसे मर जाना चाहिए था। तभी उसे आदमी ने उसे औरत को डांटते हुए कहा" तुम भूल रही हो। आशा तुम बार-बार आध्या को क्यों ऐसा बोलती हो। क्या तुम्हें पता नहीं है कि वह हमारे लिए कितनी जरूरी है।

     
     
    "थोड़ी देर बाद वो लोग वार्ड के अंदर खड़े थे। आध्या उनके सामने सर झुकाए बैठी थी। उसका चेहरा मुरझाया हुआ था। रोने की वजह से आंखें सूजी हुई थी। नरेश जी ने आध्या से पुछा। आध्या तुमने हमे बताया नही। आखिर कौन थे। वो लोग जिस ने तुम्हें किडनैप किया था। क्या तुम उसे जानती हो।

     
    "आध्या ने रोते हुए कहा" मुझे नहीं पता मामा जी मैं नहीं जानती उनके बारे में कुछ भी नहीं जानती...

     
    "आशा जी ने आध्या पर चिल्लाते हुए कहा" झूठ बोल रही है। यह लड़की आखिर इसने भी अपनी औकात दिखा दी। जिस तरह इसकी मां ने भाग कर शादी की थी। उसी तरह यह भी भाग गई। सिर्फ और सिर्फ हमें बेज्जत करने के लिए... क्या इसी दिन के लिए हमने तुम्हारी परवरिश की थी। जरूर वह लड़का इसका बॉयफ्रेंड होगा। कितने दिनों से तुम्हारा उसके साथ अफेयर चल रहा है।
     
     
    "नही मामी ये झुठ है। आप जैसा सोच रही है। वैसा कुछ भी नहीं है। आध्या ने इतना कहा" और रोने लगी।


    "नरेश जी ने सख्ती से कहा" एक बात याद रखना। इस बारे में पियूष को कुछ भी पता नहीं चलना चाहिए।
     
     
    "यह थी हमारी हीरोइन आध्या रावत जिसकी उम्र अभी 19 साल है। हाइट 5 फीट 5 इंच दूध सा बेदाग गोरा रंग काली गहरी झील जैसी आंखें उस पर काली घनी पलके गुलाब के पंखुड़ियां की तरह गुलाबी होंठ हंसते हुए गालों पर डिंपल पढ़ते थे। छोटा सा चहरा पतली सी खुबसुरत फीगर कमर तक लहराते काले घने सिल्की बाल दिखने में बहुत ही खूबसूरत अगर कोई एक बार देखे तो देखा। ही रह जाए बहुत शरारती और दिल से बहुत ही मासूम...
     
     
    "लेकिन इस हादसे के बाद आध्या पुरी तरह टुट चुकी थी। आध्या बचपन से अपने मामा और मामी के साथ उनके घर पर रहती है। आध्या की मां की डेथ उसके बचपन में ही हो गई थी। उसके बाद से उसके मामा मामी ने हीं उसका ध्यान रखा था। लेकिन जब आध्या बड़ी हुई। तब आशा जी ने उससे घर का सारा काम कराने लगी। यूं कहे कि उन्होंने आध्या को घर की नौकर ही बना दिया था। लेकिन फिर भी आध्या खुशी-खुशी घर का सारा काम करती थी। क्योंकि उसे घर का काम करना अच्छा लगता था। आध्या अभी फर्स्ट ईयर में है।
     
     
    "डॉक्टर ने आध्या को दूसरे दिन डिस्चार्ज दे दिया था। आध्या अपने रूम के बालकनी में मायूस होकर बैठी हुई थी। उसने चांद को देखते हुए कहा" मम्मा आप मुझे छोड़कर क्यु चली गई। काश उस दिन मैं भी आपके साथ मर गई होती। तो मुझे यह सब नहीं सहना पड़ता। सच्ची में मम्मा मुझे नहीं पता था। वह कौन था। उसने मेरे साथ ऐसा क्यों किया। मैं उस इंसान को कभी माफ नहीं करूंगी। नफरत करती हूं। मैं उस इंसान से जिसने मेरी हस्ती खेलती दुनिया उजाड़ दिया। इतना बोलकर आध्या जोर-जोर से रोने लगती है। 
     
     
    "वहीं दूसरी तरफ एक बड़े से ऑफिस में एक केबिन में एक लड़का बहुत गुस्से में था। वह लड़का अपने पैंट के पॉकेट में हाथ डालें खड़े अपने सामने अपने असिस्टेंट को गुस्से में घुर रहा था। इस वक्त उसकी नीली आंखों में गुस्सा साफ झलक रहा था। उस लड़के ने अपने सामने खड़े असिस्टेंट को गुस्से से चिल्लाते हुए कहा" तुम्हें पता भी है। तुम्हारी वजह से यह सब हुआ है  पता करो कि आखिर किसने मेरे शेयर्स चोरी करके किसको बेचा है। और अगर पता नहीं लगा पाए। तो मेरे सामने मत आना। नहीं तो जान ले लूंगा। इतना सब कुछ होने के बाद भी मेरे सामने खड़े होने की हिम्मत कर रहे हो।
     


    "उस लड़के ने अपना सर झुका कर कहा" सॉरी सर...
     


    "क्या करूं मैं तुम्हारे इस सॉरी का तुम्हारे सॉरी कहने से सब कुछ सही हो जाएगा। उस लड़के ने गुस्से में कहा"
     
     

    "सॉरी सर दोबारा ऐसा नहीं होगा। जरूर उस लड़की को हमारे किसी राइवल ने हमारे प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचाने के लिए ही भेजा होगा। आप प्लीज मुझे एक मौका दीजिए।
     
     
    "ठीक है। दिया मैंने तुम्हें एक मौका तुम्हें खुद को साबित करने का जो भी करना है। जल्दी करना ज्यादा देर नहीं होनी चाहिए नहीं तो... उस लड़के ने अपने सामने खड़े लड़के को देखकर कहा"

     
    "वह लड़का अपना सर हां में हिला कर वहां से चला गया।

     
    "वह लड़का आकर अपनी चेयर पर बैठ गया। इस वक्त उसकी नीली आंखें गुस्से से लाल हो रही थी। उसने अपना फोरहेड रब करते हुए कहा" यह सब तुम्हारी वजह से हुआ है। जब से मेरी लाइफ में आई हो। सब कुछ बर्बाद कर दिया है। तुमने छोड़ूंगा नहीं मैं तुम्हें.. iswear.. बहुत ज्यादा तड़पाऊंगा तुम्हें...
     

    °°°°°°°°°°°°°°°°°°°
     
    आखिर क्या हुआ था। आध्या के साथ क्यों उसके मामा मामी उसे इतनी नफरत करते हैं। जानने के लिए आगला पार्ट जरूर पड़िएगा....
     
    To be continue..
     

  • 2. बेदर्द इश्क - Chapter 2

    Words: 1411

    Estimated Reading Time: 9 min

    "वह लड़का आकर अपनी चेयर पर बैठ गया। इस वक्त उसकी नीली आंखें गुस्से से लाल हो रही थी। उसने अपना फोरहेड रब करते हुए कहा" यह सब तुम्हारी वजह से हुआ है। जब से मेरी लाइफ में आई हो। सब कुछ बर्बाद कर दिया है। तुमने छोड़ूंगा नहीं मैं तुम्हें... iswear... बहुत ज्यादा तड़पाऊंगा तुम्हें...



    "यह था हमारी कहानी का हीरो रणबीर रॉय कपूर रणवीर ने अपना सर पीछे चेयर से टिककर खुद को रिलैक्स करने लगा। क्योंकि इस वक्त वह बहुत गुस्से में था। तभी उसके केबिन का डोर ओपन हुआ। और कोई अंदर आया रणवीर वैसे ही बैठा रहा। क्योंकि शायद उसे पता था। कि उसके केबिन में कौन आया होगा।



    "कुणाल ने चेयर पर बैठते हुए कहा" क्या हुआ ऐसे क्यों बैठा है। कुछ पता चला आखिर किसने हमारे शेयर्स बेचे हैं।


    "रणवीर ने अपनी आंखें खोलते हुए कहा"  हां मुझे पता है यह किसका काम है।


    "कुणाल ने हैरान होते हुए कहा"  मतलब तू कहना क्या चाहता है। यह किसका काम है। क्या तू जानता है उसे...


    "रणवीर ने थोड़े गुस्से में कहा" अच्छे से जानता हूं। यह किसने किया है। थोड़ा वेट कर तुझे भी पता चल जाएगा। इस वक्त रणवीर के चेहरे पर डार्क एक्सप्रेशन थे।


    रात के वक्त...


    "वहीं दूसरी तरफ एक खूबसूरत सा घर उस घर के अंदर सोफे पर आशा जी बैठी हुई थी। उनके सामने एक और लड़की थी। वह शायद उनकी बेटी पाखी थी। उसकी उम्र लगभग 22 साल थी चेहरे से ही काफी घमंडी लग रही थी। दिखने में खूबसूरत थी। पर आध्या जितनी खूबसूरत नहीं थी। इस वजह से वह बहुत मेकअप में रहती थी।



    "पाखी ने अपनी मां की तरफ देखते हुए कहा" मॉम अपने उसके बारे में क्या सोचा है।


    "आशा जी ने गुस्से में कहा" सोचना क्या है। वह मेरी बेटी थोड़ी है। जो मैं उसका अच्छा सोचूंगी। उसकी मां तो मर गई। और हमारे माथे उसे छोड़ गई। मैं उसे सिर्फ एक ही वजह से झेल रही हूं। वरना कब का इस घर से धक्का मार कर निकाल देती।



    "पाखी ने डेविल स्माइल करते हुए कहा" वैसे वह महारानी है। कहां बाहर बुलाए उसे मेरा कॉफी पीने का मन कर रहा है। उसे कहिए कि मेरे लिए कॉफी बना कर लेकर आए।


    "आशा जी ने अपना सर हमें हिलाते हुए कहा" अभी बुलाती हूं। उसे जब से हॉस्पिटल से आई है। तब से रूम में बैठी है। आराम फरमा रही है। घर का काम उसके मरे हुए मां-बाप आकर करेंगे। आशा जी ने चिल्लाते हुए कहा" आध्या कहां हो बाहर आओ मर गई क्या...



    "आशा जी की आवाज सुनकर आध्या जल्दी से अपने रूम से बाहर दौड़कर लिविंग रूम में आई। उसने आशा जी की तरफ देखते हुए कहा" जी मामी जी आपने मुझे बुलाया।



    "आशा जी ने गुस्से में आध्या की तरफ देखते हुए कहा" तुम्हें समझ में नहीं आता क्या। मैंने तुमसे पहले ही कहा था ना घर का सारा काम तुम करोगे। फिर अपने रूम में क्यों बैठी हुई हो। जाओ पाखी और मेरे लिए कॉफी बना कर ले आओ।



    "आध्या ने अपना सर हां में हिलाया। और किचन की तरफ चली गई। वह किचन में कॉफी बनाने लगे। इस वक्त उसकी आंखें लाल थी। और सूजी हुई थी। शायद वह अपने रूम में बैठकर रो रही थी।



    "आध्या ने रोते हुए कहा" हमेशा मेरे साथ ही गलत क्यों होता है। मम्मा आखिर मैं किसी का क्या बिगाड़ा है। क्यों सब मुझे ही परेशान करते हैं। और मैं तो उस आदमी को जानती भी नहीं क्यों किया था। उसने मुझे किडनैप आध्या यही सब बोलते हुए सोचने लगी। कि वह अपने कॉलेज की फ्रेशर पार्टी में गई थी। तभी उसे किसी ने किडनैप कर लिया था।



    "एक लड़की जिसने लाइट पिंक कलर की अनारकली सूट पहना था। उसमें वह बहुत खूबसूरत लग रही थी। होठों पर हल्का पिंक लिपस्टिक आंखों में गहरा काजल पैरों में हाई हील्स वहां पर बहुत सारे लड़के खड़े थे। जो उसे ही देख रहे थे। वहां पर बहुत सारे खूबसूरत लड़कियां थी। पर आध्या उनमें से सबसे ज्यादा खूबसूरत थी।


    "आध्या अपनी दोस्त प्राची के साथ खड़ी थी। दोनों आपस में बातें कर रही थी। प्राची के हाथ में वाइन का ग्लास था। प्राची भी दिखने में बहुत खूबसूरती गोरा रंग  था। प्राची ने वाइन का सिप लेते हुए कहा" आदु तू बहुत कयामत लग रही है।


    "आध्या ने मुस्कुरा दिया। मुस्कुराने से उसके गालों पर डिंपल पढ़ने लगे जिसमें वह बहुत प्यारी लग रही थी। प्राची ने उसके गालों को थोड़ा सा खींचते हुए कहा" हाय अगर मैं एक लड़का होती ना तो पक्का तुझे आज प्रपोज कर देती।


    "प्राची के कहने से आध्या शर्माने लगी। आध्या को इस तरह शर्माते हुए देखकर प्राची ने कहा" हाय मेरी जान तू शरमाते हुए कितनी प्यारी लग रही है।


    "आध्या यही सब सोच रही थी। कि तभी आशा जी की जोर से चिल्लाने की आवाज आई। कॉफी बनाने गई है। या सोने के लिए चली गई। इतनी देर कॉफी बनाने में लगती है क्या...



    "आध्या ने किचन से चिल्लाते हुए कहा" आ रही हूं मामी जी बस हो गया। इतना बोलकर वह जल्दी से कॉफी लेकर किचन से बाहर आ गई।


    "आध्या ने काफी का मग पाखी के हाथों में देते हुए कहा" यह लीजिए पाखी दी आपकी कॉफी पाखी ने आध्या के हाथों से काफी लिया  और पीने लगी। पाखी ने काफी का एक सिप लिया था।


    "तभी उसने मुंह अजीब सा बनाते हुए कहा" यह कैसे कॉफी बनाई है। तूने इतना बोलकर पाखी ने कॉफी  आध्या के ऊपर फेंक दिया। जिससे आध्या के मुंह से एक चीख निकल गई। आध्या रोते हुए अपने हाथों को देखने लगी। जो काफी फेंकने की वजह से पूरा हाथ जल गया था।


    "पाखी ने गुस्से में कहा" अब यहां खड़े-खड़े मेरा मुंह क्या देख रही है। इतनी सी हाथ जलने पर कौन इतना रोता है। मोम देख रहे हैं। आप यह तो ऐसे रो रही है। जैसे मैंने इसके साथ क्या कर दिया हो।


    "आशा जी ने आध्या का हाथ झटकते हुए कहा" अपने कमरे में जोओ हमें तुम्हारी शक्ल तक नहीं देखनी है। आध्या रोते हुए अपने कमरे में चली गई।


    "वहीं दूसरी तरफ एक बड़ा सा मेंशन दिखने में बहुत खूबसूरत लग रहा था। उसके चारों तरफ ब्लैक यूनिफॉर्म पहने गॉड्स खड़े थे। मेंशन के अंदर एक शख्स इसी राजा की तरह एक बार पर दूसरा पैर रखकर पूरे एटीट्यूट में  बैठा हुआ था। उसके सामने एक लड़की बैठी थी। जिसकी उम्र लगभग 23 साल होगी। उसका नाम आराधना कश्यप था।



    "आराधना ने मुस्कुराते हुए कहा" आखिर तुम जो चाहते थे। मैंने वह कर दिया है। इसलिए अब मैं यहां से जा रही हूं। और हां तुम्हें याद है ना! तुमने मुझसे वादा किया था। कि मेरा नाम कहीं पर भी नहीं आएगा।


    "यह था कबीर खन्ना एक काबिल बिजनेसमैन कबीर ने मुस्कुराते हुए कहा.. don't worry..तुम चिंता मत करो कुछ नहीं होगा। वैसे भी वह रणबीर रॉय कपूर मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।


    "वहीं दूसरी तरफ एक बड़ा सा पैलेस नाम प्लेट पर..RK.. पैलेस लिखा हुआ था। पैलेस के एक बड़े से लग्जरी रूम में ग्लास विंडो के पास एक लड़का खड़ा था। जिसकी नीली आंखों में इस वक्त बेहिसाब गुस्सा था।



    "उसके सामने एक लड़का अपना सर झुकाए खड़ा था। उसने एक फाइल को टेबल पर रखते हुए कहा" सर यह फाइल है  इसमें उसे लड़की की सारी इनफार्मेशन है। वह लड़की उसकी फ्रेंड है। और उसने जो भी किया है। उसके कहने पर ही किया है।


    "तभी एक लड़का अंदर आया। और उसने सोफे पर बैठते हुए कहा" रणवीर तू मुझे बताएगा। आखिर यह किसने किया है। कब से मैं तुझसे पूछ रहा हूं।


    "रणवीर  ने गुस्से में अपने दांत पीसते हुए कहा" यह सब ..KK..नहीं किया है


    "कुणाल ने हैरान होते हुए कहा" व्हाट अब यह ..KK..कौन है।


    "रणवीर ने कुणाल की तरफ गुस्से में देखते हुए कहा" तू पागल है। क्या तू इतनी जल्दी भूल गया। ये.. KK ..कोई और नहीं बल्कि वही है। जिसका अवार्ड मुझे मिला था। और इसी का बदला वह ले रहा है।


    "कुणाल ने कहा" तो तू उसे जाकर बोल कि तुझे यह अवार्ड तेरे काबिलियत पर मिली थी। तूने उसे चोरी थोड़ी की है।


    "रणवीर ने गुस्से में कहा" सही कहा तूने बोलना तो है। और बहुत सबक भी सीखना है..KK.. को उसे यह सब बहुत महंगा पड़ेगा। छोड़ूंगा नहीं मैं उसे और साथ ही उसे लड़की को भी...


    °°°°°°°°°°°°°°°°°


    आखिर अब क्या करेगा रणवीर आखिर कैसे सबक सिखाएगा। रणवीर कबीर खन्ना को जानने के लिए नेक्स्ट चैप्टर जरूर पड़ना और कमेंट में जरूर बताइएगा। आपको मेरे लिए न्यू स्टोरी कैसी लगी।


    To ve countinue....

  • 3. बेदर्द इश्क - Chapter 3

    Words: 1178

    Estimated Reading Time: 8 min

    "रणवीर ने गुस्से में कहा" सही कहा तूने बोलना तो है। और बहुत सबक भी सीखना है.. KK.. को उसे यह सब बहुत महंगा पड़ेगा। छोड़ूंगा नहीं मैं उसे और साथ ही उस लड़की को भी..


    "कुणाल ने हंसते हुए कहा" चिल ब्रो चल हम क्लब चलते हैं  थोड़ा मस्ती करेंगे। तो तुझे अच्छा लगेगा।


    "रणवीर ने कबीर की तरह घूरते हुए कहा" मेरा मूड नहीं है।


    "कबीर ने मुंह विचकाते हुए कहा" हां तेरा मूड तो कभी होता ही नहीं है। मेरे अच्छे मूड की बैंड बाजा देता है। फिर रणबीर की नकल करते हुए कहा" और कहता है। मेरा मूड नहीं है।


    "रणवीर में गुस्से में कहा" तुझे नहीं लगता तू आज कल कुछ ज्यादा ही बोलने लगा है।


    "कुणाल ने रणबीर की तरह सिगरेट का पैकेट देते हुए कहा" यह ले इसे पीले शायद तेरा गुस्सा शांत हो जाए। और यह बता अब तू क्या सोच रहा है। आगे का क्या प्लान है।


    "रणवीर ने सिगरेट के कश लेते हुए कहा" आगे मुझे उसे कबीर खन्ना से मिलना है। अब तो जो भी बात होगा। आमने-सामने बैठकर ही बात होगा। और वैसे भी मैं उसके तरह कायर नहीं हूं। जो पीठ पीछे बैठकर बार करूंगा।


    "कबीर ने मुस्कुराते हुए कहा" बात तो सही कह रहा है। मुझे तो लगता है। वह साला धोखा धड़ी करके ही बिजनेस वार्ड में आया होगा। इतना बड़ा बिजनेसमैन होकर कौन किसी के शेयर्स को गलत तरीके से हासिल करता है।


    "सिगरेट पीने के बाद रणवीर बेड पर जाकर लेट गया। कुणाल भी आकर उसके ऊपर लेटते हुए कहा" क्या हुआ यार तुझे अपनी होने वाली वाइफ की याद आ रही है क्या!


    "रणवीर ने उसे खुद पर से नीचे उतरने को कहा" तु मेरे ऊपर क्यों सो रहा है। इतना बड़ा बेड क्या तेरे लिए छोटा पड़ रहा है। नीचे उतर के सो...


    "कुणाल ने बेड पर पर लेटे हुए कहा" अरे यार तू रात को इतना.. sad.. क्यों होता है  किसी और का तो नहीं पता पर मैं तो हूं ना तेरे साथ और हमेशा रहूंगा। अच्छा चल यह सब छोड़ यह बता। तुझे भाभी की याद आ रही है। तो चल हम उनके घर पर उनसे मिलने चलते हैं।



    "रणवीर ने कुणाल को एक लात मारते हुए कहा" अबे साले चुप रह क्यों मुझे परेशान कर रहा है। और इतना चिपक मत समझ गया ना!


    "रणवीर के इस तरह लात मारने से कुणाल नीचे फर्श पर गिर गया। उसने अपना रोदु सा फेस बनाते हुए कहा" अरे यार मैं यहां तेरा मुड सही करने बैठा हूं। और तु मुझे ही लात घुसा मार जा रहा है।


    "रणवीर ने कहा" हां तो चुप बैठ नाम भी मत ले मेरे सामने उस लड़की का शादी कर रहा हुं। इसका मतलब मै उसे पसंद भी करता हूं। यह शादी सिर्फ डेड की खुशी के लिए कर रहा हूं। बाकी इससे ज्यादा और कुछ नहीं है।


    "कृणाल ने मुंह बनाते हुए कहा" ठीक है पर इन सब के चक्कर में तू अपनी लाइफ..spoil..क्यों कर रहा है। तू तो जानता है। ना मैं बस तुझे खुश देखना चाहता हूं


    "वहीं दूसरे तरफ कबीर अपने रूम में बैठकर ड्रिंक कर रहा था। उसने गुस्से में कहा" पर मैं तुझे कभी खुश नहीं रहने दूंगा। रणबीर रॉय कपूर तुझे मैं बर्बाद करके ही रहूंगा।


    "आराधना ने गुस्से में कबीर के हाथों से गिलास लेते हुए कहा" और कितना पियोगे कबीर तुम इतनी देर से बैठकर ड्रिंक पर ड्रिंक किए जा रहे हो। काफी रात हो गई है। अब तुम्हें सो जाना चाहिए।


    "कबीर ने गुस्से में कहा" बिल्कुल नहीं जब तक मेरा बदलाव पूरा नहीं हो जाता। तब तक मेरे अंदर ज्वालामुखी का आज जलता रहेगा।


    "आराधना ने कबीर के बगल में बैठते हुए उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा" कबीर तुम बहुत ज्यादा सोच रहे हो। रणवीर ने जो भी हासिल किया है। वह खुद के दम पर किया है। यह बात तो मैं कहूंगी। तुमने यह गलत किया है। भले ही मैंने तुम्हारा इसमें साथ दिया हो। लेकिन इस जगह पर तुम गलत हो  और मैं नहीं चाहती कि तुम और गलत रास्ते पर जाओ।


    "कबीर ने आराधना पर चिल्लाते हुए कहा" ओ शटअप बकवास बंद करो अपनी मुझे जो करना है। वह मैं करके ही रहूंगा। आज वह बिजनेस वर्ल्ड पर नंबर वन के पोजीशन पर है। वह मुझे होना चाहिए था। पर कोई बात नहीं बहुत जल्द वह सब में हासिल कर लूंगा। जो मुझे चाहिए।



    "वहीं दूसरी तरफ आध्या अपने बेड पर पेट के बल लेटी हुई थी। और रो रही थी। उसके पास एक तस्वीर रखी हुई थी। उसने उसे तस्वीर को देखते हुए कहा"


    "मम्मा पापा क्यों छोड़ कर चले गए। आप दोनों मुझे नहीं रहना। मुझे आप दोनों के बिना देख रहे हो ना, आप यह लोग मुझे कितनी तकलीफ देते हैं। आज तो मेरा हाथ भी जला दिया। यह दुनिया बहुत बुरी है। सब लोग मेरे साथ गलत करते हैं। मुझे कुछ समझ नहीं आता। मैं यहां पर किस पर भरोसा करूं। और किस पर नहीं ,, मम्मा पापा उस लड़के ने भी मुझे बहुत गलत गलत गंदी-गंदी बातें कही थी। मैं वैसी लड़की बिल्कुल नहीं हूं। आप दोनों तो अच्छे से जानते हैं ना ..मम्मा पापा बहुत जलन हो रहा है। मेरे हाथों में कोई नहीं है। जो मेरे जले पर मरहम लगा सके। कोई नहीं यहां मेरा अपना कोई यहां मुझसे प्यार नहीं करता। मैं यहां बहुत अकेली हूं। मम्मा पापा.. i miss you..आज मुझे आप दोनों की बहुत याद आ रही है।



    "आध्या ऐसे ही रोते-रोते अपनी मां पापा से बातें कर रही थी। और वह रोते-रोते थोड़ी देर में सो गई। रोने की वजह से उसका पूरा चेहरा सुजा हुआ था। उसका गुलाब की तरह खिला हुआ चेहरा मुरझाया हुआ था। जो हमेशा हंसते खिल खिलाती रहती थी। अब उसके इस हादसे से के बाद दुनिया ही बदल गई थी।


    अगले दिन...


    "आराधना कबीर के रूम में आई। उसने देखा कि यह कबीर उल्टा अपने बेड पर लेटा हुआ था। उसने ब्लैंकेट हटाते हुए कहा" कबीर प्लीज ब्रेकअप उठ जाओ।



    "कबीर ने उठकर बेड पर बैठते हुए कहा" अरे यार तुम क्यों सुबह-सुबह मेरे सर पर मधुमक्खी की तरह मंडराती रहती हो। थोड़ा सोने दिया करो। मुझे एक तो वैसे ही मेरा सर दर्द से फटा जा रहा है।


    "आराधना ने अपने हाथ बांधते हुए कहा" तो किसने कहा था। रात को इतनी पीने के लिए हमेशा इतनी चढ़ा लेते हो। कि मेरा तुम्हे संभालाना मुश्किल हो जाता है।


    "आराधना जाकर सोफे पर बैठ गई। उसने अपना मोबाइल चलाते हुए कहा" जोओ तुम जल्दी से रेडी हो जाओ। आज संडे है चलो हम मॉल चलते हैं। मुझे अपने लिए कुछ सामान भी लेना है।


    "कबीर ने आराधना को घुरते हुए कहा" तुम्हें जो लेना है। वह तुम जाकर खुद से ले लो। मैं तुम्हारे साथ कहीं नहीं जाऊंगा। तुम इतना टाइम लगाती हो। एक ड्रेस सेलेक्ट करने में इतनी देर में तो मैं खुद के लिए कितने सारे ड्रेसेज सेलेक्ट कर लूं।


    °°°°°°°°°°°°°°°°°


    आखिर कबीर क्यों लेना चाहता है। रणबीर से बदला और किस बात का बदला वो लेना चाहता है। जानने के लिए अगला पार्ट जरुर पड़ेगा कहानी पसंद आए तो लाइक और कमेंट कर दीजिएगा।


    To ve countinue....

  • 4. बेदर्द इश्क - Chapter 4

    Words: 1148

    Estimated Reading Time: 7 min

    "आराधना ने गुस्से में कहा" तुम कहना क्या चाहते हो। मैं ज्यादा टाइम लेती हूं। अरे ज्यादा टाइम तो तुम लेते हो। तुम बाथरुम में जाते हो। तो एक दो घंटे बाद ही वापस आते हो। लेकिन मैं आधे घंटे में ही रेडी हो जाती हूं।


    "कबीर ने गुस्से में कहा" आराधना तुम कुछ ज्यादा ही बोल रही हो। मैं इतना टाइम कभी नहीं लेता। रेडी होने में...


    "तभी किसी ने अंदर आते हुए कहा" तुम दोनों सुबह सुबह कुत्ते बिल्ली की तरह लड़ क्यों रहे हो।


    "कबीर ने गुस्से में कहा" मैं नहीं यह मुझसे लड़ रही है। जब देखो तब हमेशा मेरे ही पीछे पड़ी रहती है। पता नहीं इस की क्या प्रॉब्लम है मुझसे...


    "आराधना नहीं चिल्लाते हुए कहा" प्रॉब्लम मुझे नहीं प्रॉब्लम तुम्हें है। खुद तो घोड़े बेच कर सोते रहते हो। जब तक मैं नहीं आऊं उठाने तब तक उठाते नहीं हो। तुम्हें तो नींद से ही फुर्सत नहीं मिलनी बाकी काम क्या करोगे।


    "ध्रुव ने अपना सर ना में हिलाते हुए कहा" तुम दोनों का कुछ नहीं हो सकता। सोने से पहले झगड़ा करते हो। और उठने के बाद झगड़ा करते हो। तुम दोनों को समझा समझा कर में खुद ही पागल हो जाऊंगा। इसलिए कैरी ऑन...


    "आराधना ने ध्रुव की तरफ गुस्से में देखते हुए कहा" ध्रुव के बच्चे तुम अपना मुंह बंद रखोगे। इसे कहो तैयार होने के लिए मुझे मॉल जाना है।


    "कबीर ने गुस्से में चिल्लाते हुए कहा" मैं कहीं नहीं जा रहा तुम्हारे साथ तुम्हें जाना है। तो तुम ध्रुव के साथ जा सकती हो। पर मैं तुम्हारे साथ नहीं जाऊंगा। और इतना झगड़ा करने के बाद तो बिल्कुल नहीं इतना कहकर कबीर बाथरूम में चला गया।



    "ध्रुव सोफे पर बैठकर अपना मोबाइल चला रहा था। उसने आराधना की तरफ देखते हुए कहा" जब तुम्हें पता है। वह तुम्हारे साथ मॉल नहीं जाएगा। तो फिर क्यों तुम उसे परेशान कर रही हो।


    "आराधना ने परेशान होते हुए कहा" और मैं कबीर के साथ ही जाऊंगी। मुझे तो यह समझ नहीं आता। कि यह मुझसे हमेशा दूर क्यों भागता है। हम दोनों तो बचपन के फ्रेंड है।


    "ध्रुव ने स्माइल करते हुए कहा" जब से उसे पता चला है। कि तू उसे पसंद करती है। तब से वह तुझसे दूर भागता है। क्योंकि वह तुझे प्यार नहीं करता। और इस बात को तू भी एक्सेप्ट कर ले।


    "आराधना ने उदास होते हुए कहा" जानती हुं मेरा प्यार एक तरफा है। पर सच्चा है। मैं हमेशा कबीर का साथ दिया है। अगर वक्त आया। तो मैं उसके लिए अपनी जान भी दे सकती हुं। मुझे कोई अफसोस नहीं होगा। वह लड़की कितनी खुश नसीब होगी ना! ध्रुव जिससे कबीर को प्यार होगा।


    "ध्रुव ने हंसते हुए कहा" और तुझे लगता है। कि यह खड़ूस कभी किसी से प्यार करेगा। मुझे तो ऐसा नहीं लगता। जब इसने आज तक कोई गर्लफ्रेंड नहीं बनाई है। प्यार करना तो दूर की बात है।


    "वह दोनों वैसे ही बातें कर रहे थे। काफी देर हो गया था। कबीर अभी तक वॉशरूम से बाहर नहीं आया था। आराधना ने इरिटेट होते हुए कहा" अरे यार यह कबीर अंदर शॉवर लेने गया है। या अंदर जाकर सो गया है। कुछ समझ नहीं आता है। इसका कितना टाइम हो गया। मुझे कहता है। मैं ज्यादा टाइम लगाती हूं। रेडी होने में...


    "थोड़ी देर बाद कबीर रेडी होकर डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गया। ध्रुव ने कबीर को देखते हुए कहा" क्या बात है। ब्रो आज कुछ ज्यादा हैंडसम नहीं लग रहा तु...


    "कबीर ने आराधना की तरफ देखते हुए इविल स्माइल करते हुए कहा" वह क्या है ना आज किसी को पटाने के लिए जा रहा हूं। इसलिए अच्छा देखना तो बनता है  इतना कहकर कबीर ने आराधना को एक आंख मार दी।


    "ध्रुव में मुस्कुराते हुए कहा" अरे यार तू क्यों इसे परेशान कर रहा है छोड़ना।



    "कबीर ने मुस्कुराते हुए कहा" तू ऐसे सवाल पूछेगा। तो मैं ऐसा ही जवाब दूंगा। और हां आराधना तुम तुम हमेशा से मेरी बेस्ट फ्रेंड हो। और हमेशा बेस्ट फ्रेंड ही रहोगी।


    "आराधना ने स्माइल करते हुए हमें सर हिलाया। थोड़ी देर बाद वह लोग ब्रेकफास्ट करके मोल के लिए निकल गए।


    "वहीं दूसरी तरफ आध्या ने ब्रेकफास्ट बनाया। और डाइनिंग टेबल पर लगा दिया। फिर थोड़ी देर में सभी डाइनिंग टेबल पर आकर बैठ गए।


    "आशा जी ने आध्या की तरफ देखते हुए कहा" क्या बनाया है आज ब्रेकफास्ट में...


    "आध्या ने धीरे से कहा" मामी पोहा और स्लाइस सैंडविच बनाया है। अगर आपको कुछ और खाना है। तो आप बोल दीजिए मैं वह बना दूंगी।


    "आशा जी ने गुस्से में कहा" अच्छा राशन क्या तेरे बाप के घर से आ रहा है। कोई जरूरत नहीं है। कुछ और बनाने की ...


    "नरेश जी ने आशा जी से कहा" तुम यह सब छोड़ो और यह बताओ। तुम दोनों ने पैकिंग कर ली है। ना हम कल ही यहां से निकल जाएंगे। फिर वहां शादी की तैयारी भी देखनी है। वैसे तो ज्यादा टेंशन की बात नहीं है। मिस्टर सहगल ने सारी जिम्मेदारी खुद पर ले ली है। पर हम भी बेटी वाले हैं। हमारी जिम्मेदारियां बनती हैं।


    "पाखी ने मुस्कुराते हुए कहा" हां पापा हमारे पैकिंग ऑल मोस्ट हो चुकी हैं। फिर पाखी ने आध्या की तरफ देखकर गुस्से में कहा" तुम यहां खड़ी-खड़ी हमारी बातें क्या सुन रही हो जाओ। जाकर मेरे लिए कॉफी लेकर आओ। आध्या ने अपना सर हां में हिलाया। और पाखी के लिए कॉफी बनाने के लिए चली गई।


    "आशा जी ने मां की तरफ देखते हुए कहा" पाखी बेटा तुम इतना गुस्सा मत करो। तुम्हारी शादी है। और यह बताओ तुमने उससे बात की...


    "पाखी ने उदास होते हुए कहा" नहीं मॉम मैंने उसे दो-दो बार कॉल लगाया। पर उसने एक बार भी रिसीव नहीं किया। और ना ही मेरी कॉल का कोई जवाब दिया। मुझे तो कभी-कभी ऐसा लगता है। कि उसे मुझ में इंटरेस्ट ही नहीं है। सगाई के बाद बस एक बार ही बात हुई थी। फिर कहां बात हुई मेरी...


    "नरेश जी ने कहा" अच्छा कोई बात नहीं काम में बिजी होगा। इसलिए तुमसे बात नहीं कर पाया। अब हम पैलेस जा ही रहे हैं। तो तुम मुझसे बात कर लेना।


    "आशा जी ने कहा" और पीयूष वह कब तक आएगा। आखिर उसकी इकलौती बहन की शादी है।


    "नरेश जी ने खाते हुए कहा" उसके टेंशन तुम मत लो। मैंने उससे बात कर ली है। वह शादी से दो दिन पहले आ जाएगा। सीधा पैलेस से ही आएगा।


    "वहीं दूसरी तरफ एक छोटा सा घर घर देखने में ना ज्यादा छोटा था। और ना ही ज्यादा बड़ा था। दिखने में बहुत खूबसूरत था। उसे घर से दो लड़कियों की आवाज़ आ रही थी।


    "एक लड़की जिसकी उम्र लगभग 19 साल होगी। देखने में बहुत खूबसूरत थी। हाइट 5 फीट 3 इंच के करीब थी। नाम पूजा अवस्थी था। वह अपने सामने खड़ी लड़की को गुस्से में घुर कर देख रही थी। क्योंकि उसे बहुत गुस्सा आ रहा था।


    °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°

    तो नेक्स्ट चैप्टर को पड़ना बिल्कुल मत भूलिएगा

  • 5. बेदर्द इश्क - Chapter 5

    Words: 1240

    Estimated Reading Time: 8 min

    "पूजा के सामने खड़ी लड़की उसकी बड़ी बहन प्रगति थी। जो उस उम्र में 2 साल बड़ी थी। प्रगति ने गुस्से में कहा" ऐसे घूरने से कुछ नहीं होने वाला मैंने तुझे अपनी ड्रेस दी थी। तु वही पहन ले।



    "प्रगति दिखने में बहुत खूबसूरत थी। गोरा रंग काली आंखें 5 फीट 5 इंच के करीब उसकी हाइट थी। 2 महीना पहले ही उसकी स्टडी कंप्लीट हुई थी। और अब वह जॉब करना चाहती है। ताकि अपने पापा की थोड़ी बहुत हेल्प कर सके...


    "पूजा ने मासूम सा फेस बनाते हुए कहा" दीदू चलो ना आपको भी तो जॉब पर जाना है। आप भी अपने लिए कुछ नई ड्रेस ले लेना। और मुझ में गरीब को भी दिला देना।


    "प्रगति ने मना करते हुए कहा" मैं क्या करूंगी। ड्रेस लेकर मेरे पास ऑलरेडी इतने सारे कपड़े हैं। तुझे जो भी पसंद हो। तू पहन कर कॉलेज जा सकती है। पर प्लीज मेरी मां मुझे परेशान मत कर...


    "पूजा ने उठकर प्रगति के गले में बैन डालते हुए कहा" दीदु आप जॉब पर जा रहे हो। वह पुराने कपड़े पहन कर जाओगे। क्या मुझे अच्छा लगेगा। अरे आप इतनी सुंदर हो कोई देखेगा। तो क्या कहेगा। पूजा की बहन वह भी पुराने कपड़ों में ऑफिस आई है वेरी वैड...


    "तभी एक औरत ने रूम में अंदर आते हुए कहा" यह कोई और नहीं प्रगति और पूजा की मां कविता थी। कविता जी ने दोनों की तरफ देखते हुए कहा" तुम दोनों सुबह-सुबह इतना शोर क्यों कर रहे हो।


    "पूजा ने अपनी मां की तरफ देखते हुए कहा" मां देखी ना मैं कब से दे दूं को समझा रही हूं। कि हम मोल चलते हैं। कुछ अच्छी सी ड्रेस ले लेते हैं। दीदु को भी तो ऑफिस ज्वाइन करना है। क्या ऐसे पुराने कपड़ों में जाएगी। अच्छा लगेगा।


    "प्रगति ने कहा" अभी सिर्फ मेरा इंटरव्यू आया है। अभी उन्होंने कॉल करके बताया नहीं है। कि मुझे ज्वाइन करना है या नहीं...


    "कविता जी ने कहा" पूजा सही कह रही है। प्रगति बेटा तू अपने लिए दो-चार अच्छे से ड्रेस ले ले। और यह ले थोड़े पैसे तुम दोनों को जो पसंद हो। वह तुम दोनों ले लेना। कविता जी ने प्रगति के हाथों में पैसे देते हुए कहा"


    "प्रगति ने कहा" ठीक है जा रहे हैं। लेकिन ज्यादा खर्च मत करवाना समझ गई ना...

    "पूजा ने खुश होते हुए प्रगति को गले लगाते हुए कहा.. thank you so much.. दीदू मैं बहुत खुश हूं। आप मेरी बात बहुत जल्दी मान जाते हो।


    "पूजा की खुशी के लिए प्रगति शॉपिंग पर जाने के लिए मान गई। प्रगति पूजा से बहुत प्यार करती थी। इसलिए उसको वो कभी नाराज नहीं करती थी। हां हां ठीक है। ज्यादा खुश मत हो। इतना कहकर प्रगति बाथरूम में चेंज करने के लिए चली गई। थोड़ी देर बाद वह तैयार होकर आई। और दोनों शॉपिंग करने के लिए घर से निकल पड़ी।


    "एक बड़े से मॉल के बाहर कबीर की मर्सिडीज़ कार आकर रूकती है। उसे कबीर और आराधना और ध्रुव बाहर निकलते हैं। और तीनों अंदर की तरफ चले जाते है। कुछ ड्रेस देखने लगती है। उसने एक ब्लैक कलर का ड्रेस उठाकर खुद पर लगाकर कबीर की तरफ देखते हुए कहा" कबीर यह देखो यह ड्रेस कैसी लग रही मुझ पर...


    "कबीर ने आज रोल करते हुए कहा" यह सवाल प्लीज तुम अपने होने वाले पति से पूछना मुझे ना ही पूछो तो बेहतर होगा। क्योंकि तुम अच्छे से जानते हो। इन सब मामलों में मैं बहुत पीछे हूं। तुम्हें अच्छे से पता है। मैं यहां आते ही इरिटेट हो जाता हूं। अब 5-6 घंटे मुझे ऐसे ही टाइम पास करना पड़ेगा।


    "आराधना ने मुंह फूलाते हुए कहा" अच्छा जिस दिन तुम यह सब अपनी वाइफ के लिए करोगे। तब उस दिन मैं तुमसे पूछूंगी। कि तुम्हारा इरिटेशन कहां गया।


    "कबीर ने अपना सर ना में हिलाते हुए कहा" तुम्हें जो भी लेना है। तुम ले लो मैं यहां सोफे पर जाकर बैठता हूं।


    "ध्रुव ने मुस्कुराते हुए कहा" अरे ऐसे कैसे ब्रो वह तेरे साथ आई है। तो जाकर उसकी हेल्प कर ड्रेस पसंद करने में...


    "कबीर ने एक नजर ध्रुव की तरफ देखा। और फिर आराधना की तरफ देखते हुए कहा" नहीं तुम्हें जो लेना है। तुम खुद जाकर ले लो तुम जानती हो। यह सब मुझे नहीं होगा। इतना कहकर कबीर सोफे पर बैठ गया।


    "कबीर की ऐसी हालत देखकर ध्रुव को हंसी आ रही थी। उसने हंसते हुए कहा" क्या यार वह हमेशा तुझे ही अपने शॉपिंग पर लेकर आती है। तो उसके थोड़ी बहुत हेल्प कर दे।


    "कबीर ने ध्रुव की तरफ देखते हुए कहा" अच्छा जब तेरी गर्लफ्रेंड बनेगी। ना तब तुझसे पूछूंगा। तू उसकी हेल्प कैसे करता है। मुझे कुछ मत बोल जा खुद ही कर दे। उसकी हेल्प...


    "आराधना ने कबीर का हाथ पकड़ते हुए कहा" कबीर तुम चलो मेरे साथ बहुत हो गए। तुम्हारी नौटंकी इतना कहकर आराधना कबीर को अपने साथ ले गई ना चाहते हुए भी कबीर को आराधना के साथ जाना पड़ा।



    "वहीं दूसरी तरफ रणबीर अपने केबिन में बैठकर अपने लैपटॉप पर कुछ काम कर रहा था। फिर उसने डेविल स्माइल करते हुए खुद से कहा" तुमसे तो मिलना पड़ेगा कबीर खन्ना?


    "तभी कुणाल केविन में आकर चेयर पर बैठते हुए कहा" क्या बात है। अकेले-अकेले स्माइल कर रहा है।


    "रणबीर में डेविल स्माइल करते हुए पेन को अपनी उंगली से घूमते हुए कहा" वह क्या है ना वह कबीर खन्ना जितना इंटेलिजेंट खुद को समझता है उतना है नहीं...


    "कुणाल ने हैरानी से कहा" मतलब...


    "रणवीर ने इविल स्माइल करते हुए कहा" इसका मतलब तो तुझे बाद में समझाऊंगा। पहले मेरी उस कबीर खन्ना के साथ मीटिंग फिक्स कर मिलना है। उसे भी तो पता चलना चाहिए। कि उसने किसी से पंगा लिया है। द रणवीर रॉय कपूर किसी को इतनी आसानी से जाने नहीं देता।


    "कुणाल ने हैरानी से पूछते हुए कहा" तेरे दिमाग में क्या चल रहा है। तू मुझे कभी भी कुछ भी नहीं बताता। तुझे तो कुछ पूछना ही बेकार है। अच्छा यह बता आखिर तू आगे करने क्या वाला है।


    "रणबीर ने कुणाल को घूरते हुए कहा" जब तुझे पता है। मैं तुझे कुछ नहीं बताने वाला तो फिर भी क्यों पूछ रहा है। जो कहा है वह कर... Just go...


    "कुणाल मुंह विचकाते हुए चेयर से उठा। और केविन से बाहर चला गया। कुछ सोचते हुए रणबीर के चेहरे पर डेविल स्माइल थी। उसने शैतान की तरह हंसते हुए कहा" बहुत जल्द तुम्हें पता चलेगा।  तुमने किस्से पंगा लिया है। पूरी तरह बर्बाद ना कर दिया ना! तो मेरा नाम भी द रणबीर रॉय कपूर नहीं इस वक्त रणवीर के चेहरा बिल्कुल किसी शैतान की तरह लग रहा था। वह हंसते हुए काफी भयानक लग रहा था। फिर उसके चेहरे के एक्सप्रेशन बिल्कुल सर्द हो गए।



    "उसने अपने डेश्क पर से फाइल को फेकते हुए कहा" इतनी मेहनत से मैं यहां तक पहुंचा हूं। तुझे सब कुछ बर्बाद करने नहीं दूंगा। यह प्रोजेक्ट मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। सिर्फ मेरा ही नहीं मुझसे जुड़े सभी लोगों का भले ही वह सब मेरे साथ नहीं है। लेकिन मेरे अंदर मेरे रूह में बसते हैं। और मैं तुझे अपना सब कुछ बर्बाद नहीं करने दूंगा। तूने बहुत बड़ी गलती कर दी। मेरे शेयर्स को नुकसान पहुंचा कर इसकी कीमत तुम्हें चुकानी ही पड़ेगी। कबीर खन्ना?


    °°°°°°°°°°°°°°°°°°°

    आखिर क्या चल रहा है। रणबीर के दिमाग में वह आगे क्या करने वाला है। और क्यों कबीर आराधना से इरिटेट हो जाता है। जानने के लिए अगला पार्ट जरुर पड़े जो बहुत जल्द पब्लिश करूंगी

    प्लीज कीप मी सपोर्टिंग


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  • 6. बेदर्द इश्क - Chapter 6

    Words: 1565

    Estimated Reading Time: 10 min

    कबीर ने अपने मन में बडबडाते हुए कहा" पता नहीं इन लड़कियों को हर काम में इतना टाइम क्यों लगता है। मुझे यहां से जल्दी निकलना होगा। यही सब सोच कर वह चेंज रूम में चला गया। दरअसल आराधना ने कबीर के लिए एक ड्रेस सेलेक्ट किया था। और उसे ट्राई करने को कहा था। इस वजह से कबीर ड्राई रूम के अंदर गया। तो अंदर से चीखने की आवाज आई।



    "कबीर अपने सामने देखकर हैरान रह गया। कबीर ने जब अपने सामने खड़ी लड़की को दिखा तो वह एक पल के लिए उसे देखा ही रह गया। कबीर उस लड़की के चेहरे में कहीं खो आ गया। वह धीरे-धीरे उसे लड़की की तरफ बढ़ने लगा। वह लड़की घबराहट के मारे धीरे-धीरे पीछे जाने लगी। कबीर धीरे से उसके करीब जा रहा था। वह लड़की अब दीवार से जा लगी।


    "वह लड़की और कोई नहीं बल्कि प्रगति थी  कबीर उसके चेहरे के बिल्कुल करीब खड़ा था। प्रगति वहां से एक साइड से जाने को हुई। तो कबीर ने अपना एक हाथ वॉल पर टिका दिया। प्रगति ने एक नजर कबीर को देखा। फिर दूसरे साइड से जाने लगी। तो फिर से कबीर ने अपना दूसरा हाथ भी वॉल पर टिका दिया।


    "प्रगति ने घबराते हुए कबीर की तरफ देखा। कबीर उसके चेहरे के बिल्कुल करीब था। और वह बहुत गौर से उसके चेहरे को देख रहा था।


    "प्रगति को इस वक्त काफी डर लग रहा था। कबीर प्रगति के डरे हुए चेहरे को देख रहा था। फिर उसकी नजर उसके गुलाबी होठों पर जाकर ठहर गई  उसके गुलाबी होंठ को देखकर कबीर का गला सूखता हुआ महसूस हुआ। उसने अगले ही पर उसके कमर पर हाथ रखकर उसे खुद के करीब किया। और एक हाथ उसके सर के पीछे रखा। और अगले ही पल उसने अपने होंठ प्रगति के होठों पर रख दिए। उसके इस हरकत पर प्रगति को काफी हैरानी हुई। और उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई।


    "कबीर प्रगति को काफी पैशनेटली किस कर रहा था। जिस वजह से प्रगति को अब सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। वह अपने छोटे-छोटे हाथों से कबीर के सीने पर मुक्के से मार रही थी। पर इसे कबीर पर कोई असर नहीं हुआ उस की किस और भी डीप होती जा रही थी।


    "अब प्रगति को और भी ज्यादा दिक्कत हो रही थी। सांस लेने में इस वजह से उसका पूरा चेहरा लाल पड़ गया था। तब जाकर कबीर ने उसके होठों को छोड़ दिया। कबीर के छोड़ते ही प्रगति अपने सांसों को नार्मल करने लगे। प्रगति को देखकर कबीर ने टेड़ी स्माइल की और फिर चेंजिंग रूम से बाहर चला गया। प्रगति ने अपने सांसों को नॉर्मल किया। और जो अभी थोड़ी देर पहले उसके साथ हुआ था। वह सब याद करके वहां पर खड़ी रोने लगी। उसे तो कुछ समझ ही नहीं आया। कि अभी थोड़ी देर पहले उसके साथ क्या हुआ।


    "वहीं दूसरी तरफ आध्या अपने नानू के रूम में आई। उसके नानु बेड पर लेटे हुए थे। क्योंकि वह बहुत सालों से कोमा में थे। आध्या रोज अपने नानू के कमरे में आकर उनसे घंटे बातें करती थी। और अपने नानू से बात करते हुए उसे काफी अच्छा महसूस होता था।


    "आध्या ने मायूस होते हुए अपने नानू की तरफ देखते हुए कहा" नानू आपको पता है। दी की शादी है। एक हफ्ते बाद किसी ने कुछ पूछा भी नहीं मुझसे ,,क्या मैं इन लोगों के लिए इतनी पराई हूं। जो यह लोग मुझसे ठीक से बात भी नहीं करते नानू क्या आप भी मुझसे नाराज हो। मैं सच्ची कह रही हूं। नानू मैं उस लड़के को नहीं जानती उसने मुझे किडनैप क्यों किया। मुझे कुछ नहीं पता।


    "आध्या अपने नानू से बात कर ही रही थी। तभी उसे प्राची की आवाज सुनाई देती है। आध्या अपने नानू से कहा नानू लगता है। प्राची आ गई है। आप आराम कीजिए। मैं आपसे बाद में बात करती हूं। नानू ने अपनी पलके छपकाते हुए हां में जवाब दिया। फिर आध्या आपने नानु के रूम से बाहर आ गई। उसने देखा प्राची उसी की तरफ आ रही थी।


    "प्राची ने आध्या के गले लगते हुए कहा" आध्या कैसी है तु और फिर उससे अलग हो गई। फिर उसकी नजर आध्या के हाथों पर गइ। उसने उसके हाथों को पकड़ते हुए कहा" तेरे हाथ पर क्या हुआ।


    "आध्या ने प्राची का हाथ पकड़ते हुए कहा" कुछ नहीं बस ऐसे ही जल गया था। तू चल मेरे साथ रूम में बैठकर बातें करते हैं। आध्या और प्राची दोनों आध्या के रूम में आ गई प्राची ने रूम का डोर अंदर से लॉक कर दिया। और फिर आध्या की तरफ देखते हुए कहा" अब वता तेरा हाथ कैसे जला। देख मुझसे तो झूठ बोलियो ही मत क्योंकि मुझे अच्छे से पता है। जरूर उस चुड़ैल ने तेरा हाथ चलाया होगा।


    "आध्या ने प्राची का हाथ पकड़ कर उसे बेड पर बैठाते हुए कहा" जब तुझे पता है। कि मेरा हाथ किस वजह से जला है। तो बाहर ही अपने सवाल जवाब का सिलसिला शुरू क्यों कर दिया।


    "प्राची ने कहा" यह बात यहां क्या चल रहा है। उस चुड़ैल की तो अगले हफ्ते शादी है ना...


    "आध्या ने कहा" कल वह सब कपूर पैलेस जा रहे हैं। वहीं से उसकी शादी होगी।


    "प्राची ने मुंह बिचकते हुए कहा" यार मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा। आखिर कौन पागल लड़का है। जो इस घमंडी से शादी कर रहा है। पागल नहीं जब यह चुड़ैल है। तो वह जरूर राक्षस होगा। तभी तो चुड़ैल और राक्षस की शादी हो रही है। इस चुड़ैल की शादी के बाद तो एक राक्षस भी आ जाएगा। जो तेरे सर पर बैठकर तांडव करेगा।


    "आध्या ने मुस्कुराते हुए कहा" प्राची ऐसा कुछ नहीं है। शादी के बाद तो दी अपने ससुराल चली जाएगी। ना तो मुझे थोड़ा राहत मिलेगा।


    "प्राची ने मुंह विचकाते हुए कहा" हां जब वह यहां आए। तब तो तेरे सर पर तांडव करेगी। ना तो एक नहीं बल्कि चार-चार लोग हैं। तुझे परेशान करने के लिए अच्छा चल यह सब छोड़ो यह बात जिसने तुझे किडनैप किया था। कि तूने उसका फेस देखा था।


    "आध्या ने सोचते हुए कहा" हां देखा है। मैंने उसका फेस वह भी बहुत अच्छे से देखा है।


    "प्राची ने कहा" तो क्या तू कभी उसे देखेगी। तो तू उसे पहचान पाएगी। कि वह वही इंसान है। जिसने तुझे किडनैप किया था।


    "यह सब सोचकर आध्या की आंखें नम हो गई। उसने अपने नम आंखों से अपना सर हां में हिलाते हुए कहा" हां मैं उसे पहचान जाऊंगी। कभी नहीं भूल सकती। उस चेहरे को उस चेहरे की वजह से आज मेरे साथ इतना सब कुछ हुआ है। कम से कम में इस घर में सुख चैन से तो जी रही थी। पर उसे हादसे के बाद तो सब लोग मुझे और ज्यादा टॉर्चर करने लगे हैं।


    "प्राची ने परेशान होते हुए कहा" पता नहीं मुझे तो कुछ समझ नहीं आता। यह लोग तेरे अपने हैं। या तेरे दुश्मन यह तेरे खुद के मामा मामी होकर तेरे साथ ऐसा करते हैं। गैरों का तो क्या ही कहना। जब अपने ही दुश्मन बन बैठे हैं। चलो कोई बात नहीं तू ज्यादा टेंशन मत ले सब ठीक हो जाएगा।


    "वहीं दूसरी तरफ मॉल में प्रगति चेंजिंग रूम से बाहर आ चुकी थी। वह इधर-उधर देख रही थी। तभी उसकी नजर सामने खड़े शख्स पर जाती है। जिसे देखकर उसकी आंखों में गुस्सा आ जाता है। और वह उस शख्स के पास जाकर खड़ी हो जाती है। अगले ही पर वहां पर थप्पड़ की आवाज गुंज जाती है।


    "कबीर का फेस दूसरी तरफ झुका हुआ था। और उसने अपना एक हाथ अपने गाल पर रखा था। क्योंकि प्रगति ने कबीर को एक झन्नाटेदार थप्पड़ मारा था। कबीर ने अपना फेस उठाकर प्रगति की तरफ देखा। प्रगति बहुत ही गुस्से में उसे घूर रही थी।


    "प्रगति के इस तरह थप्पड़ मारने की वजह से कबीर को बहुत गुस्सा आ जाता है। दोनों ही एक दूसरे को गुस्से में घुर रहे थे। बस पर थोड़ी दूरी पर आराधना खड़ी थी। उसने भी यह सब कुछ देख लिया था। वह गुस्से में प्रगति की तरफ बड़ गई। प्रगति के हाथों को पकड़ते हुए कहा" ...how dare you... तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई। कबीर पर हाथ उठाने की...


    "प्रगति ने आराधना से अपने हाथों को छुड़ाया। तभी वहां पर पूजा आ गई। पूजा ने प्रगति से कहा" दीदु मेरी शॉपिंग तो हो गई। चलो अब हम घर चलते हैं। काफी टाइम हो गया। प्रगति ने एक नजर कबीर की तरफ देखा। जो गुस्से और रोने की वजह से लाल थी। इस वक्त कबीर को भी प्रगति पर बहुत गुस्सा आ रहा था। क्योंकि कभी भी किसी ने कबीर पर हाथ तो उठाना तो दूर की बाद उससे किसी ने बदतमीजी से बात भी नहीं की थी। वह भी गुस्से में प्रगति को देख रहा था। फिर प्रगति बिना कुछ कहे वहां से चली गई।


    रात के वक्त...



    "कबीर अपने रूम में सोफे पर बैठकर लैपटॉप में कुछ काम कर रहा था। लेकिन उसे हो नहीं रहा था। क्योंकि वह अभी भी गुस्से में था उसने अपने गालों पर हाथ रखते हुए कहा.. I hate you.. मिडिल क्लास तुम्हें इस थप्पड़ की कीमत चुकानी पड़ेगी। आज तक किसी ने मुझ पर हाथ नहीं उठाया। तुम्हारी इतनी औकात तुमने कबीर खन्ना पर हाथ उठाया।


    °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°

    आखिर अब क्या करेगा कबीर प्रगति के साथ क्या कबीर प्रगति से इस थप्पड़ का बदला लेगा। जाने के लिए अगला पार्ट जरुर पड़े कहानी पसंद आए तो लाइक और कमेंट करके जरूर बताइएगा।


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  • 7. बेदर्द इश्क - Chapter 7

    Words: 1058

    Estimated Reading Time: 7 min

    कबीर अपने रूम में सोफे पर बैठा था। लैपटॉप पर काम कर रहा था। पर उसका काम में मन नहीं लग रहा था। क्योंकि वह बहुत गुस्से में था।




    "ध्रुव ने अंदर आते हुए कहा" कबीर मुझे तुझसे एक इंपॉर्टेंट बात करनी थी। तुझे पता है। वह रणबीर रॉय कपूर तुझसे मिलना चाहता है।



    "कबीर ने कहा" मेरा अभी कोई मूड नहीं है। उस सनकी इंसान से मिलने का...



    "ध्रुव ने कहा ठीक है। अच्छा एक बात बताओ। मैंने सुना है। आज मॉल में तुझे किसी लड़की ने थप्पड़ मारा...


    "कबीर ने ध्रुव की तरफ गुस्से में देखते हुए कहा" सुना है या तुझे आराधना ने बताया।


    "ध्रुव ने कहा" वही समझ ले क्योंकि वह भी बहुत गुस्से में थी। आखिर तुझसे प्यार जो करती है। अच्छा यह बताओ उस लड़की ने तुझे थप्पड़ क्यों मारा... ऐसे क्या बात थी। जो सीधा उसने तुझे आकर थप्पड़ मार दिया। फिर ध्रुव ने कबीर को देखते हुए मुस्कुराते हुए कहा" कहीं ऐसा तो नहीं है ना कि तूने उसके साथ कुछ इतना बोल कर ध्रुव रुक गया। क्योंकि कबीर उसे गुस्से में ही घुर जा रहा था।



    "कबीर ने गुस्से में कहा" बकवास बनकर अपनी समझ गया ना। और हां मिलना है। मुझे उस सनकी रणबीर रॉय कपूर से कल रात की मीटिंग फिक्स कर...


    "ध्रुव ने अपना सर हां में हिलाते हुए कहा" हां ठीक है। मैं देख लूंगा। लेकिन तू ज्यादा गुस्सा मत कर एक थप्पड़ से तेरा क्या बिगड़ जाएगा।



    "कबीर ने गुस्से में कहा" हां सही कहा मेरा तो कुछ नहीं बिगड़ेगा। पर अब उस लड़की का बहुत कुछ बिगड़ने वाला है। एक बार मुझे पता चल जाए कौन है। फिर अच्छे से बताऊंगा। उसे मुझ पर हाथ उठाने का अंजाम क्या हो सकता है।



    "दूसरी तरफ प्रगति अपने विंडो के पास खड़ी होकर वही सब सोच रही थी। जो आज सुबह उसके साथ हुआ था। उसे वजह से प्रगति बहुत परेशान थी। उसे बहुत बुरा लग रहा था। यही सब सो कर इस वक्त उसकी आंखों में आंसू थे। तभी पूजा ने उसे पीछे से हग करते हुए कहा" क्या हुआ दीदु आप अभी तक सोए नहीं।




    "प्रगति ने अपने चेहरे पर झूठी स्माइल लाते हुए कहा"  नहीं वह मुझे नींद नहीं आ रही थी। मेरा छोड़ तू बता तू क्यों अभी तक जाग रही है। जाकर सो जा तुझे कल कॉलेज नहीं जाना है क्या...




    "पूजा ने मुस्कुराते हुए कहा" अरे दीदु सो जाऊंगी ना इतनी भी क्या जल्दी है। आपको तो पता है। मैं रात को जितने बजे भी सोऊ सुबह मेरी नींद जल्दी खुल जाती है। पूजा बोल रही थी। तभी उसकी नजर प्रगति के आंखों पर गए। उसने प्रगति की आंखों की तरह इशारा करते हुए कहा" दीदु आपकी आंखें इतनी लाल क्यों है। आप रो रही थी क्या...




    "प्रगति ने मुस्कुराते हुए कहा" पागल है क्या मैं क्यों रोऊंगी। वह मेरी आंखों में कुछ चला गया था। इस वजह से मेरी आंखें थोड़ी लाल हो गई है। चल अब ज्यादा बात मत कर मुझे नींद आ रही है। मैं जा रही हूं। सोने और तू भी सो जा इतना बोल कर प्रगति जल्दी से अपने बेड पर लेट गई। पूजा ने भी अपने ख्यालों को झटका और वह भी बेड के दूसरे साइड जाकर लेट गई।



    अगले दिन...



    "खुराना मेंशन में नरेश जी और आशा जी बाकी के साथ कपूर पैलेस जाने के लिए सारी तैयारी कर रहे थे। थोड़ी देर में उन्हें पैलेस के लिए निकलना था।




    "आशा जी सारा काम आध्या से करवा रहे थे। आध्या सारे काम करके काफी थक गई थी। आशा जी ने आध्या को देखते हुए कहा" घर में रहना और घर से बाहर बिल्कुल मत जाना और पापा जी का अच्छे से ख्याल रखना। अगर मैंने सुना कि तूने कुछ भी गड़बड़ की है। तो तेरी खैर नहीं...




    "आध्या ने अपना सर हमें हिलाते हुए कहा" मामी मैं घर से कहां जाऊंगी। आप चिंता मत कीजिए। मैं सब देख लूंगी।



    "आशा जी ने मुंह बनाते हुए कहा" हां ठीक है। लेकिन याद रहे गलती से भी पैलेस जाने की सोचना भी मत अगर तुझे पियूष लेकर आएगा। तो तू साफ मना कर देगी। उसे कह देना तेरी तबीयत ठीक नहीं है। तुझे नहीं जाना शादी में...




    "आध्या ने अपना सर हां में लेट हुए कहा" चिंता मत कीजिए। मामी मैं भाई को मना कर दूंगी।




    "थोड़ी देर में आशा जी नरेश जी और पाखी गाड़ी में बैठकर कपूर पैलेस के लिए निकल जाते हैं।




    "आध्या थोड़ी देर वहां पर खड़ी होकर देखी है। फिर अंदर अपने रूम में चली जाती है। और कलर्स निकाल कर पेंटिंग बनाने लगती है। वह अपनी मम्मा की पेंटिंग बना रही थी। आध्या के कमरे में ज्यादा तर उस की बनाई हुई पेंटिंग थी। क्योंकि वह बचपन से ही पेंटिंग बनती आई थी। उसे पेंटिंग बनाने का बहुत शौक था।




    "कुछ घंटे में नरेश जी आशा जी और बाकी के साथ कपूर पैलेस पहुंच चुके थे। तक वहां पर पूरी सहगल फैमिली भी आ चुकी थी। नरेश जी ने विवेक सहगल से हाथ मिलाते हुए कहा" हेलो मिस्टर सहगल कैसे हैं आप...



    "मिस्टर सहगल ने मुस्कुराते हुए कहा" मैं ठीक हूं आप बताइए आप कैसे हैं।



    "नरेश जी ने मुस्कुराते हुए कहा" मैं भी ठीक हूं  और बहुत खुश भी कि मेरी बेटी आपके घर की बहू बनने वाली है।




    "पाखी ने मालती सहगल के आशीर्वाद लिए उन्होंने नकली मुस्कुराते हुए पाखी को आशीर्वाद दिया।



    "फिर पाखी ने मिस्टर सहगल के आशीर्वाद लिए मिस्टर सहगल ने उसे अपने गले से लगाते हुए कहा" खुश रहो फाइनली तुम हमारे घर की बहू बनने वाली हो।



    "पाखी ने मुस्कुराते हुए कहा" थैंक यू अंकल फिर पाखी मिस्टर सहगल की बेटी रितिका के गले लगाते हुए बोली हाय रितिका कैसी हो तुम...



    "रितिक ने मुस्कुराते हुए कहा" मैं ठीक हूं तुम अपना बताओ।


    "पाखी ने मुस्कुराते हुए कहा" मैं भी ठीक हूं। और बहुत खुश भी यह बताओ रणवीर कहां है। वह कहीं दिख नहीं रहा।



    "रितिक ने मुस्कुराते हुए कहा" भाई अभी नहीं आए हैं। उन्हें ऑफिस का काम है। वह कल आएंगे फंक्शन शुरू होने से पहले आ जाएंगे।


    "यह सुनकर पाखी का चेहरा लटक गया। मिस्टर सहगल पाखी की तरफ देखते हुए कहा" क्या हुआ बेटा तुम ठीक तो हो।



    "पाखी ने उदास होते हुए कहा" अंकल वह रणवीर नहीं आया ना इस वजह से मुझे उससे बात करनी थी।


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    नेक्स्ट चैप्टर को पढ़ना बिल्कुल भी मत बोलिएगा और कहानी पढ़कर लाइक कमेंट कर दीजिएगा प्लीज फ्रेंड

  • 8. बेदर्द इश्क - Chapter 8

    Words: 1028

    Estimated Reading Time: 7 min

    "मिस्टर सहगल ने हंसते हुए कहा" कोई बात नहीं। वह कल आएगा। तब तुम उससे जी भर के बात कर लेना। और अब तो तुम्हारी शादी होने वाली है। अब वह तुम्हें छोड़कर कहां जाएगा।




    "मिस्टर सहगल की बातें सुनकर वहां पर सभी मुस्कुराने लगे। फिर सभी गार्डन की तरफ चले गए। मिस्टर सहगल  ने कहा" चलिए हम सब थोड़ा आराम कर लेते हैं। मैं भी थोड़ा थक गया हूं। शाम को मिलते हैं। इतना कहकर सभी अपने-अपने रूम की तरफ चले गए।





    रात के वक्त...



    "मुंबई के एक सबसे बड़े क्लब में एक प्राइवेट रूम में एक लड़का पूरे एटीट्यूट के साथ बैठा था। उसने ग्रे कलर का बिजनेस सूट पहना था। जिसमें वह काफी हैंडसम लग रहा था। और बार-बार अपने रिच वॉच में टाइम देख रहा था। उसके बगल में एक लड़का और बैठा था।




    "यह कोई और नहीं बल्कि कबीर खन्ना था। कबीर ने इरिटेट होते हुए कहा पता नहीं और कितना वेट करना पड़ेगा। इस सनकी इंसान का पिछले 1 घंटे से आकर बैठा हूं। कब आएगा। खुद को कहीं का सुपरस्टार समझता है। क्या जो मुझसे इतना वेट कर रहा है।



    "उसके बगल में ध्रुव बैठा था। और अपना मोबाइल चला रहा था। उसने भी कहा" मैं भी बैठे-बैठे बोर हो रहा हूं। इतना टाइम कौन लगाता है आने में...



    "कबीर ने गुस्से में कहा" मुझे तो खुद पर गुस्सा आ रहा है। कि मैंने उस सनकी इंसान से मिलने के लिए हां ही क्यों बोला पता नहीं खुद को क्या समझता है। एक तो पहले से ही मेरा मूड खराब हो रहा है। जब सामने आएगा। तो पता नहीं मैं कैसे रिएक्ट करूंगा।



    "तभी उसकी नजर सामने से आते एक शख्स पर पड़ी वह कोई और नहीं बल्कि रणवीर था। जो पूरे एटीट्यूट के साथ चलते हुए आ रहा था। उसने ब्लैक कलर का बिजनेस सूट पहना था। जो उसके पर्सनालिटी पर बहुत सूट कर रहा था। उसका रुतबा इस वक्त काफी अलग था। इस वक्त वह काफी अट्रैक्टिव और काफी हैंडसम लग रहा था। उसका एक हाथ उसके पॉकेट में था। तो दूसरे हाथ में वह मोबाइल लेकर आ रहा था। आंखों पर ब्लैक शेड्स चढ़ाए काफी हैंडसम लग रहा था। उसके फेस पर हल्की सी बीयर्ड जो उसे किलर लुक दे रहा था उसके साथ कुणाल भी था कुणाल भी काफी हैंडसम लग रहा था। रणबीर आकर सोफे पर किसी राजा की तरह एक पैर पर दूसरा पैर चढ़ाकर बैठ गया। और अपने पैर से टेप करते हुए सामने बैठे कबीर को देखने लगा।



    "इस वक्त रणवीर का चेहरा भाव हीन था। फिर भी काफी हैंडसम लग रहा था। कबीर रणवीर को गौर से देख रहा था। रणवीर की नीली आंखें देख कर कबीर थोड़े पल के लिए सोच में पड़ गया। उसे कुछ याद आने लगा। फिर उसने अपने ख्यालों को झटका कबीर ने रणवीर को देखते हुए कहा... you are fine...



    "रणवीर ने टेड़ा मुस्कुराते हुए कहा... I am fine and you...


    "कबीर न टेड़ा मुस्कुराते हुए कहा" मैं भी ठीक हुं। पर मुझे नहीं लगा था। कि तुम ठीक हो क्योंकि तुम्हारे शेयर्स तो मैंने चोरी कर दिए के बाद तो तुम्हारा ठीक होना। मुझे हजम नहीं हो रहा। कबीर रणबीर के चेहरे को बहुत गौर से देख रहा था। जिसे देखकर...



    "रणवीर ने इविल स्माइल करते हुए कहा" क्या हुआ मुझे ऐसे क्यों देख रहे हो। मैं जानता हूं। मैं तुमसे बहुत ज्यादा हैंडसम हूं। इतना बोलकर वह कबीर को एक आंख मार देता है।



    "रणवीर की इस हरकत पर कबीर को तो गुस्सा आ रहा था। उसने इरिटेट होते हुए कहा" तुम्हारा मैं पिछले 1 घंटे से इंतजार कर रहा हूं। जिस काम के लिए तुम मुझसे मिलना चाहते थे। बताओ क्या काम था।



    "रणवीर ने डेविल स्माइल करते हुए कहा" बता दूंगा। इतनी भी क्या जल्दी है। पहले अपना लैपटॉप ऑन करके अपने कंपनी के शेयर्स तो देखो मुझे तो अभी से ही तुम्हारी हालत पर तरस आ रहा है.. turn your laptop and see..



    "रणवीर के कहने से ध्रुव में जल्दी से लैपटॉप ऑन किया और देखने लगा। ध्रुव कबीर के दोस्त के साथ-साथ उसका पर्सनल असिस्टेंट भी था। उसने हैरानी से कहा" यह क्या हमारे सारे शेयर्स तो डाउन होते जा रहे हैं।




    "कबीर ने गुस्से में कहा" यह क्या-क्या तुमने तुमने मेरे सारे शेयर्स को हैक कर लिया।



    "रणवीर ने इविल स्माइल करते हुए कहा" ऑफ कोर्स और यह तो मेरे बाएं हाथ का खेल था।



    "कबीर ने अपने दांत पीसते हुए कहा" रणवीर रॉय कपूर यह तुमने अच्छा नहीं किया। जिस शेयर्स के लिए तुमने मेरा शेयर्स डाउन किया है। वह शेयर्स मेरा है। जिसे मैंने तुमसे वापस ले लिया है।



    "रणबीर में गुस्से में कहा" मैं जो भी करता हूं। सामने से करता हूं खुलेआम करता हूं। तेरी तरह चुप कर वार नहीं करता कायर कहीं का...



    "कबीर ने गुस्से में अपने दांत को पीसते हुए कहा" तुझे इसकी बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। रणबीर रॉय कपूर अगर मैंने भी तेरी जिंदगी हेल ना कर दि ना तो मेरा नाम भी कबीर खन्ना नहीं...



    "रणवीर ने अपने चेहरे पर डार्क एक्सप्रेशन लाते हुए कहा" चलेगा वैसे भी रणवीर रॉय कपूर को सस्ती चीजों का शौक नहीं है। मुझे तो ब्रांडेड चीज पसंद है। सस्ती चीजे का क्या है। वह तो दो-चार दिन में खराब हो जाती है।




    "ध्रुव ने परेशान होते हुए कहा" अरे यार यह तो हो ही नहीं रहा है। लगता है वायरस आ गया है।




    "कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा" और अब वह वायरस कभी ठीक भी नहीं होगा। क्योंकि वह ऐसा वैसा वाला वायरस नहीं है। वह वायरस रणवीर रॉय कपूर का है। इतनी आसानी से ठीक नहीं होगा।




    "ध्रुव ने एक नजर कुणाल को गुस्से में देखा। फिर लैपटॉप की तरफ देखने लगा। पर वह मुझे वायरस ठीक नहीं हो रहा था।



    "कबीर और रणबीर दोनों एक दूसरे को गुस्से में घुर रहे थे। ऐसा लग रहा था। दोनों एक दूसरे को अपने गुस्से भरी नजरों से ही भस्म कर देंगे। इस वक्त दोनों के चेहरे पर डार्क एक्सप्रेशन था। रणवीर की नीली आंखें इस वक्त गुस्से से लाल थी।



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    आखिर अब क्या करेगा कबीर क्या रणबीर अपने शेयर्स कबीर से वापस ले पाएगा या यहां से शुरू होगी दोनों की दुश्मनी जानने के लिए अगला पार्ट जरुर पड़े



    To ve countinue....

  • 9. बेदर्द इश्क - Chapter 9

    Words: 1127

    Estimated Reading Time: 7 min

    ध्रुव ने एक नजर कुणाल को गुस्से में देखा। फिर लैपटॉप की तरफ देखने लगा। पर वह मुझे वायरस ठीक नहीं हो रहा था।



    "कबीर और रणबीर दोनों एक दूसरे को गुस्से में घुर रहे थे। ऐसा लग रहा था। दोनों एक दूसरे को अपने गुस्से भरी नजरों से ही भस्म कर देंगे। इस वक्त दोनों के चेहरे पर डार्क एक्सप्रेशन था। रणवीर की नीली आंखें इस वक्त गुस्से से लाल थी।




    "फिर रणबीर कुछ सोचते हुए एक कार्ड को डेस्क पर रखते हुए कहा" यह मेरी शादी का कार्ड है। मेरी शादी में जरूर आना मेरा फेवरेट दुश्मन मेरी शादी में आएगा
    तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा..and One more thing.. वक्त बताएगा कि कौन किसकी जिंदगी हेल बनाएगा..and see you soon..



    "इतना बोलकर रणवीर ने अपनी आंखों पर शेड्स चढ़ाई और वहां से उठकर बाहर की तरफ चला गया। उसके साथ कुणाल भी चला गया।



    "कबीर ने ध्रुव की तरह देखते हुए कहा" तू लैपटॉप लेकर बैठा है। या कुछ कर भी रहा है अभी तक हुआ क्यु नहीं...



    "ध्रुव ने परेशान होते हुए कहा" अरे यार मैं कोशिश तो कर रहा हूं। पर उस सारे सनकी ने वाट लगा दी है। पूरा शेयर्स गिर गया है। हमारा ,,सही कहता है। तू यह तो साला एक नंबर का सनकी है। एक शेयर्स के लिए इसने हमारे सालों की मेहनत मिट्टी में मिला दी ऐसा क्या है। उस शेयर्स में मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा पता। नहीं कोई इन्वेस्टर मिलेगा भी या नहीं..अगर अंकल को इस बारे में पता चला तो वह बहुत गुस्सा करेंगे।



    "कबीर ने गुस्से में कहा" जिस शेयर्स के लिए वह इतना उछल रहा है ना! वह तो उसका है ही नहीं खुद किसी और के शेयर्स को चोरी करके बैठा है। और यहां मुझे बर्बाद करने आया है। इन सब का बदला तो मैं लूंगा। अब देख मैं क्या करता हूं तेरे साथ...



    "रणबीर गाड़ी की फ्रंट सीट पर बैठा था। कुणाल गाड़ी की ड्राइविंग सीट पर था। और वह ड्राइव कर रहा था। कुणाल ने रणबीर की तरफ देखते हुए कहा"तूने यह सब कुछ कब किया। और मुझे इस प्लान में शामिल क्यों नहीं किया।




    "रणवीर ने कबीर की तरफ बिना देखे जवाब दिया। कितनी बार कहा है। तुझे मुझसे सवाल जवाब मत किया कर अपनी ड्राइविंग पर ध्यान दे।




    "कुणाल ने मुंह बनाते हुए कहा" तूने तो अच्छे खासे मूड की बैंड बजा दी कहां मैंने सोचा था। क्लब जा रहे हैं। थोड़ी मौज मस्ती करेंगे। लेकिन तू तो स्पीच दिया। और निकल गया थोड़ा मौज मस्ती करना चाहिए था ना! ब्रो ऐसे क्या फिर से तेरी शादी का फंक्शन स्टार्ट हो जाएगा। और हां बैचलर पार्टी उसका क्या करना है। देख मैं पहले ही बोल रहा हूं। मुझे बैचलर पार्टी चाहिए बस...




    "रणबीर ने कुणाल की तरफ देखते हुए कहा" मैंने कहा ना तुम अपनी ड्राइविंग पर ध्यान दो बैचलर पार्टी नहीं होगी। शादी कर रहा हूं। इतना काफी नहीं है क्या...




    "कुणाल ने गुस्से में कहा" इतना सड़ा हुआ मुंह क्यों बना रहा है। जब लड़की पसंद नहीं थी। तो शादी के लिए साफ-साफ बना कर देता। क्या जरूरत थी हां बोलने की मैं अच्छे से जानता हूं। तो उस पाखी से प्यार नहीं करता है। अगर कल को तेरी डॉल तुझे मिल गई। तो तू उसे क्या जवाब देगा। कि तूने किसी और से शादी कर ली।




    "रणबीर ने कुणाल की बातों का कोई जवाब नहीं दिया। और अपनी आंखें बंद करके अपना सर सीट से टिका दिया। उसकी आंखों के सामने एक चार साल की बच्ची का चेहरा घूमने लगा। वह बच्ची देखने में बहुत प्यारी थी। बिल्कुल किसी एंजेल की तरह,,उसको याद करते ही रणवीर के चेहरे पर एक प्यारी सी स्माइल थी। जिसे देखकर कुणाल ने भी स्माइल कर दी।




    "रणबीर ने अपने सीने पर हाथ रखकर धीरे से कहा" माय प्रिंसेस माय डॉल जैसे ही रणबीर ने कहा वैसे ही दूसरी तरफ एक छोटे से रूम में एक लड़की सो रही थी। चांद की रोशनी उसके गौरेे चेहरे पर पड़ रही थी। जिससे वह काफी ज्यादा खूबसूरत लग रही थी। उसक चहरे परे एक प्यारी सी स्माइल आ गई। वह नींद में ही मुस्कुरा रही थी। ऐसा लग रहा था। जैसे वह कोई प्यारा सा सपना देख रही हो। सोते हुए वह काफी मासूम और बहुत प्यारी लग रही थी।




    दूसरी तरफ पैलेस में...



    "सभी खाना खाकर अपने-अपने रूम में जा चुके थे। बाकी गार्डन में टहल रही थी। उसने खुद से कहा" पता नहीं रणवीर तुम मुझसे इतना क्यों भागते रहते हो। पर अब नहीं भाग पाओगे। क्योंकि बहुत जल्द तुम मेरे हो जाओगे। फिर मैं भी देखती हूं। तुम मुझसे कैसे बच कर निकलते हो।




    "फिर पाखी ने अपने पॉकेट से अपना फोन निकलते हुए कहा" एक बार कॉल लगाकर पूछ लेती हूं। कल सुबह कब तक में आएगा। इतना कह कर रणवीर को कॉल लगा दिया। लेकिन रणवीर ने कॉल रिसिव नहीं किया। फिर पाखी ने फिर से कॉल लगाया। इस बार भी रणबीर ने कॉल रिसीव नहीं किया। ऐसे ही पाखी ने कई बार रणबीर को कॉल किया। पर रणबीर ने उसकी कॉल का कोई जवाब नहीं दिया।




    "पाखी ने इरिटेट होते हुए कहा" पता नहीं रणबीर की क्या प्रॉब्लम है। मुझसे कभी भी मेरा कॉल पिक नहीं करता और ना ही मेरी किसी कॉल का जवाब देता है। कम से कम कॉल उठाकर कह तो सकता है ना! कि मैं बिजी हूं। पर नहीं इसे तो कॉल ही पिक नहीं करना है। फिर पाखी पर पटकते हुए अपने रूम की तरफ चली गई।



    अगले सुबह...



    "रणवीर रेडी होकर ऑफिस के लिए जल्दी निकल गया था। फिर उसे पैलेस भी जाना था। उसकी एक इंपॉर्टेंट मीटिंग थी। शादी का फंक्शन स्टार्ट होने से पहले एक पूजा थी। उसके अगले दिन हल्दी के रस में होनी थी।




    "सभी लोग रेडी होकर पूजा में बैठने वाले थे। लेकिन अभी तक रणवीर नहीं आया था। नरेश जी ने विवेक जी से कहा" विवेक अभी तक रणवीर क्यों नहीं आया। थोड़ी देर बाद पूजा का मुहूर्त है। उसे और बाकी को पूजा में साथ में बैठना है।



    "विवेक जी ने कहा" तुम टेंशन मत लो नरेश रणवीर आता ही होगा। उसकी एक इंपॉर्टेंट मीटिंग थी। इस वजह से उसे थोड़ा टाइम लगेगा। आने में वह बस रास्ते में ही होगा।




    "पाखी ने इरिटेट होते हुए नरेश जी से कहा" पापा अभी तक रणवीर क्यों नहीं आया। मैं कब से वेट कर रही हूं उसका...




    "नरेश जी ने मुस्कुराते हुए कहा" वह बस आता होगा। बेटा और तुम देखना पाखी बेटा वह तुमसे मिलकर बहुत खुश होगा।


    "विवेक जी ने कहा" वह निकल चुका है। रास्ते में है वह दोनों बातें ही कर रहे थे। तभी एक रेंज रोवर कार पैलेस के अंदर आकर रुकी। उसमें से रणबीर निकला रणवीर को देखकर पाखी के चेहरे पर एक बड़ी सी स्माइल आ गई।


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    तो फ्रेंड्स नेक्स्ट चैप्टर पढ़ना बिल्कुल भी मत भूलिएगा

  • 10. बेदर्द इश्क - Chapter 10

    Words: 1075

    Estimated Reading Time: 7 min

    रणबीर अपना एक हाथ अपने पॉकेट में डालें पूरी एटीट्यूड के साथ चलते हुए दादी की तरफ जा रहा था। उसने इस वक्त ब्लैक कलर के पेंट और वाइट कलर का शर्ट पहना था। शर्ट के स्लीव्स कोने तक फोल्ड थी। और आंखों पर ब्लैक कलर के शेड्स चढ़ाए हुए काफी हैंडसम लग रहा था। उसके उसके मस्कुलर चेस्ट बॉडी उसके शर्ट से बाहर छलक रहे थे।




    "रणवीर पहले आकर दादी के पैर छुए और उनके गले लगते हुए कहा" कैसे हो आप दादी...



    "दादी ने रणबीर के पीठ पर हाथ रखते हुए कहा" मैं तो ठीक हूं। तू बता तू कैसा है। क्या तुझे मेरी याद नहीं आती कभी भी घर पर नहीं आता है।




    "फिर रणवीर ने रितिका को गले से लगाते हुए कहा" रितु तू बता तू कैसी है।



    "रितिका ने मुस्कुराते हुए कहा" मैं ठीक हूं। भाई बहुत दिनों बाद आपसे मिल रही हूं ना! तो मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।



    "फिर रणबीर में नरेश जी और आशा जी के सामने नमस्ते किया। उन्होंने भी उसे आशीर्वाद दिया।



    "विवेक जी ने रणवीर को परेशान करते हुए कहा" क्या हुआ बरखुरदार क्या तुम हमारी तरह नहीं लगोगे। मानता हूं तुम्हारा असली बाप नहीं हूं। पर गले तो लग ही सकता हूं ना...



    "रणवीर ने विवेक जी की तरफ देखते हुए कहा" डैड आप ऐसा क्यों कह रहे हैं। आप मेरे डैड है। आपको अपना डेड मानता हुं। वह कह कर रणवीर विवेक जी के गले से लग गया।


    "पाखी खड़ी यह सब देख रही थी। उसने मुंह बनाते हुए कहा" तुम्हें तो सब याद है। बस तुम मुझे ही भूल गए हो।


    "रणवीर ने विवेक जी से अलग होते हुए कहा" ऐसा कुछ नहीं है। पाखी मुझे सब याद है। मैं कुछ नहीं भुला।



    "पाखी ने नकली गुस्सा करते हुए कहा" अच्छा तुम्हें सब याद है। तो फिर मैं तुम्हें इतना कॉल करती हूं। तुम मेरे एक पर कॉल को रिसीव करते हो। और तुमने अभी तक मुझे गले भी नहीं लगाया। इतना बोलकर पाखी जल्दी से रणबीर के गले से लग गई।



    "कुणाल ने धीरे से रितिका के कानों में कहा" जब देखो रणवीर से चिपकी रहती है चिपकु कहीं की...



    "रितिका ने मुंह बनाते हुए कहा" अब क्या फायदा भाई इन सब बातों का शादी तो होने ही वाली है। हम कर ही क्या सकते हैं। सभी बाग गार्डन में बैठकर बातें करने लगे। रणबीर अपने रूम में चला गया था।



    "फिर थोड़ी देर बाद पूजा का मुहूर्त हो गया था। इसलिए सब पूजा में बैठ गए। थोड़ी देर में पूजा संपन्न हुई। तो सब अपने-अपने रूम में चले गए।



    "कुणाल और रितिक रणबीर के रूम में बैठे थे। रणबीर ने अब तक अपना कपड़ा चेंज कर लिया था। उसने फॉर्मल सा लोअर और टी शर्ट पहना था।



    "कुणाल ने रितिका की तरह देखते हुए कहा" रितु में क्या सोच रहा था। की शादी से पहले हम बैचलर पार्टी करते है। पर रणवीर ने तो मना कर दिया।



    "रितिका ने कुछ होते हुए कहा" हां भाई कुणाल भाई बिल्कुल सही कह रहे हैं। बैचलर पार्टी करते हैं ना बहुत मजा आएगा।



    "रणवीर अपना मोबाइल चला रहा था। उसने बिना उसकी तरफ देखे जवाब दिया। बिल्कुल नही और कुणाल तु मैंने पहले कह दिया। कि बैचलर पार्टी नहीं होगी। फिर तू उसे अपनी साइड में मत ले समझ गया ना...



    "कुणाल ने मुंह फूलते हुए कहा" रणबीर यार तू इतना अकडू क्यों है। तेरा नाम तो अकडू या घमंडी रॉय कपूर होना चाहिए। सही कहते हैं। लोग तू सच में सनकी टाइप का है। हर बात पर गुस्सा करता है।



    "कुणाल बोल ही जा रहा था। तभी उसे खुद पर किसी की जलती हुई। तपिश महसूस हुई। तो उसने रणवीर की तरफ देखा। रणवीर गुस्से में कुणाल की तरफ ही देख रहा था। रणवीर को देखकर कुणाल ने अपने बत्तीसी दिखाते हुए कहा" मैं तो मजाक कर रहा था। तू इसे सीरियस मत लेना।



    रात के वक्त...



    डाइनिंग टेबल पर इस वक्त सभी मौजूद थे। अब तक नरेश जी का बेटा पीयूष भी आ चुका था। वह भी डाइनिंग टेबल पर मौजूद था।



    "नरेश जी ने पीयूष की तरफ देखते हुए कहा" रणबीर यह मेरा बड़ा बेटा पीयूष है। शाम को ही लंदन से वापस आया है।


    "पीयूष ने अपना हाथ मिलाते हुए कहा" हाय रणबीर डेड से तुम्हारे बारे में बहुत सुना है। इतनी कम उम्र में भी तुम इतने सक्सेसफुल बिजनेसमैन हो।


    "रनवीर ने मुस्कुराते हुए कहा" थैंक यू बट आज मैं जो भी हूं। उसमें मेरे डेड का पूरा सपोर्ट है।



    "सभी खाना खाते हुए थोड़ी बहुत बातें कर रहे थे। तभी दादी ने कहा" खाना खाते हुए बातें नहीं करना चाहिए। तुम सब अपना खाना खाओ। और जाकर आराम करो। कल हल्दी का फंक्शन है। सबको सुबह जल्दी उठना है।



    "पीयूष खाना खाते हुए इधर-उधर देख रहा था। शायद वह किसी को ढूंढ रहा था। फिर उसकी नजर नरेश जी और आशा जी पर जाकर रुके थोड़ी देर बाद सभी का खाना खत्म हुआ। तो सभी अपने रूम में चले गए।



    "पीयूष ने नरेश जी और आशा जी की तरफ देखते हुए कहा" मोम डैड आदु कहां है। वह यहां कहीं दिख नहीं रही मुझे...



    "आशा जी ने कोई जवाब नहीं दिया नरेश जी ने कहा" वह घर पर है। पापा के साथ है वह यहां शादी में नहीं आएगी।



    "पीयूष ने गुस्से में कहा क्या मैं जान सकता हू। आखिरं क्यु आप लोग उसे यहां लेकर नहीं आए।



    "आशा जी ने गुस्से में कहा" हां क्योंकि उसका साया भी मैं अपनी बेटी पर और उसकी खुशियों पर नहीं पढ़ने देना चाहती।



    "पीयूष ने गुस्से में कहा.. this is wrong ..मॉम मैं उसे लेने जा रहा हूं। और अगर आदु इस शादी में नहीं आई। तो मैं भी इस शादी में नहीं आऊंगा। यह मेरा लास्ट फैसला है। इतना बोलकर पियूष वहां से गुस्से में बाहर की तरफ चला गया।



    "आशा जी ने पीयूष को जाते हुए देखते हुए कहा" आखिर इस लड़के की प्रॉब्लम क्या है। क्यों हर बार उसे लड़की को सपोर्ट करता है।



    "नरेश जी ने कहा जाने दो इसे तुमने उसे अच्छे से समझा दिया है ना! अगर वह तुम्हारी बात समझ गई है। तो वह खुद यहां आने के लिए मना कर तेरी फिर हम भी देखते हैं। यह कैसे नहीं आता है। शादी में इतना बोलकर नरेश जी अपने रूम की तरफ चले गए।


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    आखिर क्यों नहीं करना चाहता रणवीर पाखी से शादी और कौन है वह लड़की जो रणवीर की डाल है जानने के लिए अगला पार्ट जरूर देखिएगा लाइक और कमेंट जरुर कर दीजिएगा।



    To ve countinue....

  • 11. बेदर्द इश्क - Chapter 11

    Words: 1336

    Estimated Reading Time: 9 min

    आशा जी ने पीयूष को जाते हुए देखते हुए कहा" आखिर इस लड़के की प्रॉब्लम क्या है। क्यों हर बार उसे लड़की को सपोर्ट करता है।




    "नरेश जी ने कहा जाने दो इसे तुमने उसे अच्छे से समझा दिया है ना... अगर वह तुम्हारी बात समझ गई है। तो वह खुद यहां आने के लिए मना कर देगी। फिर हम भी देखते हैं। यह कैसे नहीं आता है। शादी में इतना बोलकर नरेश जी अपने रूम की तरफ चले गए।



    "थोड़ी देर बाद पियूष खुराना मेंशन आया। वह सीधा आध्या के रूम की तरफ चला गया। उसने धीरे से डोर ओपन किया। और अंदर गया। तो इस वक्त आध्या अपने बेड पर सो रही थी। पीयूष ने आध्या को सही से ब्लैंकेट कवर कर दिया। और उसने उसे जगाना सही नहीं समझा इसलिए वह अपने रूम में चला गया। क्योंकि आज रात को वो यही रुकने वाला था। वह कल आध्या के साथ ही पैलेस जाएगा। यही सोच कर वह अपने बेड पर लेट गया।




    अगले दिन...



    "आध्या अपने रूप में सो रही थी। सूरज की पहली किरणे उसके चेहरे पर पड़ी। तभी उसकी नींद खुली वह उठकर बेड पर बैठ गई। और उबासी लेते हुए विडों से आती हुई। सूरज की किरणे को देखने लगी।




    "आध्या ने मुस्कुराते हुए कहा" तुम्हें भी चैन नहीं है ना! मुझे परेशान करते रहते हो। क्या जरूरत थी। इतनी सुबह-सुबह उठाने की अब तो यहां मामी भी नहीं है। थोड़ी देर सोने देते।




    "फिर आध्या उठकर बाथरूम में चली गई। और थोड़ी देर बाद वह तैयार होकर नीचे आ गई। पहले उसने अपने नानू को जाकर चेक किया। उन्हें दवाई दी ऐसे तो उनके देखभाल के लिए एक नर्स थी। पर फिर भी आध्या अपने नानू को एक बार अच्छे से चेक कर लेती थी। और फिर वह किचन में गई। उसने अपने लिए चाय और टोस लिए और आकर लिविंग रूम में सोफे पर आलती पालती मार कर बैठकर खाने लगी।



    "उसे नहीं पता था। कि पियूष भी यही है। वह तो आज बहुत खुश नजर आ रही थी। उसने खाते हुए इधर-उधर देखते हुए कहा" आज घर में बहुत शांति है। बड़े दिनों बाद ऐसा सुकून नसीब हुआ है। वरना मामी जी के रहते तो एक पल चैन से बैठना मुश्किल हो जाता था।



    "तभी पियूष अपने रूम से लिविंग रूम की तरफ आया उसने देखा आध्या सोफे पर बैठकर चाय पी रही थी। वह भी आध्या के बगल में आकर बैठ गया। आध्या अपने में ही मस्त थी उसे तो पता ही नहीं चला। कि कोई उसके बगल में कब से बैठा उसे ही देख रहा था। पीयूष मुस्कुराते हुए आध्या को देख रहा था। आध्या अपने में मस्त होकर चाय पी रही थी।




    "जब आध्या को एहसास हुआ। कि कोई उसके बगल में बैठा है। तो आध्या ने अपना सर घूमाकर देखा तो उसकी नज़रें पियूष से जा मिली वह पियूष को देखकर एक पल के लिए हैरान हो गई। फिर अगले ही पल उसने जल्दी से चाय का कप टेबल पर रखा। और जल्दी से पियूष के गले लगाते हुए बोली। भाई आप...



    "पीयूष आध्या की स्पीड देखकर हैरान रह गया। पर फिर उसने मुस्कुराते हुए आध्या के सर को सहलाते हुए कहा" मैं तो कब से यहां तेरे पास बैठा हूं। लेकिन तू तो अकेले अकेले चाय पी रही है। मुझसे पूछा भी नहीं कि मुझे पीनी है या नहीं...




    "फिर आध्या पियुश से अलग हुई। उसने मुस्कुराते हुए कहा" सॉरी भाई मैंने ध्यान नहीं दिया। आप पियोगे चाय मैं आपके लिए अभी बना कर लेकर आती हूं।




    "इतना बोलकर आध्या जाने को हुई। तो पीयूष ने उसके हाथ पकड़ कर उसे अपने पास बैठाते हुए कहा" कोई बात नहीं तु मेरे पास बैठ सर्वेंट ले आएगा।



    "पीयूष ने आध्या को अपने पास बैठाया। और उसके गालों को सहलाते हुए कहा" तू बता तू कैसी है।



    "आध्या ने मुस्कुराते हुए कहा" भाई मैं तो बिल्कुल ठीक हूं। और आप आ गए हो ना अब तो मैं और ज्यादा ठीक हूं। भाई आपको पता है मैं आपको बहुत मिस करती थी। पर अब आप यहां आ गए हो ना... सच में भाई अब मैं बहुत खुश हूं।



    "पीयूष ने मुंह बनाते हुए कहा" तुझे मेरी याद आती थी। तो एक बार भी कॉल क्यों नहीं किया। कभी तो मुझसे बात ही नहीं करती थी। और बोल रही है मुझे बहुत मिस करती थी।



    "आध्या ने अपने कान पकड़ते हुए कहा" सॉरी भाई वह क्या है। ना मेरे पास मोबाइल नहीं था। इस वजह से आपको कभी भी फोन नहीं कर पाई।




    "पीयूष ने कहा" मैंने तो तुझे फोन दिया था ना...



    "आध्या ने कुछ सोचा फिर मुस्कुराते हुए कहा" हां आपने फोन तो दिया था। पर वह मुझे टूट गया।




    "पीयूष ने आध्या के बालों को सहलाते हुए कहा" अच्छा चल कोई बात नहीं मैं तुझे नया आई फोन लाकर दूंगा। दोनों थोड़ी देर बैठकर आपस में बातें करने लगे हैं। आध्या उससे खुलकर बातें करती थी। क्योंकि पियुष उससे बहुत प्यार करता था। लेकिन पिछले 3 सालों से वह लंदन में था। उसने इस बीच आध्या से कोई बात नहीं की थी। और आध्या उससे बातें करते हुए काफी खुश थी।



    कपूर पैलेस में...



    "इस वक्त सब डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए थे। पाखी ने इधर-उधर देखते हुए कहा" मोम भाई कहां है। मैंने सुबह से उन्हें कहीं नहीं देखा।



    "आशा जीने मुस्कुराते हुए कहा" वह खुराना मेंशन गया है। उसे कुछ जरूरी काम था। इसलिए थोड़ी देर में आ जाएगा।




    "मालती जी ने कहा" आप सब ब्रेकफास्ट करके रेडी हो। जाइए 11:00 हल्दी का मुहूर्त है। पहले रणबीर को हल्दी लगेगी। उसकी उतरन हल्दी पाखी को लगेगी। इसलिए हमारे पास टाइम बहुत कम है। और काफी सारी तैयारियां भी करनी है। सभी ने अपना-अपना ब्रेकफास्ट किया। और अपने-अपने रूम में रेडी होने के लिए चले गए।




    "रणवीर अपना मोबाइल चलाते हुए अपने रूम की तरफ जा रहा था। उसका पूरा ध्यान अपने मोबाइल पर था। तभी किसी ने एकदम से उसके हाथों को पकड़ कर अपनी तरफ खींच दिया। जिससे रणवीर उससे जाकर टकराया।




    "यह कोई और नहीं बल्कि पाखी थी। जिसे रणवीर को अपनी तरफ खींचा था। पाखी ने रणबीर के गले में अपनी बाहें डालते हुए कहा" क्या बात है। रणबीर तुम्हे नहीं लगता। तुम मुझसे बहुत दूर-दूर रहते हो। अब तो हमारी शादी भी होने वाली है। अब तो तुम मेरे करीब आ ही सकते हो।




    "रणवीर ने बिना किसी भाव के पाखी के हाथों को अपने गर्दन से हटाया। और उसे देखते हुए कहा" मुझे एक इंपॉर्टेंट कॉल करना है.. I am going so please..इतना कह कर रणवीर पाखी की तरफ बिना देखे वहां से चला गया।



    "पाखी रणबीर को जाते हुए गुस्से में देख रही थी। पाखी को रणबीर पर इस वक्त बहुत गुस्सा आ रहा था। क्योंकि रणवीर हर बार उसके साथ ऐसा ही करता था  वह हमेशा पाखी को इग्नोर करता था।




    "पाखी ने गुस्से में कहा कोई बात नहीं रणबीर एक बार शादी हो जाने दो। फिर देखते हो तुम मुझसे दूर कैसे भागते हो। इतना कह कर पाखी अपना पर पटकते हुए अपने रूम की तरफ चली गई।




    "पीयूष और आध्या बैठ कर बातें कर रहे थे। तभी पीयूष ने कहा" बातें तो बाद में भी होती रहेगी। जल्दी से तु तैयार हो जा। हमें पैलेस के लिए निकलना है।



    "पैलेस का नाम सुनकर आध्या के चेहरे का रंग उड़ गया। उसने ना समझी में अपना सर हिलाते हुए कहा" मतलब...



    "पीयूष ने आध्या की तरफ देखते हुए कहा" आज पाखी की हल्दी है। और तू मेरे साथ चल रही है। मैं पहले ही बता रहा हूं। मैं कोई बहाना सुनने के मूड में नहीं हूं। मैं यहां रात को ही आया था। पर तू सो रही थी। इसलिए मैंने सोचा तुझसे सुबह बात करूंगा। और तेरे साथ ही पैलेस जाऊंगा पीयूष की बातें सुनकर आध्या सोच में पड़ गई। अब वह यही सोच रही थी। कि अगर वह पैलेस गई। तो मामा जी और मामी जी उसे पर फिर से गुस्सा करेंगे।


    °°°°°°°°°°°°°°°°°°°

    तो क्या लगता है। आध्या पैलेस जाने के लिए हां कहेगी।  नेक्स्ट चैप्टर को पढ़ना। बिल्कुल भी मत भूलिएगा। और प्लीज फ्रेंड कहानी को लाइक और कमेंट कर दीजिएगा।

  • 12. बेदर्द इश्क - Chapter 12

    Words: 1036

    Estimated Reading Time: 7 min

    आध्या ने मना करते हुए कहा" लेकिन भाई मैं कैसे आध्या बोल ही रही थी। कि उसने उसके बातों को बीच में काटते हुए कहा" मैंने कहा ना मैं कोई बहाना नहीं सुनूंगा। अगर तू नहीं जाएगी तो मैं भी इस शादी में शामिल नहीं होऊंगा.. got it..



    "आध्या ने अपना सर हां में हिलाया। और अपने रूम की तरफ चली गई। थोड़ी देर बाद वह रेडी होकर आई। उसने सिंपल सा जॉर्जेट का येलो कलर का अनारकली सूट पहना था। होंठो पर हल्की सी  पिंक लिपस्टिक मेकअप के नाम पर आंखों में काजल पैरों में हाई हील्स इतने में ही आध्या बहुत सुंदर लग रही थी।



    "पीयूष ने एक नजर आध्या की तरफ देखा। फिर उसका हाथ पकड़ कर बाहर की तरफ चला गया। और वह दोनों कपूर पैलेस के लिए निकल गए।




    "वहीं दूसरी तरफ प्रगति एक बड़े से ऑफिस में बैठी थी। उसके सामने एक हैंडसम सा लड़का बैठा था। उसने एक फाइल देते हुए कहा यह फाइल लो। और तुम अपने बॉस के केबिन में जाकर दे दो। यह आज का शेड्यूल है। प्रगति के सामने कोई और नहीं बल्कि ध्रुव बैठा था।




    "ध्रुव ने प्रगति को देखते हुए कहा" अगर तुम्हें कुछ भी समझने में प्रॉब्लम हो। तो बझिझक मुझसे पूछ सकती हो।



    "प्रगति ने अपना सर हां में हिलाते हुए कहा" ओके सर फिर उसने फाइल उठाया। और केविन से बाहर आ गई।



    "थोड़ी देर बाद वह एक केविन के डोर के बाहर खड़ी थी। उसने बाहर से डोर नॉक किया। तो अंदर से किसी की रौबदार आवाज आई। तो प्रगति डोर ओपन करके अंदर चली गई।



    "प्रगति आकर टेबल के सामने अपना सर झुका कर खड़ी हो गई। उसने धीरे से कहा" सर यह आपका आज का शेड्यूल है।



    "उसे शख्स ने प्रगति पर ध्यान नहीं दिया था। वह अपने फाइल में बिजी था। तभी प्रगति ने अपने नजर ऊपर करके उस शख्स को देखते हुए कहा" सर अब मैं यहां से जा...प्रगति बोल ही रही थी। कि तभी प्रगति उस शख्स को देखकर हैरान रह गई। उसके मुंह से कोई शब्द ही नहीं निकला। उस शख्स को देखने के बाद प्रगति के चेहरे पर डर के भाव थे। उसे शख्स को देखकर प्रगति को बहुत डर लग रहा था।



    "उस शख्स ने जब प्रगति की आवाज सुनी तो उसने अपनी नजर सामने उठा कर देखा। उसके सामने प्रगति डरी सहमी से खड़ी थी। प्रगति को देखकर उस शख्स की आंखों में गुस्सा उतर आया। तभी केविन का डोर एक बार फिर से ओपन हुआ और ध्रुव अंदर आया।




    "ध्रुव में चेयर पर बैठते हुए कहा" कबीर इस फाइल पर तेरे साइन चाहिए थे। इतना बोलते हुए उसने कबीर की तरफ देखा। कबीर की नजर इस वक्त प्रगति पर थी। फिर उसने एक नजर प्रगति की तरफ देखा। फिर उसने कहा" क्या हुआ उसे ऐसे क्यों देख रहा है। कोई गलती कर दी क्या इसने...



    "कबीर ने सर्द आवाज में कहा...who are you...



    "ध्रुव ने कहा" ओ सॉरी मैं तो इट्रो देना ही भूल गया। यह तेरी पर्सनल सेक्रेटरी है। प्रगति अवस्थी मैंने इसे सब अच्छे से समझा दिया है।




    "ध्रुव की बातें सुनकर कबीर के चेहरे पर शैतानी स्माइल आ गई। वह टेड़ा स्माइल करते हुए प्रगति को देखते हुए अपने मन में सोचने लगा। मुझे नहीं पता था। तुम इतनी जल्दी मेरे सामने आ जाओगी। अब मजा आएगा। तुम्हें पता चलेगा। तुमने मुझ पर हाथ उठाकर कितनी बड़ी गलती की है। तुमने मुझ पर हाथ उठाकर मेरे ईगो को हर्ट किया है। और इसका बदला मैं तुमसे लेकर रहूंगा।




    "कबीर प्रगति को ही देख रहा था। प्रगति इस वक्त काफी डरी हुई थी। उसने पिक कलर का सिंपल सा प्लाजो सूट पहना था। होठों पर लिप बाम आंखों में तेरा काजल बस इतने में ही प्रगति बहुत खूबसूरत लग रही थी। उसके चेहरे पर उसकी मासूमियत साफ झलक रही थी। और उसके चेहरे पर डर भी था। क्योंकि इस वक्त उसे कबीर से बहुत डर लग रहा था। पर वह अकेली नहीं थी। वहां पर ध्रुव भी था।


    "ध्रुव ने प्रगति की तरफ देखते हुए कहा" ठीक है जाओ तुम अपने केबिन में अपना काम करो। तो प्रगति ने अपना सर हां में हिलाया। और जल्दी से केबिन से बाहर चली गई। जैसे कोई भूत उसके पीछे पड़ा हो।


    "प्रगति को इतनी स्पीड में भागते देखकर कबीर के फेस पर स्माइल गहरी हो गई।


    "प्रगति जल्दी से अपने केबिन में आकर चेयर पर बैठ गई। इस वक्त वह काफी डरी हुई थी। उसने जल्दी से ग्लास में पानी निकाला और एक ही सांस में पूरा पानी पी गई। फिर वह खुद को रिलैक्स करने लगी। उसने खुद से कहा" मतलब मैं उनके यहां जॉब करने आई हूं। वो यही सब सोच रही थी। फिर उसने अपने ख्यालो को झटकते हुए कहा" नहीं मुझे अपने काम पर ध्यान देना चाहिए। मैं उनसे दूर ही रहूंगी। इतना बोलकर अपने काम में बिजी हो गई।



    कपूर पैलेस में...


    "आशा जी की चिल्लाने की आवाज आ रही थी। वो आध्या पर गुस्से में चिल्ला रही थी उन्होंने गुस्से में आध्या की बांही को कसकर पकढ़ते हुए कहा"  मैंने तुमसे कहा था ना तुम पहले से नहीं आओगी।


    "आशा जी ने उसके हाथों को बहुत जोर से पकड़ता था। जिस वजह से आध्या रो रही थी। उसने रोते हुए कहा" मामी मैं यहां नहीं आना चाहती थी। पर भाई की जिद की वजह से मुझे यहां आना पड़ा।



    "आध्या को यहा देखकर पाखी को भी बहुत गुस्सा आ रहा था। उसने उसने गुस्से में कहा" तुमसे मेरी खुशी देखी नही जाती है। ना इतना कहकर वो आध्या पर हाथ उठाया। ये देखकर कसकर अपनी आखें बंद कर लिया।


    "थोड़ी देर बाद जब उसे अपने फेश पर दर्द का एहसाश नही हुआ। तो उसने अपनी आंखें खोल कर सामने देखा। तो उसकी आखों में एक चमक आ गई।


    "क्योंकि पियुष ने पाखी का हाथ पकड़ा था। पियुष ने गुस्से में चिल्लाते हुए कहा" तुम पागल हो गई हो।


    "पाखी ने गुस्से में कहा" भाई ये मेरी शादी में क्यो आई है। इसे यहा से बाहर निकालो। ताकि सबके सामने आध्या की बेज्जती कर रही थी। और उसे पहले से बाहर निकालने की बात कह रही थी। जिसे सुनकर पियूष को बहुत गुस्सा आ गया।


    °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°

    क्या पाखी आध्या को अपने शादी से बाहर निकाल देगी जाने के लिए नेक्स्ट चैप्टर को जरुर पढ़ना।

  • 13. बेदर्द इश्क - Chapter 13

    Words: 1107

    Estimated Reading Time: 7 min

    पियुष ने पाखी को गुस्से में देखते हुए कहा" जस्ट शटअप पाखी आदु यहां से कहीं नहीं जाएगी। समझ गई तू...



    "आशा जी ने पाखी के गालों पर हाथ रखते हुए कहा" छोड़ इसे तमाशा करने के अलावा और इसे आता भी क्या है। और तू ज्यादा टेंशन मत ले थोड़ी देर बाद तेरी हल्दी है। आशा जी इतना बोलकर उन्होंने पाखी का हाथ पकड़ा। और अपने साथ ले गई।


    "पीयूष ने आध्या को अपने गले से लगाते हुए कहा" तू टेंशन मत ले कोई तेरे साथ होना हो। पर मैं तेरे साथ हमेशा रहूंगा। और अब मैं यहीं रहूंगा। मैं भी तो देखता हूं। तुझे कौन क्या कहता है।




    "आध्या पियूष के गले लगे हुए रो रही थी। फिर पीयूष ने उसे खुद से अलग करते हुए कहा" उसके आंसू को पूछते हुए कहा"  तू रो मत पूजा अपने रूम में आराम कर मैं तेरा लगेज तेरे रूम में रखवा दिया है। आध्या ने अपना सर हां में हिलाया और वहां से चली गई।


    "थोड़ी देर बाद गार्डन में पाखी सभी लेडिस मिलकर बाकी को हल्दी लग रही थी। रणबीर को हल्दी लग चुकी थी। वह एक साइड में खड़ा था। उसने येलो कलर का कुर्ता और वाइट कलर का पजामा पहना था। अपने बालों को जेल से सेट किया हुआ था। दिखने में काफी हैंडसम लग रहा था।


    "तभी किसी ने एकदम से उसके गालों पर हल्दी लगाते हुए कहा" हैप्पी हल्दी...


    उस शख्स के इस हरकत पर रणबीर ने उसे गुस्से में पलट कर देखते हुए कहा" यह क्या पागलपन है। यह हल्दी है। होली नहीं जो मुझे इस तरह से लगा रहा है।




    "यह कोई और नहीं बल्कि कुणाल था। जो रणवीर को हल्दी से पूरा भर दिया था। उसके पूरे फेस पर हल्दी लगी हुई थी। कुणाल ने हंसते हुए कहा" अरे यार इतना गुस्सा क्यों कर रहा है। तेरी शादी है थोड़ा इंजॉय तो करने दे चल अब जल्दी से मुझे भी हल्दी लगा दे। ताकि मेरी शादी भी जल्दी हो जाए।


    "रणवीर ने हैरानी से कहा" व्हाट तू पागल हो गया है क्या...


    "कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा" हां यार अब मुझे भी जल्दी शादी करनी है। तभी तो चार बच्चे पैदा करूंगा।


    "रणवीर ने अपना सर ना में हिलाते हुए कहा" तु अपनी यह नॉनसेन बातें अपने पास ही रख इतना बोलकर रणवीर वहां से जाने लगा।


    "तो कुणाल ने पीछे से कहा" अब तू कहां जा रहा है।


    "रणवीर ने पीछे मुड़ते हुए कहा" तूने जो मुझे हल्दी से रंग दिया है। उसे भी तो वॉश करना पड़ेगा। ना इतना बोलकर रणवीर कुणाल की बात सुने बिना वहां से चला गया।


    खन्ना इंडस्ट्रीज में...


    "कबीर अपने केबिन में बैठकर लैपटॉप पर काम कर रहा था। फिर उसने डेविल स्माइल करते हुए अपना फोन उठाया। और किसी को कॉल लगाते हुए कहा" कुछ कहा और फिर अपना फोन कट करके अपने डेस्क को पर रख दिया।


    "थोड़ी देर बाद उसके केबिन का डोर ओपन होगा। तो एक लड़की अंदर आई वह कोई और नहीं बल्कि प्रगति थी। उसने टेबल पर काफी का ट्रे रखते हुए कहा" सर आपके लिए कॉफी...


    "कबीर ने उसके बातों का कोई जवाब नहीं दिया। प्रगति वैसे ही अपना सर झुका कर खड़ी थी। क्योंकि उसे कबीर से बहुत डर लग रहा था। तभी थोड़ी देर बाद कबीर ने कहा यह ठंडी हो गई है। दूसरी लेकर आओ...


    "प्रगति ने अपना सर हमें हिलाया। और कॉफी का ट्रे लेकर केविन से बाहर चली गई। और खुद में बड़बड़ाने लगी। सर ने तो इसे पिया ही नहीं तो ठंडी नहीं होगी क्या...



    "फिर थोड़ी देर बाद वह केबिन में आई। उसने ट्रे टेबल पर रखते हुए कहा" सर यह आपकी कॉफी पी लीजिए नहीं तो ठंडी हो जाएगी।


    "कबीर ने प्रगति की तरफ बिना देखे कहा" क्यों तुम्हें प्रॉब्लम हो रही है। क्या मेरे लिए काफी लाने में...


    "प्रगति ने अपना सर बार-बार न में हिलाते हुए कहा" नही नही सर ऐसी कोई बात नहीं है। अगर आपको कॉफी पीनी हो। तो आप मुझे बुला लीजिएगा। मैं अब अपने केबिन में जा रही हूं मुझे बहुत कम है।


    "कबीर ने प्रगति की तरफ गुस्से में देखते हुए कहा" अच्छा तो तुम चाहती हो। कि मैं तुम्हें बार-बार बुलाऊं है। ना चुपचाप यही खड़ी रहो। यहां से हिला भी मत...


    "प्रगति ने कोई जवाब नहीं दिया। उसने बस अपना सर हां में हिला दिया। और वह वहीं खड़ी रही...


    वहीं दूसरी तरफ रणवीर अपना फेस वॉश करने के लिए अपने रूम में आया। पर जब उसने बाथरूम का डोर ऑपन करना चाहा तो डोर ओपन नहीं हुआ। क्योंकि डोर अंदर से लॉक था।


    "रणवीर ने इरिटेट होते हुए कहा" अब ये डोर क्यों नहीं खुल रहा। वह खड़ा होकर यह सोच रहा था। तभी अंदर से एक प्यारी सी आवाज आई ,,कौन है बाहर...


    "रणवीर ने जब किसी लड़की की आवाज सुनी तो थोड़े गुस्से में कहा ...hey you open you door ...तुम जो कोई भी हो अभी के अभी बाहर आओ।


    "बाथरूम के अंदर से उसे लड़की ने भी इसी एटीट्यूड में जवाब दिया। अरे ऐसे कैसे बाहर आ जाऊं तमीज नहीं है। क्या या बेच कर आ गए हो। ऐसे मुंह उठाकर एक लड़की के रूम में चले आए। और हो कौन तुम...


    "रणबीर ने अपने गुस्से को काबू करते हुए कहा" मैं रणबीर रॉय कपूर हूं। और यह बेडरूम मेरा है। इसलिए बाहर निकालो।


    "उस लड़की ने अपने मुंह पर हाथ रखकर हंसते हुए कहा" अच्छा तो तुम रणबीर कपूर हो तो मैं भी आलिया भट्ट... हुं इतना बोलकर वह लड़की जोर से हंसने लगी। उसकी हंसी सच में बहुत प्यारी थी। जिसे सुनकर एक पल के लिए रणबीर भी उसकी हंसी में खो गया। पर जल्द ही उसने अपने दिमाग से इस ख्याल को निकाल दिया।


    "रणवीर ने कहा" देखो तुम मुझे गुस्सा दिला रही हो। दरवाजा खोलो नहीं तो मैं दरवाजा तोड़कर अंदर आ जाऊंगा। फिर देखता हूं तुम्हें मुझसे कौन बचाता है।


    "उस लड़की ने गुस्से में कहा" अरे ऐसे कैसे दरवाजा तोड़कर अंदर आ जाओगे। शर्म नाम की चीज नहीं है। क्या एक लड़की अंदर वॉशरूम में है। और तुम अंदर आने की बात कर रहे हो जाओ। यहां से मैं नहीं आऊंगी बाहर...


    "उस लड़की की बातें सुनकर रणबीर को बहुत गुस्सा आ गया। उसने अपने ड्रॉवर से एक मास्टर key निकाला। और बाथरूम की तरफ बढ़ गया ठीक है अब बताता हूं। तुम्हें रणबीर बहुत गुस्से में था। और बाथरूम का डोर खोलने के लिए बाथरूम के पास आ गया।



    °°°°°°°°°°°°°°°°

    आखिर आप क्या करेगा रणवीर उसे लड़की के साथ और कौन थी वह लड़की जो रणवीर के बाथरूम में है और क्यों परेशान कर रहा है कबीर प्रगति को आगे की कहानी जानने के लिए अगला पार्ट जरुर पड़ेगा कहानी को लाइक और कमेंट भी कर दीजिएगा

  • 14. बेदर्द इश्क - Chapter 14

    Words: 1004

    Estimated Reading Time: 7 min

    रणबीर को उस लड़की पर बहुत गुस्सा आ रहा था। उसने अपने ड्रॉवर से मास्टर की निकाली। और बाथरूम की तरफ बढ़ गया। उसने गुस्से में खुद से कहा" मैंने तुमसे कहा था। बाहर आ जाओ। लेकिन तुम बाहर नहीं आई ना अब मैं बताता हूं। तुम्हें मैं तुम्हारे साथ क्या करूंगा। इतना बोलकर उसने बाथरूम का डोर ओपन किया। और बाथरूम के अंदर चला गया।
     
     


    "तभी एकदम से लाइट चली गई। जिससे वहां पर अंधेरा हो गया। अंधेरा होने पर उस लड़की को डर लगने लगा। तभी उसने लंबी चौड़ी परछाई देखी। जिससे वह जोर से चिल्लाते हुए चीख पड़ी भुत ..रणबीर को भी कुछ दिखाई नहीं देने लगा। तो वह एकदम से उस लड़की से जाकर टकराया।
     

     
    "वह लड़की टकराने की वजह से गिरने वाली थी। तभी रणवीर ने उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया। जिससे वह लड़की रणबीर के चेस्ट से जा टकराई। उस लड़की के हाथ रणबीर के मजबूत चेस्ट पर थे। और रणबीर के हाथ उसकी पतली कमर पर थे। दोनों इस वक्त बहुत करीब थे। एक दूसरे के करीब होने पर दोनों को एक अजीब सा एहसास हो रहा था। लेकिन अंधेरे की वजह से दोनों ने एक दूसरे का चेहरा नहीं देखा था।
     


     
    "रणवीर उस लड़की के भीनी भीनी खुशबू में खो गया था। तभी उस लड़की ने रणबीर के चेस्ट पर अपने हाथ रखकर उसे दूर करते हुए कहा"  तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई। बाथरूम में आने की... मैंने पहले कहा था ना! तुम अंदर नहीं आओगे।
     
     


    "रणबीर ने उसकी तरफ अपने कदम बढ़ाते हुए कहा" और मैंने भी कहा था। बाथरूम से बाहर आ जाओ। और तुम नहीं आई। अब देखो मैं तुम्हारा क्या हाल करता हूं।
     
     


    "उस लड़की ने पीछे जाते हुए कहा" देखो प्लीज ऐसे गुस्सा मत करो। और प्लीज बाहर जाओ। तुम ऐसे कैसे मेरे बाथरूम में आ गए। इतना कहते ही वह लड़की दीवार से जाकर टकराई।
     
     


    "रणवीर ने अपने दोनों हाथ उस लड़की के अगल-बगल वॉल पर टिकाया। और अपनी सर्द आवाज में उसे देखते हुए कहा" तुम्हारी इनफॉरमेशन के लिए बता दूं। यह रूम यह बाथरूम सब मेरा है। तो तुम यहां क्या कर रही हो। रणबीर की गर्म सांसे उस लड़की के फेस पर पढ़ रहे थे।
     
     


    "उस लड़की ने बच्चों की तरह जिद करते हुए थोड़े गुस्से में कहा" नहीं यह बेडरूम मेरा है। तुम गलत बेडरूम में आए हो। तभी दोनों के नाक एक दूसरे से टच हो रहे थे। फिर उसने अपना मुंह जल्दी से फेर लिया। और वहां से जाने के लिए हुई। तभी एकदम से शावर ऑन हो गया।
     
     

     
    "दोनों शावर के नीचे थे। और शॉवर से निकलता हुआ पानी दोनों को भींगा रहा था। अंधेरे में भी दोनों एक दूसरे की आंखों को साफ देख सकते थे। उस लड़की ने रणबीर की आंखों की तरफ इशारा करते हुए कहा"  तुम्हारी आंखें नीली है ..I like it Blue eyes..पर तुम्हारी निली आंखों में तो बहुत गुस्सा है।
     
     
    "रणवीर ने उसके कमर पर हाथ रखकर उसे खुद के करीब करते हुए कहा" जस्ट शटअप अपना मुंह बंद रखो। मुझे ज्यादा बोलने वाले लोग पसंद नहीं है।
     
     
    "उस लड़की ने रणबीर के पकड़ से कसमसाते हुए कहा" छोड़ो मुझे यह क्या कर रहे हो। तुम बदतमीज कहीं के...
     
     
    "उस लड़की की करीबी रणबीर को अच्छी लग रही थी। रणवीर ने अपना होंठ उसके गर्दन पर रखते हुए कहा" ऐसे कैसे छोड़ दूं। तुम्हें तुम मेरे रूम में मेरे बाथरूम में हो। इतनी आसानी से तुम्हें नहीं जाने दूंगा। इसकी तो पनिशमेंट मिलेगी तुम्हें...
     
     
    "वहीं दूसरी तरफ गार्डन में आशा जी ने पाखी की तरफ देखते हुए कहा" पाखी बेटा तुम जाकर फ्रेश हो जाओ। और थोड़ा कर लो फिर आशा जी ने पाखी के पास जाकर उसके कानों में धीरे से कहा" और जाओ जाकर रणवीर से बात करो। वह तो हमेशा तुमसे दूर भागता है।
     
     
    "पाखी ने मुस्कुराते हुए कहा" हां मॉम में भी यही सोच रही थी। मुझे भी उससे मिलकर बात करनी है। लेकिन वह तो कहीं दिखाई ही नहीं दे रहा है।
     


    "आशा जी ने कहा" वह अपने रूम में गया है। तो तुम उससे वही जाकर मिल लो।
     


    "पाखी ने मुस्कुराते हुए अपना सर हां में हिलाया। और फिर वहां से रणवीर के रूम की तरफ चली गई।
     


    "वहीं दूसरी तरफ रणबीर उस लड़की के साथ बाथरुम में था। रणबीर धीरे-धीरे उसे लड़की के गर्दन पर अपने होठों को रब कर रहा था। जिस वजह से वह लड़की सिहर रही थी। उसने अपने दोनों हाथों से अपने दुपट्टे को अपने मुट्ठी में भर लिया। उस लड़की ने हकलाते हुए कहा" प्लीज़ छोड़ दो मुझे...
     


    "रणवीर ने उसकी तरफ देखते हुए कहा" बिल्कुल भी नहीं इसकी तुम्हें सजा मिलेगी। ताकि तुम दोबारा से ऐसी गलती नहीं करोगी।
     
     
    "उस लड़की ने छटपटाते हुए कहा" हां हां मैं समझ गई। तभी उसकी बातें उसके मुंह में ही रह गई। क्योंकि उसके होंठ रणबीर के होठों से टच हो गए थे। जिस वजह से उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई। लेकिन तभी रणवीर ने उस टच को एक पेशनेटली किस में बदल दिया।
     


    "रणवीर उस लड़की के होठों को काफी शिद्दत से चूम रहा था। जैसे बरसों के बिछड़े दो प्रेमी हो। रणबीर उस लड़की के होंठो को काफी सॉफ्टली किस कर रहा था।
     
     
    "तभी उसे लड़की ने एकदम से रणबीर को धक्का देते हुए कहा" दूर रहो मुझसे जंगली राक्षस फिर उस लड़की ने रोते हुए कहा" तुमने मुझसे मेरी पहली किस चोरी कर ली। अब मैं अपने हस्बैंड को क्या दूंगी।
     
     
    "रणवीर के चेहरे पर टेड़ी स्माइल आ गई।  तभी वह लड़की वहां से जाने को हुई। तो रणबीर ने उसका हाथ पकड़ लिया।
     

    "लेकिन तभी उस लड़की ने अपने हाथों को रणबीर के हाथों से छुड़ाया। और जल्दी से बाथरूम से बाहर भाग गई। रणवीर वैसे ही खड़ा था। दरवाजे की आवाज से वह होश में आया। फिर वह भी जल्दी से बाथरूम से बाहर आया। तब तक रूम की लाइट भी आ चुकी थी। उसने जैसे ही रूम का डोर ओपन किया। तो सामने कुणाल खड़ा था।


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    कहानी का अगला चैप्टर जरूर पड़िएगा और प्लीज रेटिंग समीक्षा जरूर कर दीजिएगा चलिए अब अगले चैप्टर पर मुलाकात होगी

     

  • 15. बेदर्द इश्क - Chapter 15

    Words: 1123

    Estimated Reading Time: 7 min

    कुणाल ने रणवीर को देखते हुए कहा" तुझे कैसे पता चला। कि मैं यहां तेरे पास आ रहा था। तभी कुणाल की नजर रणवीर के होठों पर गई। उस देखकर कुणाल के फेस पर स्माइल आ गई।
     
     
    "रणबीर ने इरिटेट होते हुए कहा" ऐसे बंदर की तरह दांत क्यों दिख रहा है।
     
    "कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा" क्या बात है। रणबीर तू कब से लिपस्टिक लगाने लग गया।
     
     
    "कुणाल की बातें सुनकर रणवीर ने उसे हैरानी से देखते हुए कहा... do you mean...
     
     
    "कुणाल ने रणबीर के होठों की तरफ इशारा करते हुए कहा" हां तेरे होठों पर लिपस्टिक के निशान है। कुणाल की बातें सुनकर रणबीर रूम में आया। और मिरर के सामने खड़ा हो गया। उसने अपने होठों को देखा। उसके होठों पर सच में लिपस्टिक के निशान थे।
     
     
    "कुणाल ने रणबीर के कंधे पर अपने हाथ रखते हुए कहा" तूने तो कहा था। कि तू पाखी से प्यार नहीं करता। फिर तू उसके इतना करीब कैसे आ गया। इसका मतलब तुम दोनों अभी इस रूम में कुणाल ने इतना ही कहा था। कि रणबीर ने उसे गुस्से में घुर कर देखा। तो कुणाल चुप हो गया। फिर रणवीर ने गुस्से में टिशू पेपर से अपने चेहरे को साफ किया। और बाथरूम में चला गया।
     
     
    "वहीं दूसरी तरफ आध्या जल्दी से अपने रूम में आई। और लंबी लंबी सांस लेने लगी। इस वक्त उसके पूरे कपड़े गीले थे। जो उसकी बॉडी से चिपके हुए थे। आध्या ने खुद से कहा" ऐसे कैसे मैं किसी और के रूम में चली गई। अच्छा हुआ किसी ने मुझे देखा नहीं। नहीं तो फिर सब बातें बनाने लगते।
     
     
    "दरअसल अभी थोड़ी देर पहले आध्या अपना रूम ढूंढ रही थी। उसने खुद से कहा मैंने तो भाई से पूछा भी नहीं मेरा रूम कौन सा वाला है। फिर वह इधर-उधर अपना रूम ढूंढने लगी। तभी उसे एक रूम मिला उसे बाथरूम जाना था। इसलिए उसने ज्यादा नहीं सोचा। और वह रूम में चली गई। वह रूम दिखने में काफी खूबसूरत था। एक किंग साइज का बेड रूम के बीचों बीच लगा हुआ था। रूम का इंटीरियर भी काफी खूबसूरत था।
     
     
    "दरअसल यह रूम रणवीर का था। इस पूरे पैलेस में सबसे ज्यादा सुंदर यही रूम था। आध्या पूरे रूम को आंखें फाड़ कर देख रही थी। क्योंकि वह आज से पहले कभी भी ऐसी जगह पर घूमने के लिए नहीं आई थी। क्योंकि आशा जी उसे ज्यादा बाहर जाने नहीं देती थी। सिर्फ कॉलेज के सिवा फिर आध्या वॉशरूम में चली गई। तभी रणबीर अपने रूम में आया था। आध्या खड़ी होकर गए सब सोच रही थी। फिर वह बाथरूम में चली गई। उसने मिरर में खुद को देखा। उसके फेस पर हल्दी लगी हुई थी। फिर उसने अपना फेस वाश किया। और चेंज करके रूम में आ गई।


     
    "थोड़ी देर बाद रणवीर बाथरूम से शावर लेकर बाहर आया। उसने इस वक्त अपने कमर पर वाइट टॉवल लपेट रखा था। इस वक्त रणबीर काफी हैंडसम लग रहा था। उसके भीगे हुए बाल उसके फॉरहेड पर बिखरे हुए थे।
     
     
    "तभी कोई एकदम से आकर रणबीर के गले से लग गया  रणवीर ने उसे देखा। उसको देखकर रणवीर को बहुत गुस्सा आ गया। रणवीर ने उसे लड़की को खुद से दूर करते हुए कहा... how dare you... तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे रूम में आने की...
     
     
    "दरअसल वो कोई और नहीं बल्कि पाखी थी। जो रणवीर से मिलने के लिए रणबीर के रूम में आई थी। पाखी ने मुस्कुराते हुए कहा" क्यों अब मुझे तुमसे मिलने के लिए तुम्हारी परमिशन लेने की जरूरत है। मैं तुम्हारी होने वाली वाइफ हूं। इसलिए मैं तुम्हारे रूम में बिना किसी परमिशन के आ सकती हूं।
     
     
    "रणबीर ने गुस्से में कहा" शादी कर रहा हूं। इसका यह मतलब नहीं है। कि तुम जबरदस्ती मेरे गले पड़ जाओगी। तुम्हें अच्छे से पता है। कि मैं तुमसे प्यार नहीं करता। इसलिए जितना हो सके मुझसे दूर रहो।
     
     
    "पाखी ने रणबीर के बातों का कोई जवाब नहीं दिया। और वह जाकर रणबीर के गले में अपने बाहें डालकर उसने मुस्कुराते हुए कहा" यह तो नामुमकिन है बेबी मैं भी देखती हूं। तुम मुझसे कब तक दूर भागते हो। इतना बोलकर वह रणबीर के होठों की तरफ बढ़ने लगी। यह देखकर रणबीर ने एक बार फिर से उसे खुद से दूर किया। और एक वार्निंग लुक देकर क्लोसेट रूम की तरफ चला गया।
     
     
    "रणबीर की इस हरकत पर पाखी को बहुत गुस्सा आया। उसने एक नजर क्लोसेट रूम की तरफ देखा। और गुस्से में अपने पैर पटकते हुए वहां से चली गई।


    अगले दिन...



    "रणवीर गार्डन में खड़ा था। और वह अपनी नजरों से पूरे गार्डन को एक्सप्लोर कर रहा था। जैसे किसी को ढूंढ रहा हो उसने पूरा गार्डन देख लिया। पर वह जिसे ढूंढ रहा था। वह उसे कहीं भी नहीं मिला तभी उसकी नजरों का पीछा करते हुए कुणाल ने भी इधर-उधर देखते हुए कहा" रणवीर ब्रो यार तू किसी को ढूंढ रहा है क्या...


    "रणबीर ने कुणाल की तरफ देखते हुए कहा" मैं उसे लड़की को ढूंढ रहा हूं। जो कल रात मेरे रूम में थी।


    "कुणाल ने हैरानी से कहा" लड़की अब यह कौन सी लड़की है। जिसे तू इतने इंटरेस्ट से ढूंढ रहा है।


    "फिर रणवीर ने अपनी पैंट की पॉकेट में से कुछ निकाल कर कुणाल को दिखाते हुए कहा" यह उस लड़की का पायल है। जो कल रात मुझे मेरे बेड पर से मिला।


    कल रात फिर से आध्या रणवीर के रूम में आकर सो गई थी। जिस वजह से उसका पायल रणवीर के बेड पर ही रह गया था। रणवीर ने जब वह पायल देखा। तो उसे उठाकर अपने पास रख लिया। हाय हमारी हीरोइन घूम फिर कर अपने हीरो के पास ही आ जाती है🤪



    "रणवीर की बाते सुनकर कुणाल अपने मन में ना जाने क्या क्या सोचने लगा कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा" मतलब कल रात तु उसे लड़की के साथ था। क्या बात है। ब्रो शादी किसी ओर से और रोमांस किसी ओर के साथ.. this is not fair..


    "तो रणबीर ने गुस्से में उसकी तरफ देखते हुए कहा" बकवास बनकर अपनी ऐसा कुछ नहीं है।


    "फिर रणबीर ने कुणाल की तरफ देखते हुए कहा" कल हल्दी फंक्शन के बाद जब मैं अपने रूम में गया था। तब एक लड़की मेरी बाथरूम में थी। उसके बाद से जो भी हुआ रणवीर ने कुणाल को सब कुछ बता दिया। जिसे सुनकर कुणाल की आंखें हैरानी से बड़ी हो गई। वो मुंह खोले रणवीर को देख रहा था।



    "तभी रणवीर ने अपना सर ना में हिलाते हुए कहा" अपना मुंह बंद कर ले नहीं तो मच्छर घुस जाएगा।



    "तो कुणाल ने अपना मुंह बंद करते हुए कहा" क्या मतलब तू कल बाथरूम में किसी लड़की के साथ रोमांस कर रहा था। अरे यार मुझे तो पता ही नहीं था। कि तू खड़ूस के साथ-साथ इतना रोमांटिक भी है।

     
     
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    अगला चैप्टर पड़ना बिल्कुल भी ना भुले...
     

  • 16. बेदर्द इश्क - Chapter 16

    Words: 1440

    Estimated Reading Time: 9 min

    रणबीर में कुणाल की तरफ गुस्से में देखते हुए कहा... what rubbish... यह क्या बोल रहा है तो उसमें तो है।


    "कुणाल ने कहा" सही तो बोल रहा हूं। तू ने तो कहा अभी की तूने उसे लड़की को किस भी किया था। लो कर लो बात चेहरा भी नहीं देखा। और रोमांस भी कर लिया। उसके साथ एक में ही बदनसीब हूं। जो अभी तक एक गर्लफ्रेंड भी नहीं बना पाया।


    "रणबीर ने गुस्से से कुणाल की तरफ घूरा तो कुणाल ने अपना मासूम सा फेस बनती हुए कहा" सही तो बोल रहा हूं। अभी तक मेरी कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं बनी। तेरी तो शादी भी होने वाली है। मेरा भी तो सोचता लेकिन नहीं तो तो हर बार हमेशा अपना ही सोचता है।


    "रणबीर ने कहा" तू 2 मिनट चुप रहेगा मुझे उसे लड़की को ढूंढना है। वह लड़की मुझसे दो-दो बार टकराई है। इसका मतलब वह इस शादी में शामिल है।


    "कुणाल ने इधर-उधर देखते हुए कहा" यहां पर तो बहुत सारी लड़कियां है। जो हमारी गेस्ट है। शायद उसी में से कोई होगी।


    "तो रणबीर ने सभी लड़कियों को एक नजर देखते हुए कहा" नहीं इनमें से कोई नहीं है।


    "तो कुणाल रणबीर की तरफ देखते हुए कहा" अच्छा तूने तो उसका चेहरा भी नहीं देखा है। फिर यह कैसे कह सकता है। कि इनमें से कोई भी लड़की वह नहीं है। जो कल तेरे साथ थी।


    "रणवीर ने एक गहरी सांस लेते हुए कहा" पता नहीं पर मैं श्योर हूं।


    "कुणाल ने रणबीर की तरफ देखते हुए कहा" अब क्या सोच रहा है तू...


    "रणवीर ने कुछ सोचते हुए कहा" मैं यह सोच रहा हूं। कि मैं उसे लड़की को ढूंढ लूंगा कैसे...


    "तो कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा" वैसे अगर तू चाहे तो मैं तुझे एक आईडिया दे सकता हूं। रणबीर ने सवालिया नजरों से उसकी तरफ देखा।


    "तो कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा"  क्यों ना हम बैचलर पार्टी करें वह भी इसी पैलेस में जिससे तू उसे लड़की को भी ढूंढ पाएगा। और तुझे उसके बारे में पता भी चल जाएगा। कुणाल की बातें सुनकर रणबीर ने गुस्से में उसकी तरफ देखा। तो कुणाल ने घबराते हुए कहा" अब ऐसे गुस्सा मत कर यही एक रास्ता है।


    "तो रणवीर ने गहरी  सांस लेते हुए कहा" ओके ठीक है। बैचलर पार्टी की तैयारी करो। इतना बोलकर वह अपने रूम की तरफ चला गया।



    रात के वक्त...



    "संगीत पार्टी की सारी अरेंजमेंट हो चुकी थी। सभी गेस्ट भी आ चुके थे। सभी लोग गार्डन एरिया में अपनी-अपने सीट पर बैठे हुए थे। सभी मेहमान स्नैक्स वगैरा खा पीकर संगीत पार्टी इंजॉय कर रहे थे।



    "रणवीर ने ग्रे कलर का टक्सीडो सूट पहना था। जिसमें वह काफी हैंडसम लग रहा था। अपने बालों को जेल से सेट किया था। हाथों में एक ब्रांडेड वॉच पैरों में चमचमाते जूते रोज के मुकाबले आज कुछ ज्यादा ही हैंडसम लग रहा था। संगीत में आई हुई सारी लड़कियां रणबीर को ही देखकर आंहे भर रही थी।



    "तभी कुणाल एक माइक लेकर स्टेज पर आया। उसने मुस्कुराते हुए कहा" शो लेडिस एंड जैंटलमैन जैसा कि आप सबको पता है। आज यहां संगीत पार्टी का फंक्शन है तो यहा कुछ धमाल करते हैं  let's go enjoy the sangeet party,, तो इस स्टेज पर धमाल मचाने के लिए आने वाले हैं। नरेश अंकल एंड उनकी ब्यूटीफुल वाइफ आशा आंटी तो जोरदार स्वागत कीजिए हमारे ब्यूटीफुल कपल का...



    "नरेश जी ने और आशा जी ने एक ओल्ड सॉन्ग पर डांस किया। फिर आकर अपने सीट पर बैठ गए। आध्या थोड़ी दूर खड़ी यह सब देख रही थी। उसने मुस्कुराते हुए कहा" आज मामा मामी के चेहरे पर गुस्सा नहीं है। तो दोनों कितने अच्छे लग रहे हैं। नहीं तो एनी टाइम गुस्सा रहता है। उनके चेहरे पर बाप रे मैं तो इनके गुस्से से डर जाती हूं।


    "फिर कुणाल स्टेज पर आ गया। उसने मुस्कुराते हुए कहा" तो आप बड़ी हैं। हमारे विवेक अंकल और उनकी मॉम मालती दादी की तू जोरदार तालिया से स्वागत करिए।


    "विवेक जी और दादी तूने स्टेज पर आए उन दोनों ने भी एक ओल्ड सॉन्ग पर डांस किया। फिर दादी अपनी जगह पर आकर बैठ गई। डांस की वजह से वह थक गई थी।


    "कुणाल ने माइक लिया और मुस्कुराते हुए कहा" क्या बात है। दादी आप तो आज भी बहुत यंग एंड हॉट आपको देखकर आपकी उम्र का कोई भी अंदाजा नहीं लग सकता।  कुणाल की बातों से वहां बैठे सभी लोग मुस्कुराने लगे।


    "कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा" अब बारी है हमारे दूल्हे की बहन और दुल्हन का भाई तो जोरदार तालिया से स्वागत करिए। पीयूष और रितिका का दोनों स्टेज पर आए।


    "तभी वहां पर एक रोमांटिक सा सॉन्ग प्ले हुआ। और दोनों उसे सॉन्ग पर थिरकने रखने लगे। थोड़ी देर बाद दोनों का डांस खत्म हो गया। तभी रितिका जैसे नीचे उतरने वाली थी। तो उसका लहंगा उसके सैंडल में फस गया। जिस वजह से वह गिरने वाली थी। तभी दो हाथों ने उसे अपने बाहों में थाम लिया। गिरने के डर से रितिका ने अपनी आंखें बंद कर रखी थी।



    "जब उसे दर्द का एहसास नहीं हुआ। तो उसने धीरे से अपनी आंखें खुली तो सामने पियूष का चेहरा था।  क्योंकि पीयूष ने उसे गिरने से बचा लिया था। वही पियूष के नज़ारे रितिका के चेहरे पर ही जाकर ठहर गई। उसकी नज़रें उसके गुलाबी होठों पर थी। पर उसने खुद को संभाला और फिर उसने रितिका को ठीक से खड़े करते हुए कहा" आप ठीक है।


    "तो रितिका ने अपना सर हां में हिला दिया। वही रितिका को गिरते हुए देखकर सभी घबरा गए थे। फिर जब सबने देखा कि पीयूष ने बचा लिया। तो सब शांति से बैठ गए। फिर रितिका और पीयूष भी अपनी जगह जाकर बैठ गए। पर वही पियूष के नज़ारे बार-बार रितिका पर ही जा रही थी। उसे रितिका को देखकर एक अजीब सा सुकून हो रहा था। जो वह समझ नहीं पा रहा था।



    "फिर कुणाल ने मुस्कुराते हुए कहा" तो चलिए अब हमारे स्पेशल कपल्स की बारी है। तो जोरदार स्वागत कीजिए कुणाल बोल ही रहा था। कि तभी उसने देखा रणबीर दूसरी तरफ के जा रहा था। तो पाखी भी उसके पीछे गई। पाखी ने कहा" भी तुम कहां अब हमारी नंबर है।


    "रणवीर ने अपना फोन देखते हुए कहा" पाखी तुम डांस कर लो। मेरा एक इंपॉर्टेंट कॉल है। वह अटेंड करना बहुत जरूरी है। इतना कहकर रणबीर दूसरे साइड में चला वही पाखी उसे गुस्से में जाते हुए देखती रही।


    "पाखी ने खुद से कहा" वह दिन ज्यादा दुर नहीं है। रणवीर जब तुम खुद मेरे करीब आओगे। अब देखो मैं तुम्हारे साथ क्या करती हूं। तभी पाखी गुस्से में स्टेज पर आई उसने एक सॉन्ग प्ले करवाया और उसे सॉन्ग पर डांस करने लगे।



    कैलेंडर मस्त कैलेंडर कैलेंडर मस्त कैलेंडर"

    तू ही मेरे दिल के अंदर"

    वे सजना वे सजना वे सजना"

    कैलेंडर मस्त कैलेंडर कैलेंडर मस्त कैलेंडर"

    तू ही मेरे दिल के अंदर"

    वे सजना वे सजना वे सजना"

    मन सात समंदर डोल गया"

    जो तू आंखों से बोल गया"

    मन सात समंदर डोल गया"

    जो तू आंखों से बोल गया"

    ले तेरी हो गई यार सजना वे सजना"

    ओ सजन मेरे यार सजना वे सजना"

    जो सात समंदर ढोल गया"

    तेरे प्यार में यह बिन बोल गया"

    ले तेरी हो गई यार सजना वे सजना"

    ओ सजन मेरे यार सजना वे सजना"


    "पाखी स्टेज पर डांस कर रही थी। रणबीर ने एक तिरछी नजर कुणाल की तरफ देखा। और फिर वहां से चला गया। उसने अपना फोन निकाला। और फिर किसी से बात करने लगा। थोड़ी देर बाद पाखी का डांस खत्म हो गया। तभी रणवीर को लगा। कि उसके अलावा कोई और भी वहां पर मौजूद है। तो उसने पीछे मुड़ कर देखा। तो एक लड़की वहां पर खड़ी थी।


    "रणबीर उसे लड़की के पास जाने लगा। तभी एक बार फिर से उसका फोन रिंग करने लगा। तो उसने अपना कॉल रिसीव कर लिया। और थोड़ी देर बात करने लगा। थोड़ी देर बात करने के बाद उसने इधर-उधर देखा। तो अब वह लड़की जा चुकी थी।


    "रणबीर में इरिटेट होते हुए खुद से कहा" आखिर हो कौन तुम क्यों बार-बार ऐसे मेरे सामने आकर मुझे परेशान कर रहे हो। तभी वहां पर कुणाल आ गया।


    "कुणाल ने रणबीर को देखते हुए कहा" क्या हुआ ब्रो तू इतना परेशान क्यों लग रहा है।


    "रणवीर ने अपने बालों में हाथ फिराते हुए कहा" कुछ नहीं यार अभी-अभी मैंने फिर से उसे लड़की को देखा और पता नहीं अचानक से कहां गायब हो गई। उस लड़की के ना मिलने पर रणवीर बेचैन सा हो गया।


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    रणवीर क्यों उसे लड़की को ढूंढना चाहता है और क्या चल रहा है पाखी के मन में आगे की कहानी जानने के लिए अगला पार्ट जरुर पड़ेगा

    प्लीज कीप मी सपोर्टिंग

    To ve countinue....

  • 17. बेदर्द इश्क - Chapter 17

    Words: 1005

    Estimated Reading Time: 7 min

    कुणाल ने रणबीर को देखते हुए कहा" क्या हुआ ब्रो तू इतना परेशान क्यों लग रहा है।


     
    "रणवीर ने अपने बालों में हाथ फिरते हुए कहा" कुछ नहीं यार अभी-अभी मैं फिर से उसे लड़की को देखा। और पता नहीं अचानक से वो कहां गायब हो गई।


     
    "कुणाल ने रणबीर के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा" अच्छा चल यह सब छोड़ मैं कल रात को बैचलर पार्टी की सारी अरेंजमेंट कर दी है। अब तो वह लड़की कल बैचलर पार्टी में आएगी। तभी उसके बारे में कुछ पता चलेगा।


     
    "रणबीर ने अपना सारा हां में हिलाया। और फिर वहां से अपने रूम की तरफ चला गया। अब तक संगीत पार्टी खत्म हो चुकी थी। सभी ने संगीत पार्टी में खूब इंजॉय किया। फिर थके होने की वजह से सभी अपने-अपने रूम में सोने के लिए चले गए।
     


     
    "रणबीर अपने बाथरूम में आया। उसने अपने फेस को वॉश करते हुए मिरर में देखते हुए खुद से कहा" तुम जो कोई भी हो बहुत जल्द तुम्हारे बारे में पता लगा लूंगा। पता नहीं तुम्हारे बारे में जानने के लिए मैं इतना इंटरेस्ट क्यों ले रहा हूं।
     


    "फिर रणवीर ने अपने कपड़ा चेंज किया। और आकर बेड पर लेट गया। पर उसे नींद नहीं आ रही थी। फिर वह उठकर बालकनी में जाकर खड़ा हो गया। और एक तक आसमान को देखने लगा। फिर उसने अपनी आंखें बंद के और ठंडी-ठंडी हवा का आनंद लेने लगा।
     
     


    "तभी उसकी आंखों के सामने फिर से वही लड़की का चेहरा घूमने लगा। वह लड़की एक गार्डन में बैठी रो रही थी। रोने की वजह से उसे लड़की का गोरा चेहरा बिल्कुल लाल हो गया था। जिससे वह खरगोश के बच्चे की तरह बहुत क्यूट लग रही थी। यह सब याद करके रणवीर के फेस पर एक प्यारी सी स्माइल आ गई।


     
    "फिर उसने अपनी आंखें धीरे से खोलते हुए खुद से कहा" तुम्हें जब भी याद करता हूं। तो एक सुकून सा मिलता है। मुझे...चाहे कितना भी उदास क्यों ना रहूं। पर तुम्हें याद करने के बाद मेरी सारी उदासी दूर हो जाती हैं। क्योंकि तुम मेरी सुकून हो। फिर रणवीर ने दर्द से मुस्कुराते हुए कहा" पर सब की तरह तुम भी मुझसे दूर हो गए।


     
    अगले दिन...


     
    "प्रगति जल्दी उठकर किचन में अपनी मां के साथ अपनी मां का हाथ बता रही थी। तभी प्रगति की मां ने कहा" प्रगति बेटा छोड़िए सब तू जाकर तैयार हो जा। मैं तेरा टिफिन पैक करती हूं। और हां उसे कुंभकरण की औलाद को भी उठा दे उसे भी तो कॉलेज जाना है।


     
    "प्रगति ने अपना सर हां में हिलाया। और फिर अपने रूम की तरफ चली गई। वह रूम में आई और जाकर पूजा के बगल में बैठ गई। उसने पूजा को उठाते हुए कहा" उठ जा पुजा और कितना सोएगी तुझे कॉलेज नहीं जाना है क्या...
     


     
    "पूजा ने कसमसाते हुए कहा" अरे यार दीदु खुद तो सुबह-सुबह उठ जाती हो। कम से कम मुझे तो मेरी नींद पूरी कर लेने दो।


     
    "प्रगति ने कहा" हां तो यहां अपनी नींद पूरी करते रहना। और वहां तेरा कॉलेज का टाइम हो जाएगा। जल्दी उठकर तैयार हो मुझे कुछ नहीं सुना। मैं ऑफिस जाते समय तुझे तेरे कॉलेज तक ड्रॉप कर दूंगी। तेरा कॉलेज तो मेरे रस्ते में ही पड़ता है। चल अब ज्यादा नौटंकी मत कर...
     

     
    "पूजा मुंह बनाते हुए उठकर वेट पर बैठ गई। और फिर ना नुकुर करके बाथरूम में चली गई। थोड़ी देर बाद तैयार होकर डाइनिंग टेबल पर दोनों ने ब्रेकफास्ट किया। और दोनों घर से निकल गई।


     
    खन्ना इंडस्ट्रीज...
     


    "कबीर आज ऑफिस जल्दी आ गया था। क्योंकि आज उसकी मीटिंग थी। इसलिए वह सीधा अपने मीटिंग में ही चला गया था। दो-तीन घंटे तक मीटिंग चली। फिर कबीर अपने केबिन में आकर बैठ गया।
     


    "उसके सामने ध्रुव बैठा था। ध्रुव में कबीर की तरफ देखते हुए कहा" आज रणबीर रॉय कपूर की शादी की बैचलर पार्टी है। उसने हमें भी बुलाया है। बैचलर पार्टी में...और पार्टी कपूर पैलेस में ही हो रही है।
     


     
    "कबीर ने डेविल स्माइल करते हुए कहा" जब बैचलर पार्टी का इनविटेशन दिया है। तो जाना तो बनता है। ठीक है। चलने की तैयारी कर और हां प्रगति भी हमारे साथ चल रहे हैं।
     



    "थोड़ी देर बाद प्रगति कबीर के केबिन में खड़ी थी। कबीर ने प्रगति की तरफ देखते हुए कहा" आज रात को हमें एक बैचलर पार्टी में जाना है। वह क्या है ना मेरे राइवल बिजनेसमैन की शादी है। और फिर एक पैकेट प्रगति की तरफ करते हुए कहा" और यह तुम्हारे लिए ड्रेस है। टाइम पर रेडी रहना हम साथ में चलेंगे।
     


    "प्रगति ने मना करते हुए कहा" लेकिन सर मैं रात को बाहर कहीं भी नहीं जाती हूं। मेरे घर से अलाउ नहीं है।


     
    "कबीर ने सर्द आवाज में कहा" तुम अकेली नहीं मेरे साथ जा रही हो। इसलिए दोबारा मुझे मना करने की हिम्मत भी मत करना। कबीर की इतनी सर्द आवाज सुनकर प्रगति डर जाती है। और फिर अपना सर हां में हिला कर वहां से चली जाती है।
     


    "प्रगति के जाने के बाद ध्रुव में कबीर की तरफ देखते हुए कहा" क्या बात है कबीर तू कुछ ज्यादा ही इस लड़की पर मेहरबान नहीं हो रहा है।
     

     
    "कबीर ने ध्रुव की तरफ बिना देखे कहा" ऐसा कुछ नहीं है। वह बस मेरे सेक्रेटरी है। इसलिए मैं उसे अपने साथ लेकर जा रहा हूं।
     


    "ध्रुव ने सीरियस होते हुए कहा" अच्छा आराधना भी तो तेरी बेस्ट फ्रेंड है। लेकिन तू उसके साथ तो कहीं पार्टी में नहीं जाता। बल्कि जब वह कहती है। तो तू ना नुकर करता है। और यह तो फिर भी तेरी सेक्रेटरी है। कहीं मैं जैसा सोच रहा हूं। वैसा ही तो कुछ नहीं है।
     



    "कबीर ने ध्रुव की तरफ गुस्से में देखते हुए कहा" और तू ऐसा क्या सोच रहा है। मैंने तुझे कहा ना तू जैसा सोच रहा होगा। वैसा कुछ नहीं है। चल अब निकल यहां से...


     
    "ध्रुव ने मुंह बनाते हुए कहा" हां हां जा रहा हूं। लेकिन जब ऐसी कोई बात होगी। ना तो सबसे पहले तु मुझे बताएगा। और अगर नहीं बताया है ना तो देख लेना।


     °°°°°°°°°°°°°°°°°°°


    फ्रेंड्स कहानी पढ़ कर लाइक कमेंट कर दीजिएगा

  • 18. बेदर्द इश्क - Chapter 18

    Words: 1006

    Estimated Reading Time: 7 min

    रात के वक्त...


     
    "पैलेस के गार्डन में सभी यंग मौजूद थे। क्योंकि ओल्ड लोग इस पार्टी में शामिल नहीं थे। सभी ने ब्लैक कलर का आउटफिट पहना था। सब एक से बढ़कर एक लग रहे थे। रणवीर ने ब्लैक कलर का थ्री पीस सूट पहना था। और अंदर से वाइट शर्ट थी। जिसमें वह काफी हैंडसम लग रहा था। इस पार्टी में रणबीर के सभी बिजनेस से रिलेटेड दोस्त और उसकी गर्लफ्रेंड आई हुई थी। जो रणवीर को ही देख रही थी।
     


     
    "तभी वहां पर एक मर्सिडीज़ कार आकर रूकती है। उस कार में से कबीर पूरे एटीट्यूट से बाहर निकलता है। कबीर को देखकर रणवीर ने डेविल स्माइल किया। फिर गाड़ी का दूसरा डोर ओपन हुआ। और वहां से एक लड़की बाहर निकली उसने ब्लैक कलर का इवनिंग गाउन पहना था। बहुत खूबसूरत लग रही थी। वह कोई और नहीं बल्कि प्रगति थी।
     


    "कबीर धुव आगे आगे चल रहे थे। तो वही प्रगति उन दोनों से पीछे और धीरे-धीरे चल रही थी। क्योंकि उसे हाई हील्स पहनने की आदत नहीं थी। इसलिए वह धीरे-धीरे चल रही थी।
     


    "कबीर रणबीर के सामने आकर खड़ा हो गया। फिर रणवीर ने डेविल स्माइल करते हुए अपना हाथ आगे बढ़ते हुए कहा" हेलो मिस्टर खन्ना.. how are you..


     
    "कबीर ने टेड़ा मुस्कुराते हुए कहा... I am fine...


     
    "तभी रणवीर की नजर प्रगति पर गई। जो कबीर से थोड़ी दूरी पर खड़ी थी। रणवीर ने टेड़ी स्माइल करते हुए कहा" यह ब्यूटीफुल कौन है। क्या तुम मुझे इनसे नहीं मिलाओगे।
     



    "कबीर ने रणवीर की तरफ देखते हुए कहा" यह मेरी पर्सनल सेक्रेटरी है।


     
    "रणबीर ने इविल स्माइल करते हुए कहा" अच्छा पर मुझे तो कुछ और ही लगा था। तो कबीर ने रणबीर की तरफ घुरा...
     
     


    "तभी वहां पर पाखी आई पाखी ने रणबीर की तरह देखते हुए कहा" क्या हुआ रणबीर यह कौन है। क्या तुम मुझे अपने दोस्तों से नहीं मिलोगे।
     

     
    "रणबीर ने जबरदस्ती का मुस्कुराते हुए कहा" अफकोर्स बेबी इनसे मिलो यह मेरा सबसे बड़ा दुश्मन कबीर खन्ना है। और यह उसका दोस्त ध्रुव मित्तल और यह है। मेरी होने वाली वाइफ पाखी खुराना...पाखी जब से वहां पर आई थी। तब से ही प्रगति पाखी को ही देख रही थी। क्योंकि पाखी ने ड्रेस ही ऐसा पहना था। जो छुपाने का कम दिखाने का काम ज्यादा कर रहा था।


     
    "प्रगति ने अजीब मुंह बनाते हुए अपने मन में सोचते हुए कहा" इसकी ड्रेस कितनी वाहियात है। और मेकअप भी कैसा किया है। बिल्कुल बंदरिया लग रही है।


     
    "फिर रणवीर ने इधर-उधर देखते हुए टेड़ी स्माइल करते हुए कहा" क्या बात है तुम्हारी वह चोर फ्रेंड नहीं आई।
     


    "रणबीर की बातें सुनकर कबीर ने गुस्से में कहा... Mind your language... वह कोई चोर नहीं है। वो मेरी फ्रेंड है। तुमने मुझे यहां ताना मारने के लिए बुलाया है।।क्या रणवीर की बाते सुनकर कबीर का मुड खराब हो गया। कुणाल बार काउंटर पर बैठकर ड्रिंक कर रहा था। और यह सब देखते हुए इंजॉय कर रहा था।



    "फिर कुणाल उठकर रणवीर की तरफ आ गया। उसने मुस्कुराते हुए कहा" अरे जब तुम सब यहां आए गए हो। तो क्यों उन बातों में अपना टाइम वेस्ट करना चलो..let's go some fun..
     


    "वही दूसरी तरफ आध्या अपने रूम में अपने कपड़ों में उलझी हुई थी। क्योंकि पीयूष ने उसे भी बैचलर पार्टी में आने के लिए कहा था।
     


    "तभी पियूष उसके रूम में आया उसने आध्या को देखते हुए कहा" क्या हुआ आदु तू अभी तक तैयार नहीं हुई। मैंने कहा था। ना हमें बैचलर पार्टी में चलना है। पार्टी तो अब शुरू भी हो गई है।


     
    "आध्या ने मासूमियत से कहा" भाई मुझे नहीं जाना मेरे पास तो कोई ढंग के कपड़े भी नहीं है।


     
    "पीयूष ने अपना सर ना में हिलाया। और फिर उसने बेड पर देखा। जहां इस वक्त कपड़ों का बाढ़ आया हुआ था। फिर उनमें से एक ड्रेस उठाते हुए कहा" इसे पहन ले यह तुझ पर बहुत अच्छा लगेगा। और रेडी होकर बाहर आ जाना मैं तुझे बाहर ही मिलुंगा। आध्या ने अपना सर हां में हिलाया और फिर बाथरूम में चली गई।


     
    "वहीं दूसरी तरफ पार्टी में सभी लोग अपने-अपने कपल्स के साथ डांस कर रहे थे। लेकिन रणबीर बार काउंटर की तरफ बैठकर ड्रिंक कर रहा था। पाखी ने रणबीर से आकर कहा" रणवीर चलो ना हम भी डांस करते हैं। आज तो हमारी बैचलर पार्टी है। यह पार्टी हमारे लिए है। और तुम ही यहां अकेले में बैठे हुए हो।
     


    "रणवीर ने वाइन का एक सिप लेते हुए कहा" मेरा मन नहीं है। तुम जाओ एंजॉय करो।
     


    "रणबीर की बातें सुनकर पाखी को गुस्सा आ गया। और वह वहां से दूसरे साइड चली गई। पाखी ने गुस्से में रणबीर की तरफ देखा। और फिर बेटर को कुछ समझने लगी। और अपने पर्स से थोड़े पैसे निकाल कर वेटर को दे दिए। और अपना सर हां में हिला कर वहां से दूसरे साइड चली गई।
     


    "थोड़ी देर बाद आध्या रेडी होकर अपने रूम से बाहर आई। उसने ब्लैक कलर का अनारकली सूट पहना था। जो उसे पर बहुत ही खूबसूरत लग रहा था। सूट के एक साइड से कट लगा हुआ था। जिसमें उसकी गोरी पतली कमर दिख रही थी।


     
    "पीयूष उसके रूम के थोड़ी दूरी पर ही खड़ा किसी से फोन पर बातें कर रहा था। फिर उसने जब आध्या को आते हुए देखा। उसने अपना कॉल कट करके अपने पॉकेट में रखा। और फिर आध्या की तरह बड़ गया। उसने मुस्कुराते हुए कहा" मैंने कहा था ना इस ड्रेस पर तू बहुत अच्छी लगेगी। तू कुछ भी पहनती है। तुझ पर बहुत जचता है। आध्या ने भी मुस्कुरा दिया। फिर उसने मुस्कुराते हुए आध्या का हाथ पकड़ा। और उसे अपने साथ पार्टी में ले जाने लगा।


     
    "वही थोड़ी देर बाद रणबीर बार काउंटर पर बैठा था। जब उसकी नजर सामने से आते हुए किसी शख्स पर पड़ी। तो उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई। फिर एकदम से उसके चेहरे के एक्सप्रेशन डार्क हो गए। और चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई।



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    आखिर किसे देखा था और क्या करना चाहती हैं पाखी जानने के लिए आगे की कहानी जरूर पढ़िएगा और लाइक और कमेंट भी कर दीजिएगा
     
     
     
    To ve countinue....
     
     
     

  • 19. बेदर्द इश्क - Chapter 19

    Words: 1160

    Estimated Reading Time: 7 min

    रणबीर बार काउंटर पर बैठा था। जब उसकी नजर सामने से आते हुए किसी शख्स पर पड़ी। तो उसकी आंखें हैरानी से बड़ी हो गई। फिर एकदम से उसके चेहरे के एक्सप्रेशन डार्क हो गए। और चेहरे पर डेविल स्माइल आ गई। वह बस एक तक सामने की तरफ देख रहा था। फिर उसने डेविल स्माइल करते हुए कहा" वेलकम मैं कब से तुम्हारा ही तो वेट कर रहा था। बाकी मुझे कोई इंटरेस्ट नहीं है। इस पार्टी में पता नही ऐसा क्यु लग रहा है। कि मैं तुम्हें जानता हूं। और इसीलिए तुम मुझसे छुप रही हो। पर अब ज्यादा देर तुम मुझे छुप नहीं पाओगे।




    "तभी कुणाल ने कहा" तुम रणवीर क्या वह लड़की अभी तक पार्टी में नहीं आई है। तो रणबीर ने सामने की तरफ इशारा करते हुए कहा" वो रही कुणाल ने सामने देखा। सामने से पीयूष और आध्या दोनों आ रहे थे। आध्या को देखकर वहां पर सारे लड़के की आंखें उसी पर जम गई थी। क्योंकि वह सिंपल सी ड्रेस में भी बहुत ही खूबसूरत लग रही थी। उसने अपने चहरे पर मास्क लगाया था। जिस वजह से उसके होंठ दिख रहे थे। जिस पर उसने रेड कलर की लिपस्टिक लगाई थी। उसकी अनारकली सूट से उसकी गौरी पतली कमर दिख रही थी। ब्लैक कलर की अनारकली सूट में आध्या बिल्कुल किसी परी की तरह लग रही थी। यही तो बात थी। आध्या में वह जो भी पहनती थी उसमें बहुत ही खूबसूरत लगती थी।




    "रणवीर आध्या को ऊपर से नीचे तक बिना पलके झपकाए देख रहा था। आध्या को देखकर एक पल के लिए तो रणवीर की हार्टबीट तेज हो गई। तो वही पाखी उसे देखकर गुस्से में देख रही थी।



    "कुणाल ने सामने देखते हुए कहा" पर उस लड़की ने तो अपने चेहरे पर मास्क पहना है। तो तू यह कैसे कह सकता है। कि यही वह बाथरूम वाली लड़की है। दरअसल यह बैचलर पार्टी एक मास्क पार्टी थी। इसलिए वहां पर सभी मास्क पहने हुए थे।




    "रणबीर ने बिना किसी भाव के कहा" मैंने उस दिन भी उसका चेहरा नहीं देखा था। तो इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। पर यह पीयूष के साथ क्या कर रही है।




    "कुणाल ने कहा अरे इसकी गर्लफ्रेंड होगी। और क्या तभी तो यह यहां इस शादी में इनवाइटेड है। चल हम पियूष से ही पूछते हैं। कि यह लड़की कौन है।



    "तो रणबीर ने वाइन का सिप लेते हुए कहा" नहीं डायरेक्ट नहीं पूछ सकते डाउट हो जाएगा।



    "पीयूष और आध्या सभी के बीच जाकर डांस कर रहे थे। उसने आध्या को 1 मिनट के लिए भी अकेला नहीं छोड़ा था। क्योंकि वह जानता था। कि अगर पाखी उसे देखेगी। तो जरूर उस पर गुस्सा करेगी।



    "रणबीर ने एक नजर कुणाल की तरफ देखा। कुणाल ने रणवीर का इशारा समझ लिया। और अपने हाथ में माइक लेकर स्टेज के पास खड़ा हो गया। उसने कहा" हेलो एवरीवन आज इस पार्टी में एक ट्विस्ट लाने वाला हूं। मैं दरअसल मैंने सोचा कि इस बैचलर पार्टी में कुछ मजा नहीं आ रहा है। इस वजह से मैंने कुछ ऐड किया है। इसमें और वह यह है। कि आप सबके पार्टनर्स चेंज होंगे तो ही आज की पार्टी में मजा आएगा। कुणाल की बातें सुनकर सभी जोर जोर से हुटिंग करने लगते हैं। फिर उसने डीजे वाले को एक सॉन्ग प्ले करने को कहा"



    "रणवीर भी वहा पर आकर खड़ा हो गया। रणवीर को देखकर पाखी को बहुत खुशी हुई। तभी सभी का पार्टनर चेंज होता है। रणवीर ने जल्दी से आध्या का हाथ पकड़ कर अपनी तरफ खींच लिया। जिससे आध्या उसके सीने से जाकर टकराई। फिर दो नीली आंखें दो काली आंखों से जा मिली रणबीर आध्या के साथ डांस कर रहा था। तो वही कबीर के साथ पाखी थी। और पीयूष के साथ प्रगति डांस कर रही थी। वही रितिका और ध्रुव डांस कर रहे थे।



    कभी जो बादल बरसे"

    मैं देखूं तुझे आंखे भर के"

    तू मुझे लगे पहली"

    बारिश की दुआ"

    तेरे पहलू में रह लूं"

    मैं खुद को पागल कह लूं"

    तू गम दया खुशियां सह लु साथिया"



    "डांस करते वक्त पूरे टाइम रणवीर की नजर आध्या पर ही थी। उसकी नजर उसके गुलाबी होठों पर थी। उसके गुलाबी होंठ को देखकर उसे अपने होठों से छुने का मन कर रहा था। रणवीर ने खुद को कंट्रोल किया। उसने खुद से कहा" ये मुझे क्या हो रहा है। क्यु में इस लड़की के करीब जाना चाहता हूं। वही आध्या उसके नीली आंखों को देखकर पहचान गई थी। उसने अपने मन में कहा" ओ तेरी यह तो वही नीली आंखों वाला राक्षस है। जिसके बेडरूम में मैं एक बार नहीं बल्कि दो दो बार गलती से चली गई थी।


    कोई नहीं तेरे सिवा मेरा यहां"

    मंजिले है मेरी तो सब यहां"

    मिटा दे सभी आजा फासले"

    मैं चाहूं मुझे मुझसे बाट ले"

    जरा सा मुझ में तू झांक ले मैं हूं क्या"



    "डांस करते हुए सभी ने अपना पार्टनर्स चेंज किया। जिससे प्रगति कबीर के पास आ गई  और रितिका पियूष के पास वही पाखी ध्रुव के पास आ गई थी। लेकिन वह इस वक्त काफी गुस्से में रणवीर को ही घुर रही थी।



    "वहीं रणबीर ने आध्या को पलट दिया था। जिससे उसकी पीठ रणवीर के सीने से लगी हुई थी। रणवीर ने आध्या के कानों में धीरे से कहा" तुम्हें क्या लगा था। मैं तुम्हें ढूंढ नहीं पाऊंगा। फिर रणबीर ने उसे अपनी तरफ पलट दिया।



    " उसकी बातें सुनकर आध्या ने अपने नीचे वाले होंठ को बाहर निकलते हुए कहा" तो क्या आप फिर से मुझे पनिशमेंट दोगे। आध्या की क्युट नेस पर एक पल के लिए रणवीर उसे देखता रहा।



    "फिर रणवीर ने डेविल स्माइल करते हुए कहा" या सिली गर्ल बहुत स्मार्ट हो। तुम तुम्हें समझ आ गया। कि मैं तुम्हें पनिशमेंट करूंगा।


    पहले कभी ना तूने मुझे गम दिया"

    फिर मुझे क्यों तनहा कर दिया"

    गुजरे थे जो लम्हे प्यार के"

    हमेशा तुझे अपना मान के"

    तो फिर तूने बदली क्यु अदा"

    ये तुने क्यु किया"

    वो ओ ओ वो ओ ओ"

    कभी जो बादल बरसे"

    मैं देखूं तुझे आंखे भर के"

    तु मुझे लगे पहली बारिश की दुआ"

    तेरे पहलू में रह लूं"

    मैं खुद को पागल कह लूं"

    तु गम दे या खुशियां सह लूं साथिया"



    "फिर सभी का डांस खत्म हो गया। तभी आध्या जल्दी से रणबीर का हाथ छुड़ाकर वहां से भाग गई। रणबीर भी उसके पीछे जाने लगा। तो कुणाल ने उसे रोक लिया।


    "तभी प्रगति भी वहां से जाने लगी। तो उसका सैंडल उसकी ड्रेस में अटक गया। जिस वजह से वह नीचे गिर गई। कबीर ने उसे गिरते हुए देखा। तो वह जल्दी से प्रगति के पास आया। उसने प्रगति को उठाते हुए कहा" प्रगति आर यु ओके तुम ठीक हो। तुम गिर कैसे गई।


    "प्रगति ने रोते हुए कहा" नहीं वह मुझे उठा नहीं जा रहा है। दर्द की वजह से प्रगति का पूरा चेहरा लाल हो गया था। उसे इस तरह देखकर कबीर के दिल में एक टीस सी उठी।


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    मेरी यह कहानी आपको पसंद आ रही है तो प्लीज कमेंट में मुझे जरूर बताइएगा

  • 20. बेदर्द इश्क - Chapter 20

    Words: 1118

    Estimated Reading Time: 7 min

    प्रगति के पास कुणाल ध्रुव और रणबीर भी आ गए थे। रणबीर ने कबीर की तरफ देखते हुए कहा" लगता है। इसके पैर में मोच आ गया हैं। तभी कबीर ने प्रगति के पैर को देखा जो लाल हो गए थे। और थोड़ा पर सुज गया था। कुणाल जल्दी से फर्स्ट एड बॉक्स लेकर आया। उसने कबीर को दे दिया। कबीर ने फर्स्ट एड बॉक्स से जल्दी से एक स्प्रे निकाला। और प्रगति के पैर पर कर दिया।



    "रणवीर ने कबीर की तरफ देखते हुए कहा" तुम सब आज रात यहीं रुक जाओ। वैसे भी काफी रात हो गई है। इतना कहकर रणवीर अंदर की तरफ बढ़ गया। कबीर ने प्रगति को अपनी गोद में उठाया। कबीर के इस तरह उठाने से प्रगति को बहुत शर्म आ रही थी। उसने अपने हाथ कबीर के गले में डाल दिया। कबीर रूम की तरफ चला गया। आधी रात हो चुकी थी। इसीलिए अब तक सभी अपने-अपने रूम में आराम करने के लिए चले गए। क्योंकि सभी काफी थक गए थे।



    "पाखी गुस्से में अपने रूम का सारा सामान इधर-उधर फेंक रही थी। आध्या पर बहुत गुस्सा आ रहा था। क्योंकि आध्या की वजह से पाखी का प्लान फेल हो गया।



    "दरअसल पाखी ने एक ड्रिंक रणवीर के लिए बेटर के हाथ भिजवाया था। लेकिन आध्या की वजह से रणवीर वहां से उठकर आध्या के साथ डांस करने के लिए चला गया। जिस वजह से उसने वह ड्रिंक नहीं की थी। इसलिए अब उसे आध्या पर बहुत गुस्सा आ रहा था। पाखी ने गुस्से में कहा" मेरा तो मन कर रहा है। कि मैं तुझे आज के आज ही जान से मार डालूं पर नहीं तुझे इतनी आसानी से नहीं मारूंगी।


    "कबीर प्रगति को एक रूम में लेकर आया। उसने प्रगति को बेड पर लेटाते  हुए कहा" तुम आराम करो और अपने पैर में बजन मत देना तुम्हारे पैर में मोच आई है। जितना आराम करोगी उतना बेहतर होगा। तुम्हारे लिए इतना बोलकर कबीर बाथरूम में चला गया।


    "थोड़ी देर बाद कबीर फ्रेश होकर बाहर आया। तो उसने देखा प्रगति बाथरूम की तरफ ही देख रही थी। प्रगति ने कबीर की तरफ देखते हुए कहा" सर मैं अपने रूम में जाकर आराम कर लूंगी। आप सो जाइए आप बहुत थके हुए हैं।


    "कबीर ने थोड़े गुस्से में कहा" शायद तुमने सुना नहीं मैंने क्या कहा तुम अपने पैर पर वजन नहीं दोगी। इसलिए चुपचाप से सो जाओ इतना बोलकर कबीर काउच पर लेट गया उसको काउच पर लेटते देखकर...


    "प्रगति ने घबराते हुए कहा" लेकिन सर हम दोनों एक रूम में कैसे रह सकते हैं। आप समझ नहीं रहे हैं। मैं क्या कहना चाहते हैं।



    "कबीर ने सर्द आवाज में कहा" मैं सब समझ रहा हूं। इसलिए मैं तुम्हें अकेला छोड़कर दूसरे रूम में नहीं जा सकता अगर ज्यादा बकबक की ना तो मैं काउच के जगह बेड पर आकर सो जाऊंगा। इसलिए प्लीज मेरा दिमाग खराब मत करो। और चुपचाप से सो जाओ तुम्हें रेस्ट की जरूरत है।



    "कबीर की बातें सुनकर प्रगति जल्दी से आंखें बंद करके लेट गई। दर्द की वजह से उसे जल्द ही नींद आ गई पर कबीर  अभी जाग रहा था प्रगति के सोने के बाद कबीर काउच पर से उठकर बैठ की तरफ आया। और प्रगति को गौर से देखने लगा। फिर वह प्रगति के पास आकर लेट गया। और मुस्कुराते हुए उसे देखने लगा। फिर थोड़ी देर बाद उसे भी नींद आ गई।


    "वही जब रणबीर अपने रूम में आया। तो उसका रूम अंधेरा था। और कोई उसके बेड पर बैठी हुई थी। रणबीर ने गुस्से में कहा" वाह तुम फिर से मेरे रूम में आकर बैठ गई मुझे लगता है। तुम्हें मेरा रूम कुछ ज्यादा ही पसंद आ गया है।


    "रणबीर की आवाज सुनकर उसने अपने घुटने से अपना चेहरा निकाल कर देखते हुए अपने लड़खड़ाती हुई आवाज में कहा" नहीं मैं जानबूझकर नहीं आई हूं। वह क्या है ना यह पैलेस बहुत ही बड़ा है। और मैं इसमें बार-बार खो जाती हूं। मुझे नहीं पता मेरा रूम कौन सा वाला है। मुझे कुछ ठीक से याद नहीं है।


    "रणवीर ने उसकी तरह गुस्से में देखते हुए कहा" तुमने ड्रिंक की है


    "वह कोई और नहीं आध्या थी आध्या ने लड़खड़ाते हुए कहा" ये ड्रिंक क्या होता है।



    "रणवीर ने गुस्से में थोड़े ऊंचे आवाज में कहा... don't be smart... और  तुम्हें क्या बार-बार मेरा ही रूम मिलता है रहने के लिए...


    "आध्या ने मासूमियत से कहा" नहीं मैं सच्ची बोल रही हूं। मैंने तो सिर्फ ऑरेंज जूस पिया था। पर पता नहीं उसके पीने के बाद से मेरा सर चक्कराने लगा। इसलिए मैं भाग के यहां आ गई। मुझे वहां कुछ अच्छा नहीं लग रहा था। और मैं यहा गलती से आ गई हुं। सच्ची गॉड प्रॉमिस...


    "रणबीर ने बेड की तरह देखते हुए कहा" यह तुम्हारा सैंडल बेड के ऊपर क्या कर रहा है।


    "आध्या बेड पर खड़ी हो गई। और उसने अपने कमर पर दोनों हाथ रखते हुए बड़ी मासुमियत से कहा" यह मेरा सैंडल है मैं बेड पर हूं। तो यह मेरे पास ही होगा। ना और मेरे पैर में बहुत दर्द हो रहा था। इसलिए मैंने इसे उतार कर बेड पर रख दिया। और हो कौन तुम क्यों मुझे बार-बार धमकाते रहते हो।


    "रणवीर ने गुस्से में कहा" क्या तुम्हें मुझसे डर नहीं लगता


    "आध्या ने कहा" बिल्कुल भी नही मैं क्यों डरूं तुमसे...


    "रणबीर में एटीट्यूड से कहा" मैं द रणवीर रॉय कपूर हूं सब डरते हैं। मुझसे इसलिए तुम्हें भी मुझसे डरना होगा।


    "आध्या ने हंसते हुए कहा" अच्छा तुम रणवीर रॉच कपूर हो तो मैं भी आलिया भट्ट हूं। और मैं आलिया भट्ट तुमसे नहीं डरती जाओ जो करना है कर लो...



    "रणवीर ने अपना सर ना में हिलाते हुए कहा" स्टूपिड गर्ल नीचे उतरो...


    "आध्या बेड से नीचे उतर गई। उसने रणवीर की तरफ अपनी उंगली दिखाते हुए कहा" तुम बहुत बुरे हो नीली आंखों वाले राक्षस...


    "रणबीर में आध्या की तरह गुस्से में देखते हुए कहा" तुम मुझे ऐसे उलटी-सीधे नाम से मत बुलाओ। नहीं तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा।


    "आध्या ने गुस्से में कहा" क्या अच्छा नहीं होगा। क्या उस दिन की तरह तुम मुझे फिर से किस करोगे। तुम बहुत बुरे हो इतना बोलकर आध्या ने गुस्से में रणवीर को धक्का दे दिया। जिस वजह से रणबीर दो कदम पीछे हो गया। आध्या के धक्का देने की वजह से रणबीर को बहुत गुस्सा आ गया।


    "रणवीर ने गुस्से में आध्या की तरफ बड़ते हुए उसने गुस्से में सर्द आवाज में कहा" स्टूपिड गर्ल तुम्हें मुझसे कोई नहीं बचाएगा। तैयार हो जाओ मेरी पनिशमेंट सहने के लिए रेडी हो जाओ।



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    अब क्या करेगा रणवीर आध्या के साथ क्या आध्या रणवीर के गुस्से को सह पाएगी जानने के लिए अगला पार्ट जरुर पड़ेगा लाइक और कमेंट भी कर दीजिएगा मुझ गरीब की दुआ लगेगी आप सभी को



    To ve countinue....