एक प्राचीन साम्राज्य की धरती पर इंसान और रहस्यमयी Aelari जाति सदियों से युद्ध में बँधे हैं। लेकिन नियति ने आधा इंसान–आधा Aelari जन्मा, Kael Arion, को चुना है — जिसका खून दोनों जातियों का है और जिसकी किस्मत तय करेगी कि साम्राज्य बचेगा या ढहेगा। र... एक प्राचीन साम्राज्य की धरती पर इंसान और रहस्यमयी Aelari जाति सदियों से युद्ध में बँधे हैं। लेकिन नियति ने आधा इंसान–आधा Aelari जन्मा, Kael Arion, को चुना है — जिसका खून दोनों जातियों का है और जिसकी किस्मत तय करेगी कि साम्राज्य बचेगा या ढहेगा। राजनीति की साज़िशें, निषिद्ध प्रेम और छिपे हुए सच के बीच, उससे टकराती है Lyra Serin, जो साम्राज्य की वफादार योद्धा भी है और गुप्तचर भी। दुश्मनी और कर्तव्य की जंजीरों में जकड़े ये दोनों, क्या अपने दिल की आवाज़ सुन पाएँगे या युद्ध की आग में जल जाएँगे? . . . . .
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पूर्व के आसमान में लालिमा फैली हुई थी। सुबह की धुंध महल की ऊँची मीनारों को ढँक रही थी, मानो कोई अदृश्य परदा साम्राज्य को रहस्यों में छुपा रहा हो। यह वही साम्राज्य था जिसने सैकड़ों सालों तक इंसानों और Aelari जाति के बीच खींची हुई तलवार की लकीर को थाम रखा था। लेकिन शांति सिर्फ एक छलावा थी—क्योंकि हर कोई जानता था कि इस साम्राज्य की नींव खून और विश्वासघात पर टिकी है।
कैएल एरियन (Kael Arion), महज बीस साल का युवक, साम्राज्य के सेनानी प्रशिक्षण केंद्र के द्वार पर खड़ा था। उसका चेहरा तीखा, आँखें गहरी और बाल हवा से बिखरे हुए थे। बाहर से देखने पर वह किसी भी और सैनिक प्रशिक्षु की तरह ही लगता, लेकिन उसके दिल में एक राज़ छुपा था—उसकी नसों में बहने वाला खून सिर्फ इंसानी नहीं था।
वह आधा Aelari था।
Aelari—वो जाति जिसके बारे में इंसानी साम्राज्य में सिर्फ नफरत और डर से बातें की जाती थीं। लोग कहते थे कि उनकी आँखें सितारों की तरह चमकती हैं, और उनके भीतर हवा और आकाश की शक्ति बहती है। लेकिन कैएल ने अपने इस सच को हमेशा छुपा कर रखा था, क्योंकि अगर यह बाहर आ जाता, तो उसका सिर साम्राज्य की दीवार पर लटका होता।
उसके हाथ में लकड़ी की तलवार थी, और सामने उसका साथी Daren खड़ा था। “कैएल, आज हार मत मानना,” डैरेन मुस्कुराते हुए बोला।
कैएल ने एक हल्की मुस्कान दी। “हारना कभी सीखा ही नहीं।”
प्रशिक्षण की घंटी बजी और सभी योद्धा-प्रशिक्षु मैदान में उतर गए। लकड़ी की तलवारों की टकराहट गूँज उठी, पैरों की चोट से ज़मीन काँपने लगी। कैएल की हर चाल में अनोखी फुर्ती थी, मानो वह हवा की लहरों के साथ बह रहा हो। उसके प्रहार तेज़ और सटीक थे, जिससे कई साथी दंग रह जाते।
पर भीतर से कैएल हर पल डरता था। अगर किसी ने उसकी शक्ति की जड़ पहचान ली, तो उसका खेल खत्म।
मैदान के कोने से एक जोड़ी आँखें उसे देख रही थीं—लायरा सेरिन (Lyra Serin)। वह साधारण प्रशिक्षु नहीं थी। साम्राज्य की गुप्तचर संस्था “शैडो वॉच” की सदस्य, जिसे महल ने भेजा था इस बात का पता लगाने कि साम्राज्य में कहीं Aelari का खून तो नहीं पल रहा।
लायरा की नजरें गहरी थीं। उसने महसूस किया कि कैएल की हर हरकत में एक अजीब-सी लय है, जो इंसानी योद्धाओं में नहीं दिखती। उसने मन ही मन सोचा—“यह लड़का साधारण नहीं है।”
प्रशिक्षण खत्म हुआ। कैएल थका नहीं, जबकि बाकी सैनिक हाँफ रहे थे। डैरेन ने हँसते हुए कहा, “तू इंसान है या तूफ़ान?”
कैएल बस मुस्कुरा दिया, लेकिन उसके दिल में डर की चिंगारी जल उठी।
उसी रात, कैएल अकेला छत पर बैठा तारों को देख रहा था। हवा उसके चेहरे को छू रही थी, और उसकी आँखें हल्की-सी नीली चमक से झिलमिला रही थीं। यही उसकी असली पहचान थी, जिसे वह दुनिया से छुपाए हुए था।
अचानक पीछे से आवाज़ आई—
“सुंदर रात है, है ना?”
कैएल चौंका। उसने पलटकर देखा, लायरा खड़ी थी। उसका चेहरा शांत था, लेकिन उसकी निगाहें बहुत गहरी।
“तुम… यहाँ?” कैएल ने पूछा।
“मैं देखना चाहती थी कि आकाश को इतनी देर तक निहारने वाला योद्धा आखिर सोचता क्या है।” लायरा ने धीमी आवाज़ में कहा।
कैएल ने नज़रें मोड़ लीं। “मैं बस सोचता हूँ कि इन तारों के पार क्या है।”
लायरा मुस्कुराई। “या शायद तुम सोचते हो कि तुम खुद इन तारों से जुड़े हो।”
यह सुनकर कैएल का दिल जोर से धड़कने लगा। क्या उसने कुछ भाँप लिया था?
लायरा ने कदम बढ़ाया और उसके पास आकर खड़ी हो गई। उसकी आँखें मानो सीधे कैएल के दिल में उतर रही थीं।
“तुम साधारण नहीं हो, कैएल एरियन।”
उसके ये शब्द हवा में तैर गए, जैसे कोई शगुन हो।
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लायरा की आवाज़ ने कैएल के भीतर तूफ़ान खड़ा कर दिया। उसकी नसों में खून तेजी से दौड़ने लगा। वह इस बात का आदी हो चुका था कि लोग उसके रहस्य से अंजान रहें, लेकिन लायरा के लहजे में कुछ ऐसा था, जिसने उसके दिल की धड़कनों को बेनकाब कर दिया।
“तुम्हें ऐसा क्यों लगता है?” कैएल ने अपनी आवाज़ को स्थिर रखने की कोशिश की।
लायरा ने आसमान की ओर देखा। “क्योंकि तुम्हारी चाल, तुम्हारी नज़रें और तुम्हारी ताक़त… किसी भी साधारण इंसान जैसी नहीं है। तुम हवा के साथ चलते हो, जैसे हवा तुम्हारा साथी हो।”
कैएल ने अपनी मुट्ठियाँ भींच लीं। उसके भीतर का Aelari खून मानो लायरा के शब्दों से जाग उठा हो।
“अगर मैं कहूँ कि मैं साधारण ही हूँ, तो क्या तुम मानोगी?” उसने धीरे से पूछा।
लायरा की आँखें उसके चेहरे पर टिक गईं। “शायद… लेकिन मेरा काम है सच्चाई ढूँढना। और मेरा दिल कहता है कि तुम्हारे भीतर वो सच्चाई है, जो साम्राज्य को हिला सकती है।”
उनके बीच कुछ पल खामोशी छा गई। हवा धीरे-धीरे बह रही थी, और तारों की झिलमिलाहट उन दोनों की आँखों में उतर रही थी।
लायरा अचानक पीछे हटी। “खैर, यह रात लंबी है। शायद हम फिर मिलेंगे।” इतना कहकर वह सीढ़ियों की ओर बढ़ गई।
कैएल वहीं खड़ा रह गया। उसका दिल अभी भी धड़क रहा था।
“अगर उसने सच जान लिया तो?”
“क्या मैं अपने राज़ को हमेशा छुपा पाऊँगा?”
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अगली सुबह साम्राज्य का राजधानी शहर हलचल से भरा हुआ था। बाज़ार में लोग चहल-पहल कर रहे थे, मसालों और रेशमी कपड़ों की महक फैली हुई थी। लेकिन इस रौनक के पीछे एक और सच्चाई छुपी थी—साम्राज्य युद्ध की तैयारी कर रहा था। सीमाओं पर Aelari क़बीले फिर से हलचल करने लगे थे, और महल के भीतर दरबारियों के बीच षड्यंत्र गहरे हो रहे थे।
कैएल अपने गुरु जनरल कार्थोस के साथ किले की ओर बढ़ रहा था। जनरल ने हमेशा कैएल को एक होनहार योद्धा माना था, लेकिन उसे कभी यह एहसास नहीं हुआ कि उसका शिष्य इंसान से अधिक है।
“कैएल,” जनरल ने गहरी आवाज़ में कहा, “तुम्हारी प्रगति आश्चर्यजनक है। लेकिन याद रखो, ताक़त सिर्फ जीतने के लिए नहीं होती। ताक़त वह बोझ है, जिसे सही रास्ते पर ढालना पड़ता है।”
कैएल ने सिर झुका लिया। “जी, गुरु।”
महल के दरबार में उस दिन एक विशेष सभा बुलाई गई थी। सम्राट का चेहरा कठोर था, उसकी आँखों में चिंता की लकीरें साफ झलक रही थीं।
“हमारी सीमाओं पर Aelari की हरकतें बढ़ रही हैं,” सम्राट ने कहा। “हमें मजबूत योद्धाओं की ज़रूरत है। जो हमारे साम्राज्य की रक्षा कर सकें।”
सभा के बीच, लायरा भी मौजूद थी—लेकिन गुप्तचर के रूप में, परदे के पीछे। उसकी नज़रें बार-बार कैएल की ओर जा रही थीं।
“क्या वही है जिसे मैं ढूँढ रही हूँ?” उसने मन ही मन सोचा।
दरबार खत्म हुआ। बाहर निकलते समय, कैएल ने महसूस किया कि लायरा की नज़रें उस पर टिकी हुई हैं।
वह धीरे से उसके पास आई और फुसफुसाई—
“तुम्हें पता है, साम्राज्य तुम्हें इस्तेमाल करेगा… चाहे तुम इंसान हो या कुछ और।”
कैएल ने चौंककर उसकी ओर देखा। “तुम आखिर चाहती क्या हो?”
लायरा ने धीमी मुस्कान दी। “सिर्फ सच। और शायद… तुम्हारा विश्वास।”
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रात गहराई। कैएल अपने कमरे में था। उसने आईने में अपनी आँखों को देखा—नीली रोशनी हल्की-सी चमक रही थी। उसने तुरंत दीपक बुझा दिया और परदे गिरा दिए।
“नहीं,” उसने खुद से कहा। “मैं यह सच किसी को नहीं बता सकता। न लायरा को, न किसी और को।”
लेकिन मन के किसी कोने में एक आवाज़ थी—
“अगर यही सच तुम्हारी तक़दीर है तो तुम कब तक भागोगे, कैएल?”
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इसी समय, साम्राज्य की सीमा पर, Aelari परिषद में भी हलचल थी।
उनके नेता एथ्रियन ने अपने योद्धाओं को संबोधित किया।
“हमारा खून इस धरती से जुड़ा है। इंसानों ने हमें सदियों से कैदियों की तरह देखा है। लेकिन अब वक्त आ गया है कि हम अपना हक़ वापस लें। और मैं जानता हूँ—हमारा एक खोया हुआ वारिस साम्राज्य की दीवारों के भीतर छुपा है।”
सभी योद्धा एक-दूसरे की ओर देखने लगे।
“क्या वह जीवित है?” एक ने पूछा।
एथ्रियन की आँखों में रहस्यमयी चमक थी।
“हाँ। और जब वह अपनी पहचान स्वीकार करेगा, तब आसमान खुद उसके कदमों में झुकेगा।”
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उस रात साम्राज्य के महल में उत्सव था। सम्राट के जन्मदिवस पर महफ़िल सजी थी—रंगीन परिधान, संगीत की धुनें और नर्तकियों की मनमोहक लय। लेकिन इस शोर-शराबे के बीच कैएल बेचैन था।
वह भव्य सभा हॉल के एक कोने में खड़ा था, चारों ओर सोने-चाँदी से सजी दीवारें और चमकते झूमर थे। लेकिन उसके कानों में गूँज रही थी केवल वही बात—“हमारा खोया हुआ वारिस साम्राज्य की दीवारों के भीतर छुपा है।”
क्या Aelari परिषद सचमुच उसी की तलाश में थी?
कैएल का दिल बेकाबू था। उसने शराब का प्याला उठाया लेकिन होंठों तक नहीं ले गया। तभी उसकी नज़र पड़ी—लायरा सभा में खड़ी थी, लेकिन उसका चेहरा बाकी सबकी तरह खुश नहीं था। उसकी आँखें सतर्क थीं, मानो वह भी इस महल की हर परत में छुपे राज़ तलाश रही हो।
लायरा धीरे-धीरे उसकी ओर बढ़ी। “तुम्हें यहाँ देखना अच्छा लगा, कैएल।”
कैएल ने हल्की मुस्कान दी। “मुझे नहीं लगता कि उत्सव तुम्हारे लिए है। तुम यहाँ किसी और कारण से हो।”
लायरा की मुस्कान हल्की थी। “और तुम भी, है ना?”
उनकी बातें अधूरी रहीं, क्योंकि तभी सभा हॉल के दरवाज़े अचानक खुल गए। सैनिक घबराए हुए भीतर दौड़े और झुककर बोले—
“महाराज! सीमावर्ती चौकी पर हमला हुआ है! Aelari योद्धा रात के अंधेरे में घुस आए हैं!”
सभा में हड़कंप मच गया। सम्राट का चेहरा तमतमा उठा। “सभी योद्धाओं को तैयार करो! कोई भी हमारी दीवारों को चुनौती नहीं दे सकता!”
कैएल का दिल जोर से धड़कने लगा। Aelari का हमला… क्या यह संयोग था या योजना? और अगर वे उसे ढूँढने आए हों तो?
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कुछ घंटों बाद—
कैएल और दर्जनों सैनिक सीमावर्ती किले की ओर कूच कर चुके थे। रात का अंधेरा घना था, चाँद बादलों में छिपा था। लेकिन दूर से आग की लपटें उठ रही थीं, और युद्ध के नगाड़ों की गूँज सुनाई दे रही थी।
कैएल ने तलवार कसकर थामी। उसके भीतर का खून उबल रहा था। मानो उसका दूसरा रूप बाहर आने को तैयार हो।
डैरेन उसके बगल में था। “भाई, आज साबित करना होगा कि हम असली योद्धा हैं!”
कैएल ने सिर हिलाया, लेकिन मन ही मन सोचा—“अगर मेरा राज़ खुल गया तो क्या होगा?”
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युद्धभूमि पर जब वे पहुँचे, तो चारों ओर अराजकता थी। Aelari योद्धा हवा की तरह उड़ते हुए, बिजली की गति से हमला कर रहे थे। उनकी आँखों में वही नीली चमक थी, जो कैएल की आँखों में छुपी हुई थी।
एक पल को कैएल जम-सा गया।
“वे… मेरे जैसे हैं।”
लेकिन तभी एक Aelari योद्धा उसकी ओर झपटा। कैएल ने तलवार घुमाई और प्रहार को रोका। दोनों की नज़रें मिलीं—और उस योद्धा की आँखों में एक पल को पहचान चमकी।
“वारिस…” उसने फुसफुसाया।
कैएल का दिल दहल गया।
“क्या कहा तुमने?” उसने कठोर आवाज़ में पूछा।
लेकिन इससे पहले कि और कुछ हो, डैरेन ने उस योद्धा को मार गिराया। कैएल वहीं खड़ा रह गया, दिल में हज़ार सवाल उमड़ते हुए।
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युद्ध चलता रहा। कैएल की हर चाल, हर प्रहार में एक अजीब-सी शक्ति झलक रही थी। उसके साथी योद्धा दंग थे, लेकिन किसी ने सवाल नहीं किया।
जब आख़िरकार दुश्मन पीछे हटे, तब भी कैएल का मन शांत नहीं हुआ। उसने आसमान की ओर देखा—चाँद बादलों से बाहर आ चुका था, और नीली रोशनी उसके चेहरे पर पड़ रही थी।
लायरा उसके पास आई। उसके होंठों पर खून की बूँदें थीं, लेकिन उसकी आँखें स्थिर थीं।
“मैंने सब देखा, कैएल।” उसकी आवाज़ धीमी लेकिन दृढ़ थी।
कैएल ने उसकी ओर देखा, हड़बड़ा कर। “तुम क्या कहना चाहती हो?”
लायरा ने गहरी साँस ली। “तुम वही हो… जिसका ज़िक्र साम्राज्य और Aelari दोनों करते हैं। तुम ही वह हो, जिसके खून में दोनों दुनियाओं का भाग्य छुपा है।”
कैएल का दिल जैसे रुक गया। उसने तलवार की मूठ कस ली।
“अगर यह सच है… तो मैं कौन हूँ, लायरा? इंसान? या Aelari?”
लायरा ने उसकी आँखों में देखा।
“शायद तुम दोनों हो। या शायद… तुम कुछ और बनने वाले हो।”
हवा में खामोशी छा गई। दूर युद्धभूमि पर जलती हुई आग की लपटें आसमान को लाल कर रही थीं। और उन्हीं लपटों के बीच, कैएल ने महसूस किया कि उसकी जिंदगी अब कभी पहले जैसी नहीं रहेगी।
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सुबह की पहली किरण युद्धभूमि के धुएँ को भेदते हुए महल की ओर फैल रही थी। सैनिकों ने रातभर की लड़ाई के बाद दुश्मनों को पीछे धकेल तो दिया था, लेकिन हर किसी के दिल में यह डर था कि यह तो बस शुरुआत है।
कैएल अपने कमरे में बैठा था, तलवार को बार-बार साफ़ करते हुए। उसकी आँखों में रात के दृश्य घूम रहे थे—वह Aelari योद्धा जिसने उसे “वारिस” कहा था।
“क्या सचमुच मेरा उनसे कोई रिश्ता है? और अगर है… तो क्यों मुझे यहाँ, इस साम्राज्य में पाला गया?”
दरवाज़ा अचानक खुला और डैरेन भीतर आया। उसका चेहरा थका हुआ था लेकिन मुस्कान अब भी वही थी।
“भाई, तुम तो कमाल कर गए कल। सब लोग तुम्हारे बारे में बातें कर रहे हैं। कहते हैं कि कैएल में देवताओं जैसी ताक़त है।”
कैएल ने नज़रें झुका लीं। “लोग जो कहना चाहें, कहें। मैं बस वही हूँ जो मुझे होना चाहिए।”
डैरेन हँसा। “तुम हमेशा इतनी गहरी बातें क्यों करते हो? चलो, आज तो जश्न होना चाहिए। आखिर हम जीत गए।”
कैएल ने बस हल्की-सी मुस्कान दी। लेकिन भीतर ही भीतर, वह जानता था कि जीत असली नहीं थी। असली लड़ाई अभी आने वाली थी।
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महल के गुप्त कक्ष में उसी समय सम्राट अपने दरबारियों के साथ बैठे थे।
“Aelari ने सीमा पर हमला क्यों किया? क्या वे किसी खास चीज़ की तलाश में हैं?” सम्राट ने कठोर स्वर में पूछा।
दरबारी एक-दूसरे की ओर देखने लगे। किसी के पास सीधा जवाब नहीं था।
तभी छाया से एक आकृति बाहर आई—लायरा।
“महाराज, मैंने कुछ देखा है,” उसने गंभीर स्वर में कहा।
“क्या?” सम्राट ने तड़पकर पूछा।
लायरा ने झूठ और सच के बीच एक पतली लकीर चुनी। “Aelari किसी खास व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं। शायद कोई ऐसा, जो दोनों दुनियाओं को जोड़ सके।”
सम्राट की आँखें सिकुड़ गईं। “अगर यह सच है… तो हमें उस व्यक्ति को ढूँढना होगा। उससे पहले कि दुश्मन उसे अपने पक्ष में कर लें।”
लायरा ने सिर झुका लिया, लेकिन उसका दिल बेचैन था। उसने कैएल को युद्धभूमि पर देखा था। वह जानती थी कि उसका राज़ गहराई से जुड़ा है। लेकिन क्या वह सम्राट को सब बता सकती थी?
*“नहीं,” उसने सोचा। “अभी नहीं। अगर सम्राट ने सच जाना, तो कैएल को एक हथियार बना देंगे… इंसान या इंसान से भी बुरा।”
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उधर Aelari परिषद की गुप्त गुफाओं में भी हलचल थी।
एथ्रियन, परिषद का नेता, अपने अनुयायियों के सामने खड़ा था।
“हमारे योद्धा ने उसे देख लिया है। हमारा वारिस जीवित है। इंसानों की दीवारों के भीतर छुपा है।”
सभी योद्धा गर्जन की तरह चिल्लाए।
एथ्रियन ने हाथ उठाया। “लेकिन उसे लाना आसान नहीं होगा। उसका दिल इंसानों ने बाँध रखा है। हमें उसकी आत्मा को जगाना होगा, ताकि वह याद कर सके कि उसका असली खून कौन-सा है।”
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इसी बीच, कैएल और लायरा की राहें फिर टकराईं। इस बार महल के उद्यान में। फूलों की खुशबू फैली थी, लेकिन दोनों के बीच की खामोशी भारी थी।
लायरा ने धीरे से कहा, “कल रात तुमने जो किया, मैंने देखा। तुम्हारी ताक़त साधारण नहीं है।”
कैएल ने उसकी ओर देखा, आँखों में बेचैनी थी। “और अगर मैं कहूँ कि मैं खुद नहीं जानता कि मैं कौन हूँ, तो?”
लायरा पास आ गई। “तब मैं कहूँगी कि शायद तुम्हें भाग्य खुद तय करना है। लेकिन एक बात याद रखना, कैएल—सच्चाई से भागने वाला हमेशा हारता है।”
कैएल ने गहरी साँस ली। हवा के झोंके ने उसके बालों को बिखेर दिया।
“शायद वह सही कह रही है। लेकिन अगर मेरी सच्चाई ही सबको मिटा दे तो?”
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उस शाम महल के प्रांगण में तलवारबाज़ी का प्रदर्शन रखा गया था। दरबारियों और सेनानियों के बीच यह अवसर केवल सम्मान पाने का नहीं, बल्कि ताक़त साबित करने का था।
कैएल को भी हिस्सा लेना पड़ा। जब वह अखाड़े में उतरा, तो सबकी नज़रें उसी पर टिक गईं। उसके विरोधी के रूप में चुना गया—सर जेरिक, साम्राज्य का प्रसिद्ध योद्धा। उसकी उम्र भले चालीस के पार थी, लेकिन ताक़त और अनुभव के मामले में वह बेजोड़ था।
जैसे ही मुकाबला शुरू हुआ, जेरिक ने वार पर वार किया। उसकी तलवार इतनी तेज़ थी कि दर्शक साँसें रोककर देख रहे थे। लेकिन कैएल ने हर प्रहार को रोका, हवा जैसी लय में चलता हुआ। उसकी चाल में ऐसा कुछ था, जो इंसानी योद्धाओं से अलग महसूस होता था।
लायरा छाया में खड़ी सब देख रही थी। “वह जितना छुपाने की कोशिश करता है, उसकी सच्चाई उतनी ही बाहर झलकती है।”
जेरिक ने गुर्राकर कहा, “लड़के! तुम मुझसे बच नहीं पाओगे!”
कैएल ने शांत स्वर में उत्तर दिया, “मैं बचने नहीं, सीखने आया हूँ।”
और अगले ही क्षण उसने पलटवार किया—एक ऐसा वार जो हवा के झोंके की तरह तेज़ और अप्रत्याशित था। जेरिक की तलवार उसके हाथ से छूट गई और वह ज़मीन पर गिर पड़ा।
सभा स्तब्ध रह गई।
सम्राट ने उठकर कहा, “कैएल एरियन… तुम्हारी प्रतिभा असाधारण है। शायद साम्राज्य के लिए वही नायक, जिसकी हमें ज़रूरत है।”
कैएल ने सिर झुका लिया, लेकिन भीतर का डर और गहरा हो गया। “अगर वे सच जान गए तो? क्या तब भी मुझे नायक कहेंगे?”
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रात ढलने के बाद, कैएल चुपचाप उद्यान में चला गया। चाँद की रोशनी पानी की झील पर पड़ रही थी। वह वहीं बैठा अपने प्रतिबिंब को देख रहा था।
अचानक पीछे से आवाज़ आई। “तुम्हें लगता है कि दुनिया तुम्हारे राज़ को नहीं पहचानेगी?”
कैएल चौंककर मुड़ा। उसके सामने एक अजनबी खड़ा था—लंबा, नीली आँखों वाला, और उसके शरीर से वही आभा निकल रही थी जो Aelari योद्धाओं में होती है।
“तुम… कौन हो?” कैएल ने तलवार थाम ली।
अजनबी मुस्कुराया। “मेरा नाम एरान है। मैं Aelari परिषद का दूत हूँ। और मैं तुम्हें लेने आया हूँ, वारिस।”
कैएल की साँसें तेज़ हो गईं। “वारिस? यह शब्द तुम लोगों के मुँह से क्यों निकलता है?”
एरान ने गहरी आवाज़ में कहा, “क्योंकि तुम हमारे खून से जन्मे हो। तुम्हारे पिता एक महान Aelari सेनापति थे, और तुम्हारी माँ… इंसानी साम्राज्य की राजकुमारी। तुम्हारे भीतर दोनों दुनियाओं का संगम है। तुम ही वह हो, जो इन दोनों जातियों की तक़दीर बदल सकते हो।”
कैएल का मन घूमने लगा। उसने कभी अपने माता-पिता को नहीं जाना था—बस यही बताया गया था कि वे युद्ध में मारे गए।
“यह झूठ है,” उसने कठोरता से कहा।
एरान ने उसकी आँखों में झाँका। “सच चाहे कितना भी भारी हो, लेकिन भाग नहीं सकता। तुम्हारा खून तुम्हें पुकार रहा है, कैएल। जल्द ही तुम्हें चुनना होगा—क्या तुम इंसानों के साथ रहोगे, या अपने असली वंश के साथ खड़े होगे।”
इतना कहकर एरान रात की परछाइयों में गुम हो गया, और कैएल वहीं खड़ा रह गया, जैसे ज़मीन उसके पैरों तले से खिसक गई हो।
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इसी वक्त, लायरा ने छिपकर यह सब देख लिया था। उसका दिल काँप रहा था।
“तो यह सच है… वह सचमुच वही है, जिसे परिषद ढूँढ रही है।”
लेकिन अगला सवाल उससे भी ज़्यादा डरावना था—
“अगर कैएल ने अपने असली वंश को चुन लिया… तो साम्राज्य का क्या होगा?”
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कैएल के मन में भूचाल था। एरान के शब्द उसके कानों में गूंज रहे थे—“तुम्हारे पिता एक Aelari सेनापति थे… तुम्हारी माँ इंसानी राजकुमारी।”
क्या यही सच था? क्या उसकी पूरी ज़िंदगी झूठ पर टिकी थी?
वह झील के किनारे घुटनों के बल बैठ गया, अपने चेहरे पर हाथ रखते हुए। “अगर यह सच है… तो मैं कौन हूँ?”
अचानक उसके कंधे पर एक हल्की छुअन महसूस हुई। उसने पलटकर देखा—लायरा उसके पीछे खड़ी थी। उसकी आँखों में कोई नफ़रत नहीं, बल्कि गहरी करुणा थी।
“मैंने सब सुना, कैएल।”
कैएल का चेहरा कठोर हो गया। “तो अब तुम यह सच महल को बता दोगी? ताकि वे मुझे कैद कर लें… या मेरी ताक़त को अपने युद्धों के लिए इस्तेमाल करें?”
लायरा चुप रही। उसने धीरे-धीरे कहा, “अगर मैं चाहती, तो अभी बता देती। लेकिन मैं नहीं चाहती कि तुम एक हथियार बनो। तुमसे मेरी मुलाक़ात सिर्फ एक जाँचकर्ता के रूप में नहीं… बल्कि एक साथी के रूप में हुई थी।”
उसके शब्दों ने कैएल के दिल को छुआ। उसने पहली बार महसूस किया कि कोई उसकी सच्चाई जानकर भी उसे स्वीकार करने को तैयार था।
“लेकिन लायरा,” कैएल ने थकी हुई आवाज़ में कहा, “अगर मैं दोनों दुनियाओं से जुड़ा हूँ, तो क्या मुझे दोनों का दुश्मन नहीं समझा जाएगा? इंसान मुझे राक्षस कहेंगे, और Aelari मुझे गद्दार।”
लायरा ने उसकी आँखों में देखा। “शायद। लेकिन शायद यही तुम्हारा भाग्य है—दोनों दुनियाओं के बीच सेतु बनना। एक ऐसा सेतु, जो खाई को भर सके।”
कैएल ने गहरी साँस ली। उसकी नज़रें आसमान पर उठीं। तारों की चमक मानो उस पर सवाल कर रही थी।
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अगली सुबह महल में हलचल मच गई। सीमावर्ती क्षेत्रों से खबरें आ रही थीं कि Aelari सेना regroup कर रही है। युद्ध किसी भी पल फूट सकता था।
जनरल कार्थोस ने परिषद में कहा, “हमें हर हाल में सेना को तैयार करना होगा। दुश्मन अब सीधे हमला करेगा।”
सम्राट ने गहरी आवाज़ में उत्तर दिया, “ठीक है। लेकिन हमें एक नेता चाहिए, जो हमारी सेना का चेहरा बने। कोई ऐसा… जो लोगों को विश्वास दिला सके कि साम्राज्य अब भी अडिग है।”
सभी की नज़रें धीरे-धीरे कैएल पर जा टिकीं।
कैएल चौंक गया। “मैं? लेकिन मैं तो…”
कार्थोस ने गर्व से कहा, “तुम्हारी जीत ने सबको दिखा दिया है कि तुम बाकी से अलग हो। तुम्हारी ताक़त लोगों को प्रेरित कर सकती है।”
सम्राट ने सिर हिलाया। “आज से कैएल एरियन साम्राज्य की अग्रिम सेना का कमांडर होगा।”
सभा में तालियाँ गूँज उठीं। लेकिन कैएल का दिल और भारी हो गया।
“अगर वे जानते कि उनका चुना हुआ नेता आधा Aelari है… तो क्या वे अब भी मेरा नाम पुकारते?”
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उसी रात, कैएल अकेला खड़ा था महल की ऊँची मीनार पर। हवा उसके चारों ओर घूम रही थी, मानो उसे पुकार रही हो।
“तुम्हें जल्द ही चुनना होगा,” एक परिचित आवाज़ उसके कानों में गूँजी।
उसने मुड़कर देखा—एरान फिर से सामने था, छाया से निकलते हुए।
“तुम इंसानों के कमांडर बन सकते हो, लेकिन यह सच नहीं बदलेगा कि तुम्हारा खून हमारा है। तुम्हारे पिता तुम्हारी राह देख रहे हैं। परिषद चाहती है कि तुम लौट आओ।”
कैएल ने तलवार कसकर थामी। “और अगर मैं इनकार कर दूँ?”
एरान मुस्कुराया। “तो इंसान तुम्हें नष्ट कर देंगे। वे तुम्हें अपना नहीं मानेंगे, चाहे तुम उनके लिए कितनी भी लड़ाई क्यों न लड़ो।”
कैएल की साँसें तेज़ हो गईं। उसके भीतर इंसानी और Aelari दोनों खून टकरा रहे थे।
“मैं किसका हूँ?” उसने आकाश की ओर देखकर चिल्ला दिया। “कौन तय करेगा मेरी पहचान?”
लायरा अचानक वहाँ आ गई। उसने दोनों की बातें सुन ली थीं।
“तुम्हारी पहचान कोई और नहीं तय करेगा, कैएल,” उसने दृढ़ स्वर में कहा। “तुम खुद तय करोगे कि तुम कौन हो। चाहे इंसान, चाहे Aelari—या कुछ नया।”
उसकी आँखों में विश्वास की लौ थी।
कैएल ने पहली बार अपने भीतर हिम्मत की एक हल्की चिंगारी महसूस की।
शायद वह भाग्य की डोर में बँधा था… लेकिन उस डोर को किस ओर मोड़ना है, यह उसके अपने हाथों में था।
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महल के प्रांगण में ढोल बज रहे थे। सैनिकों की कतारें बन रही थीं, झंडे ऊँचे उठाए जा रहे थे। पूरे साम्राज्य को यह ऐलान किया गया था कि कैएल एरियन अब अग्रिम सेना का कमांडर है।
लोगों ने उसका नाम जोश से पुकारा—
“कमांडर कैएल! साम्राज्य की ढाल!”
भीड़ की आवाज़ लहर की तरह उठी, लेकिन कैएल का दिल शांत नहीं हुआ। उसके कानों में अब भी एरान के शब्द गूँज रहे थे—
“इंसान तुम्हें अपना नहीं मानेंगे… चाहे तुम उनके लिए कितनी भी लड़ाई क्यों न लड़ो।”
वह मुस्कुराने की कोशिश करता, लेकिन भीतर से वह बिखरा हुआ था।
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प्रशिक्षण मैदान में उसने पहली बार सेना को संबोधित किया।
“हमारा दुश्मन ताक़तवर है, लेकिन हमारी एकता उससे कहीं बड़ी है। अगर हम डर से ऊपर उठें, तो कोई ताक़त हमें नहीं हरा सकती।”
सैनिकों ने गर्जना की। उनकी आँखों में विश्वास की चमक थी। लेकिन कैएल को महसूस हो रहा था कि उनका विश्वास उस पर नहीं, बल्कि उसकी दिखाई ताक़त पर है।
“अगर उन्हें मेरी असली पहचान पता चल जाए… तो क्या यह विश्वास ज़िंदा रहेगा?”
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उसी रात लायरा उससे मिलने आई। महल की दीवारों पर चाँदनी फैली थी।
“कमांडर साहब,” उसने हल्की मुस्कान के साथ कहा, “लगता है अब तुम्हारी ज़िम्मेदारियाँ और बढ़ गई हैं।”
कैएल ने गहरी साँस ली। “ज़िम्मेदारियाँ… या जंजीरें?”
लायरा ने उसकी आँखों में झाँका। “तुम्हें डर है कि लोग सच जान जाएँगे, है ना?”
कैएल ने नज़रें फेर लीं। “हाँ। और जब जानेंगे, तो मुझे उसी आग में जला देंगे, जिसे मैं बुझाने की कोशिश कर रहा हूँ।”
लायरा ने धीमे स्वर में कहा, “तो सच को अपनी कमजोरी मत बनाओ। इसे ताक़त बनाओ। शायद यही तुम्हारा रास्ता है।”
उसके शब्दों ने कैएल के दिल को छुआ, लेकिन जवाब देने से पहले ही पहरेदार दौड़ते हुए आए।
“कमांडर! खबर आई है—सीमा पर Aelari सेना ने एक और हमला किया है। हमें तुरंत निकलना होगा!”
कैएल ने तलवार थामी। उसकी आँखों में संकल्प की ज्वाला थी।
“तब चलो। अब समय है, अपने भाग्य की ओर पहला कदम बढ़ाने का।”
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सीमा की ओर मार्च शुरू हुआ। हजारों सैनिक कदमताल करते हुए, मशालों की रोशनी में आगे बढ़ रहे थे। लेकिन अंधेरे जंगलों के भीतर, Aelari योद्धा पहले से तैयार थे।
उनके नेता एथ्रियन ऊँची चट्टान पर खड़े होकर बोले,
“आज हम सिर्फ युद्ध नहीं करेंगे। आज हम अपने वारिस को पुकारेंगे। उसे अपनी असली पहचान याद दिलाएँगे।”
उनकी सेना ने एक स्वर में युद्ध का उद्घोष किया—और हवा मानो काँप उठी।
---सीमा के किले के पास रात गहरी हो चुकी थी। मशालों की लपटें अंधेरे को चीर रही थीं, और सैनिक अपनी ढालें कसकर थामे खड़े थे। हवा में बारूद और तनाव दोनों घुल चुके थे।
कैएल ने अपनी सेना के आगे खड़े होकर आदेश दिया—
“सावधान रहो! दुश्मन छाया की तरह हमला करेगा। कोई ढीलाई मत बरतना।”
लायरा उसके पास आई। उसने फुसफुसाकर कहा,
“कैएल, यह तुम्हारी पहली असली परीक्षा है। सैनिक तुम्हें देख रहे हैं… और दुश्मन भी।”
कैएल ने सिर हिलाया। “हाँ। और शायद यही पल तय करेगा कि मैं कौन हूँ।”
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अचानक जंगलों से सींगों की आवाज़ गूँजी। पेड़ों के बीच से चमकते कवच और नीली आभा से घिरे Aelari योद्धा निकल आए। उनकी चाल में ऐसा रौद्र गर्व था मानो धरती खुद उनके कदमों से थर्रा उठी हो।
उनका नेता एथ्रियन आगे आया। उसकी ऊँचाई, उसके पंख जैसे चमकते कवच और उसकी आँखों की ज्वाला देखकर इंसानी सैनिकों की रूह काँप उठी।
“इंसान!” एथ्रियन ने गरजते हुए कहा। “आज तुम्हारा साम्राज्य गिर जाएगा। और तुम, कैएल…” उसकी नज़र सीधे कैएल पर टिकी। “तुम्हारा खून तुम्हें हमारे पास खींच लाएगा। तुम चाहे जितना नकारो, तुम हमारे हो।”
सैनिकों ने चौंककर कैएल की ओर देखा। फुसफुसाहटें फैल गईं—
“वह हमारे बारे में कैसे जानता है?”
“क्या सचमुच…”
कैएल का दिल तेज़ धड़कने लगा। यही वह डर था, जिससे वह हमेशा भागता रहा था। लेकिन अब भागने की जगह नहीं थी।
उसने तलवार उठाई और जोर से कहा,
“मैं कैएल एरियन हूँ! और आज मैं अपनी सेना की ढाल बनूँगा। चाहे मेरा खून कुछ भी हो—मैं इस धरती और इन लोगों की रक्षा करूँगा।”
उसकी आवाज़ गूँज उठी। सैनिकों ने उसकी ओर देखा और उनके चेहरों पर डर की जगह विश्वास लौट आया।
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युद्ध छिड़ गया।
तलवारें भिड़ीं, ढालें टूटने लगीं, हवा में तीरों की गूंज भर गई। Aelari योद्धाओं की गति इंसानों से कहीं तेज़ थी। वे हवा में छलाँग लगाकर बिजली-सी वार करते।
कैएल ने अपनी तलवार घुमाई और एक Aelari योद्धा को गिरा दिया। लेकिन तभी तीन और उस पर टूट पड़े।
वह लड़ता रहा, लेकिन भीतर से उसकी नसों में कुछ जल रहा था। उसका खून मानो गरम हो उठा। अचानक उसकी आँखें नीली चमक उठीं और उसके वार में वह ताक़त आ गई, जो इंसानों से परे थी।
उसके हर वार से दुश्मन ज़मीन पर गिरने लगा।
सैनिकों ने हैरानी से देखा—
“उसकी ताक़त… इंसानों जैसी नहीं है।”
“क्या वह सचमुच…”
लेकिन डर की बजाय, इस बार उनके चेहरे पर गर्व था।
“वह हमारा कमांडर है! उसका खून चाहे कैसा भी हो, वह हमारे लिए लड़ रहा है!”
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एथ्रियन ने कैएल की इस ताक़त को देखा और उसकी आँखों में चमक आई।
“यही है हमारा वारिस! यही है हमारी नस्ल का गर्व!”
वह खुद मैदान में उतरा और कैएल की ओर बढ़ा।
“आओ, बेटे। इंसानों के लिए तलवार मत उठाओ। अपनी असली जाति का नेतृत्व करो।”
कैएल ने तलवार उसकी ओर तानी।
“मैं किसी का बेटा नहीं। मैं किसी का गुलाम नहीं। मैं अपने भाग्य का मालिक हूँ!”
दोनों की तलवारें टकराईं, और एक चिंगारी-सी फूट पड़ी, जिसने अंधेरे आसमान को रोशन कर दिया।
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मैदान की गूंज कान फाड़ देने वाली थी। तीर हवा को चीर रहे थे, ढालों पर हथियारों की चोटें पड़ रही थीं और घायल सैनिकों की चीखें रात को और भी भयावह बना रही थीं।
लेकिन सबकी नज़रें एक ही जगह टिकी थीं—कैएल और एथ्रियन पर।
एथ्रियन की तलवार बिजली की चमक जैसी थी। हर वार में एक अदृश्य झटका था, जो कैएल को पीछे धकेलता।
“देखो अपने हाथों को, कैएल,” उसने गरजकर कहा। “यह ताक़त इंसानी नहीं है। तुम्हारा खून तुम्हें पुकार रहा है। हम दोनों में कोई अंतर नहीं।”
कैएल ने पसीना पोंछा और गहरी साँस ली। “अंतर है, एथ्रियन। तुम ताक़त को हुकूमत के लिए इस्तेमाल करते हो। मैं इसे रक्षा के लिए।”
उसने जोरदार वार किया, और दोनों तलवारें टकराईं तो धरती हिल उठी। चिंगारियाँ चारों ओर बिखर गईं।
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इस बीच इंसानी सैनिक और Aelari योद्धा बराबरी से लड़ रहे थे। लायरा ने अपनी तलवार घुमाते हुए दो दुश्मनों को गिरा दिया। उसकी आँखें बार-बार कैएल पर टिक रही थीं।
“अगर वह हार गया… तो सब खत्म हो जाएगा।”
उसने एक तीर रोका, लेकिन खुद भी घायल हो गई। कंधे से खून बह निकला। फिर भी वह पीछे नहीं हटी।
“कैएल! हारना मत!”
उसकी आवाज़ ने कैएल के दिल में बिजली-सी दौड़ा दी।
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एथ्रियन ने मौका पाकर कैएल को ज़मीन पर गिरा दिया। तलवार उसके गले पर आ लगी।
“अब भी इन इंसानों के लिए लड़ना चाहता है? वे कभी तुझे अपना नहीं मानेंगे। तेरे लिए सही जगह सिर्फ हमारी है।”
कैएल की साँस भारी थी। उसके भीतर खून की दोनों नस्लें मानो एक-दूसरे से भिड़ रही थीं।
लेकिन अचानक उसे अपने बचपन की वो रात याद आई—जब उसकी माँ ने उसे गोद में उठाकर कहा था,
“तुम जहाँ भी जाओ, याद रखना… तुम्हारा दिल तुम्हें बताएगा सही रास्ता।”
उसकी आँखें चमक उठीं। उसने अपनी तलवार कसकर पकड़ी और ज़मीन से जोर लगाया।
“शायद मैं पूरी तरह इंसान नहीं हूँ… और शायद पूरी तरह Aelari भी नहीं। लेकिन मैं… मैं कैएल एरियन हूँ! और मैं अपनी राह खुद बनाऊँगा!”
उसने पूरी ताक़त से वार किया। एथ्रियन पीछे धकेल दिया गया, उसकी तलवार छूट गई।
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सैनिकों ने देखा कि उनका कमांडर विजयी खड़ा है।
“कैएल! कैएल!”
उनकी आवाज़ें लहरों की तरह गूँज उठीं।
Aelari सेना पीछे हटने लगी। एथ्रियन घायल होकर भी मुस्कुराया।
“तुम्हारी ताक़त सचमुच हमारी है, कैएल। चाहे तुम इसे कितना भी नकारो… एक दिन तुम हमारे पास लौटोगे।”
इतना कहकर वह अपने योद्धाओं के साथ अंधेरे में खो गया।
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युद्ध समाप्त हुआ।
मैदान पर खून और राख फैली थी। इंसानी सेना ने जीत हासिल की थी, लेकिन कीमत बहुत भारी थी।
लायरा लड़खड़ाते कदमों से कैएल के पास आई। उसका कंधा अब भी खून से भीगा था।
“तुमने कर दिखाया,” उसने मुस्कुराते हुए कहा।
कैएल ने उसका हाथ थामा और धीरे से बोला, “नहीं। हमने कर दिखाया।”
लेकिन उसकी आँखों में कहीं न कहीं एक डर अब भी बाकी था।
“अगर उनका संदेह सच बन गया… तो क्या वे मुझे अब भी अपना कहेंगे?”
आसमान में बादल छंट गए थे और चाँदनी उनके ऊपर बरस रही थी। यह जीत का प्रतीक भी थी… और आने वाले तूफ़ान की आहट भी।
मैदान पर चारों ओर शोर गूंज रहा था। सैनिकों की चीखें, तलवारों की टकराहट और धरती पर गिरते शरीर—सब मिलकर एक भयावह संगीत बना रहे थे। लेकिन उस शोर से ऊपर, हर नज़र सिर्फ एक ही दृश्य पर टिकी थी—कैएल बनाम एथ्रियन।
दोनों की तलवारें बार-बार टकरा रही थीं, हर वार में इतनी शक्ति थी कि ज़मीन हिलने लगी।
एथ्रियन ने हँसते हुए कहा,
“देखो, कैएल! तुम्हारी ताक़त इंसानी नहीं है। यह हमारे खून की पुकार है। इसे स्वीकार करो और मेरे साथ चलो। तुम इंसानों में कभी सुकून नहीं पाओगे।”
कैएल ने दाँत भींचते हुए जवाब दिया,
“अगर तुम्हें लगता है कि खून ही सब कुछ है, तो तुम गलत हो। पहचान सिर्फ खून से नहीं, बल्कि चुनाव से बनती है।”
उसके अगले वार ने एथ्रियन की ढाल तोड़ दी। लेकिन एथ्रियन भी पीछे हटने वाला नहीं था। उसने अपनी तलवार में नीली आभा भर दी और हवा को चीरते हुए हमला किया।
कैएल का शरीर पीछे की ओर गिरा, लेकिन आखिरी पल में उसने अपनी तलवार ज़मीन पर टिकाई और संतुलन बना लिया।
लायरा दूर से चिल्लाई,
“कैएल! हार मत मानना! पूरी सेना तुम्हें देख रही है!”
उसकी आवाज़ ने कैएल के दिल में आग जला दी। उसके भीतर कुछ टूटकर बिखरा—और उसी पल, उसकी पीठ से हल्की सी रोशनी फूटी।
नीली ऊर्जा उसके चारों ओर घूमने लगी, मानो हवा और आसमान दोनों उसकी पुकार पर झुक गए हों।
सैनिक दंग रह गए।
“यह क्या है? उसके… उसके पीछे रोशनी के पंख हैं!”
“वह इंसान भी है और… देवता भी!”
एथ्रियन की आँखें चमक उठीं।
“हाँ! यही तो है सच्चा Aelari! आखिरकार तुम्हारा खून जाग गया।”
लेकिन कैएल ने उन ऊर्जा-पंखों को कसकर समेटा और तलवार एथ्रियन की ओर तान दी।
“नहीं। यह ताक़त सिर्फ एक नस्ल की नहीं है। यह मेरी आत्मा की है। और मैं इसका इस्तेमाल अपनी इच्छा से करूँगा!”
उसने छलाँग लगाई और पूरी ताक़त से वार किया। एथ्रियन उसकी शक्ति से पीछे फेंका गया और ज़मीन पर गिर पड़ा।
मैदान पर सन्नाटा छा गया। सैनिकों ने देखा कि उनका कमांडर खड़ा है—पीछे चमकते पंख, तलवार पर नीली आभा—मानो कोई किंवदंती उनकी आँखों के सामने जीवित हो गई हो।
इंसानी सैनिकों ने गर्जना की,
“कमांडर कैएल! साम्राज्य अमर रहे!”
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एथ्रियन धीरे-धीरे उठा। उसके चेहरे पर हार नहीं, बल्कि गर्व की छाया थी।
“तुमने आज इंसानों का साथ चुना है। लेकिन याद रखना, कैएल… तुम्हारा खून तुम्हें फिर बुलाएगा। एक दिन तुम हमें नकार नहीं पाओगे।”
वह अपनी सेना को इशारा करके पीछे हट गया।
युद्ध का पहला दौर इंसानों की जीत में खत्म हुआ।
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सैनिकों ने विजय के नारे लगाए, लेकिन कैएल चुप रहा। उसने अपने पीछे चमकते पंखों को धीरे-धीरे गायब होते देखा।
उसके दिल में सवाल गूंज रहा था—
“क्या यह सचमुच मेरी ताक़त है? या यह वही खून है, जिससे मैं हमेशा डरता आया हूँ?”
लायरा उसके पास आई। उसने उसकी तलवार पर हाथ रखकर कहा,
“चाहे तुम्हारी ताक़त कहीं से भी आई हो, आज तुमने हमें बचाया है। यही सच मायने रखता है।”
कैएल ने उसकी आँखों में देखा, और पहली बार उसे लगा कि शायद वह अपने चुनाव से नई पहचान गढ़ सकता है।
लेकिन आसमान के पार, युद्ध की परछाइयाँ अब भी मंडरा रही थीं। यह जीत तो बस शुरुआत थी।
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विजय की खबर पूरे साम्राज्य में फैल चुकी थी। राजधानी की गलियों में दीपक जलाए गए, लोग ढोल बजाकर नाच रहे थे। हर कोई एक ही नाम पुकार रहा था—
“कमांडर कैएल! साम्राज्य का रक्षक!”
लेकिन महल की दीवारों के भीतर जश्न जितना उज्ज्वल था, उतनी ही गहरी परछाइयाँ भी छिपी थीं।
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सम्राट अपने दरबार में बैठे थे। उनके चारों ओर मंत्रियों और जनरलों का जमावड़ा था।
जनरल कार्थोस ने गर्व से कहा,
“महाराज, यह सब कैएल की वजह से संभव हुआ। उसके नेतृत्व ने हमारी सेना को हिम्मत दी।”
लेकिन तुरंत ही एक अन्य मंत्री, लॉर्ड वेरोन, ने तीखी आवाज़ में कहा,
“या शायद उसकी अजीब ताक़त ने। महाराज, हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि उसने युद्धभूमि में इंसानी नहीं बल्कि… किसी और शक्ति का इस्तेमाल किया। कौन जानता है वह वास्तव में कौन है?”
सभा में फुसफुसाहट फैल गई। कुछ चेहरे चिंता में डूबे, कुछ शक से भरे।
सम्राट ने गहरी साँस ली। “कैएल ने साम्राज्य को बचाया है। यही इस समय मायने रखता है।”
लेकिन उनकी आँखों की चिंता छिपी नहीं रह सकी।
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उसी रात, महल के गुप्त गलियारों में लॉर्ड वेरोन ने एक छाया-सी आकृति से मुलाक़ात की।
“उसके भीतर की ताक़त इंसानी नहीं है,” वेरोन ने धीमी आवाज़ में कहा।
छाया ने हल्की हँसी के साथ जवाब दिया,
“तो उसे उजागर करो। अगर जनता को सच पता चल जाए, तो वही नायक कल उनका शत्रु बन जाएगा।”
वेरोन की आँखों में साज़िश चमकी।
“हाँ… और जब वह गिरेगा, तब सत्ता का संतुलन हमारे हाथ में होगा।”
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कैएल इस साज़िश से अनजान था। वह अपनी जीत के बावजूद बेचैन था।
वह झील के किनारे बैठा था, वही जगह जहाँ पहली बार लायरा से दिल की बातें की थीं।
उसके हाथ अब भी उस ऊर्जा-पंख की याद महसूस कर रहे थे।
“अगर यह ताक़त मुझसे फूट सकती है… तो क्या मैं कभी इंसानों के बीच सचमुच का अपना स्थान पा सकता हूँ?”
लायरा उसके पास आई।
“तुम फिर वही सवाल सोच रहे हो, है ना?”
कैएल ने मुस्कुराने की कोशिश की। “शायद मैं सवालों का कैदी हूँ।”
लायरा ने गंभीरता से कहा,
“तुम्हें कैदी बनने की ज़रूरत नहीं है। तुम अपना रास्ता खुद बना सकते हो—लेकिन याद रखो, हर ताक़त पर नज़रें लगी होती हैं। जितना चमकोगे, उतने दुश्मन भी बढ़ेंगे।”
उसके शब्द prophetic लगे। कैएल ने उसकी आँखों में देखा और महसूस किया कि वह सिर्फ एक साथी नहीं, बल्कि उसकी सबसे बड़ी ढाल भी है।
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लेकिन उस रात, जब महल नींद में था, कोई गुप्त कमरा खोला गया।
वहाँ एक पुरानी किताब रखी थी—“Chronicles of Aelari Bloodline”.
और उसके पन्नों में एक चित्र बना था—एक योद्धा, जिसके पीछे वही नीली रोशनी के पंख थे, जैसे युद्धभूमि में कैएल के पीछे चमके थे।
किताब के नीचे लिखा था—
“वह जो दोनों दुनियाओं का वारिस होगा, वही साम्राज्य का उद्धारक… या विनाशक बनेगा।”
अगली सुबह महल में दरबार लगा। लेकिन इस बार माहौल पहले से भारी था।
लॉर्ड वेरोन ने ऊँची आवाज़ में कहा,
“महाराज, हमें एक गंभीर विषय पर चर्चा करनी होगी। युद्धभूमि में जो हुआ, वह हमारे साम्राज्य के लिए उतना ही खतरनाक है जितना दुश्मन का हमला।”
सम्राट ने भौंहें सिकोड़ लीं।
“तुम किस ओर इशारा कर रहे हो, वेरोन?”
वेरोन ने सीधे कहा,
“कैएल एरियन। उसकी ताक़त इंसानी नहीं है। क्या यह संभव नहीं कि वह दुश्मन की नस्ल से जुड़ा हो? क्या यह संभव नहीं कि वह साम्राज्य के भीतर बैठा सबसे बड़ा ख़तरा हो?”
दरबार में सन्नाटा छा गया। सैनिक और मंत्री सब एक-दूसरे को देखने लगे।
कार्थोस तुरंत उठ खड़ा हुआ।
“यह झूठ है! कैएल ने हमें बचाया है। अगर वह दुश्मन का होता, तो वह युद्धभूमि में हमारी ढाल क्यों बनता?”
लेकिन वेरोन ने तर्क रखा,
“क्योंकि यही सबसे चालाक तरीका है—पहले नायक बनो, फिर भीतर से साम्राज्य को तोड़ो। महाराज, हमें सच जानना ही होगा। हमें उसकी वंशावली और खून की जाँच करनी चाहिए।”
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सम्राट चुप रहे। उनकी आँखें गहरी सोच में डूबी थीं।
अचानक दरबार के दरवाज़े खुले और कैएल अंदर आया। उसकी नज़रें सीधे वेरोन पर टिक गईं।
“अगर आप सबको मुझ पर शक है, तो मैं खुद जाँच के लिए तैयार हूँ। लेकिन याद रखिए—मेरी वफ़ादारी किसी खून की वजह से नहीं, बल्कि मेरे चुनाव की वजह से है।”
उसके शब्द गूंजे, लेकिन कई चेहरों पर शक की परछाईं अब भी बनी रही।
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उस रात लायरा उसके पास आई।
“तुम जानते हो, वेरोन यहीं नहीं रुकेगा। वह तुम्हारे खिलाफ और साज़िशें रचेगा।”
कैएल ने तलवार साफ़ करते हुए कहा,
“हाँ। और शायद यह साज़िशें दुश्मन से भी खतरनाक होंगी। युद्ध तो मैंने मैदान में जीता है… अब मुझे दरबार में जीतना होगा।”
लायरा ने हल्की मुस्कान दी।
“और मैं तुम्हारे साथ रहूँगी। चाहे परछाइयाँ कितनी भी गहरी क्यों न हों।”
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लेकिन दूसरी ओर, वेरोन ने अपनी चाल शुरू कर दी थी।
महल के गुप्त तहखाने में उसने Aelari जासूसों से मुलाक़ात की।
“अगर कैएल सचमुच तुम्हारी नस्ल का है, तो यह साबित करने का समय आ गया है। हम उसे एक जाल में फँसाएँगे—ताकि पूरा साम्राज्य अपनी आँखों से देख ले।”
जासूस ने हल्की मुस्कान के साथ कहा,
“चिंता मत करो, लॉर्ड वेरोन। उसकी नसों में जो खून है, उसे छिपाना आसान नहीं। अगली बार जब वह ताक़त इस्तेमाल करेगा… पूरा साम्राज्य उसे दुश्मन मान लेगा।”
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उसी समय, राजधानी में एक और अजीब घटना घटी।
रात के अंधेरे में अचानक महल की सीमा के पास नीली रोशनी की लपटें उठीं। गश्ती सैनिकों ने देखा कि कुछ Aelari योद्धा शहर में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।
वे उन्हें रोकने पहुँचे, लेकिन उनमें से एक ने चीखकर कहा—
“हम अपने खोए हुए राजकुमार की तलाश में आए हैं! उसका नाम है—कैएल!”
सैनिकों के चेहरे सफ़ेद पड़ गए।
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महल की प्राचीर पर अलार्म बज उठा। सैनिक दौड़कर दीवारों पर पहुँचे। मशालों की रोशनी में साफ़ दिख रहा था—दर्जनों Aelari योद्धा सीमा के पास खड़े थे। उनकी नीली चमकती आँखें और कवच रात में तारों जैसे चमक रहे थे।
उनके नेता ने ऊँची आवाज़ में पुकारा—
“हमें लड़ाई नहीं चाहिए। हम अपने राजकुमार की तलाश में आए हैं। उसका नाम है—कैएल एरियन!”
यह सुनकर पहरेदार स्तब्ध रह गए। खबर पलक झपकते ही महल में फैल गई।
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दरबार फिर से बुलाया गया। वेरोन ने मौका लपक लिया।
“महाराज, अब आपको कोई शक नहीं रहना चाहिए। दुश्मन खुद उसे अपना राजकुमार कह रहा है! और क्या सबूत चाहिए?”
सभा में फुसफुसाहटों का तूफ़ान मच गया।
“क्या यह सच हो सकता है?”
“क्या हम इतने समय से दुश्मन को अपना नायक मानते रहे?”
कार्थोस गुस्से से उठ खड़ा हुआ।
“यह सब छल है! Aelari हमारी सेना को तोड़ने के लिए यह दाँव खेल रहे हैं।”
लेकिन वेरोन ने चालाकी से कहा,
“अगर यह छल है, तो क्यों न कैएल खुद इस सभा में आकर सच कहे? अगर वह वफ़ादार है, तो उसे डरने की ज़रूरत नहीं।”
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कैएल को सभा में बुलाया गया। वह भारी कदमों से दरबार में दाखिल हुआ। उसकी नज़रें सबकी शक से भरी आँखों पर पड़ीं।
सम्राट ने गंभीर स्वर में पूछा,
“कैएल… क्या यह सच है कि तुम्हारा खून Aelari से जुड़ा है?”
यह वही सवाल था, जिससे वह हमेशा भागता आया था। लेकिन अब भागने की जगह नहीं थी।
कैएल ने गहरी साँस ली और बोला,
“हाँ। मेरे भीतर उनका खून बहता है। लेकिन यह भी सच है कि मैंने हमेशा इस साम्राज्य के लिए लड़ाई लड़ी है। मेरी निष्ठा मेरे चुनाव में है, मेरे खून में नहीं।”
सभा में गहरा सन्नाटा छा गया।
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वेरोन ने तुरंत तीखी आवाज़ में कहा,
“आप सबने सुन लिया! उसने खुद स्वीकार किया है। अब सोचिए—क्या हम अपनी सेना का नेतृत्व ऐसे व्यक्ति को सौंप सकते हैं, जिसका खून दुश्मन का है?”
कुछ मंत्री सिर हिलाने लगे।
“सही कह रहा है…”
“हम खतरा नहीं उठा सकते…”
लेकिन तभी कार्थोस ने गूँजती आवाज़ में कहा,
“तो क्या हम उसकी जीतों को झूठ मान लें? अगर उसका खून दुश्मन का है, तो क्या उसकी तलवार से बचे हमारे सैनिक भी झूठे हैं?”
उसकी बात ने कई चेहरों पर झिझक पैदा कर दी।
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लायरा आगे बढ़ी। उसने सबके सामने कहा,
“मैंने कैएल को युद्धभूमि में देखा है। अगर वह हमें धोखा देना चाहता, तो उस दिन हम सब मर चुके होते। वह दुश्मन का नहीं, हमारा है। चाहे उसके भीतर कोई भी खून बहता हो।”
उसकी आवाज़ में इतनी सच्चाई थी कि सभा कुछ पल के लिए चुप हो गई।
सम्राट ने कैएल को देखा। उनकी आँखों में चिंता और विश्वास दोनों थे।
“कैएल, मैं तुम्हें कमांडर पद से नहीं हटाऊँगा। लेकिन तुम्हें यह साबित करना होगा कि तुम्हारी वफ़ादारी इस साम्राज्य की है। अगला युद्ध इसका प्रमाण होगा।”
कैएल ने सिर झुकाया।
“मैं अपना चुनाव सबको दिखा दूँगा।”
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सभा खत्म हुई, लेकिन वेरोन की मुस्कान और गहरी हो गई।
वह सोच रहा था—
“उसे जो चाहे करने दो। जितना वह अपनी ताक़त दिखाएगा, उतना ही लोग डरेंगे। और जब उनका डर हद से बढ़ जाएगा… तब कैएल खुद अपनी कब्र खोद लेगा।”
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उस रात कैएल अकेला महल की मीनार पर खड़ा था। उसने आसमान की ओर देखा।
नीले बादल धीरे-धीरे छंट रहे थे और तारों की रोशनी फैल रही थी।
“मैं कौन हूँ? शायद इस सवाल का जवाब अभी भी अधूरा है। लेकिन अगर मेरी किस्मत दोनों दुनियाओं को जोड़ने में है… तो मैं पीछे नहीं हटूँगा।”
उसके भीतर हल्की सी चमक फिर से जगमगाई।
और दूर कहीं, जंगलों में छिपा एथ्रियन उसी रोशनी को देख रहा था।
उसकी आँखों में अजीब सी मुस्कान थी।
“बहुत जल्द, मेरे वारिस… तुम्हें चुनाव करना ही पड़ेगा।”
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